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महाकाव्य ग्रादि साहित्यिक ग्रंथ :
[ 413
__ 6
7 | 8 |
8A
___10
11
शृगारिकसाहित्यिक हि.
19x15x14x27 दोहे 70 से 710 तक
1767
23x16x18x15 संपूर्ण 710 दोहे
1793
प्रत में कवि पालम
के 8 कवित्त रथम व अंतिम पन्ना
25 x 11
x 14 x 40 | लगभग पूर्ण 16 से 702 18वीं
तक
नहीं
20x15x18x21 संपूर्ण 699 दोहे
1869
21 x 13 x 20 x 14 अटक 3-4 प्रतियों के पन्ने 19वीं
टीका अमर चंद्रिका नाम्नी अकारादिकम
से सूची भी है संपूर्ण के ग्रंथाग्र
4505 थे
15 x 15 x 18 x 26 | अपूर्ण 349 से 709
अत तक 25 x 11 x 15 x 45 | बिल्कुल अपूर्ण 28 x 13 x 19 x 55 | संपूर्ण 25 x 12 x 20x56 , 62 दोहे
आलोचनात्मक
अध्ययन साहित्यिक-कृति
वृत्तान्त
17x14x14x23 | ,,
ऐतिहासिक-काव्य
21X14x23x20 अपूर्ण
1870
वृद्ध विवाह पर व्यंग ,
21 x 11 x 21 x 48 | संपूर्ण
19वीं
वृद्धावस्था दुःख
26 x 12x16x50
1836
गमकथा-साहित्यिक सं.
27x13x19x35 | अपूर्ण प्रकीर्ण काण्डे
19वीं
तृतीय सर्ग
33x14x13x50
,
साहित्यिक कृति
26x12x13x42 | संपूर्ण 4 विलास श्लो.283|1823बिक्रमपूर
वखतसुंद 27x13x10x39
19वीं
15x15x9x 18 | प्रतिपूर्ण 7 पद
1823
सात भाषा, सात | भिन्न 2 | 3
कवित्त भाषा उपयोगितादि
सिरोही, गुजराती, मेवाड़ी, पंजाबी,थली ढुढाडी, मारवाड़ी
30x16x15x38 | संपूर्ण
19वीं
30x16x18x82 प्रतिपूर्ण
वैष्णव शास्त्रों व
ग्राम्नायानुसार लोककथा-तात्त्विक
जंबूद्वीप राजा आदि
जानकारी
15x11x14x14 | संपूर्ण
26x11x11x48
साहित्यिक कृति | मा.
19 x 13 x 13 x 23 | अपूर्ण 75 गा.
1884
, वार्ता | हिं.
25x10x14x49 प्रतिपूर्ण
20वीं
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