Book Title: Bhagwati Sutra Part 01
Author(s): Kanakprabhashreeji, Mahendrakumar Muni, Dhananjaykumar Muni
Publisher: Jain Vishva Bharati
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भगवती सूत्र
श. ९ : उ. ३१ : सू. ३३-४३ स्वीकार करता है। मिथ्यात्व-पर्यवों के उत्तरोत्तर परिहानि तथा सम्यग्-दर्शन के पर्यवों की उत्तरोत्तर परिवृद्धि होने के कारण उसे सम्यक्त्व की प्राप्ति होती है और सम्यक्त्व-प्राप्ति के क्षण में ही विभंग-ज्ञान अवधि-ज्ञान में बदल जाता है। ३४. भंते ! सम्यक्त्व आदि की प्रतिपत्ति के समय उस अश्रुत्वा-पुरुष में कितनी लेश्याएं होती
गौतम! तीन विशुद्ध लेश्याएं होती हैं, जैसे-तैजस-लेश्या, पद्म-लेश्या, शुक्ल-लेश्या। ३५. भंते! उसमें कितने ज्ञान होते हैं?
गौतम! तीन ज्ञान होते हैं-आभिनिबोधिक-ज्ञान, श्रुत-ज्ञान, अवधि-ज्ञान । ३६. भंते! क्या वह योग-सहित होता है? योग-रहित होता है? गौतम! योग-सहित होता है, योग-रहित नहीं होता। यदि वह योग-सहित होता है, तो मनो-योगी होता है? वचन-योगी होती है? काय-योगी होता है?
गौतम! मनो-योगी भी होता है, वचन-योगी भी होता है, काय-योगी भी होता है। ३७. भंते! क्या वह साकार-उपयोग से युक्त होता है? अनाकार-उपयोग से युक्त होता है?
गौतम! वह साकार-उपयोग से भी युक्त होता है, अनाकार-उपयोग से भी युक्त होता है। ३८. भंते! वह किस संहनन वाला होता है?
गौतम! वज्रऋषभनाराच-संहनन वाला होता है। ३९. भंते! वह किस संस्थान वाला होता है ?
गौतम! छह संस्थानों में से किसी एक संस्थान वाला होता है। ४०. भंते! वह कितनी ऊंचाई वाला होता है?
गौतम! जघन्यतः सात रत्नी, उत्कृष्टतः पांच-सौ-धनुष्य की ऊंचाई वाला होता है। ४१. भंते! वह किस आयु वाला होता है?
गौतम! जघन्यतः कुछ-अधिक-आठ-वर्ष, उत्कृष्टतः पूर्व-कोटि-आयु वाला होता है। ४२. भंते ! वह वेद-सहित होता है? वेद-रहित होता है? गौतम! वेद-सहित होता है, वेद-रहित नहीं होता। यदि वेद-सहित होता है तो क्या स्त्री-वेद वाला होता है? पुरुष-वेद वाला होता है? पुरुष-नपुंसक वेद वाला होता है? नपुंसक-वेद वाला होता है? गौतम! वह स्त्री-वेद वाला नहीं होता, पुरुष-वेद वाला होता है, नपुंसक-वेद वाला नहीं होता, पुरुष-नपुंसक वेद वाला होता है। ४३. भंते ! वह कषाय-सहित होता है? कषाय-रहित होता है? गौतम! कषाय-सहित होता है, कषाय-रहित नहीं होता।
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