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स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य :
[219
7
8
8A
|
10
11
6 भक्ति स्तोत्र (पाश्व)
19वीं
25x11x6x44 |
| संपूर्ण 44 श्लोक 15x10x11x 20 | , ,
19वीं
4,6 | 22x11024x11
19/20वीं
26x11x21x66 | अपूर्ण 26वें श्लोक तक | 18वीं
26 x 12 x 18 x 54 संपूर्ण 44 श्लोक
19वीं 25x11x13x50 | ., 44श्लोककी..727| 19वीं 25x11x22x52 |, 44 श्लोकोंका 1887
पारंभमें सिद्धसेन कथा
28x14x6x36 | संपूर्ण 44 श्लोक
19वीं
26 x 13 x7x32 | अपूर्ण बाकी जगह खाली है| 1928 मेडता
हुकमविजय 26 x 11 x 13 x 61 | संपूर्ण 44 श्लोकों का पद्या- 1748
पार्श्व जिन भक्ति
नुवाद
24x11x14x45
1826 विक्रमपुर
__ बखतसुंदर 30x11x11x37 , 40 ,, | 19वीं 25x11x12x31
19वीं 28 x 12 x 12 x 50 | संपूर्ण 9 श्लोक 1964 x दुर्लभ16 x 12 x 13 x 21 | संपूर्ण
1897
दादा गुरु की भक्ति सं.
26x11x13x35
19वीं
26x13x11x35
,दो गीत गा.15+42 19वीं
25x11x15x38 | , 30 गा.+8 श्लोक 1784
22x13x13x26
है साथ में अन्य दादा 19वीं
स्तवन , साथ में जाप विधि 19वीं
28x12x14x40
26x ||x1x48
अन्य स्तव- 19वीं
नादि भी 22x12x11x23 |, 18 पद
19वीं
सम्यग्दृष्टि देवस्तुति,
,
भक्ति ,
26x12x13x36
19वीं
12x11x12x15
19वीं
, पांचों की 5 पूजा अर्घ्य जयमाला सम्मेत
दिगम्बर माम्नायकी 11 गणधरों की स्तुति वचैत्यवंदन व स्तवन 19वीं . पहिला पन्ना कम
गणधरों की भक्ति मा.
4
26 x 13 x 15 x 45 |
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