Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti

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Page 382
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir (विभाग अ से प्रो) : [365 6 7 10 11 | 8 | A 9 18x15x 15 x 21 | संपूर्ण 24 गा. व्रत कथा 1793 140 | 29x36x16x20 1936 "फल 18 x 12 x 20 x 32 24 x 12 x 17x49 | , 42 छंद 1877,पांचूग्रामें राज न्दर 1893 देवीभक्ति वृत्तान्त 26x 12x21x42 18वीं देवीभक्ति 23x11 x 11x34 28 श्लोक 16x10x33x19 " 102 गा. 1767 1708 की कृति मोक्षशास्त्र 21x16x14x38 , 5 खंड (17 तरंग) 1835 Xxxxxx xx कृष्णभक्ति 29x14x27x15 अपूर्ण भक्ति पद | 23x16x15x22 15 x 22 | प्रतिपूर्ण सूरदास "ढाढी" कौन है ? आध्यात्मिक 28x14x13x39 संपूर्ण दशावतार कथा 26 x 12 x 17x51 | अपूर्ण 86 श्लोक 29x13x14x46 | , छठे अवतार तक गणेशभक्ति प्राचीन धार्मिक कथायें भक्ति स्तोत्र 32x14 x 14 x 34 | संपूर्ण 1000 नाम 24x10x9x 42 अपूर्ण तीसरे अध्याय तक 17वीं 25x10x13x40 | संपूर्ण 9 श्लोक 19वीं 25 x 11 x 15 x 52 | ,, 12 सर्ग 1707 23 x 15 x 11 x 23 | अपूर्ण 11वें सर्ग तक 1746 भक्ति गीत 24x11x11x344 सर्ग तक 19वीं 26x11x17x60 | | संपूर्ण 12 सर्ग की पहिला पन्ना कम है 25x10x13x42 | 2 से 9 सर्ग (पन्न 13 से 46) 26x10x14x64 | प्रतिपूर्ण सारदीपिका नाम्नी टीका प्राध्यात्मिक 17/वीं पं. ___ नयणसी 25x11x12x32 धार्मिक क्रिया कांड सं. 31x15x20x66 | त्रुटक 1868 देवी भक्ति 26 x 11 x 10 x 42 | संपूर्ण 8 श्लोक 19वीं For Private and Personal Use Only

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