Book Title: Karmagrantha Part 1 2 3 Karmavipaka Karmastav Bandhswamitva
Author(s): Devendrasuri, Sukhlal Sanghavi
Publisher: Parshwanath Vidyapith
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गाथा-अङ्क प्राकृत
२५ पिंडयपडि ३५,३६ पुग्गल
पुद्गल
परिशिष्ट कर्मग्रन्थ भाग-१
२२३ संस्कृत हिन्दी पिण्डप्रकृति अवान्तरभेद वाली प्रकृति
रूप, रस आदि गुणवाला
पदार्थ पूज्य
पूजनीय
जमीन पुण्य पुण्य-तत्त्व पृ. ९ पुरुष मरद
पूर्वश्रुत पृ. १४ आनुपूर्वी पूजा-बहुमान
४७ पुज्ज
पुढवि
पुण्ण २ पुरिस ७ पुव्व ४३ पुव्वी ६१ पूया
पृथिवी
पूर्व
पूर्वी
पूजा
स्पर्श
२४,४१ फास
२२ फुफुमा (दे.)
स्पर्शनाम कर्म पृ. ३९,५८ करीषाग्नि-कण्डे की आग
१५ बंध
३२ बंध २४,३१,३५ बेधण ३६,३७
३५ वज्झतय १२ बल ५७ बंधइ ४४ बलि
१५ बहुभेय २६,४९ बायर
बायर २३ बायाल ५९ बालतव ३४ बाहु ४९ बि ३३ बिय
बन्ध
बन्ध-तत्त्व पृ. २७ बन्ध
बन्ध-प्रकरण बन्धन
बन्धन नामकर्म
पृ. ३९,४५,५१-५३ बध्यमानक वर्तमान में बँधनेवाला बल
बल बन्ध-बध्नाति बाँधता है
बलवान् बहुभेद बहुत प्रकार का बादर बादर नामकर्म पृ. ४२,६५ बादर स्थूल द्विचत्वारिंशत् बयालीस बालतपस् अज्ञानपूर्वक तप करनेवाला बाहु भुजा
बलिन्
द्वक
दो
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