Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 463
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir शब्दकोश : [ 447 8A 9 10 11 25x11x11x38 26x11x15x38 संपूर्ण 6 कांड (पन्न 60 17वीं पर्याय सहित 61 कम) , , (पहिला पन्ना 1708 कम) 1737 जोधपुर विजयमुनि 1752 क्वचित् बीजक सह 26x11x13x36 26x11x15x45 26x11x11x55 1775 26 x 11x11x32 18वीं | 104 | 25x11x18x50 1836 86,71, 24 से 32 x 11 से 16 प्रथम पूर्ण शेष तीन अपूर्ण 1893/20वीं 62,25| 27 x 11 x 13 x 45 | ,, ग्रं. 9987 19वीं 18वीं 25x11x15/11x | अपूर्ण तीसरे काड तक 401 26x10x20x65 , मात्र षष्ठकांड 27| 1678 से अंत 26 x 11 x 15 x 58 17वीं | ग्रंथ के अतिम पन्न 13 26x IIx13x54 त्रुटक 18/19वीं 8,20, 24 से 26x10 से 11 | अपूर्ण 38,12, 22,33, 14 47 26x12x12x32 18वीं जीर्ण चिपकी हुई | परिवर्द्धन सूची 26x11x14x48 | संपूर्ण 6 कांडों के 1641 (पहिला पन्ना कम) 26x11-13x38 | 6 कांडों के 17वीं 26x11x- ,, दो बार लिखी हुई अनुक्रमणिका 7 शब्दकोश 357 | 26x12x14x50 | , 3 कांड 19वीं 5540. 25 से 30x11 से 14 8249, ,, , 1806 से 19वी 25x13x11x32 1874 23 से 27x11 से 13 | प्रथम 2 पूर्ण, शेष 3 अपूर्ण 1843 से 20वीं 40.12. For Private and Personal Use Only

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