Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 501
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ज्योतिष : [ 485 8A ___10 11 ज्योतिष गणित | स. 1 26x11x - 18वी आद्यक्षर नामनिर्णय रा. 4 | 16x12x11x19 19वीं ज्योतिष-शास्त्र 25 x 10 x 14 x 43 | , ग्रं. 320 1543 25x11x17x45 16वीं 30 x 12 x 19 x 86 | अपूर्ण श्लोक 37 से 100 , (अंत) 26 x 11 x 15 x 45 | संपूर्ण 536 श्लोक 2 | 1694 प्रकीर्णक 33,5, 25 से 27x11 से 13 | अपूर्ण 1920 34,3 सागरचंद्र कृत टिप्पण सह दूसरी प्रति में किचित् अनुवाद कवि जोशी द्वारा | 12,28, 24 से 26 x 11 से 12 | दो पूर्ण दो अपूर्ण 8,14 1797 से 1905 सं.रा. 55,45| 25 x 11 x 6 x 30 | संपूर्ण ग्रंथाग्र ट 800 | 1899/20वीं 13x17x13x14 अपूर्ण 19वीं | 26x13x14x34 17वीं ,, पंचांग यंत्रोद्धार 20x10x12x31 1690सागरचंद गोगुदा 1825 26x11x16x48 सं.रा. 3 26x12x15x42 संपूर्ण 1863 25x11x17x45 19वीं फलित ज्योतिष 25x13x14x35 | अपूर्ण | 21x17x11x27 संपूर्ण प्रश्नज्योतिष 28x12x15x46 ,, 10 फलित ज्योतिष 27x13x13x37 |, 41 (मुहर्त चिंतामणि का भाग) 1873 जोधपुर (लघ पाराशरी) 1905 30x15x4x44 १ | 31x16x5x22 19वीं कुण्डली निर्माण | सं. गणित ज्योतिष फलित , 30 x 15 x 18x44 | अपूर्ण 39 श्लोक तक , For Private and Personal Use Only

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