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प्रायुर्वेद वैद्यक :
[465
8 |
8A
____ 10
|
11
वैद्यक ग्रंथ सामान्य
21 x 16 x 14 x 30 अपूर्ण
18वीं
12x11x11x13 | प्रतिपूर्ण
19वीं
साथ में नुस्खे व तंत्र के 20 पन्ने अतिरिक्त
26x11x15x47
,
1784
15x26x30x25 | संपूर्ण 302 गा.
1738
15x15x13x13 | , 327 गा.
1847
26x11x13x39 | अपूर्ण 344 गा.
18वीं
28x12x13x39 | संपूर्ण
19वीं
22 x 10 x 15 x 54 अपूर्ण त्रुटक
रामविनोद कर्ता का यह दूसरा ग्रंथ है रामसिंह राजा के व हने पर निम्बा
25 x 10 x 15 x 45
25 x 11x10x30
संपूर्ण 5 विलास 1736 , ,+22 श्लो. 1852
, 221श्लो. 1857
25x || x 12x50
23x |1x4x65
1877
27x13 x 13 x 40
1905
25x12x12x34
19वीं
26x12x7x37 | अपूर्ण
सं.
।
वैद्यक-रोगनिदान
औषधि
31x15x9x25
,, -औषधि
24 x 12x14x42 | ॥
25x12x13x40 संपूर्ण 'अ' से 'ह'
वैद्यक-औषधि नाम सं. |
वर्ग शब्द कोश वैद्यक-द्रव्यसार
पदार्थादि
1803 जपूर । (अकरादिकम से)
दीपचंदगणि प्रशस्ति है 19वीं
28 x 14x13x41 | अपूर्ण
., औषधि विज्ञान
,
32x17x17x46
17वीं
सन्निपात चिकित्सा 13 प्रकारी की
27x12x16 x54 | संपूर्ण
1748
20 x 16 x15x33 | लगभग पूर्ण
19वीं
15x11 x 11 x 20 संपूर्ण
अश्वचिकित्सा
| 20 x 16 x 20 x 30
, 3 खंड
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