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परिशिष्ट कर्मग्रन्थ भाग-३
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२३
असंनि
अणाहार आहारदु आयव
आहार आणयाइ आहार-छग आहार-दुग
असंज्ञिन् असंज्ञी
आ अनाहारक अनाहारक मार्गणा आहारक-द्विक आहारक-द्विक नामकर्म आतप
आतप नामकर्म आहारक
आहारक द्विक-नामकर्म आनतादि आनत आदि देवलोक आहारक-षटक आहारक आदि छह प्रकृतियाँ आहारक-द्विक आहारक तथा आहारक
मिश्रयोग आदिम
प्रथम आहारक आहारक मार्गणा आयुष्
आयु आहारक-द्विक आहारक-द्विक नामकर्म आदिलेश्यात्रिक कृष्ण आदि तीन लेश्याएं
१९ २० २१
आइम आहारग आउ आहार-दुग आइलेसतिग
२१
miu
इत्थि इगसउ इय इगनवई इगिदितिग
स्त्री एकशत इति एक नवति एकेन्द्रिय-त्रिक एकेन्द्रिय एकादशम् इमाः
स्त्री वेद नामकर्म एक सौ एक इस प्रकार एकानवे एकेन्द्रिय आदि तीन प्रकृतियाँ एकेन्द्रिय मार्गणा ग्यारह यह
१०
इगिंदि
इक्कार इदम् (इमा:)
२२
३
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औदारिक-द्विक उद्योत
उरलदुग उज्जोअ उच्च उज्जोअ-चउ
औदारिक-द्विक नामकर्म उद्योत नामकर्म उच्च गोत्र उद्योत आदि चार प्रकृतियाँ
उच्च
७ १३
उद्योत-चतुष्क
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