Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 435
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir महाकाव्य आदि साहित्यिक ग्रन्थ - [ 419 8A ___ 10 ।। पत्नी गुगा लक्षण मनोविज्ञान 27 x 12 x 14x49 / संपूर्ण 139 श्लोक 19वीं 26x12x17x58 | " " | 24x10x14x53 , 138 श्लोक 17x12x10x22 , 16 छंद 1800 सर्प पूजा (शक्ति भक्ति ) शृंगार रस प्रधान 9 रस पूर्ण ग्रंथ xx xxxx | 15x26x30x25 16 प्रभाव 1729 16x15x17x25 1773 29x14x10x28 | अपूर्ण चार प्रभाव 19वीं 16x22x17x22 साहित्यिक ऐति हासिक 30 x 16 x 14 x 28 | संपूर्ण 1906 14x11x10x11 | प्रतिपूर्ण सिहाजी से राम- 1810 सिंह | 24x17x16x23 19वीं विरह गीत 15x12x12x22 14 छंद 1762 साहित्यिक 18वीं अंत में 'चौबोली' कथा रामकथा साहित्यिक | 1767 25 x 12 x 20 x 56 | संपूर्ण 19x 15 x 14 x 27, ,, 1094 छंद 25 x 11 x 15 x 55 , 2375 छंद 17x14x14x23 | , 1035 छंद 1773x खेतसिंहमुनि 1784 15x11x21x27 | लगभग पूर्ण 1077 छंद | 19वीं अंत में प्रौषध नुस्खे राठौड़ महिमा इति | डि. 13x x10x12 | संपूर्ण 1767 माडकी तीर्थ व राजधानियां पूरणप्रभू स्थापना के संवत् भी 19वीं 25x11x , 73 पीढी राठौड़ वंशावली पौराणिक लोककथा 17x11x20x10 1892 बीच 2 में दोहे भी हैं 20x12x14x25 19वीं नारि व शहर वृत्तांत 26x11x22x58 1732 नैनिक शिक्षायें हि. 26x12x12x32 सुभाषित संग्रह 27x12x14x42 1909 अंत में प्रताप पच्चीसी के 6 दोहे 1653विक्रमपुर धर्मस्नेह 1746 साहित्यिक 23x15x11x23 , 31 छंद For Private and Personal Use Only

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