Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti
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महाकाव्य आदि साहित्यिक ग्रंथ :
[ 421
| 7 | 8 |
8A
9
|
10
11
ऐतिहासिक काव्य
30x16x13x35 | संपूर्ण 44 श्लोक
19वीं
22x16x30x33
, 33 छंद
साहित्यि विरहनी
वर्णन ऐतिहासिक काव्य
15x15x15x22
1868
नैतिक आदि
26- 13x20x52 |
, 700 दोहे
31x12x14x48
, 702 दोहे
11821 पालनपूर
जिनविजय 1860 धोलका
कनकराज 1885
14x14x12x17 |
,, 700 दोहे
23x16x21x15
,716 दोहे
1887
लोककथा
23x15x11x23 | अपूर्ण 49 छंद
1746
63 पद्य प्रतिपूर्ण
1706त्राणनगरे
विक्रम बेताल कथा
काव्य वैराग्य परक
साहित्यिक
23x11x11x24 | संपूर्ण 108 श्लोक
थोभा 1845
19वीं
विरक्ति व साहि
त्यिक वीर कथानक
26 x 12 x 17x65 | अपूर्ण 44 श्लोक तक 28 x 14x7x43 संपूर्ण 101+135 22 x 18x14x27 ||
|, 85 अनुच्छेद
1807
भाषा पांडित्य सा.
27x12x12x41 |
1946
ऐतिहासिक महा
26x11x13x45
,,
20 सर्ग
17वीं
काव्य
26x12x15x45
18वीं
27x13x11x42
1889
24x12x14x46
, मूल श्लोक 1684/ 1872
अंत में 3 पन्ने कम हैं
ऐतिहासिक टीका |
सर्वकंषा नाम्नी ऐतिहासिक महा
काव्य
26x11x13x40 | अपूर्ण 8 सर्ग तक
16वीं
26x12x13x38
5
,
19वीं
25x11x15x34
26 x 12 x 23 x75
18वीं
जीर्ण
26x11x17x51
, सर्ग 3/10 तक | 17वीं
27x12x22x70
, 2 सर्ग
18वीं
| 29 x 13 x 6 x 60 । , त्रुटक
19वीं
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