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स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य :--
भक्ति
तीर्थंकर भक्ति सं.
11
27
11
6
11
11
"
11
11
"
11
19
31
17
11
11
13
11
सं.मा.
भक्ति
भक्ति व औपदेशिक
मा.
7
सं.
"1
महावीर भक्ति गीत प्राकृत
भक्ति तीर्थंकर की प्रा.मा.
प्रा.सं.
प्रा.सं.
सं.
प्रा.
सं.
तीर्थंकर भक्ति स्तव प्रा.
प्रा.
11
"
11
गुटका
1
I
5
1
4
गुटका
7
3
1
12*
1
1
11*
3
प्रा.सं.मा. 8
1
8
14*
1
तीर्थंकर नमस्कार अपभ्रंश 7 काव्य
भक्ति व वृत्तांत मा. 3
123*
1
21
6
8 A
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10 x 6 x 7 x 16
25 × 10 × 15 × 44 कुल 3 स्तवन + 1 स्तुति / 26 श्लोक कुल 2 स्तवन संपूर्ण 20 श्लोक
25 x 10 x 11 x 48
प्रतिपूर्ण कुल 7 स्तुतियें
27 x 13 x 8 x 30
25 × 11 × 15 × 44 कुल 12 स्तुतियें
27 x 11 × 12 x 53
10
25 से 27 x 12 X भिन्न 2
25 x 11 × 18 x 36
26 x 11 x 13 x 45
25 × 11 × 13 × 36 संपूर्ण
12 x 9 x 9 x 18
25 x 12 x 13 x 35
22 x 10 x 10 x 30
25 x 11 x 4 x 29
26 x 12 x 11 x 40
कुल 4 स्तवन (पूर्ण अपूर्ण) 18वीं
1 2
"1
26 × 12 x 11 x 40
25 x 11 x 11 × 31
25 x 11 x 13 x 40
23 x 11 x 13 x 34
23 × 20 × 21 × 38 संपूर्ण 4 स्तोत्र ( कुल 66 1544
श्लोक )
26 x 10 x 1 x 33
संपूर्ण 9 श्लोक
1766
29 x 13 x 8 x 27
77
25 × 11 × 13 × 42 | पूर्ण 21 श्लोक
| 30 × 12 x 12 x भिन्न 2 संपूर्ण 2 स्तोत्र ( 18 +24
श्लोक
21 x 11x7x21
संपूर्ण 23 गाथा
14 गाथा
11
"
अपूर्ण (संपूर्ण के 41 श्लोक)
27
"
9
"3
"1
37
};
18
संपूर्ण
"1
,, 4+7 गा. (2
11
तीर्थंकरों की
72 T. (5 ateकरों के
109 गा.
,, 45 गाथायें
4 पद कुल 16 गाथा 18/20वीं
12 श्लोक
19वीं
18वीं
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"
+ अन्य गद्य
17
11
11
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19af
11
"1
10
19वीं त्रिभुवन
कुशल
19वीं
1812 मेड़ता श्रार्यामुजी
1658
19वीं
77
11
16वीं
13
1722
1759
18वीं
1903
सूरत
231
11
केवल चार श्लोक हैं
तीर्थों का भी उल्लेख है
दिगम्बर आम्नाय