Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

View full book text
Previous | Next

Page 1002
________________ रियलिय ] रियलिय. त्रि० ( नैः प्रेयसिक — निःश्रेयसं मोक्षमिच्छतीति नैःश्रेयासिकः) भोक्षालिसाषी; भुमुक्षु. मोक्ष की इच्छा वाला; मुमुक्षु. One desirous of or longing for final liberation. भग १५, १; णिस्सेस. पुं० ( निःश्रेयस् ) भोक्ष मोक्ष; मुक्ति. Salvation; final libera णिस्साए अणुगामित्ताए tion. "" Jain Education International (६८) "" नाया० १; १३० S एिस्सेस. त्रि० ( निःशेष ) सम्पूगु सम्पूर्ण, समग्र. Complete; full; perfect. दस०६, २, २; – कम्ममुवा. त्रि० (-कर्ममुक्त) स थी मुझयेस; अन्धनथी छुटेल. सर्व कर्मों से मुक्त; कर्मबन्ध रहित. entirely freed from Karma; rid of Karmic bondage. पंचा० २, ४३; f. f. (fag-fageda fag:) Huíl. मायावी. Deceitful आया० १, २, ३, ८१ (२) । महिथी पीडित क्रोध आदि से पीडित toubled or afflicted on account of anger सू० १, २, १, १३; ( 3 ) ( निहन्यन्ते प्राणिनः कर्मवशगा यस्मिन् तन्निहम् ) साधातनुं हेाएं; यातना स्थान. वेदना स्थल; यातना स्थान; वह स्थान जहां से पीडा होती हो. source of punishment or affliction. सू० १, ५, २, ११; हि. त्रि० (स्निह - स्निह्येत श्लिष्यते श्रष्टप्रका रेण कर्मणा इति स्निंहः) रागी; ममत्यवाओ. रागी; ममता वाला. Full of attach - ment and hatred; full of ego. tism आया० १, ४, ३, १३५ सूत्र ० १, २, २, ३०; ( २ ) न० तेस. तैल. oil. जीवा ० ३, ३ V - ह. धा० I ( नि + छन् ) नाश ; ९. नाश करना; मारना. To kill; to destroy. विहणंति. जं० प०५, ११४; ग्रिहणाहि श्र० नाया० १; हिणित्ता. सं० कृ० जं० प० ५, ११४; हिरण पुं० ( निधन ) विनाश; छेडे । विनाश; अन्त. Destruction; end. नाया० ६; हित्त न० ( निधत ) परस्पर भसेस उ પુદ્દાને દૃઢપણે ધારણ કરવા તે; કમ અન્ય એક પ્રકાર. परस्पर मिश्र कर्म पुलों को दृढतापूर्वक धारण करने का कार्य; कर्म बन्धन विशेष Firm adherence or holding together of Karmic molecules in mutual combination; mode of Karmic bondage. ठा० ४, हिय. त्रि० ( निहत्त ) हुआ; नष्ट. Killed; "6 [ गि-हर २; भग० १, १; गुल; भारेल. मारा destroyed. 39 जक्खा हुवेयावडियं करेति तम्हा उएए हिया कुमारा उत्त० १२, ३२; दसा० ५, ३६६ - कंटय. त्रि० ( - कण्टक ) भे डांटा प्रतिपक्षीने भारत छे ते. जिसने कंटक रूप प्रतिपक्षी का नाश किया है ( वह ). ( one ) who has destroyed adversaries who were troublesom like thorns. ठा० है; - रय. त्रि. ( - रजस् ) केमा २०४भेद दूर थयेत छे ते. जिसमें रज-मेल नहीं है वह निर्मल; रज राहत; सात्विक freed from dirt or dust; clean. " अप्पंगनिया देवा हियरयं दृरयं भट्टरयं" जीवा ० ३; राय० – सत्तु. त्रि० (- शत्रु ) शत्रुने भार्याछे भेणे. शत्रुहन्ता; रिपुघातक. (one ) who has destroyed enemies. " श्रोहमसतुहि सत्तु मलिय सत्तु निजिय सत्तु " राय • गि-हर. धा० I, II. ( नि+हृ ) मेंथी For Private Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 1000 1001 1002 1003 1004 1005 1006 1007 1008 1009 1010 1011 1012 1013 1014 1015 1016