Book Title: Jodhpur Hastlikhit Granthoka Suchipatra Vol 01
Author(s): Seva Mandir Ravti
Publisher: Seva Mandir Ravti
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जीवन चरित्र व कथानक :
प्रोपदेशिक- जीवनी मा.
सं.
धर्मफल पर दृष्टांत मा.
अभूतपूर्व घटनायें
J1
31
6
31
=
11
प्रौपदेशिक कथानक सं.
"1
=
""
:
शीलविषयक
प्रौपदेशिक चरित्र
कथानक
"
}"
=
जीवन- प्रसंग प्र.
प्रोपदेशिक लघु कथानक शीलप्रमाद व क्रोध
पर
श्रौपदेशिक - कथानस
33
"
71
जीवन चरित्र - गज
सुकमाल-प्रसंग
39
श्री. जीवन प्रसंग
जीवन- प्रसंग
सं.
मा.
=
"
मा.
13
7
11
सं.
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44
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12
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64
8
13
प्रा.सं.+13 मा. सं. मा. 10
8
10
10
22
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2
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26 × 11 × 15 × 46 संपूर्ण 447 गा.
28 x 9 x 13 x 40
26 x 13 x 14 x 34
24 x 12 × 12 x 32
26 x 11 x 15 x 32
24 × 12 x 10 x 18
27 x 10 x 14 × 45
27 × 11 × 15 x 44
25 × 11 × 19 × 50
26 × 10 × 12 × 51
43 x 11 x 5 x 51
"
21 x 11 x 4 x 24
33
"1
,, 7 उल्लास ग्रं. 1900 1660
19वीं
"
11
33
पूर्ण 8 कथायें
संपूर्ण
22 x 10 x 9 x 25
25 × 10 × 20 × 60 प्रतिपूर्ण दूसरे कुलक की
कथायें
25 × 1 1 × 12 × 39 संपूर्ण 17 ढालें
25 x 12 x 6 x 39
33
21
अपूर्ण 51 कथायें
संपूर्ण 102 श्लोक की
कथायें 26 × 11 × 16 × 72 संपूर्ण 100 से उपर
कथानक
24 x 10 x 16 × 41
26 × 11 × 18 × 61 अपूर्ण
26 x 11 x 18 x 56
23
9
11
"
4 ढालें
11
140 TT. 100 कथा
21
3 कथायें
20 × 11 × 13 × 34
34 × 21 × 65 × 34 संपूर्ण 19 ढाल
24 x 14 x 15 x 28
( बीच के पत्र )
"1
26 x 12 x 20 x 50
26 × 11 × 12 × 30 संपूर्ण 48 ढाल / गा. 1185
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1711
27
10
1858
1598
17at
19वीं
16वीं
19वीं
1762
1849
19वीं अंजार -
नगर
20वीं
49 से 121 कथानक 19वीं
1935
16at
17वीं
11
11
[ 309
11
1941 शांतिग्राम पूर्वोक्त का ही पाठ लक्ष्मीसागर
19वीं
1940 बीकानेर ग्रंथकार का अपरनाम विनय सुंदर सौजन्यसुंदर

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