Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 517
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra ज्योतिष :-- मुहूर्त ज्यो.पंथाराहु सं. सह सारिणियें सह " #1 "1 सामान्य पाठ्यपुस्तक नुमा " = 11 " 91 11 मुहूर्त ज्योतिष प्रश्न ज्योतिष 19 31 11 "1 11 31 6 31 = 31 11 फलित ज्योतिष "1 13 = 11 = सं.मा सं. " सं.मा. सं. सं.मा सं. 44 सं मा सं. 7 मा. = सं. - 11 8 6 5 25 x 11 x - 26 × 12 × 16 × 4 8 संपूर्ण 26 x 11 x 12 x 36 29, 11 27 x 15 व 25 x 11 14 29 22 8 1 47,10825 x 11 व 23 x 12 10 8 8,29,10 25 x 11 12 8 4 6 11 17 10,4 18 www.kobatirth.org 11 3 8 A 26 × 12 × 11 × 40 संपूर्ण 65 श्लो. 25 x 12 x - प्रतिपूर्ण 13 26 x 12 x 17 x 42 31 x 11 × 12 x 40 23 x 11 × 8 x 25 " 26 × 13 x -- प्रतिपूर्ण 25 × 11 × 15 × 44 संपूर्ण 57 श्लोक 26 x 11 x 24 x 52 56 श्लोक 27 x 10 x 4x44 25 x 11 x 12 x 36 26 x 12 x भिन्न 2 429 श्लोक 1825 प्रथम संपूर्ण 508 श्लोक 1847 व 20वीं प्रथम प्रति में विवाह द्वितीय अपूर्ण पडल भी संपूर्ण है । प्रथम पूर्ण द्वितीय पूर्ण 1828 व 20वीं 25 × 10 × 13 × 41 संपूर्ण 4 प्रकरण 23 17 " 11 प्रथम संपूर्ण शेष 2 अपूर्ण 19/20वीं 11 9 "3 28 × 13 x 15 x 45 27 × 1 1 × 12 × 42 संपूर्ण 21 21 58 श्लोक 27 × 11 × 10 × 30 संपूर्ण 56 श्लोक का 20 x 9 x 7 x 16 अपूर्ण 52 श्लोक Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 10 अपूर्ण For Private and Personal Use Only 19वीं 1953 रतलाम | 1815 1716 56 श्लोक 1807 57 श्लो. ग्रं. 505 1846 53 श्लोक प्रथम संपूर्ण, द्वितीय 1854 विक्रमपुर बखत सुंदर 18वीं 17वीं 1782 1785 1802 19वीं जालोर त्रिभुवनराय 1846/19वीं 1863 1868 9 से 75 श्लो. अंत 19वीं 1860 [ 501 11 21 योगलक्षण सहो दारण

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