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व अन्य वृत्तान्त :
[ 363
11
8 A
9 10 26 x 11 x 6 x 30 संपूर्ण 360 गा., ग्रं. 2000| 1679
170 द्वारों से तीर्थ- प्रा.मा. |
कर जानकारी
26x11x19x 60 | , 360 गा.
19वीं
तीर्थंकर जानकारी
26x12x -
172 द्वारों से
1896कलकता
देवराज 16वीं
समवसरण-विधान
27x11x13x38 |
,
69 गा.
26x11x17x54
,, 35 श्लोक
18वीं x रूपाक
25x11x20x70
33 गा.
18वीं
तीर्थभक्ति इतिहास | सं.
26x12x19x46
, 1800 श्लोक
| 19वीं
12 x 12 x 14 x 12
1933
1907 की कृति
25x11x14x60
समुद्घात प्रक्रिया
- वर्णन तीर्थभक्ति इतिहास |, 4 सूर्य संबंधी स्तुति | प्रा.सं. 6
25x11x10x32
. 100 गा. (चाया। 15वीं
, 4 गा.=42 ढालें 1734x
| मनोज्ञचंद्र पन्ना कम)।
27x11x13x54
(विभाग अ से प्रो):
यज्ञविधि
28x12x10x39 संपूर्ण
19वीं
भक्तिस्तोत्र
125X11x18x63
, 7 श्वोक
26 x 20 x 17x 20
,
72 पद
1926
पापपुण्य विरक्ति
चिंतन भक्ति स्तुति ।
23x10 व 17x12 !
1836 व 19वी
धार्मिक
19वीं
21 x 10 x 9 x 26 22 x 17
, 106 श्लोक
पूजा क्रिया
26x12x12x42 | अपूर्ण
18वीं
प्रारंभ में अरिष्ट
नेमिकोवचन
भक्तिमंत्र
25x13x 13x50 संपूर्ण
17वीं
27x13x11x29
19वीं
योग सम्बन्धी |, वैष्णवाम्नायानुसार मा.
| 27
8
21 x 15 x 23 x 21
अंत में राठौड़ों के जीवनप्रसंग व अफीम . भांग संवाद कात्तिक शुक्ला अधूरी
व्रतकथा
| सं.
21
27x11 x 17x51_ लगभग संपूर्ण-24
| 20वीं
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