Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti
View full book text
________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
आयुर्वेद वैद्यक :
[ 463
8A
9
10
।।
निदान व चिकित्सा सं. 188
25x12x12x40 |
संपूर्ण ग्रं.5575
19दी
25xllx13x36
1772
26x12x16x52 | अपूर्ण 211 से 1574
श्लोक (अंत) 26x Ilxllx30 टक
21
17वीं
25 से 26 x 10 से 13 | अपूर्ण
19/20वीं
टीका 'पातक दपण' नाम्नी)
18
26x12x11x35
,
ज्वराधिकार मात्र 19ों
| 27x
13 x 17x51
,, 105 श्लो मात्र
| 22 से 25x11
1857 से 20वीं पातंक दर्पण'नाम्नी
औषधिविज्ञान
10
सं.मा. | 4126x11x15x49 संपूर्ण 7 अध्याय 1720 हाजीपाल
मानसूरि 26xJ1x17x50
1739बीकानेर
सबलसिंह 26x11x8x41
1844श्रीभटपुर
धनसागर 19 26x13x6x33 अपुर्ण बीच के 76 से 94 19वीं पांचवा व छठा
अध्याय मात्र 15x14x16x22 संपूर्ण संपूर्ण
1784 (वैद्यकसार संग्रह)
.
पन्न
21x15x19x26
टक
19वीं
30x15x11x32
संपूर्ण 81 सर्ग तक
17वीं
25 x 11 x 20 x 52 | ,, 135
ग्रं. 685 26x12x6x43 , 271 श्लोक
1790सवाईजै
27x10x13x55
1848
26x11x18x42
, 107 श्लोक
19वीं से त्रावा
29x 14 x 13x50 अपुर्ण
20वीं
26x11x17x52 प्रतिपूर्ण
18वीं
वैद्यक ग्रंथ सामान्य
| 27x10x13x56 संपूर्ण 28 अध्याय
ग्रं. 3367 | 23x11x11x33 | अपूर्ण 301 पद
19वीं
27x27x28x38
टक
For Private and Personal Use Only

Page Navigation
1 ... 477 478 479 480 481 482 483 484 485 486 487 488 489 490 491 492 493 494 495 496 497 498 499 500 501 502 503 504 505 506 507 508 509 510 511 512 513 514 515 516 517 518 519 520 521 522 523 524 525 526 527 528 529 530 531 532 533 534 535 536 537 538 539 540 541 542 543 544 545 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558