Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

View full book text
Previous | Next

Page 548
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir 532 ] [ परिशिष्ट 34 35 36 पृष्ठ पृष्ठ ho 424 सोमप्रभ 44,156,168,170 118,132,144,148,152 | हेम 112,498 172,420 156,176,268,324 | (मलधारी) हेमचन्द्र 134,142,192 सोमसुन्दर 74,146,244 348,352,492 262,442 शिष्य 360 हरिश्रीनाथाचार्य 502 | हेमचन्द्राचार्य 66,144,146,178 सोमसूरि 76,78 कवि)हर्ष 408 260,262,306,440 सोमहर्ष 346 || 168,170,216,218 442,444,446,448 सौभाग्यनंदसूरि 198 230,252,258,260 हेमनन्दन 340 सौभाग्यनदि 198 332,426,428,434 हेमभित्ति 340 सौभाग्यविजय 276 454,462,474 हेमरत्न 404 हर्षकुल 4,330,450 हेमरत्नवाचक 390 हनुमान हर्षकुशल 246,346 हेमराज 252 हयग्रीव 486,488 हर्षचन्द हेमराजचारण 414 हरकीतिमूरि 448 हर्षनन्दन हेमविजय 102,230,292 हरखचंद 212,226,298 हर्षभूषण 278,282 हेमविमलशिष्य 212 हर्षरत्नगणि हेमशीश 134 हरि 95,150 हर्षवर्द्धनगणि हेमसोमसूरि 68 हरिकर्णशर्मा हर्षशीश हेमहंसगणि 62,176,446 हरिचरणदास 452 हर्षसागर हेमाचार्य 188 हरिदेव हर्षसुन्दर हंस कवि 404 हरिप्रभसूरि हापराज हंसमुनि 146 हरिप्रसाद 452 हीरकलश 332,340 हंसरत्न 360 हरिभट्ट 480,490 हीररजा 424 हंसराज 460 हरिभद्र 50,66,72,82,84,90/ हीरविजय 284,326 142 94 476 468 206 300 卐 For Private and Personal Use Only

Loading...

Page Navigation
1 ... 546 547 548 549 550 551 552 553 554 555 556 557 558