________________
Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra
www.kobatirth.org
Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir
जन तात्त्विक औपदेशिक व दार्शनिक :
[ 137
6
7 8
11
6
सैद्धान्तिक संख्या - मा.
परक सार प्रौपदेशिकादि
| प्रा.मा.
8A
____ 10 25 x 12 x 9 x 27 | संपूर्ण
19वीं 25 x 11x9x43 त्रुटक
18वीं 25 x 12x4x30 | संपूर्ण 12 +7 = 19 गा. 19वीं 27 x 10x13 x 40 अपूर्ण 26 गा. ही 19वीं
सामान्य प्रकरण
सम्यक्त्वादि
प्रा.
26x11x18x507+15 %3D22 गाथा
| 1573?
(चत्तारि अटू दसदो
स्तवन साथ में)
प्रत्य ख्यान स्वरूपादि| मा. .
प्रौपदेशिक सिद्धांत | प्रा.मा.
25 x 11 x 14 x 45 | संपूर्ण 74 गाथा 17वीं 25 x 11 x 15 x 44 अपूर्ण; 27वीं गाथा तक ही 19वीं 26 x 12 x 11x37 | संपूर्ण 311 गाथा की 1546 26 x 11 x 11x45 | ,1616 गा.(ग्रं.2050) 1555
शास्त्र-सारांश
26 x 11 x 13x44
, 1542 गा.
16वीं
26 x 1112 x 41
, 1614 गा.
1640
26 x 11x7x38 ,,1580 गा.(ग्रं.5000) 1693 128 | 27x11x6x44 ,.1613 गा.(I.8000)| 1710
26 x 12x6x36 ,,1631 गा (ग्रं 6800 18वीं 25x10x11x35| ,,1618 गा.(ग्रं.2100) 19वीं 27 x 12 x 16 x 30 अपूर्ण, 271 गा. तक | 19वीं 26 x 11 x 19 x 68
| संपूर्ण ग्रं. 3203 1515 29 x 11 x17x50
17वीं
13 से 47 बीच के
कठिन शब्दार्थ
सं.
प्रौपदेशिक
24x12x12x42
19वीं
दीक्षा सिद्धान्त
24x10x13x42
, 34 गाथा
1758 बिलाड़ा
26x11x13x40
19वीं
साथ में आवश्यक
गाथायें
प्रौपदेशिक सुभाषित
1884
19 x 13 x 13 x 23 | प्रतिपूर्ण 18x11 x 14 x 32 , 13 श्लोक
192
प्रा.सं.मा | 2,3 | 26 x 13 x 13 x 40 | अपूर्ण कुल 116 श्लोक | 20वीं
For Private and Personal Use Only