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शुक्रन सामुद्रिक व अन्य निमित्त शास्त्र
[ 511
11
6 7 | 8 8A त्रिशला स्वप्न फल | सं.मा. | 5,1,7 | 25 से 27 x 11 से 13 | संपूर्ण
___ 10 1750 से 19वी
निमित्त शकुन
25 x 11 x 9 x 32
19वीं
| 22x12x14x35
27x11 x 1 3 x 62 | ,, 20 वर्ग
1676
21x11x --
अपूर्ण
19वीं
| 28x10x14x46
,
1872
निमित्त विद्या स्वप्न
विचार शकुन निमित्त
29x11x11x16 | संपूर्ण 16 पक्षियों के
19वीं
25x11x13x39
, 27 श्लोक
124x11x9x40 |
, 44 श्लोक+20
वाक्य ,, 46 श्लोक
24x12 x 18x40
स्वरोदय निमित्त
27x13x16750 |
,, 180 श्लोक
शकुनावली निमित्त
26x11x11x39
, 50 श्लोक
1899
निमित्त शकुनावली
25 x 10 x 12 x 36 | प्रतिपूर्ण तुने हुये श्लोक | 15वीं
एक पन्न जीव स्वरूप
444
23x20x21x38 | संपूर्ण
1544
| 25 x 11 x 13 x 42
, 186 श्लोक
1676x
कीतिसागर 1759 से 20वी/
6,6,
5
24 से 26 व 10 से 13 | दो संपूर्ण अंतिम त्रुटक
| 25 से 26 x 11 से 12 | संपूर्ण
18वीं x वासुदेव
25 x 11x14x34 |
19वीं
17x13x12x19
, (पहिला पन्ना कम) 1907
शकुन के
26x11x -
19वीं
निमित्त वास्तु शास्त्र
26x11x14x48 | ., 40 श्लोक
निमित्त शास्त्र
26x12x14x41 प्रतिपूर्ण
1877 रेणुवर
क्षमारत्न 1947
निमित्त लग्न प्रश्न | मा.
26 x 13x16x26 | संपूर्ण
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