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उद्धार ]
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न० (- पल्य) येड लेनना वामां हांसीने ભરેલ બાલાશ્રમાંથી સમયે સમયે એકેક બાલાત્ર અપહરતાં જેટલા વખતમાં કુવા खाली थाय तेटसो वमत एक योजन के कुए में ठांस ठांस कर भरे हुए बालग्र में से समय समय में एक एक बालाग्र निकालने पर जितने काल में कुत्रा खाली हो उतना काल a well one " Yojana i. e. 8 miles square is to be filled with thin points of hair and at every Samaya (i. e. unit of time ) one hair-point is to be taken out; the time taken to empty the the well is Uddhārapalya. प्रव० १०३५; - पल्लग. न० ( पल्यक) लुखो उद्धारपल्ल २६. देखो “उद्धारपल" शब्द. vide उद्धारपल प्रव० १०३८ - समय. पुं० ( - समय ) यदी सागरे।પમના સમયને સમૂહ; અઢી સાગરે પમમાં भेटवा સમય યાત્ર તેટલા સમયના જથ્થાની ઉદ્ધાર સ'ના છે; ઉાર સમય જેટલા ત્રિચ્છા લેાકના દ્વીપ અને સમુદ્ર छे ढाई सागरोपम काल प्रमाण में जितने समय है उन समयों के समूह का नाम ' उद्धार ' है; उद्धार में जितने समय हैं उतने ही त्रिच्छालोक के द्वीप और समुद्र हैं. the number of Samayas (time units) contained in 22 Sāgaropamas; the number of continents and oceans of Trichha Loka is equal to the number of Samayas in 22 Ságaropamas. ( Samaya = an instant) भग०.६, ६; अणुजो० १३६; - सागरोवय. पुं० ( - सागरोपम - उद्धार विषयं तत्प्रधानं स सागरोपम उद्धारसागरो
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पमः ) हरा ||| िपयोपभ प्रभाणु अस विशेष. दश कोड़ाकोडी पल्योपम प्रमाण काल विशेष. a division of time equal to 10xcrorexcrore Palyo paina. ठा० १; अजो० १३६; उद्धि. स्त्री० (उद्धि ) भाडानी ध. गाडी की जुडी. A particular part of a carriage (the part which rests on the axles). सू० प० १०; उद्धिय त्रि० ( उद्धृत ) मेडी नामेल; हेश महार रेस उखाडा हुआ; देश बाहिर किया हुआ. Rooted out; banished from the country. श्रोव • महा० प० ३५; जं० प० ३, ६६; – कंटय. त्रि० ( - कण्टक - उतधृता स्वदेशत्यागन जीवितत्याजनेन वा कण्टका यत्र तदुद्धृत कण्टकम् ) દેશ બાહર કરેલ છે પ્રતિસ્પર્ધી જેણે ते जिसने प्रतिस्पर्धी को देश बाहिर किया है वह ( one ) who has banished or deported his enemies. राय० श्रव० पय न० (पद) ६२ रेल पह-श६. उद्धार किया हुश्रा पद-शब्द an extracted or quoted-word. प्र० ८६५ - मुह. त्रि० (-मुख) उछे भोभेणे. जिसने ऊंवा मुख किया है वह. ( one ) who has raised his face upwards. चं० प० ४; – सत्तु, पुं० ( - शत्रु - उद्धृताः शत्रवस्तदुद्धृतशत्रुः ) हेश निकास उरेल गोत्र वैरी देशसे निकाला हुआ गोत्रज शत्रु an enemy who has been banished or deported. ओव० राय०
( २४० )
उद्धी. स्त्री. ( उद्धी ) मे भगना આગલા
*ણા પાસે પાસે રાખી પેનીને વિસ્તારી પહેાલી રાખી કાઉસગ્ગ કરવે તે; કાઉ
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