Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 481
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir प्रायुर्वेद वैद्यक : [465 8 | 8A ____ 10 | 11 वैद्यक ग्रंथ सामान्य 21 x 16 x 14 x 30 अपूर्ण 18वीं 12x11x11x13 | प्रतिपूर्ण 19वीं साथ में नुस्खे व तंत्र के 20 पन्ने अतिरिक्त 26x11x15x47 , 1784 15x26x30x25 | संपूर्ण 302 गा. 1738 15x15x13x13 | , 327 गा. 1847 26x11x13x39 | अपूर्ण 344 गा. 18वीं 28x12x13x39 | संपूर्ण 19वीं 22 x 10 x 15 x 54 अपूर्ण त्रुटक रामविनोद कर्ता का यह दूसरा ग्रंथ है रामसिंह राजा के व हने पर निम्बा 25 x 10 x 15 x 45 25 x 11x10x30 संपूर्ण 5 विलास 1736 , ,+22 श्लो. 1852 , 221श्लो. 1857 25x || x 12x50 23x |1x4x65 1877 27x13 x 13 x 40 1905 25x12x12x34 19वीं 26x12x7x37 | अपूर्ण सं. । वैद्यक-रोगनिदान औषधि 31x15x9x25 ,, -औषधि 24 x 12x14x42 | ॥ 25x12x13x40 संपूर्ण 'अ' से 'ह' वैद्यक-औषधि नाम सं. | वर्ग शब्द कोश वैद्यक-द्रव्यसार पदार्थादि 1803 जपूर । (अकरादिकम से) दीपचंदगणि प्रशस्ति है 19वीं 28 x 14x13x41 | अपूर्ण ., औषधि विज्ञान , 32x17x17x46 17वीं सन्निपात चिकित्सा 13 प्रकारी की 27x12x16 x54 | संपूर्ण 1748 20 x 16 x15x33 | लगभग पूर्ण 19वीं 15x11 x 11 x 20 संपूर्ण अश्वचिकित्सा | 20 x 16 x 20 x 30 , 3 खंड For Private and Personal Use Only

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