________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
जैन तात्विक प्रोपदेशिक व दार्शनिक :
[105
___ 6
7
8
10
10
11
दार्शनिक तात्विक
A
9 30 x 14 x 13 x 39 | संपूर्ण 20x11 x 12 x 30 | संपूर्ण 36 गाथा
19वीं
प्रोपदेशिक
1847बालजी
26x11x15x42
19वीं
25x11426 x 10
19वीं
26x11x13x46| संपूर्ण 25 गाथा
16वीं
पायुकर्म सम्बन्धी कल्पसूत्रग्रन्तर्वाच्य | सं.
19वीं
26 x 11 x 17x50 | संपूर्ण 27x11x13 x 38 | , 25 गाथा
तात्विक जीवन
16वीं
मातृकापद समन्वय सं.
27x15x15x34
20वीं
साथ में सामायिक व्याख्यान भी है
संथारा संबन्धी
| प्रा.मा. | 4
| 25 x 11 13 x 52 | अपूर्ण 42 गाथा
17वीं
| (गुरण की जगह पुण भी पढ़ा जा सकता है)
पंचपरमेष्ठी गुणादि. सं.
54 | 26 x 12 x 17 - 44 | संपूर्ण
1851 व्यारान- प्रशस्ति है। 1817 गर+ सुवर्ण गढ़ जैसलमेर की रच ।
26x11x16x45
19वीं
संद्धान्तिक-संख्या
विचार
प्रात्मस्तर विचार
26 x 12 x 12 x 66
| 1703
वृत्तिस्वोपज्ञ
26x12x15x40
" 137
,
,
1799
27 x 13x14x41
19वीं
27x11x19x43
19वीं
47.X
X43
120
18वीं
25 x 12 x 20 x 56 24 x 12 x 17x32 | संपूर्ण
19वीं
25x11x28x60
19वीं
25x11x9x37
20वीं
27x11 x 18 x 60 संपूर्ण 14 गुणस्थानों का | 20वीं 27x12 x 23x78 अपूर्ण
17वीं 26 x 12x12 x 29 | संपूर्ण
18वीं
25x11x14x45
,
19वीं
For Private and Personal Use Only