Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 552
________________ 4 शुद्धि पत्रक ] Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir पृष्ठ अनुक्रमांक स्तंभ 246 4933 515 2 247 503 507 8A 873 अनुक्रमांक स्तंभ 847 853 885 886 888-947 948-72 973-1166 16 248 250 21 233 252 254 279 www.kobatirth.org 515 529 550 563 582 610 623 624 623 682 697 738 743 736 अशुद्ध शुद्ध | पृष्ठ शंखेश्वव शंखेश्वर | 270 16/187 15/187 | एकादश का एकादशी की | 13 23 गागा गाथा - अंत में सचित्ताचित्त सज्झाय 274 असल असल (प्रथमादर्श) 348 248 276 21 से 24 21 से 44 235 277 पार्श्वदेव ,,/पार्श्वदेव (,) , 3 पा 48 15/33 ____15/233 1662 1962 282 देखें पृष्ठ 228 वृहत नवकार नमस्कार वृहत् नवकार 284 हेमचन्द्राचार्य हेमचन्द्राचार्य 285 वीरभद्र/हेमचन्द्र (वीरभद्र ?) हेमचन्द्र मूलहेमचन्द्राचार्य (ये शब्द हटा दें) 286 का है 288 18वीं 18वीं देखें पृष्ठ 262, 396, 376 भक्तिभर मत्तिभर 16 53 देखें पृष्ठ 256/ 292 प्र. 656-9 | 293 255 For Private and Personal Use Only अशुद्ध 15/82 15/182 323 223 783 26/10 26/103 14-42; 86% 14/42-796; 70 कार्ड में 70 (बीगत कार्ड में) (बीगत कार्ड में) 11/88 21/88 दीपिका दीपिकासह कठिन...समाधान साधुजीवनियाँ (अंत में जोड़े) 4 अविभाग का ग्रंथ है। पूत्तिपूजा मूर्तिपूजा 120 102 22 स्वोपज्ञ धर्मसागर (स्वोपज्ञ) सेनसूरि विजयसेनसूरि 487 ढाल 48 ढाल 12 15 (G) (अंत में लिखें) 2 प्रति. 5/58 5/88 43/3 34/3 जय जप 1) G) संपूर्ण 16 दृष्टांत कथानक प्रामत्यकी क्रीड़ा आमलकी क्रीड़ा प्रयियां प्रतियां 6,62 हहीसिंह हछिसिंह 12 6 34-5 48-9 91 117-8 5 8 34-5 39 45 258 260 262 8A 263 265 267 768 786-91 11 269 813 •, 8158A 827 835 26 35 Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra 67 72-4 102-3 94 6/6 10

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