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स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य :
[ 263
6
तीर्थ भक्ति
| 7 | 8 8A
9 10 45 x 11x17x5- संपूर्ण 9 श्लोक +2 पद | 19वीं x तखत
सागर गुटका | 12x11x9x 13 संर्ण 8,9,9,श्लोक 19वीं
तीर्थंकर भक्ति
26 x 11 x 11 x 40 संपूर्ण 3 स्तोत्र (33 + | 17वीं
___ 15--15) गा. 27 x 13x 20 x 29 संपूर्ण 4-4 श्लोक की 19वीं
10x6x7x16 अपूर्ण 27 श्लो. द्वितीय- 18वीं
पूर्ण 5 श्लोक 23 x 20 x 21 x38 संपूर्ण 2 (11+9 श्लोक) 1544
25x11x11x33 | संपूर्ण 69 छंद
16वीं
24x10x13x41
1696बीकनयर
24x11x12x39
19वीं
26x11x13x31
29 गाथा
19वीं
18वीं
26 x 11 x 14x43 ,, 15 गाथा 23 x 20 x 21 x 38
| , 31 श्लोक
ज्ञानदेवी की भक्ति सं.
1544
प्रार्थना के श्लोक
प्रा.स.मा |
22x12 व 23x11 प्रतिपूर्ण
19वीं
आवश्यक भक्ति काव्य मा.
1914
27 x 13 x 12 x 37 | संपूर्ण 6 ढालें 22 x 9 x 4x40 |, 7 श्लोक
भक्ति स्तोत्र
स.मा.
19वीं
25x12 x 12x28
26x12x4x32
, 28 श्लोक
1763
मूल हेमचन्द्राचार्य
__ का है।
24x10x12x37 कुल 5 स्तोत्र (सामान्य) 1840 नागौर,
ईश्वरसागर संपूर्ण 36 श्लो. 27 27 27x13x11x49 , 26 श्लोक की | 1903
28x12x12x54 |
,, 28 श्लोक ग्रं. 282 1942 जयपुर | व्याख्या 26 श्लोक
देवकृष्ण तक ही , 30 श्लोक 20वीं
21x10x11-21
25x11x11x32
____31 श्लोक
भक्ति स्वाध्याय
25x13 x 10 x 24
सती गुण कीर्तन ,
24x11x11x44
, 29 गा.
19वीं
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