Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 411
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir मन्त्र-यन्त्र-तन्त्र : [ 395 ___ 10 11 18वीं 6 7 8 8A मन्त्र व जाप विधि स.रा. 1 25x11x14x48 अपूर्ण | सं. 10,16| 21 x 10 x 10 x 35 भक्ति मन्त्र-स्तोत्र 14 x 10 x 14 x 26 | | संपूर्ण 15+8 श्लोक मन्त्र-तन्त्र 19वीं मन्त्र-तन्त्र 27x12x11x42 , 51 श्लोक जन मांत्रिक भक्ति प्रासं. | 8 25x11x17x69 यन्त्र-सह प्रा.सं.मा 2 26 x 13x14x46 20वीं दो बार लिखा है , 6 मंडल प्रतिपूर्ण जैन यन्त्र हिन्दी 31x30x 18बी जैन मन्त्र भक्ति 29x 13x15x44 | संपूर्ण 1881 मन्त्र-व्याख्या 30* 24 x 11x14x43 , 169 श्लोक 19वीं मन्त्र जैनाम्नाय | प्रा.स. 26 x 12x11x34 || | प्रतिपूर्ण अंत में 'गौतमयन्त्र'है 25* जैनाम्नाय भक्ति मन्त्र 27x11x14x58 संपूर्ण 177 श्लोक 40* 25x11x14x50 , 184 श्लोक 1962 26x12x11x42 20वीं 25 x 13 व 25x11 | , तीसरा अधिकार | 1967/1962| ग्रं. 175 सोजत बलदेव " यन्त्र 18वीं , मन्त्र भक्ति अपभ्रंश | 2* 19वीं अंत में 2 नवग्रह 31x31x-- प्रतिपूर्ण 26 x 11 x 18x 55|| | संपूर्ण 17 गा. 14 x 12 x 15 x 14 | लगभग पूर्ण 30x12x15x65| संपूर्ण स्तुतियां तांत्रिक कौतुक विद्यायें मन्त्र भक्ति स्तोत्र | सं. 1702 बौद्ध ग्राम्नाय 25x11x18x72 1733 24x11x11x30 1746 4,7,6,5, 25 से 32x10 से 13 5,4,4,5 , (केवल 7वीं में , प्रथम पन्ना कम) 19/20वीं 26 x 12 x 16x37 26x11x11x34 1834x रामवर्द्धन 1848 बांभरणवाड लायकसागर 1863 26x 11x16x46 For Private and Personal Use Only

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