Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 493
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ज्योतिष : [477 6 7 8 8A 9 10 11 सं. गणित ज्योतिष सिद्धांत 26 x 11x17x51 अपूर्ण 7वें अध्याय तक | 19वीं 26 x 12 x 11x38 | संपूर्ण 41 श्लोक 1827 27x13 x 11x35 | , 43 श्लोक 19वीं 27x13x15x38 ॥ 8 अध्याय 1881 25 x 11 x 15 x 43 | प्रतिपूर्ण 19वीं 29x14x5x44 ,, अपूर्ण मंत्री चक्र तक 77 श्लोक संपूर्ण 93 श्लोक 26 x 12 x7x33 1765 की कृति 26x11x15x45 | अपूर्ण चन्द्रयोग तक फलित ज्योतिष 17वीं 26 x 11 x 15 x 38 | संपूर्ण ग्रं. 7978 26 x 11 x 12 x 48 | अपूर्ण (पंचाङ्गफल तक) 20x10x9x24 | संपूर्ण 7 अध्याय 19वीं 26 x 13x10x40 16वीं 25x11x10x40 , " 19वीं 24x12 x 13x52 | अपूर्ण 3 अध्याय 2 पाद | 16वीं तक 26x11x17x52 , प्रथम 5 पन्ने कम । 18वीं 28 x 14x11x42 , 2 अध्याय 4 पाद | 1905 अजमेर तक सालगराम प्रतिपूर्ण 19वीं 25x11x पंचाङ्ग, चंद्रस्पष्ट विधिसह राव जोधाजी से सामान्य फलित ज्योतिष सं. 18x16x- अपूर्ण 105 कुडलियां | साथ में मुगल बाद शाहों की भी 27x11 व 25 x 11 | दोनों त्रुटक द्वितीय में | 18/19वीं 236 श्लो. 24 x 13 x 21 x 105| अपूर्ण 19वीं 24 x 12 x 11 x 44 | संपूर्ण 1881 अपरनाम (गरिणत नाममाला) 23x11 x 12 x 37 , 131 श्लोक (पहिले 1893 सूरत 8 कम)| गुलाबचंदमुनि 26x11x14x42 | संपूर्ण 21 अध्याय 1711 ज्योतिष गणित शब्दकोष मुहूर्त ज्योतिष सं रा. 40 26x11x15x43 | अपूर्ण 18वें प्रकरण तक 19वीं For Private and Personal Use Only

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