Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 2
Author(s): Jagdishchandra Jain, Mohanlal Mehta
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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उत्तराध्ययन
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(उ) शान्तिसूरिविहित शिष्यहिता टीकासहित-देवचन्द लालभाई जैन
पुस्तकोद्धार, बम्बई, सन् १९१६-१७. (ऊ) भावविजयविरचित वृत्तिसहित-जैन आत्मानन्द सभा, भावनगर,
वि० सं० १९७४; विनयभक्तिसुन्दरचरण ग्रन्थमाला, बेणप,
वी० सं० २४६७-२४८५. (३) कमलसंयमकृत टीका के साथ-यशोविजय जैन ग्रन्थमाला,
भावनगर, सन् १६२७. ' (ए) नेमिचन्द्रविहित सुखबोधा वृत्तिसहित-आत्मवल्लभ ग्रन्थावली,
वलाद, अहमदाबाद, सन् १९३७. (ऐ) गुजराती अर्थ एवं कथाओं के साथ ( अध्ययन १-१५)-जैन
प्राच्य विद्याभवन, अहमदाबाद, सन् १९५४. (ओ) हिन्दी अनुवादसहित-अमोलकऋषि, हैदराबाद, वी० सं०
२४४६, रतनलाल डोशी, सैलाना, वी० सं० २४८९, घेवरचन्द्र
बांठिया, बीकानेर, वि० सं० २०१०. (औ) भूल-R. D. Vadekar and N. V. Vaidya,
Poona, 1954; शान्तिलाल व. शेठ, ब्यावर, वि० सं० २०१०; हीरालाल हंसराज, जामनगर, सन् १९३८, जीवराज
घेलाभाई दोशी, अहमदाबाद, सन् १९११. (9) संस्कृत व्याख्या व उसके हिन्दी-गुजराती अनुवाद के साथ
मुनि घासीलाल, जैन शास्त्रोद्धार समिति, राजकोट, सन्
१९५९-१९६१. (अ) गुजराती अनुवाद एवं टिप्पणियों के साथ (अध्ययन १-१८)
गुजरात विद्मासभा, अहमदाबाद, सन् १९५२. (क) हिन्दी टीकासहित-उपाध्याय आत्मारामजी, जैन शास्त्रमाला
कार्यालय, लाहौर, सन् १९३९-४२. - (ख) हिन्दी अनुवाद-मुनि सौभाग्यचन्द्र (सन्तबाल), श्वे० स्था०
जैन कोन्फरेंस, बम्बई, वि० सं० १९९२. (ग) गुजराती छायानुवाद-गोपालदास जीवाभाई पटेल, जैनसाहित्य
प्रकाशन समिति, अहमदाबाद, सन् १९३८. (घ) चूर्णि के साथ, रतलाम, सन् १९३३. (ङ) गुजराती अनुवाद, संतबाल, अहमदाबाद. (च) टीका, जयन्तविजय, आगरा, सन् १९२३.
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