Book Title: Jain Sahitya Ka Bruhad Itihas Part 2
Author(s): Jagdishchandra Jain, Mohanlal Mehta
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 422
________________ अनुक्रमणिका ५० शब्द पक्षासन पक्षी पक्षीविरालिक पखबाद पगता पजप्पावण पजोसवणा पटल पटवा परह १७,४५ पटिया ३ पटेल पटोलकंदली पट्टहल्ल पट्ट पृष्ठ शब्द ७५ पत्तिय ४२,४७ पत्र पत्रनिर्याससार पत्ररचना १३७ पत्रबिच्छू पत्रहारक २१८ पत्राहार २०९ पद्म ४७,८७,११५,१२४,३२९,३३३ पद्मकुमार पद्मनाग पद्मपत्र ४७ । पद्मलता ४३, ४७, ८६ पद्मवरवेदिका ७४, ११३ पद्मा ८७ पद्मांग ११५, ३२९, ३३३. २०९ पद्मावती पद्मासन २४६ पद्मोत्तर ५०,५२ पनक पन्नवला पयरग १७,४५ पयलाइल परंगामण परंपर ३२१ परंपरागम ३३७. परकोटा परपरिवाइय परमहंस २९ परमाणु - ३३२ २३८ परमाणु-पुद्गल ६२, ८४ पट्टक पहकार पट्टण पट्टा पट्टिका पडल पडिवूह पणव पण्य तरुणी पण्हवागरणाई पतंग पताका पताकातिपताका पत्तउर __ ३१ पत्तन - Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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