Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 395
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (विभाग प्र से ग्रो): [ 379 6 7 8 8A 9 ___10 11 सुदामा-जीवनी 23x16x15x21 | संपूर्ण 31 गा. 18वीं सूर्य-भक्ति 20x10x11x24 | 5 श्लोक 19वीं ग्रह व देवता-स्तुति | ,, कुल 4 स्तोत्र सूर्य-भक्ति 1410x10x16 , 8+8+8+50 श्लोक | 14 x 10 x 9 x17 , 104 श्लोक 21 x 10x8 x 32 ब्रटक 25 x 12 x 15 x 52 संपूर्ण 102 श्लोक 27x11x21x 67 अपूर्ण 97 श्लोक तक देवी भक्ति-काव्य । 1847 13x12x10x10 , 68 छंद गोपीकृष्ण उद्धव प्रकरण ब्राह्मणदान-सुपात्रता सं. | 22x10x8x26 संपूर्ण 1858 प्राध्यात्मिक 21x22x7x44 | अपूर्ण 145 श्लोक 18वीं देवी-माहात्म्य - 32 x 54 | संपूर्ण 65 छद 1747 कृष्ण भक्ति-काव्य 19x15x14x27 , 186 छंद 1767 15x13x10x150 .. 164 छद 1770 | 21x11x13x55 203 छंद 1795 19वीं 24 x 11 x 18 x 58 , 162 27x11 x 20 x 34 | अपूर्ण 8 कला 24 से 30 x 10 से 15 | पूर्ण-अपूर्ण विविध जनेतर-भक्ति सं.रा. 18/20वीं | 23 से 21 x 10 से 16 " , वैषेशिक-न्यायग्रंथ | सं. 25x11x15x48 संपूर्ण 1733 24x11x15x46 1743 | 27x11x19x42 19वीं 24x11x17x48 | अपूर्ण 18वीं 25x11x15x54 संपूर्ण ग्रं. 1700 19वीं व्याय 27x12x18x42 | 17वीं For Private and Personal Use Only

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