Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 2
Author(s): Jagdishchandra Jain, Mohanlal Mehta
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi
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प्रकरण
दश वै का लिक
द्रुमपुष्पित श्रामण्यपूर्विक क्षुलिकाचार-कथा
षड्जीवनिकाय पिण्डैषणा-पहला उद्देश पिण्डैषणा-दूसरा उद्देश
महाचार-कथा
वाक्यशुद्धि
आचार-प्रणिधि विनयसमाधि-पहला उद्देश विनयसमाधि-दूसरा उद्देश विनयसमाधि-तीसरा उद्देश विनयसमाधि-चौथा उद्देश
सभिक्षु पहली चूलिका-रतिवाक्य दूसरी चूलिका-विविक्तचर्या
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