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स्तुति स्तोत्र स्तवनादि भक्ति साहित्य :
भक्ति काव्य
33
दादा कुशल भक्ति
काव्य
भक्ति स्तोत्र
गुरु गुरण स्वाध्याय
भक्तिश्लोक
27
11
31
6
14
भक्ति
"1
व्याख्या
31
99
"
"1
""
"
13
13
21
भक्ति व ज्ञान संबन्धी प्र
सम्यग्दृष्टिदेवी स्तुति सं.
71
31
,,+ मंत्र
सर्व तीर्थंकर सामान्य सं.
भक्ति
"1
=
"1
27
31
मा.
12
सं.
प्रा.सं.
मा.
सं.
31
33
"
77
""
1:
7
प्रा.सं.
18
"3
"1
मा.
"
17
13
गुटका
3
5
14*
5
1
1
5+1
1
5
गुटका
7
123*
4
13
8
12*
गुटका
6
3*
3
3
2
5
3
5
8 A
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16 × 13 × 13 × 18 संपूर्ण चार गीत
26 x 20 × 29 × 28
25 x 15 x 18 x 50
25 x 12 x 12 x 60
26 x 13 x 12 x 37
12 x 9 x 9 x 18
21 x 9 x 7 x 32
26 × 12 × 11 x 40
20 x 10 x 7x14
21 x 10 x 9 x 30
25 x 10 x 15 x 54
तीन स्तोत्र गा.
26,21,14 27 × 12 × 11 × 34 संपूर्ण दो सज्झाय = 80
गाथा |
23 x 10 x 12 x 35
27 × 12 × 11 × 25 संपूर्ण
10 x 6 x 7 x 16
27 x 11 x 6 x 26
64 d
24 x 11 x 17 x 60
"
26x13 x 12 x 24
23 x 10 x 10 x 24
27 x 10 x 18 x 58
"
13 × 1 1 × 12 × 12
13
"
"1
31
""
"
73
संपूर्ण
"
"1
""
17
9
17
26 × 11 × 14 x 38
25 × 1 1 × 11 × 43 संपूर्ण
25 कवित्त +4
गीत
37
9 छंद
9 श्लोक
11 श्लोक
12 श्लोक की
12 श्लोक
948 श्लोक
2 3 × 20 × 21 × 38 संपूर्ण 3 स्तवन (25,24 1544 25 श्लोक) संपूर्ण 8 श्लोक + 22 श्लोक 1762
25 x 10 x 8 x 20
25
18वीं
14 - 13 गा.
9 पद
1973
2 स्तोत्र 11 +8 18वीं
श्लोक
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
31
24+7 श्लोक
29 श्लोक गाथा
2 स्तवन 27 व
30 T.
10
19वीं
1829 जोधपुर
चमनमल
18वीं
9 श्लोक + शांति- 19वीं
पुरी
16वीं
20वीं x
29 गाथा
ग्रंथाग्र 90
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17वीं
1926
1955 सुभटपुर
16वीं
1836
18वीं
विनयचंद्र
19 aff
1961
1913
19वीं
19वीं
1956
20वीं जोधपुर
छबील
16at
[ 221
जी
11
1926 की कृति /
जीर्ण
अंत में लघु स्तोत्र है
अंत में लघु जिनपंजर स्तोत्र