Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2 Author(s): Ratnachandra Maharaj Publisher: Motilal Banarasidas Catalog link: https://jainqq.org/explore/016014/1 JAIN EDUCATION INTERNATIONAL FOR PRIVATE AND PERSONAL USE ONLYPage #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्ध-मागधी कोष AN ILLUSTRATED ARDHA-MAGADHI DICTIONARY Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्ध-मागधी कोष संस्कृत, गुजराती, हिन्दी एवं इंगलिश पर्यायों, सन्दर्भों तथा उद्धरणों सहित भाग २ शतावधानी जैनमुनि श्री रत्नचन्द्रजी महाराज पूज्यपाद श्री स्वामी गुलाबचन्द्रजी महाराज ( लीम्बड़ी सम्प्रदाय) के शिष्य भूमिकाकार ए० सी० वूल्नर मोतीलाल बनारसीदास दिल्ली वाराणसी पटना बंगलौर मद्रास For Private Personal Use Only Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ AN ILLUSTRATED ARDHA-MAGADHI DICTIONARY with Sanskrit, Gujarati, Hindi and English Equivalents, References to the Texts and Copious Quotations VOLUME 2 SHATAVADHANI JAIN MUNI SHRI RATNACHANDRAJI MAHARAJ Disciple of Swami Shri Gulabchandraji (Limbdi) WITH AN INTRODUCTION BY A. C. WOOLNER MOTILAL BANARSIDASS Delhi Varanasi Patna Bangalore Madras For Private Personal Use Only Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ First Edition: Indore, 1923 Reprint: Delhi, 1988 MOTILAL BANARSIDASS Bungalow Road, Jawahar Nagar, Delhi 110 007 Branches Chowk, Varanasi 221 001 Ashok Rajpath, Patna 800 004 24 Race Course Road, Bangalore 560 001 120 Royapettah High Road, Mylapore, Madras 600 004 ISBN: 81-208-0 506-2 (Part 1) ISBN: 81-208-0507-0 (Set) PRINTED IN INDIA BY JAINENDRA PRAKASH JAIN AT SHRI JAINENDRA PRESS, A-45 NARAINA INDUSTRIAL AREA, PHASE 1, NEW DELHI 110 028 AND PUBLISHED BY NARENDRA PRAKASH JAIN FOR MOTILAL BANARSIDASS, DELHI 110 007. Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्र सूचि. नाम. पष्ट संख्या. १ श्रावलिकाबंध विमान २ श्रासन १०४ .... २०१ ३ उर्ध्वलोक ५ उपशमश्रेणी ५ कनकावली २६५ ३६० कृष्णराजी कालचक्र ... ४६१ ६६२ ...६७ ८ क्षपकश्रेणी ২ ঘন १० घनोदधि... ११ चउदह रत्न १२ चंद्रमण्डल १३ चंद्रसूर्यमालिका १४ जंबुद्वीप ... १५ नक्षत्र ... १६ नक्षत्रमण्डल ... ६८५ ... ६६० ... ७७३ ... ६०५ ...६०५ Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥ श्रीः॥ rec नमोऽस्तु महावीराय. Dr * सचित्र * ॥ अर्द्धमागधी-कोष॥ प्रा. [श्राद भा. अ. (प्रा) मयी1; &; सीमा. सीमा; एह.सु. च० २, १६४; उवा० १,८१%B मर्यादा. Limit. “भामरणंतं" परह. २, एही. भ० स० च० १, २८३; २० मं० २, २०; क. प. १, १४; पन्न० ३६; एस्संति. सूय. १, १, १, २५, (२) पायासं२. वाक्यालंकार. an एड. सं. कृ. उत्त०४, १०; expletive. नाया० २; (3) सन्भुम. एत्तए. हे ० कृ० वय० १, ४६; दसा० ७, १; सन्मुख; सामने. in front of. राय० (४) वव० ६,१; थोषु पिता २. थोड़ा; ईषत् ; कम. a एजंत. व. कृ. उत्त. १२, ४; उवा० ५, little. पन्न. २३; २१५; आअ. पुं० (प्राय) साम; प्राप्ति. लाभ; प्राप्ति. एजमाण. व. कृ. भग०५, ४, १२, १; 11, Gain; acquisition. ( २ ) जेनाया १; नाया. १, २, ३, ४, ५; t; જ્ઞાન આદિની પ્રાપ્તિ થાય તેનું અધ્યયન १४; १६; अंत० ६, ३; विवा० १; ५४२९१. जिसस ज्ञान आदि की प्राप्ति हो वह; | अाइ. पुं० ( आदि ) आदि प्रथम; श०.२पात. अध्ययन; प्रकरण. means of gain- | आदि; प्रथम; प्रारंभ. Beginuing. क. ing knowledge etc.; chapter; गं० १, १५; २१, २८; ओव० २७; अणुजो. section विशे० १६१, १२२८; क. १९८; नाया. १; ५; ७; १०; १४; भग. २, ग०१, २३. १; ४, १; ४०, १; पन्न. ११; जं०५० २, श्रा + इ. धा• I. (प्रा+इण्ण ) मा. १६; (२)नालीनीनीया भाग. नाभी के श्राना. To come. नीचे का भाग-हिस्सा. the part below एइ-ति विशे० ४३१; दसा० ७, १; पिं० नि० the navel ठा० ६; (3) त्यादि कोरे; २०८; प्रव० ६०६; वगैर।. बगैरह; इत्यादि. et cetera. भग० एंति. विशे० १९८६ ६, ७; नाया० १४; १५; १६; दस० ७, ७; एउ. प्रा. विशे० १३६; (४) संसा२. संसार. the world; एहि. आ. विवा० १; नाया० २, भग०१५, worldly existence. सूय० १, ७, २२; १; दस०७,४७ -गर. पुं० (-कर) (प्रादौ प्रथमतः श्रुत une. Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राइ ] धर्माचारादि सन्धात्मकं कर्म करोति तदर्थ प्रणायकत्वेन प्रणयतीत्येवंशीलः ) महि શરૂ આપતમાં આચારાંગ આદિ શ્રુત ધર્મના ३२नार, तीर्थ:२. आचारांगादि श्रुत धर्म के रचयित', तीर्थंकर the first author of Achãrãnga etc.; a Tirthankara. "ते सन्वे पायाउया श्राइगरा धम्मासूय०२, २, ४१; कप० २, १५; नाया० ध० भग० १, १, नाया० १, १६; सम० १; - तित्थयर. पुं० (- तीर्थकर ) ऋपलहेव स्वाभी. ऋषभदेव स्वामी. Risabhadova Swami " भगवश्रो उस्सह सामिस्स श्रइतित्थयरस्स " नंदी ● दुग. न० (- द्विक ) या सूक्ष्म ने हर थोडेंद्रिय रूप से अमृति अपर्याप्त सूक्ष्म और बादर एकेन्द्रियरूप दो प्रकृतियां the two Karmic natures ( Prakritis) viz Aparyāpta Sūkṣhma and Badara Ekendriya. क० प० १, १५; - मउ. त्रि० (- मृदु ) आरंभा भव प्रारंभ में कोमल. soft in the beginning. अणुजो० १२८; मुहुप्त. न० (- मुहूर्त ) प्रथम मुहूर्त सूर्य या पछी घडी सुधीन समय. प्रथम मुहूर्त ; सूर्योदय के बाद का दो घडी का समय the first Muhūrta; the first period of 48 minutes after sunrise. 1 Muhūrta=48 minutes ==2 Gha - dis. “ श्रभितरश्रो थाइ मुहूत्ते छरण उइ गुलच्छा पराणते " सम० - - मोक्ख. पुं० ( - मोक्ष - श्रादिः संसारस्तस्मान्मोक्षः श्रादि मोक्षः ) माहि- संसारथी छुटमा थोते. ससार से छुटकारा-मुक्त होना. emancipation from worldly existence. इत्थि जेण सेवंति श्रइ मोक्खाहिते " < ( २ ) For Private " जणा सूय० १, १, २२३ – राय. पुं० ( - राज ) ऋपलहेब प्रभु मेरो साथी પહેલાં રાજ્યની સ્થાપના કરી ઓંસ, મસિ, कृषि भूमिया अवती ऋषभ देव, जिन्होंने सब से पहिले राज्यकी स्थापना की और असि, मसि, कृषि आदि वाणिज्य रूप कर्म - भूमिपन का प्रारंभ किया. Lord Risabhadeva who first started the institution of a kingdom ( government ) and established the military, the literary and the agricultural departments. ठा ६; - लेसतिग. न. ( - लेश्यात्रिक ) શરૂઆતની ત્રણ લેશ્યા; કૃષ્ણે નીલ અને अपोत लेश्या. प्रारम्भ की तीन लेश्याएं; कृष्ण, नाल और कापोत. the first three Lesyäs, i. e. thought and matter tints viz black, blue and grey. क० गं० ३,२२, - संघयण. न० ( - संहनन) प्रथमनुं संध्या पर,ऋषल, नाराय संघयणु. प्रथम का संहनन, वज्र, ऋषभ, नाराच. the first or primitive physical constitution called Vajra Risabha Närächa Sanghayana (i. e. adamantine character of the bones etc.) क० गं० २, २१; श्रअंतियमरण न० ( श्रात्यन्तिकमरण ) દેડુ અને જીવ અત્યંત જુદા પડે તે; મૃત્યુ. जीव और शरीर का सर्वथा पृथक होना; मृत्यु. Death; total separation of soul from body. भग० १२, ६; प्रव० १०२३; आई. अ० ( आई ) वास्या २. वाक्यालंकार. [ श्रारंखिणी An expletive. भग० १५, १; इंखिणी. स्त्री० ( श्री चक्षणा ) पिशा Personal Use Only Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राइक्ख ] [प्राइश ચિકા વિદ્યા, કે જેને યોગે સામા માણસની ३३; ११, १२, आया० १, ६, शुभ पात नी शाय. कर्ण पिशाचिका ५., १६५; ओव• ३५; विद्या, जिसक बल से दूसरे के मन की गुप्त | श्राइक्खग त्रि. (श्राख्यायक ) शुभाशुभ बात जानी जा सकती है. An art known ! हना२. शुभाशुभ कहने वाला. A as Karna piśãchikā Vidyā by | messenger or teller of good or which other persons' secrets evil. जं. प. श्रोव• अणुजो. ५२; can be fathomed and known. | श्राइक्खिय. त्रि. (* पाक्षित - श्राख्यात) प्रब. ११३; मुं; - . कहा हुआ. Told; प्राइक्ख. घा• I-II (प्रा+चस् ) हे; related. भग० २, १; नाया. १; माया- ४२; धावी पी. कहना; आ. श्राइक्खियत्व. त्रि. (श्राख्यातव्य ) हे। ख्यान करना; वधाई देना. To te}}; to/ दाय; अ५४२१। लेग. कहने लायक; describe; to inform about some | उपदेश करने योग्य. Worth being good events. told; worth being advised. सूय० माइक्खइ. भग० ३, १; ७, ६; अोव. २७; | २, ७, १५; ३४; सूय० २, ६; १; नाया० १; श्राइच. पुं० (प्रादित्य ) सर्य; सु२४. सूर्य. १,८; १३; १६; जं. प. ७, The sun. “ सेकेणटेणं भंते एवं वुबह १७८; दस० ६, ३; सम० ३४; सूरे श्राइचे गोयमा सूरा दियाणं समयाइ वा दसा. १०, ११; निर. १, १; श्रावलियाइवा " भग० १२, ६, १५, १; माइक्खंनि. भग० १, ६; २, ५, ५, २ः उत्त. २६, ८; अणुजो० १४७; दस० ८, नाया. १, २,६; १६; पाया. २८; विशे० १५६८; श्राव० २, ७; सू. ५० १, ६,४, १६० २०; प्रव० (२) ५१२४६७ नामांतरामा २९ बाइक्वेमि. सूय० २, १, ११; અમાલી નામના વિમાન ના વારસી લે કાંमाइक्खामि. भग० १,६; १०; २, ५, ३, तिहेवता. कृष्णराजी प्रदेश क अंतर में १;७.६; १६,५; रहा हुआ अर्चिमाली नामक विमान वासी माइक्खे. दस० ८, ५१; सूय. २, १, ५७; लोकान्तिक देव. the Lokāntika gods आया० १, ६, ५, १६४; residing in the Archimāli celeमाइक्खिज. दस० ८, १४; stial abode in the interior part प्राइक्खेजा. दसा. १०, ३; of Krisnaraji. नाया. ८ भग० ६, ५; प्राइक्खाहि. भग० २, १; (3) अवेय विभान विशेष सने तना हे. प्राइक्खह. नाया० १; भग. १५,33; प्रवेयक विमान विशेष और उसका निवासी माइक्ख. सं. कृ.पि.नि.३२५ देव. the celestial abode of माइक्खित्तए. वेय. ३. २०; नाया० ८; Graiveyaka and its resident भग० ९, ३३; gods. प्रव० १४६२; (४) सर्यमास; अाइक्खिउं. भग० १८, २; સાડાત્રીસ દિવસ પ્રમાણ આદિત્ય માસ. माइक्खमाण. नाया० १२; मग. ३, १; ६, | सौरमास; साढे तीस दिन प्रमाण मास. Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राश्वजस ] ( a solar month i. days. सम० ३१ प्र० ० ६०४ पुं० ( मास ) सूर्य भास; उ०॥ भास. सौरमास; ३० ॥ दिन का माह solar_month; a month of 302 days. प्रब० ६०४; - संवच्छर. पुं० ( संवत्सर ) सूर्य से मां જઇ કરી પહેલે માંડલે આવે ત્યાં સુધીના સમય; ત્રણુસા છાસ! દિવસ પ્રમાણુ સાર વર્ષ. सूर्य के पहिले मंडल से अन्तिम मण्डल में जाने और वहां से लोट कर फिर पहिले मंडल में आने तक जितना समय लगे उतना समयः तोनसौ छांसठ दिन प्रमाण वर्ष. the solar year; an year consist ing of 366 days; the time taken by the apparent revolution of the sun round the earth. जं० प० सू० प० २; e. 301⁄2 - मास द्विवसने श्राश्चजस. पुं० ( श्रादित्ययशस् ) लरत ચક્રવર્તી આદિલશા નામે પુત્ર, કે જે રાજ્ય નાગલી અંતે દીક્ષા લઇ સકલ કર્મ ક્ષય उरी मोक्ष गया. भरत चक्रवर्ती का आदित्ययशा नामक पुत्र, जिसने राज्य भोगकर अंत में दीक्षा ली और कर्म क्षयकर मोक्ष में गया. Adityayasa, the son of the emperor Bharata; he rulod for some time but at last took Dikṣa and after having destroyed all Karmas attained to salvation. ठा०८, १९ श्राइच्चा. स्त्री० ( आदित्या ) सूर्यनी जी व्यय भलिपी. सूर्य का दूसरी पट्टरानी. 'The second principal queen of the sun भग० १० ५; आइज त्रि० ( श्रादेय ) २वा योग्य. [ श्रारण ग्रहण करने योग्य. Worth being accepted or taken. नाया० १२; जं० प० कप्प० ३, ३६; क० गं० १, २६; ५.१, २, २३, ६, ७१ (२) हेतुं चयन ग्राह्य-प्रणु उरवा योग्य होय ते. वह व्याक्ते, जिस का वचन ग्राह्य हो. (one ) whose words are worthy of acceptance. गच्छा० ६४; सूर्य ० आइट न० ( आदिष्ट ) प्रेरणा रवी महेश ४२व। ते प्रेरणा करना; आदेश करना. Instruction; suggestion. १, ४, १, १६; विशे० ४८६, आइ. त्रि० ( आविष्ट ) आवेशवा आवेश वाला. Possessed by; inspired by. "जक्खा एसेणी श्राइट्ठे समाणी" भग० १८, ७, ०५; दसा० ६, १५ ओघ ० नि० ४६७; आइट्ठि स्त्री० ( श्रदिष्टि ) धारा धारणा; विचार. Intention; idea; fixed thought. ठा० ७: आइडिट. स्त्री० ( श्रात्मर्द्धि) आत्मऋद्धि, आत्मशक्ति श्रात्मा की शक्ति. Soulforce; soul-growth; soul-power. भग० १, ३, ३, ५, २०, १० आशड्ढय. त्रि० ( श्रात्मर्द्धिक - आत्मन एव ऋद्धिर्यस्य ) आत्मऋद्धि वास; आत्मशक्ति-सम्धि पालो. आत्मऋद्धि वाला; आत्मशक्तिवाला Possessed of soul-power or soul-wealth. " श्रइद्दि एण भंते ! देवे जाब चतारी पंच देवावास तराई" भग० १०, १, इण न० ( अजिन ) यर्भ; याम चमड़ा. Skin ; leather. राय० ६७: निसां० १७, १२; क० गं० १, २६३ पावार. न० ( - प्रावार) भर्भवस्त्र याभाना पडां. Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माइराण ] [श्राइय चमड़े का वस्त्र. a skin or leather व्याप्त. Densely or thickly pergarment. निसी० ७, ११, vaded by; dense; thick. भग० प्राइगण. त्रि. (प्राचीर्ण) अशा ४२५. भाज्ञा १३, ४; पाया हुआ. Advised; commanded. आइतव्व. त्रि. (आदातव्य ) ग्रहण १२वा " आइराणं जं पुण अणएए.ायं'' पाया. यो५. ग्रहण करने योग्य. Worthy of नि० १, १, १, ७, acceptance; worth being taken. श्राइराण. त्रि० (अकीर्ण) व्याप्त; संजी; वेय. ४, २५ पीया भीय भरे खचाखच भरा हुआ. श्राइत्त. त्रि. (श्रादीप्त) ३ प्रशित. Pervaded by; thickly scat.. कुछ प्रकाशित. Faintly gleaming. tered over with. ओव० श्रोध नाया० १; नि० ८६; नाया० ६; भग० १, १, २, ५; आइत्तार. त्रि. ( श्रादातृ ) लेना२. लेने वाला. ३, १; ५; (२) त्रि. ति आयी शुद्ध Acceptor; one who takes 31 ; गुणवान थे... जाति आदि से शुद्ध गुणवान श्राइद्ध. त्रि. (श्रादिग्ध ) व्याप्त. व्याप्तः भरा थोड़ा. a horse of good breed. 9. Pervaded by; filled with. " कसंवदट टु माइराणे पावगं पडिबजए' नाया० १; उत्त० १, १२, पण्ह • १, ४; जावा. ३, ४ः पाइन्न. त्रि. (पाकीर्ण ) जुसो "पाइराण" " प्राइराण वरतुरय मुसंप उत्त" भग० ७,८; श६. देखो “ अाइएण" शब्द. Vide नाया. १७; (३) विनयवान पु३५. विनय “आइएण' उत्त. १, १२, २१. १: पगह • बान पुरुष. a reverent, respectful १, ४; जावा. १; नदी ठा० ४, ३: person. ठा० ४, १; (४) सात ના ઘેડાના દષ્ટાંતવાળું નાતાસૂત્રનું ૧૭ મું | | आइन्न. त्रि० ( प्राचाणे) आयरेस. व्यवहार ५५यन. आकोर्ण जाति के घोडे का जिसमें | । में लाया हुआ. Practised: perform. ed. पिं.नि. ३२६; ५७१; प्रव० १०१३॥ वर्णन है वह ज्ञाता सूत्र का १७ वां अध्याय. the 17th chapter of Jñātā श्राइम. त्रि. ( आदिम ) यमनु: पहे. पहिले Sūtra dealing with a horse of का; पहिला. First; foremost ओघ. Akirna breed. नाया० १; सय. नि०.६६०; क• गं. ३, १६; प्रव० ४; १६-णाय ज्झयम. न. (ज्ञाताध्ययन ) ६५६ -गणहर. पुं० (-गणधर ) प्रथम शातासुत्र ७ सययन. ज्ञाता सूत्र का ५२. प्रथम गणधर. the first १७ वां अध्याय. the 17th chapter Ganadhara प्रव• ६५६; of Jiiata Sutra. सम० नाया. १५; प्राइमय. त्रि. (मादिमक ) पडेगुं प्रयमा. -हय. पुं० (-हय ) गतवान् छोडी. जाति- __ पहिला; प्रथम. First; foremost. विशे. वान् घोड़ा. a horse of noble breed. १०४०; जीवा०३; पाइय. त्रि० ( आदिक ) आ६ श्रादिः शुरू आइएणतर. त्रि. (श्राकीर्णतर ) पधारे Beginning; first of a series. 176. व्यात; मति पायो भोय. बहुत ज्यादह १; कप्प० ४, ६१-८९; Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आइय] [प्राईलमहाबर प्राइय. त्रि. ( अाहत) आ६२, ५ भेल. आदर हिमाहु" सूय० १,१०, ६ -वित्ति. qarw. Honoured; respected. पुं० (-वृत्ति पा समन्ताहीना करुणास्पदा पन. १७ वृतिरनुष्ठानं यस्य ) सत्यन्त न लिनु श्राइय. त्रि. (आचित) पास्त. ज्याप्त. भांमए वगेरे. अत्यन्त दीन भिखारी. (one) Filled with. नाया० ८; who is indigent; e.g.a beggar. आइयण. न. ( श्रादान ) अ५ १२बुं ते. " श्रादाण वित्तीव करेति पावं" सूय. १, ग्रहण करना. Taking; acceptance. १०,६ पराह. १, ३: श्राईणग. न० (प्राजिनक) यमय-यामानु श्राहयच. त्रिः (श्रादातम्य)स्वीरवा योय. વસ્ત્ર વિશેષ કે જે કમાવીને અતિ સંહાલું स्वीकार करने योग्य. Worthy of accep. १२६ हाय के चमड़े का वस्त्र विशेष जो कि tance. वत्र. ६, ४१; कमाकर बहुत नरम किया हुश्रा हो श्राइल. त्रि. (प्रादिम) पहे; याहिन; प्रय. A garment of cured or tanned म. पहिला; शुरू का. First; foremost. leather. "श्राईणग रूय दूरणषणीयतून पस• ५, १७; राय. २३६; नंदी० ५६; . फासे” सू० प० २०; कप्प. ३, ३२; ओव. प्रव. २२२; अणुजो 1; --चंद. पुं. अाया० २, ५, १, १४५; नाया. १; जीवा. ( - चन्द्र ) उत्तरी उत्तर पनी अपेक्षा ३; भग० ११, ११; (२) पुं. अनामना । पूर्व पूर्व पनो यन्द्र. उत्तरोत्तर द्वीप की ही तया मे समुद्र. एक द्वीप और एक अपेक्षा पूर्व पूर्व द्वीप का चंद्र. the moon समुद्र का नाम. an ocean of that of the preceding continent in a name; also a continent of the series of continents. " आइल्लचंद name. जीवा० ३; सहिता प्रणतराणतर खत्ते" सू० ५० १५; आईणभद्द. पु. ( प्राजिनभद्र ) सानि -~-सूर. पुं० ( -सूर ) उत्तरोत्तरदायनी दीपने अधिपति पता. जिन द्वीप का अपेक्षामे पूर्व५२ दीपना सुर्य उतरोत्तर अधिपति देव. The presiding deity द्वीप को अपेक्षा से पूर्व पूर्व दिशा के सूर्य. of the Ajina-Dvipa. जीवा० ३; the sun of each preceding | आईणमहाभह. पुं० ( भाजिममहाभद्र ) continent in a series of मानिदीपना अधिष्टाता यता. आजिन continents. सू०प०१६ द्वीप का अधिष्टाता देव. The presidआईण न० (प्रादीन ) अत्यन्त गरी ing deity of the Ājina Dvīpa. बहुत गराव. ( one ) who is very र्जावा० ३; poor. सूय० १, १०, ६; - भोइ. आईणमहावर. पुं० (आजिनमहावर ) त्रि. (-भोजिन् ) ३ बाधेतो मारा આજિન સમુદ્ર તથા આનિવર સમુદ્રનો माना२. फेंका हुश्रा भोजन खाने वाला. अधिपति यता.जिन और अजिनवर समुद्र (One ) who eats food thrown का अधिपति देव. The presiding away ( by others ). "आदीण- deity of the Ajina and Ajinaभोई चि कति पाषं मंताउ एगंत समा- vara oceans. जीवा० ३; Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आईणवर] [प्राउ आईणवर. पु. ( प्राजिनवर ) ये नामने। भासमहावर ) मानिनवरे पास समुद्रतो मेरी५ तथा समुंद्र. इस नाम का एक अधिपति यता. आजिनवरोभास समुद्र का द्वीप तथा समुद्र, An ocean as well us अधिपति देव. The presidling deity a continent of that name. (२) of the Ājinavarobhāsa ocean. આજિન સમુદ્રને તથા આજીવર સમુદ્રને | जीवा. ३; मधिपति यता. आजिन और पाजिनवर | आईणवरोभासवर. पु. ( श्राजिनवरावभास समुद्र का अधिपति देव. The presiding वर) निवलास समुद्रनो अविपति deity of the oceaus named ता. प्राजिनवराभास समुद्र का अधिष्ठाता देव. Ājina and Ajinavara, biar, ; The presiding deity of Ajinaआईणवरभह. पुं. (प्राजिनवरभद्र) आ. ___Yarobhāsu ocean जीवा ३; forA२५नो अधिपति देवता. आजिनवर आईणिय. त्रि. ( प्रादीनिक-प्रासमन्तादीनदपि का अधिपति देव. The presiding मादीनं तद्विद्यते यस्मिन्सः) सत्यन्त जनता deity of Ajinavaru Dvipa. anj. अत्यन्त दानता वाला. Indigent; जांवा० ३; penurious. “आईणियं दुक्कडियं पुरस्था" प्राईवरमहाभह. पुं०(श्राजिनवरमहाभद्र)। सय. १, ५, १.२; मानिन५२ दीपनो अधिपति देवता. | पाईयट्ठ. त्रि० ( पातीतार्थ-प्रासमन्तादतीव अजिनज़र द्वीप का अधिपति देन. The इता ज्ञाताः परिच्छिन्ना जीवादयोऽर्थायेनसः presiding deity of Ajinavara यद्वाऽऽसामस्त्येनातीतानि प्रयोजनानि यस्य स Dvipa. जर्जावा० ३, तथा ) २ यी छे समस्त प्रयोजन माईणवरोभास. पुं० ( प्राजिनवरावभास) नो; शांत व्यपार पासो. समस्त प्रयोजनों सेनामा ६५ तथा समुद्र. इस नाम से रहित; शांत व्यवहार वाला. ( One ) का एक द्वीप और एक समुद्र. Name of a who has risen above all worldly continent; also, that of an purposes; calm and tranquil. ocean. जीवा० ३, अाया० १, ७, ६, २२२; भाईणवरोभासभद्द. पुं०(आजिनवरावभास- भाइरण. त्रि. (पाजीरण-श्राजिः संग्रामस्तमी भद्र ) मानिनवरोमासीपनो वता. श्राजि- रयति प्रेरयति क्षिपति जयतीति यावत् ) नवरोभास नामक द्वीपका देव. The deity स तनार. युद्ध जीतने वाला (One ) of Ajinavarobhāsa Dvipa जीवा. ३; who conquers in a battle; आईणवरोभास महाभद्द. पु. ( अजिनवराव- victorious in battle. संथा. भास महाभद्र ) मालिनवरोलासीपना आईसाण. न० (आईशान ) शान वो मधिपति ववा. आजिनवरोभास द्वीप का | पर्यंत. ईशान देवलोक पर्यंत Up to, as अधिपति देवता. The presiding far as Išāva heavenly world. deity of Ajinavaro bhās a प्रव० ११६२; Dvipa. जीवा. ३; पाउ. अ० (अथवा ) अया. अथवा; या. आईणवरोभासमहावर. पुं० (प्राजिनवराब- | Or. सूय. २, ५, ६; Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राउ] [श्राउ श्राउ. न० ( श्रायुष्-प्रतिसमयंभोम्यत्वे आयु कर्म. Ayusya Karma, the नायातीत्यायुः एति गच्छत्यमेनगत्यन्तरमि- fifth of the 8 Karmas. उत्त० ३३, त्यायुः ) ना यथी ७५ ७-८गी २; ४; -काल. पुं० (-काल ) मृत्युस; ભગવે છે તેનું આયુષ્ય કર્મ; આઠ કર્મ भरघुन अवस२. मृत्यु समय; मरणकाल. भांगें पांच में वह कर्म जिस के उदय tine of death. पाया० १, ८, ९, ११:, से आयु प्राप्त करता है; आयुष्य-कर्म; आठ कर्मों- -क्खय. पुं० (-क्षय ) मायुप्य मनो मेंसे पांचवा कर्म. The Karma by the क्षय, आयुष्य भनी निस. श्रायुकर्म का rise of which a soul has to क्षय; आयुकर्म की निर्जरा. “सेणे जह बड्ढयं fiuish a life period; the fifth हरे एवमायुक्खयम्मि तुती" the desof the eight kinds of Karma. truction of Ayuşya Karma. दसा. ६, २, पन्न० ३६; भग० ३, १; ५, १; सूय. १,२; १,१; सु. च. ४, ११६; ७, १; ६; १५, 1; नाया० २; जं. प. नाया० १८, १४; १६; भग० २, १; १, ६; उत्त, ३, १७, १०,३; ३४, २; क. प. ६,३३, २५, ८% परह १,१; कप्प. १, २, ५४, पि. नि. भा. २६; क. गं. १, २; निरं. ३, १; -क्खे म. न. ( -क्षेम) ३: ५, ४;-अज्झवसाण. पुं० ( -अध्य- આયુષ્યજીન્દગીનું સ્વાધ્ય–આબાદી. वसान ) आयुष्य नि!६४ मध्यवसाय श्रायुष्य-जीवन का स्वास्थ्य. the peace शि। प्रायुष्य कर्म उपादान करने वाला and safety of life. “ जं किंचि व अध्यवसाय विशेष. a certain sort कम्म, जाणे आउखेमस्समप्पणो तस्सेव of thought-activity giving rise अंतरद्वाए खिप्पं सिक्खेज पंडिए " आया. to Ayusya Karma भग० २४, १; १, ८, ८, ६; स्य० १, ८, १५; -निवत्ति. --उवकम. पुं० (-उपक्रम) घेताना स्त्री. ( -निवृत्ति) सायनी निश्पत्ति. હાથથી જ આઉખું પુરું કરવું તે જેમ श्रायुष्य की निष्पत्ति. acquisition of શ્રેણિક રાજાએ કાષ્ટ પિંજરમાં હીરે યુસી life भग ६, ४, -पजव. पुं० (-पर्यव) मा पुरयु तेम. अपने हाथ से ही सायुज्यना पाय आयुष्य की पर्याय--मर्यादा. अपनी आयु का पूरा करना, जैसे कि राजा rariation of life. जं० १० २, २६; श्रोणक ने काटके पीजरे में हीरा चूसकर अपनी -परिणाम. पुं० (-परिणाम) सायुप्य आयु पूर्ण की. भग० २०, १०; putting भनी विलाय. श्रायुष्य परिणाम- स्वभाव: a period to one's own exis. आयष्य कर्म का स्वभाव. nature of tence; e. g. in the case of Ayusya Karnia. “नत्र विहे श्राउ Srenika the king, who suck- परिणामे पएणते तंजहा गइ परिणामे " गइ ed a diamond in a wooden बंधण प० ठिइप० ठिहांधण ५० भग ६, cage and died; suicide. -कम्म. ५, जं. प. ७, १७६; -पहीण. पुं. न० (-कर्मन् एति पाति चेस्या युस्तनि- (-प्रहीन ) क्षीण ययेद माथु. क्षीण बन्धनं कर्मायुष्कर्म ) आई भानु पाय | __ श्रायु. worm out life; worn out मुं माय . आठ कर्मों में से पांचवाँ | life-period भग० ११, १०; Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राउ ] [प्राउ ----भेय. पुं० ( -भेद-आयुष्यस्थ जीवितस्य भेद उपक्रमः प्रायुर्भेदः) आयुश्यनी 34वात; आयुष्य नुमेहायु-तुटयु ते. आयुकर्म का टूटना; आयु मे भेद होजाना breaking down of Ayuşya; the destruction of Ayuşya-Karmir. " सत्तविहे पाउभेद प. तंजहा अज्झत्रमाण निमित्त आहारे वेयणा पराघाए फासे आणापाणू सत्तविहं भिजए श्राऊ' ठा० ७; प्राउ, स्त्री० ( श्रप् ) पायी. जल. Water. भग० ५, ६; ६, ४, पि. नि० भा० १; सुय० १, १, १, ७; प्रव० ४८८; (२) स्त्री. १५:14--पाशीन। ०५; अपाय. अपकाय-जल के जीव. an aquatic sentient being. जं० ५० ७; सू० प० १०; उत्त० २६, ३०; क. गं० १, २६; ५७; २,६; ४, ३; भग. ६, ५, ८; (३) पूरीपाद नक्षत्रनो हेयता. पूर्वाषाढा नक्षत्र का देव. the deity of the Purvāsādhā constellation. " TATET श्राउ देवयाए" सू० ५० १०; अणुजो. १३१; ठा० २, ३; -का -य. पुं. ( -काय-श्रापः कायो यस्येति ) ५५४५; | पालीना 4. अपकाय के जीव. aquatic lives. सम०६, उत्त० १०, ६; दस. ६, ३०; भग० २, ६, ७, १०, १६,३; आया० १, १, १, १२; -काइय. पुं. ( -कायिक-श्रापो वास्ताएव कायः शरीरं यस्येति) १५-पाणी य-शरीर छे रेनुं ते; पाशीना ७५. ऐसे जीव जिनका शरीर जल है. aquatic lives. भग १, ५; १७, ८, १८, ८, ३३, " जीवा. 18 पन्न. १; दस. ४: -का -य. पुं० (-काय) सजाय%3; पासी. अपकाय; जल. water; water considered as a sentient mags. v. II./2. उत्त० १०, ६; पिं०नि० भा० १६; श्राया. नि० १, १, ३, ११३; पन्न. १; पंचा० ५, २६; १०, २४; १४, ७: -काइय. पुं० (-कायिक ) तुम " पाउकाइय" श६. देखो " श्राउकाइय शब्द " vide प्राउकाइय" " सेकिंते श्राउकाइया? श्राउकाइया दुविहा पन्नता " पन्न० १; भग. २६, १: -कायविासग. त्रि. ( -कायविहिंसक ) पाशीना लवनी हिंसा ४२ना२. जलका य-जीव की हिंसा करने वाला. ( one ) who kills aquatic sentient beings. गाठछा. १०, -जीव. पुं० (-जीव ) ROA; पाना 4. जल जीव; पानी के जीव. aquatic lives. " दुविहा पाउजीवायो सुहमा यायरा तहा " उत्त० ३६, ६६; ३६, ८४, ८५; सूय • १, ११, ७; मग. ५, २; -बहुल. त्रि० (-बहुल) भांशी या हाय ते. जिस में पानी बहुत हो ऐसा. that which is full of water. जं० प० २, ३६; -बहुल केड. न० (-बहुलकाण्ड. ) पास જલવાલે રત્નપ્રભા પૂરીને ત્રીજા કાપડ. बहुत जल वाला रत्नप्रभा. पृथ्वी का तीसरा काण्ड-भाग. the third section of the Ratnaprabhā- world alhounding in water. " पाउबहुले कंडे असीइ जोयणसहस्माई वाहलेणं" सम० -याय. पु. ( -काय ) पायीना २ सय. पानी के जीव. aquatic creatures; water considered as a living mass. मग १६, ३; -सो. म० (-शोच) सो शाय-पवित्रता. जलद्वारा शुद्धि. purifica. tion, cleaning by means of water. ठा० ५,३; Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आउंचण] [ স্থায় आउंचण. न० (पाकुचन) अ५१ संयवा | excepting, with the exception ते. अवयवों को संकुचित करना. Con- | of, Ayuşya, (i. e. life ). o go truction of linibs. सम० १, ५५; अाउंट. धा• I. ( * आकुंच-पा+कृ) पाउच्छणा. स्त्री० (श्रापृच्छना) नुस। ३२१५. कराना Try cause to do. (२) __ "श्रापुच्छणा" श६. देखो “श्रापुच्छणा" संय. संकुचित करना. to contract. शब्द. Vide "पापुच्छणा पंचा० १२, २६; ग्राउंटए. अोघ• नि० २२६; श्राउज. पुं० (आवर्ज-मावर्जनमावर्जः पावश्राउंटेज्जा. वि. भग० १४, १; यतेऽभिमुखीक्रिपते मोक्षोऽनेनेत्यावर्जः ) प्राउटेहि. आ. नाया. ५; મન વચન અને કાયાનો શુભ વ્યાપાર; શુભ पाउंटेह. पा. नाया. ५; प्रति; मोक्षने मनुस तव्य मन, वचन, पाउंटावेति. प्रे. भग० १६, ८, और काया का शुभ प्रवृत्ति; मोक्ष के अनुकूल पाउंटावेमि. नाया. ५; कर्तव्य. The good activities of अाउंटावेतए प्रे० हे. कृ. भग० १६, ३, ५; mind, speech and body (२) श्राउंटावेमाण. प्रे. व. कृ. भग० १६,८; ત્રિ, મન વચન અને કાયાના શુભ વ્યાપાર आउंटण. न० (आकुञ्चन) संयन. संकोचन. ४२।२. मन, वचन और काया का शुभ Contract on. पंचा० १७, १६; व्यापार करने वाला. ( one ) who has ---पसारण. न० (-प्रसारण ) संयमाने good activities of mind, speech વિસ્તારવું તે; સંકેલ, અને પસારવું તે. and body, पन्न० ३५; संकोचना और विस्तार करना. contrace करना. contracr | अाउज. त्रि. (प्रायोज्य ) मे M साये tion and expansion. भग. १६, ८: सोडेल. एक दूसरे के साथ जोडा हुश्रा. पाउंटिय. त्रि. ( प्राकुञ्चित ) संत्ययु ___ Interlinked. विशे० १४; संकुचित किया हुआ. Contructed; प्राउज. पुं० ( अाताद्य ) पी॥ माहि folded. भग०१४, १; पात्र. वीणा आदि वाद्य. A musical प्राउग. पुं० (आयुष्क ) माउY; पन; instrument like a lute etc. मायुय. प्रायष्य; जीवन. Life. भग० ६, " एवमाइयाणं एगोपवण पाउज विहाणाई १; --तिग. न. ( -त्रिका नायु, विउम्वति' राय० ठा० २, ३; परह ० २,४; તિર્યંચાયું અને મનુષ્યાયુ, એ આયુષ્યની -सद्द. पुं० (-शब्द) वी। मा त्रास प्रति. नरकायु. तियंत्रायु और मनु- वा अपा. वीणा आदि बाजों की व्यायु यह आयुष्य की तीन प्रकृतियां. आवाज. the sound of a musical the three Prakritis ( Karmic instrument such as a lute etc, natures ) of Ayusya i. e. " पाउजसहे दुविहे पएणत्त तंजहा ततेचव lite-period viz of hellish beings. / विततेचेव" ठा० २; subhuman beings and human | आउजण. न. (आवर्जन) मन, वयन beings. क. गं. ५, ४३; -वज. न. अने यानी शुभ व्यापा२. मन, वचन (-वर्य) सआयुष्य सिपाय. आयुप्यके विना. और काया का शुभ व्यापार. Salutary Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाउन्जिय [प्राउट्टण्या activity of mind, speech and श्राउट्ट. धा. [-II. (श्रा+कुट )लिसा body. परण० ४३६; १२वी. हिंसा करना. To kill; to inप्राउज्जिय. पुं०(प्रायोगिक) ३५यो। पूर्व jure. (२) २. करना. to do (३) वर्तना२; ज्ञानी उपयोग पूर्वक—सावधान सुखावू. भुलाना. to make one forget. (१) समवं भमना; भटकना. to wander. पूर्वक व्यवहार करनेवाला; ज्ञानी. One actang attentively; one posses (५) ४८५ ४२३।। १२:१ १२वी. संकल्प sed of knowledge. भग० २, ५; करनाः इरादा करना. to resolve; to intend. माउन्जियकरण. न० (प्रायोजिकाकरणप्रावर्जितस्पकरणमार्जितकरणम् ) 34. पाउदृइ. भग० ५, १; श्राउटेइ. , સદ્ધાતની પૂર્વે કરાતે શુભ વ્યાપાર-યોગ, , प्राउट्टामा. अाया० १, १, ३, १५; केवल-समुद्घात के पहिले किये जानेवाला माउट्टिया. पाया०१, २, २, ७२; शुभ-व्यापार-योग. Salutary thought पाउहे. आया. २, १३, १७३, -activity at the time of श्राउहेजा. Kevala-Samudghata. पन्न० ३६; पाउद्दिस्तए. कप्प. ६, ४६%; माउजियाकरण. न. ( प्रायोजिका- प्राउट्ट. त्रि. (श्रावृत्त ) ५२५ प्रणेस. उस करण-प्रापर्यावया केवनिदृष्टया योजनं | ओर झुका हुश्रा. Turned to that शुभानां योगानां व्यापारणम्-भावे चुञ् side. पंचा. १६, २१; पिं. नि. २६७. तस्य करणमिति ) यस समझातना पडेश (२) व्यवस्थित थये व्यवस्थितः arrangકરવામાં અ ત મ મન, વચન, કાયાને ed; gettled. पाया. १, ७, ४, २१५; વ્યાપાર -કિયા: એક અંતર્મુહર્ત સુધી કર્મ. प्राउट्ट. पुं. (थाकुटाकुइनमाकुट्टः) अलीना પુદ્ગલને ઉદવાવલિકામાં નાખવારૂપ ઉદીરણું અવયવ છેવા તે. હિંસા કરવી: મારવું તે. विशे५. केवालेसमुद्रात के पहिले को जाने प्राणी के अवयव छदना; हिसा करना. वाली मन वचन और काया को शुभ किया; एक | Cutting off limbs of animals; अन्तर्मुठूते तक कर्म पुद्गल को उदयावलिका killing; injuring. सूय० १ १; में डालने रूप उदीरणा विशेष. Salutary २, २५; activity of nind, body and | प्राउट्टण. न० ( श्रावर्तन ) पासु ३२५ ते. speech at the time of Kevala करवट पलटना. Turning from one Sainudghata; causing an out- | side to the other. श्राव० ४, ४: flow of Karmic utoms for one प्राउणया. स्त्री. ( आवर्तनता-आवर्ततेऽभि Antara-Muhurta. पन्न. ३६; मुखीभूय वर्तते येन स तथा तद्भावस्तत्ता) प्राउजीकरण. न. ( श्रायोजिकाकरण) मन. मतिज्ञानन मे रे 'अयाय ' तेनु ५५२ क्यन ने याना शुभ व्यापा२ मन वचन | नाम. मतिज्ञानके अवाय नामक भेद का दूसरा और काया का शुभ व्यापार. Sulutary | नाग. Another name for Avaya activity of thouglat, speech which is a variety of Matiand body. पन. ३६ jnana. नंदी• ३२: Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आउट्टि] ( १२ ) [भाउत्त आउहि. स्त्री. (पाकुटि ) हिसा. हिसा. Doing anything intentionally Killing; injuring: beating. समक सम० २१; पंचा० १५, १८; -दंड. पुं. -कय. त्रि० (-कृत) Gि A पूर्व ५२वामा (-दण्ड ) oी मुहीने ते. समझ मावत. हिसा पूर्वक किया हुआ. done बूझकर पापसे अपने को दण्डना-पापाजन after having tirst performed करना. दण्ड देना. incurring sin, an act or killing or injury. consciously and intentionally. आया. १, ५, ४, १५८ " पाउट्टिय दंड खंडियव पोवा” भत्त० २७ श्राउट्टि. स्त्री. ( आवृत्ति ) सन् ५ यने २j श्राउड. धा. II. ( श्रा+जुड्) ५९ ५३ ते. सन्मुख होकर रहना. Standing ट: टीप: भार धन से कूटना, मारना with the face turned towards. To hammer; to beat; to pound नंदी० (२) ६२॥ ३२॥ 24 पास ३२वो ते: आउडइ. भग० ३, २ः पारंपार २वाध्याय - आत्ति ५२पी ते. वारं- पाउडेति जं. प. ३,५३; चार अभ्यास करना-पाठ करना. repeat- प्राउडेत्ता, भग, ३, २; ed study: e.g. of Sastras. (3) आउडेमाण. भग. ६, १; १६, ४; सुर्य तथा यंद्रनु अ६२ना भायो र आउडावेड विवा० ६; ory मने महान भाउथी 24-६२ पाप प्राउडअ. त्रि. (प्राजुडित ) मक्ष२ तरी ते; मे युगमा--प-य वर्षमा सूर्पनी १० । नाम पाडेल. अक्षर खोदकर लिखा हुआ नाम. भने यंदा १३४ आवृति थाय छ तमना । ( Name ) curred in letters. गते मे. सूर्य तथा चंद्र का भीतर के अणुजो. १४८; मंडल में से बाहिर और बाहिर के मंडल में | प्राडजमाण. त्रि. ( आजोड्यमान ) से भीतर पाने को किया--- एक युग (पांच सन्यु यतु; Misiतु. जुड़ता हुआ. वर्ष ) में सूर्य को १० और चद्र की १३४ Being linked or united. "छउश्रावृत्तियां होती हैं उन मे से कोई भी एक मत्थेण भते मणूसे आउडिजमाणाई सद्दाई recurrence of the suu and the सुणइ" भग० ५, ४; moon to the same point or पाउत्त. त्रि. (आयुक्त ) योग पूर्व3; 8५place. In five years the sun योग सहित; साक्येत. उपयोग पूर्वक; has got ten and the moon 134 सावधानी से. Carefully; attentiverecurrences. सू० प० १२, ly. “आउत्तं गमणं पाउत्त ठाणं आउत्त पाउट्टि. त्रि. (आकुट्टिन् )Mशीमुभी सा णिसीयण " भग० ३, ३, ६, ५, ७, ७; કરનાર; ઈરાદા પૂર્વક પ્રાણિનું છેદન ભેદન २५, ७; संस्था० ६४; सूय. २, २, २३, २ना२. जानबूझकर हिंसा करनेवाला; सकल्प पन्न. ११; ओघ. नि. ५५५; (२)२ धात पूर्वक प्राणीको छेदनभेदन करनेवाला. (One) तैयार थयेस. रधाकर तैयार. ready after who kills or injures animals being cooked; cooked and purposely. सूय० १, १, २, २५; ready for use. कप्प०६; ३३; पाउादृया स्त्री. (पाकुरी ) ne सुश्रीनाउत्त. त्रि. (भागुप्त) गुतिया गोपवेस; । पूर्व ५२ . जानबूझकर करना.। रक्षण रेख. रक्षण किया हुआ. Protect Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाउतया ] ed carefully. ( २ ) न० संयंत साधुनी गति येष्टा वगेरे. संयत साधु की गति चेष्टा वगैरह. the movements, actions etc. of a Sadhu. भग० २५, ७; आउत्तया. बा० ( श्रायुक्त ) उपयोगः साथधानी. उपयोग, सावधानी. Attentiveness; carefulness. 66 "" ( १३ ) य नाथ काइ उत्त० २०, ४०; उधागार. पुं० ( श्रायुधागार ) खायुधशासा; हथियारो राजवानी भय्या आयुधशाला; शस्त्रास्त्र रखने को जगह. An armoury. श्रोव • आउत्तया जस्स प्राउय - श्र. न० ( आयुष्क ) खायुष्य; આઉ; જીવન; ब्रहंगीः यायुष्यम. आयुष्य जीवन; जिंदगी; श्रायुकमे. Life; Ayusya-Karma. सम १; नाया ० १; ८; ओव० २०, ३८ : ४१; अजो० १२७; क० गं. २, ५ सूय० २, ७, ११ श्राया० १, २, १, ६२ उस०५, ३७: २६, २२; भग० १, १:७; ६; ५, ३ : ६; ६, ३; ७.१; ८, ११, १; १८, ५. २४, १; २५. ३ ६; पन० २२; दसा० ५. ४० क० प० १, २६;-कम्म. न. ( -कर्मन् ) भुग्भेो " आउकम्म " २६. देखो आउकम्म शब्द. vide " आउकम्म भग - २६, १; ३५, २; परिहाणि श्री० ( परिहानि ) આયુષ્યને પ્રતિક્ષણે થતા ક્ષય; આરૂખાના घटाडे. श्रायु का प्रतिक्षण होता हुआ क्षय; आयुष्य की हीनता. destruction of life going on every moment. पंचा० १, ४८ – बंध. पुं (-बन्ध) आयुष्यअर्मन! मन्ध. आयुकर्म का बंध. the bondage of Ayuşya Karma. “कइत्रिहेण भंते ? श्राउय बंधेपणते ? गोयमा ! छवि श्राय बंधे पराणते " भग० ६, ८ आउर त्रि० ( आतुर ) यातुर; सामुस 44 31 વ્યાકુલ: તપી રહેલ; વિવલ. प्रातुरः व्याकुल; तडफताहुआ, बिह्वल. Eager; distracted: longing: "" तत्थ तस्य पुढा पास प्रातुरा परितावति श्राया० १, ६, २, १८१; उत्त० २, ५; ३२, २४: वेय • ४, २६; नाया० १: जीवा० ३, १; भग० २५, ७: ( २ ) रे। गी; पीडित हु: मी: भो. रोगी; बीमार. diseased afflicted; troubled. भग० २५, ७; दस० ३,६; नाया० १४; ठा० ४, ४; विशे० ८६१; विवा० ७; - सरण न० ( - स्मरण ) क्षुधा આદિથી ઋતુર થઇને પહેલાં ખાધેલા ખોરાકનું સ્મરણ કરવું તે; આતુરપણે સ્મરણ २. क्षुधादि से आतुर होकर पहिले किये हुए भोजन का स्मरण करना. wistful re• collection of food formerly taken (by one oppressed with hunger ). “ तत्ता विव्वुड भोइस श्राउर सरणाणिय " दस० ३ ६; श्रीउरपच्चक्खाण. न० ( श्रातुरप्रत्याख्यान ) ૨૯ ઉત્કાલિક સૂત્રમાંનુ ૨૮ મુ સુત્ર; આઉરपरमाणु नामे खेड पो. २६ उत्कालिक सूत्रों में से २८ व सूत्र; आउर पश्च्चक्खाण नामक एक पन्ना. The 28th of the 29 Utkalika Sūtras; a Painnā of the name of Aura-pachchakhana नंदी ४३; [ श्राउल 75 For Private Personal Use Only आउरिन. त्रि. ( श्रातुरित ) महवाडी; यातुर थयेल. बमार; श्रातुरतावाला. Diseased; sick; eager. राय० २५८; श्राउल त्रि० ( आकुल ) यास व्यास. आकुल व्याकुल Distracted. नाया ० १ ६; भग० १, १०; नंदी० १६; विशे ६००; आव० ४, ४; ओघ० नि० ५१५; २ ) व्याम; लरेल; भरा हुआ full of; filled with. नंदी० १६; ओव० ३१; (३) P Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाउलतर [आउह - १३, ४; सभ७. समूह. a collection: a group. प्राउसइ. भग० १५,१: नाया. १८: श्रण जो ५७-घर. पुं० (-गृह ) वा. श्राउसिाहिति. भ. भग. १५,१; नाया. १८७ था मरेल घर bollse full of gen- पाउसित्तए. हे. कृ. राय. २६६; tient beings. जीवो से भराहुश्रा घर. पाउसइत्ता. स. कृ. भग० १५, १; नाया. पाउस.न. ( अायुष्य ) सायुज्य; मावा . पाउलतर. त्रि. (आकुलतर ) अतिशय श्रायुष्यः प्रायुध्य-काल. Life; lifeयात: बहुत ज्यादह अाकुल. Highly period. सू. प०८: distracted: greatly troubled in पाउस. पुं. (आक्रोश) आश सरेस mind. " गो पाउलतराचव" भग. वयन: ५५ना यन. उलाहना भरा बच्चन. Words of reproach or rebuke. माउलत्त. न. ( प्राकुलत्व ) साक्षत्व राय• २६६; व्यासभ्यापना. State of being filled with or pervaded by. पाउस त्रि. (आयुष्यमत) ही यु: थिर ७वी. दाबायु; चिरंजी; लंबी आयु वाला. प्रव० १८६%3 Long.lived. अाया० १, १, १, १; सम० पाउलिय. त्रि० ( पाकुलित ) यास ५ये३. . १; नाया. १४; पन्न. २; व्याकुल. Perturbed; distracted. ! मु० च० २, ३२८; माउसो. स. ए. ब. जीवा १; भग• ८,६). पाउलीकरण. न० ( श्राकुलीकरण ) प्रयुरी १५, १; १, ३, २०, ८; ओव. ३४; ४२९१- ४२-पघात; संसरने श्राउसंत. त्रि. ( अायुष्मत् ) हीधीयु; थिपधार। ते; बहुत कुछ बढ़ाना; संसार यी. दीर्घायुः लबा उम्र वाला. Longभ्रमण की वृद्धि करना. Extending; lived. “ सुयं मे श्राउसंतेण" सूय. inoreasing; increasing worldly २, ३, ४३; २, ५, ५: ठा. १; श्रायरा० १, १, ३, १५, १, ७, २, २०२; २, ३, ३, existence. भरा. १, ६; १२६: निसी. ६, ४, ग्राउव्येय. पुं० ( श्रायुर्वेद --श्रायुर्जीवितं तद्वि दन्ति रक्षितुमनुभवन्ति चोपक्रमरतणन पाउसणा. श्री. ( आक्रोशमा) मा ५२३॥ विदन्ति वा लभते यथा कालं येन यस्माद्य त. चिल्लाना: बुरा भला कहना; शोर करना. स्मिन् वेत्यायुर्वेदः ) (यत्सिा शास्त्र: वैदि- Crying out; reproaching. भग. शस्त्र. चिकित्सा शास्त्र; आयुर्वेद शास्त्र; वैद्यक १५,१; Science of medicine "अटठविहे । श्राउस्स. पुं० (अाक्रोश ) आश- श पाउवेए पसणते, तं जहा-कुमारभिच्च . यन. कठोर वचन. Harsh words of -कायतिगिच्छा सालाइसल्लहत्ता जंगोली : rebuke. सूय • १, ३, ३, १८; भूयधिज्जा खारतंत रसायणे" 31० ८; पाउह. न० ( श्रायुध ) आयुध; शस्त्र; 6थीपाउस. धा• I-II. (पा+कश् ) मा यार. शत्र; हथियार. A weapon. नाया। ७२al; ६५! मा५३. आक्रोश करना; उला- २०१६; १८% भग. २, १०,७,६६, ३३; garaar. To cry out; to reprouch; सु. च. १०, ४४; जं. प. ३, ४३; to rebuke. -घर. न. ( -गृह) मायुध ५२; आयुध Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाऊणय ] ( १५ ) [श्राएस शासा; ल्यापार समयानुं स्थान शस्त्रागार; हथियार रखने की जगह. an armoury. जं. प. ३, ४३, -घरसाला. स्त्री. ( -गृहशाला) गुमेपली श६. देखो। ऊपरका शब्द. vide, “ पाउहघर" जं. ५. ३, ४३; -घारे. पुं० (-गृहिक) आयुधशासन परि-यक्ष. श्रायुधशाला का अध्यक्ष. a superintendent of an armoury. “सरणं से भाउहय रिए" ज० ५० ३, ४३, माऊणय. त्रि. (* पाऊनक-ईषदूनक) Us साधु; Bej. कुछ कम. Somewhat less. भग० २५, , भाऊसिय. त्रि.( * ) प्रवेश रेस. प्रविष्ट. Entered. " पाउसियवयणगंडदेसं " नाया• ८; (२) सथित. संकुचित. contracted. “ पाऊसिय अखचम्म उगंरदेस" नाया ८; आएन. त्रि० (प्रादेय ) महशु ४२५। योय; | माननीय. ग्रहण करने योग्य; मानने योग्य. Worth being accepted or taken. जं. प. के. ५. ७, ८; -वयण. न• (-वचन ) माननीय पया. मानने योग्य वचन. words worth accepting. उत्त० ३६,६% श्राएस. त्रि. (*प्रा+इष्यत्-एण्यत् ) मातु: मावचा. आता हुश्रा. Coming. "पाएसा विभवंति सुब्वया" सूय. १, २, ३, १६; भाएस. पुं. (श्रादेश-श्रादिश्यते प्राज्ञाप्यते सम्भ्रमण परिजनो यस्मिशागते तदासिथे. यायतदाशनदानादिव्यापारे स आदेशः ) पाशी; परोक्षो; भिमान. अतिथि; पाहुना. A guest. "पाएसाए समीहिए" उत्त. ७, १; ४; अोघ• नि. १४८; ६६१; ओघ०नि०भा० १४१; निसी, १०, १२, वव. ६, १; (२) प्रार; मेह: प्रकार; भेद. mode; kind. भग० ८, २; नंदी• ३६; परण• १; प्रव० ५१६; विश० ४०३: (3) विशेष; व्यति५. विशेष; व्यक्तिरूप. particular; individual. उत्त. ३६, ६; (४) भूत्र; भागमः शास्त्र. सूत्रः श्रागम; TTET. a Sūtra or scriptuie. विशे० ४०५; (५) GHI व्यय भने ग्रा०५ એ ત્રિપદી કે જે ગણધરને પ્રથમ સંભળાવपाम यावे. उत्पाद, व्यय और ध्रौव्य ये त्रिपदी ओ कि गणधर को पहले कही जाती है. the three condi. tions that are first taught to a Ganadhara, riz. birth, decay and steady existence. विशे. ५५०; (६) ५५हेश; व्य . व्यपदेश; व्यवहार. denoinination; nomenclature. सूय० १, ८, ३, (७) भ; Astl. हुक्म; आज्ञा. command. मु. च. २, ४५६; पिं.नि.१८४; पंचा. ५, ४५; जीवा. १; (८) मत. मत. an opinion. " बीअोविय पाएसो ” प्रव० ८५५; -सव्वय. पुं० ( -सर्व-आदेशनमादेश उपचारोग्यवहारस्तेन सर्वमादेशसर्वम् ) १५. ચારથી સર્વ પ્રચુર અથવા પ્રધાન વસ્તુમાં સર્વને ઉપચાર કરવો તે જેમ ભોજનમાં ઘી पधारे डाय तो म0 तो मेसुंधी माधु, કોઈ જગ્યાએ મૂલ શબ્દને લગત સંસ્કૃત વેર્યાય સંસ્કૃત કોષમાં ન હોય તેવે સ્થલે સંસ્કૃતની 24 माली । वामां पी जे. जहां मूलशद का पर्यायवाचि संस्कृत शब्द नहीं मिला वहां संस्कृत शब्द की जगह खाला रखने में आई है. Blank space left in brackets indicates that no satisfactory 974 or in Sanskrit equivalent is available. Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आएसण] [श्राअोस આમાં ધીની પ્રધાનતાને લીધે ઘી શિવાયની धीरधा२ ४२वी ते. द्रव्य संपादन करने का वस्तुमा ५ धान पयार था. एक का । उपायः बृद्धि के लिये देन लेन करना. अधिकता से उसका सब में उपचार करना; earning wealth; business of जैसे कि भोजन में घी अधिक होने पर यह Jending etc. जं. प. ३.५६;-पभोगकहना कि आज तो घी ही घी खाया इस में | संपउत्त. त्रि. ( -प्रयोगसंप्रयुक्त) द्रव्य घी की प्रधानता से भोजन की अन्यवस्तुओं में ઉપાર્જન કરવા ના ઉપાયમાં પ્રવૃત થયેલ. भी घी का उपचार किया. denominating द्रव्योपार्जन के उपाय मे प्रवृत्त-तस्पर. a thing by giving the whole (one) engaged in moneyof it the name of a part which making concerns. ज. प. ३, ५६; is prominently found there. आश्रोजिया. स्त्री० ( आयोजिका ) तीर आएसण. न० ( प्रादेशन) सुपा२ कोरेगी। પરિણામથી કરવામાં આવતી ક્રિયા કે જેનાથી ---१२ पार्नु. लुहार वगेरह का कारखाना, संसार साथेने संबंध य छे. वि परिणाम A workshop of a blacksmith से की जाने वाली क्रिया, जिससे कि संसार etc. दसा. १०, १; आया० २, २,२,८०; सम्बन्ध बढता है. An action done पासिय न० ( प्रादेशिक ) स धुने ! भाट with keen thought-activity કલ્પી રાખેલ અટારાદિ આહારનો એક દેવ. increasing one's worldly attachसाधु को देने की इच्छा से रखा हुआ आहार | ment. पन्न. २२; वगेरहः आहार का एक दोष. Food ete. | श्राोज्ज. न. (अातोय ) वाध; पानि pre-determined to be given to ज; वाद्य. A kind of musical a Sidhu; a kind of sin relating instrument. ओव. ३०; to food. पिं० नि० २२६; श्राोज्ज. त्रि. (श्रायोज्य ) भयो। पूर्व श्राोग. पुं० (प्रायोग) द्रव्य संपादन १९ लोया योय. मर्यादा पूर्वक जोड़ने योग्य. या पाय: बधा-व्यापार करे. द्रव्य उपा- Worth being united within जैन करने का उपाय; धंदा व्यापार आदि. limits. विशे० २३; Business; trade; means of पाओस. धा० I, II. (श्रा+ऋश् ) ति२earning. भग० २, ५; सूय० २, ७, २; २४॥२ ४२; 8५। ३।. तिरस्कार करना; (२) सानी मायः; सभी त्रशुगणे। उलाहना देना. To upbraid; to ५८. धन की आमदनी: दुगना तिगना reproach. बटाव. inconne; double or treble श्राधाससि. उवा. ७, २००७ profit of exchange. ओव० ० ५० श्रामोसेजसि. उवा० ७, २००; ३, ५६;-पभोग. पुं० (-प्रयोग आयोग- श्राश्रोसेजा. विधि० उवा० ७, २००; स्वार्थलाभस्म प्रयोगा उपाया: ) -५ | श्राओस. पुं० ( 5 ) ५२।kि; सूर्याय संपादन ४२पानी पाय; यष्यिमाटे | पड़वानी से 4. सवेरा; प्रात्तःकाल. शुओ १४ २०५२ १५ नी पटनोट * . देखो पृष्ठ नंबर १५ का फूटनोट * . Vide footnote * of the 15th page. Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रांताइ] ( १७ ) [प्रावण Dawn. "आभासे संगारो अमुई वेलाए सोमणाने. सुनकर. Having heard. निग्गए ठाणं " पिं० नि. भा० ६१ नाया. १६) प्रांताइ. त्रि. (प्रान्तादिन्-प्रान्तेभवमान्तं प्राकन्न. धा• I. (आ+कर्ण) सineg. मुक्तावशेषं तदात्तमत्ती येवंशील प्रान्तादी) सुनना. To hear. ખાતાં પીતાં બાકી રહેલ આહાર લેનાર, श्रायनइ. सु. च. १४, ४६. ( साधु). ओरों के खाते बचे हुए श्रहार प्रायनंत. व. कृ. सु.च. २,११७ को साने वाला, (साधु).(Anascetic) मायमित्र. सं. कृ. सु. न. २. ७१% who eats the remuants of food पायनिऊण. सं. कृ. सु. च. ७, १६ taken by others. पंचा. १८, ३६; पाकह्मिय. त्रि. ( श्राकस्मिक-अकस्माचभांदोलिर. (* पान्दोलिन् ) पनशान. द्भवति तदाकस्मिकम् ) 241 , सतु; कंपनील; कांपनेवाला. Trembling; of रिश कारन. आकस्मिक अचानक; बिना aquaking nature. सु. च० २.६५४; कारण के. Accidental; without any Vाकंख. धा• I (मा+कांतू) U-; Assignable cause. “बम निमि. साक्षा॥५वी. इच्छाकरना: आकांक्षा रखना. ताभावा जंभवमाकम्हियं " विशे० ३४५१; To wish; to desire. प्राकंखी. वि. आकार. पुं० (श्राकार) माति; यहे; "निम्बुरे काजमाकंखी" सय० १, ११ ३८; १२. श्राकार; चेहरा; डील डौल. Form; माकंखिर.वि. (* म कांक्षिन् ) साक्षा ३२. shape; figure; face. सू. ५० २०; ना२;माक्षशीद, भाकोश करने वाला. भोव. निसी. ७, ३८: उवा० २, ६०; ६; Que who wishes or desires, आकासफलोवमा.स्त्री. (श्राकाशफलापमा) सु. च. २, ३२८ Vाकंप. धा. I (आ+कम्प) माराधना माघ-भावानो मे पदार्थ. खानेका एक पदार्थ. An entable suhstance; a १२वी. अाराधना करना. To adore; to substance used as food जं.पं. worship. (२) सन्भु५ २. सन्मुख रहना. to remain face to face; १, ११, to remain in one's presence. श्राकासिपा. स्त्री. ( श्राकाशिका ) माघ श्राकंपइत्ता. सं. कृ. भग• २५, ७; विशेष; पायानो से पार्थ. खाने का एक प्राकट्ट. त्रि. ( प्राकृष्ट) सामे येस. सामने पदार्थ. A kind of food; & sulh-- की ओर खींचा हुआ. Drawn towards. stance used as food. जं.पं.१,११६ परह. १,१; आकिइ. स्त्री. (प्राकृति) आ॥२, माति आकड्ढ. त्रि. (आकर्ष) सामे मेंय ते. हेपाय. प्राकृति; रुपरग; दृश्य. Form; सन्मुख खींचना. Drawn towards.. shape; appearance. सम. भग० ३, १;-विकदि. ना. (-विकृष्टि) आकिंचण. न. ( श्राकिं वन्य--प्रकि. આમતેમ ખેંચવું તે, ખેંચાખેંચ કરવી તે. ] धनस्थभाव आकिंचभ्यम् ) पश्मि रहिन इधर उधर खींचना. pulling in differ- | પણું, સુવર્ણ આદિ પરિગ્રહને અભાવ. ent directions. भग. ३,१,१५,१B परिग्रह राहतत; परिग्रह का अमाव. प्राकरिणता सं. कृ. अ. (भाकपर्य) | Absence of worldly possessions v. 11/3. Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राकिति ] like gold etc. पंचा० ११; १६; सु० चं० ३, ४७; alicia. • (m) 24112; 1419. प्राकृति; रुपरंग Form; appearance; shape जीवा० ३,४; शकीलवास. पुं० ( आक्रीडावास ) गौतमદીપકાં રહેતા લવણુ-સમુદ્રના અધિપતિ સુસ્થિક દેવતાને श्रीवास गौतम द्वीप में रहने वाले, लवण समुद्र अधिपति सुस्तिक देवका क्रीडा क्षेत्र. The pleasureabode of the god Susthika, the presiding deity of the Lavaṇa ocean, residing in the Gantama Dvipa. जीवा० ३,४: प्राकुंचण. न. ( आकुचन ) सोय ते. संकोचना. Contraction. विशे० २४६२ - पट्टग न० (-पड़क ) पसाही } भर वस्त्र कमर बान्धने का वस्त्र a cloth used to tie the waist. वेय० ५ ३१; प्राकुचिय. त्रि० ( श्राकुञ्चित) सोयेिस. संकुचित; सिकोड़ा हुआ. Contracted. ( १८ ) नाया ० १; आकुटु त्रि. ( श्राक्रट) लेने भाश भरेल वयन संभावन भावे ते. जिसे कर्कश वचन सुनाये जावें वह ( One ) who is upbraided, reproached. श्रया० १, ६,२, १८३; " " ब्राउन श्राकुल. त्रि० ( धाकुल ) ब्लुओ " माउल २६. देखो झाउल शब्द Vide ,, [सू० १, १, १, २६: आकूत न० ( आकूत ) अभिप्रेत परतु चाही हुई वस्तु इच्छित वस्तु. Desired object. विशे० २१५५; आकूय. पुं० ( श्राकूत) पलिययः स्याशय. आभप्राय: मन्शा. Opinion; intended 44 [ आगर meaning. (२) न० अभिप्रेत छि १२. चाही हुई वस्तु इच्छित वस्तु. 8 desired thing. विशे• ६२८ 'श्रा- क्खा धा० I, II. (आ+ख्या) आहे; अथन कहना; कथन करना. To tell; to narrate. घाघवेइ भग०८, २, १६, ६, आघवेज्ज. वि० भग० ६, ३१; प्राघवित्तए नाया० १९ श्राघवेत्तर. नाया० ८ भग०९, ३३ श्राघवेता. ठा०३, १; श्राघत्रमाण. नाया० ५ ८; प्रो० ३८१ आहिजइ. क० वा० सू०२, १, २० हिज्जेति क० वा० भग० १६, ३ कप्प० ५, १०३; भाषविज्जन्ति क० वा० नंदी० ४५; सम० प० १७० आक्खेवण. न० ( प्रक्षेपण) माक्षेप २ ते. आक्षेप करना Blaming for a fault; charging with a fault नायाः ७; 'अखोड धा० I. (भा + खुड् ) ; त पडेट | २. दातों से टुकडे २ करना. To tear into pieces by means of teeth. आखोति. नाया• ४; आगइ. स्त्री० ( आगति ) आगमन; परभवमांथी मालवमां आवयुं ते. आगमन; परभवसे इस भव में आना Coming; coming to this birth from the previous birth भग० ६, ३; आया० १, ३, ३, ११६: जं० प० २. ३१: वव० ६, २०; राय० २३३; १२०: कप्प ० ५, ४४; पंचा २, २५; ( २ ) त्यत्ति जन्म; उत्पत्ति, birth; creation. “एगा आगई टा० 1: - गइ. बी० (-गति ) या नवं ते; गमनागभनः गत्यागति आना जाना; गमनागमन. प्रय● For Private Personal Use Only 33 Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मागइमित्त ( १६ ) [भागछ coming and going; passing and आगंतार. पुं० न० (अागन्गार ) भाग-तु. rejarsing. पंचा. २, २५; -गइवि- मुस ३२। ने पानी धर्मशाला. धमेशाला; राणाण.न. ( गतिविज्ञान) यया मायेन। सराय. A house for travellers; a sir निर्णय १२वे ते. भूत भविष्य के _caravansary. पाया० २, १, ८, ४४; जन्म का निर्णय करना. knowledge of! निसी. ३, १; the past and the future births प्रागंतु. त्रि. (श्रागनु) अतिथि; मुसा३२. ete: knowledge of whence श्रानेवाला; मुसाफिर. A traveller; and wliither. " श्रागइगइविएगाण a guest. सूय० १, १, ३, १, २, इमस्त तह पु पाएण" पंवा. २, २५: २, ८१; कप्प. २, ८७: -छय. पुं. -गइवित्राय. त्रि. ( -गतिविज्ञात ) (-च्छेद ) भविश्यमा प्रात यथार्नु हाय આવતા જવ થી, હલવા ચાલવાથી જીવરૂપે તેનું તલવાર વગેરેથી છેદન કરવું તે. જયલ: તાક માથી છાયામાં અને છાયામાં- भविष्य में प्राप्त होने वाले का तलवार आदि થી તડફ માં જાવ આવ કરવા થી જીવ से च्छेदन करना. destruction of રૂપે જણાવેલ ત્રસજીવ–– બે દ્રય આદિ that which is to come; e. g. 91. श्रावामन रूप किपा से जीवत्व का बाध with a swood etc. सूय० २, २, १; होना जस कि किसा के हलन चलन या श्रान -भेय. ० (-भेद ) सवि०५मा प्रासयवानुं जाने स यह जानना कि इस में जीव है. હે તેનું ભાલા વગેરેથી ભેદન કરવું તે. known to be living by to and भविष्यमे पानवाले का भाला वगैरह fro motion; e. g. a tiny insect से भेदन करना. piercing e. g. with etc. दस. ४; a lence etc. of that which is श्रागइमित. न. ( प्राकृ तमात्र ) सागर to come or to be encountered भत्र प्राकार मात्र. Only the shape. in the future. सूय. २, २, ८१; विवा. १; आगंतुग. त्रि. ( आगन्तुक ) मतिथि, भुसा५२. आगंतगार. न. (* ागतागार-ग्रागन्तुक ४१५७ वगेरे. अाताय; मुसाफिर. ( One) गृह ) भन५२ पति मेरे यार्नु स्थान. wiw arrives; e. g. a traveller श्वभागा आदि क उतरन का स्थान; सराय; etc. आंध. नि. २१६; (२) आपयाना धर्मशाला. अतिथि शाला. Caravansary; उपसर्ग. भावा उपसर्ग-भय. the future housafor travellers. "भागनगारे trouble. " अागतुगोय पीलाकरो य जो थासपगार सण उमातण उप्रेतिवासं" मग उघसम्गो" पंचा० १६, ८, सूय. नि. सू. २,६ १५: १, ३, १, ४५; आगंतव्व न. ( श्रागन्तव्य ) आर. श्राना. आगंतुय. त्रि. (आगन्तुक ) नुमा हो Coming. सु. च० १, १५३; श६. देखो " श्रागंतुग" शब्द. Vide, प्रागंतार. त्रि. ( शागत ) आपनार. आने- “पागतुग' ओध० न० २१६; वाला. ( One ) who comes: a conser. /श्रागच्छ. धा. I (अ+गम् ) 4 यु '' भागतारो महाभ" सूय. १, २, १, १६; | माथी पोय. पाना; श्रा पहुंचना. To १, २,१, १११, ३१%3 come; to arrive. Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रागति] ( २० ) [आगम पागच्छइ. नाया. ३; १५; १६ ; भग० १, ६,७,२,१; जं. ५० ७, १३३; । आगच्छति. नाया. ; भग० , ८; मागच्छना. वि. अणुजो० १३४, भग० ६, ५; १३, ६; वेय. ५, १०; जं. ५० २,१९प्रोब. १२ प्रागच्छ. वि. दसा. ५, 1; क. गं० २, ८; प्रागछह. श्रा. सु.च० २, ४६६ यागच्छिस्सइ. भ. उवा. ७, १८८; भागपिछत्तए. हे. सं. कृ. राय. २४८; भग. । १८, ५, ठा० ३,३; मागरछमाण. व. कृ. भग• १२, ६ प्रागीत. स्त्री. (प्राकृति ) अति. प्राकृति; आकार; प्रकार. Form; appearance. विवा० १, भागनि. स्त्री० ( प्रागति ) gो “ आगइ " ६. देखो " श्रागइ" शब्द. Vide " श्राग".ठा० १,१; Vश्रागच्छ. घा• II. (भा + गम् ) भेसपy; ५.म. प्राप्त करना; पाना. To gain. (२) Mej. जानना. to know. (३) माय. पाना. to arrive at. भागमह. विवा० ६; भागन्तुं. सं. कृ. गय. २४५; भागम्म. सं. . पाया. १, १; १, ३; भग० १, ८; जं. ५० ५, १२.; / नाया. १४ भागमिता. सं. कृ. भोव. २२; उत्त०१, २२; १४, ३, दसा. ५, १; सूप. २, ७, ३६; पाया० १, ५, १, १४४; श्रागन्तुं. हे • कृ• सूय.१,१, २, ३१ मागमित्तए. हे. कृ. भग१६, ५५ प्रागमिय. सं. कृ. क. ५० ७, १३, भागममाय. व. कृ० प्राया• १, ६, ३, १८५: १,७, ४, २१३ आगम. पुं०(पागम ) भागमा Hिin; सत्र. शास्त्र; सिद्धान्त; मूत्र; भागम. Scripture: principle; motto. भग• ५, ४; अणुजो• ४२; पण्ह ० २, २, ठा. ४, ३, दस• ६, १; (२) आमम प्रमाण मात यथा यतुं सन. प्रागम प्रमाण; भामवाक्य से होने वाला ज्ञान. authority of Sutra. अणुजो• १४७; विशे० ४७.; १५५२; (३) मागम व्यवहा२. भागम न्यवहार. terms of scripture. ठा. ५, २; ( ४ ) मश. आकाश. the sky. भग० २०, २; (४) भागमन; भारवू ते. भाना. arrival; coming. इस. ७, ११; (६) (प्रा-अभिविधिमा मर्यादया वा गम्यन्ते परिच्छिद्यन्तेऽथा येन स प्रागमः ) ३१८ मनपर्यन अने अवधि ज्ञान. केवल मनपर्यव और अधि ज्ञान. the three kinds of knowledge viz Kevala Mnnaparyava & Avadhijnana. भग० ८, ८; वव. १. ३: पंचा०६, १; (७) नरमा पूर्वथी यार-पूर्व सुधी. नावे पूर्वसे चौदहवें पूर्व सक. the Parras from the 9th to the 14th Pürva. क. प. ७, १८, -पह. पुं. (-पथ) सास मार्ग. लाभका माग. A beneficial or profitable path. ठा० ५, - बलिय. पुं० ( -बक्षिक ) भागम ज्ञानमा मसवान, सीप्रति. श्रागम ज्ञान में बलवान, केवली प्रभृति. ( one ) strong in the knowledge of the Sastras, e.g. Kevali eto. "मागम बलिया समया शिगंथा" भरा. ८, ८; व. १०, ३. -बहुमाण. पुं. (-यहुमान) शाजनुं पडभान ३२युं ते. शास्त्र का अधिक मान. paying high reverence to seriptures. प्रव० Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गम ] ( २१ ) ३२१; ववहार. पुं० (-व्यवहार ) नवપૂર્વથી ચાદપૂર્વસુધી તનાર તથા કેવલીને વ્યવહાર—પ્રાયશ્ચિત્ત દાનાદિ વિધિ. नौ पूर्व से चौदह पूर्व तक जाननेवाला तथा केवली का व्यवहार -प्रायश्चित दानादि विधि. the Vyavahara i. e. the work of a Kevali as also of one who knows the Parvas from the 9th to the 14th Pørv eg. administering expintion etc. प्र० ८६१; - वहारि पुं० ( - व्यवहारिन ) प्रत्यक्ष ज्ञानी; नवपूर्वी उपरांत व सुश्री प्रत्यक्ष ज्ञानी; नवपूर्व के ज्ञानी से लगाकर केवल ज्ञानी तक. ( one ) having direct visual knowledge; any one from one knowing nine Purves to a Kevah. जीवा० ३; - सत्य. न० ( - शाख) व्यागम शस्त्रः श्रुतज्ञान आगम शास्त्र; श्रुतज्ञान scripture; Sūtr " सागमसत्थग्गणं जं बुद्धि गुणेहिं हिं विदिहं " मंत्री - सुद्ध. त्रि० (- शुद्र ) व्यायम सूत्र अनुसार निर्देष-शुद्ध श्रागम के अनुसार शुद्ध. faultless, sinless as judged by the code of Sutras. “थंव विहिमागमसुद्धं सपरेसिमलुग्गह ट्ठाए पंचा० ६, १६ आगमश्रो. अ० ( आगमतः ) अाजम शास्त्रने यश्रीने; सूत्रने अवतंश्रीने शास्त्र का आश्रय लेकर. Abiding by the principles of scriptures; with the authority of scriptures: अणुजेो० १२; विशे० २६; श्रागमण. न० ( आगमन ) आगमन आव ते. आगमन; आना. Arrival; coming. भग० ६, ३३; ११, ११; १३, ४; नाया० २; १६ ० २६: सय० है; पिं० नि० " For Private [ श्रहा मेसि ८ १: वेय० १, ३६; उदा० १, ४८; पंचा० १, १६: - गहिय विणिच्छय. त्रि० (-गृहीत विनिश्चय) भावपाने निश्रय रेल ने का निश्चय किया हुआ. one determin ed to come. भग० ६, ३३; गिह. न० (-गृह- पथिकादीनामागमनेनोपेतं तदर्थे वा गृहमागमनगृहम् ) धर्मशाणा: भुसाइ२यानुं धर्मशाला; सराय & house for travellers to lodge 66 श्रागमांगसिश" वेय० २, १०; - पह न० (-पथ) भाववाना भार्ग आने का मार्ग; रास्ता. a way to come in निसी० ४, ३०; - पश्रयण न० (-प्रयोजन) भाववानुं अये न आने का प्रयोजन. cause of arrival शिवा० १, ६; श्रागमणागमण र विभक्ति. न. ( श्रागमनागमन पक्ति) मां द्र हि आगमन ગમન દર્શાવવામાં આવે તેવું હોશ પ્રકારના नाट भानुं खानभुं ना. चंद्र आदिका आवा गमन प्रकट करने वाला बतास प्रकार के नाटकों म से सातवाँ नाटक the seventh of the 32 kinds of drama exhibiting the appearance and disappearance of the moon "श्रागमयाग ण्पविभर्ति णामं दिव्वं राहु विहिं उवदंसेति राय० ६२; श्रागमिस्स. त्रि० ( श्रागमिष्यत्) अविष्यमां थनार; भावतुं भविष्य म होने वाला. Future सू० १, ८, २१:२, २, २३: आउ० २८; दसा० ६, १; १०, ३; नाया ० १६; आया० १, ४, १, १२६: जं० प० २, ३६; - णिमित्त. न० (- निमित्त ) विष्यनुं निमित्त भविष्य का निमित्त a sign or omen of the future. निसी० १३, १५; जं० प० २, ३६; श्रागमेखि. ( श्रागमिष्यत्) भविष्यमां थवानु; Personal Use Only " Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रागमेस्स] ( २५ ) [आगरिस भविष्य में होनेवाला; आनेवाला. Coming ने पुत्र की माने। यऽयो छे ते. पुत्रके in future; future. जं. ५० २, | स्नेह से जिस स्त्री के स्तन में दूध बढजाता ३१; ओव. ३४ -भद्द. त्रि. (-भद्र) है वह. (a woman ) in whose એક ભવ કરી જેને મોક્ષ જવ નું છે તે. breasts there is a flow of milk एक भव कर जिस मोक्ष जाना है वह. through maternal affection. ( one ) destined to obtain "तपुणं सा देवाणंदा माहणीभगय परहया" salvation after one birth. सम० भग.९.३३: -समय. त्रि. (-समय) ८.०; (२) लवियतुं १८५१. भविष्य का नभिजने १५२ गावेस छेते. जिसका कल्याण. future welfare अं.प. २,३१; समय पास आया हो वह. (that ) for " समणस्स एं भगवो महावीरस्स भट्ट | which the time is ripe. नाया० १; खपाणुत्तरोववाइयाग गइ कल्लाशा जाव | श्रागर. पुं. (पाकर)सेन रु .३ पास. भागमसि भदाण उमा सया" कप्प... सोने, चांदी की खदान. A mine (of प्रागमेस्स. त्रि. ( आगमिष्यत्) मारते gold, silver etc ). जं. प. ३, ५२: स; भविश्यनु. भविष्य काल; भाविष्यका. जं. प. टा. २, ४, भग० १, १; ७ ६; The future (time); future; नाया. १; ८; १४; १६: राय० २७३; जावा. belonging to the future. अत. ३, १. ओव० नि० भा• ८: श्रोव. ३२; ५, १; भग..२०,८; उत्त० ३०, १६: सम०३ चेय० १, ७.दी. आगय. त्रि. (अ गत) सावेत; प्राप्त यये ४७; श्राया• १ ७, ६. २२२, २. १ २, भाया हुआ; प्राप्त. Come; obtained १२; उवा० १, २०; १०८; (२) भी ना उदा० १.६६८६२,११३;११४; ११८ मा२. नमक का खदान, a salt.pit: a नाया. 1;८१६:13नि.१६८सम. fiuld from which salt is obtain ११.३०; सूय. 1, १, १, १६; उत्त० ५. ed. आया. १.७, ६.२२२, २, १.२, १२; ६, १०, ३४; भग. १,०; २, १ ३ ,1, उत्त० ३०, १६; श्रोव. ४, ३२ २, ५, ४, ६, ३३: १६, ५, १८, २; दसा. प्रागरिप्र-य. त्रि. (प्राकरिक) भनी १, १५; दस०५, १, ८ राय. २३२; अाया० । २९ व पान का मालिक An owner of १, १, १, २; -गंय.त्रि. (-गंव) a mine आव.नि. भा सुगन्य अपन थये। छे ते. जिसमें मुगन्ध आगरिस. पु. ( अाकर्ष) २६ ५ उप्तन हुई है वह. (that) in which ते. आकर्षण; खा वना. Attraction fragrance is born. नाया० ७ प्रव. २८; पन्न. ६; ( २ ) शधा -परण. त्रि. (-प्रज्ञ-भागता उसना प्राय ४२तुं ते. फिर से ग्रहण करना. reप्रदा यस्या सावागत प्रज्ञः) पन्न acceptance. प्र. ८४३: विशे० १४८५; ते; 24 ता . जिसमें प्रज्ञा (३) ने 11 (५याना ) प्रयत्नया उप्तन हुई है वह; बुद्धिवाला. wise; cau- भ६.सेन ग्रहण १२युं ते कर्मtious. "अग्रिम समितीसु गुत्तीसुय भागय. पुदाला का आकर्षण करना. attracting परणे." सूय. १, १४, १५: -पए हया. Karmic atorms. सम• पन्न. ६; बी० (-पनवा-भागतः प्रभवो यस्याः मा) (४) प्राप्ति; यातिनीस प्राप्ति, चारित्र Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आगाढ़ ] ( २३ ) की प्राप्ति. gain; gaining of right conduct. " पुलागस्तरां भंते एग भयमहागिया केवइया मागरिसा परायणता भग० २५ ६; श्रगाढ. त्रि० (श्रागाढ) ; ; आई. काठन; कठोर. Harsh; hard. निसी • १०, १, २, ३; १३, ११, ( २ ) गाडु રિ; પ્રખલ કારણ. बबवान कारण. powerful cause; cogent reason. गच्छा० ११६; ( 3 ) अति अशक्त अत्यंत असत. very weak. ओघ० नि० ७८; आगाढ़ जांग. पुं० ( श्रागाढ योग ) गरिये ग आयायें येग पडुन ते गाण्यांन; जिसे श्राचार्य वहन करता है. Head precep torship. श्रोध० नि० ५४८; आगामि त्रि० ( आगामिन् ) भविष्यमा भस नार; अथवानुं भविष्य में प्राप्त होने वाला Coming; future. ठा० २, ४ : - पह. पुं० ( - पथ ) विध्यमां भवानी वस्तुने मार्ग. भविष्य में मिलनेवाला वस्तु का मार्ग. the way leading to a thing which is to be got in the future. ठा २, ४; 93 आगामिय. त्रि० ( आयामिक ) गाभ-- शहर वगरनुं ग्राम रहित. Devoid of a city or a village. प्रत्धेगइया णिगंधा य विग्गंथी प्रोय एगमहं भाग. मियं चित्रावायं दहम मणविट्ठा. "नाया० १८; आगार. पुं० ( आकार ) सामृति; संहारा. श्राकृति; संस्थान. Configuration; form. " सिंगारागार चारुसाए " राय० भग०५, ४; पन्न० १७; नाया० १; २: विशे० २६; गच्छा० १२१: प्रव० १४६६: पंचा० ५, ४; उवा० १, १२; ( २ ) २ सित; भरे! आकार; रुपरंग face; appearance; form. पन• ३०; (३) लेह, प्रहार, [ आगार ; तरेल. भेद; प्रकार. kind; variety. पन १३: २१: (४) स्वरूप; विशेष लक्ष स्वरूप; विशेष लक्षण. specific shape or form; special quality. गारो उ विसेसो " जीवा ० ( ५ ) ( चाक्रियते आकल्प्यतेऽभिप्रेतं मनोविकल्पितं वस्वनेनेस्याकार: ) मा भेष्ट तर अलिप्राय सूययण, भुग, हा वगेरेनी येष्टा. प्रांतरिक अभिप्रायसूचक बाह्य चेष्टा. movements of eye etc, indicative of inward mind. उत्त० १, २; विशे० २१५५: ( ६ ) ६ साना अपवाह-छुट. कायोत्सर्ग का अपवाद exceptions to the rules of Kausagga. 61 एव माइएहिं आगारेहिं अभगो अविराहिश्रो ' आत्र• १, ५; ( ७ ) पश्यमाना पवाह छूट; पश्यामां मुल आगार पञ्चक्खाण का अपवाद exception to the rules of Pachcbakhana. प्रव० ६५; - श्रभावश्रो. भ० (- अभावतस् ) આકારના અભાવથી. आकार के अभाव से. due to the absence of shape. विशे० ६५; - दरिसण. न० ( - दर्शन ) भानुं हेमायुं ते. भाकार का दृश्य. sight of & form or shape. विशे० ६६, - भाव पुं० ( - भाव प्राकारस्या कृतेर्भायाः पर्यायाचाकार भावाः) आवृतिरूप पदीय वस्तुनुं स्वरूप विशेश. आकृतीरूप पर्याय; वस्तूका स्वरूप विशेष. 4 particular modification of the shape of a thing. भग० ७, ६; - भावपडोयार. पुं० ( - भावप्रतावतार थाकारस्य चाकृतेभीयाः पर्यायस्तेषां प्रस्वतारोsवतरणमाविर्भाव प्रत्यावतारः ) આકારના પર્યાય આવિર્ભાવ કરવા તે; આકૃતિરૂપ श्राकारभाव For Private Personal Use Only << T ܝ Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रागार] ( २४ ) [मागास પર્યાવનું અવતરણ દેવું તે; વસ્તુનું સ્વરૂપ -धम्म. पुं० ( -धर्म ) १६२५धर्म. विशेष. आकार की पर्यायका माविर्भाव करना; गृहस्थ धर्म. the duty of a houseवस्तू का स्वरूप विशेष. manifesting holder. भग• १६, ६ -घास. पुं. or showing the particular (-वास ) १६५०स; १७२याम. गृहस्थाश्रम. modification of the shape of the stuge or condition of life a thing. " किमागार भाव पडोयाराणं of a householder. “ सेमो नागारवा. भंते दीवासमुदापगणता" जीग. नाया. ८; सोत्ति " उत्त. २, २३, जं. प० ३, ७०; भम० ६, ७, ७, ६; -विगार, पुं० (-वि- नाया. . -विणय. पुं० (-बिनय ) कार ) माल-य९२० ७५२ ५५ वि. ગૃહસ્થને વિનવા ઘર્મ, ગૃહસ્થમૈ. याधिसय ३२५।२. मुखपर होनेवाला गृहस्थ का विनयरूप धर्म. the duty of विकार; कोवादिजन्य फेरफार. a change reverence on the part of a on the countenance (produced house-holder. नाया. ५; by anger etc.) " गइविभममाइएहिं प्रागारमय. त्रि. ( प्राकारमय ) मानिमय भागार विगारं तह पासंति" गच्छा. १२१: आतिरू५. आकृतिल्प. Having a -प्रागार. पु. ( -श्रागार) ५२; २थान. | _forni or shape. विशे• ६४; घर; जगह. a house: an abods. | प्रागारि. पुं. (पागारिन् ) १६२५. गृहस्थ. राय. ११३; सूय. १, १, १, १६; नाया. A householder; a layman. ito १; पन. २०: भग० २, १; ६, ३१; दसा. नि. २७०; ', १; श्राव • १, ५; जं. प. २, ३०; प्रागाल. पुं. (आगाल ) भनी in -श्रावास. पुं० ( -प्रावास) 2. સ્થિતિમાંથી કર્મન દલિયાને ઉદીરણું પ્રાગે સ્થાવાસ; ઘરસંસારમાં લપેટાઈ રહેવું ચાને ઉદયમાં નાખવા તે; ઉદારાનું અપરते गृहस्थ वास, घर आदी में प्रासक्त होना नाम. कर्म की दूसरी स्थिति मेंसे कम के बीजो absorption in worldly or को उदीरणा के द्वारा खांवकर उदय में लाना; household inatters. नाया. ८; उदारणा का नामान्तर. Forcing up into -चारत्तधम्म पुं० ( -चरित्रवर्प - mturity Karma which is yet भगारं गृहं त योग दागारा गृहणस्तेवां in the 2nd stage; this is also चारित्रयमस्तथा ) यास्त्रि यमन मेमे called Udiranā. क० ए० ५, १७, પ્રકાર; સમકિત પૂલુંક બારવ્ર રૂપ ગુ ને मागास पु० न० (आकाश-सर्वभावावकाश५.त्रि धर्म. चारित्र धर्म का एक भद, नादाकाशम् ) मासः सोमो व्यापा सम्यक्त्व पूर्वक बारह व्रत रूर गृहस्थ का અનંત પ્રદેશ મક છે દ્રવ્યમાંનું એક અમે चारित्र. धर्म. a varioty of the દ્રવ્ય; ધમસ્તિકામ દિ પાંચ દ્રવ્યના rules of right conduct; a house. भावार। ०५. आकाश; लोकालोक व्याप्त holdsr's duties in connection अनंत प्रदेशात्मक छः द्रव्यों में का एक अमूर्त with right-couduct consisting द्रव्य; धास्तिकाय आदि पांच द्रव्यांका श्राधाin twalve vows accompanied रभूत द्रव्य. The sky; one of the witu right faith. ठा. ४; six substances pervading the Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आगोस ] Loka and Aloka (all the worlds and non-worlds ). पत्र• १; अगुजो • १४३; ठा० २, १; ओोष• १० सू० प० १; नाया० १, ८ भग. १, १; ६२, १०, ५, ६, १०, २; सूब० १, १, १, ७; उत्त० ६, ४५, २६, ७ ३६, २; ६; उदा० २, १३८; १४०; १५१; भक्त. ६१; जं० प०३, ५६; - अतिवाद. पुं० ( - प्रतिपातिन् श्राकाशं व्योमातिपतन्तयतिक्रामन्ति ते तथा ) भाडामांडी खा માંથી સુવર્ણ વૃષ્ટિ માદિ કરી દિગ્પ્રભા हशीपनार आकाश में उड़कर, आकाश से सुवर्ण दृष्टि आदि के द्वारा प्रभाव प्रगट करने बाला. (one ) soaring in the sky; (one) showing heavenly power by showering gold etc. from the sky. "अप्पेगड्या... चारदा विजाइरा आगासाति बाइलो " भोव० १६; -..(-) 24151219ffi; 24131शर्मा पर रहे. आकाशवर्ति; आकाश में अधर रहा हुआ, hanging in the sky. " जागा सगवं चक्रं. मागासगयं वृतं सम• ३४; ( २ ) अतिधियु; आशतस २५. बहुत ऊँचा; गगनस्पर्श. sky-kissing; very lofty. भग० ६, ३३; १६, ५; - गामि त्रि० (-गामिन् ) आडाशमां इनार प्राणी पक्षी पगेरे. आकाश में उडनेवाला प्रार्थी. & bird etc. "STATERगामियां पाणापाणे किलसंति माया० १, ६, १, १७७; - तल न० ( तल ) पाश तसीयुः आकाश का तल. the bottom of the sky. नाया• १४; ( २ ) गगनतव स्पर्श-या महेल. गगनस्पर्शी-बहुत ठंना महल. palaces touching the sky i, e. very lofty जीवा ३, ३; नाया० v. 11/4. "3 ( २५ ) 19 [ भागास -तलग. न. ( - लक) भगासी; ३५. झरोखा. & terrace. नाया. १६; दिवा० ३; —foug. a. ( *-fumar) azéngj સ્વચ્છ આકાશ; વદલથી છુટું થતું આકાશખંડ કે જે અતિ શ્યામ દેખાય છે; થિગડારુપ આકારા. शरदऋतु का स्वच्छ आकाश. the clear blue sky of the autumn as it goes on being cloudless. "नागास थिलाने खंभंते ! किएका कुडे कइहिंबा काएहिं कुड़े " ० १५; - पट्टिय. त्रि० (-प्रतिहित ) याने वसंणीने रहेस. आकाश का अवलंबन कर रहने वाला; आकाशाबलंबी. supported by the sky; hanging by the sky; " मागास पइट्टिए बाए" १४९ भग● १, १ – पंचम पुं० (-पत्रम ) આકાશ જેમાં પાંચમું છે તે-પાંચ મહા ભૂત पृथ्वी, पाएंगी, अग्नि, वायु यने सााश. जिसमे श्राकाश पंचम है वह पंच महाभूत ( पृथ्वी, जल, अभि, वायु, आकाश ) the five elements of which other is the fifth (e. g. the earth water, fire, wind and ether). पुढत्री भाऊ दाऊ तेऊन, भ्रागासपंचमा " सूच० १, १, १, ७; - पय न० ( पद ). દષ્ટિવાદાંતર્ગત સિદ્ધશ્રેણિ પરિકમના ચેાથે लेह दृष्टिवाद के अन्तर्गत सिद्धश्रेणि परिकर्म का चौथा भेद. the fourth part of Siddha Śreņi Parikarma in Dristivada. सम• १२; - प्यएस. ५० ( - प्रदेश ) भाशने। अविभाज्य अंश श्राकाश का अविभाज्य अंश. an indivisible part of the sky. भ० २५, ४; विशे० ४६; - फलिबलीरस. त्रि० (-स्फटिक सह ) अत्यन्त १२.छ; २८ : अत्यन्त स्वच्छ, स्फटिक तुल्य. close and trans 66 For Private Personal Use Only Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आगासग ] parent like crystal. ओब• - फलिया मय. त्रि. ( - स्फार्टकमय ) व्यति२६२००; २५टिम्भय. अर्तिस्वच्छ, स्फटिक मय. very clear; crystal-like. " भागास फलियामयं सपायपीठं सहिसणं" सम • राय • - फलिह. पुं० ( - स्फटिक - श्राकाशमिव यदस्य तमच्छं स्फटिकम काशस्फटिकम् ) अति स्टड निर्मल यूटिए अत्यंत स्वच्छ स्फटिक. very clear crystal " आागास फब्रिहामएव सपायपढिया सीहासणेस " जं० प० आगासग. त्रि० ( श्राकाशक ) प्रकाश. प्रकाश करनेवाला. (That ) which gives light. सम श्रागासत्थिकाय. पुं० ( श्राकाशास्तिकायअस्तयः प्रदेशाः तेषां कावः समूहः अस्तिकायः ) हरे वस्तुने व्यवहारा थापनार द्रव्य छ द्रव्यमांनुं त्रीभुं द्रव्य. प्रत्येक वस्तु को अवकाश देनेवाला द्रव्य; छः द्रव्यों में का तीसरा द्रव्य. A substance in which all things exist or reside; the third of the six substances. “नागासस्थिकायस्स णं पुच्छा गोयमा श्रखेगा अभिवयणा " उत्त० २, २०; अणुजो० ६६, १३१; सम० ६ राय ० २७०; भग० २, १०, ७, १०, २०, २; आगाल फलि श्रवमा. स्त्री० ( श्राकाश स्फटिकोपमा ) याश मने सुटिङना नेत्री નિર્મલ એક જાતની મીઠા રસ વાલી ખાદ્ય वस्तु. आकाश और स्फाटकके समान निर्मल ऐसी मीठे रस वाली एक प्रकारकी खाद्य वस्तु. A substance as pure and transparent as crystal used as foodstuff पश्च० १७; जं० प० २, २२; आगासिउं. हे० कृ० अ० ( श्रकृष्टुम् ) - दर्शने; समीप आनीने आकर्षण करके; ( २६ ) up. ओव. श्राकाश पांसं लाकर Having drawn wear; having attracted. विशे० २२२; श्रागासिय त्रि० (श्रकार्षत) आशु रेस; पाडेल. आकर्षित आकर्षण किया हुआ. Attracted; drawn; lifted श्रागासिय त्रि० ( प्रकाशित मम्बर मितः प्रातः ) माशवर्ति; या अशमां रहेल. आकाशवर्ति. Situated in the sky. "ग्रागासियाहि सेब चामराहिं" ओब • आगाहहता. सं. कू० अ० ( आगाझ ) अवगाडीने. अवगाहन करके. Having entered; having resorted to. आगाहइता चलता " दस० ५, १, ३१; आगिइ. पुं० ( प्राकृति ) आवृति; भार संहाय प्राकार; संस्थान. Form; configuration; shape. विशे० २०६२; ७०७; नाया० १; ० ० ५, ६१; तिग न० (- त्रिक) याति संहाणु ६ सघयाय છ અને હૃતિ પાંચ,એ નામની ૧૭ પ્રકૃતિના समुदाय प्रकृति संस्थान ६ संहनन ६ और पांच जाति इस प्रकार नामकी १७ प्रकृतियों का समुदाय. the collection of the 17 Prakritis made up of six Samsthānas, six Sanghayanas and five Jātis. क० गं० ५ ८ प्रागिति, स्त्री० ( श्राकृति) लुभे। "आगिइ ” २६. देखो आगिइ " शब्द Vide आगिइ " जीवा० ३, ४; राय • १८८ V श्रगिल धा० I ( श्रा + कल् = जि ) त; न्ययाभवु. जीतना; जय प्राप्त करना. To conquer; to got victory. भागिलंति. भग० ३, २१ 'श्राग्धा. धा. I. (आ+घ्रा ) सुगंध सेवी; सुंध; पास सेवी सुगंध लेना; सूंघना; To smell; to scent. श्रग्वायइ. ठा० २, २ 56 66 For Private Personal Use Only [ श्रा-ग्धा " Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आधे ] आरवायह. नाया- १; न० आग्धायमाण. व० कृ० नाया० =; आघं. त्रि. ( माख्यातवत् ) अनार; धन કરનાર; આખ્યાન २२. कहनेवाला; आख्यान करने वाला. ( One ) who tells or lectures or preaches. सू० १, १०; १; अज्झयस्. (आस्थातवध्ययन) सूयांग सूचना पा શ્રુતસ્કંધના ૧૦ માં સમાધિ અયનનું आपर नाम सूत्रकृतोग के पहिले श्रुतस्कंध के १० वें समाधि अध्ययन का दुसरा नाम. another name of the 10th Samadhi chapter of the first Śruta-skandha of the Suyaga daniga Sutra सूर्य० नि० १, १०, १०३; आस. त्रि० ( प्रघर्ष ) पाणी साधे पसीने पीना योग्य मापधि वगेरे पानी के साथ घिसकर पीने योग्य औषध वगैरह. Medicine which can be taken after it has been rubbed with water on a hard substance. पिं० नि० ५०२ असित्ता. सं० कृ० अ. ( श्रावृष्य ) पसीने. घिसकर Having rubbed आया २, ४, १, १४६; माघवसार. श्रि० ( * प्राण्यात ) यान २ना२; अथा ५२ना२. श्रखान करने वाला; कथा वाचक. ( One ) who relutes or describes; narrator; ठा० ४, ४; आघवण. ( २७ ) न० ( श्राख्यान ) व्याम्यान; सामान्य प्रथन. व्याख्यानः सामान्य कथन Telling; lecturing. नाया० १, १८; आघवला. स्त्री० ( * प्रस्थान ) आन सामान्य उथन. आख्यान; व्याख्यान. Tell ing; lecturing; हिंय उवा० २ १११: भग० ६ २२; יי 6. - For Private maity. • (wiania ) sšėj. muĪZWI. Told; related. " भगवया महाबीरेव्ह ग्रामविए उत्त• २६, ७४; पराइ० २, १; ( २ ) स्वीकारेल. स्वीकृत accepted. अणुजो ० १५; आघल. धा. II. ( आ + वृष ) थे। धनुं थोड़ा घसना. To rub slightly. आधसेच वि० निसी० ३, ५० आधाश्र - य. पुं० ( प्राघात-माहन्यन्ते अपनयन्ति बिनाश्यते प्राणिनां दश प्रकारा अपि प्राणायस्मिन् स श्राघातः ) भग मृत्यु. मरण मृत्यु Death निसी० १२, २५; दस० ६, ३५; सू० १, ३, ४, - मंडल न० ( - मण्डल ) वधस्थानभांडय वधस्थान: हत्यागृहः सूचड़ खाना. a slaughter-house; a place of killing. नाया० ८ श्राघात. त्रि. ( माल्यात ) उडे Told; related सू० १, ४, १३, २ कहाहुश्रा. १, ११:१, "9 Personal Use Only " आघात Ma19. 13. (rear) g शद दखा चघात शब्द Vide " श्राघात सूब० १, १, २, १: आघायण. न० ( आवासन ) वधस्थान; सी हेवानी या वधस्थान; फाँसी देने की जगह. A place of killing; a place where mren are hanged निर्मा० १२, २५; आघायाय. व० कृ० त्रि० ( श्राघातयत् ) विनाश उरते; धात उरतो. विनाश करता हुआ; घात करता हुआ. Killing; destroying. घायाय समुपयं उत०५, ३२५ श्राचर. भा० I. ( श्र+चर् ) साथ; अनुदान ३२. आचरण करना; अनुष्ठान करना. To practise; to perform. आयरंति. दस० ६, १६; "" श्रयरिडं. हे ० कृ० मु० च० १, २४७; " [ श्राचर "" " 33 Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आचरण ] ( २८ ) प्रायरित. हे • कृ. नाया० १४; प्रायरंत व० कृ० उस० १, ४२; प्र० १२१; आयरमाण. व० कृ० दसा० ६, 1; fazi. ३१६०; आचरण न० (आचरण) सायार; अनुष्ठान. आचार. Practice; performance; conduct. प्रव• ५७७; आचारमाओ . ० ( आचरमात् ) छेडा पर्यन्त छोर तक Up to the end; till the end. क० प०५, ११; चिसण. त्रि० ( प्राचीर्य ) आयरेस; सायर रेस आचरण किया हुआ. Practised; observed. राय • ३७; अचेलक त्रि. ( श्रावेलश्य-न विद्यते बेलं वस्त्रं यस्य सम्रचेल कस्तस्य भाव प्रवेश क्यम् ) परिभायु उपरांत वस्त्र नराया तो પડેના અને છેલ્લા તીર્થંકરના સાધુઓને भाटे मधेसी भर्याा परिमाण से अधिक वस्त्र न रखना: पहेले और अंतिम तीर्थंकर के साधुओं के लिये नियत की हुई एक मर्यादा. Having no garments beyond the prescribed limit; a fixed limit in the matter of garments of the Sadhus of the 1st and last Tirthankaras. " भावलको स्मो पुरिमस्तय पच्छिमस्तय जियस्तं " पंचा० १७, ६६ प्राक्लुक्क न० ( श्रावेलक्य ) पडेल भने છેલ્લા તીર્થંકરતા વુતા કલ્પ; માન પરમ સહિત સફેદ રંગન જ અલ્પ મૂલ્યपावस्त्र धारवते. पहिले और अन्तिम तीर्थंकर के साधुओं का कल्पः अल्प मूल्य वाले परिमित सुफेद वस्त्रों कोही धारण करना. 'The religious practice ( in the matter of wearing clothes) [ श्राजार of the Sadhus of the first and last Tirthankaras; viz putting on white, scanty and cheap garments. प्रव• ६५८; श्रच्छायण न० ( आच्छादन ) भेछा. आच्छादन; चादरा. A bed-cover; & covering. आया • १, २, १, ६२. कप्प• ४, ६५; V प्राच्छिद. घा० I. ( श्रा+दि ) छेन २; थोडुं छे. वेदन करना; कुछ छेदना. To cut; to cut a little. प्रच्छिदे. वि० निसी ० ३, ३४, छिदिहिति. भग० १५, १ ठा० ५; श्रच्छिदिता. निसी० ३,३६, श्राखिंदिप सं० कृ० प्रव० १४६; चच्छिंद्रमाण व० कृ० भग० ८, ३; छिदित्तार. त्रि० ( प्राच्छेत ) भंगालु पाउलार. भंग करनेवाला. ( One ) who breaks up or disperses by creating alarm. सम० ३३; श्रा - इंट. धा० I, II. (श्रा + इंट) पी. छटपुं. जल छिटकना. To sprinkle water. अच्छोडेइ. नाया• १८; श्रजम्मं. अ. ( जम्मन् ) लगी पर्यंत. श्राजन्म; जीवन पर्यंत Life-long. " वासेन तत्थ श्राजमंगोयमा संजए मुणी गच्छा० ७; पंचा० १७, २८ आजाइ. स्त्री० ( आयाति ) આવવું તે; પૂર્વ भवभांथीयावते. आना; पूर्वभव से आना. Coming; arrival; coming from the previous birth. ठा० १०; आजाइ स्त्री० ( श्राजाति- प्रजायन्ते तस्यामित्याजाति ) - ; ; उत्पत्ति. जन्म; उप्तत्ति. Birth; creation. भग० ५, ३; डा० १० – द्वारा. न. ( -स्थान ) For Private Personal Use Only "" Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माजीव ] [प्राजीवि भ-उत्पत्ति स्थान--संसार. जन्म--उत्पत्ति -भय. पुं. (-भय ) मालविजन सय. का स्थान--संसार. the place of birth.. आजीविका का भय. fear of maintenठा. १०; (२) नामे शाश्रत- ance. सम• १; प्रव० १३३४; -वित्तिया. २५नुं शभुं अध्ययन. दशाश्रुतस्कंध का स्त्री० (-वृत्तिता-जाति कुल गुण कर्म शिल्पा. माजाद्वाण नाम का दसवाँ अध्ययन. the नामानीवनमाजीवनमाजीवस्तेन वृत्तिस्तद 10th chapter named Ajāiţthāņa भाव भाजीव वृत्तिता) गति, स, माहि of Dashastutaskandha. ठा. १०; દર્શાવીને આહાર લેવો તે; ઉપાય ને ચે -ट्ठाणज्झयण. न. (-स्थानाध्ययन) थे. ५. जाति, कुल, प्रादि प्रकट कर के દશાશ્રુતસ્કંધનું અપર નામ; આચારદશા- माहारादि लेना; उपायणा का चोथा दोष. सूत्रनु 10 मुं५५यन. दशाश्रुतस्कंध का दू. acceptance of food after makसरा नाम; प्राचारदशा सूत्र का 1. बाँ ing known one's caste, family अध्ययन. auother uame of Dasa- etc; the fourth fault of Upā5'utai-Skalidha; 10th lapter yani. दस० ३,६; of Acharadasa Sutra. ठा• १०; माजीवग. पुं० (आजीवक) गोशाना साधु. माजीव. पु. ( श्राजीव - प्राजीवनमाजीवः) गोशाला का साधु. An ascetic of 214141; वृत्ति; २१७. भाजीविका; वृत्तिः । Gosila creed. प्रव० ७३८; धन्दा. Livelihood. प्र. ११४; (२) प्राजीवग. पुं. (माजीवग-मासमन्ताज्जीवं. सावि। पुरता द्रव्य संचय. आजीविका के | त्यनेनेत्याजीवोऽर्थनिचयस्तंगच्छत्याश्रयत्ययोग्य द्रष्य का संचय. wealth suffi. सावा जीवगः ) पैसानो भ६. धन का मद. cient for livelihood. सूय. १, १३, . Pride of wealth. "श्राजीवगं चेव १५; (३) 3:॥ १६ मानो योथे! चउत्थमाहु से पंडिए उत्तम पोग्गले से" ५; गति गरे सीने माहाराहि सेवा सूय. १, १३, १५; ते उपायण के १६ दोषों में का चाथा दोष श्राजीवणा. स्त्री. (आजीवना) वि. श्रांत् जाति वगैरद बताकर आहारादि लेना. आजीविका; रुजगार. livelihood. the 4th out of 16 Upayant पिं. नि. ४३७ faults; accepting food after प्राजीवि. (आजीविन ) गोशाक्षानो शिष्य; making one's easte etc. known; गोश साना मतने अनुयायी. गोशाला का the fourth of the 16 faults शिष्य; गोशाला के मत का अनुयायी. known as Upayana. पिं० नि. A follower of the tenets of ४०८; (४) मसालाना भतर्नु नाम. Gośālā; a disciple of Gośālā. गोशाला के मत का नाम. name of the उवा० ७, ३; (२)ो साधु पोतानी गति, creed of Gosila. भग. ८, १; કુલ, શિલ્પ, તપ વગેરેની પ્રશંસા કરી આહાર (५) गोशासाना भतने साथ. गोशाला ८ये ते; पेटम। साधु, अपनी जाति, कुल, के मत का साधु. an ascetic शिल्प तप आदि की प्रशंसा कर आहार of the creed of Gośālā. H170 मांगनेवाला; पेटभरा साधु. an ascetio -, ४; . नि. ४४५; प्रव० ७३८; ! who in order toget food praises Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माजीविक] ( ३० ) [श्रादन his own community, family, IVाउह. धा• I. (मा+दद) मा. conduct, austerity etc. प्रव० । अलाना. To burn. 'मारहंति.' सूय. १ ५, २, ३, “ थूखं दियासं मुहे पाहंति" आजीविक. पु. ( आजीविक ) नुमो | भाडा.सी. (पाटा) पायीमा तरनार से G५३ रा. देखो "भाजीवि" शब्द. Mतर्नु पक्षा; ५क्षी विशे५. पानी में तैरनेVide above. भाव• ४१; बाला पक्षी; पक्षी विशेष. A kind of आजीविय. पुं० ( माजीविक-अविवेकियोकतो bird that can swim in water. लब्धिपूजाख्यास्यादिभिःस्तपथरणा म्या- पन. १; परह.१,१; जीवतीत्याऽजीविकः ) शासाना साधु; प्राडोलिया. बी. (*माडोखिया) नाना गोशासाना मतना अनुयायी. गोशाला का मारने २भयानुं मे २म. छोटे बालकों साधु; गोशालाका अनुयायी. An ascetic | के खेलनेका एक सिकाना. A toy for of the creed of Gosala. सम• २२; young children. “ एवं पट्टए पाडोनिनिसी० १३, ६३, पन्न. २०; भग• १,२; पात्रो तेदुसए पोतुहए सारोहए......अव. १५,1; उदा., १८१२१४-उबासग. हरति.'' नाया• १८ पु. ( -उपासक ) गोशासाना मतता Vाडोव. पा. II. (मा+टोप) विस्तारीने श्रा. गोशाला के मत का भावक. १२. विस्तार करके भरना. To fill by a Śrávaka of the faith of _expanding. Gokala. "तस्थ खलु इमेदुवावस बा- भाडोवेत्ता भग• १,१ जाबियोबासगा भवंति' भग. ८,५; -उवा-प्राडोष.. (भाटोप) विस्ता२. विस्तार. सय. अ.नि. ( -उपासक ) गोशासाना ___Expansion. नाया. १; उवा० २, १०७; मतना श्रा. गोशाला के मत का श्रावक. ! कप० ३, ३५ a Śrávuka of the faith of प्राढ --य. पुं० ( भानक ) यार प्रत्य Gosala. उवा. ७, १८१ १८५; प्रमाणे पाय मा५ विशे५. धान्य नापने का -समय. पुं. ( -समब) गोवानी। माप विशेष. A kind of measure સિદ્ધાન; ગોશાલાના મતનું શાસ્ત્ર. of corn. ओव० ३८; राय. २७२; प्रव. गोशाला का प्रापित किया हुमा सिद्धान्त; १३९५ गोशाला के मत का शास्त्र. a scripture of the creed of Gośālā. “ 17. बाढई. स्त्री. ( भाडकी ) तु५२ . तूर का जीविय समयसणं अवमटे पावते" झार. A kind of plant bearing Coru called Tuvar. पन० १; भग•८५, १५, १; -सुत्त. • (-सूत्र) गोशासानुं ५ पेस सत्र. गोशाला का प्ररूपित | माढग. पुं. (नाटक) या२ प्रभारी सूत्र. & Sutra of Gosila's creed. धान्य भा५ विशेष धान्य का माप विशेष. A certain kind of measure of माउंबर. पु. (प्राइम्बर ) मोठं आई. बा corn तंडु० ५० १४, अणुजो• १३२; नगाका. A big kettledrum. अणुजो० पाढत्त. त्रि. ( *भारम्भ ) मानेतुं. भारंभ किया हुआ. Begun, conm. Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माढतं] [पाणंद mencod. पि. नि. ४६२; क. ५.७. ४७: भग० ६, ८; सु. च० २, ५, ७: माढतं.सं.कृ.अ. (भारभ्य.) आर लाने. भारंभ करके. Having begun. परण• १७ Vाढा. भा• I. (प्रा+ ) आ६२ १२३. | भादर करना. To honour; to respect. माढाइ-ति. भग० ३, 1; 1,३३; विवा. t; नाया. १, ५, १६, १६ राय• ७८; २२७, सूय. २७३५, उवा. ७, २१५, निर. 1,18 श्रादंति. नाया. २; १६; भग. ३,१ पाढायंति. नाया. ११४; भग• ३, २; पाढाएजा. वेय. १,३३; आढाहि. नाया. १४; आढाह. नाया• ६; भग. ३,१; आढायमाण. व. कृ. बाया. १, ७, १, १९७; भग• ३,१; प्राण. पुं० ( प्राण ) श्वास यास. चासोच्छ्वास. Respiration. भग• ५, १; पू. प. ८; (२) संन्यात मावलि પ્રમાણુ કાલનો એક વિભાગ; તન્દુરસ્ત માણસના એક ઉચ્છવાસ પ્રમાણને કાલ. संख्यात-संख्यायुक्त प्रावलिका प्रमाण काल का एक विभाग; निरोग मनुष्य के एक श्वासप्रमाण काल. a division of time equal to one breath of a healthy man. भणजो० ११५;-ग्गहण. न. (-ग्रहण) प्रागुवायु (वास नि:श्वास) ने योय पुनसर्नु शु १२ ते. प्राणवायु (बासोच्छवास) के योग्य पुद्गल का प्रहर करना. taking in matter fit for respiration. " समयं प्राणग्गहणं " पत्र.१ प्राणप्र. पुं० (मानत ) नयमा पोर्नु नाम. नौवें देवलोक का माम. Name of the 9th Devaloka. अणजो. १.४; आणंत्तर. त्रि. (मानन्तर-अनन्तरे भव प्रानन्तरः) अन्तर नहि ते-निरंतर अन्तर न होना; अनन्तर-इतरेतर. Without interval; coming after imme diately. पाया. नि. १, १, १, २१; माणद. पुं. (भानन्द)ौन- श. आनन्द हर्ष; प्रमोद. Delight; joy. भाया० १, ३,३,११७, नाया. 13२: भग.११.११; उवा• २, ६१; (२) मे सहाराविना त्रीश મુહૂર્તમાંના ૧૬માં મુહૂર્તનું નામ; સમવાયંગ नी रात्री प्रमाणे ११ भुं भुत. एक अहो. रात्रिके तीस मुहुर्तोंमें से १९ वें मुहूर्त का नाम; समवायंग की गिन्ती के अनुसार ११वां मुहूर्त. the name of the 16th out of 30 Muhúrtas of one day and night; the 11th Muhurta according to the calculation of Samavayanga. सू०प० १०: जं० प. ७, १५२; सम• ३०; ( ३ ) આવતી ચોવીસીના છઠ બલદેવનું નામ. आगामी चोवीसी के छठे बलदेवका नाम. the name of the 6th Baladeva of the coming Chovisi. सम०प०२४२; (४) शीतसनाय स्वामीना पहेला गराधर. शीतलनाथ खामी के पहिले गणधर. the first Gañadhara of Sitalanātha Svaini. सम. प. २३३, (५) भगवान महावीर स्वामीनो अन्तपासी शिष्य. महावीर स्वामीका समीपवर्ति एक शिष्य. a disciple of Mahavira Svi.mi. "समणस्स भगवो महावीरस्स अंतेवासी पाणंद नाम थेरे" भग• १५, १, (૬) આણંદ નામે ગૃહપતિ કે જેને ઘેર लायान् महावी२ २थाभीये Miln भास Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राणंद ] ( ३२ ) [प्राणद पभगर्नु पा२९ यु तु. भानंद नामक एक गृहस्थ जिसके यहां महीवार स्वामी ने दूसरे माससमका पारना किया था. a householder pamed Anand: at whose house Mahavira had broken his fast of second month. भग. 11, 1; (७) समान नामना ५मारापर्यतन वसना२ ३५. गन्धमादन नामक बखारा पर्वत पर रहने वाला देव. a deity residing on the Gandha niádana Vakhārā mountain. जं.प.(८) मरतक्षेत्रना ચાલુ ચોવીસીના છઠા બલદેવનું નામ મત क्षेत्रकी वर्तमान चौबीसांके को बलदेवका नाम. name of the 6th Baladeva of Bharata Kșetra in the present Chovisi (ie. cycle ) प्रब १२२४; (૯) વાણીજ નગર નિવાસી આણંદ શ્રાવક ઉપાસક સત્રના દશ શ્રાવક વિકી પ્રથમ શ્રાવક, કે જેણે મહાવીર સ્વામી પાસે વ્રત આદર્ય, શ્રાવકની ૧૧ પડિમા અંગીકાર કરી શ્રાવકપણામાંજ અવધિજ્ઞાન પ્રાપ્ત કર્યું, એક માસને સંથારો કર્યોવિસ્તાર ઉવા" ના પ્રથમ અધ્યયનમાં છે त्यांयानी . बाक्षिण नगर का एक मानवजी नामक श्रावक; उपासक सूत्र में वर्णित इस भावकों में का पहिला भावक जिसने महावीर स्वामी से प्रत प्राय किया था, श्रावक की " प्रतिमा अंगीकार करके श्रावक अवस्थामें ही अभिज्ञान प्राप्त करके एक मास का संथारा किया; इसका विस्तृत वर्णन उबा• के प्रथम अध्याय में है. name of a Srivaka of | Vinij city, who practised | vows by the preaching of Mahavira and uccepted the vows of a householder; he obtained Avadhijñāna while still a Srūvaka aud practised Santharo for a month. उरा. १, १.; संस्था० ( १०) पासशा सूचना पहला अध्ययनj नाम. उपासकदशा सूत्र के पहिले अध्ययनका नाम. the name of the 1st chap'er of Upāsakadaśa Sutra. उवा० १, २ (१) मत। पात्रता ७ मा अध्ययन नाम. अणुत्तरोषवाइ सूत्र के ७ वें अध्यापका नाम. the name of the 7th chapter of the Aņuttarovavãi Sútra. मणुत्त.७ (१२) शे-दना २यनी सेनानी अधिपति. धरशंन्द्रकी रथसेना का अधिपति --5195.commander of Dharanendra's army consisting of chariots. ठा० ५, १;-अरझयण. न. ( -अध्ययन ) यासासा सूत्रना या मययनुनाम. उवासग दसा सूत्रके पहिले अध्याय का नाम. the name of the first chapter of Uvāsagadasā Sutra. उवा० १; (२) भइतरोवा सत्रना. ७ मा अध्ययन नाम. अनुत्तोबवाह सूत्रके ७ में अध्याय का नाम. tho name of the 7th chapter of Anuttarovavai Sutra. अणुस. ७; (૩) નિરયાવલિકા સત્રના રજ વર્ગના नवमां अध्ययन नाम. निरयावलिका सूत्र के दूसरे वर्ग के नौवें अध्याय का नाम. the name of the 9th chapter of the second section of Nirayavalika Sutra. निर० २. १; कड न० (-कूट-पानन्द नाम्नो देवस्म कूटमानन्द कुटम् ) गन्यमान नामे वा। j e A२. गन्धमादन नामक Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अानन्दजीव) (३. ) बसारा पर्वतका सातवाँ शिखर. the 7th the name of a well one lao summit named Gandhamādana Yojanas long and broad and of Vakhārā mountain. जं. प. ten Yojanas deep on the Anja. -रुष. त्रि. (-रूप) मान-२५; मान- naka mountain to the east of भय. पानंदरूप; मानन्दमय. full of the Lavana..Dvipa. प्रव. १४६३, delight. नाया. ठा• ४, २; जावा ३, ४; पाणंदजीव. पु. (प्रारदीव) भापती मागदिम-य. त्रि. (आनन्दित ) गाह સર્પિણીમાં થનાર પેઢાલ નામના ૮ માં पामेल; सानन्द युत. मानंद पाया हुश्रा તીર્થંકરનું પૂર્વભવનું નામ; આનન્દને आनंदयुक्त. Joyous; delighted. मात्मा. भागामी उत्सर्पिणीके ८ वें तीर्थकर । "ह तुह चित्तमाणदिए" ओप. ११; का पूर्वभव का नाम; भानंद की प्रामा. नाया• प. भग० २, 1; मु०२० ३, १२४; The name of the previous birth कप्प• १, ५; of the would-be 8th Tirthai- | प्राणपखे. सं• कृ. अ. ( परीक्ष्य) kara named Pedhâl of the com- ५२१क्षा रीन; तास उशने. परीक्षा करके; ing Utsarpini; the soul of जांच करक. Having examined. Ananda. प्र. ४६७ मोघ.नि. ३६ माणंदरक्किय. पुं. (भानमा रचित) गे माणहाकिर, त्रि. (माज्ञार्थाकृति--प्राज्ञाss. નામના પાશ્વનાથના એક વિવર સ ધુ गमोऽर्थ शब्दस्य हेतु बचनस्याषि दर्शनादों (स्था५२). पार्श्वनाथ स्वामीके एक (स्थविर ) हेतुरस्या: सा तथा विधाकृतिरोन्मुनि नेपासाध का नाम. Name of an asoeti | स्मिका यस्य स भाज्ञार्थाकृतिः) भुनि वेयना of Parsvanātha. "सरथ पाणंद- हेमाव पासा. मुनि वेवका दिखाव वाला, रविखए नाम थेरे" भग• २, ५; (One) appearing like, looking मारणंदा. श्री. (मानन्दा) ५५ हिसाना like, an ascetic. "मायट्ठाकिद पम्पए" પર્વત ઉપર વસનારી આઠમાંની ત્રીજી દિશાં- उत्त. १८,५०, अभारि. पूर्वदिशा के रुचक पर्वतपर बसने- भासल. न. (मानन) भुम; मोदूं. मुम्ब. A बाली भाठ दिशा-कुमारियों में से सासरी face; a mouth. 'सस उजाइनास" दिशाकुमारी. The third of the 8 नं. प. जीवा. ३, ४: पन. २, माया. Dišākuinarikas residing on the कप्प. २,०४, ३,३६, Rúchaka mountain of the मालय. न. (भानपनार्थ )सावानेमाट. East. जं. प. ५,११४; (२) सवय. लाने को. In order to bring. पचा. દીપના પૂર્વના અંજનક પર્વત ઉપરની એક લાખ જોજન પ્રમાણે લાંબી પહેલી અને आणत. पुं. (श्रानत ) नवमां सोनु 1.1131 मे यापनुं नाम. लवण- नाम. नौव देवलोक का नाम. Name of द्वीप की पूर्व दिशा के जनक नामक पर्वत the 9th Devaloka. जीवा. २; पर की एक बावड़ी का नाम जो एक लाख प्राणत्त. त्रि. (भाशप्त) साता माया योजन संबी बोडी और १० योजन उरी है. | माहेश रेस; १ १ माशापित v. 1/5. Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राणस ] आदेशित; हुक्म किया हुआ. Ordered; commanded पण्डू० १ ३ ० च० २, ६, १३ विशे० १०६४; नाया० ८; १६६ भग● ७, ६; आणत. न० (अन्यश्व ) परस्पर नेह - भिन्नपहा परस्पर भेदः भिचता; जुदाई. Mutual separation; separation. ( ३४ ) राय- २६०: पल• १५: भग० १८, ३; प्राणसि. बी. ( प्राज्ञप्ति ) आता; कुभ; आहे. भाषा; हुक्म: प्रदेश. Order; command. "प्रायत्तिम पचप्पियह न० प० ३, ४५; नाया. १; किंकर. पुं. ( - किङ्कर ) भाज्ञापालन ३२. श्रादापालक नौकर. an obedient servant. जं० प० ३, ४५; आणन्तिमाया. श्री. (आइप्तिका ) आता; कुम्भ महेश. आशा; हुक्म. Order; command. विवा० १; भग० ७, ३; है, ३३: नाया ० १ ० १५ १६; नाया. व. प्रोब• २१; राय० २८ उबा० २, १०६; जं० प० ३ ४ ४ आणपाण पुं० ( मानमारत ) मे श्वास छ्वास प्रमाण हाल एक श्वासोच्छवास में जितना समय लगे उतना समय Time required for a single breath. जीवा० ३, ४; -भासा. बी० (-भाषा ) श्वासो छ्वास अपने लापा में मे पर्याप्ति श्वासो च्छ्वास और भाषा ये दो पर्याप्ति the development of the two faculties viz that of respiration and that of speech. क०प०४, १५; श्राणप्य त्रि. ( श्राज्ञाप्य ) मैंने आज्ञा भरी शायते यज्ञाना२. जिसे आशा दी जा सके; आज्ञानुसार चलनेवाला. ( One ) carrying out an order: (one) who can be ordered. - " "" प्रायप्पा हवंति दासाबा सूम० १, ४, २, १४; श्राणम. धा० I ( बा+चम् ) प्राथ धारण करवा; प; जीना; प्राण धारण करना. To live; to breathe. प्राणमंति. सम• १; भग० १, १, २, १; ६, ३३-३४; पद्म० ; [ प्राणयल " आायममाथ भग० ६, ३३; ́ya. • I. (W+ast ) &lag; adआप लाना. To bring; to fetch. आय. क. गं. ३, १२; प्रणय. पुं. ( मानत ) नवमेो वसोउ नौवाँ देवलोक. The ninth Devaloka. (2) नवमां वलों विमान. नौवें देवलोक का बिमान a heavenly abode of the ninth Devaloka. ओव● २६; सम• १६ प १ ठा. २, ३; उत० ३६, २०६ नाया● 1; भग० ३, १, ८, १; १८, ७ विशे● 1० ६६६ - देव. पुं० (-देव) नवभा દેવલાકના દેવતા કે જેની ૧૯ સાગરોપમની ાિંત છે-ઓગણીસ હુન્નર વર્ષે આહારની ઋઙ્ગ અને ૧૯ પખવાડિયે જે શ્વાસેાાસ ये छे. नौवें देवलोक के देव जिनकी आयु १६ सागरोपम है और उन्नीस हजार वर्षवाद जिन्हें आहार की इच्छा होती है तथा १६ पत्र ( ६ ॥ माह ) बाद श्वासोच्छवास लेते हैं. the deities of the ninth Devaloka who live for 19 Sagaropamas, take food once in 19 thousand years and breathe once in 19 fortnights. भग० For Private Personal Use Only २४, २१; श्रारणपण न० ( श्रानयन ) महारथी मावते. बाहर से लाना Bringing from out - side. प्रव० २८४; पंचा• १, २०; Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आणवण ] - प्पयोग. पुं० (- प्रयोग ) पांधेली बहनी “દ્વારથી કઈ વસ્તુ મગાવવી તે; શ્રાવકના हरामा व्रतनो प्रथम व्यतियार नियत की हुई मर्यादा के बाहिर से वस्तु मंगाना: श्रावक के दश व्रत का प्रथम अतिचार. the first of the partial violations of the 10th vow of a Srāvaka. पंचा० १, २०; प्रव० २८५; आणवण. न. ( श्राज्ञापन ) महेश: प्रतिगोधनः प्रवर्तन आदेश; प्रवर्तन. Order; command. उवा० १, ५४; आण्वलिया. श्री. ( श्राज्ञापनिका) पायो દેશ-હુકમ કરવાથી કર્મબંધ થાય તે; ૨૫ द्वियमांनी मे. पाप के आदेश से कर्मबंध होना; २५ क्रिया मे से एक. Incurring Karma by ordering some evil action. ठा• २, १: श्रावणी. श्री. ( आज्ञापनी ) आज्ञा भाषયાની ભાષા; વ્યવહાર ભાષાને એક પ્રકાર श्राज्ञा करने की भाषाः व्यवहार भाषा का एक भेद. A sort of language viz that of command. पन • ११; भग० ( ३५ ) १०, ३ प्रत्र. ६०१; थाणा. श्री० ( श्राज्ञा ) भाज्ञा; महेश; कुम्भ; तीर्थकर, गधर, गुरू, वडील, वगेरे नुं ५२मान श्राज्ञा हुत्रम; श्रादेशः तार्थंकर, गणधर, गुरु, माता-पिता श्रादि की आज्ञा. Order; command. मंग० १, ३२, १५३, १७, ७, ६; ८, २० नाया० १; ; ; १६; १८ आया. १, १, ३, २१, १, ६, २, १८४ व २०; ३० ३२, ३४; उत्त० २, २; २६, १, अणजो ० २१; ४२; राय० ३०: दस० १०, १, १; पिं० नि० ८०; १८३; पिं० नि० भा० २६; प्रव० १००, कप्प ० २, १३: गच्छा० ३६, जं. पं. k, ११५: वव० ४, १८, ६; ३७; १०, ३; For Private [ आणा पहेश. an सूय० २, ६, ५५, ( २ ) शासनो प्राप्तका उपदेश, the teaching or advice of an authoritative perso1. पंचा० २, ३२; ( 3 ) धि; सम्यक्त्व. सम्यक्त्व right knowledge. प० 1; ( ४ ) खाता व्यवहार भाशा व्यवहार. Ajñāvyavahāra. ठा. ५, २; प्रब० ८६१; - श्रणुग. त्रि० (-अनुग) भाज्ञाने भानुसरनार. श्राज्ञा के अनुसार चलनेवाला. (one ) who obeys, carries out, order. अजो • ४२, (१) मागमानुसारी. भागम के अनुसार चलनेवाला. (one) who acts according to the orders ( of scriptures ). पंचा० १६, २१; - अणुगामि त्रि० (-अनुगामिन् ) भाज्ञा ने अनुसरनार प्राशा के अनुसार चलनेवाला. ( one ) cheying, carrying out, an order. अखुजो • २१; - इस्वरिय न० ( - ऐश्वर्य ) आज्ञा नामांश्वर्य महत्ता. आज्ञा करने में ऐश्वर्य महत्ता power of ordering; power of command. रियंच मे " उस० २०, १४ - ईसर. पुं० ( - ईश्वर - आज्ञाया ईश्वर श्रशेश्वर ) उभरनार याज्ञा ना२. श्राज्ञा करने. बाला. one having the power to command. सम० १०; जं० प० ३, ६६: - कंखि त्रि० ( - कांचिन् - प्राज्ञामांकांक्षितुं शीलमस्येत्याशाकांक्षी ) सर्वज्ञना उपदेश प्रभाशे अनुष्ठान ४२१२. सर्वज्ञ के उपदेश का अनुष्ठान करनेवाला. ( one ) abiding by the teachings of the omniscient. “इह आणा कंखी पंडिए " आया० १, ४, ३, १३५, कारि त्रि० ( - कारिन ) सर्वशनी आशा प्रमाणे वर्तनार. सर्वज्ञ की आज्ञानुसार दलनेवाला ( one ) 66 श्राणा इस्स Personal Use Only Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राणा acting according to the orders -नालाभियोग. पुं. (-बाभियोग-माझा. of the omniscient. “एषस्म कर पनमाज्ञा भवते कार्यमगतदकुषतो बबामणि इय भाखाकाम्बिो उसदस्स"पंचा। स्कार बसा भयोगस्ततभाशमा सहबवाभि ७, ४४ -गारि. त्रि. (-कारिन् ) गुवा. योगा पाहावामियोगः ) भने पहा. नी माश। प्रमाणे पर्तना२. प्राज्ञाकाराः तर उपयोग १२ ते; हुक्म चार साकार गुरू की भाशा को मानने वाला. का उपयोग करना. command necom. (one ) who i cts according to panied with plıysical force. the order of a preceptor etc. "बाणावसाभियोगो विगंधायंबकपते पंचा• ८,";-णिहेस. पुं. (-निर्देश) कार" पंचा• १२,८;-भंग. पुं. (-मा) विधिनिषेध प्रतिपादन २ ते विधिनिषेध सनी मशानभर सर्वज्ञकी माझा का का प्रतिपादन करना. explanation भंग. breach of an order of of things commanded and the omniscient. पंचा• ५, ४५ things prohibited. (२) माताने -सह. श्री. (-रुचि) सपना 441२१११२. भाशा का स्वीकार. acceptance ફરમાનથી ઉત્પન્ન થયેલી ચિ, સમકિતનો of an order. "पाखा बिहेस करे" मे, २. सर्वज्ञ के वचन से उत्पन सचि उत्त• १, २; -णिइलयर. पु. (-मिरेश- सस्यक्रव का एक भद. liking produced कर ) माता ॥२॥५५, सास वीरनार. by the order, teaching, of the माज्ञा मानने वाला. one who obeys, omniscient; & variety of right pays honnage to, an order. faith based on liking. ओव• उत्त. "प्राणा शिस करे " उत्त. १, २; १८, १४; रा. ४, १; पंचा• ", १२ -परतंत्त.त्रि. (--परतंत्र) तानी । प्रव०६६ (२)त्रिी यिसो; सभने साधान. तीर्थकर की प्राज्ञा के आधीन. निश प्राम.न। बेसा रचिवाला; obedient to the order of a Tir. सम्यवरव के दश प्रकार में से एक. (one) thankara. पंचा• १४, १६; -पयित्ति. possessed of the above kind of श्री. ( प्रवृत्ति ) सपनी माताने माधान liking. भग• २५, ७, उत्त• १८, १४; य प्रवर्तन ४२. श्राशा के अनुसार चलना. --लोभ. पुं. (बोप) अजाना मंजसो५. acting according to the order of प्राज्ञा का भंग. violation of an a Tirthankarra. "प्राणाप्पवित्तमोधिय, order. पि. नि. भा. २५-यवहार. सुद्धा एसोग अरगहासिपमा' पं. ८, पुं० (-व्यवहार ) गीतार्थ मायाया हे १२; -बम. वि.(बाम) सर्वशनी જુદે સ્થલે રહ્યા હોય; અવસ્થાને લીધે એક मासानी महार, मासा हित. सांझ की બીજાની પાસે જઈ શકે એવી સ્થિતિમાં નથી आज्ञा के बाहिर. not commanded ત્યારે અગીતાર્થપણુમતિ ધારણમાં કુશલ એવા by the onniscient; outside the કઈ શિષ્ય ને ગુપ્ત અર્થમાં અતિયારે કહી palo of things ordered by the બીજાની પાસે મોકલે બીજા આચાર્ય તે omniscient. “ समिति पमिति सम्बा શિષ્યની મારફત પ્રથમ આચાર્યની ગુપ્ત पाशा बाभचि भरफला रेव" पा.,१३ मा ३२मावे५ मा मा ulta Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भाखा { খাবা - वगैरे येते भास ५१६२. शासवेत्ता दो। १६, २८: -विराहणाएग.त्रि.(-विराप्राचार्य भिम २ स्थानोपर रहते हो; पर अवस्था धमानुग) माशानी रायना ना२. भाषा के कारण एक दूसरे के पास न जा सकत हो । भंग करनेवाला. (one) who violates, और इसलिये एक प्राचार्य प्रगीतार्थी ( शाम offends against, an ordor. को न जाननेवाला ) परन्तु मति धारण में "बाबाविराध्यागमेव पिच गति कुशल शिष्य को गुप्त अर्थ में भतिचार पतला- बटुर' पंचा• १६, २८ -बिवरीय. कर दूसरे के पास भेजे तब यह दूसरा प्राचार्य त्रि. (-विपरीत) २.१रनी माताया शिष्य द्वारा भेजी हुई प्रथम भाचार्य की गुप्त विपरीत. सर्वज्ञ की भाशा से विपरीत. भाज्ञा के अनुसार जो प्रायथित ने बह श्राज्ञा against the order of the omni. म्यवहार. when two Acharyas scient. “पापा बिवरीयमेव य किषि" well-versed in Sastras, resid. पंचा• ६, ६-सार. त्रि. (-मार) ing in different places cannot मास यनने प्रधान भाननार. मा परन 160 oach other on account of को प्रधान माननेवाला. (one ) believold age and one of them in- ing the words of an authori. forms the other of his (other's) tative person to be abore all violations of right conduct in things else. "चाणासारं मुख्यम्" rather abstruse terms, througb पंचा• ११,८ & d sciple, faithful though मायामो. भ. (माझातः ) मासाया. माझा not well-versed in Sāstras, and À. By order; by the command the other after receiving the of. पंचा. ५., १३; message from the disciple per- श्राणादिप्र. न० (अनार्थक) निरयापति! forms the expiations ordered સત્રના ત્રીજા ભાગરૂપ પુપિકા સત્રનું નામ. by the first the whole affair is निरयावालका सूत्र के तीसरे भाग रपम्प called Ajha Vyavahāra. प्रय.८६१; पुष्पिका सूत्र का नाम. Name of the -विजय. पुं० ( विचय ) लाना Puspika Sutra forming the આણ ને નિર્ણય કરવો તે; ધર્મ ખાનને third part of the Nirayävalikā प्रथम मेह. भगवान की भाशा का निर्णय Sātra. निर० ३,१; करना; धर्म ध्यान का प्रथम भेद. con- भारणापाण. पु. (भानप्राव) श्वासोश्वास. templation of the authority of वासोच्छवास. Respiration. (२) the teachings of scriptures; पासण्यास भित स. श्वासोभाबास the first variety of religious परिमित काल. time required for meditation. मग. २५, ;-बिराहक्षा. one breath. विशे• ३६० -पत्ति . मो० (-विराधना) सजन आसानी ५२१- बी. (-पर्याप्ति)या .सोपान ५ना १२५ ते. संबंश की आज्ञा का भंग શકાય એવી શક્તિ. શ્વાસે છવાસ પર્યાપ્ત. करना. offending against the जिससे बासोरवास लिया भाबके यह order of the omniscient. पंचा• शकि; चासोच्छवास पर्याप्ति. respirar Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राणापाणु] ( ३८ ) [प्राणुगामिय tory power; power of breath- | प्राणाय. सं. कृ.अ. (पाज्ञाय ) यान; ing. भग• ३, १; ६, ४; समन. नानकर; समककर. Having प्राणापाए. पु. ( भानप्राण ) नुस। known; having understood. उत्त. "प्राणापाय"श. देखो “भाशापाण" शम्द. Vide "प्राणापाय" भग. २५, | प्राणि -य. त्रि. (मानीत ) माशेलं; ५; ठा० २, ४, जीवा.1; -पोग्गल सास. लाया हुआ. Brought. भग• १, परियह. पुं० (-पुद्गता परिवर्त) सोनी व रना ३३ सु०.५, ०२; नाया. 138 मनाया दशा Mal EL लभ प्राणाल. त्रि. (मानीत)माद. लायाहा. શ્વાસોચ્છવાસ પણે જેટલા વખતમાં લઈ | सह Carried; brought. प्रव. २७७, ०२.; भने भु तेसो मत. समस्त लोकिक प्राणीभ. पु. (पानीब-मा-इचालीन प्रा. पुदलों-परमाणुओं को पृथक् २ भव-जन्म में | नीमः) बेटी नीलार; us il-श्याम. रवास निश्वास रूप से जितने समय में प्ररण कुछ नीला रंग. Blue tinge; faint कर छोड़ा जाय उतना समय. the tiine blue colour "पाखीलंच घश्ययं रया. taken for inhaling and ex बेहि" सूय. १, ४, २, १; Jhaling in different births all आणुकांपय. त्रि. (मानुकम्पिक-अनुकम्पया the Pudgalas in the world, चरतीत्वानुकम्पिकः)मनु५।४२ना२; यातु. भग० १२, ४ दयावान ; दयालु. Compassionate. भग• ३,१; १५,१: प्राणापाणु--त. न. (प्रानप्राणत्व)यासे प्राणुगामिय. त्रि. (प्रानुगामिक-गवन्तं २७पास ५j. श्वासोच्छ्वासपन, State. पुरुषमासमन्तादनुगच्छायेयं शीलः अनुगामीcondition of, respiration. भग• अनुगाम्येवाऽनुगामिक ) मांगनी पो २५, २; સ્વામિની સાથે સાથે જનાર અવધિજ્ઞાન; प्राणापाणुत्ता. स्त्री. (पानप्राणता) मे ઉત્પન્ન થયું હોય ત્યાંજ ન અટકી રહેતાં સાથે अपना श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide સાથે જ બધ કરાવનાર અવધિજ્ઞાનનો એક above. भग० १२, ४, २५, २; प्रा.श्रांख के समान साथ २ रहने वाला अदप्राणम. (*माणाम) २ध्यास उच्छवास. धिज्ञान; जहां उत्पन्न हुदा हा वहीं न रहकर साप Breath; breathing in. “ एएसिणं साथ जाने और ज्ञान कराने वाला अवधिज्ञान का प्राणामं पाणाम वा उस्सासंवा निस्सासंया" एक भेद. A sort of Avadhiinana भग० २,१; i. e. visual knowledge so-call. प्राणामिय. त्रि. ( ग्रानामित्त) या नमा- ed because it accompanies the वेडं-बांदू रेणुं कुछ नमायाहुआ. Some- possessor like his eyes. 'angwhat bent or inclined. 1. 20; गामिभोगग्छइ गच्छंतं' नंदी. १; " से उवा. २,१.१; किंत प्राणुगामियं श्राहिनाणं दुविहं प. स. प्राणामेत्त. न. (प्राज्ञामात्र ) याशा मात्र. अंतगयं मझगपंच' नंदी. १; विशे० ५७५; श्राज्ञा मात्र. Mere order. " श्राणमेत्तमि (૨) ઉપાર્જિત પાપપુણ્યનું જીવની સાથે सम्बहाउतो." पंचा०१४, २८% मायने. उपार्जित पापपुण्य का जीव के Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मायुगामिश्र] ( ३ ) [माणुपुत्वी साथ आना. the woul's being ac- | companied with its good and bad Karma. प्राया. १, ५, ४, २१५; -भाव. पुं०(-भाव) ५७या यानारने। भाव-मनुसता अनुगामी का भाव; अनुयायी का भाव. the attitude of ( reveronce ) of a man who is a follow er. सूय. २, २, २५ माणुगामीश्र-य-ता.जी. (भमुगामिकता) सालमा साये आये ते सुभ. भवोभव -प्रत्येक भव- में साथ रहने वाला सुख. Happiness which accompunies a man in all his births. भग• १ ३३; भोव. २७ गय. १; रसा• ४, .. मारगामित्त. बी. ( भाबुगामित्त ) जुमी. Gut avt. देखो ऊपरका शम्द. Vide above. नाया• 1; भग• २,१; मागुत्तए. न. (मानव) यासो-७वास ५९. श्वासोच्छ्वासपना. Respiration; breathing in and out. क. ५० पूर्व तस्य भाष भानुपूर्वी ) अनुभ. परिपाटी पौवा भाव. अनुकम; क्रमशः Proper order; proper succes. sion of one thing to another. (२) विपिष्ट २यना. विशेष प्रकारका रचना. a particular kind of arrangement. "माणुपुग्विय संखाए" प्रामा• नि. १,1,', ८; १, २,; भग•१,६; २,१६, ३, ४, १; १५, १, २५, २ एस. ८,१; उत्त• ३, ७, पि.नि. ७८% नंदी• ३५; अणुजो. ७. राय• नं. प. मूष. १.४, १, प्रव• ६६६; २८४ નામકર્મની એક પ્રકૃતિ. (વધુ વિવેચન માટે जुमे "माणुपुश्विणाम" रास) नामकर्म की एक प्रकृति (विशेष वर्णन देखने के लिये देखो 'मागुपुग्विणाम' शब्द) (vide also 'माणुपुग्विसाम') adivision of Nama Karma. क. गं. ६, पन. २३. -गंठिय. त्रि. (-प्रथित) मनु ने Jधेस. अनुकम पूर्वक गुंथा हुमा. knit in proper order. " भाबुपुग्धि गठिया" भग. ५, २; -णाम. न. (-नामम् ) नामभनी એક પ્રકૃતિ, કે જે બળદને નાથની પેઠે જીવને જે ગતિનું આયુષ્ય ઉદયમાં આવ્યું હોય તેજ ગતિમાં લઇ જાય; બીજ ગતિમાં જવા ન मापे तेवी नाममनी मे अति. नामकर्म का एक प्रकृति ओ कि बल के नाम के समान जीव की जिसगतिका उदय होवे उसी गति में ले जाय. a variety of Nāma. karma which perforce carries a man to that condition of existence to which his matured Ayuşya bas entitled him. सम• प्रव. २८३; -विहारि. पुं. (-बिहारिन् ) Arun बने मनुसरी संयभनी तेतेया ना२. प्रव्रज्या-दीसा आणुपुत्व. न० (भानुपूर्ण) अनुभ, परि५in. अनुक्रम; परिपाटी; क्रम. Serial order; succession. सूय. १, २, ३, १३; नाया. १६;"; भोष.-मुजाय. त्रि. (-सुजात) अनुभ-सारीशते तन्न यस. अच्छी तरहसे-अनुकमसे उप्तम well born; born in proper order. "भासुपुम्व मुजायरुइ लवह भाव परिणया" नाया. १४; श्रोद. वायुपुब्धिग. त्रि. ( प्रानुपूर्वीग-अनुपूर्वी कमस्तंगच्छतीत्यानुपूर्वीगः ) मस२. भ. पार. क्रमशः कमानुसार. In proper order." मासुपुब्धिग माएसो पम्यजासुत्त प्ररथ करणंच " माया. १,६ ,१७५ आरएपुवी. स्त्री० (भानुपूर्वी पूर्वस्व पश्चादनु ! Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रागुशामिन) [भात काल के अनुसार संयम की क्रियाएँ करने ing knowledge of physical or बाला. one performing the neces- mental pain. माया• १, ३, २, ४, sary ascetic practices enjoined -संप्पभोग. पुं. (-संप्रयोग) गना after taking Diksā. माया. नि. १, सं-५. रोग का सम्बन्ध. connection ७.१, २७३; of disease. -संप्पोगसंपउत्त. पुं. माणुलोमित्र. न. (भानुलोमिक) मधुर ५५न; (-संप्रयोग संप्रयुक्त) २ जना संपवयी आयु मनु यन. मीठे वचन; मनोहर बचन; ते; मातम्यानन। उलेमेह रोग के सम्बन्ध अनुकूल वचन. Pleasing and charm- से संयुक्त होना; भासध्यान का तासरा भेद. ing speech. " बइज बुद्धेहियमामुलो- meditating upon disease. ओब. मियं " एस. ४, ५६; Vातंच. धा• I. (मा+तम्) यो. भाखयम्ब. त्रि. ( मानेतन्य ) सापवाने मसत. चिपरना; मसलना. To rub: ये ५. लाने के योग्य. Worthy of being to apply. brought. मु. च. ८, ३०७ जं. प. २, मायचा. उबा.३,१३०%3; ३३ प्रायंचामि. उवा.३, १२८ मालोह. (बाशीष-माज्ञाया प्राप्तोपदेश- प्रातब. त्रि. (प्रातात्र) ये सास सतुं. स्योषः सामान्यम् ) सम्यम् शन सहित कुछ सलास चाला. Reddish. ओव. भासा मात्र. सम्यग्दर्शन रहित आज्ञा | भातवज्झयण. न. ( पाताम्राध्ययन) सातामात्र. Words of the omniscient ધર્મકથાના બીજ પ્રતધના ૭ માં વર્ગના not accompanied with right બીજ અધ્યયનનું નામ કે જેમાં સચની અગ્રfaith. "माया गाणंता मुका गेवेजगेसु- महिषी विस्तार पूर्व पास छे. ज्ञाता उ सरीरा" पंचा० १५, ४८; धम कथा के दूसरे श्रुतस्कंध के ७ वें वर्ग के प्रात. पुं. (भारमन् ) सामा. मात्मा. Soul दूसरे अध्याय का नाम, जिसमें कि सूर्य की "कद विहार भंते पाता प० त• गोममा पट्टराणी का विस्तृत वर्शन है. The name अटुविहा......दबियाता कसायाता जोगा. of the 2nd chapter of the 7th बाता उपयोगाता" भग० १२, १६; १५. part of the 2nd Sruta-Skandha 1; २०. ३; दस• ४; टा• १; of Jinata-.-Dharma-Katha. in मातंक. पु. (पासक-मा-सामस्येन ता. which is related the account पन्ति कृष्धजीवितमात्मानं कुर्वन्तात्यातकाः) of the principal queen of the वसेस रोगराक्ष रीताप वगैरे प्राण हारि sun. नाया• घ• २, ५:२; रोग. A fatal disease. भग० ६, ३३; मातत. म० (भारत ) संपा. लंबाई. मोब. ३९; (२) रे.गना परीषह. रोगका Length. जं. प. परीषह. trouble given or caused प्रातप. पु. (प्रातप) नाम भनी ये प्रति by disease. उत्त• १०, २५; -दसि. કે જેના ઉદયથી છવને સ્વરૂપથી ગરમ • (-दशिंन् ) थारी या मान નહિ હોવાં છતાં ઉષ્ણના અને પ્રકાશ આપ भन्नेनार (बनार). शारीरिक या નાર શરીર મલે જેમ સૂર્યમંડલગત પૃદ્ધિमानसिक दुःख जाननेवाला. (one) hav- अयि ७५. नाम कर्म की एक प्रकृति जिसके Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रातपस ] उदय से प्रकाश देनेवाला शरीर मिलता है जैसे की सूर्यमंडलगत पृथ्वीकाय के जीव. A kind of Nama Karma by the rise of which the soul which is not hot by nature gets a body which gives light and heat; e. g. a soul having earth-body in the sun. पन्न० २३; शतपत्त न० (चातपत्र ) छत्र; छत्री. छतरी. An umbrella. जं० प०. ( ४१ ) V आतव धा० II ( आ+तय् ) आतापना सेवी. आतापना लेना. To practise austerity by enduring cold, heat etc. श्रायावयंति. दसा० ३, १२; आयवेिजा. वि० दस० ४; श्रावावहि. प्रा० द० २, ५, बाबावित. हे० कृ० आया० १, ७, ३; २१०, वेय०५, २२ श्रतावित्तए ३० कृ० कप्प. ८६ भयावेत्तर. हे० कृ० नाया० १६, कप्प० ६, ५२; चायावेमाण. व० कृ० नाया० १; १६; भग० २, १३, १, ६, ३१, १५, ११६, ३, श्रांतावेमाण. १० कृ० ग्रोव० ४०; श्रातव. पुं० आतप ) अाश; तो प्रकाश; उजेला. Light; sunshine ठा०२, ४; विशे० २२४२; (२) से नामनुं मे महेशत्रिनुं २४ मुं मुर्त अहोरात्र के २४वें मुहूर्तका नाम name of the 24th Muhūrta of the period of a day and a night. सम० ३०; -णाम. न० ( - नामन् ) मो " श्रातप " ६. देखो भातप शब्द. vide " श्रातप " प्रव० १२७८; क० गं०५, ६६; - शिवाय. पुं० ( - निपात - श्रातपस्य धर्मस्य नितरांपातो N.J6 "" 33 निपातः ) गरमी थवी; महा थव। गर्मी होना. coming of heat, " प्रायवस्त निवाएं अउला हवइ वेयणा " उत• २. ३४; श्रातववंत. पुं० ( श्रातपवत् ) मे नामनुं डोरात्र २४ भुं मुर्त अहोरात्र के २४ वें मुहूर्त का नाम. Name of the 24th Muhurta of the period making up a day and a night. जं० प० [ आतानण्या श्रातवा. स्त्री० ( श्रातपा ) सूर्यनी व्यग्र महिषीनुं नाम सूर्य की श्रम पट्टरानी का नाम. The name of the principal queen of the sun. सू० प० १८; आतवाभा. स्त्री० ( आतपाभा ) लुखो " घातवा" श०६. देखा " श्रातवा शब्द. Vido. "आतवा.” जीवा० २ श्रातावग. पुं० ( धातापक- श्राता पयस्यातापनां शीतातपादिसहनरूपां करोतीत्यातापकः ) તપના સહન કરનાર; સૂર્યની આતાપના सेनार. प्रतापना सहन करनेवाला. One who practises the austerity of bearing the intense heat of the sun. ठा• ४; श्रातावण. न.० ( श्रतापन ) यातायता सेवीते. शीत, उष्णता श्रादि से शरीर को कष्ट देना. Practice of austerity by enduring intense heat, cold etc. ar ३; दस ० ४ – भूमि. स्त्री० (-भूमि) तापना सेवानी ४भ्या. आतापना लेनेका स्थान a place for practising austerity by enduring heat, cold etc. निर० ३ ३ 66 श्रातावण्या स्त्री० ( धातापनता ) भुख! ६. देखा शब्द Vide श्रातावण >> श्रातावण छातावण For Private Personal Use Only C " " ठा० ३; " Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रतावि ( ४२ ) श्रतावि. पुं० ( श्रतापिन् श्रातपयति श्रातापनां शीतातपादिसहनरूपां करोतीत्या तापी) ताय, शीताहि सहन ना२. ताप शीत, आदि को सहन करनेवाला. ( One ) who endures heat and cold. ठा०४; कप्प० ८; श्रान्तिरुण. त्रि० ( धास्तीर्ण ) पाथरेसुं; पिछ पेसुं तिछाया हुआ. Spread भग० १, १; प्रातीय. त्रि० ( श्रातीत श्रासमन्तादतीवरतो ज्ञातः मातीत. ) सर्वत्र अत्यंत लाभेल. सर्वत्र अत्यंत अतीवरूप प्रतीत होता हुआ. Felt excessive everywhere. ( २ ) ( थासामरस्येनातीतोऽतिक्रान्तः आसीतः ) समस्त यो उदसंधी गयेस. सम्पूर्णतया उलांघा हुआ. whoily, completely, crossed. आया० १, ८, ७, २२६; -- दु. त्रि. ( - अर्थ ) भे हि सर्व पदार्थ नरया छे ते. जीव राजीव शादि सर्व पदार्थों को जाननेवाला. (one) who has known fully sentient as well as insentient things. ( २ ) तमाम व्यापारी निवृत्त थयेस. समस्त व्यापार से निवृत्त. ( one ) retired from all activities. प्राया० १, ५, ७, २२६; श्रातुर त्रि० ( थातुर) व्यास; तीव्रालियाषी. व्याकुल; तड़फड़ाता हुआ. Afflicted; intensely longing. श्राया० १, १, ६, ५१; भग० १६, ४; नाया० ५; ( २ ) विषय उपाय याहि होषयुक्त विषय, कषाय आदि दोषों सहित full of faults such as passions etc. आया० १, १, २, १४; श्रातोडिजमारा. त्रि० ( श्रतोद्यमान ) वगाउवामां यावतुं बजाया जानेवाला. Being played upon सूर्य० २, ४, ११, For Private [ श्रादस बाजा. andig. j. (arata) qo'a. A musical instrument. जीवा ० ३, ३; श्रान्त पुं० ( आत्मन् ) आत्मा; व आत्मा; जीव. Soul. सूय० १, २, २, ३०; ( २ ) शरीर, हेड. शरीर; देह. body. जीवा० ३; (३) स्वयं; पोते खुद; स्वयं. oneself सूय० १, १३, ३; उवक्कम. पुं० (-उपक्रम- श्रप्राप्तकालस्यायुषो निर्जरणं, आत्मना स्वयमेवायुष आत्मोपक्रम:, आत्मन उपक्रमोवा) पोतानु ઉપક્રમ-અપ્રાપ્તકાલ આઉખાનું નિર્ઝરણું. आत्माका उपक्रम-सामयिक आयुष्य का निर्जरण. Nirjara of one's Own unfinished life period. उपक्रम भग० २०, १०, - भाव. पुं० ( - भाव ) स्वाभिप्राय; स्वयं. स्वेच्छाचार; स्वच्छंदता. wilfulness; self-will, “ जे आत्ताभावेण वियागरेजा " सू० १, १३, ३ - रक्खश्र. पुं० ( - रसक ) पोताना સ્વામિના શરીરનું રક્ષણ કરનાર દૈવતાની એક त; आत्म-रक्ष हेवता अपने स्वामी की रक्षा करने वाले देवों की एक जाति; आत्मरक्षक देव. a kind of deities who protect the body of their lord. जीवा० ३, ४, हिश्र न० (-हित ) यात्मश्रेय; आत्म-मुदया. आत्मकल्याण. welfare of the soul. " आन्तद्दियं खु 33 दुहे लग्भइ सू० १, २, २, ३० श्रातीकय. त्रि० ( श्रात्मीकृत ) भीरनीरनी पेठे आत्मानी साथै भेभेल. आत्मसातकिया हुआ; दूध और पानी के समान आत्मा के साथ एकता की हुई. Made one with the soul like milk and water विशे० १; आदेश. पुं० [स्त्री० ( आदर्श ) येऊ लतनी Personal Use Only Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मादसग] [प्रादाय Parl एक प्रकारको लिपि. A particular} प्राडा. श्रोव० ३०; kind of script; (२) रिसो. दर्पण; | प्राडहिता. ओव. ३०, शीशा. a mirror. पा. 1; -घर. | Vादा. धा. I. (मा+दा) असय ७२ न.(-गृह) सरीसाने। १२. शीश-महल. प्रहण करना. To accept; to take. a house of micrors or looking. प्रादियइ. उवा० २, १२१; सूय. २, २, glasses. जं. प. ३, ७०; भादंसग. पुं. (प्रादर्शक -प्रासमन्तात् प्राइयइ. बेय० ४, २५; निसी० १६, २४, २६ रयते पारमा यस्मिन् स भादर्शःसएव मा. पाइयंति. सूय० २, १, १६; वर्शकः) भरीसो. दर्पण; A mirror. मादिए. वि. उत्त० २४, १४; "मासगंच पयवाहि" सूय. १, ४, २, ११; पादियन्त. व. कृ. सूय० २, २, २३; प्रासिमा. श्री. (भादर्शिका) भाव विशेष; भाइ. संकृ. पाया. १, ४, १, १२६; ४ गतना भावानापहायं. खाने का एक भादियान्ति . पुं. सूय० २, २, २३, पदा विशेष. An eatable sub. माझ्यावन्ति. प्रे० सूय० २, १, १५; stance; a kind of food. .. ५. भादाण. न. (अदहण) मा. श्राधन. Boiling water. “प्रादाण भरियसि Vाद. पा• I. (मा+६) ५ ३२ कसाहयंसि" उवा० ३, १२६ -भरिग. से; माहान ४२. ग्रहण करना; लेना. वि० (-मृत) मांदर थी सरेस. गरम To take; to accept. जल से भरा हुआ. filed with boil. मायया. उत्त० ३२, २६) ing water. "मादाए भरियंसि कडाहमामयंति. पाया. १,७, १, १६९; विशे. यंसि मदहोमि" उवा० ३, १२६; १२२८; उत्त० ३, ७, प्रादाण. न० (आदान) से; प्रल २. लेना, पाययमाण. पि. नि. १०७; प्रहय करना. To take; to accept. मादर. पुं• (भादर ) मा.२ स४२. श्रादर. सूग. १, १६, ३; उवा. १, ५१; ओव. सत्कार. Hospitality. ठा०६; १०; १५, भग० २०, २; उत्त. २४, २; आदरण. न. (आदरण) स्वी॥२. स्वीकार. प्रव० १०७६; (२) भनु पाहीन अरशु. Acceptance. भग० १२, ५; कर्म का उपादान कारण. the eficient प्रादरिस पुं० ( भादश ) गुमा "मादस" cause of Karna. “धूणादाणाई श०६. देखो “आदंस" शब्द. Vide. लोगंसितविज परिजाणिया" सूय० १, "भादंस". ओव० १७; जं० प० २, ३१; ६, १०; -फलिह. तुं० (-परिघ प्रादीमादस्स लिवि. स्त्री० ( प्रादर्शलिपि ) यते द्वारस्थगनार्थ गृह्यत इत्यादानः स सहार सिपिभानी मे. अठारह लिपीओं चासौ परिघश्चादानपरिधः ) मारएर में से एक. One of the 18 scripts. ३२वानी मोस. द्वार बंद करने का श्राडा, सम० १८; चटकन. a bolt of a door. जीवा. Vश्रादह. धा. I. ( श्रा+धा ) धारण ४२यु, ४; परह. १, ४; -भंडमत्तनिरखे. ५५. धारण करना; पकडना. To put घणा समिइ. स्त्री० ( -भाण्डमायनिon; to hold; to catch. पणासमिति ) ५२१ माह पहला Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रादाणया] ( ४४ ) [आदिल्लग પૂર્વક લેવાં મુકવાં તે; સાધુની પાંચ સમિતિ- श्रादाय. सं. कृ. अ. (भादाय ) बचने भानी चोथा समिति. यत्नाचार पूर्वक __अ५ २२. लेकर; ग्रहण करके. Having उपकरण आदि का उठाना रखनाः साधु की taken. दसा. ५, ४१; भग० १५, १; पांच समिति में से चोथी समिति. care | सूय० १, ४, १, १०; fulness in taking up and | श्रादाया. पुं० (पादातृ ) हय ४२नार; laying down implements or २वी ना२. ग्रहण करनेवाला (One) articles of use; the 4th out of | who accepts. विशे० १५६८) 5 Samitis of ascetics. ठा० ७; | आदि. स्त्री. (आदि) । “आइ" श६. सम० ४; ~भंडमत्तनिक्खेषणा समिय. देखो “आई” शब्द. Vide “ प्राइ". नि. ( -भाण्डमात्रनिक्षेपणासमित) मं दसा० ७; १; सू० ५० १; B५२९५ पात्राहि तनाथा सेनार आदिकर. पुं० ( आदिकर) मा "प्राइगर" भुनार, पांयमांनी योया मिति पासमार श६. देखो " प्राइगर" शब्द. Vide साधु. उपकरण आदि को यत्नाचार पूर्वक " प्राइगर' सूय० २, २, ४१; उठाने रखनेवाला साधु; पांच में से चोथी श्रादिगर. पुं० (पादिकर) नुस। “माइगर" समिति पालने वाला साधु. ( one ) who श-६. देखो “भाइगर" शब्द. Vide is cureful in handling clothes "आहार". नाया० १६; भग० १, १, ७, vessels etc; a Sadhu who ___; १८, २; राय० २२; observes the 4th of the 5 प्रादिज. त्रि. (अदिय) मे "प्राइज" Samitis (carefulness) ठा. ७ .५४. देखो “ श्राइज्ज" शब्द. Vide सम० ४; भग० २, १; "प्राइज्ज" परह ० १, ४; श्रादाणया. स्त्री. (पादान--स्वार्थताप्रत्ययः) श्रादिकृ. पुं० ( प्रादिष्ट) नुस। 'प्राइट' २.५६. अजय ५२jते. ग्रहण करना. Accept- देखो " श्राइट" शब्द. Vide “आट्ट" ancs. ठा० २; भग० १२, १०, प्रादाणिज्जज्झयण. न० ( अादानीयाध्ययन ) आदिय. पुं० (प्रादिक) मे 'भाइ' ०.६. सूया। सूत्र ना प्रथम श्रुत धना १५ देखो 'प्राई' शब्द. Vide. "प्राइ" भग० मां अध्ययन नाम. सूयगडोग सूत्र के | __ १३, ४, १८, १०; २८, १; उवा ० १, २६; पहिले स्कंध के १५ वें अध्याय का नाम. आदिल्ल त्रि० (प्रादिम) gो “प्राइल" Name of the 15th chapter | शह. देखो “प्राइल" शब्द. Vide. of the firs first Srutaskandha of “श्राइल" भग. ७, २; १०,१, १३, ४, the Suyagudingn Sitra. सूय० । १५, ८, २४, १, १२, २६, ११; १, १६; श्रादिल्ल. त्रि. (श्रादिमिक ) तुम श्रादाणोय. मि० (पादानीय ) मा५वयन । "श्राइल" श६. देखो " प्राइल" शब्द. को पन्या सर्वमान्य थाय ते. अदिय वचन; Vide "श्राइल'. भग० ५, १; सर्वमान्य बनन. Speech which is आदिल्लग. त्रि. (श्रादिमक ) । "प्राइल' acceptable to all. सम० १६; कप्प० । श६. देखो “ श्राइल'' शब्द. Vide ६, १४; __“पाईल' भग० २४, १; Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रादी] [श्रानंद श्रादी. स्त्री० (आदी) मा भलती थे। ખાસ સાધુને માટે બનાવેલ આહારાદિ લેવાથી नही. गंगामें मिलती हुई एक नदी. Name साधुने दागतो मे होप. साधु के लिये of a river which flows into आहारादि बनाना; साधु के लिये बनाये हुए the Ganges. ठा० ५, ३, श्राहार आदि लेनेस साधु को लगनेवाला एक प्रादीण. त्रि. (श्रादीन ) । “ प्राईण" दोष. a sin incurred by a Sadhu श६. देखो “ आईण'' शब्द. Vide. | by taking food specially pre"पाईण ". -वित्ति. त्रि० (-वृत्ति) न pared for him. ठा. ३; शुमा “ श्राईण वित्ति' श६. देखो | आधार. पु. (आधार) साधार-माश्रय "आईण वित्ति" शब्द: Vide “ भाईण | टी. आश्रय; आधार; टेका. Means of वित्ति” “श्रादीण पित्ती वकरोति पावं" | supporting, support. भग० २०, २; सूय० १, १०;६; पि. नि. ५७; उपा. १,६६ आदेज. पुं० (श्रादेय ) मा “पाएउज- आधारणिज. त्रि. ( अाधारणीय) धारण णाम" श६. देखो “श्राएज्जणाम" ४२वाने योय. धारण करने के योग्य. Worthy of being put on or शब्द. Vide. "श्राएजणाम" पन्न. २३; जीवा० ३, ३; जं. प० -वक्क. पुं० | accepted. नाया• १५; ( -वाक्य)ना कर आखछेते. जिसका Vाधाव. धा• I. (आ+धाव ) sg. दौडना. To run. वचन ग्राह्य हो वह. one whose words प्राधावंति. भग. ३,13 are worth accepting. सूय० १. श्राधावमाण. माया• १3B १४, २७; प्राधि. पुं. (माधि) मानसि. lt. आदेयवयण न० ( प्रादेयवचन ) अक्षय मानसिक पीडा. Mental pain; agony ४२२। योस ययन. ग्रहण करने के योग्य of mind. भग० १, १, वचन. Words worthy of accept श्राधुणिय. पु. ( आधुनिक ) यासी - Uncu. दसा. ४, २५, भानो पायो मला. ८८ में से पांचर्ग प्रादेस. पुं० (आदेश ) गु। “पाएस" महाग्रह. The fifth great constella श६. देखो “ आएस” शब्द. Vide tion of the 88 constellations. " पाएस" पिं० नि० भा० १८; पन्न. १८; स. प. २०; भग• १४, ४ प्राधोधिय. पुं० (भाधोवधिक) अभुया . आधा. श्री. (आधा) भास साधुनमा? એજ રહે એવું અવધિનાન; અવધિજ્ઞાનેના सहारा मनाया त. खास साधु के लिये मे २. किसी नियत स्थानपरहीरहनेवाला अहारादि का बनाना. Preparing food अवधिज्ञान; अवधिज्ञान का एक भेद. A etc. specially for Sadhus. ठा० ३; variety of Avadhijñāna ro. -कम्म. न. ( -कर्मन-प्राधानमाधा maining confined to & oertain साधुनिमित्तं चेतसःप्रणिधान तस्याः कर्म place. भग० ७, ७, १४, १०; सम० पाकादिक्रिया प्राधाकर्म तद्योगाशक्ताचप्याधा- ३६; कर्म) साधुनेमाटे साहार माहि १२ ते आनंद पुं० (प्रानन्द ) मान-मुदीपना Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रानम] [ श्रापुच्छ ભરતક્ષેત્રમાં થનાર આઠમાં તીર્થકરના પૂર્વ ! प्राणवेमाण. ब. कृ. सूय. २, २, ३२; भवनु नाम. जंबू द्वीपके भरत क्षेत्र में होने वाले ५५% दसा. १०,३; आठवें तीर्थकर के पूर्व भव का नाम. Name आणविज्जइ. क. वा. राय० २६५; of the previous birth of the Vापज्ज. धा० I. (श्रा+पद् ) पाम; would-be eighth Tirthankara in भेग. पाना; प्राप्तकरना. To get; to the Bharatakşetra of Jambu- obtain; to acquire. dvipa. सभ. पं० २४१; आपउजइ. उत्त० ३२, १०३; Vधानम. धा. I. (प्रा+मम् ) नम; | श्रापण. पुं० (पापण) 11; हाट. दुकान, भयाहाथी परे ५g; तामे य; नमना; हाट. A shop. भग० ५, ७, नाया० १; नम्रीभूत होनाः मर्यादापूर्वक पैरों पड़ना; (२) शश, गली. street. जीवा. ३: आधीन होना. To bow before; to/ Vश्रापा. घा० II. (मा+पा) पी. पीना. submit to. To drink. मानमंति उत्त० १, ३२; श्राविभइ. दस० १, २, Vाने. प्रा. II. (मा+नी) मा. प्राविए. भा० उत्त. १०, २६ Vश्रापील. धा. I. (आपीड्) भसस; पी3g; लाना. To bring. २y; मसलना; दुःखदेना; रगगना. To पाणेमि. पिं०नि० ४६६; press; to oppress; to rub. प्राणेह. प्रा. भग.६,३३७ प्राधीले इ. भग. १५, १; पाहि. आ. श्रोध. नि. भा. ४१; नाया. प्रावीलए, आया० १, ४, १, १३७ भावीलिज्जा दरा० ४; प्राणहि.भा. सूय. १, ४, २,११७ धावीलियाण. सं. कृ. आया. २, १, माणिज्जए. क. वा. व. प्र. ए. पिं.नि. ५.७, विशे० २,३६%3; Vापुच्छ. धा. I. (श्रा+पृच्छ् ) Y: माथिज्यंत. क. वा. व. कु. सु० च० १४, प्रश्र २३।. पूछना; प्रश्न करना, To ask; ____५; प्रव० ८१६; to question. Vानव. धा. I, II. (प्रा+ज्ञा-णिच् )। प्रापुच्छइ. नाया. ५;८; १५; १६ मग० प्रवृत्ति ४२१वी; म १२३. प्रवृत्ति करना; ११, ६; १२, १; उवा. १,६६ श्रादेश करना. To order; to पापुच्छामि. नाया. १, २, ५, १२, १३%3; oommand. भग. ६,३३, १८, २; नाया० धक प्राणवह. सु० च० २, ३०६, प्रापुच्छामो. नाया. १६% भायवेड. विवा. ५, १; राय.४७; सु. पापुच्छउ. उवा० १,६८%3 च. २, १६०; दसा.१०,१;नाया. पापुच्छेह. भग० १८, २; __म, १६, जं. प. ५, ११५; बापुच्छित्ता. नाया० १, ५; ८; १३, १६७ मायवयंति. सूय. १, ४, १,0; उवा० १, ६६; दसा. १, २१, प्रायवेह. प्रा. नाया० ८; भग०३, १; विवा. मायवेत्ता, सं० कृ• नाया. १६६ प्रापुच्छेत्ता. नाया. ८; भग. १५; २ - Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आपुच्छण] ( ४७ ) [प्राभट्ट पापुच्छेत्ता. नाया० २, ८, भग० १८, २; Filled to the brim. “जाहेतं मापुच्छहत्ता. भग० ११, ६, १२, १; १५, वंजणमाप्रिय होइ" विशे० २५०; १; नाया० ५; १५; १६; १८; श्रापूरमाण. व. कृ. त्रि. (भापूरयत्) पूर्ण मापुरिऊण, भोघ• नि० भा० १३, ८, ३२ता. पूरा करता हुआ. Filling; comसु. १०४, ३६ pleting. "सहेणं तप्पएसे सम्बो समता बापुछिउं. कप्प. ३, ४६; श्रापूरेमाणे " राय • जीवा० ३; भग० ३, ३ जं. प. ५, ११६ पापुच्छण. न० (आप्रच्छन ) पुछते; प्रश्न ४२वे ते. पूछना; प्रश्नकरना. Question- | अापूधिय. त्रि. (भापूपिक) पूरी भास ing. नाया० ; पोमा मनावना२. पूड़ी या मालपुभा मापुच्छणा. श्री. (भाप्रच्छना ) Y७g ते; gala arar. ( One ) who prepares buns. नदी. भरत. पूछना; प्रश्नकरना. Questioning. भग, २५, ७, नाया० १२; | श्राफालित्तार. नि. (प्रास्फालायित ) - अगुत्त. १, १; पंचा० १२, २, (२) ना२. बजानेवाला. (One) who plays વિનયપૂર્વક ગુપાસે આજ્ઞા માગવી તે; upon a musical instrument. सुय. ६स सामायारीमांना 30 २. विनय. २, २. ५४; पूर्वक गुरु से आज्ञा मांगना; दस सामाचारी श्राबाहा. स्त्री. (श्रावाधा) पी. पाया. में का ३रा भेद. Respectfully ask. Affliction; pain; trouble. भग. ing the command of a precep. ५,४; १५, १; जीवा• ३, ३; यव० ५, tor; the 3rd of the ten Sāmā १५; विवा. जं. प. २, २४, माया. charis."धापुच्छणाय तइया चउत्थी पडि पुच्छणा" प्रव० ७७३; उत्त० २६, २; प्राभकर. पुं० (अाभकर) से नामाना ८८ आपुच्छाणज. त्रि. (भाप्रच्छनीय) ५७५॥ मांना १८ मे। ह. E८ ग्रहों में से ६८ में योग्य. पूछने योग्य. Worthy of being प्रह का नाम. Name of the 68th asked or questioned. नाया. १, constellation out of88.सू०प० २०; ७; उवा० १, ५ ठा० २, ३, (२)त्री वलाना मे प्रापुराण. त्रि. (मापूर्ण) इलरेस. पूर्ण विमानतुं नाम. तीसरे देव लोक के विमान भरा हुआ. Full to the brim; filled का नाम. name of the heavenly completely. पन० ३६. abode of the 3rd Devaloka. मापूरमाण. व. कृ. त्रि. (मार्यमाण ) सम०३; पाली पोरेथी पूर्ण भरातु. पानी वगेरह से श्राभक्खाण. न. (अभ्याख्यान) मोट। पूर्ण भरा हुआ. Being completely माक्षे५ भुवा; सं याव. मुंठा आरोप filled with water etc. भग० १, ६; करना; कलंक लगाना. False accusa tion; falsely charging a person आपूरिय. त्रि. (श्रापूरित ) भर्या पूर्व with guilt. उवा० १, ४६; ५र्ण सरायेद्यं. मर्यादा पूर्वक पूर्ण भरा हुआ. | श्राभट्ट, त्रि. (आभापित ) मोलावेक्ष, Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ साभरण [आभासिय - बुलाया हुभा. Called; spoken to. Ornaments. कप्प. ५, ६७, --विचित्त. विशे० १६.५; सु० च०,५४; त्रि. (--विचित्र ) Y Y २ श्राभरण. न. (भाभरण ) घरेया; सर; घरेयां. मिम २ प्रकार के गहने. vari साभूषण, गहना; अलंकार; आभूषव. An ous kinds of ornaments. "भाभornament; an embellishinent. रणाणिवा पाभरणविचित्ताणिवा" पाया. परह. १, ३, प्राया. २, ५, १, १४५, २, ५, १, १४५; निसी. १, ७, ११; श्रणुजो० १०३; निसी० ५, ११; सम० १, १७, १२; ~विहि. पुं० (विधि) घरे २३३; सू०५० १; उत्त० १३, १६ ओव० ११; मनापानी तथा पहेश्यानी विधि. गहने जीवा. ३३, नाया.७२, ५, १८, भग. बनाने और पहिनने की विधि. art of ३, २, ३, ५, १६, ५: पन्न. २; उवा. making and putting on orna१. ३१; कप्प. ४, ६२; (२) पुं० मे ments. “ भाभरणविहि परिमाणं नाम से ५ अने से समुद्र. एक द्वीप कोइ" वा. १, ३१; नाया. १; ओव० ४०; और एक समुद्र का नाम. name of anाभ-अ. ( भाभवम् ) सर पर्यत; island; also that of an ocean. - पर्यत. जीवन पर्यत. Life-long. जं. ५०३, ४५; पन. १५; जीवा० ३, ४, पंचा० ४, ३४; अणुजो० १०३;-अलंकार. पु. (-प्रत-पाभा स्त्री. (पामा) ति; तr; अमा. कार) घरेयागह। पढ२॥ ते. गहनों का कान्ति; तेज. Lustre; light. जीवा. पहिमना. putting on ornaments. | ३, ४, राय. ७८; भग० १२, ५; (२) ठा. ४, ५, भग. १,३३, -प्रलंकिय. सा२, ७भी. आकार, छवि. form; त्रि. (-अलंकृत) आभूषण पहेस; picture. पन्न० २, जीवा.४, सासूरवायी जात. आभूषणों से अलंकृत, अाभाकर. पुं० (प्राभाकर ) नामर्नु त्रीत सुशोभित. adorned; ornamented. I हेर मार्नु मे विमान. तिसरे देवसोक के नाया. १२; भग० २,५; नाया.ध. (२) विमान का नाम. Name of aheavenly माथा शगारेख टेड. आभूणों से abode of the third Devaloka. सिनगारा हुभा शरीर. body adorned | सम०३; with ornaments. भग. ६, ३३; / प्राभाग. पुं (प्राभाग) ५०२७पर्नु अ५२ -वित्त. त्रि. (वित्र) Y२ गतना नाम पडिलेहन का दूसरा नाम. A આભરણુ; વિચિત્ર પ્રકારના આભરણ; aynonym of Padile haņa i. e. भिन्न भिन्न प्रकार के आभूषण. various proper examination of clothes kinds of ornaments. जीवा० ३; etc. प्रोष० नि० ६३; -धारि. त्रि. (-धारिन् ) मालर आभागि. त्रि. (धाभागिन् ) मागी२; पा२९९ ४२६४ार धरेपरनार. आभूषण हिस्सेदार. हिस्सेदार. A sharer; a partपहिरनेवाल'. (one) who puts on ner. पिं. नि. २, १; नाया. १८% ornanents. नाया. ८; ~~वास. स्त्री | श्राभासिय. पुं. (भाभाषिक ) में नामना (-वर्षा ) मुदिहि माभूपशानी वृष्टि. ५, संताप माना है. इस नाम का ५६ भाभूषणों की वर्षा. a shower of अन्तरद्वपि में से एक. Name of one Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राभासी [प्राभिागि of the 56 Antaradvīpas. (२) त्रि. ते मन्तर ही५मा २२नार भनुष्य. प्रामाषिक नामक अंतरद्वीप में रहनेवाला मनुष्य. (a person) residing in the Antaradvipa called Abhasika; ठा. ४; जीवा० १; ३, ३; (३) पुं० सेनामनी मे २. इस नाम का एक देश. a country of this name. (४) त्रि. ते देशमा रनार मनुश्य, नी : ond. प्राभाषिक देश में रहने वाला मनुष्म; एक म्लेच्छ आति. (a person ) residing in the country called Abháşika; a kind of Mlechchhas. पन. 1, परह. १, १; -दीव. पुं० (-द्वीप) લવણસમુદ્રમાં ચૂલહિમવંત પર્વતની ડાઢા परने से नाभा मे ६५. लवण समुद्र मेंके चलाहिमवंत पर्वत के अन्तरयि पर बसा हमाद्वीप. name of an island on the Chula Himaranta mountain in the Lavana ocean. “कहिणं भंते दाहिविज्ञाणं प्राभासिय मायामाभासिय वीवे मामं दीये" जीवा० ३; ठा० ४, २; पत्र. १; माभासी. स्त्री० (भाभाषी ) यानापि ५ | नी रखेपासी जी. श्राभाषिक द्वीप में रहने वाली स्त्री. A fennale inhabitant of the Abhāsika island जीवा० ३।। आभिभोग पुं० (प्राभियोग्य-धासमन्ताद् युज्यन्ते प्रेष्यकणि व्यापार्यन्ते इत्याभियोग्याः) २ यता मालियोनि सतना यता. नोकर देव; आभियोगिक जाति के देव. A kind of subordinate gods acting as servants; gods of the Abhiyogika. kind. परह. १, २; भग. १६, २; १८, २, जं. प. १, १२; नाया० ८; (२) (अभियोग आज्ञा प्रदामलक्षणोऽस्यास्तीत्याभियोगी तनाव माभियोग्यम् ) ने।४२५४; सेवासाप. सेवक. पना; सेवकत्व. servitude. दस०६, २, ५, जं. ५० ५, ११२, ११४;-पराणात्ति. स्त्री. (-प्रज्ञप्ति) विधाधरनी विधा. विद्याधर की एक विद्या. an art or a branch of learning pussessed by Vidya. dharas. “संकामारी अभियोग पण्यत्ति गमणिथंभणिसुय बज्मुसु विजाहरीसु विजासु विस्सुयजसे" नाया. १६; -सेहि. स्त्री. (-श्रेणि) वैताय पर्वत ३५२ विधान શ્રેણિથી ૧૦ જન ઊંચે અભિયાગી દેવતા२२पानी 241. वैताब्य पर्वत के ऊपर विद्यावर श्रेणी से १० योजन ऊंचा अभियोगी देवों का रहने का स्थान. an abode of Abhiyogi deities on the Vaitādhya mount ten Yojanas in height from the Vidyādhara Sreni. जं. १०१, १२; आभिगा. सी. (प्राभियोगा) विधाधनी मे विधा. विद्याधर की एक विद्या. A. branch of knowledge or an art possessed by Vidyadharas. नाया. १६) शाभिोगन-न.पं. (माभियोगिक अभियोगःप्रयोजनमस्येति ) ना.२ १. તાની એક જાત; ઉતરતા દેવતા. नोकर देवों की एक जाति; निम्न श्रेणी के देव. A kind of subordinate deities. “भाभियोगिए देवे सहावे" जीवा० ३; ओव० ३१; नाया० ८; १४; राय० २८; ३४; भग० १४, २; (२) विधा, भंत्र, वशी ४२९५, आहि अभियोमर्म ना२ साधु. विद्या, मंत्र, वशीकरण आदि अभियोग कर्म करने. पाला साधु. a Sadhu who practises Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राभिग्गहिय] ( ५० ) [भिणियोहियणाण - charms, incantations etc. विवा० स्त्री. ( -सम्धि) भतिशाननी सम्धि-प्रालि. २; जीवा० ३; भग. १, २, पन. २०; जं. मतिज्ञानकी प्राप्ति. attainment of प० ५, ११२; -पखय. पु. ( -आय- Matijnana. भग० ८, २; अभियोगः प्रयोजनमस्येत्याभियोगिकम् प्राभिणिबोहियणाण, पुं० (प्राभिनिवोधिफपरतंग्रता फलं तस्य पयो विनाश ग्रामियो- ज्ञान ) मे “श्राभिणिकोहिय" A६. गिकरूयः ) अभियोग-५२त-त्रता मापनार देखो " श्राभिणियोहिय" शब्द. Vida भनो नाश. परतंत्रता देनेवाले कर्मों का " आभिणियोहिय" ठा• २, १; अणुजो. नाश. destruction of Karmas १; भग० १, ५, २, १०; , ६ ४, ८, २, which bring on dependence नंदी. १; विशे० ७६; ओष. सम• २८; as their fruit. जं. ५. ५, ११२; -पज्जय. पुं० (-पर्यव ) भतिज्ञानना ११५; पंचा० १२, ७,-देव. पुं० (-देय) पर्याय. मतिज्ञानका पर्याय. modifications अभियोगलतिता नीया हेयता. अभियोग of Matijnana. भग० , २, २५, जाति के हलके देव. a subordinate ४; -लद्धिया. स्त्री० (-लब्धिका) भक्तिkind of deities styled Abhi- शाननी सचि. मतिज्ञान की प्राप्ति. acquireyogika. नाया० ० Iment of Matijhana. भग• ८, २; भाभिग्गहिय. त्रि. (माभिमाहिक-अभिगृह्यत -प्रावरण. न० (-आवरण) भतिज्ञानाइत्यभिग्रहस्तेन निवृत्त प्राभिप्रहिका ) अलि વરણય; મતિજ્ઞાનને દબાવનાર કર્મ. ગ્રહથી કાયોત્સર્ગદિ કરનાર; અભિગ્રહ ઘારણ मतिज्ञानावरणीयः मतिज्ञान को ढंकनेवाला रीने ५७ वगैरे १२५ ते. अभिग्रह कर्म. Karma which obscurey धारण करके कायोत्सर्गादि करनेवाला. (One) Matijnana. सम०१७:-मावरणिज्ज. who practises Kāusagga after न० (-प्रावरणीय ) भतिज्ञानावरणीय प्रभा taking certain vows. पंचा. ४,८ મતિજ્ઞાનને અટકાવનાર જ્ઞાનાવરણીય કર્મની श्रामिणियोछिय. न. (आमनिबोधिक-भी- मे अति. मतिज्ञान विरणीय कर्म; मतिज्ञान भिमुखो बोध भाभिनियोधः सएवाभिनियो- को न होने देनेवालो ज्ञानावरणी कर्म को एक धिकम् ) मतियान; मत सने दियथी तुं प्रकृति. a variety of knowledgeનાન; જ્ઞાનના પાંચ પ્રકારમાં પહેલે obscuring Karma, preventing १२. मतिज्ञान, मन और इंद्रियसे होनवाला Matijināna. भग. ६, ३१; -घिणय. शान; ज्ञान के ५ भेदों में से पहिला भेद. पुं० (-विनय ) भतिशानन विनय. मतिMatijãāna; knowledge derived ज्ञान का विनय. Vinaya or austhrough the five senses and terity of Matijhana. मग. २५,५; the mind; the first of the 5 vari- -सागारोवोग. पु. ( -साकारोeties of knowledge. "सेकितं पाभिः पयोग-माभिमुखो नियतः प्रतिस्वरूप णियोरियणा भाभि दुविहं प० सं० सुय को बोधो बोधविशेषोऽभिनिबोधोऽभिनि. निस्सियं असुपानस्सियं च " नंदी० ओव. बोध एवाभिनिवाधिकं तच तज्ज्ञानश्च तदेव १६ आगुजो• १२७; उत्त० २८, ४, ३३, ४; साकारोपयोगः तथा ) भतिज्ञान३५ साजराठा. २, १; विशे० ८० पत्र. १; लजि. ५योग-विशेष 64योस. मतिज्ञानरूप विशेष Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रामिणिवोहियणाणि] [प्राभोग - उपयोग.definite, particular know- सो म. देखना. To see. (२) ledge in the form of or M. जानना. to know. through Matijināna. पन० २८ श्राभोइए. कप्प० ५, १०६; प्राभोएड. राय० २६४: दमा० १०, १११ आभिणियोहियणाणि. पुं. (आभिनिवाधिक शानिन् ) मानिनिमाधि भतिजानवाला उवा• ८, २५५; नाया. ८; ; भाभिनिगोधिक मतिज्ञान वाला. (One ) भग० ५, १; १६. ५; अं० ५० ५, possessed of Abhinibodhika ११५ Matijināna. भग० ६, ३, ८, २, १८, भाभोएंति. जं. प. ५, ११२; माहोयंति. भग० ३, १, १७२५, भाभोएमि. भग• ३, २, नाया० ॥ मामिप्पाइन. त्रि. ( भाभिप्रायिक ) मनिप्रायवायु; अमिप्राय यु. अभिप्राय पाभोएहिंति. भग० १५, १; भाभोएत्ता सं• कृ० नाया. वाला. Having a definite aim or पाभोहत्ता. सं० ० नाया० ८; भग० ३, २; purpose. अणुजो• १३17 १५, १; दम. ५, १, ८६ भाभियोग. पुं० (भाभियोग)नुस“माभि प्राभोएमाण. व. कृ. नाया० २, ८, १३; प्रोग" श६. देखो "माभिोग " शब्द. भग०१६, १; नाया. ध. Vide. "पाभियोग' ठा० ४, ५; प्राभोश्र-य. पुं. (भाभोग) जान; सम. भग० ३, ५; ज्ञान; समज. Knowledge; underपाभियोगत्ता. स्त्री. (माभियोग्यता) standing. दस. ५, १, ८६; विवा० १; ना२या २५०सेवा भाव; ३२ हेवना-प्राभोग, पुं० (प्राभोग-श्राभोजनमाभागः) ५jनोकरचाकर पन; सेवकरव; नोकर यो विशेष. उपयोग विशेष. A parti. देवपन. State of being a servant | cular kind of attentiveness or or a servile deity. “पहिं ठाणेहि carefulness. प्रव. ११९८; (२) शान; जीवा अभियोगत्ताए कम्मं पगरति" ठा०४; सम; ५५२. ज्ञान; समज. know. आभिसेक. मि. (भाभिषेक्य ) Arयालि ledge; information. भग. ७, ६: કરવા ; જેનો અભિષેક કરવામાં पन. १४; पि. नि. ५७७, ठा. ४, १; माय ते. राज्याभिषेक करने योग्य १०; (३) गणी सुडीने रेख प्रवृत्ति. जिसका अभिषेक किया जाता है वह. (One) जानबूझकर की हुई प्रवृत्ति. activity to be crowned king; ( one ) consciously performed. प्रव० to be made king with proper ११३८, (४) विरता२. विस्तार. extent ceremony. "धाभिसकं हस्थिरयणं परि नाया० १; -झाण. न. (-ध्यान कापह" जं. १० ओव० २६; राय० १५८; प्राभोगो ज्ञानपूर्वको व्यापारस्तस्य ध्यानम् ) आभीरी. प्रो. (आभीरी ) २४. सानपूर्वः व्यापारनुं यान. ज्ञान पूर्वक अहीरनी; अहीर जाति की श्री. An ! व्यापार का ध्यान. contemplation of Abhira female. नंदी. ४४; conscious activity. आउ• --णिव्य Vामोअ.पा. II. (*माझ्भोग-प्रा+भुज) त्तिय. त्रि० (निर्वर्तित) nejी गुडीने Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राभोगण ] ( ५२ ) रेसुं. जानबूझकर किया हुआ. performed consciously or purposely. भग० १. १, ( २ ) वैमानि देवताना शेष વિશેષ; દેધનું પરિણામ નવા હતાં પણ अरेला वैमानिक देवों का कोध विशेष; क्रोध का परिणाम जानते हुए मी किया हुआ क्रोध anger of heavenly deities 1. e. anger inspite of a knowledge of its results. ठा० ४; -- बडस. पुं० (-- बकुश ) भोग- लसीने १.५ समाउलार साधु जान बूझकर दोष लगाने वाला साधु. an ascetic consci. ously incurring sin. स० ४, ३; भग० २५, ६; श्राभोगण. ० ( * प्रयोग ) विचारल्या. विचारणा; विचार. Thought, reflection. नंदी० ३१; श्राभोगण्या. बी० ( चाभोगन ) gt; विचारला. ईहा विचारणा. Thought; | reflection. नंदी ० ३१३ आम त्रि० ( धाम ) अपव; ; अपक्क कचा. Raw; unripe. वेय० १, १, सु० च० ७, १८३६ पिं० नि० १७; पराह ० १, ३; ( २ ) सोष आहार. दोष सहित चाहार. food involving sin. श्राया० १, २, ५, ८७ – अभिभूय. श्रि० ( - श्रभिभूत ) व्यपश्यि रथी पराभव पामेल. बिना पके हुए रससे पराभव पाया हुआ. overpowered by raw essence. विवा० ७; -- गंध. पुं० -574) 2414132 24:1 दोष. प्रभाकर्म आदि दोष. a fault such as Adha Karma etc. 66 सध्यामगंध परियाय विरामगंध। ( परिष्यए " डाग. न० आया० १, २, ४, ७; ( - डाग ) असुं पा तं "( "" वगेरेनुं पांडुकम्बा पता. & raw, unripe leaf. सेज पुरा जाणेजा आमडागं वा आया • २, १, छ, ४६; - मलग. पुं० ( - मलक ) अप-यो शरावी. कम्बा मिट्टीका प्याला. a raw earthen bowl नाया० ६; - मलगरुव त्रि० (-महकरूप ) અપવ શરાવલા જેવું; કાચા શરાવલાની पेठे तरत पुटी लय तेयुं. को प्याले के समान जल्दी फूट जानेवाला fragile like & raw earthen bowl. नाया० है; तंड - महुर. त्रि० ( मधुर ) युं छतां स्वाद्यभां भधुर. कथा होनेपर भी स्वाद में मिष्ट. raw yet sweet ( e. g fruit ) " आमे यामं एगे आममझुरे 99 [ श्राभंत - ठा. ४, १; श्रम. पुं० ( धामय ) रोज रोग, बीमारी. Disease. पिं० नि० ४५३; श्रमश्र. त्रि० ( आमक ) सचित्त वस्तु; अभी-ववासी वस्तु सचित्तवस्तु; सजीववस्तु. Raw; ( a thing ) having life in it दस० ३, ७; VA-मंत. धा० II ( चा+मंत्र+खि ) संभो ધન કરી ખેલાવવું; આમંત્રણ કરવું, તે ત आप संबोधनपूर्वक बुलाना; आमंत्रण करना; नोता देना. To call out tog to invite. For Private Personal Use Only सामंते. चोव० २६६ विवा० ३३ नामा● १; ७; १८; भग० ११, १५, १3 सामंतेमि. नाया० १२; सामंतिसा. नाया० ७; भग० ३, १३ १४ ७, १५, १; निर० ३, ३; दसा० ४, ६, उवा० २, ११६६ दसा० १, १ ठा० ३, २; उवा. ६, १, ७४; चामेतसा. नाया० १४; १५; मग • ۱۱, ६, १४, Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रामंतण] [श्रामल भामंतऊण. नाया० १५; मामजिज्ज. विधि० आया० २. १३, १७२; मामंतिय. सं• कृ० सूय० १, ४, १, ६; | श्रामजेज. विधि. निसो. ४, .१, ३, मामंतेमाण. व. कृ. पाया० २, ४, १, भामज्जमाण. प. आया. २, १, १, भामंतण. न. ( प्रामन्त्रण ) समावन. संबोधन. Vocative address; calling | आमयकरणी. स्त्री. (पामयकरणी) विधा out to. ठा० ८, १; (२) आमंत्रण, વિશેષ; રોગ ઉત્પન્ન કરનાર એક વિઘા. नो1. निमंत्रण; नाता. invitation. / उत्पन्न करनेवाली एक विद्या. An art of सु. च०३, ११३ producing or causing diseases. आमंतणी. स्त्री. ( आमन्त्रणी) हैवहत। सृय. २, २, ३०; छत्यादि संमोधना५ भाषा; व्यवहार भावाना श्रामरणं. अ. (पामरणम्) भरपर्य-त. से प्रा२.संबोधनरूप भाषा. Language ___ मरने तक. Up to death; till of address in the vocati re _death. पंचा० ७, ४६; | case, a variety of conventional आमरणत. भ. ( भामरणान्त ) भर speech. प्रव० ६०१; भग० १० ३; पन्न.. पर्यत. मरण पर्यन्त. Till death. ११; अणुजो० १२६; (२) संसाधन ठा. ४, १; -दोस. पुं. (-दोष) भर मर्थमा १५॥ती (प्रथम) रिमति. संबो. પર્યત પણ કાલરિયા કસાઈની પેઠે धन के अर्थ में काम आने वाली ( प्रथमा) પાપનું પ તાપ ન થાય એવા પ્રકારને દોષ (विभाक्ति ). the nominative used रौद्रध्यानतुं मे सक्षY. मृत्यु तक किन्तु in the sense of the vocative. कालसूरिया कसाई के समान पाप का "श्रामंतणे भवे पटुमीय जह हे जुवाणत्ति" पश्चाताप न हो ऐसा दोष; रौद्रध्यान का ठा०८; एक लक्षण. sin without repenआमंत्तिस-य. त्रि. (आमन्त्रित) पुछे३; tance till death as in the २भामंत्रय अरेस. पूछा हुआ; आमंत्रण किया case of the butcher Kalasūriā; हुआ. Asked; addressed; invited. a mark of Raudra Dhyana. " गच्छामिरायं आमंतियोसि" उत्त० १३, । ठा० ४; भग० २५, ७; भोव२०; ३३; " सेभिक्खू वा २ इंस्थिश्रामंतेमाणे | श्रामरिस. पु. (प्रामर्श) संमध; २५श. मामंतिए " आया. २, ४, १, १३४; सम्बन्ध, स्पर्श; Connection; conपामग. त्रि. (प्रामक ) युं, अपरि५४५. taot. विशे० ११०६ कच्चा. Raw. ( २ ) सथित्त. सचित्त श्रामल. पुं. (श्रामन) मई मीनपायुं १क्षा सजीव. having life or lives in. सामसानुं वृक्ष. बहु बीजवाला वृक्षा दस० ५, २, १६ ८, १०; भग० १५, अविल का वृक्ष. A hog-plum tree; १; तंडु. a kind of tree with many Vश्रामज. धा• I, II. (श्रा+मृज्) पास, seeds. बीषा० १, प्राया• • १, १, साई २युं हुं२७. साफ करना; पोंछना. ५, १२९3-फप्पास. म. (-कार्पास) To cleanse; to wipe; to sweep. ! २५भयान। ५५५स. कपास की एक जाति. Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रामलक [मिस a variety or species of cotton. आमलय. पुं० (पामलक) 'भाभलग' " आमाकप्पासाोवा बसीकरणं करेइ" । श६. देखो ‘मामलग' शब्द. Vide. निसी० ३, ७२; "मामलग' राय. २६८; उवा० १, २४; श्रामलक. न. (प्राम) सामसानुं ५४. | आमिश्रा. स्त्री० (प्रामिका) यी ५ली कोस. मांवला. A fruit of the hog-plum ___ कच्ची फली वगैरह. A raw seed-pod tree. "आमखपाणगं वा" सूय. १, २, etc. " भामिनं भजि सई" दस. ५, १, १६, १, २०; श्रामलकप्पा. बी० ( पामलकल्पा ) से शामिस. न. (आमिष) मांस. मांस. नामनी मे नगरी एक नगरी का नाम. Flesh. सूय. १, १, ३, ३, उत्त० ३२, Naine of a city. " इहेब जंबूदीवे भा | ६३; नाया० ४; ठा० ४; पंचा० ५, २६; रहेवासे प्रामलकप्पा नाम नगरी होस्था" | (२) धनधान्याहोय पार्थ, धनधान्यादि राय. २; नाया. ध. भोग्य पदार्थ. any thing which can आमलग. पुं० (भामरक) भारी; भरी. be eaten or enjoyed. “आकिं. चारों तरफ फेली हुई बीमारी. Plague चणा उज्जुकडा निरामिसा" उत्त. १४, infecting all quarters. JTO 90; ४१; 'मामिसं कुखलं दिस्स बज्जमाणं (૨) ૧૦ મરકી સંબંધી અધિકારવાનું વિષાક- निरामिसं भामिसं सभ्य मुभित्ता विहरिस्सा सूत्रनु मुं अध्ययन. विपाक सूत्रका मरी मो निरामिसा' उत्त० १४; ४५; ---श्रावत्त. (बीमारी) के सम्बन्ध का 8वां अध्ययन पु.(-प्रावते)भासाथा समता कार The 9th .chapter of Vipăka આકાશમાં આવર્તન કરે છે, આવર્તનો એક Sūtra dealing with the subject १२. मास की इच्छा से आकाश में उडने of plague. ठा० १०; की क्रिया; श्रावर्तनका एक प्रकार. act of आमलग. पुं. (श्रामलक) आममान . w!.eeling in the sky done by श्रांवलेका वृक्ष. A hog-plum tree. kites etc. for flesh. ठा. ४, ४; पन्न. १; सू० ५० १०; सूय० १, ४, २,१०; -आहार. पुं० (-पाहार) मांसाहार. अणुजो• १४३, १५०; भग० २२, ३; मांसाहार. Hesh food. (२) त्रि. जीवा० १; ठा० ४, ३; --महुर. त्रि. मांसाहारी. मांस खानेवाला. carnivorous; (-मधुर) साना सयुं वाहिए. fhesh-eating; नाया. ४, -ताल्लिच्छ. आँवले के फल के समान स्वादिष्ट. as त्रि० (-तल्लिप्स ) मांसना धि-सोपी. tasteful as the fruit of a hog- मांस का लोलुपी. greedy of flesh. plum tree. ठा० ४, ३, रस. पुं० नाया. २; -प्पिय. त्रि० (-प्रिय) मांस (-स) भाभसाना २स. प्रांवले का रस. भावामा प्रीति पाली. मांस खाने में प्रीति juice of hog-plums. सूय. वि. टी. रखने वाला. fond of flesh-eating. १, ८, ११; ~~-रसिय. त्रि. (-रसित) माया० ४; -भक्खि . त्रि. (-भक्षिन् ) मसाना रसथी मिश्र अरेस. श्रावलेके रस मांसाहारी; मांस भक्ष ४२ना२. मांसाहारी. से मिश्रित. mixed with the juice carnivorous; flesh-eating. TTST of hog plum fruits. विवा० ७, २, -लोल. त्रि. (-बोल ) मांस Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भामिसस्थि] [ आमास सोसपी; मांस सपट. मांस का लोलुपी. भाग--51231-5. स्तनका अग्रभाग. The greedy of flesh. नाया० ४; nipple of the breast; a teat. आमिसत्थि. त्रि० (प्रामिषार्थिन् ) मांसनी जं. प. जीवा० ३,३; (२) ५२२५२ था। २७-प्रार्थना ३२ना२. श्रामिष-मांस की संबंध पाडं. परस्पर थोडे संबंध वाला. इच्छा-प्रार्थना करनेवाला. ( One ) | having limited inter-relation. desiring flesh, approY; नाया० १; १४; Vश्रा-मुस.धा. I. (श्रा+मृश) स; आमोक्ख. पुं० (आमोक्ष-आमुच्यतेऽस्मिमित्या भहन ४२; १२ीने नियोj. घिसना; मोषणं वाऽऽमोक्षः ) भा-समंतात-बारे मर्दन करना; मरोडकर निचोना. To rub; તરફથી મોક્ષ-છુટકારે કર્મથી સર્વથા to expel water from a wet शु८४॥२१. संपूर्णतया मोक्ष; कर्मसे सर्वथा cloth by twisting it. छुटकारा. Perfect salvation; भामुसिजा. वि. दस०४; perfect emancipation from मामुसंत. डा. १; दस० ४; Karma.“श्राइण्णाऽऽआइ भामोक्खा" भामुखमाण. १. कृ. भग• ८,३; प्राया. नि. १, १, १,७; सूय. १; १,४, श्रा-मुहुर्सतो. अ. (प्रामुहूर्तान्तस् ) अंत. १३, २, ५, ३३; भुर्त पन्त. अन्तर्मुहूर्त तक. Up to the भामोडण. न. (मामोटन ) मा-थाई भ२. limit of an Antaramubūrta. sg-wing ते. कुछ मरोडना. A little क० ५० २, ५२, twisting. परह. १, १; श्रामेल. पुं. (*) भरत भूषण; भुट ५२नी आमोडिजन्त. व. कृ. त्रि. (मामोबमान) ३६नी भासा मस्तक भूषण; मुकट उपरकी थोई भ२३वामां आयतुं. जो थोडा मरोड़ा पुष्ष की माला. A flower garland शता है वह. Being twisted a of a crown. " वसभाला मेख मउल little. राय. ८८ कुंडल सच्छंद विउब्विया भरण" पन्न. २; ओव. २४, राय. ८६; नाया. १६; आमोय. न. (भामोक ) या ढगली; जीवा० ३; ७:२31. कचरेका ढेर. A heap of re*श्रामेब-य. पुं० (*) यी पो श. fuse. " पामोयाशिवा" माया० २, १०, देखो ऊपरका शब्द. Vide above. भग. १६६ ३, ३३, ओव. ३०; श्रामोयमाण. व. कृ.त्रि.( प्रामोदमान ) *श्रामेलग. पुं० (*) मा "भामेल" २६. मुशी यता; माहा पामती; प्रसन्न होता देखो " भामेल " शन्द. Vide. "श्रामेल" हुश्रा; खुश. Rejoicing. "भामोयमाणा "भामेलग जमल जुगल वट्टिय" भग० । गच्छंति " उत्त० १४, ४४; ६, ३३; नाया. १, २, राय० १११; आमोस. पुं. ( भामर्श) २५0 ४२३। ते. पामेलग. न० (श्रामोलक) रतनना अश्र स्पर्श करना. Touching; touch. ओघ० * गुम। ४ न०५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आमोस ] ( ५६ ) नि० भा० १६४; परा६० २, १; प्रव० १५०६ आव० ४, ४ ; ग्रामोस पुं० ( ग्रामोष ) भोतरस्थी मोरी २नार. चारों ओर से चोरी करने वाला. One who steals from all quart"चामोसे लोमहारय" उत्त० ६, २८; ग्रामोसग पुं० ( ग्रामोषक ) भोर, तस्४२. चोर. A thief श्राया० २, ३, ३, १३०; ठा०५, २ ers. भ्रामोसहि. स्त्री० ( आमशौषधि - श्रमशहिहस्तादिना स्पर्शः सएवौषधिराम शौषधिः ) હાથના સ્પર્શમાત્રથી સર્વે દર્ફે મટી જાય એવી જાતની મેલવેલી શક્તિ; ૨૬ લબ્ધિमांनी भे हाथ के स्पर्श मात्र से सर्व व्याधि मिट जाये ऐसी प्राप्त की हुई शक्ति; २५ लब्धिसमें की एक लब्धि. Power to cure diseases by mere touch of the hand eto; one of the 24 Labdhis. घोष० १६; ( २ ) विधवास साधु. उक्त लब्धिवाला साधु. an ascetic pos sessed of the above mentioned power. विशे० ० ७७३; - पत्त त्रि० (- प्राप्त ) હાથ માત્ર લગાડવાથી ક્ષુધી પીડા મટી જાય तेवी सम्धि ने पाभेल. हाथ के स्पर्श मात्र से संपूर्ण पीडा मिट जाय ऐसी लब्धि पाया हुवा. possessed of the power of curing maladies by merely touching with the hand. पण्ह० २, १; आय. न ० ( आज ) मरीनां भासनं मनेस २५. बकरी के बाल का बना हुआ वस्त्र. Cloth made of the hair of a she-goat श्राया० २, ५, १, १४५; आय. पुं० (प्राय) साल धनाहिनी प्राप्ति; भाव; उभाणी लाभ; श्राय; ग्रामदनी. Gain; earning; income. " द्यायं न कुम्जा इह वियत्थी " सूर्य० १, १०, ,३, १, ११, २१, २, ६, १६; नाया० १३ पिं० नि० ३१६; अणुजो ० १३; ( २ ) नी भाव; साश्रव. कर्म का आश्रव-श्रावक. inflow of Karma. सूर्य० १, १०, ३; (२) अध्ययन तथा उद्देशाहि अंग सूत्र के अध्याय वगैरह. chapters, sections etc. "माणस्स दंसणस्सवि चरणस्सय अखे आगमो होइ भाव श्राश्रो आयो लाहोसि एगठ्ठा दस ० ट ० १ ( ४ ) आसानी से न; वनस्पति विशेष कोलाकी एक जाति, वनस्पति विशेष & kind of vegeta tion of the gourd kind. " से किंत कुणा कुणा अणेगविहा प० सं० भाए काए कुहणे " पक्ष० १; " [ श्राम श्राय. पुं० ( श्रात्मन् ) आत्मा; 1. श्रात्माः जीव. Soul; life. " 'धायगुतेजिइंदिए For Private Personal Use Only "" नाया० ८; सम० १; पद्म० १४; २८ आया० १, १, १, ३; सूर्य०, ११, १६; उत्त० २, १५, ८, १६; १४, १०९ भग० १, ४, ६ २, १३, ४, ६, १०; २०, २, ४१, १, राय० ७८; नंदी० ४५; ठा० ७, १, विशे० ३०; ६२; ३५३६६ - अंगुल. पुं० ( - अंगुल ) आत्मगु; शास्त्रोक्त प्रभाણેાપેત ઉચાઈવાલા ઉત્તમ પુરૂષના શરીરની ઉચાઈ તે ૧૦૬ મા ભાગ; આત્માંશુલ કહેवाय हे संगुथी हुवा, नही, घर, क्षेत्र. जाडी वगेरे पार्थोनुं भाप थाय छे. आत्मागुल; शास्त्रानुसार उत्तम पुरुष के शरीर की उंचाई का १०८ वां हिस्सा ; आत्मांगुल कहलाता हैं, इस से कुश्रा, नदी, घर, बाडी आदि का माप होता है. a measure of height or length, 108th part of the full height of a man as settled by the authority of scriptures; it is used to measure the depth of wells etc. Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राय] [प्राय विशे० ३४०; अणुजो० १३४; प्रव० ५६, ८; १४०३; -धंतकर. पुं. (-अन्तकरभारमनो अन्तमवसानं भवस्य करोतीत्या. त्मान्तकरः) यात्मान। सननी ४२. नार; सामान ५५ ३२ ना२. श्रआत्मा-जांवन का अंत करनेवाला. one who destroys life; one who destroys the soul. ठा. ४, २; -अजस. न० (-अयशस्) मात्मानो अयश-अशुभ नाममनी ये अति. श्रात्मा का अपयश -अशुभ नामकर्म की एक प्रकृति. infamy. disrepute of the soul; a variety of evil Nama Karma. भग० ४१, १;-अणुकंपय. त्रि. (-अनुकम्पकपारमानमेवानर्थपरिहारद्वारेणानुकम्पसे शुभा मष्ठानन सदतिगामिनं विधत्त इत्यारमानु. कम्पकः ) सामलित ४२वामा प्रवृत्त; प्रत्ये. ४६ पvिieी. आत्महित करने में प्रवृत्त, प्रत्येकबुद्ध अथवा जिनकल्पी. one devoted to the welfare of the Boul. "पायाणुकंपए णामयेगे णो पराणु . कंपए" ठा• ४. ४; सूय. २, २, ८५; -अभिणिवेस. पुं० (-अभिनिवेश) पोतापयानो मायड, ममत्वभाव. अहंभाव; ममत्व भाव. self-love, attachment to one's selfish interests. ito -अहिगरणवत्तिय. त्रि. (-अधिकरण प्रत्यय-श्रास्मनोऽधिकरणानि चास्माधिकरणानि तान्येव प्रत्ययः कारणं यत्र क्रिया करणे तदात्माधिकरणप्रत्ययम् ) मां આત્માનો અધિકરણ કારણરૂપ છે તે. जिसमें श्रात्मा का अधिकरण कारण रूप है यह. ( that ) in which relation with the soul is the active cause. “प्रायाहिगरणवतियं चणं तस्स | नो इरियावहिया किरिया कज्जइ संप- v. 11/8. राइया किरिया कज्जइ" भग० ७, १; -अहिगरणि. पुं० (-अधिकरणिन्-अधि. करणामि हलशकटादीनि कषायाश्रयभूतानि यस्य सन्तिसोऽधिकरणी पात्मनोऽधिकरणी पारमाधिकरणी) सामादिना साधन, હલ વગેરે જેની પાસે છે તે આત્મા; પિતાની જાતે આર ભ સમારંભના અધિ४२९५ भेजयना२. श्रारंभादिक के साधन; हल आदि जिसके पास है वह आत्मा; स्वयं प्रारंभ समारंभ के साधनों को एक. त्रित करने वाला. a soul possess. ed of implements of killing etc., such as a plough etc. by his own efforts " अायाहिगरणी भइ" भग० ७, १; १६, १; -श्रारंभ. त्रि० (-प्रारम्भ ) पोताने लाथे पनी बात ४२ना२. अपने हाथ से जाव की घात करने atur. ( one ) who kills a life with his own hunds. भग १, १; -उवकम. पुं० (- उपक्रम) तानी ते આઉખાને ઉપકમ કર, આખું ટુંક ४२ ते अपने हाथसे आयुष्य को कम करना. shortening one's own life. भग० २० २; १०; -कम्म. न. (कर्मन्) मामा ४२ . शात्मा का किया हुआ कर्म. Karmas done by one's self or soul. भग० ३, ५, २०, १०; २५, ८; -गय. त्रि. (-गत-प्रास्मान गतमात्मगतम् ) आत्मामा २९८ माम. संधी . श्रात्मा संबंधी. relating to the soul. पंचा० ३, ३७; -गवे. सय. त्रि० (-गधेषक) श्रात्मानं कम मलापहारेण शुदं गवेषयतीत्यारमगवेषकः ) मात्माना ५२॥ २१०५ने शेधिना२. श्रात्मा के सच्चे स्वरूप को खोजनेवाला. ( one ) who investigates into the Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राय] ( ५८ ) [आय real nature of the soul. " साहिए प्रायगवेसए स भिक्खु " उत १५, ५ -गुत. त्रि. (-गुप्त-असयमस्थानेभ्यो मनोवाकायरास्ना गुतो या स प्राधम गुतः ) मन વયન અને કાયાયે કરી આત્માને પાપ. थी पिवनार यात्म२३४. मन, वचन योर काया से श्रात्मा की रक्षा करने वाला ( one) who guards the soul against sins of thought, word and deed. “ सम्बत गाणु जाति अायगुता जिइंदिया " सूय० २, २, ६५; श्राया. १, २, ७, २०४; १, ३, १, १०६; उत्त. १५. ३, सूय. १, ११, १६ ---छट्ट. पुं० ( -षष्ठ ) मामा भी ७४ सेवा पायभूत. आत्मा जिस में छठा है ऐसे पंचभूत. the soul along with the five elements. " प्रायछटो पुणो प्राहु " सूय० १.१, १, १५; -छहवाइ. पुं. ( -षष्ठवादिन् ) ५.५. ભત ઉપરાંત છઠા આત્માને માનનાર સાંખ્ય ५गेरे. पंचभूत के सिवाय श्रात्मा को छटा मानने वाले सांख्य वगैरह. one who admits the existence of the soul in addition to the tive elements; e. g. a Sankhya etc. सूय. टी. १, १, १, १५; -जस. न. ( - यशम् ) यात्माना यशरू५ संयम. श्रात्मा का यशरूप संयम. the glory of the soul viz self-restraint. " जीवा कि प्रायजसेण उपवजति " भग. ४१, १: --जोग. त्रि० ( -योग ) मात्म। તરફની પ્રવૃત્તિ વાલે; કુશલ મનની પ્રવૃત્તિ आत्मा संबंधी प्रवृत्ति वाला; कुशल मन की प्रवृत्तिः ( one ) busy with what concerns the soul: salutary | activity of the mind. सूप० २, २, ८५; --जोगि. पुं० (-योगिन्-धात्ममो योगः कुशल मनः प्रवृत्तिका आन्मयोगः स यस्यास्ति ) सह धर्म यानमा निभान. सदा धर्म ध्यानमें निमग्न. always engaged in religious meditation. दसा. ५, २१; -8. पुं. ( -अर्थ ) मातुं अर्थ - प्रयोगमा भेक्ष. मात्मा का प्रयोजन; मोक्ष. the aim of the soul; salvation. आया. री. १, २, १, ६२; -वि. पुं० ( -प्रथिन् -प्रारमनो अर्थ प्रास्मार्थः स विद्यते यस्य स तथा) मामांनु हित ३२नार; भे.क्षार्थी. प्रात्मा का हित करने वाला; मोक्षार्थी. one who accomplishes the well-being of the soul; one aiming at salvation. सूय. २, २, ८५ --हि. पुं० (-ऋद्धि) यात्मानी -शति पासा. श्रात्मा की ऋद्धि-शनिवाला. one possessed of soul power. भग. ३, ४, ६, १; २०, २, २५, ८ -तिगिच्छिश्र. त्रि. ( -चिकित्सक ) पे.ते पोतांनी या ४२ ना२. अपनी प्राप औषधि करने वाला. ( one) who is his own doctor. टा. ४, ४; -तुला. स्त्री० ( -तुला) सत्मानीतुनासमानता- मा. श्रात्मा को उपमा. self. comparison; e. g. comparison of the lives of others with one's own life. “आयतुखं पाणहि संजए" सूय० २, २, ३, १२; -दंड. पुं० ( -दंड-श्रात्मानं दंडयतीत्या स्मदंडः ) मामाने ना२; मात्माने नि-पायाना२. प्रात्मा को दंडनेवाला; पात्मा को हानि पहुंचाने वाला. one who Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाय ] Own destroys or ruins his soul. एतेय कारण य श्रायदंडे " सूर्य • १, ७, २; – दंडस मायार. पुं० ( - दण्डसमाचार ) आत्माना अहितनुं અનુાન ३२नार; આત્મા ડય તેવું आत्मा के आहेत का આચરણુ કરનાર. कार्य करनेवाला. ons acting in a way to injure his own soul. सूय० १, २, ३, ९४ - निष्फेडय. पुं० ( - निस्फोटक ) सम्यग्दर्शन आदि अनुष्ठान વડે આત્માને સસારપ કેદખાનામાંથી महाराढनार. सम्यग्दर्शनादि के अनुष्ठान के द्वारा श्रात्मा को संसाररूपी जेल से निकालने वाला. one who releases the soul from the cage of worldly existence by right faith etc. सूय० २, २, ८५ पइहिश्र - य. त्रि० ( - प्रतिष्ठित ) घोताने આશ્રી ઉત્પન્ન થયેલ; બહાર નિમિત્તવિના अंदरना निमित्तथी घयेस. स्वभावतः उत्पन्न; बाहिर के निमित्त बिना अंदर के निमित्त से ही उत्पन्न. spontaneously produced without the operation of. any outside agency. ( ५६ ) "C ठा० २, ४, ४, १; पश्चक्ख. न० ( - प्रत्यक्ष ) आत्मसाक्षी आत्म साक्षी. with one's self or soul as witness; in one's own presence. भत्त० ५५; -- परक्कम. त्रि० (-पराक्रम ) आत्मसाध-संयम अनुष्ठानवते. श्रात्मसाधक- संयम अनुष्ठान वाला. one ) accomplishing the interest of the soul; practising asceticism. सू० १, २, ८५, दसा० ५, २४; - प्पश्रोग. पुं० ( - प्रयोग ) आत्मानो व्यापार श्रात्मा का व्यापार. activity of the soul. भग० ३, ४; ५; २०, १०; २३, ८ ३२, १ - पोग निवत्तिय त्रि० (-प्रयोग निर्वर्तित - श्रात्मनः प्रयोगेण मनः प्रभृति व्यापारेण निर्वर्तितं निष्पादितम् ) आत्माना व्यापारी निपनेस आत्मा के व्यापार से उत्पन्न. the produced by activity of the soul. भग० १६, १; - माण. त्रि० (-प्रमाण ) आत्मा हेडुनु साडा हाथ प्रमाणे प्रमाणु आत्मा देह का साडेतीन हाथ का प्रमाण. measure of the body equal to three and a half times the length of the -- प्पचाय. म० सम० १४: warm. प्रव० १२६; ( प्रवाद - श्रात्मानं जीवमनेकधा नयमतभेदेन यत्प्रवदति तदात्मप्रवादम् ) ী નામના એક પૂર્વ--શ્રુત વિશેષ; ચાપૂર્વ भांड चौदह प्रकार के पूवों में से एक पूर्व. name of a scripture; one of the 14 Purvas. नंदी ० ५६; प्रव● ७२० -- वल. पुं० (-बलश्रात्मनो वलं शक्त्युपचव श्रात्मबलम् ) आत्मानी शक्ति आत्माको शक्ति. power of the soul. आायা• १, २, २, ७५; –भाव. पुं० ( भाव ) मिध्यात्व विषय शृद्धि वगेरे. मिध्यात्व विषय में लोलुपता greediness after sensual pleasures, heretical belief etc. विणइज्जश्र सव्वह श्रायभावं " सू० १, १३, २१: ( २ ) २१- पोताने अभिप्राय भत. अपना मत one's own view or opinion. " सचेणं एस श्रट्टे बो चेवणं श्राय भाव वत्तवया ए "" भग० २, ५, १०; विशे० ६८; सू० १, १३, ३, - भाववकण्या. स्त्री० ( - माववंकनता ) પૈાતાની અંદરના અપ્રશસ્ત ભાવ મેટા विचारने सभां माते अपने For Private Personal Use Only [ श्रय " Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राय ] अप्रशस्त भाव - खराब विचार को अच्छे रूप में प्रगट करना. white-washing, var. nishing one's Own wicked internal thoughts or motives. ठा० २, १९ – रफ्ख. पुं० ( - रक्ष ) संग२४; आत्मरक्ष६. अंगरक्षकः श्रात्मरक्षक. a body-guard; one who guards the soul ' तम्रो श्रायरक्खा पद्मता संजा धम्मियाए पडिचोयणाए' ठा० ३, १; पन्न० २; जं० प०५, ११२; राय ० ७१; सूय० २, २, ५६; भग० ३, १; १६, ३; १७, ५, कप्प ० २, १३, जं० प० ४, ७३५, ११६ : - रक्खदेव. पु० (- रसदेव) आत्म२५ हेवता. आत्मरक्षक देव. a deity protecting the body or guardhing the soul. नाया० ८; नाया० ६० भग० ३, ६: १०, ६; १४, ६: जं० प० ४, ७३ - रक्खिय त्रि० (-रक्षित ) मुगतिथी आत्मानुं रक्ष छेते; कुगतिसेयात्मा को बचानेवाला ( one e) who has guarded the soul against an evil condition of existence. 61 श्रायपरकम श्रयरवखिए सूय०२, २, ८५ अरई पिट्टश्र किया विरए श्रायरक्खिए 11 उत्त० २, १५; - विसोहि . त्रि० ( - विशुद्धि) पापनुं प्रायश्रित ने आत्मानी विशुद्धिरवीत. पापका प्रायचित्त करके आत्माकी विशुद्धि करना. purification of the soul by expiation for sin. नंदी० ४३; -वेयाधच्चकर. त्रि० ( - वैयावृत्यकर ) मासु चालसी. idle; lazy ( २) दिसंलोग-साधुसमुद्दायश्री भिन्न विसंभोगिक - साधुसमुदाय से भिन. apart from the assemblage of monks. "प्रायवेयावञ्चकरे नाम मेगे यो परघेया वच्चकरे' ठा० ४; - संचेयणिज्ज पुं० ( ६० ) 27 For Private "" ( संचेतनाय श्रात्मना संचेत्यन्ने क्रियतइत्यारमसंचेतनीया: ) लुओ " श्रायसंवेयंखिञ्ज" २६. देखो "श्रय संवणिज्ज शब्द. Vide. "चाय संचयीयज्ज' " श्रायसंचय पिज्जा उवसग्गा चउन्विहा प० तं० घट्टणया पवडण्या भण्यया सराया" ठा० ४, ४; - संवेयणीय. पुं० ( संवेदनीय ) द्रव्य ઉપસર્ગને એક પ્રકાર; પેાતાનાજ કારણથી શરીર કે સંયમની ઉપધાન-પીડા થાય તે. द्रव्य उपसर्ग का एक भेद; अपनेही कारण से अपने शरीर अथवा संयम का उपघात होना disturbance to the body or to self-restraint by causes connected with one's self; a variety of material disturbance. चउस्विहा उवसग्गा प० तं दिव्वा माणुस्सा तिरिवख जोगिया घायसे वेयणिज्जा " ठा० ४, ४ – सरण्डन० ( - स्मरणार्थ ) चताना आत्माने संलाश्याभाटे अपनी आत्माका स्मरण करने के लिये. in order to remember or keep in remembrance one's own soul. क० गं० ५, १००; - सरीर श्रणवकखवत्तिया. स्त्री० ( - शरीरानवकांक्षाप्रत्यया) अगुवકુંખાયા ક્રિયાને એક ભેદ; પેાતાના શરીરનો નાશ થાય તેવા કર્મ કરવાથી लागती या प्रणवखवत्तिया किया का एक मेंद; अपने शरीर का नाश हो ऐसे कर्म करने से लगनेवाली किया. Karma incurred by doing acts which destroy one's own body. ठा० २, १; - सात. न० ( - सात ) आत्ममुप. श्रात्मसुख. one's own happiness; self-happiness. भूताइं जे हिंसति प्रायसांत सूम ६ १, ७, ५; - सायाखु 46 Personal Use Only [ आय << Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आयश्र] [प्रायंचणियाउदय गामि. पं० ( सातानुगामिन् ) मम सु५ भविष्य में इष्ट फल देनेवाला. giving मेरा ना२. अात्म सुख प्राप्त करने- the desired fruit in the की इच्छावाला. one desirous of future. "प्रायइ जण गोसो" पंचा० १६, getting one's own happiness. २८; प्रव. १५६१; --फल. न० (-फल) "हंता छेता पगभित्ता पाय सायासाणु- ५२पर्नु। ५. परभव का इष्ट फल. गामियो" सूय० १, १३, ५; -सुह. desired fruit of the next or न० (-सुख) शरीर सु. शरीर सुख. future birth. " प्रायतिफलमव. physical happiness. “जे छिदती साहणं च निउणं मुणेयवं” पंचा० १२, प्रायसुहं पहुच" सूय० १, ७, ८; ४०; -संपगासण. न० (-सम्प्रकाशन-- -सोहि स्त्री० (-शोधि) मात्मशुधि; | श्रायत्याः सम्प्रकाशनमायतिसम्प्रकाशनम् ) मिना क्षये.५५म ३ क्षय. श्रात्मशुद्धि; कर्म ભવિષ્યની સારી આશા બતાવનાર; સામને का क्षयोपशम अथवा क्षय. soul purifica. मे मेह. भविष्य के सम्बन्ध में अच्छी tion: destruction or attenua- प्रांशा बतानेवाला; साम का एक भेद. tion of Karina. 'प्राय पजोगमाय. eliowing good hopes for the सोहीए " पाया. १, ३, ४, १६; दसा० ५, future; promising well for the ४२; -हम्म. त्रि० (-पास्य ) मामानी future. ठा० ३; धान २नार. भात्माकी घात करने वाला. | श्रायं. अ. (प्रायम् ) या २. वाक्याsoul-destroying; self-destroying. *FT. An expletive. 57/912?; विनि. १५: -हित.न.(-हित ) nii.प्राता | आयंक. पुं. (श्रातक) मे "वातंक"श६. स्वत; पोतार्नु म. स्वहित; अपना भला. देखो ‘ातंक' शब्द. Vide, “अातंक" self-good; self benefit. “ artica " प्रायंकदंसी न करेइ पावं' श्राया• १, पायगुत्त भायजोगे" सूय. १, २, ८५; ) ३, २, ४, "अरइ गंडं विसूइया भायंका दसा. ५, २१: --हे उ. पुं० (-हेतु) विविहा फुसतिते" उत्तः १०, २७; ३, मामानिमित्त पातामाटे. अात्मा के लिये १८; अाया० १, १, १, ५३, १, ५, २, अपने लिये. for one's own sake; १४७; १, ३, २, १११; पिं० नि. ६६६; for one's own self. “ केइ पुरिसे जीवा० ३,१; महा. प. ३५; राय. ३२; प्रायहेउं वा णाइहे वा” सूय० २, २, २२; सु. च० १०, १३१; नाया. १; ५; भग. भाय श्र. वि. (अायत) खij. लंबा. Long. २, १, १६, २; १८, १०; २५, ७, उवा. राय. १०२; विशे० ७०४; ४, १५१; गच्छा० ७६; संस्था० ३२; प्रायइ. स्त्री० ( प्रायलि ) भविश्य सायंचणियाउन्य. न० (*) मारना वास भविष्य कास. The future. पंचा. शुमा २९ माटीपायु . कुम्हार के १६, २८; प्रव. १५६१; ---जणग. त्रि. । वर्तन में रहा हुआ मिट्टीवाला पानी. Water (-जनक) भविष्यमा टस आपना२. in a potter's vesse i. e. earthon नोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ को फूटनोट (*), Vide * मे १४.०५२ १५ नी foot-note ( * ) p. 15th, Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पायंत] ( ६२ ) [आयंबिल - - vessel and 50 muddy. 700 again in that condition of १५, १; existence. सम० १५; प्रायंत. त्रि. (प्राचान्त)यतु रेस; पाणी- श्रायंदम. त्रि. (प्रात्मदम-प्रास्मानं दमयति या हाय भोदु सा रेल. चुल्लू किया शमवन्तं करोति शिक्षयतीत्यात्मदमः ) हुश्रा, पानी से हाथ मुह साफ किया हश्रा यात्माने भना२. श्रात्मदमन करनेवाला. With the hands and face One who subdues the self. ठा० washed with water. नाया. १; १६: भग. ३, १; ; ३३; ११, १; जीवा० शायंब. त्रि. ( श्रातान) मा-पित-या ३, ४; ओव• १२, राय. १७३; कप्प. २ताशवाj. कुछ ललासावाला. Reddish. ५; १०३ प्रोच. १०; प्रव. १४६५; श्रायंतम. त्रि. ( प्रात्मतम-श्रात्मानं तमयति श्रायविर. त्रि. ( प्राताम्र ) सास गनु. खेदयतीत्यारमतमः) संयम कोरेशी यात्मा लाल रंग का. Red; of red colour. ने मना२. संघमादि के द्वारा श्रात्मदमन सु. च. १, ७५, ६. १२४; करनेवाला. One who subdues the | श्रायंबिल. न. (अाचारल) मा मात self by self-restraint etc. ठा. ४, વગેરે લખુ અનાજ એક વખત ખવાય ३; (२) (धात्मैव तमोऽज्ञानं क्रांधोवा यस्य तेमाल नामनु मे त५. 'प्रायंस प्रारमतमाः) मशी ; थी. अज्ञानी; बिल' नामक एक तप विशेष जिस में लूखा फांधी. (one )who is ignorant; भात या अन्य कोई धान्य केवल एकही बार (one ) given to anger. “अातं. खाया जाता है. A kind of austerity तमेणाममेगे ना परंतमे"ठा. ४, २; in which a person takes rice, pulse etc. only once without श्रायंता. स्त्री. ( * ) मायासंग सूत्रना adding Ghee to it. अंत. ८, १; Viयमा सय नाम. श्राचारांग सूत्र के नाया० ८; १६; भग• ३, १; ४२, १; पांचवें अध्ययन का नाम. Name of श्रोव ११; प्रव. २०३; श्राव० ६, ६; the 5th chapter of Achārānga. -पश्चलखाण. न० (-प्रस्याख्यान) मागेत सम. કરવાના પ્રયાખાન-પચ્ચખાણ લેવા તે. श्रायतिय मरण. (आत्यंतिकमरण) मे प्रायविल करने का प्रत्याखान लेना. a vow વાર મરી ગયા પછી ફરી બીજીવાર છે to perform the austerity of भनितुं भर९५ । थाय ते. एकवार मरजाने Ayambila ( g. v. ) नाया. १६६ के बाद फिर दूसरी बार उस गति का मरण -~-पाउग्ग. त्रि. (-प्रायोग्य) मांसन होना. Final death in a par- माय पिसमां पा५२१। यो५. श्रीबेल. ticular condition of existence प्रायंबिल में काम लाने योग्य. fit to be i. e. there will be no birth _used in Ayan bila श्राव० ६, ६; - - * तुम पृ४ ०२ १५ नी ४ोट (* ). देखो पृष्ठ नंबर १५ की भूटनार (*) Vide foot-note ( * ) on page 15th. Page #68 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आयंबिलअ-य ] ( ६३ ) - घट्टमाण न० ( - वर्द्धमान ) यो परस ત્રણ માસ અને ૨૦ દિવસે થતુ એક તપ * જેમાં એક આયંબિલને પારણે; એક ઉપવાસ કરી, એ આયંબિલ કરવામાં આવેછે; વલી એક ઉપવાસ કરી ત્રણ આયંબિલ; એમ એકેક આયંબિલ વધારતાં ૧૦૦ આયંબિલ સુધી ચઢાય छे चौदह वर्ष, तीन मास और २० दिनतक होनेवाला तप जिसमें कि एक आयंबिल के पारणा के बाद एक उपवास करके उसके बाद दो आयंबिल किये जाते हैं. फिर एक उपवास तीन आयंबिल, इस प्रकार बढाते बढाते १०० आयंबिल तक किये जाते हैं. पारणा के बाद एक उपवास होता है. इस रीति से चौदह वर्ष ३ मास २० दिन में यह तप पूर्ण होता है. an austerity extending over 14 years three months and 20 days; here one performs one Ayambila followed by a fast, then two, followed by a fast, then three, followed by a fast and so on up to 100 Āyambilas अंत०८, १०; श्रव० १६; आयंबिल - य. पुं० ( श्राचाम्लिक ) यांसनुं तप १२२. आंबेल - आमंत्रित का तर करनेवाला. One who performs the austerity known as Ayambila. परा० २, १ ठा०५, १; आर्यभर. त्रि० ( श्रात्मम्भर - श्रात्मानं बिभर्ति पुण्यातीत्यात्मम्भर: ) स्वार्थी; योता पोषयु२नार स्वार्थी; अपनाही पोषण करनेवाला. Selfish. " श्रयंभरेणाममेगे णो परंभरे " ठा० ४, ३; श्रयंस. पुं० ( श्रादर्श-ग्रासमन्ताद्द्दश्यते यस्मिन् स आदर्श ) सो; दर्पण; थायना; कांव. A mirror, a looking-glass. जं० प० ५, १२०; राय ४८, ११८: - घर न० ( - गृह ) रिसा भुवनः यतुं घर. कांच का घर; शीश महल. a house made of glass or mirrors. जं० प०३, ७०० - घरग. पुं० ( - गृहक) लु उसे शह देखो ऊपर का शब्द vide above. राय ० १३६६ - तल न० ( - तल ) गरिसानुं ती. दर्पण का पेंदा. the surface of a mirror. ओ० तलवम. त्रि० ( - तलउपम-यादर्शो दर्पणस्तस्य तलं तेन समतयांपमा यस्य श्रादर्शतलोपमः ) અરીસાના તલી જેવું सिधुं- सपाट. दर्पण के पेंदे के समान समतल level like the surface of a mirror. राय० - मंडल न० ( मण्डल - थादर्श व मण्डलमस्य तदादर्शमण्डलम् ) અરીસાને આકારે મંડલ-ગુંલે વાલનાર सर्पनी मे लन. दर्पण के आकार का मंडल करनेवाला एक जात वा सर्प & kind of serpent forming itself into the shape of 2t mirror circular in form. ( २ ) (श्रादश मण्डलमिवादर्शमण्डलम् ) मंडलाअरे गोडवे अरीसा. मंडलाकार सजाये हुए दर्पण. a circle formed of mirrors. श्रासमंडल इवा " जं० प० पन्ह० १, 2; - fam. t. (-fafa) e ond.il झिभिमानी : क्षिपि. १८ प्रकार की लिपियों में से एक लिपि, one of the 18 kinds of script. पन्न० १; |श्रयंसंग. पुं० ( दर्शक ) सहनी डाउनु आभरण बैल के गर्दन का एक गहना. A neck-ornament of an ox. गुजे० ६६६ ce [ श्रायसग For Private Personal Use Only Page #69 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रयंसमुह ) ( ६४ ) श्रयंसमुह. पुं० ( श्रादर्शमुख ) सव समुद्रમાં અગ્નિખુણા તરફ રહેલ આયસમુખ नामो मे अन्तरद्वीप लवण समुद्र के अग्नि कोण में रहा हुआ आयंसमुख नाम का अन्तरद्वीप. An island of the name of Ayamsamukha in the Lavana ocean. (२) ते द्वीपमां रहेनार उसमें रहनेवाले an inhabi. tant of the same. ठा० ४,२; पन्न० १; जीवा० ३, ३; श्रयंय. पुं० ( प्रदर्शक ) गरीसो; आायना. दर्पण. A mirror; a looking glass. श्रोव • आयकाय. पुं० ( श्रायकाय ) वनस्पति विशेष. वनस्पति विशेष. A kind of vegetation. भग० २३, ३; आयग न० ( आजक) मरीनां पासनं मनापेत्र वस्त्र. बकरी के बाल से बनाया हुआ वस्त्र. A cloth made of the hair of a she-goat आया० २, ५, १, १४५ or आयचरित. त्रि० ( श्रयचरित्र - श्राय भूतं निरतिचारतया चारित्रं यस्य स श्राय चरित्रः ) ६४ यास्त्रि दृढ चारित्र (One ) having a firm character right-conduct. संस्था० श्रायछत्त. न० ( आतपत्र ) छत्री; छत्र. छत्री; छत्र. An umbrella. "C ए पुरिसेपि प्रयच्छंत धरेइ " नाया० १६. आयड्ढिय. सं० कृ० अ० (अकृष्ण) मेथीने; भार्थीने. खींचकर ; आकर्षण करके. Having drawn; having_attracted. सु० च० ७ १५१ ११, ५.६; आायण. पुं० ( ग्रामीण ) उभावेश याम ु; ચામડાનું વસ્ત્ર. कमाया हुआ चमयाः चमडे का वस्त्र. Tanned leather; a garment of leather. " जे भिक्खू माउगामरस मेहुणवडियाए श्राषगाणिवा ग्राइणपावाराणि वा " निसी० ७, ११; श्रायत. त्रि. ( श्रायत ) सांभु; ही लंबा; दीर्घ. Long; protracted जं० प०पन्न १; भग० १८, ३; जीवा० ३, ३; सूर्य ० १, २, ३, १'५; ( २ ) मोक्ष भुक्ति. मोक्षः मुक्ति. absolution, salvation. 66 श्रयपरे परमायतट्ठिते " सू० १, २, ३, १५; ( ३ ) मेथे, खींचाहुआ. drawn. भग० १, ८, (४) पुं० दीर्घाक्षर संस्थान. दीर्घाकार संस्थान. configuration in its length. भग० २५, ३; करणायय. त्रि० ( - कर्णायत ) अतिशय प्रयत्नही अन सुधी मेथेल. बडे प्रयत्न से कान तक खींचा हुआ. drawn with great effort as far as the eur "प्रायय करणाय उसुं श्रायामेता चिट्ठ भग० १, ८ ६; जं० प० ३, ६२; चक्खु. त्रि० (-चतुष्-श्रायतं दीर्घमैहिकामुष्मिकापायदर्शिचक्षुर्ज्ञानं यस्य स आयतचतुः ) हीधे हर्शी. दीर्घ दर्शी ( one ) able to take a comprehensive view of things temporal and spiritual. श्राया० १, २, ५, ६३; --चरित न० ( - चरित्र ) भोक्ष भार्ग साध यरित्र मोक्ष मार्ग साधक चरित्र. right conduct leading to salvation. " आदाणि यमि श्रायत चरित आया० टी० १, १, ७, ६१; - ट्ठ. पुं० ( - श्रर्थ ) मोक्ष, मुडि मोक्षः मुक्ति. absolution; final emancipa tion. सूर्य० १, ८, १८ – त्रि. पुं० ( - अधिक ) सांगा वजत थी भोक्षनी For Private Personal Use Only [ श्रायत ܕܪ "" Page #70 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रायतण [प्रायम अभिलाषावासो. बहुत समय से मोक्ष की ३, १५; (५) प्रगट १२; प्रक्षन मुनि अभिलाषा वाला. one desirous of १२ ते. प्रगट करना; प्रश्न का स्पष्टीकरण salvation from a long time; करना. solution of a question; one looging after salvation manifestation. सूय. १, ६, १५ from a long time. "प्रायपरे परमाय. (६) ५५स्थान. वधस्थान. a place of सहिए" सूय. १, २, ३, १५; -फल. execution; u place for killing. त्रि• (-फल ) मेक्षि। ६६ आपनार. नाया. मोक्षरूप फल देनेवाला. giving salva. श्रायति. स्त्री. (प्रायति) मा प्रायइ" tion as fruit or. result. पंचा० १६. देखो “ प्रायइ " शब्द. vide १२, ४०; --संठाण. न० (-संस्थान ) "बायह" पंचा० १२, ४०; -फल. चार सा प संपावासो आ६२. त्रि. ( -फल-प्रायसो फलमस्थ संहा। पांय संहा भानुं थे. दीर्घाकार; इति ) सावतालयमांस सपना२. लकड़ी के समान लंबाईवाला प्राकार-संस्थान; आगामी भव में फल देनेवाला. giving पांच संस्थानों में से एक. long configur- or ripening into fruit in the ation like that of a stick; one next or coming birth. पंचा• १२, of the five configurations. भग. ८, १; १६, ६; ठा. १; पन्न. १; प्रायत्त. त्रि. ( भायत्त ) मिश्रित रेखं --संठाण परिणय. वि० (-संस्थानपरि मे रेलु. मिश्रित किया हुआ; इकट्ठा सत ) सायत संहार परियल पामेन. किया हुधा. Got together; collectआयत संस्थान रूप से परिणाम पाया हुश्रा. ed together; mixed together. ( one ) who has been develop. पिं.नि. २३८ ed into, changed into, a long configuration. पस. १; प्रायत्ता. मी. (श्रायता ) 2414-१२५ति भायतण. न. (मायतन ) स्थान; न माश्रय विशे५ । माय, माय बनरपति ५ आय. निवास स्थान. स्थान; श्राश्रय; निवास स्थान. बनस्पति विशेष का भार; प्राय-वनस्पति Place; abode; residenoe. श्रोष० पन. State of being an Ays नि. ७६२; परह. २, १; पाया. १,७, ( a kind of vegetation). सूय. ४, २१५; पंचा० ८, १६; निसी० १६, २१: २, ३, १५ (२) ३६, वाय. देवालय; मंदिर. प्रायन्त्रण न० ( भाकर्णन) श्रवण १२ ते. temple. परह. १, १; (३)शनी, श्रवण करना; सुनना. Hearing. सू. च. मानुनो मा२१. मंदिर की बाजू का कोठा.. १५, ३, a side-room in a temple. सा. Vश्रायम. धा• I. (आ+सम्) यशु ४२y; १..1; भाषा• २, २, २. ८० (४) अशुथिय५ स; सायमन से. पाचमन भर्नु न २१. कर्म का उपादान करना; चुल्लू करना. To remove im. $174. the officient cause of purity with water after an. Karma. निसी० १, १; आया. २१ १, swering a call of nature. v. 11/9. Page #71 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रायमण ( ६६ ) ( আয়ব্য आयमह. निसी० ४, १५; दसा० ३, ११; भायमाण. ठा. ५; श्रायमण. न. (प्राचमन ) म त्यागी પછી જલથી શુદ્ધિ કરવી તે; લેપ રહિત પણું. मल त्याग करने के बाद जल रो शुद्धि करना; लेप रहितता. Removal of impurity with water after answering a call of nature. प्रव० १३३; पिं.नि. भा० २३ प्रायमिणी. स्त्री. ( प्रायमिनी ) विधा विशे५. विद्या विशेष. A particular branch of knowledge. "आयमिणी एकमाइआश्रो विजारो अमस्स हेउं पउं अंति" सूय० २, २, ३०; पायय. त्रि. (मायत ) नुस। “ पायत" श६. देखो “ प्रायत " शम्द. Vide " आयत " नाया० ५; सूय. १, ६, १५; उत्त० ३६, २१; अणुजो० १४१; जीवा० ३१; दस. ६, ४, २, ३; पिं. नि. ३६५; श्रोध• नि० १२३; भग. ५, ६, ७, t; १४, पंचा. ", ४२; प्रव० ५२१; -करणायय. त्रि. ( - कर्णायत) गुमे। " थायत करणायय' श६. देखो "मायत करणायय " शब्द. vide " प्रायत करणायय ' भग० १, ८; ---गंतु पञ्चागया स्त्री. ( -गत्वा पश्चाद्गता) સાધુ એક લત્તા-શેરીમાં સિદ્ધા આગલ જઈ પાછા વળતાં ગોચરી કરે તે; ભિક્ષાનો श्य प्रा२ नो अभिग्रह. गली में सीधे आगे जाकर पीछे लोटते हुए भिक्षा करना; साधुओं की भिक्षा का एक प्रकार का अभिग्रह. a particular mode of begging food practised by Jaina monks viz going straight to the opposite end of a street and begging food while returning. उत्त० ३०, १;-चपखु. त्रि० (-चक्षुष ) गा'यायत चक्षु' श६. देखो 'प्रायत चालु' शब्द. vide " पायत चक्नु" भाया० १, २, ५, ६३;-हि. पुं० (-अर्थिन्) गुमे। " भायतट्टि" श६. देखो " श्रायः तहिन" शब्द. vide " अायतदिन" दस० ५, २, ३४; -डि. पुं. ( - अर्थिक ) । " पायतटिय" ०६. देखो ‘प्रायट्ठिय' शब्द. vide 'पायनट्टिय" दस. ६, ४, २, ३; -भग्ग. पुं. (-मार्ग ) मोक्ष मार्ग. मोक्ष मार्ग. the path of salvation. पंचा. ११,४२, -संठाण. न. (-संस्थान ) साना । सो मार-संहाए. लकड़ी के समान लंवा प्राकार-संस्थान. long shape, configuration, like that of s stick. भग० ८, १०; -संठाण परिणाम. न. ( -संस्थान परिणाम ) દીર્ધાકાર પરિણામ; આથત સંડાણપે परिणाम. दीर्घाकार परिणाम; भायत संस्थानरूप परिणाम. modification into a long shape or configuration. भग० ८, 10; प्राययण. न. ( मायतन) गुगा 'पाय तण ' २०६. देखो 'प्रायतण' शब्द. vide " पायतण " नाया• ; ओघ. नि० २; उत्त. ३३, ६; आया० १, ५, २, १४८; कप्प. ६, ४३; प्रव• ६४६; -सेवणा. स्त्री. ( -सेवन ) साधु प्रतिनी सेपना ४२वी ते; समस्तिनुं श्री भूषण. सम्यक्त्व का तीसरा भूपण; साधु प्रभृति की सेवा करना. act of rendering service to monks ete; the third com. mendable quality or merit of Samakita (i. e. right faith ). प्रव.६४% Page #72 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आयर ] आयर. पुं० ( श्रादर ) भुमो 'आदर ' शह देखो ' आदर ' शब्द Vide " आदर पिं० नि० १२०; २०३; परह० १, ५; जीवा• ३, ४, भत्त० ९०१ श्रायरण, न० ( श्राचरण ) अनुष्ठान १२ ते. अनुष्ठान करना Practice; perform ance. ठा० ८ आयरण. नं० आदरण ) वस्तुनो स्वीधर. वस्तु का स्वीकार. Acceptance of & thing. भग० १२,५ झायरणया बी० (: श्रादरणता ) भायाકપટ વિશેષથી કાઈપણ વસ્તુને સ્વીકાર अश्वे ते. छल कपट से किसी वस्तु का ग्रहण करना. Acceptance of anything with some deceitful intention. ( ६७ ) भग• १२, ५; शायरिय. त्रि० (आचार्य) आयरवा योग्य. आदरने योग्य. Worthy of being performed or practised. सू० १, ३, ३२; शायरिय. पुं० ( श्राचारिक ) आयार संबंधी तत्त्वाचार संबंधी तस्व. Principles of right-conduct; truth about right-conduct. " श्रायरियं विदित्ताणं सत्र दुकखा विमुच्चइ " उत्त० ६, ६, आयरिय त्रि० ( श्राचरित ) अ. यरेलु. श्रचरण किया हुआ. Performed; practised. " घम्मज्जियं च ववहारं बुंद्धेहायरियं सया " उत्त० १, ४२; राय ० २६; उवा० १, ४३; भक्त० २२३ प्रव० ७७०; पंचा० १, २३; आयरिश्रय पुं० ( प्राचार्य ) साथार्य समुनयना नायक आचार्य; समुदाय के नायक. The head of an assemblage of monks. (२) तीर्थ ५२. तीर्थंकर. Tirthañikara. ( ३ ) गुरू; साधु गुरू; साधु. For Private [ श्रायरिय preceptor. कप्प० १ १ आव० १, २; भक्त० ४३; ७०; पंचा० ५, ४०; १४, १६; पन्न० १६; नाया ० १ २ ३; १०: १३३ उत्त० १, २० : ४०; सम० ३०: वेय ० १, ३७, ४, १४ : श्राया० १, ७, १, २००, २, १, १०, ५६, पिं० ति० भा० २७; सु० च० १०, २०६० ओ० २०३ ० १, २६, २७; ३५; ३, १०, ११, १०, १२; उवा० १, ७३; विशे० ५; भग० १, १, ५, ६, १, ६; २५, ७; दस० ५, २, ४०८, ३३: दसा • १, १, ४, ६१ ६२६ - उवज्झाय-अ. पुं० ( - उपाध्याय ) व्यायार्थ उपाध्यायः सायार्य सहित उपाध्य ५. आचार्य उपाध्याय. आचार्य सहित उपाध्याय an Achārya who is also an Upadhyaya; a head of an order of monks who is also a preceptor, निर्स १६, २४; वेय० ४, २६ वव० ३, ५, १०; ११; १२, ४, २; ६७; ७, ४, २, ६, ७, ७, ५; दसा० ६, २०; दस० ६, २, १२. -पडिणीय. पुं० ( - प्रत्यनीक ) सायार्यतो शत्रु प्रतिपक्षी. प्राचार्य का शत्रु प्रतिपक्षी. an opponent of an Acharya भग० १, ३३, १५, पाय. पुं० ( -पाद ) सयाना यर उभय आचार्य के चरणकमल. the feet of an Acharya. दस० ८, १, ५ – वेयावच्च न० (-वैयावृत्य ) आयार्यनी वैयावभ्य- अति-से ॥ २वी ते. आचार्य की सेवा भक्ति करना ser vice to an Achārya. ओव० ठा० ५, १; वत ० १०:३६: भग०२५, ७३ सम्मश्र. न० (-सम्मत ) आयार्यने मान्य सम्भत. आचार्य को संम्मत liked by accept. able to, an Acharya दस० ८, ५१; आयारेय. त्रि. ( श्रार्ध्य ) पूज्यः पवित्र, पूज्य पवित्र श्रेष्ठ Ho f; revered. Personal Use Only ० Page #73 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आयरियत्त ] (६८) [प्रायवा आया० १, ८, १, २००; वेग. १, ४१; आयरिस. पुं० (श्रादर्श ) परोसा: ६५९ (२) न० तत्व तत्व. truth: essence. | आधना. दर्पण श्रायना. A mirior; a उत्त० ६:६; (३) मार्य गति पा५ नही looking.glass. सू. च० २, ११२; ४२नार मनु०५. आर्यजाति; पाप न करनेवाली | प्रायव. पु. (पातप) मा “प्रातव" जाति. the Arya race; a person २६. देखो “अातव" शब्द. vide. who does not commit sin. जीवा. "श्रातव". ओव. ३८; उत्त० २, ३५; ३, ४; पञ. १: भग. १,७ ३ , १; जीवा० ३, ३; पिं.नि. भा० ३४; भग. १, -खेत्त न० (-क्षेत्र ) मार्य क्षेत्र. आर्य- १; ठवा. ७, १६१; जं. ५० ५, १५२; क्षेत्र. the country of the Aryas. | प्रायवालोय. पुं० (प्रातपालोक ) भनिना सूय • वि. टी. १, ५, १, ६६ तापर्नु दर्शन. अग्नि के ताप का दर्शन. पायरियत्त न९ (श्राचार्यत्व) माया , Sight of the flames of fire, प्राचार्य पन.. Preceptorhood; sta. "मातवालोय महंततुवइय परण करणो" tus of a preceptor. पव० ७, १६; नाया० १;-दुग. न० (-द्विक) मात५ प्रव० ८०३; भने अधेत नाम. प्रातप और उद्योन नाम. पायरियसा. स्त्री० (प्राचार्यना) आया५; the group of the two viz. Atapa आया ५६पी. प्राचार्यत्व; प्राचार्य पद. and Udyota (i. e. heat and State of being an Achārya; light) क. गं० २, २६ श्रायवंत. त्रि. (भारमवत्-भारमज्ञानादिकम Acharyahood. क्व० ३, ७, ठा. ३, ३, निसी० ७, ३१; स्यास्तीत्यारमवान् )आत्मशानवासी. पारम ज्ञानवाला. (One ) Possessed of शायरियभासिय. न. (प्राचार्यभापिन) self knowledge or knowledge प्रश्न ०५।१२५५ सूत्र, याथु अध्ययन. प्रश्न of the soul. 'से प्रायचं नाणवं वंयवं व्याकरण सूत्र का चौथा अध्ययन. The धग्मयं वमपं पमाणाहं परियाणइ खोय' fourth chapter of Praśnavya प्राया० १, २, १, १०१; karana Satra. ठा० १०, पायवत्त. न० (मातपत्र ) ७३, ७त्री. छत्र, पायरिय चिप्पडिवत्ति. स्त्री. ( प्राचार्य छतरी. Umbrella. ओव. ३१; नाया विप्रतिपत्ति) यशामुत्रनु पांयमय १; जावा० ३, ४; मु. च० २, ५६८; भग. पन. बधदशासूत्र का पांचवाँ अध्याय. The ६,३३; जं. प. ५, ११७; fifth chapter of Bandha Daśā प्रायवपंत. न. (यातपवन ) अहोरात्रता Sutra. "बंधदसा दस अज्मयणा प. २४मां भुनन नाम. अहोरात्रि के २४वें मुहूर्त तं. बंधे मुक्खय देवड्डी दमारमंडले इय का नाम. Name of the 24th पायरिय विपडिवत्ति" ठा० १०; Muhurta of a period consistआयरियव्व. त्रि० ( श्रावरितव्य ) भाया । ing of a day and a night. सू. यो२५. आचरण करने योग्य. Worthy of | ५० १०; जं. प. being performed or practised. पायवा. स्त्री. (भातपा) माता नामना सम० २८. सूर्यनी मे अब महिषी. सूर्य की श्रातपा Page #74 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रयवि ] नामक एक परानी. Oue of the principal queens of the sun, so named. नाया? घ० ७; आयवि. त्रि. ( भास्मवित् ) आत्मज्ञानी. आत्माको जाननेवाला; आत्मज्ञानी (One) having the knowledge of the soul. श्राया० १, ३, १, १०७, आयस. त्रि० ( श्रायस ) सोलभय; बोटासंबंधी. लोहमय; लोहे संबंधि. Pertaining to iron; made of iron. भग० ७, ६, भंड, पुं० ( - भाण्ड ) आत्मारूपी लांड; भजन विशेष. आत्मारूपी पात्र the soul considered as a vessel or a receptacle. नाय'० १; - वादि. त्रि० ( - वादन् श्रात्मानं वदितुं शीलमस्येत्यात्मवादी ) आत्माना यथार्थ स्वरूपने स्वीकारनार अस्ति आत्माके यथार्थ स्वरूपको माननेवाला; श्रास्तिक. one ) who accepts the real nature of the soul; orthodox. ." से आयावादी लोयावादी कप्पावाड़ी किरियावादी श्राया० १, १, १, ५. ; - वाय. पुं० ( - घाद ) आत्मवाद; પોતાના સિદ્ધાંતને નાદ; સ્વસિદ્ધાંત સ્થાપન. आत्मवाद; निज सिद्धान्त स्थापन. Atmarāda; establishing one's own tenets or doctrines ओव० १५; - सुष्पाणिहिन. त्रि० ( - सुप्रणिहित ) જેણે આત્માને શુભયાગમાં પ્રવર્તાવ્યા છે તે. माको शुभ योग में प्रवताने वाला. (one) who contemplates upon things beneficial to the soul; (one) who has directed his soul into salutary activities. दसा० ४, ८६: श्रयाश्र. त्रि० ( श्रायात ) यावेयुं श्रायाहुवा. Come; arrived. उत्त० ६, ११; ') ( ६६ ) " For Private [ श्रायाण श्रयाण. न० ( श्रादान ) जे; अणु ; स्वीकारते. लेना ग्रहण करना; स्वीकार करना. Taking; acceptance. प्र० ५२२; श्र० १० ११; भग० २, १; २, २; जीवा० ३, ३; उत्त० १२ २; पिं० नि० २५५; ३८६; ओ० नि० ७७; विशे० १८४; ૪૮૩; ( ૨ ) ભેગલ રાખવાનું સ્થાન. डा ( किवाड़ अटकानेका डंडा ) रखने की जगह. the place where & doorbolt is kept. ओष ० १०; (३) १३५. वाक्य. sentence. सू० १, १६, ३; (४) परि. परिग्रह. worldly possessions. " प्रयाणं नरयं दिस्स नायइज तरता तरतामपि " सू० १, १५, २ ठा उत्त० ६, ८, ( ५ ) उपयोगपूर्वं वस्तुनु લેવુ મુકવું; આયાભંડમત્તનિખેવણાસમિતિ; पांय समितिमांनी भोथी समिति उपयोगपूर्वक वस्तु का ग्रहण करना; पांच समितियों में से चौथी समिति, the 4th of the five Samitis viz carefully taking up and laying down things. उत्त० २४, २; ( ६ ) मेनुं उपादान भर.. कर्म का उपादान कारण. the efficient cause of Karma. सूर्य ० १, १, २, २६:२, १, ५३; दसा० ७, १; (9 ) ( श्रदीयते सावधानुष्ठाने स्वीक्रियते इत्यादानम् ) आ अमारना अर्भ; ज्ञानावरणीयाहि. ज्ञानावरणीयादि आठ प्रकार के कर्म. the eight varieties of Karma e. g. knowledge-obscuring Karma etc. सू० १, १३, ४ ( - ) ( श्रादीयते श्रात्मप्रदेश: सह यिष्ट्र प्रकार कर्म येन तदादानम् ) मदार पापस्थान; हिंसाहि आश्रवस्थान पाप के अठारह स्थान; हिंसादि अवस्थान. eighteen sour G Personal Use Only Page #75 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रायारण] । ७० ) [आयारा - ces of sin; a source of inflow of Karma e. g. killing etc. "मायायं सगडिजे" आया. १,३,४ १२१; (१) (श्रादीयते स्वीक्रियते प्राप्यते मोचो येन तदानम) सम्यग्ज्ञान, र्शन भने यारित्र. सम्यग् ज्ञान, दर्शन, और धारित्र right knowledge, faith | and conduct. “ बुहए य विगयगेही प्रायाणं सरकत्रए" सूय. १, ३, ४, ११; १, ८, २०; (१०) (प्रादीयत इत्यादानम् ) 18. #at. absolution; salvation. " पायाण मटुं खलु वंचइसा" सूय. १, १३, ४ (१)(श्रमणोपासकेनादीयत इत्यादानं प्रथमव्रतग्रहणं) श्रावनुं प्रथम प्रत अल २ ते. धावक के प्रथम व्रत का प्रहण करना. adoption of the first vow of a layman. " जावजीवाए जेहिं समोवासगस्स आयाणं सो पामरणंताए दंडे निक्खित्ते " सूय• २, ७; (१२) (प्रादीयन्ते गृह्यन्ते शब्दादयोऽर्था एभिरिस्यादानामान्द्रियाणि ) द्रिय; श्रोत्र आदि पाय1ि . इंद्रिय श्रोत्र आदि पाव इंद्रियां. an organ of sense e. g. an ear' etc. 5 in number. " केवखीणं प्रायाणेहिं न जाणह न पासह' भग० ५, ४, ६, १०; मय० २, २, ४४; (१३) २मणीय; २भ्य. रमणीय; मनोहर. charm. ing: pleasant. परह. १, ४/ (१४) संयम. संयम. asceticism. आया. १, २, ४, ८५; -अहि. पुं. ( -प्रार्थन् ) सभ्य ज्ञान माहिना प्रयो. लवासा; मोक्षार्थी सम्यक्ज्ञान आदि के प्रयोजन वाला; मोक्षार्थी. one desirous of Moksa; one desirous of right knowledge etc. " आयाणअट्टी वादाणमोणं " सूय. १, १४, १७ | -पय. न. ( -पद-प्रादीयते गृह्यते प्रथममादौ यत्तदादानं मादानश्च तत्पदं च सुबन्तं तिङन्तं वा तदादानपदम् ) २५८ययन કે શ્રુતસ્કંધનું આદિ પદ–રાસ આતનું पाय-भ धम्मो भगवं.' अध्याय अथवा श्रुतस्कंध का प्रथम वाक्य, जैसे 'धम्मो मंगलं.' the commencing words of a scriptural chapter ete; e g. " धम्मो मंगलं" (religion is a blessing ) " सेकिंते भायाणपदेणे “ धम्मो मंगलं " चूलिमा चाउरंगि जं असंखयं प्रावंती " अणुजो. १३.; -भ -य. पुं. (-भय ) माहान द्रव्य संबंधी लय, सात नयमानु मे. द्रव्य संबन्धी भय; सात में से एक भय. fear connected with wealth; one of the seven kinds of fear. सम० ७; ठा० ७, १; प्रव. १३३४-भंडमत्तणिखेवणासमिइ. सी. ( -भाण्डमात्रनिक्षेपणासमिति ) नुस। "प्रादाणभंडमत्तणिखवणासमिइ " श६. देखो “ श्रादाणभंडमत्तणिखेवणासमिइ " शन्द. nide. " भादाणभंडमत्तशिखवणासमिह' सम० ५; -भंडमत्तनिखेवणासमिय. त्रि. ( -भाण्डमाननिरुपयासमित ) नुमे। “आदानभंडमत्तनिखेवणासमिय " श६. देखो “ आदानभंडमत्तनिखवणासमिय" शब्द. vide. “प्रादानभंष्ठमत्तनिखवणासमिय" सूय. २, २, २६: नाया. ५; दसा. ५, १; -सोय. न. (-स्रोतस्-आदीयते कर्मा नेनेत्यादानं दुष्प्रणिहितमिन्द्रियं तचतत्स्रोतश्चादानस्रोतः) दुष्ट द्रिय ५ स्रोतકમ આવવાનું ઠાર; ઇન્દ્રિયને દુષ્ટ ઉપયોગ२५ माश्रव. दुष्ट इंन्द्रियरूप स्रोत-कर्म आनेका द्वार; इन्द्रियोंका दुष्ट उपयोगरूप Page #76 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पायाणया ] ( ७१ ) [अायाम आश्रव. the door for the inflow Worthy of being accepted; of Karma; sources of sin due acceptable. अाया० १, १, २, १६; to the ill activities of sense. Vा -याम. धा• II.(प्रा+यम् ) भy; organs. " आर्यणसोय-मइवायसोयं जो- जिमाना. To feed (२) सांभु र. गंच सम्बसो णचा" आया० १, ६, १, १६; लंबा करना. to stretch; to make प्रायाणया. श्री. ( श्रादान ) । “पादा. long. णया" शह देखो “श्रादाणया" शब्द. आयामेइ. “ माहणे पायामइ थायामेइत्ता. Vide" प्राणया'' ठा. २१%; आयामेइत्ता, सउत्तरोटुं मुंडं करेइ '' भग. भायाणवंत. त्रि. (आदानवत् ) माहान १५, १; शान शन भने य य वाला यम, साधु । श्रायाम. पुं० (प्राचाम्ल ) सामि त५. वगरे. ज्ञान, दर्शन और चारित्र वाला धर्म आयंबिल नाम का तप. The austerity साधु वगैरह. (A religion, an ascetic called Ayanbila. उत्त० ३६, २५१% etc.) possessed of right-know. पंचा० १६, ३०; प्रव० ६:३; (२) is. ledge, faith, and conduct.. काजी. Konjee. निसी० १७, ३०; “प्रायाणवंतं समुदाहरेज्जा" सूय. २, ६, विशे० ११७४; पायाम. न. (श्राचाम ) सोसाभप. मांड. आयाणसो. अ. (पादानशस् ) ९२५ ४५ Water removed after boiling हाय त्यारथी मांटी. ग्रहण किया होवे तबसे rice, pulse etc. and after being लेकर. Fron) the time of accept- flavoured served as a separate ance. सूय. २, ७, १६ article of food. ठा० ३; पाया०२, १, प्रायाणिज. त्रि. ( श्रादानीय-श्रादीयत उप। ७, ४१;वि. नि० ३७; ३६४; ओव० १६ दीयत इत्यादानीयः ) अ५ ३२।। 24. पिं. नि० भा० ३६ -सित्थभोइ. त्रि. ग्रहण करने योग्य. Worthy of being (-सिक्थ भोजिन् ) मांसामा मांगे taken or accepted; acceptable. અનાજની સિથ આવે તેટલું માત્ર ખાનાર. भायाणिजे वियाहिए " पाया० १, ४, ३, मांडमें जो थोडा बहुत अन्न का अंश श्रावे १३७; ठा० ६; सम० ७०; (२) ( श्रादीयंने उतनेही को खानेवाला. one taking just गृह्यन्ते सर्वभावा अनेनेत्यादानीयम् ) as much solid food as escapes श्रुत; शास्त्र. श्रुत; शास्त्र. scripture. with Ayāma. ( g. v. ) ओव. प्राया. १, २, ३, ८०; (३) (श्रादीयन आयाम. न. (मायाम) संपा; . इत्यादानीयम् ) . कम. Karma लंबाई; लंबापन, Length. विशे० ५८५; "प्रायाणिजं प्रादाय तंमिठाणेश चिटुइ" श्रोघ. नि. ७०७; सू. प. १; सम. श्राया. १, ६, २; १८४; (४) संयम; श्रोव. जं. ५. १, ११; ठा० २, ३, नाया. संयमानुपान. संयम; संयमानुष्ठान. asceti. ५; १६; भग० २, १,५३,७६,३, cism. (५) मोक्ष. मोक्ष. salvation. १०,६; १३, ४,१५,१; जीवा० ३१; प्रव. श्रायाणीय. त्रि. (श्रादानीय) ५ ४२५॥ ५४५;-विषखंभ. पुं० न० (-विष्कंभ) यो२५; आय. ग्रहण करने योग्य. ग्राह्य । संपा। पहला. लंबाई चोडाई. Page #77 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रायामश्र] [आयार length and breadth. नाया. ६ | जं.प. १,३;., १४७, श्रायामस. न. (प्राचामक ) मासाभरा. मांड. Water removed after boi. ling rice, pulse etc. ठा० ३, ३; प्रायामग. न. ( प्राचामक) मांसामएए. मांड दाल का पानी Vide “धासामध" " धायामगंचेव जवोदगंच " उत्त. १५, | १३. भायामेत्ता. सं० कृ० ० ( प्रायम्य ) सभी शन. लंबा करके. Having lengthened, elongated. भग. १,८; मायाय. सं० कृ. अ. (आदाय ) । "आवाय" २६. देखो " श्रादाय " शब्द Vide " भादाय " भग० ५, ४, ६, १०; १३, ६; १५, १; नाया० ५, ८, ६; १५; उत्त० २, ४३, ५, ३०, पाया० १, २, ३, ८०; १, ६, २, १८३; २, १, १, १; प्रायार. पुं० (प्राचार ) सानादि साया२. ज्ञानादिक आचार. Knowledge etc. सम०प० १६८; सम. २८, नाया. १;भग २, १, २१, ३, विशे० ३१६०; ओघ नि० १८३; पंचा० ५, ४; (२) व्यवहार, विधि. मार्ग. व्यवहार; विधिमार्ग. practice; prescribed rules. दसा० ६,५३, ४, २३; (३) पतन, यारित्र, चारित्र; वृत्ति. conduct; character. पिं०नि० २०६; दस० ६, २; (४) मायासंग सूत्र; १२ संगमानु पडेसु मंग सूत्र. प्राचारोग सूत्र; १२ अंगोंमें से पहिला अंगसूत्र. the first of the twelve Angasūtras; the Acharanga Sutra. सम. १, १८; अणुजो० ४२; ओव० २१, भग० १६, ६ २०, ८, २५, ३; नंदी० ४४; -अंग. न. (-प्रा.) १२ संगसूत्रभानु प्रयम मंगसूत्र बारह अंगसूत्रोंमें से पहिला अंगसूत्र. the first of the 12 Angasūtras. सम० --अंगचूला. स्त्री. (-अङ्गचूझ) આચારાંગ સૂત્રના બીજા શ્રુતસ્કંધને પાઇલે मा. प्राचारोग सूत्र के दूसरे श्रुतस्कंध का पिछला हिस्सा. the latter part of the 2nd Sruta Skandha of Acharanga Sutra. आया. २, १, १,१;-उवगय. त्रि. (-उपगत) 1४ મે વેગ સંગ્રહ; આચાર વિશિષ્ટ પાલવે તે. १४ वाँ योग संग्रहः आचार विशेष का पालन करना. the 14th Yogasangraha; observance of a particular kind of conduct. सम० ३२; - कुसल. त्रि० ( -कुशल ) आयामां शस. माचार में कुशल. ( one ) proficient in ascetic conduct. वव० ३, ३; -पखवणी. स्त्री० (-पाक्षपणी) सलલનારને આચાર-અનુકશાન તરફ ખેંચનારી प्रया; थाना से प्रस२. सुनने वाले को श्राचार की भोर आकर्षित करने वाली कथा; कथा का एक भेद. a story inclining the hearer to practise or per: form what he hears. ठा. ४, २; -गुत्त. त्रि. ( -गुप्त ) गुसाया तो गुल मायार छेते. गुप्ताचारी; गुप्त प्राचार areal. ( one ) whose religious performances are well protected or carried on in privacy. दसा. १, ३१-३२; -गोयर पु. (-गोचर ) माया विषय; मायार संबंधी. आचार संबंधी. pertaining to Achara. भग० २, १; दस. ६, २; ठा ८; दसा. ४, १०४; श्राया० १, ६, ४, १६० --चूला. स्त्री. ( -चूला ) આચારાંગ સત્રના બીજા શ્રુતસ્કંધની यूलि. पानारांग मूत्र के दूसरे ध्रुतस्कंध Page #78 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रायार ] ,, ५७; की चूलिका the latter part ( the Chūlikā ) of the 2nd Sruta. skandha of Acharanga Sutra. श्राया० २, १, १, १, चूलिया. स्त्री० ( - चूलिका ) या रांग सूत्रनी भूमिका. आचारांग सत्र की चूलिका, the lattor part ( the Chūlika) of Acha rānga Sūtra. " प्रायारस्यं भगव घो सचूलिबागरस पंचासीइ उद्देण काला सम० ८६. " गणिफ्रिडगाणं धायार चूलिया बाणं सत्तावन्नं अभयणा सम० - पिज्जुत्ति स्त्री० ( नियुक्ति ) सारंग सूत्री नियुक्ति आवारंग सूत्र की निर्मुक्ति. the commentary on the Acharānga Sūtra. सम० १; आया० नि० १, १, १, १ – तेल. त्रि० (- स्तेन ) આચારના ચાર. અણુાયરી છતાં પોતાને આચારી કહેવડાવતાર. आचार चोरः थनाचारी होते हुए भी अपने को सदाचारी कहलाने वाला. (one ) who pretends to be of right conduct etc. though in reality he is not. दस५, १, २; –– पण्णत्ति स्त्री० (- प्रज्ञप्ति ) આચારાંગ અને પíl-જમૂદ્રીપ પન્નતિ ચન્દ यन्नति सूर्य यन्नति वगेरे सूत्र आचारांग और पन्नप्ति - प्रज्ञप्ति जंबूद्वीप प्रज्ञप्ति, चंद्र प्रज्ञप्ति, सूर्य प्रज्ञप्ति आदि सूत्र. the Acharanga and Pannati Sútra e. g. Jambudvipa Pannati, Chan dra Pannati, Sürya Paunati etc. दस० ८, ५०; - परणतिवर. पुं० ( - प्रज्ञप्तिघर ) आयारंग सूत्र ने प्रज्ञसि સૂત્ર-જમ્બુદ્રીપ પતિ ચન્દપતિ સૂર્ય પતિ वगेरेना धरनार-लागुनार आचारांग सूत्र ओर प्रज्ञप्ति सूत्र का जाननेत्राला. one who knows the Achäränga and v. 11/10. , For Private .) Pannati Sūtras like Jambudvipa Pannati etc. आकारपएहतिधरं दिट्टिवायमहिजगं " दस० ८, ५०; -पस. त्रि० (-प्राप्त ) अम्हथर्ववत माहि मायारवाओ. ब्रह्मचर्य व्रत आदि का आचरण करनेवाला. (one ) who practises continence. 66 दूसणं प्रायार पत्ताणं " तंडु० - भंडग. पुं० ( - मांड ) यात्रां पारनेर आदि उपर. पात्र, रजोहरण घ्यादि उपकरण. an ascetic's implements such as alms-bowl, soft brush etc. माया० १, १६३ भंड सेवि. पुं० ( -- भाण्डसेविट् - श्राचारशास्त्रविहितो यवहारस्तेन भाण्डमुपकरणमाचारभाण्डम् तत्सेवितुं शीखं यस्य स चारभाण्ड सेवी ) शास्त्र विधिने अनुसरी उपगर सेवनार. शास्त्रविधि के अनुसार उपकरण का सेवन करनेवाला an asce tic who uses his implements as prescribed by scriptures. आउ० - भाव. पुं० (-भाव ) साभार नाव-यायारनं २१३.५. आचार स्वरूप. the true nature of Achara i. e. knowledge, faith, conduct etc. दस० ७, १३; -- भावसंग पुं० ( -वस्तेमा ) उत्तम साभार वगरने उत्तमभायारने। भोर. उत्तम आचार रहित; सदाचार चोर. devoid of a high quality of Achāra i. e knowledge. faith, conduct etc. दस० ५. २, ४६: - भावदोसराणु. त्रि. ( - भावदोषज्ञ -- श्राचारभावस्य दोषं जानातीत्याचारभाव दोषज्ञः ) याथारभाव-साधु सभायादीना होपने लगुनार आचार भाव अर्थात् साधु समाचारी के दोष को जाननेवाला ( one ) who knows the faults connect. - Personal Use Only [ श्रायार 66 Page #79 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रायार] ( ७४ ) [श्रायारपकप्प ed with knowledge, faith, con. दस. ६, ४, ५; -समाहिसंयुड त्रि. duct eto. of Sidhus or ascetics. (-समाधिसंवृत ) साया२०५ समाधियाना; श्रायार भाव दोसन न तं भासिज्ज पनवं" मायने ना२. श्राचाररूप समाधिवाला; दस० ७, १३, -मह. त्रि. (-अर्थ) श्राव को रोकने वाला. ( one ) having शाना साधारने मथ--निमित्ते. ज्ञानादि । meditation in the form of श्राचार के लिये. for the sake of Achāra; (one) who stops the Achāra i. o knowledge, faith, inflow of Karna. दस ६, ४, २, ३; conduct etc. " भायारमहाविणय | पायार. पुं० (आकार) ति; २२. पदंजे " दस ६, ३, २; -विणय. पुं० प्राकृति; माकार. Form; configura. ( -विनय-प्राचारोवतिनां समाचारः स एष tion. #०प० नाया. १; --भावपडोयार. विमीयते अपनीयते काऽनेनेति विनय | पुं० (-भावप्रत्यवतार ) मा “पागारप्राचारविनयः ) विनय पूर्व माया२ भावपडोयार" श६. देखो " भागारपासवा ते विनयना में अ२. विनय । भावपदोयार" शब्द. vide "प्रागारपूर्वक श्राचार का पालन करना; विनय का | भावपडोयार"जं.प.१,११; एक भेद. practice of ascetic right | श्रायार कप्प. न. (श्राचारकम) निसीय conduct with reverence and सूत्रनु स५२ नाम. निसीथ सूत्र का दूसरा austerity; a mode of Vinaya. नाम. Another name of Nisitha. " से िते पायार विणए २ चउविहे पनते- Sutra. पव.३,१०, प्रव. ८६४; --धर. तंजहा संजमसमायारी यावि भवति" प्रव० । त्रि. (-धर ) निसीय सूत्रना २पर्थना घर५५४; दसा. ४, ६७, -संपया. स्त्री. नार. निसीय सत्र के अर्थ का ज्ञाता. (-संपत्-पाचरणमाचारोऽनुष्टानं तद्विषया ( one) who knows the meanस एव वा संपद्विभूतिस्तस्य वा सम्पत् ing of Nisitha Sutra. ब. ३, ४; सम्पत्तिः प्राप्तिराचारसम्पत् ) सायानी पायारक्ख. पुं० ( मास्मरण) मे संपत्ति; 6 माया२. श्राचार की संपत्ति “मायारक्स"श६. देखो “मायारक्स" उच्च श्राचार. high kind of Achara शब्द. Vide. " भावारख" जं. प. ४, i. e. religious practices enjoin. ed by right knowledge, faith | आयारदसा. मी० (आचारदशा-प्राचारप्रति. ete. “ भायार संपदा वउविहा पन्नता पादनपरा दशा आचारदशा) आया२६।। संजहा संजम धुबजोग जुसे" ठा० ८, १; नामर्नु सूत्र प्राचारदशा नामक सूत्र. The दसा. ४, १.६; -समाहि. पुं० Sūtra named Achara Daśā. (-समाधि)आया२०५ समाधि समाधिना " पायारदसाणं दस भग्झयशा परणता ये १२. प्राचाररूप समाधि; समाधि का तंजहा" ठा. १०; एक भेद. meditation in the form | पायारपकप्प पु. ( प्राचारप्रकल्प ) निसीof Achāra i. e. ascetic life થના ત્રણ અધ્યયન સહિત આચારંગ with knowledge, faith etc. "चउ- सूत्रता २५ २१ध्ययन. निसीथ सूत्र के तीन विहा खलु यायार समाही भव तंजहा'! अध्यायों सहित आचारांग सूत्र के २५ अध्याय. Page #80 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मायारपणिहि] [आयावा The 25 chapters of Achāränga લેનાર; સૂર્યની સામે દૃષ્ટિ રાખી સર્વને plus three chaptery of Nisitha. ताप सहना२. अातापना लेनेवाला; सूर्य के "अदाबीसघिहो प्रायारपकप्प नामोयं" सामने दृष्टि लगाकर सूर्य के ताप को सहने पराह० २, ५; वव० १०, २०; वाला. ( One ) who practises प्रायारपणिहि. पुं० ( प्राचारप्रणिधि) माया austerity by steadily looking પ્રતિપાદન કરનાર દશવૈકાલિક સત્રનું ૮ મું at the sun. ग्रोव० १९; परह ० २, १; अध्ययन. प्राचार का प्रतिपादन करनेवाले दशवकालिक सूत्र का आठवा अध्याय. | मायावग.वि. (श्रातापक) “ पाता. The eighth chapter of Daśa । घग" श६. देखो " अातावग" शब्द. vaikālika explaining Achāra Vide. " पातापग" पिं. नि. ३१५; i. e. right knowledge, faith पायावण. न. (अातापन ) गाताना सीetc. " अायारपणिहि लधु जहा कायब्ध तनुं सहन ४२ ते. आतापना. शीतादिक भिक्खुणा' दस० ८, १; ६४. का सहना. Practice of enduring भायारमंत. त्रि. ( भाचारवत् ) शुद्ध आयार heat, cold, etc. नाया० १६; -ठाण. बासो. शुद्ध आचरण वाला. Pure in न० ( - स्थान ) शीतादि सन ४२वान knowledge, conduct, faith etc. स्थान. शांतादिक सहन करने का स्थान. a place where cold etc. are to दस ६, १.३; be endured. पंचा० १८, ४८; --भूमि. आयात. त्रि० (प्राचारवत् ) शान, दर्शन, स्त्री. ( -भूमि ) माता पानी ४२५. ચારિત્ર, તપ અને વીર્ય એ પાંચ આચારવાલે. प्रातापना लेनको जगह. a place for ज्ञान. दर्शन, चारित्र, तप और वीर्य इन पांच practising the austerity of श्राचारवाला. (One ) possessed of enduring cold, heat etc. 777702, the five Achāras viz knowledge, faith, conduct, austerity १; ३, १; ६, ३१, ११, ६; १५, १; नाया. and heroism. ठा०८, १; भग. २५, पायावणभूमिय. न. ( आतापनभूमिक) ७, दसा. १,३१, ३२; तुमे पा श६. देखो ऊपरका शब्द. श्रायारवत्थु. न. ( श्राचारवस्तु ) मा पूर्व । Vide above. नाया. १; नात्री २९५नु नाम. नावें पूर्व के तीसरे | शायावणया. सी. ( * श्रातापनता ) | प्रकरण का नाम. Name of the third "आतावणया" श६. देखो “ याताchapter of the 9th Parva. भग. tae sth rurva. भगः घणया " शब्द. Vide " अातावणया" ठा० ३, ३; याव. पुं० (प्राताप) मुसी" आताव" श्राथायणा. स्त्री. (प्रातापना) गाताना श६. देखो " पाताव " शब्द. Vide. से. आतापना लेना. Endurance of " पाताव" भग. १, ५; कप्प० २, ५४; _heat, cold, etc. us austerities. ओव. ३८; वव० ५, २२; निर० ३, ३; अायाव अ. त्रि. (आतापक ) आतापना भग० ११, ६; Page #81 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रायास [प्रारंभ श्रायास. पुं० (प्रायास) वित्त मेह. चित्त आयोग. पुं० ( भायोग ) यानी भाप४. धन का खेद. Mental griet; sorrow of | की आमदनी. Income of wealth. the mind. परह. १, ७ (२) १८ गय.. २०६; विपिमान १५भी विपि. १८ लिपियों में से | आर. न० (भार-इहमवसारम् ) आला. यह १५ वी लिपि. the 15th of the लोक. This world.. " साहिसि मारे 18 soripts. पन्न. १; -लिवि. श्री. कोपरं" सूय. १, २, १, ८; १,६, (-लिपि) १८ लिपिमांनी १५ भं लिपि. २८; (२) संसार; 3. संसार; मर्त्य१८ लिपियों में से १५ वी लिपि. thes लोक. world; worldly existence. 15th of the 18 scripts, पन. १; सूय• १, २, १. ; (३) ५५ प्रायाहिएं. अ. (पादक्षिणम् ) क्षय गृहस्थपन; गार्हस्थ्य. householder. તરફથી માંડી; જમણી તરફથી શરૂ કરીને. ship, सूय. १. २, १,८; () यथा दक्षिण बाजूसे; दाहिनी ओर से प्रारंभ करके. नरनामेनपासे. चौथी नरक भूमिका Commencing with, starting एक-नरकावासा. a certain division from, the right side ( as oppo. of the 4th hell-region. सूय• ठा० sed to the left.) मोर. २२; नाया. ६,१६ १, १३, १६; भग० १, १, २, १; ३, १; | प्रारो . प्र. (पारसस् ) आसा. यह लोक. ४१, २; राय. २६; उमा १,१०; अं. प. ( From ) this world. " पारो ५,११२ परमो वावि " स्य. १, ८, ६ (२) आयाहिणपयाहिगी. बी. (भादक्षिणप्रदः । पहेला; मान; मापार. पहिले; अवांग; इस क्षिणा-प्रादसिगात् - दसिणगार्थादारभ्य ! पार. before ( in tiine or place ) प्रदक्षिणः परितो माम्यतो दक्षिण एवा- being on this side. पि. नि. २३४, दक्षियप्रदक्षिणः) मjा तथी १३ रीन २४१; ફરી જમણી તરફ સુધી આવર્તન કરવું તે. Vारंभ. I. धा. (आ+रम्म् ) 0 दाहिनी ओर से आवर्तन का फिर दाहिनी સમારંભ કરે; હિંસા-પાપને વ્યાપાર भोर तक-(प्रदक्षिणा. ) Starting from ४२वा. हिंसा का व्यापार-हिसक कार्य करना; the right and coming round भारंभ समारंभ करना. To do a sinful again to the right ( as oppos- action like killing etc. ed to the left.) " समरणं भगवं प्रारंभइ. भग० ३, ३ महावीरं तिसुमो पायाहिगापयाहियं कोइ" प्रारंभ. वि. दस. ६, ३५; मग. १, १, ६, ११; विवा० १: राय. प्रारंभमाद, भग० ३,३, ओव. नाया. १६%3 प्रारंभ. पुं. (भारम्भ ) हिंसा आदि आयु. न० ( श्रायुष) आयुष्य. आयुष्य; उमर.. पारी ०५।५।२; मान समारंभ. हिंसी; life. क. प. ५, ६३: -वस्त्रय. पुं० । कृषि प्रादि पापपूर्ण व्यापार; प्रारंभ समारंभ. (-घय ) आयुपिना क्षय-मंत. आयुष्प का Destructive operation; e.g. क्षय-अात. decay or end of life. killing, in agriculture etc. दसा. के प. ५. १३ ६. २: भग० ३. ३,८,१; श्रोष• ३५ Page #82 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रारंभ ( ७७ ) । प्रारंभ - उबा• ६, १७७; सूय० १, १, १, १०; १, १, २, ११; उत्त. २४, २१, ३४, २४; विशे० ३; पंचा• १,८; प्रव. १०७४; (२)त्रि. ना भारंग या५ ते ७५. जिसका प्रारंभ-वव हो ऐसा जाय. a victim of killing प्रव. १०७४; -उधरय. ! त्रि० (-उपरत ) सारंजया निवृत्त ययेन. प्रारंभ से निवृत्ति पायाहुप्रा. free from | sinful operations of killing etc. " जेय पशाणमंतो पबुद्धा प्रारंभोवरया सम्ममयीत पासह" पाया. १, ५, ५ १६. -करम. न. ( -करण ) ७ आयना ने ते. छ कार्य के | जांवों की हिंसा करना. destruction of lives of any of the six elements viz earth, water, fire eto. ठा. ३, १; परह. १, ३, | -कहा स्त्री. ( -कथा ) भागनाभि થતાં આરંભ સમારંભનાં વખાણ કરવાં તે. भोजनादि में होते हुए आरंभ समारंभ को सराहना. praise of sinful operations taking place iu the preparation of food etc. ठा. ४, २; -जावि. त्रि० (-जीविन ) मारंभ-सावध ક્રિયાથી આવકા ચલાવનાર (ગૃહસ્થ). आरंभ-सावन-क्रिया से आजीविका करनेवाला ( गृहस्थ ). (a householder) earning livelihood by operations involving killing etc आया. १, ३, २, १११;--भारण. न. ( -ध्यान ) हि ध्यान; मातध्यान. हिंसक ध्यान; अतिध्यान. meditation of destruction of sentient beings. आउ० -हाण. न० (--स्थान) આરહ્મ સમારભ કરવાના ઠેક શું-ખેતર मेरे. भारंभ समारंभ करने का स्थान | जैसे खेती बाड़ी श्रादि. a place of sinful operations; e g. a field, a garden etc. " प्रारंभ ठाणे पण्णता एवा मे व महा पउमेवि " ठा०:१ -हि. त्रि. (-मर्थिन् ) आरम्मनो अर्थी; पाना व्यापारने २२. श्रारंभ का अर्थी; पाप व्यापार को चाहनेवाला.desirous of sinful operations. "भारंभट्ठी अनुवय. माणे हणमाणे घायमाणे" पाया• १, ६, ४, ११२; -णिस्सिय. त्रि० (-निश्रित. भारम्भे हिंसादिके सावधानुष्ठानरूपे निश्च. पेमश्रिताः सम्बद्धा अध्युपपना प्रारम्भनिश्रिताः ) २ सभा तत्५२ यये. प्रारम्भ में तत्पर. plunged in sinful operations. " मंदा प्रारम्भ थिस्सिया" सूय. १, १, १, १०-१४; १,१२;-परिएणाय. त्रि० (-परिज्ञात) आपानी भाभी पडिमा આદરનાર શ્રાવક કે જે આઠ મહીના સુધી पाते भन्स समारम्भ रेनडि.भावक की पाठवी प्रतिमा के अनुसार चलनेवाला श्रावक जो कि पाठ मास तक स्वयं कोई प्रारम्भ समारम्भ नहीं करता a house. holder practising the eighth vow i. e. not doing sinful operations for eight months. समं० ११; -वजय. त्रि० (-वर्जक) આરહ્મ-પાપના વ્યાપારને ત્યાગ કરનાર; श्रीनी सामी पडिमा सेवना२. प्रारम्नपार व्यापारका त्याग करने वाला; श्रावक की आठवीं प्रतिमा का पालन करनेवाला. ( one ) observing the house. holder's 8th vow viz avoidance of killing etc for eight months. पण्ह० २, ५; -सभिय. त्रि. (-सम्मृत) सारसी सरेj-मारमयी Yष्ट. प्रारम्भ से भराहुश्रा, प्रारम्भ से युक्त, Page #83 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आरंभग ] full of sinful operations. " श्रारंभसंभियाकामा " सूय० १, ६, ३; सध त्रि० ( - सत्य- श्रारंभो जीवोपघातस्तद्विषयं सत्यमारंभ सत्यम् ) आरम्भ विषय सत्य. आरम्भ सम्बन्धी सत्य truthfulness in the matter of sinful operations of killing etc. भग० ८, १३ - सच्चम रापयोग. मुं० ( - सत्यमनः प्रयोग ) आरम्भविषयक सत्य भननेः प्रयोग-व्यापार आरम्भ सम्बन्धी सत्य मन का प्रयोग. right thought-process in the matter of sinful operations of killing etc. भग० ८, १; --सत्त. त्रि० (-सक्त ) यारम्भमां लागेल; भारम्भ भेडाभेल. श्रारम्भ संलग्न; आरम्भसंयुक्त engaged in sinful operations of killing etc. “ श्रारंreerपकरतिसंग आया ० १ १, ७, ६०, - समारंभ पुं० ( समारंभ - आरम्भः ऋष्यादिव्यापार स्तन समारम्भो जीवोपमर्द: ( ७८ ) आरम्भसमारम्भः આમ્બ समारम्भः પાપના વ્યાપારથી જીવની ઘાત કરવી તે. आरम्भ समारम्भः पापरूप व्यापार-कृत्य से जीव की घात करना performance of operations involving destruction of life etc. दसा० ६, ४; पराह० १, १; श्रारभग त्रि० ( आरम्भक ) आरंभ नार आरंभ करनेवाला. ( One ) who performs actions involving killing etc. आया० नि० १, ५, १, २३६; आरंभज त्रि० ( आरम्भज ) सावध डियाना अनुदानश्री उत्पन्न थयेव सावद्य क्रिया के अनुष्टान से उत्पन्न. Born of sinful operations आया० १, ३, १, १०८ श्रारंभय. त्रि० ( श्रारम्भज ) भुगे। उपयो [ श्रारगय शह देखो ऊपरका शब्द. Vide above. आया० १, ३, १, १०८ आरंभि. त्रि० ( आरम्भिन् ) पापना आरंभ ५२ना२. पाप का आरंभ करनेवाला. ( One) performing sinful operations. सूर्य ०१, ६, ६, आरंभिया. स्त्री० ( श्रारंभिकी ) पापना व्या पारथी सागती किया. पाप व्यापार से होने वाला कर्मबंध. Karma arising from sinful operations of killing etc. " प्रारंभिया किरिया दुविहा पण्णत्ता तंजहा जीव श्रभिया चेव " ठा० २, १; ४, ४, भग० १, २, ५, ६ पन्न० १७, २२ श्रारख. पुं० ( भारत ) राज्मना आत्मरक्ष राजा के आत्मरक्षक, A body-guard of a king. ठा० ३ ( २ ) वंश ने ते शमां उत्पन्न घयेव उम्रवंश और उस वंश में उत्पन्न अवंशी. the Ugra For Private faniily; a person born it. ठा० ६; श्रारखग. पुं० ( आरक्षक ) क्षण ५२२ वास, रक्षा करनेवाला कोतवाल. (One ) who guards or protects; e. g. police constable. कप्प०५, ६६६ आरविस्खेय. पुं० ( आरक्षिक ) अटवाल. कोतवाल, नगर रक्षक. A constable; one who guards a city. दस० १, १, १६; ओघ० नि० २२२; धारग. पुं० ( आरक) याने सारे पैडातो आरे च का आरा; पईये का आरा. A spoke of a wheel पगढ़- २, ४; श्रारगय. त्रि० ( श्रारगत ) द्रियोगी सभीप गियर थमे इन्द्रियगोचर; इन्द्रियों के समीप आया हुआ. Within the reach of senses; near the " श्ररयाई साई सुइ यो " भग० ३, ४ श्री senses. पारगयारं Personal Use Only Page #84 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रारटियसद ] आरटियसद्द पुं० ( श्रारटितशब्द ) आईन्हन ६. चिल्लाने का शब्द Barling sound; loud sound. faat &; धारण. पुं० ( धारण ) ११ भेो हेवओ ग्यार हवाँ देवसो. The 11th heavenly world. ( २ ) ते हेवोना निवासी देवता. उस देवलोक के निवासो देव. a deity of that world. विशे० ६६३; पन० 1 ; भग० १८, ७; जीवा० २; नाया० १; सम० १५०; ठा० २, ३; श्रोव० उत्त० ३६, २०६; ( ३ ) शुभ पाडवी ते; भावुते. चिल्लाना; बोम मारना shouting. श्रोष ० नि० ११४; ( ७६ ) चारणग. पुं० ( श्रारणक) ११ मे देवसो ग्यारहवाँ दवलोक. The 11th heaven ly world. भग० २४, २१; प्रारखिय. त्रि. आरण्यक ) मरएय-वनभां ते; वानप्रस्थ. वन में जाना; वानप्रस्थ. ( One ) resorting to a forest; abandoning the world " से जे इमे . श्रारणिया श्रावसियास गामयिति वा 33 दसा ० ११, ७; श्रारएणग. त्रि० ( आरण्यक ) मरस्य वनमा न्हा वसतार; वानप्रस्थ वन में जाकर रहने वाला; वानप्रस्थ. ( Oue ) renouncing the world and resorting to a forest. रणगा होह मुखी " पसस्था " उत्त० १४, ६: श्रारण्णय. त्रि० ( श्रारण्यक ) भुमो उपक्षे ६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above निसी० १६, ७ आररिणय. त्रि० ( श्राररियक ) वनभां वसी લફુલ કંદના આહાર કરનાર તાપસ વગેરે वनमें रहकर फल, फूल, कंद का आहार करनेवाले तारसी वगैरह. An ascetic [ श्रारबी etc. who stays in the forest and lives upon roots, fruit etc. सूय० २, २, २१; २७; आरत. त्रि० ( आरत ) निवृत्ति पामेव; उपरतविराम पामेव निवृत्ति प्राप्त; विराम पायाहुआ. ( One ) who has ceased. सूर्य० १, ४, १, १; भारत त्रि० ( आरक्त ) थे। हुं रंगेलुः रंगीन वस्त्राहि. कुछ रंगा हुआ; रंगीन वस्त्रादि. Lightly coloured; e. g. a cloth etc आया० १, २, ३, १६; आरद्ध. त्रि० ( आरब्ध ) आरम्भ रेल. आरम्भ किया हुआ. Begun; commonced. सु० च० १, ८०; भग० ३, १; ४२, १; विशे० ४२२; ६५५; श्रध० नि० भा० २४८ क० प० ५, ६५; श्रारभिय. त्रि० ( श्रारण्यक ) भुगो रिणय " ७६. देखो अररियाय शब्द. Vide " चाररिणय " सूय० २, २, २१; २७; 66 आरव. पुं० (* चारब= अर्थ ) उत्तर भरतभांना आरम नामे देश; अस्थान उत्तर भरत क्षेत्र में का आरब नामक देश; अस्थान. Arabia; name of a country in Uttara Bharata. ( २ ) अरमस्तानना राईवासी मनुष्य; आर. अर्थस्थान वासी मनुय. an Arab. परा६० १, १; जं० प० श्रारवग. पुं० ( श्राबेक ) सारण; मारमहेश. नो डेवासी स्थान का रहनेवाला. Aa Arab; a residout of Arabia. जं० प० For Private Personal Use Only "" धार 73 आरबी. श्री० ( *आरबी = आर्थी ) अर्थस्थानभां कन्भेय. हासी. अस्थान में जन्मी हुई दासी. An Arab servant-maid. भग० ६, ३३; ओव० ३३; जं० प० पराद्द ० १, १; नाया० १; Page #85 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रारम्भ ] ( ८० ) [भारा प्रारम्भ. सं.कृ.अ. (भारभ्य) भारभ्भी न; भारत शने. प्रारम्भ करके. Having begun. पक्ष. १४; पिं.नि. २३३; भग.८,७, Vारम. धा • I. (प्रा-रम) आरम: शयात गुं. भारम्भ करना. To begin; to coinmence. भारभइ. प्रव. १४८3८२८ भारभंत. व. कृ. पि. नि. ५७५; अणुजो १२८ भारमड. न. (भारभट) ३२ नामां २८ भुनाट. ३२ नाटकों में से २८ वां नाटक. 28th of the 32 dramas, मीबा• ३, ४; राय० १४ ग. ४,४; जं. प. ५,१२१3 भारमडभसोल. न० ( प्रारभरभसोस ) ३२ नाटमा ३. अॅनाट. ३२ प्रकार के नाटकों में से ३० वां नाटक. 30th of the 32 dramas. जीवा.३,४, राय. १४%3 भारभडा. श्री. ( *भारभटी ) पति કરતી વખતે વસ્ત્ર ઉતાવેલે લેતાં મુકતાં કે જોતાં લાગતો એક દેવ; પડિલેહણ નો એક ३५. पडिलहण करते समय शीघ्रता से वस्त्र उठाने रखने या देखने में जो दोष लगता है वह; पडिलेहण का एक दोष. A fault connected with the examination of clothes viz hastily handling them or hastily inspecting them. उत्त० २६, २६; भोघ• नि० भा० १६२, ठा० ६, १; प्रारभिय. न. (पारमित )नाटयनी विधिनी मे आर. नाव्यविधि का एक भेद. A mode of dramatio acting. सय. मारय. त्रि. ( भारत ) निवृत्ति पामे. निवृत्ति पायाहुश्रा. ( One ) who has ceased; freed from. मयः १,४; (२) गये।; २ ५३. गयाहुा; दूर होचुका हुआ. departed; gone away. सूय० १, १५, ११; -मेहुण. नि. (--भैथुन-भारतमुपरतं मैथुनकामाभिलापो यस्यासावारमधुनः भनी अनिसाथी निवृत्त यये. काम की अभिलाषा से निवृत्त होचुका हुआ. free from sexual desire. सूय• १, १५, ११; भारव. पु. ( भाराव ) श; अवास. शब्दा आवाज; प्वनि. Sound; noise. जं. प. Vारस. पा. I, II. (मा+रस्) २७g; nि५ ४२वी. रोनाः विलाप करना. To weep; to lament. पारसति. नाया. १६७ प्रारसंत. नाया• ६; उत्त. १६, ६६ प्रारसिय-अ. त्रि. (प्रारसित ) १२।। पाउस; आरस, चिल्लाया हुआ. Bawling out; (any thing) bawled out or piteously cried out. "fage विसरे भारसिए सएग एयस्स दारगस्स" विवा. २; - सह. पुं० (-शम्द) २३. पानी भाग-श. रोने की आवाज. Wailing sound. नाया. १६; प्रारा. स्त्री. (भारा) २१-॥ी योरेना પૈડાંના મધ્ય ભાગમાં જે લાકડાં ગેટવેલાં होय ते. भारा-गाडी वगैरह के चाकों के बीच में जो लकडी के डंडे लगेहुर होते हैं वे. A spoke of a wheel. सु.च. १२, ५१; पिं. नि. ३३१; (२) आर; सहने મારવાની લેઢાની અણી વાલી લાકડી; थीमार विशे५. भार; बैल के शरीर में टोंचने की लकडी जिसमें लोहे की खील लगी रहती है. a stick with an irou point to drive oxen etc; a goad, सु. च० १२, ५१; सूय० १, ५, ३, ४, Page #86 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भारा ( ८१ ) श्रारा. अ. (पारात् ) पासे; न७३. पास; करना. To worship; to resort to समीप. Near; in the vicinity. भाराहेइ. दस० ५, १, ३५भग. १, पंचा. ४. ३५ नाराभाग. पुं० ( भाराभाग) पूर्वी भाग; माराहइ. उया. १, ७०, ७१, पासेने माय. पूर्व का भाग; समीपवर्ती भाग. भाराहयइ. दस० १, ३,१, The adjoining part. विशे० १७३६; पाराहए. वि. भग. २, ५; दस. ७, ५५ प्राराम. पुं. (पाराम ) 8441; ; स्त्री ६,१,१६; उत्त. १२, १२, ५३वाने साराभवानी भा५. उपवन; बाग; भारावइस्लामि भ. भस. १५८ स्त्री पुरुषों के विश्राम करनेका मंडप. A श्राराहिजण. सं. कृ. सु० च० ११, १६, garden; a pleasure garden. भाराहइता. से. कृ. उत्त. २६, १; दस. भोव. नाया. 19२; ५; परह. १, १; १, १, १७ ठा. २,४; राय० २०% २३५; अणुजोक भाराहेत्ता सं० कृ. नाया• ८; १६; भग० ११, १३४, उत्त० २, १५, १६, १५; भग. १,५२; १, ८, १०; १, ३३, ५, ७, १८,१०; २५, ७; जावा० ३; कप्प. भाराहिला. सं. कृ. कप्प. ६, ६३; नाया. ४, ८८; (२) त्रि. (भागमयति सुख- ____८, भोव० ४०; मत्तीरवारामः) आराम ४२नार-मापनार. भाराहिलं. हे. कृ. सुय. १, १५, १५; माराम देनेवाला. refreshing; con- श्राराहअ. पुं० ( पाराधक--भाराधयति ducive to rest. आया० १, ५, ४, सम्यक पाम्यति बाधिमित्याराधकः) मास१५६; राय. ३३, -आगार. न० (-प्रा. ५; संयम माहिना पासना२. पालन करने गार) मा "भारामगार" av६. देखो वाला; सेवन करनेवाला; संयम आदि की "पारामगार" शन्द. vide “भाराम- आराधना करनेवालाः (One ) who गार" निसी० ३,.,-गय. त्रि० (-गत) worships or devotes himself मारामामा भावी पहायेस. बागीचे में to usceticism. मोत्र. ३४; भग० १, माया हुआ. arrived at a pleasure- ३; ३, १८, ६,८; राय. ७६; भत्त. ११; garden. ठा० ५; ~-गार. न० (-गृह) पन. 11नाया. १;३; ५:1%; Bधान. उद्यानगृह. a house in a प्राराहगः पुं. (भाराधक ) सानातिना मा. garden. " श्रागंतागारे भारामगारे " राध. ज्ञानादिक का पाराधक. One who सूय. २, ६, १५-गिह. न. (-गृह) devotes himself to right know म. Out or६. देखों ऊपरका शब्द. ledge etc. "भाराहगो य जीवो सबढे vide above. दसा..." भवाइं पावती नियमा" पचा. ५, ३१% भारामिय. त्रि. (भारामिक) माराममान- माया० १०; भग० ३, १; स्य. १, १. नुं रक्षण ४२नार, भाली. बागांचे की देख. २, २० रेख करनेवाला; मालो. Agardeuer. श्राराहण. न. (भाराधन ) साराधन; सेवन. ठा० ४; पाराधना; सेवा. Worship; service; भाराह. धा• I, II. (प्रा+रा ) आराधना devotion to. संस्था प्राव. ४, + १२वी; सेवना ५२वी. आराधना करना; सेना भत्त. ६) v. 11/11. Page #87 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राराहणय ( ८२ ) [भारिय - - भाराहण्य. पुं० ( आराधनक ) संथा। २१. आराधना कियाहुआ. Worshipसंपारा; मृत्यु आनेतक अन्न जल का त्याग ped; adored; resorted to. Teo करना. Giving up food and water २, १; उत्त०८, १६% नाया०८; भग.८, till death comes. संस्था• ६, १०, २; प्रक० २१३; -संजम. त्रि. माराहण्या. श्री. ( भाराधना ) संथा. ( -संयम ) पर रीते नशे संमिनी संथारा. Giving up food and माराधना-सेवना छ ते. पूर्णतया जिसने water till death comes. (२) संयम-साधुत्व की आराधना की है वह. भुत-सानु सभ्य समाराधन-मासे- ( one ) who has fully observed चन. श्रुत-शास्त्र का सम्यक् रीति से आरा- asceticism. सम. धन-श्रासेवन. devoted observance | आरिट. पुं. ( पारित ) भंड५ जानी मा. of scriptural injunctions. rear मंडप गोत्र की एक शाखा. A branch सत्त. २१, २, of the Mandapa family. (२) माराहणा. श्री. (आराधना) मोक्ष भार्गर५ । मामांना ५३५. उस शाखा का पुरुष. a જ્ઞાન આદિની સેવા; વીતરાગના વચનનું person belonging to the above पासन. मोक्ष मार्ग रूप ज्ञान श्रादि की सेवा; branch. ठा० ५. वीतराग के वचनों का पालन. Devoted प्रारिय. पुं. (मार्य) an-तीर्थ:२. ज्ञानी-- adherence to the precepts of तीर्थकर. An omniscient; a Tirthe omniscient, leading to final thankara. भाया० १, २, २, १६; १, bliss. " दुविहा भाराहणा प० सं० धम्मि ३, ५, ८७; (२ ) पवित्र; विशु; श्रेष्ठ, याराहगाचेव" ओव. ३४; उवा. १, ५७; निपा५. पवित्र; विशुद्ध; श्रेष्ठ; पापरहित ठा० २, ४, ३, ४; पंचा० ६, ५; सम० ३२; निष्पाप, ginless; holy; pure. उस. भणुओ• २८; प्रव० १००; वेय. १, ३३; २, ३७ ठा० ३, १; पन्न. १; भग. ६, श्राउ० १५नाया. ११; भग० ३, ४५, ३३, नोव० २७; (1) आर्य देशमा पत्र 4; ८, १; १०; २४, ६; कप्प.६, ५.६; ययेन श्रे४ मनुष्य. आर्य देशोत्पमा श्रेष्ठ ----उवउत्त. त्रि० (-उपयुक्त) आराधना मनुष्य. born in an Arya country; साहित. भाराधना सहित. fall of high in civilisation. सूय. २, १, worship or devotion. आउ• १५; १३; सम० ३४; ओव० ३४; भग• १५, १; भाराहणी. स्त्री. ( *भाराधनी ) नायी। (४) पुं० मोक्ष मार्ग. मोक्ष मार्ग. path મોક્ષ માર્ગની આરાધના કરાય એવી ભાષા; ! of salvation सूय. १, ८, १३; (५) ०५ लापानी से भर. जिस भाषा से | मार्य शि. आर्य देश. the Arya (i.e. मोक्ष मार्ग की धाराधना की जासके ऐसी civilised ) country. 19° 0%; भाषा; द्रव्य भाषा का एक भेद. Speech -इंसि. पुं० ।-दर्शिन् -आर्य प्रगुणं fitted to secure final bliss; a न्यायोपपत्रं पश्यति तच्छीलचस्यार्यदर्शी ) variety of ordinary speech; ન્યાયદષ્ટિ વાલે; ન્યાય દૃષ્ટિએ જોનાર. पन्न. ११; न्याय दृष्टि वाला; न्याय दृष्टि से देखने माराहिय त्रि० ( पाराधित ) |धना वाला. (one) who is just and Page #88 -------------------------------------------------------------------------- ________________ গাযিলয় । [प्रावट inpartial. " अारिए भारियपगो पारिए Vा सह. धा• I, II. (भा+हह ) यही दंसि' पाया. १, २, ५. ८०; -धम्म. पु. सj; मर१ ४२y चढना; चढ बेठना, न० (--धर्म ) मा ५; अहिंसा : प्रारोहगा करना. Ty uouct on or सहायार ५६. आर्य धर्म; अहिंसामय धर्मः upon; tee ascend. नाया. १, १४, मदाचारम्प धर्म. Aryt religioni.e. भग. १५., १७, १: क. प. ५,६३: one high in morals and merey. पाहहह. उत्त• १७.." " बेइज खिजरायेही प्रारिय धम्ममातरं" भारोहह. दसा- १०, १; उत्त. २, ३७; -पन्न. त्रि० ( – प्रज्ञ) पारुहेइ. भग० १५, १: माया. १३: प्रशंसनीय मुखियासी; शास्त्रीय सानपान . भारुमेह. भग. २. १: प्रशंसनीय बुद्धिवाला; शास्त्रीय ज्ञान सहित. भाहमह. भग. १७, १: highly talented; well-versed पारुहेन्ति . ज. प. २,१३: in Sastras. आया. १, २, ५, ८७; प्रारुम. वि. व. १.४१ मारियत्तण. न. (प्रार्यत्व) मार्य देशमा भारहना. भग. १५.१ १७, Srin यते; आर्य ५. आयं देश में उत्पन नाया. १४: होना; आयल. State of being born माहभत्ता भग १५, १. in an Arya country; state of पारुहिता. सूय. २, ६, २८; boing an Arya. उत्त. १०, १६; पारोहेत्ता. मग १५, १; नाया ०५; १३; प्रारूग. न. (प्रारोग्य ) निरोगी पण आरुहिय, भत्त. १५ २१२२५. निरोगीपन, स्वास्थ्य. Health; भारोवित्ता. भग. २,": freedou tream dispase. गाण• ६: । पारोवंत. सु. न. ४, २८६, दम० ८, ३५; अव० २. : भत्त० ६५.. प्रारोहिलाइ. उवा० ७. १६७; -~बोहिलाभ. . (-बोधिलाभ-शारो रोरिनन्ति. मन० २५; ग्याय यांधिलाभ श्रारोग्यबोधिलाभः) २ | आरुहरण. न० (पारोहण ) २४ार : . સનેમાટે અતિ પ્રત ધર્મી પ્રાપ્તિ, રે सवार होना; चढमर. Mounting; मोक्ष मार्गना धर्मनी प्राति स्वास्थ्य के हेतु __escending; riding. जं० प० सु० च. अरिहंत प्रणात धर्म की प्राप्ति; मोक-मार्ग रूप १. ३४१; जोवा. ३, ३, राय. २८६. धर्म की प्राप्ति. acquisition of the नाया. १; प्रव. १०१५; religion taught by Tirthan. प्रारुहियघ. त्रि. ( प्रासहितम्य ) १.५ kuras i, e. one leading to final साय; मा१०, १२वा ये२५ चढने योग्य. bliss. आप० २, प्रारोहण करने योग्य, Worthy to be आरुसिय. त्रि. ( पारुष्ट ) घी येस.. mounted upon: fit for riding. कोधित; कुद्ध. Angry; enraged. अव० १ १६; २०: निगी० २०, १०; नाया. २; प्रारुढ त्रि. ( प्रारुढ ) ५२ २३८: माश्रिने पारुस्स. सं. कृ. (श्राव्य ) शे५ ४शने.. २९द चढा हुआ: ऊपर चढाडुआ, श्राश्रय से शोध करके, Being angry: having रहा हु ग्रा. Mounted; climbed: become angry. सूय. १, ५, २, ३ resting upon. . नि. ३३४, ५७३ Page #89 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पारेख [भागेल (२) IR 4येस; पत्र यः; उसस. और बोधि ( सन्मार्ग) का लाभ. acquisiउत्पन; उमाहुआ. got; grown; pro.. tion of health and right path duced. पि. नि. ८३, असा- of knowledge. पंचा० ११, ४३; रोह, पुं० (-प्रश्वारोह) स्वा२ ५या प्रारोप्प. पु. (मारोन्य) Aise बना ६५२ मेगा -(ोर); वार | मे वताना Mत. बौद्ध शामों में कही सहित यो31, जिसके ऊपर सवार बढा हो। हुई देवों की एक जाति. A species of ऐसा घोडा; सवार सहित घोग. a horse. gods mentioned in Buddhist mang a horse with its rider. scriptures. सूय. २, ६, २६% विवा० २; -इत्थारोह. पुं० (-इसया-प्रारोवणा. मी० (प्रारोपणा) भाषारोह-भाडा हत्यारोहा महामात्रा येषु ते એક અપરાધનું પ્રાયશ્ચિત્ત કરતાં પુનઃ તેજ नया) ना ५२ भारत २वार यये छ। અપરાધ બીજી વાર કર્યો તેનું પ્રાયશ્ચિત્ત પ્રથમ सेवा. जिसके ऊपर महावत सवार हो ऐसा प्रायश्चित्तमा मेर- २५ ते. एक हाथी. an elephant with its driv. | अपराध का प्रायश्चित्त करते हुए फिर वही er riding it. विवा० २, अपसध दूसरी बार करनेपर उसका प्रायवित्त भारेल. अ. (भारात ) 13 पासे. नमः पहिले प्रायश्चित्त में शामिल करना अथवा दीक; समीप: पास. Before (in time पहिले प्रायश्चित्त में उसका अारोपण करना. or place); near. घ. नि. १६३; When a person performs ex. पि.नि. ३४४; (२) मात२३. मा . piation for a siu and in the इस ओर; इस किनारे पर. on this side. act of that expiation commits स्थ• २, ५, २७ the same kind of sin again; he प्रारोग्ग, म. (भारोग्य ) निशशिप adds another course of exनंति . नीरोगताः तन्दुरस्ती. Health; pintion to the former one. freedom from disease. ओघ.नि. This is known as Aropaņā or १८७; कल्प० ७, २०६; अंप. ३, ५४; adding expiation to expiation. ( २ ) त्रि. राम ति; निशगी. रोग ठा० ५; निसी० २०, ११; कप्प. ६, ५५; रहित; निरोगी. healthy. नाया. १; सम• २८, -पायच्छित्त. न० (-प्रायभग० ११, ११, १५, १; कप्प. १, ८; t, शित) असे! स. देखो कपरका १७ -श्रारोग्ग. त्रि. ( -प्रारोग्य ) शब्द. vide above. ठा० ४, १७ माया पी। २डित. बाधा पीडा से रहित. पारोवियव्य. नि. (पारोपितव्य) मारीfree from pain or affliction. ५॥ योय. आरोपण करने योग्य. नाया. ८; -फल. न० (-फल ) Worthy of being added to; ३८ साराय छे ते. जिसका फल पारोम्यता worthy of being charged with. है ऐसा कोई भी पदार्थ anything con- निसी० २०, ३७ ducive to health. पंचा• १५, ४४। श्रारांस. पुं. (भारोप ) मे नाभनी । -घोहिलाम. पुं० (-बोधिलाभ) २५।२।२५ हेस. इस नाम का एक देश. Name of a प्राधि-समातेनी वाल. आरोग्य country. (२) ते शिवासी 0 Page #90 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मारोह ] { ८५ } भेल. आरोप देशवासी म्लेच्छ की एक जाति. & race of barbarians inhabiting the country of Arosa. पराहू० १, १; आरोह. पुं० ( भारोह ) शरीस्नी उनि दीर्घता. शरीर की यथार्थ उंचाई. Proper length of a body. दुसा० ४, २० - परिणाह. पुं० ( - परिवाह ) शरीरनी ઉંચાઈ જેટલી ખે ભુજની પહેાલાઈ હોય તે - मारेपरिया जितनी शरीर की उंचाई हो उतनी ही यदि दोनों भुजाओं की चोबाई हो तो उसे आरोहपरिणाह कहते हैं. aggregate breadth of outstretched arnis equal to the height of the body. ठा० ४; -- परिणाद्दजुत्तता. बी० ( -परिवाहयुक्तता ) शरीरनी या भेटली सुमनी डोसा सहित शरीर की उंचाई के समान भुत्राको बौडाई सहित having tho aggregate length of outstretch ed arms equal to the height of the body. are ; - परिवाद संपरुण. त्रि० (-परिवाह संपन्न) खारोल परि શરીરની ઉંચાઇ જેટલી એ ભુજાની પહેાલાઈ वाओ. शरीर की ऊंचाई के समान दो मुजाओ की चोडाई वाला. ( one ) whose extended arms are equal to the measure of his bodily height. दसा. ४, २०१ आरोहग. पुं० ( श्रारोहक ) हाथीनी स्वारी ३२नार; भाक्त. हाथी की सवारी करनेवाला; महावत. One who mounts upon an elephant; an elephantdriver. भव० ३१; सालअ-य. वि० ( मालय ) रहेवानुं स्थान; ५२. धर; स्थान. A house; a place. [ श्रालंद विश० १८७१ ठा० ३, २ ० ० २, ३१; पंचा० ११, ४६; प्र५० ४४२; पक्ष० २१ -सामि पुं० ( स्वामिन् ) उपश्रमा धी उपाश्रय का स्वामी - मालिक. the lord of a Jaina monastery. पंचा० १७, १८ आहाइय त्रि० ( गित ) यथा योग्य स्थाने परेल. यथा योग्य स्थान पर पहिना हुआ. Put on properly. जीवा - ४१ कप्प० २, १३; पद्म० २ -मालउमड त्रि. ( - मालमुकुट ) से भाषा ने भुगट पर्याते जिसने माला और मुकुट पहिना है वह. garlanded and diademed. जीवा० ४; भग० ३, २० आलंकारिय त्रि. ( आतङ्कारिक ) क्यां અલંકાર ધરેણા પહેરવા ઉતારવામાં આવે તે स्थान. वह स्थान जहां अलंकार- श्राभरण पहिरे और उतारे जाते हो. A toilette chamber in which ornaments are put on and put off. ठा० ५; - सभा स्त्री० ( -सभा ) यमश्यया રાજધાનીની અલંકાર પહેરવાની એક સભા. चमचा नामक राजधानी की अलंकार पहिनने की एक सभा. & council-hall of a capital city named Chamara. ehañchā; it was used as a toilette chamber for putting on ornaments. ठा० ५; आलंद पुं० ( श्रालन्द - काल मेदः ) पालीथी ભીન-લીલે હાથ મુકાય તેટલા વખતથી भांडी रात हिवस सुधीने अथ काल का एक भेदः पानी से भीगा हुआ हाथ जितने समय में सूखे उतने समय से लेकर ५ दिन रात्रि तकका समय. A period of time ranging between that taken by a wet hand to get dry and For Private Personal Use Only Page #91 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रालंब [पालावग that making up five days and चालविज. दस. ७, १५ nights, प्रव. ६२१; पालवे. दम०७, १६, २१, ८०, ३; १२3 प्रालंब. पुं० (प्रासम्ब) साधार; भासन १३; उत्स. 1, १०: आधार; पालम्बन; राहारा. Support; पालवित. प्रत्र. १३५, basis. नाया. ५, १६, भग• १८, २, मालवंत. उत्त. १, २१; अगुजो० १३१॥ भालं वरण. न. (मालम्बन) साधार; पाश्रय राय. ८८% दस. १२; २. 21. आधार; प्राश्रय; सहारा. Support. प्रालवमाण. ठा. ४,२; माया. १४; अगुजो. २४; राय ४५, २१.नाया. ७,८3; मालवित्तए. उवा० १, ५८; भग० २५, ७, उत्त० २४, ४; उवा० १,५; अालवण न. (पालपन) मोसपातक. प. १, ४; गच्छा० ८; जं० ५० ४, ७४ यित ३२. वार्तालाप करना. Speaking: (२) सिभितिनुं मान-सन शन conversation. प्रव० १२६ अने चारित्र. या समिति का पालंबन-ज्ञान प्रालसिय-त. न. (बालस्यत्व) मासस. दर्शन और चारित्र. basis of Irya 40 भालस्थ; मालसीपन. Idleness. Samiti viz knowledge, faith, भग० १२, २; and conduct. अणुजो २४; श्रालस्स. न० (श्रावस्थ) पारस; अभा. पालंवगभूय. त्रि. (श्रालम्बनभूत ) माया आलस्य. Laziness; carelessness, भूत; अाधार . आधार भूत आधार उत्त. ११, ३, गच्छा . ३६; जैसा. Supporting, forming a! श्रालस्समाण. व. कृ. त्रि. (भासस्यत्) support. नाया०१ आवत तो. आलस्य करता हुआ. Reश्रावणा. खा. ( मालम्बना ) अनुग maining lazy. भग० १२, २; " श्रावण' स. देखो “प्रालंबण" पालाव. पुं० ( अालाप) थे सोते; शब्द. Vider शाबंबण' आव० २० । माता। २३ ते. थोडा बोलना; भालाप प्रव० ७८४॥ करना Talking; whispering. भग. आलंभिया. बी ( प्रास्वम्भिका ) पास ३, १, ६, ४; पि. नि० ३७८, विशे० ९६४; नामनी नगरी एक नगरी का नाम ठा० ५, १; -गण. न. ( -गणन ) Name ca town. " तेणं कामयं આલાવા સરખે સરખા વાક્યસમૂહને ગણવા ते समएवं भाभिया गाम हयरी ते. समान २ वाक्यसमूह की गिनती करना, होत्या" मा ११, १०, ११, १२; कप्प. couuting of groups of uni५, १२१; उवा ५, १५५; formly constructed sentences. पालक पुं० (अल्लक ) या तरे।. बावला, प्रव० २६२, कुत्ता; A mad dog भत० १२५; श्रालावध पुं० [प्रासापक) नुमा" पाखा. Vालव. धा• I, II. (प्रा-म) - वग" ०६. देखो " आलावग" शब्द. सा५ ४२१; मेस. पालाप करना; बोलना Vide. " पालावग" जीवा० ३; To speak; to talk. श्रालावग. पुं० (प्राजापक ) गालावा मे श्रालवइ. नाया. १; सम३३; संपाला पाशेने समूह एक सम्बन्धपासवाल, नाया. ___ वाले वाक्योंका समूह A group of Page #92 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मालावण [ मालेप - connected. sentences. भग• •३, भु२०४-भान नामर्नु 4 . वाद्य विशेष: १; ३, ४, ५, ४, ६, ३२, आया० २,१, एक विशेष तरह का बाजामुरज-मृदंग नाम १, २, १, ६; १५२; ठा० २, ३; उवा. का बाजा. A kind of drumor tabor. २,११८; सू०प०८; जं. ५. १. ११; जीवा० ३, १, ३, राय०४८; श्रालावण, न. ( मालापन) ५२२५२ में (२) मालिंग-साधुने। ३५. साधु का वेत्र. परतु मायाथी यते मन्य. दो वस्तुओं के dress of an ascetic. नाया. ७ परस्पर मिलाने से जो बंध होता है वह. --पुषखर. न० (-पुष्कर-मुरजमुखम्) Connection of two things join- भु२०४-मास पात्र मो. मृदंग नामक ed together. भग०८, t;-बंध. पुं. बाजे का मुँह. the face of a dram ( -*बंध-पालाप्यंत मालीनं क्रियते एभि. or tabor. भग० २, ८,६; ; जीवा० रिति बालापनानि रग्वादीनितर्वन्धस्तृणादी- ३, ३: जं० ५० १, ११; राय० मामिति ) ५२२५२ मे वस्तुगीयाथी यता | प्रालिंगण. न० (मालिजम) मासिन थोडे। બંધ -જેમ ખડની ભારી અને દેરડું એ બેને ! २५४२ भालिंगन; थोड़ा स्पर्श करना. ५५. परस्पर दो वस्तुओं के एकचित्त | Embrace; slight touch. प्रव० होने से जो बंध हो वह जैसे घांस और १०७७: सू०प० २०; भत्त० १२०; रस्सी. connection of two things श्रालिंगणवाहि. न. (भाखिनवर्तिन् ) शरीर joined together o.g. a rope | प्रमाण वायु सी. शरीर के अनुसार and a bundle of grass. " से लंबा तकिया. A pillow measuring किंते भानावण बंधे २ जरा सा भारा- tire length of the body “तारे गवा" भग.८,१; ममंसि सपिजेसिसालिंगन वष्टिए " सू० प्रालि. मुं० (प्राक्षि) मे तनी नरपति. प. २०; जावा. ३, भग• ११, ११; नाया, एक जातिकी वनस्पति, A kind of राय vegetation. जीवा० ३, ४; नाया ३; प्रालिंगणिया. श्री. ( प्रालि हानिका) शरीर -~~-घर. न० (-गृह ) मावि नामनी वन- प्रभा सांगु मोसी शरीर के प्रमाण लंबा २५ति विशेषतुं मना घर- ५. प्रालि तकिया. A pillow measuring the नामक बनस्पति विशेष के द्वारा बनाया length of the body जीवा० १; हुश्रा घर-मंग्प. a bower made up प्रालिंगिणी.बी. ( प्रालिंगिनी) गुरु। सने of a kind of vegetation paned नीचे २१वाना यासो. घुटनों और Ali. जीवा. ३, ४; नाया. ३, -घरग. कहनी के नीचे रखने का तकिया. A न० (-गृहक) मा ७५३ २६. देखो। pillow to rest knees & elbows ऊपर का शन्द्. vide above, राय० १३; / upon. प्रव. ६८४ Vालिंग. धा• I. (श्रा+निगि) पासिंगनालिप. धा• I. (मा+निम्) शरीरे ४२. आलिंगन करना. To embrace. विपन २. शरीर पर लेप करना. To मालिंमए. सु. च०८, १८७ smear the body. माजिगेना. वि. निसो ५, ३१; मालिपइ. नाया० ५;; प्रालिंग पुं. (*मालिग ) 40 विशेष.. प्रातिपिज, वि० पाया. २. १३. १९२%, Page #93 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रालित्त ] [.लुई चालिंपेज. वि. निसी० ३, ३५; १३, ३८; पालीण. त्रि० (पालीन ) द्रिय नि . प्रालिंपित्तर. हे. कृ. बेय० ५, ३६; भामा तीन. इंद्रिय निग्रहरूप मर्यादा प्रालित्त. त्रि. (*प्रालिप्त) नावाने यार- में नवलीन. (One ) restrained in बान लेसो. नाव को चलाने का चाद. । senses. अाया. १, ३, ३, ११५; (२) An oar. पाया. २, ३,१,११६ माश्रित. प्राधित. resting on. नाया० १॥ प्रालित्त. त्रि. ( यादीप्त ) सर्व त२५था। (३) थाई सांगेस-वक्षस. थोडा लगा १लित-गली २४४. सब तरफ से जलता हुश्रा-लिपटा हुया. attached a little%3B हुआ. Burning, on fire, firom alll clinging a little. जं. १० -गुत्त. sides. नाया• १, ८; १४, १६, भग. त्रि. (-गुप्त-भालीनबासौगुप्तवानीनगुप्तः) २, १६, ३३, १८, २; नाया. भ. જેણે ઇન્દ્રિયોને નિગ્રહ કરી ગોપવીખી श्रालिद्ध. त्रि. (धादिग्ध ) सागर न. छ ते. जिसने इंद्रियों का निग्रह कर उन्हे लगा हुमा; मिलाहुआ. Attached; प्राधाम कर लिया है, वह. ( one ) joined. “ अस्थेगइया पुठवीकाइया प्रा- having restraint over senses, लिदा" भग. १६, ३; प्रव० १५३; " भालीगुत्ता परिवर " भाया. १, ३, प्रालिसंदग. पुं. (*मालिसन्दक ) पाय ३, ११७; विशे५; योना. धान्य विशेष; चोला गामक प्रालीयग. त्रि. (प्रादीपक ) भाग समाउना२; धान्य. A kind of corn. ठा० ५, ३; ___मनि समारना२. भाग लगानेवाला; अग्नि जं० ५. भग० ६,७; (२) मसि .. सिलगाने वाला. ( One) who kind. अलसी. linseed. सूय. १, २, ६३; les tire. " भानीयगतिस्थमेयवाहत्यश्रालिसिंदग. पुं० ( प्रालिसिंदक ) तुम संपउत्ते" नाया. २ ६५ो श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide | पालीवक. त्रि. (प्रादापक) मा सभाabove. भग• २१, २; दसा. ६, ४i नारे; सय सभावना२. आग लगानेवाला. Vालिह. धा• I. (प्रा+लिख ) मालेगयु; | (One ) who sets fire to. परह. थीतर. पालेखन करनाः चितरना. To १, ३, नाया• २; draw a picture. भालीवण. न० (श्रादीपन) रोशनी ४२वी ते. प्राकिहर. जीवा० ३४, राय.१८%; जं.प. रोषनी का करना Illumination on a ५, १२२, festive occasion. Faqaro 9; प्राविति. ज. प. ३, ४३; श्रालीवित. त्रि. ( प्रादी)अनिमा मानस प्राविति भग• १५,१७ अग्नि में जलाया हुआ. Fire-burnt. प्राविहति. जं०प० ३,४३, विवा. प्राविहिजा. वि. स. ४; श्राविहह. पा. नाबा. ८; आलु. पुं. (आलु) 21. भालू : कन्द प्राविहिसा. सं. कृ. भग १, २, ३, १; विशष. A potato. प्रव. २४२ २, १५, १; श्रानुई. नी. ( आलुकी) मे सतनी . श्रालिहसाण. भग० ८,३; जं.प. ३,५४; एक जाति की वेल. A kind of creeper. प्राविहिजमाण. क. वा० सं० कृ० जं. प० । श्राया. नि. १, १, ५, १२६; Page #94 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाल्प] ( ८६ ) [पालोएयव्व Vधालुप. धा• I. (श्रा+लुम्प ) सो५ ४२३।। निसी० १२, ४५; --जाय. न० (-जात) ચોરવું, ગાંઠ છોડી કોઈની વસ્તુ ઉપાડી લેવી. सपना २. लेपका भेद. varieties of लोप करना.; चोरना; गांठ खोलकर किसीकी ointments. निसी० ३, ३६; ६, १३; वस्तु निकाल लेना. To deprive of; to १२, ४५; steal; to remove. श्रालाइभ-य. त्रि. (पालोकित) निरीक्षण भालुंपति. नाया० ४; ३३. देखाहुा; निरीक्षण किया हुश्रा. मालुंपए. श्रा० आया. १, २, ७, २०४; Observed. "मालोइयं इंगियमेवनचा" पालुंपह. प्रा. सूय. २,१,१७, दस० १, ३, १; पालुंप. त्रि. ( पालुम्प ) थारे पायी । आलोइश्र-य. त्रि० ( पालोचित ) मालायम અશુભ ક્રિયાને કરનાર; હિંસા, ચોરી દારી, रेश; निवेदन परेश. पालाचन किया हुआ; पोरे सत्य सेवना२. चारों ओर से अशुभ | निवेदन किया हुआ. Confessed; क्रिया करनेवाला; हिंसा, चोरी, व्यभिचार | informed. पिं. नि. ११६; नाया• १; श्रादि अकृत्य करनेवाला. ( One ) given १४; १६; सु. च० १, ३९३, भग. २, १; to evil deeds like killing, theft, ३, १४, ५, ६, ७, ६; १५, २०, ६; and all sorts of wicked practi. धव. १, १; विशे० ३३६८; -पडिकंत. ces. आया. १, २, १, ६२, त्रि० (-प्रतिक्रान्त ) मालाचीन अति भएर भालुग. पुं० ( अालुक) मातु- विशे५; કરેલ.; પિતાના દેશ પ્રકાશીને તેનાથી પાછા मटा . पालू: कंद विशेष. A kind of 2. आलोचना पूर्वक प्रतिक्रमण किया bulbous root; a potato. “ साहा- हुआ; अपने दोष प्रकाशित कर उन दोषों से रणसरीरा श्रोगहा ते पकित्तिया पालुए। हठा हुआ. ( one ) who has conमूलए चेव" उत्त० ३६: भग. ७, २, पन्न. fessed his faults and vowed to १०; जावा. १; अणुप्त. ३,१॥ refrain from them. भग. २, १; श्रालय. पुं. (अालुक ) साधारण वनस्पति १०, २; विवा. १;-भोइ.त्रि० (-भोजिन्) विशेष. साधारण वनस्पति विशेष. A| ગુરૂની પાસે આલેચન કરી પછી આહાર kind of bulbous root. जीवा० १%3 ३२नार -(मुनि). गुरु के समीप अालोचन उत्त०३६, १६ भग•७,३,५,३, २३, ६, करके फिर आहार करनेवाला, ( मुनि ). -वग्ग. पुं० (-वर्ग) सासु-टाटा संबंधी (an ascetic ) taking food after ભગવતી સૂત્રના ૨૩ માં શતકનો બીજો વર્ગ. . confessing his sins to a Guru भगवती सूत्र के तेवीसवें शतक का आलू- (preceptor ). घ. नि. ५५१; सम्बन्धी दूसरा वर्ग. the second sec. भालोइत्तार. त्रि. (आलोकित ) नार; tion of the 23rd Sataka of ____ोन ना२. देखनेवाला; अवलोकन Bhagavati Sūtra dealing with ____ करनेवाला. (One) who sees or the subject of potatoes. observes. सम० ; उत्त. १६,४, भग. २३, २, पालोएयव्य. त्रि. (आलोचितम्य ) Art आलेवण. न. ( प्राखेपन ) यो सपन. साय; निवहन १२वा यो५. प्रकाश करने थोडा लेप. A slight smearing. ! योग्य; प्रगट करने योग्य; निवेदन करने योग्य. v. 11/12. Page #95 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आलोक ( १० ) [पालीय-श्र Fit to be laid bare; deserving पालोइऊण. सु. च० २, ४३२ to be communicated. पंचा. १५, श्रालाइऊ. पंचा० ३, ४६; श्रालोइत्तए. हे. कृ० वव. १, ३७, ५, १९; पालोक. पु. ( आलोक ) का पहाय. निसी० ५, ३६; ठा० २, २; रूपवाला-दृश्य पदार्थ. A visible | श्रालोएवं हे. कृ. पि. नि. ५१८% object. (२) १२. उजयाला; प्रकाश. श्रालोएमाण. व. कृ. वव० १, १; निसी. light. अाया० १, ३, ३, १२०; २०, १०%3 आलोग. पुं० (श्राखोक) 0 BT आलोइनइ. क. वा. उवा० १, २५; श६. देखा ऊपर का शब्द. Vide above.. ___ नाया० १७, श्रोघ. नि. १३; जं. प. ३, ५४; श्रालोअंत. व. कृ. जं. प. ३, ६७; श्रालाडिऊण. सं. कृ. श्र० ( पालोड्य)Vालोय. धा. I. ( श्रा+लोक् ) १ry; पापाने; भयाने. मथ करके. Having | सपन ४२. देखना. To see; to churned. सु. च. २, ४०७; observe. Vालाय. धा० I,II. (श्रा+लोच् ) आयो पालोएउं. हे. कृ. पिं० नि० ५१८; या ४२वु; पाताना ५ तास ४३पासे आलोयमःण. व. कृ. भग० १०, १; या; पोतानी भूत organit. आलोचन | आलोय-अ. पुं० ( पालोक ) असोना करना; अपने दोष ढूंढकर गुरु से कहना; भूल | निरीक्षण; दर्शन; हेम ते. अवलोकन; प्रगट करना. To observe one's own देखना; निरीक्षण. Seeing; observa. faults and confess them to a tion. जं० प. ५, ११७; ओव.३१; दस० Guru (preceptor). दस० ५, १, १५; कप्प. २, २७; ओघ. पालोएइ. सम ३३, भग० २,५सूय० २, नि. ६२, २०७; राय०६८; विशे. २०६; २, २०; उवा० १,८०; नाया. १, २,८; १६; आया. २, १,६, पालोअइ. गच्छा. १८ ३२; (२) पाने प्रश. दीपक का प्रकाश. श्रालोएमि. भग० ८,६; light of a lamp. उत्त० ३२, २४; माजोएजा. व. १०, १; वेय. ४, २१; दरिसणिज. त्रि. (-दर्शनीय-मालाकं निसा. ५, १; २०, १०, ११; | दृष्टिगोचरं यावद् दृश्यतेऽत्युञ्चत्वेन यः स पाया. १, ४, ५, २१६; २, १, २, पालोकदर्शनीय ) ने द्रष्टिगोयर यता १२; यामा यु माय ते. जो दृष्टिगत होतही पालोइजा. वि. पाया• २, ६, १, १५२; ऊंचे से ऊंचा दिखे वह. the tallest पालोए. वि. प्रव० १२६; दस. ५, १, १०; ( object ) appearing within बालोएह. उवा. १, ५८%; one's landscape. “ दंसणरश्य पालोपालोएहि. नाया० १६; उवा० १,८४; प्रदरिसणिजा" ओव. नाया० १; भग. नाया. ध. ६, ३३; -भायण. न० (-भाजन )ोमां भालोइत्ता. सं. कृ. पाया. २, १५, १७८ | श ५ मे भान. प्रकाश पात्र; जिसमें नाया० १६; प्रकाश पड़े वह. (anything ) receivआलाएऊण. पंचा० १०, ५०; ___ing light.पण्ह ०२, १; दस. १, १,५६ Page #96 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ६१ ) आलोयल ] दर्शन. दर्शन करना. आलोयण. न० ( श्रालोकन ) Sight; seeing. दस० ४ भग० ६, ३३; आलोय. न. ( श्रलोचन ) शिष्ये गु३ पासे योताना घोषनं यासोयन :- निवेदन २. शिष्य का गुरु के समीप अपने दोष की आलोचना करना- दोष प्रगट Confession of a fault by a disciple to his preceptor सम ३२, परह० २, १, प्रत्र० २६; पंचा० १, ३६, आलोयण्या. स्त्री० ( *मालोचना) शुरु पा પોતાના દોષનું નિવેદન २ ते. गुरु सम्मुख अपने दोष निवेदन करना. Confessiou of one's own sins to a Guru, भग० १७, ३; उत्त० २६, २ आलोयला श्री. (मालोचना) लागेक्षा होपर्नु ગુરુ આગલ નિવેદન કરવું; ગુરૂ સમીપે દેષનું अशj. लगे हुए दोष का गुरु के आगे निवेदन करना; दोष प्रकट करना. Confession of sins to a Guru. भग• २५, ७; संस्था० ३३; श्रव० २०; प्रव० -७५७; उस० ३०, ३०: वव● १, ३५; विशे० ३३६६; - अरिह न० ( - श्रई ) મુરુ પાસે નિવેદન કરવાથી જે પાપની શુચિनिवारण थाय ते यासोयायोग्य पाप. गुरु के सामने निवेदन करने से पाप की जो शुद्धि हो वह; आलोचना के योग्य पाप. freedom from sin, caused by confession to a Guru; a sin deserving confession. भग० २५, ७; ( २ ) ना योग्य प्रायश्रित आलोचना के योग्य प्रायश्चित. expiation deserving confession. ठा० ६; य. पुं० ( - नय ) गुरुपासे ओयना वानी शति गुरु को समीप आलोचना करने की रीति mode of confession of sins to a Guru. विशे० ३३३६ For Private आलोविय. त्रि० ( श्रालोपित) माछाहन रेस. ढाँका हुआ. Covered; concealed under नाया० १; आवर. स्त्री० ( श्रापत् ) आपत्ति - हु: म विपत्ति आपत्ति दुःख; विपत्ति Adver sity; misery. " श्राउरे श्रावसु य ठा० १०; आवसु दढधम्मया " सम० ३२; “ दुहश्रो गइ बालस्स श्रात्रई वह मूलिया " उत्तर ७, १७, नाया ० ६; श्रव० ३.६; भग० २५, ७; आवश्य न० ( आपत्तिक ) उष्ट; दु:. कट दु:ख. Misery; adversity. नाया० ९; श्रावति अभयरण न० ( आवन्त्यध्ययन ) [ श्रावकहा ८८ (( આચારાંગના પ્રથમ શ્રુતસ્કંધના પાંચમા अध्ययननुं नाभ आचारांग के प्रथम श्रुत. स्कंध के पांचवें अध्ययन का नाम Name of the fifth chapter of the first Śruta-skandha of Achäränga Sutra अजो० १३१; आया० नि० १, ५; १; १३६; ठा० ६; सम० 23 श्रावंती. पुं० ( यावत् ) भेटला. जितना As many as. “श्रावंती के यावंती लोयंसि आया १, ४, २, १३३; श्रावकहं. श्र० ( यावत्कथम् ) वववी; न्ही पर्यन्त यावज्जीवन; जिन्दगी पर्यन्त. As long as life endures; till death. “ श्रावकहं भगवं समित्तासि " आया० १, ३, ४, १५, श्रवकहा. स्त्री० ( यावत्कथा ) न्न्यां सुधी નામકથન રહે ત્યાં સુધી; જન્દગી પર્યંન્ત. जब तक नाम धारण करके रहे वहांतक; जीवनपर्यन्त ( Period of time ) till life endures; till death. Personal Use Only ܕܙ श्रवहाए गुरु कुल वासं गं मुचंति पंचा० ११, १६; सू० १, २, २, ४ आया० १, ६, १, २, ठा० ४ כי Page #97 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रावकहिय ] [प्राय आवकहिय. त्रि. (यावत्कथिक ) या५ भए ३२युं ते. भटकना; परिभ्रमण करना. सुधीनु; हमेशनु; घयावयतन. यावजीवन | wandering; going round and तकका; हमेशहका; बहुत समय का. Last- round. नाया० १; (३) पाश; भूस. ing till death; permanent; old. पणी. मोह पाश; भुलौनी; भूल भुलैया. an श्रणुजो० ११, १४६; पन्न. १; भग० २५, । infatuation; a maze. ठा० ४; सूय. ७; ओवर १५विशे० १२६३; पंचा. 1, १, ३, २, १४; (४) ( आवर्तन्ते परि३६, ५, १७; १२,४३, भ्रमन्ति प्राणिनो यत्र स भावतः ) संसार. श्रावगा. खां (पापगा) नही. नदी. A संसार. the worldly existence. river. “बज्मसमाणि तिस्थाणि भावगाण | "भावसोए संगमभिजाणत्ति" आया. वियागरे" दन. ७, ३६ १, १, ५, ४०; (५) संसारका १२९१०५ श्रावजग. त्रि० (आवर्जक ) प्रसन्न ४२ना२. . विषयना शमादि गुप, संसार के कारण प्रसन्न करने वाला. Causing charm; रूप-विषय के शब्दादि गुण. objects of delightful. पिं.नि.४३८, senses e. g. sound etc. which धावजण. न० (पावर्जन) पसीना 8- lead to worldly existence. યોગ-માનસિક વ્યાપાર; શેષ રહેલા કર્મને ! “जे गुणे से प्रावढे जे भाव से गुणे" ઉદયાવલિકામાં પ્રક્ષેપ કરવાને વ્યાપાર- पाया० १, १, ५, ४०; (3) ४८ 41. केवली का उपयोग-मनो व्यापार, बाकी મોહના ઉદયથી વિશ્વની પ્રાર્થના કરવી તે. बचे हुए कर्म का उदयावलिका में प्रक्षेपण | उस्कट मोह के उदय से विषय की प्रार्थना करने की क्रिया. The thought-acti- करना. yearning after sensual vity of a Kevali that he is to pleasures through strong inperform Kevala Samudghāta; fatuation. “अह मे संति पावट्टा कासthe process on the part of वेण पवेड्या बुद्धा जत्थ वसपंति सियंति a Kevali to force up into ma. अबुहा जहिं" सूय. १, ३, २, १४, १, turity the remnants of his १०, ५; (५) शन अपन यq ते. Karn.as. विशे० ३०५१; बार बार उत्पन्न होना. rising or आवजीकरण न० ( शायर्जीकरण) । being born again and again. “ श्रावजण " रा. देखो " भावजण" " दुक्खाणमेव ; प्रावई अणुपरियट्टइ " शब्द. Vide " श्रावजण " शोच. ८२; श्रया० १, २, ३, ८१, (८) श्रावट्ट. पुं० ( मावर्त-श्रावर्तयति प्राणिनं મહાઘોષ નામે થણિત કુમારના ના भ्रामयतीस्यावत: ) समुद्राहिमां य:- सोनाम. महाघोष नामक थणित रे धुम पातुं पास माय ते. समुद्रादि कुमार के इन्द्र के लोकपाल का नाम name में चक के आकार से घूमता हुआ जो पानी of the Lokapāla of the Indra दिखे वह. An eddy in an ocean of Thaạitakumāras, styled etc. राय. ४६; जं. प. पाया० १, Mahāghosa. ठार ४; भग. ३,८; २, ३, ८३: नाया० १; ठा० ४; उत्तक ३, ५; (૬) જંબુદ્વીપમાને એક દીર્ધ વૈતાઢ્ય પર્વત. (२) (श्रावर्तनमावर्तः) २७; परिम- जंबुद्वीपमें का एक बडा वैताट्य पर्वत. name Page #98 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भावड] (१३) [श्रावत of a long Vaitādhya moun. country of Kirata. जं० ५० ५, ११, tain in Jambu Dvipa. ठा. ; ६; जीवा० ३, ४; (१०) मशवासा २५३५२ लियेय आवडण. न० (आपतन ) मांग; येदियनी से त. एक खुरवाले नियं च । १२वा. तोडना; फोडना; टुकडे करना. पंचेन्द्रिय की एक जाति. a kind of ___Breaking to pieces. ओघ. नि. five-sensed, one-hoofed २२४; ३१२, animals living on land. 7770 श्रावडिय. त्रि. (श्रापतित ) यारे १२५यी (११) सराना २५ मा मुहर्तन सावी प; लागेपुं. चारों ओर से आया नाम. अहोगत्रि के २५ वें मुहूर्त का हुआ. Come from all sides. नाम. name of the 25th Muhurta "दोवि श्रावडिया कुडे" उत० २५, ४०; of the period of a day and a जं० ५० ५, ११५; night. सम• ३५, (१२) आयतनामर्नु मे विभान. भावर्त नामक एक विमान. श्रावण. पुं० ( *भापण ) साट; हुन. हाट; Dame of a heavenly abode. दुकान. A shop. श्रोव० १५; २६; जं. सम० १६; (११) महीना मे३नी पूर्व प० वेय. १, १२; विशे० २०६५; दस० ५, સીતા મહાનદીની ઉત્તરે આવર્ત નામની એક १, ७१; भग० ५,७,८, १; अणुजो० १३४; विनय जंबूद्वीप के मेक के पूर्व की ओर पिं.नि. १६६; उवा. ७, १८४; जीवा. सीता महानदी की उत्तर दिशा का. मावर्त ३, ३, (२) m२. बाजार. a market. नामक एक विजय, name of a Vijaya पिं.नि० ३७७, जीवा० ३, ४, कप्प. ४, in the north of the river Sitā ८८; -गिह. न० ( -गृह) २ १-येin the east of the Meru of तुं घ२. बाजार के बीच का घर. a house Jambu Dvipa. "दो प्रावत्ता " in a market. वेय. १, १२; -वीहि. ठा० २,८; जं. प. (१४) आवर्त नामे स्त्री० (-वीथि ) आनी शेश; मारने ३२ नामांनु मे नाट. ३२ प्रकार के मार्ग. बाजार का रास्ता. . marketनाटकों में से आवर्त नामक एक नाटक. one road. जीवा.३, राय. of the 32 kinds of drama. राय० श्रावराण. त्रि० (आपन) आH ययन -कूड. न० (-कूर) महाविमाना। माश्रिने २९य. प्राप्त; आश्रय करके रहा हुआ. નલિનકૂટ નામે વખાર પર્વતનું એ નામનું Got to; come to. "श्रावराणा दीहमे शिम२. महाविदेहके नलिन कूट मद्धाणं संसारम्मि भणंतए" उत्त.६, १३; नामक वखारा पर्वत के एक शिखर का नाम. (२) प यये. उत्पन्न. produced; name of a summit of & Vaklā- born. नाया. ५; -सत्ता. स्त्रो. ra mountain, named Nalina- (-सत्त्वा ) गर्मवनी; सगली स्त्री. गर्भवाली kūta, in Mahāvideha. to go स्त्री; गर्भवती. a pregnant woman. आवड. पुं० (पापात) सित देशना लियन नाया० २, १६; विवा० २; Mत. किरात देश के भील की एक | Vश्रावत. धा• I, II. (श्रा+वृत् ) संसारजाति. A race of Bhils in the मा २५ . संसार में भटकना. To Page #99 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पावत्त] [ावरण wander in worldly existence. | श्रावत्ति. स्त्री. (भापत्ति ) प्राप्ति. प्राप्ति. ( २)शने साप. फिरसे आना. to re- Acquisition; getting. प्रव० ७६; turn; to come back. (२) पत्ति. उत्पत्ति. birth; rise; श्रावट्टति. सूय. १, १०, ५; ____creation. विशे० ६६; प्रावट्टमाण. दसा. ७, १; श्रावन्न. त्रि० ( आपन) प्रात ययेस. प्राप्त. श्रावत्तयन्त. भग० ११, ११; Got; got to. विशे. १६७: सु० च० १, १२६; उत्त०४, ४, प्रव० १३३३; श्रावत्त. पुं० ( पावर्त) नु। 'प्राव' श६.. देखो “ श्रावट्ट" शब्द. Videk श्रावट"श्रावयमाण. त्रि. (धापतत ) ता. गिरता gair Falling; falling down. सम० १६३०; जीवा. ३, ३, ४, राय नाया. ८% २८; ८१; पण्ह. १, १; उत्त० २५, ३८ ठा. ४, १; अोव. १०; २१; सु. च.., श्रावयमाण. त्रि. (श्राव जत् ) मारतो. २६, जं. प. ४, १५; पन्न. १; नाया० १; श्राता हुआ. Coming; arriving. भग०३,२; है; भग. ३, ८; कप्प० २, १४; --कूड. श्रावया. स्वा. ( प्रापद) आइत-मापत्ति; पुं० (-कूट ) नविन नामे मा२। पर्पत. ना यार टूट मांगें जीjट-सि५२. वखारा | सं. आपत्ति; आफत; संकट. Calamity; adversity. राय. पर्वत के चार कूटों में से नलिनकूट नामक तीसरा कूट-शिखर. the third of the Vावर, पाII. ( श्रा+) आपर; four summits of the Vakhārā ढा. ढांकना. To cover; to. hide. प्रावरित्ता. सं० कृ. राय. २३६; mountain named Nalinakūta. श्रावरिय सं. कृ० दसा. ६, १,२: जं. प. ४, १५; पावरेत्ता. सं. कृ. भग०६, ५, १२, ६; आवत्तण. न० (प्रावर्तन ) उघा वास. १५,१; खोलना व बंद करना. Opening and प्रावरेमाण. भग. १२,६; shutting a door. पिं. नि० ३५५; श्रावरयंत. प्रव० १४१४; -पेढिया. स्त्री० (-पीठिका) मनोगत श्रावरिजइ. क. वा. भग. ६, ३३, २ ते स्थान. जिस में किवाडों का पाडा या श्रावरिति. क. वा० प्रव०. १२६५; चटकनी रहे वह स्थान. the receptacle प्रावरिजमाश. भग० १५, १3 of the bolt of a door. जीवा० ३; प्रावर. त्रि.. ( अपर ) मी. दूसरा.. राय. १०६; ज. प. Another सम० १२3 मावत्ता. स्त्री. (श्रावर्ता) माता नामना प्रावरण. न० ( श्रावरण-श्रा-मर्यादया वृणोमे: वि०४५. श्रावती नामक एक विजय. तीत्यावरणम् ) वय ५५१२. कवच; Name of a Vijaya. ठा० २, ३; बख्तर. An armour. जीवा० ३, ४; जं. प्रावत्तायंत त्रि. (आवर्तायमान) प्रक्षि- प. राय० १३०; नाया.८, ओव. ३०. तु: ममतुं. प्रदक्षिणा करता हुश्रा. सूय. नि. १, ८, ६२, ६३; (२) ढाल. Revolving; circuinainbulating. | ढाल. a shield. श्रीव० आया. नि. १, कप्प्०.३, ३५;. १, ५, १४६; (३)दांत; sixey. ढांकना; Page #100 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आवरण ] ( ६५ ) ढक्कन covering; a cover, पन्न० २३: राय० ६२; विशे० १०४; सम ० ह; क० प० १, २५; ( ४ ) हिमाद्रिव्य. मंजीठ आदि द्रव्य a substance such ass Indian madder etc. जं० प० ( ५ ) सर्वविरति अथवा देशविरतिरूप પચ્ચખાણને અ· કાવનાર ય; મેહનીય कुर्मी प्रकृति सर्वविरति श्रथवा देशविरतिरूप प्रत्याख्यान को रोकनेवाला कषाय; मोहनीय कर्म की एक प्रकृति. & variety of deluding Karma obstructing the vow of partial or complete abstention from sense-pleasures. विशे० १९३५; ( ६ ) ज्ञान आदि શક્તિને આવરનાર ઢાંકનાર જ્ઞાનાવરણીયાદિ 3. ज्ञान आदि शक्ति को ढंकने वाला ज्ञानाचरणीयादि कर्म. Karma obscuring knowledge and other powers of the soul. अणुजेो० १२७; विशे० ११५; क० गं० १ ३ - ६; ६, ८६ - श्रवगम. पुं० ( - अपगम ) ज्ञानावरसानो भ-दूर यनुं ते. ज्ञानावरणादिक कर्मों का दूर होना exit, passing away, of knowledge-obscuring Karma etc. पंचा० २, ४०१ - दुग. न० ( -द्विक ) ज्ञानावरण भने दर्शनावरणु, मे मे अति. ज्ञानावरण और दर्शनावरण ये दो प्रकृतियां the two Prakritis ( Karmic natures ) viz knowledge-obscuring and faith - obscuring Karma. क० गं० १, ५४: – आवरणावरणविभत्ति. न • ( - ग्रावरणावरण प्रविभक्ति ) ३२ प्रश्ना नामां. बत्तीस प्रकार के नाटकों में से एक. one of the 32 kinds of drama. चंद्रावरणपविभत्तिच सुररावरण [ श्रावलिय पत्रिभत्ति पविभत्तिव आवरणा मरणपविभत्ति णाम दिव्वं हविहं उवदंसेहि. राय० १२; आवरणिज न० ( श्रवरणीय ) आत्मानी જ્ઞાનાદિર્ગાક્તને આવરનાર; જ્ઞાનાવરણીયાદિ 3. आत्मा की ज्ञानादि शक्ति को ढंकनेवाला ज्ञानावरणीयादि कर्म. Karma obscuring the qualities of the soul such as knowledge etc. नंदी०८ प्रो० ४०; उत्त० ३३,२०, अणुजो० १२७; 33 उवर० १, ७४; श्रावरणी. स्त्री० ( श्रावरणी) आवर लुहारी विद्या. आवरणकारा ढंकनेवाली विद्या. Art of veiling or eclipsing things. नाया० १६: V श्रवरस. ( श्र+वृष ) वरस पाशुी छांट. बरसना पानी छिड़कना. To shower water; to sprinkle water; to rain. आवरसेजा. राय० ३५; श्रावरिय त्रि० ( श्रावृत ) ढांडे; याच्छादन अ; ढांकाहुआ. Covered; hidden. भग० १५, १; आवरिसण न० ( श्रवर्षण - सुगन्धितवारि सिवनम् ) सुगंधि पालना घंटा उरखो. सुगंधित जलका छिटकाव करना Sprinkling of cold_water. अणुजो० २०१ For Private Personal Use Only राय ० आलवण. न० ( श्रावलन ) अंग भरते. अंग मरोडना. Twisting of the body. पराह० १, १; श्रावलि. स्त्री० ( आवलि ) द्वार; पंडित; साधन. श्रेणी; पंक्ति. A linc; a series. सू० प० १०; राय० ४४; ४८ ६१; श्रघ ० नि० २०२; नाया० १० क० प० १, ३८: श्रावलिय पविभत्ति न० ( श्रावलिका प्रविभक्ति) नाटय विधि विशेष नाटक की Page #101 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रावलिश्रा-या] [श्रावलिश्रा-या - विधि विशेष. A mode of dramatics performance. “ प्रायबियपविभर्ति णाम दिव्वं ण विहं उवदंसेइ" राय. श्रावलिश्रा-या. स्त्री. (श्रावलिका ) असं । ખ્યાત સમય પ્રમાણે એક કાલ વિભાગ; એક श्वासप्रश्वासन संध्यातमा लाग. एक श्वासोच्छ्वास का संख्यातवाँ भाग. A period of time consisting of innumerable Samayas or instants. विशे० । ५३१, ६०५, अणुजो० ११५, १३८; जं. प. २, १८, नंदी. १२; भग० ५, १; पंक्ति. line; row. जीवा० ३, १; सू० प० १०; तंदु० --णिवाय. पुं० (-निपात) भथा भरते. क्रमशः मिलना. coming or getting of anything op'e after another in order. “ता जोगेति वत्युस्स प्रावलिया णिवाते आहितेति वदेजा ताइति " सू. प. १०; -पविट्ठ. त्रि० (-प्रविष्ट) श्रेणीमा रहेस; શ્રેણમાં પ્રવેશ કરેલ; પંબિન્ધા નરકાવાસના સંઠાણ જે પંક્તિબન્ધ એટલે બધી शियामा श्रीमा- साधनमा जोस, - आवलिया-पविट्ठ-आवलिकायंध विमान.--- .: VA.. Events >OOD १. Avr ५, ७, ६, १; २५, ४, पन्न० १२; ठा० २, ४; ओव० १७; ( २ ) श्रेलि; पति. श्रेणी; } गिने योरस मारना छ. श्रेणी में रहे हुए; श्रेणी में प्रवेश किये हुएः पतिबंध; Page #102 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पावस] ( ६७ ) [आवस्स-य नरकावासके संस्थान (आकार ) जो पंक्तिबंध याने चारों दिशाओं में एक लाइन से गोल, त्रिकोण और चौरस आकार के हैं. in a line or row; in a graded order; e.g. the hellish abodes arrang. ed in a line as differentiated from others situated promiscuously. The shapes of the former are either round, triangular or square, ( see diagram)" अावालय पविट्ठाय श्रावलिय बाहिराय " जावा. ३. ४; -बाहिर. | त्रि. ( -बाह्य) १२ ०५४ार; नय नही; मतेम. श्रेणी बद्ध न होना; अव्यवस्थित. not in a line; disordered. जावा. ४; -समय परिमाण. त्रि. (-समयपरिमाण) मे याविना समय ला. एक प्रावलि ( आंख मिचकना) के समय के समान. of the measure of time equal to one Āvali ( twinkling of an eye) क. गं. ४, ८१; Vश्रावस. धा. I. (श्रा + वस्) यस २९. रहना; बसना. To dwell; to stay. श्रावस. विधि० अाया० १, ३, ६, ४४; भावसित्तए. हे. कृ. नाया० १; श्रावसंत. सूय. १, १, १, १९; श्राया• १, ५, ६,१५५; ठा०१; उवा. १,८३; श्रावसह न. (श्रावसथ) मान; १२; २हे. हरा रहने का मकान. A residence; a house. जं. प. ३, ४६ विवा.३%3 उत्त. १३, १३, सूय. १, ४, २, १४: (२) तरसना आश्रम; म.. तपस्वी का | आश्रम; साधु का मठ. a nonastery. आया. 1, ७, २, २०२; परह , २, ३ v. 11/13. भग० २, १; -भवण. न. (-भवन ) निवासभुवन. निवासभवन. a place of residence; a house. जं०प० ३, ४७; श्रावसहिय. त्रि. (श्रावसथिक) माश्रम j५डीमा रहेना२. पत्तोंकी झोपड़ी में रहने aral. ( One ) living a monastery or in hut of leavey etc. सूय० २, २, २१% दसा० १०, ७, श्रावस्स-य. न. ( आवश्यक) साधु भने શ્રાવકને બે વખત અવશ્ય કરવાની ક્રિયા; प्रतिम. साधु और श्रावक को प्रतिदिन दो बार अवश्य करने योग्य क्रिया: प्रतिक्रमण, Pratikrai a ņa; a religious practice to be performed twice every day, without fail, by both ascetics and laymen. नाया, ८ठा. २, १; विश. १; (२) તે ક્રિયા પ્રતિપાદક આવશ્યક નામનું સુત્ર. उक्त क्रिया-प्रतिक्रमण-प्रतिपादक अवश्यक नामका सूत्र. name of a Sutva explaining the above religious practice. टा. २, १, १०, नंदी० ४३; प्रव० २३५; -अणुप्राग. पुं० (-अनुयोग) साय: सूत्र न्यायान, आवश्यक सूत्र Fit 321671a. exposition of Avida Syaka Sutra. प्रव. २३३ -करण. न. ( -करण. ) ३५१ समुद्धात या પહેલાં કેવલીને અવશ્ય કરવા એક વ્યાપાર. केवल समुद्धात करने के पहले केवली को अवश्य करने योग्य व्यापार. a kint of thought-activity necessary to be performed by a Kevalı before Kevala Samudghata. पंचा. १६, ३१; -वहरित्त. न० (-व्यतिरिक्त) આવપક સિવાયના કાલિક અને ઉત્કાલિક सुत्र. आवश्यक सूत्र के सिवाय कालिक Page #103 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रावस्सग] ( १८ ) [श्रावास और उत्कालिक सूत्र. the Kalika and of leaving monastery for some Utkálika Sütras excepting pressing work. "पढमा आकस्सिया Avasyaka Sutra. टा. २, नंदी० ४३; । णामं " उत्त० २६, २; ठा० १०; प्रव. - सुयखंध. न० (-श्रुतस्कंध) नामर्नु ___ ७७२; पंचा० १२, २, मे सूत्र. एक सूत्र का नाम. name of a पावाग. पुं० (आपाक) निमा.. कुम्हार Sutra. विशे० १; का भट्टा; श्रावा. A potter's kiln. आवस्सग. न० ( श्रावश्यक ) मा " श्राव- ___ नंदी० ३५; स्स" . देखो “ श्रावस्स" शब्द. अावाड. पुं० (श्रापात) उत्त२ मतमाता Vide. " श्रावस्सन" पिं. नि. ६७०; | शित नामे निस्सनी त. उत्तर-भरत श्रणुजो० ५; भग• १८, १०; गच्छा० ५३; के भीलांकी किरात नामक एक जाति. प्रव० १०७; A race of Bhils called Kirāta श्रावस्सया. स्त्री. (श्रावश्यकी) साधुणे म- | in Uttara Bharata. “ उत्तरद्वभरहे વશ્ય કામ પડયે બહાર જતી વખતે “ આ- वासे बहवे श्रावाडा णाम चिलाता परिव१२सहि "श६ लाते; सामान्यारीना ने. सासायशिनो संति"जं. प० ३,५८3 योथे. २. साधुको आवश्यक कार्य के लिये | श्रावाय. पुं० (पापात ) M4; मा सार्नु बाहिर जाते समय 'आवस्सहि' शब्द बोलना. आमनागमन. आना जाना; मनुष्यों का श्रावासामाचारी का चौथा प्रकार. The fourth गमन. Coming and going of variety of Samachari ( ascetic men; coming and going. ' तस्स right conduct ); viz uttering भोयणस्स आवाए भद्दए भवइ" भग० ७, the word “ Āvassahi” at the १०; उत्त० ४, २, २४, १६; ओव० ३६; time of moving out on some श्रोध.नि. २६६-भहय.पुं० (-भद्रक) unavoidable business. प्रव० ७६७; પ્રથમ મેલાપમાં બોલવા ચાલવા વિગેરમાં प्रावस्सिया. स्त्री० ( अावश्यकी - अप्रमत्तत्व- सु५ मापना२. पहली भेंट में बातचीत वगेनावश्यककर्तव्यव्यापार भवाऽऽवश्यकी) रह में सुख देनेवाला. ( one) pleasing સાધુને જરૂરનું કામ પર, ઉપાશ્રય બહાર ! at first sight or meeting. “ श्रा. જવું પડે, ત્યારે તે પ્રસંગ આવશ્યક છે. वायभद्दए णाममेगे णो संवासभहए" ठा०४; तेनु रम२७५ ७२याने माथा ' आवस्सिया' प्रावा-य. पुं० (श्रापाक-समन्तात्परिवेष्ट्राશબ્દ કહે તે સામાચારીને પ્રથમ પ્રકાર. पच्यतेऽत्र) निला. भट्टा; भावा. A kiln; साधु को किसी जरूरी कामके लिये उपाश्रय a potter's kiln. "कुंभकारावाए इवा के बाहिर जाना पड़े तब उस श्रावश्यक प्रसंग | कवेल्लुयावाए इवा रहावाए इवा' ठा. ८; की आवश्यकता स्मरण करने के लिये मुँह से पावावकहा. स्त्री. (पावापकथा) मान 'अवस्सिया' शब्द का कहना; सामाचारी संधी था ४२वी ते. भोजन सम्बन्ध का प्रथम भेद. The first variety of ___ की कथा करना. Talk about food. Samachari; viz utterance of ठा० ४, २; the word "Avassiya' in u loud | श्रावास. पुं० ( आवास--आवसन्ति येषु ते tone by a monk at the time , श्रावासाः ) सापास; मा पेसी; निवा Page #104 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मावासग] [भाविद्ध - सयान; २२. रहने की जगह; हवेली; उत्सव. The festivity of giving घर; महल. A palace; a mansion; betel-leaves before the cela. a residence. रायः २२७, नाया० ८; bration of marriage. sjaj. *?; १६; जं. प.५, ११४, ११५; जीवा०३;४; जं. प० २, २४, (१) न१ ५२णेत उत्त० ६, २६; भग० ६,५; १३, ६; १८, पवरने प्रथम ३२ सावा ते. नव विवाहित ५; १.६, ७; आव० सम० ८; (२) शरी२. वधूवर को पहिले पहिल घर लाना. bringशरीर . the body. सम० (३) आवास ing home a newly married नामता मेदीसते मे समुद्र आवास couple for the first time. नाम का एक द्वीप और एक समुद्र. name पण्ह० २, ४, of an island; also that of an श्रावाहण. न० ( आह्वान ) आमंत्राय धु ocean, जीवा० ३, ४; पन्न. १५; (४.) मसार, आमंत्रण देना; बुलाना. Invita १२४ास; नरकावास. abode of hell. ___tion; calling. विशे० १८८३; प्रव० ४१; -पव्यय. पुं० (-पर्वत ) नाग श्रावि. अ. (अपि) संभाव; सभुश्यय. जना मावास पनि. नागराजा का आवास संभावना; समुच्चय; परंतु. (An inde. पर्वत. name of a mountain-resi. clinable meaning ); possibly; dence of Nagaraja. “गोथुभस्स णं also.. अाया० १, १, ५, ४१; क. गं. श्रावासपव्ययस्स" समः भग० २,८; १,२६ यावासग. पुं० (प्रावासक) निवासस्थानः । श्रावि. अ. (प्राविर ) प्रगट २. प्रगट: हेवास्थान. निवास स्थान; रहने का स्थान. जाहिरं. Publicly; openly. “ श्रावी Habitation; place of residence. वा जइवा रहस्से" उत्त० १,१७;-कम्म. सूय. १, १४, २; न० ( कर्मन ) मुना-नगर म. प्रगट प्रायासय--अ. पुं० ( प्रावासक) पनि ५२. कार्य: जाहिर काम. an action openly भास.. पक्षी का घर; घोसला. A bird's or publicly done. श्राया० २, १५, uest. सूय 1, १४, २, १७६; राय० २१३; ठा०६: कप्प ० ५, १२०; श्रावासय. न. ( अावश्यक ) २५श्य / प्राविई. स्त्री. ( प्राविची-अधिचदेशोद्भवा ) न-य. आवश्यक कर्तव्य. A thing वीय शभा उपन्न ३.२त्री. श्रीच wwliiclh must be done. ओघ. निक देश में उत्पन्न स्त्री. A woman born in २२03 the country of Avicha. 1770 Vथावाह. घा• II. ( श्रा+बह ) शनि श्रावि. वि. ( अाविष्ट) युत् थसा; ले सापान ४२; .से सोसाय. आवाहन ये३. मिला हुआ; संयुक्त. Joined with; करना; नजीक बुलाना. To call; to united with. सम० ३०; (२) धिinvite; to invoke. टित. अधिष्टित. presirtel over by; श्रावाहेइ. “ तानुम्बाडणिविजं आवाहेइ" possessed by. 21° %; नाया. १८ | प्राविद्ध त्रि. ( श्राविद्ध) परेयु: घा२७५ भावाह. पुं. ( आवाह) विचार पसांतांत सुं. पहिना हुश्राः धारण किया हुअा. वान. सि. विवाह के पहले पान देनेका ! Put on. नाया. १, ५; जं. ५० ३, ५७; Page #105 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्राविम्भाव] ( १०० ) [श्राविचिंय मरण परह. १,३; जीवा. ३, ४, ओव. २७, माविर्भाव यथे। प्रगट य. अविर्भाव होना; राय. 13; (२) वरि: यथास्थित गांधेलुं. प्रगट करना. To be or become nia. लपेटाहुा; यथोचित रीति से बांधा हुआ. nifest. wrapped; properly tied jo श्रामिभावमि. प्रे० सूय० २, १, ११; ५, १२१: कप्प० ४, ६२; -गुडि. प्राविल त्रिक ( प्राविल ) मास. श्राकुल. न० (-गुडित ) २१-५९॥ छ Distracted. सम० ३०; (२) सुषित; ગુણિ-પાખર-સેના રૂપાના પુલની બતાવેલ आतुं. कलुषित; गंदला. turbid. "अनुट्टिदो. [स. पहिनाई हुई सोने चांदी के फूलों सेण दुही परस्स लोभाविले प्रायवई अदत्तं" की बनी झूल. an ornamental उत्त० ३.२, २६; जीवा० ३; -प्पा. पुं. cloth of gold and silver ( -श्रारमन् ) १ मामा. आकुल Howers placed on the back; अारमा. a troubled soul. " अभयं(e.g of an elephant etc.). करेभिक्खू प्रणाविजप्पा" सूय. १, ७, २१; विवा० २; मणि सुवरण: त्रि. ( -मणि-Vाविस. धा• I. ( प्रा+विश् ) सेव; मुवर्ण) पायर्या छ भनि भने सुवर्णनां । मोn५g. सेवन करना; भोगना. To घरेला कोण ते. जिसने रत्न जडित । endure; to experience; to reसुवर्ण के आभूपणा पहिरे हों वह. ( one ) sort to. who lias put on ornaments प्राविसामि. विशे० ३२५६; studited with jewels. दसा.१०.१ प्रावीइमरण. न. (प्राचीचिमाण समको -~-मणिकसुत्तग. त्रि. ( -माणिक्य- સમયે આયુષ્યના દલનો અપચય-થાય તે; सूत्रक ) माणे: 461 सूत्र-हारे। मायुष्य समये समये माधुयाय ते. समय परे छे ते जिसने माणक से जडा हुश्रा समय पर आयुष्य के दल का अपचय होना; सूत्रक-दोरा पहिना हो वह. ( one ) who समय समय पर आयुष्य का क्षय होना. has put on a necklace studded Diminution of life every inwith jewels. जं. प. ३, ५७ stant. सम. १७ -वीरवलय. त्रि. ( -वीरवलय-प्राविः | आवीइसरिणय. न. (श्रावीचिसहित) द्वानि वीरवलयानिवारव गर्वसूक्कानि वीयि नामर्नु भ२९. श्रावीचि नाम का बल पानि येन) पी२ पुषाने ५सार्नु मरण. A variety of death named मासूम प छेते. वीर पुरुषों के Avichi. प्रव. १.२.; पहिरने का आभूषण जिसने पहिना है वहः | श्रावीकम्म. न. ( प्राविष्कर्म ) नुस। ( one ) wlio bas put on an __ श्राविकम्म" इ. ठेखो" आविकम्म" ornantent worn by herves. शब्द. Vide “प्राविकम्म” जं. ५० नाया० १; २, ३३; प्राविभाव. पुं० (श्राविर्भाव ) प्रगट यु; आवीचिय मरण. न. ( श्रावीचिकमरण ) भाभी५ था. प्राट होना; प्रादुर्भाव होना. नुभो “ अावीइमरण " श६. देखो Manifestation. विशे० ६७ " श्रावीइमरण "शब्द. Vide" मावीVाविरभव. पा. II. (प्राविर+भू) इमरण'' भग० १३, ५; Page #106 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भावुत्त] [प्रास श्रावुस्त. त्रि. (अन्युक्त ) न घेत; ११२ साधेल. बिना कहा हुआ. Not said; not spoken. सूय० २, २, ५६; Vावेढ. धा० I. ( मा + वेष्ट ) वीg लपेटना. To wrap round; to encircle. आवेढइ. दसा. ६, ६; श्रावेढिय. त्रि. (श्रावेष्टित ) वि2. लपेटा- ! हुआ. Wrapped round; encircled. ठा० १०; भग० ८, १०, १६, ६; निसी० १६, ४०-४१; नाया० १६; आवेदिय. सं० कृ० ( अावेद्य)हीने. कहकर. Having said or told. पंचा• १५, ४५; Vास. धा• I, II. (प्रास् ) मेसवु. बैठना. To sit. प्रासइ. व. प्र. ए. नाया. घ. श्रासे. वि. दस० ४, ८; श्रास. श्रा० दस० ७,४७, ८, १३; भासइस्लामो. भवि• भग० १०, ३; नासइत्तए. भग० ७, १०, १३, ४; १७, २; १८; ३, प्रासइत्तु. दस. ६,५४, प्रासमाण. "अजयं प्रासमाहोय " दस० ४, ३; राय. ३, ६ भास. न. (पाश-प्रशनमाशो भोजनम् )। भोगन. भोजन. Food. “ सामासाए पायरासाए " सूय० २, १, १५; नाया• ५, भास. न. (भास्य ) भुम, भो. मुख; मुंह.. Mouth; face. पि. नि. ३४०; नाया. ८५; दस ५, १, ८५; दसा० ७, १; भास. पुं० (अश्व-प्रश्नुते उमाप्नोति मार्गमित्यश्वः ) 31; 24*4. अश्व; घोडा. A horse. सम. १४; उत्त०४, ६,५, ११, १६: अणुजो० ६३, १३१: ठा० २, ३: विशे० १४१६; नाया० १७; भग० ३, ४; ७, ६; ६, ३४, ११, ११; ओव० ३१; ३८; दमा० ६, ४: १०, ३; विवा० ६; जीवा० ३, १; आया• २, १, ५, २७ जं० प० ७, १५७; (२) अश्विनी नक्षत्रने अधिष्ठाता पता. अश्विनी नक्षत्र का अधिष्ठाता देव. the presiding deity of the constellation Asvini. जं. प. ७, १५७, सू० प० २०; ( ३ ) અશ્વદેવતાથી ઉપલક્ષિત અશ્વિની નક્ષત્ર. अश्व देवता से उपलक्षित अश्विनी नक्षत्र. the constellation Asvini pre. side 1 over by the diety Aśva. चं. प. २०; -करण. न० (-करण ) घोडाने ४३। सीवानी 24. घोडे को कला सिखाने की जगह. a place for: training horses. निसी० १२, २८; -किसोर. पुं० (-किशोर ) तान धेनु यु; ५२३. जातिवान् घोडे का बच्चा. a young one of a noble horse;acolt. नाया० १३ -किसोरी. स्त्री० (-किशोरी ) यान योडी; १२२।. जातिवान् घोड़ी; बछेरी. a mare of noble breed; a filly TT. ; ~क्खंध. पुं० (-स्कंध) घोडानी - मांध. घोडे का कंधा. the neck or shoulder of a horse. ठा० २. नाया० १२: १.; जं० प० ७, १५६; -क्खध वरगय. त्रि० (-स्कंधवरगत) घो। ५२ यदेव. घोड पर चढा हुआ. mounted on a horse. नाया. १२; १४; -जुद्ध. न० (-युद्ध ) पार्नु युद्ध घोडों का युद्ध. horse-fight. निसी. १२, ३०; -धर त्रि. ( -धर ) धे पास सोहागर. घोडावाला; घोड़ों का सोदागर. ( one ) who has a horse or horses; horse-merchant. Page #107 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रास] ( १०२ ) [प्रासंसपोग ठा० २; जं. ५० ३, ६७; -पोसय. त्रि. प्रधान घोडा-उत्तम घोडा. an excellent (-पोषक ) याना पोषनार, स२. horse. ठा• ५; -रूव. पुं० (--रूप) घोडे को पालने वाला. ( one ) who घोडानुरू५. घोडे का रूप. the shape, breeds up horses; a horse-mer. beauty, of a horse. नाया०६; भग. chant. निसी० ६, २३; --प्पमद्दय. ३, ५; -रोह. पुं० (-रोह) घोडे २वार. (-प्रमर्दक ) याने सा शापवनार. घोड सवार. a horseman. निसी० ६, घोडे को कला सिखाने वाला. ( one) २३; -वर. पुं० (-वर ) उत्तम जतिन who trains horses. नाया. १५ थोडे. उत्तम जाति का घोड़ा. a horse of -मच्छिया. स्त्री. (-मक्षिका ) योजना noble breed. दसा० १०, ३; भग. भान; "गा. घोडो के शरीर में लगने वाली | ६, ३३, श्रोव.. -वाहणिया. स्त्री० मक्खी ; बग. a horse-tly. पिं० नि. (-वाहनिका) नी पारी; अश्वी . भा० ४६; -मठ्ठ. पुं० ( -मृष्ट ) घोडे की सवारी; अश्व क्रीडा. horseघोडा। समारना२।. घोडे को सुधारने वाला. riding; play on horse-back. चाबुक असवार. a horse-lyreaker. | विवा०६; नाया० १२; १४; -सहस्स. निसी• ६, २३; -मद्दश्र.नि. ( -मर्दक ) न० (-सहस्र ) ०२ योऽ।. हजार घोडे. घाने मान ४२॥२. घोडों की मालिश a thousand horses. निर० १, १; करने वाला. ( one) who rubs the | प्रासंदिया. स्त्री. ( प्रासन्दिका ) भांयी; body of a horse. निसी. ६, ३३: मारली. खाट. a suilt wooden नाया. १७; -महग. त्रि० (-मद्देक ) franme ( seat or cot)strung up धान मन ४२२. घोडा की मालिश with cotton or hemp strings. करने वाला. ( one ) who rubs the सूय. १, ४, २, १५ body of a horse. नाया० १७, श्रासंदी. स्त्री. (प्रास्यन्दी) मे गर्नु -रयण. न० (-रत्न) वरत्न; २४५- आसन; भांयी. एक प्रकार का प्रासन; खाट. तिना योहरत्नभानु मे २त्न. अश्वरस्न a kind of seat: a wooden frame चक्रवता के चौदह रत्नों में का एक रत्न. strumg up with thread and an excellent horse; one of the used as a seat."प्रासंदीपलियंकेय" 14 gems of a Chakravarti. पिं० नि० ३६१; सूय. १, ६, २१; दस. " भरतस्य कमलामेलं णामेणं पासरयणसे- ३, ५, ६, ५४; (२) हैटर्नु भाय. णावईकमेणं समभिरूडे” जं. ५० ठा० ७; बांस की अरथी. a bamboo frame पन्न १६, २०; -रह. पुं० (-रथ) to carry a corpe. सूय० २, १, १५; था। गी; मा .31 115 मे। २५. | श्रासंसइय. त्रि. (प्रासंशयित ) नि:संशय; घोडा गाड़ी; जिसमें घोडे जुने ऐसा रथ. संशय २डित; मां संदेड नथीते. निःसंदहा a horse curriage. नाया. १; ८; संदेह रहित. Doubtless; indubita१६; १६; भग० ७, ६; ६, ३३; राय ble सूय० २, २, १६ २५६; जं० ५० -राय. पुं० (-राजन् ) आसंलप्योग. पुं० ( प्राशंसाप्रयोग--- २५५२।४-प्रधान-31म यो.. अश्वराज; प्राशंसनमाशंसाऽभिलाषः तस्याः प्रयोगो. Page #108 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रसंसा ] ( १०३ ) व्यापारणम् करणमाशंसाप्रयोगः ) आशंसा अभिलाषा रवी ते अभिलाषा करना. Hoping; desiring; wishing. प्रव० २६६; ठा० १०; आसा. स्त्री० ( श्रशंसा ) अम लोग भेसवयानी छि; अभिलाषा काम भोग प्राप्त करने की इच्छा. Desire or wish for sensual pleasures. सूर्य० २ १, ५०; उवा० १, ५७; प्रव० २६६; ८२३३ संसारं श्र० ( श्रासंसारम् ) संसार छे त्यांसुधी. संसार है तबतक So long as or as far as the world exists or worldly life exists. प्रत्र० ९३७; आसकरण. पुं० ( श्रश्वकर्ण ) अवलु समुद्रमां ના ૫૬ અંતર દ્વીપમાંને અશ્રકણ નામને ये अंतर द्वीप, लवण समुद्र के ५६ अन्तर द्वीप में का अश्वकरण नामक एक अन्तर द्वीप. Name of one of the 56 Antara Dvipas ( islands ) in Lavana Samudra. ( २ ) त्रि. ते द्वीपना रहेपासी उक्त अन्तर द्वीप के निवासी मनुष्य. a native of the above island. ठा०४, २; जीवा० ३, ३; पन्न० १; आसग. न० ( श्रारुपक ) मोटुं भुप. मुख; मुंह. Mouth; face. भग० १५, १; नाया ० १२; १४; सू० २, २, ५६ दसा० १, ३, आसग. पुं० ( आस्यग ) शु. फेन. Foam; froth पन्न० २; श्रसग्गीव. पुं० ( अश्वमी ) भरतक्षेत्रना ચાલુ અવસ પૈણીના પહેલા પ્રતિવાસુદેવનું नाम. भरत क्षेत्र की वर्तमान अवसर्पिणी के प्रथम प्रतिवासुदेव का नाम. The first Prativasudeva of the current Avasarpinī (descending cycle ) of Bharataksetra. प्रव० १२२७८ For Private [ श्रासण श्रासज्ज न० ( श्रासज्ज ) ठिया विशेष क्रिया विशेष. A particular kind of action. ओघ • नि० २२६; श्रासज्ज. सं० कृ० ( श्रासाद्य ) प्राप्त रीने; भेलवाने प्राप्त करके; पाकर Having got to; having acquired. विशे० ५२७; आया० १, ३, २, १११; पिं० नि० १५८ प्रव० ८६६; आसण. न० ( आसन ) आसन; ग्रेड; सिंहासन; लद्रासन, मयूरासन वगेरे; तप માટે આસન લગાડવા તે. જેમ વીરાસણુ, ઉકડિયાસણું; દંડાયત આસણુ ર્વાદ. आसन; बैठक, सिंहासन; तपश्चर्या में साधुको लगाने के आसन जैसे वीरासन, दंडायत आसान इत्यादि ( देखो चित्र ) A seat; an unnatural bodily posture; e. g. Mayūrāsana etc. adopted by a Sadhu while practising penance (see diagram ). उत्त० १, २१, ३०, ७, ८ उबा० २, ११३; राय० २३३; २८६ दस० ५, २, २८: ८, ५, १७ सू० प० २० आंव ० नाया ० १ २; ५; ८; १३ १४; १६; सम० ६; भग० २, ५, ५, ७ १७, ३; २५, ७ सु० च० ३, ५५; जं० प० २, ३३१ सूर्य ० १, १, ४, ११, १, ४, १, ४; श्राया० १, ६, ३, १२, २, ४, २, १३८ (२ खासनत्री मेस ते. आसन लगाकर बैठना. sitting in a particular bodily posture. प्रव० १५८१ – अणुपदास. न० ( - अनुप्रदान ) सत्कार उरवाने व्यासननुं मंत्र ते. सत्कार करने के लिये आसन का आमंत्रण करना honouring any one by inviting him to a seat. भग० १४, ३ ठा० ७ – अभिगह. पुं० ( श्रभिग्रह ) शासन संधी Personal Use Only Page #109 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रासराय ] अलियड धारण । ते. आसन संबंधी अभिग्रह धारण करना taking a VOW in connection with seat. भग० वीरामण - ( १०४ ) Ry कुहुय आसण ६१; १४, ३; सम ० श्र० २०९ – त्थ. प्रि० ( - स्थ) : गोहोल बगेरे व्यासन पालीने रहेनार. उत्कट गोदोह आदि श्रासन लगाकर बैठा हुआ. (one ) sitting or remaining in a particular bodily posture; e. g. like that of one milking a cow. आया० १, ६; ४, १४; प्रव ० १२५; - दंडायत आसण श्रासरणय. पुं० ( श्रासनक- श्रासनमेव श्रासनकः ) आसन. आसन. A seat; & bodily posture. वेय० ५,३२, श्रासराण. त्रि० ( ग्रासन ) नजदीक का; समीपका. neighbouring; near. भग० १, ८; श्रीघ० नि० १०; दसा० २, ३, ४, ५५ - सिद्धिय त्रि० (- सिद्धिक ) तरतभां :: पासेतुं. Adjacent; [ श्रसत्तमं For Private Personal Use Only गोदोहिया आसण -- સિદ્ધ થાય એવા; ઘેાડા વખતમાં સિદ્ધિ भाभनार तुरंत सिद्ध होनेवाला; थोडे समय में सिद्धि प्राप्त करने वाला. ( one ) who is to acquire perfection imme diately. पंचा० ११, १५ श्रसत्त. पुं० ( श्रासक्त ) लूभिभां लागेल; उपरथी नीयेना लाग साथै लागेल. भूमि में जुडा हुआ; ऊपर से नीचे के भाग के साथ संयुक्त. Clung to the earth; attached to the upper as well as the lower part. राय० ५६; पन० २; श्रोत्र० कप्प० ३, ४१; श्रसत्तमं. अ. ( श्रासप्तमम् ) सात पेढी Page #110 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रासत्ति ] ( १०५ ) [ श्रासम पर्यत. सात पीढ़ी तक. Up to the 7th | श्रासन. न. ( आसन ) मा " प्रासण" generation. नाया० १; १६; भग. रा. देखो “ पासण" शब्द. Vide ११, २०; " पासण" पन्न० ११, देस. ७, २६; श्रासत्ति. स्त्री (श्रासक्ति ) परिग्रह पाहिमा । आसन्न. त्रि. ( अासन्न )ो ।"प्रासंगण" शृद्धि. परिग्रह आदि मे आसक्ति. Attach- श६. देखा " प्रासगण "शब्द. Vide ment to worldly possessions " पासण्ण'' विशे० ६२६ श्रोघ. नि. ete. परह. १,५; २६; पिं. नि. २०६; २४६; प्रव. १३२; अासत्तासत्त. त्रि. (आसक्तीत्सक ) 34. पंचा० ३, ४५; सम० ३३; -भव. पुं. २॥ मागथा नायना मागने आगेय. ऊपर ( -भव्य ) तेरी मरे 4थवा र श्री के भाग से नीचे के भाग तक लगा हुआ. ભવે મોક્ષ જનાર જીવ; નજીક વખતમાં Attached from the upper part मेवा योग्य मध्यप. उसी ही भव में to the lower part. कप्प. ३, ४१; या दूसरे तीसरे भव में मोक्ष जानेवाला अासत्थ. त्रि. (प्राश्वस्त ) म सोधेस. जीव. a soul whiell is to attain आराम पाया हुआ; विश्रान्त Soothed; final bliss in very near future Guinforted; refreshed. ओव. नि. i. e. in the same birth or the भा. ५५; नाया. १, २, ३, ८,६; १६, 2nd or 3rd. प्रव. १२६०; १८; भग० ११, ११, १५, १; कप्प०१, ५; आसपुरा. श्री. ( अश्वपुरा ) ५मा विशयनी विवा. ३, भुपनगरी. पद्मा विजय की मुख्य नगरी. आसत्थ. पुं० न० (अश्वत्थ ) पीपदो. पीपल. ! The capital-city of Padma The holy fig--tree. सम. प. २३३; Vijaya. ठा० २, ३, ८; -पत्त. न० (-पत्र ) नापसाना पान. आसम. पुं० (पाश्रम) माश्रम, नापस पीपल का पत्ता. a leaf of the holy सालाने २९पानी 241. आश्रम; तपस्वा fig-tree. निसी. १८, १६ वश्च. पुं. लोगों के रहने की जगह. A hermitage. (-वर्चस्) पापताना पाहा, लना यांना (२) यार याश्रम पे आश्रम. दमासी. पीपल के पत्ते और फल के कचर चार प्राश्रमो में से एक पाश्रम. one of का ढेर. a heap of the rofuse of the four stages of life. सु. १० the leaves and fruits of the ७, १८०; ठा० २, ४, उत, ६, ४२; ३०, holy fig-tree. निसी० ३, ७०% १७; आया० १, ५, ६, २२२; मूय० २, २, Vासद. धा• I. ( श्रा+शद ) १३; भग० ७, ७; ३, ७, ७, ६; परह. २, १२५; यी १२वी. बाचा करना; पीडा १; वेय० १, ६६ पंचा० ७, १५; -पय. करना. To give pain; to aflict; न० (-पद) नापस सालाना सामने to trouble. नामे मालपातुं स्थान. तापसी लोगों के प्रासादए. दस० १, ६, १, ४; निसी० १३, आश्रम के नाम से प्रसिद्ध स्थान. a her. १२ mitage; a place of abode of a प्रासाइजा पाया. १, ५, ६, १६५: ठा० । hermit. कप्प० ६, १५६; ~भेय पुं० ४: उवा० ८, १४० १४४; (-भेद) प्रायर्य, गृ७१५ वगेरे पाश्रमाना Page #111 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रासमपय ] ( १०६ ) २. ब्रह्मचर्य, गृहस्थ आदि श्राश्रमं भेद. the four different stages of life distinguished as student's life, householder's life etc. a garden. कम्प०६, १५६ श्रसमेत पुं० ( श्रश्वमित्र ) अवभित्रायार्य નામના ચોથા નિન્દ્વવ કે જેણે દરેક પદાર્થ ક્ષણે ક્ષણે નાશ પામે છે એમ સ્થાપન કર્યુ. अश्वमित्राचार्य नामक चोथा निम्हव जिसने कि प्रत्येक पदार्थ प्रतिक्षण नाश पाता है, ऐसा सिद्धान्त स्थापन किया. Name of the fourth Ninhava who established the doctrine that every thing perishes every moment. डा० ७, १; श्रासमुह. पुं० ( श्रश्वमुख ) अवगु समुद्रमां ડાહ્યા ઉપર જતાં વિદિશામાં રહેલ અધમુખ नाम अंतर- ट्रीप लवण समुद्र में विदिशा में स्थित श्रश्वमुख नामक अंतर द्वीप Name of an Antara Dvipa ( island ) in & cardinal direction of Lavana Samudra. ठा० ४, २; ( २ ) त्रि० ते द्वीपमा रहेनार मनुष्य. उक्त द्वीप में रहनेवाला मनुष्य a person living in the above island. जीवा० ३, ३ पन्न० १; आालय, न० (आस्यक ) भोढुं भुख. मुख; मुंह. Mouth; face वव० ६, ४५; श्राया० २, २, १, १०६; जीवा० ३, १; आसय पुं० ( श्राश्रम ) आसय; स्थान; भान आलय; स्थान; मकान. A house; an abode; a place. ठा० ३; ( २ ) सेवा योग्य. सेवन करने योग्य a pro पंचा० १०, ५०; श्रासमपय न० ( आकामपद ) मे नामनुं | श्रासय पुं० ( श्राशय ) चित्तवृत्तिः परिणाम. ये मात्र एक बाग का नाम. Name of चित्तप्रति आशय A state of mind; inclination of mind पंचा० ७, २५; १६, २५ – विचित्तया. स्त्री० (-विचि त्रता ) परिणामनुं विभित्र पशु अभिप्राय नुं विविधप परिणाम की विचित्रता; अभिप्राय की विविधता. varieties of thought-activities; varieties of thoughts. पंचा० १६, २५ - वुडि. स्त्री० ( - वृद्धि ) परिणाम वृद्धि परिणाम वृद्धि. increase in thought-activity; increase in sense-perceptions and their objects. पंचा० ७, २५; [ श्रालव per resort; ( anything ) fit to be resorted to. नाया० १०; (३) याश्रय; आधार. आश्रय; आधार. Support. उत्त० २८, ६; पह० १ १; विशे० १७५४; श्रासयमाण. व० कृ० त्रि० ( * श्राशायमानश्राशयत् ) आशा उरतो. आशा करता हुआ. ( One ) entertaining a hope. विवा० १९ श्रासर धा० II ( श्रा+) सर; जसवु दासपुं. सरकना; हलना. To move. आसारेह. प्रे० नाया० ३; सरूह पुं० (अश्वरूह ) घोडेस्वार, घोडा सवार. A horseman. जं० प० ३,४४; असल. त्रि० ( प्राशल ) स्वाह सेना योग्य; जावा योग्य स्वाद लेने योग्य. Worth being relished or tasted. aial. ३, ४, पन्न० १७; आसय पुं० ( भालब ) हरू; महीरा; मद्य; शराण दारू; मदिरा; शराब. Wine ; For Private Personal Use Only Page #112 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पासव ( १०७ ) [प्राससेण intoxicating liquor. पिं० नि० ५४ "पंच पासव दारा प. तं० मिच्छतं अवि५३६; राय० १३३; २२४; पन्न. १७; उत्त. रइ पमाया कसाया जोगा" ठा० ५, २; ७, ३४, १४; ओव• जीवा० ३, ३०४; सम० ५; भग० १, ६; ३, ३; ---सत्ति. -(वो )उदगा. स्त्री० (-उदका -पास- त्रिं. ( -सक्तिन् -आप्रवा हिंसादयस्तेषु व इव चंद्रहासादिपरं उदकम् यासां सक्तासंग श्रावसक्तं तद्विद्यते यस्य स साः भासवोदकाः) भी पानी पर. आश्रवसक्ती ) पाश्रवन संग ४२२. मीठे पानी की बावड़ी. a well of fresh आधव का संग करने वाला. ( one ) water. जीवा० ३; राय. attached to practices like killप्रासव. पु. (माधव) ७५०५ ताम | ing etc. which cause an inflow કમ૫ પાણીને આવવાનું ગરનાળું; કર્મ of Karma. आया. १,५, ११४५; આવવાનું કાર; મિથ્યાત્વ અવિરતિ પ્રમાદ भासवतर. पुं० ( प्राश्रवतर) अतिशय યાય અને અશુભગ એ પાંચમાંનું आश्रया भनी धान मा. अतिशय भो त ... ओव-रूर तलाव में कर्म- । श्राश्रव; कमों का बहुत आना. Excessive -रूप पानी पाने व रास्ता-द्वार; inflow of Karma. भग० १३, ४; साबबार; मिध्याव, अविरति *प्रासवर. पुं० (अश्ववार) अस्था२; थोडेवार. प्रमार, चाय और मशुभयोग इन पांचों में सवार. A horseman. " महं प्रासा कोईमी एक. A door, a sluice प्रासजरा उमापासिंणागा" भग.६,३३; for the inflow of Karma; any of the five viz. Mithyatva, मालवार. पुं. (अश्ववार-अश्वं वारयतीति ) Avirati, Pramāda, Kaşāy a सवार; अश्वाराही; घोडे को गेकने वाला; and Asubhayoga. ओव. १०; घुडसवार. A. horsenman. सु. च. १०, ३.४; उत्त० १, ५, ४३; २८, १४; ३४, २१ सम० १; नाया०६ भग२, ५, ! शाससा. स्त्री. (प्राशंसा ) 291-243ial; ५, ६; आया० १, ४, २, १३०; १, ८, ७, सा. आकांक्षा; पाशा; चाह. Desire3 १०; ठा० १, २, २, १; पिं. नि. ६३ | hope; wish. “ तहेव णि नेसुय आस. पंचा• ५, ४७; क. गं. १, १५; सूय० २, साए " उत. १२, १२; विशे० १५१६; ५, १२; --खिरोहमाव. पुं० (-निरोधभाव) | प्राससेण. पुं० (अश्वसेन ) शीना राजनुं આશ્રવને નિરોધ કરે તે; કર્મના દ્વારને ! नाम. काशी के राजा का नाम. Name of भवाते. पाश्रव का निरोध करना | a king of Benares कप्प. ६, १५०; कर्म के द्वार को रोकना. stopping the | (२) या अपस पसीना योया यताinflow of Korina; stopping the ना पिता वर्तमान अवसार्पणी काल के चोये door of the inflow of Kurm. चक्रवर्ती का पिता. name of the पंचा० ५, ४७; -दार. न० (-द्वार ) father of the fourth Chakra. साश्रव-५५ भाववाना हा; ६२वाल. vartî of the present Avasar. पाश्रव-पाप आनेका-द्वार. a gate pini, सम०प० २३४; (३) २३ मा तीर्थ. through which. Karma enters. I કર પાર્શ્વનાથના પિતાનું નામ. ૨૨ રે Page #113 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रामा ] ( १०८ ) तीर्थंकर पार्श्वनाथ के पिता का नाम name of the father of Parsvanatha the 23rd Tirthankara सम० प० २३०; श्रासा. स्त्री० ( श्राशा ) खाशा: ४२ अभिलाषा; साक्षा आशाः अभिलाषाः श्राकांक्षा. Hope desire; wish. निर्मा० ११, २८: जं० प० २, २२, तंडु श्र० २१; उत्त० १२, ७, ३२, २७: सम ६; दस० ६, ३, ६, ( २ ) लोगनी शंक्षा. भोग की आकांक्षा. desire of enjoyments. आया० १, २, ४, १४; श्रासा - यँ पुं० ( आस्वाद ) २वाढ; २स. स्वाद; रस. Taste; relish. जीवा० ३, ३. जं० प० २, २२, आया० १, ५, ३, १५.५; नाया० ७ १७; पत्र० १७; दस० ५, १, ७८ यासाइय त्रि० ( श्रासादित) प्राप्त थये. प्राप्त. Got; acquired. नाया• १२; उवा०३, १४०३ आसाढ पुं० ( आपाद ) शषा महिना. आषाढ मास The month of Asadha, आपाद पुम्निमाएण उक्कोसपए भग० ११, ११, १८, १० ओघ नि० २८३; उत्त० २६, १३ सम० १८, २६; जं० ०२, ३०, ७, १५१; पंचा० ६, ३४; ( २ ) तृणु विशेष. तृण विशेष. & kind of "" grass. भग० २१, ६, ( ३ ) खापઢાચાર્ય નામના ત્રીજા નિન્દ્વવ કે જેણે દરેક વસ્તુ અવ્યક્ત સંદિગ્ધ છે, કેનામાં સાધુતા છે અને કાનામાં નહિ તેને નિશ્ચય આપણે કરી શકીએ નહિ માટે કાઇને પગે લાગવું नहि खेभ स्थापन उ. आषाढाचार्य नामक एक निन्हव जिन्होंने यह मत स्थापित किया कि प्रत्येक वस्तु अव्यक्त - संदिग्ध हैं; जैसे किसमें साधुता है और किसमें नहीं इसका For Private [ श्रासादा निश्चय मनुष्य नहीं कर सकता अतः किसीको साधु समझकर प्रणामादि नहीं करना. name of a religious preceptor who was the 3rd Ninhava and who established the uncertainty of our knowledge and the consequent futility of saluting an ascetic. ठा० ७, १; विशे० ३३०१; ( दा ) - श्रायारय. पुं० ( - श्राचार्य ) આષાઢ નામના ત્રિજા નિન્દ્વવ આચાર્ય. याषाढ नामक तीसरे निन्हव आचार्य. the third Ninhava preceptor so named. श्र● - पाडिवया. स्त्री० ( - प्रतिपत् ) शास्त्रीय श्रवणु वह पावो. शास्त्रीय श्रावण कृष्ण प्रतिपदा the first day of the dark half of the month of Sravana according to scriptures ठा० ४; - पुरिणमा. स्त्री० ( - पूर्णिमा ) पाठ सुद्धि पुनभ; असा भडिनानी पूर्णिमा आषाढ मास की पूर्णिमा, the full-moon-day of the bright half of the month of Asadha. भग० ११, 11; - बहुल. पुं० न० ( - बहुल ) आषाढ मासनो ष्णपक्ष श्राषाढ मास का कृष्ण पक्ष the dark-half of the month of Asādha. कप• ७, २०६; – सुद्ध. पुं० ( शुक्ल ) व्यापाद માસને શુકલ પક્ષ श्राषाढ मास का शुक्ल पक्ष. the bright-half of the month of Asådha. कप्प० १, २; आसाढभूइ. पुं॰ ( आषाढभूति ) भुञ "साडभूइ शह देखो “असाडभूइ शब्द. Vide " असाड भूइ पिं० नि० 33 Personal Use Only " ४ १४: आसाढा. स्त्री० ( आषाढा ) मे नामनुं नक्षत्र; पूर्वषाढा भने उत्तराषाढा. इस नाम का Page #114 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मासाढी] ( १०६ ) [श्रासालिया नक्षत्रः पूर्वाषाढा और उत्तराषाढा. Name of the constellations Purvāsādha and Uttarāsādha.“ पासाढा " ठा० २; जं० प० ७, १५१; मासाढी. स्त्री. (आषाढी) 24141 भासनी पूर्णिमा. आषाढ मास की पूर्णिमा. The full-inoon-day of the month of Asadha. जं. ५० ५, १६१; -पाडिपन. j• (-प्रतिपत् ) शास्त्रीय श्रावण વદ એકમ અને લૌકિક આષાઢ વદ એકમ. शास्त्रीय धावण कृष्ण प्रतिपदा और लौकिक भाषाढ कृष्ण प्रतिपदा. the first day of the dark half of Srāvana according to scriptures and the first day of the dark half of Aşaqha according to mere calculation. निसी..१६, १३, मासादण. न. (मासादन ) भेस; अ५५ ४२. प्राप्त करना; ग्रहण करना. Getting: abtaining; taking. नाया. ६; प्रासादलता. स्त्री० ( अाशातना ) अविनय: माशानना. अविनय; अपमान. Ireverence; immodesty. भग० १८, ७ प्रासादिय. त्रि. (प्रासादित) मात . प्राप्त किया हुआ. Got or acquired. "इमे वणवंडे प्रासादिए ' भग० १५, १; प्रासायण. न० (श्रास्वादन) २५वाहन २स सेवा त. श्रास्वादन; रस लना; चखना. Tasting; relishing. “थोवमासायणट्ठाए हत्थगाम-दलाहिमे " दस० ५, १,७८; आसायण. न० (प्रासादन ) ! २; भेल. ग्रहण करना; प्राप्त करना. Getting; acquring. नाया० १; प्रासायणा. स्त्री० ( अाशातना ) शातना; विनय महानुं संधन. आशातना; विनय सर्यादा का उल्लं वन; गुरु के प्रति किया जाने । योग्य विनय में न्यूनता करना. Irreverence to a preceptor etc. प्राउ. २६ दना० २,२३ ३४: निसी०१३, १२; दस. ६. १, २:६; उत्त. ३१, २० सम. ३३; आव.३, १पंचा०९, ४८; प्रव.८: -परिहार. पुं० (-परिहार ) 11नाने परिक्षार त्याग. आशातना का परिहारत्याग. giving up or abandon mment of Asatana. प्रव० ६४५; प्रासायणिज.त्रिक (प्रास्वादनीय) २५६ सेवा योय; या यो२५. स्वाद लेने योग्य; चखने योग्य. Worth being tasted or relished. जं. प. पन्न. १७; नाया. १२; प्रासालय. न. (पाशालक ) ना ७५२ સુઇ શકાય કે બેસીને આરામ લઈ શકાય ते सासन ऐसा आसन जिसपर यो सके या बैंठकर आराम किया जासके. A. seat on which one can sleep or sit comfortably. "श्रासदी पलियंकेम्" " मंचमामालएसु वा" दम० ६, ५४ श्रासालिया. स्त्री. ( प्राशालिका) ये जानने सपनो ५२ मभूमिमा यतिनी સેના નીચે પ્રમીમાં સમુદ્ધમપણે અતમુહર્તને આઉખે ઉત્પન્ન થાય છે તેના શરીરની ઉત્કૃષ્ટી ૧૨ જનની અવગાહના હોય છે૨ કનૈની સેનાને વિનાશ થવાનો હોય ત્યારે જ તેની ઉત્પત્તિ થાય છે અને આખી સેનાને તેથી અંતમુહૂર્તમાં નાશ થાય છે. એટલે તે સર્ષ માટી ખાઈ જાય છે તેથી ૧૨ જનનો ખાડો પડતાં તેમાં સેના દટણ ५८९ या नाश पामे छे. इस जाति का एक सर्प जो कि पंद्रह कर्मभूमि में चक्रवर्ति की सेना के नीचे पृथ्वी में समुर्लिछम रूप में (अ गट राति से) अन्तर्मुहूर्त की आयुष्य Page #115 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रासाविणो ] धारण कर उत्पन्न होता है. इसके शरीर की उत्कृष्ट अवगाहना १२ योजन की होती है. जब चक्रवर्ती की सेना का विनाश होने वाला होता है तभी इसकी उत्पत्ति होती है. और इसके कारण संम्पूर्ण सेना का अन्तमुहूर्त में नाश हो जाता है. क्यों कि वह १२ योजन मिट्टी खा जाता है जिससे उतनी भूमि में बहुत बडा खड्डा पड जाता है जिसमें सेना गिरडकर नाश को प्राप्त होजाती है. A kind of serpent born in the 15 Karma Bhumis. It is born underground and has a life of one Antarmuhurta. Its bulk extends over 12 Yojanas or 96 miles. It is born under the ground occupied by the army of a Chakravarti of the above Karma Bhumis, when that army is fated to perish. It devours the earth filling the area of 96 miles and the army is swallowed up by the pit thus caused and is destroyed. " सेकितं श्रासानिया ? कहिं भंते ! श्रासालिया समुद्वंति जीवा ० 9; ( ११० ) 39 पन्न० १३ श्रासाविणी. स्त्री० ( शाश्राविणी ) छिद्रवासी नावा प्रेमपाणि यावे व नाव. छिद्रवाली नांवा; जिसमें पानी आदे ऐसी नॉव. A boat or a ship with a leak in it. " जहा श्रासाविणि नावं जाइ धो दुरूहिया सू० १, ११, ३०; श्रामास पुं० ( श्राश्वास ) या वासन. आश्वासन. Taking rest removal of fatigue. ओघ० नि० ७३; परह० २, १ ( २ ) विश्रामना स्थान थाई सेवानी 33 ०४२५ विश्राम का स्थान. place. ठा० ४, ३; श्रासासण. पुं० अश्वासन ) अश्वासन नाम नो अश्वासन नामक ग्रह. A planet so named ठा० २, ३ सासरण्या. स्त्री० ( आश्वासना) आशीर्वाद. आशीर्वाद. Blessing; words of blessings. भग० १२, ५; श्रसासिय त्रि० ( श्रश्वसित ) आश्वासन आपेस; विश्राम सीधेस आश्वासन दिया हुआ; विश्राम लिया हुआ. ( One ) who has rested himself; (one) who has removed his fatigue. नाया० १; भग० ६, ३३; आसि. स्त्री० ( आशिस् ) हाट. दाढ. A jaw. पन्न० १; प्रव० १५१५; [ श्रसिद्धि श्रसि - सी. ० ( श्रासीत् ) अस धातुना लून असनुं रूप हतो-ती-तुं. अस धातु के भूतकाल का रूप था थी थे. He sheit was. सु० च० १, १२५, ३, ११५; त्रिशे० १२६१; पिं० नि० १६१: नाया० a resting- ३; ११: १४; भग० २, १३, १; सू० १, ६, २, २, ६, ७, उवा० ६, १६७३ पंचा० १६, १०; वासित त्रि० ( प्रसिक्त ) थोडुं छांटे; रेस. थोडा सींचा हुआ; छिटकाव किया हुआ. Sprinkled slightly. परद० २, ३; नाया० १; जीवा० ३, ४; श्रोव ० २६; For Private Personal Use Only ५८ श्रासित्तिश्रा. स्त्री० ( प्रसिक्लिका ) : भाद्य पार्थ. एक खाद्य पदार्थ, Name or an article of food. विसाहाहिं श्रसितियाश्र भोया कजं साधेति " सू० प० १०; श्रसिद्धि. अ० ( प्रसिद्धि ) सिद्धि पर्यन्त. सिद्धि पर्यन्न. Up to, as far as Sid Page #116 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रालिय] [प्रासीविसमायणा dhahood; up to the attainment | प्रासीण. त्रि. (प्रासीन) मेटेस; पाश्रय of final goal. भत्त• ७१; २२. बेठा हुआ: श्राश्रय किया हुआ. Sit; भासिय. त्रि. (प्राश्रित ) आश्रय पामेल. seated; resorted to. पाया. १,८, भाश्रय प्राप्त. Resorted to; resting ७, १७; परह. २, १; on; dependent on. ठा०६; पासीविसत्त. न. (आशीविषत्व) Ve अनिष्ट ४२वानुं सामर्थ. इष्ट अनिष्ट करने प्रासिय. त्रि. (प्रासित )मा “प्रासित्त" का सामर्थ्य. Power of bringing सन्ह. देखो "अासित "शब्द. Vide. about good or evil. भग. १५, १; "आसित्त" दसा• १०, १; राय. १८०; ठा. ५; नाया• ३, ८; १६; भग• ६, ३३; प्रासीविसत्ता. स्त्री. ( प्राशिर्विषता ) भासियावाय. पुं० ( श्राशीवाद ) आशीर्वाद આશીર્વષપણું, અતિ ઝેરી સપને ભાવ. साशी वयन. आशीर्वाद; श्राशीर्वचन. श्राशीर्विषता; अति जहरीले सर्प का भाव. Blessings; words of blessings. State of being a highly venoसूय. १, १४, १६; mous serpent. भग० १६, १; भासिल, पुं०(मासीब) मे नामना से प्रासीविसभावणा. स्त्री० (पाशीविष अन्य तीर्थी प्राचीन पि. इस नाम के एक भावना ) सास विपत्य घटानिष्ट ४२वाना अन्य धर्मानुयायी ऋषि. Name of al સામર્થ્ય સંબંધી હકીકત જેમાં બતાવેલ છે non-Jaina ascetic. सय० १, ३, ४,३: તેવું અંગબાહ્ય એક કાલિક સૂત્ર-કે જે ચૌદमासी. बी. (*प्राशी-प्राशिस्) सर्पनी વર્ષ ઉપરાં ની દીક્ષા-પ્રવજ્યાવાલાને વાંચहा सर्प की दाढ. A jaw of a ser વા દેવાને અધિકાર છે. તે સૂત્ર હમણું pent; a serpent's fang. grax; વિદ્યમાન નથી, વિચ્છેદ થઈ ગયેલ છે. -विस. पुं० ( -विष)ोली मां २ जिस में प्राशी विषत्व-इष्टानिष्ट करने के रहे ते सर्प. जिसकी दाढ में विष है सामर्थ्य का वर्णन है, ऐसा एक अंगो से वह सर्प. a serpent ( with venom पृथक कालिक सूत्र, जिसे कि चौदह वर्ष in the fangs ). विशे० ७८०; भग• ८, से अधिक समय के दीक्षित साधु को पढने 15 दस० ६, १, ५; परह० २, १; उत्त० ६, का अधिकार है. यह सूत्र वर्तमान में विद्या ६३; तंटु० दसा. ६, ३२. जीवा० १; (२) मान नहीं है. इसका विच्छेद हो गया है. સીતાદા નદીને પશ્ચિમ કિનારે શંખ વિજય- Name of an Anga Bāhya ની પશ્ચિમ સરહદ પારને વખારા પર્વત. Kālika Sūtra dealing with सीतोदा नदी के पश्चिम किनारे शंख विजय the power of bringing about का पश्चिम सीमा प्रान्त पर का वखारा पर्वत. good or evil ( by austerities.) name of a Vakhārā mountain It is permitted to be read on the western boundary of after 14 years of asceticism. Sankha Vijaya on the western The Sūtra is lost and not bank of the river Sitodā. 310 extunt in these days. वव. १०, ८, १; जं. प. Page #117 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रासीविसा [श्रासुरिय श्रासाविसा. स्त्री. ( आशीविषा ) सीताहा | ___ व्यन्तर संबंधी. pertaining to gols મહાનદીને જમણે કાંઠે આવેલી આશીવિષા of the infernal world, like Bhaनामनी नगरी. सीतोदा महानदी के दाहिने vanapatis and Vyantara gods. किनारे पर की प्राशीविषा नाम की नगरी. सूय० १, १, ३, १६; उत्त० ३, ३, ८, १४; Name of a town on the right प्रव० ८५६ bank of the great river Situda. | श्रासुरता. स्त्री० ( अासुरता ) मासु२ ५४. ठा० २,३, आसुरी भाव; असुराई. State of being पासु. अ० ( प्राशु ) real; शीध: मेम. | ___a demon; devilry. ठा० ४; शाघ्रः तुरंत; जल्दी. Quickly; at once. | आसुरत्त. त्रि० ( अाशुरक्त) आधी साल. सूय. १, ४, १, २७; दस० ८,४८; न्यास थये. जो काध से लाल हो गया हो आसुक्कार. त्रि. ( अाशुकार-करणं कारः- | वह. Red-hot with anger. निर० अचित्ताकरणं, आशु-शीघ्र कार आशु कारः) १, १: नाया० १, ७, ८,६; १६; दस० ८, જેથી તત્કાલ મરણ નિપજે તે; મરણનો २५; उवा० २, ६५ २०५स२ लावनार सपश विभूमि वगैरे. श्रासुरत्त. न. (प्रासुरत्व ) सासुरी भावना; शीघ्र-तत्काल-मार डालने वालाः सर्पदंश, અસુર દેવતામાં ઉત્પન્ન થવું પડે તેવી ભાવના. विशुचिका यादि. Producing, causing आसुरी भावना; अगुरदेवों में जिस भावना से death quickly or instantane- उत्पन्न होना पड वह भावना. A medita ously, e.g. serpent-bite. आउ०६; tion which causes birth among श्रासुचर. त्रि. (प्राशुचर ) शी यासना२. internal gods; devilish medi जल्दी जल्दी चलने वाला. Walking tation. उत्त० ३६, २५४; fast; loving fast. विशे० २४२८; श्रासुरा. स्त्री. ( श्रासुरी-असुरा भवनपति. श्रासुपन्न. त्रि. (आशुप्रज्ञ-प्राशु शीघ्र कार्या- देवविशेषास्तषामियमासुरी) नाथा ५२१२ कार्येषु प्रवृत्तिनिवृत्तिरूपा प्रज्ञा मतिर्यस्य स નિમાં ઉત્પન્ન થવાય એવી ભાવના. श्राशुप्रज्ञः) ती मुश्विासो; पाती मुक्षि- जिससे असुर योनि में उत्पन्न होना पडे ऐसी भानु. तीत्र बुद्धिवाला; उत्पातकी बुद्धिमान्. भावना. A meditution which Quick-witted; sharp-witted. causes birth among irifernal आया० १, ७, १, २००; सूय. १, १४, ४: beings. " चउहिं ठाणहि श्रासुरत्ताए श्रासुर. न. (प्रासुर ) २पासुरी भावना कम्मं पकरेती " ठा० ४; જેથી અસુરોનિમાં થવા યોગ્ય કર્મ બંધાય ! आसुरिय. त्रि. (आसुरिक ) असु२५-धी. तची लावना. आसुरी भावना; ऐसी भावना असुरसंबन्धी. Pertaining to inferजिससे आसुर · योनि में उत्पन्न होना पडे wal beings. “ आसुरियं दिसं बाला ऐसे कर्मों का बंधन हो Meditation गच्छंति अवसातमं " उत्त० ७, १०; दसा. which causes birth among १०, ७; (२) ( असुराणां चण्डकोपेन demons or as a demon. ठा. ४, चरतीति अासुरिकः ) पूर्वभवमा तीन ४: ( २ ) २५२ संधी; मतपति ने ક્રોઘ કરવાથી અસુરપણે ઉત્પન્ન થનાર. यंत२ संचा. असुरसंबंधा; भवनपति और पूर्वभव में तीव कोध करने से असुर रूपसे Page #118 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रासुरिय] ( ११३ ) [श्रासेवणा उत्पन्न होनेवाला. born as an infer- राय-मिथ्यात्व गणस्थान से लेकर दसवे nal being on account of habit सूक्ष्मसंपराय गगास्थानंतक. State beginof sharp anger in previous ning with the Guñasthāna hirth. आउ. tuned Mithyatva (i.e. first) मासुरिय. न. ( श्रासुर्य ) असु२५. असुर. । and ending with that named पन; असुराई. State of heing a de- Sükşmasamparāya (i. e. 10th). nizen of the infernal world; क. गं. ४, ६३, devilry. दसा० १०, ७; आसूणि. न. (प्राशूनि) वृतपानादि विष्ट आसुरी. स्त्री. ( श्रासुरी) असुरपणे ७५०/५॥ ઔષધ–કે જેથી માણસ બલવાન થાય. એગ્ય ભાવના; સાધુ થઈને કરુઆ કરે, સકામ घृत पानादिक बलकारी औषधि जिससे कि त५ ४२, निमित्त माशे, नियj रे ते. मनुष्य बलवान् हा. A tonic remedy जिससे असुर योनी में उत्पन्न होना पडे एसी e.g. taking ghee etc. by which भावना; साधु होकर झगडा करना, सकाम तप one becomes strong. सूय. १, करना, निमित प्रकाशित करना, और निर्दयता ३, १५; रखना आदि. Meditation or acti श्रासूर्य. न० ( * ) ने मानता vity which causes birth as a मानामांसावते. किसी देव को मानता devil; e. g. quarrelling, prac. Hlaar. Vowing to propitiate it tising austerity with desire of god in case a certain desired fruit, acting cruelly, interpret thing coines to pass. पि०नि०४०५; ing omens etc. प्रव० ६५८ Vासेक. पा. I. ( आ + सेव ) सेवन भासुरुत्त. त्रि. (श्राशुरुष्ट--प्राशु शीघ्रं रुष्टः ७२. सेवन करना. To practise; to क्रोधेन विमोहितो यः सः) arket आयमान adopt; to take to. थना२. शीव्रता से क्रोधित हानेवाला. (One) श्रासेविउं. हे. कृ. नाया. १५ getting quickly exasperated. श्रासेवित्ता. सं० कृ० आया० १, ३, २, विवा० ५, ६; भग० ३, १; २; ७: १; १५, १; नाया. २; १६; जं०प० ३, ४५, प्रासेवमाण. व. कृ. नाया" १७; पासुहम्म. न० (प्रासौधर्म ) साधम पिसी आसवण. न. (आसेवन ) सेव ते. सेवन सुधी. सौधर्म देवलोक तक. Up to, as करना. Resorting to; taking to; far as, the heavenly world call- Waiting upon. पंचा• ७, ३१; ed Sudharma. क. गं० ५, ७२; भासवणा. त्रा० ( प्रासेवना ) संयममामासुङम. न. (श्रासूधम ) आ४६म संपराय | अतियार-हापसगावाते. संयम में अति –મિથ્યાત્વ-ગુણઠાણાથી માંડીને દશમાં चार-दोष लगाना. Partial violation सुभ संपराय गुणही सुधी. आसूक्ष्भसंप- of ascetic vows. प्रव० ७३२; (२) * सो पृष्४ नम२ १५ ना ५८ नोट (*) देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note ( * ) page 15th. v. 11/15. Page #119 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रासेवालोय ] ( ११४ ) [श्रा-स्साद मुत्रनुं मनुपान २ ते. सूत्र का अनुष्ठान शाकम् ) शी नुस. अशोक वृक्ष करना. studying, following the का फूल. A flower of the Asoka precepts of, Sutras. सूय नि० १, __tree. नाया. ८; १४, १३१; (३) मा ५६ २७-यारे आसोड्ढ. पुं० ( अश्वत्थ ) पापसो; पापसानु ५j. पारोपण करनाः आरोप करना add 15. पोपल का झाड़. The holy fig. ing to; charging with. सम० २८, ___tree. अाया० २, १, ८, ४५, -~-कुशील. पुं० ( -कुशील ) संयममा | आसोत्थ. पुं० (अश्वत्थ ) शुमा पल श६. सतियार सावाया शाद ययेस. संयम में देखो ऊपरका शब्द. Vide above. अतिचार लगाने से जो कुशील हुआ हो वह. पन्न. १3; one who has become lacking in right conduct on account Vश्रा-स्सय. धा० 1. (ग्रा+श्रि ) आश्रय उर।. आधय करना. To rest upon; of partial violation of ascetic to resort to. restraint. प्रव. ७३२; श्रासेवालोय-अ. पुं० (प्रासवालोचक) पुन; श्रासयइ. दसा. ६, २७; प्रासयति. भग. १३, ६, पुन: ५।५:री प्रायश्चित्त सेनार (साधु ). श्रासयनि. नाया. १७; जे. प० १,६: १२ बारंबार पाप कर के प्रायश्चित लेनेवाला साधु. श्रासयाहि. नाया. ध. (An ascetic ) frequently incurring sin and frequently per ग्रासयह. राय. २५७; श्रासयंत. विशे० ३२२; forming expiation. विशे० ८६८; । श्रासेविय. वि. ( भासेवित ) आ-घाई/Vा -स्तय. पा. I. ( श्रा+स्वद् ) २वाह सेवित-सेवेतः थोडे। २वा सांधेल-यास. | लेवो. स्वाद लेना. To taste; to reकुछ स्वाद लिया हुआ-चखा हुआ; कुछ lish. (२) अमिता। ४२वी. अभिलाषा सेवन किया हुआ. Slightly resorted करना. todesire. to; slightly tasted. अाया० १, १, प्रासयइ. सम० ३०; १६; नाया० ८; Vा -स्तस. था. II. ( ा+व ) या त्रासोश्र. पुं. (अश्वयुज ) पासोमास. पाश्विन तासाने विश्राति सेवा. थकावट उतारने के मास. The month of Asvina. लिये विश्रांति लेना. To take rest in सम०.३६; जं. प. अोध• नि. २८३; order to remove fatigue. भग० ११, ११, १८, १०; कप्प० २, ३०; श्रालासेइ-नाया. १६; ६, १८४; पासासंति. नाया• ६; पासोई. स्त्री० ( श्राश्वयुजी-प्रश्वयुगश्विनी- श्रासासि. भू. "एवमासासि अप्पाणं " तस्यां भवाऽश्वयुजी) आसो सुक्षि पुनम. उत्त. २. ४१; श्राश्विन सुदी १५ पूर्णिमाः The full- Vा -स्साद. धा• I.II. ( श्रावद ) moon-day of the month of 4 स्थान २j. स्वाद लेना; चलना. To Asvina. जं. प. ७, १६%3 taste; to relish. (२) २६; पासोग. पुं. न. (आशोक-अशोकस्येदमा- २७. चाहनाः इच्छा करना to wish; Page #120 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रास्तादिय ] ( ११५ ) [पाहत्तहिब to desire. (३) प्रात २. प्राप्त लाकर. Having brought. आया० १, करना. to acquire: to gain. ७, २, २०४: २. १, १, १; प्रासाएति. उत्त० २६, ३३; ठा० २, २: श्राह१. सं• कृ० अ० (ग्राहृन्य ) स्वी१२ नाया• ६; १२:१६; १८%; विवा. ७. उशने.. स्वीकार करके. Having acceptअस्साएति. पन्न. १५; ed. आया. १, २. ४: ८४; (२) सापाने: प्रासादेइ. नाया० १२; माधान.: लाकर. haring brought. प्रासादेन्ति. भग. १५, 1; आया० ६, ७, २, २०२; सम- २१; निसी. प्रासायन्ति. पन० २८% ३, ५; ११,८; १४, १५, ४१, १७, २८ प्रासाएमि. नाया०६; १८, २; १६, १: दसा० १,७: प्रासाएमो. नाया. १८ श्राहाड. अ. (आहृत ) माणेलं; सावेलं. प्रामापुहि. आया. १, ५, ३, १५५; लाया हुआ. Brought; carried. दस . मासादेस्सामो. भग० १५, १; ५, १,५५: ६, ४९; श्रोध. नि. भा० २३६; राय. २७४: पराह. २, ५, पंचा. १. १४ मस्सादेस्सामो. भग० १५, १; श्रासादेशा. सं. कृ. 1. ७; माहडिया. सी. ( *अाहतिका ) महारथी भासाइसा. सं. कृ. नाया. ; मावली साली. बाहिरसे आई हुई लाहिन: परोसना. Food received from ontप्रासिता. पाया० २, १, ३, १४; side as a present. वेय. १,४४, प्रासाएमाब. नाया. १; २, १६ भास्सादिय. त्रि. (भासादित) तुम।। "प्रासादिय" शw. देखो " श्रासादिय" । अाहत. त्रि. (श्राहृत ) मे थी मारे शब्द. Vide “प्रासादिय" भग० १५, १, णे शेढुं. एक स्थान से दूसरे स्थान में मास्सायणिज.त्रि.(प्रास्वादनीय) स्थाई लाया हुआ. Brought or carried सेवा यो५. स्वाद लेने योग्य.. Worth from one place to another, प्रव. ८५६; being tasted. दसा. १, ५, पाहत्तहि. न० ( याथातथ्य ) याथातथ्य; प्रास्ताविणो. स्त्री० ( पाश्राविणी ) कसने जाये. तेवु. जैसे का तैसा; जैसा चाहिये સંગ્રહ કરનાર; જેમાં પાણી ચાલ્યું આવે છે. वैसा. Real, actual condition. (नाव) जिस में पानी आता हो वह नाव; सम० २३; (२) यथार्थ पहेश, २५० ५; जल का संग्रह करनेवाली. ( A ship ) having a leak in it. उस० २३, ७०; सत्य; वास्तविः २५० ५. यथार्थ उपदेश का स्वरूप; सत्य; वास्तविक. स्वरूप. truth; बाहच. अ. (पाहत्य) हाय, पित. real nature; e. g. of religious कदाचित्. Perhaps. उत्त० १, ११: teaching सूय० १, १३, १; (३) "प्राहच सवणं लहूं'. ३, ६; वेय० ४, સૂયગડાંગના ૧૩ માં અધ્યયનનું નામ કે ११; अाया० १, १, ४, ३५, २, १, १, १; જેમાં યથાર્થ ઉપદેશનું સ્વરૂપ બતાવ્યું भग. १, २, ७, ६, १०, ७, ६, १८, ७, छ. सूघगडांग के १३ वें अध्याय का नाम वत्र. २, २३, ४, १०, ११; जिस में कि यथार्थ उपदेश के स्वरूप का महच्च अ० ( अाहृत्य ) दापीने; आनि. ! वर्णन है. the 13th chapter of Page #121 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राहमंत। ( ११६ ) [श्राहरण - - - Suyagadänga in which the पाहारेसि. नाया० १६ real nature of religious teach- आहारमि. प. ११; ing is shown. सूय० १, १३, २३; श्राहारेमो. नाया० १८3 श्राहमंत. व० कृ० त्रि० ( प्राधमन् ) धमता; श्राहारिजा. वि. उत्त० २, ३१%3 घमण यमतो. धौकता हुआ; धम्मन धांकना आहारेज-जा. सूय. १, १, २, २८, भग हु ग्रा. Blowing; blowing a fur nace with bellows राय. ८,८; पाहारे. दस० ५, १, २७; माहम्मिअपय. न० (अधार्मिकपद ) अथा- | Vा -हर. था. I,II. ( ा+ह) मे मि: ५८धर्म १ि३६ ५६. अधार्मिक पद; ४२: इकठ्ठा करना. To collect.. धर्म विरुद्ध पद. An irreligious step.. प्राणिय. सं. कृ. नाया. जं. प. ३, दस. ८, ३१; ५५; राय. २६; श्राहय. त्रि. ( पाहत ) रणे. मारा हुथा. श्राहार. आज्ञा० निसी० १,५; Killed. (२) डेलु नयेतुं. पीटा श्राहारेहि. प्राज्ञा० नाया. १६ हुप्रा; वजाया हुआ. played upon; हराहि. डत्त० २, ३१; भग० १५, १; heaten e.g. a musical instru. सूय. १, ४, २, ४, yment.. प्रोव० ३२; पन्न. २; परह. 1, माहारेह. आज्ञा० नोया० १५.; १६; १८%; ३; उवा. ७, २०० क्विा० १; कप्प० ३. आहारत्तए. हे. कृ. नाया १६; ४९; ४३: ( ३ ) दोस. ढोल. drum. पाहारित्तए. ओव०३८; वेय०१,१६; कप्प. श्राया० २, १३, १५; (३) प्रेरणा रेस. ६, ४३; भग. 1, ७; ३,१; नाया. urta, inspired; hinted at, mov. १६: ed. राय. आहरिचए. नाया. १८% पाहया. स्त्री. ( पाहता) लि. दुंदुभी. श्राहारेइत्ता. सं. कृ. नाया. ४, ६; १६; A kind of large kettle-drum; श्राहारिता. भग० २०,६१ drum भग. १५, १; श्राहारेमाण. व. कृ. नाया० १; भग० ११, Vाहर. धा. I, II. ( श्रा+ह) मा. ११; २५, ७: वेब. ५, ६, दसा. खाना. To eat. (२) र ४२Y; २वी - ३, १६, १६; २. ग्रहण करना. too take; to accept. श्राहारमाण. क. वा०व० कृ. ओव. १६% ( ३ ) साए; साव. लाना. to bring. भग० ७, १; श्राहारेड-ति. प्रे० निसी० ४, १५; ठा० २, पाहत दस० ५, १, २८, २; नाया. २,८६; १५; १६ १८% आहारिजमाण. क. वा. व. कृ. भग० १, भग. १,७; ३, २, ७, १; अंत. १; ठा० १०; ३,८; राय० २४०; श्राहरिज्जमाण. ठा१; प्राहरेइ. ओव० ४०; शाहरण. न० ( ग्राभरण ) बरेणु दागीना माहारं-रे-ति. भग. ६, १०, ७, ३, ८, आमपण. गहना; श्राभूषण. An orna ५; १४, ६; १४, ६, १८, ३: १६, ment. अोव० २४; सु० च० १, ३१८; ३; नाया. ४; पन्न. १५; प्रव० १२३५; -विहि. पुं० (-विधि ) Page #122 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राहरण] [श्राहाच्छर - ધરેણા બનાવવા તથા પહેરવાનો વિધિ-રીતિ. श्राहव्वाय. न० ( यथावाद ) विश्छे गयेस श्राभरण बनाने तथा पहनने की विधि. બારમાં દાણવાદ અંગના બીજા વિભાગ સુત્રthe art or process of making or नो 10 भो.. विच्छेद हो चुके हुए बारfashioning ornaments and also हवें दृष्टिवाद अंग के दूसरे विभाग-सूत्र का of putting them on. प्रव० १२३५; १० वा भद. The 10th section of श्राहरण. न. ( उदाहरण उदाहियते प्राब. the 2nd part of the lost 12th ल्येन गृह्यतेऽनेनदाान्तिकोऽर्थ इत्युदाहर Dristivada Aiiga. नंदी० ५६; णम) दृष्टांत; ६२९. दृष्टांत; उदाहरण. श्राहाकड. त्रि. ( प्राधाकृत) मास साधुन An illustration. पि. नि. ६२६; | भाटे निवेश साहराहि. खास साधुके ठा० ४, ३; -तद्देस. पुं० (-तदंश)। लिये बनाया हुआ आहारादि.. ( Food मेशी दृष्टांत. एकदेशी दृष्टान्त--एक अंश | etc. ) prepared specially for it में घटित होनेवाला दृष्टान्त. a one Sidhu. सूय १. १०, ६; पण्द्द० २, ३; sided illustration i. e. one not | श्राहाकम्म न० ( प्राधाकर्मन् ) मायाभfully applicable. ठा. ४, ३; आहार वगेरे. प्राधाकर्म आहार वगेरह. -तहोस. पुं० (-तद्दोष ) सप हटांत. Food etc. specially prepared सदोष दृष्टान्त. faulty illustration. for an ascetic. उत्त० ३, ३; पिं०नि० “प्राहरणसदोसे चउबिहे पण्णते तंजहा १२, १०७; सम० २१; भग. १,६५,६ अधम्म जुते " ठा• ४, ३; ७, ८; पंचा० १३, ५; प्रव० ५७१; दसा. आहवण. पुं० (श्राह्वान ) मासा. बुलाना. २, ४, ५, ६; निसी. १०,६; Calling; inviting. सु० च० ३, ११५; श्राहाकम्म. न. (* ) पोताना नवा में पंचा० २, १२; होय ते प्रमाणे: २५ भानुसा२. अपने आहब्ब. त्रि० (आभाव्य) क्षेत्र, शिष्य, मान, किये हुए कर्म के अनुसार. In accordपाली, वस्त्र, पात्र वगैरे. क्षेत्र, शिप्य, भात, ance with one's own Karma. पानी, वस्त्र, पात्र आदि. Such things उत्त० १, १३, as, a field, food, water, clothes, श्राहाकम्मिय. त्रि. (आधार्मिक ) साधुना vessels etc.; also a disciple etc. भाट मनावर मा. साधु के लिये तैयार पंचा० ११, २६; किया हुआ आहार. Food prepared माहव्वणी. स्री० (प्राथर्वणी) तानि specially for an ascetic. नाया. अनर्थ ४२नार से विधा. तात्कालिक अनर्थ १; भग० ६, ३३, ओव० करनेवाली एक विद्या. An art ( enabl. श्राहाच्छंद. त्रि. (यथाच्छंद) पातानी भ२७ ing a person ) to work instan. मु४५ वर्तना२, २३ छायारी. अपनी इच्छा taneous disaster or mischief. अनुमार बर्ताव करनेवाला; स्वच्छदी. Selfसूय. २, २, २७; willed. निर० ३, ४; * गुमा ४ न५२ १५ नी ५-नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) p. 15th, Page #123 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाहातच ] ( ११८ ) [ आहार पाहानश. न० ( याथातथ्य ) में परतुनी य ती हेवीत; यथार्थ; सत्य. जो वस्तु जैसी चाहिये वैसी ही होना; उचितठीक ठीकपना. Reality; truth. दसा. आहातहिअ. न. (याथातथ्य ) यायातथि: સત્ય વાત જેમાં પ્રતિપાદન કરે છે તે સૂયગડાંગ સૂત્રના ૧૨ માં અધ્યયનનું નામ. सूयगडांग सूत्र के १३वें अध्ययन का नाम जिसमें यथार्थ बात का प्रति गदन किया है. Name of the 13th chapter of Sūyagaờānga in which absoJute truth is explained. सम. पाहाय. सं. कृ. अ. (भाधाय ) भुरीने; उशने. छोडकर; करके. Having done; having placed. पिं.नि. १७४; १८०; आहार. पुं० (प्राधार ) आधार; पाश्रय; मन: 21. श्राधार, आश्रय; अवलम्नन; सहारा. Support; anything which supports. “दोण्हं गम्भस्थाणं श्राहारे पंतं. मगुस्साणं चेव "ठा. २; विशे० ७१६; १४०६; राय० २१०; नाया० १; ५:७; १२; १४; भग० १८, २; अणुजो. १२६) उवा. 1, ५; माहार. पु. (माहार ) २-पारा; मो. सन; भानपान. बाहार; भोमन. Food; eating; eating and drinking. पन. १; ३; २८; ३६; भोव० १६; ३८; विशे. ४; नाया. १,४५, ७, १६; १८ दस. ६, ४७; निसी• १., ५; १: जीवा. .: उन. ३०, १३; भग. १,१;७; २,१७ ७, १; १६, ३, २५, ५; मम. १; उदा. १, ५१; जं. १० २,२२, प्रव. १३८%; पंचा. १, २६; कम्प० ४, ६५; क. गं. २, १३, १, ७; ~गजत्ति. त्रि. (-अपयांसि.)। આહારની અપયામ; આહાર લેવાની શક્તિ पुरी न थाय ते. आहारकी अपर्याप्ति; श्राहार लेने की पूरी शक्ति का अभाव. imperfectly developed power of assi milating food. भग० ६, ४; -अव. कंति. स्त्री० (-अपक्रांति) मारतो त्या आहार का त्याग. giving up, abundonment, of food. कप्प. १, २; -उवचिय. त्रि. ( --उपचित ) आहारया पति -पुष्ट. आहार से पुष्ट. plump with food. भग, १६, २, ८; -कंस्त्रिय. त्रि. (-कांक्षिक) सापानी rial पालो. श्राहार की इच्छा वाला. (one) desirous of food. व. १, १; -गम. पुं० (-गम) माहारना गोઆહાર સંબંધી હકીકત બતાવનાર સૂત્ર-પાઠ. थाहार संबन्धी वर्णन करनेवाला सूत्र-पाठ, a Sūtra--text dealing with instructions about food. भग० २, १; --गुत्त. त्रि० ( -गुप्त) थे। 25२ १२. નાર; આહાર પરત્વે મન વચન અને કાયાને पायथा गोपनी राजनार. किंचित् आहार करनेवाला; श्राहार के सम्बन्ध में मन, वचन और कायको पाप से पृथक रखनेवाला. (one ) taking limited amount of food; self-restrained in the matter of food. प्रव. ६४६% -गोयर. पुं० (-गोचर ) भारत (१५५. पस्तु. आहारकी वस्तु. an article of food. पंचा• ५,३ -ग.न. (-बटक) આહારક શરીર, આહારક અંગોપાંગ, દેવતાનું આયુષ્ય, નરકની પતિ, નરકનું આયુષ્ય भने नआनुपूवी मे ७ प्रति. आहारक शरीर, आहारक अंगोपांग, देवताका श्रायुष्य, नरक की गति, नरक का आयुष्य और नरकानुपूर्वी ये छः प्रकृतियां. the six Pra Page #124 -------------------------------------------------------------------------- ________________ माहार] ( १९६ ) [पाहार kritis, ( Karmic natures ) viz A haraka Sarira, Āhärak a A ngopanga, Devatāyus, Na. | rakagati, Narakayus, and Narakānupurvi. क. गं. ३,१५; -जाइ. स्त्री० ( -जाति ) मालाરના પ્રકાર; જાદી જુદી જાતના ખોરા- 1 जनाच्या . आहार के भेद; भिन्न भिन्न | प्रकार के भोजन का समूह. varieties of food; collection of foods of various kinds. पंचा० ५, २५; -जाय. न० (-जात ) - Guो श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. पंचा० १, २९; -जुगल. न० (-युगल) मा २५ શરીર અને આહારક અંગોપાંગ એ બે प्रति. आहारक शरीर और आहारक अंगोपांग ये दो प्रकृतियां. the two Prakritis viz Āääraka Sarira and Aharaka Aigopanga. क. गं० २, १७; -(s)हि. त्रि. ( -अधिन् ) मानिना अर्थी. भोजन का अर्थी. ( one) desirous of, asking for, food. भग. १, १; -तित्थयर. पुं० (-तीर्थकर) माही . રક શરીર અને તીર્થંકરનામ એ બે પ્રકૃતિ.. पाहारक शरीर और तीर्यकरनाम ये दो। asiaat. the two Prakritis viz Aharaka Sarira and Tirthan. | karanāma. "उकोसा संखेजा-गुणहीण। पाहारतिस्थमरे" क०५०१, ७८;-()स्थि.. त्रि. ( -प्रथिन् ) महारो भया-या. नार. माहारका अर्थी; आहार चाहने वाला. (one) who desires, wants, food. | नाया०४;-व्यवग्गणा. स्त्री. (-द्रव्यवर्गणा) महार सरीरमा योगा थाय तेका पुझसने समुह. आहारक शरीरमें उपयोगी होसक ऐसे पुद्गलों का समुह. the | material molecules which go to build up the Ahāraka body. भग० १, १; -दु. न० (-द्वि) मा “आहार-जुगल" श६. देखो “श्राहार. जुगल" शब्द. vide “आहार-जुगल " क• गं० ३, ३; -दुग. न. (-द्विक) गुमो " आहार-जुगल " श६. देखा " प्राहार-जुगल" शब्द, vide"आहारजगल" क. प. १, ७३; क. गं. २, ३, ३, १६; --पश्चक्खाण. न० (-प्रत्याख्यान) આહાર-ખાન પાનને ત્યાગ; ઉપવાસ સંચાર कोरे. आहार-खान पान का त्याग; उपवास, संथारा आदि. giving up food, drink etc.; a fast. " आहारपचक्खाणेण भंते जीवे किं जणयह " उत्त० २६, ३५; -पजत्ति. स्त्री० ( -पर्याप्ति) शस्तिथा આહાર લઈને શરીર પે પરિણામ માડી शय ते शतिनी पूर्णता. जिस शक्ति से आहार ग्रहण कर उसका शरीर रूप परिणाम उत्पन्न किया जा सके उस शक्तिकी पूर्णता. the perfect development of the power of assimilatiog food into the physical body. भग० ३, १; ६, ४; प्रव० १३३१; -पो. सह. पुं० (-पोषध) से महाराज सुधी यारे साहारने त्याग २३ ते. एक अहोरात्र तक चारों प्रकार के पाहार का त्याग करना. giving up food of every kind for the space of a day and a night. पंचा० १२, १४; -(5)म्भवहार. पुं० (-अभ्यवहार) माहार ( 1 ) ५२३; मायुं ते. आहार ( भोजन ) करना; खाना. taking food; eating. विशे० २२१; -भाव. पुं० (-भाव ) मारने साव. पाहार का भाव. state of being food. भग. १८, १; ~माइय. त्रि. Page #125 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आहार] ( १२० ) [श्राहारग (-आदिक ) या२ गतना माह।२; मार time of the creation of the माहि. चार प्रकार का आहार. food etc.; Äläraka body, and the decay food of four kinds viz solid, of Karmic matter after its Jiquid etc. दस० ८, २८, -वति . results have been endured by स्त्री० । -व्युत्क्रांति ). मारने का को- the soul. सम०६; तन्वते. श्राहार का त्याग करना. giving / श्राहारइत्तार. त्रि. (पाहत ) आहार ४२. up food नाया०८ -संपज्जण. न. ना२: माना२. आहार करनेवाला; खानेवाला. (-संपत्ति) साहारनी संपत -२सने उत्पन्न (Oue) who eats. सम० ६; ७२ ना२; भी सवय. आहार के रस को | श्राहारो . अ. (आहारतस्) मारा 21उत्पन्न करनेवाला; नमक. salt; (8o श्रीने. भोजन का श्राश्रय करके. From called because it imparts taste food; on account of food. "श्राहाto food ). "श्राहार संपज्जण वज्जणणं" रओ पंचकवजणेण" सूय. १, ७, १२; सूय. १,७,१२, -सराणा. स्त्री० (-संज्ञा) श्राहारग. न. (पाहारक-चतुर्दशपूर्वविदाऽऽसाहार सेवानी संज्ञा-वि. आहार लेने की व्हियते गृह्यते इत्याहारकम् ) माला२४ शरीर संज्ञा-इच्छा. desire of taking food. पांय शरीरभानु त्रीशुं श२१२. श्राहारक "चउहि ठाणेहिं श्राहारसरणा समुप्पज्जा" शरीर; पांच शरीर में का तोसरा शरीर. ठा० ४,४; पन्न. ८; भग० ७, ८, १२, ५; The 3rd of the 5 kinds of body; २०, ७, २४, १; -सराणोवउत्त. त्रि० प्रव० ६४; ७००; क. गं. १, ३३; भग० ( -संज्ञोपयुक्त ) सालानी संसावाना. ८, ६; (२) त्रि. साहार उरनार, मान आहारकी संज्ञावाला. (ome) having पान वगैरे ४२ना२. आहार करनेवाला; खानa desire of taking food. पान करनेवाला. ( one) who eats. भग. १११, १३, १; २६, १; --सन्ना. श्राया• १, १, ५, ४६; भग० ६, ४, ८, २; स्त्री. ( -संज्ञा) या२ संजामांनी से; (३) आखा२६ शरीरनी साम्यवासा साधु. भावानी वासना. चार संज्ञाओं में से आहारक शरीर की लब्धिवाला साधु. an एक; खाने की वासना. one of the four ascetic who has got the power Sañjñās or animate feelings; of evolving the Āhāraka Savia desire for food. श्राव० ४, ५; rira. प्रव० ८१७; (४) साहा२४ सभु-समुग्धाय. पुं० (-समुद्घात) २४ દ્વાત; આહારક શરીરમાં આત્માના પ્રદેશ શરીર બનાવવાની વખતે જીવપ્રદેશનું ઉદારિક विस्तारवा ते. आहारक समुद्घात-अर्थात् શરીરથી બહાર નીકાલવું અને પ્રકૃતિ પ્રકૃતિનું आहारक शरीर में आत्मा के प्रदेशों का मारावट। शनि २ ते. आहारक शरीर विस्तार करना. Ahāraka Samudधनाते समय जीव प्रदेशों का औदारिक शरीर ghāta i. e, emanation of soulसे बाहिर निकालना और प्रकृत कम प्रकृतियों particles into the tiny body का उपभोग करके फिर उसकी निर्जरा करना. known as Aharaka sarīra. emanation of soul particles प्रव० १३२६; -अंगोपांगणाम. न. from the physical body at the (-अोपाङ्गनाम ) नाम भनी २ प्रति Page #126 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाहारग] ( १२१ ) [पाहारगमगर કે જેના ઉદયથી આહારક શરીરના અંગે માંગ उस समय का योग-शारीरिक व्यापार . प्रात या. नाम कर्म को एक प्रकृति कि the proress of the Āharaka जिसके उदय से आहारक शरीर के अंगोपांग प्राप्त । body being mixeil with the हो. a variety of Namakarma ! physical hody at the time of by the maturing of which the the formation of the fornier Āhărakı body develops limbs hody or its dispersion. भग० ८, and sublimbs. क. गं. १, ३४; १: २५, 1; -लद्धि. स्वा. ( -लब्धि ) -~-शुगल. न. (-युगल) मा शरीर આહારક શરીર બનાવવાની લાધ શક્તિ. અને આહારક અંગોપાંગ એ બે નામકર્મની आहारक शरीर बनाने की लब्धि-शक्ति. प्रतिनी ने. श्राहारक शरीर और आहारक the power of making 1191 अंगोपांग, ये नाम कर्म की दो प्रकृतियों का Aharaka lody. प्रव० ८१७: 19. the pair of the two vari -वग्गणा. श्री. ( -वर्गणा.) बाबा२५ eties of Nánakaraa by the શરીરની રચનામાં ઉોગી થાય તેવા પુદગલ rise of which one gets Āhāraka नो थे.. आहारक शरीर की रचना में Sarira and Ahāraka Angopi- उपयोगी हो ऐसे पुद्गलों का समूह. the iiga. क. गं. १. ३५: -णाम. न. molecules of matter which go (-नामन् ) गायथा मा।२६ शरीर to build up the Ābüraka body भले गेवी नाम मना ; प्रकृति. जिसके क. गं. १, १६: -चजिय. त्रि. उदय मे अाहारक शरीर प्राप्त हो ऐसी नाम- (-वर्जित ) म६।२४ समुहात शिपायर्नु. कर्म की एक प्रकृति, a variety of श्राहारक समुद्धात के अतिरिक्त. excepting Nāmakarmna hy the rise of or excluding Ahāraka Samudwhich one sets the Ahāraka ghita. प्रव० १३२६; -समुग्घाय. पुं० Sarira. क. गं. ४, ५८: -दुग. न० (-समुद्धात ) आ६१२६ शश२ पलायन । -द्विक ) भुगो " श्राहारग जुगल' માટે આમાના પ્રદેશ શરીરથી બહાર કાઢसह. देखो " अाहारग जुगल " शब्द. पात. आहारक शरीर बनाने के लिये आत्मा vide " पाहारग जुगन" क. गं० ४.५८; के प्रदेश शरीर से बाहिर निकालना. ema-मीसग. पु. ( -मिश्रक ) । nation of the soul-particles " पाहारगर्मासा' श+१. देखो " पाहारग- from the body in order to मीसा ' शब्द. vide "पाहारगमीसा" create the Ābāraka bodv. 310 भग• २५. १:-मीसा. स्त्री० (-मश्रा- ७: भग० १३,६ मिश्र) 2851२: (भाग मा शरी२ | पाहारगसरीर. न. ( आहारकशरीर ) બનાવતી વખતે કે છેડતી વખતે ઉદારિક २।२४ शरीर. आहारक शरीर. Ahāraઆદિ શરીરની સાથે મિશ્રણ થાય તે બત- ka body. भग. ६, ४, ८, १: नो योग-शास२ि४ ०५।१।२. श्राहारक मिश्र. कायप्पभोग. पुं० (-कायप्रयोग) योग; आहारक शरीर बनाते या छोडते समय આહારક શરીર રચીને તે શરીરથી પ્રવૃત્તિ औदारिक आदि शरीर के साथ मिश्रणा हो । ४२वी ते: 15.२६ शी। ०५१५:२. आहा. Y. I!16. Page #127 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आहारग सरीरत्ता ] रक शरीर की रचना करके उसी शरीर से । श्राहारभूय. त्रि० ( आधारभूत ) आधार भूत आधार भूत. Forming support नाया • १; आहारय. न० ( श्राहारक ) ५ शरीरभानु એક શરીર કે જે ૧૪ પૂર્વધારી લબ્ધિ વાલા સાધુ બનાવી શકે કેઇ વાતના સંદેહનું નિવારણ કરવાને તે સાધુ એક આહારક શરીરનું પુતલું બનાવી મહાવિદેહમાં કેવલી પાસે મેકલે છે ને પાછું આવતાં તેને સંકેલી छे ते. पांच शरीरों में का एक शरीर जिसे कि चौदह पूर्व धारी लब्धिवाला साधु, बना सकता है. उक्त शक्ति संपन्न साधु को जब कोई संदेह उत्पन्न होता है तब उस संदेह का निवारण करने के लिये इस शरीर की वह रचना करता है और उसे महाविदेह में केवली के पास भेजना है और उसके पीछे आजाने पर फिर अपने शरीर में मिला लेता . One of the five bodies which can be created by a saint read in 14 Purvas. With this body which is tiny, he can g Mahavideha and get his doubts solved by Kevalis. It can afterwards be dispersed. to ( १२२ ) प्रवृत्ति करना; आहारक शरीर का व्यापार. creating an Aharaka body and acting with it. भग० ८, 9; - सरीरि. त्रि० ( - शरीरिन् ) आहार शरीरवास (प). आहारक शरीरवाला जीव. ( a soul ) with an Ahāraka body. ठा० ६, १ जीबा ० १०; - पोगबंध. पुं० ( - प्रयोगबन्ध ) आहार शरीरनी रचना १२वी ते. आहारक शरीर की रचना करना creating an Ahāraka. body. भग० ८ है; श्राहारगसरीरत्ता. स्त्री० ( आहारकशरीरता ) आहार शरीरप आहारक शरीर पन, State of being an Ahāraka body. भग० २५, २, आहारण न० ( उदाहरण ) प्रांत दृष्टांत. An illustration विशे० २३५; १.७७ आहारता. श्री ( श्राहारता ) भारती भाप आहार का भाव. State of being food भग० १८.७० आहारपरिगणा. स्त्री० ( ग्राहारप्ररिज्ञा ) યંગડાંગ સૂત્રના અન્ત શ્રુતસ્કંધના ન અધ્યયનનું નામ કે જેમાં સર્વ જ્વેની ઉત્પત્તિ કયી રીતે થાય અને આહાર કેવી तेनुं वर्णन . सूगडांग सूत्र के दूसरे श्रुतस्कंध के तीसरे अध्याय का नाम जिसमें कि सर्व जीवों की उत्पत्ति किस प्रकार होती है और वे किस प्रकार आहार ग्रहण करते हैं उसका वगीन है. Name of the third chapter of the second Śrutaskan ha of Suyagaḍānga Sutra dealing with the creation of sentient beings and their modes of taking food सूय० २ ३, ३८: सम० २३: ठा० ७ For Private [ श्राहारितार Personal Use Only a पन्न० १२; भग० १, ७: ६, ३७, ११८, १: २५, १, ६: विशे० ३७५: सम० प० २१६: क० गं० १. ३७; आहारवंत पुं० ( अवधारणावत ) में धारे ते तेथे। जो वारे वही कहे ऐसा. One who says what he has retained in mind or remembered. ठा० ८ १: भग० २५. ७ श्रहारित. त्रि० ( श्राहारित ) आहार आदा ५. आहार ग्रहण किया हुआ. ( One ) who has taken food, तंडु श्रहारिता र त्रि. ( श्राहारयित ) आहार Page #128 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राहारिम ] २नार. आहार ग्रहण करनेवाला. ( One ) who takes food. (२) ग्रहण २२. ग्रहण करनेवाला. (one ) who takes. दसा• ३, १६: आहारिम. त्रि० ( श्राहार्य ) पशु साथै उतारवा योग्य; माघ- भौषध-यू वगेरे. पानी के साथ खाने योग्य; औषधि, चूर्ण वगैरह. ( anything e g. food, medicine, powder ete. ) to be swallowed with water. पिं० नि० १०२; 44 माहारिय. त्रि० ( श्राहारित ) लुग्यो प्रहारित " २०६. देखो "प्रहारित शब्द. Vide. आहारित " नाया० २: 46 ( १२३ ) ५: १६:१८; १६ : भग० १५, १: स्य०२ ६, ३५: आहारियं. प्र० ( यथाऽऽर्यम् ) आर्यने घंटे તેવી રીતે; જેથી આર્ય પË પ્રાપ્ત થાય તેવી राते जिससे श्रार्यत्व प्राप्त हो, इस प्रकार. In a manner worthy of a civilised महारिस्समाण. त्रि० ( श्रहारिष्यमाणश्रहरिष्यत् ) अविष्य असम आहार :२पानी भविष्य काल में आहार करने वाला. ( One ) who is to take food in future; going to take food in future. भग० १, १; person. आाया० २, ३, १, ११६; 66 आहारुहेस. पुं० ( श्राहारोदेशक ) પદ્મવણા સૂત્રના પ્રથમ ઉદ્દેશાનું નામ. ." पन्नवखा " सूत्र के प्रथम उद्देश का नाम. Name of the first chapter of Pannavana Sūtra. भग० १. १; आहारेतार. त्रि० ( श्राहर्तृ ) २२ना२. आहार करनेवाला. ( One ) who takes food. मम० ३०: "" ܙܕ [ श्राहिंड श्राहारेयस्व. त्रि० ( आहर्तव्य ) आहार કરવા साय:. आहार करने लायक. Worthy of being eaten टा० ३; श्रहादिश्र पुं० ( यथालन्दिक ) उत्सृष्ट आभारी भेउ अारना जैन साधु उत्कृष्ट आचारपालनेवाला एक प्रकार का जैन साधु. A class of Jaina saints with excellent, ascetic conduct. चउ० ३३: श्रहावरणा. स्त्री० ( आभावना ) धारणाः संप; उद्देश. धारणा; संकल्प; उद्देश्य . Thought; keeping, retention, of things in the mind. पं. नि For Private ३६१, हालिय. पुं० ( श्राभासिक ) मे नामनो अन्तर्जी इस नाम का एक अन्तद्वीप. Name of an Antara Dvipa ( island ). ( २ ) त्रि० तेमां वसनार मनुष्य उक्त द्वीप में बसनेवाला मनुष्य. inhabitant of the above island. पन्न० १: an अहि. त्रि० ( श्राहृत ) आरथी ग्र उरेल. आदर से ग्रहण किया हुआ Res pectfully accepted. जं० प० २, १८, विशे० ३६३: श्रहि श्रग्गि. पुं० ( श्राहिताग्नि ) अग्निने સ્થાપન કરનાર બ્રામ્હણ; अग्निहोत्री. श्रमिकी स्थापना करनेवाला ब्राम्हण; श्रमिहोत्री. A Brahmana consecrat ing or preserving the sacred domestic fire दस० ६, ३, १, ११; /श्रहिंड. वा० I ( श्र+ हिण्ड् ) ५२; लभ भुसारी रवी लट फिरना; भटकना यात्रा करना. To walk; to roam; to travel. श्रहिंड. नाया- १: Personal Use Only Page #129 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्राहिंडश्र] ( १२४ ) [ पाहण श्राहिदसि. नाया.८%3; १: २८, ४, ३३, ३०, १३; २४: सूय. १, श्राहिंडह. नाया. ८, १७; १, १, ७, ८; जे. प० २. १८; श्राहिंडेहि. आ. नाया०८: श्राहिय त्रि. (पाहत ) घरेस; सागर भुस. आहिंडेह. नाया. १४; रखा हुआ; आगे रखा हुआ. Kept; अाहिडिऊण. संथा० ७६; placed before. सूय. नि. १, १०, आहिंडमाण. नाया० १, विवा० ३: १०६; श्राहिंड. पुं० ( पाहिगडक ) भ्रमणशायः श्राहिय विसेसत्त. न० (अाहितविशेषत्व) भुसा३२. भ्रमणशीलः मुमाफिर. ( One ) | સત્ય વચનનો એક અતીશય-અભુત શક્તિ. who wanders; a traveller. 190 सत्य वचन का एक अतिशय-अद्भुत शक्ति. नि० ११५: A super-natural manifestation आहिंडग. पुं० ( प्राहिण्डक ) म अपसो of truthfulness in speech. सम० १६. देखा ऊपरका शब्द. Vide above. | आहुअ-य. त्रि. (अाहूत)ोसावेत. बुलाया “ उवएस आणुवएसा दुविहा श्राहिंडगा | हुआ. Called; invokel. मु० च० १, समासेण '' आव० वव. २८० आहिंडिअ. त्रि. (*अाहिण्डित ) भासेल. प्राहुइ. स्त्री० ( पाहुति ) निभा घी, न, नयकोरे डामा ते. अग्नि में घी, तिल, भेजा हुआ. Sent: despatched. पि. जत्र वगैरह का होम करना. Offering नि. ४२७: oblation consisting of ghee, आहिक. न. ( आधिक्य ) अधि: ५ry: विशेष | _barley etc. to firre. पिं० नि, ४४०; ५. अधिकत्ताः विशपता. Excess: Vा हुण. धा० . ( श्रा+ ) पं. State of heing more. विशे० २०८७: हिलना: कंपना. To shake. आहिगराणया. ना. ( प्राधिकरणकी ) पाहुणिज्जमाण. क० वा. व. कृ. नाया० : હવ, ઉખલ, ખડગ, વગેરે અધિકરણ आहुरिणज्ज. त्रि. ( अाह्वानीय ) 24105 भेजवाया गती लिया. हल, ऊखल. ७२वा यो५ मिपा यो५. हवन करने योग्य. खड्ग आदि से होता हुइ क्रिया; ऐसा Worthy of being invoked or अधिकरण जिससे अान्मा दुगात में जाय. offered as oblation. ओबनाया० १: Operations of agricultural आहुणिय. पुं० (अाधुनिक) ! माना tools which lead a soul to spiri. ५ मे द. ८८ ग्रहों में का ५ वा ग्रह. tual degradation. In 2, 7: The 5th of the 88 planets. श्राहित्ता. सं. कृ. अ. (आधाय) सक्षम " दो पाहुणिया" ठा० २, ३, जं० प० ३. १. लन में लकर. Having paid ५.५: म०प० २०; attention to: having taken in- अाहे. हे. कृ० अ० ( प्राधातुम् ) धारण to consideration. Tŷn lao Es: ५२याने. धारण करने के लिये. In order प्राहिय. त्रि० ( श्रारख्यात ) हे प्रतिपादन to place or retain. सूय. १, ६, ४: तु. कहा हुअा: प्रातपादन किया हुआ. अाहेण. न० ( अाह्वान ) विवाह थाय ५छी Told: said; described. उत्त. २४. . प य याने ने माउते. विवाह Page #130 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भाडेय } ( १२५ ) [इधर होजाने के पश्चात् वर के यहाँ कन्या को बुलाकर जिमाना--भोजन कराना. An invitation to tlie bride to dine ut the bridegroom's house after marriage. अाया, २, १, ४, २२; आहेय. त्रि. ( प्राधेय ) धारमा का याय ५२तु. आधार में रहने योग्य वस्तु. ( Anything ) contained or fit to he contained in another thing. विशे० १२४: १४०२: बाहेरी. स्त्री. (श्राभोरी ) २०४; म२४ा७: गोवास. अहीरनी; ग्वालिनी. An Ahira or shepherd's woman.| विशे० १४५४; अाहेवश्च. न. ( श्राधिपत्य ) अधिपतिपा); नाय पाणु: यामी ५५. अधिपतित्व; नायकपन: स्वामित्व. Ownership; }ordship: / leadership. आव० ३२: मम. ५८: । _ निर. ५, १: विवा० ७: नाया० १:३:५: १८: नाया. घ. पन्न०२: जीवा. ३. ४: भग ३, ८:१३, ६, १७, २10; ज. प. ५, ११५: ठा० : कम्प० २, १३: अाहेवण. न० ( श्राक्षेपण ) शहरने थे। या. अवा-यायी मारवाते. नगर पर श्राक्रमण कर घेरा डालना. Besieging a town: inrading a town. परह. 1. २: आहोइअ. त्रि. ( प्राभोगिक ) मानने मे २. ज्ञान का प्रकार. A variety of knowledge. “आहोइाणं गाण-दसणणं अप्पणागि खमण कालं पाभोएइ, श्रा भोइत्ता" कप्प.., १०६; पाहोहिय-श्र. पुं० ( प्राधोऽवधिक) निमित क्षेत्रमा ना३ अधिनान. नियमित क्षेत्र में रहनेवाला अधिज्ञान. Avathijhina limited to particular area. भग. १. ४: ७. ७:१८, १८: Vइ. पा. I. ( इण ) j: गति १२वी. in this was'. पन्न० १७; नाया० १:८: जानाः गति करना. To go to move. । १४: वव. १, ५; इंति सु. च० ३, १२; इअ. वि. ( इत) प्रान ययेयः स्थित २९.स. इनु. पिं. नि. ४४७: प्राप्तः स्थित. Acquired; got; re. इत्तए. हे. कृ. कप्प. १, २८; maining steadly. विश० ३५१; दया. इंत. व. कृ. भग. १४, पि.नि. २६२: । ६. ११: (२) गयेस. गया हुआ. gone: इजंत. व. कृ. दस ६, २, ४: departedl. “ समियं उदाहु" स्थ० १, इ. अ. (इ) पादपूरपाया२. पाद पूरण; वाक्यालंकार. An expletive; | इअर. त्रि. ( इतर) aj; १५२. दूसरा; ☆ word marking the close of a अन्य. Another'; else. क. गं. १, remark or sentence. (२) २७: ४, २; -~-तुल्ल. त्रि. (-तुल्य) 1 समामि. इति के अर्थ में समाप्ति में. thus: : २१न्य समुं. औरोकामा. like Page #131 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इअरहा ] another; resembling another. क्र० प०५, ६४; इअरहा. न ( इतरथा ) अन्यथा श्रन्यथा. In another way; otherwise. क० गं० १, ६० इइ. अ० ( इति) मेभ; मेवी रीते. इस प्रकार; इस तरह. In that way or manner. ३३; दस० ८, २; निर्देश पुरी जता पj. कुछ निर्देश करके बताना: रूप प्रदर्शन. a word used to point out anything. भग० १ १ १ ७ ओव० नाया० १; क० प०५, ११: पंचा० ६, ८ः " इइहास. पुं० ( इतिहास -- इतिह पारम्पय्यपदेश आस्तेऽस्मिन ) पुरा प्रतिदास पुराण; इतिहास History; narration of past events. आंव० ( २ ) ५३षनी ७२मांनी वा पुरुष की ७२ कलामें की एक कला. one of the 72 accomplishments of man. प० १ १ ० उत्त० २, २६: सम० ( २ ) रूप अहर्शन श्री. अ० ( इतः ) गदिया या मथी. यहां से इस जन्म से. From this place; from this birth or state of existence. इथो वृतेषु दुइम दुगं सू० १, ३ ओ० ३८ पि०नि० २२३ १०: आया० १ १, १, वा ४: पगह० १, १; नाया० १: ७: ८: १७: ० &; भग० १५, १: २ 0 इंखिगिया श्री ( ( १२६ ) .. ) निन्हा. निंदा. CC Censure or slander दुईम्बि शिया उपाविया सूय० १ २ २. २. इंखिणी ० (इंग्खिणी ) निन्हा निन्दा, 97 [ इंगाल Censure; slander. 66 " अह मेगकरी अनेसि इंखिणी " सू० १, २, २, १; इंगाल. पुं० ( श्रङ्गार ) अंगारी असो; धुंवा रहित पनि अंगारा धुंआ रहित કુંવાડા अभि. A burning charcoal; fire free from smoke. श्रोव० ३८; उत्त० , , ३६: १०६६ ठा० ५३ सू० १ ४ १, ७: जं० प० ७, १७०; दस० ५ १:१८, अणुत्त०३, १; पिं० नि० ५४६; जीव/० १: ३; पन० १: नाया० १: भग० ३ २: ५, २:१०, ५. : १५. १: श्राया० २, १०. १, ८१: पंचा० १३,४८: માફક સંયમને असे खादारनी होष कोयले १६६; उवा० (२) ( ૨ ) કૈયલાની ४२ नार के समान संयम को काला करनेवाला एक प्रकार का आहार का दोष. a fault connected with food, tarnishing self-restraint or asceticism like coal पिं०नि० १; (३) नाम २०. अंगार नाम का एक ग्रह a planet of this nane. भग० १०. '५: - उवय. प्रि० (उपम) गंगारा देवता देवे!. अंगारे के समान ज्वलंत; अंगार के मदश देदिप्यमान होने मे देव समान. ( anything ) like ) like burning charcoal red hot ate ४. ४: - कडिणी. सी. ( कर्षणी) अवसाने भट्टिमांश्री अवानो सोढानो सीओ कोयले का भट्टो मे से निकालने का लोहे का सरिया an iron rod to take out coal from an oven or kiln भग० १६.१: - कम्म न० ( कर्मन ) गला नावा ाने वेयवान व्यापार कोयला बनाने : पृष्ट नम्बर १५नी फुटनोट ( ) देखो पृष्ठ नंबर १५की फुटनोट () Vide foot-note (:) page 15th Page #132 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंगाल ] बेचने का व्यापार business of pre. paring and trading in coal. भग० ८, ५ उवा० १, ५३; - कारिया. स्त्री० ( कारिका - अंगारान् करोतीत्यंकार | कारिका ) सुगडी, सिगड़ी. a portable grate or fire-basket. " इंगालकारिएयं भंते अगणिकाए केवइयं कालं संचि उइ भग० १६, १९ - दाह. पुं० ( दाह- अङ्गारानू दहतीत्यङ्गार दाहः ) अंगारा पाडवानी ४०या अंगारा करने की जगह- a place where fuel is converted into coal निसी० ३, ७५: - सगडिया. स्त्री० ( शकटिका ) अंगारा पाडवानी सगी. अंगारा दहकाने की सगड़ी, a portable grate in which fuel is converted into burning charcoal. भग० २, 1: - सोल्लिय त्रि. ( - शूल्य ) अंगारा पर पडावे. अंगारों पर पकाया हुआ. cooked, baked upon burning charcoal. इंगाल मोल्लियमिव कंदुसोल्लियमिव भग० ११, ६: इंगाला. पुं० ( श्रङ्गारक ) से नामनो - यह: मंगल इस नाम का एक ग्रह; मङ्गल. The planet Mars. सूय० भग० ३, ७: इंगालग. पुं- ( श्रङ्गारक ) मंगल ग्रह मंगल नाम का ग्रह. The planet Mars 66 33 ( १२७ ) ठा० २, ३ इंगाल भूय. त्रि० ( अङ्गारभूत ) आपला अंगाशनी समान, अंगारे के सामान. ( Anything ) like a burning charcoal. भग० ३, १: ५.६: १, ६ जं० १० २. ३६: [ इंगिय-श्र रक १०४. नाम के ग्रहका विमान Name of the heavenly abode of a planet named Aigäraka, भग इंगिअ य न० ( इङ्गित ) मनोबाव: नया વવાની નિશાની, ઇસારા; આંખ વગેરેની सालियाय येष्टा मनो भावः संकेत इषारा. Internal thought; significant gesture of the eye ete. इंगिया गार संपन्ने उन० १, २:३२, १४: श्रव० इंगालवर्डस्य पुं० ( श्रङ्गारावतंसक ) गारनामे न विभाननं नाम, अंगा ३३; दस० 8, ३. १: पिं० नि० ४७८: जं० विशे० ६, ३३: भग० ६, ३३; नाया० १: なか ३, ५३; -- श्रागार. पुं० ( - श्राकार મને ભાવ જણાવવાની निशानी मनोभाव प्रगट करने का चिन्ह: इशारा. internal thought: a signilicant gesture. उत्त 1. : -- श्रगार संपराण. त्रि० ( आकारसंपन्न ) ગિત અને આકાર હણવાની સંપિત્તવાલા, stic और आकार जानने की संपत्तिवाला. one who has the power of knowing internal thoughts and out-ward gestures indicating them. इंगियागारपणो से वि. एत्ति इ पुं० न० (-मरण ) लुगा २०६ उत्त० १, २ - मरण. इंगिणी " 44 For Private Personal Use Only शब्द vide मरण शुभ देखो इंगिणी मरण इंगिणी मरण सम० इंगिणी. स्त्री० ( इंगिनी - श्रुतविहितक्रियाविशेष: इंग्यते प्रतिनियतदेश एव चेष्टयतेSस्यामनशन क्रियाय मिती ङ्गिनी ) शास्त्रमां કહેલ હદમાં રહી. વૈયાવચ્ચ કરાવ્યા વિના संधारा १२वे ते. शास्त्र में कहीं हुई हृदमें रहकर वैयावृत्य कराये बिना संधारा करना. Performing Santharo confining oneself within the limits of space prescribed by Sastras "C 66 C :3 "" Page #133 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंद] ( १२८ ) [इंद and not receiving any service from others. भत्त० ६; प्रव० १०३१; . सम. १७; --मरण. न. ( -मरण) , સંથારો કરી વિયાવચ્ચ કરાવ્યા વિના ઇગિતનિયમિત પ્રદેશની હદમાં રહી સમાધિ મરણ ! ७२ ते. संथारा करके वैयावृत्य बिना कराये नियमित प्रदेश की हद में रहकर समाधि मरण करना. death in a state of meditation by the practice of Santhāro in a defined area of space fixed by Sāstras and without receiving any service. मम० १७; प्रव. १०३%; ठा० २, मंथा. इंद. पुं० ( इन्द्र-इन्दनीति इन्द्रः ) अंट श्रेष्ठ, One whoivexcellent. स. प. २० ( ) : नाना २१M: १२-१२. इन्द्र; देवों का गजा. the gul Indra: the king of godds. tra ido 133: जं. प. ३, ४५: भग, ३,१: 1, वश २२५: नाया०८; नाया. घ. ३: नंदी. २२; अोव० सम० १५: पन्न. २. अणुजा. २०: ठा० ४: दम. ६. १, १४: पंचा० ४, ४८: (३) येथा नक्षत्रनो अधिपति यता. ज्येष्ठा नक्षत्र का अधिपति दव the presiding deity of the Jyestha (constellation. अणुजो. 131; स. प. 1: ठा० २, ३: (.) એ નામના એક દીપ અને એક સમુદ્ર. इस नाम का एक द्वीप और एक समुद्र. an island of that name: also An ocean of that naime. जीवा . 3. : पन्न० १५: -अभिमेय. पुं. ( -अभिषेक ) मानवन राभिषे मूर्याभ देव का राज्याभिषेक. the corn. nation ceremuny of the Sūryā. bha god. गय. १६: ---अहिट्टिय. त्रि. (-अधिष्ठित ) ने घिधित. इन्द्राधिष्ठित; इन्द्र के अधिष्ठित. presided over by Indra. " इंदाहिट्टिया" भग० ३,१; ठा० १०; -अहीण. त्रि. ( -अधीन ) ने पश; दिने माघीन. इन्द्र के आधीन. dependent upon Indra; under the power of Indra. भग० ३, १; -अहीणकज. न० ( --अधीनकार्य)न्द्रधान कार्य-म. इन्द्र के आधीन कार्य. a work under the control of Indra. 17170 1, 1; -भाउह. पुं० ( - श्रायुध) नुं आयुध १०१. इन्द्र का शस्त्र-वज्र. the weapon of Indra; Indra's thunderbolt. नाया. 1; ~~-केउ. पुं० (-केतु )न्द्र બદ ઈન્દ્રમહાલમાં બનાવેલ ધંભ. इन्द्र यत्रिः इन्द्रमहोत्सव में बनाया हुआ मतभ. a post erected in the celebration of Indra's festival. पगह, 1, : ...-ग्गह. पुं० ( · ग्रह ) બન્તર દેવના ઉપદ્રવથી થતો રોગ; વલસાડ. व्यंतर देव के उपद्रव से होता हुआ रोग. a disease caused by the evil intluence of hell-gods; being possessed by hell.gods. भग. ३, ७; जीवा० ३. ३; (२) अ विशेष. ग्रह विशेष. name of a planet. जावा० ३, 3; .---झिय. . ( - ध्वज - शेषध्वजापेक्षयाऽनिमहत्वादिन्द्रश्चामा ध्वजश्वेन्द्रध्वजः ) ઇન્દ્ર વજ; બીજી વજાની અપેક્ષાએ મોટી ५०. इन्द्र स्वजा; दूसरी वजा की अपेक्षा मे बड़ी वजा. a banner taller than all the other banners. “ इंदज्झो . पुरो गच्छइ ' मम० ३४; प्रव• ४५.१: -हाण. न० (-स्थान ) चन्द्रधनः चन्द्र. 4 इन्द्र स्तंभः इन्द्रध्वज. a post Page #134 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंदकंत] ( १२६ ) [ इंदकुंभ erected in honour of Indra; a १६ सागरोपम की है. ये देव साडे नो मार flag greater than all the rest. बाद श्वासोवास लेते हैं और १६ हजार अंत. ६, १५; ( २ ) निवास वर्षाबाद इन्हें क्षुधा गलती है. Name of स्थान. इन्द्र का निवास स्थान. the it heavenly abode; the gods residence of Indra. " इंदट्ठाणे- here live for 19 Sagaropamas णं भंते केवतिय कालं विरहिते " ठा. and they breathe once in 9. ६; भग० ८, ८; जीवा० ३; सू० ५० १८ months and feel hungry once -धणु. न० (-धनुष ) धनुषा in 19 thousand years. सम० १६; आया . इन्द्र धनुस.. minbow. जं. इंदकाइय. पुं० ( इन्द्र कायिक ) छद्रिय प. अणुजो० १२७; भग० ३, ७; वाला में 04 -द्रगो५. तीन इन्द्रियावाला --पाडिवया स्त्री० (--प्रतिपत् ) मा६२३॥ एक जीव. इन्द्रगोप. A kind of in. सुदी १५लिने ५४ो. भाद्रपद मुदि पूर्णिमा sect of red colour'; a kind के बाद की बिदि एकम. the tirst tity of | of three-sensed living being. the dark half of the month of पन्न. 138 Bhadrapada. ठा. :-मह. पुं. इंदील. पु. ( इन्द्रकील----गोपुरावयव ( मह) मादया मासनी पुनमे यते विशेषः) नगरना चालना : २०५५ जन्महात्सव. भाद्रपद मास की पूर्णिमा को જેને આધારે દરવાજાના બે કમાડ બંદ રહી होने वाला इन्द्र का उत्सव महोत्सव. ।। शले ते. नगर के दरवाजे का एक अवयवः festival in lionour of India on जिसके आधार से दरवाजे के दो किंवाड बंध the t'ull-moon day of Bhadra. रहसके वह. A portion of a city ptd. राय. २१७; विवा० १; निसी० -gate: a door-bolt fastething १६, १२; आया. २.१, २, १२: भग. ६, the two doors of gate. "गोम३३; नाया. १: --लटि. स्त्री. (---यष्टि) उझमया इंदकीला " राय० १०६ भग. ३, ઇન્દ્ર મહોત્સત્રમાં જે તંભ રોપવામાં આવે છે. २; ओव० ठा० २; ते. इन्द्र महोत्सव में जो स्तंभ गाड़ा | इंदकुंभ. पुं० ( इन्द्रकुम्भ- कुम्भानामिन्द्र जाता है वह. a post fixed ut the | इन्द्रकुम्भः) २२: मोटोघा; भासिया. time of the celebration of कलश; बडा घडा A big pot. राय. Indra's festival. “ निव्वत्तमहेव १०६; जं० ५० १; (२) वातशा नगइंदलट्ठी विमुक्त संधि बंधणा" नाया. १; रीना शान मुष्णानुं मे Bधान वीतशोका भग. १, ३३; नगरी का ईशान कोन का एक उद्यान. इंदकंत. पुं० ( इन्द्रकान्त )न्द्रकान्त नामे name of a garden in the એક વિમાન કે જેના દેવતાઓની સ્થિતિ north-east of the town of ૧૦ સાગરોપમની છે. એ દેવતા સાડા Vitasoka. " तीसेण वियासोगाए राय નવ મહિને શ્વાસોશ્વાસ લે છે, અને ૧૯ हाणीए उत्तरपुरच्छिम दिसिभाए इंदकुंभ (११२१ धा लागे. इन्द्रकान्त नामक णाम उजाणे" नाया० ८; (३) नेमनाथएक विमान जिसके निवासी देवों की स्थिति ! ना प्रथम शिष्य. नेमनाथ का प्रथम शिष्य. V. 1/17. Page #135 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईदखील ] ( १३० ) [ इंददत्त - name of the first disciple of (२) ३७ मा अनुं नाम. ३७वें ग्रहका Nemanitha. सम० २४: ( ४ ) १० नाम. name of the 37th conમા મુનિસુવ્રત તીર્થંકરના પ્રથમ ગણધરનું ! stellation. जं. प. ठा० २.३ नाम. २. वें तीर्थकर मुनिसुव्रत के प्रथम मू० पं० २०; गणधर का नाम. name of the first | इंदजसा. स्त्री. (इन्द्रयशस) पांयाबशन। Ganadhara of the 20th Tirthan राजनी राणी. पांचाल देश के ब्रह्म kara, Muni Suvrata. • To राजा की राणी. Name of the २३३; queen of Bralımarājā of the इंदखील. पुं० (इन्द्रकील) तुमे। ' इंदकाल' country of Panchala "इंदवसु श६. देखो 'इंदकील ' शब्द. Vide इंदजसा २ इंदसिरि ३ चुतणी देवीय" उत्त. इंदर्काल ' जीवा. ३, ४, टी० १३; इंदग. पुं० (इन्द्रक ) तेद्रिय ७५ विशेष. इंदजालि. त्रि. ( इन्द्रजालिन् ) विविध २२यन। तान इंन्द्रियोंवाला जीव विशेष. A three- ! કરી વિસ્મય પમાડનાર ઈન્દ્રજાલી Bensed living being: a kind of विविध रचना करके विस्मित करनेवाला: insect, उत्त०३६:१३७ इन्द्रजालिया; जादूगर. A magician. इंदगोव. पु. ( इंद्र गोप) गोप: भमोसो ठा. ४: १२सा था पछी यो बा१ १७५४ा; इंदजालिश्र य. त्रि. (इन्द्रजालिक ) -- जयन्द्रिय पासो थे . इन्द्रगोप; MA२नारः विधा लावनार. इन्द्रइन्द्रवहटोः वर्षा ऋतु में उत्पन्न होनेवाला । जाल करनेवालाः गोड विद्या बतानेवाला. एक लाल रंग का जन्तु. A kind of (One) who displays magical insert of red color springing tricks. विशे० १६०७: up in monsoon: a three - sensed इंदनील. पुं. ( इन्द्रनील )न्दिनी भी living being. उत्त० ३६; १३८: । नमस. इन्द्रनील मणि; नीलम. A gem अणुजो० १२१: पन्न. १3 _so named; a sapphire. अोव० राय इंदगोव-य. पुं. (इन्दगोपक ) gun | इंदत्त. न. (इन्द्रस्व) तुं २५५; 2-5. १५ो श६ देखो उपर का शब्द. ५. इन्द्र का स्वरूप; इन्द्रपन. Power Vide above. जीका. ३, ४ गय० ६३: and dignity of Indra; state नाया. १: of being Indra; kingship. इंदगोवग. पं० ( इन्द्रगोयक ) मा उत्त० ६. ५.५.; भग० ३, २, 'इंदगोव' श.. दखा ' इंदगाव ' शब्द. | इंदत्ता. स्त्री. (इन्द्रता) /-५६. इन्द्रपन. Vide 'इंदगोव' नाया. १: State of being Indra; power इंदग्गि पुं० ( इन्द्राग्नि) विशrn at and dignity of Indra: king. अथियात वना. विशाग्या मात्र का _ship. भग० २५, ६ अधिष्ठाता देव. The presidling deity | इंददत. पुं० ( इन्द्रदत्त ) दत्त: योया of the constellation Visakhā. तीर्थ:२२ प्रथम भिक्षा मापना२. इन्द्रदन; अणुजी. १३१: स. प. १० ठा. २, ३: चोथे तीर्थकर को पहिले पहिल भिक्षा देने Page #136 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंददिगण ( १३१ ) [ इंदसिरि वाला. Name of the man who प्रथम १२; गौतम स्वामी. महावीर first gave alıns to the fourth स्वामी के प्रथम गणधर; गौतम स्वामी. Tirthankara. सम० २४; (२) १२ मा The first Gañadbara of Mahā वासुयुध्यनो श्रीन पूर्व मनु नाम. वासुपुज्य vira Swami. भग. १,१:२, ५: ओव० १२वें तीर्थकर के तीसरे पूर्वभव का नाम. ३८% नाया. ६; जं. प. नंदी० २०; सम. name of the 3rd previous birth ११; २४, उवा. १, ७६प्रव. ३०८; of the 12th Visupujya Swami, | कप्प० ५, १३३; सम० २४ इंदभूति. पुं० (इन्द्रभूति ) नसो पो इंददिगण. पुं० ( इन्द्रदत्त) के नामन टि. श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide १७ना मे मायार्य. कोटिकगच्छ के एक | above. सम• ६२; सू. प. १; आचार्य का नाम. Name of a pre. | इंदमुद्धाभिसित्त. पुं० (इन्द्रमूर्धाभिषिक्त ) ceptor of the Kotika order of | ५४ीमाना सातमा हिवसनु ( सात. saints. कप्प. ८; भनु) नाम. पखवाडे के सातवें दिन (सप्तमी ) इंदनील. पुं० ( इन्द्रनील ) से। - इंद्रणील' F1 1A. The 7th day of a fort श६. देखो — इन्द्रणील' शब्द. Vitle __night. “इंदमु द्वाभिसित्तेय " गू, ५० 'इन्द्रणील' उत्त० ३६, १५. पन्न. १; १० जे०प० इंदपुर. न० ( इन्द्रपुर ) 24 नाम मे २. इंदय. पु. (इन्द्रक) मे 'ईदग' श". एक नगर का नाम. Name of देखो ‘इंदग' शब्द. Vile ' इंदग' city. " इहेव जंबूदीवे भारहेवासे इंदपुर णाम न यरे" विवा० १०; (२) इंदयणिरय. पुं० ( इन्द्रकनिरय ) साया माया નામના એક સાધુ કે જેને મણીપુર નામના ? २१. सबसे बडा नरकावासा. The ગામમાં નાગદત ગાથા પતિએ આહાર પાણી greatest liell. ठा.६; पाय (sdi. इन्दपुर नामक एक साधु | इंदयाल. न. (इन्द्रजाल ) को नामनी मे। जिन्हे मणिपुर नामक ग्राम के नागदत्त गाथा. विधा. इन्द्रजाल विद्या. Juggling; . पतिने आहार पानी दिया था. Name of kind of lore; magic. सु. च० ४, a monk who was given fouil १६६ and water in a village named / इंदयालि. पुं० ( इन्द्रजालिन् ) छन्द्रनल Manipura by the Gathāpati विधान शु॥२. इन्द्रजाल विद्या को जानने named Nagudatta. "इंदपुरे अण. ál. A magician; a juggler. गारे पडिलाभिते जावमिद्धे " विवा० २, ७; । सु० च० १३, ५०; इंदपुरग. पुं. (इन्द्रपुरग) सवालिया । इंदसिरी. स्त्री० (इन्द्रश्री) पायास शनी नी। ये नाभर्नुस. वेसवाडियगण से | કાંપથ નગરના બ્રહદત રાજાની એક निकले हुए कुल का नाम. Name of a राशी. पांचाल देश के कांपिल्य नगर के family which was an offshoot ब्रह्मदत राजा की रानी. Name of of Vesavādiya Gaņa. #190 a; queen of Brahmadatta, the इंदभूइ. पुं० ( इन्द्रभूति) मलावी२ २५मीना! king of the city of Kanpilya Page #137 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंदसणा] ( १३२ ) [ इंदिय in the country of Pañchala. उत० टी० १३; इंदसेणा. स्त्री० ( इन्द्रसेना) सेना नमानी એક નદી કે જે મેરૂને ઉત્તરે રક્તવતી नहीमा मले थे. इन्द्रसेना नामक एक नदी जो कि मेरु के उत्तर दिशा में रक्तवती नदी में मिलती है. Name of a river which flows into the river Raktavati in the north of Meru. ठा० ५, ३; १०; इंदा. स्त्री० ( इन्द्रा) का नामनी नही भे३नी उत्तरे २तवतीने भोछे. इन्द्रा नामक नदी जो कि मे की उत्तर दिशा में रक्तवती नदी में मिलती है. Name of a river which flows into the river Raktuvati in the morth of Meru. ठा. ५, ३; (२) हिनामनी ये हवी. एक देवी का नाम. Name of a goddess. नाया. घ. ३; (૩) ઘરની પાંચમી અગ્ર મહિલીનું नाम. धरणेन्द्र की पांचवी अन महिषी का FIA. name of the 5th priucipal queen of Dhuranendrar. भग. १०.५; इंदा. स्वा० (एन्द्री) ५५ दिशा. पूर्व दिशा. The eastern direction. Hei, ठा १० ज० ५० ५,११८% इंदाणी. स्त्री० (इन्द्राणी)ी ; पनी अमदिरा. इन्द्राणी; इन्द्र की पटरानी. The crowned queen of Indra. झा, ४, इंदिय. न० (इंद्रिय) 14, जान, ना, हल, भने त्वया पांय चन्द्रिय. आँख, कान, नाक, जिव्हा और त्वचा ये पांच इंद्रियाँ. The five senses viz eye, ear, nose, tongue and skin. विशे. ६१; पन्न. १५; नाया० १; ४; उत्त. ६, ३६; श्रोव० १६; दस० ५, १, १३, भग० २, १; ४, ८, १; २४, १२; नंदी, ३; सम०६; क. गं० १, ०; पंचा० १४, ३; (૨) પન્નવણ સુત્રના ૧માં પદનું નામ. पन्नवणा के पंद्रहवें पद का नाम. name of the 15th Pada of Pannavaņī. पन्न. १५; (३) पनवयाना श्रीन पहना जीग ६२नुं नाम. पन्नवणा के तीसरे पद के तीसरे द्वार का नाम. name of the 3rd Dwāra of the 3rd Pada of Pannavani. पन्न. ३; -अत्थ. पुं. ( -अर्थ) शत, ५, २स, गंध आने પર્શ એ પાંચ ઇન્દ્રિયના અર્થ -વિષય. शब्द, रूप, रस, गंध और स्पर्श ये पांच इन्द्रियों के अर्थ विषय. any of the five objects of the senses viz sound, form, taste, smell, and touclh. “पंच इंदियत्था पगणत्ता तंजहा" ठा० ५; उत्त० २४, ८, ३१, ७; -~-अत्थकोवण. न. (:-अर्थकोपन) मવિકાર, ઇન્દ્રિયના વિલયન કેપ થવો તે. कामविकार; इंदय के विषय का कोपित होना esire for the enjoyment of the objects of the senses. JTO E; -अपज्जत्ति. स्त्री० (-अपर्याप्ति ) दि. યની અપૂર્ણતા ઇન્દ્રિય પમિ બાંધીને પુરી २५ ते. इंद्रियकी अमम्पूर्णता; इंद्रिय पर्याप्ति को बांधकर उसे पूर्ण न करना. imperfect development of the senses. भग. ३, ४; -उवउत्त. त्रि(-उपयुक्त) न्द्रियना उपयोगसहित. इन्द्रियों के उपयोग सहित. (one) eere. fully controlling tie senses. पन्न. ३ – उपचय पुं० (-उपचय) न्द्रियना उपयय-वृद्धि. इंद्रियों की वृद्धि. Page #138 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंदिय] ( १३३ ) [इंदिय the growth of the senses. "कइविहेण भंते इंदियउवचय" पन्न. १५: भग० २०, ४; -ग्गाम. पुं० (-ग्राम) अद्रियोनास हाय. इंद्रियों का समुदाय the | group of the senses. श्राथा• टा० १, ५, ४, १५६- --चउक्क. न० (-चतुष्क ) भन अने यक्षु शिवायनी यार धन्द्रिया: पान, ना, प्रायने २५ द्रिय. चार इन्द्रियां; कान, नाक घ्राण और स्पर्श. the group of the four senses; viz the senses of hearing smell, taste, and touch. क.गं. १, ४, -चलणा. स्त्री० ( --चलना ) सन्द्रिय, यार. इन्द्रियों का चलना. the motion of the senses. भग० १७.३: -जवाणेज त्रि. (-यापनीय ) पांच घन्द्रियोने वश ४२सी ते. पांचों इन्द्रियों को वश करना. controlling all the five senses. भग०१८, १०: नाया. ५; -जाय. न. (-जात) यिनी 41 -प्रसार. इन्द्रियों को जाति-भेद. the variety of the senses. 950 4, १३; .-टाण. न. ( -स्थान ) यिना । स्थान-3411 १२५२५-24शाहि. इद्रियों के स्थान उपादान कारण-श्राकाशादि. the efficient causes of the senses such as space etc. सूय नि० १, १, १, ३३; -णिवत्तणा. स्त्री० (-निर्वर्तना) अन्द्रियोने निती ते. इंदियों को उत्पन्न करना. the creating of the senses. " कतिविहेणं भंते इंदिय णिवत्तणा" पन्न. १५; -निराहि. त्रि. (निरोधिन् ) ઈન્દ્રિયની લાલસાનો નિરોધ કરનાર. ! इन्द्रिय की लालसा का निरोध करनेवाला. (one ) who checks the crav. ings of the senses. प्रव० ५७०; -पजन्ति. श्री. ( -पर्याप्ति ) दिपनी સંપૂર્ણતા, ઈન્દ્રિય પર બાંધીને પુરી કરવી ते. इन्द्रियों की संपूर्णता; full levelopment of the serises. H. ६, ४; - पडिसंलोणता. स्त्री० (-प्रातिसं. लीनता)न्द्रियाने र १२५ ते. इन्द्रियाको वश करना. conquest, control over the senses. भग. २५, ७: --परि. रणाम. न. (-परिणाम) न्द्रिय में प, पशिणाम इन्द्रिय रूप में जीव का परिणाम. the modification of the soul into the form of the senses. पन्न. १५:-बल. न० (-बल) न्दियनी शक्ति. इन्द्रियों का शाक्त. the power of the senses. जीवा० ३: -मणोणिमित्त. न० ( -मनोनिमिन ) ચક્ષુ વગેરે પાંચ ઇન્દ્રિય અને મન છે નિમિત્ત मां मेवं जानः मनिश्रुत शान. चक्षु वगैरह पांच इन्द्रियों और मन के निमित्त से होनेवाला ज्ञानः मतिश्रुत ज्ञान. Matiśruta Jñana: sensitive knowledge, acquired by the five senses and the mind. विश० १३: -मणोभव. न० (-मनाभव):न्द्रिय मन मनथापन यतुं ज्ञान. इन्द्रिय और मन से उत्पन्न होनेवाला ज्ञान. knowledge born of the senses and the mind. विशे० ६५: -लद्धि. स्त्रो० (-लब्धि) पर यिनी प्राप्ति. पांच इन्द्रियों की प्राप्ति. the attainment of the five senses. भग० ८, २; पन्न. १५: -लद्धिया. स्त्री० (-लब्धिका) यो पो श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. भग. ८, २; --वसट्ट. त्रि० (-वशात ) द्रियन श याथी थये। मी. इन्द्रिय के वश Page #139 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इंदियउद्देस ] होने के कारण से दुःखित. (one ) miserable on account of lack of control over the senses. भग० १२, २ | -- विजय. पुं० (विजय) द्रियने अभां રાખવી તે; ઇન્દ્રિયેાપર. જય મેલવવે તે; तप विशेष. इन्द्रियों को वश करना; इन्द्रियों पर विजय प्राप्त करना; तप विशेष. control over the senses; a kind of austerity. पंचा० १६, ३५ – विभत्ति. स्त्री० ( -विभक्ति) इन्द्रियना विलाग; येडेन्द्रिय, मेद्रिय वगेरे. इन्द्रियों के विभाग; एकेन्द्रिय बेइन्द्रिय आदि. the classification of the senses; e. g. one sense, two senses etc. सूर्य० नि० १, ५, १, ६६: – विसय. पुं० (-विषय ) द्रियांनी विषय शक्ति इन्द्रियों की विषय शक्ति. the power of enjoyment of the senses. भग० ३, 5: - वीरिय न० ( वीर्य ) त्राहि ઇંદ્રિયોનું પોત પોતાના વિષયને ગ્રહણ ४२खातुं समर्थ. श्रोत्र आदि इन्द्रियों का स्व स्व विषय ग्रहण करने का सामर्थ्य. the power of the senses ear etc. to comprehend their objects. सूर्य • नि० १,८६६ इंदिय उद्देस. पुं० ( इन्द्रियो देश ) पनव e. સૂત્રના પદમાં પત્રના પ્રથમ ઉદેશનું નામ पनवणा सूत्र के पंद्रहवें पद के प्रथम उद्देश का नाम. Name of the first Uddeśa of the 15th Pada of Pannavana Sñtra. भग० २, ३: इंदिय उद्देस्य पुं० ( इन्द्रियोद्देशक ) लुओ उपलो श देखो ऊपर का शब्द. Vide above. भग० १८, ३:२, ४; इंदिय पय न० ( इन्द्रियपद ) पनवा सूत्रनु १५ ५६. पन्नवरणा का १५वां पद ( १३४ ) ए. [ इक्क अ The 15th Pada of Pannavaṇā Sūtra. Ho 2, 3; 970 93; इंदु पुं० ( इन्दु ) यन्द्र यन्द्रमा चन्द्र: चन्द्रमा. The moon. नायाह १; १६: भग० ६, ३३; इंदुत्तरवर्डिसग पुं० ( इन्द्रोत्तरावतंसक ) એ નામનું એક વિમાન, એની સ્થિત ઓગણીસ સાગરેાપમની છે. એ દેવતા સાડા નવ મહિને શ્વાસે શ્ર્વાસ લે છે, એગણીસ सुन्दर वर्षे सुधा लागे छे. इस नाम का विमान, जिसमें रहनेवाले देवों की १३ सागरोपम आयु है. ये देव साढे नौ महीने बाद श्वास लेते हैं और इन्हें १६००० वर्ष बाद भूख लगती है. Name of a heaven - ly abode; the gods here live for 19 Sagaropamas and they breathe once in 9 months and feel hungry once in 19 thousand years, सम० १६; इंदुरय न० (इन्दुरक ) मोटो सुउंओ. बड़ा टोपला. A large basket. राय० २७०; इंधण न० ( इन्वन ) जिस छा वगेरे इन्चन; जलाने की लकड़ी, कंडा वगैरह. Fuel consisting of cowdung cakes, wood etc. उत्त० १४, १०, ३२, १९; पिं० नि० भा० १२: भग० ७, १; इक्क. त्रि० ( एक ) :- ज्यावाय एक संख्यावाचक. The numeral, one. ( २ ) ओ मेरी: द्वितीय. अकेला; एकाकी; श्रद्वितीय one; alone; matchless. जो ० १३१, नंदी० ३४; आया० १, ५, २, १४८; भग० २ ५; नाया० १५; स० च० ४, १२०; जं० प० १, १२; इक्क श्र. त्रि० ( एकक ) : श्री. For Private Personal Use Only Page #140 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इकड] ( १३५ ) [इक्वाग अकेलाः एकाकी. Alone; solitary. Sūtras e... Achārīnga etc. उत्त. १, १०, ३५, ६, नाया. १४, 1८ इक्कड. न. (* इक्कड ) - यट-सा इक्कारसग. त्रि. ( एकादशक ) यार. मारवान पास; २१ सश ताय ग्यारह. Even; II . क. गं. १, ४२: विशेष. चटाई बनाने का कोमल घांस; तृण | इक्कारसम. त्रि. (एकादशम) ११ म; विशेष. A kind of soft grass of ___सामाभो. ग्यारह्वा. Eleventh; which a mattress is made. 11th नंदी. ५५; अाया० २, २, ३, १००; २, ७, २, १६१: | इक्कारसी. स्त्री ( एकादशी ) भीमास: सूय० २, २, ७; भग० २१, ५; परह. २, ५ माडीयानो ११ मे। हीरस. ग्यारस; ३; 33नी नावेसी या उक्त घांस का पक्ष का ग्यारहवां दिन. The 11th dav बनाई हुई चटाई. mattress made of a fortnight. विशे० २०८३: प्रव. of the above grass. आया. २, २, १५५७; जं० प० २, ३१ ३, १००; (३) सानामनु पर्न। तनु इक्किक्क. त्रि. ( एकैक ) मे . एक 15. हम नाम का पर्वग जाति का झाड. | ___एक. Taken singly. उत्त. २८, ८; a kind of tree. To 9: क० गं० ४, ७७; - उदय. पुं० (-उदय ) इक्कामक. त्रि. (एकक)म. परस्पर. गेप्रनित। ५. एकेक प्रकृति का Taken singly; (२) ५२२५२, मे. उदय. the rive or maturity of मी: सन्योन्य. अन्योन्यः एक दुसरा. each Prakriti (Karmic nature) mutual. उत्त, १३, ३: सु. च० २. ८१: singls. क. गं. ६, १६: इकवीस. स्त्री० (एकविंशति) २१: मेस: इग्वाग. न. ( इक्ष्वाकु) पनहे। भाना बास अने . इकचीय; २१. Trents- यश वा एल. ऋषभदेव स्वावी का one: 21. उन ११, १५: कप्प बंश; इक्ष्वाकु कुल. The Iksviku family: the line of descent of इक्कसीइ. स्त्री० ( एकाशीति) मेशीः ८१: Risabhadera Swami. आया. २, इक्यामी. Eighty-one: 81. उन. १, २, १३; पन्न. 1; भग० ६. ३३, २०,८ः ३४, २०; अणुजो० १३१: ठा० ७, १:६०; उत्त० १८, इक्कार. त्रि. ( एकादशन् ) मणीया२; ११. ३६; अोवराय. २१८; --कुल. पुं० ग्यारहः ११. Eleven; 11. क. गं. ६, (-कुल ) तु 'इक्खाग श६. देखो 'इक्खाग' शब्द. vide. 'इक्खाग' ओव० इक्कारस. त्रि. (एकादशन् ) सीमा२: --भूमि. स्त्रो० ( -भामे ) ४ा २२ इसने मे. ग्यारहः ११. Eleven; 11. જ્યાં ઉત્પન્ન થયે તે ભૂમિ; અયોધ્યા. सम० ११; दसा. ६, १, २, उत्त० २८, इक्ष्वाकु वंश जहाँ उत्पन्न हुआ वह भुमि; २३; उवा, १०, २७७; क. गं. ६, २०; अयोध्या. the land of the birth जं० प० २, ३१; -अंग. पुं० (-अंग ) of the Ikşvāku family; Oudlı. पायागादि ११ अगसूत्र. आचारांगादि काप० ७, २०६; -राय. पु० (-राजन ) ग्यारह अंगपूत्र. the ll Aligal या भi - 1. इक्ष्वाकु कुल Page #141 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इक्खागुकुल ] ( १३६ ) [इगिदिय में जन्मा हुआ राजा. a king of the क. गं० १,८; ३३: २, १४ ४, १३ Iksvākuline. “पडिबुद्धि इक्खागराया" -चतुसय. न. ( -चतु:शत) मेसेन ठा० ७; नाया• ८; -वंस. पु. ( -वंश) सेतासीस. १४१ एकसौ एकतालीस, १४१. *षम व २थाभीनो वंश. ऋषभ देव स्वामी one hundred forty-one; 141. का वंश. the line of descent of क.. गं० २, २७ -नवइ. स्त्री० (-नवति) Risabhadeva Swimi. पिं. नि. मे॥je1. एकान ६१. ninety one; ४७६; 91. क. गं. ३, ७; -याल. ना. इक्खागुकुल. न. (इषवाकुकुल) घा ( - चत्वारिंशत् ) तालीश; ४१. एकता नामनुं स. इक्ष्वाकु नामक वंश. A लीस; ४१. forty-one; 41. प्रव• ५१६; fainily by name Ikşvāku. #+90 क. गं. ६, ६६; -बन्न. स्त्री० ( -पञ्चा. शत् ) सेवन, ५१. एकावन, ५१. इक्खु. पुं. (इक्षु) शे२७1. सांटा. fifty-one; 51. प्रव. ३६० -वीस. Sugar-cane. भग० २१, ५; ओव० स्वा० (-विंशति ) २ नी संध्या; मे. पन्न. १; पंचा० ८, २३; - रस. पुं० वीश. इकवासवीं संख्या. twenty-one; ( -रस ) शेरीन। २. सांटे का रस. 21. उवा० १०, २७७; -स. न. sugar-came juice. प्रब. २३३; पंचा० ( - शत) मेसो ने ये; 101. एक सी १६, १०; -वण. न. ( -वन) शेरीनुं एक; १०१. one hundred and one; वन. गन्ने का खेत.a forest of sugar- 101. क. गं. ३, ४: ----सहि. स्त्री. etunes. निसी• ३, १६: --वाड. पुं० (-पष्टि) A8:21. इकसठ; ६१. sixty(-वाट) शेरीनी माय शेती one: G1. मम. ६. सी. स्त्री पोसाय ते स्थान. गन्ने की बाड़: गन्ने पेलने ( अशीति) पेशी: ८१. इकामा; ८१. की जगह. A place where sugar eighty-one; 81. के. गं० २, १७: canes are crushed to get out इगहिय-श्र-सय. न. ( एकाधिकशत) juice; a field where sugarcanes अघि सो: सोनमे; १.१. एक.मी. are grown. गय. २७६: -वाडिया. एक; १.१. One hundred and one; स्त्री० ( -वाटिका ) -शे२ ने। १७वाडी. 101. क. गं. २,४: गन्ने की बाड़ी-खन. field where | इगार. त्रि. (एकादशन् ) अगीया२; १.१. ग्यारा; sugar canes are grown. पन्न. १; ११. Eleven 11. क. गं. ६, ६२; भग० २१ ५; उगारसम. त्रि. ( एकादशम ) ११।। इम्बुवर. पुं. (इतुवर ) ये मन मे ___24भो . ग्यारवां; ११ वाँ. Eleventh; ६५ मने मे समुद्र. इस नाम का एक _lth. विवा० १; क. गं० २, १४: द्वाप और एक ममुद्र. Name of an | इगिदिय. त्रि. (एकेन्द्रिय )ने मे दय island; also the name of an डाय ते; 41 या स्थाव२ ७१. एकेन्द्रिय Ocean. जीवा. ३, ४ वाला; पृथ्वी आदि स्थावर जीव. Oneइग. त्रि० (एक ) मेनी संन्या; 1. एक की sensed; e. g. earth ete. क. गं. मंग्व्याः १. The number one3 1. | ३, ११, ४, १८: Page #142 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हादियता ] इगिदियत्ता. स्त्री० (एकेन्द्रियता डेन्द्रियपा. एकेन्द्रियपन State of being one sensed. भग० ३५, १; इगुण. प्रि० (एफोन) एक कम Less by one. क० १० २ १२: - असि. बी० (- श्रशीति ) सी ७५. उनयासी ७३. seventy-nine; 79. प्र. ३६७३ - नउइ. स्त्री० (-नवति) नव्याशी ८८. नेवासी ८ eightynine; 89. क०प०२, २३: यांस. स्त्री० ( - विंशति ) भोगीशः १४ उजीस; १६. nineteen 19. क० प० २, १२: -सहि. बी० (पष्टि ) भोगमा ५८. उनसाठ ५६. fifty-nine 59. क० मं० ६, ७४: इस प्रि० (एक) नी संभ्या एक की संख्या. The number one. क० गं ५, ४०; इच्चन्थ पुं० ( इत्यर्थ ) प्रहारनो अर्थ इस प्रकार का अर्थ. This sort of meaning. आया०] १.१, २, १६: इच्चा. सं० कृ० अ० (a) mit. जानकर. Having known आया० १, १, ३, २१; Tar. fa(geant) 5; sult; beufee. इत्यादि. Et cetera. क० गं० १, २६; प्रत्र० ६६३; ( १३७ ) इवाइय त्रि० ( इत्यादिक) वगेरे बगैरह वगैरह. Et cetera, कप्प० ६, २०१; इमेवं श्र० ( इत्येवं ) मा अमारे मेत्री शैते. इस प्रकार से इस तरह. In this way; in that way. दस० २, ४; पद्म० ११: V इच्छ. धा० I. ( इष् ) ४२ ३२वी. इच्छा करना. To desire, To wish; to V. 11/18 [ इच्छुकार इच्छइ. सू० १, १, २, ३१; श्रणुजो ० १४; नाया० १ ५; १३: १६; भग० १५, ५: इच्छति इच्छास विशे० २०१; इच्छामि नाया० १ २ ४३ ८ १२; भग० 3. ६ : २, १४३, २५ ७, १०; 1 इच्छामो नाया० १ ३ ६ भग० ११, ११; इच्छेवि उत्त० १ १२:३२ ४० दसा० ३, १६, १६: वय० १, २२, २६: ३०: इच्छिता. वि० कप० ६, ४८: दस०५, १, ३६; ६, ४८; इच्छेजा. वि० उत्त ९. २६: दस० ५, १, ६५: इच्क्रेज वि० वेय० ४ इच्छह० पिं० नि० दुस० ६, ११: नाया० भग० ८, ५: म १३३ १४: ३०१ : ४६५ उत्त५ १२, २०१ इच्छय. विशे० व० कृ० ३२९४: १६. विशे० १९०: दम० इच्छेन नागा० ८, ३७: उत्त० १, ६: इन्द्रमाण पंचा० २,५० इच्छ गच्छा० ७८ इच्छावे. प्रे० ० प्र० ए० विशे० १०८१; इच्छेज्भाण. न. ( इच्छा ध्यान ) आमनी छानुं ध्यान. लाभ की इच्छा का ध्यान. Meditation upon some desire of profit or gain आउ इच्छुकार त्रि (इच्छाकार - एचयमिच्छा स्वाभिप्रायस्तया करणं तत्कार्य निर्वर्त्तनमिच्छाकारः पूर्व गुनी आज्ञा द्यायची અનુષ્કાન કરવું તે; દશ સામાચારીમાંની એક. इच्छा पूर्वक गुरु की आज्ञा मानना; दश मामाचारियों में की एक सामाचारी Will Page #143 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इच्छा ( १३८ ) [ इच्छामित्त ingly carrying out the orders में पडा हुआ. (one) drawn by of a preceptor; one of the 10 activities favourable to sensual points of ascetic good conduct gratifications which prolong ठा० १०; पंचा• १२, ४, worldly existence. आया० १, ४, इच्छा. स्त्री० ( इच्छा ) -1; अभिसास. २, १३१; -परिमाण. न० (-परिमाण) इच्छा; अभिलाषा, Desire; longing. ઇચ્છાનું પરિમાણ-મર્યાદા બાંધવી તેનું પાંચમું ओव० ३८; आया० १, ४, २, १३१; पण्ह० मानत. इच्छा का परिमाण-मयादा करना; १, ५; पिं० नि० २१६; सू० प. १०; सम० पांचवां अणुव्रत. limitation of de५२, ठा. १०; उवा० १,१७; प्रव०६६ sires; the 5th partial vow.gro पंचा० १, ५, १२, २; भग. १२, ५, २५, ५; --मुत्ति. स्त्री० (-मुक्ति) 91७; वेय. १, ३३; (२) ५५५सानी भुक्ति; छाना त्या इच्छा का त्याग. ५४२ शत्रियामांनी २५५१२वी रात्री. पक्ष giving up, abandonment, of की पंद्रह रात्रियों में की ग्यारहवीं रात्रि. desires. भत्त० २०, -लोभ. पु. the 11th night of a fortnight. ( -बोभ-इच्छा अभिलाषः साचासो जं. प.० ७, १५२;-अणुलोम. त्रि. लोभश्च इच्छालोभः ) २०३५ सोम. (-अनुलोम ) २छाने अनु३. इच्छा के लोभ. avarice in the form of अनुकूल. propitious to one's desire “ इच्छा लोमोउ उवहिमइरे desires. भग० १, ३: पन्न० ११: गोत्ति" ठा० ६; आया. १, ८, ८, २३; -(s) अणुलोमिय. त्रि. ( -श्रानुलो. -- लोभिय. त्रि. (-बोभिक-इच्छा लोभो मिक) छाने अनुस मसना२. इच्छा यस्थास्ति स इच्छा लाभकः) महे२४ वाली के अनुकूल बोलनेवाला. ( one ) who या उपाया. महेच्छावाला; बहुत speaks agreeably to one's उपधिवाला. highly ambitious or desire. पाया. नि. १, ४, १, २१८; avaricious. ठा० ५: .- लोल. पुं० -काम. पुं० (-काम ) यास परतुनी (-लोल) मा पार सोमः सत्यंत साक्षा. अप्राप्त वस्तु का आकांना. सोम. अत्यंत लाभ. Excessive avadesire of an unattained objert. rice. वय० ६,१६: उन. ३६, ३; -छंद. पुं० ( -छन्द) इच्छाकार. पुं० (इच्छाकार ) मा 'इच्छ २५२५-६५j " ने स्वच्छंः | कार' श६. देखा ‘इच्छक्कार' शब्द. दता; स्वेच्छाचारत्व. wilful, wanton. Vide 'इच्छक्कार'. उत्त. २६, ३; ओव. action or behaviour. प्रत्र. १२१%3B ११, उवा० १,८१ ---पणीय. त्रि. ( -प्रणीत-इंद्रियमनो- इच्छाकार. पुं० (इच्छाकार) मा 'इच्छक्कार' विषयानुकूला प्रवृत्तिरिहेच्छा तया विषयाभि. देखो ‘इच्छक्कार' शब्द. Vide 'इच्छकार' मुखमभिकर्मबन्धनसंसाराभिमुखं वा प्रकर्षण प्रव० ७६९; नीतः इच्छाप्रणीतः ) संसार वधे तेवी | इच्छामित्त. न. ( इच्छामात्र) । मात्र; વિયાનુકુળ પ્રવૃત્તિના પ્રવાહમાં ઘસડાયેલ. युक्ति वि॥ ४८पना मात्र इच्छा मात्र; मंसार बढानेवाली विषयानुकूल प्रवृत्ति के प्रवाह | यक्ति बिना कल्पना मात्र. Mere desire Page #144 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इच्छिय । ( १३६ ) (without a plan to carry it अंत. ३, ८; विशे० १०८२; (२) सेय; out ) सूय० १, ७, १६; माघ विशेष. सेव; खाद्य विशेष. a partiइच्छिय. त्रि. ( इष्ट ) घु; ट; inत. cular variety of food; macaroni, इच्छित; इष्ट. Desired: wished पिं०नि० ४६६; for. पिं० नि० ३४२; अोव० १८, ३२; | इट्टया. स्त्री० ( इष्टका) 2. ईट. A brick. उत्त० ३०, १०. जं० प० सु० च० १२, १:; __जीवा० ३, १; विशे• २६५३; नाया० १; ५; १२; नाया० | इट्टा. स्त्री. ( इष्टा) 2. ईंट. A brick. ध० भग० १, १; २, १; ६, ३३; ११, ११; | ठा०८; -वाय. पुं० (-पाक ) घट ५३t४१, १; उवा० १, १२, कप्प० १, १२: बवान स्थान. ईट पकाने का स्थान. । -काम कामि. त्रि. (-कामकामिन् ) place where bricks are heated; भनगमता मग मोगवना२. मन चाहे _akiln. “ इटा वाएइवा" टा०८; भोग भोगनेवाला. (one ) enjoying | इट्टाल. पुं० (*)2. ईंट. A brick. all the pleasures that one | ___“ होजकर्ट सिलं वात्रि इहालं वावि एगया " desires. जं. प. २; दस० ५, १, ६२, पिं. नि. भा० ४६; इच्छियच. त्रि० ( इष्टव्य ) २७. इच्छा | इ8. त्रि. ( इष्ट ) प्रिय; हा; मन. करना. Desiring. जं० प० ३, ५२; गमत. प्यारा; प्रिय; मनचाहा. Belovel: इच्छरस. पुं० ( इक्षुरस) शेना २स. dear; desired. जं. प० २, ३०: पन्न मांटे का रम. Sugar-cane juice. १७, २३; ठा० २, ३, ओव० ३२; ३६ क. गं. ५,६५ नाया. १:८; १४; १५; १६: विशे. इजमाण. त्रि. ( गुज्यमान ) पायमान २३: ६८, १६.१; राय ५१; उत्त० २२, २; कंधायमान. Trenmbling. राय० ६४: । जावा. 1; सूय. २०; भग. 1, १, २, १; इजा. स्त्री० ( इज्या) याम: है। पूल. याग: १४, ५, ९, १५, १; १६, ३, पंचा० १२; देव पूजा. Worship of gods: ॥ उवा० १, ६; काप० ३, ४८; १, १५५: Sacrifice. अणुजो० २६; उत्त० १२, २; निर० ३, ४; क. गं०.१, ५०; -अगिट्ट. इज्जिस. त्रि. ( इज्यैष—इज्यां पूजां इच्छति त्रि. ( -अनिष्ट) घट आने मनिष्ट. इष्ट एषयति वा यः स इज्यपः ) पूजना अभि- और अनिष्ट, good and evil; desii:सापाबालो. पूजा की अभिलाषा वाला. able and undesirable. प्रव. १३४; ( One ) desirous of worship- --(ट्ठा)अनिट्ट. ( -अनिष्ट ) भने ping gods. भग० ९, ३३; ४ अनिष्ट; साई नसुं. भला बूरा; इज्झमारण. त्रि. (इध्यमान ) हयमान. कुछ इष्ट और कुछ अनिष्ट. good and दीप्यमान. Being kindled or light. evil mixed up together. विशे० ed. " मंदायं मंदा इमे इज्झमाणा" राय. ५१५; -खगइ. स्त्री. (-खगति )शुभवि. इट्टगा. स्त्री० ( इष्टका ) .. ईट. A brick. हयोगति; यालवानी गति. इष्ट गति.de * नुमा १४ न२०५२ १५ नी ५-नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) page 15th. Page #145 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इट्ठ ] sirable capacity of moving in space. क० प० ४, १४; – गंध. त्रि० ( -गंध ) सुगंध सुगंधि - पहार्थ. सुगंध; सुगंधित पदार्थ. a fragrant substance. ओव० -त्थ. पुं० (अर्थ) ( १४० ) समर्थ; उभे. इच्छित कर्म. desired object or end; desired Karma. पंचा० १६, ४७ – फल. न० ( - फल ) . इच्छित फल desired fruit पंचा० ४, ३१ - फलज राग. न० - फलजनक ) अलिभतार्थ-इस सा. इच्छित फल देनेवाला. ( anything) yielding desired fruit; accom plishing desired object. पंचा० ३, ४७ - फलसाहग. त्रि० ( - फलसाधक) छिरेसने साधनार इच्छित | फल की साधना करने वाला. ( anything) accomplishing a desired object or result, पंचा• ४, ३३: फलसिद्धि. स्त्री० ( -फलसिद्धि ) छित इतनी सिद्धि. इच्छित फल की सिद्धि accomplishment of a desired result. पंचा० ४, ३३; - रू. त्रि० (-रूप) ष्टिले रूप भेनुं ते. इष्ट रूप वाला. of a beloved, charming appearance. सुबाहु कुमारे इट्ठे इटुरूत्रे " विवा० २, १: सद्द. पुं० ( -शब्द ) प्रिय शब्द नीला वगेरेनो शब्द. प्रिय शब्द: वीणा वगैरह का शब्द. sweet sound; e. g. that of a musical instrument. एन० २३१ - सर. पुं० ( स्वर ) मधुरो प्यारो स्वर मधुर स्वर . sweet, pleasing, sound. क० प० 66 [ द्वि a a ४, १४; – सिद्धि. स्त्री० (-सिद्धि ) ६ष्टछित वस्तुनी सिद्धि. इच्छित वस्तु की सिद्धि. accomplishment of desired object. पंचा० ४, ३१; - सूय. पुं० ( सुत ) प्रिय पुत्र प्रिय पुत्र. beloved son पंचा० ७. ३६: -स्सर. पुं० (स्वर) प्रिय स्व२. प्रिय स्वर a pleasant sound पन० २३; इट्ठतर त्रि० ( इष्टतर ) वधारे प्रिय; व्यतिशष्ट बहुत प्रिय बहुत इ. Extremely beloved; more pleas ant. राय० जं० प० २, २२; इतारेश्रा. स्त्री० इष्टतारिका ) अतिशय ४ष्ट बहुत इष्ट. Most desirable. जं० प० २, २२; इट्ठयर. त्रि० ( इष्टयर ) वधारे प्रिय बहुत प्रिय. Highly beloved; pleasant. जीवा• ३, ३; very V इडुर. न० ( * ) गाडा डे गाडी. गाडा या गाडी. A small or big cart. ओघ० नि० ४७६; इड्ढि. स्त्री॰ ( ऋद्धि ) समृद्धि; वैभव समृद्धि; वैभव. Prosperity; wealth. ( २ ) આમર્શ-ધિ આદિ सम्धि आमरीऔषधि आदि लब्धि spiritual power. उत्त० २, ४४; २७, ६; दस० ६, २, ६; १०, १, १७; श्रव० ३८; सम० ६, ३०; विशे० ५६९; निर० १, १; श्रध० नि० ४६८; नंदी ० ५०; राय० ४१; नाया० १; २; ८; १६; पन्न० २; सु० च० १५, ६७; भग० १, २, ३, ६ ८ १ ६; पंचा० ६, १८; दसा० ६, २८६ - गारव. पुं० ( - गौरव ) नरेन्द्राद्दिनी तथा व्यायार्यनी * पृष्ठ नम्र १५ नी फ्रुटनोट ( * ) देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th For Private Personal Use Only Page #146 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इडि ] ઋદ્ધિવડે અભિમાન કરી આત્માને ભારે १२वी ते. नरेन्द्रादिक की तथा आचार्य की ऋद्धि के कारण श्रभिमान करके कर्म बंध करना. burdening the soul with the pride of the spiritual power of a preceptor or of the tempo | ral power of a king etc. ठा० ३; सम० ३; आव ० ४, ७; — गारवज्भाण. ( १४१ ) न० (- गौरवध्यान ) ऋद्धिना महनुं ध्यान; हुयनिनो मे अा२. ऋद्धि के मद का ध्यान; दुर्ध्यान का एक भेद. meditation upon the power of prosperity; a bad kind of meditation. आउ० - पत्त पुं० ( प्राप्त ) ऋद्धि-साम आहि औषधिनी प्राप्ति थये. ऋद्धि, आमर्श आदि औषधियों को प्राप्त one who has attained to spiritual or temporal prosperity. पन्न० १; भग० १४, ६० - पत्ताणुओग. पुं० ( - प्राप्त्यनुयोग ) आमर्श औषधि यहिनी सधि प्राप्तिनुं आम्यान आमर्श आदि श्रौषधियों की प्राप्ति का व्याख्यान. a discourse on the attainment of such spiritual prosperity or power Amosahi etc. विशे० ५६९; पत्तारिय. पुं० ( - प्राप्तार्थ ) ऋद्धि प्राप्त थये आर्य-मरिहंत, यावर्ती, अहेब, वासुदेव, भारण भुति भने विद्याधर ऋद्धि प्राप्त आर्य अर्थात् अरिहंत, चक्रवर्ती, बलदेव, वासुदेव, चारण मुनि, विद्याधर आदि. an Arya who has attained to spiritual prosperity; Arihanta, Chakravarti etc. ". से किंतं इि पत्तारिया छविहा पण्णत्ता तंजहा " पन्न० १ - सकारसमुदश्र पुं० ( - सरकार समुदय - ऋदया-वत्र सुवर्णादिसम्पदा सत्कार: as [ इतो पूजाविशेषस्तस्य समुदायस्तथा ) ऋद्धि कुरीने सहारनो समुदाय ऋद्धि से वस्त्राभरणादि द्वारा सत्कार का समुदाय. presants of clothes ornaments ete. as a mark of honour विवा० ३ इङ्किमंत. त्रि० ( ऋद्धिमत्) ऋद्धिवास; समदिवान ऋद्धिवाला; समृद्धिवान्. Prosperous; wealthy. ठा० ५, २; इलमेव श्र० ( इदमेव ) डि. वही. The saile भग०२, १; ६, ५; १४, ७; २०, ६; इणामेव श्र० ( इदमेव ) लुग्भो उपलो शद. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. पन्न० ३६; For Private इरिह. अ० ( इदानीं ) भगु; गु. अभी; अब Now सूर्य० २, ६, १; उत्त० १२, ३२; पिं० नि० ६३४; सु० च० ३, ११३; विशे० १६८; नाया० ८; इत्तल. पुं० ( इतल ) विशेष. A kind मृत्यु विशेष. तृण of grass. भग० २१, ६; "" १६. , "" इति श्र० ( इति ) ब्लुग्यो " इइ देखो • शब्द. इद्द Vide इद्र दस ० १ ५; नाया० ३; १६; भग० १; ४; ७, २; १५, १; १६, ६; १६, ३; २५, ७ वव० १, ३७, ७, १७; दसा० ३, २२, २६; निसी० ५,६६, १४, १२ क० गं० १, २५; इतिहास. पुं० ( इतिहास ) प्राचीन असनी बुडीगत शीवनार इतिहास शास्त्र प्राचीन काल का वर्णन करनेवाला इतिहास शास्त्र. History; narration of past events. भग० २, १; ओव० ३८; इतो. श्र० ( इतः ) डीथी. यहां से. Hence; from this place. सू० १, १, १, Personal Use Only "" Page #147 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्तर] ( १४२ ) [इत्थं १२; उत्त० ५, १७, ३४, १५; ओव० ३६; ६, २०; निसी० २, ५६; १०, ५०; उवा० १, राय० ५, २, सु० च० १, १०४; भग० १, ४८; (२) पापगमन भ२०१नी अपेक्षाये १; १४, ७; १५, १; विशे० ८७, पन्न. १७; थे। वपतनुं गित भ२९५ ४२ ते. पादोपक. प. १. १२; क. गं० ४, २१, गमन मरण की अपेक्षा से थोडे समय का इत्तर. त्रि. (इवर) १८५ सनु; २०६५ इंगित मरण करना. accepting the ४ास; अल्प समय का; किंचित् काल. of a Ingita kind of death which is short duration. सूय० १, २, ३, speedier than the Padopa. ८; विशे० २६; ठा० ६, पंचा० १, ६; gamana kind of death. पाया० -~-परिग्गहा. स्त्री० (-परिग्रहा-इत्वर- १, ५, ६, २२२; ११ वालु; गमनसीस. मल्पमल्पकालं वा परिग्रहो यस्याः सा गमनशील having the nature to इत्वरपरिग्रहा ) था। १५तने माटे ५ go or move or pass away. 3770 रेसा वेश्याहि. थोडे सयय के लिये ग्रहण १०,३, की हुई: वेश्यादि. a wornan accepted इत्तरी. स्त्री० (इस्वरी) थे। सतना भाटे for a short time; a harlot ete. समेस-वेश्या माहि. थोड़े समय के लिये प्रव• २७, ८; -परिग्गहियागमण. न० रखी हुई वेश्या आदि. A woman ( -परिगृहीतागमन ) नानी भरनी temporarily kept e. g. a harlot પરણેલ સ્ત્રી સાથે ગમન કરવું મૈથુન સેવવું etc. पंचा० १, १६; તે: શ્રાવકના ચોથા વ્રતને પ્રથમ અતિચાર. इत्ति. अ. (इति) मे; मेवारीत; 21 मारे. छोट! उमर की विवाहित स्त्री के साथ गमन इस प्रकार का; इस तरह. Thus; in करना-मैथुन सेवन करना; श्रावक के this way; in that way. आया . चौथे व्रत का प्रथम अतिचार. sexual १ १, १, १३; अणुजो १०; intercourse with a girl-wife; the first Atichara of the 4th yow हात्त-य. त्रि. ( एतावत् ) मे 20 of u Jaina ltyman. पंचा० १, १६; प्रमाण; अभु-नियमिन मागुन . इतना: -~-परिग्गहिया. स्त्री. (-परिगृहीता ) इतने प्रमाण का; अमुक नियमित प्रमाण नानी मनी परोस स्त्री. छोटी उमर की 51. That much: this much; विवाहित स्त्री. a girl wife. प्रव. २७८ उत्त० ३०, १८ - वास. पुं० (-वास) 2 निवास. इत्य. अ. (अत्र ) मा मालि; ॥ थोडा निबास. short stay or resid आणे. यहाँ; इस स्थानपर. Here; in ence. सूय. १, २, ३, ८; this place. दस० ६, ४, १; श्राया० १, इत्तरिय. त्रि. (इत्वरिक ) ।। १५तन; २, ६, १८३: वेय. ३,२: पिं. नि. भा. थे। समयनु; 244 बीन. अल्प कालीन; २१; भग०१५, १; नाया.१७: जं.प. थोडे समय का. Lasting for a short वव० ४, १०; time; short-lived. पंचा. १०, ११ | इत्थं. अ. (इन्थम् ) मेवी शत; या प्रा. प्रोष. १९; अणुजो. ११; पन्न. १, १७; इस प्रकार से. In this way; thus. उत्त० ३०, ८; भग. २५, ७: व. २, २४ । नाया. 1: ७:६; १५; एन. २; Page #148 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्थंथ ] ( १४३ ) [इस्थि इत्थंथ. त्रि. ( इत्थंस्थ) सिहं रे २९मा सो संस्थानवा. लोकप्रसिद्ध श्राकार से रहा हुआः लौकिक संस्थानवाला. Remaining in a common shape; possessed of ordinary contiguration of body. " इत्थंथं च चयह सम्बसो सिद्धे वा हवइ सामए" दस. ६, ४, २, ३; इत्थि. स्त्री. (स्त्री) स्त्री: नारी. स्त्री; नारी. A woman. उत्त० १, १६: नाया. ५. ८. भग. ३, ४; १५. १, क. गं. 1, २२, २, ३०: -प्राणमणी. स्त्री ( -प्राज्ञापनी) स्त्रीने माहेश पानी सोलापवानी भाषा, स्त्रीको आदेश करने की बुलाने की भाषा. a form of address to a woman to call her. पन्न. २: --कम्म. न. (-कर्मन् ) स्त्रीने ५॥ १२. यानु म. स्त्री को वश करने का काम. the work of bringing a woman under control. सूय. १.. . १३: (२) रयम रे सावध मनुथान. दस्तकर्म प्रादि पाप पूर्ण कार्य. u sinful action like self-abuse ete. सूय. १, ६. १३: -कला. स्त्री. (-कला) श्रीनी योस: सा. स्त्री को कलाः ६४ प्रकार का स्ना-कला. any of the 64 accomplishments of a woman. जं. प० २; -कलेवर. न० | (-कलेवर) स्त्रानु शश२. स्त्री का शरीर. the body of a woman. 'इस्थि । कलेवराण सम्बिरएसु च बहुमाणो " पंचा १, ४६; -कहा. स्त्री. ( -कथा) स्त्री संधी था; यार विश्थामांनी थे. स्त्री | सम्बन्धी कथा; चार विकथाओ में का एक 91 talk about women; one of the four irreligious kinds of talk. " इस्थि कहा चउविहा परणता तंजहा' ठा. ४, २; सम० ४: --काम. पुं० ( - काम ) स्त्रीनी मनाः त्रासंधी म से . स्त्री की कामनाः स्त्री सम्मन्धी काम भोग. enjoyment of women; desire for sexual pleasures. "एवमेव ते इस्थिकामेहिं मुच्छिया" सूय० २, २. ३५: दम. १०,७ - कामभोग. पुं० ( -कामभोग ) स्त्री संप-पी मनोम. स्त्रो सम्बन्धी कामभोग. sexual enjoyment: enjoyment of women. " एवमेव ते इन्थिकामभोगेहि मुच्छिया गिद्धा " मय, टी० २. 1, १०; दसा. ६. १: -कुलत्थ. न० (-कुलस्थ) म २६३ सीन स्त्री: माताहि. कुलान स्त्रीः मानादि. a noble woman: a mother ete. नाया. ५: भग. १८, १०; ----गण. न० (-गण ) श्रीमान। सभूलथे।. स्त्रियों का समूह. a group of women; a crowd of women. " नो इथिगणाण सविता भवई" ठा० ६; ~गभ. पु. ( गर्भ ) श्री संधी गर्मस०१ मुहार पि. स्त्रीसम्बन्धी गर्भ-सजीव पुद्गल पिंड़. facetus; embryo. भग. 1, ४: -गुम्म. न. ( -गुल्म ) स्त्रीमानो समूह. स्त्रियों का समूह. a bevi of ladies " इस्थिगुम्मपरिव्वुड" दमा० १०: -चोर. पुं० (-चोर ) स्त्रीना केपना योर: ५२२त्री सं५. स्त्री के रूप का चोर: परस्त्री लपट. one enamoured of the beauty of the wives of others. पन्ह. १, ३, हाण. न. ( -स्थान ) h rii से, ७) ते स्थान. स्त्री जहां उठे बैठे वह स्थान. १ place frequented by women. " नो इस्थिद्वाणं सेवित्ता भवइ '' ठा० Page #149 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्थि ] ६; - णाम न० ( -नामन् ) या स्त्री રૂપે જન્મ લેવા પડે તેવી નામકર્મની એક प्रकृति नामकर्म की एक प्रकृति जिसके कारण स्त्री रूप जन्म लेना पडे. a variety of Namakarna causing birth as A woman. नाया; - णाम गोय कम्म. न० ( - नामगोत्रकर्मन् ) स्त्रीना ગાત્રમાં-જાતિમાં જન્મ લેવા પડે તેવું કર્મ. ऐसा कर्म जिससे स्त्री जाति में जन्म हो. a Karma by which one has to take birth as a female. नाया० ८; - तित्थ न० (-तीर्थ ) स्त्रीरूपे भेल महट्टीनाथ तीर्थं तीर्थ- शासन, स्त्रीरूप से जन्मे हुए मल्लीनाथ तीर्थंकर का शासन. the canon of Mallinatha Tirthankara who was born as a female. ठा० १०३ - दोस. पुं० ( दोष ) सीना होष-अवशुस्य स्त्री के दोष अवगुण the faults of a woman; the defects of a woman; इरिथदोसं संकिणो होति सू० १, ४, १, १५: - पच्छाकड. त्रि० ( पश्चात्कृत ) मेरो स्त्री पाएं पास टास् छे ते. जिसने स्त्री रूप जन्म दूर कर दिया है वह. (one ) who has banished female birth. भग०८, ८ - परणवणी. स्त्री० ( - प्रज्ञापनी ) स्त्रीना लक्षणनुं प्रतिपादन प्रश्नार मोहन भाषा स्त्रीके लक्षण का प्रतिपादन करनेवाली मोहजनक भाषा. fascinating, captivating language describing characteristics of women. पन्न० ११६ – परिसह. पुं० ( - परिषह ) સ્ત્રી સબંધીના પરિષ; કેઇ સ્ત્રી સંયમથી ચલાવવા હાવ ભાવ કરે તે! પણ ચલિત ન वं. ते २२ परिषभांनो मे स्त्री संबंधी परीषहः कोई स्त्री, संयम से विचलित करने ( १४४ ) "7 "" For Private के लिये हाव भाव करें तो भी विचलिन न होना; २२ परीषहों में का एक परीषह. resisting erotic enticements offered by a woman; one of the 22 Parisahas. भग० ८, ६, उत्त० २, १ - परिसह विजय. पुं० ( - परिषह विजय ) એકાન્તવાસમાં અમુક ઘણી રૂપાલી સ્ત્રી આવી, અનેક પ્રકારના હાવભાવ કટાક્ષ વગેરેથી પરિષદ્ધ આપે છતાં પણ મન ન ડગાवाने परिपयर विनय भेव ते. एकान्तवास में कोई बहुत रूपवान् स्त्रां के आने और हाव, भाव, कटाक्ष करनेपर भी मन को चलित न होने देना और परिषह विजय प्राप्त करना. maintaining one's control over the mind in spite of the amorous glances etc. of a fair Woman in a private place भग०८, ८५ - पोसय. पुं० ( पोषक स्त्रियं पोपयन्तीति स्त्रीपोषकाः ) स्त्रीनं भरण पोषण २२ पुष स्त्री का भरण पोषण करनेवाला पुरुष. a person who-main. tains a woman. सूर्य० १, ४, १, २०: - भाव. पुं० न० ( - भाव ) ईटाक्ष संदर्शन वगेरे स्त्रीना हाव भाव कटाक्ष, संदर्शन आदि स्त्रा के हाव, भाव. amorous movements, glances etc. of a मोहुम्मायजरुणाई सिंगारियाइं इत्थिभावाई उवदंसेमाणी" उवा०८, २४६: -- रज. न० ( राज्य ) स्त्रीनं शब्न्य; स्त्रीयां स्वतंत्र व छेते. स्त्री का राज्य; जहां स्त्री स्वतंत्रता से व्यवहार करती है वह. petticoat government. " श्रजा धवारियाओ इत्थिरजं न तं गच्छ गच्छा० १, ६५; -- रयण न० ( रत्न ) ચક્રવાતની મુખ્ય પટ્ટરાણી; ચક્રવર્તિતા ૧૪ रत्नमा रत्न चक्रवर्ति की मुख्य woman. Personal Use Only [ इस्थि "" ܕ ܕ Page #150 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इस्थि ) [ इस्थि पट्टराणी; चक्रवर्ति के १४ रत्नों में से एक रल. the principal queen of! a Chakravarti; one of the 14 gems of a Chakravarti. ज. प. ३, ६८, पन्न० २०; भग. ५, ५; ठा० ; -रूव. न० ( -रूप ) स्त्री २५०५; स्त्रीन। मा२. स्त्री स्वरूप; स्त्री का आकार. the form of a womall; the shape of a woman. तंडु. -लक्खण. न० ( लक्षण ) सामुद्रि શાસ્ત્ર પ્રસિદ્ધ સ્ત્રીનાં લક્ષણ; ૭૨ કલામાંની से ४९स. सामुद्रिक शास्त्र प्रसिद्ध स्त्री के लक्षण; ७२ कलाओं में से एक कला. the marks of a woman as related in the science of palmistry; one of the 72 arts or accomplishments. नाया. १; ग्रोव. ४०; (२) से प्रतिपान ४२ ना२ ॥५. इस का प्रति. पादन करने से लगने वाला पाप. the sin arising from explaining the above; (३) श्रुतन से यन. श्रुत का एक अध्ययन. name of a chapter of scriptures सूय० २, | २, ३०; ---लिंग. न. (-लिङ्ग-स्त्रियो लिंङ्गं स्त्रीलिं :म) स्त्रीलिंग; स्त्रीशर. स्त्रीत्व; स्त्री जाति. womanhood. पन्न. १: --लिंगसिद्ध. पुं० (-लिङ्गसिद्ध) स्त्रीपणे સિદ્ધ થયું તે સ્ત્રી ભવમાં મોક્ષ જવું તે. स्त्रीरूप में सिद्ध होना; स्त्री पर्याय से मोक्ष जाना. attainment of salvation in the condition of woman. hood. पन्न. १; ---वउ. स्त्री. (.-वाच्) સ્ત્રીલિંગ પ્રતિપાદક વચન માલા શાલા याहि नारी मतिना श. स्त्रीलिंगी । वचन-शब्द: माला, शाला श्रादि स्त्रीलिंगी Plac. word in the feminine ! V 11/19. gender; feminine gender. पन. ११; -वयण. न. (-वचन ) स्त्रीलिंग વચન–બારી જાતિના શબદ; વીણ, કન્યા माहि. स्त्रीलिंगी शब्द. feminine gender; a word in the feminine gender. श्राया० २, ४, १, १३२; पन्न. -वस. पुं० (-वश ) स्त्रीने यश; स्त्री. १०मां गये. स्त्री के वश; स्त्री के आधीन. a hen-pecked man; one who is under the control of a woman. : इस्थि वसंगया बाला" सूय० १, ३, ४, ६ -विग्गह. पुं० (-विग्रह) खानु शरी२. स्त्री का शरीर. the body of a woman. पाया० २, १, ३, १५; दस० ८, १४; -विएपवणा. स्त्री. ( - विज्ञापना ) युवतिने लोगमाटे प्रार्थना २५२०४ ५२वी ते. युवति से भोग के लिये प्रार्थना करना. courting the affection of a young woman for enjoyment. सूय० १, ३, ४, १०, ११, १२; -विप्पजह. पुं. ( -विप्रजह ) स्त्रीना त्यानी; सीना त्याग ना२. स्री का त्यामी; स्त्री का त्याग करने वाला. one who abandons the company of a woman. “arita नोवगिझिजा इस्थि विप्पजहे अणगारे ' उत्त० ८, १६; -विपरियासिय न. (-विपासित) २५नमा श्री साथ लोग मागच्या हय ते. स्वप्न में स्त्री के साथ भोग भोगा हो वह. enjoyment of a woman in a dream. श्राव. ४, ४: -विसह रोहित्र. त्रि. (-विषय गृद्ध) २त्रीनविय सुममा & . स्त्री के विषय-सुख में गृद्ध. ( one ) greedy of sensual enjoyments with women. दसा. ६, ११, १२; Page #151 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्थि [ इस्थि -वेद. पुं० (-वेद ) स्त्रीव; मोहनीय:नी से प्रति; श्रीन पिर थाय ते. स्त्रीवेद; मोहनीयकर्म की एक प्रकृति. स्त्री को जो विकार होता है वह. desire or feeling particular ton woman; a variety of Mohaniya-karma. सम• २१; जीवा० १; उत्त० ३२, १०२ -वेदग. पुं० ( -वेदक ) स्त्रीवहना वाला ७५. स्त्री वेद का उदयवाला जीव. a soul with feminine feeling or inclination. भग० २, २, २६, १; ---वेदय. पुं० (-वेदक ) | | श६. देखो उपर का शब्द. vide above. भग० ६, ३१; -वेय. पुं० (वेद)श्री ३६; स्त्रीने पुरुष सामान मागवानी । थाय ते. स्त्री वेद; स्त्री को पुरुष के साथ भोग भोगने की इच्छा etar. desire on the part of a woinan for sexual pleasure. क. ५० ७, २६; जीवा० १; भग० २, ५; उत्त. ३२, १०२; (२)ोना यक्षी स्त्रीव પ્રાપ્ત થાય એવી નોકપાય મોહનીયની એક प्रति. नोकषाय मोहनीय की एक प्रकृति जिसके उदय से स्त्रीवेद प्राप्त हो. ॥ variety of the 9 minor deluding faults entailing feininine inclination. पन्न. २३; (३) स्त्र माग सी વિષયનું પ્રતિપાદન કરનાર શાસ્ત્ર; કામ शास्त्र. स्त्री भोग सम्बन्धी विषय का प्रति- } पादन करनेवाला शास्त्र; काम शास्त्र. | sexual science. सूय. १, ४, १, २३; । -वेयग. पुं० (-वेदक) मा 'इस्थिवेदग' श६. देखा 'इस्थि वेदग' शब्द. vide | 'इस्थिवेदग' भग० ६, ३, ४, ठा. ४, ४; --वेयरण. पुं० (-वेदश) स्त्री व- की यरित्रमा नियुष्य, स्त्री-मशालने नाना२. स्त्रीवेद-स्त्रीचरित्र में निपुण; काम शास्त्र जाननेवाला. one expert in sexual science; one who knows the characteristics of women. सूय. १, ४, १, २०; --संकिलिकृ. त्रि. ( -सनिष्ट ) स्त्रीने सीधे लेश पाभेत. स्त्री के कारण कष्ट पाया हुआ. (one) troubled on account of a woman. प्रव०१२०; -संग. पुं० (-सङ्ग ) खोना संभ श्रीनी सोसत. स्त्री की संगति. company of a woman. सूय. टी० २, २, २८ संपक. पुं० (-सम्पर्क ) श्री साथै संसर्ग १२ ते; श्रीसमर स्त्रा के साथ संसर्ग करना सो; स्त्रीसमागम. companionship, contact, with a woman. सूय. टी. ०, ४, १, १३; --संवास. पु० (-संवास) स्त्री सामान नाय ते. खाक साथ भोग भोगना. enjoyment of pleasures with a woman. सूय. टी. १, ४, १, १०; --संसग्ग. पुं० (-संसर्ग) स्त्रीन। संसर्ग. स्त्रीका संसर्ग. contact with a woman. दस. ८, ५७; ---संसत्त. त्रि० (-संसक्त) श्री साये संमत रेस. स्त्री का संग किया हुश्रा ( one ) attached to or in love with a woman. ठा. १० -सहा. श्री. ( -श्रद्धा) स्त्रीमा विश्वास राम ते. स्त्री में श्रद्धा-विश्वास-रखना confidence or trust in a woman. सूय. टी. १, ४, १; २४; -सहाव. पुं० (-स्वभाव)श्रीनो समाप. श्रीका स्वभाव. woman-mature. सू. १०४, १६७, सूय. टी. १, ४, १, २०; - सागा. रिय. त्रि. ( -सागारिक ) मा स्त्री २ती हाय ते स्थान. जिसमें वो रहता हो वह स्थान. an apartment for women. Page #152 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इथिका ] ( १५७ ) [ इत्थी " नो कप्पइ निग्गंथाणं इथिसागरिए उव. स्सए वस्थए'' वेय. १, २५, २६, २७, २८, इस्थिका. स्त्री. (स्रीका) स्त्री. Rो. A woman. दसा. १०,४; इत्थित्त. न. (स्त्रीत्व ) २त्री ५४. स्त्री पना; स्त्रीस्व. Womanhood. दसा० १०, ४; इथिपरिगणा, स्त्री. ( स्रोपरिज्ञा ) मे नाम सुया। सूत्रनुं यो| मध्ययन.. इस नाम का नूयगडांग सूत्र का चौथा अध्याय. The 4th chapter of Siyagadanga.. सम० २३: इत्थियलक्खण. न. (स्त्रोकलक्षण ) | भाव आदि स्त्रीला सक्षण. स्त्री के हाव, भाव आदि लक्षण. A characteristice inark of a woman; e. g glunces, sportive gestures etc. नाया० १: इत्थिया. स्त्री० (स्त्रीका) स्त्री; "री स्त्री; पत्नी; A woman; a wife.ठा. ४, २७ प्रव. ८६०; भग• १५, १; दसा० १०, ३: इत्थी. सी. (स्त्री) स्त्री: नारी स्त्रीः पत्नी, औरत. A wonman; a wife. क. ग. ४, २६; क. प. २. ८४, ८५, ५, ४५: "से किंतं इन्थीओ २ तिविहानो पण्णत्त श्रो" नाया. ८, सम०६; जाया. १; अणुजा. १२८; श्रोव १६; ठा० ३. 1; दसा. ७, 7: अाया. १, ६, २, ८; उत्त. ३०, २२, ३६, ४६; ५.२; निसी० ७, २१; ६, ; पन्न. 1; सु० च० ४, १५४; दस ५, २, २६; ६, ५९; पिं. नि. १६२; भग० २, ५, ५, ४, ६, ३, १६, ६; १८, ४: -कलेवर. न. (-कलेवर ) स्त्रीन शरीर. स्त्री का शरीर. female body. पंचा० १, ४६; -कहा. स्त्री० (-कथा) या विश्थामांना मे. स्त्रीकथाः चार विकथा में की एक one of the four Vikathās; talk about women. आव० ४, ७ -काम । पुं० (-काम) स्त्री या प्राममो. स्त्री सम्बन्धी काम भोग. sexual enjoy ment. प्रव. ८४०; -गुत्त. न० ( -गोत्र ) श्री गार; स्त्री जति. स्त्री गोत्र; स्त्री जाति. woman kind. दस० ७, १७: -पच्छाकड.त्रि० (-पश्चात्कृत ) मे। " इत्थि पच्छाकड" श६. देखो " इत्थि. पच्छाकड " शब्द. vide “ इत्थि पच्छाकड" भग० ८, ८; -परिवुड. त्रि. (-परिवृत) स्त्री विटीयेस. स्त्री से घिरा हुआ. surrounded by women. निसी० ८, १८; -मझग. त्रि. (· मध्यगत ) । " इस्थि मज्झगय" १. देखा "इत्थि मउमगय" शब्द. vide “ इत्थि मझगय" निसी० ८, १० ---रयण. न. ( -रत्न) नुस।" इथि स्पण" श६. देखो" इत्थि रयण " शब्द. vide “ इस्थि रयण" जं. प. पन्न. १; -रूव. पुं० (-रूप) मे “ इस्थि रूव” श६. देखो “ इस्थि रूव” शब्द. vide " इस्थि रूव" वेय. ५, १; भग० ३, ४ ~वउ. स्त्री० (-वाक ) जुये। " हात्थ बउ" श६. देखा " इत्यि वर" शब्द. vide “ इथि वड'' पन्न. ११ --वेअ-य. पुं० ( -वेद ) श्रीने यती पु३५ सभागमाना अनिवाया. स्त्री का होता हुई पुरुष समागम की अभिलाषा. the desire of sexual intercourse on the part of a woman. ठा० ६, १; पन्न. २३; उत्त० २६, ५: -वेद. पुं. (-वेद ) मे ५ो श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. भा. २०, ७: -वेदग. पुं० (-वेदक ) से। " इस्थि वेदग" श६. देखो " इस्थि वेदग" शब्द. vide “ इत्थि वेदग" भग० १, ३१: ११, १; २४, १; २५, ६: Page #153 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इन्थीनिन्थ (१४८ ) - - ------- - --- ३५, १;-संसत्त. त्रि० (-संसक्त) अभी. Now at this time. भग० ३, स्त्रीमा मास. स्त्रीसे आसन. attached | १; ११, ११, १४, ६; नाया० २; सू० प. to a woman; in love with a १६; उवा० १,६६; woman. निसी० ८, १०; -सहाव. पुं० । इदुर. न. (इदुर) सुसा. बडी टोपली. (-स्वभाव) नुमो " इस्थि सहाव" श. A large basket. अणुजो० १३२ देखा “ इस्थि सहाव" शब्द. vide 'इस्थि (२) मोटी पास. बड़ा पाट-लकडी का सहाव'' सु. च. ४, १६७, बेठने का पाट. a large wooden seat. इत्थीतित्थ न. (स्त्रीतीर्थ) ११ मा भजी- राय. नाथ स्त्री के पेलतi di तीर्थ अवताव्युत; इन्हि. अ. (इदानीम् ) अधुना; वे. अब. १श मछेरामांनु त्रीमुं मछे३. स्त्री तीर्थ- इस समय. Now; at this time. कर; १९वें तीर्थकर मल्लीनाथ; १० अछर | प्रव. ३५६; (आश्चर्यजनक बात ) में से एक. the ard | इभ. पुं० ( इभ्य ) 22 न्यथी मा:l of the 10 Achherās (i. e. સહિત હાથી ઢંકાય તેટલા દ્રવ્યવાલે ગૃહસ્થ. wonderful events ); riz the इतने द्रव्यवाला गृहस्थ कि जिसके द्रव्य से founding of a Tirtha ( religi- अंबाडी सहित हाथी ढंक जाय. A man ous community ) by the 19th possessed of wealth, enough Tirthankara Mallinātby who to down an elephant bearing was a woman. प्रव० ८१२; an ornamental sent upon its इत्थपिरिना. स्त्री. ( स्त्रीपरिज्ञा) सांग buck पन्न० १; १६; ओव० १४, २५ સુત્રના ચોથા અધ્યયનનું નામ કે જેમાં સ્ત્રી- ठा० ६, भग० ६, ३३; अणुजा. १६; ३१; આ સાધુઓને કે જે રીતે ફસાવી દુઃખી કરે राय० २५३; जीवा० ३, ३; जं. ५० છે તથા સાધુએ તેનાથી કમ બચવું તે नाया. ५; ---कुल. न० (-कुल) सવિષેના ઉપદેશ તથા સમજ આપવામાં ॥२ . साहूकार का कुल. a wealthy सावी छे. सूयगडांग सूत्र के चौथे अध्ययन family. नाया० ५; .-जाइ. स्त्री. का नाम जिसमें यह वर्णन है कि स्त्रियां साधु. (-जाति मायन आर्य जाति. the ओं को किस प्रकार फंसाकर दुःखी करती है Ārya or civilised race. “gar और साधुनों को उनसे किस प्रकार बचना चंचुणा चेव छब्भेया इन्भजाइप्रो" ठा. ६: चाहिये. Name of the 4th chapter -सेट्टि पुं० ( श्रेष्ठिन् ) १२ शेह. of Siyagudānga dealing with नगर सेठ, नगरभर का मुखिया सेठ. the tlre ways in which women chief merchant-prince of a entice and entrap Sādhus and town. नाया, ५, १६; also pointing out the ways in | इभ. पुं० (इभ ) था. हस्ती: हाथी. An which a Sūdhu can avoid and | elephant. जं. प० २; कप्प, ३, ३३; escape. them. सूय. १, ४, २, २२; । इम त्रि० (-इदम् ) मा; अ; प्रत्यक्ष. यहः सम० १६ प्रत्यक्ष. This; that. ओव. ३१ वव. इदाणिं. अ. (इरानी )मणा: अgणा. २, २२, २३: २६: ७, ४: १८; दमा० १, -- Page #154 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इमंचण] [इरिय ३; ५, १; २, ३, १६; निसी. ६, ४; विशे० ११; सू० प० ११; पिं. नि. भा० ७० २६८; स. प. १; ६४; ३, १३८; भग च० १, १; कप्प० १, ३, क. गं. १, ८; ५, १; ८; ६; पन्न. १५: पंचा० १, १; - कुल. न० (कुल) अन्त इमंचण. अ. (इमञ्चन) मेटनामां; ते प्रान्त . अन्य कुल. another १२भ्यान मे मतभा; इतने में इतने समय family; different family. “ इयरेमें. During that time: mean. हिं कुलेहिं" आया. १, ६, २, १८४ while. अंत• ३, ८; नाया० १; ५; १३; -भे. पुं० (-भेद) अन्य मह. अन्य १४; १६; भेद; दूसरा भेद. another difference; इमेयारूव. त्रि० (एतद्रूप) माघ:२; / _another variety. विशे० १७; साप्रमाणे. इस प्रकार; इस तरह. In this इयरस्थ. अ० ( इतरत्र) मी २५. दूसरे Way; thus. नाया०३; ७ ८; १२; १३; __ स्थान पर. In another place; else१४; १६; विवा० ७; दसा. १०, ३; वव. where. विशे. १२८ २, २३ः उवा० १, ६६; ३. १३८, ४, | इयरविह. त्रि. ( इतरविध ) 12-014 १५१; कप्प. ५, १०३; भग० २, १; प्रा. अन्य प्रकार का. Of another इमेरिस. त्रि० (ईश) सा; माता.. sort; different. क. गं. १,८% इस प्रकार का; इसके समान. Of this इयरहा. अ० (इतरथा) अन्यथा; नलितो. sort; of this nature. " इमेरिस अन्यथा. In another wity; otherमरणायारं भावजइ प्रबोहियं " दस wise. भत्त० ३६; प्रव० १४८१; ६, ५७; | इयाणि. अ. (इदानीम् ) wegi; अधुना. अभी. इय. अ. (इति) मा १२; से प्रमाण Now: at this time. अोव० ३६: इस प्रकार से: इस तरह से. Thus: in नाया11: १३, १४, १५, १६, भग that way. नाया. १; दम० ६, २१: १. ६, ७, ६; १४, २: राय०२५२: पिं० नि० २.१; मु. च. १, ६४: विशे. पाया० १.१, ४, ३५.: ज. प. ७.१४१: ७४: ३६०२, श्राया. १, २, ३, ७७: 1, काप, ४, १३: ६, २, १८३: उवा० ७, २१६: पच• २: पंचा० ४, ३२: क. गं0 1. ५, २६; ३०. इयाल. स्त्री० (एकचत्वारिंशत् ) तालीस: ४।नीसंगया. इकतालीसवीं संख्या. Forty६१; (२) समालि. समाप्ति & word --one%3; 41. " चउक पंचग संजोगणं marking conclusion. दम० ६, ४६ : नाया० ६: पिं. नि० ३७६; क. गं. १, इयालं भंगसयं भवति " भग० २०, ५; २५, ३, ४, Vइर. था. II. (इर ) प्रे॥ ४२१. इयरिंह. अ. (इदानी) मला. अभी. प्रेरणा करना. To impel; to incite. Now; at this time. ठा० ३, ३, (२) गमन ४२. गमन करना. togo. इयर. त्रि. (इतर ) ilaj: अन्य; भिन्न. इरेइ. विशे० १०६०; दूसरा; अन्य; भिन्न. Another; differ- इरिय. त्रि. ( इरित ) प्रे२०॥ अरेस. प्रेरितः ent; other. पन्न० २१; विशे० २६; गति कराया हुआ. Made to go: ७५ श्राया. १,६. २. १८४: नाया. ५; prompted. विशे०३१४४: Page #155 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इरियज्झवण] ( १५० ) [इरियावाहिश्रा इरियज्झयण. न० (ईर्याध्ययन ) आया। of Karma (Kriyā-sthānaka ); સૂત્રની પ્રથમ ચૂલિકાનું ત્રીજું અધ્યયન. a Karma incurred by a careful आचारांग सूत्र की प्रथम चूलिका का तीसरा and well-restrained Sādhu by qeyry. The third chapter of the thought and action of the first Chulikā of Achāränga movement, by twinkling the Sutra. आया० २, ३, १, ३०५; eye etc. सम० १३; सूय० २, २, १६ इरियट्ट. त्रि० ( ईार्थ ) या-विशुद्धि म. २३; -बहिय बंध. न० (-पथिकबन्ध) ईर्या अर्थात् विशुद्धि के लिये. Aiming गमनहिया थी मागतो भगंध. गमन की at purity or carefulness in क्रिया से होता हुआ कर्म बंध. Karmic walking. ठा०६; bondage incurred by walking. इरिश्रा-या. स्त्री. (ई) गमन लिया; भग०८, ८; -समिइ. स्त्री० ( -समिति) ઉપગપૂર્વક ચાલવું તે; સમિતિનો એક ચાલવામાં થતા રાખવી તે; પાંચ સમિતિ २. गमन क्रिया; उपयोगपूर्वक चलना; भांनी पत्री समिति. चलने में यत्नाचार समिति का एक भेद. Carefulness in रखना; इस प्रकार ध्यान पूर्वक चलना जिसस walking; a variety of Saniti जीवों को बाधा न हो; पांच समिति में की Or carefulness. ओव० १७; भग. २, पहिली समिति. carefuiness in walk१; ३, ३; पिं. नि० ६६२; उत्त० २४, २) ing; the first of the 5 Samitis. ४: उवा० १, ७८; --असमिति. स्त्री. ठा० ५, ३: ८: काप० , ११६; -समिय. ( -असमिति) यासमितिनी समार. त्रि. ( समित) या पूर्व यानार; इंर्यासमिति का अभाव. lack of care- यी समिति युत. यत्नाचार पूर्वक चलने fulness in walking. भग० २०, २; वालाः इा समिति का पालन करनेवाला. -~-वह. पुं० (-पथ) गमन भार्ग. जाने (one ) walking with care and FI HIN. a way or road to go attention. नाया. १, ५; १४; १६: by. भग० ३, ३, ११, १०; ठा. -वह भग० २, १: १२, 1; १८, २, २०, २; किरिया. स्त्री० (-पथ क्रिया) गमन दमा० ५, ६ यि विशेष. गमन की क्रिया विशेष. a. | इरियावहिवा. स्त्री ( ईर्यापथिकी) रियाkind of Karma arising from वही किया; ११.१२.१२ १३ में शो walking. ठा० ५; -वहि. त्रि. ઉપશાંતમોહ કે ક્ષણનેહવાલા સાધુને કેવલ (-पथिक) तेरभुं लिया स्थान; समिति યોગ નિમિતે સાતવેદનીય કર્મ રૂપે કર્મ બંધ ગુપ્તિ યુકત યાવંત સાધુને હાલતાં ચાલતાં याय ते. इरियावही क्रिया; ११, १२ और આંખની પાંપણ હલાવતાં યોગ નિમિત્તે ક્રિયા ! १३ वें गुणस्थान में उपशांत मोह या क्षीण सागते. तेरहवां क्रिया स्थानक; समिति, गुप्ति मोहवाले साधु को केवल योग के निमित्त से युक्त यत्नावान् साधु को हलन चलन करने साता वेदनीय कर्म रूप जो बंध हो वह. या आंख के पलकों को हलाने पर योग के Iriyāvahi . Kriya; i. e. Karmic अर्थात् मन वचन, काय के कर्म के निमित से bondage incurred by an asceजो कर्म बंध हो वह. the 13th source tic in the 11th, 12th and 18th Page #156 -------------------------------------------------------------------------- ________________ । इलावद्धण spiritual stages ( Gun a of the Sikhari mountain. ठा. ४: Sthana ) arising froin Kerala जं. १० yoga (thought-activity ) in इला देवी. स्त्री० ( इला देवी ) पश्रिम ३५ the shape of feeling as a પર્વત પર રહેનારી આઠ દિશા કુમારિકામાંની kuower; (such an ascetic is पाली. पश्चिम दिशा के रुचक पर्वत पर रहfree from delusion which has नेवाली आठ दिशा कुमारिकाओं में से पहिला either subsided or perished.) दिशाकुमारी. The first of the eight ठा० २, १; आव. ४,३; प्रव० ७८; भग Diśākumāris residing on the १, ६० ३, ३, ६, ३, ८, ८; १८, ८; western Ruchaka mountain. नाया० १६; वेय. ३, १६; दस• ५, १, निर० ४, १; जं० ५० ५, ११४; -कूड. ८८; -किरिया. स्त्री० (-क्रिया) । न० (-कूट ) तुम " इलाकूड" श६. ७५ो श६. देखो ऊपर का शब्द. vide देखो ‘इलाकूड' शब्द. vide इलाकूड' above. भग० ७, १, ७; जं. ५० ५, ११४; इला. स्त्री. ( इला) ६५मांनु मे क्षेत्र. इलापुत्त. पुं० ( इलापुत्र) सावर्धन नगरना जंबूद्वीप में का एक क्षेत्र. Name of a રહેવાશી એક શેઠનો પુત્ર-એકાચી કુમાર કે region in Jambu Dvipa. जं० प० नो मे नीमा सु. य स निया ठा० ४; (२) वान नी । બ્રક થયો હતો પણ પાછલથી બેઘ પામી દીક્ષા देवी. इलावर्धन नगर की एक देवी. name सीपाती. इलावर्धन नगर के रहनेवाले एक of a goddess of the town of सेठ का पुत्र, एलाची कुमार जो कि एक नटनी Ilavardhana. जं० ५० ( ३ ) पश्चिम पर लुब्ध होकर कुल जाति से भ्रष्ट हो રૂચક પર્વત ઉપર રહેનારી એક દિશાકુ गया था और पीछे से बोध को पाकर दीक्षित भारी. पश्चिम दिशा के रुचक पर्वत पर # Elächi Kumāra a son of a रहने वाली एक दिशाकुमारी. name of muerchant of Ilăvardhana towu; a Diśāku māri residing he was enamoured of an on the western Ruchaka actress and had become de. mountain. जं. ५० –कृड. न. ! graded but later on he got ( -कूट) यूस हिमपंत पर्व ७५२ सा- right knowledge and became a हाना वासवाणु याथु शि५२. चूल हिम- __monk. जं. ५० वंत पर्वत का चौथा शिखर जहां इलादेवी का इलावइ. पुं० (इलापति ) अशापत्य गोत्र निवास है. the fourth summit of प्राश गादि पु३५. एलापत्य नामक गोत्र Chūla Himavanta mountain का आदि पुरुष. The progenitor of where the goddess Ilā resides. the family called Elāpatya. ठा० ४; जं० प० (२) शिमरी पतना नंदी. ११ भानुं नरभू-शिप२. शिखरी | इलावद्धण. न० ( इलावर्द्धन) वायी पुत्र पर्वत के ११ शिखरों में से नौवां शिखर. | निवास स्थान; वावर्धन ॥२. इलाची the ninth of the 11 summits | पुत्र का निवास स्थान; इलावर्धन नगर. Page #157 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इलिया-श्रा] ( १५२ ) [ इसिगुत्ति The residence of Ilächipatra स्वा. ( परिषत् ) अतिशय नाना viz the town called Ilāvar- सपियोनी परी५-सम. अतिशय महान् dhana. जं. प० ज्ञानवाले माधुओं की सभा. an assembly इलिया-प्रा. स्त्री. ( इलिका ) 46; ; of highly enlightened saints. ચેખા વગેરે ધાન્યમાં પડને એક કડે. भग० १, ३३; दसा० १०, 1:~-वंस. इल्ली; चामल वगैरह धान्यों में होनेवाला एक पुं० (-वंश) र सिराय तीर्थन। कोडा. A worm found in rice and शिष्योनो वश. गणधर के सिवाय तीर्थंकरों other grains. विशे० ४३०; के शिष्यों का वंश the lineage इली. स्त्री. (इली ) १२थे धारवासी of the disciples of Tirthan. तसा२. दो धारवाली तरवार. A double. karas. excepting the Gaņaedged sword. परण. १, ३; dharas. ( . ) ते शj प्रति५६ १२२ शल समायाकोरे उक्त वंश का प्रतिपादन इव. अ. ( इत्र ) पो परे; ; भा. करने वाला शास्त्र समायांग वगेरह. the तुलय; सदृश्य. Like; us. सम० ३०; scripture e. y. Sainavāyanga दसा. ६, १; न या० १; ३.८; १५, १६, etc. dealing with the above १८; दम. ६,६६, ६, २, १२; भग. ८. सम. ३३, १५, १,२५, ७; आया. १, ५, १, इसिगाणे प्रा. नी. ( विगणिका ) १४२; प्रोव० १७; उवा० २, १.६; क. नामना सना शमन भेस हासी. इस नाम के अनार्य देश में जन्मी हुई दामा. इसणा. स्त्री. (इषणा) अन्वे५४१२तु.. A female servant born in a માં પ્રવૃત્ત અને અનિષ્ટ વસ્તુમાં ત્યાગબુદ્ધિ. non Ārya country of the इन वस्तु में प्रेम और अनिष्ट वस्तु में व्याग name. जं. प. भग. ६, ३३: श्रोव.३३ बुद्धि. Search after what is right इसिगुत्त. पुं० ( ऋषिगुप्त) पशि५ जा and good accompanied with સુહસ્તિન અ ચાર્યના એક થિવર શિષ. the desire of leaving off what वशिष्ठ गोत्र के सुहस्तिन् श्राचाप्र के एक is evil and false. पाया. १, ४, १, धिवर शिष्य. Name of a Thivara १२७ disciple of the preceptor इसि. पुं० ( ऋपि ) ऋषि; नानांत साधुः | Suhastin, of the Vasistha भुनि. ऋषिः ज्ञानवान् साधु; मुनि. A family. (२) मे नामर्नु भएमा प्रथम sage; a saint; an ascetic ३. इस नाम का माणवगण का प्रथम कुल. " इसीण सेटे तह वद्धमाणे ' सूय. १, name of the first family of ६, २२, २, १. ६. ज. प. ३, . Manavagana. " थेरेहितोणं इसि. ५७; पन्न० २; ओव० ३:: दस० ६, ४७; . गुसहिंतो वासिटुसगोत्ते हिं" काप. ८; भग• ६, ३४; १६, ३; अणुजा० १२८; | इसिगुत्ति. न. (ऋषिगुप्ति ) गे नाम ठा० २, ३, उत० १२, १६; २८, ३६ भासणी नालेस स. माणवगण से राय २६६: जं० प०३,५७: -परिसा.। निकले हए कल का नाम. Name of a Page #158 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इसिण] [ इसिदिगण family-offshoot derived from विमान में उत्पन्न हुआ और अब वहां से Minavu Guna. कप. ८; एक भव और धारण कर मोस जावेगा इसिण. पुं० ( इसिन ) मे नमन। मे। name of a son of the mer. अनार्य देश. एक अनार्य देश का नाम chant Bhadrāsārthavāhi of the A non-Arya ( uucivilised ) city of Kākandi. He took country of this name. नाया० १; Diksi, studied 1| Angas, took इसिणिया. स्त्री० (इसिनिका ) सिष्य नाम । a vow to take food after every अनार्य शनी स्त्री. इसिण नामक अनार्य two fasts, practised ascetiदेश की स्त्री. A woman of a non- cism for many years and after Arya country ( uncivilised a Santhará ( giving up food country ) named Isina पन्न. १: and water ) for one month नाया. १; was born in the heavenly इसित्तिय. पुं० ( ऋषिदसक ) रिसियत | abode called Sarvārtha Siddha વિરથી માણવગણનું નીકલેલ બીજું કુલ. whence after one birth he ऋषिगुप्त स्थविर से निकला हुआ मानवगण will get salvation अणुत्तो. का दूसरा कुल. The 2nd Manava- ३, ३; ---ज्झयण. न० (-अध्ययन) gaņa livenge starting with અત્તરપાતિક સૂત્રના ત્રીજા વર્ગના the saint Risigupt:1. 7570 S; त्री अयानु नाम. अणुत्तरोपपातिक इसिदास पुं० (ऋषिदास) मनरावा सूत्र के तीसरे वर्ग के तीसरे अध्याय का સુત્રના ત્રિજા વર્ગના ત્રિજા અધ્યયનનું નામ. नाम. name of the third chap. अणुत्तरोवबाइ सत्र के तीसरे वर्ग के नासर ter of the third section of अध्याय का नाम. Name of the the Aņuttaropapā tika Sūtra. third chapter of the third ठा० १० section of Anuttarovavāi इसिदिएण. पुं० ( ऋषिदत्त ) 14. Sutra. (२) गरी निसी એરવતક્ષેત્રના ચાલુ અવસાણીના પાંચમા ભદ્રાચાર્યવાહીના પુત્ર કે જે દીક્ષા લઈ ૧૨ તીર્થકર સુમતિનાથ પ્રભુના સમકાલીના અંગ ભળ્યું છે અને પાટણની પ્રતિજ્ઞા जंबूद्वीप के ऐरावत-क्षेत्र के वर्तमान अवલઈ ધણ વરસની પ્રવજયા પાલી એક सर्पिणी काल सम्बन्धी पांचवें तीर्थंकर; માસને સંથારે કરી સર્વાર્થસિદ્ધ વિમાનમાં समतिनाथ स्वामी के समकालीन The ઉત્પન્ન થયા, ત્યાંથી એક અવતાર કરી 5th Tirthankara ( contempo. मोक्ष पामशे. काकंदी नगरी निवासी भद्रासार्थ- rary of Lord Sumatinātha ) of वाही का पुत्र, जिसने कि दीक्षा लेकर ११ the present Avasarpiņi in the अंग पढे, और प्रत्येक छ? २ (दो २ अनशन) Airavatakşetra of Jambiका पारणा करने की प्रतिज्ञा ली और बहुत वर्षों dvipa. सम०प० २४०; (२) टी. तक प्रवजा का पालन कर अन्त में एक मास यार्थना याविर शिष्य. कोटिक काकका संथारा किया। मृत्यु होनेपर गर्वार्थसिद्धि | न्दकाचार्य का स्यविर शिष्य. name of a Page #159 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इसिपाल ] [ इसीपब्भारा Sthavira disciple of the precep- प्रश्नव्याकरणदशा का तीसरा अध्याय. The tor Kākandaka of the Kotika third chapter of Praśnavyā. descent. कप्प० ८; karana Dasi. ठा० १०; इसिपाल. पुं० ( ऋषिपाल) पायमा वासुदेवना | इसिया. स्त्री० ( ईषिका ) घासनी सती. श्रीन पूर्वमनुं नाम. पांचवें वासुदेव के ___घांसकी सलाई. A blade of grass. तीसरे पूर्वभव का नाम. Name of the “केइ पुरिसे मुंजाओ इसियं अभिणिthird preceding birth of the 5th ___ वत्तिा " सूय० २, १, १६; Visurlevt. सस. प० २३६; (२) इसिवाइ. पुं० ( ऋषिवादिन् ) वायंतनी सिवाय निता व्यंत विनो छद्र. इसिवाय 18 तमानी ११ भी गत. वाणव्यंतर की जाति के व्यंतर देवों का इन्द्र. Indra सोलह जातियों में की ११ वी जाति. The of the Vyantara gods of the 11th of the 16 classes of Vanaclass known as Isivāya. ठा० २; vyantara hell-gods. पन्न० २; ओव० इसिभद्दपुत्त. पुं० ( ऋषिभद्रपुत्र) मामि इसिवाइय. पुं० ( ऋषिवादिक ) मे। रीना भु.५ श्राव. आलंभिका नगरी G५ो । ६. देखो ऊपर का शब्द. का मुख्य श्रावक. The principal | __Ville alhore. अोव० २४; पगह० १, ४: Jhina layman of the town of! । इसिवाल. पुं० ( ऋषिपाल) मे 'इसिपाल' Almhiki. भग० ११, १२; श६. देखो ‘इसिपाल' शब्द. Vitle इसिभासिय. न० ( ऋषिभाषित ) पि. " इमिपाल " पन्न० २; ठा० २, ३; ભાષિત નામનું એક કાલિક શ્રેન કે જેમાં તીર્થકર આદિની સ્તુતિ કરેલ છે. હાલ તેનો इसिवालिय. पुं० ( ऋषिपालित ) सिय वि य भयो. ऋषिभाषित नाम का निना तो . इमिवाय जाति के कालिक श्रुत विशेष, जिस में कि नार्थकर व्यंतर देवों का इन्द्र. The Indr of आदि की स्तुति की गई है. वर्तमान में इस श्रुन the Isivāyat 'yantara kind का विच्छेद होगया है. Name of a of hell-gods. श्रोत्र. (२) मा २४ Kalika Sruta ( not extant ) ગોત્રી આયશાન્તિસૈનિકને સ્થવિર શિધ્ય. seripture containing the praises माठरस गोत्र के आर्यशान्तिसनिक के स्थविर of Tirthankaras etc. सम० ४४; शिष्य. the Sthaviira disciple of विशे० १०७५; नंदी. ४३; (२) त्रि० Ārya Santisainika of the li ઋષિ મુનિએ કહેલ ઉત્તરા થન વગેરેના tharasa family. (३) तेना 3५२२) २१ययन. ऋषि-मुनि--द्वारा कहा हुआ नीसेस शापा. उक्त गोत्र पर से निकली उत्तराध्ययन वगैरह का अध्याय. chap. हुई शाखा. a lineal branch from ters of Uttarādhyavana etc. the above. "थेरेहितो अज्जुइसिवालि. narrated by ascetics. विशे० एहिं ता इन्थणं अज्जु इसिवालिया साहा २२६४; गिग्गया" कम्प. इसिभासियझयण. न० ( ऋषिभाषिता- | इसीपभारा. स्रो० (ईप-प्रारभारा) । ध्ययन ) प्रश्र०या ४२६शानुं 3j अध्ययन. 'इसिपउभारा' श५-६. देखो 'इसिपम्भारा' Page #160 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इस ] शब्द. Vide " इंसिप भारा पन० २; ओव० ४३; इस्स. पुं० ( ऐष्यत्) काल; आगामी काल. विशे. ५०८. इस्सर. पुं० (ईश्वर) दक्षिणुना भूतवाही જાતના વ્યન્તરદેવતાના ઇંદ્ર, दक्षिण के भूतवादी जाति के व्यंतर देवों का इन्द्र. Indra of the Bhutavādī kind of Vyantara gods of the south, पन. २: ( २ ) भाझि सरहार, सामान्य शम्भ मालिक; सरदारः सामान्य राजा all owner: a lord; a king जीवा० ३. ३ निर० १ १ दसा० ६, १३; १४; - वाह. पुं० ( वादिन् ) ४श्वर गस्त छे ! वाह नार ईश्वर जगत् कर्ता है, इस प्रकार वाद करने वाला. one who holds that God is the creator of the universe. सुय० टी० १,१. २, ५. इस्तरिय न० ( ऐश्वर्य ) संश्रर्यः मोटाछ ऐश्वर्य; समृद्धि; बड़प्पन. Power: wealth; greatness. पन० २३; अणु जो ० १३१; उत्त० १८, ३६; प्रव० १०७०; विशे० १०४८ – मश्र - य. पुं० ( -मद ) यैश्वर्यनाम्होटी संपत्ति वगेरेने! भ. ऐश्वर्य - समृद्ध वगैरह का मद. pride, intoxication, of wealth power, etc. सम०८; ठा० ८ - मद. पुं० (-मद ) भो उसे शह देखो ऊपर का शब्दvide above. भग० ८, ६; -- सिद्धि. पुं० ( - सिद्धि) मैश्वयंनी सिद्धि-आप्ति ऐश्वर्य की प्राप्ति acquisition of power and wealth सू० १, १, ३, १५; इस्सरीकय. त्रि० ( ईश्वरीकृत) धनाढ्य ( १५५ ) " भविष्य डाल. भविष्य The future time. [ इहभव नथी तेने धनादय मनावेस. जो धनाढ्य न हो उसे धनाढ्य बनाया हुआ . ( One ) raised to power and wealth. सम० २६; दसा० ६, १३; देखाई; इस्सा. स्त्री० ( ईर्ष्या ) अहेमाई ईर्षा; दूसरे का वैभव, मान आदि सहन न होना. Eury; jealousy. उत्त०३४,२३ः इह. अ० ( इह ) हिंय; या सभां यहां इस लोक में. Here, in this world. राय • २३; नंदी० ४५; नाया० १: ३; ६ ७ ८ ६१५; १६; भग० १, ६; २, १३, २५, ३, ५, ४, ७६, ५८, १८, ५ सू० १, १, १, ७; श्राया० १, १, १, ३; दस० ४ ६, ३, १५; दसा० १, ३; विशे० ० २१; निसी० ६, १२; क० गं० १, ३- २१, २, १७; जं० प०७, १३३: — गय. त्रि० (-गत) दिया लो. यहां रहा हुआ. standing here; remaining here. नाया० ६० भग० २ १ ६, ६, ७, ६: ६; जं० प० ७, १३३; इहवं. अ० ( इह ) यादी. यहां Here सु० च०१४,३०, इहं. अ० ( इह ) यदि पा यहां. Here. आया० १, १, १, १ नाया० १ २ ५६: १५; १६; १२; पिं० नि० २१६; इहत्थ. त्रि० ( इहार्थ - इहैव जन्मन्यर्थः प्रयोजनं यस्य ) सोना अर्थ सुमनो अभिसापी. इस लोक सम्बन्धी सुख का चाहनेवाला. (One) desirous of the happiness of this world. ठा० ४, ३: इद्दभव. पुं० ( इहभव ) या भत्र; या जन्भः मनुष्य न्म यह भव; यह जन्म; मनुष्य जन्म. This life; this world; human birth. नाया० ४ ७ ६ १३; १५; १८: भग० २, ५ For Private Personal Use Only Page #161 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इहभाविय] ( १५६ ) [इहलोग इहभविय. त्रि. ( इहभाविक) माल संधी; सा मां २ तेg. इस भव संबंधी. Pertaining to, belonging to, this birth. भग० १, १; १; ५, ३; -~-आउय. न० ( -श्रायुध् ) मनुं सायुज्य. इस भव संबंधी आयु. duration of life in this birth. भग. १,६: ५, ३; -चरित. न० (-चारित्र) मा81-10मनुं यात्रि. इस जन्म का चारित्र. the right-conduct of this birth. भग० १, १; —णाण. न० (-ज्ञान) सालमा २९ मे शान. इस भव-वर्तमान भव का ज्ञान. knowledge remaining with the possessor in this birth. भग० १, १; इहरहा. अ. ( इतरथा ) अन्यथा. अन्यथा Otherwise; in another way. पंचा० १०, २२, इहरा. अ. (इतरथा ) अन्यथा; मी रीते. अन्यथा; दूसरी तरह से. Otherwise; in it different way. jagto 90€; सु. च० ५, २८४; पि. नि. ४६१; पंचा० २, ३०; इहलोइय. त्रि. ( ऐहलाकिक ) मा सो सधी . इस लोक सम्बन्धी. Pertaining to this world. सम• ६; आया. १, ६, २, ६; २, ११, १७०; -परलोइय. त्रि. (-पारलौकिक) माखो मने ५२सोनुं इस लोक और परलोक का. pertaining to this world and the next world. ठा० ३; इहलोग. पुं० (इहलोक) असो; साम; मनुध्यन३. यह लोक; मनुष्यभव; वर्तमान जन्म. This world, this birth human birth. पिं०नि०२६५;दस०६,२, १३: उवा, १, ५७: -प्रामसप्पश्रोग. | पुं० ( -श्राशंसाप्रयोग ) ॥ सोमाई રાજા થાઉ ઇત્યાદિ ઈરછા કરવી તે; સંથારાनो प्रथम अतियार. इस लोक में मैं राजा बनूं, इत्यादि इच्छा करना; संथारा का प्रथम अतिचार. desire of being a king in this world and such other desires; the first step of vio. lation of Santhuri. उवा० १, ५७; -पडिणीय. त्रि. (-प्रत्यनांक ) मनुલેક સંબંધી કામ ભોગથી વિરૂદ્ધ વર્તનાર પંચાગ્નિ તાપસ વગેરે; અથવા માનુપિક કામ ભોગમાં ઉપદ્રવ કરનાર અથવા મનુષ્ય ભવसपा विपरीत ५२ ५। ५२नार. मनुष्य लोक सम्बन्धी काम भोग से विरुद्ध चलने वाला पंचाग्नि तापस वगैरहः अथवा मानुषिक कामभोग मे उपद्रव करने वाला; अथवा मनुष्यसम्बन्धी विपरीत प्ररूपणा-विरुद्ध वर्णन करने वाला. (un ascetic ) practis. ing rigorous austerities as opposed to the enjoyment of worldly pleasures; or, (one) who causes obstructions in the enjoyment of worldly pleasures; or', (one) who pro. pounds in adverse theory in relation to human life. ठा० ३; -पडिबद्ध. त्रि.(-प्रतिबद्ध) मा समां મચેલઃ આ ભવના ભાગમાં લપટાઈ ગયેલ. इस लोक में-संसार में लुप्त; इस भव के भोगों में तमान. plunged or steeped in the pleasures of this world ठा० ४, ४; -पारत्तहिश्र. त्रि. (-परत्रहित ) आयो भने ५२ लिन. इस लोक और परलोक का हित. benefit or welfare of this world and the next world दम ८, ४४; .-भश्र. Page #162 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इहलोग] पुं० (-भय ) मनु-य नियमाथि उत्पन्न ભોગવાઈ જાય એવું કમ; ઇચ્છા વિના માત્ર यतुं लय; सात सयभान मे. प्राणयों- पाययोगथा में पंचाय ते. इस भव में मनुष्य तिर्यचादिकों से उत्पन्न भय-डर. ही भुगता जाय, ऐसा कम; बिना इच्छा के fear arising from the beings केवल काया के योग से जिस कर्म का बंधन (men, animals, etc., ) of this हो वह. ( Karma) the result of world. सम० ७ ठा. ७, १; -वंयण. which is exhausted (borne ) पुं० (-वेदन ) सोना सुमनो अनु.. in this very birth incurred मप. इस लोक के सुख का अनुभव. ex- without volition, through perience of the happiness of weakness of the flesh. श्राया. १, this world. श्राया. १, ५, ४, १५८: ५,४:१५८-संवेगिणी. स्त्रा०(-संवेगिनी) -वेयणवेज. त्रि. (-वेदनवेद्य) मा भव- આ સંસારનું સ્વરૂપ જાણુને વૈરાગ્ય પમાય માંજ વેદવાથી વેરાઈ જાય તેવું કર્મ પ્રમા तेनी था. एसी कथा जिसस संसार स्वरूप સંયતિએ ઈછાવિના માત્ર કાય ગોગથી जान कर वैराग्य प्राप्त हो. u story creat. पनि ने. इस भव में ही वेदने से---- ing disgust towards this world भोगने से भोगा जाय - ऐसा कर्म; प्रमत्त by showmg its worthlessness. संयति का भी बिना इच्छा के केवल काया ठा० ४, के योग से बांधा हुआ कर्म. ( Karma ) इहलोय. पुं० ( इहलोक ) gो 'इहलोग' the result of which can be ex- श६. देखो ‘इहलोग' शब्द. Vide hausted (borne) in this world: " इहलोग" निसी० १२, ३५; नाया. २; (Kurma) incurred by an err'- ५, १७; १८; सु. च० ४, ६७; ---भय. ing scetic without special न० (-भय ) 24 लान-नियय भनु desire, merely by the weak- करेया तुं मय. इस लोक का भय. mers of the flesh. पाया. 1, ५; fright caused by beings in this ४, १५८; ---वेयण वेजा वडिय. त्रि. world e.g. by men, borutes, etc. (-वेदन वेद्यापतित-इहास्मिन् लोके जन्मनि । प्रव. १३३४: वेदनमनुभवनमिहलोकवेदनं तेन वेद्यमनु- इहव. अ. ( इहैव ) अभि . यहां हा. भवनीयमिहलोकवेदन वेग्रं तत्रापतितामह- Here: in this very place. नाया. लोकवेदन वेद्यापतितम् ) 24 मरमांक १:८; : १४: १६; भग० ३, २; १५, १: ई. स्त्री. ( इति ) ५५. उपद्रवः विघ्न. | ___Disturbance; obstruction. ओव० । इ. स्त्री. (ईति) भतिवृष्टि अनावृष्टि आदि) ५४१. अतिवृष्टि अनावृष्टि आदि उपद्रव. A calamity such as excess of rain, drought etc. प्रव० ४५०; Page #163 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईति] [ईसर ईति. पुं० ( ईति) १ २वयमय; २ ५२२५ई. | ईसक्ख. त्रि. ( शाख्य-ईश ईश्वर इत्याख्या मय, 3 अतिवृष्टि, ४ अनावृष्टि, ५ ६२, प्रसिद्धिर्येषां)श्वर-नायतरीमा प्रसिदि ૬ તીડ અને ૭ શુક એ સાત ઈતિ કહેવાય हाय ते. ईश्वर--नायक-स्वामी के तौर पर छ. सात प्रकार की ईति ( भय ). १ स्वचक्र जिसकी प्रसिद्धि हो वह. (One ) famous भय, ६ परचक्र भय, ३ अतिवृष्टि, ४ अना- as a leader, or commander. वृष्टि, ५ ऊंदरा, ६ टिडी, और ७ शुक यह | जीवा.३; सात प्रकार के भय हैं. A calamity; ईसणिया. स्त्री. ( ईशानिका) शान शमां a disturbance; it is sevenfold; उत्पन्न थये। सी. ईशान देश में उत्पन्न (1) from friends (2) from ene. TÁT. A maid-servant born in mies (3) from excessive rain (4) the country of Tsina. नाया० १; from drought (5) from locusts | ईसत्थ. न० ( इष्वस्त्र ) धनुर्विधा; थोडान (6) from parrots and (7) from | घ अने यशान थे ५४२ मतावानी rats. जं. प० १,१०, सम०३४; -बहुल ७२ मामांनी मे 341. धनुर्विचा; युद्ध त्रि० (-बहुल ) मा २५य भय आदि संबंधी शास्त्र; थोडी सेना को बहुत धीर इति घी डाय ते. जिसमें स्वचक्र भय बहुत सेना को थोडी बतलानेवाली ७२ आदि भय बहुत हो. that which is कलाओं में की एक कला. Science of full of calamity, disturbance, archery; one of the 72 arts viz. from friends etc. जं० प० १, १०; that of causing a large army to Vईर. धा. I, II (ईर् ) प्रेरणा ४२वी. appear small and vice versa. प्रेरणा करना. To prompt; to direct.. नाया. १; पगण. १, ५: जं. प० २: सम. "ईरन्ति" दस० ६, ३६; श्राव. ४०; इरिय. त्रि० ( ईरिन) प्रे२९॥ ४२३; iA; ईसर. पुं० ( ईश्वर ) १२; परमेश्व२. ईश्वर; हसास. प्रेरणा किया हश्राः हलाया हा; परमेश्वर. God. अाया. २.२.३, ८६%3B हांका हुआ. Prompted; directed. | पंचा० १७, २१; (२) मासि; पाणी; “समीरिया कोट्टबाल करिति” सूय. १, नाय. मालिक; सरदार; स्वामी; नायक. ५; २, १६; (२) ४९; प्रतिपादन ४२४, lord; master; commander. कप्प. कहा हुश्रा, प्रतिपादन किया हुआ. told; २, ८३; निर० ३, ४; जं० प० ३, ४३; explained. आया० १, ६, ४, १९२; नाया. ५; ७; १४; आया० २, ७, १, १५५: ईरिया. स्त्री. (ईर्ष्या) मे। "इरिया' श६. (३) युवरा०४. युवराज. an heir-appaदेखो " इरिया" शब्द. Vide "इरिया" rent. नाया. १; अणुजो० १६; (४) श्रोघ० नि० ७४८; अोव० ४१; -समिइ. सामान्य माऽसि २. सामान्य मांडलिक स्त्री० (-समिति ) मा “इरियासमिइ" राजा. a king; a chief श्रणुजो० १६; श६. देखो “इरियासमिइ.' शब्द. vile (५) अमात्य; प्रधान मंत्री; प्रधान; कारभारी. “इरियासमिइ " सम० ५; ठा० ८, १; । 4 minister; chief minister. ईस. पुं० ( ईश) श्व२; ईश्वर. God; lord अणुजो० १६; ( ६ ) श्रीमंत; शे; श्रीमान् ; पन्न० २; धनी; मेठ. a wealthy person: Page #164 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईसरिभ-य ( १५६ ) [ ईसाण lord of wealth. विशे० १४४१; सम | ईसरी कश्र. त्रि. (ईश्वरीकृत ) श्वर३०; (७) सय समुद्रनी मध्यमा उत्तर ધનાઢય નહિ તેને ધનાઢય કરવામાં આવેલ. દિશાએ ઇશ્વર નામને મહાપાતાલ કલશો. | जो धनान्य नहीं हो उसे धनाढ्य बनाया हो लवण समुद्र के बीच में का उत्तर दिशा का ऐश्वर्य युक्त किया गया हो वह. (One ) ईश्वर नामक महापाताल कलश. an in. raised to greatness and wealth. fernal pot-like structure, so । सम० ३०; mamed, in the centre of Luvana | ईसा. श्री. (ई ) मा. अदेखाई; ईर्षा; Ocean in the north. जीवा० ३,४; दूसरे का वैभव आदि सहन न होना. ठा. ४, २; सम० ५२, (२) भूताकि Jealousy; envy. सु० च० १५, ६७; जतना व्यंतर वना चन्द्र. भूतवादी जाति । ईसा. स्त्री. (ईशा) द्राशीनी सनी के व्यंतर देव का इन्द्र. Indra of the सभा. इन्द्रानी की भीतरी सभा. The Vyantara gods of the class private ou inner council of known as Bhitavidi. ठा० २, ३, Indrani. ठा० ३, २; (२) बाल(6) रिमादि यासो; समर्थ. व्यंत धनी मयन्तर सभा. वाणव्यंतर अणिमादि ऋद्धिवाला; समर्थ. power- इन्द्र का अन्तरंग सभा. the inner ful; possessed of Yogic powers council of the Indra of Vanalike Anima ete. पन. १६; (१०) yantara gods. जीवा० ३, ४; योथा तीर्थ:२ना ५ वता] नाम. चाथे ईसाण. पुं० ( ईशान ) घशान नामे माग्ने . तीर्थकर के यज्ञ का नाम. name of ४. ईशान नामक दूसरा देवलोक. The the Yakşa deity of the fourth 2nd heavenly world so named. Tirthankara. प्रव० ३७५; -कार- जीवा० १; ओव० २६; ठा० २, ३; सम. णि. त्रि. ( -कारणिक ) वरने १: नाया. घ. १.; अणुजो. १०४: भग. જગતનું કારણ માનનાર વર્ગ; જગત २, १, १८, ७; नाया."; विशे० ६६५; पाही. ईश्वर को जगत का कारण मानने जं. ५० ५, ११८, ७, १५२; (२) मे वाला वर्ग; जगत्कर्तृत्व वादी. (one) याना निवासी देवता. ईशान देव who holds that God is the लोकवासी देव. ॥ god residing in creator of the universe. सूय० the above world. कप्प० २, ८४, २, १, २५; -पभिइ.त्रि० (-प्रभति)। पन्न. १; क. गं० ५, ४३; (३) शान वि२ प्रति माहि. ईश्वर प्रभृति-आदि.. हेरोइनो. ईशान देवलोक का इन्द्र. God etc. जं. प. ३, ४२; Indra of the Devaloka called ईसरित्र-य. न. (ऐश्वर्य ) श्वः मोटा | Isina. नाया• ध० ६; पन० २; सम संपात. ऐश्वर्य; बड़प्पन; संपत्ति. Great. ३२: ठा० २, ३, भग० ३; १; १७, ५; ness; wealth; power. अणुजो. (४) शान नामे १६ भुं भुन. ईशान १३१; --मद. पुं० (-मद) मा 'इस्स. नामक १६ वां मुहूर्त. naine of the रियम' श६. देखो 'इस्सरियम' शब्द. 16th Muhurta ( a period of vide " इस्सरियम'" ठा० ८, १; | time). सम० ३०; (५) साड़ी Page #165 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईसारा कप्प ] भुर्त रात्रिमा २४ मुहूर्तमनुं ११ भुं एक अहोरात्र के २४ मुहूर्तों में से ११ वां मुहूर्त the 11th of the 24 Muhūrtas of a day and a night. | ईसालु, त्रि० ( ईर्ष्यालु ) वाले ईर्ष्यालु ईर्षा वाला. Jealous; malicious. ईसादोष. पुं० ( ईर्ष्यादोष ) ही रूप होष. ईर्ष्या रूपी दोष. The fault of jea - lousy or malice. दसा० ६, १५; ( १६० ) सू० प० १० जं० प० २, ३३७, १५२; ( १ ) ईशान अणु-पुणे. ईशान कोण. the north-east. श्रोध० नि० भा० २७६ - इंद. पुं० ( - इन्द्र ) ईशान देवलोउन। छन्द्र ईशान नामक स्वर्ग का इन्द्र. Indra of the heaven named īśaus. भग० ३, १; —देव. पुं० (-देव) जीन हशान हेवसेोउना देवता. दूसरे स्वर्ग के देव. a god of the 2nd heavenly world, named Isana. भग० २४ १२; ईसा कप्प. पुं० ( ईशानकल्प ) श्रीने हेवल 3. दूसरा स्वर्ग--देवलोक The 2nd heavenly world. नाया० १६; नाया० ध० १०; जीवा ० १; निर० २, २० ईसाग. पुं० ( ( ईशानक) पी शान हेवसोवासी देवता ईशान नामक दूसरे देवलोकवासी देव. A god residing in the 2nd Devaloka styled īsana. उत्त० ३६, २०८, जं० प०५, ११८; ईसा वडिलय. पुं० ( ईशानावतंसक ) शान દેવલાકમાંનું સાથી મોટું વિમાન; શાનેन्द्रनुं मध्यनुं विभान. ईशान स्वर्ग का सब से बडा विमान, ईशानेंद्र का मध्यवर्ती विमान. The largest abode of the heavenly world called Isana; the middle or central abode of Tsanendra, भग० ३,१, ४, १; १७, ५; ईसाणिश्रा - या. स्त्री० ( ईशानिका ) शान अणु; शान जुरो ईशान कोण ईशान नामक विदिशा. The north-east quarter, भग० १०, १; [ इसे प्रव० ६००; ईसि. अ० ( ईषत् ) थोड़े अस्प; ०४२रा. थोडा: कुछ; जरा; किंचित्. A little. नाया० २; ११; सु० च० १३, ४० ० ८, १ पन० २, ३६, ईसिं. अ० ( ईषत् उपलो २०६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. जीवा०३, ४ विशे० १२४६; श्रोष० नि० ७२७; भग० ३, १, ५, २, पन्न० २ १७; सम० ३४; ओव० नाया• ६ ८ १६ ठा० ३, १६ राय० ६३; दसा० ७, १; पंचा० १२, ६; कप्प ० २, १४; जं० प० ५११२; ११५; - ओोठवलंबि. त्रि० ( - श्रोष्टावलम्बिन् ) थोड होने व उरनार ओंठ को थोडासा अवलंबन करने वाला touching, resting on, the lips a little. पन १७: - तंबच्किरणी. स्त्री० ( - ताम्राक्षिकरणी ) थोडी साउना ( स्त्री ). कुछ लाल आंख करनेवाली ( स्त्री ). ( छ woman) making the eyes a little red. पन- १७; तुंग. त्रि० ( -तु ) धुं. कुछ ऊंचा 2 little high; somewhat high. जं० १० ६ - दंत. पुं० ( - दन्त ) थोडा हांत वाले. थोड़े दांतों वाला. ( one ) having & few teeth or having scanty teeth. ओोव० दंत त्रि० - दान्त) थोडी शिक्षा पास हाथी. थोडी शिक्षा पाया हुआ हाथी. (an elephant ) scantily trained जं० प० ३; - पब्भार. पुं० ( - प्राग्भार ) थोड़े -नम ते. For Private Personal Use Only Page #166 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ईसिपम्भारा [ ईहा कुछ नमना; कुछ नम्रीभूत होना. bending | ६, ७, ८, ३, १२, ५, १४, १०; १६, ८; a little. पंचा० १८, १५; -पब्भार- २०, ५; गय. त्रि. (प्राग्भारगत) थाई पुन- | ईसिप्पभा. श्री. ( ईषत्प्रभा ) सि शिक्षा; नमेस. कुछ नमा हुआ. bent a little; | भुति शिक्षा सिद्ध शिला; मोक्ष शिला; somewhat bent. पंचा• १८, १६; मोक्ष स्थान. The place of abode -पुरेवात. पुं० (-पुरोवात) १४२१४ पूर्वनो of perfected or liberated souls; पायु. जरा जरासा पर्व का वाय. wind Siddha-Sila. भग. ३, १; which is a little in front. नाया० ईसिय. त्रि. (ईपत्क) थाई सह५. थोडा; ११;-पुरवाय. पुं० (-पुरोवात) थोडे। पूर्व __ अल्प; कुछ. A little; scanty. हिशानेवायु. कुछ पूर्व दिशा की हवा. a नाया० ११; little eastern wind. नाया. ११; / ईसी. स्त्री० ( ईषत् ) सि शिक्षा मे नाम. भग. १, १, -मत्त. त्रि. (-मत्त) सिद्ध शिला का एक नाम. One of tl.. વનની શરૂઆતવાલા થડા ઉન્મત્ત-હાથી names of Siddha-Silã or the कोरे. यौवनं की प्रारंभिक अवस्था वाले abode of perfected souls. भोव० थोडे उन्मत हाथी वगैरह . (an elephant etc.) somewhat intoxicated on ईसीपब्भारा. स्त्री. (ईषत्प्रागभारा) या account of the budding of 'ईसिपब्भारा' श६. देखो ‘ईसिपल्भारा' youth. जं० प० ३; ओव० – रहस्स. शब्द. Vide “ इंसिपम्भारा' सम. (-ह्रस्व ) थे २५ २-24-0.. १२; उत्त० ३६, ५७; प्रव० ६०६; डा. कुछ -हस्व अक्षर अ-इ-उऋ-ल वगरह. Vईह. धा• I. (ईह) ७y; Pा. ully of the five short vowels- इच्छा करना; चाहना. To wish; to अ-इ-उ-ऋ-ल. "ईसिरहस्सपंचक्खर उच्चारण desire. द्वारा '' श्रोव० -- वोछेदकडुइ स्त्री ईहइ-ति. उत्त० ७, ४; सु० च०८, ४५; (-व्यवच्छेदकटुका ) पाधा ५०ी थोडे ईहिउण. सं. कृ. विशे० २५७; मते-तता वाश सापनारी. पीने ईहिअ. संकृ. विशे० २५८; के थोड़ी ही देर बाद - तुरंत ही कटु लगने ईहमाण. व० कृ. उत्त० २६, ३३; वाली. anything that tastes bit- ईहिज्जइ. क. वा. विशे० २६६, ter immediately after it is ईहा. स्त्री. (ईहा) विधारणा; आसोयना; drunk. पक्ष. १५, અવગ્રહ થયા પછી તે આમ છે કે તેમ इंसिपम्भारा. स्त्री० (ईषत्प्रागूभारा ईषत्मा- એવી વિશે વિચારણા કરવી તે; મતિજ્ઞાનग्भारो महत्वं रत्नप्रभाउपेच्या यस्याः सा) नो सीने मेह. विचारणा; अालोचना; सि शिक्षा: भुक्ति शिक्षा; सिद्ध शिला; अवग्रह होने के बाद जिसका अवग्रह हुश्रा मोक्ष शिला. The place of abode हो उस वस्तु विशेष की विचारणा करना ईहा of perfected souls or Siddhas; कहलाता है; मतिज्ञान का दूसरा भेद. Siddha-Sila. अणुजो. १०४, ठा. Dealing with perception to ४, ८, १; ओव० ४३, पन्न. २, भग० | arrive at judgment; the 2nd Page #167 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इहापोह ] variety of Matijñāna; reflection upon what one has perceived. दसा ० ४, ४५; ओव० ४०; विशे० १७८ ३६६; पन्न० १५; श्रोघ० नि० ६२; नाया० १; ८ भग० ८, २, ६, ३१, ११, ११; १२, ५, १७, २; राय० १०६, नंदी ० २६; सम० ५; २८ कप्प० १, ७; क० गं० १५; (२) भृग विशेष. एक प्रकार का मृग a kind of deer नाया० १; ५; ईहापोह. पुं० ( ईहाव्यूह ) उदायो त वितर्ड ऊहापोह; तर्क वितर्क; शंका समाधान. Full consideration of the pros and cons. ( २ ) संग्राम-युद्धनीति; तनी स्थना. युद्ध नीति | एक तरह की व्यूह रचना. science of war; a kind of military array. नाया ० १; जं० प० ३, ७०; ईहामइ. स्त्री० ( ईहामति ) मलारूपमति | विचारणा भतिज्ञाननो मे नेह ईहारूप मतिज्ञान. मतिज्ञान का एक भेद. One of the varieties of Matijñana: stage next to perception i. e ( १६२ ) उ. उ. अ० ( तु ) नाडी; निश्रय निश्चय; निस्संदेह Positively ; surely; दस० ६, २८, ९, १; १ पन्न० १५; सूर्य० १, १, १, ५ ( २ ) वितर्ड वितर्क, an indeclinable showing doubt or uncertainty. दस० ६ १३ नाया ० ९, १६; विशे० ११०; उर. पुं० (उदर) पेट: ३२ पेट Belly: stomach. दस० ८ २६६ - मल. न० ( - मल ) पेनो भेल पेट का मल. [ उइराण reflection to arrive at judg ment. ठा० ४, ४, ६, १६ – संपया. स्त्री० ( - सम्पत् ) अवग्रह पछी विधारणा रवी ते रूप भतिज्ञाननी संपत्ति श्रवग्रह के बाद जिस वस्तु का अवग्रह हुआ हो उस के संबंध में विचारणा करना वह रूप वस्तु मतिज्ञान की संपत्ति the power of Matijñana consisting in reflection. upon what is perceived, to form a judgment. दसा० ४, ३५; ईहामिग. पु० ( ईहामृग ) रु. भेडिया. A wolf जं० प० २, ३३ कप्प० ३, ४४; ईहामिय. पुं० ( ईहामृग ) व नादर एक प्रकार का पशु; भेडिया; नहार, A wolf; a tiger. ओव० राय० ४२; ११, ११; जीवा० ३, ४: जं० प०५, ११५, ईहिय. त्रि० ( ईहित ) येष्टा व दियारेल जिसकी चेष्टा की गई वह; बिचारा हुआ. Actcd; thought of; reflected upon. सीमागंतुमी हियं "सूर्य० १, १. ३, १ 66 dirt or filth in the stomach. भत० ४०; उचार. पुं० ( उच्चार ) उधार ४२ ते. मोक्षपुं ते. उच्चारण; बोलना. Act of speaking or uttering words. ओव० २५; उरण. त्रि० ( श्रवतीर्थ ) भूमिपर पी ગયેલ भूमिपर गिरपडा हुआ. Fallen on the ground. निर० १, १: उइराण. त्रि ( उदीर्ण ) ६५ पामेव धर्मना For Private Personal Use Only Page #168 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उइय] ( १६३ ) अध्ययी प्राप्त यये।. उदय पाया हुआ; कर्म | to rise or maturity. पंचा० १०, के उदय से प्राप्त. Got by the maturing of Karma. उत्त० १८, १: विशे० उईण. पुं० ( उदीचीन) उत्तर प्रदेश. उत्तर ५३०: ठा० ५; पन्न० १६; (२) २६॥ प्रदेश; उत्तर दिशा का क्षेत्र. Northern ५री यमांसास. उदोरणा करके उदय में region. ठा. ५: भग. ५, १; लाया हुआ. caused to be matur- -पाईण. पुं० (-प्राचीन ) पूर्वोत्तरदिशा: ed. भग० १, १; -कम्म. त्रि. Jशमुशी. पूर्व उत्तर दिशाओं के बीच का ( -कर्मन्-उदार्णमुदयप्राप्त कटुर्विपाकं कोना; ईशान दिशा. the north-east कर्म येषां ते तथा) 4 आवे। भवासा. quarter. भग. ५, १; -वाय. पुं. उदय में आये हुए कर्मवाला. ( one ) ( -वात) उत्तर दिशानी वायु. उत्तर दिशा whose Karma has matured. | की हवा. the northern wind. पन्न०१; " उदिग्णकम्माणउदिएणकम्मा पुणो पुणो। उईर. धा. I. ( उत्+ईर् ) ी२९॥ ते सरहं दुहेति" सूय० १, ५, १, १८: । ४२वी. उदीरणा करना. To utter; to -~-वलवाहण. त्रि० (-बलवाहन-उदीण cause to rise or move. मुदयप्राप्तं बलं चतुरङ्गं शरीरसामर्थ्य वा उईरति. क. गं० ४, ६४; वाहनं शिबिकादि यस्य सः तथा )ोने उहरइत्ता. सूय. १.६, १६: शुभना यी ६ पान पोरे या उईरेत. ठा• ७; . या छेते. जिसे शुभ के उदय से बल, उईग्ण. न. ( उदारण) प्रे२५॥ ४२वी. प्रेरणा वाहन श्रादि प्राप्त हुए हो वह. (one ) करना. Act of prompting. ठा० ४; who gets strength, vehicles etc. उईरणा. ना. ( उदीरणा ) मे " उदी. by the rise of good Karna. रणा" श६. देखो “ उदीरणा" शब्द. Vide"उदीरणा" ठा. २. प्रोवा उत्त० १८, १; उईरिय. त्रि० ( उदीरित) २९॥ ; उहय. त्रि. (उदित) ९. कहा हुआ. प्रेस रेख. उदीरणा किया हुआ; प्रेरित; Said; told. विशे० २३३; (२) ७५ | कहा हुआ. Told; said; caused to मात्र, उदयागत; उदय में आया हुआ. rise or move पन्न. २३; भग० १, १; visen; matured. नाया. १: सु. उउ. पुं० (ऋतु) ऋतु मे भास प्रमाणने। च. १, ३६६, पंचा० १६, १२; -गुण. એક કાલ વિભાગ; હેમંત, શિશિર આદિ. त्रि. ( -गुण )ोताय वामां आया ७ *तु ऋतु; दो मास प्रमाण एक काल, छते. जिसका गुण कहने में आया हो वह. हेमंत, शिशिर, वर्षा श्रादि ऋतु. Any (that) of which the attri- of tlie six seasons of the year; butes or properties have been e. g. Hemanta, Sisira etc. described पंचा० ३, ३८: -गुणजुत्त. " दो मासा उऊ" भग० ३, ७, ५, १: त्रि. (-गुणयुक्त ) ६५ पामेा गुणयुत.. ६, ७, ६, ३३, २५, ५; जं. प० २, ३१ उदय पाये हुए गुण से युक्त. possessed ५, १५१; सू० ५०८; नाया० १, ३, ६; of qualities which have comes सम० ३४, ५६; दस. ६, ६६; अणुजो, Page #169 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उउ] ( १६४ ) [ उउंबर ११५; १३८; ठा० २, ४; पाया० २,1, બંધકાલ; ચોમાસા સિવાયના આઠ માસ २, १०; कप्प. ५, १०८; -परियट्ट. चोमासेको छोडकर आठ मास. the wliole पुं० ( -परिवर्तन ) ऋतु, १६ ते. ऋतु year excepting the 4 months का बदलना. change of season. of the rainy season. “ उउ वास श्राया० २, १, २, १. -पव्वश्र. पुं. पणग चउमासे” प्रव० ६१३; --संधि. (-पर्वत ) तुरूपी पर्वत. ऋतु रूपी पुं० (-सन्धि ) मे तुनो अत-छ। पर्वत -पहाड; a mountain of a मने vilas *तुनी श३मात. ऋतु सन्धिः season; season regarded as a एक ऋतु का अन्त और दूसरी ऋतु का प्रारंभ mountain. नाया० १; -पसन्न. पुं० | काल का समय. passing of one (-प्रसन्न-प्रसन्नः स्वच्छ अतुः अनुप्रसन्नः) seuson into another. पाया. २, २१२७-निर्भय तु; २२ वगेरे. स्वच्छ- १, २, १०;-संवच्छर. पुं० (-संवन्सर) साफ-निर्मल ऋतु; शरत्काल वगैरह. *तु संवत्स२, ५ *तु प्रमाणुनो स. elear, cloudless season; e. g. छह ऋतु प्रमाण काल; एक वर्ष. an autumn etc. "उउप्पसमे विमलेव year comprising the six sea चंदिमा” दस० ६, ६६; -बद्ध. पुं. sons. "ता एएसिणं पंचराहं संवच्छराणं (ब) तु १६४ास; शीयास अने तव उउ संवच्छरस्स" चं० ५० १; १२; उदासो; योभासा सिवायनो स. ऋतु ठा० ५; - सुह. न० (-सुख) *तुने बद्धकाल; ठंड और गर्मी का समय: चौमासा ઉચિત સુખપ્રદ જેમ પ્રીષ્મ ઋતુમાં છત્ર. वर्षा के समय का काल. winter and ऋतु के अनुसार उचित सुख; जैसे ग्रीष्म summer season; any time of ऋतु में छत्री. (any thing) approthe year oxcept monsoon– printe to the season; e.". time. “ उउ बद्ध पीढक जगे' प्रव० १०६; umbrella in summer. “ उउं पंचा० ११, २९; अघि० नि० २६५; पिं० मुहसिवच्छाय समणु बद्धण" अोव० नि. भा० २३; नाया० ५; -मास. पुं० | उउंबर पुं० ( उदुम्बर ) ६.२ मने (-मास ) *तुमास; परिपूर्ण वीस दिवस तेना ५३: गु३२. उदम्बर का झाड़ और प्रमाण स विभाग, मास. तु उसके फल: गुल्लर. Name of a tree; मास. पूरे तीस दिन प्रमाण काल विभाग; Ficus Glomerata and its fruit. #Å HIA. it period of time con- भग• ८, ५, -पणग. न० (-पञ्चक) sisting of full thirty days; ૧ વડ ૨ પીપલે ઉદુમ્બર « લક્ષ month of full 30 days. ૬ કાકોદુમ્બરી એ પાંચ વૃક્ષનો સમૂહ. " एसो चेव उउमासो कम्ममासो भण्णह" १ बस, २ पीपल, ३ उदुम्बर, ४ प्लक्ष, और यव. १, १: प्रव० ६०६; - लच्छी . पांचवां काकोदुम्बरी, ये पांच वृक्षाका समूह. स्त्री. (लघमी) *तु सक्ष्मी ; तु | a collection of five kinds of शाना संपत्ति. ऋतु लचमा; ऋतु की शोभा | trees viz ( 1 ) Vata (2) Pippala संपत्ति. beauties of the seasons. (3) Udumbarn ( + ) Plakșa & नाया, ; -वास. पुं० (- वर्ष ) *तु (5) Kakodumbari. भग• ६, ३३: Page #170 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उउंबर दत्त [ उद्द -पुप्फ न० (-पुष्प) १२ जना ५३ः यो थाई या २५ ते. भीख; भिक्षा, ગુલરના કુલ-કે જે ભાગ્યેજ કયાંક જોવામાં बहुत थोडा २ ग्रहण करना. Getting a આવે; દુપ્રાય વસ્તુને આની ઉપમા ! little food at a time: begging सामने आती छ. उदंबर के झाइका फूल; of alms; सूय. १, २, ३, १४; ओघ० गुल्लर का फूल जो भाग्य से ही कहीं दिख- नि• भा• ६६; भोघ. नि. ४२४; उत्त. लाइ पड़ता है। इसकी उपमा दुष्प्राप्य वस्तुओं ३५, १६; दस. ८, २३, १०, १, १७, के सम्बंध में दा जाता है. u_Hower पण. २,१; ठा० ४, २, -जीविया. of the Udutuhara tree; ( it is स्त्री० (-जीविका ) मेणा; थे। श्री। rarely seen and so is used to मारा२ १०वि यक्षाय ते. एषणा; express a rurity.) भग० ६, ३३; थोडा २ आहार लेकर जीविका का चलाना. उउंबर दत्त. पु. (उदुम्बरदत्त ) पाली supporting life hy begging it નગરના રહેવાશી સાગરદત્ત સાર્થવાહને પુત્ર. little fyod at a time; alusपाटलीखंड नगर के रहनेवाले सागरदत्त साथ- begging. ठा०. ४; ---जीविया संपराण. वाह का पुत्र. Nine of a son of the त्रि. जीविकासंपन्न ) मेर। ३२. merchant Sågarlatta, a resi નાર; એજ ગવણું કરી શુ આહાર dent of the city named Pătali. सेनार. एषणा करनेवाला; गवेषणापूर्वक-~ khanda. ठा० १.; (२) पारसी खूब देखभाल कर-शुद्ध आहार लेनेवाला. गरना उधानमानो मे यक्ष. पाटलीबंद (one ) living by begging alms; नगर के उद्यानका एक यच. name of a (one) taking food begged from Yaksa (a ghost or a spirit ) | others after examining its living in a garden of the wity purity. ठा. ४ of Pitalikhanda. विवा. V उंज. धा० [[. ( अज) अनि संवा: उउदेवी. स्त्री. (तुदेवी) सं1, श्रीम, , सीमा २०५१ गरे नावा. ांन धोकना; १२पगेरे *तुना नमवासी हे. वसन्त, श्राममे तिनके वगैरह डालना. To throw ग्रीष्म, वर्षा, शरद, श्रादि ऋतु के नाम वाली fine) (0. g grass ete.), into fire दवी. The goddess of a season; to kindle it. e. g. spring-goddess etc. पचा० उजज्जा . दस ४, ८,८ उजावेजा. दस० ४, उउय. त्रि. ( तुज ) ऋतु २५२५-'जी; उंजत. व. कृ० दम. १; मोसमन ने अथित ऋतु संवन्धी; उंजायण.पु. ( उजायन) पशि गोत्रनामे मोसमका, काल के योग्य. Born in शापा. वशिष्ठ गोत्र को एक शाखा. A the season; appropriate to the branch of the Vaśiştha family. season, पन्न. २; श्रीव. २४; भग० ११, (२) त्रि. ते शापानी ५३५. उक्त शाखा का पुरुष. a scion of the above उंछ. न. (उञ्छ-उञ्छ्यते अल्पाल्पतया | branch. glo 6, ?; गृह्यते भिक्षादिकमित्युग्छम् ) लक्षा; | उह. पुं० ( उष्ट्र ) : २वाशना मे ५०. Page #171 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उंडग] [ उंबर उंट. A camel. निसी० ५, ११; | उंदुरुक्क. न. ( * ) G. = भु५. २३४= -लेस्स. न. ( -लश्य ) नु यामई. વૃષભાદિ શબ્દ, દંતાપુજન વખતે મેઠેથી ऊंटका चमड़ा. leather of a camel. सहन नवा श६ ४२ ते. देवता के निसी० १, ११; पूजन के समय मुख से बैल आदि के समान उंडग. पुं० ( उन्दक ) भूत्र पात्र; भानुं ४२- शब्द करना; उंदु अर्थात् मुख और रुक अर्थात् पार्नु हाम. मूत्र करनेका बरतन. A vessel वृषभ-बैल आदि के समान शब्द. Imifor making water into. दस० ४; tating the sound of a bullock (२) पार; सोयो. पिंड. a lump; at the time of worshipping a a mags “बालाइमंसउंडग मज्जाराइ deity. अणुजो० २६; गच्छा० २; विराहज्जा" श्रोघ. नि. भा. २४६; उंबर. पुं० ( उदुम्बर ) 313 उडी. स्त्री० (उण्डी) पि९; पेशी. छोटा पिंड. / गुरनुं 3. गुल्लर का झाड; उदुम्बर ___A simall lump. नाया० ३; का वृक्ष. A kind of tree; ficus उंडुय. न० ( उन्दुक ) लोगन ३२वानुं स्थान. glomerata. जीवा. १; विवा. १3 भग. भोजन करनेका स्थान. A dining-room. ६, ३३, आया. २, १, ८,४५, पन्न. १; " सपिंड पायमागम्म उंदुध पडिले हिमा'' ( २ ) पी मा२ यतानु यत्य वृक्ष. दस० ५, ७, ८७; विद्युतकुमार देव का चैत्य वृक्ष. & tree उंडेरीय. न० ( * ) 241; पापानी में growing in the garden of the साहिम परतु. रेवड़ी; खाने की एक स्वादिष्ट deity, Vijjukumāra. ठा• १०, १, TET. A kind of sweet-meat. - पुण्फ. न० (-पुष्प) गुः२, ५स; 41 ठा० ४, કુલ ગુલ્લરના વૃક્ષમાં કવચિત દેખાતું હશે; उंड्डपाणि. न० ( * ) पाणी. उंडा જે વસ્તુ અતિ મુશ્કેલીથી પ્રાપ્ત થઈ હોય છે पानी. Deep water. निसा. १३, ३४: તેને ખાટના દીકરાને આની ઉપમા અપાય उंदर. पुं० (उन्दर) २. चूहा; उन्दरा. A 9. गुल्लर का फूल; यह फूल गुलर के वृक्ष _rat; a mouse. परह. १, १; पर क्वचित् ही लगा हुआ दिखता है, जो उंदिर. पुं० (उन्दुर) 3.६२. चूहा. A mouse: वस्तु अति कठिनता से प्राप्त होती है उसे इस _arat. नाया० ८; पुष्पकी उपमा दीजाती है. ॥ flower of उंदुर. पुं० (उन्दुर) यो पो . . the Urlumbara tree. (It is rare. देखो उपर का शब्द. Vide above | ly seen on the tree and so is उवा० २, ६५; -माला. श्री० (-माला) metaphorically used to express 6.६२नी माला चूहों की श्रेणी; चूहों की a rarity.)"उंबर पुप्फमिव दुसभे" राय. पंक्ति. a line, a series, of rats. २४५; नाया० १, २,-वच पुं० (-वर्षम्) " उंदुरमाला परिणछ सुकय चिराह " | गुवरना मरेक्ष. गुल्लर के फल उवा• ५, ६५; से भरा हुआ. filled with the * नु। पृष्४ न०५२ १५ नी पुरनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (# ). Vide foot note ( * ) p. 15th. Page #172 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उंबर दस ] ( १६७ ) fruit of Udumbara tree. निसी० ३, ७८; उंबर दत्त. पुं० ( उदुम्बरदत्त ) मे नामनो | यक्ष इस नाम का यक्ष. Name of a Yaksa ( a kind of demi-god ). विवा० ७; उबरि. स्त्री० ( * ) वनस्पति विशेष, वनस्पति विशेष. A kind of vegetation. भग० २२, २; पंचा० १, २१; उबिगा. स्त्री० ( उंबिका ) व ४५, घोणा वगेरेनी अम्भरी-भंवरी. गेहूं, जव, चावल आदि की मञ्जरी. Blossoms growing on the plants of wheat, barley, rice etc. पंचा १०, २३; उंबेभरिया. स्त्री० ( * ) मे नामनुं इस नाम का एक प्रकारका वृक्ष. A kind of tree. पन्न० १; मिसावेत्तर. हे ० कृ० अ० ( उन्मेषयितुम् ) આંખ મીંચવાને; આંખના પલકારા મારपाने. आंख मींचने के लिये. In order t, twinkle the eye. भग० १६, ५: उमुय. पुं० ( उल्मुक ) ये नामनामे लव उभार इस नाम का एक यादेव कुमार. Name of a Jādava ( Yādava) Kumãrs. पण्ह० १४; उकसमाण. व० कृ० त्रि० ( अवकसमाण ) तातो तनाता हुआ. Being tightened. वेय० ६, ८ उज्जिय. सं० कृ० अ० ( उस्कुब्ज्य ) येथा मुडा थाने-शरीर नभावीने. कुबडा होकरशरीर नमा कर. Bending the body. * यो पृष्ठ नभ्भर १५ नी पुटनोट ( * ). foot-note ( * ) p. 15th. For Private [ उक्कंचण्या " उकुडियाणिउ उकुजिय णिकुजिव दिजमाणं पडिग्गहेति " निसी० १७, २२; उकुरुडिया. स्त्री ( * ) ५२; G२31. घूरा. A dung-hill निर० १, १; उक्कंचण. न० ( उत्कञ्चन - उत् ऊर्ध्वं शूला. चारोपणार्थे कञ्चनं तत्तथा) सीमे यदाववाने ॐये उडवु ते. किसी को शूली पर चढाने के लिये ऊचा उच्चकना Lifting up a person in order to impale him. सूय २, २, ६२; ( २ ) गुण વગરના માણસના ખાટા વખાણ કરવાં તે; मुशामत. गुणरहित मनुष्य की प्रसंशा करना; खुशामत. praising an unworthy person to flatter hini. नाया० २; ( ३ ) गरीनो वधारे ६ रखे। ते. गरीब को बहुत दंड देना muleting the poor more heavily. भग० ११, ११; ( २ ) अने छेतरवामां पासे ઉભેલા ડાહ્યા માણુસ જાણી જશે એમ જાણી वातयित संघ रात्री ते. किसी को ठगने के समय धोका देते समय पास में खड़े हुए समझदार मनुष्य को देख कर इस लिये बात चीत बंद करना कि वह समझ जावेगा. stopping deceitful conversation lest a wise by-stander might hear it. श्रोव• ३४; राय ० ( ५ ) लांस ३श्वत रिश्वत; घूस bribe; bribery. नाया० २; दसा० ६, ४; राय ० २०७१ - दीव. पुं० ( - दीप) मशाल. मशाल a torch. भग० ११, ११; उक्कंचणया स्त्री० (* उत्कंचन ) भुध बनने छेतरवा दोंग वास व ते कम समझ मनुष्य को ठगने के लिये ढोंग बनाना देखो पृष्ठ नंबर १५ की फुटनोट ( * ). Vide Personal Use Only Page #173 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्कंठिय ] ( १६८ ) [ उत्-कदु छल करना. Putting on false ap- उक्कट्टि. अ० ( उत्कृष्टि ) B४५. उत्कर्षता. pearances to deceive a simple- Rise; intensity. सू० प० १६; ton. ओव० ३४; उक्कड. त्रि. ( उत्कटुक) पृथ्वी 6५२ शरीर उक्कंठिय. त्रि. ( उत्कण्ठित ) बासी; समीने पवित्रता ५३ स. पृथ्वी पर उत्सु ये३. उत्कण्ठायुक्त, उत्सुक. शरीर रख कर पवित्रता से बैठा हुआ. Anxious; eagerly longing. नाया० Seated on the ground with १४; सु. च० २, ४४०; pure mind and body. पंचा० १८, Vउकंत. धा. II. ( उत्+कृत् ) मांस भने १६; (२) आसन. उकडुक् श्रासन. यामहानुपा3g--उतारते. मांस और il seat in a particular bodily चमड़ी का निकालना. To flay; to cut posture. प्रव० ५६२; out skin and flesh. उक्कड. त्रि. ( उस्कट ) अष्टः Gad; यु. उते. सूय. १, ४, १, २१; प्रकृष्ट; ऊंचा; उन्नत. High, raised; उकतंत. सु. च. १०, ७७, intense. उवा. २, १०७, परह. १, १; Vउत्-कंप-प्रे० धा• II. ( उत्+कम्प्+णि ) नाया० १; ( २ ) ५सरे३. फैला हुआ. A ; पाय. दबाना; To cause spred; extened. कप्प. ३, ४३; to be massaged or shampooed. ( ३ ) १९५; १४ारे. ज्यादह; बहुत. उकंपविइ. विवा. ६; more; additional. भग० १५, १; उकविश्व. त्रि. ( उत्कम्बित ) यांसना मी #. नि० ४१६; (४) सुषित; इं. थीधेश. बांस की किमडी से बांधा हुआ. कलुषित; गंदला. turbid; muddy. Fastened with strips of ham- वव. २, २; (५) मसवान्. सबल. boo. आया. २, २, १, ६४ strong; powrrful. angle &; --- - उक्कच्छिया. स्त्री. ( श्रीपकनिकी-कक्षायाः धविलित्त. वि. ( - गन्धविलित ) अति समीपमुकक्षा तदाच्छादिकोपकनिकालेव हुयी यस. बहुत दुध से व्याप्त. तथा ) साधाना २५ १५:२९एमांगें ? highly stinking. नंदी० ---जागि. ઉપકરણ જમણી બાજુની છાતીથી કાંખ त्रि० ( -योगिन् ) ष्टयो यतता. સુધી સીવ્યા વગર ધારણ કરવાનું વસ્ત્ર કે જે उत्कृष्ट योगी. (one ) practising the अढी डायनो योरस ३४ हाय छे. साध्वी highest kind of contemplation. के २५ उपकरणो मे से एक उपकरण; दाहिनी क. गं. ५, ८१; तरफ की छाती से कांख तक बिना सिला | उक्कडय. न. ( उत्कटु) ७. अ.सन; हुआ वन जोकि अढाई हाथ का एक चौरस पणे येसते. उकडू आसन; धूंटों टुकड़ा होता है. One of the 25 के बल बैठना. A kind of bodily articles of use permitted to it posture; squatting. दसा. ७,६; nun; a kind of bodice (uusewn) नाया. १; पंचा० ५, ११६; covering the breast, being 2 उत्-कहु धा• I. ( उत्+कृष् ) मा arms in length and breadth. थ श्राबाद होना. TO Hourish; to भोघ. नि. ६७७; prosper, VII/21. Page #174 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्कडग] ( १६६ ) [ उक्कलिपा-या उकडुइ. क. प. ३, १०; तड़तड़ करता हुआ जो श्राबाज हो वह. उक्कडग. पुं० (अपकर्षक ) योरने मोजावी Breaking of dry ground-ruts यारी ४२ना२. चोर को बुला कर चोरी करने and other seeds with a crackaral. One who calls a thief ing sound. "अणंताई दवाइं उक्करिand steals. परह. १,३; या भेएणभिजमाणाई" भग. ५, ४; उक्कत्तिऊण. सं. कृ० अ० (उत्कृत्य ) पन. ११ पाने. काट कर. Having cut off. उक्करिस. पुं० ( उत्कर्ष ) 34; अतिशय; स. च० १९,८४; उत्कर्ष; १हुत ज्यादह; उच्च दशा. Intellउक्कत्थण. न० ( उत्कथन ) पास उतावी; sity; abundance; excess. 'श्रतन्यामा उतारवा ते. चमड़ा उतारना निका- समुक्करिसत्थं' सूय. नि. १, २, २, ४३; लना. Flaying; cutting off the विशे. १५८३; skin. परह. १, 13 उक्करुडिया. स्त्री. ( * ) ९४२31; उक्कम. पुं० (उत्क्रम ) पोथी नगणता मसीन १२तुनी संग्रह. कचरा; मलीन वस्तु છેલ્લેથી ગણવું તે; પડ્યાનુપૂર્વી, ઉલટો ક્રમ. का संग्रह. A dung hill. नाया. २; शुरू से न गिन कर अाखिर ये गिनना; उलटा उक्कल. त्रि. ( उन्कब) ती सापाला; AR. Counting from the end पृद्धि पामना२. चढता कला वाला; वृद्धि instead of the beginning; re Ta arar. Rising; increasing. versed order. विशे० २७१: प्रव. " पंच उक्कला पण्णता तंजहा दंडुक्कले १०६१; रज्जुकले" ठा. ५, ३: (२) तद्रिय उपकमित. त्रि. ( उपक्रन्त ) प्रा२. योगे। विशेष. तान हान्द्रया वाला जीव विशेष प्रात येत. प्रारब्धयोग से प्राप्त. Got it kind of three-sensed living through fate. " अहवा उक्कामत being. उत्त० ३६; १३६; भवंतिए" सूय. १, २, ३, १७; उक्कंलिश्रा-या. स्त्री० ( उल्कालिका ) धारे उक्कर. पुं. (उत्कर) सभू; सात नानो समुदाय. बहुत छोटा मुमुयाय A समूह; जमघट. A collection: । smaller group. आव. २७, (२) group. काप० ३, ४२; ( २ ) ३२ २दिल. तेदिय विशेषः रोत्रिया तीन इन्द्रियों कर रहित. ( oue ) having no arm. वाला जीव विशेष. a kind of threeनाया. १: भग. ११, १: जं. प. sensed living being. कप्प० ६, ४५: कप्प० ५, १०१ (२) २२; त२. लहर. a wave. ठा०४; उपकरियाभेय. पु. ( उत्करिका भेद ) | (३ ) वायुना मा य ५२ते. वायु के એરડબીજ કે સુકેલ મગફલી વગેરેને समान चक्र काटना. whicling like तत: ४२॥ यतो मेह-मन; अरंडी के wind. जोवा. ३, ४; .-अंड. पुं. बीज अथवा सूखी हुई मूंगफली वगैरह का | (-अण्ड ) रोखीयानु गुं. मकड़ी का * गुमे। पृ४ नप२ १५ नी ५नोट (*) देखो पृष्ठ नंबर १५ की 'फूटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. ___v Il/22. Page #175 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उकालिका] ( १७० ) [ उक्कामुह - अण्डा . a spider's eggs. कप्प० ९,४५; । हो चुका हुआ अग्नि का तिनगा. Sparks -वाय. पुं० (-वात ) थोडी थोडी पारने of fire अोघ० नि. भा०३१०; नंदी. १०; सन्तरे पातो मे प्रसारको वायु. एक प्रकार दस. ४; उत्त. ३६, ११०; जीवा. ३, १; की हवा जो थोडे २ समय के बाद चलती है ठा० ८; हिल दिग्दाह; दिशा की ललास a kind of wind blowing at small preternatural redness of the intervals of time. पन. १; आया. horizon. उत्त० ३६. ११०; शमां नि. १, १, ७, १६६; उत्त० ३६, ११८; व्यंतशत अनि पाय ते. आकाश में जीवा० १; व्यतरादितं अग्नि का दृश्य. a fiery apउक्कलिका. स्त्री. ( उत्कलिका) ३५२१ परी pearance in the sky--the work आयुं आते. बार बार जाना आना. of Vyantarra etc. दस ४ पन्न. १%B Coming and going in quick (४) भनी या. तेज की ज्वाला. succession. राय० १८३; fire; flame of light. ओघ• नि. उक्कलिय. त्रि. ( उत्कलिक ) मे रो २१०; 3631पान; ताशन भ. उल्कापात; 4०५ श६. एक तरह का अव्यक्त शब्द. तारे का टूटना. falling of a meteor. A. sort of indistinct sound. भग० | भग० ३, २; - पाय. पु० (-पात ) २, १; ઉકાપાત; આકાશમાંથી તારાઓનું પડવું. उक्कस पुं० (उत्कर्ष-उत्कृष्यते प्रात्मा दर्पा उल्कापात; आकाश से तारा का टूटना. fall मातो विधीयतेऽनेनेत्युत्कर्षः) भान; म- ing of meteors from the sky. ४२. मान; घमंड. Pride; conceit. भग० ३, ७; -वाय. पुं० (-पात-उल्का " उकसं जलणं सूमं मज्झस्थं चवि गिचय" अाकाशजातस्याः पातः) । “उकापाय" सूय० १, १, ४, १२: (२) क्यारेमा श६. देखो “ उक्कापाय" शब्द. vide धारे. अधिकाधिक. maximum; " उक्कापाय " अणुजो० १२७; ठा० १०, highest limit. क गं० ४, ७४; १: भग० ३, ६;-सहस्स. न० (-सहस्र) उक्कस्स. पुं० ( उत्कर्ष ) मान; मा २. मान; 24vidiरे पि: तना . अग्नि की घमंड. Pride; conceit. सूय. .. १, ४, । हजारों चिनगारियां. thousands of sparks of fire. ठा. ८; उक्कस्स. त्रि. ( उत्कर्षवत् ) महात; मनि- उकापाया. स्त्री. ( उल्कापाता) पात-- मानी. घमन्डी; मदोन्मत्त; अभिमानी તારા ખરે તેનું શુભાશુભ જાણવાની વિદ્યા. Proud; conceited. सूय-१, १, ४,१२; उल्कापात के भले बुरे फल जानने की विद्या. उक्कस्समान. त्रि. (अपकर्षत् ) ९४२तो. Science of interpreting the छोटा करता हुआ. Cutting short. good or evil effects of the fall (२) पा मेय. पीछे खेचता हुआ. | of meteors. सूय० २, २, २७; Pulling backward. “पणगंसि वा | उक्कामुह. पुं० (उलूकामुख ) सरल समुद्रमा उदगंसि वा उकस्समाणिं " ठा० ५; આઠ યેાજન ઉપર આવેલ ઉલ્કામુખ उक्का. स्त्री० ( उल्का ) भून अभिनयी छुट। नाभन मे अत२६५. लवण समुद्र में उस सामना तनपा. मूल अग्नि से अलग आठसौ योजन की दूरी पर स्थित उल्कामुख १२ः Page #176 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्कालि-य ] नामक एक अंतर द्वीप. Name of an Antara Dvipa ( island ) in Lavana Samudra at a distance of 800 Yojanas. ठा० ४, २, (२) तेमां रहेनार मनुष्य. उक्त द्वीप के अंदर रहने वाला भनुष्य. a native of the above island जीवा ३, ३; पन्न० १३ (૩) ગંગા નદીની અધિષ્ઠાત્રી દેવીના નિવાસ पर्वत गंगा नदी की अधिष्ठात्री देवी के रहने का पर्वत the mountain-abode of the presiding goddess of the river Gangãठा०८, १ उक्कालिन - य न० ( उत्कालिक - उत्ऊर्ध्वं कालात्पठप्रतेतत्तथा ) यार माल सि વાય ચાર પહેાર ભણાય તેવું સુત્ર; વવાઇ आदि उत्पाः सूत्र चार अकालों के सिवाय दूसरे तीसरे प्रहरों में पढे जाने योग्य - चारों प्रहरों में पढे जाने योग्य सूत्र; उवत्राइ आदि उत्कालिक सूत्र Utkalika Sītras viz Uvavai ete. which can be studied during all the four Praharas, excepting the 4 Akilas "सर्कित उक्कालिग्रं उक्कालिग्रं श्ररोग विहा परणता " नंदा० ४३: अणुजो ( १७१ ) ४ ठा० २ १; उक्कास पुं० ( उत्कर्ष ) अभिमानथी योना ની સમૃદ્ધિના વખાણ કરવાં તે; મેહનીય उनी प्रति अभिमान से अपनी समृद्धि का वर्णन करना; मोहिनीय कर्म की एक प्रक्रांत A variety of deluding Karma; praising one's own prosperity through pride. भग० १२, ५; उक्किट्ठ. त्रि० ( उत्कृष्ट ) दृष्टः सर्वो त्तभ; श्रेष्४. उत्कृष्ट; उच्चतम; सब से श्रेष्ट Excellent; surpassing; best. नाया ० १; ८; ६; १७, निसी० १७, ३२; राय० २६; पिं० नि० ५३; दस० १, १; ४, १६; जीवा० ३ १; भग० ३, १ २, ६, ५; कप्प० २, २७, ( २ ) सिंगडा તુંબડા ભીંડા વગેરેને મેરીને કરેલ जीला 53/ तरबूज, सूंबडी, भिंडी आदि को काट कर किये हुए छोटे टुकडे slices of vegetables, like watermelons, gourds etc "उक्किमसंसठ्ठे " दस०५, १, ३४; ( 3 ) ३२४ वगेरे अभु ११ कम्प० भाटे भांग नही ते कर्म वगैरह का अमुक समय के लिये नहीं मांगना not asking for money lent etc. for a specified time. " उस्सुक्कं arni area श्रदिजं श्रमिजं भग० ११, ५, १०१ - वरणग. पुं० ( - वर्णक ) प्रधान - उत्तम-यंदन उत्तमसर्व श्रेष्ठ- चंदन. excellent sandalwood 'उक्किट्ठे करणगोपरि पंचा० २. १७: - संकिलेस पुं० ( - संक्लेश ) ઉત્કૃષ્ટ સ્થિતિમ ધ જનક અધ્યવસાય સ્થાન; હલકામાં હલકું અધ્યવસાય સ્થાન કે જેથી अशुभ उत्कृष्ट स्थिति संधाय उत्कृष्ट स्थिति बंध करने वाला अध्यवसाय स्थान; नांच से नीच अध्यवसाय कृत्य जिस से कि अशुभ कायों की उत्कृष्ट स्थिति बंवे. impure thought-activity causing increased duration of evil Karha क० गं० - सरीर. त्रि० (शरीर ) दृष्ट-भोटा शरीरपासुं. बडे शरीर वाला. having a big, bulky body. "ster उक्किसरीरे भविस्सह" विवा० ४; ७: नाया० ८; १४, १६: सीहणाय. go (fagar) 28121 247108; } सिंहनाद बडा आबाज जोर का आवाज; उत्कृष्ट सिंहनाद thundering sound: For Private Personal Use Only [ उक्कि " "" Page #177 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्किा ] ( १७२ ) [ उक्कुड rouring sound of a lion. जं. ५० ४२वी ते. गुणवान्- प्रशंसनीय पुरुषों की ३, ४५; नाया. १८; अनुक्रम से स्तुति करना. praising in उक्किट्ठा. स्त्री० ( उत्कृष्टा ) से प्रा२नी वता- due order the merits of wore नी देशवासी गति: मनोहर जति. एक thy persous. अणुजो० ७१ की शीघ्र गति. मनोहर उक्किात्तित. त्रि. (उत्कीर्तित)तन अरे. OTÍA. A kind of quick gait of कीर्तन किया हुआ. Praised; describ. gods; charming gait. “ उक्किट्ठाए । ___ed. सू० प० २०; तुरियाए चंडाए" राय• जीवा० ३; आया० । उक्कुजिय. सं• कृ० अ० ( उत्कुज्य ) अये. २, १५, १७६, नाया. ४८; थी शश२ नमानीन; १५७। २४ने. ऊंचे से उक्किटि. स्त्री० (उत्कृष्टि) मा पनि; शरीर को नमाकर. Having bent सपना अवास. आनंदजनक शब्द; हर्षयुक्त down the body. प्राया. २,१,७, शब्द A voice of joy ओव० २७; उक्किरण. त्रि० ( उत्कीर्ण ) Guj; माही उक्कुट्ट. न. ( उत्कुष्ट ) elan पाना मु. टे. खुदा हुआ. Dug out. ओघ. हरे पत्ता का अोखली में किया हुआ चूरा. नि० २६१; (२) अत्यन्त प्राट; मु. Powdered green leaves. अाया० अच्छी तरह से जाहिर; खुला हुआ. open; २, ३, ६, ३३; quite manifest. पन्न. २; (४) उक्कुट्ठ. त्रि. ( उत्कृष्ट ) १४ ना मान तिरेन. खोदा हुआ. carved. सम० प० । पनि. उत्कृष्ट नाद; श्रेष्ट शब्द; आनंद ध्वनि. २०६; (४) मिश्रित. मिश्रित; मिला हुआ. Excellent, pleasant ( sound ) mixed. पण्ह. १, 1; -अंतर. त्रि० । परह. १,३; (-अन्तर) अतिथ्य मन्त२ अच्छी तरह से उक्कुडुअ न. ( उत्कुटुक) १७९ सासन प्रगट अंतर. having the inner side ઉભખણીયે બેસવાનું આસન; ઉભડક આસન quite manifest or laid open; उकदु आसन; धूंटों के बल बैठने रूप अासन. also, having the differenee A quatting bodily posture quite manifest. सम० sitting on heels etc. पाया. १,९, उकित्त. त्रि. ( उत्कृत्त) 6 . उखाड़ा । ४, ४, २, ७, २, १६१; उत्त. १, २२, हुआ. Scratched out; dig out. / ओघ. नि. भा. १५६% प्रोव. १६; भग० उत्त० १६, ६३ ७, ६; -पासण. न. ( -श्रासन ) उक्कित्तण. न० (उत्कीर्तन) अविसत्यः; ઉકુ આસન; ઉભડક પગે બેસવું તે. योवीस तीर्थनी स्तुति. संस्तवन; गुण श्रासन विशेष; चूंटों के बल बैठने के रूप कातन; चोवीस तीर्थंकरों की स्तुति. प्रासन squatting bodily posture; Praise; praise of the glory of sitting on heels ete भग० २.५, ७; the 24 Tirthankaras, अणुजो. -श्रासणि त्रि. ( -प्रासनिक ) ५८; चउ० १; विशे० ६०२; प्रव० ६५; ! ઉભડક પગે બેસનાર; ઉકુ આસને બેસ -अणुपुची. स्त्री० (-अनुपूर्वी) जीतन ना२. उकड़ आसन से बैठने वाला; चूंटों क गुण्यामस्तुत्य पुषोनी अनु स्तुति | बल बैठने वाला (one ) in a squat. Page #178 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्कुडुग) ( १७३ ) [ उक्कोस ting bodily posture, ठा. ५, १; १२ ते. वृद्धि; बढती; कर्मकी स्थिति वगैरह भग. २५, ७; में बढती करना. increase; increase उक्कुडुग. न० (उस्कुटुक) ० " उक्कुडुब" ! in the duration of Karna. श६. देखो “ उक्कुडुअ' शब्द. Vide विशे. २५१४; " उक्कुटप" जं. प. नाया• १; आया. उकोडा. स्त्रो० ( उत्कोटा ) सांय: ३५चत. २, २, ३. १०१ रिश्वत; घूस. Bribe; bribery. उक्कुडुया. स्त्री० ( उत्कुटुका) GHS मेस “उक्कोडाहिय पराभवेहिय दिजेहिय" विवाह ते; पयारी नपा-मेहमानी से. १; पराह० १, ३; चूंटी के बल बैठना; पांच प्रकार की बैठकों कोडिय. त्रि० (ौरकोटिक- उत्कोटा लञ्चा में से एक प्रकार की बैठक. One of the तया ये व्यवहरन्ति ते तथा) ३२यत माना२; tive sitting postures viz. squat- सांय सेना२; यीसी. रिश्वत खोर; धूंसting on heels ete. "पंच निसिजाश्रो लेनेवाला. ( (One ) who takes पं० तं० उक्कुडया गोदोहिया समपायपुया" | bribes. प्रोव भग० १, १६ ठा० ५, १; |उकोया. स्त्री० ( उत्कोचा ) सांय. रिश्वत. उक्कुकड. पुं० ( * ) 3:31. घूरा. A र घरा A Bribe; bribery. नाया, १८; ___dung-hill. अोघ. नि. ४६६; उक्कोस पुं० ( उत्क्रोश ) ज्यु भाई ४२री राम उक्कु रुड. पुं० ( * ) ९४२२१. घूरा.. ४२नार पक्षी; यात; "पंयो. ऊँचा मुँह करके A dnng-hill. (२) मे नामना ) शब्द करनेवाला पक्षी; चातक; पाया. A भाणस. इस नाम का कोई मनुष्य. ame / bird that screams with its of a person. अणुजो० १३१; mouth raised up: e. g. Chataka उ डिश्रा या. स्त्री. (*) ete. पराह १. १: धूग. A dung--hill. विवा. उक्कोस. पुं ( उत्कर्ष ) पृष्टः यथारेमा थारे; उक्कूदय वि० ( उत्कृजिन ) महान ५-५ घायामां याj. उत्कृष्ट श्रेष्ठः ज्यादह से नि. बड़ी भारी अप्रगट ध्वनि. Loud ज्यादह. Highest: longest. पंच ० १, indistinct sound. qnge 1, 1; २; १६, ४४; क. प. १, १२; ६७ उस्कूलं त्रि. (उत्कूल ) सभा २५41 41- " उक्कोसं जीवो उसंसे " उत्त. १०, ५; यना -तथी २ ४२ना२. सन्मार्ग अथवा ओव० ३८; नंदी० १४; अणुजो० ८६; ठा० न्याय की सीमा से तट से दूर करनेवाला. १, १; सम० १; विशे० ३४५, पि.नि. Leading away from the path ३०; नाया. १६; दसा. ६. २; भग० १, of justice. परह. १, २, १; १०; २, ५, ३, ३, ५, १; ८; १, ३,८, उक्कर. पु. ( उत्कर ) २॥श; सभूत ढगला. ८; १०, ६, ३२; १५: १; १८.७, २४, ढेर. A heap. अोध नि० २६०; (२) २०, २५, ४:३६, १; चं. प. २, २५ दिन भनी स्थितियोरेमा (२) मान; म॥२. अहंकार; घमंड. * सो पृष्ट न२०५२ १५ ना ५रनोट (* ). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*) Vidh foot-note (*) p. 15th. Page #179 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्कोस ( १७४ ) [उक्खंभिय pride. सूय० १, २, २, २६; सम० बड़े से बडा. One that is highest ५२; (३) उत्तम. श्रेष्ठ; अच्छा . excel. or biggest. अशुजो. १३२; lent; best पि. नि. भा० १२; उक्कासश्रो. अ. (उत्कर्षतस् ) ५धारमा मग० १२, ५; -काल. पुं० (-काल) धारे; अटपले. उत्कृष्टतासे. At the ट-घामा यो। जाल. ज्यादह से ज्या- maximum limit; at the highest. दह समय; उत्कृष्ट समय. the longest | प्रव० ७६४, time. भग० २४, १; -कालट्टिइ. स्त्री० उक्कोसंत. त्रि. ( उत्क्रोशत् ) साइन २. (-काल स्थिति ) Bष्ट सनी स्थिति. प्राक्रन्दन करता हुआ; चिल्लाता हुआ. उत्कृष्ट काल की स्थिति. duration Screaming; crying aloud. of the longest time. भग० १५, पराह० ११; १; -द्विइ. स्त्री. (- स्थिति) यसमा उकोसग पुं० ( उत्कर्षक ) अष्ट: लोटामा घणी स्थिति. ज्यादह से ज्यादह-अधिका डोग. उत्कृष्ट; श्रेष्ठ; बड़े से बड़ा. One धिक स्थिति. longest duration. that is highest, biggest or best. निर० २, २; --द्विइय. पु. (-स्थितिक ) " तताणं च उत्तम कटू पत्त उकोसए ष्टि-घामा यी स्थिति वासो. उत्कृष्ट अट्ठारस्म मुहुत्ते" चं०५० १; भग० २५, ६; ज़्यादह से ज्यादह स्थितिवाला. one that | has the longest duration. ठा० १, उक्कोलिश्रय त्रि. ( उत्कृष्ट ) Gष्टः पधारेमा धारे. उत्कृष्ट; ज़्यादह से ज्यादह, १ –पएसिय. त्रि० (-प्रदेशिक) ययामा । घ। प्रदेश पालो. ज्यादह से ज्यादह । Highest; highest in amount. जं. प. ७, १३४; उत्त० ३३, १६; भग. प्रदेश वाला. ( one ) having the greatest number of molecules. ५, १:८,१०, ११, ११; १८, ७; १६, ३; बव. 1, १७, नाया. ८; भत्त० ३०; ठा० १; -पद. न. ( - पद) ष्ट ५४; पंचा० ८, २६; ५. उत्कृष्ट पद; श्रेष्ट पद; उत्कृष्टता. excellent status; highest state. उक्कोसिय. पुं. (उत्कौशिक) ये नामना गा. " उकोसपदे अट्ठ अरिहंता " ठा० ८; न। प्रवत पि. इस नाम के गोत्र के -पय. न० (-पद) मो पो श६. चलानेवाले ऋषि. ( A saint ) the देखो ऊपर का शब्द. vide above. progenitor of a family of that भग० ११, १०; -मयपत्त.त्रि. (-मद name. “ थेरस्सणं अज्जवहरसेणस्स उकाप्राप्त-उत्कर्षेण मदं प्राप्त उत्कर्षमदप्राप्तः ) सिय गोत्तस्स" कप्प. ८ अष्ट महास. उत्कृष्ट मदवाला. highly ! उक्ख. पुं० ( उक्ष ) संध. सम्बन्ध. Con. intoxicated with pride. जीवा ३; nection; relation tato पन्न १५; -सुयनाणि. त्रि० ( -सूत्र | उक्खंभ. पुं० ( उत्तम्भ ) २थी ते. ज्ञानिन् ) अष्ट श्रुतासो. उत्कृष्ट श्रुत ___जोर से रोकना. Stopping: checking ज्ञानवाला. ( one ) highly learned forcibly. संत्था० in the scriptures. विशे० ४५२; । उक्खभिय. त्रि. ( उत्तम्भिक) रथी उक्कोस. पुं० ( उत्कर्षक) मा डोटी. नार; २५पना२. बल पूर्वक रोकने वाला. Page #180 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्खणण] ( १७५ ) [ उक्खित्त ( One ) who stops or checks | रेस. सींचा हुआ: लेप किया हुआ. forcibly. संस्था० Smeared; bespattered. “ चंदणाउक्ख णण. न. (उत्खनन ) मे ते.. क्खितगाय सरीरे " सूय, २, २, ५५; उखाडना. Digging out; scratching | उक्खित्त. त्रि० (उत्क्षिप्त) उन्यु रेस; 83. out. पराह० १, १; हावेस. ऊंचा किया हुआ; उखाडा हुआ उक्खणिय. त्रि. ( उत्खनित ) नामेj. ___ उठाया हुआ. Raised up; lifted up. उखाडा हुआ. Dug out; rooted out. पिं.नि. २८४; नाया० १, ३, ८; भग० ८, पिं.नि. २४६; ६; १६, ५; वय० २, १; आव० ८, ६; उक्खय. त्रि० ( उत्खात ) 334; गोहत (२) वातावर्भ या सूत्रना पड़े। मयउखाडा हुना; खोदा हुआ. Rooted out. यन नाम. ज्ञाता धर्म कथा सूत्र के पहले स० च० ४, ५६, नाया० ७; अध्यायका नाग. Maine of the 1st उक्ख ल. पुं. (उदूखल) 64स; wiseil. chapter of the Sūtra named अोखली. A mortar परह. १, १; Jhātādharmakatha. नाया० २; (३) उक्खलग. पुं० (उदूखसक ) मवानी गानना या२ प्रारमाना मे ४१२. गाने के Missी. कुटने की अोखली. A mortal चार भेदों में का एक भेद. one of the used for pounding. “ को संयमा four kinds of music. राय० ६५; चमेहाए सुप्पुक्खलगं च खारगालणं च" जं० ५० ५, १२१; (४) आपण अरेस; भयंत, आकर्षित: खींचा हुआ. attracted; सूय० १, ४, २, १२: drawn. नाया. १६; --कराणनास. उक्खलुंदिय. सं. कृ० अ० (:)ीने. त्रि. (-कर्णनास )ोना धान भने ना rasa. Having scratched or rul). मीना . जिसके कान और नाक bed with the nails of the hand उखाड डाले हो वह. ( one) whose to remove itching sensation; nose and ear's have been having tickled. आया० २, १, ६ ३२; rooted out ( cut out). विवा. उक्खा . स्त्री० ( उखा) थाली; तlasli aisail. २; ६; -चरश्र. वि. (- चरक ) थाली; हंडी; भरतिया. A metal or રાંધવાના વાસણમાંથી ખાવાના વાસણમાં earthen pot or pan, "एगायो ગૃહસ્થ પિતાને ખાવા કાઢેલું હોય તેજ લેવું उक्खातो परिए सिजमाणे पहाए" श्राया. मेवा समिधारीगायरीनार. सिझाने २, १. २, १०; के बर्तनमें से खाने के बर्तन में अपने खान के उक्खिरण. त्रि. ( * ) ॥२७॥ये. खर- लिये ग्रहस्थद्वारा निकालकर रखा हश्रा डाया हुआ; लिप्त. Bespattered; भोजनही लेने को प्रतिज्ञा करके भिक्षा मांगने smeared. पएह. १,३; arar. (one ) who begs alms उक्खित. त्रि. (उक्षित) सिंथेस; विलेपन with a determination to take * नुमा ५४ १२०५२ १५ नी ५२नोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५. की 'फूटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #181 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्खित्त ] [उक्खित्तय only that food which has been तरी ५२३४४. ऊपर फेंका हुआ बलिserved out into the dining दान; बलिदानरूप से ऊपर फेंका हुआ. vessel of a householder, from an oblation throw upwards. a cooking vessel. ओव. १९, ठा. “ अंगमंगानि सरुहिराडं चउहिसिं करोति" ५, १; पण्ह० ३, १; - र . पुं. नाया०६; -विवेग. पुं० (-विवेक- उत्क्षि(-चरक) मे. असो श६. देखो प्तस्य शुष्कौदनादिभक्त निक्षिप्तस्य व्रनिऊपरका शब्द. vide above. ठा० ५; / नामयोग्यद्रव्यस्य विवेकः पृथक्करणमुत्क्षिप्त ओव० -णिक्वित्तचरश्र. पुं० ( -निक्षि- विवेकः ) भात कोरेभा ५९ असा प्तचरक-पाकभाजनांदुत्क्षिप्य मिक्षिप्तं तत्रवा | दव्यन गुहु ही नाम ते. भात वगैरह अन्यत्र च स्थाने यत्तच्चरतीति तथा )। में पडे हुए व्रतियों के अयोग्य द्रव्य को पृथक રાંધવાના વાસણમાંથી ખાવાના વાસણમાં . ___ कर देना. removal of impure કાઢેલ હોય તેને બીજા વાસણમાં નાખે તે લે- substances mixed up with rice नार; अभियरधारी भुनि. सिझाने के बरतन । etc. श्राव० ६, ६; में से खाने के बरतनमें निकाल हुए भोजनको | उक्खित्तश्र--य. त्रि. ( उत्क्षिप्तक) जीतना दूसरे बरतन में डाले फिर उस भोजनको लेना એક પ્રકાર; શરૂઆતથી ચઢતે સ્વરે ગાવું તે. ऐसी प्रतिज्ञावाला साधु. an ascetic गीतका एक भेदः प्रारंभ में उच्च स्वर से with a vow to take that food गाना. A pitch of music; singonly which is first served out ing with a high pitch. ठा० into the dining vessel from the ४, ४; जीवा० ३, ४: राय. १३१ cooking vessel and which is उक्खितणाश्र. न. (उत्क्षिप्तज्ञात ) then again put into another સસલાને ઉગારવા પગ ઉંચો રાખે તે vessel. ओव० --पसिणवागरण. न. ઉક્ષિપ્ત-મેઘકુમાર; તેનું દટાંત જેમાં ( ...प्रश्नव्याकरण-उत्क्षिप्तानिसंक्षिप्तानि આપવામાં આવ્યું છે તે અય; જ્ઞાતાप्रश्नोत्तराण्युत्क्षिप्तप्रश्नव्याकरणानि) संक्षिप्त सूत्रनुं प्रथम अध्ययन. खरगोश को बचाने प्रश्नच्या४२९५ सपास यास. संक्षिप्त प्रश्न- के लिये पैर उंचा रखनेवाले उरिक्षप्त मेघ व्याकरण; संक्षेप में सवाल-जवाब.. कुमार का दृष्टान्त जिसमें दिया गया है वह brief catechism. भग० १६, ५; अध्याय; ज्ञातासूत्र का प्रथम अध्ययन. The --पुव्ववसहि. पुं० ( --पूर्ववसांत ) आय. first chapter of Jñātā Sūtra સતિ-મકાનમાં રહે એમ કહી સાધુને પહેલ in which is illustrated the पडलो मता। तारे. साधुको, इस वसांत story of Meghakumára who घरमें हो यह कहकर पहले पहल बतलाया kept his leg lifted up to save हुआ उतरने का स्थान. a lodge first a hare. नाया० सम, १६; pointed out to an ascetic with | उक्खित्तय. न. ( उत्क्षिप्तक ) गीतने the words "live in this house." प्रथम २. गीत का प्रथम प्रकार. आया० २, २, ३, ८७; -बलि. न. The first of the varieties of (-बलि ) ७५२ ६४६ विहान; विहान music. जं० प० राय० १२ १; Page #182 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उक्खुपिय ] उक्खुलंपिय. सं० कृ० अ० ( * ) पन्ने. सीने. खुजाकर Scratching; rubbing with the nails of the hand, to remove an itching sensation. 'नो गाहावर अंगुलियाए उक्खुलंपिय ( उक्खलुदिय ) जाइजा श्राया० २, १, ६. ३२; उक्खेव. पुं० ( उत्क्षेप ) ये उपा; ये g. ऊंचा उठाना, ऊंचा फेंकना Lifting up; tossing up. जीवा० ३.४; पिं० नि० २२७; ( २ ) आरम्भ वाय. प्रारंभ का वाक्य; शुरु का वाक्य. com - mencing sentence or words. उवा ० ३, १२६, ४, १४५; निर० ३ ३; ( ३ ) अविहार अभिधेय अधिकार; श्रमिधेय. subject matter. बिवा० ३; ( ४ ) पुं० पोह्यात उपोद्घात; प्रारंभिक introduction; preface. उवा० ३, १२६; ४, १४५; वक्तव्य. उक्खेव य. पुं० ( उत्क्षेपक) प्रस्तावना; उपोद्धात प्रस्तावना; प्रारंभिक वक्तव्यः उपोद्घात. Introduction; preface. भग० २४, १; (२) त्रि० माझा मध्याय. अध्याय; विभाग; परिच्छेद a chapter. नाया ० ६० ५; ६; ( ३ ) पवन नाजवानो वांना पं. हवा करने का बांस का पंखा. a fan. भग० ६, ३३; नावा ० १ ; ( ४ ) त्रि० ईनार फेंकनेवाला. one who throws or flings. भग० ६, ३३ः उक्खेवण. न० ( उत्क्षेपण ) ये ન્યાયદર્શન સંમત પાંચ કર્મ પૈકી પ્રથમ अर्म- प्रिया. ऊंचा फेंकना; न्यायदर्शन सम्मत पांच कर्मों में से प्रथम कर्म. Throwing ( १७७ ) ' [ उम्म up; one of the five actions recognized in the Nyaya philosophy. विशे० ३४६२: श्रोष ० नि० २०३० उग्ग. पुं० ( उग्र ) ऋहे प्रभु २४ तरी नाभेतुं सः उग्रवंश ऋषभदेव भगवान् को रक्षक के रूप में नियत किया हुआ कुलः उग्रवंश. The family appointed as a guardian family by lord Rişabhadeva; the Ugra family. ओव० १३; सम० २३२; नाया० १ ५ भग० ६, ३३; पन्न १; उवा० २, १०७; जं० प० २, ३०; (२) त्रि० उग्रसभां उत्पन्न श्रयेस उग्रकुल में उत्पन्न. one, born in the Ugra family. प्रव० ३८६; अणुजो० १३१; उत्त० १६. ६; ओव० १३, २७; ठा० 3. 1: ( ३ ) त्रि० (य; प्रधान; मठुलारे. उग्र; तीत्र; प्रवान; बहुत भारी. austere; chief; severe. पन० १: भग० १०, ४; २०, ८ नाया० ८; ( ४ ) त्रि०ट आई, हुणे आय रामय तेवु. उत्कट; कांठण. strong: austere; severe. उत्त० ३०, २७; सु० च० १, ३८४ नंदी० ५६ ( ५ ) त्रि० उद्यम सहित उद्यम सहित; उद्योग सहित. industrious; active. नाया० १९; - कुल. पुं० ( -कुल ) - स. ને ઋષભદેવે રક્ષક તરીકે સ્થાપ્યું उग्रकुल; जिस कुल को ऋषभदेव स्वामीने रक्षक रूप से स्थापित किया वह कुल. the Ugra family appointed by Risabhadeva as a guar * लुग्यो पृष्ठ नम्वर १५ नी पुरनो ( * ) देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ) Vide foot-note ( * ) p. 15th. v. 11/23. For Private Personal Use Only Page #183 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उग्ग ] dian family. आया० २ १, २, ११; कष्प० २, १७; --तव न० ( - तपस् ) ઉગ્રતપ; અમાદિક તપ; ઘણી કણિ तपश्चर्या. उग्रतप; श्रहमादिक तपः बहुत कठोर तपस्या. austere penance. ठा० ४, २; भग० १, १; उवा० १, ७६; ( २ ) त्रि० उतर ४२२. उग्रतप करनेवाला; कठोर तप करनेवाला. ( one ) performing austere penance. उत्त० १२, ३२, -- तेय. त्रि० (- तेजस् ) ઉગ્ર પ્રભાવવાલે. उम्र-तेज:-प्रभाववाला powerful; ( one ) of powerful lastre. ( २ ) न० तत्र २. तीत्र जहर. deadly poison. " श्रासीदिसा उग्गतेयकप्पा " पराह० २, १; पव्वश्य. पुं० ( - प्रव्रजित ) वशमां उत्पन्न थाने हिक्षा श्रीघेल. उग्रवंश में उत्पन्न होकर दिक्षा लिया हुआ. one born in the Ugra family, who has taken Diksā. प्रो० - पुप्त. पुं० (-पुत्र ) शुभां उत्पन्न घयेन पुत्र- भार उम्रवंश में उत्पन्न पुत्र- कुमार. a male member ( a son ) of the Ugra family श्रव० २७; दसा० १०, ३; राय० २१८; विस न० ( विष ) Gess विष. प्रधान विष; तीव्र विष. deadly poison. भग० १५, १; नाया ० ६; ( २ ) आरा विषवासो सर्प बहुत तीव्र विषवाला सर्प a serpent with deadly poison. उवा० २, १०७; - विहार. पुं० - विहार ) x विहार. उग्र विहार; कठिण विहार साधु का एक ग्राम से अन्य ग्राम जाना. austere wandering from place to place e g. on the part of a monk. भग० १०, ४३ - बिहारि त्रि० ( विहारिन् ) ( १७८) [ उग्गम अयारीते संयम पावनार, उच्च रीति से संगम पालन करनेवाला साधु ( one ) who strictly observes ascetic rules. भग० १०, ४; सय ३ हवा यामिन्थ, उग्गम. पुं० ( उद्गम ) साधुने खाद्वाराहि નિપાવતાં ગૃહસ્થથી આધાકદિ લાગતા १६ होष, खाम्म २ यूह/उभ्भ, ४ भी समय पालुडीया, ७ पायर, ८ ीय, १० परीयहि ११ उम्लिने, १२ अलिएडे, १३ भानोडे, १४, १५ અજયરે, ૧૬ અણી સત્, એ સાલમાંતે अमे ते. साधु के लिये श्रहारादि बनाने में गृहस्थ को लगनेवाले श्रवकर्मादि १६ दोष; १ श्रहाकम्म. २ उद्देसिय ३ पूइकम्म ४ मी सजायए. ५ ठवणा ६ पाहुडिया. ७ पाउयर कीय पामिष्ट. १० परियहि ११ उभिने १२ अभिहडे १६ मालोहडे १४ अच्छि १५ अज्मोयरे १६ अणिसिठे, इन सोलह दोषो में से कोई भी एक. Any of the 16 faults connected with the preparation of food by a house-holder for an ascetic; thev are:- - ( 1 ) Ahakamma ( 2 ) Uddesiya ( 3 ) Paikamma ( 4 ) Misajayne ( 5 ) Thavana. etc. ( vide Guj explanation ) पराह• २, १; दस० ५ १ ५६ ठा० ३, ४, उत्त० २४, १२ सम० प० १६८: पिं० नि० १, ३० सू० प० २; भग० ७, १; प्रव० ५७१; - उवधाय. पुं० ( - उपघात આધાકર્મ આદુ ઉદ્ગમન દોષથી ચારિત્રની વિરાધના २वी ते. आधा कर्मन् आदि उद्गमन दोष से चारित्र की विराधना करना. damaging one's right conduct by an Udgamana fault e. g. by tak For Private Personal Use Only Page #184 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उग्गमण] [ उग्गह - - - ing Adhākarma food etc. 570 risen; come out. भग० ७, १; नाया. ३; १०; -कोटि. स्त्री० (-कोटि) | १; श्रोघ. नि० १७५; जीवा० ३, ३; પક્ષ, આધાકર્મ અને ઉદ્દેશિકના ત્રણ ત્રણ -वित्तिथ त्रि. (-वृत्तिक-उदगते प्रादिભેદ-એકંદર છ ભેદ ઉતમ કોટી તરીકે त्यं वृत्तिर्जीवनोपायो यस्यासौ ) हिवस 54 शेक्ष छ. उद्गम पक्ष प्राधाकर्म और उद्दोशक | પછી જેને વૃત્તિ ખોરાક મેળવવાનું છે તે. के तान तीन भेद जुमला छः भेद उद्गम कोटि दिन उदय होने के पीछे जिसे आहार लाना के रूप में गिने गये हैं. a group con- हो वह. ( one ) who has to) taining six varieties of faults acquire his food after sunrise. viz three of Adhākarma and " भिक्खूय उग्गय वित्तिए अणथमिय" three of Uldesika. पिं० वेय. ५,५; नि० ४०१, दोस. पुं० ( -दोष)18 | उग्गवई-ती. श्री. ( उप्रवती) ५.३, ४ दमन है.५; तुम " उग्गम" श६. १६ અને અગ્યારસ એ રાત્રિની ત્રણ તિથિનું उद्गम दोष; देखो " उग्गम' शब्द. any नाम. प्रतिपदा, छठ और ग्यारस की रात्रि. of the 16 Udgamana faults; The nights of the Ist, 6th vide " उग्गम." " सोलस उग्गम दोसे and 11th days of a fortnight. गिहिणो सुमुट्टिऐ" पिं. नि. ४०१; पंचा० जं. प. ७, १५२; सू० ५० १०; १३, २; -विसोहि. स्त्री० ( -विशोधि) | उग्गसेण. पुं० ( उग्रसेन ) सना पिता अ. १९ मनना पनी अभार. १६ प्रकार સેન રાજા કૃષ્ણ વાસુદેવના તાબાના સરળ के दोषों का अभाव. absence of, firee- हर समयमा सग्रेस२. उग्रसेन राजा; dom, from the 16 Udgamana कृष्ण के अधीनस्थ सोलह हजार राजाओं में faults. ठा० ५., २, मुख्य राजा; कंस का पिता. King उग्गमण. न. (उद्गमन) 3आते; सूर्यना। Ugrasena, father of Kamsa Gय. ऊगनाः उदय होना; सूर्य का उदय. and the foremost of the 16000 Rising up; rising; e. g. of the kings under the suzerainty of sun. जं. ५० ७, १३६; -मुहुत. न. Krisna Visudeva. अंत० १, १; (-मुहूर्त ) सूर्योदय यथानुं भुडून. सूर्योदय नाया, ५, १६: निर० ५, 15 होने का मुहूर्त. time of sunrise. | उग्गह. पु. ( अवग्रह ) मन अनेन्द्रियोनी भग. ८,८ સાથે વસ્તુને સમ્બન્ધ થતાં પ્રથમ સામાન્ય उग्गय-अ. त्रि. (उद्गत) २ नीतलास. બોધ થાય તે; મતિજ્ઞાનના ચાર પ્રકારમાં बाहिर निकलता हुआ भाग. (A portion) पडलो २. मन और इन्द्रियों के साथ jutting out. न या. १; राय० (२) वस्तु का सम्बन्ध होने पर पहिले पहल जो उत्पन्न ययेल. उत्पन्न; पैदा हो चुका हुआ. सामान्य ज्ञान हो वह मतिज्ञान के चार भेदों born; producel. अणुजो० १२८; में का एक भेद. General knowledge पएह. १, ४; विशे० १०६६;. याव० ६१; derived from the first percepप्रव० ५६६; कप्प० ४, ६३; (3) स; tion of an object; the first of 84 पाभेल. ऊगा हश्रा; उदय प्रास.. the 4 varieties of Matajnana Page #185 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उग्गह] ( १८० ) [ उग्गहणंतग or sensitive perception. विशे० place; e. g. in a monastery. १७८% भग० ८, २; १२, ५, १७, "जावोग्गहपडिमा पढमा" अाया०नि०२, १, २०; नंदी. २६; कप्प० ६, ; (२) १, १६; ठा० ५,१; पिं. नि. ६१) 640 याश्रय. उपकार; श्राश्रय. fa- -पवेस. पुं० (-प्रवेश ) भानमा प्रवेश vour; support. भग० १७, १; १२३ ते. मकान में प्रवेश. entering ( 3 ) आसा; २०१; संमति. हुक्म, आज्ञा; a house ete; पंचा० १२, २२; राय; सम्मति. order; permission; -मइ. स्त्री० (-मति ) द्रिय अने गर्थassent. वव. ४, २२, २३, ७, १७; दसा ન સમ્બન્ધ થાય તે મતિજ્ઞાનને એક ભેદ. १०,१; ओव. १२; वेय. १, ३७, राय. इन्द्रिय और अर्थ का संबंध होना; मतिज्ञान २७; २१६; परह. २,३; नाया. १,२,१६, का एक भेद. contact of an object दस० ५, १, १९, भग० २, ५, ६, ३३; with a sense of perception; a १५, १; १६, १; अाया० २, १, ५, २८; variety of Matijināna ठा० ४, ४; २, ७, २, १६२; कम्प० १, ५; ( ४ ) ६, १;-मइसंपया. स्त्री० (-मतिसम्पद) भनि नियम. अभिग्रह; नियम; प्रतिज्ञा. મતિસંપદાનો એક પ્રકાર; સામાન્યપણે a vow; a rule of conduct. अंत. वस्तु, १ ७२ते. मतिज्ञान रूप संपदा ६, ३; (५) परिग्रह. परिग्रह. worldly का एक भेद; सामान्य रूप से वस्तु का ग्रहण possessions. सूय० १, ६, १०; दस० ६, करना. a variety of the power of १४; उत्त० ३१; ६ (१) यावास; perception; general knowledge निवास २थान. आवास; निवासस्थान. of a thing through perception. an adode; a residence. निर. दसा. ४, ३५, १, १; (७) सन्त२, मांतर. उग्गहण. न०( अवग्रहण ) सामान्य शर्नु war. interval; anything अशु -बियार. सामान्य अंश का that intervenes or forms an प्रहण करना विचारना. General per. interval. “ उकिट्ट सहिहत्थुग्गहे " ception; perception of broad प्रव० ७७; -अणुणवणा. स्त्री० (-अनु. outlines. विशे. १७६; (२) स्थानना शापना ) अरब-उपाश्रयनी २१. अवग्रह- याज्ञा. स्थान की प्राज्ञा. permission to उपाश्रय की प्राज्ञा, अथवा मंजूरी. per. lodge. पाया. १, २, ५, ८६; mission to have an abode in | उग्गहणंतग. न० ( भवग्रहानन्तक) नावाने monastery. सम० २५; -पडिमा. सारे सोचान मे पत्र में मुख्य स्त्री० (-प्रतिमा अवग्रह्यत इत्यवग्रहोवसति પ્રદેશ ઢાંકવામાં ઉપયોગ થાય છે; સાધ્વીના स्तत्प्रतिमा अभिग्रहः अवग्रहप्रतिमा )। २५ 8५४२० भान ये. साध्वी के गुप्ताङ्ग નિવાસ કરવામાં નિયમ અભિગ્ર ઘારે તે. | ढकने का एक वस्त्र; २५ उपकरणों में का एक पायनी प्रतिम-अलिड. निवास करने उपकरण. One of the 25 articles में नियम का धारण करना; उपाश्रय को of use for a nun; viz a boat. प्रतिमा-अभिग्रह. a vow in connec. shaped lower garment put on tion with abode in a particular to protect the private parts. Page #186 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उग्गहिय] [ उग्धाइप-य प्रव. ५३६; ओघ. नि. भा० ३१३; वेय. or food into the mouth along ३, ११; .-पट्टग. न० (-पटक ) साथीन with eructation वेय. ५, १०, * ५२९. साध्वी का एक उपकरण. | उग्गाहणा. स्त्री० (अवगाहना) शरीनी one of the articles used by a या८. शरीरकी ऊंचाई. The height mun. वेय० ३, ११; of the body. भग. १६, ३; २२, ६. उग्गहिय. न. ( अवाहिक ) पानीमा उग्गाहिम. त्रि. (अवगाह) ची माहिमा ઉપગરણ અમુક વખત સુધી વાપરીને तसेशी वस्तु. घी वगैरह में तली हुई वस्तु. પાછા ધણી ને સાપરા ચે૫ ફે પગરણ Food fried in ghee etc. पगण. अमुक समय तक काम में लेकर-पीछे उसके मालिक को सौंप देने योग्य उपकरण. An उग्गाहिय-श्र. त्रि. ( उग्राहित) यम article of use ( for a monk ) to बीवन843. हाथ में लिया हुश्रा; उठाया be used for a time and then हुआ. Taken up; lifted up. ओघ. to be returned to its owner. नि० १६७ उग्गाहियवं. त्रि. ( उद्घाहितन्य ) तपास ठा. १०; १२वी. नपास करना; जांच करना, उग्गहिय. त्रि. ( अवग्रहीत ) पारस।माट। 3 . परोसने के लिये उठाया हुआ.. ____Examining; inquiring. वव. २, Taken up to be served as food उग्गिराण. त्रि. ( उद्गीर्ण ) मोत; पमेय. ठा० १०; वमन किया हुआ. Vomited. नाया. १; उग्गहिया. स्त्री० ( अवगृहीता) रथने यासी उग्गिलित्ता. सं कृ० अ० (उद्गीर्य) मोगाવગેરેમાં પીરસેલું ભજન સાઘુએ યત્નાપૂર્વક | सीने. उगाल कर. Having brought सेयुते; पियानो पाय। प्रा२. गृहस्थ ( food already eaten ) again द्वारा थाली वगैरह में परोमा हुआ भोजन from stomach into the mouth; साधुको यत्नाचारपूर्वक ग्रहण करना; पिंडेषणा e.g. like cows ete. वेय० ५, १०, का पांचवाँ भेद. Careful taking up उग्गोवणा. स्त्री. ( उद्गोपना ) शो; (by a Sadhu) of fool served मे५९॥ ४२१. शोधना; खोजना; पपणा tuy a householder in a utensil; करना. To gearch; being in the 5th mode of begging food. Hearch of. पिं.नि. ७३, ठा० ७, प्रव० ७.४६% उग्गोविय. त्रि. (उद्गोपित ) भुंड गयेत उग्गाइय. सं. कृ० ( उद्ग-य) - शने. सूत्रने स; मुंय आढेस. अस्पष्ट या गाता हु ग्रा. Singing: having sung. कठिन सूत्र का संशोधन किया हुआ. Deciश्रोत्र. नि. ६६; phered; e. g a difficult Sūtra. उग्गाल. पुं. (उद्गार ) उनी साथै भग० १६, ६, सना पेटमाथा मोटामा सावते । उग्घाइय. त्रि. ( उद्घातित ) सधु प्रायः डकार के साथ अन्न या पानी का पेट में से श्रित. छोटा प्रायश्चित. Minor expiaमुंह में आना. Coming up of water tion. ठा० ५: नितो. १०, १५, वेय. ४, Page #187 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उग्याइम] ( १८२ ) [ उचि-य ११, १२; (२) नाश पामेस. नाश पाया ___hours; ) three-fourth of a हुआ; नट. destroyed; ruined. Prahara. प्रव. ५१८% ठा० १०; -संकप्प. पुं० (-संकल्प)उग्घाडि-य. त्रि. ( उद्घाटित ) उथाउत सधु प्रायश्रितो विया२. लघुप्रायश्चित्त का मुस्लु रेस. उघाड़ा हुअा. खोला हुआ. विचार. thought about minor Opened. नंदी० ४२; पिं० नि. ३५२; expiation. निसी० १०, २६; । । क० ५० ५, ६४ उग्घाइम. न. (उद्घातिम-उद्घातोभाग पात- | उग्घाडियराण. त्रि. ( उद्घाटितइ-उद्घाटितं स्तेन निवृत्तमुग्घातिमम् ) सधु प्रायश्चित्त. प्रकाशितं जानतीति) उस मात्र ल. लघु प्रायश्चित्त. Minor expiation. ना२. केवल कहे हुए को ही जानने वाला. ठा० ३; ( One ) who knows anything उग्घाड. त्रि. ( उद्घाट) योj i\-पासेगुं; exactly as it is explained or सुटुं: मोगा नहायेस. कुछ ढंका हुआ said to him. नंदी. श्रीर कुछ खुला हुआ. Partially उग्धाय. पुं. ( उद्घात ) सधु प्रायश्रित्त. closed; not bolted. आव० ४, ५; लघु प्रायश्चित्त. Minor expiation -कवाड. त्रि० ( -कपाट ) मधु होस । ठा०३ भार. आधा बन्द किवाड़. apartially | उग्घायण. न. ( उद्घातन ) क्षय-नाश ४२३।. closed door; a door not bolteil क्षय करना; नाश करना; Destruction. ओव० श्राव. ४, ५; -कवाड उग्घाडणा. आया. १, २, ६, १०२: स्त्री० (-कपाटोद्धाटना) अ५ घाई भार उग्घुट्ट. त्रि. (उदधुष्ट) यो५५।। ३२१. घोषित; ५ई उबाते; साधुनो गायरीनो में घोषणा की गई हो वह. Proclaimed. अतिया२. आधा खुला हा किवाड़ पूरा मु. च० २, ५.१; उघाड़ना; साधु का गोचरी का एक अतिचार. उग्घोसणा. त्री ( उधोपणा) अध। १९।opening it prrtially closed ४२. उद्घोषणा; प्रसिद्धि. Proclama. door; a fault in alms - begging tion; declaration. नाया. ५: १५; by a Sidhu. " पहिकमामि गोयरग्ग उग्घोसिय. त्रि. ( उद्घुष्ट ) पसे। भालेय. चरियाए उग्घाडकवाड उघाडणाए" आव. घिसा हुआ; मांजा हुआ. Rubbed; cleansed. " उग्धोसियसुणिम्मलंद उग्घाडण. न० ( उद्घाटन ) 3धा, स. पायंसमंडलतलं" पगह. २. ४; उघाड़ना; खोलना. Opening; opening उचिश्र--य. त्रि. ( उचित) योय; साय. a door. पिं. नि० २०७; भोघ. नि. योग्यः उचित; लायक. Fit; proper; ४७६: श्राव० ४, ५; suitable. नाया० १; राय. ४४; पिं. उग्घाडपोरिसी. स्त्री. ( उद्घाटपौरुषी) नि. ६४१%; कप्प. ४, ६२: (२) डेस: पसारने पालामा पोले। ५३२. प्रहर भोय. जोड़ा हुआ; मिला हुआ. united; का पिछला हिस्सा. The latter part joined. पंचा० १, ४३; -अणुहाण. of a Prabara (a period of न० (-अनुष्ठान) अयित-योग्य अनुष्ठान. time equal to about three उवित अनुष्ठान; योग्य कार्य. proper Page #188 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उचिश्र( य )त्त ] ( १८३ ) [उच्चत्त performance. “उचित अणुढाणो ~ गोय. न. ( -गोत्र) 54 गोत्रनामे विचित्त जइ जोगतुल्ला मोए" पंचा० ६,१६; ત્રકની શુભ પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી જીવ --करणिज. त्रि० (-करणीय) योग्य उंय गोत्र पभे. उच्च गोत्र नामक गोत्र कर्म प्रतव्यावी. योग्य कर्तव्य वाला. acting का एक प्रकृति कि जिसक उदय से जीव properly. पंचा० १, ४३; -जाग. पुं० उच्च गोत्र पाता है. a variety of ( --योग-उचितः स्वभूमिकायोग्यो योगा Gotra-karma hy which a soul व्यापारः ) पातानी भूमिलाने यो५ व्यापार. is born in a noble family. उत्त. अपनी भूमिका के योग्य व्यापार. action ३३, १४; -हाण. न. (-स्थान ) उंच proper or appropriate to the स्थान. ऊंचा स्थान. high place; high status one occupies. पंचा० ५, position. “ उच्चट्ठाणगएसुग्गह " ४४; --टिइ. स्त्री० (-स्थिति ) चित-- नाया. ८:-फल. त्रि० (-फल) Ril यो स्थिति योग्य स्थिात. proper વખત સુધિ જેનું ફલ રહે છે તે ચિરકાલનો condition. पंचा० ३, ४; ५.रि. लंबे समय तक जिसका फल रहता उचिश्र ( य ) त्त. न० (उचितत्व ) योग्यता; है वह; चिरकाल का उपकारी. having आयता. योग्यता; ल्याकत. Propriety; or bearing lasting good fruit. fitness. पंचा. ६, ५०, " उच्च फलो ग्रह खुड्डो सउणित्या" वव० उच्च. त्रि. (उच्च) अध्य; उत्तम, पूय. १, ३; ---सद्द. पुं० (-शब्द) होट। उच्च; उत्तम; श्रेष्ट; पूजनांय. High; ex. श६. बड़ा शब्द; उच्च शब्द. loud cellent; loble. “ उच्चावयाहि सिजाहिं। sound. वव० २, ७; उत्त० २, २२; भग० २, ५: ३, १; (२) उञ्चंत. पुं० (*) दांतता रंग; तस. या शरी२ नया उस पासो. ऊंचे शरीर दांत का रंग. Colour of the teeth; तथा उच्च कुल वाला. possessed of a tooth colour. राय० ५२; । moble body and born in a उच्चंतग. पु. ( * ) इन्तना रंग इन्तराम noble family. नाया. १६; ठा० ४, ३: | दांत का रंग. Colour of the teeth; (३) नाम मनी से प्रतिरोधी tooti.colour. जीवा० ३, ४; म्य गोत्र पास थाय. उच्च गोत्र प्राप्त कराने | उच्वंतय. पुं० ( उच्चन्तक) मा उपले वाली नामकर्म की एक प्रकृति. name of श६. देखा ऊपर का शब्द. Vide above. a variety of Nāmakarına by रायः पन्न. १७; the rise of which a man is / उच्चंपिय त्रि. ( * ) मेरथी दर born in a high family. क. गं. २३.जोर से किया हुआ हल्ला. Violently १, ३०-५२, ५, ३०; -पासण. न. attacked. "सीसं उच्चपियं कवं (-प्रासन) उयु आसन. उच्च आसन. धम्मिय" तंदु. a high seat. सम० ३३; दसा. ३, ३४; उच्चत्त. न० ( उच्चत्व) 14. उच्चता; * १४ न०५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note ( *) p. 15th. Page #189 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उन्नत्तरिया ] ( १८४ ) [उच्चागय बडप्पन. Nobility. सम. ७; नाया० ८; पुं० (-बन्ध-ऊर्ध्व चयन राशीकरणं तद्जीवा० ३, ४, भग० २, ८, ६, ७, ८, ८; रूपोबन्ध उच्चयबन्धः) 8५२परी भुरी ११,६; १४; ६, ३५, १; ४०, १५; गला ४२वे। ते; ५५. एक के ऊपर एक (२) या ४६; मानना तक्षि"थी रखकर ढेर करना. henping together: याv. ऊंचाई; कद; जमीन के तल से ome upon another भग. ८.3; ऊंचाई. height. प्रव. ४१२; ठा० १,१; उच्चयर. त्रि. (उच्चतर ) पधारे / २, ३; जं. प० १, ४, २, २६; सम० ७ ___ऊंचा. Higher; more high. भग. सू. प. १; (३) उय; ०५६सानी भु वस्तु. बदलेकी वस्तु, a certain thing | उच्चण. न० ( उच्चरण ) अक्षराहना क्या२ as reward. ठा० ४, १; --भयत्र. २३. अक्षरादि का उच्चारगा करना. Pro. पुं० (-भतक ) 34 आपी म रावी nunciation; act of pronouncing ये ते सेव. मजदूरी देकर जिससे काम कराया words etc. गच्छा० ८२; जाय वह सेवक. a servant nade to उच्चा . त्रि. (* ) थाी गयेस. थका work by paying some reward. हुआ. Tired: fatigued. ओघ. नि. ठा० ४,१; ५१८: उच्चत्तरिया. स्त्री. ( उच्चतरिका ) सदा२ | उच्चाकुया. स्त्री. ( उञ्चाकुचा---उच्चा चासा शिपिमांनी थे. अठारह लिपित्रों में की एक वकुचा-परिस्पन्द रहिताचोच्चाकुचा )ीनfaiq. One of the 18 seripts. થી ઉંચી અને હાલે ચાલે નહી તેવી શવ્યા. सम० १८, जमीन से ऊंची और न हिलने वाली शय्या. उच्चता. स्त्री० ( * ) भइत; A raised, high, bed which मेवानी न ४२वी ते. मुफ्त; कुछ भी does not shake कप्प. ६, ५४; इच्छा रखे बिना. Gartis; without | उधाकृइया. स्त्री. ( उच्च कुजिका) मानथा desire of any reward or guin. ઉચી અને ડગમગતી શબ્દ ન કરે તેવી " तञ्चताए दाणं दुल्लभ" पिं० नि० ३२२। शया कोरे. जमानसे ऊंची किन्तु न हिल उच्चत्थवणश्र. पुं० ( उच्चस्थापनक) या सके ऐसी शय्या. A raised bei भोलानुं मान विशेषः यमु. ऊंचे मुंह | which does not shake. कप्प. का बरतन. A vessel (७. g. a ६, ५४; pot) with a long neck: a उच्चागय. त्रि. (उच्चागज-उच्चो योगः pitcher with a long neck. पर्वतो हिमवान् तत्र जातं उच्चागजम् ) अणुत्त०३, १; હિમાચલમાં ઉદભવેલ-ઉત્પન્ન થયેલ. उच्चय. पुं. (उच्चय) योदयसो. ऊंचा हिमालय में उत्पन्न. Born, produced ढेर. A large heap; u high on the Himalaya mountain. pile. अंत० ६, ३; कप्प० १, ४; -बंध. कप्प. ३, ३६ * तुम ४ न०५२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ का फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #190 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उभागो-य] ( १८५ ) [उच्चार उच्चागोत्र-य. न. (उच्चगोत्र) उन्यू गात्रा मात्र भनी 24 प्रति. उच्च गोत्र; गोत्रकर्म की उच्च प्रकृति. Noble family; a kind of Gotra Karma which causes birth in a noble family " से असई उच्चागोए असई नीयागोए" अाया० १, २, ३, ७७ ठा० २, ४; अणुजो० १२७; सम० १७; क. ५० ७. ४३, प्रव. १२६५ -कम्म. न. (-कर्मन्) 34 गोत्र भ; गोत्र भनी से प्रति. उच्च गोत्र कर्म; गोत्र कर्म की एक प्रकृति. a variety of Gotra Karma giving birth in a high fanily. भग० ८, १; ---णिबंध. पुं० (-निबन्ध) G-24 गोत्र में मांधते. उच्च गोत्र कर्म बांधना. performing the nobler kinds of Karma which determine birth in high or noble family. " उच्चागोर्याणबंधी सासण वमणो य लोग्गमि" पंचा० १२, ७; उच्चागोत्त. न. ( उच्चगोत्र ) । ." उच्चागोत्र" श»: देखो “ उच्चागांश्र" शब्द. Vide 'उच्चागोश्र' उत० ३, १,८; उच्चानागरी. स्त्री० (उच्चानागरी) मे नामनी કેડિયગણથી નીલેલી-શાખા, આર્ય સંતિસેशिनी शाा. कोडिय गणसे निकला हुई शाखा का नाम. Nang of a family off-shoot derived from Kodiya Gana; the offshoot of Arya Santisenika. कप्प. 3 उच्चार. पु. (उच्चार ) 4 नीत; आ3); विष्टा. विष्टा--मल; टट्टी, Excrements. पिं.नि. भा. १५; पि.नि. १६७; ५३६; वेय. १, १८: ग्रोव. उत्त० २४, १५; सूय. १, ६, १९; सम. ५, आया. २, १, ५, २,६ नाया. १, २, ५, पन्न. १ ___v. II/24 दस० ८, १८, भग० १, ७, २, २; ६, ३३, १२, ७, २०; २; प्रव० ४३८; (२) 41 नीत १२वी; मसत्याग २३. शौच जाना; मल त्याग करना. answering the call of nature; getting rid of fæces “सेमि० उच्चार पासवण किरियाए" आया० २, १०, १६५; (३) ५योग मने पलाપૂર્વક પરઠવવું પીચમી પરિઠાવણિયા સમિતિ. उपयोग और यत्नापूर्वक वस्तुओं का निक्षेप -त्याग करना; पांचवा परिठावणिया समिति. getting rid of, laying down, excreta etc. carefully. उत्त० २४, २; -करण. न० (-करण) हिशामेry. मलमूत्रका त्याग करना. easing oneself; answering it call of nature. प्रव. २४; -णिरोह. पुं० (-निरोध) आना निरोध सब ७२। ते. मल निरोध; दस्त रोकना. stopping, checking, of stools. " उच्चारण राहेणं पासवणगिरोदेणं " ठा. १, १, -~-पडिक्कमण. न० ( -प्रतिक्रमण ) ઉચ્ચાર–વિણ પરવીને ઈરિયા વહિયા પડિ भी ते. मल त्याग करके इरिया वाहिया रूप प्रतिक्रमण करना. perforniing Iriyá Vahiya Pratikramana ( thinking over sins committed in walking ) after answering a call of nature.ठा०६-पासवण. न० (-प्रस्रवण) आई। मने पेशा०५. मल मूत्र. finces or solid excrements and urine. दसा० ७, १; निसी० ४, ६६; (૨) આચારંગના બીજા ભૃતસકલ્પના ત્રીજા मध्ययननुं नाम. प्राचारोग के दूसरे श्रुतस्कंधके तीसरे अध्यायका नाम. name of the third chapter of the second Srutas kand ha of Page #191 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उशारण] [उच्चावय Achiranga. पाया० २, २, ३, १०६; | ४२५॥ योय. उच्चार करने योग्य. Worth -पासवण भूमि. स्त्री० (-प्रस्रवणभूमि) । saying or uttering. भग० ६, ३: । भने पेशाम ५२४५३१नी ०८५1. मल | १६, ४ मूत्र त्यागने की जगह. a place for | उच्चारेयव्व. वि. ( उच्चारितव्य ) getting rid of solid excrements उपसा श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide and urine. नाया. १; भग० २, १; above. भग० १, ४, ५, १; ५; २, २ -~-भूमि. स्त्री० ( -भूमि ) 11वान जं. प. ७, १६२; 1241. शौच जाने का स्थान. a place for उच्चालइअ. त्रि. ( उच्चालयिक ) ६२ ४२. answering a call of nature. न:२; सेना२. दूर करने वाला घसीटने दस० ८, i७ -मत्त श्र. पुं० (-अमत्रक) वाला. ( One ) who removes or स्थावाने भाटे मारा पेशाब causes to move. "जंचागिजा उच्चाकरनेका पान. vessel in which लइधस जाणिजा दूराल इयं " अाया. 1, urine, solid excrementy etc. ३, ३, ११८; are got rid of. कप्प. ६, ५६; उच्चारण. पुं० ( उच्चारण ) मोक्ष ते. | उच्चालिय. त्रि० ( उच्चालित ) उयु रेखें: बोलमा. Utterance; speaking. पन्न 3. ऊंचा किया हुआ; उठाया हुआ. ३६, पंचा० ६,३८; Lifted up; raised up." Jogirau मिपाए इरिया समियस्स संकमद्राए" उच्चारत. न० ( उच्चारत्व ) विY. श्रोघ. नि. ७४८; विष्टापन; मलत्व. Stute of solil excrements. भग० ३०, ४: उच्चा -य. त्रि. ( उच्चावच-उदकचावाक् उच्चार पासवण खेलजल्ल सिंघाण उच्चावचं ) उयनीय; उत्तमाधम; अने। पारिहावणिया समिय. त्रि. ( उच्चार प्रारनं. ऊंच नाच, उत्तम अधम; अनेक प्रस्रवण खेलमलासबानपरिस्थापनिका समित) प्रकार का. Of various kinds: आ31, पेशाण, नसा , भेस, नाभेल, high and low. सूय. १, १, १, એટલી વસ્તુઓ પરોવવામાં સામતિ વત્તા- २७; उत्त. २, २२: नाया. १; १६; वाला. मल, मूत्र कफ, मैल; नाक का १८; भग० ७,६; १५, १; ओव. १०; मैल, इन को यग्नाचार पूर्वक डालने वाला. पन्न. ३४; राय० २६६; दसा० १; ३; (One ) careful in laying down (२) अनुस प्रतिस. अनुकूल प्रतिकूल. or throwing out solid excre. favourable as well as adverse Inents, urine, spittle, bodily भग. १, ६; dirt & snot. नाया० ५; दसा० ५. ११; उच्चावय. त्रि. (उच्चव्रत-उच्चानि महान्ति उच्चारिय. त्रि० ( उच्चारित) व्यारेस: व्रतानि येषां ते ) महावत धारी; या त स्या२ रेस. कहा हुआ; उच्चार किया पाली. महा व्रत धारन करने वाला; ऊंचे हुआ. Said; uttered. पन्न. १७; सु. व्रतवाला. ( One) observing .high च. १, ३६३; पिं. नि० ६५; Or full vows. " उच्चावयाई मुणिणो उच्चारियव्व. त्रि. (उच्चारितव्य ) या२ चरंति " उत्त० १२, १५.; Page #192 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उच्चावइत्ता ( १८७ ) [ उच्छाइय उच्चावइत्ता. सं. कृ. य० ( उचः कृत्वा ) 671 Corered; hizklon. 117. 47. युशने. ऊंचा करके. Having lifted २३; जं. प० २, १६ up. पन्न . १७; उच्चत्त. न० ( अपच्छत्र अपशब्दं विरूपं छत्रं उच्चविय. सं. कृ. ० ( उच्चैः कृत्वा ) न्यू स्वदोपाणां परगुणानांचावरणमपच्छत्रम् ) शने ऊंचा करके. Having lifted or પોતાના હોય અને બીજાના ગુણાને છુપાવવા raised up. पन्न. १७; ते; असत्य मे प्रा. अपने दोष और उच्चिइश्र. त्रि. ( उच्चैस्क ) यु. ऊंचा.. दूसरे के गुण को छुपान. Hiding one's High; elevated. जावा. ३, ३: own demerits as well as anउच्चूल. न० (उच्चूल = ऊर्ध्व चूला यथा स्था other's merits. पराह. १, २, तथा उच्चूलम् ) यी चाटती थाय तेकी उच्छद्ध. त्रि० ( उत्स्तब्ध) ४२९ नरेल. शते यु:२३ माथु. जिस तरह से लोटी अंदर उतरा हुआ; उंडे में उतरा हुआ. ऊंची हो उस तरह से ओंधा-नीचा किया ___Gone deep into the interior. हुया माथा. ( Head ) topsy-turvied श्रणुत्त. ३, 1; so that the tuft of hair becomes उच्छन्न. त्रि. ( उच्छन्न ) । 'उच्छण्ण' erect. विवा० ६ श६. देखो ‘उच्छण्ण' शब्द. Vide उच्चल. पुं० ( प्रवचूल ) साथीना सानी से उच्छराण 'जं. प. तुमे भाjaj Yभई. हाथी के गले के दोनों ओर झमक के समान | उच्छरंत. त्रि. ( उत्स्तृण्वत् ) मान jij श्राच्छादन करता हुआ; ढंकता लटकता हुआ भूमका. Anormainental हुआ. Covering. "चक्नुपहमुच्छरन्तpendant (of the shape of a flower) on both the sides of कच्छइ गंभार .." पण्ह ० १,३; the neck ok an elephant. अोव० उच्छलणा स्त्री० ( उच्छलना ) 31ते. ३०, उछलना. Leaping up; throwing उच्चूलग. पु. ( श्रवचूलक ) | Fu up. परह ० १, ३; श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide | उच्छलिय. त्रि. ( उच्छलित ) २१. ___above. ओव, ३१; उछला हुआ. ( One ) that ht: उन्चोदअ. पुं० ( उच्चोदक ) यमदत्त | leapt up. पगह. १, ३, यतिना मे मस नाम. ब्रह्मदत्त उच्छव. पु. ( उत्सव ) द्रोसया; माई1. चक्रवर्ती के एक म ल का नाम. Name सव. इन्द्रोत्सवादि; महोत्सव; बड़ा जल्या. of a palace of the Chakravarti A festival; e. g. one in honour Brahmadatta. उत्त. १३, १३; of Indra. नाया. १; भग० ६, ३३; उच्छंग. पुं० ( उत्संग) ; मातो. गोदी. उच्छहंत. त्रि० ( उत्सहत्) 3A ५तो. A lap अंत० ३, ८; अोव० ३१; सु० च० उत्साहवाला. Ardent; zealous; en. २, २४४; नाया० २; १६; विवा० ७/ thusiastic. " अयोमया उच्छहया प्रव. १६० नरेणं " दस. १, ३, ६.. उच्छरण त्रि. (उच्छन्न) dia. ढांका उच्छाइय. त्रि. (अवच्छादित ) 241961 Page #193 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उच्छादण्या ] (१८) Covered; Ra; dika. air g hidden. नाया ० १९ उच्छादण्या. स्त्री० ( उच्छादन) उच्छेदन ४२ ते. उच्छेदन करना; उखाडना. Rooting out; cutting out. “ अंगाणं. संभुतरां घाताएवाहाए उच्छदण्याए भग० १५, १: 39 उच्छाय. पुं० ( उच्छ्राय ) उया) ऊंचाई. Height. ठा० ७; उच्छ्रायणा. स्त्री० ( उच्छादना ) व्यवस् व्यावृत्ति रवी जातिका विच्छेदन करनानाश करना. Cutting off'; debarring. नाया० ८; उच्छ (ह. पुं० ( उत्साह ) उत्साह उत्प उत्साह; उत्कंठा Zol; enthusiasm; eager longing. सू० प० २०; सम० ६: उदा. न. ( उच्छेदन ) - धारू सेते. उधार लेना Borrowing: taking on credit. पिं० नि० ११६ उच्छिषग. पुं० ( उत्क्षेपक ) और विशेष; भीगा, मीस वगेरे योरनी त चोर विशेष : मीणा, भील वगैरह चौरकी जाति A particular class or tribe of thieves; e. g. Mina, Bhila etc परह १, ३; Jizz. ft. (iêge).uni mai qay; उच्छिष्ट झूठन. ( Food ) remaining after one has eaten a portion of it. प्रव० ११६; उच्छिरण. त्रि० ( उच्छिन्न ) अ नाश पामेश नाश पाया हुआ; नष्ट. Destroyed; ruined. ठा० १; भग० - सामि ३, ७ कप्प० ४, ८८: पुं० ( स्वामिक-- उच्छितो निःसत्तीभूतः स्वामी यस्य तत्तथा ) ने स्वाभीम से नाश पाभेल होय ते. जिसका स्वामी नष्ट हो गया हो वह (one) whose master has been ruined. “उच्छ्रिराण सामियाइ वा उच्छिरण सेउ पाइ भग० ३ ७; उच्छिय. त्रि० ( उच्छ्रित ) उरेल. ऊंचा किया हुया. Raised up; elevated. श्र० २६, ३१; नंदी० ; १, २. उच्छु. पुं० ( इक्षु ) शेरडी सांटा, गन्ना, Sugar-cane भग० १, १ पा० ७, ३, १६०: श्रोत्र० पिं० नि० २८०सु० च० २, २४; - खंड. पुं० (खण्ड ) शेरीन । नत्री गन्नेका टुकड़ा. a piece of sugar-cane दस० ३, ७ ५., २, ३८ दमा ० १०, ५ -- गंडिया. स्त्री० -गण्डिका ) શેન્ડીના ગાંડ सहित 3536. गन्नेका गांठ सहित टुकडा. piece of sugar-cane with joints. आया २. 1, १०. ५.८९ - मेरग. २० ( मेरक ) शे. डीनी गंडेश: छोत नरेश शेरडीना उट गंडेरी; गन्नके बिना छिलके के छोटे टुकड़े. small pieces of with the peel sugar-cane chopped off श्राया० २, १, ८, ४७; - वरण. न. ( -वन ) शेरडीनुं वन. गन्ने का a forest of sugar canes अणुजे ० १३१; - वाड पुं० (वाट) शेरडीनी बाट गन्ने की बाड़. a field of sugarcane where they are pressed to extract juice. घ० नि० ७७१: * उच्छुड. त्रि० ( बत. ) उपर यावेस. ऊपर L [ उच्छु *लुख पृष्ठ २१५ नी फुटनोट ( * ). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ) Vide foot note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #194 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( १८६ उच्छुद्ध [उजय ) आया हुआ. Come up; come to क्षोभ रहिन. Free froin agitation. the surface. विशे० ११४७; श्रोघ० नि, ४३३; उच्छद्ध, त्रि. ( विक्षिप्त ) येसविरे. | उच्छोलण. न० ( उच्छोलन) तनाये बिखरा हुआ. Seattered; dispersel. सय ५५ धावा ने बिना मनाचार के अोघ. नि. भा. २२१; हाथ पैर बाना. Careless Washing उच्छूट त्रि. (*) योस. चुराया हुआ. | of hands and finet. सूय. १, ६, Stolen. जीवा० ३, ३; ( २ ) ५३. १८; --(णा)पहोन-य. त्रि. (-प्रधौत त्यागाह्रश्रा. abandoned. ओव० ३८; --उच्छोलनेन प्रभूतजलतालनक्रियया धौता गत्था० (३) पोताना यातया २ रेस; धौतगात्रा ये ते तथा) वा पाया १९५२ रेख अपने स्थान से दूर किया ना १२ शरीर गरे योनः२. विना हुअ ; बाहिर किया हुआ removed. es- यन्नाचार के बहुत से पानी से शरीर वगैरह pelled from one's place. “यायाण घोने वाला. (one) they carelessly फलिय उरद दाह वाहू' तंदु, प्रोव० १०; washes his body (needlessly ) -~-सगेर. पु. ( -शरीर ) Tणे शरीर with too much water. ओव. सं२२ तासीयाले मेवा मुनी. एस मुनि दस ४, २६; -(णापहोइ. त्रि. (-प्र. जिन्होंने शरीर संस्कार का त्याग कर दिया धाविन् -उच्छोलनगोदक यतनया प्रकर्षण an iscetic who is given op धावतिपदादिशुद्धि करोति यःस तथा) all giysical needs or ceased to पार पर प्रक्षना२. बिना गस्नाचार atted to them. "घोरतयसी घोर के पैर धानवाला. (one) who बंभयारी उच्छृढ सगर" वता. 3; भगत washes foot willout proper 1, १: नाया. 13 care. दम. ४: उच्छद. पुं० ( उच्छेद ) नश. नाश. Des- उच्छोलित्तार. त्रि० ( उत्क्षालित ) 31 truction; annihilation. नंदी० ३६; ! साना२. छाटनेवाला ( One ) ho उन्छेय. पुं० ( उच्छेद ) । पो . Washes or sprinkles. सूय ० २,२,१८, देखो ऊपर का शब्द. Vide adove, उजम पुं० ( उग्रम ) धम; 4-2; प्रवृत्ति. नंदी, ३६; --कर त्रि. ( -कर ) नाश उद्यम; बंधा; व्यापार: प्रवृत्ति; कर्तव्य ४२॥२. नाश करने वाला. ( one ) who तत्परता. Industry'; activity; busidestroys नंदी० ३६; mess. ओव. २१; सु० च० १, २५; उच्छेयण. न० ( उच्छेदन ) लिल ४२; नाया० ५; गच्छा. ५; उ न ४२सुं. निर्मूल करना; उच्छेद | उजय. त्रि. ( उद्यत).५२; या२. तत्परः करना. Uprooting; annihilating; ! उद्यम; तैयार. Ready; ready to eradicating राय, २०८; do, prepared. पण्ह० १, ३: श्रोष उच्छोभ. त्रि. ( उन्होभ) क्षोम २हित. नि. भा० ४६; सु. च. 1, ३०३: पंचा. * गुमे न.१२ 1५ ना ५रनार (* ). देखो पृष्ट नंबर १५ को फूटनोट (* ). Vide foot-mote (*)p. 15th. Page #195 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उजयंत ] ( १६० ) [ उजाण ८, ५; -विहार त्रि. ( -विहार ) विहारमा उधत-भास. विहार में उद्यत. onthusiastic or zealous about peregrination ( Vihira ). पंचा० १, ४६, उजयंत. पुं० ( उजयत् ) नि ॥२ पर्यंत. गिरनार पर्वत. The Giranāra Imountain. प्रव० ३६४; -सेल. पुं. (-शैल) गिरनार पत. गिरनार पर्वत. the Giranāra mountain. नाया० १६; उजल. त्रि० (उज्वल) निर्भया १२७; यो' ; शु६; २४ २हित. निर्मल; स्वच्छ; साफ; निष्कलंक. Clear; pure; stainless. कप्प. ३, ४१, ४६, नाया० १; जीवा० ३, १; राय. 'अोवभग० ६, ३३, १५, १; गच्छा० १०२; (२) Bcke तीन. उत्कट; तीव. sharp; severe. नाया० १, ५, १६, १२; सूय. २, २, २७; राय० २८३; विवा० १; जं. प. ७, १६६; दमा० ६, १; -णवत्थ. पुं. (-नेपथ्य ) निर्गत वे५. निर्मल वेपः स्वच्छ पोशाक. clean, spotless, dress. भग० ७, ८; उजलिय. त्रि.. ( उज्ज्वलित-उद्गता ज्वाला यस्य सः) प्राशित; प्यमान. प्रकाशित; प्रकाशवान् ; दैदीप्यमान्. Shining; Sparkling. नाया. १; जीवा० ३, उज्जल्ल. त्रि. ( उज्जल - उद्गगतो जल्लः शुष्क स्वेदो यस्य सः) सु पसिनाना मेल मेजयुमत; मशीन. सूखे पसीने के जमे हुए मेल सहित. Dirty with a sediment of dried up perspiration. " मुंडा कंडूविणटुंगा उज्जल्ला असमाहिता" सूय० १, ३, १, १०; उजहित्ता. सं. कृ. ( उद्धाय) तने | घोटीने. तजकर; छोडकर. Having | abandoned; having left " उज्जहित्ता पलायइ" उत्त० २७, ७; उज्जाण. न. ( उचान-वस्त्राभरणादिसमलं. कृतविग्रहाः सन्निहितासनाद्याहारा मदनोत्सवादिपु क्रीडार्थ लोका उद्यन्ति यत्र तच्चम्पकादितहखण्डमण्डितमुद्यानम् ) - કુલ વાલા ઝાડાથી થામ બાગ; સાધારણ જનોને આ ઉજાણી કરવાનું સ્થાન; कीया. फूल फल वाले भाड़ों से व्याप्त बागीचा; साधारण जनों का उत्सव करने का स्थान; वागीचा. A garden with fruit. trees and flowering plants; a place where common people go for celebrating a festivity. कप्प. ४, ५, ८८; ११३; ७, २११; अणुजो० १६; १३४; ठा० २, ४; सम० ६: दस० ६, १; ७; २६; राय० २०, ३३; २३४, नंदी० ५०; पिं.नि. २१२; सु. च. १,६६; दसा. ६, ३; विवा. ५: श्राव. १६; नाया. १; २; ३; ५;८; १४, १६: भग० ३, २, ५, ७; १५, १; १८, १, २५, ७ जं. प. २, ३०, ३१; निसी० ८, २: (२) उन्धी भीन; 2. ऊंची जमीन; टेकडी. a high ground; a hill. " उजाणं सिव दुबला " सूय. १, ३, २, २०: -गिह. न० (-गृह) उधारमा मात्र भान. उद्यान गृह; बगीचे वाला घर. ४ house inagarden. ठा० २, ४, निसी० ८, २; --जत्ता. स्त्री. ( -यात्रा) उधानमा ; Gधानी यात्रा. बागीचे में जाना. going to a gurden. नाया. १; -पाल. त्रि. (-पाल ) Gधानने २०४-भाली. उद्यान का रखवाला; माली. a gardener; (one ) in charge of u garden. पिं० नि० २१४; -पाल. त्रि. ( -पालक ) यो पो श६ Page #196 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उज्जाणियलेण] ( १६१ ) [ उज्जु देखो ऊपर का शब्द. vide above. राय २३०; -सोट्टेय. त्रि० (-संस्थित) Gधानની આકૃતિ વાલું, ઉદ્યાનને આકારે રહેલ. उद्यान की प्राकृति वाला; उद्यान के प्राकार ari, having the form of a garden; of the appearance of a garden. “ उजाण पंठिताण ताव क्खेते " चं. प. २; -साला स्त्री० (-शाला ) Gधान शा. उद्यान शाला; वागीचा. u park; a garden. निमी. ८, २; - सिरि. स्त्री० (-श्री ) धानवजनी सभी-शाना. उद्यान की लक्ष्मी; वन की शोमा. beluty of a garden or of wood. नाया. १६; उज्जाणियलेण. न. ( औद्यानिकलयन ) उधान गीयानी मं६२नुपिरामल उद्यानबागीचा के भीतर का विरामगृह-ठहरने का | fara. A l'esthouse in a garden; a house of recreation in a varden. भग. १३,६: १४.; उज्जायण. पुं० ( उद्यायन ) । नक्षत्र गोत्र. पुष्य नक्षत्र का गोत्र. 'The family. line of the constellation Puşya. सु, प. १०; उज्जालअ. त्रि. ( उज्ज्वालक ) मनि सन भावना२. अग्नि जलाने वाला-सिलगाने वाला. ( One ) who kindles fire. सूय. १, ७, ६; उज्जालण. न. ( उचालन ) ससगाव ते. जलाना: सिलगाना. Kindling; setting fire to; causing to burn गच्छा० ७६; उजालिय. त्रि. ( उज्यालित ) साये. सिलगाया हुआ. Kindled. जीवा० ३, ३; उजिंत. पुं० ( उजयत् ) सो२४ देशमा जुना. ८ पासे मात्र गिरनार पर्यंत. गिरनार पर्वत. The mountain Girnara in Junagadha, पंचा० १६, १७, कप. ६, १७४; उज्जु. त्रि. (ऋजु-अर्जयति गुणामिति ) स२५. अव; टि. सरल; सीधा, टेढाई रहित; बिना कुटिलता का. Straight; straight-forward. ओव० १०; टा०४, 1; आया. १, ३, १, १०७; पिं.नि. २८१%3B २६५, जं. १०२: जावा. ३. ३: (२) भाया-५५. २हित; संयमधारी. माया रहित; छल कपट रहित; संयम वाला. tree from deceit; self-restrained. ठा० ३; -आयता. श्री० (-श्रायता) स२॥ ५ने सांभी श्रेणी सरल और लंबी श्रेणी a long and straight line. भग० २५, ३, ३४, १: -~-श्रायया. स्त्री (-श्रायता) | | श६ देखो ऊपर का शब्द. vide above. भग. २५, ३; ~कड. वि. ( -कृत ) स२५% भायारहित २. सरल-माया रहित किया हुश्रा. made straight-forward of froe from deceit. . अकिंचणा उज्जुकडा निरामिसा ! परिगाहारंभ नियस रोसा" उत. १४, १; पाया. १, १, ३, १८; -जड. त्रि. ( -जह ) स२॥ અને જડ; સીધાપણ જડતા વાલા. सरल और जड़, सीधा किन्तु मंद बुद्धि. straight-forward but dull and and stupid. " पुरिमा उज्जुजाडाणो वक जडाब पच्छिमा" उन. २३, २६; पचा. १७, ४३; ---दंसि. त्रि. (-दार्शन-जु मोदं प्रति ऋजुरवान् संयमस्तं पश्यन्त्युपाोयतयेति अजुदर्शिनः) * मारમોક્ષ સાધક સંવમને જોનાર; સંયમાભિલાષી. ऋजु भाव-मोक्ष की सिद्धि करने वाले सयम का अभिलाषी. ( one ) desirous of Page #197 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उन्जु] ( १९२ ) ascoticisin which leads to sal. vation दस०३,११;-पत्र. त्रि.(-प्रज्ञ) स२॥ सने सभY. सरल और समझदार । straight-forward and intelli gent. दस० ५, १, १०; उत्त० ६; २३, । २६; पंचा० १७, ४३;-भाव. पुं०(-भाव) Hog भाव; सरसता. सरल स्वभाव सरलता. straight-forwardness; self-restraint. "उज्जुभावं च जण यई" उत० २६, ५; -मह, स्त्री० (-मति-मननं मतिः प्रज्वी सामान्यग्राहिणी मतिः अजु. मतिः) मन ५५५ सानो मे मे સામાન્યથી મનના પર્યાને જણાવનાર सान. मन पर्यव ज्ञान का एक भेद; सामान्य से मन के पर्यवों को जानने वाला ज्ञान. å variety of Munaparyera Jřāna; simple mental kuowledge. ओव० १६; दस० ४, २७, ठा. २, १. नंदी० १८; भग० ८, २; विशे० ७७६; (२) पुं० ५५ न्यून (सही मगुल न्यन); गढीही। संजो प्राणिसोना मनोमारने लगुनार साधु. अढाई द्वीप के संशी प्राणियों के मनी भावों को जानने वाला साधु. (an ascetic) able to know the thoughts of conscious living beings of 2] Dvipas i. e. continents; a little less ( by the breadth of 21 fingers) ओव० १५; यार. त्रि. (-कार) *-संयम-ससताना २કરનાર; સંયમધારી; સંયમ પાલનાર. संयम का पालन करने वाला. ( one) who observes rules of asceticism. सूय. १, १३, ७ -सुत्त. पुं० ( -सूत्र ) वर्तमान वरतुने मानना२ नय; सात नयमांनी ये नय. वर्तमान वस्तु को | ही मानने वाला नय; सात नय में से एक नय. the theory which admits the present condition of things only; one of the 7 logical stand-points. ठा० ७ -सुय. पुं० ( -श्रुत ) सतीत 11 ब ५ વક્રતા વિના માત્ર વર્તમાન કાલવાર્તિ વસ્તુનેજ જે દેખાડે, પારકી વસ્તુ નિષ્પો જનહાઈને અસત સમાન માને, લિંગ વચન ભિન્ન છતાં એકજ પદાર્થ માને, નિક્ષેપચાર સ્વીકારે તે; સાત નયમાં ચોથે નય. सात नय में का चौथा नय, जो अतीत अनागन काल रूपी वकता को छोड कर केवल वर्तमान काल रूपी वस्तु को ही दिखलाता है, पर वस्तु को असत् के समान मानता है, लिङ्ग वचनों को भिन्न होने पर भी एकही पदार्थ बतलाता है और चार निक्षेप स्वीकार करता है. the fourth of the seven logical standpoints; viz the actual point of view referring to the present condition of things, regarding as non-existent or false all other things because they serve no purpose, and regarding substance as one although it may difter in gender end number. अणुजो० १४; १४८; सम० ८८; पन्न. १६; विशे० ४०; २२२२; प्रव० ८५४; ( २ ) विछे गये। બારમાં દષ્ટિવાદ અંગના બીજા વિભાગ સૂત્રनो प्रयम मे. जिसका विच्छेद होगया है ऐसे बारहवें दृष्टिवाद अंगके दूसरे विभाग सूत्र का प्रथम भेद. the first division of the 2nd Vibhāga Sūtra of the 12th non-extant Dristivada Anga. --सेढि. स्त्री० (-श्रेणी) स२१ Page #198 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उज्जुश्र] ( १९३ ) [ उजेणी अए-माश अटेशपंडित. सरल श्रेणी- उज्जुत्त. त्रि. ( उद्युक्त) अधम पासउधभी. आकाश प्रदेशों की सरल पक्ति. a straight उद्यमी: उद्यम करने में तत्पर. Industriline of spatial units. "विप्पजहित्ता ous; busy. पंचा० १७, ५२, नंदी० २६; उज्जुसेठिपत्ते" उत्त० २६, ७३; ( २ ) सावधान. सावधान. सचेत. attenउज्जुश्र. पुं० ( ऋजुक ) २ सपं गेरेना । tive; careful. श्राउ. ६२-२१५२. ऊंदरे और सांपों की बांबी. A उज्जभूय. त्रि. ( ऋजूभूत ) स२३ ५येस; hole of a snake, arat ete, सि६१-१२ यनी. सरलीभूत; सरल कप्प.५, ४२७ हृदयवाला, (One ) who has beउज्जुग. पुं. (अजक)ष्टियाना र समान come straight-forward in mind; पडेगुं सूत्र. दृष्टिवाद के ८ सूत्रों में का atraight-forward. उत्त०३, १२; पहला सूत्र. The first of the 8 Sutras of Dristivatla. सम० ( २) उज्जुय. त्रि. (ऋजुक ) स२५; साथ; नि. पी. सीधा साधा; कपट प्रपंचराहत. Free निपटरी; सरस. कपटरहितः सरल. one from deceit; guileless. आया. २, free from fraud. जीवा० ३; ३, १, ११४; भग• १८, ५. दसा. ६, २; उन्जुगइ. बी. (जुगति) साधु पोताना आय. नि. ८००; कप्प, ३, ३६ (२) पुं० સ્થાનથી નિકલી સિસિદ્ધ ગૃપંક્તિએ भाण हाय. सीधा हाथ; दाहिना हाथ. the 01) चारे, पता नहारे ते; गायरीना right hand. ओघ० नि० ५१०; या प्रामांना पड़े। २. गोचरीके पाठ प्रकार में का एक प्रकार, जिस में साध अपन। उज्जुयया. स्त्री० (ऋजुकता ) स२३ता. सर लना; सांधा सादापन. Freedom fronm स्यान से निकल सधिा गृहसमूहों में जाकर वहोरता-भिक्षा लेता है और लोटत हूए नहीं guile; straightforwardness. 3770 वहारता. The first of the eight | २६, ४८; modes of begging alms; viz उज्जुवालिया. वी. ( ऋजुवालुका ) मया proceeding to beg froin one's ગ્રામની બહાર વહેતી એક નદી, કે જેને own abode in a straight line કાંઠે મહાવીર સ્વામીને કેવલજ્ઞાન ઉત્પન્ન થયું. (of houses) and not begging जांभया ग्राम के बाहर बहता हुई एक while returning. प्रव. ७५३; नदी, जिसके तीर पर महावीरस्वामी को उज्जुगमूय. त्रि. (ऋजुकभूत ) स२१ भूत केवलज्ञान उत्पन्न हुश्रा. Name of a यये. सरलीभूत; सरल हो चुका हुआ. river outside the village called ( One ) that has become Jambhiyā on the bank of straight or straight-forward. which Mahavira Swami got "सोहि उज्जुगभूयस्त धम्मो सुद्धस्स चिट्ठइ' omniscience. "जंभिय गामस्त नगरस्स उत्त० ३, १२; बहिया नईए उज्जुवालियाए उत्तरकूले " उज्जुगया. स्त्री. (ऋजुकता ) स२सता. सर श्राया० २, १५, १७६; कप्प. ५, ११६; लता; सीधा साधा पन. Straightness; उजेणो. श्री. ( उजायनी) मास शिनी straight-forwardness. ठा० ३; नारी नाम. मालव देशका एक v. 1/25. Page #199 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उजो-य] ( १९४ ) [ उज्झ नगरी का नाम; उज्जायनी; उजैन Ujjain; से या२ प्रति. उद्योतादि चार प्रकृति; name of a city in Mālava. उद्योतनाम, तियंचगति, तिर्यचका आयुष्य, और " उजेणी अट्टणे खलु" श्राव. ४; संस्था० तिर्यंच अनुपूर्वी ये चार प्रकृति. The four ६५; सु० च० ११८; विशे० १०८२; अोध. Prakritis ( Karmic natures ); नि. मा० २६ viz Udyota Nāma, Tiryancha उज्जोय. पुं. ( उद्योत ) तेस-माश Gati, Tiryancha Āyuşya, and उद्योत; मा प्रकाश; उजेला; उद्योत. Tiryancha Anupurvi. क. गं. ३, Light; brightness. "देवुजोयं करेंति" १२, २३: -रणाम. न. ( -नामन् ) नाम राय. उत्त. २३, ७५, २८, १२; मनी मे प्रति. नामकर्मकी एक प्रकृति. पन्न• २; अाया० २, १५, १७६; मग० २, A variety of Nintakarma. क. ८; ५, ६; प्रव० १२७८; मत० १६८; गं० १, २५ (२) नाममनी मे प्रति लेन! उजाइय. त्रि. ( उद्योतित ) शित; अगઉદયથી ઉણ-ગરમ નહી છતાં પ્રકાશ કર- आ. प्रकाशित; प्रकाशवान् : चिलकता हुअा. નાર શરીર પ્રાપ્ત થાય-જેમ ચંદ્ર નક્ષત્ર રત્ન Shining; sparkling. सम० प० २३७; योरेनां शरीर नामकर्मकी एक प्रकृति, जिसके नाया० १; ओव० १०; गच्छा० 1; सु० च० उदयसे गर्म न होते हुए भी प्रकाशवान २, २६७; कप्प. ४, ६२, प्रव० ८०; शरीर प्राप्त हो जैस कि चद्र, नक्षत्र, उज्जोय. पुं० ( उद्योग ) प्रयत्न; परिश्रम. रत्न आदि का शरीर. a variety of | प्रयत्न परिश्रम, महिनत. Efort; work; Nāmakarma by which one Jabour. सु. च० १, ६६; gets a body which is bright उज्जोयग. त्रि. ( उद्योतक ) धान नार. ind shining without being उद्योत करने वाला. ( One ) that hot, e.g that of the moon etc. gives light. “ सब जगुजोयगस्स" पन. २३; क. गं. १, २५-४६, २,५; नंदी. ३; ---प्रायव. पुं० (-यातप ) द्योत भने उजोयण. न. ( उद्योजन ) ने तैयारी सात५ नाम . उद्योत और श्रातप ४२वी. जोड़नाः तैयारी करना. Uniting; #1924. the two Nāmakarmas joining; preparing. अोव नि० भा. viz Udyota and Atapu. क. गं० ५, ३; जं. प. ३, ५४; -गर. त्रि. | उजोविय. त्रि. ( उद्योनित ) २ल माहिया ( --कर ) उद्योत-श-जानाशनमा प्राशित. रत्न श्रादिसे प्रकाशित. Shining प्राशना १२ना२. उद्योत प्रकाश करनेवाला; with jewels etc. " सउज्जो विएहिं" ज्ञानदर्शनरूपी प्रकाशका करनेवाला. (ome) राय० ४६; नाया० १; who enlightens in right know- Vउज्झ. धा० . ( उज्झ ) तहे. त्यागledge and faith. परह० २, २; सम० देना; छोड़ देना. To abandon; to आव० २, १; -चउ. (-चतुष्क) छौ- leave off. તાદિ ચાર પ્રકૃતિ ઉદ્યાતનામ, તિર્યંચ ગતિ; उज्झइ. भच० १०३. તિર્યંચનું આયુષ્ય અને તિર્યંચ અનુપૂર્વી, ! उज्झसि. विवा० १%B Page #200 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उज्झश्र] [उज्झिया - - उज्माहि.पा. विवा० १% of the 2nd chapter of the first उज्झसु. प्रा० भत० ५६; Srutaskandha of Vipāka Sūtrat. उज्झिउं. सं. कृ. सूय० २,२,६; नाया०६ विवा० १; ( 3 ) त्रि. तस; त्याग उजिमऊण. परह. १, ५; २४. त्यागा हश्रा. abandoned: उजिझसए. नाया०८ उवा० २, ६५ given up. विवा० १; पिं०नि० १६६; उज्झत. व. कृ. अणुजो० १२८; -नियाणसल्ल. त्रि० (-निदानशख्य) नियाउज्झावेइ. प्रे• विवा० २; પશલ્યને ત્યાગ કરેલ છે જેણે તે નિr उज्झम. त्रि० ( उज्झक) सतविवे वरना. रूपी शल्य को त्याग देने वाला. (one ) सद्विवेक से रहित. Devoid of a sense who has got himself rid of the of decorum or deceney. “ तित्ता thorn in the shape of Niyāņā तिधा भितावणं उज्झा -असमाहिपा '' (i. e. desire for future senseसूय० १, ३, ३, १३; pleasure). भत्त० १४०; -धम्मिय. उज्झण. न० ( उज्झन ) २ अ rg. त्रि. ( -धार्मिक ) नामी हेवा योग्य; बाहिर ले जाना. Taking or carrying निरुपयोगी. फेंक देने योग्य; निरुपयोगी. out. विशे० २५७७; ( २ ) सा. त्याग; worth being thrown Way; abandoning; giving up. ओव. ! useless. अणुत्त० ३, १; उज्झर. पुं० (अवझर) पर्वतमाथी ५: पीना उझियग. पुं० (उजिमतक) विभयभित्र ७२।। शिशिनि पर्वत में से गिरता हुआ । सार्थवादी मार्या सुभद्राथा उत्पन्न येस पानीका मरना; गिरिनिर्मर. Amountain | पुत्र. विजयमित्र सारी की स्त्री सुभद्रा से torrent; a mountain streamino 778 97 # FiR. A son of the १५; जं० ५० १, १०;.-रव. पुं० ( -रव )। merchant Vijay amitra !!! of अरानो समस स झरने की ध्वनि. his wife Subhadri. विवा०२: babbling sound of a stream. . उज्झियधम्मा. स्त्री. ( उज्झितधर्मा) १२ नाया. ६ નાખી દેવા હોય, જેને કોઈ લેવા ન उज्झि-य. पुं० (उज्झित) मिनामे ! છરે છે તેવી વસ્તુ કરવી તે એપણ ના વિમિત્ર સાર્થવાહનો પુત્ર કે જેને અધિકાર सात प्रभानो मे जो वस्तु लेने योग्य विपा सूत्रनामी संयनमा छ. उझत न हो, उस का वहोरना-लेना, एषणा के नामक विजयमित्र सार्थवाह का पुत्र, जिसका सात प्रकारों में का एक प्रकार. Receiving वर्णन विपाक सूत्र के दूसरे अध्याय मे है । 19 alms a thing which is worth Name of a son of the merchant beiny thrown away and which Vijayanitra wlose account is nobody would cure to take; given in the 2nd chapter of one of the seven varieties of Vipluka Sutra. विचा० १; २: अणुनो। receiving alms. प्रव. ७५०; १३१; (२).वि सूचना प्रथम श्रुत२४.धना उझिया. स्त्री ( उज्झिका ) पन्ना साथसील प्ययन नाम. विपाक सूत्र के प्रथम वा पुत्र वनपास सार्थ वा तेनी स्त्री. धन्ना श्रुतस्कंध के दूसरे अध्याय का नाम name नामक सार्थवाह के पुत्र धनपाल की श्री. Page #201 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्य] ( १६६ ) [ उट्ठाण Wife of the merchant Dhana. उट्टीवाल. पुं० ( उष्ट्रपाल ) St2 ना२. pala, the son of the merchant ऊंट को पालने वाला. A keeper of Dhanna. नाया. ७ eamels. अणुजो. १३१ उट्ट. पुं० स्त्री. ( उष्ट्र ) सांदी; 32. ऊंट; | उट्ठ. पुं० ( उष्ट्र ) २६ गत सय२ प्रा. A camel. " अहभंते उट्टे गोणे खरे एक प्रकार का जलचर प्राणी. A kind घोडए" पन्न. १; “ भारवहावहतिउट्टावा' of aquatic animal. “मग्गूय उट्ठा. सूय० १, ४, २, १६, २, २, ४५, ओव० दगरक्खसाय" सून. १, १, १५; ३८; जीवा० ३, ३; जं० प० उवा० २, ६४; उट्ठ. पुं० ( श्रोष्ठ ) ॥४; . प्रोष्ट. A lip. क. गं. ६, ४३; कप्प० ३, ३५; नाया० २; ओव० ३८: भग. उट्टिय. त्रि. (ौष्ट्रिक-उष्ट्राणामिदमौष्टिकम्)। १, ११; सम० ११; सु. च. 10, ४१%3B ઊંટના વાલનું બનેલું સૂત્ર ઢાબલી વગેરે. भोघ. नि. भा० २६६; उवा० २,१४; ऊंट के बालों से बना हुआ वस्त्र; धावल विशे० ८५७; निसी० ३, ५३, ५, ३८; वगैरह. A blanket etc. made दसा० ६, ४; (२) पासपने। डी. of the hair of a camel 9 बरतन की कोर. the brim or border नि० ७० ६; वेय. २, २३; अणुजो० ३७; | of u vessol. ओघ. नि. ६६०; उट्टिया. स्त्री० ( उष्टिका उष्ट्रस्याकारः पृष्ठाव- -~-च्छिन्न. त्रि० (-च्छिा ) ; ? यव इवाकारोऽस्थाः ) 2ना २k. पेस. तिस का ओठ कटा हो वह; ओठ सांना या यातुं पासण: शिरोध. ऊंट के #dr. (one ) wliose lip is cut. आकार का लम्बी गर्दन वाला बर्तन. A अाया. २, ४, २, १३६; -पुड. पुं. pot with a long neck like that ( -पुट) ५. आष्ठ पुट. the cavity of a camel. उवा० १, २७, २, ६४; ७, formed by hollowing the lips. १८४; विवा० ७ प्रव. २६३; उट्टियासमण पुं० ( उष्ट्रिकाश्रमण-उष्ट्रिका उहभिया. सं० कृ० अ० (अवष्टभ्य ) २४ाने; महान्मृन्मयोभाजन विशेषस्तत्र प्रविष्टाये श्रा- स्तंभन ५रीने. रोक कर; स्तंभन करके; म्यन्ति तपस्यन्तीत्युष्ट्रिका प्रमणाः ) मोटा थांभ कर. Having stopped; havभाटीना पासमा मेसी तपश्रर्या ४२॥२, ing checkod. श्राया० १, ६, ३, ११; शासाना साधुनी से, 11. मिट्टी के बड़े उद्या स्त्री. ( उत्था) शरारते ४२; मा बरतन में बैठ कर तपश्चर्या करने वाला; यु. शरीर को ऊंचा करना; खड़े होना. गोशाला के साधु की एक जाति. One who To raise the body; to stand. sits in a largo earthen vessel अोव० ३५; उवा. ७, १९३; and practises penance; one of उहाण. न. ( उत्थान) मा 2g-6Qते; the sects of the followers of में प्रा२नी येष्ट. खड़े होना; उठना, Gosala. ओव. ४१; Standing up; getting up. जं० ५० उट्टी. स्त्रो ( उष्ट्री ) 821; सांढरी ऊंटनी; | २, ३४; उवा. १, ७३; ठा० १,१; भग सांढनी. A she-camel. अणुजो• १३१; १, ३,८७,७; १२, ५; १७, २; नाया. प्रव. २१८ १; सू. प. १६; पन्न० २३; (२) सलवाने Page #202 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उहाणसुय] ( १९७ ) [उडु शुरु पासे ते. सुनने के लिये गुरु के पास स्थापना रेख शिष्य. पंचमहावत की जाना. going up to a precept.or उपास्थापना करके बनाया हुआ शिष्य. a. to hear. चं. प. २०; (३) धम-पल. disciple accepted after the es. उद्यम; प्रयत्न. effort; industry. / tablishment (in him ) of the भग० २, १; (४) उत्पत्ति. उत्पत्ति; पैदा- five ascetic vows. ठा० ४, ३; इश. rise: birth, production. | उहि अ-य. त्रि. ( उत्थित ) स; अभी नाया• १४; -कम्म. न. (कर्मन्) थयेस; तैयार थयेल. उठा हुआ; तत्परः यु-१२ यष्ट रू ५ भ. उठनेरूप शारी- उद्यत. Got up; ready. “उटिंयंपि रिक कर्म. the tuct of standing up सूरे" अणुजो० १६; कप्प० ४, ६०, दस० नाया. १: जं. प०२, ३४; परियारण्य. ५, 1, ४; वव. ३, १३; ठा० ३, ३, ओव. न. ( -परियानिक-परियानं विविधव्याते- १३; नाया०१; भग० २, २; पि. नि० ४ १७; करपरिगमनं नदेव पंरियानिकञ्चरितमत्थाना (२)उदय पाभरा . उदय पाया हुआ3B जन्मत श्रारभ्य परियानिकमुत्थानपरियानि- ऊगा हुया. risen. (३) धर्भाय२९१ भाटे कं) मथी मी हसीना छ। सुधामा તૈયાર થયેલ; પ્રવ્રજયા લે ને તૈયાર થયેલ. બનેલ દરેક બનાવોને અહેવાલ; જીવન धर्माचरण के लिये तैयार; दीक्षा लेने को उद्यत. यरित्र. जीवनी; जीवन चरित्रः जन्म से मरण ready, prepared to take Diksā. तक की प्रत्येक घटना का वर्णन. a bi()- " श्रहपास विवेगमुट्टिए अवित्तिन्नइह graphy from birth to death. भासइ" सय १, २, १८; आया० १, 'गोसालम्स मंग्वलिपुत्तस्स डहाणपग्यिाणि- ४, १, १२८ (२) B0001:; पस्ति यं परिकहिय ' मग १५, १: नाया. १४; २. ऊजड; वस्तिरहित स्थान. (deso. late; untenanted. आघ. नि. ८६; उठाणसुय. पु. ( उत्थानश्रुत ) ७२ मिः | उड. पुं० (पुट) 21. दाना. A cup सूत्रभानु . ७२ कालिक सत्राने का एक. inade of letves. ओव. २२: उवा. One of the 72 Kalika Sutras. २. ११३; वव. १०, २६: नंदो० ४३; उडअ. पुं० ( पुटक ) | पल श.. उहावण. न० ( उत्स्थापन ) 861 ; त्या- देखो उपर का शब्द. Vide above. पना ४२वी. उठना; उत्थापना करना. । विवा० ५; Causing to stand up, rise, or | उडय. पुं० (उटज) तापसना मात्रम-अ५. get up. वेय. ४, २६ तापसी का आश्रम-झोंपड़ा. A hermitउहावण. न. (उरस्थापन) सामायि: यात्रि. age; a cottage of a hermit. मांथा छोपरयापनीय यास्त्रिां यारोपते. मग० ११, १ सामायिक चारित्र से छेदोपस्थापनीय चारित्रका | उडव. पु. ( उटज) मे GRो श६. भारोपण करना. Re-establishment of देखो ऊपर का शब्द. Vide above. equaninmity after a temporary जीवा. ३, १; lapse. भत्त० २५; ठा, ४, 3; ---अंते. उडु. पुं० ( उडु) नक्षत्र. नक्षत्र. A conवालि त्रि०(-अन्तेवासिन) पांय मातनी stellation. जं० ५० ३, ६७; सू० ५० ५; Page #203 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उडु] ( १६८ ) [ उड्ड - -वइ. पुं० (-पति ) नक्षत्रने। सभी; । उडुप. न० (उडुप) स. नांव; डोंगी. यंद्र. नक्षत्रका स्वामी; चंद्र. the lord of A boat. पिं० नि० ३३०; the constellations; the moon. उद्धव. पु. न० ( उडुप) in; डी; डीने " जहास उडुवइ चदे नक्खत्तयपरिवारिए” सारे मनावतो नापो. नांव; डॉगी; उत० ११, २५; ओव० १०; जीवा० ३, ३, डोंगी के आकार का बनाया हुआ बेड़ा. A -~वर. पुं० (-वर) सु. सूर्य. the Hoat; a raft. विशे० १०२७ sun. “ तिरिण सहस्से सगले छच्च सए । | उडुवाडियगण. पुं० ( ऋतुपाटकगण ) उडुबरो इरइ" तंडु० मायशस्यविस्था निलेश से गण. भद्रयश उड्ड. पुं० (ऋतु) वसन्त श्रीभ मादि स्थविर से निकला हुआ एक गण. Name तु. वसन्त, ग्रीष्म आदि छह ऋतु. of a Gana ( i. e. order of Any of the six seasons viz monks ) derived from the spring, summer ete अोघ.नि. Sthavira Bhadrayaśa. 1996; भा० ११; अोघ. नि. २६: -पजोसविश्र. न० ( -पर्युषित) तु पास उडविमाण. पुं० ( उडुविमान ) साधर्म દેવલેકના પહેલા પાથડામાંનું એક વિમાન માસા સિવાયના વખતમાં રહેલ–નિવાસ કે જેની લંબાઈ પહેલાઈ લાખ ४२१. ऋतु बद्धकाल में निवास किया हुश्रा; जनननी. सौधर्म नामक स्वर्ग के पहले चोमासे सिवाय दूसरे समय में रहा हुआ. पायडे में का एक विमान जिसकी लबाई one that has stayed or re चौडाई ४५ लाख योजन की है. Name mained during the Ritu of an abode in the first buldha time i. o. time of the stratum of the Saudharma year excepting the rainy heaven, having an area of Heason. वब. ८. १: --वद्ध. पुं० 45 square lacs of Yojanas ( -बद्ध) मी उउवद्ध' श६. देखा " उडुविमाणे णं विमाणे पणयालीसं ' उउबद्ध' शब्द. vide " उउबद्ध” जोयण" ठा० ४, ३; सम० ४५; श्रोघ. नि० २५; निसी० १४. ३२; ३३; ३४; ---बद्धिय. त्रि० (-बद्ध) शात.. उडुखल. पुं० ( उडूखल ) 6५०; मी . अोखली. A mortar used for અને ઉષ્ણ કાલમાં સાધુઓનો માસ કલ્પ विहा२. शोप्त और उष्ण काल में साधुओं pounding. पिं. नि० ३६१; का मास कला विहार. the monthly उडु. पुं० ( उडु) 6 नामने से मनार्य देश peregrinations of an ascetic नेलास Glसा छे. उडु नामक एक during the winter and summer अनार्य देश; उड़ोसा. Name of an seasons. आया० २, २, २, ७८ Anirya (uncivilized) country; उड कल्लाणिश्रा. स्त्री. ( ऋतुकल्याणिका ) Orissa. प्रव० १५६७; (२) त्रि० ते देशना यवर्तीनी ३२००० सी. चक्रवर्ती की । २वासी. उडु नामक अनार्य देश के रहने ३२००० राणी. The 32000 queens वाले. a native of the above of a Chakravarti, so go country. परह. १, १; Page #204 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उहुंचग] ( १६६ ) उच्चग. पुं० ( * ) vaale. कलकलाहट. Bustle; noise. श्रोघ० नि० २२१; । उड्डावण. न० ( उड्डायन ) आपण. आकर्षण. Attraction: drawing towards oneself. " हिय उड्डावणे का उड्डावणहेउ" नाया० १४; उडाह. पु. ( उदाह ) उपधात. नाश. नाश. Destruction. “ गेलणं ट्ठि उड्डाहो" श्रोव. ( २ ) ४ ५२वी ते. हीलना करना. disregard of scriptures. पिं. नि. ४६; वेय. १, ३; (3) उशना; भीस. अवहेलना; निंदा. disrespect. पिं० नि० ३६१; ( ४ ) nि; न्यूनता. हानि; नुक्सानी; कमी; न्यूनता. loss: diminution. पि. नि. ३०८; --कर. त्रि० (-कर )नि ४२. नार. हानि करनेवाला. productive of, generating, loss. गच्छा . ५५: उड्डाण त्रि. ( उडीन) आशमा स. उडा हुश्रा. Flying, floring in the sky. नाया. १; उड्डुमडग. पुं. ( उड्डभृतक) मा देश. उभडक देश. The country so marned. (२) त्रि० तेना २२वासी. उनके रहनेवाले. the inhabitants of the above. पन्न. १; उड्डय. न० ( * ) २. डकार. Eructation. " जंभाइएणं उडुएणं वायणिसग्गेणं" श्राव० १, ५; उडुंत. त्रि. (उड्डीयमान) आशमा तो. आकाश में उड़ता हुआ. Flying, soaring in the sky. राय. उद्द. त्रि. (ऊर्च ) ये; ७५२; यो-या-यु. ऊंचा; उपर. High; upwards. जीवा १; राय० १०३: नाया. १; ८; ६; १६; भग० १, १,६ २, ८३, १, २, ५, ४; ६; २०, ६, २५, ३, पन्न२; २८निर. २, १; उत्त० ३, १३, २६, २३, श्रोव० २१; ३८; आया० १, १, ५, ४१; ठा० १, १; सूय. १, ३, ४, २०; सम. ७; अणुजो० १०३; जं. प. १, ४, पिं० नि. ३६३; (२) मोस्वर्गलो. स्वर्गलोक; ऊर्वलोक. heavenly world. सूय. १, ३, ४, २०; उत्त. ३६, ५०; (३) - दिशा; अन्य शा. उर्ध्व दिशा; ऊंची दिशा. the topimost direction. दस० ६, ३४, आया. १, १, १.२; --अभिमुह त्रि. (-अभिमुख) यी हिशाम भु५ रेस. ऊपर की ओर जिसने मुख किया हो वह. (one ) with the face turned up. भग० ११, १०; -उववएणग. त्रि. ( उपपन्नक) समां બાર દેવલેક નવગ્રીવેકાદિમાં ઉત્પન્ન થનાર। हैवी. ऊर्ध्व लोक के बारह देवलोक और नवग्रैवेयकादि में उत्पन्न होनेवाले-देव देवी. (a god or u goddess ) born in the twelve Devalokas, Nava Graveyakas etc. of the upper region. “जे देवा उड्डो ववरणगा ते दुविहा परता" ठा० २; भग. ८, ८; -कंडूयग. त्रि० (-करायक) नालिनी ઉપર ખંજોલનાર; તાપસનો એક પ્રકાર. नाभि के ऊपर के भाग में खुजानेवाला; तापसी का एक भेद. (h class of hermits ) who scratch (to remove itching sensation ) * तुम ४ न२५२ १५ ना ५-नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #205 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उड] ( २०० ) [ उड्ड only the part above the navel. मग० ११, १; -गा. श्री. (-गति ) कुयी गति. ऊर्च गति; ऊंची गति. upward motion; birth in a ! higher state of existence. मग ३, १; --~-गारव परिणाम. पुं० (-गौरव परिणाम-थेन श्रायुः स्वमावेन जीवस्य ऊर्ध्व : दिशि गमनशक्तिलक्षणपरिणामो भवति स ऊर्ध्वगौरवपरिणामः) मायुष्य परिણામને એક પ્રકાર કે જેનાથી જીવ ઉર્ધ્વ यी गतिमा गय. श्रायुष्य पारणाम का एक मेद जिससे कि जीव ऊंच। गति मे जाता e. a nature of Ayuşya Pariņāma by which the soul has an upward motion. ठा० १० -चर. वि० ( -चर ) ये नार-साथ माहि. ऊंच उडनेवाले-गघि श्रादि. Hying, soaring high, e. g.a vulture etc. पाया० १, ८, ५, ६; --जाणु. त्रि. ( -जानु -ऊर्ध्व जानुनी यस्यासावूर्ध्वजानुः ) या यी ९ तेवे पासने मेसना२. एसे श्रासन से बैठने वाला जिम में जंघा ऊंचा रहे. ( one ) in a posture in which the thighs are raised up. " उड्डू जाणु अहो सिरे झाण कोट्टो वगए " नाया० १; मग० १, १; जं० प० प्रोव० -दिसि पमाणाइक्कम. पुं० (-दिक्प्रमाणातिक्रम) हिशितने प्रथम मतिया२. छठे दिग्यत का प्रथम अतिचार. the first Atichāra of (the 6th.) Diśivrata (limitation of movement to a fixed area). उवा० १, ५०; -पाश्र. पुं० ( -पाद ) अया राज्याचे ५५ ना ते. जिसके पैर ऊंचे रखे हो वह. one with his legs thrown up, lifted up " कंदतो कंदु कुमासु उपाश्रो अहोसिरो” उत्त० १६: ५०; -बद्ध. त्रि. ( -बद्ध) अन्ये-वृक्षनी साक्षी माहिये मांवर ऊंचा-वृक्ष की डाली अादिसे-बांधा हुआ. fastened upwards; e. g. too the branch of a tree. " रसंतो कंदुकुंभीसु उटुंबद्धो अबंधवो ” उत्त० १६; ५२; -बाहा. त्रि० (-बाहु) या हायणे या छेते. ऊचे हाथवाला; जिसने हाथ ऊंचा रखा हो वह. ( one) with arms raised up. निर० ३, ३: मग० १५, १;-भागि. त्रि-(-भागिन् ) साशमा रहेस. आकाशमें रहा हुआ. remaining in the sky. “ 991 एसु उद्भुभागी--भवति" सूय० २, ३, ३०; --मुइंग. पुं० (-मृदंग) या मोदीपाली ढास. ऊचे मुंहवाला ढोल. a tathor or drum with its mouth upwards. मग० ११, १०: -मुरंगाकार. त्रि० (-मृदंगाकार ) या माना यासरे. ऊंच मृदंग के आकारका. of the shape of it tabor with its mouth upwards. भग० ११, १०; -मुइंगाकार संठिय. त्रि० (-मृदंगाकारपस्थित ऊर्ध्वमृर्व मुखो यो मृदङ्गस्तदाकारेण संस्थितो यः स तथा ) या मोटासा देखन। मारे स. ऊंचे मुंह वाले ढोल के आकार से स्थित. in the shape of a tabor with upward mouth. भग० ११, १०; -मुह. त्रि० (-मुख ) उया भेटावास. ऊंचे मुह वाला. ( one) with face turned up. ज. प. -रेणु. पुं० स्त्री० (-रेणु-जालप्रभाभि ध्ययःस्वतः परतो वा ऊर्ध्वाधास्तिर्यकचलन धारेणुरूर्ध्वरेणुः ) आ६ सन् सलिमाરજકણ ભેગા થવાથી બનેલ મોટા રજકણું Page #206 -------------------------------------------------------------------------- ________________ $. इर सचित्र अर्ध मागधी कोष ४) ६००० वि. 111 विमान ५०००० पि. ४००००० वि. Tu ३ जी त्रिक १०० कि. मिठो लोक - उड्ड लोय-उर्ध्व लोक. सिध्थि O मिला. २ जी त्रिक 1-3 दि १ली त्रिक पाथडा ४ पाथड़ा ४ पाधडा ५ ८००००० वि. पाथडा 4 पाथड़ा ६ पाथडा१२ पाथका १३ २८००००० विमान ९०० बोजन eee e. 0 0 0 0 0 0 0 D DO ०० O | इशान dga ५ सुधर्मा पाथड़ो 4- ९ ग्रैवेयक - ५ अनुत्तर वि. पाथडा १ ! पाथडा ४ पापडा ४ यन्मां नळी ३०० वि. 2 • बाथडा ४ पन्नेमा मळी ४०० वि. पाधडा १३ ३२.... विमान. १२००००. वि. पाडा १२ १३ ४०००० वि. aypalionis राजनी संख्या 11 Page #207 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्द] ( २०१ ) [उण કે જે આકાશમાં પોતાની મેલે અથવા गच्छन् यो वाति वातः स उर्ववातः ) ६५ પરના આશ્રયથી ઉગે નીચે ઉડે છે તે निशाने पायु ऊर्ध्व दिशा में बहने वाली २०४४. श्राठ सन्ह सन्हिश्रा--रजकण एक- हवा. wind moving in the upp. त्रित होकर' बना हुश्रा बड़ा रजकण जो ward direction. जीवा० १; ठा० ७, कि श्राकाशमें स्वत: अथवा दूसरे के आश्रय 1; प० १; से ऊपर नीचे उहता है. a particle of | उङ्ककाय. पुं० न० (ऊर्ध्वकाय ) 1. कौश्रा. dust made up of eight small. A erow. “ते उड्काएहिं पजक्खमाणा er particles which can move अवरेहिं" सूय. १, ५, २, ७, up and down in the air of its | उड्डत्ता. स्त्री० ( ऊर्ध्वता ) या५j. ऊंचापन. own accord or when moved State of being high or upby another agency. अणुजो. wards; height. "अहत्ताए नोउद्धृताए" १३४: जं. प. भग. ६: ७; लोश्र- भग०६, ३; य. पुं० ( -लोक ) असो; | उडवाइय. पुं० ( ऊर्ध्ववातिक) ति સ્વર્ગલેક; લાકને પરનો ભાગ; ત્રિા નામને મહાવીર સ્વામીના નવ ગણમાને લેકના ઉપરના છેડાથી તે લેકના અગ્રભાગ पांयमी गगऊध्ववातिक नामक महावीर सुधाता प्रदेश. उर्व लोकः स्वर्गलोक; लोक स्वामी के नौ गणों में का पांचवां गण, The के ऊपर का हिस्साः बिच्छालाक के ऊपर के 5th of the 9 Gaņas ( groups छोर से उस लोक के अग्र भाग तक का of saints ) of Mahavira Swami, प्रदेश. the upper world; the hea. S) named. “उवाइयगणे विस्सवाइ ven-world. अणुजो• १०३, १४८: । गण' ठा० ६, १: पान. २, भग० २, १०, ११, १०; / उद्भवाइयगण. पु. ( अर्धवातिकगण ) अमे। -लोअ-य-खेत्तणाली. स्त्री. ( - लोक | ७५ श६ देखो ऊपर का शब्द. Vide क्षेत्रनाडी) असो २ सीना above. ठा. ६, १; - समु विभाग. उर्द्ध लोक स्वर्ग लोक की उण. अ. (पुनर् ) शथा; ५३. फिर से; नाड़ी-विभाग. particular portion पुनः Again; once more. विशे० of the upper world or heaven- १४४; पण्ह. २, २; सु० च० १, २२४; world. भग० ३४, १; -लोग. पुं० . पंचा० २, ३४; (-लेक) उण. न. (ऊन) 4-इनाना पाहना अक्षरे।, देखो “उठ्ठला' शब्द. vide "उडलो' ૫૬ વગેરે ઓછા કહેવા તે; વંદનાને ૨૮ મે ठा० ३, २; - लोयवत्थव्व. त्रि. (-लोक होष. वन्दना के पाठ के अक्षर, पद वगरह को वास्तव्य ) 4 सोर-२यर्गयो। वासी- कम कहना; वंदना का २८ वां दोष. The यसना२. उर्वलोक में बसने वाले. (one) 28th fault connected with residing in the upper world salutation; viz omitting some or heaven-world. “उथलोगवत्थ. of the words which must be व्वाओ अट्ट दिसा कुमारी श्रो" नाया. ८; recited at the time of saluta-वाय-श्र. पुं० ( -पात -ऊर्ध्वमुद्- tion. प्रव० १५३; v. II./26 Page #208 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उण] ( २०२ ) [ उरणय उपअ. त्रि. (अवनत ) नीयु नभेत. नीचे उराणकप्पास. पु. ( ऊर्णकार्पास) 2 की ओर नमा हुआ. Bent down; bent | पाथ; Gन. ऊन, भेड़ के बाल. Wool. low विशे० १४५३ निसी० ३,७२, उणग. त्रि. ( उनक) न्यून; आर्छ. कम; | उराणतासण. न० (उन्नतासन) अन्यु मासन. न्यून. Less; diminished; fall- ऊंचा प्रासन. A raised seat; an ing short by. जीवा० १; वव. ८, elevated seat भग० ११, ११; उपाय. त्रि. ( उन्नत) न्यु; उन1; माया उणड्ढभाग. पुं० (ऊनार्द्धभाग ) 24 मागे ऊंचा; उन्नत; अच्छी दशामें. High; G-माछ।. जिस का आधा हिस्सा कम हो. elevated; prosperous. कप्प. ३ Less by a half. निसी० २, ३६; ३६ श्रोव. १०; दस० ७,५२; नाया० १: उणयालीस. स्त्री० ( एकोनचत्वारिंशत् ) 36; स. प० २०; भग० ११, ११, १२, ५; आगरायासीस. ३६; उन्चालीस. 39; ( २ ) नीसतुं; यतुं. निकलता हुश्रा; Thirty-nine. भग० ३, ७, बढ़िया. prominent; superior. उणहिय. त्रि० ( उनाधिक ) माधु वतु; न्यु अोव० १०; ( ३ ) शुशवान. गुणवान. virtuous; meritorious, "उज लयना४ि. कमज़्यादह; न्यूनाधिक. More or less. विशे० १४३; चरियदारगोपुर तोरणउण्णाय सुविमत्तराय मग्गा" नाया. १; ठा. ओव० ( ४ ) उणूण. न० ( उनोन ) साधु साधु; art अनिभान०५ माखनीय भ. आभमानरू । जनत२-त्यादि रीते साधुऊन-ऊनतर मोहनी कर्म. deluding Karma in इत्यादिक रीति से न्यून. Progressive the form of conceit. भग० १०, ५; ly decreasing. क. प० २, ६२; सम -श्रावट्ट. पुं० (-प्रावर्त-उन्नत उणोयरित्रा. स्त्री. (उनोदरिका. ) न्यून- उच्छितःस चासावावर्तश्चात उन्मतावर्तः । ઓછો આહાર કરવો તે; ખોરાક ઉપાધિ ઉંચું આવર્તન કરવું તે, આવર્તનને એક વગેરે જોઈએ તે કરતાં ઓછા લેવા તે. ५४:२. ऊपर पावर्तन करनाः आवर्तन कम श्राहार करना; श्रावश्यकता से कम का एक भेद. moving round in भोजन करना या उपाधि आदि कन लेना. the upward direetion. ठा० ४; Eating less than one's fill. -प्रासण. न० (-पासन) 31-यं सम० ६; मासन. ऊंचा पासन; उन्नत श्रासन. high, उरणइ. स्त्री. ( उन्नति ) नति. उन्नति; elevated, seat. राय. १३६; जं. अभ्युदय. Rise; prosperity. पंचा० प० -मण. त्रि. (-मनस् ) नत६, ४७; -णिमित्त. न. (-निमित्त) B२ मन वाला. उदार मन वाला; ऊंचे मन प्रभावना हेतु. प्रभाव का हेतु. cause of वाला. high-minded. ठा० ४, ४; power or prosperity. पंचा. ६,४५, -माण. त्रि० (-मान--उबतो मानो उण्णइय. त्रि० ( उन्नत ) उन्नत; यु. ऊंचा; यस्येत्युनतमानः ) अयोधु सेभ माननार; उन्नत. Raised; elevated. भग० गार्षि४. अपने आपको उन्नत माननेवाला; १३, ६; गर्विष्ठ; अभिमानी. proud; conceited. Page #209 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उरणययर] ( २०३ ) [उत्त "उरणयमाणय नरे महया माहेण मुज्झसि" नि० २००; - अभितत्स. त्रि० (-अभिआया० १, ५, ४, १५७; सप्त ) मीथा अत्यन्त पारित-दु:मा उराण्ययर. त्रि. ( उन्नततर ) धारे या. थयेस. गर्मी से अत्यन्त दुःखी. troubled बहुत उंचा. More eleented; by excessive heat. "उराहाभिसतो lhigher. भग० ३, १; मेहावी" उत्त० २, ; .-अभिहय. उराणा. स्त्री० ( कर्णा) 1. ऊन, Wool. त्रि. ( -अभिहत ) सूर्यनी गरमोथी भग० ८.६; १५, १; ~-लोम. पुं. अभिभूत येस- प.त. सूर्य की गर्मी से ( -रोमन् ) अनना ।म-रेसा. ऊन के पीडित. overpowered, oppressed, बाल. hair in the form of by excessive heat. “उहाभिहए तराहाभिहए' जीवा० ३; भग० १६, ४ wool, भग० ८, ६; १५, १: -उदश्र. न. (-उदक) उतुं पाणी. गरम उरणाम. पु. ( उन्नाम ) गर्य; म.१२ जल. hot water. कप्प. ४, ६२; म. गर्व; अहंकार; घमंड; मद. Pride; ---ग्गहिय. त्रि० (-ग्राहित) २भी सापेक्ष. intoxiention. (२) मा परिणाम उष्णता दिया हुआ; जिसे गर्मो दा गई हो था गंधातुं मोरनीय भ. मद रूप परि वह. heated; made hot. नाया० ५; णामसे बंधनेवाला माहनीय कम. delusl. -दिन त्रि. (-दत्त) गभी होघेरा त ing Karma incurred by pride. मेस. धूप में डाला हुआ; जिस गर्मी दी भग० १२, ५: हो. वह. heated; put in the sun. उरिण-य. त्रि. ( प्राणिक ) 5. ऊन shine. भग. २, १; -परियाव. पु. का; उनका यना हुआ. Matle of wool; (-परिताय) अतिशय सभामा परिपट. बहुत woollen. वय. २, २३: अणुजो. गर्मी का परिवह great. alHiction ३७; ओघ. नि. भा. ८६; आघ. नि. caused by heat. उत्त० २, १०; ७०६ ( २ ) उन्ना ने २६,२४ाहि. -वाय. पुं० (-वात) जने वायु; गरम ऊन के बने हुए रजोहरणादि. a kind पवन. गर्म हवा. hot wind. नाया० १; of brush ote. made of wool. ~ सह. न० (-सह ) गभानु सान ४२यु ठा०५: ते. गमां का सहन करना. endurance उण्ह. त्रि. ( उष्ण - उपति ददति जन्तू। 1 of hoat. भग. १५, १, नियुष्णः ) ॥२भ; अनु: ५. गर्मः उष्ण. | उराहवण. न. ( उपणापन) ४२ ते. Hot. पंचा• १७, ४६; क. गं० १, ४१; / गर्म करना. Heating. पिं० नि० २४०; सू० ५० १०; उत्त० ३६, २०; पाया० १, | उत्त. त्रि. ( उक्त ) हेस. कहा हुथा. Suid; ५, ६, १७०; दसा० ७ १; पिं० नि० भा० expressed. दस० ६, ४६; विशे० १०५; १३; नाया० १, ५, ६, भग० २, 1; ४, उत्त० १, ६; क. ग. ४, ८३; १०, ७, १; ( २ ) पुं. १२भी: Indl; उत्त. त्रि. ( उप्त ) पात्र. बोया हुया. ता५; ता. गर्मी; उष्णता; घाम; धूप. | Sown. (२) मनाये. बनाया हुआ heat; sun shine. राय० ७३६; made. "देवउत्ते अयलोए" सूय. १, नाया० १; अोव० ३६; उत्त० २, ; पिं. १, ३, ५; पिं. नि. १७२; Page #210 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तण ] ( २०४ ) [उत्तम उत्तरण. न. ( उत्तण- उद्ग तानि प्रादुर्भूतानि | तृणानि यत्रेति ) मा बास छ ते; (उत्पन्न यये तथपासुं. जिसमें घांस ऊगा हुया हो तह. Grassy अणुजो० १४७; उत्तत्थ. त्रि. (उत्त्रस्त) त्रासयुक्त. त्रास पाया हुअा. त्रासयुक्त. Terrified. पण्ह. १.३; भग० ३,१; उत्तम. त्रि. (उत्तम) उत्तम; सर्वोत्कृष्ट प्रधान. सर्वोत्कृष्ट; श्रेष्ट; प्रधान; अच्छा. Best; excellent. नाया. १; उत्त. १०, १६; ओव० १०; राय० २३; दस०८, ६१, ६, २, २४; भग० २, १, ३, १; ७, ६, ६, ३३, १५, १; कप्प. ३, ५६; -कट्टपत्त. त्रि. ( -काष्ठाप्राप्त) हत्तम અવસ્થાએ પહોંચેલ; ઊંચી સ્થિતિને પ્રાપ્ત १. उनम अवस्था को पहुंचा हुआ; उच स्थिति को प्राप्त. (one) in an exveilent condition. “ दुसमदुसमगमाए उत्तमकट्टपत्ताए" सृ० प० १; " उत्तमकटपत्ताए भरहस्यवासम्म" भग. ! best, pilgrimage. पंचा० १, ४५; -जोगित्त. न. ( - योगित्व) अयोगी अास्था र ५ सय२६१२. अयोगी अवस्थारूप संबर द्वार. stoppage of Karma (Samvara ) by cessation of all vibratory activity of the soul. ठा० ५; -Bाण. न० (-स्थान) मोक्ष स्थान. मोक्ष स्थान. salvation; absolution. " धीरो अमृटसरणीसो गच्छइ उत्तमट्ठाणं " अाउ० -णिदसण. न० (-निदर्शन ) प्रधान दृष्टांत-९२९. श्रेष्ठ उदाहरण; मुख्य दृष्टांत. an excellent illustration; पंचा० ६, ४४; -धम्मपसिद्धि. स्त्री० (-धर्मप्रसिद्धि) ઉત્તમ ધર્મ ( જૈન ધર્મ ) ની પ્રસિદ્ધિ. उत्तम घट-धर्म ( जैन धर्म ) की प्रसिद्धि. the celebrity of the best religiou (Juina religion). “JRA घम्म पसिद्धि पूपाए जिण करिंदागा" पंचा० ४ ४८; --पुरिस. पुं० (-पुरुष) નીર્થકર ચક્ર , બલદેવ, વાસુદેવ આદિ उत्तम पु३५ तीर्थकर, चक्रवर्ति, व नदेवादि उत्तम पुरुष. an excelient person; e. g. Tirthankara, Chakravarti, Baladeva, Vasudeva etc. सम० प० २३६; सम० ५४; पन्न. ६; ठार ३; नाया. १६; ---पोग्गल. पुं० (-पुद्गल) मात्मा; उत्तम पुरस. आत्मा; उत्तम पद्गल. the best sub,tance; the soul. " से पंडिए उत्तम पोग्गले से" सूय. १, १३, १५, बल विरियसत्तजुत्त. त्रि. ( -बलवीर्यसत्वयुक्त ) म स पी सत्यवान् . उत्तम बल वीर्यवाला. ( one ) possessed of the highest strength and might. भग० ६, ३३; -रिट्टि. पुं० (-ऋद्धि) प्रधान कहा. स्त्री. ( - काष्टा) प्रष्ट अवस्था; 6 स्थिति. प्रकृष्ट अवस्था; उत्तम स्थिति. best condition. जं. प. -गुण. पुं० (- गुण ) प्रधान श्रे४ गुण प्रधान-श्रेष्ठ Tay. excellent, highest quality. पंचा० ४, ४८; -गुणवहुमाण. पुं० ( -गुणबहुमान) उत्तम गुणनो पक्षपात. उत्तम गुण का पक्षपात. honour paid to excellent or highest quality. “ उत्तम गुण बहुमाणो” पंचा० ४, ४८; --चरिय. न. ( - चरित ) सत्५३५ येष्टित-यरित्र. सत्पुरुष चेष्टितचरित्र. high or noble conduct. पंचा० २, ३१; --जत्ता. स्त्री० (-यात्रा) श्रेयात्रा (Mal). श्रेष्ठ यात्रा. highest, Page #211 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तमंग] ( २०५ ) [ उत्तर वैभव. श्रेष्ठ संपत्ति; प्रधान वैभव. high- अवस्था को पहुंचा हुआ. (one ) who est glory or prosperity. “सेया has reached the highest conय उत्तमाखलु उत्तमरिट्टिए कायद्या" पंचा. dition or salvation. “ सुसुमाए ६, ४४; ----विउचि. त्रि० (--विकुर्विन् ) । समाए उत्तमट्टपत्ताए भरहस्स" भग० ६, ७; उत्तम विकुर्वन्तीत्येवं शीला: ) उत्तम - उत्तमा. स्त्री. ( उत्तमा ) यक्षनाई पूर्णमदनी २नु यि ४२ ना२. उत्तम प्रकार की । त्री० ५४२. यक्ष के इन्द्र पूर्णभद्र की विक्रिया-रूपान्तर करनेवाला. ( one ) तीसरी पटरानी. The third crowned able to effect the best trans- queen of Purnabhadra thie formation e.g, of body. जीवा० । Indra of Yaksas. ठा० ४, १; ४; -सधयणि. पुं० ( -सहननिन् ) नाया० ध० ५; भग० १, ५; (२) ५५ या संयया पाना. उच्च संहननवाला. વાડીયાની પદર રાત્રિમાંની પહેલી રાત્રિ. one possessed of a high पखवाड़े की पंद्रह शत्रियों में की पहली order of physical or bony रात्रि. the Ist of the 15 nights constitution. क. प. ४, १०; of a fortnight. जं. प. सू. प० १०; -सुयवरिणय. त्रि. ( -श्रुतवर्णित) उत्तर. त्रि. ( उत्तर ) श्रे४; प्रधान, उत्तम. प्रधान २५सममा . प्रधान प्रागम में प्रधान; मुख्य; श्रेष्ट; अच्छा. Best; highकहा हुआ. mentioned in the __est; prominent. भग० ३, १; ७, २ highest Beripture पंचा. ६, ४५; उत्त० ५, २०: २६; नाया. १; ८; उवा. उत्तमंग. न. (उत्तमाङ्ग) भन; भा). १,६६, ओघ. नि.२३२; (२)मी मस्तक; शिर. The head. "लोय विरलु तर, अन्य. दुसरा; प्रग्य, another'; उत्तमंग" पि.नि. २६२. ज. प. प्रोव० moxt. क. गं. १, २; सम० ८; पन. १.3 जीवा. ३,३: सूय ० १, ५, १, १५; ३४; जं. ५० ५, ११२; दस० २, ३, दसा. १, ५; नाया. १८; प्रव० २५४: (3) गत वृद्धि को प्राप्त . increasपंचा. ३, १८; ed. “कइपएसुत्तरा" भग० १३, ४; (४) उत्समट्ट. पुं० ( उत्तमार्थ --उनमश्वासावर्थ- ઐરાવતક્ષેત્રમાં આવતી ઉત્સર્પિણીમાં થનાર श्रोत्तमार्थः) उत्तम माथ; १. उत्तम २२ मा तीर्थ४२ ऐगवतक्षेत्र में आगामी पदार्थ; श्रेष्ठ अर्थः मोक्ष. The highest उत्सर्पिणी में होने वाले २२ वें तीर्थकर. the or best category viz salvation. future 22ud Tirthankara of उत्त० २५, प्राउ.११:(२)पवासी Airavata-kşetra in the coin२९ते. उपासे रहना. fisting. ओघ० ing Utsurpini. सम० प० २४३; (५) नि० ७; -गवेसय. त्रि. ( --गवे. ६२९१ २ ते. उतरना, descending. पक) मोक्षने। मनिषा मोक्ष का अभि. (६) अधि. अधिक; ज्यादह. more; लाषी. desirous of salvation. additional. पन० २; सूय० १, २, २, " नविरुटो नवि तुट्ठो, उत्तष्ट गवेसो” । २४; (७) भुण्य नलि; पेटामाग; भूसना उत्त० २५, ६ --पत्त. त्रि. ( -प्राप्त)। शा. गौण; उपविभाग; मूल की शाखा म अपत्याने मात थये. उत्तम । a branch of the main stock: a Page #212 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तर] ( २०६ ) [ उत्तर subdivision. उत्त० ३३, १६; (८) २ हिशा; उत्तर प्रदेश. उत्तर दिशा; उत्तर प्रदेश. the north; the north region राय. ४, ६३; जं. प. १, ११; जावा० ३, १; नाया० ३; ८; भग. ३, ७, ५, ४; सम० १; वेय. १, ४९; | दस० ६, ३४; (६) ७५२. ऊपर. above; upwards. भग० २४, १२; | ---अंग. न० (-अंग) ६२वाग ७५२ | या सा स्थापयामां आवे छे ते. द्वार पर जो थाई लकड़ी लगाई जाती है वह. a horizontal piece of wood placed on a gate जीवा० ३, ४; राय. १०६; प्रव. ६६०; - त्रि. ( -श्रभिमुख )त्तर दिशानी सन्भु५. उत्तर दिशा के सन्मुख. turned to. wards the north. दसा० ७, १; भग०११,१०; सम०४७;-अवकमण न. ( - अपक्रमण ) उत्त२ दिशामा rj ते. उत्तर दिशा में जाना. going towards the north. भग. ६, ३३; १३, ६, . नाया. १; ८; ---(रि) इंद. पुं० (-इन्द्र) उन२ दिशानो छद्र. उत्तर दिशा का इन्द्र. the Indra of the north. सग. १, ५; -(रु) उट्ट. पुं० (-श्रोष्ठ ) अपसे . ऊपर का ओंठ. the upper lip. "भमुहा श्रहरुट्ठा श्रह पुण एवं जाणिजा" कप्प. ६, ४३, जं. पं० २, २०: निसी० ३, ५६; -उत्तर. पुं० ( - उत्तर ) उत्तरेतर ये भीगा श्रे४. उत्तरोत्तर; क्रमशः एक दूसरे से श्रेष्ट; in ascending order; superior. "अक्खाउत्तरउत्तरा" उत्त० ३, १४; -उल. त्रि० (-कुल) 3५२ने ? पसना२; तास. ऊपर के तट पर बसनेवाले तापस. (an ascetic) residing on | the uppcr part of the bank. निर० | ३, ३; -(रो)ोह. पुं० (- भोष्ठ ) Sust 3. ऊपर का ओठ. the upper lip. निसी० ३, ५४; -कुंचुइज्ज. त्रि. (-कञ्चुयिक ) 3५२ मत२ परनार. ऊपर बहतर पहनने वाला. ( one) putting on armour appearing out side; armoured. विवा० २; -कंचु. य. पुं० (-कञ्चुक) उपवयत२. ऊपर का वख्तर. the outer armour विवा० २; -कट्ठोवगय. त्रि. ( - काष्ठोपगत ) उत्तर दिशाम प्राप्त थये।. उत्तर दिशा तक पहुंचा हुआ. (one) that has reached the northern direction. सम० -~-करण. न० (-करण ) शस्त्राहिने પત્થર સાથે ઘસી ધારવાળું તથા સાફ કરવું ते. पत्थर पर शस्त्रादि को घिस कर धान करना या उन्हें साफ करना. sharpening of weapons ete on a stone; “जे भिक्खू सूचीए उत्तरकरणं अण उथिएण वा गारत्थएण वा करेइकरतं वा साजइ" निसी० १,१५,१६;-किरिया. न०(-क्रिया) वैशियरी२६।२१ गमन २ते. वैक्रिय विचिन शरीर से गमन करना. act of going in the Vaikriya body (physical body of « fluid nature ). HITO ५, 1; कूलग. पुं० (-कुलग) मे જાતના વાનપ્રસ્થ તાપસ કે જે ગંગાनहीना उत्तर रहेता हता. एक प्रकार के वानप्रस्थ तापसी जोकि गंगा नदी के उत्तर किनारे पर रहते थे. one of a kind of forest ascetics residing on the northern bank of the Ganges. भग०११, १; ओव. -गमित्र. त्रि० (-गामिक) उत्तर दिशामा गमन ३२. ना२. उत्तर दिशा में गमन करने वाला go. ing towards the north. दसा. ६, Page #213 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तर ] ( २०७ ) [उत्तर २; -गिह. न० (-गृह ) ७५२ सीj १२. दूसरा घर; भिन्न घर. a separ rate upper house, another upper house. निसी. ६, १६; -उभाय. पुं० (-अध्याय-उत्तरा प्रधाना श्रध्य या अध्ययनानि । उत्तराश्चते अध्यायाश्च वा उत्तराध्यायाः) उत्तरायन सूचना विन. यात्रिीस अध्ययन. उत्तराध्ययन सूत्र के विनयादि छत्तीस अध्याय. the36 chal) ters viz Vinaya etc. of Uttaraahyayana Sutra. “छत्तीम उत्तरउझाए भवसिद्धिय " उत्त० ३६, २७५; -दारियणक्खत्त. न० (-द्वारिकनक्षत्र) ઉત્તર દિશા તરફ મુખ રાખનાર નક્ષત્ર: वाति आदि सात नक्षत्र. उत्तर दिशा की ओर मुख रखने वाला नक्षत्र, स्वाति आदि गात नक्षत्र. a constellation facing the north; any of the seven constellations viz Swāti etc. " साइयाणं सत्त णवत्ता उत्तरदारिया पराणत्ता " ठा० ७ -- दाहिण. पुं० ( -दक्षिण ) उत्त२ मने हिस. उत्तर और दक्षिण दिशा. the north and the south. भग. ५, १; - दा. हिणायय. त्रि० (-दक्षिणायत्त ) Bt. दक्षिण मुं. उत्तर दक्षिण लंबा, extended lengthwise in the north and the youth. " उत्तरदाहिणायए पाईण पडीण विस्थिरण " जं. प. --दिसा. स्त्री० (-दिशा ) उत्तर दिशा. उत्तर दिशा. the north. ओघ. नि. ६६२; - पगइ. स्त्री. ( - प्रकृति ) जाl1વરણીય આદિ મૂલ આઠ કર્મના અવાસ્તર मेर भनी प्रति. ज्ञानावरणीय श्रादि म्ल आठ कर्मों के अवान्तर भेद; कर्म की उत्तर | प्रकृति. any of the subdivisions of the eight main divisions of Karma viz kuowledge.obscur ing etc. श्राया • नि० १ २, १; क. प. २, ४४; क. गं. १, २, -पगडि. स्त्री० (-प्रकृति ) भनी उत्तर प्रकृति- पेटमा नी प्रति. कर्म की उत्तर प्रकृति.. subVariety of Karma. प्रव. १२८६; -पगडिबंव. पुं० (-प्रकृतिबन्ध ) . नी उत्तर प्रतिनी मध. कर्म की उत्तर प्रकृतियों का बंध. bondage caused by any of the sub-divisous of the main eight divisions of Karna. भग. १८, २;~-पच्चच्छिम. पुं० (-पश्चिम ) पायच्यामुणे; उत्तर अने पश्रिम तथा प्रदेश. वायव्य कोन; उत्तर और पश्चिम के बीच का प्रदेश. the north-west. भग• ५, 1; -पच्चच्छिमिल्ल. पुं- (-पश्चिम ) पायच्या उत्तर भने पविभचना प्रश.वायव्य कोन; उत्तर और पश्चिम के बीच का प्रदेश. tlhe northwest quarter. जे. ५० ४, १०४; ---पच्चत्थिम. पुं० (-पश्चिम ) | "उत्तर पञ्चच्छिम" १०६. देखो " उत्तर पञ्चच्छिम" शब्द. vide 'उत्तर पच्चच्छिम' जं० ५० ४, १०४; - पञ्चथिमिल्ल. पुं.. (-पश्चिमक ) तुम "उत्तरपञ्चच्छिमिल्ल" श६. देखो “ उत्तरपञ्चच्छिमिल्ल' शब्द. vide “ उत्तरपञ्चच्छिमिल्ल" जं. ५० ४, १०४; --पट्ट पुं० (-पट्ट) मामसानी पयारी५२ पायरयानुं पत्र. घांस या कम्बल के बिछोने के ऊपर बिछाने का aa, it covering for a beil of .straw or of a blanket. ओघ. नि० १२३, प्रव० ५२१; -पडिउत्तर. न० (-प्रत्युत्तर ) 8त्तर प्रत्युत्तर; साक्ष ५. उत्तर प्रत्युत्तरः सवाल जवाब Page #214 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तर] ( २०८ ) [उत्तर question and ansver. गच्छा० १२१; --पयडि.स्त्री० (-प्रकृति) मे “उत्तरपगडि" श६ देखा "उत्तरपगडि " शब्द. vide “ उत्तरपगडि " प्रव० ४६; | ---पुरच्छिम. पुं० स्त्री० (-पौरस्त्य) शान मुले. ईशान कोन. the north. east. “ तीसेणं मिहिलाए उत्तरपुरच्छिमे दिसि भाए" सू० ५० १; दसा० ५, १; विवा० १; निर० ५, १; नाया. १, २, ४; ५; ८; १२; १३; १४; १६; भग० ५, १; ६, ५, ६, ३; 10; १; १५, १; सु. च. २, २२१; --पुरच्छिमिल्ल- पुं० (-पौरस्त्य) नुमा २५ो श५६. देखा ऊपरका शब्द. vide above. भग० १, ३: ---पुरथिम. पुं० (-पौरस्त्य ) उत्तर सते हिशानी वयनो प्रश; शान 1. उत्तर और पूर्व दिशाके वीचका प्रदेश; इंशान कोन.. the north-east. ओव. भग० १, 1; २, ७, ३, १; राय० ६४; १५०%, सूय. २, १, ४; जं. प. ., ११७; काप० २,२६; --पांढवया. स्त्री (-प्रौष्टपदा) उत्तरामाद५६ नक्षत्र. उत्तरा भाद्रपद नक्षत्र. the constellation Uttari-Bhidra. pada. सू० प० ४, --फग्गुणी. स्त्री० (-फाल्गुनी ) २५६नी नदार; 16 में नार. उत्तराफाल्गुनी नक्षत्र; १६वां नक्षत्र. the 19th coustellation viz Uttara-falguni. “ उत्तर फग्गुणाणक्खते दुतारपण्णता" ठा० २; वाहिर. त्रि. (-बहिर् ) उत्त२ २५न। २ . उत्तर दिशाक वाहिर. outside the northern quarter. भग० ५, ६; | -(5) ब्भंतर. न० ( ..अभ्यन्तर ) उत्त२ त२५ना 24.६२. उत्तर दिशाके भीतर. within the northern quarter. भग० ६, ५; --भेय. पुं० ( -भेद ) भूबनी पेक्षाये उत्तर ४२. मूलकी अपेक्षा से उत्तर भेद. further development or stage as compared with the original stage. क. गं० १, ३०; -वा -य. पुं० (-वाद) . वाह. उत्कृष्ट वाद. the highest tenet or doctrine. “ श्राणाए मायगं धम्म ए स उत्तर वाए " आया० १, ६, २, १८४; -वेउवि. त्रि. ( * ) જન્મપછી ગમે તે વખતે ક્રિય શકિતથી वैठिय शरी२ नावना२. जन्म के बाद चाहे जब चक्रिय शाक्तिसे वैक्रिय शरीर बनानेवाला. (one) who is able to evolve Vaikriya body lvy Vaikriya power it any time ifter birth. जं. ५० ५, ११७: ---वेउव्विय -अ. त्रि. ( * ) मी ने ધારણા પ્રમાણે નેહાનું કે હું શરીર બનાવી શકાય તેવી-ક્રિય શક્તિ અને તે શક્તિથી शरीर २२यना १२ ते. जन्म के पश्चात् किसी भी समय धारणाके अनुसार-इच्छानुसार छोटा बडा शरीर बना सकने योग्य वैक्रिय शक्ति और उस शक्ति से शरीर रचना करना. the Vaikriya power i. e. the power of contracting or expanding the body at any time after birth to any size one wishes; making the body large or small by the use of this power. — उत्तरवउब्विय रूवं विउ * तुओ पृ४ न२०५२ 1५ नी ५२ नोट (). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (-) p. 15th. Page #215 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तरो] ( २०६ ) [ उत्तरकुरु वह"राय.२६: प्रव०१०६४; कप० २,२; | palankeen of the 22nd Tirthanअणुजो० १३४; नाया० ८ जं. प. । kara at the time of Diksā. सम. ५, १३७, भग० १, ५, ३, १; २४, प० २३१; कप्प० ६, १७३; १२; पन्न. १५; -वेउब्विया. स्त्री० उत्तरकुरु. पुं० ( उत्तरकुरु ) । उसो (*) भू शरीरथा कानुं या हार्ट श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. રૂપ બનાવવાથી પ્રાપ્ત થયેલ શરીરની અવ जं० ५० जीवा० १; सम० ४६: पन्न. १; १६; ना. मूल शरीरसे छोटा या बडा रूप भग. २, ८; नाया० ४; १२; १३; १७ बनाने से प्राप्त हुई शरीरको अवगाहना- (२) ते क्षेत्रना मनुष्य. उत्तर कुरु क्षेत्रके शरीरका कद. occupation of space मनुष्य. a native of the above by a body contracted or ex- said region. अणुजो० १३१; (३) ते panded by the Vaikriyaka क्षेत्रमा पिठाता हेपतुं नाम. उक्त क्षेत्रके power. जीवा० १; -साल न. अधिष्ठाता देवका नाम. name of the ( -शाला ) मे तनुं ५२, मेसा , presiding deity of the above स्थान-भंड५ वगेरे. एक प्रकार का घर बेठ- said region. जं. प. ५, १२०; (४) नेका मंडप आदि स्थान. a kind of उत्तर ४३ नामनो मे ७. उत्तरकुरु नामक house; a room used for sitting. एक द्रह. name of a lake. जीवा० ३४; "उत्तर साला गिहा वसव्वा " निसी. अं० प. -- उज्जाण न० (- उद्यान) मे નામનું સાકેતપુર નગરની બહારનું એક उत्सर आ. अ. ( उत्तरतः ) तरोतरथी. Gधन. साकतपुर नगर के बाहिर के एक उत्तरोत्तर स. From one birth or उद्यानका नाम. name of agarden generation ete. to another. क. outside the city of Sāketa प० ७, ४७, ज.५० १४४; pura. नाया० ध० ६: विवा० १०; उत्तरकुरा. पुं. स्वा. ( उत्तरकुरु) कथा -~-कूड. पुं० ( - कूट) मायवत नामे ઉત્તરે મહાવિદેહાન્તર્ગત જુગલિયાનું એક १मा पर्वतर्नु उन्यु शि२. माल्यवंत नामक क्षेत्र. मेरूके उत्तरको श्रार महाविदहान्तर्गत वखारा पर्वतका ऊंचा शिखर. the high जुगलिया का एक क्षेत्र. A region of suminit Mālyavanta of the Jugaliyās (a Karma Bhūni ) Vakhara mount. ठा० ६; ( २ ) in Mahāvideha to the north મહાવિદેહના ગન્ધમાદન પર્વતના ચોથા of Meru. " कहिणं भंते ! महाविदेहे शि५२नु नाम. महाविदेह क गन्धमादन वास उत्तरकुराणामकुरा पण्णता गोयमा? " पर्वत के चोथे शिखरका नाम. name of जं० ५० ४; ( २ ) २२ मा तीर्थ२नी । the 4th summit of the Gandha प्रत्रया पातमीनु नाम. २२ वें तीर्थकरकी māduna mount in Mahāvideha. दीक्षा पालकीका नाम. name of the ठा० १०; जं. ५० -दह. मुं० (-द्रह) * जुमा ४ न२०५२ १५ ना ५रनोट (* ). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. V. 11/27. - - Page #216 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तरकुरुप ( २१० ) [ उत्तर चूलिया उत्त२ १३ नामने। ३ ने यू-ड. उत्तर- ७३ ६; उत्त० २६, १७; भग०२५, ६:-पञ्च. कुरु नामक तीसरा द्रह. the 3rd lake क्खाण. पुं० (-प्रत्याख्यान) उत्तरगुप. bearing the name of Uttara- રૂપ પચ્ચખાણ પચ્ચખાણના એક પ્રકાર. kuru. ठा. ६; -वत्तवया. स्त्री० (-वक्त- उत्तर गुण रूप पच्चक्खाण; पच्चक्खाण का व्यता) उत्तर ३नो . अधि:१२. उत्तर कुरु एक भेद. a kind of Pachcha. का वर्णन. the subject-matter klāņa in the form of the or topic dealing with Uttara- practice or observance of kuru. भग० ६, ७; Uttaragunas. “उत्तरगुण पञ्चक्खाणेणं उत्तरकुरुश्र. त्रि० ( उत्तरकुरुक) उत्त२३३ कइ विहे पण्णते" भग० ७, २; --लद्धि. क्षेत्रमा समेत; उत्त२४रुक्षेत्रासी. उत्तर स्त्री० (-बन्धि) उत्तर गुगु-१९: वि. कुरु क्षेत्र में पैदा हुआ; उत्तर कुरु क्षेत्र में शुद्धि साहितपनी अपि. उत्तर गुण अर्थात् निवास करनेवाला. Born in Uttara- पिण्ड विशुद्धि आदि तप की प्राप्ति. Kuru Ksetra. अणुजो० १३१; attainment of Uttara Guņas उत्तर कुरुग. पुं० ( उत्तरकुरुक ) मे। e.g. purity of food, study of " उत्तर कुरुश्र" श... देखो “ उत्तर scriptures etc. regarded its कुरुश्र" शब्द. Vide “ उत्तर कुरुम" | austerities. " उत्तरगुण लदि खयभग० ६, ७ माणस्स " भग० २०, ६; पन. ११; उत्तर कोोडे. स्त्री. (उत्तरकोटि) मान्य ---सडा. स्त्री० ( -श्रद्धा) प्रधानत२-या शनी अभिवापा. प्रधानतर-उच्च गुणो मिनी ७भी भूना. गान्धर्व ग्राम की की श्रद्धा-अभिलाषा--चाह. desire to vä Tagal. The 7th note of acquire higher qualities. 1710 the musical scale. glos; उत्तर गंधारा. स्त्री० ( उत्तरगान्धारा ) उत्तर चल. पुं० ( उत्तरचूड ) वहना पुराने धार आमनी पांयभा भूना गान्धार પછી “મથએ વંદામિ’ કહેવું તેઃ વંદग्राम की पांचवीं मूर्छना. The 5th नानी 1८ मे ह५. वंदना करने के note of the musical scale. ठा. पश्चात् ‘मत्थएणं वंदामि' कहना; वंदना ७, १; अणुजो० १२८; का १६ वां दोष. The 19th fault of उत्तर गुण. पुं० ( उत्तरगुण) भू गुपनी salutation; viz uttering the અપેક્ષાયે ઉત્તર ગુણ; સ્વાધ્યાય પિs words " I bow with my head " વિશુદ્ધિ આદિ દશ પ્રકારના પચ્ચખાણ. after salutation ( instead of मूल गुण की अपेक्षा से उत्तर गुण; स्वाध्याय, before it). प्रव० १५३: पिण्ड विशुद्धि आदि; दश प्रकार के पञ्च- | उत्तर चूलिया. स्त्री. ( उत्तरचूलिका ) क्खाण. A secondary quality; વંદન કરીને પછી “મસ્તકે કરી નમું છું” study of scriptures, purity of | सेम डे ते. वंदना करके पीछे 'मस्तक food etc.; 10 kinds of Pachcha- से नमन करता हूं' इस प्रकार कहना. khanas ( vows ). पंचा० १, ७; प्रव. | uttering the words " I bow Page #217 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तर ( २११ ) [उत्तर बालस्सह with my head ” after saluta- sya Ksetra. “ उत्तरमाणुस्सखेत्ताणं tion ( instead of before it ) छावहि चंदा पभासिंसु" सम० प्रव० १५.३; उत्तरण. न. (उत्तरण) तरी vj: पार उत्तर. न० (उत्तरार्द्ध) उत्तराध; वैता- उत२. तिरजाना; पार उतरना. Crossing; व्यथा भे३थी उत्त२ . मानुनी प्रश. going to the opposite shore or उत्तरार्द्ध वैताव्य या मेरुपर्वत से उत्तर की । end. “ उत्तरणं चंदसूराणं” नाया० ६; ओर का प्रदेश. The northern सम. ७; ठा० ५, १०, half, viz the region north of उत्तरणप्पा. त्रि. (उत्तरणप्राय) पार Vaitādhya or Meru. सम० ३६; ता . पार उतरने योग्य. Worअणुजो० १४८; जं. प. भग० ३, १; thy of, capable of being cross५, १; -भरत. पुं० (-भरत) चैता४३ ____ed. “ असुहतरंदुत्तरणप्पाश्रा " पंचा० पर्यतथी उत्तरना सरल प्रदेश. वैताब्य पर्वत ६, २१, से उत्तर की ओर का भरत प्रदेश. the उसरपुव्वा. पुं० ( उत्तरपूर्वी) शान मुशी Bharata region to the north उत्तर अने पूर्व पथ्येनी विदिशा. उत्तर और of Vaitadhya mountain. जं. पूर्व के बीच की विदिशा ईशान कोन. The ५० -भरह कूड. पुं० (-भरतकूट) ___north-east. प्रव० ७६० 07 महीना वैता४५ ५ तनुं ८ भुं शि५२. उत्तर बलिय. पुं० ( उत्तरबलिय) उत्तर जंबूढाप के वैताट्य पर्वत का ८ वां शिखर. "विय नामे : १. उत्तर बलिय the 8th summit of the Vai- नामक एक गण. Name of a Gana. tadhya mountain of Jambi- “ गोदासगणे उत्तरबलियस्सयगणे उद्देहivipa. (२) तेनो पविष्टाता पिता. गणे" ठा० १, १; उक्त शिखर का अधिष्ठाता देव. the pre- उत्तरबलिसह. पुं. (उतरबलिस्सह) उत्तर siding deity of the above. બલિસ્સહ સ્થવિરથી નિકલેલ એ જાતને जं० प० १, १२; मे गए. उत्तरबालस्सह स्थविर से निकला उत्तरद भरहा. स्त्री. ( उत्तरार्द्धभरता )। हुश्रा इस जाति का एक गण. Name of ઉત્તરાર્ધ ભરતકૂટની પાસે ઉત્તરાર્થ– an order of monks (Gana) मरता नामनी राजधानी. उत्तरार्द्ध भरत- derived from the Sthvira कूट के समीप उत्तरार्द्धभरता नाम की Jamed Uttarabalissaha. #090 राजधानी. Name of a capital city near the Uttarārdha Bha- उत्तरबलिस्सह पुं० ( उत्तरयलिस्सह ) ratakuta. जं. ५० ३, ५३; -माणुस्स- મહાગિરિ સ્થિપરના પ્રથમ શિષ્ય અને તેના खेत्त. न० ( -मानुप्यक्षेत्र मनुष्य था मिसेस ग महागिरि नामक स्थविर क्षेत्रस्यामद्ध मनुष्य क्षेत्रं उत्तरंचतञ्चति) का प्रथम शिष्य और उससे निकला हुआ मनुष्य क्षेत्रमा उत्तरार्ध प्रदेश. मनुष्य क्षेत्र गण. The first disciple of the का उत्तरार्द्ध प्रदेश. the northern saint Mahāgiri and the order half of the region of Manu- established by him. “थेरोहेंतोणं Page #218 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तरभहवया] ( २१२ ) [ उत्तरायण उत्तरबलिस्सहेहितो तत्थण उत्तर बलिस्सहे" उत्तर दिशा. उत्तर दिशा. the north. ठा०६, १B 'उत्तरा श्री वा दिसाश्री प्रागनो श्रदमसि" उत्तरभद्दवया. स्त्री० ( उत्तराभाद्रपदा ) प्रव. ७६०; क. प. ४, २; भम० १०,१: અભિજિત વગેરે નક્ષત્રમાંનું ૬ઠું નક્ષત્ર २५, ३; अाया० १, १, १, २, -श्रासाढा. उत्तराभाद्रपद नक्षत्र. अभिजित वगैरह स्त्री० (-प्राषाढा)त्तराषाढा नक्षत्र. उत्तरानक्षत्रों में का छठवां नक्षत्र; उत्तरा भाद्रपद. षाढा नक्षत्र. the constellation The constellation Uttarā called Uttarasādha.ज. प.२,३१%B Bhadrapada i. e. the 6th of ७, १५५; सम०४; ठा० २, ३, the constellations viz Abhijita | उत्तरा कोडि. स्त्री. (उत्तराकोटि ) मे etc. 'उत्तर भद्दवया णखत्ते दुत्तारे નામની ગંધાર ગ્રામની સાતમી મૂછના. पराणता" ठा० ६, १; इस नामकी गंधार ग्रामकी सातवीं मूर्छना. उत्तरमंदा. स्त्री० (उत्तरमन्दा) गया । Name of a certain musical સ્વર અન્તર્ગત એક મઈના; મધ્યમ ગ્રામની note in the Indian gamut पहेली भूना; गंधार स्वर के अन्तर्गत | ठा.. ७, १; : मध्यम ग्राम की पहिली मूलना. उत्तराझियण. न० ( उत्तराध्ययन ) मे कोट. One of the 7 notes of the | નામનું એક ભૂલ સૂત્ર; છત્રીશ અધ્યયનના Indian gamut; the 1st note of समूहरू ५ उत्तराध्ययन नामे सूत्र. इस the Madhyama seale. राय० १३० नामका एक मूल सूत्र. छत्तीस अध्ययनों ठा. ७, १; जीवा० ३, ४; का समूहरूप उत्तराध्ययन नामक सूत्र. उत्तर वडिसग. न. ( उत्तरावतंसक ) मे Name of a Mūlu Sūtia; name नामतुं ये विमान. इस नाम का एक of a scripture containing 36 विमान. Name of a celestial chapters. नंदी० ४३; -फग्गुणी. abode. जीवा. ३,२ स्त्री० (-फाल्गुनी ) ये नामनु शत्र. इस उत्तर. समा. स्त्री. ( उत्तरसमा) मम नामका एक नक्षत्र. name of a cons आमनी योथी भूछना. मध्यम ग्राम की tellation. जे. प० ७, १५६, ५, ११५: चौथी मूर्छना; चाथा कोट. The 4th सू० ५० १०; सम० २; -भद्दवया. note of the Madhyamni musical स्त्री० (-भाद्रपदा) के नाम से नक्षत्र scale. ठा. ७, १; इस नामका नक्षत्र. name of a constelउत्तरा. स्त्री. (उत्तरा) उत्तही माहि नक्षत्र lation. सम० २; उत्तराषाढा श्रादे नज्ञत्र. The constel- 1 उत्तरायण. पुं० (उत्तरायण) सूर्य शिष्य दिशाlation Uttarāsādhā. अणुजो० १३१; / मांथा उत्तर दिशामांगते. सूर्य का दक्षिण (२) मध्यम आमनी पडेली अनेत्री दिशा से उत्तर दिशामें जाना. The north. भूना. मध्यम ग्रामकी पहिली और तीसरी ward apparent motion of the मूर्छना. the third note of the sun. सम० २४; ठा० ३; -गय. पुं० Madhyama inusical scale. Jin (-गत) संतिना हिस; उत्तरायशुमां ७. १; अणुजो० १२८; १३८ (३)। प्रवेश ५२ते। सूर्य. ककं संक्रांतीका दिन; Page #219 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तरायया ] ( २१३ ) [उत्तरिल्ल उत्तरायण में प्रवेश करता हुआ सूर्य. the यामनी योथी ना. मध्य ग्राम की चौथी day of the progress of the मूर्छना. The fourtb note in one sun to the north; the sun of the seven primary notes of commencing its northward Indian music. अणुजो० १२८ progress. सम० -णियट्ट. पुं० उत्तराष्टुत्त. त्रि. ( उत्तराभिमुख) उत्त२ त२५; ( -निवृत्त) सूर्य उत्तर भांउलेथी दक्षिणने उत्तरने स-भुप. उत्तरकी ओर; उत्तर दिशा मासे नय ते. सूर्य का उत्तरायणसे दक्षि. के सन्मुख. Towards the north; गायन होना. the returning of the facing the north " थोवावसेसियाए sun towards the south from सज्भाए ठाइ उत्तराहतो" श्रोघ० नि० ६५०; the north. "उत्तरायणणियट्टे सूरिए"। | उत्तरिज्ज. न० ( उत्तरीय) भला ५२ ठा० ३; सम० २४; २१५वान वस्त्र-दुपटी. कंधपर रखने का उत्तरायया. स्त्री. ( उत्तरायता) गधार वस्त्र-दुपट्टा. A scarf; an upper gar यामनी सातभी भूकना. गंधार ग्राम की | ment. "उत्तरिज विकड्रमाणी" उधा. मातवी मूछना. Name of a certain | ६. १६६: ओव० ३१; दसा० १०, १; नाया. musical note in the Indian १:८; ६; १२; १४; भग. ६, ३३; जं. pamut. • १२८ प. कप्प. ४, ६२ उत्तरावग. पुं० ( उत्तरापथक ) 61५५ उत्तरिज्जग. न. ( उत्तरीयक ) नुमा पसे देशना पानाप सि.. उत्तरापथ देश श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. का चांदाका एक सिका. Name of उवा०६, १६४ silver coill ilutent in the | उत्तरिज्जय न. ( उत्तरायक ) Dil S५ Country ofUtarapatih. प्रथ, ६०५ श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. उत्तरावह पुं० ( उत्तरापथ ) १२ उवा ० ६. १६४; मेर देश उत्तर की ओरका एक दश. उत्तरिय. पुं० ( उत्तरिक ) उत्तर गुण - Name of a country in the समिति गरे. उत्तर गुण-समिति वगैरह. north. प्रव० ८०५; Samiti etc.(i. e. Citle in walkउत्सरासंग. पुं० ( उत्तरासङ्ग) भुस १५२ iny, eating etc. ) विशे० १२४५; દુપટ્ટાનું આવર્તન કરવું તે. ઉત્તરાણ કરવું (२) त्रि. प्रधान; श्रे४. प्रधान; मुख्य; ते. उत्तरासन करना. Wrapping of श्रेष्ठ; उत्तम. principal; highest; scarf round the face. कप्प० २, best. नाया० ८; वय. ४, १८: ठा० १०; १४ ज. प. ५, ११५; भग० २, ५, ६, (३) हुट्टी ; गमे । भानुं वस्त्र. दुपट्टा; १३, १५, १; श्रोव० १२; नाया. १; कंघपर रखनेका वस्त्र. a scarf: al १६; विषा० १; राय० २३; -करण. न. upper garment. नाया. २ ( -करण ) 1 उपस श६. देखो ऊपर | उत्तरिल्ल. त्रि० ( श्रोत्तर) उत्तर दिशामानु; का शब्द. vide above. " एग साडिएणं उत्तर दिशाम थी. उत्तर दिशा में का; उत्तर उत्तरासन करणणं " नाया. १: दिशा सम्बन्धी. Northern; pertain. उत्तरासमा. स्त्री० ( उत्तरसमा ) मध्य. ing to the north. नाया० ध० ४; Page #220 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तरिल्ल ] ( २१४ ) [ उत्ताणिन पन्न० २; नाया० ६; १३, १६; जं० ५०२, shallow waters. ठा७४, ४; ३३, ५, ११४; विवा० ३: भग० ३, १; १०, | -~ोभासि. त्रि. ( -श्रवभासिन् ) ७; १६. २; ८; ३४, १; प्रव० ११५२; तु२७ ४९५५ मे. जो तुच्छ मालूम हो उत्तरिल्ल. त्रि. (उत्तार्य) उतरया योय. ऐसा. uppearing trivial. ठा० ४, ४; उतरने योग्य. Worth descending; --णयणऐच्छणिज्ज. त्रि. ( -नयनप्रेक्षworth crossing; fit to be crossed णीय) अति सु४२ हायाने बाये उधाडीetc. राय० ७१; जं. प. ५, ११४ अनिमिष- सांगेनलेवा यो५. यहुत सुंदर उत्तरीकरण. न० (उत्तरीकरण ) बोनी | होनेके कारण अनिमिष ( बिना पलक मारे ) આલોચના કરી છે તેની વધારે વિશુદ્ધિ नेत्रोंसे देखने योग्य. deserving to be १२वा--प्रायोत्सर्ग" ४१७२स" ४२ ते. gazed at with twinkle-less जिसकी आलोचना की है उसकी अधिक eyes on account of fascinating विशुद्धिके लिये कायोत्सर्ग करना. Medi- beauty. “ उत्ताणणयणपेच्छणिज्जा पासाtation upon the soul in a par- दिया दरिसणिजा" अोव. -हस्थ. पुं० ticular posture after confession (-हस्त ) १२तु सेवाने यो रेसा लाय. of a sin in order to wash off वस्तु ग्रहण करने के लिये ऊंचा किया हश्रा that sin the more. श्राव. १, ५ । 19. a hand raised to grasp at उत्ताडण. न. (उत्ताडन ) मे प्रानु ___a thing. " किवणो विव उत्ताणहत्था वा . एक प्रकारका बाजा. A kind of ) श्रो" तंडु. musical instrument. राय. उत्ताण. त्रि. ( उत्सानक ) यत्ते। सुना२. उत्ताण. त्रि० ( उत्तान ) यत्तुंपाट; सभुः चित् सोनेवाला. One who lies or सिधुं. सांधा सच्चा. Flat; straight. sleepy Hat i... on the back. भग० १, ७, “ उत्ताण छत्तसंट्टिया" उत्त. " जावेण भंते गब्भ गएसमाण उत्ताणएवा ३६, ६१; वव० ५, १८; पन्न० २; (२) पासल्लएवा" भग० १, ७; विवा० ६: प्रव० छी७३; नही ते. जो गहरा-ऊंडा ४, ६०; (२) ij रेसुं; ५सारेगुं. न हो वह. shallow. ठा. ४, ४; लंबा किया हुआ; पसारा हुआ; फैलाया (३) न. ५१२। भार्या विना मांग हुआ. projected; expanded; exमुखी रावी ते. पलक मार बिना अांखको tended. पाया० २, १, १०, ५५; खुली रखना. keeping the eye / उत्ताणग. त्रि. ( उत्तानक ) यत्ता यधने-सुध open without twinkling. श्राव. ना२. चित् होकर सोजाने वाला. (One) (४) त्रि० यत्ता सुधानो मनिह परना२.. who lies on the back and goes चित् सोने का अभिग्रह-प्रतिज्ञा वाला. to sleep. (२) न० समु; सिधु. सीधा; ( one ) who has taken a vow सन्मुख. straight; even. पंचा० to sleep flat on the back. १८, १५, पंचा० १८, १५; --(णो) उदहि. पुं. उत्ताणि. त्रि. ( उत्तागिक ) चित्ता सुपाने। (-उदधि) छी७२। पावासी शमी, | अलि परना२. चित् सोनेका अभिग्रह उथले पानी वाला समुद्र. a sea with धारण करने वाला. ( One ) who has Page #221 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्तार] ( २१५ ) [ उत्थय - taken a vow to lie flat i. e.| उत्तासिय. त्रि० ( उत्त्रासित) त्रास सापेल. sleep on the back. दसा० ७, ८; | fa. Troubled; frightened; terवेय. ५, ३०; rified. भग० ३, ५; (२) ५२२५२ मले।. उत्तार. पुं० (उत्तार) नहीन उतारपाना परस्पर मिला हुआ. mixed together; सारे।. नदीका उतार. A place where joined together. भग० ३, १; ५, ६; water may be crossed on foot; उत्ति. स्त्री. ( उक्ति)ी ; वयन. वाणी; a ford. जं. ५० वचन; कथन. Speech; words. " गंभी उत्तारण. न० ( उत्तारण) उतरयु-५।२ rj राहरणेहिं उत्तीहिं य भावसाराहि" पंचा० ते. पार जाना; उतरना. Crossing; go- है, १६ विशे० ३३५६ ing to the opposite end. विशे. उत्तिंग. पुं० ( उत्तिङ्ग) ४ीयाई ४ीनु १०४०; जीवा० ३, ३; ४२. चीटियों का बिल. An ant-hill. उत्ताल. न० ( उत्ताल ) तास २ गते; " सपाणे सवाए सहरिए सउत्तिंगे' सम. गायनना मेष. तालके खिलाफ गाना; २१; दस० ५, १,५६, ८, ११; श्राया० १, गायनका एक दोष Singing out of ७, ६, २२२; श्राव. ४, ३: (२) छिद्र tune. "गायं तो मायगाहि उत्ताल " ठा. Mig.छद; छिद्र.a hole; an aperture. ७; जे० प० अणजो० १२८ अाया० २, ३, १, ११६: निसी० १८, १८ उत्तासात्तार. त्रि. ( उत्त्रासयित) सतिश ) -लेण. पुं० (-लयन) याई. चिउंटी त्रास २५नार. बहुत त्रास देनेवावा. का बिल. an ant-hill. कप्प. ६, ४५; Highly annoying; excessively troublesome. " भेत्तविलुपिता उद्द. ] उत्तिरण, त्रि. ( उत्तीर्ण ) पा२ उतरे. पार सित्ता उत्तासइत्ता" श्राया. १, २, १, ६६; उतरा हुआ. Crossed; passed over. जं. प. नाया. १; १६; । उत्तासणग. त्रि. ( उत्घासन क ) त्रास 8५जनार; लय उत्पन्न ५२ना२. त्रास देनेवाला; उत्तर. त्रि. ( * ) वासय ५२ नमेव भय उत्पन्न करने वाला. Terrifying: मासना सिन्दु. बर्तनके ऊपर जमे हुए प्रोस innoying; frightful. Arto s; बिंदु A dew-drop clinging to a उत्तासणय. त्रि. ( उत्त्रासनक ) | vessel or utensil. "उत्तेडा वत्थायायन समिति" पिं.नि. भा० ११; Guो श६. देखो ऊपरका शब्द. V de above. नाया. ८; पन्न. २; भग० ३, उत्थय. पुं० ( उच्छ्रय ) सोलार; ३५७ मी. २; ६,५; cfaar. Rising; increasing; inउत्तासणिज्ज. त्रि. ( उत्त्रासनीय ) मला tensity. ओव० ३१; मयं४२. महा भयंकर; बहुत डरावना. Very | उत्थय. त्रि. ( अवस्तृत ) दांडं: 2419ाहन terrible; frightful. " नरोविव उत्ता- | रेणु; ढांका हुश्रा; आच्छादित. Covered; साणज्जाश्रो" तंडु. concealed. ओव० ३१; जं. ५० * जुस १४ २०५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #222 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उत्थरंत ] उत्थरंत व० कृ० त्रि० ( उत्स्तृएवत् ) छादन उरतो. आच्छादन करता हुआ; ढांकता हुआ. Covering; hiding. अणि एहिं उत्थरंता अभिभूय हरंति परधाई पराह० १, ३; उत्थल न० ( उत्स्थल - उन्नतानि धूल्युच्छ्रय रूपाणि स्थलानि=उत्स्थलानि) धूलना टेश. धूल के टेकड़े. Asand-hill; 21 sandy down. भग० ७, ६; उत्थाण. न० ( उत्थान ) 35: उला श्रपुं. उठना; खंड होना. Rising up,getting up. विशे० २८२६; 46 ܙܕ उत्थिय. त्रि० (अवस्तृत ) छान. टांडेल. ढांका हुआ; आच्छादित. Covered; concealed from view. उवा० १, ५८ उदश्र - य. पुं० न० ( उदक ) ४स पाणी. जल; Water आया १, ६, १, १७७ उत्त० ७ २३ २८, २२; नाया ० १ ५ ८; १४; १८; भग० ३ ३ राय० २७; ओव ३९: दसा० ६ १३ ६ २: सू० प० १०; विशे० १४५८; पि० नि० ८३; ( २ ) पाणीभांनी वनस्पति जल मे की एक वनस्पति. a kind of aquatic plant. पन्न० १: (૩) સર્વગ જાતની વનસ્પતિ; એક तनुं वृक्ष पर्वग जाति की वनस्पतिः एक प्रकारका वृक्ष. a kind of ree. पन्न० १; (૪) વું” એ નામના એક અન્યતીર્થ વિદ્વાન इस नाम के एक अन्य धर्मी विद्वान्, name of a learned non-Jaina. भग० ७, {; ( ૫ ) ગોશાલાના એક મુખ્ય શ્રાવકનું नाम. गोशाला के एक मुख्य श्रावक का नाम. name of one of the principal Jay-followers of Gośalā. भग० ( २१६ ) [ उद ८,५; ( १ ) नामे ( अपर नाम પેઢાલ પુત્ર ) એક પાર્શ્વનાથના સંતાનીયા નિગ્રન્થ કે જેને ગીતમસ્વામી સાથે સંવાદ श्रयेो हतो. उदक ( अपरनाम पेढाल पुत्र ) नामका एक पार्श्वनाथका अनुयायी साधु कि जिसका गौतम स्वामी के साथ संवाद हुआ था. name of an ascetic follower of Parsvanatha, who had held discussion with Gautama Swâni; he is also named Pedhalputra. सूय ० २, ७, ५० ----उप्पीला. स्त्री० ( * ) पाणी वगेरेंना न्थ्यो-समुद्र, जल वगैरह का समूह, volume of water etc. भग० ३, ७; - तल न० ( - तल) पालीनुं तवीयुं जल का तल. the bottom of water. दसा० ६, १६ - परिफोसिया. स्त्री० ( - परिपृषत् ) पाणीनाञीणा घंटा, हुंबाड पाणी के छोटे छोटे छीटे फुंवारे spray of water. नाया 25 उदइ. त्रि० ( उदयिन् ) उदय पामनार उदय पाने वाला. Rising: coming to rise. "उदो श्रणुदई ठराई भग० ११, १३ ३५, १; उदा. पुं० ( श्रदयिक ) मनो हय कर्म का उदय. Maturity of Karma; state of maturity. ( २ ) मना यथा निष्यन्न थमे लावला+भांने उदय से निष्पन्न- उत्प्तन्न anything resulting from maturity of Karma. श्रणजो० ८८; भग० १७, १; २५, ६, क० गं० ४, ७२ – श्राइत्रि० ( - आदि) हय लाव मां हि * पृष्ठ २१५ नी फ्रुटनोट ( * ). देखो पृष्ठ नंबर १५ की कूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #223 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदउल ] પ્રથમ છે તેવા આપમિક ક્ષાયેાપશમિક ક્ષાયક અને પારિામિક ભાવ. चिन भावों में प्रदयिक भाव प्रथम है ऐसे औपरामिक, क्षायोपशमिक क्षायक और परिणामिक भाव. ( those Bhāvas or states viz Aupśamika, Ksāyopśamika, Kṣāyaka and Parinamika ) which are headed by Udayabhava i. e. state of coming to rise; lit, Udayabhāva etc. विशे• ४०४; - भाव. पुं० ( - भाव જુએ " उदहन" श०६. देखो " उद शब्द. ܙܝ " vide उदय भग० १४, ७, उदउक्ल. त्रि० ( उदकाई ) पालीथी लानु थयेल. पाणी से भीजा हुआ. Wet with water, ' उदउल बीयसंत्तं दस० ६, २५ ४, ५; १, २३ ८, ७ आया० २, १, ६, ३३: निसी० ४, ४० कप्प० १, काय. पुं० ( - काय ) ४३; प्रव० ६१६; पाली भालुं शरीर पानी से गीला शरीर. body wet with water. दस - ४; - वत्थ न० (-वस्त्र ) पाणीथी भीनुं वस्त्र. पानी से गीला वस्त्र cloth wet with water. दस ० ४; ( २१७ ) " 99 आया० १, उदपचर. त्रि० ( उदकवर ) ०४५२. जलचर; जल में रहने वाले प्राणी. Aquatic. "उदचरा श्रागास गामिणो " ६, १, १७७ उदश्रोदर. पुं० (उदकोदर ) सोहर ग जलोदर रोग. Dropsy. जं० प ० २, उदक. न ० ( उदक ) पानी जल; पानी. Water. जीवा ० ३, ३३ - भायण. पुं० ( -भाजन ) पाणीनं वासगु. पानी का बर्तन. A vessel for keeping water in. निसी ० १८, १७ उदा. न० ( उदक ) पाशु; ४. जल; पानी. V. II. / 28 [ उदग Water. पंचा० २ ११; प्रव० १५६२; कप्प ० ४, ५६; जं०प० ५,१२०; निसी० १८, १८ नाया० ६; ८; १८; भग० १, ६; ८; ५, ४, ७, १; १५, १ पन० १; नंदी० ३५; दस ० ४, ५, १, ७५ उवा ० १ २७ ४१; - (गा) आवत. पुं० (- श्रावर्स ) पाशीनं य२ - अमरी - वभव पाणी का भौर. an. eddy; a whirlpool of water. अजो० १३४; भग० ५, ७ - गन्भ. पुं० (- गर्म ) पालांना गर्भ-पाली रूपे थनार युद्ध परिणाय पानीका गर्भ; पानी रूप होने वाले पुगल परिनाय. particles of mat ter transforming themselves into the element of water. "चत्तारि उदग गब्भा परणता तं जहा. " भग० २, ५; -- जोणिय. पुं० (- योमिकउदकं योनिरुत्पत्तिस्थानं येषां ते ) पासीमां उत्पन्न धनार 4. पाणी में उत्पन्न होने वाला जाव. an aquatic sentient being. "इहे गत्तिया सत्ता उग जोणिश्रा उदग संभवा” सूर्य० २, ३, १७ – दोणी. स्त्री० (-द्रोणी ) पाली मेंयवानी डोल. पानी भरनेका डोल. a bucket for drawing out water. 'अलं उदगदोणीयं" दस० ७, २७; (२) न्हानी होडी; मछो. छोटोसी डोंगी; डोंगा. a small boat आया ०७, ४, २, १३८, (३) लोहारनी पालांनी मुंडी } म तपेोढुं हारवामां आवे छे. लुहार की पानी की कुंडी जिसमें कि तपाया हुआ लोहा बुझाया जाता है. a bucket of water in which heated iron is dipped and cooled, “उदग दोणी वित्तए" भग० १६, १६ - धारा. स्त्री० ( धारा ) पानी धारा जलधारा a stream of water; a down pour of rain. नाया ६; जं० प० ३, ४३; For Private Personal Use Only Page #224 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदग] ( २१८ ) [उदग -परिणय. त्रि० (-परिणत ) पाली रूपे परिणाम पामेस. जल रूप में परिणाम पाया हुश्रा. transformed into water. ठा० ३, ३; -पोग्गल. पुं० (-पुद्गल) पालीन पुस । समूह; वा. जल रूप पुद्गल का समूह बादल; मेघ. a collection of watery particles; à cloud "तत्थ समुट्टियं उदग पोग्गलं परिणयंवा." ठा० ३, ३; -प्पसूय. त्रि. (-प्रसूत ) समां उत्पन्न ययेल ६ साहि. जल में उत्पन्न हुए कन्द आदि. (u bulbous root etc.) produced in water. "उदग पसूयाण कंदाणि वा मूलाणि वा पत्ताणि वा " अाया. २, २, १, ६५; -फोसिया. स्त्री० (-पृषद् ) नानिहु. जल बिन्दु. Spray of water; small drops of rater. नाया० ८; --बिंदु. पुं० (- बिन्दु ) पाणी टा. पानी की बिन्दु; जल का छींटा. a drop of water. भग० ५,७६, १; पंचा० ४, ४७; -मच्छ. पुं० (-मत्स्य) छद्रधनुष्यना 2. इन्द्र धनुष्य • के टुकड़े. bits of rainbow. भग० ३, ७; अणुजो० १२७; जीवा० ३, ३; --माल. पु. स्त्री० (-माला ) 8५२॥ ५२ २९स पाणीनी शिमा; मा. एक पर एक स्थित पानी की शिखा. crests of water piled one upon another "लवणस्सणं समुदस्स के महालए उदगमाले पएणते" जीवा०३,४; ठा० १०; - रयण. पुं० (-रत्न ) शुद्ध पाणी; २ल समान पाणी. शुद्ध पानी. pure water; crystal water. "उल्ले उदगरयण अस्सादिए" भग० १५, १; नाया० १२; -रस. (-स) पुं० पाशीना २स. पानी का रस. water in the fluid form. "तो समुद्दा पगईए उदगरसेणं पण्णता” जं० ५० १; -गई. । स्त्री. (-राजि ) पाणीनी बीटी. पानी की रेखा. a line of water. क. प० ५,४५; -लेव. पुं० (-लेप) नावा याले तेक्षा पाणिमा यासयु-नही तश्वी ते. जितने पानी में नाव चले उतने पानी में से नदी पार होना. fording a river etc. at a place where a boat can sail. "अंतो मासस्स तो दालेवे करे माण सबला" सम० २१: दसा० २, १०; १६; (२) पाणीना से५; पाणीया निते. जलका लेप; पानी से भिंजाना. getting wet with water. अ या० २, १, ११, १२; -वत्यि. पुं. स्त्री० (-वस्ति ) पालानी भस.. पाना की मशक. a lenther big for holding water in. “उदगवत्यिं परामुसह" नाया. १८; -संभागणज्ज. त्रि० (-सम्भारपोय ) पालीन शु६ ४२वानी १२तु. पानी को शुद्ध करने का वस्तु. any substance need to purify water. “हट्ट तुढे बहुहि उगसंभारणिजहि" नाया० १२;-सत्थ. पुं० (-शस्त्रउदकमेवशांतत्तथा ) पाहीना ७पना नाश २२ शस्त्र; अमि, मा२ कोरे. जल के जीवों का नाश करने वाला शस्त्र; अमिः क्षार वगैरह. & weapon which destroys sentient beings living in water e.g. fire, poisonous salts etc. आया० १, १, ३, २३, -साला. स्त्रो० (-शाला ) पातुं पर्व ( ५२५). पानी की पो. a place where water is supplied to travellers etc. (out of charity). सूय०२, ७, ४--सिहाः स्त्री० (-शिखा)हरीयानी वा पानी भरती मोट. पानी की बढती और घटतो. ebb and tide of the sea ठा० १०; Page #225 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदगणाय ] उद्गणाय. पुं० ( उदकशात ) पाना पाली ના દૃષ્ટાંતવાનું જ્ઞાતાસૂત્રનું ૧૨ મું અધ્યયન खाई के जल के दृष्टान्त वाला ज्ञातासूत्र का १२ वा अध्ययन. Name of the 12th chapter of Jñātā Sūtra containing an illustration of diteli water. सम ० १६; नाया० १; उद्गत्तः न० ( उदकत्व ) पाणी. जलपना; जलत्व. Stute of being water. " बहवे उदगजोगिया जीवा य पोगला य उदगत्ताय वक्रमति " ठा० ३; मग ०२, ५; उदगसीमय. पुं० ( उदकसमिक ) मे नामनो એક વેલંધર નાગરાજના આવાસ ખેત. वेलंधर नागराज के निवास करने के एक पर्वत का नाम Name of a moun tain-abode of Velandhara Nāgaraja. जीवा० ३; उदग्ग. त्रि० ( उ ) उट; न; उत्तरे। त्तर वृद्धिवासुं. उत्कट; तीव्र; उन्नत; उत्तरोत्तर वृद्धि वाला Fierce; intense, tali; lofty. mighty; increasing. "उदगो दुप्पहंसए" उत्त० ११, २० भग० २, १; नाया० १; ५; चारिततव. पुं० स्त्री० ( - चारित्रतपस् - उदयं प्रधानं चारित्रं तपश्च यस्य स तथा ) प्रधान थारित्र तय वले प्रधान चारित्र - तप वाला. one of austere right conduct and penance उत्त. १३, ३५; उदत्त त्रि० ( उदात्त ) उत्त; प्रधान श्रे५. ( २१६ ) उदात्त; प्रधान; मुख्य; श्रेष्ठ; उदार. High; lofty; prominent उत्त १३, ३५; भग० २, १; ३, १:१, ३३; ( २ ) अडा रात्रि स्वर २ अकारादि स्वर का एक प्रकार. & particular variety ( accent ) of vowel sound प्रव० ५५०; [ उदय उदस्ताभ. पुं० ( उदात्ताभ ) गौतम गोत्रनी खेड शाखा याने तेन पु३५. गौतम गोत्र की एक शाखा और उस शाखा का पुरुष. Name of a branch of Gautama family-stock; a person belonging to this branch. "ते उदत्ताभा ठा० ७, १; उदधि. पुं० (उदधि ) समुद्र The ocean; the sea जीवा० ३, १६ उदय. पुं० ( उदय ) अवुः प्रगट : अध्य धुं ते. ऊगना; प्रगट हाना; उदय होना. Rising; coming to view; ap pearance. ठा० २, १: पण्ह० २, ४; सू० प० १; नाया० ३; ओव० ११ ( २ ) अभ्युदय; अडती. अभ्युदयः बढती; चढती. rise; prosperity सूय० २, ६, १६; पिं० नि० ४१४; (३) ५०; उत्पत्ति पैदा होना; उत्पत्ति birth; creation; production. सम० ३२ ( ४ ) ना ભરતખંડમાં થનાર સાતમા તીર્થંકરનું નામ. जंबुद्वीप के भरतखंड में होने वाले सातवें तीर्थकर का नाम the name of the 7th would-be Tirthankara of Bharatakhanda in Jambudvipa. सम० प० २४१; ( 4 ) मुद्री मां अरतક્ષેત્રમાં થનાર ત્રીજા તીર્થંકરના પૂર્વભવનું नाम अंबुद्वीप के भरतखंड में होने वाले तीसरे तीर्थंकर का पूर्व भव का नाम the name in the past birth of the third would-be Tirthankara of Bharatakhanda in Jambudvipa. सम० प० २४१; ( ६ ) ुर्मनुं वियाा लिમુખ થવું તે; ક્ષાનાવરણીયાદિ કર્મને ઉદય, कर्म का विपाक (फल देने) के सन्मुख होना; ज्ञानावरणीयादि कर्मों का उदय. maturi ५ For Private Personal Use Only 33 समुद्र ; दर्याः सू० प० १६: Page #226 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदय] ( २२० ) [ उदयायल ty of Karma; e. g. of knowledge-obstructing Karma etc. भग० १, १, २, ५, ५, ४, ८, ६: १४, २, २०, ३, ४०, १५; पिं० नि० १०२; (७) G६य मार; ७ मामांना प्रथम भाव. उदय भाव; छह भावों में का प्रथम भाव. state of rising or coming to birth: the first of the 6 Bhavas. भग० १७,१;-अंत. पुं० (-अन्त) नही माहिना પાણીની સીમા; જ્યાં નદી પુરી થાય તે प्रदेश. नदी आदि के जल की सीमा, व प्रदेश जहां नदी पूरी हा. the place where the water of a river ends or terniinates. भग० १, ६, --अंस. पुं. ( -अंश ) यना स्थान. उदयके स्थानक any of the portions that have come torise or maturity. क. गं. ६, १८; -गय. त्रि. ( -गत ) Bा स्थानने प्रात था. उदयस्थान को प्राप्त. come to rise; risen. क. गं० ६, ४०; -णिफ्फरण. श्रि० ( - निष्पा ) धर्मना Guथा निम्पन्न ५ये३. कर्म के उदय से निष्पन्न-उप्तन्न. produced on account of the maturity of Karma; resulting from the maturity of Karma. भग० १७, १; २५, ५; -स्थमण. त्रि. (--अस्तमान) सपना उदय अथवाने। समय. सूर्यके उदय अस्त का समय. the time of sunrise and sunset. कप्प. ३, ३६; -पत्त. त्रि. (-प्राप्त) य पाभेत. उदय पाया हुआ. matured; come to rise. भग. २५, ७; पण्ह० २, ५; -विहि. पुं० | ( -विधि ) यी १२. उदयका प्रकार. mode or method of com- ing to rise. क. गं०६, ३०; -संठिइ. स्त्री० (-संस्थिति ) सूर्य ना यनी स्थिति. सूर्य के उदय की स्थिति. the condi. tion of the sun at the time of rising. सू. प. ८ -संत. स्त्री. ( -सता) ५ अने सत्ता २५२५ उदय और सत्ता स्वरूप. the existence and rise i. e.maturity (of Karma). क. प. ७, ५३, ५५; उदयजिण. पुं. (उदयजिन)वती योवीसीना સાતમા તીર્થકર કે જે એક વબત મહાવીર स्वामीना श्राप शुभता . आगामी चौवीसी के सातवें तीर्थकर जो एक समय महावीर स्वामीके शंखजी नामक श्रावक थे. The 7th Tirthankara of the coming Chovisi i. e. cycle who was once a Srāvaka (by name Sankhaji ) of Mahāvira Swini. प्रव. ४६७; उदयणसत्त. त्रि. (उदयनसत्व) ६५ पाभतो छ सत्य ने। ते. जिसका सस्व उदय को प्राप्त हो रहा है वह. ( One ) whose spirit or might is on the rise. ठा० ५, ३; उदयसीम. पु. (उदकसीमन्) सण समुद्रमा ઉત્તર દિશાએ આવેલું એક આવાસ પર્વત. लवण समुद्रकं उत्तर दिशामे स्थित एक आवास पर्वत. Name of u mountain abode in Lavana Sumudra in the north. सम० ४३; उदयसेण. पुं० ( उदयसेन) मीरसेन ने १२. सेनना पिता. वीरसेन और शूरसेन के पिता का नाम. Name of the father of Virasena and Surasena. पाया. नि० १, ४, १, १; उदयायल. पुं० (उदयाचल) ध्याय पर्वत. उदयाचल पर्वत. The eastern moun Page #227 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदर ] tain named Udayachala behind which the sun rises. सु० च० ३, ७६; उदर २० ( उदर ) ०४८२; पेट. जठर; पेट The belly; the stomach. सूय ० १, ५, २, २, २, १, ४२; दस० ४: जीवा० ३, ३: ओव० १०; निसी० ७, १४; अणुजो० १३१; नाया० १३; आया० १, १, २, १६३ उवा० २, १०१; उदरवली. स्त्री० ( उदरावलि ) असलु; ई. कलेजा. The heart निर० १. १; - मंस. २० ( -मांस ) सज्जनुं मांस. कलेजेका मांस the flesh of the heart निर० १, १ उदरि. त्रि० ( उदरिन् ) पेट रोगी सोहर शेशवाओं पेट का रोगी, जलोदर रोगवाला. ( One ) suffering from a domi nal affections like dropsy etc. आया० १, ६, १, १७२ उदरिक. त्रि ( चौदरिक ) सोहरना रोगवाओ. जलोदर रोगवाला. ( One ) suff ering froin dropsy परह० २ ५; उदरिय न० ( श्रौदरिक ) "उदरिक" शब्द Vide २०६ देखो उदरिक " उदरिक विवा १, ७; उदवाह पुं० (उदवाह ) मनो नानो प्रवाह. जलका छोटासा प्रवाह. A small current of water. उदवाहाइ वा .. 66 ( २२१ ) 46 प्रवाहाइ त्रा भग० ३, ७ उदहि. पुं० (उदधि) समुद्र: हरीयो, समुद्रः उदधि; दर्या The ocean; the sea. ठा० २. ४ ; उत्त० ११, ३०; भग० १, ६; ; विशे० १३३२; पिं० नि० भा० १७ प्रव० १५६३; क० प० १, ७०; जं० प० २, ३३, ५, ११६; ( ૨ ) ઉદધિકુમાર નામે ભવન તિ દેવતાની खेड त उदधिकुमार नामक भवनपति [ उदाहकुमार 9, 46 तक. देवों की एक जाति a class of Bhavanapati gods named Udadhikumāra. उत्त० ३६, २०४; पराह • ४; सम० ७६; ओव० ( ३ ) धनोधि घनोदधि. the ocean named Gha nodadhi. भग० १, ७; ( ४ ) समुद्रसागरोपमः सविभाग विशेष. सागरोपमः कालविभाग विशेष. 8 Sagaropama; a particular division of time क० गं० ५., २६: -- पट्ठिय. त्रि० ( - प्रतिष्ठित ) धनोहधि समुद्रने आधारे रडेल. धनोदधि समुद्र के आधार से रहा हुश्रा supported on resting on Ghanodadhi 'ocean. उहि पट्टिया पुढी भग० १, ७; - पुहुत्त. न० ( - पृथक्त्व ) मेथी भांडीने नवसागरीપ્રેમ સુધી. दोस नोसागरोपम ranging froin two to nine Sagaropamas of time. क० प० १, ६, मंगल. पुं० ( - मङ्गल ) समुद्र ना विनने २२नार मंगल समुद्र के विनको दूर करनेवाला मंगल. anything that averts or destroys the obstacles or misfortunes nected with the sea. पंचा० ८, ३७३ - सरिस. त्रि० ( -सदृश ) समुद्रસાગર સરખું, સાગરેપમ; દસ કાડા કાડી पढ्योपभ प्रमाणु अन विभाग समुद्र के समान; सागरोपम; दस कोड़ा कोडी पल्योपम के प्रमाण काल विभाग. similar to an ocean; a division of time equal to 10 crore x 10 crore Palyopama उत्त० ३३, १६; उदहिकुमार. पुं० ( उवधिकुमार ) अधि con કુમારનામે ભવનપતિ દેવતાની એક જાત. भवन पतिदेवों की उदधि कुमार नामक जाति. For Private Personal Use Only "" Page #228 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उहिकुमारी ] Name of a class of Bhavanapati deities. उदहि कुमाराणं सब्वे समाहारा भग० १६, १२; पत्र० १; - श्रावास. पुं० ( श्रावास ) अधि કુમાર દેવતાના રહેવાના સ્થાન-ભવન. उदधिकुमार देवों के रहने का स्थान भवन. the abode of Udadhikumāra class of gods. उदहि कुमारावास ससस्सा पयणता सम० उदहिकुमारी. श्री० ( उदधिकुमारी ) उधि कुमार भवना लवनपतिनी देवी. उदधि कुमार जाति के भवनपति देवों की देवी. A female deity of the Udadhikumara Bhavanapati class of gods. भग० ३, ७: उदा. पुं० ( उदायिन् ) इंडियन गोत्रमा જન્મેલ ઉદાયી નામને એક માસ કે જે ગેાશાલા ને છઠ્ઠા પ્રૌઢપરિહાર હતા. कुंडिकायन गोत्र में जन्मा हुआ उदायी नामक एक मनुष्य जो कि गोशाला का छठवाँ | प्रौढ परिहार था. Name of a person born in the Kundikayana family who was the sixth Praudha Parihara of Gośālā. भग० १५, १ ( २ ) आणि शन्ननो उद्यायि नामे भेड साथी कोणिक राजा को उदायि नामक हाथी name of an elephant of a king named Konika. भग० ७, ६; १६, १: ( ३ ) अम्नो એક પુત્ર કે જેણે કેણિકના અવસાન પછી પાટલિપુત્ર નગર વસાવી ત્યાં પોતાની રાજપાની સ્થાપી; જેને ઉદાયી નામના અભવ્યે . પાષામાં મારી નાખ્યા હતા; જે તીર્થંકર નામકર્મ ઉપાર્જન કરી આવતી ચેાવીસીમાં सुपार्श्वनामेत्री तीर्थ२ थशे. कोणिक का एक पुत्र जिसने कि कोशिक की मृत्य 我 22 "" " ( २२२ ) [ उदायण बाद पाटलिपुत्र नगर बसाया और वहां अपनी राजधानी स्थापित की जिसे उदायी नामक अभव्यने पोषध - उपवास की अवस्था में मारडाला जिसने तीर्थंकर-नामकर्म का उपार्जन किया और आगामी नोवीसी में सुपार्श्व नामक तीसरा तीर्थंकर होगा. name of a son of Konika. After Konika's death he founded the city of Pataliputra and made it his capital. He was killed by an Abhavya (one not capable of being liberated) during the continuance of Pausadha ( fastingetc ). He will Learn Tirthankara Namkarma and be the third Tirthankara named Suparsva in the coming Chovisī ( cycle ). ठा० ९; उदायजीव पुं० (उदयिजीव) अशिस्ता पुत्र ઉદાયિરાનને જીવ કે જે આવતી ચેવી. સીમમાં ત્રીજા સુષા નામના તીર્થંકર થશે. कौशिक का पुत्र उदायि राजाका जीव जो भावी चौवीसी में सुपार्श्व नामके तीर्थकर होंगे. The soul of king Udayi (the son of Konika.) who will be the 3rd Tirthankara by name Supārsva in the coming Choviśi ( i. e. cycle ) प्रव० ४६५; उदायण. पुं० ( उद्दायन ) सिंधुसामी र देशना વિભય નગરના રાજા કે જેણે દીકરાને રાજ્ય ન આપતાં કેશી નામના ભાણેજને રાજ્ય આપી મહાવીર સ્વામિ પાસે દીક્ષા लीची. सिंधुसौबार देश के वीतिभय नगर का राजा जिसने कि पुत्र को राज्य न देकर अपने केशी नामक भान्जे को राज्य For Private Personal Use Only Page #229 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदायि] ( २२३ ) [ उदिशोदेश दिया और महावीर स्वामोसे दीक्षा ली. | High, noble (ascetic Karma) Name of a king of the city नाया. १; of Vitibhaya of the country | उदासीण. त्रि. ( उदासीन )राग पहित of Sindhusauvira. He, instead | सान्त: मध्यरथ. राग द्वेश रहित; शान्त; of giving his kingdom to his मध्यस्थ; तटस्थ. Free from passion son, gave it to his nephew and hatred; dispassionate. uamed Kesi and took Diksă leutral. आया० १, ६, ३, १६१; सूय. from Mahavira Swami. उत्त. १, ४, १, १५; १८, ४८; भग० १३, ६: (२) शमी उदाहड. त्रि. ( उदाहत ) हेस; विस. नसरीन २01 शनानीनो पुत्रकौशानी ) कथित; कहा हुआ; दिखाया हुआ. Srid; नगरी के राजा शतानीक का पुत्र. name | ___pointed out; explained. सूय. of the son of Śatănika, kiug ___२, ६, ६१; of the city of Kosambi. उदाहरण. न० ( उदाहरण उदाह्रियते गृद्यते " तस्सणं शयाणीगस्स पुत्त मियादेवीए दार्टान्तिकोऽर्थाऽनेनेति ) २९५ मी . अत्तए उरायणे णाम कुमार होत्था " उदाहरण; दृष्टान्त. An illustration: भग० १२, २; विवा० १, ५; an example. पिं० नि० ११३; नाया. उदायि. पु. ( उदायिन् ) 3 भला ३; पंचा० ७, १४; राना थार्नु न!म. कोणिक महाराजा उदाहरिय. त्रि० ( उदाहत ) tet साथे के हाथी का नाम. Name of the jि. उदाहरण सहित कहा हुआ. Exelephant of king Konika. भग० plained, narrated with illug. १७, १; tration नाया० ८; उदार. त्रि. (उदार ) २: प्रधान; श्रेय. उदाहिय. त्रि. ( उदाहत ) - २३; उदार; प्रधान; मुख्य; श्रेष्ठ Generous; व्यायाम करे. कथन किया हुआ; कथित; high; excellent; prominent. व्याख्यान किया हुश्रा. Told; narrated: भग० २, १; ५; -मण. त्रि० (-मनस् ) १२ वित्तपासा. उदार चित्त वाला. illustrated. "जामा तिरिण उदाहिया" magnanimous; generous. भत्त० आया. १, ७, १, २००६ ३०; उदाहु. अ. ( उताहो ) वि३६५; अथवा. उदारत्त. न. (उदारत्व ) (२५६; सत्य विकल्प; अथवा; या. Or; an alternaक्यानो २२ मे अतिशय. उदारता; सत्य- ___tive conjunction. भग० १, १, २, वचन का २२ वां अतिशय Genert). ___५; ५, ७, ८, ८, १०, १५, १; १८, ८; sity: nobility: the 22nd super- } नाया० ३: ७; १६; पन्न० १०; विवा० ३; natural manifestation of truth | उदिनोदिश्र. त्रि. ( उदितोदित ) आता fulness of speech. सम. टी. ३५ भने ५२सोने आश्री ५ पामेवा म उदारय. त्रि. ( उदारक ) हारता पालुं भरत म१२१०१. इहलोक और परलोक (148). उदारता पूर्ण ( तपकर्म ).। दोनों के लिये उदय पाया हुआ: Page #230 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदिगण ] Q जैसे कि भरत महाराज. Prosporous, rising both in this world and the next; e. g. king Bharata. ठा० ४ ३ विवा० ३। उदिएण त्रि० ( उदीर्ण ) ३६५ पामेल उदय पाया हुआ. Come to rise; risen; matured, पन २०; २३; नाया० १; भग० १, २, ३, ४; ७; २, ५; ५. ४ १०, १ नंदी० कम्म. श्रि० ८६ ( - कर्मन ) ध्यमां आवे छेना ते. जिसके कर्म उदयमें आये हुए हैं वह. ( one ) whose Karma has matured. ठा० २ १३ कामजाश्र. त्रि० ( - कामजात ) मनो પ્રકાર-વિકાર ઉદયમાં આવ્યા છે તે. जिसके उदय में काम का कोई भी प्रकारविकार- उदय आया है वह (one) whose passion has risen. दा० १०, ३: मोह प्रि० (-मोह ) भोना या तत्र मोह का उदय वाला. ( one ) whose infatuation or delusion has acutely risen. अत्तराववाइया भंते देवा किं उदिण्णमोहा " भग०५, ४: उदित. त्रि० ( उदित) ५ यवहार आवेस उदित; उदय प्राप्त Risen; come to view. नाया० १; उदिन न० त्रि० ( उदीर्ण) लुख "उदिण्ण" शह देखो " उदिण्य Vide उदिण्ण" शब्द. "" उदिण्ण" क० प० १, ३२; उदिय. पुं० ( उदित) ५ पामे भेल. ऊगा हुआ सूर्य. The sun in its rise the sun risen above the hori 2011. नाया० १; उदीची. स्त्री० (उडीची ) उत्तर दिशा दिशा. The north. भग० ५ १३ ( २२४ ) [ उदीरिय उत्तर दिया उत्तर विभाग. उदीरा. पुं० न० ( उदीचीन ) उत्तर विभाग उत्तर दिशा The north; the region. सू० १० १: जं० ४, १५०; ७, १५०; राय० northern प० ४, ७२; १०२; नाया • अभिमुख ) ५ - श्रभिमुद्द त्रि. ( उत्तर दिशाने सन्मुख उत्तर दिशा के सम्मुख. facing the north. वव० १ ३७६ - वाय. पुं० ( बात ) उत्तर दिशांना वायु उत्तर दिशा का वायु. the northwind. ठा० ५ ३७, १ पन० १; " उदीरणा. श्री. ( उदीचीना ) उत्तर दिया. उत्तर दिशा. The north दो दिसा कप्पइ पाइणं चैव उदीणं चैव " ठा०२: राय० आया० १, ६, ५, १६४; जं०प० उदीरंग. प्रि० ( उदीरक ) हीरा ४२नार उदारण करनेवाला. ( One ) who forces up (Karma ) into maturity. भग० १, १, ३५, १: क्र० प्र०४, ४: उदीरण न० ( उदीरण ) २०४२ ते. उदीरणा करना; गत बात को प्रगट करना. Telling or exposing the past. व० १६; क० गं० २, १३, उदीरणया श्री० ( उदीरणा ) भुगो " उदीरण २६. देखो " उदीरण " शब्द. Vide. “उदीरण" क० गं० २, १, उदीरणा. श्री० ( उदीरणा ) लुगे 'उईरणा शह देखो उरखा " शब्द Vide "उईरण" जं० प० भग० ३. १७, ६० क० गं० २, २४, ४, ४; क० प० ४, १, ५, ४०; प्रव० ४६; જા "" 66 उदीरय त्रि० ( उदीरक) लुग्म "उदीरंग " જુએ ०६. देखो "उदीरग" शब्द. Vide उदीरंग" भग० २५, ६; उदीरय. प्रि० ( उदीरित) लुभे। "उद्देश्यि" ६. देखो उत्तर 66 ' उईरिय " शब्द Vide Page #231 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उदीरि(रे)त्तार] ( २२५ ) [ उद्-ईर "उईरिय" माया० १, ६, ३, १६२; पन. उदाहरण सहित वर्णन करना. To tell; २३; राय० १२८; भग० १, १, ३, ३; to explain; to illustrate. उत्त० २६, ७१ उयाहरे. वि. उत्त. ११,४; उदीरि(रे)त्तार. त्रि. ( उदारयित ) उदाहरे. वि० उत्त० ५, १; सूय. १, २, रना२, २६॥ ४२नार. प्रेरणा करनेवाला. २, १३, One who prompts or forces उदाहरिस्सामि. भवि० उत्त० २, १; दस० up (e.g. Karima ) into matu ___८, १; ___rity. सम. २०; दसा. १, १४; उदाहु. उत्त० ६, १८; नाया०८; उदु. पुं० ( ऋतु ) *तु; सिम. ऋतु; मोसम. Vउद-इ. धा. II. ( उत् + इ ) यया ; A season नाया० १; उ. उदय होना; ऊगना. To rise; उदुंबर. न० ( उदुम्बर) मे नाभनु 4 to come to rise. भूत्रनु साभुं अध्ययन. इस नामका विपाक उदेइ. जीवा० ३, २; सूत्रका आठवाँ अध्ययन. Name of the Vउद्-ईर. धा. I, II. ( उत् + ईर् ) 8th chapter of Vipāka Sūtra. ઉદીરણું કરવી; પરિપાકના સમય પહેલાં ठा० १०, १; भने माजी म सा ते. उदीरणा उदुंबरिजिया. स्त्री० ( औदुम्बरिका ) as | करना; परिपाक के समय के पहिले कर्म को था नि:सेये शामा. उद्देह गणसे प्राकर्षित करके उदयमें लाना. To cause निकली हुई एक शाखा. An off shoot to mature (e. g. Karma) beof Uddehagana. कप्प० ८; fore the ripe time; to force up उदुब्भेय. पुं० ( उदको द ) ॥२-पर्वत तक | Karma into maturity. सामिाथा पाए निस. पर्वत, तट | उदीरइ. राय. २६७; भग० ३,३; क. प. श्रादिसे जलका निकलना. A spring of ५, ५४; water from a mountain etc. उदीरेइ. उत्त० १७, १२; भग० ७, १; २५, भग० ३, ७, १; ६, ७; ठा० २, ४, निसी० ४, उदुहल. पुं० ( उदुखल ) Mish; Gur. अोखली. A mortar. अाया० २, १, ७, उदरति. भग० ५, २; पन्न. १४; गच्छा . ३७; विशे० १०३०; ६८% Vउद्-श्रय. धा. I. ( उत्+अय् ) 64 उदारेति. भग. १८, १०; नाया. ५; था; Sij. उदय होना; ऊगना. To उदीरिस्संति. पन्न. १४; rise; to come to rise. उदीरेंसु. भू. का. पन० १४; उदयंति. नाया. ५ उदीरिजा.वि. भत्त. १५६ उदयंत. व. कृ. भग० १, ५; ६; उदीरित्तए. हे. कृ. वेय० ६, १; Vउद्-श्रा-हर. धा• I. (उत् + श्रा+ह) उदिरेमाण. भग० २५, ६, अंत० ३, ८; કહેવું પ્રતિપાદન કરવું, દાખલા સહિત उदीरिजमाण. क. वा. व. कृ. भग. १, वर्णन ४२. कहना; प्रतिपादन करना | १६, ३३; v. II./29 Page #232 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-कस] ( २२६ ) [ उद्-गिरोह Vउदू-कस. धा. I. ( उत् + कृष् ) ये पाम; Sij. उगना; उदय होना. To में. ऊंचा खेंचना. To draw up. | rise. (२) ॐ ४२. उत्कर्ष करना. to उग्गच्छंति. सू. प. ८; flourish; to prosper. उग्गच्छं. सं. कृ. भग० ५, १; उक्कोसइ. सू० ५० १; Vउद्-गम. धा• I• (उत् + गम् ) अg; उक्तसिस्सामि. आया. १,६३, १८५; भूय ना ६य 4l. ऊगना; सूर्य का उदय उकसावेइ. प्रे. निसी० १८, ६, ७, ८; होना. To rise. Vउद्-कीर. धा• I. (उत् + कृ ) तरयुं; उम्गमंत. व. कृ. सु. च० २, १०५ छ।सयुं. कुतरना; छीलना. To carve; to उमाममाण. व. कृ. पन्न० १; scratch off. Vउद्-गलच्छ. धा० II.( * )aixy उकोरइ. क. प० २, ६२; 34. ढक्कन खुलवाना. To get a lid or cover opened उक्कीरसि. अणुजो. १४९; उकारमाह. “तंच केइ उकीरमाणं पासित्ता" उग्गलच्छावेमि. प्रे० राय० २५४; अणुजो. १४८ Vउद्गाह. धा• I, II. ( अव+गाह् ) અવગાહવું; પ્રવેશ કરે; અંદર જવું. उकीरिजमाण क० वा. व. कृ. जं. प. अवगाहन करना; प्रवेश करना; भीतर जाना; राय. ५६; जीवा० ३, ४, अंदर जाना. To enter; to penetrate; Vउद्-कुद्द. धा• I. ( उत् + कूर्द ) ४. | to pervade. कूदना. To leap; to jump. उम्गाहेइ. भग० २, ५, ११, ६; १६, ६ उक्कुद्दइ. उत्त० २७, ४; नाया. विवा. ७ Vउद्-खण. घा. I. ( उत्+खन् ) मा उग्गाहइ. सू. प. १; G७. खोदना. उखाडना. To dig; to उग्गाहिति. नाया. २ dig out; to excavate. उग्गाहेज्जा . वि. भग. ३, ३, ५, ७, उपखण्इ. सु. च०१२, ५८%; उग्गाहह. प्रा. नाया. ८383 Vउद-विवव. घा• I, II. ( उत्+क्षिप् ) उग्गाहित्ता. सं• कृ• भग. २, ८, ५, ४; GAL ३४. ऊंचा फेंकना. To throw ६, ५, ६, ३; १३, ४, १६, १; high; to toss. १८, ३, २०,२; उक्खिप्प. सं. कृ. श्राया. २, २, ३; उग्गाहत्ता. सं. कृ. भग० ११,६; उक्खिवित्तु. सं. कु० " उक्खिवित्तु न उग्गाहित्तए. हे. कृ. नाया. है; निक्खिवे" दस० ५, १, ८५; उम्गाहेमाण, व• कृ. भग० १६, ६; उक्खिवमाण. व. कृ. भग० १६, १; /उदगिराह. धा• I,II. ( अव+ग्रह) उक्खिप्पमाण. क. वा०५० कृ० भग० ८, ६; माशा सेपी; २०१ मावी. प्राज्ञा लेना; Vउद्-गच्छ. धा• I. ( उद्ग म् ) 4 | छुट्टी मांगना. To ask permission. * गुम। पृ४ २०५२- १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #233 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-गीर] ( २२७ ) [उद्-च्छील (२) अहए १२३, धारी रा. ग्रहण उग्धोसावेह. प्रे० सु० च० २, ३०८; करना; धार रखना. To take in; to उग्घोसिज्जत. क. वा. व. कृ. विवा०८; retain. उग्धोसिजमाण. विवा० १; उग्गिएहइ नाया. १; दसा. ४, ४१; Vउदू-चर. धा. I. ( उत्+चर् ) उप्यार उग्गिबहामि. भग० १५, १; ७२३।। योसg. उच्चारण करना; बोलना. उग्गिाबहत्ता नाया. १, २, ५; १३, १४; ___ To pronounce; to utter. भग० २, ५; भोव. २७; उच्चारेइ.प्रे. नाया. १; उग्गिरिहत्तए. दसा. ७, १; ८, वव० ८, उच्चारेमाण. नाया० १; भग० ११, ११; १०; नाया० ध० दसा० ४, Vउद्-चल. धा• I, II. (उत्+चल-णिच् ) ६०; वेय. ३, ३१% यासना ४२वी; पालीने २ . चालना Vउद्-गीर. घा• I. (उद्+गृ) मास; करना; पानी को उछालना. To cause पागल. उगल जाना; जुंगाली करना. To to move: to throw up water. chew and inix with saliva as उबालेति.प्रे. नाया० ४; cows etc. do उद्-चिए. धा० I. (उत्+चि) विश्; उग्गीरसि. सु. च. १४, ३६; भेगा ७२j. बीनना; एकत्रित करना. To Vउद्-गोव. घा• I, II. (उद्+गूप्) . pick up; to collect. ag: f हपी. सुलझाना; उकेलना. उचिणइ. ओघ• नि. भा० २६६. To decipher. उश्चिणिउं. सं. कृ.सु. च० ७, ११; उग्गोवेई भग० १६, ६; उत्तिा . वव.६, ४४; उम्गोवेमाण भग० १६; ६; Vउद-च्छल. धा. II. (उत्+छल ) 80Vउद्धात. धा० I,II. (उत्+हन्+णि ) | स. उछलना. To leap; to jump. ९५, क्षय ४२३; नाश ४२३); भार; उच्छलेंति. जीवा० ३, ४; २. मारना; हनन करना; नाश करना; उच्छलि. सं. कृ. सु. ५०६, २६; क्षय करना. To kill; to destroy. उच्छलंत व. कृ. ओव. २१; क. प० उग्धाभइ. उत्त० २६, ६. Vउद्-घोस. धा. II. (उद्+धुष् ) यो. Vउद्-च्छिद. धा• I, II. ( उत्+छिन्द्) पा ४२वी. उद्घोषणा करना; प्रगट करना. नारा ४२वी. नाश करना. To destroy. To proclaim. (२) wir; सा उच्छिंदसु. प्रा. सु. च० २, ६०७; ४२. मांजना; साफ करना. to rub; उच्छिंदिउं. पंना० १३, १२, to cleanse. Vउद्-छुभ. धा• I. ( उत्+तुभ्) क्षोस उग्घे सेह. नाया० १६; ५ . क्षोभ पाना. To become disउग्धोसेत्ता. विवा. १%3B tracted or agitated. उग्धोसेमाण, नाया, १; ५; १३, १५, १६, उच्छभइ. राय. २७६; १८, विवा० १; जं. पं० ५, १२३, उच्छुभित्ता. नाया. १; राय० ३७, भग० ३, १; १५, १; Vउद्-च्छील. धा• II. (उत्+वल्) पाणीउग्धोसमाण. भग० ३, १; १५, १ थापा: पाणी २१. पानी से धोना; Page #234 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद-जम] ( २२८ ) [ उद्-हा पानी उछालना. To wash with water; | उजोयंत. सु. च. २, २, ३, १८६) to throw up water, नाया० १; उच्छोलंति. वि. राय. १८३, भग• ३, २; | Vउद-जल. धा. I. ( उत्+ज्वल) उच्छालेज्ज. पाया० २, १, ६, ३३; निसी० ; यी ४२३.. झलकना; चिल१,७, २, २१, कना. To shine; to sparkle. उच्छोलित्ता. सं. कृ. अ. अाया. २, ५, उजलइ. भग. १६, १; १, १४६, भग० ३, २; उज्जलंत. राय. ८० उच्छोवित्तए. हे. कृ. दसा. ७, १; उज्जालेह. प्रे० भग. ७,१०:११,१; उच्छोलंत, प० कृ० निसी० १,७; उजालेति. जं. प. २, ३३% उच्छोलिंत. गच्छा० १२२; उजालेज्जा. दस० ४; Vउद्-जम. धा• I,II. ( उत्+यम् ) घम उज्जालेह आ. जं० . २, ३३; ४२३; प्रयल २३. उद्यम करना; प्रयत्न उजालावेजा. णि• दस० ४; करना. To work; to be industri- उजालेता. सं. कृ० भग० ११, ६; ous; to make an effort. उजालिया. सं. कृ. दस० ५, १, ६३; उज्जमंति. नाया० ५; उजालित्तए. हे. कृ. पाया० १, ७, उज्जमेउ. श्रा० सु० च० १, २८०; ____३, २१०; उज्जमंतु. सु० च० १, ६८; Vउदू-ट्टा. धा• I, II. ( उत्+छा ) BHI उज्जमिस्सं. प्रव० ७८६; थy, . खड़े होना; उठना. To get उज्जमंत. व. कृ० परह. १, ३, up; to stand. उज्जममाण. व. कृ. सूय. नि. १, १३, उठेइ-ति. नाया० १; ५; ६: १६; भग १, १, ३, १; १५, १; राय. ७५%, Vउद्-जा. धा• I. (उत्+या) 3५२ ४. उवा० ७, १६३ ऊपर जाना. To go up; to mount. उदे॒ति. भग० ८, १; उदाइ. भग० ३, ३; उडेमो. सूय. २. ७, १५; उदाइंत. नाया० १; उहिहिति. भ. सू. च० १, ५.; Vउद्-जोय. धा० I, II. (उत्+धुत्)। उहिहिसि. भ. पिं० नि० भा० ३६; प्रशश ३२३; Gधेत ४२वी. प्रकाश करना; उद्वित्ता. सं० कृ. उत्त० २, २१; भग० १, उद्योत करना. To light up; to १; नाया० १; ठा०३, ३, brighten. उठेत्ता. नाया० १; १६; भग० ३, १; ६, उजोएइ. प्रे० भग० १, ६; ३३, १०, ४, १५, १; उजोवेइ. प्रे० राय० १२०; उटिऊण. सं. कृ. सु. च० २, ५३; उजोति. भग. ७, १०, ८, ८; जं० उढाए. सं. कृ. वव० ३, २; नाया. प० ७, १४१, ७, १३७ १; १; १६; १६; भग० १, उजोवेमाण. भग० २, ५, ३, १; २; १; २, १; ३, १; ६, ३३, १५, ओव० २२; उवा० २, ११२; । १; पाया० १, ८, ६, २२; उजाएमाण. जीवा० ३; ठा० ८; ओव० सय० १, १०, ७; Page #235 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद-टुह ] ( २२६ ) [ उद्-द्दव उटुंत. व. कृ. पि. नि० ५८६; blows. (२) यामी उतारवी. चमडी उताउटिंत. व. कृ. प्रव० १५८; रना. to Hay. (३) नाये ५७. उट्ठियमाण. भत्त० ८५; नीचे गिराना. to throw down. उठावित्तए. प्रे० हे. कृ० वव०७,६ उद्दालित्ता, सं० कृ० सूय० २, २, १८; Vउद्-ठुह. धा• I (उत्+ष्ठिव् ) |. दसा. ६,४, थुनी पियारी नामवी. थूकना; थूक की उद्दाले उं. सं० कृ० मु. च० १४, ४५; पिचकारी डालना. To spit; to eject Vउद्-दिन. धा• I. ( उत्+दिश् ) saliva from the mouth. અમુક અધ્યયનનું પાઠ કર એવી રીતે उठ्ठहति. भग० ३, १; शिष्यने सुइनो आश वा. गुरुका उठुहित्ता. भग० १५, १; 'अमुक अध्ययन का पाठ कर ' इस Vउद्-डा. धा. I. (उत्+द्रा) पास प्रकार शिष्यको आदेश होना. To order न्य. पाष-जाल-रचना. To make al a disciple to study a partinet or a snare; to prepare al cular scriptural chapter. snare. उद्दिसइ. निसी० ५, ६ उड्डाह. १, ८; Vउद्-तर. धा• I, II, ·(उत्त ) पा२ / उहिसामि विशे० ३४१२; उद्दिसित्तए. वव० २, १४, ३, ३४, ७, ઉતરવું; પાર ઉતરીને સામે કાંઠે જવું. ८; ठां० २, १; पार उतरना; पार होकर पहली पार उद्दिस्स. सं. कृ. निसा० १४, ५; पन्न. जाना. To cross; to go to the १६; आया० २, २, २, २"; opposite shore. उद्दिसिय. सं० कृ. निसी० १४, ५, उत्तरइ. नाया० १३; उत्तरेइ. नाया०६) उद्देहुं. सं० कृ. विशे० १४८६. उद्दिसिजति. क. वा. भग. ४२, १; उत्तरिति. नाया० ४; १६; १७; ____ अगुजो० २; उत्तरेह. श्रा० नाया. १६ उदिसावित्ता. प्रे० सं० कृ. वव. ३, १०; उत्तरह. प्रा० नाया० १६ उत्तरित्ता. उत्त० ३२, १८; नाया० १३ ११; वेय० ४. २१; उत्तरित्तए. हे. कृ. ठा० ५, २; ओव. ४०; Vउद-दव. धा• I, II. (उत्+द्रु) 8५६५ वेय० ४,२८नाया. १६; १२३।; भार. उपद्रव करना; मारमा. To उत्तरिउं-त्त. सु. च. १, १७३; जं० प. attack; to beat; to trouble. नाया. १६; उहवए. आया० १, १, २, १६3 उत्तरंत. व. कृ. संत्था० ५६; उद्दवति. पन्न. ३६ उत्तारत्ता. प्रे० नाया. १७; उद्दवेह. १८, ८; उत्तारमाण. प्रे. व. कृ. ठा० ५, उद्दवहिंति. भग० १५, १; उत्तारेइ. प्रेक नाया० २; १७: उद्दवेत्ता. सूय० २, २, ६; भग. ८, ५; Vउद्-दाल. धा० II. ( उत् +दाल) उद्दवित्तए. जं. प. प्रहार भावा. प्रहार मारना. To strike | उद्दवमाण. भग० १८, ८; Page #236 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-दा] ( २३० ) [ उद्-पड उद्दविजमाण. क. वा. व. कृ. सूय. उप्पज्जए. सूय० १, १, १, १६; २, १, ४८, २, ४, ११; उवजन्ति. सूय० १, १, ३, १६; Vउद्-दा. धा• I. ( उत्+द्रा ) भर. उप्पजति नाया० १६, भग. ५, ६; मरना. To die. उप्पजन्तु. परह. १, २, उद्दाइ. भग० १, १, २, १; विवा० १; उपजिस्संति. भ. भग० ५, ६; नाया. १६ उद्दायंति. पाया० १, १, ४, ३४ उपजिस्सं. भ. सु. च० १, २२३०% उद्दाइत्ता. सं० कृ• भग० २, १, १५, १; / उप्पजिंसु भू० नाया० १६; मग० ५, ६; जं. प. ६, १२४; ठा. १० उप्पजित्ता. सं. कृ. भग० ५,63 उहाय. सं० कृ० भग० ५, २; जीवा० ३; उप्पजमाण. भग• ३४, १; उद्दावेत्ता. प्रे० सं० कृ. राय. २८२; Vउद-ज. धा• I. (उत्+पद+णिच् ) उत्पन्न Vउद्-द्धंस. धा. II. ( उत्+ध्वंस् ) ४२; पेह। ४२. उत्पन्न करना; पैदा करना. वारी साडी ति२२४१२ ३२३. किसीकी To create; to produce. नुच्छता बतला बतला कर तिरस्कार उप्पायइ. भग• ८, ३; करना. To dispraise a person उप्पाए-इ-ति. प्रे० नाया० ५; भग• १४, and show contempt towards ८; निसा० ४, २२, ६, १०; him. उप्पायति. जं. प० २,२४; भग०११,१०; उद्धंसेइ. भग० १५, १; नाया. १८; उप्पाएजा. विधि० भग० ५, ४; उद्धंसेति. नाया० १६ उप्पाएत्ता. जीवा० १; उद्धंसेता. भग० १५, १; उप्पाएसए. नाया० ४, भग० १५,१; उद्धंसित्तए. हे. कृ. राय. २६६. उप्पाइत्ता. ठा० ४, ७, Vउद-नम. धा• I. (उत्+नम्) मा थy; उप्पाइय. क. प० २, २६ भस्तर - ४२. खडे होना; मस्तक उप्पायंत. व. कृ. निसा. ४, २२, ऊंचा करना. To stand up; to raise the head. Vउद्-पड. धा• I.(उत्+पत ) अन्ये . उरणमंति. राय. ८६; ऊंचा कूदना. To jump. (२) ये लायु. उण्णमिय. सं० कृ० श्राया० २, १, ५, ३२; } ऊंचा उडना. to jump high. Vउद-नि-किखव.धा. I, II. (उत्+नि+ उपचइ. भग० ३, २; १५, १; नाया० % क्षिप् ) ये था से; यु. उखाडना; उप्पयइ. भग• ३, २; १५, १; नांया. ; ऊपर खेच लेना. To root out; to उप्पयन्ति. जीवा० ३; भग. ३, १; राय. draw up; to pull out. १८३, जं. ५० ५, १२१; उन्निक्खिस्लामि. सूय० २, १, ६; उप्पएजा. वि. भग० ३, ५; १३, ६; Vउद्-पज. धा. I. ( उत्+पद् ) पन्न उप्पयाहि. श्रा० सूय० २, १, १०; थएँ; पे थj. उप्तन्न होना; पैदा होना. उप्पइत्ता. सं. कृ. पन्न. २, नाया० १;६; To be born; to be produced. ६; भग० ३, २, ६, ५; जं० ५० उप्पजइ. उत्त० १७, २; विशे० ७०; ४१४; १,१२, प्रव० १११५; उप्पाउं. सं. कृ. सु. च० २, ३११% Page #237 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-पिल] ( २३१ ) [ उद्-मुंच उप्पयन्त. व. कृ. आया० २, १५. १७६; Vउद-बाह. धा. I. (उत्+बाध् ) प्रमा कप्प० ५.६६ पीs! ४२वी. प्रबल पाड़ा करना. To उप्पयमाण. व• कृ० नाया. १, ६; कप्प give great trouble; to cause २, २६; intense affliction. उप्पाडन्ति. प्रे० प्रोव. ११; सु. च० २, उब्बाहंति. पाया. १, ७, ३, २१०; ५६६ उब्बाहिज्जा. विधि० दसा० ७, १; उप्पाडें (हिं) ति. प्रे० कप्प० ५, ११५; उब्बोहे. वि० दस • ७, १: उपपाडेजा. वि. ठा० २, १; भग०६, ३१; | उम्बाहित्था. भू० नाया० २; पन्न. २० उब्बाहि जमाण. क. वा. व. कृ. नाया० उप्पाडेत्ता. सं० कृ. पन्न. २८; २: श्राया० १, ६, ४, १५६; Vउद-पिल. धा. I. ( उत्+प्लु+णि) 84 Vउद्-भम. धा0 II. (उत्+भ्रम् ) भट पर सवाना T canga to lift लभ भटकना. To wander: to up. roam. उप्पिलावइ. प्रे• निसी० १८, ६; उब्भमंति. नाया. १७ उप्पिलावए. “ वियडेणुप्पिलावए " दस | उब्भमे. विधि आया. १; ८, ७, १०: Vउद्-भिन्द. धा० I. ( उत्+भिंद् ) Vउद्-पाड. धा. II. ( उत्+पट्+णि ) या; तोऽg. खोलना; तोडना. To Gst. उठाना: उठालेना. To take up; open; to break open; to break. उभिदइ. नाया० ७; to lift up. उभिदित्ता. सं. क. नाया० ७% उप्पाडेइ. नाया० ५; भग० १५, १: १६, ३; उभिदिय. सं. कृ. निसी० १७, २३; उप्पाडे. पा. पगह ० १, १; दस० ,१, ४६; उप्पाडेत्ता. सं० कृ. नाया० ५; भग०१५, १; . उभिदमाण. श्राया० २, १, ७, ३८; उप्पाडिउं. हे• कृ• सु० च० २, ६६५; Vउद-मा. धा. I. ( उत्+मा) भान उप्पाडेमाण. भग० १६, ६, ४२; तायg तोलना; मापना. To Vउद्-फण. धा० I. ( उत्+फण). weigh; to measure. ए. उफनना. To whisk. उम्मिणिज्जइ. क. वा० अणुजो० १३३; उफ्फींगसु. आया. २, १, ६, ३४. उद्-मिस. धा. I. ( उत्+मिष ) मन Vउद्-फिड. धा. I. (उत्+स्फुट ) . । उयावी. अांख खोलना To open the पानी याले यास: भारा मेंडक | eyes. की चालसे चलना; उछल कर चलना. To उम्मिसज्जा. वि. भग. १४, १; १०; bound or leap; to move bound. Vउद्-मुंच. धा• I, II. ( उत्+मुच् ) ing like a frog. छ; dr: भु. छोडना; त्यागना. उफ्फिडइ. उत्त. २७, ५; To abandon; to release; to उप्फडित्ता. नाया०८ पन्न. १६; give up. उफ्फिडिउ. सं. कृ. मु. च० ५, १०६ उम्मयइ. भग० ६, ३३: १५, १; १६, ५: Page #238 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-मूल] ( २३२ ) [उद्-वत्त उम्मुच. आ. प्राया० १, ३, २, १११, उल्लवंति. गच्छा० ६२, उम्मुइत्ता. नाया० ध० क० भग० ६, ३३, | उल्लवह. प्रा. सु. च. २, ४४४; १५, १, १६, ५, Vउद्-लिंच. धा• I. ( * ) असेय. Vउद्-मूल. धा. II. ( उत्+मूल ) . उलीचना. To empty a vessel etc. भूसमांथा 64. जड मूल से उखाड़ना. of the water contained in it; to To root out; to eradicate. take.out water in small quanउम्मूलेइ. भग० १६, ६; tities until a vessel is empty. उम्मूलेमाण. भग० १६, ६; उचिंचइ. पिं. नि. ३६६; Vउद्-लोल. धा. II. (उत्+लोल्) Vउद्-लंघ. घा. I. ( उत्+लंघ) मोसंध; | झुं०७; 8-मई- २९: पोंछना; मलना. j. उलाँघना; कूदना. To cross, to To wipe; to rub; to knead. leap across. उझोलेइ. आया. २, १५, १७६; उबंधिज्ज. वि. पन्न०३६; उझोलज्ज. वि. निसी० ३, १६; उल्लंधिप्रा. सं. कृ. दस०५,१, २२; उलोलज्जं. आया. २, १, ३, १७२; उल्लपित्तए. हे. कृ. भग० ३, ४; १४, ५; /उद-वत्त. धा• I, II. (उत्+वृत्) 35. Vउद्-लंच्छ. धा. I. ( उत्+लञ्छ)। ર્તન કરવું; અવલી વાડીએ મર્દને सयु; 8413शा . खोलना; ४२. उलटे रुएँ की ओरसे मर्दन करना. To उघाड़ना; मोहर तोडना. To open; to rub the body against the grain. uncover; to break the seal. ( ૨ ) અધ્યવસાય વિશેષથી કમની ટુંકી उल्लंच्छइ. नाया० २, स्थितीने सांभी १२वी. अध्यवसाय विशेषसे उल्लंच्छित्ता. नाया. २ कर्मकी अल्प स्थिति को लंबी करना. to Vउद्-लल. धा• I. (उत्+लल) 6. lengthen the duration of A; उछलना. To toss; to throw Karma by means of sinful up. meditation. (३) न२४॥हि गतिमाथी उबालेइ. प्रे० जं. ५० ५, ११५; निबी भी गतिमi v. नरकादि गति उल्लालेमाख. प्रे० जं. ५० ५, ११५; | से निकलकर अन्य गति में जाना. to take अंत० ६, ३; राय. ३५; birth in another life after finishVउद्-लव. धा• I, II. (उत्+लय ) प्रताप ing the life-period in hell. કરવો; ગમેતેમ બોલવું; અસંબધ બેલવું, उव्वत्तेइ. नाया० २; प्रव. १५८; प्रलाप करना; असंबद्ध बोलना; मर्यादा उवढेइ. निसी० १, ६; नाया० ४; रहित बोलना. To prattle; to उन्वटेति. speak irrelevantly. उबटुंति भग. १, १, १३, १, २०, उल्लवइ. उत्त० ११, २; १०, ३२, १; * शुओ पृ४ १५२ १५ जी पुरनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #239 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-वम] ( २३३ ) [ उद्-सव उव्वत्तन्ति. प्रव० ६३८%; ng. लपेटना. The act of enclosing उम्वट्टेज. निसी० ३, १६; or en wrapping. उन्वट्टिस्संति. भग० १; १; उज्वेढिज. पाया. २, ३, २, १२१; उब्वाहिसु. भू. भग० १, १; Vउद्-विह. धा. I. ( उत्+विध ) सक्षउव्वट्टित्ता. सं० कृ० ठा. ३,१; नाया० ४ ये ३७. ध्यान पूर्वक ऊंचा फेंकना. २; १६; १६; उत्त० ८, १५; To throw ap or toss up careभग. ७, ९, ११, १, १२,६; १५, fully. १; १६, ३, ३२, १; नाया. उविहइ-ति. नाया० १, भग० ५, ६; ध० विवा० १; ; __ १८, ३; उवा० २, १०५; उवठूत्ता. सं. कृ. जीवा० १; उब्विहंति भग० १६, १; उव्वत्तत्त. व. क. पिं.नि. ५७६; उब्विहामि. नाया. ८; उवा० २, १०१% उवदृन्त. व. कृ. निसी० १, १६; प्रव. उग्विहिता. सं. कृ. भग० १८,३3 ११८७ उविहिय. सं० कृ० पन्न० १६, भग. उम्वट्टमाण. व. कृ. भग• १, ७; १३, उब्वत्तमाण. व. कृ. पाया० २,१; ६, ३५, । उन्धिहमाण. भग० १५, १; उम्बहावे. प्रे. विवा. 8; Vउदू-सक्क. धा• I, II. ( उत्+वष्क्) उबत्तिजमाण. क. वा. व. कु. नाया. ३, पायल यु. आगे बढना. Toproceed; Vउद्-वम. धा. I. (उत्+वम्) Gटी (२) उथु ४२. ऊंचा करना. to ४२वी. उलटी करना; के करना. To vomit. elevate. उब्वमइ. सु० च० २, ५३९; उस्सकइ. पन्न. १७; Vउद्-वल. धा. I. ( उत्+वल) GANJ उस्सक्कित्ता. सं० कृ० ठा० ६, १; संवाडी पाही योगपी ते. उलटे सँकी उस्सक्किया. सं० कृ० दस० ५, १, ६३; ओरसे पीठी मसलना. To rub a per- Vउद्-सप्प. धा. I. ( उत्+सप) वृधि fumed ointinent on the body / पापी. वृद्धि पाना; बढना. To grow; against the grain. to prosper. उन्वलिजा. विधि० श्राया० २, ११३, १७२; | उस्लम्पंति. वेय. १, ४६; उम्बलमाण. क. प. ७, ४०; Vउद-सव, धा• I, II. ( उत्+स) अयु 1/उद-वह. धा० I. II. ( उत+वह ) या ये १२७: ऊंचा फेंकनाः निर्यात ४२वा; पापा 4. निर्वाह करना; उचकना; ऊंचा करना. To lift up; खुश हाल होना: श्राबाद हे ना. To sus- to toss up. tain; to support; to prosper. ऊसवेइ. भग० ३, २; उब्वहइ. सम० ३०; दसा. ६, १३; सु. उस्सवेह. कप्प० ६ च. १, ३० ऊसवेह. भग० ११, ११; उठवहति. जं. ५० ५, ११४; उसवेत्ता. सं. कृ. भग० ३, २; ११, ११; उवहंत. सु. च० १, १९३; उसविय. सं० कृ. सूय० २, २, ८; Vउद्-वेढ. धा. II. ( उत्+वेष्ट ) पीटा | उस्सवित्ता. दस० १, ३, ६७; v. II/30 Page #240 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्-र्सिंच ] Vउद्-सिंच धा० II ( उत् + सिंच् ) सेययुं पाणी महार हा उलेचना; पानी बाहर निकालना. To draw out water; to take out water. उचिइ. निसी० १८, ८ उस्सिचेजा. भग० ३, ३; उसिचिया. दस० ५, १, ६७; उस्सचमाण, आया० २, १, ६, ३६, V उद्- स्सस धा० I ( उत् + श्वसू ) श्वास सेवा. श्वास लेना. To breathe; to take breath. ऊससंति. पन्न० ७; भग० ६, ३४; ऊससमाण. भग० ६, ३४; V उद्-हर. धा० III. ( उत् + ) अढ; 'मेऽकुं. निकालना; उखाडना. To abandon; to take out; to uproot. उद्धरेसि. नाया० १; उद्धरिमा गच्छा० १; उद्धरे. विधि० सू० १, ८, १३ उद्धरिडं. पंचा० १६; उद्धरित्ता उत्स० २३, ४६; उद्धरंत. चउ० १६; ( २३४ ) उद्द. पुं० ( उ ) सिंघ देशमा थती उद्दालतની માછલીના ચામડીની બનાવટનું વસ્ત્ર. सिंध देश में होने वाली उद्दा जाति की मछली के चमड़े की बनावट का क्स्त्र. A cloth made of the skin of a kind of fish produced in Sindh. आया० २, ५, १, १४५; उद्दंडक पुं० ( उद्दण्डक ) अयो एड मेरी या ते; तापसनी खेलत. दंड को ऊंचा करके चलने वाला; तापसियों की एक जाति. One of a class of ascetics walking with a stick raised up. ओव० ३८; [ उद्दमज्झिम उद्दंडग. पुं० ( उद्दण्डक ) लुभे। " उद्दंडक २६ देखो “ उद्दंडक " शब्द Vide " उद्दंडक " निर० ३, ३; भग० ११, ६; उद्दंडपुर. पुं० ( उद्दण्डपुर ) उपुर नामनुं नगर उद्दंडपुर नामक एक नगर. Name of a city. भग० १५, १; उस पुं० ( उद्देश ) ३६५४५; मेड लतना तेद्रिय व दीमक; एक प्रकार का तेइन्द्रिय जीव. A kind of three-sensed living being; a moth. (२) भाई. खटमल. & bug. " कंधुपिपिलि उसा " उत्त० ३६, १३६, कप्प० ६, ४६; अंड. पुं० ( - अण्ड ) भधभाष अथवा भानुं jsti. मधुमक्खी या खटमल का अंडा. an egg of a bee or a bug. कप० है, ४५; उद्देगा. स्त्री० ( उद्देशका) लुओ " उस " ०६. देखो उस शब्द. Vide "" 'उस." पन्न० १; उद्दड़. पुं० ( उद्दग्ध ) लयमा पृथ्वीना સીમન્તકપ્રલ નામે પૂર્વ તરફના આવલીકા બંધ તરકાવાસાથી ૨૦ મા નરકાવાસાનું नाम रत्नप्रभा पृथ्वी के सीमन्तकप्रभ नामक पूर्व की ओर के आवलिकाबन्ध नरकावास से २० वें नरकावास का नाम Name of the 20th hell-abode in & series of such in the east (styled Simantaka Prabha) belonging to the Ratna-Prabhā earth ठा०५, ६, १; उद्दमज्झिम पुं० ( उद्दग्धमध्यम ) २ootપ્રભા પૃથ્વીના સીમન્તકપ્રભુ નામે ઉત્તર આવલિકાબંધ નરકાવાસાથી ૨૦ માં નરકાवासानु नाम रत्नप्रभा पृथ्वी के सीमन्तकप्रभ नामक श्रावलिकाबन्ध नरकावास से २० वें नरकावास का नाम Name of the (C For Private Personal Use Only "" 92 Page #241 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्दहावत्त] ( २३५ ) [ उद्दाम 20th hell-abode in the north- “ उद्दवणं पुण जाणासु अइवाय विवजियं ern series of such ( styled | पीडं" पिं० नि० ६७; ओव० २०; जं० प. Simantaka Prabha). belonging | पएह. १,१; to the Ratna-Prabhā earth. उद्दवणा. स्त्री० ( *उपद्रवणा-उपद्रवण ) ठा० ६,१; 3५६५ ४२ ते. उपद्रव करना. Giving उद्दहावत्त. पुं. ( उद्दग्धावत ) रत्नप्रभा trouble or annoyance to. परह. પૃથ્વીના સીમન્તક આવર્ત નામે પશ્ચિમ | १, १; यावसिन२४ावासाथी २० मा न२३- उद्दविता. त्रि. (उपद्रावित) 644 ४२ना२; पासौ. रत्नप्रभा पृथ्वीके सीमन्तकावर्त नामक हु:५ मापना२. उपद्रव करने वाला; दुःख पश्चिम की ओर के श्रावलिकाबन्ध नरका- देने वाला. ( One) who troubles वास से २० वें नरकावास का नाम. The ___or annoys; ( one ) who beats 20th hell-abode in a series of or kills. आया० १, २, १, ६६; such ( styled Simantaka / उद्दविय. त्रि० ( उपद्रुत ) विस; उद्वेग Avarta) in the west belong. पामेस. उद्वेग पाया हुआ; डराया हुआ. ing to Ratna-Prabha earth. Frightened; troubled; distractठा०६, १; ed. आव० ४, ३; उद्दडावासट्ट. पुं० ( उद्दग्धावशिष्ट )२लप्रभा उद्दविया. स्त्री० ( उपद्रविका ) भ२४ी. रोग, પૃથ્વીના સીમકાવ નામે પશ્રિમ આવ- बीमारी. Plague. भग० १६, ३; લિકાબંધ નરકાવાસાથી ૨૦ મો નારકાવાસે. उद्दवेयव्व. त्रि. ( उपद्रावयितव्य) 9454 रत्नप्रभा पृथ्वी के सीमन्तकावर्त नामक पश्चिम ४२वा योग्य; धात ४२५॥ यो५. उपद्रव करने की और के प्रावलिकावन्ध नरकावास से २० योग्य; घात करने योग्य. ( One ) deव नरकावास का नाम. The 20th hell- serving to be troubled, abode in a series of such in beaten or destroyed. “ अहणं the west ( styled Simantaka उद्दवेयव्वा अणे उद्दवेयव्वा" सूय० २, 1, Avarta ) belonging to Ratna- ४८; आया० १, ४, १, १२६; Prabha earth. ठा० ६, १; । उद्दहक. पु. ( उद्दाहक ) 2ी बगेरेने उहरिय. त्रि. ( उदृप्त ) भरपा शत्रुने ६ ४२ना२. बन वगैरह को जलाने वाला. छतवाने मा०२ ये कर्मरूपी शत्रु को | One setting fire to; one caus. जातने के लिये अभिमान करने वाला. ing forest conflagration etc. (One ) proud to conquer the | पण्ह. १, 3; enemy in the form of Karma. | उहाई. अ. ( उताहो) 4थवा. अथवा; या. नंदी० १४ Or; an alternative conjunction. उद्दवण. न० ( उपद्रवण ) भार; यात ४२सी; नाया. १; 844; भरणांत ४ मारना; घात करना; उद्दाम. त्रि. (उद्दाम ) 6&t; २५२७-६, उपद्रव; मरणांत कष्ट. Beating; kill. | उद्धत; स्वच्छंद. Insolent; self. ing; trouble; life-long misery. I willed. परह ० १, ३, अणुजो० २१; Page #242 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ उद्देस 15th day of the dark-half of & month. दसा० ६, २; भग० २, ५; ३, ३; नाया० २; कड. त्रि० न० ( - कृत ) साधु याहिने उद्देशीने रे. साधु आदि के उद्देश से किया हुआ. (food etc.) specially prepared for a monk. " उद्दिकडभत्तं विवज्जति किमुपसे समारंभे " पंचा० १०, ३२. - कय. त्रि० ( - कृत ) उद्देशीने रे. उद्देशकर किया हुआ. prepared spe cially for प्रव० १००५. भत्त. पुं० ( - भक्त ) साधुने हुद्देशीने मनावेस लोन. साधु के उद्देश से बनाया हुआ भोजन, food prepared specially for an ascetic. सूय० २, ६, ३७; दसा ० २: - भत्तपरिण्णाश्रय त्रि० ( - भक्तपरिज्ञात ) सभी पडिमा व्याहर નારી શ્રાવક કે જે દસ માસ સુધી ઉદ્દિષ્ટ ભક્ત પાન એટલે પેાતાને ઉદ્દેશી કરેલ ભાત પાણીને સાગ & रे. दसवीं प्रतिमा ग्रहण करनेवाला श्रावक जो कि दस मास तक अपने लिये बनाये हुए भोजन वगैरह ग्रहण न करने की प्रतिज्ञा करता ६, दाह. Great conflagration. ठा० १०; उeिs. त्रि० ( उद्दिष्ट ) सामान्यपणे उद्देश इरेस-डेस; महिपाहन रेल. सामान्य रीति से कहा हुआ प्रतिपादन किया हुआ. Generally pointed out; explained. वेय० ४, २८; विशे० १७६; निसी० ६, २०; पंचा० १५६६; (२) साधुने उहेशी मनावेश व्याहाराद्दि, साधु के उद्देश से बनाया हुआ | उद्देस. पुं० ( उद्देश ) सामान्य आहेश; ( & Jaina_layman ) practising the 10th vow of a Sravaka i. e. not taking food and water specially meant for him. सम० ११; उद्दिट्ठा. स्त्री० ( उद्दिष्टा ) अभावास्य; सभास अमावस; आमावश्या. The 15th day of the dark-half of a month. राय० २१५; जीवा० ३, ४; नाया० ६; १०, ३; प्रव ० आहार वगैरह. (food etc.) specially prepared for an ascetic. पराह० २, ५३ पिं० नि० २०८; ( ३ ) सामान्य ऽथन. सामान्य आदेश; सामान्य कथन. General mention; ( २ ) म; शिभालु शिक्षा; उपदेश. advice; expostulation. अणुजेो० २; आया० અમાવાસ્યા. श्रमावस अमावस्या. the उद्दामिय घंट ] उद्दामियघंट. त्रि० ( उद्दामितघंट) घंटाथी युक्त. घंटासे युक्त. Furnished with, united with a bell. विचा• २; उद्दाल. पुं० ( श्रवदाल ) मे नामनुं भेड तनुं भाई इस नाम का एक जाति का झाड़. Name of a kind of tree. जं० प० भग० ६, ७; ( २ ) रेती वगेरेन । પૈાચા–ઢિલા થર કે જેના ઉપર પગ મુકતાં पानीये लय ते. रेती वगैरह का ढीला थर जिसपर कि पैर रखने से पैर घुस जाय. a soft heap or layer of sand etc. which gives way as soon as it is trodden by foot राय० १६२; नाया० १; भग० ११, ११, जीवा० ३, ४ कम्प० ३, ३२; उद्दालक. पुं० (उद्दालक ) भेड लतनुं वृक्ष. एक जाति का वृक्ष. A kind of tree. जीवा० ३, ३; उद्दावण्या. स्त्री० ( उद्रावणता ) उपद्रव १२वे; त्रास आपके उपद्रव करना; त्रास देना. Harassing; troubling; terrifying. भग० ३, ३, ६; उद्दाह, पुं० ( उद्दाह ) भोटो हाड बडा भारी ( २३६ ) For Private Personal Use Only Page #243 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्देस-य ( २३७ ) [ उद्देहगण १, २, ३, ८१; भग० २, २; ५: पंचा. वर्ग, अध्याय अथवा शतक का एक विभाग; ५, ३१; (३) क्षेत्र र विभाग. क्षेत्र उद्देशा. a sub-division or a porकाल का एक विभाग. & division tion of a section, & chapter or of space or time. वेय० ३, १५; a Sataka. नंदी. ४५; सम० ३७; (૪) અધ્યયન કે શતકનો એક પેટા ___पण्ह० २, ५; सम० ५० १६१; विभाग. अध्याय अथवा शतक का एक उप उद्दसिय. न. ( उद्देशिक ) मे साधुने विभाग. a sub-division of a ઉદ્દેશી બનાવેલ આહારાદિ બીજાઓને પણ chapter or of a Sataka. उत्त. ન ખપે એ પહેલા અને છેલ્લા તીર્થકરના ३१, १७; विशे० ९७५; साधुमानो ५६५. एक साधु को उद्देश कर उस-य. पुं. (उद्देशक) अध्ययन बनाया हुआ आहारादि दूसरे साधु को नहीं शता : विमा. अध्याय अथवा शतक खपता -चलता ऐसा प्रथम और अन्तिम का एक विभाग. A sub-division of तीर्थकर के साधुओं का व्यवहार-प्राचार. or a portion of a chapter or The tenet of the Sadhus of a Sataka. भग. ३, ८, ७, ८, ६, of the first and the last ३; निसी० ६, १२; Tirthařkaras that the food उद्देसग. पुं० ( उद्देशक ) । पल शह specially prepared for one देखो ऊपर का शब्द. Vide above. Sådhu is not acceptable even श्रणुजो. १४६; भग० २१, ४, २३, ५; to other Sidhus. प्रव० ६५६; (२) ३१,६; અમુક સાધુને ઉદ્દેશીને નિપજાવેલું આહાર उद्देसण. न० ( उद्देसन) संगसूत्र माjि पा९ देश ५ पा . व्यक्तिगत साधू ५४न ४२युं ते. अंगसूत्र आदि का पठन करना. के लिये किया हुआ अन्न जल; उद्देश दोष The study of Anga Sūtra, etc. युक्त. ( food, water etc.) speठा० ३; श्राव. ४, ७; -अंतेवासि. त्रि. cially prepared for a parti( -अन्तेवासिन् ) ने सूत्र भून ल- cular Sadhu. सम. २१; वेय० २, वामां आव्या हाय ते शिष्य. जिसे मूल १९; दस० ३, २; ६, ४६; पिं० नि• १२; सूत्र पढाये गये हों वह शिष्य. a dis. २२६; भग• ६, २३; निसा. ५, ६३; ciple who is instructed in the प्रोव. ४०; प्रव० ५७१; नाया० १; उत्त. original texts of the Sūtras. ठा०४, ३; वव०१०, १५;-पायरिय. पुं. उद्देहगण. पुं० ( उद्देहगण ) मे नामना (-प्राचार्य) आयारंगादि सूत्र, मन हे મહાવીર સ્વામીને એક ગણ; નવ ગણમાનો मयावना२. प्राचारांग आदि सूत्रों का मूल मे महावीर स्वामी के एक गण का नाम पाठ पढाने वाला. One who teaches नौ गणों में का एक गण. Name of an Anga and other Sūtras in the order of saints instituted by original. व. १०, १३, १४; ठा. Mahāvira Swānī; one of the ४, ३; -काल. पुं० ( काल) वर्ग nine such orders. "उदेहगण चारण અધ્યયન કે શતકનો એક વિભાગ, ઉદ્દેશે. } गणे" ठा. ६, १; कप्प०८3 Page #244 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्देहिश्रा-या] ( २३८ ) [उद्धत्तु उद्देहिया-या. स्त्री. ( उद्देहिका) घा त्र! तु।"उड्ड-रेणु" श६. देको “उड्ढ-रेणु' धनियवासी विशेष. दीमक; तीन | शब्द. vide "उड्ड-रेणु' जं० प० २, १९; इन्द्रियों वाला एक जीव विशेष. A moth; उद्धंसणा. स्त्री. ( *उध्ध्वंसना ) ति२२४ारी a kind of three-sensed living | वयन, तिरस्कार यत वचन. Contempbeing पन्न० १; उत्त० ३६, १३६; अोध० | tuous words. " उच्चावयाहिं उद्धंनि० ३२६, सणाहिं उद्धंसेइ" नाया० १६; भग० १५, उद्देहिगा. स्त्री. ( उद्देहिका) Gधा. दीमक.. १; राय० २६६; (२) नि. निन्दा; A moth. पिं० नि० भा० ४८; बुराई. blame; censure. ओघ० नि. उद्ध. त्रि० ( ऊर्ध्व ) यु. ऊंचा. High; | भा० ३८ lofty; tall. भग० १, १; ६, ५, ६, ७, उद्धटु. सं० कृ. अ. (उद्धृत्य) अन्युरीने. १; सू. प. ४; जं० ५० ५, ११३; २, उंचा करके. Having raised aloft. ३ ७, १३६ --~घणभवण. न. “पादुद्धर्दु मुद्धि पहाणं त" सूय० १, ४; ( --घनभवन ) या सने मात करना २, २; दसा० ६, २; वव० २, २७; नेले २९ वर. अंतर रहित-परस्पर में मिले हुए ऊंचे घर. lofty houses उद्धडा. स्त्रा० (उद्धृता ) १२थे पोताना માટે રાંધવાના વાસણમાંથી બીજા વાસણclose to each other with માં કાઢયું હોય તે ભિક્ષા લેવી તે ત્રીજી out any interval of space. पि९९५६. गृहस्थने अपने लिये, रसोई भग० ६, ३३; -चलणबंध. पुं० (-चरण बनाने के बर्तनमे से दूसरे बर्तन में निकाल बन्ध ) अये ५ २५ शरी२ १९७. पैरों को ऊपर करके बांध देने रूप शरीर कर जो अन्न रखा हो उसकी भिक्षा लेना; तीसरी पिण्डेषणा. Begging of that दगड. a bodily lusterity con food only which a householder sisting in remaining with the bas served for himself, in a head downwards and with the dish from the cooking vessel; feet tied to something above. the third way of receiving or परह. १. ३; -हि. त्रि. (-स्थित ) | 8५२ हेस. ऊपर बैठा हुआ. remain begging food; viz Pindaisana. प्रव० ७४६; ing, sitting above. सु० च० ३, ३०; --पूरित-य. त्रि. (-पूरित) भाग | उद्धत त्रि. (उद्धत ) यु; 82. ऊंचा; નાભિની ઊપરનો શ્વાસથી ભરેલ ભાગ. उत्कट; तीव्र. High; lofty; strong. ऊर्ध्व भाग; नाभि से ऊपर का श्वास से भरा नाया० १; जं० प० २, ३०; (२) &त; हुश्रा भाग. the part above the २वायारी. उद्धत; स्वेच्छाचारी. insonavel which is filled with air lent; wanton; self-villed. कप्प. in respiration परह. १, ३; -मुह. ७, ३९; -तमंधकार. पुं० (-तमोन्धकार) न० (-मुख) यूं माटुं. ऊंचा मुंह. | अतिशय ॥४ मन्वाई. अतिशय अन्धकार. face turned upwards- नाया ० ८; | dense darkness. परह ० १, ३; जं० प० ७, १६२; -रेणु. स्त्री० (-रेणु ) | उद्धत्तु. सं० कृ० अ० ( उद्धृत्य ) यी ४शन. Page #245 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्धतुं ] ऊंचा करके. Having raised aloft. सूय० १, ४, १, ३; उद्धत्तुं. अ० (उद्धर्तुम् ) तारवाने; उध्यार खाने उद्धार करने के लिये; तारने के लिये. In order to save; in order to raise up. उत्त० २५, ३३; उद्धमंत. त्रि० ( उद्घमायमान ) धमता; शंपाहि स्तो. शंखादि फूंकता हुआ; धौंकता हुआ. Blowing; e. g. a conch etc. " उद्धमंताणं संखाणं सिंगाणं राय० ६८; उद्धमाण. न० ( उध्मान ) शंग्य माहि वगाडतो. शंखादि को मुंह से बजाता हुआ. Sounding or blowing of a couch etc. by the mouth. ( २३६ ) राय० ८८ उद्धम्ममाण. त्रि० ( उद्धन्यमान - उत्पाथमान) उत्पाद्यमान; उत्पन्न श्रतो. उत्पन्न होता हुआ. Being produced; बाउवेग उद्धम्मbeing crested. माणश्रासा पिवास पाया ' परह० १, ३; उद्धया. स्त्री० ( उद्धता ) हेवतानी गतिविशेष. देवों की गति विशेष. A particular kind of gait possessed by gods. राय • २६; भग० ५, ४; ११, &C 37 १०; उद्धरण. न० (उद्धरण ) मेंथी |g; महार |g. खेचकर निकालना; बाहिर निकालना. To draw out; to uproot. ओघ ० नि० ७६२; प्रव० ७६८; उद्धरिय त्रि० ( उद्धृत ) मेडेल; भूलथी अढी नामेस उखाडा हुआ; जड़से निकाल डाला हुआ Rooted out; eradicat ed. " फलेइ त्रिभक्खिणं साश्रो उद्ध " रिया कह उत्त० २३, ४५ प्र३० २२७; ७४८, (२) धार रेस धारण किया हुआ. put on. दसा० १०, ३, क० गं० ४, ७८ – सल्ल. त्रि० ( - शल्य ) भेरो शट्य डाढी नाग्मेस हे ते. जिसने शल्य निकाल डाला है वह. ( one ) who has rooted out the feeling of enmity. नाया० १; - सेय - छत्त. न० ( - श्वेतच्छत्र) व छत्र ते. जिस के ऊपर श्वेतछत्र लगा हुआ है छे नेता उपर धोलु वह. one with a white umbrella held upon दसा० १०, ३; उद्धाइय त्रि० ( उद्धावित ) होडी भावेस; दौड़कर आया हुआ; ઉતાલથી આવેલ. come शीघ्रता से आया हुआ. ( One ) that has come in haste; running. उत्त० १२, १६; उद्धायमाण. त्रि० उदावत ) होतुं. दौड़ता हुआ; कूदता हुआ. Running; leaping. ओ० २१; नाया० १; उद्धायमारराग. त्रि० ( उदावत् +क) लु उपो शह देखो ऊपरका शब्द. Vide above पण्ह० १, २, उद्धार. पुं० ( उद्धार ) गोशासाना भतने अनुसार प्रमाणुविशेष. गोशाला के मत के अनुसार कालप्रमाण विशेष A particular measure of time according the tenet of Gosala. भग० १५; १ क० गं० २, २७; - पलिश्रोवम. पुं० ( - पल्योपम ) 1 પ્રમાણ વિશેષ; એક સાગરોપમને દશ अडाडडिभो लाग. कालप्रमाण विशेष; एक सागरोपमका दस कोडा कोडिवाँ हिस्सा. a particular measure of time; to of one Să 1 10xcrorexcrore [ उद्धार << garopama से किंत उद्धार पलिश्रावमे १ दुविहे पनते " अणुजो० १३६ : - पल. For Private Personal Use Only Page #246 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्धार ] > न० (- पल्य) येड लेनना वामां हांसीने ભરેલ બાલાશ્રમાંથી સમયે સમયે એકેક બાલાત્ર અપહરતાં જેટલા વખતમાં કુવા खाली थाय तेटसो वमत एक योजन के कुए में ठांस ठांस कर भरे हुए बालग्र में से समय समय में एक एक बालाग्र निकालने पर जितने काल में कुत्रा खाली हो उतना काल a well one " Yojana i. e. 8 miles square is to be filled with thin points of hair and at every Samaya (i. e. unit of time ) one hair-point is to be taken out; the time taken to empty the the well is Uddhārapalya. प्रव० १०३५; - पल्लग. न० ( पल्यक) लुखो उद्धारपल्ल २६. देखो “उद्धारपल" शब्द. vide उद्धारपल प्रव० १०३८ - समय. पुं० ( - समय ) यदी सागरे।પમના સમયને સમૂહ; અઢી સાગરે પમમાં भेटवा સમય યાત્ર તેટલા સમયના જથ્થાની ઉદ્ધાર સ'ના છે; ઉાર સમય જેટલા ત્રિચ્છા લેાકના દ્વીપ અને સમુદ્ર छे ढाई सागरोपम काल प्रमाण में जितने समय है उन समयों के समूह का नाम ' उद्धार ' है; उद्धार में जितने समय हैं उतने ही त्रिच्छालोक के द्वीप और समुद्र हैं. the number of Samayas (time units) contained in 22 Sāgaropamas; the number of continents and oceans of Trichha Loka is equal to the number of Samayas in 22 Ságaropamas. ( Samaya = an instant) भग०.६, ६; अणुजो० १३६; - सागरोवय. पुं० ( - सागरोपम - उद्धार विषयं तत्प्रधानं स सागरोपम उद्धारसागरो "" در <. " [ उद्धी पमः ) हरा ||| िपयोपभ प्रभाणु अस विशेष. दश कोड़ाकोडी पल्योपम प्रमाण काल विशेष. a division of time equal to 10xcrorexcrore Palyo paina. ठा० १; अजो० १३६; उद्धि. स्त्री० (उद्धि ) भाडानी ध. गाडी की जुडी. A particular part of a carriage (the part which rests on the axles). सू० प० १०; उद्धिय त्रि० ( उद्धृत ) मेडी नामेल; हेश महार रेस उखाडा हुआ; देश बाहिर किया हुआ. Rooted out; banished from the country. श्रोव • महा० प० ३५; जं० प० ३, ६६; – कंटय. त्रि० ( - कण्टक - उतधृता स्वदेशत्यागन जीवितत्याजनेन वा कण्टका यत्र तदुद्धृत कण्टकम् ) દેશ બાહર કરેલ છે પ્રતિસ્પર્ધી જેણે ते जिसने प्रतिस्पर्धी को देश बाहिर किया है वह ( one ) who has banished or deported his enemies. राय० श्रव० पय न० (पद) ६२ रेल पह-श६. उद्धार किया हुश्रा पद-शब्द an extracted or quoted-word. प्र० ८६५ - मुह. त्रि० (-मुख) उछे भोभेणे. जिसने ऊंवा मुख किया है वह. ( one ) who has raised his face upwards. चं० प० ४; – सत्तु, पुं० ( - शत्रु - उद्धृताः शत्रवस्तदुद्धृतशत्रुः ) हेश निकास उरेल गोत्र वैरी देशसे निकाला हुआ गोत्रज शत्रु an enemy who has been banished or deported. ओव० राय० ( २४० ) उद्धी. स्त्री. ( उद्धी ) मे भगना આગલા *ણા પાસે પાસે રાખી પેનીને વિસ્તારી પહેાલી રાખી કાઉસગ્ગ કરવે તે; કાઉ For Private Personal Use Only Page #247 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उद्धीमुह] ( २४१ ). [उन्नयावत्त साना 16 हशमांनी मे. कायोत्सर्गके उधुव्वमाण. त्रि. (उद्धूयमान) लितु . १६ दोषों में का १ दोष जिसमें दोनों पैर के __पंखा किया हुआ. Being fanned. जं. पंजों को पास पास रख और एडीयों को ५० नाया. १६; भग० ७, ८, ९, ३३; विस्तृत रख कायोत्सर्ग किया जावे. Prac- I ओव. २१, tising Kausagga by keeping | उधुस्सित. त्रि. ( ऊोच्छ्रित ) ये the two tues nearer together | विस्तृत. ऊंचाई में विस्तृत. Having ॥ and keeping the heels far great expanse above or upapart; one of the 19 fuults wards. " से जोयणे णवणवतिसहस्से connected with Kausarga. प्रव. उदुस्सितो हेठसहस्समेग"सूय० १, ३, १०; उद्धृय. त्रि. ( उद्धृत ) साले पेटुं. उद्धीमुह. त्रि. (ऊर्ध्वमुख) अन्य भौटुं | हला हुश्रा; कंपा हुआ. Shaken; छे नु ते; Gथा भाटापासुं. ऊचे मुंह trembled. अोव० ३१; जं. ५० राय. वाला. ( One ) with the face ६९; पन्न० २; कप्प० २, २७; turned upwards. " उद्धीमुहकलंबु. | उन. त्रि. ( उन्नत ) उन्नत; मानाता पुप्फग संठाण संठिया " चं० प० ४; या पर्याय, उन्नत; मानकषाय की पर्याय. ज. प. ७, १३५ Lofty; higlh; a synonym for उधुमाय. त्रि. ( * ) परिपूर'; मारेल. the moral filth called conceit. परिपूर्ण; भरा हुआ. Full; filled to सम. ५२; अोध. नि. ४८६; अाया० १, the brim. नंदीस्थ. गा. १३ ५, ४, १५७; कप्प. ३, ३२; उदय, त्रि. ( उद्धत ) ये सायन; उंथे । उन्नइय. त्रि. ( उन्नतिक ) उन्नतिवा. उन्नति ४२४१. ऊंचा फेलाया हुमा. Togsed up; | __ वाला. Lofty; high. जोवा ० ३, १; tlung up. “चाउद्घय विजय वेजयंती" उन्नमंत. त्रि. ( उम्मत् ) १२९४ सा. ओव० जीवा० ३, १; पन० २; (२) vri मा1 Bातो. घांस या लकड़ी का 332; प्रष्ट. उत्कट; प्रकृष्ट. strong , भारा उठाता हुआ. (One ) who powerful. सम० प० २१०; नाया. २ carries bundles of sticks or ( ३ ) उत्पन्न ययेस; स. उत्पन्न; उठा grass. सूय० २, २, ५४; हुआ. produced; risen up; got | उन्नयावत्त. पुं० ( उन्नतावर्त ) ये यातु up. ओव० सू० प० २०; कप्प० ३, ३२; आवर्त-बटालीमी. ऊंचाई में चढा हुआ धूल उधुया. श्री. ( उद्धृता) आशमा ती का चक्कर. A whirlwind; a winding. धुलना मी त्वरित गति. अाकाश में उडती ( २ ) परत ५२ त ५२तो भागः हुई धूल के समान शीघ्र गति. Speedy पर्वत पर जाने का चक्करदार मार्ग. a cirgait like the motion of dust- cuitous rond on a mountain. clouds in the sky. राय. ठा. ४, ४; * शुस ४ ५२ १५ नी पुरनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) p. 15th. v. 11/31. Page #248 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उन्नाम] ( २४२ ) [उप-विस उन्नाम. पुं० ( उन्नाम ) भान पायने मिलाना. Establishing a logical ५५. मान कषाय की पर्याय. A conclusion by giving an apt synonym for the moral impu.' illustration. नाया. ६ rity called conceit. सम० ५२; उपणेइत्ता. सं० कृ० अ० ( उपनीय ) पासे उन्नामिश्र. त्रि. (उमामित) भभुनामथा स/ ने. समीप में लेजाकर. Having प्रसिद्धि पाभरा. अमुक नामसे प्रसिद्धि taken or carried in the vicinity पाया हुआ. Famed by a certain of. नाया० ५: name; known by a particular उपदंसइत्ता. सं. कृ० अ० ( उपदर्य) हेमाname. अणुजो० १३१; अने. दिखलाकर. Having shown or उन्निक्खमप्र. त्रि. ( उनिष्क्रामत् ) क्षाने pointed out. भग० १६, ५; । त्याग ४२ते।.. दीक्षा का त्याग करता हुश्रा. (One ) abandoning Diksa i. e. उपप्पुश्र. त्रि. ( उपप्लुत ) लीनु थयेस; पसली गयेस. भीजा हुआ. Wet; damp; asceticism. विशे० १२६१; उन्निय. त्रि. ( ौर्णिक ) अननुं नेj; soaked. अणुजो० १३०; जीवा० ३, १; ઢાબલે વગેરે. ઊની વસ્તુ કબૂલ આદિ. उपयुत्त. त्रि. (उपयुक्त) उपयुत उपयोग Woollen; made of wool. प्रव० सहित. उपयुक्त; उपयोग सहित. Care ful; attentive; ( one ) possessed उन्नुपित. त्रि० ( * ) सी थये; of carefulness. नाया० १६; मी: भीजा हुआ. Wet; damp. / उप-लभ धा• I ( उप+लभ) मारमा परह. १, ३: हेवा. उलाहना देना. To taunt; to उपएस. पुं० ( उपदेश ) 3५१२. उपदेश. blame. Allvice; oxhortation. पंचा० ५, उपलभसि. भग. १५, १; उपलब्भ. सं० कृ० अाया० १, ६, ३, १८८; उपयोग. पु. ( उपयोग ) उपयोग, ध्यान. Vउप-लिंप. धा० I, II. ( उप+लिए) उपयोग; ध्यान. Carefulness; atten- भौटुं च ४३॥ ५२ २५ मार।. मुह बंद tiveness. नाया. १६; करके ऊपर लेप लगान'. To close the उपट्ट. पु. ( उत्पट्ट) शगुना पत्र पाना२; mouth and smear it up with ५टालीयो. सन के वस्त्र बनाने वाला. A a semi-liquid substance. weaver of jute cloth. अणुजो. उपलिंपति. नाया. ७ १३१७ उपविठ्ठ. त्रि. ( उपविष्ट) मे. बैठा हुआ. उपणय. पुं० ( उपनय ) GR२९५ मापी Sat; seated. क. गं. १, ११; सा५ भने साधनना संबंध भेसवा ते.Vउप-विस. धा• I. ( उप+विश् ) मेस. उदाहरण देकर साध्य और साधनका संबंध | बेठना. To sit.. * गुम४ नम२ १५ नी ५८नोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vioe foot-note ( * ) p. 15th. Page #249 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपसंक्रमित ] उपविसइ. सु० न० ३, २२२; उपविसिय सं० कृ० सु० च० १, २४७; उपसंक्रमित सं० कृ० श्र० ( उपसंक्रम्य ) पासे ने समीप जाकर Having approached. “ उपसंकमित्तु बूया श्राउसम समया " आया० २, १, ३, १५: उपसंत पुं० ( उपशान्त ) धरवत क्षेत्रना વર્તમાન ચેવીસીના ૧૫ માં તીર્થંકરનું નામ. इरवत क्षेत्र के वर्तमान चोवीसी के १५ वें तीर्थकर का नाम Name of the 15th Tirthankara of Iravataksetra in the present. Chovisī (i. e. cycle ). प्रब० २६६: उपसंपया. स्त्री० (उपसंपत्) ज्ञानाहिने भाटे भील गुइन। आश्रय तेथे ते. ज्ञानादिक के लिये दुसरे गुरु का आश्रय लेना. Resorting to, going to another preceptor in order to acquire knowledge etc. पंचा० १२, ३: उपहस घा० I ( उप + हस् ) उपाय २. उपहास करना; हंसना, To laugh at; to mock at: to ridicule. ( २४३ ) उपसेज विधि० दसा० ६, ७ उपहारा. न० ( उपधान ) तप विशेष एक प्रकार का तप. A particular kind of austerity. zro २, ३ - पडिमा. स्त्री० ( प्रतिमा ) उपधान तपनी पडिभाપ્રતિજ્ઞા; બાર ભિક્ષુની અને અગીયાર आवडती पडिमा उपधान तपकी प्रतिमा; साधु की बारह और धावक की ग्यारह प्रतिमा. the vow of the austerity known as Upadhana e. g. 12 vows of an ascetic and 11 of a layman. ठा० २, ३; उपाय. पुं० ( उपाय ) उपायः द्वार उपाय; [ उप्पइय कारण. Cause; means; remedy. नाया० १६६ उपाय श्री. अ० ( उपायतस् ) युक्तिथी; उपायथी. युक्ति से उपाय से Skilfully; by some means. उत्त० २३, ४१; उपालद्ध. त्रि० ( उपालब्ध ) पडे। अपायेस. उपालंभ दिया हुआ. Blamed; rebuked; reproached. पिं० नि० १२५; Vउ-पील. धा० II ( श्रव+पीड् ) पीडा २वी; पीsg, दुःख देना; पीडा करना. To give pain to; to afflict. उत्रीलेति. जी० ३, ४; उबीलेमाण. नाया० १५: उपहा. स्त्री० ( उपेक्षा ) शुभ योगनी प्रवृत्ति અને અશુભ યોગની નિવૃત્તિમાં બેદરકાર राडे ते. शुभ योगकी प्रवृत्ति और अशुभ योग की निवृत्ति में बेपर्वाह रहना. Negligence in doing what is good and in omitting do what is bad; negligence. to सम्० १७: उपपइच-य. त्रि० ( उत्पतित ) સંયમ લેતી વખતે સહુની પરે ઉડેલ; સંયમને अये स्थान यस दु:। भारेल. संयम लेते समय सिंह के समान उठा हुआ; संयम के ऊंचे स्थान पर चढा हुआ. ( One ) who has ascended like a lion to the high pedestal of asceticism श्राया० १, ६; ३, १९३ ( २ ) पर आवेश उपस उत्पन्न. born; produced उत्त० २, ३२; ( 3 ) अये उसे डेल. उंचा उछलता हुआ; उडा हुआ, leapt up; flown up. नाया० १६; भग० ३, २; उवा० ३, १३८: For Private Personal Use Only Page #250 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपइया ] उप्पइया. स्त्री० ( श्रौत्पतिकी ) था अणुદીઠું અણુસાંભળ્યુ તથી સુજી આવે તેવી બુદ્ધિ; તક બુદ્ધિ; હાજરજખાખી– ઉત્પાતકી બુદ્ધિ; ચાર બુદ્ધિમાંની એક. ऐसी बुद्धि जिससे बिना देखा सुना केवल तर्क से ही समझ में आ जाय; तर्फ बुद्धिः चार बुद्धियों में से एक प्रकार की बुद्धि. One of the four kinds of intellect; ready-wittedness; quickness of perception. ठा० ४, ४; उपपकडा. स्त्री० ( उत्प्रकटा उपप्राबल्येन प्रकटा प्रस्तुतावेति ) यासु स्था. चालू कथा. The narrative which forms ( २४४ ) the actual, present subject matter. भग० १८, ७; 229 उप्पड. पुं० ( उत्पट ) तेद्रिय विशेष. तेइंद्रिय जीव विशेष A kind of three-sensed living being. पन० १; उप्पराण. त्रि० ( उत्पन्न ) उत्पन्न थयेस | अपने उत्पन्न Born; produced. अणुजो ० ४२ ; ओव ३८; पन्न० ११; दस० ५, १, ६६; भग० १, ४, १३, ६; नाया० १; दसा० ७, १; जं० प० ३, ४५, ५, ११२; ३, ६७ ५, ११५; — कोउहल. त्रि ( - कुतुहल ) भेगे उत्सुम्यं उत्पन्न थयेस छे ते. जिस में उत्सुकता उत्पन्न हुई है वह. ( one ) in whom curiosity is engen. dered. सू० प० १; -- णाणदंसणधर त्रि० ( -ज्ञानदर्शनधर ) उत्पन्न थयेस ज्ञान दर्शनवाला, जिस में ज्ञानदर्शन उत्पन्न हुए हैं वह ( one ) in whom right knowledge and right faith have been engendered. समणे भगवं महावीरे उपरणा णदंसण धरे " भग० १, १, ८, २ - पक्ख. पु० ( ( - पक्ष ) उत्पन्न पक्ष; त्याह-उत्पत्ति पक्ष उत्पन्न पक्ष. coming into existence. भग० १ १ – संसय त्रि० ( - संशय ) उत्पन्न थये छे संशय नेते. जिसे संशय उत्पन्न हुआ है वह. (one ) in whom doubt is engendered. सू० प० गय० उप्पति त्रि० ( उत्पतिन ) येथडेल; ऊंचा चढा આકાશ તરફ ગતિ કરેલ. हुआ; आकाशकी ओर गमन किया हुआ. Risen up; flown up; gone upwards उत्त० ६, ६०; उत्पत्ति. स्त्री० ( उत्पत्ति ) उत्पत्ति; आदिलांब प्रगटी २. उत्पत्ति; प्रगट होना; आविर्भाव Creation; production; manifestation. ओव० ४३, नाया० १; विशे० ११८५ पिं० नि० ४०६; अणुजे ० १३०; भत्त० १५; प्र० ४१; उत्पत्तिया - श्री. श्री० ( श्रौत्पत्तिकी) बुद्धि. तर्क; बुद्धि. Power of imagination; intellect capable of उपपत्तिया high imagination. वेड्या कम्मिया परिणामिया राय ० २०६, नंदी० २६; नाया० १; ८; भग० १२, ५; १७; २; निर० १, १; विवा० १०; उत्पतित्ता. सं० कृ० अ० ( उत्पत्य ) ३५. डीने; अये यडीने. ऊंचा Having mounted up; having flown up; जं० प० चढ कर. उत्पन्न. त्रि० ( उत्पन्न ) लुओ "उप्पण्ण श: देखो " उपरण शब्द Vide "" " उप्पण्ण भग० २, १: ५, ६; सु० च० २, २६८; उवा० ६, १८७; प्रत्र ० १११५; —— कोउहल्ल. त्रि० ( - कुतुहल ) જીએ " उपरण कोउहल शब्६. For Private Personal Use Only " [ उप्पन्न 66 "" " "" Page #251 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपय] ( २४५ ) [उप्पल देखो “ उप्पण्ण कोउहल" शब्द. vide " उप्पराण कोहउल" नाया० १; -संसय. पुं० (-संशय) नुभो "उप्पण्ण संसय" श. देखो “ उप्पएण संसय" शब्द. vide “ उप्पण्ण संसय " नाया. १; -सह. त्रि. ( -श्रद्ध ) Gपन छ श्रा ने. जिसे श्रदा उत्पन्न हुई है वह. (one) in whom faith is engendered or begotten. नाया. १; भग० १,१; उप्पय. पुं० ( उत्पात ) ये त; नयेथा ७२ । भारवा ते. नीचेसे उपर कूदना उछाल मारना. Leaping up; jumping. जं० प० राय. ६५; विशे० ८६४; -णिवय. पुं० (-निपात ) : ७२ ५२०ी; मे तन: नाट. चढना उतरना; एक प्रकार का नाटक. ascending and | descending; a kind of draina. " उप्पणवय पसत्त संकुचिय" राय. उप्पयण. न० ( उत्पतन ) उये org ते.. ऊँचाईपर जाना. Going up; flying up; mounting high. ठा० १०; भग. ३, २; ~~-काल. पुं० ( काल ) बुयेयवाना ल ५५त. ऊँचा चढंने का समय. the time for going up, fly. ing up. भग० ३, २; उप्पयणिया. स्त्री० ( उत्पातिनिका ) ये यावानी विधा. ऊँचाईपर चढनेकी विद्या. The art of flying up or mounting up. नाया. १६; उप्पयणी. स्त्री० ( उत्पतनी ) नायथा ये वानी विधा. नीचेसे ऊपर चढनेकी विद्या The art of flying op in the air. 1 सूय. २, २, २५ -विजा. श्री. (-विधा) गु पन श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. नावा. १६ । उप्पल. न० ( उत्पन) सूर्य विशी मला नीसमस. सूर्य को देखकर विकसित होने वाला कमल; नील कमल. A blue lotus: a sun.lotus. भोव० १०, १३; अणुजो. १८; सूय० २, ३, १०; निसी० १२, २१; नाया० १, २, ४, १३; दस० ५, २, १८; भग. ११, १, २५, ५; जं. ५० १, १७; जीवा० ३. १; पन० १; विशे० २६३; ओघ. नि. ६८९; उवा. २, ११८; कप्प. ३, ३७, (२) गंधद्रव्य विशेष. सुगंधित द्रव्य विशेष. a particular scented thing. "पउमुप्पल गंधिए” सम० तंडु० जं० ५० ५, १२०; ( ૨ ) દશમા કપનું ઉત્પલ નામનું એક વિમાન કે જેની સ્થિતિ વીસ સાગરોપમની છે, એ દેવતા દશમે મહિને શાસોશ્વાસ લે છે. અને વીસ હજાર વર્ષે સુધા ઉપજે છે. दसवें कल्पका उत्पल नामका एक विमान जिसकी स्थिति वीस सागरोपम की है, इसके देवता दसवे मास श्वासोछवास लेते हैं और इन्हें बीस हजार वर्ष में क्षुधा लगती है. name of a heavenly abode of the 10th Kalpa. Life there lasts for 20 Sāgaropamas. The gods living there breathe once in ten months and feel hungry once in 20 thousand years. सम० २०; (४) ૮૪ લાખ ઉ૫લાંગ પ્રમાણે કાલ વિભાગ; ८४ लाख उत्पलांगप्रमाण काल विभाग. a division of time measuring 84 lacs of Utpalāngas, HTO X, १, ६, ७; ठा. २, ४; अणुजो० ११५; जीवा० ३, ४; जं० प० ५, १२०; (૫) એ નામને એક દ્વીપ તથા એક समुद्र. इस नाम का एक द्वीप और एक Page #252 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पल ] ( २४६ ) [ उप्पलचेटिय समुद्र. name of a continent; ११, १; -णालत्ता. स्त्री. ( -नालता) also that of an ocean. पन्न भसनी नाहि. कमलका नाली पना. १५; जीवा० ३, ४ –अंग. पुं० । state of being a lotus-stalk. ( -अङ्ग ) ८४ साथ सुप्रभार मे। भग० ११. १; -थिभूगत्ता. स्त्री. स विभाग. ८४ लाख हुहुप्रमाण एक (-1थिभुगता) माया पहाटे थे। काल विभाग. a division of time भाना से भागना मा. जिस में से पत्ते measuring 84 lacs of Huhus. फूटे ऐसे कमल के एक भागका भाव. state श्रणुजो• ११५, ठा० २, ४, भग० ५, of being a part of a lotus, from १; २५, ५; जं. ५० जीवा० ३, ४; which leaves sprout forth. भग. --उद्देसय. पुं० ( -उद्देशक ) मसना ११, १; -नालिसा. स्त्री० (-नालिका) અધિકારવાલ ભગવતીના ૨૧ મા શત लीना महनी नली-in. नील कमलकी ने मे अशा . भगवती सूम के २१वें दांडी. stalk of a blue lotus. दस. शतक का कमल के अधिकार वाला एक ५, २, १८; -पत्त. न० ( -पत्र ) उद्देश. name of a subdivision भवना ५i६। कमल का पत्ता. a leaf of the 21st Sataka of Bhaga of a lotus. भग० ११, १; -मूलत्ता. vati Sūtra with the subject स्त्रा० (-मूलता) --मनुं भूझmatter of a lotus. भा. २१, २; ५. कमलका मूलपना. state of be -कंद. पुं० (-कन्द) G५स-मस्ती ing a root of a lotus. भग०११, १; ६. कमल का कन्द; कमलकी जड. the | उप्पलगुम्मा. स्त्री० ( उत्पबगुल्मा ) भू. bulbous root of a lotus, भग० ११, વૃક્ષના અગ્નિખુણાના વનખણમાં પચાસ १;-कंदत्ता. स्त्री० (-कन्दता) भानु नेल.8५२ सावद मे पायी. जंबू ६५. कमल का कन्दपन, stute वृक्षके अनिकोन के वनखण्ड में पचास of being the bulbous root of a योजन दूरीपर स्थित एक बावडी. lotus. भग० ११, १; -करिणयत्ता. Name of a well in the स्त्री० (-कर्णिकता ) मसना मी forest situated to the south५. कमल का बीजकोषपना. state east of Jambū Vrikșa. The of being a seed-vessel of a well is at a distance of 50 lotus. भग० ११, १; -केसरत्ता । Yojanas i. e. 400 miles in the स्त्री. ( -केशरता) भलतुं पुंस२४ forest. जं. प. जीवा० ३, ४; स्त्रीस२पा. कमल की पुंकेसर अथवा | उप्पलबेटिय. ० ( उत्पलवृन्तिक ) भवना स्त्रोकेसरता. state of being a fila. ધિંટડાની ભિક્ષા લેનાર ગોશાલાના મતનો ment of a lotus. भग. ११, १; अनुयायी. कमल के गट्टा-पुलंदा की भिक्षा -णाल. न० (-नाल ) मानी नाली लेने वाला गोशाला का एक अनुयायी. A ડાંડી; જેના ઉપર કમલ રહે છે તે. | follower of Goşālā’s tenet, कमल की दांड़ी जिस पर कि कमल का ] accepting a lotus-stalk 45 फल रहता है. a lotus stalk. भग० । alms. ओव. ४१; Page #253 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पलहत्थग] ( २४७ ) [ उप्पाडण उप्पलहत्थग. पुं० (उत्पलहस्तक) भल की एक बावडी का नाम. Name of a विशेष. कमल फूल विशेष. A parti. well in a forest situated to the cular kind of lotus-flower. राय south-east of Jambu Vriksa. उप्पला. स्त्री. (उत्पला ) सापर्थी नगरीना । जं. ५० जीवा० ३. ४; २२१॥२॥ २i नामना श्रावनी स्त्री. उप्पह. पु. ( उत्पथ) उमार्ग; 41 मार्ग. सावर्थी नगरीका निवासी शंख नामक भावक उन्मार्ग; विरुद्ध मार्ग. Wrong path; की स्त्री का नाम. Name of the wife perverse path. "श्रावजे उप्पहं जंतु" of a Jaina layman named सूय० १, १, २, १६; उत्त० २४, ५; २७, Sankha residing in the town | ४,-जाइ. पुं० न० (-यायिन्) 2 भागे Savarthi. “ तस्सणं संखस्स समणो | सना२. विरुद्ध मार्ग से जाने वाला. one वासगस्स ब उप्पलाणामं भारिया होत्था" | who takes to a wrong path. ठा० भग० १२, १; (२) पिशायना धंद्र, सनी त्री समलिमी. पिशाच के इन्द्र, काल की उपिपलण. नं. (उत्प्लावन ) शरी२ ०५२ तीसरी अग्रमहिषी the third of the पाणी २. शरीर पर पानी ढोलना. principal queens of Kāla, the Pouring of water on the body. Indra of Pisachas. ठा० ४, १; पिं० नि० ४२२; नाया. धक. ५: भग० १०, ५; (३) उपाइत्तार. त्रि. ( उत्पादयितृ) पा६४% જંબુક્ષના અગ્નિ ખૂણામાંને વનખંડની [. पन्न ५२.ना२. उत्पन्न करने वाला. (One) मे पावन नाम जंबूवृक्ष के अग्निकोन के | who produces or creates. ठा० ४, वनखड की एक बावडी का नाम. name or ४; दसा० १, १३, ४, ६१; a well in a forest situated to / उपाइय, त्रि. (श्रीपातिक) २६.४, खाthe south-east of Jambu मावि. सहज; स्वाभाविक. Natural. Vriska. जं. ५० जावा० ३, ४; (४) ओर० ३०; (२) 8त्पात ४२नार अनिष्ट હસ્તિનાપુર નિવાસી ભીમ નામના કસાઈની सूय मनाय; Beta B५५. अनिष्ट स्त्री. हस्तिनापुर निवासी भीम नामक कसाई सूचक चिन्ह; उल्कापातादि उपद्रव a porकी स्त्री. Ilame of the wife of a tentous event, e. g. the fall of butcher named Bhima of a meteor ete. जं० प० ३, ५६ नाया. Hastināpure. विवा० २; ८; १; १७; सम० ३४; -पव्वय. पुं० उप्पलिणीकंद. न. ( उत्पलिनीकन्द) मे | (-पर्वत) सवामावि-कृत्रिम पर्वत. गतनी पानी बनरपति. एक प्रकार की कृत्रिम बनावटी पर्वत. an artificial जल में होने वाली वनस्पति. A kind of mountain, "उप्पाइयपव्वयं च चकमंत्तं aquatic plant. “पउमुप्पलिणीकंदे सक्खं मतं गुलुगुलुंतं" प्रोव. अंतरकंदे तहेवझिलिय” पन्न० १, उप्पाडण. न. ( उत्पाटन ) 620 नाम उप्पलुजला. स्त्री० (उत्पलोज्ज्वला ) भूतथा मे.. उखाड़ डालना; जड़ से वृक्षना मनिशाना बनपनी ये उखाड़ना. Uprooting; eradicating%3B पापी. जंबू वृक्ष के अग्नि कोन के वनखंड | tearing out. श्रोव० ३८; Page #254 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पाडित] ( २४८ ) [उपाय उप्पाडित. त्रि( उत्पाटित ) पास. उठाया हुआ; उखाड़ा हुआ. Lifted up; rooted out. भग० १६, ६ उप्पाडिय. त्रि. ( उत्पाटित ) 63. उखाडा हुआ. Eradicated; rooted out. दसा. ६, ४; उपाडियग. त्रि. ( उत्पाटितक) Bादु; भांस टेडं उठाया हुआ; मांस निकाला हुआ. Lifted; ( that ) from which flesh is torn out. ओव०३८; उप्पातिया. स्त्री. ( उत्पातिकी ) तुम। " उप्पाइया" श६. देखो ‘उप्पाइया" शब्द. Vide " उप्पाइया" नाया० १; उप्पाय-अ. पुं० (उत्पात ) Gsj अन्ये ४६. उड़ना. Flying up. भग० २०, ६; प्रव० ६०६; (२) प्रतिता ४ि२३धि२ वृष्टयाहि. प्रकृति का विकार; रुधिर वृष्टि श्रादि. any unusual phenomenon in nature, e.g. a shower of blood etc. प्रव० १४२१; पण्ह० २, १; ठा० ८, १; अणुजो० १४७; (३) माશમાંથી લેહી વગેરેની વષ્ટિ થાય છે તેવા લક્ષણ સૂચક-શાસ્ત્રઃ ૨૬ પાપ સૂત્રમાંનું એક. आकाश से जो रक्त वगैरह की वृष्टि होती है उसके लक्षण बतलाने वाला शास्त्र; २६ प्रकार के पाप सूत्रों में से एक. a scrip. ture dealing with explaining unusual phenomena in pature which portend evil; one of the 29 Papa Sutras. सूय० ८, २, २६; सम० २६, उप्पाय- पुं० (उत्पाद) वृद्धि; था। थवा. वृद्धि; बढती. Increase; increasing. विशे० ७५०; (२) पत्ति. उत्पत्ति creation; production; birth. विशे० ६६; ४२४; ठा० १, १; (३) ઉતાદ દોષ; સાધુને પિતાથી લાગતા माहाना धात्री माह १६ घोष. साधु को अपने द्वारा लगते हुए आहार के धात्री आदि १६ दोष. any of the 16 sins such as Dhātri etc. incurred by a Sādhu himself in connection with his food. सम० ( ४ ) याપૂર્વમાં પ્રથમ ઉત્પાદ નામે પૂર્વ–શાસ્ત્ર. चौदहपूर्व में का पहिला उत्पाद नाम का पूर्वशास्त्र. name of the 1st of the 14 Pūrvas (i. e. scriptures ). 90 ७१८;-च्छेयण. न० (-च्छेदन-उत्पादो देवत्वादिपर्यायान्तरस्यछेदस्तेन जीवादि विभागः उत्पादच्छेदनम् ) में पर्यायनी ઉત્પત્તિથી બીજા પર્યાયને છેદ-વિભાગ થાય તે-જેમ દેવત્વ પર્યાયના ઉત્પાદથી છવાદિ मनो विना थाय छे. एक पर्याय की उत्सत्ति से दूसरी पर्याय का विभाग होना जैसे कि देवत्व पर्याय के उत्पन होने से जीवा दि द्रव्य का विभाग होना. the classifications of a substance or rather its subdivisions caused by the modifications of that substance; sub-division caused by modal transformation; e. g. the substance soul is sub-divided into gods etc. on account of its modification. ठा० ५, ३; -पवय. पुं० (-पर्वत) सूर्याभविमानના વનખમાંને એક પર્વત કે જ્યાં સૂયભવિમાનવાસી દેવતા ક્રીડા નિમિત્તે वडिय ११२ नाव छ. सूर्याभविमान के बनखंडों में का एक पर्वत जहां कि सूर्याभविमानवासी देव क्रीड़ा के अर्थ वैक्रियिक शरीर बनाते हैं. name of a mountain in a forest region of the Sürya Page #255 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पायक] ( २४६ ) [ उपि bha heavenly abode. Here known as Uppāyaṇa sins. fofo the gods of this abode crente नि० १; ७९; परह. २, १;-(णो) for themselves a Vaikriyika उवघाय. पुं० ( -उपघात) उत्पादनाहि body for pleasure or sport. होपने उपयात-नाश ४२ ते. उत्पादनादि राय० १३५; जीवा० ३. ४; (२) यमरे. दोष का नाश करना. destruction of ने ५२ सापवाने पर्यत. चमरेन्द्र के ऊपर the faults or sins known as पाने का पर्वत. name of a mountain Utpadana sins. ठा० १०; -विसोfor Chamarendra to corne up हि. स्त्री. ( -विशोधि ) पहनना १६ or ascend. भग० १३, ६, १६, १; होपनो अभाव. उत्पादन के १६ दोषों का -पुव्व. पुं० (-पूर्व) द्रव्य पर्यायना अभाव. absence of the 16 Utઉત્પાદને જેમાં વર્ણન છે તે ઉત્પાદ નામે pādana faults or sins. ठा० ५, २; १४ पूर्व माना प्रथम पूर्व-शास्त्र. द्रव्य पर्याय उपायणा. स्त्री० ( उत्पादना) Bपन्न २y; के उत्पाद का जिसमें वर्णन है वह उत्पाद पेह। २. उत्पन्न करना; पैदा करना. नामक १४ पूर्वो में का प्रथम पूर्व-शास्त्र. the Creating; producing. पिं० नि० first of the 14 Purvas dealing ३०९; पंचा १३, ३; (२) मारना with the rise of modifications દેવને એક પ્રકાર; ધાત્રી આદિ આહારના of substances. "उप्पायपुवस्सणं दसव- ૧૬ દે કે જે સાધુને પિતા આશ્રિ લાગે છે. स्थु पराणतो" ठा० १०; सम० १४; नंदी. श्राहार की गवेषणा के दोष का एक भेद: ५६; -व्वयधुवधम्म. पुं० (-व्यय ध्रुव- धात्री आदि आहार के १६ दोष जो कि धर्मन् ) उत्पत्ति ५५ (नाश) -स्थिति साधु को अपने ही कारण से लगते हैं. ३ पासो. उत्पत्ति, व्यय (नाश) और ध्रुव-स्थिति variety of sin connected with वाला. one possessed of or sub. the taking of food; the 16 ject to the three predicaments faults connected with foodof birth, permanence or stay taking committed by an ascetic and death. विशे० ५४३; in his own person. These are उप्पायक. त्रि. (उत्पादक ) उत्पन्न ४२२. . Dhatri etc. प्रव० ५७१; भत्त० २४, उत्पन्न करने वाला. ( One ) who १२; भग० ७, १; creates or produces. पण्ह. १, ५; | उप्पाया. स्त्री. ( उत्पाता ) र द्रिय वाला उप्पायग. त्रि. (उत्पादक) मे 64 ७पनी से त. तीन इन्द्रियों वाला जीव श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide विशेष A three-sensed living above. उत्त० ३६, २६०; being. 99109; उपपायण. न० (उत्पादन) Gram२j; | उपि. अ. (उपरि ) ५२; ये. ऊपर; पे ४२. उत्पन्न करना. Producing; } ___ऊंचाई पर. Above; upon; on. creating. परह. १, २, ३; उत्त० ३२, "तेसिं भोमाणं उपिउज्जीया" जीवा. २८ (२) योयना ११ ५. उप्पायण ठा० ३, ४, राय० ४७; १०३, बेय. के १६ दोष. any of the 16 sins ४, २६; विवा० ३, ६; पन्न. २; जं. ___v. II./32 Page #256 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्पिंजल ( २५० ) [ उप्फेणउ'फेणिय प. १, ४, ३, ५८; नाया० १; ६; ८; fastened; bound fast. उप्पीलिय १४; १६, भग० १, ६, २, ८, ३, १; चिंधपट्ट गहिया उहपहरणा'' भग० ७, २, ५, ६; ६, ५, ६, ३३, १३, ४; ६; नाया० २; ओव० ३०; विवा० २; -पालाय. पुं० ( -प्रासाद ) अन्य। राय. ८१; जीवा० ३, ४; परह० १, ३; महेस. ऊंचा महल. a high or lofty जं. ५० ३, ५२, ३, ५६; -कच्छ. पुं. palace. निर० २, १; - सलिलपर- (-कच्छ) माध्योछ; छोटा नये. हाण. त्रि. ( -सलिलप्रतिष्ठान ) पाए जिसने कछोटा मारा है वह. one who 6५२ नुं प्रतिष्ठान-२४ाए। छे . जल has tightly tucked up the पर जिस का निवास स्थान है वह. hem of his loin-cloth after (one) whose residence or carrying it to the back part abode is on water. भग. ७,39 of his waist. विवा० २, उपिजल. त्रि. ( उम्पिजल ) क्षाम... उप्पुय. न० ( उत्प्लुत ) गायननी मे हो. श्राकुलता जनक. (Anything) which गायन का एक दोष. A kind of fault causes agitation to the mind. in singing. नाया. १५; (२) त्रि. " उपिजलभूए कह कह भूए" राय० ८१; नयमीत. भयभीत; डरा हुआ. terrified; उपिजलगभू. त्रि० ( उत्पिञ्जबकभूत) alarmed. नाया०६; मास 418+ ५येस. आकुल कुत.. उप्पूर. पुं० ( उत्पूर ) पाशीने प्रया Troubled; distracted in inind. Rs. प्रचंड प्रवाह. A big current कप्प० ५, १२६; or ftood of water. परह. १, ४; गप्पच्छ. न. ( *उपिच्छ ) अ५२ श्वासे (२) ५२; orig बहुत; ज्णदह. જલદીથી ગાઉં તે; ગાયનના એક દો. much; excessive. पण्ह ० १ ३; अधरश्वास से गाना; गायनका एक दोष. उप्फालग. त्रि० ( * ) न मोसना२; Singing far too rapidly; a निन्दा ५२ना२ बुग बोलने वाला; निंदक. fault in singing. अणुजो० १२८; (One ) who censures or slanभत्त० ११६ ders. उत्त० ३४, २६; उप्पियमाण. त्रि. (उत्प्लाव्यमान) पाथी | उप्फिडंत. पुं० ( * )ती. टिड्डी. A ७५२ मधुरतो. जलके ऊपर उछलता locust; agrass-hopper. प्रव० १५७; हुआ. Leaping on water; rising / उप्फुल्ल. त्रि. ( उत्फुल्ल ) विसित. विकand falling on water. “ बुङमाणे सित. प्रफुल्लित. Full-blown; bloomणिबुडमाणे उप्पियमाणे" उवा०, २१८, ing. " उप्फुलं नवि निम्झाए " दस. उप्पीलिय. त्रि. (उत्पीडित ) ८ रेस; यात मांधेद्यु; तरे. दृढ किया | उप्फेण उप्फेणिय. त्रि. ( उत्फेनोस्फेनित ) हुआ; खेंचकर बांधा हुआ. Tightly धना शुनी पोस-पाय * शुमा ४ नम्५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #257 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उप्फेस] [उम्भावणा भान ये. दूधके उफान के समान १०१जं. प. अणुत्त० ३, १; सु. च. क्रोधायमान. Boiling with anger; २, २१२; with anger rising like boil उब्भव. पु. ( उद्भव ) उत्पत्ति. पैदाइश; ing milk. “ उप्फेणउ फेणियं सीहसेणं उत्पत्ति. Birth; production; rise. राय एवं वयासी" विवा० ६; नाया• २; उपफेस. पुं० न० ( * ) भुशुट; ता. उम्मसुक्क. त्रि. ( * ) आमाने जामा मा मुकुट; ताज. A crown; a diadem. उला सुट गये. वृक्ष में ही खडे खडे सूख ओव० १२; ठा० ५, १; अाया० २, ३, २, गया हुआ. Dried up in the very १२१; पन्न० २, tree, in an erect posture. उब्बंधण. न. ( उद्घन्धन .) अये शापा:- श्रोध. नि. ७३५ भी मरयुं ते. ऊंचाई पर शाखादिक उभाम. पुं० ( उड्राम) भिक्षायरी; भिक्षाने में लटक कर मरना. Committing पास्ते भ्रमण २ ते. भिक्षा के लिये suicide or dying by hanging भ्रमण करना. One who wanders on the branch of a tree etc. to beg alms; wandering in प्रव. १.३०; order to beg alms. ठा. ४; उब्बद्धय. पुं० (उबद्धक ) विद्या, मंत्र, यंत्र उब्भामश्र. पुं० ( उद्धामक) १२; व्यलिया. વગેરેમાં માયલો કે જેને દિક્ષા આપ जार; व्यभिचारी. A person who वानी मना रे छे. विद्या मंत्र तंत्र आदि commits illicit sexual interमें शंकायुक्त कि जिस दीक्षा देने की मनाई course. पिं०नि० ४२० की गई है. A person full of super. / उभामग. पुं० ( उद्धामक) शुभ पक्षी stition in the matter of श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide charms, ineantations etc. Such above. “ अदाण णिग्गगाई उम्भामग a person is thought unfit to खमग अक्खरे रिक्सा" श्रोघ. नि. भा. be given Diksā to. UT" ; ६०; (२) मे तने। वायु एक प्रकार उन्भट्ट. त्रि. ( * ) मागे९; याये. मांगा का वायु. a.kind of wind. पन्न. १; हुआ. Prayed for; solicited; उम्भावणा. स्त्री. ( उद्भावना) प्रगट ४२y; begged. पिं. नि० २८१; आहे२ ४२Y; उत्पन्न १२युं. प्रगट करना; उब्भड. त्रि० (उनट) मुस्; उधाई खुला जाहिर करना; उत्पन्न करना. Maniहुआः उघाड़ा. Open; manifest. festing; declaring; producing. " उभडधडमुहा" भग० ७, ६; अणुत्त । ओव० ४१, नंदी० ४०; (२) प्रभावना. ३, १; (२) वि.२६; १५४२. भयंकर; / 997177!. explaining; explanaडरावना. terrible; fierce, भत्त. tion. " पपयणउन्मावणया" ठा० १०; * गुमे। पृ४ १२ १५ नी ५ने। (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #258 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उभिज] ( २५२ ) [उम्मेइम उभिज. त्रि. ( उद्भिज) भीनही गा- उब्भिय. त्रि. ( उद्भिद) होने ना लेख रूपे सहार सावनार मेथी वगेरे मा . न्भेस; रीट 33 पोरे. फोडकर जमीन फोड़कर बाहिर निकलनेवाली मेथी । निकले हुए जन्मे हुए; खंजरीट, मेंड़क आदि. वगैरह की भाजी. Vegetation which Come out, shot out after pierces the soil and sprouts piercing something; a wag. forth. पिं० नि० ६२४; (२) न tail, a frog etc. सूय० १, , ८; माहि ७५. खंजनक प्रादि जीव. a दस० ४; प्रव• १२५०; -लोण. न. species of living beings, such (-लवण ) हरिया पासे भारा पायाशी as a wag-tail etc. पराह. १, ४, उत्पन्न यसवय हरिया भी समुद्र के उभिजमाण. त्रि. ( उनियमान ) Bधावा पास खारे जल से उत्पन्न होनेवाला निमक; मां पातु मुटुं यतुं. खुलता हुअा. दर्याई निमक. sea-salt. आया. २, १, Being opened; becoming ६, ३५; निसी० ११, ४०; manifest. “केतइपुडाणवा अणुवायंसि उभियय. त्रि. (उद्भिजक) यान महान उभिजमाणाण वा" भग० १६, ६; जं. नी से प्राणी-ती-५२५ कोरे. पृथ्वी को प. १: राय. जीवा.३, ४, फोडकर निकले हुए प्राणी-पतंग आदि. उन्भिन्न. न० ( उद्भिस-यत्कुतुपादेः स्थगितं (An insect ) coming out by मुखं साधूनां तैलघृतादिदानार्थमुनिच तैलादि piercing the land, e. g, a साधुभ्यो दीयते तद्दीयमानं तैलादि पिहि- locust etc. आया० १, १, ६, ४८; तोद्भिसम् ) साधुने धी माह पहारा उन्भूइया. स्त्री० (ोद्भूतिकी ) से માટે કમાડ ઉઘાડીને કે ડાટા ઉખેડી આપવા નામની કૃષ્ણ વાસુદેવની ભેરી; કંઈ પણ થો લાગતો દે; ૧૬ ઉદ્વમનમાંનો ૧૨ મો આશ્ચર્ય પ્રસંગે લોકોને જણાવવા માટે કે होप. साधु को घी आदि वहोराने के लिये અમુક વખતે અમુક થવાનું છે તેટલા માટે किवाँड उघाडकर अथवा वर्तन का डाट भावानी मेरी. कृष्ण वासुदेव की भेरी का निकाल कर भिक्षा देने से लगने वाला नाम; किसी आश्चर्यजनक प्रसंग पर लोगों को दोष; उद्गमन के १६ दोषों में से १२ वां जागृत करने के लिये अथवा अमुक समय में दोष. The 12th of the 16 Ud. अमुक होगा यह प्रगट करने के लिये बजाई yamans faults viz. opening a जाने वाली भेरी. Name of the ketjar or a door in order to give tlo-drum of Kțişņa Vāsu leva; ghee etc. to an ascetic for a kettle-drum sounded to preeating. पि. नि. ६३, ३४७; पंचा. claim some unusual event to १३, ६; (२) महीने महा२ नीसेस- people. विशे० १४७६; फोड़कर बाहिर निकला हुआ. sprouted | उभेइम. न. (उद्वेदिम) समुद्र आहिमां forth or shot out after pierc- पन्न यतुं सपy; भी. समुद्र आदि में ing something. " तेणं समएणं उत्पन्न होता हुआ निमक. Salt proउभिने मऊरी पोयए" नाया० ३; सु. duced in the sea etc.; common च. २, ३६५ salt. दस० ६. १८; Page #259 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उभरो] ( २५३ ) [उभय उभो . अ. (उभयतस् ) मे तुमे; त२५. ____kinds of expiation जीवा० ३; दो तर्फ से; दोनों ओर. On both sides. -पइहि. त्रि० (-प्रतिष्ठित ) पोते (२) ; २. दो, २. two; 2. जं. ५० ५, भने ५२ पन्ने माश्री २९४ अपने और ११७ नाया. १; भग० २४, २२; उत्त० ११, दूसरे के आश्रय से प्रतिष्ठा पाया हुआ. १७; ओव० ३१; क. गं० १, ३६; कप्प० in relation to oneself and ३, ३२; क. प० १, १३ -काल. पुं० for others; i. e. applicable to ( -काल ) सन्न वमत. दोनों समय. both. ठा० ४, १; -भाग. पुं. both times. दसा० १०, ३; वव० ६, ( -भाग) यंद्रने मे ५ ही लेग २०; -पार्सि. अ. (पार्श्व ) से ५७; . बना२ नक्षत्र. चंद्रकी दोनों ओर रह कर मे या दोनों तर्फ. on both sides.. योग जोडने वाला नक्षत्र. a constel. सम० ३४; lation on both sides of the उभय. त्रि. ( उभय ) मे. दो. Two; | moon's path. चंदस्स जोइसिंदस्स both भग०, ३३, १२, १०; विशे० । जोइसरो छ णक्खत्ता उभत्रभागा उत्तरा ११८; ४७०; ओव० १६, ३६; अणुजो० सिरिण विसाहा पुणग्वसू रोहिणी" ठा० ८; २१; दसा० १०, ३: दस० ४, ११; ६; -लोगहिय. न. ( -खोकहित ) ५, २, १२; नाया. ११; १; पि. नि. पन्ने सन लिस-याए. दोनों लोकों मा० ३; पिं. नि. २१५; ५८०; उत्त. का कल्याण. beneficial hoth १, २३; क. गं० 1, २२; ~~-(या)- for this world and the next अनुपस्सि त्रि. ( -अनुदार्शन् ) यासार world. “ कल्लाणभायणत्तेण उभय અને પરલોક બન્નેના સુખને ચાહનાર. लोगहियं " पंचा० ११, ३६; --वाय. इस लोक और परलोक-दोनों लोकोंके सुख पुं० (-वात ) मन्ने तनो वायु. को चाहने वाला ( one) who दोनों श्रोर का वायु. wind blowing wislies the happiness of both from both sides. नाया० ११; this world and the next world. -वायजोग पुं० (--वातयोग) ने आया० १, ३, २, ११;-(या)अभाव. त२३ना वायु ने दोनों तर्फ की पुं० (-अभाव ) अपना ना वायुका योग. coming together of समार दोनोका अभाव. absence of winds from both sides i. e. both. विशे० १३३; -अरिह. न. opposite sides. नाया. १५; (-अर्ह) उभय-मालोया पने प्रतिभा -विसुद्ध. त्रि. (-विशुद्ध ) अरे से -नेने ये:२५. आतोचना और प्रतिक्रमण शु६. दोनों तरह शुद्ध. pure or puriइन दोनोंके योग्य; deserving both fied both ways. पंचा• १, २०; Ālochanā ( confession ) and --विद्हण. त्रि० ( -विहीन ) भय Pratikramaņa ( repentance भ्रष्ट; पन्नेथा रहित. उभय भ्रष्ट; दोनों से for faults ); (२) ६श प्रारना रहित. devoid of both; destiप्रायश्चित्तमान मे. दश प्रकार के प्राय- tute of both. पंचा० ३, ४०; श्रित्तों में का एक. one of the ten -सुय पुं० (-श्रुत) ०५ मने भाव Page #260 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उभयतो ] श्रुत. द्रव्य और भाव श्रुत scripture of both kinds viz Dravya and Bhāva. विशे० १२६; उभयतो. अ० ( उभयतस् ) भुगो 66 उभश्री ” शह देखो " उभश्रो उभश्रो शब्द. Vide “ 29 भग० २४, २०; उभयहा. श्र० ( उभयथा ) मे प्रारे; अन्ने शते दो प्रकार से; दोनों रीतियोंसें. Both ways; in both ways. विशे० १५०; उमा. स्त्री० (उमा) श्री वासुदेवनी भातानुं नाम दूसरे वासुदेवकी माताका नाम Name of the mother of the 2nd Vāsudeva. सम० प २३५; उमारण न० ( अपमान ) अपमान; खनाहर तिरस्५२. अपमान; श्रनादर Insult; disrespect. आया० १६, १, १९ उम्मग्ग. त्रि० ( उन्मग्न ) पाणीभांथी उपर यावेत. जल में से ऊपर आया हुश्रा Emerged out of water. पराह० १ ३; जं० प०३, ५५, उम्मग्ग. पुं० ( उन्मार्ग ) उये भाववाने મા`; ડુબકી મારીને બહાર નિકલवाने भार्ग. ऊपर जाने का मार्ग; दुब की मारकर बाहिर निकलने का मार्ग. The way to come up; the emer. gence out of water after dipping oneself into it. पच्छन पलासे उम्मग्गं नालहइ भुजंगाइव आया० १, ६, १, १७२; पंचा० ११, ३६; ८८ ( २५४ ) " क० गं० १, ५६; ( २ ) सटे । भार्ग उलटा मार्ग; विरुद्ध मार्ग. wrong path; contrary path. ( 3 ) 3 - भाग ५. विरुद्ध मार्ग - शास्त्र विरुद्ध मार्ग दिखानेवाला. one who leads astray प्रणुजो• [ उम्मग्ग "" १५१; ( ४ ) अड्डा २ ते. अकार्य करना. taking to a wrong path; doing a wrong deed. “ उम्मग्गवज्जए राग दोसविरए आया० नि० १, ५, १, २४३; — द्विय. त्रि० ( - स्थित ) G-भाभी रहे. उन्मार्ग गामी. ( one ) who has taken to a wrong or prohibited path. उम्मग्गट्टिय सूरी तिशिल विमग्गं पणासेंति गच्छा० १, २८ – देसण्या. स्त्री० (-देशनाउन्मार्गस्य भवहेतोर्मोक्षहेतुत्वेन देशना कथनमुन्मार्गदेशना ) उन्मार्ग - वसा मार्गनी देशना - उपदेश. उन्मार्ग - खराब - मार्ग का उपदेश. unwholesome, pernicious advice, i. e. one leading astray. ठा० ४, ४; - देखणा. स्त्री० ( - देशना ) उन्मार्गनी દેશના-ઉપદેશ हेवे ! ते. उन्मार्ग की देशना खोटा उपदेश देना giving a false advice, giving advice leading to a wrong path. प्रव० ६६३० – पइट्टिय. स्त्री० ( - प्रतिष्ठित ) अवसे मार्गे यस; उन्मार्ग प्रतिष्ठा पास. उन्मार्ग में प्रतिष्ठा पाया हुआ. (one ) gone astray; misguided. भयवं का लिंगेहिं उम्मग्ग पद्वियं विवाणिज्जा" गच्छा० २ – पट्टिय. त्रि० ( - प्रस्थित ) लुओ "उम्मग्ग पइट्ठिय " २०६. देखो 'उम्मग्ग पइट्टिय' शब्द. vide " उम्मगा पट्टिय गच्छा० ६; - पांडवरण. त्रि. ( -प्रतिपक्ष) ( भागने गार व उन्मार्ग को स्वीकार किया हुआ. (one ) who has accepted 8 wrong or pernicious path or course of action. उवा • ७, २१८; - पयट्ट. त्रि० ( प्रवृत्त ) उन्मार्गे प्रवृत्त थयेस. उन्मार्ग में प्रवृत्त. gone astray; For Private Personal Use Only ܕ ܪ "" "" Page #261 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उम्मग्गजला ] started on a wrong path. सु० च० ४, ११५; उम्मग्गजला. स्त्री० ( उन्मग्नजला - उन्मज्जति शिलादिकमस्मादिति, उन्मग्नं उन्मग्नं जलं यस्यां सा ) तिमिस्र गुाने मध्यलागे मे નામની એક નદી કે જેમાં કોઇ વસ્તુ પડે તેને सीने म्हारी हे तिमिस्र गुफा के मध्य भाग में स्थित एक नदीका नाम जो कि किसी वस्तु के पडनेपर उछालकर बाहिर फेंक देती है. Name of a river in the centre of a cave named Timisra. Its water violently throws out anything that falls into it " जराणं उम्मग्ग जलाए महा ईए " जं० प० ३० 'उस्मज्ज. घा० I ( उत् + मृज् ) मंत्र वगेरेथी सर्प माहितुं ओर उतार मंत्रादिसे सर्पादि का जहर उतारना. To remove the effects of serpent-bite etc by incantatious etc. उम्मजेजा. "तं इत्थी पुरिसस्प उम्मजेजा" वव० ५, २१; उम्मज. पुं० ( उन्मज्जन ) पानी संरथी सपाटी पर यात्र ते जल के भीतर से ऊपरी भाग पर आना Emerging on the surface of water from below it. (२) संसारनी सपाटी मोक्ष ५२ नार श्रद्धा, संयम, वीर्य वगेरे. मोक्ष लेजाने वाले श्रद्धा, संयम, वीर्य आदि. faith, asceticism, heroism etc, by which a person emerges to the surface of the worldly ocean and gets salvation उम्मजलढुं इह माणवोह " आाया ० ३, २, ११५ - खिम्मजिया. ( - निमज्जिका ) पाणी माथी उपर si १, स्त्री० ( २५५ ) [ उम्मत्तगभूय આવવું અને નીચે જવું તે; ડુબકી ખાવી ते जल में डुबकी मारना alternately to emerge out of water and to submerge under it. "अहेउभ्मज मिज्जियं करेमाणे देसं पुढवीए चलेजा " ठा० ३; उम्मज्जक. पुं० ( उन्मार्जक ) स्नान करवाने એકવાર પાણીમાં પેસી તરત બહાર નિકલે तेव तापस; तापसनी येऊ लत स्नान करने के लिये एक बार जल में प्रवेश कर तुरंत बाहर निकलने वाला तापसः तापसी की एक जात. A class of ascetic an ascetic who dips himself once in water for his bath and immediately comes out. ओव० ३८; उम्मजग. पुं० ( उन्मार्जक ) लुभो उप शह देखो उपरका शब्द. Vide above. भग० ११, ६; ओव० निर० ३, ३; उम्मज्जा स्त्री० (उम्मजा ) पाणी मां नीयेथी पर यावते. पानी में नीचे से ऊपर आना. Emerging out from the bottom. उत्त० ७, १७; उम्मज्जिय. सं० कृ० अ० ( उन्मज्ज्य ) अयाने डुमाडीने. शरीरको डुबाकर Having dipped or submerged the body. भग० १३, ६; उम्मत्त. त्रि० ( उन्मत्त ) गांड छत. पागल; उद्दंड; उद्धत. Mad; insolent. प्रव० ७६७; विशे० ३२६०; ( २ ) गर्दिष्ट भूत वगेरेना सगा वालु गर्विष्ट; घमंडी; जिसे भूत वगैरह लगे हो वह. proud; conceited; possessed by a ghost etc. प्रव० ७६७; पिं० नि० ५७२; उम्मत्तगभूय. त्रि. ( उन्मत्तकभूत ) ઉન્મત્ત-ગાંડા થયેલ; મદિરાપાનથી જેનું For Private Personal Use Only Page #262 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उन्मत्तजला] ( २५६ ) [उन्माय यित आनथी सेवा. उन्मत्त; पागल; in weight is styled as Unmanoमदिरा पान से जिसका चित्त मुकामपर न peta. " सेवित उम्माणे २ जगणं हो वह. Maddened; intoxicated उम्मिणिजद" ओव० २०, कप्प० १, ८; with drink. ठा० ५, १; (૩) સામે ત્રાજવામાં જોખ નાખી उम्मत्तजला. स्त्री. (उन्मत्तजला) २०५४ १२तुने मी तसवी ते. तराजु के एक વિજયની પશ્ચિમ સહરદ ઉપરની નદી; पलडेमें बाँट डालकर दुसरे पलडे से वस्तुका મહાવિદેહની બાર અન્તર નદીમાંની એક. | नोलना. weighing a thing रम्पक विजय की पथिम तट पर की नदी against a measure of weight Name of a river on the west in the scales of a balance. 37 ern border of Rampaka Vijaya; ! १; अणुजो० १३२; one of the 12 Antara Nadis | उम्माद. पुं० ( उन्माद ) is५); यित ( rivers ) of Mahavideha. I विभ्रम. पागल पन; चित्तविभ्रम. Mad" रम्मए विजए उम्मत्तजला महाणई " | ness; intoxication; mental जं. प. ठा० २, ३, aberration. भग० १४, २, दसा० ७, उम्मद्दण. न० ( उन्मर्दन) टी इंडीये १२; विशे. १४१५; (२) अत्यन्त आममन ४२ ते. उलट रूएँ की ओर से | थी 6-भत्त. अत्यन्त काम से उन्मत्त. मर्दन करना. Rubbing (i. e. oil ) maddened with love or lust. on the body against the grain. "कइ विहेणं मंते उम्मादे पण्णते गोयमा सूय० २, २, ६२; नाया० १३; दुविहे उम्मादे पण्णते" भग० १४, २; उम्मदिया. स्त्री. ( उन्मर्दिका ) टी (३) यक्षाहिना आवेश यक्षादि का आवेश. इथामे मई- ४२नार दासी. उलटे रुवेंकी being possessed by a Yakşa तरफ से मर्दन करनेवाली दासी. A maid- etc. ठा. २, १; -पमाय. पुं० servant who rubs oil etc, on (-प्रमाद-उन्मादः संग्रहत्वं स एव प्रमादः the body against the grain. प्रमत्तत्वमाभोग शून्यतोन्मादप्रमादः) यक्षाभग० ११, ११; हि आवशथी उपयोग शुन्य५. यक्षादि उम्माण. न० ( उन्मान-उन्मीयते तदित्यु- के शरीरमें प्रवेश होने से उपयोगशून्य होना. न्मानम् ) तोरथा परिमाण याय ते; शेर, listlessness or inattentiveness भए, अर्ष, भासो पोरे. तोल, वजन का due to one's being possessed परिमाण; सेर, मण, तोला, मासा श्रादि. by a Yaksu etc. ठा० ६; A measure of weight o. g. a| उम्मादण. न. ( उन्मादन ) समीseer, a mound etc. सम० प० २३६; ५न याय ते. प्रबल काम का उद्दीपन होना. जं० प० ठा० २, ४; नाया० १; (२)ने Rise of strong passion or lust. તેલતા અર્ધભાર પ્રમાણ થાય તેવો પુરુષ अणुजो० १३०, उन्मानापेत वाय. जो तोलने पर अर्द्धभार | उम्माय. पुं० ( उन्माद) या “ उम्माद" प्रमाण हो वह पुरुष उन्मानोपेत कहलाता है. श६. देखो “ उम्माद '' शब्द. Vide a person who is Ardhabharaj “उम्माद" भग० १४, २, दसा. ७, Page #263 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उम्मि ] ( २५७ ) [उम्मीस २१; विशे० १४१५; उवा० ६, २५८; प्रव० प्रोव० १३: १०७७: -पत्त. त्रि. ( -प्राप्त = उन्माद- उम्मिलिय-अ. त्रि. ( उन्मीलित ) विकसित मुन्मत्ततां प्राप्त उन्मादप्राप्तः) भारतीय मासेत; 34. फूला हुआ; खिला हुआः मना यथा गांड ५९५ थयेल. मोहनीय विकसित. Full-blovn; opened; कर्म के उदय से जो पागलपन हवा हो वह. blooming. राय. २३८; अणुजो० १६) mental aberration caused by सम० प० २१३, नाया० १; जीवा० ४; the maturity of Mohaniya उम्मिलिर त्रि. ( उन्मीलनशील ) मीसना२. Karma ( i. e. Karma which खिलने वाला. Having the nature deludes as regards right be. or characteristic to bloom or lief etc.) व. २, १०; १६ open. सु. च० ३, ४४; उम्मि. पुं० ( उमि ) तरंग, मौत; दहे२. . उम्मिसिय. त्रि० ( उन्मिषित ) अाशित. तरंग; लहर. A wave. काप० ३, ४३६ प्रकाशित. Bright; shining; opened. नाया० ८; परह. १, ३, (२) मलने भग० १४, १; (२) पुं० सां५ दियामारे नसमुदाय. लहरों के आकार ने 33 तटसा पास. अांख मीचकर के समान जन समुदाय. a crowd of खोलने में लगनेवाला समय; समय परिमाण. people resembling in series of it ineasure of time required for waves. भग. २, १; -वीचि. पुं. the twinkling of an eye. "JIFA(-चौचि ) समुद्रना । तरंग मने सियाणमिसियंतरणे" जीवा० ३, १; दाना तरंग. समुद्र की बडी २ ओर छोटी उम्मिस्स. न० ( उन्मिश्र ) बसेसवातुं; छोटी लहरें. waves and ripples of सर्दु थयेथ; मेयाने। ७ मे हो१. मिश्रित; the ocean. भग० १६, ६; एकत्रित; एषणा समिति का ७ वां दोप. उम्मिमालिणी. स्त्री० (ऊर्मिमालिनी ) मे३ Food etc. of different kinds પવતની પશ્ચિમે અને શીતલ મહા નદીની mixed up together; the 7th ઉત્તરે સુવપ્ર વિજયની પૂર્વ સરહદ ઉપરની fault in connection with food. सन्त२ नही. मेरु पर्वत के पश्चिमकी ओर, सीतोदा नदी के उत्तर की ओर और सुवप्र begging. अाया• २, १, १, १; प्रव० ५७६; ठा० ४; विजय की पूर्वसीमापर की एक अन्तर नदी, Name of a river on the eastern उम्मीलिय. त्रि. ( उन्मीलित ) पालेय. border of Suvapra Vijaya to खिला हुश्रा. Full-blown; opened. the North of the great river पन्न. २, विवा० १, ७; Sitodā and in the west of Meru उम्मीस. न. ( उन्मिश्र ) मेषशाना ६श mountain. “सुवप्पे विजए जयति राय- माना ७ भी ष. एषणा के दश दोषों हाणी उम्मिमालिणी गई " ठा० २, ३, में का ७वा दोष. The 7th of the ten जं. प. ४, faults connected with foodउम्मिलित. त्रि० ( उन्मीलित) मा ७५ begging. दस. ५, १, ५५, पिं० नि. श६. देखो उपरका शब्द. Vide above. ५२०; पंचा० १३, २८; v. II./33 Page #264 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उम्मुक] ( २५८ ) [उर उम्मुक्क. त्रि० ( उन्मुक्त ) अये गुं. ऊंचाई | उय. पुं० (ऋतु) संत आदि *तु. वसंत पर फेंका हुआ. Thrown up; tossed | श्रादि ऋतु. A season; e. g. spring up. श्रोव० (२) सर्वथा या रेस; छ।उस. etc. नाया० १; ५: भग० ६, ३३; सर्वथा छोडा हुआ; त्यागा हुआ. abandon- | उय. अ. (उत ) अथवा. अथवा; या. Or; ed; renounced for ever. कप्प. an alternative conjunction. ५, १०३; विशे० २७५०; उत्त० ३६, ६२, विशे० १६१०; नाया० १, ३; १५; पिं. नि० ६३२; भग० | उयंसि. त्रि. ( ओजस्विन् ) स्वी; ११, ११, १२, १, -कम्मकवय. अधिः मनाम वालो. ओजस्वी; ओज गुण पुं० (-कर्मकवच) सस भ३५ ४५यने। | वाला; अधिक मनोबल वाले. Powerful: ત્યાગ કરેલ છે જેણે એવા સિદ્ધ ભગવાન. | possessed of strong will-power. सकल कर्मरुप कवच का जिन्होने त्याग किया | राय.२१५; सम०प० २३५; है ऐसे सिद्ध भगवान. a liberated soul उयट्ट त्रि. ( अपवर्त्त) भनी सभी स्थितिने i.e.a Siddha who has remov. टु १२वी ते. कर्म की दीर्घ स्थिति को अला ed the fetters in the form of करना. ( One) who has weakened Karma. ओव. -बालभाव. पुं० | the power of Karma. भग० १, १; स्त्री० ( -बालभाव ) | छोरी हायेस. | उयट्टण. न० (अपवर्तन ) मा “उयट्ट" बालभाव को जिसने त्याग दिया है वह. | श६. देखो "उयह" शब्द. Vide "उयह" adolescent; one who has pass- भग. १, १; ed from childhood to boyhood | उयर. पुं. (उदर) पेट; ०४४२. उदर; पेट Or manhood. भग० १५, १: विवा० | The belly; the stomach उत. ५; नाया. १; ८; १३; १४; दसा० १०, ३, ७, २ पिं. नि. भा० ४५, दसा. १०, ४; कप्प. १, ६ ___ मु० च० १, ३०४; क. गं० १, ३४; उम्मूलणा. स्त्री० ( उन्मूलना ) भूसथा। उयरिय. त्रि. ( उदरिक) ले..२ पासा. Gs; युटी पहा२ ५४. जडसे उखाडना. जलोदर रोग वाला. ( One ) sufferUprooting; eradication. "उम्मु- | ing from dropsy. विवा० ७: लणा सरीरा ओ" परह. १, १; उर. पुं० ( उरस् ) ५क्षरथा, छाती. छाती; उम्मूलिय. त्रि. ( उन्मूलित ) भूतथा । वनस्थल. The breast. पन्न० १; मे. जड मूल से उखाडा हुआ. Up | अणुजो० १२८; आया. १, १, २, १६; rooted; eradicated. भग० १६, ६ । राय. ३२, ८६, पराह० १, ३, ठा. ७, उम्मेस. पुं० ( उन्मेष ) भांग पीयवी उवा० २, १०८; क. गं० १, ३४; Gधावी ते सांभन ५ . आँख उरसि. स. ए. व. प्रव० ६७; खोलना, मींचना; आँखकी पलक. A (२) सुंदर सुंदर; खूबसूरत. beautiful; glance; twinkling of eyes. भग० charming. ठा० ४; -क्खय. पुं० १३, ४; (-क्षत) यो था. हृदय का धाव. a उम्ह. पुं० ( ऊष्मन् ) ता; गरभी. wound in the heart; a heart-- उष्णता; गर्मी. Heat. श्रोघ. नि. ४८४; | sore. विशे० २१६; -तव. पुं. Page #265 -------------------------------------------------------------------------- ________________ परंउरें ] ( - तपस् ) गोशासाना सानु मे तनुं तप गोशाला के उपासक का एक प्रकार का तप. રી. kind of austerity practised by the followers of Gosala. or. ४; - परिसप्प. पुं० ( - परिसर्प) छातीथी भावनार प्राणी - सर्प वगेरे. छाती के बल चलनेवाले -सर्वादि प्राणी. a reptile moving or creeping upon the belly; e. g. a serpent etc. उत्त० ३६, १५०; भग० ८, १; - परिसप्प विहाण. न० ( परिसर्पविधान ) सर्पनी लति सर्प की जाति. the serpent kind भग० १५, १६ - परिसप्पिणी. स्त्री० ( - परिसर्पिणी ) नागणुः सर्पनी श्री. नागिन. a female serpent; a female snake. " से किंत उरगपरिसपिप्णी २ " जीवा० २; -- सुत्तिया स्त्री० ( - सूत्रिका ) छतीमां महेश्वानुं आभुषणु. छाती का एक आभूषण. an ornament of breast. जं० प० * पृष्ठ २१५ नी पुरनो foot-note ( * ) p. 15th. [ उरविमश्र-य g. a serpent. जीवा० १; - परिसप्पी. स्त्री० ( - परिसर्पिणी ) नागणुः छाती भासना सर्पनी स्त्री. नागिन, छातीके बल चलने वाली साँपिन a female ser pent; a female suake. जीवा ० १; - वर. पुं० ( - वर ) उत्तम नाग; भी लतिनो सर्प उत्तम नाग; ऊंची जाति का सर्प. a serpent of a high breed; a noble serpent. नाया• १६: जं० प० ३, ४५; वीहि. स्त्री० ( -वोधि ) शुनी रंग नामनी वीधि गति विशेष. शुक्र की उरगनामक गति विशेष. name of a particular kind of motion of the planet Venus. ठा० ६, १; उरत्थ. न. ( उर: स्थ ) छातीमा पड़ेश्वानुं समर छाती में पहरने का गहना An ornament to be worn on the breast जीवा ० ३, ३; भग० ६, ३३, कम्प० ३, ३६, उरभ पुं० [स्त्री० ( उरभ्र ) भेटुं; बे. मेंढा; भेड; वकरा. A sheep; & lamb. पन्न० १७; सूर्य० २, ६, ३७; जीवा० ३, ४; राय ० ४६; पराह० १, १, नाया ०१, उवा • २, १४; उत्त० ७, ४; - पुड सरिणम. त्रि. (-पुसन्निम) बेटाना नाने. बकरे की नाक के समान. resembling the nose of a sheep. “उरब्भपुइसागुणभा से नासा". उवा० २, ६४; - रुहिर. पुं. ( - रुधिर ) बेटा सोही. बकरका रक्त blood of & sheep. जीवा० ३; उरमिश्र-य. पुं० ( औौरनिक) बेटा- १६शने पासनार-लवाड, स्मारी बकरे को पालकर फिर कसाई को बेचनेवाला. A ( * ). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide उरंउरें. श्र० ( ) છાતીસાથે ગ્રહણ ५२ ते; छाती सरसो . छाती से लगाना; छाती से छाती मिलाना Embracingly; closing in embrace "च उरं गियां पि उरंडरे गिरिहत्तर " वित्रा० ३ उरग. पुं० [स्त्री० ( रंग ) पेढे भावना - सर्प, पेटके बल चलने वाला सर्प A snake; a serpent. उत० १४, ४७; नाया० १६; १७; भग० ८, ११ प्रव० ११०६ - परिसप्प समुच्क्रिम. पुं० ( -परिसर्पसमुच्छिम ) छाती द्वारा यासनार समुभि सर्प. छाता के बल चलने वाला समूच्छंन जीव-सर्प a reptile moving on the belly, e. ( २५६ ) For Private Personal Use Only -- Page #266 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उरम ] shepherd who herds sheep, goats etc. and sells them to a butcher, सूय० २,२, २८, उरग्मिय न० ( उरीय ) उत्तराध्ययन सूत्रनुं सातभुं अध्ययन. उत्तराध्ययन सूत्रका ७वां अध्याय. The 7th chapter of Uttarādhyayana Sūtra. उत्त॰ ७; उर-अ. पुं० ( उरज ) भेड लतनो गुरुछो. एक प्रकार का गुच्छा. A kind of bunch or cluster. पन० १; २; उरल. पुं० ( उदारिक ) हारि शरीर. श्रदारिक शरीर. The Udarika i. e. physical body. क० गं० १, ३५; २, ६; २१; प्रव० १११३; जं० प० २, ३०; उरल. न० ( औदारिक) धारि योग. श्रदारिक योग. Activity or vibrations of the Udārika i. e. physical body. क० गं० ४, ८ अंग. पुं० ( श्रङ्ग ) बहारि शरीर श्रदारिक देह. the Udārika i. e.physical body. क० गं० १, ३६; प्रघ० १३२६ - दुग. न० ( - द्विक ) उधारि अने उारि मिश्र खे ये प्रति श्रदारिक और औदारिक मिश्र ये दो प्रकृतियां the two Prakritis (Karmic natures) viz Udarika and Udārikamiśra. क० गं० २,६; ( २६० ) ३, ३; उरस. त्रि० ( औरस ) पोतानो पुत्र निजका पुत्र; औरस पुत्र. One's own son. ठा १०; उरसप्प. पुं० ( उरः सर्प ) छातीये यासनार तिर्यय सर्प वगेरे. छातीके बल चलने वाले तिथंच A reptile walking or moving on its belly, e. serpent etc. प्रव० ६७६; उरसी. स्त्री० ( उरसी ) भे g. a જાતને For Private [ उराल पन० १; गच्छो, एक प्रकार का गुच्छा A kind of bunch or cluster. उरस्स. न० ( उरस्य - उरसि भवमरस्यं ) छाती. छाती का. Being in the breast; anything pertaining to the breast. राय० ३२; - बल. न० ( - बल ) ध्यास. हृदयबल. power of the heart; will-power; strength of the heart. "उरस्सबल - समणा जए" राय० ३२; उराल. त्रि० (उदार) समर्थ; शक्तियुक्त प्रबल शक्तियुक्त. Powerful. (२) उन्नत स्वभाव वाले उन्नत स्वभाववाला. aspiring. जीवा ० ५; राय० जं० प० (३) ७२. उदार. magnanimous. ( ४ ) प्रधान; श्रेष्ट. उदार; श्रेष्ट. chief; prominent. ओव० ३८; सम ० ६; नाया ० १५; ८; १२; १४; १६; भग० १, १३, १६, २:११, ११, १५, १; निर० १, १, पन्न० ३४; जीवा० ३, ४; राय ० ५६; ८१ सू० १० २० क० १, ५; (५) यति भूत बहुत आश्चर्यजनक. very wonderful सू० १० १ ० ० २०: भग० २, १; जं० प० ० ( ६ ) विशास. विस्तारवाß विस्तृत extensive. आया० १, ६; १, १०; ठा० ५; (७) न० भेलतनुं शरीर, उधारि शरी२. एक प्रकार का शरीर ; औदारिक शरीर. & kind of body; Udarika Sarira; external physical body.क० गं० १, ३७; पंचा० १, १५; (८) त्रि• उहारिक शरीर संबंधी श्रदारिक शरीर संबंधी pertaining to the Udārika body. राय० २५२; ( ८ ) स्थूल; प्रसिद्ध. स्थूल; मोटा; प्रसिद्ध. gross; not fine; manifest. सूर्य० १, १, ४, ६; (१०) प्रधान तप प्रधान तप; मुख्य तप. principal or prominent austerity. नाया० 9; Personal Use Only Page #267 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उरालिश्र-य] ( २६१ ) [ उलुग्ग . भग. २, १; (११) मे नमानी बीसी वन- बडा भारी घंटा. a large bell. विवा० ३; २५नि. एक प्रकार की हरि वनस्पति का नाम. -णायग. पुं० (-नायक ) महा नाय mame of a green plant. पन्न. १; मोटा नायक. a great leader; . -तस. मुं० (-ग्रस ) २थर स०५. great guide. कप्प० ३, ३६;-पीवर. औदारिक त्रसजीव. a many sensed पुं० (-पीवर) घो। पु. बडा स्थूल. living being possessed of an very fat; corpulent, कप्प. ३, ३६; external physical body; उरुणग. पुं० ( * ) नरपतिमा १२; mobile sentient being with मे सुवास हार्थ. वनस्पति का एक कोमल physical body. जीवा० १; मिस्स.. पदार्थ A kind of soft substance. पुं० ( -मिश्र ) २५ मिश्र योग. जीवा० ३, ३; उदारक मिश्रयोग. vibratory activity | उरुतुंबगा. स्त्री. (उरुतुम्बका ) द्रिय of Udārikamiśra i, e. physical पासो ०५. तीन इन्द्रियों वाला जीव. A mixed with Karmic body. प्रव० । three-sensed living being. १३२६; पन्न. १; उरालिश्र-य. त्रि. ( औदारिक ) 3. उरोरुह. पुं० ( उरोरुह ) स्तन. स्तन. The માંસ ને રુધિરવાલું શરીર, મનુષ્ય અને ___female breast. मोघ०नि० भा० ३१७; तिर्यय स्थूल श६१२. हाड मांस और रुधिर प्रव० ५४३ वाला शरीर; मनुष्य और तिर्यचका प्राकृतिक उरोविसुद्ध.न. (उरोविशुद्ध-उरसि भूमिकाशरीर. Exteral physical body j नुसारेण स्वरो विशुद्धो भवति इति ) गायनhaying flesh, blood and bone. नी शुझिनो मे २ गायन की शुद्धि का ठा. २, १; सम० १३; जीवा. १; नाया. एक भेद. A particular variety of ८; भग० २, ५, ६, १; दसा. ५, ४०; clearness of voice in singing. सम० प० २५६; --सरीर. न० (-शरीर) राय. नुस। ६५ श. देखो ऊपर का शब्द. उलिज्झमाण. त्रि. ( अवलिप्यमान ) 421तु; vide above. नाया.. १८; -सरीरि. मातु. चाटने में आता हुआ; खाने में पुं० (-शरीग्न् ि ) २४ शरीर वाली ७५. आता हुआ. Being licked or sipश्रीदारिक शरीर वाला जीव. a sentient ___ped; being eaten. कप्प० ३, ४२; being with Udarika or external | उलुग्ग. त्रि. (अवरुग्ण ) शान यस. physical body. ठा०६, १; जीवा० १०; उदास. Faded; withered; fatiउरु. न. ( उरु = विर्तार्ण ) विस्तीर्ण gued; wearied. नाया० १; -सरीर. विशा. विस्तृत; फैला हुआ. Extensive न. ( -शरीर ) हुन शरी२. निर्बल vast. भग. ११, ११; --घंटा. स्त्री० शरीर. an enfeebled body; a weak (-घण्टा ) पिशास धंट; लेटी घंटर. and emaciated body. नाया० १; * जुनी ४ ५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #268 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उलुश्र] ( २६२ ) [उल्लग्रा - उलूप्र. पुं० (उलूक) धु७. उल्लू. An from Uddehagana. कप्प. ८; (२) 'owl. (२) वैशेषिः शनना नेता याद श्य५ गतथा नासेस ३ गये ९, काश्यप भुनि वैशेषिक दर्शन का नेता कणाद मुनि. गोत्र से उत्पन्न ३ रा गण. the third Saint Kaņāda the founder Gaņa ( order of saints ) desof the Vaiseșika school of cending from Kāșyapa family. philosophy. विश• २१६५; origin. कप्प. ८ उलूग. पुं० ( उलूक) धु१७; धु९. उल्लू. An उल्लंघण. न० ( उल्लकन ) ययु; ही न owl. सूय०२, २, १६; सम० विशे०११०७; ते. उलांधना; कूदना. Crossing; -पत्त. न० (- पत्र ) धुपनी ५५. leaping across. उत्त० २४, २४; उल्लू के पंख. a wing of an owl. ओव. २०; भग० २५, ७; (२) त्रि. भग० १८, ६; विनय-मर्या संधार. विनय-मर्यादा का उलूगी. स्त्री. ( उलूकी )मे मारनी विधा. उल्लंघन करने वाला. ( one ) who एक प्रकार की विद्या.. Name of an art violates the rules of inodest (२) धुपनी माहा. उलूक स्त्री. a or reverential conduct. उत्त. female owl. विशे० २४५४; १७, ८, उल्ल. त्रि.( * )बी; भीनु. आर्द्र; गीला उल्लंबण. न. ( उल्लम्बन ) उनी असीमे Wet; damp. दस० ५. १, ६६; जं. तुमध; उंये सयु. झाड की प० ३, ६२; राय० २५१; पिं. नि. भा० डाली से लटकता हुआ धना; ऊंचाई पर १२; पिं. नि. ३६७, ५३३; भग० ५, ७, लटकाना. Suspending or hanging १६, ४; नाया०२८१६; उत्त. २५, ४०; anything on something above; -चम्म. न० (-चर्मन् ) सीतुं याम. e. g. on a branch of a tree. गीला चमडा; कच्चा चमड़ा. wet skin or सम० ११; परह ० १, १; नाया० २; leather. विवा० ६; ~दब्भ. पुं० (-दर्भ)सील-हाल; से उल्लंबिय. सं. कृ. श्र. (उल्लम्ब्य ) ये तनु . हरित दर्भ. wet i.e. green Dar. वीन. ऊंचाई पर लटका कर. Having bha grass. विवा० ६;-पडसाडिया. suspended or hung on someस्त्री० (-पटशाटिका) alal sी. हरी thing above. भग० १३, ६; माडी. wet i.. green thicket | उल्लंबिय. त्रि. ( उल्बम्बित्त) आमा बटा. of trees. विवा. ७; ३१. झाड पर लटकाया हुआ. Hnng उल्लंगच्छ. न० ( * ) अटेड गयी नी. or kept suspended oa a tree दस से नामनु मे दुस. उद्देह गण से दसा० ६, ४ निकले हुए कुल का नाम. Name of a उल्लग. त्रि. (अद्रिक) मा; बी. गीला; family which was an off-shoot | भीगा हुआ. Wet; damp. अंन० ३, १; * गुमे। १४ नम्म२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #269 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उलण] ( २६३ ) [उालपमाण --- हत्थ. पुं० (-हस्त) भानुं लाय. गीला प्राप्त. Delighted; joyful सु० च. १, हाथ. a wet hand. भग० १५, १; ३६८; प्रष. १४१३; कप्प० ३, ४०; उल्लण. न० ( * ) सामण, पसामण. | उल्लाइय. त्रि. ( * ) भाटी छायाहिया Water in which pulse, rice खींपेल. गोबर मिट्टी आदि से लिपा हुआ. etc. are boiled and which is ( Wall etc. ) smeared or beafterwards spiced and served dubed with cowdung, earth as a separate article of food. | etc. राय० ५६; पि. नि. ६२४; (२) लातुं शरीर .. उल्लाय. पु. (उल्लात) १२; बात. प्रहार; गीले शरीर का पोंछना. to wipe off a लात. A kick; a violent stroke. wet body with a towel etc. तंदु. उवा० १०, २७७ उल्लालिय. त्रि० ( अल्लालित ) ता. ४२२; उल्लणिया. स्त्री. ( * ) वसूप पत्र; 3 . उछाला हुआ; ताड़ित. Struck; लीना शरीरने सुंयानुं पत्र. गीले शरीर ___beaten; tossed or flung up. को पोंछने का वस्त्र; अंगोछा. A piece of ज. प. ५,११५; राय. cloth to wipe off a vet body. ! उल्लाव. पुं० ( उल्लाप) पातयित; पयन उवा० १, २२, -विहि. पु. ( -विधि) मोसत. बात चीत. Indirect talk. પાણીથી ભીના શરીરને લુંછવાન વત્રની Coversation. पि. नि. ४२५; ४६५ विधि. गाले शरीर को पोंछने के वस्त्र की अणुजो० १४६; ठा० ७, १; नाया० १; सु. jait à process to be followed च० २, ५७१; ओघ० नि० भा० ५६; विशे० in connection with cloth १४११; (२) प्रत्युत्तर; या जवाब. used to wipe off a wet body. . reply; a response. “ तस्थगो “ तयाणंतरं चणं माणे उल्लाण पाविहि सुणइ देइ उल्लावं" प्रव० १४३; । परिमाणं करेइ” उवा० १, २२; उल्लास. पुं० ( उल्लास ) प्राट ४२ ते. प्रकट उल्लय. त्रि. (आक) सी: मीन. गाला; iftar. Act of manifosting ou आई Wet; damp सु० च० २, ४९.३; bringing to light. प्रव. १३३५; भग० १५, १3 -संजणण. नि. ( -संजनन) प्रगट उल्लविय. नं. ( उल्लपित ) महे । ४२ना२. प्रकट करने बाला. ( one ) whe) સમ્બધી વાતચીત કરવી તે કામ કથા. manifests or brings to light. कामकथा; काम संबंधी बात चीत. Aimo- प्रव० १३३५; rous talk; love talk. · अंग पञ्चंग- उल्लिंपमाण. त्रि. ( उल्लिपत् ) 8५२ २५ संढाणं चारुल्लत्रिय पेहियं" उत्त० १६, ४०; / रतो. ऊपर लेप करता हुआ. Sinearउल्लसिय. त्रि. ( उल्लासित ) Bास - ing or be-daubing the surface मानन्द पाभेल. उल्लासित; प्रफुल्लित; अानन्द of anything. आया० २, १, ७, ३८; * जुमे १४ नभ्५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #270 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उलिहण] ( २६४ ) [ उल्लोयमेत्त उलिहण. न० ( उल्लेखन ) ये ४२३। ते: । उन्लोइय-अ.न. ( उलोचित ) 4A माटी . उल्लेख करना; लिखना. Writ- कोरेथा भीत वगेरेनु लेपन ४२गुंत. मिट्टा ing. सु० च० २, २३७; वगैरह से दीवाल वगैरह का पोतना. Besउल्लिहिय. त्रि० ( उल्लिखित) सा; २७ mearing or bedaubing a wall पाउस. अंकित; घिसा हुआ; रगडाया हुआ. etc. with earth cowdung etc. Scarred; worn out; bearing "लाइ उल्लोइय महियं" नाया० १; सं. marks of being worn out. नाया. प० पन्न० २; भग १२, ८; सम० ओव. २; ओव. उत्त० १६, ६५; (२) यन्द्रको पांधेस; सेयथा शगा. उल्लीण. त्रि० ( उल्लीन ) गुप्त २९१; तिम २३. जहां चन्दरवा वांधा है वह स्थान. having a cloth-ceiling fastened २स. गुप्त रहा हुआ; अप्रगट रहा हुआ; एकान्त में रहा हुआ. Hidden; soli above. ओव० २६; जीवा० ३, ४; tary. आया० २, २, ३, ६७; उल्लोच. पुं० ( उहाच ) छत; लेय. छत. A cloth-ceiling. सू० प० २०, उल्लुचिय. त्रि. ( उल्लुंचित ) उणे; उल्लोय. पुं० (उलोच) ; (२३); सोय. युटेन, उखाड़ा हुआ; छूटा हुआ. Root छत; चंदरवा. A cloth-ceiling. राय. ed out; plucked out सु० च० २, ६; १०७, जीवा० ३, भग० ११, ११; १४, ६; कप्प० ३, ३२; जीवा० १: राय जं. उल्लुगा. स्त्री. ( उल्लुका ) मे नामनी मे प. ४, ८८, भग० ११, ११; (२) त्रि. नही. एक नदी का नाम. Naine of a गोवा योग्य दर्शनीय. देखने लायक. (" ___ river. विशे० २४२६; sisht) worth being seen. उल्लुगातीर. न० ( उल्लुकातीर ) मा नाया० १; ८; भग० ११, ११; १४, ६; નામનો નદીના કાંઠે આવેલું એક નગર કે -~-तल. पुं० (-तल ) धरने। ने જેમાં ગંગાચાર્ય નામના નિર્લ્ડવ થયા. नग. घर का ऊपरी भाग. the upper उल्लुगा नामक नदी के तट पर स्थित एक part of a house नाया० १; -भूमि नगर जिसमें कि गंगाचार्य नामक निन्हव स्त्री० (-भूमि) प्रासा-मसन 8५२नी हुए थे. Name of a town on a भूमि. महल के ऊपर की भूमि. The bank of the river Ullugā. It upper part or upper floor of was the native place et the a palace. भग० २, ८; - वरणग. पुं. Ninhava Gangachārya. ठा० ७,१; ( -वर्णक ) मसना ७५रना लागतो उल्लुयातीर. न० ( उल्लुकातीर ) गुमा पनि. महल के ऊपरी भाग का वर्णन. Guो श६. देखो ऊपर का शब्द. Viden description of the upper above. "तेणं कालेणं तेणं समरण उल्लु- ___part of a palace. भग० २, ८; यातीरेणाम णयरे होत्था" भग० १६, ३; | उल्लोयमेत्त. न० ( उल्लोकमात्र ) नेतात; उल्लेऊण. सं. कृ० अ० (पार्टीकृत्य) मीनू ५ निमेषमात्र निमेष मात्र. At a mere २. गीला-आर्द्र करके. Having made glance; a mere glance. भग० wet. विशे० १४५५; Page #271 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उव] ( २६५ ) [उव-इक्ख - उव. अ. (उप ) सभी५-पासे।। अर्थमा. उवागच्छामि भग०३,२; १५,१; नाया०८; नजदीक के अर्थ में. Near'; in the | उवागच्छामो. नाया० १६; vicinity. " उवदंसिया भगवया पण उवागच्छेजा. इसा० ७, १; वणा" पन. १; २; (३) समस्तपा; . उवागच्छित्ता. सं. कृ. भग० १,१८, सम५. समस्तपन; संपूर्णता. an indec. | ७; श्रोव० २७, जं. ५० ५, ११४; used to show " entirety." राय. ५, ११७; नाया० १, २, ५; ८; ; Vउव-अति-ने. धा• II. ( उप+अति+ १२; १४; १६: भग० २, १; ५; नी) हय ४२; सी॥२वा. ग्रहण करना; ३, १; ७,६ ६ ,४; मंजूर करना. To accept; to take. Vउव-श्रा-लभ. धा• I. (उप+आ+लभ) (२) प्रवेश ४२वा. प्रवेश करना. to ४५। हेवी. ठपका देना; उपालंभ देना; enter. ( 3 )व्यतीत य. व्यतीत होना. Jargar gal. To rebuke; to re. to elapse; to be spent. proach. उवाइणित्तए. हे. कृ. ठा० ३, ४; विवा. उवालंभति. नाया० १६; ६; दसा० ७; १; उवालंभित्ता. सं० कृ० गय० १६७: उवाइणित्ता. पाया० २, २, २. ७८; Vउव-प्रास. धा• I, II. ( उप+आत्) उवाइणावह निसा. २, ५०; १२, ३६, । पासना ४२वी; सेवा ४२वी. उपासना उवायणायेति. निसी० १०, ४६; वेय. ३, | करना; सेवा करना. To worship; to serve; to wait upon. उवाय-इ-णावित्तए. हे. कृ. वेय. ३, उवासेजा. सूय. १, १, ३३; ३०; ४, 11; १२; दसा० ७, १; Vउव-इ. धा. I. ( उप+इण्) प्रात ४२: नाया० १२; कप्प. ३, ५७; ६५; भेसन. प्राप्त करना. To get; to ob. उवायणावित्ता. सं. कृ. भग० ७.१; tain; to acquire. उवाइणावंत. व. कृ. वेय० ३, ३०; उवेइ. उत्त० ३२, ११; अोव० ४०; अणुजो. Vउव-अय. धा• I. ( उप+अय् ) याय, १४६; भग• ६, ३३, १३, ६ मान्यता १२वी. प्रार्थना करना; मांगना To नाया. १६: सूय० २, ६. १६; beg: to pray for; to solicit. दस० १०, १, २१; विशे० १५६; उवाइत्तए. हे. कृ. नाया० २; उति . नाया. २; भग. १३,६; १४, ८, Vउव-आगच्छ. धा• I. ( उप + आ + विशे० १५६; गम् ) पासे आव'; सन्भुमrg. समीप उविंति. भोव० ३४; सूय०.१, २, २, १६; श्राना; सन्मुख जाना. To go near; उति. दस० ६, ६६; विशे० १२७६; to approach. उवे ह. नाया. १६; उवागच्छइ. ओव० ११; राय. ३६, ६७ उबेह. उत्त० १२, २८; भग० १, १, २, १; नाया० १; उवेत्ता. सं. कृ. भग० १, ३३; १२; १६; उवा० १,५८,७८,८६; उवित. व. कृ. सूय. १, ५, १,१ उवागच्छति. भग. २, ५; ५, ४, ७,६; | Vउव-इक्ख. धा• I,II. (उप+ईच) जं. प. २, ३३, ५, ११२; ५, ११३ | अपेक्षा ४२वी; २४ारी रामवी. उपेक्षा Page #272 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवइट्ट] ( २६६ ) [उवएसण - करना; परवाह न करना; To neglect; । ५७; अलुजो• २३; पिं० नि० २२२; श्रोष. to be indifferont to. निक ५१५; भग०५१५८, २१८, ३; उवेहइ. दसा० ५, ४२; सूय. १, ३, ३, २; / उवउत्तया. स्त्री. ( उपयुक्तता) उपयोग; साआया० १, ६, ३, १६.३, क्येती. उपयोग; सावधानी. Cautiousउवेहे. वि. उत्त० १,११, ness; attentiveness. उत्त. २४, १; उवेहमाण. आया० १, ३, १, १०६; १, ४, उवएस. पुं० ( उपदेश ) पश; सोध; ____४, १४०; भग० ३, १; शिमामय उपदेश; ज्ञान; हित की शिक्षा. उवट्ठ. त्रि. ( उपादेष्ट.) अपशगुं; सोधे . Advice; teaching; ओव. २०; ३.; उपदेशित; बोध दिया हुआ. Preached; ४०; अणुजो० ४२; पिं. नि. भा. ५१; taught; advised. उत्त. २८, १८; सु० च० ४, १०; नाया• १; ७; भग• २, विशे० ३२१७ अोघ. नि. १८३; क. प. १; ७, RE; उवा० ७, २१९; पंचा. 1,२३; ५, २४; प्रव० ६६६: भत्त. २५ प्रव० १; गच्छा . १३३; उवाय. त्रि. ( उपरित) यु. सहित. -रुइ. पुं० ( -रुचि) सुइना उपदेश સાંભલી જાગૃત થયેલ તત્વરૂચિ; રૂચિ-સમPossessed of; united with. तिनो मे २. गुरु का उपदेश सुनकर राय. ४६; (२) G41. उन्नत. rais. जो तस्वरुचि जागृत हुई हो वह; रुचि सम्यed; exalted. ओव. (३) मांसस क्त्व का एक भेद. liking for right पृष्ट. मांसयुक्तः पुष्ट. fleshy. परह. १, ४; knowledge etc. excited by (४) पुं० मे तना तेजद्रिय ०५ : hearing the sermon of a Guru; भीनमा य२ ५२॥ २९ छे. एक प्रकार का a variety of liking for Samaतेइंद्रिय जीव जो कि जमीन में घर कर के रहता kits. " छउमत्थेण जिणण च उवएस है. a kind of three-sensed liv रुइति नायन्या'' प्रव. १६४; उत्त० २८, ing being nestling in burrows. १६; ठा० १०; (२) त्रि. तेकी थि. जीवा. १ पन्न.१; स. वैसि रुचि वाला. a person posVउवउंज.धा. I. (उप+युज ) उपयोग sossed of the above kind of ४२. उपयोग करना. To make use liking. उत्त० २८, १६: --लद्ध. त्रि. of; to be attentive. (-लब्ध) पहेश पाभेल. उपदेश पाया उवउजइ विशे० ४८; हुआ. ( one ) who has received उवउंजिऊण. सं. कृ० भग० ८, १; २४, | and accepted religii us instruc१, १२, २०; tions. " इय उवएसलद्धा इयाविरणाणं उवउत्त. त्रि. ( उपयुक्त ) 8५योग सहित. | पत्ता” उवा० ७, २१५; उपयोग सहित. Attentive. (२) उवएसग. त्रि. ( उपदेशक) पश-यात्रसावधान; सावयेत. सचेत; ध्यानपूर्वक. | ४२ना२. उपदेश करने वाला. A religious careful, cautious. कप्प. ८; प्रव. _instructor; a religious preach७७६; पंचा० १, २, १६, ४; भत्त. १०; er; an adviser. सूय. १, १, ४, १; राय० ४०; उत्त० २४, ७, पन्न० २; नंदी० | उवएसण. न० ( उपदेशन ) ७५दृशः मोय. Page #273 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवएसय] ( २६७ ) [उवभोग उपदेश; ज्ञान; बोध. Advice; teaching. “ तहियाणं तु भावाणं संभावे उवएसणं'' उत्त. २८, १५; (२) उपहेश આપવો તે; બીવનને કોઈ કાર્યમાં પ્રવર્તાव ते. उपदेश देना; दूसरे को किसी कार्य में प्रवृत्त करना. teaching; ad. vising; exhorting. " बिहया उवः । एसणे” ठा० ७, अणुजो० १२६; उवएसय. पुं० ( उपदेशक) पहेश ४२ना२. | उपदेश करने वाला. An adviser; al preacher. पंचा० १, १२; उवोग. पुं० ( उपयोग=उपयोजनमुपयोगः, उपयुज्यते वस्तुपरिच्छे प्रतिव्यापार्यते जीवो. ऽनेनेत्युपयोगः) १२तु परिछे ४२नार જીવને જ્ઞાન દર્શનમય વ્યાપાર; ચૈતન્ય शनि. वस्तु परिच्छेद करने वाला जीवका ज्ञान दर्शन मय व्यापार; चैतन्य शक्ति. The power of consciousness used by the soul in dealing with an object. भग० १, ५; २, 1; ६, ३, ७, ५; १३, ४, १६,६; २४, १; पन० २८%; जीवा. १; विशे. ५४७,८००पिं. नि. ११५, प्रव. ५१; क. गं. ४, २; पंचा. ४, १६; (२) सावधानपाणु; सापयेतो सावधानी. attentiveness; cautious. ness; carefulness. ओव. २१; (३) पनरया सूत्रना 18 मां पहनु नाम. पनवणा सूत्र के १६ वे पदका नाम. naine of the 19th Pada of Pannavaņā Sitra. पन. १; (४) पनपया सूत्रना। जीग ५४ना १३ भादानुं नाम, पनवणा सूत्र के तीसरे पद के १३ वें द्वार का नाम name of the 13th Dwāra of the 3rd Pada of Pannavaņā Sutra. पन. ३ (५) यदु सान.. फायदा; लाभ. gain; advantage. सु. च० ४, १६३, -अात. पुं० (-प्रात्मन् ) ७पयोगरू.५ यात्मा. उपयोगरूप आत्मा. soul in its aspect of consciousmess. भग० १२, १०; --~-गुण. पुं० ( -गुण-उपयोगः साकारानाकार चैतन्य गुणो धर्मो यस्य स तथा ) चैतन्यमाले १. चैतन्य धर्मवाला जीव. soul posses. sed of the power of consciousness. "जीवे सासए गुणो उवोग गुणे' ठा०५; -जुय. त्रि० (-युत) उपयोगवासी. उपयोग वाला. possessed of attentiveness or carefulness. " तं पुणं संविग्गणं उवभोग जुएणं तिव्य सद्धाए' पंचा० १६; --दृया. स्त्री. ( -अर्घता) उपयोगी अपेक्षा. उपयोग की अपेक्षा. desire or wish for attentivemesy or carefulness. नाया० ५; -णिम्वत्ति. श्री. (-निवृत्ति ) योगनी उत्पत्ति. उपयोगकी उत्पत्ति. birth or rise of attentiveness or powor of consciousness. भग० १६, ८; -~-पद. न. (-पद) पन्ना -प्रज्ञानसूत्रना २८ मा ५६ नाम. प्रज्ञापना सूत्र के २६वें पदका नाम. mame of the 29th Pada of Papuavaņā Sūtra. भग० १६,७; -परिक्षाम. पुं० (-परिणाम -उपयोग एवं परिणाम उपयोगपरिणामः) परिणामना मे ५४१२. जीवके परिणाम का एक भेद. a variety or mode of the development of a soul. 9870 १२; ठा. १०; --लक्ख ण. न० (-लक्षण) पारित पायर्नु उपयोग सक्षए. जीवास्तिकाय का लक्षण (उपयोग). the characteris. tic mark of consciousness or rather power of consciousness possessed by a soul. भग० १३, ४; Page #274 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वंग ] उवंग न० ( उपाङ्ग) शरीरना अवयवना અવયવ; મુખ્ય અવયવના અવયવ;; ઉપાંગ. शरीर के अवयव का अवयव ( उपांग ). A sub-limb of a body जं० प० अणुजो० १२७; पन० २३; क० गं० १, ३४; २, ६, ५, ६२० क० प० ४, ४१, १, ५६; ( २ ) अंग सूत्रनी पासेना उपांग सूत्र; वार अपांग अंगसूत्र के उंववाई आदि बारह उपांग. any of the 12 Upāiga Sūtras viz. Uvavāi etc. जं० प० १; राय० निर० १, १; ३; कप्प० १, ६; - तिग न० (-त्रिक ) ઉદારિક શરીરના અંગેપાંગ, વેક્રિય શરીરના અંગેાપાંગ અને આહારક શરીરના અંગેयांग से गुनो समूह. श्रदारिक, वैक्रियक और आहारक इन तीनों शरीरों के अंगोपांग. the limbs and sub-limbs of the three kinds of bodies, viz Udarika Vaikreya and Ahā raka. क० मं० २, २३; उवंजण न० पुं० ( उपाज्ञ्जन ) गाडीना पैाने अंग हे पहार्थ लगाउवे। ते. गाडी के चाक में तैल देना. Lubricating wheel of a carriage etc. " अक्खोवंजणं वण्णाणु लेवणं " सूय०२, १, ५६; पन्न० २, १; V उव - कप्प. धा० I ( उप + कल्पू ) निप पुं तय्यार. उत्पन्न करना; तैयार करना. To produce ; to prepare. उवकप्पंति सू० १, ११, १६; 'उव- कस. धा० I ( उप+कष् ) पाम; भेaag. प्राप्त करना; पाना. To get; to obtain. उवकसंति. सू० १, ४, १, २०; उवकसंत व० कृ० दसा० ६, ११; V उव-कर. घा० II ( २६८ ) a ( उप + कृ ) (43ार [ उबकरण ४२वे | उपकार करना. To do a good turn; to do an act of benevol ence. उवकरेउ. उवा० १, ६८; Va - कर. धा० II. ( उप + कृ ) धनुः २सो १२वी. सिम्झाना; रसोई करना. To cook; to cook food. उवक्खडेइ. नाया० २; १३; १६; उवक्खडिति. नाया० ८; उवक्खडिज. वि० आया० २, १, ६, ५०; उवक्खडेह. आ० नाया० ३: उवक्खडेउ. उवा० १, ६८; उवक्खडिय. सं० कृ० नाया० १६; उवक्खडित्ता. नाया ० १६; उवक्खडेत्ता. सूय० २, ६, ३७; उकक्खाडे. प्रे० नाया० २; १६; भग० १६, ५ उवक्खडावेइ-ति. प्रे० वाया ० १ ७ ८; १६ भग० ३, १; विवा० ३; उवक्खडात्रिंति. प्रे० नाया० १४; उवक्खडावेंति. प्रे० भग० ११, ६, १२, १; उवक्खडावेहि श्रा० प्रे० नाया० १४; उवक्खड़ावेह. श्रा० प्रे० भग० १२, १; १८, २; उवक्खडाविय. सं० कृ० भग० १२, १; उवक्खडावेइत्ता. सं० कृ० नाया० १; १६; भग० ३, १; १६,५; उवक्खडावेत्ता. सं० कृ० नाया० २; ३; ७; भग० ३, १; उवकरण. न० ( उपकरण ) ५५२णु; वस्त्र यदि परियड उपकरण; वस्त्र वगैरह परिग्रह. An article of possession, such as a cloth, a vessel etc. पराह० १, ५; भग० १५, १ – श्रोमोयरिया. स्त्री० ( - श्रवमोदरिका ) 4२णुनी लहरी उपकरण की उनोदरी. For Private Personal Use Only Page #275 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवकालिय ] limitation, narrowing down, of articles to be possessed. ठा०३, ३; उवकासिय न० ( * ) शरीरना अवयव; मात्र शरीर के अवयव Any of the limbs of the body. परह० २, ४; V उय - की. धा० III. ( उप+कृ ting. बिखेरना. To scatter; to dis perse. उवंकीरेड् निसी० ७, २७; ( २६६ ) उवकुल. पुं० ( उपकुल ) नक्षत्रनी पासेना નક્ષત્ર, જેમકે. અશ્વિની કુલ તે। ભરી ઉપકુલ; કૃતિકા કુલ તે રાહિણી ઉપકુલ. कुलनक्षत्र के समीपवर्ती नक्षत्र जैसे कि अश्विनी नक्षत्र कुल नक्षत्र है और इस के समीप भरणी नक्षत्र उपकुल है, कृतिका कुल नक्षत्र का रोहिणी उपकुल हैं. The asterisms in the vicinity of a constellation; eg. Bharani in the vicinity of Asvini; Rohini in the vicinity of Krittika. जं० प० ७, १६१; V उव- क्कम. धा० I, II. ( उप + क्रम् ) - वसुं पेडवु वाक्याने योग्य २. जमीन हलना. To cultivate; to till. उवकमिज्जइ. क० वा० विशे० २०३६; उवक्कमिज्जति क० वा० अणुजो ० ६७; उवक्कम. पुं० ( उपक्रम ) ६२ रडेल वस्तुने પ્રદિપાદનશૈલીથી નજિક લાવીને નિક્ષેપ યોગ્ય કરવી; અનુયાગ શવિવેચનનું પ્રથમ ६२. दूरवर्ती वस्तु को प्रतिपादनशैली के द्वारा समीप लाकर निक्षेप करना; अनुयोग शब्द विवेचन का प्रथम द्वार. An intro - * यो पृष्ठ नम्वर १५ नी पुरनो ( * ) foot-note ( p. 15th. जाय वह. end to duction; introductory remarks. अणुजो ० ५६; ६११; ( २ ) मेथी कुंगीના અંત આવે-આયુષ્ય તુટી જાય તે. जिससे जीवन का अंत हो जाय, आयुष्य टूट that which puts an life. सू० १, ८, १५; आउ० ८ प्रव० १०१७ ; ( 3 ) अनुदित दुर्मने उध्यमांसाववा ते अनुदित कर्म को उदय में लाना causing unmatured Karma to mature. टा० ४, २; ( ४ ) मन्धनेो यारम्ल-श३यात बंध का प्रारंभ. commencement of bondage; commencement. ठा० ३, ३; ४, २ (५) उपाय घसा उपाय means to accomplish an object; an expedient; a remedy. "निविहे उक्कमेपण्णत्ते तंजहा धम्मिएउवक्कमे ग्रहम्मिए वकमे " ठा० ३; सू० १, २, ३, [ उवक्कमिया १४; श्रया० १, ८, ७, ६; भग० १, ४, - काल. पुं० (-काल ) हुर रहे वस्तुने પ્રતિપાદનશૈલીથી નજિક લાવવાને વખત. दूरवर्ती वस्तु को प्रतिपादनशैली के द्वारा समीप लाने का समय time for making introductory remarks or preliminary observations. “ सfaatanaकालो किरियापरिणाम भूरठो विशे० ६१७; 39 उपक्कमण न० ( उपक्रमण ) ३५४ २ विशेषता १२वी. उपक्रम करना; विशेषता करनी. Commencement; particularisation; making preliminary observations. अणुजो० ६८; उवक्कमिया. स्त्री० ( श्रीपक्रमिकी ) रे गाहिङ देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide For Private Personal Use Only Page #276 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवकर] ( २७० ) [उवगरण २४था यती पी. रोगादिक से जो पीडा उवक्खाइपा. स्त्री. ( उपाख्यायिका ) 64. हो वह. Involuntary pain caused था; प्रासंगि था. उपकथा; प्रसंग सम्बन्धी by disease etc. “अहं उवक्कामयं वेय. कथा. An episode; a stroy subणं णोसम्मं सहामि" ठा० ४; २, ४; पन्न. ordinate to the main story; ३५; भग० १, ४, an episodical story. नंदी० ५०; उवकर. पु. ( उपस्कर ) सं२४॥२ शुश्रुपा । सम० ६; संस्कार शुश्रूषा. Attendance ofu | उवक्खाइत्तार. त्रि. ( उपाख्यातृ) च्यानceremony. परह. १. १3 प्रसिद्धि भेसवना२. प्रसिद्धि प्राप्त करने वाला. उवक्खड. त्रि. ( उपस्कृत ) संधवाने | (One ) who has won renown. सारभ २४. पकाने के लिये प्रारम्भ | सूय० २, २, २६; किया हुआ. ( Food ) begun to be Vउव-गम. धा• I. (उप+गम् ) पास cooked.पि.नि.१७०; जीवा०३,३;ओघ. माय न मा. पास आना; नजदीक नि. भा. ५४, नाया. २; उत्त० १२, ११; 9r. To come near. उबक्खड. पुं० ( उपस्कर ) सधवानी सामग्री. उवगम्म. सं. कृ. विशे० ३१६६ पकाने का सामान. The articles for उवगंत. व. कृ. सम० ३०% cooking. ओव० --संपराण. त्रि. उवगय-अ. त्रि. (उपगत ) पामेला प्राप्त (संपन्न) राधमानी सम्पूर्श सामग्रीथी जी५ थेये. पया हुआ; प्राप्त. Acquired: र मात वगेरे. आहार का एक भेद; सि गाने gol; ( one ) who has got. राय से उत्पन्न भात वगैरह. a kind of food; ३३; ३५; कप्प. ४, ६२, ओव• ३१; food prepared by cooking. ओव० विवा० २; सय ० २, १, ५६; अणुजो० १३; उवक बडिय.वि. (उपस्कृत)सं२७१२ ५भास. नाया० १;८; ६; १७, भग३, २; १६, ३; संस्कार किया हुआ. Setsonad. भग. उवा १, ६६; २, ६६; (२) युक्त; युक्त. १५, १; नाया. १६; possessed of; united with. उवक्खर. पुं० ( उपस्कर ) धरना ७५४२४; राय. कप्प० १, २, -सलाहत्त. न. ५२१मरी. घर के उपकरण; घर सम्बन्धी ( --श्लाघ्रत्व ) २४ मे सत्य पयनते। अति. सामान. Household furniture. शा. सत्य वचन का २४ वां अतिशय. (२)ींग आदि. हींगादि. asifmtidia the 24th supernatural mani. etc. ठा० ४; -संपराण. त्रि. (संपन्न) festation of truthfulness of दीं 24.हिथी कारे३. हींग आदि से ___speech. सम राय बधारा हुआ. geasoned, spiced उवगरण न० ( उपकरण ) 4 पात्र वगेरे with asafootida etc. ठा० ४, २; निहिना साधन. निर्वाह की सामग्री; वस्त्र, उक्क्खा . धा• I, II. ( उप+ख्या ) नामनि. पात्र आदि. Articles of use, such हेश ७२३. नामनिर्देश करना. To make ay clothes, utensils ete; आव० ४, mention of a name. ६; प्रव० १५, १५८, ५०४; राय० २५७; उवक्खाइज्जंति. क. वा. भग १६, ३; | श्रोव. १६; उत्त० १२, ४, जं० प० २, ३१; २०,१; सूय० २, ४, १०; अाया० १, २, ३, ६२, २, ३, ३, १४, Page #277 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवगरण ] ( २७१ ) [उवगार दसा. ४, ६१; विश. १६४२; अणुजा. of such inpleinents as clothes १३४; पिं. नि. २४६; भग० १, ८, ३, 35 utensils etc., by monks. 374 ,9; ५, ४; दस. ४; -~-इंदिय. न. (-इन्द्रिय) -संजम. पुं० (-संयम) महाभुस्यलi શબ્દાદિને જાણવામાં હેતુપ શક્તિ વિશેષ. વસ્ત્રને ત્યાગ કરી સાધા ઘેલા વસ્ત્ર પહેરવાં शब्दादि को जानने में हेतु रूप शक्ति विशेष ते; संयभनो मे २. मूल्यवान वस्रो का a faculty of sense causing per: त्याग कर सादे सफेद वस्त्रोंको पहिनना; ception or knowledge of sound सयम का एक भेद. a variety of etc. विशे. १६४; --उप्पादण्या - श्री. gscetic conduct; giving up (-*उत्पादनता) 647 से 31 ४२वा ते costly and gaudy clothes and -मादी २५वा ते. उपकरणों को इकट्टे करना. putting on white and simple collecting & bringing together garments. ठा० ४; -संवर. पुं० articles of use, such as clothes, (-संवर) सपनो मे प्र! साधुये vessels etc. “ सकित उवगरण उप्पा. પ્રમાણુ ઉપરાંત તથા અકલ્પનીય ઉપકરણ दणया चउविहा परणता " दसा. ४, ८६; नवाते. संवर का एक भेद; साधुका प्रमाण -जा. न. ( जास) 8५६२६नी लत; स अधिक तथा अकल्पनीय उपकरण न लेना. १५:२९पना २. उपकरण के भेद; उप- & mode of the stoppage of करण का जाति. varieties of articles Karna; non-acceptance by a of use, such as clothes, uten- mouk of materials or articles of sils, etc. वय० २, २०, ४, २४; दस० use beyond permitted limit. To ४; ३० ७, १७, ८, ११: निस।०८, ३०; १०; १५, ३५: --दव्यामोयरिया. स्त्री, उवगसित्ता. सं. कृ. . (लपकस्य )समा ( - द्रव्यावमोदारका ) साधुन २०५५ पीने समाप प्राकर, having તેના કરતાં પણ એ સંપકરણ રાખવાં તે. approachel; " मण बंध माणहिं द्रय शशिन : प्रा२. साधू के रखने गगेहिं कलुण विणीयमुवगसित्ताण ' सय. गोग्य उपकरणों से भी कम उपकरण रखनाः । द्रव्य उनोदरा का एक भेद. limitation उवगाइजमारण त्रि. ( उपायमान) गवा. of implements of use such as गाया जाता हुआ. Being sung. 'उवएण clothes etc., beyond that pres- चिज्झमाणे उवगाइजमाणे उवलालिम. cribed for even a meuk. HTTO माण" राय. २८९; २५. ७; -पणिहाण. न० ( - प्रणिधान) उवगार. पुं ( उपकार ) 8५७१२. उपकार. લાકિક ઉપકરણ-ચૂડાદિ, અને તે કોત્તર ! A good turn; a benevolent 8५४२९३ - पत्रावाहि, तेनुं प्रणिधान- deed; benevolence; kindness. उपभोग-प्रयतन. लौकिक उपकरण-गृहादि- नंदी० -(रा) अभाव. पुं० (-प्रभाव) और लोकोत्तर उपकरण-वस्नपात्रादि का उप- 64नो समाय; मरी पर. उप. भोग. use of such worldly posses- कार का अभाव; अपकार. absence of sions as a house ete; also that! benevolence or kindness; un Page #278 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवगारण ] kindness. “ उवगाराभावम्मिवि पुत्राणं पूजगस्स उवगारो पंचा० ४, ४४; उवगारण. न० ( उपकारण ) 3431२२। उरावे ते. उपकार करना कराना Showing kindness or causing others to show it to those in distress. उवयारणपारणासु विणश्रो पडिजियब्वो" पराह० १, ३; उवगारि. त्रि० ( उपकारिन् ) 3२ २२. उपकार करनेवाला; उपकारी. Benevolent; kind; helpful. पंचा० ४, ४१; उवगारियलेण. न० ( उपकारिकालयन ) પ્રાસાદમાં દાખલ થવાને ઉપકારક થાય તેવે भोतरे। वजेरे; प्रासाही प्रासाद में जानेके समय चढने का श्रोटला; प्रासादपीठ. A small platform to ascend the palace. भग० ३, ७, १३, ६; उवगाहित्तप. सं० कृ० अ० ( श्रवगाहितुं ) अवगाहन खाते. अवगाहन करने के लिये. In order to enter or pervade. 6 ( २७२ ) नाया० ८ उवगिज्जमाण. त्रि० ( उपगीयमान ) गातु गाता हुआ. Singing; being sung. नाया ० १; १६; भग० ६, ३३; राय ० २७५; जं० प० ३, ५२, ३, ६७; V उवगिरह. धा० I II ( उप + ग्रह् ) ग्रहण ५२. ग्रहण करना. To take; to accept. उवगिरहह. भग० ५, ४; उवगिरहमाण. भग० ५, ६; उवगीयमाण. त्रि० ( उपगीयमान ) गाते. गाता हुआ. Singing विवाह उवगूढ. त्रि० ( उपगूढ ) संस्पृष्टः अडेल. छुआ हुआ; स्पर्श किया हुआ. Touched by; in contact with सू० १, ४, १, २७; नाया० १८ ( २ ) युक्त. युक्त; [ उवग्गह << साहत. joined with ; possessed of. गुंजावक कुहरीवगूढं " राय (३) छुपाई रहेनुं; लरार्ध रहेस. छुप कर रहा हुआ. remaining hidden or concealed; hiding; lurking. राय० ८६; उवगूहण. न. ( उपगूहन ) आलिंगन. आलिंगन; भेंट; मिलाप Embrace; pressing to the bosom with affection. “ श्रारुहणायेहिं बालयउवगूहणेहिं " तंदु• उवगूहि त्रि० ( उपगृहित ) व्यासिंगन 4. आलिंगन किया हुआ. Embraced. तंदु० राय० नाया० है; उवग्रूहिज्जमाण. त्रि० (उपगुह्यमान) आदिमन तु मिलाप कराता हुआ. Embrace. ing. उवलालिज्जमाणे उवगृहिज्जमांण " 66 नाया० १; राय० २८६; उवग्ग. अ० ( उपाय ) सभीपभां; ननि नजदीक; समीप Near; in the vicinity. विशे० ३०१५; उवग्गह. पुं० ( उपग्रह ) उपाधि थी लव वर्षे ते. उपाधि, कर्मबंध का कारण. Any possession which prolongs one's stay in the cycle of births and deaths. ० पक्ष० ३६; ( २ ) व्यवष्टम्भ; १४. टेका: आधार. 2 support. गच्छा ० १५; ओव० पिं० नि० ६१; भग० १, ६; ( 3 ) आज्ञा श्राज्ञा; हुक्म. order, command. नाया० १३; १४; नाया ० ध० - कम्म न० ( - कर्मन् ) लवेोपग्राही उम्भ; वेहनी, आयुष्य, नाभ, અને ગાત્ર એ ચારમાનું ગમે તે એક. भवोपग्राही कर्म; वेदनीय, श्रायुष्य, नाम और गोत्र इन चार कर्मों में से कोई भी एक कर्म. Karma which is helpful in prolonging worldly existence; Page #279 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवग्गहिय ] ( २७३ ) [ उवघाइभ - any of the four kinds of Karma वगैरह से जो धक्का लगे वह. an impact viz Ayusya, Nima, Gotra given by sound etc. to the and Vedaniya. पन० ३६; - कुसल. sense-organs e. g. ears ete. त्रि. (-कुशल ) अनुग्रह १२वामां मुशल. विशे० २०४; ( ३ ) (१५ शय्या योरेनु अनुग्रह-उपकार-करने में कुशल. ( one ) અકલ્પનિકપણુંજેથી સાધુને આહાર, શા proficient in showing favour, यशेरे ४८पे नहि तेव। ५. पिण्ड शय्या kindness ete. वव० ३, ३, -ठुया. आदिकी अकल्पनीकता. food, bed etc. स्त्री० (-अर्थता) स नी अपे. श्रव-1 used by an ascetic against the ग्रह की श्रोता. a desire or wish rules of scriptures. ठा० ३, ४; for Avagraha i. e. favour, -कम्म. न० (-कर्मन् ) मीनिनी बात ___help etc. ठा. ५, ३: । याय तेवी 41. दूसरे का घात जिस से उवग्गाहेय. त्रि. ( औपग्राहक ) 04३ | हो ऐसी क्रिया. an act which in. સાધુએ થેડે વખત રાખી પાછું ધણીને volves destruction of other सोपा वायोय वस्तु-पाधि. ऐसी वस्तु living beings " अासूणि मक्खिरागं जो कि साधु थोडे समय के वास्त लेकर च गिधुमुवघायं कम्मगं " सूय. १, उसे वापस मालिक को दे देता है; वापिस देने ६, १५; --कम्मग. न० (-कमेक) नुस। योग्य वस्तु. ( Anything) borrowed ! श६ देखो उपरका शब्द. vide from the owner for temporary above सूय० १, ६, १५; ~~णाम. न. Usa. भग० ६, ३१; ओघ नि० ७२६; (-नामन्) नाममनी मे प्रति. नाम: उवग्गहिय. त्रि. (उपगृहीत ) 8५स्थापन कर्मकी एक प्रकृाते. a variety of अरे. उपस्थापित. Freshly admit- Namakarma. सम० २८; --णिस्सिय. ted after expulsion from the न० (-नित्रित) ६श, भृ'-, दशवी मंछ; order. पन्न. २३; असत्य का दशवां भेद. tha 10th उवग्घाय. पु. ( उपोद्घात ) प्रस्ताव, पो. variety of falsehood or lie. धात. उपोद्घात; प्रस्ताव. An intro. प्रव० ८६६; ठा० १०: -वज्ज. त्रि. duction; a preface. अणुजो० १५५; (-वर्य) ९५चान नामभनी प्रति शिवा. विशे० ६७२; यनु . उपघात नामकर्म की प्रकृति के अतिरिक्त. उवधा-य. पुं० ( उपघात ) विनाश; भ२९५; with the exception of the संहा२. विनाशः मरणः संहार. Death; variety of Nāma Karnia kuown destruction; annihilation. क. as Upaghata. क. प. ४, ३; गं. १, २५-४८: ५, ७-७०; क. प० १. | उवघाइ. त्रि. (उपधातिन् ) घात २ना२; ५८; प्रव• १२७७; १३८८, पिं. नि. भा. भारना२. घात करने वाला; मारने वाला. २४; आर. पन. ११: २३; परह. १, A destroyer; a slaughterer. १; (२) साधात-त्रादिद्रियाने पात्र उत्त. १, ४०, कमेरेना श६था । साणे ते. श्रोत्रादि | उवघाइअ. त्रि. (उपघातिक ) ७५यातइन्द्रियों को वाद्य आदि के शब्दादिके श्रवण | नाश ना२ दूसरेको घात करने वाला. Page #280 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवघाइया ] ( २७४ ) [ उवचिट (One) that kills or destroys | उवचरंति. आया. १, १, २, ७, another. दस. ८. २१; उवचर-य. पुं० ( उपचरक) सेवाने भिषे उवघाइया. स्त्री. ( उपघातिकी) प्रायश्चित्त- भीगने उतारी पानी त ब्लेना२. सेवा નો એક પ્રકારનું ભારે પ્રાયશ્ચિતમાંથી થોડો के बहाने दूसरे के पतन का मौका ताकने વખત બાદ કરી લઘુ પ્રાયશ્ચિત્ત આપવું તે. वाला. One who watches for an प्रायश्चित्त का एक प्रकार; भारी प्रायश्चित्त में opportuuity to bring another से थोड़ा समय कम करके लघु प्रायश्चित्त | into disgrace while pretending देना. A mode of expiation; | to serve him. सूय• २, २, २८; making an expiation lighter उवचरित्र. त्रि. ( उपचरित) पयार रेस. by curtailing the time requir. ___ उपचार किया हुआ. Worshipped. ed for its due perforinance पंचा• ६, १०, and then prescribing it to a उवचार. पुं० (उपचार) पूल सामग्री. sinner. (२) २८ माया२३८५मांनु पूजा सामग्री. Materials of worमे. २८ श्राचारप्रकला में से एक. one ship. परह. १, ३, Ethe 28 Achara Prakalpa. I उचि -य. त्रि. ( उपचित) ५१ ययेत " उवघाइया भारोवणा अणुपाइया प्रारो- વૃદ્ધિ પામેલું; જીવના પ્રદેશથી વ્યાપ્ત થએલું. वणा" सम० २८ पुष्ट; वृद्धि प्राप्त; जीव के प्रदेश से व्याप्त. Vउवचिय. धा• I. ( उप+च्यु ) 244; Grown; developed; increased. नाश ५।. च्युत होना; नाश पाना. To " उचियतयपत्तपवासं कर पुप्फ फल destroy; to ruin. समुइए" जं. प. २, ३८; विशे• ८१४; उवचयंति भग० २, ५; दस. ७, २२; नाया. १; ४; पत्र• २७ उवनय. पुं० ( उपचय ) पुष्टिः था।; वृद्धि. श्रोक, १०; भग. १,१; ६; २, १; दसा. वृद्धिः बढती; पुष्टि. Increase; growth. १०, १; उवा० २, ६५; कप० २, १४; ३, भग० २०, ४; पिं० नि० २; १०%; सु० च० ३२-३४; (२) सहित. सहित; युक्त. १, ३१५; राय० २५०; (२) छनिय यो५ accompanied with. अणुजो• ५३; પુદ્ગલને સંગ્રહ કરી ઈદ્રિય પર્યાપ્ત બાંધવી जीवा• ३, १; (३) त्यापेक्षा वेस. ते. इन्द्रिय योग्य पुद्गल का संग्रह करके स्थापित; जमाया हुआ. established; इन्द्रिय पर्याप्ति को बांधना. develop- settled; arranged. (४) संभारेलु ment or growth of organs of भावेलु. सम्हाला हुआ; कमाया हुश्रा. the body by sufficient storage nended; tanned; cured (leaof proper molecules पन. १५; ther ). राय. १६२, पण्ह० १, ४; Vउव-चिटु. धा• I,II. ( उप+हा ) Vउव-चर. धा• I. (उप+चर्) पासे भावी सभी rपासे स्थिति ४२वी. समीप में ७५ ५वी- आ५. सपीप आकर | fecula far. To stand in front उपसर्ग करना -कष्ट देना. To trouble | of; to go to. or annoy by approaching. उवभिट्टइ. नाया• १; सु• च० ३, २४१; Page #281 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उब-चिण] उवचिट्ठांत भग०७, २ उवधि वि० उत्त० १, २० U उवचिद्विजा बि० उ० १, ३०; उवचिज्जा. वि० दस ११३ 'उब-खिए. पा. II ( उप+चि) उपन्यय ४२वे; वृद्धि ४२वी. उपचय करना दि કરવા; करना. To increase; to grow; to develop. उवचिव, भग १, १, १, ७; ६; उत्त० २६, २२; उचित ठा०४, १३ उबचिस्सिंति. ठा० ४; १; उवचिचित भू० ठा० ४, १३ उवाज क० वा० भग० १, १० उबचिजन्ति भग० ६, ३ २५, २० 'उब-जा. वा० 1. ( उप+या) पासे भानुं पास जाना; मिलना. 'To go or near; to meet. to उवयाइ भत० ७२ V उप-जीव भा० I ( उप+जीव् ) ag: निर्वाद जीना निर्वाह करना. To live; to maintain livelihood. उवजीवद्द, भग २ १ ० ६; सूर्य ० २, ४, ३१ उवजीवंति भग० ४१, १३ उवजीवि त्रि० (उपजीविन् ) आपि यत्रापनार आजीविका चलाने वाला. ( One ) who maintains livelihood; (one) who supports life पिं० नि० २०६ उबजुंजिऊण. सं० कृ०अ० (उपयुज्य ) उपयोग इरीने उपयोग करके Having used: having made use of भग०८, १६ उबजुत त्रि. ( उपयुक्त ) उपयोग सहित. उपयोग सहित Full of carefulness or attentiveness. प्रव० ६८; उवजोश्य पुं० ( उपज्योतिष्क ज्योतिष: ( २७५ ) ני = [ उव-पज समीपे तिष्टन्तीति उपज्योतिषस्तएवोपज्योसिष्का ) अग्नि पासे रनार सो अग्नि के समीप रहने वाला रसे इया. One who remains near fire; a cook. (२) अग्निहोत्री अग्निहोत्री. one who consecrates and maintains the sacred fire. उत्त०] १२, १८३ V उघ- पज्ज. भा० I ( उप+पद्य ) उत्पन्न थ उत्पन्न होना. To be bor to be produced. उबवज्जति इसा ७, ७: जिए. हे० कृ० भग०, ६:३४, १ V उव- पज्ज. धा II ( उप+पद् ) ३५ ४ उत्पन्न धुं पैदा होना; उत्पन्न होना. To be born or produced. उववज्जइ. मग ० १, ७; ३, ४, ५, ६, ८ १०; नाया० १६; उववजेति श्र० ३५ उत्त० ८ १४ सूट १० १६: भग० २, ५, ७, ३ १०, ४; ११, ११२, ६, १३, ११६, ३:२०, १, २३, ५ २४, १, १२, २५, ८; ३२, १३५ ४६ ४० १४१. १. उववज्जेज्जा सग० १, ७ १२, ८, १७, ६:२०, ६:२४, १:३४, १२ उपवज्जिहति भग २, १, ७, ६: ११, ११: १३, ६: १४ १५ १६ नाया० ध० उवा० १, ६२, ६०: २. १२५ ओ० उववज्जिहिंति नाया० १: १४; भग० ३.१ ७ ६ विवा० १: जं० ५० २, ३६: उववज्जिहिसि उबा० २५५ २५६ उववज्जिस्सह, भग० २, १३ उववज्जित्तए हे० कृ० मग० ३, ४, ५, ३ ६, ५, ७, ६, ७, १२, ६, १७, ६: ७ १८, ५ २० ६ २४, १ २१:३४, १; पन्न० १६; Page #282 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवज्जोइ ] ( २७६ ) [उव-हा उववज्जित्ता. सं० कृ० भग० ११,६; २०, ६; } an Upādhyaya or teacher of उनवज्जेत्ता. सं० कृ. भग० ६, ५; scriptures; preceptorhood. वेय. उववज्जिउण. सं. कृ. पन्न० १६; ४, १६; १७; वव० ७, १६; उववज्जमाण. भग० १. २, ६, ७, १२, ८; उवझाय-ता. स्त्री. (उपाध्यायता) याय २४, १, २, २०; २५, ६, ३४, १; नी प. उपाध्यायकी पदवी. Degree or ४१, १; title of an Upādhyāya or preउववायए. प्रे• वि. उत्त. १, ४३; दस० । ___ceptor. ठा० ३, ४; वव• ३, ४, ७; ८,३३, उवटुंभ. पुं० (उपष्टम्भ ) 21. टेका. A उवज्जोइ. त्रि. ( उपज्योतिष ) ज्योति- support. प्रव. १३८१; अनि सभी५वी. ज्योति अग्नि समीपस्थ. Vउव-ट्ठव. धाः I, II. ( उप + स्था) (One) who remains near the ગઠવવું; તૈયારી કરવી; મહાવ્રતનું આપણું fire; remaining near the fire. ४२यूं तैयारी करना; मेल मिलाना; जमाना; सूय. १, ४, १, २६; सजाना; महाव्रतका अारोपण करना. To उवझाय. पुं० ( उपाध्याय-उपसमीपमागत्य. make preparations or arrange अधीयते स्त्रतो जिनप्रवचनं येभ्यस्त उपा- ments; to administer the great ध्यायाः) 341"; शास्त्र अध्ययन ४२१. vows. पनार; उपाध्याय, शास्त्र का अध्ययन कराने उवटवेइ. नाया० १; ५: ८; १२; १३; वाला. An Upadhyaya or precep दसा० १०, १; tor; a teacher of scriptures, उवट्ठति. नाया०८; भग० ७, ९; दसा. १, १; वेय. ४, १५; नाया. २; उववेसि. नाया० १२; २०: भग. 1,1; ५, ६, ८, ८; २५. ७; उवट्ठवे. दसा. १०, १; श्रोव. २०४१; उत्त. १७, ४; सम. ४०, उवट्ठवेह. आ. नाया० १; ५; ८; १२; अाया० २, १, १०, ५६; राय. १; पन्न. १६; भग. ७,६१, ३३; प्रोव. १६; बव० १, २६; २६; श्राव. १, २; २६; ३०; राय. २२६: उवा० ७, भत्त० ४८; कप्प० १, १;-~-पडिणीय. पुं. २०६; जं. प० ५, १२०; (-प्रत्यनीक ) पाण्यायनी शत्रु. उपाध्याय उक्टवेत्ता. भग० ६, ३३; निसी० १४, ४८%; का शत्रु. an enemy of an Upa नाया० १; १३; dhyaya or preceptor. भग० है, उवट्ठवणा. स्त्री. (उपस्थापना) महात ३३, १५, १; -वेयावश्च. न० (-वैया- मारो५५५ ४२ते. महाव्रत का प्रारोपण वत्य) यायनी सेवा ४२वी ते. उपाध्याय #ar. Investing with full vows की सेवा. rendering of service to (i.e. ascetic vows). पंचा० १७, ३१; an Upādhyāya or teacher of Vउव-डा. धा• I,II. ( उप + स्था+णि ) scriptures. भग० २५, ७ ठा० ५, १; / उपस्थित रहे तैयार २ तैयार रहना; वव० १०, २७; उपस्थित रहना; हाजिर रहना; To keep उवझायत्त. न. ( उपाध्यायत्व) 341ध्याय । ( oneself ) ready or prepared. प. उपाध्याय पना. State of being | उवट्ठाइ. जं०प० Page #283 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवट्ठाव ] ( २७७. ) [ उवहिप-य उवटुंति. अणुजो० २१ उवट्ठाइंसु. भग० १५, १; Vउवट्ठाव. धा• I, II. (उप+स्था+णि) ચારિત્રમાં સ્થાપવું; મહાવ્રતનું અરોપણ કરવું. महाव्रत का आरोपण करना. To esta. blish ( a. fresh disciple ) in right conduct;. to administer the great vows to a disciple. उवट्ठावेइ. नाया०८; निसी० ११, ३४. उवट्ठाविती. नाया०८; उवट्ठावएजा. भग० १,४; वव० १,२६; २७; उवट्ठावेह. आ. भग० ७.६; उवठ्ठावित्तए. हे. कृ. ठा० २, १. सूय० २, ७, १५; नव. २,१६, ६, २०; १०, १६; उवट्ठावेत्तए ठा० ३, ४, उवहाण. न. ( उपस्थान ) मे; समा; मंड५. वैठक; सभा; मंडप. A seat; a meeting-place; a hall of assembly. कप्प. ४, ८५; भग० १, ३, ३, ७; नाया० २; (२) संयम अनु४ान. संयम का अनुष्ठान. observance of asceti. cism. सूय० १, १, ३, १४; -साता. स्त्री० (-शाला) २४ सभा; मे. राजसभा; बेठक. a seat; a hall of audience; a royal council-hall. नाया० १; ५; १६; जं० ५० ३, ४३; भम० ७, ६, ६, ३३, ११, ११; निर० १, १; नाया. थ. दसा० १०, १; "बाहिरिवाए उवट्ठाणसाजाए पडिएक पडिएकाइ जत्ताभि मुहाई जुत्ताई जाणाई उवट्ठवेह" ओव. ११; २६; कप्प० ४, ५८; उवहाणिश्र. न० ( उपस्थानिक ) मेट; पक्षीस; रा. भेंट; इनाम पारितोषक; नजराना. A gift; a present. मं० ५० ३, ६४; ३, ४५, उवहाणिया. स्त्री. ( उपस्थानिका ) पासे सनारी हासी. समीपमें पास में बेठनेवाली aret. An attendant female servant; a waiting maid.servant. भग. ११, ११%3B उवहावण. न० (उपस्थापन) हा सीधा પછી સાત દિવસે ચાર મહિને કે છ મહિને મહાવતનું આરોપણ કરવું-હાટી દીક્ષા આપવી તે છેદેપસ્થાપનીય ચારિત્ર આર५gते. दीक्षा लेने के बाद सात दिन, चार मास या छ मास के नंतर महावन का प्रारोपण करना; बडी दीक्षा देना; छेदोपस्थापनीय चरित्र का आरोपण. Fresh admission after expulsion from the order of monks. व. १०, १२, १३; ठा. ४, २; --- अंतेवासी. पुं० ( अन्तेवासिन् ) જેને છેદેપસ્થાપનીય ચારિત્ર આપ્યું છે તેવો शि५. जिसे छेदोपस्थापनीय चारित्र दिया हो वह शिष्य. a disciple freshly admitted in the order of monks after a temporary expulsion. वव० १०, १३:१४; (णा)-प्रायरिश्र. पुं. ( -प्राचार्य) मोटी दीक्षा आपना२ माया, ४३. बडी दीक्षा देनेवाले आचार्य. a pre. ceptor entitled to re-admit a disciple into the order of monks after a temporary expalsion. ठा० ४, ३; -श्रारिअ. पुं. ( -प्राचार्य ) GRथापना छ। ५स्था५नीय चारित्र माना२ गुरु. छेदोपस्थापनीय चारित्र देनेवाले गुरु. a preceptor readmitting a disciple into the order of monks after a tempo. rary. expulsion. वव० १०, १२; उबहि-य. त्रि०.( उपस्थित = उप सामीप्न स्थितः उपस्थितः) पासे आवस; २ यो३. समीप में आया हुश्रा; हाजिर रहा Page #284 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवडहित्ता-र] ( २७८ ) [ उवणिविह 9. Coule near; approached; u gift; a present. राय. २३७; present. “ उवट्टियामे पायरिया वि. (3) रानी तारी; प्रशसा. प्रशंसा. जामंत तिगिच्छमा " उत्त० २०, २२; praise or appreciation of नाया० ८; दस० ४, ६, २, ५; सम• ३०; merits or virtues. प्रव. २०३; प्रव० १२५; आया. १, ४, १, १२६: भग. -वयण. न० (-वचन ) असा वयन १, ३७, ६; सूय० १, १, २, ५; उत्त० જેમ અમુક સ્વરૂપવાન અને સુશીલ છે તે. २५, ५; अोध० नि० ५१५; प्रशंसाके वचन. words of praise or उवडहित्ता र. त्रि. (उपदग्व) ना२. Indmiration. प्रव. ०३; जलाने वाला. (One ) who burns उवणयण. न. ( उपनयन ) सायार्य पासे or sets fire to. सूय. २, २, १८; ने ४ा शिमवी ते कला के प्राचार्य Vउव-ढोय. धा. II. (उप+ढोक्) भानता. से बालक को कला सिखवाना. Getting यावी: घर मानता करनाः मानता a child instructed in arts by चढाना. To offer for acceptance a preceptor. भग० ११, ११: परह. e. g. before a deity; to present १, २, राय. २८८; as an offering उवाणिफ्खित्त. त्रि. (उपनिक्षिप्त) भुस रखा उवढोइंति. सु. च० २, ३३६; हुअा Placed; deposited. वेय० २, ४; उवधिज्जमाण. पु. (उपनृत्यमान) नाय!.. उवाणविश्वयव्य. त्रि. ( उपनिक्षिप्तब्य ) पार्छ नाचता हुश्रा; नृत्य करता हुना. One भुश्यं. फिरसे रखना. Placing or deptowho is dancing. भग• ६, १३: जं. siting again. वय. ४, २४, अवणिग्गय. त्रि० ( उपनिर्गत ) नाणे; उवणत्थ. त्रि. ( उपन्यस्त ) या२ अरेस. मा आवत. निकला हुआ; बाहिर निकला तयार किया हुश्रा. Matte ready: pre. हुम. Come ont: got out; emerg. pared. दस. ५, 1, ३९: ed. ओव. उवणद्ध. स्त्री० ( उपनद्ध ) याj. बहुत. उवणिमंत. वा. II. ( उप+नि+मंत्र् ) Much; mole: in a great quan- निमंत्रण ४२यु: नात हे. निमंत्रण करना; tity. भग० १, ३३; न्योता करना. To invite; to give उवणय. पुं० ( उपनय) प्रत १२तुनी साथे an invitation. GEE२६नी बटना ४२वी ते. प्रकृत वस्तु उवणिमंतेइ. नाया. १; ८; १४, १६; के साथ उदाहरणकी घटना करना. The ___ भग० १२, १; सम० ३३; fourth member of the five. उवणिमंतजा. भग० ८, ६; वेय. १, ३७; membered Indian syllogism उवणिमंतेहि. नाया. १४; (in logic); the application of उवणमंतेह. नाया. १; the Udāharaṇa or illustration उणिमंतहिति. ओव० ४०; to the special case in question. . उवाणविट्ठ. त्रि. (उपनिविष्ट) समीपे २१. अोघ. नि. भा० ४४; विशे० ३१५२; (२) समीप में रहा हुआ. Placed near; मेट; क्षीस. डाला; इनामः पारितोषक. | remaining near; situated near. Page #285 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ওবামা। ( २७६ ) [ उत्थाणिया राय०.४६, जं. प. ४, ७४, (one) who seeks only that उवाणिहिप्रा. स्त्री. (औपनिधिकी) ga which is brought from out side જુદી અનેક વસ્તુઓના પર્વાપર્યભાવ-અનુ. or got as a present. ओव० १६; ક્રમની યોજના; આનુપૂર્વી–અનુક્રમને એક -वयण. न. ( -वचन ) प्रशसा २५ २. भिन्न २ अनेक वस्तुओंका पूर्वापर भाव क्यनसभा स्त्री पाणी छे. प्रशंसायुक्त -अनुक्रम की योजना; अनुक्रमका एक भेद. वचन जैसे अमुक श्री रूपवान है. words Arrangement of different of praise; commendation; e. things in order or succession. g. of the beauty of a woman. अणुजो• ७२, श्राया० २, ४, १, १३२; उवणी-य. त्रि. ( उपनीत ) पासे उवणीय. त्रि. ( उपनीतसर ) शानामा भावेस प्राप्त ५मेस. समीपगत; प्राप्त. अतिशय मन मेल. ज्ञानादिक में जो Come near; brought near; अतिशय मम हो वह. ( One) deeply obtained. उत्त० ४, १; सु. च० १,३१६; absorbed in right knowledge पाया० १, ३, १, १०८; १, ७, १, ६० etc. सूय० १, २, २, १७; पिं. नि० ११३; नाया० १४; १६; राय. उवणीयतराग. त्रि. (उपनीततर) मति २३७, विवा० १; पंचा• ७, १७; (२) ___ HD. अतिशय समीपस्थ; बहुत पास मक्षीस आपेक्ष, समपए २१. समर्पित; का. Very close to; very near अर्पित; पारितोषक में दिया हुअा-दी हुई.} to. सूय० २, १, ३६; ( one ) who has been pre- | उवणुप्पयणी. स्त्री. ( अवपातोरपतनी ) sented with. भोव. १६; भग० ५, | साशमा ५७१। उतरवानी विधा. आकाश में ६, परह. २, १; (३) प्रशसा; तारी / चढने उतरने की विद्या. Art of ascendमहिमा. प्रशंसा; स्तुति. praise; glori- ing and descending in the sky. fication. आया० २, ४, 1, १३२; नाया० १६; पन. ११; (४) संयुक्त. संयुक्त; मिला उवरणसिउं. सं० कृ. अ. (उपन्यस्य ) ७५हुश्रा. joined with; accompanied | न्यास रान स्थापन ४२ ते. उपन्यास करके with. भग० ११, ११; (५) प्रस्तावना स्थापन की हुई. Having placed; उपसंहार पोरेया युक्त. प्रस्तावना, उप- having deposited; having estaसंहार आदि सहित. accompanied blished. विशे० १३५५; with a profnce, a conclusion | उवत्थड. वि. ( उपस्तृत ) आसपास ८५. etc. अणुजो० १२८, (६) योगना रेख येसुं. आसपास ढंका हुआ. Covered on योजित; योजना किया हुआ-की हुई. all sides. "श्रातिण्णा वितिराणा उवस्थडा planned; arranged. विशे० १५४: | संथडा" भग० १, १, राय. २७३; -बरअ. त्रि. ( -चरक ) यांथी उवत्थाणि. न• ( उपस्थानिक ) नुमा आणेस हाय 3 पक्षीस भावी हाय तनी ‘उवहाणिम' श६. देखो · उवट्ठाणिश्र' गए। ४२नार. कहीं से लाई हुई या पारि- शब्द. Vide 'उवट्ठाणित्र'. जं० ५० तोषक में प्राप्त वस्तु की गवेषणा करनेवाला. | उवत्थाणिया. स्त्री. (उपस्थानिका) । Page #286 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवत्थिश्र-य] ( २८० ) [उव-द्दव 'उवटाणिया' श६. देखो 'उबटाणिया' garar. Act of showing or point शब्द. Vide उबढाणिया' भग० ११, ११, ing out. प्रव० १३६; -कूड. पुं० उवत्थि-य. त्रि. (उपस्थित) पासे २डेस; (-कूट ) मे 'उवदंसण' श... देखो तैयार २२. समीप में रखा हुआ-हुई; तैयार. " उचदंसण' शब्द. Vide “उवदसण" जं. प. Situated near; in a state of readiness; standing near. “H उवदंसणया. स्त्री० ( उपदर्शन) नामनी अर्थ સાથે યોજના કરી વસ્તુનું નિદર્શન કરવું તે. विहारुक्खा उवभोगत्ताए उवस्थिया" सम. नामकी अर्थ के साथ योजना करके वस्तु का १०; नाया० १६; दसा. ६, १७, २33; २४; निदर्शन करना. Pointing out . Vउव-दंस. धा• I, II. ( उप-रश्) thing by naming it and explainहेमाऽयुं. दिखाना. To shor; to mm ing the connection between nifest. the name and its meaning. उवदंसेइ. ति. भग० २, १०, ३, २; १२, अणुजो० ७२; ६; १६, ५, ६; विवा० १; कप्प. उवदंसिय. त्रि. ( उपदर्शित ) वितुं; ६,६४; पतातुं. प्रदर्शित; बताया हुआ. Shown; उवासंति. भग. ३, १; उवदसेंति जं० ५० ५, १२१; pointed out. अणुजो० १६; ऊत्त. २५, ३५; उवदंसेमि. सु. च० १५, ११३; सूय० २, की त्रि. (उपदिष्ट) Gपशा शाव. १, ११; उपदेशितः बतलाया हुआ. Taught; उवदंसिज्जा. वि. भग. ११, १०; दसा. instructed; pointed out. भग• ६, ३, १४, १५, ३३; अणुजो० १७; ओव. २१; पन्न. १५; उवदंसेजा. वि. भग० १४, ८; Vउवदिस. धा. I. (उप+विश्) पहे। उवदंसित्ता. वि. भग० ३. २; २३.. उपदेश करना. To teach; to उवदंसेत्ता. सं० कृ. भग० ३, १; advise; to preach. उवसित्तए. हे. कृ. भग० ६, १०; ५, उदिसइ. कप्प० ७, २१०; जं० प० २, ३०; ६; राय० ७,; २६८; उदिसंति. नाया० ५, परह. १, २, उवसेत्तए. हे कृ० भग० ५, ४; १४, ८; उवदिसित्तए. ६. कृ. नाया० १४; उवदंसेमाण. राय० ७१; भग० १२, ६; | उवदेस. पुं० ( उपदेश ) ९५हेशधनोपाय. नाया०८; जं० ५० ५, ११७; उवा. उपदेश; धर्म का बोध-ज्ञान. Religious ८, २४६ teaching; instruction; sermon. उवदंसिजमाण. क. वा. व० कृ० नाया० १३; | भग० ६,३१; ३३, १८, २; नाया• १६; उवदंसण. पुं० (उपदर्शन ) नीसवन्त पर्वत पा. १ २नुं न शिप२. नीलवंत पर्वत पर का । | उपदेसण. न. (उपदेशन ) तुमे'उवदेस' नवमां शिखर. Name of the 9th sum- श६. देखो ‘उवदेस' शब्द. Vide mit of Nilavanta mount. ठा० २, "उवदेस" ठा० ८, १; ३; जं०प० (२) म; मतावj. दिखाना; /Vउव-हव. धा• I, II. ( उपद्र) ७५६५ Page #287 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवद्दव] ( २८१ ) [उव-ने ४२वा; दु:५ हे; भार. उपद्रव करना; दुःख उपनश्चिमाण. त्रि. ( उपनृत्यमान ) नाय देना; मारना. To hurass; to give २. नृत्य करता हुआ. Dancing. pain or trouble; to kill. रय० २७५; २८६; उवद्दवेमो. भग० ८, ७; Vउव-निमंत. धा. II. ( उप+नि+मन्त्र.) उवहवेह. ८, ७; पासे भावी निमात्रय ४२y. समीप में उवहवेमाण. भग० ८, ७: आकर निमंत्रण देना. To invite by उवद्दव. पुं० (उपद्रव) महा था माइत. महान् approaching; to invite कष्ट; आफत; संकट. Great trouble; उवनिमंतमि. उवा० ७, २२०; calamity. भग० ६,३३ ; नाया० १; जं. उवनिमंतिस्संति राय० २२६; प० २, २४; जीवा० ३, ३; -रक्खिय. उवनिमंतिस्सामि. उवा० ७, १८८; त्रि० (-रसिक) 3५यमांधी २क्षय ४२ना२. उबानमतेत्ता. भग० १२, १; उपद्रवसे रक्षा करनेवाला. (one ) who उपनिमंतित्तए. हे. कृ० उवा० ७, १६३; saves from, protects against उवनिहिश्र. त्रि. ( प्रोपनिधिक ) गृहस्थ troubles, dangers etc. प्रव० ६४१; બેઠે હોય તેની નજીકમાં જે અહારાદિ उवधारेमाण. त्रि. ( उपधारयत् ) धारण હેય તેની ગણું કરવાના અભિગ્રહ २तो. धारण करता हुआ. Retaining धरनार. गृहस्थ बेठा हो और उसके समीप things (perceived ) in the आहारादि हो उसकी गवेषणा करने का mind; putting on. भग० ६, ३३; प्राभिग्रह धारण करनेवाला. ( One ) उवधारणया. श्री. (* उपधारण ) भाव who has taken a vow to seek अनु मे नाम. अर्थावग्रह का एक नाम. only that food which is actually Apprehension of an object; a lying hy the side of house. synonym for Arthāvagraha. holders. ठा० ५, १; परह. २, १; नंदी. ३०; Vउव ने. धा. I. ( उप+नी ) Ruiry; उवधारिय. त्रि. ( उपधारित ) धारेल. | होरपुं. लेजाना To lead; to carry; धारण किया हुआ-की हुई. Retained (२) सेट आपकी. भेंट देना. to give in the mind; put on. भग० १, ६; as a gift; to give a present. उवनम. धा० I. ( उप+नम् ) नभ२४१२ ५२३।, (३) से५यु. सोपना. to hand over; नमस्कार करना; प्रणाम करना. To salute; | to give under the charge of. to bow to. उवणेइ-ति. नाया. १, २, ३, ५, ८,६; उवणमंति. तंडु० सूय० १, २, १, १; १२; १४; १६, १७; १८; जं० ५० उवणमंतु. भग• 3, २; राय० २६०सु. च. २, ३०८; उधनंदणभंड. पुं० ( उपनन्दनभद्र ) आर्य पि. नि. ४२३, સંભૂતવિજયના એ નામના એક શિષ્ય. उवणिंति. सु. च० २, ३५३; आर्यसंभूत विजय के एक शिष्य का नाम. उवणेति. नाया. १, ३, ५, ८3; ; उवा. Name of a disciple of Arya ८, २४३, Sambhāta Vijaya कप्प० ८, । उवखेमो. नाया. ८; दसा० १०, ३; ____Vol. 11/36. Page #288 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवन्नासावणा ] उवणेहि नाया० २; १२; १६; उवणेइ. नाया० १३; ८; १६६ उवणेहिंति श्रव० ४०; उवणेत्ता. सं० कृ० सू० २,६; १; उवणिसए. हे० कृ० वव० १, २३; उवणिज्जई. क० वा० उत्त० १३, २६; उवन्नासोवणश्च. पुं० ( उपन्यासोपनय ) वाहिने नितवाने प्रत्युत्तर आयो ते. वादी को जीतने के लिये प्रत्युत्तर देना replying an adversary with a view to refute his argument. ठा० ४, ३, उवप्पयाण. न० ( उपप्रदान ) रा०४नीतिने। બીજો પ્રકાર; પહેલા પ્રકારથી દુશ્મન વશ ન થાય તેા પછી કંઇક આપી લલચાવી તેને शवानी नीति राजनीति के चार भेदों में से दूसरा भेद; पहले प्रकार से शत्रु के वश न होनेपर उसे कुछ लालच देकर वश करने की नीति ( In politics) the 2nd mode of bringing an enemy under subjection viz. enticing him to submit by offering sonie gift चिवा० ३; नाया० १; राय० २०६; उवचूह. पुं० (उपबृंह ) सभानधर्मियांना स६गुल्गुनी प्रशंसा री तेभना भनने उत्साहित ५२वा ते. समधर्मियोंके सद्गुणकी प्रशंसा करके उनके मनको उत्साहित करना Encouraging; cheering up; cheering up comrades in a common profession by praising their virtues. पन्न० १; पंचा० १५, २४; प्रव० २६६; उवबूहण न० ( उपबृंहण ) निलाव; रक्षणु; | वृद्धि; पोषणु निभाव; रक्षा; वृद्धि. Eucouraging; nourishing; protecting. पंचा० २, २८ परह० २, १; ५; उवबूहणिय. त्रि० ( उपबृंहणिक ) वृद्धि - पुष्टि ( २८२ ) [ उपभोग २. पुष्टि करने वाला Nourisher of the body. निसी ० ६ ११; उवबूहा. स्त्री० ( उपबृंहा ) गुणिन्ननाना गुणुनी પ્રરાંસા કરવી; સમક્તિના આ આચારમાંના पांयभामायार. गुणीजनों के गुणकी प्रशंसा करना; सम्यकूत्व के आठ आचारोंमिसे पांचत्रा आचार. Praising, glorifying the merits of the meritorious; the 6th of the eight Āchāras of right belief or Samakita. उत्त० २८, ३१; उपबूहिऊणं. प्र० (उपबृंध) मुंड मुंड आवाज उर्शने. कुह कुह शब्द करके, Having made a noise resembling "Kuha, Kuha; cooing. सु० च० १, १६३; उवबूहिंत त्रि० ( उपबृंहत् ) प्रशंसा ४२तो. प्रशंसा करता हुआ. Praising; applauding; गच्छा ० ३४; उव-भुंज. घा० I ( उप+भुज् ) भावु खाना. To eat; to dine. उजर्भुजइ. नाया० ७; उबभुंजसि. सुत्र च० १, २१३; उवभुत्त. त्रि० ( उपभुक्त) भोगवेल. भोगा हुआ. Enjoyed भत्त० ३६; उवभेोग. पुं० ( उपभोग ) उपभोगनी वस्तु; જેને વારંવાર ઉપમાગ થઇ શકે તેવા સ્ત્રી वस्त्रभूषण वगेरे. उपभोगकी वस्तु; जिस का वारंवार उपभोग हो सके ऐसी वस्तु-स्त्री वस्त्र, भूषण आदि An object of enjoyment; an object of enjoyment which is not consumed by being used once, e. g. clothes, ornaments etc. कप्प० ३, ४४; प्रव० २३; २४; 33 २८२; क० गं० १, ५२; पन • उवा० १, २२; ५२; पंचा० १, For Private Personal Use Only Page #289 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उघमोगत ] - अंतराय न० ( - अन्तराय) अन्तराय કર્મની એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી વસ્ત્ર આભૂષણુ વગેરેના ઉપભાગ થઇ શકે નહીં. अन्तराय कर्म की एक प्रकृति जिस के उदय से वस्त्र, आभूषण आदि का उपभोग नहीं हो सकता. A variety of Antarāya ( i. e. obstructing ) Karna by the rise of which a person can. not enjoy clothes, ornaments etc. उत्त० ३३, १५; सम० १७; भग० ८, है; – ट्ठ न० ( - अर्थ ) वस्त्र माहिना उपभोग भाटे वस्त्र आदि के उपभोग के लिये. for the sake of the enjoy | ment of clothes etc. दस० ६, २, १३; – परिभोगपरिमाण. न० (- परि. भोगपरिमाण ) गृहस्थाना सातमा तनुं નામ કે જેમાં એકવાર કે વારંવાર ભાગવાય તેવી વસ્તુઓનું પરિમાણુ બાંધવામાં આવે 9. गृहस्थके सात वें व्रतका नाम जिसमें कि उपभोग्य - वारंवार भोग में आनेवाली वस्तु ओं के परिमाण की प्रतिज्ञा की जाती है. the 7th vow of a householder in which a limit is fixed as to the possession of objects of enjoyment of both kinds, viz. those consumed by one use and those not so consumed. भग० ७, २; – लध्धि स्त्री० ( लब्धि ) उपभोग-वस्त्रादिनी प्राप्ति उपभोग वस्त्र आदिकी प्राप्ति acquisition of objects of enjoyment such as clothes etc. भग० ८, २ उवभोगत न० ( उपभोगत्व ) वस्तुनो उप भोग; उपयोग उपभोग; उपयोग Use; enjoyment सम० १०; उवमा स्त्री० ( उपमा ) भुझसे सरमा ( २८३ ) [ उवचार भागी उभा तुलना; उपमा. Compa rison. 66 अनहा परिने सन्ने उवमा न विज्जर " उत्त० ७, १५, ३६, ६५; पन ० २, ३०; ओव० विशे० ४७० राय० २४६; श्राया० १, ५, ६, १७० उवा० १, ६२; ३, १४४; क० गं० १, १६; पंचा० १६, १०; ( २ ) वारणाः मान्यता. धारणा; मान्यता. behef; supposition. उत्त० ४ ६; उवमिश्र - य. त्रि० ( उपमित ) उपभायुक्त. उपमा सहित ( That which is ) compared. जं प० भग० १८, १; विशे० ६८५ उद्यमिय. त्रि० ( श्रौपमिक - उपमयानिवृत्त मौमिक उपमामन्तरेण यत्कालप्रमाणमनतिशायिना ग्रहीतुं न शक्यने तदौपमिकम्) धेनुं विप्रभाय उपभाविना मीलथी જાણી ન શકાય માત્ર ઉપમાથીજ નણી શકાય તે; પક્ષેપમ; સાગરે પમ વગેરે. जिसका काल प्रमाण बिना उपमांके नहीं जाना जा सके वह; पल्योपमः सागरोपम आदि. ( Anything ) the measure of which can be understood or grasped only by a simile and not otherwise; e. g. Palyopama; Sägaropama etc. भग० ६, ७, उवयरिय त्रि० ( उपचरित) उपयार रेल उपचार किया हुआ. Worshipped. विशे० २८३: उवयार. पुं. ( उपचार ) पूग्नसामग्री. पूजासामग्री. Articles of worship. प्रोव - पद्म० २; सू० प० १०; राय ० ६०: जीवा० ३, ३; नाया० १; ३; अणुजो ० १३०; भग० ३, ३३; ११, ११; कप्प० ३, ३२, ४, ५८; पंचा० २, ३६; जं० प० ४; ६२; सु० च० १, ३७; ( २ ) કાર્યતા અને કાર્યમાં કારણુતા २शुभां આપ For Private Personal Use Only Page #290 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उबयार ] ( २८४ ) आरोप- जैसे कि कारण में कार्य का और कार्य में कारण का आरोप. attributing the nature or properties of one thing to another; e. g. identification of Cause with effect and vice versa. विशे० १६०; ( ३ ) समूह; ढगलो. समूह; ढेर. & group; a collection. सम० ३४; (४) એક વિષયથી ખીજા વિષયનું ગ્રહણ કરવું. एक विषय से दूसरे विषय का ग्रहण करना. figurative or metaphorical use; secondary application. विशे० १२; (५) सोडव्यवहार लोक व्यवहार. conventional practice. ओव० २०; राय० २६१; श्रोध० नि० ७४०; उवयार. पुं० (उपकार) उपद्वार ; महहः भेट. उपकार; भेंट सहायता. Obligation; help; a gift; a present सु० च० १, १५; ओघ ० नि० २८३: पिं० नि० २५१ : भक्त० ११८; उषयारि. त्रि० ( उपकारिन् ) 34:1२३२नार उपकार करने वाला. Obliging, help ful; kind. विशे० २३४४; सु० च० १०, ५५; वयारि. पुं० ( औपचारिक उपचारो लोक व्यवहारः पूजा वा प्रयोजन मस्येति ) औपन्यारि विनय विनयनो मे अ२ औपचारिक विनय; विनय का एक प्रकार. A way of showing respect; observing proper forms of respect. पंचा• ६, ३७; उवयारियलयण. पुं० ( उपकारिकलयन ) સૂર્યાભના વનખણ્ડમાંના મધ્ય ભાગનું એક ઘર-ભવન કે જે એક લાખ જોજનનું લાં” यह छे. सूर्याभ के वनखंड के मध्य भाग स्थित एक भवन जो कि एक लाख योजन [ उवयालि लंबा चौड़ा है. Name of a mansion in the centre of the Vanakhanda ( forest-region ) of Sūryābha, which is one lac of Yojanas in length and breadth. जं०प०४, ८८ उवयालि पुं० ( उपज्जालि ) अंग सूत्रना थोथा वर्गना त्री अध्ययननुं नाम अंतगड़ सूत्र के चौथे वर्ग के तीसरे अध्याय का नाम. Name of the third chapter of the fourth section of Antagada Sūtra. ( २ ) वसुहेवराजनी ધારણી રાણીના પુત્ર કે જે તેમનાથ પ્રભુ પસે દીક્ષા લઇ બાર અંગના અભ્યાસ કરી સોળ વરસની પ્રવ્રજ્યા પાળી શત્રુંજય ઉપર એક માસના સંથારા કરી પરમ પદ પામ્યા. वसुदेव राजा की धारणौ नामक रानी का पुत्र जिसने कि नेमिनाथ प्रभु से दीक्षा ली थी और बारह अंग का अभ्यास किया था तथा सोलह वर्ष तक तप कर अंत में शत्रुंजय पर एक मास का संधरा किया और मोक्ष पात्रा. name of a son of Dharani the queeen of king Vasudeva. He took Dikṣā from Lord Neminātha, studied 12 Angas, prac tised asceticism for 16 years and after a month's Santhārā ( giving up food and water ) Śatruñjaya got final emancipation. अंत ० ४, ३; ( 3 ) અણુંત્તરાવવાના પ્રથમ વર્ગના ત્રીજા અધ્યयननुं नाम. अणुत्तरोववाई के प्रथम वर्ग के तीसरे अध्याय का नाम name of the third chapter of the first section of Anuttarovavai. ( ४ ) શ્રેણિક રાજાની ધારણી રાણીના પુત્ર કે જે દીક્ષા લઇ ગુણરયણુ તપ કરી સેાળ વરસની on For Private Personal Use Only Page #291 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवयोग] ( २८५ ) [ उवरि પ્રવજ્યા પાળી વિપુલ પર્વત ઉપર એક માસને में से कोई भी एक. any one of the સંથારે કરી જયંત નામના અનુત્તર વિમાન- group of the twelve, viz. 5 માં ૨૨ સાગરને આઉખે ઉત્પન્ન થયા, ત્યાંથી ! kinds of knowledge (Jñána ), मे अवतार शभाक्षे शे. श्रेणिक राजा । 3 kinds of ignorance (Ajñāna) को धारणी रानी के पुत्र का नाम जिस ने | und 4 kinds of belief (Darsanu) कि दीक्षा ग्रहण कर गुणरयण नामक तप किया उस० २८, १०; विशे० ३१०६; - हया. और सोलह वर्ष तक प्रव्रज्या का पालन कर रो. ( -अर्थता) योगा; योगनी विपुल पर्वत पर अंत में एक मास का संथारा अपेक्षा. उपयोग लगाने की अपेक्षा; उपयोग करके जयंत नामक अनुत्तर विमान में ३२ पन; उपयोगिता. state of being सागर का आयुष्य प्राप्त कर उत्पन्न हुआ, वहाँ | Upayoga; desire for Upayoga. एक अवतार करक माक्ष जायग. name | (१.v.) भग. ८,५: of a son of Dhāraṇi queen of Vउव-रम. धा• I. (उप+रम् ) नियत; king Śreinka. He took ५. दूर होना; रुकना. To cease; to Diksa, practised the Gunara. stop; to desist from. yana austerity, observed asce- उवरमइ. भग० १, ८; नाया. १८; ticism for 16 years and after उपरम. पुं. (उपरम --उपरमणमुपरमः) 4. xt month's Santhārā (giving ___ मार; निवृत्ति. श्रभाव; निवृत्ति. Absence; up food and water) on Vipula ___cessatiou; desisting from. विशे० mount, was born in the celestial abode named Jayanta उवरय. त्रि. (उपरत ) ५५थी नियति with a life of 32 Sāgars. After पामेव. पाप से हटा हुआ; छुटकारा पाया one more birth he will get हुश्रा. ( One) who has desisted salvation. अग्रत्त० १,३, from sin. आया. १, ३, ४, १२१, १, उवयोग. पुं. (उपयोग) पोताना विषयने ४, १, १२६; दस०८, १२; उत्त० ६, ७, જાણવાને તે તરફ લક્ષ આપવું તે; શબ્દાદિ नाया०१; ; भग०८, 10; सूय०२, १, ५६; विषय २६ दियनी प्रवृत्ति-व्यापार. अपने वव० ३, १३; कप्प०४, ६२; क.गं०६, १०; विषयको समझनेके लिये उस तरफ लक्ष देना; (२) वरलार विनान. वैरभाव रहित. free शब्दादि विषयों की ओर इन्द्रियों का झुकाव- from feelings of hostility. “न व्यापार. Operation of the senses हणेपाणणोपाणे, भयवेराउउवरए" उत्त. in cognising their objects; e.g. ६.७; आया. १, ३, १, १०८ of the ear in relation to | उवराग. पुं० ( उपराग ) अ . ग्रहण, sound; straining of the senses ___ खग्रास. An eclipse. जीवा० ३, ३; towards their objects. विश० | उरि.अ. ( उपरि) ५२; उये. ऊपर; २०६८; (२) पांय ज्ञान नए अज्ञान ___ऊबा; अर्ध्व भाग में. Above; upon; अने यार हसन से पारमान समेत ७. upwards. “ मंदरचूतियाणं उरि पांच ज्ञान, तीन अज्ञान तथा चार दर्शन इन , चत्तारि जोयणाई" ठा०४; उत्त० ३६, ५५, ६२. Page #292 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उरिं] ( २८६ ) [ उपरिमा विशे० ४३०; नाया. १; २:५; ८; ; जं. --गेवेजगकप्पातीय. न. ( - अवेयक प०१, ३: भग०२, ८, ६, ७, १४, ६, १६, कल्पातीत ) उपरना अयना ३८५तात ६; पिं . नि. भा. ३०; क. गं. १, ५०; यता. ऊपर के ग्रैवेयक के कल्पातीत देवता. क. प. ५, ५४; a Kalpātita deity of the उरिं. अ० ( उपरि) 6५२. ऊपर. Upon; | upper Graiveynka heavenly above; over. क. ५० १, १७; जं. abode. भग० ८, १; प० ५, ११६ -गेवेजय. पुं० (अवेयक) मा “उव. उरिचर. त्रि. ( उपरिचर ) माशमा रियगेवेजग" श६. देखा “ उवरिय-गेवे A५२ २नार. ऊपर आकाश में-अंतराल में जग" शब्द. vide “ उवरियगवेज्जग" रहने वाला. Remaining, situated भरा० १,२; --तल. पुं० (-तल ) G५up in the sky; high in the २नु माय-ता. ऊपर का छत; ऊपरकी sky. जीवा० ३, १; फर्श. the upper floor. “जंबूदावप्पउवरितल. त्रि. ( उपरितल) २j तलीयु माण! उवरियनलेण" भग० २, ८; ऊपर का सपाट भाग. The above | उवरिमग. त्रि. ( उपरिमक-उपरिमा एवोपरिplat surface. भग०१,६; जं०४, ८६; मका: ) 3५२ ५२ ना२. ऊपरही ऊपर उरिपुंछणा. स्त्री. ( उपरिपुञ्छिनी ) साडी- रहनेवाला. Situated one upou anoની છત ઉપર ઝીણું તરણાનું મજબુત ! ther; remaining one above ano. २७६न. चटाई की छत पर बारीक घास ther. विशे० ६६८; का पक्का आच्छादन. A strong cover-उवरिमय त्रि. ( उपरिमक) मा “ उपing (made of straws) upon a / रिमग" श»६. देखो “ उपरिमग" शब्द. mattress ceiling. राम. १०८; Vide “ उपरिमग" विशे० ७७; उरिम. त्रि. ( उपरिम) 3RD; पहुँ. उवरिमा. स्त्री० ( उपरिमा) नयनी ऊपर का; ऊंचा. Situated, remaining विमानी ५२नी त्रि-परिभान. नवग्रेव. ab.ve or upwards. निसी० १६, १७; यक की तीन त्रिकों में से सबसे ऊपरकी त्रिकभग० १, ५, ८, १०; ९, ३२; १२, १०%3 तीन विमान. The topmost three of नंदी. १८; पन्न. ; उत्त० ३६, ६१, ठा. the 9 Graiveyaka heavenly १, १; पिं. नि. १५०; प्रव० ६, t; - abodes. उत्त० ३६, २१२; -उरिम. गेवेजग. पुं० (अवेयक) अ५७ना नप पुं० (-उपरिम) 64स भि ५२-नामां विमानमांना ना त्रय विमान. ग्रेवैयक अयमा रहेनार ता. ऊपर की त्रिक में के नौ विमानों में से ऊपर के तीन विमान. ऊपरके देवता-नवें प्रैवेयक के. ( the deithe three topmost of the nine ties ) of the ninth and topmost Grriveyaka heavenly abodes. Graiveyaka heavenly abode. (२) उपनी विना ता. ऊपर की उत्त० ३६, २१३;-मझिम. पुं० (-मध्यम) त्रिक के देवता. a deity of any of | ઉપલી ત્રિકમાં મધ્યમ-આઠમા રૈવેયકના the three above mentioned देवता. ऊपर की त्रिक में मध्यम - पाठवें heavenly abodes. भग० १८, ५ वेयक के देवता. (the deities) of Page #293 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उरिल्ल] ( २८७. ) [ उवलक्षण the eighth (middle of the | मोच्छरंत" पण्ह० १, ३; निसी० १८, १८; topmost three ) Graiveyaka | उवरोह. पुं० (उपरोध) दु:५; १५. दुःख; heavenly abode. उत्त० ३६, २१२, तकलीफ. Pain; trouble. (२) मा --हिहिम. पुं० ( * ) S५सी त्रिम अाग्रह. restraint. सु. २० २,५८२; रतन-सातमा अयना हेवता. ऊपर की (3) ५७५ राय. अटकाव; रोक. त्रिक में बचे के देव-सातवें ग्रुषेयक के देवता. obstruction; impediiment. पण्ह ०२, ( the deities) of the 7 th ( the २;-कारक. त्रि० (-कारक) ५२५ ३२lowest of the topmost three ) ना२; सपना२. रोकनेवाला; बाधा पहुंGraiveyaka heavenly abode. चानेवाला. inpeding: obstructing; उत्त० ३६, २१२; troubling. पसह. २, २; उवरिल्ल. त्रि० ( उपरितन ) ७५२नु; उपअ.. उवल. पुं० (उपल) पत्थर; पाणी. पत्थर. कपरका. Situatad above; upward; ___A stone. सु० च० १२, ५६; पिं० नि. upper. “उरिने तारारूवे चार चरत्ति” | भा० ७; उत्त० ३६, ७३; भग० ५, २; विश. ठा० १; विशे० ६६७; पन्न० २, १६; अणुजो० ८५४; पन्न. १; १३५; सम० ६; नाया० ८; जीवा० ३, १; | उवलंभ. पुं० (उपलम्भ) द्रियशान; साक्षापिं० नि० १५०; भग० १, ६: २, ८; १०; २. इंद्रिय ज्ञान; साक्षात्कार. Direct ३,१६,३:५; १५,११६, ८, २२, pereeption ( by the senses ). १; २५,७; ३०, १; जं०प०२, ३३, ७, १६४; / पंचा० ३, २३: ६, १०; १३, ३८; विश्न. उवरिसिजमाण. त्रि. (उद्धृष्यमान) १२साइ । ३५; १८१३: ( २ ) स५५. समूह. ३ थी लिन. बरसात से भीगता हुश्रा. Get group; a collection. सु० च० २, ८१: ting wet with rain. निसी० २, ५२: | उवलंभणा. खा. (* उपलम्भना) ५४ानु उवरुद्द. न. ( उपरौद्र) नारीना अगोपांग | क्यन; A. उपालंभ; ओलम्भा. Woris તોડી દુઃખ દે તે ઉપરક; પરમાધામીની છઠ્ઠી ! of rebuke or reproach. 71410 95; Mत. नारकीयों के अंगोपांग छेदकर दुःख देमे | उवलंभमाण. पुं० ( उपलंभमान ) ४५ हेतो. वाले उपरौद्र देव; परमाधामो देवताओं की छट्टी उपालंभ देता हुआ. Rebuking; reजात. The 6th class of Parama. proaching. नाया. १८; dhānis ( deities ) who tear off उपलक्खण. न० (उपलक्षण) परिशानयाण: the limbs and sub-limbs of hell- મુખ્ય વસ્તુનું જ્ઞાન થવાથી ગાવસ્તુનું જ્ઞાન beings and torture them. भग०३,७; गयी थाय ते. वह ज्ञान जिससे मुख्य वस्तु उधरुवरि. अ. (उपर्युपरि) मे " imil का ज्ञान हान से गौण वस्तु का ज्ञान होजाय. ५२. एक दूसरे के ऊपर. One upon Amark: a characteristic or dis. another; one above another. tinctive feature, implying “ उवरुवारतरंगदरिय अतिवेगचकखु पर- something that has not been * शु४ नम२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #294 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवलद्ध ] actually expressed. सु० प० ३, १८६, विशे० ६३२; उवलद्ध. त्रि० ( उपलब्ध ) गुवामा भावेश प्राप्त थोल समझा हुआ; प्राप्त. Known; understood; gained; obtained. ग्रहणं सहोइ उबलो, तोपेसंति तहाभूएहिं अन्ना उच्छेदपहिं " सू० १, ४, २, ४ प्रव० ६७०; नाया० १२; १६; भग० २, ५, ६, ३३; विशे०६२; - पुब्ब. म० ( पूर्व ) पसेथान प्राप्त थमेश, पहिले से ही मिला हुआ. gained; obtained before-hand. नाया० १४; उवलद्धार स्त्री० ( उपलब्ध ) वस्तुनो सा क्षात्र २२ वस्तुने लगुनार वस्नु को देखने वाला; वस्तु को जानने वाला. One who knows or perceives an object; direct perceiver of An object. " उपलब्धा वस्तूनां बोध्धा विशे० ९२; १८६३; 19 उवलद्धि. स्त्री० (उपलब्धि ) ज्ञान; साक्षात्कार; ज्ञान; साक्षात्कार. Knowledge; perception; observation. विशे० ६१; - सम. त्रि० ( -सम ) साक्षात्र . साक्षात्कार सरीखा similar to or equal to direct perception. विशे० १२८; ( २८८ ) C V उव-लभ धा० I ( उप + लभ्) प्राप्त ५२कुंभेणवपुं. प्राप्त करना; मिलाना. To get; to obtain; to acquire. उवल भइ. क० वा० अणुजा ० १२८; उबलब्भे वि० दसा० ६, १; उवलब्भते. नाया ० १२; उवल लिय न० ( उपललित ) मे तनी अभ येष्टा. एक तरह की काम-चेष्टा. A kind of amorous gesture in a woman; a kind of voluptuous For Private [ उव-ल्लिय gesture. नाया ० ६; उवलालिज्रमाण. त्रि० ( उपलास्यमान ) કામક્રીડા કરતે; ઇચ્છાનુસાર લીલા કરતે. कामचेष्टा करता हुआ; इच्छानुसार क्रीडा करता हुआ. Sporting at will; doing amorous sport. "उवगाइजमाणे उवलालिजमाणे " राय ० २८८; जं० प० ३, ६७; नाया० १; भग० ६, ३३; राय ०२७५; 'उव- लिंप धा० I. ( उप + लिए ) द्वाथ देवा; याटयुं; साउसायवे हाथ फेरना; चाटना; लाड़ लड़ाना. To pat with the hand; to lick; to fondle and endear. उवलिंपए. गच्छा० १६; उवर्लिप्पइ. क० वा० उत्त० २५, २६: श्रव" ४० ; उवलित. त्रि. ( उपलिस ) अणुवडे सिपेस. गोवर से लिपा हुआ. Bedaubed or smeared with cowdung; cowdunged. दसा० १०, १; नाया० १:३; १६: जीवा० ३, ४ कप० ४, ५८ ५, ६६: ( २ ) या त्रिश्रये कर्मों से लिपटा हुआ. smeared with Karma, सूय २, ५, ६ : उवलेव. पुं० (उपलेप) भने क्षेप, कर्मका लेप. Assemblage, gathering toge ther of Karma. उत्त०२१,२२:२५, ३६; उवलेवण न० ( उपलेपन ) छाणु वगेरेथी चिप ते. गोबर आदि से पोतना; विलेपन. Besmearing or anointing with cowdung etc. " उपलेवण सम्मज्जयं करेइ” भाग० ११, ६; अणुजो० २०; निर० ३, ३; राय० २७७; उव-लिय. धा० I. ( उप+ली ) निवास २ ठहरना To reside; to have all abode. Personal Use Only Page #295 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उववज्झ] ( २ ) [उववाघ-य (२) वर्षा ऋतु ५सां२ ४२वी. चातुर्मास Vउवबत्त. धा• I. ( उप+वृत् ) निस: व्यतीत करना. to spend the rainy न२ सय पुरारी हार आय. निकseason; to stay till the expiry लना; नरकादि भव पूर्ण कर बाहर आना. of the rainy senson). To come out; to emerge; to उनिहजा. पाया० २, ३, १, १११; come out after finishing one's उववज्झ. त्रि. ( श्रीपवाह्म-उपवाझानां life in hell etc. राजा दिवनभानामेते कर्मकरा इत्यौपवायाः) उववहइ. पन. १७ सेनापति, प्रधान, २०, योरेने मेसवायोय. उववत्तार. त्रि. (*उपपत्त) Bपन्न यना२. सेनाध्यक्ष, प्रधान, राजा इत्यादि के बैठने योग्य. उत्पन्न होनेवाला. (One) who is to Worthy of being mounted by born; (one ) who takes birth. (e. g. a seat etc.) by a king, a "देवलोएसु देवत्ताए उववत्तारो भवति" minister, a general etc. दस. ओव० ३४; दसा० १०, ३, भग० १, १, २, ५, ५, ६, ८, ५; ६, ३३, २०, ५; उववण. न० ( उपवन ) नानुं वन; बननी | उववति. स्त्री. (उपपत्ति) उत्पत्ति; Sir पासेनुं वन. लघु मन; जंगलके पासका जंगल. ते. पैदायश; उत्पत्ति. Birth; creation; A small forest; a garden; & pioduction; being produced. park. नाया० १; पंचा० ७, १७, उत्त. २६, १४, ३४, ५८; नंदी• ५३; उववरण. त्रि. (उपपम-उत्पा) 84न ये; भग. ४०, १; पेह ययेत. उत्पन्न हुअा; पैदा हुआ. Born; | उववतिमत्त. न. ( उपपत्तिमात्र) २९४ाय:produced. “उववरणो माणुस्सम्मि लोग- नी घटनामात्र. कारण कार्य की षटना मात्र. म्मि" उत्त. १, १; “ दो पुढवीए नारगा, A mere fitting association estaउबवना" निसी० च. ११; नाया. १; २; blished between cause and ८; १; १४; १६; भग० २, १; ३; ३, २; effect. विशे० १०७७६ ७.६:;; , ३३, ११, १, १२, ७ | उववन्न. त्रि. ( उपपत्र) मा “उववरण" १८, ५; २४, १; २०; जीवा० ३, १; उत्त. श६. देखो “उववरण" शब्द. Vide ६, १;१३, १; पंचा० ४, ४६; -पुन्व. पुं० “उववरण " प्रव० ११०७; (-पूर्व) म न्मे ।. पहिले पैदा हुश्रा.. उववा-य. पुं. ( उपपात) उत्पन्न था; one born before or previously पत्ति. उत्पन्न होमा; उत्पत्ति. Birth; भग० ६, ५; २१, १; ३४, १; creation; production; being उववरणग. पुं. (उपपभक) रात्पन्न यनार; born or produced. “ प्राणोषवाय पहा थये. उत्पन होनेवाला, पैदा होनेवाला. वयणणि सेचिटुंति " भग. ३, ३;" एगे One who is born; one that takes उववाए " ठा० १०; भग० १, १०, २, ७, birth. भग० ५, ४, ८, १; २५, १; ___७, ५, ८, ९, ११, १, १२, ८; १४, १; * गुओ Y४ न५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोर (* ). Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. 11/37. Page #296 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उपवार-या ( २६० ) [उववाह-य - ११, ३, ६; २४, १२, २०; २५, ४, ३४, servant. नाया० ; -गइ. स्त्री. १:४१, १; राय. २१३; ओव० ३८नाथा. (-गति) ७५ अथवा पुरसने मे म ध० ३, ४; पन० २; जं. प. ४, ६०; / છેડીને બીજો ભવ ગ્રહણ કરે કે એક जीवा० १; उवा० ६, २७१; प्रव० ४२; पंचा० स्थानेथी मी स्थाने ते. जीव या पुल १४, ४८, (२)पत्ति-देवता सने ना२४ाने। का भव त्याग कर दूसरे भव म जाना या एक भन्म थाय ते. उत्पत्ति-देवता और नारकी स्थान से दूसरे स्थान पर जाना. passing का जन्म-पैदा होना. birth of heaven- from one birth or place to anly and infernal beings. प्रव० other on the part of a soul or ११०६; पाया० १, ३, २, ११४ १, ७, ३; a molecule of matter. भग०८,७ २०७; सू. ५. १, ठा. १. १; (३) पत्र. १६ -सभा. स्त्री. (-सभा) विनय तानी समानु नाम. विजय देवता देयताने पानी सभा. देवताओं के उत्पन की सभा का नाम. name of the council होनेकी सभा. A place of birth for of the Vijaya gods. जीवा० १. heavenly beings. भग० ३, १; १६, (૪) ભગવતી સૂત્રના એકત્રિશમાં શતકનું ५; १; राय. १६७; नाया• ध० निर० ३,५; नाम. भगवती सूत्र के एकतीसवें शतक का नाया. १३; ठा. ५,३: नाम. name of the 31st Sataka उववाइस-य. त्रि. (ोपपातिक) मे . of Bhagavati Sutra. भग• १२, २; માંથી બીજા ભવમાં જન્યર; એક શરીર (५) 9414; ४२६२. उपाय-कारण. । छोडी भी शरी२ प्रहय ४२नार. एक भव means; an expedient. भग० ३, ७, से दूसरे भव में जानेवाला; एक शरीर त्याग वत्र. ४, १८; () सेवा; मात. सेवा; दुसरा शरीर प्राप्त करने वाला. Passing भक्ति. service; reverent atten- from one birth into another; dance upon. नाया० १; भग० ३, १; passing from one body into (७) सभीपे-नमा स्थिति उसी; पासे another. दस० ४, उत्त० ५, १३; भग. मेस. पास-नजदीक में स्थित होना; पास १७.६७ आया० १, १,१,३; सूय० १, बैठना. sitting near; remaining १, १, ११; प्रव० १२५०; (२) यता in the vicinity of. क. प० १, ७८; અને નારકી જે સેજા અને કુંભમાં ઉપજે उत्त. १, २, -कारि. त्रि. (कारिन् ) छे. देवता और नारकी जो कि शय्या व આચાર્યાદિની પાસે નિવાસ કરી તેમનો આદેશ कुंभी में उत्पन्न होते हैं. ( heavenly हाना२. प्राचार्यादि के पास रहकर उनकी and hell-beings ) who are आज्ञा सिरोधार्य करने वाला. ( one ) born in Sejjā and Kumbhi. who remains or stays with a आया० १. १, ६, ४८; (३) सागरात्रीश preceptor and carries out his ઉત્કાલિક સૂત્રમાંનું પાંચમું ઉવવાઈ ( આપOrders. " उववाय कारीय हरीमणेय" पाति) नामे प्रथम 6 सूत्र. उन्तीस सूय. १, १३. ६ कारिया. स्त्री० उत्कालिक सूत्रोंमें से पांचवाँ सूत्र; उववाइ ( -कारिका) यण सेवनारी सी. चरण (औपपातिक) नामका प्रथम उपांग सूत्र. सेविका-दासी. an attendant female the 5th of the 29 Utkalika Page #297 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उववातयन्व] ( २६१ ) [उवसंत - Sutras; the first Upanga Sutral १; ५; ८; १२; नंदी० ४३; भग० २, १; 90 named. नंदी. ४३; भग. ७, ६; ६, ३३; उवा० ७, २०६; कप्प० १, ८; १५, १; २४, ७; ---गम. न० ( -गम)। जं० प० २, २२; सा५५ाति सूत्रमा विडंछे ते प्रमाणे | उव-सं-कम. धा. II. ( उप+सम् + क्रम् ) उववाइ सूत्र में दिखाये अनुसार. in accor- पासे r; सभी५ . समीप जाना; पास dance with what is pointed out जाना. To go to; to approach. or explained in Aupapātika उपसंकमंति. ठा० ३, २; . Sutra. दसा. १०, १; उवसंकमेजा. सूय० २, ७, १५; उववातेयव्व. पुं० ( उत्पादयितव्य ) अत्पन्न उपसंकमित्त. सं. कृ० अाया० १, ७, २, वाने योय. उत्पन्न होने लायक. One २०२, २, ३, ३, १३१; fit to take birth; one fit to he उवसंकमित्ता. नाया. २; ठा० ३, २; जं. born or produced. मग० १२, ६; प. ७, १३४, ७, १३१ १८, ५, २०, ६; २४, २०, २१, १; ३४.१; उवसंकमंत, सं० कृ. दस०५, २, १०; उववायव्व. पुं० (उपपादयितव्य)पन्न थवा उवसंकममाण. ज. प. ७, १३२; ये।५. उत्पन्न होने योग्य. One fit to/ उवसंघिअ. त्रि. ( उपसंहृत ) वीर ४२ख. be born or produced. भग०१७,६; स्वीकृत. Accepted; adopted. उववास. पु. ( उपवास-उपेति सह उपावृत्त विशे. १०११; दोषस्य सतो गुणैराहारपरिहारादिरूपैर्वा उवसंत. पुं० ( उपशान्त ) शांत वृत्तिवानी; वास उपवास:) माप दिवस मन्न ઉપશમ ભાવ વાળ, જેના કપાયાદિ ઉપર पाना विधिपूर्व त्याग ४२३।. पूरा एक भ्यासाय ते. शांत प्रकृति वाला; उपशांत दिन अन्नजल का विधिपूर्वक त्याग करमा. A भाव वाला; जिस के कषायादिक शांत हो fast; giving up food and water वह. One whose passious (e.. according to prescribed rules anger etc ) have subsided; for 24 hours between one so- calin; peaceful. पन्न. १; १४; वब० rise and the mext. राय. २२६: ३, ११, भग. १,४,६८, ५, ४, १५, १: नंदी० ५१; ठा० ३, १; पन्न० २०; उवा० १, १८, १०; २७, ७, दस० ६, ६५, १०, १, ५५: २, ६५; १०: जं० प० सु० च• २, २०३; राय० २७; Vउव-विस. धा• I. ( उप+विश्) सयु नाया. 1823; उत्त.१,१२,१५, ठा०२, बैठना. To sit. १; अणुजो० १२७; ओव० ३८; आया. 1, उत्रिसामि. राय. २४ ; ३, २, १२१, १, ६, ३, १८६; सम। उपवीयमाण. श्र० ( उपवीजमान ) यमरथी १४: प्रव० १२५; १३१३; क. प. ४, पवन ना . चंवरी से पवन उड़ात्ता हुआ. | ७०; ५, ५७; (२) मारता रहित. घब Fanning with a chowri. नाया.१६, राहट रहित. one free from disउववेच-य. त्रि. (उपेत) युत; सहित. traction of mind. अोघ० नि० ५१५; युक्त; सहित. Accompanied with; (३) क्षमावान. क्षमावंत. one possespossessed of. श्रोव० पन्न. १७; नाया. sed of forgiveness जीवा० ३, ३; Page #298 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवसंत ] ५ ( ૪ ) સૌંદર્ય નિરીક્ષણુ વગેરે વિકારી નિ वृत्ति पामेव सौंदर्य देखने आदि विकार से निवृति पाया हुआ; सौंदर्यादि देखने में मन का भाव हटाया हुवा. one not excited by seeing beautiful objects etc. अज० १३०१ ( 4 ) मां आ वेल नदि हमाल, उदय न आये हों; दवे. not come to rise, dormant. (६) જમ્બુદ્રીપમાં ઐરવત ક્ષેત્રના ચાલુ અવસपिसीना पन्हरमा ता२. जम्बूद्वीप के ऐरवत क्षेत्र की वर्तमान अवसर्पिणी के पन्द्रहवें - तीर्थंकर name of the 15th Tirthankara of the current Avasarpini of the Airavata region of Jambudvipa. सम० प० २४०; --अहिगरण. न० (-अधिकरण ) उपशांत उपशभी गये प्रवेश. शान्त हुआ क्लेश. trouble that has subsided. प्रव० - कसाइ. पुं० ( कषायिन् ) ना अध उपाय वगेरे नाश पापा छे ते. जिस के काधादि कषाय शांत हो. one whose moral impurities ( e.g. ger, greed etc. ) have subsided or have been destroyed. भग० ६, ३१; २५, ६; – कसायवीयराग. पुं० ( - कषायवीतराग ) भेना उपाय शान्त थया an उपज्जइ भग० २५, ६, ७, उवसंपजामि ठा० ४, २ उवसंपजे वि० सू० १, ८, १३; उवसंपज्जिता. सं० कृ० भग० १, ६, २, १३, ते; 11 मा गुगुस्थानवर्ती जिन के राग द्वेष शांत हो गए हों वे ११ वे गुणस्थाaafa. one whose passion and hatred have been completely assuaged; one in the 11th spiritual stage. भग०२५, ६; गुण. न० (-गुण ) पशांत मोहमुगु नामे | उवसंपजण न० ( उपसंपादन ) हवीने। २, ५, ६, ६, ३३; १०, २; ११, ६; १३,६; १५, १; १८, १०; २५, ७, ८; नाया० १; ५; ८; १२; १३; १४; १६; १८; जं० प्र०७, १४१, वव ०१, २६; ४, ११, १२, नाया० थ० वेय० ४, १५; राय ० २२३, ओव० १६, उवा० १, ६६, ६६: उवसंपज्जमाण. पन्न० १६; ११भुं स्थान. उपशांत मोहगुण नामक ११वां स्थानक. the 11th Sthanaka named Upasantamohaguna. क० गं० २, स्वा२. पदवी का स्वीकार. Accep tance of a degree or title. वव० ५, ११; - (गा) अरिह. त्रि० (-) हवी ( २१२ ) - [ उवसंपज्जण १६; - जीवि. पुं० ( जीविन् ) षायादि मावनार. कषायादि को दबाने वाला. one who subdues his evil passions like anger, greed etc. पण्ह० २, १; भग० ६, ३३; द्धा. स्त्री० (-श्रद्धा ) ઉપરાંત મેહ નામના ૧૧ મા ગુણસ્થાનકને A. उपशांत मोह नामके ११ वें गुणस्थानक का समय the time of the 11th Gunasthanaka named Upśāntamohaguna. क० प० ५, ५६; वे दय पुं० ( - वेदक ) - अभविहार शान्त पाभ्यो छे ते. जिस का वेद- काम विकार शांत हो गया हो. one whose lust i e. sexual passion has been subdued or calmed. भग० ६, ३१, २५, ६, उव-सं- पज्ज. घा० II ( उप+सम्+पद् ) आश्रय खे; स्वीहार रखे। स्वीकार करना; ग्रहण करना. To resort to; to accept; to get. For Private Personal Use Only - Page #299 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवसंपज्जणावत्त ] यापवा योग्य. पदवी देने योग्य. deserv ing to be invested with a degree or title. वव०४, ११, १२:५, ११; उवसंपजणावत्त. न० ( उपसंपदावर्त्त ) 4સંપજસૈણિઆ પરિકર્મને ચદમે ભેદ. उपसम्पादन श्रेणि परिकर्म का चौदहवां भेद. The 14th division of Upasampajanaseniā Parikarma. नंदी ०५६; उवसंपज्जसेशिया. स्त्री० (उपसंपादन श्रेणिका) ઉષસંપાદન શ્રેણી ગણના દૃષ્ટિવાદાંતર્ગત પરિउर्मन : विभाग उपसम्पादक श्रेणीगण के दृष्टिवादांतर्गत परिकर्म का एक विभाग. Name of a section of the Parikarma forming a portion of Dristivāda. सम० १२ – परिकम्म. पुं० (परिकर्मन् ) दृष्टिवाना परिन। ४थे। भेट. दृष्टिवाद के पारकर्म का चौथा भद. the fourth division of the Parikarma of Dristivāda. नंदी० ५६; उपसंपजियव्व. पुं० ( उपसंपादयितव ) पहवी हेवी, पदवी देना. Investing with a degree or a title. वव०४, ११,१२: उपसंपन्न. त्रि० ( उपसंपन्न ) उद्यत थमेस. प्रस्तुत; तैयार Ready, prepared (to do some action). " उवसंपन्नो जंकारांतु तं कारणं श्रपूरितो ध० सं० ३; सूय० २, ७, ६; " ( २६३ ) उवसंपया. स्त्री० (उपसम्पद ) ज्ञानाहि संपत्ति માટે . આચાર્યાદિકની નિશ્રા સ્વીકારવી તે; હું તમારાજ થ્રુ એવીરીતે સ્વીકાર કરવા તે; सभायाशते। दृशभा या छेलो प्रहार, ज्ञानादि सम्पत्ति में आचार्यादि की नेधाय स्वीकार करना; मैं आपकाही हूं ऐसा स्वीकार करना; समाचारी का दशवां या अंतिम भेद. The 10th and last mode of Sama chari; submitting oneself wholly to a preceptor etc in order to acquire knowledge etc. " अत्थणे उवसंपया उत्त० २६, ४; ठा० ३, ३; भग० २५, ७; प्रव० ७७५; [ उवसग्ग د. उपसंहार (उपसंहार) समेटीक्षेपु. एकत्रित करना. Summing up. ( २ ) शकुंः निरोध व निरोध करना; लौटा लेना. winding up; withdrawing; withholding. सम० ३२; उवसग्ग. पुं० ( उपस्वर्ग- उपसृज्यन्त धातु समीपे युज्यन्ते इति उपसर्गा: ) अ, परि, प्रति, नि, य्या, सम, धत्याहि धातुनी यहिभा रहेनार शब्द समूद्ध प्र, परि, उप, प्रति, नि, श्र, सम, इत्यादि धातु के आदि में रहनेवाला शब्द समूह a preposition prefixed to roots; eg प्र, परि, उप, etc. परह० २ २ ( २ ) पद्रव; इष्टः परिषल. उपद्रव, कष्ठ; परिषह. trouble; affliction annoyance. ओोष० नि० For Private Personal Use Only भा० २६३; राय० २२८: नाया० १; ८; ६; जं० प० उत्त० २, २१, ३१, ५; नंदी० ५; अंत०६, ३; दसा० ७, १: वव० १०, १; भत्त० ४; ४४; प्रब० ५८४ ( ३ ) देवताओ रे उपद्रव देवताओं का किया हुआ उपद्रव. disturbance or trouble caused by gods. भग० १, ६; २, १; पिं० नि० ६६६; राय० २६५; सम० ७; योव० ३६ श्राया० १, ८, ७ २२; उवा० २, ११८; ३. १४१, ४, १५३; ( ४ ) તીર્થંકર વિચરે ત્યાં સવાસે। જોજનમાં માર મરી ન હેાય છતાં મહાવીર સ્વામિના સમવસરણમાં ગેપ્રશાલાએ એ સાધુએના ઉપર તેજુલેસ્યા મુકી ઉપસર્ગ આપ્યો તે; दश रामानुं हेतुं छे. तीर्थंकर विच Page #300 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवसग्गपरिरणा ] ( २६४ ) [उवसम रते हैं वहां सवा सौ योजन में रोग चाला ७५५३. उपसर्ग; उपद्रव. Disturbance; नहीं होता और महावीर स्वामी के समवरण trouble; annoyance. विशे० ३००५; में गोशाला ने दो साधुओं पर तेजोलेश्या डाल ( २ ) अप्रधानभूत-गा९२५. गौणरूप; कर उपसर्ग किया सो दस आश्चर्य जनक वनाओं अप्रधान. secondary; subsidiary; में ले पहिला वनाव. the tirst of the 10 subordinate. विशे० २२६२, Achheris (wonderful events), / उवस-त्त-त्ति. (उपसक्त) र सासस्तिवाली. viz. the trouble given by Go. माढ आसक्तिवाला. Deeply attached; sala to two of the mouky grossly attached. उत्त०३२, २६; of Mahaviraswini in the Sa- Vउवसम. धा• I,II. ( उप + शम् ) शांत inavasarana by inflicting Tejo- थy; अतिने शमादी. शांतहोना; leśyā upon them, although it is प्रकृतिको उपशांत करना. To become an undeniable fact that within calm; to calm down passions. 125 Yojanas of the place where उवसमइ. वेय. १, ३३; नाया. १६; कप्प० a Tirhankara abides, there can ६, ५६3 be no fear of any violence, उवसामेइ. प्रे. भग० १, ३; plague etc. प्रव० ८६२; -पत्त. त्रि० उवसमीत. सम० ३४; ( -प्राप्त) पदय पामेस. उपद्रव प्राप्त. उवसमेंति. राय० ३४; annoyed; afflicted; harassed. उवसमेजा. वेन. १, ३३; ठा० ५, २; चव. २, २०; १०, १८; उवसमित्तए. हे. कृ. नाया• १३: -सहण. न० (-सहन) वाहिना पसर्ग उवयापित्तए. प्रे० हे. कृ. नाया० १३; सय ४२१ते. देवादि का उपसर्ग सहन विवा० १; करना. endurance of the troubles, उवसम. पुं० ( उपशम)क्षमा; शनि. क्षमा; disturbance etc. caused by शांति. Forgiveness; calmness; heavenly beings etc. प्रव० १३६६; peace. दस० ८, ३६; वेय. १, ३३; उवसग्गपरिरणा. नी. ( उपसर्गपरिज्ञा ) (२) ५मवाडीयाना पं.२मा हिवसनु नाम. સૂયગડાંગ સૂત્રના ત્રીજા અધ્યયનનું નામ કે पक्ष के पन्द्रहवें दिन का नाम. name of જેમાં ઉપસર્ગ-પરિષહ કેમ સહન કરવા તેની the 15th day of a fortnight. समान माम मावी छे. सूत्र सूयगडांग जं- प० सू० प० १०; ( ३ ) साहाराना के तीसरे अध्ययन का नाम, कि जिस में उप. ત્રીશ મુહૂર્તમાંના પંદરમા અથવા વશમાં सर्ग-परिषह कैसे सहन करना चाहिये जिस भुतन नाम. अहो रात्रि के तीस मुहूर्तों की शिक्षा दी है. Naine of the 3rd में से पंद्रहवें, अथवा बीसवें मुहूर्त का chapter of Sūyagadanga deal- नाम. name of the 15th as ing with the way in which also of the 20th Muhūrta of afflictions are to be endured. a day and night (containing सम० १६; २३; सूय० १, ३, ४, २२, 30 such). अं० प. सू० ५० १०; सम० उवसजण. न० ( उपसर्जन ) ५सर्ग, ३०; (४) भोपनीयनी 3यमा मावली Page #301 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवसम ] પ્રકૃતિને ક્ષય કરવે અને ઉદયમાં આવવાની હાય તેને દબાવી દેવી-ઉદયમાં આવવા ન देवी ते. मोहनीय कर्म की उदयमे आई हुई प्रकृति का क्षय करना और उदय मे श्राने. वाली प्रकृति को दबा देना- उदयमं न आनेदेना. destruction of that Mohaniya Karma which has matured and the assuaging of that which is dormant. क० गं० २, २, ४, १६, ६७ प्रव० ३५; ६५०; ( २६५ ) ते. है ६५९; उत्त० ३२, ११; आया० १, ६, ५, १३४; भत० ८८; ओव० ३५, अजो० १२७; -- मिष्करण. पुं० (- निष्पक्ष ) मे प्रकृतिनो ઉપશમ કરવામાં આવ્યા છે-ઉપશમની निष्पत्ति था युद्ध छे ते जिस प्रकृति को उपशति कर दिया है-उपशम की निष्पत्ति होगई है वह. calmness which has been born as a result of assuaging the passions. अणुजो ० १२७: – सार. त्रि० ( -सार ) उपशमપ્રકૃતિને તરે ભાવ છે. સાર-સત્વ જેનું उपशम- प्रकृतियों का तिरोभाव सार-सत्व जिसका ऐसा. ( anything) having for its essence the subsidence of Karmic Prakritis. उवसमसारं खुसामनं" कप० ६, ५६; - सेणि. स्त्री० (-श्रेणि) अनंताનુબંધિ આદિ પ્રકૃતિને શાસ્ત્રમાં કહેલ ક્રમ પ્રમાણે ઉપશમાવતાં ગુણશ્રેણિથી ઉપર રગડવું તે; આ શ્રેણિથી અગીયારમા ગુણુાણાપર્યંત न्याय छे. शास्त्र में कहे हुए क्रमानुसार अनन्तानुबंधि आदि प्रकृतियों का शमन करते करते गुणश्रेणिपर चहना. उपशम श्रेणि से ग्यारहवें गुणस्थान पर्यन्त पहुंचा जा सकता है. the ladder of spiritual advancement leading इस 64 up to the 11th Gunasthanaka by a gradual subsidence of deluding passions etc. प्रव० ७७६; अनुत्तर विमान. For Private Personal Use Only - उवसम-सेणि: [ उवसम सं. लोभ ampion .लो., प्र. लो सं. माया अप्र. अप्र. माया, प्र. माया सं. मान अप्र. मान, प्र. मान (सज्वलन क्रोध) अप्र. क्रोध, प्र. क्रोध पुरुष वेद (हास्य, रवि, अरति, भय, शोक, दुगंच्छा स्त्री वेद नपुंसक वेद सम. मो., मिश्र मो., मिथ्या. मो (अनंनानुबंधी क्रो. मा. मा. लो. D.VITALSANIA. Page #302 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उबसम] ( २६६ ) [ उवसोभित्र-य उवसमभ. पुं० ( उपशमक ) पशमनार 11th Guņasthāna with all the पाया भुनि; 64शम श्रेणिये याना२. उपशम 28 varieties of Molhaniya भाव वाले मुनि; उपशम श्रेणिपर चढनवाले. Karma subsided. सम० १४; An ascetic with passions calm- उवसामग. पुं० ( उपशामक ) माखनीयनी ed down; one trying to curband | प्रतिमाने सर्वथा उपशावतार. मोहनीय assuage his passions भग० २५, ७, की प्रकृतियों का सर्वथा उपशम करने वाला. उवसमग. पुं. (उपशमक ) नुस) "उप- One who causes right-conduct सम" श६. देखो "उपसम" शब्द, deluding Karma to subside Vide. "उपसमम" भग० २५, ६; completely. क. गं० ४,७३; प्रव०७३३; उवसमणा. स्त्री०(उपशमना) मे "उवसम- | उवसामणा. स्त्री० ( उपशमना ) मा णया" श६. देखो 'उवसमणया" शब्द.. "उपशम" श.६. देखो “ उपशम" शब्द. Vide. "उवसमणया" क. प. ५, १; ___Vide. “ उपशम" क. ५० ५, ६५; Vide. "उपशम" क उपसमि.त्रि. ( उपशमिन् ) पिशभिः उवसामणया. स्त्री. ( उपशमन) शान्ति 8. राम समरितवासी उपशम सम्यक्त्ववाला. शमति. शांति; उपशम भाव. Ascetic One possessed of Upasama renunciation; calmness; freeSamyaktva (i. e. subsidential dom from passions. भग० ३, १; right belief ). क. गं. ५, २५; उवसामणोवक्कम. पुं० ( उपशमनोपक्रम) उपसमिय. पुं० ( औपशमिक ) मोहनाय- मन ५शभावानाभ-याल. भनी प्रतितो 6पशम. मोहनीय कर्म की कर्म को उपशम करने का उपक्रम-श्रारंभ. प्रकृति का उपशम. Subsidence of Commencement of affort to Mohaniya Karma. (२) 6५शम assuage Karnma. ठा० ४, २; नियन-यापशमि माप. उपशम निष्पन्न उवसामियव्व. वि. (उपशमयितव्य) ९५शम भाव. calmness of mind born ४२॥. उपशम कराना. Causing of that subsidence. अणुजो० ८८; . subsidence of Karma कप्प०६,५६; १२५, भग० १४, ७, १७, १; २५, ६, | उवसेवण. न० ( उपसेवन ) सेप। १२वी. (३) त्रि. शांत. शांत. free from pas- | सेवा करना. Attending upon; sions; calm. सू. न. १, ३४४; । rendering service to. प्रव. २७४; उपसमियव्व. त्रि० ( उपशमितम्य) 31- | | उवसोभमाण. पुं० (उपशोभमान) शालाय. पते. उपशम करना. Assuaging; भान. शोभायमान. Beautiful; charmcausing to subside. वेय. १, ३३, | ing. नाया० १३, भग० २. १; ७, ३; कप्प.६, १६% उवसोभित्र-य. त्रि. ( उपशोभित)शामितुं उवसामत्र. पुं० ( उपशामक) मनायना यमेगुं. शोभनीय बना हुआ. शोभित. ૨૪ પ્રકૃતિને ઉપસમાવી ૧૧મે ગુણસ્થાને Beautified;adorned;made beauपत्तमान ७५. मोहनीय कर्म की २८ प्रकृ. tiful. " कविसीसएहि उवसोभिए " राय० तियों को शमन कर ग्यारहवें गुणस्थान में | " हारबहार उवसोभिए " राय. जं. प. विचरता हुश्रा जीव. A soul in the | १, ११;नाया० १; Page #303 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवसोभेमाण ] ( २६७ ) [उवहाण उवसोभेमाण. पुं० ( उपशोभमान ) शामतो. रूपसे ग्रहण करने का अभिग्रह -नियम विशेष. सुंदर; सुशोभित; शोभायमान; खूबसूरत. A kind of vow to eat only Beautiful; appearing beautiful. that food whch is placed in a नाया० १; ११; १५; भग० २, १; १५, १; dish. वव. १, ४४, ४५; ( २ ) जं०प० २, १६; वासभा ढेडुं-पीरसेलुं. बरतन में निकाला उवसोहिय. त्रि. ( उपशोभित ) शासवाएं. हुश्रा-परोसाहुआ. served in a dish. सुंदर;शोभामान्. Beautiful;lustrous; handsome. नाया. १; ६; सु० च० १, Vउवहण. धा• I. ( उप+हन क० वा.) ५१; जं० ५० ५, १६६; नाश पामj. नाश पाना. To perish; उवसोहिय. नि. ( उपशोधित) निर्भर ७२० to be destroyed. उवहम्मइ. क. वा. पिं . नि. ६२२; दश. शाधेय. शाधाहुआ. Purifed. नाया० १; ७, १३; Vउव-स्सय. धा०I.(उप + पा+श्रि) पेशj. उवहम्मंति. भत्त० १३५; घुसना. To enter; to resort to. उवहति. स्त्री. ( उपहति ) व्यायात--मंतर. उवस्सए. निर० ३, ४; अन्तर; फर्क; Destruction; break उपस्सन-य. पुं० ( उपाश्रय = उपाश्रीयते of continuity. विशे० २०१५; सेव्यते संयमपालनाय शीतादित्राणार्थ वा यः Vउवहस. धा० [I. ( उप + हस् ) स: स तथा.) साधु सापाने त्यानुं स्थान; भ२४२॥ ४२वी. हसना; दिन्नगी करना; मजाक Bाश्रय. साधु साध्वीके रहनेका स्थान करना. To laugh at; to joke. उपाश्रय. A Jaina monastery. उवहसे. दस० ८, ५०; । अाया० १, १, ३, १५, २, १, १, १, २, ४, | उवहसंति उत्त० १२, ४; २,१३८; नाया० १४; १६; नाया. धराय. उपहसिहिति. भग० १५, १: २३५; निर० ३, ४, उत्त० २, २३, ३५, उवहसि. त्रि. ( उपहसित ) सी लाय. ५; पण्ह० २, ३; अोघ. नि. भा. १७; हसा हुआ. Laughed at; ridiculed. दस० ७, २६; वेय. १, १४; वव० ६, ७ तंडु. ८, २: दसा० ७, १; निसा० ८, १२; | उवहाण. न. ( उपधान = उप समीपे धीयते कप्प० १, २४; प्रव० ५४४; गच्छा . १४; क्रियते सूत्रादिकं येन तपसा तदुपधानम् ) उवह अ-य. त्रि. ( उपहत ) समां सनशन आदि ना२ ना त५. बारह ५राम पामेश-नाशपामेा. लोगों में | प्रकार के तप. Austerity of 12 पराभव पायाहुआ; नाश प्राप्त-विनष्ट. Des- kinds. ओघ. मि. भा० १६८; troyed; disgraced uniongst नंदी० ५०: उत्त० २, ४३; ठा० २, ३६ people. सु. च. १, २७; भग. ३, २; सम० ३२, पंचा० ६, ७; १५, २३; (२) विशे० ११५; आया. १, २, ३, ७६; ! ४२युत; विधान. करना; विधान. performउवहड. पुं० ( उपहत ) आसमां देख ance; doing. ओव० १८; (३) मासि. હોય તેજ વહોરવું એવો અભીગ્રહ વિશેષ. तकिया. & small pillow for the बर्तन में निकाल कर रखे हुए कोही भोजन | head. सु. च० १, ४४, ओघ. नि. ___Vol. I/38. Page #304 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवहाग ] २०५: ( ४ ) सूत्रनी वायना ३५२ तम २ ते सूत्र वांचने का तप करना. austerity performed after reading Sūtras. प्रव० २६८० - पडिमा स्त्री० ( - प्रतिमा ) उपधान-तय विशेषता मलिग्रह २. उपधान-तप-विशेष का अभिप्रह करना, नियम करना a vow to perform the austerity known as Upadhāna. ठा० २, ४, १, ओव ० - सुय. न० (-श्रुत=महावीर सेवितस्योपधानस्य तपसः प्रतिपादकं श्रुतं गन्थः उपधानश्रुतम् ) उपधान श्रुत नामनुं आयारंगनुं भुं अध्ययन उपधान सूत्र नाम का आचारंग का आठवां अध्याय the Sth chapter of the Acharanga Sutra, styled Upadhāna Sūtra. ठा० ५; सम० ५; उवहाणग. न० (उपधानक ) गोसी . तकिया. A pillow. प्रव ६८४; उवहाणवंत. पुं० ( उपधानवत् = उपधीयतेउपष्टभ्यते श्रुतमनेनेति उपधानतपस्तद्विद्यते यस्यासौ उपघानवान् ) उपधान-शास्त्रવાંચન નિમિત્તે તપર્વિશેષ, તેનું કરનાર. शास्त्रवाचन के लिये किये जानेवाले तप विशेषको करने वाला. One who practises the austerity known as Upadhana with a view to study the scriptures. "वसे गुरु कुलाश्चं जोगवं उवहाणवं" उत्त ० ११, १४; ३४, २७; सूर्य० १, २, १, १५; उवहार. पुं० ( उपहार ) भेट; णक्षीस. भेंट पारितोषक; इनाम. A gift; a present. पहासमुदावहारेहिं सव्वधो नेया " कप्प० ३, ३४; पराह० १, २, उवहि. पुं० ( उपधि = उपधीयते संगृह्यते । इत्युपधिः) वस्त्रधरैणां धरणार वगेरे उपधिः; पर; सामग्री वस्त्र, आभूषण, घरबार ( २६८ ) [ उवहिरा आदि उपाधि; परिग्रह; उपकरण. World - ly possessions, such as clothes, ornaments, house etc; material possessions; implements. भग० १२, ५; १७, ३; १८, ७; निसी० २. ५६; १२, ४७, १६, २५० नि० भा० २६; २६ ० नि० ६८ दस० ६, २, १८; १०, उपट. १, १६; श्राया० २, ३, २, १२१; सम० १२; उत्त० १२, ४, १६, ६६ २४, ११; श्रोव ० २०; प्रव० ४६८; ( २ ) भाया; माया; कपट fraud; deceit. परह० १, २, — धोश्रण न० (- घावन) उपधि-वस्त्राहि योवा ते वस्त्रादिकका धोना. washing, cleansing of clothes etc. प्रव० ३०; - पश्चक्खाण. न० ( प्रत्याख्यान = उपधिरूपकरणं तस्य रजोहरणमुखवस्त्रिकाव्यतिरिक्तस्य प्रत्याख्यानं न मयाऽसौ गृहीतव्य इत्येवं रूपा निवृत्तिरुपधिप्रत्याख्यानम् ) उपधि-वस्त्रपात्र आह ७५:२णु-तेने त्याग - परिहार, वस्त्र, पात्र आदि उपकरणों का त्याग परिहार ahan donment of material possessions such as clothes, vessels etc. उत्त० २६, २३ - विउस्सग्ग. पुं० ( - व्युत्सर्ग) वस्त्र पात्र आदि उपधिने। परित्याग. वस्त्र, पात्र आदि उपाधि का परित्याग. abandonment of such material possessions as clothes, vessels etc. भग० २५, ७ व ० उवहिय. त्रि० ( उपहित ) अर्पणुउरेल; पासे भुल. अर्पित: अर्पण किया हुआ; पास में रखा हुआ. Offered for acceptance; placed near विशे० ६३७; भग० १, ६; उवहिय. पुं० ( औषधिक) भायावडे पाने ढांना२. माया -छल कपट के द्वारा पापको ढांकने वाला. One who deceitfully For Private Personal Use Only Page #305 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवाइकत] ( २६६ ) [उवाय-श्र hides his sin. नाया० २, उवाणह. पुं० (उपानद्द ) ५२; . उवाइक्कंत. त्रि० ( उपातिक्रान्त ) व्यतीत जूती का जोडा. A shoe; a pair of थयेस; ५सार थ/ गया. गया हुआ; व्यतीत. ___shoes. " तिगिच्छमाणहावाए, समारंभं Past; gone. अाया० १, ७, ४, २१२; च जोइणो" दस० ३, ४; पण्ह० २, ५; उवाइकम्म. सं. कृ. श्र० ( उपातिक्रम्य) सूय. १, ४, २, १; प्रव० ४३८; धन शन; आधी. उल्लांघ करके. | उवादाण. न. ( उपादान ) भुस्य सर. Having crossed or transgress- पहला कारण. मूल कारण. Primary or ed. आया. १, ७, १, २००; २, ८, १६३;/ _material cause. विशे० १२२६; (२)परिक्षा२ ४शन; त्याग रीने. त्याग करके | उवादेय. त्रि० ( उपादेय) पाय-मा६२५।छोड करके. having abandoned; यो५ वस्तु. उपादेय-ग्रहण करने योग्य. having given up. आया०२,२,३,१००; Acceptable; worthy of being उवाइय. त्रि. ( उपायित ) यायेगुं; ७२ढं. ___uccepted. पंचा० ५, २०; मांगा हुआ; इच्छित. Begged; soli. उवाय-अ. पुं० ( उपाय ) 314; साधना cited; desired. "उवाइयं उववाइत्तए" प्रती२. उपाय; साधन; तरीका. A means; नाया० २; विवा० ७; (२) हेवनी सा२।- a remedy; an expedient. “विणयं घनाथा प्रात थयेय. देवकी आराधना करने पिजो उवाएणं चोइनो कुप्पइनरो" दस० से प्राप्त. got by propitiating ६, २, ४, " एगं च दोस चतेहव माह, a deity. ठा० १०, १; -सेस. त्रि० उद्धृत्तकामेण समल जालं । जे जे उवाया (-शेष ) पानां पहुं; मान पात शेष पडिवजियव्वा, ते कित्तइस्सामि अहाणु २४ खात खात बचाहुपा (the portion पुचि " उत्त० ३२, १; विशे० ५५७; ओव० of food) which has remained in ठा० ४, ३, नाया० १; ६, ८; १२; सूय०१, the dish after one has taken ४, १.२; दस० ८.२१ पन्न०३६ (२) his fill. अाया. १, २. १, ६७; युति. युक्ति. a scheme; a plan. उवाइय. पुं० (*) बाण दियवा 04. सू० ५० १; -झाय. पुं० ( -अध्यायक) तीन इन्द्रिया वाला जाव. A three- પિતાના અને પારકા હિતને ઉપાય ચિંતવ sensed living being. पन्न. १; ना२ अपने और दुसरे के हितका उपाय उवागअ-य. त्रि. ( उरागत ) प्रति श्रयेसः | सोचने वाला. one who retlects भेगवे३. पाया हुश्रा; प्राप्त. Got: acquir- upon the means of securing ed; obtained. जं. प. ओव. १०, his own well-being as well as नाया० १; ; १४; १६; भग० १५, १; that of others. विशे० ३१६६; उवाचिय. त्रि. ( उपाचित) मरेस; व्यात. --पव्वज्जा. स्त्री० (-प्रव्रज्या ) शु३नी सेवा भरा हुआ; व्याप्त. filled; full; perva- रीहीक्षा देवी ते. गुरुकी सेवा कर दीक्षा ded by. नाया० १२; war. taking of Dīkņā after * नुमा ५४ नगर १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #306 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवाय - ] ( ३०० ) rendering service to a precep १, ६; ३; २, १०; ६, २; १२, ५; १३, ४; २०, २ tor. ठा० ३, २ उवाय श्र. पु० ( अवपात ) आर्यन | उवासश्र - य. त्रि० ( उपासक = उपासते निर्देश-यज्ञा. आचार्यकी आज्ञा. The सेवन्ते साधूनित्युपासकाः) उपासना ८२नार; सेव उपासना करनेवाला; सेवा करने वाला; सेवक. ( One ) who worships or serves or waits upon निसी० ८, १२; पिं० नि० १५८; ४६४; उवासग. पुं० ( उपासक = उपासते सेवन्ते साधूनित्युपासकाः) साधुनी उपासना करनार; श्री. साधुकी उपासना करनेवाला; श्रावक. One who renders service to an ascetic; a Jaina- layman. उवा ० १, ७०; २, १२३; उत्त०३१, ११; सम०११ ; ( २ ) धर्म सांजवानी अभिलाषावाणा. धर्मोपदेश सुनने की इच्छा वाला. one desirous of learning religious truths from a Guru. भग● ५, ४; -- पडिमा स्त्री० ( प्रतिमा = उपासकाश्रावकास्तेषां प्रतिमाः प्रतिज्ञा अभिग्रहविशेषाः उपासक प्रतिमाः ) उपासनी - श्रावनी ११ पडिमा श्रावककी ग्यारह प्रतिमाएं. the 11 vows of a Jaina-layman. पंचा० १०; १; आव० ४, ७ नाया० ५; दसा० ६,१, २, उवासगदसा. स्त्री० ( उपासकदशा = उपाश्रावकास्तद्गतासुव्रतादिक्रियाकलापप्रतिबद्ध दशा श्रध्ययनानि उपासकदशाः ) ઉપાસક શ્રાવક્રના અધિકારના દશ અધ્યયન જેમાં છે એવા સાતમાં અંગસૂત્રનું નામ; पासा सूत्र उपासक श्रावक के अधिकारके जिसमें दश अध्याय हैं उस सातवें अंगरूपका नाम; उपासगदशा सूत्र. Name of the 7th Anga Sutra dealing with the duties of a Jaina layman in 10 chapters. उवा० १०, २१५; अणुजो० ४२; नंदी० ४४; ५१; सम०१; ; सका: order of a preceptor सू० १, १४, १ ( २ ) पडे. खड्डा; गड्ढा. a pit; & ditch श्राया० २, १, २, २७; जीवा ० ३, ३; परह० १, १; उवायण. न० ( उपायन ) भेट. भेंट; पारितोषक. A gift; a present सु०च०८, ४६; ( २ ) यायना रवी; भागशी ४२वी. मांगना; याचना करना praying for ; asking for; solicitation. विशे० १८७८; उवायमाण. त्रि० ( उपायमान ) पुत्र व्याहिनी यायना उरतो-ती-तुं पुत्र या पुत्री की याचना करता हुआ वा करती हुई Praying for, begging for a son or a daughter. नाया० २; १७; re उचालंभ. पुं० ( उपालम्भ = उपालम्भनमुनालम्भः ) पडे। आप तेलो. उपका देना; उलाहना. A rebuke; a proach; & reprimand. पिं० नि० मा० ४५; विशे० २४८; ठा० ४, ३; उवास. पुं० ( श्रवकाश ) अवाश भाश अवकाश; श्राकाश; खाली जगह Vacant space, sky. भग० १, ६; वद० ७, १८; ( २ ) उपाश्रय; निवास स्थान. उपाश्रय; जैन साधुओं का ठहरनेका स्थान & Jain monastery. निसी० १७,२०; - अंतर. न० ( - अन्तर ) घनवा तनवा वगरेनी वस्येनुं खङाश; आंतरारूप आकाश घन वात विलय और तनवात विलयके वीच का आकाश. intervening void space. एएसुणं सत्तसु उवांसंतरेसु सन्ततणुवाया पट्ठिया ठा० ७ २, ४, निसी० ६, १२; वव०८, १९ पन्न० १५; जीवा ०३, १; भग० "" [ उवास गदसा For Private Personal Use Only Page #307 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवासिया] ( ३०१ ) [उवट्टण उवासिया. स्त्री० ( उपासिका) सिriत साल- उवहलिय. पुं० ( * ) अनंत य जवानी -छाबासी खी; श्रापिडा. सिद्धान्त विशेष; 3. भूसनी मे Mत. कंद मूल की सुनने की इच्छा रखने वाली स्त्री; श्राविका. एक जाति; अनंत कायरूप वनस्पति विशेष. A woman desirous of learning A kind of bulbous root.भग०२३,३; religious truths from a precep. उवेहिश्र. त्रि. ( उपेक्षित ) अपेक्षा रेस. tor; a Jaina-layworman. भग. ५, उपेक्षा किया हुआ; जिसकी पर्वाह नहीं की वह. Neglected. सु. च० ५, १००; उपाहण. पुं० ( उपानह) ५२मुं; पास. जूता. A shoe; a pair of shoes. *उव्यकिउं. अ. (उदीर्य) मोगावीत. उगार करके Having reduced to a "छत्तो वाहण संजुत्ते, धाउरत्तवत्थ परािहिए" semifluid condition by mastiभग० २, १; अणुत्त० ३, १; उवाहि. पुं० ( उपाधि) उपाधि; विशेष. _cating etc. सु० च• ६, ५५; उपाधि; खिताब; विषेशण: पदवी. World. | उव्वट्ट. पुं० ( उहत ) ना२४॥ अने वताना Jy fetters: attachment to world. लय पुरे। शमी गतिमानते. नारकी ly objects; a title; an epithet. और देव भव को पूरा करके दूसरी गति में पाया. १, ३, १, १०६; जाना. Passing into another state उविश्व अ. त्रि. ( उपेक्षक ) अपेक्षा ४२नार; of existence after completing मह२४१२. उपेक्षा करने वाला. Neglect one's term of existence as a ful; indifferent. गच्छा० २८; celestial or hell being. विशे० उविक्खा . ना. ( उपेक्षा) अपेक्षा. उपेक्षा. २७४८; ( २ ) 08043 यीश ६२ Neglect;indifference;contempt. ४२५ ते; 8५८ ४२ ते. पिठी के द्वारा पंचा० १८, ३४; चिकनाहट दूर करना; उवटन करना. rubउविच्च. अ० ( उपत्य) प्रारीन; भेजयाने. bing the body with perfumes; प्राप्त करके; पा करके Having got or l'emoving oiliness by kneadobtained. उत्त० १३, ३१; ing with a fragrant substance. विशे० २६१४ उवीला. स्त्री० ( अवपीडा = अवपीडनं परेषा मित्यवपीडा) ५२ने पा51 mपीते. दूसरे /उवट्टण. न. ( उद्वर्तन ) मनी टुं. का दुःख देना. Giving pain or trou- સ્થિતિને અધ્યવસાયવિશેષથી લાંબી કરવી _ble to others. विवा०६; पण्ह० १, ३; ते कर्म की अल्प स्थिति को अध्यवसायविशेष उवे. त्रि० ( उपेत ) युक्त; संयुत; सहित से दीर्घ काल की करना. Lengthening संयुक्त; सहित; साथ. Accompanied the duration of Karnius by with; joined with; possessed of. meditation. विशे० २५१४; (२) खरी " पत्त पुप्फ फलावेए " उत्त• ६, ६; संपाये भईन ४२j ते. उलटे रुएँ की ओर * जुमओ पृ४ नम२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #308 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उव्वट्टणा] ( ३०२ ) [उव्वत्त - से मर्दन करना. net of massagings and taking another birth. भग. or rubbing ( anything )! 93, 9; against the grain. दस० ३, ५, उव्वट्टित्ता. सं. कृ. अ. ( उद्वर्त्य ) नाहि उवा० १, २६; १०, २७७; गच्छा. ११३; | માંથી બહાર નિકલીને; નરકાદિ ભવ પુરો ( 3 ) ५४ ३२j ते. करवट बदलना.. रीन. नरकादि में से बाहिर निकल कर; turning from one side to an नरकादि भव पुरा करके. Having other ( in a lying posture ). finished one's term of life in श्राव० ४,४; hell etc. i. e. having come उव्वट्टणा. स्त्री. ( उद्वर्तना ) यता भने out of it. भग० १५, १; નારકી નો ભવ પુરો કરી બહાર નીકળવું તે. | उव्वाट्टय. त्रि० ( उद्घर्तित ) २४ महिना देव और नारकी के भवको पुरा कर बाहर निक- लव युरे। ४।६।२ नी सेस. नरकादि गतिलना. Coming out, emerging सम्बन्धी भव पूरा करके बाहिर निकला हुआ. after completing one's term ( One ) who has come out of of existence as a heavenly or hell etc. after finishing the hellish being. प्रव० ११३६; ( २ ) term of life there. “पाउक्खएण ट; मन विशे५. उवटना; मलना; उबहिया समाणा" प्रव० ११०३; परह. मालिश करना. anointing: smear- १, १, ३, क० प० २, २६; (२) Gej ing rubbing. नाया० १३; विवा० १; रेस; पायोलेन. उबटन किया हुआ पीठी भग० ११,१: 1६, ३, २१, १; ३५, २; चिपडा हुआ. rubbed with a per--श्रालिगा. स्त्री. ( --श्रावलिका) भनी fumed substance; kneaded with ટુંકી સ્થિતિની લાંબી સ્થિતિ કરવી તે a perfumed substance. ( ३ ) ઉના તેની આવલિકા સમયવિશેષ. ५६भ्रष्ट. थयेस. पदच्युत; पदभ्रष्ट. deposकर्म की छोटी प्रकृति की लंबी स्थिति करना, ed; dethroned; degraded. jis são उद्वर्तना-उसकी आवलिका-समय विशेष. ४२०; the particular moment of उठवण भोग. पुं० ( उल्वण भोग) ४८ prolonging the duration of भाग. उक्तटभाग. Keen enjoyment. Karme. क. प० २,३; पंचा० २, उव्वट्टणावय. त्रि. ( उद्वर्तनाकारक )| उव्वत्त. पुं० ( उद्वर्त्त ) भी निदान पी:। शना२. उबटना. उवटन कराने वाला. સંથારો કરનાર સાધુની યાવચ્ચ કરનાર (One) who gets smeared or નિર્ધામક સાધુનો એક વર્ગ કે જે રોગીને rubbed the body with a kind of ઉના-પાસું ફેરવવું વગેરે રૂપે શુશ્રષા કરે. fragrant unguent. निसी० ६, २४; रोगी, ग्लान या संथारा करने वाले साधु उव्वट्टावयव्य. त्रि. ( उद्वतितव्य ) २४. की वेयावच करने वाला निर्यामक साधु का हिनो मथुरे। ५२१ ना. नरकादिक एक वर्ग, जो रोगी की उद्वर्तना-करवट का भवपूर्ण करके निकलना. Finishing लिवाना मालिश करना आदि शुश्रुषा करता one's term of life in hell etc. | है. A class of ascetics who Page #309 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उचरिय] ( ३०३ ) [ उव्वुज्झमाण attend upon and render ser मन वाला. troubled or ngitiated vices to other Sädhus who in mind. नाया. १७; are sick, troubled etc. or who उव्विद्ध. त्रि. ( उद्विध्ध ). उंडाः गहरा. are performing Santhārī; e... Deep. श्रोव नागा० १; जं. ५० ५, by helping a sick Sūdhu to ११५; (२) अति ; यु. ऊंचा. lofty; turn oevr from one side to raised; high. सम० प० २३६: भग० another. प्रव०६३६; ६, ३३; पराह. १, ४; उव्वरिय. त्रि. ( उर्वरित ) माला ये | उबिह. पुं० ( उद्विध ) गोशाबाना भुस्य ५. आहार का एक दोष. A fault श्रावन नाम. गोशाला के मुख्य श्रवक का connected with food. पिं० नि. नाम. Name of the principal २२७, पंचा० १३, ८; (२)हूं आदेश. जुदा । ___layman of Gosila. भग० ८, ५; किया हुआ. set apart; separated. | उब्विहिय. त्रि. ( उद्विन्द्ध ) १३. ऊंचा पंचा० १३, ८, 1 a. Thrown up; tossell up. उव्वलण. न. ( उद्वलन) उटी काडी- भग० ५, ६; ये मन ४२; मान री मत तारयुं. उन्धीढ. त्रि० ( उद्वद्ध ) 3 ५५१२१ ३४ . उलटे रुएँ की ओर से मर्दन करना. Rul) | ऊंचा फेंका हुआ. Th) : tosseal hing perfumed unguent up; shor mp. भग० १८, ३: on the body against the grain; / उबीलश्र-य. पुं० ( अपव्रीडक-लजगा rubbing and cleaning the अतिचारान् गोपायन्तमुपदेशविशेषैरप body with perfumes etc. अव० वीडयति-विगतलजंकरोतीति अपनीडकः) ३१, नाया. १३; क. प० २, ५८; આલેયણના લેનારને લજજા થતી હોય તે काप, ४,६१%B समान २५२ना२. बालोचना करनेवाले उव्यलणा. स्त्री० (- उद्वलना-उद्धर्तन) 31. को यदि लजा लगता हो तो समझाकर उसे Aj. खालना. Act of unfolding दूर करनेवाला. One who reasons or unwinding. क. प० २, ६१; with rund removes the souse उब्बिग्ग. त्रि. ( उद्वेग्न ) । पामेन; of shame felt by i person Aशत थये. अशांत; उद्वेगयुक्त. Vexel, confessing his sins. भग० २५, ७ troubled; agitatell. “जम्म मच्चु | ठा, ८, १; भउब्धिग्गा दुक्खस्संतगवेसिणो' ज. | उव्वीलेमाण. त्रि. (अवपीडयन् ) प.. प० ३ ५८; ओव० २१; नाया० १; ३; ४; Digjaar 91. Troubling; tflict६; १६; १७; परह. १, १; जीवा० ३, १; ing. “पंथ कोहिय उालेमाणे २ विहिंसे भग. ३, १; ६, ३३; १२, १: १८, २; माण २ विहरह" टा. ८: विवा० १; पन्न. २; नाया० ध० सु. च. 1, २२६; | उव्वुज्झमाण. त्रि. (उपोह्यमान ) पाटीया उवा०५, २५६; ज. प. ३, ५८%, उत्त. ३५२ मेसी तरतो. पटिये पर बेठकर तिरता १४, ५२; -मण. त्रि. (मनस ) ग- gar. Swimming upon a wooden युत मनवा. उद्वेगयुक्त मन वाला; चिंतित | board. "ततेणं अहं उन्झमाणे रयण Page #310 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उव्वेश्रग्गह ] ( ३०४ ) [उसन दावं तेण संवुढे" नाया० १; ८; १५, १; राय. ११५; अविा० ३, ४, उव्वेअग्गह. पुं. (उद्वेगग्रह ) वा उत्पन्न जं. प. १, १२, ७, १७४; अणुजो० थाय मे। रोग. जिससे उद्वेग उत्पन्न हो | १३४, ठा० २, ३; ऐसा रोग. A disease or an ail- | उव्ह लिया. स्त्री. ( * ) म सतना ment giving rise to anxiety वनरपति. उव्वेहणिया नामक एक वनस्पति. and alarm. जीवा० ३, ३; A kind of vegetable growth. उव्वग. पुं० ( उद्वेग ) म ग; मे. उद्वेग; | सूय० २, ३, १६; खेद; चिंता. Mental affliction; | उसराण. पुं० (श्रवसन) संयमयी या 3. संय mental agitation. भग० ३,५; ठा० 3; | मसे थका हुघा. Fatigued, exhaustउव्वेय. पुं० ( उद्वेग ) व्यासता; 61. ed on account of uscetic prac. व्याकुलता; चिन्ता; घबडाहट; उद्वेग, Agi- tices; tirod of ascetic penance. tation; perturbation; mental निसी० ४, ३५, ३६ distress.नाया० १; उसराण. अ० ( * ) महाटे लागे; प्राये. उब्वेयण. त्रि. ( उद्वेजनक) ॥ १२॥२. बहुधा; प्रायः; Mostly; to u great उद्वेग करने वाला. Causing distress extent. पन. ८, भग० ७, ; ओव. or misery; giving rise to pain २०; वव. १, ३४; and sorrow. पराह , १, १; उप्तएहसागरणश्रा. स्त्री. (उच्चणलचिणका) उन्धयणकरि. त्रि. ( उद्वेजनकरिन् ) B અનન્ત વ્યવહાર પરમાણુ ભેગા થવાથી ४२ना२. उद्वेग करने वाला. ( One) he- બનેલા -ન્હાનામાં ન્હાના રૂંઘની સંજ્ઞા; ઉદ્ધ coming angry; ( one ) causing शेषन। ६४ मे भाग. अनंत व्यवहारिक पर. distress or pain of mind. 49. पाणुओंके एकत्रित होनेसे बने हुए छोटेसे छटो स्कंधकी संज्ञा. A name given उव्वेयणग. त्रि. ( उद्वेजनक) मे “उच्च- to the smallest molecule made यण" ०.६. देखो “ उब्वेयण" शब्द. up of innumerable atoms; Vide “ उव्वेयण. " भग. ६, ३३: । 1/64th part of an Urdhwa पण्ह. १, १; Renu. भग० ६, ७; उव्वेयणिय. त्रि. ( उद्वेजक) शारी. उसएहसरिहा. स्त्री. (उत्क्षणलक्षणिका) उद्वेग करने वाला. Distressing; | जुमा ५ो रा५६. देखो उपरका शब्द painful; full of misery. "असुईए। ___Vide above. अणुजा. १३४; उव्वेयणियाए भीमाए गम्भव सहीए वसि | उसत्त. त्रि. ( उत्सत) 8५२ मांधेस. ऊपर यवं भविस्सइ" ठा० ३, ३; atur par. Bound or attached to उव्वेह. पु. ( उद्वेध ) भीनमा ; . the top. ओव. पन्न. २; राय०५८ पा. गहराई; उंडाई. Depth. भग० २, | उसन्न. अ. ( * ) मापुसता; प्राये. ** गुमो १४ नगर १५ नी ५ट नोट (s). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #311 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उसभ] ( ३०५ ) [ उसम बहुलता; अधिकता; प्रचुरता. Mostly; | to a great extent. ठा० ४, १; ---तस्सपाणघाति. त्रि, ( -सप्राणघातिन् ) बणे भागे त्रस प्राीनी यातना १२ना२. अधिकतर त्रस प्राणीकी घात करने वाला. mostly destroying or killing mobile living beings. दसा० ६, १; -संभारकड. त्रि. ( -सम्भारकृत ) प्राये मना सारथी प्रेशयेस; भारे भीपणाथा प्रेयेस. प्रायः कर्मके भार से दबा हुआ; कर्म के भार से प्रेरित. mostly urged by a heavy load of Karma. दसा० ६, १; उसभ. पुं० (वृषभ ) शाश्वती मे नि प्रतिभानुं नाम शाश्वत-निरंतर रहने वाली एक जिन प्रतिमा का नाम. A perma. neut idol of a Tirthařkara. जीवा० ३, ४, कप्प. ३, ४४; उसभ. पुं० (ऋषम-ऋषति गच्छति परमपद. मिति ऋषभः) प्रथम ती५४२; *पहर २वाभी. पहले तीर्थकर श्री ऋषभदेव स्वामी. The first Tirthankara; RisabhadevaSwami. पाव. २, ४, भग. २०,८; सम० २३, २४; ज. प. ५, ११५; अणुजो० ११६; पंचा० १६, ८; सम० ए० २३४: (२) त्रि. त्तम; श्रेष्ठ. उत्तम; सर्व श्रेष्ठ. highest; excellent. ठा० ४, २; (३) पुं० ५-६२मा गनु नाम. पंद्रहवें कुलकर-नेताका नाम.name of the 15th Kulagara i. e. a great leader | of men. जं. प. (४) m; ल. बैल. an ox. भग० ११, ११, १६, ६; अशुजो० ४७; अोव० जं. ५० राय० ४३; नाया० १; , (५) मशीयारमा मारमा वसोनाछन । थि-. ग्यारहवें, बारहवें देवलोक के इन्द्र का चिन्ह. the emblem of the In-| Vol. II/39. dra of the 11 th and 12th Devalokas. ओव० २६; (६) पहना यित्र वाटुं वस्त्र अथवा सासर ऐसा वस्त्र या पाभरण जिस पर बैल का चित्र हो । cloth or an ornament bearing a picture of all ox जीवा० ३, ३६ (७) यामाना पाटी. चमड़े का पट्टा. ॥ leathern belt. जं० प० सम० प. २२६, पन्न० २३; -पासण. न. पुं० (-पासन) मगहना सारनं यासत. बल के आकार का आसन. an ox-shuped seat. जीवा० ३; --कंठ. पुं. ( -कण्ठ) मे गत २त्न. एक प्रकार का रत्न. u kind of gem. राय० १२१; -कंठग. पुं० ( - कण्ठक) मे गत २त्त. एक जात का रत्न.ukind ofreim. “उसभकंठगणसम" जीवा० ३, ४; --कूड. पुं० (-कूट ) मे तनुं नाम. एक पर्वत का नाम. name of a mountain. जं०५० १,१७; ६, १२५; (२) सिन्धु. કુરની પૂર્વ ગંગાકુડની પશ્ચિમે નીલવન્ત પર્વતના દક્ષિણ કાંઠે ઉત્તરાદ્ધ કછવિજયમાંનો આઠ એજનનો ઊંચા એક ફૂટ-શિખર. सिन्धुकुंड के पूर्व की ओर गंगा कुंट की पश्चिम दिशा में नीलवंत पर्वत के दक्षिण कि नारे पर उत्तरार्द्ध कच्छविजय में का पाठ योजन ऊंचा एक शिखर. ame of a lofty peak eight Yojanas in height in the northern half of Kachchha Vijaya, to the south of Nilavanta mountain, to the west of Gungā Kuna and to the east of Sindhu Kunda.जं०प० १, १५; -नाराय. पुं० (-नाराच ) शुमा " उसभनारायसंघयण" श६. देखो "उसभनारायसंघयण" शब्द. vidle " उ. Page #312 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उसमदत्त] ( ३०६ ) [उसह सभनारायसंघयण " भग० २४, १; ठा० ६, | Usuyarnagara. " उसुयारणयरे १; ---नारायसंघयण. न० (-नाराचसंह- | उसभदत्त गाहावइ" विवा० ४, नन ) मा आना सांधा पाटा मेवा | उसभपुर. न० ( ऋषभपुर ) से नामर्नु नगर પદાર્થથી વિંટાયેવ અને મર્કટ બંધથી કે જેમાં તિષ્યગુપ્ત નામે એક નિન્દવ થયા. બંધાયેલ હોય તે સંઘયણ; છ સંઘ- एक नगरका नाम जिसमें तिष्यगुप्त नामक यशुमानु मा संघषण. जिस में शरीर की एक निन्हव हुए थे. Name of a town हड्डियों के जोड़ पट्टेके समान वस्तु से लिपटे which was the native place of हुए और मर्कट बंधन से बंधे हुए हों वह a Ninhava named Tişyagupta. संहनन; छह संहननो में से दूसरा संहनन. ठा० ७, १; विवा० २; u physical constitution in | उसभसेण. पृ. ( ऋषभसेन ) महेwhich the bones are wrapped સ્વામીના ચોરાસી હજાર સાધુઓમાના round ly sinews as hard as भुण्य साधु. ऋषभदेवस्वामोके चारासी हजार stone and fastened together साधुओं में के मुख्य साधु. The chief tightly by Marakata Bandha: of the 84 thousand Sadhus of the 2nd of the six kinds of | Risabhadeva Swami, सम. ५० Sanghayaņa ( physical struc २३३; जं. प. कप्प० ७, २१३; (२) ture ). जीवा० १; --पत्ति. स्त्री ૨૦માં તીર્થકરને પ્રથમ ભિક્ષા આપનાર ગૃહસ્થ. (-पंक्ति ) महीनी स्ति. बैलोंकी पक्लि. वासवें ताथकर को प्रथम भिक्षा देनेवाला u series or line of oxen. गृहस्थ name of a householder भग. १६, ६ -ललियविकन्त. त्रि. who first of all gave alms to the ( ललितविक्रान्त) ३६ना मी सारी गति 20th Tirthankara. सम. प. २३३; पाणी. बैल के समान सुंदर गति वाला. pos- । उसभा. स्त्रा० ( ऋषभा) शाश्वती या२ प्रतिsessed of a gait beautiful like भासी पाखी प्रतिभानुं नाम. शाश्वती that of an ox. राय० ६२; -संठिय. चार प्रतिमात्रा में की पहली प्रतिमा का नाम. त्रि. (-संस्थित) पहना मारनु. बैल के Name of the first of the four श्राकारका. ox-shaped. भग० ८, २; permanent Pratimas. राय. १५४; उसभदत्त. पुं० ( ऋपभदत्त ) *महत्त्नामे -लद्धि. स्त्री० ( - लब्धि ) श्रासनी એક બ્રાહ્મણ કે જેના ઘરમાં મહાવીર प्राप्ति. उश्वासकी प्राप्ति. the attainस्वामी प्रथम याच्या ता. ऋषभदत्त नामक ment of (the power of ) inhal. एक ब्राह्मण कि जिसके घर महावीर स्वामी ing air. क. गं० १, ४४; प्रथम गये थे. Name of a Brahmana उसह. पु. ( ऋषभ = ऋषति गच्छति परमto whose Mabāvira Swami पदमिति ऋषभः) माहि तीर्थ:२: हेक्षा had visited first. भग० १, ३३; ता:२नु नाम. पहले तीर्थकरका नाम. कप्प० १, २; (२) उसुपार नगर निवासी Name of the first Tirthařkara. में गायापति. उसुयार नगर निवासी एक जं०प० नंदी० ४३; प्रव. ४; गाथापति. a merchant-prince of | उसह- पुं० (वृषभ) 15. बैल. An ox; Page #313 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उसहकूड] ( ३०७ ) [ उसिणमूय a bull. नाया० ८; १, ७, दसा० ६, ४; -उसिण. त्रि. उसहकूड. पुं. (वृषभकूट) से नामना । ( - उष्ण ) न. गर्म; उष्ण; ताजा. hot. પર્વત ગંગાકૂટ અને સિધુકુટની વચ્ચે निसी० १७, २५;-जोणिय. पु. (-योनिकयुवहिमवत पतने दक्षिण तटे छे. इस उष्णमेव योनिर्येषान्ते उष्णयोनिकाः ) नाम का एक पर्वत गंगाकूट और सिंधु कूटके योनिवासा 94. उष्ण योनिवाला जीव. बीच में और चूल हिमवंत पर्वतके दक्षिण की a. living being (female) with ओर है. Name of a mountain hot generative organ or woml). between Gangikūta and Sin- भग० ७, ३; -तेयलेस्सा . स्रो० (-तेजोdbukūta, to the south of Chula लेश्या) ने वेश्या गरम पनि ५ Himavanta. mountain. जं. प. લેશ્યા–તપના પ્રભાવથી ઉત્પન્ન થયેલ એક उसहसेण. पुं० ( ऋषभसेन ) । सन्धिया भीलने दी श. उष्ण " उसभ सेण" श६, देखो " उसम-सेण" तेजो लेश्या; अग्नि के समान लेश्या; तप के शब्द. Vide " उसभसेण" प्रव० ३०६; प्रभाव से उत्पन्न होनेवाली एक लब्धि जो उसा. स्त्री० ( उषा-अवश्याय ) १२: दूसरे को जला सके. hot and bright ४. अोस. Fog; dew. ( २ ) प्रभात. Lośyā; a spiritual attainment प्रातःकाल. dawn. “ तेजः परिहामिरुषा, (loy which a person can burn भानोरोदयं यावत् " जीवा० १; another to ashes ) yot by उसिण. पुं० न० (उपण-उषति दहति जन्तूनि- austerity. भग• १५, १: -परिसह. त्युष्णम् ) BY २५; ता. गर्मी; उष्मा पं० (-परिपह) ना-गरमीना परिसह स्पर्श. Hent: hot touch. (0) त्रि. गमा का परीषह; उष्णता सहन करने रूप तप. उनु; गरम. गर्म. hot. आया० १, १.६, ३३: bearing affliction caused by पन्न १: ३५; भग० २, २, ५, ६.६७८:१०, Theat. सम० २२; उत्त, २, ८; भग०८, १: १८,६; २०,६; दस ६, ६३; पिं. ८, –फास. पुं० (-स्पर्श ) ! २५श'. नि. ५५२; जावा. ३, १; उत्त० २, ८, ठा. गरमी; 2816 २५१॥ भनि। मे. गर्मी; आठ ४, ४; नाया. १९: प्रव० ३१; (३) पुं० प्रकार के स्पर्शों में से एक स्पर्श. heat; Bास; BIT. गरमी का मौसम. sum. lont touch; one of the 8 kinds of mer; hot season. प्रव० ८७५: touch. क. गं० १ ४५; -भोयण-उदग. न० (-उदक ) 3juiciी; गरम जाअ. न० (-भोजनजात ) Gना मानना पाणी. गर्म पाना. उष्ण जल. hot water. जत-.१२. गर्म भोजन उष्ण भोजन को "उसिणोदगंत तफासुयं पडिगाहेज संजए" एक जाति. a variety of food serv. देश. ८, ६: प्रव०. ८८८; पन्न. १; वेय. ed hot. वेय. ५, १२; -विकट. न. २, ५: पि. नि. भा० १८; नाया. १६: (-विकट) लघु पाणी; 8 अयित्त -उदगवियड. अ. ( -उदकविकृत ) पाणी. उकाला हुआ गरम जलः गरम वित-अयेत थये। पाली. अचित अचित्त जल. boiled water; life. पानी; जीवजंतु रहित उष्ण जल. hot less, sterilised water. कप्प. ६,२५; water rendered lifeless. निसी० | उसिणभूय. त्रि. (उष्णभूत ) भभूत. Page #314 -------------------------------------------------------------------------- ________________ यि ] ( ३०८ ) गर्म; उष्ण. Become hot; made hot. " उसिणे उसित भूए यावि होत्था Bhagu etc. अणुजो० १३१; उसुगार. पुं० ( इपुकार ) धातडी अंडमां દક્ષિણ અને ઉત્તર દિશાના વિભાગ કરનાર पराह० २, ५; सूय० १, ४, २८ पुड. पुं० (-पुट ) वासानो पडे। खस का पुडा. a bundle of roots of a fragrant plant named Andropogon Muricatus. नाया० १७; उसु. पुं० ( इषु) आशुः तीर; अभई बाण; हे से उसू पर्वत धातकी खंडमें दक्षिण और उत्तर दिशा का विभाग करनेवाला एक पर्वत. Nama of a mountain in Dhataki Khanda, situated between and separating the north and the south. ठा० २. ३; उसुअ. पुं० ( इषुक ) माजुने भाडारे माझउनुं भेड भरा. बाण के आकार का बालक का एक गहना A kind of ornament for a child. उसुपाइएहिं मंडहिं मावणं श्रहवणं विभूसेभि " पिं० नि० ४२३; उसुयार पुं० ( इषुकार ) ये नामनुं ठषुमार राजनुं नगर. इषुकार राजा के नगर का नाम Name of a town belonging to king Isukara. दिवा० ३; उत्त० १४, १; (२) प्रबुद्धार नगरीनो राल. इषुकार नगरी के राजा का नाम. the name of the king of Iṣukāra town. उगारणं एयरेउसभदत्ते गाहावई " विवा० १, १, उत्त० १४, ३; उलुवाल न० ( * ) . ऊखल. A wooden mortar used for cleansing grain from chaff etc. निसी० १३, ५; आया २, ५, १. १४८; ८८ "" 66 तीर. An arrow. भग० १, ५, ६, ७, ६: १८; १; १८,३, जं० प० ४, ४५; अंत ५, १; राय ० २५७; विशे० ३१४१; सू० १, ५, १, ८ उसुकारिज न० ( इषुकारीय) उत्तराध्ययनના ચાદમા અધ્યયનનુ નામ, જેમાં જીન્નુકાર રાન્ત કમલાવતી રાણી ભગુ પુરે હિત અને तेनी स्त्री तथा पुत्रानो अधिकार उत्तरा ध्ययन के चौदहवें अध्याय का नाम जिसे में इषुकार राजा, कमलावती रानी, भगु पुरोहित | और उसकी स्त्री तथा पुत्रों का वर्णन है. Name of the 14th chapter of Uttaradhyayana dealing with the king Işukara, the queen Kamalāvati, the preceptor | उस्स. पुं० ( अवश्याय ) सोस; हार; उसोवणी. स्त्री० ( अवस्वापिनी ) सामा માણસને ગાઢ નિદ્રા આવી જાય તેવી વિધા. ऐसी विद्या जिसके कारण सामनेवाले मनुष्य को गाढ निद्रा श्रजाय Art of hyp notising. सूर्य० २, २, २७, 33 भग० ३, २ उसिय. त्रि० ( उषित) निवास रेल रहे. निवासित; रहा हुआ; निवास किया हुआ. Dwelt; inhabited. श्राया० १, ६, ३, १८७ उसीर. पुं० (उशीर) पाणी; मे सुगंधि द्रव्य; वीरगुना भूल खस; एक सुगंधित द्रव्य; खस की जड. The fragrant root of the plaut Andropogon Muricatus. राय० ५६ जीवा० ३, ४ [ उस्स 66 *भुग्यो पृष्ठ नम्वर १५ नी पुटनोट (). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot - note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #315 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उस्स] ( ३०६ ) [उस्सीप्पणी श्रोस. Dew; fog: hoar-frost. bas knowledge of general "अप्पहरिएसु अप्पुस्सेसु" वेय०४,१; भग० rules and exceptions; (one ) १५,१;उत्त०३६,८५; विशे०२५७६; ठा०४,४; who knows the minute rules उस्मश्र. पुं० ( उछ्रय ) लावनी उन्नति. भाव of Sastras. प्रव. ५५०; की उन्नति; विचार की उन्नति. Subli उस्सरण. न. (*) मसता; 40मागे; पाये. mity of thought. पण्ह ० २, १; बहुलता; बहुत अधिक; प्रायः mostly; उस्सक्कण. न. ( उत्थवष्कण स्वयोगप्रवृत्त to a great extent. “उस्सरणमं. कालावधेरूर्व पुरतः प्वप्कणमारम्भकरण साहारा" भग० ७, ७; " उस्सरण लक्षण मुत्ष्यष्कणम् ) ने माटो र निर्माण संजया" निसी० ३; जीवा० १; भग०७, ६; કરેલ છે તેને ઉલંધીને તે કાર્ય કરવું તે. १५, १; -दोस. पुं० (-दोष-उत्सनमनु जिस कार्य के लिये जो समय नियत है उस परतं बाहुल्येन प्रवर्तत इत्युत्सन्नदोषः) समय के निकल जाने पर वह कार्य करना. दिसामा यी प्रवृत्तिवासो. हिंसादि में Doing an action after the time बहुत प्रवृत्ति रखनेवाला. one who is too fixed for it has elapsed. पिं० much given to the sin of killनि० २८५; (२) ये . ऊंचे कूदना. ing etc. भग० २.५, ७; leaping up; high jump. प्रव० उस्सएहसरिहा. स्त्री. (उच्छल वणश्लक्षिण१५७; पंचा० १३, १०; का) अनंत -यारि ५२।१५ मेगा था उस्सग्ग. पुं० ( उत्सर्ग) स याना थाने २५नी संज्ञा. अनंत व्यवहारी व्यापारने। त्याग. कायोत्सर्ग; शरीर के परमाणुओं के एकत्र होनेसे बने हुए स्कंध व्यापार का त्याग. Kausagga; con की संज्ञा. Name given to mole. templation upon the soul giv. cule made up of innumerable ing up all thoughts about the atoms. जं० प० २, १६; body. सम०६; ओघ. नि. ५५; प्रव. उस्सन्नं. (*) मा “ उस्सराण' शह. ७५; (२) माभूतहिना त्याग. मलमूत्रादि देखो 'उस्सरण' शब्द. Vide "उस्मरण" का त्याग. vetting rid of urine, पएह० १, १; सूय० २, २, ६५; । Holid exerements i. e.feces etc. ] उस्सप्पिणी. स्त्री. ( उत्सर्पिणी-उत्सर्पन्ति पंचा०३.२०: पिं. नि. भा. १५; अघि० । शुभाभावा अस्यामित्युत्सर्पिणीः) याता. नि. भा. ३१; भत्त० ४४; આરા પુરા થાય એટલે કાલ; દશ કેડા કેડી उस्लग्गि. त्रि. ( उत्सर्गिन) उत्सर्गभाग सागरापम प्रभारी यात ४१. उत्सर्पिण। તથા અપવાદમાગને જાણનાર; શાસ્ત્રીય काल; प्रगतिशील छह कालों के समूह का पारी नियमेन समा२. उत्सर्ग और नाम; दश कोडा कोडी सागरोपम वह काल अपवाद मार्ग को जाननेवाला; शास्त्रीय सूक्ष्म जिसमें सदा उन्नति होती रहती है. The नियमों को समझने वाला. ( One ) who æon of increase; the up * तुम पृ४ २०५२ १५ नी ५-नोट (*). देखो पृण नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #316 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उस्सयंगुण ] पन्न० ward revolution of the wheel of time consisting of six periods ( Aràs ); the era of increase equal to 10 x crore > crore of Ságaropamas. भग० ३, १५, ५, ६, १५, १ २०, ८; उत्त० ३४, ३३; अणुजो० ११५ १४५ सम० २०६ ठा० १, १: २, ४ सू० प० ८ १२; जं० प० ७, १५० नंदी० १६० कप्प० २, १८; - काल. पुं० ( काल ) श કાડા કેાડી સાગરોપમ પ્રમાણ ચડતો કાલ. उत्सर्पिणी काल; दश कोडा कोडी सागरोपम | प्रगतिशील काल the era of increase or of upward revolution of the wheel of time equal to 10 × crore x crore of Sagaropains जं० प० २ १८ भग० २५,६६ - या. स्त्री० (- अर्धता ) अपेक्षा. उत्सर्पिणी की अपेक्षा से. सम्पनी ( ३१० ) भग० ११, ११; उस्सयंगुल न० ( उच्छ्यांगुल ) ऋण प्रार ના અંશુલ પૈકી બીજું ઉત્સેધાંગુલ: જેનાથી અશાશ્વતી વસ્તુની લંબાઇ પહેલા વગેરેને માપ્ત થાય અથવા શરીરની અવગાહનો માટે ते अंगुल तीन प्रकार के अंगुलों में से दूसरा उत्सेध अंगुल जिससे श्रनित्यवस्तुओं की लंबाई चोडाई वगैरह की नाप होती है अथवा शरीर की अवगाहना नापी जाती है वह अंगुल . The 2nd of the three kinds of fingers called Utsedha Angula; small finger in its breadth used to measure the length and breadth of * लुग्यो पृष्ठ नम्मर १५ नी फुटनोट ( * ) foot-note ( * ) p. 15th. CC destructible objects. विशे० ३४१: उस्सयण्. पुं॰ ( उच्छ्राय ) भान; अार. मान: घमंड; अहंकार. Pride; conceit. थंडिलुस्सगणाणिय सूय० १, ६, ११; द्रव्याहिना महोत्सव. A festival; e. नाया ० १ २; पराह ० उस्सव. पुं० ( उत्सव ) इंद्र आदि का महोत्सव. g. of Indra etc. १, ३; २, ५; उस्सवण्या. पुं० ते. ऊंचा करना. [ उस्सास ܕ ܕ For Private Personal Use Only (उत्स्रवण ) अं Lifting up; raising up. भग० १, ८ उस्सविय. सं० कृ० अ० ( विश्वास्य ) विश्वासभां पाडीने विश्वास में डालकर Having inspired with trust or confidence. सूय ० १, ४, १, ६, उस्ससण. न० ( उच्छ्वास ) श्वास. उसांस. Inhaling of air; breathing in of air. क० गं० १, ४४; उस्ससिअ न० ( उच्छवसित) यो श्रास ऊंचा श्वास. Inhalation of breath. नंदी० ३८; आव० १, ५: उस्सा. स्त्री० ( अवश्याय ) स. स. Frost; dew; mist. कष्प० ६, ४५; उस्सास. पुं० ( उच्छ्वास – ऊर्द्ध प्रत्रलः श्वास; उच्छ्वासः ) प्रज्ञापनाना सातमा पहने नाम જેમાં નારકી જીવ કેટલે વખતે ાસ લે છે तेना अणनुं परिभाजु आयल छे. प्रज्ञापना के ७ वें पद का नाम, जिसमें " नारकी जीव कितने समय के बाद श्वास लेते हैं " इसका वर्णन है. Name of the 7th Pada of Prajñāpanā in which is given the period of time during which a hell-being takes one देखो पुष्ट नंबर १५ की फुटनोट ( * ). Vide Page #317 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उस्सासग] ( ३११ ) [ उस्सीस breath. पन्न. १: (२) उयो श्वास सेवा जं० प० २, २१; -(ओ)उदश्र-य. त्रि. ते. ऊंचा श्वास लेना. inhalation of ( - उदक ) वधु पाणी; न्यु यस पाणी. breath. पन्न. २३; दसा० १०, ७, भग. बढा हुआ पानी; चढा हुआ पानी. water १, १; २, १; सम० ३४; जं. प० २, १८; riseu high or increased in vo(૩) નામકર્મની એક પ્રકૃતિ કે જેના lume. “ लवणणं समुद्दे उस्सिोदए" ઉદયથી છવ શ્વાસોશ્ર્વાસ લઈ શકે છે. भग• ६, ८, -घया. स्त्री० (-ध्वजा) नामकर्म की एक प्रकृति का नाम जिसके कि उयी रीछ कोश ते (स्त्री). जिसने उदय से जीव श्वासोच्छवास लेते हैं. १ ध्वजा ऊंची की वह (स्त्री). ( a woman) variety of Nāmakarma by the who has raised up a flag or rise of which a soul can inhale banner. विवा० २; and exhale breath. क. गं. १, | उस्सिचणा. स्त्री० (उत्सेचन = ऊद्धंसेचनमुत्से२५, ५. ६०, पन्न. २३; -नासास. पुं० | चनम् ) तावादिन पा सेयी सार. (-निःश्वास ) श्वासोश्वास सेवा ते; येथा (ते. तलाव वगैरह का पानी उलीच कर नीय ननायथा ये श्वास से ते. श्वासो- बाहिर निकालना. Taking out or च्छ्वास लेना; ऊपर से नीचे और नीचे से | drawing out water from ऊपर श्वास लेना. respiration. पन. १; tank etc. उत्त. ३०,१, भग. ३, ३: -प. पुं० (-पद) यास ५६-प्रशा. उस्सिचितार. त्रि. ( उत्संक्त) ५॥ पना सूत्रना सातमा ५६नुं नाम. उच्छ्वास सेयना२. पाणी उलींचने वाला. ( One ) पद: प्रज्ञापना सूत्र के सातवें पद का नाम. that draws out or takes ont name of the 7th Pada of water. दसा. ६, ४: Prajilapana Sutrau. भग० १, १; | उस्तित. त्रि० ( उत्सत ) यु रेसुं. उंचा -~-विस. पु. ( -विष ) ना श्वासमा करा हुआ. Raised up; liftel up. ३२ छे यी तिने ४ सपं. जिसके जावा० ३, ४: श्वास में जहर है ऐसी जाति का एक सर्प. । । उस्सित्त. न० ( उत्सित ) 3न्यू येई. उचा serpent with venoinous breath किया हुआ. Lifted np: raised up; पन्न. १; exalted. (२) गर्षि; त गर्विष्ट; उस्सासग. पुं. (उच्छ्वासक-उच्छ्वसम्ती- घमंडी; उद्धत. proud; vain. भग० ३,३; त्युच्छ्वासकाः) श्वासोश्वास सेना२. श्वासो- उस्सिय. त्रि० ( उत्सृत) सायेस. ५स२३. च्छ्वास लेने वाला. One who breath- फैलाया हुआ; पसारा हुआ. Spread; exes. नाया. १; ठा० २. २; tended. (२) उयु रेस. उंचा किया उस्सासय. पुं० (उच्छ्वासक) मा 'उस्सा . हुया. lifted up; raised up. सम० सग" श६. देखो " उस्सासग" शब्द. प. २१२; राय० ६६ Vide " उस्सासग" भग० ११, १; उस्मीस. न. ( उच्छीर्ष ) शा. तकिया. उस्सिअ. त्रि. ( उच्छित) यु रेस; उये A small pillow for the head. पाउस. ऊंचा उठाया हुआ Raised up; श्रोघ० नि० २३२; -मूल. न० (-मूल) ifted up. विवा . २: राय०७०; ओव० ३१; सोसीनु मुरु; यासीनी नीये. तकिये के Page #318 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उस्सु ] नीचे का भाग. the under-portion of a pillow for the head. निसी • ( ३१२ ) २, ७६; नाया० १; उस्सु न० ( श्रौत्सुक्य ) छाय उत्सुकता; चंचलता. Excessive eagerness or curiosity: busy inquisi tiveness. श्रोव० १६; उस्सुक्क. त्रि० ( उच्छुल्क ) ३२ रहित; भगात रहित, निःशुल्क; कर रहित; बिना फीस का; जगात रहित. Free from customs duties; free from taxes." JEBĖ वियरइ" कप्प०५, १०१; नाया० १; ८; १५; १७; विवा० ३; उस्सुण. त्रि० (उत्सुक ) उत्संहित; उत्साह - युक्त उस्कंठित; तीव्र चाह वाला; उत्साह सहित. Eager; zealous; enthu siastic. ओव० २६; उस्सुगप्त. न० ( उत्सुकत्व ) उत्पा आसता. उत्सुकता; उत्कंठा; तीव्र इच्छा; श्राकुलता. Eagerness; confusion of mind caused by excessive eagerness. महा० प० ५; उस्सुगत्तण. न० ( उत्सुकत्व ) उत्सुकता; माता उत्सुकता उत्कंठा; तीव्र चाह; श्राकुलता. Eagerness; perturbation of mind. १राह० २, ३, उस्सुत्त न० ( उत्सूत्र ) भन, वन्यन, અને કાયાએ કરી સૂત્રથી વિરૂદ્ધ આચરણ કરવું ते मन, वचन, और काया से सूत्र से विरुद्ध आचरण करना. Violating the precepts of the Sutras ( scriptures) in thought, word and deed. आव०१, ४; भग० ७, १; १०, १; * पृष्ठ नम्र १५ नी फुटनोट ( * ). foot-note ( * ) p. 15th. For Private [ उस्सूल प्रव० १२१; पंचा० १४, १८; उस्सुय. त्रि० ( उत्सुक ) उहित; उत्साह - पालो. उत्कंठित; तीव्र इच्छावाला; उत्साह वाला. Eager; zealous; enthusiastic. ( २ ) पुं० उत्सुः नामना भेड उभा२. उत्सुक नामक एक कुमार name of a Kumāra (a boy ) नाया० १६; उस्सुय. न० ( श्रौत्सुक्य ) उत्सु उपा. उत्सुकता; उत्सुकपना. Eagerness; curiosity. नाया० १; - कर. त्रि ० ( -कर ) त्पन्नवनार उत्कंठा पैदा करने वाला Exciting eagerness or curiosity. नाया ० १९ उस्सुयभू. त्रि० ( उत्सुकी भूत ) (उन्हावाणी; मातुर अनेस उत्कंठा वाला; आतुर; उत्सुक. Made eager or anxious; eager; made curious. उस्तुयम्भूएवं श्राणं " या० २ १, ३, १५; उस्सु-याय. ना० धा० 1. ( उत्सुकं करोतीति - उत्सुकायते ) विषय त२५ उत्सुना वी- आतुरता २पी विषयों की ओर उत्सुकता करना; विषयों में उत्सुक होना. To be full of eagerness for sensual enjoyment. उस्यायंति. भग० ५, ४; उस्सुयाएज. भग०५, ४, Personal Use Only " उस्सुयमाण. भग० ५, ४; उस्सूल. पुं० ( ) દુશ્મનના લશ્કરત પડવા માટે ઢાં કેલી બ્રુપી ખાડ; એક જાતની मा. खाई; शत्रु की सेना को गिराने के लिये ढांकी हुई खाई. A ditch; & trench; a hidden trench to destroy a hostile army. उत्त० ६,१८; देखो पृष्ट नंबर १५ की फुटनोट ( * ) Vide Page #319 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उस्सेइम] ( ३१३ ) [ऊणादारतामच्छादसण उस्सेइम. न० ( उत्स्वेदिम ) डोटर्नु घोषण; ના-ઉંચાઈનું પ્રમાણ ગણવામાં આવ્યું છે. ડાંગર વગેરેનો લેટ સાવવામાં આવે તે उत्सेधांगुल; नारकी, तिथंच वगैरह जीवों के लोट वाj पी. आटे का धोवन. Water शरीर की ऊंचाई का प्रमाण जिससे किया in which rice-flour etc. have जाय वह अंगुल. a measure equal been socked.ठा०३,३;अाया०२,१,७,४१; in breadth to eight barley उस्सेयण. न. ( उत्स्वेदन ) यासाभरानु seeds and used to calculate पाली. मांड; चामल वगैरह सिझाने के बाद the height of hell-beings etc. निकला हुआ पानी. Water taken प्रव० ५८; १४०६; अणुजो० १३४; -प्पout after rice etc. have been माण. न० (-प्रमाण ) शरीराहिनी याboiled in it. निसी० १७, ३०3 ४ प्रमाण. शरीरादि की ऊंचाई का प्रमाण. उस्सेह. पुं० (उत्सेध) या साहनाः | height of the body etc. राय. १५४; ऊंचाई; अवगाहना. Height; measure | उस्सेह. पुं० ( उच्छ्राय) माद-महान शिप२. of height. मोघ. नि. भा. २६३ ऊपर की मंजिल की चोटी. The top राय० ३६; जं. प० २, १६; ५, १२२; / of the upper floor. राय. 10 श्रोव० १०; ३८; उत्त० ३६, ६३; उवा० १, उहासणभिक्खा. स्त्री. (अवभासण भिक्षा) ७६; (२) शिम२. शिखर; चोटी. sumnnit; પિતાની એલખાણું આપીને ભિક્ષા લેવી તે. peak. जीवा. ३, ४, -अंगुल. पुं० पहचान देकर ली हुई भिक्षा. Begging ( अंगुल) उत्सेधांशुद्ध; मा०५ मध्य- alms after introducing oneself પ્રમાણે એક ભરપ; આ અંગુલથી નારકી તિ- i. e. disclosing one's name etc. ધંચ વગેરે સર્વ જીવોના શરીરની અવગાહ आव० ४, ५, ऊण त्रि० ( ऊन ) Gt; मेछु; न्यून. न्यून; | paucity: defect. पंचा० १४, २४: कम; ओछा; उणा. Wanting; lack- ऊणय. त्रि. ( उनक ) मा “ऊणग" ing; falling short. अणुजो० ६७; शाह. देखो "ऊणग" शब्द. Vide. ओव० १६; सूय० २, ६, १५; उत्त० ३०, "उणग' पिं०नि० ६५०; २१; नाया० ८; पन. २, सू. प. १; क. ऊणाइरित्तमिच्छादसण. न० ( उनातिरिक्तगं. ३, २२; पंचा० ३, २०; जं० प० ५, मिथ्यादर्शन ) शरीरना प्रमाणथा वने १३४; क. प. १, १३; -ऊण. त्रि. ન્હાને અથવા હેટ માનવે તે મિથ્યા(-उन) IGY; साधु सौर्छ. कम वनो मे १२. शरीर के आकार परसे कम. less and less. क. गं. ५, १६; | जीवको छोटा या बडा मानना, मिथ्यात्वका ऊणग. त्रि. (जनक ) योर्छ. न्यून; कम. एक भेद. Measuring the size of the Less; falling short. भग० ७, १; soul by the size of the body; a ऊणत्त. न० ( अनत्व) मेछ। पा. कमी. | mode of false belief. " ऊणाइरित्तमोछापन. State of being less; / मिच्छादसण वत्तिया चेव " ठा० २, १; Vol. 1/40. Page #320 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऊणिय ] ( ३१४ ) [ ऊसप्पिऊण - ऊणिय. त्रि. (* उन) न्यून. न्यून; कम | ऊस. पुं० ( ऊष ) भार; सवामिश्र रेती; Loss;. falling short; lacking. मारी भाटी. नोन मिली हुई रेती; खार; " वायालीसं वासाई उणियाए" जं. प. खारी मिट्टी. Salt earth; sand mixed २, १६%3; २,३५,२,४०, भग.६, ७,२५, with salt पन्न. १; निसा. ४, ४० ७; कप्प० १, २, दस० ५, १, ३३; पिं० नि० भा० १३; ऊणोयरिया. स्त्री. ( ऊनोदरिका - उनमुदर- उत्त० २६, ७३: पाया० २, १, ६, ३३; मुनोदरं तस्य करणं भावे-वु-ऊनोदरिका) ऊसड. त्रि. (* उत्सृत) युरेस. ऊंचा. હમેશને ખોરાક કરતાં કઈક ઓછું ખાવું તે ___ किया हुआ. Elevated; made bigh. अनारी त५. रोज के प्रमाण से कुछ कम __ जीवा० ३, ४; राय० १३५; । भोजन करना; भूख से कुछ कम खाना. | ऊसढ. त्रि. ( उत्सृष्ट) तोj; नापी वानु. Eating less than one's fill; this | __ छोडा हुआ; फेंक देने योग्य. Abandoned; is called Unodarī austerity. thrown away; to be thrown ओव० १६; उत्त० ३०, ८; भग० २५, ७; away. निसी० ८, १९; -पिंड. न. प्रव० २७१; पंचा० ११, २; (-पिण्ड ) नामी शानु पिए-मौत. ऊरणी. स्त्री० ( * ) ७२. भेड़; गाडर. फेंक देने योग्य भोजन. food, to be A female sheep; a ewe; a thrown away or cast away. sheep. अणुजो० १३१; निसी० ८, १६ ऊरणाश्र. पुं०(ौर्णिक) ॥७२ पादना२; २१॥३.. ऊसढ. त्रि. ( उत्सत ) िसंह कोश्या गडरिया. A shepherd. अणुजो० १३१; यु. ऋद्धि, संपत्ति आदि से बड़ा. ऊरु. पुं० ( उरु) साथ जांघ. A thigh. Exalted, high by reason of " कबगामया अरु " राय. १६४; wealth, prosperity. “ FAT ATM "बाहामे ऊरु मे" सूय. २, १,४२; भग. धारए" दस० ५, १, २५; सम० ३३; ५; ४; १६, ८; दश. ४, ८, ४६; जं. प. (२) साई २सहा२ सुगन्धि भारत. अच्छे अोव० १०; उत्त० १,१८3 आया० १, १, रसवाला सुगंधित भोजन. rich and २, १६; जीवा० ३१, ३; निसी० ७, १४; Sweet.smelling food. " रसिवं उवा० २, ६४; -घंटा. स्त्री. (-घण्टा) रसियं उस ऊसद मण्णुराणं माणुगणं " शायरी ७५२ वरती बटी. जांघ के ऊ- सम० पाया०२, १, ५, २६; २, ४, २, १३०; पर लटकने वाली घंटी. a small bell दसा० ३, १६ (३) 6राने हटाया hanging upon a thigh. 71910 95; साक्ष (छ।७॥ गेरे). फलफूल कर जो -घंटिया. स्त्री. (घण्टिका ) साथ ५२ बडा हो गया वह, ( वृक्ष वगैरह ). सटती 42ी. जंघाके ऊपर लटकने वाली grown up (plants, crops etc.). घंटी. a small bell hanging upon " थिरा उसढाविय" दस० ७, ३५; a thigh. नाया० १८ ऊसप्पिऊण. सं० कृ० अ० (उत्सl) प्रात * गुमे। ५४ न२०५२ १५ नी ५.नोट (:). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #321 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऊसर ] ( ३१५ ) [ ऊसिय शन. पा करके; प्राप्त करके, Having | ऊसास. पुं. (उच्छ्वास = उत्ऊन्द्वश्वास उच्got or obtained. सु. स. ५, ६७; वासः) श्वास यो सेवा ते ऊंचा श्वास लेना; ऊसर. न. ( ऊपर ) मारी भान. नमकीन | Inhaling of breath. जीवा० ३. जमीन. Sult land or soil. सु. च. १;जं०५०२,१८; नाया०१;८:१३, १;६; ओव. २, २५; भत्त० ७३; ३६; भग० २, १; ६, ७; सु० च० २, ४१६; ऊसरण. न. ( उत्सरण) 3५२ २७. ऊपर (૨) ગાયનનું એક પારણુ બોલતા જેટલે વખત चढना. Rising up; mounting up. લાગે તેટલા વખત પ્રમાણને કાળ વિભાગ. "थाणूसरणतश्रो समुप्पगणं' विशे० १२०८; गायन का एक चरण बोलने में जितना समय ऊसव. पुं० ( उत्सव) समहोत्सव. लगे ऊतने समयका काल. a period of उत्सव; महात्सव. A festival; a fes time taken up in singing one tive occasion. पिं० नि० २२५; part of a musical composition. ऊसविय. त्रि० ( उत्सृत) यु ४२३. ऊंचा अणुजो० १२८; --णीसास पुं० (निःश्वास किया हुआ. Elevated; made high. - उच्च्वासेनसह निश्वासः) वासोवास. नाया० १; ८; भग० १, ३३, ११. ११; श्वासोच्छवास; उपर नीच श्रास लेना. जीवा० ३.३; respiration. भग० ७, ६; जं० प० २, १८; -द्धा. स्त्री० (-अध्वम् ) २७वास ऊसविय. अ० ( उत्सृत्य ) ४३ ४२शन; क्या प्रभाग १३. उद्धवास प्रमाण फाल. शन. एकत्र कर के; ऊंचा कर के. Hav i period of time taken up in ing collected or wathered or singing one part of a musical joined together; having raised composition. भग ६, ७; up. भग० १,८; ऊसासग. पुं० (उच्छ्वासक = उच्वासितीऊसस. पुं० ( उच्छ्वास ) यो यास अद्ध न्युच्छवासकः) यास सेना२. श्वास लेनेवाला श्वास; उच्छवास. Inhalation of One who breathes. भग० ३५, १; breath. भग० १, १; ऊसासनाम न. ( उश्वासनाम ) नाम ऊससिश्र.-य. न० ( उच्छ्वसित ) थे। કર્મની એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી છ श्वास सेवा. ऊंचा श्वास लना. Inhaling भासे.यास सश४. नाम कर्म की एक of breath. विश० ५ ०१:सु०च०१३,४०; प्रकृति कि जिस के उदयसे जीव श्वासारवास -रोमकूव. त्रि० (-रोमकूप) ना ३i ले सकता है. A variety of Nimaपथा या थपा छेते. उज्वसित रोमकूप karma by the rise of which a (जिस के रोम हर्ष से ऊंचे होते हैं) रोमाञ्चित soul gets the power of respi. होने वाला. ( one ) horripilated ration. क गं० १, ४४; प्रव० १२७७; with joy. कप्प० २, १४; ऊसिय. त्रि. (उच्छ्रित) युरेस. ऊंचा ऊसारिय. पुं० ( उत्सारित) ५सा२३; विस्ता- किया हुआ. Raised high; lifted २२. प्रसरित; फैलाया हुआ. पसारा हुया. _up. ओव. २१; पन्न० १५; जं. प. ३, Spread; extended. नाया. १८: ४६ : ५३; ५.७, ७, १६६; भग० ३, ४; भग. ६, ३२ ११, ११; नाया. १;८; ; सूय. २,१,३; Page #322 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ऊसिय] ( ३१६ ) [ ऊह जीवा०३,३; कप्प. ३,३३; प्रव० १४१०. | ऊसिया. सं. कृ. अ. (उत्सृत्य ) उत्तरोत्तर ऊसिय. त्रि. (उत्सृत) युरेस; अयु सढीने, सागण वधीने. उत्तरोत्तर चढकर; भु३१. ऊंचा किया हुआ. Raised up; अगाडी बढकर. Progressing; ris. placed high. राय० २२५; जीवा० ३, | ing step by step. उत्त० १०, ३५; ४; नाया. ८; ग्रोव. ४०; (२) उन्नत असियारी. स्त्री. (*)ीमाडी. बिल्ली. A उन्नत; ऊंचा उठा हुआ. lofty; high. _cut. आया० १, ६, ४, ११; श्रोव० ४०; जं. ५० ७, १६२, ७, १६६; ऊसीस. न० ( उच्छीर्ष ) मासि तकिया. -ज्झया. स्त्री. (ध्वजा) यी रेशी A small pillow for the head चन. ऊंची उठाई हुई ध्वजा. raised up or for resting the cheeks on. banner or flag. विवा०१, २; नाया०३; नाया० ७-मूल. न० (-मूल) सोसीडानी -फलिह. पुं० ( स्फटिक-उचितमुन्नतं पासे-नाय. तकिया के पास; तकिया के स्फटिकमिव स्फटिकं चित्तं येषां ते उच्छ्रित alat. near a pillow; under a स्फटिका मौनीन्द्रप्रवचनावाप्त्यापरितुष्टमान pillow. " उसीसामूले ठावेइ" नाया० ७; सा इत्यर्थः। यद्वा उच्छितोर्गलास्थानादपनीयोद्धीकृतोतिरश्वीताः कपाटपश्चाद्भागादपनीतः ऊसीसग. न० ( उच्छीर्षक) सासी यो. परिघोगलायेषां ते उच्छिन परिघाः। अथवा किया; उसीसा. A small pillow. भग० १.३३; -मल. न० (--मुल ) उच्छुितोगृहद्वारापगतः परिधोयेषां ते उच्छितपरिधा औदार्यातिशयादतिशयदानदा सोसी-तटीयानुभून. तकिये की नीचे की ओर. the bottom or underयित्वेन भिजकाणां गृहप्रवेशार्थमनलित गृहद्वारा इत्यर्थः) २५टि: २ निर्मद part of u pillow. भग० ६, ३३: चित्तवासो. स्फटिक समान निर्मल चित्तवाला. | ऊह. पु० ( श्राध ऊह. पुं० ( श्रोध ) आय-सामान्य संज्ञा, सा. ir person with a mind as pure હાર, ભય મિથુન અને પરિગ્રહ વિષયક સંજ્ઞાand transparent as crystal. 1. सामान्य संज्ञा-श्रोध: आहार, भय (૨) જેણે ભોગલ ઊંચે ચઢાવી દ્વાર ઉઘાડ श्रादि संज्ञाएं. Proposition of the भु५५। छे ते. जिसने अपने द्वार सदा खुले subject; inclination towards रखे हैं वह. one who has raised food, fear, sox and worldly up a door-bolt and opened the possessions. विशे० ५२१; -सराणा. doors. " असियफलिहे अवंगुयदवारे स्त्री० ( -संज्ञा) तुमा 'ऊह' श५६. देखो चियत्ततेउर परघरप्पवेसे" भग० २, ५; 'ऊह' शब्द. Vide “ऊई" विशे० ५२३, नाया० ५; -लंगूल. न० (बांगुल ) यी ऊह. न० ( ऊधस् ) गाय, मेंस वगेरेना म. पुंछीj. ऊंची पूंछवाला. one with गाय भैस वगेरे का अउ. An udder of the tail lifted up नाया० १; a cow etc. विवा० २, * गुमे। पृ४ नम२ १५ नीटनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #323 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ३१७ ) [एकाणिय ए. अ० (ए) संसोधन. संबोधन. A voca- | एकंचणं. अ० (एकश्चन) मे च मे. एक; ____tive interjection. जं. ५० कोई एक. One; some one. नाया० ६ ए. अ. (एवं) आप्रमाणे. इस प्रकार; इस | एकजडि. पुं० ( एकजटिन् ) मे 21 तरह. Thus, in this way. भग० વાલ-પુંછડીવાલો ગ્રહ; ૮૮ ગ્રહમાંને એક. ५, ४; पन्न० ३६; एक जटावाला-पूंछवाला ग्रह; ८८ ग्रहों में एइय. त्रि० ( एजित ) is पहुं धूनसु. । से एक. One of the 88 planets; कुछ कंपा हुआ; कुछ धूज गया हुआ. A | th planet with a tail. ठा. २, ३; little trembled; quaked. जीवा० | एक राइया. स्त्री० (एक रात्रिका) मे शनि. ३, ४, राय० १२८ नी या२भी निमु पलिमा. एक रात्रि की एक. त्रि० (एक) मे ; ४०४. एक; / बारहवीं भिक्षु की पडिमा. The twelveth अकेला; एकही. One; alone; single; austerity of a Jaina-layman only. नाया० १; सम० १; -(का)अइ. which takes one whole night, स्त्री. ( -अशीति ) ८१; मेयाशी. [ वव० १, २४; इक्यासी. 81; eighty-one. वव०६, ३६; | एकल-ल-विहार. पुं० ( एकाकिविहार ) ~(का) अह. न० ( -अहस् ) साधुये या विय ते. साधु का अकेला दिवस. एक दिन, one day. भग० ६, ५: विचरना. Lonely peregrination --चसालीसा. स्त्री. ( -चत्वारिंशत् ) on the part of an ascetic. वव. गेतालीस. इकतालीस. 41; forty- १, २६; दसा० ४, ११; -पडिमा. स्त्री. (one. सम० ४१;-अ. त्रि. (-अर्थक) ( -प्रतिमा ) यी-सा वियानी मे अथवा पर्यायवाय, एक अर्थवाला.. अतिजा ४२सी ते. एकाकी-अकेल विचरने की synonymous. अणुजो० २८; - प्रतिज्ञा लेना a vow (by an ascetic) तीसा. स्त्री. ( --त्रिंशत् ) मेत्रिस; ३१.. of lonely peregrination. वव. १, इकतीस. 31; thirty-one. पन्न. ४; २६: -सामायारी. स्त्री. ( -समाचारी) -पासिय त्रि. (-पाश्विक ) मे ५ એકલા વિચરવાની સમાચારી-આચાર सुना२. एक करवट से सोनेवाला. (one) भाही. अकेले घूमने की मर्यादा; विचरने who lies or sleeps on one side की समाचारी (प्राचार मर्यादा). aSidhu's only. वेय. १, २, ३; -राइ. स्त्री. Samāchāri (a point of pres(-रात्रि) मे शत. एक रात्रि. oney cribed conduct ) consisting in night. वव० ६, १०, -राय. न. lonely peregrination. दसा०४,११; ( -रात्र) मा " एकराइ ” श६. एकाणउइ. स्त्री. ( एकनवति ) ए. देखो " एकराइ" शब्द. vide “ एकराइ" इंक्यानवे. 91; ninety-one. मम० ६१; दसा० ७, १; --वीसा. स्त्री० (-विंशति ) | एकाणिय.त्रि.(एकाकिन्) मेयु:सहाय वरमेवीस; २१. एकवीस. 21; twenty- तुं. अकला; सहाय रहित. Alone; helpone. माया० ३, १६; क. प० २, १३, less: unaccompanied. वेय. १,४६: Page #324 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पकारस] ( ३१८ ) [पक एकारस. त्रि. ( एकादश) या२; 1१. का नाम जिस व्रत में दिन में एकही बार ग्यारह. 11; Eleven. क० प० २, १२; खाया जाता है. A vow of taking नाया० १२; - अंग. न. ( -अङ्ग ) only one meal in a day. प्रव. मायारागाह ११ अगसूत्र. श्राचारांगादि २०३; पंचा. ६, ७ ग्यारह अंग सूत्र. the 11 Anga | एकासणि. पुं० (एकाशनिक )मेशा से Sūtras, e. g. Achārānga etc. वमत भना२. सदा एक बार भोजन करने नाया० १२;-अलंकार. पुं० (- अलंकार) वाला. One who takes his food संगीतना १५ २२. संगीत के ग्यारह only once a day. पण्ह० २, १; अलंकार, the 11 melodies or | एकूणवीसा. स्त्री. ( एकोनविंशति ) योगtropes of music. राय० १३१; गीस; १४. उन्नीस; उगनीस; १६. 19; -मास. पुं० (-मास) मशीयार महिना nineteen. सम० १६; सू० प० १; ग्यारह मास. 11 months. दसा. ६, २: एक्क. त्रि० (एक ) मे; महिताय एक; अद्वि -वार. पुं० (-वार ) सगीयारंभी वार. तीय. One; without a second. पिं० ११ वी वार. eleventh time. नाया०६; नि. १८५; नाया० १; सम० प० २३२; एकारसम. त्रि० (एकादशम ) यारभो. ओव० ३; ३; भग० २, ५, १०, ३, २, ५, ग्यारहवां. 11th; eleventh. दसा. ६, ६:८; ६, ७, ८, १; १८, ५, २०, १०3 २; नाया. ११; २५, ४, ३१, २; वेय० १, ४२; उवा० ७, एकारसी. स्त्री. ( एकादशी ) २०यारस. १८२; क. प० १, ३४; जे० प० ५, ११२; ग्यारस. The 11th day of every -अभिलाव. पुं० ( -अभिलाव) : fortnight. जं. ५० समान सूत्र पा. एकसा सूत्र पाठ. one एकावली. स्त्री. ( एकावली) all readiug of Sutras. भग० २.१० જેવું એક પ્રકારનું તપ, અનુક્રમે ચઢતા ઉત- --(का)प्रवराह. पुं०न० (-अपराध) मे २तनी सारसी-समूर. कनकावली के १५२राध; से शु. एक अपराध. one समान एक प्रकार का तप; अनुक्रम चढते fault or crime. नाया. १; -(का). और उतरते हुए तप का समूह. Name असी. स्त्री. ( --श्रीति ) शी; of an austerity resembling ८१. इक्यासी; ८१. eighty-one; 81. that known as Kanakávali. It सम० ८१; - असीति. स्त्री० (-अशाति) consists of a number of fasts मे। “ एक्कासी " २०६. देखो "एक्कासी" in ascending and descending शब्द. vide “ एकासी" भग. ४०, १; order. ओव• १६; ( २ ) से सरे। १२; - (का)श्रासण. न० (-श्रासन) मेमे तनुं घरे . एक प्रकार का गहना. સણું એક આસને બેસી દિવસમાં એકજ a kind of ornament; a single मतमोशन वान त. एकासना; एक string of pearls, beads ete निसी. आसन से बेटकर दिन में एक बार भोजन ७, ८; सम० प० २३७; जीवा ० ३, ३; करने का व्रत. the vow of takएकासण. न० ( एकाशन ) सामा सिमां ing only one meal on one ४०१ २ पायातुंबत से ते. एक व्रत seat during a day (i. e. Page #325 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एक्क] ( ३१६ ) [ एकसेस 24 hours ); this is also i.e. having no joint. मोव० १२;called Ekāsana. ओघ० नि० भा० सिद्ध. पुं०(-सिद्ध) मे॥४५ सि येस. २७५; -त्तीसा. स्त्री० ( -त्रिंशत् ) 31; ककाकी अवस्था से जो सिद्ध हुए हों वह. one, मेत्रीश. ३१; इकतीस; 31; thirty.one who has attained to salvation भग० ८, ९, २०, ५, २४, २१, ४०, १७ by himself i. e. not in the comश्रोव० १६; ४१; सम० ३१; कप्प. २, २४, pany of others. ठा० १,१; -सीई. जं. ५० ७, १४८; --देस. पुं० (-देश) स्त्री. ( -अशीति) मेसशी. इक्यासी; ८१. २ष्टि कोरेथाले २४ाय मेवी पन- eighty-one; 81; क. प० २, २३; २५ति य वगेरेना हिंसा. स्थूल दृष्टि श्रादि | एकश्र. त्रि० ( एकक) 1 मे; मे४६ से देखने में श्रासकनेवाली वनस्पति वगैरह की विवारीसाधु, अकेला; एकाकी; अकेला विहार हिंसा. killing of vegetable life करने वाला साधु. Alone; solitary; etc. which can be perceived an ascetic wandering alone from with the eyes etc. विशे० १२३४; / place to place दस० ५, १, १५; -वीसा. स्त्री० (-विंशति) वीस; एक्कगदत्ति. स्त्री. ( एकदत्ति ) मे त५मां २१; इकोस; २१; इकवीस. 21; twenty मे हत, अन पानी सेवाय ते. एक one. भग० २, ८; ६, ५, ७, ७, ६; १६, तपका नाम जिस में अग्नजलकी एक ही 8; सम• ११, २१; अणुजो० १४१; क. दात ग्रहण की जा सकती है. An austeप०२,१६;-सत्तारे. स्त्री० (-सप्तति) ७१; rity in which one cannot take गेाते२. ७१; इकहत्तर. 71; seventy- more than one Dāta of food one. सम० ७१; -समय. पुं० (-समय) and water. प्रव० १५२७; मे सम५. एक समय. one Samaya | एक्कगसिस्थ. न. ( एकसिक्थ) 2 त५मां i.e. a unit of time, an instnant. આખો દિવસ અન્નની એક સિથ ઉપરાંત भग० १, १०; -सरय. न. ( * ) माय नही ते ता. एक तपका नाम जिसमें એવજ સર–પંક્તિવાળું, ઉદેશાદિ પેટા વિભાગ दिन भर में अन्नकी एक सिथ के सिवाय विनानु. एक ही पंक्तिवाला; उद्देशादि उप- नहीं खाया जा सकता. An austerity विभागोसे रहित (a text composition in which one cannot take food etc.) not divided into sections, exceeding a Sitha ( a lump of chapters etc. " सम्मत्तं च परसमं boiled rice etc.). प्रव० १५२७; सयं एकसरयं" भग० १५, १;-साडि.एक्कासं अ० (एकदा) 1 | वमते. न० (-शाटिक) ये सांधे। न य तेयु एक समय में एक बार. Once; in one वस्त्र; सास; दुपट्ट1. ऐसा वस्त्र जिसके बीच Samaya ( a unit of time = one में कोई जोड़ न हो; साल; दुपट्टा a shawl; | instant). ओघ. नि. १५१; a scarf; a uniform web of cloth | एक्कसेस. पुं० ( एकशेष) शेष नामने। * गुमा १४ नम्मर १५ नी ५-नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #326 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एक्काईनाम] ( ३२० ) [एक्कोविंसतिम समास; समासना मे २. एकशेष | एक्कारसय. त्रि. (एकादशक ) मगीयार;11. नामक समास; समासका एक भेद. A ___ ग्यारह. 11; eleven. भग० २०, १०; variety of compound expres- एक्कारसी. स्त्री० (एकादशी) शातिथि; sion known in grammar as मायारस. ग्यारस; एकादशी ( तिथि ). Ekasesa compound. अणुजो० १३१; | The 11th day of every fortएक्काईनाम. न० ( इकाइनामन् ) मेछा। night. नाया० ८; जं. प. ७, १५३; नामना ।3। इकाई नाम वाला; एक्काइ | एक्कावरणा. स्त्री. ( एकपञ्चाशत् ) सावन नामका राठोड (ठाकूर). A person 41. इक्यावन. 51; fifty one. भग. named Ekkāi of Rajputa caste. ६, ३; सम० ५१; विवा १3B एक्कावादि. पुं० ( एकवादिन् ) मे आत्मा एक्कारस. त्रि. (एकादशन्) अगीया२; ११. छे सेम मानना२ मे पाही. एकही आत्मा ११; ग्यारह. 11; eleven. भग०२, १; ३, है, इसप्रकार, मानने वाला एक वादी. One २, ७, १०, ८, ८; १४, ६, १५, १; २०, who holds that there is only ५, २६, १; ३१, १; ३५, ३; उवा० १, one soul without a second. ठा. ८९; २, १२४; पन्न. ४; ओव० १४; तु. ८, १; च. १, ३२७, २, ३५३; विशे० १०६२ | पक्किक्क. त्रि. ( एकैक ) मे ; प्रत्ये. --अंग. न० ( -अंग ) मायारागाह 11 प्रत्येक. Each taken singly; every शास्त्र. आचारांगादि ग्यारह अंगशास्त्र. one. भग० १, १; क. प. १, ६६; the 11 Angaśāstras e. g. -पडिग्गहग. त्रि. ( - पतदग्रहक ) Acharinga etc. भग० २, १; ६, ३३; मे से पात्र रामना२. एक एक पात्र नाया० १; ५, ८; १; १६; -अंगि. पुं. रखने वाला. ( One ) keeping a (-अंगिन् ) सायासंग आदि ११ भगना single vessel at a time. प्रव० ६३२; नार. आचारांगादि ग्यारह अंगों को | एक्किया. स्त्री. ( एकाकिनी ) मेसी (सी). जानने वाला. one proficient in, fami. | अकेली (स्त्री). A lonely, solitary, liar with the 11 Angas viz. | (woman ). नाया० ६; Acharinga ete चउ० ३३; नाया. एक्कक्किय. त्रि. (एकैकक ) प्रत्ये. प्रत्येक. १६; -(सु ) उत्तर. त्रि. (-उतर) Every one; each taken singly. ना उत्त२५४मा ११ छे ते. जिस के उत्तर | राय० ६१; पदमें ग्यारह हैं वह. ( a compound | एकेक. त्रि. ( एकैक ) मेमे हरे; expression ) having " eleven " | प्रत्ये. प्रत्येक; हरएक. Every one; as its latter part. भग० १, ५; each taken singly भग० १, ६, ६, -भाश्र. पुं० ( -भाग) मशीयार लाग. ५; ८, १; पिं.नि. भा. ८; उत्त. १०, ग्यारह भाग-हिस्से. 11 parts. निर०१,१; | १४; उवा० ४. १४७, १, २२५; एक्कारसम. त्रि० ( एकादश ) भीगारी. एकोणविसीतम. त्रि. ( एकोनविंशतिम ) ग्यारहवां. 11th; eleventh. उवा० १, मागणीस . उन्नीसवां. nineteenth; ७१, स. ६, १; भग० २, १; 19th. नाया. ८ Page #327 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एग ] एग. त्रि० (एक) १ ५ २ १ ( ३२१ ) :. एक. One. भग० ४ ३, १६,३३१५, १ 3 १६, ६ १८, १०६ २४, १२५, २०६६ नाया ० १ २; ५; ६; ८; ६; १०; १३; १४; १६; १८; उत्त० १ २६ पिं० नि० भा० ४ १ ० नि० ७५; वेय० १, ६; १० दस० ६, ६०, ६, १, ३ दसा० ७, १; १०, ३ पन० १; ४; जं० प० १, १७, ५, १०, २०, सु० ० १ १०३ ठा० ७ ० १०: वव० १,३५; ३६ २०१५ ६, ३७ ४० ४५, १०, १२, ४ विशे० ३१ ३४; उवा० २३११०० २ २९ कम्प० ४, ७७ ० ० १ २१ ( २ ) tice as ४. कोई एक कुछ एक some one; some. सू० १, ११, ६, १, १, २, १ आया० १. १, १, १, २, १ ६, २, १८३० सू० प० २०; - श्रंगिय. त्रि० ( - श्रङ्गिक ) सग; या अमंड सारा; अखंड; पूरा. whole; entire; undivided. घोष० नि० ७०७ - अंतर. श्रोध० त्रि० (अन्तर ) दिवस यांतरे આવતા આયમ્બિલ ઉપવાસ વગેરે; એકાંતરૂં तप एक दिनके अंतरसे धानेवाले आयंबिल उपवास आदि; एकान्तर तप विशेष. pracof austerity known Ekantara ( e. x. g. fasting etc. on alternate days). 3. ३६, २५१; ( २ ) अनन्तर समय ( अन्तररहित ) में समय अन्तररहित एक समय. continued one Samaya or unit of time. विशे० ३५५: - अंतरा ध० ( - श्रन्तरा ) ञे यांत अंतरा एक अन्तराल. one interval (at) an interval of one क० प० १, ४८; -- अणुप्पेहा. स्त्री० (-अनुप्रेक्षा ) એકલો છું, મારૂં કા નથી, હું કાને નથી Vol. 11/41. वा प्रझरनी भावना एकत्व भावना; मे अकेला हूं मेरा कोई नहीं है और न मैं किसी का हू इस प्रकार की भावना meditation on one's loneliness in this world taking this form "I am alone and nobody is really mine. (-waffer) অ॰ ४, १: - असी. स्त्री० एक्कसीई " शु६. ८८ देखो " एकसीई " शब्द. "" सीई प्रव० ३६७ (यह ) : हिवस day a single day. दसा० ६ २; वव० त्रि० ( आन्हिक) श्रा. pertaining to, relating to one day; diurnal. भग० ६, ७: जं० प० ७, १३३: ( २ ) न० अन्तरो नाप इकतरा बुखार fever on alternate days. जांवा ३, ३० भग० ३, ७; —आगार पुं० (-आकार ) एका कार; समान आकार वाला. uniform; homogeneous. भग० , २: ६; - आभरण. न. ( श्राभरण) मेसरा आभूषण. एक से आभूषण a uniform ornament. राय० ८०; दसा० १०, १०, २ ३; - आमोसा. स्त्री० ( श्रामशं) पदिवाना વસ્ત્રનો મધ્યમાર્ગ પકડી ખેતરફના છેડાને એકીસાથે ધસવાથી લાગતા દોય; પડિલેહણુના हो। प्रार प्रतिलेखना करने के वस्त्रको मध्यभाग से पकड़कर दोनों ओर के पल्लों को एक साथ घिसने से जो दोष लगे वह पडि लेहनादोष का एक भेद a variety of fault incurred in connection with the inspection of clothes viz. holding a cloth ( garment ) "" [ ग vide. एक श्रह. पुं० न० एक दिन. ome भग० १२, ७ ४ – अश्रि-य. हिक्सनं. एक दिन ०Page #328 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एग] ( ३२२ ) [एग in the middle and rubbing together its two ends. उत्त. २६, २७ -पासण. न० (-श्रासन ) मे સ્થાનમાં બેસીને દિવસમાં એકજ વખત જમવું ते. एक स्थान में वेठ कर एकही बार भोजन करना. confining oneself to a seat in one place and taking meals only once. श्राव० ६, ४; -आहिय. त्रि० (-श्रान्हिक) मेसिनु. एक दिन का. lasting for one day. प्रव० १०३४; -(गि) इत्थी. स्त्री. ( -स्त्री ) मेसी स्त्री. अकेली स्त्री. a lonely, solitary woman. उत्त० १, २६; -उत्तर. त्रि. ( -उत्तर ) मे से तुं. एक एक बढता हुआ. progressing by one. प्रव० १३४८; -उपपाश्र. पुं० (-उत्पात) ये पार उये . एक वार उंचे चढना. rising up once. प्रव० ६०६: -खुर. त्रि. (-क्षुर-एकःक्षुगे येषां ते तथा) मेरावासा तिय पंथेन्द्रिय यो, ગધડા વિગેરે; થલચર તિર્યંચ પંચેન્દ્રિયનો मे मेह. एक खुर वाला; पंचेन्द्रिय तिर्यंच घोडा, गधा, आदि स्थलचर पंचेन्द्रिय पशुओं का एक भेद. single hoofed; five sensed ( animals e. g. a horse, a donkey etc.). उत्त० ३६, १७६; ठा० ४, ४; भग० १५, १; जीवा० १; -चक्खु. त्रि. (-चक्षुप् ) श्रुतान सने અવધિજ્ઞાન રહિત માત્ર એક ચક્ષુઈદ્રિય ७५ द्रव्ययक्षु धरना२. श्रुतज्ञान और अवधिज्ञान रहित केवल मात्र चक्षुः इन्द्रियरूप द्रव्य. चक्षु धारण करनेवाला. ( one ) devoid of Śrutajñāna and Avadhi. jñāna and possessed of mere. ly physical sight. ठा० ३, ४ . -चरिश्रा-या. स्त्री० (-चर्या ) मे વિહારી થવું-એકલા વિચરવું તે બે પ્રકારે-- દ્રવ્યથી અને ભાવથી; એકાકીપણે સંયમ પાલતાં વિચરવું તે દ્રવ્ય એક ચર્યા, રાગપરહિત એકાંત સ્વપરિણતિમાં પરિણત ते-भारथी से न्या. एकाकी विहार करनेवाला होना; एकाकी विहार द्रव्यचर्या व भावचर्या रूप दो प्रकार का होता है. संयम पालते हुए एकाकी रूप से विचरना द्रव्यचर्या है और राग द्वेष रहित एकान्त स्वपरिणति में परिणत होना भावचर्या है. lonely wandering or peregrination. It is two-fold viz. plıysical and mental The latter means freedom frons passion and hate accompanied with contempla tion upon the soul. जं०प० ३, ५२; आया. १, ५, १, १४५; १, ६, २, १८४; -चारि. त्रि० (-चारिन् ) से विदारी; मे४। पियर ना२ एकाकी-अकेला विहार करनेवाला. ( one) who wanders or goes from place to place, alone. सूय०१,१३.१८;-च. पु० (-अर्च) मेय. તારી પુરૂષ; જેને એક વાર ફરી મનુષ્યમાં અपता२ सभासयानुछेते. एकावतारी पुरुष; जिसे एकवार फिर मनुष्य योनिमें जन्म लेकर मोक्ष जाना है वह. a man who is to get final beautitude after one human birth. ओव० ३४;-छत्त.त्रिक (-छत्र) मे४५ . एकछत्र वाला. hav. ing one paramount or suzerain king.उत्त०१८,४२;-जडि. पुं०(-जटिन्) गुम। “एकजटि" श६. देखो "एकजटि" शब्द. vide " एकजटि" सू. प. २०; -जाय. त्रि. ( -जात) मेलु; मीन १२ वरनु. अकेला; एकही प्रकारका. single; without a second. ओव० Page #329 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एग ] १७; – जाया. स्त्री ० ( - जाया ) भेड स्त्री. एक स्त्री; एक पत्नी. one wife. दसा० १०, ३ - जीव. पुं० ( - जीव ) मे ल एक जीव. one soul; one life. भग० ११, १ - जीविय. त्रि० ( जीविक एको जीवो यत्र तत्तथा ) प्रेमांकु छेते; ववासुं. एक जीव वाला. having only one life i. e. sen tient being. एगजीविया पत्ता पन्न० १; -- ह. त्रि० ( - अर्थ ) : अर्थवाणुं यह एक अर्थ वाला पद. a word or expression having one meani ing. भग० १, १, १४, ८ प्रव० १२१; पंचा०५, २; ट्ठिय. त्रि० (-आर्थिक ) समानार्थ; अर्थवाणु समानार्थी एक अर्थवाला synonymous. पिं० नि० ७३; - ट्ठिय. पुं० (- अस्थिक) मे गोहसीनाएं श्री विगेरे एक गुठली वालाफल; केरी वगैरह. & fruit (eg a mango etc. ) having only one stone in it. भग० ८ ३; जीवा० १, पन्न० १; - या स्त्री० (-अस्थिका ) नानी नापा; ( ३२३ ) " " [ एग होडी; तरी छोटी नाव; होंगी. a small boat. विवा०८ नाया० १६; १७; - तालीसा. स्त्री० ( चत्वारिंशत् ) मे तालीस ४१. एकतालीस. 41; forty-one. सू० १० १० – त्थी स्त्री० (स्त्री) भेडसी स्त्री. अकेली स्त्री. a lonely, solitary Woman निसी० ८, १ - दिसा. स्त्री० ( -दिश् ) मे हिशा. एक दिशा. one cardinal point ( e. g. east, west etc. ). विशे० ३६५; - दिसाभिमुह. न० दिगाभमुख ) दिशा त२५ भु. एक दिशा की तरफ मुख face turned towards one direction. भग० २, ५: - दिसि. स्त्री० (-दिश् ) भे: दिशा. एक दिशा. one direction or eardi. nal point (e. g. east etc. ). नाया० १: - दुवार न० ( द्वार ) भे पारं. एक दरवाजा. one door. वव ० ६, १४, ६, १३: - देस पुं० ( - देश ) देश मे विभाग. एक देश एक विभाग. one part; one division. भग० १५. १, नाया० ३ ७; ८ उत्त० ३६. ११: क० * સ્થિ 53 જેમ જૈન શાસ્ત્રમાં વનસ્પતિ પ્રકરણમાં ગેાલી માટે શબ્દના પ્રયોગ કર્યો છે એમજ લૈાકિક વૈદ્યક રસાસ્ત્રમાં પણુકુલની અન્દર રહેલી ગેાઠવી માટે અસ્થિ શબ્દનો પ્રયોગ કર્યા છે. એ પ્રાચીન પુરૂષાની પ્રથા છે. જેમ સુશ્રુતસંહિતાના શરીરસ્થાનના ત્રીજા અધ્યાયના ૬૪૨ પૃષ્ટની ૨૭ મી પંક્તિમાં લખ્યું છે “ चूतफलेऽपरिपक्के केशर मांसास्थिमज्जा न पृथग दृश्यते " કાચા यांना मां- अस्थि मांस भुट्टा मुद्दा हेपाता नथी जिस प्रकार जैन शास्त्र में वनस्पति प्रकरण में गुठली के लिये अस्थि " शब्द का प्रयोग किया गया है उसी प्रकार लौकिक वैद्यक शास्त्र में भी फल के भीतरकी गुठली के लिये अस्थि शब्दका प्रयोग किया है. यह प्राचिन पुरुषों की प्रथा है. यथा-सुश्रुतसंहिता अध्याय तीसरा, पृष्ठ ६४१ पंक्ति २७ वीं में लिखा है कि "चूतफलेs परिपक्वे कैशरमांसास्थिमज्जा न पृथग दृश्यते " अर्थात् आम के कच्चे फल में गुदा, अस्थि, मांस, मजा श्रादि पृथक् पृथक नहीं दिखते. The word “ अस्थि " which literally means "a bone" is used even in old medical writers like Suśruta to denote " a stone of a fruit " This is noteworthy. Vide Suśruta Samhita (Sarīra Sthüna chapter III. page 642 line 27 ). For Private Personal Use Only Page #330 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एग] ( ३२४ ) [एग प० ४, ६३; --नाणि. पुं० (ज्ञानिन् ) सज्ञानवाला. केवलज्ञानवाला. an omniscient person. भग०८, २;-निक्खमण. न० (-निष्क्रमण) गु३नी मामाथी વિંદના વખતે એકવાર અવગ્રહથી બહાર निसयुं ते. गुरु की मर्यादा में से वंदना के समय एकबार अवग्रह से बाहिर निकलना. going or stepping out once with Avagraha (disregard) at the time of salutation or worship; giving up pro- | priety of conduct towards a } Guru or preceptor. सम० १२; -निक्खमणप्पवेस. त्रि. (-निष्क्रमण प्रवेश ) मा सवा नौ सयानो मे ! भार्गछेते. जिसमें प्रवेश होने और निकलने का एकही मार्ग हो वह. having only one door or way for exit and entrance. वव० ६, १४; ६. १३; --पएस. पुं० (-प्रदेश ) में प्रदेशडीलामो संश-विला. एक प्रदेश; सूक्ष्म से सूक्ष्म विभाग- अंश. one unit of space; the sinallest indivisible atom of matter. भग० १, ५; -पएसाहिअ. त्रि. (-प्रदेशाधिक ) मे प्रशे अवि-धारे. एक प्रदेश से अधिक. exceeding by one indivisible utom of matter. भग० १, ५, -पएसिया. श्री० (-प्रदेशिका ) ये शनी (अधि). एक प्रदेश की (श्रेणि) ( a line ) of indivisible atoms of matter. भग०६,५७-पएसोगाढ. पुं० (-प्रदेशावगाढ ) मे यश प्रदेश ९५२ साली २३ पुस. आकाश के एक प्रदेशपर फैला हुआ पुद्गल. an indivisible atom of matter occu pying one unit of space. भग० ५, ८; ---पक्व. त्रि. (--पक्ष) निष्प्रतिपक्ष; प्रतिपक्ष २. जिस का कोई विरोधी पक्ष न हो वह; प्रतिपक्ष रहित. without a rival; unrivalled सूय. १, १२; ५, -पक्खिय. त्रि.(पाक्षिक) से शु३. ना न्या ; मे पक्षना. एक गुरु के चेला; एक पक्ष का. a disciple of the same preceptor; one belonging to the same camp. वव० २, २३, २४; -~-पज्जवसिय. पुं० (-पर्यवसित ) रे સંખ્યાને ચારે ભાગતાં એક બાકી રહે તે. जिस संख्या को चार से भागने पर एक बचे वह संख्या. any suin which when divided by four leaves one is remainder. भग० ३१, १; -पत्तय. त्रि. ( -पत्रक-एक पत्रं यत्र तत्तथा) मे પત્ર-પાંદડ વાલું, જેમાં એક પાંદડુ હોય તે. एक पत्तेवाला; जिसमें एक पत्ता हो वह. one-leaved. “ उप्पलेणभेत्तेएगपत्तणकिंएगजीवे" भग० ११, १; -पदेसिय. त्रि० (-प्रदेशिक) में प्रदेशवालो. एक प्रदेशवाला. having one unit of space occupied by an indivisible utom of matter. भग. ६, ५; -पाइया. त्रि. (-पादिका) से गण उन्यु रायुं छे ते. जिसने एक पैर ऊपर रखा है वह. (one ) who has lifted up one leg. वेय. ५, २२; -पाण. त्रि० (-पान) से पाशीनी (हात). एक पानी की दात. One Data of water. वव० १०, १; -पाय. पुं० (-पात्र) मे पात्र. एक पात्र; एक बरतन. one vessel or utensil. वव. ६, ६; -पास. पुं० (-पाव ) मे ५७ २९ना२. एक अोर रहनेवाला; एक तर्फ रहने Page #331 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एग] ( ३२५ ) [एग वाला. one who stay५ (i. e. lies. etc. ) on oue side. पण्ह० २, १: -पोग्गलत्थिय. त्रि. (-पुद्गलास्थत ) मे पुस ७५२ २३१. एक पुद्गल पर स्थित-रहा हुआ. supported on, resting on one Pudgala ( substance ). दसा० ७, ११; --फडुग. पुं० ( -स्पर्धक ) २४५ समूड. कर्मस्कंध समूह. a group or collection of Karmic molecules. क. प. ५, ४६; ----भत्त. न० (-भक्त - एक क्तं भोजनं यत्रतत्तथा ) सासा: हिवसमां मे वार म ते. एकासना; दिन में एक बार जीमना the austerity known as Ekasana i. e. taking only one meal in 24 hours. “तहएगभत्तंच" दस. ६, २३; पंचा० १२, ३५; -भव. पुं० (--भव ) स मय: 31-यालय मा. एकही भव; केवल वर्तमान भव. only one birth; the present birth.प्रव० ८४३; -भवग्गहणिय त्रि. (-भवग्राहक) मे मायने ६९५ ४२ ना२. एक भव को ग्रहण करनेवाला; एकभवावतारी. ( one ) who is to have one birth. भग० २५. ६, -भविश्र. त्रि. ( -भविक ) मे ભવને અન્તરે જે પે ઉત્પન્ન થવાનું હોય તે. જેમ એક ભવ પછી શંખ ઉત્પન્ન થવું હોય તો તે એકભાવિક શંખ કહેવાય. एक भव के अंतर से जिस रूप में उत्पन्न होना हो वह रूप. जैसे कि एक भव के बाद शंख रूप से उत्पन्न होना हो तो एक भविक शंख कहलायगा. ( condition ) after the interval of one more birth; e. g. a soul which is to be born as a conch-shell after the in. terval of one birth is called Ekabhavika conch-shell. अणुजो. १४५; -मण. त्रि. (-मनस् ) या मनवासी स्थि२ यितवासी. एकाग्र मनवाला; स्थिर चित्तवाला. steady, concentrated in mind. उत्त० ३५. १: -रार. स्त्री० (-रात्रि) में रात्रि. एक रात्रि. one night. दसा० ७. १; पंचा० १८, ३; (૨) ભિખની ૧૨મી ડિમા-કે જેમાં અઢમ તપ કરી કાઉસગ સ્મશાન ભૂમિમાં કરવામાં आवे छे. भिक्षुक की १२ वी प्रतिमा-जिसमें अढम तप कर के एक रात्र का कायोत्सर्ग स्मशान भूमि में किया जाता है. the 12th Padimā (austerity) of an ascetic in which after fasting, one night is spent in Kāusagga on h funeral ground. प्रव. ५६५; -राइ अ-य. त्रि. ( -रात्रिक ) मे रात राना२; मे रात्रिनो निवास ४२०॥२. एक रात रहनेवाला. (one ) who stays for a single night. वेय. ३, ४; ओव० १७; वव० १, २३; -राइंदिया. स्त्री० (--रात्रिंदिवा ) मे. रात्री अने से हिवसनी लिथुपमा एक रात्रि और एक दिनकी भिक्षु प्रतिमा an austerity practised by a Jaina-layman, consisting of a day and night, " एकाराइंदियं भिक्खु पडिम पडिवराणा" दसा० ७, १; नाया० १, -राइया. स्त्री० ( -रात्रिकी ) मा सम त५ ५२१ मे રાત મશાનભૂમિમાં કાઉસગ્ન કરવામાં आवे ते मारी लिमु परिमां. वारहवों भिक्षु प्रतिभा जिसमें कि अठ्ठम तप करते हुए एक रात्रि श्मशानभूमि में कायोत्सर्ग किया जाता है. the 12th vow of an ascetic viz, contemplation upon the soul for one night in a Page #332 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ३२६ ) [एगह-य cemetery after the Atthama Samaya (i. e. unit of time ); austerity (i. e. three fasts ) one instant भग० १, ६; क० ५० १, वव० १, २५; दसा० ६, २, ७, ११; भग. १३; -सय. न. (-शत) मेसोये २, १; नाया० ८; -राय. न. (-रात्र-- १०१. एकसो एक; १०१. one hundred एकाचासौ रात्रिश्च ) से रात्रि, मे शत. and one; 101. क. गं० २, ३०; एक रात्रि. one night. “ गामे गामे -~-साड. त्रि० (-शाटक-एकःशाटको यस्य यएग रायं" पण्ह. १, ५; ओव० २१; वव० स तथा ) मे साडी पछी रामनार. १, २३; वेय. २, ४, उत्त० २, २३; एक डुपट्टा रखने वाला. ( one) who --रूव. त्रि. (-रूप-एक समानं रूपं keeps only one seraf etc. in यस्य ) ४५, स२ . एक रूप; his possession. आया. १, ७, ४, एक समान. uniform; of the same २१२; -साडिय. न० (-शाटिक) ये. type. “पभूएगवणं एग रूवं विउवित्तए" पनापासुं-सांधा कारनु पत्र, साडी; सेर्तुः भग० ६, १; ७, t; -वगडा. स्त्री ( * ) एक पहने का वस्त्र पहने में बिना जोडवाला मे पाडे; 41. एक बाड़ा; एक चौक; वस्त्र. a web of cloth not bearing एक आंगन. one open compound at any dividing line upon it the back of a honse; one wall ( caused by stitching another enclosing an open space. वव. cloth ); a Sāri etc “TI AIŠI ६, १४; ६, ३, ८, -वरण. पुं० न० उत्तरासंगं करेइ" भग• २, १; राय. २२; ( -वर्ण) मे वर्ष मे रंग. एक रंग. विवा० १ ओव० ३२; कप्प. २, १४; जं. one colour; same colour. भग० प. ३, ४३, ५, ११५; -साला. त्रि. ७,६प्रव० ६८१; ~~वयण. न० (-तचन) (-शाल ) मे भाजपाj (५२); थे। એક વચન; વસ્તુનું એકત્વ બતાવનાર પ્રત્યય. मायाणा (1). एक मंजिल का घर. एक वचन; वस्तुका एकत्व-अकलापन बताने (a house ) with one floor. वाला प्रत्यय. singular number; a ] जीवा० ३, ३; - सिद्ध. पुं० (-सिद्ध) termination of the singular એક સમયમાં એકજ જીવ સિદ્ધ થાય તે. number. ठा० ३, ४; आया. २, ४, १, एक समय में एकही जीव का सिद्ध होना. १३२; ~वीसा. स्त्री. ( -विंशति) २१, a soul liberated by himself मेवीस. २१; इकवीस; इक्कीस. twenty- ( at a time ) without the comone; 21. दसा० २, १; पन्न. ४; विवा० । pany of other souls. पन्न. १; नंदी. २; भग० २०, ८; श्राव४, ७; -सहि-! २१; -हिय. त्रि० (-अधिक ) मे भाग. पुं० (-पष्ठिभाग) ७५ वरतुना अधि:. एक ज्यादा. exceeding by એકસઠમે ભાગ; કાંઈ એક વસ્તુના સરખા | one; one more. क. प. ७, ४८; 11 मारी तेभाना से भाग. किसी | एग. त्रि. (एकक) सा; सी . एक वस्तु का इकसठवाँ भाग. 1/61 of | एकाकि अकेला. Alone; solitary'; anything सम० १३; --समय. पुं. single उत्त० २, २०; (-समय) मे समय. एक समय, one | एगह-य. त्रि. (एकैक ) से मे Page #333 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगो ] ( ३२७ ) [एगंत - मे १८१८ . कोई एक; कुछ एक. living being पन्न० १; Some one; some; one by one.एगचणं अ० (*एकंचन ) . कोई एक. ओव० १४; ३५; दस० ५, २, ३५; जं०प० । ____Some one. भग० ७, १०; नाया० ८; सम० १; भग. १, १; ७, ७, नाया० २; एगंत. न. (एकान्त )मेत स्थA; निन दसा० १०,३. स्थान. निर्जन स्थान: एकांत स्थान, A एगप्रो. अ० (एकतम् ) मे तरथा; एक solitary place; solitude. “ grià ओर से. On the one hand; from पाडेमि " नाया० ६; “एगते एडेइ" भग० one side; भग० ३, ४, ३४, १; नाया. २. १, ३, २, ७, १; ६, ३३, १५, ८; १, २, ५, ८; १६; उत्त० ३१, २; दसा. नाया० १:७; १; १२:१६; पिं०नि० २११; १०, १; निसी० ४, ७६; २०, १०; जं० ५० सू० प० २०; राय० २६; २६३; आया. १, ५, १२०, कप्प०४, ६७; -खहा. स्त्री० १. ७, ६, २२२; उत्त. ३; २८; वव. २, (-ख) मा ७५ मी तथा २५, ७, १० स० च० २, ४१८%3; दस० ४, પ્રવેશ કરી ડાબી બાજુએ જઈ ઉપન્ન થાય તે पंचा० ६, ६; क. ५० १, ६७; (२)नी ; श्रेणि; वामश्रेणि-माश-प्रेटेश-ति. जिस योस. निश्चित. assuredly; certainमें जीव बांइ ओर से प्रवेश करके बांइ ओर ly पिं. नि. भा० १२; (3) in; जाकर उप्तन्न होता है वह श्रेणि; श्राकाशप्रदेश ५. यस. एकान्त; सिर्फ; केवल, simply. Tian. a line of space on the left उत्त० ३२, २; ओव० ३८; विशे० ६५; (४) side along which the soul enters नि२२; याल. निरंतर; चालू. continu. the left side and is born. H*T* ously; uninterruptedly. भग० ३, २५, ३; तश्र. त्रि० (-अनन्तक ) १; ७, ६: (५) सर्वथा; पुरेपुरु. सर्वथा; मे मामा अनंत. एक लंबाई में अनंत. पूर्णतया. completely; perfectly. an endless line of space ठा० ५, भग०८, ७; - छेश्र. पुं० (-च्छेक) शान्त ३; -घंका. स्त्री० (-वका ) मे तथा छे-विशुद्ध. पूर्ण विशुद्ध. altogether, વાંકી દેણુ; એક વાંકવાલી શ્રેણી–આકાશ perfectly pure. पंचा०३, ३५ -दंड. प्रदेश पंडित. एक ओरसे टेढी श्रेणी; आकाश पुं० ( -दण्ड ) त-योसाय प्रदेश पंक्ति. a line of space curved ते; विंस. यथैव दण्डित होनेवाला: on one side. भग २५, ३: -सहिय. हिंसक one fully sinful, killer पुं० (-सहित ) मे ४ थयेट; सत्र २२. or murderer. सूय० २, ४, १; एकत्रित. grouped; assembled; -दुक्ख. न० ( -दुःख) यस दु:4; collected. नाया० ५, मेसन्त दुः५. एकान्त दु:ख, दु:खही दुःख; एगोवत्त. पुं० (एकतोवृत्त) मे दियवासा सर्वथा दुःख. perfect misery; un. पनी मे गत. दो इंन्द्रिय वाले जीव की mitigated misery. भग. ६, १०; एक जाति. A kind of two-sensed -धारा. स्त्री. ( -धारा-एकविभागाश्रया * सुमे। ५४ नम२ १५नी पटना। (:). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #334 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगंत ] ( ३२८ ) [ एगगुण चासो धाराचेति ) मेन्त-तीय धारा.. मेत सुभी. सर्वथा सुखी. perfectly एकान्त धारा; तीक्ष्ण धारा. sharp edge. | happy. नाया०७; -हिय. न. (-हित) “खुरोइव एगंध धाराए' भम. ६, ३३; सर्वथा 637. एकान्त हितकारी. al. नाया० २; --पंडिय. त्रि. (-पण्डित ) together beneficent. पंचा• १४, એકાન્ત પંડિત; પાપથી નિવૃત્ત સર્વ વિરતિ १६; -अंबिल. पुं० (-प्राचाम्ल ) - साधु. एकान्त पंडित; पापरहित पुरुष; सर्व तरे समिक्षा २वा ते. एकान्तरे आयंबिल विरति साधु. perfectly free from करना. alternate performance of sin; (an ascetic ) absolutely Ayambilu austerity. प्रव. १५५८; free from sin. “एगंत पंडिया यावि -उववास. पुं० (-उपवास) मेतिरे भवामो" भग०८,७; भग. १,८; ~~-बाल. पास १२या ते. एकान्तरे उपवास करना. त्रि० (-बाल ) सर्वथा पास; मज्ञानी; fasting on alternate days. प्रव० मिथ्या दृष्टी सने अविति. सर्वथा अज्ञानी; १५६२, मिथ्या दृष्टि और अविरति. absolutely, एगंतरिय. त्रि. (एकान्तरित ) मे ने perfectly ignorant; boretical संतरे आस; it२; (५वास माय. and sinful. भग. १, ८, ८, ७, १७; सि पोरे ). एक एक के अन्तर पर श्राया २, सूय० २, ४, १; -मंत. पुं० (-अन्त) हुआ; एकान्तर (उपवास आयंबिल आदि). सर्वयात. सर्वथा एकान्त. perfectly alternate; coming at intervals solitary. भग० ७, ६; नाया० १३; of one. प्रव० ८८२; -यारि. त्रि० (-चारिन् ) मेधान्त-11 | एगंतसो. अ० (एकान्तशः) मेान्तथा; રહિત સ્થાનમાં વિચરનાર; એકાંતવાસી. सर्वथा. सर्वथा; पूर्णतया. Perfectly; निर्जन स्थान में विचरनेवाला; एकान्त में ___ in all raspects. भग० ८, ६; रहनेवाला. (one ) who moves in एगखित्त. न० ( एक क्षेत्र) मे ॥म. a solitary place; living in soli. एक गांव. Only one village. प्रव. tude. सूय०२,६,१;-लूसग.त्रि.(-लूप ७८४; -निवासि. त्रि. ( -निवासिन् ) क) Did -तुनी हिंसा रेना२. सर्वथा એકજ ક્ષેત્રમાં–ગામમાં નિવાસ કરનાર जन्तु को हिंगा करनेवाला. (one) who is (मुनि वगैरे ). एकही गांव में रहनेवाला completely given to the killing (मुनि आदि). ( an ascetic etc.) of insects. सूय० १.२,३, ६; - साया. confining his residence to one स्त्री० (-सात) येत शान्ति-सुभ. एकांत village only. प्रव० ७८४; सुख; सर्वथा सुख. perfect, unalloyed एगगुण. त्रि. (एकगुण) गणे; पण happiness or peace. भग ६, १०; ગંધ આદિની સરખામણી કરતાં જે એમણે सुत. न० (-सुप्त) मेiत-निये सुतेय; ત્રણગણો ન હોય કિન્તુ એક ગણે હેય તે. लानिद्रा; मोलमा धे३. सर्वथा सोया हुआ; एक गुना; वर्ण गंध आदि से मिलाने पर जो मोह निद्रायुक्त assuredly asleep:(ine- दुगुना तिगुना नहीं किन्तु एक ही गुना हो taphorically)steeped in infatua. वह. Of one (i. e. same) amount tion. सूय ० २, ४, १;-सुहि (-सुखिन्)। or measure; not double treble Page #335 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगग्ग] ( ३२६ ) [ एगस etc. in comparison. भग. २५, ४; देखो “एगग्ग चित्त" शब्द. vide. “एगग्ग (२) पुं० न० सि सेजिया ने मरस चित्त" उत्त० २६, २, पंचा० १४, २८; સેણિયા પારકમનો સાતમો ભેદ અને પુટ્ટ -मणसंनिवेसणया. स्त्री. ( -मनः મે|િ આદિ પાંચ પરિકમને ચે ભેદ. सन्निवेशन ) भनने नाव; मे सिद्ध सेणिश्रा और मनुष्य सेणिया परिकर्म १२तु ७५२ भनने स्था५ ते. मन को का सातवा भेद और पुट्ठसेणि ग्रादि ५ परिकम एकाग्र करना. concentration of का चोथा भेद. the 7th divi- mind upon one object. उत्त० sion of the Parikarinas of २६, २; -जंबुय. पुं० ( एकजम्बुक ) Siddhaseņia and Manuşya- ઉલુકતીર નગરની બહારનો એ નામનો seņia and the 4th division of मे गायो. उल्लुक तीर नगर के बाहिर the five Parikarmas viz. Put. के एक बगीचे का नाम. name of a thasenin etc. नंदी० ५६; सम० १२; garden outside the town named -गुणकक्खड. पुं० ( -गुणकर्कश )। Ullukatira भग० १६, ३; જેમાં એકગણું થેડી કકશતા છે તે. एगहाण. न० ( एकस्थान ) मा हिवसमां जिसमें एक गुनी ( थोडी ) कर्कशता है वह. એક વખત એક ઠેકાણે બેસીને ખવાય તે one having as much ( less ) तय; मे . एक तपका नाम; जिस तपमें harshness or roughness. भग० दिन में एक ही बार एक जगह बैठ कर २५, ४;-कालग. पुं० (-कालक) मां खाया जाता है. An austerity conमे गए सारा ते. जिसमें एक गुनी sisting in taking one meal in कलास-कालापन है वह. one having as a day confining one's seat to ir much blackness ( i. e. not single place. प्रव० २०३; १५२७; double or treble etc. the एगाट्रयपय. न. । एकाथिकपद ) सिद्ध amount of blackness). भग०२५, ४: સેણિઆ અને માથુસસેણિઆ પરિકમનો एगग्ग. न० ( एकाग्र ) चित्ता सेयता; मीन मे. सिद्ध सेणिश्रा और मनुष्य मे मु६। ५२ भननी स्थिरता. चित्त की सणिश्रा परिकर्म का दूसरा भेद. the 2nd एकाग्रता; किसी एक बातपर मन का स्थिर division of Siddhasenia and होजाना. Concentration of mind. | Manusyasenia Parikarma. नंदी. उत्त• ३२, १; (२)त्रि.यित्तनी अग्रता | ५६; (२) त्रि. मे अर्थवागुं; समान अर्थपाली. एकाग्र चित्त वाला. ( one ) पातुं. एक अर्थवाला; समान अर्थवाला. possessed of concentration of synonymous. सम० १२; mind. उत्त० ३०, १; राय० ४०; | एगतर. त्रि. (एकतर) ये अनेमांना --चित्त. पुं० (चित्त ) मे यितवाण. से. दो या अनेक में से एक. One of एकाग्र चित्तवाला. one having a two or more. विवा० ७; concentrated mind. दस० १, ४, | एगतिय. पुं० (एकक ) | मे४. कोई एक. २; ३; जं० ५० ५, ११५; -मण. न. Some one सूय० २, ३, १; पन० १५; (-मनस् ) शुभ। “एगग्ग चित्त" श६. | एगत्त. अ० ( एकत्र ) त्र; मेश्याने; Vol. 11/42. Page #336 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगत्त] ( ३३० ) [एगमेग मे णे. एकत्र; एकही स्थान पर. In | the same substance; also, takone place; in one and the | ing up one of many such modisame place. श्रोव० ३२; | fications and thinking upon it as a separate entity. 91 30; एगत्त. न० ( एकत्व) ५४]; मे j . भग० २५, ७ अकेलापन. One-ness; solitariness. एगत्तीकरण. न० (एकत्रीकरण) या ४२. भग० १, २५, ६, १२, ६; १७, १; १८, यूं ते. एकाग्रता करना. Act of concen१; २५, ४; नाया० १; ठा० १०, १: उत्त. २८, १३; प्रव०५०५; ---अणुप्पहा. स्त्री. ) _trating; concentration. भग०२,५; (-अनुप्रेक्षा ) 41 ७५ असो आयो छे एगत्तीभावकरण. न० ( एकत्रीभावकरण ) અને એકલે જવાનું છે એમ ચિન્તવવું તે. मनना मायने मे २वा. मन के भावोंका एकत्व भावना; यह जीव अकेला ही आया है एकत्री करण- एक स्थान पर इकठ्ठा करना. और अकेलाही जायगा, इस प्रकार बार बार Concentrating the thoughts of 197777 Atar. conteniplation upon the mind. भग० ६, ३३; २५, ७; the solitariness and loneliness एगत्तीभाव करणया. स्त्री० ( एकत्रीभावof the soul. ओव. २०; भग० २५, ७; करण ) नुमे।" एगीभावकरण "श६. -गत. त्रि० (-गत) मेत्य नावावा; देवा " एगत्तीभावकरण " शब्द. Vide त५२वा. एकत्व भावना वाला. (one) " एगत्तीभावकरण" भग० १३, ४; contemplating upon the loneli एगत्थ. अ. (एकत्र) मे २५३ मे आगे ness and solitariness of the एक स्थान पर In one place; in one soul. आया० १, ६, १, ११; -मय. and the same place. पि०नि० २८४; त्रि. (-गत) मेचमानाने यात थयेल. एगनासा. स्त्री० (एकनासा ) पशिम एकत्व भावना को प्राप्त. (ove ) con. દિશાના ચક પર્વતપર વસનારી આઠ દિશાtemplating upon the loneliness भारितामांनी पांयभी. पश्चिम दिशाके रुचक and solitariness of the soul. पर्वत पर रहने वाली आठ दिशाकुमारियों प्राया० १, १, १, ११; भग० ८, १; में से पांचवी दिशाकुमारी. The 5th of -वियक्क. न० ( -वितर्क) मे द्रव्य the 8 Diśäkumārīs residing આથી રહેલ પર્યાનું અભેદ પે ચિત્તવવું on the Ruchaka mountain in અથવા અનેક પર્યાયમાંના એક પર્યાને the west. जं० प०५, ११४; सपा यिन्वयन ४२ ते. एक द्रव्य के एगमेग. त्रि. ( एकैक ) १५. प्रत्येक. पाश्रय में रही हुई पर्यायों का अभेदरूप से Each; taken singly. “ ता एएणं चितवन करना अथवा अनेक पर्यायों में से दुवे सूरिया तासाए मुहुत्तेहिं एगमेगं अद्धएक पर्याय का चिन्तवन करना. contem. मंडलं " चं० ५० भग. 1,५, ३, १; ५, plation of unity among the ३, ६, ७, ८, १०, १०, ५; १२,४; १४,८% varieties or modifications of| नाया० १:८; जं. प०२.१८: उवा ०८,२३४; Page #337 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगयो ] ( ३३१ ) [एगसेल एगयमो. अ. (* एकत्रतः ) o “एगय" सीथ, चौथे दिन एकठाण, पांचवे दिन एक श६. देखो “ एगय " शब्द. Vide दात, छठे दिन नीवी; सातवें दिन आयंबिल " एगय'' भग० २, ५; ११, १२, १२, और पाठवें दिन पाठ कवल, इस तरह पाठ १४; १६, ३; नाया• १६; वव० १, २२, २, | दिन में होने वाला तप विशेष. an १;उवा ०७, १६७; कप्प. १,३८; जं०प०३,५८; | austerity lasting for eight days पगयर. त्रि० (एकतर ) भांना गमे ते मे. in which on the first day दो में से एक; कोईभी एक. One of two there is a fast, on the second or more. पिं.नि. १४०; ४७३; पाया there is Ekāsanā, on the third १, २, ६, ६७; १,६,२,१८३; उत्त० ६, oue Sitha, on the fourth Eka२५; क. गं० २, २३, ३४; thiņu, on the fifth one Dāta एगया. स्त्री० ( एकता) व भावना; ०१ on the sixth Nivi, on the એકલે આવ્યો છે અને એકલે જવાનો છે seventh Āyambila and on the सेमयिन्तवते.एकत्व भावना-जिसमें चिन्त- eighth eight morsels (Kuvala). वन किया जाता है कि जीव अकेला या प्रव० १५२७, है और अकेला जायगा. The medita. एगविह. त्रि. (एकविध) मे घारगें. एक tion that the soul has come प्रकार का.Of a certain sort of one to this world singly and alone kind. उत्त० ३६, ७७; प्रव० १३५६; श्राव and that it will pass away also) alone. प्रव० ५७६; एगसेल. पुं० (एकशैल) ५०४सावत अने पगया. श्र० (एकदा) में प्रस्ताव પુષ્કલાવતી વિજયની વચ્ચેના વખારાપર્વત. प्रसंगे; मते. किमी एक प्रसंग पर. पुष्कलावत और पुष्कलावती, इन दोनों क Once upon a time; on one बीच का वखारा पर्वत. The Vakhari occasion. आया० १, १, २, २; उत्त०२, mountain situated between ६; १३; ३, ३; नाया. १२; the two Vijayas named Puşएगलया. स्त्री. ( एकलता ) पहले हमे kalävarta and Puşkalāvati. ઉપવાસ, બીજે દીવસે એકાસણું ત્રીજે દિવસે "पञ्चत्थिमेणं एगसेलस्स वक्खार पन्चतस्स" એક સીથ, ચોથે દિવસે એકઠાણું, પાંચમે नाया० १६; जं. प. ठा० ४, २; - દિવસે એક દાત, છઠે દિવસે નવી, સાતમે कूड. पुं० (-कूट) शैख मापर तना દિવસે આયંબિલ અને આઠમે દિવસે આઠ मार दूरभानु मायूँ टूट-शिम२. एकशैल કવલ એમ આઠ દિવસ સુધી ઉપર કહ્યા वखारा पवतके चार शिखरों से दूसरा शिखर. પ્રમાણે તપ કરવામાં આવે તે એકલતા તપ. the 2nd of the four summits एक तप का नाम. जिसमें पहले दिन of Ekashaila Vakhārā moun. उपवास, दूसरे दिन एकाशन, तीसरे दिन एक tain. जं. प. -वक्खार पन्वय. पुं० * सो ४ नम्५२ १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #338 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगाइ] ( ३३२ ) [एगिदिय (-वक्षस्कार पर्वत) महावित क्षेत्रमा beads, pearls ete. भग. ६, ३३; शेस नामनी से भा। पर्वत. महाविदह ११, ११; नाया० १; सू० प. १०; दसा. क्षेत्र का एक शैल नामक एक वखारा पर्वत. १०:१; जं. प०७,१५६; राय०८५; १८६ name of a Vakhārā mountain - पविभत्ति. न० (-प्रविभक्ति ) - ( called Ekaśela ) in Mahāvi. વલિ હારની વિશેષ રચનાથી યુક્ત-નાય deha region. नाया.११. विशेष; 3२ नारभानु मे एकावलि हार एगाइ. पुं० (एकादि) से नामने। मे १२ की विशेष रचना से युक्त नाट्य विशेष; ३२ ७. एक क्रूर राठोड का नाम. Name नाटक में से एक. a kind of dramaof a cruel Rathoda. विवा० १; tic representation arranged -सरीरय. न. ( -शरीरक ) मेध after the model of a single रानुं शरी२. एकाइ नामक राठोड का string of pearls, beads etc. ; one शरीर. the body of the Rathoda of the 32 kinds of drama. राय. named Ekai. विवा० १; ११; एगागि. त्रि. ( एकाकिन् ) मेले; मेरी. एगाहश्च. त्रि. ( एकाहत्य-एकैवाहत्याऽह अकेला; एकाकी. Alone:solitary.आया. तनं प्रहारो यत्र तत्तथा) से पाये भारा १,७,५, २१९; प्रव० ५३१; गच्छा .१०५; યોગ્ય: એક ઘાથી બે કટકા કરવા યોગ્ય. एगाणिय. त्रि० ( एकाकिन् ) . अकेला. एक घाव से मारने योग्य. Worthy to Alone; solitary. वव. ४, १; ६, २; be severed into two pieces वेय. १, ४८, ५, १५; ओघ• नि० भा० २८; by a single blow. .' एगाहचं कुडाएगाणी. स्त्री० (एकाकिनी) ती स्त्री. हवं जोवियाग्रो ववरो वेइ" भग० ७, १; अकली स्त्री. A lonely, solitary ११, १; राय. २४; woman. ओघ० नि० ७८; एगिदिय. पुं० (एकेन्द्रिय-एकं इंद्रियं करणं पगारस. त्रि० (एकादशन् ) गुमे। “ एका- स्पर्शनलक्षणं यस्प) ३१ मे २५शंद्रिय रस'' श६. देखा “ एकारस " शब्द. 04-वा -५९चाथि:, २ अ५४ायि; Vide. “ एकारस" नाया० ५; ---वास- 3 तेने यि, ४ वायु४ि , ५ नरपतिपरियाग. त्रि. (-वर्षपर्यायक) अशीयार आथि५. एक-स्पर्श-इंद्रियवाला जोव. यथाः વરસની પ્રવજ્યાંવાલે; જેને દીક્ષા લીધે ૧૧ १ पृथ्वीकायिक, २ अपकायिक, ३ तेजोकावई या हाय ते. जिसे दीक्षा लिये हुए यिक, ४ वायुकायिक, ५ वनस्पतिकायिक. ग्यारह वर्ष हो चुके हों वह. ( one) The class of one-sensed living since whose entrance into the beings sub-divided into lives religious order 11 years have of earth, water, fire, air and passed; of 11 years' standing vegetable. भग० २, १; १०, ५, २; in asceticism. वव. १., २६; २७; ८.१; २४, १: ३३, १; पन्न. १; जीवा० १; एगावली. स्वा० (एकावली) भनित विशे० १०१, ४११; क. प० १, ४५, २, ((२; इस सा२ मणिजडित हार; एक- ५६; आव० ४, ३; -देस. पुं० (-देश) न्नड़ी हार. A single string of| मे दियवासा पनी हेस-ला. एकद्रिय Page #339 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगिदियत्त] ( ३३३ ) [एगण जीव का भाग. a portion or part ___exceeding by one. भग० १, २, ४; of one-sensed livin विशे० १४२; भग० १०, १; -प्पएस. पु० (-प्रदेश ) | एगुरुश्र. पुं० ( एकोरुक) मे३३ नामना એકેન્દ્રિય જીવોનો પ્રદેશ–નિવિભાજ્ય અંશ. ७पन मन्त२६५मानो मे. एकोरुक नामक एकेंद्रिय जीवों का अविभाज्य प्रदेश. an ____ ५६ अंतरद्वीपमें से एक. One of the 56 indivisible, atomic part of one- Antara Dvipas named Ekoruka. sensed living beings. भग० १०, जीवा० ३, ३; (२) त्रि० ते दीपमा नार. १; ११, १०; -रूव. न० (-रूप) मे उस देश में रहनेवाला मनुष्य. a resiधादिपवादानुरू.५. एकेन्द्रियवाले जीव का रूप. dent of that country. जीवा०३, ३; the form, appearance, of one- | एगूण. त्रि. ( एकोन ) 0j: मे sensed living beings भग० १२, सार्छ. सम० ८६; पन्न. ४; भग० ८, ५; ६; -सय. न. (-शत ) मेन्द्रिय-शत; . १५, १; २४, १२, २५, ७; उत्त० ३६, ભગવતી સૂત્રના ૩૩ માં શતકના બીજા १३८; अणुजो० १२८; जं० ५० ५, ११५. उद्देशानुं नाम एकेन्द्रिय-शतक; भगवती सूत्र विवा० ६;-(णा) असि. स्त्री० (अशीति) के ३३ वे शतक के दूसरे उद्देश का नाम. ११८ यायाशी.उन्यासी. 79.seventyEkendriya Sataka; name of nine सम० ७६;-णउइ. स्त्री. (नवति ) the 2nd Uddesa (part) of the , नयासी; ८६ नी संभ्या. निब्यासी की 33rd Sa ta ka of Bhagavati संख्या. 89; eighty-nine. सम० ८६; Sitra. “ वित्तिय एगिदिय सयं सम्मत्तं" -तीसइ. स्त्री० (-त्रिंशत्) नुमे। “एगूण - भग० ३३, २; ४; तीस" २६. देखा “एगूणतीस” शब्द. एगिदियत्त. न० ( एकेन्द्रियत्व ) मेदिन- vide “एगूणतीस' सम० २६; --तीसा. utj. एकेन्द्रियता. State of being a स्त्री० (-त्रिंशत् ) २६; मागणुत्रास. २६; one-sensed living being; pos- गुनतीस. 29; twenty-nine. भग. session of one sense only. भग २४, १२, २५, ७, पन्न.., विवा० २६ ८,६; -परणा. स्त्री० (-पंचाशत् ) मोगाएगीभूत्र. त्रि. (एकीभूत) अने। मटी मे पन्यास, ४८. उनचास; ४६. forty-nine; था . अनेक रूप से मिटकर एक रूप का 49. " एगूणपण्णाराइंदियाई" भग• २४, प्राप्त. Reduced to unity from १२; वव० ६, ३७; जं० प. ३. ५४, ५, multiplicity. TIT. EE; ११५, २, २५–पत्रा. स्त्री० (-पंचाशत् ) पगुत्तरिय. त्रि. (एकोत्तरिक) मे भने। यशपयाश; ४८ उनचास; ४६. forty ઉત્તર અવયવ છે તે એ કે વઘતું–જેમ ૧૧, nine; 49. “एगुणपनाराईदिएहिं" सम० २१ वगेरे. जिसका ‘एक ' उत्तर अवयव है ४६; जीवा० १; -पन्नास. स्त्री० (-पंचावह संख्या जैसेः ग्यारह, इकास आदि. शत् ) योगणयास; ४४. उनंचास; ४६. Having.one as the latter part forty-nine; 49. अणुजो० १२८, - ( in the case of compound nu- वरणा. स्त्री० (-पंचाशत्) नुमो ‘एगूणmerals ); e. g. 11, 21, etc.; पन्ना" १६. देखो “एगणपन्ना" शब्द. Page #340 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एगूणवीसइम ] vide " एगूणपन्ना” भग० ८, ५; ३७, १; पन्न० ४; उत्त० ३६, १३८ - वसिति. स्त्री० (-विंशति) नी संख्या योगशीस. उन्नीसकी संख्या: १६ 19; nineteen. जं० प० १, ११; वव० १०, ३३; ३६६ – वसा. स्त्री० (-विंशति) योगीस; १९. उन्नीस १६. 19; nineteen, एगूण वीसा यज्भयणत्ता सम० १६; नंदी० ५०; भग० १५, १, ३५, 9; जो ० १४२, नाया० १; १६; आव ० ४, ७; -सट्ठि. स्त्री॰ ( - षष्ठि ) योगगु· साह; ५८. उनसाट; ५६. fifty-nine; 59. "एगुणसाराइंदियाई ” सम० ५६; - सत्तरि. स्त्री० ( सप्तति ) भेडेन्यूनसीतेर; भागशेोतेर १७. उनहत्तर. 69; sixty-nine. गुणसत्तार वासा वासहर पव्वया पण्णत्ता सम० ६६; गुणवीस म. त्रि० ( एकोनविंशतितम ) योगीसमा उनीसवां 19th, nineteenth. " गुणवइिमं सयं सम्मत्तं " 66 ܕܐ ( ३३४ ) "" भग० १६, १०, २०, १ ठा० ६, २; नाया० १; १६; Woman एगूरुई. स्त्री० ( एकोरुका ) । ३६ द्वीपनी स्त्री. एकोरुक द्वीपकी स्त्री. A belonging to Ekōruka Dvipa. जीवा ० १९ एगूरुय. पुं० ( एकोरुक ) मे नामनो मे અન્તરદ્વીપ; છપન્ન અન્તરદ્વીપમાંના પહેલે. एक अंतद्वीपका नाम; छप्पन अन्तद्वीपों में से पहला द्वीप. Name of an Antara Dvipa; the first of the 56 Antara Dvipas भग० ६, ३; १०, ७; ठा० ४, २; ( २ ) पुं० [स्त्री० मे द्वीपमा * यो पृष्ठ नम्र १५ नी फ्रुटनोट (*) foot-note (*) p. 15th. For Private रहेना२. उक्त द्वीप में रहने वाला a resident of the above named Dvipa. भग० ६, ३; १०, ७ - दीव. पुं० ( - द्वीप ) लुग्यो “ एगूरुय २६. देखो 66 "" "" एगूरुय शब्द. vide" एगूरुय भग० ६, ३; १०, ७; ठा० ४, २ – मरपुस्स. पुं० ( - मनुष्य ) । दीपना रहेनार मनुष्य एकोरुक द्वीपका रहने वाला मनुष्य. person belonging to the Ekoruka Dvipa. भग० ६, ३; १०, ७; एगोरुय. पुं० ( एकोरुक) लुओ एगूरुय २६. देखो “ एगुरुय शब्द Vide 6. a 66 "" Personal Use Only 75 39 [ एडय "" एगूरुय पन्न० १; एज. पुं० ( एज ) वायु; पवन; वायरो. हवा; वायु; पवन. Wind; air. " पहू एजस्स दुगंछणाए आया० १, १, ७, ५५; एज्ज. त्रि० (एत्य) आववा योग्य आने योग्य. Worthy to come. सु० च० ७, १६६: एड. धा० II. ( ) परवनुं नामी हे: dj डाल देनाः व्यागना. To discharge; to get rid of; to lay down solid excrements ete. एडेड. भग० ११, ६, १५, १: १; नाया ० ५; निसा ०३,७२; राय ०२६३; ओव०३६: एडेंति राय० ३४; जं० प० २, ११२: एडेसि. भग० १५, १; एडेत्ता. सं० कृ० भग० २ १ ११, ६; १४, १; नाया० ५; एडय. पुं० ( ) ८४ आज मेडयांग परिमितास विभाग ८४ लाख एडयांग, जितना काल विभाग. A period of time measuring 84 lacs of Edayāngas. भग० ६, ७, देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide Page #341 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पणी ] एणी. स्त्री० (एसी) रखी; भृगसी हरिणी; मृगी. A female deer जं० प० १३, ५७: पण्ह० १, १; जीवा० ३, ३; श्रोव ० १०; पणेज्ज. पुं० (पुण्य) गोशाले पड़े औढ परि कार येते. गोशालाने पहला जो प्रौढ परिहार किया था वह. The first Praudha Parihāra (a kind of austerity ) practised by Gosala. भग० १५, १; ( २ ) त्रि०रण संबंधी; भृगनुं. हरण संबंधी; मृगका. pertaining to, belonging to a deer विवा० ८; - रस. पुं० ( रस ) हरिण संन्धि भांसनो २स. हरिण के मांस का रस. taste of the flesh of a deer. " मच्छरसेय एणेज्जरसेय " विवा० ८; ; एत. त्रि० ( एतत् ) This " एतेवं जाह ( ३३५ ) "" - सु० प० १०; एतायंत. त्रि० ( एतावत् ) भेट. इतना. This much that much. जं० प० विवा० १: वेय० १, ४६; एतोयम. त्रि० ( एतदुपम ) मेनी यशेयर; ना इसके समान. Similar to : पहे. यह. भग० ६, ३२, that or this. सूय० १, ६, १४, एत्तिश्र य. त्रि० ( इयत् ) भाटभुं मा प्रभाणुनुं. इतना. This much; of this measure. नाया. १७: विशे० १४० पिं० नि० २२३: - काल. पुं० ( - काल ) भेटसम्मत इतना समय so much time ; that much time. प्रव० ४३२: एतो. अ० ( इतः) गांडिथी; वे पछी यहां से; इसके बाद. Hence; henceforward; from this place. श्र० १६: अणुजो० ५६; १३०; पिं० नि० १५५; भग० ६, ८, वेय० १, ४६; नाया० २; ८; १२; राय० २६२: प्रव० ३६५: क० प० १, ६ For Private [ एय (तापरं) सेनापछी उप पत्तोवरं श्र० i. इसके बाद इसके उपरांत. Further than this or that; in addition to this or that. श्रणुजो० १३८; एत्थ अ० (अत्र ) ; ये स्थसे. यहां इस स्थानपर, Here; in this place. भग० १, ३, ६, २, १; ७, ३ ८, ७; ३, ३३; १५, १; १६, ६; २०, ५. २१, ८ ४२, १; 'नाया० १; ३, ५, ७, ८; १३; १७; १८; १६; पन्न० १; जं० प०५, ११६ २, १४२; ७, १४२; दसा० १, ५; सू० प० १; श्रोव ० विशे०८ उवा० ७, २०१; एत्यंतरे. अ० ( अत्रान्तरे ) भेटवा वमतमां. इतने समय में. Meanwhile; in the meanwhile; during that time. सु० च० १, ७२ २४८ : एम. श्र० ( एवम् ) से अरे. इस तरह मे इस प्रकार से. Thus; in this way. 64 एमेण समणा वृत्ता " दस० १, २० एमाइ. अ. ( एवमादि ) छत्याहि मे विगेरे. इत्यादि; वगैरह. This, that etc. पिं० नि० भा० १५; एमेव. ० ( एवमेव ) मेत्री रीतें; भेभ. इसी प्रकार. Exactly in this way: precisely in that way. पिं०नि० ७६; पन्न० १; प्रव० १६ १३ क० ५० १, ७०३ V पय. भा० I (एज) : पधुं; धुन्धुं. कंपना. To tremble; to shiver. एवइ-ति. राय० २६६; भग० ३, ३, ५, ६; १७, ३; १८, ३ एयंति भन० ५, ७, १७, ३: एयस्संति. भवि० भग० १७, ३; एयंसु. भू० का० भग० १७, ३; एय. त्रि० ( एतत् ) मा; सामे डेली भीन पीगेरे. यह; सन्मुख की वस्तु वगैरह का उल्लेख करने योग्य सर्वनाम शब्द. This; Personal Use Only Page #342 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एयकम्म] ( ३३६ ) [एयावति that. सू० ५० १०; माया नोन ते. जिसका यह अचार है वह. एयकम्म. त्रि. ( एतत्कर्मन् ) मे छे में। (One) possessed of this नु अव . यह है कर्म जिसका ऐसा ascetic conduct. विवा० १; कोई. (one) who has thus acted. / एयण. न० (एजन ) •५g; Jory. कंपना. विवा० १; ५; Trembling; quaking. भग. ५, १; एयगुण. त्रि. (एतद्गुण) मेटलाये गणेश. पन्न. ३६; इतने से गुणा हुया. Multiplied so एयणा. स्त्री० ( एजना ) बुन्नरी; Ur: कंप much or to this extent. प्रव० it. Tremour; shivering. १३६६ भग० १७, ३; एयजोग. पुं० (एत चोग) मेनो संध. इसका | एयणुद्देसय. पुं० (एजनोद्देशक ) लावती सम्बन्ध. Connection of this or સૂત્રના પાંચમા શતકના આમા ઉદ્દેશાનું that. पंचा० २, ३५; नाम. भगवती सूत्र के पांचवें शतक के आठवें एयधर. त्रि. (एतद्वर) मेने धारण ४२ ना२. उहश का नाम. Name of the 8th इसको धारण करनेवाला. (One) that Uddeśa of the 5th Śataka of bears or puts on this or that. Bhagavati Sūtra. 17770 %, 5; पंचा. १४, २४; एयलई. स्त्री (एलकी) मे गती वनस्पति. एयपहाण. त्रि. (एततप्रधान ) मेछे प्रधान एक जात की वनस्पति. A kind of मा ते. जिसमें यह प्रधान है वह. (Any. vegetation. भग० २३, १; thing ) having this as it pro- एयाणुरूव. त्रि० (एतदनुरूप) मेने अनुसतुं. minent factor. विवा० १; -प्पयार. इसके अनुरूप Like, resembling or त्रि० ( -प्रकार ) मे तुं. इस प्रकार worthy of this or that. कप्प का. of this nature; of this sort. नाया. १४; ण्यारिस. त्रि. ( एतादृश) मे; अनाj. एयमट्ठ. न० ( एतदर्थ) ये माटे; ये अर्थे. इस प्रकार का; इसके सरीखा. Of this इसलिये. For this purpose; for sort; of this or that nature; the sake of this. भग० ७, ७; १५, similar to this. पंचा. २, ३४; उत्त. १; १८, ७; नाया० १; ५; ६; १४; दस० | ३२, १७; सम० ३०; दसा. ६, १७; दस० ६, ५२; ५, १,६६; एयविउत्त. त्रि. (एतद्वियुक्तम् ) मेथी | एयारूव. त्रि० ( एतद्रूप) से प्रार. इस २हित. इस के बिना. Devoid of or प्रकार का. Of this sort; of that free from this or that. पंचा०६, ६; sort. अंत० ६, ३; राय० २४; ७७; विवा. एयविज. पुं० त्रि. (एतदविद्य) मे विद्या ५; दसा. ६, २; १०, ३; नाया० ३, ५; १; बेनी ते. जिसकी यह विद्या है वह. (One) भग० २, १; ५, ४, १४, १, १८, १०; possessed of this or that know- उवा० १, ८०; २, ६४; कप्प० १, ४; जं. ledge or learning. विवा. १; प० २, २२; एयसमायार. त्रि० (एतत्समाचार ) मे छे | एयावंति. अ० ( एतावत् ) सेटमा. इतना Page #343 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एरंड ] इतने. These many; so_many. आया० १, १, १, ७; भग० ६, ७, एरंड. पुं० (एरण्ड - ईश्यति वायुंमलं वा) मेरडी मेरा वृक्ष. अरंड; अरंड का वृक्ष The castor-oil plant भग० २ १; २१, ६; ठा० ४, ४; पन्न० १: - कट्ठसगडिया. स्त्री० (-काष्टकटिका ) मेरे उना लाडानी गाडी. अरंडकी लकडी की गाड़ी. εἰ cart made of the wood of the castor-oil plant नाया• १; - मिंजिया. स्त्री० ( मिज्जिका ) थेरडानी भ० श्ररंडा की मांजी. a seed of the castor-oil plant भग० ७, १; परराणवत न० ( ऐरण्यवत् ) मेरएयवयनामनुं भूभिनु क्षेत्र ऐरण्यवय नामक कर्मभूमि का एक क्षेत्र. Name of a region of the Akarmabhūmi. सम० १; ( 3319) एरणवय - प्र. पुं० ( ऐरण्यवत् ) योग्यવય નામનું રમકવાસ અને ઈરવત ક્ષેત્રની वस्ये यावेसुं लुगलिया क्षेत्र रमक वास और ईरवत क्षेत्र के बीच में स्थित ऐरणवय नामक जुगलियों का एक क्षेत्र Name of a region inhabited by the Jugalias, situated between Ramakavāsa and Iravata Kṣetra. जं० प० भग० ६, ७ २०, ८ ठा० २, ३; पन्न० १६; जीवा० १ ( २ ) त्रि. ते क्षेत्रभां वसनार, उक्त क्षेत्र में रहने वाला ( one ) who resides in the above mentioned region. अणुजो • १३१; परवश्रं य. पुं० ( ऐरवत ) भेरुथा उत्तरमा આવેલું કમભૂમિનું ભરત જેવડું છેલ્લું क्षेत्र. मेरु की उत्तर दिशा में स्थित कर्मभूमि का भरतक्षेत्र बराबरी का अंतिम क्षेत्र. The Vol. 11/43 [ एरवण last region of Karma Bhumi to the north of Meru, equal in size to Bharata region. सम० ७; जीवा ० १ सू० प० १०: अणुजो० १३४; पन्न० १; नंदी० ४२: भग० २०, ८; विशे० ५४६; प्रव० ३; जं० प०६, १२५, ०२, ३; (२) त्रि० ४२वत क्षेत्रमा वसनार. ऐरावत क्षेत्र में उप्तन्न; एरावत क्षेत्र में रहनेवाला. born in Iravata Ksetra; residing in Iravata Ksetra. अणुजो० १३१; - कूड. पुं० ( कूट ) શિખરી પતના ૧૧ ફૂટમાંનું દશમું કૂટशिम२. शिखरी पर्वत के ११ कूटों में से १० वां कूट. the 10th of the 11 peaks of the Sikhari mountain. For Private प० ६, १२५; एराव. पुं० ( ऐरावत ) म्हीने उत्तर છેડે આવેલુ ભરત જેવડું છેલ્લુ ક્ષેત્ર जंबूद्वीप की उत्तर दिशामें स्थित भरत क्षेत्र जितना अंतिम क्षेत्र. The last region to the North of Jantbu Dvipa, equal in size to Bharata region. जं० प० पराई स्त्री० ( ऐरावती ईसः सन्त्यस्याः ) કુણાલા નગરી પાસે વહેતી એરાવતી નામની नही. कुणाला नगरी के समीप बहने वाली नदीका नाम Name of a river flowing in the vicinity of the city of Kupālā. वेय• ४ २८, कप्प०६.१२; एरवण. पुं० ( ऐरावण - त ) प्रथम देवसेना ઇંદ્રના હાંથી; જે દેવતા હાથીનું રૂપ લઇ छद्रने यता पर साडे ते. प्रथम स्वर्ग के इंद्र के हाथी का नाम; जो देव हाथी का रूप धारण कर इंद्र को अपने ऊपर बेठाता है वह देव. The elephent of the Indra of the first Devaloka; Personal Use Only Page #344 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एरावत ] ( ३३८ ) [एला a god in the form of an ele. । of this sort; such. भग० २, ५; उत्त. phant for Indra to ride upon. । १२, ११; स्य. १, ३, ३, १५; सु. च. "हस्थीसु एरावण माझुणाए" सूय. १, २, ३३८; नाया००; दस०६, ५, प्रव०५६२% ६, २१; जं. प. ५, ११५; पन्न. २; | एरिसग. त्रि. ( ईदृशक) येना से पराह. २.४ (२) शदना साथीना सम. इसके समानः इसके सरीखा. Of १२४२ने। अधिपति. शकेन्द्र के हाथी की | that sort; such; similar to this सेना का अधिपति. the head of the or that. भग० १, १; ८, ५, army of elephants belonging | एरिसय. त्रि. ( ईदृशक) यु; से . to Sakrendra. " एरावण हस्थिराया। ऐसा; इसके समान. Such; similar to कुंजराणियाहिवई" ठा०५, १; (३) मे नामे that; of this sort. पिं० नि. ५८५; मे शुगतनी वनपति. एक गुच्छ जाति । नाया० ८; १६ । की वनस्पति का नाम. a kind of plant. एल. पुं० (एल) 21; मंदो. भेड़. A sheep; पन्न०१; (४) उत्तररुक्षेत्रमांना सामो- ___aram. जीवा० ३, ३; विवा० ४; सूय. नीमेयासेवीशयन तछे. उत्तर कुरु- २, २, २१; दस० ५, २, ४८; -मूयत्त. क्षेत्र के एक द्रह का नाम जिसके कि दोनो ओर न० (- मूकत्व = एडइव अव्यक्तं मूकतया बोस कंचनक पर्वत हैं. name of lake शब्दमात्र करोति ) ॥७२नी ? (मेरो) in the Uttara Kuru Ksetra, ન સમજી શકાય તેવું બોલવું તે; બબડાપણું. on both sides of which there भडके बोलने के समान समझ में न आसकने are 20 Kanchanaka mount- योग्य बोलना. babbling, indistinct ain५. ज. प. जीवा० ३, ४: --वाहण. speech like the bleating of a पुं० ( वाहन ) सादायी वाहन sheep. सूय० २, २, २१, दस० ५, २, छते. ऐरावण हाथी के वाहन चाला. one ४८; दसा. १०, ४५; whose vehicle is the Airavana | एलइज. न० (एलकीय) उत्तराध्ययन सुत्रना elephant. कप्प० २, १३, सातमा ध्ययन, नाम. उत्तराध्ययन के एरावत. पुं० (ऐरावत) मेरात क्षेत्रना सातवें अध्याय का नाम. Name of the प्रथम यवता. ऐरावत क्षेत्र का प्रथम 7th chapter of Uttarādhyaचक्रवती. The first Chakravarti of yana. अणुजो, १३१; Airavata-Ksetra, (२) मे एलग. पुं० (एडक ) धेट; भेटी. भेड़. A क्षेत्रनी अधि४ाता यता. ऐरावत क्षेत्रका male sheep; a ram. ज. प० २, २४; अधिष्ठाता देव. the presiding deity दम० ५, १, २२; पन्न० १; of Airavata-Ksetra. जं. प० | एलगा. स्त्रा० (एडका ) । ७२. भेड. A एरावती. स्त्री० ( ऐरावती) । “एरावई" female sheep; a eve. जं०५०२, २४; श६. देखो “ एरावई " शब्द. Vide | एलय. पुं० ( एलक) ५४।; अटी. बकरा; " एरावई " ठा० ५, २; मंदा. A he-goat; a ram. " कोई एरिस. त्रि. ( ईदृश = अयमिव पश्यति ) पासेज एलयं " उत्त० ७, २१५; येनावं. इसके समान. Of that sort; | एला. स्त्रो० ( एला ) गेलया. इलायची. Page #345 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एलावच्च ] Cardamom plant; the seed of स्थ० २६; ठा० ७, १; the plant, जांबा० ३ ४ ० ० पन्न १६ राय० २६६ - पुड. पुं० (-पुट ) એલચીને पुडे. इलायची का पुडा A packet of cardamoms नाया० १०: एलावच. पुं० ( पुलापत्य ) भंडु गोत्रनी शायारूप मे गोत्रनु नाम मंडुक गोत्रकी शाखा रूप एक गोत्रका नाम. Name of a branch or off-shoot of the Manduka family-origin. नंदी० ७, १; (२) त्रि. ते गोत्रमां उत्पन्न येश ५३५. उक्त गोत्र में उत्पन्न पुरुष. a man born in the above mentioned branch of Family. ठा० ७ १ एलाबच्चसगुत्त न ( एलापत्थसगोत्र ) मार्य भलागिरि गोत्र. श्रार्य महागिरी का गोत्र Name of the family line of Arya Mahāgiri. कप्प एलावच्चा. स्त्री० ( एलापत्या ) पमवारीयानी १५ शत्रयांनी श्री शननु नाम पक्षकी तीसरी रात. The third day of a fort-night. सू० प० १०; जं० प० ७, १५२; ( ३३६ ) एलिक्ख. त्रि० (ई ) मे सेना हेपुं : इसके समान; ऐसा. Such of this sort; of that sort. “कहंनु जिश्च ने लिक्खं जिच्चमाणां न संविदे उत्त० ७, २२; एलिखा. त्रि० (इंटक) लुग्गे "एलिक्स" शह देखो " एलिक्ख " शब्द Vide एलिक्ख " श्राया० १, १, ३, ५० एलुय. पुं० ( एलुक ) बरनो । ( २ ). घर की देली. The threshold of door जीवा० ३, ४, राय० १०६; दसा० ७, १ ० १०, २ एव अ० (एव) अवधारयः निश्रयः नी 99 [ एवं खलु निश्चय. Positively; assuredly. ७, २१६; आया० १, १, १, ११: उत्त● १, १, ११: जो० १४; वव० १ ३७ निसी० २०, १० दसा० ६, १; उवा० विशे० १७८; पिं० नि० १७८; एवइकाल. पुं० ( इयत्काल ) ले मत इतना समय That much time; so much time. ० ० १ ४५; एवइखुत्तो. अ० ( एतावत्कृत्वस् ) भेटली वार. इतनी बार So often; so many tinues. कृष्ण० ३,४८ एवइय. त्रि० ( इयत् ) युं इतना. So much; this much. भग ३ १ ४६ ६, ८ १२, ४; १३, ४, १४, ७, ८ १६, ४; २०, ६ : २४, १९ २४: ओप० नि० १५०; विशे० ००४; वव० १,३७,प्रव० ८४५ एवं अ (एवम्) ते (भ) इस प्रकार से पूर्वोत रातिसे In that way; AN said above; thus. भग० १, १२, १:३० ५. ४ प ६, ४७, १: १६, ५, १८, १०: ३४. १; नाया० १ २ ५ ७; ८; ६; ११: १४:१६; दसा०३, २६४, ४५६, ४ दस० १, २, ३०; ७, ७ ४४ ८, ३: आया० १, १, १, ११, १, १ २ सूर्य०१, १,१२,१, १, १, ६ २, ७, ६, वेय० २, २० जं० प०५, ११३; ४, ११२, ५, ११२; निर० १ १३ विशे० ७२ निसी० २०, १० उत्त० १ ४ ० ११ अजो० १४ ठा० श्रव० , 66 १, १ सू० प० २०; उवा० १, १०; १२; १४; नाया० भ० ३; क० ए० १, ३१, क० गं० ३ १० १२: एवमेयाणि जपता सू० १, १, २, ४; "एवं श्राउली करिति" भग० १, ६; एवंखलु प्र० ( एवंखलु ) भरेर निश्ये: अ. भत्र निश्चयसे: इसी प्रकार : वास्तव में. " Page #346 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एवंत्र ] Indeed exactly so. भग० ७, ६; नाया० ६; ८ १०; १६; नाया० ६० एवं अ० ( एवं चैव ) । एवं शब्द देखो एवं शब्द. Vide " एवं " "" 66 नाया० १ २; भग० एवरहं. ० ( एवम् ) देखो " एवं " शब्द " वेय० १, १४; ४, २८; एवतिय. त्रि० ( इयत् ) शह देखो एवइय 46 "" १५, १२५, २, ४१, ८ । "एवं श६. Vide एवं " ८८ ܕܕ ( ३४० ) 35 " 39 [ एस भरा हुआ स्त्री के मस्तक पर घडा रखा हो तभी उसे घट कहना अन्यथा नहीं; सातनयो में से एक नय. The seventh of the seven logical standpoints, viz. that a substance should be styled by its name only so long as it performs actually the operation denoted by it; eg. a pot should de styled 21 pot only when it is filled actually with water एकइय शब्द Vide एवइय भग० १, ७, ११, १; woman and “carried" by anv upon the head. विशे० २२५१,०७, १; भग० ५, ४; पन्न० १६; प्रव० ८२४; एवपि ० ( एवमपि ) अभय इस प्रकार भी. Even thus; even so. भग० १, ६; एवंभूत वादि. त्रि० ( एवंभूत वादिन् ) भावસહિત પદાર્થનેજ પદાર્થ માનનાર એક નય. सात नयमांना सातो नय भाव सहित पदार्थ को ही पदार्थ मानने वाला एक नय (One) who holds the logical standpoint that a substance should be styled by its name only so long as it actually performs the operation denoted by it; the seventh of the 7 logical beliefs सूरा० २, ४, १०, एवंभूय. पुं० ( एवंभूत ) ने शहने में अर्थ पंचा० ६, १२, (२) विरछे गये सारभा દષ્ટિવાદ અગના બીજા વિભાગ સૂત્રને ૧૬ भे। ने६. जिसका विच्छेद हो चुका है ऐसे बारहवें दृष्टिबाद अंगके दूसरे विभाग के सूत्रका १६वां भेद name of the 16th division of the 2nd section of the 12th non-extant Anga viz. Dristivāda. नंदी० ५, ६, एवंविह. त्रि० ( एवंविध ) सेवा अारनुं-नोनी इस प्रकार का की Of that or this sort; such. सु० च० ४ ८२; पंचा १३, ३६; एवमेव श्र० ( एवमेव ) ०४. इसी प्रकार. Exactly so; quite so. नाया• १; भग० १. १; થતેા હોય તે અર્થ પુરે પુરી રીતે, તે वस्तुमा त्यानं तेने ते वस्तु उड़े, જેમ ઘટ શબ્દ ચેષ્ટાવાચીટ્ ધાતુમાંથી અનેલે છે તે જ્યારે તે ઘડેા યાણીથી ભરેલા स्त्रीना भस्त उपर होय त्यारे तेने घडो કહું અન્યથા નહિ એમ માનનાર એક ય सात नयमांना ७भो नय. जिस शब्द का जो अर्थ होता हो उस अर्थ का पूर्ण भाव उस शब्द वाचि वस्तुमें दिखलाई पड़े तब ही उस वस्तु को वस्तु कहे जैसे कि घट शब्द चेनावाची घट धातु से बना है जब पानी से | V एस. धा० III. ( एष ) शोध; तपास एवामेव श्र० ( एवमेव ) येवीन रीते. इसी प्रकार से. Exactly so; quite in this manner. जं० प० नाया ० २; ३: ४; ५; ६; ६; १०; १५; १६; भग० १, १; ६,३, ३, ५, ३, ६, १२, १२५, ८; उवा ७, २.१६; For Private Personal Use Only Page #347 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एस] ( ३४१ ) [एसणा ४२वी; पुस ५२७ ४२वी. खोजना; ढुंढना; पुछ पाछ करना. To search; to inquire after. एसे. वि० श्राया० १, ६, ४, १०; एसिज्जा . वि. उत्त० १, ७; २. ३०; दस । ५, २, २६; एसेज्जा वि० सूय० १, १, ४, ४; एसंत. व. कृ. उत्त० ३०, २१; एसमाण.व. कृ० वव० १०, २; Vएस. धा. I. ( इ ) २७ छ | ४२वी. इच्छा करना. To wish; tol desire. एपइ. पिं०नि० ७५; एस. त्रि. (एष्यत् ) मारत; लवियन. भविष्य का; आगामी. Future; the future. विशे० ४२२; -काल. पुं० (-काल)मारतोस. आगामी काल. com ing time; future time. दस० ७, ७; एसण. न० (एसण) मे५४ीय १२तु; निर्दोष साहाराहि. दोषरहित श्राहारादि. A thing worthy to be used as food; unobjectionable food .etc. galo १, ८६; नाया. १६; भग० २, ५; एसणा. स्त्री० ( एषणा ) यालाहिनी गवेष. ણમાં સાધુ અને ગૃહસ્થી બન્નેથી લાગતા शहिताहिशद्वार. अाहारादि की गवेषणा में स धु और गृहस्थों से जो दश दोष लगते हैं वे. Any of the 10 faults (viz Sankita etc. ) incurred by a layman as well as an ascetic in connection with begging food etc. प्रव. २२; ५७१; ठा. ३, ४; पिं० नि० १; (२) उपयोग पूर्व आला. રાદિની ગષણ કરવી: એણનામની બીજી समिति. उपयोग पूर्वक आहारादि की गवेषणा करना; तीसरी ममिति का नाम. name of! the third Samiti, circumspec. tion in begging food etc. उत्त० १, ३१, २, ४, ८, ११, २४, २, ३०; २५; भग० २, १; सूय० १, १, ४, ४; परह. २, १; बव० १०, २, अोव० १७; सम. प०१६८; - असमिश्र. त्रि० (-असमित) આહારાદિની ગવેષણરૂપ સમિતિ વિનાને; मेप। समितिसहित. आहारादि की गवेषणा रूप समिति से रहित; एषणा समिति से रहित. (one ) devoid of circumspec. tion in begging food etc. All' १, २, २१, २२; -श्रसमित. त्रि. (-असमित) मसूतो मातपाणी as બીજા સાધુની સાથે કલહ કરનાર, અસમधिनुं वीस-छेत्यु २थान सेवनार. असूझता ( दोषयुक्त) अाहार पानी लेकर दूसरे साधु के साथ कलह करनेवाला-असमाधि का २० वां- अन्तिम स्थानक का सेवन करनेवाला. (one) who resorty to the last viz. 20th source or cause of Asamidhi i. e. non concentration; ( one ) who quarrels with another Sādbu, after receiving food involving sin. सम० २०; --रय. (-रत) निर्दोष मा२ सेवामा सावधान. निर्दोष आहार लेने में सावधान. one who cautiously and carefully receives only unobjectionable food. दसा. १, ३; -विसोहि. स्त्री० (-विशोधि) मेपानी शुद्धि. एषणा समिति की शुद्धि. purity or faultlessness of circumspection in hegging food etc. ठा० ५, २; -समिइ. स्त्री० ( -समिति) ४२ प्रा२ना पण टाक्षी शु आहार पाणीनी गवेषा १२वी ते; पांय समितिमांनी त्रीय समिति. Page #348 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एससिज] ( ३४२ ) [पाहे य ४२ प्रकार के दृषणों से रहित शुद्ध आहार | એક હાથીને મરી ખાવું તે શ્રેય એમ માનपानी की गवेषणा करना; पांच समितियों में नार से तापस; हाया तास. असंख्यात से तीसरी समिति. the third of the एकेंद्रिय जीवोंकी हिंसा जिसमें हो ऐसा आहार 5 Samitis viz. begging of करने की अपेक्षा एक हाथी को मार कर खाना alms untainted by the 42 kinds श्रेष्ठ समभने वाला तापसी; हाथी तापस. of faults. सम०५; ठा०८, १;-समिय. An ascetic believing that it पुं० ( समिति-एषणायां उत्पादनग्रहणग्रास is better to kill an elephant विषयायां सम्यगितः स्थितः) निहाप आहार for food instead of taking food सेना२. निर्दोष आहार ग्रहण करनेवाला. one involving killing of countless who receives faultless or abso one-sensed living beings; (such a one is styled a Hátbi TāJutely untainted food. "एसणा pasa). “ एसिया वोसिया सुद्धा" सूय. समिएणिचं वजयंते प्रणेसणं" सूय०१, ११, १,६,२; १३: दसा. ५, १; भग० २०, २;नाया० ५; | एसिय. पुं० ( * ) गौराणीया. गोली; एससिज. त्रि. (एषणीय) भनिने पक्ष्य। ___ ग्वाल. A cowherd. आया० २,१, २,११; કરવા ; લેવું કપે તેવું દેવ રહિત पस्स. पुं० (एष्यत् ) भविष्य स; मावी. मुनि के एषणा करने योग्य; निर्दोष; लेने भविष्य काल: भावी काल. The future; योग्य. Faultless; unobjectionable; ___future time. विशे० २८३; worthy of being received as food | एहंत. नि. (एधमान ) १५; वृधि भाभbya Sidhu. भग० १,६२, ५५.. ६; तो-ती. बढता हुआ; बढती हुई; वृद्धिगत. ७.१८,६१८, १०; उत्त. १२, १७; ३२, ४, नाया. ५; १६; १६%; ठा० ४, २, increasing, growing. दस०६, २, ५; उवा.. १,५८; पि. नि. १९१; राय० २२५; पहा. स्त्री० ( एधा) शमी (भी ) ना पसणिय त्रि. (एषणाय-एष्यते गवेप्यते उझ. ट; U१५. शमीकी लकी; उस्तरा नामक मादिदोषविकलतया साधुभिर्यत्तदेषणीयम्) वृक्षकी लकडी. The wood of the नि५-५ ५१२. निर्दोष; दोष रहित.. Sami tree; fuel. उत्त० १२, ४४; Faultless; mtainted; unobjec- | एहिय. त्रि. (ऐहिक ) मालो सम्पन्धा3; tionable (e g. food). दस. ६, २४; आसान. इस लोक सम्बन्धी: इस लोक का. एसिय. त्रि. (एषित ) गायरीनी विधियी Belonging to, pertaining to प्रात थये। ( महाराहि ). गोचरी की विधि this world. ओघ० नि० ६२; - पएसे प्राप्त (आहारादि ). ( Food etc.) सिय. त्रि० ( -प्रदेशिक ) विषम संध्याgot by Gochuri (i. e. begging) ૩, ૫, ૭ વગેરે એકી સંખ્યાના પ્રદેશથી in H.particular fashion ). 9° नियन येस. विषम संख्या के प्रदेश से २, १, ६, ५०; सूय० २, १, ५६; भग०७,१; निष्पन्न. resulting from odd nunएलिय. पुं० (एषिक ) असंन्यात मेन्द्रिय bers such as three, five, seven જીવોની હિંસા થાય એવા આહાર કરતાં | ete. भग• २५,३ * नु। १४ न२०५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (). Vide foot-note (6) p. 15th. Page #349 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीश्रांति ] << ओसि. पुं० ( जोजस्विन् ) भननी धीर पाओ; धैर्यवान् धीर. धीरज बाला; धैर्य धारण करनेवाला; धीर. Courageous; brave श्र० १६; श्रीइराण त्रि० ( श्रवतीर्ण ) अवतरेल; तী यावे. अवतरित; उतरा हुआ. Born; descended; come down श्रोव ० २६ प्रोघ० नि० ३४, पंचा० १५, ४२; ओंकार. पुं० ( ओंकार ) ॐअरने उभ्यार उवे। ॐ कार का उच्चार करना Pronouncing the word " Omkāra". उत्त० २६, २६; "} श्रोडिया. श्री० ( अवकणिका ) लुभे। उक्काच्या ०६. देखो “उमा शब्द. Vide. उक्तच्छिया " श्रोष • नि० ६७७; प्रब० ५४३; V श्रोकड धा० I ( अप + कृष ) पाछु - A. पीछा खींचना. To draw back; to pull back. ( ३४३ ) (C ओ. श्रोकडूइ. क० प० ३, ७: कड्डिय. सं० कृ० क० प० ४, १; श्रोकडा बी० ( अपकर्षणा ) अपवर्तना अपवर्तना. Drawing back; turning back. क० प० ३, १०; श्रोगाहे. त्रि. ( अवगृहीत ) पीरसेस; भोग्नमांथी हाथमां सीधे ग्रहण किया हुआ; परोस हुआ Served as food; held in the hand ( sup. food ). ठा० ३. ३: जोगाढ त्रि. (अनगाव ) मा प्रदेशने अवगाडी - स्पर्शरीने रहेस. आकाश प्रदेश को व्याप्त करके रहा सुभा Porvading or touching Akāśa Dravya i. e. space. उत्त० १८, २४; पन० २; जीवा ० For Private [ श्रो-गाह १; विशे० ६७५: अणुजो० १०१ १४८; प्रव० ठा. १, १, भग० १३, ४, १६. ६; २०, २; २५, ३; ४; नाया० ५; ६; १७; जं० प० ७, १३७; ( २ ) भीनमा हुं. जमीन के भीतर उंडा deep in the ground. १५८७ – रुइ. स्त्री० ( रुचि ) ઉપદેશ કે શાસ્ત્રને અવગાહવાથી ઉત્પન્ન થતી धर्म ३थि. उपदेश अथवा शास्त्र के अवगाहन - मनन से उत्पन्न होनेवाली धर्माचे. love for religion excited by a mon or a study of scriptures. ser भग० २५. ७; ठा. ४, १ श्रगाढ सेखि श्रापरिकम्म. न. ( अवगाहनश्रेणिकापरिकर्मन् ) दृष्टिवाना परिभ्रमन छो मे दृष्टिवाद के परिकर्म का छठवां भेद. The sixth division of the Parikarma of Dristivāda. नंदी० ५६. गाढाव न० ( अवगाढावर्स ) मोगाढसेलियापरिनो भो प्रा२. श्रगाढसेfuse परिकर्म का चौदहवां भेद. The 14th division of Ogadhasepia Parikarma नंदी० २६; योगास. न. ( अवकाश ) अनाश; मुस्सी भीन अवकाश; खुली जगह; खाली स्थान. Open space. " ओोगा कासुर्य नचा दस० ५, १, १६; Vश्रो गाह. धा० I II ( अव + गाह् ) અવગાહવું; અન્દર પેસવું; સ્પર્શી કરવેા. अवगाहन करना; भीतर प्रवेश करना; स्पर्श करना. To pervade; to enter; to touch. प्रोगाहइ. भग० २०, ८; प्रव० ६६८; श्रोगाहेइ. नाया० २; ९: १६; Personal Use Only "" Page #350 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भोगाह] ( ३४४ ) [ोगाहिम श्रोगाहति. भोव.३१%3 प्रोगाहणा. बी. (अवगाहा-अवगाहन्तेभोगाहेजा. भग० १, ६, १८, १०; अणुजो. भासते अवतिष्टन्ते जीवा यस्यां सा तथा) १३४ शरी।हिनी या शरीर आदि की उचाई. श्रोगाहह. नाया. १७; Height of the body etc. भग० भोगाहित्ता. सं. कृ. प्रोव० ३६; जं. ५० | ३, १; १६, ३, २४, २०; २५, ४, २५, ६, १,१४,७,१४२, ७, १२७, भग. ३६, १; ओव. २४; अणुजो० १३४; उत्त. २, १८; ३,७; पन्न. २; ३६,६०३६, ६१; जीवा. १; नंदी. १२; श्रोगाहेत्ता. स. कृ. नाया. २,६; भग• २०, नाया. ध. प्रव० ४८१; -ठाण. न. (-स्थान-अवगाहन्तेजीवा यस्यां साऽव. श्रोगाहित्तए. हे. कृ. ओव. ३८; गाहना तनुस्तदाधारभूतं क्षेत्रं वा तस्याः योगाहंत. पं. नि. ५७५; स्थानानि प्रदेशवृता विभागाः अवगाहनास्थाश्रोगाहिउण. जं.५०४, १.५; प्रव०१४३५; नानि) सना -शरी२नी या स्थानश्रोगाह. पुं० (अवगाह ) समासना; मर- विलाय. अवगाहना अर्थात् शरीर की ऊंचाई अश; मानुं अक्षय. अवकाश; आकाश का स्थान-विभाग. A (smaller) divi. का लक्षण; खाली स्थान. Interpene- sion of the height of the body. tration; lit. entrance; giving भग. १, ५; --नामनिहत्ताउय. न. space to other substances; (- नामनिधतायुष्क ) आदि शश२ this is the nature of Akāśa. નામકર્મ સાથે આયુષ્ય કર્મને બન્ધ થાય उत्त० २८, ६) ते; आयुगंधन मे २. औदारिक शरीर प्रोगाहण. न. (अवगाहन) ७५ शरीर नामकर्म के साथ आयुष्य कर्म का बंध होना: આદિ વસ્તુ જેટલા ક્ષેત્રને અવગાહિ રહે आयु बंध का एक प्रकार. The linking अयं क्षेत्र. जोव, शरीर आदि वस्तु जितने together of Ayuşys Karma क्षेत्र में व्याप्त होकर रहे उतना क्षेत्र. with the Namakarma that Space occupied by any object. builds up the physical body भग० १, २, ५, ७, ८, १; पिं. नि. १८१; पन. ६ भग० ६, ८-संठाण. नं. भोगाहलग. त्रि. (अवगाहनक) असाह- (-संस्थान ) प्रतापनाना २१ मा पर्नु ना२. अवगाहन करने वाला. (One ) નામ કે જેમાં દારિક વગેરે પાંચ શરીરેthat occupies & particular ना संहाण योरेनुं वान यु छे. पज्ञापना के space; occupying space. ठा०१,१; २१ वें पद का नाम कि जिस में औदारिक भोगाहणसणिया. स्त्री० (अवगाहन श्रेणिका) आदि पांच शरीरों के संस्थान आदि का અવગાહનશ્રેણી નામે દૃષ્ટિવાદાંતર્ગત પરિકર્મ- वर्णन है. Name of the 21st Pada नो मे लाग. अवगाहन श्रेणी नामक of Prajñāpanā, dealing with रष्टिवादान्तर्गत परिकर्म का एक भाग. the conformation of the five Name of a division of the Pari- kinds of bodies viz. physieal karma forming a part of Driş. ____etc. पन्न. १; tivāda. सम० १२; प्रोगाहिम. त्रि. ( अवगाहिम ) ५४वान; Page #351 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रीगाहिमग ] सुपडी भाव पहुचा वगेरे. मालपुवा आदि पकवान् Rich food; sweetmeats. पिं० नि० ५४ पंचा०५, ११; श्रोगाहिमग. पुं० न० ( * श्रवग्राहिमक ) पवना वगेरे. पकवान मिठाई वगैरह. Sweetmeats. प्रव०२०३,२१८; V श्रगियह. धा• III. ( अव+गृह ) थमां से २. हाथमें लेना; ग्रहण करना. To hold in hand; to take. भोगिएइइ. नाबा १ ठा० ३, ३: भग० ६, ३३; ओगिएता. सं० कृ० नाया० १; भग• ६, ३३: ओगिरिहसा. सं० कृ० भग० २, १; उबा० ७, १३३; २२० क८५० ८ ६; श्रोगिकिय. सं० कृ० आया०२, ७, १,१५६; श्रोगिण्हण. न ० ( अवग्रह ) अर्थावदनुं खे नाम. अर्थावग्रह का एक नाम. A synonym for Arthavagraha i. e. idea or apprehension of an object. नंदी • ३०; श्रोग्गह. न. ( अवग्रह ) यज्ञा; संभति; २. आज्ञा; हुक्म; सम्मति. Order; permission; consent. भग० ९, ३३: दस० ५ १, १८; ८ ५ नाया० ४; पंचा० ६, १३; vague प्रोग्गहण. स्त्री० ( अवग्रहरू) द्रियांना विषय रूप पुछ्गसोनुं अलस्य २ ते. इंद्रियांक विषयरूप पुद्गलों का ग्रहण करना. Draw ing or taking to oneself the molecules of the various objects of senses. पद्म १५; शोध. पुं० (घ) प्रवाह; संसारने प्रवाहनं रूपमु આપવામાં આવે છે માટે સસાર ૫ પ્રવાહ. प्रवाह; संसार को प्रवाहका रूपक देने में आता है वास्ते संसाररूप प्रवाह. A current; & flow; metaphorically worldly Vol. 11/44. ( ३४५ ) existence. " एते श्रघं तरिस्संति सू० १, ३, ४, १८, २, ६, ५५ क० प० १, ८१; पंचा० ३, ३; ( २ ) समूह; राशि; ४थ्थेो. समूह; समुदाय; ढीग. a group; a heap; a collection. जं० प० ५, ११५; नाया ० १५; सम• 9; राय० ३७; ( 3 ) सामान्य; शभु यय. सामान्य; समुच्चयः साधारण. accumulation; general, broad nature. भग० २५, ३ ४ ० ८; - श्रादेस. पुं० ( - आदेश ) सामान्य प्रहार; सामान्य अपेक्षा सामान्य प्रकार: सामान्य अपेक्षा. matter of course; matter of common expectation. श्रोधादेवं सियकड जुम्मा " भग० २५, ३: ४;—–श्राययण. न० (-आयतन) शोधप्रवा-परंपरा मनायझा तीर्थस्थान. परं. परा से माने जाने वाले तीर्थस्थान & place traditionally regarded 89 sacred. श्राया० २, १०, १६६: - सरणा. बी० (संज्ञा) भतिज्ञाना वरना क्षयोपશમથી સામાન્ય એધ થાય તે-જેમ બીજાની દેખાદેખીથી બાલક નીસરણી પર ચઢે પણ તે સમજતા નથી કે હું કેના પર ચઢયે. मतिज्ञानावरण कर्मके क्षयोपशमसे जो सामान्य बोध होता है वह जैसे दूसरेका देखादेखी से बच्चा निसरनी पर चढता है किन्तु उसे यह नहीं समझता कि वह किसपर चढा है. ordinary knowledge arising on account of the subsidence and destruction of the Karma which obstructs Matijñāna. पन० ८; — श्रघस्सरा. श्री० ( -प्रोघस्वरा ) यमस्थ या રાજધાનીના દેવતાને संदेश। पोयाउनारी घंटा. चमर चंचा नामक राजधानी के देवों को संदेश जिससे पहुंचाया जाता है वह घंटा a bell by which . 64 [ श्रघ For Private Personal Use Only "" Page #352 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रोचार ] messages were communicated to the deities of the Chamara Chanchã capital. जं० प०५, ११६; श्रचार. पुं० (अवचार) धान्यनो लामो अहार. धान्य का लबा कोठा. A granary or store-house of grain, some what elongated in shape. श्रणुजो० १३२; श्रोचूलश्र. न० (अवचूलक) लगाम; थोडे।. लगाम. A bridle; reins. “श्रोम्बूलमुद्द चंडार चामर थासक परिमंडिय करिए" विवा० २; जं० प० ३, ६१; ओच्छाहिश्र त्रि. ( उत्साहित ) उत्सादવત કરેલું: વખાણુ કરી ઉત્સાહ ચડાવેલ. उत्साहित किया हुआ; उपदेश देकर उत्साहित किया हुआ. Encouraged; enlivened with applause. ff. f. श्रोज. न० ( श्रोजस् ) व ताशन. बल; शक्ति. Strength; power; vigour. ४६५; ( ३४६ ) पराह० २, २; श्रट. पुं० ( घोष्ट ) ( ओठ. A lip. अणुजो० १३; १२८: १३१; नाया • ८: जं० प० पन्न २ राय० १६४ विवा० २: श्रोणमंत व० कृ० श्रि० ( भवनमत् ) नये नमतुं नीचे नमाहुआ. Bending or inclining low. प्रोष० नि० भा० २१२; श्रोणय. त्रि० ( अवनत ) पांडवणे ; नीये नभेल. नीचे नमा हुआ. Bent low; inclined low; curved सु० च० १, ३८२; नाया० १; आंघ० नि० २२३; श्री तर. धा० III. ( अव +तृ ) आंध રણ નાખવું; ઉમેરવુ શ્રાપન रखना; डालना. To add to to put or throw into boiling water. ( २ ) तर उतरना to descend. ओयरई. पिं० नि० ३८८ श्रयरंत पिं० नि० ५१८; प्रोयारिया. प्रे० सं० कृ० दस० ५ १, ६३, प्रोयारमाय प्रे•व० कृ० श्राया०२, १३६,३५: श्रोतार. पुं. ( अवतार ) प्रवेश उर: अर उतर. प्रवेश करना. To enter; to descend into बिश० १०४०; श्रोतिरक्षा. त्रि० (अवत) पार उतरेओः पार पामेसो पार उतराहुआ. पार पाया हुआ. ( One ) who has crossed or reached the opposite side. उत्त• ५, १४; १०, ३२, [ प्रवद्धन sizu. ġ. (ra) en; zika-14. भात, पके हुए नामत. Cooked rice जीवा ० ३, २; भग० २, २; उदा० १, ३५; पंचा० १०, ३७; श्रोधारिली. बां. ( अवधारियो ) निश्रयहारिणी ( भाषा) निश्चय कारक भाषा. Decisive speech. दस० ७, ५४; V श्री - पड. धा० I. ( अव + पत् नीये 43j. नीचे गिरना. To fall down; to come down. श्रावयइ. भग० ३, २ श्रवयांत विशे० १४६; श्रोषयंत आया० २, १५. १७६: नाया० ६, कप्प० ३, ३७; ५, ६६: श्रावयमाय व० कृ० नाया ० १ है; भग० ११,११; राय ०७२;जं० प०५, ११७: श्रीपाइय त्रि. ( श्रोत्पातिक ) उत्पात संधी. उत्पात सम्बन्धी Relating to the fall of a meteor or a conHagration ete सू० १, १२, १; श्रवद्धन त्रि. ( अवबदक ) समु સમય સુધી કાઇની બાંધણીમાં આવેલ; २५. अमुक समयतक किसी के बन्धन में आया हुआ, पराधीन. Bound down for a time; dependent प्रव० १६.८; For Private Personal Use Only Page #353 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोम] ( ३४७ ) [मोम भोभात. त्रि. (*) भागेदु; यायेगुं. मांगा | अोभासिय. त्रि. (नवभासित) यायना रेस; हुचा. Asked; begged; solicited. भागालाय. मांगकर लिया हुआ; याचित. श्रोष. नि. १४७; ___Begged; solicited; got by मो-भम. धा• I (भव + अम) ३२.; लम. solicitation. श्रोध• नि० ३१३; । फिरना; भटकना; भमना. To wander; | मोम. त्रि. (अबम ) Grj; मौर्छ; न्युन to roam. मधुई. कम; अधूरा; न्यून. Less; falling प्रोभामेह. प्रे० राय० २३६; short पंचा० १६, १६; उत्त. २६, १५; ३०, १५; ३२, १२; पि. नि. ६४३; पिं. प्रोभावखा. श्री. (प्रवभावना ) पास; नि. भा० ४५; (२) दुस; दुर्मिक्ष. सना; भश्४२१. उपहास; अनहेलना; हंसी. अकाल; दुष्काळ; दुर्भिक्ष. famine; sentRidicule; insulting; disrespect city; dearth of food. " जोवामु fal joke. ओष०नि०भा०८१; प्रव०१६३; कहविमोमे" पिं. नि. २२०; (3) vो -भास. बा• I,II (भव-मा)याय; मसार; तु२७. असार; तुच्छ; सार रहित; हातार पासे भाग. दाता के पास से मांगना; हीन. worthless; unsubstantial. यावना करना. To beg; to solicita उत्त० १२, ६; आया० २, २, ५, १४६ favour. ठा० ४, ४; -(मो) उयरण. न. (*-उदरण = उदर ) शहरी त५; नित्य बोभासिन. पाया• २, १, ५, ३०; मोरा या गाछु मायुं ते. उनोदरी तप; Vओ-भास. धा• I,II (अब+ भास्) नित्य के भोजन के परिमाण से कम भोजन ५ य; यस २३. प्रकाशित होना; करना. the penance consisting चिलकाहट करना.To shine; toglitter. in eating less than one's fill ब्रोभासति. राय. २७०, " प्रोमोयरसं पंचहा" उत्त० ३०, १४; बोभासइ. सू. प. 1; राय.२०; ठा०२,२; / --(मो ) उरिअ. न० (-उदरिक) नोभाखइ. भग० १,६; हु५॥; सिक्ष. अकाल; दुष्काल. famine; श्रोभासंति. म्. प. १८; भग० ७, १० ८. IChurcity of food. श्रोध. नि. ८; १४, ६: जं. प. ७. १३७; -उयरिया. स्त्री० (-उदरिका-अवमं न्यून. राय०२७०; मुदरं यस्यां सा तथा ) उरी त५; " भोभास.. (प्रभास) ६५मा मालायन माय त५मान "j. उनोदरी तप: छह नाम. ६५वें माहग्रह का नाम. Name of प्रकारके वाह्य तपों मे से दूसरा तप. eating the 65th planet, सू०प० २०: ठा. less than one's fill; the 2nd of २, ३; (२) प्रभा; is प्रभा; झांई the six external penances. light; lustre; brilliance. आव• " अणसवं प्रोमोमरिया भिक्खायरिया * नुस। १४ १५२ १५ नी ५८नोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की 'फूटनोट (*). Vide oot note ( * )P. 15th. Page #354 -------------------------------------------------------------------------- ________________ आमंथिय] ( ३४८ ) [श्रो-मुंच ठा०६, १; भग. ७, १; आया. १, ५, ४, रीन . मस्तक नाचा करके बैठा हुआ. १५६ १, ६, २, १८३; -कोठया. स्त्री. Sitting with the lead bent or ( काडता ) पापी पेट. खाली पेट. _low. "नो कप्पइ निग्गंथीए आमंथियाए" emptiness of stomach. “भाहरस. वेय० ५, २६, विवा० २; निर० १, १; एगणा समुप्पजइ तंजहा मोमकोठयाए " | ओमश्चय. त्रि. (अवमत्यय ) मारने मे ठा० ४, ४; -चेल. त्रि.(-चेस) प्रमा. ५. आहार का दोष. A fault conया मात्र रामना२. प्रमाल से कम ___nected with found. पंचा० १३, ८; वस्त्र रखनेवाला. ( one ) having less प्रोमत्त. न० (अवमस्व ) मा . हीनत्व; than the permitted number भोलापन. Scantiness; paucity. राय. २६. पन्न. १५३ or quantity of clothes. आया. १, ७४, २१२; -चेलग. पुं० (-चलक Vओ-मा. धा• I. ( अब+मा) हाय पोरे. अवमानि असाराणि चेलानि यस्य सः) था १२y; म२५ ५२३. हाथ वगैरह से टुं। मने तुना वस्त्र परनार. कम प्रार नापना-मापना. To measure with the hand etc; to take measureजुने वस्त्र पहनने वाला: मेले वनों वाला ment. one shabbily dressed; one putting on short and old gar: भोमिहिजइ. क. वा. अक्षुत्तो० १३३; ओमाण. न. (अयान ) क्षेत्रादिनी २५. ments. उत्त० १२, ६: -चेलि. दि. क्षेत्रादिकी माप. Measurement of (चलिक) मा “ोमल" श.. area etc. ठा० २, ४: देखो “ओम वेल" शब्द. vide " प्रोम ओमाण. पुं० (अपमान ) समान; मानचेल" " अदुवा संतदुत्तरे अदुवा प्रोमचे. सस सना२. अपमानः मानभंगः अनादर. लए अदुवा एगमारे " आया. २, ५, २, Insult; disrespect; affront. "f. १४६ - रत्त. पुं० ( * ) तिथि स्थानसिएएगे एगे प्रोमाशभीरुए " उत्त. ५५ तिथि. क्षय तिथि; घटी हुई तिथि. २७, १० lunar day beginning and मोमिणण न० (अवमान) पां . पौंखना. ending without one sunrise or A particular ceremony hy between two sunrises. ओघ. नि. which a bridegroom and a २८५: -राइणिप्र. . ( - रानिक)। bride are greeted at the enहाये दाना (साधु). दीक्षा की अपेक्षा trance of a house. पंचा. ८, २५: कोटा ( साधु )... Sadhu junior in Vओ-मुंच. धा• I, II. (भव+मुम्च् ) point of Dikşä or entrance in भुयु छ।७. छोडना. To release; to to the religious order. ठा० ४,३; abandon. प्रोमंथिय. त्रि. ( अवमस्तक) नीयु भरत मोमुबह. कप्प• ५, ११४; * । १४ नगर १५ नी ५टनोट (). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. Page #355 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रोमुद्धग] ( ३४६ ) [ोयव प्रोमुत्ता . काप० ५, ११४; or sentiout being immediate. ओमुद्धग. त्रि. (अवमूर्धक) अधु भरतः | ly after becoming quick viz the semen of the parents. सूय. २६. ओंधा मस्तक किया हुआ. ( One) with the head touching the २, ३, २१; तंदु. १६; पन. २८; प्रव. ground and legs thrown up, १३७५; (५) ते श. तेज; प्रकाश. on wards i. e. heels over head. luster; light. सू० ५० १; -श्राहार. "श्रोमद्धगा धरणितले पडति" सूय. १. त्रि. (-आहार) मा२ पानी, योज आहार वाला. ( one ) whose ५, २, १६; food consists of invigorating प्रोमुय. न. ( उल्मुक ) अंगा: लता | substances. प्रव० ११६५; सो. अंगारा; जलता हुआ कोयला. A burning charcoal. अोघ० नि० २७४; श्रोयलि. त्रि० ( प्रोजस्विन् ) भन्नासावा. मनोबल वाला. Powerful; possessed vोय. धा• I. ( अव+लोक) नालास; of great will-power. भग० २, ५: बने. देखना Ty observe: to see; नाया. १; to mark. प्रोयण. पुं० ( प्रोदन) राधेला योमा; मात. प्रोयइ. विशे० ७६८: भात; सिमाये हुए चामल. Cooked rice. ओय. न० (भोजस् ) विराम सं.५१, रेपी प्रव. २०८; अाया. १,८,५. ४ . नि. मे, नाण, पांय वगेरे. विषम संख्या जैस भा•३; पंचा०५,२७: उवा० १०,२०७; श्रोध. कि एक, तीन, पांच, सात वगैरह. Any नि. भा० ३०७; विशे० ३०२७; उत्त०७, १; old number: e. y. one. three *श्रोयरण. न. ( प्रवचरण) iछु ५२y; पार्छ five etc. पि. नि. ६२६, भग० २५, ३; . यु. पीछ फिरना; पीछे हटना. Retreat(२) त्रि. निडियन; नि:५२२४ी. परिग्रह । ing: retracing one's steps. विशे. tiga. Javing nothing; keeping १२१०; ne possession of property.सूय०१, प्रोयरण. न० (अवतरण) ५२था 61२; १४. २१; (३)राग था २हित । हो . ऊपर से उतरना; नीचे जाना. म २ति-शुद्ध. राग द्वेष से रहित; कर्म मल Descending; getting down, rio राहत. devoid of attachment or नि० ६८, ३६३, malice; devoid of the mud of Karma. आया. १, ५, ६, १७०; १, ७, *ओयव. धा. II. ( साध्) सा; स२ ६, २२२; सूय० १, ४, २, १; (४) पुं० ४२. साधना; जोतना. To accomplish; જીવ ઉત્પન્ન થતાવેત પ્રથમ આહાર ગ્રહણ to subdue. કરે તે; માતાનું રેતસ અને પિતાનું વીર્ય. प्रोयवेइ. जं. ५० जीव उत्पन होतही प्रथम जो आहार ग्रहण मोयवेहि. श्रा. ज. प. करता है वह; माता का रक्त और पिता का वीर्य. the first food of the soul } धोयवेता. सं. कृ. जं. प. Page #356 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रोयसि ] 6 प्रोयस्लि. त्रि• ( ओजस्विन् ) लुओ " शोयंसि " २०६. देखो श्रोसि " शब्द. Vide " श्रयंसि" आया० २, २, १, ७१; श्रयाय. श्रि० (अवबात ) प्रातरेल. प्राप्त किया हुआ. ( One) who has reached; ( one ) who has got or obtained. 'महा सिखाकंटयं संगामं श्रोयाए पुरो य से सके " भग० ७, ६; मोयार. पुं० ( अवतार ) समावेश: अंतरभाव. aula. Inclusion; state of being included. विशे• ५४१: "C ( ३५० ) ओरल. पुं० ( प्रोरस ) अंग लत पुत्र; नहि ते ओरस पुत्र. A sou born of one's loins; a legitimate son. सू० १, ९, १; उत्त०६, ३: ओरस्स. त्रि० ( औरस्य ) छाती सम्बन्धी ( हिम्मत ). छाती संबंधी ( हिम्मत, धैर्य आदि ) ( Anything ) connected with the breast i. e. conrage, bravery etc. पिं० नि० ४६२; श्रीराल. त्रि० ( उदार ) उहार; प्रधान उदार; प्रधान; बड़े दिल का (Generous; ex. tensive; prominent कप० १, ४; नाया ० १ भग०२, १; १६, ६ ( २ ) स्थूल; म्हो टुं· मोटा बड़ा. bulky; large in size. उत्त० ३६, १०७ ( 3 ) - रिः शरीर-पांच शरीरभानु मे. बौदारिक शरीर; पांच प्रकार के शरीरों में से एक प्रकार का शरीर. the external physical body; one of the five bodies. क० गं. १, ३३; पिं० नि० १७; - - सरीर. न० ( - शरीर ) हारिक शरीर; प्रधान शरी२. श्रदारिक शरीर; प्रधान शरीर. the external physical body; the For Private [ ओरालिय prominent body. श्रोघ० नि० २२४; चोरा लिय. पुं० न० ( सौदारिक) उद्यानि શરીર; મનુષ્ય અને તિર્યંચનું લ શરીર. श्रदारिक शरीर; मनुष्य और तिर्यच का स्थूल शरीर. Audárika body; the external physical body of human and sub-human beings. ( २ ) श्र० उारि शरीरवास. श्रदारिक शरीरवाला. possessed of Audārik& body. अजो १४५ क० व २, ७२; ओव● ४२; भग० १, ७, ८, १ पद्म० १२: विशे• ३७५; ३३३३; - पोग्गल परियट्ट jo ( -qynaafta) eks ya પરાવર્તન-લાકના તમામ પુદ્ગલેને એક જીવ જેટલા વખતમાં ઉદારિક શરીરર પે ગ્રહણ કરી પરિમાવી પુરા કરે તેટલે मत श्रदारिक पुद्गल परावर्तन-दुनिया के तमाम पुद्गलों को एक जीब जितने समय में श्रदारिक शरीररूप से ग्रहण कर के परिणमित कर के पूरा करे उतना समय. time taken by the soul in embodying within itself all the molecules of matter that constitute the Audarika body भग० १२, ४ – मीलग. पुं० (-मिश्रक) वैलिय આદિ સાથે મિશ્રિત થયેલ ઉદારિક શરીરयोग वैक्रिय आदि के साथ मिश्रित चोदारिक शरीर-योग, connection of the Audārika body with other kinds of bodies, such as Vaikriya body etc. and its activity in that mixed condition भग● २५, १; – सरीर. न० ( - शरीर ) महारिः शरीर; डाउ मांसवालुं शरीर. चौदारिक शरीर; हाड मांस वाला शरीर the ex Personal Use Only Page #357 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रोभिया ] ( ३५१ ) [ो-लोय - ternal physical body of flesh याणांधे ही। तो हवा. लटकता and blood. नाया• २; -सरीरकाय- | हुआ दीपक; सांकल से बंधा हुचा दीपक. जोय. पुं. (-शरीरकाययोग ) मोहारि A hanging lamp. भग• ११, 113 शश२०५ आयानो ब्लेग-प्रवृत्ति. औदारिक | भोलंबिय. त्रि. (अवांवित ) २ मांधा शरीररूप कायाकी प्रवृत्ति. uctivity of सविस. रस्सा बांध कर उस स लटकाया the external physical body. | हुचा. Kept suspended on or भग०२५,१;- सरीरत्ता. बी. (-शरीरता) with a rope. "इमं मोवियं करे." सोहा२ि५ १२५ औदारिक शरीरपना. । सूब• २, २, ५३; भोव• ३५ state of being or having the ex Vओ-लग. धा• I. (अब + बग) स्थापित ternal physical body. भग०२५, २, ४२३; गोपy रचना करना; स्थापित करना. Vोर्कभिया. अ. ( अवरुध्य ) . ___To compose; to arrange. पान; गांधीन. रोक कर. Having con- भोजयंति. नाया. fined or pent up: having obs- भोलित्त. त्रि. (अमित) | कोरेया tructed “ जायतेवं समारंभे बहू प्रोरु- विंधा भुपम रेस. गीवर भादिसे छान भिया जबा" इसा. ६, ४: सम० ३० कर मुह बंद किया हुना. With the ओरुम्भवाण. व. कृ. त्रि. (माध्यमाम) mouth (e. g. of * pot etc.) २।४ामा मारता: अवियामां मारतो. stopped with cow-dung. भग. २, रोका हुश्रा. Being obstructed or १;६,५;वेय०२, ३; ठा०३.१;(२) पायेल: checked. उत्त. १४. २०; ५२॥येत. खरड़ाया हुआ. Smeared; भोरुहल. न. (अवरोहब) नीचे सतय besputtered. माया, २, ३, ७, ३८ः नीच उतरना. Coming down: act ofमोलुग्ग. त्रि. (भवहाब) भांह; सानि descending. विशे. १२.८; पाभेत. बीमार; ग्लान. Diseased; sickओरोह. पु. (अवरोध ) मे ते २: नान- ly: futigued. निर०१,१, विवा०२; भग• भानु मंतःपुर; जनानखाना. A harem: ६, ३३; नाया.१;--सरीर. पुं० (-शरीरa woman's inner apartment. भवरुग्णं ग्लानं दुर्यजं शरीरं यस्य सः) हुमा नाया. ८; १६; उत्त. १, ४: २०, ५८, शरीवा म. दुबले शरीर वाला; बीमार. विवा• २, १; पि. नि० १२७ (२) ३२वा- A man with a lean and sickly जनी हरनो भवांतर 31. दरवाजे के body. विना० २; नाया० १; निर० १,१; भीतर का कोठा. an inner apart-अोलोइन. त्रि. ( अवलोकित) नये. देखा nment of a house. ओव० हुआ. Seen; observed. सूय.२,६,३४ः मोरोडिया. श्री. (अवरोधिका) अतपुरमा | Vश्रो-लोय. घा.I,II. (भव+लोक) ने नार (स्त्री). अंत:पुर में रहनेवाली (नी). नपास. देखना; खोज करना; जांच करना. A woman who stays in a harem; To see;to observe;to introspect. a woman. विवा. पोलोएमाण. भग० १०, १; नाया० १; श्रोलरणाव. पु. ( अदलंबनदीप ) सin ! प्रोलोयन. नाया. १६: Page #358 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अोलोय ] ( ३५२ ) [ोवम्मसच्च ओलोय. पुं० (* अवलोक) प्रास. उजि- ____him by a householder. ओव० १६; याला; प्रकाश. Light. पणह. २, १: | ओवतणी. स्त्री. (अवपातिनी) ९५२था भोवग्गाहिम. त्रि. ( भोपप्रहिक ) 1200 नाये जवानी विधा. ऊपर से नीचे गिराने साधारण मायूँनाल.. जो किसी अल की विद्या. The art of making a का न हो वह; गच्छ साधारण. Belong. thing fall down from a high ing to a wholo order or cings place. सूय• २, २, २७ of persons jointly. ओष. नि. २३२; | ग्रोवत्तिया. सं. कृ. अ. (अपवयं ) मास (२)-सी , माहि पाढीपा२साधुना ઉપર રહેલા પાત્રમાંથી લઈને બીજા પાત્રમાં 6५५२०. दंड-लकड़ी आदि साधुके उप- नामाने. अग्नि पर चढे हुए पात्र में से करण, जो थोड़े समय के लिये किसी गृहस्थी लकर दूसरे पात्र में डालकरके. Having से मांग लिये जाते है. (articles of taken out from a vessel whiclı use ) for an ascetic brought is actually on the fire and from a householer for tempo placed it in another vessel rary use. e g. a stick etc. उत्त. (i. e. food etc.). दस०५, १, ६४; ओवमिश्र. न. (ौपमिक) ७५मां शा. मोवचिय. पु. ( * ) दिया। पाय ते. उपमा के द्वारा दिखलाया जा सके अनी मे गत. तीन इंद्रियों वाला जीव. ऐसा. Capable of being shown A three-sensed living being. or indicated by a simile or भग. १५, metaphor. अणुजो० १३६०५०२,१८; ओवट्ठणा. श्री. ( अपवर्तना) अपना . प्रोवम्म. न. (ौपम्य) 8५मान प्रमाण अपवर्तना. Turning back; drawing એક વસ્તુની સરખામણીથી થતું બીજી સદશા back. क. प. ३, १.; वस्तुनुं ज्ञान. उपमान प्रमाण; एक वस्तुका मोवट्टिय. त्रि. (अपवर्तित ) सतन उपमा से होने वाला दूसरी वस्तुका ज्ञान. अरेस. अपवर्तन किया हुभा; लौटाया हुभा. Argument from analogy;knowTurned back; drawn back. 40 lodge derived from analogy.siz. प. २, २८: ४५:पन०२:११; भग० ५, ४:अणुंजो ० १४७; प्रोवडि. स्त्री. ( अपवृद्धि ) हानि. हानि; भोवम्मसच. पुं. (ौपम्यसत्य) मा नुकसान. Loss; decrease. सू० ५० १; / સત્ય જેમ હોટું તલાવ જોઈ કહે કે સમુદ્ર मोवणिहिय. त्रि. (ोपनिधिक ) ९२थे कुंतला छेते ५मा सत्य. उपमा सत्य, સમીપે આણેલ અન્નાદિની ગાણું કરનાર. जैसे किसी बडे तालाव को देख कर कहना गृहस्थ द्वारा समीपमें लाये हुए अन्नादि की | कि समुद्र के जैसा विशाल ताल है. Truth गवेषणा करने वाला. (One) who of the nature of that found in searches for food brought to siiniles; verisimilitude; e. g. * नुस। ४ नप२ १५ ना ५-नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #359 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रवण ] ( ३५३ comparing a big lake with a ४e४. प्रव ८६८; श्रवयण न० ( अवपतन ) पमवुः भोवारावा. ओवाग्ना लेना. According welcome or reception with a particular kind of ceremony, auspicious in its nature. नाया० १; ( २ ) नीचे उतर नीये यातुं नीचे उतरना; नांच श्राना. coming down; falling down; descending. भग० ३, २; श्रवर. पुं० (अपवरक ) मोरडे. कोठडी; कोठा. A roon; an apartment in a house प्रोघ० नि० ४२१; श्रोवसमिय न० (श्रीपशमिक) उपशम सभકિત; ઉદયમાં આવેલ મિથ્યાત્વ માહનીય કર્મના નાશ, અને શેયર રહેલ મેહકર્મના उदय थाय ते-उपशम-ते वडे उरायेनुं तेश्रपरामिड उपशम सम्यक्त्व; उदय में आये हुए मिथ्यात्व मोहनीय कर्म का नाश और शेष रहे हुए मोहकर्म का उदय होना उपशम कहलाता हैं इस उपशम द्वारा होन वाला सम्यक्त्व पशमिक सम्यक्त्व होता है. (Right belief) arising from the destruction of actually natured right-belief-deluding Karma and the subsidence of that which is still dormant. विश० ५२८ श्रवहिr. त्रि० ( श्रौपधिक ) पोताना होषने ढांडार अपने दोष को ढांकने वाला. ( One ) who hides one's own faults. उत्त० ३४, २२ : ( २ ) पायनि भित्त अम. कषाय नैमित्तिक कर्म. an action resulting from Kaşaya or moral filth. ओव० ४१; Vol. 11/45. [ ओस श्रो वाडित. त्रि० ( अवपाटित ) विहारेसुं; श्रीरेषु-ली से चीरा हुआ; चीरी हुई. Rent; torn. ओव० ३८; श्रवात. पुं० (अवपात ) परवानुं स्थान; ऐस वाही तेवी माडा रासी जमीन गिरने का स्थान; खड्डे वाली जमीन. A place un safe on account of pitfalls श्रीवाय न० ( अपपात ) माडी भाडा वासी भीन. ऊंची नीची-खड्डे वाली जमीन. Rough, uneven ground. दस० 2, १, ४; श्रोवाय. ( औपाय ) उपाय - साधन सम्बन्धी. उपाय सम्बन्धी Relating to ways and means. उत्त० १, २८ पव्वज्जा. ( - प्रव्रज्या ) गुरुसेवारूप साधनथी सीधेसी. दीक्षा गुरू की सेवा रूप साधन से ली हुई दीक्षा. Diksa received on account of service rendered to a Guru. ठा० ४, ४ श्रोवायवंत त्रि० ( घवपातवत् ) नम्र विनय वान् नम्र विनीत. Mod st; humble. दस० ६, ३, ३; श्रविश्र - य. त्रि० ( * परिकर्मित ) सरणी शते गोवेक्षः सभारेल; डेल. समान रीरात से जमा कर रखा हुआ रखी हुई; जड़ा हुआ. Duly arranged; properly set right;inlaid with.श्रोव ० ३१;नाया ० १६; ओवीलग. त्रि. (अपव्रीडक ) मीलने नि २२. दूसरे को निर्लज्ज करने वाला. (One) making or causing another person to be shameless. पराह० १, ३; श्रोस पुं० ( अवश्याय ) त्रेह; भारी भीन માંથી નીકળી તરાં ઉપર જામેલ પાણીના जिन्हु. खारी जमीन से निकल कर घांस पर जमे हुए पानी के बिन्दु Drops of water For Private Personal Use Only Page #360 -------------------------------------------------------------------------- ________________ भोसकित्ता] ( ३५४ ) [ोसप्पिणी isering from salt ground and धकिया करनेमें श्राखस्य करने वालाः संयम settling on grass. पाया• १, ७, ६, करने में खेद करने वाला. Lax, faint२२२; (२) आ४; १२. श्रोस. der; hearted in the performance of fog. उत्त• १०, २; दस. ४; religious aseetic duties.भग० १०, अोसकित्ता. सं. कृ. अ. (जवषय ) ४: नाया•५;1६: १६; अोध• नि• भा•४८; त: भेतवाने ५.७ टीने. मौका पाने के नाया• घ• (२) भुयी गत सा गयेa. लिये पीछे हट कर. Having retraced ! गह गया हुआ: फसा हुआ. entrapone's steps with a view to ped; entangled: plunged deep secure an advuntiege. ठा० ६.१; . (e.g. in niud). परहं० १,४:ोच०३८; श्रोसकण. न. (अवष्वकश) म मिान | विहारि. त्रि० (बिहारिन् ) शिविर आयार જે સમય નિયમિત હોય તે પહેલાં તેની पाणी शियिल श्राचार वाला. (One) lax શરૂઆત કરવી, જેમ કે ગેચરને મળ્યા in aseetic conduct. (२) २प्याय સમય હેય નાં રાંધવાને વખતે ગોચરી माहि न ४२ना२. स्वाध्याय प्रादि न करने 1. किसी क्रिया का जो नियमित समय हो aras.(one) neglecting seriptural उसके पहिले उसका प्रारंभ करना. जैसे गो- study.भग.१०,४:नाया०५,१६:नाया.ध. चरी (भिक्षा जाने ) का मध्यान्ह समय | भोसरा. अ. ( प्रायशस्) प्रायरी: घा होने पर भी भोजन बनने के समय गांचरी के शने. प्रायः करके अधिकतर. Most लिय जाना. Doing a thing before probably; mostly; to a great the time fixed for it; e. g. heg- extent. विश• २२७५; ओव०३८: कप. ging in the morning instead of .. ११; जं. प. २, ३६; at moon. पि. नि० २८५; भोघ• नि. मोसन्न. पु. (अवस) मे। "नासरण" भा. २१६: श» देखो "मोसरण" शब्द. Vide. प्रोसविाय. सं. कृ. म. ( अवष्वक्य ) "भोसरम" क. गं. १, १३: प्रव. १०३; नाय पीने. नीचे हटा कर. Having | बोसोप्पखा. मी. (अवसांपली )हिसेहिषसे drawn below. श्राया• २, १, ७, ३८; तरत-पाभि हानि पामते। दस. ४; કાલ; દશ કેડાકોડી સાગરોપમ પ્રમાણે ઉતરતો ओसक्किया. सं. कृ. प्र. ( अपवका )। मेसविला; तरता मारा-पुरायाय नुमा बोसक्रिय" श.. देखो “ोसहि । तेरा स. दिन पर दिन कम होता हुभा य" शब्द. Vide. "बोसक्रिय' दस. १, -वर्ण गंध मादिमें न्यून होता हुश्रा काल: १, ६३, दश कोडाकोडी सागरोषम प्रमाण उतरताप्रोसगण. त्रि. ( * ) अ५२५ १२॥ कम होता हा एक काल; उतरत छः श्रारेલાયક ધમ ક્રિયા કરવામાં આળસ કરનાર; पूरे हों उतना काल. The cycle of संयममा ६ ५२नार. अवश्य करने लायक | decrease; the era of decrease or * नुस। १४ न०५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५. की फुटनोट (2). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #361 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रा-सम] ( ३५५ ) [ोसाण degeneration,equal to 10xcrore मोसह. न० (औषध ) मास, मुंह, सी, x crore Sigaropamas. भग० २०, भरी विगेरे ६१. औषध; सोंठ, लोंगः मिर्च ८;अणुजो.११५,१४५; नंदी• १२; पम० १२; आदि दवा. A medicine; u drug. उत्त. ३४, ३३; ठा. २, ४: सू. प. ८; | पंचा• ६, २२; भग० २, ५, ७, १०; नाया० कप्प. १, २, पंचा-१६, ६; जं०१.२, १८ । ५; ८; १३, १४; १९; ठा० ४, ४; ओव. -काल. पुं० (-काल ) उतरते ; ४१;उत्त०१६, ८०; ३२, १२; उदा. १,५८; દશ કેડા કોડી સાગરોપમ પ્રમાણુ કાલ पिं०नि०भा०४६; सु.व. ४,१००;विवा०१; विलास अवसर्पिणी काल; जिसमें दिनपरदिन प्रोसहा. स्त्री. (औषधा) पुसायिनी हीनता हो वह काल विभाग; दश कोडा कोडी भु५५ Aiनी. पुष्कला विजय की मुख्य सागरोपम प्रमाण कालविभाग. the erra राजधानी का नाम. The principal of decrerise of degeneration metropolis of Puşkulāvijaya. equal to 10 x crore x crore Sāga- जं. प. ठा० २, ३, ropamas of time. जं. प. २, १८; श्रोसहि. स्त्री० ( औषधि ) ५५ पा यांसुधा Vश्रो -सम. धा• I,II. ( उप + शम् ) २नार १३५ति; नुवार, "पारे। गैरे. शांत; २.. शांत करना. To calm; to फसल श्रानेतक रहनेवाली वनस्पति ज्वार, apperse. वाजरा आदि. A class of plunts श्रोसामेहंति. प्रे. पि. नि. ३२६: which live till the harvest Vओ-सर. धा• I. ( उप + सृ ) ripens; e. y. crops of grain. Bog. पाछा हटना. To retreat; to उत्त० ११, २६; २२,६; आया० २, १, १; retrace one's steps. २: नंदी. १४; सु० च० १, २३४; दस० ७, श्रोसरइ. प्रव० ५. ८८: ३४; जे. प. २,३३, पंचा. ८, २६% वा. ओसारेइ. प्रे० निसा० २, ५२: ६, ३३; भग० ७, ६; पि. नि ८७; पन्न. श्रोसारंत. व. कृ. निसी० २, ५२: १; नाया. १; सूय. २, २, ४६; प्रव• 1५१ Vश्रो-सर. धा० I. (अव + स ) विस्तार- निसी० ४, २५; उवा० १, ५१; -गंध. ४२३॥; प्रसारयु; बांसु २. विस्तार करना; पु. (-गन्ध) मायनी गंध औषधी की प्रसार करना; फैलाना; लंबा करना. To ex- वास. Smell of a medicine. नाया. tend; to spread; to stretch. १७ -बीय. न. ( -बोज) पधिना ओसारेजा. प्रे० अणुजो० १३८; । मात. औषधी के बीज. seeds of meप्रोसरण. न० (अव उरण ) साधुमानो सभु- dicinal herbs. निसी• १४, ४४, हाय. साधुओं का समुदाय, A group or | भोसा. स्त्री. (अवश्याय) मोस; te; ist. assemblage of Sadhus. पि. नि. गोस: कुहिरा. Dew; fog; hoar-frost. २२८; पंचा० ६, ३१; प्रव. ५४५; । पन्न..: श्रोच. ४, ३, प्रोसविय. त्रि. ( उपशामत ) शांत थये। प्रोसाण. न. (अवसान ) सभी५; न७४. शांत वृत्तिपालुं. शान्त; शान्त वृत्तिवाला. __ समीप; नजदीक. In the vicility of Peaceful; calm-minded. near. (२) .त; अवसान. अंत; अव. पिं. नि. ३२६ सान; मृत्यु. death; end सूय०१,१४, ४; Page #362 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मोसारिया ] ( ३५६ ) [ोहंतर मोसारिया. त्रि. (अवसारित ) अमित; जं. प० २, २१; (५) प्रवाह. प्रवाह. १५२यी सास. अवलंबित; लटकता. | a current; & streann; a flow. Remaining suspended froin उत्त• ५, १; विशे. ११५१: सम०प० २३५; above; hanging. ओव• ३०; (१) सभुश्यय: सामान्य. समान्य; समुच्चय. अोसास. पुं० ( उच्छ्वास) ये वास मुवा general or broad nature. अणुजी. ते. उर्द्ध श्वास लेना; ऊपर की श्वास लेना.A १५४; पिं. नि० २११; पिं.नि. भा. ३१; sigh; a heavy sigh. अणुजो• १२८; श्रोघ. नि. २; विशे० १५८; क. गं. भोसिंचिसार. त्रि. (अवसेक्ल) छांटना२. ६, १३, -अणुवेहि. त्रि. (अनुमहिन्) छींटनेवाला; सींचनेवाला. (One) who असंयम सेवयानी ४२७बालोअसंयम से sprinkles water etc. मूय०२,२,१८: रहने की इच्छावाला. ( one ) desir. प्रोसित्त. त्रि. (अवसिक्त) सिंथे; माणेस; ous of leading a life of indul निगवेस भीजा हुआ; गीला; सींचा हुआ. gence. क्व० २. २३; -(हा) प्रादेस. Wet; damp. श्राया. २, १, १,१; पुं० (-भादेश) सामान्य प्रार; द्रव्य श्रोसेइम. न. ( उत्स्वेदिम) पोट आदियो- सामान्य. सामान्य भेद; द्रव्य समान्य. पार्नु लl; धावण. पाटा वगैरह के धान का general, broad nature; general पानी. Water with which flour, ou'line. विशे० ४०३; -नाण. न. rice etc. are washed. कप्प. १,२५; (- ज्ञान) सोधिर शान. श्रोधिक ज्ञान. प्रोसोवणी. श्री. (अवस्वापिनी ) अ॥२५॥ general knowledge: knowपिनी निद्रा; अनिमा निद्राबडा भारी गाढ़ ledge of broad outlines. FATO faal. Very deep sleep; pro- ४७१५; -सराणा. स्त्री. (-संज्ञा-संज्ञाfound sleep. कप्प० २, २७, यते वस्स्वनयेति) सामान्य मध सामान्य मोह. पुं० (ोध ) संसार समुद्र. संसाररूपी aja. general knowledge of an समुद्र. Ocean of .worldly exis object; knowledge or broad tence. पाया० १, २, ६, ६९; इस. १, outlines by perception etc. २, २४; दसा. ५, २७, २८; सूय. १, ११, भग. ७,८; -सुय. न. (-बुत) Gसर्ग १; (२) असंयम. असंयम; संयम हीनता. श्रुत-शत्र. उत्सर्ग शास्त्र. a scripture absence of self-restraint. वव. २, nanied Utsargasruto. नंदी० ३६: २३: (३) संक्षेप. संक्षेप; थोडासा. general मोहंजलिया. श्री. (*) या दिवाया, statement; brief ontlines. The ७१नी मे गत. एक चार इद्रियों वाला नि• २; २१३; (४) समूत: त्यो. समूह जीव विशेष. A kind of four-sensed समुदाय agroup; an assemblage. | living being. पक्ष. १; उत्त० १०, ३०; २४, १३, ३२, ३३; भोव० | ओहंतर. त्रि. (भोषन्तर-मोघं संसारसमुदं ३४, नंदी स्थ० ७, सु• च० १०, ११० तरितुं शीलं यस्य सः) सोध-संसार प्रवाहने * शुओ ५४ नम्५२ १५ ना ५ट नोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (6) p. 15th. Page #363 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रहंत ] ( ३५७ ) टेढा होकर having bent तरनार, संसार पारगामी संसार रूपी प्रवाह से पार जाने वाला. (one) wishing to and possessing capacity to low. " श्रगखिंड सक्रिया बिसकिया मोहरिय महद्दु दलज्जा” आया० २, १,७, ३७: cross the ocean of worldly | श्रोहरिय. त्रि० (अवधृत) उतारेसुं; देठे भुम्लु; existence; emancipating from नीचे रखा हुआ; उतारा हुआ. Taken worldly existence सूय० १, १, down; placed down. आंघ०नि० १०६; V श्रोहा धा० I ( अव+हा ) द्रव्यसिंग छोडी मैथुनाहि असंयम या द्रव्यलिंग छोडकर मैथुनादि संयमों का ग्रहण करना. To indulge in sexual pleasures ate. in talk, imagination etc. without actual deed. १, २०; श्रह ंत. व० कृ० त्रि० ( अपसर्पत् ) तु नगरखेतुं. अलग रहनेवाला. Getting aside; remaining apart. मु० च० ११, ५.५. giga. fão ( naga) equ; fida sa. मारा हुआ; विनिष्ट. Killed; destroyed. उवा० ८ २५६ : नाया० ३ श्रीव० राय ० २६३: जं० प० ३, ६६, कप्प० ४ ६२: विवा० ३; ~~मण. (-मनस् ) उत्साह नगरनुं भन उत्साह रहित मन depressed, gloomy mind. नाया० १; १४; १६: - मणसंकल्प. त्रि० ( - मनः संकल्प- श्रवहतो मनसः संकल्पोयस्य स तथा ) नष्ट थया छे मनना ( विश्स्पाहि ) होना भेवे। संकल्प विकल्प रहित मनवाला; जिसके मन के सकल्प नष्ट हो चुके हैं वह free from doubts and misgivings of the mind. नाया० १; ६; निर० १, १; निसी • ८, ११ / शहर. धा० I ( उप+ड्ड) स्थापन २. स्थापन करना; प्रतिष्ठित करना. To establish; to settle. ओहरइ. नाया • १४: ओहरिय. सं० कृ० अ (उद्धृत्य ) उद्धरीने मलार अढीने. बाहिर निकाल करके Having taken or drawn out. ( २ ) * पृष्ठनः २ १५ नी फुटनोट ( * ). foot-note ( * ) p. 15th. For Private [ श्रोहामिश्र श्रहाय वव० ३,१८: श्रीहायमाण. वव० ५, १४; श्रोहायंत. श्रोध० नि० १२४: श्रोहाइय त्रि० ( श्रवहीन ) यारित्र संयमश्री भ्रष्ट थयेस. संयमभ्रष्ट, नरित्रभ्रष्ट ( One ) who has fallen off or lapsed from ascetic right conduct. वद० ५ १४: श्रोहाडली. स्त्री० । भवघाटनी ) उभा र वानी | द्वार बंद करने की टांकी. A contrivance to close a door. जं० प० (२) पातली छोधनी गुंथेली भा - साडी विशेष. पतली सलाइयों से गुथी हुइ चटाई वगैरह mat made of thin strips of wood knit together. राय० १०८ जीबा० ३, ४; dienta. fão ( waanza ) midgi-elसे. बांधा हुआ हुई. Fastened. वेग • १, १४; ओहामिश्र. त्रि० ( * ) तिरस्कार रेसुं. तिरस्कृत; तिरस्कार कियाहुआ Slighted: देखो पृष्ट नंबर १५ की छूटनोट ( ). Vide Personal Use Only Page #364 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ओहार ] ( ३८ ) [ोहि disdained. श्रोघ. नि. भा० ६०; । रूपि पदार्थों का होनेवाला परिमित ज्ञान; श्रोहार. पु. ( * ) यो. कछुवा. A अवधिज्ञान; विकलप्रत्यक्षज्ञान का एक प्रकार. tortoise. पिं. नि. ३३२; Direct, limited knowledge of अाहारासार त्रि. (अवधारयित) नियरि matter without the help of ભાષા બોલનાર: અસમાધિનું ૧૧ મું સ્થાનક the senses, merely by the light सेवना२. निश्चय कारक भाषा बोलने वाला; of the soul; a variety of limitअसमाधि के ११ वें स्थान का सेवन ed direct knowledge hy occult करने वाला. (One) speaking with powers. क. प. ४,४६; कप्प. २. १४; decisiveness or self-confidence; उत्त० २८, ४: ३३, ४, भग, ३, १; १५, (one ) resorting to the 13th १; १६, १०; नाया० ८; १; १३; नाया. घ. source of Asamiddhi. सम० २०; दसा. ५, २२; ३०: उवा. १, ७४; ८३८, ओहारिणी. स्त्री० (अवधारिसी) नियरि० २५५: २५६; क. गं० १, ४; १०: ४, १५; MEM; 'एं आमरीश' मेवी योस- जं. प. ५, ११५, ५, ५१२, २. ३३; * ५ वा. निश्चय कारिणी भाषा; मैं ऐसा हा (२) पन्नरयाना तेत्राशमा ५६नुं नाम करूंगा ऐसे दृढ वाक्य. decisive or मां अपरिज्ञानन वलन छे. पावणा के positive speech; e. g. “ I will ततासवे पद का नाम जिसमें कि अवधिशान positively uct thus." भग. २, ६; का वर्णन है. name of the 33rd उत्त० १, २४: दस. ६, ३, १; पन. ११; Pada of Pannavapā dealing प्रोद्दारेमाण. त्रि. ( अवहरत् ) सातो. with Avadhijnana. पन्न. १; (३) icarai #1. Moving: shaking अवधि: द मा. अवधि; हद्दः सीमा. नाया. १: limit: horrler. मु. च. २, ५४८; प्रोहावण. न० (अवहापन) १५:ति; अवार्ड ----क्खित्त. न. ( -इत्र ) सपधिज्ञानना सना. अपकीर्ति; निदा. Disrepute; dis. विषय. अवधिज्ञान का विषय. n object respect; dishonour. पिं० नि० ४८९; of or subject-matter of Avadhi. घ. नि. भा. ११२: jiniva. विशे० ५६१; -जुअ. पुं० (-युग) श्रोहासि. त्रि. (अवभासित ) तुं; અવધિજ્ઞાન અને અવધિદર્શન એ બે પ્રકૃતિ प्रायनपूर्व मांगj. इच्छित; प्रार्थनापूर्वक अवधिज्ञान और अवधिदर्शन ये दो प्रकृाते. मांगा हुआ. Desired; solicited. the group of the two Prakriश्रीघ• नि० १५६; tis viz. Avad hij ñ á 114 and श्रोहि. पुं० (अवधि) नियोनी साय पिना Avadhidarsana. क. प. ४, ८६; આત્મપ્રકાશથી પિ પદાર્થોનું હદવાલું જ્ઞાન -णाण. न. ( -झाम) अधिशान-द्रिय અવધિજ્ઞાન: વિકલપ્રત્યક્ષજ્ઞાનનો એક પ્રકાર. અને મનના વ્યાપાર વિના માત્ર આત્મइन्द्रियोंकी बिना सहायता प्रात्म प्रकाश से તિથી અમુક હદમાં પ્રત્યક્ષ રીતે પીપદાર્થોનું * तुम। ५४ न२०५२ १५ ना ५८नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५, की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. Page #365 -------------------------------------------------------------------------- ________________ श्रोहि] ( ३५६ ) [श्रोहिदंसणि - જાણવું જ્ઞાનના પાંચ પ્રકારમાં ત્રીજો ભેદ, १७, प्रव० १०२३: -लंभ. पुं० (-लम्भ) अवधिज्ञान-इंद्रिय और मन के व्यापार के अवधिज्ञानने साल-प्राति. अवधिज्ञान की विना केवल आत्मज्योति से किसी हद तक प्राप्ति uttainment of Avadhiप्रत्यक्ष रीति से रूपि पदार्थों का जानना; ज्ञान jhina. क. प० ४, ८२; -लद्धि. स्त्री. के पांच प्रकारों में से तीसग प्रकार direct (-लब्धि ) । "श्रोहिलभ" श. knowledge of matter, within देखो “ोहिलंभ' शब्द. vide “ ओहिa limit, without the help of लभ" क. प० ६, ११; the senses and the mind, | श्रोहिंजलिया. स्त्री० (अवधिजलिका) योधद्रिय merely through the light of ०५ विश५. चार इन्द्रयों वाला जीव विशेष. the soul; the third of the 5 A kind of four-sensed living kinds of knowledge; it is it ___being. उत्त० ३६, १४७; kind of knowledge by occult हिंदसण. न. ( अवधिदर्शन) द्रव्य. क्षेत्र, powers. " णो केवलणाणे दुविहे पन्नते કાલ, ભાવની મર્યાદાથી પિ પદાર્થોનું જેવું तंजहा श्रोहिनाणचेव" ठा. २; अणुजो. જે અવધિજ્ઞાનની પહેલાં થાય છે તે. १२७; भग० ८, २; १, ३१; श्रोव० १६, द्रव्य, क्षेत्र, काल, भावकी मर्यादासे रूपि ४०; विशे० ७९; -णाणपजव. पुं० पदार्थों को देखना; जो अवधिज्ञान के पूर्व ( -ज्ञानपर्यव ) २५वविज्ञानना पर्याय. होता है वह. Direct perception of अवधिज्ञान के पर्याय. a modification matter limited as in subject. of Avadhijnana. भग. २५, ४; matter, place, time etc. with --- णाणि. पुं० (-ज्ञानिन्) अवधिज्ञानरायो the lielp of the senses (This ७१. अवविज्ञानवाला जाव. a soul pos- state precedes Avadhijñāna. ) sessed of Avadhijnana. भग० २६, जीवा. 13; भग० २,१०,८, २; सम० १७, १; नाया० ८:०प० २, ३१; -दुग. दसा. ५, २२; -श्रावरण. पुं. (-श्राव. न० (-द्विक) अपविज्ञान अने २५वधिशन. रण शनापलीय भनी यार अवधिज्ञान और अवधिदर्शन. the pair of | अवविहानने . दर्शनावरणीय कर्मका two viz. Avadhijñāna and Ava- एक प्रकार जो कि अवचिदर्शन को रोकता है. dhidarsana. क. गं० ३, १८, ४, १७; obstruction of Avadhijñāna -मरण. न० (-मरण ) अवधि भ२९५ caused by the rise of Darsanā. એક બાર એક ગતિના આયુષ્યના દલિયા Varaniya Karma. उत्त०३३,६; पन्न. ભોગવી મરી ફરી તેવા દલિયા ભોગવીને મરે ! २३; ठा० ६, १; सम० १७: .--पज्जव. पुं ते. अवधि मरण; एक बार एक गति के (-पर्यव ) सवधिसिनना पर्याय. अवधिआयुष्यके दलिया-समूह भोगकर मरनेपर फिर दर्शन के पर्याय. a modification of वैसेही दलिया -समूह भोगकर मरना. death | | Avadhidarsann. भग० २५, ४; after a repetition of the ex. | श्रोहिदंसणि. त्रि. (अवधिदर्शनिन् ) सपधि periences of a former birth. नवाला 4. अवधि दर्शन वाला जीव. "श्रोहामरणंणभन्ते " भग. १३. ७: सम | A soul possessed of Avadhi. Page #366 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हिना ] ( ३६० ) darsana भग० ६, ३, १३, १; ठा०४.४; श्रहिनाण. न० ( अवधिज्ञान ) विज्ञान. अवधिज्ञान. Avadhijñāna. भग० २, १०: ६, ४; ८; २: अणुजो० १: नंदी० १; ठा० २ १; दसा ७ १२; विशे० ७९; - ( गा ) श्रावरण. न० ( - आवरण ) अवधिज्ञानावरण; ज्ञानावरणीय अर्मनी प्रकृति अवधिज्ञानावरण; ज्ञानावरणीय कर्मकी एक प्रकृति Karma obscuring or obstructing Avadhijñana; a variety of knowledge obstructing_Karma. सम• १७; - श्रावरणिज. पु. ( - श्रवरणीय ) અધિજ્ઞાનને આવરનાર ઢાંકનાર એક अमृति अवधि ज्ञान को ढाँकने वाली शक्ति. a variety of Karma obscuring or hindering the attainment of Avadhijñāna. भग० ८, ३१; ६, ३१: - लद्धि. स्त्री० (-लब्धि ) अवधिज्ञाननी सन्धि-शक्ति अवधिज्ञानकी शक्ति attainment of or faculty of having Avadhijñāna. भग० ३, ६: ल दिया. स्त्री० (-लब्धिका ) अवधिज्ञाननी सन्धि अवधिज्ञानकी शक्ति attainment of or faculty of having Avadhijñāna. भग०८, २, ओहिनाणि त्रि० ( अवधिज्ञानिन् ) व्यवधि. ज्ञानवाले. अवधिज्ञान वाला Possessed of Avadhijñāna, भग०६, ३८, २; ओहिपद न० ( अवधिपद ) पन्नासूत्रना तेत्री शमां पहनुं नाम पन्नवरणा सूत्र के ३३वें पद का नाम Name of the 33rd [ श्रीहरिमाण Pada of Pannavana Sūtra. भग० १६, १०९ श्रोहिय. न० ( अवधिक ) अवधिज्ञान अवधि ज्ञान. Avadhijñana. नाया० १; - णाण न० ( - ज्ञान ) अवधिज्ञान. अवधिज्ञान. Avadhijñāna. भग०२३,१: श्रोहिय- - प्र. पुं० ( श्रधिक ) सामान्य; व्यविशेषः समुख्यय सामान्यः समुच्चय. General; common. पन्न० २: जीवा ० २, भग० १, १, २: ८ ६, ४; २४, १: १२; २३; ३१, ६, ४१, ५६; अणुजो ० १४५; प्रव० १९१३: - श्रणाण ( श्रज्ञान ) आधि- समुय्यय अज्ञान. विशेष अज्ञान: अविशेष अज्ञान. absence of general knowledge; absence of broad. comprehensive know. ledge. भग० ६, ४: – गमय. पुं० ( - गमक ) लुभे। उपलो शह देखो ऊपर का शब्द. vide adove. भग० २४: १ - गभ. पुं० ( - गम ) सामान्य पाई; समुय्यय गमो-यालावे. सामान्य पाठ; समुच्चय वर्णन. ordinary reading of ( scriptures etc. ) भग० ३१, १: - गाण. न० ( -ज्ञान ) समुय्यय ज्ञान. समुच्चय ज्ञान, विशेष ज्ञान. general,comprehensive knowledge: knowJedge of broad outlines. भग० ६,४; श्रोहीरमाण. व० कृ० त्रि० (अपझियमाण ) थोडी थोडी निद्रा सेतो. थोडी थोडी निद्रा लेता हुआ. Dozing; taking a nap; slumbering. भग० ११, ११: नाया० १ कप्प ० १ ४; For Private Personal Use Only Page #367 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ कइलास क. क. त्रि. (किम् ) प्रश्न अर्थमा १५२५ छ; उत्त० ३५,१४;वव० ७.१८; १६; भग०५, ६; ; शु. प्रश्नवाचक सर्वनाम; कौन; क्या. | कइत्थ. त्रि. ( कतिथ ) सा / संध्या An interrogative pronoun. ____ पाणु कितवां ?; कितनी संख्या वाला. OF दस० ५, १, ६६, ८, २१; भग० २, १; what number or numerical १२, ४; नाया० १; विशे० १२०; order ? विशे० ६१७; कइ. त्रि. ( कति ) 21. कितने How कइयव. न. ( कैतव ) ७ ५५; म; many. भग० १, १; २, १०; ३, ३, ६; सुम्याध, छलः कपट; दंभ, लुच्चाई. ५, ४, ७,६; १३, १; १६, ३, २०, ५, Frand; hypocrisy. विशे० २६८४; नाया. २: विशे० ३७८: मु. च०३, २१३: सू. च. ८, ८५; प्रव० १६७; -पराणात्ति. अणुजो० ८७; सू० प्र. १, ठा० ४, २; क. स्त्री० (-प्रज्ञप्ति = कैतवानि कप टानि नेपथ्य. गं. ६, २; जं. प. ७, १५१; १५२; - भाषामार्गगृहपरावादीनि प्रज्ञाप्यन्ते याभि -किरिय. त्रि० (-क्रिय) सी जियावासो. स्ताः) २५ लापा कोरे पसापाने ५८ कितनी क्रिया वाला. Of how many वनार स्त्री. भेष भाषादि बदल कर acts. भग० १६, १; -भा. पुं० (- कपट करने वाला स्त्री. ( a woman ) भाग)लामा भाग. कौनसा हिस्सा. what who deceives by change in numerical portion. विशे० ३७८; dress, speech etc. तंदु. --भाग. पुं० (-भाग) मा लाग. कइया. अ० (कदाचित् ) ४ वमत. किसी कौनसा भाग. what numerical por- समय. Sometimes. सू. च. १, १०६; tion. भग० १, १; -संचिय. त्रि० कइयावि. अ. (कदाचिदपि ) १७५९ मते. ( -सन्धित ) संन्यथा माय तेटसा मे । किसी भी समय. At any time. समये उत्पन्न 21 ना२४ी वगेरे. संख्या प्रव. ५३५: द्वारा गिने जा सकें, उतने एक समय में कइर. पुं० ( कदर ) a विशेष; iसनी ये उत्पन्न होने वाले नारकी वगैरह. numeri गत. वृक्ष विशेषः बांसकी एक जाति. A cally calculable number of kind of bamboo. पन्न. १७;-सार. Nārkis etc. (hell beings etc ) पुं० (-सार) पास गतना वृक्षनो भय माग. born at a time. ठा०३; भग.२०,१०; बांस जाति के वृक्ष का मध्य भाग. the inकह. पुं० ( कवि = कवते नवं नवं भणतीति terior of a tree of the hamboo कविः) व्यसनाचना२; वि. कविता kind. न. पन्न. १७ बनाने वाला; कवि; शायर. A poet. कइलास. पुं० (कैलास = के जले लासो लसन सू० च० १, १३; अणुजो० १२८; दीप्तिर्यस्य स कैलासः ) मुदीपना भे३ कइअ-य. पु. ( ऋयिक ) ९४; मास પર્વતને નૈઋત ખુણે લણ સમુદ્રમાં આવેલ सेनार; मरीना२. ग्राहक; माल लेने वाला; કૈલાસ નામે અનુલંધર નાગરાજ દેવતાને खरीदार. A buyer; a customer. सापास ५५त. जंबुद्वीपके मेरु पर्वतके नैर्ऋत Vol. II/16. Page #368 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कइवय ] ( ३६२ ) कोन में लवण समुद्र के बीच में कैलास नाम का एक पर्वत, जहां अनुवेलंधर नागराज देवता रहते हैं. Name of the mountain abode of the Anuvelandhar Nagaraja deities in the Lavana Samudra in the South. western quarter of Meru mountain in Jambu Dvipa. जीवा०३, ४; ( २ ) सास नामे अनुसंधर हेवता. कैलास नामका अनुवेलंधर देव. an Anuvelandhara god of the name of Kailasa. ( 3 ) पैसास નામે નન્હીધરદ્વીપના પૂર્વા અધિપતિ देवता. कैलास नामका नन्दीश्वर द्वीपके पूर्वार्द्धका अधिपति देव. the presiding | deity of the eastern half of Nandisvara Dvipa by Kailasa. (४) स्त्री० पैसास नामे नागरा देवतानि राजधानि कैलास नामकी नागराज देवता की राजधानी. the capital of the Naga Raja god, by name Kailasa. जीवा ० ३, ४ name Some; several; a कश्वय. त्रि० ( कतिपय ) डेटला. कितने ? certain number. नाया० ८; १२; सु० च० ३, १८१,१५,६०० नि० २२०; उवा ० ७, १४; कविया स्त्री० ( कैतविका ) अलिथी मणिगंध सुधीन। साथना लाग. कुहनी से कलाई तक हाथका हिस्सा. The part of the arm from the elbow to the wrist. नाया० १; कइविह. त्रि० ( कतिविध ) डेटला अारनं. कितनी तरह का? Of how many kinds? भग० ८, १; २०, २०; २५, ५; अणुजो० १४४; जं० १०७, १५१; कउह. पुं० ( ककुद् ) अगहनी गांध. बलै की For Private कूबड. A hump ( on the shoulder of an Indian bull ). नाया० ह; श्रोध नि० भा० ७७; प्रव० ८८७; [ कंक कउाहे. पुं० ( ककुद्मत् ) पांधवाणुं जगह, vilèûn gas arar àa; ais. A humped bull; a humped ox; humped. अणुजा० १३१; को. अ० ( कुतस् ) साथी; यांथी. कहांसे ? कैसे ? Whence ? by what means ? कासा दिए नाया० १२; " कोउवलद्धे "" "" नाया० १२; भग० १, ६, १७, १; १६, ३; २१, ८; २४, १३१, ४; ३५, १; ३६, १; नाया० ६; १२; श्रध० नि० ४७; उत्त० ६, ११; पन० ११६; कश्री. श्र० ( क ) यां ? कहां ? Where ? " कओ क्यामो " नाया० १४; जीवा ० ३, २; कश्रहिंतो अ ( कुतः ) ज्यांथी. कहां से ? Whence ? भग० २४, १३; जं० प० ७, १३५: ८८ कंक. पुं० ( कङ्क ) पाणीने यात्री रहेनार માંસાહારી खेड तनुं पक्षी. पानी के श्राश्रय से रहने वाला एक जात का मांसाहारी पक्षी. An aquatic carnivorous bird; a heron. भग० ७, ६; १२, ८ जीवा० १, ३, ३; सू० १, १, ३, ३; १, ११, २७; अगुत्त० ३,१; ओ०१०; पन्न ० १; - उवम. त्रि० ( - उपम) : पक्षी समान; કંકુપક્ષીને જેમ ગમે તેવા દુર આહાર पथालय ते भेने पयी लय ते. कंक पक्षी जैसा; जिसे इस पक्षी के समान दुष्पाक आहार पत्र जाता है वह. like Kanka bird; one ) who can digest heaviest food like Kanka bird. ठा० ४, ४; - गहणी. स्त्री० पुं० ( - ग्रहणां - कङ्कः पक्षिविशेषस्तस्येव ग्रहणी गुदाशयो यस्य स तथा ) तीर्थकर तथा Personal Use Only Page #369 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंकड] ( ३६३ ) [कंखि જીગલિયા કે જેની ગુદા વિષ્ટાથી ખરડાય | कंकोल. पुं० ( कोल ) : ४२नी पननहिं ते. तीर्थकर या जुगलियां जिनकी कि स्पति. एक प्रकार की वनस्पति. A kind गुदा विष्टा से खराब नहीं होती. any of of vegetation. जीवा० ३, ४; the Tīrthankara and Jugaliyās V कंख. धा• I, II. ( कांच ) २७j; whose anus is not bespattered i७. चाहना; इच्छा करना. To vish; with excrements. जं. प० २, २१; to desire. ओव० परह. १, ४, कंखइ. नाया० १६; कंकड. पुं० (ककट) वय, मन्त२. कवच; कंखंति. श्रोव० ११: जिरह बख्तर. An armour; mail. कंखेति. दसा० १०, १; भग. ६,३३; राय० १३०; जं० प०.प्रोव०३१; | कंखपउस. न० (कांक्षाप्रदोष) भगवती सूत्रना कंकडइय. त्रि. ( कङ्कटित) यययुत; ४१५ પહેલા શતકના ત્રીજા ઉદ્દેશાનું નામ કે જેમાં स. जिरह बख्तर से युक्त. Equipped | iक्षामाहनीयन। प्रश्नोत्तर रेख छ. भगवती with an armour. पण्ह० १, ३: सूत्र के पहिले शतक के तीसरे उद्देशे का कंकड़ग. न० (कङ्कटक) यया . कवच. नाम कि जिसमें आकांक्षामोहनीय के प्रश्नो. बख्तर. An armour;mail. जं०प०१६७; त्तर किये गये हैं. Name of the 3rd कंकण. न. ( ककण ) स्त्रीमाने हायमां Uddeśa of the first Sataka of ५२वानु मे भूषण; . स्त्रियों के हाथ Bhagavati Sūtra de aling with में पहिनने का एक आभूषण. कंगन. A the questions and answers rebracelet. भग० ११, १०, ११; garding the deluding Karma कंकावंत. पुं० (कास) गांचाली वनस्पति- of desire. भग०१,१; नी ये त. गांठवाली वनस्पति की एक | कंखा. स्त्री० (काङ्ता ) अमिता; दयनी जात. A kind of bulhous vegeta- | 291; सोमर्नु यीशुं नाम. अभिलाषा; tion. पन्न. २; द्रव्येच्छा; लोभ का अपर नाम Desire; ककिल्लि. पुं० ( कङ्कलि ) अशा वृक्ष; माशी- | desire of wealth; a synonym पासवर्नु . अशोक वृक्ष; आशापल्लव का for greed. सु. च. ६, ८०; सम० ५२; झाड. Asoka tree. (२)तीर्थ ४२ यां भग० १२, ५; दसा. ४, ८४, सूय० १, બીરાજે ત્યાં અશોકવૃક્ષ થઈ આવે તે આઠ १५, १४; भग० १, १; उवा० १, ४४, प्रव० प्रातिलाय मांगें . तीर्थकर जहां बिराजत २७४, १४७, हैं वहां अशोक वृक्ष उत्पन्न होजाता है। पाठ कंखापदोस. पुं० ( कांक्षाप्रदोष) मोटा मतना प्रतिहार्यों में से एक. springing up of છા કરવી તે; મિથ્યાત્વ મોહનીયને એક an Asoka tree where Tirthan- २. मिथ्या मत की चाह करना; मिथ्यात्व kara stays; one of the 8 Pra- मोहनीय का एक भेद. The desire for tiharyas. प्रव० ४४६; false tenets; a variety of कंकेल्लि. पुं० न० ( कङ्कलि) अशा वृक्ष Mithyatva Mohaniya. भग. १,६; माशापासव. अशोक वृक्ष; आशापल्लव. The | कंखि. त्रि० (कांक्षिन् )२७ना२. चाहनेवाला. Asoka tree. प्रव. १४६२; who desires. पिं.नि०२१६; Page #370 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंखिय] ( ३६४ ) [कंचणग कंखिय. त्रि. (कांक्षित ) गुं; Liक्षित. सोनाथा . सोनेसे जड़ा हुआ. laid in इच्छित; अभिलाषित; चाहा हुआ. De- with gold. नाया० ३; -भिंगार. न. sired; longed for. नाया० ३, ८; ( --भिजार ) सोनानी आरी. सुवर्णकी भारी. भग० १, ३, २, १; १०, ४; ठा० ३, ४; a golden kettle. नाया० १;-मणिदसा० ४, ८४; उवा. १, ८६; रयणथूभियाग. त्रि. (मणिरत्नस्तूपिकंगु. स्त्री० पुं० ( कंगु) मे तनुं धान्य; काक-काम्चनंच मणयश्च रत्नामिच तेषां in. एक प्रकार का धान्य; कांग. A तन्मयो वा स्तूपिका शिखरं यस्य) सोनु kind of corn ( Panic seed). મણિ રત્ન વગેરે યુક્ત જેનું શિખર છે તે. भग० ६, ७, २१, ३; सूय० २, २, ११; ठा. जिसका शिखर सुवर्ण, मणि, रत्न आदि से ७, १; पन्न० १; पिं० नि. ६२४; प्रव० युक्त है. with the crest or summit १०१३: full of gold, jewels etc. राय. कंगुलया. स्त्री० ( कंगुलता) से नामनी मे कंचणउर. न. ( काञ्चनपुर) लिग शिनु जतनी ३६. इस नामकी एक जाति की गे यात नग२. कलिङ्ग देश का एक लता. A kind of creeper of this प्रख्यात नगर. Name of a famous name. पन्न. १; town of the country of Kalinga. कंगुलिया. स्त्री. ( है ) सधुनीत अथवा पन्न. १; पडीनीत ४२ ते. लघुनीत-लघुशंका या| | कंचणकूड. पुं० ( काञ्चनकूट ) या बडी नीत - दीर्घशंका करना. Passing of નામનું ત્રીજા ચોથા દેવલેકનું એક વિમાન. urine, stool etc. प्रव० ४३६; कंचनकट नाम का तीसरे चौथे देवलोक का कंचण. न० ( काञ्चन ) . सोना; सुवर्ण. एक विभान. Name of heavenly Gold. विशे० १८१६; ओव० १७; नाया०१; abode of the 3rd and the 4th भग०६, ३३, उवा०२, १०१; प्रव० ४५३; Devaloka, ठा० ७; सम० ७; (२) जं० ५० ५, १२२; (२) यन नामना મનસ વખાર પર્વતના સાત કૂટમાંનું मे पर्वत. कंचन नाम का एक पर्वत. the ७८.ट-शि५२. सोमनस वखारा पर्वत के Kalichana mountain. (३) यन सात कूटों में से छठा कूट-शिखर. the 6th ५ तना अधिपति तानु नाम. कंचन of the 7 summits af the Somnपर्वत के अधिपति देवता का नाम. name nasa Vakhara mountain. जं. of the presiding deity of the प० ४, ६५; Kanchana mountain. जीवा० ३, ४, | कंचणग. पुं० ( काञ्चनक ) नीबत माहि --कोसी. स्त्री० (-कोशी) सोनानी भूर्ति. शहने पूर्व अने पश्चिम ने पासे ६श सोने की मूर्तिसुवर्णकी प्रतिमा. an idol | श नेशनने सांतरे से नामना पीश of gold. उवा० २, १०१: जं. ५० ७ पोश ५वत छ, मे६२ २०. अन्यन १६६; -खचिय. त्रि. ( -खचित ) . नीलवंत आदि दश हृदों (अगध * गुमो १४ नप२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vido foot-note (*) p. 15th. Page #371 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंचणा] ( ३६५ ) [ कंटक जलाशयों-झीलों ) के पूर्व और पश्चिम-दोनों कंचुअ. पुं० (कंचुक) न्योती; आयसी. अंगिया; और दस २ योजन की दूरी पर इस नाम के | चोली. A bodice ( worn by woबीस २ पर्वत हैं. एकंदर दोसौ पर्वत हैं. men ); an armour. चउ० प्रव. One of the 200 Kanchana ५३७; (२) सपनी अयली. सर्प की mountains ( situated on the कांचली. a slough or skin of a eastern and western sides snake. विशे० २५१७; चउ० of the 10 lakes viz. Nilavanta कंचुइ. पुं० ( कंचुकिन् ) ना४२; अंतपुर etc.) at intervals of ten Yoja २४. अंतःपुर का रक्षक. दीन. An nas each; ( each lake has got attendant on the women's 20 ). जीवा० ३; जं. प० २८४; apartments. ( २ ) स. सर्प. a -पव्वय. पुं० (-पर्वत) उत्तर ४३ क्षेत्रमा _serpent. विशे० २५१५ निजतादिनी पूर्व पश्चिम यानुस रहेन कंचुइज. पुं० (कंचुकीय ) ना१२, ६२पास; ५५त. उत्तर कुरु क्षेत्रमें नीलवंतादि हृदोंके | संत:पुरनाक्ष. द्वारपाल: प्रतीहारी; अंतःपुरपूर्व पश्चिम की ओर का पर्वत. one of का रक्षक. A chamberlain; adoorthe mountains on the eastern keeper. भग०६,३३:११, ११; नाया. १; and western sides of the Nila. ओव० ३३; निसा. ६, २५, राय० २८६; vanta and other lakes in ----पुरिस. पुं० (-पुरुष) गुमे। 'कचुइज' Uttara Kuru region. जं.प. भग. श... देखो " कंचुइज " शब्ह. vide 1४,८; जीबा. ३; सम. ५०; " कंचइज" भग० ६, ३३; कंचणा. स्त्री० (काञ्चना) मेस्त्री जना भाटे | कंचुग. न० (कम्चुक ) व्योमा; सापानमन यु थुतु. एक स्त्री का नाम, कि जिसके ७५२ धारण ४२वानु १५; या. चोली; लिये युद्ध हुआ था. Name of a साध्वी के बदन पर धारण करने का एक woman for whom a war was वस्त्र-कांचली. A bodice (worn by waged. परह. १, ४, women); a piece of cloth worn कंचणिया. स्त्री० (कांचनिका ) ३ासनी मादा. like a bodice by nuns. 19. रुद्राक्षकी माला. A rosary of Rudra नि. २०१; ६७६; ksa beads. ओव० ३६; भग० २, १; कंचुय. पुं० न० (कंचुक) शुसी "कंचुर" (૨) કંચન પર્વતના અધિપતિ દેવતાની श६. देखो “ कंचुम" शब्द. Vide. सवानिन नाम. कंचन पर्वत के अधिपति "कंचुअ. उत्त०६,२२;अंत. ३, ८; मग. ६, देवताकी राजधानी. name of the ३३; नाया० १; (२) पात; रोम२१७. केश; capital city of the Kanchana रोमराजी; बाल. hair. भत्त० ३०; god. जीवा० ३, ३; कंटक. स्त्री० न० (कण्टक ) ॥२६ी माण कंचीमेहला. स्त्री० ( काञ्चिमेखला) हारी. वगैरेनी टी.बेर बंबूल आदि का कांटा. A कंदोरा. An Ornamental waist- hard thorn e.g. that of Babool belt, जीवा. ३,३3 etc.०५०१,१०;दस०६,३,६;-बोदिया. Page #372 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंटग ] स्त्री० ( * ) अंटानी आ. कांटों की बाड thorny fencing. सू० २,२, ५१; कंटग. पुं० ( कंटक ) घंटे कांटो A thorn. राय० २६४; सू० १, ४, १, ११; जं० प० सु० च० ३, २१८; उत्त० १६, ५२; जं० प० १, १०; दस० ६, ३, ६ – पह. पुं० (-पथ ) अंटाचा रस्ता. कंटक मय मार्ग, कांटोंवाला रस्ता. & thorny path. श्रोघ० नि० ७८५; ( ३६६ ) कंटय - श्र. पुं० ( कंटक ) घंटे प्रतिस्पर्धी. कांटा प्रतिस्पधी, डाही. A thorn; a a rival. श्रोव० उत्त० २, २६; श्राया० २, १, ५, २७; पि० नि० २००; ३३२, fare 3, 3; 2: (2) ffort wisi. बिच्छू का डंक a scorpion's sting. नाया० १; दस० १, १, ७३; दसा० ७, १; सम० ३४, प्राया० २, १३, १७२; उत्त० १०; ३२, भग० १, ६ प्रव० ४५२; कंद्र. पुं० ( कण्ठ ) गजु डोङ ४५६ श्रीवा गरहन गला; कंठ; ग्रीवा; गर्दन. Throat; neck भग० ६, ३३; नाया० १; दसा० १०, १; राय० ८१; अणुजो० १३: १२८; सम० प० २३७; उत्त० १२, १८ : ओ० २७१ विशे० ३३५; गच्छा० १२२; जं० प० ५, १२१; – मणिसुत्त, न० (-मणिसूत्र ) परवाना दीरानो द्वार. गले में पहिनने की हीरे की माला a diamond neckless. कप्प० ३, ३६; - मुरवि. पुं० ( - मुरवि ) सोनानी गुंथेसी ही | सोने की गुंथी हुई माला - कंठी. a gold string used as an ornament for the neck, राय० १८३ - मुही. स्त्री० ( -मुखी) हनी न रहेनारु * लुग्यो पृष्ठ नंम्बर १५ नी फुटनोट (क) foot-note (*) p. 15th. For Private [ कंठिया होत्रअना खारनं आल (भाझियुं ). कंठ के पास पहिना जानेवाला एक ग्राभरण ( मादलिया ). a neck-ornament resembling a knob tied to a string. भग० १, ३३: -- विसुद्ध न० ( - विशुद्ध ) यो थी गान. सुंदर कट से गाना singing in a clear voice. राय० - सुत्त न० ( सूत्र ) मां पाश्वानो सोनानो छोरो गले में पहिनने की सोने की लड़-डोर, gold necklace; a gold string used as an ornament for the neck. ओव० - सुत्तग. पुं० ( - सूत्रक) लुओ 'कंट्ठसुत्त " श०६. देखो " कंट्ठसुत्त " शब्द. vide कंट्टसुत्त" जावा० ३, ३; कंठाय. त्रि० ( कण्ठगत) आवेस; गला सुधी खावे. कंठतक आया हुआ; गलेत क आया हुआ. Come to the throat. गच्छा० ५५; —-पाण पुं० (-प्राण) एडे व्यास श्वास भरांत ४४. कंठतक श्राया हुआ श्वास; मरणांत कष्ट life breath come to the throat. गच्छा० ५५; कंठाकंठि. अ० ( कण्ठाकण्ठि -- कराठे कराटे गृहीत्वेति योगविभागात् ) :डे भसीने. कंठ से कंठ मिलाकर. With necks touching each other; neck of one touching that of another. नाया • २; कंठिया. स्त्री० (कण्ठिका कण्ठो भूप्यतयाऽस्त्यस्याः सा ) एटी. कंठी. A necklace. जीवा ० ३, ४, ( २ ) ६४ प्रदेश. कंठ का हिस्सा. a part of a neck. गच्छा० १२४; ( 3 ) स्तनुं पुं. पुस्तक का पुठ्ठा & देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide Personal Use Only Page #373 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंठग्गय] ( ३६७ ) [कंडय cover ofa book. राय० १६६; Devaloka. Its deities enjoy a कंठग्गय. त्रि. (कण्ठोग्रक-कण्ठश्वासावग्रक life of 21 Sāgaropamas, breathe श्चोत्कंठाकण्ठोमकः) तीक्ष्ण सवरवासी तेज once in 21 fortnights and be कंठवाला. One of shrill voice. ठा०७; come hungry once in 21 thou. कंठेगुण. पुं० (कण्ठेगुण-कण्ठेगुण इव कण्ठे. sand years. सम० २१; (६) नां गुणः ) ४९४ ५४२वानुं द्वारा सरपुं साल. स्थिति स्थानानी सभूल. कर्म के स्थितिगले में पहिनने का दारे जैसा गहना. a स्थानक का समूह. a collection of gold string used as an orna- items of the different varie ties ment for the neck. पन्न० ३; विवा०२; of enduring Karma. क०५०१,८५; कंडेमालकअत्रि०(कराठे मालकृत) ४ मासा कंडत. त्रि. ( कण्डयत् ) isतु; 'तुं. परीछ करणे. जिसने गले में माला पहिनी कूटता हुआ; चूर२ करता हुआ. Poundहै. (One)who has put on a gar _ing; e. g. with a pestle. पिं.नि. land on the neck. दसा. १०, १; ५७४; ओव. कंड. पुं० (काण्ड) धनुष्य पाए. धनुष्य बाण. an arrow. प्रव० ८२६; क. प० १, ३२; कंडक. न० ( कण्डक)नुस "कंड" शह भग. ७, १; जीवा० ३, ४; राय० २०४: देखो "कंड" शब्द. Vide. "कंड" क. नाया०२:८; (२) लाग; हिस्सो.भाग; हिस्सा प. १,८६; ta section; a part. (3) मे कितनी कंडग. न० ( काण्डक) sis; पाथ: ५७. पर्त; वनरपति. एक जाति को वनस्पति. u kind थर; अस्तर. A layer. सूय. १, ६, १०; of vegetation. भग० २१, ४; (४) (२) . बाण, arrow. राय०२५७, (3) પૃથ્વી કે પર્વતનો એક વિભાગ; જમીન કે सण्यातीत संयमनास्थानानो समुदाय. अपहा थ२. पृथ्वी या पर्वत का एक हिस्सा; संख्य संयमके स्थानकका समूह. collection जमीन या पहाड का थर. a section of of countless items of ascetic Hind or mountain; & layer of conduct. पिं०नि० भा० ६६; क. प० १, rock on land or on mountain. ४२; ४६; -हेट्ट, त्रि. (अधस्तन ) यार अणुजो० १३४; जं. प. पन्न. २; ( ५ ) સમયના સ્થિતિસ્થાનક સમહ રૂપ કંડકની અગીઆરમાં દેવલોકનું એક વિમાન એની नीयेनु. चार समय की स्थिति स्थानक समूह સ્થિતિ એકવીસ સાગરેપમની છે; એ દેવતા रूप पतं नीचे का. Situated below એકવીસમે પખવાડીયે શ્વાસોશ્વાસ લે છે. Kaņdaka and equal to the એને એકવીસ હજાર વર્ષ સુધા ઉપજે છે. duration of 4 units in a cerग्यारहवें देवलोक का एक विमान. इसके tain stage. क० ५० १, ५०; देवताओं की स्थिति इकवीस सागरोपम | कंडय. नं० ( काण्डक) सनी से सक्षम की होती है. ये देवता इकवीस पक्ष मा. समयका एक सूक्ष्म भाग. A very में श्वासोश्वास लेते है और इकवीस हजार small division of time. भग० ३,२: वर्ष में उन्हें भूक लगती है name of a (२) राक्षसनी सभा आगजनुं यत्यवृक्ष; ts heavenly abode of the 11th Ds, राक्षस की सभा के सामने का चैत्य Page #374 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंडरीय] ( ३६८ ) [कंडिल्लायण वृक्ष कंडक का झाड. name of a Chai- Puņdarikini belonging to the tya ( garden ) tree near the country Puşkalāvati Vijaya, council-hall of deinong. 370 5, 9; He was younger brother to कंडरीय. पुं० ( कण्डरीक ) सूबहेपनी Puņdarīka. He had taken સહાયથી વનમાં જતાં કોઈ પુરુષની સ્ત્રીને Dikșī but had again sinfully લઈ જનાર એક લુચ્ચો માણસ કે જેની કથા taken to worldly life.He inime पानीमुदि ०५२ शिवित छे. मूलदेव ediately died and went to hell की मदद से बन के किसी प्रवासी पुरुष की while Puņdarīku putting on स्त्री को लेजाने वाला एक लुच्चा मनुष्य, कि the ascetic dress cast off by जिसकी कथा उत्पात की बुद्धि पर घाटत की him bocame a Sādhu. He too 2. Name of a scoundrel who died within three days and abducted the wife of a person reached the heavenly abode travelling in a forest with the named Sarvirtha Siddha. help of Müladera. This story | नाया. १९ is narrated in connection with कंडवा. स्त्री. ( कण्डवा) मे ॥ or to illustrate the variety of एक प्रकार का बाजा. A kind of musi. Buddhi or intellect known as cl instrument. राय.-कंडा. स्त्री० Utpatiki. पि. नि. ६६; नंदी. (२) (-कण्डा) से नामनु मे तिनु औ.. પુષ્કલાવતી વિજય પુંડરિકિશું નગરીના | इस नाम का एक पर्वग जाति का झाड. A મહાપદ્મરાજાની પદ્માવતી રાણીને પુત્ર | kind of sagetation of Parvaga પંડરીકને નેહાને ભાઈ કે જે દીક્ષા લઈ, . sort. पन्न. १; पासथी पतित 41, संसारमा व्यो मन कंडिय. त्रि. ( कण्डित ) vish; उतुं. कूटा तरता भ२९५ पाभी न२४ गयो. डोट मा हुआ. पीसा हुआ Pounded with a પંડરીક કંડરીકનો ઉતારેલ સાધુવેર પહેરી, ! pestle. पिं० नि० १.१; साधुथ),त्रास दिवसमां मरण पामी, साथ | कोडयायण. पुं० (कण्डिकायन) वैशाली नगरीसि विभाने पायो. पुष्कलावती विजय की। थाहारनुं से: उधान वैशाली नगरी के पुंडरीकिणी नगरी के महापद्म राजा की पद्मा. बाहर का एक बगीचा. Name of a वतीरानी का अंगजात. पुंडरिक का लघु भ्राता garden outside the city of जो कि दीक्षा ले फिर पतीत होगया और Vaisili. भग० १५, १; संसारी बन गया किन्तु शीघ्र ही मृत्यु पा | कंडिल. पुं० (काण्डिल्य) isक्ष्य गोत्र प्रति नरक मे गया. बडा भाई पुंडरीक, कंडरीक | मे पि. काण्डिल्य गोत्र चलाने वाले एक के उतारे हुऐ साधु भेष को पहन साधु | ऋषि. The name of the progeहो तीन दिन में ही मृत्यु पाकर सर्वाथ सिद्ध nitor sage of Kandilya Gotrs विमान मे जा पहुंचा name of the son , ( lineage ). ठा० ७: of Padmavati, queen of Maha | कंडिल्लायण. पुं० (काण्डिल्यायन) से नामना padima king of the city of मे लि. इस नामके एक ऋषि. The Page #375 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंडु ] ( ३६६ ) name of a sage. ठा० ७; कंडु. पुं० ( कण्डू ) सोढानुं वासशु; तवेो. लोहे का बरतन; तवा. An iron pan श्रव० ३८; (३) असनो | खाज की बिमारी itches. नाथा० १३; भग० ७८; कंडुइय न० ( कण्डूमत् ) जसवाणी. खुजलीवाला; खाज वाला. One having itches. सूर्य०१, ३, ३, १३; भग० ७, ६; कंडुग. पुं० ( कण्डक અગુલના અસંખ્યા તમા ભાગ પ્રમાણે આકાશ. પ્રદેશ પરિમિત उनी स्थिति स्थानानो समूह चंगुल के असंख्यातवें भाग के बराबर आकाश परिमित कर्म के स्थिति स्थान का समूह A collection of different varieties of enduring Karmas equal to the infinite part of an Angula ( measure of space ). क०प० ३,६; V कंडुय. धा० II. ( कराडू ) मानवी; खाज खुजाना; कुचरना To scratch; to tickle; to remove irritation of skin by scratching. कंडुयए. आया० १, ६, १, २० कंडुइस्लामि नाया० २; कंडुइता. सं० कृ० नाया० १३ कंडुयमाण. व० कृ० सु० च० ३, १३६; कंडूयावेइ. क० वा० विवा० ६; कंडुयण. न० ( कण्डूयन ) मलुवुः मर२५२ १२वी. खोदना; खड्डा करना. Digging. पंचा० ४, २०; कंडू. स्त्री० पुं० ( कण्डू ) भर; वाण. खाज खुजाना, खजबाल. Itching sensation. नाया०५, सू० १, ३, १, १०, कंडूइय न० ( कंडूयित ) (२०८; १२. खाज; खुजली. Itching sensation. जं० प० सूय० १, ३, ३, १३; कंडूया. त्रि. कंडूक ) वाणनार. Vol. 11/47. खुजाने वाला. One who scratches to remove an itching sensation. ठा०२, १; Vकंत. धा० I. (कृत ) छेधुं छेदना. To cut. ( २ ) sing. कांतना. to spin. कंतति सू० १, ८, १०, कंतामि. पिं० नि० भा०३५; जं०प०५, ११५; कंत. त्रि० ( कान्त ) मनोहर अन्तिवानः शोलायमान. मनोहर; कांतिवाला; शोभित. Charming; beautiful; lustrous, कंतपियदंसणा " नाया० १; ६; १४; भग० २, १; ११, ११, १२, ६; ओव० ३२; ३६; जीवा० १; दस० २, ३, सू० प० २०; सम० प० २३५५ ठा० २, ३; दसा० १०, १; सु० च० १, ३५३; पन० १७, १६; उवा० ४, १५४; जं० प० ५, ११५, कप्प० १, ८ ३, ३४, ( 3 ) धृतसमुद्रना देवातानुं नाम. घृत समुद्र के देवता का नाम name of the deity of Ghṛuta Samudra. जीवा ० ३, ४ : – रूव त्रि० ( - रूप ) सुंदर रूपवाणु, सुंदर रूपवान beautiful; of charming appearance विवा० १; २ - स्सर त्रि० (-स्वर- कान्तः स्वरोयस्य स कान्तस्वरः ) सुंदर स्वरवाणुं. सुंदर कंठवाला. of melodious voice. पन० ३; 66 [ कंतार कंन. त्रि० (क्रान्त - श्राक्रान्त) आभणु अ. आक्रमण किया हुआ. Surmounted. सु० च० १ ३५३; कंततर. त्रि० ( कान्ततर ) अति सुंदर बहुत सुंदर. Very beautiful. “एतोकंततराए चैत्रमण्णतराए चेव" राय ०५१; जीवा ० ३; कंता. स्त्री० (कान्ता ) सौंदर्यवाणी स्त्री रूपवान स्त्री. ( A woman ) possessed of beauty. भग० १५; १; नाया० १६; कतार. पुं० ( कान्तार ) भर एय; अटवी; गढ़न For Private Personal Use Only Page #376 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंति] ( ३७० ) [कंद वन. बन; जंगल; गहन बन. A deep मंडव गोत्र की शाखा. A branch of dense forest; the world. 391° the Mandava family. Jo 4, 9; १, ५८; पंचा० ११, ११; नाया० २; १६% (२) व गोत्रनी शापामांनी ५३१. भग० २, १; ५, ६; उत्त० १६, ४६, २७, मंडव गोत्र की शाखावाला पुरुष. a person २; नंदी० ५७; सु. च० १, २; सम० १३; belonging to the above ओव० ४०; ठा० २, २; महा० प० ३५; branch. ठा० ७, १; श्रोघ० नि० ६८३; -भत्त. न. (भक्त = | कंथ. पुं० ( कन्थक) गतवाना रे कान्तारमरण्यं तत्र भिक्षुकाणां निर्वाहार्थ | तोपोना अायो ५ म नहीं. कुलयद्विहितं तत् कान्तारभक्तम् ) सटवीमा बान घोडा जो तोपोंकी आवाजसे भी न भडके. भुसारी २ता गरीमोने आपकानो मोरा. A horse of noble breed not जंगल में मुसाफिरी करते गरीबों को दी जाने- terrified even by the exploवासी खुराक. food to be given in | ___sions of guns. उत्त० ११, १६; chrity to the poor while tra- | कंथग. पुं० ( कन्थक ) नुस। “ कंथन" velling in a forest. भग० ५, ६, ६, श६. देखो " कंथन" शब्द. Vide ३३; नाया. १; निसी० , ६; अोव० "कथश्र'' उत्त० २३, ५८% -वित्ति. स्त्री० (-वृत्ति) सनी पत्ति- कंथीकय. त्रि. (कन्यीकृत) :न्या-गानी નિર્વાહ ચલાવો તે; જગલમાં પ્રાણઘાતક भा. या थि। पाj. कथा-गोदडी के આપત્તિ આવી પડે ત્યારે પ્રાણ નિર્વાહ કરવો सदृश बहुतसे जोड (चिंधे) लगेहुए. (Anyते; मगारमानी मे. जंगल में प्रवास thing ) prepared with a good कर वृत्ति-निर्वाह करना; जंगल में प्राणांत | deal of patch-work. विशे० १४३६; कट आ पडे तब प्राण बचाना; छः प्रागार में /कंद. धा• I. (क्रन्द) आ४.६0 ४२; २७; स एक. maintenance in a jungle | nj भूम। मारवा. बूम मारना; रोना; while travelling; saving one's आक्रन्द करना; शोर मचाना. To cry; life when met with life-ending to weep; to shout. difficulty in the jungle; one of कंदइ. पाया. १, २, ५, ६४; the options ( on the part कंदिसु. आया० १, ६, १, ५; of an asectic). प्रव० ९५३; कंदमाण. व. कृ. नाया० १; २; ६; १६; कंति. स्त्री० (कान्ति) ar; sin ला .तेज; भग० ६, ३३; कांति; शोभा; लावण्य. Lustre; कंद. पुं० (कन्द ) ४-६ भूत; कुंगली, सण, beauty. पण्ह ० २, १; श्रोव० ३२, ३४, ગાજર, રતાળુ વગેરે કન્દવાલી સાધારણ (२) शाला. प्रभा; सुंदरता. beauty; वनरपति. कून्द मूल; लहसन, गाजर, रतालु charnm. सु. च० २, ३४५; श्रादि कन्दवाली साधारण वनस्पति. Bulकंतिल्ल. त्रि. ( कान्तिमत् ) अन्तिवासी; bous roots, bulbous vegetation प्रतिभान्. लावण्यवाला. प्रभावान्. Lus- i. e. garlic, carrot etc. trous; beautiful. सु० च०८, २४६; | जं० प० २, १६, ३, ६७, आया० २, ३, ३, कंतल्ल. पुं० (कान्तेल्ल) मं गोत्रती शापा. १२६; पन्न० १; विवा० १; भग० ३, ४, १७, Page #377 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंदणया] ( ३७१ ) [कंदप्प १; २२, १; नाया० १३; १४; उत्त० ३६, roots and roots. भग० २१, १; सूय. १८%3; निसी०४,५२, दस० ५,१,७०; चउ०२८% २, ३, ५; (२) ना भूस सने थाना पचना | कंदप्प. पु. ( कन्दर्प ) राग मने माल भाग. झाड़ के मूल और धड के मध्य का ઉપજાવનાર હાસ્ય, ગર્ભિત ચેષ્ટાફ વફભાષણ भाग, the part of a tree be- राग और मोह पैदा करने वाली हास्यमय tween the roots and the trunk. क्रीडा; वक्र भाषण. Amorous sport; जीवा० १, राय. १५५; भग० ७, ३; dalliance; humorous, witty नाया०१५;पन्न०१;ओव० (३) माना love talk. गच्छा० ८२; उत्त० ३६, भू३ ५२नो गोर भाग. कमलादि के मूल २५४; जीवा० ३; पन्न० २; ओघ०नि०१०२; ऊपर का गोल भाग. the upper round (२) महेष. कामदेव. Cupid. सु. portion of the lotus roots. जं. च. ६, २१, पराह० २, २; भग० १४, ८; प. -अहिगार पुं० (-अधिकार) ना उवा० १, ५२; प्रव० २८३; ६४८; पंचा० १, मधि२-वर्णन. कंद का अधिकार-वर्णन. २४; (३) अतूटली ५. (३) कुतूहल करने subject-mutter dealing with वाले देव. the god Kutuhali. भग० hulhous roots भग. ६, ३३; २१, १; ३, ७; (४) महेवनी लावना. कामदेव की - श्राहार. पुं० (-पाहार) ने। याहार भावना. meditation for sexual ४२.॥२ तापसने मे वर्ग. कंद का भक्षण pleasure. गच्छा . ८२; -कर. पुं० करने वाला तपस्वी की एक जाति. one who (-कार ) आम 34 तेवी येथाना ४२ना२. eats bulbous roots. भग० ११, ६; कामदेव उत्पन्न हो ऐसी चेष्टा करनेवाला. निर० ३, ३: ---जीवफुड. पुं० (-जीवस्पृष्ट) one who speaks and acts amo. हना था २१ष्ट थये. कंद के जीवों से rously. ओव. ३१;-देव. पुं० (-देव-- छुया हुआ. one touched by the कन्दर्पो-ऽट्टादृहसनं कन्दर्पकरणशीला: sentient beings living in bulb. कन्दर्पाः कन्दर्पाश्चते देवाश्च कन्दर्पदेवाः ) ous roots. भग. ७, ३; -भोयण. ५७मा सना। हेवी. हडहड हंसने न० (-भोजन) नुं मन. कंद का भोजन. arar 99. a loud-laughing god. food consisting of bulbous तंदु० -भावणा. स्त्री० (-भावना-कन्दर्पः roots. ठा• ७ सम० २१; नाया १; भग० कामस्तत्प्रधाना निरन्तरं नर्मादिनिरततया ९, ३३; दसा० २, १६; -मूल न० (-मूल) विटप्राया देव विशेषाः कन्दर्पास्तेषामिय . भू. कंद मूल. roots and bul- कान्दो सा चासौभावना च) से प्रारी bous roots. भग. ८,५; माही५४ मा भावना एक जाति कंदणया. स्त्री. (क्रन्दन ) साहन४२y; ; की कामोत्पन्न करने वाली मोहमय भावना. . आक्रंदन करना; रोना; शोर मचाना. a kind of love-exciting meditaCrying; weeping; lamenting. tion. प्रव० ६४५; - रइ. स्त्री० ( रति) ठा० ४, १; भग० २५, ७; ओव. २०; समभागमा ति सासक्ति. कामभोग में रति कंदता. स्त्री० ( कंदता) भुण पा. कंदमूल आसक्ति. delight in amorous plea___ पना. Stute of being bulbous | sures. नाया. १; Page #378 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंदपि य ] कंदपि य. त्रि० ( कान्दर्पिक- कन्दर्पस्तggie: quìanazàíà ) 214Àgi, e124, मश्री नार. कामचेष्टा हास्य विनोद करने वाला. ( One ) doing amorous gestures. ओव• ३८, भग० १, २, पन्न०२०; कंदर न० (कन्दर ) पर्वतनी गुझ पर्वत की गुफा. A cave. नाया० १; २; ८; नंदी० १४; जीवा० ३, ३; भग० ३, ७, ६, ३३; विवा० १, ३; ( ३७२ ) कंदरा . स्त्री० (कन्दरा) गु. गुफा. A cave. त०३, १; महा० प०८२; जं० प० नाया० १; कंदल न० ( कन्दल ) मे तनुं झाड. मनुं झाड. एक जाति का झाड; केले का झाड. A kind of tree. नाया ० १;६; ६; कंदलग. पुं० (कन्दलक ) : जरीवाना पशुनीत एक खुरवाले पशु की एक जात. A one hoofed animal. पन ० १; कंदली. स्त्री० ( कन्दली ) मे तो उन्ह एक प्रकार का कंद. A kind of bulbous root. उत्त० ३६, ६७; (२) गर्नु उ. केले का झाड. & plaintain tree. पन्न०१; भग०२२, १ (३) सीसी वनस्पति, हरी वनस्पति. green vegetation. श्राया० नि० १, १, ५, १२६; कंदिय. पुं० न० ( क्रन्दित ) वियोगिनी स्त्रीनं ३६. वियोगिनी स्त्री का रोना Lameu. tation of a woman separated from her husband उत्त १६, ५; ओव० २१; नाया० १; पंचा० ७, १६; ( २ ) वालुव्यन्तर देवतानी मे लत. वाणव्यंतर देवता की एक जाति a kind of Vāpavyantara ( infernal ) gods. पन्न० २; परह० १, ४, ओव० २४, प्रव० ११४५; कंदु. त्रि० (कन्दु ) सोहानुं वासगु, या भभरा वगेरे भवानी अर्धी लोहे का एक [ कंपण 66 ,, वरतन; चने आदि भूजने की कढाई An iron vessel; an iron pan to bake grams etc. परह ० १, १; विवा० ३; - सोलिय. त्रि० (-पक्व ) या भभ रानी येडे तावडामा पहुवे. चने, फूली की तरह घागमें पका हुआ. Cooked, baked in the heat of the sun. कंदु सोलियं पिव कट्टसोल्लियं पित्र अप्पाणं जाव करेमाणा विहरंति भग० ११, ६; कंदुकत्ता. त्रि० ( कन्दुकता ) उन्हु नामनी वनस्पतिना लाव - स्व३५. कंदुक नामकी वनस्पति का भाव-स्वरूप. State of, nature of a vegetation named Kanduka सूय० २, ३, १६; कंदुकुंभी. स्त्री० (कन्दकुम्भी ) सोदानी उदा. तावडी. लोहे की कढाई; लोहे का बरतन An iron pan used to bake bread ete. उत्त० १६, ४८; कंदुरुक्क न० ( कन्दुरुक्क ) भेड लतनो धूपनो सुगंधी पदार्थ. एक जाति का धूप का सुगंधी पदार्थ. A kind of fragrant incense. नाया० १६० कंदू. स्त्री० (कन्दू ) नारडीने उपल्वानी हुंली. नाराकेयों के पैदा होनेकी कुम्भी. A pot - like place where the hell beings get their birth. सू० १,५, २.७, कंध. पुं० ( स्कन्ध ) पांध कन्धा; स्कन्ध. A shoulder. आया० १, ६, १, २२; 'कंप. धा० II (कम्प ) ध्रुवुः उभ्य. धूजना; कांपना; थरथराना. To tremble; to quiver. कंपन्त. व० कृ० सु० च० १, ११०; कंपमाण. व० कृ० भग० ३, २ . कंप. पुं० (कम्प ) उभ्यारी; धुन्नरी; थरथराहट. Tremour; trembling. सम० ११; कंपण. न ० ( कम्पन ) उभ्य: श्रुवुः . For Private Personal Use Only Page #379 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंपिल्ल] कांपना; धूजना; हिलना. Tremour; under Lord Neminātha, gave trembling. पं० नि० ५८०; अणुजो० up food and water for one १३०; -वाइअ. पुं० (-घातिक) ५. month on Satruñjaya and got વાનું દર્દ, જેથી મસ્તક કાપ્યા કરે એવો ! salvation. अंत. १, ७, रोग. धूजने की बीमारी; वह बीमारी जिससे कंपिल्लपुर. न० ( काम्पिल्यपुर ) पिसपुर सिर धूजा करे name of a disease नामे नग२. कंपिलपुर नामका नगर. Name causing trembling sensation in of a city. “पंचालेसु जणवएसु कंपिल्ल. the head. अणुत्त० ३, १; पुरं णयरं तरथ दुम्मुहारायां" नाया• १६; कंपिल्ल. पुं० न० ( कम्पिल्ल ) पिसपुर नाया० ध०६; भग० १४, ८; नाया० १; ८; નામનું ફરુખાબાદ જીલ્લાનું એક જુનું નગર | १६; उवा० ५, १६३; ओव. ३६; मेक्षित पायासशनी सधानी हती | कंबल. पुं० (कम्बल ) स; धामी ; भने त्यो हाना २५यं५२ थयो हतो. मी. कंबल; कामल;शाल. A blanket. कम्पिलपुर नामक फरुखाबाद जिले का एक | श्रोघ० नि० ७०९; निसा०७, ११; भग० २, पुराना नगर जो दक्षिण पांचाल देश की ___५; ७, १; ८, ६; १३, १; विवा० २; पन्न. राजधानी थी और जहां द्रौपदी का स्वयंवर ११५३, राय. २२६; नाया० १७, रचा गया था. Name of an ancient दस. ४, ६, २०; आया. १, २, ५, ८६ town of Farukhābād district. १, ७, १, १६५, वेय. १, ३७; जीवा० ३, It was the capital of suuthern ३; उवा० १, ५८; कप्प०६, ५२;प्रव० ८७६; Pāñchāla country and also the ---कड. पुं० (-कट ) मो. कम्बल.. place of Draupadi's choice. blanket. ठा० ४, ४; -किडु. न. marriage. पन्न० १; निसा० ६, २०; ( -कट) वाय. कम्बल. a blanउत्त० १३, ३; (२) सन्त भूतना 1 सा ket. भग० १३, १ -पावार. न. वर्गना सातभा अध्ययनर्नु नाम. अंतगड (-प्राचार ) मा ५ मोदवानु पस्त्र. सूत्रके पहिले वर्गके सातवें अध्याय का नाम. कम्बल सरीखा अोढने का वस्त्र. a blanket. name of the 7th chapter of the निसी० ७, ११; first section of Antagada Sutra. / कंबलग. न. (कम्बलक) मत; ima. (३)स-4लियना पुत्र सातमाशा 7 कामल; कम्बल. A blanket; a rug. નેમનાથ પ્રભુ પાસે બાર વરસની પ્રવજ્યાં | पाया० २,५,१,१४५; પાળી શત્રુંજય ઉપર એક માસનો સંથારો | | कंबलय. म० ( कम्बलक ) पारसी; अननु शमोक्ष गया. अंघकवृष्णि के पुत्र सातवें | वस्त्र. कम्बल; ऊन का वन. A woolen दशाह, कि जो नेमिनाथ प्रभु के पास बारह | blanket. प्रव० ६६२, वर्ष की प्रवज्या पाल शत्रुजय पर जाकर कंबु. पुं० ( कम्बु ) २५ शंख. A conchएक मास का संथारा कर मुक्ति पधारे. | shell. जं. प. जीवा० ३, ३; पण्ह. १, the 7th Dasarha, son of ४; अोव० १०; (२) सु नामे पांयमा Andhaka Vrisni. He prac- દેવલેકનું એક વિમાન કે જેમાં વસતા દેવનું tised ascetism for twelve years | ॥२ सा२नु आयुष्य छे. कंबु नामक पांचवें Page #380 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कंबुग्गीव] ( ३७४ ) [कंसीय देवलोक का एक विमान, जहां उप्तन्न होनेवाले उवा० ८, २३५; सूप० २, १, ३६; उत्त. देवताओं की आयुष्य बारह सागर की होती ६, ४६; जं० प० २, २४, पि. नि. ३३४; है. name of a heavenly abode नाया. १; ७; भग० ८, ५; १, ३३, पन्न. where the gods have u life of ११; दसा. ६.५३, जीवा०३,३; गच्छा. 12 Sāgaras; (it is in the fifth ८८;-पाई. स्त्री० (-पात्री) iसानी थाली. Devaloka). सम० १२ कांसे की थाला. a bronze utensil. कंबुग्गीव. पुं० ( कम्बुग्रीव) मुश्री नामे " कंस पाईव व मुकतोए" ठा० ६; ओव० પાંચમા દેવલોકનું એક વિમાન કે જેમાં ! १७; उवा. ८, २३५, -पाय. पुं० (-पात्र) વસતા દેવોનું બાર સાગરનું આયુષ્ય છે. | सार्नु राम, कांसे का बरतन. a bronze कंबुनाव नामका पांचवें देवलोक का एक | pot. "कंपसु कंस पाएसु, कुंड मोएसु वाविमान, जहां के देवताओं की बारह सागर की पुणो भुंजतो असण पाणाइ आयरो परिस्थिति होती है. Name ofa heavenly भस्सइ" दस • ६, ५३; कप्प० ५.११६; abode in the 5th Devaloka | कंसणाभ. पु. (कंसनाभ) पीथमi ki where the gods have a life of नाम. २३वें ग्रह का नाम. Name of the 12 Sigaras. सम० १२; 23rd planet. सू० प० २०; कंबू. स्त्री० ( कम्बू) मनोमनी मे साधा. कंसताल. न. (कांस्यताल ) सान २०४ पन२५ति; मवाना मे nt. इस जगत वात्रि ; iसीय. कांसे का एक नामकी एक साधारण वनस्पति; कंद मूल की प्रकार का बाजा. A kind of musical T r. Name of a kind of veg instrument made of bronze. _tation with bulbous roots. पन्न. १; आया० २, ११, १६८; राय. ८७, जीवा. कंवोय. पुं० (कम्बाज) मा श; मुख शि. ३, ३; -सद्द पुं० (-शग्द) iसियान। कम्बोज देश; काबुल देश. The country सापास. कांस के बाज का श्रावाज, the ealled Kamboja. राय० २३६ sound of cynthals. निसी० १७ ३५; कंबोय--अ. त्रि. (काम्बोज ) मा देशना | | कंसवण्णाभ. पुं० (कंसवर्णाभ) महावीसभा भन्भेस. कंबोज देश का मनुष्य. A native हनु नाम, अट्ठावीसवें ग्रह का नाम. Name of Kamboja country. राय. २३६: | of the 24th planet. “ दो कंस व" जहा से कंबोयाणं आइने कंथा सिया” | एणाभा " ठा. २, ३; सू० प २० उत्त. ११, १६; कंसवभ. पुं० (कंमवर्ण) सवाणु नामना. कंस. पुं० न० (कंस) स नामनो ८८ प्रह- कंसवर्ण नाम का ग्रह. A planet so मांना २२ भी अह. ८८ गृहों में से कंस नाम ____named. “ दो कंस बरामा' ठा० २, ३; का २२ वां गृह. The 22nd planet of सू० प० २०; the 88. ठा० २, ३; सु. ५० २०; (२) | कंसिय. पुं० ( कांस्थिक ) iसानु पात्र. भयुशने। २. मथुरा का राजा. name of | | कांसे का बाजा. A musical instru. n king of Mathuri. ठा० २, ३; | ment of bronze. सु. च. १३, ४१; पण्ह ० १,४;-कंस. पुं०(-कांस्य) सानी | कंसीय. न. ( कंसीय ) सानु पात्र. कांसे ये धातु. कांसी; एक धातु bronze. I का बरतन. A vessel of bronze. Page #381 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ककारपविभात्ति] ( ३७५ ) [ककर पन्न. ११; महल का नाम. Name of a palace ककारपविभत्ति. पुं० ( ककारप्रविभक्ति ) of Brahmadatta Chakravarti. आरनी २यना पाणु ना23. ककार की रचना " उच्चोदए महुककेय बंभे" उत्त० १३, १३; वाला नाटक. A drama containing कक्ककुरुया. स्त्री० (कल्ककुरुका) मथी मीa special arrangement of the नने छतरपुं ते. दंभ से दूसरों को ठगना. letter "क." राय. ६३; Deceiving others by means of ककुद. त्रि. (ककुद् ) प्रधान. प्रधान. Any _false tricks. प्रव० १११; one that is prominent, princi. | कक्कड. त्रि. (कर्कश ) भरमई. कर्कश; कठोर. pal. नाया. १७; _Rough; harsh. क. प० ४, ४५; ककुह. स्त्री० (ककुद ) शायिन् मेथी कक्कडग. पुं० (कर्कटक) ; शनी से। रागनी समाए ५ तेवी निशानी. राज- Mत. ककडी. A cucumber; a kind चिन्ह; जिससे राजा पहिचाना जासके वह of vegetable. पंचा० ५, २८;-जल. चिन्ह. Royal insignia. "राय ककुहा" न० ( -जल) 3 तथा सुया वगेरेमा टा० ५, १; नाया० १७, ओव० १२; जं. थी नीतु पाणी. काकडी तथा खरबूजा प० ७, १६६; (२) सहनी मुंध. बैल वगैरह में से निकलता हुआ पानी. the का कंधा. a hump of a bullock.. water that comes out of cucum( ३ ) पतनी टाय. पर्वत का श्रृंग. ber ete. प्रव. २०६; a summit of a mountain. जं. प० । कक्कडय. न० (कर्कटक ) होता थेनपेटमा ७, १६६; कप्प. ३, ३, ४; तो वायु. दोडते घोडे के पेट में उछकक्क. पुं. (कल्क):५८; माया; पा५. कपट; लता वायु. The gases that play in माया; पाप. Deceit; sin. सम०५२; भग. the stomach of a running १२, ५; पण्ह० १, २; ( २ ) सुधी पार्थ; horse. भग० १०, ३, मे४४१॥द्रव्यन नापीहीमा ककडिगा. स्त्री० (कर्कटिका ) 11. ककडी. रुपये थाय छेते. सोमादि ये शरीरनु । A cucumber. पंचा• ५, २५; १०, २४; G20j ४२ते. सुगंधी पदार्थ; एक कषैला कक्कडी. स्त्री० (कर्कटी) ३१. काकडी. A पदार्थ का उकालकर ( पीठी) मर्दन करने | kind of vegetable; a. sort of के लिये बनाये हए लेप में डाला जाता है वहः | cucumber. पिं०नि० १६६; प्रव. २९०, सुगंथी पदार्थ का शरीर का उवटन. a fra- ककब. पुं० ( कर्कव) से श२सनी २स. grant substance; a kind of औटाया गर्म किया हुआ सांठे का रस. Boiltenacious paste for the body ed juice of sugarcane.पिं०नि० २८३; prepared from Lodhra etc. ककर. पुं० (कर्कर) बने यावत ४२४२ थाय " ककं उचलणयं" सूय. १, ६; 1५; भग. तेवी परतु. जिसे चबाने से करकर हो ऐसा १२, ५; अाया० २, २, ३, ६५, निसी० १, पदार्थ. A substance which pro६; दस० ६, ६४ duces a cracking sound when कक्क. पु. (कर्क) यात यापताना मे। chewed. उत्त० ७. ६; (२) is. भडेशनु नाम. ब्रम्हदत्त चक्रवर्ती के एक | कंकर. a small stone. दसा० ७, १; Page #382 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ककरणया ] ( ३७६ ) [ कक्स राय० २६; आव० ४, ४; -स. न. (-शत ) सें.) . सैकडों कंकर. ( with ) hundreds of pebbles. विवा. २; कक्करणया. स्त्री० (करण) शा अपषि વગેરેમાં દેષ કહાડી બડબડાટ કરવું તે. शय्या, उपधि आदि में दोष निकालकर बड़२ करना. Loquaciously inding fault with environments such as a bed etc. ठा० ३,३; ककरय. पुं० (कर्करक) सुभिक्षा हेतु शीपववा. सुभिक्षादि के हेतु सिखाना. Giv. ing instructions into the reasons for proper alms-begging etc. निसी०१३, ८ कक्करी. स्त्री. (कर्करी ) ॥१२. गागर. A round metal pot. जीवा० ३, ३; ककस. त्रि० (कर्कश) ४४४; आई. कठीन; कडा. Hard; severe. “विपुला ककसा पगाढाचंडा दुहाहिव्वा दुहाहियासत्ति" विवा० १, १; सु० च० २, ३८०; भग० ७, ६; ३३; दस० ८, २६; उवा० २, १०७; ठा० ; श्राया. २, ४, १, ६३३, (२) २५रु; श. कर्कश; खुदरा. rough; harsh. गच्छा० ५४; राय० २८२; ककावंस. पुं० (कर्कवंश) ४. तनी वन २५ति; यांसी से गत. एक जाति की वनस्पति; बांस की एक जाति. A kind of vegetation so nanied; a kind of bamboo. भग० २१, ४, ककेयण. पुं० ( कर्केतन ) मे तनुं २ल्न भलि. एक जाति का रत्न; मणि. A kind of gem; a jewel. " अागासकेसकज्ज कक्केयण इंदणील प्रयसि कुसुमप्पगासे" राय जं. १० कप्प० ३, ४५; कक्कोडई. स्त्री. (कर्कोटकी) नी स. __ ककुम्बर की लत्ता; ककोठे की वेल. Name of a creeper; a species of cu cumber. पन्न. १; ककोडय. पुं० (कर्कोटक) संध२ गतना यितानु नाम. वेलंधर जाति के देवता का नाम. Name of a god belonging to the Velandhara kind of gods. भग० ३, ६, ७; (२) वने २वाना पतन. नाम. उस पर्वत का नाम जहां कर्कोटक देव रहता है. name of the mountain abode of the Karkotaka. जीवा०३,४; (३) अनुवेखघरवताना गर्नु नाम. अनुवेलंधर देवता के राजा का नाम. name of the king of the Anuvelandhara kind of gods. जीवा० ३, ४; (४) सक्य समुद्रમાં પૂર્વ દિશા બેતાલીશ હજાર જજન ઉપર આવેલ અણુલંધર દેવોને આવાસ पत. लवण समुद्र में पूर्व दिशा की ओर ४२००० योजन ऊपर स्थित अनुवेलंघर देवतात्रों का निवास पर्वत. name of the mountain abode of the Anuvelandhara gods situated at in distance of 42000 Yojanas in Lavaņa Samudra in the east. ठा० ४, २, ककोल. पुं० (कर्कोल) मे dj ३७. एक जाति का फल. A kind of fruit. पएह. २, ५, कक्ख. पुं० (कर) अममगर बगल; कांख. ___An arm-pit. नाया० २; १६; भग० ३, २, ५, ४; निसी० ५, ४१; जीवा० ३, ३; प्रव० ६७७; कप्प. ६, २६; -अंत्तर. न. (-अन्तर = कक्षाया अन्तरं मध्यं कक्षान्तरम्) अपनो मध्य भाग. बगल का मध्य भाग. the middle part of the Page #383 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कक्खड ] arm-pit. निर० ४, १; - देखभाग. पुं० ( - देशभाग ) स्तनपासे अमनो मुझे लाग. स्तन के पास बगल का मूल भाग, the part of the arm-pit near the breast. नाया०२;- मेत्त त्रि० ( मात्र ) કાખ, બગલ સુધી પ્રમાણુવાલું; અગલ સુધી. बगल तक मापवाला; बगल तक. reaching to the armpit प्रव० ६७ ७; - रोम न० ( -रोम ) अपना शभ. बगल के बाल. the hair of the armpit. "परूढण हकेस कक्खरोमा श्रोत्ति " श्रोत्र ०३८; आया०२, १३, १७२, निसी०३,४६, कक्खड. त्रि० ( कर्कश ) उहोर; परमयः ई. कठोर; कर्कश; खरदरा Hard; harsh; rough. " एकक्खडे १, १ घ० नि० ६२: जो० १४१; पन्न० १; जीवा० १, उत्त० ३६, १६; श्राया० १, ५, ६, १७०; पिं० नि० ४२६; नाया० ६; भग० १, १; १४, ७ १५, १; १८, ६, २०, ५ ठा० १, १ कम्प० ६, ५६; क० ० ४, ठा० ६३; – फास ०. पुं० (स्पर्श) निस्पर्श; परयोस्पर्श. कठिन स्पर्श; खरखरा स्पर्श. hard touch; rough touch. सम० २२; भग० ६, ६; ८, १ ( २ ) त्रि० डीगु स्पर्शवासा. कठिन स्पर्श वाला feeling hard दसा ६, १; क० गं० ५, ३२; कक्खडत्त न० ( कर्कशत्व ) डोश्य; अशपएं. कठोरता; कर्कशता.Hardness; harshness भग० १७, २; कक्खडा. स्त्री० ( कर्कशा ) होर वेदना; दुःसह पीडा. कठोर वेदना, दु:सह पीडा. Hard acute pain. नाया० १; कक्खा • स्त्री० ( कक्षा ) अम; अगल-बगल; ( ३७७ ) "3 [ कच्छ कांख. An arm-pit. "उपपीलिकक्खा विवा० १, ३; सूय० १, ४, १, ३, नाया० १; १६; जं० प० गच्छा० १२२; कच्च. त्रि० ( कृत्य ) उतव्य खानयोग्य. कर्तव्य करने योग्य. A deed; an action; a duty. राय० ३१; "" कश्वायरण. पुं० ( कात्यायन ) झात्मना पुत्र श्री भवना गोत्तनुंनाम कात्य के पुत्र श्री प्रभवजी के गोत्रका नाम Name of the family of Sri Prabhavaji, the son of Kātya. नंदी० २३; (२) डाशि गोत्रनी शाखा कौशिक गोत्र की शाखा. name of a branch of the Kausika family. ठा० ७, १; ( ३ ) शिक गोत्रना शाणामांना पुरुष कौशिक गोत्र की शाखा का पुरूष. a person belonging to the branch of the Kausika family. ठा० ७, १; ( ४ ) भूझ नक्षत्रनुं गोत्र मूल नक्षत्र का गोत्र the family of the Mula constellation. "जे कोसिया ते सच विहापण्णत्ता तंजहा ते कोसिया ते कच्चायणा" सु० प० ११; ठा० ७; - सगोत. त्रि० ( - सगोत्र ) अत्यायन गोत्रवाणु . कात्यायन गोत्र वाला. Of Katyāyana family. मूल नक्खत्ते कच्चायण सगोत्त पराणते' सू० प० १०; भग० २, १; कच्चोलय. पुं० ( * ) 'याओ; यो प्याला; कटोरा. A cup. सु० च० ८, ६५; कच्छ. पुं० ( कच्छ ) अडी; छोटे कांद्र; कछोटा. The end or hem of a lower garment which after being carried round the body "" * लुग्यो पृष्ठ नम्बर १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. 11/48. For Private Personal Use Only Page #384 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कच्छ ] ( ३७८ ) [ कच्छगावती is gathered up behind and of the four summits of the tucked into the waist-band. Chitrakūta Vakhārā mountain. सम० ११; भग० १, ६; १, ८; ( २ ) जं. प. (२)भासत पर्वतन नव टमानां 1. किनारा. a border; a nargin; योथा 2-शिमर नाम. मालवन्त पर्वत के a bank. भग० १, ८; जं० ५० १, ४; नौं कूटों में से चौथे कूट शिखरका नाम. ६५; ३, ५२; ( 3 ) सीता नहीनी उत्तरे name of the 4th of the nine ન લવંતપર્વતની દક્ષિણે ચિત્રકૂટ વખારા summits of Mālavanta inounપર્વતની પશ્ચિમે અને માલવંત વખારાપર્વતની tain. जं. १० -वत्तव्वया. स्त्री. પૂર્વે મહાવિદેહક્ષેત્રમાં એક વિજય. (-वक्तव्यता ) ४२७ विगायनी पालव्यतासीता नदी के उत्तर नीलवंत पर्वत के दक्षिण | अधि२. कच्छविजय का वर्णन. a des. चित्रकूट वखारा पर्वतके पश्चिम और मालवंत cription of Kachchhavijaya. वखारा पर्वत के पूर्व में महाविदेह क्षेत्र का कच्छ. पुं० (कक्ष) 14; Ant. बगल; कांख. एक विजय. name of a Vijaya in An arm-pit. भग० ३. ७; -कोह. the Mahavide ha region, to the पुं० (-कोथ = कक्षाणां शरीरावयवाविशेeast of Mālavanta Vakhārā पाणां कोथो दौर्गन्ध्यम् ) भांनी दुर्गन्ध. mountain, to the west of Chit- बगलकी दुर्गन्धी. stench proceeding rakūta Vakhárā mountain, to the from the arm-pit. भग० ३. ७; south of Nilavanta mountain कच्छगावई. स्त्री. ( कच्छकावती) गुमे। and to the north of the river Si- " कच्छगावती" श६. देखो "कच्छगावती" ta.०प०(४)यारे ।२०४था ढंजाये। प्रदेश. शब्द. Vide "कच्छगावती.” "दोकच्छवह प्रदेश जिसके चारों बाजू जलसे ढंके हों. a गाव" जं० प० ठा० २, ३: place covered with water on | कच्छगावती. स्त्री. ( कच्छकावती) श्रादूट ail sides. (५) ४२० विपना पैता વખારા પર્વતની પશ્ચિમે અને કહવતી નદીની પર્વતના નવ ફૂટમાંના બીજા અને સાતમા પૂર્વે બંનેની વચ્ચે મહાવિદેહાન્તર્ગત ક્ષેત્ર यूटनु नाम. कच्छ विजय के वैतात्य पर्वत विशेष. ब्रह्मकूट वखारा पर्वत के पश्चिम और के नौ कूटों में से दूसरे और सातवें कूट का द्रहवती नदी के पूर्व इन दोनों के मध्यमें महानाम. name of the 2nd and also विदेहान्तर्गत क्षेत्र-विजय. Name of a of the 7th of the eight sum. region in Mahāvide ha situated mits of Vaitādhya mountain hetween Brahmakūta Vakhārī of Kachchhavijaya. जं. ५० (१) mountain ( westward ) and थे।। रासस्थान. थोडे जलका स्थान. a Drahavati river (eastward ). place containing scanty water. जं० ५० --कूड. पुं० (-कूट ) लट नाया० १; -कूड. पुं० (-कूट) चित्रकूट વખાર પર્વતના ચાર ફૂટમાંનું ચોથું કૂટવખાર પર્વતના ચાર ફૂટમાંનું ત્રીજુ ફૂટ- ! शि५२. ब्रह्मकूट वखारा पर्वत के चार कूटों शि५२. चित्रकूट वखारा पर्वतके चारों कूटों में से चौथा कूट-शिखर. name of the में से तीसरा कूट-शिखर. the third | last of the four smmits of Page #385 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कच्छभ] ( ३७६ ) [कच्छू Brahmakūta Vakhārā mount, में मोटी पुस्तक; पुस्तक के पांच भेदों में से जं. प. एक. A book tapering at the end कच्छभ. पुं. (कच्छप) १७. कछुआ. A and bulky in the middle; one tortoise. पन्न. १; जं० प. पगह. १, of the five varieties of books. १; विवा० १; उत्त० ३६, १७१; जीवा० १; प्रव० ६७१ नाया० ४; पिं० नि ५६१; भग० ३, २, ७, कच्छा. स्त्री. ( कक्षा ) बाथान छातीमा मां६; १२, ६; १५, १; (२) रानुं नाम. पानी शसी. हाथीकी छातीमें बांधने की राहुका नाम. anothernanme of Rahu TEÁL. A rope with which an सू०प०२० elephant is tied in the middle कच्छभरिंगिय. न० ( कच्छपरिङ्गित ) . | part of its breast. ओव० ३०; भग० બાની પેઠે આગળ કે પાછલ મરજી પ્રમાણે ३, ६; (२) महाविहनी पत्रीश निय. ચાલીને વંદના કરે તે; વંદનાનો એક દેષ. भानी मे. महा विदेहकी बत्तीस विजय में कछुवे की तरह आगे या पोछे इच्छानुसार की एक विजय. one of the 32 Vijaचलकर वंदना करना; वंदन का एक दोष. yas of Mahāvideha. ठा० २, ३, A fault connected with Vanda- कच्छुय. पुं० (कच्छुक ) ५२al; मसन nä (bowing); one who bows by । खाजका रोग; खाज A kind of moving backward and forward disease which causes itching like a tortoise. प्रव० १५०; sensation. निसी० ६, २२; कच्छभाणी. स्त्री. ( * ) मे तनी | कच्छुरी. स्त्री. ( कच्छुरा) घमासे; घमासाना પાણીમાં ઉગતી વનસ્પતિ; કેશરનું ઝાડ... शुरछे। एक जातकी वनस्पति; धमासे का एक जाति की पानी में उत्पन्न होने वाली गुच्छा . Name of a plant; a cluster वनस्पति; केशर का झाट. A kind of | of the same plant. पन्न. १; aquatic plant; a saffron tree. कच्छुल. पुं० (कच्छूर ) शुभ MD में। पन्न. १; आ3. गुल्म जाति का एक झाड. A kind कच्छभी. स्त्री. ( कच्छपी ) मे तनुं| of bushy plant. पन्न. १; पात्र; पी. एक जाति का वाजिंत्र; वाणा. कच्छुलनारय. पुं० (कच्छुलनारद ) शुद्ध A kind of musical instrurnent; नामना ना२६. कच्छुल नाम का नारद. a kind of lute. "अटुसयं कच्छभीण" Nārada bearing the name गय० ८८; जं० प० पण्ह. २, ५: नाया० Kachchhula. नाया० १६; १७; ठा० ४, २; निसा. १७, ३५: कच्छू. स्त्री० ( कच्छू ) ५२१ - 41; ४९कच्छवी. स्त्री. (कच्छपी) छ? पातसुं भने स. खाज, खुजली; खाज का रोग. વચ્ચે પહેલું એવું પુસ્તક; પુસ્તકના પાંચ Itch; itching sensation. जीवा. प्रारमनु ये ४. किनारों पर पतली और मध्य ३, ३; जं० ५० भग० ७, ६; * गुमो १४ २ १५ ना ५टना (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #386 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कच्छूक ] ( ३८० ) [कजलावेमाण कच्छूक. पुं० (कच्छूक ) मान; ५स. खाज; a deed विशे० ३; -हेउ. पुं० (-हेतु) खुजली.Itching sensation. भग०७,६; / पर्यन हेतु-निमित्त कार्य का हेतु-निमत्त. कच्छूल्ल. त्रि. (कछूमत् ) मुरलीने ही. | ( with ) a purpose or motive. जिसे खाजको बीमारी है वह. (One) ठा० ४, ४; भग० २५, ७ suffering from itch, scab etc. | कजकारि. त्रि. ( कार्यकारिन् ) सार्थ; विवा० ७; परह. ३, ५, सप्रयोन. अर्थ युक्त; मतलब सहित. Havकज. न० ( कार्य ) अर्य; योन, २०४; | ing meaning; full of meaning. तव्य; हिया. काम; मतलब; कार्य; कर्तव्य; गच्छा० ५५; क्रिया. A deed; an action; an कजता. स्त्री० ( कार्यता ) अर्या. कर्तव्य aim; a purpose; a duty. "किंकज पन. State of being a deed, a भएणत्ति जंतुकीरती तेणं" पिं० नि० भा० result etc. विशे० ११०; ४७; विशे० ७१, ४२३, २११२; उत्त. कजल. न० (जल) Hiry; stor६. अंजन; २५, ३८; ओव. २०; राय० २१० सू० कजल Soot used as collyrium ५० ११; सु० च० १, ५७; जीवा० ३, ४; for the eyes. जं. प राय० ६०; पन्न. भग० ११,६; १२,६; १८, २, ७नाया. १७; ओव० १०; जीवा० ३, ३: नाया० १; १, २, ३, ५, ७, ८; आया. १, २, २, ७६; भग. २, १; दस० ७, ३६; उवा० १, ५; गच्छा० २२; ५६; / कज्जलंगी स्त्री. (कजलांगी) नी. पंचा० ४, १७; ५,३५; क. प. १, ४, शीसी. काजल की शीशी या डिब्बी. A --अंतर. न० (-अंतर) प्रथम वा small box or vial in which eye. ४ार्य विना आर्य. प्रथम कहे हुए कार्य के collyriumn is kept. ओव. बिना दुसरा कार्य; कार्यान्तर. work other | कजलप्पभा. स्त्री० (कजलप्रभा) पक्षना than the one said before. નૈઋત્ય ખુણાના વનખંડની એક વાવડીનું पंचा० १२, ३०;-अभाव. पुं० (-अभाव) नाम. जम्बू वृक्ष के नैऋत्य कोन के वनखंड डायना मनाप. कार्यका अभाव. absence की एक बावडी का नाम. Name of a of action or purpose. विशे० ७१; forest-well to the south-west -श्रावन त्रि०(अापनपने-उत्पत्ति of Jambuvriksa. जीवा०३.४;०प० लायन प्रात थये।. कार्य रूप को-उमति | कजसेण. पुं० (कार्यसेन) र्यसेन नामे - भाव को प्राप्त. ( that ) which has अवसणीना पांयमा १४२. गत अवसर्पिनी reached the stage of effect or के कार्यसेन नामक पांचवें कुलकर. The result; ( that ) which has been 5th Kulakura ( a great leader born. विशे० ६०; -सिद्धि. स्त्री० (- of men) of the past Avasarpini, सिद्धि) आर्यनी ससता. कार्य की सफलता.. ___named Karyasena. सम० प० २२६; accomplishment of a purpose, | * कजलावेमाण. त्रि. ( * ) पालीथी * जुमो पृष्ट नगर १५ नी ५टना2 (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #387 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कटु-य] ( ३८१ ) [कह भराधने हुमतुं. पानी से भरा कर डूबता हुआ. Sinking down after being | filled with water. निसी० १८, १८; श्राया० २, ३, १, ११६; ---कज्जोवश्र. पुं० (- कार्योपग) ८८मांना छतरमा पर्नु नाम. ८८ गृहों में से ७६वें ग्रह का नाम. name of the 76th planet. सू०प० २०; ज० प० ७, १७०; -कज्जोवग. पुं० (-कार्योपग) नुमा “ कजावय" श६. देखो “कजोवन" शब्द. vide “कजोवन" ठा० २, ३, कटु-य. पुं० ( कटुक) s। २स. कटु रस. Bitter taste. सम० २२; भग० २, १; कट्टर. पुं० ( कट्वर ) छाश, यणी अथवा | गरम भशासा. छाछ, चटनी या गरम मसाला. Whey; a kind of sauce; spices used to season food. पिं०नि० ६२१; / कह. त्रि. (कृष्ट ) सथा ५. हल से खुदा | हुआ. Ploughed. पिं० नि० भा० १२; | उवा० १, ३३; कट्ठ. पुं० ( कष्ट ) ५४; दु:4; भुवी . कष्ट; दुःख; कठिनाई. ( Anything ) bad, | terrible or calamitous. विवा० ७: ८; नाया०६; भत्त. १६४; कट्ठ. न. ( काष्ठ ) 13. लकडी. Wood; stick; विवा० ७; पि. नि. भा. ७; निसी०३,१; सु. च. १३, १६% भग ७, ६; ६; १८, ७, प्राया० १, १. ४, ३५, १, ४, ३, १३५; २, १, ५, २६; नाया. १; ८; ; १७; राय. २६; २६२; अणुजो० १०; १४६; दस०४, ५, १; २, ३; पन्न० १; पंचा० ७, ६; १८, १०; क. गं० १, १६; प्रव. २२१; जं० ५० ५, ११२: ११४; -अंतर. पुं० ( --अन्तर) साा सामां मन्त२-विशेषता लकडी लकडी में भेदविशेषता. the peculiarity of differ- | ent kinds of wood. ठा०४,१;-श्राहार. पु. (-श्राहार) साने मानार मे जतन 31 दियवासी ७३. लकडी को खाजानेवाला एक जाति का कीड़ा; तीन इंद्रियवाला जीव. a three-sensed liv. ing being; a worm found in wood and eating wood उत्त. ३६ १३६; पन्न. १; नाया० १३: -कम्म. न. (-कर्मन् ) it तरवार्नु अर्य. लकड़ी कोरने का काम. engraving of wood. नाया० १३, १७; निसी० १२, २० श्राया० २, १२, १७१; -कार. पुं० (-कार ) सुतार. मुतार; बडई. a carpenter. श्रणुजो० १३१; -खा-य. त्रि. (-खाद -~-काष्ठं खादतीति काष्टखादः) र पा) सामनार मे जतने भी. लकड़ी खाकर उसमें ही रहने वाला एक जाति का कीडा. a kind of wornm found in timber. ठा० ४, 1; -पाउया. स्त्री (-पादुका ) सानी पावडी; यामी. लकड़ीकी पादुका asandal of wood. “ कट्ठया उपातिवाजरग्ग उवाहणत्तिवा " श्रणुत्त० ३, १; -पाउयार. ० ( -पादुकाकार ) पाहु मनावना२. पादुका बनाने aral. one who makes sandals of wood. पन्न० १: -पास. पुं० (-पाश) सानो पाशला. लकडी का पाश. a wooden die. निसी० १२, १; -भार. पुं० ( -भार ) सानो सारे।. लकड़ी का भारा, a load of wood. भग. ८,६: -मालिया. स्त्री० (-मालिका)सानी माया. लकडी का पाला. a rosary of wood. निसी० ७, १; - मुद्दा. स्त्रो. (-मुद्रा) साानी पारखी. लकडी की पटली. a kind of wooden plank. " कट्ठमुद्दाए मुहंबंधइ बंधइत्ता" निर० ३३; Page #388 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कठभूत्र] ( ३८२ ) [ कडंगर -रासि. पुं० (-राशि ) साने। मो. "कहकट्ठा पोरिसीछाया" सू० ५० १; लकडी का ढेर. a heap of wood. भग० | कठिण. त्रि. (कठिन) ४४९]; आ४३; श. ८,९,१५,१;-संथारोबगय. पुं०(-संस्तार- | कठिन; कड़ा; कर्कश. Hard; difficult; कोपगत ) साना आसन 6५२ मेहेत. rough. ओव० २४; लकडी के आसन पर बैठा दुधा. one कड. पुं. ( कट ) साडी. चटाई. A mat. seated upon a wooden seat. अणुजो० १३१; १३३; ओघ. नि. भा. १५, १; -सगडिया. स्त्री० (-शकटिका ) २८८; (२) हाथीनु उस्यस. हाथी सासनी गाडी. लकडीकी गाडी. a wood का गंडस्थल. an elephant's temple. en cart. नाया० १; भग. १, २, २, १; नाया० १; (3) माया, पतंग कोरे. पलंग; विवा० १; --सिला. स्त्री. (-शिला खाट; इत्यादि. a cot; a bed etc. काष्ठं शिलेवायतिविस्ताराभ्यामिति काष्ठ भग० ५, ४, ८, ६; (४) पर्वतन से लाय. शिला ) शिक्षानी? सांभु, पहायुं भने पर्वत का एक भाग. a part of a य५९ सानुं पाटीयु.शिला की तरह लम्बा mountain. नाया. १; (५) धास मोटा और चपटा लकड़ी का पटिया. a slab ( ४२॥ ५-१०ी). घांस. grass. भग० of wood. ठा०३; श्राया• २, ७, २, १६१; २३, १; ठा० ४ ---सिव. पु. ( -शिव ) सानी घाली शिवनी भति लकडी की घडी हुई शिव की कड. त्रि. (कृत) घरेलु, आयरेझुं; अनुष्धान मूर्ति. a wooden idol of god ४२६. कृत; किया हुआ; अनुष्ठान किया हुआ; Siva. प्रव० १६५ -सेजा. स्त्री० श्राचरित. Done; performed; prac tised. प्रव. ६, ६०; कप्प० ५, १२६; (-शय्या) बानी शव्या-शेल. लकडी की शय्या. a wooden bed. ठा० ३, ४; ६, २; राय० २६३; वव० ३, ६; ओव. ३४; भग० १, १; निर० ५, १; -हार. त्रि. सूय०१,८,२१; उत्त• १, ११; वेय० ४, १४; नंदी. ४५; पिं०नि० १४५; नाया. १; भग. ( -हारक) ale 63ना२; जीया. १, ४, ७, १०, ३, १; ५, ३, ४, १५, ४; लकडी उठानेवाला; कठियारा. one who cuts wood and carries the pie १८, ३, (२) यार, यानी संन्याने ces in bundles on his back. संत. चार २ की संख्या का संकेत quaअणुजो० १३१; ternion; a set of four. सूय० १, कहभूत्र. त्रि. (काष्ठभूत) अनी १७ २, २, २३; (३ ) सन्यिते ॥२. सचित्त येतन करतो. जड़; काष्ट की नाई; अचेतन. से लिप्त-लगा हुआ. bespattered by, Life less: inanimate. उत०१२,३०, carved by a living being. rateiro १२, १८ कवर. त्रि. (कष्टतर) अतिशय ४४. बहुत कष्टवाला. Very hard; very cala कडअ. पुं० ( कटक ) भीत. दीवाल. A __mitous. विशे० ३२४; wall. जं. ५० कट्ठा. स्त्री. ( काष्ठा ) शा; अवस्था. दशा; कडंगर. न० ( कडगर ) सशून्य से हालत. Stage; condition. जं. ५० यास. फल रहित एक जाति का घास. A ५, ११४; (२) प्रमाण. प्रमाण. unit. | kind of grass. सु० च० ५, १५; Page #389 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कडंब ] ( ३८३ ) [ कडग्गिदाह कडंब. न० ( * ) मे तनुं पामित्र. एक भेजवानी मध्यभाग. पर्वत का मध्यभाग. प्रकार का बाजा. A kind of musical the middle part of a mountain. instrument. राय० ८८; ज. प. -च्छेज. न० ( -च्छेद्य ) कडक्ख. पुं० (कटाक्ष) क्ष. कटाक्ष; भ्रभं- સોનાના આભૂષણ તથા પર્વતના મધ્ય ભાગને गादि हाव भाव. A glance; a side- छेपानी ४१. सुवर्ण का गहना तथा long look. “ सकडक्ख दिट्टिो " पर्वत के मध्यभाग को छेदनकी कला. the नाया०६; सु०च० २,६८३, तंदु० जीवा०३,३; art of piercing, cutting the जं० प० ७, १६६; -दिहि. स्त्री० (-दृष्टि) middle part of a mountain or ४ाक्षरीन२. कटाक्षभरी दृष्टि. a look; agolden ornament. जं. प. ३, sight full of glances. aito &; ४५, ५, ११५; नाया० १; -तट. न. राय० ११२; (-तट) पर्वता . पर्वतकी तली. the कडक्खिय. त्रि० (कटापित) टाक्ष मरेस. bottom of a mountain. नाया० १: कटाक्ष से भरा हुआ. Full of glances. --पल्लल. न० (-पल्वल) पर्वतनी पासेनु प्रव० १३०० तवाय. पर्वत के पासका तालाव. a lake कड़ग. पुं० ( कटक )लायम पवा भूषण; situated near a mountain; a ६४९); . हाथमें पहिनने का आभूषण; mountain-lake नाया० १; --बंध. कंकण; कडा. A bracelet “ वरकडग पुं०(-बंध) माधवी ते. कमर का बांधना; तुडिय थंभियभूए" ओव. २२; जं. ५० कमर बन्ध. girding up the waist. निसी० ७, ८; राय० २७; दसा० १०, १; " कडगबंधेहिं खलिण बंधेहिं " नाया. सू. च०१३,४६, सम० ३४; महा०प० ८२ १७; -मदण. न० (-मर्दन ) सैन्य जीवा० ३, ३, ४; भग० ६, ३३, ११, ११; अथवा ५.५२थी मन २ते सैन्य द्वारा नाया. १; नाया० ध० ओव० १२; २२; अथवा पत्थरों से मर्दन-नाश करना मारना. पन्न०२ कप्प०२, १४, ४, ६२; (२) सभूल. pounding, dėstroying by समूह; झुंड. a group; a collection. means of stones; destroying by जं. ५० (३) सैन्य; १९४२. फौज; सेना. means of an army. पण्ह ० १, १; an army. परह. १, १; ( ४) भींतनु | कडग्गिदाह पुं० ( कटाग्निदाह ) ये उपासा भूषण; पायो. दीवाल का मूल पाया. the यांशने सजियो ng ते. दो फांकों वाले buse of a wall. जं. प. प्रव० ८७९; बांस को अग्नि द्वारा जलाना. Burning, ( ५ ) पर्वतन तट; तटी. पर्वत का पेंदा; kindling by means of the fire तली. the bottom of a mountain. of a bamboo split lengthwise नाया० १; () पतन। ६५ो माग into two.(२) सागर ॥७३था ४८ नामपर्वतका ऊपरी हिस्सा. the brow of al नु यास पीटासीन ससगावी भुपु ते. कट mountain. नाया० ५; (७) पर्वतन । नामक घास को चारों और लपेट कर जला * जुमे। ४ नम२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #390 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कडजुम्म] ( ३८४ ) [कडप्प देना. setting to fire by wrapping sion when divided by four into a kind of straw. सम० ११; leaves no remainder; e. g. 17. कडजुम्म. पुं० न० ( कृतयुग्म-कृतंसिद्धं पूर्ण- भग० ३५ १; -तेश्रोग. पुं० (-योज) रे ततः परस्य राशिसंज्ञान्तरस्याभावेन, न સંખ્યાને ચારે ભાગતાં ત્રણ શેષ રહે અને योजः प्रभृतिवदपूर्ण यत् युग्मं समराशि. લબ્ધ સંખ્યાને ચારે ભાંગતાં કંઈ શેષ ન રહે विशेषः तत्कृतयुग्मम् ) से संन्याने यारे વી સંખ્યા; જેમકે ઓગણીશની સંખ્યા. ભાંગતાં શૂન્ય શેપ રહે તે સંખ્યા; જેમ કે ૧૬. जिस संख्या को चार से भागने पर तीन बचें और जिस संख्या में चार का भाग देने से शून्य लब्धि संख्या में चार का भाग देने पर कुछ रहता है वह संख्या; जैसे १६. Any शष न रहे ऐसी संख्या. असे १६. any multiple of four; any number number which being divided which when divided by four by four leaves three behind and the sum thus got by divi. does not leave any remainder sion when divided by four hehind; e. g. 16.-कडजुम्म. पुं० leaves no remainder; e. g. 19. न० (-कृतयुग्म ) मान्य. संध्या भने भग० ३५, १;-दावरजुम्म पुं० (-द्वापर લધુ સંખ્યા એ બન્નેને ચારે ભાગતાં શન્ય युग्म यो राशिः प्रतिपमयं चतुष्कापहारेणा શેલ રહે તે સંખ્યા; જેમ કે 1 ની સંખ્યા पहियमाणो द्विपर्यवसानो भवति तत्समवह संख्या जिस को ४ से भागने पर शून्य याश्चतुःपर्य वसिताएवेति । असौ अपहिय शेष रहता है वैसे ही उसके लब्ध को भागने माणापेक्षया द्वापरयुग्मः) संज्याने ग्यारे पर भा शेष शून्य रहता है। जैसे १६ की ભાગતાં શેષ બે રહે અને લબ્ધ સંખ્યા ને संख्या. any figure in which the ચારે ભાગતાં શેર ન રહે તેવી સંખ્યા; જેમ sum divided, as also the sum सहारनी संया. जिस संख्या में चार का obtained by division, leaves nothing behind when divided भाग देने पर शेष दो रहे और लब्धि संख्या by for; e.g. 16. भग० ३५, १; में चार का भाग देने से शेष कुछ न रहे ऐसी -कलिश्रे.ग-य. पुं० (-कल्योज ) सख्या; जैसे १८. any number which સંખ્યાને ચારે ભાગતાં એક શેષ રહે અને ! being divided, by four leaves 2 લબ્ધ સંખ્યાને ચારે ભાગતાં કંઇ શેજ ન રહે behind, and the sum thus got तेवी संन्या; म सत्तरनी संया. जिस | by division when divided by संख्या को चार का भाग देने पर एक शेष four leaves no remainder; e. g. रहे और लब्ध संख्या को चार का भाग देने 18. भग० ३५, १; से कुछ शेष न बचे ऐसी संख्या; जैसे १७. | कडपूयणा. स्त्री० (कटपूतना) पूतना नामany number which being divi- | नीवी. कडपूतना नाम की देवी. Name ded by four leaves one behind, | of a goddess. विशे० भा० २५, ४६; and the sum thus got by divi- * कडप्प. पुं० ( * ) समूड. समूह; मुंड. * शुभ। ४ नम्॥२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #391 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कडभू] ( ३८५ ) [कडि A group. सु० च० २, ५३१; लोहे का बरतन; कढाई; An iron vessel: * कडभू. पुं० ( कटभू) मेनामनो मे १६ a cauldron. “ टुप्पंसुलिए कडाहे " पिं० इस नाम का एक कंद. A kind of bul- नि० ५५२; उवा० ३, १२६;१३२; १४७; bous root. पन्न. १, अणुत्त. ३, १; जीवा० ३, १; भग० ८, ९; कडय. न० ( कडक) शे२१, २, वगेरेन॥ (२) यानी पी. कछुए की पीठ. the सांही; ४७१. जुहार वगैरह के सांठा A back of a tortoise. अणुत्त० ३, १; stalk of sugar-cane, millet etc. (३) पासबिन sti. पसलीकी हड्डियां. प्राया. २, १०.१६६ the ribs. प्रव० १३८३; * कडयडिय. त्रि० ( * ) पाई रेस. कडाहय. पुं० (कटाहक ) आपसो पीछे फिरा हुआ. Retreated; stepped २०.६. देखो उपरका शब्द. Vide above. back. सु. च० ८, १६; उवा० ३, १२६; कडसकरा. स्त्री० (कटशर्करा) यांनी भीमा- | कडि. स्त्री० ( कटि) ४३; ४४२. कमर. The शजी. बांस की मलाई कील. A peg Waist. “घणकडित्तडच्छायं" ओघ. नि. made of bambo0. विवा० ६; भा० २५६; ३१५; पिं० नि० ४२६; आया. कडाय. पुं० ( *कृतायास ) संथा। ५२नार १, १, २, १६; जीवा० ३; भग० १, ६; साधुनी सेवा मति २ना२ साधु. संथारा ओव० १०; जं. प. नाया० २; १८; करने वाले साधु की सेवा भक्ति करने वाला , निर० ३, ४, -बंध. पुं० ( -बंध ) साधु. An ascetic who renders Miaaiनी होरी; हो। कमर पर बांधने services to an ascetic who is की दोरी; कंदोरा. an ornamental performing or practising San. belt for the waist. ओघ. नि. thārā ( giving up food and भा० ३१६; -बंधण. न० (-बंधन ) water ). भग. २, १; माधवान वस्त्र; यरोटी. कमर पर बांधने का कडाली. स्त्री. ( कटालिका ) घोडाना सारने वस्त्र; कमरबंध. a cloth for the પગ ટેકવાને ૫હાણની બે બાજુએ લટકતો waist. " सेकष्पइ कडिबंधणं धारित्तए" पाग।. घुडसवार के पांव टिकाने के लिये पाया० १, ७, ७, २२३; -भाग. पुं० जीन के दानों और लटकते हुए रक़ाब. A ( -भाग) नो भाग; 2ी प्रश. कमर stirrup. अणुत्त ३, १; का हिस्सा; कटिप्रदेश. the portion of कडासण न० ( कटासन) मासन, ५२. the waist; the waist. प्रव० ५४१; श्रासन; बिछोना.A seat consisting of -सुत्त. न० (-सूत्र ) भ२५ट होरी: a mattress, carpet etc. "उग्गहणं ३७नुं धरे कमरपट्टा; कंदोरा: कमर का च कडासणं एएसुजाणिजा " पाया० १, | गहना; an ornamental belt for २, ५, ८१ the waist. “ कडिपुत्त सुकयसाहे" डाह. पुं० ( कटाह ) सादानु भ; ४ा. ज. प. सम० प० २३८; श्रोव० २७; कप्प. * शुओ ४ नम्५२ १५ नी घटन2 (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. Vol. 11/49 Page #392 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ३८६ ) [कडु-य ४, ६२; -सुत्तग. न० (-सूत्रक) नी The waist. सु. च० २, ३७४; हारी;11. कमरको दोरी कंदोरा. a thick | कडिल्ल. पुं. न. (करिह) ; महोटी thread worn round the waist. टा. कढाई; बड़ी कढाई. A large राय. १९६; -सुत्तय. न० (-स्त्रक) | cauldron. अणुजो० १३४, ओघ. नि. -ग। “कडिसुत्तग"श६. देखो " कडि. ५२; उवा० २, १४ सुसग" शब्द. vide “ कडिसुतग" | कहु. त्रि० ( कटु) ४७मु; वारसवाणु. कटु; नाया० १; कडुआ. Bitter. (२) पुं० ४७३। २स. कडि. पुं० (कटिन् ) साडीवासो. चटाई वाला. ____ कडुअा रस. bitter juice. मोघ. One having a mattress. अणुजी. नि. भा० १४२; विशे० ८६५; क. गं० १३१% १, ४१; उत्त० ३६, १८; जं. ५० ५, १९१% कडिअ. त्रि. (कटित ) साया तु. -विवाग. त्रि. (-विपाक ) रुप चटाईसे ढंका हुआ. Covered with a ३३वा वु ५१. कठोर फलदायी; mat. कप्प. ६, २; कडुआ फल. ( one ) having bitter कडिअकडि. त्रि. (करितकटिन् ) साना fruit or result. पचा. १२, १७; પટાની માફક એક બીજા સાથે મળેલ; गडुइया. स्त्री. ( कटका)ी तुमडनी . अत्यन्त नि७ि. चटाई के पट्टों की तरह कडवी तुम्बी की लता. A creeper of परस्सर एक दूसरेसे मिला हुआ; अत्यन्त | gourd bitter in taste. पन. १; निच्छिद्र. Interlinked like the / कडुग. त्रि. ( कटुक) ५. कटु; कडवा. strips of a mat;having no hole. ____Bitter. पंचा० ६, २२, "घणकरिश्रकडिच्छाए" प्रोव० ३; कबुच्छग. पुं० ( * ) यो ४७२. धूप कडिण. पुं० ( * ) पांशमा एत्पन्न तु का चिमचा; धूपदानी. A large ladle એક જાતનું ઘાસ કે જેથી કુલ ગુંથાય છે. made of iron etc. used to burn बांस में उत्पन्न होने वाली एक जाति की incense; an incense pot. ज. प. घांस, जिससे फूल गुंथे जाते हैं. A kind ५, १२०; of grass growing in bamboos, | कडुन्छुय. पुं० न० ( * ) छ; ४७७ी. used to string together flowers. चिमचा; की. A large ladle made सूय० २, २,७; of iron etc. used in cooking. कडिय. पुं० (कटिक) 33; म२. कटि; जं. प. ५, १२, ३, ४३, जीवा. ३, ४; कमर. The waist. प्रव. ५४२; -दोर. राय. १७५, भग० ५, ७८, १; निर० ३, ३; पुं० (-दोरक) नेहोरे। उन्होरे।. कमर | कडु-य. त्रि. ( कटुक ) अ. कडुआ. का दोरा; कंदोरा. a lace worn round | Pungent; bitter. जं. प० ओव० २०; the waist. प्रव० ५४२; ठा० १, १; अणुजो० १३३; दस० ५, १, कडियल. त्रि. ( कटितम ) भ२. कमर. १७सू० प०११; आया. १, ५, ६, १७० * गुमे। १४ नम्मर १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (* ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #393 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कडव] ( ३८७ ) [ कढिण पन्न. १,नाया. १, १६, १७, विवा० १%B राय० २८३; उत्त० ३४, १०; जीवा० ३, १; //क. पा. I. ( कथ् ) . कहना. To भग. ६,३३, १५, ६, २०, ५, क. गं. tell; to say. १, ४२; कप्प. ४, ६५; १, ५६ (२) कति. पिं०नि०३१३; पुं०७। २स. कडुआ. bitter juice. |V कड. धा• I. (कृष् ) ययु. खींचना. (३) अशुभ. अशुभ, inauspicious. To draw. (२) मे. खेडना. to till. दस० ४,१; -तुंबी. स्त्रा० ( --तुम्बी ) कडइ. पिं. नि. २८५; निसी० १८, १५; ३७वी तुमी . कटु तुम्बी. a bitter gourd. कवि. सं. कृ. सु. च. ६, १७, नाया. १६; -भासिणी. स्त्री० (-भाषि- कडित्तु. सं० कृ० पाया० २, १३, १७३ णी) 3s मोलवावाली, (स्त्री. ) कटु कहुंत. पिं० नि० ११४; सु० च० ७, १५६; बचन बोलने वाली स्त्री. ) woman कडिजमाण. क. वा. व० कृ. राय० ७१; speaking bitter words. ठा० ४, ४; कट्ठावेति.प्रे. अंत. ३,८; - रस. पुं० (-रस ) ५। २स. कटु कडावित्तु. स. कृ० श्राया० २, १३, १७३; रस. bitter juice. भग० ८, १; कवण. न. ( कर्षण) यQ. खींचना. -हक्ख. पुं० (-वृक्ष ) वारस वायु Drawing. (२) खोदना; हलना. 13. कटु रस वाला झाड.a tree, bitter tilling. "कट्ठाकारसह" पि०नि० ३८०; in taste. भग० १५, १; -वयण. न. सु० च० १५, ११६; पंचा० ५, ३७; ( -वचन ) ४.धुंवयन. कठोर वचन. कढित. त्रि. (कृष्ट ) येतुः खींचाहुमा. bitter words. नाया. ११; -वल्ली . Drawn; pulled पंचा० ७, ४०; ती । -वशी ) ११वी . कडवी लता. कडिढय. त्रि. (कृष्ट ) . खींचाहुधा. a creeper, bitter in taste. भग० Drawn; dragged. परह० १, १; के० १५, १: प० ४, १; काव. न० (*) मे. गत तु पात्र. कडोकडा. स्त्री. (कृष्टापकृष्ट-कर्षणापकर्षण) एक जाति का बाजा. A kind of __याय; ताहाताप. खींचाखींच; बँचातानी. musical instrument. राय० ८८; Tugging to and fro. उत्त० १६,५२; कासगबंधण. न० (*) मे भाग सूत्र | कढण. पुं० (काथन) ४८; यु. उबा એક ભાગ ઉન અને એક ભાગ કાથી એ लना; औटाना. Boiling. परह. १, ३ अपना मिश्रथा नाख २। एक भाग | कढि-य. त्रि. (कथित ) दु; अणे. सूत एक भाग ऊन और एक भाग नारियल ____ौटाया हुआ; उबाला हुआ Boiled. की जटा इन तीनो के मिश्रण से बनाई हुई | ओघ० नि० १४७; जीवा. ३, ३, भत्त. रस्सी. A string or thread made ४१; पिं० नि० ६२४; of cotton, wool and coir mixed ! कढिण. त्रि. ( कठिन ) |२; भरगुत. दृढ; together proportionately. निसी० | __ मजबूत. Hard; strong. भग० ११, * ॥ १४ नगर १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #394 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कण] ( ३८८ ) [कणग t; श्रोव० ३८; सु. च. १, १४१; (२) करणकपाणि. पुं० ( कनकपाणि) १-पाए। वांशनी साडी; या. बांसकी चटाई. a અથવા શારંગ-ધનુષ્ય જેના હાથમાં છે તે mat; a bamboo mattress. वासुदेव. कणक-बाण या शारंग-धनुष्य “ इकडं वा कढिणं वा जंतुयं वा" अाया. जिसके हाथ में है वह वासुदेव. Vasudeva; २, २, ३, १०० lit, one with a bow or arrow in कण. पुं० ( कण) की; न्योपाना माहित his hand. सम० प० २३७; हा. खांडत चांवल; कणी. Broken | कणग. न० (कनक ) सुवर्श; सोनु. सुबर्ण; grains of rice; broken grain. सोना Gold. चं. प. १; राय० २२२; उत्त० १, ५; आया. २, १, ८, ४८; जं. आया. २, ५, १, १४५: जं. प. ७, १७०; प० ५, ११५; (२) सातभा प्रस्तुं नाम. सु० न० २ ५६३; पिंनि. ८०, ४०६, सातवें ग्रह का नाम. name of the 7th | नाया.१; ; १८% भग. ३,१; ८, ५, ६, planet. सु. प० २०; ठा० २, ३; ३३, ११, ११; २१, ४; उवा० १, ७६; -कुंडग. पुं० (-कुण्डक) शावासा कप्प. ३, ३६; ४४; (२) धृतदीपना ३५. उसा. दानेवाता भंसा; अन्न मिश्रित भूसा. तानु नाम. घृतद्वीप के देवता का नाम. chaff containing grain. श्राया० २, | name of the deity of the Grita १, ८, ४८; -पूवलिया. स्त्री. (-पूप- Island. जीवा० ३, ४; सू० ५० १६; लिका ) मिश्रीत शटली. कणमिश्रित ( 3 ) રેખા-લીટિ વગરનો તેજનો ગોળો. रोटी. bread mixed with broken रेखा रहित प्रकाश वाला गोला. a ball of grains. आया० २, १, ८, ४८; -वित्ति. light without any lines upon त्रि० (-वृत्ति) । विष्णाने तेना ७५२ it. श्रोघ० नि० भा० ३१०; (४) यार शुभरान यसायना२. दाणे चुनकर उसपर धनियवासो मे ७५. चार इन्द्रिय वाला एक निर्वाह करने वाला. one who supports जीव. a kind of four-sensed livoneself by picking up scat- ing creature. पन्न. १; (५) मे tered grains. सु० च० १२, ५; गर्नुमा एक जाति का बाण. a kind कणंद. पुं० ( कनन्द ) अनन्६ नामना साधु. of arrow. पण्ह ०१,१,३; (६) तनु कनन्द नामका साधु Name of a monk. 41७. पक जाति का बाजा. a kind भग. १५,१3 of musical instrument. जं. ५० कणक. पुं० ( कनक ) मा. बाण An -कंत. न० (-कान्त = कनकस्येव कान्तं arrow. सम. कान्तिर्येषां तानि कनककान्तानि ) सेनानी कणकण. पुं० ( कनकनक ) नवमां अनुं भा५ यमतु. सोनेकी तरह चमकता. glit नाम. नौवें मह का नाम. Name of the tering like gold. निसी० ७, ११; 9th planet. सू०प० २०; श्राया. २, ५, १, १४५; -खचित. त्रि. कणकणग. पुं० (कणकणक) तुम " कण- (-खाचित) सोनानाता२थी १३. सोनेके तार कण" श६. देखो " कणकण" शब्द. से जड़ा हुश्रा. fastened with, inlaid Vide"कणकण" "दो कणकणगा" with golden wires. निसी०५, ११; ठा० २,३, भग० १, ३३; -चित्त न० (-चित्र) Page #395 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कणगकूड ] ( ३८६ ) [कणगरह सोनेरी चित्रामप. सुनहरी चित्र-चित्राम. केतु नामक राजा name of a king of pictures, drawings of gold. | the city of Hastināpura.नाया०१७; निसी० ७, ११; -जालग. पुं० (-जालक) | कणगझय. पुं० ( कनकध्वज) तेतीय नासोनानी गरी; से तनुं यासारण. सोने | રન કનકરથરાજાને કણગજઝયનામે પુત્ર. की जाली; एक जाति का गहना, a kind | तेतीलपुर नगर के कनकरथ राजाका कनकध्वज of gold ornament; a kind of नामक पुत्र. Name of the son of met of gold, जीवा. ३, ३; -णिगर Kanakaratha king of Tetilpura. मालिया. स्त्री० (-निकरमालिका)मे तनुं । नाया० १४; -कुमार. पुं० ( -कुमार ) साभरण. एक जातिका गहना. a kind of नुमा “ कणकन्झय" श६. देखो “कणकornament. जीवा० ३, ३; -तिंदुसय. ज्झय " शब्द. vide “ कणकज्झय " न० (-तिंदुसक ) सोनाना तथा पाये। नाया. १४; ६. सोने के तार से बना हुआ गेंद. कणगपुर. न० ( कनकपुर) पुरनामे नगर. ball woven with gold wires. कनकपुर नामक नगर. Name of a town. विवा० १; -तिलग. पुं० (-तिलक) विवा० २, ६; सोनानु ति।. सोने का तिलक. a mark कणगप्पभा. स्त्री० पुं० (कनकप्रभा) धृतराना made on the forehead with अधिपति तानुं नाम. घृतदीप के अधिgold; an ornament of gold worn पति देवता का नाम. Name of a on the forehend. जीवा० ३, ३; presiding deity of the Ghrita. -विचित्त. त्रि. ( -विचित्र) सोनेरी dvipa. सू०प०१६;जीवा० ३,४;नाया०५०५; यित्रामवाणु सुनहरी चित्राम वाला. ! कणगमय. त्रि. ( कनकमय ) सोनानु. bearing pictures or drawings सोनेका; सुवर्ण का. Golden; made of of gold. निर० ७, ११; gold. नाया० ८; १४; सु० च० १, २६७; कणगकूड. पुं० ( कनककूट ) विद्युत्प्रम -तेंदुसय. पुं० ( -तिंदुसक ) सोनाना વખાર પર્વતના નવ ફૂટમાંનું પાંચમું ફૂટ ताथी भिस. सोने के तार से बनाया शिप२. बिद्युतप्रभ वखारा पर्वत के नौ कूटों हुआ गेंद. a kind of ball made of में से पांचवां कूट-शिखर. The 5th of gold. नाया. १६; -पडिमा. स्त्री० (-प्र. the 9 summits of the Vidyut. तिमा) सोनानी प्रतिमा-पुतj. सोने की प्र. prabha Vakhārā mountain.3.4. तिमा-मुर्ति. a golden idol. नाया०८; कणगकेउ. पुं० ( कनककेतु ) महि२७त्री ना. कणगरह. पुं० (कनकरथ) तेतीपुर नगरना रीना नतुनामे M. अहिछत्री नगरीका કનક રથ નામને રાજા, કે જે આવતી ચોવીकनककेतु नामक राजा. Kanakaketu, સીમાં પહેલા મહાપદ્મ તીર્થંકર પાસે દીક્ષા the name of a king of the city सेश. तेतीलपुर नगर का कनक रथ राजा of Ahichchatri. " अहिच्छत्ताए जो आगामीकाल की चौवीसी में पहिले णयरीए कणगकेऊ नाम राया होत्था 'नाया. महापद्म तीर्थकर के पास दक्षिा लेगा. Name १४,१५:१७;(२) स्थिनापुर नगरान.. of a king of Tetilapura who तु नामे शल. हस्थिनापुर नगर का कनक- । will take Dikṣā from the first Page #396 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कणगलया ] ( ३६० ) [कणगावलि Tirthankara in the coming Cho की पहिली पहरानी. the first crowned visi, नाया.१४; विवा०७; ठा० ८, ११०; queen of Soma the Lokapāla कणगलया. श्री. ( कनकलता) न नामती of Chamarendra. ठा० ४, १; १. कनक नाम की बेल-लता. Name करणगामय. त्रि. (कनकमय) सुवयनुसनेमा of a crbeper. भग० २०, ५, ( २ ) सुवर्णमय. सोने का बनाहुआ स्वर्णमय. ચમરેન્દ્રના લેકપાલ સોમની બીજી પટ્ટરાણી. Golden; made up of gold. जं. प० ४, ७२; चमरेंद्र के लोकपाल सोम की द्वितीय पट्टरानी. कणगावलि. श्री० (कनकावलि) मे प्रधाना the 2nd crowned queen of Soma તપનો સમૂહ જેની સ્થાપના કનકાવલિ-હાર the Lokapāla of Chamarendra. ને આકારે થાય છે તે આ પ્રમાણે– टा० ४, १; कणगवियाणग. पुं. (कनकवितानक) - वितान नामनी अ. कनकावतान नाम का ग्रह. Name of a planet. ठा० २, ३; करणगसंताणग. पुं० (कनकसन्तानक) 33. ३|०३ संतान नामे ८८ मानो मे ग्रह. कनकसंतानक नामका ८८ ग्रहों में का एक प्रह. Name of one of the 88 planets. ठा० २, ३: कणगसंताणय. पुं० ( कनकसन्तानक) सत्ते। तेरमा नु नाम. ७७ वें ग्रह का नाम. Name of the 77th planet. "cias णगसंताणय" सू० ५० २०; कणगसत्तरि. न० ( कनकसप्तति) सुनना હકીકત વાળું આગલના વબતનું એક લૌકિક शास्त्र.. सुवर्ण के इतिहास वाला भूत काल का एक लौकिक शास्त्र.An ancient science giving a description of gold, अणुजो० ४१; कणगा. श्री. (कनका)नावी. कनका देवी. Name of a goddess. नाया. ध० ५; (૨)રાક્ષસના ઈન્દ્ર ભીમની ત્રીજી પટ્ટરાની. राक्षस के इंद्र भीम की तासरी परानी. the third crowned gueen of Bhima, Indra of the Raksasa. ठा० ४,१; भग०१०,५; (3) यमरेंद्रनासोपारा सामना पडेसी ५४रानी. चमरेंद्र का लोकपाल सोम । س س س س اس اس اس اس اس سوسماس سه ३ Page #397 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कणगावलिपविभत्ति ] આ કાષ્ટકમાં ચાર પારિપાટી (કકડા ) છે. તેમાં પહેલી પરિપાટીમાં એક ઉપવાસથી શરૂ કરી દે અને અમ ( ત્રણુ ઉપવાસ ) સુધી સ્ટુડી આ અહંમ ફરી વલી એક ઉપવાસથી સેલ ઉપવાસ સુધી ચડાવવા. બીજી પરિપાટીમાં ચેત્રિશુ અમ કરવા, ત્રીજી પરિપાટી પહેલી પરીપાટીથી ઉલટી રીતે કરવી એટલે સાળથી ઘટાડી એક સુધી આવી આઠે અમફરી અમ, છટ અને એક ઉપવાસ કરવા. ચેાથી વચ્ચેની પરિપાટીમાં ચેત્રિશ અમ કરવા કૈક પરિપાટીમાં એક વરસ પાંચ માંસ અને બાર દિવસ લાગે. ચારેમાં પાંચ વરસ નવ માસ અને અડ્ડારદિવસ લાગે एक प्रकार का तप समुदाय जो कनकावलिहार की तरह किया जाता है जैसे:- इस कोष्टक में चार परिपाटी ( लडें है ) उनमें की पहिली परिपाटी में एक उपवास से प्रारंभ कर छट्ट र म ( तीन उपवास ) तक बढकर आठ श्रम किये जाते है, फिर एक उपवास से सोलह उपवास तक चढना पडता है. दूसरी में पहिली परिपाटिके विरुद्ध सोलह उपवास से घटकर एक उपवास तक करके आठ श्रम करते हैं और अट्टम छट्ट तथा एक उपवास करते है चौथा मध्य की परिपाटि ३४ अट्टम करते हैं. एक एक परिपटि में एक वर्ष पांच मास और बारह दिन लगते है. चारों परिपार्टियां करने में पांच वर्ष नौ मास और अठारह दिन लगते हैं. A kind of austerity which, when graphically represented by the units of fasts of which it consists, assumes the shape of a gold necklace. ओव १६, प्रव० १५४२; ( ३६१ ) कणगावलिप्रविभत्ति पुं० ( कनकावलिप्रविभक्ति) भेड़ तनुं नाट्य एक जाति का नाट्य - नाटक. A kind of drama. राय० ६१: For Private [ कायश्र कणगावली. स्त्री० ( कनकावली ) पांय परस નવમાસ અને અારા દિવસમાં થતું એક તપ કે જેની આંકડામાં સ્થાપના કરતાં કનકા વિલના આકાર થાય છે કે જે કણકાવલિ शब्दभांदृशीवेव छे. पांच वर्ष नौ मास और राह दिन में पूर्ण होने वाला एक तप विशेष. जिसकी अंकों में स्थापना करने से कनकावलि हार के आकार के सदृश होता है जो कनकावलि शब्द में दिखाया है. Name of an austerity lasting for 5 years 9 month and 18 days. It consists in a number of fasts in ascend. ing and descending order which, when graphically represented assumes a fanciful resemblance to a gold necklace. अंत० ८ २; निर० ७, ८ (२) डोउभां पाखाना सोनानो बार गले में पहिनने का सुवर्ण का हार a gold necklace. नाया० १; भग० ११ ११; करण्या. पुं० . ( कनक ) सोनु, सुवर्ण, सोना. Gold भग० १, १, २, ५ नंदी ० १३: सु० च० १, ३१; नाया० १ ( २ ) सहभा श्रनुं नाभ. आठवें ग्रह का नाम name of the eighth planet. सू० प० २०० ---कमल न० (-कमल ) सोनानां भव. सोने का कमल a golden lotus. प्रव० ४५३; --खत्रिय. पुं० (-खचित) सोनाना तारथी भरेल. सोने के तार से जड़ा हुआ. anything inlaid with, full of wires of gold. नाया० १; - इंडिया. स्त्री० (-दण्डिका) सोनानी छडी नानी बाईडी. सोने की छड़ी-छोटी लकडी. a small stick of gold. जं० प० ३, ४८; वश्न त्रि० ( - वर्ण ) सोना व रंग वासुं. जिसका रंग सुवण जैसा हो. of the Personal Use Only Page #398 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कणयमय] ( ३१२ ) [ कणुय colour of gold सु. च० २, १५; एक जाति का मच्छ. A kind of fish. -सेल. पुं० (-शैल ) भे३५र्पत सोनाना पन्न. १; पत. मेरु पर्वत; सुवर्ण का पर्वत. the / कणि?. त्रि. (कनिष्ठ) हाना; मधु. छोटा; Meru mountain; the mountain लघु. Snmall; young; youngest. of go • २,४६६ पिं० नि० ५११; गच्छा० ६०; कणयमय. त्रि० ( कनकमय ) सुवर्णमय. | कणिड्ढश्र. त्रि० ( कनिष्टक ) -लानु; एस. सुवर्णमय. Golden; full of gold. जं. हलका; छोटा. Small; younger. क० प० १, १४; प्रव० १२४३; गं० ५, ३८; करणयर. पुं. (करवीर) पुणेर नाभन म कणिया-श्रा. स्त्री. ( कणिका) मे सनी ननिनु मा. कनेर नाम का गुल्म जाति का पी. एक जाति की बीणा. A kind of झाड. Name of a tree. पन्न. १: lute. जीवा० ३, ३: (२) योपानी ४१. कणया. स्त्री. (कनका ) यमरेन्द्रनायोपास चावल की कनी. broken grains of सेमिनी नानामनी भुज्य श्री. चमरेद्र के | rice. पिं० नि० २४६; तंदु लोकपाल सोम की कनका नाम की मुख्य देवी. | कणियार. पुं० ( कर्णिकार) थगितमा२३५. The principal queen of Soma, तान २ नामे चैत्य वृक्ष. स्तनितकुमार the Lokapāla of Chamarendra. देवता का कनेर नाम का चैत्य वृक्ष. A भग० २०,५; garden tree of the god Thaniकणयार. पुं० ( कणेर) शेर्नु .. कनेर takumāra, named Kanera tro का झाड. Name of a tree. अाया० १०, १; नाया. १; (२) अलिपार नामना २, १५, १७६; साधु. कार्णकार नाम के साधु. name of कणव. पुं० ( कणव) नामन मे ल- a saint. भग० १५, १; - यांस. कणव नाम की एक जाति की घास. | कणिर. त्रि० ( * ) पाना २५मायाj. A kind of grass. भग० २२, ५, दुखने वाला स्वभाव वाला. Having the कणवित्ताणअ. पुं० ( कणवितानक ) शमां nature of - being hurt or cut. न नाम. दशवें ग्रह का नाम. Name सु० च० २, ४६; ३२१, of the 10th planet. सू० प० २० । कणीयस. त्रि० ( कनीयस् ) काना; नि४. कणवीर. पुं० (कणवीर ) ४२२- १. कनेर | छोटा; कनिष्ठ. Young; small; young का झाड. Name of a tree called | er. अंत० ३, ८; उवा० ३, १३४; कप्प०८; Kanera. राय. ५७; जीवा० ३, ४, | कणुग. न० (कणुक) मांसभा ५३j ४. परह. 1,3; जं. ५० ५, १२२, (२) आं में गिरा हुश्रा कण, A particle शेर्नु ५.स. कनेर का फूल. a flower of _____of dust etc. entering the eye. the Kanera tree. पण्ह. १, ३, पंचा० १८, १० कणिक. पुं० ( * ) Maनो भ२७. कणुय. न० ( कणुक) al; २०४४६; २०४. * शुस १४ नम्पर १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note ( *) p. 15th. Page #399 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करण ( ३६३ ) [करण कण; रजकण; रज. Particles of dust. "सुणुयं " आया. २, १.८४३; करण. पुं० ( कर्ण) जान. कान. An ear. विवा० २, नाया. १3८; १४; १६, भग ३ ७; १५, १; अाया. १,१. २, १६ राय० ४०; अणुत्त० ३, १; जं०. ५० ५, ११४: ११५; उवा० २, १५; ---अंतर. न० (-अन्तर) मे जान परेनु अन्तर. दोनों कानों के बीच का अंतर. the distance between the two ears. विवा० १; ~~-पायय. त्रि. (-प्रायत) अनसुधा सम्पावेत. कान तक लम्बा खींचा हुआ. anything long enough to reach the ears. जं० ५० ३, ४५, भग० ५, ६, ७, १; -गय. पुं० (-गत) ने संलगाये. कान से सुना हुश्रा. ( anything ) heard. " करणंगया दुम्माणिनं जयंति ” दस. ६, ३, ८; -छिन्न. त्रि. ( -च्छिन्न-छिमकर्ण) नवटाना जान छायाछेते. कानकटा; जिसका कान कटा हुआ है वहः छिन्न कर्ण. ( one ) with ears ent. अाया० २, ४, २; १३६; --च्छयण. न० (-च्छदन) जानन. कान का छेदना. cutting off or piercing of ears. नाया० २; -धार. पुं० (-धार ) नापी.. मल्लाह; नाविक. a sailor; a boat-man. नाया. ८; ; १४; -पीठय. न० (-पीठक ) जानन घरे कानका गहना. an earOrnament. " कुंडल मट्ठगंश्यल करण पीठधारी" पन. २; भग• १५, १, ठा. ६ ओव० २२; -पूर. पुं० (-पूर) अनमो पडेश्वानुमान२६१. कान में पहिनने का आभू. षण. an ear-ornament. नाया. १: 4; ओव० ३८, (२) २ नामे हाथीनाशननुं मामू५. कर्णपूर नामक हाथीके Vol. 150. कान का आभूषण. an ear-Ornament for an elephant. ओव. ३०; -बंध. पुं० (-बंध ) आन मांधा ते. कानों का बांधना. closing up, tying up of ears. नाया० १७; -मल. न० (-मल) अननो भेस. कान का मैल. Wax of the ears. निसी. १,३५, ३, ६६ -मूल. न० (-मूल ) आननी ननो प्रश; ननु भू.कान के समीप का भाग; कान का मूल. the neighbouring part of an ear. नाया० ३; जं०प०५, ११४; -पाली. स्त्री० (-पाली) निभा पानी पारी मे माभूषण. कान में पहिनने की बालीएक श्राभूषण. an ear-ring. जीवा० ३, ३; -वेयणा. स्त्री. (-वेदना ) छाननी वेना. कान का दुःख. pain in the ear. नाया. १३: -वेहण. न० ( -वेधन ) यो “ कराणवेहणग " शब्द. देखो " करणवेहणग" शब्द. vide “करणवेहणग" भग० ११, ११; --हणग. न० ( -वेधनक) विधवानो स२४:२. कान बांधने का संस्कार. the ceremony of piercing or perforating the ears. राय. २८८, -सक्कुलिया. स्त्री० (-शष्कुलिका) निनु विन्य. कान का छेद. a hole in the ear; a perforation made in the ear. नाया० ८; १४; -सुह. न० (-सुख) अनने सुरू श६. कान को सुखकारी शब्द. words sounding sweet to the ears. नाया० ९; --सोहण. न. (-शोधनक) કાનને ખોતરવાની સળી; કાન ખોતરણું: याटुडी. कान साफ करने की सलाई. a sinall thin straw etc., used to cloanse the ear of its wax. निसी० १, १६% आया. २, ७, १, १५७; नाया. ; Page #400 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करागने उर } ( ३६४ ) [ करणीरह करणकला. स्त्री० ( कर्णकला ) सूय मे भांड. at a distance of 700 Yojanas देथा भी भांतिथे यछ ते/ from the shore. ठा० ४, २; (२) ગતિનું નામ કર્ણકલા છે. કર્ણ એટલે એક ते मत२६५मा २९ना। मनु ये! उस अंतर भांडाना पुदिदित छ, त्यो मातीत द्वीप में रहने वाला मनुष्य. an inhabiસૂર્યકલા એટલે એકેક અંશે બહાર નિકળ || tant of any of the islands called કે અંદર આવજે બીજા માંડલાને છેડે પહોંચે Antara Dvipus. पन्न० १; ते ४९४ा गति. सूर्य एक मंडल से दूसरे | करणलोयण पुं० ( कर्णलोचन ) सताना मण्डल मै जिस गति से जाता है उस गति नक्षत्रता गोत्रनुं नाम. सतभिषक नक्षत्र के का नाम “ कर्णकला" है; कर्ण अर्थात् एक | गोत्र का नाम. Name of the family मण्डलका वुद्धिकल्पित सिरा, वहां आकर सूर्य । of the constellation Satabhi. कला अर्थात् एक २ अंश में बाहर निकल कर । Saka. सू०प० १०; वा अंदर श्राकर दूसरे मंडल के सिरे-अंत करणा. स्त्री. ( कन्या ) अन्या; पुत्री. कन्या; तक पहुंच जाता है उसे “ कर्णकला गति " लडकी. A girl; a daughter. उत्त. कहते है. A name given to the ___ २२, २८; नाया० १६; पंचा० १, 115 apparent motion of the sun करिणा -या. स्त्री. ( कर्णिका ) मुणो from one point to another. कोना. A corner. जं. १० (-) सू. प० १; કમલને બીજેકશ; કમલને મધ્યભાગ. कराणते उर. पुं० (कन्यांतःपुर ) या यन्त:- कमल का मध्य भाग; कमल का वीज कोष. ५२, २०यायाने २३वानुं स्थान. कन्या pericup of a lotus; the iniddle का अन्त पुर; राज कन्या के रहने का स्थान. | part of a lotus. भग. ११. २; पन्न. An apartment for royal girls १: २: जं. प. श्राव. ४२; जावा. ३. १; नाया. १६; कण. ६, ४४: (B) मे जतनी बार पति. कराणगा. स्त्री. ( कन्यका) मारिया: ४.५. एक जाति की वनस्पति. a kind of कुमारी; कन्या. A girl unmarried; it vogotiation. भग० ११, ७; (४) जालना girl. नाया. ८ पारी. कान की बाली an ear-ring. करातिय. पुं० (-कर्णात्रक) गे: सतना अोव० ४२: (५) '५ना अ६२ भाग. Hinात! यो द्रिय ०५. एक जाति छत्र का भांतरी भाग. the inner part का पंखों वाला उडता चार इंद्रेय जीव. A of an umbrella. राय. १२२; kind of four-sensed insect with | कारणयार. पुं. (कर्णिकार ) रतुं : wings. पन्न. १; कनेंर का झाड. Name of a tree. (२) करणपाउरण. पुं० ( कर्णप्रावरण ) सवय न० ाि Yस. कर्णिकार का पुष्प. a समुद्रमा सातसन्निन५२ आवस flower of this tree. पन्न. १७, भग. प्राव२९५ नमनी A२ ६५. लवण १४, १०; नाया० ; समुद्र में सातसौ योजन ऊपर स्थित कर्ण प्राव- करणीरह. पुं० ( कीरथ ) से प्रार रण नाकक एक अंतर द्वीप. Name of વિશિષ્ટ રથ કે જે ખાસ ઋદ્ધિમંત માણસોને an island in Lavana Samudra या डाय ते. एक प्रकार का प्रधान रथ, जो Page #401 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कराह ] ( ३६५ ) [ कराह प्रायः ऋद्धिशाली मनुष्यों के यहां ही होता 2. A particular kind of chariot possessed only by wealthy people. नाया. ३; -पयाय. त्रि. ( -प्रयात ) श्रीमंताना यि पासा २थमा मेसो पार M ४२ना२. श्रीमंताई के चिन्ह वाले रथ में बैठ गमना गमन करने वाला. one who drives in a chariot which is a inark of prosperity. " करणी रहप्पयायाधि होत्था '' नाया० ३; कण्ह. पुं० ( कृष्ण ) २ वासुदेव. कृष्ण वासुदेव. Krisna Vasurleva. पन्न. १; उत्त० ३६, ६८; सम० १०; नाया. ५; प्रव० ८६२; (२) नामना से परिप्रा सन्यासी. कृष्ण नामक एक परिव्राजक सन्यासी. mame of amendicant saint. ओव०३८; (3) सत्यंत लागना કર્મા પુલને યોગે થતા અત્યંત મલિન પરિ. म. अत्यंत काले रंगके कर्म पुद्गलों के योग से होता हुआ महा मलिम परिणाम. very dark consequence resulting froin very dark Karma- सम० ६; (૪) પાંચમાં બલદેવ વાસુદેવના પૂર્વભવના धर्माचार्य. पांचवें बलदेव -वासुदेव के पूर्व भव के धर्माचार्य. name of the religious proceptor of the previous birth of the 5th Baladeva - Vasudeva. सम० प० २३६; (५) असे २१. काला रंग. black colour. जीवा ३; (१) नामनी ३. कृष्ण नाम की बेल - लता. name of a creeper. पन्न. १; (७) सी तुलसी. काली तुलसी. the black holy basil. पन्न. १; (८) मे रनो नामना. एक जातिका कृष्ण नामका कंद. name of a kind of bulbous root. पन 1; () स्त्री० ४ सया भांनी ९ नामनी पडेसी सेश्या. छः लेश्या ओं में से कृष्ण नाम की प्रथम लेश्या. the first (viz black) of the six kinds of Lesya. पन्न. १७; (१०) निरयावलजाना थोथा २५६ययननुं नाम. निरयावलिका के चौथे अध्याय का नाम. name of the fourth chapter of Nirayāvalikā. निर० १, १; - कंद पुं० (-कन्द) એક જાતની કૃષ્ણકંદ નામની સાધારણ वनरपति. एक जाति की कृष्णकंद नाम की एक साधारण वनस्पति. kind of bulbous root called also Krisnakanda. उत्त० ३६, ६५; जीवा० १; पन्न. १; -जीय. पुं० (-जीव) पासुवने। 4. कृष्ण वासुदेव का जाव. the life of Krisņa Vasudeo. gao * ७३; -पक्खि अ-य. पुं० (पाक्षिक = कृष्णपक्षोऽस्यास्तीति कृष्णपाक्षिकः) ने અદ્ધ પુદગલ પરાવર્તન કરતાં વધારે સંસારभां परिभ्रमण पाहाय ते ७१. जिसे श्रद्धं पुद्गल परावर्तन काल से भी अधिक संसार में रुलना-भ्रमण करना है वह जीव. a soul that has to wander in worldly existence longer than the time required for Ardha Pudgala Paravartana. दसा ०६, १; भग, १३, १; २६, १, ३१, २४; ठा० १, १; --लेसा. स्त्री० (-लेश्या ) अश्या नामनी पडेली २५. कृष्ण लेश्या नाम की प्रथम लेश्या. the first of the Leśyās called the black Leśyā. जीवा० १, ४, ७, -लेस्स. त्रि० (-लेश्य) १०५ सेश्यावा. कृष्ण लेश्या वाला. with black Leśyā (i. e. thought. colour or matter colour ). भग. २६, १; ३५, २२; ठा० २, १; लेस्सा . Page #402 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कराहदराल ] स्त्री० (-वेश्या) जेस्या. कृष्ण लेश्या. the black Leśya (i. e. thought -tint or matter - tint ). भग० २५, ६; -- वासुदेव पुं० (-वासुदेव) हैण વાંસુધૈવ; ચાલુ અવર્સીના નવમાં વાસુहेव. कृष्ण वासुदेव, वर्तमान अवसर्पिणो काल के नौवें वासुदेव. Krisna Vāsudeva; the 9th Vasudeva of the current_Avasarpinl. नाया० ४, १६६ - प. पुं० ( - सर्प ) असे स२५. काला सर्प. 2L black serpent. नाया०८; ( २ ) राहु हेतुं नाम राहु देव का नाम. name of the god Rahu. भग० १२, ६; सू० प० १६६ – सीहासण. न० ( - सिंहासन ) नुं सिंहासन कृष्ण का सिंहासन tho throne of Krisna. ( ३६६ ) नाया० भ० १०; कराहदराल. पुं० ( कृष्णदरात ) : लतनी वनस्पति एक जाति की वनस्पति A kind of vegetation. भग० २१, ८; कहदीवायण. पुं० ( कृष्णद्वैपायन) से नाम ना सु संन्यासी इस नाम का एक ब्राम्हण संन्यासी. Name of a Brāhmana ascetic. श्रोत्र० ३८; करदपरिव्वायग. पुं० ( कृष्णपरिव्राजक ) नारायागुनी अति उश्नार परिवा. नारा या की भक्ति करनेवाला परिव्राजक Au ascetic worshipping Nārāyaṇa. श्रोव • कराहराइ. स्त्री० (कृष्णराजि ) पांयमां देवसो ઉપર જમીનની ફાટ જેલી લેાકાંતિક દેવતાના વિમાનને ફરતી કાળી રેખા છે તે; १० ३८६ गुराख पांचवें देवलोक के ऊपर देवताओं के विमान के आसपास पृथ्वी की दरज जैसी काली रेखाएं; कृष्णराजी. The black lines (resembling [ करहा the cracks in the ground) surrounding the abodes of Lo kāntika gods in the 5th Devaloka. श्राया० २, १५, १७६; भग० ६, ५; ; ठा०८, १ प्रव० ६३; १४२५; (शानेन्द्रनी भी पट्टराणीनं नाम, ईशान इंद्र की द्वितीय पटरानी का नाम the other name of the principal queen of īsānendra. भग० १०, ५; करहराई. स्त्री० ( कृष्णरात्रि ) रात्री देवी. कृष्णरात्री देवी. The goddess Krisra Ratri. नाया० ६० १०, कहवार्डस विमान न० ( कृष्णावतंसक विमान ) कृष्णावतंस नामतेो विमान. कृष्णावतंस नामक विमान. Name of s heavenly abode. नाया० ध० १०; कण्हसिरी. स्त्री० ( कृष्णश्री ) ष्णुश्री नामनी स्त्री. कृष्णश्री नामकी एक स्त्री. Name of a woman. विवा० ६; कराहा. स्त्री० ( कृष्णा ) घशानेन्द्रनी - नामनी राजी इशान इंद्र की कृष्णा नाम की रानी. Name of a queen of Isanendra. ठा० ४, २, भग० १०, ५: ( २ ) कृष्णा नामनी हेवी. कृष्णा नाम की देवी. name of a goddess. नाया. घ० ६; ( 3 ) कृष्ण नामनी नहीं. कष्णा नाम की नदी. name of a river. पिं० नि० ५०३; (४) श्रेणि राज्मनी राणी કે જે મહાવીર સ્વામી પાસે દીક્ષા લઇ, મહાસિહનિક્રીડિત નામનું તપ આચરી, અગીઆર વરસની પ્રવ્રજ્યા પાળી એક માસને संथा | सिध्ध था. श्रेणिक राजा की रानी, जिसने महावीर स्वामी के पास दीक्षा लेकर महासिंहनिकीड़ित नाम का तप किया और ग्यारह वर्ष की प्रवर्ज्या पाल एक मास संथारा कर मोक्ष को प्राप्त हुई. For Private Personal Use Only Page #403 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्धमागधी कोष उ. D.V.T. सुपइट्ठामं. މ सु ७ सुक्कामं. १ अधि. पू. एरिट्ठ. ५ चंदाम. 世 २ अच्चिमालि For Private Personal Use Only ३ वेरोयणं. प. कण्हराई - कृष्णराजी : ४ प करं. द. Page #404 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कहादेवी ] name of a queen of King Srepika, who took Dikṣā from Mahavira Swami and having practised the austerity known as Mahäsinha-Nikridita, and having practised asceticism for 11 years, became Siddha after one month's Santhārā. अंत०८, ४; (५) अंतगसूत्रना आमा वर्णना योथा अध्ययननुं नाम अंत सूत्र के आठवें वर्ग के चोथे अध्ययन का नाम. name of the 4th chapter of the 8th section of Antagada. अंत०८, ४; ( १ ) छ श्यामांनी प्रथम कृष्णुश्या. छः लेश्याओं में से प्रथम की कृष्ण लेश्या name of the black Leśyā. (७) विजयपुर नगरना वासवछत्त राज्जनी राखीनुं नाम विजयपुर नगर के वासवदत्त राजा की रानी का नाम name of the queen of king Vasavadatta of Vijayapura city. विवा० ( ३६७ ) २, ४; कराहादेवी. स्त्री० ( कृष्णादेवी ) हेवी. कृष्णादेवी. Name of Krispādevi. नाया० ध० १०; कराहुइ. अ० ( कचित् ) म्यांग पशु पशु स्थाने. कहीं भी; किसी भी स्थानपर. Somewhere; in any place whatever. उत्त० १, ७ २, ४६; दसा० १०, ७; - रद्दस्सिय त्रि. ( -राहस्थिक) अर्थमा रहस्य रामनार किसी भी कार्य में रहस्य रखने वाला. one who keeps secrecy in some work or other. सूय् ०२, २, २१; कतर. त्रि० ( कतर ) मे णामांना यो ? दोसे अथवा बहुतों में से कोनसा ? Which [ कत्तवीरिय of two or more than two. जो० ८८; दस० ६, ४, १; कता. अ० ( कदा ) यारे कब ? When. सू० प० १२; कति. त्रि. ( कृतिन् ) सुती; सहायारी. सुकृत्य करने वाला; सदाचारी; पुण्यात्मा. ( One ) whose actions are good. सू० य० २, १, ६०, कति त्रि० ( कति ) डेटा प्रहार कितनी तरह का ? Of how many sorts. जं० प० ६, १२२; ७, १५८ ७, १४६; पन० १४; नाया० १; भग० १, ४; २, २; - भाग. पुं० (- भाग) डेटलामा लाग. कौनसा हिस्सा ? what division or part. भग० १, १, - संचिय. त्रि० (-संचित ) संख्याथी गयी शाय ते संख्या द्वारा गिना जा सके वह numerically calculable. ठा०३, १: भग० २०, १०; किन्त. धा० I ( कृन्त ) तर काटना To cut. ( २ ) श्री. पीडा देना. to afflict. कसाहि. परह० १, १; किञ्चइ. क० वा० सू० १, २, १, ७ १, ६; ४; उत्त० ४, ३; किवंति सू० १, ३, ४, १८: 'कत्त. धा० I ( कन्तु ) Sing. कांतना. To spin cotton. कत. व० कृ० प० नि० ५७४; कत्तण. त्रि० ( कर्सन ) अपनार; छेनार. काटनेवाला; छेदनेवाला. One that cuts. श्रव० ३४; कतर न० ( कर्सर ) तस्वानुं साधन: अंतर. कतरने का साधन; कैंची. A pair of scissors. उवा० २, ६४; कत्तवरिय. पुं० ( कार्तवीर्य ) लरतना यानु એવીસીતા આઠમાં ચક્રવર્તિના પિતાનું નામ. For Private Personal Use Only Page #405 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कत्तार] ( ३६८ ) [कत्तिगी भारत के वर्तमान चौवीसी के आठवें चक्रवर्ति દ્વીપના ભરતખણમાં થનાર છટ્ટા તીર્થકરના के पिता का नाम. Name of the पूर्वमपर्नु म. जम्बुद्वीप के भरतखंड में father of the 8th Chakravarti होनेवाले बढे तीर्थंकर के पूर्वभव का नाम. of the present cycle. सम०प०२३४; name of the previous birth of कत्तार. त्रि. ( कर्ता कर्तृ ) ४२ना२: ना. the future would-be 6th Tirकर्ता; करने वाला (One ) who does thankart of the Bharata. Or makes. भग० २०, २; विशे० १७५; khani of Jambu Dvipa. सम. २११२; अणुजो० १२८: पिं० मि. १७३; प० २४१; (४) ति: नाभन भएस. पंचा• ८, ७ -अभाव. पुं० (-अभाव ) कार्तिक नाम का मनुष्य. name of a ताना समाच. कर्ताका अभाव. absence man. अणुजो० १३१; -श्रणगार. पुं. of a doer or maker' विशे० २१६; ( -अनगार ) अनि: नामता साधु. कार्तिक कत्ति. स्त्री० ( कृत्ति) यम; याम. चमडा; नाम का राव. an ascetic so mamed. चर्म. Leather. ओघ, नि० ३६; भग. १८, २; -चाउम्मासिय. त्रि. कात्ता-य. पुं. (कार्तिक-कृत्तिका नक्षण ( –चातुमासिक ) हतियोमास संमन्या. युक्ता पाणमासी कार्तिकी साऽस्त्यस्मिन्निति कार्तिक चातुम स संबन्धी. the monsoon कार्तिकः ) ति: मास. कार्तिक मास. season of the mouth of Kār. The month of Kartika. जं. ५० tiku. भग० १५, १; नाया. ५, -पाडि. ७, १५१; श्रोध. नि. २८५; सम० २६; व. पुं० (-प्रतिपत् ) अति सुह १५ उत्त० २६, १६; कप्प० ५, १२३: ६, १७०; पछी ५ ते; नि: १६ १. कार्तिक नाया ० ५; भग० १८, १०; (२) स्तिना- शुक्ला १५ के पश्चात की पडवा; मगसर वद्य પુર નગરના રહેવાસી કાતિક શેઠ કે જેણે 1. the first day of the dark મુનિસુવ્રત પ્રભુની પાસે પોતાના એક હજાર half of the month of Märgaમુનિમની સાથે દીક્ષા લીધી દીક્ષા પાલી | Sirsa. निसी. १६, १२, Lal पानापरी त्पन्न या. कत्तिया. स्त्री. (कर्तिका-कतरी ) तर. हस्तिनापुर नगर का निवासी कातिक सेठ कैंची. A pair of scissors मृ. च. जिसने मुनिमुत्रत स्वामी के पास अपने एक हजार मुनीमा के साथ दीक्षा ली और दीक्षा | कत्ति या-या. स्त्री. (कृत्तिका) ति नक्षत्र पाल कर प्रथम देवलोक का इन्द्र बना. कृत्तिका नक्षत्र. The constellation name of a merchant of the city Krittiki. जं० ५० १, १५५; सू. ५० of Hastinapura who took Diksā १, ११; सम• ६; ठा० २, ३, from Lord Munisuvrati ac कत्तिप्रारक्खि. पुं० ( कृत्तिकारक्षित ) companied with his one thou- तिक्षित नामना पुरुष. कृत्तिकारक्षित sand agents. He practised | नाम का मनुष्य. A man so named. asceticism and was born as the अणुजा. १३१; Indra of the first Devaloka. कत्तिगी नो० ( कार्तिको ) अति भासनी भग• १८, २; निर, ३, . (३) नेम, कार्तिक मास की पूर्णिमा. The Page #406 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कत्तो] ( ३६६ ) [ कनककन full-moon day of the month of | Vकद्-अत्थ. घा• I, II. (कदर्थ) Kartika. जं० प० ७, १६१; थाना ४२सी; दु: हे'. दुख देना; कष्ट कत्तो. अ० ( कुतस् ) यांथा. कहां से ? | पहुंचाना. To give pain to Whence. संस्था० ४८; सूय. १, १, १, | कयत्थेइ. सु. च० १२, ५.४; १४; पन्न. ६; विवा०६; विशे• १४० कदंब. न० (कदम्ब) ४६५नु 3. कदम्ब कत्तोच. त्रि. (कुतस्त्य) iना; या स्थाननी; का भाड. A kind of a tree. नाया० १; ।। गामनी. कहां का ? किस स्थान का ? -पुप्फग. न० (-पुष्पक) ४६५ना आउनु किस ग्राम का ? (Of what place or पुल ३१. कदम्ब के झाड का फल और country. पिं० नि० १६८; फूल. a flower of the Kadamba कत्ताञ्चय. अ. (कौतस्त्यक) iथा. कहांसे ? | tree. नाया० १; Whence. विशे० १०१६; कदलि. पुं० ( कदली) नु . केले का V कत्थ. धा. I. (कथ) ४३. कहना.. ___झाड.The plantain tree.भग०२२,1; To say; to tell. कदाइ. अ० ( कदाचित् ) दायित् इयारे. कत्थइ. नंदी० ४५; कदाचित् : किसी समय At Home time; कत्थ. अ. (कुत्र) ३५i? Jagणे. कहां ? perhaps. भग० २, १; ६, ३३; किस पोर ? Where; on wint sile. कदापि अ० ( कदापि) मारे ५०४: 3. सु. च. 1, १८; जं. प. विशे० १३३; सू० १९५ १ते. कभी भी किसीभी समय. At प. २०, Home time; at any time 10 कत्थ. त्रि. ( कथ्य ) : यो। (शास्त्र) १५, १; नाया ग३ कथा, इतिहासादि हो वह; ज्ञाता कदम. पुं० ( कर्दम ) 23, ४१६५ कीचड़. शादि शास्त्र. ( Nhvi and other Mud. " अवइनिसु भिण्णा फालिय पगscriptures ) including stories लिय रुहिर कयभूमि कहम यचिक्खिल्लपहे " and historical matter. IX, X; पराह. १, ३; १, ४; ओव. ३८; पिं.नि. जीवा० ३, ४; जं० प. राय० १३१; २५३; ठा. ४. २: जावा. ३, ४; नाया० १%3 --गेय न० (-गेय ) याने यो गेय. भग० ६, १; ७, ६; प्रव० ८५७; क. गं. कथा के योग्य गायन harrative १, २०; उदा . न० (-उदक ) ५. song. राय. १३१; पाणु ाी . कांचडमय पानी. murl with कत्थइ. अ. ( कुत्रचित्) ५५५y; आपण water in it. ठा० ४, ३; आणे. कहीं भी किसी भी स्थान पर. In कद्दम अ. पुं.. ( कर्दमक ) अनुवेर यताany place whatever. विशे० २६८, ना भीग राजनुनाम. अनुवेलंधर देवता ३८८; ७५१; ग्रोव० १७; भग० ३, २; के दूसरे राजा का नाम Name of the १५, १; ४०, १; नाया० २; ६, १६: प्रव० 2nd king of the Anuvelan६७६; विवा० ४; dhara gods. जीवा० ३, ४; भग० ३, ७; कत्थवि. अ. (कुत्रापि) याय५९४. कहीं भी? | कनककंत. त्रि. (कनक कान्त ) सोनेरी १२५; In any place whatever. सोनाया हैावने पहा. मुनहरी वरक; भग० १५, १. सुवर्ण सरीखा बनावटो पदार्थ. (Anything) Page #407 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कन्न ] of the lustre of gold. आया० २, ५, १, १४.५ कराण " कण्ण 99 "" कन. पुं० ( क ) भुमो देखो" कराया ,, श द. Vide " सम० ११; आया० २, ३, २, १२१; पिं० नि० ५५३; ५६१; दस० ८, २० - धार. पुं० (-धार ) लुखो धार ०४. देखो कण्णधार शब्द. vide" कण्णधार. " सु० च० ३, १६४; -- पावरण. पुं० (- भावरण) गरे ।; अननुं भूप. गजरा; कान का गहना an ornament for the ear; an earrings. प्रव० १४४० ; – मल. पुं० ( -मल ) लुग्यो " कण्णमल " शह देखो करणमल शब्द. vide “कण्णमल " तंदु० - सर. पुं० ( -शर ) अनने पात्रेषु आगे ते. कानों को तार के समान लगने वाला. anything striking the ears as an arrow strikes the body (e. g. harsh words ) दस० ६, ३, ६: सोक्ख. ( -सौख्य ) अनने सुग्मरूप कानों को सुखदाई. anything delightful to the ears. दस० ८, २६; कम्नगा· स्त्री॰ ( कन्यका ) उमारि. कुमारी; लडकी. A girl & daughter. सु० च० १४, ८; ठा० ७, १; निर० ५ १; कन्ना. स्त्री० ( कन्या ) लुओ करणा शब्द देखो " करणा "" शब्द Vide सु० च०२, ४६५; दुस० ६, न० "C 37 " करणा ८८ " 59 " करण श६. ( ४०० "" " "" ३, १३; कन्नालीय. पुं० न० ( कन्यालीक ) उन्या આશ્રી જુઠું ખેલવું તે નવ વરસની હાય અને ૧૫ વરસની છે हे ते. कन्या कारण झूठ बोलना नौ वर्षकी हो और १५ वर्ष बताना. A ie spoken for a girl; saying that a girl is of [ कप्प 15 years when she is only nine years old. परह ० १, २; कन्निया. स्त्री० (कणिका) लुभे। "करिणया " " करिणया " १६. देखो शब्द Vide " करिण्या". नंदी० ७९ कन्ह. पुं० (कृष्ण) लुभेो " कण्ह २६. देखो “ कराह शब्द Vide कगह अंत०] १, १ प्रव० ६६०; afaa. ġo (aiqsaa) siùora uzil. कपिंजल पक्षी. A kind of bird. दसा० ६, ४; श्राया० ६, १०, १६६, aften. 70 (asiger) Fig'; $15. ÔT; फल विशेष. The wood-apple tree. अजो० १३१; > "" For Private Personal Use Only "" कपिल पुं० ( कपिल ) धातडी उभांना भरत ખંડની ચંપા નગરીના કવિલ નામના વાસુદેવ. धातकी खंडान्तर्गत भरतखंड की चम्पा नगरी के कपिल नाम के वासुदेव. Name of the Vasudeva of the city of Champa on the Dhataki khanda. नाया० १६; पिहसिय न० ( कपिहसित) वांहराना ांतीયાની પેઠે વાદળાં વગર આકાશમાં વિજળી थाय ते. श्राकाश में बिनाही मेघों के बंदर के दांतों ( कपिहसित ) की तरह विद्युत का होना. Lightning in the sky resembling the teeth of a monkey without there being any sign of clouds. भग० ३, ७; कपोत. पुं० ( कपोत) भुतर; पारे. कबूतर . A dove; a pigeon. दसा० ६, ४; कष्प धा० II. ( कृत्) अयनुं छेद्रधुं जय; समर्थ थ; उत्पन्न . काटना; छेदना; खपना; समर्थ होना. उत्पन्न करना. To cut. कप्पड़. नाया० १; Page #408 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कप्प ( ४०१ ) [कल्प कप्पेइ. सूय० २, २, ४५; भग० ६, ३३; कप्पंति. सूय. नि. १, ५, १, ७५ कप्पंति. सूय. ५,११४; कप्पज. निसी० ३, ४२; कप्पेहि. नाया० १; कप्पेह. भग० ६, ३३; कप्पेत्ता. सं० कृ. ५, ११४; कप्पेमारण. व. कृ. २; ३६; कप्यावेइ. प्रे० क. वा. सु. च. १३,६८, कप्प. पुं० (कल्प) ३६५; योग्य; लयित, योग्य; उचित. Anything that is worthy or proper. उत्त० ३२, १०४; वव० १, २२, २, २७, ४, १५, विवा० १; उवा० १, ७०, (२) माया२. आचार. gacred precept or rule. जं. प. ५, ११५, वेय. ४, १४; वव० ५, ११, ६, २; १६; भग० ३, ८, २५, २; ओव० १७; पाया० १, ३, ३, ११७; १, ६, ३, १८५; कप्प० ५, ११८; पंचा० ६, २१; ११. २७; १५, ४०; (3) ४८५शात्र; वेधमनी विधि तामनार मे धर्मशात्र, कल्पशास्त्र; वेदधर्म की विधि बतानेवाला एक धर्म-शास्त्र. Kalpa Sastra. भग० २, १; ५, ४; विशे० ६; कप्प० १, १; (४) मोटवानी 49ी; साधुनुये १५४२६५. पछेवडी; चादर; साधु का एक उपकरण. a kind of scarf. पिं० नि. भा० ४६; प्रव० २५०; ५१४; (५) ४८५नामना दामने समुद्र. कल्प नाम का समुद्र श्रीर द्वीप. an ocean and an island named Kalpa. जीवा० ३, ४; (૬) એ નામનું આચારની મર્યાદા બતાવનાર आदि सूत्र. इस नामका प्राचारको मर्यादा दि. खानेवाला कालिक सूत्र. a Kalika Sitra go named explaining the scriptural rules of conduct, know. | ledge etc. नंदी० ४३; (७) हिन्दुधर्भनु । Vol. II/51. એક શાસ્ત્ર; આચાર વિચાર પ્રતિપાદક શાસ્ત્ર. ब्राह्मण समाचारी का शास्त्र; आचार विचार प्रतिपादक शास्त्र. name of a Brillmaņa scripture dealing with ritual. पिं० नि० १७२; ओव० ३८, (८) સાધર્મ આદિ લોકોના નામવાલા દ્વીપ અને समुद्र. सौधर्म श्रादि देवलोकों के नाम वाले द्वीप और ससुद्र. any of the islands and oceans bearing the names of Devalokas. e. g. Saudharma etc. पन्न. 1५; (६) मा हेपतोय ४६५રાજનીતિ વગેરે વ્યવહાર જે દેવલોકમાં છે તે यसोड. वारह देवलोक; कल्प-राज नीति इत्यादि व्यवहार जिन देवलोकों में है वे देवलोक. the 12 Devalokas; a Devaloka in which there is to be found political organisation etc. जीवा० १, ३, ४; पन्न० २; उत्त० ३, १५ठा० २, ४, भग. १, २, ५, २, ७; ८, १; राय १८, प्रव० ४८७; सम० १; का० ५, १५; (१०) स२; १५२२५२. समान; बराबर. equal to; similar to. पन्न. ३६; पण्ह ० १, ३, उवा० १, ७४; (11) ५८५३क्ष. कल्पवृक्ष. a desire fulfilling tree; a sacred tree. सु, च० २, ६७-अंतर. न० (-अन्तर) पोत२. देवलोकांतर; अन्य देवलोक. another Devaloka. विवा० १०; (२) જિનકલ્પ અને સ્થવિરકલ્પનું અન્તર. जिनकल्प और स्थविरकल्प का भेद. the dif. ference between the Jina-kalpa and Sthavirakalpa. भग० १, ३; -अंतरिय त्रि० (-अन्तरित) ४८५-५छ। -यानी सं६२ २९३. कल्प-पछेवडी -चादर के अंदर रहा हुआ. remaining under the upper garment. प्रव० Page #409 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कप्प] ( ४०२ ) [ कप्पट्टिय ६८०; -उवग. पुं० (-उपग) ४६५-निय possessed of upper garment મ-રાજ્ય કાયદાની હદમાં રહેનાર દેવતા; etc. प्रव० ५०२; -तिग. न० (-त्रिक) પહેલા દેવલોકથી બારમા દેવલેક સુધીના त्रण पछी त्रय या६२. तीन चादर; तीन मानि देवता. कल्प-नियम-राजनीति की पछेवडी. three upper garments सीमा में रहनेवाले देवता; प्रथम देवलोक से (used by ascetics ). प्रव० ५०२; बाहरवें देवलोक तक के वैमानिक देवता. ५२६; -दुग. न० (-द्विक ) पछी; a god who has not transcended मे या६२. दो चादर; दो पछेवडी. two the need of administrative or: upper garments (ofan ascetic). ganisation; any of the gods of प्रव०५०२; क.गं०३,११;-महददुम. पु. the heavenly worlds from the ( - महाद्रुम ) ४८५ भर्नु भौटुं वृक्ष. first to the twelfth. नाया. १; उत्त. कल्पद्रुम का महान् वृक्ष. the big holy ३६, २०७; भग० २४, २०; पन्न. १५; / tree known as Kalpadruma. -उवय. पुं. (-उपग)लमा “कप्पावेग" प्रव० १०३६;--समात्ति. स्त्री० (-समाप्ति) श६. दखो “कप्पावेग" शब्द.vide "कप्पा अपनी-परिवार तपनी समात्मि. कल्पकीवेग" भग० ८, १०; -उवरिम. न. परिहार तपकी समाप्ति. conclusion, end (-उपरितन ) पायम विना ५२॥ of the austerity known as क्यो५. पांचवें देवलोक के ऊपर का देवलोक Parihara. प्रव० ६१७; the Devalokn situated love | कप्पट्ट. पुं० ( कल्पस्थ ) पास. बालक. A the 5th Devaloka. भग. ६, ८/ child. पिं० नि० २८७; पंचा० १५, ३१; ------उववत्तिय. पुं० स्त्री० (-उपपत्तिक)। प्रव० ४८८ ४६५-मार वसोम उत्पन्न थयेस पैमा- | कप्पढिइ. स्त्री० ( कल्पस्थिति) साधु समा. नि देवता. कल्प-१२ देवलोक में उत्पन्न हुए यारीनी स्थिति-भां। साधु समाचारीकी वैमानिक देवता. a deity of the hea. ! स्थिति मर्यादा. Practice of ascetic venly worlds 12 in number. scriptural rules by a Sädhu. भग० १, ८; -उववन्नग.. पुं० वेय. ६, २०; (-उपपन्नक) मा “ कप्पोवग"श कप्पट्टिय. पुं०( कल्पस्थित ) ५८पस्थित सभादेखो " कप्पोवग" शब्द. vide “ कप्पो- यारीनी मर्यादामा २९५ मुनि. कल्पस्थित वग” जं. प० ७, १४०, ठा० २, २; समाचारी की मर्यादा में रहा हुआ मुनि. An -काल. पुं० (-काल) पणे मत; यि२ ascetic observing scriptural स. बहुत समय; चिरकाल. long time. rules. विशे० १२७५, प्रव० ६१३; सूय० १, १, ३, १६; -ग्गहण. न० -तव. न० (-तपस् ) ४८५स्थित-पायtt(-ग्रहण ) या६२ मेरे वस्त्रानु अडल्य ४२j ચાર્ય છ માસ પર્યન્ત પરિહારિક નામનું તપ ते. चादर श्रादि वस्त्रों को ग्रहण करना. अरे ते (त५). कल्पस्थित वाचनाचार्य छः accepting of clothes. प्रव० माह तक परिहारक नामका तप करते हैं वह ५२५; -जुश्र. (-युक्त ) पछी वगैरे (तप ). a kind of austerity ५५था युत. चादर इत्यादि वस्त्रों के सहित. । named Parihārika; practised Page #410 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कप्पड ] ( ४०३ ) [कप्पवमाणोववत्तिया for six months by Vāclanáchār. __ च० २, ३६६; प्रव० १५६३; ya; a kind of austerity. प्रव० ६१५; | कप्पदुम. पुं० ( कल्पद्रुम) ४८५४१. कल्प कप्पड. पुं० ( कर्पट ) सुने धने वृक्ष. A desire-fulfilling tree; a मनावर गोटी. वस्त्र को बट देकर बनाया । Sucred tree; भत्त० २; प्रव० ४०; हुवा गेंद. A cloth twisted into कप्पपायव. पुं० ( कल्पपादप ) ८५वृक्ष. the shape of a ball. पण्ह० १, ३, | कल्पवृक्ष. A desire-yielding tree. प्रव० ४४०; सु० च० २,६७; कप्पडिय. पुं० (कार्पटिक ) 143; यस कप्परक्ख. पुं० ( कल्पवृक्ष ) ४६५१क्ष; दुसमिता भागना२. कावड़ लेकर भिक्षा मांगने લિયા અને દેવતાને વંછિત ફલ આપનાર ઝાડ. ani A mendicant begging कल्पवृक्ष, युगालिया और देवताश्रा को वांछित alms with a balancing lath on फल देने वाला माड. A desire-yieldhis shoulder. पिं० नि० १२७; विवा. ing tree; a tree furnishing ७; नाया० ८3 desired objects to Jugaliyās and कप्पण. न० ( कल्पन ) . काटना; gods. कप्प. ४, ६२: भत्त. १६७; जं. छेदना. Act of cutting. सु० च० १३, प० ३, ४३; १; सूय. नि. १, ५, १, ७५; कप्परुक्खग. पुं० ( कल्पवृक्ष) पक्ष. कप्पणा. स्त्री. ( कल्पना) पना; संभाव. कल्पवृक्ष. A desire yielding tree. नयाल; कल्पना; संभावना. Imagina- जं. प५, १२२; भग० ६, ३३; tion; act of imagining a thing कप्परुक्खय. पुं० ( कल्पवृक्षक ) । as probable. विशे० १६; ११७; "कप्परूक्खग' श६. देखो "कप्परूकखग" १७३२; भग० ७, ६; शब्द. Vide. “कप्परूखग" नाया. १; कप्पणिज्ज.त्रि० (कल्पनीय) मादिपिडित: | कप्पवइ. पुं० ( कल्पपति ) ४८सी हेयता ४८५] उद्गमादि दोष रहित; लेने योग्य. ॥ विपति- कल्पवासि देवताका Free from any fault (objec. अधिपति-इंद्र. The lord Indran of tion ); acceptable. पंचा० १, ३१; | Kalpavisi gods. जं० प० ५, 11५; कप्पणी. स्त्री. ( कप्पनी-कल्प्यते द्विद्यते यया | कप्पडिसिपा. स्त्री. (कल्पावतंसिका ) ये सा कल्पना.) तर, छुरी. कैंचा; छुरी. नामर्नु गालि भूत्र. इस नाम का एक A pair of scissors; a knife. कालिक सूत्र. Name of a Kalika "खुरेहिं तिक्खधारोह दुरियाहिं कप्पणीहि Sutra. जं. प. राय० नंदी० ४३; या कप्पिो कालिप्रोछिनो, उक्त्तोयण- | कप्पविमाणावास. पुं० (कल्पविमानावास ) गसो " उत्त० १६, ६३, जं. प. परह . દેવલોકના એક દેશરૂપ વિમાનમાં નિવાસ. १, १; विवा० ४; -कप्पिय. न० (-क- देवलोक के एक देशरूप विमान में निवास. ल्पित ) तरे आपलं. कैंची से कटा हुआ. . Residence in a heavenly abode cut with scissors; विवा० ८ named Desariipa. ठा० २, ४, कप्पतरु. पुं० ( कल्पतरु ) ५६५वृक्ष. कल्प | कप्पविमाणोचवत्तिया. स्त्री. ( कल्पविमानो वृक्ष. A lesire-yielding tree. सु० । पपत्तिका ) या देवसोम 3पन्न थाय Page #411 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कप्पाइय] ( ४०४ ) [ कप्पाय ती गाया . जिससे देवलोक मे उत्पन्न हो योन्य साधु. an ascetic deserving सके ऐसा व्यवहार-श्राचार. Conduct to re-establish another person leading to birth in Devaloka. (monk or laynan ) who has ठा० १२, ४; temporarily lapsed from right कप्पाईय. पुं० (कल्पातीत ) २०४५०यवस्था- | conduct. वव. ४, १३, १४; ના નિયમને ઉલંઘી ગયેલ દેવતા; નવગ્રીક कप्पातीत. पुं० ( कल्पातीत-कल्पमतीता अने पांय अनुत्तर विमानता देवता. राज्य. अतिक्रान्ताः कल्पातीताः) पातीत हे. व्यवस्था के नियम को उलांघ चुके हुए देव; લેકમાં ઉત્પન્ન થયેલ; નવગ્રીવેકથી માંડી नववेयक और पांच अनुत्तर विमानके देवता.. પાંચ અનુત્તરવિમાનમાંના દેવતા કે જેને કલ્પ Gods who liave transcended –એટલે રાજનીતિ–વ્યવહારના કાયદાનું the necessity of having admin. धन नथा. कल्पातीत देवलोक में उत्पन्न istrative organisation; viz. हुए देव; नववेयक से लगाकर पांच अनुत्तर the nine Graiveyaka and the विमान के देवता, जिन्हें कल्प अर्थात् राजनीति five Aluttara gods. उत्त० ३६, । के व्यवहार-कायदा का बंधन नहीं होता. २०७; पन्न, १५.; One lorn in the heavenly world's कप्पाकप्पिय. न. ( कल्पाकल्पिक-कल्प श्रा- which have transcended the चारः अकल्पोऽविधिः अथवा कल्पो जिन necessity of having adminisकल्पादिरकल्पश्चरकादिदीक्षा, यदा कल्प्यं trative organisation, भग० ८, १; ग्राह्ममकल्प्यञ्चान्यत् तत्प्रतिपादकं शास्त्रं क- १०; २४,२०; (२) स्थिति आदि साबुन पाकल्पिकम् ):५८५ शिवनार गे' આચારની મર્યાદાને ઉલ્લંઘી ગયેલ–તીર્થંકર वाधिर्मशास्त्र. कला और अकल्प दिखाने १५वी वगेरे स्थितिकल्प आदि साधुके आचार वाला एक लौकिक धर्म शास्त्र. A religi- की सीमा उलांघे हुए-तीर्थकर, केवली आदि. 61% scripture showing what is i Tirtharkara, a Kevali etc. Kalpa and what is not Kalpa. who have transcended the अणुजो० ४१; necessity of observing scripturकरपाग. गुं० ( कल्पक ) मे याना ॥ al rules prescribed for asce માલિકેપૈકી એકને મુખ્ય માલિક કાપવું tics. भग०२, ५, ६, ७; ते; सेन्जतरीया. एक स्थान के कई मालिकों | कप्पातीतगवेमाणिय. पुं. (कल्पातीतकवै. में से एक को मालिक समझ लेना; शय्यान्त- मानिक) मा वाथा ५२ना विलोमां रीय. Designating one among उत्पन्न थये। वैमानि पिता. बारह देवलोंको many owners of a place as the के ऊपर के देवलोकों में उत्पन्न हुए वैमानिक principal owner. वेय. २, १२; देवता. A kind of gods born in कप्पाग. पु. (कल्पाक) साधु. साधु. An a heaven beyond the Kalpa ascetic. वव. ४. १५; -भिक्ख . पुं० heavens. भग० २४, १२; (-भिक्षु) छोपस्थापनीय याश्त्रि स्थापना- | कप्पाय. न. (कल्पक) ५८५. कल्प. Kalpa. । साधु. छेदोपस्थापनीय वारित्र में स्थापने | (.v.) विवा० ३; Page #412 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कप्पास] ( ४०५ ) [ कब्वाडिगा कप्पास. पुं० ( कार्पास ) मे श्रायान सौ स्थापेझु. जमाया हुआ; रचा हुआ; स्थापित मत. एक प्राचीन लौकिक मत. Name of किया हुआ. arranged; established. an ancient creed. अोघ. नि. भा. अोव. २७; दसा० १०, १; जं० प० नाया० १२; (२) पासथा उत्पन्न यतु सूत्र. १; सूय..१,२,३,१८, कप्प. ४, ६२; कपास से उत्पन्न होनेवाला सूत. cotton | कपिपत्र-य त्रि. (कर्तित) अपां; छेसु काटा thread. अणुजो० ३७; --रोम. न. हुश्रा; छेदा हुश्रा Cut off; broken. (-रोमन् ) पासनी ३ वाटरी. कपास के तार- जीवा० ३, ४; विवा० ४; उत्त० १६, ६३; नर्म रेशा. a fibre of cotton. भग० | कप्पिअकप्पि. पु. ( कल्पाकप ) योग१५, १; -लोम. न० (-रोमन् ) पास त्रिश 3मि सुत्रमानुसा. २६ उत्कालिक -सनी · पुन-३वाटी. कपास-रुई का तार. सुत्रों में से २ रा सूत्र. The 2 nd of the a cotton fibre. भग० ८, ६; -वण. 29 Utkalika Sutras. नंदी० ४३; न० ( --वन) पासतुं वन. कपास का बन. कप्पिा . स्त्री० ( कल्पिका )से नामानुपातिक a forest of cotton. निसी० ३, १६; | સૂત્ર; નિયાવલિકા અંતર્ગત ઉપાંગ સૂત્ર. कप्पासत्थि. पु. ( कार्पासास्थि) दि.. इस नामका कालिक सूत्र; निरयावालिका के पागो मे पासना 4. तीन इंद्रिय वाला अंतर्गत उपांग सूत्र. Name of a Kaliएक कपास का जीव. A kind of three | ka Sūtra; the Upānga Sūtras senged living being found in contained in Nirayāvalikā. नंदी. ४३; cotton. पन्न. १; जीवा० १; कप्पासि प. पुं० (कार्पासिक) पाशना वेपारी कप्पूर. पुं० (कर्पूर) ४५२. कपूर. Camphor. कपास का व्यापारी. A cotton-mer सय ५६: नाया० १; १७; जीवा० ३, ४: chant पन्न. १; अणुजो० १३१; (२) थे कप्प. ३, ४३; -पुड. पुं० (-पुट) पूरने। નામનું કપાસનું ગ્યાન આપનાર એક શાસ્ત્ર, ५3-4 . कपूर का पुड़ा-पुड़िया. ॥ इस नाम का कपास का वर्णन करने वाला packet of camphor, नाया. १७; एक शास्त्र. name of n science dey. कप्पोववरणग. पुं. (कल्पोपपन्तक ) मे। cribing the properties of cotton. " कप्पोवग' श६. देखो “ कप्पोवग" श्रणुजा. ४१; शब्द. Vide " कप्पोवग" भग० २४, २० कप्पासी.स्त्री (-कापासौ) पाशमा २९ना 04- | -वेमाणिय. पुं० (-वैमानिक ) । ई. कपासमें रहने वाला एक कीड़ा. An in- | " कप्पोवग" श६ देखो , कप्पोवग" sect living in cotton.उत्त०३६,१३५; | शब्द. vide "कप्पोवग" भग० २४, १२; कप्पि-य. त्रि. (कल्पित ) साधुन सेवा | कबंध. पुं० ( कबन्ध ) मायाविनानुं ०५] ५७. योय; साधुने ४८ ते. साधु के लेने | बिना सिर वाला जाता धड़. A headless योग्य; साधु को कल्पनीय. Fit for an ___trunk with life in it. पण्ह०१,३,तंदु. ascetic; acceptable to a Sidhu. कबडिगा. ना. (*) पुत्री; हरी. लड़कीः दस० ६, ४८; (२) गवतु; श्येमु कुमारी. A daughter. पिं० नि० ५७६; * नुमो पृष्ट न२०५२ १५ । ५. नोट (*). देखो पृए नम्बर १५ की फुटनोट (). Vide foot-note (.) p. 15tli. Page #413 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कबट्ठी] ( ४०६ ) [कमढय 8 कबट्टी. स्त्री. (बालिका) नानी छ।४२१. प्रव० १०५८;-जुअल न० (-युगल) छोटी लडकी. A young girl. पिं० युगल मे पा. क्रम युगल; दो पांव two नि० २८५; feet. गच्छा० ३६;-जोग. पुं० (-योग) कब्बड. न० ( कर्बट ) नाना थी किटाये અનુક્રમ-અનુપૂર્વ જોગ-વ્યાપાર પ્રવૃત્તિ. स२. छोटी दीवार से परिवष्टित शहर. A क्रमानुसार जोग-व्यापार-प्रवृति. serial city encircled by a low ram- order; graded order. दश० ५,१,१; part. श्राया० २, ५, ६, २२२, कप्प०४, | कमंडलु. न० (कमण्डलु ) भ. कमंडल. ८८, (२) asी वसतीतुं हेड. छोटी। ___A waterpot (earthen or woodवस्ती का स्थान. an abode of mean ____en) used by ascetics. नाया०७१६; population. अणुजो० १३१; वेय० १, भग० ११,६; १४, ८% ६; उत्त० ३० १६; ठा० २, ४; कमकरिया स्त्री. (क्रमकरिका) मे५ गतर्नु कब्बडग. पुं० (कर्बटक) ४०४ नामना यह पात्र. एक जातका बाजा. A kind of कर्बटक नाम का ग्रह. Naine of a musical instrument. निसी० १७,३५; planet. ठा. २, ३, -सद्द.न.(-शब्द क्रमक्रिया शब-क्रम कृत * कमल. न. ( * ) ५५२; 8431. खोपडी; / शब्द.) पात्रता सह. बाजे का आवाज खप्पर. The skull; a piece of a bro- sound of a musical instrument. ken jar of the shape of a निसी० १७, ३५ skull. "कभाल संट्ठाण संहिए" उवा. २, | कमढग. न० ( कमहक) सानी ४५टने ६४; अंत. ३, ८; अणुत्त. ३, १; આકારે સાવીને બહાર કરવાનું તુંબડાનું कम. पु. (क्रम ) भ; अनुम; ५६ति; नियम पात्र; १. कांसे के पात्र के सदृश साध्वी स२. क्रम; अनुक्रम; नियमसर; तरताब वार. के आहार करने का तुम्बेका पात्र-कमंडल. A Order; method; serial order. dining vessel of an ascetic made सम०७: क० ५.१, १५; ६६; क. गं० २, of gourd and having the shape ११, ५, ७६; सु. च० १, १; पि. नि०६० of a bronze pan; ati earthen or नाया. १, ७, १, १६ भग० ५,१६,३; wooden waterpot of an ascetic. २०, ५; २४, १; ३२, २: प्रव० ३७६; विशे. श्रोघ० नि० ३६, ६७५; वव० २, २७; २, ११०; जं०प० ७.१५७; (२) २२६; ५०. | कमढय. न. (कमढक) तुम अपलो शह. पांव; एग; चरण. feet. गच्छा० ३६; - दखो उपर का शब्द. Vide above. प्रव. प्रारद्ध. त्रि. (-प्रारब्ध) मेशिने मार- ५३६; -जुय. वि० (-युत) रोगन पोरेथा मेसु. क्रमसे प्रारंभ किया हुआ. begun in सेपित रे तुंगना पात्रया युत. रोगन serial order. क. प०५,६५; -उक्कम. आदि से लेप किये हुए तुम्बी के पात्र सहित. पुं० (-उत्क्रम ) म सने हम. क्रम और (one ) possessed of a painted अनुक्रम. order and serial order. vessel made of a dry gourd. * तुम। Y४ नम्॥२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनष्ट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #414 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कमण] ( ४०७ ) [ कमलसिरी प्रव० ५३६; the place where lotuses grow कमण. न० (क्रमण) २मा भए ४२. आक्रमण abundantly. कप्प० ३, ३६; -वणा___करना. Attacking. ओव. ३, १; लंकरण. न० (-वनालंकरण ) मानना कमल. पुं० (कमल) भर. कमल. A याभूषय. कमल बन का श्राभूषण. the lotus. संस्था० १५; राय० २७; नाया० १; lotus as an ornament of the ८;६; भग० २, १; ६, ३३: विशे० ११०६; forest. कप्प० ३, ३६; -(ला)सीहा(२) मे गत २१. एक जाति का सण. न० (-सिंहासन) पिशायना / मृग. a kind of deer. जं०५०५, ११५; કાળની પટ્ટરાણી-કમલાદેવીનું કમલસિંહાસન १२१; अणुजो० १६; ओव० ६३; (३) नामनुं सासन. पिशाचों के इंद्र काल की ७४ा तीर्थ ४२नुदान. छठे तीर्थकर का चिन्ह पटरानी कमलादेवा का कमल सिंहासन नाम - लांछन. the mark ( insignia) of का आसन. name of the throne of the 6th Tirthankara. प्रव० ३८१; Kamalädevī the crowned queen -प्रागर. पुं० ( -प्राकर ) मसागुं of Kāla, the Indra of the तसाच. कमलवाला तालाव. a lake with Pisachas. नाया. ध०५ lotuses growing in it. ओव० १३, कमलगाहावइ पुं०(कमलगाथापति) भर भग० २, १; अणुजो० १६; —ायर. पुं० नामना गृहपति; गृहस्थ. कमल नाम का एक (-भाकर) मसनां पत्तिस्थान; तसाच HIGÅTT. A merchant-prince so स।५२ वगेरे. कमल के उत्पन्न होनेका स्थान. named. नाया० ध० ४: तालाव, सरोवर भादि. a lake etc. कमलप्पभा. स्त्री. (कमलप्रभा) शायना where lotuses grow. कप्प० ४, महारानी मी० ५४रानी. पिशाचों ६०; --उवम. त्रि. (-उपम ) भवना के इन्द्र काल की दूसरी पट्टरानी. Name सर; भ युकसल के सद्दश; कमल of the second principal queen जैसा. lotus-like; resembling a of the sovereign king of the lotus. विवा० ७; -ट्ठिय. त्रि० (-स्थित) Pisachas. ठा०४, १; भग० १०५; मस G५२ २९. कमल पर रहा हुआ. नाया. ध० ४, situated on a lotus. कप्प० ३, ४१; | कमलडिंसयभवण. न. ( कमलावतंसक-(ला)णयण. न० (-नयन) भसना भवन ) मसावतंस नामे भवन. कमला पी मांग. कमल जैसी अांख. an eye वतंसक नाम का भवन. A celestial like a lotus. नाया० १; -दल. न० abode named Kamalāvatan(-दख) मखनु पत्र. कमल का पत्ता. seka. नाया० ध० ५; a leaf of a lotus. भत्त० ७८; कमलसिरी. स्त्री० (कमलश्री) मनश्री नाम -दलक्ख. त्रि.( -दलाक्ष ) मदनी नीशी . कमलश्री नाम की रानी. Name viसपी आमाणु. कमलकी पखड़ी के of a queen. नाया० २८; -भारिया. qara siatanar. having eyes like स्त्री० (-भार्या) मनश्री नामनी स्त्री. lotus-buds भत्त० ७८% -वण. न. कमलश्री नाम की स्त्री. name of a (-बन ) भसनुं वन. कमलों का बन. woman नाया. घ. ४; Page #415 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कमला ] ( ४०८ ) कमला. स्त्री० (कमला) पिशायना द्र अजनी पट्टराणी, उमलावी. पिशाच का इंद्र काल की पट्टरानी; कमलादेवी. Kamalādevi, the crowned queen of Kala, the Indra of the Piśāchas. जं० प० ३, ५७; नाया० ६० १; ठा० ४, १; भग० १०, ५, दारिश्रा स्त्री० (-दारिका ) उभा नाभनी पुत्री कमला नाम की लडकी. a daughter of this name. नाया • ध० ५; - रायहाणी. स्त्री० ( -राजधानी ) उभसाहेवीनी उभा नामे राज्धानी. कमलादेवी की कमला नाम की राजधानी. the capital-city named Kamala of Kamalādevī. नाया० ध० ५; कमलावई. स्त्री० ( कमलावती ) धार राज्यनी राशी इषुकार राजा की राणी. Name of the queen of king Isukāra उत्त० १४, ३ कमसो. अ० ( क्रमशस् ) अनुभथी, भेरी. क्रम से; अनुक्रम से. In order ; in serial order विशे० ११०; पिं० नि० ७७; अणुओ० १२८; प्रव० १८; १३४३; क० गं० १, १४; ३०; २, ३० ५,८३० प० १, १६; ४० उत्त० १५, ११; कमा. स्त्री० ( कमा ) माहेवी; परन्द्रनी महिषीनुं नाम कमादेवी; धरणेंद्र की अग्र महिषी का नाम. Kamādevi; the principal queen of Dharanedra. नाया • ध० कमाड न० ( कपाट ) 5213. किवाड A door. श्राव० ४, ५; कमियव्व. त्रि० ( क्रमितव्य ) भलु १२. आक्रमण करना; हमला करना Attacking; overpowering. नाया० १; भग०६, ३३; कम्म. पुं० ( कार्मण ) अर्भणु शरीर; पांय [ कम्म शरीर भानुं . कार्मारण शरीर; पांच शरीरों में से एक. Karmic body; one of the five sorts of bodies. भग० १, १; ६; २, १८, १; क० गं० ५, ७६; ( २ ) अर्भणु योग; १५ योगभांना ये. कार्मण योग; १५ योगोंमेंसे एक. Karmapa Yoga ; one of the 15 Yogas. क०गं०४, ७; २८; (३) अभंग शरीर योग्य द्रव धनी वर्गणा - समुदाय ( ३ ) कार्मण शरीर के योग्य पुगल स्कंधों का समूहसमुदाय. & collection of molecules fit for the Kārmapa body. क० प० १, १६; – उरलदुग. न० (- श्रदारिकद्विक ) अणु तथा એદારિક કિ. कार्मण तथा औदारिक द्विक- युग्म a pair of Karmana or physical bodies. क० गं० ४, ३०; — पोग्गलपरियड न० ( - पुद्गल्ल परिवर्त) २५ वटा वमतमां લોકનાં તમામ પુદ્ગલેને કાર્ય શરીર પણે લઇને પરિણુમાવીને છેડે તેટલે વખતअनोखे विलाग. एक जीव जितने समय में लोक के तमाम पुद्गलों को कार्मण शरीर द्वारा लेकर और परीणमाकर छोड़ता है उतना समय काल का एक विभाग 8 certain division of time. भग० १२,४; कम्मनपुं० (कर्मन् ) उत्त्क्षेपण, यवक्षेपणु, खाकुंथन, प्रसारण, गमन, पांयमांनु गमेते थे . उत्क्षेपण, अवक्षेपण, आकु वन, प्रसारण और गमन इन पांच कर्मों में से कोई भी एक कर्म. any of the five actions consisting of raising, lowering, contracting, expan ding and moving. भग० १, २,१२,५; पन० २३; दसा० ६, १; उवा० १, ४३; (२) કારીગરી, કારીગરીથી બનાવેલું રૂપ-આકાર कारीगरी; करीगरी से बनाया हुआ श्राकार. For Private Personal Use Only Page #416 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्म] ( ४०६ ) [कम्म artificial shape श्रणुजो० १०; (३) उभा शर्य; यिा; म धंधो. व्यापार; कर्म; काम क्रिया; धंधा action; operation; trade. अणुजो० १३१; ठा०1, 1; सू८५० ११; नाया. १, १७; मु०च. १, १; पिं.नि. ६३; १०१, ४३७; पिं. नि. भा० ४०; जे. प० ७, १५१; (४) मा प्रवृत्ति. आरंभ; प्रवृति. beginning of activity; activity. सूय० १, १२, १५; जं० प. (५) साभानी शतिने सानार ज्ञानाવરણાદિ આઠ કર્મો જ્ઞાનાવરણીય, દર્શાના१२९शीय, हनीय, भोलनीय, आयुष्य, नाम, ગેત્ર,અને અન્તરાય, એ આઠમાંનું ગમે તે ५. आत्मशक्ति को दबाने वाले आठ कर्म; ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, वेदनीय, मोहनीय; आयुष्य. नाम, गोत्र, और अंतराय इन आठ में से कोई भी एक. any one of the eight Karmas viz. Jñänāvaraniya, Darśanāvarņiya, Vedaniya, Mohaniya, Ayusya, Nāma, Götra and Antarāya. भग० २, १, ५, ३, 1,५, ४, ७, ८, ३५, १; ३४, १; पन्न० १; १४; १६; दसा० ६, १; विशे० २४६; ३६३; सूय. २, १, ६०; दस० ४, २४, ६, ३३; ६६; नाया० १; ८; कप्प० ५, ११८; श्राव. १, ५; क. गं० १, १; ३७, २, १; -अंत. पुं० (-अन्तकर्मणां अन्तः पर्यन्तभागो मूलं कारणं यस्य ) ना १२९१. कर्म का निमित्त- । कारण. a cause of Karma. दसा० ६, ३१; -अंस. पुं०( --अंश) ज्ञानावर. या भनी अश. ज्ञानावरणादि कर्मीका अंश. a portion of Karma, e.g. of knowledge-obscuring Karma etc. ओव० ४२; उत्त० ३, १०; भग १५. १; १८, ७; (२) प्रति . कर्म प्रकृति. I Vol. II/52. a variety of Karma. क. गं. ६, १७; -श्रवसेस. पुं० (-अवशेष) भ. भात्र अवशेष-नर्भ. कर्ममात्रः श्रव. शेष-बाकीका कर्म. the whole mass of Karma;the remaining Karmas. भग० १४, ७; -श्राजीव. त्रि. (-श्राजीवक) ती वगेरे भरी वना२. खेती प्रभृति कर्म करके जीविका चलाने वाला. one who earns livelihood by agriculture and other occupations. टा० ५, १; -श्रादाण. न० ( -श्रादान ) ५४२ प्रजानां महान; श्रावने न ३२वा योयम-. पंद्रह प्रकारके कर्मादान; श्रावक के न करने योग्म कर्म-व्यापार. the fifteen sorts of uctions by which Karma in incurred; a business not fit to be done by a layman or a Jain. भग. ६, ३३; (२) ने आवयानी भार्ग. कर्मों के आने का मार्ग. a door for the coming in of Karma. भग० ५, ५; -श्रायाण. न.(-श्रादान) भनु माहान २१. कर्मों का उपादान कारण. au efficient cause of Karma. अंत. ६,१५;-श्रासीविष. त्रि० (-श्राशीविष = कर्मणा-क्रियया शापादिनोपघातकरणेनाशी विषाः कर्माशीविषाः)ोहिया अनुष्टानना બલથી બીજાને નાશ કરવાની પ્રાપ આપી અનિષ્ટ કરવાની શક્તિ ઉત્પન્ન થઇ હોય તેવા तिर्यय मनुष्य वगेरे. जिसे क्रिया- अनुष्ठान के बलसे दूसरों का नाश करने-शाप देकर अनिष्ठ करने की शक्ति उत्पन्न होगई है वह तिर्यंच मनुष्य वगैरह. one that has developed the power of effecting evil to others by the force of some practices and by Page #417 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ४१० ) pronouncing curses. भग० ८, १; | जीव वीर्य इत्यादि. instrumental २; -उदय. पुं० ( -उदय ) मानी जय. cause of Karma.भग०६, १;-करी. कर्मों का प्रादुर्भाव. rise of Karmal; स्त्री. (-करी) आम नारी; भगरी; maturity of Karma. भग० १, ३२; सी. काम करने वाली; दासी; नौकरानी. -उदीरण. न० (-उदीरण )भने राणे a female servant, a maid-serभेयान यम साय ते. कर्मों को उदय vant. श्राया० २, १, २, १२; --कार. माय में लाना. forcing up Karma पुं० (-कर) म ३२ना२; हास. काम करने into maturity. भग० २५, ६; वाला दास. a servant. नाया. ----उपग. पु. ( -उपग) ज्ञानावरणात -कार. पुं० (-कारक ) म ४२ना२, भानु जयन. ज्ञानावरणादि कर्मों का बंधन. स. काम करने वाला; दास. a servant. bondage of Karma, e.g. that of दसा. ६, ४; - खय. पु. (-आय) knowledge-obscuring Karma भेनिा क्षय-नाश. कमी का क्षय-नाश. etc. भग० १४, ६ --उवचय. पुं० destruction of Karma. नाया. ( -उपचय ) उनि ५५4-वृधि. कर्मों ५; प्रव० ४४८; १५८; भत्त० १३६; की वृद्धि. increment of Karmas. --खंध. पुं० (-स्कन्ध ) मना २७५भग• ६, ३; ---उवसम. पुं० (-उपराम) मसभूख. कर्म के स्कंध-अणुसमूह. मान सभायवाते. कर्मों को उपशमाना. collection of Karmas. क. गं. ५, subsidence of Karma; assuag. ७८ -गर. पुं० (-कर) रीगर-गुहार ing of Karina. भग०६,३२;-उवहि. वगेरे. दस्तकार ( कारीगर )-लुहार इत्यादि. पुं० (-उपधि) मरूप उपाधि; माह an artisan, e.g. a blacksinith भर५ परिव. कर्म रूप उपाधि; आठ etc. जीवा० ३, ३; जं० प० ५, ११२; कर्म रूप परिप्रह. obstacles, fetters -गुरु. त्रिः ( --गुरु ) भेरी-गुरुin the form of the eight kinds नारे; मारेमा की से भारी गुरु कुर्मी of Karma. ठा० ३,१; भग. १८, ७; ( one ) possessed of heavy --कर. पुं० (-कर) धरनु आमा Karmas. नाया० ६; -गुरुयना. स्त्री. ४२नार, अभय ना४२. घर का कामकाज (-गुरुकता ) भेरी गुरुपा कर्मों करने वाला; नोकर चाकर. a domestic द्वारा भारी पना.heaviness of Karmas. servant; a servant. जं. ५० ओव. भग० ६, ३२; -गुरुयसंभारियत्ता. ३१; दसा० ६, ४; आया० २, १, २, १२, स्त्री० (-गुरुकसंमारिकता) भानु नारे; -करप्र. पुं० (-कर+क) "कम्म- मारेभिप. कर्मों का भारी पन; जिसके कर "श६. देखो " कम्मकर " शब्द. कम बडे जवरदस्त है. heaviness of vide “ कम्मर " सूय. २, २, ६३; Karmas; state of being one -करण. नं० (-करण-कर्मविषगं with heavy Karmas. भग १,३२; करणं जीववीर्य बन्धनसंक्रमादिनिमित्तभूतं -घण. पुं० (-घन ) मा पा६१. कर्म कर्मकरण ) भन ४२१, साधन; कर्म रूपी बादल. a clond in the form ७५ पार्य वगेरे. कर्मों का करण-साधन | of Karma. " विरायई कम्म धखंमि Page #418 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्म ] the श्रवगए ” ८, ६४; - चउक्क. न० (-चतुष्क ) दर्शनावरणु, वहेनीय, नाम, अने गोत्र, यार उभ दर्शनावणीय, वेदनीय, नाम और गोत्र ये चार कर्म. the four varieties of Karma, viz. Darsanavarṇiya, Vedaniya, Nāma and Gotra. क्र० प० २, ८०; -- जाइभेश्र. पुं० ( - जातिभेद ) उर्भ अने लति तो लेह. कर्म और जाति का भेद. distinctions of occupation and castes प्रव० १५, १५; - जुस. त्रि० ( -युक्त ) उर्भ युक्त; उर्भसहित. कर्मयुक्त - सहित; यमं युक्त. possessed of Karmas; with Karmas प्रव० १२८८; दुग. न० ( - अष्टक) यह भी आठ कर्म. the eight Karmas. क० प० १, १ प्रव० १२०६६ - गोदय. पुं० ( - अष्टकोदय ) अष्टर्भ तो हय. आठ कर्मों का उदय. the rise or maturity of eight Karmas. क० प० ७, ५५; - डिइ. स्त्री० ( -स्थिति ) :र्मनी स्थिति कर्मों की स्थिति. duration of existence of Karma. भग० ६, ३, १४, ६; प्रव० १०४४; क० प० २, ७४, ३, २; - णरवइ. पुं० ( - नरपति ) ४३पी राज्भ कर्म रूपी राजा. & sovereign, a king in the from of Karma. नायाο १७; - णिदाण. न० ( - निदान = कर्म निदानं नारकत्वनिमित्तं कर्मबन्धनिमित्तं वा येषां ते कर्मनिदानाः ) र्भ संघनना डारा. कर्म बंधन का कारण. a cause of Karuic bondage. भग० ४, ६; १४, ६; - खिलेग पुं० ( - निषेक) लुग्गे "कम्म निसेन ” ६. देखो "कम्मनिसे " शब्द. vide. "इम्मनि सेच" जीवा ०२; भग० ६, ३: ( ४११ ) दस ० [ कम्म -- दव्ववग्गणा. पुं० (द्रव्यवर्गणा) उर्भ २५ द्रव्य वर्ग- मौना समूह. कर्म रूप समुदाय - कर्मों का समूह; कर्म वर्गणा. a group, collection of Karmas भग० १, १; - निज्जरा . स्त्री० (-निर्जरा) उर्मनी निर्भरा; ना क्षय कर्मों की निर्जरा; कर्मों का क्षय. destruction, wasting away of Karnia. भग० ७, ३; - निव्वत्ति. स्त्री० (- निर्वृति) उनी त्यत्ति-निष्पत्ति कर्मों की उत्पत्ति - उद्रम birth of Karmas भग० १६, ८, - निसे. पुं० ( - निषेक-कर्मणो निषेको बाध्धशेनाकर्मीस्थीतः कर्मदबिकEngभवनार्थो रचनाविशेषो वा कर्मनिषेकः समाधा डास शिवायनी मे स्थिति; અબાધાકાલ પછી કર્મનેા અનુભવ થાય તેવી રીતે કરેલી કર્મની એક રચના વ્યવસ્થા. अबाधा काल रहित कर्म स्थिति; अबाधा काल के पश्चात् कर्मों का अनुभव हो ऐसी की हुइ कर्म रचना - व्यवस्था. & variety of Karma which is experienced after the period of its end. "श्रबाहूखिया कम्मट्ठई कम्मनिसगोत्ति " भग० ६, ३; - पएस. पुं० (-प्रदेश ) अर्मना प्रदेश. कर्मों का प्रदेश. the atomic part of Karma. 口 प० १, २६ ; ७, ५.०; क० गं० '५, ६६; – एगइ. स्त्री० ( - प्रकृति ) उनी प्रकृति कर्मों की प्रकृति. variety of Karma. क० गं० ६, ६६, - पगडि. बी० (प्रकृति) भनी प्रकृति व्यवांतर भेट. कर्मों की प्रकृति- अवान्तर भेद. Karmic nature; Karmic variety. भग० ६, ३, ६, ८, १०, १६, ३; २५, ६; २६, ३;३३,१; - प्रभार. पुं० (- प्रभार) उनी र म सोने कर्म का भार; कर्मों का बोझ heavy load of Kar ma निर० १, १ - परिग्गह. पुं० For Private Personal Use Only Page #419 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्म ] ( - परिग्रह ) आई उर्मरूप परियल आठ कर्म रूप परिग्रह. possession in the form of the eight kinds of Karmas ठा० ३, १; भग० १८; ७; - परिणति स्त्री० (परिणति) उर्भ इ. कर्मों का फल. the result of Karma पंचा०७, ४८६ - पुरिस. पुं० (-पुरुष) :र्भ-भहालाहि तत्प्रधान पु३ष वासुदेव. कर्म -महारंभादि में प्रधान पुरुष - वासुदेव. Vasudeva whose activities mainly consist of sinful operations. ठा० ३, १; - पवाय न० पुं० ( - प्रवाद ) उर्भસંખ ધી વિવેચન જેમાં છે તે; કર્મપ્રવાદ नामना पूर्ण जिसमें कर्म संम्बन्धी विवेचन हैं वह: कर्म प्रमाद नामका आठवां पूर्व. name of the 8th Parva in which there is a discourse on Karma. नंदी० ५६; सन० १४; - बंध. पुं० (-बंध ) मे संघ. कर्मों का बंध. Karmie bondage. नाया० १७; प्रव० ११६१; - बहुत्त न० ( - बहुत्व ) में मांडला. कर्मों का बाहुल्य. multiplicity of Karma, भग० १२, ७; - बी. न० ( - बीज ) उर्भ मीन रा द्वेषाहि कर्मों का बीज - राग द्वंशादि seed of Karma दसा ० ५,३६६ - भारियता. स्त्री० ( - भारिकता = भारोऽस्ति येषां तानि भारकाणि तद्भवो भारिकता कर्मणो भारि. कता कर्मभारिकता ) मनुं लारेप. heaviness of Karmas भग० &, ३२ - मइल. त्रि० ( - मलिन ) ुर्भ वडे भसीन कर्मों द्वारा मलीन. bespattered with Karma. क० प० ७, ७; - मल. पुं० ( - मल ) उर्भरूपी भेल. कर्म रूपी मैल, dirt in the form of Karma.क०प० १,१; -- मलावेक्खा. स्त्री० ( ४१२ ) For Private (मलापेक्षा रूपी भेजनी अपेक्षा. कर्मरूपी मैल की अपेक्षा. reference to the dirt in the form of Karma, प्रव० ७३५; – मूल न० ( मूल ) ुर्भनुं भूझ शरण; मिथ्यात्व अविरति, प्रमाद, उपाय [ कम्म 66 योग. कर्मों का मूल कारण; मिथ्यात्व, अविरति, प्रमाद, कषाय और योग. any of the five causes of Karma, viz. Mithyatva, Avirati, Kasāya and Yoga. कम्ममूलंचजंग आया० १, ३, १, ११७; -- रय. न० ( - रजस् ) उर्भरूप २० कर्म रूपी रज; कार्मिक रज. Karmic dust. नाया० ८; १४; दस० ४, २०; भग० ६, ३१, २०, ८ -लेस्सा. स्त्री० (-लश्याकर्मणः सकाशाचा लेश्या जीवपरिणतिः सा कर्मलेश्या) नाभर्मनी प्रकृतिरूप छ तेस्या. नाम कर्म की प्रकृति रूप छः लेश्या. any of the six Lesyās resulting from the Nama Karma of a soul. भग० १४, १; ६; वस. त्रि० ( -वश ) उमेने पश- खाधीन. कर्माधीन; कर्मों के वश. one subject to Karma. नाया• १८ – वसगय. त्रि० ( - वशगत ) ने वश थयेस. कर्मों के वशीभूत. one under the power of Karma. नाया० ६६ - विउसग्ग. पुं० ( - व्युत्सर्ग) उभंनो त्याग २) ते. कर्मों का त्याग करना abandonment of Karma. भग० २५, ७ – विगम. पु० ( विगम ) उन क्षय कर्म क्षय. destruction of Karma; subsidence of Karma. पंचा० १, २ – विमुक्क त्रि० ( विमुक्त) मेथी मुक्त थयेस. कमसे मुक्त. oue, free from Karma. नाया ० ६६ - वियइ. स्त्री० ( - विगति ) अर्मनी Personal Use Only " Page #420 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्मश्र] ( ४१३ ) [ कम्मण वियित्र गति. कर्मों की विचित्र गति. the body made up of the combinastrange course of Karma. भग. tion of the eight varieties of ६,३२; - विस. न० (-विष) ५२. Karma. Every earthly soul कर्मरूपो विष-जहर. a poison in the has the Kūrmaņa as well as form of Karma. पंचा० ४, २८; the Tejasa Śarira and these -विशुद्धि. स्त्री. ( -विशुद्धि ) भनी two accompany it even in the शुद्धि. कर्मों की निर्मलता-शुद्धता. purifi- next birth. सम० प० २१६; जीवा० cation of Karma. भग०६, ३२; १; अणुजो० १४५; -विसोहि. स्त्री० ( -विशुद्धि ) भनी कम्मइया. स्त्री० ( कर्मचिता ) म ४२तां शुदि. कर्मों की शुद्धि. purification of કરતાં ઉત્પન્ન થયેલી બુદ્ધિ, ચાર બુદ્ધિમાંની Katma. भग० ६, ३२; -वेयणा. स्त्री० से काम करते २ उत्पन्न हुई बुद्धि; चार ( -वेदना ) भनी वेना. कर्मों की वेदना- बुद्धिों में से एक. Thought excited पीडा. feeling of pain due to in the mind during the course Karma. भग० ७, ३; -समारंभ. पुं० of an action. नाया० 1; (-समारम्भ) पापना तुरू५ यि २६. कम्मा .अ. ( कर्मतः ) था. कम से. पाप का हेतु रूप क्रिया का कारण. Through, on account of Karma. cause of Karma which leads भग० १२, ५, २०, ४ to sin; an action leading to | कम्मग. न. (कर्मक कार्मण ) शा२ः sinful Karma. श्राया. १, १, १, ७; समुदाय द्रव्य. कामण शरीर; कर्म समूह --सह. त्रि० (-सह) भविषाने सहन द्रव्य. Karmana Sarirnieu body ४२ना२. कर्मविपाक को सहन करने वाला. made up of the combination of (one) who endures the results the night kinds of Karna. विश of Karma. "कम्मसहा कालेण जंतवो" ६५८; भग० ८, ६; १२, ५; -सरीर. सूय. १, २, १, ६; -हे उअ. त्रि. न० (-शरीर.) आणि शरी२. कार्मण शरीर, (-हेतुक ) भछ हेतु नोनुमेधुं. जिसके Karinana Satira भग० २५, १; कर्म ही निमित्त हैं वह. that of which -सरीरि. पुं० (-शरीरिन् ) म १२Karma is the cause. “ पयत्तलहि बातो. कामण शरीरवाला जीव. a soul त्तिव कम्म हेउग्रं " दस० ७, ४२; possessed of Karmana Sarira. कम्मअ. पुं० ( कार्मण) माना था जावा. १०; ठा० ६, ४; भग० १८, १; ३५ मिण शरीर, तेजस मने भिर | कम्मजाय. पुं० ( कार्मणयोग) शी२०॥ति શરીર સંસારી દરેક જીવને હોય છે તે ભવાં ! व्यापा२. वशीकरणादि व्यापार. The act तरमा ५९४ पनी साये गय छे. आठ of naking one submissive by कों का समूह रूप कार्मण शरीर; प्रत्येक means of some enchantment सांसारी जीव को तेजस और कार्मण शरीर | etc. नाया० १४; होता है और भवांतर में भी जीव के साथ | कम्मण. न. (कार्मण) मननी तिथी ने जाता है. Karmana Sarira i. e. a ११ ४२y, iist liqj पोरे. मानसिक Page #421 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्मतर] ( ४१४ ) शक्ति से किसीको वश करना; पागल बनाना of Karma; ( one ) who earns इत्यादि. Mesmerism. पिं. नि. ४६७; livelihood by any of the three अव. १३३०; क. गं. ३, २४, ४, २७; professions, viz. literary, mili. (२) शरी२. कार्मण शरीर. the tary and agricultural. उत्त० Karmana body. भग० १, ५; क. २६, १९४; ग० १, ३३; -जोय. पुं० (-योग ) कम्मभूमि. स्त्री. ( कर्मभूमि-कृषिवाणिज्यवशी २६याहि व्यापार. वशीकरणादि व्यापार.. तपःसंयमानुष्ठानादिकर्मप्रधानाभूमयः कर्मpractising of euchantment भूमयः) भूमि भनुष्यने २वाना ५४२ etc. नाया. १४; ~सरीरनाम. न. ક્ષેત્ર; પાંચ ભારત, પાંચઈસ્વર, અને પાંચ (-शरीरनामन् ) ए शरीर नाम. कार्मण महावि मे ५६२ क्षेत्र कर्मभूमि मनुष्य के शरीर नाम. the name or appella रहने के पंद्रह क्षेत्र; पांच भरत, पांच इरक्त tion Karmana Sarira. सम० २८; और पांच महाविदेह. The 15 regions कम्मतर. न. (कर्मतर ) अतिशय . of the abode of men of Karma. बेहद कर्म; अधिक कर्म. Excessive Bhumi,viz. 5 Bharat, 5 Iravata Karma. भग० ५, ६; and 5Mahavideha. विशे. १११ कम्मतरय. पुं० (कम्मसरक) गर्भ, अति- भग, २०, ६, ८, २५, ७ नंदी० १७, शयन. बहुत कर्म; अतिशय कर्म. Ex. पम० १; आव० ४,८; cessive Karma. भग० ५, ६, ७, ३; कम्मभूमिग त्रि. (कर्मभूमिक) भूमिमा कम्मत्थय. पुं० ( कर्मस्तव ) स्तवनामे પેદા થયેલ મનુષ્ય, અસી, મસી, અને કૃષિ भयना त्रीने भग्रंथ. कर्मस्तव नाम का એ ત્રણ કર્મ કરી નિર્વાહ ચલાવનાર મનુષ્ય अर्मग्रंथ का तीसरा कर्मग्रन्थ. The third कर्मभूमि में पैदा हुआ अथवा रहनेवाला मनुष्य; division of Karmayrantha; the असी, मसी, कृषि ये ३ कर्म कर निर्वाह करनेthird Karmagrantha named वाला मनुष्य A person born in Karmastava, क. गं. ३, २५, Karma-Bhāmi; a person earn. कम्मधारय. पुं० (कर्मधारय ) म पा२५ ing his livelihood by any of the सभास; समासना स २. कर्मधारय three occupations,viz. military, समास; समास का एक भेद. An apposi. literary, and agricultural. ओघ. tional compound; a variety of नि० ५२६ पन्न, १;-भूमिय.त्रि. (-कर्म compound. अणुजो० १३१; भूमिज) तुम "कम्मभूमिग" शब्द. देखो कम्मभूम. त्रि. ( कर्मभौम ) भभूमिना | " कम्मभूमिग" शब्द. vide. “कम्म ક્ષેત્રમાં રહેનાર; અસિ મસી અને કસી ! भूमिग" ठा० ३, १; (तसवा२ सम अने मेती) मे र कम्मय. न. (कर्मज-कर्मणो जातं कर्म७५२ निर्वाड सायना२. कर्मभूमि में रहने । जम् ) अमर शरी२; आमना साथी वाले; असि मसी और कृषी ( तलवार, कलम उत्पन्न यतुं रिहि यार शरीरका ॥२९५ और खेती) ये तीन कर्म करके निर्वाह चलान । २५ शरी२. कार्मण शरीर; आठ कर्मों के समु. वाला. (One ) living in the land | दाय से उत्पन्न औदारिकादि चार शरीरों Page #422 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्ममास] ( ४१५ ) [कम्मासरीर का कारणरूप शरीर. Karmana Sarira; फल. the matured result of a body formed by the combi. Karma.. उत्त० २, ४१; -ज्झयण. nation of the particles of the पुं० (-अध्ययन ) भविषा४-१५५५।५।eight kinds of Karma, and a ત્મક કર્મના ફળનું પ્રતિપાદક શાત્ર, તેના cause of the four kinds of सध्ययन-अध्याय, कर्मविपाक-पुण्य पापाbodies, viz. Audarika etc. जं. त्मक कर्मों का फल प्रतिपादन करने वाले प० २, २४, पन्न. १२; -दव्व. न. शास्त्र का अध्ययन-अध्याय. a seripture (-द्रव्य) आभए शरीरने योग्य द्रय वर्गा. or a chapter of it explaining कार्मण शरीर के योग्य द्रव्य समूह. mole- the results of good and evil cules of which Kārm Karmas. सम० ४३; is made. विशे० ६७४; कम्मवयय. पुं. ( कर्मवेदक ) प्रज्ञापताना कम्ममासप्र-स. न. (कर्ममाषक ) पांच પચીશમાં પદનું નામ, જેમાં જીવ કર્મને મુંજા (રતિ) ચાર કાગણી અથવા ત્રણ કેવી રીતે બાંધે છે તથા કેવી રીતે વેદે છે निया५प्रमाणु कान-मा५. पांच रत्ती चार तेनुं वर्शन छे. प्रज्ञापना के २५ वें पद का कागणी या तीन निष्पाप के बराबर का वजन नाम, जिसमें जीव, कर्म किस तरह बांधता है -माप. A measure of weight तथा किस तरह भोगता है इसका वर्णन है. equal to 5 Gunjas or 4 Kāga. Name of the 25th Pada of nis or 3 Nispipas i. e. equal Prajñāpanā dealing with the to about 10 grains. अणुजो० १३३; way in which a soul incurs कम्मया. त्रि० ( कर्मजा) म ४२i २i and experiences the Karmas. ઉપજે તે બુદ્ધિ; ચાર પ્રકારમાની ત્રીજા पन्न० 138 मानी शुद्धि भया'. काम करते करते ! कम्मार. पु. ( कर्मार) सुतार. लुहार. A जो बुद्धि. उत्पन्न होती है वह बुद्धिः चार | ___blacksmith. विशे०१५६८; जीवा०३,१; प्रकार की बुद्धिओं में से तीसरी 'कम्मया' | कम्मार. पुं. (कर्मकार) मना२; न।।२ बुद्धि. Thought or impulse ex. काम करनेवाला; नौकर. A servant; cited in the mind during the जं.प. जीवा० २,३; (२) २. मिस्त्री. course of an action; the third a carpenter; राय० ३२; of the 4 varieties of thought कम्मावादि. पुं० ( कर्मवादिन् ) भवाही. or mental operation. नंदी. २६; भने भानना२. कर्मवादी; कर्मों को मानने ३२; ३६; दसा० ६, ४; निर० १, १, वाला. Oue who believes in the कम्मविवाग. पुं० ( कर्मविपाक ) ये doctrine of Karma. आया. १, નામનું કર્મગ્રંથનું પ્રથમ પ્રકરણ પ્રથમ १; १, ५, भयनु नाम. इस नामका कर्मग्रंथ का कम्मासरीर. न. (कार्मणशरीर ) भर प्रथम प्रकरण; प्रथम कर्मग्रंथका नाम. The शरी२. कार्मण शरीर. Karmana first Karmagrantha क. गं. १, Sarira; Karmic body. भग. ८, १; ६१; (२) तुं परिणाम-स. कर्माका । १; -कायजोय. पुं० (-काययोग ) Page #423 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कम्मिया] [कय-श्र अमर शरीर संबंधी यांना वेपार. कामण शरीर सम्बन्धी काया का व्यापार. physi. cal operation connected with Karmana Sarira. भग० २५,१; कम्मिया. स्त्री. (कार्मिका ) सण्यास २di ४२ता उत्पन्न थयेमुधि अभ्यास करते करते उत्पन्न हुइ बुद्धि. Thought or impulse excited in the mind during the course of study. भग० १, १, १२, ५, नाया. १, ठा० ४, ४; (२) अशेष २९ख भ भनाअंश. वाकी का कर्मः कर्मोका अंश. the rem. mant of Karma. भग० २, ५; कय. पुं० (क) माय, श. बाल; केश. Hair. तंडु. जीवा० ३, ४, राय० ३५ --श्राभरण. न० (-श्राभरण ) माथाना र ५२ ५९२कानुं याभूषाण. सिर के बालोंपर पहनने का आभूषण. an ornament that is worn on the hair of the head. कप्प. ४, ६२; -ग्गह. पु० (-ग्रह ) ५य मांगती शाह २१॥ ते. पांचों अंगुलीओं द्वारा केश पकडनाकचग्रह. catching of hair by means of five fingers. "कयग्गगहहित्र करय. लपब्भट्ठ विमुक्केणं " राय. जं० प. कय. पुं० ( क्रय ) पy; ले. मोल लेना; लेना. Purchasing; buying. जीवा. ३, ३; भग० ३, ७; दसा. ६, ४; गच्छा० १०३; दस० ७, ४६; -विद्याय पुं. ( -विक्रय) परी, ययु; आपले ४२वी. खरीदना, बेचना; अदला बदला करना. | buying and selling; exchange. आया० १, २, ५, ८८; उत्त० ३६, १३; दस० १०,१, १६; कय-श्र. त्रि. (कृत) रेस; पायरेस. किया। हुआ; आचरित. Done; performed; practised. "कयकोउयमंगलपच्छित्ता" धिवा० १, २, सु० च० १, ४३; भग० २, १, १५, १; २५, ७; नाया० १, २, ३, ५; १६; १६; अणुजो० १२८; १२६; १४७; पिं० नि० १५७; ओव० ११; पन्न. २; विशे० १; उवा०२, ६५; कप्प०३, ३३, ४० पंचा०४, ४०; पिं०नि०भा० २; दसा०६, १५; -~अंतर. न० (-प्रान्तर) सन्त२ ४२९५ रेस. कार्यातर; अन्तर करण. Another action; change in action. क. प. ५, ४३;-कज त्रि० (-कार्य) रेसुंछ आर्य येते. जिसने कार्य किया है वह. an action performed. नाया• ८; १; १८; भग० १२, ६ –करण. त्रि० (-करण ) भक्षय ७२वामा उधत; शन મોહનીય આદિ ખપાવવાને યથાપ્રત્યાદિ ४२वामा तत्५२. कर्मक्षय करने में तत्पर; दर्शनमोहनीय प्रादि को उपशमाकर; यथा प्रवृत्यादि करण करने में उद्यत; ready to destroy Karma. क. प. २, ४१; ५, ३२; --काउसग्ग. पुं० (-कायोसर्ग) योस रेस. कायोत्सर्ग किया हुआ. one who has performed Kāgotsarga or meditation upon the soul. नाया० ५; -कारण. पुं० (-कारण) ले २५ यु छ, योrयुछे ते. जिसने कारण किया है, योजना की है. one who has meditated. नाया. है; -किच्च. त्रि. (-कृत्य) तार्थ सव मना२यवासी. कृतार्थ; सफल मनोरथaar. (one) whose desires have been accomplished or fulfilled. सु० च १, ३६६. २, ४३५; पंचा० ६, २४; प्रव० १५६; -कोउयमंगलपायच्छित त्रि.(-कौतुकमंगलप्रायश्चित्त-कृतानि कौतुक Page #424 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केय-] ( ४१७ ) [कय-श्र मांगल्यान्येवःप्रायश्चित्तानि दुःस्वप्नादिविधा. तार्थमवश्यकरणीयत्वाद्यैस्ते तथा ) हुष्ट સ્વપ્ન આદિના ફલને નિવારવા માટે પ્રાયશ્ચિત્ત તરીકે જેણે કૌતુક-કપાલે તિલક તથા માંગ विकृत्य या छ ते. दुष्ट स्वप्नादि के फलको अफलीभूत करने के लिये जिसने प्रायश्चित्तरूपमें कोतुक-कपाल में तिलक तथा मांगलिक कृत्य किया है वह. (one ) who has made an auspicious mark on the forehead in order to avert the evil attendant upon a bad dream etc. भग० २, ५; दसा० १०, १; नाया. ध. -नास. पुं० (-नाश) रेख-धर्म-अधर्मनो नाश. कृत-किये हुए धर्म अधर्म का नाश. destruction of good or evil Karina performed. विश. ३२३१; -नासि. त्रि० (-नाशिन्) इतना ५२३ गुन। नाश २ ना२. कृतघ्न; किये हुए गुणों का नाश करने वाला. un. grateful; lit. one who destroys what is (lone. आंघ० नि० १६६; -पडिकइ. त्रि. स्त्री. ( -प्रतिकृतिक) ગુના બદલે વાલો તે; હું દાન આપીશ ! તો ગુરૂ મને શાસ્ત્રજ્ઞાન આપશે એમ પ્રત્યુપ- ! કારનો ઉદેશ મનમાં રાખી ગુર્નાદિકની સેવા ! કરવી તે; લેકોપચાર વિનયનો એક પ્રકાર. गुणोंका बदला चुकाना; मैं दान दूंगा तो गुरू मुझे शास्त्रज्ञान सिखावेंगे,ऐसा प्रत्युपकार की मन में आशा रख गुरु आदि की संवा करना; लोकोपचार विनय का एक भेद. rendering service (e. g. to al Guru) with the expectation of | getting something in return (e. g. knowledge ). नाया० २; -पडिकइया. स्त्री. ( -प्रतिकृतिता ) ये। "कयपडिकह" श६. देखो "कया। Vol. II/53. पडिकइ " शब्द. vide “ कयपडिकइ " भग० २५, ७-पडिकराय. त्रि. (-प्रतिकृतक = कृते उपकृते प्रतिकृतं प्रत्युपकारः तद्यस्यास्तीति कृतप्रीतकृतिकः ) रे शुष्मनो हो वाणना२. किये हुए गुणों का बदला चुकाने वाला. one who retnrns good for good. ठा० ४, ४; - पुराण. त्रि. (-पुण्य ) पुरेपु२पुण्यवाणा; पुश्यवान्. पूर्ण पुण्यवान् ; पुण्यात्मा. one possessed of high religious merit. नाया० १; १३, १६; भग० ६, ३३, १५, 1; पंचा० ७, २६; ---बलिकम्म. त्रि. (-बलिकर्म ) थुछे परिसर गहદેવતાને બલિદાન કર્મ અથવા બળ વધે તેવું કર્મ सरत वगैरे ते. जिसने बलि कमअथवा बल वर्द्धक- शाक्त प्रद-कसरत आदि किया है वह. one who has given oblations to in deity or has per forined strength-giving activity, physical exercise etc भग० ७, ६; ६,३३; दसा. १०, 1, नाया. घ. नाया. १: १२; १६;ज० ५० ३,५०; -लक्ख ण. त्रि० ( -लक्षण ) संपुर समायो . सम्पूर्ण लक्षणों युक्त. one possessed of all the signs or marks. TUTO १: १६; भग० ६, ३३, १५, १; -विहव. त्रि० (-विभव ) संपूर्ण वैभववाणु. संपूर्ण वैभव वाला. ( one) possessed of full glory or prosperity. नाया. 13-व्चयकम्म. त्रि.न. (-व्रतकर्मन् ) श्रावनी भी पडिमा घरनार શ્રાવક કે જે બે માસ સુધી જ્ઞાન અને ઈરછાपूर्व अशुव्रत मारे मने पाये. श्रावककी दूसरी प्रतिमा धारण करने वाला श्रावक कि जो दो मास तक ज्ञान और इच्छा से अणुव्रत धारण कर उन्हें पालता है; (a Jaina Page #425 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कयंगला] ( ४१८ ) [कयमालप-य layman ) observing the 2nd 19th Tirthankara of Bharata vow of a Jaina layman i. e. Kșetra of the past cycle. practising the minor vows for प्रब० २६१; two months intelligently and | कयट्ठ. त्रि. ( कृतार्थ) तार्य लाग्यशाली. resolutely. सम० ११; कृतार्थ; भाग्यशाली. Prosperous; कयंगला. स्त्री० (कृताङ्गला) श्रावस्ती नगरीनी fulfilled. भत्त० ५२; पासे सावली नगरीतुं नाम. श्रावस्ती नगरी | कथएणय. त्रि. (कृतज्ञक ) रेखा 6४॥रने के पास की नगरी का नाम. Name of a ___गाना२. कियेहुए उपकार को मानने वाला. city situated near the city of । (One) who is conscious of the Sravasti. “ तीसेणं कयंगलाए नग- obligations done by others. रीए अदूरसामंते सावत्थीणामं नयरी होत्था" पंचा० ११, ३५, भग० २, १; कयत्थ. पुं० (कृतार्थ) ने पोतार्नु अर्य सि कयत. पुं० (कृतान्त) हैय; लाय. भाग्य; थु छ ते; तार्थ. जिसने अपना कार्य सिद्ध दैव; तकदीर. Fate; fortune. कर लिया है वह; कृतार्थ. One who has परह० १, ३, (२) यम२८. यमराज. accomplished his object. भग. the god of death. सु० च० १, २३३; १, ८; ६, ३३, २५, १; नाया०१; १३; १९; कयंब. ० ( कदम्ब ) ४६नुं 15; सम, उत्त० ३२, ११०, विवा. ७; विशे० १००८; वताना . कदम्ब का वृक्ष. Name सु० च० १, ७१; उवा० २, ११३; जं० ५० of a tree. जावा. ३, ४, राय. पन्न. ५, ११२; ११७; १; अणुजो० १३१; कप्प. १, ५; ३. ३३; कायन. त्रि० ( कृतज्ञ ) ४२२॥ 6R ज० ५० ५, ११५; ---पुष्फ. न० (-पुष्प) गणना२. किये हुए उपकार को समजनेवाला; यतुं कदंब का फूल. a flower कृतज्ञ. (One) who is conscious of of a Kadamba tree. कप्प. १, ५, the obligations done by others. कयंबग. न. ( कदम्बक) ४६माना ना प्रव. १३७२, दूस. कदंब के झाड का फूल. A lower कयमास. पुं० ( कृतमाल ) मे तनुं वृक्ष. of the Kadamba tree. नाया०१;१३; एक जाति का झाड. A kind of tree. कयग. पुं० (कृतक) कृत्रिम रेस. कृत्रिम; बना. ज० ५० (२) तिमिस गुना अधिश वटी. Artificial. विशे०१८३७-कयग. हवता. तिमिस गुफा के अधिष्ठायक देवता. त्रि० (-क्रमक ) मशहलं. खरीदा हुआ. the presiding deity of the bought. निसी० ६, ६; -भत्त. न. Timisa Gupha (cave ). जं० ५० १, (-भक्त) शहडं मत-मान. मोल १२, ३, ५१, ३, ६५, ६, १२५; लिया हुश्रा भोजन-भात. purchased कयमालप-य. पुं. (कृतमालक ) वैतास्यfood. निसी० ६, ६; नीतिभिसानो स्वामि-हवता. वैताढ्य की कयग्घ. पुं० ( कृताई ) भरतक्षेत्रना आ तिमिन गुफा का स्वामी-देवता. The योवाशाना १८ मा तीर्थ:२. भरतक्षेत्र की गत presiding deity of the cave काल की चौवीसी के १६ वें तर्थिकर. The named Timisra of Vaitadhya.. Page #426 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कयर ] [कयाइ - प.(२)वैतास्यानी गुर्नु नाम. वैतान्यकी गुफा घर" राय०१३६ -लया. स्त्री० (-लता) का नाम.name of a cave of theVai- उनी सता- i- वेस. केले की लता-बेल. tādhya of Iravata Kşetra. To a creeper of plantain trees. २, ३; (३) भे३५र्वतनी पूर्व सीतानहानी नाया. १३;- हर. न० (-गृह ) ना ઉત્તરે આઠ દીર્ધતાયની આઠ તિમિસ્ત્ર ५२. केले का घर. a house of planगुना अधिपति यता. भेरु पर्वत के पूर्व tain trees. जं. ५० ५, ११४; और सौता नदी के उत्तर में आठ दीर्घ वैताध्य कयवत. त्रि० (कृतवत्) ४२ ना२. करनेवाला. की आठ तिमिन गुफाओं के अधिपति देवता. (One)who has done. विशे० १५५५. the presiding deity of the कयवम्म. पुं० (कृतवर्मन्) तेरमा तीर्थ४२ना eight Timisra caves of the पिता. तेरहवें तीर्थकर के पिता. The oight Dirgha Vaitādhyas to father of the 13th Tirthan. the north of the river Sitā kara. सम० प० २२६; प्रव० ३२४; which is to the east of the Meru mount. ठा० ८; कयवर. पु. ( कचर ) यरे; घुन्ने; कूडा; कयर. त्रि. (कतर) मे वामान - कचरा. Dirt: refuse. श्राया० १, यो में. दोया बहुतो में से कौन एक. १, ४, ३७. जावा. ३, ३; भत्त. ८६; नाया. Which: who. "कमरे मम्मे अक्साए मा १; २;; जं०प० ५, ११२; ---उज्झिया. स्त्री. ( उजिमका ) याने शाधी सा ४२॥ इयेणं महमया" सूय०१,६,१,११,१; दमक पा२३४नार; वासीवानारी. कूडे कर४,१,६.२,८,१४: पि०नि०३१. सू०प०१०; कट को निकाल साफ कर बहार फैंकने वाता; जीवा.१;अणुजो०५१ उत्त०१२,६:ोव०४३; ओघ०नि० १३७६; विशे० १६०; पन्न. ३; झाड पूंछ का कार्य करनेवाली. a woman who collects refuse and throws दसा०१,३६,१२; नाया०१६:१७भग०१,१%B ३, १, २, ५, ४;७; १२,४,१६, ११,१८,५; it away. नाया० ७; २५, १; ६; २० प० ७, १५६; कया सं० कृ० अ० (कृत्वा) शने. करके. कयली. स्त्री. ( कदली ) - जा. केले का | Having done. पिं० नि० ८८; झाड. A plantain tree. ओघ. नि. कया-श्र. न० (कदा) थारे. कब. When. ६६७; जं० प० सु. च. २, १६५; जीवा० ठा० ३, ४; उत्त १, २१; सु. च० १, २७; ३, २; प्रव० ५११; -गम्भ. पुं० (-गर्भ) दस० ७, ११; भग०५, २; जं०प०७, १५३; -लीना वृक्षना गम. केले-कदलीके वृक्ष कयाइ. अ० (कदाचित् ) मते; हथित. का गर्भ the inner part of a plan- किसी समय; कदाचित् At some tain tree. प्रव० ५११: ---घर. न. | time or other; perhaps. भग. (-गृह) नांध२; 3णाय२. केले का गृहः २, १, ३, १, ५, ४, १५, १; नाया० १; केली घर. a house of plantain विवा०१; उत्त०१, १७, २, ७; राय० १४६ trees. नाया० ३; जीवा. ३. ४; --घरग. जं. प० पिं. नि. २०६; दसा० १०, १; पुं० (-गृहक)जमा कयाल घर" श६. सम० १३; ओव. ४०. सूय. १, १, ३, देखो "कयाल धर” शब्द. vide. "कयाल । ६; १, ६, २०; उवा० १, २८; Page #427 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कयाई ] कयाई. अ० (कदाचित् गेो शु०६. देखो "कवाइ" शब्द. "कवाइ" विशे० ३०६ उत्त० ३२, २१; पिं० नि० ३००१ कयाणा. न. ( क्रयाणक) न० ( ४२० ) "कमाइ " Vide Grocery. सु० च०१, १४७; कयार न० (कच्चर) थरे। कचरा Refuse; या किराना. j. dirt विशे० ११७०; V कर. घा० I, II. (कृ) स्तु मनाव करना; बनाना. To do; to prepare; to make. 3 करेंइ-ति. जं० प०५, ११५; दसा० १०, १; निर० २, ३; नाया० १ २ ५ ८; ३: वेय० १, ३६; भग० १, २२, ६; १३, १४७, १६, २ करन्ति भग० १,३२.१० ५.४८१ दसा० ६, ६८ ६, २ नाया०२, ८ करिन्ति नाया० १७८ १४:१६ भग० २७, १: करेन. ०२७० २०६ नाया० १ २ ६ १४ भग० १ ६; १५, १ २०, ५ जं० प० ११४: ܕ ܛ ११२ ११३ करेसि नाया० १६: करेमि नाया० १; जं० प० ५ ११५; करेमो. जं० प०५, ११२; किरिजा. पिं० नि० ४६: सु० च०६. १२०३ भग० १, ७ १२, ७ ८ २१, १३ २४, १ ७ नाया० १५: करेजा भग० ८, ६ करेजासि वि० भ० ए० ० नि० ४३२: करेजामि वि० उ० ए० नाया० २३ करेहि आ० नाया० २ ० दस० ७, ४७ भग० ३, १; करेह. चा० ओ० २८ भग० १, ६, ६, ३३, ११, ११: १५, १; नाया० १; 2; ; ; 98: करिस्सह. भ० भग० [कर २ १५ १; दस० ७, ६; नाया० ५; करिस्सन्ति भ० सम० १; भग० १, ३; २६, १ नाया० ४ दस० ७, ६ करिहिन्ति भ० नावा० १८ भग० २, १ करेहिन्ति भ० नाया० ६ भग० १५, १ करिस्लामि भ० भग० १८, १०; जं० प०२, १२६५, १२७३ करेस्सामि भ० भ० १८, १०; जं० प० २, १२६ ५, ११७; करेस्सं भ० भग० १८, १० जे० प० २, १२६; ५, ११७; करिस्सामा भ० ओ० २७; जं० प० ५, ११३३ अकारस्सं. भू० श्राया० १, १, १, ५; अकारंसु भू० ठा० ३ १३ नावा० १; भग० १, २५, २, १५, १ करिता. सं० कृ० ओ० २७; पन्न० ११२; श्रोष० नि० ३६: नावा० १६; भग० ११. ११; दसा० १०, १: करेत्ता. सं० कृ० श्र० २६: भग० ३, १; कारय. सं० कृ० संत्था० १०४ , करेल. हे० कृ० भग० ३ १:४, ५४ १५, ; जं० प०५, ११२; ११५; करिन्त व० कृ० विशे० ३४२० करेन्त. व० कृ० विशे० ३४२०; करेमाय व० कृ० दस० २, ३ १० ११:१६, २०; वेय • ०४, १, १०, ३६; ओव २७; नाया० १; २; १: १४; कारेइ. प्रे० पिं० नि० ४२५३ निसी० १, १२, भग० ३, १; कारावे. प्रे० नाया० १२; १६: करावे. प्रे० नाया० २, १३३ कारवे. प्रे०सु० च०२, ४३; भग०८, ५ कारवेमि. प्रे० दस० ४; Page #428 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कर] ( ४२१ ) [कर करावे. प्रे० वि० उत्त० २, ३३; १, ६; १, ६; २, ५; ३, ३: ५, ६; कारेह.प्रे० प्रा० अाया० १, ७, २, २०४; १२, ५, १७, ९, १८, ७; जं० ५० कारवेह. प्रे० प्रा० ओव. २६; मग० ११, ७, १३८; ११; राय. २८ कीरए. क. वा. पिं०नि० ५८ कारावेह. प्रे० श्रा० नामा० १; कीरइ. क० वा० सूय० १, २, ६; नाया० १६; कारवेत्ता. प्रे० सं० कृ० श्रोव. २६; जं. प. भग० १, ९, ३३; विशे. २६ ६६; गच्छा . ७५, प्रव०३०: क. करावेत्ता. प्रे० सं० कृ. गं० १, १; कारवित्ता० सं० कृ. भग० ११, ११: कज्जन्ति. क. वा. पन्न. १७; भग० १, २, कारावेत्ता. प्रे० सं० कृ. कारेत्ता. प्रे० सं० कृ. भग० ३, १; कीरन्ति. क. वा. सु. च. २, ३२६: कारार्वित्ता. प्रे० सं० कृ० राय० २८; किजन्ति . क. वा.भग०१, १०; दसा०६,४; कराविऊण. प्रे० सं० कृ. किजउ. क. वा० सु. च. १, ३५५; काराविऊण. प्रे० सं० कृ० सु० च० ३, १५: | कर. पुं. (कर ) हाय. हाथ. A hand; an कारवेत्तए, प्रे० हे. कृ. भग० ८. ५; arm. नाया० १, ६; १६; १७; दसा० ६, कारावितए. प्रे० हे. कृ. वव० ५, २० ४; विवा० १; भग० ८, १०; ४२, १; राय० कारावेत्तए. प्रे० है. कृ. सूय. २, ४, ६; २८; गच्छा० ८३; ( २ ) लाथानी सुंद. कारन्त प्रे० व० कृ० निसी० १, १२; हाथी की सूंड. the trunk of an कारेन्त.प्रे. व. कृ. भग० ११.११; elephant. नाया० १; परह. १, ३; कारेमाण. प्र. व. कृ. सम० ७८% भग. (३) त्रि० ४२नार. करनेवाला. One who १८, २, १३, ६; पन्न० २: कप्प. dees; a doer. उत्त० १, २६; भग० १, २, १३; ज. प. ५, ११५: १; ओव०; नाया० १; (४) पुं० ८२ मा कजिस्मइ. प्रे० व. कृ. भग० २८, ६; हनु नाम. ८२ वें ग्रह का नाम. name कीरना.प्रे. व. कृ. श्राया. १, ६, ४, ८; of the 82nd planet. सू. प. २०; नाया. ११; सु. च. २, ३३०; (५) ४२: ३२१. करः महसूल. a tax; पंचा० १६,५; a duty. जं. प. पि. नि. ८७; (६) कीरमाण. प्रे० व. कृ. भग• १५, १; दस. २. किरण. aray. जीवा० ३, ३, (७) ७,४०; सु. च. ७, १४६; वव. રાજાના કરની પેઠે અરિહન્તના કર તરીકે २, ६; पंचा० ४, २; १६, २२; માની વંદના કરે તે; વંદનાના ૩૨ દોષમાં किजमाण. प्रे० व. कृ. ठा० ३, २, ५यीशमा होय. वंदना के ३२ दोषों में से २५ कजमाण. प्रे. व. कृ. सूय० १,८; भग. वां दोष. the 25th of the 32 fults १,८; १, १०; ६, ३२: १२, ४; connected with Vandana i. e. पंचा० १७, howing a Tirthankara, sup. कारिजइ. प्रे० व० कृ० सु० च० २, ४७; posing it to be a tax similar tu किजइ. क. वा० सु० च० १,६६; सम० ३४; the tax which is paid to a king, कज्जइ. क० वा० अणुजो. ७५, ८; भग० (८) मनायोवीश १२मांना २तिसं. Page #429 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करा ] लोग भाटे अमना आसन कोरे वाझवा ते. काम के २४ भेदों में से एक भेद; रति संभोगार्थ काम के श्रासनादि लगाना. any of the 24 varieties of sexual intercourse; the different postures adopted at the time of sexual intercourse. प्रव० १०७६ : - कमल न० ( - कमल ) लाथरूप उभस हाथ रूप कमल. a hand as a lotus ( metaphorically ). भत्त १७१ - जुयलमज्झ पुं० ( - युगलमध्य ) હાથની વચ્ચે ઢીંચણરાખી વન્દના કરવી તે; वन्दनानो मे दोष दोनों हाथों के बच में घुटना रखकर बंदना करना; बंदना का एक दोष & fault contected with Vandana (bowing) by keeping the knees between the two hands. प्रव० १५६; - नवग. न० ( - नवक ) नव साथ नौ हाथ. nine cubits ( a measure of length). ( ४२२ ) प्रव० ७७; करा. पुं० ( करक) श; नभेनुं पाणी बर्फ; श्रीला. Ice; hail. कप्प०६, ४५; करंज. पुं० (करंज) १२०४ नामनुं . एक जाति का करंज नामक झड. Name of a tree. पन्न० १; भग० २२, २ करंड पुं० (करण्ड) रेडियो डिब्बा; कंडिया. A small box or basket (made of bamboo ). नाया० १; पराह १५; करंडग. पुं०(करण्डक) रंडीयो डाले. डिब्बा; कंडिया. A small box or basket ( made of bamboo ). ठा० ४, ४; भग०२, १; श्रणुत्त०३, १, जीवा ० ३, ४ ; ओघ ० नि० ६६०; श्राव ० १६,३६, जं०५० ५,१२०; करंडय पुं० ( करण्डक ) रे!उनु हाउड रीढ़ की हड्डी. The spinal cord. तंदु० [ करकय करंड. पुं० ( करण्ड ) नुहाउडे पीठ की हड्डी. The back-bone. जीवा० ३.३; करंब. पुं० ( करम्ब) ही योजना मिश्रणुथी मनतो खाद्य पदार्थ; . दही, चावल के मिश्रण से बना हुआ एक खाद्य पदार्थ. A food prepared of boiled rice and curds mixed together. प्रव० २३०; करंबिय त्रि० ( करम्बित) रथितरा रंगवास... नाना रंगवाला; रंगबेरंगा. Of variega ted colours. सु० च० २, ५०; करक. पुं० ( करक ) २. ओला. A hailstone. पण्ह० १, ३; (२) ४२ पात्र; भारी. करवे जैसा एक बर्तन. ( जो साधु के काम में आता हैं ) a water-pot ( used by ascetics ) अणुजो० १३२; करकंड. पुं० ( करकण्ड ) मे नामनो श्रे श्राह्मगु संन्यासी इस नामका एक ब्राह्मण संन्यासी Name of a Brāhmana ascetic श्र० ३८; करकंडु. पुं० ( करकण्डु ) ४२३३ नामना પ્રત્યેકબુદ્ધ કે જેને બળદની પલટાતી અવસ્થા. नेह वैराग्य उत्पन्न थ्यो हतो. करकंडू नाम के एक प्रत्येकबुद्ध जिसे कि बैलकी पलटती हुई अवस्था देखकर वैराग्य उत्पन्न हुआ था. Name of person who felt disgusted with the world upon seeing the changes in the condition of an ox. " करकंडु कलिंगेसु" उत्त० १८, ४६; करकचिय. त्रि० ( क्रकचित ) उभ्वत वगेरेथी डेल अष्ट-पाटियां घारे आदि से चीरा हुआ काष्ट - पाटिया A board of wood cut off with a saw etc. अणुजो • १३३; करकय. पुं० न० ( क्रकच ) लाउड वेडेवानुं मोन्नर; १२वत. लकडी चीरनेका औजार ; श्रारा; For Private Personal Use Only Page #430 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करकर ] करवत. A saw. उत्त० १६, ५१; पह०१, १; करकर. पुं० ( कर्कर) पहारा पाणीमां डुमती वष्यते १७५२ व्यापान रे छे ते. जहाजका पानी में डूबते समय करकर आवाज करना. A croaking sound produced by a sinking vessel. नाया० है; उवा०२,८४; करकरसुंठ. पुं० ( करकरशुण्ठ ) भेड लतनी वनस्पति एक जाति की वनस्पति A kind of vegetation. " एरंडे कुरूविंदे करकरसुंट्टे तहविभंगगुय” पन्न० १; भग०२१,६; करकरिग. पुं० ( करकरिक ) २२ नामो A. करकरिक नाम वा ग्रह. Name of & planet. दोकरकरिगा ठा० २, ३ सू० प० २०; करकुडि पु० ( * ) शंसीनी सज्न पाभेल. ही वस्त्र; फांसी का हुक्म पाये हुए कैदी का एक वस्त्र A garment worn by a person sentenced to capital punishment पण्ह० १, ३; करग. पुं० (करक) १२वडे | १३ | ये लतनुं वास. करवा; लोटा A metal-pot. गुप्त ०२ १ सूय ०१, ४,२, १३ जीवा० ३, ३; उवा० ७, ११७; ( २ ) श्रि० ४२ना२. करनेवाला a doer; one who does. नंदी • २८; ( ३ ) पुं० परसाहन अयोगर्भ; ३२. बरसात का कच्चागर्भ; श्रोला a hail - stone. दस० ४; पन्न० १; पिं० नि० भा० १७; जीवा- १ ; ( ४ ) शासः पक्षिनी भेड त. शालक पक्षी की एक जाति a kind of bird. पण्ह ० १, १; करगय. पुं० ( क्रकच ) उखती; अश्वत धारा; करवत. A saw. उत्त० ३४, १८; करग्ग. न० ( करा ) हाथन आयभागः " ( ४२३ ) " * यो पृष्ठ नम्मर १५ नी फुटनोट ( * ) foot-note ( * ) p. 15th. [ करण यांगणी. हाथ की अंगुलियां Fingers. सु० च० १, ६५; करड. पुं० ( करट ) भेड लतनुं वानिंत्र. एक जाति का बाजा. A kind of musical instrument. राय०८८; करडि पुं० ( करटि ) थे लतनुं वानिंत्र. एक जाति का बाजा. A kind of musical instrument. जीवा ० ३, ३; करडुयभत्त. न० ( * ) भरी गयेसानी पाछी भगु थाय ते; भृतः लोन. मनुष्य के भरने के पश्चात् जो भोजन होता है वह; मृतक भोजन; औसर. Dinner for which the occasion is the death of a person. पिं० नि० ४६४; करण. न० (करण) साध्य प्रियाने सिध्ध १२वामां अत्यंत सहाय; साधन साध्य क्रिया को सिद्ध करने में अत्यंत सहायक साधन. Anything useful in accomplishing an object; an instrument or means of an action. ठा०३, १,८, १; श्रणुजो० २७; १२६; नाया० १; जं० प०७. १५३; ५, ११२;उवा ०१, ५८; विशे० २००८; ३३०१; राय ०२१५; भग०१, १०; ६, १; १६, ९; पंचा०३,२६;१४, २; (२) ४द्रिय इद्रिय. an organ of sense. क० मं० १, ५; ४६; जीवा ० ३, ३; ओव० १०; परह. १, २; ( ३ ) प्रयोग ही तावकुं प्रयोग करके दिखाना actual experiment or performance. ओव ०४०; (४) ज्योतिः શાસ્ત્રમાં દર્શાવેલ ખવ બાલવ વગેરે અગીયાર १२. ज्योतिःशास्त्र में दिखाये हुए 'बव 6 बालव " इत्यादि ग्यारह करण. ( in Astrology ) any of the 11 देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट * ). Vide For Private Personal Use Only Page #431 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करण] ( ४२४ ) [करण divisions of a day. भग. ११, १; ११,६; १५, १; नाया. १; ५; ८; १४, १५; १६; भोक० ४०; मोघ. नि. ८०; क. ५० ४, १; श्राव. १, ५; जं० प० (५) ४२९५ पनि माहि. करण; अभिग्रह आदि. a certain vow. नाया०१; (६) २. करना. doing; performing. उत्त० २६, ६; ओव० ३१; भग० ३, १; १४, ४; नाया० १; ६; पिं० नि० १६६; ४१०; पण्ह० १, १; (७) यारित्र धर्म. चारित्र धर्म. religion pertaining to right-conduct. नंदी. ३०; (८) विशुधि આદિ જૈનશાસ્ત્ર પ્રસિદ્ધ છે. બોલને સમૂહ. पिंडविशुद्धादि जैन-शास्त्र प्रसिद्ध ७० बोलों का समुदाय. the collection of 70 torms of the Sāstras such as Pinda Visuddhi (purity of food)etc. ओव०१६,सम०२; ओघ०नि०१; नदी० ४५,नाया. १: भग० २, १; प्रव०१६; () પૂર્વે કોઇ વખતે નથી ઉત્પન્ન થયા તેવા मध्यवसाय विशे; पपू ४२९. ऐसे अध्यवसाय जो पहिले कभी भी उत्पन्न न हुए हों; अपूर्व भाव. peculiar thought. uctivity; Apurva Karana. उत्त. २६, ६; (१०) मध्यवसायथी मना ५-धन सभा , ना, अपवर्तना, उहीરણું, ઉપશમના, નિધત્તિ અને નિકાચના થાય તે બન્ધન આદિ કાર્યભેદથી કારણરૂપ કરણના પણ ઉપર કહ્યા પ્રમાણે આઠ २ छ. जिन अध्यवसायों से कर्मों के बंधन, संक्रमण, उद्वर्तना, उदीरणा, उपशमन, निधत्ति और निकाचना होते हैं वह; बंधन आदि कार्य के भेदों से कारण रूप करण के भी ऊपर कहे अनुसार पाठ भेद है. the thought activity by which Karmic Bandhana,Sankramana,Udvartana, | Apavertana Udirana etc. is affects.प्रव०११;-उवाय. पुं०(-उपायकरणंक्रिपाविशेषः स एवा उपायः स्थानान्तरप्राप्ती हेतुः करणोपायः) ४२१-या३५ હેતુ; જીવને એક સ્થાનેથી બીજે સ્થાને ઉપજવામાં કે જવામાં કરણ-કર્મારૂપ હેતુ છે તે. करण-क्रियारूप कारण; जीव के एक स्थान से अन्य स्थानमें उत्पन्न होने या जानेमें करण कर्म रूप कारण. an action or A Karma which constitutes a cause e. g. Karina which is the acause of transinigration to the soul. "सेजहाणामए पवए पवयमाणे अज्झवसाणणिवत्तिएणं करणोवाएणं सेय काले तंठाणं विष्प हत्ता" भग० २५, ८; -कय. त्रि. (-कृत) यथा अप्रत्यादि ४२४-हियाथी . यथा पवृत्यादि करण-क्रिया से किया हुआ. performed properly. क० ५० ५, १; -जोग पुं० (-योग) ३२९गुरू ५ योग-मन, वयन मते याना व्यापा२. करणरूप योगमन, वचन और काया का व्यापार. activity of mind, speech and body. दस० ६,२७;-जोय. पुं० (-योग) मे "करणजोग" श६. देखो “करणजोग"शब्द. vide "करणजोग" दस०८,४;-नअ. पुं० (-नय)२-यानय, मेडियाने मान. નાર; સર્વ વસ્તુ ક્રિયાને આધીન છે એમ માનना२. करण-क्रियानय अर्थात् क्रियाकोही मानने वाला; सब चीजें क्रिया के आधीन है ऐसा मानने वाला. the doctrine that everything is the result of action or depends upon it. विशे० ३५६१; -वीरिय. न. (-वीय) उत्थान माहिया३चे परिणामपामेहुं वाय. उत्थान आदि कियाओं के रूप में परिणाम पाता हुवा वीर्य the vital fluid which is the Page #432 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करणो ] ( ४२५ ) [करह - cause of physical movements १, ५; जं. प. ५, ११२; ११४;-(ला) such as standing etc. भग०१,८; ~ श्राहय. त्रि० (-अाहत) तीथा होस सञ्च. न० (-सत्य) यामां पातुं सत्य -- . हथेली से दबायाहुवा-ढकेलाहुअा. पहिरोलसाहिछिया यातशते ४२वी ते.क्रिया pushed forward or struck with में दिखाई देता सत्य;प्रतिलेखनादि क्रिया यथो. the palm of a hand. नाया० १; चित रीतिसे करना.correctness appear- --परिग्गहिय. त्रि. ( -परिगृहीत ) ing in an action, e. g. proper मे हाथ 31. दोनों हाथ जोड़े हुए. examination of clothes ete. भग. folding both hands together. १७, ३: उत्त० २६, २, सम० २७, वव०१, ३७; कप्प०१, ५; -पल हत्थमुह. करणो . अ. ( करणतः) प्रयोगथी. प्रयोग त्रि० (-पर्यस्तमुख) गार५२ साथ सम्योछे से. Througli actual practice or शेते. जिसने गाल पर हाथ रखा हो वह. performance. नाया० १; प्रव. १५७; (one) who has rested his cheek करणया. स्त्री० ( करणता ) ४२ ते. करना. on the palm of his hand. निसी०८, Doing; act of performing. नाया० ११: -पुड. पुं० (-पुट) २३ संपुट १; ५, ८; १६; निमी० १, ४०; भग. गायी. घोबा. the hollow cavity ३, २, ६, ३२; उवा० २, ११३; formed by joining the two करणिज. त्रि. (करणीय)च्या ४२वा नेश | palims.ज प० ५, ११४; -मलिय. त्रि. कर्तव्य; करने योग्य. ( Anything) (-मर्दित ) लथेणीमा मसयुं हथेली में worthy to be done. भग० ३,१; ६, मसला हुआ. pressed in the palm ३३; नाया० १; ३; अणुजो० २८; वव० । of a hand. विवा० २; -मेय. त्रि. २,१; पंचा० १,४३; राय. १७१; (-मेय ) मुहीमा ५४ी शय मे. मुट्ठ। करपत्त. न० (करपत्र) ४२वत; 11 वेरवान। में पकडा जासके ऐसा. any thing that साधन. पारा; लकड़ो चारने का साधन, can be caught in a fist. कप्प. Asav. ठा०४, ४, नाया०१६; विवा०६ ३, ३६; -संपुड. पुं० (-संपुट) तीनो करभ. पुं० (करभ) तुंग यु. उंट का बच्चा. संपुट; मासी. हथेली का संपुट. the A young one of a camel. 97€1,1; cavity formed by joining the करमह. पु. ( करमई ) महानुं . | two palnus together. कप्प०२, २१; करौंदे का माइ. Name of a tree pro- | करव. पुं० ( करव ) नावाणु परी ducing berries. 77109; सीवान पात्र. नलीदार पानी पीने का बर्तन. करयल. न० (करतल) येणा; हायनी सपाटी A water-pot resembling a हथेली; पंजे का समचौरस भाग. The ___kettle. सु. च. १०, ४२, palm of a hand. दशा. १०, १; करवत्त. पु. (करपत्र) ४२५त; पाडेरवानुं राय. २६३ ओघ. नि. भा० २७३; नाया. थाया२. करवत; लकडी चीरने का औजार. ध० निर० ३, ४; ओव०११; ३०; नाया० १; ____Asaw. उत्त. १६, ५१; जीवा० ३, १; २, ५, ७, ८; १२; १४; १६; भग० २, १; पगह. १,१; ३, १; २, ७, १; ६, ३३, १५, १; कप्प. | करह. पुं० (करभ) हाथी अथवा मयु. Vol. 11/54. Page #433 -------------------------------------------------------------------------- ________________ करही ] हाथी अथवा ऊंट का बच्चा. A young one of an elephant or a camel. ( ४२६ ) सु० च० ४, ११८; करही. स्त्री० ( करभी ) टडी, सांदणी. ऊंटनी; सांठणी. A she-camel पं० नि० १६४; कराइ. त्रि० (करादि ) हाथ वगेरे हाथ आदि. A hand etc. विशे० २७२; – चिट्ठा. स्त्री० ( - चेष्टा ) हाथ वगेरेनी येष्टा-प्रवृत्ति. हाथ आदि की चेष्टा-बनाव. movement of the hand etc. विशे० १७२; कराल. त्रि० ( कराल ) उन्नत; महार नीडng उन्नत; वृद्धि पाता हुआ. Projecting; lofty; prominently coming | out प्रयुक्त० ३, १; उत्त० ३०; करि. त्रि० ( करिन ) हाथवाणी हाथ वाला. One having a hand or hands. भग० ८, १०; ( २ ) पुं० साथी हाथी. an elephant परह० १, ३; करिश्र. पुं० ( करिक ) ८३ भां श्रनुं नाम. ८३ वें ग्रह का नाम Name of the 83rd planet. सू० १० २०; करिसुगलय. न० ( ) ભગવતી સૂત્રના २७ भां शतनुं नाम भगवती सूत्र के २७ वें शतक का नाम. Name of the 27th Sataka of Bhagavati Sūtra. भग० २७, ११; करिल्ल. न० ( करील) वांशना अपुरे पक्ष डांना अग्रलाय. बांस के अंकुर; पत्तों का प्रभाग; कोंपल. The shoot of & bamboo; a shoot or sprout in general.] अणुत० ३, १; विशे० २६३; करिस. पुं० ( करीष ) उरीपनुं जाउ करीष का झाड. A kind of a tree. उदा०७, १६७; [ करोड-अ-य करिसावण. पुं० ( कार्षापण ) भेउ लतनो सिओ। चांदी का एक सिक्का. A silver coin. “ जहाएगोकरिसावणो तहाबहवेकरिसावणा" राजो ० १४७; तंदु० विशे० ५०६; कारसित. त्रि० ( कृशित ) सुक्ष्म पतलु; हुसे. सूक्ष्म, पतला, दुर्बल. Fine; thin; feeble सूय० १, ३, ३, १५; करीर. पुं० ( करीर ) देशांनु 1. एक झाड़ का नाम Nama of a tree. पन्न० १; आया० २, १८, ४३; - अंकुर. पुं० न० (- अङ्कुर) राना अंदुरे. बांस का अंकुर. a sprout of a tree. प्रव० २४३; करीरश्र. पुं० ( करीरक ) २डा नाभे पाडेल पुरुष नाम. करड़ा नामवाला कोई पुरुष. Name of a person. अणुजो० १३१; करीस न० ( करीष ) खडायुं छाणं. कंडा; गोबर का छाना. A dry cow dung cake. पिं० नि० २७६ : करुण. त्रि० ( करुण ) ध्यान ४३ पात्र दयाजनक; करुणापात्र. Pitiful. भत्त० १६०; करुणा. स्त्री० ( करुणा ) अरुणा श करुणा जनक शब्द Piteous crv. नाया • ६; (२) घ्या. दया. mercy. क० गं० १. ५५: - यर. त्रि. ( -कर) हवाओं दया करने वाला; दयालु. kind; merciful. सु० च० २, ६४, करेणु. स्त्री० ( करेणु ) हाथी हथिनी. A she-elephant. उत्त० ३२, ८६, नाया० १; करेणुया. स्त्री० ( करेणुका ) हाथी हथिनी. A she-elephant. सु० च० २, ५०१; करोड - श्रय. पुं० ( करोटिक ) तापस; पाक्षि तापस; कापालिक An ascetic; an ascetic carrying a garland * यो पृ४ नम्र १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #434 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कल] ( ४२७ ) [कलंबुग - of human skulls. विवा. ५; जं. प. ing in the cycle of birth and नाया. ८; १३; भग० ११, ११, (२) death o. g. remaining in the તાબુલપછીનો બટવો વગેરે ઉપાડનાર રાજા- womb ete. आया० २, १६, १२; नो मास. ताम्बूल आदि की कोथली उठाने | कलंद. पुं. (कलन्द) १९. विशेष. कुण्ड वाला राजाका मनुष्य. a servant of a विशेष.A basin of water. उवा०२,६४; king carrying a bag etc. of कलंब. पुं० ( कदम्ब) ७. कदम्ब betel-leaves etc. ओव. ३२; (3) का झाड. Name of a tree. भग. ६, भाटीनी हीट! मदानी दुरीम. मिट्टी ३३; २२, ३; नाया. १; की बड़े मुंह की कुंडा-वरतन. an earth. | कलंबचीरपत्त. न. (कदम्बचीरपत्र ) शस्त्र en basin; a cup or basin. भग० विशेष. शस्त्र विशेष. A kind of weapon. २, १; ओव० ३६: अणुजो. १३२; जीवा. विवा. ६ ३३; जं० प० ३, ६७; ( ४ ) सश. कलश. कलंबचीरिगापत्त. न. ( कदम्बचीरिकापत्र) a pitcher. भग० ११, ११; तीक्ष्य धारवाणुं शस्त्र. तीचण धार वाला कल. त्रि. (कल) मे गत धान्य. एक शस्त्र. A kind of weapon with a जाति का धान्य. A kind of corn. पि० । ___sharp edge. नाया० १६; नि० १२३; भग• १५, २१, २, पन्न. कलबचीरियापत्त. न. ( कदम्बचीरिका१७, दसा. ६, ४; (२) ६६५ अने जानने । पत्र) मे जतनुं शस्त्र. एक जाति का शस्त्रमधुर वाणे वा अन्य (पनि). हृदय ____A kind of weapon. ठा० ४, ४; और कानको सुहावनी अव्यक्त आवाज. (ध्वनी). कलंबबालुया. स्त्री. ( कदम्बवालुका ) sweet and indistinct sound. જેની રેતી વજ જેવી છે એવી વજ વેલુકા " कसरिभियमहरतंतीतलताल " नाया.. मथवा.४६५३१ नामनी नही. जिसकी १७, परह०२,५; (3) ४३५ य. कीचड. रेत वज्र के समान है ऐसी वज्र वालका अथवा mud. भत्त. ५२; १३०; -रिभिय. न. कदम्ब वालुका नाम की नदा. Name of a (-ििभत ) मधुर गीत गास. मधुर गीत river also called Vajra Velukā गाया हुआ. a sweet and charming on account of its sand being as song. नाया. १५ hard as adamant. उत्त० १६, ५०; कलंक. पुं० न० ( कलक) अयो; Mist. दाग; (२) मना सनावी वेस. कदम्ब के कलंक; लांछन. Spot; stain. पंचा०६, फूल सदृश लता a creeper resembl२०; विवा. ३; श्रोव० १०; ing the flower of a Kadamba कलंकलीभाव. पुं० (कलङ्कलीभाव) ४७१- tree. पण्ह. ५, १; अणाट हुमना गमराट. दुःखकी घबराहट. कलंबुन. पु. (कलम्बुक ) मे नामनु 3. इस Piteous lamentation or com- नाम का झाड.A kind of tree.सू०५०४; plaint. पन्न०२; ओव० ४३; सूय०२,२,८१; | कलंबुग. न० (कलम्बुक ) गतनी पाणी(૨)સંસારમાં ગર્ભાશય આદિને વિષે પર્યટન नी वनरपति. एक जाति की पानी की वनस्पति. ४२ ते. संसार मे गर्भाशयादि में पर्यटन A kind of aquatic plant. सूय० २, करना; जन्ममरण धारण करना. Wander- ३, १८; Page #435 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलम्बुवा-या] ( ४२८ ) [कलस कलम्बुवा-या. स्त्री० (कलम्बुका) मे नामनी । २, ६३; जीवा० ३, ३; जं०प० भग० ६, १०; पाणीमाती मे वनस्पति. इस नाम की ओ• नि• भा० ३०७, उवा० १, ३५, पानी में उत्पन्न होने वाली एक वनस्पति. A | कलमल. पुं० (कलमल) ४४२मा २९सा द्रव्यkind of vegetation growing in ने। सभू. पेट में रहा हुश्रा द्रव्य समूह. water. पन्न१; १५; जं० प० ७, १३५; The contents of the stomach. कलकल. पुं० (कलकल) १४ाट; घामा - ठा०३, ३; --अहियास. पुं० (अधिवास) सोना मावा. बहुत से मनुष्यों की आवाज; ०४४२नामा द्रव्यमा यस ते. पेटके कलकोलाहल. Humming or bustling मल-द्रव्यमें रहना. remaining in noise. ओव० २७, जं. ५० ३, ४५; राय. the contents of the stomach २१७, भग० २, १; (२) यूहिमिश्र . भग. ६, ३३; चूर्णादे मिश्रित जल. water mixed | कलमाय. त्रि० (कलमात्र ) यामात्र, या with powder. विवा० ६; -रव. पुं० । यहूं. चना मात्र; चने जितना. Of the (-रव) ४१४ाट श६. गडबडाट; कोलाहल.. measure of agram. निसी० १२, ८; humining or bustling sound. | कलयल. पुं० (कसकल) ४१४ाट श६. गुनभग०३, २; जं. प० ७, १४०; गुनाहट. Bustling noise. जीवा० ३,४; कलकलंत. त्रि. (कलकलायमाज) बाट -रव. पुं० (-रव) ४८साट श६. गुन १२; १४ मे सवार ४२तुं. कलकल गुनाहट. Bustling noise.सु०च०३,६२; ऐसी आवाज करता हुआ; गुनगुनाट करता कलल. पुं०(कलन) गजनी प्रथम सात हिवस. हुआ, Humrning; producing a नी सस्था. गर्भ की प्रारंभिक सात दिन की bustling sound. उत्त०१६, ६६; आव० अवस्था The condition of the २१; परह० २, ५; embryo during the seven days कलकलित. त्रि. (कलकलित ) साट succeeding conception. “ सत्ताहं श६ सहित. कलकलाट शब्द युक्त. With कललंहोइ, सत्ताहं होइ बुब्बुय" तंदु. १६; a bustling or humming noise. कलल. पुं० (कलश) 31; अशी. घडा; परह. १, १; कलश. A pot; a pitcher. पन्न. २, कलत्त. न० ( कलत्र) श्री. स्त्री. A vife. श्रोव० संस्था० १५; जं. प. नाया. १; १; मु. च० १, २४५; ८; १४, भग• ६, ३३, राय..३४, जीवा. कलभ. पुं० (कलभ) हाथीनुं यु. हाथी का । ३, ३; कप्प. ३, ३६; (२) मा मांगलि azar. A young one of an ele. भानु . आठ मांगलिक में से ६ ठा. the phant. पन्न० १७; राय० ६०; नाया १; 6th of the 8 Maigalikas (ausकलभिया. स्त्री० (कलभिका) jी. हथिनी. picious signs).राय०४७,०प०५,१२०; A she-elephant नाया० १; नाया० १; (३) यमि भार वातानु कलम. पुं० (कलम ) i1R; भाइ. चांवल; ચિન્હ-તેના મુગટમાં રહેલ ઘડાને આકારે उच्च जातिके चांवल. Rice which is निशान. अग्नि कुमार देवता का चिन्ह-उसके sown in May-June and ripens मुकुट में चित्रित घडे के श्राकार का निशान. in December-January. सूय० २, I an emblem of the Agnikumāra Page #436 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलमय ] ( ४२६ ) [ कलायरिश्र-य - - kind of deities, viz. a pot-like १; कप्प० ३, ४२ः figure in their diadem. ओव०२३; / कलहमाण. व. कृ. त्रि. ( कलहायमाण ) (४) मोगलीशमा तीर्थ४२नु सान. १६ ४००। ४२ना२. लड़ाई, फिसाद करनेवाला. a diett #61 missa. the mark of 1 Quarrelsome; (one) who quar the 19th Tirthankara. प्रव० ३६२; rels. सु. च. १, १४३, कलमय. पुं० (कलशक) नुमा 'कलस' श६. | कलहोय. न० ( कलधौत ) यांही. चांदी. देखो . 'कलस' शब्द. Vide 'कलस' | Silver. पराह० १, ४; उवा० ५, १८४; कला. स्त्री० (कना ) भाग; यश. भाग; अंश. कलसिश्रा. स्त्री० (कलशिका) नानो शियो। A part; a division. उत्त० ६, ४४; छोटा कलश. A small pitcher. नाया०८; १६; जं०५०७, १६०; (२) शाला. अणुजो० १३२; शोभा. beauty. नाया० ८: १६; ( 3 ) कलह. पुं० न० ( कलह ) लेश; 314; विशा; कुन्नर: रीगरी; विधा; sal. कला; कारी 1510; 33. क्लेश; क्रोध; लढाई; झगडा. गरी; विद्या; हुन्नर any praotical art. Quarrel; anger; strife. निसा० १२, नाया० १; राय० २८६; विवा० २; भग० ६, ३३, दसा०६, ४; पन्न. २; २२; सम० ११३; ३३; ११, ११; अणुजो० ४१; १२८; सम. अणुजो १२८; जीवा० ३, ३; अाया० २, ११, ७२, ओव. ४०, कप्प० ७, २१०, प्रव. १७०; दस० ५, १, १२; ओव० २४; उत्त. ४३६; (४) यंद्रनी . चंद्र की कला. a ११, १३; महा. नि. १; नाया. १; १६ digit of the moon; ( these are भग०१,६:६३,६; ७, ७, ६,१२, ५, कप्प. sixteen ) नाया० ८; सू० ५० १०; ५,११७ गच्छा० १३४-कर. पुं० (-कर) कलाद. पुं० (कलाद) सानी. सुनार. Gold. ४१०थे। ४२ ना२. क्लेश करनेवाला.One who smith. नाया० १४; is given to quarrel. “ कलह करो कलाय. पुं० ( कलाद ) सुवर्णसरसोनी. असमाहि करे" दसा० १, १७; १८; १६; सुवर्णकार; सुनार. Goldsmith. परह. १, ( २ ) असमाधिनु १६ भुं स्थान भवना२. २; नाया० ८; उवा० १, ३६; (२) मे असमाधि का १६वां स्थानक संवनवाता. one जतनु धान्य. एक जाति का धान्य. A wllo resorts to the 16th source kind of corn. प्रव. १०१०, १०१६; of Asamadhi i. e. lack of medi- | कलायरिअ-य. पुं० ( कलाचार्य ) ७२ tation or concentration of mind. કળા શીખવણીર; કળાચાર્યની પદવી મેળવેલ सम० २०; -वडिया. स्त्री० ( * ) सेश सया५४. ७२ कला सिखानेवाले; कलाचार्य निभित्ते. क्लेश के कारण. on account का पद प्राप्त अध्यापक. A preceptor of quarrel. निसी० ६, ८; teaching the 72 arts and entiकलहंस. पुं० (कलहंस ) २०४६ स. राजहंस. tled Kalacharya. राय०२७५; ओव० ____A swan. ओव० पन्न. १; जं. प. नाया. ४०, नाया. १; ५ ___ * मुसो ४ नम्५२ १५ नी भुटनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #437 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलाव ] ( ४३० ) कलाव. पुं० ( कलाप ) भोर; टेल. मयूर; मोर. A peacock; a pea hen. नाया० ३; (२) समूह समूह & collection. नाया० ५; सूय० २, २, ५५, ओव विशे० १५१४; पन्न० २; १५; सु० च० १, ६०, जीवा० १; कप्प ० ३, ४१; ५, ६६; राय० २६; ११०; "आस तोसत्तविउलव हव ग्वारिय दाम कलावा" पन० २, उवा० ७, २०६; ( ३ ) |उमां परवानुं आलूपणु. गले में पहिनने का आभूषण. an ornament for the neck. भग● ६, ३३: जीवा० ३, ३; कलासिंबलिया. स्त्री० ( कलाशिविका ) भे लतनुं शींग वाणुं धान्य; वटाशा; भोरा, वगेरे. एक जाति का फली वाला धान्य; चंवराः बटला आदि. A kind of corn grow ing in pods; eg peas etc. भग० १, १; कलाव. पुं० (कलाय ) से नामनुं मे खनाल इस नाम का अनाज A kind of corn. पद्म० १; भग० ६, ७, कलावग. पु० ( कलापक ) अम्मां परवानुं भूषण गले में पहिनने का आभरण. An ornament for the neck. पराह० २, १; कलावि. पुं० ( कलापिन् ) भयू२. मयूर; मोर. A peacock. सु० च० २, २४२; कलि. पुं० (कलि) भेड मेडी संख्या एक; एक की संख्या. The number one. सूर्य० १, २, २, २३; उत्त० ६, १६; ( २ ) उमेश. लडाई; झगडा. quarrel. परा६० १, २; प्रव० ४३६; - कलुस. न० (age) slà-sdaj Ime. काल-क्लेश की मलीनता - मैलापन filthiness; malignity like that of quarrel. विवा० १; For Private [ कालयोग कलिऊण. सं० कृ० अ० ( कक्षयित्वा ) विया रीने. विचारकर. Having thought; thinking. सु० च० २, १५२: ३, २०७; भक्त० १७; कलि श्रश्र - य. न. ( कस्योज ) ने संख्याने ચારે ભાગત્તાં એક શેષ રહે તેવી સંખ્યા. जिस संख्या में चार का भाग देने से एक शेष रहता है वह संख्या. A sum which when divided by four leaves one as remainder. ठा० ४, ३; भग० १८, ४; २५, ३, ३१, १; "" कलियोग. पुं० ( कल्योज ) भो " कत्तिशोध " शब्द देखो कलिश्र शब्द. Vide " कलिश्राश्र " भग०१८, ४, ३१, १; - कडजुम्म पुं० (- कृतयुग्म) में संख्याने ચારે ભાગતાં ચાર શેખ રહે અને લખ્યાંકને ચારે ભાગતાં એક શેષ રહે તે સંખ્યા; મહાयुग्म संख्या तेरो प्रा२. जिस संख्या में ४ का भाग देने से चार शेष बचें और लब्धि को ४ से भागने पर एक शेष बचे ऐसी संख्या; महायुग्म संख्या का तेरहवां भेद & sum which when divided by four leaves four as remainder and has a quotient which divided by four leaves one as remainder; the 13th variety of Mahāyugma number. भग०३५, १; - कलिश्रोग. पुं० (- कल्याज) में राशाने ચારે ભાગતાં એક શેષ રહે અને લખ્યાંકતે પણ ચારે ભાગતાં એક શેષ રહે તે સખ્યા; महायुग्भ संख्यानो सोलो प्रहार जिस संख्या को ४ से भागने पर एक शेष रहता है और लब्धि संख्या को भी चार से भागने पर एक शेष बचता है वह संख्या; महायुग्म संख्या का सोलहवां भेद. the 16th variety of Mahāyugma number; Personal Use Only Page #438 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलिमोगत्ता] ( ४३१ ) [ कालय- a sun which when divided by when divided by four leaves four leaves one as remainder one as remainder. भग० ३५, ३; and has a quotient which divi- कलिंग. पुं० ( कलिङ्ग) आर्य शिभांना लिंग ded by four leaves one as re- नामे यो ३२. आर्यदेश का कलिंग नाम का mainder. भग० ३५, १; तेश्रोग. चौंथा देश. Name of an Aryan पुं० (-प्रयोज) संज्याने यारे लागता country. ओघ० नि० भा० ३; पन० १; ત્રણ શેષ રહે અને લબ્ધાંકને ચારે ભાંગતાં उत्त० १८, ४५; (२) तरसुय; आलिंग. એક શેષ રહે તે સંખ્યા; મહાયુગ્મ સંખ્યાનો तरबूज. a kind of fruit, जं. प. यो। २. जिस संख्या में चार का भाग कलिंग.न.(कालिङ्ग) सिंग शमां मने वस्त्र देने से तीन बचते हैं और लब्धांक को चार कलिंग देश का वस्त्र. A cloth made से भागने पर एक शेष रहता है वह संख्याः | in Kalinga country. जीवा० ३, ३; महायुग्म संख्याका चौदहवां प्रकार. the 14th -रव. पु (-रव) दाट श६. गडबड़ाट; variety of Mahāyugma number; कोलाहल. a humining or bustlingi sum which when divided by sound. भग. ३, २; जं. प. ७, १४०; four leaves three as remainder कलिंज. पु (कलिअ) सुंय. गोल हलकी and has a quotient which divid- ____टोकरी. A round shallow basket. ed hy four leaves one as re. राय० ११६ mainder. भग०३५, १; -दावरजुम्म. कलिंद. पुं० ( कलिन्द ) मे आ त. एक पुं० (-द्वापरयुग्म) संन्याने यारे मातi __ आर्य जाति. Name of an Aryan બે શેષ રહે અને લબ્ધાંકને ચારે ભાગતાં race or tribe. पन्न० १; से शेष २९ ते संध्या; महायुगम संन्यानो कलिव. पुं० ( कलिम्प ) वि५ नामनु मे। ५६२मे २. जिस संख्या को चार से भागने गतसा कलिम्प नामकी एक जाति पर दो शेष बचते हैं और लब्धि संख्या में की लकडी. A kind of wood so चार का भाग देने से एक शेष बचता है वह _named. भग० ८, ३; संख्या; महायुग्म संख्या का पंद्रहवां भेद. | कलिन.न. (कटित्र): माधवानुं धुबरीचा the 15th variety of Maha. भूषण; न्होरे।. कमर पर गंधनेका धुंघरुओं yugma number; a numerical वाला आभूषण;कंदोरा.An ornamental tigure which when divided by waist band. ओव. नाया० १; four leaves two as remainder कलिय-श्र. त्रि. (कलित) युक्त. सहित. and has a quotient which Planned; formed together; pos. leaves one as remainder when sessed of. "सुंदरथणजघण वयण कर divided by four. भग० ३५, १; चरण एयण सावरण विलास कलिया" कलिश्रोगत्ता स्त्री. (कल्योजता)ो संज्याने पन्न. २, दसा. १०, १; विवा० १, २ः यारे लांगता मे शेष रहे त. जिस संख्या में राय० ३६; ४३; जं० पं० ५, ११५, ४, ६२; चार का भाग देने पर एक बाकी बचे वह सम० प० २१२; ओव. जीवा० ३, ३; कप्प. संख्या. A numerical figure which | ५, १०१; सू० प० २०; भग० १, १, ७, Page #439 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कलिसिया 1 ( ४३२ ) com ६, १६, ६; नाया० १ ३; ८ १६; १८; गच्छा० ८७; श्रोघ० नि० भा० २७६; प्रव० १२५४; कृप्प०३, ३२; ( २ ) स्लु बनाया हुआ. formed; made. जं० प० ५, ११५, ४, ६२, ३, ४३; सू० च० १, ४४; कलिसिया. स्त्री० ( कलाशिका ) सीखाना पात्र कलश के श्राकार का एक बाजा. A musical instrument of the shape of a pitcher. राय०६६, कलुण. त्रि० ( करुण ) उरुणा उत्पाद; દયાપાત્ર; ગરીબ करुणोत्पादक; दयापात्र; गरीब. Exciting pity or passion. ओव० २१; नाया० ; विवा० ७; पिं० नि० ३७१; सूर्य० १, ५, १, ७; आया० १, १, ६, १७२; (२) ४३ारस; नवरसां मे २५. करुणा रस; नौ रसो में से एक. one of the nine sentiments, viz. that of compassion. ठा० ४, ४; अणुजो० १३० - भाव. न० ( - भाव ) :३० ला दयाजनक भाव. sentiment exciting pity or compassion. नाया० है; कलुा. स्त्री० ( करुणा ) ४३५; ६या. दया; करुणा. Compassion; mercy.. परह ० १, १ नाया० १; दस० १, २, ८ Tga. f› ( +g¶) 310; Hg; 247248; अध्ववाणुं. अस्वच्छ; कीचड वाला; मैला; गंदा. Muddy; turbid भग० १, ३; ७; ७, ६; अणुजो० १३० सू० २, ३, २१; ओव० २१; विशे० १४६६; श्रोष० नि० ५८५; तंदु० १६; नाया० १; कलुस. पुं० न० (कालुष्य ) पाप अभाडो स्थिति पाप कर्म ; वित्तनी बिगडी हुई [ कल्ल मनोवृत्ति. Sinful action; troubled condition of mind सू० १, ५, १, २७; सम० ३०; दसा० ४ १ २१८, २१; भक्त० ५२; नाया ० १ ६; उवा० ६, १७०; - आउलचेय. त्रि० ( - श्राकुलचेतस् ) દેષ પાપાદિકે કરી જેનુ ચિત્ત મલીન છે તે. दोष पापादि से जिसका मन मलिन है वह. (one) whose mind is filthy on account of sin etc. दसा. १, १५ २४, २५; - किव्विस. त्रि० ( - किल्विष ) अत्यन्त भविन अत्यन्त मलिन very filthy in mind. भग० १, ७; -- समावरण. त्रि ० ( - समापन ) अभाडोग स्थितिने पाभेल. डावांडोल स्थिति को प्राप्त. one who is troubled in mind. भग० २, १; ६, ३३; ११, ६, नाया० ३; प; - हियय. पुं० न० ( -हृदय) हुष्ट-भक्ति हृय दुष्ट मलीन हृदय. wicked heart. नाया० १६; कलेवर न० ( कलेवर ) शरीर; हेड. शरीर; देह. Body; physical body. जीवा ० ३:४; सू० प० २० ठा०५, १; पन्न० १; जं० प० नायां० १२; कलेसुय. न. ( कलेसुक ) : तनुं धास. एक जाति की घास. A kind of gras सूय० २, २, ११; *कलोवाइ. स्त्री० ( * ) वासना रंडीयो. बांस का कंडिया. A small box of bamboo श्राया० २, १, २, १०: कल्ल न० ( कल्य ) भावती अस; जीने हिवस श्रागामी काल; दूसरा दिन. Next day. निर० ३, २; विवा० ७; दसा० ७, १; नाया० ८; १४; १६; सु० च० ७, ११२; * यो पृष्ठ नम्र १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ) Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #440 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कल्लाकलिं ] ( ४३३ ) [कल्लाणि भग० २, १; ३, १, १२, ६; ओघ० नि० करनेवाला. one who accomplishes १७३; विशे० १४७३: (२) प्रात:स; welfare. नाया. १५; --कारय. त्रि. अमातना समय. प्रातःकाल प्रभात का समय. (-कारक) स्याए। ४२ना२. कल्याणकारी. dawn. नाया० १, २, ५, ८; १३; १६ one who confers welfare. ar to भग० १२, १; अणुजो० १६; उन० २०, १; ~~-दियह. पुं० (-दिवस ) नेश्वरना ३४; ओव. १३; राय० २३८; उवा. १, पांय ५८याने हिवस. जिनेश्वर के पांच ६३; (३) मारेय. नारोगः प्रारोग्य. कल्याण का दिन. the day of the 5 health. विशे० ३४४०; । Kalyāņakas of a Tirtharkara. पंचा. ६, २६; -परंपरा, स्त्री० (-परंपरा) कल्लाकल्लि. अ. (कल्पाकल्पम् ) हिनहिन स्यागुनी ५२५२१. कल्याण का परम्परा. प्रत्ये, २४हरएक रोज; प्रति दिन. continuation or remote standDay by day; daily. नाया०८; ; १२; १४; १६ विवा० ३; ५: अंत. ३, ८; ing of Kalyanika. भत्त० ६८; ५,३; उवा० ७, १८४; -फलविवाग. पु. ( -फलविपाक ) વિપાક સુત્ર સુખવિપાક રૂપ એક कल्लाण. न. ( कल्याण = कल्योऽत्यन्तनीरु मा. विपाक सूत्र का सखविपाक रूप क्तया मोक्षस्तमानयति प्रापयतीति कल्याण: TF 1917, a part of a Vipäk Sūtra सुम४२, ४८या १२; श्रेय२४२. सुखकारी; called Sukha Vipaka. जं. प. १, कल्याणप्रदः श्रेयस्कर. Causing ease; ६: सम० ५५; ~~भागि. त्रि० (-भागिन्) giving comfort. सु. च. २, ५८; मेक्षिने मना२. मोक्ष का सेवन करने वाला. वव० १०, १: जावा० ३, २; विशे०३४४१. one who enjoys final bliss. दस. सूय. २, ५, १२, दस. ४, ११; राय.२५: ६, १, १३; --सपया. स्त्री. ( संपत् ) उत्त० १.३८, ठा०३, १; आया० १, ७, १, त्यानी सपत्ति. कल्याण का संपत्ति. पंचा० १९६: ओवक नाया. १७६; १४ १६: १६; भग० २, १३, १: ७, १०, ६, ३३; कल्लाणग. पुं० ( कल्याणक ) Gayो। परह. २,१; सू० ५० १८; उवा० ७, १८७; कम्प० १, ४; (२) मे नामनुं प तन વખત વીત્યા પછી પીલેહણ થાય તેનું પ્રાય15, इस नाम का पर्वग जाति का झाड़. a तिमे ४८या त५ विशेष. प्रतिलेखना tree of that name. पन्न. १; (३) मे का समय बीतने के पश्चात् प्रातलेखना काजाय उसका प्रायाश्चत्त-एक कल्याणक तप प्रारना प्रायश्चित्तनुं नाम. एक प्रकार के विशेष. A kind of expiatory penप्रायश्चित्त का नाम. name of a kind of expiation. पिं.नि. भा. ३४; (४) तीर्थ ance for examining clothes etc. ४२ना ७ ४८यारिभानु गमे ते थे. तीर्थ after the time for it has elapsकर के छ: कल्याणों में से कोई भी एक. ed. ओघ. नि. भा० १७४; (२) त्रि. one of the six precepts of ४८या ४ारी. कल्याण कारी. advanta. Tirthankars, पंचा० १, २०; -कर. geous. पन्न० २; नाया० १; त्रि० (-कर ) या २९(२. कल्याण | कल्लाणि. पुं० ( कल्याणिन् ) मे तनी Vol. 11/55. Page #441 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कल्लाल ] ( ४३४ ) वनस्पति एक जाति की वनस्पति A kind of vegetation. भग० २१, ४; (२) त्रि ० उदयालुारी. सुखकारी advantageous. पंचा० २, ४२; कल्लाल. पुं० ( कल्यपाल ) हरु-ताडी वेयनारः पीहावास. दारु-मद्य बेचनेवाला; कलाल. A liquor merchant. अणुजो० १३१; * कल्लुय. पुं० ( कल्लुक ) मे द्रियवासी 24. दो इंद्रियों वाला जीव. A kind of twosensed living being. पन० १, कल्लोल. पुं० ( कल्लोल ) तरंग; २. तरंग; लहर A wave. प्रव १४६५; परह० १, ३; श्र० २१; कल्हार. न ० ( कल्हार ) : तनुं सह प्रभव एक जाति का सफेद कमल. A kind of lotus white in colour. पन० १; कवचिया. स्त्री० (कवचिका) भे तनु हाम एक जाति का पात्र A kind of vessel or utensil. भग० ११, ११; कवड न० ( कपट ) पट छल भाषा भने વેને પલટ કરી પેાતાને અન્યથા સ્વરૂપે सतावते. कपट, छल; भाषा ओर भेष को बदल कर अन्य स्वरूप का दिखाना. Fraud; deceit; disguise. नाया० २६; जं०प० भग० ७, ६; सूत्र ०२, २, ६२, प्रव० १६७; भक्त० १२३; राय० २०७; कवड्डिया . स्त्री० ( कपर्दिका ) डे(s). कोड़ी; एक प्रकार का सिक्का, A small, shell i. e. cowrie ( used as a coin ). सु० च० १ १७४; कवय. पुं० ( कवच ) अत्तर वय बख़्तर; कवच. An armour. राय० ५६; श्रव० ३०; पन्न० २; भग० ७, ६; नाया० २; [ कवल्ली ( २ ) स; समूह समूह; समुदाय A collection; a net work. " मरीचि कवयं विणिमते " जं० प० नाया० १; कवल. पुं० ( कवल ) अणाये. कौरः प्रास. A morsel श्रव० १६; वव० ८, १५; नाया० १; भग० ७, १ ६, ३३; २५, ७; प्रव० १६७; पंचा० १३, ४६; १६, १८: - बत्तीस. त्रि० ( -द्वात्रिंशत् ) पत्रीश કાલીયાં बत्तीस कार- कवल-ग्रास. 32 morsels. प्रव० ७४२; -- बुद्धि. स्त्री० ( - वृद्धि ) यान्द्राय व्रतभा शुक्ल पक्षना પડવાથી હમેશ એકક કાલીયા વધારે જમે છે જેમ કે પડવાના રેાજ એક પછી અનુક્રમે पूर्णिमाना १५ ते स्व वृद्धि, कवलवृद्धि - चांद्रायण व्रत में शुद्ध पक्ष की एकम से हमेशा एक २ कल अधिक बढाते जानाजैसे कि एकम को एक फिर अनुक्रम से पूर्णिमा को १५ कवल लेना. increasing of one morsel daily; i. e. takiag of one morsel on the first day or bright half of a mouth and then increasing of one morsel daily. Thus on the 15th day 15 morsels are to be taken. This is observed in an austerity styled Chândrāyapa. प्रव० १५७०; कवलिजंत. त्रि० ( कवल्यमान ) वातु खायाहुआ. Eaten; taken as food. सु० च० २, ५३२; & कचल्ल. पुं० ( * ) सोहानु हाम; उदा. लोहे की कढाई. An iron vessel; a cauldron. भग० ३, ३; कवल्ली. स्त्री० ( * ) गोझ उभाणवानुं हाम * यो पृष्ठ नभ्५२ १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #442 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवाड ( ४३५ ) [कविल गुड उबालने का बरतन. A vessel in | कवि. पु. (कवि) पिता ४२ना२. कविता which treacle is boiled. विवा० ३; / बनानेवाला; कवि. A poet. ठा• ७: कवाड. न० (कपाल) मो५२१. खोपड़ी. The | अणुजो० १३१; skull. नाया० ४ कवि. पुं० ( कपि ) हरे. बंदर; वानर. A कवाड. पुं. न. (कपाट ) पाट; मार; monkey. सूय० २, २, १०; बिशे० ८६१; ४२वाले. कगट; द्वार. A gate; adoor. श्रोध. नि. ६४३; सु० च० १, २६; उवा० २, ६४; प्रव० १३२७; पिं. नि. ३४७ / कविजल. पुं० (कपिञ्जल) मेजतर्नु पक्षी. जीवा ३, ४; श्रोव० सम० ८; अणुजो० १४६; एक जात का पक्षा. A kind of bird; नाया० ज० प० मु० च० १. ४५; अंत०६, ___the Chataka bird. सूय० २, २, १०; ३; राय १७६; नाया. १८; सम०प० २१०; पन्न. १; उवा० ७, २१७, जं. ५० ३, ५३. (२) व समुहूयात या कविंजलग. पुं० (कपिजलक) गुमे। “कविंभ पक्षी आत्माना प्रशने सा२ घाटी जल" श६. देखो “कविंजल" शब्द. प्रसारीपाटने सारे सनावे ते. केवल vide "कविंजल" पण्ह० १, १; समुद्धात क्रिया में केवली की श्रात्मा के प्रदेश कविकच्छ. पुं० ( कपिकच्छु ) मे तनी ३३ बाहर निकालकर और फैलाकर दरवाजे के नेता शरीरमा ५२०४ उत्पन्न याय छे. आकार की भांति वना देना. Universal एक जात की वेल जिसको स्पर्श होतेही शरीर projection of the soul by a पर खुजली उत्पन्न होती है. A kind of Kevali by expanding it in the creeper producing an itching shape of adoor. पन्न. ३६; ---भयत्र. sensation in the body by touch. पुं० (-मृतक) हाय २५॥ त्रय साथ जीवा० ३, १; परह ० २, ५; જમીન ખેદે તે અમુક પૈસા આપીશ, એવી कविट्ठ. पु. ( कपित्थ-कपिस्तिष्ठस्यत्रेति क. सरत ६३री मेसो यार. दो हाथ या तीन पित्थः) वांराने गमतु मामीवाडं स; हाथ जमीन खोदनेपर इतने पैसे दंगा, इस शर्त नुं ५५. बहुत बीजों वाला फल जो बंदर पर रक्खा हुश्रा नौकर. a labourer en- को प्रिय-रुचिकर होता है; कबाट. The gaged with the contract of fruit of the wood-apple tree payment of a fixed amount of full of seeds and much liked by wages in return for the work monkeys जं. प० अाया० २, १, ८, of a digging around to a fixed ४३; उत्त० ३४, १२: सू० १, १८; पन्न depth e. g. two or three arms. १, २; प्रव. २४६% भग० १८,६; २२,३; ठा० ४, १; दस. ५, १,२३: जीवा० १,३,४; निर० ३,२; कवाल. पुं० न० (कपाल ) पानी अभाग. कविया. स्त्री० ( कविका ) लगाम लगाम. घडे का श्राधा भाग; घडे का अर्द्ध भाग. The (जो घोडे वगैरह के मुंह में अटकाई जाती half of an earthen pot. विशे० १९८७; | है ) A bridle. सु. च० १०, ३२; दसा०६,४; पाया० १,६,३,१०, (२) भरतः | कविल. पुं० (कपिल ) पिस नामना भुनिः मापरी. मस्तक; खोपडी. a brain. सु.च. - કપિલ કેવલી કે જે રાજા પાસે શું માગવું ५,.५३; सूय. २, १, ४८% | તેને વિચાર કરતાં, પરિણામની ઉચ્ચ શ્રેણી Page #443 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कपिलश्र] ( ४३६ ) [कवाड 3५२ यता, संतोष वन्यो भने त्यो पक्ष । varieties of the molecules of સાન ઉત્પન્ન થયું કે તરતજ શાસન દેવે ! which the body of Rāhu is આપેલ સાઘુને વેષ પહે, દીક્ષા લઈ ચાલી ! __made. सू०प० २०; नीच्या. कपिल नामक मुनि; कपिल नामक कविसायण पुं० ( कपिशायन ) मे तना केवली जो राजा से क्या मांगना ? इसका __ महि।. एक जाति की दारू. A kind of विचार कर रहे थे कि विचार करते करते । | intoxicating drink. पन्न० १७ परिणामोंकी ऊपर की श्रेणी पर चढ गये और कविससिप्र. पुं० ( कपिशीर्षक ) मे उस अवस्था में उन्हें संतोष प्राप्त हुआ तथा । ___" कविसीसग" श६. देखा " कविसीसग" केवलज्ञान उत्पन्न हो गया, तब आपने तुरंतहा शब्द. Vide — कविसीसग" राय० ००४; शासनदेव द्वारा दिया हुआ साधु का वेष जीवा. ३, ४, पहिन कर दीक्षा ली और वहां से चल निकले. कविसीसग. पुं० ( कपिशीर्षक) अशीशां; Name of a sage, who while ગઢમાંથી બહાર જેવાને તેમાં મુકેલા વાંદpondering upon the boon that राना भायाने मारे Mist im२१. गढ से he should ask of a king, rose बाहिर देखने के लिये उसमें रखे हुए बंदर के to it high stage of thought- सिर के आकार के छेद. An indentaactivity, experienced content- tion or hole in the wall of a ment, attained perfect know. fortification resembling a head ledge, became an ascetic, took of a monkey. प्रोव० ० ५० नाया. Diks and set out. उत्त० ८, २०; ५; अत० १, १६ मु० च० १२, ५६; (२) नु। २. भूरा कविहसिय. न. ( कपिहसिन ) शमां रंग. tawny colour. ज. प. भग० અકસ્માત્ બલતી ભયંકર વાલા દેખાય છે. ७, ६; ( ३ ) मे४ गत पित नामर्नु । आकाश में अकस्मात दिखाई देनेवाली भयं. पक्षी. एक जाति का कार्पल नामक पक्षी.. कर ज्वाला. Unexpected, sudden a kind of bird. पगह ० १,१; जं. प० । flames in the sky. अणुजो० १२७: प्रोव० (४) पिद मुनि सभ्यशास्त्र प्रोता जीवा० ३, ३ अने तेरा मनुयायियो. कपिल मुनि और कवेल्लक. पुं० ( * ) पात्र विशेष; डोटी उस मत के अनुयायि-माननेवाले. name of ४७. पात्र विशेष; बड़ी कढाई. A utenthe founder of the Sāňkhya ___sil; a big cauldron. भग० ३, १; system of phylosophy also a कवेल्लय. पुं० ( * )नलिया. कवेलू A follower of Kapila. श्राव. ३८; tile. जीवा० ३, १; ( २) डोटी कविलश्र. पुं० (कपिलक ) राना युगबना ; . बड़ी कढाई. a large ५.२ प्रामांनो मे. राहु के पुद्गल के , _cauldron. जं० प० २, ३८; पंद्रह प्रकार में से एक. One of the 15 | कवोड. पुं० ( कपोत ) पारे. कबूतर. A * जुमे १४ नम२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #444 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कवोतालि] ( ४३७ ) [कसर - dove. पिं० नि० २१७, कव्वर प्र. ० ( कर्बटक) ७६मा अहन नाम. कवोतालि. स्त्री० (*कपोतालि-कपोत पा. ७६ वें ग्रह का नाम. Name of the लिका) पिट, पक्षीने ५सरानी . 76th planet. सू०५० २०, पक्षियोंको पालने की जगह. A place get Vकस. धा. II (कृश) शोषयु, सुवी apart for taming birds. जीवा०३,३ नामपुं. शोषण करना; शोखना; सुखा कवोय. पुं० (कपोत) मूतर; पारे।. कबूतर. डालना. To dry up; to cause to A dove; a pigeon. जीवा० ३; पन्न. evaporate. १; श्रोव० आया० २, १०; १६६; उवा. कसेहि. आया० १, ४, ३, १३५; ७, २१७; जे. प० २, २१; -सरीर. कस. पुं० (कश = कस्ते शासनयात्रासजनयति न० (-शरीर) पारवाना शरीरना २ij ताड़यति वेति तथा ) यामणो; १२.. इस, rj. कबूतर के शरीर के समान रंग- चाबुक. A whip. परह. १, १; ३, २, वाला फल; भूरा कोला. name of a ५; जं० प० उत्त०१, १२, १२, १२ विवा. fruit of the colour of a dove; ६; दसा. ६, ४; विशे० २०४२; (२) a kind of pumpkin gourd. भग० या लव (संसार ). कर्म या संसार. १५, १; Karma; worldly existence. Takto कवोयग. पुं० ( कपोतक ) पारे. कबूतर. १२२८, २९७८; -पहार. पुं० A dove; a pigeon. सूय० २, २, १०; ( -प्रहार) याराना प्रहार. चाबुक का कवोल. पुं० ( कपोल ) 04; समया. गाल. प्रहार: चाबुक की मार. a stroke or A cheek; the temples. जीवा० ३, lash of a whip. विवा०३; नाया०२,१७ ३: ओव. १०; जं. ५० --मूल. न. | कस. पुं० (कष ) घसीने सोरी ४२वी ते. (-मूल) गासन भूसा समस्या. कनपटी. कसोटीपर लगाना. Testing on a the temples. कप्प. ३, ३३; toucli-stone. पंचा० १४, ३६; कम्व. न. (काव्य) च्या पिनी नाव कसट्ट. न०( * ) सत२; यरे. कचरा. ति. काव्य; कवि की बनाई हुई कविता A ___Refuse; dross. ओघ० नि० ५५७; poeny; the work of a poet. | कसट्टिय. पुं. (कशपथ) सोहीनी ५५३।. अणुओ० १३०; ठा० ४, ४; जं. प० प्रव० । कसोटी का फ्स्थर. A touchistone. १२४१; सु. च० १,१ भग० ५, २, कव्वड. पुं० ( कर्वट ) सुत्सित नगर, अश- 1 कसर. पुं० ( * ) urgeवाया 847 जितुं शहर. शोभा रहित शहर. A city | थयेलो रोग; मस. खुजाने से उत्पन्न रोग; devoid of beauty. नाया० ८, १६; खाज. A skin disease caused by भोव० ३२: सूय० २, २, १३, पण्ह० १, scratching; itches. " कच्छूकसराभि ३; जीवा० ३, ३: भग० १, १; ३, ७, ७, भूया " भग० ७, ६; जं०५०-अभिभूय. ६ ० ५० ३, ६६ त्रि० (-अभिभूत ) माना गया पी51 * ji पृष्ट ५२ १५ नी टनाट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ को फुटनोट (*).Vide foot-note (*) p. 15th. Page #445 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कसाय ] येसेो. खाज के रोग से पीडित ( one ) suffering from itches. भग० ७, ६; कसाय पुं० ( कषाय ) लगवां वस्त्र भगवां वस्त्र. A red cloth or garment. दसा० ६, ४; (२) साये। २स. कसाया हुआ रस; उतरा हुआ रस; चलित रस. astringent taste. जीवा ३, १; आया ० १, ५, ६, १७०; उत्त० ३६, १८ पन्न० १; नाया ० १; १७; जं० प० निसी० २, ४४; भग० २, १; १७, ३; १८, ६, २०, ५; २१, ७; २४, १; दस० ५ १, ६७; सम० २२;ठा० १, १; ( ૩ ) પણવણા સૂત્રના ત્રીજા सातमां द्वार नाम. पण्णवणा ( प्रज्ञापना ) के तीसरे पद का सातवां द्वार name of the 7th Dvara of the third Pada of Pannavana Sūtra. पन्न० ३; ( ४ ) प्रज्ञापनाना यहां हनु નામ જેમાં ક્રોધાદિ ચાર કષાયનું વર્ણન यां छे. प्रज्ञापना क चौदहवें पद का नाम जिसमें क्रोधादि चार कषायों का वर्णन है. name of the 14th Pada of Prajñāpanã dealing with the four Kaśayās. पन्न० १; ( ५ ) सात સમુદ્ધાતામાંની ખીજી સમુદ્ધાત-જેમાં उपाय मोहनीय दुर्मनी निन। थाय छे. सात समुद्वातों मे से दूसरी समुद्धात जिसमें कषाय मोहनीय कर्म की निर्जरा होती है. the 2nd of the 'seven Samudghātas in which there is Nirjara of Kasãya Mohaniya Karma पन० ३६; ( ६ ) ना शुद्ध स्वभावने उर्भरूप મેલ લગાડી મલીન કરે અને સંસારની વૃદ્ધિ उरे ते द्वाध, भान, भाया भने सोल. जीव के शुद्ध स्वभाव को कर्म रूपी मेल लगाकर मालन करने वाले तथा संसार भ्रमण की वृद्धि करने वाले क्रोध, मान, माया और लोभ ( ४३८ ) For Private [ कसाय रूप कषाय. the four moral im. purities viz. anger, pride, deceit and greed which obscnre the spotless nature of the soul and cause it to wander in the cycle of worldly existence. दस० ८, ४० १० १, ६; भग० १७, ३; २४, १: क० गं० १, ४१, ५, ६३; पन० १४; भत० ४८; गच्छा ० ६७; पंचा० १७, ५२; कम्प० ४, ६५; जीवा० १; नाया० ५: श्राया० १. ८, ७, २; उत्त० ३१, ६; अणुजो० १२७; श्रव० १६ : – श्रईय. त्रि० (-अतीत ) કષાયરહિત જીવ; કષાય ( ક + આય ) સ ંસારની પ્રાપ્તિ કરાવનાર; ક્રોધાદ્રિથી રહિત. कषाय रहित जीव; कषाय ( कष+आय ) - संसार की प्राप्ति कराने वाले कोधादि भावोंसे रहित. (a soul) free from Kaşāya i. e. anger etc. which are the causes of worldly existence. विशे० ७७७ – उदय पुं० ( उदय ) उपाय-छोध, सोल वगेरेना आविर्भाव. कषाय - क्रोध लोभ आदिका श्राविर्भाव (वृद्धि). rise, manifestation of Kaṣāva i. e. anger greed etc. क० प० १, ५२, ६, ७४ – कलि. पुं० (-काल ) उपाय रूपी उमेश कषाय रूप क्लेश. mental agouy, trouble in the form of Kasāya, such as anger etc. भत्त० १५१; - चउक्क. न० (-चतुष्क ) उपायनी थोडी अध, भात, भाया यने बोल. कषाय की चोकडी: क्रोध, मान, माया, और लोभ. the group of the four passions viz. anger, conceit, deceit and greed. क० गं०६,७७ – जय. पुं० (-जय ) ધ, માન, માયા અને લેાભ એ ચાર ને જીવ ते; कृषाय य. क्रोध, मान, माया और लोभ Personal Use Only Page #446 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कसाय ] इन चारों को जीतना conquest over the four passions viz. anger, conceit deceit and greed. प्रव० ५६२; — ट्ठग. न० (-अष्टक ) पायनी આ પ્રકૃતિ; અપ્રત્યાખ્યાની અને પ્રત્યાખ્યા नी थोडी. कषाय की आठ प्रकृति-भेद; प्रत्याख्यानी और प्रत्याख्यानी चोकडी. the eight-fold nature of Kaṣāya viz. four Apratyākhyāni and four Pratyākhyānī. क० गं० ६, ८२, - णिव्यत्ति. स्त्री० ( - निर्वृत्ति) धादि उपायनी उत्पात्त. क्रोधादि कषायों की उत्पत्ति. the rise of Kasāya viz. anger. etc. भग० १६ ८ पश्चकखाण. न० ( - प्रत्याख्यान ) छोध व्याहि उपायनो त्याग. क्रोधादि कषाय का त्याग. giving up, abandoning Kaṣāya i e. anger etc. उत्त० २६, २; - पडिसलीलता. स्त्री० (-प्रतिसंलीनता ) पायनो लय २वे ते कषाय का लय करना-नाश करना destruction, assuaging of Kasaya. सग० २५, ७ – पिसाश्र. पुं० (-पिशाच ) छुपा रूपी पिशाय कषाय रूप पिशाच. a ghost, an evil spirit in the form of Kasãy. भत्त० ५७ – पमात्र पुं० ( - प्रसाद ) पायरूप प्रमाद. कषायरूप प्रमाद. negligence, blunder in form of Kaşaya. 510 ६. १९ - मोहणिज न० ( - मोहनीय) पायरूप मोहनीय भनी प्रकृति. मोहनीय कर्म की कषायरूप प्रकृति. & variety of Moha niya Karma in the form of Kasāya. उत्त० ३३, १०१ - रस. त्रि० (रस) साये। २. कशाय-कडवा रस. astringent in taste. भग० ८, १; - वयण न० ( वचन ) वियुक्त पयन. ( ४३६ ) [ कसायकुसील गुस्साना शह. क्रोधयुक्त वचनः गुस्सा भरे शब्द. angry words सूय० १, ३, १, १५; – विउस्लग्ग पुं० ( - व्यु सर्ग ) उसायना परित्याग. कषाय का परित्याग. giving up, abandonment of Kasāya i. e. anger etc. भग० २५, ७; - विजय. पुं० ( - विजय ) पाहि उषांना विश्वे ते क्रोधादि कषाय पर विजय प्राप्त करना conquest over Kasāyai.e. anger etc. प्रव० १५२६; - समुग्धाय. पुं० ( - समुद्रात - कषायैः क्रोधादिभिर्हेतुभूतैः समुद्धातः कषाय समुछातः ) त्राहि उपायने उध्ये वना प्रदेश શરીર અંદર અને બહુર વિસ્તરવાથી નેત્ર વિકાર કે મુખવિકારનું થવું અને કષાય મેહનીયને ભાગવટો કરી કષાયના પુદ્ગલેને निरेवा ते क्रोधादि कषाय के उदय से जीव प्रदेशों का शरीर के भीतर और बाहिर विस्तृत हो जानेसे नेत्र विकार या मुखविकार होना और कषाय मोहनीय कर्म का भोगने पर क्षय होजाने से कषाय पुगलों की निर्जरा होना. deformation in eyes and face caused by the expansion of the molecules of soul in the body due to the rise of Kaṣāya (passious) and destruction of the molecules of Kaşaya after enduring them. सम० ६: जीवा ० १; ठा० ४, ४; भग० ११, १ २४, १; ३४, १; पन्न० ३६; कसायकुसील. पुं० ( कषायकुशील = कषायैः संज्वलन क्रोधाद्युदयलक्षणैः कुशीलः कषायकुशीलः ) षाययुक्तः साधुः छ अारना नियमांना कषायवाला साधु क्रोधादि भावयुक्त साधुः छ प्रकार के साधुओं में से एक. An ascetic full of Kaşaya, one For Private Personal Use Only Page #447 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कसाय कुसीलत्त] (४४० ) [ कस्सई of the six kinds of Nigrauthas (मास) नो ५७. सम्पूर्ण बादल का पडल; i.e. ascetics. भग. २५, ६; पण्ह० ६३; सम्पूर्ण अभ्रपटल. The entire vault of कसाय कुसीलत्त. न० ( कषाय कुशोलत्व) the sky. "कसिणब्भ पुडावगम्य चंदिमा" आयशास५. कषाय भावसे कुशीलपना. दस० ८, ६४; -चणय. पुं० (-चणक) Evil conduct arising from Kit- मामा या. अखंड चना. chick-pea; saya. भग, २५, ६ gram. प्रव० १०१०; -संयम. पुं. कसायपद. न० ( कषायपद ) पन॥ सूत्रना। (-संयम ) सरीते सावधन त्याग, सर्व याथा पहनुं नाम. प्रज्ञापना सूत्र के चौथे पद विति. सावध का त्याग; पापानुष्ठान का का नाम. Name of the fourth सर्वथा त्याग; सर्व विरति. complete rePnda of Pannavana Sitra. भग० । nunciation of sinful things. पंचा०६, ४०; कसायात. पुं० ( कषायात्मन् ) पायवाको कसिण. त्रि. (कृष्ण) ; जाशवाj. मात्मा. कषायवाला आत्मा. A soul full | __काला. Black. “श्राणामिय चावरुइरत्त. of Kashya. भग० १२, १०, णु कसिण सिध्धभूया" जीवा० ३, २, सु. कसाहि. पुं० ( कशाहि ) मे तनो भुक्षित । च० २, २३६; पन्न० २; अोव० १०; ठा० स५. एक प्रकार का मुकुलित सर्प. A kind. १०; कप्प० ३. ३६; क. गं. १, ४२; of snake. पन्न. १; कसिणा. स्त्री० ( कृत्स्ना) ले प्रायश्चित्तमा कसि. पुं० (कृषि) ती; पि . खेती; | અધિક સમાઈ શકે નહીં તેનું પ્રાયશ્ચિતને એક कृषि. Agriculture. जीवा० ३, ३; क. १२. जिस ग्रायश्चित में अधिक शामिल न प० २, ६५ हो सके वह प्रायश्चित्त प्रायश्चित्त का एक भेद. कसिण. त्रि. ( कृत्स्न) ५२५३; संपूर्ण परि- A variety of expiation; an ex. पूर्ण; संपूर्ण. Whole; full; all; entire. piation which has reached the दसा. १०, ११; निसी० ८, १२; अोव० ४०, highest limit and which caniअणुजो० ५०; भग० २, १०; ६, ३१; दस. not admit any more. 31° 4, ; ८. ४०; नाया. १४; जं. प. ७, १६६; सम. २८; (२) अम; आये नहीं; माहित नये. कसेरु. पुं० (कशरु) पालीमा उत्पन्न यते। समग्रः अखंड; टुकडे वगैरह जिसके न हुए शेरु नाभन प्रसि ४. पानी में पैदा हों वह. unbroken; entire. कप्प० १, होनेवाला कशेरु नामक प्रसिद्ध कंद. A १; ५, १६; क. प. ७, ३, ४५; आया. २, bulhous root growing in water १, १, २, वेय. ३, ५; निसी० ४, १६; and named Kaseru पन्न० १; (३) पुं० परिपूर्ण २४१ महा२४५ ना- | कसेरुग. पुं० ( कसेरुक) से३ नामनी पाणी. थी डाट। मान्ले २४५ नथी ते. परिपूर्ण | मां उगती वनस्पति. पानी में उत्पन्न होनेस्कंध, महास्कंध; सबसे बडा स्कंध. a per. वाली कसेरु नामक वनस्पति. Name of fect, complete Skandha or ___aquatic plant. सूय० २, ३, १८; molecule. विशे० ८१७; -अब्भपुड. आया० २, १, ८, ४७; पुं० ( -प्रभपुट ) सम्पूर्ण अश्रम | कस्सई. अ. (कस्यचित् ) | मेनु. Page #448 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कह ] किसी एक का. Of some one; belonging to some one, दस० ८, १०; कह. धा० II. (कथ् ) आहे; पोल कहना; बोलना. To tell; to speak; to say. कहेइ. निसी०८, २; नाया०ध० उवा० १, ६०; कहंति श्र० २१; कहिंति. नाया० १६; कहिज्जा. वि० दस० १०, १,१०; कहिज्ज वि० पिं० नि० ३१४; कहाहि . श्र० सू० १, ११, ३; कहसु. प्राज्ञा० सु० च० १, ५६; कहेसु. सु० च० ५, ६; कहय. उत्त० २५, १६; कहेमाण. इसा० ३, २६; सम० ३३; कहमाण. गच्छा० ३२; कहिउं सु० च० ३,८२; कहिजए. क० ना० विशे० ५८५; ( ४४१ ) कहिज्जउ क० वा० सु० च० ४, २४०; कहिजाहि क० वा० श्राज्ञा० वि० नि० ४३२; कहिजेत. क० वा०व० कृ० सु०च० ७, १४६ : कह. श्र० ( कथम् ) भ; शामाटे; देवी रीते. क्यों; किसलिये किस तरह. Why; how. नाया० २; ६; ७; भग० ७, ६; कहं. अ० ( कथम् ) प्रेम ? शामाटे ? देवीरीते ? किस प्रकार ? How? why ? नाया ० १; २; ६; ७; ६; १०; १८; भग० १, ३; २, ५; ३, १, ५, ५, ६, १५, ११६, ६, २०, ३; २५, ८; दस०२, १, ४, ७, ६, २:२४; २२; दसा ०४, १०५; विशे० ३०, १२७; सु०प०१; सूत्र ०१, १, ३; १०; १, २, ३; जं० प० ७, १४१; कहंचि. श्र० ( कथंचित् ) । प्रमारे; किसी प्रकार से. In some way or other; some how or other. पंचा० ५, ३५; V कहकह. ना० धा० II. ( कहकह ) १९७ मेव भवान श्वे. कहकह ऐसा श्रावाज करना. To make a sound resemVol. 11/56. [ कहा bling the sound of the word Kahakaha. कहकहति. जीवा ० ३. ३; कहकहंत. पराह० १, ३; जं० प०५, १२१; कह कह. पुं० ( कहकह ) धा भानो मुसा सीना सवार कोलाहल; शोर Bustling noise. राय० ८६; कहकहा. पुं० ( कह कहक ) यानं हना उसउस शब्६ आनंद का कलकल शब्द. A joyous bustling sound. ठा० ३, १; कहकहक. पुं० ( कथकथक ) 5656 । शालीन पोर. ' कहकह ' रूप हर्षोद्वार; खुशाली की पुकार. A joyous sound resembling the pronounciation of the word Kahaksha श्राया० २, १५, १७६; कहकहग. पुं० ( कहकहक ) साहस. कोला हल. Bustling sound. कप्प० ५, ६६; कहा. पुं० ( कथक ) या १२नार; या ३५२ भावि यावना२. कथा करनेवाला; कथा करके आजीविका करनेवाला. A professional story-teller. राय० अणुजो • ६२; ओव० जं० प० निसी० ६, २२; जीवा ० ३. ३; कप्प० ५, ६६; प्रव० ६३६; कहण. न ० ( कथन ) स्थन; वर्षान; उडी मताag कहना; कथन; वर्णन. Telling; describing; narrating. विशे० ८६४; पिं० नि० ५० १६० १६२; सु० च० २, ३५०; नाया० ८; नंदी० ४१; कहणा. स्त्री० ( कथन ) अथन. कथन. Narration विशे० ८४६; पंचा०६, १३, १२, १५; कहवि. श्र० ( कथमपि ) : पशु रीते. कोई भी रीति से. In some way or other; anyhow गच्छा ० ६६; कहा. स्त्री० ( कथा ) था; वार्त्ता; सभायार; हुथा-वाह, ४५, वितंडा, प्रीगु અને For Private Personal Use Only Page #449 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कहाणग] ( ४४२ ) [का निश्रय से पाय प्रा२नी था. कथा; समा- जीवा० १; राय. नायम. ८; १३; १४; १६; चार; वार्ता-वाद, जल्प, वितंडा, प्रकीर्ण सु० च० ३, ६२, भग० २, १; ३,१ ५ , और निश्चय, ये पांच प्रकार की कथा. A ३, ६, ५: ७, ६; ६. ३३, १४, १; १५, १७ story; a news; a description. ३२, १; अणुत्त० १, १; पिं० नि० ३७६; " तिविहा कहा पण्णता तंजहा सू०प०१; अत्थ कहा धम्मकहा काभकहा" ठा० ३, | कहि. अ. ( कदा) यारे. कब; किस समय. ३; गच्छा० ११५; कप्प. ३, ५६; ___When ? भग० २०, ८; । भग० २, ५, ७, १; ६, ३३; ११, ११; दस. | कहिंचि. अ. (क्वचित् ) याय५९ UPयले. ८, ४२; नाया० १, ३, ५, ८, १३, १६ ) कहीं भी; किसीभी स्थान पर. In some सम. ९, १२; उत्त० १६, ६, २६, २६; place; in some place or other. ओव० ११; ३८, दसा. ३, २६, ३१; विशे. १६२७;नाया. १Bाया.१,७,२,२०२; निसी०८, १; उवा० २, ११७-अहिकरण. | कहित. त्रि. (कथित ) ९. कहा हुआ. न० (-अधिकरण ) थाना अधिवाj. Told; said; narrated. सू० ५० १; कथा का वर्णन करने वाला शास्त्र. A कहित्तार. त्रि. (कथयित) हेना२, मौसscripture containing stories or ___ना२. कहनेवाला; बोलने वाला. (One) teaching through stories. दसा. | who tells; a teiler; & speaker. ६, २५; --समुल्लाव. पुं० (-समुल्लाप) दसा० ३, ३१; उत्त० १६, ६; सम० २; ५२२५२ वातासाप. परस्पर वार्तालाप; श्रापस कहेत्तार. त्रि. ( कथयित) ना२. कथन में बातचीत. mutual conversation. करने वाला; कहनेवाला. A speaker; a नाया०८;; teller; ( one ) who tells. “इस्थिकहाणग. न. (कथानक ) प्रथा, पात; कथा; कह भत्तकहं रायकहं कहेत्ता भवह" ठा. कथानक; वर्णन. A story; a narra- ४, २; सम० २५; tion. नंदी. ५० कहार. न० ( कल्हार ) संय! विशी स कहि. त्रि. ( कथिन् ) ना२. कहने वाला. भस. संध्या का फूलने वाला सफेद कमल. ( One ) who tells; a teller. A white lotus blooming in the "महाधम्म कही” उवा० ७, २१८, जं. evening. सूय. २, ३, १८; प० १,१; Vका . धा० I. (कृ) ४२. करना. To do. कहि. अ. (क ) यां; ये णे. कहां; किस कासिया. विधि० सूय० १, २, १, १७: जगह. Where? at what place ? काहिइ -ति. भवि० भग० ३, २, ६, ३३; जं० ५० जीवा० ३; नाया० १३; पन्न० २; ११, १२, १४, ८, १५, १; १८, भग० २, १; ७, ३, २, ६, १; ६, १; १२, १०; नाया० १५; १६; विशे० ३६८; १; १३, ४; काही. नाया. ध है; दस० ४, १० कहि-य. त्रि. (कथित) सुं. कहा हुआ. काहिंति. भग० ३, १; १५, १; नाया• १; Told; narrated. नाया० १, २, ५; 8; नाया. ध० १०; अोव. ४०; उत्त. १६; भग० १, १, २, १; पंचा० १७, ३०; ८, १६; पिं. नि. २३६; कहि. अ. (क) i? कहाँ ? Where ? काप्रसी. भूत. सूय. १, १, ३, ८; आया. Page #450 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (४४३ ) [ काउ - १, १, ४, ३५; उत्त० १, १०, काइया. स्त्री. (कायिकी) शरीरना व्यापाथा काऊणं. जं० प० नाया० १८, १६; विशे. यती या; पाय हियामांनी.मे. शरीर के १५२; पिं.नि.३; भग. १४,२; व्यापार से होनेवाली क्रिया; पांच में से एक काउं. सं. कृ. भग० १, ८, ३, ५, ६, ३३; क्रिया. One of the five activities १५, १; सु० च. १, २०७; दसा. viz. physical activity. पन. २२; १०, १; नाया० ध०; नाया० १६; सम० ५; ठा० २, १; अोघ. नि० २४१; ओव० ४०; पिं. नि. भा० ३.; भग० १, ८; ३, १; २; ६, ५, ६, ८, ३; काउं. हे• कृ• भग० ४, २; नाया० १८, काई. न० ( काकी ) 11. कौवी (कौवा का कट्टु. सं० कृ० दस० ८,३१; वेय० १, ३७; ___ स्त्री लिङ्ग ). A female crow. विवा० ७, १७, सू० ५० १; पन्न. ३६; ३; -अंडअ. न० (-अण्डक) मीना ओव० ११; जं० ५०५,१९५; ११२; ४१. कौवी का अंडा. an egg of a १२२, २, ३३, ३, ४५; अणुजो० female erow. विवा० ३, १३; ७१; निसी० ७,३१, १४, १२; / काउ. स्त्री० (कापोती) अपात श्या; पारे१८, १७: पाया० १, ५ १, १४४; વાના રંગ જેવા કર્મ છે કે જેના યોગે २, १, ३, १५; उत्त० ३, २; ११; જીવને તદ્દન કાળા નહિ પણ સફેદની ઝાંઈ. नाया. १; ५:८; १४; भग. १, १: વાળા પરિણામ થાય તે કાપત લેશ્યા. २, १; ५, ३, १; ५, ४, ६,५,७, कापोत लेश्या; कबूतर के रंग के समान कर्म ६:६,३१; १६,५; वेय०१,१३,५, ५; स्कंध, जिनके संयोग से जीव के बिल्कुल काले Vका. धा• I. सं. कृ० अ० ( कृत्वा) :रीने. परिणाम न होकर सफेदी की झाईवाले परिकरके. Having done. णाम हों ऐसे परिणामों को कापोत लेश्या किचा. नाया० १; ६; १४; १६; श्राया. १, कहते हैं. Dove coloured tint; ७, ६, २२१; सूय० १, १, १०, grey colour of Karmic moleओव० ३८; भग० १, १; ८, २, १; cules resembling that of a ३, १; ७, ६८, ५; १५, १; दस. dove. पन्न. १७; उत्त० ३४, ३; ५६; क. ५, २, ४७, ८, ४६; निर० ३, १; गं० ४, १६; जं० ५० ५, ११५; -लेसा. दसा. ६, १; ६, ११; स्त्री० (-लेश्या) ७ सश्यामांनी त्री काइ. अ. (काचित् ) १/; स्त्री कति विशेष अपोत श्या. छः लेश्याओं में से तीसरी पा. कोई स्त्री जाति विशेष वस्तु. कापोत लेश्या. the third of the six Soinebody; someone; ( said of matter or thought tints viz. of an object in the feminine dove coloured tint. पाव० ४, ५; gender ). वेय. ५, ११; विशे. १२२; प्रव० ११७३; -लेस्सा . स्त्रा० (-लेश्या) काइय. त्रि. ( कायिक-कायेन शरीरेण नि- કાપિત લેસ્યા; પારેવાના રંગ જેવા કે અલ वृत्तः कायिकः ) शरीरसं५-धी; शारीरि. સીના ફુલ જેવા કમસ્કો કે જેના વેગે शारीरिक; शरीरसंबन्धी Physical; re- | તદન કાળા નહિં પણ કંઈ સફેદની ઝ.ઈlating to the body. श्राव० १, ४, | વાલા આત્માના ભુખરા પરિણામ થાય તે. ओव० ३२; विशे०२३३,३५४: उत्त-३२,१६ | कापोत लेश्या अर्थात् कबूतर के रंग के समान Page #451 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काउग्विण्णाभ ] ( ४४४ ) कर्मस्कंधों के संयोग से होनेवाले जीव के ऐसे | काउरिस. पुं० ( कापुरुष ) अयर; श्री. कायर; डरपोंक. Timid; cowardly. परिणाम चो बिलकुल काले नहीं किन्तु सफेदी को कांई लिये हुए हों. dove coloured Karmic molecules which impart a grey colour to the modifications of the soul; dove coloured tint, भग० १, १, ७, ३; १८, ३; २५. ६२६, १३१, ४, ३३, ४; ३५, ४; सम० ६; पन० २७; उत्त० ३४ ६; जीवा० १; ठा० १, १; काउग्विण्णाभ. त्रि० (कपोताग्निवर्णाभ ) કપાત અથવા ધમેલ અગ્નિના વર્ણ જેવી अंतिनीले ते. कबूतर अथवा धमी हुई अग्नि के वर्ण समान. One whose colour is grey like that of a dove or like that of a fire blown with a blower. दसा० ६, १; काउंबर. पुं० ( काकोदुम्बरि ) : लतनुं .. एक वृक्ष का नाम A Kadamba tree; a kind of tree. जीवा ० १; पन० १; काउंबरिय. पुं० ( काकोदुम्बारक ) वृक्ष विशेष. एक तरह का झाड. A kind of tree. भग० २२, ३; काउकाम. त्रि० ( कर्तुकाम) रवानी छा वा करने की इच्छा वाला. Desirous of doing or performing. शोध • नि० ५३७: काउज्जुयया. स्त्री० (कायर्जुकता ) शरीर योगनी सरणता; सीधापाएं. शरीर योगका सीधापन; शररि योग की सरलता Straightforwardness of physical activities. ठा० ४, १; भग० ८, ३; काउदर. पुं० ( काकोदर) : लतने रेणुवान सर्प. एक प्रकारका फन वाला सर्प . A kind of hooded serpant. पन० १; For Private [ कांकंदिया गच्छा० २७; सु० च० ७, १६४; आउ० ६४; काउलि. स्त्री० ( काकोली ) मेड लतनी वनस्पति एक तरह की बनस्पति A kind of vegetation. भग० २३, ५; काउसग्ग. पुं० ( कायोत्सर्ग ) अयाना व्यापा रतो त्याग असा वा ते शारीरिक क्रिया का त्याग; कायोत्सर्ग करना. Act of stopping the activities of the body and meditating upon the soul. आव० १, १ कप्प० ६, ५२; नंदी० ४३, उत्त० २६, ३८; २६, २ वेय० १, १६; नाया ० १ ५; भग० २, १; ( ૨ ) આવશ્યક સૂત્રના પાંચમા અધ્યેયતनुं नाभ. आवश्यक सूत्र के पांचवें अध्याय का नाम name of the fifth chapter of Avaśyaka Sūtra. अणुजो० ५१; काश्रोदर. पुं० ( काकोदर ) भेड लतनो सर्प, एक प्रकार का सर्प A kind of serpant पण्ह० १, १ काश्रय. पुं० (कापोत) लुभे। " काउ” २७६. देखो "काउ" शब्द Vide "काउ" पन्न० २, काली. स्त्री० ( काकोली ) से नामनी वनस्पति एक वनस्पति विशेष का नाम. Name of a kind of vegetation. पद्म० १; कांची स्त्री० (काली) अंथी नामनी खेड नगरी. कांची नाम की नगरी Name of & town. प्रव० ८०३; काक. पुं० ( काक) अउडे । कौआ. A crow. भग० १; काकति पुं० ( काकन्तिक) डी. लोमडी. A fox जं० प० कांकदिया. स्त्री० ( काकंदिका ) अम्ही नामनी नगरी, काकंदी नामक नगरी. A town Personal Use Only Page #452 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काकंदी] ( ४४५ ) [कागिणी named Kākandi. apalo &; काकंदी. स्त्री० ( काकन्दी) तिशत्रु सनी કાકંદી નામની નગરી કે જેમાં ધજા અણગારनो - ययोतो. जितशत्रु नामक राजा की एक नगरी जिसमें कि धन्ना अणगार का जन्म हा था. A town named Kākandi belonging to king Jitaśatru where the ascetic Dha. nna was born. अगत्त०३,१; ठा०५,१; काकणी श्री. (काकिणी) पीना १४ २लमांनु मे २०. चक्रवर्ती के चौदह रत्नों में से एक रन. One of the fourteen jewels of aChakravarti. ओव०४०; काकलि. पुं. स्त्री० ( काकली) मे जतनी वनरपति. एक प्रकार की काकली नामक qarira. A kind of vegetation so named. भग. २२, ६; काग. पुं. (काक) 3. कौश्रा. A erow. अणुजो० १३१; परह १, १; पन्न० १; पिं. नि० ४५४; भग० ३, २; ओघ. नि. ५६३ (२) । नाभने। ६. काक नामक ग्रह, a planet so named. ठा० २, ३, ® कागणि न० (रान्य ) २rय. राज्य. A kingdom. (२) मे नामना । वेस. एक प्रकार की लता का नाम. creeper of that name. पन्न. १; ચક્રવર્તિના ચાદરમાંનું એક કે જેથી ચક્રવર્તી તિમિસ ગુફામાં પ્રકાશ કરવાને માંડલા मालेले छे. चक्रवर्ति के चौदह रत्नों में से एक कि जिससे चक्रवर्ति तिमिस गुफा में प्रवेश करते समय प्रकाश के हेतु मंडल खींचते हैं. one of the fourteen jewels of a Chakravarti by which he draws circles to produce Jight in dark cavas. ठा० ७, १; | पन्न० २०;-रयण. न० (-रत्र) यवती- नुं रिशी नामनु ल. चक्रवर्ती का काकणी नामक रत्न. a jewel named Kakini belonging to a Chakravarti. Jo ७, १; पन०२०-लकखण. न०(-बक्षण) शिरलने मेवानी ३१.. काकणि रत्न को देखने की कला. the art of viewing the Kakinijewel. नाया०१;ओव०४०; कागणी. बी. ( काकिणी) 3डी; सानुं रुघु માપવાનું એક વજન, સવા ચણેઠીભારનું भा५; मासानो योथे। माम. सोना चांदी तोलने का एक प्रकार का वजन; माशे का चौथा भाग; सवा रत्ती (गुंजा ) भर वजन. A cowrie; a small measure or weight equal to about two grains used in weighing gold and silver. अणुजो० १३३; परह. १, ३; श्रोद. ३८) कागस्सर. पुं. (काकस्वर) न ? કઠેર સ્વરથી ગાવું તે; ગાયનને એક દષ. कॉश्रा के समान कठोर स्वर से गाना; गायन का एक दोष Singing with a harsh sound like that of a crow; fault in singing. जं० ५० ३; अणुजो. १२८ कागिणी. स्त्री ( काकिणी) यवना १४ રત્નમાંનું એક રત્ન કે જેને છ તલા, આઠ मुए। अने यार से होय छे. चक्रवर्ती के चौदह रत्नों में का एक रत्न जिस के कि छ तह आठ कोने और बारह बाजु होती हैं. One of the fourteen jewels of a Chakravarti, having six facets; eight angles and twelve sides. सूय० २, २, २६; सम० १४; जं. प० प्रव० १२२८; (२) 351; भासाना योथे। हिस्से. मासे का चोथा हिस्सा; दो रत्ती भर वजन. a cowrie; a measure of Page #453 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कागी] ( ४४६ ) [कादूसणिया weight of about two grains. it full of small holes. (२) नेवा उत्त० ७, ११; -मंस. न. (-मंस) 3डी- शिवाजी शेरडी. ऐसे छेदों वाला गन्ना. a ને આકારે કેડી જેવડા માંસના કકડા શરીર sugarcane with small pin-holes. मांथा दवाते. शरीरमें से कौडी जैसे मांसके आया. २, १,८४८; टुकड़े निकालना. taking off pieces of काणग. त्रि० (काणक-मुषित) योरे. चुराया flesh of the size of a cowrie, हुआ. Stolen. प्रव० ८०३: -महिस. विवा० २,-स्खाइम. न० (-खादिम ) पुं० (-महिष )योरेतो पा; योरा पाउ.. प्रभारी ४४७। रीपोतार्नु मांसपोताने भन. चुराया हुवा भैंसा. a. stolen buffalo. अते. कोडी बराबर टुकडे करके अपना मांस | प्रव० ८०३, अपने को ही खिलाना. feeding one- काणण. न० ( कानन ) शनी पासेनुन, self with one's own flesh in प्रारी आवाणु वन. शहर के पास वाला pieces as a cowrie दसा०६, ४; बन; प्रकर्णि झाडों वाला बन. A forest -खावियंग. त्रि. ( -खादिताङ्ग ) in the outskirts of a town; a કડીને આકારે માંસના કકડા કરવા તે; એક forest with trees lying scaप्रारनी शारी२: शिक्षा, कोडी के आकार ttered here and there. परह. १. बरोबर मांस के टुकडे करना; एक प्रकार का ४; नाया० १; भरा० ५, ७, राय. २०१; शारीरिक दंड. a kind of physical अणुजो० १३४: सु० च० ७, ५; भत्त. २ punishment viz. slicing one's काणत्त. न. (काणत्व ) मे ing: flesh into pieces as small as a tej. काना पन. State of being cowrie. सूय० २, २, ६३: one-eyed. आया. १, २, ३, ७८ कागी. स्त्री० ( काकी) गडी. कौवा. A| काणिय. न० (कागय) प; रोगथा। female erow. (२) संगंधा ગર્ભમાંથી જ એક આંખની ખામી રહી ગઈ विधा. कौश्रा सम्बन्धी विद्या. a science होय ते; १६५ भांना ये रोग. कानापन; in connection with erows. विशे० । राग से अयवा गम मेंस ही एक आंख की २४५३; न्यूनता होनाः सोलह रागों में का एक रोग. काण. त्रि. ( काण ) में मामवाली आहे. State of being one-eyed; one एक आंखवाला; काना. One-eyed. of the sixteen diseases. पाया. अणुजो० १२८; पण्ह ० १, १; नाया० १४ १, ६, १, १७२, दस० ७, १२; पिं० नि० ४७४; प्रव. ८०२, | कात्तिय पुं० ( कार्तिक) अति महिनी. काणक. न० (काणक) मा. बाण; बान. तार. कार्तिक मास. The month Kartika. An arrow. जं. ५० प्रव. १४७२, काणग. न. ( काणक ) -शरीना कादव. पु. ( कादम्ब ) मे तास. એક રોગ કે જેથી તેમાં છિદ્ર છિદ્ર પડિ જાય. ! एक प्रकार का हंस. A kind of goose. सांटे का एक रोग जिससे कि उसमें छेद पड़ | पराह० १, १; जावें. A sugarcane with a| कासणिया. स्त्री० (कठूषणिका = कं मात्मानं disease in it which makes दूषयति तमस्काय परिणामेन परिखमनात् Page #454 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कापालित्र ] ( ४४७ ) कदूषणा सैव कदूषाणका - दर्घिनाच प्राकृ तत्वात् ) तमस्यना अभावी भंह थयेसी यंद्रनी अन्ति तमस्काय के प्रभाव से मंद हुई चन्द्र कान्ति. The luster of the moon dimmed on account of the power of dark bodies, भग० ६, ५; कापालि. पुं० (कापालिक) अपालि योगी. कापालिक योगी; खोपड़ियें रखने वाला योगी. A Kápalika ascetic. अणुजो० १३१; कापिसायण न० कापिशायन) भेड लतनी भहिरा. एक तरह की मदिरा. A kind of intoxicating drink. जीवा०३, ४, कापुरिस. पुं० ( कापुरुष ) ३।५२ पुरूष कायर पुरुष; डरपोक आदमी. A timid, worthless person. नाया० १; पराह० २, १; काम. पुं० ( काम काम्यन्तेऽभिलष्यन्त एव नतु विशिष्ठ शरीर संस्पर्श द्वारेणोपयुज्यन्ते ये ते तथा ) मनोज शब्द भने मनोज्ञ रूप. मनोज्ञ शब्द और मनोज्ञ रूप. Attractive sound and form; उबा० १, ४८; आव० ३२; ( २ ) शाहि पांच विषय ( २ ) शब्दादि पांच विषय. the five objects of senses such as sound etc. उत्त० ३, १८; ८, १४; दस० २, १: श्राया० १, ५, १, १४१: सू० १, १, १, ६; नाया० १; (३) ४२छा: अभना; વાસના; અભિલાષા. इच्छा; कामना; वासना; अभिलाषा desire; lust श्रव० ३८; दस० ६ ४; १६; सू० प० २०; सम० ५; भग० ७, ७; नाया० ५; पन० २; पंचा० १, १६: प्रव० ४०; क० प० २, १५: जं०प०५, ११५; (४) अम-४ ६र्ष; मधुन सेवा. काम - कंदर्प मैथुन सेवा. the god of love; sexual intercourse, पंचा० १,१६ : भत्त० १०७; पन्न० २; पराह • For Private [ काम १, ३; - प्रसंसा. स्त्री. ( - आशंसा ) अभ-मनोहर शब्दाहिनी अभिलाषा. काममनोहर शब्दादिक की अभिलाषा. desire for the enjoyment of the objects of senses. प्रव०८२३; - श्राससपयोग पुं० (- श्राशंसाप्रयोग ) विषयवासना वा प्रयोग विषयोत्पत्ति का प्रयोग. an activity which excites sensual desires. ठा० ४, ४ –श्रासत्त. त्रि० ( - श्रासक्त ) अममां व्यासति वासुं काममे आसक्ति वाला. attached to sensual pleasures. भत्त ११३: - आसा. स्त्री० (-आशा) अभनी भाशाः सोलनं पर्यायनाभ. काम की आशा; लोभ का पर्याय वाची नाम. desire of sensual enjoyment; a synonym for greed. सम० ५२; भग० १२, ५; - कंखिय. त्रि. ( -कांक्षित ) अमनी वावा. काम की इच्छा करने वाला. desirous of sensual enjoyments. भग० १, ७९ – कम. त्रि० ( कम ) रछाप्रमाणे गति कु२नार; स्वछ हे व्यासनार. स्वच्छंद चलने वाला; मन मानी गती करने वाला. ( one ) moving wantonly at his own will, उत्त० १४, ४४; (२) तव नामे છઠ્ઠા દેવલે કના ઇન્દ્રનું મુસાફરી વિમાન. लांतव इंद्र का मुशाफिरी करने का विमान. the travelling haloon of the Indra of the sixth Deva-lōka Lānta. ठा० ८, १ १० – कलि. पुं० ( - कलि ) अमन सेश. काम का क्लेश. the trouble or worry caused by sexual desire. भत्त० ११४; - कहा. स्त्री० ( कथा ) शुभ शात्र संधी था. कामशास्त्र अर्थात् कोकशास्त्र संबंधी Personal Use Only Page #455 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काम ] कथा. talk about love matters. ठा ३, ३; -- काम. त्रि० (- कामुक ) अभनी वावा. काम की इच्छा करने वाला. ( one ) desirous of sex ual intercourse. भग० १, १; कामि त्रि० (-कामिन् ) अम वासनाने! अलिसाषी; કામની ઇચ્છાવાળા. काम वासना का श्रभिलाषी काम की इच्छा वाला ( one desirous of sexual intercourse श्राया० १, २, ५, ६२; - क्रिश्च. त्रि० ( - कृत्य ) ४२छा प्रभा वगर विद्यायें अमरना२. इच्छा नुसार विना विचार किये काम करनेवाला. ( one ) acting wilfully and thoughtlessly सूय० २, ६, १७; गम. त्रि० ( -गम ) छाप्रमाणे गतिश्नार इच्छानुसार गति करनेवाला ( one ) who moves according to his desire. जं० प० ७, १६६; ५, १३८; गामि. त्रि० ( -गामिन् ) ४२ प्रभाले गतिः२नार; भरल भुरणन्यासना२. इच्छानुसार गतिकर ने वाला; मन मुआफिक चलने वाला. ( one ) moving acting according to his own wish. श्र० २४; गिद्ध. त्रि० ( - गृद्ध ) विषयासक्त; अमभोगमां शृद्ध थयेस. विषयासक्त; काम भोग में तल्लीन (one ) greedy of sensual enjoyments; attached to sensual pleasures. उत्त० ६, ४; - गुण. पुं० (- गुण) अमने - विषयने गुण ४२नार- उत्तेજન્મ આપનાર ગુણે, શબ્દાદિ પાંચ વિષય. विषय भोग को उत्तेजन देने वाले गुण. any of the five objects of sensers e. g. sound etc. which excite desire or lust. उत्त० १०, २०; सम० ५, नाया० १५; - घत्थ त्रि० ( - ग्रस्त ) OF (४४८ ) [ काम अम-विषयभां ग्रस्त-मासस्तथये कामादि विषयों में ग्रस्त - श्रासक्त attached to or plunged in sensual enjoyments. भत्त० ११४; - तिव्वहित्वास. पु० ( -ती वाभिलाष) अभ - विषयनी अत्यन्त छ काम - विषय की अत्यन्त इच्छा. excessive desire of sensual pleasures. प्रव० २७८ - स्थिय त्रि० ( -अर्थिक ) अम लोगो अर्थी - नार. कामभोग का अर्थी - इच्छाकरनेवाला. ( one ) who longs for sexual enjoyments. प०३,६१५ - पिवासिय. वि० (- पिपासित ) अमनी पिपासावा. काम की- विषयभोग की - अभिलाषावाला. (one ) thirsting after sensual pleasure. भग० १,७; - भोग. पुं० (- भोग- कामाः कमनीयाः भोगाशब्दादय ) अभ भने लोग; शम्हाहि पांय विषय विशय भोग. Desire and enjoyment (of objects of senses); the five objects of senses viz. sound etc. ठा० ४, १; भग० ७,७; ६, ३३; १२, ६ २५, ७; नाया० १ २; ८; ३: १६ दशा० १०, ५, ६ उवा० १, ५७ - भोगि त्रि० (-भोगिन् ) अभी मने लोगी; शाह यांचे विषयमा भरागुस विषयी. (one) deeply plunged in sensual desires and enjoyments of the five objects of senses viz. sound etc.भग०७, ७; - भोय. पुं० (- भोग) भुये।" कामभोग” शह देखो “कामभोग" शब्द. vide " कामभोग " नाया० १; ५; १६; -- रइसुह. न० ( - रतिसुख) अभ रतिनुं सुप, विषय सुम काम रति का सुख. pleasure derived form sextial enjoyment, प्रव० १०७५; -रय न० (- रजस्- कामः शब्दादि विषयः सएवरजः काम For Private Personal Use Only Page #456 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कामं ] ( ४४६ ) [ कामिजुग रजः)आम रू ५२०४-मेल. कामरूप मेल.dirt नामनी मे वश्या. कामध्वजा. नामकी एक or impurity in the form of sens. वेश्या. A prostitute named Ka. ual desire. भग० ६, ३३; -रागविव. __madhvaja. विवा० १, २, डण. त्रि. (-रागविवर्द्धन) म सगने | कामदुहा. स्त्री० ( कामदुधा ) नये तेलं पधारना२. काम राग की वृद्धि करने वाला. ५ पूर्ण ४२नार आधा 14. इच्छानुसार (one) that increases the pas- दूध देन वाली गाय; काम धेनु. A cow sion of attachment to sensual yielding as much milk as one objects. दस० ८, ५८; -रूवि. त्रि. desires. उत्त० २० ३६; (-रूपिन्)-छानुसा२०५नाना२. इच्छा- कामदेव. पु. ( कामदेव) मे नामर्नु । नुसार रूप बनाने घाला. (one) that can શ્રાવક; મહાવીર સ્વામિના દશ શ્રવકમાંના assume various forms accord- मे. इस नाम का एक श्रावक महावीर स्वामी ing to one's own desire.उत्त०६,२७; के दस श्रावकों में से एक. Name of one -समणुन. त्रि० (-समनुज्ञ) मनोग- of the ten laymen-followers of વિષય વાસનાને મનોજ્ઞ માનનાર; કામી; Mahavira. उच/०२, १००, विषयी. विषय वासना को मनोज्ञ मानने वाला; कामफास. पुं० (कामस्पर्श) ४७मा अनुनाम. कामी; विषयी. ( one ) who takes ४७ वें ग्रह का नाम. Name of the delight in sensual pleasures; 47th planet. सू. प० २०; sensual. आया० १, २, ३, ८१; काममहावण. न० (काममहावन) शी-वाकाम. अ० (कामम्) अत्यन्त; मतिशय. अत्यंत; | २सी हार्नुमेयैत्य धान. काशी-बनारस अतीव. excessively. पि. नि. १११; | नामक नगरीके बाहिरका एक उद्यान. Name कामगम. पुं० (कामगम) ७ट्टा वसोना छर्नु of a garden situated ontside विमान. छठवें देवलोक के इन्द्र का विमान. | the city of Benares. " तत्थणं जेसे Name of the heavenly abode चउत्थे पउट्ट परिहारे सेणं वाणारसीए णयof the Indra of the sixth रीए बहिया काममहावणसि चेइयंसि मंडिDevaloka; ओव० २६: जीवा० ३; (२) यस्स सरीरं विष्पजहामि " भग० १५, १; છઠદેવલોકના ઇંદ્રના યાન-વિમાનને વ્યસ્થા- अंत० ६, १६; नाया० ध० ३, ५४ यता छठवें देव लोकके इन्द्र के विमान का कामय. पुं० (कामुक ) मनी २ापाणी; व्यवस्थापक देव. the deity in charge अभी. कामकी इच्छा करने वाला; विषयेच्छु. of the heavenly abode of the One desirous of sensual enjoyIndra of the sixth Devaloka. __ments. भग० ३, १; दस. ५, २, ३५; जं० ५० ५; ओव० उवा० २, ५५; कामजल. न० ( कामजल ) स्नान वानी कामि. पुं० ( कामिन् ) मनी २ाना; मा. स्नान करने की चोकी. A wooden भी. कामी; विषयेच्छु; विषय भोग का seat for taking bath. पाया० २, ५, लोलुपी. One desirous of sensual १, १४८; निसी० १३, ५; enjoyments. भग० ७,७; कामज्झया. स्त्री. ( कामध्वजा) कामिजुग. पुं० (कामियुग) मे त२७ना ३५।Vol. II/57. Page #457 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कामिड्ढि ] ( ४५० ) [ काय नी ५inाला पक्षी. एक तरह का रुएदार pane of glass; glass. ओघ. नि. पंखोंवाला पक्षी. A kind of bird with ७७२; सू० च० ६, ५१; downy feathers. पन्न. १; | काय. पुं० ( काय = चिञ् इति धातोश्चयनं कामिद्दि. पुं० (कामार्थ ) आय सुखरताना कायः चीयतेऽनेनेति वा कायः) आया; शरीर; शिष्य. आर्य सुहस्ती का शिष्य. Name of ७. शरीर; काया; देह. Body; physithe disciple of Arya Suhastī. cal body. दस०४; ८, ७, ४५, १०,१,५; कप्प०८ पिं० नि० ६३: १२८; ५८३; जीवा० ३, ४; कामिद्वियगण, पुं० (कामर्द्धिकगण) म. सू० प० १६; दसा. ४, १८, ६, ४; पन्न. ધિંક નામને મહાવીર સ્વામીના નવ ગણ ३४; नाया० १, ४, ८; भग० ३, १; ७, ४; भांनो मे गण. कामार्धिक नामक महावीर १८,८; १६, ३; निसी० ३, ३४; ५४; १२, के ६ गणों में का एक गण. One of the ३८; उत्त० २, ३७, ५, २३; ३२, ६३, ७४; 9 Ganas ( orders of saints ) of वव० १, ३१, १०, १; श्राव० १, ३, भत्त. Mahavira, named Kainārd ३२; पिं. नि. भा० २६; (२) अनामना dhika. ठा. से अनायश. एक अनार्य देशका नाम. काभिय. त्रि. (कामित) छेj. इच्छित; name of a country of the चाहा हुआ. Desired; longed for; Noa-Aryans. प्रव. १५६७ (3) wished. पिं० नि० २७२; भत्त. १११; पृथिवी आदि छ ।य; पृथ्वी, ove, अनि, कामुय. त्रि. (कामुक) मनी कावासो. पायु. वनस्पति, अनेस मे ७ ४।५. पृथ्वी कामेच्छु; विषयेच्छु Sensual; desirous भादि छः काय; पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, of sexual pleasures. दस०५,२,३,४; वनस्पति और सूक्ष्म जंतु यह छः काय. the कामेमाण. त्रि. ( कामयमान ) ता; six kinds of bodies, viz. those समिक्षाषा ४२तो. इच्छा करता हुआ; अभि. consisting of earth, water, fire, लाषा करता हुआ. Desiring; wishing%3B wind, plant and minute insects longing for. भोघ. नि. ३०४ सूय. १, १२, १३, उत्त. ३१, ८; अणुजो. काय. पुं० ( * ) सारवानी अप. २०१; (४) ४.५ हेशमा २२वाणा पानी लाने की कावड़. A piece of मनुष्य. काय देश में रहने वाले मनुष्य. bamboo on two ends of which people residing in the Kāya water-pots are hung; a contri- region. पन्न. 13(५) मे नामनी वनvance to carry water from place २५ति. इस नामकी एक वनस्पति. a vege to place with ease. पिं. नि. ६६; tation of that name. पन. १; (6) काश्र-य. पुं० (काक ) 31. कौश्रा. A प्रार; ले. भेदः प्रकार. mode; variety. crow. नाया० २; १६, विशे० २०६४; । सूय० २, ३, १; (७) देशमा छनीय का-य. न. (काच ) आय. कांच. A મણુના રંગને કપાશ થાય છે તે કપાસના * तुमी १४ नप२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. . Page #458 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काय ] (४५१ ) [काय सुत्तनु पनेतुं वस्त्र. किसी देश में इन्द्रनील / मणिके रंगका कपास होता है उस कपास के सूतसे बना हुआ वस्त्र. cloth made of | the yarn of a variety of cotton produced in certain countries. Its colour is of the colour of Indra's gem (८) 3१ मा प्रखनु नाम. ३६ वें ग्रह का नाम. name of the thirty-sixth planet. सू. ५० २०; (૯) પન્નવણા સૂત્રના ત્રીજા પદના ચોથા દ્વારનું नाम. पनवणाके ३ रे पदके चोथे द्वारका नाम. name of the 4th chapter of the third section of Pannavaņā ! पन्न०३; (१०) समू. समूह. collection. अणुजो० ६७ -अगुत्ति. स्त्री० (-अगुप्ति) पापमा प्रयत्तती याने २४वी ते. पाप में प्रवृत्त होते हुए शरीर को न रोकना. not checking the body from doing sinful deeds. ठा० ३, १; भग० २०, २; -अणजुयया. स्त्री० ( -अनृजुकता ) કાવાના વેપારની વક્રતા-સરલતાનો અભાવ. काया-शरीर-के व्यापार की वक्रता. ab. sence of straight-forwardness in the actions of the body. Ito ४, १; भग० ८, १; - उड्डावण. न० ( उडापन ) शरीरनुं मा५९ ५२ ते शरीर का आकर्षण करना.act of attracting a body towards oneself. १४; -करण. पुं० (-करण) शरीरतुं साधन. शरीर का साधन. instru. mental to the body. ठा० ३, १; भग० ६, १; --किलेस. पुं० ( -क्लेश = कायस्य शरीरस्यक्लेशः खेदः पीडा कायक्लेशः ) शरीरने मेश साप ते; सासन વાળવા, આતાપના લેવી, ધમને પરિશ્રમ । ते शरीरको क्लेश पहुंचानाः आसन | लगाना, घाम (धूप ) सहन करना. act of subjecting the body to austere penances e. g. practising unnatural postures, exposing it to sun etc. भग. २५, ७, श्रोव. १६; ठा. ६,१; उत्त० ३०, ८; सम० ६; प्रव० २७१; -गिरा. स्त्री० (-गिरा) या भने वा. शरीर और वाणी. body and speech. दस. १, १, १२, -गुत्त. त्रि० (-गुप्त-कायगुप्त्या गुप्तः कायगुप्तः) त्याने पापथी गोपावना२, काय गुप्ति; शरीरको पाप प्रवृत्त न होने देने वाला.(one) checking the body from doing sinful deeds. " कायगुत्तो जिइंदिरो" उत्त० १२, ३; भग० २, १; -गुत्तया. स्त्री० (-गुप्तता ) अयाने ५५था गोपी ते. काया को पापसे बचाना. checking the body from doing sinful deeds. उत्त० २६, २; -गुत्ति. स्त्री० ( -गुप्ति) ५ अप्ति, सावध प्रवृत्तिथी કાયાને ગોપવવી તે પાપમાં કાયાની પ્રવૃત્તિ न ४२वी ते. काय गुप्ति; पाप प्रवृत्ति से शरीर को बचाना; शरीरको पाप प्रवृत्त न करना. controlling the body and preventing it from doing sinful deeds. श्राव. ४, ७, भग० २०, २; ठा० ३, १; सम० ३; -चिठ्ठा. स्त्री० ( -चेष्टा ) जापानी येष्टा लन यसन वगेरे. शरीर की चेष्टा; हलन चलन wife. movements or motions of the body. उत्त० ३०,१२; -छक्क. न० (-पटक ) पृथ्वी मा ४१५, पृथ्वी કાય, અપકાય, તેઉકાય, વાયુકાય, વનસ્પતિ १५ अनेसाय ४५. पृथ्वी, अप, अग्नि, वायु, वनस्पति और त्रस ये ६ काय. the six kinds of bodies, viz. Page #459 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काय ] earth, these consisting water, fire, air, vegetable and insects. सम० १८; दस० ६, ८ - जोग. पुं० (-योग ) शरीरनो व्यापार, शरीरभेष्टा. शारीरिक चेष्टा movement or activity of the body. ठा० ३, १; भग० १, ६; १२, ५, १७, १; २५, १; भत्त० ८६; – जोगत्ता. स्त्री० (-योगता ) કાયયેાગપણું. काय योगता. that condition in which there is ( ४५२ ) of activity of the body. भग० २५, २ - जोगि. त्रि० ( - योगिन् ) डायયેગી જીવ; કાયાની પ્રવૃત્તિમા જોડાયેલ. काय योगी जीव; शरीर प्रवृत्ति में लगा हुआ. engaged in the activity of the body. डा० ४, ४; भग० १, ५; ६; ३: ४ : ८. २, ६, २१, ११, १, २४, १२५, ६:२६, १ –ट्टिइ. पुं० ( स्थिति ) પૃથ્વી વગેરે કાયમાં અવિચ્છિન્ન ણે રહેવું તે. पृथ्वं यदि कायों में प्रवीच्छन्न अस्खलित रूप से रहना remaining uninter ruptedly in earth-bodies etc. (૨ ) પ્રજ્ઞાપના સૂત્રના અઠારમા પદનું નામ કે જેમાં નરકાદિ જીવેાનું કાર્યાસ્થતિનું વર્ણન आवे छे. प्रज्ञापना सूत्र के अठारहवें पद का नाम जिसमें कि नरक आदि जीवों की कायस्थिति का वर्णन है name of the eighteenth Pada of Prajñāpana Sütra describing the lasting period of bodies of hell-beings etc. पन्न० १ प्रव० ४३; १०४४; - तिमिच्छा. स्त्री० (- चिकित्सा) शरीरના રોગ મટાડવાનું ચિકિત્સા દર્શાવનાર શાસ્ત્ર; आयुर्वेद मे भाग. शरीर के रोग मिटाने वाला चिकित्सा शास्त्र; आयुर्वेद का एक भाग. a division of medical science treating of the cure of the diseases of the body. ठा०८, १; - तिज. त्रि० ( -तीर्य्य-तरणीय ) કાયાથી तरवा योग्य. शरीर से तिरने योग्य. such as can be crossed [ काय by the body. दस० ३८; - दंड. पुं० (-दंण्ड = काय एव दण्ड: कायदण्डः) 3|4| ६'3; (यानी हुष्ट प्रवृत्ति आत्माने पंधनथी हंडवे ते काया दंड; शरीर से दुष्ट प्रवृत्ति करके आत्मा को कर्मबंधन से दंडित करना fettering the soul with Karma by engaging the body in sinful deeds. श्रोव० ४, ७; सम० ३ : ठा०३, १; - दुक्कड. न० (दुष्कृत) शरीरथी रेसुं पाप. शरीर से किया हुआ पाप & sinful deed done by the body. श्रव ३, १; – दुष्पगिहाण. न० ( दुः प्रणिधान ) अयानी हुष्टता; अयाना अशुभ योग काया की - शरीर की दुष्टता. sinful activity of the body. भग० १८, ७; ठा०३,१; –– पयोग. पुं० (प्रयोग) छायाना- प्रवर्तन शरीर का प्रयोग acti vity of the body. ठा० ३, १; भग ० ६, ३:८, १; — पश्रोगपरिणय न० (प्रयोग परिणत) अयाना व्यापार रूपे परिणाम पा भेस पुस. काया के व्यापार रूप से परिणमित पुद्गल. Material molecules shaping themselves or turning themselves into the activity of the body. भग०८,१; - पडिललिया. स्त्री० (- प्रतिसंलीनता ) याने व रवी ते. शरीर को वशीभूत करना Keeping the body under control. भग० २५, ७; - पणिहाण. न० ( - प्रणिधान ) अयानु माश्रय शरीर की एकाग्रता. concentration of the body ठा० ३, १; For Private Personal Use Only " Page #460 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काय ] ( ४५३ ) [काय ४, १; भग० १८; ७; -परियारग. पुं. (-परिचारक ) शरीरथी स्त्रीसमोर ४२नार शरीर से स्त्री से संभोग करने वाला. one who enjoys sexual intercourse by means of the body. “दासु कप्पेसुदेवा कायपरियारगापण्णता) ठा०२,४; -परियारणा. स्त्री० (परिचारणा) शरीरथा परिया२९॥ = मैथुन सेक्युं ते. शरीर से मथुन सेवन करना enjoying sexual intercourse by means of the body.ठा. ५,१: -पावार. न० (-प्रावार) १५शमां भनेर यत्र काय नामक देश में बने हुए वस्त्र. cloth made in the country named Kaya. निसी०७,११; -पीडा. स्त्री० (-पीडा) शरीर वना; शारीरिक शारिरीक कष्ट; bodily pain; physi. cal pain. पंचा० १८, 36; -पुराण न० (-पुण्य ) याये से वाया थतु पु५५. शरीर से सेवा करने पर जो । पुण्य हो वह. religious merit aris.. ing from rendering services with the body. ठा०६, १; -यलिश्र. त्रि०. ( --बालक ) भभुत शरीर वागा; याना ram. मजबुत शरीर वाला. a man possessed of great phy. sical strength. भोव० १६;-भवत्थ. पुं० (-भवस्थ-काये जनम्युदरमध्यव्यवस्थितनिजदेह एव यो भवो जन्म स कायभवः तत्र तिष्ठति यः स कायभवस्थः ) भाताना गर्ममा २७ ते. माता के गर्भ में रहना. remaining in the womb of the mother in the form of the fcetus. भग० २, ५, --वायाम. पुं०(- व्यायाम = कायः शरीरं, तस्य व्यायामो व्यापारः कायव्यायामः) ययोग, यानी यापार-अति-रिदि शरीर युतमा । भानी पार्थ परिति विशेष. शरीर की प्रवृत्ति; औदारिक आदि शरीर युक्त आत्मा की वीर्य परिणति विशेष. the modification of the soul united with the body into vitality or the vital fluid. ठा० १, १; -वह. पुं० (-वध) Yथी वगैरे. नियनी हिंसा. पृथ्वी वगैरह जीवकायों की हिंसा. killing sentient beings such as earthbodies etc. पंचा० ४, ४१; -विणय. पु. (-विनय) याने १२ ४२वीते. शरीर को वश करना. bringing the body under control. भग. २५, ७, ठा० ७; -~-विसय. न० (-विषय ) आयाना विषय. शरीर का विषय. an object it to be seen, enjoyed etc. by the body. नाया० १७ -सफास. न. (-संस्पर्श) याने। २५र्श ४२वते. शरीर का स्पर्श. act of touching a body. वेय. ४, २१, आव. ३, १; -संवेह. पुं० ( -संवेध) शरीरनी स्थिति. शरीर की स्थिति. state or existence of the body. भग. २४, १; २०; --समाधारणया. स्त्री० (-समाधारणा) संयममin यानुं प्रवर्तन ५२ ते. संयममें हा शरीर की प्रवृत्ति करना. engaging the body exclusively in ascetic practices. उत्त० २६,२;-समाहारणता. स्त्री० (-समाधारणा) याने ५२ ४२. पीते. शरीर को वशकरना. act of controlling the body. भग० १७, ३; -समिइ. स्त्री० (-समिति ) याने त नाये प्रवासी ते; यसभिति. यत्नाचार पूर्वक शरीर को प्रवृत्त करना; काय समिति. controlling carefully the acti. vities of the body. 31° 5, 9; Page #461 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कायंदग] ( ४५४ ) [कायाइक -~-समिय. त्रि. ( -समित ) यतापूर्व or produced in the country याने प्रयविना२. यत्नाचार पूर्वक काय योग. called Kaya. निसी० ७, ११; (one ) who carefully controls कायर. त्रि. (कातर) १५२; नित्य; नाहि. the activities of the body. 97710 मत. कायर; डरपोक; कम हिम्मत. Cow२, १; -सुप्पणिहाण. न० ( -सुप्रणिधा ardly; timid. सु. च० १५, ११; पण्ह. નકાયાનું સુપ્રણિધાન; કાયાને શુભ કૃત્યમાં १, ३; जीवा० ३, ४; उत्त० २०, ३८; आया. मेयताथी २।५ ते. शरीर को सुप्रधानता; १, ६. ४, २५३; नाया० १; ८; भग० ६, शरीर का एकाग्रता से पुण्यकार्य में प्रवृत्त ३३; (२) से नामनी मे देश. इस नामका करना. engaging the body in sa. एक देश. name of a country. Jutary activities with a concen- निसी० ७, ११;-पावार. न० (-प्रावार ) trated mind. भग०१८, ७, ठा० ३, १; ४ाय देशमा मने मौकानु वस्त्र. काय देश कायंदग. त्रि० (काकन्दक) taनगरीभां में बना हुआ ओढने का वस्त्र. a kind of यसना२. काकंदा नामक नगरी में रहने वाला. cloth used for wrapping round (One) who resides in the the body made in the country town called Kakandi. भग० १०, ४; called Kaya. निसी० ७, ११, कायंदी. स्त्री. (काकन्दी) प्राचीन समयनी कायरिय. पुं० ( कातरिक ) गोशालाना भुस्य ४६नामनी नगरी. प्राचीन समय की श्रावनु नाम. गोशाला के मुख्य अनुयायी का काकंदी नामक नगरी. Name of an नाम. Name of the principal lay. Ancient town. संस्था० १५; भग. १०,४; man follower of Gośālā. T5,4; कायंव. न० (कदम्ब) मनुं वृक्ष. कदम्ब कायरिय. पुं० ( कातर्य ) देवता विशेष. का झाड. The Kadamba tree. कातर्य नामक देव. Name of a deity. ठा० ८, १; भग. ३, ७; कायंबग. पुं० (कादंबक ) सहस. कलहंस. कायरिया. स्त्री० (कातरिका ) भाया; ४५८. A species of swans. कप्प. ३, ४२; । छल; कपट; मायाचार. Deceit; fraud. कायमंत. त्रि० ( कायवत् ) या शरीरवाणे. | सूय. १, २, १, १२: “ऊंचे शरीरवाला. Tall in body. सूय | कायवज. पुं० (काकवयं) से नामाना ग्रह २, १, १३, विशेष. A planet so named.ठा०२.३; कायमणि. पुं० (काचमणि) यमशि; य-कायब्व. त्रि. (कर्तव्य ) ४२२॥ योय. करने ना ४४31. कांचमणि; कांच का टुकड़ा. A योग्य. Worthy of being done. piece of glass. भत्त. १३८; पिं.नि. ३; राय० ८४; सु. च० १, ७६; कायमाई. स्त्री० (काकमाची) भी इस मा दस० ६,६,८,१; उत्त० २६, ९, पन्न. १५, पना से पनपति. मीठा फल देनेवाली | ४; विशे० ५.८, नाया. १४; १६ भग०१, वनस्पति. Vegetation yielding ५; ३, २, ८, २०, ५, २२, २, २४, १B sweet fruit. पन्न. १; ३१, ७, ४१,२१, प्रव० ५०८; पंचा० ३,१६; कायय. त्रि. (कायक) 4 शिनुमने. ६, ७, १५, ४१; काय नामक देश का बना हुआ. Made | कायाइक्क. त्रि. (कादाचिरक ) तनु. Page #462 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कायोवग] ( ४५५ ) [कारय-श्र किसी समय का. Of some time or ६, २, १३; वव० १, २३, २, २२, ३, २३; other. विशे० ७११; नाया० १५, ८; १; १२, भग० १, ३, ५, कायोवग. त्रि. (कायोपग) मे आयामांथी ४; ८, ७, १५, १; १८, २; सम० ६;(२) मी यामां नार. एक शरीर से दूसरे આહાર લેવાના બતાવેલા કારણ સિવાય शरीर में जाने वाला. ( One) passing આહાર લેવાથી યતિને લાગતો એક દોષ. from one body into another. आहार लेने के बतलाये हुए कारणों के सिवाय सूय० २, ६, १०; आहार लेने से यति को लगने वाला एक दोष. कार. पुं० (कार) 26; मा. जैल; a fault incurred by an ascetic कारागृह. A prison. पण्ह ० १, ३; ठा० by taking food without a justi१०; उवा० १, ८१: -बाहिय. त्रि. fying reason. पि. नि. १; -जाश्र. (-बाधित ) राखमा पीडित पी पामेरा त्रि. (-जात ) रायी उत्पन्न येस. ३४ी. जेलमें कष्ट पाया हुआ; कैदी. a prison- कारण द्वारा उत्पन्न. caused; born of a er; one troubled by imprison- cause. प्रव० ६६१, १०३०; --वत्तिय. ment. ओव०३२; भग. १, ३३; नाया० १; न० (-वृत्तिक ) १२९पर्नु वत; निमित्तनी कारंड. पुं० (कारण्ड) मत पक्षी. बदक | उपस्थिति. कारण का उत्पन्न होना. exis पक्षी. Aduck. ओवजं०प० परह.१,१; tence, presence of a cause or कारंडग. पुं. (कारण्डक) मा “कारंड' reason. वव. १, २३; श६. देखो " कारंट' शब्द. Vide कारणश्रो. अ. (कारणतस् ) १२९थी. कारण "कार" नाया० १; से. Through or owing to a कारग. त्रि. ( कारक) ४२ना२. करने वाला. cause or reason. विशे० ३; ( One ) who does; a doer. विशे० / कारण?. न० ( कारणार्थ ) २९पने भाटे. का१०.३; अोघ० नि० १८; ओव. ४१; नाया० | रण के लिये. For some reason or १; अणुजो० १२८; प्रव० ६५६; (२)न. cause. नाया० १; २५ समाहितः समतिना ६श प्रा२मानी ! कारणया. स्त्री. (कारणता) १२९१५. कारणम. कारक समकिप्तः समाकत के दश प्रकार पन. State of being a cause or में से एक one of the ten varieties reason. विशे० ५६०; of right belief called Karaka | कारणिप. त्रि. (कारणक) ५९ रणथा Samakit. प्रव० ३५; -प्राइ. त्रि. नियन यये. किसी भी कारण से निष्पन्न. (-मादि) १२५ आहि समशित. कारक Born of some cause or other. भादि समकित. right belief such as ओघ• नि० ७६; Karaka etc. प्रव० ३५; कारभारिश्र. पुं० ( कार्यभारिक) ४२मारी; कारण. न. (कारण) १२९; निमित्त; अयो- हिवान. कारभारी; दिवाण. An adminis न तु. कारण; निमित्त; हेतु. Cause; | _trator; a minister; a Dewan. motive; reason. प्रव० ६५; पंपा. १; जं. प. १०, ५, ७; गच्छा० ८३; जं. ५. विशे० कारय-अ. न. (कारक ) ॥२४ नामर्नु सम२०६८; पन. ८; राय. ४२; २१०; दस मितसानुष्ठान प्रत्ये अशापूर्व सारा Page #463 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कारवण] ( ४५६ ) [काल અનુદાન (કાર્ય) પિતે કરે છે અને બીજાને | कारिय. त्रि० (कारिक-कारक ) ४२ना२. करने ve] शव छ ते. कारक नाम का सम्यकत्व; । वाला. (One ) who does, a doer. सद्अनुष्ठान के प्रति श्रद्धा रखता हुआ स्वयं नाया० १; उवा० ३, १३४; श्रेष्ठ कार्य करने वाला और दूसरों से कराने कारियल्लइ. स्त्री० (कारवल्ली) परेशानी ३३. वाला. Right belief named Ka- करेले की वेल. A creeping plant in raka, by which one performs which the vegetable known good deeds with faith and as Karela grows. पन्न. १; causes others also to do the / कारिल्ल. न. ( कारिखक) रेखा. करेला. SHme. विशे० २६७५; भग० ११. ११ः। A kind of vegetable. सू० ५० ११; उत्त० १, २, ६, ३०; नाया० ७, कारीसंग. न० ( कारीषाङ्ग ) नाथा अग्नि कारवण. न० (*कारणा) स ते. कराना. | પ્રજ્વલિત કરાય તે અગ્નિ ફૂંકવાને ધો. Causing ( another) to do. daro अग्नि प्रज्वलित करने की. धम्मन या फूंकनी. १, २२; Bellows. उत्त. १२, ४३; कारवाहिश्रा. स्त्री० ( कार्यवाहिका) अर्थवन कारुहज. पुं. (कारुक) री॥२. कारीगर. ४२नारी कार्यवहन करने वाली. One A craftsman; an artist. पन्न.१,२; ( woman ) who discharges a कारुणिय. त्रि. (कारुणिक ) याणु; ४०।work. जं. प. ३, ६७; वान्. दया करने वाला. Kind; con. कारावण. न० ( कारणा) ४२५, ४२वाने passionate. सु० च० २, ५५२; प्रे२. कराना; कराने के लिये प्रेरित करना. | कारुराण. न० ( कारुण्य ) ४३९।।; या. दया. Causing or exhorting (another) करुणा. Kindness; compassion. to do. सूव० २, २, ६२; पण्ह० १,३; पिं० भत्त. १६; उत्त० ३२, १०३, नाया० १; नि. ४१०पंचा० ६,४५, प्रव० ५७७% चउ० ३८% काराविय. त्रि. (कारित) रा. कराया कारुन. न० ( कारुण्य ) ४३1; 41. करुणा; हुआ. Caused to be done. विशे. दया. Kindness; compassion. भत्त. १०१६ १६; कारि. स्त्री० (कारिन् ) ४२ना२. करने वाली. कारल्लय. न. (कारल्लक) रेसुं. करेला. One who does; adoer. विशे०.७४; A kind of vegetable. अणुत्त० ३, कारिप-य. न. (कार्य) आर्य, प्रयोगल. १; अंत० ३, १; कार्य, प्रयोजन; काम. An action; a| काल. पु. ( काल-कल संख्याने कलनं कालः reason; a purpose. सूय० १, २, ३, | कल्यते वा परिच्छिद्यते वस्त्वनेनेति कालः १०; दस० ६, ६५ कलानां वा समयादिरूपाणां समूहः कालः ) कारित्तण. न० (कारिख) ४२वा५. कर्तृत्व | समय; 44d; सरस२. समय वख्त. Time. शक्ति. State of being a doer. ओव० उत्त० १, १०; २४, ४; वव. ७, नाया० ७, १२; १३; विशे० १३४; १५३६; दसा. ६, कारिय. त्रि. (कारित) ४२९. कराया हुआ. १; सू० प० १; १६; दस० १, १, २, ७, Caused to be done. आउ० ११; ८,८, ३५, ६, २, २१; नंदी. २४, जं. Page #464 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काल] ( ४५७ ) [काल प• राय. २, ७७; पिं. नि. ५; १२५%; अणुजो. २१; १३२; अाया० १२, १, ६२, नाया० १; ८; ; १४; १६; १८; भग० १, १, ५, ४, ८, ६; ११, ११, १२, ६; १५, १: प्रव. १२३२; १५८८ पि. नि. भा. २०; कप्प. १,१; भत्त० ५८ . प. १, १; (२) स्थिति. स्थिति. condition; state. विशे० ४०६; जं. ५०५, ११३; ७, १७५; (३) प्रात:ste. प्रातः काल; सुबह. morning time. नाया० १; (४) ५ भां अहनु नाम. ५६वें ग्रह का नाम. name of the 56th planet. सू० प० २० ठा० २, ३; (५) बयान'; १२५०५. भया. नक; काल के समान; प्राण लेने वाला terrible like the god of death. उत्त० १२, ६ (६) विक्षम तथा प्रमनन्द्रनाथालनु नाम. विलंब तथा । प्रभंजन इंद्र के लोकपाल का नाम. name of the two Lokapālas ( guar. dians of the people ) of Indra named Vilamba and Prablıuñjana. ठा० ४, १; (७) वायुमार पतिनावताना नुं नाम. वायुकुमार जाति के | देवताओं के इन्द्र का नाम. name of the Indra of the Vāyukumāra spe. cies of gods. भा०३,८; (८) ने ना२કીને કડાયામાં રાંધે અને પોતે રંગે કાળો તે, त नामे ५२माधाभानी मे जत. जो नारको को कढाई में रांधे और खुद | काले रंग का हा वह काल नामक परमाधामो की एक जाति. a kind of hell-gods ( Paramādhāmi,) black in colour, who cooks hell- | beings in.an iron cauldron. सम.. १५;() नामे मामा वसोनुमे विमान मेनोस्थिति सदार सागरामनी छ.। Vol. II/58. એ દેવતા નવ મહિને શ્વાસોચ્છવાસ લે છે सने हार वर्षे सुधा साग छ. आठवें देव लोक का विमान जहां के निवासी देवों की आयु अठारह सागरोपम को होती है. वह नौवें महिने में श्वासोच्छवास लेतें है तथा उन्हे अठराह हजार वर्षों बाद भूख लगता है. a heavenly abode of the 8th Devaloka, the gods in which live for 18 Sagaropainas, breathe once in 9 months and eat once in 18000 years. सम० १८; (१०) पूर्व दिशामांना १५ નામને સાત નરકને નરકવાસે. सातवें नर्क में पूर्व दिशामें स्थित काल नामक नरका वास. an abode of the seventh hell in the east. सम. प० २०६; ठा. ५, ३; सम• ३३; पन. २; जीवा०३: १; (११)नुनीनी अने पीने જુની બનાવનાર, પર્યાયને પલટાવનાર मे द्रव्य; ' द्रव्यमान से 24. पुरानो को नई और नई को पुरानी बनाने वाला-पयोय परिवर्तन करने वाला एक द्रव्य. a substance that transforms the old into the new and the new into the old. उत्त० २८, ७; (१२) पर्तिना नव निधानभानु કે જેમાં સર્વકારીગરી-શિલ્પકર્મનો સમાવેશ थाय छे. चक्रवर्ती की नौ निधियों में की १ निधि जिसमें कि संपूर्ण शिल्प कर्मका समावेश होता है. one of the nine treasures of a Chakravartī including a kuowledge of all fine and imechanical arts. ठा०६, १; जं०प० (१३) त्रि. ४ा रंगनु. काले रंगका. black. भग० १, १; ३, ४, ६, ५, ७, ६, जीवा० ३,१; विशे०२०६७, पन्न० १; ओव. Page #465 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काल] ( ४५८ ) [काल २२; ३०; नाया० २, (१४) पुं० पक्ष. कृष्णपक्ष. the dark half of a Imonth. जीवा० ३, ४; (१५) पिशाय Mना तरवतानाचन्द्र. पिशाच जाति के व्यंतर देवों का इन्द्र. Indra of the Vyantara deities of the kind known as Pisacha. भग०३, ८; १०, ५; पन्न० २; ठा० २, ३; जीवा ३, ४; (१६) भ२०; मृत्यु. मरण; मृत्यु. death. नाया. १; ८; पन्न. १६: विशे० २०६६ दसा. ६, १; भग० १,१; ३, ४, ० नि. ५२; प्राया०१, २, ३, ८०; १, ४, २, १३१; उत्त० ४, ६; (१७) नियाविना पड़े। सध्ययनतुं नाम. निरयावलिका के पहले अध्याय का नाम. name of the first chapter of Niryavalikā. निर०१,१; भग०७,६; -अरकंत. पुं० (-अतिक्रान्त) ભુખને સમયે નહીં પણ તેને ઉલ્લંઘીને મળેલા मा२।४. क्षुधा के समय पर न मिलकर उस समय के बाद मिला हुआ भोजन. food obtained not at the time of hunger but after it. नाया० ५. १९; भग० ७, १; ६, ३३; (२) सनी ने મર્યાદા બાંધેલ હોય તેને ઉલ્લંઘી ગયેલ. कालकी जो मर्यादा बांधा हो उस का उल्लंघन किया हुआ. transgressing the limit of time fixed. प्रव. ७८४; ८२०; --चारि. त्रि० (-चारिन् ) समयચતુર્માસાદિ કાલનું ઉલ્લંઘન કરી ચાલનાર. समय-- चतुर्मासादि काल का उल्लंघन कर के चलने वाला. ( one ) who trans. greases the rules laid down to be observed in the rainy season etc. प्रव० ७८४ -अइकम. पुं. ( -अतिक्रम ) बने Bal; समयने (. काल को उल्लंघना; समय को त्यागना. । transgression of time fixed. पंचा० १, ३२;-अइयर. पुं० (-अतिचर) કાલ-આયુષ્યના પ્રમાણનું અતિચાર ઉલ્લંઘન ४२ ते आयुष्य ती नासते. आयुष्य के प्रमाण का उल्लंघन करना; श्रायुष्य का तोड़ना. cutting short one's allot. ted period of life. सूय० १. १३, २०; ---अंतर. पुं० ( -अन्तर ) सान्त२; अन्या . कालान्तर; दूसरी बार. another time. नाया० ; पंचा० १२, ३१; -अगुरु. पु० (-अगुरु ) अj A२; सुनधि यूपतुं द्रव्य; पाग२. काला अगर; सुगंधित द्रव्य. a kind of black substance used as an incense. ओव० सम० प० २१०: राय. २७; सू० प० २०; नाया. १: १६; भग० ६, ३३, ११, ११; दसा. १०, १; जं. प. ५, 1१३; कप्प. ३, ३२; -अट्ठरत्त. न० (-अद्धरात्र) અન્યારીયા પક્ષની-અમાસની અર્ધી રાત્રિ. अंधरे पक्ष की अमावश्या की आधी रात. midnight of the 15th day of the dark half of a month. भग. ३, २; -अणुठाइ. त्रि. (-अनुष्ठायिन्) વખતસર અનુષ્ઠાન કરનાર; નકામે વખત नही बना२. समय पर काम करने वाला: निरर्थक समय नष्ट न करने वाला ( one) who is punctual in the performance of his duties. आया० १, २, ५, ८८-अणुपुवी. स्त्री० (-पानुपूर्वी विषय अनुपूी, अनु म. काल सम्बधी अनुपूर्वी. proper order of time. अणुजो०७१; - अभिग्गह. पुं. (-अभिग्रह) पहेले पहारे छेदले पहारे અમુક વખતે મળે તેંજ લેવું એમ કાળ संबंधी नियम धारवते. पहले पहरमें या प्रान्तम पहर में अमुक समय पर मिले तोही Page #466 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काल] ( ४५६ ) [ काल लेना, ऐसा समय सम्बधी नियमका चांधना, vowing to take a thing either in the first or the last of the 8 divisions of time of a day, ओव. -अवभास. पुं. (-वभास) आणी sis); या प्रला. काली झांई. black tint. नाया० २; ~अवहि. पुं० ( -अवधि) समपनी मां44तनी ६. समय की यर्यादा. time-limit. पंचा. ५, १८; - श्रादेस. पुं० (-प्रादेश) सनी अपेक्षा. काल की अपेक्षा. rela. tivity of time. भग. ५, ८, ६, ४, ! ११, १, १४, ४, २४, १; -श्रायस. न. (प्रायस) strj वाद; पोसा; IN. पोलाद; गजवेल. steel; black iron. राय. १२; भोव. ३१; जं.प. -एयणा. बी. (-एजना) र साश्री मेना पन. काल की अपेक्षा में कंपना. trem bling with fear, having regard to time भग. १७, ३; ~ोगाहणा. श्री. ( -अवगाहना ) કાલની અવગાહન–ક્ષેત્ર વિસ્તાર-અઢિી प्रमाण. काल की अपेक्षा से अढाई द्वीप प्रमाण अवगाहमा. localisation of time to the extent of two continents and & balf. ठा. ४, १; -भोभास. पुं० (-अवभास) श्री ना. काली प्रभा. black tint. भग० ६, १७, १.;-कंखि . त्रि. (-कांधिन् ) -५ भियने याहना२. पंक्ति मरण की इच्छा करने वाला. (one) who desires ( natural and peaceful ) death. पाया० १, ३, ३. १११; -गश्रय. त्रि. (-गत) भरण पामेन. मृत; मृत्यु प्राप्त. dead. नाया. १;;६१८; भग०२,१; ५; ३,१, ७, ६; ६, ३३, १५,१; सम. १००० प्रव. १४७५; कप्प. ६, १८५; अोघ. नि. १११; विवा० १;-चारि. त्रि० (-चारिन्) पोताना शिवेस समये यासते. अपने ठहराये हुए समयानुसार चले वह. ( one) who punctually follows his own programme. ओघ० नि० १०७; -डिइ. स्त्री० ( -स्थिति, ) सारिमित स्थिति; आयुष्य. काल स्थिति; आयुष्य. fixed or determined period of life-time; life. भग० २४, १; --हिति. श्री. ( -स्थिति ) स्थिति; मायुष्य काल स्थिति. fixed or determined period of life time. भग. १५, १; --पारण. न. (-ज्ञान ) सम्पन्धी ज्ञान. काल सम्बन्धी ज्ञान; शुभाशुभ ज्ञान knowledge of ( what is going to happen in ) time. “ काले काल णाणं'' ठा० १०; जं. प. -गाणि. त्रि. (-ज्ञानिन ) ज्ञानी अभु: मा. सारे भात शे ते गणना२. कालज्ञानी; मृत्युका समय जानने वाला. ( one ) who knows what is going to lappen in time, i.e. the time of death of a particular person. “ कालं कालणाणी जाण इवेजयं वेजो " अणुजो. १४६; -तिग. न० (-त्रिक) भूत, भावी, सने भान ये सब. भूत, भविष्य, और वर्तमान ये तीन काल. the triad of times, viz. past, future und present. प्रव. १३५०; -तिय. न० (-त्रिक ) भूत, लविण्य, अनेकत मान ये त्रास. भूत, भविष्य, और वर्तमान ये तीन काल. the triad of times, viz. past, future and present. प्रव० १०३; -तुल्लय त्रि० (-तुल्यक) કાળની અપેક્ષાએ બરાબર; સમાન કાળ Page #467 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काल ] ( ४६० ) [ काल पाणी. काल की अपेक्षा से समान-तुल्य; समकालीन. equal in point of time; same as regards time; contemporaneous, भग०१४, ७; - धम्म.पुं०(-धर्भ-कालो मरणं स एव धर्मो जविपर्यायः कालधर्मः) बम'; भ२१. मरण; जीवकी पर्याय का मरण रूप स्वभाव. death; passing from one state of existence into auother in due course of time. विवा० २, ५, नाया. १: ठा० ३.३, ४,३;-नाण. न. (-ज्ञान) स सन्धि ज्ञान; rयोतिष આદિને આધારે ભૂત ભાવીનું જ્ઞાન થાય તે. काल सम्बन्धी ज्ञान; ज्योतिष आदिके आधार से भूत भविष्य का ज्ञान का होना. knowledge of events in the past or future through astrology etc. प्रव० १२३८; --पडिलेहणया. स्त्री० (-प्रतिलेखना ) आस मतनु निरिक्षण; જે વખતનું જે કામ શાસ્ત્રમાં બતાવ્યું હોય तेना प्रत्ये नत हेते. समय का निरी. क्षण; जिस समय जो काम करने की शास्त्रने आज्ञा दी हो वही काम करने में जागृत रहना. proper circumspection about doing things at the time pre. scribed in scriptures. उत्त० २६, २; -परट्ट. पुं० ( -परावर्त) समाश्री पराक्तन -पुर। परायतन. काल आधी परावर्तन-पुद्गल परावर्तन. modifications in matter in due course of time. प्रव० १०६१; --परमाणु. पुं. (-परमाणु ) सूक्ष्ममा सूक्ष्म ४१७१समय. | सूक्ष्मसे सूक्ष्म काल; समय. the smallest | division of time, called a Samaya. भग० २०,५७ - परिया. (-पर्याय) मोतने १५ते ४२वाना सपना विधि, मत परिशाहि पारित भ२६४. अपने समय पर करने की सल्लेखना विधि, भक्त परीज्ञादि पंडित मरण. the ceremony known as Samlekhavā to be performed at the time of death. आया. १, ७, ४, २१५; -माण. पु. (-मान )सनु प्रभास. समय का प्रमाण. measure of tinne; limit of time. पंचा. १, १६; -मास. पुं० (-मासकालो मरणं तस्य मास:प्रक्रमादवसरःकाल. मासः) भरण समय. मरण समय. time of death. भग. १,१३,१८,१०:नाया०१%3 ५,६१४१६; श्रोव० ३८दसा०६,१; "काल मासे कालं किच्चा" भग०७,६;उवा० १,८६; -मासिणी. स्त्री०(-मासिनी) प्रसव समयने प्रात थये स्त्री. प्रसव-प्रसूति-समय को प्राप्त स्त्रो. a woman about to give birth too in chill. दस. ५, १, ४०; -मिग. पुं० (-मृग) सा भूगना यमन वस्त्र. काले हरिण के चमडे का वत्र. u garment made of the skin of a black deer. जीवा० ३,३; निसी०७, ११; -मियचम्म. न० (-मृगचर्म) १ मा यामई. काले मृग का चमडा. skin of a black deer. नाया० १६; --लोय. पुं. (-लोक ) सनी अपेक्षा सो. काल की अपेक्षा से लोक. a world in its relation to time. भग०११,१०; --वरण. पुं० (-वर्ण) आलो २१. काला रंग. black colour. भग० ८, १, २५, ६; सम० २२; -वरणपज व. पुं (-वर्णपर्यव) २नी पर्याय (शा). काले रंग की पर्याय (अवस्था ). a particular state or condition of black colour भग० २५,३;-वरणपरिणय.त्रि (-वर्णपरिणत) सवर्णरूपे परिणाम पामेल. काल वर्ण-रूप Page #468 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्धमागधी कोष कालचक्क न० ( कालचक्र ) ७ आरा भी उत्सर्पिणी भेटले यस्तो अस थाय छे; તેમજ છ આરા પરિમિત અવ સર્પિણી એટલે ઉતરતા કાલ થાય છે, ઉત્સર્પિણી અને અવ સર્પિણી એ બન્ને કાલ મલી એક કાલચક્ર થાય છે તેવું પરિમાણુ ૧૦ ક્રોડાકોડી સાગરોપમનુ' છે તે છ છ આરાનું સ્વરૂપ બતાવે છે. સુસમસુસમાથી દુસમદુસમા સુધી ૧૦ કાડાફાડી સાગરાપમ પરિમિત ચ્યવર્સાપણી કાલ અને દુસમદુસમાંથી સુસમમુસમાપર્યંત જમણી બાજુના છ વિભાગ ૧૦ કાડા કાડી સાગરોપમ પરિમિત ઉત્સર્પિણી કાલને બતાવે છે. छः आरे ( काल विभाग ) मिलाकर उत्सर्पिण अर्थात् चढता काल अवसर्पिणी , कीडाकीडी २० सुसमसुसमा. 1 ४ कोडाफोडी सागरोपम सुसम - बुसमा सुसमा. को.सा. D -HRS ARE of कालचक लागरोएम. सुसमसुसमा | ४ को डाकोडी सागरोपमः at ३ को.मा. सुसमा कालचक्र सुसम उत्सर्पिणी. D.4.72LCANIA होता है. इसी प्रकार छः श्ररे परिमित अवसर्पिणी अर्थात् उतरता काल होता है. उत्सर्पिणी और अवसर्पिणी के दोनों कालों का एक कालचक्र बताते है जिसका परिमाण २० कोड़ाकोडी सागरोपम का होता है. कालचक्र के चित्र के बीच में १२ विभाग हैं वे छः हः आरों का स्वरूप बतलाते हैं. समरामा से दुमदुमा तक १० कोडाकोडी सागरोपम परिमित अवसर्पिणो काल और दुसमदुसमा मे समसमा तक दाहना ओर के छः विभाग १० काडाकोडी मागशेपम पांरामत उत्सर्पिणा काल को बतलाते हैं. Utsarpini time ie an won of increase is equal to 6 Arñās ( a measure of time ): and Avasarpini time i ean won of decrease is also equal to 6 Aras. The Kalachakra measuring 20 Koḍākodi (I crore x 1 crore) Sigaropataas is made up of these two measures of time taken together. In the middle of the picture there are twelve divisions showing the extent of every 6 Aras. The six divisions beginning from Dusamadusamā to Susama susama on the right indicate Utsarpini Kila which measure 10 Kodakodi, while the six divisions from Susamsusama to Dusamna dusama to the left indicate Avasarpiņi Kala which, is also equel to 10 Kodākodi Ságaropamas of time. जं० प० For Private Personal Use Only Page #469 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काल] [कालन में परिणत. modified int) or deve- a point of time viewed as time. loped into black colour. भग०८१; विवा० ३; सू० ५०८; -वरमपरिणाम. पुं० (-वर्णपरिणाम) कालश्रो. अ. ( कालतः) 141; आसनी सावर्णरूपे परिणाम पामते. काले वर्ण- सपेक्षाये; साश्री. काल की अपेक्षा से. रूप में परिणत होना. modification or In point of time; as regards development into black colour time. ओव० १५; भग० २, १; ५, १०; भग० ८, १०;-विभाग. पुं० (-विभाग) ५, ७, ८, २, ८, ६; राय ६६; उत्त० २४, सनाने सविभा. काल का भेद; काल ६: प्रव. ७७८; १२०५; जं. प. ७; १७५; का विभाग. a division of time. "इत्तो | कालक. न० ( काखक ) पु. काला काल विभागंतु, तेसिं वोच्छं चउब्वहं" पुद्रल. Matter or substance black उत्त० ३६, ११; ~~वासि. पुं० (-वर्षिन् ) । in colour. भग० ६, १; समयेवरसनार, योभासामा ५२सनार (मेय). कालकूट न० (कालकूट ) १ि५२. जहर; समय पर बरसने वाला. rain falling in | विष. Poison. उत्त० २०, ४८; due season; seasouable rain. | कालग. त्रि. (कालक ) | अनु. काल ठा० ४, ४; मग. १४, २, -विसेस. पुं० रंगका. Black. उत्त० २२, ५; नाया. (-विशेष) सना विशेष विभाग (मे). ८; भग. १५, १; २५, ४; उवा. २, १०७, समय का विशेष विभाग, a particular (२) पुं० [सयार्थ. कालकाचार्य. A predivision of time. प्रव. ६२३; ceptor named Kālakāchārya. -विहीण. त्रि० (-विहीन) र द्रव्य विशे. १७६६; -छवि. स्त्री० (- छवि) शिवाय. काल द्रव्य रहित. excluding, andiन्ति; २५1महीना 1. काली कान्ति; excepting the category named चमड़ी का रंग. black colour of the time. प्रव. ६.: -संजोग. पुं. skin. उत्त० २२, ५; (-संयोग) ने सनेर काल का संयोग. कालगाहावइ पुं० (कालगृहपति ) । juncture of time ठा० ३, २; अणुजो० नामना पति-शेह. काल नामक गृहपति१३१; -संसार. पुं० (-संसार ) रात सेठ. A merchant named Kala. દિવસ મ સ વ પોપમ સાગરોપમ नाया. घ. यंत ४ ते-जाल संसार. रात, दिन, | कालराणुया. श्री. (कालज्ञता = कालं प्रस्तावमहीना, वर्ष, पल्योपम, सागरोपम, संसारमें मुपलक्षणत्वाद् देशं च जानातीति कालज्ञभटकना वह कालसंसार कहलाता है. स्तद्भावः कालज्ञता) अवसरवाते; हेश wandering in worldly existence नी माणसा. समयको पहिचानना; for indefinite periods of time. देश काल को जानने वाला. Due recog. ठा० ४, १; -सम. त्रि. ( -सम ) ६५- nition, sense of time, place etc. १५ २०१२. उदय काल के बराबर. simultaneously with the rise कालत्त. न० ( कालस्व ) ४४५४. कालापन. of. क. प. ५, ४२; -समय. पुं. Blackness. भग० १७, २; (-समय) सपा समय, कालरूपी समय. | कालन्न. त्रि. ( कालज्ञ ) i०य ५२।७४; श्रोव Page #470 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कालपाल ] ( ४६२ ) [कालिप-य - १५तनो गुना२; अथित मनुथित समयने of Dharanendra. भग० ३, ८,१०,५; गणना२. कर्तव्य परायण; समय को जानने | कालसिरी. स्त्री० ( कालश्री) सहपतिना वाला; उचित अनुचित समप को जानने वाला. । आरश्री नामनी धर्मपल्ली. काल गृह पति की ( One ) knowing or realising कालश्री नामक स्त्री. Name of the opportuneness or otherwise of wife of Kāla a house holder. time in doing duties. 91910 9, नाया. घ. २, ५, ८८; १, ७, ३, २०६; | कालसीहासण. न. (कालसिंहासन) र कालपाल. पुं०(कालपाल) सेनामा परीन्द्र नाभवाणु सिंहासन. काल नामक सिंहासन. भने भूतानंदना सोपा. धरणन्द्र और | ___A throne named Kala. नाया० ध० भूतानंद के लोकपाल का नाम. The guar | काला. स्त्री. (काला ) सेन्द्रनी असा नामनी dian of people (so named ) of | शवानी. कालेन्द्र की राजधानी का नाम. Dharuņendra and Bhūtānanda. / Name of the capital city of ठा० ४, १; ___Kalendra. भग० १०,५, कालीपसायकुमारिंद. पुं० ( कालपिशाच- | कालालोण. न० ( कालालवण ) ) पर्वतम कुमारेन्द्र ) स नामे पिशायोना. पिन थाj भी किसी पर्वत में उत्पन्न पिशाचोंका काल नामक इन्द्र. Indra of the होनेवाला काला निमक. Blu k salt pro Pisa.chas named Kala. नाया. ध० । duced in a mountain. इस० ३, ८; कालमुह. पु. ( कालमुख) उत्तर मरतमाना कालासवेलियपन. पं० (कालाश वैश्यपत्र) मे देश. उत्तर भरतका एक देश. Name શ્રી પાર્શ્વનાથ પ્રભુના શાસનના એક સાધુ: of a country in Uttara Bharata. પાર્શ્વનાથના સંતાનિયા કે જેણે થિવર સાધુजं. प. माने प्रश्न पुच्या ता. श्री पार्श्वनाथ भग कालय. पुं० (कालक) या वर्ग. काला वान् के शासन के साधुका नाम जिसने थिवर ___ वर्ण. Black colour. नाया. ; भग. साधुओंको प्रश्न पूछे थे. Name of un ५, ७, १२,६:१८, ६; २०५; suscetic belonging to the cult of कालवडिंसयभवण. न० (कालावतंसकभवन) Pārsvanātha who had asked जालीहवानुं सदावतंशनामनुं सपन. काली some questions to Sthavira देवी का कालावतंशक नामक भवन. The monks. भग० १,१; abode of Kālidevi named कालिप-य. त्रि.( कालिक)शल भने हिवKalavatamsaka. नाया०ध० -वासि. સના પહેલે તથા છેલ્લે પહોરે ભણાય પણ पुं० स्त्री० (-वासिन् ) सावत सभवनमा બીજે ત્રીજે પહેરે ન ભણાય તેવું સૂત્ર यसना।. कालवतंसक भवनमें रहने वाला. मायासंग आदि अलि सूत्र. वह सूत्र जो ( a person ) residing in Kālāva- रात्रि और दिन के पाहिले तथा अंतिम प्रहर tamsaka abode. नाया० ध० में पढा जाय; आचारांग आदि कालिक सूत्र. कालवाल. पुं० ( कालपाल ) घर-द्रनायो. Kālika Sūtras such as Acha पालनु नाम. धरणद्र के लोकपाल का नाम. rânga etc. which could be read Name of a guardian of people at the first and last of the Page #471 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कालिंगी] ( ४६३ ) [ काली four divisions of day or of નામે શ્રી પાર્શ્વનાથ પ્રભુના શાસનના એક night. विशे० १२०; ठा० २, १; अणुजो. विधान थिवर साधु. श्रीपार्श्वनाथ प्रभु के शासन ४; १४६; नंदी० ४३; (२) सांतरे मग के कालि कपुत्र नामक एक विद्वान् साथ. पार्नु; अनिश्रित. कालान्तर में मिलने वाला; Name of a learned monk of the अनिश्चित. uncertain in point of cult of Sri Parsvanatha. भग०२,५; time. उत्त० ५, ६; ( 3 ) से नामना | कालिया. स्त्री. ( कालिका ) । पी. ५-मेट. इस नामका एक द्वीप-बेट. __कालिका नामक देवी. The goddess name of an island. Arto 99; Kalika. सु.च० ८,१४६; -अणुप्रोग. पुं० (-अनुमोग) आदि काली. स्त्री. ( काली ) is सूत्रना श्रुतनुं व्यायान. कालिक ध्रुत का व्याख्यान. मामा वर्गना पडे। अध्ययनतुं नाम. अंतa discourse on, an explanation गड़ सूत्र के आठवें वर्ग के पहिले अध्याय का of a Kalika seripture पंचा- ११, AIR name of the first chapter ३४, -दीव. पुं० (-द्वीप) जालीय नाभन of the eighth section of Antaबी५. कालीय नामक द्वीप. an island gada Sutra. अंत० ८, १; (२) श्रेणि: named Kaliya. नाया० १७; -वाय. રાજાની રાણી અને કણિકની ઓરમાન માતા पुं० ( -वात ) या वायु प्रति वायु. કે જેણે મહાવીરસ્વામી સમીપે દીક્ષા લઈ प्रचंड वायु; प्रतिकूल हवा. violent wind; રયણાવલી = રત્નાવલિ નામનું તપ આચરી adverse wind.नाया० ६; १७; - सुय. આઠ વરસની પ્રવજ્યાપાળી એક માસનો न० (-श्रुत) अलि सुत्रः आया संथारे। री र ५६ प्रासयु. राजा से क्याय ते सूत्र. कालिक सूत्र. a Kalika श्रेणिक की रानी और कोणिक की सोतेली Sūtra e. g. Achārānga etc. माता जिसने की महावीर स्वामी के समीप which could be read at parti. दीक्षा लेकर रत्नावलि नामक तप किया और cular times only. भग० २०, ८; अाठ वर्षों तक दीक्षा पालन कर अंत में एक निसी० १६, १०; विशे० ५४६; मास का संथारा किया और परमपद प्राप्त कालिंगी. स्त्री. (कालिङ्गी )तरमून. तरबूज; किया. the queen of Srenika and मतीस. A kind of water-melon. step-mother of Konika, who पन्न० १; भग० २२, ६; took Dikşā from Mahävira कालिंजर. पुं० (कालिंजर) से नाम से Svāmī, practised Ratnávali पत. एक पर्वत का नाम. Name of a penance, observed asceticism mountain. “ दसा दसभे प्रासी मिया for eight years and after one कालिंजरे नगे " उत्त. १३, ६; mouth's abstinence from food कालिज्ज. न० ( कालय ) m; शरीरनी and water attained final bliss. हरने मे अवयव. कलेजाः शरीर के अंत०८,१;(3) आसानी कौए की जांघ. भीतर का एक अवयव. An organ of ) the thigh of a crow. उत्त० २, ३; the body viz. liver. तंदु. प्रव. १३८४ (४) पागनी स्त्री. काले रंग की स्त्री. कालियपुत्त. पुं० (कालिकपुत्र) लिपुत्र a woman of black colour. अणुजो. Page #472 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कालीदेवित्त ] १२८ (५) यभरेन्द्रनी मुम्य हेवी चमरेन्द्र की मुख्य देवी. the principal goddess of Chamarendra. भग० १०, ५ ; ( ६ ) અભિનંદન સ્વામિની શાસન દેવીનું નામ. अभिनंदन स्वामी की शासन देवी का नाम. name of the attendant spirit of Abhinandana Svami प्रव ३७७; पंचा० १६, २४; - अजा. स्त्री० (- आर्या) अश्री आर्या. काली श्रार्या. & nun named Kāli.नाया०० - द.रिश्रा. स्त्री० (-दारिका ) श्री कुमारी काली कुमारी. 8 girl named Kālī नाया० भ० कालीदेवित्त न० (काली देवीत्व) अली हेवीपाणुं काली देवीपना. State of being the goddess Kali. नाया० ध० कालीवाडिसयभवण न० ( काल्यवतंसकभवन) अली हेवी अवतंस नामे लवन. कालीदेवी का कालावंतसक नामक भवन. An abode of Kali Devi, named Kālāvatamsaka नाया० ध० कालुणिय. त्रि० ( कारुणिक ) रुन्निन करुणाजनक; करुणा पैदा करने वाला. Piteous सूर्य●० १, २, १, १७; कालो-य. पुं० ( कालोद) सेोदधिनामनो સમુદ્ર કે જે ધાતકીખડને કરતા વેંટાયેલ છે. कालोदवि नामक समुद्र जो कि धातकीखंड प को घेरे हुए है. An ocean named Kalodadhi, encircling Dhatakikhapda. ठा० ७; जीवा ० ३; ४; अणुजो ० ( ४६४ ) १०३; सम० ४२ ६१; पन्न० १५; ८८ कालोद. पुं० ( कालोद ) भो कालोअ - य ०६. देखो " कालोश्र - य शब्द. 39 "" Vide "कालोअ -य" ठा० २,३, भग०६, २; कालोदहि. पुं० ( कालोदधि ) धातडीमन्डनी ચારે બાજુએ આઠ લાખ જોજન પ્રમાણના सोधि समुद्र उस समुद्र का नाम जो [ काविल धातकीखंड की चारों ओर है और जिसका प्रमाण आठ लाख योजन का है. An ocean so named, surrounding Dhatakikhanda and eight lacs of Yojanas in circumference. For Private भग० ५, १; कालोदायि. पुं० ( कालोदायिन् ) असहायों नामना ! अन्य दर्शनी गृहस्थ. एक जैनेतर गृहस्थ का नाम Name of a householder belonging to a nonJaina creed. भग० ७, ६; १०३१८, ७; काव. पुं० ( काव्य ) अभ्य अनावीने संलणार ना२. काव्य बनाकर सुनाने वाला. A bard; 4 minstrel जीवा० ३,०३; नाया० १, ८ कावलिय. पुं० (कावलिक ) उवल आहार. कौर, कवल. A mouthful भग० १; ७; प्रव ११६४; काचि. श्र० ( कापि ) अायण कोई भी . Somebody; some one or other; anybody. नाया• ८ कावि. पुं० ( काविष्ट ) हा देवसोनु अष्टि નામનું એક વિમાન; એની સ્થિતિ ચાદ સાગરાપમની છે; એ દેવતાં સાત માસે શ્વા सोश्वास से छे. छठवें देवलोक के विमान का नाम, जिसके निवासिया की आयु चौदह सागरोपम की है और जो चौदह पक्षों में एक बार श्वासोच्छ्वास लेते हैं. Name of & heavenly abode of the sixth Devaloka, where the gods live for 14 Sagaropamas and breathe once in seven months. सम० १४; काविल न० ( कापिल ) पिनशास्त्र; सांध्य दर्शननु शास्त्र. कपिल शास्त्र; सांख्य दर्शन शास्त्र. The tenets of the founder ( Kapila ) of the Sankhya Personal Use Only Page #473 -------------------------------------------------------------------------- ________________ काविलि] [ कासव system of philosophy. अणुजो०४१; / कासंकस. त्रि० ( कासंकष-कस्गन्तेऽस्मिनितिकाविलिश्र. न. ( कापिलिक) अपिसमतन । कासः संसारस्तं कषतीति तदभिमुखोयातीति अन्य. कपिल मत का एक ग्रंथ. A book कासऋष: ) प्रमाही; १२ २५; साच्याcontaining an exposition of| ग. अस्वस्थ; बीमार; पाकुल व्याकुल, the tenets of Kapila. नंदी. ४१, । Uneasy; restless. आया८१,२,५,६४; कावोय. पुं० ( * ) ५९ ३२वी भिक्षा a कासग. पुं० ( कर्षक) पुत; ती ४२नार. भीमनार मे . कावड लेकर भिक्षा | किसान; खेती करने वाला. A farmer; मांगने वाला एक वर्ग. A class of men a peasant. उत्त० १२, १२; dicants begging their food in bags attached to the ends of कासग. पुं० ( काशक) ये तनी वनपति. a bamboo which rests on the एक प्रकार की वनस्पति. A kind of shoulders. अणुजो० ६२; vegetation. जीवा० ३, ४; कावोया. श्री. (कापोतिका ) पारसी वृत्तिः | कासण. न. ( कासन) ५२स माची. खांसी કબૂતરની માફક ઘણુ સંભાળથી આહારદિક अाना. Act of coughing. ओघ. नि. से ते. एक प्रकार की वृत्ति-कब्तर के समान बडे यत्नाचारपूर्वक आहारादि ग्रहण कासव. पु. ( काश्यप) ५५५ गोत्रीयकरने की वृत्ति. Taking food with महापी२ २२॥भी-योगीशमा तीर्थ:२. काश्यप great care, like pigeons. उत्त० गोत्र के महावीर स्वामी चौबीसवें तीर्थकर. १६,३३, Lord Mahavira the 24th Tir. Vकास. धा• I. ( कास् ) G५२स श्री. thankara belonging to the खाँसना. To cough. family origin named Kāśyapa. कासित्ता. सं० कृ. जीवा० ३, ३: जं. ५० भग. ११, १; दस० ४: सु. च. ३, १२५; २, २५ नंदी० २३; उत्त० २, 1; सूय०१, २, २, ७, कासंत. व. कृ. परह. १, ३: १, ५, १, २, जं०५० ७, १५६; (२)श्य५ कास. पुं० (कास) ७२स; Miसी. खांसी. | ગેત્રમાં ઉત્પન્ન થયેલ-મુનિસુવ્રત અને નેમી Cough. जं. १० भग. ३,७; जीवा०३,३; સિવાયના બાવીશ તીર્થકર, ચક્રવર્ત વગેરે कास. पुं० ( काश ) ाश नामना . काश ક્ષત્રિય, સાતમા ગણધર વગેરે બ્રાહ્મણ, જમ્મુ नामक ग्रह. A planet named Kasa. स्वामी वगेरे गायापति. काश्यप गोत्र में " दोकासा " ठा० २, ३; (२)श नामनी उत्पन्न मुनि सुव्रत और नेमिनाथ के सिवाय वनस्पतिना शुरछ. कास नामक वनस्पति बाईस तीर्थकर तथा चक्रवर्ति वगैरह क्षत्रिय, का गुच्छा . a cluster of the vege. सातवें गणधर वगैरह ब्राह्मण और जंबूस्वामी tation named Kasa. पन्न. १; उवा० वगैरह गाथापति. the Tirthankaras ३, १४८% ( 24 ) excepting Muni Suvratia. * गुमां-पृष्ट नम्५२ १५ नी ५टनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. 11/59. Page #474 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कासव ] [कासाइभ-य - and Nemi, the Kşatriyas viz. origin of the constellation the 7th Ganadhara etc. and named Uttarã - Falguni. To the Gāthāpatis viz. Jambū १०:-गुत्त, पुं० (-गोत्र ) सिदार्थ शन Sviuni etc. all born in the कोरेनु गात्र सिद्धार्थ राजा वगैरह का गोत्र. Kasyapa family. ठा० ७, १; उत्त० the family-orgin of king Sid२४, १६; (३) पुं० ४ प्रसिद्ध गोत्रनु dhārtha etc. क. प० १, २, २, २०; नाम; अश्५५ नामे गोत्र. एक प्रसिद्ध गोत्र अाया० २, १५, १७६; --गोत्त. पुं. का नाम; काश्यप नाम का गोत्र. name of (-गोत्र) सु स्वामी पगेरे गोत्र. जम्बू a fainous family-origin. कप्प० ५, स्वामी का गोत्र. the family-origin १०३; (४) श्री पवनाथ प्रभुना शासनना of Jambu Svami etc. नाय. १; से विदा साधु. श्री पार्श्वनाथ प्रभु के | कासवग पुं० ( काश्यपक)ना नम.नाई. शासन के एक विद्वान साधु. a learued A barber. सूय. १, ४, २, ६; monk belonging to the cult of | कासवनालिया. स्त्रो० (काश्यपनालिका ) Lord Parsvanātha. भग० २,५; (५) श्रीपर्णीनुस. श्रीपी का फल. The सतरा सूत्रना ७४ वर्गना न्याथा अध्ययनु, fruit of Sriparni. दस० ५, २, २१; नाम. अंतगड सूत्र के छठवें वर्ग के चौथे अध्याय श्राया० २, १, ८ ४८; का नाम. name of the 4th chan- कासवय. पुं० (काश्यपक) नुसे।" कासवग" ter of the sixth section of श६. देखो " कासवग" शब्द. Vide Antagada Sutra. अंत० ६, ४; ___ कासवग" नाया. १; (६) २ २ निवासी में पति कासवी. स्त्री. ( काश्यपी ) पायमा तीर्थકે જેણે મહાવીર સ્વામી પાસે દીક્ષા ४२नी भुस्य साथी. पांचवें ताथकर की લઈ સોળ વરસની પ્રવજ્યા પાળી get area. The principal nun of વિપુલ પત ઉપર સંથારે કરી સિદ્ધિ, the 5th Tirthankara. सम० प. भेगवी. राजगृह निवासी एक गाथापति जिसने २३४; कि महावीर स्वामी से दीक्षा ली और १६ | कासाइ. न० (कापाय) तुम। “कासाथवर्षोंतक तप कर विपुल पर्वत पर संथारा कर | य" श६. देखो “ कासाइन-य" शब्द. सिद्धपद प्राप्त किया. name of a mer- Vide " कासइअ-य" उवा० १, २२; chaut residing in Rājagņiha, कासाइप-य. न० (काषायिक) ४१५-नगया who took Dikşā from Mahavira રંગથી રંગેલું વસ્ત્ર; હઈને શરીર લુંછવાનું Svāmī, practised asceticism वस्त्र. भगवा रंग से रंगा हुआ वस्नः स्नान for 16 years, and attained sal- करके शरीर पोंछने का वस्त्र. A saffronvation on Vipula mount giv- coloured cloth generally worn ing up food and water. अंत० ६, by Hindū ascetics; a piece of ४; (७) म. नाई. a barber.भग. ६, cloth to dry the body after ३३, (८) उत्त२। ५८गुनी नक्षत्रनु गोत्र.. bath; a towel. जीवा० ३, ४, जं. प. उत्तरा फल्गुनी का गोत्र. the family | ओव० ३१; Page #475 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कासिल्ल ] कासिल्ल. त्रि० (कासमत् ) पांसीवाणे. खांसी वाला One suffering from cough. विवा० ७; कासिह. पुं० ( कासिह ) तयारी मत्स्याहारी मे तनुं पक्षी मछली खानेवाला जलचारी पक्षी. A sort of crane; a bird eating fish living in water. सूय० १, ११, २७: कासी. स्त्री० (काशी) अशी पुरी; बनारसी नगरी. काशी नामक पुरी. The town of Benares भग● ७, ८ सुच० २, ४, उस० १३, ६, कप्प० ५, १२७; ( २ ) डाशी हेश; सार्य देशांनी मे. काशी देश; श्रार्यदेश में से एक. a country named Kasi. पन्न० १; भग० १५, १ नाया०८ - राय. पुं० (-राज) अशशिनो राज्य. काशी देश का राजा a king of the country named Kasi उत्त० १८, ४८; नाया०८; काहल. त्रि० ( काहल ) अस्पष्४; अभ्यस्त अव्यक्त; अप्रगट; अस्पष्ट Indistinct; inarticulate; not manifest पण्ह्. २, २; ठा० ७; काहलिया. स्त्री० ( काहलिका ) असिडा नामे सोना भाभरण. इस नामका सोनेका आभरण. A sort of gold ornament प्रव १५३६; काहार. पुं० ( कहार - कं जलं हरतीति ) ड195. कावड. A contrivance to fetch water consisting of ก piece of bamboo with ropes attached to its ends. Pots of water are fastened to the ends of this rope, while the bamboo rests on the shoulders. काह्रावण. पुं० ( कार्षापण ) मुद्रा; सिउडे ।. मुद्रा; सिक्का; छाप; मुहर . A stamp. ( ४६७ ) [ किं पराह० १, २ काहि य. पुं० ( काथिक = कथया चरति - काथिकः ) गृहस्थने घेर मनावी मनावी था नार साधु गृहस्थ के घर पर बना बना कर कथा करने वाला साधु. An ascetic telling long-drawn scriptural stories at the houses of householders. सू० १, २, २, २०; निसी० १३, ५२; गच्छा० ११५; काहे. अ० ( कदा ) म्यारे. कव. When. अंत० ६, १५; भग० २, १; किइकम्म न० ( कृतिकर्मन= कृतिरेव कृतेर्वा कर्म क्रिया कृतिकर्म ) गुर्वाद्दिने विधिपूर्व વંદના કરવી તે, એવી રીતે કે વાત વગેરે રેગથી પીડિત ન હોય તેા ઉફ એસ કરી અસ્ખલિત પાડોચ્ચાર કરી વંદના કરવી; ઉઠવાને અશક્ત હોય તે। અસ્ખલિત પાડને म्यारी पहना २ ते गुरु आदि की विधि पूर्वक वंदना करना यदि वात रोग से पीडित न हो तो उठ बैठ करके धाराप्रवाह पाठोच्चार करते हुए वंदना करना और उठने में अशक्त हो तो धारा प्रवाह पाठ का उच्चारण कर वंदना करना. Rendering obeisance to a preceptor etc. with observance of due forms and ceremonies. प्रव० १८; ८; पंचा १७, ६; ओव० २०; भग० १४, ३; सम० १२; किं. अ० (किम् ) अणुः शुः श्यो. कौन; क्या; कौनसा Who; what; which भग० १, १; ७; २, १३; ५; ६; ३, १, ४, ५, २, ४, ६, ३३; १५, ११६, ८ १८, ७ ८, २४, २३; २५, ६; २६, १; ४१, १; नाया० १; ३; ५; ८; १६; १७; अणुजो०३; ११; वेय० १, ३३; वव०२, २२; श्र० १६; ३८; पन्न० १५; दसा० ३ २२; ३३; २४;४, १०; आया० १, १, १, ३; १, ४, ४, १४०; ० For Private Personal Use Only Page #476 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किंअंगपुण] ( ४६८ ) [किंतु सूय० १, १, १, १; दस० ४, १०; ५, २, ent being with three senses. ४७,६,६५,६,१,५,६.२,१६,०प०७, १४०, किंच. अ० (किश) अने; eी. और. And; किं अंगपुण. प्र. ( किमापुनर् ) गुमे। __moreover. भग० १८,८; " किंपुण" a६. देवो " किंपुण" शब्द. किंचण. अ० (किंचन) पण; . कुछ Vide "किंपुण" नाया. १; १४; कुछभी.Anything; something. सूय. किंगणं अ० (किमन्यत्)ी शु? दूसरा १, १, २; १४; (२) न द्रव्य, परिग्रह. द्रव्य क्या ? What else ? नाया. ५; का ग्रहण करना. wealth; worldly किंकम्म. न०(किंकर्मन्) संतस सूत्रना ही possessions. विशे० ३४५१, उत्त० ३२, वगना मी अध्ययननुनाम. अंतगड सूत्र ___८ सय० २, १, १४; के छठवें वर्ग के दसरे अध्याय का नाम. | किंचि.अ० (किश्चित् )यितमात्र; v४. कुछ Name of the 2nd chapter of किंचित् मात्र. A little; something%3 the 6th section of Antagada something at least. " किंचि बहुयं Sutra. (२) सह निवासी मे गाया. चथोवंच" परह० १, ३; जं० प० ७, १३२; પતિ કે જે મહાવિર સ્વામી પાસે દીક્ષા લઈ जं. प. दसा. ६, ३५, ७, २६, भग० २,१; અગીઆર અંગ ભણી ગુણરયણતપ કરી સેલ ८; 8, ३,२०,६२५,७,३०,१; नाया०५८; વરસની પ્રવજ્યા પાળી વિપુલ પર્વત ઉપર ओव० १६; ३८; उत्त० १, १४; पिं. नि. ५२ ५६ पाभ्या राजगृह निवासी एक गाथा. १००; उवा०६,१७० गच्छा .१; प्रव० १४७; पति जिसने कि महावीर स्वामी से दीक्षा ली, -काल न० ( -काल ) था ; थे। ग्यारह अंग पढे, गुणरयण नामक तप किया १५त. थोड़ा समय. a little time; और सोलह वर्ष तक प्रव्रज्या का पालन कर some little time. मग. १,७; नाया० विपुल पर्वत पर मोक्ष पद प्राप्त किया. name १६;-विसेसाहिय. त्रि. (-विशेषाधिक) of a householder residing in १२॥ वारे; याडं अधि५. कुछ ज्यादह. a. Rājag?iha, who took Dikšā little more; somewhat more. from Mahāvira Svāmi, studied भग० २,८; -साहम्म न० (-साधर्म्य) 11 Angas, practised Gunara- साडे समान ५६; is साधन्य. कुछ yuņa penance, observed asce- समानता; कुछ साधर्म्य भाव. a little ticism for 16 years and attained affinity; possession of common salvation on the Vipula moant. qualities to a little extent. अंत. ६, २; अणुजो० १४७, किंकर. पुं० (किङ्कर ) अनुयर, से; मृत्य; | किंचिम्मेत्त. त्रि. (-किञ्चित्पात्र) जियित् हास; या४२. नोकर; सेवक. A servant; ___ मात्र. कुछ; किचित्मात्र. a little; very an attendant. नाया० १; जीवा०३, ४; | little; only a little. विशे० ३११%8 पन्न.२; ओव०३१ राय० ६६, भग०११,११; । किंतु. अ. (किन्तु) ५विशेषता मतावाने किंगिरिड. पुं० ( किङ्किरीट ) त्रगुद्रियवाद। मा स०५५ १५शय छे. भी; किन्तु; परन्तु. अवनी लत. तेइन्द्रिय जीवः तीन But: (an adversative coniun इन्द्रियों वाला जीव. A kind of senti- | tion ). विशे० १५३; Page #477 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कित्युग्घ] ( ४६६ ) [किंपुरिस - किंत्थुग्घ. पुं० न० (किंस्तुम्न) हरे भासना वृक्ष. A kind of tree with poison શુકલ પક્ષના પડવાને દિવસે આવતું, ચાર ous fruits; the Kimpāka tree. થિરકરણમાંનું એવું કરણ; ૧૧ કરણમાંનું उत्त० ३२, २०; तंदु० ओव० १४; -फल. ११ भुं ४२९४. प्रत्येक मास की शुक्ल पक्ष की न० (-फल) वृक्षनु ५८स्वाहे मधुर प्रतिपदा के दिन होने वाले चार स्थिरकरणों ५ परिणामे रामे ५३. किंपाक वृक्ष का में का चौथा करण; ग्यारह करण में का ११वां फल; स्वाद में मीठा परन्तु परिणाम में जहरी करण. The last of the eleven फल. a fruit of a Kimpāka tree Karanas; the last of the four sweetin taste but poisonous.तंदु. Thira.Karanas falling on the | किंपि. अ. (किमपि) ४५ ४५. कुछ भी. first day of the bright half of Something; something at least; each month. जं० प० ७, १५३; । ___ a little. पिं०नि० भा० ३६; सु० च० १, किंनर. पुं. (किन्नर) हिन्नर तना ०यंत२ | २३४; नाया० १; ता. किमर जाति के व्यंतर देव. A kind किंपुण. अ. (किंपुनर ) तेमां तो हेgor शुं of Vyantura gods known as એવી મહત્તાવાલો નિશ્ચય દર્શાવવામાં એને Kinnaras. नाया. १; १६; भग० ३, ८; उपयोग याय छे. इसमें तो कहना ही क्या; सम० ३४; ओव० २४; ठा० २, ३; राय० इस प्रकार महत्तावाला निश्चय प्रगट करने में ४॥; जीवा० ३, ४; अणुजो० ४७; उत्त०३६, इस शब्द का उपयोग होता है. A phrase २०५; (२)यभरेन्द्रना २थनी सेनाना परी. meaniug, “ it goes without चमरेन्द्र की रथसेना का मुख्याधिकारी. gaying. " गच्छा० ६५; नाया० १४; the commander of the army of | किंपुणो. अ० ( किंपुनर) नुस। " किंपुण" chariots belonging to Chama-1 श६. देखो " किंपुण " शब्द. Vide rendra. ठा० ५, १; -संठिय. त्रि. " किंपुण" दस० ७, ५; (-संस्थित) सिन्नर विना मारवाणी. किन्नर किंपुरिस. पुं० (किम्पुरुष ) पुरुष वता; देव का आकार वाला. (one) possessed व्यन्तरवतानी मे त. व्यंतर देवों का of the form of a Kinnara god. 'किं पुरुष' नामक एक भेद. A species भग. ८,२; of Vyantara gods. भग० २, ५; ३. किंनरकंठ. पुं० (किम्मरकण्ठ) मे जतन ८; १०, ५; नाया०१६; पण्ह० १, ४; जीवा. २. एक प्रकार का रत्न A kind of ३, ४; अणुजो० ४७, सम. ३४; ओव. jewel or gem. राय. १२१; २४; उत्त० ३६, २०५; ठा० २, २, ३; पन. किंनरी. मी० (किम्लरी) मे स्त्री ने सीधे १; २; प्रव० ११४४; (२) पैरायन द्रना यु ययुं तुं. एक स्त्री जिसके लिये कि युद्ध २यनी सेनानी अधिपति. वैरोचन इन्द्र के रथ हुभा था. Name of a woman who की सेना का अधिपति. name of the was the cause of a battle. पण्ह. commander of the army of chariots of Vairochana Indra. किंपाग. न० (किंपाक ) 2क्षा में श ठा० ५, १; -संठिय. त्रि. (-संस्थित) सवाक्ष.किंपाक वृक्ष एक जहरी फल वाला पुरुष वने मारे २ स. किंपुरुष देव Page #478 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किंपुरिसकंठ] ( ४७० ) [किट्ट के आकार का. having a shape of| Vide “कित्थुग्ध" विशे० ३३१०; a Kimpurusa kind of gods. भग. किच्च. न. ( कृत्य) त्य; अर्य; प्रयोग ८, २; कृत्य; काय; काम. Act; action; purकिंपुारसकंठ. पु. (किम्पुरुषकंठ) मे गत | pose. दस० ७, ३६; १, २, १६; भग० १, नुं २ल. एक जाति का रत्न. A kind of| १०, ३, १; १३, ८; सूय. २, ४, ८: उत्त० gem. राय० १२१ १, ४४; नाया०३; १४; सु. च० ३,६६%3 किंवहुणा. अ. (किम्बहुना) वारे शुं ? | विशे० ३४६४; क. प० २,७५; प्रव. २००; ज्यादह क्या ? What more ? What (२) त-हनाने साय:-३, साधार्य is the use of adding more ? वगेरे. कृति अर्थात् वंदना के योग्य गुरू नाया. १; भग० १,३३; प्राचार्य आदि. worthy of salutation किंमय. त्रि. ( किम्मय ) २५३५ ४ प्राधान्य e. g. a preceptor etc. उत्त० १,१८; વિષયક પ્રશ્નાર્થમાં વપરાતું; આને શું સ્વરૂપ (३) पचन पायन या. पचन पाचनादि છે કે આમાં પ્રધાનપણે શું છે એવા પ્રશ્ના- कृत्य. process such as that of थमा मा ३५ ५५राय छे. प्रश्नवाचक वाक्य digestion etc. सूय० १, १, ४,१: में उपयोग में आनेवाला शब्द. A form -गय. पुं० ( -गत ) १ मा ५२. of interrogation meaning कार्य में तत्पर busily engaged in " What is the essential or work. भग० ३, ५, prominent feature of this?" किञ्चण. न० (* ) यो. धाना. Washभग० १६, ७; _ing. ओघ० नि० १६८; किंमूलय. त्रि. (किंमूलक ) या भूखवाj ? | किच्चाकिश. न० ( कृत्याकृत्य ) त्या त्य: इसका मूल क्या ? Originating in र्य अने मार्य. कर्म और अकर्म. Act what ? नाया० ८; to be done and act not to be किंवा. अ. (किंवा ) अथवा. अथवा; या । done. दसा. ६, ३१; Or; an alternative conjunction. | किच्छ. न० ( कृच्छ); भुसी . कठिनाई विशे० १२०; नाया० १; ५; भग० ३, १; ___ कष्ट. Difficulty; trouble. जं. ५० किंसुश्र-य. पुं० (किंशुक ) अशुन आ3; सु० च० ६, ७५; भग० ७, ६; नाया० ८; मारानुं वृक्ष. केशू का वृक्ष; टेस् का भाड. विशे० २२८६; -प. पुं० (-प्रात्मन् ) A kind of tree bearing red | युत आत्मा. कष्ट सहित आत्मा. a flowers. जं.प. श्रोव० १३. अणजो troubled soul. नाया०८, ०५०३,५६; १६: भग० २, १, ३, २, नाया. १; ८; t; | किज. त्रि. (केय) परीवाने यो५. खरीदने जावा. ३, १; राय० ५३; कप्प० ४, ६० के योग्य. Fit for purchase; worthy किंसुग्ध. पुं० न० (किंस्तुध्न ) मे। “कि- of being purchased. दसा० ७, ४५; त्थुग्ध " श६. देखो “कित्थुग्घ" शब्द. | किट्ट. धा• I, II. ( कृत् ) ४ातन ४२ * जुआ। १४ न२०५२ १५ नी ५नेट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #479 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किट्ट ] वा. कीर्तन करना; कथन करना. To praise; to glorify; to sing the praise of. ( ४७९ ) किहेड. भग० २ १: नाया - १; किes. श्राया० १, ५, ४, १५८, किडेमि. सूय० २ १. ११; किट्टे विधि० आया० १, २.६, १६४, सूर्य ० २, १, ५७; किट्टित्ता. सं० कृ० नाया० १; किंट्टत्ता. सं० कृ० उत्त० २६, १; नाया ० १; किट्टिया. सं० कृ० वव० ६, ३७; किलिए. हे० कृ० वेय० ३, २०; किट्ट. पुं० ( किट ) सोहाना अट. लोहे का जंग Iron-rust. माया० २, १, १, १; - रासि पुं० ( - राशि ) सोहाना घटनो ढगलो. लोहे के जन का ढेर. 8 heap of iron-rust. “ अट्टासिंसि वा किहरासिंसि बा" आया० २ १, १, १; fagueqer, sî• (fafgetrær ) únt લન લેાભની પ્રથમ સ્થિતિના ત્રણ ભાગ उरी तेमांना भीन्न त्रिभागनी संज्ञा मिट्टि २६ छे. संज्वलन लोभ की प्रथम स्थिति के तीन भाग में से दूसरे विभाग की संज्ञा किट्टिकरणद्धा कहलाती है. Name of the 2nd of the three divisions of the first stage of the kind of greed known as Sanjvalana Lobha क० प०५, ४१; किट्टि. बी० ( * ) सूक्ष्म. सूक्ष्म. Fine a opposed to gross प्रव ७१२; क० प० ३, १०; किट्टि - य. त्रि० (कीर्त्तित ) पशुवेलं; भक्तवेलुं. कहा हुआ; वात; वर्णन किया हुआ. [ किटिकूड 86 Described. एवं से अट्टा किहियमेव धम्मं " श्राया० १, ८, ५, २१७ स्य० २, १, ११; ठा० ७, १०; किट्टिक. पुं० ( किट्टिक ) थे जतनी वनस्पति एक प्रकार की वनस्पति A kind of vegetation भग० २३, १; किट्टिकर. त्रि० (कीर्तिकर ) शतिनुं गान ३२ना२. कीर्तिका गान करने वाला. (One ) that sings glory श्रव० ३१; किट्टिया. स्त्री० ( कीटिका ) ये लतनी साधारण वनस्पति एक प्रकार की साधारण वनस्पति A kind of ordinary vegetation. पन्न १: भग० १, २; जीवा० १; किट्टिस न० (*) क्षेत्र जतना बाजना मिश्र थी मने सूत्र दो तीन जातिके बालों के मिश्रण से बना हुआ सूत्र धागा. A rope or thread formed by twisting together horse hair or hairs of different kinds. अणुजो० ३७; किट्टी. बी. ( किट्टी ) खेड लवनी वनस्पति एक प्रकार की वनस्पति A kind of vegetation. पन ० १; किट्ठि. पुं० न० ( कृष्टि ) दृष्टिनाभनुं त्रीम थोथा हेक्सोनुं विमान कृष्टि नामक तीसरे चौथे देव लोक का एक विमान. Name of a heavenly abode of the third and fourth Devaloka. सम ०४; किटिकूड. पुं० न० ( कृष्टिकूट ) दृष्टिस्ट નામનું ત્રીજા ચેાથા દેવલાકનું એક વિમાન. कृष्टिकूट नामक तीरसे चौथे देवलोकका विमान. A name of a heavenly abode of the third and fourth Deva * यो पृष्ठ नम्मर १५ नी फुटनोट ( * ) देखो पृष्ट नंबर १५ की फुटनोट ( * ) Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #480 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किहिघोस] ( ४७२ ) [किडिम lokas. सम० ४; kas. सम० ४, किहिघोस. पुं० (कृष्टिघोष ) टियार नामर्नु | किढिसिंग. पुं० (कृष्टिशृंग) पृष्टिशृंग नामनु' त्री योथा सोनु मे विमान. कृष्टि त्री योया वसोनु मे विमान. तीसरे घोष नामक तीसरे चौथे देवलोक का विमान. चौथे देवलोक के एक विमान का नाम. Name of a heavenly abode of Name of a heavenly abode of the third and fourth Deva- the third and fourth Deva. lokas. सम०६; lokas. सम० ४; किहिजुत्त. पुं० (कृष्टियुक्त ) में नामर्नु त्री किट्ठिसिद्ध. पुं० (कृष्टिसिद्ध) पृष्टिसि नामनु अने योया वताउनु मे विमान. तीसरे त्रीजयोथा वसोनु मे विभान तीसरे और चौथे देवलोक के विमान का नाम. चौथे देवलोक के एक विमान का नाम. Name of a heavenly abode Name of a heavenly abode of of the third and fourth Deva. the third and fourth Devalokas. सम० ४; lokas. सम० ४, किद्विज्झय. पुं० ( कृष्टिध्वज ) दृष्टि | किठुत्तरवार्डसग. पुं० (कृष्ट्युत्तरावतंसक) નામનું ત્રીજા ચેથા દેવલોકનું એક વિમાન. કૃષ્ટિકાવતંક નામનું ત્રાજા ચેથા દેવકનું तीसरे और चौथे देवलोक के एक विमान का से विमान. तासरे चौथे देवलोक के एक नाम. Name of a heavenly abode विमानका नाम. Name of a heavenly of the third and fourth Deva- abode of the third and fourth lokas. सम० ४: Devalokas. सम० ४: किटिप्पभ. पु. (कृष्टिप्रभ ) टिका नामन किडिकिडिया. स्त्री० (किटिकिटिका ) ta श्रीगोया सोनु मे विमान. तीसरे શરીર વાલા માણસને માંસ વિનાના હાઇचौथे देवलोक के एक विमान का नाम. | आनो i मेसतां सात थाय ते. दुर्बल Name of a heavenly abode of शरीर वाले मनुष्य के मांस रहित हड़ियों का the third and fourth Dava. उठने बेठने पर जो आवाज हो वह. The lokas. सम० ४; cracking sound made by the किट्ठियापत्त. पुं० ( कृष्टिकापत्र ) टिपत्र bones of a fleshless weak નામનું ત્રીજા ચોથાદેવલોકનું એક વિમાન. person, as he rises up or sits तीसरे चौथे देवलोक के एक विमान का नाम. down. नाया. १; भग० २," Name of a heavenly abode of ] किडिकिडियाभूय. त्रि० (किटिकिटिकाभून = the third and fourth Deva किटिकिटिकाभूतः प्राप्तो यः स किटिकिटिकाlokas. सम० ४; भूतः) ४७५७ सवा २. जिसकी हड़ियों किठ्ठिलस्ल. पुं० (कृष्टिलश्य) ष्टिलेश्५ नामर्नु की उठते बेठते आवाज हो वह. Making त्री योया पक्षोनु मे विमान. तीसरे । acracking sound. विवा०८भग०२,१; चौथे देवलोक के एक विमान का नाम. | किडिभ. पुं० (किटिभ ) ४४माई; राश. Name of a heavenly abode of | चिऊंटीयों का घर. An ant-hill, a the third and fourth Devalo | swarm of ants. जं. प. भग. ७,६; Page #481 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किडा] ( ४७३ ) [किरणर (२) मे जतन रोग. एक प्रकार का रोग. विशेषः ततश्च तयोः साङ्कायिकं भारोद्वहन a kind of disease. भग० ५, ६, यन्त्रं किठिनसाङ्कायिकम् ) १७. काबड़. किडा. स्त्री० (क्रीडा) ist, रमत गमत; २ति; A contrivance consisting of सानंह. क्रीडा; खेल; आनंद; रति; विनादे. a long piece of bamboo with Sport; play; amusement. 1710 two vessels suspended one at १, २, १, ६४; सूय. १, १, ३, ११; भग० each end, by means of ropes. १३, ६; १४, २; पिं० नि० ८८, ४२५; The middle part of the hamboo किडाविया. स्त्री० (क्रीडाकारिका) glst राव. rests on any or both of the नारी हासी.क्रीडा कराने वाली दासी. Amaid- ___shoulders. भग० ११, ६; Servant who makes one sport, | किगण. न. (क्रयण) परीत. खरीदना. play or supplies with some | Act of purchasing. सु०च० २,४४५: kind of amusement. नाया. १६; | किणित. न० (किणित) मे तनुवार किढिण. पु. ( * ) मे तनु वांशनु । एक प्रकार का बाजा. A kind of ઠામ; તાપસનું એક ઉપકરણ; કાબડની બે | musical instrument. ज. प. पाना 1431. एक प्रकार का बांस का । किरिणया. स्त्री० ( किणिका ) मे जतन बर्तन; तापस का एक उपकरण; काबड़ के पात्र. एक प्रकार का बाजा. a kind of दोनों तरफ के छबड़े, A sort of musical instrument. राय.८८% vessel made of bamboo; a | किराणं. अ० (किम् ) यु. शु. कौनसा. क्या vessel used by an ascetic; What; a particle showing inthe two flat baskets hanging terrogation. 121 9; 2; 3; 5; 5; by a rope attached to the two ; १६; भग०३,२; १६, ५; उवा०३, १३९; ends of a bamboo placed on the किराण. त्रि. (कीर्ण ) मारीए यात. shoulder. मग० ७, ६; -पडिरूवग. | फैलाया हुआ; व्याप्त. Scattered over त्रि० ( -प्रतिरूपक-किठिनं वंशमयंस्तापस. with; full of. नाया० ५; उवा० २, १४; सम्बधी भाजनविशेषः तत्प्रातरूपके | | किरणमुंड. पुं० ( कोर्णमुण्ड ) मे तनुं किठिनाकारे वस्तुनि ) ना आनी | पात्र. एक प्रकार का बाजा. A kind of ५२तु. काबड़ के श्राकार की वस् . An __musical instrument. जीवा० ३, १; object having the shape | किरणर. पुं० (किमर ) ०यंतर तनाव. of a wooden pole resting तासानी से 11. व्यंतर जाति के देवों की on the shoulders with two एक जाति. A species of gods baskets hanging at each end. known as Vyantara gods. पन्न०१; भग० १,६; -संकाईय. न. (-सांङ्का- १; ओव. पण्ह. १, ४; नाया० ८; भग० यिक = किठिनं वंशमयस्तापसभाजन २,५,१०, ५; कप्प०३, ४४; जं०प०५,११५; * गुमो ४ नप२ १५ नी टनार (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ को फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. II/60. Page #482 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किरणा] ( ४७४ ) [किराहा किरणाइ. अ. ( किश्चित् ) यित. कुछ; tint. भग० १, १; उत्त० ३४, ४; पन्न. किंचित्मात्र. Very little; only a १७; -सप्प. पुं० (-सर्प ) । स५. little. पिं० नि० ६४३, काला सांप. a black serpent. भत्त. किएह. पुं० ( कृष्ण ) आजार 1. काला रंग, ८३;-सुत्तग. न० (-सूत्रक) मा गर्नु Black colour. (२) ४१ रंगनु: श्याम. सूत्र. काला सूत; thread of a black काले रंग का; श्याम. black. भग० १२, colour. भग० १६, ६; ६; १५, 1; नाया• १:६; १०; १३,१५,१७; | किराहपडल. न. (कृष्णपटल ) मे नामनी राय० ४७; अणुजो० १३१; माया० १, ५, ___साधारण २५ति. इस नाम की एक साधा६, १७०; ठा० १, १; उत्त०३६.१६; सू०प० ___ रण वनस्पति. Name of an ordinary २०; भोव. पन्न. १; प्रा० १२२६, क. गं. | kind of vegetation. पन्न. १; १, ४०; कप. ८, ४५; जं. प. ४, ७४; | किराहपत्त. पुं० (कृष्णात्र) यार दिया। २,१६:निर०३,२:(3) पुं० नामनामा मे ७१. चार इद्रियों वाला एक जीव. A पासु१५. कृष्ण नाम के ६ वें वासुदेव. the four-sensed living being. पन. १; 9th Vasudeva named Krisna. | किराहसिरी. स्त्री. (कृष्ण श्री).४४ यवताना निर० ५, १; (४) ४.५५३; संधारीयुं. | श्री नामनी स्त्री. छठवें चक्रवर्ती की कृष्णपक्ष. the dark half of a कृष्णभी नामक स्त्री. Name of the month. पंचा० १६, २०; -आभास. wife of the sixth Chakravarti. त्रि. (-आभास) १२ पातु सम०प० २३४; पण प्रभा. काले रंग के समान दीखता हुआ; किरहा. स्त्रो. (कृष्णा ) भे३ना उत्तम मा. काली प्रभा. appearing blackish; વેલી રકતા નદીમાં જઈને મળતી એક નદી. black lustre. नाया. ७, १; निर० ३,२; मेरु की उतर दिशामें स्थित रक्ता नामक -प्रोभास. पुं० (-अवभास) प्रमा. नदीमें जाकर मिलने वाली एक नदी. Name काली प्रभा. black lustre. नाया० १; of a river flowing into the मग० १३, ६: १५, १: -केसर. पुं० river Raktā in the north of (-केशर ) शर. काली केशर. black Meru ठा० ५, ३: १०; (२) सेश्या; saffron. पन्न०१७ राय-पडिवक्ख.पुं० કાળામાં કાળા કમસ્કંધ કે જેના યોગથી (-प्रतिपक्ष) अंधारीयुं ५५डीयु. कृष्णपक्ष. જીવને ક્લિષ્ટમાં કિલષ્ટ પરિણામ થાય છે; the dark half of a month. पंचा. ७ सेवामांनी प्रथम सेश्या. कृष्ण लेश्या ; १६, २०; मिंग. पुं० (-मृग) सीयार भग; अत्यंत काले वर्ण के स्कंध कि जिनके योग से आगाह२६१. कृष्ण मृग; काला हिरन. a black जोव को अत्यंत दोन और कठोर परिणाम हो. deer. आया० २, ५, १, १४५; -लेसा. blackest Karmic molecules स्त्री. ( लेश्या) या. कृष्ण लेश्या. causing the direst results to black thought tint or matter- the soul; black thought-tint or tint. प्रत्र.११७३;-लेस्ता .स्रो०-लेश्या) mattertint. क. गं०४,१६; उत्त०३४,३: है सश्या. कृष्ण लेश्या. black tint; पिं०नि०भा०३०; (३) मे सनी न२५ति. black thought-tint or matter- | एक प्रकार की वनसति a kind of Page #483 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किस ] vegetation. भग० २३, १; (४) अणी प्रमा. काली प्रभा. black lustre. नाया० ७; Vकित्त. धा० I. (कृत ) गुणीर्तन २ वास्तुति उवी. गुण कीर्तन करना; प्रशंसा करना; स्तुति करना. To sing the merits of; to praise. कित्तस्यामि श्रणुजी ० ५९; ( ४७५ ) कित्तयन्त व० कृ० उत्त० २४, ६; कित्तण. न० ( कीर्तन ) मा प्रशंसा; zgla. xxia; egfa. Praise; eulogy. विशे० ६४०; चउ० ३; नाया० १६; उवा० ७, २१६; पंचा० १६, ३७; कित्तर्व/रिश्र. पुं० (कीर्तिवीर्य) भरतनी गाहिये तेजवीर्थ पछी भावेल तेन पुत्र. भरत की गादी पर तेजवीर्य के पीछे बैठने वाला उस का पुत्र. The son of Tejavirya who succeeded the latter to the throne. ठा० ८, १ कित्ति. स्त्री० (कीर्त्ति ) धनाहियां उदारता मनाववाथी थयेव श्रीति प्रसिद्धि, यशः वह. ५३. दानादि में उदारता प्रगट करने से जो कीर्ति प्रसिद्धि, यश अथवा प्रतिष्ठा हुई हो Fame; reputation; glory arising from charity etc. " किति वन सह सिलोगट्टयाए दस० ६, ४, २, ३, ६, २, २; उदा० २, ६५; सूर्य० १, ६, २२, ओव० ३१; उत्त० १, ४५; भग० १४, ५, १५, ११६, ६; पिं० नि० ५०६; ६८७, नंदी० २७; श्रोघ० नि० आ० १४१; निर० ४, 9; पन० २३; प्रत्र० ४६६; ( २ ) प्रीतिदेवीनी प्रतिमा. कीर्तिदेवी की प्रतिमा an image of the goddess of fame. भग० ११,११; ( हे ) द्वितिदेवी नीसपंत पर्यंतना शरी द्रहनी अधिष्ठात्री देवी कीर्तिदेवी; नीलवंत पर्वत के केशरी द्रहको अधिष्ठात्री देवी. the ܕܕ [ कित्तिश्राघम्म goddess of fame; the presiding goddess of the lake named Kesari in the north of Nilavanta mount, ठा० २, ३; जं० प० ४; - कूड. पुं० (-कूट) नीलवंत वारा पर्यंतना नवट पांय ईट- शिमर. नीलवंत वखारा पर्वत के नौ कूट में का पांचवां कूट. the 5th of the 9 summits of the Nilavant Vakhārā mount. जं० प० - कर. त्रि० (कर) श्रीर्ति अगट ३२नार; यश ४२नार कीर्ति प्रकट करने वाला; यश करने वाला making famous; giving fame. कप्प० ३, ५२; कित्ति स्त्री० (कृत्ति ) याभानो यो । કે જે એસવાને પાથરવાના કામમાં આવે તે. चमड़े का चोखुंटा टुकडा जो कि बैठने के काम में आता है. A rectangular piece of leather used for sitting on. For Private प्रत्र ० ६८३; कित्ति - य. त्रि० (कीर्तित) वास. प्रशंसित; कीर्तिप्राप्त. Praised; famous श्रोव ० प्रव० २१३ ४७६ आव० २.६; नाया०१६; कितिा. स्त्री० ( कृत्तिका ) कृतिका नक्षत्र. कृतिका नामक नक्षत्र. The constella tion named Krittika. अणुजो ० १३१; कित्तिश्रादास. पुं० ( कृत्तिकादास ) कृतिय हास नामे थे माणूस. कृत्तिका दास. Name of a person. अजो० १३१; किश्रादिगण. पुं० ( कृत्तिकादत्त ) ति छत्तनाभना माणूस कृतिकादत्त नामक मनुष्य. Name of a person. अजो० १३१; कितिदेव पुं० ( कृत्तिकादेव ) तिडा हेव नामना माणुस. कृतिका देव. Name of a person. अणुजो० १३१; किन्तिश्राधम्म पुं० (कृत्तिकाधर्म्म) वृत्तिधर्म नामना भाणुस कृतिका धर्म नामक मनुष्य. Personal Use Only Page #484 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कित्तिासम्म] ( ४७६ ) [किब्बिसि-य A person so mamed. अणुजो०१३१; (-सर्प) नाग; । सपं. काला नाग; कित्तासम्म. पुं. (कृत्तिकाशर्मन् )ति काला सर्प.A black serpent.भत्त.६१%; शर्मा, नक्षत्र योगथा मायसनु नाम. कृतिका किब्बिस. त्रि.(किल्बिष) मत्स; (म. 191. A person so named after बीभत्स; भयानक. Frightful; ob. the constellation called Kritti. scene; sinful. सूय. २, ३, २१; भग. ka. अणुजो० १३१; १, ५; १२, ५; उत्त० ५, ५; (२)विलिमप; कित्तिासेण. पुं० (कृत्तिकासेन ) तिडासेन; भायार्नु पर्याय नाम; पा५. पाप; मायाका કૃતિકા નક્ષત્ર વેગથી માણસનું પહેલું નામ. | पर्यायवाची नाम. sin; deceit. सम० ५२; कृतिका सेन. A person so mamed | पण्ह० १, २; भग० १२, ५; after the constellation called किब्बिसत्त. न० ( किल्विषत्व ) असुरमाया Krittika. अणुजो० १३१; __ असु२५४ असुरभाव. Devilishness; कित्तिकरम. न. (कृतिकर्मन )हन. वंदन fiendishness. पण्ड० २,२: (नमस्कारादि कर्म). Salutation, obei- | किब्बिसि-य. पुं० (किल्बिषिक) सी Since to a preceptor etc. वेय. જાતના દેવતાની એક જાત. ચડાલ જેવા ३, १८; यतानी येत. नीची जाति के अधम कित्तिम. त्रि. ( कृत्रिम ) नावटी; ध्ये देवों की एक जाति; चांडाल के समान देवों की २३. बनाबटी; किसी का बनाया हुश्रा. एक जाति. A kind of lower gods Artificial; made by somebody. perforining the meanest action. सूय. २, १, २२; गणि० ७५; ज०प०१,१२, भग. ६, ३३; दसा० १०, १; ओव. ४१; कित्तिय. त्रि. ( कियत् ) लुं. कितना. सूय० १, १, ३, १६; २, २, २१; ठा. ३. How much. “ कित्तिया सिद्धा" वव० ४; प्रव. ६५०; (२) मीनने सानार, २; तंदु. विशे. १३४८; विद५४ दूसरे को हंसानेवाला; विदूषक. a कित्तियमित्त. त्रि. ( कियन्मात्र ) 21. baffoon; a fool जं. प०३,६०; ओव. कितना. How many; how much. ३२; (३) यतुविध संघ तथा सानानि सु० च० ४, २४१; अपर्णवाई मोसनार ( साधु). चतुर्विध संघ किन्नर. पुं० (किन्नर ) नि२ गत वता; तथा ज्ञानादिका अवर्णवाद बोलनेवाला (साधु). व्यंतर यतानी मे गत किन्नर जाति के (an ascetic) defaming the fourदेवता; व्यंतर देवता की एक जाति. A kind fold Sanglia, and knowledge of Vyantara gods. प्रव० ११४४; etc. भग०१,२;पन्न० २०;-भावणा. स्त्री. (२) बर्मनाय910 यक्षतुं नाम. धर्मनाथजी (-भावना) सु३निन्दा, गु३ कोरे हुए। के यक्ष का नाम name of the Yaksh કે જેથી કિલ્બિષિ જાતના દેવતામાં ઉત્પન્ન of Dharmanāthaji. प्रत्र. ३७६; यQ ५३ ते. गुरुनिन्दा, गुरुद्रोह आदि भावकिन्ह. पुं० (कृष्ण) ३०५ पासुदेव कृष्ण वासुदेव नाएं जिसके कारण किल्बिषिक जाति के देवों Krisna Vasudeva. प्रव० १२८; (२) में उत्पन्न होना पडे. offences such as त्रि. j; ॥ रंग काला; काले रंग censure, treason etc. towards a का. black. भत्त ०६१; -सप्प पुं० [ preceptor which cause a person Page #485 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किबिसियत्ता] ( ४७७ ) [किमिराग to take birth among the Kil. । २भियान। सभूलथा व्यास. कृमि-कीडों के bisi kind of gods. उत्त० ३६, २५४; । ___ समूह से व्याकुल. full of swarms of किब्बिसियत्ता स्त्री० (किल्बिषिकता) | ___worms. नाया० १२; १५. किल्बिष देवपना. State of be- किमिच्छिय. न० (किमिच्छक) “माया छ ? ing one of the Kilbişa kind of આ છે ?'' એમ ઈચ્છા પ્રમાણે માંગી લેવું તે; gods. भग० ६, ३३; साधुना ५२ अनाया। भानु मे. “यह चीज किमंग. अ. (किमङ्ग ) · भिंग पुण' से है ? यह है ?' इस प्रकार मांग लेनाः साधू के વિશેષાર્થ બતાવનાર વાકયમાં સહયોગી તરીકે ५२ अनाचर्ण में से एक. Accepting as १५२ १०५५. 'किमंगपुण' यह विशेषार्थ alms various things after asking बतलाने वाले वाक्य में सहयोगी तरीके such questions as “have you. काम में आने वाला अव्यय A kind got this ? have you got that ?" of conjunctive phrase meaning etc.: one of the 52 Anachiranas " What else should be told ?" of a Sadhu. दम.३,३; नाया. ८ नाया० २, १६; भग० ८, ५: -पुण. अ.किमिण. त्रि० ( कृमिवत) भि ५ युक्त. (-पुनः) | ? तभी तो श शु? | कृमि सहित; कोडे वाला. Containing अथवा सामान्य आमछे विशेष पात ते! worms i. e. sentient beings. शं२वी? क्या कहना? उसमें तो कहनाही । परद. ७, ३; नाया. १२; क्या ? अथवा सामान्य बात तो यह है और / किमियकवल. पुं० (कृमिक कवल) ५२भीयाने। विशेष बात तो क्या करना ? it goes वस-जी.. कृमि कवल; काडों का कौर. without saying; or, what more? A mouthful of worms, or of a श्रोव० २७; नाया० १; भग० २, ५, ६, ३३: worm. विवा० ७, १३, ६; १५, १; किमिया. स्त्री० ( कृमिका) ४४२मा उत्पन्न किमहूँ. अ. (किमर्थम् ) शा भाटे. किस लिये. य न्तु; पेटमें उत्पन्न होनेवाले कोडे -कृमि. Why? wherefor ? भग० १, ९, Worms produced in the stomach. किमिः पुं० (कृमि ) मे जतन : | जीवा० १; ४२भायो. जीव; जन्तु: कीड़ा; कृमि. A किमिराग. न० (कृमिराग) २७ २ गवाडं kind of worm or insect. विवा०१; સૂત્ર; લેહી પાઈ ઉછેરેલ કીડાની લાળમાંથી नाया. 1; सूय.१, ५, १,२०; राय० २५५; | सोहीना २वा नेतुं सूत्र. किरमजी रंग उत्त• ३६, १२७; (२) साप. लाख. lac का सूत; लोही पिला कर पाल हुए कीड़ों की used in dyeing etc. पन्न० १७ । लार से लोही के रंग का बना हुआ सूत. A (३) मे Mतनुं एक प्रकार का कंद. Crimson-coloured thread proa kind of bulbous root. जीवा० १; | duced from the saliva of a kind -कवल. न०(-कवल) २भीयानी अवस- | of insect. अणुजा० २, ७; (२) मियी जीसी. कृमि का करैर-कवल. 2 mouth- २ मे तने पा२. किरमची रंग; ful of a worm or of worms fãrato | एक जात का पक्का रंग. crimson colour; ८; -जालाउल. त्रि. (-जालाकुल )| a kind of fast colour. राय० ५३; Page #486 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किमिराय] ( ४७८ ) [किरिया क० गं० १, २०:-कंबल. पुं० (-कम्बल) Name of an uncivilised country. जीरभ७ गथा गेड भण. किरमजी रंग प्रव. १५६६% से रंगा हुआ कंबल. a blanket of | किरिकिरिया स्त्री॰ (किरिकिरिका) यांनी crimson colour. नाया. १७; पन्न०१७; ખપાટથી વગાડવાનું માંડલેકોનું એક વાજિંત્ર. -~-रत्त. त्रि. (-रक्त) भियना था बांस की चिंपाली से बजाने का भांड लोगों का २. किरमची के रंग से रंगा हुआ. एक प्रकारका बाजा. A musical instru crimson-coloured. ठा० ४, २; ment used by bards etc. played किमिराय. न० ( कृमिराग) मे। "किमि- upon by passing a slip of bam राग" श६. देखो “ किमिराग " शब्द. | boo across its strings. आया. २, Vide " किमिराग" पराह० २, ४, ११, १६८; किमिरासि. पुं० (कृमिराशि) ये नामनी | किरिमेर पुं० (किरिमेर) मे तनुं सुगंधी से वनस्पति एक वनस्पति का नाम. ०५. एक प्रकारकै सुगंधित वस्तु A kind Name of a kind of vegetation. of fragrant substance. जीवा०३,४; पन्न. १; भग० २३, ५; | किरियतर. पुं० ( क्रियातर) मोटी लिया. बडी किमु. अ. ( किमु ) Y; प्रक्षार्थ. क्या ? A । क्रिया. A great action. भग० ५, ६; particle showing interroga: १३, ४; tion; what. पिं० नि० १२० किरियावसाल. न० (क्रियाविशाल यत्र क्रिया: कियकम्म. न० ( कृतकर्मन् ) त ना. कायिक्यादिका विशाला: सभेदत्वेनाभिधी कृतकर्म वंदन. The Vandana ( salu- यन्ते तत् ) से नामनी या पूर्वमानो तेरम। tition and prayer to a Guru) | पूर्व. इस नाम का चौदह पूर्व में से तेरहवां पूर्व. styled Kritakarma. प्रव० ६५५; The 13th of the 14 Pürvas, so कियापर. त्रि. ( क्रियापर ) आर्य ४२वामा । named. सम० १४, नत्५२. काम करने में तय्यार. Devoted किरिया. स्त्री. (क्रिया ) 4 धन हेतु to business; (one) busily doing કાયિકી આદિ પાંચ ક્રિયા; કર્મ બંધનની ચેષ્ટા. his work."मग्गणुसारि सड्डो पण्णवणिजो कर्म बंधन की कारण रूप कायिकादि पांच कियापरो चेव" पंचा० ३, ६; क्रिया; कर्म बंधन की चेष्टा. Any of the किर. अ. ( किल) निश्रय; मरे ॥२. निश्चय; five kinds of actions which lead ATETTÄ. Indeed; assuredly. foto to bondage e. g. bodily action नि० ६४२; विशे० ५६३; भग०६, ७; संत्था. etc. जं. ५० ७, १३८; ओव. २०; उत्त. २; जं प• सु०च० २, ११; भत्त०१०८; क. १८, २३; भग० १, २, ६; १०; २, ५; ३, ग. ४, ७८ ३, ५, ६, १७, १; नाया० १; सूय० २, १, किरण. पुं० ( किरण ) २९; ते प्रमा. १७,२,५,१२; अाया० १,६,१,१६; ठा०सम. किरण; तेज; ज्योति. A ray of light; १; ५; विशे० ३, ४६; ६४; निसी० ५, ६५; light. भग०११,११; ओव०१०:जीव०३,३; राय० २२४; पन्न० १, १७, २२; पण्ह० २, किराय. पुं० (किरात ) रात नमन। मे। २; सु० च० ६, ३; (२) प्रतापना सूचना अनार्य देश. किरात नाम का एक अनाय देश. । वीसभा पर्नु नाममा थि:ी माहि Page #487 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किरिया ] (४७६ ) [किलंजय पांय यार्नु वर्णन मापेक्ष छे. प्रज्ञापना के -विवज्जिय. पुं० (-विवर्जित) याथा बीसवें पद का नाम जिसमें कि कायाकी प्रादि रहित. किया से रहित. devoid of पांच क्रियाओं का वर्णन है. name of the action. भग० ३०, १; -समय. पुं० 20th Pada of Prajñāpanữ Sutra (-समय) या ४२वाना समय. क्रिया करने describing the five kinds of | का समय. the time for doing an actions viz. bodily etc. पन. १3 action. भग० १, १०; (3) मात्मा तथा ५२ छ सममानते. किरियाठाण. न. (क्रियास्थान-करणं क्रिया आत्मा और परलोक का मानना. belief in तस्याः स्थानानि भेदा: तत् क्रियास्थानम् ) the existence of soul and un- સૂયગડાંગસૂત્રના બીજા ભૃત્રસ્કંધના બીજા seen world. प्रव० ५५७; भग० २५ ७ | અધ્યયનનું નામ કે જેમાં ક્રિયાના તેર સ્થાન-हाण. न० (-स्थान) हयातु स्थान नु विस्तारथी पनि छ. सूत्र कृतांग के हियाना तेरे श्यानभानु गमे ते . क्रिया दूसरे श्रुतस्कंध के दूसरे अध्याय का नाम का स्थानक; क्रिया के १३ स्थानकों में से कोई जिसमें तेरह स्थानकों का विस्तार पूर्वक वर्णन भी एक. any of the 13 varieties है. Name of the 2nd chapter of of Kriyā i. e. action or source the 2nd Sruta Skandha of of Karma. प्रव० ८३७; --दार. न. Siyagadinga Sutra, describ. (-द्वार)यानु।२-५५२९. क्रिया का द्वार ing the 13 varieties of actions. प्रकरण. the chapter on Kriya. सम० २३; सूय० २. २, ८५, ८६; प्रव० ३१६; -रुह स्त्री० ( किरियापद न० ( क्रियापद ) पन्ना सूत्र અનુકાનમાં રૂચિ-છા; સમકિતને એક | प्रियापहनुं नाम. पन्नवना सूत्र के क्रियापद का १२. अनुष्ठान में रुचि-प्रेम; सम्यक्त्व । नाम. Name of the Kriyapada of का एक भेद. liking for, desire for | Pannavani Sutra. भग• ८, ३; Kriya i. e. religious perfor-| किरियाविसालपुव. पुं० (क्रियाविशालपूर्व) mance; one of the varieties of हियारिशासनामे तेरमे। पूर्व, क्रियाविशाल right belief. उत्त०२८, १६; प्रव०६७२; नामक तेरहवां पूर्व. The 13th Purva -वाइ. पुं० ( -वादिन् -क्रियां जीवाज वा- named Kriyivisila. नंदी० ५६; निरर्थोऽस्तीत्येवंरूपांकियां वदन्ति इति क्रिया प्रव० ७२४; वादिन :) जियान मोक्षसा माननार; / किरीड. न० (किरीट) भुगट. मुकुट. A क्रिया को मोक्ष दायक मानने वाला; क्रिया का ___erown; a diadem. सुच. १, १; अस्तित्व स्वीकार करने वाला. one who किल अ० (किल) निश्चय. निश्चय. Indeed; accepts the existence of the _assuredly. नाया० १६; soul etc. as a cause of action. / किलंजय. पुं० (किलिक ) वांसनी सुंदी ठा० ४, ४; सूय० १, १, २, २४; -वादि કે જેમાં ગાયને ખાણ આપવામાં આવે છે તે. पुं० (वादिन) मा "किरियाबाई" श६. बांस की टोपली जिसमें कि गाय को भोजन देखो " किरियावाइ' शब्द. vide " किरि दिया जाता है. A basket of bamboo यावाइ" आया० १,१,१, ५; भग० ३०, १; used for giving food to cows. Page #488 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किलंत ] (४८० ) [किलिस्स राय० २७१; गवा० २, १४: led, agonised on account of किलंत. त्रि. (क्लान्त) दु:५था पति. attachment, hatred etc. उस०३२, दुःखसे पीड़ित. Troubled; pained २५; क. प. ४, १६; (२) सेशयुक्ता भग० १६, ४; १६,३; सु० च. १०,६५) दु:10. क्लेशयुक्त; दुःखी. unhappy; जीवा० ३, १; परह. १, ३, वेय. ३, Iniserable. सु० च० ३, १५६; (३) १६; नाया. १; कप्प. ६,६१ मशुमा हुट. अशुभ; दुष्ट. evil; wickVकिलाम. धा. II. ( क्लम्) दु:महे; } ed. भत्त० ७८; पंचा० ३ ४१; -कम्म. हुपयाप. दुःख देना. To afflict; to न० (-कर्मन्) नष्ट भ. क्लिष्ट कर्म. give pain; to trouble. an action causing pain, sorrow किलामेइ. भग० ५, ६; etc. arising from anger, hatred किलावंत्ति. पन्न० ३६; etc. भत्त० ७८;-भाव. पुं० (-भाव) किलामसि. दस० ५, २, २; सष्टमा - परिक्षाम. क्लिष्ट परिणाम. किलामह. भग० ८, ७ state of being full of pain, किलाविज्जमाण. क. वा. व. कृ. सूय. sorrow caused by attachment, hatred etc. नाया. १५-सत्त. पुं० किलाम. पुं० (क्लम) पी31. पीड़ा; दुःख. न० (-सत्व) अशी ०५. क्लेशी जीव. Affliction; pain; trouble. भग०१, a sentient being full of trouble १; विशे० २४.४; कप्प. ४, ७६; or pain. पंचा० ३, ४१; था. थकावट. exhaustion; getting किलिठ्ठया. स्त्री. ( क्लिष्टता) हु४५j. दुष्टtired. राय० २३६; पना. State of being evil or किलामणा. स्त्री० (क्लमना) पा; दुः५. wicked. पंचा० १६, २५; । पीड़ा; दुःख. Misery; pain; afflie. | किलिराण. त्रि. (क्लिन) माद; ली. tion. भग० ३, ३, भीजा हुआ; गीला. Wet; damp. नाया० किलामिश्र. त्रि० (क्लान्त ) शानि पामेलु १; उत्त० २, ३, सुस गये. मुरझायाहुः सूखाहुप्रा. किलिन. त्रि. (क्लिन्न ) गुस। "किलिगण" Tired; faded; dried. अणुजो० १३०; / २६. देखो " किलिण्ण" शब्द. Vide भग०८, ७ "किलिण्ण" उत्त० २, ३६; किलिंच. न. (*) पासनी सपाट./किलिस्स. धा• I. (क्लिश) सेशपाम; बांसकी चिपाली. A sip of bamboo. } हुमा य. क्लेश पाना; दुःखी होना. To ___ निसी० १, २; दस० ४; be miserable; to undergo किलिह त्रि. ( क्लिष्ट) सलिष्ट परिणामी; trouble or pain. राग पिना परिणामवाणी. संक्लिष्ट परि- किलिस्सइ. उत्त० २७, ३; णाम वाला; रागयुक्त परिणामी. Troub-1 किस्सन्ति. सय० १,३,२, १२; * नु। पृष्ट १२ १५ नी ५८नोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #489 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किलिस्स] ( ४८१ ) [किह किलिस्संत. व. कृ.पि. नि. १८८; तवार. तरवार. A sword. ओव. किलिस्स. पुं० (क्लेश) दु:4; श. दुःख; किविण. त्रि. (कृपण) नुस; गरीमा २४. क्लेश. Misery; pain; trouble. निर्धन; दरिद्र. Poor; stingy; miserly. नंदी० १३; पएह ० १, १; नाया० १३; सु० च० १, १५४; किली. स्त्री० (किली) शक्षा सत्री; माली. / किस. ना. धा. I. ( कृश ) पातणु-हुमणु सलाई; खील. A small rod; a small ४२. पतला-दुबला करना. To render nail; a thin blade of grass etc. weak, slender or emaciated. मत्त० १०२; किसए. सूय० १, २, १, १४; Vकिलेस.धा.I.(क्लिश) सेश पवा; किस. त्रि. (कृश ) पातY; दुपY; निय. परिता५-६५ उत्पन्न ४२. क्लेश-दुःख पतला; दुबला; कमजोर. Weak; feeble; उत्पन्न करना. To cause trouble; to slender. उवा० १, ७२; ठा०४, २, सूय. give pain. १, १, १, २,१, २, १, ६; उत्त० २, ३: किलेसंति. प्रे० आया० १, ६, २, १८४; आया० १,६ ३, १८६, पिं. नि. २६२ किलेस पुं० (क्लेश ) सेश; ६:५. क्लेश; भग० २, १; नाया० १; ५; --उयर. त्रि. दुःख. Trouble; pain. सू० प० २०; (-उदर ) हुम-पात पेटवानी. दुबले पिं० नि० १८८; नाया. १६; पंचा० ४, २१; __ पेटवाला. (one ) with a slender -कर. त्रि. ( -कर ) वेश ४२ना२. belly. सु. च. २, ८६; क्लेश करनेवाला. causing trouble; किसलय. पुं० (किसलय) ५ig२: टीसी; troublesome. भत्त. १२३; ५६. कोपल. A tendril; a sprou. किवण. त्रि. (कृपण ) हरिद्री; २४; मिपा. ting leaf. जं. ५० ओव० राय० ११४; कृपस; कंजूस; दरिद्री; निर्धन. Poor; जीवा० ३, ४, “ सचो वि किसलो खलु, indigent; miserly; beggarly. उग्गममाणो अणंतत्रो भणिो " पन्न० १; ठा० ५, ३; अंणुत्त. ३, १; भग० १, ६; -~पत्त. न० (-पत्र) सय ५ पत्रदस. १, २, १०; जं.प. पिं. नि. ४४६% नीतुंम पाहु-टीसी. किसलयरूप नाया. १४; आया० २, १, १, ७; कप्प० । पत्र निकलता हुश्रा कोमल पत्र-टहनी. a २, १६; -कुल. न० (-कुल) Ri Jण; | sprouting, tender leaf. प्रव० २४०; गरीमनुं . दारिद्र कुल; गरीब का कुल.किसि. नी. (कृषि) मेतीवाडी; मेता. poor family; indigent family. To खेती. Agriculture. ठा० ४, ४; पिं० ८;दसा०१०,१०;-पिंड.पुं०(-पिण्ड) ने नि० ४३८; जं. प. सु. च० १२, ५६; भावान पारा४. रंक के लिये रखा हुआ | विशे० १६१५; पंचा० ८, ४५; -कम्म. भोजन. Food to be given to the न० (-कर्म ) मेतानु. म. काश्तकारी. indigent. निसी० ८, १६; __agriculture. पंचा० ४; ४; किवणग. त्रि. (कृपणक) ५; स. किसोर. त्रि.( किशोर ) शि२ अवस्थावागा. कंजूस. Miserly; stingy. सूय० २, किशोर अवस्था; बाल्यावस्था. Young; २, ५४ adolescent. ओघ०नि०६६; किवाण. पुं. (कृपाण-कृपांनुदतीति) 4; किह. अ. (क) ५i ? ये श. Where ? Vol. II/61. Page #490 -------------------------------------------------------------------------- ________________ किहं ] at what place ? भग० २, १३, २; किहं. अ० ( कथम् ) प्रेभ ? देवी रीते ? क्यों ? क्या ? How; why. विशे० १३५; १४५; पिं० नि० भा० ३६; नाया० ७; भग० २, १; "से काहेवा किहंवा केवञ्चिरेण वा किहं वत्ति" भग० ३, २; की. त्रि० ( क्रोत ) पेयातुं सीधे मोल लिया हुआ खरीदा हुआ. Bought; purchased. पंचा० १३, ५, कीड. पुं० (कीट) तुः डीडेो. जंतु; कीड़ा. An insect; a worm. उत्त० ३, ४; ३६, १४६; दस० ४; ओघ० नि० ७३५; सू०२, ६, ४५; परह० १, ३, कीडय न० ( कीटज ) डीडानी साथी उत्पन्न तुं सूत्र. कीडा की लारसे उत्पन्न सून. A thread produced from the saliva of an insect. "कीडयं पंचविपत्तं तं जहा पट्टेमलए अंसुए चीणंसुए किमिरागे " जो० ३५; कीडा. बी० ( क्रीडा ) रमत गम्मत खेल; विनोद. Sport; play. भग० 91, 8; उत्त०] १, ६; जाया० १; उवा ० १, ४८; (૨) માણસની દશ દશાઓ પૈકી મીજી शा. मनुष्य की दस दशाओं में से दूसरी दशा. the 2nd of the ten conditious of men. तंदु० - कारी. स्त्री० ( -कारिणी ) डीडा शवनारी हासी. क्रीड़ा कराने वाली दासी. & maid-servant who causes to play or sport. भग० ११, ११; कीरणास. पुं० ( कीनाश = कुत्सितं नाशयतीति ) यमरा०४. यमराज. The god Yama; the god of death. सु० च० ५, १७१; a. a. ( tofia ) 142; ayus; quɛ. कामरः नपुंसक; नामर्द A cowardly | ( ४८२ ) fellow; an impotent person. उत्त० १६; ४१; सू० १, ३, १, १७; जीवा ०३, ३, ठा०३,४; क० ० ४, ४२; सु० च०६, ११८; वेय०४, ४; नाया० १; भग० ६, ३३; प्रव० ७६७; ( २ ) : तनुं पक्षी. एक जातका पक्षी. a kind of bird. पण्ह० १, १; ( ३ ) श्रीभार क्लीवकुमार. Klivakumara नाया० १६; कीय. त्रि० ( क्रीप्स = क्रियते स्मार्थदानेन गृह्यते स्मेति क्रीतम् ) परीहेनुं, यातुं सीधेनुं खरीदा हुआ. Bought; purchased. आया० १, ८, २, २०२; २, ५, १, २, १४४; दस० ६, ४६; सम० २१; दसा० ७; निसी० १४, १३ १८ २; १६, १; ( ૨ ) સાધુને માટે આહારાદિ વેચાતું લઇને આપવાથી લાગતા એક દેવ; ૧૬ ઉદ્ गमनमांना सामो घोष. साधुको आहारादि खरीद कर देने में जो दोष लगता है वह; १६ उद्गमनों में का ८ वां दोष. the 8th of the 16 Udgamana faults viz. giving food etc. to a Sadhu after purchasing it. प्रव० ५७२; पिं० नि०६२; ३०६; भग० ६, ३३: कड. त्रि० ( कृत-क्रीतेन क्रयेण कृतं निष्पादितं क्रीतकृतम ) साधुने वास्ते भगाउथी वेयातुं स रामेव साधु के लिये पहले से खरीद कर रखा हुआ. purchased beforehand for a Sādhu. पराह ० २, ५; - गड. त्रि. ( -कृत ) ओ। “कीयकड " शब्द देखो "कथिकड " शब्द. vide " कीयकड भग० ५, ६; नाया० १; ओव० ४०; उत्त० २०, ४७; दस० ३, २, ५, १, ५५; कीय. पुं० ( कीचक ) श्रीय; मांस कीचक; बांस. A bamboo दस० ६, १, १; कीयग. पुं० ( कीचक ) श्री नाभा रान. For Private Personal Use Only [ कीयग " Page #491 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कीया ] ( ४८३ ) [ कीसत्ता कीचक नामक राजा. Name of a king. | कीलिय. न० ( क्रीडित ) !! . क्रीडा नाया. १३ करा हुआ; खेला हुआ Sported; ( one कीया. स्त्री. (* कोका-काननिका) मिनी who has) sported. उत्त० १६, ५; 8. श्रांखकी पुतली. The pupil of सु० च० २, ४१४; नाया० १; ठा० ६; the eye. अोव० कीलिय. त्रि. (कीलित ) मंत्रादितथा माली Vकील. घा० I, II. (क्रीड् ) मेajgी31 भु३. मंत्रादिक से कीला हुआ. Charm १२वी. खेलना. To sport; to play. ed; subjugated with incanta. कीलेइ. सु० च० २, ३८५. tions etc ; hypnotised. सु० च० कोलंत. व० कृ० जे० प० ३, ६५: भग० . २, ४१४; १३, ६; पंचा० ७, ३६%) कीलिया. स्त्री० ( कालिका ) मा ना कीलमाण. नाया० १४; १६; विवा०६; સાંધા ખીલીથી જડેલ હોય તે સંધયણ છે कील. पुं० ( कील ) मीट; भोसी. खीलः | संघयमानुं पाय/ संधया, जिसमें हड्डियों कील. A nail; a peg. सूय. १, ५, १, के जोड़ कील से जोडे हों वय संघयण; ६ ६: दस० ५, १६७; उवा० ७, २७७: पंचा० । संघयण में से पांचवां संघयण. A variety ७, १०; of physical structure in which कील ग. पुं. ( कोलक) पायो खीला. A the bones are fastened together nail. जीवा० ३, ४; जं. ५० ५, १९६; by (two ) little nails; the fifth राय० ४६; of the six Sanghayanas. पन्न कोलण. न० ( क्रीडन) wist; २ मत. क्रीडा; २३; क. गं. १, ३६, ---संघयण न. खेले. Play; sport. ओव० २४; पन्न. २; ( -संहनन = यत्रास्थीनि कीलिकामात्र कीला. स्त्री. (क्रीडा) २मन. खेल; क्रीडा. बद्धान्येव भवन्ति तत्कीलिकासंहननम् ) Play; sport. तंदु. निर. 1, १; सु. છે સંઘયણમાંનું પાંચમું કીલિકા સંઘયણ. ૬ च० १, २४४; —पसंग. पुं० (-प्रसंग) संघयण में से पांचवां कीलिका संहनन. the । ४२वाने प्रसंग. क्रांडा करने का प्रसंग. fifth of the six varieties of in occasion of sport or play. physical constitutions where प्रव. ४५८ the bones are joined together कीलावण. न० ( *क्रीडन) २भाऽg. खिलाना. | merely by two little nails. stalo Causing to sport or play. नाया. १; ठा० ७, १; २; १८; पिं० नि० ४१०; -धाई स्त्री० कीलियासंघयाणि. त्रि० ( कीलिकासंहननिन् ) (-धात्री)ी। शवनारी स्त्री-धारमाता. लि। संघयवाणी. कीलिका संहनन वाला. की कराने वाली स्त्री. a wet-nurse (One) possessed of a nailed who causes a child to sport or / bony frame. भग० २४, १; play. नाया० १; १६; कीस. पुं० ( कहिश ) यु. कैसा. OF कीलावणग. त्रि. (क्रीडाकारक ) श्री १२॥५- what sort or uature. भग० १, १; नार. क्रीडा कराने वाला. ( One) who / कीसत्ता. स्त्री० (कशिता ) १२ ? शु causes to sport. नाया० ३, २५० ५. किस प्रकारका; कैसा. ( Of ) Page #492 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कीसत्ता] ( ४८४ ) [ कुजर what nature or sort. भग० १, १; | जीवा० ३, ४; कप्प० ४, ६०; -पुड. पुं. पन्न. २८% ( -पुट) मनो ५३. केशर का पुड़ा. a कीसत्ता. स्त्री० ( किंस्वता ) | १०५? किस । packet of saffron. नाया० १७; प्रकार का. (Of ) what sort or | कुंच. पुं० स्त्री. ( क्रौञ्च) य पक्षी. चकवा nature. “कीसत्ताए" भग. १, १; पक्षी. A kind of bird. "अह कुसुन कु. न० (कु) पुत्सित; न . खराब. Bad; संभवे काले, काइला पंचमं सरं। ठटुं च evil. अणुजो० १२८; पन्न. १; ( २ ) सारसा कुंचा, णेसायं सत्तमं गो" अणुजो. भार. कुमार; बालक. a boy. विवा० १, ६; १३८; सम० प० २३८; परह. १, १; (२) कुइयरण. पुं० ( कुविकर्ण ) घी गायांनी य पक्षी; पयमा तीर्थ:२j सांछन. कौंच घमी; गोमंतने अधिपति. बहुतसी गायों पक्षी; पांचवें तीर्थंकर का लांछन. a kind का स्वामी; गौमंडलका अधिपति. An | of bird which was the syinbol owner of many cows विशे० ६३२; । of the 5th Tirthankara. प्रव०३८१; कुउकूवमाण. पुं० (कुकुकूपमान ) बाट। | कुंच. पुं० (कुञ्च) य नामने से अनाय ४२ता. कुकु कुकु करताहुआ. Bustling; शि. कुंच नामक एक अनार्य देश. Name noisy. विवा० ८; of an uncivilised country. प्रव० कुउव. न० ( कुतुप) सुं; सी. मिट्टी का , १५६८; छोटा बर्तन. A small earthen pot. | कुंवि अ. पुं० (कुशिक) यि नामोश नशे पिं.नि. ५५७; મુનિ પતિ નામના સાધુને પિતાને ત્યાં રાખ્યા कुश्रो. अ. ( कुतः ) यांथा. कहां से. ता. कुंचिक नाम का सेठ कि जिसने मुनिWhence. सूय० २, ५, ३१; पति नामक साधू को अपने यहां रखा था. कुंकण. पुं० ( कोकण ) is २. कोकण Name of a merchant who had देश. The country known as maintained at his house an Konkana. ( २ ) २ द्रिय पाली मे ascetic named Munipati भत्त. ७१. चार इंद्रियों वाला एक जीव. a kind १३३; of four-sensed living being. कुंचिय. त्रि० ( कुञ्चित ) गणे; ता. उत्त. २६, १४६; गरे ययेस; पां. गोल बना हुआ; कुंडत के कुंकण. त्रि. ( कोङ्कणक ) is देशमा श्राकार का बना हुआ; टेढा. Curved; न्भेस; is शमां सना२. कोंकन में bent. उत्त. २२, २४; पण्ह० १, ४; जन्मा हुआ; कोंकन देशनिवासी. (One ) ओव. १०; सु. च० २, ३६८; भग०१, १; born in the country of Koń- जीवा० ३, ३; जं० प० २; -केसय. पुं. kana; a resident of Konkana. (-केशक) वणेस . धुंघराले बाल. अणुजो० १३१; curved locks of hair. भग० १५, १; कुंकुम. पुं (कुंकुम) शर. केशर. Saffron. | कुंचिया. स्त्री. (कुञ्चिका-कुञ्चत्याच्छादयति राय० ५६; श्रोव० ३८; अणुजो० १३३; । इति कुञ्चिका ) jथी. कुंची. A key. जं० प० उवा० १, २९; (२) . कुंकू. पिं० नि० ३५६; a kind of red powder. नाया० १; | कुंजर. पुं० (कुजर-को जीर्यतीति कुंजरः Page #493 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुंट ] यदिवा कुजे वनगहने रमते रतिम बनातीति कुंजरः ) ; साथी हाथी; गज; हस्ती. An elephant ठा० ६; भग० ११, ११; नाया ० १ ८ १७; जीवा ० ३, १; राय० ४३; ओव० उत्त० ११, १८ कप्प० ३, ३३; जं० प०५, ११५; - श्रणीश्र-य. पुं० ( अनीक ) हाथीनी सेना गज सेना; हाथी की सेना. an army of elephants or० ५, १७, १ कुंट. त्रि० ( कुण्ट) विकृत डावास; हु हो. टूटा, विकृत हाथ वाला. ( One ) with a defect in an arm परह ० १ १ प्रव० ८०२; ( ४८५ ) कुटत्त न० ( कुण्ट) ने हाथ ये होय ते. जिसके हाथ पैर विकृत हों वह. A defect in an arm or a leg. आया० १, २, ३, ७८; कुंड न० ( कुण्ड ) मुंडे. कुंडा; पानी का पात्र. A large vessel or receptacle of water, जं० प० पन्न ११; नंदी० ४७; जीवा० १; कुंड कोलिय. पुं० ( कुण्डको लिक ) मे नामना મહાવીર સ્વામીના એક શ્રાવક; દશ શ્રાવક भांना मे इस नाम का महावीर स्वामी का एक श्रावक; दस श्रावक में से एक Name of layman-follower of Mahavīraswāmī; one of the ten Sra. vakas. उवा १, २, कुंडग. पुं० ( कुण्डक ) ४णुस कानखजूरा; कान में घुसने वाला एक जन्तु A kind of insect. उत्त० १, ५ कुंडधार. पुं ( कुण्डधार ) भे: लवना हेव. एक प्रकार के देव. A species of gods. राय० १६६; कुंडमोय. पुं० ( कुण्डमोद ) साथीना भगना भटीनु हाम; हाथीके पैरों डा For Private [ कुंडल जैसा मिट्टीका कुंडा An earthen vessel of the shape of an elephant's leg. "कंसेसु कंसपाएस कुंड मे एसु वापुसो ” इस० ६, ५०; कुंड. पुं० ( कुंडक) : तनुं वासगुडे. एक प्रकार का बर्तन A kind of vessel नाया. ७; कुंडरीय पुं० ( कुण्डरिक ) रिड नामनो એક રાજકુમાર કે જે વૈરાગ ભાવે દીક્ષા લઇ, એક હજાર વર્ષે સુધી બરાબર પાળી, આખર પતિત થઇ સંસારમાં આળ્યે, થોડાજ વખત વિષય સેવન કરી મરણુ પામ્યા. મરીને सातमा नरहे पोहे थे. कुंडरिक नाम का एक राजकुमार कि जिसने वैराग्य भाव से दीक्षा ले, एक हजार वर्ष तक बराबर पालन करके आखिर पतित होकर संसार में आया, थोडा समय विषय सेवन करके मृत्यु को प्राप्त होकर सातवें नर्क में पहुंचा. Name of a prince who became a monk and closely practised asceticism for 1000 years but became degrad. ed at last and again entered the world; he enjoyed sensual pleasures for some time and after death went to the 7th १६; hell. नाया• १६; - जुवराय. पुं. (- युवराज) मुंडरी नामना युवरा पुंडरी शन्मना (ला. कुण्डरीक युवराज. a prince named Kun tarika. नाया० कुंडल. पुं० ( कुण्डल ) अनमां पश्वानु उस नाम मे आभूषण कान में पहरने का कुंडल नामक गहना An ear-ring. जं० प०५, १२३; ११५, ३, ४५ अणुजो ० १०३, नाया० १ २; भग० ३ १ २; ११, ११; १५, १, राय० २६; जीवा० ३, ३: आया० १, २, ३, ७६; सम० प० ३३१; Personal Use Only Page #494 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुंडलमह] [कुंडलवरोभासमहावर २३७; उत्त० ६, ५, पन. २, १५; ओव. समुद्रके अधिपति देवता का नाम. name of १२; २२; निसी०७,८% कप्प०२, १४, दसा. the presiding deity of the १०१; (२) अनामे शमा ६५ भने ocean named Kundalavara. शिमा समुद्र. दसवें द्वीप और समुद्र का नाम. जीवा० ३, ४ name of the 10th island and कुंडलवरभद्द पुं० (कुण्डलवरभद्र) ३५७११२. also of the 10th ocean. सूय० १६; दी। अधिपति तानु नाम. कुंडलवर जीवा० ३, ४; अणुजो. १०३; -जुअल. द्वीप के अधिपति देवता का नाम. Naine न० (-युगल) आनमा परवाना मेs. of the presiding deity of the कानें। में पहेरने के दो कुंडल. a pair of | island of Kundalavara. जीवा०३,४; ear-rings. कम्प० ३, ३६; -जुगल कुंडलबरमहामह. पुं ( कुंडलवरमहाभद्र) न० (-युगल) सनी .. कुंडल की परीपना अधिपति यतानु नाम. जोड. a pair of ear-rings. नाया० ८; कुंडलवर द्वीपके मुख्य देवका नाम. Name -धर. त्रि. (-धर ) सने पा२९ ४२. of the presiding deity of the नार. कुंडल को धारण करने वाला. (one) island of Kundalavara जीवा.३,४; who has put on earrings. कुंडलवरोभास. पुं० (कुण्डल वरावभास ) नाया. ८ કુંડલવરે ભાસ ના મને એક દીપ તથા સમુદ્રનું कुंडलभद्द. पुं०(कुण्डलभद्र) बीना अधिः नाम. कुंडलवरोभास नामक द्वीप अथवा समुद पति देवता नाम. कुंडल द्वीप के अधिपति | का नाम. Name of an ocean; also देव का नाम. Name of the presid. that of an island. सू० ५० १६% ing deity of the Kundala जीव ३, ४, island जीवा० ३, ४; कुंडलवरोभासभद्द. पुं० (कुंडलवरावभास. कुंडलमहाभह. पुं. ( कुण्डलमहाभद्र ) भद्र ) रामास दीपना अधिपति हे. 33414॥ अधिपति नुं नाम. कुंडल. तनुं नाम. कुंडलवरावभास द्वीप के मुख्य देव द्वीप के अधिपति देव का नाम. Name of का नाम. Name of a deity presidthe presiding deity of the iny over the ocean named Kundala island. जीवा० ३, ४; Kundalavaravabhāsa. जीवा० ३, ४; कुंडलवर. पुं० (कुण्डलवर) १२ नामकुंडलवरोभासमहाभ६. पुं० (कुण्डलवराव ही५ तथा समुद्र. कुंडलवर नामक द्वीप और भासमहाभद्र ) सरायमासीपना अधि. समुद्र. Name of an ocean; also ) पनि नानुनाम. कुंडलवरावभास द्वीप के that of an island. जीवा० ३, ४, (२) मुख्य देवका नाम. Name of a deity કુંડલીપને ચારે તરફ ફરતે કુંડલવર નામને presiding over the island पर्वत. कुंडलद्वीप के चारों ओर स्थित कुंडल- named Kundalavarāvabhāga, वर नामक पर्वत. namy of a moun- जीवा० ३, ४, tain surrounding the Kundala - कुंडलवरोभासमहावर. पुं० (कुपाखबराव. island on all sides. ठा० ३, ४; (३) । भासमहावर ) स मास समुद्रना है. ३५२ समुद्रना अधिपति ता. कुंडलवर। तनुं नाम कुंडलवरावभास समुद्र के Page #495 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुंडलवरोभासवर ] ( ४८७ ) [ कुंद देव का नाम. Name of a deity अ. भाले की नोक. the point of a presiding in the Kundalavarā. spear. नाया० १५--ग्गह. त्रि० (-प्रह) vabhāsa ocean. जीवा• ३, ४ माला रामना२. भाला रखने वाला. a कुंडलवरोभासवर. पुं० (कुंण्डलवरावभास spearman भग०६,३३:निसी०८, ६,२ वर) ११नास न. समुद्रना यतानुं कुंतोदवी. स्त्री. (कुन्तीदेवी) पा५४ सजनी नाम. कुंडलवरावभास समुद्र के देव का नाम. राणी. पांडु राजा की रानी. Name of Name of a deity residing in the queen of the king Pāņdu. the ocean named Kundala. नाया. १६; varāvabhāsa, जीवा० ३, ४, कुंथु. पुं० (कुन्थु ) धुंथुनाथ नामना यातु कुंडला. स्त्री. (कुण्डला) सुव२७ विशयनी ચોવીસીના ૧૭મા તીર્થકર અને ૬ લ ચક भुण्य यानी. सुवच्छ विजय की मुख्य । पती. कुंथुनाथ नाम के वर्तमान चौवासी के राजधानी. The chief capital of | १. वें तीर्थकर और ६ ठे चक्रवर्ती. Suvachchharijaya. 'दो कुंडलाओ' Name of the 17th Tirthankura ठा० २, २, ३; जं० ५० and the 6th Chakravarti of कुंडलोद. पुं० ( कुण्डलोद) यी नामने। the present Chovisi. भग० २०,८; मे समुद्र. एक समुद्र का नाम. Name अणुजो०११६: सम० २४; श्राव० टी० सम. of an ocean. सू. प. १६) जीवा०३,४; प्र. १३४; प्रव. २६४; कप्प. ६, १८६; कुंडिया-या. स्त्री. ( कुरिडका ) मान उत्त. १८,३६(२) त्रय धाद्रयवाना म विशेष; दुरी; कुंडी; पात्रविशेष. A gort 04; या. तीन इन्द्रियों वाला एक जीव. of vessel. राय० अणुजा. १३२; भग a kind of sentient being hav१५, १; नाया. १५; परह. २, ५; ing three sense-organs. “पाण अणुत्त. ३, १; (२) म स कमंडल. a सुहुमे ' ठा० ८; दस. ४; भग० ७, ८, kind of pitcher made from उत्त०३, ४, ३६, १३६राय०२७०प्रोष. gourds etc. to hold water in. नि. ३२३, पन्न. १; कप. ५, १३१%; भग० २, १; ओव. ३८; ---जिणिद. पुं० (-जिनेन्द्र) कुंथु नामना कुंडिय. पुं० (कुण्डिक) म १. कमंडल. १७ मा तीर्थ २. कुन्थु नामक १७ वें तीर्थ A sort of pitcher made from कर. the 17th Tirthankara gourds etc. to hold water in. named Kunthu. प्रव० ४१६; नाया. ५; कुंद. पुं० (कुन्द) भयानुं स; भोगनुं दूस. कुंडियायणीय. पुं० (कुण्डिकायनीय) Bist. मनकुन्दका फूल; मोगरे का फूल. A kind यात्रवासा. कुडिकायन गोत्र वाला. One of flower. नाया० १; &; १६; भग० ६, belonging to the family-line ३३; २२, ५; अोव. १०; पन्न. १; उत्त. named Kundikayana. भग०१५,१; ३४, १; राय० ५४; जीवा० ३, ३; कप्प. कुंत. पुं० (कुन्त) भा. भाला. A spear. ३, ३७, ४०; जे०प०५, १२२; (२) जीवा० ३, 1; भग०६, ३३; ओव०३१; जं. नामनी वनरपति; ३१. कुंद नामक वनस्पति; प. ३. ६७; - ग. न० (-अप्र) मासानी। बेल. a creeper bearing Kunda Page #496 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुंदरुक्क] ( ४८८ ) [ कुंभकरकडग - - - - - flowers. नाया० १; पम० १; -माला. કુંભનચાદસ્વપ્ન તીર્થકર, ચક્રવર્તીની स्त्री० (-माला ) मोगराना पु०पनी भासा. भाता नुवे छ तेभानु मे. कुंभस्वप्न मोगरा के पुष्पों की माला. a garland तीर्थकर, चक्रवर्ती को माता जो स्वप्न of Kunda flowers. कप्प. ३, ३६; देखती है वह; चौदह स्वप्नों में से एक. -लया. स्त्री० (-लता ) भयन्ना ३४. one of the 14 dreams which नी वेस. मचकुंद के फूलकी बल. a creep- the mother of a Tirthankára er bearing flowers known as Chakravarti sees. नाया० ८; (६) Machakunda, sino साई माद, अथवा २४० प्ररथ प्रभाए, कुंदुरुबा. पुं० (कुन्दुरुष्क)मे तनी साधारण માન વિશે. કુંભ બે પ્રકારના છે જઘન્ય वनस्पति. एक प्रकार की साधारण वनस्पति અને ઉત્કૃષ્ટ, જઘન્યનું માન ઉપર બતાવ્યું, A kind of ordinary vegetation. તે. ઉત્કૃષ્ટ કુંભ સે આદ્રક પ્રમાણ ગણાય છે. जं.प०५,१२२;भग०२३, ३; (२)यी-मे साठ आढक अथवा २४० प्रस्थ प्रमाण बाट जतनु सुगंधीधुपद्रव्य% सीसारस. एक प्रकार तोलने के वजन को कुंभ कहत हैं यह जघन्य को धूप; सिलारस. a kind of fragrant और उत्कृष्ट रूप से दो प्रकार का होता है substance used as incense. सम. जघन्य का प्रमाण ऊपर दिया गया है प०२१०;राय० २७; जीवा७३,४सू०प०२० । और उत्कृष्ट का प्रमाण सो श्राढक है. तंदु. श्रोव नाया०१; भग०११,११कप्प०३, ३२; a measure of weight equal to कुंभ. पुं० ( कुम्भ ) घी; ४१२. घडा; कलश. 60 Adhakas or 240 prasthay, which is of two kinds viz. supeA pot. "चत्तारि कुम्भापणत्ता । तं जहा rior and inferior, the former पुन नाममेगे नो पुग्ने" नाया. १७; राय. being eqnal to 100 Adhakas. ३४; जीवा० ३, १; वेय. २, ४; अणुजो. -जुअल. (-जुगल) मेघ31. दो घडा. १६; १३२, सूय० १, ४, १, २६; भग. two pots. ०५० ७, १६६; -सहस्स. ११, ११; कप्प. १, ४; जं. प. ७, १६६; न० (सहस्र) १२ घा. हजार घडा. (२) १८ मा तीर्थ४२ना पिता. १६ वें तीर्थंकर one thousand pots, जं.५०३, ५;६; के पिता. the father of the 19th कुंभकार. पुं. (कुम्भकार ) मा२. कुम्भार. Tirthankara. सूय०प०२३०प्रब०३२५; A potter. उवा० ७, २२०; भग० १५,१; (३) १८ मां अनाय तीर्थ२॥ प्रथम -श्रावण. पुं० (-आपण) कुंभारनी हुन. धनुं नाम. १८ वे तीर्थकर अरहनाथ कुम्हार की दूकान. a potter's shop. के प्रथम गणधर का नाम. name of भग० १५, १; the first Gañadhara of Ara- कुंभकरकडग. न० ( कुम्भकारकटक ) मे nātha, the 18th Tirthankara. પ્રાચીન નગરનું નામ જ્યાં પાલકે બંધકના सम० प० २३३; प्रब० ३०६; (४) दुनीमा पांयसे। शिष्याने पाणीमा पोल्या ता. एक ना२४ीने ५४ावना२ ५२माधामी. कुंभी में प्राचीन नगर का नाम जहां पालक ने खंधक नारकीको पकाने वाला परमाधमी. a Para- के पांचसौ शिष्यों को पानी में पेला था. mādhāmi who cooks hell-beings Name of an ancient city in in a pot. सम० १५; भग० ३, ७; (५) । which the ruler had pressed Page #497 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुंभकारी। ( ४८६ ) [कुकुर five hundred disciples of Khan- Magadha country. राय• ६३; (२) dhaka in an oil-mill. संस्था० ५८; त्रि. भ प्रमाण घाई घडे के कुंभकारी. स्त्री० ( कुम्भकारी ) भारनी स्त्री; बरावर. of the size of a pst. राय. सुभारी. कुम्हारनी. A potter's wife; | ६३; ठा० ४, २; (३) मे तनी वन & female potter. भग० १५, १; २५ती. एक प्रकार की कुंभिक वनस्पति. & कुंभग. पुं० (कुंभक) मिथिला नसरीना गर्नु kind of vegetation. भग० ११, ४; नाम. मिथिला नगरी के राजा का नाम. कुंभी. स्त्री (कुम्भी) हाथाना दुलस्य. हाथी Name of a king of the town का कुंभस्थल. The frontal globe on of Mithila. नाया. ८ the fore-head of an elephant कुंभगसो. अ. (कुम्भकशस् ) या प्रमाणे. जं. प. प्रव० ११००; (२) १. कुंडी. a small water-pot. परह. १, १: घडे के समान. After the size of a pot. भग• १५, १; (३) ना२४र्नु उत्पत्ति स्थान. नारकी जीव कुंभय. पुं० (कुम्भक) २००; मल्सिनायना का उत्पत्ति स्थान. the birth place of पिता. कुंभराजा; मल्लिनाथ के पिता. hell-beings. पराह० १,१;-पाग. पुं. Kumbharājā; the father of (-पाक) jली नामना पात्रमा ५ing. कुंभी Mallinatha. नाया०८; नामक पात्र में पकाना. cooking in a vessel called Kumbhi. सम० ११; कुंभराय. पुं० (कुम्भराज) ल . कुंभराजा. कुंभीमुह. न० (कुम्भीमुख ) isst मोढावा Kumbharājā; the father of tiseी. सकड़े मुह की हंडी. A small Mallinatha. नाया. ८; earthen pot with a narrow कुंभार. पुं ( कुम्भकार ) भा२. कुम्हार. A month. आया. २, १, २, १०; potter. उवा. ७, १८४; पंचा० १, ३४; कम. पं. (कर्म) ७. कछुवा. A कुंभि. पुं० ( कुम्भिन् ) 82 मोहना यथी tortoise, आया. १, ६, १, १७२; જેનું પુરૂ ચિન્હ તથા વૃષણ, કુંભ જેવડા ! कुकीम. त्रि. ( कुकर्मिन् ) सितमમોટા થતા હોય તે; દીક્ષાને અયોગ્ય પુજમાં ! ५ ४२नार सुहार, लार वगेरे. कुत्सितनो मे. उत्कट मोह के उदय से जिसका खराब धंदा करन वाला लुहार, कुंभार वगैरह. पुरुष चिन्ह और वृषण, कुंभ के बराबर मोटा | (One) engaged in a bad profesहोता हो वहः दीक्षा के अयोग्य पुरुष में से sion e.g. an ironsmith, a potter एक. A person whose genera- etc. सूय. १, ७, १८, tive organ and testicles swell कुकम्म. पुं. न. ( कुकर्मन्) ५२२५ म. to the size of a pot through खराब काम. A bad or wicked excessive lust or infatuation; ___action. श्रोध नि• भा०६०; निसी०४,५५ one of the classes of persons | कुहास. न. (कौकुच्य) शरी।हिनी २५unfit for Diksa. प्रव. ८००; साध-कुयेष्टा. शरीरादि की चपलता-कुचेष्टा. कुंभिय. न. (कुम्भिक) मगध देश प्रसिद्ध Unsteadiness of the motions मे प्रमाण. मग देश प्रसिद्ध एक प्रमाण. of the body etc, regarded as The standard measure of a defect. वेय. ६, १९; ____Vol u/62. Page #498 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुकुर] ( ४६० ) कुकुहअ. त्रि. ( कौकुचिक = कुत्सितमप्रत्यु- -लक्खण. न. ( ललन ) आना पेक्षितत्वादिना कुचितमवस्यन्दितं यस्य स सक्षय नेवानी . मुर्गे के लक्षण देखने कुकुचितः कुकुचा अवस्यन्दनं प्रयोजनमस्येति की कला. the art of testing the कौकुचिकः ) यय येवो अपारी ४२ना२. merits or demerits of a cock. कुचकुच आवाज करनेवाला. ( One ) नाया. १; जं. प० २; भोव• ४०; सम. making a sound resembling -वसभ. पुं० ( -वृषभ ) भोट। 1. the pronunciation of the words बडा मुगा. a big cock. भग० १२, ८; Kucha Kucha. ओव. ३८; उत्त. कुक्कुडग. पुं• ( कुक्कुटक) 33. मुर्गा. A १७, १३; भग• ६, ३१; cock. भग० ६, ५; कुकुल. पुं० ( * ) छाया. कंडा. A cake कुक्कुडिया. स्त्री. (कुमकुटिका ) भुी; पुस. made of cow-dung etc. used as मुर्गी. A hen. नाया. ३; fuel. परह. १, १; कुक्कुडी. स्त्री. ( कुक्कुटी ) 31. मुर्गी. A कुक्कुहअ. न० (कौकुष्य) भुपना वि.१२ ___hen. प्रव० ७४२, पंचा० १६, २१; नाया. पाली जिया-येष्टा. मुख और नेत्रोंकी विकार- ३; विशे० १८१८; भग० १, ६, ७, १; २५, वाली क्रिया-चेष्टा. An action accom- ७; अोव० १९; निर० १, १; (२) माया; panied with gestures of the १५. माया; छल; कपट. deceit; fraud. face and the eyes. पंचा• १, २४; पिं० नि० २६११; --अंडग. न० (-अण्डक) कुक्कुड. पुं० ( कुक्कुट ) .. मुर्गा. A पुराना Ust. मुगी का अंडा. a. hen's cock. निसी. ६, २३ पन्न०१; नंदी. ४६; egg. वव० ८, १५; -अंडमेत्त. त्रि. पण्ह० १, १; श्रोव. अणुजो० १२८, प्राया. (-अण्डमात्र ) डीनारदुं. मुर्गी २,१,६,३१; उत्त० ३६, १४६, भग. के अंडे के आकार का. of the size of १, १; ठा० ७, १; उवा० ७, २१९; a hen's egg. प्रव० ७४२; -पिच्छ. -पंजर. न० (-पंजर) अनुं ५३. न० (-पिच्छक)पुराना पिछ. मुर्गों के मुर्गेका पिंजरा. a cage in which पंख. the feathers of a hen. cocks are confined. प्रव० १४१५; निर० १, १; -पोय. पुं० ( -पोत ) अनुपयुमुर्गे कुक्कुयय' न० ( * ) मो; धुप रे. का बच्चा. a chicken. भग. १५, ८; खुनखुना. A toy for children givदस. ८, ५४; -मंसय. न. (-मांसक) ing out a jingling sound when मुसार्नु मांस. मुर्गे का मांस. the flesh | shaken. सूय. १, ४, २, ७ of a cock. (२) tens. कोले का | कुक्कर. पुं० (कुक्कुर ) उतरे. कुत्ता. A पाक. a preparation made of dog. श्राया. १, १, ३, ३; sugar, spices and a kind of | कुक्कुस. पु. ( कुक्कुस ) मे त धान्य; pumpkin gourd. भग० १५, १; सा. एक प्रकार का कुसका धान्य. A * गुमो ४ नम्बर १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #499 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ४६१ ) [कुन्छि kind of grain. पाया० २,१, ६, ३३; / २२, ३०; (२) मे तनुं यास. एक निसी० ४, ५५; दस. ५, १, ३४, तरह की घास. a kind of grass. कुषकुह. पु. (कुक्कुह) यार छद्रिय पाणी परह. २, ३; ( 3 ) ढी. दाढी. beard. ७१. चार इन्द्रियों वाला जीव. A four- ओघ• नि० भा० ८३, sensed living being. पन० १; कुच्चधर. पुं० ( कूर्चधर ) ढीपाणी. दाढी कुखगइ. स्त्री. (कुखगति) अशुभ विडयस वाला. Bearded. ओघ. नि. भा. ८३; गति-यासवानी गति. अशुभ विहायस गति- | कुच्चगन्न. न. (कूर्चक ) १२ नामना पार्नु चलने की गति. Bad gait. क. गं. पाथरोना या मने छ ते. शर नामक २, ५, ३, ४, ५, ३२; पौधे का बना हुआ बिछौना. A mat कुग्गह. पुं० (कुग्रह) मोटो माड; यह.. made of a plant named Sara. दुराग्रह. Obstinacy in a wrong, | प्राया• २, ३, ३, १००; false cause. पंचा०३, ५० १०४; भत्त. V कुछ. धा• I. ( कुथ्) ४२५७; ५३n५३; -संका. स्त्री० (-शका) as तया । ५. साना; भिंजाना. To soak in शा दुराग्रह तथा शंका. obstinacy water. and doubt. प्रव. १९६; --हविरह. कुच्छेजा. विधि. अणुजो. १३४; भग० ६,७, पुं. (हविरह ) मिथ्या ममिनिवेशनी नाश.. कुच्छिहिइ. पि. नि० २३८; मिथ्या अभिनिवेश का नाश. destruc. Vकुच्छ. धा• I. (कुस्स् ) निंदा ५२वी. tiou, banishment of false निन्दा करना. To censure; to cast attachment. पंचा. २, ४४ blame on. कुग्गहीय. त्रि. (कुगृहीत) ना? शत प्रय __ कुच्छामि. विशे० ३१७६; २९. बुरी तरह से ग्रहण किया हुआ. कुच्छग. पुं. (कुत्सक ) मे तनुं पास; Taken by, got by foul means. वनरपति. एक प्राकार की घास. A kind उत्त. २०, ४५; of grass or vegetation. सूय. कुचर. त्रि.(कुचर-कुत्सितं घान्तीति कुचराः) २, २, ५; नारु साय२५ ४२नार; पर२त्री गमन ४३. कुच्छाराज. त्रि. ( कुरस्य) निहा ४२वाने ना२ ५गेरे. खराब चालचलन वाला. (One) योय; निंपात्र. निन्दा करने के योग्य; of bad character, e. g. a thief, | निंदा पात्र. Worthy of censure or an adulterer etc. आया० १,६,२,८; reproach. परह. १, ३, कुचेल. त्रि. ( कुचेल ) ५२२५ पत्रधारी; | कुच्छा . स्त्री० (कुत्सा) fiel निंदा. Cen दुत्सित ५i पहरेना२. खरान कपडे पहरने sure; blame; reproachful words. arar. (One) who puts on bad पिं० नि. १४५; क.गं. १, २१, ५, २; 8. clothes or garments. "दुइजीविणो | | कुच्छि , स्त्री. ( कुक्षि ) ५. काँख; कुक्षि. कुचेला, कुवितय चौरा चंदाल मुष्टिया' | The interior of anything. raato अणुजो० १२८ १; ७; नाया० १; ८, भग० ६, ७, ७,६; कुच्च. पुं० (पूर्व) हतियो; पण मावान १५, १; सु० च० २, ६६३; अंत. ३, ८; साधन. कंगवा; कंगा. A comb. उत्त. पिं. नि. ६४२; जं. प. जीवा. ३, ३७ Page #500 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुच्छिधार] ( ४६२ ) [ कुहितिय प्रव० १३६१; उवा० २, १०१; (२) पेट; of tree. भग० २२, ३; गलस्थान. पेट; गर्भस्थान. the belly; | कुजश्र. त्रि० (कुजय )नी १५ युत्सितthe womb. जं. प० २, १६; २, २०; निहित छ ते, रि. जिसकी जीत निंदित कप्प० १, २३, ४, नाया. १३; १६ ___ है वह; जुआरि. ( One ) whose ओव० १०; पिं०नि० ३५२; (३) मे हाथ victory or success deserves to प्रभाय भाग. दो हाथ प्रमाण नाप; be censured i. e. a gambler. गज. a measure of length equal सूय. १, २, २, २३, to two cubits; a yard. जीवा० कुज. त्रि. (कुज) 13. कूबड़ा. Hump३, ४; नंदी. १४; अणुजो० १३४; -किमि. backed; crooked. सु. च.१, १७; पुं० ( -कृमि) कुंभमा पन यतो भि- कुजय. पुं० ( कुजक ) शाम, सेवतान ११. कोख में उत्पन्न होने वाली लट-कृमि. आ. गुलाब, सेवती का वृक्ष. A rosea worin generated in the belly. | tree. पन्न०१; नाया०१,८०५०५, १२२; पन्न. १; -किमिय. न. (-कृमिक) कुज्झ. धा• I. ( कृध्+य) ५ ४२वा. कुंपना अभीयो. कुक्षी के कृमि. a worn कोप करना. To be angry. in the belly. निसी० ३, ४२; -सूल. कुज्झे. विधि० सूय. १, १४, १; न० (-शूल ) कुंभा शमा आव शूक्ष कुटिल त्रि. ( कुटिल ) वांदु यु; 4. टेढा थाय ते. कोख में शूल का होना. shooting _ तिरछा; वक्र. Crooked; tortuous तंदु pain in the belly; colic. तंदुनाया. कुटुंब. पुं० (कुटुम्ब) परिवार. कुटुम्ब; परिवार. १३; भग० ३, ७, A family; a family circle. भग०३, कुच्छिधार. पुं० ( कुर्विधार ) नापान निर्या १,१८,२;-जागारिया. स्त्री० (-जागरिका) भ; सुनी. नाव का निर्यामक; सुकानि. टुभयसी पियार ४२। ते. कुटुम्ब One who is at the helm of a ship; a helmsman. जं० ५० ५, ११२; सम्बन्धी विचार करना. thinking about one's family. भग० ३, ; १५, १; नाया. ८; १७ कुच्छिय. त्रि. ( कुत्सित ) ५२म. खराब; Vकुट्ट. धा• I. (कुह) y; Misg. बुरा Bad; evil;deserving censure. कूटना. To pound; to grind. विशे० २५६६; पंचा० , १२; -सील कुटुंति. अाया० २, १, ६, ३४ त्रि. (-शील) म२५ मायारवाणी. बुरे काहसु. भू. श्राया• २, १, ६, ३४; चाल चलन वाला. (one) of bad con कुट्टिजमाण. क० वा. व. कृ. राय. ५६; duct or character. विशे० ५२०, कुट्टिय. सं० कृ• भग० १४, ८; कुच्छियत्त. न. ( कुस्सितत्व ) परामो; कुट्टण. न० ( कुटन ) दुर; भार; कूटना; निघत. बुरापन. State of being मारना. Beating; Pounding. "कुट्टी worthy of censure; badness. जसीणं कच्छभीणं विसविणाणं " राय. विशे. ५२१; ओव० ४१; सूय० २, २, ६२; दमा० ६, ४; कुच्छुभरिय. पुं० ( कौस्तुम्भरिक ) | कुट्टितिया. स्त्री० (कुट्टिका) मनाने Mis. जतनुं वृक्ष. एक प्रकार का वृक्ष. A kind | नारी. अनाज को कूटने वाली. A woman Page #501 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुट्टिम ] who pounds grain. नाया ० ७; कुट्टिम. पुं० (कुट्टिम) लूभितभतायुं भूमितल. Ground floor भग०८, ६; श्रोव ० ३१; कष्प ० ४, ६२ - तल न० (-तल) ભાયતળીયું. तलघर. ground floor. नाया ०१; ओव०३१; राय०१०५; जीवाल ३; कुट्टिय. त्रि० ( कुट्टित ) छूटे कूटा हुआ. Pounded प्रव० ८५७; ( ४६३ ) कुट्टिल. पुं० ( कुट्टिल्क ) मे नामना भेड साधु इस नामका एक साधु Name of an ascetic. विवा० ६; कुट्ठ. पुं (कुष्ठ ) 31; खेड लतनो सुगंधी द्रव्य एक प्रकार की सुगंधित वस्तु A kind of fragrant substance. सूय० १, ४,२,८; विशे० २६३; (२) कुष्टरोग; अट. कुष्ट रोग; कोड. leprosy जीवा० ३, ३; कुट्ठग. न० ( कोष्टक ) |ष्ट; डोडो. कोष्टक; कोठा. A column. दस० ५, १, २१,८२; कुट्ठाण्. न० ( कुस्थान ) हुष्ट स्थान. खराब स्थान. An impure place; a bad place. भग० ७, ६; कुट्ठि . त्रि० (कुष्ठिन् ) अटी. कोढी. ( One ) affected by leprosy. सु०च० १३,१४; कुट्टिश्रा स्त्री० ( कोष्ठिका ) धान्य राणवाने मनावेस भाटीनी डोही कोठी; धान्य रखने की मिट्टी की कोठी. A large earthen cylindrical vessel to store grain in आया० २, १, ७, ३७; कुड. पुं० ( कुष्ट ) |ढनो रेरोग कोढ की बीमार. Leprosy. जीवा० ३, ३; कुड. पुं० ( कूट ) पर्वत पर्वत A moun tain. जीवा० ३, ३; दसा० ६, ४; राय ० ४०; १००; ( २ ) दृष्टांत; हासेो दृष्टान्त; उदाहरण an illustration; an example. विशे० २२४०; ( 3 ) असत्य [ कुडग असत्य; झूठ. falsehood. राय० २०७; भग० ७, ६; ( ४ ) मे अमरनो पाश. एक प्रकार का पाश. a kind of snare. विवा० २; – अंतर. न० ( - अन्तर ) मे फुट-शिर वस्येनुं अन्तर दो कूट- शिखर के बीच का अन्तर the interval, dis tance, between two summits. भग०१५, ११ – ग्गाह. त्रि० (-ग्राह) उंटपाश विशेषने ग्रड्णु उरना२. पाश रखने वाला. ( one ) who holds a snare or & trap in the hands. विवा० २; -ग्गाहिणी. स्त्री० (ग्राहिणी ) उंट- पाशने ग्रहण ५२नार-स्त्री. कूट ग्राहिणी a woman, who holds in her hands a snare or a trap. विवा० २; - तुल. न० (- तुल) मोटा ताला. खोटा तोल. false weights. दसा०६, ४, – माण. त्रि० (-मान) मोटा भाप खोटा माप. false measure. दसा० ६, ४; कुडश्रय. पुं० ( कुटज ) १६२ ०४वनुं जाउ. इन्द्रजव का झाड. A kind of tree. प्रव० ५१८; जं० प० जीवा० ३, ४; अणुजो ० १३१; ओव० नाया० १; ६; पन्न० १; कुडंग. पुं० ( कुटक ) धरनुं ढांड छापरू छप्पर. A roof of a house. विवा० ३; (२) से नामनो द्वीप इस नामका एक द्वीप name of an island श्रोघ० नि० भा० २३६; वांशनुं वन बांस का वन. 8 forest of bamboos. नाया० १८; कुडग. पुं० ( कूटक ) घडे1. घडा. A pot. विशे० १४५४, नंदी० ४४; (२) ग्रेड लतनी सह पुलवासी वनस्पति एक प्रकार की सफेद फूल वाली वनस्पति a kind of plant bearing white flowers. भग० २२, ३, पद्म० १७; For Private Personal Use Only Page #502 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुडभि] ( ४६४ ) * कुडभि. श्री. ( * ) -डानी पन्न. छोटी प्रा. घरमें रहकर क्रोधादि कषाय और ध्वजा. A small flag; a small अहंकार का त्याग करने वाला परिव्राजक. An banner. “ कुडभी सहस्स परिमण्डि ascetic getting rid of anger याभिरामो इंदज्मयो" सम० ३४; राय०७०; etc. or pride without leaving जीवा० ३, ४, जं. ५० ५, ११७; the house in which he stays. कुडह. त्रि. ( * ) ४६पो; ५- ओव० ३८ पाय. खराब रूप; बेडौल रूप. Ugly | कुडी. स्त्री. (कुटी) मे॥२४ी; कुंपडी. कोठी. appearance; repulsive in ap- ____A room; a hut; a cell. ओघ• नि. pearance. ओघ. नि. भा. ३२०; १०५; भत्त. १२३; कुडागार. पुं० ( कुटागार) पतना शिमरमा कुडीर. न० ( कुटीर ) झुं५'; निर्धनतुं ५२. કોતરેલ ઘર; શિખરના આકારનું મકાન. ___ झोपडा; निधन का घर. A hut; a cotशिखर के आकार का घर. A house ___tage; a hovel. तंदु. carved out from the summit कुटुंब. पुं० (कुटुम्ब) मुटुं परिवार. कुटुम्ब; of a mountain; a house of the परिवार. A family. नाया० १, २, ५; shape of the summit of a moun- ७, १२; ११; पिं० नि. ६६; उवा०८, २३८; tain. निसी० ८, ५; राय० १००; विा. -जागरिया. श्री. (जागरिका ) मुटुंग ३, ३;-साला. स्त्री० (-शाला ) शि५२. संगचा विया२ ७२ ते. कुटुम्ब सम्बन्धी धशाणा-मान. शिखर के आकार का घर. farart picar. thinking about one's a house with a spire at the family. नाया० २, १४; विवा० ७; top. दशा० १०, ३; राय० २५४: भग० कुडंबिय. त्रि. (कौटुाम्बक) मुटुमी; मास ३, १; २; १३, ४; १६, ५; ४पने भास. कुटुम्बी; कुटुम्ब का * कुडाल. पुं० ( * ) ५ो लास.. मनुष्य. ( A member) of a family; हल के उपर का हिस्सा. The upper. (one ) belonging to a family. part of a plough. उवा० २, १४; (२) पुरी नौकरी. an attendant कुडिल. त्रि. (कुटिल) वायु टेढा तिरछा.. e.g. on a king. श्रोव• कप्प. ३, ३६; Crooked; tortuous. नाया• ८, १; | कुडय. पु. ( * ) तना टायशि५२. भोव० २१; भग० १५, १; सु. च. २, २०; . पर्वत की शिखर. Summit of a moun. स्वा. २, १०७; tiin. भग• १५, १; कुडिलस न. (कार्टिलरव ) दुष्टता; टिसता. कु. न. ( कुन्य ) पक्ष; भींत. भीत; gear. Wickedness; crookedness. ___ दीवाल. A wall. भग० ८, १; विशे० सु. १० १२, ४७, १४२६: उत्त० २५, ४०; परह. १, १; पिं० कुडिब्वय. पुं० (कुटिवत ) घरमा २६ धा- नि, २६८; --अंतर. न० (-मातर) દિક કષાય કે અહંકારને ત્યાગ કરે તેવો પરિ- लीत अथवा वाटीतुं संतर. भीत अथवा टट्टी ** शुमो ५४ १२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th Page #503 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ४६५ ) [कुणिम का अन्तर. interposition; inter- कुणाल राजा; जिसका नाम संप्रति राजा पर vention of a wall. उत्त० १६५ गया था. King Kunala also callप्रव०५६५;-अंतरिय. त्रि. (-अन्तरित) ed Samprati, the son of Ašoka भीतने सांतरे २२. दीवाल की आड रहा and grandson of Bindusāra, हुआ. hidden by a wall. नाया० १६ विशे० ८६१; -अहिवा. पुं.(-अधिपति) कुडा. स्त्री० (कुख्या) पातासना सशानी हीरी. हुए। शिनो अधिपति. कुणाल देश का पाताल के घडे की ठीकरी. A broken अधिपति. The king of the country piece of a pot in Pātāla named Kunala. ठा०७, १; नाया• ८; ( nether world ). जीवा० ३. ४; प्रव० कुणाला. स्त्री. (कुणाला) ला नामे तर १५६०; તરફની એક નગરી; ઉજેણી નગરીનું બીજુ कुण. धा• I. (कृ) ४२j; २५; ना. નામ કુણાલા હતું એમ પણ ક્યાંક લખેલ करना; रचना; बनाना. To do; to make. छ. कुणाला नामक उत्तर प्रदेश की एक कुणइ. उत्त० ६, २६; अणुजो० १३०; विशे. नगरी; उज्जयिनी का दूसरा नाम कुणाला भी २७२; पि. नि. ६८; प्रव० ६८% दिया गया है. Name of a city in कवा. १, ४८, ५३; the north; ( in some works it कुब्बा. उत्त० २, ३३; is also stated that Ujjain was कुणउ. सु. च. १,१ so called). वेय. 1, ४६; ४, २५; कुण. श्राज्ञा• विशे० ६४३; सु० च०५, ४६; / संस्थागा० ८; कप्प. ६, ११; कुणसु. भूत. अणुजो० १२६; पिं० नि• ४६६; । कुणि. त्रि. (कुगिन् ) हाय अयश ५ बानी कुणंत. उत्त० २६, २६; डाटा हाय मेरा मन पवादो. हाथ कुण. विशे० १६५, अथवा पैर छोटे हों ऐसे गर्भ दोषवाला. कुणमाण. विशे० ४६; सु• च० १, ३१५; (One ) developed from a defec. २, ११५; उत्त० १४, २४; पंचा० tive embryo with one of the १८, २६ arms or legs smaller than the कुणक. पुं० (कुणक) : नामनी मे other. पण्ह० २, ५; वनस्पति. एक वनस्पति का नाम (कुणक) कुणिम. न. (कुणप) मांस. मांस. Flesh. Name of a kind of vegetation. श्रोव० ३४; ठा० ४,४; सूय. १, ४, १, ८; पा. १० भग. १, ३३, जीवा०३,१; पि.नि. २६२; कुणाल. पुं० ( कुणाल) मुलास नामना । (२) २१, भु शव; मुर्दा. a corpse; शि. एक देश का नाम (कुणाल ). Name a dead body. जं. प. भग. ७, ६; of a country. नाया• ८; पन. १; अणुजो० १३०; परह. १, ३, -प्राहार. राय० २१०; (२) मुयाय २२, नु मीठे पुं० (-प्राहार-कुणपः शवस्तदसोऽपिवसाનામ સંપ્રતિ રાજા હતું; મૈર્યવંશી ચન્દ્ર- दिः कुपणस्तदाहाः ) मांसना माहा२. ગુપ્તને પ્રપાત્ર; બિંદુસારને પાત્ર અને मांस का श्राहार. flesh-food. (२) त्रि. अशानो पुत्र मुलास. मौर्यवंशी चंद्रगुप्त का | मांसाहारी. मांसाहारी. a flesh-eater. जं. प्रपोत्र; बिन्दुसार का पोत्रः अशोक का पुत्र प० २, ३६; भग० ५, ६, ८, ६; Page #504 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुणिय ] ( ४९६ ) [कुदंड कुणिय. पुं० ( कुणिक) ४ि २१०॥; श्रेरिना मने भीतने पाडे तेवो. कच्चा तैराक; पुत्र. कूणिक राजा; श्रेणिक का पुत्र. Kingi खुद डूबे और दूसरे को डुबाब ऐसा. (One) Kūņika, the son of Sreņika. who swims badly; (one ) who भग. ७,६; drowns himself and others कुणिया. ना. ( कुणिता ) या मे हाथ | connected with him. गच्छा० ३१; અથવા પગ હાને મોટો થઈ ગયો હોય તે; कुत्तिय-य न० ( कुत्रिक-कुरिति पृथिव्याः सोण सभांना ये रोगसोलह रोगों में से संज्ञा तस्थानिकं कुत्रिकम् ) स्वर्ग, मत्य एक रोग; जिससे एक हाथ अथवा एक पैर मने पाताण ये तो४. स्वर्ग, मृत्यु और छोटा बड़ा हो जाता है. One of the | पाताल, ये तीन लोक. The three sixteen diseases, in which worlds, viz. heaven, earth and one of the arms or legs be. hell or nether world. ओव. १६: comes shorter than the other. कुत्तिप्रावण. पुं. (कुत्रिकापण-कुत्रिकं स्वर्गआया. १, ६, १,१७२; मर्त्यपाताललक्षणं भूत्रयं तत्संभवि वस्त्व कुराहरि. स्त्री. ( कुन्हरी) सुन्दरी नामनु पि कुत्रिकं कुत्रिकमापणायति व्यवहरति ६. एक प्रकार के कंद का नाम. Name असौ कुत्रिकापणः) त्रयसभा निuaril of a kind of bulbous root. (२) દરેક ચીજ જ્યાંથી વેચાતી મલી શકે તેવી मे नामनी मे वनस्पति. एक वनस्पति का डोटी हुन. ऐसी दूकान जहां तीनों लोक ATA. name of a kind of vege - में उत्तान होने वाला प्रत्येक वस्तु मिल सके. tation. पन्न. १; A big shop from which any कुतिथि. त्रि० ( कुतीर्थिन् ) । “कुतिथि of the articles produced in the य" श६. देखो "कुतिस्थिय" शब्द. three worlds can be got hy Vide. "कुतिस्थिय" उत्त. १०, १८; purchase. भग०६,३३; नाया०१; ओव० प्रव. ६५१ कुत्थ. अ. ( कुत्र) यां. कहां. Where. कुतित्थय. त्रि. ( कुतीर्थिक ) पाही; नाया० ३, કુત્સિત-અસત્ય તીર્થ ભજનાર; મિથ્યાત્વી. V कुत्थ. धा• I.(कुथ् ) Mar; पाखंडी; खराब धर्म का माननेवाला; rg. सडजाना; बिगडजाना. To spoil. मिथ्यावी. A person following a कुरथेजा. वि. जं. प० २, १६; false, here tical creed. नाया• कुत्थिा त्रि. (कुत्सित ) निहित २५. कुतुंचक. पुं० (कुस्तुम्बक) मे तनुं । निन्दित. Bad; evil; deserving 4 . एक प्रकार का बाजा. A kind censure. ओघ. नि. १६४; of musical instrument. जीवा० ३,१; | कुत्थंभरि. स्त्री० (कुस्तुम्बरी ) पायाना शु; कुतुप. पुं० (कुतुप)ी तेरावानुं वासा); यमरी. धनिये का पौधा. A collection ला. घी तेल रखनेका बर्तन. An earth- ___of coriander plants. पन्न. १; en pot to keep oil, ghee etc. कुदंड. पुं० (कुदण्ड) मे जतनु मन्वन. जं.प. एक प्रकार का बन्धन. A kind of कुत्तार. त्रि. (कुतार) ५१ ॥३; पोते ने bondage. परह. १, १; नाया• १; Page #505 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुदडग] ( ४६७ ) [कुभोइ कुदडंग. पुं० ( कुदण्डक ) प्रहार भारवाना कुप्पत सु. च. ७, ३०३; १२. प्रहार करने का चाबुक. A whip कुप्पमाण. भग. ७,६; used for flogging. पगह ० १, ३, कोवे. प्रे० उत्त० १,४०, कुदंडिम. न. (कुदण्ड ) मुत्सित 3; गुन्हा कोवइज्जा. प्रे० वि० दस. १, १,६: २तां मोछ। ६. थोडा दंड. Inade. कुप्प. न० ( कुष्य ) आसन शय्या वगेरे रायquate punishment. नाया. १; स्था; ५२५५३री. प्रासन शय्या वगैरह. भग. १, ११; Household furniture, such as कुदसण. न. (कुर्दशन ) विपरीत अहान; beds, chairs etc. पंचा० १, १८; भियान शन. विपरीत श्रद्धान; मिथ्यात्व --संखा. स्त्री० (-संख्या ) रायरयातुं दर्शन. False, heretical faith or घ२१ परीनुं परिभाए। मांधते. setting creed. पन्न. १; उत्त. २८, २८%; "इम a limit to one's possession in पिबित्तियं कुदसण असब्भाव वादिणो the matter of household पण्णवंति" पन्न. २; furniture. प्रव० २८०; कुदिहि. स्त्री. ( कुदृष्टि ) मिथ्यात्वष्ट: कुप्पर. पुं० ( कूपर) । २थनी पिं . विपरीत दृष्टि. मिथ्या दृष्टि; विपरीत दृष्टि. गाडा या रथ की पिंजणी. A part of ta False faith; heretical faith. carriage. “से रहवरस्स कुप्परासला " उत्त. २८, २६: प्रव० ६७३; जं० ५०३, ४८; ( २ ) ९. कहुनी. the कुद्दाल. पुं० ( कुद्दाल ) भान पायानु elbow. पिं० नि० ४१८; प्रव० ७४; हथियार: ही जमीन खोदने का हथियार: कुप्पावणिय. न. (कुप्रावचनिक) 10. कुदाली. A spade. परह, १,१; जं० प० ઓના પ્રવચનને આધારે તેઓને કરવાનું यावश्य:- हिन इत्य. पाखंडियों क शास्त्र कुद्ध. त्रि. (कृद्ध) घी; गुस्से येस. क्रोधी के आधार के अनुसार उन लोगों के करने का Angry; enraged. पंचा० १५, ३७; आवश्यक दैनिक कृत्य. A daily reliप्रव० १५८६; उत्त० २७, ४; भग० ७, १०, gious rite prescribed by false, १४, ८3; heretical scriptures. अणुजो० १८; कुपक्ख. त्रि. (कुपक्ष) नीयपक्षना. नीच पक्ष का. Belonging to, espousing a कुबेरदत्त. पुं० ( कुबेरदत्त) ये नामनी में cause that is low or mean. शेड. इस नामका एक सेठ. Name of a पाया० २, ४, १, १३४; rich merchant. भत्त० ११३; V कुप्प. धा. I. ( कुप् ) १५ ४२३; गुरसे) कुञ्बर पुं० (कूबर) घोसरी; पानी धुरी. गाडे य. कोप करना; गुस्सा होना. To be की जुडी. The yoke of a carriage. angry; to get enraged. (२) मशिनायना यक्ष. मल्लिनाथ का यक्ष. कुप्पई. दस० ६, २, ४, name of the Yakşa of Malliकुप्पिज्जा. उत्त०१,६;दस०८,४८,१०,१, १८; natha. प्रव० ३७६; कुप्प. आया० , २, ३, ७७; दस० ५, २, कुभोइ. त्रि. (कुभोजिन् ) हुट मान ३०; १०, १, १०) २ना२. खराब भोजन करने वाला. Vol. II/63. Page #506 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुमुद] ( ४८ ) [कुमारिन - who takes bad, uowholesome पसमा3. असुर कुमारादि का सम्बन्ध. state food. भग. ७, ६ of being possessed by, under the कुमद. पुं० (कुमद) सातमा यसोनु मा , influence of the gods known નામે એક વિમાન; એના દેવતાની સ્થિતિ છે as Asurakumāra etc. जं. प. २; સત્તર સાગરોપમની છે; એ દેવતા સાડા આઠ भग. ३, ७; जीवा० ३, ३; -वास. पुं. મહિને શ્વાસોચ્છવાસ લે છે અને સત્તર ( -वास) भार अवस्थामा रहेत; श्रम८॥२ वर्षे क्षुधा लागे छे. सातवें देव लोक यश्रिम. कुमार अवस्था; ब्रह्मचर्य आश्रम. के विमान का नाम; इसके निवासी देवों की remaining in the state of a स्थिति सत्रह सागरोपम को है और साढे आठ bachelor; that stage of life in मास बाद वे एक बार श्वासोच्छ्वास लेते हैं which one remains a bachelor. तथा उन्हें सत्रह हजार वर्षके बाद भूक लगती "कुमारवासमवसित्ता मुंडे जाव पब्वइया" . Name of a heavenly abode ठा० ५, ३; काम० ५, २१०; जं. ५० २. of the 7th Davaloka, the gods ३०; -समण. पुं० (-श्रमल) हुमा२।in which live 17 Sāgaropamas, વસ્થામાંથી જ દીક્ષા લીધેલ બાલ બ્રહ્મચારી. breathe once in eight and half कुमार अवस्था में ही दीक्षा लिया हुश्रा बाल months and take their food ब्रह्मचारी. ( one ) who has taken once in 17000 years. सम० १७: Diksi ( initiation ) from early कुमर. पुं० (कुमार) पास. बालक. A boyhood. अंत. ३, ८; राय. २१५; _boy; a lad. सु० च. २, ३८५ उत्त• २३, २, कुमरत. न. (कुमारस्व ) दुभारमवस्या. | कुमारत्ता. स्त्री. ( कुमारता ) ॥२५॥ कुमार अवस्था; बाल्यावस्था. Boyhood. सु. कुंवारापन;अविवाहितपना.State of being च० १३, ५१; a maid or a bachelor, apro s; कुमार. पुं. (कुमार ) आहे परसथा 3५२नो कुमारपुत्तिय. पुं. (कुमारपुत्रक) नामना मा; उभार; ५२; अविवाहित. बालक; गर निसा . इस नाम के निग्रन्थ साधु. कुमार; कुंवर अविवाहित; कुंवारा. A boy; Name of a Nigrantha ascetic. an unmarried lad. उत्त० १२, १६; सूय० २,७,६ १४, ३, सूय. १, ७, १०; नाया० २; ५; कुमारभिव. पुं० ( कुमारभृत्या-कुमाराणां ८; १४; १६१८3; भम. ५, ४, २४, १२; बालानां भृतौ पोषसे साधुः कुमारभृत्या) ज. प. अंत. ३, ८; दसा० ६, ४; निर. આયુર્વેદ શાસ્ત્રનો એક ભાગ કે જેમાં ન્હાનાં ३, ४, उवा० ८, २५६; (२) १२५ भरण. કરાઓના રોગની ચિકિત્સા બતાવી છે. खराब मरण. bad, unfortunate kind मायुर्वेद शास्त्र का एक भाग जिसमें कि छोटे २ of death. नाया. १४; (३) असुर बच्चों की चिकित्सा बतलाई है. A divi भार आ ता . असुर कुमार श्रादि देवता. sion of Ayurveda medical gods known Asura-Kumāra science treating of the diseases etc. जं. प. भग० ३, ७, जीवा० ३, ३, of children. glo 5, 9; -गह. पुं. (-ग्रह) असुर उभारादिना | कुमारित्र. पुं० (कुमारक = कृरिसतो मारतीय Page #507 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुमारिया ] सत्वस्यातीव वेदनोत्पादकत्वान्निन्यो यो मारो मारणं स विद्यते येषां ते कुमारकाः ) भराम शीघ्ररी दुष्ट शिकारी; बुरा शिकारी. A bad, cruel hunter श्रोघ० नि० ( ४६६ ) भा० १०; कुमारिया. श्री० ( कुमारिका ) उन्या; भारिमा कम्या; कुमारी. A girl राय० ८ १; नाया ० २; दस०५, १, ४२; garêt. wî• (pard ) zuiksı; sulहित स्त्री; उन्या कुमारी; लडकी; अविवाहित कन्या. A virgin; a girl. सूय० १, ४, १,१३; नाया ० १८; राय० ८१ कप्प० ३, ३८, कुमारेलेच्छा. न. ( कुमार लिप्सु ) भारલચ્છીનામનું વિષાક સૂત્રનુ દશમું અધ્યયન. विपाक सूत्र का कुमारलच्छी नामक दशवां अध्याय. The tenth chapter of Vipaka Sutra named Kumara. Inchchhi. ठा० १०, १ कुमुश्र - य. न. ( कुमुद ) यन्द्र विडाशी मत्र चंद्र देखकर फूलनेवाला कमल. A moonJotus. राय० ४८; जं० प० दस ० ५, १; १४, १६; उत्त० १०, २८, सूय० २, ३, १८: नाया० ४; जीवा० ३, १ कप०५, ११६; (२) सह अ. सफेद फूल. & white flower विशे० ११०५ – वण. न० (वन) यद्रविडाशी भसतुं वन; योयाशीनुं वन चन्द्रविकाशी कमल का वन. ४ forest of moon-lotuses. कप० ३, ३८ कुमुद न० (कुमुद) सह भवः यन्द्रनिकाश उभव सफेद कमल; चन्द्रविकाशी कमल. A white lotus. पद्म० १ शय० ४८ | नाया १; ६; १२; भग० ६; ३३; ( २ ) પશ્ચિમ મહવિદેહના દક્ષિણુ ખાંડવાની મેરૂ तरथी ही वि५. पश्चिम महाविदेह के For Private [ कुमुदगुम्भ दक्षिण खंडकी मेरुकी तरफसे छटवीं विजय. the 6th Vijaya from Meru situated in the south of the westeru Mahā-Videha. ठा० ८; जं० प० ३, ५६; (३) पश्चिम भला विछेदना दक्षिणु ખાંડવાની મેરૂ તરફથી છઠ્ઠી વિજયના રાજા. पश्चिम महा विदेह के दक्षिण खंड के मेरु की तर्फ से छटवीं विजय का राजा. the king of the sixth Vijaya from Meru situated in the south of the western MahaVideha. जं० प० (४) आहेमा हेपलोडनु કુમુદ નામે એક વિમાન; એના દેવતાની સ્થિતિ અઢાર સાગામની છે. એ દેવતા નવ મહિને શ્વાસેાશ્વાસ લેછે, અને ૧૮ હજાર વર્ષે सुधा आगे छे. आठवें देवलोक के विमान का नाम जहाँ के निवासी देवों की आयु अठारह arata की है और वे ६ वें मास में एकबार श्वासोश्वास लेते हैं तथा अठारह हजार वर्ष में उन्हें भूक लगा करती है. name of a heavenly abode of the eighth Devaloka. सम० १८; कुमुदकूड. पुं० (कुमुदकूट ) लद्रसास बनना આઠ દિગ્દસ્તિકૂટમાંનું પાંચમુ ફૂટ-શિખર. भद्रसाल वन के आठ दिग्हस्ति कूटों में का पांचवां कूट- शिखर the 5th of the eight Dighasti summits of the forest named Bhadrasala. जं० प० कुमुदग. न० ( कुमुदक ) मे तनुं वास. एक प्रकार का घांस A kind of grass सूय० २, २, ११; कुमुदगुम्म न० ( कुमुदगुल्म) आभा हेवલેાકનુ કુમુદૃગુક્ષ્મ નામે એક વિમાન; એની સ્થિતિ અઢાર સાગરોપમની છે, એ દેવતા નવ મહીને શ્વાસે શ્વાસ લે છે, અને અઢાર Personal Use Only Page #508 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुमुदप्पहा ] ( ५०० ) [ कुम्मास २ वर्षे क्षुधा सागे छ. आठवें देवलोक का प्रव० १५.१; ठा० ४, २; जीवा० ३, ४; कुमुदगुल्म नामक विमान जहां के देवों की | कुम्म. पुं० ( कूर्म ) आयी. कछुआ. A श्रायु अठारह सागरोपम की है और जो नौ tortoise. जं. ५० ५, ११६; सूय. 1, माह में एक बार श्वासोछ्वास लेते हैं तथा । ७, १५; १, ८, १५, दसा. ६, ४; विशे० जिन्हें अठारह हजार वर्षों में मूंख लगा करती। ११४८% ओव. १०; १७; दस. ८,४१; है. Kumudagulma, name of the | नाया. ४; जीवा. ३,३, भग०८,३,२५, heavenly abode of the 8th ७, ४२, १; उवा० २, १०१; कप्प०३,३६ Devaloka, the gods in which ५, ११६; (२) याना दृष्टांतaij live 18 Sågaropamas, breathe सातासूत्रनु याथु अध्ययन. ज्ञातासूत्र का once in nine months and take कछुआके दृष्टान्तवाला चौथा अध्याय. name their food once in 18000 years. of the fourth chapter of Jňātā सम० १८; Sūtra, giving an illustration कुमुदप्पहा. स्त्री० (कुमुदप्रभा ) मुक्षा of a tortoise. नाया. १, सम० १६; ઈશાન ખુણાના વનખડમાં ૫૦ જોજન अोव० (३) नामनु मे ग्राम. एक 3५२ आवे३ मे यावी. जंबूवृक्ष के ईशान नगर का नाम. ( कूर्म). a village of कोन के वनखंड में ५० योजन दूरी पर that uame. भग० १५, १; (४) पाशमा स्थित एक बावडी. Name of a well तीनुसांछन. २० वें तीर्थकर का लांछनsituated at a distance of 50 चिन्ह. the symbol of the 20th TirYojanas to the north-east thankara. प्रव० ३८२; --प्रावलिया. of Jambū tree. to go x; स्त्री० (-मावलिका) आयमानी पति. कछुकुमुदा. स्त्री० (कुमुदा ) मुभु नामनी महा- wikidata a row, a series of torविनी मे चिय. कुमुदा नामक महाविदेह toises. भग० ८,३; -गह. स्त्रो० (-गति) की एक विजय. Name of Vijaya in सयानी गति; यानी यास. कछुओं की Mahāvideha ठा० २, ३; (२) १५ गति; कछुओं की चाल. the motion, વૃક્ષના ઈશાન ખુણના વનખડમાં ૫૦ the gait of a tortoise. नाया० ५; જન ઉપર આવેલ એક વાવડીનું નામ. -चलण. न. (-चरण ) अयमाना 4. जंबूवृक्ष के ईशान कोन के वनखण्ड में ५० कछुए का पैर. a foot of a tortoise. योजन दूरी पर स्थित एक बावड़ी का नाम. नाया. १%8 name of a well situated at a | कुम्मश्र-य. पुं० (कुर्मक ) यो. कछुवा. distance of 50 Yojanas to the A tortoise. नाया० ४; north-east of Jambu tree. जं०५० | कुम्मग. पुं० (कुर्मक) तुम ५ो श६. देखो कुमुया. स्त्री० (कुमुदा ) दक्षिण दिशाना म. ____ कार का शब्द. Vide above. नाया० ४; न पर्वतनी मुहा नामनी ये पाव. दक्षिण | कुम्मत्थल. न० ( कूर्मस्थल ) १९७२५स; गाल. शा के अंजनक पर्वत की कमदा नामक | गण्डस्थल. Cheeks; temples. सु.च. बावडी. Name of a well on the २, २७; Alijanaka mount in the south. | कुम्मास पुं० (कुल्माष ) मे तनुं धान्य; Page #509 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुम्मुराणया] EST ६. उर्द; एक तरहका अनाज. A kind | कुरंग. पुं० ( कुरा ) &; मृग. हिरन; मृग. of grain; black beans. आया०१,६, A deer. जं. प. पिं.नि. ७५; ८१%B ४, ४: पण्ह० २५; दस० ५, १, ६८; भग० । परह० १, १; पन्न. १; ५, २; उत्त. ८, १२; (२) था. कुलथी; | कुरज. न० ( कुराज्य ) 401 4. खराब एक तरहका धान्य. a kind of pulse राज्य, A bad kingdom. जं०५०३.६६; called Kulittha. पिं, नि० ६२३; ___-कुरत्था. स्त्री० (-कुरथ्या) हानी शरीसूय० २, ३, २१; (३) माईना 24 ली. छोटी गली. कुचा a narrow मा. पकाया हुआ उडद नामक धान्य. ____miserable lane. प्रव० १४७८; cooked black beans. पि.नि. भा. कुरर. पुं० ( कुरर) पायीन शिनारे ना२ ३७; पि. नि. २०२; --पिडिया. स्त्री. मे जतनु पक्षी. जल के समीप रहने वाला (-पिंडिका)सनी मुही. उडद एक प्रकार का पक्षी. A kind of bird handful of black beans. भग०१५,१; / l'esiding near water; an osprey. परह. १, १: कुम्मुराणया. स्त्री. (कुर्मोमता- कुर्मःकच्छपस्त कुररी. स्त्री० (कुररी) मे तनुं पक्षी; टी2151. द्वदुमता कुर्मोन्नता) अयाना नवीनत નિ-ઉત્પત્તિ સ્થાન કે જેમાંથી અરિહંત, एक प्रकार का पक्षी; झिगुर. A kindi ચક્રવર્તી, બલદેવ અને વાસુદેવને જન્મ થાય of bird, a female osprey. उत्त० २०, ५० छ. कछुएके समान उन्नत योनि-उत्पत्ति स्थान जिसमेंसे अरिहंत, चक्रवती, बलदेव और वासु. कुरल. पुं० ( कुरल) मे जतनु मानी देवका जन्म होता है. The womb like पjिj पक्षी. एक प्रकार का रूंए दार a tortoise from which Arihan पंखोंवाला पक्षी. A kind of bird; an ia, Chakravarti Baladeva and osprey. जीवा० १; पन्न. १; Vasudeva are born. "कुम्मुण्णयाणं कुरली. स्त्री० (कुरली ) १२यली. सल. A जोगीए तिविहा उत्तम पुरिसागभं वकमंति। fold; a wrinkle. सु. च. १, १; कुरावंद. पुं० ( कुरुविन्द ) में नामर्नु पर। तंजहा-अरहता, चकवट्टी, बलदेव-वासुदेवा नतिनं जीउ. इस नाम का पर्वग जाति का ठा० ३, १; नाया. ८; पन्न. 8; वृक्ष. A kind of tree. पन्न० १; कुयवा. स्त्रो० ( कुच्यवा) मे नामती । कुराय. पुं० ( कुराजन् ) रा राग; मे ३३. इस नाम की एक वेल. A kind | सीमाउन २१M. दुष्ट राजा; सीमान्त राजा. A of creeper 90 named. पन्न. १; bad king: a neighbouring king. कुर अ. पुं० (कुरजस् ) ये नामनी से पून निसी० ९, २१; वनस्पति. इस नाम की एक कूहन वनस्पती. कुरिण, न०(*) भौटुं . बडा जंगल. An Name of a species of vegeta- ___extensive forest. ओघ नि० ४४७; tion. पन्न. १; कुरु. पुं० (कुरु) रू नाभी देश. कुरु नामक * पुस १४ न५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #510 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुरु] ( ५०२ ) [ कुल देश. A country named Kuru. श्रीमहावीर स्वामी का कुरुदत्तपुत्र नामक नाया० १८; पन. १; (२) गुरू नाभना दी शिष्य. Name of a disciple of तया समुद्र. कुरु नामक द्वीप तथा समुद्र. Lord Mahavira. भग० ३, १; name of an island; also that कुरुमई. स्त्री. ( कुरुमति ) ३मती नामना of an ocean. जीवा० ३, ४; पन्न० १५; १.२मा यतिना स्त्री बारहवें चक्रवती की ( ३) महावित क्षेत्रमा आव। - स्त्री का नाम. Narme of the wife of લિયાના ક્ષેત્રે; દેવ કુરુ અને ઉત્તર કુરુ ___the 12th Chakravarti. सम० ५० नाम क्षेत्र महाविदेह क्षेत्र संबंधी जुग. २३४; लिया के क्षेत्र; देव कुरु और उत्तर कुरु नामक करुया. स्त्री० ( कुरुका ) 4 धोया वगेरे शाय क्षेत्र. the regions of abode of ठिया. पैर धौना प्रादि क्रिया Process Jugaliyās in Mahāvideha, viz. of cleansing e. g. washing the Deva Kuru and Uttara Kuru. feet etc श्रोघ० नि० १६६; अणुजो०१०३; -जणवय. न० (-जनपद) कुरुविंद. पुं० (कुरुविन्द ) मे तनुं पास; सेनामा . कुरु देश. a country नाम२ भोय. एक प्रकार का घास; नागर named Kuru. नाया०८; १६;-राय. मोथा. A kind of grass. ओव० १०; पुं० ( राज) महानशत्रु नामे ९२ देशने। (२) स्खल. केल स्तंभ; केले का माड़. २. अदीनशत्रु नामक कुरु देश का राजा. the trunk of a plantain tree. it king of Kurudeśa, Adina जीवा० ३, ३; satın by name. auto 5; कुरुप. पु. ( कुरुक ) माया पायर्नु पर्याय कुरुविंदावत्त. न. ( कुरुविंदावर्त) मे नाम तनुं धरे. इस नाम का एक प्रकार का पाय नाम. माया कषाय का पर्याय वाची नाम. A synonym for Maya आभूषण. Name of a kind of ornis. ment. कप्प. ३, ३६3 Kasāyai. e. deceit. सम० ५२; कुरुकुन्द. न० (कुरुकुन्द) मे तनुं यास. कुरूव. पु. ( कुरूप-कुत्सितं रूपं कुरूपम् ) एक तरह का घांस. A kind of grass. २।५ ५; १०५. बुरा रूप; कुरूप. भग० २१,६; Ugly appearance. “ कुत्सितं बथभकुरुकुया. स्त्री० ( कुरुकुचा ) स्थाठिसे गया वस्येवं रुपयति मोहयतीति कुरूपम्" जं.प. પછી આચમન લેવું, પગ ધેવા વગેરે શાચ १,३६; मग० ७, ६, १२,५; (२) मालनी३५ किया ४२वी ते. शौच जाने के बाद आचमन भ. मोहनी रूप कर्म. Mohaniya लेना, पैर धोने आदि शौच क्रिया का करना. Karma. सम• ५२; Cleansing the mouth after कल. पुं० (कुल) पू ; "पानी ५२ ५२१; answering the call of nature; पंश; आसा: १. कुल; पूर्वज; पुरख; बाप washing the feet etc ओघ० नि. दादा; वंशपरंपरा. Family; ancestors; ३१८ genealogy; family descent. जं. कुरुदत्तपुत्त पुं० (कुरुदत्त पुत्र ) ३३६त्तपुत्र प० ४. ११२, ७, १५५, ७, १६१; वि. નામના શ્રી મહાવીર ભગવાનના એક શિષ્ય. 1 पन्न१; राय०२१५; संस्था ०६; वव० ३, १; Page #511 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुल ] नाया० १; १६; दस०५, १, १४; २४; भग० २, ५, ८, ६; २५ ७ श्राया० १, ६, २, १८४ उत्त० २५, १ सू० १, ४, १, ११; उवा० १, ६६, (२) पिता पक्ष जायना वडीलोन परंपरा. पिता का पक्ष; पिता के पूर्वजों की परंपरा. paternal side; continuity of paternal ancestors. ओव० १६; तंदु० राय० ठा० ४, २; ( 3 ) यांद्राहि ; गणुनो भाग चांद्रादिक कुल; गण का एक भाग. family like Chândra etc.; a portion or division of a Gapa. ठा०३, ४, ५, १ मंग० ८, ६, १२, २; (४) डुग; गोत्र. कुल; गोत्र. family genealogy or line of descent. अणुजो० १३१; गच्छा० ८७; ( ५०३ ) कप्प० २ १७ प्रव० ५५७; भक्त० ७५; ( ५ ) २. गृह; घर 8 house. कप० &; निसी० २, ४८, वेय० १, ३१: ( ६ ) समुद्रायः थ्थे|; समुह समूह; समुदाय a collec tion; a multitude. राय ०२५५ श्रव० पिं० नि० ८३; पराह. २, ३ नाया०५८ (૭) મહીનાના નામસરખા નામવાલા નક્ષત્રે, જેવા કે કૃતિકા, મૃગશિર, પુષ્ય વગેરે બાર नक्षत्र महिनों के नामके समान नाम वाले नक्षत्र जैसे कि कृतिका, मृगसिर. पुष्य, वगैरह बारह नक्षत्र the twelve constellations corresponding in name to the 12 months; e.g. Kritikā, Mrigaśira etc. जं प० ३, ४५; - अणुरुव त्रि० ( - अनुरूप ) अने अनुसार कुल के अनुसार. such as is worthy of one's family. नाया० १६, भग०११, ११; - श्रमद पुं० ( - श्रमद ) अनो भहन । ते. कुल के मद से रहित. absence of pride about one's family. भग० ८, 8; श्राजीव. पुं० - [ कुल (- श्रजीविक ) स गावी हार सेवा ते; सहारना मेहोष कुल बतलाकर प्रहार लेने वाला. & fault connected with begging food; accepting food after declaring one's family. ठा०५, १;- श्राधार. पुं० (- श्राधार) हुसनो साधार. कुलका श्राधार. the prop-or support of a family. नाया० १; भग० ११, ११; कम्प ३, ५२; इंगाल. पुं० ( श्रङ्गार ) सनी डिर्तिने मगाउनार; નડારે; કુલમાં અંગારા જેવા; યથા કંડરિક. कुल की कीर्तिपर धब्बा लगाने वाला; कुल में अग्नि के समान जैसे कि कंडरिक. one who is a disgrace to the family; eg. Kandarika. ठा०४, १३ पन्न. त्रि० (- उत्पन्न) मां उत्पन्न थयेश. born in a family. कप्प० १, २ – उवकुलन० ( उपकुल ) चित्रा आदि नक्षत्रनी पासे र उपल नक्षत्र चित्रा आदि नक्षत्र की पास का उपकुल नक्षत्र the constellation Upakula near Chitra etc. जं० प० ७, १६१; - कन्नया. स्त्री० (-कन्यका) दुझीन उन्या कुलीन कन्या a girl belonging to a family. भग०१८ १० – कहा. स्त्री० ( कथा ) समुह हुन सारू मुल ખરાબ ઇત્યાદિ કથા કરવી તે. कुल सम्बन्धी कथा करना अर्थात् अमुक कुल अच्छा है और अमुक बुरा है श्रादि talk about the merits or demerits of a family. ठा० ४, २; • कितिकर. त्रि० (- कीर्ति कर) दुनीयाति २नार. कुल की प्रशंशा करने वाला. one who is a source of fame to the family. नाया ०१; भग० ११, ११; - केउ. पुं० (-केतु - कुलस्य केतुः ध्वजः कुलकेतुः ) - नी ल रुप. कुल की For Private Personal Use Only Page #512 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुल] ( ५०४ ) [ कुल ध्वजा-पताका रूप. one who is like a flag or banner in a family i. e. prominent in a family. नाथा० १; भग० ११, ११;-क्खय. पुं (-क्षय) सना नाश. कुल का नाश. the destruction of a family भग० ३, ७; जीवा० ३ -घर. न० (-गृह) पितृ ; पितृ गृह; मैका; पिता का घर. the home of parents; the house of the fami. ly. नाया० ७; भग० १५, १;-घरवग्ग. पुं० (-गृहवर्ग) मातापिता मांड माहि सभूप. माता, पिता, भाई बंधु आदि का समूह. a group of the members of a family, such as mother, father, brothers etc. नाया. ७; -जसकर. त्रि० (-यशस्कर) खनु ५० धारना२. कुल का यश बढाने वाला. (one) who increases the reputation of the family. भग० ११, ११; नाया० १, –णंदिकर. त्रि. (-नन्दिकर ) जुध. नी दि १२ना२. कुल की वृद्धिकरने वाला. ( one ) who is a source of increase and prosperity to the family. नाया. १; भग० ११, ११; | -तिलय. न०(-तिलक) सतुंतितपुसम ति समान. कुल का तिलक. one who is like: an auspicious mark | on the forehead in the family i. e. brings fame to the family. नाया. १; भग० ११, ११; -दीव | पुं० (-दीप कुले दीप इव कुल दीपः) बने। हावा. कुल का दीपक. one who is like a lamp (a source of reputation) in a family. नाया० १; भग० ११, ११; --धम्म. पुं० (-धर्म) साया२. कुलाचार; । कुल सम्बन्धी प्राचार. rules of con- । duct which are observed in a family. ठा०१०;-धूया. स्त्री०(-दुहित) सनी पुनि. कल की पुत्री. a daughter in a family. “तत्थणं जेते इस्थिकुलत्था तेतिविहा पतंकुलमाउयाइय कुलधूयाइय' नाया० ५: -धूया. स्त्री० (-वधू ) बनी पड. कुल वधू. a daughter-inlaw in a family. "तत्यणं जे ते तिविहा प०तं. कुलकरिणया इवा कुलमाउया इवा कुलधूया इवा" भग. १८, १०; -नंदिकर. त्रि. (-नन्दिकर ) । “कुलणंदिकर" श६. देखो “ कुलणंदिकर" शब्द. vide “ कुलणंदिकर" भग० ११, ११; -पडिणीय. त्रि. (-प्रत्यनीक ) सना हुश्मन. कुल का शत्रु. an oppoment of a family. भग० ६, ३३; -पव्वय. पुं० (-पर्वत-कुले पर्वत इव कुलपर्वतः ) भी पत समान. कुल म पर्वत के समान. (one) who is like a mountain (i. e. protector ) in his family. नाया० १; मग० ११, ११; जं० प० ५, १२०; (२) क्षेत्रनी मर्यादा ४२नार पत; यून हिमवत वगेरे. क्षेत्र की मर्यादा करनेवाला पर्वत, चूल हिमवंत आदि. mountains like Chūla Himitvanta etc. that bound a region of plains.सम० ३८; -पायव. पुं० ( -पादप-छायाकरत्वात् पाश्चयत्वाच कुलस्य पादप इव वृक्ष इव कुलपादपः) इसने ४८५वृक्ष तुल्य. कुल में कल्पवृक्ष के समान. (one) who is like a shady tree to his family. नाया० १; भग० ११,११;-पुरिणमा. स्त्री०(-पूर्णिमा) पुस नक्षत्रयुत पूर्णिमा. कुल नक्षत्रयुक्त पूर्णिमा. the 15th bright day with all the constellations. जं०५०७, १६२; Page #513 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुल ] [कुल - -मत्र-य. पुं० (-मद) सना भ६; पिताना पक्षने। भ६ ४२ ते. कुल सम्बन्धी मद; पिता के पक्षका मद. pride of high descent; pride of family. "दुसहिं ठाणेहि अहमंसी तिथं भेजा। तंअहा-जाइ मएण वा कुल मएण वा" ठा० १०; भग. ८, ६; ठा० ८, १; -मसी. स्त्री० (-मषी) उसने भेस२५ ४२ ॥31॥२. कुल को मेस रूप कलंक लगाने वाली. (a woman) who blackens tha fange of a family. पगह ० १, ३; - माउया. स्त्री. ( -मातृका ) धनी माता, कुल की माता. mother of a family. नाया० ५; भग० १८, १०; -रोग. पुं० ( - रोग ) जने। રોગ: આખા કુલને લાગુ પડે તે વ્યાધિ. कुलसम्बन्धी रोग. a disease affecting the whole family: a disease from which all the members of a family suffer. भग० ३, ७, -वइ पुं० (-पति) तापस भजना 310; तापस १३; पियामा ४. तापसी लोगों का अधिपति; तापसी गुरु; ऋषियों में श्रेष्ट. the head of a group of ascetics; the preceptor of ascetics; the highest among saints पिं० नि० ५०३, सू. च. ७, १०१; -वंस. पुं० (-वंश ) तयश कुलवंश. noble genealogy. भग० ६, ३३; ११, १०; नाया, १; १६; -वंसतंतु. पुं. ( -वंशतंतु) सरशना सन्तान. कुलवंश की संतान. off-spring of a noble descent. नाया० १; -वडिसय. पुं० ( - वतंसक) मा भुट २५. कुल के मुकुट रूप. ( one ) who is like the erown of a family. भग० ११, ११; नाया० १; -बहुया. स्त्री. ( - वधूका)} ___Vol. 11/64. सनी पाई. कुलवधू. a daughter-inlaw belonging to it noble family. नाया. ५;-वडू. स्त्री० (-वधू) सा। उसनी पडु. अच्छ कुल की वहु. a daughter in law belonging to a noble family. प्रव० २५४; पंचा० ११, १८; -वित्तिकर. त्रि० (-वृत्तिकर ) दुगनी मावि याचना२. कुल की आजी. विका चलाने वाला. ( one) who supports n family. नाया० १; -विव. डणकर. वि. ( -विवर्धनकर) यानी वृद्धि ७२नार. कुलकी वृद्धि करनेवाला. ( one ) who is a source of increase and prosperity to the family. भग० ११, ११: नाया. १; -वेयावच्च. न. (-वैयावृत्य ) पनी सेवा ४२वी ते. कुलकी सेवा करना. rendering services to the members of it family. वव. १०, २७, भग० २५, ७ श्राव. --संताण. पुं० (-संतान ) ना संतान-संतात. कुलकी संतान. progeny of a ( noble ) family. भग० ११, ११; -संपराण. त्रि. (-संपन्न-कुलं पैतृकः पक्षः तत्संपनः) मेना 14 : ४ ।। ते गुण संपन्न. जिसके बापदादा श्रेष्ठ हो वह कुलसम्पन्न कहलाता है. born in a noble or high family. “ जाई कुलसम्पन्नो पायमकिचन सेवईकिांचे प्रासे. वित्रं च पच्छा तग्गुणो सम्ममालोए" ठा. ८; ३, १; विवा० १: नाया० ध० भग० २, ५; ६, ७ -संपन्न. त्रि० (-सम्पन) गुमे। “ कुलसंपराण" श६. देखो "कुलसंपगण" शब्द. vide “ कुलसंपराण" नाया. १; भग. २५, ७ ठा० ४, २, ३; --समुप्पएण. त्रि. (-समुत्पन्न ) समां पन्न येस. कुल में उत्पन्न हुआ. born Page #514 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुलप्र-य] ( ५०६ ) [कुलाल in a noble family. कप्प. १, २, वाय. कुलथी. A kind of pnlse. -सरिस. त्रि. ( -सहश ) दुस समान- वेय० २, १; दसा. ६, ४; जं. प. भग. समुं. कुलकी अपेक्षा से -समान. worthy ६, ७, १८, १०; २१, २; पन्न. १, ठा० ५, of the family in which one is ३; नाया० ५; निर० ३, २, प्रव० १०१६; born; bearing family resem- कुलत्थ. पुं० ( कुलार्थ ) दुखाय नामे मे blance. 44° 11, 11; 1.4L 16; सनाय २. कुलार्थ नामक एक अनार्य देश. कुल प्र-य. न. (कुलक)सो गायानो ___Name of an Anārya i. e. barસમુદાય; એક સંબંધવાલી આઠ કે તેથી ___ barous country. प्रव० १५१८ पधारे गावासोनो समुह. श्लोक या गाथा का | कुलत्था. स्त्री० (कुलस्था) मुलीन स्त्री. कुलीन समुदाय; एक सम्बन्ध वाला पाठ या उससे स्त्री. A nobly born woman. नाया० प्राधिक गाथाओंका समूह. A collection ५; भग० १८, १०; of verses eight or more in कुलय. पुं० (कुलक) यार सेति।मया २माह number and grammatically पसति प्रमाण भान विशे५. चार संतिका connected. प्रव. १२६३; अथवा आठ पसली प्रमाण तौल विशेष. A कुलकोडी. पुं० (कुलकोटि) 38: नी measure of capacity equal to उत्पत्ति स्थानन! २. जाव के उत्पत्ति eight Pasalis. ( a Pasali z as स्थान के प्रकार. Varieties of the much as is contained in tir) sources of birth or origin of hands joined together ). तंदु. living beings. प्रव० ३६; १७७; अणुजो. १३२; पिं० नि. ४: प्रव० १३६६ कुलक्ख. पुं० (कुलास) साक्ष शिनो भनु५. | कुलल. पुं० ( कुलल ) गीय पक्षी. गाँध पक्षा: कुलात देश का मनुष्य. Aman belong गोधड. A vulture. उत्त० १४, ४६, ing to the country named Ku सूय 1, ११, २७; (२) समी . चाल. laksa. परह.१,१: पन्न. १; a kind of biid. उत्त० १४, ४६; कुलक्खरण. न० (कुलक्षण) सक्ष, सराय पराह• १, १; (३) मोबा. बिलाव. १ यिनर. बुर चिन्ह; अपलक्षण; कुलक्षण. A cat. दस ८, ५४ bad sign or mark or charac. | कुललय. पुं० (*) पाशीना मला ५२वे। teristic. परह. १; १; तं. पानीका कुल्ला. A gargle. प्रव० ४३६; कुलगर. पुं. (कुखकर ) गतीपानी म; कुलविहि. पुं० ( कुल विधि) मे 'कुलगुगलीयानी व्यवस्या २०(२. जुगलियों का कोडी , २०६. देखो “कुलकोडी" शब्द, राजा. The king or governor Vide "कुल कोडी" भग० ७, ५; of the Jugaliyās. जं. ५० २, २६ | कुलाल. पुं० (कुलाट) भाग१२, मिना.. सम० ६००; भग० ५, ५; कप्प. ७, २०६। बिलाव; माजीर. A cat. सूय०२, ६, ४४; कुलत्थ. पुं० ( कुलस्थ) था; मे जतनु कुलाल. पुं० / कुलाल ) दुला२. कुंभार. A * नुको पृ४ नम्बर १५ ना ५टना2 (*). देखो पृष्ट नंबर १५ को फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #515 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुखालय] ( ५०७ ) [कुवत्र potter. क. गं० १. ५२; अतीथी पी . कुतीर्थी; पाखण्डी; बुरे धर्म कुलालय. पु. ( कुखाटक-कुलानि-गृहाण्या का अनुयायी; मिथ्यात्वी. A follower मिषान्वेषणार्थिना नित्यं येऽटन्ति ते कुलाटा of a false religion; a heretic. --मार्जाराः कुलाटा इव कुलाटका ब्राह्म:) ओव० परह. १, २, બિલાડીની પિડે ગુદ્ધ થઈ ઘરોઘર ફરનાર कुलिय-अ.त्रि० (कुलिक) अक्षीयु. कौर. A लि. विल्ली के समान लोलुप होकर घरघर mouthful. नाया. २, ४, २, १३८; फिरने वाला भिकारी. A greedy men. परह. १, १; अणुजो० ६७ (२) स. dicant wandering froin house हल. a plough.विशे० १२५; पण्ह. १, to house like a cat. सूय. १; (३) त्राटी. टट्टी. A fencing. निसी. कुलालय. पुं० (कुलालय-कुवानि-पत्रियादि । १३,६१६, २७, गृहाणी तानि नित्यं पिण्डपातान्वेषिणां कुलिय. न० ( कुड्य ) भींत. दीवाल. A परतकुकाणामालयो येषां ते कुलालयाः) wall. सूय. १, २, १ १४: आया० २, १, मे। ५ो श६. देखो उपरका शब्द. ५, १४८; Vide the above word. सूय०२, ६, । कुलियकड. त्रि. (कुलिकीकृत) ४ाने सासरे ४४; "ज भोयए णियए कुलालयाणं " | गो . मिही के लोटे के आकार ढेर सूय. २, ६. ४४; किया हुआ. Heaped up in the कुलाबकुल. पुं० (कुलावकुल ) अभिय, शत. shape of an earthen pot. वेय. બિષક, આદ્ર, અને અનુરાધા એ ચાર નક્ષત્ર २, २: अभिजित शतभिषक आर्द्रा, और अनुराधा ये कुलीकोस. पुं० ( कुलीकोश ) श्वेतांस मे चार नक्षत्र. The four lunar constel. मत पक्षि. सफेद हंसः एक प्रकार का पक्षी. lations, viz. Abhicha, Satabhi. A kind of bird: a white swan. saka, Ardra and Anuradhā. पराह. १, १: जं.प. कुवप्र. पुं० (कुवय) अन्तः। सूत्रना त्रीण कुलिंग. पुं० ( कुलिङ्ग-कुत्सितं वि कुषि) વર્ગને અગીઆરમાં અધ્યયનનું નામ. दुटिंग-शा३५ वगेरेनो वेष. कुलिङ्ग-शाक्यादि अंतःगद सूत्र के सासरे वर्गक 19वें अध्यायका वगैरह का वेश Garments worn by नाम. Name of the 11th chapter heretics, such as Sakyas etc. of the 3rd section of Anta. सम०प० २३१; (२) शनी मे Mत: gada Sitra. अंत. ३, ११; (२) भा. कोडेकी जाति: खटमल. a kind of દ્વારકાના બલદેવ રાજાની ધારણી insect; a bug. विशे० १७५४; ओघ. રાણીના પુત્ર કે જે તેમનાથ પ્રભુ પાસે દીક્ષા नि. भा० २५५; લઈ વીસ વરસની પ્રત્રજ પાળી ચાદ પૂર્વकुलिंगच्छाय. पुं० (कुलिंगछाय)तु विशेष. નો અભ્યાસ કરી શત્રુંજય ઉપર એક માસ जंतु विशेष. A kind of insect. भग० ने संथारे ४२, ५२५ ५६ पाया. द्वारिका १८,८% के बलदेव राजा की धारणी नामक रानी का कुलिंगि. त्रि. (कुलिङ्गिन-कुरिसतलिङ्गं कुलि पुत्र जिन्होंने कि नेमिनाथ स्वामी से दीक्षा ली, झं शिवसुखबाधकं तद्विद्यते येषां ते कुलिङ्गनिः)। चौदह पूर्व का अभ्यास किया वीस वर्षांनक Page #516 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुवर] ( ५०८ ) [कुव प्रव्रज्या का पालन किया और अंत में शत्रुजय । house in which household artiपर्वतपर एक मास का संथारा कर के मोक्ष | cles, furniture etc. are kept. प्राप्त किया. the son of Dharani निसी० ८,८; -साला. श्री. (-शाला) the queen of Baladeva the ori घर वमरे। २९ तेवू ५२. जहां घर king of Dwārakā city. He सामग्री रहती है वह घर A house in ( the son ) took Diksa froin which household furniture, lord Nemināth and after prae- vessels etc. are kept. परह. २, tising it for 20 years and have ! ३; निसी० ८,८; ing acquired knowledge of the कुविंद. पुं० (कुविन्द ) य२. बुननेवाला; 14 Purvas, accepted Santhara | जुलाहा. A weaver. सु० च० ८, २३४; for a month on the mount | कुविंदवल्ली. स्त्री. ( कुविन्दवल्ली) सेनामना Satrunjaya and there attained | मे वेस. इस नामकी एक वेल. Name the final bliss. अंत० ३, ११; of a creeper. पन्न० १; कुवर. न० ( कूचर) नापानी भागो लाग; कुविहायगइ स्त्री० (कुविहायोगति) सशुल नावानी भोरयानी भाग. नौक का अगला । વિહાયે ગતિ; ઉટીયાની માફક ખરાબ ગતિ. हिस्सा. The front part of a ship उंट के समान खराब चाल. Bad repulor boat. “संचुरिणय कट्ट कुत्ररा' sive gait like that of a camel. नाया ; प्रव० १३०३; कुवलय. न. ( कुवलय ) भस. कमल. कुवट्टि. स्त्री० (कुवृष्टि-कुत्सिता वृष्टिः कुवृष्टिः) A lotus. कप्प. ३, ४२; ओव.०प० રોગોત્પાદક વરસાદ; ઋતુવિનાને વરસાદ; नंदी० ३१; (२)नावोत्पन भन. नालो. भाय रोगोत्पादक वर्षा; बिना ऋतु की वर्षा; त्पल कमल: नीले पत्तों का कमल. a lotus मावठा. Rain out of season; un. with blue leaves. नाया. wholesome rain. जं. प० १, १०; कुवित्र-य. त्रि. ( कुपित ) अपस; गुस्से । कुवेज. पुं० ( कुवैच) ५२।५ वेध; 32 पै. थयेस. कुपित; नाराज, क्रोधित. Angry; ___ खराब वैद्य. A bad doctor; a quack. enraged. "पायरियं कुवियनचा, पत्तिएण पंचा० १५, ५; पसायए" नाया. १; ६; १६; दस. ६, १, कुवेणी. स्त्री० ( कुवेणी ) मे तनुं हथियार. ७; भग० ३, १; २; विवा० १, ८; परह. एक प्रकार का शस्त्र. A kind of weapon. २, ५; उत्त० १, ४१; उवा० २, ६५; जं. पराह० १, ३, प० ३, ५६, V कुव्व. धा. I. (कृ) २. करना. To कुविध-य. न. (कुप्प) वासरा वगेरे ५२. । do. १५री. गृह सामग्री. Household arti- कुम्वइ. उत्त. १, ४४; दस. ५, २, ४६; cles and furniture such as कुम्वति. भग० ६, ४; नाया० १; vessels etc. पण्ह० १, ४, प्रव० ७२६; कुन्विजा. वि. उत्त० १,१४; -गिह. पुं० (-गृह) घरव५। २॥4- कुब्वमाण. आया. १,१,३, १८; नाया० वानुं घर गृह सामग्री रखने का घर. a | ९, पन्न. २; Page #517 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुव्वकारिया ] ( ५०६ ) [ कुसल कुम्वन्. सूय० १, १, १, १२, २, ४, ११; मसाला नामीन नावेद ७२0१. दही में कव्वकारिया. स्त्री. (कुर्वक्लारिका) मनामना तकादि मसाले डालकर बनाया हुआ पदार्थ. वनस्पति. इस नाम की वनस्पति. A kind | A food prepared of curds, but of vegetation so named. पन्न. १; ter milk, spices etc. mixed toकवणा. स्त्री. (* करण ) ४२. करना. Do- | gether. पिं० नि० २८२; ing; act of doing. भग० ६, ४; | कसत्त. पुं. (कुशक्त ) पथारी ५३ मिठारकुस. पुं० (कुश ) मे तनुं धास; हम' वाना वस्त्रानी से त. बिछोने पर बिछाने हामी. एक तरह का घांस; दाभ; कांस. A के वस्त्र की एक जाति. A kind of cloth kind of grass; Darbha grass. used as a covering of a bed. नाया० १; २, ६; अंत० ३, ८; ओव० १४; "अच्छरय मलयनयतकुसत्तलिंबसीह केसरपन्न० १; उत्त• ७, २३, ६, ४४; १०, २; पच्चुत्थए" नाथा० १ २६, २६; आया. २, २, ३, १००; भग. कुसत्त. पुं० ( कुशावर्त) अशावत नामनो देश. ६, ७, ७, १; ८, ६; २१, ६; जीवा० ३, ३; कुशावर्त नामक एक देश. A country ज. प. -अंत. पुं० ( - अन्त) माना named Kusivarta. पन्न० १; मला. दाभ का अग्रभाग. the point कुसमय पुं० (कुसमय) उशास्त्र; 45मना of the Darbha grass. राय० ६२ शास्त्र. बुर शास्त्र: पाखंड़ मत के शास्त्र. -ग्ग. न० (-श्रम) मनो अग्रभाग False, heretical scriptures. सम० हाभानी मशी. दाभ का अना, the point २: नंदी० २२; of the Darbha grass. आया० १, ६, कुसल. त्रि. (कुशल ) निपुण; शा; यतु२; १, १४२; भग० ६, ३३; -पत्त. न० (-पत्र) डाशीयार. चतुर; पटु, कुशल; दक्ष. Pry. हाल- पां. दाभ के पत्र-पत्ते. a blade ficient; expert; clever. arata 1; of the Darbha grass. निसी०१८,१८; २; ५;६; १३; १८; भग० २, ५, ६, ३३; कुसंघयण न० ( कुसंहनन ) ३ संघय ११, ११; राय० ३३; १२६; २६५; जीवा. -शरी२नी मांधा. कमजोर संहनन-शरीर का ३, १: सू. प. २०; उत्त० २५, १६% ओव. बांधा. Bad, mean constitution of | १६: ३१; पंचा० ४, २५; ५. ३७, ८, ५; the bodv. भग. ७,६:ज. प. १२, २०; १५, १५; प्रव० २३०, भत्त. कुसंठिय. त्रि. ( कुसंस्थित ) २५ मारे ५६; जं. प. ३, ४७; विवा० २; (२) २९स. कुसंस्थान; बुरे आकार का. Re- शुभ; सा३. शुभ; उत्तम. wholesome; maining in, being in a bad, ugly good. पंचा० १०, १४; प्रव० ६०३; conformation. भग० ७, ६ -उदंत. पुं० (-उदन्त) क्षेम शब-सभाकुसण. न० ( * )Ri; गोरस. दही; गोरस. या२. राजीखुशी के समाचार. happy Curds. पिं० नि०६०७; news; good news; e. g. about कुसणिय. न० ( * ) हिमा २३ कोरे | one's health and happiness. ___* गुमे १४ न०५२ १५ नी ५टनोट (*). देखा पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #518 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुसलया] ( ५१० ) [काल नाया० ८; १६; -जोग. पुं० (-बोग)। cleverness; proficiency. प्रब०६४६; भन, वयन, याना शुभ व्यापार. मन, कुसिस्स. पुं. (कुशिष्य) मराय शिष्य; भ. वचन और काया के शुभ ग्यापार. whole- विनीत येतो. खराब शिष्य. A bad dis. some, good activity of thought ___ciple; a rude disciple. भग०६, ३३; speech and action. पंचा० १३, ४०; १५, १; -धम्म. पुं० (-धर्म) प्रातिपात पिरम- | कुसील. त्रि. (कुत्सितं शीलमाचारो यस्यति ) लाई शुभ माया२. प्राणातिपात विरमणादि કુત્સિત આસારી; અસહવર્તન વાળો; અણુशुभ प्राचार. right, good conduct यारी; दुष्टयमाप वा. दुष्ट प्राचार वाला; consisting in cessation from कुत्सित व्यवहार वाला; अनाचार करने वाला; killing etc. पंचा• १०,१४; -पवित्ति. दुष्ट स्वभाव वाला. Wicked in nature स्त्री० (-प्रवृत्ति ) शत-शुभ भन, ययन, or conduct; of bad character. अने शरीरनी प्रवृत्ति. कुशल-शुभ मन, पिं. नि. भा. ४८; उत्त० १,१३; भग. वचन और शरीरकी प्रवृत्ति. wholesome, २५, ६ दस. १०, १, १८; ठा० ३,२ good activity of mind, speech | नाया०५; वव. १,३४; अोघ. नि. ३०३; and body. प्रव० ६०३; -पुत्त पुं. ७६३; निसी० ४, ३०; गच्छा . ४८; प्रव. (-पुत्र) बधशास्त्रमा उश मेवा पुत्र. १०३; ७३२; (२) न० अाया२; दृष्टवैद्यशास्त्र में कुशल पुत्र a son proficient मायार. अनाचार; दुष्ट श्राचार. bad in medical science, नाया. १३; character; wicked conduct. सूय. -बंध. पुं० (-बन्ध) पुश्यानुप-ि-५५५- १, ७, ५; भग० १०, ४; --पडिसेवणा. भनी ५-५. पुण्य से बंधे हुए पुण्य कर्म मी० ( -प्रातसेवन ) शीन सेवते; के बंधन. bondage caused by good બ્રહ્મચારીએ સ્ત્રીયાદને આલિંગન દેવું તે. and meritorious actions. पंचा. कुशील सेवन करना; ब्रह्मचारी का स्त्रीयादि ६, २३: --मणउईग्ण. २० (-मनउदी- को आलिंगन करना. act of taking to रण) शस-शुभ मन- २९॥ ४२१ी. a dishonourable course of conकुशल मन की उदीरणा करना. directing duct; sexual intercourse by a the inind towards good and person professing to be a auspicious things. दस० ६, १; भग. buchelor. ठा०४,४-लिंग.न.(-लिङ्ग) २५, ७, -मति. बी. ( -मति) २४२ भारमा मुशार येष्टा. प्रारंभादि कुशाल मुखि; चतुर वुद्धि. expert, proficient. चेष्टा. a wicked action, such as intellect पंचा• १३, ४२; -वइ- injuring, killing etc. दस• १०, १, उदीरण. न० (-वागुदीरण) शस- २०; -वहणठाण. न० (-वर्द्धनस्थान) शुभ वयननी ही२९।। ४२वी. कुशल वचन याशील-दुरायारवते. जिससे कुशीलकी उदीरणा करना. uttering kind and दुराचार बढे वह. a source or cause skilful words. भग० २५, ७; of enhancement in wicked pracसलया. स्त्री० (कुसलता) उशक्ष५९ हाशी. tices. दस. ६, ५६; --विहारि. त्रि. यारी. कुशलताः होशयारी. Skilfulness; (-विहारिन् ) उत्सितशीर पासो. कुत्सित Page #519 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुसीलपरिभासिय] ( ५१ ) [कुसुम aftar am. (one) of bad or doubt. of red dye. जं. ५. परह. १, ३, ful character. भग० १०, ४; नाया०५; (२) तनुं धान्य. एक जाति का -विहारिणी. स्त्री० (-विहारिणो) ५२२५ धान्य. a kind of cereals. भग० ६, ७ सायारवाणी (सी); हुराियारिणी. खराब कुसुंभय. पुं० ( कुसुम्भक ) सुंगाना राता चालचलन वाली स्त्री; दुराचारिनी. a wo- समांथा नीते साल ग. कुसुंबे के लाल man of bad character. नाया. ध. फूलों में से निकलताहुश्रा लाल रंग. A red नाया. १५; -संसग्गि त्रि० (-संसर्गिन् ) dye obtained from the flowers नहारानो संग ४२नार निठल्ले का साथी. of the Kusumbha tree. अणुजो. ( one ) who associates with १३१; the wicked. नाया. १०; कुसुम. न. (कुसुम) सुभ; पु०५; स. पुष्प; कुसीलपारेभासिय. न० (कुशीत परिभाषित) फूल; कुसुम. A flower. जं. प. ५, સુગડાંગ સૂત્રના સાતમા અધ્યયનનું નામ ११२; ११५; नाया० १; ८; ११: १४; भग० કે જેમાં કુશીલ-અસદાચારી કુલિંગીનું વર્ણન १,१; ७, ६; ११, ११; दसा०१०,१; पम्न. छ. सूत्रकृतांग के ७ वें अध्ययन का नाम १७ श्राव० २२: राय० २७, ३६; सू. प. जिसमें कुशाल-अनाचारा कुालगा का वणन २०; उत्त० ३४, ८; अणुजो० ११८; नंदी. है. Name of the 7th chapter of १५; उवा. १,३०: काप. ३, ३०:३७: Sayaga lânga Sūtra dealing प्रव० ४५५, १११६ (२) पुं. ५५प्रम with or describing persons of प्रभुना यक्ष- नाम. पद्मप्रभ प्रभु के यक्ष का bad character. सय. १, ७, ३०: नाम. name of the Yaksa (a kind सम० १६:२३ of demi-god) of Padmaprabhu कुसोला. स्त्री. ( कुशोखा ) ने २५ the sixth Tirthankara. प्रब०३७५ साया२ छ ते. कुस्सित आचार वाला. ( A -पासव. पु. (-पासव ) सन २स. woman ) of bad character. 71710 फूल का रस. juice of flowers. नाया. १५; नाया. ध. १: -कुंडल. न० (-कुण्डल) सना माकुसुंभ. पुं० ( कुसुम्भ ) सुमनः सुंरान ४२नुं ननुं माम२०; i t. फूल का 5. कुसुम्भ का झाड: कुसुंबे का वृक्ष. A आकृति वाला कान का आभूषण करनफूल kind of tree called Kusumbha an ear-ornament of the shape प्रव० २२०; आंघ नि० ४४६; पन्न० १: of a flower. अंत. ३,८; -घर. (२) मे जतनुं धान्य. एक जाति का न० (-गृह ) सन १२. फूलों का धान्य. a kind of corn; a kind of घर. flower-house. नाया० ३, ६; cereals. भग. २१, ३: - वण. न० - घरय.न०(-गृहक) मांस पायर्या २४ (-बन) सुना वृक्षवन. कुसुंभ के वृक्षां ते घर जिस घरमें फूल बिखरे हुए हों वह. का वन. a forest of Kusumbha a louse carpeted with Howers. trees. निसी. ३, ७६: भग. १, १; राय० २३६; नाया. ३; जं. ५० कुसुंभग. पुं० (कुसुम्भक ) सुमो; सुभा -णिभर. पु. ( -निकर ) सनो समूह. २. कुसुंबा; कुसम्भी रंग:सुर्ख रंग, A kind I फूलों का समूह. a collection of Page #520 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुसुमनगर ] ( ५१२ ) [ कुहण Howers. जं० ५० ५, १२२; -णिगर. भग० १, १; ओव० जीवा० ३, ३; नाया. पुं० (-निकर ) मा “ कुसुमणिभर" __; राय जं. प. ७, १७७; । श६ देखो “ कुसुमणिपर" शब्द. vide. | कुसुमित. त्रि. ( कुसुमित ) | “कुसु" कुसुमणिपर" जं. प. ३, ४३; मिश्र-य" श६. देखो “ कुसुमिश्र-य " -दाम. न० (-दामन् ) सनी भासा. शब्द. Vide "कुसुमिश्र-य" भग• १६, ६; फूलों की माला. agarland of flowers. | कुसेजा. स्त्री० ( कुशय्या) दृष्ट शव्या-२थान. नाया० १६; -पत्थर. पुं० ( --प्रस्तर) दुष्ट शय्या-स्थान. A vitiated dormi अनु मीछानु; सुभशया. फूलोंकी शय्या; _tory. भग० ७, ६; जं. प० २; कुसुम का बिछौना. u bed of flowers.Vकुह. धा. I. (-कुथ्) स७'; ty. नाया० १३; ---रालि. पुं० (-राशि )। सडना. To rot; to decay. ५सने गया. कुसुम का समूह; फूलोंका ढेर.. कुईजा, वि. अणुजो० १३६ a. heap of flowers. कप्प. ४, ६०; कुहश्र. पुं० (कुहक) Ma; कुतुहल. इंद्रजाल -वाट्रि स्त्री. ( -धुष्टि) सनी १२साह. कौतुहल. An enchantment; a कुसुम वृष्टि; फूलों का बरसना. a shower ____ charum; curiosity. दस० १०,१,२०: of flowers. नाया. १; प्रव० ४४६; कुहंड. पुं० ( कुष्माण्ड ) व्यन्त२ तानी पंचा० २, १४; -सर. पुं० (-शर) म- मे ०nd. व्यन्तर देव की एक जात. A ११. कामदेव. Cupid; the god of species of a Vyantara gods. love. सु. च० १, ४०; पण्ह. १, ३, ओव० २४; पन्न० २; कुसुमनगर. न० (कुसुमनगर ) पाटलीपुत्रनु कुहंडय. पु. ( कुष्माण्डक) हाणु; शानी अ५२ नाम. पाटलीपुत्र का दूसरा नाम. 24 Mत. एक जाति का फल कि जिमका Another name for the town of भाजी ( साग ) बनती है; कुष्माण्ड. A Pataliputra. प्रव. ८०६. klud of vegetable; a gourd, कुसुमपुर. न. ( कुसुमपुर ) में नामर्नु श:२; पत्र. १७: पाटलीपुत्र (पटना). इस नाम का शहर; कुहंडी. स्त्री. ( कुष्माण्डी) धी; न. लौकि; पाटलीपुत्र (पटना). Name of a town तुम्बी. A kind of vegetable; a (also called Pataliputra ). पिं. kind of large fleshy fruit of नि. भा० ४४; white colour. राय. ५४; जीवा० ३,४; कुसुमसंभव. पुं० ( कुसुमसंभव ) शाम कुहकुह. पुं. (कुहकुह ) मुटु मे सवाल. भासतुं सोत्तर नाम. वैशाख माह का लोको. कुहु कुहु ऐसा शब्द. An onomatoत्तर नाम. The month of Vaisakha, poetic word meaning the sound so called in spiritual language resembling " Kuha Kuha " as opposed to popular language. नाया० १८; जं० ५० ५, १५२; कुहण. न० (कुहन ) मे तनी वनरपति; कुसुमित्र-य. त्रि. (कुसुमित-कुसुमानि भूमि।।. इस नाम की एक जाति की वन पुष्पाणि सम्जातानि एषामिति कुसमिता:)! स्पति. A kind of vegetation. पन्न. Yaपाण. फूल वाता. Flowery.| १; जीवा० १; (२) त्रि० मुटु शिने। Page #521 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कुहणा ] ( ५१३ ) रहेवासि कुहन देश का रहने वाला. a native of the country called Kuhupa. पह० १, १; कुहणा. स्त्री० ( कुहुना ) छत्रीना सारनी वनस्पतिः भूमिझेंडा. छाते के आकार की वनस्पति; भूमि फोडा. A kind of vege. tation of the shape of an umbrella पन्न ० १; कुहम्म. पुं० ( कुधर्म ) मोटो याम धर्म मिथ्या-पाखंड धर्म. False religion; heretical creed. भत्त० ६०; कुहर न० ( कुहर ) पर्वतनी गुझ. गिरि कंदरा; पर्वत की गुफा A cave of a moun tain. नंदी ० १५; नाया० १; ५; परह० १, ४; राय० ८६ कुहाड. पुं० (कुठार) डाडो साइड डावातु थियार कुल्हाडी; लकडी काटनेका श्रीजार. An axe. उत्त० १६, ६७, सूय ० १, ५, १, १४; कुर्द्दिचिय. अ० ( कुत्रचित् ) यां; स्थले. कहीं भी; किसी स्थान पर. Somewhere; in some place or other. नाया०८; कुहिय. त्रि० ( कुथित ) हा गमेलु सी गमे गला हुआ; सड़ा हुआ. Rotten; decayed; decomposed. तंदु० पराह० १, १; नाया० १; ५; १२; जीवा ० ३, १; कुहुण. पुं. ( कुहुण ) द्विन्न लतनी भे वनस्पति; भूमि झेंडा. उद्भिज्ज जाति की एक वनस्पति; भूमि फोडा. A kind of vegetation growing by germination. भग० १५, १; २३, ३; कुहुव्वय. पुं० ( कुहुवत ) मे लगना ६. एक जाति का कंद A kind of bulbous For Private fruit. उत्त० ३६, १७; ) मो. अजवायन, क्रुहेडग पुं० न०. ( Thyme. प्रव० २११; पंचा० ५, ३०; कूश्रणया. स्त्री० ( कूजन ) पीडित स्वरधी २sg ते. दुःखी स्वर से रोना. A piteous कुंइ [ कूड * cry. ठा० ३, ३० व्यक्त न० ( कूजित ) पक्षिना ६. पक्षि जैसा अव्यक्त शब्द Indistinct sound like that of a bird. उत्त० १६. ६; कूचिया. स्त्री० ( कचिका ) परपोटो. बुदबुदा. A bubble. विशे० १४६७; * यो पृष्ठ नम्मर १५ नी फुटनोट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ) Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. 11/65. कूजिय न० ( कूजित ) अव्यक्त ध्वनि श्रव्यक्त ध्वनि Indistinct note or sound. पराह० २, ५ कूड. पुं० ( कूट ) ट नामनो द्वीप तथा समुद्र. कूट नामका द्वीप और समुद्र. A continent of that name; an ocean of that name जीवा० ३, ४ पन्न० १२; (२) शिरः पर्वतन ढुंड; टांय. शिखर; पर्वत की टोक पर्वत की चोटी top of a mountain. भग० १, ७; नाया० १; नंदी ० १३, ४७; सू० प० १६; अणुजो०१०३; १३४; श्र० १० ३१; पन्न० २; ठा० २,४; जं० प०५, ११४ : (3) द्रव्य ईट-पाश; भाव ड्रेट-स्नेह; राग अंधन. द्रव्यकूट - पाश अर्थात् फांसी होती है और भाव कूट स्नेह अर्थात् राग भाव हैं जिससे कर्म बंध होता है share; a trap; excessive attach - ment ( which is & share ). नाया० १७; पिं० नि० १०६; सूय० १, १३, ह; (४) झुंड उपट; भाया उषायनुं पर्याय नाम. कपटः माया कषाय का पर्यायवाची नाम. Personal Use Only Page #522 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कूड ] deceit. सम० ५२; परह० १, २; ( ५ ) તેલમાં—માપમાં ન્યૂનાધિકતા રાખવી તે. नापतौल में ज्यादह कमती देना. using false weights and measures. सूय॰ २, २, ६२; ( ६ ) पाशतेो भागुसने गामाथी विधवानुं यंत्र पाश; मनुष्य को गले में डाल कर मारने का यंत्र, फांसी. gallows सू० १, ५, २.६८, (७) न२५. नरक. hell. उत्त०५,५; (८) हु: मनुं उत्पत्ति स्थान. दुःख उत्पन्न होने का स्थान. source of pain or misery. सू० १, ५, २, १८६ (८) रवाना उपरनो लाग; भाद द्वार के ऊपर का भाग. the upper part of a gate. राय० १०७, (१०) त्रि० मोटुं असत्य यात्राएं मूंठ; असत्य; दागाबाज. falsehood; deceit. पंचा० ३, ३६६ नाया ० २६ - उवमा. स्त्री० (- उपमा ) म કૈાઇ શિકારીએ પાશલા રચ્યા હોય તેમાં જેમ મૃગનુંજ બંધન થાય છે. શિકારીનું નહિ તેમ ગૃહસ્થ સાધુને માટે રસોઇ નિપજાવે તેમાં સાધુનેજ બંધનદોષ લાગે ગૃહસ્થને કઇ નાંદું क्षेत्री रीते उपमां व्यापी ते. इस प्रकार की उपमा देना कि जिस प्रकार कोई शिकारीके फैला ( ५१४ ) हुए जाल में मृगकाही बंधन होता है शिकारी का नहीं, जैसे कि साधु के अर्थ रसोई बनाने वाले गृहस्थ को कोई दोष नहीं लगता, साधु को ही दाष लगता है. a false analogy; e. g. just as in a net spread by a hunter the deer is caught and not the hunter; in the same way when food is specially prepared for a Sadhu, the Sadhu incurs sin and not the householder who has prepared it. पिं० नि० १०६; जाल. न० ( - जाल ) पाशयुक्त 5117. फांस सहित जाल. a net that entraps; a snare. उत्त० १६, ६४; - तुला. स्त्री० ( तुला ) पोटु तोस. मूंटा तौल a false weight. सूय० २, २, ६२; भग० ८, ६; पंचा० १, १४; - पास. पुं० (-पाश ) भृगवाने इसावा परीने पाथवे ते. मृग को फंसाने के लिये कपट से बंध डालना laying & snare to entrap a deer. faat 5; भग० १, ८; -माण न० ( मान ) ખાટાં માપ રાખવા તે; શ્રાવકના ત્રીજા વ્રતના मे मतियार खोटे माप रखना; श्रावक के तीसरे व्रत का एक अतिचार act of using false weights; a partial violation of the third vow of a Jaina layman सूय० २,२, ६२; पण्ह० १, २; भग० ८, ६; पंचा० १, १४; माणतुलकरण न० ( - मानतुलकर भाप ने मोटोझा વાપરવા તે; ત્રીજા વ્રતને એક અતયાર. खोटा माप और खोटा तौल रखना; श्रावक क तीसरे व्रत का एक अतिचार. act of using false weights and measures; partial violation of the third vow. प्रव० २७७ - लहकरण. न० (-लेखकरण ) मोटो से वेतिः श्री व्रत अतियार. झूठा लेख लिखना; दूसरे व्रत का पांचवां अतिचार. fabrication of a false document; the 5th kind of partial violation of the 2nd vow. पंचा० १, १२; प्रव० २७६; – सक्खिज्ज न० (-साक्ष्य ) मोटी साक्षी लरवी मिथ्या- झूठी साक्षी देना act of giving false evidence; false evidence. पंचा० १, ११; - सरिणभ. त्रि० ( - सनिभ ) --- [ कूड For Private Personal Use Only Page #523 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डिग] ( ५१५ ) [कूणि-य - ३ समान; . . भृग के समान; चोटी के सदश. resembling the top or summit. नाया० १३ कूडग. त्रि. ( कूटक ) मो. गलत; अशुद्ध. False; untruthful. पंचा० ३, ३४; कूडया. स्त्री०( कूटता ) ताबनु माछापत्ता५j. तौल की न्यूनाधिकता-कमी बेशी. State of u weight being either above or below the standard. परह. १,३; कूडसामलि. पुं. (कूटशाल्मलिन्) फूटशामली નામનું વૃક્ષ કે જેમાં જંબુ વૃક્ષની માફક આઠ જનની ઉંચાઈ છે અને જે ગરૂડ જાતના वहेवनामे ताना सापास ५ छे. कूट शाल्मली नामका वृक्ष जिसकी जम्बु वृक्ष की तरह पाठ योजन की उंचाइ है तथा जिसपर गरुड जाति के वेणु देव नाम के देवता का निवास स्थान है. Nume of the tree which like the Jambu tree has a height of 8 Yojanas and which is the residence of the Venu. deva deities belonging to the Garuda family. "दोकूड सामांचेव" टा० २, ३; सम० ८: -पेढ. पुं० (-पीठ) દેવકુરૂક્ષેત્ર ના પશ્ચિમાધ્ધને મધ્યભાગે આવેसदू शाहमयी वृक्षनु पी-मोटी. देवकुरु क्षेत्र के पश्चिमार्द्ध के मध्य भाग में कूट शालमली वृक्ष की पीठिका ओटला the base of the tree called Kuta Sāl. mali situated in the centre of the western half of the country called Devakuru Ksetra. जं. प. ४, १०० कूडागार. पुं० ( कूटागार ) शि५२ ५२; शि५२७५२नु वाय. शिखर बंध घर; शिखर कार का देवालय. A house or a temple situated on the suinmit of a mountain. आया० २, ३, ३, १२७; नाया० १३; निर० ३, १; ठा० २, ४; ४, १; (२) ५ तमांतरे ५२. पर्वत में खोदाहुआ गृह. a house carved out of a rock. जं. प. २, २३, ६, १२५; ---दिहंत. पुं० न० (-दृष्टान्त) शिमरवाना वरनु दृष्टांत शिखर वाले घर का दृष्टांत. an illustration of a house built on a mountain summit. नाया० १३; -साला. स्त्री० (-शाला) शिमरने सारे शाा-समा२४. शिखर के सदृश शाला-सभा-बैठक. & seat in the shape of a moun__tain summit. भग० ३, १; विवा० ६; सूय. २, २, ५५; कूडाहश्च. न. ( कुटाहत्य कूटे इव तथाविध पाषाणसम्पुटादौ कालविलम्बाभावसाधादाहत्या हननं यत्र तस्कूटाहत्यम ) એક ઘા મારવાથી પર્વતથી શિખર પડે તેમ ધડ ઉપરથી માથું ઉતરી નીચે પડે તેને : એક ધાયે શિખરની માફક નીચે પાડવા योय. जैसे एक चोटसे पर्वत पर से शिखर नीचे गिरपडताहै वैसेही धडसे सिर का नीचे गिरपडना; एक चोटसे शिखर की तरह नीचे गिराने योग्य. One whose head deserves to be severed from the body and set rolling down like a rock severed from the peak of a mountain. "तोणं तवेणं तेएणं एगाह कूडाहचं भासरासिं करेमि " भग. १५, १; राय० २४७, भग० १.५, ६, १५, १; कृणित्र-य. पुं० (कोणिक) अलिशानी ચલણું રાણથી ઉત્પન્ન થયેલે મોટો પુત્ર आणि या नगरीन . श्रीणक राजा की चेलना रानी से उत्पन्न बड़ा पुत्र कोणिक राजाः चम्पानगरी का नरपति. Page #524 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कूवर] [कूव Name of a king of the town __ स्वरूप. The shape of a certain called Champā, son of king kind of vegetation called ToiSrenika and queen Chelana. Kodi. सूय० २, ३, १६; श्रीव० ६; निर० १, १; नाया. ; उवा० कृरि. त्रि. ( क्रूरिन् ) ५२; नि: 4. क्रूरः निर्दय. १,६; | Cruel; ruthless. पण्ह ० १, ३; कवर. पुं०(कबर ) भलिनाथन यक्ष नाम. कल. न० (कूल) i81; जिना. तट; किनारा. मल्लिनाथजी के यक्ष का नाम. Name of | A bank; a shore. पोव० ३८; पिं० the Yaksa of Mallinatha. | नि० ५०५; अं०५० जीवा० ३, ४; नाया०१; प्रव० ३७६; कूलधम. पुं० (कूलधम ) नहीने 3 BHI कूम्मग. पुं० ( कूर्मक) १७. कछुआ. A | રહી શંખ ધમી રામ શબ્દ પોકારી જમે તેવા tortoise. नाया. ४; ता५स; तासनी मे त. नदी के किनारे कूर. पुं० ( कूर) मात. चावल. Rice. उत्त. खड़े रह कर शंख बजा राम शब्द कह कर १२, ३४; (२) सायवा; भावानी से परतु. भोजन करे ऐसा तपस्वी; तपस्वी का मस्तू; खाने की एक वस्तु. . kind of एक जाति. A class of ascetics who food prepared by baking corn take their food after blowing and grinding it. मू०प० ११: पिं० loudly a conch-shell, standing नि० १६५; ठा० ३, ३; मम० १; (३) मे on the bank of a river fatto 3,; गतनी वनरपति. एक जात की वनस्पति. | कलधमग. पुं० ( कुलधमक ) मे 'कूलघम' a kind of vegetation. सूय०२,३,१६; Ar६. देखो ' कूलधम ' शब्द. Vide कूर त्रि. (क्रूर) २; १५:२; निय; बाती. 'कूलधम' निर० ३, ३; भग०११, ६; कर; भयंकर; निदय; घातकी. Cruel; | |V कूव.धा. I. ( कूज ) सुभ पापी. रानाः terrible. नाया. ८; आया० १, ४, २, चिल्लाना. To shout; to bawl aloud. १३२; उत्त० ५, ४; दसा. ६, ४; -ग्गह.. कूवंत. व. कृ. उत्त० १६, ५४; पुं०, (-ग्रह) सूर्य, मगर, शनि, अने कूवमाण. व० कृ. विवा० ७; नाया० १८: રાહુ એ ચાર ગ્રહ જ્યોતિઃ શાત્ર પ્રમાણે ક્રૂર कूव. न. ( * ) यारा गयेसी १२तुने us वाय छे. सूर्य; मंगल; शनि और राहु पाछी वाणवा पारे 45 . चुराई गई वस्तु ये चारों ग्रह ज्योतिष शास्त्रानुसार क्रूर ग्रह कहे को फिर प्राप्त करने के लिये उतारु होना. जाते है. any of the four planets Act of helping a man in res. viz. the Sun, Mars, Saturn and cuing his stolen property. Rāhu regarded in scriptures 'जएणं अहं अमर कंका रायहाणी दोवतीए as cruel. गणि० १६; कूवं गच्छामि" नाया० १६; कूरत्ता. न. (क्रूरता ) ती नामे पन.कूव. पुं० (कूप ) को. कुआ. A well. २५तिनु २५३५. लालकनेर नामक वृक्ष का __नाया० २, ८; जीवा० ३, ३; पंचा०६, ४२; * मा पृष्ट १२ १५नी ५८नोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (:) Vitle foot-note (*) p. 15th. Page #525 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कूवय] ( ५१७ ) [ के उभूअ-य --णाश्र. न० ( -ज्ञात) यानुं - विवा० २; दसा० ६, ४, ७, १; भग० २, १; दृष्टांत. कूए का दृष्टांत -उदाहरण. an २,५; ३, ३, ६, 18, १; १३, ७, १८, illustration of a well, e. g. in १; नाया० १, २, ८:१२; १४; १७; दस०५, a story. पंचा० ४, 10: ददुर. पुं० 1, १५; क. गं. ३, १३; सम० ३०; (--दर्दुर )वाना १.३१. कुए का मेंढक १ पन्न. 1; पिं. नि. १७ नाया. १६; frog in the well. नाया० ८; - मह. देसा. ३, १२, १३: मु. च० १५, ६७ पुं० (-मह) यानो महोत्स५. कूए का राय. १, १, ४, ८; क्व० १०, १; वेय. १, HEEGE. a festival connected ३७, पन्न. ३५; भग०८, १; दस. ३, १४; with u well. भग० ६,३३, के उ. पुं० (कंतु ) तु नामनेो . केतु कूवय. पुं० (कपक)या थन; १६५ #1H FJDE. A pinnet so named. यानी येन थालसो जहाज या नाव ओव० २५; सू० १० २०; राय. २०८; (२) के मध्य का खंभा. The main.imast चत. ध्वजा. Hay. (३) यिन; of a ship. ओव० २१: । निशान. चिन्ह; निशान. ॥ sign; । कृविय. पुं० ( * ) यास) गयेसी १२तुनी signal. काप० ३, ५ राय • १२.३ः पारे याना२. चुराई हुई वस्तु को लाने के जीवा० ३, ४, अोव. नाया. 15 लिये उद्यत होने वाला One who helps केउप्रय. . ( केतुक ) ३ समुद्रनी another in rescuing stolen મધ્યમાં દક્ષિણ દિશામાં રહેલ કેતુક નામને property. तंदु. पि. नि० ११६; भापतानाशा. लवण समुद्र के मध्य में -~-बल. न० (-बख)पार ५९५ १९४२. दक्षिण दिशा की और केतुक नाम का महा युद्ध पर गया हुश्रा सैन्य. an auxiliary पाताल कलशा. 'The Mahapatale it!my coming its id reinforce prot named Ketuk: vituated in ment. “ सुबहुस्स विकुविय बलस्स प्राग the middle of Lavana oceli यस्सदुपसंसया विहोत्था " नाया. १८; in the south. ठा० ४, ५, जीवा , ३, ४; कूहणत्ता. स्त्री. ( कूहए व ) १९९५ पनर पनि. | के. सं० कृ० अ० ( क्रीत्वा) यानी सधने. 4. कुहन वनस्पतिपना. State of be.} खरीद कर; माल ल कर Having thought. ing the vegetation called विशे. १४३५ ____Kuhana. सूय ० २, ३, १६:। के उग. पुं० ( केतुक) तुॐ नमानी सवय केपण. न० ( केतन ) । १२तु: धनुनी समुद्रमांना दक्षिण त२५ना पातासशी. मान करे. टेढा वस्तु; धनध्य की कमान लवण समुद्र के दक्षिणकी ओर का केतुक वगैरह. Anything curved in नामका पाताल कलशा. The Patala shape i. e. a bow etc. ठा० ४, २; pot Ketuka situated in the केह. अ. (कश्रित ) मे. कोई एक. youth of Lavana ocoal.सम० ५२; Soine one. “ केइ राया रायपुत्तो " केउभू-य. न० ( केतुभूत ) सि सेलिया * गुमे। १४ १२ १५ नी ५८नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot.note ( * ) p. 15th. Page #526 -------------------------------------------------------------------------- ________________ के उमई ] ( ५१८ ) [ केतुमई અને મણુસ્સ સેણિઆ પરિકમને પાંચ उस देश का निवासी. a resident of ભેદ અને પુષ્ટ સેણિઆદિ પાંચ પરિકમને that country. पन्न. १; पण्ह• १, १; सातभाले सिद्धश्रेणी और मनुष्य परिकर्म राय. २०५; का पांचवां भेद और पुष्ट श्रेणि आदि पांच | केकयद्ध. पुं० (केकयाई)देशना परिकर्मों का सातवां भेद. The fifth लाग; ५२३शी शनने शि. केकय देश का division of Siddha Seņiã and अर्द्धभाग; परदेशी राजा का देश. The Manussa Senia and the 7th half of the Kekaya country; division of the five Parikarmas the dominion of the king viz. Puttha Senia ete. नंदी० ५६; named Pardesi. राय. २०५; सम० १२: केकाइय. न. ( केकायित ) भोरतो श६. के उमई. स्त्री. ( केतुमती ) नि२ हेरताना / मयूर का शब्द. The cry of a peaनिरनी मा ५८२॥ी. किन्नर देवताओं के cock. नाया०३; इंद्र किश्वर की द्वितीय पट्टरानी. The | केकारव. पु. ( केकारव) मारने २६. मयूर second crowned queen of Kin- ___ का शब्द. The cry of a peacock. nara, the Indra of Kinnara नाया. १; gods. भग.१०,५; ठा० ४,१; नाया० ध०५; | केकय. पुं. (केकय्य ) १४५ नामनो अनार्य केऊर. पुं० (केयूर) log iय से मान- देश. कैकय नाम का अनार्य देश. Narme of २९. बाजूबंध; एक आभूषण. An orna- amuncivilised country.प्रव०१५६८; ment worn on the arm. भग. १, केक्कारव. पुं० (केकारव) मे। “केकारव" ३३: नाया० १; राय. २७; १८६; निसी० श... देखो " केकारव " शब्द. Vide ७, ८; कप्प. २, १४; जं. प० ५, ११५ ___ " केकारव" नाया. ३; केकई. स्त्री० ( कैकयी केकयानां राजा कैकय: केणह. अ. (केनचित् ) से पल. किसी ने तस्येयः) यी-आउभा पासुहेपनी माता. भी. By any body; by some body कैकेयी- पाठवें वासुदेव की माता. Name or other. दस०५, १, ४३; जं.प.नाया. of the mother of the 8th २,८; १६; भग१५, १; Vasudevd. सम०५० २३५; (२) पश्रिम | केतई. स्त्री. ( केतकी ) 31४ी. केतकी. A મહાવિદેહની સલિલાવતી વિજયની વીતકા ' flowering plant go named. भग. नगरीd vilaj नाम. पश्चिम महाविदेह १५,६;--पुड. पुं० (-पुट) तीन ५.. सलिलावती विजयकी वीतशोका नगरी का केतकी का पुड़ा. A packet of Ketaki. दूसरा नाम. the other name of the भग० १५, ६; . city Vitaśokū of Salilâvati केतु. पुं० (केतु) ८८मा अनुं नाम. ८८वें Vijaya in the western Mahā. ग्रह का नाम. Name of 88th con. videha. सम stellation. सू०प० २०; केकय. पुं० (केकय ) ४५ नामनेमेहेश. केतुमई. स्त्री० (कंतुमती) निरनी भी सानु केकय नाम का एक देश. A country of नाम. किन्नर की दूसरी रानी का नाम. this name. (२) त्रि. ते शना २वासी. | Name of the second queen of Page #527 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केदार] ( ५१६ ) [केलास - Kinnara. भग. १०, ५; sieve or a ocean and the other केदार. न.(केदार) यारो. क्यारी. A basin like that of a greed. आया० १, ३, of water etc. purposely made २, ११३; in a field or a garden. नाया. ७ | कयति. पुं० (केतकी) ३५७र्नु पक्ष. केवडे का केमहाल. त्रि. ( कियन्महत्) हुं हाटुं. | मार. A Kevada tree. भग०२ २, १; कितना मोटा. How much big. जं| केयन्व. त्रि० ( ऋतम्य ) से; परीयु. लेना; प. ७, १३४, ___ खरीदना. Purchasing; buying. केय. न० (केतन कित निवास-किरयते उष्य- उत्त०३५, १५ तेऽस्मिबिति ) ; घर. गृह; घर. A केयाघडिया. त्री० ( * )ोरीत छ। house. "केयं गिहत्ति सहतेब' प्रव०१६६; या घडी. रस्सी से बांधी हुई घडी. A केयामह. न. (केकयाई):५५ शनी अर्धा clock fastened to the end of a स. केकय देश का अदभाग-प्राधा हिस्सा. _string. भग० १३, ८; The half of the country केयार. पुं० (केदार) अनiorat यारा. अनाज Kokaya. " सेवियाम नयरी, व्यइमई का क्यारा. Plots of corn. नाया. ७; पारिभावि"पष. १; केवावंती. भ. (केचन) सा मे. कितने फेयई.सी.(सकी) तिकी औ. केतकी एक. A certain number. पाया० १, का मार. The Ketaki plant. राय. ४, २, १३३ पत्र.जीबा.३,४ मन.,२; -पुर. पु. केयर. पुं. (केयूर) १ ५. बाजूबंध. An (-पुट)ताना ५31. केतकीका गट्ठाडल. ornament worn on the arm. . packet of Ketaki. नाया० १७; / ओव. १२; जीवा. ३, ३; प्रव० १५८६; केयकंदली.बी. (केसमंदसी) मे जतन केरिस. त्रि. ( कोश ) : वा प्रार: 5. एक जाति का कंद. A kind of bul-1 ना.कैसा; किस तरह का; किस सरीखा. bous root. उत्त० ३६, १७, Of what sort or natnre. उत्त २३, केयण. न. (केतन) धनुष्यनी मान. धनुष्य ११; पण०१७ विशे०३२६; भग० १,१,२,५; की कमान. The wooden bow उत्त. ३,१:संत्या.३१%; जीवा०३,३;"मणुमावे ३, २१: (२) मत्स्य पंधन: 6M मत्स्य केडिस बुत्ते" सू० ५० १; जं. ५० १, २१; बंधन; जान-फांस. & net; a snare. | केरिस-य. त्रि. (कशिक )g? या सूब.१,३,१, १३; (३) मानुतन:- प्रानुं ? कैसा? किसतरह का? Of what 1-०५ तन-यालिनी अया समुद्र, sort or uature. नाया०८; जं. प. २-40 लन-सानेगा . दो प्रकार का केतन. निर० १, १; भग० ६, ५, ७, ५, ६, १२, १-द्रव्य केतन-चालिनी अथवा समुद्र, २-भाव | ६; १३, ४, १५, १; १९,३ केतन-लोभा . a Ketana of two | केलास. पुं० (केबास) मतगत सूचना ॥ sorts viz. one like that of a वगना सातभा अध्ययन नाम. अंतगर * शुमा ५४ १२ १५ नी ५टनार (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #528 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केलास] ( ५२० ) [ केवल सूत्र के छटे वर्ग के सातवें अध्ययन का नाम.. केलि. स्त्री० (केलि)ी मेल; रमत. क्रीड़ा; Name of the 7th chapter | चेष्टा; रमत; खल. Play; recreation. of the 6th section of Antagada ओव. २४; पन्न. २; प्रव० ४३६; Sutra. अंत. ६,७; (२) सातन नगर केली स्त्री. (कदली) नुं वृक्ष; . केले નિવાસી એક ગાથાપતિ કે જેણે મહાવીર સ્વામી का वृक्ष; केला. A plantain tree. સમીપે દીક્ષા લઇ બાર વરસની પ્રવજ્યા પાળી भत्त० १४४, વિપુલ પર્વત ઉપર સંથારે કરી સિદ્ધિ મેળવી. केवइथ य. त्रि. ( कियत् ) मुं; १८६ साकेतन नगर के निवासि एक गाथापति, कि प्रमाणन कितना ? कितने प्रमाण का ? जिसने महावीर स्वामी के पास दीक्षा लेकर How much. ओव०३८; पन्न. ४; ओघ. बारह वर्ष तक संयम पाल विपुल पर्वत पर | नि०१५३;सू०प०१;ठा०३, १; अणुजो०१४०; संथारा कर मोक्ष प्राप्त किया. a merchant नाया. १३; भग• १,१२, ५, ३. १;; of Saketana city who took ५,२;८; ६, ५, ८, ९, १; २, ८, १०, ११, Diksá from Mahāvira Swami, १, १२, ४, १४, ८, १६, १; १६, ३; observed it for 12 years and ६, ७, २४, १; १२, २५, ६; ४१, १:नाग. perforining Santhārā on the ध. जंप० २,२५, ७, १३६, ७, १४६. Vipula inount, attained salva- ६, १२५; ७, १३२; 1, १६, ७, १३१; tion. अंत० ६, ७; ( 3 ) राहुना नवमा केवचिरं. अ. (कियञ्चिह) सोनाम मत; प्रारना पुरसनु नाम. राहु के नवे प्रकार के ५i सुश्री ? कितना लम्बा समय; कबतक ? पुद्गल का नाम. name of the 3th How long; how far. जीवा.१; राय० variety of the molecule of १४६; भग. २, ५, ३, ३, ८, २, ०१. Rahu. सू. प० २०; ६. ज. प. ५, १७५; केलास. पुं. (कैलास) सास नामको पर्वत केचिरं . ( कियधिरं )ो मत. मे३ पर्वत. कैलास नामका पर्वत: मेरु पर्वत. कितना समय How much tinre. Name of a mountain; the असुजो• १ भग. २५, ४; पन्न. १८; mount Meru. (२) ओरना तासानो केवधेरिण. अ. ( कियधिरेण) से यमते. पर्वत. कुबेर के अधीन पर्वत. the moun- कितने समय में. In how much time. tain bolonging to Kubera. Gigol ___ अंत. ६, १५; भग० २,१; (३)सव समुद्रमा पश्रिम हिशामे ४२००० केवतिय. त्रि. ( कियत्) । “कंवा" જેજન ઉપર આવેલ અણુસંધર દેવને श६. देखो " केबइम " शब्द. Vide निवास पर्वत, लवण समुद्र में पश्चिम दिशा " केव " सू० ५० १; १९; जीवा० १; की ओर ४२००० योजन दूर अनुवेलंधर भग० १, १०, ११,१; देवता का निवास स्थान पर्वत. the moun- केवल. ल. ( केवल ) से पूरा परिपूर tain abode of Anuvelandhara __ संपूर्ण; परिपूर्ण. Full; complete. दसा. gods situated at a distance of ६, २; भग. १, ४; १८५, ५, ७, ८, 42000 Yojanas in the west, in १, ३१, १०, ५; १५, १, १८, ३, पिं० Tavana ocean. ठा. ४, २; नि० २११; नाया. ५; १६; उत्त० ३३, ४; Page #529 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केवल ] ( २ ) मेडलु ज्ञान; ठेवण ज्ञान. अकेला ज्ञान; केवल ज्ञान. perfect knowledge. नाया० ८ पन्न० १; २०; ३६; विशे० ८४; ४१८; पिं० नि० ३०; भग० १६, ६; क० गं० १, ४, ८, १०, ४, १४; जं० प० ७, १६०; ( 3 ) }वसे हर्शन. केवल दर्शन. Kevala Darsana; perfect understanding. क० गं० ४, ४५; - श्रालेोश्र. पुं० (-आलोक ) डेवल ज्ञान; परिपूर्ण ज्ञान. केवल ज्ञान; परिपूर्ण ज्ञान; ब्रह्मज्ञान. perfect knowledge. पिं० नि० ४७६; न० -जुअल न० ( -युगल ) डेवल युगल; देवलज्ञान तथा डेवन दर्शन केवल द्वय; केवल ज्ञान और केवल दर्शन. a pair of Kevala Jñana and Kevala Darsan क० गं० ४, ६८; -- दुग. ब० ( - डिक) डेवल ज्ञान तथा डेवल दर्शन. केवल ज्ञान तथा केबल दर्शन. perfect knowledge and perfect vision. क. गं. ३, १३; ४, ८ २० – - दुगूण. त्रि. ( - द्विकोन ) देव द्वि: २द्धित. केवल द्विक- केवल ज्ञान और केवल दर्शनसे रहित. devoid of a pair of Kevala. क० गं० ४, ३४; -- परियाय- ग. ( - पर्याय ) देववज्ञानना पर्याय. केवल ज्ञान की पर्याय. molecules of Kevala Jñāna. दसा० १०, ११; भग० १५, १: --मरण. न० ( - मरण ) देवाज्ञान सहित भर. केवल ज्ञान सहित मृत्यु. death accompanied with Kevala Jñāna. ( २ ) देव - अद्वितीय भरलु; पंडित भरगु. अनोखी मृत्यु; पंडित मरण. good death; death in & proper way. दसा० ५, २६, २७ - वरणादंसण न० (-वरज्ञान दर्शनकेवलमभिधानतो वरं ज्ञानान्तरापेक्षया Vol. 1/66. ( ५२१ ) [ केवलणाण प्रधानं ज्ञानं च दर्शनं च ज्ञानदर्शन) प्रधान ठेवणज्ञान रखने ठेवलहर्शन प्रधान केवल - ज्ञान और केवलदर्शन. the chief Kevala Jñana and Kevala DarSalia. नाया० ५८; १४; भग०६, ३१; २५, ११ – सिरी. स्त्री० ( -श्री ) देवलज्ञानरूप लक्ष्मी केवल ज्ञान रूप सम्पत्ति. wealth in the form of Kevala Jñāna चउ० १४; केवलकप्प. त्रि० ( केवल कल्प- केवलः संपूर्ण: कल्पत इति कल्पः स्वकार्यकरणसमर्थो वस्तुरूप इति यावत् केवलश्वासौ कल्पश्वति केवलकल्पः अथवा केवलज्ञानसदृश परिपूर्णता साधर्म्यात् सम्पूर्ण पर्यायो वा केवल कल्प शब्दः ) संपूर्ण देवल ज्ञाननी भाइ परिपूर्ण संपूर्ण केवल ज्ञान की तरह परिपूर्ण. Complete; perfect as Kevala Jñana दसा० १, २४; २५; नाया ० ० ठा० ३, ४; भग० ३, १ ६, ४; नाया० १३; जं० प० ओ० ४२; कप्प० २, १४; केवलणारा. न० ( केवलज्ञान ) देवलज्ञान; સ પૂર્ણ -પરિપૂર્ણ જ્ઞાન; લેાકના સર્વભાવને પ્રત્યક્ષ જણાવણાર જ્ઞાન; જ્ઞાનને પાંચમે प्रा२. केवलज्ञान, सम्पूर्ण ब्रह्म ज्ञान; लोक के समस्त भावों को प्रत्यक्ष जानने वाला ज्ञान; ज्ञान का पांचवां भेद. Perfect knowledge; omniscience; knowledge which reveals every thing; the fifth variety of knowledge. ओव० ० दसा० २, २४, २५ भग० ६, ४, ८, २; नाया० १; - आवरण न० (-श्रावरण ) देवलज्ञाननुं आवरलु-भाग्छाहन; ज्ञानावरणीय र्मनी प्रकृति केवलज्ञान का आच्छादन -आवरण; ज्ञानावरणीय कर्म की एक प्रकृति. obstruction to For Private Personal Use Only Page #530 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केवलणाणि ] Kevala-Jñana; a variety of Jñānāvāraniya Karma. सम० १७; - श्रावरणिज. न ० ( - घावरणीय) देवलज्ञानने भावार उर्भ केवल ज्ञान को दबाने वाला कर्म; ज्ञानावरणीय कर्म की एक प्रकृति. & Karma which obscures Ke - | vala - Jñāna. भग० ६, ३१; - पज्जव. पुं० ( - पर्यव ) देवस ज्ञानना पर्याय. केवल ज्ञान की पर्याय. divisions of Kevala Jñāna. भग० २५, ४; विषय. पुं० ( - विनय ) ठेवल ज्ञान। विनय केवल ज्ञान का विनय modesty in relation to Kevala Jñāna. भग० २५, ७; केवलणाणि पुं० ( केवलज्ञानिन् ) देवलज्ञानी; देवी तीर्थर ने सिद्ध भगवान केवल - ज्ञानी; केवली तीर्थकर और सिद्ध भगवान. An omniscient being; Kevali Tirthankara and Siddha. भग०८, ( ५२२ ) २, १८, १; २६, १; नाया० ८ केवलदंसण. न ० ( केवल दर्शन - केवलेन संपूर्णवस्तुतत्वग्राहकबोध विशेषरूपेश यदर्शन सामान्यांशग्रहणं तस्केवलदर्शनम् ) वस दर्शन, संपूर्ण दर्शन. केवल दर्शन; सम्पूर्ण दर्शन. Kevala Darśana; perfect vision. दा० ५ २४; २५; भग० २, १०; ८, २ जीवा० १; कप्प० १, १ - आवरण. न. ( - आवरण -- - केवलमुक्तस्वरूप तदर्शनं च तस्यावरणं केवलदर्शनावरशाम ) दर्शनावरणीय दर्शनी भेड प्रकृति के જેના ઉદયથી જીવ કેવલદર્શન ન પામે. दर्शनावरणीय कर्म की एक प्रकृति; जिसके उदय से जवि को केवलदर्शन उत्पन्न नहीं होता. a variety of Darśanāvarapiya Karma by the rise of which a soul does not acquire Kevala Darsana. ठा० ६, १: सम० १७; पन्न० २३; उत्त० ३३, ६, केवलदंसणि. पुं० ( केवलदर्शनिन् ) डेवल दर्शनी व केवल दर्शन वाली श्रात्मा. A soul possessed of Kevala Darśana. भग० ६, ३; ठा० ४, ४; केवलनाण न० (केवलज्ञान) लुखे । " केवलसाथ ०६. देखो " केवलणाण " शब्द. Vide " केवल गाण " भग० २ १०८, २; नंदी० १; अणुजो० १; विशे० ७६; दसा ० ७, १२ कप्प० १, १ प्रव० ७०५; -श्रा वरणिज पुं० ( - आावरणीय ) भुग्यो "" केवलणाण यावरणिज ०६. देखो केवलणाण आवरणिज " शब्द. vide कवलखाण आवरणिज " भग० ६, ३१; - पज्जव. पुं० (- पर्यव) देवल ज्ञानता अनंत पर्यव. कंवल ज्ञान के अनंत पर्यव. infinite atoms of Kevala Jñāna. भग० ८, २ - लाड. स्त्री० (-ब्धि) देवलज्ञाननी प्राप्ति केवलज्ञान का प्राप्त होना acquirement of Kevala Jñāna. भग० ८, 2; लदिया. स्त्री० ( लब्धिका ) - ज्ञाननी आप्ति. केवल ज्ञान की प्राप्ति. attainment of Kevala Jñana. भग० ८, २० केवलनाणि. पुं० ( केवलज्ञानिन् ) ग् “ केवलणाणी " शम्६. देखो "केवलणाणी” शब्द Vide केवलणाखी भग० ६, ३; ८, २, ८, ३; कप० ६, १८१ ( २ ) અતીત ઉત્સર્પિણી કાલમાં થયેલ પહેલા तीर्थ:२. अतीत उत्सर्पिणी काल में उत्पन्न हुए प्रथम तीर्थकर the first Tirthankara of the past Utsarpiņi time. प्रव० २६०; केवलि. पुं० ( केवलिन् ) देवलज्ञान धरनार કેવલજ્ઞાની; કેવલી તીર્થંકર અને સિદ્ધ ભગवान् केवलज्ञान रखनेवाले; केवल ज्ञानी; 65 66 Page #531 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केवलि] ( ५२३ ) [केवलि केवली; तीर्थकर और सिद्ध भगवान्. One possessed of perfect knowledge; an omniscient being; Kevali, Tirthańkara and the Siddha. भग०१,४,२,१;५,४,७,७६, ३१, १४, १०; १८, ७ २४, १, २५, ६, ७, दस० ४, २२; पण्ह० २,१; पिं. नि. १५८, नाया. ८; १४; अणुजो० १२७; पन्न० २०, ३; ओव• १०; उवा० ७, १८७; क• गं० १, ४७, ४, ४४, ६, ४; भत्त० १५६% आव. २, १; क०प० २.१५; प्रव०६; ६६५; (२) કેવલ સમુદ્ધાત-સાત સમુદ્ધાતમાંની સાતમી જેમાં બે પ્રકારના વેદનીય કમની બે પ્રકારના નામકર્મની અને બે પ્રકારના ગોત્ર કર્મની | नि। थाय छे. केवल समुद्घात-सात समु । द्धातों में से सातवी, जिससे दो प्रकार के वेदनीय, दो प्रकार के नाम और दो प्रकार के गात्र कमी की निर्जरा होती है. one of the 7 Samudglāts; Kevala Sa. mudghāta; which involves the process of the destruction of 2 sorts of Vedaniya, 2 sorts of Nama Karma and 2 sorts of | Gotra Karmas in a very short time. पन्न. ३६; -श्राराहणा. स्त्री. (-माराधना) अधिशाना, मनमर्यज्ञानी सने उससानीनी आराधना. अवधिज्ञानी, मनपर्यवज्ञानी और केवलज्ञानी की आराधना. devotion or services to the soul possessed of Avadhi Jñāna, Manuparyava Jñana and Kevala Jinana. ठा. २, ४; -उवासग. पुं० ( -उपासक---केवलिनमुपास्तं यः | अवमानाकांक्षीतदुपासनामात्रपरः समसौ केवल्युपासक;) ४१वीन पासना १२नार प्रतधारी श्री. केवली की उपासना करनेवाला| व्रतधारी श्रावक. a householder who has taken the vows of a layman and who renders devotion to a Kevali. भग. ५, ४; १, ३१; -~-उवासिया. स्त्री० (-उपासिका) व. दीनी पासना ४२नारी श्रावि. केवली की उपासना करने वाली श्राविका. a female Jaina householder who worships & Kevali. भग. ६, ३१; ---पराणत्त. त्रि. ( -प्रशस) वणी लगपाननु ५३पेतुं, केवली भगवान द्वारा कथित. prescribed, extolled by the omniscient. राय. २३५; दसा० ७. १२; भग० १, ३१; आव० ४, १; -परि' याग. पुं० ( -पर्यायक ) सज्ञानानी वली तराना अत्या. केवलज्ञानी की केवलीपनेकी हालत. the Kevali. hood of one possessed of Kevala Jnana. नाया. ८; १४, अंत. ५. १; -मरण, न. (मरण ) - पो भरण पाय ते. केवल ज्ञान होते हुए मृत्यु होना. death in the stage of Kevala Jnana. भग• ५, ७, सम. १७ -समुग्धाश्र-य. पुं० (-समुद्रातकेवलिन्यन्तमहभाविपरमपदेभवः समुद्रातः केवलिसमुद्धातः) पक्षी लगवानने ४२ સમુદ્યાત; કેવલ સમુદઘાત-આઠ સમયમાં થતી એક પ્રકારની આત્મ પ્રદેશને વિસ્તારી भने मेरवानी पसिनी लिया. केवली भगवान द्वारा की हुई समुद्धात; केवल समु. द्वात-पाठ समय में होने वाली एक प्रकार की आत्मप्रदेश को फैला कर कर्म नष्ट करने वाली केवला की क्रिया. the Samud. ghāta performed by a Kevali; Kevala Samudghāta, i.e. the activity performed by a Kevali Page #532 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केवलित] ( ५२४ ) [ केस in eight Samayas ( instants) by expanding the molecules of the soul to destroy the Karmas. भग० २, २, ८, ६; २५, ६; सम. ७; - सावग. पुं० ( -भावक ) કવલિભગવાનને શ્રાવક-વચનસાંભલનાર. केवली भगवान का श्रावक-बचन सुनने वाला. an adhereut of an omniscient heing. भग. ६, ३१;--साविया. स्त्री. (-श्राविका) उपसिनावाननी श्रापित. केवली भगवान की श्राविका. a female adherent of an omniscient being भग० १, ३१; केवलित्त. न० ( केवलित्व) रानीपा केवलज्ञानीपना. The state of being An omniscient being. प्रव० १५२१: केवलिय. न. (कैवक्ष्य-केवलस्य भावः केव। ल्यम् ) ५४ २५२५; पाति मनो वियोग केवल स्वरूप; घाति कर्म का नाश. The pierfected stage; absence of Chiti Karmus. विशे० ११८०:२६८१; केवलिय त्रि. (कैवलिक) याज्ञानी सा . केवल ज्ञानी सम्बन्धा. Relating to an omniscient being. “ तं सोयकारी पुडो पोस । संखा इमं केवलीयं समाहिं " सुय० १, १४, १६: ठा० ४, २; नाया. १; केस. पुं० ( क्लेश) से; दु:५. क्लेश; दुःस. Misery; affliction; pain: trouble. विशे. १६११; उत्त० ५, ७ केस. पुं० (केश ) पाण; श. बाल; केश. Hair. श्रोत्र. १०; जीवा० ३, ३, नाया. १; ८: भग. ७, ७: ६:३, २, ४, ७, ६; १, ३३; पन्न. २; उन० १०, २१; आया. २, ८, १६३, सम० ३४; राय. सूय. २, १, ४२; उवा० १, ५१; कप्प• ६, ५७; प्रव० ४११; ४३६: - अलंकार. पुं० (-अल झार-केशाएवालङ्काराः केशालकाराः ) વાળ ઓળવા, પટીયા પાડવા અને તેલ પુલેલ घालते. बाल ओछना; भांग पाडना और तेल फुलेल लगाना. combing of hair. ठा० ४, ५; भग०६, ३३; -म्ग. न० (-अग्र) शने। भयभाग. बाल का अग्रभाग. the tip, point of a hair. भग०३, २, -भूमि. स्त्री. (-भूमि) शनी भूमि; मायानी यामी. बाल की चमडी; सिर का चर्म. the skin of the head. श्रोव० १०; राय. १६४; -मंसु. पुं० (-श्मश्र) माथापना उश सने हठी भु२७. सिर के बाल और डाढी भूच्छ. the hair of the head, moustache and beard. प्रव० १३६४: --रोमनह. न. ( -रोमनख ) माथाना श, शरीर रुवां मने नर, सिर के बाल; शरीर के रोम और नाखन. the hair of the head, furs and nails. प्रव० ४५४; -~-लो. पुं० (-लोच) शने। २५ ५२३.. મસ્તક તથા ડાઢીનાં વાળ હાથેથી ખેચી-- ते. केश का लुंचन करना; मस्तक तथा डाढी के बाल हाथ से खींचकर उखाडना. rooting out of hair; pulling out of hair of the head, heard etc. with the hand. भग० १, उत्त० १६, ३३; "संतसा केस लोएण, बंभचेरपराइया'' सूय. १, ३. १३: निर० ५, १; -वहार. पुं० ( -अपहार ) श-पाकाअनु अ५७२७ ६।२ साढते. केश-बाल श्रादिका परित्याग-बाहर निकाल देना. rooting out of very small hair. क. गं. ५, ८५; -वाणिज. न० (-वाणिज्य ) शिपाया જેને વ્યાપાર; પંદર કર્માદાનમાંને એક केश वाले जीव का व्यापार; पन्द्रह कम मु Page #533 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५२५ ) के संत ] दानों में से एक. dealing in the animals having fur; one of the fifteen Karmādānas. भग० ८, ५ - इत्थ. पुं० ( - हस्त ) देशना हाथ-वेणी; अम्मोडो. बाल का हाथ - वेणी; बाल का गूंथना. a braid of hair. नाया० १; कप्प० ३, ३; पन० १: केसत. पुं० ( केशान्त ) देशना पर्यंत लाग; भाधानी व्याभडी. केश के नीचे का भाग; सिर की चमडी. The root of the hair; the skin from which the hair comes out. राय • १६४; जीवा ० ३; तंदु० केसर. पुं० न० ( केशर ) सनो डेशर, पद्म વગેરે લમાં થતુ કેશના આકારે તતુ. फूल का पराग - केशर; पद्मादि फूलों में उप्तन्न होने वाले केश सरीखे तंतु. The pollen or farina of a flower. नाया ० ४; नंदी ७; जीवा० ३, १ राय ० १३३: ( ૨ ) કમ્પલ્લપુરની બહારના એક ઉદ્યાનसगीयानुं नाभ. कंपिलपुर के बहार के एक बगीचे का नाम name of a garden outside the city of Kampilapura. "अह केसरम्मि उज्जाणे अणगारे तवोधणे जं, प० ३, ६१; ७, १६६; उत्त० १, ३ (३) वृक्षनी ; मुख. वृक्ष की एक जाति; बकुल का झाड. a kind of tree. राय० ५१; ( ४ ) सिंहनादेश सिंह के केश. the mane of a lion. भग० ११, ११, कप्प ० ३, ३५, - श्राडोव. पुं० ( - आटोप) सिंहना देशरानो विस्तार सह के केशों का फैलाव. the expanse of the mane of a lion. मग० ११, ११; कप्प० ३, ३५; - उववेय. पुं० ( - उपपेत ) : प्रेशरथीयुक्त. कमल केशर सहित full of pollen or farina of a lotus. नाया ० १३: For Private [ केसरिया केसरि. पुं० ( केसरिन् ) प्रेसरी (सिद्ध. केशरी सिंह. A lion of high breed. अणुजो ० १३१; पण्ह ० १,४; (२) डेसरी रंगनुं पशु. केशरी रंग का कपडा a cloth of saffron colour. नाया० ५; (३) કેસર નામને દ્રહ; નિલવ ત પર્યંત ઉપરને ६. केसरी नाम का द्रह: नीलवंत पर्वत ऊपर का एक द्रह. a lake of this nanie; a lake situated on the Nilavanta mount जीवा० ३, ४ ठा० २, ३ ( ૪ ) કેસરી–આવતી ચાવીસીના ચેાથા प्रतिवासुदेव. केसरी - श्रागामी काल की चौदमी के चौथे प्रति वासुदेव Kesari, the fourth Prati Vasudeva of the coming cycle. सम० प० २४२३ -- दह. पु० ( दह ) माथी सीतानही નીકળે છે તે નીલવત પર્વત ઉપરને એક ६९. नीलवंत पर्वत के ऊपर का एक वह जिस मे से सीता नदी निकलती है. the lake on the mount Nilavanta from which the river Sitä rises. ठा० ३, ४ सम० ४०००: जं० प० ४, ११०, केसरिया स्त्री० ( केशरिका ) कमीन हाथ પગ સાફ કરવાને સંન્યાસીને રાખવાને લુમनये व उभाव भूमि या हाथ पांव साफ करने के लिये संन्यासी के पास रखने का एक वस्त्र का टुकडा; लकडो पर बांधा हुआ रुमाल. A piece of cloth possessed by an ascetic to brush or cleanse the ground, hauds and feet. भग० ३, २; श्रोव० ३४; ( २ ) ५ त्रा पुल्वानुं साधन; सी. पात्रादि पूंजने का साधन; पूंजणी. a small brush of threads used by an ascetic to cleanse the wooden Personal Use Only Page #534 -------------------------------------------------------------------------- ________________ केसव] ( ५२६ ) [कोउप्र-य utensils. भग० २, १; परह. २, ५; ple of Parsvanātha. भग० २, ५: श्रोध. नि. ६६६; केसि. पुं०(क्लेशिन्) देश वाणी; हु:५ पाणी. केसव. पु. ( केशव ) वासुहेवर्नु नाम. क्लेश वाला; दुःखी. Troubled; afflict कृष्णवासुदेव का नाम. The name of ___ed. विशे० ३१५४; the Krisna Vasudeva. उत्त० २२, | केसिमा.श्री. (केशिका =केशा विद्यन्ते यस्याः २; नाया० १६; जीवा० ३, २; पगह ० १,४; सा केशिका) माथा ५२ पाश राव. केसवुहि. स्रो० ( केशवृष्टि ) श-पासनी वृष्टि नारी स्त्री. सिर पर लम्बे केश रखने वाली 3री मतावानी विधा. केश-वालों की वृष्टि __स्त्री. A woman having long hair दिखलाने वाली विद्या. The lore of on the head. सूय० १, ४, २, ३; making a shower of hair fall. | केसी.बी. (कीरशी)पी; 41 रनी. सूय० २, २, २७; (२) श-वासनी वृष्टि कैसी; किस तरह की; (स्त्री). Of what केश-वालों की वृष्टि. a shower of sort. अणुजो० १२८; hair. प्रव० १४६७: १ कोत्रासित्र. त्रि. ( * ) पानी ? केसि. पुं० ( केशिन् ) परदेशी ने सभी- विसेस. पद्म-कमल की तरह विकसित. વનાર પાશ્વ પ્રભુના સંતાનીયા; એ નામના . Blown as a lotus. श्रीव. १.; जं. એક કુમાર સમણુ-કુમારાવસ્થામાં પ્રવજયા | प० २, सीधेश महात्मा परदेशी राजा को समझाने | कोई. श्र० ( कश्रित ) ० मे. काई भी. वाले पाचप्रभु के संतानिया; इस नाम के एक Certain, some one. नाया. ७सु.. कुंवार श्रमण कुंवारावस्था में दीक्षित हुए। च. ४, १८८; दस० ५, १, १६; भत्त०३८; महान्मा. A disciple of Pirsva | कोइल पुं. स्त्री. ( कोकिल ) 141; वसंत nāth who had given advice to ઋતુમાં પંચમ સ્વરે મધુર અવાજ કરતું Pardesi king. उत्त०२३, २;राय०२१५; से पक्षी. कोयल; वसंत ऋतु में पंचम स्वर भग० ११, ११; उवा० ८, २४६; निर० ५, से मधुर मावाज करने वाला एक पक्षी. A १: (२) शाभार; आयन रागनी cukco0. सु. च. २, १३६; जीवा० मानेश. केशीकुंवार; उदायन राजा का भानेज. ३, ३; नाया० ५८; जं० ५० निर० ५, १; the prince named Kesī; the उत्त० ३४, ६; अणुजो० १२८; ओव० ठा० nephew of king Udayana. भग. १३. ६; उवा० ८, २४६; (३) केशी--कोइलच्छय. पुं० (कोकिलच्छद) तह : वासुदेव. Kesi Vasudeva. प्रव० ४२३; / नामनामे वनस्पति तेल कंटक नाम की -सामि. पुं० (-स्वामिन् ) शी भा२-श्री एक वनस्पति. A kind of vegetation, पावनाय स्वामिना शिष्यानुशिष्य. केशी पन्न. १५ कुंवार-श्री पार्श्वनाथ स्वामि के शिष्यानुशिष्य. कोउप-य. न. (कौतुक) Brea. कुतुहल. Kesi Kumāra the grand-disci- | ___ Curiosity. भग. ७, १; सू० प० २० * शुमो ४ नाप२ १५ नी टनाट (*) देखा पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #535 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५२७ ) कोउग ] सु० च० १३, ४३; प्रव० १११; ६५१; कप्प ० ४, ६७, ( २ ) गर्भाधानाहि संस्२; महोत्सव विशेष. गर्भाधान आदि संस्कार; महोत्सव विशेष. ceremony relating to pregnancy. भग० ११, ११, राय ० २८; ( ३ ) उतार आढव वगेरे तु र्भ भूत उतारने आदि का कौतुक कर्म. an observance to get rid of the obses. sion by a ghost. सूय० २, २, ५५; ( ४ ) रक्षा; रक्षणु. रक्षा; रक्षण. protection. जं० प० ३, ४३; ( ५ ) भंगण दिया; उपासे तिस २ ते. मांगलिक क्रिया; कपाल पर कंकु भादिका तिलक लगाना. &n auspicious action; an auspi- |को ऊहलिल. त्रि० ( कौतूहलिक ) कुतुहली; भशः रे। मस्करा; हंसी करनेवाला. A joker; & buffoon. ओघ • नि० भा० ११३; कोकण. पुं० (कोण-कोण एव कौङ्कणः ) नामनो देश इस नाम का एक देश. A country of this name. 3.190 नि० भा० २३३; cious mark on the fore-head. ज० प० भग० २, ५, ६, ३३; उत्त० २२, £; ओव० ११, २७; कम्म. न० ( -कर्मन् ) मंगल-सौभाग्य भाटे उपासे तिझड ५२५ ते. मंगल - सौभाग्य के लिये कपाल पर कंकू आदि का तिलक लगाना. the act of making an auspicious mark on the fore head. नाया० १४; निसी० १३, १२; कारक. त्रि० ( कारक ) तु १२नार. कौतुक - तमाशा करने वाला an enchanter; joker. ओव ०४ १; a कोउग न० ( कौतुक ) लुभे। " कोउश्र - य" २६. देखो " कोउश्रय " शब्द. Vide "काउन-य" 'सु०च०६, ८४; पंचा० १३, २४; कोउय. पुं० (कौतुक) लुभे। "काउछ " श६. देखो "कोड" शब्द. Vide कोउश्र" नाया • १; कोउइल न० ( कौतूहल ) अतुङ, तुलस; उत्सुकुता. कौतुक, कुतुहल; उत्सुकता. Eagerness; curiosity. ओव००३८; भग० ६, ३३: निसी० ३, ५; जीवा ० [ कोंच ३, ३ राय० ४०१ - वडिया. स्त्री० ( - प्रतिज्ञा ) तु निभित्ते. कुतुहल के लिये. for the sake of curiosity. राय० निसी० १७, १; कोऊहल. पुं० ( कुतूहल ) अतु; उतुहल. कौतुक भाव. कौतुहल. Curiosity. भग० १, १, ( २ ) अभुक्त भोगनी छ भने भुक्त भोगना स्मृति अभुक्त भोग की घाsitar और भुक्त भोग की स्मृति desire for a thing that is never tasted and remembering of things that are tasted. जं० प०५, ११५; उत्त० १५, ६; कोकणग. त्रि० ( कोंकणक ) अणु हेशने। रडेवासि कोकन देश का निवासी. A resident of Kokana. पन० १; पराइ • १, १; ५, १ पन० १; नाया ० ; ; राय • उत्त० १४, ३६; कोच. पुं० ( क्रौञ्च ) हौं पक्षी. क्रौंच पक्षी. A heron. निर० ठा० ७, १; जं० प० ५४; जीवा० ३, ३; श्रोव ० १० ३४; छच सारसा कोंचा ऐसायं सप्तमं गया " ठा० ७; (२) य देशनो रहेवासी. कोच देश का रहनेवाला. & resident of Kroñcha country. परह ० १, १; पश्न० १; — धारव. पुं० (-धारव ) मैं पक्षीना व भावान. क्रौंच पक्षी जैसा आवाज. & sound resembling that of a heron. जं०प०३, ५३; - श्रासण. न० For Private Personal Use Only Page #536 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कॉटल] ( ५२८ ) [ कोटि (-पासन) से तनुं सासन. एक प्रकारका १, १; आया. २; १, ५, २७, जीवा०३; ३; श्रासन. a kind of bodily posture. | नाया० १; पन्न. १; जीवा० ३; भग. ११, ११; -स्सर. त्रि. कोकणय. न. (कोकनद-कोकान् चक्रवाकान् ( -स्वर-क्रौञ्जस्येवाप्रयासेन विनिर्गतोऽपि नदति नादयदि वेति ) सास भस. लाल दीर्घदेशव्यापी स्वरो येषां ते कौञ्चस्वराः) कमल) A red lotus. पन. १; सूय. छाय पक्षीना स२ मा मधु२ २५२पासा. २, ३, १८ क्रौंच पक्षी के सदृश मधुर स्वर वाला. (one) | कोकासि-य. त्रि० ( * ) आस-दाद having a melodious voice as | भरनी ? विसित; असत. कोकासthe cry of a heron जीवा० ३; (२) लाल कमल की तरह प्रफुल्लित-विकसित. pिorg भार हेक्तानी विद्यत कुमार | Blown as a red-lotus. जीवा० ३, देव की घंटा. a bell of Vijju Ku.. ३; जं० प. marra. . प. ५, ११९, २, २१; कोकिल. पुं० स्त्री० (काकिल ) कोकिल. पुं० स्त्री. ( कोकिल ) यस पक्षी. कोटलअ. त्रि. ( कौटलक-कौटलं ज्योतिष / कोयल पक्षी. A cuckoo bird. पन्न० १; निमित्तं वा प्रयुक्त इति कोटलकः ) - कोकुइअ. पुं० (कौत्कुचिक) R401.ये। ज्योतिष अथवा निमित्त शास्त्री जनार. १२ना२; Mis. भांड; हास्यमय चेष्टा करने कौटिल्य-ज्योतिष या निमित्त शास्त्र का ज्ञाता. । वाला. A joker. जं. प. One knowing astrology and कोक्कुहश्र. त्रि० (कौत्कुचिक ) Hist : science of omens, " पाणि वहोति । येष्टः ४२नार. भांड की तरह चेष्टा करनेवाला. सुगहणे पउंचणे कोंटल यस्स नितियंतु" | One who acts like a joker. ओघ. नि. भा. २२१ उत्त० ३६, २६१; ओव० ३१; जं० ५० कोडलक. पुं० (कोण्टलक ) मे गत कोच्छ. पुं. (कोरस) मे नामनो में श. प्राणी एक जात का प्राणी. A kind of इस नाम का एक देश. A country of animal. श्रोव० __this name. भग० १५, १; कोत. पुं० (कुन्त ) भाली. भाला. A spear'. | कोच्छभरि. पुं० (कुस्तुम्बरि ) मे गत जं. १० -ग. न. (-अन) लखानी धान्य. एक जाति का धान्य. A kind of Ajी. भाला की नोक. the point of | eom. जं. प. a speur. नाया. १६; कोज. पुं० ( कुब्ज) ४४-मे तनुं 3. कोंतिय. पुं० ( कौन्तिक) मे तनुं धास. एक जाति का झाड. A kind of tree. एक जाति का धास. A kind of grass. कप्प० ३,३७, नाया०८; भग० २१,६ कोटि. पुं० (कोटि ) मला; अणी. अग्रकोकतिय. पुं० (कोकन्तिक कोको इत्येवं पार. भाग; नोक. The point. जं. प. (२) टतीति ) लुं. कोला. A gourd. ४।७ सया विशेष. करोड; वृहद् संख्या. (२) Aisl. लोमडी. a jackal. परह. | a crore ( numerical figure ). * गुमे। ५४ २०५२ १५ नी ५ट नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #537 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोटिन] ( ५२६ ) [कोह विशे० ४२३; cellar. अणुजो० १३१; ~तल. न. कोटिल्ल. पुं० न० ( कौटिल्य ) ना भु२. ( -तल ) मयतणीयु. नीचे की जमीन; छोटा मुद्गल. A small club. विवा०६; नलघर. a cellar. नाया. १; भग० ६, कोह. धा. II. ( कुट्ट) ने 143 भीन ३३: जं० ५० १; ५२ १६g. दोनों पांव से जमीन पर कूदना. कोट्ट. पुं० (कोष्ठ) 38, पान्य मवाना Jumping on the ground by 81२ 161. कोटा; धान्य भरने का कोठार; lifting both the feet upwards. कोठी. A granary. ठा० ३, ४, भग० (२) उ. कूटनाः बुकनी करना. tor १५, १; १६६.६; नाया. १; जीवा० ३, १; pound. पि. नि. २११; प्रोव. २६ ३८; प्रव. कोट्टिय. सं. कृ. जीवा० ३, १; १००६; (२) ती. कोठा; छाती. कोहेमाण, व. कृ. भग० १५, १; a store room; the breast. जं०५०३, कोटिजमाण. क. वा. व. कृ. जीवा० ३, ४ / ४७; अोव० २१; नाया. १६; (३ ) मे कोट्ट. पुं० ( * ) विक्षो. गढ़; किला. A जतना सुगंधी द्रव्य; ४. एक जाति का fortre3, (२) ५७७ ट . पछा- मुगंधी द्रव्य. a kind of fragrant इना; कूटना. too dash; to pound. . substance. भग. १८, राय. ५५; पणह. १, १; धारणातुं नाम. धारणा का एक नाम. कोकिरिया. स्त्री. ( कोट्टक्रिया) यदि; / name of n Dharami. नंदी. ३३; (५) दुर्गा पोरे २६२५३.५ वी. चंडिका; दुर्गा શરીરની અંદર પલાણ વાલે અવયય; એવા आदि रोदरूप वाली देवियां. The goddess | કાઠા પુરૂષને પાંચ અને અને છ હોય છે, Chandiki ete. भग. ३, १: नाया. मनो अधिछ मा. शरीरके भीतरका ८; अणुजो० २० पीला अवयव; एस पाले कोठे पुरुष के पांच कोट्टणी स्त्री. (* ) १ ५२नी भूमिका तथा स्त्रा के छः होते हैं, एक गर्भ का अधिक किले की भूमि. The courtyard in a होता है. 4 hollow organ in the fortress. जं० प० ३, ४७; body; there are five suci orकोट्टाग पुं० ( * ) सुतार. सुतार; बढई. A gans in the body of a man and carpenter. " कोट्टाग कुलाणि वा गाम- 6 in the body of a woman. तंदु. रक्ख कुलाणिवा" आया. २, १, २, ११; -पाउत्त त्रि. (-प्रागुप्त) मा मेस; कोट्टिम. पुं० ( कुष्टिम ) सोयतायु. जमीन के | ४।२मा २क्षित. भंडार में डाला हुआ; कोठे नीचे का तलघर; नीचे की भूमि. The un. में रक्षित. properly stored. भग० ६, derground floor; a cellas. नाया० १:६, ६; ठा० ३, २, निसी० १७, २२: ६;-कार. त्रि. (-कार)मांयतीयाना वेय. २, ३: -उयगय. पुं० (-उपगत) पनाना२. भाम में तलघर का बनानेवाला. मा प्रदेश २५. कोठे में घुसा हुआ. the architect who constructs : 1 (one) who has entered * गुस। १४ २ १५ नी पटनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Vol. u/67. Page #538 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोह-य] ( ५३० ) [कोडवाणी into a room. भग० ८,७; -पुड. --वुडि. स्त्री० (-वृद्धि) धान्यन हारनी पुं० (-पुट-कोष्टे यःपच्यते वाससमुदायः । लि. धान्य के कोठों की वृद्धि. increment स कोष्ट एव, तस्यपुटा:पुटेकाः कोष्टः | in grain stores. प्रक० १५०८; पुटाः) 36ना-सुगंधी द्रव्यनी ५. सुंएंधी कोट्ठग. पुं० ( कोष्टक) ।सु२०४. कोठा; द्रव्य का पुडा. a packet of a fragr. बुर्ज. A tower; a room. (२) २31. ant substance. नाया० १७; भग० १६, बमा कमरा. a large room. सम०प० ६; जं०प० ४, ८६; -बुद्धि. स्त्री. (-बुद्धि- २१०; जीवा०३, ३; अणुजो० १४८; एन०२; कोष्टकप्रक्षिप्तधान्यमिव यस्य सूत्रायौँ सुधि- ( ૩ ) શ્રાવસ્તી નગરી હારને એક બાગ. रमपि तिष्टतःस को बुद्धिः) हारना या श्रावस्ती नगरी के बाहर का एक उद्यान. a બુદ્ધિ, કઠામાં પડેલા ઘાન્ય જેમ સડે કે બગડે garden outside the city of नाम जान मन पर्यत Srivasti. उत. २३, 3 थाय नहि सेवा प्रारनी बुद्धि-शति. कोठे कोहागार. पु. (कोष्टागार) धान्य . जैसी बुद्धि; कोटे में पड़ा हुभा धान्य सड़ता धान्य घर. कोठार. A room for storया बिगड़ता नहीं वैसे ही प्राप्त हुआ ज्ञान ___ing grain; a granary. निर• १, जीवन पर्यंत नष्ट नहीं होता ऐसी बुद्धि-शक्ति. राय. २०६; २२२; २८२, निसी०८, ५, ६; (one) of great intellect; a kind विशे० १०२७: नाया० १; ७; १४; भग. of intellect which never spoils ११. ; उत्त. ११, २६; श्रोत्र. कप्प. ४, like coru which is stored in a १४.५०२,३०;-माला. पु. (-शाला) granary. श्रोव०विशे०७६; --समुग्ग. हार मान. कोठे का मकान.. house पुं० (-समुदू) ने सी. कबिट का having a granary. निसी० ६, ७; डब्बा. a box made of worxl-apple. / कोहिय. त्रि. ( कोष्टिक) बाणे; गेली ज. प. ३, ४३ः पासेनामे सुंगधी ५ छे ते. सुगंधि कोढ-य. पुं० (कोष्टक) सार्या नगरी ध्य जिसके पास हैं वह; कोठ वाला. ઈશાન ખુણના પુરાતન ઉદ્યાનનું નામ. (One) having a fragrant subसावर्थी नगरी के ईशान कोने के पुरातन stance known as Kotha. farov; उद्यानका नाम. Naine of an old gar- उवा. २६४ den situated to the north east | कोडंड. पुं० (कोदण्ड ) ५. धनुष्य. A of Savarthi city. नामा० १; भग. bow. अंत. ५, १; ६, ३३, १२, १; १५, १; राय०२११; निर० | कोडं. पुं० (कोखम्ब) क्षती नभेशी शामा३, १; उवा०६, १२६; (२) पान्यता हार. मनाय. मुके हुऐ वृक्ष की शाखा का धान्य का कोठा. a store-room for | अग्रभाग. The foremost portion grain; & granary. प्रव० १५१६; of a bent branch of a tree. -चेय. न. (- चैत्य ) सापार्थि नगरीनी | "विसम गिरिक रग कोडंबसविविट्ठा " महारतुंधान. सावर्थी नगरी के बाहर का नाया. १८; बगीचा. & garden situated out | कोडंबाणी. स्त्री. (कौटुम्बिनी) में नामनी side Savarthi city. नाया० ध० २; से शा . इस नाम की एक शाखा. A Page #539 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोडण] [कोडि sect of this name. कप्प० ८; कोडण. न. ( *कोट्टन ) दुटपुं ते. कूटना. Pounding. पण्ह० १, ३, कोडाकोडि. स्त्री० (कोटिकोटि) 13/ । गुए। ४२।७. एक कोडा कोड; करोष को करोड़ से गुण करना. 10000000x 10000000; & crore multiplied hy a erore. ठा० २, ३; भग० ६, ३; १६, ६; जं० प. पन० २३; कोडाल. न. (कोडाल ) १६ नामे से। गोत्र; *मत प्रामानुजात्र. कोडाल नामक गोत्र; ऋषभदत्त, ब्राह्ममा का गोत्र. A | lineage known as Kodāla; the lineage of the Bralumin Risabhadattis. कम्प. १, २; -सगोत. त्रि० (-सगोत्र-कोडालै सम गोत्रं यस्य सः) साख गोत्रमा समेत; १५ गात्र पाणे कोडाल गोत्र में उत्पन्न; कोडाल गोत्र वाला. (one ) born in Kodála lipenge. २, १५, १७६; कोडि. स्त्री. ( कोटि ) ; से सा. (१०००००००) एक करोड़ सी लाख, (१०००००००) One hundred lacs: one crore; 10000000. भग० २, १3 ८; ३, २, ७, १; १३, ६, सु. ५०१, २१८ स. प. १८; जीवा. १; नाया. १,८; श्रणुजा. ११७; उत्त. ८, १५; ठा० २, ४; ओव० ७, १८२; (२) मुशी. कोना. a. corner; an angle. पंचा० १३, २७ राय० १५६; पिं० नि० २४७, ठा. (3) छे।; अन्य प्रदेश. किनारा: अंतिम प्रदेश. end; the region of the l boundary. जं.प. (४) श्रीयारली पार. हथियार को धार. the edge of a weapon. जीवा० ३; राय. २०४; (५) मा; मला नोक; अग्रभाग. point; tip. (६) धनुष्यनी ७. धनुष्य की डोरी. the string of a bow. जीवा० ३, ४ (७) पयमाना मांगा; १२५ અને જેમના સંગથી ઉત્પન્ન થતા વિકલ્પના २. प्रत्याख्यान के भांगे; करण और योग के संयोग से उत्पन्न विकल्प के भेद. divi. sions of Pachchakhanas; प्रव० १६1; - पहुत्त. न. (-पृथक्स्व ) मेथी मां नव सुधी. दो से लगाकर नौ करोड़ तक. from two to nine crores. प्रव० ६३५; -सयपुफुत्त. न. ( -शतपृथक्स्व ) से था मांस नवसें । सुधी. दोसौ करोड से लगा कर नौसो करोड तक. from two hundred crores to nine hundred crores. जे. ५० ६.१२५; भग० २५, ६, -सहस्सपुहत्त. न० (-सहस्रपृथकत्व) બે હજાર કરોડથી માંડીને નવ હજાર કરોડ सुधा. दो हजार करोड़ से लगा कर नौ हजार करोड तक. from two thousand crores ti) nine thousand crores. भा, २५, ६; --सहिय. न० (-पहितकोटीभ्यामकस्य चतुर्थादेरन्तर्विभागोऽपरस्य चतुर्थादेरवारम्भावभाग इत्यव कक्षएाभ्यां सहितं मिलितं कोटिसहितम् ) मे ५२५. ખાણુનો છે કે બીજા પચ્ચખાણ શરૂઆતને મળતો હોય તેવું તપ, દાખલા તરીકે એક માણસે આજે આયંબિલ કર્યું બીજે દિવસે સવારમાં આજનું તપ પુરૂં થતાં બીજું આયંબિલ પચ્ચખે તે પહેલા પચ્ચખાણને છેડે બીજા પચ્ચખાણની શરૂઆત સાથે મ માટે તે તપ કાટિ સહિત તપ કહેવાય. एक प्रत्याख्यान का अंव दूसरे प्रत्याख्यान के प्रारंभ से मिलता हो ऐसा तप; उदाहरणार्थ एक मनुष्य ने आज आयंबिल किया दूसरे दिन सुबह आज की तपस्या पूर्ण होते ही Page #540 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोडिकोडि] [ कोडीदुगमिलनं दूसरा आयंबिल कर ले तो पहिले प्रत्याख्यान | पुरुष. a person belonging too का अंत दूसरे प्रत्याख्यान के प्रारंभ से मिल Kutsa lineage. ठा० ७, १; ( ४ ) जाय इस लिये इस तप को कोटि सहित पसि४ गोत्रनी शापा. वसिष्ट गोत्र की शाखा. तप कहते हैं. a kind of austerity a branch of Vasiştha lineage. the end of which becomes the ठा. ७, १; (५)वसिगरनी शापामांना beginning of another austerity. ५३५. वसिष्ठ गोत्र की शाखावाला पुरुष. a भग. ७, २: ठा० १०: उत्त० ३६, २५३; person of Vasiştha lineage. प्रव. 1818 ठा. ७, १; कोडिकोडि. स्त्री. ( कोटिकोटि ) या कोडिमा स्त्री. ( कोटिमा) धा२ प्रामना " कोडाकोडि" श६. देखो " कोडाकोडि" सातभा भूछना. गंधार ग्राम की सातवी शब्द. Vide " कोडाकोडि" क. प. १.. मूर्छ ना. The 7th note of a musi८२, २, २६; -अंतो. अ. ( -अन्तर् ) cal scale known as Gandhara. रानी स.१२. कोडा काडी के अंदर. अणजो. १२८ less than a crore multiplied कोडियगण. पुं० ( कोटिकगण ) is by a crore. के. गं. ५, ३३; નામનો મહાવીર સ્વામીનો એક ગણ. कोडिगार पुं० ( कोटिकार ) से मारने कौटिक नाम का महावीर स्वामी का एक गण आरी॥२ थायारनी धार सभा ४२ ना२. एक An order of ascetics styled as प्रकार का मिस्त्री; हथियार की धार दुरुस्त Kotika and established by करने वाला. An architect who Mahavir Svami. ठा. : sharpens or grinds the edge of | कोडिल्लय. न. ( कौटिल्लक ) 12 ८५ अथ. a weapon. पन्न. 1 शास्त्र. कौटिल्य का अर्थ शास्त्र. Politicni कोडिण. न. ( कोटिन ) निनामनु में economy founded by Koutily:*. १२. कोटिन नाम का एक नगर. Name अणुजो० ४१: of a city. नाया. १६; कोडी. स्त्री. ( कोटी) रेनी सया: से। कोडिग्रण. न० (कौंडिन्य ) मे नाम जात्र. ant. एककरोड़ की संख्याः सौ लाग्य; इस नाम का एक गोत्र. A lineage of ( १००००००० ). 10000000; (Othe this name. कप्प. ५., १०३; crore; 100 lacs. पन्न. २; अणुजो० कोडिन्न. पुं० ( कौंडिन्य ) न्यनामे महा- १३३; नाया. १: - इसर. पुं० (-ईश्वर ) गिरी मायायना शिष्य, कौडिन्य नाम का बनाय; टिपति-शार. नान्य; महागिरी प्राचार्य का शिष्य. Koundinya, कोडाधिपति-साहुकार. a wealthy the disciple of the preceptor person; &millionaire. सु०च०१,३३; Mahāgiri. कप्प. ८; विशे २३६०: | कोडीदुगमिलण. न. ( कोटिदिकमिलन ) (२) पुत्सगोत्रनी शामा. कुत्स गोत्र की વ્રતને બે છેડાનું મિલાન કરવું તે; शाखा. a branch of Kutsalineage. એક વ્રત પુરું થયું કે તે પાલ્યા વિના બીજનો ठा० ७. १; (३) उत्स गोत्रनी शाला- આરંભ કરવો તે-જેમ ઉપવાસ પુરો થયો भांना पु३५. कुत्स गोत्र की शाखा में उत्पन्न । કે એકઠાણામાં પરખાણ કરવી તે પચ્ચ Page #541 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोडीवरिस] [ कोतव मायनो मे २. व्रत के दोनों किनारों माणुस, नुरी; सेवा. कौटुंम्बिक मनुष्य; का मिलान करना; एक व्रत पूरा हुआ कि हजुरी; सेवक. an attendant of a उसके त्याग न त्यागते दूसरे का प्रारंभ करना, ___family. नाया० १; ८; १४; अग० ६, जैसे उपवास पूर्ण होतेही एकलठाणे के प्रत्या- ३३; विवा०६; निर० १, १; दसा० १०, 1; ख्यान कर लेनाः प्रत्याख्यान का एक भेद. कप्प० ४, ५७, A variety of Pachchukhāņa; | कोड्सग. पुं. ( कोदूषक ) मे तनुं धान्य; joining together of two Pach. ११६२१. एक प्रकार का धान्य. A kind of chakhānas ( vows ) i.e. toj corn. भग० ६, ७, प्रव० १.१३; undertake another vow at the कोढ. ( कुष्ट ) मेघा रोग; द. end of the first. प्रव. १६१: एक प्रकार का रोग: कोद. A kind of कोडीवरिस. न. (कोटिवर्ष ) बाटशनं मे disease; leprosy. नाया. १३: नाम मे ॥२. लाटदेश का इस नाम कोढि. त्रि. ( कुष्ठिन् -कुष्टमष्टादशमेदमस्याका एक नगर. A eity of this name स्तीति कुष्टी ) १८ २ पाणी; हीये; of the country Lata. पन्न० १ कोड रोग वाला; कोठिया. (One ) havकोडीवरिसिया. स्त्री. (कोटिवर्षिका ) मे _ing leprosy. परह, २, ५; आया० १, नामनीमेशामा. इस नाम की एक शाखा. ६, १, १७२: A branch of a certain lineage. कोण. पु. ( कोण ) ॥ ५॥ाना था. वाना बजाने का दस्ता. Thekes ote of कम्प०८ a musicul instruinent. राय, १३०; कोवि. त्रि. ( कुटुम्बिन् ) माना । (२) भुणे!. कोना. a corner; an पाणी. बडे कुटुम्ब वाला. (One) of a angle. प्रव० ६८२; जीवा० ३, १; म. big family. ठा० ३, 1; अणुजा. १३१: प. १; ओघ. नि. भा. १६२: जीवा० ३, १; कोणाल पुं० ( कोणाल ) ७५ विशेष. जीव कोडंबिणी. स्त्री० ( कौटुम्बिनी) टुंगनी थी. विशेष. A kind of living creature. कुटुम्ब की स्त्री. A female member जं. प. of a family. (२) सी. दासा. a कोणालग पुं० (कोणालक) मे Mतर्नु पक्षी. maid servant. भग० ११, ११; एक जाति का पक्षी, A kind of bird. कोडंधिय. पुं० (कौटुम्बिक-कुटुम्बस्याधिपतिः | परह. १, १; कोटुम्मिकः) दंगना नाय. कुटुम्ब का | कोणिय. पुं० (कोणिक) ५। नसरीने। राग: माधिपति नायक. The head of a श्रेशि सबनी पुत्र. चंपा नगरी का राजा; family. अणुजो० १६; राय, २५३; पन्न। श्रेणिक राजा का पुत्र. The king of १६ भग. २, १७, ; उव the city of Champā; the son of नगया. १६; जं. प० (२) सेवन्तु री. the king Srenika नाया० १:६; १६: (२) संवक, हजूरी. a servant; an | भग. ७, attendant. दसा. १०, १; कप्प. ४, | कोतव. न (कौतव) नावातुं मनावमु ५७, पुरिस पुं० (-पुरुष ) गन । सुत्र. चूहे के बाल का बनाया हुआ सूत. A Page #542 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोत्तिय] ( ५३४ ) [कोदाल thread made of the hair of a of three-sensed creature. पन्न.१; rat अणुजो० ३७; कोत्थुभ. पुं० ( कौस्तुभ ) : १२९५. कोत्तिय. पुं. (कात्रिक) भूभ ५२ शयन ४२. गले का आभूषण. An ornament for ना२; iसनी ये 11. भूमि पर सोने the neck: a necklace. ( २ ) वाला; तपस्वी की एक जाति. One who ३वासु बने। तुम नाभनो मी. कृष्ण sleeps on the floor. निर० ३, ३; वासुदेव की कौस्तुभ नाम की मनि. a भग० ११, १; ओव. ३८ gem so named of Krišņa कोत्थ. त्रि. ( कौत्स ) उत्स गोत्रमा उत्पन्न Vasudeva. पन्न. १, ४ थयेद पुरुष-शिवभूति वगेरे. कुत्स गोम्र में | कोत्यह. पु. ( कौस्तुभ ) अभयारमा तीयउत्पन्न पुरुष शिवभूति आदि. Sivabhuti १२ना १सा भएयरनुनाम. ग्यारहवें तार्थंकर etc. born in Kutsa lineage. __ के । ले गणधर का नाम. Name of the ठा० ७, १; Ist Gañadhara of the lith कोत्थ. पुं० (कोष्ट) 31;3 प्रहा. कोठा; उदर ____Tirthankara. प्रव० ३०६: प्रदेश. The stomach; the belly. | कोथंभवञ्च पुं० (कौस्तुम्भवम् ) यमरी. नाया०१; हत्थ. त्रि० (-हस्त कोष्ठे उदर कोथमीर. A kindl of vegetable. प्रदेशे हस्तो यस्य स तथा) 38२ ५२४ाथ निसी, ३, ८ : नागा . जिसका छाती पर हाथ है वह. कोदंड. न० ( कोदण्ड ) धनुष्य. धनुष्य. A (one) with his hand resting how. “कोदंड विप्प मुकेण उसुणा वाम on the breast. “गहिया गार करेणु पादेविद्ध समायो" अंत. ५, भग. ७. १: कोरथ हत्था" नाया. १ | कावाय. पुं० (कुदण्डक) सि13; -यो-५ कोत्थर. पुं० ( * ) 13-1 स. झाड १७. कुत्सित दण्ड; अयाग्य दगड. Inadeको कोचर. A cleft in a tree. सु. ___quate punishment. भग, ११, ११; च० १४, १६; | कोट्सग. पुं० (कारदूषक) मे गत धान्य. कोत्थल. पुं० ( * ) यो यो. गुण; ६२१. एक जाति का धान्य; कोदरा. A थैला. A big bag. उत्त. १६, ४०, kind of corn, भग० २१, 3; पन्न. १; कोत्थलगारिश्रा. स्त्री. ( कोस्थनकारिका ) कोदव. पु. ( कोद्रव ) मे तनुं याधर ७२नारी समरी. मिट्टी का | सपा-५. एक जाति का हलका धान्य, घर बनाने वाली भमरी. A fly which कोदरा. A kind of coru of inferior builds a house of the shape quality. पन. १; विश. १२०४; ओघ. of n bag. ओघ नि० २ १२; नि. भा० ३०७; पिं० नि० १६२; मग० ६. कोत्थलवाहगा. स्त्री. ( कोस्थलवाहिका )। ___७; २१, ३; जं० १० सूय० २, २, ११; प. नद्रियवानी मे Md. त्रण | ७, १; प्रव० ६८२, १.१३% इंद्रिय वाले जीव की एक जाति. A kind | कोहाल. पुं० ( कोदाल ) मे तनुं वृक्ष. * -मे। पृष्ट न२०५२ १५ ना ५८ नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #543 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोहालग] [ कोमुदिया एक जाति का वृक्ष. A kind of tree. science dealing with the ways जं. प. of nourishing the children कोहालग. पुं० (कोद्रालक) मे तनु जार. with milk ete विवा० ७ एक जाति का झाइ. A kind of tree. | कोमारी. श्री. (कौमारी ) भार अवस्थामा भग. ६, ७, जीवा० ३,३ દીક્ષા લીધેલ સાધ્વી; બાલબ્રહચારિણી. कोहालिया. स्त्री. ( कुद्दालिका ) मुछाडी. बाल्यावस्था में दीक्षित हुई आर्जिका; बाल कुल्हाडी. An axe. विना. १ ३, ब्रम्हचारिणी. A woman initiated कोप्पर. पुं० (कूपर)ी . कुहनी; कोना. from the very childhood. भग० The elbow. पंचा० ३, १६ श्रांध० नि० १५,१: भा. २६९; विवा०६; (२) नहीन २. कोमई. स्त्री. (कौमदी ) श्री मा. नदी की गुफा-दर. the cleft or कार्तिककी पूर्णिमा. The full-moonhollow in the river. ओघ०नि०३०; / day of the month of Kärtika, कोमल त्रि. (कोमल ) सुमिता हु. सुको- जं.प. नाया. २; (२) यंद्रप्रसा; यंद्र मल; मृदु. Soft; delicate. नंदी. ४२; ज्योत्स्ना, चंद्रप्रभा; चंद्रज्योत्स्ना the मग २,१; ११, ११; नाया. १, २; moonlight. ओव. -जोगजुत्त. पुं. अणुजो. १६; ओव. विवा० ७ राय. . (-योगयुक्त) अति मासनी पुनमना योग (२) मे गत २१. एक जाति का । पासा कार्तिक मास की पूर्णिमा के योग वाला हिरन. a kind of deer, राय, २३८; ( चंद्र ). (the moon )coexistent -अंगी. स्त्री० (-अंगी) म गाणा. with the full-moon-day of कोमल अंगवाली. a woman having a the month of Kārtika. दस०१, १, delicate body. नाया. ८; -अंबि- १५;-णिसा.स्त्री० (-निशा) अति भासनी लिया. स्त्री. ( -प्राम्लिका ) आयी सांपली. पुनभनी रात्रि. कार्तिक मास की पूर्णिमा की જેમાં આંબલી ન થયા હોય તે કાતરે. Tifat. the night of the full. कच्ची श्रमिला; जिस में गुठला पैदा न | moon-day of the month of हुई है। ऐसी इमली. a kind of raw Kartika. नाया. १; fruit having your taste. प्रव० २४१; | कोमईयभेरी. स्त्री० (कौमुदिकभरी) भुमि -तल. न० (-तल)मस पानुतणीयु. सपनें मेवामित्र.कौमुदी महोत्सव का कोमल पांव की तली. the sole of a । एक नाजा. A kind of musical indelicate feet. भग. १, १; strument. नाया. ५; कोमलिया. स्त्री. (कोमलिका) समक्ष सी.कोमुदिया. स्त्री. (कौमुदिका) मुनि मेरी; सुकोमल स्त्री. A delicate woman. લેકે ને ખબર આપવા માટે મહત્સવ પ્રસંગે नाया• १६; वापानी मेरी पालि. कौमुदिका भेरी; कोमारभिच्च. न. (कौमारभृत्य ) मारने लोगों को सूचना देने के लिये महोत्सव के ક્ષીરાદિક કેવીરીતે વિવું તેનું વર્ણન જેમાં समय नजाने की भेरी- बाजा. A kind of छे से शाल कुमार का क्षीगाद से किस musical instruinent which is प्रकार पोषण करना इस का सास्त्र AI played upon at the time of Page #544 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कौमुदी ] ( ५३६ ) some ceremony for giving कोरना. Carving. निसी० १८, १४; notice to the people. विशे० १४७६; | कोरव पुं० ( कोरक ) |र; भंबरी. मंजरी. Fig. 5. ( sìgår ) arced). gięci. Pollen ( २ ) सि. कली. & bud. ठा० ४, १; Moon-light. जीव ०३, ३; कोयच न० ( कोयत्र ) डायव देशना वस्त्रनी लत. कोशव देश के वस्त्र की एक जाति. A kind of cloth of the Koyava country. नाया० १७: भाया ०२, ५.१, १४५; ( २ ) यत्र नामनो मेहेरा कोयत्र नाम का एक देश. a country of this name. प्रव० १५६८; कोरव. पुं० ( कौरव ) पुरुवंश कुरुवंश. The Kura family. (२) ते वंशमा कन्भेन. उस वंश में उत्पन्न. a person born in this family. भग०६, ३३ पन्न १; राय० २१८६ कोयवि. पुं० ( कोयवि ) रू-सी लरेन २); खुरटी. कपास से भरी हुई रजाई. A quilt. प्रव• ६८५; तर V कोर. धा० II. ( कर ) डार; खोदना; कुतरना. To carve. कोरेई. निसी० १४, ४६; कोरिय. सं० कृ० निसी० १८, ४६; कोरावे. पुं० निसी ० १४, ३०, कोरंट. पुं० ( कोरण्ट ) |रन्ट तनुं श्रे ज; पुसना गुरुवाणुं मे वृक्ष. कोरंट जाति का एक झाड़, फूल के गुच्छेवाला एक वृक्ष. A kind of plant bearing Howers in clusters. पद्म० १: भग० ७, ६; ओत्र० ३१; नाया० १: राय ० ५४; ६६६ उवा० १, १०; जं० प० ५, १२२; - पन्त न० (-पत्र ) अरंट वृक्षना पांडां. कोरंट वृक्ष के पंत, the leaves of & Korants tree. नाया० - बेंट. पुं० ( वृत ) |रंट वृक्षनु हीटुं-प्रिंटड्डु कोरंटवृक्ष का बीट. the stom of s Korants tree. भग० ४२, १; कोरंटग. पुं० ( कोरण्टक ) लुभे। "कोरंट" २६. देखो "कोरंट" शब्द. Vide. "कोरंट" भग० २२, ५: कोरण. न ० ( कोरण ) तर ते नकासनाः For Private [ कोरिलम कोरविश्रा. स्त्री० ( कोरविका ) ग्रामनी भील भूना शड्ज ग्राम की दूसरी मूर्छना. The second note of the musical scale. अजो० १३८; कोरव्व पुं० ( कौरव्य ) ३३ वंशमा उत्पन्न धयेत्र कुरुवंश में उत्पन्न. One born in & Kuru family. श्र० १४; भग० २०, ८; जीवा० ३, १: अणुतो० १३१, प्राय० १२२३; कोरव्विया. स्त्री० ( कौरविका ) 1307 आमनी श्री भूना षड्ज ग्राम की दूसरी भूईमा. Known as Sadaja. ठा० ७, १: कोरिंग. पुं० ( कोरङ्ग ) खेड तनुं पक्षी. एक जाति का पक्षी. A kind of bird. पराह० १ १; कोरिंट. पुं० ( कोर एक ) भेउ लतनुं जाड. एक जाति का झाड. A kind of tree. कप्प ०३, ३७, ४, ६२; जीवा० ३, ४, जं०प० कोरेिंठग. पुं० ( कोरण्टक ) मे तनुं आशी. एक जाति का प्राणी. A kind of crea ture. जं० प० कोटिय. पु. ( कोरण्टक ) : लतनुं झाड. गेंदा; हजारा. A kind of plant. पद्म ० १; कोरिल्ला. त्रि० ( कोरितक ) धुणा लवमे छोरी मधेसुं; तुटी फ्रुटी कथयेयुं. घुन जीवों ने कोर कर खाया हुआ; टूटा फूटा Personal Use Only Page #545 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोल ] जीर्ण. destroyed by insetes which feed themselves by carving a substance. राय० २५७; कोल. पुं० ( कोल ) धुणे ; ६४; डी वगेरे. घुन; उदई चिउंटी इत्यादि. Insects e. g. white ants etc. आया० १, ८; ७, १७; ( २ ) २. बेर. berry. दस • ५. २, २१; आया०२, १, ८, ४३: पिं० नि० ५६१; ( ३ ) ५३:२, भुंड. सुअर pig.] परह० १, १; उत्त०१६, ५४; नाया० ११ – श्रट्ठग न० ( -अस्थिक ) ओरना हडीयो. बेर की गुठली. & stone of & berry. भग० ६, १० – श्रावास पुं० ( --श्रावास ) धुणानुं रहा; अधाधनं स्थान. घुन के रहने का स्थान; उदई का स्थान. residing place of insects e. g. white ants etc. निसी० ७, २१; १३, ४; - चुराण न० ( - चूर्ण) भोर ओर उट्टो. बेर का चूर्गा; बेर कुा. powder of berry fruits. दस० ५ १, ७१; : a कोलंब. पुं० ( कोलम्ब-नसमाग्रभाग) नभेला जाउनी शामानो अग्रभाग झुके हुए झाड़ की डाली का अग्रभाग. The front part of a branch of a tree which is bent विवा० ३; कोलघरिय. त्रि० ( कौलगृहिक ) उसघर सम्भन्धी कुलघर सम्बन्धी Relating to father's house. "कोलघरिए पुरिसे सहाबेह " उवा०८, २४२: कोलव. न० ( कौलव ) अव नामनं त्रीभुं કરણ; દરેક માસના શુકલ પક્ષમાં છઠ્ઠું અને तेरसने दिवसे तथा श्री ने नोमनी राते; તથા કૃષ્ણ પક્ષમાં પાંચમ અને બારસને દિવસે તથા એકમ અને આફ્રેમની રાતે આવતું, સાત ચર કરમાંનું ત્રીજું કરણું. Vol. 11/68 ( ५३७ ) [ कोलालिय कौलव नाम का तीसरा करण; प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की छूट और तेरस के दिन तथा बीज और नवमी की रात, तथा कृष्ण पक्ष की पांचम और बारस का दिन या एकम और आठम की रात पर आनेवाला, सात चर करणों में से तीसरा करण. The third Karana ( division of the day ) called Kaulava; the third of the seven moving ( changing ) divisions of the day, occurring on the 6th and the 13th day and on the night of the 2nd and the 9th day of the bright fortnight of every month; as also on the 5th and the 12th day and on the night of the 1st and the 8th day of the dark fortnight. जं० प० ७ १५.३ विशे० ३३४८; कोलवाल. पुं० ( कोलपाल ) धरोन्द्रना जील લેાકપાલનુ અને ભૂતાનંદ ઇંદ્રના લોકપાળનુ नाम. धरणेंद्र के दूसरे लोकपाल का और भूतानंद इंद्र के लोकपाल का नाम. The name of a Lokapāla, the second of Dharanendra and of Bhūtananda ठा० ४, १; भग० ३, ८; जं० प० कोलसुण-य. पुं० ( कोलशुनक ) भोटु सुव्व२. बडा सूअर. A big pig. आया० २. १, ५, २७; कोलसुराग. पुं० ( कोलशुनक ) भोटुं ३३२. बडा सुअर ( भसूंडा ) A big piy. पन० १; जवा०३, ३; जं० प० परह० १ १; कोलालिय पुं० (कौलालिक - कोलालानि मृद् भाण्डानि पण्यमस्येति कोलालिकः ) भाटीना वासलु पेंशनार; ला२. मिट्टी के बरतनों का व्यौपारी; कुंभकार A potter श्रणुजो • For Private Personal Use Only Page #546 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोलाह ] ( ५३८ ) " य १३१; पन० १; उवा० ७, १६५; ठा० ४, ४ कोलाह. पुं० ( को लाभ) मेड लतने। रेणुवाओ सर्प एक जाति का फनवाला सर्प A kind of hooded serpent. पन० १; कोलाहल. पुं० ( कोलाहल ) शोर मोर; गजराट. कोलाहल; हल्लागुल्ला. An uproar; bustle. नाया० १६; उत्त० ε, ५; ओव० २४; जं प० पन० २; कोलाहलं करे " सूय० १, ६, ३१; भग० ७, ६; उवा० ६, १३६६ – पिय. त्र० ( - प्रिय ) असाझ छे प्रिय भेने ते जिसे | कोविश्र - य. त्रि० ( काविद ) पंडित, पंडित. कोलाहल प्रिय है वह. ( one ) appre Learned प्रया० १, ५, १; ciating bustle. नाया० १६; कोस. पुं० ( क्रोश ) गाऊ मे भर धनुष्य कोलाहलगभूय. त्रि० ( कोलाहलक भूत- प्रमाणु क्षेत्र; स. गाउ: दो हजार घनुष्य कोलाहल एव कोलाहलकः स भूतो जातोऽ- प्रमाण क्षेत्र; कोस. A distance of two स्मिन्तत् कोलाहलक भूतम् ) डालस भय. miles; a distance equal to 2000 कोलाहल सहित Full of bustle. Dhanusyas ( a measure of length ) उत्त० ३६, ६१; श्र०४२: जं० प० भग० २, ८, पन्न० ३६: जीवा ० ३ १; प्रव• ४६२; (२) यांना डोसे आँख की पुतली. the pupil of the eye. अणत. ३, १; (3) लघुनीत - पेशाय उरवानुं हाभ. लघुनीत - पेशाब करने का बर्तन a pot for passing urine in. सूर्य १, ४, २, १२; (४) अधोरे गर्भाशय, गर्भ स्थान. & womb तंदु ० ८; ( ५ ) भंडारा भंडार; खजाना. & store; a treasury. जं० प० ७. १६५; राय० १६२: २०६; २२२ २८२; नाया० १; १४; निर० १, १; भग० ११, ६; उत्त० ६, ४६; ओव० कप० ४, ५६ ( ६ ) उभसतो डोडो. कमल की फली. a lotus pod. पंचा०३, १६; – दुग न० (-डिक) ये गाउ दो कोस. two miles. प्रव० ८१६; - श्रगार. पुं - अगार ) (२: मला भंडार; खजाना treasure; जं० प० २, ३६; भग० ७, ५ कोलुराण. न ० ( कारुण्ण ) ६५|; ४रुणुा. दया; करुणा. Mercy; pity. निसी ० १२, १; -पडिया. स्त्री० ( प्रतिज्ञा ) अनुपा निमित्त: ३ भाटे. दया के लिये करुणार्थ. for the sake of mercy. निसी० १२, १३ * कोलेज्जा. स्त्री० (श्रवोवृत्त खाता कारकोष्टिका विशेष ) नीचे मासी भने उपर ना भारनी डोही नीचे बोतल और ऊपर खन्दक के प्राकर वाली कोठी. A conical shaped pot. श्राया० २, १७, ३७; कोल. पुं० ( कोल ) डोसवृक्ष. कोलवृक्ष. A Kola tree. कप्प० ३, ३७; कोल्लाय. पुं० ( कोएलाक ) असा नामनो संनिवेश-गाम. कौलाक नाम का संनिवेशA neighbouring village named Kollāka. भग० १५, १; ग्राम उवा० १, ८० [ कोस कोव. पुं० ( कोप) द्वीप, अप क्रोध; कांप. Anger; enragement. पिं०नि०२१२; सम० ५२; भग० १२, २; - घर. न० (गृह) पवनुं धर; साधने मेसे ते स्थान कोप स्थान; कोवित होकर जहां जा बैठे वह जगह. resorting place of one who is enraged त्रिवा०; - सीलया. स्त्री० (-शीलता) होधी स्वभाव. क्रोधी स्वभाव. high temperament. For Private Personal Use Only Page #547 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोसंव] ( ५३६ ) [कोसिकार store.ज.प.-प्राकार. पुं० (-आकार) पासण. एक जाति का बर्तन. A kind of भरोशनी गति. कमल की फली सी pot. “सरावं सिवा रिडिमंसिवा कोसंग श्राकृति. the shape of a lotus pod. सिवा" अाया० २, १, ११, ६२; प्रव०६८३: पंचा० ३, १६: कोसल. पुं. (कोशल) सश; श्रीवृशन. कोसंब पुं. (कौशम्ब) Rथा पांड मथुरा દેવ ભગવાનના વશમાં પુત્રના ભાગમાં જતાં વચ્ચે આવતું એ નામનું એક વન કે आवेस श. कौशल देश; श्री ऋषभदेव જેમાં જરાકુમારે કૃષ્ણ મહારાજને હરણની भगवान के चौवीसवें पुत्र के हिस्से में आया श्रांतिया साए मायु. द्वारका से पांडु मथुरा हुभा देश. Kosala country; name जाते समय मार्ग में आने वाला एक बन जहां of the country which came as जराकुंवार ने कृष्ण महाराज को हिरन समझ a part of property to the 24th कर गान मारा था. A forest of this son of Sri Risabhadeva. पन्न. name situated between Dwāra. १; नाया० ८; कप्प०५, १२७; -जाणवय. kã and Pandu Mathurā, where पुं० (-जानपद) अशल शि. कोशल देश. Jarā Kumāra had struck Krişņa ___the Kosala country. भग० १५, १; Mahārāja taking him to be a कोसलग. त्रि. (कोशलक-कोशला अयोध्या deer through mistake. अंत० ५. तजनपदोऽपि कोशला, तत्सम्बन्धिनः को१; (२) अनामन मे आ3. इस नाम का शलका: ) शय देशवासी. कौशल देश एक माद. a kind of tree. पन्न. १: निवासी. A resident of Kosala, ( 3 ) अशा साउनुं ५५. कोशाम्ब नामके पिं० नि० ६१६; भग० ७, ८; १५, १ः माई का फल. a fruit of Kosamba ठा० ५, २; tree. भग० २२. २: .-गंडिया. स्त्रा० कोसलिअ-य. त्रि. ( कोशलिक-कुशना( -गण्डिका) श५ वृक्षनी गांडवाली विनीता अयोध्या, तस्या अधिपतिस्तत्र साडी. कोशम्ब वृक्ष की गांठवाली लकडी.॥ भवोवा कौशलिकः) | देशमा समे. stick of Kosamba tree having कौशल देश में उत्पन्न. ( One ) born in knods भग. १६, ४ the country of Kosala. (२) कोसंबिया. स्त्री० ( कौशाम्बिका ) मे नामना अयोध्या नगरानी मधिपति-शस. अयोध्या मे शामा. इस नाम की एक शाखा. An नगरी का अधिपति-राजा. the king of offshont of this name. #90 ; Kyodhya. जं. १०२, ३०, ३१; कोसंबी. पुं० (कौशाम्बी) मे नामनी गे | कोसिप-य. पुं० (कौशिक) शि नामर्नु. नगरी; मनाया भुनिनु भूण वतन. इस नाम गोत्र. कौशिक नाम का गोत्र. A lineage की एक नगरी; अनाथी मुनि का मूल निवास of this name. नंदी० २५; सू०प०११; स्थान. Name of a city; the resid. टा० ७, १; (२) त्रि. शि गोत्रमा iug city of the ascetic Anāthi. अपन येश. कौशिक गोत्र में उत्पन्न. निसी० ६, २०, भग० १२, २, वेय. १, ४६; (one ) born in a Kousika line उत्त० २०, १८; नाया. घ. १०; पन्न. १; । _age. ठा० ७, १; जं. ५० ५, १५६; कोसग. पुं० (कोशक) मे जतनुंभ- कोसिकार. पुं० ( कोशिकार ) मे तने। Page #548 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोसिज] [कोह रेशमन। जी. एक जातका रेशम का कीडा. A kind of silk-worm. पण्ह. १, ३, कोसिज. न० (कौशेय) रेशमी पत्र. रेशमी कपडा. Silken cloth. जं०प०, कोसी. स्त्री० ( कौशी) अशी नामनी नही से गाभां भले छे. कौशी नाम की नदी कि जो गंगा में मिलती है. Name of a river which joins the Gauges. ठा० ५, ३; उवा० २, १०१; कोसी. स्त्री. (कोशी ) तसवारनी भ्यान. तलवार का कोश; म्यान. A sheath. सूय० २, १, १५; कोसेज. न. (कौशेय) रेशमी पत्र. रेशमी वस्त्र. A cloth made of silk. सम० प० २३८; पण्ह. १, ४, ओव. जीवा० ३, कोह. पुं. (क्रोध-क्रोधनं कुध्यति वा येनसः क्रोधः)ोध; रोष; गुस्सी. क्रोध; गुस्सा; रोष. Anger; rage. नाया. १, ५; सुच० ३, १६१; भग० १,६७, १; १०; १२, ५; दस० ४, ६, १२; ., ५४; पिं. नि० ६३; ४०६%3 श्राया० १, ५, ६, १६५; ठा. १, १; २, १; उत्त. १, १४; ४, १२, ६, ३६, दसा०४,८२,६,४; निसी०१३, ६६; श्रोव०१६,३४, विशे०१०३४; पन०१४;सूय० २,१, १२,भत्त.१८१५१; प्रव०४५४ोव. ३, १; क. प० २, ८७; क. गं. १, १६%3 पंचा०१, १०;-उदयगिरोह. पुं० (-उदयनिरोध)ोधन अध्यने । 1. क्रोध का उदय न होने देना. checking of anger. भग० २५,-उवउत्त. त्रि० (-उपयुक्त) द्वधिना उपयोगवाणी; धी. क्रोधी उपयोग वाला; क्रोधी. enraged; angry. भग० १. ५; -कसाश्र-य. पुं० (-कषाय) ध-गुरसे। ते५ पाय. क्रोध-गुस्सा वह | रूप वाली कषाय. a passion in the form of anger. ठा० ४, १; सम० ४; भग० २४, १; क. गं० ४, १४; भोव० ४, ७ -कसाइ. पुं० (-कषायिन् ) ४पायवासी धी. क्रोध कषायवाला; क्रोधी. a person possessed of anger. भग० ६, ४, ११, १, १८, १; २६, १; ३५, १; -जुअल. न. (-युगल ) धनु જેવું-યુગલ અપચ્ચખાણાવરણીય ક્રોધ भने ५-यावरणीय प. क्रोध की जोडी-युगल; अप्रत्याख्यानावरणीय क्रोध और प्रत्याख्यानावरणीय क्रोध. a pair of Pratyākhyānāvaraniya and Apratyākhyānāvaraniya anger, प्रव० ७१०; -निग्गह. पुं० (-निग्रह) धिने। निल १२ ते. कोध का निग्रह करना. checking of anger. प्रव०५५६%3; --निव्वत्तिश्र. त्रि. (-निर्वर्तित ) थी नि०पन्न थमेस. क्रोध से निष्पन्न. produced, born of anger. ठा० ४, ४; -पिंड. पुं० (-पिण्ड-क्रोधः कोपस्तखेतुक: पिण्डः क्रोधपिण्डः ) ४५९ साधु વિદ્યા કે તપને પ્રભાવ દર્શાવી રાજવલ્લભપણુંકે પોતાનું બલ જણાવી આહાર લે તે सालारना . कोईभी साधु विद्या या तप का प्रभाव दिखाकर या राजवल्लभता और अपना बल दिखा आहार ले वह आहार; आहार का एक दोष. accepting of food by exposing some miracle or snperhuman power or the royal patronage; a fault connected with receiving food. पिं० नि० ४६२; -मुंड. त्रि० (-मुण्ड) धन नि ४२नार. क्रोध का निग्रह करने वाला. ( one ) who checks anger. ठा० ५, ३; -वसट्ट. त्रि. (-वशात ) uथा पात; धने शे आत-दुःभी Page #549 -------------------------------------------------------------------------- ________________ कोहंगक] ( ५४१ ) [क्खोर यये. क्रोध से दुःखित; क्रोध के कारण प्रार्त. अणुजो० १४३; प्रव० ११४५; दुःखी. afflicted with anger; given | कोहण. त्रि. (क्रोधन ) क्षणेक्षणे तपासना२; to anger. भग० १२, १; -विउस्सग्ग. ક્રોધી; અસમાધિનું નવમું સ્થાનક સેવનાર पुं० (-व्युत्सर्ग) अधिनी त्यास. क्रोध का क्षण २ पर क्रोध करने वाला; क्रोधा; असत्याग. abandoning of anger. माधि का नवां स्थानक सेवने वाला. (One) भग० २५, ७; -विजश्र-य. पु. getting angry every moment; (-विजय-क्रोधस्य विजयो दुरन्तादि परि- (one) undergoing the 9th stage भावनेनोदय निराधेः क्रोधविजयः ) धने | of uneasiness due to anger. ती ते; अपने मवे। ते. क्रोध को सूय. २, २, १८; उत्त० २७,६; सम० २०%; जीतना; क्रोध को रोकना. conquering | कोहि. त्रि. (क्रोधिन् ) वालो; थी. of anger; victory over anger. क्रोधी; क्रोध वाला. Angry; enraged. उत्त० २९, २; -विवेग. पुं० (-विवेक) अणुजो० १३१; क. गं. ४, ४३, धन त्यास. क्रोध का त्याग. abandon- | कोहिल्ल. त्रि. (क्रोधवत् ) धितो; भारीला; ing of anger. " एगे कोह विवेगे" | री. क्रोधी; जहरी; डाही. Angry; enठा० १, 1; भग० १७, ३; सम० २५; raged. श्रोघ० नि० भा० १३३; -सरणा. स्त्री० (-संज्ञा-क्रोधोदयात्तदा | Vकिण. धा• I, II. (क्री ) यातुं वेयुः वेशगर्भा प्ररूक्ष मुखनयनदन्तच्छदस्फुरणादि मरी. बिकता हुआ लेना; खरीदना. Tr) चेष्टेव संज्ञायते अनयति क्रोधसंज्ञा) ५ purchase; to buy. મોહનીયનાં ઉદયથી ક્રોધિ મનુષ્યના મુખ નેત્ર किणेइ निसा० १४, १; १६, १; દાન્ત વગેરે અંગે પૂજે છે તે ક્રોધ સંજ્ઞા. किणाइ पि.नि. ३५० कोध मोहनीय के उदय से कोधी मनुष्य के किणे. वि० श्राया. १, २, ५, ८८ः मुह, नेत्र, दंत आदि अंगो का धूजना: क्रोध | किण. व. कृ० सूय. २, १, २४; संज्ञा. trembling of face eyes, किणत. उत्त० ३५, १४; सु० च० १५, १७६; teeth etc.. of a man who is en- किणावेइ. प्रे• निसी० १४, १, १६, १; raged. भग० ७, ८; ठा० १०; पन. ५; किणावए. प्रे० प्राया० १, २, ५, ८८; कोहंगक पुं० (क्रोधाङ्गक ) मेलपक्षी. किणावेमाण. प्रे० सूय २, ३, २४; एक जाति का पक्षा. A kind of bird. किजन्तु. प्रे० परह० १, २; ओव. Vखोड. धा• I. ( * ) निषेध ४२वा. कोहंड. पुं० (कूष्माण्ड ) ाणु; हुधा. त्यागना. To abandon; to reject. लौकी; तुम्बी. A white gourd. खोडिजंति. भग० १३, २; * गुमा १४ नम्५२ १५ नी ५टना (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot--note (.) p. 15th. Page #550 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रख ( ५४२ ) [खंच ख. ख. न. (ख) 41. आकाश; आस्मान. | खउर. न० (खपुर ) सौपासना सामाथी The sky. “खे सोहइ विमले अम्भ- मनावर तापसनु पात्र. सुपारीकी लकडी मुके" दस० ६, १, १५; (२) द्रिय. __ से बनाया हुश्रा तापस का एक पात्र. A pot इंद्रिय. an organ;a limb. विशे०३४४५; for an ascetic made of the ख -य. न० (क्षत ) 41; ४५म. घाव; wood of a bettle-vut. विशे०१४६५; जखम. A wound. सु० च० ७, २६४; खउरिय. त्रि. ( * ) भेडं; uj. मैला; खइ. त्रि. (क्षयिन् ) क्षयरोगवादी. क्षय रोगी. गन्दला. Turbid; dirty. पिं० नि०२६२; _Consumptive. मु. च. १३, ५४ खोवसम. पुं. (योपशम ) क्षयोपशम खाश्र-य. त्रि. (सयिक ) म प्रतिनो ભાવ-કમને કાંઈક ક્ષય અને કાંઇક ઉપશમ ક્ષય; સમુલગે નાશ કરવાથી ઉત્પન્ન થતો કરવો તે, અર્થાત ઉદયમાં આવેલ કમને लाव-उस ज्ञानादिक्षालाव. कर्म प्रकृति હાય અને ઉદયમાં ન આવેલ કર્મનો ઉપશમ का क्षय; समूल नाश करनेसे उत्पन्न होने वाला ५२ ते. योपशमभाव-कर्मका कुछेक क्षय भाव-केवल ज्ञानादि क्षायिक भाव. Com और कुछेक उपशम करना अर्थात् क्षय करना plete destruction of Karmic और उदय में न आये हुए कर्मका उपशम natures. पिं० नि० १५८; अणुजो० ८८% करना. Destioying of Karmas भग० १४, ७, २५, ६; विशे० ५२८, प्रव. and forcing the unmatured ६५७; १३०४; क. गं. १, १५, ३, २०; Karmas to mature. विशे० १०४; श्रोव० ४; नाया. १, १४, भग० ६. ३१: खइय. त्रि. (क्षपित) ५५वेसुं; क्षय रेडं. पंचा० १, ३; उवा० १, ७४: नाश कियाहुश्रा, तकियाहुआ. Destroy- खोवसमिअ. न० (क्षयोपशमिक ) क्षयो. ed. राय० २८३; शमला आत यता भतिज्ञान माहि. क्षयो. खाय. त्रि. (खचित ) . जडा हुआ, पशम भावसे प्राप्त होनेवाले मतिज्ञान आदि. #11221691. Inlaid; studded. Intellectual knowledge etc got पाया० २, ५, १, १४५; उवा० ७, २०६; by the action of destroying खंड्य. त्रि. ( खादित) वायेस; माधेन. the niatured Karmas and forc खायाहुप्रा. Tasted; eaten. पि. नि. ing the unmatured Karmas to १६२; पं० चा० १६, १३; ओघ. नि. भा० mature. अणुजो० ८८; ठा० २, १; नंद. ५८८; राय० २५८; पिं० नि० ७३५ ६; भग० १४, ७, २५, ६; विशे० ५१५; खइर. पुं० (खदिर) मेनुं आ3. खेरका झाड. क. गं. ६, ५०; प्रव• ६३६; A kind of tree known as Vखंच. धा० I. (कृष् ) य. खेचना. Khera. सु० च० ७, ६५; To stretch. ___ * तुम। ४ न५२ १५ नी ५टनोट (*). देख्ने पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #551 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खंजण] ( ५४३ ) [खंडगप्पवायगुहा खंच. प्रा० सु० २० २, १८; गोमा ढासवानी. फूटे ढोल वाला. (one) खंजण. पुं० (खान)गानी उध-गाना - possessed of a broken drum. નો મેલ-પેડાં ફરવાથી ધરી ઉપર જમતે ચી- विवा० २; -पाण. न० ( -पान ) माउनु अशाणा मेस. गाडेकी उंधन गाडे के पहियों पाणी. शकर का पानी. sugar water. का मैल-पहिये फिरने से धुरे पर जमनेवाला नाया० १७; -मल्लय. न० (-महक) चिकन काला मैल. The dirty black नाभी गये यास-सरावा. फूटा हुआ grease of wheels. अोष नि० ४.१; प्याला, सरावला. a broken cup. नाया. क. गं. १, २, भग० ६, १, १२, ६; उत्त. १६; -महुर. त्रि. ( - मधुर ) isना ३४, ४; श्रोव० सू० ५० १६०; (२) मे से भी. शकर जैसा मीठा. sweet 11- पक्षी. एक जात का पजी. A kind as sugar. ठा. ४, ३; of bird. जीवा० ३, ४; (३) हीयानी खंडग. पुं० ( खण्डक ) -७पियना वैताक्ष्य भेस; lin. दीपक की मेस; काजल. the ઉપરના નવ ફૂટમાંનું ત્રીજું ફૂટ-શિખર. yoot of a lamp. ठा० ४,२: पन्न० १७; कच्छविजय के वैताब्य पर के नव कूटों में का प्रव० ८५७; तीसरा कूट-शिखर. The third of the Vखंड. धा. II. ( खराड्) Misg. खांडना. nine summits of the Vaitādhya To pound. mount in Kachchlia Vijaya. खंडइ. सु. च० २, ३६४; जं. ५० ६, १२५: ( २ ) मस्थितिमा .. खडिसए. हे. कृ. नाया. ५:८; ४१ कर्मस्थिति के खंड-टुकडे. prts, खडिज्जंत. कः वा. व. कृ. मु.च०५,८२: divisions of Karma, क. प० ७, खंड.न. (खराड) नाम:32. भाग; टुकडा. ४८; -मल्लग. पु. ( -मल्लक) मांगी गयख A division; a part. जं. प. ६, सरावसा; मांगे। स॥३. फटा हुआ प्याला १२५: विवा. ७ विशे० १४६२; नंदी० ५०; अथवा सिकोरा. A broken earthen पिं. नि. ५१७; भग० २, ५, १०, ६, ३१; cup. नाया. १६: --विच्छेय. पुं० (-वि. १२, २, नाया० १६, १७, उवा० १, ३४; च्छेद ) मना रियतिमनो विश्छेहभत्त. ८७; (२) ५५३. वनखंड. ६ अभाव. कर्मकी स्थिति खंड का विच्छेदpart of a jungle, नाया० ५; (३) अभाव. absence of a division of is. शकर, sugar. उत्त० ३४,१५; जीवा the duration of Karima. . प. ३, ३; अणुजो० ६५, १३३; भग० १८, ६; पिं.नि. २८३; ज. प. पन्न. १७; -घ- | खंडगप्पवाय. पुं० (खण्डकप्रपात ) शुगे। डग. पुं० (-घटक) ५ गयो य. फूटा । "खंडप्पवायगुहा" श६. देखो " खंडप्पहुश्रा घडा a broken pot. नाया० १६/ वायगुहा" शब्द. Vide." मंडप्पवायगुहा" -पट्ट. त्रि० ( -पट्ट) अपूष्णु सुवाला; ठा० २, ३: मी अपूर्ण वस्त्रों वाला; गरीब. (one)/ खंडगप्पवायगुहा. स्त्री० (खण्डकप्रपातगुहा) possessing :poor clothes. (२) मेवानामनी बरतना पैतादयनी 200 पु; ४० मारी. ठग; जुआरी. n specula उत्तर सरतमाथा ययता ना स२४२ने पाये। tor. विवा० ३; ६; .-- पडह. वि. (-पटह) क्षिण मतमा आवाने वैत ८ ५५ तनी Page #552 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खंडवा गुहा ] वस्ये गुझरूप भार्ग खंडकप्रपात गुहा इस नाम को भरत के वैताढ्य का दूसरी गुफाउत्तर भरतमें से चक्रवर्ती के लश्कर को पाछा दक्षिण भरत में आने को वैताढ्य पवत में का गुफारूप मार्ग. Name of the second | cave of Vaitadhya in Bharata the cave which is a returning way for the army of a Chakravarti from the northern Bharata to the southern Bharata. “खंडप्पवाय गुहाणं श्रनु जोयगाइ ठा० ८ सम० ५०; ני खंडप्पवायगुद्दा. बी० ( खण्डप्रपातगुहा ) વૈતાઢ્ય પર્વત વચ્ચે પૂર્વ બાજુની એક ગુફા જેમાંથી ચક્રવતી ઉત્તર ભરતદેશે સાધી माछा दृक्षिण भारतमा बसेछे वैताढ्य पर्वत में की पूर्व बाजू की एक गुफा, जिसमें से चक्र वर्ती उत्तर भरत देश जीतकर पीछ दक्षिण भरत में लौटते है. Name of a eastern cave in the midst of the mount Vaitadhya through which Chakravarti returns to Southern Bharata after conquering the countries of northern Bharata. जं० प० ३, ६५: १२५; १, १३: खंडपवाय गुहाकुड. पुं० ( खण्डप्रपात गुफाकूट ) चैताढ्यपर्यंत उपरना नवरभानुं त्रीभुं फ्रूट - शि२. वैताढ्य पर्वत के नवकूट में का तीसरा कूट- शिखर. The third of the 9 summits of the Vaitadhya mount. जं० प० खंडरक्ख. पुं० ( खण्डरक्ष ) घी; हा ( ५४४ ) [ खंडी लेनार. दाणी, दाण लेनेवाला. A custom inspector. ( २ ) अटवास कोतवाल. the head of the police पराह • १, १, ३, ओव० नाया ० १८; खंडरूवत्तण. न० ( खंडरूपत्व ) मंडितम. खंडितपना. The state of being broken पंचा० १४, १२: खंडासेरी. स्त्री० ( खण्डकी ) विनयनामे भर सेनापतिनी स्त्रीनं नाम विजय नाम के चार सेनापति की स्त्री वा नाम Name of the wife of Vijaya the bead of thieves. त्रिवा० ३; खंडाखंडि. अ० ( खण्डाखरिड ) अंडेंड; 3833551. खंड खंड, टुकडे टुकडे. Pieces into pieces “प्रसिया एंडा खांड करेमि ” उवा० २, ६५; नाया० है; खंडाभद. पुं० ( खंण्डभेद ) 323 52 लांगवु ते जड; उठा थाय तेवी रीते मेहते. टुकडे टुकडे करना: खड-टुकड़े होजांय इस तरह मे छेदन करना. Breaking or piercing into pieces. पन्न० ११; खंडिय. पुं० ( खंडिक ) शिष्य: विद्यार्थी. शिष्य, छात्र, विद्यार्थी. A pupile; А disciple. उत्त १२, ३०; ओव० ३२: भग० १८, १०, ܝܪ * यो पृष्ठ नम्बर १५ नी फुटनोट ( * ). foot-note (*) p. 15th. · खंडिय. त्रि० (डित ) मरित मांडेल. खण्डित, खंडा हुआ. Broken प्रव० ५८८ तंदु० आव ० १, ४, ५, १: ( २ ) मे : हेशथी मंगायेव पडित थयेल. एक ओर से टूटा हुआ खंडित. broken on one side. नाया० ६; खंडी. स्त्री० ( * ) गढ़मां पांडेसी जारी; छीं डी. गढ में पाडी हुई बारी, छेद An Vide देखो पृष्ठ नंबर १५ की फुटनोट (# ). For Private Personal Use Only Page #553 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खंड ] opening made in a fortress. नाया ०२; १८; (२) भाग; हिथरा खाजा; खाद्य विशेष. a kind of eatable sub. stance. प्रव० १४२७; Águn. 7° (FCC) misal; vis; factor. खंड; विभाग. Division; part. प्रव० ( ५४५ ) ६१७; खंडेय. पुं० (षण्डेय ) मत पक्षी विशेष. बतक; पक्षी विशेष. A kind of swan. ओव० "" स्वत. त्रि० ( शान्त- साम्यतितमां करोतीति ) क्षमा पाणी. क्षमा वाला. ( One ) possessed of a tranquil mind; patient. " खंतो प्रायरिएहि, संभणिश्रो विनरूसति नाया ० १४; गच्छा० १३: सूय०२, १२, ६, ५ ठा० ८; ( २ ) पुं० पिता; या पिता; बाप. father. इपुत पइमारएण संतणमसि ४३०: " जामा पिं० नि० 93 स्वताइ. त्रि० ( चान्यादि ) क्षांति-साइनशीलता क्षमा वगेरे. क्षांति-सहन शीलता - क्षमा वगैरे. Patience; forbear ance. प्रव० ८४६; स्वति. बा० ( शान्ति ) सहन शीलता; अधनो नियल उरवा ते; क्षमा. सहन शीलता; क्रोध का निग्रह करना; क्षमा Patience; forbearance. पराह०२, १ भोव० १६; २०; जं०प० दस० ४, २७: नाया० १; भग० २, १; २५, ७; सु० च० ३, ४७; सम० १०१ उत० १, ६; २३; २ ठा० ४, १: गय० २१५; क० गं० १, ५५, कप्प० ५, ११६; प्रव० ५६१; पंचा० ११, १६; १३६८; - मा. श्री० (-चमा) ।धने रेडीने सहन शीक्षता रामवी ते. क्रोध को रोककर सहन. शीलता रखना. the state of being patient by checking anger. Vol. 11/69. [ खंदा-य भग० १५,१; ठा० ३,३, - सूर. पुं० (- शूर) ક્ષમા રાખવામાં શૂર ધીરજ ધારી; જેવા કે अरिहंत, महावीर. चमा रखने में शूर, धैर्य धारि; जैसे कि अरिहंत, महावीर ( one ) possessing the power of checking anger; like Arihanta, Mahavira etc. ठा० ४, ३; खंतिया. स्त्री० ( शान्तिका ) जननी, भाता. जननी, माता. A mother. " कहिजाहि स्वन्तियाए तुमं " पिं० नि० ४३२; ५७६; ओघ • नि० भा० २४१; खंद. पुं० ( स्कन्द ) अर्ति स्वाभी: अर्तिय नामे शंकरना हो। पुत्र कार्तिक स्वामी; कार्तिकेय नामक शंकर का बड़ा पुत्र. Name of a person; Kārtikaswami; the eldest son of Sankara Kārti. keya by name. भग० ३, १; जं० प० जीवा ० ३, ३; अणुजो० २०: नाया० ३: -ग्गह. पुं० (-ग्रह) स्वामीनी वलआ. कार्तिक स्वामी का लगना, under the influence of Kartikaswāmī; subject to the influence of Kartikaswāmi. जीवा० ३.३; जं० प० भग० ३,७; -- मह. न० ( - महस् ) अर्तिस्वामीनो उत्सव कार्तिक स्वामी का उत्सव. the festival in honour of Kārtika svāmī. श्राया० २, १, २, १२; नाया० १; निसी० १६, १२, भग० ६, ३३; राय ०२१७: खंदन - य. पुं० (स्कन्दक) मंध संन्यासी गद्द ભાલિના શિષ્ય કે જે શ્રી ગેાતમ સ્વામિના મિત્રહતા; જેને પિંગલ નિગ્રન્થે પ્રશ્ન પૂછ્યા હતા; તે પ્રશ્નાના જ્ગ્યામ ન આપી શકાયાથી મહાવીરસ્વામી પાસે જતાં પ્રશ્નેના ખુલાસા મેળવી શ્રીમહાવીર સ્વામી પાસે દીક્ષા લીધી. खंधक सन्यासी गद्दभालि के शिष्य थे; जिन सेपिंगल निग्रंथ प्रश्न पूछे थे, जब उन प्रश्नों For Private Personal Use Only Page #554 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खंदिल] [ खंघ का उत्तर न दिया गया तो वे महावीर स्वामी के समीप गये और उन से उत्तर पाकर दीक्षा | ली. Name of a mendicant who was a disciple of Gaddabháli and a friend of Gotamaswāmi. He accepted initiation from Mahavira for having received answers to the questions which he could not give to the ascetic Pingala on being asked. भग० २, १; (२) ति: स्वामी. कार्तिक | स्वामी. Kartikaswami. नाया० २; । खंदिल. ( स्कन्दिल ) सिंहभूरिना शिष्या | २.दिवाया. सिंहसूरि के शिष्य; स्कन्दिलाचार्य. The disciple of Sinha. Suri; Skandilacharya. नंदा. खंध. पुं० ( स्कन्ध ) मा मातम रू ५, वेदन, વિજ્ઞાન, સંજ્ઞા અને સંસ્કાર એ પાંચને સ્કલ્પ કહેવામાં આવે છે, તેમાં પૃથ્વી આદિ તેમજ પાદિને રૂપ કિધ, સુખદુઃખ અને અદુઃખ સુખને વેદના સ્ક, રૂપ રસાદિ વિજ્ઞાનને વિજ્ઞાન સ્કલ્પ, પદાર્થના નામાદિને સંજ્ઞા સ્કલ્પ અને પુણ્યા પુણ્યાદિ ધર્મ સમુદાયને सं२४२ २४.५ ई छे. बौद्ध मत में रूप, वेदन, विज्ञान, संज्ञा और संस्कार इन पांचों को स्कन्ध कहने में आता है उनमें से पृथ्वी आदि उसी तरह रूपादि को रूप स्कन्ध, सुख दुःख और अदुःख सुख को वेदना स्कन्ध, रूप रसादि विज्ञान को विज्ञान स्कन्ध. पदार्थ के नामादि को संज्ञा स्कन्ध और पुण्या पुण्यादि धर्म समुदाय को संस्कार स्कन्ध कहते हैं. A Skandha (group) of five terms viz. Rūpa, Vedana, Vi. dyana, Sanjñā and Sanskāra acoording to Buddhism and these terms are styled accord. | ing to their name. जं. प० ३, ५८; सूय०१, १, १,१७, पराह०१,२; मग०२०,२% (२) ध; मो. कंधा. a shoulder. उत्त० ११, १६; राय० ३२; पि. नि. ६६; ३३१; नाया० ८; १४; माया० १, १, २, १६; जीवा० ३, १; सु. च. २, ३६; कप्प. ३, ३५, प्रव. ८८७; १३१५, (३) હિંપ્રદેશાદિક ઘણું પરમાણુઓ મળીને બનેલ से था. द्वि प्रदेशादिक बहुत से परमाणु मिलकर वनाहुआ एक स्कधं. a collection of various particles. भग० १, ४; १०:२, १०, ५, ७, ११, ११, १४.१०; १५, ६, ८: २५, ३: ४, नाया० १, १६: विशे० ३२४; ८९५; अणुजो० ४४; १४४; उत्त० ३ १०, ३६, १०; ठा० १, १; ओव. का गं, ७५; (४) आउनुं 28. झाड का धड़, the trunk of a tree. ओवराय. १५५; भग०३, ४:२१, ३; सूय. २. ३,२:५: पन्न. १: (५) समय यतु संपूर्ण महाय. समग्र वस्तु; संपूर्ण पदार्थ. a complete thing. पन्न. १; भग. ८, ; (६) भार। विशेष. माला विशेष. a kind of garland. निसी० १६, २८; (७) बगला. ढेर. a heap. नंदी०१८; निसी०१३, ७ श्राया. २, ५, १, १४८; (८) मेन्द्रिय पास में 94. दो इन्द्रिय वाला एक जीव. a two-sensed living being. पन०१; (६) मना २४५. कर्म का स्कन्ध. a heap of Karina. क०प०७, ४७; -उत्सरश्रो. अ० ( - उत्तरतस ) पूर्व पूना में २५ थी उत्तरोत्तर. पूर्व पूर्व के कर्म स्कन्ध से उत्तरोत्तर. the future collection of Karma as opposed to the past. क० ५० ५, ४७; -देस. पुं० (-देश ) २४-धन से मामी परतुन माग. स्कन्ध का -सारी वस्तु का एक भाग. a part, Page #555 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खंधकरणी] ( ५४७ ) [खकारपविभत्ति division of a group. भग० The state of being a trunk of २, १०:६, १; उत्त. ३६, १; --पएस. a tree. सूय. २,३,५७ पुं० (-प्रदेश ) तुना में मारी:- खंधार. पुं० न० (स्कन्धावार ) सेनानी ५४५ मां मारी मश. वस्तु का एक बारीक में ११४२र्नु निवासस्थान-पली. सैन्य का बारीक अंश. the infinitisimal part पडाव; लश्कर का निवासस्थान, छावनी. of a thing. अणुजो० १४४; भग०१०, १; Encampment; the halting -प्पभव. पुं० (-प्रभव) २४.धना-यानी place of an army. उत्त० ३०, १५; उत्पत्ति. स्कन्ध की पौधे की उत्पत्ति. origin प्रव० १२३३; -माण. पुं० (-मान) of a tree. " मूलाओ खंधप्पभवो सैन्यने वानी सा. सैन्य रचना की दुमस्स" दस. १, २, १. -बीज. त्रि. कला. the art of arraying an (-बीज ) ५५- ५ मी ने छेते; army. नाया. १; ओव. ४०; થડ વાવવાથી જે થાય તે મોગરે ચપેલી- खंधावार. पुं० ( स्कन्धावार ) गुथे। धुपे। विगेरे. पोधे रूपी बीज जिकसा है, वह ___ “खंधार" श६. देखो " खंधार" शब्द. पौधा लगाने से जो होते हैं, मोगरा-चमेली Vide " खंधार" नाया ० ८; १६; विशे० वगैरा. the different lowering ७४२, जं. ५० plants which grow not from | खंपणय. न० (*) माण; भ3 S५२ 114. seeds but by sowing their पार्नु परत्र. कफन; शव पर डालने का वन. branches etc. आया० २, १, ८, ४८; A winding sheet. सु० १० १, १४२; ठा०४, १; दस. ४; खंभ. पुं० (स्तम्भ) थामसो; यन. खंभा; खंघकरणी. स्त्री. (स्कन्धकरणी) सापाने स्तंभ. A post; a pillar. उवा०३, १४०; समे नामयानु पर; संथारीमा. साध्वी के जं. ५० ५, ११५; १, ५५; ३, ६८, ४, १०; कंधे पर डालने का वस्त्र. a garment of ११; भग०५,७८, ९,३३, १०, ५,९२, ६; a female ascetic worn on the नाया० १; ८; १३, १६; अणुजो० १५३; shoulder. अोघ.नि.६७७; जीवा० ३, ३; प्रव० २४१; गय. १०५: खंधग. पुं० (स्कन्धक ) । 'खंध' २७६.. सू० प० २०; सूय० २, ७, ४: गच्छा ८; देखो ‘खंध' शब्द. Vide “ खंध" -उग्गय. त्रि० (-उद्त ) यांना ५२ सू० ५० १०, २डेल. स्तंभके ऊपर रहा हुआ. resting on खंधगरणी. स्त्री. ( स्कन्धकरणी ) भो a post or pillar. जं. प० ५, ११५ 'खंधकरणी' रामद. देखो - खंधकरणी' नाया० १; -सय. न० (-शत) से। ल. शब्द. Vide “ खंदकरणी" प्रव० ५३८; सो स्तंभ. one hundred pillars. जं.प. ५, ११२; खंधत्ता. श्री. (स्कन्धता) उना यो खकारपविभत्ति. न. ( खकारप्रविभक्ति ) भाव-२५०५. झाड के पौधे का भाव-स्वरूप. ખ અજ્ઞરના આકારની રચનાવાલું નાટક * तुओ पृष्ट न १२ १५ नी ५.नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #556 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ खज्जू The chief capital city of the coming Vijaya. जं० प० स्वग्गि. पुं० ( खङ्गिन् ) गेडे; मे सिंगडावासो गली पशु. गेंडा; एक सोंगवाला जंगली पशु. A rhinoceros पद्म० १: कप्प० ५, ११६; श्रोव० १७: ( ५४८ ) स्वग ] ३२ प्रश्न नाटभांनु थे. व अक्षर के श्राकार की रचना वाला नाटक; ३२ प्रकार के नाटक में का एक A kind of drama based on the shape of the letter 'ख' ( kha ); one of the 32 kinds of dramas, राय० ६३; खग. पुं० ( खग ) आमशमां उनार आएगी; | पक्षी. आकाश में उडनेवाला प्राणी, पक्षी. A bird. उत्त० ६, १०; जं० प० ७४, १०२; स्वगइ. स्त्री० ( स्वगति ) भास; गति. चाल; गति. Gait; motion. क० गं० २, ३२; ५,३; क० प० १, ७१ – चेट्ठा. स्त्री० ( - चेष्टा ) याझपानी गति उरवानी येष्टा. चलने की गति करने की चेष्टा the act of moving. क० प० १, ७१ - दुग. न० ( - द्विक ) शुभ भ्यने अशुल विहायोगतिन्यास. शुभ और अशुभ विहायोगति - चाल. auspicious and unauspicious movements क्र० मं० २, २१; ५, ०३; स्वग्ग. पुं० ( खङ्ग) तलवार तलवार, खरा. १, २: प्रव० १४२७; A sword. ठा० २, १; सु० च० ४, २८; जं० प० क० गं० १, १२ प्रव० १२२८; श्र० १२; जीवा० ३, ४ ( २ ) गेंडा. गेंडा. & rhinoceros. परह• १, १, २, २: -- धारा. बी० (-धारा) तसवारनी तलवार की धार. the edge of a sword. क० गं० १, १२; स्वग्गपुरा. स्त्री० (खडगपुरी ) सुवदगु विश्वनी धार. खज्जग. न० ( खाद्यक ) लुओ " खज्ज " शह. देखो " खज्ज " शब्द Vide " स्वज्ज" विशे० १०६५: भग० १५, १; उबा० १, ३४; पंचा० ५, २७ - विहेि. पुं० (-विधि ) पाल, घेवर, सापशी वगेरे मनाववानो विधि. खाजे, घेवर, लापसी वगेरह बनाने की विधि. the process of preparing crisp bread and other sweet eatables etc. प्रव० २०८ राधानंी. सुवल्गुविजय की मुख्य राजधानी. The chief capital city of Suvalgu Vijaya. जं० प० ठा० २, ३, खग्गा. स्त्री० ( स्वता ) यावतीविभ्यनी मुख्य राज्धानी. आगामी विजयकी मुख्य राजधानी. | खज्जू. पुं० स्त्री० (खर्जू) मुन्सी; परवे खग्गी. स्त्री० ( खड्गी ) भुखे। 'खग्गा' २६. देखो " खग्गा शब्द. Vide 39 "" खग्गा "" ठा० २, ३; खग्गुड. त्रि० ( * ) अराम स्वलाववाणुः सुभ्यु; धर्महीन. खराब स्वभाववाला; बदमाश; धर्महीन A roguish; of wicked na ture. पिं० नि० ३२२; श्रोष० नि० ३५: afag. ft. (fea) orig; wide. हुआ; खिचा 'हुआ. Studded; inlaid. नाया ०१; कदप० ३, ६०; राय ०५८; जं० पं० जीवा ० ३, ४; ( २ ) प्रेशर विगेरेधी रगेलं. केशर वगैरह से रंगा हुआ. dyed with saffron etc. नाया ० १; खज्ज न० (खाद्य) पान वगेरे मावा योग्य पदार्थ खाजे वगैरह खाने योग्य पदार्थ. Crisp bread etc. नाया • १७: पराइ * यो पृष्ठ नम्बर १५ नी फ्रुटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #557 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खज्जूर ] खाज; खुजली. Itch. ठा० १; खज्जूर. न ० ( खर्जूर ) पलुर मे लतना भेवे. खजूर; एक प्रकार का मेवा; A kind of dried date. उत्त० ३४, १५; आया ० २, १, ८, ४३; प्रव० २१०; १०१६; पंचा० ५, २६; - मत्थय. पुं० ( - मस्तक ) मन्मुरनो गल-पीसी. खजूर का गर्भ- भगज. the interior of dried dates. " खालिएर मत्थरण वा खज्जूरमत्थएण वा श्रया० २, २, ८, ४८: सार. पुं० (सार) जन्मुरनो आसव- ६१३. खजूर का आसवशराव. the essence, wine prepared from dried dates. जीवा० १; 93 पन० १७: खज्जूरी. स्त्री० ( खर्जूरी ) अन्जुरीतुं जाउ. खजूर का झाड. A kind of palm tree bearing dates. जं० प०२, १६: भग० २२, १३ जीवा० ३, ३ पन्न० १; गच्छा० ७६; पत्त. न० ( -पत्र ) मुरीनुं पांडु खजूरका पत्ता. the leaf of a palm tree. गच्छा० ७६; खज्जोत. पुं० ( स्वच्द्योत - स्वद्योतते इति ) पतंगीओ मो. पतङ्गः जुगनू. A glow-worm. श्रणुजा० १४७; स्वज्जोय. पुं० ( खद्योत ) भुग्यो उपसो शह देखो ऊपर का शब्द. Vide above. मु० च० १, २२६; क० मं० १, ४६; खज्जोयग. पुं० ( खद्यातक ) भुमे 'खज्जोत' २६. देखो ' खज्जोत ' शब्द. Vide स्वज्जोत' नाया० ८; 6 ( ५४६ ) खड. त्रि० ( * ) मा. खा. Sour. पन० १; - उदग. न० ( - उदक ) पाटु पायी. खट्टा पानी the sour water. * पन्न० १; - मेह. पुं० (मेघ) माटा पाणी वाली वरसाह खंडे पानी वाली बरसाद. sour rain. भग० ७, ६; खट्टंग. पुं० ( खट्वाङ्ग ) पाटसाना अंग-पाया वगेरे. खाट के अंग-पाये वगैरह. The legs etc. of a cot, ओव• खड्डा. स्त्री० ( * ) जात खड्डाः खाइ. A ditch. पंचा० ७, ३६: तड. पुं० ( -तट ) - मानो अंहो. खाई का किनारा. the verge of a ditch. पंचा० ७, ३६; [ खण खड्डिया. स्त्री० (खट्टिका ) गंधार कामनी श्रीकु रखना. गंधार ग्राम की दूसरी मूर्छना. The second note of the musical scale Gandhara. अणुजो ० १३८: भग० ६, ३३; "" खड्डुग. न० ( ) અગળીમાં પહેરવાની चींटी, देवा वगेरे धरेला अंगुली में पहनने का छल्ला, मूंदड़ी वगैरह गहना A ring worn on the finger. खड्डय. पुं० ( ) भुखो खड्डुग १६. देखो खड्डुग शब्द Vide खड्डुग' दस० १०, १: नाया० १: खड्डया. स्त्री॰ (खड्डुका ) अंगलीना टडोरा; यांगणीथी भारखं ते. अंगुली की टङ्कार; अंगुली से मारना. Tapping with fingers. उत्त० १, ३८: स्वण. धा० I. ( खन् ) मो. खोदना. To dig. (c "" खण्ड. नाया० १७; खणंति, सु० च० २, १६३; नाया० जं० प०५, ११४: खणे. इस० १०, १, २, For Private Personal Use Only यो पृष्ठ नम्बर १५ नी पुटनोट (*) देखा पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (# ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. 33 १७: Page #558 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सण] ( ५५० ) [खत खणाहि-प्रा. सूय. १, ४, २, १३, १७; -(अ)द्ध. न. (अर्थ) अर्थ क्षण. खणह. उत्त० १२, २६ आधा क्षण. half a moment. गच्छा . खणित्तु. सं. कृ. पाया. २, १३, १७३; ६०; -त्र. त्रि. (-श) सस२ लयुखणमाण. व. कृ. पिं. नि. ५६०; विवा. नार. समय को पहिचानने वाला. ( one ) १; नाया. १२; knowing the proper time. आया. खणित्ता. सं० जं० ५० ५ ११४; १, ७, ३, २०६; -बंध. पुं० (-बन्ध) खणावइ. प्रे० दस० १०, १, २; समय ०५ मध; स्थिति मन्द. समय खणावए. दस० १०, १, २, रूप बन्ध; स्थिति बन्ध. liiniattion in खणावेत्तुं. सं• कृ० नाया० १३; relation to tiine. क. प. ७, ४२; खणावित्तए. हे. कृ. नाया. १३: -लव. पुं० (-लव) क्षयमात्र मात्र खाणित्तु. पिं० नि० १६८ વૈરાગ્યભાવથી ધ્યાન કરવું તે; તીર્થંકર નામV स्वण. धा• I. (चणु ) भार; हिंसा गोत्र मांधवाना पीश मानो मे.. क्षण४२वी. मारना; हिंसा करना. To kill. मात्र के लवमात्र वैराग्य भावसे ध्यान करना; खणह.भा. पाया० १,७,२, २०४; तीर्थकर नामगोत्र बांधने के बीस प्रकार में खणत. पा. सूय. २, १, १७, का एक. dispassionate meditaखण. पुं. (क्षण ) सक्स२; 44त. अवसर, tion for a moment only: ममय. An instant; a moment. one of the 20 ways of distinसूय०२.४,४; भत्त०८४, ०प०२, ८२, ४, guishing oneself as & Tir. २१:गच्छा . ६०: आया० १,२,१,७०; कप्प. thankara. नाया० ८; प्रव. ३१२; ५, ११७: (२) दानामा खाना पण -संजोय. त्रि. (--संयोगिक) क्षय.. विला; समय. छोटे में छोटा काल विभाग; अतिमुहुर्त पर्यत ने सयोग हाय ते. अंत. ममय. the shortest division of र्मुहूर्त तक जिसका संयोग हो वह. remaintime; an instant. सूय. १,५८:भग०९, ing or lasting forless than ३३;नाया० १,१६: दस० ५,१,९३: पि०नि० 18 minutes, क. प. ७, ३६; --सेस. ७६७; तंदु० भत्त. ५०; पंचा० १, ४८; त्रि. ( -शेष ) क्ष मा पारी छे ते; (३) संन्यात प्रागुरु५ ख विलामा क्षण जिस में बाकी है ऐसा. less by ॥ भुत संख्यात प्राणरूप, काल विभाग, moment. क. प० २, ८२; मुहूर्त. a measure of time com- | | स्वायत्र. त्रि. (यक-गणं परं मिकृष्ट prising countable breaths; कालं जानातीति ) 44त-मसरनो - a time equal to 48 minutes. ना२. समय--अवसर को जानने वाला. (One) जं० प० ७, १५१; ठा० २, ४, -जोह. knowing the proper time. surato त्रि. ( -योगिन् -परं निकृष्टकालः पणं १, २, ५, ८८ स विद्यते यस्य इति ) प्रतिक्ष नाश खणि. स्त्री० (खनि) पाए. खदान; खान. पामना२; क्षणि. प्रतिक्षण नाश पाने वाला; A mina. 4. नि. २२६; नाया. ७ क्षणिकः क्षण भंगुर. decaying every | खत. न. (त) धा; यां; म. घाव; monent; momentary. सूय०१,१,१, जखम. A wound. अणुजो• १४७: Page #559 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५५१ ) खतश्र ] खत. पुं० ( शतक ) राहुना युद्धानी पहर तमांनी मे लत राहु के पुद्गल की पंदरह जात में की एक जात. One of the 15 sorts of the molecules of Rahu. सू० १० १६; स्वत. पुं० ( क्षत्र ) क्षत्रिय; यार वर्षाभांना जीने व क्षत्रिय; चार वर्णों में से दूसरा उत्त० ३, ४, ६, १८, १६, ६; राय० २१८: वर्ण. Kşatriya ; the second of the २६६; विवा० १; निसी० ८, १५; ६, २१; four castes. (२ ) हासीपुत्र; वस२. दस०५, २, २, ६, २; भग० १, ६; ११, दासीपुत्र, वर्ण संकर one belonging ६; सु० च०२, ३५५; अणुजो० १३१; ओव● to a mixed caste. उत्त० १२, १८: १४; २७; ३८; कप्प० २, १७ प्रव० ३८६; स्वन्तः त्रि• (*) छावा रसवासुं गोबर जैसा - कुमार. पुं० ( - कुमार ) क्षत्रियकुमार: रस वाला. Resembling liquid cow- २०४ पुत्र. क्षत्रियकुमार; राजपुत्र a prince; dung. जं० प० (२) तर पाडेल. खात the son of a Kşatriya. भग०३, ३३: लगाया हुआ. ( a wall etc. ) bored --कुल. न० ( - कुल) सामान्य क्षत्रिय तरी through by a thief पं० नि० भा० स्थापे अ. सामान्य क्षत्रियके तोर पर १३: (३) तर पाउ; लींतां ते. स्थापित कुल family ranked as an खात लगाना; भींत में छंद करना boring ordinary Kşatriya family. आया० through the wall. विवा० ३; नाया • २, १, २, ११: –-जायश्र. त्रि० (- जातक ) १५: - खगण. न ० ( - खनन - शायं खनतीति) क्षत्रिय नतिमा उत्पन्न थयेल. क्षत्रिय जाति ખાતર પડવું; ચોરી કરવાને અંદર દાખલ में उत्पन्न. (one ) born in the थवा ભીંતમાં બાંકું પાડવુ તે. खात Kşatriya caste. सू० १ १३; १०; लगाना; चोरी करने को अंदर जानेके लिये - दारग. पुं० (-दारक ) क्षत्रियनो साल. भींत में छेद करते हैं वह breaking क्षत्रिय का बालक. a child of a into a house for the sake Kşatriya. विवा० ५; पुत्त. पुं० of comitting theft. विवा • ( - पुत्र ) क्षत्रिय पुत्रः क्षत्रिय गभ्यो. ३० नाया० १८; मेह. पुं० ( मेघ- क्षत्रिय पुत्रः क्षत्रिय का बच्चा. a son करीषेण साकं सकरीषो वा of Ksatriya. भग० ६, ३३; व वसाह - विज्जा. स्त्री० ( - विद्या ) क्षत्रियनी धनुविद्याहि विद्या; ४० rain विद्यामांनी खेड. क्षत्रिय बरसात. की धनुर्विद्यादि विद्या; ४० विद्यामें की एक. the science of archery possessed by a Kşatriya; one of the 40 मेघो यत्रेति ) छाणुना रस छारण के रस सरीखी resembling liquid cowdung. जं० प० २, ३६; भग० ७, ६: खत्तय, पुं० (शत्रक ) क्षत्र राहेवनु नाम. राहु देव का नाम. Rahu. भग० १२, ६; [ खत्तिय-श्र Name of god afau-a. j. (vâa ) ulu mla; zUR मांना मी व क्षत्रिय जाति; चार व में का दूसरा वर्ण. The second of the four castes जं० प० ५, ११२; * मुख पृष्ठ नम्र १५ नी फुटनोट ( * ). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #560 -------------------------------------------------------------------------- ________________ स्वचियकुंडगाम ] lores सूय० २ २, २७; खचियकुंडगाम पुं० ( क्षत्रियकुराढग्राम ) ક્ષત્રિયકુણ્ડનામે ગ્રામ જ્યાં જમલિ રહેતા ता. क्षत्रियकुंड नाम का गांव जहां जमाले रहते थे. Name of a city the residence of Jamali. भग० ६, ३३; कप्प०२, २०; वत्तियकुंडपुर न० ( सत्रियकुण्डपुर ) भलाવીરસ્વામીની જન્મભૂમિનું ગ્રાંમ; સિદ્ધાર્થ राजनी राजधानी. महावीर स्वामी की जन्मभूमि का प्राम; सिद्धार्थ राजा की राजधानीThe city which is the birth place of Mahavira Swami; the capital city of king Siddhartha. आया०२, १५, १७६; ( ५५२ ) स्वीत्तयाणी. स्त्री० ( क्षत्रियाणी ) क्षत्रियनी स्त्री. क्षत्रिय की स्त्री. A wife of a Ksa triya. कप्प० ३, ४८; खदिरसार. पुं० (खदिरसार ) मेरसार. खेर का सार. A powder prepared of Kher पन० १७; खद्द - द्ध. त्रि० (खाद्य) भनेाज्ञः स्वाहिष्ट; रसभर. मनोज्ञ; स्वादिष्ठ; रसभर. Delicious; tasteful. सम० ३३; प्रव० ५२६; खद्ध त्रि० ( * ) अभूत; अधिष् अमाणुथी वधारे. प्रभूत अधिक प्रमाण से विशेष. Abundant; much more than enough. आया • २, १, १, ५६; पिं० नि० १८५: ४८१; ५२६; श्रोध० नि० ८६; ७२२; पराह० २, ४; प्रव० १३०; दसा० ३, १६; १७; १८; १६; - पजणण न० ( - प्रजनन ) म्हो टुं पुरुषचिन्ह ( इन्द्रिय ). बडा पुरुषचिन्ह [ खस ( इंद्रिय ). a big organ of generation. प्रव० ५२६; सह. पुं० (-शब्द ) म्होटो शब्६. बडा शब्द a loud sound. प्रव० १३८; खद्धं. अ० (शीघ्रम् ) सही; तावले. जल्दी; शीघ्र Quickly. श्राया०२, १, ५, २५; खद्धादाणिश्र त्रि० ( * ) समृद्धि वाणु . समृद्धिवान. Prosperous. घोष० नि० ८६; खपुफ्फ. न० ( खपुष्प ) भाशना पुसनी पेठे शून्य. आकाश के फूल की समान शून्य. Anything impossible or nonexistent like the flower in the sky. बिशे० ३२; 'खम धा० I ( चम् ) सभा १२वी चमा करना. To forgive; to pardon. खमइ-ति श्राया० २, १५, १७६; अंत ६, ३; स्वभंतु. भग० ३, २; नाया ० १६ : ३. ६; खमे. वि० वव० १०, १ खम. आ० नामा ०५; खमह श्र० सु० च० ४, १२३, स्वमाहि. नाया० ६; खमेह. दस० ६, २, १८, खमिडं. हे० कृ० सु० च० ४; १२४; स्वमंत. व० कृ० दसा०५, ३; सममाया. ब० कृ० भग० १५, १ २०, ६; विवा० १: खामेह-ति. प्रे० भग० २. १, ३, १ ५. ८; १५, १; नाया ० १ ५ ६ १४; सु० च० ७, २०८; नामेति. भग० ३, १, ११, १२; १८, ३, * यो पृष्ठ नम्बर १५ नी फुटनोट ( * ). देखो पृष्ठ नंबर १४ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #561 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खम ] खामति. भग० ३, १, ११, १२, १८, ३; खामेमि. भग० ३, २; नाया • ८; १६६ महा० प० ६; खामेमो. भग० ३, १; ( ५५३ ) खामेसु श्रा० नाया०८; खामिय. सं० कृ० निसी० ४, ३२; बामेता. सं० कृ० भग० २, १, ५, ८, १५, १; नाया० १; सामेमाय नाया० ५; खम. त्रि० ( राम - क्षमते इति क्षमः ) शक्ति भानू; समर्थ. ताकतदार; समर्थ. Powerful; &ble. ओोघ० नि० ७६३; भग० १, १; ३, १; नाया ० १ १०; सु० च० १, २६; ३१६; आया० १, ७, ४, २१५; दसा० ७, १; पिं० निं० ७१; ( २ ) शुभ; द्वितर शुभ हितकारक. auspicious; bene ficial. उत्त० ३२, १३; स्वमग. पुं० ( क्षमक ) मास मम यदि तप अनार, तपस्वी साधु मास खमण करने वाला; तपस्वी साधु. Oue practising fasts for a month etc.; an ascetic given to austerity. पं०नि० ४७६; खमण. पुं० (क्षमण ) सहनशीलता रामनार साधु सहनशीलता रखनेवाला साधु An ascetic of forgiving nature. अणु जो ० १३१; प्रव० १५२७; उवा० १, ७७ ( २ ) तप; उपवास तप; उपवास. a fast; an austerity. प्रव० १५३१; - सय. पुं० ( - शत ) से उपवास सौ उपवास. one hundred fasts. प्रव० १५३१; खमरिह त्रि० (क्षमाह ) क्षमा उखाने योग्य. क्षमा करने के योग्य. Deserving pardon. भग० ३, २ मा. स्त्री० (क्षमा) हावना अभाव; सहनशीलता; क्षमा क्रोध का अभाव; सहनशी Vol. 11/70. [ स्वय लता; क्षमा. Absence of anger; forgiveness. भग० ६, ३३; १७, ३; नाया० १०; १३; श्रोघ० नि० ५८१; सम० २७ नंदी० ३५; जं० प० राय० १७१; उवा०२, ११३; आव० ३, १ कप्प० ८; खमावण्या. स्त्री० ( दगपना ) अपराधनी માફી માગવી ખમાવવું, મિચ્છામિ દુક્કડ सेव ते. अपराध की माफी मांगना; क्षमायाचना; मिच्छामि दुक्कडं लेना. Begging of pardon for a fault committed; a particular way of confessing a sin. भग० १७, ३; उत्त० २६, २; खमासमण. पुं० ( क्षमाश्रमण ) क्षभाधारी साधु. क्षमाधारी साधु. An ascetic of a calm and quiet nature. कप०८; खय. पुं० (क्षय) भूलथी (२६; सभूलगो नाथ, मूल से उखाड डालना; समूल नाश. Utter destruction. भग० ३, ६, ७, ६; ६, ३१, ११, ११, उत्त०३, १७; क० गं० २, २६; भक्त० ५०; - ग. त्रि. ( -गत ) क्षय पाभेल. क्षय पाया हुआ, हुई. destroyed; decayed. दसा० ५; ३२; ३३ - नाणि पुं० ( - ज्ञानिन् ) सर्वथा આવરણના ક્ષયથી ઉત્પન્ન થયેલ કૈવલજ્ઞાનवान् देवणी सर्वथा आवरण के क्षय के जये ( द्वारा ) ज्ञानवान् केवली. one possess ed of perfect knowledge due to the destruction of cover in the form of Karinas. विशे० ५१८; -निफ्फरण. त्रि० (-निष्पन्न) उर्भाना क्षयથી પ્રાપ્ત થયેલ ભાવ; ક્ષાયકભાવે પ્રાપ્ત થતાં देवलज्ञानाहि. कर्म के क्षय से प्राप्त हुआ भाव; नायक भावसे प्राप्त हुए केवलज्ञानादि. Kevala Jñāna etc. got by destroying the Karmas. अणुजो • १२७; समज. न० ( - शमज -पय For Private Personal Use Only Page #562 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खयर] ( ५५४ ) [खरश्र शमाभ्यां जायते तत्) हरित भिध्यायना गोल कुंडल होता है वह; वमत. a whirl. ક્ષય અને અનુદરિતને ઉપશમ કરવાથી pool ठा० ४, ४; -कंट पुं० (-कएट) उत्पन यतुं क्षयोपशम सहित. उदीरित તીર્ણ કાંટાસરખો; શીખામણદેનાર સાધુને मिथ्यात्व का क्षय और अनुदीरित का उपशम हुयनर ५ टाथा वाचना२ श्राव. तीक्ष्ण करने से उत्पन्न होने वाला क्षयोपशम समकित. कांटे सरीखा; उपदेश देनेवाले साधुको दुर्वचन destruction of false belief which रूपी कांटोंसे छेदने वाला श्रावक. one is forced to mature and forc- sharp as a thorn; & layman ing of immature false belief who gives advice to an ascetic to mature. विशे० १२५ in severe words. ठा० ४, ३; खयर. पुं० (खदिर) मेनुं आ5. खेर का झाड़. -कंड. पुं० (-काण्ड) हिन भाग. कठिन A kind of tree known as Kher. हिस्सा. the hard portion. ( २ ) अतं०३, ७; तंदु०-इंगाल. पुं० (-अंगार) पडेली न२४ना पडे sis. पहले नर्क का मेरना साना सभास. खेर की लकडी पहला काण्ड. the first division of के अंगारे. burning charcoals of a the first hell. जीवा. ३,१:--ककस. ___Kher wood. राय० ६६; त्रि० (-कर्कश) शमांश; अतिश. खयित्र. त्रि. (सायिक ) । " खइश्र" कर्कश में कर्कश; अतिकर्कश. very harsh. श६. देखो " खइन " शब्द Vide प्रव० १४२; -कम्म. न. ( कर्म ) २ " खइब" अणुजो, १२;" भ, त्य. कठोर कर्म; कृत्य. wicked Vखर. धा० I. (क्षर ) नाश पाम. नाश actions. पंचा० १, २१; -पवणसंग. 121. To be ruined. पुं० ( -पवनसंग ) प्रय९४ पवनना सं. खरइ. विशे० ४५४; प्रचण्ड वायु का संग. uuiting with खर. त्रि. ( खर) अहिए; ५२५२।; श; fierce wind. प्रक० २५१; -पुढवी. तीक्ष्य. कठिण, खरदरा, कर्कश. तीक्ष्ण. स्त्रो० (-पृथ्वी ) हिन ५०. कठिन पृथ्वी. Harsh; rough क० गं० १, ४१, ४२; hard ground or earth. प्रव० १११२; गच्छा० ५४; भग० ७, ६; १५, १; नाया० क. प. ४, ६५;-फरूस.त्रि० (-परुष) १:८, ६; तंदु० दसा० ३, २२, २३: २४; घाई २. बहुत कठोर. very harsh. उत्त० ३६, ७१; पिं० नि० ३२७; जीवा. " खरफरुस धूलीमइला" नाया० २; भग० १; पन्न. १; जं. प. अणुजो० १२८; ७,६; -बायरपुढविक्काइय. पु. (-बादर(२) तनु ते. तिल्लीका तैल. sesaine पृथ्वी कायिक) श मार दीयाना oil. ओघाने० ४, ६; ( ३ ) मधे. गधा. ७१. कठिन बादर पृथ्वीकाया के जीव. an ass. ओव० ३८, जीवा० ३. ३; गच्छा. hard and visible earth-beings. १२५; (४) राहुन। अ५२ नाम. राहुका जीवा० १; --विसाण न० (-विषाण) पर्यायवाची नाम. a synonym for गधेनुं शीराई. गधेका सींग. the horn of Rahu. सू०प०१६;-प्रावट्ट. पुं० (-प्रा. an ass. विश० ३५ वर्त) हिननी पर पार्नु गाणsij | खर. पुं० (ह्मचर) आभगरे; ने।४२; स. थाय ते; मा. कठिन चक्र सरीखा पानी का काम करने वाला, नौकर, दास. A ser Page #563 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खरंटणा] ( ५५५ ) [खल vant. ओघ. नि. ४३८; वाले शाल्मली वृक्ष पर नारकी को चढ़ाकर * स्वरंटणा. स्त्री० ( * ) निहा; ति२२:१२; गधे सरीखा आवाज निकालते हुए नारका को अपमान. निन्दा; तिरस्कार; अपमान. Dis- इधर उधर खेचते हैं वे परमाधामी. The grace; censure; dishonour. पंचा. infernal gods koown as Permā १२, १; ओघ० न० ४०; पिं० नि० २२५; dhāmis who mount the hell. खरमुह. पुं० ( खरमुख ) २४५ नाभे येथे beings on a Sāloiali tree hav. मनार्य श. खरमुख नामक एक अनार्य देश. ing thorns as hard as adamant A mon-Aryan country. प्रव.. and drag them hither and १४६E; thither while utterning a cry खरमुहिया. स्त्री० ( खरमुखिका )वाध विशेष; _like the braying of a ass. सम. सा. वाच विशेष, खरमुही. A kind of १५; भग० ३, ७, प्रव० ११.१: musical instrument. भग० ५, ४; / खारा . ना. ( * ) सा. दासा. A खरमुही. स्त्री० ( खरमुखी ) या; मे | __maid-servant. ओघ. नि. ४३८; तनुं वात्र. खरमुही; एक प्रकार का बाजा. | खरिंसुय पुं० (खरिंसुक ) :- विशेष. कन्द A kind of musical instrument. विशेष. A kind of bulhous root. पाया० २. ११, १६८; राय. ८२, ८८ | प्रव. २४०; जावा. ३, ३; ओव० ३१; जं. प. काप०/ खरियत्ता. स्त्री. ( खरिकता ) नगर पालेर १, १०१, કે બજારમાં રહેનારી વેશ્યાને ભાવ-સ્વરૂપ. स्वरमुहीसह. पुं० ( खरमुखीशडर) याना। शहर के बाहर या बजार में रहने वाली श६.खरमुहीका शब्द. The sound of a वैश्या का भाव-स्वरूप. The state of musical instrument. निसी० १७, ३६; being a prostitute living outस्वरय. पुं० ( खरक ) रावनु मे नाम. side the city or in a bazar. राहुदेवका एक नाम. A synonym of भग० १५, १; the deity Rahu. भग० १२, ६; (२) खरोहिया. स्त्री० ( खरोष्टिका ) मटार सिपि. त्रि. पि. कठिन. hard. नाया० / भांनी मे. अटारह लिपि में की एक. खरसाहिया. स्त्री. ( खरसाधिका-अक्षर-/ One of the 18 scripts. सम० १८; साधिका ) २५ढा२ लिपिमान मे. अठारह | खरोही. स्त्री० ( खरोष्ठी ) नुस। “खरोटिया" लिपियों में की एक. One of the 18 - देखो “ खरोद्विश्रा " शब्द. Vide scripts. सम० १८, " खरोट्टिा " पन्न. १; खरस्सर पुं० (सरस्वर ) 4 या i Vखल. धा• I. ( स्खल) मस; २४. વાળા શાલ્મલી વૃક્ષ ઉપર નારકીને ચઢાવીને खिसकना; दूर जाना, To slip away; ગધેડાના જેવો અવાજ કાઢતાં નારકને આમ | to go away. (२) ५sy; २५सना तेभ येते ५२माधामी. वज्र सरीख कांटे पाम पड़जाना; पतन होना, to fall. * जुमे १४ नगर १५ । ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #564 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खल] [खल्लग खलइ. सु. च० २, ३६; योनी ५-५. लगाम का बन्द. the खलहि. पा. उत्त० १२, ७, reins. नाया. १७; --मट्टिया. स्त्री. खलेज्ज. वि. उत्त० १२, १८% (-मतिका) मेमानी माटी. नदी की मिट्टी. खलत. व. कृ. भग० ७,६; जं०प० the silt of a river. fararo 9; खल. पुं० (खल ) मा. खला. A खलीण. न० ( खलीन ) साम; यो threshing floor place in a field, लगाम; चौकडा. The reins. सु०च०२,६३; where the corn is husked. ओव० | खलु. अ. ( खलु) नियय अवधारण अर्थ मां १७परह.२,३०प०कप्प०५,११७(२) त्रि. અને વાક્યના અલંકાર સાથે ખલુ શબ્દ सुम्यो, हुन. बदमाश; दुर्जन. a rogue; आवे छे. निश्चय अवधारण में और वाक्य के a wicked person. सूय० २, २, ४४; अलंकार के साथ खलु शब्द आता है. खलणा. स्त्री. ( स्खलना) भू; त्रुटि. भूल; Verily; indeed; ( used also to त्रुटि. A Mistake. तंदु. add grace to a sentence ). जं. खलय. पुं० (खलक) मा “खल " श६. | प० ७, १३१, ५, ११२; ११५; भग० १, ३; देखो “ खज" शब्द- Vide “ खन" २, १७, १८, ५, २५, ३, ३१, १; नाया. ७: नाया. १४; १४; १६; दसा. १, ३, दस. खलवाड. पुं० ( बलवाट ) मावा. खल- ४, ७, १; ६, ४. १; आया० १, १, १, ८ वाट. A barn yard; a place १,१, १,१८; १, १, २, १५ पन्न. १; २३: where any sort of grain is heap. सूय. १, २, १, १; उत्त० १, १५; ओन. ed for separating the husk ३८; निर० १, २; उवा० १,२; क. गं. १, ६: _from the corn. राय. २७६; खलु अ. पुं० ( खलुक ) पानी डी. पैर की खलि. न. ( स्खलित ) २५सना; भूस; ऍडी. The heel. विवा०६; अतियार. पतन; अतिचार. Degrada- | खलुक. पुं० (खलुंक ) अविनीत; १६ गते tion; mistake. (२) त्रि. शीरथी या स्वभावाला शिष्य. विनयहीन; श्रोछे २५वना पाभेल. शीलसे पतन पाया हुआ. और टेढे स्वभाव वाला शिष्य. Inmino( one ) degraded; fallen. नाया० dest; a disciple of crooked na१; चउ० १; अणुजो० ६८; ओघ. ture. उत्त० २७, २; ( २ ) जीये। नि. ५४१; विशे० १०२; ८५४; पंचा० १२, ५६३ घोडा. मस्त बैल अथवा घोडा. an ६सु. च. ६,६; unruly bull or a horse. ठा० ४, खालण न० (खलिन ) धेानी सभामा यो ३; उत्त० २७, २; ( ३ ) iस, भ७२ विगेरे घोडे की लगाम; चौकडा. A bridle of शुद्र कन्तु डांस, मच्छर वगैरह छोटे जीव. a horse. प्रव० २४१; (२) नहीनी small insects, such as mosqui ५३. नदीकी मिट्टी. the silt of a toes, bugs, etc. उत्स० ०७, २; river. विवा० १;-बंध. पुं० (-बन्ध ) खल्लग. पुं० (*) माना पानी पीयो. * गुमे। ४ न२५२ १५ ना ५नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #565 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खल्लूड ] ( ५५७ ) [खवग पलास के पत्तों का दोना. A cup mmade of leaves of a Khākarā tree. पिं० नि० २०६; (२) ले!; भारी: ५॥२८. जोडा, मोजडी, जूती. a pair of shoes. प्रव० ६८३; खल्लूड. पुं० (खल्ज़ड) मे जतना ६. एक जात का कन्द. A kind of bul-1 bous root. पन्न. १; जीवा. ३, ४, Vखव. धा• I, II. (हि+णि ) क्षय ३२वा; ५पायु. क्षय करना; अंत करना. Todestroy; to make an end; to waste. खवेइ. भग०६, ३१; नाया. १; श्रीव० ४३; उत्त० २६, १; सूय. १, २,१,१५; प्रव० ७.१, खविति. भग० १६, ४, सूय. १, १२,१५; खवंति. दस. ६,५८ सु. च. १, १८% खवयन्ति . भग. १६, ४, १८,७; खववेत्ता. सं. कृ. भग• ६,३९; १५, १; नाया. १७६; खविवेत्ता, सं० कृ. नाया. ५; ओव० ४१ उत्त२८, ३६; दस० ३, १५; खवित्त. सं. कृ. दस० ६, २, २४; खवमाण. व. कृ. नाया. २, खवेमाण. व. कृ. नाया. १८%3 खवेत. क. प० २, ६६, ४, ४१, ७,३६; खसिउं. सं. कृ. क. गं. २, ३५; खव. पुं० (सपक ) माना क्षय ४२नार; १५५ गित साधु. कर्मों का क्षय करन वाला; क्षपक श्रेणिगत साधु. One who destroys Karmas; an ascetic who has reached Kşapaka Sreni ( a stage of evolution ). भग० २५, ७, भत्त. १५७; खवग. पुं० (क्षपक )क्ष५४ श्रेणिप्राप्त साधु. क्षपक श्रेणिप्राप्त साध. An ascetic who has reached a certain spiritual stage. पि. नि. २०६; भग० २५, ६, भत्त० ४३, प्रव० ७.६; क. प० २, १७, (२) मोडनीयने सा॥ ५-क्ष५४ श्रेलि मोहनीय को दबाने वालीक्षपक श्रेणि. a certain stage in which Mohaniya Karma is wasted away. क. गं० २, २८, ५, ८२; -प्राउ. पुं० ( - आयुष ) आयुष्यने ५५ વનાર-સૂક્ષ્મ સં૫રાય અને અપૂવ કર गुणस्थान वाला ७१. आयुष्य का चय करने वाला सूक्ष्म संपराय और अपूर्व करण गुणस्थान वाला जीव. a living being possessed of Sūkşamasaniparāya and Apurvakarana which waste away the period of life. क. गं. ५, ६७ -कम. पुं. ( -क्रम ) १५४ श्रेणित म. क्षपक श्रेणि का क्रम. the order of Ksu. paka Sreni. कप्प० २. ४३; -सेढि. बी० (-श्रेणि) क्ष५ श्रेणि.क्षपक श्रेणि. Ksapaka Sreni; the spiritual evolution of a soul made by dog. troying the different Karma in succession. प्रव०२०-सेणि. स्त्री. (-श्रेणि ) क्ष५ श्रेणि. क्षपक श्रेणि the spiritual evolution of a soul made by destroying the different Karmas in succession. ( ૨ ) ઘાતી કર્મની પ્રકૃતિને ખપાવવાના ક્રમને ક્ષપકશ્રેણિ કહેવામાં આવે છે. તેમાં અનંતાનુબંધી ક્રોધ, માન, માયા અને લેમને ખપાવવાની શરૂઆત કરી ચિત્રમાં બતાવેલ ક્રમ પ્રમાણે મોહનધિની બધી प्रतिमाने पावतां शनापरणीय, जानाવરણીય, અને અંતરાયની પ્રકૃતિઓને ખપાવી ૧૨ માં ગુણઠાણાને છેલ્લે સમયે કેવલજ્ઞાન અને કેવલદર્શન પ્રાપ્ત થાય छे. घातकर्म को प्रकृतियों के क्षय करने के अनुक्रम का क्षपकोण कहते हैं. उसमें अनंतानुबान्ध क्रोध, मान, माया, और लोभ इनको क्षय करने का प्रारंभ करके चित्र में बतलाये हुए क्रमके अनुसार मोहनीय की संपूण प्रकृतियों का क्षय करने पर दर्शनावर. गोय, ज्ञानावरणीय और अंतराय की प्रकृतियों का क्षय करने के पश्चात् १२ वे गुणस्थान के अन्तिम समय केवलज्ञान और केवलदर्शन को प्राप्ति होती है. the serial order of destroying the Ghāti Kar. mas is called Ksapaka Śreni. The course of destroying the said Karmas begins from the destruction of anger, pride, Page #566 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खवग ] खवग-सेणि. कपल ज्ञानावरणादि १४ निद्रा-प्रचला २ (सं. लोभ सं. माया सं. मान संज्वलन क्रोध पुरुष वेद हास्यादिक षट्क स्त्री वेद नपुंसक वेद (एकेन्द्रियादिक १६ प्रकृति अप्र. क्रो. मा. मा. लो, प्र. क्री. मा.मा.लो. नरक आदि ३ आयु सम्यकत्व मो. (मिश्र मोहनीय) (मिथ्यात्व मो.) अनंतानुबंधी क्रो. मा. मा. लो . V. TALSANIA ( ५५८ ) क्षपक श्रेणि. For Private [ स्ववित deceit and greed which are of etarnal standing and after the destruction of Darśanavarṇiya, Jñänavarṇiya and Antaraya Karmas, Kevalajñāna and Kevala Darsana are obtained at the end of the 12th spiritual evolution. प्रव० ७७६; खवग्ग. पुं० ( क्षपक ) भुये। " खवग " ६. देखो " खवग शब्द Vide नवग प्रव० ७००; "" "4 17 of the खवण. न० क्षपण ) मन क्षय २वा ते; मुनी निशी ते. कर्म का क्षय करना; अमुक शतक कर्मों की निजरा करना. Destroying Karmas; destroying Karmas to a certain limit. विशे० २५१४: उत्त० ३३, २५; पंचा० १८, ४१; पिं०नि० भा० १: सु० च० १, ३८४; (२) अणु अध्ययन अध्याय; अध्ययन. chapter, division. विशे० ६६२; ( ३ ) साधु; मुनि साधु मुनि “ Sadhu; an ascetic. पंचा० १६, ३५: खवरणा. स्त्री० ( क्षमणा ) अध्ययननुं अपर नाम अध्ययन का अपर नाम A syno nym for a chapter. अणुजो० १५४; *खवल. पुं० ( * ) मे तनु भाछ्लु एक जातिका मत्स्य A kind of fish. पन० ९; खवित. त्रि. (पित) पावेल क्षय उरेल. क्षय किया हुआ. destroyed; wasted. सम• २१; --- सतय. त्रि० (-सप्तक) अनंतानुअन्धी भार उपाय, मिथ्यात्व मोहनीय, सभ કિત મેહનીય, અને મિશ્ર મેાહનીય એ સાત अमृति के क्षीरी छे ते अनंतानुबंधी चार कषाय मिथ्यात्व मोहनीय, समकित मोहनीय और मिश्र मोहनीय, इन सात प्रकृ तियों का जिसने क्षय किया है वह. ( One) who has destroyed the seven natural impurities; fourfold passions known as Anantānubandhi. सम० २१; * यो पृष्ठ नम्मर पनी फुटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Personal Use Only Page #567 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खविय-] ( ५५६ ) [खाअ-य खविय-अ. त्रि. (पित) पावे. क्षय पक्षियों के भेद-प्रकार. varieties of किया हुआ. Destroyed; wasted. क. birds. भग० १५, १; नाया० १६; गं० २, १; क. प० ५.३६; ४४; -कम्म. सहचरी. स्त्री. ( खेचरी) माशमा नार पुं० (-कर्मन् ) ५५ाच्या छ भने ते. ५४ी; यस वगेरे पक्षिी . श्राकाश में भना क्षय ४२ना२ ( साधु ). कर्मोंका चय उडने वाली चिडियां; कोयल आदि पक्षी करने वाला ( साधु ); जिसने कर्मों का क्षय (स्त्री.). Birds that fly in the किया है वह. one who has destroy. sky; the cuckoo etc. ठा० ३, १; ed, wasted the Karmas. क. प. खहयर. पुं० (खेचर ) पक्षी. पक्षी. A bird. २, ६६, ६, २०; ( २ ) विधान२. विद्याधर. a god खस. पुं० (खस ) ५स नाम से मनाय possessed of wonderful powers. हेश. खस नाम का एक अनार्य देश. Name अणुजो० १३४; जं. प. भग० ७, ५, ८, of a non-Aryan country. (२) १; उत्त० ३६, १८६; अोव० ४१; जीवा० १; त्रि. ते शिना रब.सी. उस देश का निवासी. पन्न. १; -मंस. न. (-मांस ) तेतर, a resident of this country. पराह. कोरे पक्षीनु भास. तीतर, मुर्गे आदि १, १; प्रव० १५६७ पक्षियोंका मांस, the flesh of a cuckoo खसखासिय. पुं० ( खसखासिक ) स-| partridge etc. प्रव० २२२; मासि नामने ये देश. खसखासिक नाम | खहयरी. श्री. ( खेचरी) पक्षिय. स्त्रीलिंग का एक देश. Name of a country. पक्षी. A female bird. जीवा० १; पन्न० १; (२) त्रि. ते देशमा २९वासा Vखा. I. (खाद ) ५. खाना. To eat. भासे. उस देश के निवासी मनुष्य. ३ खायइ. अणुजो० १२८; दस० १, १,६ resident of this country. पन्न० १; वि.नि. २७४; खसर. पु. ( * ) मसना राग अस.. खाइ. सु. च. १२, ५५; राय० २४० स्वस का रोग; खस. Itch; a kind खायह. आ. उत्त. १२, २६ of skin disease. जीवा.३,३; जं.प. खायमाया. जीवा. ३; विवा. 13 खह. न० ( ख ) मा. श्राकाश. The खावियत.प्रे. व. कृ. विवा०२ sky. भग० २०, २; खजइ. क. वा. राय. २७६% उत्त० १२,१०; खहचर. पुं. (खेचर-खे पाकाश चरतीति)। खज्जत. क. वा. व. कृ. भत्त. १६०%3 આકાશમાં ઉડનાર પક્ષી, તિર્યંચ પંચેન્દ્રિયની | खजमाण. क. वा. व. कृ. संथा. ६६; मे Md. श्राकाश में उड़ने वाले पक्षा | खाश्र-य. त्रि. (ख्यात ) प्रण्यात; प्रसिद्ध आदि; पंचेंद्रिय की एक जाति. A bird; प्रख्यात; प्रसिद्ध. Famous; renowned. a kind of five-seused animal. पंचा० ११, ४; उत्त० १४, २; नंदी. २७; भग० २४, १; उत्त० ३६, १७; -विहाण. खा-य. त्रि. ( खात) हेसुं. खुदा हुआ. न० (-विधान ) पक्षीयोना मे-४१२. Dug. कप्प० ६,२;ओव० (२) पा31; * शुओ Y४ नम२ १५ नी ५टने!2 (*). देखा पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #568 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खाइ ( ५६० ) [खाणु खाडी; कुत्रा. a ditch; a well. अणुजो. __ प्रगट किया हुआ; कहा हुआ. Revealed; १३३; (३) मा. खाई. a ditch. जं. exposed; told. भग० २, १०; प. ३, ४७; सम.प. २०६; खाइय. न. (हायक ) या क्षा खाइ. स्त्री० ( ख्याति ) अध्याति; प्रसिद्धि. समति ज्ञान कोरे, क्षायिक भाव प्रख्याति; प्रसिद्धि. Fame. भग० १२, २; क्षायक सम्यक्त्व केवल ज्ञान आदि. The १७, २; प्राव. ४१; state of destroying Karmas खाइपा-या. स्त्री. (खातिका) नाये अने etc. विशे० ४६% ७५२ स२मा माशी पाच. नीचे और ऊपर | खाडखड. पुं. (खाडखड ) से नामनी याथी बराबर खुदी हुई खाई; गडा. A ditch २४ने से न२४ावासो. इस नाम का चौथी uniformly dug from its mouth, नरक का एक नरकावासा. A division to the button. पण्ह० १, १; अणुजो० of the 4th hell so named. ठा०६,१; १३४; भग० ५,७८,६; 8 खाडहिल. पुं० ( * ) ना शरीर५२ खाहम. त्रि. ( *खादिम खाद्य) समडी, ઘેલા તથા કાલા પટ્ટા હોય છે તેવું એક भेवा, मेरे भावासाय पहा. मेवा, मिठाई प्राणी. जिसकी देह पर सफेद तथा काले पढे आदि खाने योग्य पदार्थ. Sweetmeats, हों ऐसा एक प्राणी. An animal hav. dried fruits etc. उवा० १, ५८; ing black and white stripes on आया० १,७१, १९७, २, ११, १७० the body e.g. the zebra. परह.१,१; भग० २, १; ५; ५, ६७, १; नाया७१ | खाणि. स्त्री. ( खानि) आ४२; मा. खान; २१६; पिं० नि० १६९; राय. २२६; खदान. A mine. नंदी० ४१; उत्त० १२, दस० ५. १, ४६; १०, १, ८ वेय. १, १६; । १३; सु. च० १५, ६१; सम० २१; ३३; ओव० ३९; पंचा० ५, २६; / वाणिप्रा. स्त्री. ( खानिका) मे "खाणि" कप्प० ५, १०२; प्रव० १६८; भाव० ६, १; १६. देखा “ खाणि " शब्द. Vide -साइम त्रि. ( -स्वादिम= स्वाथ ) "खाणि "आया २,१०,११६; સુખડી મેવો અને સ્વાદિમ-મુખવાસ-સોપારી खाणु. पुं० (स्थाणु) आनुं डालो पत्ते सविंग वगेरे. मेवा मिठाई आदि स्वादिम- रहित सूखहुए. झाड का ढूंठा. A dried सुपारी लौंग आदि मुखवास. sweet- trunk of a tree without branch. meats, dried fruits, cardamom, es. आया० २, १, ५, २५; दसा० ७,१; cloves.etc. दस० ५,१,६१; नाया० १; जीवा० ३, ३; जं०प० १,१०; खाइय. त्रि. (खादित) भरावेतु; अक्षय उत्त० १४, २६; (२) पीला; मुंटी. कीली; ४२. खिलाया हुश्रा; भक्षण कराया हुआ. खूटा. a big nail; a peg. वेय०६, १३; (Any thing ) caused to be जं०प०४,१११; -समाण त्रि० (-समान) tasted or eaten. ओव. ३८; સુકેલ ઝાડના ઠુંઠા જે; પિતાની ખોટી હઠ खाइय. त्रि. ( ख्यात ) प्रगट रेस; डेल. छोडे न&ि; मोट। २५ ४२ना२. सूखे हुए ___ * गुमो पृष्ट न०५२ १५ नी ५टनोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #569 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खाणुय] ( ५६१ ) [खार झाड के टूट जैमाः अपनी मिथ्या हट न त्याग ने वाला: मूठा याग्रह करने वाला. (one) like a dried trunk of a tree; (one) who nevergives up one's false idea; obstinate. ठा० ४, ३; खाणुय पुं० ( स्थाणुक ) यो “ खाणु" शम्६. देखा " वाणु " शब्द. Vide "खाणु" श्राया• २, १०, १६६; २, १३, १७२, नाया०२; खात. न० (खात) माहे. खुदाहुआ. Dug. पन्न० २; (२) मा. खाई. a ditch. भग० १५, १; पन्न० २; --उदग. पुं० (-उदक ) भानु पी. खाई का पाना. water of a ditch. भग० १५, १; खातिया. स्त्रो० (खातिका) । "खाइमा" २६. देखो “ साइना" शब्द. Vide " खाइया" परह. १, १; वात्त. न. (क्षात्र) पात२. भीत में खात लगाना. Opening in a wall (made by a thief). नाया०१६-खणग. त्रि. (-खनक) मात२ पाना२; यार. खात लगाने वाला; चोर (one) who bores through a wall: a thief. नाया०१८; खामरण. न. (तामण) समाव. क्षमाना. Begging of pardon. दसा. ४,१०५ मत्त. ५०; नाया० २७ खामणा. स्त्री. (तामणा-समापना) अ५२राधना भाई? भागी; भारते अपराध की माफी मांगता; क्षमा मांगना. Begging of pardon. प्रव• ६६; १८२: भत्त० १६; खामिश्र-य. त्रि. (शामित-क्षमापित)क्षमा रेस, भाी आपेल क्षमा किया हुमा: माफी दिया हुआ. Pardoned. सु. च. 1, ३८३, भग• ३, १; १५, १; दसा. १, १४; सम. २.; खार. त्रि. (जार) पाई. क्षार. Sult. (२) Vol. 11/71. पुं. ५ मार वगेरे पार पहा. मितु जवखार इत्यादि क्षार पदार्थ. things having Halt taste. "खारस्सलोणस्स प्रणासहणं" नाया. १६; सूय. १, ४, १,२१. २, ३, २५; श्राया. २, १०; १६६; राय २५८; निमी० १२, ३३; जं. प. विवा० 1; (3) सामसामी मार; ३२. दूसरों से डाह; बैर. enmity towards others. जीवा० ३. भग०३,३:५; (४) पुं० पारे। २स. क्षार रस salt juice. पन्न. १७; स. च. ७,२६४; (५) स्त्री. मारवासी भूमि क्षार वाला भूमि. Haline soil. पिं.नि.भा.१३; (६) मु . ५२ सपना 1. भुजार सर्प को एक जाति. a kind of serpent. पन्न.1:-उदग. न० (-उदक) थे. माई पायी. थोड़ा खारा पानी. water having some what galtish taste. पन्न. १; भग. १५, १%B -गालण. न० ( --गालनक) साभार विगरेने पासवान पात्र. सज्जीबार आदि गलाने का पात्र. apot for liquifying carbonate of soda etc. सूय०१, ४; २, १२: -तेल्ल. न० (-तैल ) 1 तेस. खारा तेल. galtish oil. विवा० ६ -दाह पुं० (-दाह) स ह ५४. पानी १५. सज्जी, खार आदि पकाने का स्थान. a place where carbonate of soda etc are boiled. निसी० ३, ७५; --मेह. पुं० (-मेघ) साक्षना २सया १५ वाले भेष-वरसाइ. सालवृक्ष के रस समान जलवाला मेघ-बरसाद. rain resembling the juice of a Sāla tree. भग०७,६जं.प. २, ३६-घम पुं० (-वर्धसू) मारवाला य. खार मय कूडा. saltish dirt निसी० ३, ८०; -वत्तिय. त्रि. (-वर्तित)मामलरावर, पारमा नामेस. नमक से भरा हुआ; नमक Page #570 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खारायण ] [खिंस में भिंगोया हुआ. salt-soaked. सूय. खास. पुं. (कास) मांसीना ।५२स. २, २, ६३, श्रोव०३८दसा० ६, ४;-तंत. __ खासी का रोग; दमा. Cough. नाया. पु० (-चारतंत्र ) लिंग वृक्ष याहि पा ४२११ __ १३; भग० ३, ७; ॥ आयुर्वेना में भाग लिंग वृद्धि खासि. न. (कासित ) भुमे। “खास" श्रादि वाजी करण शास्त्र; श्रायुर्वेद का एक श.. देखो “ खास '' शब्द. Vide भाग. a section of Ayur Veda " खास" विशे० ५०१; नंदी० ३८; ( medial science) dealing with | खासिय. पुं. (खासिक) से नामनी मे the excitement of amorous हेश. इस नाम का एक देश. Name of desire by means of aphrodi. a country. (२)ते शनी २२वासी. siacs. ठा. ८, १० उस देशका निवासी. a resident of this खारायण. पुं० (क्षारायन ) भ७५ गोत्रनी country. परह. १, १; प्रव० १५६७: शा . मंडप गांत्र को एक शाखा. A ओव. १,५; branch of Mandapa lineage. खिइ. स्रो० (क्षिति) वी. पृथ्वो. The (२) ते शशमान पुरु५. उस शाखा का earth; the world. क. प. १, ६९; पुरुष. a man of that branch. . ४, ३२, ठा०, १; खिवणी. स्त्रा० (किहिणी ) धुधरी: हानी खरिअ. पुं० (सारिक) पारीमा; भूसा कोरे- टी. घुगरियां; छोटा घुगरा. A sinall ना हम भी लसी माया bell. नाया० ९; ठा० १०, १; नावामां आवे छे ते. नमकोन; मूले आदि खिखणीय. न. ( किणीक ) नुमा के पत्तों में नमक डालकर अचार जैसा बनाया। “खिखणी' श६. देखो “ विखणी" जाता है वह. Pickles. ओघ. नि. शन्द. Vide : खिखणी" नाया. १; भा. १३६; उवा० २, ११३; खारी. स्त्रो० ( * खारी ) मेजततुं पायी. खिखिणी. श्री. ( किरणो) धुबरी; 42ी. एक जाति का प्राणो. A kind of crea- छोटा धुगरा. A small bell. जं.प. ture. जावा. १; राय० १०६; जीवा० ३, ३; उबा० ६, १६६; खारुगणिय. पुं० (तारुगणिक) मे नाभन खिस. धा• I. (खिस् ) निन् ४२वी. मेअनार्य श. इस नाम का एक अनार्य नियु. निन्दा करना. To blame; to देश. Name of a non-Aryan censure. (२) ४२३; तर छ. country. ( २ ) त्रि. ते शना वासी. क्रोध करना; तिरस्कार करना. to get उस देश का निवासो. a resident of angry; to despise. this country. भग० १, ३३; खिंसह-ति. सूय० १, १३, १४, २, २, खालिय. त्रि. (चालित) धोय. धुलाहुा. १५% नाया. घ. पिं.नि. ३५८%; Washed. सु. च. २, २४३: ७, ६१; उत्त. १७, ४; सम• ३०; दसा. ६, स्वावण. न. (ख्यापना ) प्रसिद्धि; याति; २०; २१, प्रासद्धि; ख्याति. Fame; reputation. खिसंति. भग.३, १3मंत०६, ३: नाया०८; पंचा. १०, ७ खिसए. वि. स. ८, २६; प्राया. १, Page #571 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खिसण] ( ५६३ ) [ खित्त खिजीणय. त्रि० (खेदनीय ) मे ४२वाने खिसइजा. दस०६, ३, २१; योय. रंज करने योग्य. Regrettable. खिंसह. भग. ५, ४, १२, १; नाया. १६ खिसिस्संति. नाया. १६ खिजमाण. त्रि. ( खिद्यमान ) पातोखिसे (सि) ता. सं० कृभग० ५, ६ ठा० यारीया २५लाप पाणी. खीजताहुआ चिरडी ३, १; स्वभाव वाला. (One) of an irritable खिसिजमाण. नाया. १६; भग. ३,१3 nature. जीवा० ३, ४, नाया. १८; खिसण. न० (खिसन) निन्; ति२२४१२: राय० ११२; अपमान. निन्दा; तिरस्कार; अपमान. Cen- खिजिय. त्रि. (खिन ) मे पामेडं. खेद sure; contempt; dishonour. परह. । प्राप्त. Troubled; afflicted. नाया. ६; १,१; श्रोव. २१% खिडकर. त्रि. (कड ) Eहिया ४२नार. खिसणा. स्त्री० (खिंसना ) समक्ष भभ गुदगुदी चलाने वाला. ( One) who S4 पाडी अशा १२वी. लोगों के सामने | tickles. सु. च० २, ६४३; गुप्त रहस्य प्रकट कर अवज्ञा करना. Dis- | खिति. स्त्री० ( क्षिति ) ५वी. पृथ्वी The regarding anyone by exposing | earth; the world. विशे० १२०८; his weakness in the public | खित्त. न० (क्षेत्र ) मा प्रदेश. आकाश श्रोव० ४०; राय. २६४; प्रदेश. The firmament; the space खिसणिज. त्रि. ( खिंसनीय ) ति२२४१२ of the sky. उत्त० ३३, १६; क. गं० ४२१॥ योय. तिरस्कार करने योग्य. Cen- ५, ८६; ( २) आय सनाय देश. श्रार्य surable; disgraceful. नाया• ३; अनार्य देश. a country of Aryas खिंसा. स्त्री० ( खिसा ) नि. निंदा. Cen- and Anāryas. गच्छा० १४, उत्त० ३, sure. पंचा० १७, २५; 1८; ( ३ )पिनो से ला; --४ि५; खिसिय. त्रि. ( खिसित ) भलेही वयनयी म भरत क्षेत्र. द्वीप का एक भाग; खंड ति२२४२ ४३३. मर्म भेदी वचन से तिरस्कृत. विजय; जैसे भरत क्षेत्र. a part of a Disgraced with piercing words. continent. ठा० २, ३; ( ४ ) मुखी ठा० ६, १; प्रव. १३३५; -वयण. न. भीन; धान्यवासवानी भीन. खुली (-वचन ) मीनी बसना (ति२२४१२) जमीन; धान्य बोने की जमीन. a field; an ७२यानुं वयन. दूसरों की घृणा-तिरस्कार open plot of ground आया० १, २, करने योग्य बचन. the words of ३, ७६; अणुजो० ८०; दस० ८, ३५; प्रव० rebuke. ठा० ६, १; वेय. ६, १; १८, ६०४; भग० २, १; २५, ५;पन. १४; खिक्खियंत. त्रि. (खिखिकुर्वत् ) मिति उत्त० ३०, १८, प्रोघ. नि. भा. ८२; श६ ४२, ती, ता. खिखि शब्द करता सु. च. १, २३; कप्प. ५, ११७;-निहुआ-हुई. (One) making a sound वासि. त्रि० ( -निवासिन् ) से क्षेत्रमा like 'Khi Khi qệ• , : निवास ४२ना२. एक क्षेत्र में निवास करने खिज्जणा. स्त्री. ( अखिद्यना-खेदक्रिया ) वाला. residing in one country. मेह. खेद. Pain; trouble. नाया. १८; प्रव० ७८४; -फुसणा. स्त्री० (-स्पर्शना) Page #572 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खित्त] ( ५६४ ) [खिल्लूह क्षेत्रनी २५शन। मा प्रदेशनी साना. | deity. सु० च० ७, ७०; क्षेत्र का स्पर्श; आकाश प्रदेश की अवगाहना. | खिन्न. त्रि. (खिन्न ) णे पामे. दुःखी; खेद occupying the atmosphere or पाया हुआ. Troubled; afflicted. space. विशे० ४०६; -बाहिट्टिय. त्रि. ओघ० नि० १२४; (-बहिः स्थित ) क्षेत्रथा-वसतिथी महा२ खिप्प. त्रि. (क्षिप्र) reel; ताj. जल्दी; २हेस. क्षेत्र से बाहर रहा हुआ. situated फुतलिा . Speedy. आशा० १, ६, ७, ६; outside the inhabited region. २, ३, २, १२५; उत्त० १, ४४; भोघ प्रव०६२७;-वुड्ढि . स्त्री. (-वृद्धि) क्षेत्रना नि० ७७५; भग० १, ६२, १, ३,१,३; पृद्धि क्षेत्र की वृद्धि. inerement in दस० ४, २८, ८, ३१; नाया० १; १६; space. प्रव० २८१; -संठिइ. स्त्री० विशे० २८०; सूय. १, ८, १५, कप्प० २, (-संस्थिति ) क्षेत्रो मा२. क्षेत्र २५, ४, ५८; उवा० १, २६; राय० २८; प्राकार. the shape of the space ३४, ३५, ओव० २६; क. प. २, ८८; ६, or region. जं० प० ३७, १३५; १६; सम. ३४; दसा०४,३८ -सहाव. पु. ( -स्वभाव ) क्षेत्र खिप्पगइ. पुं० ( क्षिप्रगति) दिशामा२।। स्वाय. क्षेत्र का स्वभाव. the nature सोपासनाम. दिशाकुमार के लोकपाल का of the space. प्रव० १०८८ नाम. Name of a Lokapāla of खित्त. त्रि० (क्षिप्त ) ३४. फैंका हुआ. Disakumara. भग. ३, ८; (२) Thrown. क. गं. ४, ८६; नाया० १७; અમિતગતિ તથા અમિતવાહન ઈંદ્રના લેક---चित्त. त्रि. ( -चित्त) पुत्रश। गेरे पासनु म. अमितगति तथा प्रामतवाहन था विक्षित थयु छ यित्त । मे.. पुत्र इन्द्र के लोकपाल का नाम. name of a शोक श्रादि से जिसका चित्त क्षुब्ध है वह. Lokapăla of the Indras named ( one ) maddened on account Amitagati and Amitvāhana. of the death of a son etc. ठा. ठा० ४,१; ५, १; वव०२, १०१०, १८, (खिलीकय. त्रि० (किलीकृत ) पासी भारीने खित्तअ. त्रि. (क्षेत्रज) स्त्रीया Budi छी કર્મને નિવડ કરેલ; નિકાચિતબધુને બાંધેલ. ४२. स्त्री से उत्पन्न लडके. Children कील ठोककर कर्म को दृढ किया हुश्रा; निकाborn of a woman. ठा० १०; चित बंध से बंधे हुए. ( The Karmas) खितो . अ. (क्षेत्रतस्) क्षेत्री ; क्षेत्रनाnailed or bound very tightly. अपेक्षामे; क्षेत्रमाश्री. क्षेत्र से; क्षेत्र की भग० ६, १; अपेक्षा; क्षेत्र के सम्बन्ध में, In relation | खिल्लुड. पुं० ( * ) ६ विशेष. कन्द to space. उत्त० २४,६; श्रीव. १७ विशेष. A kind of bulbous root. खित्तवाल. पुं० (सम्रपाल ) हे विशेष; लेत- प्रव. २४० २पास. देव विशेष; क्षत्रपाल. A kind of | खिल्लूह. पुं० ( * ) ६ विशेष; नरपति. * शुसो ४ नम्बर १५ नीटनोट (*). देखा पृष्ट नम्बर १५ को फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #573 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खिल्लेउं ] वनस्पति; कंद विशेष. A kind of bulbous root; a kind of vegetation. जीवा ० १; * खिल्लेउं सं० कृ० ० ( क्रीडयित्वा ) मेलीने; २भीने. खेलकर; क्रीडा करके. Having played. सु० च० ७, ११३; खिवित्ता. सं० कृ० ( क्षिप्त्वा ) Having thrown. भग० खिविय. त्रि० (क्षिप्त ) हे ( ५६५ ) Thrown. सु० च० १, १७; वीण. पुं० ( क्षीण ) जया गये; नाश पाभेल. नष्ट; क्षीण. Wasted; destroyed. नाया • १ ८; अजो० १२७, १३६; जं० प० पन्न० १; भग० १, ६; ५, ४, ६, ७; १५, १२५, १; ७; सम० ७ ठा० २, १; "" ने फेंककर . ३, २; फेंका हुआ. क० प०४, १८; ५, १८; प्रव० १३१३; कप्प० २, १८, ५, १४६० क० गं० २, २ २०; ४, ७६; ( २ ) भारमा श्रीमोहगुगु स्थाननु नाम बारहवें क्षारण मोहनीय गुण स्थानक का सक्षिप्त नाम. a short name of the 12th variety of spiritual evolution known as Kşinamoha. क० गं० ६, ४५ – उदग. त्रि० ( - उदक ) पाणीविनानुं निर्भ पानी रहितः निर्जल devoid of water; waterless. भग० १५, ११ – उवसंत. न० ( -उपशान्त ) श्रीसुमोद तथा उपशांतમેહ નામે ગુણસ્થાનક; બારમું અને અગીयारभुं गुणस्थान: क्षीण मोह तथा उपशांत मोह नाम का गुणस्थानक; बारहवें और ग्यारहवें गुणस्थानक the eleventh and the twefvth spiritual stages known as Kṣinamoha and Upaśāntamoha. क० गं० ४, ६१: --कसाइ. त्रि० ( –कषाग्रन् ) लुखो खीसा ६. देखो खीण " "" [ खीण कसाथि " शब्द. vide " खीणकसायि " भग० ६, ३१; – कसाय. त्रि० (- कषाय ) ક્ષય પામ્યા છે . કામ કૈાધાદિ કષાય જેના તે. जिसके काम क्रोधादि कषाय क्षय होगए हैं. ( one ) whose passions i. e. anger, hatred etc. are destroy. ed or decayed. क० प० ७, ४८; - कसायि. त्रि० . ( - कषायिन् ) उपायनो नाश-दाय छे से ते; उषायराहत. जिसने कषाय का नाश--क्षय किया है वह; कषाय रहित. (one ) who has destroyed the passions. भग० २५, ६; - दुह. त्रि० (-दुःख) श्रीगु थयुं छे हु: म मेनुं; हु: विनानुं जिसका दुःख क्षीण होगया है वह; दुख रहित. freed from pain or misery. सम० प० - भांग. त्रि० (-भोग) भेना लोग विवास झील थया छे मेवे, जिसके भोग विलास क्षीण होगये हैं वह. freed from wordly enjoyments. नाया ०६; - भोगि. त्रि० 1- भोगिन् - भागो जीवस्य यत्रास्ति तद्भोगि, शरीरम् तत्क्षीणं तपोरोगादिभिर्यस्य सः क्षीणभोगी ) हुणा शरीर वाणुं पतले शरीर वाला; दुर्बल. ( one ) of weak constitution. भग० ७, ७; - मोह. त्रि० ( - मोह ) मोहनी नेनु क्षीण थयेस छे ते. जिसका मोहनीय कर्म क्षय होगया है वह. (one ) freed from Karma known as Mohaniya. क० ग०४, ६३; क० प० ६, ६; ठा०३, ४; २४०; - रय. त्रि० ( ~ रजस् ) भेगे उर्भरूप २०४ नाश छे ते. कर्म रज का नाश कया है वह.. (one ) freed from dust in the form of Karmas. सम० प० २४०; - राग त्रि० ( - राग ) भगे राग द्वेश क्षयर्यो छे ते. जिसने राग For Private Personal Use Only Page #574 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खीणकसाय [ खीर देश क्षय किये हैं वह. (one ) freed from passions. क. ५० ४, १८, ४२; गच्छा० ३३; -वेदय. त्रि. ( -वेदक) સ્ત્રી વેદ, પુરૂષ વેદ, નપુંસક વેદ, આદિ જેના आम विष्ट यये छेते. जिसके स्त्री वेद, पुरुष वेद, श्रादि काम विकार नष्ट हो गए वह. (one ) freed from sexual passion. भग० ६. ३१, २५;; खीणकसाय. न. (सीणकषाय ) पारभु। ગુણસ્થાનક કે જ્યાં કષાયનો સર્વથા ક્ષય ३२वामां आवे छे. बारहवां गुणस्थानक कि जहां कषाय का सर्वथा क्षय होता है. | The 12th spiritual stage where the passions are com. pletely overcome. क.गं. ६, ८४; -वीतराग. पुं० (-वीतराग) षाय रहित वीतराग. मारमा गुगुस्थानवता. कषाय रहित वीतराग. बारहवें गुणस्थानकचारी. a soul that has reached the 12th spiritual stage. भग० २५ ६ खीर. न. (हीर )हुध. दूध. Milk. सू० प. ११; १९; पन. २; आया० २, १,४, २४; विशे० ७६९; निसी. ६, २२; निर. ३, ४; जीवा० ३, ३: पिं. नि. १३९; भग. ३,५११, ११, ठा. ४,१; ओव० १०, ३८; पिं० नि०भा०५०; उवा० १, २४; पंचा० ५, २७; १३, १०; कप्प० ३, ३८; ६, १७, (२)क्षी२ नाभन पांयमी समुद्र सने पाया दी५. चार नामका पांचवां समुद्र और पांचवां द्वीप. Name of a continent and an ocean. अणुजा. १०३, पन. १; जीवा० ३, ४, -कुंभ. पुं० न० (-कुंभ) दुधना ५. दूध का घडा. a pot of milk. भग० १६, ३, -दुम. पुं० (-दुम) ६५ पाणां 13; थार, आ. पोरे. दूधवाले माड़; थूअर, | आकड़े आदि. trees that give milk 8. g. the Asvattha tree. पंचा० १५, २०; पिं. नि. भा. १२; -धाई. स्त्री० (-धात्री) मारने धनशवनारी पायभाता. बालक को दूध पिलाने वाली; धाय माता. a wet nurse. आया० २, १५, १७३; भग. ११, ११; नाया० १, १६; विवा० २; -भोयण. न. (-भोजन) भीरनुं गमय. क्षीर का भोजन. a meal consisting of rice boiled in milk. निर० ३, ४; -महुर. त्रि. ( - मधुर) दुधना ने भी दूध जैसा मिष्ट. sweet as milk. ठा. ४, ३, -मेह. पुं० (-मेघ) मरत ક્ષેત્રમાં ઉત્સપિણને બીજો આર બેસતાં સાત દીવસ પુષ્કર સંવત નામનો મેધ વરસ્યા પછી બીજે મેલ સાત દિવસ સુધી बरसे तेनुं नाम. भरत क्षेत्र में उत्सर्पिणी का दूसरा पारा बैठता है तब सात दिन तक पुष्कर संत नामका मेघ बरसता है पश्चात् दसरा मेघ सात दिन तक बरसता है उसका नाम. naine of the rain which falls for 7 days at the commencement of the 2nd wou in Bharata after a7 days' rain fall known as Puşkura Sain. varta. जं. प. --धुठि. स्त्री०(-वृष्टि) दुधनी वृष्टिः धनी १२सा६. दूध की वृष्टि; द्ध की बरसात. a shower of milk; a rain of milk. भग० ३, ७, -समुद्ध. पुं० ( -समुद्र) क्षा२ सा१२. क्षीर सागर. the ocean of milk. सु. च. २, २५१; --सर. न० (-सरस्) दुध देवा पाणीवाणु तलाव. दूध जैसे पानी वाला तलाव. a tank having milky water. सु० च० १५, ३२; -सागर.पुं Page #575 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खीरकामोली] ( ५६७ ) [ खीरोया (-सागर) क्षीर समुद्र. क्षीर समुद्र. name खीरिणिया. स्त्री० (सोरिणका ) दुपाणा: of an ocean. कप्प०३, ३३, -साला. | meी. दूधवाली; दुधारू. A milch cow बी० (-शाला) दुधनी शाना-आन. etc. आया. २, १, ४, २३; दूध की शाला-दुकान. shop of खीरिणी. स्त्री. (पीरिणो) यावा उनी milk. निमी. ६,७ वेस. चीडवाले भाव की वेल. A kind खीरकाओली स्त्री. (तीरकाकोली) ये| of creeper. पत्र. १; नामनी साधारण वनरपति. इस नाम की | खीरोदन. पुं० (हीरोदक ) क्षीर समुद्र. क्षीर साधारण वनस्पति. A kind of vege ___ समुद्र. Name of an ocean. ठा०४,४; tation 970 9; खोरोदग. पुं० (सीगेदक ) क्षीरसमुद्र क्षीरखीरकाकोलि. स्त्री० (तीरकाकोली) शुमे। सागर. क्षीर समुद्रः क्षीर सागर. Name "वीरकामोखो" श... देखो "खीरकामोली" of an ocean. भग० ८, t; जं. ५० शब्द. Vide " खीरकापोली " भग. पन० १; -समुद. पुं० ( -समुद्र ) खीरणी. स्त्री० (क्षीरणी) वृक्ष विशेष; भिरनी ક્ષીરાદક સમુદ્ર-જેનું પાણી દુધ જેવું છે वृक्ष विशेष; खिरनी. A kind of tree मे। समुद्र. क्षारोदक समुद्र-जिसका पानी bearing sweet fruit. भग० २२, २; | दूध सरीखा है ऐसा समुद्र. An ocean पन्न. १; the water of which is like खीरभुस. पुं० ( सीरभुष) से नाम ५५ milk. नाया. ८; जनतनुं ये आउ. इस नाम का पर्वग जाति खीरोदा. स्त्री० (तीरोदा) पश्चिम महाविना का एक झाड़. A kind of tree of દક્ષિણ ખાવાની બીજી વિજયની પશ્ચિમ Parvaga sort. पन्न. 18 सह ५२नी महानही. पश्चिम महाविदेह खीराइय. त्रि.(वीरकित) मा क्षी२-२स ५- के दक्षिण खंड की दूसरी विजय की सीमा पर नया छ मे. जिसमें क्षार रस उत्पन्न हुआ बहती हुई महानदी. Name of the है वह. ( A substance ) in which great river fowing on the juice has been produced. western boundary of the 2nd "तगणंतेसालीअणुपुग्वेणं प्राययगंधा खीरा- Vijaya of the southern part of इया बदकला" नाया. ७; the western Mahavideha. जं. खीरासव. त्रि. (शीराश्रव) वयन हुध- प.४, १०२, ना सामनारने मधु२ साणे तेपा शक्ति- | खीरोय. न. (क्षीरोद ) क्षीर सा॥२. क्षीर सदिया। मास. जिसके वचन सुननवाला सागर. Name of an ocean. ज. प. का दूध जैसे मिष्ट मालूम हो एसी शक्ति- ५, १२०; कप्प० ३, ४३; -सायर. पुं. लब्धिवाला मनुष्य. (One ) possess. (-सागर) क्षीर समुद्र. क्षीर समुद्र. Nane od of sweet speech like milk. ___of an ocean. कप्प. ३, ४३; श्रोव. १६; पण्ह. २,१ खीरोया. पुं० ( * ) नुमे। “खीरोदा " * गुमेपृष्ट नम२ १५ नी ५८ नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note. (*) p. 15th. Page #576 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खील ] ( ५६८ ) [खुजा श६. देखो “ खीरोदा" शब्द. Vide अणुजो० ११८; ठा• ६, १; पन. १; सम. " खीरोदा" ठा० २, ३; । प० २२७, (२) त्रि. दुस।. कुब्ज; कुबडा. खील. पुं० न० (कील) जातो. कील. A (one) hump-backed. सु०च०२,३६४; nail. अोध० नि०६८८; परह. १, १; अोघ• नि० भा० ८२; पिं. खीलग. पुं० (कीलक) मा “खील" नि० ४७५; पंचा० १८, १०; प्रव० ५६३; श६. देखो “खील" शब्द. Vide ८०२; (३) न० मे प्रवृतिना यथा दुस "खील" सू०प०८; श्रोघ. नि. भग० २७१७ પણું પ્રાપ્ત થાય તે નામકર્મને એક પ્રકૃતિ. खु. अ. (खु-खलु ) पाया।२; 43यने जिस प्रकृति के उदय मे कुबडापना प्राप्त हो शालावनार अध्यय. वाक्यालंकार; वाक्य उस नाम कर्म की एक प्रकृति. a variety को सुंदर बनानेवाला अव्यय. A particle , of Nāma Karma by the rise of used to add grace to a sen- which one becomes humptence. आया० १, ६. ३, १८५; । __backed. क. गं० १, ४०; दस० २, ५, ८, ५४; (२) निश्ये. निश्चय. | खुजकरणी. स्त्रा० (कुम्जकरणी ) *५५ती certainly; verily. गच्छा० ६३; સાધ્વી ઉપરકોઈ મોહન પામે તે સારું કદ રૂપ खुड. स्त्री० (सुति-क्षवणं सुतिः) छी.. छीक. બનાવવાને ખંબા ઉપર રાખવાના સંથારી A sneeze. नाया० २; १६; भग० આ વસ્ત્રને ખભા નીચે પીઠ ઉપર એક પટાથી १५, १: माधीशमते.रूपवती साध्वी पर कोई मोहिखुक्खु. पुं० (खुक्खु ) उता घोडाने "Y. त हो इसलिये सुंदरता को कुरूपता में परिणत सद थाय छेते. दौडते हुए घोडे का खुक्खु करने के वास्ते कंधे के वस्त्र को पीठ से नीचे शब्द. A sound which is produe- पंट पर एक पट्टे से बांध रखना. Wraped when a horse is running. ping of a shoulder garment मग. १०३: round the breast and the back खुज. पुं० (कुब्ज ) लेना हाय ५१ भरत on the part of a female ascetic અને ગ્રીવા-ડોક લક્ષણયુક્ત પ્રમાણપત હોય in order that nobody should be અને પેટ છાતી પીઠ વગેરે લક્ષણ હીન હોય tempted by her beauty re. તે સંસ્થાનનું નામ છ સંડાણમાંનું ચોથું नि. भा. ३२०, प्रव० ५४६ संहा. जिसके हाथ, पांव, सिर और ग्रीवा- खुज्जत्त. न० (कुब्जत्व) । ५. कुबडा गर्दन लक्षणयुक्त प्रमाणानुसार हों और पेट, पन. The state of being humpछाती पीठ आदि लक्षणहीन हो ऐसे संस्थानका backed. पाया० १, २, ३, ७८ नाम; छ संठाणोंमें से चौथा संठाण. Name खुजा. स्त्री० ( कब्जा)ी हासी. कुबडी; of a bodily structure in which दासी. A hump-backed female: a hands, feet, the head and the maid. ओव० ३३; दसा० १: १; नाया. neck are in proportion while, १;८; अंत० ३, ८; जं. प. भग. ६, ३३; stomach, the back, the breast विवा• ६; (२) शनी सी. कुब्ज etc. are disproportionate; the देश की दासी. a maid of the 4th of the 6 bodily structures. country nained Kubjā. fato {: Page #577 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खुजिया ] २५; विवा० है; निर० १७१; ( ३ ) થૂંકવાનું પાત્ર ( ફુંકેદાની) ધારણ કરનારી हासी थुंकने का पात्र ( पीकदानी ) उठाने वाली दासी. & female attendant who holds a spittle pot. विशे • १४, ९, १; विवा० ६; खुजिया. स्त्री० (कुब्जिता ) सोल रोगमांना रोग; घाया. सोलह रोगों में का एक रोग; कुबडापन. One of the 16 diseases; croockedness. प्राया० १, ६; १, १०२, gera. ft. (*ga) alj; ay; caz. छोटा लघुः हलका. Trifling; small. ( ५६६ ) ज० ५० वव० १०, १८ खुडाग. त्रि० ( * खुल्लक ) न्हाना-नी-नो. छोटा-टी. Small निसा० ४, ७१; अंत• ८, ३: ओव० १६; भग० १३, ४, ३१, १; नाया० ७; खुडिय. त्रि० ( सुलक ) भुग्यो "खुडध २०६. देखो 'खुडन' शब्द. Vide, 'खुडन' वत्र० ६, ४१; १०, १८; खुड्ड. धा० I. ( त्रुट् ) तोड. तोडना. To break. खुइति. भग० १५, १; खुड्डित्ता. सं० कृ० १५, १; खुड़. त्रि० (क्षुद्र ) खानो छोटा Small. गच्छा० १०६; -भव पुं० ( -भव ) ક્ષુદ્રભવ; ાનાભવ નિગોદીયા જીવને ૨૬ आवडिनो मे भव. क्षुद्र भवः ुच्छ भव; निगोदिया जीव का २५६ आवलिका का एक भव & small period of life; a period of life of hell-beings lasting for 256 Avalikās ( a measure of time ) क० गं० ५,३८ खुड्डु पुं० ( चोद्र ) महिरा. दारू, Wine. जं० प० २, ३६; - श्राहार. श्रि० ( - आहार ) Vol. 1/72. महिरापान २नार. दारू पीने वाला 8 drunkard. जं० प० २, ३६० खुड्डखुड्डुग. त्रि० ( क्षुद्रडद्रक) नानाभां न्हानो; जडु नहाना छोटे से छोटा; बहुत छोटा. Smallest राय० १३५; खुड्डुग. त्रि० ( क्षुल्लक ) न्हानो; लघु. छोटा; लघु. Small; short. निसी० १४, ६; भग० १३, ४; - भव. पुं० ( -भव ) ન્હાનામાં ન્હાતા ૨૫૬ આવલિકાને એક लव. क्षुद्र से क्षुद्र २५६ आवलिका का एक भव. the shortest period of life lasting for 256 Avalikas. भग० ८, ६; जीवा० ८; खुड्डतर त्रि० ( खुद्रतर) अतिशय सधु अतिशय लघु-थोड़ा Shorter; smaller. जं० प० ४, ७५; खुडय. त्रि० ( छुद्रक ) ; थोड़. हलका; क्षुद्र; थोडा Short; trifling. ० नि० भा० ४४; विशे० ६१६: जं० प० प्रव० १२: कप्प० ६, २०: खुडलय. पुं० ( क्षुद्रालय ) थोडा पडावा गाम; नानुं गाम थोडी बस्ती वाला गाम: छोटा ग्राम. A small village. श्रोव ० नि० ६१; खुड्डाग ] खुडुलिअ. त्रि० ( तुल्लक ) नान्नु न्दानु. नाजुक; छोटा. Delicate; small. श्रघ ० नि० २१७; 66 खुड्डा. त्रि० ( क ) भो खुडन २६. देखो खुखथ शब्द. Vide खडा आया० २, १, ४, २४; ओव० ४२; नाया ० ভ; "6 खुड्डाखुड्डिय. त्रि० (उद्रढुद्रक) न्यानामांखानो छोटे से छोटा Smallest; shortest. जं००४, ८८; खुड्डाग. त्रि० (क्षुल्लक) न्हानो-नी-नु छोटाटी-टे. Small; short. पन्न० १८; नामा० For Private Personal Use Only 33 27 16 39 Page #578 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खुड्डिया] ( ५७० ) [ खुर ७; भग. ३१, १; ओव० १६; -जुम्म. सूत्र. इस नाम का एक कालिक सूत्र. Name नं० (-*युग्म) थार माह पार विगेरे of a Kalika scripture. नंदी० ४३; हानी राशिना नेता. चार, आठ, बारह वव. १०, २६; आदि छोटी राशि के जोडे. a pair of | खुणिय. त्रि. (शुणित-क्षुण्ण) भूमि ५२ small figures. भग. ३१, १; मुहे. भूमि पर कूटा हुआ. Trampled; -भव. पुं० (-भव) क्षु सवा २५६ ___pounded. भग० ६, ३३; मावलि प्रमाण निगाहन से भव. तुद्र | खुत्त. त्रि. ( * ) मुयी गयेसा भी गये. अव; २५६ श्रावलिका जितना निगोद का एक लिप्त; डूबा हुआ; निमम Plunged. सु. भव. a short period of life च० ३, १६१, श्रोघ• नि० २३; equal to 256 Avalikās. क. प. /खह. घा. I. (खुद) अध्यवसायादि १, ७८; -भवग्गहण. न.(-भवग्रहण) | ઉપક્રમ કારણથી વિનાશ કરે; આયુષ્ય २५६ आसिडाना निगहने से सय २३। टु ४२. अध्यवसायादि उपक्रम कारणों से ते. २५६ श्रावलिका का निगोद का एक भव | विनाश करना; आयुष्य कम करना. To करना. a period of hell-life equal | shorten the life period. to 256 Avalikās. भग० ८, t; खुद्दए. हे. कृ. उत्त० ३२, २०; खुड़िा . स्त्री. (क्षुल्लिका) हानी सापी खुद्द. त्रि. (क्षुद्र) : नीय. दुष्ट; नीच. आर्या. छोटी आर्या-साध्वी. A child- ! Wicked.(२) ; तु. हलका; घोडा. female ascetic. गच्छा० १०७; trifling; mean. (3) सधु; हान. खुड़िय. त्रि. (*क्षुल्लक ) मी “ खुडिय" छोटा; लघु. small; short उत्त० ३४, श६. देखो " खुडिय" शब्द. Vide २१; ठा० ६; परह. १, १; कप्प. ५, १२८; " खुड़िय" भग. ७, ८; सूय० १. ३, २, प्रव.६२६; पंचा० ३, ४८%, ७, ४, दसा. ३; सम० ३७, जीवा० ३, १; ४; पाया० २, ५, ४; राय. २०७; नाया०६; -कहा. १, २, १३, २, ११, १७०; ठा० २, ३, ४, स्त्री० ( - कथा) दुद-दृष्टया; शाम ४था. १; भग• १३, ४; निसी० १४, ६, शुद्ध-दुष्ट कथा: काम कथा. a bad story: खुडियामोयपीडमा. स्त्री. ( शुद्रिकामोक- & talk about sinful actions. प्रतिमा) भात्राना अभि५ यार पडिमा प्रव० ६४६; -पाण. पुं० (-प्राण ) क्षुद्र मांनी पहली. आहार की मात्राकी अभिप्रहरूप પ્રાણી-વિકલેન્દ્રિય અને સમુમિતિર્યચ. चार प्रतिमाओं में से पहिली प्रतिमा. The क्षुद्र प्राणी-विकलेंद्रिय और समुचिमतिर्यंच. first of the four particular vows very very small insects. ठा० ४, ४; in relation to take a limited -मिग. पुं० (-मृग) हुटनरूपी भृग. portion of food. ठा० ४, १; दुष्ट मनुष्य रूपी मृग. a wicked deer. खुडियाविमाणपविभत्ति. स्त्री. (शुद्रिका- पंचा० ३, ४८; -सत्त. पुं० (-सत्व) विमानप्रविभक्ति) मे नामनु मे आदि क्षुद्र प्रा. क्षुद्र प्राणी. an insignifi * गुमे। ५४ ५२ १५ नी पुटनोट (*). देखा पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #579 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खुद्दग ] ciant creature. पंचा० १४, २६; खुद्दग. त्रि० ( क्षुद्रक) लुभे। " खुद्द " शब्ε. खुद्द शब्द. Vide" खुद्द देखो ' " ( ५७१ ) सुय० २, ५, ६; "" खुद्दा. त्रि० (क्षुद्रक) लुखो खुद शह देखो " 'खुद्द " शब्द. Vide "खुद्द " जीवा० ३, १; खुद्दिमा. श्री. (क्षुद्रमा) क्षुद्रिभा नामनी गांधार ग्रामनी पीक भूर्च्छना क्षुद्रिमा नाम की गांधार ग्राम की दूसरी मूर्छना. The second note named Kṣudrimā of the musical scale named Gāndhāra. ठा० ७, १; खुधिय. त्रि० ( सुधित ) भुजेल. भूखा. Hungry. सू० १, ३, १, ७; खुप धा० I ( मस्ज् ) खुशी डुश्री पुं. मम रहना; लिप्त रहना. To be immersed; to be drowned. खुष्यंते . शोध • नि० २३; खुष्पिवासा. स्त्री. ( क्षुत्पिपासा ) लुभाने तरस भूख और प्यास. Hunger and thirst. नाया० १३; - परिगय. त्रि० ( - परिगत ) लुज मने तरसथी घेराव. भूख और प्यास से प्रसित. overpowered by hunger and thirst. वु; ० खुम्भइ. भग० ३, ३; खुब्भाएजा. वि० भग० ६, ५; 9: " खुबभमाण. क० वा० कप्प० ३, ४३; V खुब्भ. धा० II. ( क्षुभ् ) गलराÍ: क्षेोल पाभवेो. घबराना; क्षुब्ध होना. To be agitated or disfurbed. खोइ. प्रे० नाया० ३; दस० ६, २, ८ 'खुब्भ. धा० I ( क्षुभ् ) अक्षमणवु गल शत्रुं; क्षाल पामवा. गबराना; क्षोभित होना; | खुर. पुं० ( क्षुर ) अस्तरे|; सायो उस्तरा. Enter हो जाना. To be agitated. A razor भग० ६, ३३; सूय० १, ५, १, ८; १, १५, १४; अणुजो० १३४; नाया० १; [ खुर खोति. प्रे० नाया० ४; खोभइउं. प्रे० हे० कृ० उत्त० ३२, १६; खोभित्तए प्रे० हे० कृ० नाया० ६, ६; खोभंत. प्रे० व० कृ० भग० ३, २ खुमिय. त्रि० ( *क्षुब्ध ) क्षोभ पाभेल; डोलायमान थयेस. क्षोभित; क्षुब्ध; दिगा हुआ. Agitated. भग० ६, ८ - जल. न० (- जल ) क्षाल पामेसुं पाणी क्षुब्ध पानी. agitated water. भग० ६, ८, खुम्मिय. त्रि० ( * कूर्मित ) नभेतुं अछमानी पेडे ढली गये. कच्छप की तरह झुका हुआ; नमा हुआ. Bent like a tortoise; sloping. "खुमिय संन्निय धवलवलय " नाया० १; खुर. पुं० ( खर- खुरासन ) उत्तर भरतभांना पुरासान देश उत्तर भरत का खुरासान देश. Name of Khuräsāna country in Uttara Bharata. जं० प० खुर. पुं० (खर) गगनी परी; गाय भैंस, घोडा, ગધેડા વગેરે વાગેાળનારાં પશુને પગના આંગળાંને પગની ઠેકાણે જે નખ જેવું હોય छे ते. खुर: गाय, भैंस, घोडे, गद्धे आदि वागोलने वाले पशु के पांव की अंगुलियों के स्थान पर जो नाखूब जैसा होता है वह. A hoof. भग० ५,२; १२, ७; सूय० २, ३, १६; जं० प० पं० नि० ३३१; पन्न० १; नाया० ३; २; उत्त० १६, ६३; पराह० १, १, २, ५; - धार. त्रि० (-धार-तुरस्य इव धारा यस्य ) सायाना देवी धारवासुं. उस्तरे जैसी धार वाला having an edge like the edge of a razor भग०५, ७; नाया० ८; है; उदा० २, ५ ( २ ) स्त्री० For Private Personal Use Only Page #580 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खुरदुग] ( ५७२ ) [ खुहिय. मरतनी धार. उस्तरे की धार. the / खुल्ल. पुं० न० (-क्षुद्र) मेन्द्रियामा 943; edge of a razor. भग. १८, १; नाना शंसा. दो इंद्रिय वाले जीव: छोटे -मुंड. त्रि. (-मुण्ड) क्षुर-अनाथा शंख श्रादि. Living beings having भुंडे. उस्तरे से मुंडा हुआ. shaved | two organs i. e. conch, shells with a razor. पंचा० १०, ३५; ६, etc. पन्न. १; जीवा० १; ५७; प्रव० १००७ खुल्लय. पुं० न० ( * ) 31. कोडी. A खुरदुग. त्रि. (-खुरद्धिक ) गाय लेंस वगेरेनी shell. नाया० १८ यादीमा पत्र यता कोरे, गाय भैस खुव. पु. ( खुवप)नाने। छ।. छोटा झाड श्रादि की चमडी में उत्पन्न होने वाले कीडे A small plant. " लया वा वल्ली वा पादि. Insects etc. that are gene- खाणुं वा खुवेवा" नाया० १: rated in the skin of domestic / खुवग. पुं० ( * ) मामा. पस; धोबा. animals. सूय० २, ३, २६; The cavity formed by joining खुरपत्त. न० (-तुरपत्र ) रे।. छुरा; उस्तरा. ___the palms together. वव. २, २७; A dagger; a razor. ठा० ४, ४; (२) खुह. पुं० ( * ) शा॥२. अंकुश के प्राकार ७२५ना. छुरा. a dagger. विवा० ६; का. Goad shaped. राय. ११: (२) (३) रीवा ५६ वा९. छुरी के समान अशा२ माश अशनी श्रेष्मी. आकाश पत्त वाला. a tree having leaves की अंकुशाकार श्रेणी. a goad-shaped like a dagger. जवा० ३, १; (४) horizontal line of the sky. भग. अस्तशनी पा२. उस्तरे की धार. the edge ३४, १; of a razor. नाया. १६; खुहा. स्त्री. ( क्षुधा) क्षया सुम. क्षुधा; भूख. खुरप्प. पु. (क्षुरप्र) अस्त। ७२५ो . उस्तरा; Hunger. प्रव०.६६२, जावा. ३, १: छुरा. A razor; a large knife. (२) जीवा० ३, १; नाया. १, २, ओव. ३६ हात दांथरा. a sickle. सूय०२,३,६६; दस० ८, २७; भग० २, १, ७, ८;-सह. जं. प. प्रव० १११९; पन्न. २;-संठाण- त्रि. ( -सह क्षुधां सहतेतत् ) भुपने सहन संठिय. त्रि० (-संस्थानसंस्थित ) साया ४२ना२. भूख को सहने वाला. (one ) सासरे ( २९स). उस्तरे के आकार का enduring hunger. भग० १५, १; (रहा हुआ). razor-shaped. दसा०६,१; | खुहि. त्रि. ( क्षुभित ) क्षालपामेत; हास खुरमुंडअ. पुं० (चुरमुण्डक क्षुरेणमुण्डयतीति) सास यये. तुन्ध; हाल बेहाल. Agi. मत २नार; नावी. हजामत बनाने वाला; _tated; distracted. महा. प. ७६; नाई. A barber. दसा. ६, २; श्रोघ.नि. ७; खुरि. त्रि. (चरिन्-चरिन् चुरोऽस्यातीति ) | खुहिय. त्रि. (क्षुधित ) भुमेस; सुभुक्षित. पशवाणुं न१२. खुर वाले प्राणी.A hoop- भूखा; बुभुक्षित. Hungry; starving. ed animal. अणुजो० १११; श्रोव० ३; । परह. २, १; * नु। ५४ नम्५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (6) p. 15th. Page #581 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खेत्र-य] ( ५७३ ) खेत्र-य. पुं. ( खेद ) मे. श्रम. खेद; श्रम. ३, ६७; Exhaustion. ओव०३१;सु०च०३,१८३; खेडा. स्त्री० (खेला) st; योगाट गा (२) भने पे शवना२ संयम. कर्म को । पोरे २मत. क्रीडा; रमत; चोपड गंर्जाफा खेद कारने वाला संयम. self restraint | आदी. Play viz. playing of cards which exhausts the Karmas. ___etc. गच्छा० ८२: उत्त० १६, १६ | खेणबाण. पुं० (खबाण) आशम१५; शस्त्र खेजल्लग. न. ( खाधक) alorei; lm. | विशेष. व्योम बाण; शस्त्र विशेष. A kind खाजे. A crisp thin cake. निर०३,४; | of weapon. जीवा० ३; ३: खेड. पुं० ( खेट ) ग्राम ४२ता हाटी मने खेत्त. न. (क्षेत्र ) श; मा पाहि शहेर ३२ता बानी वसतिनुं स्थान ने तो पाय निवास परीश ते. आकाश जिसमें धान डाय ते पडे.. प्राम का अपेक्षा बडी जीवादि पदार्थ निवास कर सक्ने हैं वह. The और शहर की अपेक्षा छोटा बस्ती; जिसके space of the universe where चारों और धूल का गढ़ हो वह खेडा A living beings live. विशे० ४०४; town surrounded by a wall. १४०६; २०८८ ३३४३; दसा. ४, ५८; उत्त० ३०, १६; ठा० २, ४, भग० १, १; नाया० १६; सू. प. १; अणुजो० ६०; ३, ५, ७, ५; अणुजो० १३१; परह. १,३; १३२: भग० १, ६, ८, ८; उवा० १, १६; भाया. १,७; ६, २२२; नाया० ८; १६; जं० ५० ७, १३३, ७, १४८; (२) श. वेय०१,६; ओव• ३२; जीवा० ३, ३; विवा. देश. a country. वेय. 1, ४९; (३) १; सूय० २, २, १३; विशे० २४, २५; 241; २थान. जगह; स्थान. a place. पन्न. खेडग. पुं० (खेटक ) तसवारनी या पाना । १, भग० १, १; (४) उघाडी- मुदनी भीन मेथीयार; ढास. तलवार का घाव झेलन धान्यनामेत्तर, सरास. खली जमीन; धान्य का हथियार; ढाल. A shield; adefen- का खेत. an open plot of ground. sive armour to protect oneself प्रव० ५५३; ७२८; पं० चा० १, १७; १५, from the strokə of a sword. २०; सूय०२, १, ३५; श्रोव० जं० प० (५) पराह• १, १; ६; । नाम. राहु का नाम. name of खेडण. न. (* ) मे. हलना. Tilling. Rahu. सू० ५० १६; (६) पनवाना सु० च० १२, ४२; श्रीगल पहनायोसीसमानुं नाम. पनवणा खेडय. पुं० (खटक ) नी नानी पटी. के तीसरे पद के २४वे द्वार का नाम. name लकडी की छोटी पट्टो. A small strip of | of the 24th chapter of the 3rd wond. जं.प. section of Pandavanā Sūtra. खेड न० (- क्रीडा) मेश; ६४ साभानी से.. पन• ३; -अइक्वंत. त्रि. (-अतिक्रांत) खल; ६४ कला में की एक. Play; one क्षेत्रनी मर्यादा संघाने स मावस. क्षेत्र of the 64 lores. ओव० ४०; जं. ५० की सीमा लांघकर ले आया हुआ. ( some * गुमे। पृष्ट १२ १५ नी ५८नार (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #582 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खेत ] thing) that is brought having transgressed the limit of space. खसाइ कंते पाण भोयणे " भग० ७, १; - अईय. त्रि० - अतीत ) क्षेत्रनी भर्याहा संधी गयेस. क्षेत्रकी सीमा लांघा हुआ. (one) who has transgressed the limit of space. प्रव० ३७; - अणुपुव्वी. स्त्री० ( अनुपूर्वी ) क्षेत्र विषय मनुपुर्वी -- अनुम्भ क्षेत्र विषयकी अनुक्रमणिका-अनुपूर्वी serial order of regions. जो० ७१; - अभिग्गह. पुं० (- श्रभिग्रह ) गाममां के पार भु જગ્યા મલે તેજ લેવું એવી રીતે ક્ષેત્ર આશ્રી नियम धारव। ते. ग्राम में या बाहर अमुक स्थान पर मिले तभी लेना ऐसा क्षेत्र सम्बन्ध का नियम धारण करना a kind of vow to accept food etc. only when it is got at a certain place in a city or outside it. ओव० - अभिग्गहचरिया. स्त्री० ( - अभिग्रहचर्या ) ક્ષેત્ર આશ્રી અભિગ્રહ ધારણ કરીને ગાયરી २वी ते. क्षेत्र का अभिग्रह धारण कर गोचरी करना. begging of food only when it is got at a desired place. भग० २५, ७ - श्रादेस. पुं० (- प्रदेश ) क्षेत्रनी व्यपेक्षा. क्षेत्र की अपेक्षा. relatiing to a place. भग०५, ८; १४, ४; - एजरणा. स्त्री० ( -एजना ) क्षेत्रनी अपेक्षा म्पते. क्षेत्रकी अपेक्षा से कांपना. trembling in relation to a certain place. भग० १७, ३; – श्रगाढ. त्रि. ( - अवगाढ ) क्षेत्रने व्यवगाही रहेस. क्षेत्र का अवगाह कर रहा हुआ. occupying space. भग० ६ १०; - श्रोगाहणा. स्त्री० ( - अवगाहना ) क्षेत्रमाश्री अवगाहना क्षेत्र संबन्धी अवगाहना. - 66 ( ५७४ ) [ खेस Jength and breadth in relation to a place or space. ठा० ४, १; --तुल्लय. त्रि. ( - तुल्यक) क्षेत्र याश्री तुझ्य; क्षेत्र नेपुं. क्षेत्र तुल्य; क्षेत्र जैसा. resembling a place or space. भग० १४, ७; —पएस. पुं० ( - प्रदेश ) क्षेत्र - याश प्रदेश. क्षेत्र - श्राकाश प्रदेश. the frmament प्रबं० १०४०; - पर माणु. पुं० ( - परमाणु ) क्षेत्र याश्री ५२भालु; આકાશ પ્રદેશને અવગાહી રહેલ द्रव परमाणु क्षेत्रकी अपेक्षा परमाणुः आकाश प्रदेश की अवगाहना करनेवाले पुद्गल परमाणु. the molecules of matter occupying space. भग० १, ५; -- पलिय न० ( - पश्य ) क्षेत्रयस्थ क्षेत्रઆશ્રી પક્ષે પમ; પયેપમને એક પ્રકાર. क्षेत्रपल्य; क्षेत्रकी अपेक्षा पस्योपमः पल्योपम का एक भेद. a measure of time in relation to a place. प्रक० १०३२; -लोय. पुं० (-लोक - क्षेत्रमेवलोक : ) क्षेत्ररूप सोड; सो अाश क्षेत्र रूप लोक; लोकाकाश. the space in the form of the world भग० ११, १०; – वत्थु. न० (-reg) a yell orld and angधर-दांडी मीन. क्षेत्र - खुली हुई जमीन और वास्तु- घर - ढकी हुई जमीन. the open plot and the covered plot ( with a house etc.) प्रव० २७६; - वासि. त्रि० ( - वर्षिन् ) पेतरभां वरसनार खेत में बरसने वाला. ( rain ) falling in a field. ठा० ४, ४; - विवागा. स्त्री० (- विपाकी ) क्षेत्रविपाडा, प्रकृति क्षेत्र विपाकी कर्म प्रकृति. a variety of Karmic nature. which maturds at a certain place. क० गं० ५, १३; - वुडि. स्त्री० For Private Personal Use Only Page #583 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खेतो ] ( वृद्धि) क्षेत्रनी वृद्धि-क्षेत्र परिलाभभां भेरवुं ते. क्षेत्रकी वृद्धि; बढता. extension of space. पंचा० १, २०; - संजोग. पुं० (-संयोग ) क्षेत्र संयोग क्षेत्र का संयोग. joining of two regions. अणुजो ० १३१; – संसार. पुं० ( - संसार ) हरा परिमित सूत्र; क्षेत्र३५ संसार - सोड. चीदह राज, परिमित क्षेत्र; क्षेत्र रूप संसार - लोक. the world consisting of 14 Rajaloka; the world having many divisions. ठा० ४, १; खेत्तो. अ० ( क्षेत्रतस् ) क्षेत्रथी. क्षेत्र से. From & Ksetra. प्रव० ७७६; भग० (५७५) २, १, २०, ५, ८ ८, २ खोत. त्रि॰ ( क्षेत्रिन् ) क्षेत्रवासी क्षेत्र वाला. ( One ) possessed of Ksetra. विशे० १४६२: स्वेद. पुं० ( खेद ) पीडा; मेह: पीडाः खेद. Affliction; trouble. भग० १४, १; स्वम. पुं० ( बेम) उदयालुः उपद्रवना अभाव. कल्याण; उपद्रव का अभाव Welfare; absence of trouble. भगव २, १, उत्त० ६, २८; १०, ३५: २१, ६; ओव० दस ० ७, ५१; ६.४, २३; जीवा ० ३. ४; दसा० ४ ८: नाया० २ ५; पक्ष २; भत्त• ३६; – रूव. त्रि० ( - रूप ) स्यागुडा२४; उपद्रवरहित कल्याणकारी; उपद्रव रहित benificial; happy; free from trouble. ठा० ४, २, खेमश्र. पु० ( क्षेमक ) अन्तगरसूत्रना छा वर्यांना पांयमा अध्ययननुं नाम. अंतगढ सूत्र के छठे वर्ग के पांचवें अध्याय का नाम. Name of the 5th chapter of the 6th section of Autagada Stra. अंत० ६.५ (२) ही નગરીને રહેવાસી એક ગાધાપતિ, કે જેણે [ खेमंधर મહાવીર પાસે દીક્ષા લઇ સેાળ વર્ષની પ્રત્રજ્યા પાળી વિપુલપર્વત ઉપર સંથા श्री सिद्धि भेजवी. काकंदी नगरी के रहने वाले एक गाथापति, जिनने महावीर स्वामी के पास दीक्षा ले सोलह वर्षका प्रव्रज्या पाल विपुल पर्वत पर संथारा कर सिद्ध गति प्राप्त की. a merchant of the Kākandi city who was initiated by Mahāvīra. He practised asceticism for sixteen years gave up food and drink for ever and obtained final bliss on the Vipula mountain. अंत० ६, ५; खेमंकर. त्रि० ( क्षेमङ्कर - क्षमं करोतीति ) क्षेभ उशल ( रक्षा ) ४२नार क्षेम कुशल (रक्षा) करने वाला. A protector. सूर्य० २,६, ४, ओ० (२) पुं० मे नामनो सट्टभो मला. इस नाम का अडसठवां महाग्रह. name of the 68th great constellation. सू० १० २०९ ठा० २१ २३ ( ३ ) पांयम गरनु नाम पांचवें कुलकर का नाम. name of the 5th Kulagara. जं० प० ( ४ ) द्विपां शेरावत क्षेत्रमां धनार गोथा उस२. जंबूद्वीप में ऐरावत क्षेत्र में होने वाले चौथे कुलकर. the fourth would be Kulagara of Airavata country in Jambudvipa सम० १० २४०; खेमंधर. पुं० (क्षेमंधर- क्षेमं धारयति अन्यकृतम् यः ) पिना मेरावत सूत्रमा थनार पांव २. जंबूद्वीप के ऐरावत क्षेत्र में होने वाले पांचवें कुलकर. Name of the 5th would-be Kulagara of Airãvata country in Jambudvipa. सम० प० २४०; जं० प० (२) छ। उन २ नाम छट्टे कुलकर का नाम name For Private Personal Use Only Page #584 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खेमकर ] [खेलावणधाई - of the 6th Kulakara. (३) ७५- नार; नए विशेष. बांस पर खेलने वाला; नट. द्रव २ ४२ना२. उपद्रव नष्ट करने वाले. An actor; one who performs one who removes troubles. sila. acrobatic feats on a rope or खेमकर. त्रि. (क्षेमकर) सुपारी. सुखकारी. a bamboo. निर० ६, २२; Beneficial; giving happiness. | खेल. पुं० ( श्लेष्मन् ) ना तथा भुममाया परह० २, १; यी४९९ ३३ नाणे ते. नाक और मुंह से खेमपुरा. स्त्री० (क्षेमपुरी) सु४२७ वि०यिनी चिकना कफ निकलता है वह; कफ. The भुण्य नगरी; धानी. सुकच्छ विजय की phlegm that comes out of the मुख्य नगरी; राजधानी. Name of the the mouth and the nose. कप्प०५, chief capital of Sukachchha ११६;६,५६, प्रव०४३६; गच्छा० ६६; भोव. Vijaya. जं० प० ठा० २, ३, १, ५, ४, ७, भग० १, ७, २, १; ६, ३३; खेमा. स्त्री. (क्षेमा) ४२७ वियना २७ १२, ७, २०, २; नाया. १, ५; दस० ८, शनी भुज्य यानी. कच्छ विजय के १८; तंदु. वेय० १, १९; अाया० २, १, कच्छ राजा की मुख्य राजधानी. The १६, २६; पन्न. १; उत्त० १४, १६; सम० ५.; chief capital of the king Kach- ओव० -पासव. पुं० (-प्राश्रव) ५४ chha of Kachchha Vijaya. ठा० पार नी . कफ का बाहर निकलना. २, ३; जं० प. coining out of phlegin. भग० ३, खेयरण. त्रि. ( खेदक्ष-खेदः श्रमः संसार ३; नाया० १; ८; दसा० १०, ६; -श्रोपर्यटनजनितः तं जानातीति ) संसारना सहि. त्रि. (-भोषधि ) से मारनी मेहने दु:मने लाना२. संसार के खेद-दुःख લબ્ધિ-શક્તિ; શું કથી દર્દીનું દર્દ મટી જાય #r arar. (One ) having know- मेवी जतनी शक्ति. एक प्रकार की लब्धिledge of the miseries of the शक्ति; थूक से रोग मिटजाय ऐसी शक्ति. .. world. श्राया० १, १, ४, ३२, kind of attainment or spiritual खेयन्न. त्रि. ( खेदज्ञ) गुम। । खयण्ण' power; a certain kind of power २६. देखो ‘खेयरण' शब्द. Vide which cures diseases by the 'खेयरण' सूय० १, ६, ३; ओघ०नि० ६४७; application of salina only. विशे० आया. १, २, ५, ८८; १, ७, ३, २०७; ७७६; ओव० १६; पराह• २, १; प्रव. खेयर. त्रि. ( खेचर) साश भाभी; पी. १५०६;-पडि. त्रि. ( -पतित) यस. आकाश विहारी; पक्षी. A bird. (२) पुं. भामा ५९३. सर्दी से त्रस्त. troubled विधाध२. विद्याधर. a kind of deity. with cold. गच्छा० ६६; -संचाल. मु. च. १, २६१; पुं० (-संश्चाल) समानुं सं५२७५ य. Vखेल. धा• I. (क्रीड्) २मत ४२वी. क्रीडा कफ का संचार होना. affected with करना. To play. cough. श्राव. १, ५, खेलेज्ज. विधि० ओघ. नि. भा० ६८; उत्त० खेलावणधाई. स्त्री० ( क्रीडाधात्री) पालने ८, १८; २भायार्नु आम ४२नार घार माता. बालक *खेल. त्रि० (खेलक-नट) शाये मेर ४२ । को रमाने का काम करने वाली धाय माता. Page #585 -------------------------------------------------------------------------- ________________ खेल ] A nurse who makes children play. आया० २, १५, १७१; *खल न० ( क्रीडा ) डीडा; २मत्त. क्रीडा; रमत. Play. उत्त०८, १८ खेगा. स्त्री० ( क्रीडा+क ) रमत गमत. रमत गमत; खेलकूद Play; recreation. * निर० ३, ४, खेल्लुड. पुं० ( ) हनी थोड लत. कंद की एक जाति A kind of bulbous root. भग ७, ३; खेव. पुं० ( प ) ( ५७७ ) धुं ते. फेंकना Throw ing. क० गं० २, १५; खेविय. त्रि० ( लेपित ) ई वेस. फेंका हुआ Thrown. उस०] १६, ५२; खोउदा. पुं० ( चोदोदक ) - शेरडीना રસ જેવું જેનું પાણી છે તે, શેરડીના રસ જેવા पाणी समुद्र. चोद-सांठे के रस जैस जिसका पानी है वह; सांठे के रस जैसे पानी वाला समुद्र. An ocean the water of which is like the juice of sugar-cane सू० १, ६, २०; खोखुम्भमाण. त्रि० ( चोक्षुभ्यमान) अतिशय क्षेोषा पातु; खास व्यास धनुं. अतिशय क्षुब्ध; आकुल व्याकुल होता हुआ. Exceedingly agitated. आंव० २१; *खोड. पुं० ( * ) होटु लाउड. बडा लक्कड. A big log of wood परह० १, ३; ( २ ) अहेश; विभाग; स्थय, प्रदेश; विभाग; स्थल. a division; a part; a place. श्रघ० नि० भा० ७६; खोड. पुं० ( खोटग ) वस्त्रानुिं पडिलेड કરતાં એક ભાગ જ્ઞેયા પછી તેના ઉપરની રંજ તરણું કે કોઈ જન્તુને ખંખેરવાને તે [ खोतवर ભાગનું પ્રમાન કરવું તે; આ ક્રિયા અખાડા તરીકે ઓળખાય છે, એકેક વસ્ત્રના ત્રણ ભાગ કરીને પડિલેહણુ કરતાં નવ અખાડા થવા रोम विधान रेस छे वस्त्रादिक की प्रतिलेखना करते समय एक भाग देखे पश्चात् उस पर की रज, तृण या कोई जन्तु को हटाने के वास्ते उस भाग का प्रमार्जन करना. इस क्रिया को अखोडा कहते हैं एक एक वस्त्र के तीन २ भाग कर के प्रतिलेखना करते हुए नौ अखोडे होने चाहिये ऐसा शास्त्र का विधान है. The cleansing of a part of a garment for the sake of getting rid of particles of dust, or any insect after having examined that part at the time of Pratilekhana; this process is known as Akhoda, which, according to scriptural injunction, has to be repeated nine times, each garment being divided into three parts for Pratilekhana. ठा० ६, १: उत्त० २६, २५; ओघ० नि० २६५; straw * *खोडेयव्व. त्रि. ( ) तन्वा योग्य; निषेध व योग्य छोडने योग्य; त्यागने योग्य. Worth rejecting; worth abandoning. भग० १२, ६; १६, ४: २४, २४; खोणी स्त्री० ( क्षोणी ) पृथ्वी पृथ्वी. The world; the earth. सु० च० १२, ५८ खोतवर. पुं० ( होइवर ) क्षोहवर नामा द्वीप. क्षोदवर नाम का द्वीप. Name of & continent. सू० प० १९५ * पृष्ठ नम्बर १५ नी पुटनोट ( * ). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ) Vide foot-note ( * ) p. 15th. Vol. 11/73. For Private Personal Use Only Page #586 -------------------------------------------------------------------------- ________________ योतोद] ( ५७८ ) [खोह खोतोद. पुं० ( चोदोद ) हि नामो समुद्र ल. सन या सूत का कपडा. A cloth क्षोदोद नाम का समुद. Name of un made of cotton or jute. प्रव. ocean सू० ५० १६; ८६७, बोध. नि. ७२४; आया० २, ५, खोदोदग. न० ( क्षोदोदक ) शेरीना २सयु १, १४१, १४५; भग० ११, ११; ठा० ३, पाणी. सांठे के रस जैसा पानी. Water ३; (२) रेशमी वस्त्र रेशमी वस्त्र. silken resembling the juice of sugar cloth. पि. नि. भा० ४६; cane. पन्न० १; | खोय. पुं० (चोद) शे२१. ईख; सांठा. A खोइ. न० (साग) भघ. मधु; शहद. Honey. sugar-cane. पन्न• १५; राय. १३३; ( २ ) सातमा ६५ भने सातमां समुद्र भग०७, ६-श्राहार. त्रि. (-प्राहार) भवना मे२!वाली. शहद का आहार वाला नाम. सातवें द्वीप और सातवें समुद्र का नाम. (one) who eats honey. भग० name of the 7th continent and the 7th ocean. अणुजो० १.३; ७, ६ -रस. पुं० (-रस) शेरनी २स. इख खोभ. पुं० (साभ) मय; क्षोस, भय; डर. रस. the juice of sugarcane. Fear; agitation. विशे० १४७१; सम० प० २३२; जीवा० ३, ३; सूय. २, खोभण न० (सोभन ) वियता मानता. १, १६: आकुलता; घबराहट. Agitation; dis. खोरय. न० ( * ) मे तनु गो वासण. traction. पि.नि. ५८५, एक जाति का गोल बरतन. A kind of खोभिय. त्रि. (क्षोभित) स्थानमा सात; round shaped pot. जीवा० ३; क्षोल ५मास. स्थान से चलित; क्षोभित. खोल. पुं० (खोल) भाषा त मेरेना अन्यो. Agitated; distracted. राय. १२८, खल; तिल्ली वगैरह का फोक. Oil-cakes खोम. न. (होम ) सुत। ४।५. सूत का etc. पाया. २,१, ८, ४६; (२) गुनकपडा; सूता कपडा. A cotton cloth ५२; Mसुस. गुप्तचर; जासूस. a spy. जीवा० ३, ३; सू० प० २०; राय० १६२; पि०नि० १२७; निसी० ७, ११; उवा० १, २८, ५, १२३; -जुयल. न. (-युगल) सुतरा रखनी *खोसिय त्रि. ( * ) तुंरीनामे. 3. सूती वस्त्र की जोडी. A pair of | जीर्ण; पुराना कर के डाला हुमा. Old; pieces of cotton cloth. मग० ११, discarded as being old. पिं.नि. ११;-दुग्गुल. न० (दुक्ल) सुत।3, तया ३२१; अतसी ( रेशम)नु पत्र. सूती तथा रेशमी | लोह. ० (चोभ) भय; क्षाल. भय; पर; वस्त्र. half silken cloth. नाया० १; क्षाभ. Fear; agitation of the खोमिय. न० ( सौमिक ) शय तथा सूत२।७ _mind. सु. च. १५, १८६ * शुभ पृष्ट २५२ १५ नी ५८ नोट (*) देखो पृ४ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #587 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गड] ( ५७६ ) [गइ गइ. स्त्री० ( गति ) गति; याः; गमन; धर्मास्तियनु पास सक्षण. गति; चाल; गमन; | धर्मास्तिकाय का खास लक्षण. Gait; motion, the result; the fulcrum of motion. क. गं. २, २३, ५, ६१; कम्प० १, ५; भग० ३, २, ४, १०,७,१० १६, ८; नाया. १; १७; सम. १; उत्त. २८,८; दस. १,२, १७; सू०प० १; विशे. ५४७; सु० च० ५, १; (२) मे भयमांથી બીજા ભવમાં જવું તે; ગત્યંતરમાં જવું त. एक भव से दूसरे भव में जाना; अन्य गति में जाII. passing from one birth to another birth. आपा० १, ३, ३, ११६; ज. प. पन्न. १६; (३) નિસ્તાર કરનાર; આશ્રય સ્થાન; શરણ યોગ્ય. निस्तारा करने वाला; श्राश्रय दाता; शरण के योग्य. a benefactor; a patron. ओव, कप्प० २, १५; (४) भरीने यi જવું તે ગતિ ચાર અથવા પાંચઃ નરક, તિર્યંચ. મનુષ્ય અને દેવતા. (પાંચમી મેક્ષ- | गति ). मरकर जहां जाना होता है वे चार | या पांच गति; नरक, तिर्यच, मनुष्य और देवगति (पांचवीं मोक्षगति ). the four or five states of passing from one birth to another birth viz that of hell, beasts, human be. ings and gods. the 5th is that of Moksa ( salvation ). 970 93; २३; उत्त० ३४, २; अणुजो० १२०; दस० ४, १४, ६, ३, १५, १०, १, २१; भग. १, ८, ६, ३; प्रव० ४; १२७६: कप्प० ५, ११६; क० प० २, १३, ४, ६; (५) हिताहिती सान. हिताहित बोधक ज्ञान; वह ज्ञान जिससे हित और अहित का बोध हो.! the power of discrimination. उत्त० २०, १; (६) नामभनी से प्रति કે જેના ઉદયથી જીવ નરક આદિ ગતિમાં नय छे. नामकर्मकी एक प्रकृति कि जिसके द्वारा जीव नरक आदि गतियों में जाता है. a variety of Nāmakarma the maturity of which leads a soul to hell. क. गं० १. २४: ३३: ४३; ( ૭) પન્નવણું સૂત્રના ત્રીજા પદના બીજા દ્વારનું નામ કે જેમાં નરક આદિ ગતિઆશ્રી cानुं साबुत धुं छे. पन्नवणा-प्रज्ञापना सूत्रके तीसरे पद के दूसरे द्वार का नाम कि जिस में नरकादिक गतियों के सम्बन्ध में जीवों का अल्पाबहुत्व-न्यूनाधिक्य कहा है. name of the second section of the third Pada ( chapter ) of Pannavanā dealing with the duration of life in hell. पन्न. ३: -~कल्लाण. त्रि. (कल्याण) ४६या ५ यति पामना२. मंगलरूप-कल्याणमय ऊंवी गति को प्राप्त करने वाला. leading to welfare in the form of attaining to the condition of a yod or heavenly being. "अणुत्तगेववाइयाणं गइकल्याणाणं ठिबकल्लाणाणं " कप्प०६; जं. प०२,३१; सम...:-तस. पुं० (-त्रस) ગતિ આશ્રી ત્રસ; તેઉકાય તથા વાયુ કાય. गति का आश्रय करके प्रस: तेजस्काय और वायु काय. the living beings of fire and wind in relation to the state of their existence. क. गं०३,१४; ४, २२; -तुल्ल. त्रि. (-तुल्य) पातपातानी गति समान. अपनी२ गति के तुल्य-समान. according to one's Page #588 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ५८० ) [गंगदत्त - own state of existence. क. प. बहाजाता हुआ जीव; एक भव पूरा करके ६, ३०; -नाम. न. ( -नामन् ) ना दूसरे भव गति में जाता हुआ जीव. a soul ઉદયથી નરકાદિક ગતિ પ્રાપ્ત થાય તે નામ on its way to another birth भनी से प्रति. नाम कर्म की एक प्रकृति, after finishing one birth. to go जिसके उदय से नरक आदि गतियों की प्राप्ति ७, १४०; ठा० २, २: होती है. a variety of Namakarma | गइमंत. त्रि. (गतिमत्) गतिमान, मतियाली. the maturity of which leads to गतिवाला; गमनशील; चलने वाला. Movthe condition of a hellish being. I ig going. विशे० ३१५७; सम० ४२; -पडिहा. स्त्री० (-प्रतिघात) गंत. पुं. (गङ्ग) मध्यान्ह नही उतरतi शुभशतिनो प्रतिधात अायत. शुभ गति सने माथे १२भीनो अनुभव थाय छे का प्रतिघात-प्रतिवन्ध. the destruction માટે એક સમયે બે ઉપગ હોઈ શકે એમ of a blessed condition of exis. સ્થાપના કરનાર ગંગ નામનો પાંચમો નિહ. tence by the force of Karmas. गग नामक पांचवां निम्हव-मतप्रवर्तक, जिसे ठा० ५,१; -परिणाम. पुं० (-पीर- एक ही समय में दो क्रियाओं का ज्ञानभान णाम ) गतिर्नु परिणाम-२५भाव. गति का हुआ था अर्थात गंगा नदी पार करते समय परिणाम-स्वभाव. the nature of dura ऊपर से सूर्य का ताप और नीचे से जल की tion of life. भग. ७, १; -प्पवाय. शीतलता का एक कालावच्छेद से ही अनुभव पुं० (-प्रवाद)भा तिर्नु वि१२६॥छे सेवा हुआ था, तथा ' एक काल में अनेक अनुभव से अध्ययननु नाम. name of a हो सकते हैं। इस सिद्धान्त का मत भी चलाया chapter dealing with various ar. The fifth of the propourdconditions of existence. भग० ८, ers, named Ganga, who pro७; -विनाए. न० (--विज्ञान ) आतिनु pounded the false theory of the ५. गति का ज्ञान. knowledge knowledge of two actions simulof the condition of existence. taneously, as one experiences पंचा० २, २५; -विब्भम. पुं० (-विभ्रम) cold at the feet and heat on the शति-यातनी शाला. गति-चाल की शोभा. head, while crossing a river at the beauty of the gait, inotion noon time. विशे० २३०१; ठा० ७,१; or existence. गच्छा० १२१; | गंगदत्त. पुं० ( गादत्त ) के नाम से -विसय. पुं० (-विषय) गतिने विषय; भास गर्नु रागनीधे पतन . इस गति शक्ति. गति का विषय-शक्लि. the नाम का एक मनुष्य, कि जिसका राग के कारण subject of a condition of exist- पतन हुआ. A man of that ence. “ असुरकुमाराणं देवाणं महे गइ name who got a spiritual fall विसये सिग्घे " भग० ३, २; भग० २०,१; on account of passion. भत्त० १३७; -समावन्नग. त्रि. (-समापनक) बाट (२) गहत-नयमा वासुदेवना श्री पूर्व વહેતા જીવ; એક ભવપૂરો કરી બીજા ભવમાં नपर्नु नाम. नौवें वासुदेव के तीसरे पूर्व भव गतिभा ! ०५. जन्म मृत्युरूप प्रवाह में का नाम. the name of the third Page #589 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंगदत्ता] ( ५८१ ) [गंगा past birth of the ninth Väsu. deva. सम० प० २३९; (३) ७४ वरवासुदृवना पूर्वमना यापार्य. छठे बलदेववासुदेव के पूर्व जन्म के धम्माचार्य. the religious preceptor of the sixth Baladeva-Vasudeva, in the previous birth. सम० प० २३१; હસ્તિનાપુરને રહેવાસી એક ગાથાપતિ ! हस्तिनापुर का रहने वाला एक गाथापति. a merchant-prince of Hastinapur. भग०१६,५;-देव. पुं० (-देव ) से નામનો સાતામા દેવલોકનો એક મહાસામાनि विता. सातवें देवलोक के एक महासामानिक देवता का नाम. name of a Mahāsāmânica. dcity of the 7th Devaloka ( heavenly abode ). भग० १६, ५; गंगदत्ता. स्त्री. (गङ्गदत्ता) |ता नामे मे स्त्री. इस नाम की एक स्त्री. Name of a woman. विवा. ७; गंगापवाय. पुं० (गङ्गाप्रपात) भिवंत ઉપરથી નીકળતી ગંગા નદીનો દરેડો જ્યાં ५ छे ते . वह कुण्ड जिसमें हिमवंत पर्वत से निकली हुई गंगा नदी का प्रवाह गिरता है. The lake where the torrent of the Ganges starting from the Himavanta mountain falls. ठा. २, ३; गंगा. स्त्री. (गङ्गा) आनदी-यूहिमवंत પર્વત ઉપરથી નીકળી વૈતાદ્યમાં થઈ લવણું સમુદ્રમાં પૂર્વ તરફ મળતી ભરત ક્ષેત્રની मे महोटी नही. गङ्गा-हिमालय पर्वत से निकल वैताख्य पर्वत के बीचों बीच होकर लवण समुद्र में पूर्व की ओर मिलती हुई भारतवर्ष की एक बड़ी नदी. A large river of Bharata-Kse tra flow- | ing to the east into Lavana ocean, starting from ChūlaHimavanta and crossing Vai. tādhya. सम० १४; नाया० १, ४, ८; १६; भग० ५, ७, ७,६९, ३३, १५, १; ओव० १०; जं० प० ५, १२, ३, ४१; ३८; उत्त० ३२, १८, जीवा० ३, ४; सू. प० २०; अणुजो० १३४; कप्प. ३, ३२; -श्रावत्तणकूड. पुं० (-आवर्तनकूट ) ચૂલ હિમવંત પર્વતના પદ્મદ્રહથી પ૦૦ જોજન પૂર્વ તરફ ગંગાવર્ત નામે એક શિખર છે કે ori मानहD मापन याय छे. हिमालय पर्वत के पद्म नामक द्रह से पूर्व की ओर ५०० योजन की दूरी पर गंगावर्त नामक एक शिखर है, कि जहां गंगा नदी का प्रावर्तन होता है. name of a summit of Chūla HiMavanta mountain, situated in the east of its lake named Padma, at a distance of 500 Yojanas, here the river Ganges takes a turn. जं०५०--कुंड. पुं० (-कुंण्ड ) ७ दियनी गंगानहीना ; ચિત્રકૂટ બખારા પર્વતની પશ્ચિમે ઋષભકૂટ પર્વતની પૂર્વે નીલવંત પર્વતને દક્ષિણ કાંઠે ઉત્તરાર્ધ કચ્છ વિજયમાંને ગંગા નદીને કુંડ. कच्छविजय की गंगा नदी का कुण्ड; चित्रकूट बखारा पर्वत के पश्चिम, ऋषभकूट पर्वत के पूर्व और नीलवंत पर्वत के दक्षिण के किनारे पर उत्तरार्द्ध कच्छ विजय में स्थित गंगा नदी का एक कुण्ड. name of a lake of the river Ganges in the northern half of Kachchha Vijaya, on the southern border of Nilavanta mountain, in the east of Rishabhakūta mountain, and in the west of Chitrakiita Vakha Yojanas, he Page #590 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंगा] ( ५८२ ) [गंगेय ra mountain. जं. प. - कूड. पुं० महाणई " शब्द. vide “ गंगामहाणई" (-कूट) यूलियन 3५२11 112मां- निर०३,३;-वालुपा-या. स्त्री०(-वालुका) नुं पायभु-शि२. चुल हिमवान् पर्वत के भगानहीनी रेती. गंगा नदी की रेती. the ११कूटों में से पांचवां कूट शिखर. the 5th sands of the river Ganges. भग० of the eleven summits of Chula १५, १; अणुजो० १४३, Himavanta mount. जं. ५०- कूल. | गंगासयसहस्स. न० (-गङ्गाशतसहस्त्र) गोशान० (-कूल ) 01 नहीन नारे-33. લાના મતાનુસાર ગંગા -એક કાલ પ્રમાણ, गंगानदी का तीर. a bunk of the river तेनी मेला संध्या. गाशाला के मतानुGanges. भग०११,६;-दीव. पुं०(-द्वीप) सार गंगा नामक एक कालविभाग तथा उसकी गंगा प्रपात उनी म्ये २२५. गंगा एक लाख संख्या. According to Go. प्रपात कुंड के बीच में आया हुआ एक द्वाप. śālā, a division of time called an island in the lake Ganga Ganga also a lac of such prapāta.जं०प०-पमाण. पुं०(-प्रमाण) divisions. भग० १५, १; -सलिल. गगनहार्नु प्रमाण. गंगानदीका प्रमाण. the न० (-सलिल) भानहीन ५९jी. गंगा extent of the Ganges. भग०१५,१; नदी का जल; गंगाजल. water of the -पुलिणवालुया ब्री० (-पुलिनवालुका) Ganges. नाया०८; गंगानदानाहानी -३ता. गंगा के तार की | गंगाउल. पुं० (गंगाकुल ) जगानहीने हे बालु-रेता. the gand of the banks २नार तयसनी त. गंगा नदी के तीर of the river Ganges. भग०११,११; पर रहने वाले तपस्वी की एक जाति. A -पवाय. पुं० (-प्रपात) युस लिमवंत class of ascetics residing on पर्यत 3५२था पाते। मानहानी हरे. चुल्ल the bank of the river Ganges. हिमवंत पर्वत के ऊपर से गिरने वाला गंगा- निर० ३, ३; नदी का प्रपात -माना. the film of the | गंगादेवी. स्त्री. ( गङ्गादेवी ) गानही । Gangā river froin the Chūla अधिधात्री वी. गंगानदी की अविष्टात्री देवी. Himvanta mountain. ज. प. ठा. The persidiny goddess of the २, ३, -पवायदह पु. (-प्रपातहृद) river Ganges. जं०प०३,६४;-भवण. જેમાં ગંગાનદીને દરેડે પર્વત ઉપરથી પડે છે તે न० (-भवन ) गंगादेवी सरत. गंगादेवी ६६. गंगा प्रपातह्रद जिसमें पर्वत पर से गंगा का भवन. the palace of the god. नदी की धारा गिरती है. the lake into dass Ganga. जं० प० ३, ६४; which the Ganga river falls | गंगावत्त. पुं० ( गङ्गावर्त ) मे नाम from the mountain. ठा० २, ३, द्रह. इस नाम का एक हृद. Name of a -महानई. स्त्री०(-महानदी) नामनी | lake. कप्प० ३, ४३, मोटी नही. गंगा नाम की महानदी. the | गंगेय. पुं. (गाङ्गेय ) नायना सतानीया large river named Ganges. એ નામના એક મુનિ કે જેણે મહાવીર नाया० १६; -महानई. स्त्री० (-महानदी) वाभिने १२५ माहिती सांगाना प्रश्न यो “गंगामहाणई" श६. देखो "गंगा | ५७या छ याना सit नश Page #591 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंज] ( ५८३ ) [गंठिय सासमाय छे. इस नामका पार्थनाथ का वंशज knot in the form of passions एक मुनि जिसने महावीरस्वामी से नरक आदि born of Karma, विशे० ११८४; के विभागों के सम्बन्ध में प्रश्न पूछे थे और -च्छेदन. त्रि. ( -च्छेदक ) र छोरी जो गाङ्गेयभांगा नामसे प्रसिद्ध हैं. An योरी २नार गांठ खोल कर चोरी करनेवाला. ascetic of this name the descen- one who cuts or looses a knot dant of Pārsvanātha, who had and steals. सूय० २, २, २८;-च्छेय. put certain question concern- पुं० (-च्छेद ) । " गंठिछेदन " ing the region of hell etc. to श६. देखो “गंठिछेदश्र" शब्द. vide Mahāvīra Svāmī these ques- " गंठिछेदन " नाया. १८; -भेश्रtions are known as Gāngeya- य. त्रि. ( -भेद ) दयनी या bhangi. भग• ६, ३२; (२) गंगाना ભેદનાર; દ્રવ્યની થેલી તોડી ચોરી કરનાર. पुत्र-भीम पितामह. गंगा का पुत्र-भीष्म रुपयों की थैली काट कर चोरी करने वाला. पितामह. Bhismapitāmaha, the a cut-purse. उत्त. ६, २८; ओव. son of Gangi. नाया. १६; पराह ० १, २, वा० ३; भग० १, १; गज. पुं० (गा) i; २७ वनस्पतिती मे। गंठिश्रा. स्त्री. ( ग्रन्थिका ) मेमनी २१॥ गत. गुच्छ वनस्पति की एक जाति; गांजा. ५५ गांड. मोह कर्मों की राग द्वेष रूप A kind of intoxicating vegeta गांठ. The knot of infatuation or tion known as hemp-flower. fascination with worldly things; पराह० २, ५, भग० २२, ४, पन्न. १; the knot of delusion. भग. ५, १: - साला स्त्री० (-शाला ) imना हुआन. | गंठिग. त्रि. ( प्रन्थिक ) भथि मना गांजे की दुकान. a shop of hemp. नांह सहित. कमी की गांठ युक्त. (One ) flower. निसी० ६, ७; having a knot of Karm; (one) /गंठ. धा० I (ग्रंथ ) ययु; २. गुंथना; | in Karniic bondage. सूय०२, ५,५ रचना. To knit; to bind; to tie; / गंठिम. त्रि. (ग्रन्थिमत् ) is ने jथे. to compose. गांठे लगाकर गूंथा हुश्रा. Knitted after गठइ. निसी० १. ५३: tying a knot. ठा०४;भग० ६,३३:पन्न. गंठंत. निसा. १, ५३; १; नाया० १; ( २ ) jथे। पु०पनी भासा गंथिजड. क. वा. विशे. १३५३; गुंथे हुए फूलों की माला. ॥ garland गंठि. पुं० ( - ग्रन्थि ) ह. ग्रंथि; गांठ. A knit with flowers. नाया. १७; । tie, a knote. g. that of love | गंठिमग. न. (प्रन्थिमक ) ये नामनु । and hatred caused by Karma. ___ गुम तनु वृक्ष. इस नाम का गुल्म जाति राय. १६६; जीवा० ३, ४: सु. च० ११, का कोई एक वृक्ष. A kind of २२; श्रोघ. नि०६९३; विशे० ११६४; नाया० | flowering plant. 7909; ६; भग० १, ६; प्रब. २००; ५०८; पंचा० | गंठिय. त्रि. ( ग्रथित ) शुटुं; 3. गूंगा ३, ३०; (२)भनिन । देश बगेरेना हुआ; गांठा हुआ. Kuit; interwoven. is. कर्म जनित गगतेश अदि की गांठ. | निसी० १, ५.१; - सत्त. पुं. ( - मत्व ) Page #592 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंठिल ] ( ५८४ ) [ गंडि भोली Masis पा २५१०५ ७३. मोह की मजबूत गांठ वाला अभव्य जव. a soul incapable of antying Karmic knots and so of being liberated उत्त० ३३, १५; क. ५० ५,४; गंठिल. त्रि० ( ग्रन्थिल) गवाणु गांठ वाला Knotty: kuotted. ओघ. नि. ७३७ गंठिल्ल त्रि. ( ग्रन्थिमत् ) म संबधीह पाणु. कर्म सम्बन्धी गांठ वाला. Having (Karmic ) knots. भग० १६, ४; गंड. पुं. (गएड ) पोरा ॥३. गाल. A cheek. पाया० १, १, २, १६; पन्न० २; सू. प. २०; श्रोव० प्रव० ४३६; जं. प. ५, ११५: (२) ७, शुभ, ४९मात्र सोली विगेरे. फोडा, कण्ठमाल वगैरह. a boil; an ulcer etc. "ज च अणं सुयादगं तं गंड" निसा० ३, ३४, ६, १३; उत्त० ८, १८, १०, २०; सूय० १, ३, ४, १०, २, १, १७; (३) 31. गेंद; खेलन का एक साधन- कंदुक. ball. . प. (४) ; ११ मा तीर्थ २नु सान. ११ वें सीर्थंकर का लांछन-चिन्ह. a distinction sign of the 11th Tirthankara. पन्न. १; प्रव० ३८१; (५) सन: धा; थानाओ. स्तन. a breast. पिं०नि० ४१६; -श्रादिश्र. पुं० (-पादिक ) ग. गोi विगेरे. गाल; कपोल आदिक. a cheek etc. निसी० ६, १२; -उवहाणय. न. (-उपधानक ) पास भरियु. गल तकिया. a small round pillow for the cheeks. राय० १६१; गंडउवहारिणय. पुं० (गण्डोपधानिक ) | मसूरियु, सिराने लेनेका तकिया. A pillow; a small round pillow for the cheeks. जावा. ३, ४; -तल. न० ( - तल ) सनी सपाटी; डेरानो मायला. गाल; मुंह का मांसल प्रदेश. a cheek; the middle fleshy part of the face. ओव० २२; -देस पुं० (-देश) ७.८ (गार ) नो लास. गाल प्रदेश; कपोलों का भाग. that part which forms a cheek. नाया. ८; -यल. त्रि० (-तल ) नुस। " गंड तल" श६. देखो " गंड-तल" शब्द. Vide “गंड-तल " सु० च०१, ५०; -लेहा. स्त्री. ( -रेखा) | ७५२ ४रेस तुरी योरेनी रे मा पोय पाती. कपोलोंगालों पर कस्तूरी वगैरह सुगन्धित पदार्थों की बनाइ हुई रेखा; एक प्रकार का शृंगार-कपोल पाली. a kind of decorative streak or mark of nuskor some other fragrant substance made on the cheek. ज. प. गंड प्र. पुं० (गण्डक ) 2बीसी. मुखिया. A watchman. (२) दंढेरे। पिटना२. ड्याडी fiza atat. one wino announces or makes a proclamation. Riga नि. ६४५ गंडमणिया. स्त्री. ( गण्डमाणिका ) देश विशेष प्रसि भा५. किसी देश का प्रसिद्ध माप. Current, well-known, measures of weight etc, of any country; राय०२७१; गंडाग. पुं० (गण्डक ) MH; lic; नाही. नाई; नापित, बाल बनाने वाला. A barber. पाया० २, १, २, ११; । गंडि. त्रि. (गण्डिन् ) मा डाटा से माना से रा. गण्डमाल. Boils, __ulcers etc. on the throat; ( this is one of the sixteen great diseases). (२) ते वाले इस रोग Page #593 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गडिपा-या] [गंतार - वाला. ( one ) suffering from | हो कर टिक जाती है वह ढांचा. A boils, ulcers etc. on the throat. | block of wood in which a gold. आया० १, ६, १, १७२; परह. २,५, smith's anvil is fixed. पाया. २,४, गडिपा-या. स्त्री. (गरिडका) सामान्य २, १३८, (२) भसनी लि. कमल की अर्थ ना अधि२ पासी अन्य ५६त. साधा- कली. a bud of a lotus. उत्त० ३६; रण अर्थ के अधिकार वाली ग्रंथ पद्धति. १७६; (३) isी पुस्त; पहावामां मने Style of composition fitted for જાડાઈમાં સરખું હોય તે ગરિક પુસ્તક. or entitled to convey ordinary गराठी पुस्तक जो चौदाई और लंबाई में बरावर thought or matter. नंदी०१५; (२) हो. a book which is equal in सोनीनी मे२६. सुनार की ऐरण. the length and breadth. प्रव० ६७१: anvil of agoldsmith. दस०७, २८; -पद. त्रि. ( -पद) १५-सोनीनी (३) शेरीनागरी. गंडेरी; सांठे के छोटे २ એરણું અથવા કમળની કર્ણિકા જેવા टुकड़े. small bits of sugar-cine. पशवाणानावहाथी, गे, वगेरे. प्राया० २, ७, २, १६; हाथी, गेंडा, वगैरह पशु; ऐरण अथवा कमल गंडियाणुप्रोग. पुं. (गण्डिकानुयोग) हkि की कली के समान पांववाला पशु. વાદ સુત્રાન્તર્ગત અનુગને એક વિભાગ ( an animal ) having feet like કે જેમાં એક સરખા અર્થના વાકયની રચના ___& goldsmith's anvil; e.g. an ૨૫ ગંડિકાની વ્યાખ્યા કરવામાં આવી છે __elephant, a rhinoceros. भग०१५, અને તેનાં તીર્થકર ગ ધર ચક્રવર્તી દશાહે 1; ठा०४, ४; सूय०२, ३,२३; -पय. पुं० બલદેવ હરિવંશ વગેરેને અધિકાર છે. (-पद ) तुमा 'गंडी-पद' श६. देखा दृष्टिवाद सूत्र के अन्तर्गत अनुयोग का एक 'गंडी-एद' शब्द. Vide 'गंडी-पर' उत्त. विभाग, जिसमें एक जैसे अर्थ वाले वाक्यों ३६, १७६; पन. १: जीवा.१ -पोत्थय. की रचनारूप गंडिका की व्याख्या की गई ___ न० (-पुस्तक) मे। गंडी' श६. देखो है और उसमें तीर्थकर, गणधर, चक्रवर्ती, 'गंडी' शब्द. vide — गंडी' प्रव० ६७२; दशाह, बलदेव, हरिवंश आदि का अधिकार / गंडयलग. पुं० (गण्ड्पद-गण्डवः प्रथयहै. Name of adivision of asec. स्ताभिरन्वितानि पदानि यस्य) येन्द्रिय tion of Driştivādı Sūtra; વાળ જીવજેને ગુજરાતીમાં ગિગડો કહે છે. here an explanation of the दो इन्द्रियों वाला एक जीव; केचुआ; गंडोप्रा composition of a sentence uni- मादिक. A sentient being with form in sense, is given; it treats two sense-organs. पन्न. १; of Tirthañkaras, Gañadlaras | गंतव्व. त्रि.(गन्तव्य)पासाय. जाने योग्य. etc. सम० १२; नंदी. ५६; Worth going to;worth approachगंडी. स्त्री० (गण्डी) सोनीनी मे२५ भू. ing. भग० २, १; १८, २; नाया. १; (२) વાનું લાકડાનું ઢીમચું જેમાં એરણ ગોઠવવામાં A; समrg. समझना; जानना. to भाव छे ते मा. सुनार की ऐरण रखनेका know; to understand. पन्न. २६ एक लकड़ी का ढांचा; जिस में ऐरण मजबूत | गंतार. त्रि. ( गन्तृ ) नार; पालना२. Vol. II/74. Page #594 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंतुंपञ्चागया ] ( ५८६ ) [ गंध चलने चाला; गमन करने वाला. a goer; books. जं. प. ५, १२२, सूय. १, (one) who goes. सम०३३; दसा०२,२; १४, १; २७; सम० १६; २३, (२) गंतुपच्चागया. बी. (गत्वा प्रत्यागता-गत्वा मनामधा भनी गई. कर्मो का बन्धः प्रत्यागतं यस्याम् ) मे त२५ गायरी ४२तां कर्मों की गांठ. knot of Karma. पाया. છેડે જઈ બીજી શ્રેણિ તરફ ગોચરી કરવી તે. १,१, २, १६; (3) *य; पुस्त. ग्रन्थ; एक ओर गोचरी करते२ अन्त में जाकर दूसरी पुस्तक. a book. अणुजो०४२;राय. १९०; श्रेणी की और गोचरी करना. Beginning विशे० १३७८; (४) माय अने सयन्तर to beg in the opposite line of પરિગ્રહ;બાહ્ય ધન ધાન્યાદિ, અન્યન્તર કષાhouses after reaching the end यह बाह्य और अभ्यन्तर परिग्रहबाह्य धन्य of one line. ठा० ६, १; दसा० ७, १; धान्यादि तथा अभ्यन्तर कषायादि.exteru. गंतुमण. पुं० ( गन्तुमनस् ) पानी २७। al and interual pessessious, વાળો, અર્થાત અમુક સૂત્ર સમર્પણ કરે તે such as wealth cord etc, and પછી ભણીને કે સાંભળીને જાઉં એમ બેલ- attachments to worldly things. नार समितीत शिष्य. जाने की इच्छा वाला; श्राया० १, ३, २, ११५; १, ७, २, २०४; अर्थात् अमुक सूत्र अर्पण करो तो बाद पढकर सूय० १,६,५; १, १४, १; उत्त० ८, ३; या सुनकर जावू इस प्रकार बोलने वाला विशे० २५६ १; प्रव० ७२७; (५) सूत्रार्थः अविनीत शिष्य. A disciple desirous शास्त्रानो भता. सूत्रों का अर्थः शास्त्रों का of going, saying to the precap. मतलब. the meaning of Sutras; tor impolitely that he would the purport of scriptures. सूय. go after hearing & particular १, १. १,६; Sutra. ओघ०नि०भा०२०६; विशे०१४४६; गंथिम. त्रि. ( अंन्धिम ) हराया हीन गंतूण. सं० कृ० अ० ( गत्वा ) धने. जाकर. ना। सनी मा विगेरे. दोरे से गांठ Having gone. पन्न. २, सु. च. १, कर-गूंथ कर बनाई हुई फूलमाला वगैरह. १३५; गच्छा० ११५ A garland of Powers etc. kuit गंथ. पुं० (ग्रन्थ-प्रथ्यतेऽनेन अस्मादस्मिन् वा up with u thread. ओव० ३८; ठा० अर्थ:) Hinा १४ मा अध्ययन नाम. ४, ४; अणुजो० १०; पाया० २, १२, १७१; કે જેમાં ગ્રન્યપરિગ્રહનો ત્યાગ કરનાર સાધુ जीवा० ३, ३; नाया• १३; निसी०१२, २०; એ કે શી રીતે દેશના આપવી કેમ બેલવું તેનું भग० १; ३२; व्यायान छे. सूत्रकृतार के १४ वें अध्याय | गंध. पुं० (गन्ध ) नासि। (धाद्रिय) नो का नाम, जिसमें प्रन्थपरिग्रह त्याग किये हुए | विषय; सु गंध. घ्राणोंद्रय का विषय साधुने किस प्रकार देशना देना, बोलना आदि -सुगंधि और दुर्गन्ध.Fragrance;smell; का व्याख्यान है. Name of the 14th e. g. of flower etc. which is chapter of Süyagaờānga ex the subject of nose. ओव. १०; plaining the mode of speech to २२; अणुजो० १६; १०३; १३०; सम. be adopted by a monk who १; ५; राय. २; निसी० १, ११, दी. has given up the possession of १३; जं. ५० ५, ११४; ११५; ११२: Page #595 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंध ] ( ५८७ ) नाया० १; ८; १२; १६; १७ ठा० १, १; उत्त० २८, १२; ३२, ४८; ३४, २; भग० १, १, २, ३, ७, ६, १०; ७, ७, ८, १; २०, ५, २५, ४, विशे० २०६; दसा० ६, ४, दम० २, २; सूय० १, ९, १३ सू० प० १७, पन ० १: प्रव० ६४७; आव ० क० प० १, २७ कप्प० ३, ३७; भत्त० १२१; क० ग० १, २४; ( २ ) गंध नीमनो द्वीप तथा समुद्र. इस नामका द्वीप और समुद्र. an island of that name; also an ocean of that name. जीवा ० ३४; पज्ञ० १; (३) साधा हि ष; 9 उद्गमनना होष आधा कर्म आदि दोष; उद्द्रमन के छः दोष. a fault like that of Adhakarma etc. any of the six faults of Udgainau आया० १, २, ५, ८७; - श्रंग पुं० ( श्रङ्ग ) गंध प्रधान वस्तु सात अमर भूत, वया, कष्ट, निर्यात, पत्र, पुष्प इस भूजल पंगेरे, त्वया - सुवगुलाक्षिप्रभुण, अष्ट-यदुनाह, निर्यासકપૂર આદ पत्र-तमास आहि पुरुष द्रव्य मिश्र पाणी. सुगन्धित जल; सुगन्ध वाले पदार्थों से मिश्रित जल. scented water. श्री० प्रव० ४५५; कप्प ० ४, ५६; भग० ६, ३३, १५, १; नाया० १; जं० प० ५, ११४; -- उदग. न ० ( - उदक ) भो " गन्धोदन " शब्द देखो ४, ७; शब्द. vide . गन्धादश्र 46 "" गंधोदन etc वत्री वगेरे इस विंग वगेरे गन्ध के अङ्ग; गन्ध प्रवान वस्तु के सात मंद होते हैं, यथा-मूल, त्वचा, काष्ट, निर्यास-कपूर, पत्र, पुष्प, और फल. the seven varieties of fragrant things viz. roots bark, wood, exudation leaves, flowers and fruits. जीवा० ३, २; – आदेस. पुं० ( श्रादेश) गंधनी अपेक्षा. गन्ध की अपेक्षा. relating to fragrance. पन० १; - श्रारुहण न० ( - श्रारोहण ) सुगधनुं वधारते. सुगंधि को increasing the fragrance of a substance. नाया० २; - उदश्र - य. ०न ( - उदक) सुगन्धिपाणी, सुगन्धि बढ़ाना. [ गंघ भग० ७, ६; नाया० १६ १६; पंचा० २, १३ – उदग दाण. नं० (- उदकदान) सुगंधी पाशीनो वर्षा सुगंधित जल की वर्षा a rain of scented water. पंचा० २, ८३ - उदयवुट्ठि. स्त्री० ( उदक दृष्टि ) सुगंधिपानी वृष्टि सुगन्धित जल की वृष्टि. a shower of scented rain. प्रव ० ४५५; - उद्धयाभिराम पुं० ( - उद्धृताभिराम ) सुगन्धि निजवाथीमनोहर, सुगान्व निकलने से अभिराम -मनोहर. charming on account of the irradiation of fragrance. भग० ११, ११; नाया० १, जं० प० X, ११२; --- उबट्टण न० ( उद्वर्तन) सुगंधी पहाथथा उन पीडी २वी ते सुगन्ध वाले पदार्थों से उद्वर्तन करना; सुगन्धित पदार्थो को मिला कर, कूट छान कर चूर्ण उबटना बनाना mixing, pounding etc. of fragrant substances. नापा० १६६उस्सास. पुं० ( - उच्छ्वास ) सुगंधा दुधासोवास सुगन्ध या दुर्गन्धवाला उच्छ्वास fragrant or stinking breath. भग० ६, ३३ करण. न० ( -करण ) सुगंध डरनाई; पु.माहि. सुगंध करने वाला पुष्प वरह. ( anything ) which imparts fra grance; eg a flower etc. भग १६, ६; – कासाइय त्रि० (-काषापिक ) अंग छवा सुगंध स्त्र. For Private Personal Use Only Page #596 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंध ] ( ५८८ ) [ गंध - - -- अंग पूंछने का सुगन्धित वन. a fragrant or scented cloth for drying the body by wiping. भग० ६, ३३; | अाया. २, १५, १७६; नाया० १; २; १६; | कप. ४, ६२: राय० १८५; जं० ५० ५, । १२२; -कासाई. स्त्री० (-काषायी) मे "गंधकासाइन" श»६. देखो “ गंध. कासाइअ" शब्द. vide “ गंधकासाइ" " गंधकासाईए गायाई लूहह" भग० १५, २; -जुत्ति. स्त्री० ( -युक्ति ) सुधि । અત્તર વિગેરે બનાવવાની યુતિનું વિજ્ઞાન. सुगन्धित तैल, इत्र आदि बनाने की युक्ति - | तरकीब. knowledge of the art of | preparing fragrant oils, scents etc. अोव -दय न० (-१क) सुवि यूए सुगंधि चूर्ण. scented powder. " गन्धहएणं उज्वट्टित्ता " ठा. ३. १; ----. त्रि० (-पान्य ) सुगक मरे. सुगन्ध युक्त. scented; fragrant. पंवा० २,१४,८,२४;-णियत्ति. स्त्री० (-निवृत्ति) गधनी पत्ति. गन्ध की निष्पत्तिप्रादुभाव. rise of fragrance. भग. १६, ८; - सास. पुं० (-नि:श्वास ) भनी या भुमती निश्वास. कमल की सुगन्धि के समान मुखका श्वास. firagrant breath. नाया० ८;दुग.न.(-द्विक) सुगम सनेहुध. सुगन्ध और दुर्गन्ध. fragrance and stiok. क. गं. २,३२; ~घ्रणि. स्त्री. (-घ्राणि) शयनाच्या अन्य समूह सुगन्धका समुदाय --समूह. A collection of perfumes. आव० नाया० १; ८: १६; जं० ५० ४, ६५० -नाम. न. ( -नामन् गन्ध्यते इतिगन्धः तद्धेतुत्वात् -नामकर्म ) नामे नाम भनी એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી છવ ગંધવાળું शरी२ पामे छ. गन्ध नाम की नामकर्म | की एक प्रकृति, कि जिसके उदय से जीव को गन्ध प्रधान शरीर मिलता है. the Namakarına known as Gandhanaina. सम० २८; -परिणत. त्रि० (परिणत ) દુર્ગધિ પે કે સુગંધ રૂપે પરિણામ પામેલ. सुगन्ध अथवा दुर्गन्ध रूप में परिणत होनापरिणाम पाना. change of a sub. stavce into fragrance or stench. भग. ८, १; -परिणाम. पुं० (-परिणाम ) सुग-धनुंग ५ ५ तथा हुन्धि सुगन्धी थते. सुगन्ध का दुर्गन्ध रूप होना और दुर्गन्ध का सुगन्ध रूप हो जाना. change of fragrance into stench and vice versa. " गंधपरिणामेणं भत" पन्न. १३: ठा० ४, १; भग० ८.१०; -मदवारि. न. (-मद वारि) सुगधी महतुं ५jी. सुगन्धित मदरूप से करता हुआ जन. water trickling like scented wine. नाया०१; -वहि. स्त्री. (-वर्ति) भुगवनी पार; सगरता, सुगन्धम शुटिन. धूपबती; अगरबत्ती या सुगन्ध मय गुटिका. a stick of perfume; a fragrant pill. ओव०२६: राय०२८; भग० 1१, ११; ज. प. ५, १२१: (२) तूरीन। गोटी. कस्तूरीका गोटा-गोला. a ball of musk. नाया० १; --हत्थि. पुं० (-हस्तिन् ) भ:-મત્ત હાથી જેને ગડસ્થલમાંથી સુગન્ધિત મદદ કરે છે અને જેની ગધેથી બીજા હાથીઓ नाशी जय ते गयी . गन्ध हस्ताः जिसके गण्डस्थल में से सुगन्धित मद भरता है और जिसकी सुगन्धि से दूसरे हाथी भाग जाते हैं-मदोन्मत्त हाथो. an intoxicated elephant with rut on its temples which by its scent frightens away other elephanst. Page #597 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंधो ] ( ५८६ ) [गंघव्य ओव० राय० २३; नाया. १; कप्प०२. १५: of Meru, to the east of Ganआव० ६, ११; ( २ ) ९५ पासुहेपना dhilāvati Vijaya and to the वि०४५ नामने लायी. कृष्ण वासुदेव का | west of Uttara Kuru Kşetra. विजय नामक हाथी. an elephant of ठा० २. ३; पण्ह० २, २; जं० ५० -कूड. Krişna Vāsudeva named पुं० (-कूट) गंधमादन पतना सात ___Vijaya. नाया. ५; टमानुं भीjट-शि५२. गन्धमादन गंधश्रो. अ० (गन्धतस् ) 14 श्री. गन्ध | पर्वत के सात कूटों में से दूसरा कूट-शिखर. से; गन्ध का आश्रयकर. Through firom the second of the seven sumfragrance. उत्त० ३६, १५: भग०८: । inits of Gaudhamádana monnt. १; १८, १० जं. प. ४, ६६ गंधण. पुं० (गंधन ) गंधन तो सप', गंधय. पुं० ( गन्धक ) 14; सुगध. सुगंधि. से भु३५ २ मात्र प्रयोगथा पाछु युसी से Sinell; fragrance. सु० च० १, २६५; छे. गंधन जाति का एक सांप, कि जो मंत्र ! गंधवहिभूय-श्र. त्रि. ( गन्धवर्तिभून ) बल से अपने विष को वापिस ल लेता है. A | मा उत्तम सुगविलय ने टि. kind of serpents named Gan- जिस में उत्तम सुगंधि हो ऐसी गुटिका. (A dhana which sucks the poison pill ) having high fragrance in back again by the power of it. सम० ५० २१०; नाया. १; १६: काप. spells. दस. २, ८; उत्त. २२, ४४: । २, ३२; जे० प. ३, ४३; गंधमंत. त्रि. (गन्धवत् ) गयाj. गंध गंधव. पु. ( गन्धर्व ) मायनमित ५-१२ वाला. Smelling; firagrant. भग० हेवनी ind. गीत प्रिय व्यन्तर देवा २, १: १०, २०, ५: की एक जाति; गन्धर्व. A species of गंधमादण. पुं० (गन्धमादन) मा “गंध. Vyantara gods fond of music. मायण" श... देखो “ गंधमायण " सम० ३४ श्रोव० २४; भग० २, ५: २४, शब्द. Vide “ गंधमायण" सम० ५००; १२; ठा. २, २: उत्त० १, ४८: ३६, २०५; गंधमायण पुं० ( गन्धमादन )नीत अणुजो. ४२: विवा. २: पन्न. १: प्रव. તની દક્ષિણ મેરુની ઉત્તરે મેં ધિલાવતી १०४४; जीवा० ३, ४: कप्प० ३, ४४; जं. વિજયની પૂર્વે અને ઉત્તર કોક્ષેત્રની પશ્ચિમે १० ७, १५२; ३, ५६; ( २ ) मे Mतनी ઘેડાના ખધને આકારે એક વખારા પર્વત सिपि. एक प्रकार की लिपि; गन्धव लिपि. छे तेनुं नाम. नीलवंत पर्वत के दक्षिण, मेह a particular kind of script. पर्वत के उत्तर की ओर गन्धिलावती विजयके पन्न. १: (3) युनाथ००ना यक्ष नाम. पूर्व और उतर कुरुक्षेत्र की पश्चिम दिशा में कुंथुनाथ स्वामी के यक्ष का नाम. name of घोडे के कंधे जैसा वखारा पर्वत. Name the Yaksa of Kunthunath of a Vakharā mountain in the Swami. प्रव० ३७६; ( ४ ) गयो; गान shape of.a horse's shoulder; ५२ना२. गवैया; गायकगाने वाला... it is situated to the south of singer. विवा० ६; भग० ७, ६; नाया. Nilavanta mount, to the north १६; ( ५ ) महाशत्रिना श्रीश भुइन Page #598 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंधव्व] ( ५६० ) [गंधारगाम भानु २२ भु भुत. एक अहोरात्रि के ful in appearance like a fan. ३० मुहूर्तों में से २२ वां मुहूर्त. the 22nd | dharva. भग० ८, २, of the 30 Muhurtas of a day | गंधवकंठ. पुं० (गन्धर्वकएठ ) मे तनु and a mght. जं० प० सम० ३०; त. एक प्रकार का रत्न. A kind of सू. प. १०; (६) गधर विधा; gem. राय० १२१; नाट. गंधर्व विद्या; नाटक. a kind of गंधवमंडलपविभत्ति. पुं० न० (गंधर्वlore; drama. जीवा० ३, ३; नाया. मण्डलप्रविभक्ति ) भनी विषेश १; १४, -अणिय-अ. पुं० (-अनीक) २यनावाणु नाट: विषेश. गंधर्वमण्डल की ગન્ધીની સેના-નાટકના એકટર (ગાયત | विशेष रचना युक्त नाटक विशेष. (A ४२ना२१ ). गंधर्वो की सेना; नाटक के पात्र drama ) with a particular (गायन करने वाले ), a party of Gan- arrangement of the party of dharvās or singers and actors. ___actors. राय० ६२ भग. १५, ६, ठा. ७, १; -कराणा. गंधहारक. त्रि. (*गन्धहारक -गान्धारक) स्त्री० ( -कन्या ) पनी पुत्री. गन्धर्व ४६१२ देशमा २खेनार. कंदहार-गान्धार कन्या. a daughter of a Gan- देश में बसने वाला. A resident of dharva. नाया० ८; -घरग. पुं० ___Kandahāra. परह. १, १; (-गृहक ) मा जात नृत्य याय ते ५२; / गंधहारग. पुं० ( गन्धहारक ) गन्ध देश नाट ५ शास. नाटक-शाला; जिम में गीत निवासी. गान्धार देश निवासी. A resi नृत्य हे। वह घर. a theatre; a house dent of the country of Ganfor singing and dancing. राय. dhara. पन्न. १: १३७; -देव. पुं० (-देव ) 44. गंधार. पुं० (गान्धार) नालिया वायु गंधर्व देवता. Gandharva celestial કઠસ્થાન પામી જે ખાસ સ્વરૂપ ધરે છે તે being. भग० ८, १; -नगर. पुं. सात २१२ मानो त्रीने २१२. नाभी से उठा { -नगर ) माशमां गंधर्व नगरने हुआ वायु कण्ठ प्रदेश को प्राप्त करके जो मारे थ। वामांना पायगन्धर्व नगर खास- असाधारण स्वरूप को धारण करता है के आकार में आकाश में बनता हुआ बादलों वह-गंधार; सात स्वरों में से तीसरा स्वर. का बनाव-दृश्य. an appearance of The third of the seven ascendü Gandharva city in the sky ing tunes of music: e. g. सा, री, formed by clouds. अणुजो० १२७; ग etc. अणुजो० १२८; ठा० ७, १; (२) भग० ३, ७ -लिवि. स्त्री. ( -लिपि ) ગાંધાર નામને દેશ; હાલમાં જેને કાબુલ सिपि; सदार सिपिभानी मे. अठा धार ४ छे. गंधार नामक दश; हाल में रह लिपियों में से एक लिपि; गन्धर्व लिपि. जिसे काबुल कंधार कहते हैं. the country one of the 18 scripts; the Gan. | of Gandhāra or Kandabära. dhurva script. सम. १८; -सोठय. उत्त० १८, ४५, त्रि० (-संस्थित ) भवन आरे २९१. गंधारगाम. पुं. (गन्धारग्राम) नही माहि गंधर्व के सदृश-आकार में स्थित. beauti | सात भू२७ नानो आश्रयभूत अति सभू. Page #599 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंधारी ] ( ५६६ ) नन्दी आदि सात मूर्च्छनाओं का आधारभूत सूय० २, २, २७ श्रुति समूह. A multitude of quarter | गंधावर. पुं० ( गन्धापातिन् ) मे नामने। tones which form the basis of the seven melodies, viz. Nandi etc. अणुजो० १२८; हरिवर्ष क्षेत्रमांना वाटतो वैताढ्य पर्वत इस नाम का एक वैताढ्य पर्वत Name of mountain in Harivarsa Kṣetra. "गंधावइवासी अरुणादेवी" ठा०२, ३; पन० १६ ठा० २, ३, भग० ६, ३१; जीवा० ३, ४; गंधावाति पुं० ( गन्धापातिन ) २भ्यश्वास ક્ષેત્રના મધ્યભાગમાં આવેલ એક બાટલે વૈતાઢ્ય પત. रम्यकवास क्षेत्र के बीच मैं का एक वैताढ्य पर्वत. Name of a mountain in the middle of Ramyakavāsa Ksetra. जं० प० जीवा० ३, ४ गंधारी. स्त्री० ( गान्धारी ) अंतगा सूत्रना पायमा वर्गना त्री अध्ययननुं नाम अंतकृत सूत्र के पांचवें वर्ग के तीसरे अध्याय का नाम. Name of the third chapter of the 5th section of Antagada Sūtra. अंत ५, ३; (२) कृष्णु वासुदेवनी એક પટ્ટરાણી કે જે તેમનાથ પ્રભુની દેશના સાંભળી યક્ષિણી આર્યાની પાસે દીક્ષા લઈ ૧૧ અગ ભણી વીસ વર્ષની પ્રવ્રજ્યા પાળી એક માસને સંથારા કરી પરમપદ પામ્યાં. कृष्ण वासुदेव की एक पट्टरानी, जो नेमनाथ प्रभु के पास से देशना सुनकर - उपदेश लेकर यक्षिणी आर्याजी के पास से दीक्षा लेकर ११ अङ्गका अभ्यास कर २० वर्ष की प्रव्रज्या पाल एक मास का संथारा अनशन कर परमपद को प्राप्त हुई. name of & queen of Krisna Vasudeva who heard the preaching of lord Nemanatha and took Dikṣa from a nun of the Yakṣa class. She studied eleven Angas, practised asceticism for twenty years, performed Santhara (abstained from food and water) for one month and attained final bliss. अंत०५, ३ ठा०८, १ ( ३ ) नमिनाथलनी हेरीतुं नाम नेमिनाथ स्वामी की देवी. the goddess of Neminatha. प्रव०३७८; ( ४ ) से नामनी : विद्या इस नाम की एक विद्या- गांधारी विद्या a science, a branch of knowledge so named. [ गंधिल गंधि पुं० ( गन्धित् ) गंधवासुं गम्व वाला. Smelling; fragrant नाया० १; गंधिय त्रि (गन्धित ) सुवासितः पाणुं. सुवासित: गन्धयुक्त Smelling; fra grant. ओव० भग० ११, ११; नाया० १ १६, जं० प्र० ५ १२३ ( २ ) शयालु गंधीय किराणा. groceries. वष० ६, २१; २४: – शाला स्त्री० (-शाला ) गंधया वेथवानी या गन्धप्रधान पदार्थों के बेचने की शाला; इत्र आदि बेचने की दुकान. a place for selling grocery. चव० ६. २१: २४; २५; २६; ३०; ( २ ) उधानी हुन कलाल की दुकान liquor shop. वव० ६, २१; गंधिल पुं० ( गन्धित ) पश्चिम महाविना ઉત્તર ખાવાની સીતાદામુખ વન તરફથી ७ भी विनय पांथम महाविदह के सीतोदामुख बन की ओर से ७ वीं विजय. The 7th Vijaya in the direction of the Sitodāmukha forest, in the north of western Mahavideha. For Private Personal Use Only Page #600 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंधिला] ( ५६२ ) [गकारपविभत्ति (२) से वियन M. उक्त विजय का -उदहि. पुं० (-उदधि) 6 पावासो राजा. name of a king of the हरिया. गहरे पानीवाला दर्या-समुद्र. deep above Vijaya. "गंधिले विजय अवज्मा sea; sea with deep water. 3708, रायहाणीदेवे वक्खारपम्वए " जं० प०६; ४; -श्रांभसि. त्रि० (-अत्रभासिन् ) ग. गंधिला. स्त्री० ( गन्धिला ) अधिनाविन्य. भी२ हेमाय मेदु. गंभीर प्रतीत होनेवाला. of गंधिलावती विजय. Gandhila Vijaya. settled or of grave appearance. " दो गंधिला " ठा० २, ३, ठा. ४, ४; -पयत्थ. पुं० (-पदार्थ) गंधिलाई श्री. ( गन्धिलावती ) पश्चिम ગહન પદના અર્થ, ન જાણી શકાય એવા મહાવિદેના ઉત્તર ખાવાની સીતાદામુખ | पहाय. गहन-कठिन पदों का अर्थ-मतलब, न बनया मामा विषय. पश्चिम महाविदेह के जाना जासके ऐसा पदार्थ. the meaning उत्तर खण्ड म के सीतोदामुख बन से आठवीं or purport of difficult words; विजय. The eighth Vijaya an incomprehensible thing. from tho Sitodāmukha forest पंचा० ४, २४; ~~-पोयपट्टण. न० (-पोत. in the north of westera Mahā. पत्तन ) पाडायना हालवानी 0241. जहाज के videha " गंधिलावई विजए अउज्झा ठहरने की जगह; पत्तन; बन्दरगाह. a रायहाणी" जं. ५० ठा० २, ३; (२) पुं० place where shipy are anchorગંધમાદન પર્વતના સાત ફૂટમાનું ત્રિશું ફૂટ- ed. “ जेणेव गंभीर पोयपट्टणे तेणेव उवा शि५२. गन्धमादन पर्वत के सात कूटों में से । गच्छति " नाया० ८; १७; तीसरा कूट शिखर. the third of the | गंभीरमालिणी. स्त्री. (गम्भारमालिनी) soven summits of Gandha. સુવષ્ણુવિજયની પૂર્વ સરહદ ઉપરની એક madana mount. जं. प. अन्तरनही. सुवल्गुविजय की पूर्वीय सीमा गंभीर. त्रि. (गम्भीर) ता नडी ते; ऊपर की एक अन्तरनदी. A small सागर पेट; भी२. सागर के समान; गंभीर. river on the eastern border of Grave; deep sounding; serious. Suvalguvijaya. “ दो गंभीरमाउत्त• २७, १५; ओव. १५, नंदी. स्थ. लिपीड" ठा० २, ३; जं० प. २८; नाया• १; १६; (२) ; साथ गंभीरविजय. पुं० (गम्भीरविजय ---गम्भीरम याग विनानु. गहरा; अथाह. unfathom. प्रकाशं विजय प्राश्रयः ) मा माश्रयable. जं०प० ५, १,१५, ४, ७४; ठा०४, अधारावामु स्थान. गंभीर---अंधकारमय वि. ४ श्रोव० २१; नाया० ४; राय० २५४; (३) जा-आश्रय-स्थान. A dark place. गहन; गयाArj. गहन; सघन; बहुत दस० ६, ५६, झिलियों वाला. of dense thicket. / गंभीरा स्त्री. (गम्भीरा ) यार छद्रियपाला नाया. १; ५; भग० ३, १, २, ६, ५; ११, . वनी मे and. चार इंदियों वाला एक ११; विशे० ३४०४, पन्न० २, कप्प. ३, जीव. A living being with four ३२; ( ४ ) प्रशलित; भारावाj. senses. पन्न० १; प्रकाश रहित; अंधकारमय. without | गकारपावभत्ति. पुं० (गकारप्राविभक्ति ) ना. light. नाया० १; दस. ५, १, ६६ टन से प्रा२, ३२ प्रारना नाटभानु Page #601 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गगण ] ( ५६३ ) [गश्चागमि मे नाटक का एक मेद; ३२ प्रकारके नाटकों श्रेय यु. गार्ग्य गोत्र में उत्पन्न गर्गनाम का में से एक. A kind of drama; one प्राचार्य, जो अपने भावेनीत शिष्यों से तंग of 32 kinds of drama. राय. ६३; आकर अन्त में उनका त्याग कर अकेला ही गगण. न. (गगन) माश; गगन. आकाश समाधिभाव में स्थित हुअा और प्रात्मकल्याण The sky: " गगणमिवनिरालबो" ठा. को प्राप्त हुआ. An ascetic of the पिं०नि०१७५; ओव० १७, ३१; नाया०१; naine of Gärga, born in the भग० २०, २; जीवा० ३, ४, राय० Gārgya family.He was disgustकप्प० .३, ३८; -गण. पुं० (-गण) ed with his iinpudent disciples गगनरूपी २७; समूह. आकाशरूपी समूह. and so he abandoned them and a multitude in the form of the secured spiritual bliss by pracsky;sky appearing like a heap. tising meditation in solitude. " ससिव हाणं गगणगणं संत" निसा. उत्त० २७, १; (२) गौतमगोवनी मे २०, २; -तल. न० (-तल) माश शामा अने मां 47 यु३५. गौतम गोत्र त. आकाश तल. the surface, की एक शाखा और उसमें उत्पन्न मनुष्य. vault of the sky. "गगणतनविमल- an off shoot of the Gautuma विपुल गमण गदच वलचलियमणप्पवण line of descent; a person born जइण सिग्यवेग्गा " भग. ६, ३३; जं० प० in that off shoot. ठा. ७, १: ५, ११७, सम. प. २१३, नाया. ५, ६, गग्गय. त्रि. (गद्द)गह २५२. गद्गद स्वरहै; १६; निर. ५, १; -मंडल. न. 19157. A low and inarticulate (-मंडल) माशभ७. श्राकाशमंडल. sound expressing joy or grief, the circle or sphere of the sky.| सु. च. ३, ६८; कप्प. ३, ३८, ४५ गग्गर. न. ( गद्गद ) भास यात मेल गगणवल्लभ. न० ( गगनवल्लभ ) वैताच्य५५ ते; ६४४ रुकते हुए गले से बोलना; તની દક્ષિણ તરફની વિદ્યાધર નું મુખ્ય गद्गद स्वर. Speaking with obstrucन१२. वैताद्व्यपर्वत के दक्षिण ओर का विद्या ted breath. भग. ३, २; ज. प. ७, धर श्रेणी का मुख्य नगर. The princi. pal town of the Vidyadhara / गश्चागइ. स्त्री० ( गत्यागीत-गतिश्चागतिSreņi to the Soutli of Vaitā- श्चति ) गति सने आगति; अनुडूस गमन dhya mountain, जं० ५० १, १२, કરવું તે-ગતિ-પ્રતિકૂલ આવવું તે આગતિ. गगणवल्लह. न० (गगनवल्लभ) मा “गग. गति और श्रागति; गमनागमन; गति-अनु णवल्लभ"श६. देखो "गगणवल्लभ" शब्द. कूल गमन, प्रागति-प्रतिकूल आगमन. Vide "गगणवल्लभ " जं० ५० १, १३; । Coming and going; passing and गग्ग. पुं. (गाय) गोत्रमा पनि थये। repassing. विशे० २१५६; मनामना न्याय ने पोताना अविनीत गश्चागमि. त्रि० (गत्यागमिन् ) अति मायशियाथी ५ ०४४ छेटे मन त्यागनार, यात्री सावना२. गति द्वारा आने ४री से समाथिममा २०या अने आत्म- वाला: चलकर आने वाला One com Vol. 11/15 Page #602 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गच्छ] ( ५६४ ) [गजसुमाल ing on account of his being in नाया. ध. a particular condition of exig. गच्छित्ता; सं० कृ० नाया० २, ३; tence. विशे० ३१५४; गच्छंत. व. कृ. ओव. २०; सूय. १, १, Vगच्छ. धा• I. (गम् गच्छ) पु; १ २७, आया० २, १, ३; उत्त०५, व्यास. जाना; चलना. To go; to १३; पंचा०१२, १८, भग० १४, ३; walk; to move. गच्छमाण. भग. ३, ३, ७, १; ७; १२, गच्छइ. भग० ७, १; निसी० १६; २४; जं. ६; २५, ६, ७; निसी० ८, ११3 ० ५, ११५, ७, १३३; वव० गच्छ. पुं० (गुच्छ ) समुदाय; समूह. समुदाय; १, २३, २, २३; सू० प० १; सूय. समूह. A group; a multitude १, १, २, १६; दस० ५, २, ३२; e. g. of the followers of ५, ४४; राय० ३८; an Acharya. अणुजो० १७; (२) गच्छंति. नाया. ५, ८; १६; दस० ४, २८; गया संध; साधु समुदाय. गण; संघ; जं. प. ., १३७ साधु समुदाय. a collection, an गच्छ. ठा० ३, ३, राय० २५२, asssembly of Sādhus “ TESTA गच्छामि. नाया० ५; ८; १५, १६; भग० सम्वसित्ताणं" गच्छा• २; ७५; प्रव• ६२३; २, १; ५, ४, १८, १०; जं. प. पंचा०१८,७-वर त्रि.(-वर)समग ५, ११५; - समुदायमा श्रे४. सब संघ- गच्छ में श्रेष्ठ. गच्छेजामि. क० वा. विवा० नाया. १६; the best among all groups.गच्छा . गच्छामो. भग० २, १; ५; ३, २; नाया०५; ११७;-वास. पुं० (-वास) साधु समुदायमा ८१३; १८; जं०प० ५, ११२, १८, २हेत. साधु समुदाय में रहना. resid. दस. ७, ६; सूय. २, ७, १५, ing amongst Sadhus. प्रव० ५३१; ओव. २७; गच्छागच्छि. अ. ( गच्छागच्छि-गच्छेन गच्छेज, वि. पन्न. ३६; गच्छेन भूत्वा ) मे थाना परिवार ते गच्छजा. वि.भग० ३, ५, ६, ५; १३; ; ગ૭ અને ગ૭ ગ૭ના સાધુઓ ભેગા થઈ नाया०६; वव० १,२३, २, २३; ટોળામાં ગોઠવાય તે ગાળછિ કહેવાય. गच्छजाहि. श्रा० नाया. 83 एक आचर्य का परिवार-शिष्य प्रशिष्य गच्छ गच्छिजा. विवि० दस० ४; होता है, और कइ एक गच्छों के साधु मिल गच्छंतु. नाया• १६; कर मण्डली रूप में हो तो गच्छाधिगच्छ गच्छ. नाया० १, २; १; gar &. A multitude of the गच्छह. नाया० १, ३, ५, ८, १२, १३, followers of one Acharya or १४, १५, १६; head of an order of saints asगच्छेह. नाया० ८; sembling together with other गच्छाहि. भग• ५, ४; नाया. १,८; ज०प० । similar multitudes. ओव० २१; गच्छिहिति, भग०२, १; ७, ६; १४,८; १५, | गजसुमाल पुं० (गजसुकुमार ) ३५४ने। १; १७, १; ओव० ४०; નહાન પુત્ર; કૃષ્ણ મહારાજના ન્હાના ભાઈ गच्छिहिति. भग० ३, १; ७, ६; नाया० १; | ये भारावस्थामा नेमनायअनु पासे Page #603 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गज] ( ५६५ ) [ गढि દીક્ષા લઈ બારમી ભિખુપડિમા આદરી गरम वस्त्र. Warm cloth known by અગ્નિનો અસહ્ય પરિવહ છતી કેવલજ્ઞાન the name of gauze flannel.err. मेणच्यु, दीक्षा समे हिसमा भाक्षे २, ५, १, १४५; पांच्या. देवकीजी का छोटा पुत्र; कृष्ण गजर. न० (गृजन ) ०४२. गाजर. A महाराज का छोटा भाई, जो कि कुमारावस्था | turnip. प्रव० २३६; में ही नेमनाथ प्रभु से दीक्षा लेकर, भिक्षु गजित्तार. वि. (गर्जित) गाना; गाना की बारहवीं प्रतिमा का पालन कर अग्नि का | ४२नार. गर्जना करने वाला. Roaring; असह्य परिषह जीतकर केवलज्ञान को प्राप्त | thundering. ठा० ४, ४; हया. दीक्षित होकर एक ही दिन में मोक्ष | जियश्र. न. (गर्जित) नावं ते. को प्राप्त हुआ. Name of the young. गर्जना. Thundering; roaring. जीवा. er son of Devakī, and younger ३, ३; सु० च० २, २४२; भग० ३, ७, brother of Lord Krişna. He नाया० १; ८3; ; ठा० १०, १; अणुजो. took Dikṣā from Lord Nema १२७; ओघ० नि० ६४३; जं० प० कप्प० ३, nātha in young age, practised ३३; ४४; गच्छा० ६५; प्रव० १४६६; । the 12th ascetic vow, bore the गझ. त्रि. (ग्राह्य ) अहए ४२५। योय. intense pain caused by fire ग्रहण करने के योग्य. Worthy of and attaining perfect know being taken; acceptable. rarito ledge became Siddha; (all ८४८; this took place in one day ). गड़. पुं० (गर्त ) मा. खड्डा. A pit; . ठा०४, १; ditch. भग० ३, २, ५, ६; (२) ७२. V गज. धा० 1. ( ग ) मा ; सरना । भेड. a she-goat; n eve. सु. च० ४२वी. गर्जना; गर्जना करना. To roar; too ४, १५७; thunder. गड्डय. पुं० (गर्तक) मा; मा. खा. A गजइ-ति. नाया. 1; भग० ३,२७ ____pit; a ditch. भग० ६, ३१; गजंति. राय. १८३; जीवा० ३, ४; जं. प. | गडय. न. ( * ) गाई. गाडी. A ५, १२१%3 ___eart. सु० च० १२, ५८; गजित्ता. सं. कृ. भग० ३, २; गड्डा. स्त्री. (गर्ता) मोटी मा. बडी खाई गज्ज. न. (गद्य ) गमध; पिता ७४ A large ditch जं. ५० दसा० ७, १; विनानु मा. गद्यबन्ध; छन्द बिना की| __ जीवा० ३; निर. ३, ३; रचना. Prose writing. ठा० ४, ४; | *गड्डी. स्त्री० ( * ) गाडी. गाडी. A जीवा० ३, ४; राय, १३१; _cart. सु. च. १४, ६६; गजफल. न० (गजफल ) ॥५सालीनयु | गढि. त्रि. (गृद्ध) मासति पामे. गरभवन. फलालेन; एक प्रकार का रुईदार | मूच्छित; आसक्त. Infatuated; deeply * शुमा १४ न५२ १५ नी ५ट नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. Page #604 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गढ] ( ५६६ ) [गण uttached; greedy. दसा. ६, १; | अाया० १, १, २, १६; गढ. पुं० ( * ) feel; ४. किला; | गढ. A castle; a fort. सु. च० १, ३२६; ४, ४०; गढिय त्रि. (गृद्ध ) ps; यासत. प्रासक्त. Very greedy; wistful. भग० ७, १; पिं० नि. २२६; नाया० २; ५; (२) अत्यंत. बहुत ज्यादह. too much. पराह० १,२, गढिय. त्रि. (प्रथित) गुथेन; मधेस. बन्धा हुश्रा; बद्ध. Tied; knitted. सूय. १, १, ३, १५; आया० १, ५, ६, १६५; Vगण. धा. J. (गण) गाना ४२वी. गिनती करना. To count. गणिउं. हे. कृ. सु. च० ४, १६२; गणेमाण. व. कृ. भग० १५, १; गणिजइ. क. वा. अणुजो. १३३; गण. पुं० (गण) समुदग; समू; गु. समूह; समुदाय. A crowd; a mul. titude. भग० १, १; ५, ६; १, ५; ७, ९, ८, ८; १२, २; १६, ५; १८, ७; उवा० १, ५८; जं. प. सम• ; नाया. १; ५; परह. २, ३, नंदी० ८; ओव. राय. २५३; उत्त० १५, ६; अणुजो० ५७; प्रव० ५५७; क. गं० १, ३६; कप्प. ४, ६२; (२) गए; गाना ४२वी. गिनना; गिन्ती करना. reckoning; calculation. अणुजो० १३३; ( ३ ) म माहिना समुदाय. मल्ल-पहलवान आदि का समुदाय. a party of athletes etc. पिं० नि. ४४१; (४) 129; समान लिया। साधुने। सभुय. गच्छ; समान क्रिया-प्राचार विचार घाला साधु समुदाय. an order of ascetics observing the same rules of conduct. सम० ८; दसा. २, ६; वव. १, २६, २, २४, ६, २७, १०, ११; निसी० १६, १०, नाया० ८; श्रोघ० नि० ६८८; पि. नि. १६३; भग० २५, ७; () ચાન્દ્રાદિ કુલને સમૂહ, કટિકાદિ गा; संधनो से मारा. चांद्रादि कुल का समूह; कोटिकादि गण; संघ का एक भाग. a collection of families like Chandra etc.; a portion or sub-division of a religiDus sect. ओव. २०; परह. २, ३; ठा० ३, ४ –अभियोग. पुं० ( -अभियोग) ग-समुदायनी यासा. गण-समु. दाय की आज्ञा; गच्छ का श्रादेश. command of a Gana or an order of saints under one head. भग. ७, ६; प्रव० ६५३; -टुकर. पुं० (-अर्थकर) गशु-समुदायतुंभ १२ना२. गण.. समुदाय का कार्य करने वाला. (one ) who transacts the business of the brothers of the same order of saints. ठा० ४, ३; -णायग पुं० (-नायक) जाने-सना मागे वान माणस. समुदाय-मनुष्य समूह का अगुआ. tne leader of a multitude. नाया० १; स्थकर. पुं० (-अर्थकर) नुमा " गणट्टकर " श६. देखो " गणटकर " शब्द. Vide “गणटकर" वव० १०, ४, ५, ६, ६; -धम्म पुं० (-धर्म) महावीर स्वाभिमे स्थापन सोपाहि સમુદાય રૂપ ગણને ધર્મા–બુત ચારિત્ર્ય રૂપ * गुमा ४ न०५२ १५ नी टनाट (*). देखा पृष्ट नम्बर ११ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #605 -------------------------------------------------------------------------- ________________ (५६७ ) [गणग गरतीय नाम-पत भावताहरू ५. -संग्गहकर. पुं० (-संग्रहकर ) समुहायगण-गच्छ का धर्म--प्राचार; महावीर स्वामी ને આહાર અને જ્ઞાન વગેરેથી સંગ્રહ કરનાર, द्वारा स्थापित साध्वादि समुदाय रुप गणका पाहार और शान आदि का संग्रह-संचय धर्म-शत चारित्र रूप; गण-तीर्थ का धर्म- करने वाला. one who preserves or अणुव्रत महाव्रतादि रूप. the religious extends the circle of his sect principles of an order of saints by food, knowledge etc. वव. e. g. that established by Ma- १०; ४५, ६, ७; -संग्गहण. पुं. Dāvirasvāmi; religions princi (-संग्रहण ) साधु समुदाय मे।। ४२वे। ples of a sect; e. g. minior ते. साधु समुदाय को एकत्रित करना. vows, great vows etc. ठा. assembling a multitude of १०, जं. प. २, ३५; नायग. पुं. Sidhus or saints. गणि. २७; (-नायक ) मे " गणणायग" श६. -संपया स्त्री० (-सम्पत् ) - - देखो " गणणायग" शब्द. vide “गह- समुदायनी सं५६. गच्छ-समुदाय की णायग' अणुजो. १२८; ओव. नाया. सम्पत्ति. the power or authority १; राय० २५३; -पडिणीय. त्रि. of an order of ascetics (-प्रत्यनीक ) गगुना शत्रु. गण का शत्रु regarded as wealth. प्रव० ५५३; all enemy of an order of saints. --सामायारी. स्त्री० (-समाचारी) साधुता भग०६, ३२; --मारण. न० (-मान) गर्नु सभुदयनी समायारी. माधुओं के समुदाय भान प्रभाए. गण का मान; गच्छ का प्रमाण. की समाचारी. education of an order the limit of an order of ascetics. of monky in austerities etc.दसा. प्रव० ६३३; -राय. पुं० (-राज-समुत्पने ४, ७०; ---सोभाकर. त्रि. ( -शोभाकर ) प्रयोजने ये गणं कुर्वन्ति ते)समान २०;र्य सायने शालाबना२. समुदाय को मुशोभित ५५ते सर्वेने मे री श ते सामन्त. समूह करने वाला; गच्छ की शोभा बढ़ाने वाला. का कार्य पड़ने पर सबको इकट्ठा कर सके ऐसा; one who is an ornament or it सामन्त वगैरह. a sovereign king jewel of an order of saints. वव. having feudatory princes under १०,८; ; -सोहिकर त्रि० (-शोधिhim. भग० ७, ८; ~~-विउस्लग्ग. पुं. कर ) गगुनी शुद्धि ४२२; गनी संभाग (व्युत्सर्ग) गर ग७नो परित्याग. गच्छ सेना२. गण की शुद्धि करने वाला; गच्छ की का परित्याग. desertion, abandon. देखरेख करने वाला. one who bestows ment of an order of saints. भग. care ou au order of saints; one २५, ७, --वेयावश्च. पुं० (-वैयावृत्य ) | who refines an order of saints गरानी सेवा, यावृत्या नयमाने.. गण की । वव० १०, ४, ५, ६, ७: सेवा; वैयावत्य का नौवां भेद. ninth गणग. पुं० ( गणक ) , ज्योति५ शात्र variety of serviceableness, viz. Mगुना२; योतिी. गणक; ज्योतिषी; गणित service to an order of monks. विद्या को जाननेवाला. An astrologer वव० १०. ८: १०: भग० २५, ७ | श्रोत्र. नाया. १; कप्प. ४, ६२: Page #606 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गणण] ( ५९८ ) [गणावच्छेइयत्ता गणण न० ( गणन ) ; गात्री ४२वी. ८; गत्त. २५; १; नंदी० स्थ० २१; गिनती करना; गिनना. Calculation; -पमाण न. ( -प्रमाण ) मध२reckoning विशे० ६४.; तीर्थ४२ना भुण्य शिष्यानु प्रभाए. गणधरगणणा. स्त्री. (गणना) मतरी, मे ६स, तीर्थकरों के मुख्य शिष्यों का प्रमाण. the सो माह मथीगलवा. गणना-गिनती; authority of the chief disciples एक, दस, सौ आदि क्रमसे गिनना. Cal- | of Tirthankara, known as Gaculation; counting. अणुजो० १४६; । padharas. प्रव० ३३२; -अइरित्त. त्रि० (-अतिरिक्त ) गाना- गणावच्छेय. पुं. (गणावच्छेदक) भील सम्याथीही. संख्या से अतिरिक्त; गिनती साधुसोने साथ सभी 2 महीम९समा से वाहिर. beyond calculation; dif- वियरे ते. दूसरे साधुनों को साथ लेकर ferent from calculated amount. पृथ्वी मण्डल में विहार करने वाला. One निसी०१६,२५: -अणंत प.पुं०(-अनन्तक) who wanders over the world ગણવાની અપેક્ષાએ અનંત; સંખ્યા આશ્રી along with other ascetics, अत. गणना की अपेक्षासे अनन्त; संख्या के | कप्प. ६, ४६ लिहाज से अनन्त. incalculable;couat-गणावच्छेदणी स्त्री. ( -गणावच्छदिनी ) less; beyond calculution. ठा० ५, गनी सानीमानी सारसमाण ४२नार ३; --अणुपुत्री स्त्री. ( -अनुपूर्वी) सावी. गण की साध्वीओं की देखरेख करन या वि५५५ अनुपूर्दा; अतुम. संख्या वाली साधी. A female ascetic विषयक अनुपूर्वी -अनुक्रम. serial order; who provides necessary things order of numerical calculation. to the nuus of the same order. श्रणुजो० ७१; वव. ५, ३; गणहर. पुं० (गणधर ) २५५२; तीर्थ२ना गणावच्छेइय. पुं० ( गणावच्छेदक ) गाना भुज्य शिष्य. गणधर; तीर्थकर का मुख्य साधुमानी सारसला३ ४२ना२. गण के free. The principal disciple of साधुओं की देखरेख करने वाला. One Tirthankara; the Ganadhara. who provides necessary things जं० प० २, ३३, नाया०८; वेय० ४, १५; to the monks belonging to the भग० ४२, १; विशे० ५५०; भत्त. १०४; same order पाया. २, १, १०, ५६; ( ૨ ) આચાર્યાની આજ્ઞા અનુસાર સાધુ वव० १, २६; २७, २८, २६; २, ७, ३, સમુદાયને લઈ મહમંડલમાં વિચરનાર સમર્થ १५; वेय. ४, १५, साधु. प्राचार्य की प्राज्ञानुसार साधु समुदाय |गणावच्छे इयत्त. न. ( गणावच्छेदकत्व ) को लेकर महोमण्डल पर विचरने वाला गयाछेप गणावच्छेदकता; गण समर्थ साधु. the able ascetic who संचालकत्व, State of being a prowanders over the world along vider of necessary things to an with other ascetics by the order of saints. वव० ३, १५; वेय. order of the head preceptor. अाया. २, १, १०, ५६; पन्न. १६; सम० | गणावच्छेदयत्ता. स्त्री. (गणावरछदकता) Page #607 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गणावच्छेद ] જીએ गावच्छेत १०६. देखो गणावच्छेइयत्त " शब्द. Vide " गयावच्छेइयत्त वव० ३, ७; गावच्छेद. पुं० ( गणावच्छेदक ) साधु સમુદાયની વસ્ત્ર પાત્રાદિ આહારથી સાર संभाग २नार साधु साधु समुदाय की वस्त्र, पात्र आदि द्वारा सार संभाल देखरेख करने वाला साधु A Sādhu who pro vides the monks of an order of saints with food, clothes, 44 "" د. ( ५६६ ) "" ล vessels etc. पन० १६; गणि. पुं० ( गणिन्-गणः साधुसमुदायोऽस्तियस्य ) आयार्य; सूरि; गरछना उपरी. आचार्य सूरि; गच्छाधिपति. The head of an order of saints; Achārya. अणुजो० ४२; ठा० ४, ३; आया० २, १, १०, २६; सम० १; दस० ६, १, ६, १५; पिं० नि० ३१२; निसी० १४. ५ पन० १६ उवा० २, ११६; भत्त० २३: कप्प० पंचा० १२, ४७; प्रत्र ० १६८ : ५५७; गच्छा० २०, ११२; - श्रागमसंपन्न. न० (- श्रागम संपन्न ) गणि आयार्यांना शास्त्रमां शत्र. गणि आचार्य के शास्त्रों में कुशल. proficient in the Sutras dealing with numerical calculations. दस० ६, १; पिडग. न० (-पिटक - गणो गच्छोsस्ति यस्य स गयी तस्य पिटकम् ) दिन अवथन मैन तत्वान ખળને; આચાય ની પેટી કે જેની અન્દર શાસ્ત્રીય તવે ભરવામા આવ્યા હોય તેमायासंगाही सूत्र जिन प्रवचन, जैन तत्वों का खजाना; आचारों की पेटी तिजोरी, जिसमें शास्त्रीय तत्व भरे हुए हों; आचाराङ्गादि अंगसूत्र. the treasury of Jaina canonical scriptures; literally, the box of an Acharya filled <6 , with scriptures. भग० १६, ६: २०, ८, ४२, १; सम० ५७; संस्था ०८१; श्रघ० नि० ७६०; पिडय न० ( - पिटक) लुमो गणि-पिडग " २६. देखो गणि--पिडग " शब्द. vide गणि-पिड भग० २५, ३; - पिढंग न० ( - पिटक) लुखो ' गणि-पिडग ' ०६. देखो 'गणि-पिडग शब्द vide ' गणि पिढग ' श्रव० १६; भाव. पुं० ( - भाव ) आयार्य पशुं; गणि--आभायनो भाव. श्राचार्यस्व; आचार्यपना status of an_Acharya; Achāryahood. उत्त० २७, १; —वसभ. पुं० ( - ऋषभ ) गयि - आयामां श्रे४. आचार्यों-सूरियों में श्रेष्ट the chief among the Achāryas. भत्त० ५२; - संपया. स्त्री० (-संपद् ) आर्यांनी ६४ संपा. श्राचार्य की ६४ सम्पदाएं. the 64ac quisitions of an Achürya. भत्त• २३ दसा० ४, १०६; गणिश्र. त्रि० ( गणक) गणितवेत्ता; ज्योतिपी. गणितवेत्ता; ज्योतिषी. A mathematician. अजो० १४६; जं० प० २, १६; गणिणी. स्त्री० ( गणिनी ) गणुभां मडोटा साध्वी ; प्रवर्त: साध्वी. गण में बडी साध्वीप्रवर्तिका सावी. The principal female ascetic of the order. गच्छा० ११६; nfua. 3o (niva-nuaà gia) ulgaren. गणितकला. A numerical script. नाया० 9; (2) asfalt. ff. & particular kind of script. पन्न १ ; - पहाण. त्रि० ( - प्रधान ) गणित छे प्रधान प्रेम ते गणित प्रधान an art in which mathematics occupies a prominent part. नाया. १; For Private Personal Use Only [ गणित "" Page #608 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गणित्ता] ( ६०० ) [ गति गणित्ता. स्त्री. ( गणिता) गणिप); - १२८; अंत० १, १; निर० ५, १; कप्प. ५, यायनी ५६वी. गणिपद; गणाचार्य की पदवा. १०१; विवा० २; अणु जो० ६६;-सहस्स. Headship of an order of saints. न० (-सहस्र) ९२ वेश्याओ. हजार ठा० ३, ३; क्व०३, ७ वेश्याएं. a thousand harlots. गणिम. त्रि. ( गण्य ) गरिएममें ! विवा. २) पगेरे संय.यी गाय ते. एक, दो, तीन | गणिविज्जा स्त्री. (गणि विद्या) २८ 3st. आदि संख्या से जो गिना जासके. Capable वि सूत्रभानु पीसभुं सूत्र २६ उत्कालिक of numerical calculation; cap सूत्रों में से बीसवां सूत्र. The 20th of able of countable. अणुजो० १३२; the 29 Utkālikā Sutras. नाया० ८१; १५; विवा० २; नंदी. ४३ गणिय. न० (गणित) गाएत ; लिसा गणेत्तिया. स्त्री. ( * ) डायनो मेणा; नी . गणित कला; हिसाब की कला सन्यासीन बायतुं माल२९५ संन्यासी के Art of mathematics; numeri- हाथ का एक प्राभरण. A rosary fir cal calculation. श्राव. ४०; अणुजो. the hand; an ornament in the १४६; तंदु. भग. ६, ७, नाया० १,८; case of an ascetic. श्रोव. ३६; भग. पण्ह. १, ५; जं.प. आंध० नि० भा० ५; २, १; नाया० १६; (२) गणे; सं. २ . गिना हुश्रा. गत त्रि. ( गत) गयेस. गया हुआ; पहुंचा counted वेय. ४, २८; निसी० , २०; | हुआ. Gone. (२) प्रात यश. प्राप्त. प्रव० १२३३: --पहाण. त्रि. (-प्रधान) obtained; acquired, नाया० १; मांगलिता भुज्य छेते. गणितप्रधान; गति स्त्री. (गति ) २४ आदि गतिभा र जिसमें गणित कला मुख्य है वह; ज्योतिः- ते नरक आदि गतियों में जाना. Passing शास्त्र का एक अंग. that in which from one state of existence in mathematics is the prominent to the state of hell etc. ठा. १, fuctor; a division of astrology. १; (२) २४ माहि यार गति. नरक कप्प. ७, २१; -लिपि. स्त्री. (-लिपि)। आदि चार गतियां. the four states of गणितविपि; १.८ सिपिभानी . गणित existence viz. hell etc उत्त०५,१२, लिपि; १८ लिपियों में से एक लिपि one ( 3 ) गमन; याs; rj ते. गमन; of the 18 scripts; the script of चाल. the act of going. भग० ३, १; numbers. सम० १८% २५, ३, ६, ८; पन्न० १३; सू० ५० १० गणिया-श्रा. स्त्री० ( गणिका ) दिए। - नामनिहत्ताउ-य. त्रि. पुं० (-नाम वेश्या. वेश्या; बाजार की औरत. A निधत्तायुष्) शतित अनुसारे नाममना harlot; a public woman. भग० । पुसना साथे आयुष मनो मंध. गति के ११, ११; नाया० १, ३, ५, १६; विशे० अनुसार नाम कर्म के पुद्गलों के साथ आयुष् * ४ नम्५२ १५ नो नोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-hote (*) p. 15th. Page #609 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गत ] ( ६०१ ) [ गम्भ - - कर्म का बथ. Karmic bondaga for गहतोय. पुं० (गर्दनोरा ) पयमा योनी the period of the life of Nāma. નીચે કૃષ્ણરાજી વિમાનમાં રહેતા લેકાતિક karma atorns, according to the पतानी नव गति परी मे नत. पांचवें condition of existence in which देवलोक के नीचे कृष्णराज विमान में रहने a soul is. भग० ६, ८; पन्न. ६; वाले लोकान्तिक देवों को नौं जातियों में से -रागति. स्त्री. ( - प्रागति ) गति एक जाति. One of the nine classes અને આગતિ, એક ગતિમાંથી બીજી ગતિમાં of Lokāntika gods residing in જવું અને બીજી ગતિમાંથી આ ગતિમાં the Krişnarāji heavenly भारयुं ते. गति और प्रागति - गमनागमन; abode under the fifth Devitएक गति से दूसरी गतिमें जाना और दूसरी loka. " गद्दतोय तुसियाणं देवाणं सत्त गतिमें से इस गतिमें श्राना. coming and देवा सत्त देवसहस्सापणत्ता' ठा० ७; प्रव. going back from oue state of १४६२; सम० ७७, ठा. ६; भग. ६, ५; life into another. भग० ११,१:२१, नाया. ८; १; २४, १; -लक्ख ण. न० (-लक्षण) गहभ. पुं. (गर्दभ) गधे।. गर्दभ; गधा. गति ५ धर्मास्तिकायन क्षण. गति रूप An ass; a donkey. पन्न. १; सूय. धर्मास्तिकाय का लक्षणा. the nature of १, ३, ४, ५, २, २, ४५: दसा. ६, १२; Dharmāstikaya in the form गहभालि. पु. (गर्दभालि ) गमावि नामof imotion. भग० १३, ४; -विसय. ના સાઘુ: સંજલિ રાજાને સમજાવનાર: पुं० (-विषय ) गतिना विषय-वानी सनिना शु३. इस नाम का एक साधुः शक्ति. गति का विषय; चलने की शक्ति. संयति राजा को समझाने वाला; संयति the object of motion; the राजा का गुरू. An ascetic named power of movement. भग. २०, Gardabhāli who enlightened गत्त. न० (गात्र) शरी२. शरीर; शरीर के king Sanjati. उत्त. १८, १६; (२) अंग. Body; a bodily limb. अोव० य सन्यासिनी गु३. खंधक संन्यासी का २२; मग ३, २, ६, ३३, १६, १: १६, गुरू. the preceptor of Khandhak ३; नाया. १; २; 8; सु. च. २, ७७; १३, a Sanyasi. भग० २, १; २४; पन्न. २; कप्प. ४, ६२, गहह. पु. (गर्दभ ) । " गहभ" श६ गत्त. पुं० (गर्त) मा. खड़ा. A pit; a देखो ' गहभ" शब्द. Vide " गहभ" ditch. भग० १५, १; जीवा० ३, ३; सम. ३०; पि.नि. ४४६; नाया. 18 गमा. श्री. (गण्या ) संध्या; गाना. संख्या; गत्तग. न० ( गात्रक) पगहिनी सुं सने गणनाः गिनती.Calculation%Breckon ५. पलंगादि के ईस व अन्य प्राधार रूप ing. सु. च. १४, १०३; साधन. The logs of wood making | गब्भ. पुं. (गर्भ ) शिय; गमन २यानु up a bed stead etc. राय० १६१% स्थान. गर्भ; गर्भाशय; गर्भ के रहने का स्थान: गत्ता. स्त्री. (गर्ता-) महोटी मा. बडी-गहरी जहां शुक्र शोणित मिलकर रहते हैं वह खाई. A large ditelh. जं. प. स्थान. The womb. ओव० १०:४३; Vol. u/16 Page #610 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गम्भ] { गम्भ निर० १, १; दसा. ६, १; नंदी० ३७; नाया०१;२; १३, १४; भग० १,७; ५.४२; । ११, ११, १२, ५, २०, २; पिं० नि० ३६२; पन्न.१७; सूय. १,१, १, २२, १५४; आया. १,५,३;प्रव०२८००प०४ १६; कप्प.१,१ (૨) રેશમના કીડાએ પોતાની લાલમાંથી उत्पन्न रेख रेशमन टी. रेशम के कीट ने अपनी लार में से उत्पन्न किया हुआ रेशम का कोया. silk thread produced by a silkworm. अणुजो० ३७; (३) मध्य; क्या भाग. मध्य; बीच का हिस्सा. middle part; interior. राय० ५७; मोघ० नि० ६६७; -अजोगा. स्त्री० (-अयोग्या) मर्मधा२९५ ४२वाने अयोग्य स्त्री; प्या. गर्भ धारण करने के अयोग्य स्त्री; बांझ. a barren woman. प्रव०५७; --आधाण. न. ( -प्राधान ) गर्भाधान सं२४१२. गर्भाधान संस्कार. the cere. mony relating to pregnancy. भग०११,११;-पाहाण. न० (-प्राधान) माधान; गर्मनु २७ ते. गर्भ का रहना; गर्भाधान. pregnancy. विशे० २३०; -उभव त्रि. ( -उद्भव ) समयकी उत्पन्न ययेश-तिपय अने मनुष्य. गर्भ से उत्पन्न; तिर्यच और मनुष्य, fetus. born; i. e. men and animals. विशे० ५.२३; -करा. स्त्री० (-करी)ोना પ્રભાવે ગર્ભ ઉત્પન્ન થાય તેવી વિદ્યા; ૪૦ विधामांनी मे. जिसके प्रभाव से गर्भ रहे वह विद्या; ४० विद्याओं में से एक विद्या. a science dealing with the eure of sterility; one of the 40 sciences. सूय०२,२, २५; -गत. त्रि. (त) गमगत - माहे. गर्भगत; गर्भ में स्थित. embryonic; in em. bryo. विवा० १; भग० १, ७; -घर. न० (-गृह ) साथी पश्यना ॥२31, 24.६२नोडास. गर्भगृह; सब के बीच का कमरा; अन्दर का कोठा. inner room; central hall. अणुजो० १४८; (२) लाय। विगेरे. तहखाना; जमीन के अन्दर बनाया हुआ घर. a cave; an interior civity. जीवा. ३, ३; नाया०८; -घरग. न० (-गृहक) महरा यार।. भीतरका घर. a toilette chamber. राय. १३६; नाया० ८; -घरय. न० (-गृहक ) मे से श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. नाया० ८; -टुम. त्रि० ( -अष्टम-गर्भादप्टमोवर्षगर्भाष्टमम् ) गमया हमे वर्ष. गर्भ से आठो वर्ष. the 8th year from conception. नाया० १; -हिह. स्त्री० (-स्थिति ) मनी स्थिति. गर्भ का स्थिति. condition of embryi). प्रव० ५५; १३७३; -छिय. त्रि. (-स्थित ) गममा २९. गभगत; गभे में रहा हुआ, remaining in the womb. प्रव०५५; -स्थ. त्रि० (-स्थ) गम मा लो-al. गर्भ में रहा हुआ. embryonic; in the interior; in embryo. राय. २८७: नाया. १; कप्प. ४; ६४ -वसहि. स्त्री० (-वसति ) गम रुपे निवास; अर्भाशयमां २ ते. गर्भ में रहना. remaining in the womb. ठा० ३, ३; गच्छा० ६८; -वास. पुं० (-वास) गर्भाशयमा निवास; भाताना सभा २ ते. गर्भ में निवास करना; माता के उदर में रहना. staying. residence in the womb of one's mother. सूय०२,२, ८१: पन्न० २; नाया. १; प्रव० १३७५; -वुकंति. स्त्री० (-व्युस्क्रान्ति ) गम मा उत्पत्ति; गर्भाशयमां सावते. गर्भ में प्राना. birth in the womb. ठा. २,३: दसा. ८, १; Page #611 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गब्भमुद्देश] ( ६०३ ) [गम -बुक्कंतिय. त्रि. (-व्युत्क्रन्तिक) गम- वा. भीतर गर्भ वाला. hollow in the गर्भाशयमाथी नाम सामनार, मा मापना middle. पंचा० ३, २१; शु शातिथी अपन यतुं. गर्भाशय द्वारा गभीर. पुं० (गभीर ) सतम सत्रना पडेना उत्पन्न होने वाल; माता पिता के शुक्र शोणित | वाना ४ था अध्ययननु नाम. अंतगड़ सूत्र से उत्पन्न होने वाला. born from a के पहिले वर्ग के चौथे अध्ययन का नाम. womb; fetus-born. अणुजो० १३४, | Name of the fourth chapter उत्त. ६, १६; जीवा० १; भग० ५, ८; ८, , of the first section of Anta१; ६; सम०१; -संभूह. स्त्री० (-सम्भूति) gada Sutra. (२) अन्वृ ष्णि गम नी पत्ति. गर्भ की उत्पत्ति. produc. રાજાના પુત્ર ચોથા દશાર કે જે તેમનાથ પ્રભુ tion of the embryo. प्रव० ५६; પાસે દીક્ષા લઈ બાર વરસ પ્રવજ્યા પાળી १३७७ -साडन. न० (-शातन) गर्नु શત્રુંજય ઉપર એક માસને સંથારે કરી साउ- गर्म पापा विगेरे. गर्भ का नाश भोले गया. अन्धकवृष्णि राजा का चौथा करना; गर्भ का छांटना. causing abor. पुत्र-दशाह, कि जो नेमिनाथ प्रभु से दीक्षा tion etc. विवा० १; -हरण. न. लकर बारह वर्ष तक प्रव्रज्या पाल शत्रुञ्जय ( - हरण ) गलन २ऍते; मे आयेथी पर्वत पर एक मास का अनशन कर मोक्ष को vil आणे गमन स ते . गर्भ का प्राप्त हुया. the son of king Andhaka हरण करना; एक स्थान से दूसरे स्थान पर | Vrisnī, the fourth Dāśrha, लेजाना. stealing or transferring who took Diksa from Lord embryo from one womb to ano Nemanātha, practised ascetiother. प्रव. ८६२; -गभत्ता. स्त्री० cism for twelve years, per( -गर्भता ) मा . गर्भव; गर्भपन. formed Santhārā ( gave up embryonic condition. विवा १; food and drink ) for one month नाया. ८; काप. १, २, on Satruñjaya and became गब्भमुद्देश. पुं० (गर्भोद्देशक) प्रज्ञापना सूत्र- Siddha. अंत. १, ४; ( 3 ) . गहरा. नामे देशानु नाम. प्रज्ञापना सूत्र के एक deep. राय० ३७; (४) डाटुं. बड़ा. उद्देशा का नाम. Name of a chapter big; large प्रव० ४५६, -घोस. त्रि. of Prajnapana Sutra. भग०१६,२; (-घोष) मोटर बाया. बड। अवाज गम्भिा -या. स्त्री० ( गर्भिता) म यती स्त्री. | वाला. deep sounding. प्रव० ४५६ गर्भवती स्त्री; सगर्भा नारी. A pregnant | Vगम. धा• I. (गम्ल) r; गति ४२५ी. woman. दस० ७, ३५; नाया० ७; जाना; गति करना. To go; to move. गम्भिणी. स्त्री. (गर्भिणी) यती स्त्री. गमइ. आया. २, १, १, ४, गर्मिणी; गर्भवती स्त्री. A pregnant गमिस्सह. पिं० नि, ३१०; woman. पिं० नि० ५१०; गमिस्संति. भ. भग० ३, १; गभिय. त्रि. (गर्भित ) गर्मित; १२ये पोस गमिस्सामि. भ. नाया० १; सलिन. गर्भ वाला; भीतर पोल वाला. गमिस्सामो. भ. श्राव. ३८; Hollow. प्रव० ७६; (२) ४२ गम गमेऊण सं. कृ. सु. च. २, ३५, Page #612 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गम] ( ६०४ ) [गमाणिज गमित्तए. हे• कृ० दसा. ७, १; उत्त० १०, सूचना करने का भाव; जाहिर करने का भाव. ३४; अोव० ३८; सम० ३, ४, ७, State of being a proper sub ७; १६, ५; नाया० ८; ६; १५, १६; | _ject for information. विशे० ३१५ गममाण. व. कृ. भग. ८, ७; गमण. न० ( गमन) यास; यु; गति गम. पुं० ( गम ) मामा ५४-सूत्रने। आशावा; ४२वी. गमन; जाना; गति करना. Motion; એક વિષયનું પ્રતિપાદન કરનાર વાક્ય સમૂહ going; movement. भग. २, १, ५, नहार्नु प्र२६१. पालाप-छोटा प्रकरण; एक ४; १, ३३, १२, १; १३, ४, २५. ७; ही विषय को प्रतिपादन करने वाले वाक्यों आव० २१; उत्त० २६, ६; पाया० १, ७, का समूह; सूत्र पाठ. A supplemen- ५, २१५; सम० प० १६८: नाया० १; १५; tary chapter. नंदी० ४४५; विशे० ४४८; १६; १७; पिं. नि. ८३, १६०; २०६; जं. प. नाया• १; पिं. नि. ४२१; भग. सु० च० ३, २३३; विशे० २४१२; वेय० १, ३, १०, ६, ६; १६, ३, २४, १; (२) ३६, ४५; राय० ४४, पंचा० १, १६; ४३; ४यन; पान; कथन; वर्णन. narration. भत्त० ८०, प्रव. १५६६, कप्प. ३, ४३६ पन्न १५; (३) ४९; यास. जाना; उवा० २, ८६; -अागमण. न० (-प्राचलना; moving: going. पत्र. २; (४) गमन) माय. जाना आना. pass. प्रा ने. प्रकार; भेद. varieties. ing and repassing; coming and आंघ. नि. २५, विशे. १४६२; () going. प्रव० १३४; श्राव० ४, ३; भग० અર્થ પરિચ્છેદ; અર્થની જુદી જુદી ભંગી; २, ५; नाया० १६; निसी० ११, २०; दस. अर्थ का परिच्छेद; अर्थ के अलग २ भाग. ५. १, ८६; -गुण. पुं० ( -गुण-गमनं the distinctions of meaning. गतिः तद्गुणः) गति ५ गुणधभारत-यतुं सम०प० १६६; सक्ष. गतिरूप गुण; धमास्तिकाय का लक्षण. गम-य. पुं० (गमक- गमयतीति ) आसावा; the characteristic mark of Dha स२५ पानी पाउ4 समूह. एकार्थ वाचक rmāstikāyā, viz. motion. To R; वाक्यों का समूहः सूत्र पाठ. Text in a १०; -मण. त्रि. ( -मनस् ) भवानी uniform style of composition. पायाj. जाने की इच्छा वाला. desir. राय० २३६; नाया० १३; भग० १२, ४; ous of going. सु० च० २, १८२; १३, १; २४, १२; १७; ३२, १; नाया. ध. गमणया. स्त्री० (गमन) अति आमन. गति; ३; (२) वन अधि२. वर्णन; अधिकार. गमन. State of being in motion; description. निसी० १, ४१, ६, १२; state of being going. " गमणे पन्न. ५; नाया० ध० ६; (४) गमनशीस. लोगत गमणयाए" ठा० ४; नाया० १; गमन शील. having the mature of गमणिज. त्रि. (गम नीय) ममतु; ३५तु going. भग० २५, ३, ४, २६, १; अच्छा लगता हुआ, मन को रुचता हुश्रा. गमग. पुं० ( गमक ) मे " गमन " Pleasant; charming. ओव. ३२; श६. देखो “गमश्र" शब्द. Vide जं. प. ३, ६७ (२) या पार “गमश्र" भग. २४, १; पामा योय. उल्लंघने योग्य; पार पाने लायक. गमगत्त. न. ( गमकत्व.) run५j. worth transgressing. निसी० १६, Page #613 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गमणी] ( ६०५ ) [गय - १७; (३) नएप योय; अशा योय. १६; राय० २३; विवा० ३; उत्त० १, २१; जानने योग्य; प्रकाश करने लायक. worth | (३) गति; यास. गति; चाल. gait; knowing; capable of thowing motion. ओव. ज. प. ५, ११४; ७, light upon. भग० १, ३; ११३; ३, ५६; (४) २३. रहा हुआ. reगमणी. स्त्री० (गमनी ) मे तनी (पानी) maining; stayed. ओव०१०विशे०३६; विधा; विद्याधरानी विद्या. एक प्रकार की -तण्ह. वि. ( -तृष्ण) तृष्णा विनान. श्राकाश में गमन करने की विद्या विद्याधरी की तृष्णारहित. free from greed. प्रव० jaar. A science of flight; (this ४७३;-तेय. त्रि०(-तेजस्) सीन; ते. is possessed by Vidyadharas ). विनान. तेजहीन; तेजरहित. lack-lustre; नाया. १६ having no lustre; dull. भग• १५, गमिश्र-य. न० ( गमिक ) मा ये स२५॥ ઘણા પાઠ હોય તે બારમું દષ્ટિવાદ નામે १; -दसण. त्रि. (दशन ) ना होत अगसूत्र. जिसमें एक समान बहुत से पाठ ५४ी गाय ते; iत १२नी. जिसके दांत हों वह बारहवां दृष्टिवाद नामक अंगसूत्र. गिर पडे हों वह; दांतरहित. ( one ) without teeth. गच्छा० ६२; Name of the 12th Anga Sūtra hamed Dristiviida having | गय. पुं० (गज ) हाथी. हाथी. An elemany chapters of the same phant. अणु जो० २१; १३१; ट ० ४, ३: nature. नंदी० ४३; विशे० ५४६; क. गं० दसा• 10, १; दस० ५, १, १२, ६, २, ५; सु. च. २, ६४१; कप्प० १, ४, पंचा० १२, गम्म. त्रि. (गम्य ) भी श५ ते; २४; पिं० नि० ७६; ८३; राय. ५०; जीवा. पायी २५ ते. प्राप्त हो सके ऐसा; ३,३; पन्न. १; नाया. १, ५, ८, १६; भग. That which can be acquired; १६, ६, ७,६ ६, ३३; (२) शुर . that which can be reached. गुच्छा . a cluster. पन्न. १; (३) मत. पराह • २, २; पंचा० ४, १७; ( २ ) समान ગડમૂત્રના ત્રીજા વર્ગના આઠમા અનનું ४२वा योय. गमन करने योग्य. worth नाम. अंतगडसूत्र के तीसरे वर्ग के आठवें going to. भत्त० ११३; अध्याय का नाम. name of the sth गय-अ. त्रि. ( गत) गयेस; अश्य थये।. chapter of the third section of गया हुआ; अदृश्य जो है वह. Gone; Autagada Sitra. (४) मुहेव रानी passed out of sight. भग० २, १; દેવકી રાણુના સાથી ન્હાના પુત્ર-કૃષ્ણ મહા३, 1; ५, ४, ७, १; ६, ३३, ११, १०; રાજના ન્હાના ભાઈ કે જે તેમનાથ પ્રભુ પાસે १५, १; नाया० १; ६, ७, १३, १६, દીક્ષા લઈ તુરતજ ભિખુની બારમી પડિમાં नाया. ध० दस. १, २, २४; उवा० १, આદરી સ્મશાન ભૂમિમાં કાઉસગ્ગ કરી ઉભા ११; भत्त. ३८; क. प. ६, २५; कप्प. રહ્યા ત્યાં મેમલ બ્રાહણે અગ્નિનો પરિષહ २, २७; (२) प्रात थये।. प्राप्त किया हुआ. આવે તે સમભાવે સહન કરતાં તરતજ got; obtained. भग० ३, १; १८, ७; वज्ञान भाभी भोसमा गया. वभुदेव राजा पन्न. ३६; नाया० १,३६; १६, अगुजो. वी देवकी रानी के सत्र से छोटे पुत्र कृष्ण Page #614 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गय] ( ६०६ ) [गय महाराज के लघु भ्राता कि जो नेमनाथ प्रभु से दीक्षा लेकर तुरन्तही भिख्खु की बारहवीं पडिमा का अंगिकार कर श्मशान भूमि में काउ. सग्ग कर, खड़े रहे. वहां सोमल ब्राह्मण ने अनि का परिषद दिया उसे समभाव से सहन करते हुए तुरन्तही केवल ज्ञान को प्राप्त कर मोक्षगति को पहुंच गये. the youngesti son of Davaki, the queen of king Vasudeva and the young. er brother of Lord Krişna. He took Dikså from Lord Nemanātha and immediately becoming a monk practised the 12th vow of a monk in a standing posture with me. ditation on the soul in a ceme. tery. A Brahmana. named Somala - burnt his body but he bore the pain calmly. Inmediately he got perfect knowledge and salvation. अंत. ३, ८; पण्ह० १, ४, नाया० १६; (४) सातमा योजनान्तुं यएनिशानी. सातवे देवलोक के इन्द्र का चिन्ह - निशान. the badge of the Indra of the 7th Davaloka. ओव० २६; ( ५ ) शिामा२ 10 तानु यिन्छ તેના મુગટમાં હાથીને આકારે નિશાની હોય छ. दिशाकुमार जाति के देवता का चिह्न; उस के मुकुट में हाथी के आकार का निशान होता है. the badge, emblem of the gods of the Diśākumāra kind. ओव० २३; ( 8 ) तीर्थ:२नु सांछन. द्वितीय तीर्थकर का चिन्ह. the symbol of the second Tirthankara. प्रव० ३८१; --अणीय. न० (-अनीक ) हायानुसैन्य. हाथियों का सैन्य. an army of elephants. नाया. १; उत्त० १८, २; -कलभ. पुं० (-कलभ ) बाथानु ५२-यु; नानो हाथी. हाथी का बच्चा; छोटा हाथी. a young elephant. नाया. १; -गय. त्रि० (-गत ) या ५२ हेडं. हाथी के ऊपर बैठा हुआ. mounted on an elephant. भग० १५, १; भोव० -चम्म, न० (-चर्मन् ) पायातुं यमयामई. हाथी का चर्म-चमडा. skin of an elephant. नाया. ८; -चलण. न० ( -चरण ) थाना ५. हाथी का पैर. the foot or leg of an elephant. सम० ११; - जोहि. त्रि. (-योधन ) हाथी साथे यु६ ४२१॥२. हाथी के साथ युद्ध करने वाला. ( one ) who wrestles with an elephant. राय. २९२; नाया० १;-तालुयसमाण. त्रि. (-तालुक समान ) थाना नासपा समान. हाथी के तालु के समान. similar too, resemb]. ing the temple of an elephant. नाया० १६; --दत. पुं० (-दन्त ) हाथी हात. हाथी दांत tusks of an ele. phant. सू० प० १०; जं० प० ७, १५६; -पंत्ति. स्त्री. ( -पंक्ति ) खायामानी पंति -(२. हाथियों की पंक्ति. a series, live of elephants, भग० १६, ६; -भत्त. न० (-भक्त) हाथामाधु भतीही. हाथी की खुराक; मलीदा. food cooked for elephants. निसी. ६, ६; -लक्खण. न. ( -लक्षण) यानi शुभाशुभ लक्षणे। मेवानी आ. हाथी के शुभाशुभ लक्षण जानने की कला. art of examining the good or bad qualities of an elephant. नाया. १; -लोम. न. ( -लोमन् ) थान Page #615 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गयंद ] ( ६०७ ) [ गयवीहि ३५. हाथी के बाल, the hair of an पन्न १. (२) ७पन्न संत२ दीपमांनु मे. elephant. भग० ८, ६; -धर. पुं. छप्पन अंतर द्वीप में का एक. one of the (-वर ) हाथा. श्रेष्ठ हाथी. an ex. fiftysix Antara Dripas. जीवा० ३, cellent elephant; a noble ele- ३; पन्न० १; ठा० ४, २;-दीव. पुं० (-द्वीप) phant. नाया. ६; १६; -विश्कम. पुं. લવ સમુદ્રમાં ચારસો ભજનપર ચૂલહિમ( -विक्रम ) बाथानी यास. हाथी को વંતની કાઢઉપર આવેલ ગજકણું નામ चाल. the gait of an elephant. सन्त२६१५. लवण समुद्र में चारसी योजन सू० ५० १०; जं. प. ७, १५६ | पर चूलहिमवन्त के उपर पाया हुश्रा गजकर्ण -विलंबिय. पुं० ( -विलम्बित ) दायानी नामक अन्तरद्वीप. name ofan Antara વિશેષ ગતિવાળું નાટક નાટકને એક પ્રકાર | Dvipa ( an island) on the हाथी की विशेष गति वाला नाटक; नाटक Chūlanimavanti in the Lavaņa का एक प्रकार. (a drama) havingal Samudra at a distance of 400 particular gait of an eleplant. Yojanhs. ठा० ४, २; राय० ६३; -संठिय. त्रि. (-मस्थित ) गयकन्न. पुं०(गजकर्ण) अनामता से अनार्य हाथीने सारे २१. हाथी के आकार का. ) १२. इस नामक एक अनार्य देश. Name of the shape of an elephant; ! of 11 uncivilised country. it kind of drama. Hiro 5, ?;! प्रव० १५.६९; ( २ ) imej नामनी में -ससण. न. ( -श्वसन ) यानु २६१५. गजकर्ण नामक एक अन्तर द्वाप. .. हाथों की संड. the trunk me of an Antara Dripa. 110 of an elephant. ओव. १०; -साला. १४३; स्त्री० (-शाला ) पायीमान. हाथी शाला. गयण. न० ( गगन ) ALA. श्राकाश. The the place where elephants are sky. उत्त०२६,१६:भग०६,३३: मु०च. १, kept. निसी० ८, १७; २२; जं. प. -डिय. त्रि. (-स्थित ) गयंद. पुं० (गजेन्द्र ) यीमा समान; मनमा २६. गगन में रहा हुआ. remaint रासत थी. हाथीयों में इन्द्रः ऐरावत हाथी. ing in the sky. प्रव० ४५२; An Indra among elephants; / गयपुर. न. ( गजपुर ) पुरुशमान थे। the Airāvata elephant. संस्था प्रसि नगर स्तिनापुर. कुरु देशमें का एक 15; --भाव. पुं० (-भाव ) गोदना प्रसिद्ध ( हस्तिनापुर ) नगर. A famous भाव-२५०५. गजेंद्र का भाव-स्वरूप. State | city in Kurudesa; viz. Hastiof being an Indra amouy ele. napuru. पन्न. १७ phants. नाया. १: । गयमुह. पुं. (गजमुख) भुभ नामे अनाय गयकरण. पुं० ( गजकर्ण) try नामना हेश. गजमुख नामक अनार्य देश. Name सट्टा मन्तर दीयम हेनार भनु५. गजकर्ण of an uncivilised country. प्रव. नामक छठे अंतर द्वीप में रहने वाला मनुष्य. । १५६६; Name of a person living in the | गयवीहि. स्त्री. ( गजवीथि ) २.लिए माहि sixth Antara Dvipa. जीवा० ३, ३; / नक्षत्रम शु गनि २ ते माथि. Page #616 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गय सुकुमाल ] ( ६०८ ) रोहिणी आदि तीन नक्षत्रों में शुक्र की गति हो वह गजवीथि. The movement of Venus in the threa constellations viz. Rohini etc. ठा० 8, १; गयसुकुमाल पुं० ( गजसुकुमाल ) अर्ध એક શાહુકારને પુત્ર કે જેણે વૈરાગ્ય ભાવે દીક્ષા લીધી તે એકદા પ્રતિમાધારી થઇ કાઉસગ્ગા કરી ઉભા હતા—એક જણે મા પૂછ્યું! જવાબ ન મલતાં તેણે કાપાયમાત થઇ જમીન ઉપર પછાડી દરેક અંગે ખીલા મારી જમીન સાથે જડી દીધે તે પશુ તે મુનિએ સમભાવ રાખી મરણુ આરાધ્યું. कोई एक साहुकार का पुत्र कि जिसने वैराग्य भावसे दीक्षा ली और जब प्रतिमाधारी बन, काउसग्ग कर खड़े थे - एक व्यक्ति रास्ता पूछा- उत्तर न मिलने पर उसने कोपायमान हो, पृथ्वी पर पटक प्रत्येक अंग में खोले ठोक कर जमीन के साथ उसे मिला दिया, तदपि उस मुनिने सम भाव रख कर मृत्युकी आराधना की. Name of कर merchant's son who had entered the religious order be. ing disgusted with the world. He once stood contemplating upon the soul and practising when some passer by asked him about the road. A VOW Not receiving a reply he knocked the ascetic down and fixed him to the ground with nails hammered over his whole body. The ascetic en dured all this quietly and died संस्था • ६६; ( २ ) कृष्णु महारा ભાઈ કે જે નાની ઉમ્મરમાં તેમનાથપ્રમુ પાસે દીક્ષા લઈ તેજ રાત્રે સોમલ બ્રામ્હષ્ણુ [ गरहण्या તરફથી અપાએલ અગ્નિના પરિષદ્ધ સમભાવે सहन मेरी तत्व मोक्ष गया. कृष्ण महाराज के लघु बन्धु कि जो छोटी उम्र में नेमनाथ प्रभुसे दीक्षा लेकर सोमल ब्राह्मणने दिये हुए अनि के परिषद को समभाव से सहन कर तत्काल मोक्षको प्राप्त हुए. the younger brother of Lord Krisna. He took Dikṣa from Lord Nemanatha in young age and after quietly enduring the pain of fire at the hands of Somala Brahmana became Siddha immediately on the same night. अंत०३, ८; मोही नामे जहा; विष्णु गया. स्त्री० ( गदा ) आयुध कौमोदकी नामक गदा; विष्णु का एक आयुध. A mace of Vispu, named Kaumodaki. जीवा० ३ २; उत्त० ११, २१; १६, ६२: सम० प० २३७; श्रोव ० गर. पुं० ( गर - गरत्याहारं स्तम्भयति कार्मणं वा ) र विष. विष. Poison. ओष० नि० ४८७ परह० १, १, Vगरह. वा० I. ( गई ) निन्हा २पी: निन्छ. निन्दा करना. To censure. गरहइ. सूर्य० २, २, १७, २०; भग० १, ३; गरहए. पिं० नि० ४१६; गरहामो सुप० २, ६, १२, गरहंति अंत०६, ३; गरहेजा. वि० वेय० ४, २५ गरहह. श्र० भग० १, ६; ५, ४; १२, १; गरहंत. सू० १, १, २, ३२, गरहणया. स्त्री० ( गर्हणा ) गु३नी साक्षिय પોતાના અતિયાર-દોષોની નિન્દા કરવી-पश्रात्ताप व ते गुरु के सन्मुख अपने प्रतिवार-दोषों की निन्दा करना - पश्चात्ताप For Private Personal Use Only Page #617 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गरहणा] ( ६०६ ) [गरिहा करना. Censure of one's own में का पांचवा करण; ११ करणमें से पांचवां fault in the presence of a pre. करण. The 5th of the seven ceptor; repentance for one's movable Karaņas ( divisions own faults. भग०१७,३; उत्त०२६,२: of a day ) occurring on the गरहणा. स्त्री. ( गर्हणा ) निन्ह. निन्दा. 7th and the 14th day, as Censure. राय. २६४; ओव. ४०: also on the 3rd and the 10tll गरहणिज्ज. पुं० (गर्हणाय) निन्दनीय; नि-या night of the bright half of वाय. निन्दनीय; निन्दापात्र Censur. every month; also the one able; blaineworthy. भग० ६, ३३; occurring on the 6th and 13th पएह. १, २, day as also on the 2nd and the गरहा. स्त्री० ( गही) नि-Et. निन्दा. Cen. 7th night of the dark half of sure. भग. १, ६; उत्त. १, ४२; every inonth. The 5th of the गरहिअ. त्रि. (गर्थ) निहाने पात्र नि.. ]] Karanas. जं.प. ७. १५३: नीय. निन्दापात्र; निन्दनीय. Censurable. | गरि?. वि. ( गरिष्ठ) सौची मोट मब में श्राया. २, १, २,११ बडा. Eldest. मु. च. १, १२६; गरहिजमाण. त्रि. (गा नान) समक्ष गरिह. धा. I. ( गई ) निraj. निन्दा निधन यो५. लोगो के समक्ष निन्दा पात्र. करना. To censure. Deserving public censure. igro गरिति. दस० ५, २, ४०: नाथा० ८: नाया. ध. गरहित. त्रि. (गहित ) निहलु. निन्दित. गरिहामि. भग.८.६; दम : Censured. पंचा. ६, ७, गरिहिना. स० कृ. ठा० ३, १: भग० ५, गरहिय अ. त्रि० ( गर्हित ) निगु; गह ६ श्राया, २.१५, १७८ २२. निन्दित. Censured. दस० ६, १३; गरिहित्तए. हे • कृ. ठा० २, १: पिं० नि० ५३२; सूय० १, १३, ३९; पंचा. गरिहणा. स्त्री. (गर्ह ) नि.1. निन्दा. Censure. भत्त० ५०; गराई. न० ( गरादि ) ६२५ भासना शुस गरिहाणिज्ज. त्रि. (गर्हणीय) गुरु स-भु પક્ષમાં સાતમ અને ચૌદસને દિવસે તથા निन्दवा योय. गुरु के सन्मख निन्दा करने ત્રીજ અને દસમની રાતે તેમજ કૃષ્ણ योग्य. Censurable in the very પક્ષમાં છઠ અને તેરસને દિવસે તથા બીજ presence of a preceptor. नाया०३: અને નોમની રાતે આવતું સાત ચરકરણ- गरिहा. स्त्री. (गर्हा ) शु३नी-साक्षीस निन्दा માંનું પાંચમું કરશું; ૧૧ કરણુમાંનું અર્થાત પોતે કરેલા પાપની ગુરુની સાક્ષીએ पांचभु ४२९१. प्रत्येक मास के शुक्ल पक्ष में निन्दा ४२वी ते. गुरु के सन्मुख निन्दा; सप्तमी व चतुर्दशी के दिन व तृतिया व अर्थात् स्वतः ने किये हुए पापकर्मों की गुरु दसमी की रात्रि को इसी तरह कृष्ण पक्ष में के सन्मुख निन्दा करना. Censure of षष्ठी व त्रयोदशी के दिन व द्वितिया व one's own faults in the pre. नवमी के रात्रि को आनेवाला सात चरकरण । ___sence of a preceptor. विशे०३५ ०५: Vol. 1/77. Page #618 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गरुअ-य] ( ६१० ) [गल ठा० २, १; दस० ४; प्रव० १४७७; (-आसन ) नुस।" गरुडासण" श६. गरुप-य. त्रि. (गुरुक) मारे; ना२. देखो " गरुडासन' शब्द. vide "गरुडा भारी; वजनदार; वजनी. Heavy. दसा. सण " जावा. ३; राय. १३६; ---केउ. ६, : भाया० १, ५, ६, १७०; भग० २, पुं० (-केतु ) ५३ना विपक्षी नरेनी १७५, ६ -दंड. पुं० (-दण्ड ) नारे am छ ते; पासुव. गरुड के चिन्ह ६९७. भारी दंड. a heavy stick. युक्त जिसकी ध्वजा है वह; वासुदेव. Vasuदसा. ६, ४, deva whose banner bears the गई. स्त्री. ( गुर्वी ) मोटी; सारे. बडी; badge of an eagle. सम. २३६; भारी. Big; heavy. भग. १, ३३; -वूह पुं० (-व्यूह ) ३.ने सारे व्यूह पंचा० ६, २६; -२२४२नी २यना ४२वानी ४३. गरुड के गरुड. पुं. (गाड) शांतिनाय यक्ष-नाम. आकार में व्यूह ( लश्कर ) की रचना करने शान्तिनाथजी के यक्ष का नाम. Name of की कला. a battle order in the a Yaksa of Santinatha. प्रव.३७६; shape of an eagle प्रोव ४०; निर० गरुडासण. न. (गरुडासन) १३७ना आजार | १, १; नाया. १; मासन. गरुडाकार श्रासन. A bodily | Vगल. पा. I. ( गज ) Army; मात्; posture resembling an engle जिमना: भोजन करना. To eat; to take in shape. भग ११, ११; meals. (२) aj, मुटु. छानना. गायत्त. न० (गुरुकत्व ) भारपायुं. भारीपन to filter. गुरुत्व. Heaviness; weightiness. गलात. सूय० १, ५, १, २३; सु० च० २, ६४२; गलंत. व. कृ. पि. नि. ८.; ५८३; गरुडोववान. पुं० (गरुडोपपात) ७२ सत्रभानु ६४५; नाया०८; मे. ७२ सूत्रोंमें से एक. One of the गालेह • निसा. १,८; 72 Sutras. क्व० १; २८, नंदी. ४३; गालावेइ. प्रे• नाया•१२; गरुल. पुं० ( गरुड) ३३ पक्षी. गरुड पक्षी. गावंति. प्रे०नि० ३६८ An eagle. जीवा०३, ३; अोव•१०;सूय. गालावेत्ता. सं० कृ. नाया. १२: १, ६, २१; नाया० ८; (२) वाय-तर गालिय. प्रे० सं कृ. क. प० २. ६६; तानी मे त. वाणव्यन्तर देवता की गलावेमाण प्रे. व. कृ. नाया० १२; एक जातेि. a species of Vana. गल. पुं. (गल) rj: ५९४; १२६न कण्ठ; Vyantara deities. सम० ८ ३४; गला; गर्दन. Throat; neck. ओव० ३०; नाया० ८; भग० २, ५; ( ३ ) सुवर्णभार | ३१; आया० १, १, २, २६; सूय. १, ५, દેવતાનું ચિન્હ તેના મુગટમાં રહેલ ગરૂડાકાર १, १०; ज. प. पिं० नि० ३१४, ६२३; निशानी. सुवर्णकुमार देवता का चिन्ह; उसके (૨) માછલાનું ગલું વિંઘનાર જાલની અન્દરमुकुट में का गरुडाकार निशान. the em. न 21. मच्छी के गले में छेद करने वाला blein, badge viz. an eagle in the जाल के अन्दर का कोटा. & hook in crown of Suvarņakumāra god. a net which pierces the throat ओव० २३; पण्ह० १. ४;-प्रोसण. न. । of a fish. उत्त० १६, ६५, नाया० १७७ Page #619 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गल कंवल ] ( ६११ ) -ग्गह. त्रि० ( - ग्रह ) गनुं की हादी भूम्नार, गर्दन पकड़कर निकाल देने वाला. (one ) who takes out seizing by the neck. कप्प० ३, ३६; - च्छल्ल. पुं० ( * ) ગલું પકડી પાછું हाय. गर्दन पकड कर पीछे हटाना. giving a push seizing by the ueck परह० १, ३० गल कंवल पुं० ( गलकम्बल ) गणानो ધાબલે, ગાયને ગલે પંખા જેવું લટકતુ होय छे ते. गले का कम्बल; गायों के गले में पंखा सा लटकता है वह. Lit & throat blanket; & dewlap. सु०च०१३, १०; गलग. पुं० ( गलक) गणुं ४५६. कराठ; गला. Throat; neck. ० १, १६ गलय. पुं० ( गलक ) भुख " गलग " देखो " गलग" शब्द. Vide. " गलग' नाया० १८; गलि. त्रि. (गलि ) गणीयो; नियत फोटो. आलसी; अडियल; कुटित. A lazy, vicious ( ox, horse etc.) उत्तर १, १२; ३७; सु० च० १२, ५८ - गद्दह. पुं० ( - गर्दभ ) गणीयो गोडो; नियत मोटो गधेडा. अडियल गधा a lazy, vicious donkey. ( २ ) अविनीत शिष्य. अविनीत शिष्य. a bad disciple. उत्त० १६; २७; गलिच. त्रि० ( गल सत्क ) गया सम्मन्धि; गणानु गल-कंठ सम्बन्ध में Pertain. ing to the throat पिं० नि० ४२४; गलिय. त्रि० ( गलित ) गणी अपेक्ष; पिगली गये. गलित; निगला हुआ. Dissolved; worn out नाया० ६ कप्प० ४, ६२; ( २ ) परसतुं वरसता हुआ raining; showering; falling as [ गवल rain. कप्प● ३, ३३; - लवण. त्रि० (-लम्बन ) गंगी गये छे साझम्मन ( आधार ) मेनु वु; निराधार जिस का झालम्बन आधार ) गलित हो गया है ऐसा; निराधार ( that ) of which the support has been worn out; supportless. नाया० ६; गाई. स्त्री० (गडूची ) गुझवेश नामनी वन२पति गुडवेल नामक वनस्पति A kind of vegetation. प्रव० २३६; गवॠख. पुं० ( गवाद ) गोष; ३. खिडकी. A window. विशे० १२; जं०प० १, ४, सु० च० ३, २२८, जीवा० ३, ३, ४; पंचा० १३, ११; गवच्छिय त्रि० ( ) साहित; ढांडे आच्छादित ढंका हुआ. Covered. कि एह सुत्त सिह गवच्छिया " जीवा LO ३, ४, राय० १२०; गवत न० ( गवान्त ) गायनी मोरा घास. घांस; गौधों का खुराक. Grass. पिं० नि० २२६; गवय. पुं० ( गवय ) शेन गाय थोपगो पशु. रोझ; गाय जैसा पश. A species of ox. que• १, १; जं० प० गुजो • १४७; पन० १; गवल. न ० ( गवल ) लेंस पाउनु सिंगडु भेंस या पांडे का सिंग, A horn of a buffalo. उत्त० ३४, ४; ओव० २२, पन ० २; १७, जं० प० ३, ४५; राय० ५०; सु० च० २, १३६; जीवा० ३, ४, अंत० ३,८; नाया० ६; उत्रा० २, ६५ -- गुलिया. स्त्री० ( --गुलिका ) लेंस दे पाडाना सिंगडानी गांड. भैंस या पांड के सिंग की * यो पृष्ठ नभ्ण२ १५ नी फुटनोट (*) देखा पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #620 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गवा] [गवेसणा काठन गांठ. a hard kuot of a गवसइ. निसा. १०, ४२; buffalo's horn. नाया. १; ५, ८, ६; गवेसेजा. वि. परह. २,२; (२)नी मुविस विशेष. नील. indigo. गवसए. दस० ५, १, १; वव.८, २ नाया० ५, राय. गवेसमाण. व. कृ. पिं. नि. २०७; गवा. स्त्री० (गो) गाय. गौ; गाय, A cow. नाया० २, ४; उत्त० १, ५; ६. ४०; दसा. ६, १२; दस० गवेसी पुं० ( गषेषक) अन्या -शाय ४२. ७, २५; सूए० १, २, ३, ५, उवा० १०, ___ ना२. अन्वेषणा-खोज करने वाला. One २७७; (२) आदि पशु. मृग आदि | who searches after. उत्त. १, ४०; पशु. a deer and quch other २६, ९, प्रोव. animals. सूय० १, २, ३, ५; - अलीय. गवेलण. न० (गवेषण - गवेष्यतेऽनेन ) व्यति. न० (-अलीक ) गाय पाश्री मोस २४ मनुं मायन, म पानी शोर त. गौ के विषय में अपत्य बोलना. telling કરવી હોય ત્યારે પાણીના અસહચારી a lie about a cow. परह. १, २, ધર્મનું આલોચન કરવું કે ઝાડી નથી સુકી गवाणी. स्त्री. (गवादनी) गायाने पावानी હવા છે નદી કે તલાવ નથી માટે અહી तथा २वानी 1241मा. गौत्रों को पा न होनेये. पतिरेक धर्म का खाने की व रहने की जगह. A cow pen. अालोचन, जिस प्रकार जल का पता लगाना पाया. २, १०, १६६; हो, तब जल के असहचारी धो की आलोगवि. त्रि० ( गवेषित) अ५॥ गवेषण! चता करना कि मार्डी नहीं है, सूखी हवा है, होप २दित शे: मोणेतूं एषणा-गवेषणा नदा या तालाव नहीं है इस लिये यहांपर जल दोष रहित हूंडा -खाजा हुवा. Searched न होना चाहिये. Sharch; observing after without committing the qualities or things which canfault of Esana-gavesana; not co-exist with the object of searched after. पिं. नि. ५१३; सु. search, e. g. daciding the च०४, ३२ absence of water from the गविट्ठ. त्रि. (गर्विष्ठ ) मालमानी. अभिमानी. absence of trees etc. ओव. ३९; Proad; vain. भत्त. १४४, भग० १; ३१; जं. प. ३, ७.; (२) गवेलग. पुं० ( गो+एलक ) १७२, मेंढा. भेड. शाध; तपास. खोज; जांच. inquiry; A sheep; a lamb. ठा० ७, १; भग० search. नाया० १; भग० १५, १; १, १, २, ५, ७, ६; राय० २८६; अणुजो० । गवेसणता. स्त्री. ( गवेषणता ) वा . १२८; ओव० परह. १, ४, गवषणता. State of being in गवेलय. पुं० (गो+एलक) ५५४२।; अढा. search after. भग• १२, ६; बकरा. A he-goat. पगह. १, २, दसा. गवेसणया. स्त्री. (गवेषण) शोध; तपास. ६, ४; जं. प. तलाश; खोज, जांच. Wandering in Vगवेस. धा. II. ( गवेष ) शोध; गवे. __search; searching after. मोव० ५५ ७२वी. ढूंढना; गवेषणा करना. To २०; नंदी० ३१; search. | गवसणा. श्री. (गवेषणा) gो “गवेसण" Page #621 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गवेसियग] ( ६१३ ) [गह श»६. देखो “ गवैसा " शब्द. Vide " गवेसण " विशे० ३११; जं. ५० पिं. नि. ७३; ओघ. नि. ६३; उत्त. २४, ११; नाया• १; २; पंचा० १३, २५: गवेसियग. त्रि. ( गोषतक) शघिी-तपासा माणे. खोज किया हुआ. Searched out; searched after. निसी. २, २७, ३१; गब्ब. पुं० ( गर्व ) ग-मान: अब १२. अहं.. कार; गर्व. Pride; conceit; a kind of moral impurity. A x?; भग. १२, ५; गग्विय त्रि.(गर्वित) अभिमानी. गर्विष्ठः अभिमान युक्त. Proud; conceited. नाया. १७; काप० ३, ४५: जं. ५० ७ Vगस. धा० 1. (प्रस् ) पायु; यु. કોઇના પ્રાણ લેવામાં આ ધાતુનો प्रयोग याय के गलित होना. किसा के प्राण लेना इस मतलब के क्रियापद में इस धातु का उपयोग किया जाता है To eat; to swallow; ( used often in the sense of taking another's life). गसइ. सु. च० १, ३५५ । गसिजए. क. वा. सु. च० २, ५४३; गसिय. त्रि० ( प्रसित ) साई समेत प्रसित; निगला हुआ. Swallowed. नाया. ४: गह. न. (गृह) ५२; निवास स्थान. घर; निवास स्थान. A house. कप्प. ४, ६६ | गह. पुं० ( प्रह) ८८ -योतिषीयतानी त्री जति. ८८ ग्रह ज्योतिषी देवता की | तृतीय जाति. 88 coustellations; the 3rd kind of deities known as Jyotisi deities. ओव. २६,३१; उत्त.. २६, १७; ३६, २०४, नाया. १:३: भग ६, ५, १८,७ पन. १. सू. प. १. नंदी. १०; दसा. ६, १; जीवा० १; सुच. ८, ५५विशे. १८७८% प्रव. ११४७, (२) गायनना मार मना माया५. गाने के आरंभ का पालाप. the commencing note of singing. जं. प. ७, १६५; ., १७० जीवा० ३, ४: ( 3 ) से; ५::. लेना; पकडना. taking; catching. क. गं. १,३१%; प्रव०६१३: -अवसव्य. न० (-प्रपसम्य) अडानी गति. ग्रहों की वक्रगति. oblique, crooked inotion of planets. भग०३, ७; ११, १; -गजिय. न. ( -गर्जित ) रहे। यभान याथा गाना थाय ते. ग्रह चलायमान होने से जो गर्जना होती है वह. thundering of clouds due to the motions of planets. भग०३.७ -गण. पु. ( -गण ) 4 समूह. प्रह समूह. a group of coustellations. जं० ५० ५, १४०; भग० ३, ५; कप्प० ३, ३२: -जुद्ध. न० (-युद्ध ) मे अहेर्नु मे। નક્ષત્રમાં દક્ષિણ ઉત્તરે સમણિમાં રહેવું. दो प्रहों का एक नक्षत्र में दक्षिण उत्तर में समीण में रहना. co-existence of 2 planets in one constellation. भग० ३, ७; -दंड. पुं० (-परदण्डाइव दण्डास्तिर्यगायताः श्रेयायःग्रहा मंगबादीनां दरारः) अहाना नी पेत्रीछी श्रेयी. ग्रहों की दंड के समान (टेढा) वक श्रेणी. planets ranged in oblique lines.भग०३,५-भिन्न. न०(-भिन) को નક્ષત્રની વચ્ચે થઈ ગ્રહ પ્રસાર થાય તે નક્ષત્રકે જેમાં દીક્ષા આદિ કાર્ય કરવાથી હાનિ થાય भारे यासछे. जो नक्षत्र के मध्य में से होकर ग्रह पसार हो वह नक्षत्र-कि जिसमें दीक्षा आदि कार्य करने से हानि हो इस लिये Page #622 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गहण] ( ६१४ ) [गहल त्याग करने को कहा हुआ है. a constel. lution crossed midway by a planet; under such a constellation Dikşā is forbidd in. गणि. १६; मुसल. न० (-मुशल ) मुशनने सारे अडानी यी श्रेणी ग्रहों की उच्च श्रेणी. planets forming them selves into the shape of a pestle. भग०३, ७; -वेह. पुं० (-वेध) सूर्य यहि साथे अडना ३५. सूर्य चन्द्रादि के साथ का ग्रह का वेध. a particular division of time during which a planet is in coujunction with the sun, the moon etc. प्रव०१४२२; -सिंघाडग.न.(-भंगाटक ग्रहाशृंगाटका इव शृंगाटकफलाकारत्वेन संस्थिता इत्यर्थः ) शीगनानी डानु २७ ते. सिंघाडे के फल के समान ग्रहों का रहना. a for. matiou of planets of the shape a three-liorned fruit, called Sringhataka. भग० ३, ७, गहण. न. (गहन ) isी वातुं ५. झाडी वाला जंगल. A dense forest. सूय.., ३, ३, १, १, १२, १४, २, २, ८; नाया. १८; दस० ८, ११; भग० १, ८; (२) मेने पार पाभी ने २५ तेj जिसकी थाह न मिल सके ऐसा. profound; im. messurable. नंदी. ४; भत्त०२; (3) निय प्रदेश. निर्जल प्रदेश. 8 waterless tract of country. पाया० २, ३, ३, १२७, (४) अन्य छेत.या भाटे २३ वयन अ५५; माया ४५८. अन्य को ठगने के लिये किया हुआ वचन प्रपञ्च; माया कपट. manipulation of words with the aim of deceiving others. भग.१२,५पएह. १,२सम.५२: गहण. न. ( ग्रहण ) अहए ४२; २वीर, सयुं. ग्रहण करना; स्वीकार करना; लेना. Taking; acceptance. भग० २, १; ५; १०; १३, ४; नाया० ३, दस० ५, १, १०; पन्न. ११; उत्त० २४, ११%3 पिं. नि. भा० १४; पिं० नि० १४; सु. ५०१, ३१६; सम• १; अणुजा. १४७, क. प. १, ४; भत्त. ८०; पंचा० १, ३४, ५, ४; १०,४०; प्रव० ४७; (२) २५ ४२नार; में यनार. भाकर्षण करने वाला; खींचने वाला. (one) who attracts; an attruction, उत्त० ३२. २२; (3) आध; अन ४२५॥ योय. प्राय; ग्रहण करने योग्य. worthy of acceptance; acceptable. क. प. १, २१; -भागरिस. पु. ( -प्राकर्ष-- एकस्मिनेव भवे ऐर्यापथिकर्मपुदगलानां ग्रहण रूपो य माकर्षः सः) मेर्या पथि: નિમિત્તથી કર્મોના પુલનું ગ્રહણ કરવું ते ऐयाँ पाथेक निमितसे कर्मों के पुद्गलों का ग्रहण करना. attracting towards oneselfand imbibing of Karmic atoms of Airyăpathika ( fuults connected with walking ) भग• 5, ८; --संध. पु. ( -स्कन्ध ) अपने अंडय ४२२॥ योग्य ५३ २४.५. जीव को प्रहण करने योग्य पुद्गल स्कन्ध. a group of molecules of matter worthy of acceptance for a soul.क.प. १, २१; -दव.न० (-द्रग्य) ७पने शरीरात रूपेअर ४२१॥ योग्य ०५. जीव को शरीरादि रूप से ग्रहण करने योग्य द्रव्य. matter worth accepting for a soul in the form of physical body. क.१.१.२१;-धारणजोग्ग. न. (-धारणयोग्य) अ५ ४२वानेतया या२५५ ३२वाने योय. ग्रहण करनेको या धारण करनेके योग्य. Page #623 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गहण्य [ गहिर worth uccepting. क. प. ४, ४६; विशे• ६१५; पि. नि. १८२, १८९; -विदुग्ग. न. ( -विदुर्ग) पनी मे पाया. १, ४, २,१३१; उत्त०, ३; ३२, १२५ नुन. पर्वत का एक तरफ का वन. ७६; भग• १,१, २,१०,,६६, १३, a forest on one side of a moun- ११, ११, ११, १५, १; नाया. : २ tain. भग. २, ८; सूय. २, २, ८; ८; १६, १८; दस. ५,1, सु. च० २, -समय. पुं० (-समब) हY ४२वाना २५१% भत्त• ७६% कप्प. ४, ७२; पंचा... समय. ग्रहण करने का समय. time of २०; १५, १०,३१, प्रव. ७६.: ८, १८ acceptance or taking. भग• १, उवा०७, १८१: -प्राउह. वि. (-माबुध) क. प. १, २६; अदएर अरेस के आयुध नशे मेवा. ग्रहण गहल्य.न. (प्रहक) आभूषमा घरे किये हैं मायुध जिसने ऐमा. (one) who प्राभूषण; गहना. An ornament. सु. has taken up arms: armed. विवा. च. ७, १०६ २;-भागमणपवित्तिय. त्रि.(-प्रागमन गहल्या . बी. ( प्रहर) अहसु २j; प्रवृत्तिक) म रीभगवान ५धारवा. धारयु. प्रहण करना. Putting on; ac- नी पाते। नोसे मेवो. जिमने भगवान के ceptance. ओव. २५; भग• २, ५; पधारने की वार्ता ग्रहण की हो ऐमा. (one ) है, ३३; who has beurd or known गहणी. मी० ( प्रहबी) आना ।म; अति. the intelligence about the coun. सा२ रोग संग्रहायी. अतिसार रोगः । ing of the lord. नाया..:-प्रायार संग्रहणी. Dysentery.ओघ• नि. भा. भंडठानेवत्थ. त्रि. ( प्राचारभरकनेपथ्य) २२३; (२) हाशय, गुरस्थान. गुदाशय; સ્વીકારેલ છે આચારબંડક ને પ-વેજ જેણે गुत्थान. rectum.भोव.१०; जीवा०३,३; मेवी.जिसने प्राचार भंडक भार पथ्य-वष पएह. 1, .; जं. प. का स्वीकार किया है सा. (one) who आहर. पुं० (गृध्र ) भी पक्षी. गीध पत्री. has assumed the garb of Achii. A rulture. पम. १; rabhandaku. दसा.६,२; -ह. त्रि. गहवाइ. पुं. (गृहपति) पति; १५२५. (-अर्थ-गृहीतो मोररूपोऽर्थों मार्गो बेगमः) गृहपतिः गृहस्थ. A house-holder; a જેણે મોક્ષમાર્ગ સ્વીકાર્યો છે એ વીવું. merchant. भग. १६, १; -उगाह. जिसने मोक्ष मार्ग का स्वीकार किया हो ऐसा. पुं० (अवग्रह) गडपतिना माना. गृहपति (one ) who has accepted the की प्राज्ञा. the command of a path of salvation. सूय. २,७,३: Grihapati. भग• १६, १; (२)ो शायनो अर्थ यो छेते. गहवइणी. बी. (गृहपसी) घरगीjl; जिसने शास्त्र के अर्थ को जान लिया है वह. (३२पाभिनी) गृहस्वामिनी. The one who has understood the housewife. सु. च..., ७: meaning of a scripture. भग०२,५; गहिप-य. त्रि. ( गृहीत ) बीवसुः अहए | गहिर. त्रि. (गंभीर) ग३२ : समाय. गहिरा; अरे लिया हमा; प्रहा किया हया. अगाध. Deep; unfathomable. सु. Taken: accepted. भाव. २१; ३.. | Page #624 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ६१६ ) [गणंगाण Vगा. धा.I. (गै) गायु. गाना. To sing. । 4 miles to 18 miles. भग० ११, ३; गायंति. जं. प. ५, १२१; | गागर. पुं. (गागर ) मे तनु मा . गाएज. वि. निसी० १७, ३२; एक तरह की मच्छी . A kind of fish. गायंत. व. कृ. श्रोव० ३१: पाया. २, ११, पन. १; १००; सु० च० २, १४४; जं. ५० | गागरी. स्त्री. (गर्गरी) पाणी भवानी ॥२. ३,६७; ६४३, निसी० १२,३४; जल भरने की गागरी. A water-pot. गायमाण. व. कृ. भग० १५, १; अणुजा. १३२; । Vगा. धा. I. (गे) मा. गाना. To sing. गाढ. त्रि. (गाद) ८ ८; भाभुत गाढ; गिजइ. क. वा. राय० २७६; मजबूत Firm; strong. उत्त०१०,४;पिं० गिजंत. क. वा. मु. च०१, २७८, २, नि० २०५; मोघ• नि० ३२४, नंदी० १२; (२) न० सपाहिली तीन वेना; भात गाइर. पुं. (* गायक-गायतीति ) गानार; अष्ट. सादि विष की तांत्र वेदना: मरणात गया. गानेवाला; गवैया. A singer. कष्ट. excessive; e. g. pain of मु० च० २, ३२१; serpe t-bite. वेय०५, ३८; नाया०१६; गाउ. पुं० (गम्यूति ) मे भाव; मा. दो (३) सत्य; . अत्यंत; बहुत. much; माल; एक कोस. Two miles. विशे. inore; excessive. पंचा० ८, १०; -गिलाण. त्रि. (-ग्लान ) "हुजी; गाउ. पुं. (गो) 204; . गौः बैल. An सत्यत या. बहुत दुःखी; अत्यंत. थका ox; a cow. श्राया. २, ४, १. २३; पन्न. हुआ. greatly afflicted; very, ११; अणुजो० १२६: -जूहियठाण. न० very tired. पंचा०८, १०; -प्पहारी. ( -यूथिकस्थान ) आयोना न रवाना कय. त्रि० ( -प्रहारीकृत ) अत्यन्त प्रार गया. गौओं के झंड को रहने का स्थान. २२; 4 मारे३. अत्यन्त प्रहार किया " cow.pen; a cow-fold. निसी. हुआ बहुत मारा हवा. severely १२, ३१; punished or flogged. *TO w, &: गाउय. न. (गन्यूत ) र धनुष्य परि. -रोगाइन. त्रि. ( -रोगार्तिक ) अत्यन्त मित क्षेत्र-भीत; 3. दो सहन धनुष्य | रोगथी आत-दुभी येत. अत्यन्त रोग से परिमित क्षेत्र-जमी 1; कोस. Two miles; प्रार्त-दुःखी. greatly afflicted; very land measuring two thousand sickly. प्रव० १६६ bows. जं. प. नंदी० १२; ठा० २, ३; | /गाढप्पहारीकर. धा. II. ( गाठअणुजो० १३४: भग. ६, ७, २४, १, १२ प्रहार+कृ) अत्यंत भार भारवी, अत्यन्त २२, २३, ३८, १; सु० च० १४, १८; विशे० | ATC Arear. To beat severely. ६०६; ओघ• नि० भा० ६३; पन्न० २, ३३; गाढपहारीकरेइ. भग० ७, ६; ओघ. नि. १२; प्रव. १११८ जं. ५० ७, गाढकय. त्रि. (गाढीकृत-श्रगाढं गढं भव१४६; २, २५; -पुहत्त. न० (-पृथक्व ) तीति ) मत रेडुं. दृढ किया हुश्रा. से ॥3था महान सुधी. दो कोस से Strengthened. भग० ६, १; १६, ४; लेकर नव कोस पर्यंत. ranging from | गाणंगणि अ. त्रि. ( गाणंगणिक) ७ मासना Page #625 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गात्त] ( ६१७ ) [गाम અંદર એક ગણું છોડી બીજા ગ૭માં દાખલ थना२. छः मास के अंदर एक गण छोडकर दूसरे गच्छ में प्रवेश करने वाला. ( One ) who changes his religious order and joins another within six months. उत्त. १७, १७: गात्त न० (गात्र ) शरीना सवय। शरीर के अवयव गात्र. A limb of the body. राय. ३२; नाया० ५; गाथा. स्त्री० ( गाथा) सार्या वगेरे ७६ वो श्लोक, पायी आदि छंद. A verse etc. __ सम० २३; भग० १६.८; गाम. पुं०(ग्राम-गम्योगमनीयोऽष्टादशानां शास्त्रे प्रसिद्धानां कराणाम् ) गाभ-मां साधारण વસતિ રહેતી હોય અને વ્યાપારનું સાધન ન हाय ते. वह गांव कि जिसमें साधारण बस्ती रहती हो व व्यापार का साधन न हो. A village. ठा०२, ४; अणुजो०१२.७; सूय. । २, २, १३, दसा०६, १३, १४; दस०५, १, २; वेय. १,६; पन्न. १६; उत्त० ३०, १५; । प्रोव. १७; २१; ३२, नाया० १; १४; १६; विशे० ३६५; पि. नि. १६२; आया. १, ५, ६, १९४; प्रव. ५१०; ७६३; (२) समू. समूह. a group; a collection. भग. १, राय. २६४; उत्त. ५,८३१, १२, सम.३०; विशे० २८६६, श्रोव. ( ३ ) संगीत शास्त्र प्रसि भूनाना साश्रय ०५ | ५ नए ग्राम. संगीत शास्त्र प्रसिद्ध मूर्छना के आश्रय रूप बड्जादि तीन ग्राम. a yamut; a scale of music with all the notes. अणुजो० १२८; १३१; -अंतर. न० (-अन्तर) मे ॥म पच्येनुं मान२--मातई. दो गांवों का मध्यस्थ अंतर. the distance between two vil. lages or towns. निसी०१४, ४७; (२) | सीj गांभ. अन्य गांव. another vil- | Vol. 11/78. lage or town. दसा०१०,५;-अंतिय. त्रि.(-अन्तिक) गामनी पासे रहेना२. गांवके पास रहने वाला. (one) who resides near a village. सूय० २,२,२१; दसा. १०,५-अणुगाम. अ० (-अनुग्राम) मे ગામ પછી બીજી બી.પછી ત્રીજી એમ अनुभे छाना माटा रे .म. एक गांव के बाद दूसरा, दूसरे पीछे तीसरा, इस प्रकार कमश:छोटा बडा प्रत्येक गांव. every village in order. ओव० २१; गय. २३०; ना . १; ५; १३, १६; कप्प. ६, ४७; (२) ये मया की गम. एक गांव से दूसरे गांव. from one village to another निसी० ८, ११; भग०१,१; १६, ५; १८, १०; वेय. ४, २५; उत्त० २, १४; आया. २, १, १, ४, -कंटय. पुं० (-कण्टक) गम-द्रिय समलने टा५; छद्रियाने दु: हाय. गांव-इंद्रिय समूह को कंटक समान; इंद्रियों को दु:ख दायक. one like a thorn to the senses; one intriguing, causing pain to the senses. दस. १०; १, ११; नाया. १; -कुमारिय. त्रि. ( -कौमारिक ) सामान छ।४।। संपन्धि. गांवडे के लड़कों के विषय में. (anything e. g. play ) concerning village child ren. सूय०१,६,२९; -घाय. पुं०(-घात) गाम लगते गांव का टूटना-नष्ट होना. destruction of a village. विवा०३: (२) गाम मांगनार-दुटना२. गांव को लूटने वाला. one who plunders . village. नाया. १८;-दाह. पुं० (-दाह) सामना हा (elorQते). गांव का दाह जल उठना. the conflagration (be. ing on fire) of a village. भग०३,५; निसी०१२,२७;-दुवार.न०(-द्वार)वाने. Page #626 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाम] ( ६१८ ) [ गाय ગામને ઝાંપા ગામમાં નિકલવા પસવાને દર ! proper form, outlines of a पाले. गांवका दरवाजा; गांव में प्रवेश करनेका व village. भग• ३, ६, -रोग. पुं. बाहर निकलने का द्वार. a village gate. (-रोग) आपा गाममा टी नासो भोघ. नि.५५; -धम्म. पुं० (--धर्म) स. सारे गांवमें फट निकला हुआ उपद्रवગ્રામ-ઇતિય સમૂહના ધર્મ-શબ્દ-રૂ૫ રસ रोग. a disease spreading over गन्ध-अने २५शं से पांच विषय. प्राम-इंद्रिय । the whole village. भग० ३, ७; जं. समूहका धर्म-शन्द-रूप रस गन्ध व स्पर्श ये प. -वह. पुं० (-वध )मने भारते. पांच विषय. a longing, desire, for गांवको नष्ट करना. destruction of a the five objects of senses viz. village . निसी० १२, २५; - वाह. पुं. sound, form, taste, smell and (-वाह)यामनु वधु-तयाg.गामका बहजाना. touch, सूय.१,२,२,२५,ठा...,परह. wiping off of a towu or a vil. १,४; पाया०२,१, ३,१५; (२) गाभाना Jage.भग०३,५;-संठिय. न.(-संस्थित) भाया२ विधार. गांवडे का आचार विचार. भांमने सारे २हेस. गांव के भाकारसे रहा the practices and customs of 391. the shape, arrangenient of villages. ठा० ... १; -नगर. a village. भग• ८, २, -सय. न. न० ( -मगर) भाम अने श९२. ( -भात ) से गाम. शत गाम; सौ प्राम. . प्राम व नगर; गांव व शहर. & village hundred villages. विवा. १; and a city. प्रव० ५६३; -पह. पुं. -~-सामि. पु. (-स्वामिन् ) सामना ५९: ( -पथ ) गाभने। २२तो. ग्राम का मार्ग. a सामना नाय. गाम का धनी; गाम का village road. निसी० १२, २६ --पहं! नायक. the owner of a village; a तर. न. ( - पथान्तर ) आमना से भाग village headman. ओप.नि.भा.४४ नु मातई. ग्राम के दो मार्गों का अन्तर. ! गामि. वि. (गामिन् ) नार; पायना२. the distance between the two जाने वाला; पहुंचने वाला. ( One ) who roads of a town. निसी० १४. ४७: goes or reaches. भोव.१७;पंचा०६,७ मारी. बी० (--मारी ) सामना क्ष५ ४२नार | गामिन. त्रि• (ग्राम्य) गामवासी; गामसया. भ२४. गांव का क्षय करने वाला. plague: | प्रामबासी; गंवार; Resident in a a kind of disease. भग. ३, ७, village; rustic. नंदी. ४७, - रक्स. पुं० (-रच-रवक) यामनु गामेलय. त्रि. (प्राम्य ) गाभानी २खीश. २क्षर ५२ना२, ता. प्राम का रक्षा गांव का रहने वाला, A villager. भग. करने वाला; नगर रक्षक कर्मचारी. one १५, १; विशे• १४११; विवा० १; who guards a town. भाया. २, गाय. पुं० ( गो ) ६. गौ; बैल. A ...१: रखिय ५० (-रचिक) bullock. पन. ११; --दाह. पुं. सवाल-आमेति. कोटवाल-नगर रक्षक कर्म- (-दाह) rयां निभार सहाने आम चारी. a village constable. निसी. (8) वाता होय ते स्थान. जहां बिमार ४, ६२; -रूप. न० (-रूप) आमना पशुओं को दाह दिये जाते हों वह स्थान. a देवा ॥२. गांव के समान पाकार. the veterinary hospital. "सार दाई. Page #627 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाय ] सिवा गाय दाहं सिवा तुस दाहं सिवा निसी० ३, ७५; गाय. न० ( गात्र ) शरीरना अवयव. शरीर के अवयव. A limb of the body. ओव० श्राया० १, ६, १, २०; दस० ३, ५ ६, ६४; उत्त० २, ९ जीवा० ३, ३; पद्म० १७; भग० १, १, १५, १; २५, ७; नाया० १; १; १६; बेय- ५, ४०; दसा ७, १२; उवा• ३, १२६: कप्प० ४, ६१; - अब्भंग. पुं० ( - अभ्यंग ) ते वगेरे सुगंधि पद्यार्थी शरीरे थोपवते. तेल इत्यादि सुगंधित पदाथोंका शरीर पर मर्दन करना smearing the body with fragrant oil etc. दस- ३, ६६ – अभंगविभूसण. न० ( - अभ्यंगविभूषण ) अभ्यंगन-मर्हन हरी શરીર શણગારવું તે; સાધુના પર અનાચીણ - भांनु : अभ्यंगन मर्दन कर, शरीर को सुशोभित करना; साधु के ५२ अनाची में का एक. anointing the body with ointments etc ; one of the 52 minor faults of an ascetic. दस० ३, ६, भेय. पुं० (-भेद ) शरीरना नाश उरी सुंटनार ये२. शरीर का नाश कर के लूटने वाला चोर. & thief who destroys the body and commits robbery. भग० 1. 1; —afe̱. • ( यष्टि ) शरीर रूपी लाउडी शरीर रूप बकडी. the body appearing like A stick. सम• ३४; भग० ३, ३३; नाया० १; राय ० १६४; जीवा० ३, ४, गारत्थ. पुं० ( अगारस्थ) गृहस्थाश्रभी; घर जारी. गृहस्थाश्रमी; घरबारवाला. A house-holder. उत्त० ५ २०; सूय० २, १, ४३, २, ७, १४; गाररात्थिश्री. स्त्री० ( अगारस्था) गृहस्थनी स्त्री. गृहस्थ की स्त्री. The wife of a house ( ६१६ ) - [ गारविश्र-य holder. निसां ३, ४ गारत्थिय - श्र. पुं० ( श्रगारस्थित ) गृहस्थ. गृहस्थ. A householder. आया० २, १, १, १४; निसी० १, १२, ३, ४ – व· यण. न० ( -वचन ) गृहस्थनुं वयन; गृहस्थीतेवी रीते मोलवु ते गृहस्थ का वचन; गृहस्थी बोल ऐसा बोलना. the manner of speech of a householder. ठा० ६, १; वेय० ६, १; गारव. न. ( गौरव ) अलिभानवडे आत्माने અશુભભાવૅ ભારે કરવા તે; ગુરૂપણું; મેટાઇ. अभिमान से आत्माको अशुभ भाव से भारी करना; बड़प्पन; गुरुत्व. Pride; pride of greatness; heaviness. नाया० १६; सम० ३; उस० १६, ६२; ठा० ३, ४ श्रोष० नि० ४००; ८०५; आउ० १४; प्रव० ११६; ( २ ) वृद्धि; व्यासहित. आसक्ति. greed; excessive attachment. उत्त० २७, ६; ( ३ ) गर्व - सलमान तेना ત્રણ પ્રકાર — ઋદ્ધિને ગર્વ; રસને ગર્વ; અને पोताने भगे सुशांतिनो ग. गर्व - अभि मान उसके तीन प्रकार - ऋद्धि का गर्व; रस का गर्व; व स्वतः को जो सुख व शांति प्राप्त हुई है उसका गर्व. pride of three sorts ०.४. of prosperity, of pleasures, and of calmness acquired by one. उत्त० ३१, ४; आव ० ४, ७; – कारण. न० ( कारण ) गर्वनुं २. गर्व का कारण. the cause of pride. प्रव० १५१: पंकनिबुडु त्रि० ( - पङ्कनिमग्न ) गर्नरूपी अवमां डुमेस. गर्वरूपी कीचड़ में डूबा हुआ. ( one ) immersed in mud in the form of pride. प्रव० १०२५; गारविश्र - य. श्रि० (गर्वित ) गर्विष्ठ; वाणु गर्विष्ट गर्वयुक्त. Proud; con For Private Personal Use Only Page #628 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गारहस्थिया ] ( ६२० ) [ गाहा १; ceited. ओघ०नि० ४१३; परह ० १, २, ५७. पकड़ना. holding; catching. गारहत्थिया. स्त्री. ( गार्हस्थिका) २थनी राय० ३५; (3) अ यासना२. ग्रहण माया; मेटा, माप, भाभा पोरे. गृहस्थकी करके चलने वाला. one who walks भाषा; बेटा, बाप, मामा इत्यादि. The after having accepted. ओव० ३३; language used by a house-hold- V गाह. धा. II. (गाध ) स्थाप. स्थापन er. प्रव० १३३५; करना. To establish; to install. गारुडिअ. पुं० (गारुडिक ) गाविधा- | ___ गाहेइ. दसा. १०, १; (सप तावानी ५४७वानी विद्या) MEI-Vगाह. घा• I. (गह )प्रवेश ४२वा; पेसवु. ना२. गारुडीविद्या को जाननेवाला. A प्रवेश करना. To enter. snake-charmer. सु. च० ६, १३; ग्राहइ. सूय. १, २, १, ४; गालण. न. ( गालन ) गाण, छ . गाहग, त्रि. (ग्राहक ) वीरनार, सना२. छानना. Filtration. परह. १,१; विवा० स्वीकार करने वाला लेने वाला. (One ) who takes or accepts. पिं० नि. गालित. त्रि. ( गालित ) गा{. छाना हुआ. भा० २७, ३.; विशे० १४५६; (२) मु३, Filtered. जीवा ० ३, ४; विद्या सापनार. गुरुः विद्या देने वाला. गाली. स्त्रो० ( गाली) हेवी ते. गाली- ( one) who instructs like a कटु वचन-अपशब्द कहना. Abusing. | Guru. विशे. १४५६; प्रव० ४३६% गाहग्ग न० ( गाथान) यानुं परिभाए. गाव. पुं० ( गो) सह. बैल. An ox; al गाथाका परिमाण. The limit of bullock. अणुजो० १२८; verses. क. गं० ६, ६३, गावी. स्त्री. (गो) गाय. गाय. A cow. गाहा. स्त्री. ( गाथा ) पात लानु प; पाया० २, १, ४, २३; जं०प० -अजिण. श्वा सार्या आदि गाथा. प्राकृत भाषा का न० (-अजिन ) गायतुंभ. गौका चर्म. पद्य; श्लोक आर्या आदि गाथा. A verse; a the hide of a cow. प्रव० ६८३, Mágadhi etc. verse; the metre गास. पुं० ( ग्रास-ग्रस्यते इति ) गायो; known as Arya etc. उत्त. १३, ४१. निवाला; ग्रास. A mouthful १२; भग०१, १, २, २, १०;१०; ६, ४,२२, of food. उत्त० २, ३०; पिं. नि. ७७; ३; ३१, १; नाया. १; ६, ८, अणजो. विश० २४०५; -एसणा. स्त्री० (-एषणा) १३१, १४६; वेय. ३, २०; प्राव. ४, ७ याहारनी अपत्या. पाहार की एषणा. भत्त० १७२; प्रव.६२६3; जं.प. ७,१५६; seeking of food or alms. प्रव०२२; (૨) સામાન્ય પ્રાકત ગાથા બનાવવાની તથા गाह. पुं० ( ग्राह ) भगरमा सय२ प्राणि Mशवानी का सामान्य प्राकृत भाषा बनाने विशेष. मगरमच्छ; जलचर प्राणी विशेष. An व जानने की कला. the art of compoaquatic animal; an alligator. sing or knowing ordivāry Präउत्त० ३२, ७६, ३६, १७१; सूय० २, २, krita verses. ओव०४०; (३)सूय in. ६३; तंदु० विवा० १; दसा० ६, ४, जीवा० સૂત્રના પ્રથમ શ્રુતસ્કંધના ૧૬મા અધ્યયન१; नाया० ४; पिं०नि०३३२; पन्न. १; (२) | નું નામ કે જેમાં ગાથારૂપે શ્રમણ માહણ Page #629 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाहावा ] ( ६२१ ) [गाहावई-ती ભિખુ અને નિગ્રન્થ શબ્દોના લક્ષણો દર્શાવ્યાં होय. गृहस्थ की टोकरी कि जिसमें रत्न या छ. सूयगडांग सूत्र के प्रथम श्रुतस्कन्ध | सुवर्ण हो. a basket, a receptacle के १६ वें अध्ययन का नाम की जिसमें | belonging to a householder गाथा रूपसे श्रमण, माहण, भिक्खु व | ( containing gold, jewels etc. ) निग्रन्थ शब्दों के लक्षणों का विवेचन किया ! ठा० ४, ४; -कुल. न० (-कुल-गृहपतिहै. name of the 16th chapter of | गुहस्थस्तस्य कुलम् ) गायापति, . the first Sruta Skandha of गाथापति का कुल. the family of a Sūyagadānga Sūtra. Here patriarch. वव० ८, १; निसी० ३, १; meanings of the words Sram. ६, ७; दसा. ६, २; रयण. न० (-रत्न) na. Mahana, Bhikkhu and Ni. यीन। १४ सलमान से चक्रवर्ती के grantha are given in verses. १४ रत्नों में से एक. one of the 14 सूय० १, १६, ६; सम० १६; उत्त० ३१, gems of a Chakravarti, named १३; परह. २, ५; Gathapati. पन्न• २०; गाहावइ. पुं० (* गाथापति-गृहपति) टुंगने गाहावाणी. स्त्री. ( गृहपत्नी ) ५२ घणीपाjी निलावनार नाय पति. कुटुंब को नि- . गृह स्वामिनी. A housewife. अंत. भानेवाला; कुलपति. The head of | ३, ८; आया. २, १, ३, १५; भग० १५, the family. कप्प० ५, ११६, ६, २०; १; नाया. ५; आया० २, ७, २, १६२: निर० ३, १; गाहावई-ती. स्त्री. ( ग्राहवती) नीलवन्त (२) हारने। 64री; यवना १४ પર્વતથી નીકળી દક્ષિણ તરફ ચાલતી રક रत्नमान २. कोठार का ऊपरी भाग હજાર નદીઓના પરિવારે શીતા નદીમાં चक्रवर्ती के १४ रत्नमें से एक. the part મળતી સુચ્છ અને મહાકવિજયને જુદી above the store; one of the 14 पाती मे महानही. नीलवंत पर्वत से jewels of a Chakravarti. सम. निकलकर दक्षिण दिशा प्रति बहती हुई २८ १४; ठा० ७, १; (३) मे नामना मे सहस्र नदियों के परिवार सहित शीता नदी में अन्य तीर्थी विहान. इस नामका एक परिवा. मिलती हुई सुकच्छ व महाकच्छ विजय को जक सन्यासी. a wandering ascetic विभक्त करती हुई एक महानदी. Name of this naine. भग• ७, १०; of a large river separating गाहावइ. पुं० (गृहपति) घरचणी; ग्रहस्थ. Sukuchchha and Mahākaगृहस्वामी; गृहस्थ. A householder. chchha Vijaya and flowing in. आया० १, ७, २, २०२; २, १, ३, १५; to the river Shita, with 25 सूय० २, २, ४५, २, ७, २: भग० २, १; thousand tributary rivers. It ३, १; ५, ६७, १०, ८, ६; १०, ४; starts from Nilavanta mounनाया. १; अंत० ३, १; वेय. १,३१; राय. tain and flows towards the २६६; विवा० १; सु० च० ११, ७; प्रव० south. ठा० २, ३; जं० प० ३, ६०; १२२८; -करंडप. (-करण्डक ) ग्रह- -कुंड, पुं० (-कुण्ड ) सुपुत्र वियन સ્થનો કરડીઓ કે જેમાં રત્ન કે સુવર્ણ | પૂર્વે મહાકરછ વિજયની પશ્ચિમે નીલવંત Page #630 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाहिय-अ] ( ६२२ ) [गिह - પર્વતને દક્ષિણ કાંઠે ગાવતી નદીનો દરેડે विशे० २४०; २७०, उत्त० १३, १६%; मां ५ छेते हुए, सुकच्छ विजय की -व. त्रि. (-वचस्) नुं वयन प्रलय पूर्व में व महाकच्छ विजय की पाश्चम में अध्यायोग्य छेते. जिसके वचन ग्रहण करने नीलवंत पर्वत के दक्षिण किनारे पर ग्राहवती योग्य हो वह. ( one ) whose words नदी की धारा जिसमें गिरती है वह कुण्ड. ure worth accepting. क. गं. १, name of a lake receiving the ५१; torrent of the waters of Gra- | गिझियव्य त्रि. (गृवष्य) सादयु या havati river. It is to the south सायॐ. लोभी होनेके लायक. Worthy of Nilavanta mountain, to the of being greedy for परह. २, ५; west of Mahākachchha Vijaya -गिड़ियाहरमण.न.(-गिडिकादिरमण) and to the east of Sukachchha गेडी वगेरेनी २मत. गेंद व दण्डुके का Vijaya. जं. ५० -दीव. पुं० (-द्वीप) खेल. (अंग्रेजी रमत हॉकी के समान) a गरावती १९. श्येने। दी५. प्राहावती game like hockey. प्रव० ४४१; कुण्ड का मध्यस्थ द्वीप. an island in Vगिरह. धा• I, II. (गृह) ५९५ ४२y; the lake into which the river स; २वी ४२७. ग्रहण करना; लेना; स्वीकार Grähavati pours down her करना. To accept. torrent. ज. प. गिरहेइ. नाया• ५; ८; १३; गाहिय-भ. त्रि. ( ग्राहित ) शापावे।। गिराहद. उत्त० २५, २४; निसी० २, ४; एY रा. सीखाया हुआ; ग्रहण कराया नाया० १; १४; १६; पन्न. ११; भग. हुआ. Taught; caused to accept २,१; ५; राय. २६६; जं. प. ५, or take. दसा. ६, २०; सूय. १, २, १, २०; सम०३०; नंदी. २७; गेगहर. नाया. ८; भग• १२, ५, २५, २; V गिज्झ. धा. [. ( गृथ् ) & 4g | गेरहेइ. सु. च. १, २६५; भुजा . लालची होना; आसक्त होना गिरहति. विशे. २०५; नाया• १, २, १४ To be greedy; to be confound भग० २,१; राय. ८६; दस.., ed. १५ जं. . ५,११४ गिज्झइ. गाया. १७; सु. च० ४, २८० | गेएहति. भग. १८, ३, २५, २; निसी० १२, ३५; गिबहामि. नाया. ७:८; गिझेला. वि. प्राया• २, १५, १७६; गिराहामो. नाया०८; अोब.३६% गिजमा. वि. श्राया. १, २, ३, ७७; गेराहामेा. भग० ८,५; गिजमह. प्रा. नाया०८ गिरिहज्जा. वि. पाया० २, १५, १७६; गिज्झिहिति. म० श्रोव० ४०; गिराहे. वि. पि.नि.२०५७ गिझ. सं. कृ. उत्त० २६, ३५ गरहेज. वि. विशे० २१२; गिज्भ. नि. (ग्राह्य) Y ४२१यो२५. गेराहेज्जा . वि. भग०३,१०,५,६; ग्रहण करने योग्य. Worthy of accept- गिराह. श्रा० सुं• च० ४, १५०; दस० ७, ance; worthy of being taken. | ४५: भग.१,१; २,१ ११७; Page #631 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिरह ] गिवद्दाहि आ• नाया० ७, १२, १४६ दस० ६,३, ११ आया० २,३२,१२०; गिरहसु. प्रा. सु. ० १ २५६ गिरहह. आ० नाया० १२: ( ६२३ ) गिरहेह. आ० नाया० ७; V गिराह भा० 1. (ग्रह) अदष्य ४२ प्रहण करना. To take. बेच्छिइ. भवि० विशे० १०२३: घेea मि. भवि० पि० नि०४८१; घेच्छं भवि० विशे० ११२७; घेच्छा. भवि० [पं० नि० २०१ पिलं. सं० कृ० ० च०२, १७०६ घेण. सं० कृ० नाया० ६ उत्त० ७ १४ धेनुं सं० कृ० प०नि० १२३: प्रव० १२८ गिरता. सं० कृ० नाया० ५ १३: १५; गेरिहता. सं० कृ० भग २, १३ गिरिहऊण. सं० कृ० नाया २ विवा० ७; गिरिहय. सं० कृ० नाया० ६; गिरिता. सं० कृ० नावा० १ ८ २३ ५ ७ ६; १२; १६; भग० २, ५ जं० प० ५, ११४; , गेरिहत्तर. हे. ० कृ० भग० ३, २० गिरास व कृ० उत्त० २४, १३: पिं० नि० १८४; गेरहमाण. व० कृ० भग०३, २, ३, ७, १०; ७; ६, ७; नाया ० १; गिरहमाय व० कृ० विवा १ वेयं ६, ७ दसा० २, १२, १६: ठा०५, सम० २१; गिरहाव. णि० सु० च० १३, ६४; गिरहावे. शि. विवा० ५; नाया० ५ १२; गिराहाबिया वि० आ० २ १५, १७६: गिराहावेंसु. शि. भू० नाया० १: गिरहावित्ता. णि० सं० कृ० नाया० ८; V गिराह घा० I. (गृड् क० वा० ) अडष्य २. ग्रहण किया हुआ. To take. विप्पड़ क० वा० सु० च० ४, १६८; घेई. क० वा० ०नि० ३५६ घेप्पंज क० वा० वि० विशे० २८७ • [ गिट्टि विश्वमाथ क० वा० द० क० भग० १,१ गिरहण. न. ( ग्रहण ) 435 पकड़ना. Catching; holding पिं० नि० ३८१ नाया० ६; गिरि अन्य त्रि. (गृहीतव्य ) ४२वा योग्य; स्वीमरवा योग्य ग्रहण करने योग्य; स्वीकृत करने योग्य. Worth being accepted or taken. अजो० १५६; गिद्ध. त्रि. ( गृद्ध) वासयुः आसत. लालची; चासफ़. Greedy excessively at tached. दसा० ६ १ पराह० १ १ भग ७, १; नाया० २ ५ ८ १७; दस० ८, २३; १०, १, १७: उत०५ ५ ८ ११ प्रव० ८४० भत० ११२; गिद्ध. पुं० ( गृध) भीषः भासांदारी पक्षी विशेष गीध मांसाहारी पक्षी विशेष A vulture. " ढक गिद्धति सो " उत १६, ५६; आया० २, १०, १६६: श्रव० ३८; प्रव० १०३०; नाया० २: गिद्धपिट्ट. न. ( गृधपृष्ठ ) गृहपृष्ट नामनुं મરણ; દાઇ જનાવરના કલેવરમાં પડી વિદ્યાદિકના સુથી ખાવાથી મરવું તે; બાર કામ भरभानु : गृध्रपृष्ट नामक मृत्यु. किसी जानवर के मृतक शरीरपर गिरकर गिद्धादिकका उसकी चोंच मार मार कर खाना यह बारह प्रकारके मृत्युमेंसे एक. Devour ing (by vultures etc.) of careass of an animal by pecking; one of the 12 kinds of deth. ठा० २४: भग०२, १ निसी ११, ४१: प्रथ १०२१; नाया ० १६; - मरण. न० (-मरब) ગિદ્ધુ વગેરે પક્ષીના ફેલી ખાવાથી મરવું તે. गिद्ध आदि पक्षी के चौंच मार मार कर खाना Page #632 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिद्धि] ( ६२४ ) [गिरि वह. death caused by the piercing of the beaks of vultures ete. सम. १७ गिद्धि. स्त्री० ( गृद्धि) साक्षा; २पासहित आतुरता. श्राकांक्षाः आसक्ति; उत्सुकता. Greed; longing; attachment. पाया० १, ६, २, १८३; प्रव० १०३०; गिम्ह. पुं० (ग्रीष्म) भ तु; गभीनी भासम हासो. ग्रीष्म ऋतु; गरमी की मौसिम. Summer. ओव० १७, ३६; भग० ५. १; ७, ३, १४, ८; नाया० . ८, ९, सूय. १, ३, १,५; ज. प. ७, १६२; आया० १,७, ४, २१२; ठा०६,१; विशे० १२७२; निर, ५, १; सु० च० ३, २४०% दस०३, १२, ० नि. ८३; वेय. १, ७; सू. प. ८; कप्प० १, २ ४, ५.६; गच्छा . ७७; प्रव. ५११, ६११; --उउ. पुं० (-ऋतु) श्रीभ ऋतु; Gो . ग्रीष्म ऋतु. summer season. नाया. १; -काल. पुं० ( -काल) नागा; पेशा पोष्ट भासनो समय. ग्रीष्म; वैशाख जेष्ट मासका समय. summer. नाया० १; -कालसमय. पुं० ( -कालसमय ) नाजांनी १५त. ग्रीष्म का समय. time of summer. नाया० १३; गिम्हअ. त्रि. (प्रीष्मक) श्रीभ *तुभां यये. ग्रीष्म ऋतुमें बना हुआ. belonging to the hot season. अणुजो. १३३; गिरा. स्त्री. (गिर्) . वाणी; शब्द Speech; words. भग. ३, २, ६, ३३; नाया० १; उत्त• १२, १५; निसी०१६, १५, | दस० ७, ३, ५४, चउ० १८; गिरि. पुं० (गिरि-गृणन्ति शब्दायन्ते जननि वासभूतस्वेन) पत; दुसर4813. पर्वत; पहाड़ गिरि. A mountain. भग• २, १; ३, ७७, ८; नाया०१, २, १५; ओव. ३१, ३८; उत्त० ११, २६; १२, २६; प्राया० ५, १, २, १२; ओघ० नि० ७८४; ज० ५० ३, ४५; महा. प. ०२ दस०६, १, ६; भत्त. १६१; -ईसर. पुं० ( -ईश्वर ) ५ ताना वर; भोटे त. पर्वतों का ईश्वर, महान् पर्वत. the highest mountain. प्रव० १५०५ कंदर. पुं० ( कन्दर ) ५ तनी शु. पर्वत की गुफा. a mountain cave. विवा०२; नाया० २; १६; प्रव० ८८४; -कडग. पुं. ( -कटक ) त पासेनी भीन. पर्वत के पास की जमीन. the side or ridge of a mountain नाया. १८; -गुहा. श्री. ( -गुहा ) पतनी ११. पर्वत की गुफा. a mountain cave. पाया० १, ७, २, २०२; -जत्ता. स्त्री० (-यात्रा) ५ तनी यात्रा ( 1) पर्वत की यात्रा. a pilgrimage to a mountain. नाया. १; निसी० , १६; –णयर. न. (-नगर ) पर्वत पासेनुं नाश२. पर्वत के पडोस (निकट) का शहर--नगर. a town near a mountain. अणुजो० १३१; -पडण. न. (-पतन) ५३ तथा पीने મરણ નિપજાવવું એક પ્રકારનું બાલમરણ. पर्वत से गिर कर मरण होना. death by fall from a mountain. ठा० २, ४; भग० २, १; निसी० ११, ४१, लाया. १६: -पायमूल. न. (-पादमूल ) पतनी तले. पर्वत की तलो. the bottom of a mountain. भग० १४, ८;-मह. पुं० (-मह ) पतन उत्स५. पर्वत का उत्सव. a mountain festivity. राय. २१७; -राय. पुं०(-राज) पतन। शत, भे३ ५'त. पर्वतों का राजा; मेरु पर्वत. the king of mountains i. e. the Page #633 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिरिकरिणया} ( ६२५ ) [गिलासणि Meru mountain. सम० १६; जं. ५० | V गिला. धा• I. ( ग्लै ) आनि पामवी; -रेहा. स्त्री. ( -रेखा) ५५तम ५३६॥ सु४४. ग्लानि पाना; खेदयुक्त होना.To 2. पहाड म पढा हुआ चीराटा. the wither; to snffer mental pain. crack in a mountain. Fotboy, id; गिलाइ. आया० १, २, ६, १००; भग• २, -सिहर. न० (-शिखर) ५ तनु शि५२ १; नाया. १; टांय. पर्वत का शिखर. the suminit of गिलायति. भग. ५, ८; a mountain. नाया. ५;; गिलामि. आया०१,७, ६, २२१; भग०२,१; गिरिकरिणया. स्त्री. (गिरिकर्णिका) गिरि गिलायमाण. व. कृ. दसा.४, १०४; वव. ९ि । नामनी मे वेस. गिारकर्णिका नाम २, ५, ४, १३, ५, १३; वेय०६,१.; की एक बेल. A kind of creeper 80 | गिलाण. त्रि. (ग्लान) शानियाभेअशा mamed. पन्न. १; गी; दुस, ग्लानि युक्त; अशक्त; रोगा; गिरिकन्नी. स्त्री० (गिरिकों ) गिरि । दुल. Withered; enfeebled; sick. नामनी १. गिार कर्णिका नामका एक बेल. ly; afflictad in mind. उत्त० ५, ११; A kind of creeper. प्रव. २४०; सम० ३०; ठा० ३, ४; सूय० १,३, ३, १२; गिरिकुमार. पुं० (गिरिकुमार ) युमित पएइ. २, ३: पि. नि० भा० २७; विवा०७; પર્વત સંબંધી એક શિખરના અધિષ્ઠાતા विशे. ४; दसा. ६, २३, २४, निसी. १०, हैता. चूल हिमवन्त पर्वत सम्बन्धी एक ४२, १६, ६, भग० ८,८; १२, २; नाया. शिखर का अविष्ठाता देवता. The pre- १३: कप्प. १, १८; गच्छा . ११६; प्रव. siling deity of the summit of १४५, १६२; १२५; ८७२; -पोग. पुं. Chūlahimavant mountain. (-प्रयोग ) सतने मनुः ५७ मे। प. ४, ७१; प्रयोग-पयार. अशक्त को अनुक्ल हो ऐसा गिरिवर. पुं० ( गिरिवर ) श्रेष्ट पति; भे३ प्रयोग. treatment, remedy agree ५५त. श्रेष्ट पर्वत; मेरु पर्वत. Meru able to an enfeebled person. mountain, the loftiest and the निसी. १०,४४; -भत्त. न० (-भक्त ) greatest of all. भत्त० ११६; -गुरु. રોગી-અશક્તને માટે તૈયાર કરેલું ભોજન. वि० (-गुरु ) ३-५ समान महा। रोगी-अशक्त के लिये तैयार किया हुश्रा श्रे४. मेरु पर्वत के समान महान-बेष्ट. भोजन. food for an invalid. भोव. great as Meru. भत्त. ११६; ४०; भग० ५, ६; १, ३३, नाया० १; निसी. गिरिसिया. स्त्री० ( गिरिसिका ) मे तनुं ९,६; -वेयावश्च. न. (-वैयावृत्य-ग्लापात्र. एक प्रकार का वाजिंत्र. A kind नस्य भक्तपानादिभिरुपष्टम्भः) भीनी वेया of musical instrument. राय. ८६%3 १२य-सेवा. रोणी की “ वैयावच " सेवा. गिलमाण. त्रि. ( गिलत् ) mal; ५g tending the sick; service मा तातो गलित होता हुआ; पुनः ___rendered to a sick person. ठा. पेट में उतारता हुआ. Swallowing; ५, १; वव. १, २, ७; भग० २५, ७. swallowing back again into the / गिलासणि. ० ( ग्लाशनि) सरभर म; belly. वेय. ५, १०; । बरम व्यापि. भस्मकरोग; भस्मक व्याधि. Vol. II/79. Page #634 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिलिश्र ] A kind of disease आया० १, ६, १, १७२; गिलिश्र. त्रि० ( गिल्लित ) गाणी गयेस; সणा नीचे उतारेल. गलित; गले के नीचे उतारा हुश्रा. Eaten; consuined. पेंο नि० १८२; ( ६२६ ) * गिल्लि स्त्री० ( * ) हाथीना गाडी. हाथी का ओहदा. A covered wooden frame placed on the back of an elephant and used as a seat; a palanquin जं० प० भग० ३, ४, ५, ७,८, ह: ११, ११; ( २ ) मे भालुसो उपास कोणी-डोसा. दो मनुष्यों ने उठाई हुई झोली -डॉली. & sort of small palanquin lifted up by two persons. दसा • ६, ४; सूय० २, २, ६२; (३) उंट पहचाणु. उंट की काठी. the saddle which is tied on the back of a camel. सूय. २, २, ६२; जीवा० ३, ३; गिह. न० (गृह) २ भान राहा. घर; मकान. A house; a residence. चाया. १, ५, ६, १६४; २, ४, २, १३६: भव- ११; भग• ३, ७, १२, १; १५, १ नाया० १; २; ३ ५ ८ १३, १४, १६; १८; बव०८, १; निसी० १, ५६; ६, १२; बेय० १, १२, ४, २६; सु० च० २, ५००; दस० ७, २७; उवा० १, ५८ - अंगण. न० ( - अजय ) धनु मांगगुंजी. घर का आंगन, a court-yard in front of & house. निसी० ३. ६३३ - अंतर. न० ( - अन्तर ) गृहान्तरमे घर वस्न लाग; धरनुं अन्तराल. गृहांतर -दो घर का मध्यस्थ भाग. an interval of space be For Private [ सिंह tween two houses; the inside of a house. श्राया० १, ६, ५, १६४; - अंतरणिसिज्जा. स्त्री० (- अन्तरनिषया) मे धरनी वस्थे मे रवी ते. दो घर के बीच में बैठक बनाना. & drawing room between two houses or in the inside of a house. दसा० ३, १; -एलुग. न० (-एलुक) उभ्भरे।-मारने। नाये। लाग देहली-द्वार के नीचे का भाग. the threshold. आया०२, ५, १, १४८; - एलुय. न० ( एलुक - अलिन्द ) धरने रे। घर की देहली. the threshold. निसी० ३, ६३; १३, २१ - दुवार. न० ( -द्वार ) वस्तु श्राशुं घर का दरवाजा. a house-door. निसी०३, ६३; --धम्म. पुं० (-धर्म ) गृहस्थनो धर्म ( अतिथी सत्डार वगेरे ). गृहस्थ का धर्म (अतिथि सत्कार इत्यादि ) hospitality to guest. नाय! ० ८ १५ मुद्द. न. ( मुख ) धरनो खागगो लाग. घर का आगे का भाग. the frout of a house. निसी० ३, ६३: लिंग. पुं०. ( लिङ्ग ) गृहस्थी प. गृहस्थ का वेष. the gh of & householder. भग० २५, ६, ६ - व. पुं० ( - पति ) धरनो घी घर का मालिक, the owner of a house; the lord of a house. दस ५, १, १५; १६ प्रव० ६८८; वळव. न ( -वर्चस् ) धरने। उयरे। घर का कूडा. the dirt or refuse of a house. निसां 3, ७३; -वास. पुं० ( वास ) घरनो वास: गृहस्थाश्रममां रहें ते. गृहवास; गृहस्थाश्रम में रहना state * लुखो ५४ नम्वर १५ नी फुटनोट ( * ) देखो पृष्ट नंबर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Personal Use Only a Page #635 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिहकोकिलिया] ( ६२७ ) [गिहि of being a householder. उत्त० ५, with ghee etc. श्राव० ६, ६; २४; ३५, २, -संधि. पु. ( -सन्धि) गिहि. पुं० (गृहिन्-गृहमस्यास्तीति ) स्था બે ઘરનું જોડાણ; બે ઘરની વચ્ચેનો પ્રદેશ. श्रमयी, स्य. गृहस्थाश्रमवर्ती; गृहस्थ. दो घर का संधान; दो घरों के बीच का प्रदेश. A householder. दस• ३, ६, ६, १६% the interval of space between ८, ५१, २, ३, १२; पिं० नि. भा. ३२; two houses. उत्त०१,२६: पिं. नि. १४३, १४५; विशे० ३३७२; गिहकोकिलिया. स्त्री. (गृहकोकिला) - उवा० १, १२; पंचा० १, ३१, ४, ७; गाधिका-गरोही. छिपकली. A lizard गच्छा० १२४, प्रव. २; -जोग. पुं. विशे० २४५६; ( -योग ) स्थना याभ-सभागम. गिहत्थ. पुं० (गृहस्थ-गृहमगारं तत्रतिष्टति सः) गृहस्थ का परिचय; समागम. contact गहस्थाश्रमी-गहस्थ. गृहस्थाश्रमो--गृहस्थ. with a householder. दस• ८, २१, A householder. उत्त० २, १९; ५, १०, १,६;-णिसिजा.स्त्री० (-निषिया) २२; भग० ३, १; नाया० ११; १५; दस. ५, गृहस्थनी मे ५२ आह. गृहस्थ की २, ४५; सु. च० १५, ७०; निसी० १२, शय्या पलंग आदि. the seate.g. a cot १६; गच्छा. ११. श्राव६, ६, पंचा. etc. used by a householder. १३, ३५; भत्त. १४, १७०; -धम्म. निसा० १२, १६; -तिगिछा. स्त्री. पुं० (-धर्म) स्यनेो धम'; श्राप धमः (-चिकित्सा) २यर्नु बहु ४२ ते. गृहस्थ का धर्म; श्रावक धर्म. the duties गृहस्थ का वैदिक उपाय करना. medical or the rules of a layiman. गच्छा. treatment of a householder. ३२; -पच्चक्ख. न० (-प्रत्यर) बस्य निसी० १२, १७-धम्म. पुं० (-धर्मनी सम-क्षप्रत्यक्ष; श्यना मतi. गृहस्थ गृहं यस्यास्तीति तधर्मः ) स्यधमनी के समक्ष-समीप-प्रत्यक्ष गृहस्थ की दृष्टि के શ્રેયસ્કર માનનાર વર્ગ ત્યાગ ધર્મનું ઉલ્યાसामने. in the presence of ४ ५। ७२नार. गृहस्थ धर्मको ही श्रेयस्कर householder. गच्छा० ११०; -भाव. मानने वाला वर्ग; त्याग धर्म का उत्थापन पुं० (-भाव) गृहस्य५. गृहस्थपन. the करने वाला. one who regards the status of a householder. पंचा०१०, duties of a householder as the ३६; -भासा. श्री. (-भाषा) स्थनी highest duties; one opposed to लाया; भामा, मा, भाई वगेरे मोल ते. asceticism. अणुजो० २.; (२) श्रादगृहस्थ की भाषा; मामा, माता, भाई इत्यादि उना मार प्रतरूप हस्य धर्मः श्रावक के बोलना. the householder's node द्वादश व्रत रूप गृहस्थ धर्म. the preof addressing relations. गच्छा . cepts or the 12 vows of a Jaina ११७ -संसट्ट. त्रि. ( -संसृष्ट ) layman. विवा० १; राय० २२३; नाया. ગૃહસ્થના ઘી વગેરે પદાર્થથી ખરડાયેલ १४ --निसिजा. स्त्री० ( -निषद्या ) ग. (साय वगैरे). गृहस्थ के घी इत्यादि पदार्थ स्थानी मे५. गृहस्थी की बैठक- the से भरे हुए ( हाथ इत्यादि ). the hands seat of a householder. गच्छा . of a householder smeared | १२६; -पडिकमण न० (-प्रतिकमा) Page #636 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिहिभूय ] ( ६२८ ) [ गीयजस गरयनु-श्रापर्नु प्रति मा. गहस्थ का- householder; e. g. Marudevi. श्रावक का प्रतिक्रमण. Pratikramana | पन्न. १; (prayer and confession of | गीत्थ. त्रि. (गीतार्थ) मा . faults ) to be practised by a बहुसूत्री. Learned; well-versed. Jayman. प्रव. २; -भायण. न. | गच्छा० ४१; ( -भाजन ) स्थनां वासर-थामा विगेरे. | गीइ. स्त्री. ( गीति) ात; ६ विशेष. गोत; गहस्थ के पात्र--थाली इत्यादि. house- छन्द विशेष. Art of music; hold utensils. सम० १८; दस० ६, name of a metre. नाया. १; ८; ५२; ---मत्त. न० (-अमत्र) १२थना गीइय. पुं० ( गीतिक) भात-पिता मनामान-थानी ४२शा वगेरे. गृहस्थ के बरतन पानी विधि. गीत-कविता बनाने की विधि. -पात्र-थाली कलश आदि. eups, dishes | A poet; a composer of songs. etc.used by a householder दस. नाया. १; ३,३; निसी०१२,१४; -वत्थ. पुं० (-वस्त्र) गीत. न. (गीत) गायन-गीत. गाना-गीत. A रस्थना पत्र. गृहस्थ के वस्त्र, clothes song. अणुजो० १२:८;अोव०२४; पंचा०६, worn by a householder; dress ५; (२) भूत्र तथा सयजनगार, वित. of a householder. निसी० १२, १५: सूत्र व अर्थ को जानने वाला; विद्वान. . -व्वय. न० (-व्रत ) शयनां प्रत; learned person; one knowing श्रावनत. गृहस्थ के प्रत, श्रावक के the original text and its meanव्रत. the vows or precepts of | ing. पंचा० १०, ४६; a layman. प्रव० ५४; -संथव. न गीय-अ. न. ( गीत ) --गायन सा. ( -संस्तव ) पथना विशेष परिय५. गृह. गीत-गायन कना. Art of song स्थका विशेष परिचय. close contact music. भग. ७,६; ११, ११; नाया. with a householder. दस. 5, ५३; १; ८; १४; सु. च० २, ३२६; जीवा० गिहिभूय. नि. ( गृहीभूत ) २५ सर. ३, ४; ओव. ३२; ३८; उत्त० १३, १४; गृहस्थ के समान. Resembling a १६, ५; सू०प०१८% राय. १६; कप्प. householder. वव. २, २१; -लिंग. २, १३; आया० २, ११, १७०; ( २ ) न० ( -लिङ्ग ) १२यर्नु यि--१. गीता; आगमना ग. गीतार्थ; भागम गृहस्थ का चिन्ह -वेष. a mark of a 751 $a. oue knowing the householder; dress; garb. उत्त. Agamus ( scriptures ). जं. ५० ३६, ४६; सम० प० २३१; पन्न०; प्रव. ७, १४०; प्रव० ८६६; पंचा० ११, १; ११; ५७१; -लिङ्गसिद्ध. पुं० ( -लिङ्ग- -वाइय. न. (-वादित ) गीत अने सिद्ध ) स्थना वे५ धारण ३री सि पामित्र. राग और साज Singing and यये। ( म म३३ ). गृहस्थ का वेष | music. जं० ५० ५, ११२; धारण कर सिद्ध जो हुआ है वह ( यथा मरु गीयजस. पुं० ( गीतयशस् ) 14 जना देवी). one who has become a व्यन्तर हेवनानी ने गन्धर्व Siddha in the condition of a | जातिके व्यन्तर देवता का द्वितीय इंद्र. The Page #637 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गीयत्थ] ( ६२६ ) [गुडेिम-य second Indra of Gandharva का लाल परन्तु ऊपरके भागमें काला ऐसा class of Vyantara gods. ठा० २, चने के दाने के प्रमाणका फल कि जो ३; भग०३,८,१०,५; जीवा० ३, ४; पन्न०२; सोना, चांदी इत्यादिको तोलने में काम आता गीयत्थ. पु. ( गीतार्थ ) शास्त्रना अयन है। रत्ती. A red black berry of a नार; मश्रुत. शास्त्र के अर्थ को । shrub of the same name equal जाननेवाला; बहुश्रुत. One well-versed | to two grains in weight. ओव० १३; ins criptures. प्रव०७७७; गच्छा .१००; अणुजो० १६; १३३; पन्न. १५; राय ५३; -मीसि. त्रि० (-मिश्रित) गीतार्थ भने। ८६;-वल्ली स्त्री (-वल्ली) यीनी वस. मगीतार्थ जनेनु मिश्रस.. गीतार्थ व अ. एक जाति के लाल परन्तु उपरसे काले रंगसे गीतार्थ इन दोनों का मिश्रण. consisting | मिश्रीत चने के दाने के समान फल की बेल कि of a mixture of both Gitārtha जो सोना चांदी इत्यादि को तोलने में काम श्रात and Agitartha i. e. tne well- हैं; रत्ती. A line of the red black versed in scriptures and the berries of a shrub of the same ignorant. प्रव० ७७७: malne. पन्न १; गीयरइ. पु. ( गीतरति ) दक्षिण त२५ना गुजालिश्रा-या. स्त्री० (-गुजालिका) । गन्धर्ष विताना न्द्र. दक्षिण तरफ के | वाय, ना, -हेर गेरे. टेढी बावडी, नहर गन्धर्व देवता का इन्द्र. Indra of the इत्यादि. A canal or a channel of southern Gandharva gorls. भग० water which is uot straight. ३, ८: १०, ५; पन्न०२; विवा०२; ठा०२,३; ओव० ३८; अणुजो १३४; निसी० १२, २१; गीवा. स्त्री० (ग्रीवा ) ४, २६न गर्नु कराठ; जीवा० ३, ४, राय. १३२; भग० ५, ७८, गरदन; गला. Neck; throat. अाया. ६; नाया० १; २; पण्ह. २, ५; १. १, २, १६; अणुजो० १५३: श्रीव० १०; गुंजावाय. पुं० (-गुञ्जाद्वात) श६ ४२ते। उत्त० ३४, ६; नाया० २; ४; १४; जीवा० सुंसवाटा मारतो पवन शब्द करता हुश्रा ३. ३; पन्न. १७; राय. ५२, जं०१० उवा. सुसाटा मारता हुआ पवन. Hissing २, १०८; wind. उत्त० ३६, ११८; पन्न. १; गुंजंत. त्रि० (गुञ्जत्) j२५ ४२-ती-तुं. गुंजिय. त्रि. (गुज्जित) {M२५ २३. गुनगुन करता हुआ. Humming: giv- गुंजारव किया हुआ. Sounding lowly; _ing out a low sound. ओवनाया०१; | humming. परह. १,३; प्रव० १४७१; गुंजद्ध. न० ( गुजार्ध) यी यी ; १७वी | गुंडण. न• (गुंण्डन ) २४था ५२ ते. रज २ति. अर्धरति. Half a Gulija (q. से भरजाना-बिगडना. Spoiling smearv.) in weight; a little less | ing with dust etc. नाया० १; than one grain. भग० २, १; नाया. | गुंडिअ-य . त्रि. ( गुण्डित ) २०४थी ५२७११; -राग. पुं० (-राग) अ ययहीना | येस. रजसे भरा हुआ. Smeared with २. अर्ध-रतिका राग. tune of a half | dust, पिं. नि. ४४२; नाया० १: (२) grain. कप. ४, ६०; पीटाणु; घेरामेनूं. घेराहुआ; लिपटा गुजा. स्त्री. (गुजा)ी ; २ति. एक जाति । हुआ. rolled; wrapped. ओघ० नि. Page #638 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुंदरुक्ख] ( ६३० ) [ गुज्झदस भा० १६३; पण्ह०१, ३, सूय०१,२, १,१५; secret part of the body. ओघ० गुंदरुक्ख. पु. (गुन्दवृक्ष ) तनुं आ3. नि० भा० ३१३; परह. १, ४, ओव० १०; (सुहा) एक जाति का झाड-वृक्ष. A अणुजो० १३०; नाया. १; २; ( ३ ) kind of tree having fruits ભવનપતિ દેવતાનો એક અવાન્તર ભેદ. equal in size to hog-plums; a भवनपति देवता का एक अवान्तर भेद. tree full of gum. भग २२, १; a sub-division of gods known गुंदल. न० (गुन्दल ) ist; मेस. क्रीड़ा खेल. as Bhavanapati. दस० ७, ५३; Play; sport. सु० च० ६, २८; -अंतर. न० ( -अन्तर ) गुथस्थानो गुच्छ. पुं० (गुच्छ) गणी प्रभुपना २७. वयसा माग. गुह्य स्थान का मध्यस्थ भाग, वृक्षादिका गुच्छा. A cluster of trees the middle portion of a private, etc. ज. प. १, १०; नाया० १, ५; भग. secret part (e. g. of the body). ७, ६, १५, १; जीवा० १; पन्न १; (२) नाया० १६; नाया० ध० -अंतराय. पुं० ગુરુ શરીર વગેરે ઉપરથી રજ કે જંતુને ( -अन्तराल ) गुघानना मत-मय પુજીને દૂર કરવાનું એક સાધત-ધમનું मा. गुह्य स्थान का अंतराल-मध्य भाग. a ७५४२९१. (२) गुच्छा; शरार इत्यादि के middle portion of secret parts ऊपरसे रज व जंतु दूर करने का एक साधन (e.g. of the body ). "गुज्न्झंतराय -धर्म का उपकरण. kind of brush धोवेति " निर० ४, १; -अणुचरिय. made of woollen threads to न० (-अनुचरित ) शुधनतना भवनपति remove dust or insects from वामे सेवे (२थान ). गुह्य जाति के body etc. श्राव० ४, ८; भवनपति देवॉने सेवित किया हुआ ( स्थान ). गुच्छग. पुं० (गुच्छक ) गु-छ।. गुच्छा. A ( a place ) resorted to by gods cluster. प्रव. ५०६ styled Guhyas. दस० ७, ५३; गुच्छय-श्र. पु. ( गुच्छक) शरीर अने वस्त्र गुज्झग. पुं० ( गुह्मक ) भरनपति धनी પાત્ર પુંજવાને ઉનને ગુચ્છ-ગોછે. में 11. भवनपति देव की एक जाति. शरीर व वस्त्र पात्र को स्वच्छ रखने का A particular kind of deities; a ऊनका गुच्छा. A wollen brush to Bhavanapati ( lords of the cleanse the body, vessels lower parts of the earth) clothes etc. उत्त० २६, २३; अोध. god. दसा० ६, २६; पिं. नि. ४५२; दस० नि.६६८; ६, २, १०; (२) गुप्त; अश्य. गुप्त; गुज्झ. त्रि. ( गुह्य) शुस पात; पहारना अदृश्य. secret. सम० १०श्रोघ. नि. માણસે આગળ પ્રકાશવા એગ્ય નહિ તે. भा० २३८; गुप्त वर्णन; बाहर के मनुष्यों के समीप प्रका- गुज्झदेस. पुं० ( गुरदेश ) मुख्य स्थान. गुह्य शित करने योग्य नहीं वह. ( Anything) स्थान. Rectum. प्रव० २५३;-रक्ख. secret; private. प्रव० ४४२, ५३६; न० (-रक्षार्थ ) गुथस्थाननी २क्षामाटे. राय० २१०; नाया• २, ७, (२) गुब्ध गुह्य स्थान की रक्षा के लिये. for the भाग; गुतद्रिय. गुह्य भाग; गुप्तेंद्रिय. al safety of rectum. प्रव. ५३६%; HTHHTHHTHHANE Page #639 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुज्मसाला ] गुज्झसाला स्त्री० ( गुह्यशाला ) गुप्त घर. गुप्त घर. A secret house; a private room. निसी० ८, १७; — गय. त्रि० ( - गत ) गुप्त घरमा रहेस गुप्त घर में रहा हुआ. (one ) gone in a private room. निसी० ८, १७; गुट्ट. पुं० ( गोष्ठ ) गायने रवाना पडे. गौ को रहने का बाडा A cow-pen. भत्त० १६२; गुड. पुं० ( गुड ) गोण; शेरडीना रसधी अने पाद्य पार्थ गुड, गन्ने के रस से बना हुआ खाद्य पदार्थ. Molasses. पं. नि० भा० ३; जो ० ६५; जीवा० ३, ३; प्रव० २०६, कप्प० ६, १७ गुढायरे. त्रि० ( गूढाचारिन् ) पोताना हुएयार छुपवनार. अपना दुष्टाचार छिपाने वाला ( one ) hiding one's own misconduct. दसा० ६, ८ गुण. धा० III. ( गुण्ण ) गुणु भावतन २ गुनना; आवर्तन करना. To multiply. गुणइ. सु० च० १४, ६१; गुणंति श्रध० नि० ६६३; ( ६३१ ) गुणेत्ता. सं० कृ० जं० प० ७, १३५; गुण. पुं० ( गुण) गुगु--भूलगुगु खने ઉત્તર ગુણુ; મૂલગુણ--મહાવ્રત; ઉત્તરગુણसमिति हि गुण-मूलगुण व उत्तरगुण; मूलगुण - महाव्रत, उत्तरगुण समिति आदि. A quality; it is classified into Mūlaguna i. e. a full vow and Uttaraguna i. e. Samiti etc. विशे० १; अणुजो० २१; दस० ८, ६१; ( ૨ ) શ્રાવકનાં ત્રણ ગુણ વ્રત; ૬ । ૭ મુ भुं श्रावक के तीन गुण व्रत. छठा सातवा व थाठवा व्रत the three vows viz. the 6th, the 7th and [ गुण the 8th of a Jaina layman. भग० २, ५, ७, ६ नाया० ८ पन्न० २०; ( ૩ ) દ્રવ્યમાં રહેલ ધ; વસ્તુસ્વભાવ. द्रष्य में रहा हुआ धर्म; वस्तुस्वभाव. the nature of a thing. श्रव० पन० १५; पिं०नि० भा० १; (४) श, रूप, रस आह अमना गुगु; छंद्रिय विषय शब्द, रूप, रस यदि काम के गुण; इंद्रिय विषय. the object of senses viz. sound, sight, taste etc. पिं०नि० १२८; आया ० १, १, ४, ३४; १, २, १, ६२, (५) क्षमा, विनय, ज्ञान, सौभाग्य, सरलता आदि सहूगुणु क्षमा, विनय, ज्ञान, सौभाग्य, सरलता इत्यादि सद्गुण. the virtues e.g. forgiveness, modesty, knowledge, straightforwardness etc. भग० २, १७, २; ८ ४ २५, ४; ४२, १; नाया ० १ ३ ६ १०; १६: दस० ५, २, ४४, ६, ६, ७, ५६; ६, १, १७, ६, ३, ११ राय० ८०; २१५ नंदी० स्थ० ४; ज० १२८ पं० नि० ३१२; उवा० १, ६९६ क० प० १, २६; क० गं० २, २ (१) सूत्रा तांता होरा सूत के तंतु; डोर. cotton threads. जीवा० ३; राय ० १०६, कप्प० ३, ३४; (७) गणवु; गुणाार १२वे ; गिनना; गुना करना counting. जं०प०५, १२१; एन०२; २८ कप्प०३, ३४; - अणुराश्र पुं० (अनुराग) गुगुना अनुराग - प्रेम गुण का अनुराग - प्रेम love for merit. भत्त० ५४; - श्रहिय. त्रि० ( - श्रधिक) गुरोरी अधिक गुणों से करके अधिक. surpassing by reason of, in point of qualities. उत्त० ३२,५; - आसा. पुं० ( - श्रस्वाद ) विषयना शहाहि गुणाभां व्यास्वाह; व्यासति विषय के शब्दादि गुणों में आस्वाद - आसक्ति. For Private Personal Use Only Page #640 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुण ] ( ६३२ ) attachment to objects of senses such as sound etc. श्राया० १, १, ५ ४३; - उक्तित्तण. न० (- उत्कीर्तन ) गुगुने गावां गुने मात्र गुणों का गान करना; गुणों की प्रशंसा करना extolling, praising of merits. पंचा० ४, २४; - उत्तर. त्रि० ( - उत्तर ) गुणु प्रधान; गुरोरी श्रे४. गुणप्रधान; गुणों से श्रेष्ठ. superior by reason of or in point of qualities. उत्त० १२, १; - उपायण. त्रि० ( - उत्पादन ) गुगु२साहिने उत्पन्न तु ते गुण इत्यादि को उत्पन्न करना. producing, excitingsuch qualities as taste etc. भग● ७,१; – उववेय. त्रि० ( - उपेत ) गुरुस्थी युक्त गुणों से युक्त having qualities; possessed of qualities. नावा०८; विवा० २; कष्प ० १,८ - कर. त्रि० (-कर) यो २२ लाभ देने वाला a benefactor. पंचा० ५ १२; करण न० ( - करा ) भूत गुण भने उत्तर गए रूप ५२. मूलगुण व उत्तर गुण रूप करण. thought-activity in the form of Mahavrata and Samitis etc. विशे० ३३५३; -कार. पुं० ( -कार ) ગુણાકાર-એક રકમને બીજી રકમથી ગુણવું ते. गुणाकार; एक संख्या को दूसरी संख्या से गुनना. multiplication. सम० ८४; प्रव० १३५१; – क्खाण. न० (- श्राख्यान) गुणीर्तन. गुण कीर्तन. praise. पंचाο २, २४; – गण. पुं० ( गण ) गुगुन । समूह. गुणों का समूह. & collection of qualities or virtues. नाया० १०; - गाहि. त्रि० ( - प्राहिन् ) गुगुने ग्रहण ३२ना२. गुण माही; गुण को ग्रहण करने वाला. (one ) who appreciates शह virtues. उत्त० ३६, २६०; - जुश्र. त्रि ० ( - युत) गुगुवासी; गुणवंत. गुणवाला; गुणवंत; गुणयुक्त. meritorious: possessed of good qualities. पंचा० २, ३४; द्वारा. न० ( - स्थान ) मिथ्यात्व यहि १४ गुगुस्थान. मिथ्यात्व आदि १४ गुणस्थान. the 14 stages including false belief etc. क० गं० २, १४, १; पंचा०८, ४१; १०, ११; १५, ४६; - द्वारा श्र न० ( स्थानक ) मिथ्यात्व यहि १४ गुगुस्थान. मिथ्यात्व आदि गुणस्थानक. the 14 stages including false belief etc. क० गं० ६, ४८; ट्ठि त्रि० ( -अर्थिन् આદિ વિષયગુણને અર્થી--અભિલાષી વ્ आदि विषय गुणका अर्थी अभिलाषी. ( one ) desirous of objects of senses like sound etc. श्राया० १, २, १, ६२; – हिश्र त्रि० (-अर्थिक ) " गुणट्ठि " श७६. देखो " गुणट्ठि शब्द. vide " गुणट्ठि आया० १, १, ४, ३४; — णिप्पराण. त्रि० ( - निष्पन्न ) गुण प्रमाणे उत्पन्न थयेलु गुण से उत्पन्न हुआ हो वह. born of qualities. नाया• १; १६; - हि. पुं० ( - निधि ) गुगुना २. गुणों का भंडार. & store of merits. पंचा० ८, ४३; · (u)idya. त्रि० (- अन्वित) गुगु सहित; गुणुवासुं. गुण सहित, गुणयुक्त having qualities. विशे० ८६; -- त्थि त्रि० (- अर्थिन् ) लुखो "गुए दिट्ठ" २०६. देखो " गुणट्ठि " शब्द. vide " गुणाट्ठि" विशे० २६४२ ; - धारणा. स्त्री० (-धारणा ) सद्गुणु धारा ४२वा ते. of सद्गुण धारण करना adopting virtues. अणुजो० ५८ ( २ ) आवश्य સૂત્રના પ્રત્યાખ્યાન નામે અધ્યયનનું અપર. 79 - For Private Personal Use Only [ गुण 37 Page #641 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुण] [गुण नाम. आकश्यक सूत्र के प्रत्याखान नामक अध्ययनका अपर नाम. the other name of the chapter Pratyākhyāna of Avasyaka Sitra. विशे. १०२; -दि मो० (-पदि) गुण २५ समृति गुए सक्षमी. गुण रूप समृद्ध; गुणलक्ष्मी. wealth in the form of merits. पंचा०५, ६: --निप्पन्न त्रि. (-निष्पन) जुमे "गुणणिप्पा" श»६. देखो "गुणणिप्पन" शब्द. vide "गुणणिप्पच" भग० ११,११:१५, १; नाया० २; कप्प०४, १.; -निष्फन त्रि० (-निष्पा) मा " गुणविपन" श६. देखो " गुणणिपन्न" शब्द. vide " गुणणिपन्न" क.५०१,२०; -निबद्ध. त्रि. (-निबद्ध) गुरा-२० अया सगुल्थी संधाय गुण-डोरा अथवा सद्गुण से बंधाया हुआ. bound, tied with merits, qualities. भत्त० ११६; -निहि. पुं० (-निधि) गुगुना नं२. गुणों का भंडार. a store of merits, qualities. पंचा• १४, ४०; -पगरिस. पुं० (-प्रकर्ष) ५ गुण बहुत गुण many merits, qualities. पंचा. ८, ४; -परिणा . स्त्री. ( -परिज्ञा ) गुएर्नु प. गुण का ज्ञान. knowledge of qualities. पंचा. ७, २५; -परिहाणि. बी. (-परिहानि ) शुशानी हानि. गुणों की हानि. loss of qualities or attributes. नाया. १३; -पसत्थ. त्रि. (-प्रशस्त ) समुशाया यमयात सद्गुणों से प्रशंसित. praised. क. प. ५, २; --पेहि. त्रि. (-प्रेषिन् ) गुणी ; गुलाही. गुणदर्शी; गुणग्राही. grateful. क. गं. १, ६.; -८पमाण. न. ( -प्रमाण ) गुण-मात्मग-नानादिरू५ Vol. II/80. प्रमाण-प्रमेय ५२तुनो परि-छेद १२नार. गुण -आत्मगुण - ज्ञानादि रूप प्रमाण-प्रमेय वस्तु का परिच्छेद करनेवाला. the measure of merits. विशे० ६८३; -८पहाण. पुं० (-प्रधान ) संयमादि मुशायी प्रधान ४. संयमादि गुणों से प्रधान. prominent by reason of, in point of the qualities of asceticism etc. नाया. १; -भवपचय. त्रि. ( -भवप्रत्यय ) ગુણ અને ભવ એ બે જેમાં કારણ હોય તે. गुण व भव ये दो जिस में कारण हो वह. that in which birth and merits are the cause. क.५०२,६८; -मुकजोगि. पुं० (-मुक्तयोगिन् ) विष. यदि गुसहित योगी-साधु. विषयादि गुण रहित; योगी-साधु. an ascetic; one free from qussions. नाया. १९; --रागि. त्रि० ( -रागिन् ) गुलना २l; गुयना पक्षाती. गुण का रागाः गुण का पक्षपाती. ( one ) given to virtues. प्रव० १३७१; पंचा० ३.६; ७, ७; -रासि. पुं० (-राशि ) गुणोना M२. गुणों का भंडार. a store of virtues. गच्छा. १४; -विसिट्ट. त्रि. ( -विशिष्ट) १५शम, सम, नि, मनु કંપા, આસ્તિથ એ પાંચ ગુણેથી યુક્ત. उपशम, संवेग, निर्वेद, अनुकंपा, आस्तिक्य इन ५ गुणों से युक्त. (one) possessed of five virtues viz. Upasama, Samveda etc. प्रव• ६६६ -संकर. पुं० (-शकर ) मुशानी समूद. गुणों का समुह. & collection of at. tributes. नाया० १; -संपन्न. त्रि. (-सम्पन) गुरसम्पन्न; अशेरी न२५२. गुण सम्पन्नः गुण से भराहा . full of attributes. गच्छा . १२७; -सायर, Page #642 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुणश्रो] ( ६३४ ) [गुणव्यय पुं० (-सागर ) गुगुनी समुद्र. गुणसागर; | है, सोलह मास में यह तप संपूर्ण होता है. गुण का समुद्र. an ocean of quall- A. kind of penance lasting for ties or virtues. दस. १, ३, १४; - sixteen months in which one गच्छा० १०३; -सुटिअप. त्रि. fasts for a day in the first ( -सुस्थितास्मन् ) तो आत्मा मुगुमा month, for two days in the सारीरी स्थित छे ते. जिसकी आत्मा गुणमें । second and so on for sixteen अछी तरहसे स्थित है वह. ( one ) days in the 16th month. Duwhose soul is strictly given to ring day one has to sit in a virtues. दस० ६, ७; ३; -हाणि. स्त्री० । certain bodily posture facing ( -हानि) गुण सने हानि पधारे। अने) the sun and at night in anघटी . गुण व हानि; अधिकता । न्यूनता. other posture without clothes loss and gain. क. प. १, १०; ३, on the body. The day posture ८; -हीण. त्रि० ( -हीन ) गुरविनानु. is Oukhadu Asana while the गुण रहित. devoid of attributes. night posture is Virāsana. अंत. गच्छा० १०६: क. प० १, ७८, १, १; कप्प० ७, ६; -वत्थर. न० गुणो. अ० ( गुणतस् ) गुथी; गुमाश्री. (-वत्सर) गुरन संपत्स२ नाम. गुणरत्न गुणस; गुण पाश्री. By reason of संवत्सर नामका. name of a kind of qualities; ir: point of qualities. austerity. प्रव०१५८०-संवच्छर. न. उत्त० ३२,५; भग०२, १०; (-संवत्सर) गुण संवत्सर सेनामनु मे। गुणण. न० (गणन) मावृत्ति; अथरियार. त५ छे. गुणरत्र संवत्सर इस नामका एक तप आयात्त; ग्रंथविचार. Multiplication; है. name of a kind of austerity. revision; reflecting upon the भग २, १; नाया० १; contents of a book. पिं. नि. ६६४; गुणवंत त्रि० ( गुणवत्-गुणा मूलोत्तर विशुविशे. १११३, ध्यादयों विद्यन्ते येषां ते) गुणी; गुपयुक्त. गुणरयण. न. (गुणरत्न) सण मानार्नु । गुणवान; गुणयुक्त. Possessed of એક તપ કે જેમાં પહેલે મહિને એકેક ઉપ- qualities or virtues. गुणवओ. व. वास, भीमसे, यावत् सेगमे महीने से ए. अणु जो० ५८; 340स १२॥ ५९ छ, हिवसे 8 आसने गुणवेरमण. न० ( गुणविरमण ) श्राप સૂર્યની સન્મુખ અને રાત્રે વીર આસને सात अने आ ये त्रए प्रत. श्रावकेक વત્ર રહિત બેસવાનું હોય છે; સેળ માસે छठ, सातवे और पाठवें यह ३ व्रत. The मात५ पूरा थाय छे. सोलह मास का एक three vows viz. the 6th, 7th तप कि जिसमें प्रथम मास में एक एक उप- and 8th of a Jaina layman. राय. वास, दूसरे में दो दो, यावत् सोलहवें मास २२६; नाया. ८; में सोलह उपवास करने पड़ते हैं, जिसमें दिनको गुणव्वय. न. ( गुणवत) मे “ गुणउकुड्ड आसन पर सूर्य के सन्मुख व रात्रि वेरमण " ५१. देखो “गुणवेरमण " को वार श्रासन से वन रहित बैठने का होता । शब्द. Vide " गुणवेरमण " आउ. Page #643 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुणसंकम] ( ६३५ ) [गुत्त ४; ठा० ४, ३; दस • ६, २; पंचा०१, १६; निर्जरा हर समय पर अधिक हो वह गुण गुणसंकम. न० ( गुणसंक्रम ) मध्यभान श्रेणि. The spiritual stages of અશુભ પ્રકૃતિના દલિઆને બંધમાન પ્રક. evolution in succession. Frosio તિમાં પ્રતિસમય અસંખ્યાતગુણે વૃદ્ધિએ ५, ८२; उमेरा ते. अबद्धमान अशुभ प्रकृति के गुणसढी बी० ( गुणश्रेणी ) सरथी ५२नी समूह को बध्यमान प्रकृति में प्रतिसमय असंख्य સ્થિતિના કમ દલિયાને લઈ ઉદયના પહેલા गुण वृद्धि से जोडना. Adding infi- સમયથી પ્રતિ સમયે અસંખ્યાત ગુણ વૃદ્ધિ કે nitely of sinful molecules નાખતાં અન્તમુહુર્ત સુધી તેવી અધિક શ્રેણી every instent in the acquired ચાલે તેને ગુણગુણ કહેવામાં આવે છે; લાંબી ones. क. प. २,१०० स्थितिना या मागवानी में शति. सर्व गुणसंकमण. पुं० ( गुणसंक्रमण ) तुम से उच्च स्थिति के कर्म समूह को लेकर उदय “गुणसंकम" श६. देखो “गुणसंकम" | के पूर्व समय से प्रति समय पर असंख्यात शब्द. Vide “गुणसंकल" क०५० २,७०; / गुणों की वृद्धि करते हुए अन्तर्मुहूर्त पर्यन्त गुणासल. न० (गुणशील ) से नामर्नु २।०४. ऐसी अधिक श्रणी चालू रहे उसे गुण श्रेणी नगरी पासेतुं ये उधान. इस नामका कहते हैं; लम्बी स्थिति के समूह को राजगृही नगरी के समाप का एक उद्यान- भुगत मान करने की राति. The process ariar. Name of * garden in of enduring the Karma of a the vicinity of Rājagruhi long duration. उत्त०२६,६; ओव० १५: city. कप्प० ९, ६३; गुणि. त्रि० (गुणिन् ) गुण पा-दी-सो. गुण गुणासल श्र-य. पुं० (-गुणशालक) २००५नी । युक्त. Having a quality: meritori. ०६॥२ सावेडं ये नामन में 21--GE:न. ous. नाया० १२; क. प. ४, २५; राजगृह के बाहर आया हुआ इस नाम का गुणिजमाण. त्रि० ( गुण्यमान ) गुहार एक चैत्य उद्यान. Name of a garden | ४२. गुना किया जाता. Multiplied. outside Rajagriha. भग. १, १; २, प्रव० ६३७; १, ७, १०; अणुत्त०१, १; नाया० १८; (२) गुणिय-श्र. त्रि. (गुणित ) गुणेता र से नामर्नु यक्ष मन्दिर इस नाम का यक्ष ४२३. गुना हुआ;गुना किया हुआ. Multipliमन्दिर. name of a temple of Yak. ed. उत्त० ७, १२; विशे० ७६. भग. २४; $a. निर०३, १; --चेइय. न० (-चैत्य) २१; क. प० २, ७८ नुस। “गुणसिलअ--य" श६. देखो “गुण- गुराण. त्रि. (गुण्य) गुणने साय, गुनने योग्य. सिलअ-य" शब्द. vide “गुण सिल-य" Worthy of attributes. कप्प०४,६०; नाया. १३; गुत्त. न. (गोत्र ) गोत्र: २५८ ४. गोत्र; कुल-. गुणसेढि. स्त्री. ( गुणश्रेणि) Yणारे प्रशनी नाम. Surname; family name. રચના; જયાં ગુણની વૃદ્ધિએ અસંખ્યાત ગુણી | नंदी० २६; उत्स० १८, २१; भग० २५, ६; निश समये अधि: थाय ते गुया कप्प० ११ २; (२) सातभु गोत्र म. श्रेय. गुणणि; गुणाकार प्रदेश की रचना; सातवां गोत्रकर्म. the 7th Gotra जहां गुण की वृद्धि से असंख्यात गुनी के। Karma. भग० २५, ६; Page #644 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुरु ] ( ६३६ ) गुप्त. त्रि. (गुप्त) गुप्तिवन्तः भन वयन કાયાને પાપમાં ન જવા દેતાં ગેપવી रामनार. गुप्तिवन्तः मन बचन व काया को पाप में जाने से बचा रखने वाला. ( One ) who protects himself against sins of mind, body and sheech. ओघ० नि० भा० ४६; ओघ० १७; उत्त० १२, १७ आया० १, ३, ३, ११७; भग० २, १३, १, २, १३, ४; नाया० ४; सूय० २.१, ६०; गच्छा०५३; (२) स्तव; हिगढ नेत्र स्तब्ध; दिगमूढ; बना हुआ. confounded; bewildered. भोघ • नि० भा० १७६; ( 3 ) छुपावे; ढांस; गोपवे छुपाया हुआ; ढांका हुआ; गुप्त रखा हुआ. concealed; protected; & hidden cave etc. जीवा ० ३, ४; नाया ० १४; राय • २५४; निसी ०२०, १: कप०६,२; ( ४ ) रक्षणु रेल; जयावेत. रक्षण किया हुआ; बचाया हुआ. protected. पद्म २; (५) गुप्तचर - भोयई वगेरे. गुप्तघर- तलघर इत्यादि. a coller. ठा०४, १:- - इंदिय. त्रि० (-इन्द्रिय) पांय दियो भेरो वशम्श पापथी गोपी छे ते पांच इंद्रियों को जिसने शकर, पाप से बचाई है वह. (one) who has controlled his senses नाया० ४; भग०२, १; २५, ७; दसा ०५, १८ कप्प ५, ११६; --- दुवार न० (-द्वार ) छानु जानु भार; गुप्तद्वा२ गुप्तद्वार a hidden door ठा०५, २; भम० ३, १ – - बंभयारि. त्रि० ( - ब्रह्मचारिन् ) श्रलययनुं रक्षणु. ५२नार. ब्रह्मचर्य का रक्षण करने वाला. (one ) who observes celibacy or chastity. दसा० ५ २१; भग० १२, १; १८, २; नाया० १४; १६; नाया० ध० निर० २, १; गुप्तास. पुं० ( गोत्रास) विपासूनुं मे नामनुं [ गुप्फ जी अध्यागन विपाक सूत्र के द्वितीय अध्ययन का नाम Name of the 2nd chapter of Vipāka Sūtra. ठ०१०; गुप्ति. स्त्री० ( गुप्ति- गोपयनं गुप्तिः ) भन वन्यन અને કાયાને અશુભ પ્રવૃત્તિથી રેકી ગોપવી रावते. मन वचन व काया को अशुभ प्रवृत्ति से रोककर बचा रखना. Control of mind, speech and body. i. e. guarding them against sins. सम० ३; सम० प० १६८ उत्त० १२, १७; २४, १; नाया० १; १०; निसी० २०, १; पक्ष - ९; भत्त० १४०; प्रव० २७०; पंचा० १५, ३१; बिशेο ० ११३० ; - विभेय. पुं० ( - विभेद ) गुप्ति-वयन गुप्सिना विलेह - मंग. गुप्ति-वचन गुप्ति का विभेद-भंग. the breech in control of speech. गच्छा० १३१; गुतिय पुं० ( गुसिक ) डेटपास. नगर रक्षक अधिकारी; कोतवाल. A village cons table परह० १, २, कप्प० ४, ६८; गुतिलेख. पुं० ( गुप्तिसेन ) मुद्दीपना गैरવત ક્ષેત્રમાં ચાલુ અવાસ પૈણીમા થયેલ સેાલમાં तीर्थ २. जंबूद्वीप के ऐवत क्षेत्र में वर्तमान अवसर्पिणी में उत्पन्न सोलहवें तीर्थंकर. The 16th Tirthankara of the present Avasarpiņi in the Airavata region of Jambū dvipa. सम० १० २४०; गुद. न० ( गुद ) गुहा, गुह्यस्थान. गुदा; गुह्यस्थान Anus; rectum तंदु० प्रव० १३८६; गुप्पमाण. व० कृ० त्रि० ( गुप्यत् ) व्यास थतुं. व्याकुल. Getting troubled or distracted प्रोदं० २१; गुप्फ. (गुल्फ) पुं० पानी भेडी; धुंटी घुटी; एडी. A heel. ओम० १०; आया १, १, २, १६; जीवा ० ३, ३; For Private Personal Use Only Page #645 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुमगुंमत ] ( ६३७ ) [गुरु गुमगुमंत. त्रि० (गुमगुमत्) गुमशुभाट ५२ता; _flowering plant. जावा. ३, १; शुभशुभ अवे मा०४ ४२तो. गुमगुमाट गुरु. पुं० (गुरु-तं शास्त्रार्थमिति गृणात्ति यथाकरता हुश्रा; गुम गुम ऐसी आवाज करता हुश्रा. वस्थि ) शास्त्रमा स५हेश मापनार; गुरु. Buzzing; humming. अोव० शास्त्र का सदुपदेश करने वाला; गुरु. A teaगुमगुमायंत. व. कृ. त्रि. (गुमगुमायमान) cher; a preceptor. भग० ५, ६, ८, ધમધમાટ કરતું, ગણગણાટ કરતું, મઘુર ७; ११, ११; १७,३; नाया. १; ७:८; श६ १२. घमघमाट करता हुआ; गिनगि. पिं०नि० भा० २७; अणुजो० १३; ६६; उवा नाट करता हुआ; मधुर शब्द का उच्चार करता ३, १३५; पंचा० १, ९; ५, १२; मत्त. १७; हुआ. Tinkling; buzzing. कप्प० ३, ६E; आव० ६, २; (२) त्रि. मारे; वन३७ ३२. भारी; वजनदार. heavy. विशे. गुम्म. पुं० ( गुरुम ) 4 14 नवमादि। ६६०; जीवा. ३, १; पिं.नि. ३२०; उत्त० माहि क्षनी येत. वंशजाल नवमालिका ३६, १६; क. गं० १, ४७; आया० १, ५, आदि वृक्ष की एक जाति. A cluster १, १४१; (३) अधोगति र नार of bamboo trees etc. नाया• १; मलाप. अधोगति को लेजानेवाला महा५; भग० ७, ६; जं. ५० जीवा० १; पन्न. १; दोष. a great sin leading to low. ( २ ) स; परियार. समूह; परिवार. a er condition of existence. पिं० group; a collection. विश. ३३; नि० १०२; ११२; जं० प० २, २६; (४) जं० ५० १, १०; सूय० २, २, ५५; 40; आया. बड़ील; श्राचार्य. an eld. गुम्मइथ त्रि.(गल्मित) मे; भूसनेस. er; a head of an order of saints. मूढजना हुमा. Puzzled; be wildered. दस० ५, १, ८८; पंचा. ७, ५, उत्त० १, ओघ. न. १३६; २; २६, ७; अणुजी. १२०; (५) ना गुम्मागुम्मि. अ० (गुल्मागुल्मि) गुना में ઉદયથી જીવ લેતા જેવું ભારે શરીર પામે તે ભાગ તે ગુલ્મ; એક ઉપાધ્યાય અધિષ્ઠિત नाम:मनी से प्रति. जिसके उदय से जीव साधुमे।सेगा याय ते. गुच्छ का एक भाग- लोहे के समान भारी शरीर प्राप्त करे उस गुल्म; एक उपाध्याय अधिष्टित साधु लोग नाम कर्म की एक प्रकृति. a variety of एकत्र हों वह. A portion of un Nama Karma by the rise of order of saints; saints under which a soul gets body as hard one preceptor assembled toge- as iron. क.गं० १, ४१, ४२; - असाथ. ther. ओव. २१: पुं० २० (-असात) लारे साता-दु:५ गुम्मि. पुं० (गुल्मिक) आन परे।. खानखजूरा. भारी दुःख. great pain. क. प. ४, ___A centiped. उत्त० ३६, १३७; ८४; -उवएस. पुं० (-उपदेश) गुना गुम्मिय-अ. पुं० (गुल्मिक ) शानुं २क्षा B५श. गुरु का उपदेश. words of ad ५२ना२; या२. गढ का रक्षण करने वाला. vice of a Guru. विशे० १; प्रव० १; A guard of a fort; a watchman. ७७६; --उवएसाणुसार. पुं० ( -उपश्रोघ० नि० १६.३; ७६६; गुध विगेरे पुत्र देशानुसार ) गुइना ७५श प्रमाणे. गुरु के आ७. जुई श्रादि के फुल के वृक्ष. a kind of उपदेश के अनुसार. according to Page #646 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुरु] ( ६३८ ) [ गुरु the advice of a preceptor. पंचा० ४, १; -जण. पुं० (-जन) भट। भाएस; 41. बडा मनुष्य; वडील. an | elderly person; an elder. नाया० । ६; १८; कप्प० ३, ५६, पंचा० ४, ३४; प्रव० १००; -जप्पथ. त्रि० (-जल्पाक) ગુરૂની હામે બોલનાર; દુર્વિનીત; વિયविनानी. गुरु से अनुचित बोलने वाला दुविनीत; विनय रहित. impolite; irreverent. पराह. १, २, -जोग. पुं० ( -योग) Y३ने। समागम. गुरु का समागम. contact with a preceptor. पंचा० २, ४; -णियोग. पुं० (-नियोग) शु३नी माशा. गुरु की प्राज्ञा. command of a preceptor'. पंचा० १२, १८; -~-दत्तमेसभोयण. नं० (-दत्तशेषभोजन) गुरुये પોતે ખાતાં બાકી રહેલું આપેલ ભજન. गुरुने भोजन कर लेने पर दिया हुआ शेष भोजन. the rement of food giv. en by a preceptor. प्रव. २१५; • --देवया. स्त्री० (-देवता) गुरुवता ।। समान गुरु देवता; देवता के समान; गुरु. ( one ) who regards a preceptor as his god. नाया० ८, १८; पंचा० १, ४५; -दोस. पुं० ( -दोष) भोटे। होप. बड़ा दोष, a major fuult; a grave fault. प्रव० २१७; -निगगह. पुं० (-निग्रह) गुइना म; गु३नी आशामा २ ते. गुरु की आधीनता; गुरु की श्राज्ञा में रहना. the control of a preceptor. प्रव० ६५.३;-नियोग. पुं० (-नियोग) ३~ परीसने म. गुरु, वडील की आज्ञा. the order of u preceptor or elderly person. क. ५० ५, २४; -पमुह. त्रि० (-प्रमुख) ४३महा२।०४ वगेरे; 41या६ि४. गुरु महाराज इत्यादि-श्राचार्यादिक. । preceptor etc. प्रव० ३०; -पसाय. पुं० (-प्रसाद ) गु३नी ४५. गुरु की कृपा. favour of a preceptor. नाया० १२; दस. ६, १; १०; --पसापभिमुह. पुं० (-प्रसादाभिमुख) ३नी प्रसन्नता पक्षाने उधमशीत. गुरु की प्रसन्नता रखने को उद्यमशील. one active in keeping one's preceptor pleased. दस. ६, १, १०; -पुच्छा . स्त्री० (-पृच्छा) शु३ने पुछी १२६ आम ४२ ते. गुरु से पूछ कर प्रत्येक काम करना. performing of an action after consulting a preceptor. पंचा. १२, ४१; -पूया. स्त्री. ( --पूजा ) शिष्ये ४३ने यथायित 24. ९.१२ हिसावी सेवा मति ४२वी ते. शिष्य ने गुरु को यथोचित आहारादि लाकर सेवा भक्ति करना. service of a disciple to his preceptor by bringing food etc. for him. उत्त० २६, ७; -फास. पुं० (--स्पर्श ) १३ २५०; मारे. पा; मा २५ भानो मे. गुरु स्पर्श; भारीपन; आठ साश में से एक. heavimess. सम० २२; क. गं. ५, ३२; -भणिय. त्रि० (-भणित ) गु३से डेल. गुरुने कहा हुआ. explained by . preceptor. प्रव० १३४; -भत्ति. स्त्री० ( -भक्ति ) शु३नी मस्ति-सेवा. गुरु की भक्ति; सेवा. devotion towards a preceptor. क. गं. १, ५५; पंचा. २, ३७ -भूतेवघाइणी. स्त्री० (-भूतापघातिनी ) भलाभूताना नाश ४२नारी (भाषा). महाभूतों को नाश करने वाली (भाषा). a language which des. troys ghosts. दस० , ११; -~-मुह. न० (-मुख ) मायायनु भु५. प्राचार्य का मुख. the mouth of a Page #647 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुरु] ( ६३६ ) [गुरुकुल preceptor. पंचा० ६, ५०; -लक्खण. गुरुश्र-य. त्रि. (गुरुक) लगती सूत्रना न० (-लक्षण ) गुइन क्षण. गुरु के | પહિલા શતકના ૯ માં ઉદે શાનું નામ. लक्षण, the attributes or quali. भगवती सूत्र के पहिले शतक के इवें उडे. fications of a preceptor. गच्छा० शाका नाम. Name of the 9th chap. ४०; -लघुग. त्रि. (-लघुक) या ter ( Uddeśã ) of the first “गुरुश्र-लघुश्र" श६. देखो " गुरुप्र- Sataka of Bhagavati Sūtra. लघु" शब्द. vide " गुरुअलघुअ" भग० १,१; (२) २. वजनदार; क. प. ४,४६; -लाघव.न. ( लाधव) भारा. heavy. भग० १.६;६, १३, १८, मारे अनेस भारी व हलका. heavy ६; २०,५; दस०५, २, ३२, नाया. १: and light. प्रव० २१७ –वयण. न० ६; परह. १, २; पन्न. १; पंचा० १०, २६; ( --वचन ) गु३नु वयन. गुरु का बचन. -भारियत्ता. स्त्रो० (-भारिकता) गुरुता the words of a preceptor. प्रव. ५-मारेपा. गुरुता रूप; भारिपन. the १३; -संभारियत्ता. स्त्रो० (-संभारि- state of being heavy:heaviness. कता) ५२२५२ अथियोन प्रयोगथा मारे. उवा० २, १०२; नाया० ६; --लघुअ. पुं० परस्पर ग्रंथियों के प्रयोग में भारी, heavv (-लघुक) मे अपेक्षा मारे अने on account of being interlink: બીજી અપેક્ષાએ હલકા એવા વાયુ કાયાદિ ed. भग. ५, ३; -सगास. पुं. पहा. एक अपेक्षासे भारी व अन्य अपेक्षा (-सकाश ) १३पासे: १३सभी ५. गुरु के । से हलका ऐसा वायु कायादि पदार्थ. ३ के पास; गुरु के समाप. near a pre- substance like air-bodied be. ceptor. पंचा० १, ४३: -सम्मय. त्रि. ings etc. भग० १, १; -संभारियत्ता. ( -सम्मत ) ४३ने मान्य; ३ ने तु स्त्री. (-सम्भारिकता ) विशेष मारीपण मान सापता होते. गुरु को मान्य; गुरु __ अधिक गुरुता; विशेश भारी पन. extraa जिस को बहुत मान देते हों वह. admissi- heaviness भग० ७, १: ble to a preceptor. पंचा० १२, २६; | गुरुई. स्त्री० ( गुर्वी ) ही मारे (सी). -सुस्सूसणया. नी. ( * - शुश्रूषण ) बडा; वजनदार (स्त्री). Heavy; great; (३नी शुश्रूषा; गु३ सेवा; ४३ मत. गुरु (a woman). विशे० १२००; नाया. १;; की शुश्रूषा; गुरु सेवा; गुरु भक्ति. service | गुरुक त्रि. (गुरुक ) मारे; मा भारी; to a preceptor. उत्त० २६, २, वजनदार. Big; heary. क. ५० ४, ४५; -सज्जासंथारग. पुं० (-शय्यासस्तारक) गुरुकुल. न० ( गुरुकुल ) सल्यास ४२वामा? शुरुन १५ आने सथा।-५यारी. गुरु की | ગુરૂ સમીપે રહેવું તે; ગુરૂનું નિવાસ સ્થાન. शय्या व संथारा-पथारी. the bed of अभ्यास करने के लिये गुरु के समीप रहनाः a preceptor. प्रव० १४६; -हीलणा. गुरु का निवास स्थान, A group of स्त्री० (-हेलना ) ४३नी खाना-नि-६. ascetics under one preceptor; गुरु की हेलना-निन्दा. censure of a residence with a preceptor for preceptor. “ नया विमुक्नो गुरुहील- study; residence of a preceptor. णाए" दस ६, १,७; उत्त, ११, १४; पिं० नि० ४३९; -वास. Page #648 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गुरुग ] ( ६४० } पुं० (-वास ) धर्म गुनी पासे निवास २वा ते धर्मगुरु के पास निवास करना. residing near a religious preceptor. पंचा० ११, है; गुरुग. त्रि० (गुरुक) आरे; म्हो; वनहार. भारी; बडा; वजनदार Heavy; big. पंचा० १५, १७; गुरुतरंग. त्रि ( गुरुतरक ) अतिलारे; प महेोटेो. अतिवजनी; वहुतबडा. Very heavy पंचा० ८, २८; नाया० ६; राय ० २६०; पन० १५; गुरुयत्ता. स्त्री० ( गुरुकता ) लुभे। "गुरुयत्त" २६. देखो "गुरुयत्त" शब्द. Vide. "गुरुयस" भग०५, ६, ७, १, १७ नाया ०६: गुरुल हु. त्रि० ( गुरुलघु ) अंत लारे नही અને એકાંત હલકું નહી કિન્તુ એક અપેક્ષાએ लारे भने जी अपेक्षा. एकांत वजनी नहीं व एकान्त हलका नहीं किन्तु एक अपेक्षा से वजनी व अन्य अपेक्षा से हलका. Heavy and light from different points of views; relatively heavy and light सम० २२; - परिणाम. पुं० ( - परिणाम ) अपेक्षि (अा आरेपुद्द्रवनुं परिणाम; गुरवधु पर्याय एक की अपेक्षा से वजनी व अन्यकी अपेक्षा से हलका; गुरु लघु पर्याय. relatively light or heavy. सम० २२; गुल. पुं० ( गुड ) गुड़: गो. गुड Mola - sses; treacle. ‘खंडगुलम च्छंडी माईणं' ओव० ३८; अणुजो० १२७; ठा० ७, १; नाया०८, १७; पिं० नि० ५४. २१०; पद्म १७; जं० प० पंचा० ५ १ ८ २३; प्रव० २३४; अणुजो० ३८ - पाण न० ( - पान ) गोगनुं पाशीची ते. गुड का पानी पीना. [ गुलित्रा-या drinking of water mixed with treacle. नाया - १७; गुरुयस. न. ( गुरुकरव ) लारीपयुं भारीपना | गुलगुलंत. व० कृ० त्रि० ( गुलगुलर ) गुल Heaviness. भग १, ८, १२, २; ગુલાટ કરતા; ગુલગુલ એવે આવાજ કરતા. गुलगुलाट करता हुआ; गुलगुल जैसी भावाज. Making a grunting sound like that of an elephant. ओव० ३०; गुलगुलाइय न० ( गुलगुलायित ) साथीने गुगु यावा. हाथी की गुलगुल आवाज. Grunting of an elephant. राय १८३; जीवा ० ३, ४; भग० ३, २; गुलगुलिय. स्त्री० ( गुलगुल्लित) (सालस उरेल. हाथी की हल्ला गुल्ला किया हुआ. Making a bustle or noise मु० च० ६, २७; -- लावणिया बी० ( - लावणिका ) गोस पापडी. गुड़ की पपड़ी. & cake of malacess. प्रव० १४२५; गुलहाणी. स्त्री. ( गुलधाना ) गोल मिश्रीत घाला. गुड मिश्रित धानी. Parched grains mixed with malacess. प्रव० २३५; १४२८; गुलिश्रा - या. श्री• ( गुलिका ) गुटिअ; ध्वानी गोणी गुटिका; दवाई की गोली Indigo; a medicinal pill. श्रव• २२; ठा० ४, २, सू० १, ४, २, ७; राय० ४०; अंत० ३, ८ विवा० १; जीवा० ३, ४; नाया० १३; १४; पद्म० २; १७; उवा० २ ६५; अगुप्त३, १; gara. Ĥa. (giana ) 220-ye भसां न्हाना मा. गुच्छे के रूपसे मिले हुए छोटे वृक्ष. A cluster of small trees. ओव० भग० १, १; गुलगुल. न. ( गुलगुल ) हाथीने गुलगुलाट शह; गुलगन व ध्वनि हाथी का गुल गुलाट शब्द; गुलगुल ऐसी ध्वनि. The gurgling sound of an elephant. For Private Personal Use Only Page #649 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ६४१ ) [ गूढदंत गुल्ल. पुं० (गुरु) मा “ गुल" श. गूढदंत. पुं० (गूढदन्त) अत्तवियाई सूत्रदेखो " गुल" शब्द. Vide. “ गुल" ના બીજા વર્ગને ચોથા અધ્યયનનું નામ. आया० २, १, ४, २४; अणुत्तरोववाइ के अण द्विताय वर्ग के Vगुव. घा• I. ( गुप्) या य. व्याकुज | चतुर्थ अध्ययन का नाम. Name of the होना. To become distracted. fourth chapter of the second गुवंति, भग. १५, १; section of Anuyogadvara. (२) गुविल. त्रि.(गुपिन-कुटिल) टिस. कुटेिल. શ્રેણિક રાજાની ધારણા રાણીને પુત્ર કે જે Deep; crucked; intricate. g. દીક્ષા લઈ ૧૧ અંગ ભણી ગુણરયણ તપ च. ७, २५०; (२) ०५४. व्याप्त. per- કરી ૧૬ વર્ષની પ્રવજયા પાળી વિપુલપર્વત vaded. पण्ह० १, ३, ઉપર એક માસને સંથારો કરી વૈજયંત गुधिखी. मो. ( गुर्वेही ) सगी श्री; गर्म- અનુત્તરવિમાનમાં ઉત્પન્ન થયા, ત્યાંથી એક ती ती. सगर्भा खो; गर्भवती बी. A अवतार ४री माझे नशे. श्रेणिक राजा को pregnant woman. भग० १५, १; धारणा राणी का पुत्र कि जो दीक्षा लेकर ११ पिं. नि. ३६२; दसा. ७, १; वव० १०, अंगों का पठन कर गुणरयण तप कर, १६ ); दस. ५, १, ३१% प्रव० ७६E3B वर्षकी प्रव्रज्या का पालन कर, विपुलपर्वत ऊपर गुहा. ली. (गुहा) गु. गुफा. A cave. एक मास का संथारा कर, वैजयंत अनुत्तर सूय० १, ५, १, १२; भग० ५, ७; जं. ५० विमान में उत्पन्न हुआ. वहां एक अवतार को नंदी. १४; ४७; संपूर्ण करके मोक्ष गति को प्राप्त करेगा. गुहिर. त्रि० ( गहर) नार; गहे. गंभीर; name of the son of queen गहरा. Thick; deep; profound. Dhāriņi of king Śreņika. He पन० २, कप्प. ३, ३८; took Diksā, studied 11 Aigas, गूढ. त्रि. (गूढ ) ; गुप्त; छातुं. गूढ; practised the Gunarayana गुप्त. Hidden; mysterious. भोव. penance, observed asceticism १०; पिं० नि० २०६: नाया०८;-पायार. for 16 years and was born in त्रि. (-प्राचार) तारे।; शारा; in the Vaijayanta abode above 31. धूर्त; ठग. (one) who cheats. the heavens after practising सूय० २. २, १९; -प्रावत्त. पुं० (-मा- one month's Santhārā (giving वर्त) भू-शुत-आवत शं५ परेने! 4. up food and drink ) on Vipula गूढ-गुप्त-आवर्त-शंख इत्यादि की मोड. mountain. After one inore & curve; e. g. of a conch etc. birth he will attain salvation. ठा० ४,४; -सामत्थ. न० (-सामर्थ्य ) अणुत्त० २, ४; ( ३ ) 04ना मतमा छानुं पराम. गुप्त पराकम. a secret | આવતી ઉત્સર્પિણીમાં થનાર ત્રીજા ચકbravery. प्रव० ८३८, -हिअय. त्रि. वती. जंबूद्वीप के भरत में भागामी उत्सर्पिणी ( -उदय ) मायापी-टीवायो. में होने वाले तीसरे चक्रवर्ती. the third मायावी-कपटी क्दयवाला. deceitfal; future Chakravarti of the comfradulant. गरका १५; क. गं. १,५८ | ing Utsarpipi in the Bharata Vol. u/81. Page #650 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गूढपय] ( ६४२ ) [गेव of Jambu Dvipa. सम०प०२४२; (७) गेय-अ. न० ( गेय ) लक्षित-पाहत લવણસમુદ્રમાં નવસો જોજન પર આવેલ મન્દક-અને રોચિતાવસાન-એ ચાર ગીતમાં भूत नामना । अन्त२६१५. लवण । नो गमे ते मे जतनुं गीत. उत्क्षिप्त-पादान्त समुद्र में नौ सौ योजन पर श्राया हा गुढ मन्दक व चितावसान इन चार जाति के गीत दन्त नामक एक अंतरद्वीप. name of an में से चाहे सो एक जाति का गीत. Any of island in Lavana Samudra at the four kinds of song viz. Utthe distance of 900 Yojanas.. kşeipta, Pădānta Mandaka and ठा० ४, २;६, १; प्रव० १४४१; (५) २७ | Rochitavasana. राय. ५८ ६६; भा मन्त२६१५मा २ङना२ माणस. २७वें अणुजो०१२८; ठा०४, ४; जं० ५० ५, १२१; अन्तरद्वीप में रहनेवाला मनुष्य. a resi- -ज्झणि. पुं० (-स्वनि) गीतने पनीdent of the 27th Antara श६. गीत का ध्वनि-शब्द. the sound Dvipa. पन्न. १; of a soug. सु. च०५, ६२, गुढपय. न० (गूढपद) गुन ५६ सांति श... | गेरिअ. पुं० ( गैरिक-गिरौ भवः ) गरि गुप्तपद; सांकेतिक शब्द. A code word. धातु; गे३. गैरिक धातुः गेरु. Red प्रव० ८६४; ---आलोयणा. स्रो• (-मा- chalk; a mountain-born subलोचना) शुत५:- मायायांना सांति stance or metal. दस० ५, १, ३४; शथा मनियानी मातोयना ७२सी ते गेरय. पुं. (गैरूक ) नयां पस्त्र पहनार; गुप्तपद-दो श्राचार्यों की सांकेतिक शब्द से परिवा; संन्यासी. गेरुए वस्त्र पहिनने अतिचार की अालोचना करना. expia- वाला; परिव्राजक; संन्यासी. An ascetic. tion of faults to be performed with clothes dyed with red by two preceptors by ineans of chalk. अाया. २, १, ६; ३३; पिं. नि. coda words. प्रव० ८६४; ३५८; ४४५; निसी० ४, ४५; उत्त. ३६, गूढसिराग. न० (गूढसिराक )ना पाहमां ७६; प्रव० ७३८, (२) मे तनो भली. सि२-रेस गुसराय अर्थात प्रगट नहेमाय एक जाति का मणि. a kind of gem. ते मे साधारण कारपति. जिसके पत्तों में पन्न• १; रेशा गुप्त हो अर्थात् प्रगट न दिखाई देवे ऐसी गेलरण न० ( ग्लान्य ) यानि यी; भुंडा; एक साधारण वनस्पति. A vegetation अगमी. ग्लानि से व्याकुल होना; बेचैनी; with hidden fibres in its leaves. अरुचि. Mental discomfort. पिं० पन्न. १; नि. भा. २५; गृहणया. स्रो० ( गृहन) पोताना रूपने छुपापी गेलन. न. ( ग्लान्य ) “गेलराण" ते; ५५८ १५२ नाम. अपने रूप को श६. देखो “गेलराण" शब्द. vide छिपा देना, कपट का अपर नाम. Hiding “गेलण्ण" पिं. नि. ४८०; विशे० ५४७; of one's own form; a kind of ओव. नि. ७२: प्रव. ८६०; deceit. भग० १२, ५; सम०१२; गेव. त्रि. (अव) संधी. कंठ; गला; गेज. न० (गेय ) गावा साय; गात. गाने गरदन. Neck; throat."गंच्छिण्णका" योग्य; गीत. A song. परह. २, ४; आंत्र. ३८; Page #651 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गवज ] गेवज्ज. न० (मैवेय ) नव चैवेय नव प्रैवेयक. The nine heavenly abodes. पंचा० 12th Devaloka. भग० - विमाण न० ( - विमान ) જુ 6" 66 १४, ४७ ( ग्रैवेय- प्रीवायां बद्धमलंकर 'गेविजविमाण २६. देखो गेविजविमाण " शब्द. vide " गेविजविमाण अजो० १०४, गेविज्ज. न० णम् ) हेनुं घरेलू डाउनु खाभरणु. कंठ का आभूषण; गले का गहना. A necklace. श्रोत्र० ३१; विशे० ६६७; जीवा ० १; ३. ३: भग० ७, ६; राय ० ८१; जं० प० ७, १६६, कप्प० ४, ६२ ( २ ) ग्रैवेयः નામનું વિમાન. ग्रैवेयक नामक विमान. a heavenly abode styled as Graiveyaka. प्रव० ११३०, ११७०, -- विमाण न० ( -विमान ) ग्रैवेय हेव ताना निवास स्थान ग्रैवेयक देवता का निवास स्थान, name of any heavenly | गेवेय न० ( मैवेय ) एनं भूषयु. कंठाक abode between the 12th and the 29th Devaloka. भग० १३, गेवेज्जग न० ( प्रैवेयक ) लुओ " गेविज्जग " २. देखो " गेविजग " vide "गेविग” भग० १६, ८, २०, ६, कप्पातीय. पुं० ( - कल्पातीत ) लुभे। " गेवेज्जकपातीय " शह देखो " गवेज्जप्पातीय " शब्द. vide " गेवेज कप्पातीय " भग० ८, १; गेवेजय. पुं० ( मैवेयक ) श्रीवातु; श्रीवासंमंत्री ( अंधन ) ग्रीवा संबंधी ( बन्धन ). Re lating to neck. नाया० २; भूषण. An ornament for the nock. ओव० ३०: गेह न० ( गेह ) २ महान गृह; मकान. A house; a building. पिं०नि० १६३: भग० २, ५, ६, ५, १३, ६, १८, २: नाया० २; ८; १६; भत० ११२; गच्छा ० ११५; — आगार. पुं० ( - आकार ) ઘરના પેંડે ટાઢ તડકા અને વરસાદી વાવનાર ધરને આકારે પરિષ્કૃત થયેલ કલ્પવૃક્ષ. घर के समान ठंडी, ताप व वर्षा से बचानेवाला; गृह की आकृति में परिणत कल्पवृक्ष. a desire - yielding tree protecting against heat and cold like a house. सम० १०; जीवा ० ३, ३; - श्रावण. पुं० (- आपण ) धरयुक्त २. गृहयुक्त बाजार. & market having & line of houses. भग० ६, ५, - वास. पुं० (वास) घरवास; गृहस्थाश्रम. गृहस्थपना; गृह संसार; घरवास. status of & householder. सूय० २, १, ६०, गेहं गेह न० ( गृहगृह ) घरघर; ६२५ १२. २; १४, १०; गोवजग. न. ( वेयक ) वे विमान. मैवेयक विमान A heavenly abode named Graiveyaka. नायाο १; मु० च० २, ३७, ( २ ) नव चैवेयवासी हेव नौमैवेयक वासी देव. the gods residing in the nine heavenly abodes known as Graiveyaka. ( ६४३ ) गेवेज न० ( प्रैवेय ) पन० १; उत्त० ३६, २१० ठा० २, ३ गविज्ज " २६. देखो “गविज्ञ " शब्द vide " गेविज नाया ० १; भग० २ १० ५, ८ ६, ३३; ओव० ४१; राय० २५३; - कप्पातीय. पुं० ( - कल्वातीत ) सार દેવલે ક ઉપર ગ્રેવેષકવાસી દેવે કે જે કા तीत व्यवहार भर्यााथी अतीत छे. द्वादशवें देवलोक के ऊपर ग्रेवेयक वासी देव कि जो कल्पातीत व्यवहार मर्यादा से अतीत हैं. name of the gods above the " 66 For Private Personal Use Only [ गहंगेह ܐܕ ८, १; "" Page #652 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गेहसम] ( ६४४ ) [गा घरघर; प्रत्येक घर पर. From houss to honse. नाण. १६; गेहलम. न. (गेहसम) पाशा विगेरे 400 એ જે સ્વર ઉપાડ હોય તેજ સ્વરમાં ગાવું | ते. जिस स्वर को वीणा इत्यादि वाजिंत्र में उठाया हो उसी स्वर में गाना. Singing in the same pitch in which a song is begun on a musical instrument. अणजो० १२८; गेहि. स्त्री. (गृदि) सासस्ति; २७1. आसक्ति; इच्छा. Greed; desire. सूय० १, १, ४, ११:१, ६, २५, उत० ६, ४; ३४, २३; सम० ३०: ५२; ओघ• नि० ८७; भग० १२, ५; पण्ह. १,३ गेदिणी. खो० ( गहिनी ) त्री; पनी. गृहिणी; स्त्री; पत्नी; A wife. सू. च० ५, ६; गो. पुं० (गो-गच्छतीति) यपस६. गौ; बैल. A bull; ox. भग.१,१,२,५; श्राव. अणुजो० १३१; सम० ४०; जीवा० ३, १; नंदी. स्व. ४४ पि. नि. १३२, राय. २८६: दसा० ६, ४, दस० ७, २४; सू। प० १०: उवा० १, ४, पंचा० १, १०; जं. ५० ५, ११४; - कालिंज. न० (-कलिङ्ग) ગાયોને ખાણ પર્વ ને વાંસને સુંડલ. गौत्रों को बांटा देने के काम में आने वालो टोकरी. a basket from which cows are fed जोवा० ३, ४; -खीर. न० (-शीर ) गायर्नु हु५. गाय का द्व. cow's milk. नाया० १, १६; कप. ३, ३८; जं० ५० ५, १२२, ७, १६६; गहण. न० (-ग्रहण) गायाने ५४९वीसावीत. गौंओं को पकडना-ले जाना. taking away of cows. नाया० १८; विवा० ३; -घाय प्र-य. पुं० (-बातक) गायोन मारनार, व १२नार: ४ . गौओं को मारने वाला, गोवत्र करने वाला; कसाई. a butcher; one who kills cows. सूय० २, २, २८; -चर. न. (-घर) याने यार्नु स. गाँओं को चरने का जंगल. a pasture-ground; भग० १२, ७; -जिम्मा. स्त्री० (-जिह्वा) गायनी भ. गो की जिव्हा. a cow's tongue ,उत्त• ३४, १८;-दोहि. त्रि. (-दोहिन् ) मायने होना२. गौको दुहने वाला. (one) who milches a cow. प्रव० ५६३; पंचा० १८, १७; --दोहिया. स्त्री. (-होहिका ) आय वाले के मासने से સાય તે આસને બેસી ધ્યાન ધરવું કે આતા५॥ पीत. गौका दूध दुहने को जिस पास. नार बैठा जाता है उस आसन पर बैठ कर ध्यान धाना या प्रातापना लेना. practice of meditation or austerity on a seat used at the time of milk ing a cow. प्राया. २, १५, १७६: ठा० ५, १; कप. ५, ११६ दमा. ७, १०; --पुच्छ. न० (-पुच्छ) गायतुं पुं. गाय की छ. a cow's tail. जं.प. १, ४, ४, १०३: राय० १०४; -पुष्य . न. (-पृष्टक ) गायन यांसे -४५२३1. गौकी पीठ. a cow's back. भग० १५, १; --भत्त. न० (--भक्त) गायनु 4. गौओं का बांटा. the fodder for cows. प्रव० ११६; -मतालंदा. न० (-भक्तालिन्दा) 4. नमा ५शनी भागीयो. गौओ को बांटा देनेका बर्तन. a fodder pot. प्रव० ११६; -मंडवप्र.न.(-मएडरक) गायनाम:५भांड. गौओं का मंडप. 8 house for cows. विवा० २; -मंस. न० (-मांस ) गाय अयश AnD मांस. गौ या बैल का मांस. b9ef. पिं.नि. १९४; -मड. न. (-मृत) गायनु म - १२. गौ या बैल की लोथ. a circass of a cow Page #653 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गो] ( ६४५ ) [ गांकरण or an Ox. उत्त० ३४, १६; नाया०८; १२, drink and sleep when the cow -~-महिसी. स्त्री० (-महिषी ) गाय अने। has done all these things. में स. गौ व महिषा; गाय व भेस. a. cow | अणुजो० २०; श्रोव० ३८; und n she-buffalo. प्रव० २१६; गोश्रम. पुं० ( गौतम ) भावी२२वामिना -मुत्त. न० (-मूत्र ) गाय, भूत्र. गौमूत्र. प्रथम गधर-गौतमयामी. महावीरस्वामी urine of a cow. . नि. भा० ५०; के प्रथम गणधर-गौतमस्वामी. Gautama प्रोघ० नि० भा०६४; ---रूव. त्रि. (-रूप) Swāmī, the first Ganadhara गारू ५; ॥५ . गौवत् ; गौरुप; गौ के of Mahavira Swami. ओव० ३८; समान. like a cow. विवा० २; -लेह- कप्प० १, २; गच्छा० ७६; (२) भूति णिया. वा० (-लेखनिका) योने यरवानी गराधना गात्र. इंद्रभूति गणधर का गोत्र. १४२या (s). गौओं का चरने की भूमि; चरा- the lineage of the Ganadhara गाह. a meadow for the grazing Indrabhāti. जं. ५० ६, १२४; कप्प. of cows. निसी० ३, ७७: -वइ. ५, १२५; (३) वियित्र रहने शारी पुं० (-पति ) मोटी १६. बडा बैल. a તેની માર્ફત ભિક્ષા ઉઘાડનાર એક ભિસુકવર્ગ. big ox. नाया० : ....वग्ग. पुं. बैल को विचित्र रीति से सजाकर उसके द्वारा (-वर्ग ) ६श ६२ गायोनु टोण. दस भिक्षा एकत्र करने वाला; एक भिक्षुकवर्ग. सहस्र गौओं का युथ. a herd of cows, a class of beggars who deco. 10 thousand in number. “ gris rate an ox and beg in its name. णं महं सेयं गोवग्गं पासित्ताणं पडिबुद्ध" । अणुजो० २.: ठा० १०; भग. १६, ६; ---वाल. पुं. गोअर. पुं० (गोचर ) मालार सेवानी विधा; (-पाल) वालिसा; यो यार ना२. गायरी; मधु:२१. आहार लेने की विधाः गोवाल, गौओं को चरानेवाला. a cow- गोचरी; मधुकरी. Process of begging herd. उत्त० २२, ४६; -वाल भ. पुं० food. नंदी० ४५; -भूमि. मी. (-भूमि) ( -पालक ) योन पासना२ गोवाण. शायरीनी माहे भूमि. गोचरीकी पाठ गौमों का पालन करनेवाला; गोवाल; गवली. भूमिका. the eight places of beg. a cowherd. सूय. २, २, २८; पिं० नि० ging alms. गच्छा• ७३; ३६७, -व्वरम. त्रि० (-व्रतिक) गायतुं गोउर. न. (गोपुर-गोभिः पूर्वते इति ) વ્રત રાખનાર; ગાય બહાર નિકલે ત્યારે બહાર नारनो ४२वान्ले. नगर का दरवाजा. A જવું; ગાયને ખાયા પછી ખાવું; પાણી પીવા | ___ city-gate. सम० प० २१०; पछी पाए सामने आयना सु॥ पछी | गोकरण. पु. ( गोकर्ण ) ये मुरीया गायना सुमत घरना२. गौका व्रत रखने वाला; या पानयागे। पशु विशेष. दो खर वाला गी बाहर निकले तन बाहर जाना, गौके गौ क समान कान वाला पशु विशेष. A खाने के पश्चात खाना, पानी पीने के पश्चात् kind of animal with ear's reजल पीना, व गौके सोने के पश्चात् सोना ऐसे sembling those of cows and व्रत को धारण करने वाला. ( one ) who having two hoofs. जं. प. परह. has taken a vow to go out eat | १. १: पन्न.1; (२) सातमा २६५मां Page #654 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोचर ] ( ६४६ ) रहेनार भाणुस. सातवें अंतरद्वीप में रहने वाला मनुष्य, & resident of the 7th Devaloka. जीवा ० ३, ३३ पद्म १: - दीव. पुं० (-द्वीप ) व समुद्रमां ચરસે તેજન પર ચૂસંહમવતની ડાહ્યા ઉપરે આવેલ ગેાકણ નામને અન્તર દીપ. लवण समुद्र में चार सौ योजन पर चूलहिमवंत पर्वत के ऊपर आया हुआ गोकर्ण नामक अंतर द्वीप name of an island on the Chulahimavanta mount in Lavana Samudra at the distance of 400 Yojanas. ठi० ४, २; गोवर. पुं० ( गोचर ) गायोने यरवानी रीति. गौधों की चरने की रीति. The way of grazing of cows. आब० ४, ५; गोवरी. श्री ( गोवरी ) लक्षा; गोयरी. मिक्षा; गोचरा. Begging: aims श्राव० ४, ५; गोच्छुग. पुं० ( गुच्छक) शुछ; पुन्यानु उपगुच्छा पूंजने का एक उपकरण. A kind of brush wade of woollen threads used in removing dust, insects etc. भग० ८, ६; गोच्छ्रय-प्र. पुं० ( गोच्छुक ) वस्त्र - पात्रसुनो ( उननो ) गोवत्र पात्र साफ करने की कूची. A woollen brush | to cleanse clothes, vessels etc. पग्रह ० २, ५, दस ० ४: वेय • ३, १३ प्रव० गोट्ठामाहिल. पुं० ( गोष्टामाहित ) गोठाभ:હિલ નામના સાતમા નિન્દ્વવ કે જેણે જીવને કને સ્પર્શ થાય પણ અન્ધ ન થાય એમ स्थापन 5. गोष्ठा माहिल नामक सातवें निन्दव कि जिन्होने जीव व कर्म का स्पर्श होता है परन्तु बंधन नहीं होता ऐसे सिद्धांत को स्थापन किया. Name of the 7th Ninhava who established that a soul is touched by Karmas but not bound by them. ठा ७, १; गोडिच. पुं० (गोडिक) सीमां रहेनार भित्र होस्त. एक गोष्ठी मण्डलीमे रहने वाला; मित्र; दोस्त. A friend; one belonging to the same circle of friends. अणुज ० १४८१ गोट्ठिग पुं० ( गौडिक) भित्र; गोहिया मित्र समुदाय; साथी A friend. पंचा १३, ४६८: गोच्छिय. त्रि ० ( गच्छित ) पुसना गुरुछ पाएं. फूलों के गुच्छे वाला. Having clusters of flowers. श्रोव० भग० १, १; गोजलाया. स्त्री० ( गोजलौका ) गोन्सोडा | नामनो मेद्रिय 1. गोजलोका नामक दोइन्द्रिय वाला जीव. A two-sensed being styled Gojaloka. पन० १; १५; गोडिश. त्रि. (गोष्ठीमल ) पिट पुरषोनी गोष्टी भएमा लागनार, गोही, विट् पुरुषों की गोष्टी - मंडली में भाग लेने वाला सभासद A member of an 8S. sembly of evil persons. अंत० ६, ३; बिबा० २; गोहिलग. पुं० ( गोडिमटक) लुभे। "गोट्ठित" ७६. देखो गोडि शब्द Vide 37 [ गांडी (6 66 " गोट्टिश विवा० २; - पुरुष. पुं. ( पुरुष ) व्यलियारी मंडलीमा रहेनार माणूस व्यभिचारी मंडली में रहने वाला मनुष्य. 8॥ intriguing person. For Private Personal Use Only नाया० १६: गोट्ठी. स्त्री० ( गोष्टी ) व्यभिचारी पुरुषांनी भएडली. व्यभिचारी पुरुषों की मंडली A circle of unchaste persons. अंत० ६, ३ (२) भित्र भएसी मित्र Page #655 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गांड ( ६४७ ) [ गांतम - - मंडली. a circle of friends. पिं० ___ शाला. वैलों का घर; बैल शाला.. नि• २४५: सु. च० २, ३८६; नाया. १६; stable for bullocks. निसी० ८, १; गोड. पुं. (गौर ) जो देशने। २९ना२. गौड गोणता. स्त्री. ( गोहता ) ; भूमाता. देश का रहने वाला. A resident of मूर्खता; बैलपन. State of being an Gauda country. पराह. १, १; ox; foolishness. विवा. १; पन..; गोणस. पुं. (गोनस) ३९५ विनानी सम. गोड़. त्रि. (गोड) गुरु सी . गुड. ___ फन रहित सर्प. A serpent without Treacle; ( anything) sweet. ___a hood. ( २ ) सप, विछि वगेरे. सर्प, (२) मधुर; भी मधुर; मीठा. sweet; बिच्छु इत्यादि. snake, scorpion etc. delicious. भग• १८, ६: | पन्न. .,जीवा. १; नाया०८; परह. १,१; गोण. त्रि. ( गौस-गुणैनिवृतम् ) गुनथा गोणी. खा० (गो) ॥५. गौ; गाय. A cow. सने-यया शुष्प नियन. गुण निष्पन; । श्रोध. नि. भा० २३; पि. नि. ११९; गुणसे बना हुमा. Possessed of । विशे. १४११; proper qualities. अणुजो० १४०; गोगण. त्रि. ( गाण ) शनि-पन्न नाम: प्रोव. ४०; नाया. १; १६, भग. ११, प्रति प्रत्ययना भयन मनुसरतु नाम. ११; १५,१; गुण निष्पन्न नाम; प्रकृति प्रत्यय के अर्थ के गोण. पुं. (गोण )म40; मापसो. अनुसार नाम. A name according to बैल; वृषभ; सांढ. An ox; a bull. attributes. नाया० २, पराह. १, १; पाया० २, १, ५, २७, २, ३, ३, १३०; अणुजो० १३१; (२) गोप्य भुज्य नाद सूय० २, २, ४५; ज. प. . च. १२, . गौण; मुख्य नहीं वह. minor. पिं० ५७; जीवा. ३,३; पण.1; परह. १, १3 नि० भा० ५; २; भग० ८, ३, ६, ३३, ११, ११, १५, गोतम. पुं० (गौतम) सतसत्रना. पदमा १; नाया. ३; श्रोव० उवा० ८, २४२; (२) वगना पास। अध्ययननाम. अंतगडसूत्र सेनामनी मे अनाय देश. इस नामका के प्रथम वर्ग के प्रथम अध्ययन का नाम एक अनार्य देश. name of an un. Name of the first. chapter of civilised country. प्रव. १५६७; the first section of Antugada -प्रावलिया. बी.(प्रावलिका ) ५. Sutra. ( २ ) असिना प्रथम हानी ५त. बैलों की पंक्ति. a herd of પુત્ર કે જેણે તેમનાથપ્રભુ પાસે દીક્ષા લઈ oxen. भग० ८, ३; -गिह. न० (-गृह) બાર વરસ પ્રત્રજયા પાળી શત્રુંજય ઉપર सहने २३यानुं घर-स्थान. बैलों को रहनेका मे भासना संथा। रीमाक्षे गया. अंधकस्थान--घर. a fold for bullocks. अणि राजा का प्रथम पुत्र कि जिसने निसी० ८, ६; १५, २७: -लक्खण. न. नेमनाथ प्रभु से दीक्षा लेकर बारह वर्ष (-लक्षण ) साना लक्ष देवानी सा. पर्यंत प्रव्रज्या का पालन कर शत्रुञ्जयके ऊपर वैल के लक्षणों को परखने की कला. un एक मास का संथारा कर मोक्ष प्राप्त किया. art of testing the merits of an the first son of king Andhakaox. नाया० १: --साला. स्त्री० (-शाला) | vrisni who took Dikşā from Page #656 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोतित्थ ] ( ६४८ ) [गोथूभा Nemanātha, practised asceti- | the 7th of the eight Karmas. cism for twelve years, per भग० ८, १०; -अगार. पुं० (-अगार ) formed Santhārā for 1 month गोवनी भालेडीजें वर. गोत्र के स्वामित्व का on Satruñjaya mount and गृह. a house of the same lineage. attained final bliss. अंत. १, १; “पहीण गोत्तागाराइ वा” उच्छिन्न गोत्तागा. (२) गोतम ४५२, महावी२२वामिना राइ वा " भग. ३, ७, -कम्म. न. भुण्य शिष्य. गौतमगणधर; महावीरस्वामी (-कर्मन् ) था ७५ उय नीय गोत्रमा-- के मुख्य शिष्य. the Ganadhara सुसमा उत्पन्न याय ते धर्म. जिससे जीव named Gautama. भग०४२, ;नाया. उच्च नीच कुल में, उत्पन्न हो वह कर्म. १६; (३) डिणी नक्षत्र गोत्र. रोहिणी a kind of Karma causing birth नक्षत्र का गोत्र. the family name of in a high or low family. ठा० २, Rohini. सू० ५० १०; (४) गौतम ४;-दुग. न० (--द्विक) नाम अने गोत्र. गोत्रमा उत्पन्न येस. गौतम गोत्रमें जो नाम व गोत्र. name and lineage. उत्पन्न हुआ है वह. (one ) born in | प्रव० १२६२; --मेह. पुं० (-भेदिन ) the Gautama family. सू०१०१, चन्द्र. इन्द्र. the god Indra. सु. च. गोतित्थ. न० ( गोतीर्थ-गोतीर्थमिव ) तयार- २, १५; मां उतरवानो मारे। तालाव में उतरने का गोत्त. न० (गोत्व) गाय५: गोप०५ सा. आरा. A path to descend into a मान्य गति गौरव; गोत्वरूप सामान्य जाति. poud. जीवा०३,४; Genus of a cow. विशे. २१११; गोत्त. न. ( गोत्र-गूयते संशब्द्यते उचावचैः गोथूभ. पुं० (गोस्तूर-भ) सवय समुद्रमा शब्दैर्यत् तत्) पंशनो भून ५३५-२ नामथा. ચારે દિશાથે જંબુદ્વીપની ગતીથી બેતાલીસ अथा-१श सोमाता होय ते. वंश का હજાર જોજન ઉપર આવેલ વેલંધર દેવને मूल पुरुष-जिस नाम से-गोन से जो २डवाना पर्यत. लवण समुद्रमें चारों दिशाओं वंश पहिचाना जाता हो वह. The pro- में जंबुद्वीप की सीमा से बयालीस सहन योजन genitor of a line of descent, के ऊपर आया हुमा वेलंधर देवों को रहने from whom the surname of a का पर्वत. A mountain-residence family is derived. सूय. १, २, ७, of Velandhara gods at a dis५, प्रोव० ११; पि०नि० ५०६; राय , २%; tance of 42 Yojanas in the सू. ५० १; भग. ३,५; नाया. १९; उवा. east, in the Lavana Samudara. १, ७६; जं० ५० ५, १५५; (२) त्रि. ठा०४, २, सम. ४२; जीवा०३, ४, भग. (गां वाचं त्रायत इति गोत्रं सर्वांगमाधार ! १,८; (२) ११ मा श्रेयांसनायना प्रथम मूतम् ) सर सागमनी माघार. सर्व भागम गधरनु नाम. ११वें श्रेयांसनाथ के प्रथम का आधार. the source of all the गणधर का नाम. name of the first scriptures. सूय० १, १३, ६; (३) Ganadhara of the 11th Sre. गोत्र म; मामांनु सात म. गोत्र कम; yansanātha. सम० प० २३३; आठमें से सातवां कर्म. Gotra Karma; | गोथमा. श्री. (गोस्तूभा) पश्चिम दिशाना Page #657 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गादास ] ( ६४६ ) [गोमाउ संनतनो-पश्रिम त२५नी वाचन | गोप्पहेलिया. श्री. ( गोप्रहल्या ) योने नाम. पश्चिम दिशा के अंजनक पर्वत की ययामाटे थेघास पाणी भूभि. गौओं को पश्चिम तरफ की बावडी का नाम. Name चरने के लिये योडे घांस वाली भूमि. A of a well on the Anjanaka pasture-ground for cows havmountain in the west. ठा० ४, २; ing thinly growing grass. जीवा. ३, ४, प्रव. १५०२; आया०२, १०, १६६; गोदास. पुं० (गोदास) से सामना भुनि. इस गोफ. पुं० (गुल्फ ) धुटा-पानी डी. धुंटी नाम के मुनि. Name of an ascetic. एडी. A heel. परह ० १, ४; कप्प०८-गोगण.पुं०(-गण)महावी२२१- गोबहल. पुं०(गोबहुल)श२१ नामना गाभभा મિના નવગણમાંના એક ગણુ-સાધુ સમુદાય. २नार मे श्राझनुं नाम. शरवण नामक महावीर स्वामी के नवगण में से एक गण-साधु __ ग्राम में रहने वाले एक ब्राह्मण का नाम. समुदाय. One of the nine Ganas Name of a Brāhmana living in or groups of saints founded a village named Srvana. by Mahavira Swami. ठा. ; ___ भग० १५, १; गोधूम. पुं० (गोधूम ) गोधूमः ५६. गोधूम; | गोब्बर. पुं० ( गोबर) मग देशभानु मे गेहूं. Wheat. भग०1४, ७, २१;1; ठा० गाम. मगध देश का एक ग्राम. Name ३, १; जीवा० ३, ३; जं. प. of village in the Magadha गोपुर. न० (गोपुर गोभिः पूर्यते इति) शहेरना country. पिं० नि• १६६; १२वाग. शहर का दरवाजा. A city- गोभत्तिय. त्रि. ( गोभक्तिक ) गायनी 43 gate. नाया. ५, १६, भग०५, ७, ८, १; मादार ४२ना२. गौ के समान आहार करने उत्त० ६, १८; ओव० प्रणुजो० १३४; राय. वाला. A person taking his food २०१; निसी० ८, ३, जीवा. ३, ३, जं.प. _in imitation of a cow. नाया. १५: सू. प. ३; गोमंत. त्रि. ( गोमत् ) यवागे. गौंओं का गोप्पय. न. (गोपद ) गायना पगमा रहूं रक्षक; गवली. A cowherd; ( one ) -भां ५ मुडे तेरसु भासायीयु. गौ के ___having cows. विशे. १४६८: पैर जितने प्रमाण का वडा जिसमें गाय | गोमय. न० ( गोमय ) छाय. गोवर. Cowका पैर मात्र डूब सके. A puddle hav- dunglade 13,15; T79 $,3; Mao 1, ing the depth of the measure १, ४, ३५, २, १, १, १; भत्त०१६२: दस० of a cow's foot. “ जहा समुदो तहा ५, १, ७;-कीड. पुं. (-कीट) छायना गोप्ययं" अणुजो० १४७; ठा०४, ४; विशे० डी-यतुरिद्रय ७५. गोबरका कीडा-चतुरि१४६६%3 द्रिय जीव. an insect in cowdung%3; गोप्पयमित्त. त्रि. ( गोष्यदमात्र ) गायनी a four-sensed being. भग०१५,१; परी ; नानु मामायायु गौ के खुर जीवा० १, पम०१; -रासि. पुं० (-राशि) जितना; छोटा खडा. Of the measure छानो सी. गोबर का ढेर. a heap of a cow's hoof. e. g. a pit. g. | of cow-dung. भग० ८, ९, १५, १; च. ३, १५, गोमाउ. पुं० ( गोमायु ) शृगाय; शियाल. Vol. 11/82. Page #658 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोमायुपुत्त] ( ६१० ) {गोमुह शृगाल; सियार; A jackal. नाया• ४; में एक घर छोर गोचरी करना इस प्रकार गोमायुयुत्त. पुं. (गोमायुपुत्र ) गमायुपुत्र गोमुत्रिका के भाकार से घर घर भिलेना नाभना से साधु. गोमायुपुत्र नाम के एक उसका नाम गोमुत्रिका; भिक्षा के अभिग्रह का साधु. An ascetic so mamed. एक प्रकार. A vow to beg food; & भग. १५, particular mode or fashion viz. गोमाणसिधा-या. स्त्री. ( गोमानासिका) in imitation of the zigzag शया; पयारी. शघ्या; बिछौना. A bed. course described when a cow (२) सांगो मोरया. लंबा भोटला. a inoves on shedding & stream long verandah. जं.प.राय • १.६; of urine as she walks; e. g. गोमाणसी. स्त्री०( गोमानसी) शया, शय्या. while begging food from two A bed. जीवा• ३,४; rows of houses the ascetic गोमिन. त्रि. (गोमिक गावस्सन्ति भस्पति) would begin with the first गुमओ " गोमंत" श. देखो " गोमंत" house of one row and then go शब्द. Vide “गोमंत" माजो• १३१; to the first house of the oppoपराह• १, २, इस. ७, १६; १६; site row then to the second गोमिज. पुं. (गोमेदक ) मे तना house of the first row and ५) મણિ, સચિત્ત કઠિન પૃથ્વીને એક ભાગ. on. उत्त. ३..१९ठा. ४,२ ६ , १; गोभेद-एक जाति का मणि, सचित्त कठिन दसा. ७,१: प्रव७५२; पृथ्वी का भाग. A kind of gem. उत्त. गोमुत्ती. स्त्री. ( गोमूत्रिका ) ॥ सह भुतरे तेनो को २ थाय ते. गौ वा बेल गोमिणी. स्त्री० ( गोमिनी ) गाययाती स्त्री. मूत्र करे उसका जो आकार हो वह. The गायवाली स्त्री. A woman. Prosses. zigzag shape which is formed ____ing a cow. दस. ७, १६; while a cow or a bullock passes गोमुत्तिया. श्री. (गोमुत्रिका) यासती आय | urine while it moves. क. મુતરે તેને આકારે વાંકી ગોચરી કરવી તે; गं. १, २०; ધરની બે પંક્તિમાં એક વાર એક પાકીના गोमुह. पुं. (गोमुख) व समुद्रमा पांयसे। એક ધરે હેરી પછી હામી પંકિતનું એક જોજન ઉપર ઇશાન ખુણુમાં આવેલ ગેમુખ ઘર હારે વળી પાછો પહેલી પંકિતમાં એક नामनो मे अन्तर ६५. लवण समुद्र में ઘર મુકી ગોચરી કરે એમ ગોમુત્રિકાને पांचसौ योजन पर इशान कोन में पाया हुश्रा આકારે ઘર કરે તે ભિક્ષાનું નામ ગોમુત્રિકા गोमुख नामक एक अन्तर दीप. Name of भिक्षाना अमिनो मे २. जिस an Antara Dvipa (an island ) प्रकार चलती हुई गौ मूत्र करती है उसी in the north-east in Lavapu प्राकार में वक्र गोचरी करना अर्थात घरों की Sainudra at a distance of 500 दो पंक्तियों में से एक बार एक पंक्ति के एक Yojanas. ठा• ४, २; प्रव० १४३६; (२) घर में से भिक्षा लेकर समीप की पंकिा के १२मा दी५मा २नार माणुस. १२वें दीप में एक घर से भिक्षा लेना; पुनः पहिली पंक्ति रहने वाला मनुष्य. an inhabitant Page #659 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोमुरी] [गोयम of the 12th Dripa. पन. १; (3) name, ओव० २७; मग• २, ५; ( ३ ) श्रीसमर स्वामीना यक्ष नाम. श्रीऋषभ- (गां वाली प्रायत इति गोत्रम) मौन धारा देव स्वामी के यह का नाम. name of २ ते पाइसंयम. मौन धारण करना; the Yakna of Sri Kişabbadeva बासयम. keeping of silence. Swami. प्रथ. ३७५; सूय. १, १४, २. -कम्म. न. गोमुही. स्त्री. ( गोमुखी ) अनामनु मे। (-कर्मन् ) यो गाय शनो मान्ने વાછત્ર; ગાયના મુખ જેવું-કાહલ મંછનીયા ! म. देखो "गोय". शब्द का द्वितीय अर्थ. विगेरे. इस नामका एक बाजिंत्र; गौके मुख vide the second meaning of the भाकरका बाजिंत्र विशेष. A kind of word "गोब", उत्त. ३३, १४; -दुग. wind instrument; e. g. al न. (-हिक) गोत्र यात्र अने bugle etc. अखुजो० १२८; ठा.., 1; નીચ ગાત્ર એ ગોત્રકર્મની બે પ્રકૃતિ જોત્ર नाया. 1८; राय. ८८ द्विक; उड गोत्र व नीच गोत्र कर्म की दो गोमेज. पुं० ( गोमेद ): गतना माल, प्रकृति. the two varieties of एक जातिका माण. A kind of genm. Gotra Karma viz. high und पा. १; low lineage. क. गं. ५, १४;-मय. गोमेह. पु. ( गोमेध ) नेमिनायनयक्षनु पुं० (-मद ) 3ात्र भो तेती मह नाम. नेमिनाथजी के यक्ष का नाम. Name ४२ ते. उध गोत्र प्रात्र हुआहो तो उसका of the Yakşa of Neminūtha. मद करना. pride of high family. प्रव• ३७६; सूय• १, १३, १५: गोलि. पुं. (गोष्मिन् ) वा घन्द्रिय पासो गोयम. पुं. (गौतम-गाभिः तमो ध्वस्त बस्य) ७५; न परे. तीन इन्द्रिय वाला जीव: शुभ “गोतम" श६. देखो : गोतम" #19 RETETT. A three-sensed being; ! शब्द. Vide "गोतम " "गोयमोय गो. a centiped. पत्र.1 त "जं.प. उबा.१,७६ अखुजो. ८९; गोय. पुं. न. (गोत्र ) सांतभु गोत्र १३४; भोव. ३,८, उत्त. १.,१; १८, જેના ઉદયથી જીવ ઉંચા અવા નીચ ગોત્ર २२, २३,६नंदी. स्थ. २४; भग• ७, १० पामे छे. सातवां गोत्रकर्म जिसके उदयसे १८,१०; नाया०१;६:01.; ११; १३; १५; जीव उब किंवा नीच गोत्र पाता है. The राय• ७८; (२) सुस्थिः ( समुद्र 7th variety of Karma known वाभियतनागतम नाभीम. सुस्थिक as Gotra Karina by the rise देवता का गौतम नामक द्वीप. name of of which a soul gets high or au island of the god Susthika low lineage. पन. २०; २२; ओव. the lord of Lavana Sanaudra. २०; नाया. ८; भग. २६, १; विशे. जीवा• ३, ४; ( ३ ) मातम गोत्रमा पन्न ११८७; क० ५० १, २६, २, १; क. गं. થયેલ-મુનિ સુવ્રત અને નેમિ તીર્થકર નારાયણ १, ३, ५२, ५, ७९; उत्त• ३३, ३; प्रव. અને પદ્ધશિવાયના વાસુદેવ, બલદેવ, ઇન્દ્રભૂતિ १२६४;.(२) गोत्र वश; स. गोत्र, माह म५२ वगेरे. गौतम गोत्र में वंश; लनाम. lineage; family उत्पन मुनि सुत्रत व नेमि तीर्थकर, Page #660 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गायमकुमार] ( ६५२ ) [गोयरग नारायण व पद्मके सिवाय वासुदेव, बलदेव, अणुन. गौतम का पुत्र अर्जुन. Arjuna; इन्द्रभूति प्रादि तीन गणधर इत्यादि. born _son of Gautama Swami. भग. in Gautama family viz. Muni १५, १; Suvrata and NomiTirthankara गोयर. पुं. (गोचर-गौरिव चरात यस्मिन् सः) Visudeva-Baladevas, except. ગોચરી; સાધુએ વૃત્તિથી;ભિક્ષા લેવા જવું ing Nárāyana and Padma; the ते. गोचरी; साधु का गोवृत्ति से भिक्षा लेने के three Ganadharas e.g. Indra. वास्ते जाना. Begging of alms by bhuti etc. ठा. ७, 1; (४) पुं० ।- an ascetic moving from place શાલાને છઠે પ3 પરિહાર-કરિપત અવતારનું to place like a cow. (4. नि. नाम. गोशाला का छठा पउट्ट परिहार कल्पित १६४; राय. २३५; सम. प. १६८; उत्त. अवतार का नाम. the immaginary १६, ५१; ओघ. नि. भा. ६६; नाया. १; sixth incarnation of Gośālā. भग• २, १; वेय. ६, १९; दसा • ७, १; भग० १५, 1; -गोत. न. ( -गोत्र) (२) यान. स्थान. . place. विशे. ध-भूति गरनु गौतम गोत्र. इन्द्रभूति १६६; भग• ७, ६; ( 3 ) स-भुमा प्रत्यक्ष गणधर का गौतम गोत्र. the family सन्मुख; प्रत्यक्ष. in front of; in named Gantaina to which the presence. दमा• ५, २; (४) वि५५; Ganadhara Iudrabhati belony- संधी विषयमें, संबंधमें. relating to. ed. भग० १, १: ३. १; --सामि पु. जं. ५० ३, ३६ पंचा• ५. ३; --काल. (-स्वामिन् ) 11मयामी गौतम स्वामी. पुं० (-काल ) गोयराना समय. गोचरोका Gautama Swami. alt. 96; समय. time of begging fired. दमा गोयमकुमार. पुं. ( गौतमकुमार ) A4 ७, १: -चरिया. स्त्री. (-धर्या - गोश्र. વૃણિરાજાને કુમાર; દશ દશારમાં એક रणं गाचर इव चर्या ) गायरानी . अंधकवृष्णि राजा का कुमार; दश दशार में mafia air, mode of proceedसे पE. A son of king Andhakali ing to beg alms. दसा. ७, १; Vrisni; one of the ten DaSirris. | गोयरग्ग. न. ( गोचराम्य ) स-प्रशन.. अंत. १,१; બેઇ–ગોચર-ભિક્ષા; આધા કર્માદિ દોષ રહિત गोयमदीव. पुं. (गौतमद्वीप) समुद्रमा लिक्षा-गोयरी. अप-प्रधान-श्रेष्ठ-गोचर ગોતમદી૫ નામ ટાપુ છે ત્યાં સુસ્થિત भिवा; श्राधाकर्मादि दोष रहित भिक्षाનામનો લવણસમુદ્રના અધિપતિ રહે છે. गोचरी. Begging alins of the लवण समुद्र में गौतमद्वीप नाम का द्वीप है highest kind i. e. free from वहां मुस्थित नामक लवण समुद्र का अधिपति the fault of Adhākarma etc. रहता है. Name of an island in उत्त० २, २६; ३०, २५; दस० ५, १, २ः Lavana Samudra where the १६; ६, ५७; -गअ. त्रि. (-गत) लिक्षाlord of that ocean resides, सम. मारे गये. भिक्षाक लिये गया हुआ. gone to beg alms. दस० ५, १, २;-पवहि. गोयमपुस. पु. (गौतमपुत्र ) गातभनो पुत्र त्रि. ( --प्रविष्ट ) . " गोयरग्गग " Page #661 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गायायाय ] ( ६५३ ) [ गोल श६. देखो “ गोयरग्गगन' शब्द. नाम. Name of the second chapvide "गोयरग्गग " दस. ५, १, १९ ter of the fifth section of Antagala Sutra. (२) वासु. गोयावाय. पुं० (गोत्रवाद) गोत्रना नामया દેવની એક પરાની કે જે તેમનાથ પ્રભુની धोखावत-भ-हेगौतम. गोत्र के દેશના સાંભળી વિરકત થઈ યક્ષિણી આર્યા नाम से किसी को पुकारनाः यथा-हे गौतम. પાસે દીક્ષા અંગીકાર કરી ૧૧ અંગ ભણી Addressing a person by his વીસ વર્ષાની પ્રવજ્યા પાળી એક માસનો family-name.. सूय• १, ६, २७ संथा। शनिर्याएप: पाभ्या. कृष्ण वासुगोर. त्रि. (गौर ) से३६; 3rj; धोj. श्वेत; . देव का एक पट्टरानी कि जो नेमनाथ प्रभु की उज्वल; सफेद. White. ओव० २६, पन. देशना का श्रवण कर विरक्त हुई व यक्षिणी २; उवा० १, ७६; -खर. पुं० (-खर) पायर्या से दीक्षा अंगीकार की व ११ योगी -ग . श्रुत गर्दभ; सफेद अंगों का अभ्यास कर वीम वर्ष की प्रव्रज्या गधा. & white ass. पन्न. १; -मिग. का पालन कर एक मास का संथारा कर पुं० ( -मृग ) सं. ९२२५. श्रेत मृग; सफेद निर्वाण पद को प्राप्त हुई. name of a हिरन. a white deer. अाया० २, ५, principal queen of Krişņa १, १४५; -मिय. न. (-मृग) स३६ Vasudeva. She gave up world(५.२५. श्वत मृग. a white deer. निसी० ly attachment as a result of ७, १18 the preaching of Neinanātha गोरव. नं० ( गौरव ) २५; महिमा; and took Dikṣā from a nun मोटा. गौरव; महिमा; बडाई. Grent- named Yakşini. After studyuess; glory. विश० ३४७३; जं. प. ing 11 Angas and practising सू० प० २०; asceticism for twenty year's गोरस. पु. ( गोरस-गवां रस: व्युत्पत्ति- she attained to salvatiou after स्त्वेवम्-प्रवृत्तिस्तु महीष्यादीनां दुग्धादि one month's Santhārā (giving रूपे रसे)ल-६५-छाश कोरे. दहा-दूध- up food and water ). अंत. ५, २; छाछ इत्यादि. Milk, curds, whey ठा० ८, १; (२) पाती. पार्वती. the etc. पि. नि. ५४; नाया. ८; १७: प्रव. goddess Parvati. सूय० २२, २.१. १४२५ सु. च० २, ३३; ( 3 ) गौरव वाणा स्त्री. गोरहग. पुं० ( गोरथक) त्राण वपना-नानी __ गार वर्ण वाली श्री. a woman with पा . तीन वर्ष का-छोटा बछडा. A | fair skin. अणु जो० १२८; ठा० ७, १: young ox. three years old.गोरोयण. न. ( गोरोचन ) ॥ई यन. लाल अाया० २, ४, २, १३८; सुय. १, ४, २, चंदन. The beznar stone. पंचा० १३; दस. ७, २४; ४, १५; गोरी. स्त्री० (गौरी) मत सूचना पांयमांगोल. त्रि. (गोल) a; अगाटी, गोगा वना माग अध्ययननु नाम. अंतगड । पोरे. गोल; गोटी, गोलो इत्यादि. A सूत्र के पांचवे वर्ग के द्वितीय अध्ययन का small ball ete. for play. अणुत्त. Page #662 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोलगुल] ( ६५४ ) [गोवाली ३, १; भग...,५; १५,३; पन.; . shop for selling treacle. (२) प. ७, १७; सू. १. १८, (२) अश्य५ गायोनहापानुरथान गौओंका दूध निकागानीमा भने मां जय लने का स्थान. a place for milking ५३५. काश्यप गोत्र की एक शाखा व उसमें cows. बब.1,1 उत्पन पुरुष. a branch of the / गोलुकि सह. पुं. (गोहुकि शप) दुरा Kāśyapa family; & personi नामना पाने ६. एक प्रकारके वाजिंत्र born in it. ठा• ७, १; (3) का शन्द. Sound of a musical એક દેશમાં વપરાયેલ અપમાન સૂચક સંબ- ___instrument. निसी• १७, ३३, धन. किसी मुल्क में प्रचलित अपमान सूचक गोलोम. पु. ( गोलोम) ये दिया ७५; संबोधन, &n exclamation showing ( भा या५ छ ते.) दो इंद्रिय वाला contempt ( used in some dia. जीव--गोबर में होता है वह. A two. lect). नाया. १; पाया• २, ४, १, १३४: sensed being; ( found in cow. दस० ७, १४; dung ). पन. १; निसी० १०, ५०; (२) गोलगुल. पु. ( गाजांगूल) पान२. बंदर. पायर्नु ३वाई गी का रूवा. the fur of A monkey. भग. १२,८; -वसभ. a cow कप्प. , ५७; पु. ( -वृषभ ) -हेट पान२. वड़ा बंदर.. Vगोय. धा• I,II. (गुए ) या धुa big monkey. भग• १२, ८; 4. बचानाः छिपाना. To hide; to गोलय. पुं. (गोवा) गोणी; गोn पिए protect. 1. गोला; गेंद; A ball. उत्त. २६, ४०; | गोवेर, नाया. १६: गोलवट्ट. त्रि. (गोलवृत्त) सारे: 4. गोवसि सु.२.१५,६; गोलाकार; वर्तुलाकृतिमें. Round: cir. गोबित्ता. सं.कृ.नाया. १६: cular. सम० ३५; जं. प. ५. १७०; गोवित्तए. हे. कृ. नाया. १७ २. ३३: गोव. पुं. (गोप-गां भूाम वा पाति रति ) गोलवायण. न. (गाखवायन) अनुराया गोपा. गवली; ग्वाला. A cowherd. ननु गोत्र. अनुराधा नक्षत्र का गोत्र. विशे• २१५९पिं- नि. ६६७; भत्त• १; The family-name of Anuradha. | गोवल्लायण. न. (गोवहायन) पूर्वानी सू. ५० १० नक्षत्रनु गात्र पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र का गोत्र. गोलिंकायण. . ( गोनिकायन ) शि The family-uame of Būrvâfâl माननी मा. कौशिक गोत्र की शाखा. A guni constellation. सू. १.१.; जं. branch of the lineage named ५.७, १५६ Kausika. (२) तेशभामांना पुरुष गोवालिमा. श्री. ( गोपासिका ) गोपाल। उस शाखाका पुरुष. a person belong- नामनी मार्या. गोपालिका नामक आयी. ing to the above lineage. Name of a nun. नाया. १६; ठा. ७,१; गोषाली. श्री. (गोपाखी) मे नामनी मे गोलियसाला. मी. ( गौखिकशाला ) । स. इस नाम की लता. Name of a वेयवानी हुन. गुड बेचने की दुकान. A I creeper. पन• १; Page #663 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोवीहि ] ( ६५५ ) [ गोहिया-या गोवीहि. स्त्री. (गोर्वाधि) शुनी गति विशेष. the head of a cow. सू. प. १०; शुक्र की गति विशेष. A particular --मावलि. बी. ( -प्रावलि ) गायना kind of motion; the motion of | मस्तानी पारित. गौ के मस्तकों की पंक्ति. Venus. ठा. ६, a line of the heads of cows. गोस. पु. ( * ) प्रात:; सवार. सू.१.१. प्रातःकाल; सवेरा. Morning: dawn. | गोह. पुं. (गोध) गुमे। " गोहा " ०६. सु. च० २, ११; ४, २०२, प्रव० १११; __देखो " गोहा" शब्द. Vide " गोहा" पंचा• १, ५०; -करणीय. त्रि. (-कर- । पण्ह• १,१; उत्त• ३६; १८०; जीवा० १; यीय ) सारमा ४२१। साय ( दसा. ६,४, याना). प्रातःकाल में करने योग्य ( धम- गोहा. श्री. ( गांधा ) यो; स२५ को मे भ्यानादि ). (anything) to be done ચપટું પ્રાણી એને ભીંગડા અને ચાર પગ in the morning: i. e. religious હોય છે, રાત્રે શિકારે સારું બહાર નીકલે છે meditation etc. सु. च. २, ७५; એની બે જાત છે–ચન્દન અને પાટલા ઘે. गोसाल. पु. ( गोशाम ) गोशाला-ममति घो जैसा एक चपटा प्राणा उसके शरीर पर પુત્ર, જેનું વિવરણ ભગવતી સૂત્રના ૧૪ મા छिलके व चार पैर होते हैं, रात्रि को शिकार शत छ. गोशाला- मंखलि पुत्र, जिस के वास्ते निकलती है उसकी दो जाति हैका विवरण भगवती स्त्र के पंद्रहवें शतक चंदनघो व पाटलाघो. A lizard-like में है. Gosali-the son of Mal. Animul having scales and four khali, described in the 15th feet. It moves out in search Sataka of Bhaguvati Sūtru of prey at night. It is of भग० १५, १; नाया० १६; उवा० ७, १८८; two kinds. (1) Chandanagha गोलालग. पुं० ( गोशामक) मा असो and (2) Patlagho. नाया• ८; सूय. २०६. देखो ऊपर का शन्द. Vide above. २, २, ६३, २, ३, २५; भग०८, ३; १५,१; प्रव०७४.; -मय. न. (-मत) गाया- -प्रावलिया. बी. (-भावनिका ) यानी ना मत. गोशाला का मत. the tenet ५त. घो की पंक्ति. a row of lizardof Gosali. प्रव. ७४.; like animals. भग० ८, ३, गोसीस. न. ( गोशीर्ष ) गायन। भरतभाया । गोहिमा-या. श्री. (गोधिका ) is सोनू निस गोरायन. गौ के मस्तक में से निक- मे जतनुं पात्र. भांड लोगों का एक लने वाला गौरोचन. A yellow pig. तर का वाजिंत्र. A kind of musical ment found in the head of a instrument used by tumblers cow. जं. प.५, ११४; पर.२; सम.प. etc. अणुजो• १२८; पाया०२, ११, १६८; २१.; नाया• १; भग• ९, ३३: १५, १; ठा. ७, १; विवा• ७; (२) सामान्य . भोव. (२) गायनु भरत. गौ का मस्तक. सामान्य घो A kind of lizard. जीवा. * जुमे। १४ न५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #664 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोही] [घंटिम-य - १; --सह पुं० (-शम्द) माउन पनि ने श६. भांडों के वाजिंत्र का शम्द. the sound of a musical instru ment of a bard. निसी.१.३५ गोही. स्त्री. (गोही) गोलली. गोहणी. A female lizard-like animal. जीवा०१७ गोहूम. पु. (गोधूम ) 43; पायनी में | गत. गेहूं; धान्य की एक जाति. Wheat; a kind of corn. पन्न. १; वेय. २, १; प्रव० १.०६ V ग्गह. धा. II. ( ग्रह ) अरण ४२q. ग्रहण करना. To accept. गहेइ. निसी० १, ५४, गहेही, भ. मु. च० ८, १६५ गहिउं. सं. कृ. सु. च. १२, १७३ गहेऊण. सं. कृ. नाया० १६; गहाय. उत्त० ४, २, अणुजो० १४८; भग. २, १, ३,१५, ६,..;.३३ ११,६; १३, ६; १५, १; १६,१; नाया• १, २, ३, ५, ७, ८; १९; १८; दसा. ७, ११०, ३, विवा. २,६;७; निसी. ३,८२, ७, २६% १,४; वव०७, १७, ८, ११; राय. ३३; वेय. १, ३५; निर० ३, ३; गाहेइ. प्रे० नाया० ५; श्रोव• ३०; गाहावट.प्रे.वि. सु. च. १०, १२६ गाहेहिनि. प्रे० भ० भग० ५, ६; जं. प. गाहिस्स. प्रे० भ० विशे० १४५६; गाहिता. प्रे. सं० ऋ० भग.७, ६; श्रीव. गाहेत्ता. प्रे० सं० ० नाया० ५; V ग्घा. (घा) संबवा. सूंघना. To smell. जिग्घइ. निसी० १,८६,५: जिध्यंत. निसी. १,६; घ. *घंघ. त्रि. (*) गरी मनाय. गरीब; अनाथ. घंटा. स्त्री. (घंटा ) घ21; 231. घंटी. A Poor; destitute. पिं. नि. ३४५ bell. अोघ० नि० भा० ८६; भोव. ३०; -साला. स्त्री० (-शाखा) अनाथालय नाया.१,३; राय.३७, जं.पं. ५, ११५; धर्मशाला. अनाथालय; धर्मशाला. A उवा. ७, २०६; --श्रावलि. स्त्री० (-श्राhouse of charity for the help वलि) घटानी ति. घंटों की पंक्ति. १ less. श्रोव.नि. ६३६% series of bells. नाया० १; राय • ओव० घंट. पुं० (धण्ट) 421; 21:21. घंटी. A घंटिन-य. पुं. (घण्टिक-घण्टया चरन्ति तां bell. भग. १, ३३; सु. च. २, ३.३, वादयन्तीति घण्टिकाः) टी वारी लिक्षा प्रव. ११४७; जं. प०५,११५; -रव. भागना२, २७लि. घंटा बजाकर भिक्षा पुं० (-रव) घटना भवान. घंटेकी आवाज. मांगने वाला; राउलिक. One who घंटा का नाद. Sound of a bell begs alms by ringing a bell; a नाया. ८ Raulika. नाया० १; कप्प० ५, १०७; * गुमा ५४ २०५२ १५ ना ५टनेट (*). देखा पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #665 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घंटिया-या] ( ६५७ ) [ घट्ट घंटिना-या. स्त्री. ( घण्टिका ) १९८; घट्टाविजा. मि. वि. दस० ४; धुधरी. घंटी; धुंधरी. A bell; a small घट्टावेजा. वि. वि. दस. ४: bell. राय. ४४; जीवा ३, ३; नाया० ३; घष्ट्रिय. सं. कृ. पिं० नि० २५४ प्रत्र. ११३; (२) मे तनुं माम२९५. घडं. श्रोघ• नि. ३०. एक जातिका पाभरण. a kind of घडत. व. कृ. दस. ४: mament. जं. ५० ५, ११५; उवा | घट्टग. न. (घृष्टक ) यसपाना पाणी. घिसने ७, २०६; नाया. ;-जाल.न० (-जाल) का पत्थर. A hard stone used for यलिसानो, धुमरीमानी समई. घंटियों का rubbing things against. श्रोध समूह; धुंधरियों का समूह. a collection, नि. ४०१; bunch of stmall bells. भग. १, ३३ | घट्टण न० ( घटन ) संघीयवा; अया. घंतु. त्रि० ( घातुरू ) मारना२: पान ४२ना२. ___ संघ होना; अथडाना.Clash; collision. मारनेवाला; घात करनेवाला. A killer'; दस० ४; ठा० ४, ४; पंचा० १५, ३१; n destroyer. "रसगिद्धेण धंतुणा" घणया. स्त्री. ( घटना ) सय १२: उत्त० १८, ७; भार ६धने यस. संघटन करना; जोरसे दबा घंलण न० (घर्षण ) यसj. घिसना, घर्षण.. ___ कर घिसना. Rubbing witli great Rubbing; frietion. विश. २०४३; | pressure. पन्न. १६; श्राव० ३८; नाया. 1 घट्टिय. त्रि. (घट्टिन ) माझामादि २५श घंसि श्र-य. त्रि. ( घर्षिक ) यहननी पडे थातेवी रीत बसावे; घा-५२सना यमेतु; हेसु. चन्दन की तरह घिसाहु प्रा. पामेश. परस्पर स्पर्श हो इस तरह हिलाया Rubbed again to hard subst- हुआ. caused to collide; moved ance; e. g. Sandal wool. अोव. in a way to cause friction. “घट्टियाए फंदियाए खामियाए” जं. ५० घकारप्पविभत्ति. पुं. (धकारप्रविभक्ति ) 33; राय. १२८ पि. नि. ५५३; (२) "" ना मारे ३२ नाभान मे. २१ट. स्पृष्ट. touched. परह. १, ३, "घ" की प्राकृति जैसा; ३२ नाटक में से (३) प्रेरणा २५. प्रेरणा किया हुआ; एक. Anything of the shape of प्रेरित. directed; instructed. परह. the letter "q" one of the 32 dranas. राय. ६३; घट्ट. त्रि. (कृष्ट) घसेतु पासी अरे Vघट्ट. पा. I, II. (घट्ट ) २५ ४२वा; | पत्यरनी प सा५ १२j. घिसाहुआ; पत्थर साव. स्पर्शकरना; हिलाना To touch; के समान माफ किया हुश्रा. Rubbed%3B to give motion. polished. ओव. ४३, पाया० २, २, घट्टइ. भग० ३,३; राय २६६; १, ६४, २, ५, १, १४४; अणुजो० २१; घट्टेइ. नाया. ३; सू. प० जीवा • ३, ४: भग० २, ८; जं. घट्टति. नाया. ४; प० ओघ. नि. १८: पन्न. २: वेय. घट्टिजा. वि. दस० ; १४४; सम.१०२११; राय. कप्प. ३, ३२; घटेजा. वि. दस० ४; ६.२; Vol. II/83. . Page #666 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घड] [ घण Vघड. धा• I, II. (घट ) घायु टा. विशे१२०५; पंचा० १२, ४५; घडना; बनाना. To hammer; to fa. घडत्त. न. (घडत्व ) याने मार; ५५६. shion. (२) घटना १२सी. घटना करना. धो का भाव; घटस्व. State of beingg to mould. a pot. भग• १, ३, घरइ. सु. च. २, १८५%3 घडत्ता. बी० (घहत्ता-घटा समुदायरचना घरमो. नाया. ८; तद्भावः तत्ता ) समुदाय २यनान। माय. पडितए. हे. कृ. नाया• ८; समुदाय रचना का भाव. Formation घत. भत्त. ४७; of group. जावा० ३, २; भग० ५, ३, घोति. भग. ११, १; जं० ५० ५, ११४; ११, १०, १८, १० परित्ता. सं. कृ. ज. प. ५,"; घडय. पुं. (घरक) मे "पडग"श६. घड. पुं. (घट-घटतेऽसौ घटनात् वा घटः) देखो "पग" शब्द. Vide “पाग" घडे। श. घडा; कलश. A pot; a pitcher. विशे० ११; भग. ५, ४, ८, नाया• ; उवा• ७. १६४; १०; पम० २.पि. नि. ८८; १३२; भोव० घडि. त्रि. (पटिन् ) पाणी. घडा बाला. अणुजो. १३१: सम. २५; पंचा., ११; (One) having a pot. अणुजो•१३१% प्रव. ६४५: -कार. पुं. (कार) घडिग्गा. बी. (पटिका ) भाटीनी रही. पानी नायना; भा२. घट बनाने वाला मिट्टी की कुलग. A small earthen कुंभकार: कुंभार. a potter. विशे०११५ vessel. सूथ १, ४, २, १४; दास पुं० (-दास) पाली ल२ घडिमत्तय. न. (पटिमात्रक) धरान सारे ना२. पानी भरने वाला नौकर. a servant भाटिनु म. छोटा मिट्टीका बरतन. A employed to fetch wat r. / small earthen pot. ag. 996; भाया० २, ४, १, १३४; ~~-दासी. बी. घडिय. त्रि.(बटित) घटना २५; मेवेत. ( दासी) पाली सारी हासी. पानी घट । किया हुश्रा. Formed; joined. भरने वाली दासी. a servant-maid जीवा... employed to fetch water. सूय. घरियम्व. त्रि. (परितम्य ) घटना ४२वी; १, १४, ८; -मुह. पुं० ( -मुख )। सांध मेगी . संयुक्त करना; सांधा जुडाना. नु भोदु. घटका मुख; घरे का मुंह. | Uniting together, bringing the mouth of a pot. सम० १४; together. नाया० १, ५, भग• १, ३३; घडक. पुं. (घटक ) ५.. घड़ा; घट. A घए. पुं (धन) ann 4. दही का pot. अणुजो० १३: जमा हुआ चक्का. thick curds. "दहि घडग. पुं. (घटक ) 1. घडा; घट. A घणे" पन्न.१७ जं०५०५, ११२; ७, १४०; pot. नाया. १६; जं. प. ५. १२१; (२) १७२ १७त्रांसिया, घडण. न. (घटन) Gघमा प्रयत्न. उद्यम; कोरे. ठोस वाजिंत्र, झांम इत्यादि. प्रयत्न. Effort; industry. पण्ह ० २, १; a bronze musical instruinent. घडणा. श्री. (घटना ) घटना २०ी; ये .. जं.प.१,१२; जीवा. ३,४; राय० १६ घटना करना; योजना करना Formation. / भग० ५, ४; ठा० २, ३, ४, ५, (३) Page #667 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घण] [घल - १. ४५; मात; सियानु. १७ कठिन; छिद् रहित. hard; firni; free firom holes. राय• ३२; १.६: २५ विशे. १९५पि. नि. भा. १७; पन. 1; २; ३६; सू० ५० १६; भोव• ४३; भग. ५, २; (४) पादं गा८; M. घट; गाढा; मोटा. thick; deuse. पि. नि. भा. ३८; भोघ नि• भा० ३१३; कप्प. ३, ४४; प्रव० ५१२; ५३५; क. गं० १, २०; (५) विरता२. विस्तार. extent; area. विशे. ५६०१ (६) भे. मेघ. a cloud. भग. २, :: पम• २; पण्ड• १.३; नाया• ६; पिं.नि. १७५; कप्प. ३, १३, गच्छा. ६५: (७) पात्माना असंज्यात प्रशन घनर ५५५७. प्रात्मा के असंख्यात प्रदेश का धन रूप पिगड. body consisting of countless atoms of the soul. भग. ५, ६ (८) समान मतिना मां જણ વખત ગુણવાથી જે આંક આવે તે. भ ने। धन , ना सत्ताविस, थारनायोस कोरे. समान जाति के अंक तीन बार गुनने से जा अंक प्राता है वह; यथा दो का धन आठ, तीन का सत्तावीस, चार का चौसठ इत्यादि. number got by cubing a numerical quantity. पन. १२; (१) मा पहला अने मेरी भानमा माते: ५०રૂપે આલેકનું પરિમાણ સાતરાજ છે. लंबाई चौडाई व मोटाई इन तीनों का मान | जिसमें आता है वह; घनरूप से इस लोक का परिमाण सात राज है. cubic | measure as that of this world. " सत्तरम्जुमाणघणो " क. गं. ५, १७ | (१०) घाय; १९. बहुत; अतिशय. much; . Imore. प्रव• १४८६; (११) नागरभाय । नागरमोथ. a fruit of a medicinal plant. सु.च०२,०७, (१२) सिया वगेरे पार्नु श६. झांक इत्यादि वाजिंत्र का yo. it sound of a musical instrument made of brouze. भग• , ४ --प्रायत. न. ( -प्रावत) May मने पलाया। मुक्त આયત સંઠા નક્કર વસ્તુની લંબાઈ. पायत संठाण; ठोस वस्तु की लंबाई, चौडाई व मोटाई. having length and breadth. भग. २५, ३; -करण. न• (-करब) मना ५५ मत १२; नियम १२३ ते. काँ को बांधना. हम करना; निबह कर्म-बंध करना. tightening the bond of Karina. पि. नि. १.१: --अउग्स न. (-चतुरस) ७२ ५२तु पारस सहाय ठोस वस्तु का चौरस संठागा. 2 undrangular solid. भग• २५, ३: ----तंम. न. (-ख) २५२ २५ त्रिय सा. ठोस त्रिकोण संठाण ( anything ) triangular. भग. २५, ३; --तब. नं. ( तपस् ) प्रतन અણિ ગુ કરતાં ધન થાય, અથ લંબાઈ પહોળાઈ અને લડાઈ સરખી હોય તે ધન: દાખલા તરીકે ચાર કેષ્ટકની શ્રેણી હોય તો સેળ કેકના પ્રતરને ચારે ગુણતાં ચોસઠ કોષ્ટક થાય; પ્રતરના સોળ કષ્ટકને એવો બનાવતા, ધન કોષ્ટક થાય; તેમ લખી શકાય નહીં, જેથી પ્રતર તપ પ્રમાણે જ ચારવાર તપ કરવાથી, ધન તપ થાય છે, તે સમજી अ. प्रतर व श्रेणि का गुना करने से धन होता है, अथवा लंबाई, चौडाई व मे.टाई समान है। वह धन; उदाहरण-चार कोष्टक की श्रेणी हो तो सोलह कोष्टक के प्रतर को चार से गुनने से चौसठ कोष्टक से प्रतर के सोलह कोष्टक को चार गुना करने से धन Page #668 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घण ] ( ६६० ) 3 कोटक हों; इस तरह लिखा नहीं जा सक्ता इस लिये प्रतर तप के ही समान चार बार तप करने से घन तप समझ लेना. the cubic measure of an austerity; supposing an austerity to represent, Ghana Tapas would represent x. उत्त०३०, १०१ -परिमंडल न० ( - परिमण्डल ) न३२ रुप चतुर, धन परिमंड सहा ठोस वर्तुलाकार : घन परिमंडल संठाण. ( anything ) circular in shape. भग० २५, ३; -- माला. स्त्री० - माला ) भेवभाझा. मेघ माला. a line of clouds. भत्त० १२५ – मणि त्रि० ( - मणि ) धामण बहुत मणि. many gems. प्रव० १४८६६ - मुइंग. पुं० ( मृदंग ) भोटु नगारू मृदंग, ढोल, बडा नक्कारा. a big drum. जं० प०५, ११५: कप० २, १३: - रज्जु. स्त्री० ( रज्जु ) नी લભાઇ પડાળાઇ અને બડાઇ સરખી થાય श्रेत्री रीतेश परिमाणु ४२ ते. जिसकी लंबाई, चौडाई व मोटाई समान हो इस रीति से राज का परिमाण करना unit of measure in which length, breadth and thickness are equal. ( २ ) २००ब्लु खेटले रावण के ने લેકના ક્ષેત્રનું પરિમાણુ બતાવે છે.આખા લેક ઉક્તરાજથી માપતાં ૧૪ રાજ પરિમિત થય छे. या भापत्र प्रवेश सूि પ્રતર અને ધન. જેમાં લંબાઇ બતાવવામાં આવે પહેલાઇ નહિ, તે સૂચિ. જેમાં લંબાઇ અને પહેલા બન્ને દર્શાવવામાં આવે તે પ્રતર. જેમાં લંબાઈ પહેલાઇ અને ઉંચાઇ એ ત્રણે બતાવવામાં આવે તે ત્રન. ત્રણે પ્રકાર આ ચિત્રમાં બતાવવામાં આવ્યા છે. रज्जु अर्थात राज कि जो लोक के क्षेत्र का For Private -सूर रज्जुः - सूची रज्जु - घन रज्जु -पयर रज्जु Personal Use Only -प्रतर रज्जु - - घण रज्जुः D.V.T. खंड ६४ - [ घण परिमाण बतलाता है. सारा लोक उक्त राज से मापने पर १४ राज परिमित होता है. यह मा तीन प्रकार से बतलाया गया है. सूचि; प्रतर और घन. जिसमें केवल लम्बाई बतलाई जाती है वह सूचि. जिसमें लंबाई और चौडाई दोनों बतलाई जाति है वह प्रतर. जिसमें लंबाई, चौडाई और उंचाई ये तीनों बतलाई जाती हैं वह घन तीनों प्रकार इस चित्र में बतलाये गये हैं. Rajju means Raja a measure of length breadth and thickness) which is used in measuring Loka (region ). the whole world when measured with the above unit, measures 14 Raja this me asure is displayed in three ways, viz. Sūchi, Pratara and Ghana.The measure by which Page #669 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घण] [घणदत length and dreadth are cal. the time or circumstance of culated is called Pratara and the sun and the moon passing Chana is that by which length through the inidst of a planet breadth and thickness are and a constellation. To 93; measured All these three -सद्द. न० (-शब्द) न४२ १७॥ ways are exhibited in the शाह नकर वाजिंत्र के शब्द the sound picture. प्रव०६२१%;-वट्ट. न०(-वृत्त) of a certain musical insti'l१७७२ 31२: साना मा. ठोस गोला- nient निसी. १७, ३५; कार. (any thing) solid and globu. | घणसार. पु. ( घनसार-धनस्य मुस्तकस्य lar or round like a tball. भग०२५, सारः ) ५.२. कर्पूर. Camphor. सु. ३: -वात. पुं० (-वात) मो " घण- च० २, ७५; वाय"श. देखा " घणवाय" शब्द. घणघणाइय. न. (घनघनायित) २थना व vide “घणवाय" भग. २०,६;-वाय घास मेयो वा थाय ते. रथका घण घण पु. ( -वान) बनेर अथवा विमान । ऐसा आवाज होना. Tinkling, jingling महिना माधार भूत भेक्षा १२५ वा sound of a chariot. राय. १८३ અથવા થીજેલા ધી જે એક પ્રકારનાં पराह० १, ३: भग० ३, २; जीवा० ३, ४ ना. घनोदधि अथवा विमार आदि । घणघाइ न० ( घनघातिन् ) बनाती म के आधार भत जमा हुआ बरफ जसा अथवा જ્ઞાનાવરણીય, દર્શનાવરણીય, મેહનીય અને जम हुए घृत जैसा एक प्रकार का गाढा 41 या२ भ घनघाना कर्म; वायु. a kind of harri and thick ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, मोहनीय व wind resembling ire or 003). अंतराय ये चार कर्म. The tour deuseal ghee (clurified butter). Karmas viz Jinnavarniya, Mo. उत्त, ३६, ११८; भग. १, ६, २, १03 haniya, Darsanăvaraniya and 1२, ५, १०, ११; पन्न० 1: जीवा० ३, १; Antarāya; these four Karmas --वायवलय. पु. ( वातवलय) 4या- are known as Ghanagbati ५॥२ २९५ बनवायु. वर्तुलाकार से रहा Karmas. क. गं. ५, २७, हुआ धनवायु; वलयाकार मे रहा हुआ घणदंत. पुं. (घनदन्त ) घनन्त नामना धनवायु. tbick, condensed ain' सन्त२६५भा २नार मनु०५. घनदन्त remaining in a circular forin. नामक अंतर द्वीपमें रहने वाला मनुष्य. A भग, १७, ११;-~-संताण अ. पुं० (-संता- resident of an island named नक ) राणायानु ५.. मकडी का जाला. Ghanadanta. पन्न. 1, जर्जावा. ३, ३; a cobweb. ओध० नि० २६२;-संमह. (૨) લવણ સમદ્રમાં નવસે જનપર पुं० (-संमद)ो योगमा २ अने सूर्य बनत नामनी अंतर ६५. लवण समुद्र में ગ્રહ તથા નક્ષત્રની વચ્ચમાં થઈ ચાલે તે नवसौ योजन पर घनदंत नामक अंतर द्वीप. योगा. जिस योग में चंद्र व सूर्य, ग्रह व नक्षत्र name of an island in Lavana के मध्यस्थ होकर गति करते हैं वह योग. Sumudra at a distance of 900 Page #670 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घणविज्जुया] [ घणोददि - Yojanas inside. प्रव. १४४१; ठा. ४, २; ६, १; घणविज्जुया. स्त्री० (घनविद्युत ) ५२dन्द्रनी wी २५अमलिषानु नाम. धरणन्द्र की छठी अग्रमहिषो का नाम. Name of the 6th queen of Dharanendra. भग० १०, ५; (२) » हिसाभारीभानी मे. ५६ दिशाकुमारियों में से एक. one of the 56 Disakuinaris. ठा०६; घणा.स्त्री० (घणा) ५। पी. घणा देवी. Ghanadevi. नाया० ध० ३; घणोदधि. पुं० (धनोदधि-घनः स्त्यानो हिम शिलावत् उदधिजलनिचयः सचासौ चेति घनोदधिः ) प्रत्ये। न२४नी थी नाये બરફની પેઠે જામેલ ઘનરૂપ પાણી કે જે वीश २ मे प्रभारी छे. प्रत्येक नर्क क नावे बरफ के समान जमाहुआ धनरूप पानी कि जो बीस हजार योजन तक है. An ocean with frozeu water 20 thousand Yojanas in depth, under every hell-world. ठा० ३,४; " सत्तसुघणवाएसु सत्तघणोदहीणइट्ठया " वा० ३, १: भग० १२, १; २०, ६; सम० ८६; ठा.. घणोदहि. पुं० (घनादधि ) तु| Guो श६. देखो उपरोक्त शब्द. Vide above. (૨) રત્નપ્રભા પશ્ચિને કરતા ત્રણ વલય છે. પહેલે ધણોદધિને, બીજો ઘનવાયુને અને ત્રીજો તનુવાતને. ઘનોદધિ થીજેલા ઘી જેવું પાણી. ધનવાત પિઘળ્યા ઘી જેવો વાયુ છે. તનુવાત એ સૂક્ષ્મ પવનરૂપ છે. એ ત્રણ વલયની કેટલી કેટલી જડાઈ છે અને પૃથ્વીને ફરતા કેવી રીતે રહેલ છે તે | ચિત્રમાં બતાવેલ છે, ચિત્રની વચ્ચેની જાડી | આડી લાઇનો રત્નપ્રભા પૃથ્વીના પાથડા અને ! सांत। पतावे छे. रत्नप्रभा पृथ्वी के श्रास- पास तीन वलय हैं. पहिला घनोदधि का, दूसरा घनवायु का और तीसरा तनुवात का. धनोदधि थीजे हुए घी के समान होता है. धनवात पिघले घी जैसा वायु है और तनुवात यह सूक्ष्म पवनरूप है. इन तीनों वलय की कितनी कितनी मोटाई है और पृथ्वि के आसपास किस प्रकार स्थित हैं यह चित्रमें बतलाया है. चित्र के अन्दर बीचकी जो मोटी लकीरें हैं वे रत्नप्रभा पृथ्वि के पाथडा (प्रस्तर) और प्रान्तरा ( अन्तर ) बतलाती हैं. The three curves round Ratnaprabhā world, viz. Ghanodadhi, Ghanavāyu and Taoavāyu. Ghanodadhi is like a condensed clarified butter. Ghanavata is like a fluid clarified butter and Tanavāta is like thin atmo. sphere. The breadth and the positions of these three curves are shown in the picture. The deep black lines in the picture show the different layers and intervals of the Ratnaprabhā world. भग०१,६२,१०:१२,५; सम०२०; पन्न. २; --पलय. पुं० (-वलय घनोदधिरेव वलयमिव वलयकटकं घनोदधिवलगम् ) સાતે નરકાની નીચે વીશ હજાર જોજન પ્રમાણ ઘનોદધિ-બલિયાને આકારે જામેલ पाली. सात नरकों के नीचे वीश सहन योजन प्रमाण घनोदधि-वर्तुला कार से जमा हुमा पानी. an ocean with frozen wnter circular in form, and twenty thousand Yojanas in depth under euch of the seven hell-worlds. ठा. ३, ४, भग० १७, ६; २०, ६, पत्न० २; Page #671 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मचित्र अर्ध-मागधी कोष :- . FR अ६ योजन. क ४ यो. ड १४ यो. .-१ली नरक. १८००० ----- १पापडी ३... योजन उंयो आनरो १९५०३४ यो. ८ १८०००० १३ पाथडा. १३ ऑनरा. -- - - - घमन समान असंस्टेयान या ननुवान -- D.V.TALSANIY (व्यात योजन. घणोदहि -(नरक) Page #672 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घत] ( ६६३ ) [घय-अ घत. न० (धृत ) वी. घी, घृत. Ghee; ___ clarified butter. सू०प०१६ Vधत्त. धा• I. ( * ) तपास ४२११. तपास करना. to search. (२) यल २३. प्रयत्न करना to try. घत्तिहामि. भ. उ. ए. विवा० १,६; घत्त. त्रि. ( गात्य ) धात ४२५ा योग्य. घात करने योग्य. Worthy to be killed; to be killed. सूय. २, ७, ६; घत्थ. त्रि. ( ग्रस्त ) ५४ागुं; धेशमे. पकडा हुआ; घिरा हुआ. Caught; surrounded: overpowered. पि. नि. ११६; पण्ह ० १, ३; भग०१२, ६: सु. च. २, ५३ १; (२) बसा येस; Mar) गये।. घिस गया दुआ; कीट वाया हुआ worn out; rusted. गच्छा० १८ घन. त्रि. ( घन ) is; गभीर. गंभीर. Deep; sound; thick, कप्प०३, ३८; (२) भेध; १२सा६. मेघ; वर्षा. rain. प्रव. १४८७; -पडलकलिय. त्रि. (-पटलकलित) १२साइना वाणाथा युत वर्षा के बादलों से युक्त. full of clouds bearing rain. प्रव० १४८७; घम्म. पुं० (धर्म) घाम, परभी. धूप; गरमा; | नाप. Heat;heat of the sun. ठा०४, ४;पि०नि०३०३;-ठाण न०(-स्थान) -तापन २था.1; ता५ क्षेत्र. उष्ण-गरमी का स्थान; ताप क्षत्र. a region of heat. सूय० १,५,१,१२; -पक त्रि० (-पक्व) गरभी-तथा ५.४१. गरमी-धूप से पका हुआ. ripened by the heat of the sun. विवा० ८3 घम्मा. स्त्री. ( घर्मा ) ५९यी न२४नुं नाम. प्रथम नरक भूमि का नाम. Name of the first hell. जीवा० ३, १: भग०१२, ३; प्रव०६११; १०८५, घय-अ. पुं० न० (घृत ) बी. पी. Ghee; clarified butter. निसी० १, ५; दस० ५, 1, ६७; नाया० ८; जीवा० ३, ३; उवा. 1, ३४; भग. 11, 2; १५, १; पिं. नि. २१०; सु० च० २, ४४७; उत्त० ३, १२, ठा० ४, १; अणुजो० १६; आया.२, १, ४, २४; प्रव. २०६; १४३०; गच्छा . ६६ कप्प. ३, ४६; ५, 11; ८, २३, (२) इस नोभता ५ तथा समुदनु नाम. घृत नामक द्वीप व समुद्र. name of an island; also that of an ocean, जीवा० ३, ४; पन्न. १५; अणुजा. १०३; --उदग. न. ( उदक ) बीना धुं वृत समुद्र ५ivil. घी के समान घृत समुद्र का जल. water of the Ghrita Ocean resembling clarified butter. पन्न. १: सू०प० २०; जावा ० ३; -किट्टि. स्वा० (-किट्टि) बानो मे - जी. घी का कीट मैल. the dirt ofghee. प्रव०२३१; -कुंभ. पुं० (-कुम्भ ) घाना वी. घी का 917 931. a pot of ghee or clari. fied butter. भग०१६, ६ –मेह. पुं. (-मेघ ) बरतक्षेत्रमा उत्सपियानो जाने આર બેસતાં ૧૪ દિવસ સુધી મેઘ વરસ્યા પછી સાત દિન સુધી ત્રીજે મેઘ વરસે તેનું नाम. भरत देश में उत्सर्पिणी का दूसरा श्रारालगंतही १४ दिन दो मंघ के बरसने के पश्चात् सात दिन पर्यंत तीसरा मघ बरसता है वह. the name of the last of the 3 dowupours of rain (each last __* गुमे ५४ नम्मर १५ ना ५टनेट (*). देखो पृए नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot note (+) p. 15th. Page #673 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घयपुरण] ( ६६४ ) [ घसिय ing for 7 days) at the begin. from all houses. भग० २, ५; ३, १; ning of the 2nd cycle (Ara) of -समुदाणिय. पुं० (-समुदानिक-गृहUtsarpiņi in Bharata - kşetra. समुदाय प्रतिगृहं भिक्षा येषां ग्राह्याऽस्ति ते जं. प. गृहसमुदानिकाः ) प्रतिवर-हरे बरे मिक्षा घयपुरण. न० (घृतपूर्ण) १२. घेवर. An | सेनार गोशाला मतने अनुयायी. प्रतिघा article of food prepared with से भिक्षा लेनेवाला गोशाला के मत का अनुa great quantity of ghee. पि. arit. one who begs alms at नि. ४६१ each house; a follower of the घयपूर. पुं० ( घृतपूर ) ०५२. घेवर. Ans teuet of Gosala. ओव० ४१; article of food requiring a घरक. न०(गृहक) ३२. गृह. A house.ओव. great quantity of ghee to be | घरकोइला. स्त्री० (गृहकोकिला) गरेकी; prepared. पि. नि. ४६१; लीतगणी. छिपकली. A lizard. चउ० घर. पुं० न० (गृह ) मान; २९वानुं स्थान ३७; पिं.नि. ३५५; ५२. गृह; रहनेका स्थान; मकान. A house; | घरकोइलिया. स्त्री. (गृहकोकिला) मे। a residence. ओव०१७; अणुजो० १२७ पिलो श»६. देखो उपरोक्त शब्द. Vide १३१, १३४; उत्त. ६, २६, ३०, १८; राय. above. सूय. २, ३, २५; ५७; 4. नि. १६५; भग० १, १: २,१ घरणी. स्त्री. ( गृहिणी) १२ पणियाणी २४ी, ५, ७, ८, नाया. १; ८; १६, सु.च. मार्या गृह-स्वामिनी; स्त्री; भार्या. A house. १, ३३: जं. प. ठा०५, १; उवा. १, ७७, wife: a wife नउ. ३५; उत्त० २१४; पंचा० १४, ४२, प्रव० १६७; कम्प० ५, घरय. न. (गृहक ) ५२-मरन. गृह-भवन, ११७; --अंतर. पुं० न० (-अन्तर) से A house. जीवा ०३; नाया. १;प्रव०४०८; १२ वच्च्येनु मातई. दो गृह का मध्यस्थ घरिणी. स्त्री. ( गृहिणी) खी; ५२५णीयाणी. अंतर. the distance between the स्त्री; गृहस्वामिनी. A housewife; & two houses. कप० ६, २७; -जामा. __wife. सु. च. १, ४०; उय पुं० ( -जामातृक) ५२ ॥मा गृह घरोइला. स्त्री. (गृहकोकिला ) नानी गरे. जामात घर जवांई. a son-in-law who छोटी छिपकली. A Small lizard. पन्न. remains under the roof of his father-in-law. नाया०१६-समुदाण. | घस. न. (घ) माननी डीटी 2; न० (-समुदान-गृहेषु समुदानं भिक्षाटनं शो मानने यीशयो. जमीन की बड़ी गृहसमुदानम् ) साधु सामान्य रे गये दरार; काली जमीन की दरार. A large घरथा गायरी रे ते. साधु सामान्य रीति crack in land. आया. २, १०, १६६: मे सर्व घरों से गोचरी करे वह. the | घसा. स्त्री. (घसा) क्षारया भूमि. क्षारway of begging alms i. e. beg. वाली भूमि. Saline soil. दस. ६, ६२; ging of alins by a Sidhu from | घसिय. त्रि. (घर्षित ) सेj. घिसा हुआ. all houses without distinction; (Any thing) rubbed. दसा० ६, ४; indiscriminate begging of alms | सय० २, २, ६३ Page #674 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घसिर ] घसिर. त्रि० ( घस्मर ) अधरायो; ज माना२. अधिक आहार करने वाला. Voracious; gluttonous. श्रोघ• नि० भा० १३३; घ. ० ( घसी ) मीनना ढोलाव जमीन का उतार Sloping ground. ( २ ) मरू तलघर & cellar जीवा• ३, ३: घाइ त्रि० ( घातिन् ) धात उरना२. घात करने वाला. ( One ) who kills. श्रोष० নिo भा० २१; क०प० १, ५७ २, ४४; कम्म. न० ( कम ) ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, મેાહનીય અને અંતરાય એ ચાર કર્મ; આ मिनी घात ना . ज्ञानावरणीय, दर्शनावरणीय, मोहनीय व अंतराय ये चारकर्म; आत्मिक गुणों की घात करने वाला कर्म. Karmas destructive of the qualities of the soul i. e. those which obscure knowledge, faith, and those which delude and obstruct. श्रणुजो० १२७९ घाइअ - य. त्रि० ( घातित ) भारी नमापेतुः बात उरावे. मार डाला हुआ; घात कराया हुआ. Caused to be killed. नाया० ८ भग० ७, ६; पिं० नि० १२७; २७४; घाउकाम. त्रि० ( हन्तुकाम) सुंटवानी ि वाले. लूटने की इच्छावाला. ( One) desirous to rob, spoil. नाया• १८; घाण न० ( घाली. धानी. Parched grains. पिं० नि० भा० ४०; घाण न० ( घ्राण ) प्राणेद्रिय; नासि; ना. घ्राणादयः नासिका; नाक. A nose; the दोघाणा sense of smell. १५ ठा० विशे० २०५; उत्त० ३२, ४८, पन० Ci * foot - note ( * ) p. 15th. Vol. 11/84 ( ६६५ ) 29 [ घारिदिय ठा०५, १; सूय० २, १,४२, राय० ५७; श्रोघ० नि० २८५ पन० २३; प्रव० ५.६७; ७६४; भक्त० १४५; - पुद्गल. पुं० (-पुगल ) सुगंधी द्रव्यः सुधानो द्रव सुगन्धित द्रव्य; सूंघने का पुद्रल. 24 fragrant substance. पद्म० ३६; -पोग्गल पुं० न० (- पुद्गल) नासिाथी सेवा योग्य पुद्गल, नासिकासे ग्रहण करने योग्य पुद्रल atoms for or of the sease of smeli. भग० ६, १० ओ० ४२: - बल. न ० ( -बल) धाद्रियनुं सामर्थ्य. घ्राणेंद्रिय का सामर्थ्य. power of the sense of smell. उत्त १०. २३३ - मणनिव्वुइकर. त्रि० ( - मनोनिवृत्तिकर ) नासिकाने भनने शान्ति राई नासिका व मनको शान्त करने वाला (anything) quieting the mind and the nose नाया ० ६; विसय. पुं० ( - विषय ) नासिनो विषय-संघ ते. नासिका का विषय- सुंघना - बास लेना. smell; smelling. नाया० १७; -सहगय. पुं० ( सहगत ) नासिाना सह द्वारा पुद्धच. नासिका के सहकारी पुद्गल. atoms which are associated with the seuse of smell. भग० १६, ६; १८, ७; घारिणीदय न० ( घ्राणेन्द्रिय ) नासि; સુધવાની શક્તિ ધરાવનાર ઇંદ્રિય; નાક. नासिकाः प्राद्रिय; नाक A nose: organ of smell. पन्न० १५, नंदी० ४; भग० ८, १:३३, १; नाया ० ५., १७: श्रव० १६; सम ० ६ - निग्गह. पुं० ( - निग्रह ) घ्राणेंद्रिय- नासिनेाभां पृष्ट नम्२१५ नी फुटनोट (ङ) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide For Private Personal Use Only Page #675 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घात ] रखना. राजवी ते प्राणोंद्रय- नासिका को वशमें one who controls the sense of smell उत्त० २६ २ घात पा० I II. ( हन् ) घात-वध-करना. To kill. घाए. विवा० ३; वु मारना; घाति विशे १२४० ० ( ६६६ ) घाएत्ता. सं० कृ० नाया० १८; घाइत. हे० कृ० नाया० १; घाइजमाण क० वा०व० कृ० नाया० १८; घात. घा० I ( हन्+णि ) दाप; धात रावी. घात करना To eruse to be killed. घायए. प्रे० दस० ६ १० सू० ११, १:३० घायावह. ग्रे० ० प्रा० सु० च० ८, १८० घायमाण. प्रे० व० कृ० आया० १, ६, ४, १६२: सू० २, १, २४, घात. पुं० ( घात ) भारवु घात करना करना. Killing marder. भग० १५, つ १ (२) २३. नरक. hell सूर्य १.५, १५: घातात्रि (क) धाताई भार नाई. घातक. Destructive; ( anything) that kills जं० प० णुनार १६४२२. घात - वध करने वाला. ( One ) who kills. ओव ३८० घाति. त्रि० ( घातिन् ) वध घातिश्रय. त्रि० (घातित घातितः घात किया हुआ Killed; murdered. भग० १६, ६ नाया० ८; घाय. पुं० ( घात ) वे बात ४२. वध करना; पात करना Killing destruction. ० नि० ४८८ नाया ० १; उवा० ८ २४१: पंचा० ६, १२, क० ए० २, ४४ – उम्भड पुं० ( उज्जड ) धात वाने विकराल घात करने के के समय विक्राल रूप धारण किया हुआ. (one ) [ घासक assuming a cruel and terrible appearance at the time of killing. नाया० ८ - कर. श्रि० (कर) नाश २४. विनाशक. destructive. क० ० १ १५ घायच. त्रि ( घातक ) लु। “घातच " Vide. २६. देखो “घातश्र" शब्द. "घातथ" विशे० १७६२: घायक. त्रि० ( घातक ) धात २नार घात करनेवाला ( One ) who kills जांबा० ३, ३; नाया० २ घायग. प्रि० (घातक) व हिंसा करनार जांव हिंसा करनेवाला. ( One ) who kills living beings. पंचा २२३ घाय गत्ता. स्त्री० ( घातकता ) धातरीय २५. घातकीपना कूपन Cruelty; destructiveness; murderous ness भग० १२, ७ C घायण न ( घातन) भार बात रखी मारना घात करना, Killing; murder. सु० च० ८, १३६; घायणा. स्त्री० ( घातन ) बातउरखी ते. पात करना. Murder killing पराह १, १ घायायण न. ( घातना ) श्रायस घात कराना. Causing ( another ) to wound or kill विवा० ३; घास. पुं० (प्रास) गायो कोर निवाला; ग्रास. A morsel of food. ( २ ) भोजन भोजन. food. सू० १, १, ४, ४ ओव० १६ उत्त० ८ ११ ३ २१ पिं० नि० ६२६; भग० ७, १; वव० ८, १५ श्राया० १,६, ४, ६ घासक. पुं० (घासक) रिस १५ शु. अरसी: दर्पण. A mirror विवा० २; - परिमंडिश्र. त्रि० ( - परिमण्डित ) अरिसाथी शोलित अरीसा-दर्पण से सुशो Page #676 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घिश्र] [ घूय भित. adorned with mirrors. सामने रीना. लक्कड खोद काट "चामर घासक परिमंडिकडि" विवा०२; gra fagy. A kind of worm eat. घिअ. न० (घृत) घी. धी; घृत. Ghee; ing into wood. ठा० ४, 13 clarified butter. तंदु. घुणा. स्त्री. (घुण ) सानो ४॥31; धुणे. घिनोदश्र. पुं. (घृतोदक) धृतोऽपि समुद्र; लक्कड का कीडा. An insect found धाना नया पालीवाण। समुद्र. घृतोदधि ! in wood or timber. राय. २५१%; समुद्रः घी के समान जलयुक्त समुद्र. Name घुम्मत. व. कृ. त्रि. (पूर्णत् ) ममतुः of an ocean having water तु. भ्रमण करता हुआ; फिरता हुआ. like clarified butter. ठा• ४, ४; । Wandering; roaming; moving. घिसु. पुं० ( ग्रीष्म) गरमान मोसम; नानी. __ ओव. २१% ग्रीष्म ऋतु. Summer'. सूय० १, ४, २, घुम्ममाण. व. कृ. त्रि. (पूर्णत् ) भ्रमतु; १०; उत्त० २, ८, श्रमण ४२तु. भ्रमण करता हुआ. घिणिल. त्रि. (घृणावत् ) यात; यायान. Wandering; roaming. नाया० ६; दयालु; दयावान. Kind; compassion- घुल्ला. स्त्री. (*) दिपणे ७५; ate. 4. नि. १७६ः समावगेरे. दो इन्द्रिय वाला जीव; घुघुयंत. त्रि. ( * ) धुधु मे। श६ शंख आदि. A to sented theing. ४२. घु घु ऐसा शब्द करता हुआ. । पन्न. १; Sounding "ghu. ghu" नाया. ८; घुसिण. न० ( घुसृण )स२. केसर. Saf. Vघुट्ट. धा• I. ( घुट्) पीसी. जल firon. मु. च. १०:२८८; प्रव. १४६८: पाना. To drink water. (२) धुg. *घुसुलित. व० कृ. त्रि. ( मन्थत् ) ही घूट देना. to sip. વગેરેનું મન્થન કરતું; છાસ લેવતું. घुस॒ति. नंदी० स्थ० ४५; । दही इत्यादि का मथन करता हुआ. घुट्टग. पुं० ( * ) सिस्पेस पात्रने शुद्ध । Churning (urds etc. into whey ४२वानो ५५२।. कीचड लगे हुए पात्रको ! etc. पिं० नि० ५७३; शुद्ध करने का पत्थर. A stone used ! घूघूअंडअ.न. (घूकाण्डक ) घुसना . to cleanse a bespattered vessel. घुघु का अंडा. An egg of a sheपि. नि. भा० १५; ow!. विवा० ३: घुट्ट. त्रि० ( घुष्ट ) उंथे २५रे मोखामेल९६ घूर्णत. व. कृ. त्रि. (घूर्णमान ) यथा घोषः। ४२३. उच्च स्वर से बोला हुआ; उद्धा. विपक्ष यतो. भय से विह्वल होता हुमा. षणा किया हुआ. Spoken aloud; | Being destracted by fear of proclaimed aloud. भग. १५, १; danger. पाह० १, ३; उत्त० १२, ३६; उवा० ८, २४१; घूय. पुं० (घूक ) धु५७६ धु७. घुघू; उल्लू. घुण. पुं० ( घुण ) धुणे; •तु विशेष- An owl. नाया० ८; पण्ह ० १, ३; * नुमा १४ नप२ १५ नी ५टनोट (*). देख्न पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #677 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घूरा] ( ६६८ ) [ घोर घूरा. स्त्री. (पूरा ) 1 पोरे शरीरना | आय. जंघा इत्यादि शरीर के अवयव. A limb of the body such as thigh ete. सूय० २, २, ४५; घेत्तव. त्रि. (ग्रहीतव्य ) ग्रहण ४२योय. ग्रहण करने योग्य. Worthy to be ___accepted. विशे० १२; घेयव्व. त्रि० ( ग्रहीतव्य) सो " घेत्तब्ध" | श६. देखो “ घेत्तव " शब्द. Vide " घेत्तब्व" भग० ८, ६; घेरोलिया. स्त्री. ( गृहकोकिला ) गती. छिपकली. A lizard; a small house lizard. जीवा. घोड. पु. (घाट-अश्व ) यो. अश्व घोडा. __A horse. गच्छा० १२५; घोडग. पुं. (घोटक ) मे तनो यो। एक जाति का अश्व. A kind of horse. प्रव. २४६; पन्न. १; सूय. २, २, ४५; घोडय. पुं० (घोटक ) डा. अश्व; घोडा. A horse. उवा० २, ८४; -मुह. न. (-मुख ) कोडाना सक्षो। मानु शास्त्र. अश्व के चिन्हों की परिक्षा करने का शास्त्र. a science treativg of the marks by which a horse can be tested. अणुजो. ४१; घोर. त्रि. (घोर) घर: भय ३२ हास. घोर; भयङ्कर; दारुण. Dreadful. "घोरनिउरंग कंदरचलंत बीभत्थभावाणं " भग० १६,६ परह. १, १; नाया.१६%;१७;अग०१,१३,२; दस० ६,११,२,१४; उवा- १,७६; भोव. २१; ३८; उत्त० ४, ६, ६, ४२, २५, 3८% प्रव. ५११; पंचा.७, १२, १८, १९, भत्त. ११; गच्छा. ५; (२) मा ७५वाना ५९) संशय २९ ते हु०४२ इत्य. जिसमें जीवित रहने का भी भय हो ऐसा दुष्कर कृत्य a perilous, hazardous undertaking. पाया. १, ४, ४, १३६; -अंसुपाय. पुं० (-अश्रुपात) सुनी । धार. अश्रुओं की धारा; अश्रुपात. stream of tears.नाया०६;-प्रागार. पुं० (-माकार ) भय ४२ मा ४२, माति. भयंकर आकृति. terrible appearance. भग० ३, २; --गुण. पुं० (-गुण घोरोऽन्यैर्दुरनुचरा गुणा मूलगुणा यस्य सः) सर्वोत्तम गुणवान सर्वोत्तम गुणवान्. (one) extraordinarily virtuous; (one) possessed of insuperable qualities. भग० १, १; -तव. न० (-तपस्) संसारना सुमनी ३१ २हित ती . संसार के सुख की इच्छा रहित तपश्चर्या austerity without desire of worldly happiness. ठ० ४ २: --तवस्लि . पुं० (-तपस्विन् ) हुश्वर ( टा) . भयानक, महान् तप वाला. one practising austere penance. नाया. १; भग. १, १; -बंभचेरवासि. त्रि. ( - ब्रह्मचर्य वासिन) महायझयर्थ पासना२, ५६५સત વાલાને દુકર એવા બ્રહ્મચર્યનું પાલન ४२ना२. महा ब्रह्मचर्य पालने वाला. (one) practising strict or austere continence. नाया. १; भग० १, 13 --रुव. न. (-रूप) ३.२०५; 8म २५. डरौना रूप-आकृति- dreadful appearance. उत्त. १२, २५, भग. १६, 4; --विस. न. ( विष ) सय ४२ ઝેર; જેની ગંધથી હજારો જ મરે તેવું. भयकर विष; जिसकी गंध से असंख्य जीवों का नाश हो. deadly poison. भग. १५, १; ~वेयणा, स्त्री० (-वेदना ) महा दु:५; सय ४२ पीst. महा दुःख, भयंकर पीड़ा. severe pain, affliction. भत्त. Page #678 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घोल] [ घोस १६०; - व्वय. त्रि० (-व्रत ) ४२ | to take out juice. सूय. २. २; महाताने पाना२. दुष्कर महाव्रतों को | ६३श्रीव० ३८, पालने वाला. ( one) who observes घोलित. त्रि. (घोलित) नुमा पल शw. full vows difficult to practise. ! देखो ऊपर का शब्द. Vide above. नाया० १; दसा० ६, ४; घोल. पु. (घोल) हिने ४५७मा मांधी घोलिर. न० (घोलनशील) पणे ५२ ते. mil नामयु-jी ।ढी नाम ते. दही | वर्तुलाकार घूमना. Circular, tortuous को कपडे में बांधकर छान डालना-पानी motion. सु० च० १, ४, निकाल देना. The process of ex. Vघोस. धा० I, II. ( घुष ) उथे २वरे tracting water out of curds मोर उच्च स्वर से बोलना. To speak by tying it in a cloth प्रव ०२३०; loudly. घोलंत. त्रि. ( घोलयत् ) वायमा। यतु; घोसंति. नाया० ५ उगतुं. हिलताहुआ; ढीला चलायमान होता घोह. नाया५,१३, १५, १६; मु०च. २, हुआ. Swinging; shaky. ओव. १२; १८१; जं. प. ५, १२३: कप्प. २, १४, घोसित्ता. सं. कृ. नाया. १२; घोलण. न० (घोलन) घो । सने मां- घोसत्त. ओघ. नि. ६४८; गजीयती शनीय योगयुमसण. घोलना; घोसावेह. नाया. १६ अंगूठा व उंगली से करी के समान घोलना; | घोस. पुं. (घोष ) गोस; गायोन वार्नु मसलकना. Pressing round by स्थान. गोकुल; गौओं का स्थान, A house means of the thumb and the for keeping cows in. उत्त०३०, १५, fingers; e. g. a mango. विश ठा० २, ४; सम०३२; वेय. १, ६; (२) घोस २०४३; નામનું ત્રીજા અને ચોથા દેવલેકનું વિમાન. घोलमाण. व. कृ. त्रि. (घोलयत् ) योजना घोस नामक तीसरे व चौथे देवलोक का ७२. घोलता हुआ. Rubbing. क. प. विमान. name of a heavenly २, १०३ abode of the third and the घोलवड. न० ( घोलवटक ) लिंबोनीने fourth Devaloka. सम० ६; (3) तेमा ५i नामे ते; हलियां. दही को घोलकर २१२; मया. स्वर; श्रावाज. sound. उसमें बडे डालना; दहीबडे. A kind of मंदी०स्थ. ६, नाया०६, भग०१५,१; सु०च. food prepared of tiny cakes २, ५८७; जं. ५० (४) यु नायु dipped in curds inixed with સમસ્વર વિશેષ ઉચ્ચાર-વૈદારાદિ પર salt etc. This is known as सोसते. ऊंचा नीचा व समस्वर विशेष Dahilbada. प्रव० २३०; उच्चार-उदात्तादि स्वर का उच्चार करना. घोलिश्र-य. त्रि. ( घोलित) यसेवेसुं; भन्थे. speaking in higli, low or j; ४२॥नी पी घोसे. मथन किया हुआ; middle accent. विशे० ८५१; पिं.नि. श्राम के समान घुला हुआ. Churned; ४४०; अणुजो० १३; (५) तानत भार pressed round (e. g. a mango) | गतना सपनपतिनो चन्द्र. स्तनित कुमार Page #679 -------------------------------------------------------------------------- ________________ घोस ] ( ६७० ) [ङकारपबिभत्ति जाति के भवनपीत का इन्द्र. Indra of with acquiring knowledge. the Bhavanapati gods of the श्राव० ४, ७; Stanitakumāra kind. नायाध०३; । घोसण. न० (घोषण ) बटानी श६. घंटा (१) घोस नामनु पांयमा यो विमान ___का नाद. Sound of a bell. राय. ४०; કે જ્યાંના દેવતાનું દશ સાગરનું આયુષ્ય | घोसणा. स्त्री. (घोषणा ) M२ १२; छ. घोस नामक पांचवें देवलोक का एक २. प्रसिद्ध-पत्रिका; ढंढेरा. Proclaविमान कि जहां के देवताओं को दश सागरों mation. जं. ५० ५, १२३; ११५; अत. का आयुष्य प्राप्त होता है. name of a ५, १; नाया. १३; १५, heavenly abode of the fifth | *घोसय पुं० ( * ) सारसी; नान। Devaloka, the gods here live अरिसो. दर्पण; आईना; छोटा दर्पण. A ten Sigaras of time. सम. १० small mirror. भग. 11. ११; --विसुद्धिकारश्र. त्रि० (-विशुद्धि- घोसाड. पुं० न० (घोसातक) घीसsi; कारक ) Gul-24नुहात-२वरित आदि शायर तिनी मे M. तुराई; शाक शुद्ध क्यार ४२ना२. उदात्त-अनुदात्त- __ वनस्पति की एक जाति. A kind of स्वरित आदि शुद्ध उच्चार करने वाला. (one) vegetable. प्रव० २४३; using high, low and circum. घोसाई. स्त्री. ( घोषातकी ) घीसे15-- flex accents in speecb. दसा. ४, तुरीयानी ३६. तुरई की बेल. A १६; -हीण त्रि. (-हीन ) सूत्रानो cre sper yielding fruit which is ઉચ્ચાર કરવામાં દીર્ઘ હોય ત્યાં રહસ્ય, બે ! ___used as vegetation. पन्न. १; १७: मात्रा खाय त्यां मे मात्रा मोवी ते; ज्ञान- घोसाडिया. स्त्री. (घोषातकी) 4.२५ति ना 1४ अतियारमानो मे. सूत्र पाठ का । विशेष; घीसे.31. वनस्पति विशेष; टांडारे उच्चार करने में दीर्घ हो वहां व्हस्व, दो । ___ की बेल. A kind of vegetation. मात्रा हों वहां एक मात्रा बोलना; ज्ञान जीवा० ३, ४; राय० ५४; के १४ अतिचार में से एक. wrong prey. घोसिअ. त्रि. (घोषित) २ ४. साह nunciation of seriptural text; | ५ . प्रसिद्ध किया हुआ; दूंडी पिटाईहुई. one of the 14 faults connected Publicly proclaimed ओघ०नि०६४५; कारपविभत्ति. पुं० ( हकारप्रविभक्ति )। thing ) of the shape of the ना आज ने ना विशेष. ह कार letter " "; a kind of a drama. की आकृति के समान; नाटक विशेष. (Any- राय. * गुमो १४ नप२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #680 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ६७१ ) [चउ च. अ० (च) भने; सी. और; फिर. And; moreover, (२ ) पाहपूर. पादपूर्ति. an expletive. क. गं० १, ३, २३; २६, ३७, ४२; दस. ४, १५, ५, १, १७; ५, २,८;६, ६, १८, भग० ३, १; नाया. १; ८; १२; १६; आया० १, १, १, ११; नंदी. स्थ• २०; २१, उवा० १,१४, चप्र-य. पुं० ( चय ) ४थेी. समूह. A | collection. ( २) - कोरेनु यात२. इंट, पत्थर आदि का चुनाव. piling of bricks ete. पिं० नि० २; १०१; उत्त. २८, ३३; पएह. १, ५; सूय. १,१०,३; (३) शरी२. शरीर. body. अोव० ४० (४) शरीरनुं ना. शरीर का त्याग करना. giving up or abandoning one's body. श्रोव० ४०; चइय. त्रि. ( त्यक्त)छ।उy; adj. छोडा हुआ; त्याग किया हुआ. Abandoned; given up. भग० ७, १; परह. २, १; ओघ नि. ११५ चायव्व. वि. ( त्याव्य ) या यो५. त्याग ने योग्य; छोडने योग्य. Worthy of being abandoned. सू० च० ४, १८६; चउ. त्रि. (चतुर् ) यार, यानी स . चार; ४ की संख्या. Four; the mumber 4. उत्त० ३, १; ३६, ६३; अोव० ३१; अणुजो० ८; भग० १, १; ५; २, १; ५.८, ६, ६, ७, ६; १६, ५; १७, १; २४, ६; नाया. १; राय. १८; दस० ७, १: उवा० १, १८; क. गं० १, ३०, ३३; ४६; २, ४; पंचा० १७, ६; दसा• ७, १; पन्न. १; ४; विवा० ५; सु. च. १, २; निसी० १६, ६: १२; पिं.नि. ४; वेय. ३, । १४; वव० ६. ३६%; जं. प. ५, ११२; -कन्न. त्रि. (-कर्ण) याराने गयेस (वाता). चार कानों में गई हुई ( बात ). (a. story ) known to two persons. अोघ० नि० ७६०; -कुड. पुं० (-कुडव) यार ७५-धान्यन भा५ विश५. एक प्रकार का धान नापने का माप. a measure of capacity equal to four Kudavas. प्रव० ५१८ -कसाय. पुं० (-कषाप) अध, मान, माया भने सोन से २.२ ४५4. चार कषाय-क्रोध, मान, माया और लोभ. the four evil passions viz. auger, pride, deceit and greed. आव० १, ४; दस० ७, ५७; ६, ३, १४; -कोण. त्रि. (कोण -चत्वारः कोणा यस्य) यार मुसाया); ये॥२५. चार कोनों वाला; चतुष्कोण. quadrangulhe. “ सउत्तारापो मणिपुत्रद्धाओ च उक्कोणाओ" राय. भग. १३, ६; -गाहा. स्त्री० (-गाथा) २ गाथा. चार गाथा. four verses. वेय. ३.२०: -गुण. त्रि. (-गुण) यार . चार गुना; चौगुना. fourfold. जं. प० ५, ११६; भग० २४, १; क. गं. ३, १०; -गुणिय. त्रि० (-गुणित) योग चौगुना. fourfold. भग० २४, १; -घाइ. न. ( -घातिन् ) सानापीया यार याति म ज्ञानावरणीय आदि चार घाति कर्म, the four kinds of Karma which obstructs right knowledge ete. क. गं० ४, ७२; - ठाण. न० ( - स्थान ) भनी या२ गलीय। २स. कर्मों का चतुःस्थानिक रस. the fourfold state of Karma as regards its Page #681 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउ] ( ६७२ ) [चड acuteness ete. के. गं. ५, ६४; ---णउइ स्रो० ( - नवति ) योरा; ६४. चारानवें; ६४; ninety-four; 94. सम० ६४; ---णाणोवगय त्रि. (ज्ञानो. पगत ) मति, श्रुत, माथि भने मनश्यय से यार सानया यु:1. मति, श्रुत, अवधि और मनःपर्यव इन चार प्रकार के ज्ञानी से युक्त. Possessed of four kinds of knowledge viz. Mati, Sruta, Avadhi and Manahparyava. नाया. ; नाया. ध० - तणु पुं० (-तनु) શરીર ચતુષ્ક, શરીર નામકર્મ, અંગોપાંગ ! નામકર્મ સંઘયણ નામકર્મ અને સંહાણ | नामभ ये या२ प्रतिनो समू. शरीर चतुष्का शरीर नामकर्म, अंगोपांग नामकर्म, संहनन नामकर्म और संस्थान नामकर्म इन चार प्रकृतियों का समुदाय. the fourfold Karmic matter viz. Sarila Naina Karma, Angopange Nama Karma, Sanghuyaņa Nama Karma and Santhana Numa Karma. क. ग. ५, २१% ~त्तीस. त्रि० ( -त्रिंशत् ) योगीशः ३४. चौतीस, ३४; Thirty-four; 34. "चउत्तीसबुद्धवयणातिसेसेपत्त" ओव. १०; नाया० ८; त्तीसम. न. (त्रिंशत्तम) સેળ ઉપવાસ ભેગા કરવા તે; તેત્રીશ ભક્તટંકને લાગ કરી ચોત્રીશમે રંકને પારણું ४२ ते. सोलह उपवास इकठे करना; ३३ भक्त-भोजन का त्याग कर ३४ वें समय पारणा करना. sixteen fasts; taking food after a fist of thirtythree meals. नाया० १; -दसण न० ( -दर्शन ) शनावरणीय भनी ચક્ષુદર્શનાવરણીય આદિ ચાર પ્રકૃતિ. दर्शनावरणीय कर्म को चक्षुदर्शनावरणीय । वगैरह चार प्रकृतियाँ. the fontfold Karmic variety of the Karma called Darsanavaraniya. क. गं० २, १२; --दंत. पुं० ( -दन्त ) यार हान्त मरतील. हस्तिरत्न; चार दातों चाला हाथ! an elephant with four tusks. भग० १५, १; नाया० १; ठा० ६; कप. ३, ३३; -इसम. त्रि. ( -दशतम) योभु. चौदहवा. fourteenth. वव. ६, ४१; भग. १६, १४; २५, ७; नाया. १; १४; -हिसि. अ. (-र्दिश् ) पूर्व, पश्रिम, उत्तर भने दक्षिय से या हिशामी. चार दिशाएं; पूर्व, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण. the four quarters east west etc. नाया० ६, १३, -नवइ. स्त्री० (-नवति) योराण: ६४ी 4. ६४ को संख्या . ninety four'; the number 91. क. गं. ३, १३: ११, -नाण. न० ( - क्षान ) भति, श्रुत, पछि मने मन:५५५ में यार ज्ञान. चार ज्ञान; मतिज्ञान, श्रुतज्ञान, अवधिज्ञान और मनः पर्यव ज्ञान. the four kinds of knowledge viz. Mati, Sruta, Manahparyava and Avadhi. go १३०६; -नाणि. त्रि. (-ज्ञानिन् ) या२शान वाणु. चार ज्ञान वाला. possessed of the fuar kinds of knowledge. सु. च. ३, 1; १६, ४७; भग. ८, २;-नाणोजगभ. पुं० स्त्री० (-ज्ञानापगत) यस शानन छ। अन्य या२ ज्ञानथी युत.केवल ज्ञान को छोडकर शेष चारों ज्ञानों से युक्त. possessed of all ( the remaining four ) kinds of knowledge except Kevala Jñā. na. भग०१, १; --पंचग. न० (-पञ्चक) यार पांय. चार पांच, four or five.दसा. Page #682 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउ ] ( ६७३ ) ६, १६ – पज्जवासेय. त्रि० (- पर्यवसित) ચારચારના થાક કરતાં જેમાં ચાર શેષ રહે તે. चार २ का थोक करने पर जिसमें चार शेष रहें वह संख्या any sum in which the remainder is four, after it has been divided into parts each containing four. भग० १८, ४; ३१, १; – पज्जाय. पुं० ( - पर्याय ) नाम-स्थापना- द्रव्य-भाव એ ચાર પર્યાય. चार पर्याय; नाम, स्थापना, द्रव्य और भाव. the four Paryāyas viz. Nāma, Sthāpanā, Dravya and Bhāva. विशे० ७३; - परण. स्त्री० ( - पञ्चाशत् ) योपननी संख्या. चोपन की संख्या. fiftyfour. जं०प०२, ३१ – पल्लाहिय. त्रि० ( - पश्याधिक ) यार पस्योपमे अधि. चार पल्यॉपम अधिक. exceeding by four Palyopamas ( a measure of time ). क०प०२, १०७ – पोरिसिय. त्रि० ( पौरुषिक ) यार पोरनं. चार पहर वाला. of or extending to four Praharas ( one Prahara = 3 hours ) भग० ११, ११ –– प्रसिबय. त्रि० ( - प्रदेशिक ) प्रेम यारपरभागु थे। भजेछेतेवे। ( २४-६ ) चतुप्रदेशिक चउप्रदेशी (संघ). जिसमें चार परमाणु मिले रहते हैं वह स्कन्ध a molecule consisting of four atoms. अणुजो० ७४; भग०५, ७; ----पडोयार. त्रि० (-प्रस्थवतार ) यार विभागमा विभक्त. चार भागाँ में विभक्त-बंटा हुआ. divided into four parts. भग० २५, ७: प्राण. त्रि० (- पञ्चाशत् ) थोपन; ५४. चौपन; ५४. fifty-four; 54. नाया० ध० ३; ४; भग० २५,६,७ - पदी. स्त्री० (-पदी ) तिर्यय स्त्री; योपगी. तिर्यश्च जाति की स्त्री; चतुष्पद स्त्रीVol. 11/85. For Private लिंगी पशु a female quadruped. जीवा ० १ - पदेसि त्रि० (-प्रदेशिक ) लुभे।"चउप्पएसिन” १०६. देखो " चउप्पए सिश्र" शब्द. vide' चउप्पएसिभ " भग०१२, ४; - पय- अ. त्रि० (-पद- चत्वारिपदानि पादायस्य) योगे; याश्यगवाणं. गाय - घोडो - हाथी विगेरे. चौपगा चार पैरों वाला; गाय, घोडा हाथी वगैरह. & quadruped; e. g. a cow, horse etc. नाया ०८; भग० ७, ४, ८, १; जीवा ० १; ३; ४; पिं० नि० ७६, जं० प० ७, १५३; पन्न० १; सम ० ३४; उत्त० १३; २४ आया ०१, २, ३, ५० ठा० ४, ४; अणुज ० ६१; १३१; ( २ ) २५ માસની અમાવાસ્યાને દિવસે રમાવતું ચાર સ્થિરકરણમાંનું બીજું કરણ; ૧૧ કરણમાંનું नव ४२ प्रयेक मास की अमावस के दिन आने वाले चार स्थिरकरणों में से दूसरा करण; ११ करणों में से नौवां करण. the second of the four SthiraKaraņas, falling on the fif teenth day of the dark half of every month; the nineth of the eleven Karanas उवा० १, १८, जं० प० विशे० ३३५०; - प्यार. पुं० (-प्रकार) यार अडार - नेह. चार प्रकार -भेद. four varieties. क० गं०६, ६६; - पाय. पुं० (-पाद ) । "चउप्पय" श’६. देखो “चउप्पय" शब्द. vide "चउ प्पय शब्द भग० १५, १ - पुडय त्रि० (-पुट- क) यार पड वालु चार पुडवाला. Having four folds "सयमेवच उपुढयं दारुमयं " भग० ३, २; नाया० १; फास. पुं० ( - स्पर्श ) यार स्पर्श. चार स्पर्श. four kinds of touch, भग० २०, ५; क० गं० ५,७८; - भाग. पुं० (- - भाग) यतुर्थीश; योथे। ܕܐ [ चउ Personal Use Only Page #683 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चर] ( ६७४ ) [चउ ला. चौथा हिस्सा; चतुर्थाश. one-fourth. उत्त० २६, ८; ३०, २१; अणुजो० १३२; -भंग. पुं० (-भंग ) यार वि४४५-मेह. योला . चार विकल्प-भेद. four varieties. “ सुद्धणाम एगे सुद्धे सुद्धणामं एगे असुद्ध असुद्धणामं एगे सुद्धे असुद्धणामं एगे असुद्धे चउभंगो" ठा० ४, १; पंचा० ५, ६; १२, ४४; भग. ६, ६: -भंगी. स्त्री० (-भङ्गी-चत्वारो भंगा: समाहृताः) योमनी. चार भेदकी रचना. four varie. ties. पन्न. १०; प्रव० १७१: ...-मास. पुं० (-मास) यार मास-भलीना. चार मास. four months. क. गं. १, १८%; –म्मुह. त्रि. (-मुख --चत्वारि मुखा. न्यस्य ) या२ भुवाणु; ना यारे दिशामा १२वाल-दर-साय ते प्रासाद सी. चार मुंह वाला अर्थात् जिसके चारों दिशाओं में चार द्वार हों वैसा प्रासाद-महल. fourfaced; a palace having gates facing all the four directions. का ४, ८८; भग० २, ५; ३, १; ७, ५, ७; श्रोव. २७; राय. २०१; नाया० १,१६; -राइ. स्त्री० (-रात्रि ) या२ रात्री. चार रात्रि. four nights. क. प. ४, २३; -राय. न. (-रात्र) यार रात्री. चार रात. four nights. निसी०, ५; -रूव. त्रि० (-रूप ) यार भूनियाj. चार मूर्तियों वाला. four-shaped; having four shapes. सु० च० ३, ६१: -वइरित्त. नि. (-व्यतिरिक्त ) याथा भिन्न. चारों से भिन्न. different from four. विशे० ३०३; -वन. त्रि. (-पञ्चाशत् ) योपन; ५४. चौपन; ५४. fifty. four;54. सम० ५४; ----बन्न. पुं० (-वर्ण) वर्शयतु ; पशु, भय, २स भने २५श से नाम भनी या२ प्रति. वर्णचतुष्क; वर्ण, । रस, गंध; और स्पर्श ये नामकर्म की चार प्रकृतियां. the four varieties of Nāmakarma viz. colour, smell, taste and touch. क. गं. ५, ६; -वासपरियाग. त्रि. (-वर्षपर्यायक) या२ वर्ष नाही . चार वर्ष की दाक्षा वाला; चार वर्षका दीक्षित. ( one ) with a Diksi ( asceticism) of four years, standing. वव० १०, २१, २२, २३, २४; --ब्विगप्प. पुं० (-विकल्प ) यार ४ि८५-प्रार. चार विकल्प -प्रकार four varieties. क० प० २,७; -सहहणा. स्त्री० (-श्रद्धान) या२ स.९५; 41. છવાદિ તત્વનો અભ્યાસ કરે, પરમાર્થદશી આચાર્યાદિની સેવા કરવી, નિન્હાન સંગ ન કરે અને પાખડીને પરિચય ન ४२३॥ २ यार समतिनी स६६९ए।. चार श्रद्धाएं: जीव अजीव आदि तत्वोंका अभ्यास करना, परमार्थदर्शी प्राचार्यों की सेवा करना, निन्हवों-कुमत प्रवर्तकों का संग न करना, श्रीर पाखाओं से परिचय तक न करना. the four varieties of right faith viz. spiritual study, attendance upon a spiritually enlightened preceptor, avoidance of Nin. havas and of heretics. प्रव. ६४०%; --समइय. त्रि. ( -सामयिक ) या२ समयनु. चार समय-काल का. of four Samayas ( or units of time ). भग० २५, ८; -समयसिद्ध. पुं० (-समयसिद्ध)ोने सि यया यार समय या छे ते. जिसे सिद्ध हुए चार समय हुए हैं वह. one after whose Siddhahood 4 Samayas have elapsed. पन्न० १; -सय. न. (-शत) मेसे। नया२. एक सौ और चार. one hundred Page #684 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउक्क] ( ६७५ ) [चउक्क and four. क. गं० २, १५; --सयरि. स्त्री० (-सप्तति ) यमातेर; ७४नी सभ्या. चौहत्तर; ७४ की संख्या. seventy-four; 74. क. गं. २, ५; -सरण. न. (-शरण ) अरिखत, सि६, साधु अने धर्म मे या२नु श२९५ ( आश्रय) से ते. आरहंत, सिद्ध; साधु और धर्म इन चारों की शरण लेना-आश्रय लेना. resigning oneself to these four viz. Arihauta, Siddha, Sadhu and Dharma. (२) ६२५/न्ना पे। मे। ५/न्ना (पुरत)नुं नाम. दस पइन्नाओं में से एक पइन्ना-पुस्तक. name of one of the ten books known as Painnās. चउ. ११; ~~सरणगमण. न० (-शरणगमन ) यार श२६। सेवा. चार शरण-आश्रय लना. resigning oneself to the four e. g. Arihanta etc. पंचा० २, २७; -साल. त्रि० (-शाल ) यतु:शास; यार माणातुं (५२). चार अटारी वाला मकान; चार मजला घर. four-storeyed. जावा० ३, ३; -सिर. न० (-शिरस्-चत्वारि शिरांसि यस्मिन् ) વદનામાં ચાર વખત ગુરૂને મસ્તક નમાવું ते. वन्दना करते समय चार बार गुरु के श्रांग मस्तक नमाना-टेकना. act of bowing one's head four times while saluting a preceptor. सम० १२; ---हेउ. पुं० ( -हेतु) मिथ्यात्व मामि -धना यार तु. मिथ्यात्व श्रादि कर्मबन्ध के चार हेतु. the four causes of Karmic bondage viz. heresy etc. क. गं. ४, ५३, चउक्क. पुं० (चतुष्क) २ २२ता मेगा यता दाय ते २५-यो; योगाट. चौक; वह जगह जहां चार मार्ग प्राकर मिलते हो. A square where four roads meet. ओव. २७; उत्त० १६, ४; अणुजो० १३४; भग• २, ५, ३, ७, ५, ७; कप्प० ४, ८८; नाया० १, २, वेय. १, १२; (२) यारो सभूल-त्या. चारका समूह. a group of four. भग. ८, १; ११, १, १२, ४: १८, ४, २०, ५: २४, १२, ३३, ३; पिं० नि० ३; जीवा० ३, ३; पन्न० २३, राय० २०१; अणुजो०८; प्रव० ६३७; क. गं० १, ४; ~~-णय. पुं. (-नय) या२ नयने भाननार से 21५५ मत. चार नयों को मानने वाला एक श्राजीविकमत-संप्रदाय. a tenet named Ājivika believing in four Standpoints. सम० १२; - इय. त्रि० (-नयिक) यार नयी १२तुना पियार કરણર; જે નૈગમના સામાન્ય અંશને સંગ્રહમાં અને વિશેષ અંશને વ્યવહારમાં સમાવી ત્ર શબ્દનયને એક રૂપે માની સંગ્રહ, વ્યવહાર, જુસૂત્ર અને શબ્દ-એ ચાર नय मानता et ते. चार नयों से वस्तु का विचार करने वाला; जो नैगम के सामान्य अंश का संग्रह में और विशेष अंश का व्यव. हार में समावेश कर तीनों शब्द नयों को एक रूप में स्वीकार कर संग्रह, व्यवहार, ऋजुसूत्र और शब्द ये चार नय मानने वाला. (one) who looks at a thing from four standpoints; (one) who believes in the four standpoints viz. Saigraha, Vyavahāra, Rujusūtra and Sabda, including Sangraha Višesa in Vyavahāra and taking the three Sabda Nayas to be one. सम० २२; -संजोय. पुं० (-संयोग ) या२ मारना ने-सयोग. चार बोलों का संयोग. conjunction of Page #685 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउक्कग ] ( ६७६ ) [चउत्थ four words. अणुजो० १२७; taught by the 22 intermediate चउक्कग. पुं० न० (चतुष्कक) मा “च-1 Tirthankarās. नाया० १२; उक्क " श६. देखो “ चटक्क" शब्द.. चउतीसइम. न० (चतुस्विंशत्तम ) साख ५Vide " चउक" भग० २०, ५; वास. सोलह उपवास Sixteen fasts. चउक्कय. पुं० न० (चतुष्कक) शुभ। " च- भग. २,१; उक' श६. देखो “ चउक्क " Vide चउत्थ. नि. ( चतुर्थ) योय; योया नपर्नु. " चउक" भग० ३१, १; चौथा; चौथी संख्या वाला. Fourth. जं. चउक्खुत्तो. १० (चतुःकृत्वस ) यार पार. प० ७, १५१, १६२; पाया० २, ४, १, चार बार. Four times. क. प. १३२; सम०८; ठा० ६, २; उत्त० २६, १६; भग० १, १, २, १; ४; ४, १०, ५, ६; चउगइ. स्त्री० ( चतुर्गति) २४ तिर्थय मनुश्य ७,८, १०, १५, १, १६, ४, २४, १; अनेयता से यार गति. नरक, तिर्यञ्च, १६,२६,18३५, १०; उवा० १,७१; नाया. मनुष्य और देव ये चार गतियां. The four ४; ७८; १६नाया०ध०४; पिं.नि. भा. states of existence viz. hellish, १४; २६४; पिं० नि. २२३; दस० ४, ६, beasts, human and divine. ४,१, दसा० ७, ८, पन्न. ४; कप्प० १, २; चउ० ११; क. गं. ५, ६८; -मिच्छा .. ८; (२) याथ मात; मे ५वासनी स्त्री० ( -मिथ्या) या२ गतिना मिथ्याष्टि संज्ञा. एक उपवास. a term denoting ०७३।. चार गति के मिथ्यादृष्टि जीव one fast. नाया. १; ५: १६; पंचा. heritical souls in the four १६, ७; ----अहि. पु. ( -श्राह्निक) states of existence. क. गं. योथे २ हिवसे मारतो ता. चौधारा; ५, ६८ चौथिया ज्वर; तीन २ दिन के बाद श्राने चउगइ अ. त्रि. ( चतुर्गतिक ) या२ गतिमा वाला बुखार. fever making its ५२ना२. चार गतियों में घूमने वाला. appearance every fourth day. Incarnating in the four states जं. प-पय. न. ( -पद ) याथु ५६; of existence. प्रव. २६; गाथानु छेस्टुं ५६. चौथा पद; गाथा का चउजामधम्म. पुं० ( चतुर्याम धर्म) यार अन्तिम चरण. the last or fourth મહાવ્રત રૂપ ધર્મ, અહિંસા, સત્ય, અર્થ line of a verse. दस० ६, ४, २, ३; અને અપરિગ્રહ એ ચાર મહાવ્રતરૂ૫ વચ્ચેના -भत्त. न० (- भक्त) योय मत५ पीस तीर्थराये मतावर घम. चार એક ઉપવાસ-અર્થાત ઉપવાસ કરવાને આગલે महाव्रत रूप धर्म; अहिंसा, सत्य, अचार्य और દિવસે એક વખત જમવું અને ઉપવાસ अपरिग्रह इन चार महाव्रतों वाला बीच के २२ પછીને દીવસે પણ એક વખત જમવું तीर्थकरों द्वारा कहा हुभा धर्म. The creed એટલે ઉપવાસના બે ભક્ત અને આગળ in the form of the four vows પાછળ દિવસનો એકેકે ભક્ત મળી viz. non-killing, truth, ron. ચાર ભક્ત-(ભોજન)નો ત્યાગ તે ઉપstealing and non possession पास अयया यायलात ४ाय. चतुर्थ भक्त of worldly effects--this was नामक तप; एक उपवास अर्थात जिस दिन Page #686 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउत्थग] ( ६७७ ) [चउद्दस उपवास करना हो उसके पहिले दिन एक विशे० ६६५; दसा० ६, २, पन. ३ समय खाना और उपवास के दूसरे दिन भी | जीवा०२; नाया०७:८; भग०१,५,६,८,१५,१; एक वक्त भोजन करना, इस प्रकार उप- | चउद्दस. त्रि. (चतुर्दशन्-चतुरधिकादश ) वास के दो भक्त और आगे पीछे के दोनों या ६श अने या२. चौदह; दस और चार. दिनों के दो भक्त मिलाकर चार भक्त- Fourteen. जं. ५०५, ११६; सम०१४; भोजन का त्याग उपवास अथवा चतुर्थभक्त श्रोव०३८; अणुजो०१४२; भग० १, १,५,८; कहलाता है. a fast with one meal ११, ११,२५, १; २६,६; ३१, १: क. गं. only on the previous day and १,२५, २, ३०; नाया० १; ८; १३; सु. one meal only on the succeed- च० २, ३७; वव. १०, २, पन्न. ४; ing day, there being four -जिहाण. न. ( -जीवस्थान) या meals in three days. विशे० १२७२; स्थान-गुनहाय चौदह जीवस्थान-गुणओव. १६; भग० १, १; २५, ७; परह. स्थान. the fourteen Gunasthanas २, १; जीवा० ३,३; नाया. ८; पन्न. २८% or spiritual stages. क. गं. ४, २; -भत्तिय. त्रि. (-भक्तिक)याय मत- -पुव्व. न० (-पूर्व) या पूर्व-मागम मे १५वास नार. एकेक उपवास करने વિશેષ કે જે હાલ વિછિન્ન થઈ ગયેલ છે. वाला. (one) who does one fast चौदह पूर्व--आगम विशेष, जो वर्तमान में as described above. भग० १६, ४; विच्छेद हो गये हैं. the fourteen काप. ६, २१; -मास. पुं० (-मास) Pārvas-a portion of scriptures न्याया महिनी.चौथा मास.fourth month. not now extant. भग० २५, ७; नाया०८; नाया० ५; १४; १९; -पुब्धि . पुं० चउत्थग. पुं० (चतुर्थक ) याथायो तार; त्रय (-पूर्विन ) या पूर्व ना लगुनार (साधु ). हिसने सान्तरे आवते. चौथिया बुखार; चौदह पूर्वी को जानने वाला ( साधु ). a तीन २ दिन के बाद आने वाला ज्वर. Sādhu learned in the fourteen Fever that makes its appear- Parvas. ओघ.नि. १; नाया. ८, भग. ance every fourth day. जीवा. १, १: प्रव० ६; १६३; काप. ५, १३६ ३, ३; (२) यायो. चौथा. fourth. -पुथ्वी. न. (-पूर्वी) या पूचना वव० ३, १३, सभू५. चौदह पूर्वो का समूह. the collec. चउत्थय. पुं. ( चतुर्यक) गुमे। “चउत्थग" tion of the fourteen Pūrvas. श६. देखो " चउत्थग " शब्द. Vide जं० प० २, ३१; प्रव० ३६५; -भत्त. न. " चउत्थग" विशे० ५६५ (-भक्त) ७ 30समे॥४२॥ ते. छः चउत्थी. स्त्री० (चतुर्थी ) पक्षनी याथी तिथि, उपवास इकट्ठे करना. six consecutive योय. पक्ष की चौथी तिथे; चौथ-चतुर्थी. fasts. व. १६; भग० २५, ७, -मग्गः The fourth day of a fortnight. पहाण. न० (-मार्गणास्थान ) या भूख जं० ५० , १५३; ( २) यानपरनी. भाग याना स्थान. चौदह मूल मार्गणाओं चौथी संख्या वाली. fourth (feminine). का स्थान. the fourteen original उत्त० २४, २०; अणु जो० १२८; १२९। characteristics by which mun Page #687 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउद्दसहा] ( ६७८ ) [चउमासिया-या tતા યાદ dune souls are investigated. ___varieties. क. प० २, ७३, ४, ३; क. गं. ४, ३; -रज्जु. स्त्री० (-रज्जु) चउप्पाइया. स्त्री० (चतुष्पादिका) यार ५*याद २०४ शु----क्षेत्र विभाग विशेष; / वाणा भुपरि सपना मे onत. चार पैर माया याद राप्रमाणे या छे. चौदह वाले भुजपरिसर्पकी एक जाति. A spe. रज्जु-राजु परिमित क्षेत्र विशेष; यह लोक cies of serpents with four feet. चौदह राजु प्रमाण ऊंचा है. name of a पन्न० १; सूय० २, ३, २५; जीवा० १; region, so called because its | चउप्पुडिया. स्त्री. (चतुष्पुटिका ) यपी height is fourteen Rajjus.क.गं० | 4पी ते. चिमटी बजाना. Act of ५,९७;-रयण. न०(-रख)५० snapping a finger with the २ल ना सहायथीयता सरता साथे thumb. नाया० ३, છે. એ રત્નના નામ અને આકૃતિ ચિત્રમાં चउभाइभा. स्त्री० (चतुर्भागिका) माशीत। ६शवि। छे. चक्रवर्ति के चौदह रत्न जिसके यो ला२स भावानुं भा५. माणी के बल चक्रवर्ती भरतखण्ड जीतता है. इन | चौथे हिस्से जितना रस नापने का एक नाप. रत्नों के नाम व आकार चित्रमें बतलाये है. A measure of capacity equal the fourteen gerns of a Chakra- to the fourth of a Mani. अणुजो. varti, by the help of which he १३२; conquers the whole of Bharata- चउभाग. पुं० ( चतुर्थभाग ) योथो ला; khunda the names and shapes यतुर्थाश. चौथा भाग; चतुर्थाश. Fourth of the gems are shown in the part. क. गं. ५, ६५, कढिप. त्रि. picture. जं.प. -वासपरियाग. त्रि. ( -कथित ) यो मा शेष हे ते ( -वर्षपर्यायक ) या पनी हाक्षायाj. 6 . उतना प्रौटाया हुआ जिससे चतुचौदह वर्षों की दीक्षा वाला; चादह वर्षों से ांश बाकी रहा हा. boiled so long दीक्षित. ( one ) after whose | as to be reduced to a fourth initiation into the ascetic order part. क. गं. ५, ६५; fourteen years have elapsed. चउमासा. स्त्री० (चतुर्मासी-चतुर्णा मासानां वव० १०, ३०, ३१; ३२; समाहारः ) यार भासन समूह, योभासु च उद्दसहा. अ० (चतुर्दशधा) या प्रानु. चार मासका समुदाय; चौमासा. A group चौदह प्रकार का. In fourteen modes of four months; the monsoon or varieties. क. गं. १, ५; season. सु. च. ८, १२३, चउद्दसो. स्त्री० (चतुर्दशी ) याश. चतुर्दशी; चउमासिय. न. ( चातुर्मासिक) योभासी पक्ष की चौदहवीं तिथि. The four- तप; यार मासना पस ४२१॥ ते. चातु. teenth day of a fortnight. . सिक तप; चार मास तक उपवास करना. प० ७, १५३; विवा. ५; दसा. ६, २, Austerity in the form of fastपंचा. १०,१७ ing for four months. अोव० १६; चउद्धा. अ० ( चतुर्धा ) यार पारे. चार प्रकार | चउमासिया-प्रा. स्त्री. (चातुर्मासिका ) से चार प्रकार. In four modes or | निमुना योथा पडिमा मांगे मास Page #688 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्ध-मागधीकोषा चउड्सस्यण-१४रत्न.-- . मा असि. प Page #689 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउमास्स ] સુધી ચાર દાત અન્નની અને ચાર દાંત પાણીनी. भिक्षुकी चौथी प्रतिमा, जिसमें एक मास तक अन्न और जल की चार चार दात कवल विशेष लिये जांय. The fourth vow of an ascetic in which he takes four Datas of food and four of water for one month. भग० २, १; सम० १२, २८; दसा० ७, १ चव० १, १७; चउमास्स. न० (चतुर्मास्य) आषाढी १५ थी अत १५ सुधीनेो समय चौमासा; आषाढ की पूर्णिमा से कार्तिक की पूर्णमासी तक का समय. Period of time from the 15th day of Asādha to the 15th day of Kārtika प्रोघ० नि० भा० ६५ (२.) यार महिनाना उपवास; यो मासी तप विशेष. चार मास का उपवास; चातुर्मासिक तप विशेष. fasting for four months; the monsoon-fasting austerity of four months. संत्था • ६२; ( ६७६ ) च उयाह न० ( चतुष्कह ) यार दिवस चार दिन Period of four days. वत्र ०८, ४; चउर त्रि० ( चतुर् ) भार; ४ नी संख्या चार; चार की संख्या; ४. Four; 4. श्राया० २, ५, १, १४१ सू० १, १, १, १८; सम० ४; पिं० नि० १२४; वेय० १, ६: दस० ६, ४, २, ३, पद्म० १६; क० गं० १, २६; -श्रंग. त्रि० ( श्रङ्ग - चत्वारि चतुर्गुशितानि श्रंगानि मनुष्यादिभावांगानि यस्य तत्तथा ) ना यार अंग-अवयव हे तेरी वस्तु-धर्मना यार संग-धान, शीत्र, तप અને ભાવ;–શરણના ચાર અંગ–અરિહન્ત, सिह, साधु ने धर्म जिसके चार अंग हो ऐसी वस्तु, जैसे- धर्म के चार अंग दान, शील, तप और भाव, वैसे ही शरण के चार For Private अंग -- श्ररिहंत, सिद्ध, साधु और धर्म anything composed of four parts; e. g. the four parts of Dharma are~~charity, chastity; auste rity and faith; those of Sarana ( surrender ) are - Arihanta, Siddha; Sādhu and Dharma. चउ० ६२; ( २ ) हाथी, रथ, घोडा अने પેદળ એ ચાર જેના અંગ છે એવી સેનાसैन्य. हाथी, रथ, घोडे ओर प्यादे इन चार अंगों वाली सेना; चतुरंगी सैन्य. an army composed of horses, chariots, elephants and infantry परह० १, ३; सु० च० १५, २८६ - अंगिणी. स्त्री० ( - श्रंगिनी ) तुरंगी सेना. चतुरंगी सैन्य; चार प्रकार की सेना an army composed of four parts viz. horses, elephants, chariots and infantry. नाया ० १६; निर० १, १; - अंगुल न० ( - अंगुल ) यार सांगव चार अंगुल four fingers, जं० प० ५, ११२, ७, १६२, ३, ५७; उत्त० २६, १५; नाया ०१; भग० ३, २, ६, ३३ – अंगुल - दहि. त्रि० ( - अंगुलदीर्घ ) यार सांगल सां. चार अंगुल लम्बा of the length of four fingers. प्रव० ६७३; - अंत. त्रि० ( - अन्त ) यार प्रहारनी गति छे नेमां वे संसार. चतुर्विध गति युक्त संसार. Earthly existence consisting of four Gatis or states of exis tence. सूय० २, ६, २३, स. त्रि० ( - श्रत्र ) रस यार मुवा. चौरस; fourचार कोनोंवाला Square; angled. "क्वाडगसम चउरंस संठाण संठियाश्रो ठा० प उवा० १, ७६; सूय० २. २, ६६: आया० १, ५, ६, १७०१ ठा० Personal Use Only ! उर "" Page #690 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउर] ( ६८० ) [चउन्विह १, १; ३,३७, १; सम. १०३०६उत्त० दूत ( ३२)नु नाम. श्री शेखर नरपति ३६, २१; भग०६, ५, ८, १; १४, ७, २५, का एक दूत-नौकर. Naine of a २; नाया० ८; जीवा. ३, १, ३, पन्न.. servant of king Sri Sekhara. श्रोघ• नि०२८६; दसा०६, १; विशे० ६.१; सु• च० ३, ११२; प्रव० ६७३; जं. प. १, १२; -असी.. चउवीस. त्रि० ( चतुर्विंश ) यावीश; वी मने स्त्री. ( -अशीति) राशी; ८४. चौरासी; यार. चौवीस; बीस और चार; २४. ८४. eighty-four; 84. जं. ५० Twenty-four; 24. अणुजो० ५६; ५, ११५; " सूयगडेणं असीइ सयंकि- ठा० १, १; भग० २, ५, ८; ३, १, ५, ८; रियावईणं चउरासीम्र किरियावाईणं" राय. १५, १, २, ८, २४, १; १२; पन०४; उवा० भग० १, ५; ३, १, २, ६, ७; १२, १; १०; २७७; प्रव. २; सम. २४, वव० ८, २०. ५; नाया० ८; नंदी. ४३; पन. ४; १५; आव० १६ -स्थत्र. नं. -असीइति. त्रि. (-प्रशीति चतुरधिका (-स्तव) मी मा५५ सूत्र अशीति ) याराही; ८४; चौरासी; ८४. मां तीर्थनी स्तुति छ. दूसरा आवeighty-four; 84. उवा० १, ७४, जं. श्यक सूत्र, जिस में तीर्थंकरों की स्तुति की ५० भा०१५, १; २५, ५; सम०८४; ओव० गई है. the second Avasyaka ३८; जं. प० २, १८; -इंदिय. पुं० Sūtra containing the glorifica(-इन्द्रिय) २५०-धा-रसना-न- tion of Tirthankaras. नंदी. ४३; २२४न्द्रिय वाले 91. चतुरिन्द्रिय जीव; उत्त. २६१२; -स्थव. पुं० (-स्तव ) स्पर्श घ्राण, रसना और नेत्र इन चार इन्द्रियों બીજું આવશ્યક સૂત્ર; લેગસ્સને પાઠ જેમાં वाला जीव. a living being with २४ तीर्थनी स्तुति छ. देखा ऊपरका शब्द. four senses viz. touch, smell, the second Avaśyaka Sūtra taste and sight. ठा. १, १; उत्त. containing the glorification १, १; उत्त० ३६, १२५; भग० १,१५ of twenty-four Tirthankuras in २, १; १०; ५, ८, १; २४, १; १२, | the text " Logassa " etc. नंदी. १९; २६, १; दस. ४; पिं.नि. भा. ४३; उत्त०२९, २;-दंड. न० (-दण्डक) जीवा० १; प.. १; -इंदियकाय. पुं. योपीस १९४७. चौवीस दण्डक. twenty(-इन्द्रियकाय) या२धन्द्रिय पाला ७५नु four Dandakas. ठा० १, १;-दंडग. शरी२. चार इन्द्रिय वाले जीव का शीर. पुं० ( -दण्डक ) यावीश १९४३. देखो body of a four-sensed living ऊपर का शब्द. twenty-four Danda. being उत्त. १०, १२; kas. भग० २०, ७; ठा० २, २; चउर. त्रि. ( चतुर ) Jशक्षा होशीमा२. चउवीसइम. पुं० (-चतुर्विंशतितम) ? चतुर; कुशल; दक्ष; Clever; skilful. 64 स. ११ उपवास. Eleven fasts. अणुजो० १२८ भग० २, १; नाया० १; (२) यापीशमी. चउरग. पुं० (चकोरक ) २३४२ ५क्षी. चकोर. चौबीसवां. twenty fourth. भग० २४, the bird Chakora. पण्ह० १, १; १; ठा• ६, १; चउरमइ. पुं० ( चतुरमति ) श्री श५२ सपना | चाबह. त्रि. (चतुर्विध ) या२ २. Page #691 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चउसहि] ( ६८१ ) [चंगवेर चार प्रकार का. Four-fold; of four भग० १२, ४; राय० २६१; kinds. क. ५० २, ३६; १, ३०, ८०; चोर. पुं. (चकोर ) र पक्षी. चकोर क. गं. १, १६; ६, २४; भग. १, १; २; पक्षी. The bird called Chakora. २, १; ५, ३, २५, १; नाया. १; ५; १४; मु. च. २, १६, सु० च०६, १३१, दसा० ४, ११, ५३; चोवचा. त्रि. (चयोपचयिक ) न्यूना६३; अणुजा. १३२; श्रोव० १७, सम० ४; ધિક થનારું; ચોપચય-હાનિવૃદ્ધિ પામનાર. विशे० २४; ७८; दस ३, ४, १: उवा० १: न्यूनाधिक होने वाला; घटती बढती होने ४३; भत्त. ४५, १५८: गच्छा . १००; वाला; वृद्धि क्षय पाने वाला. Subject to कप्प. ४, ६१; -भंडग. न० (-भण्डक) decrease and increase. पाया० १, या२ अरना 3रीयाणा. चार प्रकार का कर १,५, ४६; याना-बेचने का सामान. four kinds of | चंकमंत. व. कृ. त्रि. (चकमन् ) यासतु; groceries. विवा० २; ५ मरतु. चलता हुआ. Moving; चउसटि. स्त्री. (-चतुष्टि ) यासा; १४. | stepping. चंकमी . ब. ए. क. गं. चौसठ; ६४. Sixty-four; 64. सम० १, ११; ओव. ३०; ६४; ओव० ३८; भग० ३, १, २, ५. ५; चंकमण. न. (चंक्रमण) साम तम ३२७ १०, ५, १६, ७, २०, ५, नाया० ३; वव ते. इधर उधर फिरना. Moving here ६, ३८ विवा.२,५; जं. प. १६, १२५ and there. सम०प० १६८% २,२६;-कला. स्त्री० (-कला) यास सा. चंकमिश्र. त्रि. (चंक्रमित ) अतिशय यासेल. चौसठ कला. sixty-four arts. नाया०३; अतिशय चला हुआ. ( One ) that चउसट्ठिया-प्रा. स्त्री. (चतुःषष्टिका ) २स has moved too much. ज. प. ७, तासानु मा11 यासामा भागनु भा५. १६६; रस मापने-तौलने का माणी का चौसठवां | चंकमिया. मं० कृ० अ० (चंक्रम्य ) व्यतीत भाग--हिस्सा. A measure of weight शन; ५सा२ शन. व्यतीत करके; गुजार to weigh liquids equal to the | कर. Having passed or spent. sixty-fourth part of a Māņi./ आया० १, ८, २, ६: अणुजो० १३२; राय० २७२, चंकम्ममाण. व. कृ० त्रि. (चंक्रम्यमान ) चउसिया. स्त्री. ( चौकुशिका ) या मनामना २तु; यासतु पतु चलता हुआ; कम्पित देशनी स्त्री. चौकुश नाम के देश की श्री. A होता हुआ. Moving; walking: feinale of the country named/ quaking. कप्प० ३, ३८ः Choukusa. भग० ६,३३: चंकार. पु. (चार ) या२५ अक्ष२. चउहा. १० ( चतुर्धा) या२ रे. चार 'च' अपर; चकार. The letter Cha. प्रकार से. In four ways or parts; ठा. १०,१; four-fold. क. गं. १, २, ४, ४३; चंगबेर. पु. ( * ) ५५।८: यरी. * मी ५४ २०५२ १५ ना ५८ नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. II/86. Page #692 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंगिम] ( ६८२ ) [चंडपिंगल कठौती. A large metal pan. “पाढए टेढा और ऊंचा रखकर खढे रहना या चलना; चंगवरेय नंगले मइयं सिया" दस० ७, २८; एक प्रकार की घोडे की गति. Act of प्राया० २, ४, २, १३८ standing or walking with feet चगिम. त्रि. (चङ्गिमन् ) सुंदर, पवान. bent like the beak of a parrot; सुन्दर; चंगा; सरूपवान्. Beautiful; a kind of gait peculior to a handsoine. सु० च० २, ३८२; horse. ओव० ३१; जं० ५० ५, १६६; चंगेरिश्रा. स्त्री. ( * ) पुत्र रामपानी चंचुमालइय. त्रि. (* ) या विश पाया-भांय ययेल. हर्ष से विकसित-फूला छाडी. फूल रखने की टोकरी. AHat basket to keep lowers in. राय हुआ; खुशी के मारे रोमांचित. Bristing with joy. “धाराहगनीव सुरहिकुसुम ३५; चंचुमालइयतणु ” जं० ५० ५, ११५; भग. चंगेरी. स्त्री० ( * ) Yखनी 94; . ११, ११, पुष्प रखनेकी छाबड़ी-चंगेर. A flat basket to keep the flowers in; चंड. त्रि. (चण्ड) प्रय९३; तीक्ष्ण; धि॥ मावशवाण. प्रचण्ड; तीक्ष्ण; कोध के भावेश a flat basket. विशे० ७१०; जं. १० वाला. Fierce: keep: hot with जीवा० ३, ४, राय. १२१% Anger. उत्त० १, १३, १७, ८; ओव. चंचल. त्रि. (चवल) यय: मस्थि२, २५१ २१; सूय. २,२, १७, ६२, भग०३, १; चंचल; अस्थिर, चपल. Uusteady; ७,६,६,३३, ११, ११, १५, १; नाया. moving; quick. जं. ५० ५. ११५; १; ४; ; दसा. ६, ४; पण्ह. १, १; ओव. १४, २१; भरा. ३, १, २, ६, ३३; जीवा० ३.१; दस. ६,२,३; जं.प. राय. १५, १; पन्न.२; नाया. १:८; ६: उवा. २०७; २८३; उवा० २, १०; कप्प० २, २, १०७; - कुंडल. न. ( -कुण्डल) २७, २८; -कम्म. त्रि. ( -कर्मन् ) २२ सायमान उ९७३. चलायमा। कुण्डल. an म २२ कर कर्म करनेवाला. (one) unsteady ear-ring. कप्प० २, १३; who does fierces or cruel deeds. चंचलायमाण. त्रि. (चंचलायमान) २३n प्रव० १६००; --विल. न० (-विष) शरीयमान; २३. चंचल. Unsteady; રમાં જલદી વ્યાપી જાય તેવું ઝેર; તીવ્ર ઝેર. inoving. जं० ५० ३, ४५; शरीर में जल्दी प्रविष्ट होने वाला विष; ताव चंच. स्त्री (चम्चु) पक्षीनी योय. पक्षी की विष deadly poison. नाया०६; भग. चोंच. Bird's beak जं० प० ७, १६६; १५, १; चंचुधिय. न. ( *चंचुचित) पोपट नी यांनी चंडपिंगल. पुं० (चण्डपिङ्गल) मे नामना માફક પગ વાંકા અને ઉંચા રાખી ઉભા રહેવું. એક માણસ કે જેને મોહને લીધે નાશ થશે , यासते; घोडानी में घनी गति.. हो. इस नाम का एक मनुष्य, जिसका नाश शुक्र-सुश्रा-तोते की चोंच की तरह पैरों को मोहवश दुमा था. Name of a person * गुमे। ४ नम्सर १५ ना ५नार (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #693 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंडरुद्द] ( ६८३ ) [चंद who was lost on account of holding flowers for the worship infatuation. भत्त. १३७ of gods. सूय० १, ४, २, १३, चंडरुद्द. पुं० (चण्डरुद्र) से नामाना मे चंडालिय. न. (चाण्डाल्य ) यासना पु आधी आया. इस नाम का एक क्रोधी म. चण्डाल जैसा कर्म. A deed 091918. Name of a preceptor worthy of a low-caste person. given to anger. पंचा० ११, ३५; उत्त० १, १०; चंडा. स्त्री. ( चण्डा ) यमरेन्द्र बगेरेना | चंडिक्क. पुं० न० ( चाण्डिक्य ) याणिय मध्यम ५ -समा. चमरेंद्र आदि को प. क्रोध; गुस्सा. Anger; fury. सम. मध्यम सभा. The middle council | ५२; परह० २, २; भग० १२, ५; of Chmarendra etc. ठा० ३, २; चंडिकि-य.त्रि. ( *चाण्डिक्यित-चांडिक्यं भग० ३, १०; जीवा० ३, ४; (२) म रौद्ररूर संजातं यस्येति) व प्रगाथा ધી માણસને બમ ન લાગે તેમ જેમાં ५ घरे३. कोथ प्रकट होने से रौद्र શ્રમ ન જણાય એવી દેવતાની એક ગતિ. रूप-भयंकर रूप वाला. Fierce or जिस प्रकार कोधी मनुष्य का भ्रम नहीं होता grim in appearance on account उसी प्रकार जिस में श्रम न हो ऐसी देवता of anger. जं. प. ३, ५६; ५७; उवा० की एक गति. a sort of gait of gols २, ६५; नाया० १, १६; भग० ३, १; २; involving no strain too a man चंडी. स्त्री. ( चण्डी) मे नामनी साधारण given to anger or to them. प.१२५ति. इस नाम की एक साधारण वनselves. “ विपुला कक्कसा पगाढा चंड! Fria. Name of a common vegeदुहा तिचा दुरहियत्ति" विवा० १; गय० tution. पन्न. १; भग० २१.३; (२) २६; नाया• ६; २१९४ी सी. चण्डी; चण्डिका देवी. the चंडाल पुं. (चाण्डाल ) यथा-शया goddess Chandi. परह. १, २, બ્રાહણમાં ઉત્પન્ન થયેલ જાત-નીચ જાત. चंद. पु. (चन्द्र ) : भा. चंद्र; चंद्रमा. चाण्डाल-शूद्रादि नीच से ब्राह्मणी में उत्पन्न The moon. जं० १० ७, १४७, ओव० जाति; नाच जाति. A low-caste person १०; भग. ३, ७, ८, 1; ६, २; दसा. ६, having i Brāhmaṇi mother १; नाया. १, १०; अणुजो० १०३; and a Sudra father. उत्त. ३, ४; सम• ६; ३२; उत्त० ११, २५; २५, १६; (२)मी; as भंगा. A sweeper; कप्प०३.३६,४३, पंचा०८,३४; आव०२,७; persons of low caste, भत्त. १००; विशे० २३६; पन्न० १; नंदी० ६; (२) यंद्र सु. च० १२, ५५; नाया०२; अणुजो० १२८; नामनुंत्री पोन विमान. तोसेर चंडालग, न० ( चन्दालक ) निमित्त देवलोक का चंद्र नामक एक विमान. ॥ પુલ રાખવાનું તાંબાનું વાસણ કે જેને મથુ- abode of the name of Chandra रामा यस डे छ; देवपूजा के निमित्त in the third Devaloka. सम० ३; फूल रखनेका तांबेका एक पात्र; जिसे मथुगमें (३) अविनायनी पूर्व सीमा परने। 'चंडालग' कहते हैं. A copper vessel, ५ । ५५ त. वप्रविजय की पूर्व सीमा so called in Mathura, used for | कार का वखारा पर्वत. the Vakhara Page #694 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंद] ( ६८४ ) mountain on the eastern boun. dary of Vapravijaya. जं. प. (४) नयोतिष यतानो छद्र. ज्योतिषी देवों का इन्द्र. the Indra of the Jyotisagods. जीवा० १; उत्त० ३६, २०६; ठा. २, ३; ओव० २६; (५) उत्त२ रुक्षेत्रमांना એક દ્રહ કે જેને બે પાસે કંચનક પર્વત છે. उत्तर कुरु क्षेत्र में का एक द्रह, जिसके कि दोनो किनारों पर कंचनक पर्वत हैं. a lake in Uttara Kuruksetra on two sides of which there is situated the Kanchanaka mountain. जीवा० ३, ४ (६) २ नामना ६५ भने समुद्र. चंद्र नामक द्वीप और समुद्र. a continent of the naine of Chandra; also ocean of that name. जीवा० ३, ४, पन्न.1 (૭) જે વર્ષમાં અધિક માસ ન હોય તે संवत्स२. जिस वर्ष में अधिक मास न हो वह संवत्सर. an ordinary year; an year not intercalary. जं. प. सू० ५० १०; प्रव० १०८; (८) -Yयिअनुं पडेगुं अध्ययन. चन्द्रपुष्पिका का पहला अध्ययन. the first chapter of Chandrapuspika. निर• ३, १; (१) मामा तीर्थ५२नु सi1. आठवें तीर्थकर का चिन्ह. the emblem or symbol of the eigth Tirthankara. प्रव० ३८१; -श्रद्ध. न० (-अर्व अर्धचन्द्र ) यो पंद्र; अष्टभाना यंद्र. आधा चन्द्र; अष्टमी का चांद. half-moon; the moon on the eighth day of every. fort-night. राय० ११३; -प्राभा. स्त्री० (-प्राभा) यंदनी मालाorयोति. चन्द्र की ज्योति; चन्द्र की भा. moon-light. भग० ६, ५, ७;-उव राग. पुं० ( - उपराग) यंद्र अड. चंद्र ग्रहण. Junar eclipse. असुजो. १२७; भग• ३, ७; जीवा० ३, ३ -जोग.पुं. (-योग) नक्षत्रनी साथे या यो नक्षत्र के साथ चंद्र का योग. the moon in conjunction with lunar asterisk. जं. १०७, १६०; -दिण. न० ( दिन ) यो स; सोमवार. चंद्र का दिन; सोमवार. monday.सम०२८; --पडिमा स्त्री. ( -प्रतिमा ) यन्द्र નામની પ્રતિમા–અભિગ્રહ કે જેમાં ચન્દ્ર કલાની પેઠે શુકલ પક્ષમાં દરરોજ એકેક કેળીઓ વધારતાં અને કૃષ્ણપક્ષમાં અનેક કોળીઓ ધટાડતાં અમાવસ્યાએ એકજ કોળીઓ લેવામાં આવે તે એક પ્રકારનું Gोरी त५. चन्द्र नाम की प्रतिमा-अभिग्रह, जिसमें चन्द्रमा की कलाओं के समान शुक्लपक्ष में प्रतिदिन एक एक कवल-प्रास बढाते और कृष्णपक्ष में एक एक प्रास घटाते अमावस के दिन एक ही प्रास लिया जाता है; उनादरी तप विशेष. A sort of aus. terity in which one morsel of food on the new-moon day is increased by one according to the digits of the moon in the bright half till full moon and then decreased accordingly in the dark half. प्रव० १५७२; ओव० १६, ठा० २, ३; वव. १०, १; -परिवेस. पुं० (-परिवेष) ચન્દ્રને કંડાલે; ચન્દ્રને ફરતું મચ્છલાકારે पाय. चन्द्रमा के चारों ओर गोलाकार का घेराव-वृत्त. the halo of light round the moon. अणुजो० १२५; भग० ३, ४-पव्वय-अ. पुं० (-पर्वत) ધાતકી ખંડના મહાવિદેહમાને એક પર્વત. Page #695 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्धमागधी कोष > - --- चंद मंडल - चंद्र मंडल. -- पधा बधा मांडला मांडला इ ५१० योजनमा अ. पे मांदला वाचेनुं अंतर ३५ मोजन. _D.V.TALSANALI Page #696 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंद] ( ६८५ ) [चंदकंता धातकी खण्ड के महाविदेह का एक पर्वत. come to the first circle. Thug name of a mountain of the Ma- the whole course is completed hāvideha of Dhătaki continent. in every fort-night. जं. १०७,१४२; ठा. २. ३; (२) से नामनी सित चंदमण्डलपविभत्ति. पुं. (चन्द्रमण्डलप्रवि. नहीनो वक्ष२४२ पत. इस नाम का सितोदा भक्ति) यन्द्र भनी विशेष यनावाण नदी का बखारा पर्वत. name of नाट. चन्द्रमण्डल की विशेष रचना वाला a Vakārā mountain on the नाटक. A drama in which the river Sitoda. ठा० ८, १; -मंडल. scenery of the moon is exhibitन० (-मंडल ) य-नु भस. चन्द्र मंडल. ed. राय. ६२;-विजोग. पुं० (-रविthe discus of the moon. सम०६१; योग) यन्द्र ने सूर्यना योग. चंद्र और (૩) ચન્દ્રમાને આકાશમાં ચાલવાનો નિયત सूर्य का योग. the moon in conjuncभाग चन्द्रमा के चलने के लिये श्राकाश का tion with the sun. जं०प० ७; १५५; नियत मार्ग. the orbit of the moon. -विमारगजोइसिय. पुं० ( -विमान(૪) આકાશમાં ચન્દ્ર જે પ્રદેશ ઉપર ચાલે ज्योतिष्क ) यन्द्रना विमानमा उनार છે તે પ્રદેશની લાઈનને ચંદ્રમણલ કહેવામાં crयोति ३. चन्द्रमाके विमानमें रहने वाला આવે છે. તેવા ચન્દ્રના માંડલા ૧૫ છે એટલે ज्योतिक देव. a deity living in the ચન્દ્ર પટેલે માંડલેથી ૧૪ દિવસે 11 મે માડલે છે heavenly abode of the moon. નય છે, અને પછી અંદર આવતાં ૧૪ મેં जं० प० ७, १६४; भग० २४, १२: -सूर. માંડલેથી ૧૪ દિવસે પહેલે માંડલે આવે છે. पुं० ( -सूर ) 4-5 सने भूयः चन्द्र और એમ પંદર પંદર દિવસે ચંદ્રની આવૃત્તિ થાય सूर्य. moon and sun. प्रव० ८१२; छे. आकाश में चंद्र जिस प्रदेश पर फिरता है -होरा. श्री. (-होरा) यन्दनी ।२।। उस प्रदेश के मार्ग को चन्द्रमगडल कहते हैं यस चन्द्रलन; चन्द्रमा की होरा-समय ऐसे चंद्रके मंडल १५ हैं अर्थात् चंद्र प्रथम विशेष. a particular duration of मण्डल से १५ वें दिन १५ वें मण्डल में time in the position of the जाता है और फिर वापस ११ दिन में १५ वें mmoon in its orbit. गणि० ६५ मण्डल से १ ले मण्डल में आता है. इस चंदक. पुं० (चन्द्रक) भार पी० ५२ने। प्रकार पंधरे २ दिन में चंद्र की प्रावृती होती यांनी. मोर की पिच्छ ऊपर का एक प्रकार the path of the moon in the का चन्द्राकार चमकीला आकार विशेष. A sky is called the circle of the ___star-like spot on the feather moon. Tbere are such 15 circles. of a peacock. नाया• ३; The moon begins her course चंदकंत. पुं० (चन्द्रकान्त ) यन्द्रत from the first circle and reaches नाम श्री सोनु मे विमान. चन्द्रthe 15th circle on the 15th कान्त नाम का तीसरे देवलोक का विमान. day and when she retreats her Name of a heavenly abode motion back from the 15th in the third Devalok१. सम० ३; circle takes again 15 days to | चंदकंता स्त्री० (चन्द्रकान्ता) यालु सक्सपि Page #697 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदकूड ] नीलनी स्त्री. वर्तमान अव सर्पिणी के दूसरे कुलकर की स्त्री. Name of the wife of the second Kulakara of the present or current descending cycle (Avasarpini ) ( ६८६ ) सम० प० २२६; चंदकूड. पुं० (चन्द्रकूट ) सन्द्रछूट ( डेट ) नामनुश्री सोनु थे विमान इस नाम का तीसरे देवलोक का एक विमान. Name of a heavenly abode of the third Devaloka. सम० ३; चंदगवेझ न० (चन्द्रकवेध्य ) राधावेध ચક્રફરતી રાધા પુતળીની તવાવચ્ચેથી આંખ विवी ते राधा वेध; चक्रकी तरह घूमती हुई पुतली की आंख वेधना. A feat in archery-piercing the eye of a rotating doll श्रध० नि० ८०७; संस्था० १२१; आउ० ५४; चंद्रगुत्त. पुं० (चन्द्रगुप्त ) मौर्यवंशी यन्द्रगुप्त शन्न मौर्यवंशी चन्द्रगुप्त राजा King Chandragupta of the Maurya dynasty. विशे० ६६२; पिं नि० भा०४५; चंदचरिया. स्त्री० (चन्द्रचर्या ) चंदनी गति भवानी विद्या चन्द्र की गति जानने की विद्या. The science of the motions of the moon. सूर्य० २ २ २७६ चंदच्छाश्रय. पुं० (चंद्रच्छाय) चंद्रछाय नाभे अंगदेशने। रा. चन्द्रच्छाय नाम का अंग देश का राजा, Name of a king of the country called Anga. ठा० ७, १; नाया० ८; चंदजसा. स्त्री० ( चंद्रयशस् ) विभव वाहन उनी स्त्री विमल वाहन कुलकर की स्त्री. Name of the wife of the Kulakara Vimala-Vahana सम प० २२६; [ चंदण चंदज्य. पुं० (चन्द्रध्वज ) चंद्रश्व नामनुं श्री हेवझाउनु विमान चन्द्रध्वज नाम का तीसरे देवलोक का विमान Name of a heavenly abode of the third Devaloka. सम० ३; चंद्रण. न० ( चन्दन ) भलनागर-यन्दन. मलयागर- चंदन. Sandal-wood. ( २ ) सुखअनुजा चन्दन का वृक्ष. sandal tree. ओव० भग० ६, ३३; २२, ३; नाया० १; ५ ८; सु० च० २,५८४ राय० ५६; जीत्रा० ३, ४, पन्न० १, कप्प०५, ११८ प्रव० ३१०; उवा० १, २६; जं० प० ५, ११४; ( ३ ) અક્ષ-કે!ડાને જીવ, મેઇદ્રિય જીવને એક प्रार. अक्ष-कौड़े ( घोघा का जीव दो इंद्रिय जीव का एक प्रकार a variety of two-sensed living beings. उत्त० ३६, १२८; पत्र• १ ; ( ४ ) हनमणि; सथित हिन पृथ्वीनार चन्दनमणि सचित्त कठिन पृथ्वी का एक प्रकार. a kind of sentient hard earth called Chandanamani. उत्त० ३६; ७६; पन० 1; - उक्खित्तगाय त्रि० ( उक्षिप्तगात्र ) यहनथी क्षेपायसुं छे शरीर भेनुं भेवा. चंदन से लेपन किया हुवा जिसका शरीर है वह. ( one ) whose body is smeared with sandalpaste. भग० ६, ३३; —कलस. पुं० ( - कलश ) यन्दन सिप्स अश; मंगल अश. चन्दन लिप्त कलश, मंगल कलश. a pot smeared with sandalpaste; an auspicious pot. राय • ५८ जं० प० ५ १२० – पायव. पुं० ( - पादप ) व्यंहननुं वृक्ष चंदन का वृक्ष & sandal-tree. विवा० १ – पेसिया. स्त्री० (-पत्रिका ) यन्दन असनारी हासी. चन्दन घिसने वाली दासी. a maid For Private Personal Use Only Page #698 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदणज्जा] ( ६८७ ) [चंदप्पभा servant who prepares sandal. | चंदनागरी. स्त्री० (चंद्रमागरी) ये नामना paste by rubbing sandal-wood से शामा. इस नाम की एक शाखा. An against a stone. भग० ११, ११; offshoot of that name. कप्प० ८; -विलेवण. न० (-विलेपन) यनना चंदपरणत्ति. स्त्री. ( चन्द्रप्रज्ञप्ति ) मां से५ ४२वे ते. चंदन का लेप करना. ચન્દ્રસમ્બન્ધી વર્ણન કર્યું છે તે ચન્દ્રપ્રજ્ઞપ્તિ smearing the body with sandal नामर्नु मे सि सूत्र. जिसमें चन्द्रसंबन्धी paste. पंचा० ८, २४; वर्णन किया गया है वह चन्द्रप्रज्ञप्ति नाम का चंदणज्जा. स्त्री० (चन्दनार्या ) योवीशमा तीर्थ- 1 एक कालिक सूत्र. Name of a Kalika કરની મુખ્ય સાધ્વી; ચંદનબાલા નામની Sūtra in which a description साल. चौवीसवें तीर्थङ्कर की मुख्य साध्वी. of the moon is given. ठा० ३, १; चंदनबाला नामकी आरजा. A nun ४, १; नंदी० ४३; named Chandanabali; the chief | चंदप्पभ. पुं० ( चन्द्रप्रभ-चन्द्रस्य इव प्रभाnun of the 24th Tirthankara. ज्योस्ना यस्य) य.iतमलि. चंद्रकान्तमणि. सम. प. २३४ A precious stone called Chanचंदणा. स्त्री० (चन्दना ) या सापा. drakanta. नाया. १; पन्न. १; उत्त० चन्दनबाला साध्वी. The runnamed ३६, ७६; (२) त्रानो .. छत्रीका दंडा. Chandanabala. कप्प० ५, १३४: the handle of an umbrella. antro चंदणी. स्त्री० (चन्दनी ) सायमन. आचमन. १; ( ३ ) यमनामनुं त्री हेर्नु Holy water. आया० २, ५, ६, ३२; 24 विमान. चंद्रप्रभ नाम का तीसरे देवलोक -उयय. न० (-उदक) सायमननु पापा का एक विमान. name of a heavenly rयां तु हाय ते २५४. आचमन का जल abode of the third Devaloka. जहांपर वहता हो वह स्थल. a place सम० ३; ( ४ ) मा म तीर्थ६२ where holy water is flowing: ४ोनी नियन्द्र वा सती. ८ वें चंद्रग्रंभ आया. २, १, ६, ३२; तार्थेकर कि जिनकी कान्ति चन्द्र के समान चंदत्थमणपविभत्ति. स्त्री. ( चन्द्रास्तमन- थी. the 8th Tirthankara with प्रविमक्ति) य-हारत-य-द्रमायभवानी विशेष moon-like lustre. ठा. २, ४; २त्यनापासुनाट. चंद्रास्त की विशेष रचना- -गाहावइ. पुं० (-गाथापति ) यंद्रप्रम युक्त नाटक. A drama in which नामना से पति-शेड. चन्द्रप्रभ नाम के there is a scene of the setting एक गृहपति सेठ. name of a mer. moon. राय. १२; chant. नाया. ध० ८; चंददीव. पुं० (चन्द्रद्वीप ) यन्द्र नामना दीप.. चंदप्पभा. स्त्री. ( चन्द्रप्रभा-चंद्रस्येव प्रभा चंद्र नाम का द्वीप. A continent or श्राकारो यस्याः) यास नामनी महिशisland named Chandra. जावा. २. चन्द्रहास नाम की मदिरा दारू. A sort of wine called Chandraचंदन. न० (चन्दन) न. चंदन. Sandal. hasa. जीवा० ३, ३; पन्न. १७; (२) paste; sandal-wood तंदु. यंद्रभानी भीटी पी . चंद्रमाकी प्रधान Page #699 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदप्पह ( ६८८ ) [चंदवा पट्टराणी. the senior queen of the | १; सू० ५.१3 moon.god. ठा० ४, १; भग० १०,५; चंदमस. पुं० ( चन्द्रमस् ) यां; यद्रमा. सू. प. १८; जीवा० ४; जं. प. ७, ___ चन्द्रमा,चन्द्र; शशि. The moon. सू०प०१; ११५०; (३) या पी. चंद्रप्रभा देवी. | चंदमहत्तर. पुं. (चन्द्रमहत्तर ) से नामना Chandraprabha Devi. नाया• ध. એક આચાર્ય કે જેણે સપ્તતિકા નામે ગ્રંથ ८; (४) शमा भने योविशमा तीर्थ:२नी स्यो छे. इस नाम के एक आचार्य कि प्रarit visमानुं नाम. दशवें और चौवी- जिन्होंने सप्तगिका नाम का ग्रंथ बनाया है. सवे तीर्थकरकी प्रव्रज्या पालकीका नाम. Name of a preceptor who was name of the Palanquin of the the author of a book named 10th and 24th Tirthankara at Saptatika. क. ग. ६, १३; the time when he took holy | चंदय. पुं. (चन्द्रक) २ पाने। यसो. orders. कप्प. ५, १.७; सम. प. २३१% मोर पंख का चांद A star in the -दारिया. स्त्री० (-दारिका) मला feather of a peacock. नाया. ३; नामनी म .न्या. चंद्रप्रभा नाम का एक चंदयगुत्त. पुं० (चन्द्रगुप्त ) पारदी पुत्रने कन्या. & girl named Chandra- પ્રાચીન રાજા; ચન્દ્રગુપ્ત નામે મર્યાવંશને prabha. नाया. ध०८; मे २१०१. पाटलीपुत्र का प्राचीन राजा; चंदप्पह. पु. (चंद्रप्रभ) वतभान योपीसीना चन्द्रगुप्त नाम का मौर्यवंशी एक राजा. मामा तीर्थ २ नाम. वर्तमान चौवीसी के Chandragupta of the Maurya पाठब तीर्थकर का नाम Name of the dynasty. संस्था० १७०; 8th Tirthankara of the current चंदलस्स. पुं० (चन्द्रलेश्य) य-द्रोश नामनु Chovisi. अणुजा.११६:सम० २४; कप्प. श्री पोर्नु मे विभान. चन्द्रलेश ३, ४६, ५, १९८; प्राव०२, २; प्रव०२६३; नाम का तीसरे दवलोक का एक विमान. चंदप्पहा. स्त्री. ( चन्द्रप्रभा ) । “ चंद- A heavenly abode named प्पभा"श. देखो "चंदप्पभा" शब्द. Chandralesa in the third Vide “ चंदप्पभा" आया. २,१५,१७६; } Devaloka. सम० ३; चंदप्पहाविमान. न. (चन्द्रप्रभाविमान) चेदलेस्सा. स्त्री० (चन्द्रलेश्या) यन्ना विमान सनाभनु म विभान. इस नाम का एक नीती. चन्द्र के विमान की कान्ति. The विमान. Name of a heavenly splendour of the heaveuly abode. नाया• ध०८; abode of the moon. भग० १२, ६; चंदभागा. स्त्री. ( चन्द्रभागा ) यंदला चंदवाडसत्र. पुं० (चन्द्रावतंसक ) भानु નામની એક નદી કે જે સિંધુમાં જઈને મળે विमान. चन्द्रमाका विमान. The heaven. छ. चंद्रभागा नाम की नदी कि जो सिन्धु में ly abode of the moon. जे.प. जाकर मिलती है वह. The river निर० ३, नाया० ध० २६ named Chandrabhāgā. 810 %, ; | चंदवन्न. न० (चन्द्रवर्ण ) योया पोन चंदम. पुं० (चन्द्रमस् ) 4-5भा. चंद्रमा. The यन्द्रव नामर्नु मे विभान. चौथे देवलोक moon. “ याक्खत्ताणंच चंदमा" नाया० का चन्द्रवर्ण नाम का एक विमान. Name Page #700 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदसालिया ] of a heavenly abode of the fourth Devaloka. सम० ३; चंदसालिया. स्त्री० (चन्द्रशालिका) भेडी; भाग; भो. मजला; मंजिल. Upper floor; top-floor. परह ० १ १ नाया० १; जीवा० ३, ३; चंदसिंग न० (चन्द्रशृंग ) त्री-योथा हेव सोनु विमान तीसरे, चौथे देवलोक का एक विमान. Name of a heavenly abode of the third or fourth Devaloka. सम० ३; चंदसिद्ध. न ० ( चन्द्रसिद्ध ) यन्द्रसिद्ध नामनु श्री हेक्सोनुं विमान चन्द्रसिद्ध नाम का तीसरे देवलोक का एक विमान Name of a heavenly abode of the third Devaloka. सम० ३; चंदसिरी. स्त्री० ( चंद्र श्री ) यन्द्रश्री नामनी સ્ત્રી; ચક્ષુષ્નત નામના બીજા કુલકરની માતા. चन्द्रश्री नाम की स्त्री; चक्षुष्मत् नाम के दूसरे कुलकर की माता. Name of a woman -the mother of the second Kulakara named Chaksusmat. ( ६८६ ) नाया० ६० ८; चंद्रसूरदंसावणिया स्त्री० (चन्द्रसूर्य-दर्शनि का ) गाउने भश्री श्री हिवसे उराववामां आवतुं सूर्य यन्द्रनु - दर्शन. जन्म पाये हुए बालक को तीसरे दिन कराया जाता सूर्य चन्द्र का दर्शन. The practice of showing the sun and the moon to a child on the third day after birth. भग० ११, ११; चंदसूरमालिश्रा. स्त्री० ( चन्द्रसूर्यमालिका ) भेलतनुं धरें: धमीनो एक प्रकार का आभूषण अलंकार. A kind of ornament. ( २ ) द्वीप मे ચંદ્ર અને એ સૂર્ય, લવર્ણી સમુદ્રમાં Vol. 1/87. [ चंदसूरमालिया ચાર ચંદ્ર અને ચાર સૂ, ધાતકી ખણ્ડમાં ૧૨ ચદ્ર અને ૧૨ સૂર્ય, કાલેદદ્ધિ સમુદ્રમાં ૪૨ ચંદ્ર અને ૪૨ સૂર્ય અને અપુષ્કર દ્વીપમાં ૭૬ ચંદ્ર અને છર સુ એમ અઢીદ્રોપમાં ૧૩૨ ચદ્ર અને ૧૩૨ સૂર્ય છે. એ ચર એટલે ગતિમાન છે અને પાતપેાતાના માંડલે ફેર છે અદ્વીપ બહાર અસંખ્યાત ચંદ્ર અને અસંખ્યાત સત્ય છે તે સ્થિર છે. મટીદ્વીપમાં ૧૭૨ ચંદ્ર સ કેવી સ્થિતિમાં છે તે આ ચિત્રમાં ખતાવેલ छे. जंबूद्वीप में २ चंद्र और २ सूर्य, लवण समुद्र में ४ चंद्र और ४ सूर्य, धातकी खण्ड मे १२ चंद्र और १२ सूर्य, कालोदधि समुद्र में ४२ चंद्र और ४२ सूर्य और अर्द्धपुष्कर द्वीप में ७२ चंद्र और ७२ सूर्य इस प्रकार १३२ चंद्र और १३२ सूर्य ढाईद्वीप में हैं. ये सब चर अर्थात् गतिमान हैं और अपने २ मण्डल में फिरते हैं ढाईद्वीप के बाहर जो असंख्यात चंद्र और सूर्य हैं वे स्थिर हैं. ढाईद्वीप के अन्दर १३२ चंद्र सूर्य किस प्रकार फिरते हैं यह इस चित्र में बतलाया है. there are 2 moons and 2 suns in Jambu Dvipa, 4 moons and 4 suns in the Lavana ocean, 12 moons and 12 suns in Dhātaki Khanda, 42 moons and 42 suns in Kalodadhi ocean and 72 moons and 72 suns in Ardha Puskara Dvipa. Thus there are 132 moons and 132 suns in Adhi Dvipa and these moons and suns are not stationary e. g. they move in their own circles. There are also innumerable moons and outside Adhi Dvipa sung For Private Personal Use Only Page #701 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदा] ( ६६० ) [चंदाण and they are steady. The l'espective positious of the moons and the suns of Adhi Dvipa are shewn in the diagram. जीवा० ३, ३, भक्ति) नाय विशेष; यागमननि रचना 41) नाट्य विशेष; चन्द्रागमन की रचना युक्त. A kind of drama in which the moon figures. राय. ६२; चंदाणण. पुं० ( चन्द्रानन ) दीपना -परिरयसेणि. . अर्थ पुष्कर डीप: ७२ चंद्र ७२ सूर्य. धातकीस्वंड १२ चं. अपनी मर्यादा करनार BREA कालीदास पर्वत. D.VTALSANIA ---- चंदसूरमालिया-चन्द्र सूर्योनी माळा.= चंदा. स्त्री० ( चन्द्रा ) यद्रमानी २४वानी.. चन्द्रमा का पाटनगर-प्रधान शहर. The capital city of the moon-god. जीवा . ३, ४; जं. प. ७, १२३; चंदागमणपविभात्त. न० ( चन्द्रागमनप्रवि- । એરાવત ક્ષેત્રમાં ચાલુ અવસર્પિણીના પહેલા तीर्थ:२. जम्बूद्वाप के एरावत क्षेत्र में वर्तमान अवसर्पिणा के प्रथम तीर्थकर. The first Tirthankara of the current cycle. सम०प० २४०; प्रव० ४६७; Page #702 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंदाणणा] [ चंदिमा चंदाणणा. स्त्री. ( चन्द्रानना) शाश्वती लन | मिसूत्रभानु १५ भु. २६ उरकालिक सूत्रों प्रतिमायो ५ श्री प्रतिभानु नाम. में से १५ वा. The fifteenth of the शाश्वती जिन प्रतिमाओं में से तीसरी प्रतिमा 29 Utkalika Sutras. नंदी० ४३; का नाम. Name of the third Jaina | चंदिम. पुं० (चन्द्रमस् ) यमा. चन्द्रमा. everlasting vow ( Pratima ). | The moon. भग. ३, ७, ६, ५, १२, जीवा० ३, ४; ठा० ४, २; राय. १५४; ६, ११, ५, नाया० १; पन्न. २, राय. चंदाभ. पुं० ( चन्द्राभ) यंद्रासनामतुं पाया १००; (२) यंदमानाष्टांतागुंजाता सूत्र सानु मे विमान. चंद्राभ नाम का पांचवें तुं 10 अँ अध्ययन. चन्द्रमा के दृष्टांतयुक्त देवलोक का एक विमान. Name of a ज्ञातासूत्र का १० वां अध्ययन. The heavenly abode of the fifth tenth chapter of Jñātā Sūtra Devaloka, सम० ८; भग०६,५; प्रव. giving an illustration of the १४६०; (२) अशीयारमा खगरनुं नाम. moon. सम. १९; -सूरवराग. पुं. ग्यारहवें कुलगर का नाम. naine of the (- सूर्योपराग ) ययाय तथा सूर्यeleventh Kulagara. जं. प. प्रलय. चन्द्रग्रहण व सूर्यग्रहण. lunar चंदायण. न० (चान्द्रायण ) all " चंद- । and Solar eclipses. प्रव. १४७१ पडिमा " ०.६. देखो " चंद-पडिमा "चंदिमसूरिय पुं० (सूर्याचन्द्रमसौ ) यंद्र शब्द. Vide "चंद-प.डिमा'' पंचा० १६,१८ | मने सूर्य. चंद्र और सूर्य. Sun and चंदावत्त. पुं० (चंद्रावर्त ) चन्द्रावन नाम- Moon. भग० १८, ७ श्री सो विमान. चंद्रावर्त नाम चंदिमा. पुं० स्त्री. ( चन्द्रिका ) (युत्तरायाध का तीसरे देवलोक का एक विमान, Name સત્રના ત્રીજા વર્ગને ઠા અધ્યયનનું નામ. of a heavenly abode of the अणुतरोववाइ सूत्र के तीसरे वर्ग के छठे third Devaloka. सम०३: अध्ययन का नाम. Name of the sixth चंदावरणपविभत्ति. न० ( चन्द्रावरणप्रवि- chapter of the third Varga of भक्ति ) यन्द्रमान वानी विशे५ श्यना Anuttarovavai Sitra. ( २ ) aljj ना24 विशे५. चन्द्रमा को आच्छादित કાકદી નગરી નિવાસી ભદ્રાસાર્થવાહીના करने की विशेष रचना युक्त नाट्य विशेष. પુત્ર કે જે દીક્ષા લઈ છ ની પ્રતિજ્ઞા લઈ A drama depicting a parti- ૧૧ અંગ ભણી ઘણું વરસની પ્રવજ્યા પાળી cular scene of hiding the એક માસને સંથારો કરી સર્વાર્થસિદ્ધ moon fron view. राय• ६२; વિમાને પહોંચ્યા ત્યાંથી એક અવતાર કરી चंदावलिपविभत्ति. न० (चन्द्रावलिप्रवि- भोस शे. काकंदी नगरी निवासी भद्रासार्थ भक्ति ) यद्रमांनी पति विशेष २यना वाही के पुत्र कि जिन्होंने दीक्षा लेकर छट्ट वाणुसे नाट. चंद्रमा की विशेष रचना __ की प्रतिज्ञा लेकर ११ अंग पढ कर बहुत युक्त एक नाटक. A dranma exhibi- वर्षकी प्रव्रज्या का पालन कर एक मास का ting a particular position of संथारा कर सर्वार्थसिद्ध विमान में प्राप्त हुवे the moon. राय. ११; वहांसे एक अवतार लेकर मोक्ष को प्राप्त चंदाविज्झय. न० ( चन्द्राविध्यक) २६ 31- करेंगे. name of the son of Bha. Page #703 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दुत्तरवर्डिग ] dra Särthavähi of the city of Kakandi, who vowed to observe periodical fasts,studied eleven Angas, practised asceticism for many years and after complete abstention from food and water for a month attained to the heavenly abode known as Sarvartha Siddha, whence after one incarnation he will attain to final emancipation. अत्त० ३, ६, भग० ५, १: है; इस० ६, ६६, ८, ६४: ( २ ) यन्त्रि ùceal. áîzer; sùra. moon-light. ( ६६२ ) नाया० १; चंदुत्तरवाडसग, पुं० ( चंद्रोत्तरावतंसक ચાત્તરાવત સક નામનું ત્રીજા દેવલાકનું विमान इस नाम का तीसरे देवलोक का एक विमान. Name of a heavenly abode of the third Devaloka. सम० ३: चंदोत्तरायण न० ( चन्द्रोत्तरायण ) शाम्भी નગરની હારને યાત્તરાયણ નામને એક पाय इस नाम का कौशाम्बी नगर के बाहर का एक बाग. Name of a garden situated outside the city of Kausambi. भग० १२, २; विवा० ५; निर० ३, ५; चंदोयरण न० (चन्द्रेोत्तरण ) मे नामनुं એક ચૈત્ય, કે જે ઉદ્દંડપુર નગરની મ્હાર तुं. उदण्डपुर नगर के बाहर का एक चैत्य. Name of a garden outside the city of Uddandapura. भग० १५. १; चंपा. पुं० ( चम्पक ) सिंधु३षहेवनी सभा भागजनुं शैत्यवृक्ष-यम्यानुं झाड. किं पुरुष [ चंपग देव की सभा के समीप का चैत्य वृक्ष - चंपा का वृक्ष. The Champa tree grow ing near the council-hall of the deities known as Kimpurusas. ठा० ८, १; ( २ ) सूर्याला यम्प बनने। रक्षः देवता सूर्याभ के चम्पक वन का रक्षक देवता. the guardian deity of the Champaka forest of Suryabha. राय ० १४०; ( ३ ) पानु वन तथा त्यां रहेनार हे. चंपा का वन व वहां रहने वाला देव. the Champa forest and the deities residing there. जीवा० ३, ४, ( ४ ) पानु पुत्र चंपा चंपा का फूल. the Champā tree; a flower of that tree. नाया० १६; पन्न० १७; % )ચંપાનું વૃક્ષ કે જેની હે? વીસમાં તીર્થંउरने देववज्ञान थयुं. चंपा का वृक्ष कि जिस के नाच २० वें तीर्थकर को केवलज्ञान हुआ. the Champa tree under which the 20th Tirthankara attained to Kevala Jñāna. सम० प २३३: चंपक. पुं० ( चम्पक ) यांचा जाउ चंपा का झाड. A Champa tree. तंदु --- पायव. पुं० ( - पादप ) यांषानुं স. चंपा का वृक्ष. A_Champā tree. विवा० ६६ चंपग. पुं० (चम्पक) लुओ " चंपत्र " शब्द. देखो चंपत्र " शब्द Vide " चंपश्र " नाया ० १ ८ राय० ६३; पन्न० १; नंदी० ३७, कप्प ३, ३७; जं० प० ५ १२२; - पायव. पुं० ( - पादप) यांचा जाड. चंपा का वृक्ष. A Champa tree. नाया०२; १८; - पुड. पुं० (-पुट) संपाना सोडे, चंपा के फूल का गेंद. bunch made of Champa flowers. नाया ० १७; - माला. स्त्री० For Private Personal Use Only a Page #704 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चंपयवउंसय ( ६६३ ) [चक्क (-माला ) यांपाना ५३नी मा. चंपा Koņika; the capital-city of के फूल की माला. a garland made of | the country called Anga. Champa flowers. नाया०१-लया. उत्त० २१, १; ओव० नाया. १, २, ८, ९ स्त्री० (-लता) यंपानी स. चंपा की। १२:१५, १६, भग०५,१%; ६; ६, ३३; उवा० बेल, लता. a Champio creeper. १, १; कप्प० ५, १२१; भत्त० ८१; पन्न. श्रोव. भग०६, ६३, नाया. १; १६; विवा. १; जीवा० ३, ४; निसी० ६, २०; नाया. २; निर० १, १; -वण. न० (-वन) ध० ४; -णयरी. स्त्री० (-नगरी) यंपा यसपाना क्षोनुं वन. चंपा के वृक्षों का वन. नगरी. चंपा नगरी. the city named a forest of Champa trees. भग. Champa.. नाया० ८; t; १६; विवा०६; १, १; अणुजो १३१; निसी० ३, ८१; पन्न. --पविभत्ति. न. ( -चम्पाप्रविभक्ति ) ૧૭; (૨) સૂર્યાભવિમાનના પશ્ચિમ દરવાજેથી ચંપા નગરીની-બજારની શોભાયુક્ત નાટક. પાંચસે જોજન ઉપરે ચંપક વૃક્ષનું એક વન चंपा नगरी के हाट की शोभा युक्त नाटक. a. સાડા બારહજાર જોજન લાંબુ એને પાંચ drama in which is exhibited गत पहाडंछ. सूर्याभ विमान के पश्चिम the beautiful bazar of Champī. द्वार से पांचसो योजन पर चंपक वृक्ष का बन राय ६३ साडे बारह हजार योजन लंबा व पांचसो चकारखग्गपत्रिभत्ति पुं. (चकार वर्ग योजन चौडा है. the great Cham. प्रविभक्ति) य-मारना मानी श्यना paka forest at a distance of aij नाट; ३२ नाटन अरमानो मे. 500 Yojanas (Yojanu=8 miles) च. अक्षर का आकृति की रचनायुक्त नाटक; from the western gute of the ३२ नाटक के प्रकार में से एक. A drama Sūryābha heavenly abode. exhibiting á scene of the The forest is 12500 Yojanas shape of the letter च. राय. ६४; in length and 500 Yojanas चक्क. न० (चक ) २थन- मुं . रथकाin width. राय. १२६: --वडिसश्र. गाडेका पैंया. A wheel of chariot, पुं० ( -चंपकावतंसक ) नुसो " चंयय- cartetc. सूय. १,१५,१४; ओव०भग०३, वडिंसन" श६. देखो " चंपयवडिंस" १:५; नंदी०स्थ.५;प्रत्र.२४५; उवा ०७,१६७; शब्द. Vide "पयवडिंस" राय.१०३; (२) वासुदेव सुदर्शन य. वासुदेव नारायण चंपयवडंसय. न० (चम्पकावतंसक) २५५४५. का सुदर्शन नामक चक्र. the wheel of तंस नाम श्री विभान. इस नामका Vasudeva styled Sudarsana. तीसरा विमान. The third heavenly सम. प. २३७; ओव. १०; उत्त० ११, abode of this name. HTO 3, 's; २१;विशे०२२४ जं.प. यल १४२लमान चंपा. स्त्री० (चम्पा ) यंा नामनी नगरी; is one of the fourteen gems કાણિક રાજધાની; અંગદેશને પાયતખ્ત. known as theChakra gem. चक्र चंपा नाम की नगरी; कोणिक राजा का पाट. रत्न, चक्रवर्तिको प्राप्त होनेवाले चौदह रत्नों नगर; अंगदेश का पाटनगर. Name of में से एक रत्न. सम०१४;प्रव०१२२८; (४) a city; the capital of king | ધર્મચક્ર ( દેવતાનું બનાવેલ ) તીર્થકરની Page #705 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वक] [चक्कवाक म २२ ते. तीर्थंकर भगवान् के art of marshalling an army in बिहार के समय आगे आगे चलनेवाला देवों the form of a wheel. ओव० ४०; द्वारा रचित धर्मचक्र. the wheel known नाया. १; as Dharmachakra accom. चकंग. पुं० ( चक्रांग )या नामे मे पक्षी. panying a Tirthaikara. (It is चक्रवाक नामक एक पक्षी. A kind of made by gods.) सम० ३४; ओघ. bird named Chakravaka. सु.च. नि० ११६; (५) मारने या.. कुंभार २, ४४; का चाक. a potter's wheel. भग. चक्कग. पुं. (चक्रक) 23 मामय विशेष. १, १, २, १०, ५, ६ नंदी• स्थ०५; पंचा. चक्र; आभरण विशेष. A wheel; a kind १,३४; (६) यसरे हायनी रेभा. चक्रके of ornament. जीवा०३,३3; श्राकारको हस्त रेखा. the lines of | चकपुरा. स्त्री० (चक्रपुरी ) पशु यिनी the palm in the form of a भुस्य राधानी-नगरी. वल्गु विजय का wheel. उत्त. १, ६०; (७) समर मुख्य पाटनगर. The capital-city of मस. समुदाय; मंडल; गोलाकार. . Valguvijaya. ठा० २, ३; जं०५० circle; a party; an assemblage. चक्कल. पुं० ( चक्रल ) सिंहासनन। ५वायो. उत्त. २२, १३( ८ ) मुशक्ष; सांग. सिंहासन के नीचे रखने की ईट. A stand मूसल; सब्बल.apestle. भग. ११, ११; Or base for a throne. राय० ६१; (૬) આકાશમાં ચક્રાકારે ગોળ કુંડાળા જેવું चकवट्टि. पुं० ( चक्रवर्तिन् -चक्रेण श्रायुधथाय छे ते. आकाशमें चक्रके आकार का जो विशेषेण वर्तितुं शीलं यस्य) २४ २५4%; गोल कुंढल जैसा बन जाता है वह. a ring સત્રા; ભરત ક્ષેત્રના આ ખરડને અધિપતિ. like appearance that foring चक्रवर्ती राजा; सम्राट; भरत क्षेत्र के छः itself in the sky. भग. १६,५ (१०) खंडें। का अधिपति. A Suzerain; . :। पक्षी. चकार पक्षी. a kind of sovereign of the six continents bird. कप्प०३, ४२; -रक्ख पुं० (रक्ष) of Bharata Ksetra. ओव० ३४; मुं २ रनार . चक्र का रक्षण राय० २३; जं. प० २, ३० ५, ११२; करने वाला देव. a deity who अणुजो० १३१; मु. च० २, ८२; नाया. १; guards the Chakra. भग० ३, ७, ८; १६, भग० ५. ५: ११, ११, १६, ६; ----रयण. न० (-रस्न ) यांना पन्न. १; दसा. ६,४; प्रव० ४१६; ११०२; यल्लमांनु : यत्न. चकवता के भत्त. १३४; --माउ. स्त्री. (-मातृ) चौदह रत्नों में से एक चक्ररत्न. one of यवर्तीनी भाता. चक्रवती की माता. the the 14 jewels of a Chakra- motber of a Chakravarti. नाया. varti. भग० १२, ६; ठा० ७, १; विशे. १; -वंस. पुं० (-वंश ) ययातिनाश५१३; पन्न० २०; जं. ५० ३, ४३; सुन. चक्रवर्ति का वंश कुल. the family-वूह. पुं० (चक्रव्यूह-चक्रमिव व्यूहोरचना line of Chakravarti. ठा० ३, १; विशेषः ) यसरे व्यूल २यना ४२वानी सा. | चकवाक. पुं० (चक्रवाक ) य: पक्षी. चक्राकार में व्यूह रचना करने की कला. the चकवा पक्षी. A kind of bird. जं.प. Page #706 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चक्कवाग] ( ६५ ) [ चक्केसरी चकवाग. पुं० (चक्रवाक ) २थांग पक्षी; of Sintinātha the 16th Tir या. रथांग पक्षी; चक्रवाक पक्षी. A thankara. प्रव० ३०६; सभ. प. २३३; kind of bird. परह. १,१; चक्काग. पुं० ( चक्रवाक ) १४ पक्षा. चक्कवाय. पुं० (चक्रवाक) : पक्षी. चक्र- चक्रवाक पक्षी. The bird named वाक पक्षी. A kind of bird. ओव. Chakravaka. निर० ५, १; पन्न. १; नाया. १; ५; ८;; (२) २२ भ७१. चक्राकार मंडल. चक्कवाल. पुं० (चक्रवाल ) ५४वा; समू; a circular shape. पन्न. १; -भज्जभन. परिधि; समूह; मंडल. Agroup; माण. त्रि० (-भज्यमान) मे ५०-५ a cluster; a circle. ओव. ३३; કે ડાળી તેડતાં ચક્રાકારે ગોળ ચિહ થાય सूय. १, १, १, २६, ठा० २,३; सम० प. छेते. वृक्ष के फल-पत्ती वा शाखा तोडने से १६५; नाया. १; १६; भग०५, ३, ६, ३३; भिन्न हुए स्थान पर गोलाकार चिन्ह होता है ३४, १; ओघ०.नि. ६६ सु. प. १६; १; वह. ( a fruit or leaf or branch राय० २८६ उवा. ७, २०८; प्रव० १४०२ of a tree) which when pluck(२) गातुं पै. गाडे का पहिया. ६ ed, leaves behind a circular wheel of a cart. भग. ३, ४, पन्न. mark. पन्न. १; ३६: जीवा० ३, १; जं. १० ४, १०४; | चक्कि पुं० (चक्रिन् ) यत्ती सन. चक्रवर्ती (३ ) सिंहासननी नीयता पायो. सिंहासन राजा. A sovereign king. पन्न. १; के नीचे का पाया. a stand or base | चक्किय-अ. पुं० (चक्रिक) २५% नामर्नु सायुध for a throne to rest upon. जीवा स, याबा२ चक्र नाम के आयुध को लेकर चलने वाला. One who carries with चकवाला. स्त्री० (चक्रवाला) मारे श्रेणी. | him it weapon called Chakra. मंडलाकार में श्रेणी A circular lad. ! कपप० ५, १०७; ओव० ३२; जं. प. der. . एगो वहा दुहोखहा चक्क | चक्किय. वि० (चाफ्रिक) तेत्री. तेली. An वाला" भग:. २५, ३: oilman. (२) उभार. कुम्हार. चक्कहर पुं० (चक्रधर ) सुशन यहने वा२९ potter: वव. ६, १७; -साला स्त्री. ४२.१२ वासुदेव. सुदर्शन चक्रको धारण करने (-शाला ) स कोरे वयवानी हुन. वाला वासुदेव-चकवातं. Vasudeva, तेल वंगरह बेचो की दुकान, a shop holding Sudarsana wheel विशे० where oil etc. are sold. वव०६,१७; ३५१३; (२) मा वामी; यति छः । चक्कीसर. पुं० (चक्रोश्वर ) यती; सम्राट. खंडका स्वामी; चक्रवर्ति. a Chakra- चक्रवर्ती सम्राट. A sovereign king; varti lord of six continents. a. paramount king. प्रव० ४३०; विशे. ८०४; -~-बंभदत्त. पुं० (- ब्रह्मदत्त) हत चक्काउह. पुं० ( चक्रायुध ) सोलमा शांतिनाथ लामे पारमायावती. ब्रह्मदत्त नामक १२वां तीय:२ना प्रथम गणुधरनु नाम. सोलहवें चक्रवती. the 12th Chakravarti तीर्थकरके प्रथम गणधरका नाम. Name of | named Bralimadatta. प्रव० ४३०; the first Ganadhana (apostle) | चकेसरी. स्त्री० ( चक्रेश्वरी ) महे। अनुनी Page #707 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चक्ख] [चक्खुकंत वानु नाम. ऋषभदेव प्रभुकी देवी का नाम. | an object of sight. कप्प० ५, १३१, Name of the goddess of Lord भग० १, ६; २, ५, ६, ३३; जं० ५० ५, Risabhadeva. प्रव. ३७० १३६; -बल. न० (-बल) नेवानी चक्ख. न० (चक्षुष्) यक्षु; मin. चक्षुः अांख. शक्ति; यद्रियनु सामय देखने की An eye. पन्न० १५; शक्ति; चक्षुइंद्रिय का सामर्थ्य. power of चक्खिदिय. न० (चक्षुरिन्द्रिय ) यछद्रिय; sight. उत्त० १. २२; -राय. पुं. नेवानी शतिवाणी भन्द्रिय-मां५. चक्षु- (-राग) हटिराम, सामने प्रेम. दृष्टिरागः इन्द्रिय; देखने की शक्तियुक्त इंद्रिय; अांख. | आंखोंका प्रेम. attachment through The sense of sight. ओव. १६; | or in the eye. नाया.८%; भत्त. १४५; भग० १, १; ७, ७, ८, २; १२, २, २४, १; -लेस. त्रि. (-श्लेष) नेपामi rii २५, ७; ३३, १; नाया० १७; नंदी० ४; આંખનો દ્વેષ થાય–આંખ ચોટી જાય તે. -निग्गह. पुं० (-निग्रह ) यक्षरिन्द्रिय - देखने में अांखोंका श्लष होना-आंखोंका चिपक मांगने मुभा राणी ते. चक्षुरिन्द्रिय- जाना. attachment, the enuse of आंख को वश में रखना. control over which is sight. जं० प० ४, ७४; ५, the sense of sight. उत्त० २६, २; ११५; -लालप. त्रि. (-लालक ) मांचक्खु. न० (चक्षुष्-चयतेऽनेन ) in. पनी पसता. दृष्ठि की चपलता वाला, श्रांख. An eye उत्त० १, ३३, ५, ५% ( one ) with quick or unsteady भग. २, ५; ३,; नाया. १५जं. प. eyes. "चासु बोलए इरिया बहियाए ५, ११२; श्रोब. पि. नि. ४६३; ओघ. पलिमंथु" वेय. ६, १६; -ल्लोश्रण. न. नि. १६% दसा. ५,२; पन्न. २३, सू० (-खोकन) in g ते. मांख से प० २; राय० २३, ४३; सूय० २,१, ४२; देखना. act of seeing. जं. ५० ४, ५४; प्रव० ५९७; १११६; उवा० १, ५; क. गं. ५, ११५; -सम. त्रि. ( -सम) यक्षु. १,६; १०, ३, १८, ४, ८; क. प.४, ४६ शनावर समान. चक्षदर्शनावरण समान, (२) शास्त्रीय ज्ञान. शास्त्रीय ज्ञान. serip- like vision obstructing. कप्प. tural knowledge. सम० १; -गो- ६ ३२; -हर. न. (-हर-चक्षुहरति) यर. त्रि० (-गोचर ) नेत्रने स-भु५२९y. मामने आन: आपना३. चक्षु को आनंद नेत्र के समीप रहा हुआ. within the देनेवाला. (anything) that charms range of sight. दस० ५, २, ११; or delights the eyes. भग० ६, ३३; -दीहरोम. न. (दीर्घरोम) सपना नाया. १; सांया म(पा). अांखों के लम्बे बाल. | चक्खुरादय. न० (चक्षुरिन्द्रिय) नेत्र; मां. eye-lashes. निसी० ३, ४५; ४६; ४७; नेत्र; आंख. An eye. भग० ८, १; सम. ४८; -पम्ह. न० (-पक्ष्मन् ) सांपनी ६; नाया० ५; ५i]. अांखकी बरौनी-पलक. au eye- | चक्खुकंत. पुं. (चक्षुष्कांत) समुद्रना Jid. सूय० २, २, २३; भग. ३, ३; यतानु नाम. कुंडल समुद्र के देवता का नाम. -फास. पुं० (-स्पर्श ) अपने विषय; Name of the deity of the दृष्टिगाय२. आंख का विषय; दृष्टिगोचर. | ocean named Kundala. जीवा० ३,४; Page #708 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चक्कुंता ] चक्कुंता स्त्री० ( चक्षुष्कान्ता ) यानु અવસર્પિણીના પાંચમા કુળકરની સ્ત્રી. वर्तमान अवसर्पिणी के पांचवें कुलकर की स्त्री. Name of the wife of the 5th kulakara of the current Avasarpain सम• प० २२९, चक्खुदसरा. न० ( चतुर्दर्शन) यांमधी येश वस्तुना प्रथम सामान्य मोध थाय ते. श्रांखो से देखी हुई वस्तुका प्रथम सामान्य बोध हो वह General knowledge of & thing that one has when one sees it. अजो० १२७; भग० २, १०: ६, २; २४, ४; जीवा० १; ( ६६७ ) -आवरण न० ( - श्रावरण ) दर्शना વરણીય કમ ની એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી छव यक्षुहर्शन ( आांणधी सामान्य श्रेोष | थाय ते न पामे. दर्शनावरणीय कर्म की एक प्रकृति कि जिसके उदयसे जीव चतुदर्शन ( दृष्टि से सामान्य बोध हो वह ) न प्राप्त कर सके. maturity of a particular variety of sight-obscuring Karma which prevents from having visual perception. उत्त० ३३, ६, सम० १७; -पडिया. स्त्री० ( - प्रतिज्ञा ) यक्षुहर्शन - लेवाने निमित्ते. चतुर्दर्शन- देखने के निमित्त. with a view to visual perception. निसी०, ८ one चक्खुदंस.. त्रि० ( चतुर्दर्शनिन् ) यक्षुदर्शनवान व चक्षुदर्शन प्राप्त जीव. ( A living being) possessed of the sense of visual perception. ठा ४, ४, भग० ६, ३; १३, १; चक्खुदय. पुं० ( चक्षुर्दय ) ज्ञानरूपी यां यापनार. ज्ञान रूप यांख-चक्षु को देने वाला. One who gives an Vol. 1/88. eye [ चक्खुसुह in the form of knowledge o प०५. ११५; नाया० १ कप ० २ १५; श्राव०६, ११३ चक्खुदरिस न० ( चक्षुर्दर्शन ) भुगो चक्खुदंसण २६. देखा "चक्खु दंसण" शब्द. Vide " चक्खुण " ठा० ६, १: ८८ 31 - आवरण न० ( - श्रावरण ) लुभा चक्खुणावरण २०६, देखो " चक्खुदंसणावरण " शब्द. vide "चक्खुदंसणावरण " ठा० ९, १; चक्खुभूय. त्रि० ( चक्षुर्भूत ) यांनी पेड़े आधार रूप आंख के समान आधार रूप. ( Anything ) as helpful as an eye. भग० १८, २५ नाया० 9; 2; 9: गच्छा० २६; चक्खुमंत पुं० ( चक्षुष्मत् ) चक्षुष्मा नामे या अवसर्पिणीना जीन ३१२. चक्षुष्मा नामक वर्तमान अवसर्पिणी के द्वितीय कुलकर. Name of the 2nd Kulakara of the curreut Avasarpini सम • १० २२६; ( २ ) हम नाम. अष्टम-आठवें कुलकर का नाम hame of 8th Kulakara. जं० प० ( ३ ) त्रि. आपां चक्षुयुक्त; आंखों वाला. pos sesserl of an eye. विशे० ५१०; ११५६; 66 ܕܕ त्रक्खुस त्रि० ( चाक्षुत्र ) नेत्रयास्थ पदार्थ. नेत्रग्राह्य पदार्थ. ( Anything) that is an object of sight. दसा० ६, २८ पराह० १, १९ नक्खुस. न. ( चतुस् ) यक्षुः श्रोण. चक्षुः श्रांख. An eye. प्रव० ७७८; चक्खुसुह. पुं० ( चक्षुस्सुख ) ६५ समुद्रना देवतानुं नाम कुण्ड समुद्र के देवता का नाम. Name of the deity of the ocean named Kunda जीवा० ३,४: For Private Personal Use Only Page #709 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चञ्च ( ६६८ ) [ चली Vचञ्च. धा० I. ( चर्च ) यह वगेरे यg; (२) नो३२; से२१. a servant; an पू. चंदन इत्यादि का लेप करना; पूजा attendant. नाया० १; (3) भुस्य करना. To smeur with sandal- सवैयो. प्रधान सैनिक. a principal psate etc; to worship. warrior; a chief fighter. aruto 9; चचइ. पु. च० १५, १६६; राय०७०; (४) ५८४॥ ना२-श वगेरे. डंक चश्चग. पुं० (चर्चाक ) 121. बिटकाव. देने वाला; दंश देने वाला. anything Sprinkling. राय. १०६; which bites e.y. a mosquito etc. चश्वर. न० ( चत्वर) वायर; याथा पधारे विवा०१;-पहकर.पुं० (-प्रकर) २२ वीराने। રસ્તા ભેગા થતા હોય તે સ્થળ; ચકલો. सम. वारों का समूह. An assemblage चोवद्या; चार से अधिक रास्ते एकत्र होते हो । of heroic men. नाया• १६; वह स्थल; चौक. A place where चडचड. पु. (चडचड ) 24 मेश६. more than four roads meet तड तड शब्द. A sound resemblवेय. १, १२; अणुजो. १३४; उत्त. १६, . ing that of the word. चड चड. ४; ओव. २७; भग. ३.७; नाया. २:१६: विवा. ६, जावा० ३, ३; कप्प० ४, ८८; विवा० ३; ६; चडवेला. स्त्री. ( चपेटा ) पेटमा२वा पोरस राय. २०१: । ४२१. चटा मारना; पोरस करना. Slapp. चच्चा . स्त्री० (चर्चा ) य. विरेथा लेपन ing. पगह १, ३, २५ त. चन्दन इत्यादि से लेपन करना, चडिप्र. त्रि. (चटित) य. चढा हुआ; Act of smearing with sandal- | आरूढ. Mounted: raised; risen. paste ete. जीवा०३,४; जं० १०५,१२१: सु. च० ६, २६; चच्चिय श्र. त्रि. ( चर्चित ) यंहन पोरे चडि. सं० कृ. अ. ( * घटित्वा-प्रारुह्य ) विलेपन १२३, यथा. चंदन इत्यादि से । यहीन; २१ार यने. चढकर; आरुढ होकर. विलपन किया हुआ. Smeared with ! Having mounted; having sandal-paste etc. नाया० १; सु. risen. सु० च० ४, १६०; च० २, ६०३, दसा० १०, १; चहुंकारि. त्रि. (चाटुकारिन् ) साई बागे चज्जा. स्त्रो० (चर्या) परिभाषा; सं. तेम ४२नार. अच्छा मालुम हो वैसा करने परिभाषा; सांकेतिक भाषा. Technical qlar. (One) who does what language, conventional termi. is agreeable to others; trying nology. विशे० २०४४; to please other. पिं० नि० ३०८,४१४; चङग. पु. ( चटक ) यो. एक जातिका | चडयारि. त्रि० (चाटुकारिन् ) भी। माला; पक्षी. A sparrow. सूय० २, २, १०; मामास. मधुर भाषण करनेवाला. (२) ना४२. नौकर. a servant. One who flatters पिं० नि० ४८६; भग. ७,६; ६, ३३; चहुल. त्रि० (चटुल ) अरि५२-५५५ चडगर. पुं० (*) समुदाय; समूह. समुदाय; । थित पाणः अस्थिर-चपल चित्त वाला. समूह. A group; an assemblage. Unsteady in mind. परह. १, १; ज. प. नाया० १४; १६; राय० २१३; | चडली. स्त्री. ( चटुली ) बासना पुणाना Page #710 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चणग] [चमर समान अनि. घास के पूले के अग्र- २५७; जं. प. ५, ११८; २, ३१; भाग की अग्नि. Fire or burning चपल. त्रि० (चपल ) २५५. चपल; चालाक. portion of the top most portion Quick; unsteady. नाया० २; a bundle of hay. नंदी. १०; चप्पुडिया. स्त्री० (चप्पुटिका ) यदि; चणग. पुं० (चणक) या; ४ोणधान्यनी मे यटी. चप्पुटिका; चुटकी. A pinch. बत. चना; एक प्रकार का धान्य. A kind | नाया० ३; of corn; gram. अणुजो० १४३; पंचा० चमढण. न० ( * ) मष्ट ५२ ते. कष्ट १०, २३; पहुंचाना. Act of injuring or hurtचतु. त्रि० (चतुर ) २. चार. Four. प्रव. ___ing. अोघ. नि. ७६; १३११; --- जोगजुअ. त्रि. (-योगयुक्त) चमढणा. स्त्री. ( * ) यां; हमी यु; यार योगथी युति य सयोगी. चतुर्योग ___ दबा देना. Pressing. ओघ०नि० १८७; से युक्त; चउक संयोगी. Possessed of (२) नुसी ना . मिटा देना. act of four-fold Yoga. प्रव. १३११ effacing. (३)साता पार्ट मासी ते. लात चतुत्था. स्त्री० (चतुर्थी) लिमुनी पार मारना. act of kicking. ओघ नि. लिमामांनी योथी प्रतिभा. भिक्षुक की बारह १९३; (४) ५ . सताना. act of पडिमाम स चौथी प्रतिमा. The 4th of troubling or vexing or teasing the 12 vows of an 19etic. आँध नि० २३७; नाया. 1 चमर. पुं० ( चमर ) अलि दिशा १२५२ . चत्त. न. (*) तस तर तवानी सोदानी । मारने २०; यमरेंद्र. दक्षिण दिशा के तरा. ता ; सूत कातनेका लाह असुर कुमार का राजाः चमरेंद्र. Chamaका तकुआ. An iron instrument rendret the king of the Asura for spinning cotton. पंचा० ८, २२; kumāras in the south anyTo 5; चत्त. त्रि. (त्यक्त) त्याग ४२२; ही नाया. घ. ओव० ३२; ठा० २, ३; सम. हीयेत. त्याग किया हुआ; छोड दिया हुश्रा. १६; ३२, ३३, भग. २, ८; ३, 1; २, ७, Abandoned; given up. प्रव० ५८५; है; जावा. ३, ४; पन्न० २; प्रव० ११५२: उत्त• ६; १५; अणुजो० २: १६; भग. ७, (૨) પાડા જે એક મગ કે જેના પૂડાના १; नाया. ७ વાલની ચમરી બને છે; ચમરી ગાય. चत्ताल. त्रि. (चत्वारिंशत् ) यालीस; ४०. पाड़ के समान एक मृग कि जिसके पूंछ के चालीस; ४०. Forty; 40. क.०६,६०; बालों से चमर बनती है; चमरी गाय. चत्तालीस. स्त्री. ( चत्वारिंशत् ) यालीस; kind of deer resembling at ४०. चालीस; ४०. Forty; 40. भग० १, buffalo the hair of whose tail ५, २, ८, १०, ५; १६, ६; २०, ५: २४,१%B is used for making clowries. २१; नाया० ५; ८; सम० ४०; सु. च० २, नाया. १; ८; ग्रोव, परह१. १; ४; * तुओ। ५४ नगर १५ नी ५टना2 (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #711 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चमरचंचा ] जीवा० ३, ३; पन० १ कप्प० ३, ४४; राय ० ४३, ५८; जं० प० ५ ११५; ११६; ( ૩ ) પાંચમા તીર્થંકરના ૧ લા ગણધરનું नाम. पांचवें तीर्थंकर के पहिले गणधर का नाम. name of the first Ganadhara of the fifth Tirthankara. प्रव० ३०५ - उपाश्र पुं० ( - उत्पात ) ચમરેદ્ર શક્રેન્દ્ર સાથે લડવાને ઉપર પહેલે દેવલાકે ગયે! તે; દશ અચ્છેરામાંનુ मे चमरेंद्र शक्रेंद्र के साथ लडने का प्रथम देवलोक में गया सो; दस आश्चर्यजनक घटनाओं में से एक. one of the ten wonderful events viz. the going up of Chamarendra to fight with Sakrendra in the 1st Devaloka. वव० ८६३ - सिंहासरण. न० ( - सिंहासन ) अमरेंद्रनु सि सन. चमरेंद्र का सिंहासन. the throne of Chamarendra. भग० १०, ४; चमरवंचा. श्री० ( चमरचञ्चा ) यमस्य या नामे यमरेंद्र श०४धानी चमरचंचा नामक चमरेंद्र का पाटनगर Name of the capital of Chamarendra भग० २, १ ८ ३ १ १०, ५ १३, ६; सम० ३३; नाया० ध० जं० प० ५, ११६; चमस. पुं० (चमस) यावे; छी. लकडीका चमचा; कडछा. An iron or wooden spoon; a ladle. ओ० ३८, (२) यमस नामनो देश चमस नामक एक देश. name of a country. सू० प० १०; चमू. स्त्री० ( चमू ) सेना; (१३२. सैन्य; लश्कर. An army. भग०६, ३२, नाया० १ महा० प० ३५; चम्म. न० ( चर्मन् ) याम; याभडी त्वचा; चमड़ा; चमडी Skin; leather. भगव २, १; १०५, २: ८ ६; १२, ७; नाया० १; ( ७०० ) For Private [ चम्म १८ सम० १४; ठा०४, २; पिं०नि० भा०५०; वेय० ३,३;कप्प ०४,६१; प्रव० १६; २२२; १२२८; ( २ ) याभानी अजुही चमड़े की अंगूठी. a leather cover for the finger just like a thimble. राय० २०४; - कड. पुं० (कट ) या भडानी साहडी. चमड़े की चटाई a mattress made of leather. ठा० ४ ४ – किड न० ( -किट ) यामाथी भटेल-गाही तरीया विगेरे. चमडे से आच्छादित गद्दी तर्किया इत्यादि a bed, pillow ete with a cover of leather. भगο १३, ६; - कोस. पुं० ( कोशक ) यामडानी उथली चमड़े की थैली a leathern bag. आया० २, २, ३, ८८ श्रोघ० नि० ७२८६ - कासिया. स्त्री० ( - कोशिका ) यमगनी अथणी. चमड़े की थैली. 28 leathern bag. सूर्य० २, २, ४८ -खंडिय - श्र. त्रि० ( - खण्डिक ) ચામડાનાજ સવ ઉપકરણને રાખનાર એક वर्ग चमडकेही सर्व उपकरण रखनवाला एक भिक्षुक वर्ग. a class of ascetics who inake use of materials ( eg. alms - boul etc. ) made of leather only. श्रणुजो ० २०; नाया० १५; —च्छेदण. न० (-च्छेदन ) ग्राम पचानुं शस्त्र चमडा काटने का शस्त्र an instrument for cutting leather. (२) बाधर विगेरेना डी-पट्टी. चमडे के पट्टे इत्यादि का टुकड़ा पट्टी. 28 band of leather etc. श्रोष• नि० ७२८; —छेयणा पुं० ( - छेदनक ) योभा अपवानु हथियार चमडा काटेने का शस्त्र an instrument for cutting leather. आया०२, २, ३, ०८ - ज्झाम. न० ( - ध्यात) यामानी अभिथी धमाये. का Personal Use Only Page #712 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चम्मश्र] ( ७०१ ) [चय चमडे की धम्मनसे धमा हुआ. heated or | leather wings; a variety of blown with a bellows made of sub-human beings with five leather. भग• ५, २; - पलिछयण. senses. उत्त० ३६, १८६; ठा० ४, ४ न० (-परिच्छेदन) यामाने 31. चमडे सूय. २, ३, २६; भग• १५, 1; जीवा० का टुकडा. a piece of leather. वव. १; पन्न. 15 ८,५; -पाय. (-पान ) यामानुं पात्र. चम्मरुक्ख. पुं० ( चर्मवृक्ष ) यक्ष-बनचमडे का पात्र. a vessel or recepta २५ति विशेष. चर्मवृक्ष-वनस्पति विशेष. cle made of leather. भग. ३, ५; A kind of tree. भग० २२, १ -पास पुं० (-पाश ) यामानो पासतो. | चम्मार. पु. ( चर्मकार ) यमा२-५३२५i चमडे का पाश. a net or trap made नावना२. मोची-जूते बनानेवाला. A of leather. नि. १२, १; --रयण. न. shoe-maker विशे० २६८८; ( -रत्न ) यतीना यौ६ रन मानु मे चम्मिट्ट. पुं० ( चर्मेष्ट ) भु३२; सतनु से नही-समुद्र आदि २५से नापानी(1) सावन. मुगदल; व्यायाम का साधन. A १२०४ सारे. चक्रवर्ती के चौदह (चतुर्दश)। club for taking exercise with. रत्नोंमेंसे एक कि जो नदी-समुद्र आदि राय. ३२; स्थलों में नाव का काम देवे. one of the चम्मठ पुं० ( चमष्ट ) प्रद२५ विशे५. 14 gems of a Chakravarti शस्त्र का एक भेद. A kind of which serves the purpose of weapon. पण्ह. १, ३: । a boat to croys it river, set etc.. चम्मेठग. न. ( चर्मेष्टक ) पारने से रा. ७, १; पन्न. २०: ज. प. ५वानो १२. लोहार का लोहा चम्म अ. पुं० (चर्मक ) यामती ता; पाने घडने का एक औजार. A kind of तो पानी पी. चमडे का तला, पैर के tool used by a blacksmith नीचे बांधने की पट्टी. A gole made of for forging iron. भग० १६, ३; leather. ओघ. नि. ७२८ Vचय. धा• I,II. ( शक् ) शक्तिमान चम्मग. न० (चर्मक) पान, सन्यासीनु | १. शक्तिमान् होना; समर्थ होना. To ७५४२९१. पादुका; संन्यासी का एक उपकरण. be able. A kind of shoe put on by an चएइ. पि. नि. १०२; ascetic. सूय० २, २, ४८; नयंति स्य. 1, ३, २, १; चम्मट्टिल. पुं० (चास्थिल ) पक्षि विशेष; चकिया. वि. भग०६, १०, ७.१०:१३, ४; यभायेर पक्षि विशेष; चिमगाधर, चमगीदड. १७, २; १८, ३: वेय. ४, २८: A kind of bird. पण्ड्. १, १; वव. ८, २; चम्मपक्खि. पुं० ( चर्मपक्षिन् ) यामानी चाएंति. विशे० ७६५ પાંખ વાળાં પક્ષી; છાપા વાગુલ વગેરે, | चाएमि. सु. च. १३, ८ मेयर तिर्यय येद्रियानो से मेड. चमड | Vचय. धा. I. ( च्यु ) २५॥ या पतन की पांख वाले पती; तिर्यंच पंचेंद्रिय का एक पाभ; Anj. स्वर्ग से पतन होना. To भेद. A variety of birds with I fall spiritually; to be degraded Page #713 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चय] ( ७०२ ) [चरन from heaven. deserving Chyavana ( spiri. चयंति. भग०२, ५, ७, ३, १०,५; १३, २; | tual fall, abandonment, death १५, १; १६, ७, २०, १०; सू० etc.). भग०१३, १; प० १६; Vचर. धा.I. (चर् ) संयम भाभा यासयु; चइऊण. उत्त. ६, १; संयम मार्ग में चलना; To follow the चइत्ता. भग० २, १; ६, ३३, १२, ८, १५, | path of asceticism. (२) गति ४२वी. १; नाया०८; १५; १६; दस० ५, २, गति करना. to walk; to move. ४८; दसा० ८, १; चरइ. दस. १, ३, ४; सम०६भग० ५, चयंत. भग०६, ३३; विशे० १२७७; ५ जं. प. ७, १३१; १३३; चयमाण. कप्प० १,३,२,३, चरंति. अोव. २६; पिं० नि० २६७; जं०प० Vचय. धा• I.(चिल् ) मे २. एकत्र ५, १२६ करना. To gather; to collect. चरे. वि. उत्त० २, ३, ४, ७; १, ४६; १०, चयइ. पाया० १, २, ६, १८; भत्त० ४६; ३६) प्राया० १, २, ३, ८०; १, ६, चयंति. पन्न०६; २, १८३; सूय. १, २, १, ६; दस. चय. न. (च्यवन ) रोमांथा य ते. ४, ८; १, १, २, १३, ६, २४; देवलोक में से पतन होना. Fall from, २५; ६, ३, १४; degradation from Devaloka. चरेज. वि. दसा० ७: ६, ३१; ओव० ४०; नाया० १; ८; १६; भग. चरेजासि. सूय. १, २, १, २२; १५, १; उवा० १, ६०; चरिस्संति. भ. जप. ७, १२६ चय. त्रि. (त्याग) त«'; पुं. त्याग. चरिंसु. भू. जीवा०३, ४; जं०प० ७, १२६; Abandoning; leaveing; giving चरिय. सं० कृ० वेय. १, ४, up. नाया ०८; १५; भग ०११, ११, १२,८; चरिऊया. सं. कृ. पि. नि० ५१८%; चय. पुं० (चग) शरी२. A body. नाया० चरित्ता. सं. कृ. उत्त० २६; १; ८; १५; भग० ११, ११, १२, ८; चरंत. व. कृ. दस. ५,१, १५; उत्त० २, चयण. न० ( च्यवन ) -यवन-वैभानिः अने ६; ४, ११; पण्ह० १, ३; ज्योतिषानु भ२३. च्यवन-वैमानिक व चरमाण. व. कृ. भग० १, १, २, ५; ३, ज्योतिषी की मृत्यु. Death of a Vaina २; ६, ३३, १३, ६; १६, ५; १८, nika or of a Jyotisi god. ठा०१,१; १०; नाया० १, ३, ५; १६; दस. सू. प. १; पन्न० १७, ४,१; ८,१; अोव.२०; दसा.१०,१; चयावचइअ. त्रि. ( चयापचयिक ) तु चर. पुं० (चर ) हासता न्यासता स०५. तु; न्यूनाधिः यनार. न्यूनाधिक होने | चलता फिरता त्रसजीव. A sentient gar. Increasing and decreasing; being having the power of waxing and waning. 1140 9, movement. उत्त० ३२, २७; ५, २, १४७; चरअ. त्रि. ( चरक ) यातनार, १२ना२. चयावेयव्व. त्रि. ( च्यावयितव्य) यवनने । __ चलने वाला; फिरने वाला. Walking; योय. च्यवन के योग्य. Worthy of, I (one) that moves; moving. Page #714 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चरग] ( ७०३ ) [चरणविहि ओव०१६; जं०प० (२) सेव॥२; सायना२. यारित्रनो आया२. चारित्र का प्राचार. सेवन करने वाला; आचरण करने वाला. practice of asceticism. प्रव० २७०; one who resorts to; one who --कुसील. त्रि. ( -कुशाल ) यात्रिनी practises. उत्त० ३०, २४; (३) थार विराधना ४२ना२. चारित्र की विराधना करने पाडी-यो रीमिक्षा भागनार हल्ला- aia. ( oue ) who shows hatred शोर करके भिक्षा मांगने वाला वर्ग. a class towards ascetic conduct. प्रव० of beggars who get food by ११०;-चुअ.त्रि०(-च्युत) आरि-यथा भ्रष्ट violent means. नाया. १५ थयेस. चारित्र्य से भ्रष्ट जो है वह. degrad. चरग. पुं० (चरक ) या पाडसरसोरी ed from ascetic conduct; मिक्षा ना२ . हल्ला-शोर करके भिक्षा Spiritually degraded. नाया. ६: लेने वाला वर्ग. A class of beggars -जुश्र. त्रि० (-युत) यात्रियुत. चारित्र who get their food by violent युक्त. Possessed of ascetic con. means. अणुजो० १६: नाया० १५; पन्न duct; ascetic in conduct. प्रव. २०; (२) वांश; भ७२ छत्यादि, डांस; ५५०; -ठिश्र. त्रि. (-स्थित) यारियां मच्छर इत्यादि. a fleu; a mosquito २-रियर थयेस. चारित्र्य में रहा हुवा. etc. सूय० १, २, २, १४; --परिव्वायग. steady in ascetic conduct. नाया. पुं० (-परिवाजक) तापस विशेष; नि. १; -भेय. पुं० ( -भेद) यात्रिने मे. तापस विशेष; त्रिदंडी. one of u purti- चारित्र का भेद. difference, distinccular class of ascetics called tion in right-conduct. प्रव. ५५६; Tridandi. भगः १, २; ज. प. -मोह. पुं० (-मोह ) यास्त्रि अशने चरण. न० (चरण) संयम; शास्त्रि संयम; અટકાવનાર મોહનીય વિભાગ; ચરિત્ર મહ चारित्र. Ascetic conduct; asceti- नाय. चारित्र अंश को रोकने वाला मोहनीय cism. सम० २, उत्त० २४, ६; ठा. २, विभाग;चारित्र मोहनाय. anything that १; विशे. १; ओघ. नि. १; भग० २.१७ checks or hinders right conनाया. १, १; पिं० नि. ६०; १०५; सूय. duct. क. गं० १, ५७; -मोहणिय २, १,६०; भत्त० ६३; गच्छा . २०% प्रव.. न० ( -मोहनीय ) भोपनीय मनी मे १६; क. गं. १, १३; (२) ब्रह्मभाटा પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી જીવ ચરણું ચારિત્ર यारण. ब्रह्मभाट-चारण. a hard; a न पामे. मोहनीय कर्म की एक प्रकृति कि minstrel. विशे०१४७३; (३) २२-५. जिसके उदय से जीव चारित्र चरण प्राप्त न कर चरण-पैर. a foot; a leg. नाया. १; ८; . सके. a variety of Mohaniya ६; १७; - अाय. पुं० (-श्रात्मन् ) यास्त्रि Karma the maturing of which रूपी मात्मा; यास्त्रि२१५. चारित्ररूपी __lhinders right conduct. उत्त०३३,८; श्रात्मा; चारित्रस्वरूप. soul as consist- | चरणवंत. त्रि. ( चरणवत् ) यात्रि पा. ing of aseetic conduct; ascetic | चरित्र युक्त. Possessed of right. conduct regarded us soul. पि. conduct. पंचा० १४, २१, नि० १०४; -पायार. पुं० (-प्राचार)| चरणविहि. पुं० (चरणविधि ) २८ आशि Page #715 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चरम] ( ७०४ ) [ चरित्त सूत्रमार्नु २७ सूत्र. २६ उल्कालिक सूत्रों घकाल ) नादानी ५२ मत. गरमी में से २७वां सूत्र. The 27th of the की मौसम का अन्तिम समय; ग्रीष्म ऋतु 29 Utkalika Sutras. नंदा० ४३ । का अन्तिम समय. the fag end of चरम. त्रि. ( चाम ) छेद ; छेवन. summer. वव. ६, ४१; -भवत्थ. अन्तिम. Final; last. नाया० १; १३; त्रि. (-भवस्थ ) छेदसा लवमा रहेमा १६; भग० १,६; १४, १; नंदी. १६० यम शरीरी. अन्तिम भव में रहा हुअा. नि० ५३; कप्प० २, १५, ५, १२३; विशे. चरम शरीरी. ( a body ) that is for २००; दसा० ७, १; सू० प० ७; पंचा० १, the last time in a particular २६; क. गं० २, १०; (२) पायमा सुमति- state of existence भग० ३, २, નાથ તીર્થકરના પ્રથમ ગણધરનું નામ, -वरिसारत्त. न.(-वर्षारात्र) योमासान। पांचवें सुमतिनाथ तीर्थकर के प्रथम गणधर साम२ समय. वर्षा ऋतु का अंतिम समय. का नाम. name of the first the latter or ending part of Ganadhara of Sumpatinätha the rainy season. नाया० १; the fifth Tirthankara. सम० प० -समय. पुं० (-समय) दसो मत. २३३; ( 3 ) ने इशथी ते समां अंतिम समय. last time. क. गं० ६, आप नया ते; छ। लयासी. जिसको ८४; भग० १२, ६: पुनः उस भव में नहि आना है वह; अन्तिम | चरिश्र. न० (चरित ) येष्टा; यास यात. भव वाला. one who is for the चेष्टा; चालचलन. Conduct; beharilast time in a particular state our. ओव० २१; नाया० ६; (२) म of existence. राय. १६; -अंत. यरित्र-तात. biography; life. राय. न० ( -अन्त) २२मान्त प्रदेश. चरमान्त । १५, २०१७ प्रदेश. the ending region. भग० । चरिश्रा-या. स्त्री० (चरिका ) मने शहर १६, ८; -खंड. पुं० (-खण्ड) छेत्सो ना वयेने ८६य प्रमाणे २२तो. किल्ला व शहर ४४. अन्तिम खण्ड-टुकड़ा. the last के मध्य का आठ हाथ प्रमाण का मार्ग. A piece or portion of anything, roud eight arms in breadth प्रव० ७१४; -खंडग. पुं० (-खण्डक ) between a town and the ram तु। “चरम खण्ड " श०६. देखो “चरम parts that surround it. भग. ५, खण्ड" शब्द. vide" चरम खण्ड "क. ७, ८, ६; नाया० १६; अोव. अणुजो. ५० २, ४१; --हिई . स्त्री. ( -स्थिति) १३४; सम०प०२१०; निसी० ८, ३; जीवा० छेत्री स्थिति. अन्तिम स्थिति. last or ३, ३; परह. १. १; (२) परिमाnि . final state of existence. क. प० । परिवाजिका. a nun. आघ. नि. ५१८: १, ६६; --तित्थयर. पुं० ( -तीर्थकर ) चरित्त. न० ( चारित्र ) यात्रि भोयना छे। तीर्थ:२; महावीर स्वामी. अंतिम ક્ષય કે પશમથી ઉત્પન્ન થતે આત્માને तीर्थकर; महावीर स्वामी. lord Ma- વિરતિ પરિણામ; સંયમ અનુકશાન; સદાચાર. hāvira, the last Tirthankara. चारित्र मोहनीय कक्षय वा क्षयोपशम से कप्प०१, २; -निदाहकाल. पुं० (-निदा- । डत्पन्न होता हुप्रा विरति परिणाम; संयम Page #716 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वरित ] अनुष्टान; सदाचार. Right conduct; ascetic conduct inspired by the subsidence of obstructive Karma. ठा० १, १; ओव० १६; २०; अणुजो० १३१; १४७; भग० २, १; २५, ५; नाया० १; २; ५: १०, ओघ० नि०६८८; विशे० ५०; १२३४; वेय० १, ४९; राय ० २१५; पन्न० १; पिं० नि० ६५; गच्छा ० १२३; पंचा० ६, २७; ( त्तं ) अंतर. न० ( - अन्तर - श्रन्यंचारित्रं चारित्रान्तरं ) ચારિત્ર ચારિત્ર વચ્ચે અંતર–ભેદ જોઇ उपरती माश. चारित्र चारित्र के अंदर भेदान्तर देख उत्पन्न होती हुई श्राशंका. doubt arising from the observation of differences between one sort of ascetic conduct and another. भग० १, ३; - श्रता. पुं० ( - श्रात्मन् ) यरित्ररूप आत्मा. चारित्र रूप आत्मा soul as consisting of right (i. e. ascetic ) conduct. भग● १२, १०; आयार. पुं० ( - श्राचार) પાંચ સમિતિ અને ત્રણ ગુપ્તિ એ આઠ ચારિત્રના આચાર. पांच समिति व तीन गुप्ति ये काठ चारित्र के आचार. right-conduct consist ing of the observance of the 5 Samitis and 3Gptis. ठा०२,३; ५, २; सम० प० १६८; श्राराहणा. स्त्री० (-आराधना) यारित्रनी आराधनासभ्य सेवन, चारित्र की आराधना - सम्यक सेवन. proper observance of right-conduct. भग० ८, १०; इंद. पुं० (-इंद्र) यथाध्यातयारित्रवान. यथाख्यात चारित्रवान्. one strictly observing rules of right-conduct. ठा० ३, १, - कुसील. त्रि० ( - कुशील ) यारित्रने Vol. 11/89. ( ७०५ ) ---- [ चरित्त इषित मनावनार. चारित्र को दूषित बनाने वाला. ( one ) that sullies or viclates the rules of right conduct. ठा० १, ३; - धम्म पुं० (- धर्म) यारित्ररूप धर्म चारित्ररूप धर्म. religion as consisting of right-conduct. ठा० १०; – नास पुं० (- - नाश ) यारित्रने लांग चारित्र का भंग. violation of the rules of right-conduct. गच्छा० १३२; - पज्जव. पुं० ( - पर्यव ) ચારિત્ર ષવ; ચારિત્ર સબન્ધિ વિશુદ્ધિના अंश विभाग चारित्र पर्यव; चारित्र के संबंध में विशुद्धि का अंश विभाग subdivisions of expiation for faults in right-conduct. पिं० नि० भा० २८; भग० २५, ६; - पारण. पुं० (- प्राण ) यात्रिरुपी प्राण. चारित्रात्मक प्राण. life or vitality as consisting of right-conduct. भत्त० १२६; पायच्छित. न० ( - प्रायश्चित्त ) यारित्रनी શુદ્ધિ અર્થે અતિચારાદિનું પ્રાયશ્રિત લેવુ તે. चारित्र की शुद्धि के लिये अतिचारादि का प्रायश्चित लेना act of expiating for faults in right-conduct. ठा०४, १; -- पुरिस. पु० ( पुरुष ) यरित्र पाणी पु३५. चारित्रवान पुरुष ४ man possessed of right-conduct. ठा० 3, १ – पुलाय. पुं० (-पुलाक ) यास्त्रिने निः. સાર બનાવનાર પુલાક લબ્ધિવંત સાધુ. चारित्र को निःसार बनाने वाला पुलाक लब्धिवंत साधु an ascetic with some back-sliding in the observance of rules of right-conduct. ठा० ५, ३; भग० २५, ६; - बुद्ध. पुं० (-बुद्ध) त्रिरूपाभेव चारित्र रुपसे बोध8. one awake to (i. e. follow For Private Personal Use Only Page #717 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चरित्त ] ing) the rules of right-conduct after knowing_them. ठा० ३,२; - बोहि. स्त्री० (-बोधि ) यारित्ररूपें धर्मनी प्राप्ति थपी ते. चारित्र रूप से धर्म की प्राप्ति होना attainment of religion in the form of rightconduct. ठा• ३, २; मोह. पुं० ( - मोह) लुग्यो “चरण - मोह " शब् देखो “ चरण- मोह" शब्द. vide " चरणमोह" भग०८, ८ क० प० २, ३७; ५, २७; प्रव० ६६४; – मोहण. न० (-मोहन) ચારિત્રને અટકાવનાર–રેશકનાર મેહનીય કની પ્રકૃતિ; સેલ કષાય અને નવ ને કષાય ये पीस प्रकृति चारित्र को रोकने वाली मोहनीय कर्म की पचीस प्रकृति; १६ कषाय और नोकषाय ये २५ प्रकृति the 16 Kaşãyas and 9 Nokasāyas which hinder the attainment of right-conduct. उत्त० ३३, १०; - मोहारीज न० ( - मोहनीय ) " चरित - मोहण ६. देखो चरितमोहण " शब्द. vide " चरित - मोहण " ठा० २, ४; श्रणुजा ० १२७; भग०५, ४ ८८ २०, ७; मोहणिय न० ( - मोहनीय ) लुखे। " चरित्त - चोहण " २६. देखो 66 चरित -- मोहण " शब्द. vide "चरित - मोहण " क० गं० १, १७; - लडिया. स्त्री० ( - लब्धिका ) यारित्रनी आप्ति. चारित्र की प्राप्ति. attainment of right-conduct. भग० ८, २; - लोग. पुं० ( - लोक ) सामायिक पांय यारित्र પ 13. सामायिकादि पांच चारित्ररूप लोक. the world or region of the five items of right-conduct viz. Sāmnāyika etc. ठा० ३, २; - विणय. पुं० (-विनय ) यरित्र - "" ( ७०६ ) ܙܪ For Private [ चरितावरखिज 4 अारे पान २ ते चारित्र का सम्यक् प्रकार से पालन करना due observance of the rules of rightconduct. भग० २५, ७ – विराहणा. स्त्री० ( - विराधना ) व्यारित्रनुं उन ४२ ते; व्रतमां भंग पावे। ते चारित्र का खंडन करना; व्रत का भंग करना violation of the rules of right-conduct. सम० ३: आव० ४, ७, संपरण. त्रि० ( - संपद्म ) यारित्र - गुणुथी ल२५२. चारित्रगुण से भरपूर. well-accomplished in right conduct. भग० २ ५ २५, ७; - संपन्नया. स्त्री० ( - संपञ्चता ) सामाथि हि यारित्र विशिष्टता सामायिक आदि चारित्र विशिष्टता state of being well-accomplished in right-conduct viz. Sāmāyika etc. उत्त०२६, २, भग० १७, ३; चरित्ताचरित्त न० ( चारित्राचारित्र ) भेड દેશે ચારિત્ર અને એક દેશે અારિત્ર-અવિरति विरता विरति श्रव. एक देश से चारित्र व एक देश से अचारित्र अविरति; विरताविरति; श्रावकपना. Partial observance (e. g. by a Jaina layman ) of the rules of rightconduct. भग० ८ २ - लध्धि. स्त्री० ( - लब्धि ) हेराविरति श्रावपानी प्राप्ति. देशविरति श्रावकस्व की प्राप्ति. Srāvakahood; partial observance of the rules of right conduct. भग० ८, २; चरित्तावरणिज न० (चारित्रावरणीय ) थारित्रने ढांडार यारित्र मोहनीय कर्म चारित्र को ढांकने वाला चारित्र मोहनीय कर्म. Karma that hinders rightभग० ३, ३१; कम्म. न० conduct. Personal Use Only Page #718 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चरित] ( ७०७ ) [चरिमुद्देसन - (-कर्म ) यात्रिने दांना उभनाथा विशे० ३७६; जीवा. ३, १; पन्न. २; ચારિત્રની પ્રાપ્તિ થતી નથી તે કર્મ. -गेय. न० (-गेय) छेडं गीत गायन. चारित्र को ढांकने वाला कमः जिससे चारित्र अन्तिम गीत; गाना. last or final की प्राप्ति नहीं होती वह कर्म. Karma song. भग० १५, १; -चउ. पुं. that hinders the attainment (-चतुः) छेसा या२. अन्तिम चार. last of right-conduct. भग० ६, ३१%8 four. क. गं. ४, २३; -दिवस. पुं. चरित्ति. त्रि. (चरित्रिन् ) शास्त्रियाणा; या. (-दिवस) छेसी हिस. अन्तिम दिन. स्त्रिी; साधु. चारित्रवान; चारित्री; साधु. An final day. जं. प. ७, १६२, -नट्ट. ascetic; ( one) possessed of | न. (-नाट्य) छेक्टनु नाट. अंतिम नाटक. right-conduct. अणुजो० १३१; पंचा० । last or final dramatic per११,७; गच्छा . २१%; formance. भग० १५, १; -पाण. न. चरिम. त्रि. (चरम) अंतिभा छेडं. अंतिम. (-पान ) छेयरनु ( महि।) पान. अन्तिम Last; final. श्रोव. ३८ ठा० १,१; (मदिरा) पान. final or last drinking भग 1, ७, ३. १, ४, ५, ४, ८, २; १३, of intoxicating wine. भग० १५, १, ११, ४, १८, १; १६, ५, २५, ६, १०; १;-पुढवी. बी. (-पृथ्वी) छेस्ली पृथ्वी; २६, १; ३३, १०, विशे. ४२४, पिं. नि. सातमी ०२४. अन्तिम पृथ्वा; सातवां नर्क. १३४; सु. च. १, १: क. गं. २, २०७ last earthly abode; the seventh भत्त• ३४; प्रव. १४६; ४६०; ६१२, पंचा. hell. विशे०६६२;-भवत्थ. त्रि.(-भ६, २६; (२) २२म शरीरी ५७५. वस्थ ) लवना अवसान भागमा रहेस; चरम शरीरी भव्य जीव. a soul that मृत्युनी पासे पायेस. भव के अवसान भाग has its body for the last time में रहा हुश्रा; मृत्यु के पास-निकट पहुंचा i. e. one going to attain to हुभा. ( one ) nearing death; one salvation without being re. at death's door. भग०३,२; -समborn. पन. ३; १८; जीवा. १०; (३) यभवत्थ. पुं० (-समयभवस्थ) सपने પન્નવણસૂત્રના ત્રીજા પદના બાવીસમાં દ્વાર- छले समये २उस, भव के अन्तिम समय पर मुं नाम. पभवणा सूत्र के तृतीय पद के रहा हुआ. one in the last moment बावीसवें द्वार का नाम. name of the of life; one very near to death. 22nd Dwara of the third Pada l भग० ७,१3 of Pannavani Sutra. पन. ३; चरिमाइ. न. (चरमादि) प्रज्ञापन सूत्रना -अंजलिकम्म. न. ( -मजलिकर्म) દશમા પદનું નામ કે જેમા રત્નપ્રભા छे।टना प्रणाम. अंतिम प्रणाम. fare- पोरेनां यम अयर भर्नु वर्णन छे. प्रज्ञापना well; final salutation. भग. १५, १; सूत्र के दशवें पद का नाम कि जिसमें रत्नप्रभा -अंत. त्रि. (-अन्त) ५५त लाभ इत्यादि का चरम अचरम का वर्णन है. छने मान५ सान. पर्यस्त भाग; अंत Name of the 10th Pada of का भाग; पर्यवसान. end; final part. Prajnapana Sutra. पन. १; उत्त• ३६, ५१: भग० १, ३, ३४, १; चरिमुइसम. पुं० ( चरमोद्देशक ) यो. Page #719 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चरिय ] દેશક-ભગવતી સૂત્રના એક ઉદ્દેશાનું નામ છે. चरमोद्देशक नामक भगवती सूत्रका एक उद्देशा. Name of an Uddeśa of Bhagavati Sūtra. भग० ३२, ६; चरिय. न० ( चरित ) सायरशु वर्तन. आचरण; बर्ताव. Conduct; behaviour. पंचा० २, ३१; प्रव० ६१४; चरिय. पुं० ( चरिक ) वनस्पती विशेष. वनस्पति विशेष. A kind of Vegeta tion. भग० २३, १; चरिय. न० ( चरित ) यरित्र - आयार. चरित्र- आचार. Conduct; behaviour. प्रव० ६१४; चरिय निबद्ध न० ( सरितनिबद्ध ) ३२ નાટકમાનું ૩૨ મું નાટક કે જેમાં તીર્થંકરના છે કલ્યાણિકના ચરિત્રાનું બ્યાન માપવામાં आवे छे. ३२ नाटकमें से ३२ वां नाटक कि जिसमें तीर्थंकर के छः कल्याणिक के चरित्रों का वर्णन किया जाता है. The last of the 32 kinds of dramatic performances in which is given an account of the conduct of the six Kalyāpikas of a Tir | thankara, राय० ६५; चरियव्व. त्रि० ( चरितव्य ) આચરવા 45. आचरण करने योग्य. Worthy of being practised. भग० ६, ३३ चारया. स्त्री० ( चर्या ) यास विहार रखे। ते. चलना; विहार करना. Moving out; peregrination. सूर्य १, १, ४, ११; १, ९, ३०; प्रव० ६८२ ( २ ) समिति. ईर्या समिति carefulness in walk ing. भग० ७, १० ( ३ ) यक्षवान परिषद चलने का परिषह. endurance of the trouble caused in walk ing. भग० ८५ प्रव० ६८ ( ४ ) ( ७०८ ) [ चल लिक्षा; गोयरी. भिक्षा; गोचरी. alms-begging. आव० ४१; - निय· त्रि० ( - निर्वृत्त) व्यासवाथी निर्वृत्त थयेस. चलने से जो निवृत्त हुआ है वह. (one) who has ceased walking. वव० ४, २२; - परिसह. पुं० (- परिषह ) यासवान-विहार रवाना परिवल चलने का-विहार करने का परिषह trouble or affliction caused by walking or peregrination. सम० २२; - पविठ्ठ. त्रि० ( - प्रविष्ट ) यक्षवामां अवृत्त थयेव चलने में जो प्रवृत्त है वह. (one) who has commenced walking or peregrination. वव• ४, २०; पुं० ( चरु ) डांडली पात्र; यज्ञभां દેવેને બલીદાન આપવાનું પાત્ર. मटकी; पात्र; यज्ञमें देवोंको बलिदान देनेका पात्र. An earthen pot or a vessel in which an oblation is offered to gods in a sacrifice. श्रोत्र० ३८; भग० ११, ६; चरेल्लग न० ( चरक ) रेशमरा ( ३वा31) नी पांचो वाणु पक्षी. रूऍदार पंखवाला पक्षी. A bird with downy feathars. चरु. पन० १; V चल. धा० I, II. ( चल ) याझ. चलना. To walk; to move. चलइ. नाया० १; भग० ३, ३; राय० २६६; जं० प०५, ११५; चलंति. भग० १७, ३; नाया० ८; जं० प० ५; ११३; चलेंति. नाया० ८; चनिस्संति. भग० १७, २ चालें. भग० १७, ३; चालेत्ता; उस ५, १, ३१; For Private Personal Use Only Page #720 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चल] ( ७०६ ) [चलिय-श्र चलंत. प्रोव० २१; नाया• ६; चलण. पुं० (चरण) य२९५, ५१. चरण; पैर. चल (ले) मा ए. भग० १, १; १०; १, ३३; A foot. भग० ४२, १; अणुजो. प्राया• २, ७, १, १९८; १२८, नाया० १; ९; सु, च० १, ५८०; चालेइ. प्रे० नाया० ३: राय० २६६; श्रोव. १०; पिं.नि. १८१; जीवा० ३,३; चालेति. प्रे० नाया० ८; जं. प. कप्प. ३, ३६, ४, ६०; भत्त. चालिंति. प्रे० सु० च० २, ५८७; १०६; (२) भगवतीनां प्रथम शतना चालित्तए.प्रे. हे. कृ. नाया. ८; 83 दृशमा खानु नाम. भगवती के प्रथम शतक चालिय. प्रे० सं० कृ. पाया० २,१,६, ३२: । के दश उद्देशा का नाम. the name of चालिजइ. प्रे० क० वा. सु. च. ४, २८; . the 10th chapter of the first चल. त्रि० (चल ) यासतु; अस्थि२. चलता section of Bhagawati Sūtra. हुआ; आस्थर. Moving; unsteady. भग० १,१; --तल. न.(-तल) गर्नु भग० ५, ४; १३, ४, १५, १; नाया०८; तणायं. पैर का तला.. the sole of a विशे० ५५०; ओघ• नि० १; ५१६: सम. foot. नाया० ७; -मालिया. श्री.(-मा. प० २३१; - अचल. त्रि. (-अचल) लिका ) ५गर्नु परे (ता. मेडी कोरे). यसायन; अरि५२. चलाचल; अस्थिर. पैर का आभूषण. an ornament for unsteady; moving; changing. foot. जीवा० ३, ३; दस. ५, १, ६५: निसी० १३. ७: -उव-चलण. न. (चलन ) याल. चलना. Act गरण. न० (-उपकरण ) अस्थि२ ५. of walking or moving. तंदु० भग २९ अस्थिर उपकरण. an unsteady १७, ३; उवा० २, १०१; -धम्म. पुं. implement (e.g. an alms-bowl (धर्म) या मेरी छे घ ना ते. etc. used by an ascetic ). भग० चलना यही जिसका धर्म है वह. one ५, ४; --चपल. त्रि. (-चपब) २१ whose duty or nature is to सने यातायाj. चल व चपलता युक्त.. walk or move. दसा० १०, ८ % quick and changing. नाया. ८;/ चलाणा . स्त्री० ( धननिका) सापान टी -चित्त. त्रि. (-चित्त) ५५८ चित्तवाj. पत्र; गाया. साध्वीका कटी वस्त्र; जांघिया. चपल चित्त वाला. fickle-minded; un. A waist-cloth used by a nun. stable in mind. प्रव० २६०; -जीव. श्रोघ. नि० ६७६; “जाणुपमाणा चलणी त्रि० (-जीव) बोनी 041- यत्र- असीविया लंखिया एवे" (२) यासी. मस्थि२ छे (घटुभ्य). जिसकी जीवा- चलनी. a sieve. प्रव० ५३७ दोरी चल-अस्थिर है ऐसा (धनुष्य ). (a *चलणी. स्त्री०(चलनी-चलनं चरणं तत्प्रमाणं bow ) with an unsteady or कर्दमश्चलनी ) पगमे तेरो ६५, पैर quickly moving string. जं. प. गड जाय उतना कीचड. Mud just ३, ४५; -सत्त. त्रि. (-सत्व ) अस्थिर reaching the ankles; knee-deep सवा. अस्थिर सत्व वाला. unsteady mud. प्रव० ५४१; जीवा० ३, ३, भग० in mind; unsteady in spirit. ७, ६; जं० प० २, ३६; । ठा. ४, ३, ५, ३; । चलिय-अ. त्रि. ( चलित ) यसायमान Page #721 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चवचव] ( ७० ) [चाह ययेस. जो चलयमान है वह. Moving; यवन ( म२९५ ) स. देवताओं का moved; stirring; quick. कप्प. ३, च्यवन-मृत्युकाल. the hour of death ४३; सम० ६; भग० १, १०; १, ३३ | of the gods. areto ť; नाया० १;८; १३; जं. प. ५, ११५; २, चवल. त्रि.(चपल ) यस २५८; Galaj. ३३, ५, ११२, ३, ५८; -करण. त्रि. चंचल; चपल; स्फूर्तिवाला. Wavering; (-कर्ण ) यासता (हसत) छान ना fickle; swift; inpatient. जं. ६. मेवा. जिसके कान चलते (हिलते ) हैं वह. ३, ४३, ५, ११५, ७, १६६; उत्त०६, ६०; (one ) whose ears are moving श्रोव० १२, २१; सम. प. २३१; भग० or shaking. नाया० ८; --कम्म. त्रि. ३, १; ११, ११, १५,"नाया. १; ; (-कर्मन् ) यसायमान यये। म. जो कर्म पि. नि. २६२; जीवा. ३,१; पन. २; चलायमान है वह. Karma which कप्प० ३,४३, has become quick or which has चवला. स्त्री. (चपसा) हेक्तानी से प्रारनी commenced its motion. भग• १, गति. देवता की एक प्रकार की गति. A 1;-रस. त्रि.(-रस)जना २सयसित kind of gait of the gods. राय. भयोडाय पी गयी होते. जिसका रस २६; पाया.२, १५, १७६; चलित हुमा हो बिगडा हुभा हो वह.(any. सबलिय-त्रि. (पखित) मान विशेष. thing, s.g. a fruit etc. ) of भाजन विशेष. A kind of pot or which the juice has uudergone vessel. जीवा.३, ३, decomposition. प्रव• २४८, चविया. स्त्री. (चविका) तीमा २सयासी चवचव. न. ( * ) अनु२५ श६. स वनस्पति. तीपण रस वाला वनस्पति. अनुकरण शब्द. An onomatopoetic A kind of herb having sharp, word; a sound like that of the pungent juice. पत्र. १७ word (Chavachava). घ. नि. चवेडा. श्री. ( चपटा ) सांगणावती यपी भा. २८६; भावी ते. उंगली स चुटकी बजाना. चवण. न• (ध्यवन) वसई विगेरेथी २५. Snapping the fingers. उत्त. १, મરણ પામવું; દેવતા કે નારકીનું મરણ. ३८; १६, ६८; भग० ३, २; सु. च. देवलोक भादिसे पतन होना-मृत्यु को प्राप्त १४, ४०, राय. १८३; जीवा• ३, ४; जं. होना; देवता वा नारफी की मृत्यु. Death प.५,१४१; of a heavenly or hellish deity. चाम. पुं. (त्याग ) ता; छ।७. त्याग सु• च• १, १२०; २, १५५; भग• ७, ५; करना; चोर देना. Abandonrnent; प्राया. १, ३, २, ११४; १, ७, ३, २०७; | giving up. पंचा० २, ४; राय. २५, २६३, जीवा.१; कप्प.५, १२०, | चाइ. त्रि. (स्वागिन् )त्याग ४२नार; त्यागी. -काल. पुं० ( कान ) तामाना ___त्याग करने वाला; त्यागी. (One) who * गुमी ५४ नप२ १५ नीटनेट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (6) p. 15th. Page #722 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाइत्त] ( ७११ ) [चाउजाम _cardamom and pepper. जीवा० gives up or abandons. भग. २, १; दसा० २, २; चाइत्त. न० ( स्यागित्व) त्यागी ५ . त्यागी पना. Renunciation. सु. च. २, १४; चाय. त्रि० ( शक्त ) शनिव-त; समर्थ शक्तिवंत समथ. Powerful; capable. | उत्त० ३२, १६; चाउकाल. पुं. (चतुष्काल) मे संध्यासने બે મધ્યાહ એમ રાત દિવસમાં ચાર વખત. दा संध्या व दो मध्यान्ह इस प्रकार रात दिन के चार समय. The four points of day and night viz. two twilights, mid-day and mid night. निसी. १६, १५; चाउकोण. त्रि. ( चतुष्कोण ) या२ गुणा पा. चार कोन वाला. Four-cornered. , नाया. १३; राय. १३३, चाउग्घंट. पुं० (चतुर्घण्ट-चतरोघण्टायस्य सः) જેની ચારે બાજુએ-ચારે દિશામાં વિજય सूय: घंटी मधेसी डाय ते २२. जिसकी चारों दिशात्रा में विजय सूचक घंटा बंधी हुई हो ऐसा रथ. A chariot with triumphal bells tied on its four sides भग. ७, ८, ९, ३३, नाया. १, ८; · १६; १६; जं. प. राय० २१३, -प्रासरह. पु. (-अश्वस्थ ) यार टोरी पाणघोडा-मारी. चार घटी वाला अश्वस्थ. ) a chariot drawn by horses having four bells. निर. १, १; नाया. चाउजातक. न० ( चतुर्जातक) तर-मेसया ३१२-भरी-मे ॥२ वरतुनु भि . दालचिनी, केशर, इलायची, कालीमिर्च-इन चार वस्तुओं का मिश्रण. A mixture of four ingredients viz. cinna. mon, aromaticum, saffron, चाउज्जाम. पुं० (चातुर्याम ) या२ महात સર્વ પ્રાણાતિપાત વિરમણ, સર્વ મૃષાવાદ વિરમણ, સર્વ અદત્તાદાન વિરમણ સર્વ પરિગ્રહ વિરમણએ ચાર મહાવ્રતમાં શ્રમણપણું જેમાં દર્શાવ્યું છે તે ઘમ વચ્ચેના બાવીશ તીર્થકરોને ધર્મ, તેમાં ચોથું મેહુણ વિરમણવ્રત પાંચમામાં સમાવી દેવાથી મહાવ્રતની સંખ્યા પાંચને બદલે यारनी छे. चार महाव्रत-सर्व प्राणातिपात विरमण, सर्व मृषावाद वीरमण, सर्व अदत्तादान विरमण, सर्व परिग्रह विरमय इन चार महाव्रत में श्रमणपना जिसमें दर्शाया है वह धर्म; मध्य के बाईस (२२) तीर्थकरों का धर्म, उसमें चतुर्थ मेहुण विरमण व्रत पांचवे में समाविष्ट कर देने से महाव्रत की संख्या पांच के स्थान चार है. that religious teaching which. demonstrates the asceticism in the four great vows viz. abstention from all killing, abstention from all false-hood, abstention from acceptance of things not given and abstention from stealing; the distinctive character of the middle 22 Tirthankaras; the fourth of tbe vows being included in the fifth, the number of the great vows is four instead of five. सूय० २, ७, ४०; उत्त० २३, १२ भग• ., ; २, ५, ५, ६, ३२, २०, ८; २५, ७, राय. २२१; नाया० १६ -धम्म. पुं• (-धर्म ) या२ महाप्रताप धर्म चार महाव्रतरूप धर्म. religious Page #723 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाउद्दसिय] ( ७१२ ) [चाउरअंत observance in the form of the यातुर्मास. वर्षा ऋतु; चातुर्मास. The four great vows. नाया. १९ rainy season; the four months चाउद्दसिय. त्रि. (चातुर्दशिक) यासने । ( of the rainy season ). प्रव० हिवसे गनमेय. चतुर्दशी के दिन जन्म पाया १६३, पंचा० १, १९ हुमा. Born on the 14th day (of ] चाउम्मासिय. त्रि० (चातुर्मासिक) यातुः the bright or dark half of a सि; यार महिनानु. (प्रतिमय कोरे ). month). उवा० २, ६५; चातुर्मासिक; चारमास का ( प्रतिक्रमण चाउद्दसी. स्त्री. ( चतुर्दशी ) याश. चतुर्दशी. इत्यादि ). Pertaining to the four 14th day (of the bright or montha ( of the rainy season ). dark half of a month ) “चाउ नाया. ५; निसी० २०, १३, १६; ४१; वव० इसी पनरसिं वजेजा अटमींच नवमींच" १, २; वेय. १, ३६; २, १५; -मजणय. विशे० जीवा० ३, ४, राय• २२५; भग. न० (-मजनक) यातुर्मासमां यतो मन २, ५, ३, २, ३, ५; नाया• २; १; विवा० १; महोत्सव. चातुर्मास में होनेवाला मजन महो-चंद. पुं० (-चन्द्र) यतुशाने यंद्रमा. त्सव. the great festival of abluचतुर्दशी का चंद्र. the moon of the tion occur o the four months 14th night (of the bright or | ( of the rainy season ). नाया० ८; dark half of a month). नाया.१०; | चाउर. त्रि० (चतुर ) यार यानी संन्या. चाउप्पाय. त्रि. (चतुरपाद ) यित्सिाना यार चार; चार की संख्या. Four; પાયા-વમન, વિરેચન મદન અને સંવેદન. the number four. ओव. --मंग. चिकित्साके चार पाये-वमन, विरेचन मर्दन व न० (-अंग) यार मग. चार अंग. the स्वेदन. the four basic operations | four limbs or divisions. विवा० ३; of medical treatment; vomitt. चाउरगिज. न० (चतुरङ्गिक ) उत्तराध्ययनना ing, purging, rubbing and | त्री अध्ययनतुं नाम. उत्तराध्ययन के perspiring. (२) वैध, औषधी, ६२ तृतीय अध्ययन का नाम. Name of the सने सा२वार ७२९३ार भाएस. वैद्य, औषधी, | third Adhyayana of Uttarāदरदी व सेवा शुश्रूषा करने वाला मनुष्य. dhyayana. अणुजो० १३१, the physician, medicine, the | चाउरंगिणी. स्त्री. ( चतुरगिणी ) गुमे। patient and who nurses. (३) चांगियी" शबइ देखो "चउरंगिणी" सन-4-धन-लेपन अने मन. अजन- शब्द. Vide "चउरंगिसी" ओव. २६; बन्धन, लेपन व मर्दन. application of भग० १, ७७, ; नाया० १; ५; ८; १४; an ointment, bandaging, smear. १६; दसा. १०, १; जं. प. ing and rubbing. उत्त• २०, २३, चाउरअंत. त्रि. (चतुरन्त ) ना२-तिययचाउभाइया. स्त्री. (चतुर्भागिका). योथे। મનુષ્ય અને દેવતા એ ચાર ગતિ છે અન્ત– माग. चतुर्थ भाग; चौथा भाग. The અવયવ જેની તે, ચાર ગતિરૂ૫ ચાર અવયવ fourth part. राय. २७२; पाण। संसार. नारकी-तिर्यश्व-मनुष्य व देवता चाउम्मास. न. ( चातुर्मास्य ) योमा; ये चार गति हैं अन्त-अवयव जिसकी वह, Page #724 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाउरक ] ( ७१३ ) चार गतिरूप चार अवयव युक्त संसार. Worldly existence cousisting of divisions which has got for its eud the four conditions viz. hell beings, lower animals, man, and celestial beings. उवा० ७, २१८; उत्त० १६, ४६; सूर्य० २, २, ८२, भग० १, १२, १; नाया ० १, २; ( ૨ ) ચાર દિશાના ચાર વિભાગ વાળું. चार दिशाओं के चार विभाग युक्त consisting of four divisions of the four quarters. ठा० २, १; (3) ત્રણ તરફ સમુદ્ર અને ચેાથે હિમાચલ એ ચાર જેના અન્તપન્ન ભાગ છે. એવે पृथ्वी प्रदेश तीनों तरफ समुद्र व चौथा हिमालय ये चार जिसके अन्त- पर्यंत भाग हैं ऐसा पृथ्वी प्रदेश. the region of the earth bounded on three sides by the sea and on the 4th by the Himalayas सम० १: उत्त० ११, २२; -चक्कवाह. पुं० ( चक्रवर्तिन् ) लरतनी यारे हिशा પર્યંત વિજય કરનાર यवर्ती. की चारों दिशा पर्यंत विजय करने वाला: चक्रवर्ती. oue who is victorious in the four quarters of Bharata; a sovereign whose dominion extends as far as the ocean. भग० १६, ३; का० २, १५; चाउरक्क पुं० ( चातुरक्य ) जांड गोस भरत દુધ વિગેરેથી બનાવેલ ખાદ્ય વિશેષ शकर, गुड, मिश्री, दूध इत्यादि से बनाया हुआ खाद्य विशेष. A kind of dainty [ चाउवरण prepared from sugar, jaggery, sugar-candy and milk. जीवा ०३, ३; चाउत्थय. पुं० ( चातुर्थक ) यो थियो १२ताप. प्रत्येक चौथे दिन श्राने वाला ज्वर; चाथिया ज्वर. Fever recurring on every fourth day. भग० ३, ७, ॐ चाउल पुं० ( * ) योजाः भावस; लात. चांवल; भात. Cooked or boiled rice. आया० २, १, १, ३; पिं० नि० भा० १८: दस० ५ १, ७५; पंचा० १०, २३ : दसा० ५, २, ६, २; चत्र० ६, ४; ---उदग. न० (-उदक) योमानानु पाणी. चांवल का धोया हुआ पानी, the water in which rice is washed. "चाउल उदगं बहु पसनं दस ०.२,१,७५;पिं० नि० १६५, निसी० १७, ३० कम्प० ६, २५; -- उदप न० (- उदक ) लुओ पो २६. देखा ऊपरका शब्द. vide above. आया० २, १, ७, ४१६ - धोवण. न० ( - धावन ) योग्यानुं धोरा मां योजा धोया होय ते पाणी चांवल का धोया हुआ पानी. the water in which rice is washed. ठा० ३, ३; - पिट्ठ पुं० ( - पिष्ट) जानो सोट-खटे. चांवल का आटा, the Hour of rice. दस० ५, ३, २२; angery. 7° (argând) mzee, alau, वैश्य याने शुद्ध-मे यार वर्षा ब्राह्मण, क्षत्रिय, वैश्य व शूद-ये चार वर्ण. The 4 casts; viz. Brahman, Kşatrīya, Vaiśya and Sudra. भग० १५, १; (२) સાધુ,સાધ્વી,શ્રાવક અને શ્રાવિકા એ ચતુર્વિધ संध. साधु, साध्वी, श्रावक व श्राविका ये चार * पृष्ठ २ १५ नी फुटनोट (*) देखे पृष्ठ नम्बर १२ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Vol. 190/. For Private Personal Use Only Page #725 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चाउरुसालग ] ( ७१४ ) प्रकार के संघ. the four classes, viz. male and female ascetics and male and female disciples. चाणक्क. पुं० ( चाणक्य ) पाटलीपुत्रना चंद्रગુપ્તરાન્તના મંત્રી કે જેના ઊપર ચંદ્રગુપ્તના પુત્ર બિન્દુસારને અભાવા થવાથી તેણે મત્રીપદ છેડયું, માબાપની અનુજ્ઞા લઇ સ ग्रंथी निवृत्त या संथारे। ये. पाटलीपुत्र चन्द्रगुप्त राजा का मंत्री कि जिसके साथ चन्द्रगुप्त के पुत्र बिन्दुसार का वैरभाव उत्पन्न होनेसे उसने मन्त्रीपद का त्याग किया मा-बाप की अनुज्ञा लेकर सर्व प्रारंभ से निवृत्त होकर संधारा किया. The minister of Chandragupta, king of Pataliputra, who being on hostile terms with Chandragupta's son Bindusära, resigned his post and desisting from all worldly activities with the permission of his parents, practised Santhārā. “ पाडलिपुत्तम्मि पुरे चाको नाम विस्सुधां श्रासी सन्चारंभमियतो इंगिणीमरणं अह निवन्नो " संथा० ७३; पिं० नि० ५००; भक्त० १६२; चारपूर. पुं० ( चाणूर ) से नामने। ये भ चाउस्सालय न० ( चतुःशालक ) भुखो उपसेो शब्६. देखो ऊपर का शब्द Vide above. जं० प०५, ११४: चाग. पुं० (त्याग) त् हेतुं ते; त्याग त्याग. Abandoning; renunciation. पंचा. १०, १४; – रूव. न० (-रूप ) त्यागरूप. त्याग रूप. marked by renunciation. पंचा० ५, १३; सनी सलामा वासुदेवे भायें. इस नामका एक मल्ल जिसको कंस की सभा में वासुदेव ने मारा. Name of a wrestler who was killed by Vasudeva in the court of Kansa. परह ० १,४; चाटुकर. त्रि० (चाटुकार ) प्रिय वयन मोक्षना२. प्रिय बचन बोलनेवाला. Speaking | चामर न० (चामर) नाथी पवन नयाय छे. sweet words. श्रोव ० ३१; તે મર-ચામરી ગાયના વાળનું બનાવેલું चाटुकारग. त्रि० ( चाटुकारक) लुभो उपा होय छे ते. जिससे हवा की जाती है वह ६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. चमर - चमरी गाय के पुच्छ के बालों की बनाई जं० प० ३, ६७; जाती है वह चंवर. A chawari usualचाटुयार. त्रि. (चाटुकार ) भी मधुर मो ly made of the bushy tail of a cow and used as a fan. जं०प० ४, ७४; ५, ११४; ओब० १०, ३१; उत २२, ११; भग० १, १, ७, ६; ६, ३३; २. मिष्ट - मधुर बोलने वाला. ( One ) who speaks sweet words. परह ० १, २; १०; भग० १६, ६ २०, ८ - श्राइण्ण. त्रि० ( -आकीर्ण - चत्वारो वर्णास्तेनाकुल: कीर्णः ) यार वर्षा - साधु साध्वी, श्राव याने श्राविडार्थी व्यास (संघ). चार वर्ण - साधु, साध्वी, श्रावक और श्राविका से व्याप्त ( संघ ). &n assembly ) consist - ing of four classes viz. male and female ascetics and male and female disciples. समणस्स भगवश्री महावीरस्स चाउवचा इन्ने संघे ठा० १०; भग० १६, ६; २०, ८ चाउरसालग. न० ( चतुःशालक ) यार भालवासुं भवन चार मंजिल वाला मकान A four-storyed mansion जं० प० २, ११४; [ चामर For Private Personal Use Only Page #726 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चामरा ] ( ७१५ ) ० " नाया० १ ३; १६ १६ राय० ४४१३ कप्प ४ ६२: ओष ८५; सू० प० १०; पन्न० ११ बिदा० २: -उक्खेव पुं० (उत्व ) यामर ढागवु ते. चंवर उडाना, waving of Chawri. जं० प० १. १२२; नाया० १६; ग्गाह 137. (STT) 241242 24 32-112. चंवर ग्रहण करने वाला (person ) who carries a chamara (chawri). जं० प० ३ ६७ निसी० ६ २४६ धार. त्रि० ( धार ) याभर धरनार (साथमां यमरी रामा२. चंबर धारण करने वाला; हाथ में चंदरी रखने वाला (one ) who holds or carries a chamara in his hand, राप० १६६: - बालवीय खोया. बी० (वालम्प्रजनिका ) याभर અને વીંજણું–પ ંખા. नंबर व पंखा. री chawri and a fan. भग० ६, ३३; चामरा. श्री. ( चामर-श्रीश्वळ प्राकृत्वस्वात् ) अमरी: व्याभर, चंवरी-चंबर A chawri. जं० प० ४७ प्रव० नि० भा० चामीकर. न. ( चामीकर) सुपा सोनु सुवर्ण, सोना, Gold क० ३ १६: अंत O ر १, १ चामीयर न० (चामीकर) सुप सोनं. सुवर्ण, सोना. Gold. नंदी० स्थ० १२; नाया० ५; सु० च० २, ६३८; जं० प० ३, ४१: वाय. पुं० (त्याग) त्याग: अभाव. त्याग; अभाव. Forsaking: absence. विशे• १८४; ४८० ; सु० च० १, ३६१; प्रव ० ४४१ ; चार. पुं. (चार) सुसी पोलीस गुप्त दूत; जासूस. A spy; a secret emissary. पिं नि० ३७१ सू० १, ३, १, १५ उवा १ १० (२) यन्द्राहिनी गति -यास. चंद्रादिक की चाल motion • " of the moon etc. जं० प० ७, १२३: १२६: ओव० २४३ नावा० २ १६; भग० २, ५, १६, ५ जीवा ० ३, ४, (३) सैन्यनुं भाना पानी हसा. सैन्य का मानअनुमान करने की कला. the art of estimating the strength of an army. ० ४० नामा० १६ (४) श्रमायु કરવું; કરવું. भ्रमण करना; फिरना. wandering; roaming. सम - उबवण्ण्ग. प्र० ( उपपक्षक) गतियुक्त गतियुक्त possessed of motion. जं०प०७, १४०; पुरिस. पुं० ( पुरुष ) छानी अमर मेलवनार, असुस गुप्त बात मिलाने वाला जासूस a spy: a secret emissary: विवा० ३ ६; चार न ( चारक) मान ल कारागृह: कैदखाना. A prison ठा० ७, १; चारप हे० कृ० अ० (चरितम् ) विश्वाने पाने विचरने की जाने की. For the purpose of wandering or going. ० ४ १०१६ [ चारग - ० चारग. न. ( चारक) आइसी डेभार પુરવાની 'ધારો 'કાટડી; કારાગઢ રેલ. अपराधी को शिक्षा के लिये अंधेरी कोठडी; कारागृह. A dungeon for contin ing a criminal; a prison. भग० ११, ११; नाया० १: २ सू० १, २, ६३० ओव० ३० परह १ १३ जीवा ३, ३० कप्प० ५ ८३ पालन. पुं० (पालक) सर कारागृह का प्रधान अधिकारी. jailor: the keeper of a prison. दिवा ६ बंधण. न० (-बन्धन) જૅલખાનાનું બન્ધન; જેલમાં પડવું તે, कारागृह का बन्धन imprisonment. दसा • ६, ४; – भंड. पुं० (- भांड) ६१: t Page #727 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चारगसरण ] ( ७१६ ) भेना (मेडीयो विगेरे ) साधन. कारागृह के ( बेडी इत्यादि ) साघन. instruments such as fetters etc. of a prison. विवा० ६; - वसहि स्त्री० ( - वसति) सभां निवास २ ते. कारागृहमें निवास करना confinement in & prison. परह० १, ३, चारगसरह न० ( चारकलचण ) भे મેક तनुं वासुं वृक्ष. एक जाति का फलवाला वृक्ष. A kind of fruit tree. भग० २२, २; - साला. स्त्री० (- शात्रा) કેદખાનું; જેલનું મકાન. कारागृह. prison. नाया० २; १४; - सोहण. न० ( - शोधन) समांथी देहिमाने छुटा वा ते. कारागृह से अपराधियों को मुक्त करना. releasing criminals from imprisonment नाया० १; चारण पुं० (चारण - चरणं गमनं विद्यते येषाम् ) यास वागा साधु ते मे પ્રકારના છે. જેવાચારણુ અને વિદ્યાચારણ, અઠ્ઠમ અઠમના તપથી ઉપજેલ પહેલા પ્રકારની લબ્ધિવાળા સાધુ એકજ કુદકે તેરમે રૂચકવર દ્વીપે પહેાચી શકે, વળતાં મેરૂને શીખરે વિસામા લઈ બીજે ઉતપાતે મૂલ જગ્યાએ પહેાચે; છઠ્ઠ છઠ્ઠના તપથી ઉપજેલ બીજા પ્રકારની લબ્ધિવાળા એ ઉત્પાતે મેરૂશિખર અને આમે નન્દીશ્વરદ્વીપે પહાચે અને વળતાં એકજ ઉત્પાતે મૂલ જગ્યાએ પહોંચે. चारण लब्धिवाला साधु वे दो प्रकार के होते है - जंघाचारण व विद्याचारण, अठ्ठम अठ्ठम के तपसे उत्पन्न पहिले प्रकार की लब्धि एक ही झडप तेरवे रुचकवर द्वीप तक पहुंच सके, लौटते समय मेरु के शिखर पर विश्राम लेकर द्वितीय उपपात में मूल स्थान पर पहुंचे छह छ के तपसे उत्पन्न द्वितीय प्रकार की लब्धिवाला दो उत्पात से मेरु शिखर व अष्टम [ चारणगण नन्दीश्वर द्वीप को पहुंचे व लौटते समय एकही उत्पात मूल स्थान पर पहुंचता है. An ascetic possessed of the power known asCharana Labdhi,which is of two sorts namely Janghacharana and Vidyacharana. The power of the first kind is born of austerities cf 3 days consecutive fasts, performed on enables one to reach in a single jump, the 13th Ruchakavara Dvipa and come back to the starting point in the next spring after resting on the summit of Meru while returning. One who is possessed of the other power produced from austerities of 2 days consecutive fasta, performed every 6th day of a fortnight,can reach the summit of Meru and the 8th Nandiswara Dvipa in two bounds and can come back to the starting point in a single spring while returning. प्रव० ६०५ ० १६; सम० १७; भग० २०;८; नाया ० १ ५; विशे० ७८०; जीवा ० ३, ४; पन ० १ ; -भावना, न० ( - भावना ) भारगु ભાવના -ચારણલબ્ધિ ઉત્પન્ન થાય તેરી भावना. चारणभावना; चारण लब्धि उत्पन्न हो ऐसी भावना abstract medita.tion on the rise of Charapa Labdhi. वव ० १०, ३० ३१; ३२; चाररागण. पुं० ( चारणगण ) मे नाम महावीर स्वामी गणु इस नाम का महावीर स्वामी का एक गण. Name For Private Personal Use Only Page #728 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चारमड] ( ७१७ ) [चारु of a body of followers of प्रव० १८; भत्त. ७: श्राव. १, १; पंचा. Mahāvīrs Svāmi, gros; ११, २ -गुण. पुं० (-गुण ) यात्रिचारभड. पु. ( चारभट ) सुभा. सुभट. संगमना शु. चारित्र-संयम के गुण. A clever warrior. (२) योर. the characteristics of selfतस्कर; चोर. a thief. परह. १, १; control. गरछा. १०२: -जुत्त. त्रि. चारि. त्रि. (चारिन् ) बनार; यासवाना ( -युक्त) यास्त्रिया युत. चारित्र से युक्त. स्वभाव वा. चलने वाला; चलने के possessed of self-control. स्वभाव वाला. Moving; capable प्रव० ८४६; -परिणाम. पुं० (-परिणाम) of movement. ओव० २६; १०; नाया। यारित्रना परिणाम-अभ्यरसाय. चारित्र ४; पिं. नि. १७५; के परिणाम-अध्यवसाय. the thoughtचारि. पुं० (चारि-पशुभश्यविशेषः ) या२।। activity in relation to rightधास. पशु भक्ष्य विशेष; चारा; घांस. conduct or self-restraint. Food of beasts; grass. पि. नि. पंचा० १, ५०; - रक्ख ण. न० (-रक्षण) २२५, २३८ यास्त्रिनुं २क्षा १२ ते. चारित्र का रक्षण चारिय. पुं० (चारिक ) Mसुस. जासूस; करना. the guarding of self गुप्त दूत. A spy; a secret emissary. restraint. गच्छा . २१%3 पाया. २, ४, १, १३४; (२) वैयो; चारित्ति. त्रि. ( चारित्रिन ) यात्रि . योधो. योद्धा; मुभट. a warrior; a ___चारित्र युक्त. Possessed of selffighter. विशे० २३८५; (३)२; यो२. ___ control. पंचा० ३. ६; प्रक० ७६५; चोर; तस्कर. a thief. पण्ह. १, २: चारी. स्त्री० (चारी) या; म-या२. चारा; चारिश्रा. स्त्री० (चारिका ) परिश्रालि घांस. Grass. ओघ. नि. २३८; सावी. परिव्राजिकाः साध्वी. A female चारु. त्रि. (चारु) सुन्दर भने २. सुन्दर; ascetic who has renounced the मनोहर. Beautiful; charming. world. ओघ. नि. ५१५: ओव. १० भग३, १: २; नाया. १;. चारित्त न० (चारित्र) भने नारा १२नार ३:८; दस. ८, ५८: जीवा० ३, ३; कप्प. એક જીવ પરિણામ; નિશ્ચય દૃષ્ટિ એ આત્મ ३, ३५, सू० प० २०; (२) थीयार. शस्त्र. સ્વભાવ અને વ્યવહાર દૃષ્ટિ એ સંયમાનુ. a weapon. जं.प. ५, ११५; जीवा. छान. कर्म का नाश करने वाला एक जीव ३, ४; राय. २०४; (३) म२1 क्षेत्रना या परिणामः निश्चय दृष्टि से प्रात्म स्वभाव व ચોવીસીને ત્રીજા તીર્થકરના પ્રથમ ગણધરનું व्यवहार दृष्टिसे संयमानुष्टान. The nature नाम. भरत क्षेत्र के वर्तमान चौवीसी के of Jivu ( soul ) which destroys तृतीय तीर्थकर के प्रथम गणधर का नाम. Karma: the nature of self from narne of the first Ganadhara the stand-point of will and the of the third Tirthankara of practice of self-control from the present cycle of Bharata the practical, worldly stand- Desa. प्रव० ३०५; ~~-गणिश्रा. स्त्री० point. उत्त० २८, ३३, नंदी. स्थ० ४: । ( -गणिका)ी विशेष: सुन्६२ वेश्या. Page #729 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चारुपव्वय ] ( ७१८ ) [चाव दासा विशेष; सुन्दर वेश्या ( नायिका सभ्यग्रे संयार ।। ते. कथनद्वारा गणिका). a beautiful harlot or | सम्यग् प्रकार से संचार कराना. Proper courtezan. जं. प. -घोस. पुं० | propounding by means of nar(-घोष) सुन्६२ श; श्रे४ 0 ना. सुंदर | ration. भग० ६, ३२; शब्द. श्रेष्ठ गर्जना. sweet voice; चारोववन्नग. त्रि. (चारोपपत्रक ) या पति a loud roar. कप्प० ३, ३३; યુક્ત તીશ્ચક્ર ક્ષેત્ર-તેમાં ઉત્પન્ન થયેલ -भासि. त्रि. ( -भाषिन् ) मा भाई ज्योती देवता. चार-गति युक्त ज्योतिश्चक मसिनार. मीठा मीठा बोलने वाला. क्षेत्र-उसमें उत्पन्न होनेवाले ज्योतिष। देव. A speaking sweetly. जं.प. ३,५२; region of gods known as Jyo-चित्त. न० (-चित्र) सुंदर चित्र. tiśchakra where the Jyotişi सुंदर चित्र. a beautiful picture. gods live in four states. ठा०२, २; २,१३; -रूवनः। -रूप ) संह चालण. न० (चालन ) समाधान वानेश। रू.५; १४ याति. मुंदर रूप. श्रेष्ठ प्राकृति. ४२सी ते; वित. समाधान करने को शंका beautiful form. जं. प. ३, ६०; करना; तर्कवितर्क. Questions and कप्प० ३, ३८; -वेसा स्त्री० (- वेषा) doubts. भना२ छे ३५ नेनो मेवी (स्त्री). ऐ | चालअ. पुं० ( चालक ) यासी. चलनी. A (स्त्री) जिसका पहिनाव मनोहर हैं. al sieve. वव० ६, ४४; विशे० १००७; (२) woman with beautiful dress, स्थानांतरे Arते. स्थानांतर को ले जाना. भग. १, १०; ६, ३३, ११, १०; विवा० २ removal. परह. २, ३, --हार पुं० ( -हार ) सुं६२ ८।२. सुंदर चालणी. स्त्री. ( चालनी) धान्य यावानी हार. a beautiful garland. "सहकार | यामी. धान्य को साफ करने की चलनी. A चारुहारो" नाया. ; sieve. विरा० १४५४; नंदी. स्थ० ४४; चारुपब्धय. पुं० (चारुपर्वत) से नामनो संस्था. ८५; ५७. इस नाम का एक पहाड. Name | चालिय. त्रि. (चालित ) यसायमान रेयु. of amountain. नाया. यात. चलायमान किया हुआ; चला हुआ. चारूरू पुं० (चारूरु) त्रीम समरनाथ Moved. राय• १२८; ती४२ प्रधम ५२नु नाम. तृतीय | चाली. स्त्री. (चाली) मे तनु वाध. संभवनाथ तीर्थकर के प्रथम गणघर का नाम. १७. एक जाति का वाद्य-वार्जित्र-बाजा. The name of the first Gana- A kind of musical instrument. dbara of the third Tirthankara राय. ८६; Sambhavanatha. सम. प० २३३; | चाली. स्त्री. ( चत्वारिंशत् ) यात्रीसः ४०. चारुवंस पुं० (चारुवंश) यावश नामे | ___ चालीस. Forty; 40. उवा० १०, २७७; वनस्पति विश५. चारुवंश नामक वनस्पति | चालीस. स्त्री. ( चत्वारिंशत् ) यासीस. विशेष. A kind of vegetation. भग० चालीस. Forty. सू. प. १; २१,४; चाव. पुं० (चाप ) धनु५. धनुष्य. A bow. चारेयव्य. त्रि० (चारयितव्य ) थन।। ओव. १०; जीवा० ३, ३; राय० १३०; Page #730 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चावित ] उवा० २, १०१; जं० प० ३, ६७; चावित. त्रि० ( च्यावित ) प्राणुथी भ्रष्ट १२वामां आवेद्य; भारी नापेस प्राण से भ्रष्ट किया गया हुआ; मार डाला हुआ. Des. troyed; killed. श्रणुजो ० १६; चावेयव्व. त्रि० ( चर्वयितव्य ) व्यव वा योग्य यावत्रा साय. चर्वण करने योग्य; चाने के लायक. Worthy of being chewed, उत्त० १६, ३८; नाया० १; भग० ६, ३३; ( ७१६ ) चावोरणत. पुं० (चापोसत ) यायोन्नत नाभे અગીયારમા દેવલાકનું એક વિમાન, એના દેવતાની સ્થિતિ એકવીસ સાગરાપમતી છે, मेहेवता वीशमे पणवाडीये वासोच्छ्वास લે છે, અને એકવીસ હજાર વર્ષે ક્ષુધા લાગે छे. चापोन्नत नामक ग्यारहवें देवलांक का एक विमान, इसके देवताकी स्थिति इक्कीस सागरोयम की है, यह देवता इक्कीसवें पक्ष में श्वासोछ्वास लेता है और उसे इक्कीस हजार वर्ष में क्षुधा लगती है. An abode of god in the 11th region of gods. The god of this abode lives for 21 Sagaropamas, breathes once in 21 fort-nights and feels hungry after every 21 thousand years. सम० २१; चास. पुं० ( चाष) याषः मयेो. चाष पक्षी. A kind of bird. उत्त० ३४, ५; प्रोघ • नि० भा० ८४; परह० १, ९; जीवा० ३, ४, पन्न० १; राय • ५१; चिश्र. त्रि० ( चित ) ट पाणा विगेरेथी न्यो. ईंट, पत्थर इत्यादि से बनाया हुआ. Piled with bricks etc. अणुजो ० * [ चिंचा १३३; farm. &• (Ĥar) (udl; à. faat. A funeral pyre. जं० प० *चिश्रत्त. न. ( * ) मनना प्रेम मन का प्रेम. Inner love. जं० प० २, ३१; दस० ५, १, १७; चित्राश्र. पुं० ( त्याग ) परिवहना त्याग. परिग्रह का स्याग. Giving up of worldly possessions. (२) सुपात्रमां सहारा पत्रा ते; हान सुपात्र में महारादिक का दान देना वह right charity; charity or alms to the deserving persons. सम १०; चिइ. स्त्री० ( चिति ) अष्टनी यिता; येह. काष्ट की चिता. A funeral pyre. (२) ચૈત્ય; ચિતા ઉપર કરેલ સ્મારક ચિન્હ. चैत्य; चिता के ऊपर किया हुआ स्मारक चिन्ह. A sign or mark erected on the spot where a person is burnt after death. पंचा० १, ४२; चिड़गा. स्त्री० ( चितिका ) | चिह्न शब्द. देखो "चिह्न" शब्द. Vide "चिइ" जं० प० २, ३३; "" यो पृष्ट नम्बर १५नी पुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. (6 चिउर. पु० ( चिकुर ) नेमांथी पीओ रंग થાય તેવું એક દ્રવ્ય--પદા जिस में से पीला रंग निकले ऐसा एक द्रव्य-पदार्थ. A kind of substance from which yellow colour is extracted. नाया ०१: जीवा ०३, ४; पन० १७; राय ०२३; * चित्रश्र त्रि० ( * ) भद्रेषु', रागु गाभु. Adorned. सु० च० ४, ३०८, चिंचा. स्त्री० (चिना) सांगली यामसीनु वृक्ष. इमली; इमली का वृक्ष. A tama For Private Personal Use Only Page #731 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिंचिणिप्रा] ( ७२० ) [चिन्तामणि rind tree. पाया० २, १, ४३; (२) चिंतणा. न. (चिन्तन) चितवन ३२९ घासन मानावटी ५३१; या.. घांस का | चितवन करना. Contemplation. कृतिम पुरुष. an artificial man | अणुत्त० १, १; made of hay. सु. च. ४, २८४; | चिंतन. न. (चिन्तन ) मनमा विद्यार -छिवा. स्त्री० (-छिवा ) wincीनी २ ते. मनमें विचार करना. Contem. ५. एक प्रकार की इमली की (बंगड़ी) plation. आव० १, १; चूड़ी. a bangle made of tama-चिंतय. पुं० (चिन्तक ) पियार ४२ना२. rind wood. विवा० ६; _ विचार करनेवाला. One who contemचिंचिणिश्रा स्त्री. ( * ) inलीनुं वृक्ष.. plates. नाया० ५, ८; इमली का वृक्ष. A tamarind tree. चिंता. स्त्रा० (चिन्ता )यिता; ४ि२; मनना ओघ. नि० २६; व्यता. चिंता; मनकी व्यग्रता. Dis. Vचिंत. धा• I, II. (चिन्त् ) चितवयु; traction of mind; anxiety. sirao सालोय; विया२. चिन्तवन् करना २१; सूय० १, १, २, २४; अणुजो• १३०; विचार करना. To meditate; to भग० ३, २; नाया० १, १२, १६; नंदी think over. ३१; पंचा. ७, २८; उवा.१०, २७५; राय. चिंतइ. नाया० ३; २५३; -श्राउर. त्रि. (--श्रातुर) तामा चिंतेइ. दसा. ६, १५; २४ थयेसो. चिताग्रस्त. anxious; disचिंतेमि. पन्न. ११; tracted. सु. च. ४, २०० चित्तिज, वि. उत्त. २६, ३६ चिंतावर. त्रि० ( चिन्तापर-चिन्तनं चिन्ता चिंतिऊण. सं. कृ. विशे० १६१; सु. च. सैव परमा प्रधाना यस्य असौ चिन्तापरः) ५१२मा त५२; यिन्तावागा. चिन्ता युक्त. चिंतिउ.हे. कृ. सु. च. २, ३४५% Anxious. उत्त० १४, २२; -सुमिण. चिंतंत. व. कृ. अोघ. नि०६४४; सु.च० । न. ( -स्वप्न) यि-ताया २५नुपुते. १,२६४ चिन्ता से स्वप्न दर्शन करना. dream चिंतिजइ. क. वा० सु. च. २, ४५०; through anxiety. भग० १६, ४: चिंत्तिजमाण. क. वा. व. कृ. नाया. ; -सोगसागर. पुं० ( -शोकसागर ) चिंतित. क. वा. व. कृ.पंचा.१८% यिन्ता ५ शानो समुद्र. चिन्ता रूप शोक चिंतग. त्रि. (चिन्त ) तिवना२. चितवन का समुद्र. the ocean in the form करनेवाला. (One) who meditates | of anxieties. निसी०.८, ११; or thinks over. गच्छा० १२४; चिन्तामणि. पु. (चिन्तामणि) सर्व छ। चिंतण. न. (चिन्तन ) विद्यार, यितवन पूर्ण ना२ मणि यिन्तामणि २१. सर्व ७२ते. विचारना; चितवन करना. Con- इच्छाओं को पूर्ण करने वाला मणि; चिन्ताtemplation. पंचा० १, ४५; माण रत्न. A wish-fulfilling gem. * शुभ। ४ नम्५२ १५ नी ५टना८ (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #732 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वितिय श्र ] ( ७२१ ) पंचा० ० ३, ४६: भत्त० १६७; चिंतिय अ. प्रि ( चिन्तित ) भिन्तवे चिन्तन किया हुआ. Contemplated. जं० प०३, ५३ ० ३३ भग० २१: ३, २, ६, ३३; नाया० १: १२ १३ १४; १६ अंत० ३, ८ कप्प० २ १६४, ८६ उवा १, ६६, राय० २४; चिंध न० ( चिन्ह ) शिन्द: लक्षण निशानी. चिन्ह: लक्षणः निशान. Symbol: in signin mark. ओव० २२ नाया; १६ भग० ७, ६ सु० च० १, ३३; २, ६१२ विशे० २०६० पंचा० १५ ४६: प्रव० १६६ पन्न० २; जं० प० - दया. बी० ( ध्वजा ) सिन्द्राणी चिन्ह युक्त ध्वजा. a flag bearing a symbol, नाया० १६ - पट्ट. पुं० ( -पह ) या मास भवानी निशानी या पट्टा चांद बिल्ला खास पहिचान करने के चिन्ह वाला medad; sign: mark नाया० १ राय० २०४ पराह० १, ३ – पुरिस. पुं० ( पुरुष ) हाटीમુવાલો પુષ; પુરૂષના ચિન્તા પુરૂષ दाडी-मूह वाला पुरुष पुरुष के चिन्ह वाला [पुरुष] person having the marks of a man viz. beard, mustaches etc. ठा० ३; १; - चिक्कण. प्रि० ( चिकण ) शिडाशवाणु चिक नाई वाला. Sticky भग० ६ १ १६, ४; दस० ६, ६६६ तंदु० परह० १, १; ०नि० ६६: चिखलन० (चिखल- कईम) श्रीड: टाइप. कीचड. Mud. अणुजा० १३१ सू० २, २. ६६: ओष० नि० ७३६: पराह० १, १; ३; पन्न० २; दसा० ६, चिखल पुं० ( भार्ग पर [ चिट्ठी 7: ) पथ भुडे नेटला जांय उतने कीचड वाला मार्ग. The path having some mud. भग० ८, ६६ श्र० २१; सम० ११: ओ० नि० भा० ३३; पराह० १ ३; V चगिन्छ No I. (वित्) त्या वी; रोगनी परीक्षा पी. चिकित्सा करना; रोग की परीक्षा करना. To diagonise. चिगिच्छइ. उत्त० १६, ७६; चिश्चिक्का श्री० ( चिचिका) वाघ विशेष. वाय विशेष A kind of musical instrument नाया es V चिट्टी. धा० I II ( स्था-तिष्ट) ला g; Buín stil zr gia; feya ziar. To stand; to stay. चिट्ठइ. भग०१, १२, ११० ना० १६ १४ १६ उत्त० १० २ [सू० १, १, ४, ८, ओ० १६, ४२० च० २, ४२५; जं० प० १, २३० चिति. नाया १ ४ ११; १५; १७: भग०३, ५, ५, ३ १८,३ पन्न० २; [सू०प०१८ जे०प०५, ११३११२ चिट्टसि. नाया० १; चिट्ठामि भग २ १३ चिट्ठामो नाया० ८ १६ सूय० २, ७, १५; चिंटू, वि० उत्त० १. १६; दस० ४, ८; आप नि० चिद्विज्जा. वि०भग०११, १०, दस० ८, ११; चिट्ठेग्ज वि. पन० ३६० चिट्ठेज्जा. वि० भग० ३,४, १५, १ दस० ४; चिटु श्र० दस० ७, ४७ ८ १३; चिट्ठह आ विवा० १: नाया० ३८ पृष्ट १५ नी टुटनोट () देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note () p. 15th. Vol. 1/91. Page #733 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिह] ( ७२२ ) [चिति १५, १६, राय. २५१; | चिट्टित्तार. त्रि० (स्थातृ ) उभो २९ना२. चिट्टेह. श्रा० नाया० ८; खड़ा रहने वाला. (One) who stands. चिट्ठिस्सामि. वव० ४, १८; नाया. १६; सम० ३३; दसा० २, ३४, ५, ६, ७, ८; चिट्टिस्साबो. नाया. १; भग• १०, ३; ९; ३, ३२, ३३; चिटुंतु. नाया. १६; | चिडक. पुं० (चटक) यसो. एक जाति का चिट्रित्तए. हे. कृ. भग० ५, ४, ७, १०, पक्षी. A kind of bird. पण्ह. १. १; १३, ४,१७, २; वेय०१, १६; ३,१; | चिडगा स्त्री. ( चटका) यदी; थी. चिट्ठइत्तए. हे• कृ० नाया० १; चिड़िया, A sparrow. पन्न. १; चिट्टत. व. कृ. भग० १, १, २, १; चिण. धा• I. ( चिञ् ) मे ३२; चिठे?माण. व. कृ० भग० १, ३, ३, ३: | संग्रह १२. एकत्र करना; संग्रह करना. उत्त० २,२१; दस. ४, २, ५, १, To collect. २७, पंचा. १,५०% चिणात-इ. पिं० नि० ६६; चिठज्जाह. क. वा. श्रा० नाया०६; चिणइ. उत्त० ३२, ३३; भग. १, ७; चिट्ठ. अ. ( भृशम् ) ब); अत्यंत. बहुत; चिणंति. भग. २, ५; पन्न० १४; ठा० २, अत्यंत. Very; much. अाया० १, ४, २, ४. ४, १; १३२: चिणिस्सोते. ठा०४, १; चिट्ठण. न. (स्थान) मा २९ ते. चिणसु, मु. च० ८, २२८, उपस्थित होना. The act of standing. चिणिसु. पन्न. १४: ठा० ४, १, प्रव. १४६; चिजन्ति. भग० ६, ३; १६, ३; २५, २; चिट्ठा. स्त्री. ( चेष्टा ) पाय वगैरेनी ये चिराण. त्रि० (चीर्ण ) अ रेसु; ४२वी ते. हाथ इत्यादिक से चेष्टा करना. २३. ग्रहण किया हुआ; एकत्रित किया हुश्रा. Gestures by means of hands ___Accepted; collected. भग० १६, etc. भग०७, ६; पि०नि० २२२; विशे०१७५ ३; पंचा० १६, ४९; चिट्ठि- य. न० (चेष्टित ) येष्टा, सवि.२ चिराण. त्रि. ( चैन्य ) यानद्देशमा पन्न 24 प्रत्यभ२७३०-२वांते. चेष्टाः सविकार । थयेस. चीन देश में उत्पन्न जो हुआ है वह. अंग प्रत्यंग मरोड़ना इत्यादि. Gestures Born or produced in China of the body. भग०६,३३; जीवा०३, ३; / country. निसी० ७, ११; नाया० १; जं. १० चिण्ह. न. (चिन्ह) निशान; यि-5. निशान; चिट्टित. न० ( चेष्टित ) शुओ" चिट्टि" | चिन्ह. Mark; sign; symptom. १६. देखो “ चिटिअ" शब्द. Vide नाया० १; ---पट्ट. त्रि. ( -पट्ट ) यां " चिडि " सू० प० २०; मास निशानी युक्त ५४ पास. चांद; चिद्वितव्व. न० ( स्थातव्य ) Gall २३ विशेष निशानी युक्त; पट्टे वाला. a badge नेये. खड़े रहना चाहिये. Ought to l bearing a special mark. नाया० १; stand. भग० १८, २; नाया. 15 चिति. स्त्री. (चिति) यिता; येड. चिता. चिट्टिय. त्रि. (स्थित ) थि२ २हेस. स्थिर Funeral pyre. पण्ह. १, १; रहा हुवा. Steady; firm. विशे० १०१८: | चिति. स्त्री. ( चैत्य) यिता ७५२नुं २भा२५. Page #734 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चितिय ] चिता के ऊपर का स्मारक. A memorial on the funeral pyre. पंचा० २, १६; ( ७२३ ) ८, ३२; चितिय न० (चैत्य ) लुगे । “चिति" शब्द. देखो " चित्ति " शब्द. Vide " चित्ति " राय ० २१६; - मह. पुं० ( -मह ) चैत्यमहोत्सव चैत्य महोत्सव. a ceremony concerning the memorial on & funeral pyre. राय० २१६; V चित्त. धा० I . ( चित्र ) भित्र वा थित२. चित्र खींचना. To picture; to portray. चित्तेइ. नाया०८ चितेह. श्र० नाया० ८; चित्तता. सं० कृ० नाया० ८; चित्त न० (चित्त) यित्तः अत: २; मन. चित्त; मन; अन्तःकरण. Mind; heart. अजो० ३१ सू० १, १, २, २९ सम० १०; उत्त०८, १८; श्र० ११; भग० २,१; ३, १, नंदी० स्थ० १३; राय ० २१; पन्न० २ दसा० ५ २६ २७; नाया० १; नाया ० ध० विशे० १०३ पंचा० १, १७; भत्त० १५४; (२) पुं० [त्ति नामना भुनि } भे બ્રહ્મદત્ત ચક્રવતી ની સાથે ભાઇ પે કેટલા એક સાથે ભવ કર્યાં હતા પૂર્વ ભવની પ્રીતિથી ચિત્તમુનિ થયા પછી બ્રહ્મદત્તને સમાવવા ઘણી કાશીશ કરી પણુ વિષયલુબ્ધ બ્રમ્હछत्तने योध न लाग्यो चित्त नामक मुनि जिन्होंने कि ब्रह्मदत्त चक्रवर्ति के साथ साथ भ्राता के रूप में कितने ही भव धारण किये थे चित्तने मुनि हानेके पश्चात् पूर्वभवोंकी प्रीति के कारण ब्रह्मदत्त को समझाने की बहुत कोशिश की परंतु विषयलुब्ध ब्रह्मदत्त बोध को प्राप्त न हुआ. a saint of the name of Chitta who incarnated several times with the paramount ! [ चित्त Sovereign Brahmadatta in the capacity of a brother. Chitta Muni's attempts at enlightening the pleasure-loving Brahmadatta proced fruitless. उस० १३,२; ६; ( २ ) परदेशी रामनो सारथी જે રાજાના મ્હોટા ભાઇ થતા હતા અને જેણે પરદેશી રાજાતે કેશીસ્વામી દ્વારા ધર્મ भाइयो तेनुं नाम प्रदेशी राजा के सारथा जो कि रिश्ते में राजा के बड़े भाई थे और जिसने प्रदेशी राजा को केशी स्वामी द्वारा धर्म दिलाया - धारण कराया. the charioteer of king Pradesi and also his elder brother. He initiated king Pradesi into religion through Kesiswami. भग० १८, २ १०; राय० २०९; निर० १, १, ( ४ ) येतन जीव; चेतन life; soul; vitality. पन्न० २८ ( ) ज्ञान. ज्ञान. knowledge. दसा० ४ ४१ - श्रणुय. त्रि० ( - अनुग ) जीमना मायार्यना ચિત્તને અનુસરી વનાર; સ્વચ્છન્દચારી नहि ते. आचार्य के चित्त को अनुसरता हुवा जो आचरण करता है वह; स्वच्छंदाचारी नहीं है वह. (one ) who acts according to the mind or tendency of a preceptor. उत्त• १, १३; - चमक्क. न० (- चमत्कृति ) भित्तनेो यमद्वार भनभां यांश्रयते चित्त का चमत्कार; चित्त में आश्चर्य उत्पन्न होना. extra-ordinary things of mind. गच्छा० ७४; – णास पुं० (-न्यास ) મનને ન્યાસ; ધ્યાન આપવું; વિચારવુ તે. चित्त का न्यास; ध्यान देना; विचार करना. meditation; contemplation. पंचा० १, ४६, थेज्ज न० ( - स्थैर्य ) भननी ५. For Private Personal Use Only Page #735 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्त] ( ७२४ ) [चित्त - स्थिरता. चित्त की स्थिरता. calmness or peace of mind. पंचा० २, ७; -वद्धण. त्रि. ( -वर्धन) वित्त-जानने पधारना२. चित्त-ज्ञान में वृद्धि करनेवाला. ( one ) who adds to the knowledge. दसा. ६, ३१; -विएणास. पुं० (-विन्यास ) मननो विन्यास-रियर यिते । यिन्त ते. चित्त का विन्यास-स्थिर चित्त से चिन्नवन करना. meditation with calmness of mind. पंचा. १, ४७; -विन्भम. पुं० (-विभ्रम) वित्तविभ; धेस. चित्तविभ्रम; पागलपन. derangement of mind; insanity; mad. ness. ओघ० नि० ६८५; --संभूय. पुं.. (-संभूत ) यित्त अने संभूत-नामनामे भुनि. चित्त व संभूत-नाम के दो मुनि. two sagos named Chitta and Sam bhiita. उत्त० १३,३; -समाहि. त्रि. (-समाहित ) वित्त (ज्ञान) मां सावधान. चित्त ( ज्ञान ) में सावधान. attentive or awake to knowledge. दस. १०, १, १; -समाहित्थाण न० ( समाधिस्थान )[२तनी समाधिनु स्थान. चित्त की समाधि का स्थान. a place for abstract contemplation or devout meditation. दसा. ५, १; २; ३, १६; चित्त. न० (चित्र) चितरामा छमी?1; यित्र. चित्रकाम; चित्र; तस्वीर. Picture3B portrait. नाया० १; भग) १४. ६; अणुजो० १०; पन. २, राय० ४३; भोव० सू० प० २०; विशे० ४६०; विवा० ६; निसी. ५, ३१, तंदु. (२) त्रि. विचित्र: नाना २D. विचित्र; विविध प्रकार का. varied; wonderful; several; dis. tinct. कप्प० ३, ४२; गच्छा० ११२; पंचा० । ५, २; भग• १६, ६; उत्त० ६, ११; ३०, १०; राय. ८१; विशे० ३८७; (३) पुं० ચિત્તરો; એક જંગલી માંસાહારી પશુ. चीता; एक जंगली मांसाहारी पशु. Jeo. pard; a carnivorous or flesheating beast. आय. २, १, ५, २७; नाया, ८; ( ४ ) आश्चय ४।२री; नाg. श्राश्चर्यकारक wonderful: uncom. mon. पन्न० २; कप्प० ३, ३७, पंचा० ५, २; (५)यित्र नामनी से पत. चित्र नामक एक पर्वत a mountain called Chitra. भग० १४, ८; (६) पे य અને વેણુદાલિ ઇંદ્રને લોકપાલનું નામ वेणुदेव व वेणुदालि इन्द्र के लोकपाल का नाम. name of the god of Venu. deva and Venudali Indra. ठा०४; १; (५) भूतानेन्द्रना प्रथम पास- नाम. भूतानेंद्र के प्रथम लोकपाल का नाम. name of the first Lokapāla of Bhūtinendra. भग० २, ८,१०,५; -कम्म. न० (--कर्मन् ) चित्रनु ( या1वा) म. चित्र-काम.ypictorial work. पाया. २, १२, १७१; भग० ११, ११; माया. १; १३; पिं.नि. भा. ७; पि. नि. ४४६; निसी० १२, २०; कप्प. ३, ३२; -कार पुं० (-कार) यित्र ना२; सितारे. चित्रकार. painter; draftsman. अणुजो. १३१; -घरग. न० (-गृह-क)यितरे| घर; २001 य२. चित्रकाम से सुसजित गृह; रंगीत गृह. a house beautified or adorned with painting or pic. tures. उत्त० ३५, ४; राय० १३६; -ताण. पुं० ( -तान ) चित्र विचित्र ताण-पत्रने सामा त चित्र विचित्र धागा-वस्त्र का लंबा तंतु. a variagated or parti-coloured thread; a long Page #736 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्त] ( ७२५ ) [विसंग thread of a cloth. भग. ११, ११; & wonderful broom-stick. गच्छा. -दंड. पुं. (-दर) ती साडी. १२१; -रूव. न० (-रू) वियित५. रंगी हुई लकडी. a painted stick. विचित्र रूप. a wonderful appearभग० १; ३३; - पत्तश्र. पुं० (-पत्रक) ance or form. गच्छा. ११२; -वि. ચિત્રપત્રક; ચિત્રવિચિત્ર પાંખવાળે ચોઈદ્રિય चित्तपक्खग. पुं० (-विचित्रपक्षक) चित्र ७ विशेष. चित्रपत्रक; विचित्र पांखवाला वियित्र पांवा; या चित्र विचित्र चतुरिन्द्रिय जीव विशेष. g kind of four- पंखवाला. (one) possessed of partisensed living-being with parti. coloured wings. भग० १६, ६; coloured wings. उत्त. ३६, १४७; -~~-बाणा. स्त्री. ( -वीणा ) वियित्र -~-पयजुय. त्रि० (-पदयुक्त) वियित्र पी-सता२. विचित्र बीना ( वीणा ) पवागुं. पदयुक्त; विचित्र पदवाला. (one) सितार. a wonderful guitar with possessed of wonderful feet. six strings. राय० ८८: -सभा. स्त्री. पंचा. १९, ३९; -प्पहार. पुं० (-प्रहार) (-सभा) चित्रवासी -माश्चर्यकारी सभा. यासमा कोरेना वियित्र प्रह(२-भा२. चाबुक | चित्रयुक्त-आश्चर्यकारक सभा an extraइत्यादि का विचित्र प्रहार-मार. a won- ordinary ineeting. पिं. नि. ८०; derful stroke or blow of a lush नाया०८, १३; ~साला. स्त्री० (-शाला) ete. नाया० १७, -फलग. न० (-फसक) ચિત્રામણું શિખવાની શાલા; ચિત્રશાલા. यित्रनु पाटीयु. चित्र का तखता. a paint- चित्रकाम सीखने की शाला: चित्रशाला. ing-board or sheet " चित्तफलग a school of arts or painting. हत्थागए " भग. १५, १; नाया, ८;/ जीवा. ३, ३; -भित्ति. बी० (-भित्ति ) यितरेस नीत. चित्त. पुं० न० (चैत्र ) चैत्र महिनी. क्षेत्र चित्र से सज्जित भींत. a pictured wall. | मास. Name of a Hindoo month दस• ८, ५५; -माणंदिय. त्रि० (-मान- called Chaitra. उत्त०२६, १३; नाया. न्दित ) नु यिन आनन्या छ ते; ५; भग० ११, ११; ओघ० नि० २८३; जं. प्रसन मनवाटुं. जिसका चित्त आनंदयुक्त हो प० २, ३३, ५, ११५, ५, १२.; कण० ४, ऐसा; प्रसम चित्त. ( one ) possessed १६, ७, २०८; of jolly or gay mind. नाया. १; } चित्तउत्त. ० (चित्रगुप्त) [य- जं. ५० ३, ४३, -माला. स्त्री० (-माला) દ્વીપના ભરતખંડમાં થનાર ૧૬મા તીર્થંકર. वियित्र माना विचित्र माला. u variaga. चित्रगुप्त-जम्बूदीप के भरत खंड में होने ted garland. " सोहंत विकसंतचित्त. वाले १६वें तीर्थकर. The 16th माखा" दसा० १०, १; -रयण. न. would-be Tirthankara in (-रस्न ) चित्ररत्न-विविध जतना रनो. Bharata Khanda of Jambu चित्ररत्न-विविध जाति के रल. various | Dvipa. सम०प० २४१; । kinds of jewels. भग. ६, ३३; वित्तंग. ० ( चित्रांग ) २ सभी पुस -रयहरण. न. ( -रजोहरण ) चित्र आपन॥२-४८५ वृक्ष. विविध रंग के फूल वियित्र २९२९. चित्र विचित्र रजोहरण. देनेवाला-कल्पवृक्ष. ( One ) yielding Page #737 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्तकट्टर] [चित्तगर flowers of various colours; a Kachha Vijaya. जं.५० ६, १२५; desire-yielding tree. सम• १०; (२) क्षेत्रमा नि१५ तथा ८३४ ठा० ७, १; जीवा. ३, ३; प्रव०१०८१; (२) જોજનને સાતીયા ચાર ભાગ ઉત્તરે સીતા ચિતરાની એક જાત; હિંસક પશુની એક નદી ને પૂર્વ કાંઠે આવેલ એક પર્વત. Mत. एक जाति का चीता; हिंसक पशु की । देवकुरु क्षेत्र में निषध पर्वत से ८३४ योजन एक जाति. a kind of leopard; al व सातीया चार भाग उत्तर में सीता नदी kind of flesh-eating beast. . के पूर्व किनारे पर आया हुश्रा एक पर्वत पन.१; a mountain on the eastern चित्तकट्टर. न. ( * ) सुखानु नीयतुं bank of the Sitā river and तीयु (यित्त-सुंडा-३२-3331). टोकरी in the north at a distance के नीचे का तला; चित्त-टोकरी-कट्टर-टुकडा. ! of 834 Yojanas from the Lower part of 8 basket. Nisadha mountain in Devaअणुत्त• ३,१; kuru Kśetra. .90 ( ) orang चित्तकणगा. श्री. (चित्रकनका) विदिशा દીપના મેરૂથી પૂર્વ દિશામાં પહેલી સીતા ચક પવૅત ઉપર રહેનારી ચાર દિશાકુમારી મહાનદીના ઉત્તર કાંઠા ઉપરનો એક વખારા आमानी 40. विदिशा के उपर रहने पत. जम्बू द्वीप के मेरु से पूर्व दिशा में वाली चार दिशाकुमारी में से दूसरी. The पहिली सीता महानदी के उत्तर किनारे second of the four Diśākuināris ऊपर का एक वखारा पर्वत. & Vakhara living on the mountain inountain on the northern called Ruchaka of Vidish. जं. bank of the first great river प. ५, ११४; (२) लगतना कम Sitã in the east of Meru સમયે દીવી લઈને ઉભી રહેતી એક mountain of Jambu Dvipa. विमारी. भगवन्त के जन्म समय पर दीपिका लेकर खडी राने वाली एक चित्तग.पु. (चित्रक)यित्तरे।; पशु विशेष. विपुत्कुमारी. a Vidyutkumari चीता; पशु विशेष. A leopard; a standing or waiting with H ___kind of brute. जं. ५० torch at the time of Tirthai- चित्तगर. पुं० (चित्रकर ) यित्तारे। मित्र:kara's birth. To Y, 1; नार. चित्रकार. A painter. नाया० ८; बित्तकूट. पु. (चित्रकूट ) २७ वियिनी -दारय. पुं० (-दारक ) यिताराना पुत्र. पूर्व स२९६ ९५रने संभा२पत. कच्छ चित्रकार का पुत्र. a painter's son. विजय की पूर्व सरहद के ऊपर का वखारा नाया. ८; -लद्धि. श्री० (-सब्धि )यित्र पर्वत. A Vakhara mountain मालेगवानी शति. चित्र का आलेखन on the eastern boundary of ___ करने की शक्ति . power or capacity * शुमा १४ नगर १५ नी ५टनोट (*). देखे पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #738 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्तगुत्ता] ( ७२७ ) [चित्ता of drawing picture. नाया० ८; being. पन्न. १; -सेणि. स्त्री० (-श्रेणी ) सितारामांनी चित्तमंत. त्रि. ( चित्तवत्-चित्तं जविलक्षणं पंडित. चित्रकारों की पंक्ति. a line of तदस्यास्ति) सयित्त; स७१ १२तु. सचित्त painters. नाया०८; -चित्तगुत्त. पुं० सजीव वस्तु. A living being or ( --चित्रगुप्त) चित्रगुप्त नामे सरत क्षेत्रमा thing. उत्त० २५. २४; सूय. १, १, १, આવતી ચોવીસીમાં થનાર ૧૬મા તીર્થંકર. २; पाया० १, ५, २, १४८; सम. २१; चित्रगुप्त नामक. भरत क्षेत्र में आगामी | दसा. २, १८; दस० ४, ६, १४; निसी० चौवीसी में होने वाले १६ वें तीर्थकर. | Chitragupta, the 16th of the | चत्तरस. पुं० (चित्ररस-चित्रा विचित्रा रसा 24 would-be Tirthankaras of मधुराः संपर्यते यस्मात् ) वयित्र २सना Bharat Ksetra. प्रव. २१६, ४७१%B ભોજન-ખાદ્ય પદાર્થ આપણુર કલ્પવૃા. चित्तगुत्ता. स्त्री. ( चित्रगुप्ता ) यमरेन्द्रना विचित्र रसयुक्त भोजन-खाद्य पदार्थ देनेवाला सोपासनी श्री अग्रभडिपी वी. चमरेंद्र कल्पवृक्ष.A tree yielding eatables के लोक पालकी तृतीय अग्रमहिषी देवी. and diet of various tastes. प्रव. The principal queen of the 3rd १०८१; सम. १०; ठा. ७, १; जीवा. Lokapāla of Chamarendra. ठा० ४, १; भग० १०,५; (२) इक्षिणचित्तल पुं० ( चित्रक) गदी ५४; चित्तरो. દિશાના ચક પર્વત પર વસનારી આઠ | जंगली पशुः चीता. A wild beast; & दिशामाशामांनी सातमी. दक्षिण दिशा ! leopard. जीवा० ३. ३; (३) त्रि.वियित्र के रुचक पर्वत पर रहने वाली श्राट दिशा । गन: ४१५२यि. विचित्र रंगका; कबरा. कुमारी में से सातवी. the seventh of | variagated; parti-coloured. the eight Disā Kumāris resi- गच्छा० १२०; -अंग. त्रि. ( -अङ्ग) ding on the Ruchaka mountain अवयित्रा सवाj. कबरे अंगवाला. of the southern direction. (one ) having various colours. जं. प. ५१४; जं० प० २, ३६; भग० ७,६; चित्तराणु. पुं. (चित्तज्ञ ) भन्ने जाना२. चित्तलय. त्रि. (चित्रक) २ थेरंगी; मन को जाननेवाला. ( Ope ) who | भने गर्नु. विविध रंगका; अनेक रंगका. reads the heart. विशे० ६३७; Of various colours. ओघ०नि०७३५; चित्तपक्ख. पुं० (चित्रपक्ष ) वेर अने/ चित्ताल. पुं० ( चित्रलिन् ) मुनि स५ वेलीन्द्रना सोपासनू नाम. वेणुदेव व 32 -यितण- नामयी समय छे. वेणुदाली इन्द्र के लोक पाल का नाम. मुकलिन सर्प कि जो-चितल- नाम से पहिName of the Lokapala of चाना जाता है. A kind of serpent. Veņudeva and Venudāli पन्न. १; Indra. ठा० ४, १; भग० ३, ८; (२ ) चित्ता. स्त्री० (चित्रा ) चित्रा नामनु नक्षत्र. या२ न्द्रियवा से ७०५. चार इन्द्रिय- चित्रा नामक नक्षत्र. A constellation वाला एक जीव. afour-sensed living of this name. " दो चित्तायो " ठा. Page #739 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चित्तामूलग] ( ७२८ ) [चियत्त २, ३; अणुजो० १३१; सम० १; ठा० १, चित्रकार. An artist; a painter. १; नाया० १; सू• प० १०; कप्प०६, १६६ क. गं. १, २३; (२) पहेला वसोना-शना सोपाल चित्ति-य. त्रि. ( चित्रित ) थितरे. भोमनी त्री पट्ट२।९।. पहिले देवलोक के चित्र काम कियाहुआ. Pictured;paintइन्द्र-शक के लोकपाल सोम की तृतीय पट्ट- ed. कप्प. ३, ३२; भत्त० १०६;-तल. infr. the third principal queen न० ( -तल ) वितरेतलायु. चित्र काम of Soma,theLokapāla of Sakra, किया हुआ तला. a painted floor. the Indra of the first heavenly कप्प. ३, ३२; region. ठा० ४, १; भग० १०, ५; (३) चिन्न. वि. ( चीर्ण ) आयरेस; पाणेल. ભગવંતના જન્મ વખતે દીવો લઈને ઉભી आचरण किया हुभा; पाला हुआ. Adopt२नार से विधुरभारी वी. भगवंत के ed. सूय. १, ३, २, १८; पि. नि० २६७; जन्म समय दीपक लेकर उपस्थित रहनेवाली (૨) જેમાં એક વખત જવાયું હોય તે एक विद्युत्कुमारी. a heavenly dam. प्रदेश. जिसमें एक बार जाना हुधा हो sel who stands with a lighted वह प्रदेश. the part of a country lamp held in a hand at the which is once visited सु. प. १; birth time of a Tirthankara.ठा० | चिपिड. त्रि. ( चिपिट ) २५९. चपटा; ४, १(४) पहिशाना ३२ पति 6५२ | बैठादा Flat. नाया. ८: २नारी या२ शिा भारीमानी पहेली.. चिमिढ. त्रि. ( *चिपिट) २५ नयाj. विदिशा के रुचक पर्वत ऊपर रहने वाली । बैठेहए नाक वाला; चपटा.(One) hav. चार दिशा कुमारी में से पहिली. the first ing fiat nose. "चीणचिमिढणासानो" of the four Disākumāris resi. नाया. १; ८; पि. नि. ४१८; ding on the Ruchaka mount | चिय. त्रि. ( चित ) 8414- वृद्धि पामेस. in an oblique direction. To go उपचय-वृद्धिप्राप्त. Increased; risen. ५. १५५, ५, ११४; उत्त. १,६; पिं. नि. ४०५; चित्तामूलय. पु. (चित्रमूलक ) तीमा २स- | चियगा. श्री. (चिता) यिता; ये. चिता; पाणी मेजतनी पनरपति. तीक्ष्ण रस. ___A funeral pyre. राय० अंत० ३, ८; वाली एक जाति की वनस्पति. A kind | चियस. त्रि.( * ) प्रेम पालना२; of vegetation having pun. प्रिय. प्रेम उप्तन करनेवाला; लोकप्रिय. gent taste. पन. १७; Liked by the public; popular. चित्तार. पुं० (चित्रकार )यित्तारे।. चित्रकार; ओव. ४०; भग० २, ५; राय. २२५; चितेरा. An artist; a painter. दस० ५, १, १७, पन.१; चियत. त्रि. (स्यक्त )त छ।. त्याग चित्ति. त्रि० (चित्रिन् ) मित्र.२; यित्ता. कियाहुश्रा; छोडाहुभा. Abandoved. * गुमे। १४ नम्५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #740 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिया ] ( ७२६ ) [चिरोधाय ओव० १९; कप्प० ५, ११५; -देह. त्रि practised from a long time. भग (-देह-देहत्यकोवधबन्धाद्यावरणाद्देहोयेन) १४, ७; ~ठिइ. स्रो० (-स्थिति ) वक्ष्य तोय छे ( शरी२ ) नु ममत्व ( शुश्र. वयत सुधा स्थिति; सांभु मायुप. बहुत पा ) मे. त्याग किया है देह (शरीर) समय तक स्थिति; दोघायुष. long dura. के ममत्वको ( शुश्रुषादि ) जिमने ऐसा. tion of life. भग० २, ५; क. प. ४. (one) who has ceased from ३८; -स्थमिश्र. वि. ( - अस्तीमत ) taking care of one's own body घा वमतथा १६२॥ यये बहुन समय में भग० १०,२; दसा. ७, १; वव० १०, १: जो अदृश्य हुआ है वह. invisible from चिया त्रा० ( चिता) यिता; ये५. चिता; चह. a long time. नाया ० ४; --स्थिअ.त्रि. A funeral Pyre. उत्त० १६, ५७: (-स्थित ) | १ . बहुत समय मु. च. १३ २४; सग० १,१; तक रहा हुआ. long lived. दसा. १०, चियाग. पुं० ( त्याग ) त्या त्याग. ३; -परिचित. त्रि. ( -परिचित ) Abandonment. ठा५. १: सां१मतया पश्यिय पाणु बहुत समय चिया पुं० ( त्याग) त्या ४२ ते. उपाधि परिचय वाला. familiar from a long का त्याग करना Ahandoning. ठा. time. भग. १४.: - राय. न. (-राग्र) ५, १; नाया. १०, जामत: यामा : 144001 सुधी. चिर. न. (चिर) i nt: पयो ।. बहुत समयः दोघ काल. for long लंबा समय; दीर्घ काल. Long time. __ time; up to death. पाया. १, ६, श्राव. ३४; भग० १, ६ : ३. ७: नाया. 1; ३, १८५: सय० १. .. ३, ६; -संथुत. २, ४, ८: ---श्रणुगदा त्रि. ( अनुगत )। त्रि. ( संस्तुत बायतुति १२ यितथा अनुसन; सत्या. चिरकान से । य. बहुन समय से मनुत किया हुश्रा. अनुगत-सहचारी. of n long stand- praised from a long time. HITO ing. भग० १४, ७: -अणुवत्ति. स्त्रा० १४, ७: --संसि. त्रि. ( -संपृष्ठ ) पण (-अनुवृत्ति) या तथा मन ति. पत्या मान-समयमा सातु, बहुत बहुत समय से अनुकूल वृत्ति. favourable समय से मिला हुश्रा संबध म प्राया हुश्रा. disposition from a long time. in contact from a long time. भग०१४, ७; -उव्वलण. न.(-उद्वलन) भग० १४; ७; લાંબા વખતની ઉદ્દલના-કર્મના વળ ઉપ- चिराइअ. त्रि. ( चिरादिक ) aprail सते. दार्घ काल की उलना-कर्म का मतया बनी श३सात डाय ते. बहुत दीर्घ उलझाव सुलझाना. forcing the काल स जिसका प्रारंभ हो वह. ( Some. Karina into maturity to as thing ) begin from a long ७, ४२; ~गय. त्रि. ( - गत ) या __time. भोव मतथा गयेj. बहुत समय से गया हुअा. चिराईय. त्रि. ( चिरातीत ) यणे। पुरातनी; gone from a long time. नाया. पाड प्राचीन. बहुत पुरातनः अति प्राचीन. १६; -जुसि. त्रि. ( - जुषित ) यि२- Very old; भगं० १५, 1; विवा. १; ४३था परिसवित. चिरकाल से परिसवित. चिराधीय वि० ( चिरधौत) ५। ५५तथी ___Vol. It'92 Page #741 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिलाईपुत्त] ( ७३० ) [चिल्लडय थे.येसुं. बहुत समय पहिल धोया हुआ. self and got initinte 1. विशे०२७६६. Washed a long time before.दस. नाया.१८:(२) २७: लीदानी गत. म्लेच्छ भाबकी एक जाति. a elass of चिलाईपुत्त. पुं० (चिलातीपुत्र) २१. alborigines. जं. प. पण्ह. १, १: ગૃહ નિવાસી ધનાશા શેઠની ચિલાતી નામે | (३) (311 सिमा रहेना२. किरात देश में हासीन पुत्र-सात सूत्रमा प्रसि छे. राज- रहनवाला. one living in Kirata गृह निवासी धनाशा शेठ की चिलाती नामक contry. नाया. १८; पन्न. १; दासी का पुत्र ज्ञाता सूत्र में प्रसिद्ध है. The -तकर. पुं० ( - तस्कर ) नितिने। name of the son of Chilāti, चो२. भिल्ल जातिका चार. a thief of the maid of Dhanāśā, a resi Bhilla caste नावा० १८:-दास. पुं. dent of Rajagriha. भत्त० ८८; (-दास) मे नाभनो मे चन्नासाथ पालना नाया. १८; संस्था० ८५ हस-न।४२. चिलात नामक एक धन्नासार्थवाह चिलातिया. स्त्री० ( किरातिका) शित देशमा का दास नौकर. an attendant of उत्पन्न यये। हासी चिलात-किरात देश में Dhanna Sarthawaha. नाया• १८; उप्तन्न दासी. A maid born in | चिलिण. त्रि. (*) पशुचिः अपवित्र. अशाच the country named Kirata. | अपवित्र. Impure; unholy. ओघ० भग० ६, ३३; नाया. १; दसा० १०, १; ! नि. १९५; जावा. ३, १; चिलाती. श्री० (किराती) शत नमन। विलिमिणी. ना. (*) ५ हो; दावा- परखी. सनाय देशमा भन्न थये। हासी किरात | परदा; ढांकने का वन्न. A curtain; a नामक अनाय देश में उप्तन्न दासी. A cloth used as a curtain of maid born in the Aurya १६७; country named Kiratis. जं. प. चिलिमिलिगा. स्त्री. ( * ) से। चिलाय. पुं० (किरात) पनी साय ५६ने "चिलिमिणी" श... देखो “चिलिमिणी" से हासन त य योर न्यो ५८ शब्द. Vide. "चिलिमिणी' सूय०२,२,४८; यार हत्या ४२१, १२।५ ५.भ्यो भने चिलिामलिया. लो. ( * ) हरी; १२१. साथी सने यात्म श्रे॥ सायं. धन्ना साथवाह __ रस्सी; डोरी. A string. वेय. १, १४; का एक दास कि जो उद्धत होकर चोर चिलिमिली स्त्री. ( * ) ५७; 23. बना, अंत में चार हत्या कर, वैराग्य परदा; चक A curtain. अाया० २, २, को प्राप्त कर दीक्षा धारण की व प्रास्मश्रेय ३, ८८; ओघ• नि० ७८; का साधन किया. An attendant of ] चिल्लग. त्रि. ( * ) हाप्यमान; शDhanna Sarthawaha. He ! मान. देदीप्यमान; प्रकाशमान. Lustr. became a thief,committed four ous; shining. नाया• १६; पन्न० २; murders but then realised his, चिल्लाय. पुं० ( * ) यो । * गुमो ५४ ५२ १५ नी ५.नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #742 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चिल्लणा] ( ७३१ ) [चार श्री ना५२. लोमडी; एक जंगली पशु. -तल. न० (-तल ) हायमान भूमिनु A jackal. आया. २, १, ५, २७ ती यु. देदीप्यमान भूमि का तल. the surचिल्लणा. स्त्री. (चिल्लना ) श्रेणि रागनी face of a bright earth. नाया. १; ५४२राए नाम. श्रेणिक राजा की पट्टरानी भग. १३, ११; का नाम. The name of the चिल्ली स्त्री. (चिली) मे नामनी सीसी न. principal queen of the king २५ति. इस नामकी हरी वनस्पति. A kind Srenika, भग० १, १; of green vegetation. पन० १; चिल्लय. त्रि. ( * ) तु मान. | चिहुर. पुं० (चिकुर ) श; पाण. केश; बाल. चमकताहुआ; देदीप्यमान. Shining. _Hair. सु० च० १, १; परह. १,४; चीण. पुं० ( चीन ) यीन-देश. चीन दश. चिल्लल. पुं. न. (चिल्वल) मिश्र China. (२) त्रि० थान शनी खास. ६५३ स्थान. जल मिश्र कीचड वाला चीन देश का रहने वाला. a resident स्थान. A spot with mud of China. प्रव० १५१८; जीव. ३,३; and water mixed together. परह. १, १; पन्न० १; (३) त्रि. दान; भग० ५, ७, पन्न० २, नाया० १; सधु छोटा. small नाया०८-अंसुअपुं० विल्यम शनी २वीस. चिल्वल देश का य. न. (-अंशुक) यी शनी नारटर्नु रहनेवाला. a resident of the रेशमी यस. चीन देश की बनावट का country Chilvala. परह. १, १; रेशमी वस्त्र. China-silk. आया. २, ५, पन्न० १; (३) मे परीवा सी १४५, भगः ६, ३३; दसा. १०,१; (४) नाय२; वित्त।. दो खुर वाला जंगली ચીન દેશનાં કીડાઓની લાળથી ઉપજ जानवर. a wild animal having यतु सूत्र; रेशम. चीन देश के कीडों की two hoofs. पराह. १, १; नाया. १; राल से उत्पन्न तार; रेशम. a sort of चिल्ललग. पुं. ( चिहलक ) से परीवाना silk-thread got from the salivit गली पशु सासर २० कोरे. बारहसींगा; of a certain insect in China. दो खुर वाला जंगली पशु. A two-hoofed | अणुजो० ३७; wild animal viz. elk etc. भग. ६, चाणीपट्ठ. पुं. (चीनपिष्ट ) सि-६२. सिन्दूर. ३४; जीवा०३,३; पन.१,११; जं०प०२,३६; ___Red lead. राय० ५३; (२) El. चिल्लित. त्रि० ( * ) सुशामित: अहील. हिंगलू. vermilion. पन. १५; सुशोभित; प्राप्त. Adorned; bright. वीणवि. पु. (चीनपिष्ठ) हीमो. हिंगलू. सू० प० २०; ___Vermilion. जीवा० ३, ३; चिल्लिय. त्रि. ( * ) H; प. चीर. न० (चीर ) १९; तुम. वन; कपडा. दप्ति; प्रकाशित. Shining; bright. Clothes. उत्त. २६, २६; पिं० प्रोक० २४, भग० ६, ३३; जीवा० ३, २, नि. भा. २३; ( २ ) नी - ५२. * मी ५४ २ १५ नो टने(*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #743 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चीरल्ल ] वृक्ष की छाल का वस्त्र & cloth mad of barks. उत्त०५, २१ चीरल्ल. पुं० ( चीरल ) भीरज, पक्षी विशेष. चीरल; पक्षी विशेष. A kind of bird. परह. १, १ – पोलय. पुं० ( - पोषक ) सीरव मनावर घोषनार - पालनार चीरल जनावर का पोषणु-पालन करने वाला. one who keeps or tames a bird named Chirala. निसी०६,२३; चीरिंग. पुं० ( चारिक ) शेरीमां दे २स्त भां પડેલ ચીથરાને मुरम मनावी धारण इनार से वर्ग गली मे किंवा रास्ते में मार्ग में पडे हुए चीथडे का गरदा बनाकर धारण करने वाला एक वर्ग. A class of people who put on a face cover of a rag thrown road or street onl चीरिय पुं० ( चारिक ) ६. देखो चीरिंग " नाया० १५; चीवर न० ( चीवर ) वस्त्र; लुगडु कपडा. A cloth; clothes. ठा०५, २१ भग० २, ३; आया० २, ३, २, १२१ निसां० १०, ५३; जं० प० "" " चीरिंग शब्द जो० २०; भुखो " चारिंग " Vide 37 se. त्रि० ( ब्युत ) भ्रष्ट थयेस; वे મણ पाभेल. भ्रष्ट; मृत्यु प्राप्त. Deceased; fallen ; degraded. श्राया० १, १, १, ३; १, २, ३. १२५ उत्त० ३, १७; ७, ८, १४, १; १६, ८ ओव० ३८; सम० ७; जं० प० ७, १४१; आंघ ० नि० १२ कप्प० १, १, ३, ४, ६२; दुसा० ( ७३२ ) ८, १ नाया० ७; ८; ६; भग० ७, ३ सु० च० १५, ६८; पण्ह० २, ५: विशे० १६७६; foot-note (*) P. [ खुंढी - धम्म. त्रि० ( - धर्म ) धर्मथी लष्ट; धर्म थी पतित धर्म से भ्रष्ट, धर्म से पतित . fallen from the path of religion. दसा० ४, १६ : चुआचुासेशिया. स्त्री० (च्युक्त्ताच्युतश्रेणिका) ચ્યુતા ચુત શ્રેણી ગણુતા; દ્રષ્ટિવાદાન્તગત परिनोडले.. च्युताच्युत श्रेणी गणना; द्रष्टिवादान्तर्गत परिकर्म का एक भेद A division of Parikarma in Dristivāda सम० १२; चु श्राचु श्र सेणिया परिकम्म न० (च्युनाच्युतश्रेणिक परिकर्मन् ) द्रष्टियान्तर्गत परि सात द्रष्टिवादान्तर्गत परिकर्म का सातवां भेद. 'The 7th division of Parikarma in Dristivāda. नंदी ● ५६ : चुश्राचुश्रावत न० (च्युताच्युतावर्त) युग्माચુઅ સેણિઆ પરિકતા ચાદમે ભેદ चुचु सेणिश्रा परिकर्म का चौदहवां भेद. The 14th division of Parikarmain Dristivāda. नंदी ० ५६; चुंचु. पुं० ( चुचुक ) मे ना ये नार्य देश. इस नामका एक अनार्य देश. An uncivilised country of this name प्रव० १५६५ : चुंचुण न० ( चुञ्चुन ) थे उन्नति एक आर्य जाति An आर्य ज्ञातिAryan race. पन १; चुंचु पुं० ( चञ्चुक ) से लतिनो भेड लेह म्लेच्छ जाति का एक भेद A sub-division of non-Aryan race. जीवा० ३, ३ चंढी स्त्री. ( * ) नानी कुछ छोटी कुइयां. * भुग्यो पृष्ठ नम्यग 14 नी पुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide 15th. For Private Personal Use Only Page #744 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चुंबण] ( ७३३ ) [ चुराण A small well. नाया. १; and there while paying resचुंबण. न० (चुम्बन ) युन, न्युभी. चुम्बन pects to an elderly ascetic. Kissing; a kiss state gout; प्रव० १५३: चुक्क धा• I. (प्रश्) युकी rg: मुखी चुडिली. श्री. ( * )ी अमि का पु. भूल जाना To forget; to err. प्रकाशना व निस्तेज होना. Gleaming of चुलति. गच्छा. ३२; fire. प्रन. १७६; चुक्क त्रि. ( * ) सेलु नुसुं भुना सुरलि. मी. ( * ) सातो पानी हुआ. Baked; roasted. सुच०६,१५; | पू. जलताहुआ घांस का पूला. A burnचुक्ख. त्रि. (ोष) ये..iy; पवित्र शुद्ध ing bunch of bay. भग. १, ३३. पवित्र Best; pure, जं. प. Vचुराण. धा• I. (चूर्ण) ; पीस. यूल चुचुय. पुं० ( चुचुक ) युयुः नाभनी ।. ७२. पीसना; चूर्णकरना. To pound; to चुचुक नामक देश. Name of a grind. country. (२) त्रि. ते शमां सना२. चुरिणउण. सं. कृ. सु. च. २, ४०७; उस देश में रहने वाला. a resident चरिणय. सं. कृ. भग० १४, ८; जीवा० ३: of the above country. भग० ३, चुराण पुं० न० (चूणे ) भु; रेत. चूर्ण. २; पगह. १, १; Powder. पंचा० १३, १५, कप्प. ३, ३२; चुचुया. स्त्री. ( चचुका ) रतनने। अभाग. पन्न. १; १७; सू० प. २०, निसी० १३, ही. स्तन का अग्रभाग-घुण्डी. The ५८; (२) मे सामने शुक्छे।-२७, nipple or text of a breast. वनस्पति. इस नाम का गुच्छा-गुच्छ, जीवा. ३, ३; वनस्पति. a kind of vegetation in चुच्चुय पुं० ( चचुक ) रतननी हटी. स्तन the form of eluster. पन. १; (३) की धुण्डी . The nipple of a breast. કેશર કસ્તૂરી વગેરે સુગંધિ દ્રવ્યનું ચૂર્ણ. राय. १६४; केशर कस्तूरी इत्यादि सुगंधिमय द्रव्यों का ® चुडण न० ( * ) तुतुं ययु; टी . चूर्ण. a powder prepared of पुराना-जीर्ण होना; फट जाना. Wearing sattion and other scented out. पिं.नि. भा. २५; substances, पर ह. २, ४, जीवा०३, ३, चुरलिय. पुं. (चुलिक ) 341यानीपो भग. ३, ७, ११, ११; (४) यमनकारी રજેહરણ ફેરવતાં વંદના કરવાથી લાગતો यूए; सु४१. चमत्कारी चूरण, मंत्रित चूरण. हाप; नाना त्राशी ५ रजोहरण a miracled powder. निसा• १३, घुमाकर वंदना करने से जो दोष लगता है ५८, ६१; (५) युनो. चूना. lime.विवा. वह; वंदना का बत्तीसवां दोष. A fault २; -भारुहण न० (-श्रारोहय) अमीर incurred by moving a Rajo. । --३२ पोरे यढायांत. अवीर-केशर harana (a kind of brush ) here } इत्यादिका चढाना. offering of scented * मा १४ न.१२ १५ नी पुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foo-note (*) p. 15th. Page #745 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चुरणय ] ingredients viz. saffron etc. नाया० २; -- गुडियगात्त. त्रि० (- गुडित गात्रं ) युनाथी रायसा शरीर वागुं चुने से बिगड़ हुए शरीर वाला; चूना लगे हुए शरीर वाला. (one ) with a body smeared with lime. वित्रा० २; - जुत्ति बो० (-युक्ति ) अमीर-गुलाल વગેરે ચહુ બનાવવાની યુક્તિ-વિજ્ઞાન; ૬૪ आभांनी खेड. अबीर-गुलाल इत्यादि चूर्ण | बानने की युक्ति - विज्ञान; ६४ कलाओं में की एक कला. a method of preparing H red powder known as Gulala. ओव० ४०; नाया० १: -- जोय. पुं० (योग) स्तंनाहि उर्भ योग. स्तंभनादि योग. wedicine etc. which lengthen the period of sexual intercourse. नाया० १४ – वास पुं० (वर्षा) यू - डेरार विगेरे सुगधि द्रव्यनी दृष्टि चूर्ण- इत्यादि सुगंधित द्रव्य की दृष्टि shower of scented things as saffron etc. नाया०हे; जं०प०५. १२१; चुरणय पुं० (चूक) सुनो चूना Lime. विवा०२: - पेसिया स्त्री० (-पत्रिका) यूगु पीसारी हासी चूर्ण पीसने वाली दासी. & maid who works as a pounder. ( ७३४ ) भग० ११, ११; gfun-a. ft• ( qüa) YI YU sä; यूथयेस. चूरी किया हुआ; चूण चारत. | Poundered; reduced to atoms. उत्त० १६, ६८; नाया ० १; चुरिणगाभाग पुं० ( चूर्णिका भाग ) भागने पशु लाग; अशनो अंश भागका भी भाग. A division of a division ७, ११४; १३३; खरिण्याभेद. पुं० ( चूर्णिकाभेद) लुभे उपो शह देखो ऊपर का शब्द Vide above. पन० ११; चुत त्रि० ( च्युत) हरा प्राश्ना आधी भ्रष्ट भयेतुं प्रणुरहित असुं दश प्रकार के प्राणों से भ्रष्ट; प्राणरहित बना हुआ. Life - less. अणुजो० १६; भग० १, १६ चुन्न. पुं० ( चूर्ण ) Mहुए युग के भाणुस ઉપર નાખવાથી હુ-શેકને વશ થાય. जादूई चूी कि जिसको मनुष्य पर डालने से हर्ष - शांक के वश हो. A miraculas powder which subjugates man when thrown upon him. पिं० नि० ४० ६; ( २ ) आटे लोट श्राटा. flour. सु०च० ३, २०७; प्रव० ५७५; (३) सूर्या भु. चूर्ण powder. प्रव० २४४; चुन्नग. पुं० ( चूर्णक ) सोयई-सुरंभ दि य सुरया; सूरमाद चूर्ण. Colirium ete. in a powdered form निर० ३, ४; चुम्नी स्त्री० ( चूणी) यूगु लुम्, लोट चूर्ण, आटा Powder. पिं० नि० २४०; चुप्पालय पुं० (*) विनय नामना हेनुं युत्रा लय-शस्त्र २. या घ२ विजय नामके देवका अयुधालय- शन रखने का गृह. A place for keeping weapons belonging to the god Vijaya. जीवा ० ३, ४ : चुलगी. स्त्री० ( खुलना ) ६ पिसपुरना राजनी રાણી; બ્રમ્હદત્ત નામના બારમાં ચક્રવતી ની भाता. कम्पिलपुर के राजा की रानी; ब्रह्मदत्त नामक बारहवें चक्रवर्ती की माता. The name of the queen of the king of Kampilapura. उदा० १, २; [ चुलणी * । पृष्ट २१५ नी फ्रुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only H Page #746 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चुलसी] ( ७३५ ) [चुल्ली उत्त० १३, १; सम प० २३४; जीवा० ३: युमणी नामनी ! ( २०ी). द्रुपद राजा चुलसी. स्त्री० (चतुरशीति ) योसशी; ८४. । की चुलणी नामकी देवी ( रानी ). Name चोर्याशी; ८४. Eighty-four. प्रव० ८; । of the queen of the king चुलसीइ. स्त्री० ( चनुरशीति.) यशशी; ८४. Drupada. नाया. १६: चौरासी की संख्या; ८४. Eighty- चुल्लसपग. न. ( चुल्लशतक ) युवशत four. क, गं. ६, ५३; भग० २०, १०; નામને મહાવીર સ્વામિનો એક શ્રાવક; ४२, १; नाया. ८; सू. प. १; -सम- ६० श्रापभाना थे. चुल्लशतक नाम का जिय. पुं. ( -समजित ) य.राशीना महावीर स्वामी एक का श्रावक; दस श्रावकमेसे संन्यथा संभात-भाय थाय ते. चोरासी एक. One of the 10 layman folका संख्या से संगृहीत-भाज्य होवे वह. a lowers of Mubavira. उवा० १, २; suin which can be divided चुल्ल हिमवंत. पुं० (चुल्ल (लघु) हिमवत्) by eighty-four. भग० २०, १०; ભરત ક્ષેત્રની મર્યાદા બાંધનાર પર્વત; ભરત * चुल्ल. त्रि. ( * ) सानु वधु. छोटा; અને હેમવયને જુદું પાડનાર ( બેની વચ્ચે लघु. Small; tiny. पन्न० १६; जं. प. सावे ) पर्यत. भरत क्षेत्र की मर्यादा उवा० १, २, कप्पसुअ. न० ( -कल्प. बांधने वाला पवत. A mountain सूत्र ) २८ निभानु श्रीrg. २६ bounding the limit of Bharata उत्कालिक में से तीसरा. the third of Ksetra. जीवा० ३,३; सम० ७; भग. ६, the 29 Utkülika. ( Sütras ). ३; जं. ५० ५, १२०; ११४; १; १०; पन. नंदी० ४३; -पिउ. पुं० ( -पितृक ) १६; उवा०१,७४; -कृड. (-कूट ) २६६ पिताना नानासा: 1. पिता का छोटा હિમવંત પર્વત ઉપરના અગીયાર ફૂટમાનું भाई; काका. uncle; the younger ij शिम२. चुल्ल हिमवंत brother of u father. " अजए पजए पर्वत के ग्यारह कूटमें से द्वितीय कूट-शिखर. वावि बप्पो चुल्लपिउत्ति य” दस० ७, १८ the second out of 11 summits --माउ. स्त्री० ( -मातृ ) मे “ चल्ल of the mountain Chullahimaमाउया " श६. देखा " चुल्लमाउया " Vinta. हा० २, ३ शब्द. vide “ चुल्लमाउया '' नाया० १; चुल्ल हिमवंता. स्त्री. ( चुल्ल हिमवती) -माउया. स्त्री० (-मातृका ) मारमान ચલ હિમવંત ગિરિ કુમાર દેવતાની રાજमाता. सौतेली माता. step-nmother. धानुं नाम. चूल्ल हिमवन्त गिरि कुमार " कूणियस्सरण्णो चुल्लमाउया" अंत० ८, देवलाकी राजधानी का नाम. Name of १; निर० १, १; विवा० ३; the capital city of the god चुल्लग. पुं० ( * ) मात; २१४. भात; Chulla Himavantagirikunāra. खुराक. Food. पिं० नि० ८४; ज.प. चुल्लणीदेवी बी. (चुलणीदेवी) द्रु५४ २नी चुल्ली. स्त्रा० ( क्षुल्ली ) यूरी; यूसी; न्यानो * जुमे पृ४ न२५२ १५ नी ५टना2 (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Page #747 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चूत्र-य] ( ७३६ ) [ चूलिअंग यूला. चूल्हा; छोटा चूल्हा. A small | चूयगवडिस. न. (चूतकावतंसक ) मे stove. पि. नि० २४६; जीवा० ३. १; नामर्नु मे नु विमान. इस नामका एक उवा. २, १४: इन्द्रका विमान. A Name of an चूत्र-य. पुं० ( चूत ) - वृक्ष. श्राम का | abode of Indra. राय० १०३: भग. वृक्ष. A mango tree. विशे० ३३ / १७२४; सु० च० ६, ६४; तंडु. ६; (२)/ चूयवडिसा. स्त्री. ( चूतावतसा) सोधमेन्द्रनी सूर्याभना याप्रवननी २१ ता. सूर्याभ समापी वानी पानी. सौधर्मेन्द्र की के पाम्रवन का रक्षक देवता. the guard. अप्रमादृषी देवी की राजधानी. The ian deity of the mango forest capital city of the principal qu. of Suryabha. जं०प० ५, १२२; राय. een of Saudharinendra. ठा०४, २: १४०; जीवा० ३, ४; (3) मे नामनी चूया. स्त्रा० ( चूता ) साधमेन्द्रनी भाषासता. इस नाम की लता. a name of a नानाधानी. सौधर्मेन्द्र की अग्रमहिषी का ereeper. पन्न. १; -लया. स्त्री. पाटनगर. Vide above. ठा० २, ४; ( -लता) Ainानी सता-zil. अाम्रलता; Vचूर. धा• I. (चूर ) यूरे।४२वा; लing. ( आम की लता). a mango creeper. चुराकरना; तोड़ना. To pound; to ओव० -वण. न. ( -वन ) सूर्याल reduee to atoms. चूरे इ. नाया० १६: વિમાનના ઉત્તર દરવાજેથી ૦૦ જજનઉપર चूरता. सं. कृ. नाया० १६; આવેલ આંબાનું એક વન કે જે સાડાબાર चूलणी स्त्री० ( चूलनी ) ५त्त वतीना હજાર જેજન લાંબુ અને પાંચસે લેજન भाता. ब्रह्मदत्त चक्रवर्ती की माता. The पाणुछे. सूर्याभ विमान के उत्तर दावाजे mother of Brahmadatta से ५०० योजन पर आया हुआ श्राम का एक Chakravarti. जीवा ३; १: बन कि जो साडे बारह योजन लम्बा व पांच चूला. स्त्री० (चूडा ) त्योटी; शिमा, योटवी. सौ योजन विस्तृत है. a mango forest शिखा, चुटियां. Summit; peak. नदी० 12500 Yojanas in length and १७;-उवणयण न० ( उपनयन) योरखा 500 Yojnas in breadth, situated त:२वाना-भु-१४२वाना स २४॥२ शिखा at a distance of 500 Yojanas उतारने का-मुन्डन कराने का संस्कार from the northern gate of the the ceremony concorning heavenly abode named Sürya- sheving. राय० २८८ bha. ठा० ४, २; निसी० ३, ८१; राय. चूलामणि. पुं० (चूडामाण) भुगट. मुकुट. १२६; भग० १, १; अणुजो० १३१; Crown; diadem. ओव. २२; राय. चूडामणि. पुं० ( चूडामणि ) यामशि; १८६ भुगट. चूडामाण; मुकुट. Crown; चूलिअंग. न० (चूलिकाङ्ग) योराशी बाग diadem. उत्त० २२, १०, नाया. १; प्रयुन परिभित लिाग चौरासी लक्ष पन्न. २; जीवा० ३, ३; प्रयुत परिमित काल विभाग. A measure चूराणकोस. पुं०( चूर्णकोश ) पावान। ५ . | of time equal to 84 lacs of Pra खाद्य पदार्थ, Ea table. पराह० २, ५; | yuta भग० ५, १: २५, ५; अणुजो० Page #748 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बुलिश्रा ] ( ७३७ ११५; ठा० २, ४, जं० प० પાંચવિભાગમાં चूलिया. बी० ( चूलिका ) दृष्टियाह अंगना પાંચમા-છેલ્લે વિભાગ. दृष्टि बाद अंग के पांच विभाग में से पांचवां - अंतिम विभाग. The fifth or the last division of Driştivada Anga. नंदी० ५६; ( २ ) भूसूत्रमां न તાવેલ હકીકત સગ્રહ કરી અંતમાં श्रताववी ते मूलसूत्र में अप्रकाशित वर्णन का संग्रह कर अंत में प्रकट करना. 4 com - mentary which exposes that description which is not given in the original text नंदी० ५६: ( ३ ) योगशी साथ खुसि अंग प्रभाग विभाग चौरासी लक्ष चूलि अंग प्रमाण का काल विभाग. measure of time equal to 84 lacs of Chūlianga भग० १, १; ६, ७; ११, १०; २५, ५; जीवा० ३, ४; अणुजो० ११५; ठा० २, ४ जं० प० ( ४ ) युझिअ-थोरली; शिमर. चूलिका - चोटी; शिखर summit; peak. सम नंदी० स्थ० १७, जं० प० चूलिय. पुं० ( चूलिक ) यहेिश. चूलिक देश. Name of a country. ( २ ) त्रि. ते देशमां वसनार. उस देश में रहने वाला a resident of the above country. पण्ह० १, १ १२: चूलिया. स्त्री० ( चूलिका ) असो; सगड़ी. चूल्हा; सिगड़ी. A stove; a tire place. प्रव० १७२; श्रयणा. स्त्री० ( चेतना ) ज्ञानाहि चेतना; चैतन्य ज्ञानादि चेतना: चैतन्य Con sciousness. विशे० ४३; चे-य. वि० (चेतित ) रेसुं; मनावेसुं; यावे. किया हुआ; बनाया हुआ. Per. Vol. 11/98. For Private > formed; prepared. श्रगारिहं गाई चेइयाई भवंति " आया० २, २, २, ८१, २, २, २, ८३; वेय० २. १६: चेइत्तप. हे० कृ० ( चेतितुं ) देवानी रहने को. For the sake of living or residing. वव० १, २२: चेय. न. ( चैत्य - चितेरिदं भावः कर्म वा चैत्यम् ) यक्ष वगैरे व्यंांतर देवता आयतनસ્થાન; દેવસ્થાન કે જે ભાગમાં અથવા તેના પૂર્વશરીરના અગ્નિદાહ -ચિતાને સ્થાને, ચાતરા રૂપે કે દેરીપે, ચણાવવામાં આવતાં, અને લેકા સકામવૃત્તિથી આ ભવની સાલસાથી તેની પયુ પાસના કરતા તેની ઉપમા સાધુ વગેરેની પ પાસનામાટે આપવામાં આવી छे. यक्ष वगैरह व्यंतरदेवताके श्रायतन --स्थान; चिता के ऊपर मंदिर या अन्य रूप में बनाया हुआ स्मारक चिन्ह. संसारी लोग इनकी इस लोक के सुखों की इच्छासे उपासना करते हैं. The abode of ghosts or infernal gods; the memorial o temple which was erected in olden times on the funeral pyre or in a garden and people used to worship these with a view to get their worldly desires fulfilled. श्राया० २, १५, १७६; सम० ६; नाया० १; भग० १, १ सू० प० १ प्रव० निर० १, २ कप्प० ६, ६३: क० गं० १, ५६; श्रोघ० नि० ६५; "कल्ला यां मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासति " सूर्य० २, ७, ८१; कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवास्तामो " दसा १०, १; ." कल्ला मंगलं देवयं चेइयं पज्जुवासेना वव० १०, १; "कल्लाणं मंगलं देवयं चेइयं यज्जुत्रासेत्ता" ( दैवतं चैत्यमिव - टी ) ठा०३, १; भग० २, १: " कल्लाणं मंगलं देवयं चेद्रगं पज्जुवा "" Personal Use Only " [ वेश्य "C Page #749 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चेहय ] ( ७३८ ) [चेइय सामि " टा० ३, ३; “ कल्लाणं मंगल देवयं चेइयं पज्जुवासणिजे " नाया. १६; उवा० ७, १८७; “ कल्लाणं मंगल देवयं चइयं पज्जुवासाणजायो भवंति" भग• १०, ५: "कल्लाणं मंगल देवयं चेइयं पज्जुवासइ" भग० १५, १; “ थूममहेसुवा चेइयमहेसुवा रुक्खमहेसुवा" अाया० २, १, २, १२; “ रुक्खमहेइवा चेइयमहेइवा थूममहेइवा " भग• ६, ३३; “भवण घरसरण ले ए श्रा. वण चेतिय देवकुल" परह. १, ५; "तव. स्सिकुलगणसंघ चेइय?" परह. २, ३; (२) यन्त२ना पायतन सयवा तेना पिनानेो मायउद्यान; साराममायो. व्यंतर के श्रायतन वाला किंवा उसके राहत बाग, उद्यान; आराम-बाग. a garden having or not having a temple of an infernal god;a pleasure garden. दसा० ५, ६; नंदी० ५०; जं. प. राय. ४; २११;अंत ०१,१:नाया ०६; "पुण्णभद्दे चेइए" नाया०१:१५:१६; नाया०५०१; अंत. १,१: विवा० १, १; परह. १, १; उवा० १, १; २, १२; ११६ भग० ५, १; ९, ३३; १३, ६;"कोट्रए चेहए"नाया. ध० १, ३, उवा. ३, १२६, ४, १४५, ६, २६७; १०, २७२: भग० ६, ३३, १२, १; १५, १; “णायाणं णागराई उजाणाई चेइआई" सम० ५० १७६; “ उवासयाणं णगराई उजाणाई चेइमाई " सम० ५० १८४, “ अंतगडाणं णगराई उजाणाई चेइआइं" सम० ५० १८६; “ अगुत्तरोववाइयाणं णगराई उजाणाई चेइअाइं" सम० ५० १८७; " सुहविवागाणं णगराई उजाणाई चेइ. श्राइं" सभ. प. १६२; “ दुहविवागाणं णगराई उजाणाई चेइग्राई" सम. प. १६२; (चैत्यं व्यंतरायतनम् टी.) “ चंदोयरणंसि चेइए' भग० १५, १; “ माण्ड ! कुञ्छिसि चेइए" भग० १५, १; “ कण्डियायणंसि चेइए' भग० १५, १; “एगजबुए चेइए" भग० १६, ५; “साल कोट्टयए चेइए" भग० १५, १; “ छत्तपलासए चेइए" भग० २, १; "पुप्फवईए चेइए " भग० २, ५; ६; ६, ३३; “ माणिभद्दे चेइए" भग० ६, १; “ संखवणे चेइए" भग० ११, १२; " नंदणे चेइए" भग० ३, १; "बहुसालए चइए" भग. ६, ३३; “ चंदोतरायण चेइए" भग० १२, २; " दूएपलासए चेइए” उवा. १, ३, १०; ५.८; ७८; ५६; भग०८, ३२; १०, ४; ११, ११, १८, १०; " अंबसालवणे चेइए " नाया. ध० १; " काममहावणे नेइए " नाया० ध०३;अंत. ६, १६; "गुणसिलए चेइए" नाया. १; २; १८; नाया. ध० १, ३, अंत० ६, १; ३,७,१; अणुत. 1, १, २, १३:१; विवा. २, १; उवा ८, २३1; भग० २, १; ५, ६3B ७, १०, ८, ७; १६, ३; १८, ३, ७, ८ः (३) तीय२ जन- ज्ञान. तीर्थकर का ज्ञान-केवल ज्ञान. tie kaowledge of a Tirthankara. " ए एसिण चउवीसाए तित्थगराणं चउन्नीसं चेइग्र. रुख' होत्था" सम०प० २३३; 'तहिं चइ. याइं वन्दइ" (वन्दते स्तौति) भग २०, ६; ना या० १६; (४) अभय साधु. श्रमण; साधु. an ascetic " देवयं चेइयं पज्जुवासेत्ता" (दैवतं चैत्यामव चैत्यं श्रमण पर्यु. पास्य टी.) ठा० ३,१38 "अनात्यय देवपाणि वा अन्नउस्थिय परिग्गहियाणि वा (चेइयाइं) बंदित्तए नमंसित्तए वा" उवा० १, १८; भग० ३, २; (५) व्यत२ साहि हेयना. व्यंतर प्रादि देवता. infernal god etc. “ रुखं वा चइयकडं थूभं वा इयकई " ( वृक्षस्याधो अन्तरादिस्थलक स्तुप वा पन्तरादिकृतं टी.) पाया० २, ३, Page #750 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चेइय] ( ७३६ ) [ चेइय ३, १२७; ( ६ ) त्रि. पित्तने मान ७५. a memorial tree and a parti. जयनार. चित्त को आनंद देनेवाला. de- cular house. 'चत्तारि चत्तारिचेहयथमा' lightfal; pleasant. " तेसिणं चेति. जं. प. २, ३३; ठा. ४, २; जीवा. ३, ४, तथूभाणं पुरतो चत्तारिमणि पढियात्रो" -मह. पुं० (-मह ) चैत्यने। महोत्सव. (चित्ताल्हादकत्वाद्वा चैत्याः स्तूपाः प्रसि- चैत्य का महोत्सव. a ceremony conद्वाश्चैत्यस्तूपाः ) ठा० ४, . २; सम० ३५; cerning memorial on a दसा. १०, १; वव. १०, १; ( ७ ) 0 funeral pyre. श्राया. २, १, २, १२; મહાપુરૂષની ચેહ ઉપરના સ્મારક અવસે સો- भग०६, ३३; नाया. १; -रुक्ख. पुं० सारथ दागेरे. किसी महापुरुष की (-वृक्ष) वायती सुध सिमानी चिता ऊपर के स्मारक अवशेष-राख, अस्थि આગળ મણિપીઠિકા ઉપર રનમય વૃક્ષ કે इत्यादि. the memorial on the कोनी आ नी या छे. वाणव्यंतर funeral pyre of a man of im. की सुधर्म दि सभा के सन्मुख मणिपीठिका portance. “अरहते वा अरहंत चेइयाणि के ऊपर रत्नमय वृक्ष कि जिसकी पाठ योजन वा अणगारे या भावियप्पाणो णीसाए उडु की ऊंचाई है. a tree 8 Yojanas in उप्पयइ" भग० ३, २; (८) 1451; height, made of gem and उताj. तुरंत; शीघ्र; उतावला. speedy. situated on the Mani Pithikī " सिग्धं चराई चवलं तुरियं चेइयं " नाया. in front of the council-hall -खंभ. पुं० (-स्तंभ ) सुघर्भा समानी of Sudharma. सम०८; ठा०३,१; (२) વચ્ચે મણિપીઠિકા ઉપર જે સાઠ જોજન જેની નીચે તીર્થકરને કેવલજ્ઞાન થયું ઉચો માણવક નામને સ્તંભ છે તે ચિત્તને हाय ते न. जिसके नीचे तीथकर को सादा उपरनार यम. सुधर्मा सभा की केवल ज्ञान प्राप्त हुवा हो वह वृक्ष. मध्य में मणिपीठिका के ऊपर जो साठ योजन a tree under which Tirthanऊंचा माणवक नामक स्तंभ है वह; चित्त को kara obtained supreme or आल्हादित करनेवाला स्तंभ. a pillth perfect knowledg9. सम० प. named Manavaka 60 Yojanas २३३; ( 3 ) हेवतासानी समाना रे in height situated on Manipi. દરવાજે આગલ મહાજા અને ચૈત્ય thikâ in the Council-hall of थुमती च्ये वृक्ष. देवताओं की सभा के Sudharma. “ सुहम्माए सभाए माण- प्रत्येक दरवाजे के सामने महाध्वजा के वए चेइयखम्भे" सम० ३५: राय. १५६; व चैत्य स्तंभ के मध्यस्थ का वृक्ष. a tree -थूम पुं० (-स्तूप) चैत्य या अन situated in the middle of a પ્રેક્ષા ઘરની વચ્ચે મણિપીઠિકા ઉપરનું Alay and a wemorial tree यितने मान २४५. चैत्य वृक्ष व wliich is in front of the doors प्रेक्षागृह के मध्य में मणिपीठिका के ऊपर का । of the council-balls of gods. चित्त को श्रानंद दायी स्तूप. a beauti- | ठा० ३, १; जीवा० ३, ४, राय० १५४; ful pillar situated on Maņi --चरणअ. न. ( -वरणक ) त्यनु Pithikā and in the middle of | वन. चैत्य का वर्णन. the descrip Page #751 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बेहा ] tion of a memorial on a funeral pyre. दसा० ५, ६; चेट्ठा. स्त्री० (चष्टा) द्विया क्रिया. Gestures; movements. पंचा० ४, २ बेडिय. प्रि० (चेष्टित) येष्टा स चेष्टित. रेल चेष्टित. Gestured पंचा० १ ४५६ नाया- १: राय० २६१; चेड पुं० ( ट ) पासेनार ने ५२. पैरों के पास रहने वाला नौकर. A close attendant. कप्प० ४, ६२; पिं० नि० ३६० ओ० रा० १५३ नाया० १ (२) बालक baby. पिं०नि० भा० १२६ चेडग. पुं० ( चेटक ) विशासा नगरीनो बेट નામનો રાજા કે જે મહાવીર પ્રભુનો પરમ भात इतो. विशाला नगरी का नेट नाम का राजा कि जो महावीर प्रभु का परम भक्त था. Chetaka, the king of Viśāla and a great devotee of Mahavira. भग०१२ २ निर०१, १ चेडय. पुं० ( चेटक) मा छोरे कुमार; लडका. An unmarried unmarried boy; s boy. नाया० २; (२) हास; नोड२ दास; नौकर, a servant; an attendant. & ( ७४० ) नाया ० २; सु० च० १५, १३५; चेडिया - श्रा. स्त्री० ( चेटिका ) हासी; मानडी. दासी A maid भग० ६, ३३: ११, ११६ प्रोव ० ० ३३; नाया० १; ८; १६ राय० २८६; उवा० ७, २०८ - चक्कवाल न० (-चक्रवाल) हासीन समूह दासी का समूह 8 group of maids निर० ३, ४ नाया० १४; नाया० ध० चेतिय न० (चैत्य ) लुभे । " चेइम " १६. देखो " चेइय शब्द. Vide " चेय "" " पराह० १ १ बेस पुं० (चैत्र) चैत्रमास चैत्रमास. The month of Chaitra सम० ३६: भग० [ ( चेय-अ १८, १०, सुद्ध. पुं० (-शुद्ध-शुक्ल ) यंत्रमास शुद्ध पक्ष चित्र मास का शुक्ल पक्ष the bright-half of the month of Chaitra. नाया० चेत्ती. स्त्री० ( चैत्री ) क्षेत्रमासनी पुनेम चैत्र मास की पूर्णिमा. The fifteenth bright day of the Chaitra month. जं० प० ७ १६१ चेदि पुं० ( चेदि ) येहि नामनो देश. चेदि नामक देश. A country of this name. पन० १; Var. No II. ( द ) पान २. देना; दान करना. To give to give as charity. चेएड. आया० २, १, १,६: एमि. आया० १, ७, २, २०२ Vचेय. धा० II. ( चेत् ) उदय २. संकल्पकरना. To resolve. ( २ ) निपउत्पन्न करना. to produce. ( ३ ) अणुवु बनाना to pile; to construct. एइ. सम० ३०; निसी० ५ २; १३. १; नाया० १६; एसि. नाया० १६: चेहस्सामा आया० २ १, ६.४६० चेयंत निसी ५, २० चेतंमाण. सम० २१; बेहजमाया. क० वा० दसा० २ १६ १७: चेय - श्र न० ( चेतस् ) यित्त चित्त; The mind. चेयसा. तृ० ए० भग० ७, १०; दस० ५, १, २; नाया० १; भग० ६, ३३; दसा, ५ दस० ६, ६७ (२) विज्ञान, विज्ञान, science. विशे० १९६२ (३) लव, आत्मा जीव; श्रात्मा soul. भग० २०, २० – कड. त्रि० (कृत) भनथी २. मनसे किया हुआ. heartily per Page #752 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चेय] ( ७४१ ) [चोअन्न ___formed. भग० १६, २; वेय. १, १८; -पेडा-ला. स्त्री० (-पेटा) चेय. अ. (एव) मेमन, योस. ऐसाही; | सुगनी पेरी; पोटश्री. वन की पेटो; गठरी. निश्चित. Verily; certainly. विशे० । a box for clothes; a bundle of १४९; clothes. भग० १५,१; दसा. १०,३, चेयरण. न० (चैतन्य ) ७११; ७५४. चेल श्र. न. (चेलक) “चेल" श६. जीवत्व; जीवितता. Life; vitality. देखो “ चेल" शब्द. Vide " चेल" विशे० ४.५; १६५१, ३१३८; सु० च. जं. प. १, २६०; -जुत्त. त्रि. (-युक्त ) येतनाचेलग. न० (चेलक ) सन्यासीसानु मे। पाएं. चेतना वाला. vital; living. ५४२९, संन्यासियों का एक उपकरण. प्रव० १२४६; -भाव. पुं० (-भाव)। An implement of an ascetic. ने ज्ञान परिणाम. जीव का ज्ञान परि- सूय० २, २, ४८; णाम. intellecuality. विशे० ४५५; / चेल्लणा. स्त्री० (चेल्लणा) ऋषि सनी चेया. स्त्री० (चेतना) पेतना; ज्ञानशति. रासी: 21 नी पुत्री. श्रेणिक राजा की चेतना; ज्ञानशक्ति. Intellect. विशे. रानी; चेडा राजा की पुत्री. The queen of the king Srenika; the dau. चेल. न० (चैल) पत्र; गई. वस्त्र; कपडा.. ghter of the king Cheda. अंत. Cloth. निसी० १८, १४; पाया० २, ६, ६,३; नाया. ध. १, १५२; जीवा• ३, ४, वव० ८, ५; दस० *चेला. स्त्री० ( * ) विवात ( शित ४; प्रव. ६६२; -B. न० ( -अर्थ) પ્લેચ્છ ) દેશમાં ઉત્પન્ન થયેલ દાસી. दुगानु प्रयोगन. वस्त्र का प्रयोजन. the चिलात ( किरातम्लेच्छ ) देश में उत्पन्न cause for keeping a cloth. वेय. । grat. A maid boru in Kirāta ३, १२; --उक्खे व. पु. (-उत्क्षेप ) country. श्रोव• ३३; पत्रनु ३५; पखनी वृष्टि. वस्त्रों का फेंकना; चेव. अ. (च+एव-चैव ) नियम. निश्चय. वस्त्रकी राष्ट. the shower of clothes. Certainly; verily. जं० ५० ५, ११४; विवा. १; ठा० ३, १; भग० १५, १; भग० १,१; २,८५, ४, ६,५; नाया. -करण-न. न. ( -कर्ण ) सुडानी १; १४; १६, दस० ६, १, १; उवा० १, नारी. वन की किनार. the border. ८१; विशे० ७०; वेय. १, ३३; नाया. of a cloth. निसी० १८, १८; दस. ४; ध. ३, १० -~-गोल. पुं. (-गोज) सुगानी गोल चोश्रअ. पुं० (चोयक ) मे तनुं ५६. ११. वन का गोलाकार गोला. a ball of | एक प्रकार का फल. A kind of fruit. cloth. सूय० १, ४, २, १४; -चिलि- अणुजो० १३३; मिलिया. स्त्री. ( * ) पखती हरी. चोपण. न. ( चोदन ) प्रेरणा. प्रेरणा. वन की रस्सी . a string of cloth. ___Instigation. गच्छा० ५१; * गुमा १४ न५२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p, I5th. Page #753 -------------------------------------------------------------------------- ________________ त्रोत्रणा ] चोश्रणा. बी० ( चोदना ) प्रेरणा रवी ते. प्रेरणा करना. Instigation, गच्छा० ३८; १२७; चोप्रालाया. स्त्री० (चतुश्चत्वारिंशत् ) युम्मासीस. चुम्मालीस Forty-four जं० प० ७, १४८; विशे० २३०४; चोइन. त्रि० ( चोदित ) प्रेरालु अ; पुछेत्र. प्रेरित; प्रेरित कियाहुआ हुआ. Instigated. उत्त० ६, ८, सू० १, ३, २, २०; दस० ६, २, ४, १६ : पिं० नि० ११४; २२२, जं० प० ३, ६४; चोक्ख. त्रि० ( चोक्ष ) २०२४ पवित्र साइ स्वच्छ, पवित्र, साफ. Clean; clear; pure; spotless. आयते चोक्खपरमइभूए" जं० प० ७, १४६ श्र० १२९ ३८; भग० ३, १; ६, ३३; ११, ६; नाया० १, ७ १६; पराह० २ १; जीवा० ३, ४; वित्रा० ३; चोक्खाले त्रि० (चोक्षशील) यो ( ७४२ ) "" प्रेरणा पूछा ६१; शरीर वस्त्राने सासु २नार शरीर वस्त्रादिक को स्वच्छ रखनेवाला . ( One ) who keeps the body and the clothes clean पिं० नि० ६०२; चोक्खा. स्त्री॰ ( चोक्षा ) योक्षा नामनी परित्राभिमा-संन्यास. चोक्षा नामक परित्राजिका; संन्यासिनी A nun of this name. नाया० ८ चोज न० ( * ) आश्रय, विस्मय. आश्चर्य; विस्मय. Wonder; surprise. सु० च० १, १२२; चोज न० ( चौर्य) योरी; तस्५२ प. चोरी; तस्करता. Theft; stealing. उत्त० ३५, ३; * चोरि. त्रि० ( ) गंहुः सुगाभा. गंदलाः घृणा पैदा हो ऐसा. Dirty; turbid पिं० नि० ५८७; [ चोप्पड चोप्तीस खा० (चतुखिंगत्) योत्रीश चौतीस . Thirty-four. भग० ३, १; १; १; सम० ३४; चोइस. त्रि. थौ चौदह . ६, ५, ८, ८ ( चतुर्दश ) Fourteen भग० ५ १ नंदी० ३७ उवा० १, ६६; जं० प० ३,४१; - पुव्व न० ( पूर्व ) यह पूर्व - शास्त्र. चौदह पूर्व - शास्त्र the seriptures known as fourteen Purvas. नाया० २; १४: १६: – पुव्वधर. पुं० ( - पूर्वधर) ६ पूर्वना धरनार चौदह पूर्वधारी. one having knowledge of fourteen Purvas. विशे० १४२; - पुब्वि. पुं० ( - पूर्विन् ) उत्साहपूर्व विगेरे पूर्वना अभ्यासी उत्पादपूर्व इत्यादि चोदह पूर्व के अभ्यासी. one hav ing the knowledge of fourteen Purvas e. g. Utpada Purva etc. विशे० ५३६; भग० ५ ४; नाया० १; ५; नाया० ८, - भाग पुं० ( - भाग ) यह लाग; यौ६ ०४ (२०४०). चौदह भाग; चौदह राज-भाग. the fourteen divisions; the fourteen Rajas ( measure of length ) विशे० ४३०; चोहसम त्रि० ( चतुर्दशतम) यौभुं चौदहवां. Fourteenth. भग०२, १; जं०प०२, ३३; (२) उपवास छः उपवास six fasts. भग० २, १; नाया ० ८; * कोप्पड. पुं० ( ) તેલ વિગેરે ચાપડવું ते. तेल इत्यादि का मर्दन. Smearing * पृष्ठ नभ्२ १५ नी घुटने! (*) देखो पृष्ट नम्बर १२ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #754 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चोपाल ] of oil etc. श्रघ० नि० ४०१ ; चोपाल. पुं० (चापाल ) सूर्याभ देवना આયુધાગાર; હથિય!રશાલાનું नाम. सूर्याभ देव का श्रायुधागार; शस्त्र शाला का नाम. Name of the house for weapons of the deity Suryabha, राय० १६२: चोपालग. न० ( ) भत्तवारणु-हाथी. हाथी. An elephant. जं० प० ४, ५८ चोभंग. पुं० ( चतुर्भङ्ग ) प्रेम यार दिय पडे ते; योलगी. जिसमें चार विकल्प पडते वह; चतुर्भङ्ग. That which can be classified in four different | Ways. प्रव० १५५; ( ७४३ ) / चोय. धा० I, II. ( द ) प्रेरणा १२वी. प्रेरणा करना. To instigate. १; चोएइ. गच्छा० २०; चोययंति. नाया ० चोइज्माण क० वा०व० कृ० नाया० १६; चोय. पुं० ( * ) तथा; छान. छाल. Bark; skin. जीवा० ३, ४, राय० ५६ पन० १७; चोय. पुं० ( चोयक ) : तनुं एक जाति का फल. A kind of fruit. जं० प० चोयग. त्रि० (चोदक) २२; प्रश्न पूछनार शिष्य शंका करने वाला; प्रश्न पूछने वाला - शिष्य. One who questions and doubts. सूय० २, ४, २, पिं० नि० २५७; राय० १२३ (२) स्त्री० ४वनी छात्र फूलकी बडी a flower-basket. आया० २, ७, २, १६०; चोयणा. स्त्री० ( चोदना प्रेरणा; येनवाणी. [ चोर प्रेरणा; चेतावनी. Instruction; caution. प्रव० १४४; पिं० नि० ४८३; चोयाल. पुं० ( ) ગઉપર બેસવાનું स्थान. किले के ऊपर बैठने का स्थान. A seat on a fort. जीवा० ३, ३; क० गं० ६, ५६; चोयाल. स्त्री० ( चतुश्चत्वारिंशत् ) सुभाझीस. चुम्मालीस Forty-four. पन्न० २; चो ( आ ) यालीस. स्त्री० (चतुश्चत्वारिंशत् ) न्युमासीस. चुम्मालीस Forty-four जं० १०७, १४६; १४६; भग० ३, १, २४, १२; सम० ४४ ; चोर. पुं० ( चार ) चोर; रु; तर५२. चोर : तस्कर. A thief. भग० २, १९ श्र० ३८ श्रणुजा ० १२८; नाया० १; १८; दस० ७, १२; भत० १०५: पह० १, १, राय० २६०; — श्रभिसंकी. पुं० (- श्रभिशङ्किन् ) ચેરથી શક રાખનાર; ચારની શકા વાલા, चोरसे शक रखनेवाला; चोर की शङ्कावाला. suspicious of a thief. नाया• १८: - श्रणीय. त्रि० ( - श्रानीत ) योगे आवेल. चोरों का लाया हुआ. brought by thieves. प्रत्र० २७७; - गायग. पुं० (-नायक ) थोरोना नायड चोरोंका नायक. the head of thieves. नाया० १८६ – गिडि. स्त्री० (- निकृति) यो रानी भाषा- ६५८. चोरों की माया- कपट. the deceit or tricks of thieves. नाया० १८९ - पल्ली. स्त्री० (-पल्ली ) थोरेशने रहेचानी न्या. चोरों के रहने का स्थान. the residing place of thieves. far. ३: - पसंगि. त्रि• ( -प्रसंगिन् ) धारनी सोमत ४२ना२. चोर * भुग्यो पृष्४ नम्र १५ नी फुटनोट (+). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) P. 15th. For Private Personal Use Only Page #755 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चोरठा] ( ७४४ ) [चाल्लग का संग करने वाला. ( one ) who | ___the act of stealing. सम० ११; keeps company with a thief. | चोरिय त्रि. ( चोरित ) योरे, योरी नाया० १८; -मंत्त. पुं० (-मंत्र) योरने लीय. चुराया हुआ; चोरी से लिया हुआ. विया२. चोर का विचार. the thoughts | Stolen. विशे. ८५७; पि. नि. ५७६% of a thief. नाया. १८; -महिला स्त्री. | चोरिय. पुं० (चौरिक) भारसाने भाशयोरी (-महिला ) योरनी स्त्री. चोर की स्त्री. & ४२ना२. मनुष्यों को मारकर चोरी करने वाला. wife of a thief विवा०३ -माया.स्त्री० । ___A looter; a burgler; one who (-माया) योरनी माया. चोर की माया. the __murders and steals. परह. १, २; deceits or tricks of a thief. नाया. विवा०६ १८;-विज्जा. स्त्री० (-विद्या) योर (भा. चोरी. स्त्री. ( चौर्य ) योरी; यो ते. चोरी; तर पायानी) विधा. चोरी करने की विद्या. ___ करना. Theft. प्रव० ४५७; the art of breaking the house | चोलक. न० (चोलक) यापनयन, भानु. by thieves. नाया० १८ -सय. न. प्रथम शिरोभुन ४२५ ते. चूडोपनयन; (-शत ) सो यो२. शत चोर; सौ चोर one वालकों का प्रथम शिरोमुंडन ( चौलकर्म ) hundred thieves. विवा० ३; -सा- कराना वह. The ceremony held in हिय. पुं०(-साधिकारने साधारण मा. connection of shaving a child चोरका साधारण भाग. a common di- for the first time. परह०१,२,२,४ vision of thieves. भग० १, ३२, चोलगपट्ट. पुं० ( घोलपट ) मुनिन नायो -सेणावइ पुं०(-सेनापति)योरोनी सेना ५२यानुं यत्र योटी. मुनि को नांचे पति; योनि सग्रेस२. चोरों का नेता; चोरों पहिनने का वस्त्र; चोलपट्ट. The waist का सेनापति, the head of thieves cloth of an ascetic. प्रव० २५६; विवा० ३; न.या० ८; चोलपट्ट. पुं० (चोलपट्ट) साधुसानु टि पत्र चोरठा. पुं० ( चोरक ) ये नामनी में। यरोटी. साधुओं का कटिवस्त्र चोलपट्ट. The સુગંધિ વનસ્પતિ જેને નેપાલમાં ભરિ કહે ___waist cloth of ascetics. ओघ. नि. छ. इस नामकी एक सुगन्धमय वनस्पति ३४; ६००; पण्ह० २, १: प्रव. २५५;५०६; जिसको नेपाल में 'भटेउर' कहते हैं. A | चोलपट्टग. पुं० ( चोलपट्टक ) मे ७५ kind of fragrant vegetation श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. known as Bhatoura in Nepāl. अग• ८,६; पन. १; भग. २१, ८; चोलापणय. न. (चूलोपनय) नुसा" चोचोरिक. न० (चौरिक्य) यो. चोरी. Theft. लक" श५६. देखो “ चोलक "शब्द. भत्त. १०६; १३२; भोघ. नि. ७८७ ___Vide “ चोलक" नाया. १; भग० ११, महा. नि.१; परह. १,३; -करण. न. । ११, जीवा. ३,३; (-करण ) यो। ४२वी ते. चोरी करना. | चोल्लग. न० ( * ) न पा भोजन; * गुमे। पुष्ट न.१२ १५ नी ५:नोट (* ) देखो इष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (* ) P. 15th. Page #756 -------------------------------------------------------------------------- ________________ चोलिय] ( ७४५ ) [च्छिद खाना. Food; diet. पि. नि. Vञ्चव. धा• I.( च्यु) भ२; शरी२ छ।ऽg. चोल्लिय. त्रि. ( * ) हायमान. देदी. मरना; शरीर का त्याग करना. To die. प्यमान. Bright; lustrous. dazzl- चवंति. जीवा. ३,१; ing. राय० १२२; चविउण. सं. कृ. मु. च. १, ११५; चोवत्तरि. स्त्री० ( चतुःसप्तति ) युभो. चविय. सु. च० २, ३५; चुम्मोत्तर. Seventy-four. सम० ७४; //च्चुय. धा० I. ( च्युत् ) या; पतन चोवीस. स्त्री० ( चतुर्विंशति ) योगास. पामj. पतन होना. To die; to fall; चवीस. Twenty-four. उवा०१०,२७७ः | ___to degrade. चोसठि. स्त्री० (चतुःषष्टि) योस. चौसठ. चुए. सूय० १, १, २, १२; Sixty-four. भग० १, ५; Vच्छण, धा• I. ( क्षण ) छy; भार; Vबय. धा• I,II. (त्यज्) dry; छोऽयु./हिंसा ४२वी. छेदना; मारना; हिंसा करना. छोडना; त्याग करना. To leave; to To eut; to kill; to injure. abandon. छनति. क०वा. "जाइंछनति भूयाई दस० चएइ. दस० ६, ४, २, ३, चयइ. उत्त० ३१, ४; मु. च. ४, १३६; /च्छाय. धा० I, II. (छद-णि ) is; संस्था० ६६; भग. ७, १; दस छुपार; घनी छत ४२. ढांकना; मकान की छत बनाना. To cover; to चयति. सूय. १, २, १,२; conceal; to have a cloth ceiling चल. वि. दस० २, ५, ६,३, १२, १०, below the roof. १, १७; छाएइ. सूय. २, २, २०; नहस्सति. सूय. १, ८, १२; छायए. वि. दसा०९,८; सूय. १, १४; चइउं, हे. कृ. मु. च. ४, २५१; उत्त. १६; अोघ० नि० भा० ३१५; १३, ३२; छाएजा. वि. सूय. १, १०, १५; चाऊण. सं. कृ. उत्त० ६, ६13 छाइत्तए. हे. कृ० दसा० ७, १; चइत्ता. सं. कृ. श्रोव. १४, ४०; उत्त. छायंत. प्रव० ५४; अोघ• नि. भा० ३१४, १, २१, ४८; भग०११, ११;नाया. Vच्छिद. धा• I, II. (छिंद्) छे; अ५g; १; ५; ८; दसा. १०,३; मे. छेदना; काटना. To cut; to चिचा. सं. कृ. उत्त. १०; २८; पाया० १, break; to pierce. ६, २, १८४; १, ५, ६, २२२; छिदइ. भग. ३, २, १६, ६; नाया० १४; दसा. ५, ४.; १८; उत्त. २७, ७; चयंत. व. कृ. पन्न. २; छेदेई. भग० ६, ३३, १६, ५; नाया० ध० चत्रमाण. व. कृ. भग० १, ७ छिंदए. १६, ८७ चइजइ. क. वा. सु. १०, २७; छिन्ति . जं. ५० ५, १२१; * तु ५४ नम्मर १५ नी पुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foo-note (*) p. 15th. Vol. n/94. Page #757 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छिद] [च्छाल छडिन्ति. ओव०३६; छिजेज. वि. भग० ५, ७, १८, १०, छिदे. उत्त० २,२ अणुजो. १३४; छिंदजा. वि. भग. १६,३; दस० ८,१०; छिजिही भवि० सु. च०८, १६८; छिदेज. वि. अाया. १, ३, २, ११५ छिजत व. कृ. जीवा० ३,१; छिंद. उत्त० ६, ४; राय०२०८; दसा०६, ४; छिजमाण भग० १,१; ८,६; ११, ११, छिदाहि. श्रा• दस०२, १ः । विवा ०२; छिंदह. श्रा० आया. १,७, २, २०४; छिजंत. प्रव० १६१; छिदिस्सामि. भ. निसी. १,३३, Vच्छिव- धा• I. ( छुप ) २५ १२वा. छिन्दिरण. सं० कृ. सु. च. २, ६६६; सयु. स्पर्श करना; छूना. To touch; छिन्दित्त. सं. कृ. दस० १०, १, २१; to come in contact with, छिन्दत्ता. सं. कृ. ठा० ३, २; भग० ८, ६ | छिवंति. पण्ह ० २, २; १४,८;नाया. १८; छिप्पे. वि. गच्छा०६०; छिन्दिय. क. वा. आया. २, १, २, १३ | Vच्छुभ. धा•I. ( क्षिप ) ३७. फेंकना. भग. १४८; २२, ६; To throw. छित्ता. क. वा. नाया. १४; दसा ५; ४१; छभेज, पिं० नि० ५८२; छिन्दमाण. भग० १६, ६; नाया. १; छोढुं. सं ० कृ. पि. नि० ३६८; छिदंत. व. कृ. निसी. १,३३; पिं. नि.. छोढ़ण. सं. कृ. विशे० ३०१; ५८०, भग० १.६; Vच्छुभ. धा. II. (तुभ् ) ममग; छिन्दावर. णि नाया. ८; गभरा. डगमगाना; घबडाना. To totter; छिदावए. उत्त० २, २; to be agitated or frightened. छेदित्ता. भग० २, १; ३, १; नाया. १, १४; | छोभावेइ. विवा० ६; दसा. ४, ८४; Vच्छुह. धा• I. ( क्षिप् ) ३४y; नापीहे छेदेत्ता. भग. ६, ३३; १०, ४; १८, २; फेंक देना. To throw,to cast away. छेदित्ता. सं० कृ० सम० ५; छुहइ. पिं. नि. २२१; छेएत्ता. सं. कृ. नाया. १५; छहिजण. सं. कृ. सु. च. १३, ३४; छेत्ता . सं. कृ. भग. ८, ५; पाया. १, छहित्ता. सं. कृ. उत्त. १८.३; ५, ८९; भग० १, ५, जं. प. ७ च्छुह. पा०I. (छुप) २५।२३।; Ag. १३३, ७, १४८; सूय. २, २ स्पर्श करना; छूना. To touch; to be सु० ५० १०; in contact with. छत्तण. सं० कृ० भग० २५, ७, उत्त०७, ३, छुहइ. पि. नि० २५५; क.गं. ६,८२,८३; छेतुं. हे. कृ. भग० ६, ७, जं. प. Vच्छोल. धा. I. छुर् ) छेस छ।स-- छिजइ. क. वा. भग• १६, ३, राय. त। GIR1. छीलना छिलका निकलना. २७६; अणुजो० १३८; आया० १; To chop off outer bark, husk etc. of anything. छिजति. क०वा भग०६, ३; सु०च०२,३३३; छोलेइ. नाया० ७; Page #758 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छ ] ( ७४७ ) छ छ. त्रि० ( षट् ) छ; ६ नी संख्या छ ६ की संख्या. Six ; 6. ०१, १६ उत्त• २६, २१; 5; १६; श्राया० १, २, ६, ३७; सम० जो ० ० १४८; भग० १, १२, १: १०; ५, ४, ८, १३, ६, १७, १२०, १०, २५, १ २ ४ ४ ३२, २ ४१, १ नाया० १६; दस० ४, ७, १६; पन० १; ४; विशे० ३८४; विवा० ५; नंदी० ७; सू० प० १; नाया ० ६० ३: छहं. १० ब० भग० १, ५; ८३, ११५, १, नाया० ८; इसा०२, ८ ६; क० गं० १, ३०; २, १६ – चंगुल न० (- अंगुल ) 9 मांगल. छः अँगुल. six fingers. भग० ६. ७, - श्रहिश्रवत्त. त्रि० ( अधिकचत्वारिंशत् ) छेतालीश: ४९. छियालीस ४६. forty-six 46 क गं० ४, ५७ - क्कट्ठय न० (काष्टक ) हाल ना મ્હારના ભાગમાં છ કાઇને સમૂહ. दरवाजे के बाहर के हिस्से में छः काष्ठों का समूह. a collection of six logs in the outside part of a gate or door. नाया० १: -- कम्म न० ( - कर्मन् ) યજન-યાજન-પાન-પાન વગેરે બ્રામ્હણુનાં ७. ब्राह्मणों के छः कर्म-कर्तव्य; यजन, याजन, पठन पाठन, दान, और प्रदान. the six duties of a Brahmana such as worship, sacrifice, stu dy, teaching, etc. पं० नि० ४४८; - खंड. पुं० ( - खण्ड ) मंड: भरत આર્દ્ર ક્ષેત્રના ગંગા સિંધુ અને વૈતાઢ્ય पर्वतुथी पडेा छ विभाग छः खण्डः भरत आदि क्षेत्रों के गंगा, सिन्धु और वैताढ्य पर्वत द्वारा पडे हुए छः भाग. six parts or divisions; the six divisions of such regions as Bharatakṣetra -गमन. etc.demarkated by the Ganga, Sindhu and the Vaitadhya mountain. प्रव० ६८६; पुं० ( - गमक ) गभा-या-सावा. छः पाठ. six ( scriptural ) studies. भग० १३, २, जि. पुं० (जीव ) छ डाव छः काय - षटुकाय जीव. living beings in six different forms. क० ग० ४, ५४; - जीवणिकाय. पुं० ( - जीवनिकाय ) यवनो समूद्ध पृथ्वी-अप-तेन्स्वायु-वनस्पति ते साय छः जीवों का समूह; पृथ्वी, अमि, वायु, वनस्पति, और वसकाय. a collection of six sentient beings viz. those with bodies of earth, water, fire, air, vegetable and those that are termed Trasakayas. (moving animals) नाया०३: - क्काय. पुं० (- षट्काय-षणां कायानां समाहारः ) પૃથ્વીકાય – અપાય તેઉકાય વાઉકાય -વનસ્પતિકાય અને ત્રસકાય-એ 'છ પ્રકારના ai aya. the group of the six kinds of sentient beings viz. with bodies of earth, water, fire, air, vegetable and minute insects. अणुजेो० २१, सूय० १, ११; ८ क० गं० ४, १३; पंचा० १४, ४२, डा. न० ( -स्थान ) ब्लु "छट्टाराग" शु०६. देखो “चट्टाग” शब्द. vide " छुट्टाएग क० गं० ४ ३; -राणउइ. स्त्री० ( नवति ) छन्; ६. ६६ की संख्या. ninety-six ; 96. भग० सम० ६६; १, ५, ६, ७,७, ६, २०, ५ २४, १२; " For Private Personal Use Only [ छ - Page #759 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छ ] ( ७४८ ८:४१, १६; पन्न ०४; १२; जं०प०६, २, १८७, १३३; - राग उइस श्र न० (-नवतिशत ) सो छन् एकसौ छयानव; १६६. one hudered ninety-six ; 196. वन ०६, ३७; - त्तल. त्रि० ( -तल पटतलानि यत्र तत् नाछतलियां छे. (तालु). छ तलों वाला six bottomed ठा०८, १; जं० प० - तीस. बी० (- त्रिंशम् ) छत्रीश, ३६. छत्तीस, ३६. thirty-six; 36. उत्त० ३६, ७२; नंदी० ४६; भग० १, १; १०, ५; २०, ५; नाया० १६; विशे० ३०७; सम० ३६; - इंत. पुं० ( -दन्त - षड्दन्ताचस्प ) हांतवास हाथी छः दांत वाला हाथी having six teeth; an elephant with six tusks. नाया• १; -दिसि. अ. ( - दिशू ) छ हिशा - पूर्व, पश्चिम, उत्तर, दृक्षिण, उसने अत्रः भे ७ हिशा. छः दिशाएं; पूर्व, पश्चिम, उत्तर, रक्षिण, उर्थ, और अब: six quarters or cardinal points viz. east, west, north, south, upward and downward. विशे० ३५२; भग० १, ६; १६, ३; २५; २; जं० प० ७; १३७; - भा. पुं० (-भाग ) छडो लाग छट्ठा हिस्सा sixth part. जं० प० १, १०; उत्त० ३६, ६१; - ( मा ) म्मास. पुं० ( -मास ) छ महिना; छ भास. छः मास. six months. जं० प० ७, १३४; सु० च० ७, १६४; सम० ८८ भग०८ प वव० १, ५; दसा ० ६, २; निसी० २०, २१; भग० २, ५; ३, १, २, ५, ६, ५; २४, १२; २५, १, ६; ३५, १ मासतव. न० ( --मास तपस् ) छभासी त५ षण्मासिक तप. austerity or penance lasting six months. प्रव०६१४; - स्मासिश्र. त्रि० ( - मासिक ) छमासी तपः छ भडि For Private ) નાના ઉપવાસ કરવા षण्मासिक तप; छः मान तक उपवास करना penance lasting for six months. ओव • १६; निसी० २०, ११; वव० १, ३ प्रव० १७६; - मासियभत्त. न० ( - मासिकभक्त ) [ छ भायना उपवासनु त छः मास का उपवास रूप व्रत a vow to fast for six months. भग० २५, ७; - म्मासिया स्त्री० ( - मासिकी ભિખ્ખુની છઠ્ઠી પિંડમા કે જેમાં એક માસ પર્યન્ત છ દાત અન્ન અને છ દાત પાણી ઉપરાન્ત उये नहि भिक्षु की छठी प्रतिमा, जिस में एक मास तक छः दात अन्न और इतना ही पानी लिया जाता है. the sixth vow ( Padima ) of & Sadhu requiring him to take not more than six Datas of food and six of water for one month. सम० १२; नाया० १; वव० १, १७, दसा०७, १; – लेसा स्त्री० (-लेश्या) कृष्णु, नीम, अयोत, तेलु, पद्म ने शु छोश्या. छः लेश्याएं: कृष्ण, नील, कापोत, तेज, पद्म और शुक्ल 6 Losyas viz. thought or matter tmts of black, blue, grey, red, pink and white colour. क००४, १० वीसा स्त्री० ( - विंशति ) छनीस; २६. छत्रीसः २६. twenty-six 26. क ० २ १०; वीसा स्त्री० (- विंशति) छवीस; २९. छब्बीस; २६. twenty-six ; 26. सम० २६; अणुजो० १०१; भग० २, १; ८. ८; १७, १२०, ५ पन्न० २ ४; सु० च० ८, २४; जं० प० विवा० १; क० गं० ६, ३३ : - व्वीही स्त्री० (-- वीथी ) ७ शेरी-बत्ता. छःगालयाँ; छः रास्ते six streets or squares. छवीहीउय गामे Personal Use Only << Page #760 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छ।] ( ७४६ ) [छंद कुवंति" प्रव० ६२५; -सहि. स्त्री ८, ११: क. प०४, ४: प्रव० ७० ६६६ (-षष्ठि ) सहनी सभ्या. छांसठ; ६६ की | -अवकमण. न० (-अपक्रमण) भस्थ. संख्या . sixty six; 66. क.गं०२,१८, ५, . पणे नी . छद्मस्थपन से निकलना; ८४; -सयार. स्त्री० (-सप्तति) छते२; छद्मस्थदशामें बाहर आना. the act ७६ नी सन्या . छियोत्तर; ७६ को संख्या. of coming out in the conseventy-six; 76.क. गं. २,१७, dition of a Chhaudmastha. भग०६, छइ. पुं० ( छवि ) वायुना सानु नाम.. ३३; --कालिया. स्त्रा० ( -कालिका ) दृढायु के पिता का नाम. Name of the छभस्थ सनीछेदनी रात्री. छद्मस्थ काल की father of Dridhāyu. जीवा० ३, १; । अन्तिम रात. the last night of the छड्य. त्रि. ( च्छादित) . ढंका हुआ. । period during which one is Covered. नाया. १; Chhadmastha. भग० १६, ६ छ उम. न. (छद्मन् छादयाति ज्ञानादिकं गुण- -परियाय. पुं० (-पर्याय ) ७५र५पणे मात्मन इति) छमस्य अवस्था; सरास शा. हाक्षा. छद्मस्थ अवस्था में दीक्षा. entering सराग दशा; छद्मस्थ अवस्था. Condition religious order in the condiin which one is not free from tion of a Chhadmastha सम० ५४; attachment. (२) मात्भानु माछाहन -मरण. न० (-मरण ) भस्थपणे मृत्यु, કરણાર જ્ઞાનાવરણીય આદિ આઠ કર્મ. भ२ ते. छद्मस्थ अवस्था में मरण, मृत्यु. श्रात्मा को आच्छादन करने वाले ज्ञानावर- death in the condition of a णियादि पाठ कर्म. the eight varie- Chhadmastha. भग०५, ७, सम. १७; ties of Karma such as Jūānā. छउमात्थय. त्रि. (मस्थिक ) ७५२५ १५varaņiya etc. which obscure स्थामा २९ना२. छद्मस्थ दशामें रहने वाल.. the qualities of the soul. उत्त One living in the condition of २, ४३; सम० १; भोव. भग० ५, १, a Chhadmastha. भग० २, १; जं. प. ५, ११५; क. प० २, ४०; च्छंद. धा. I. (छन्द ) सोसावनिम, छ उमत्थ, त्रि. (छमस्थ-छपनि तिष्टतीति )। वर हेवु. बुलाना. To call; to invite. અપૂર્ણ જ્ઞાનવાન માણસ કેવલજ્ઞાની નહિ | छंदिअ. सं० कृ० दस० १०, १, ६; २५ सहित. अधूरे ज्ञानवाला मनुष्य | Vच्छंद. धा. II. (*छई-त्यज्) isg; रागद्वेष सहित. One, possessed of भु; तvt. छोड़ना; त्यागना. To imperfect kuowledge; one not abandon; to leave off. omuiscient. “ छउमत्थे चेव कालं छंदेहि राय० २७४; करिस्संति" भग० १५, १; श्राया० १,६:४, छडेत्ता. राय० २७ १५; ओव० ४२; उत्त० २८, १६; ठा०२,१; | छंद. पुं० न० (छन्दस् ) ७i; म२०; अभि३, ४; अणुजो० १२७; पन्न. १; भग० १, प्राय. अभिप्राय; मरजी. Will, opinion; ४; ३, २, ५, ४; १४, १०; १५, १; २५. pleasure. प्रव० १.१; सूय. १, २, २, ७; विशे० ८७; १९६; जं. प. जीवा० १; २२, २, २, ८०; आया. १, २, ४, ८४; पिं०नि० २२२; कप्प. ५, १३१; पंचा. उत्त० ४, ८, १६, ३०; नाया० २; भग. Page #761 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छंदण] ( ७५० ) [छक १२, १; १५, १; पण्ह० १, २; दस० ५, ते; समायारीता पायी प्रा२. कोई १, ३५, ६, ३, १; राय० २३७; विशे० । भी वस्तु गृहस्थ के यहां से लाने के बाद उस १४५१; पिं० नि० ३१०; ६४१; ( २ ) | वस्तु के लिये गुर्वादिक का साधुने आमंत्रण विश्याभिशाप विषयों की अभिलाषा. करना; समाचारीका पांचवां भेद. The 5th desire of sensual pleasure. | variety of Samāchāri; inviting सूय. १, १०, १०; ( ३ ) १ वृत्तानुं a preceptor etc. to partake of २५०५ तारनार शास्त्र. पिशास्त्र: - thing received as alhns by a छन्द वृत्तोंका स्वरुप बतलाने वाला शास्त्र; Sadhu. प्रव. ०६७; भग० २५, ७; उत्त. पिङ्गलशास्त्र. science of prosody: | २६, ३; पंचा० १२, २; metrical science. कप्प. १, ; | छक्व. न० (षटक) ७ ६ ने समुहाय. छः का श्रोव०३८, भग० २, १; (४) गुरूना अभिप्राय समुदाय. A group of six. पिं. नि. भ२७. गुरू का आभप्राय. the will or ३: भग० २०, १०; उत्त० ३१, ८; क. ग. pleasure of a preceptor. विशे. १, २६; १, ३०: २, ३३; (२) हास्याहि १४५१; -अणुवत्तग. त्रि० (-अनुवर्तक) ६. हाय-२तिसरति- शाय सा. અભિપ્રાયને અનુસરનાર; પિતાની મરજી हास्यादि छ:-हास्य, रति, अरीत, शोक, भय પ્રમાણે ન ચાલતાં ગુરૂની મરજી પ્રમાણે और जुगुप्सा. the group of six viz. पतनार. गुरू की इच्छानुसार चलने laughter, attachment, disconवाला. ( one) who acts accerd- tent, grief, fear and disgust. ing to the will of a preceptor. विशे०१२८४;-समाजय त्रि०(-समर्जित) सृय. १, २, २, ३२; नाया० ३; --अणु છ ના થોકથી જેનું ગ્રહણ થઈ શકે એવું. वत्ति. स्त्री० (-अनुवृत्ति ) हाने- छःछः क थोक से जिसका ग्रहण हो सके वह. अलिप्रायने अनुसरीत ते. किसीक मर्जी capable of being taken into अनुसार चलना. acting according groups of six. भग० २०, १०; to the will of another. गच्छा० ५२; छक्काय. पुं०(षटकाय) वी, १५, तेG, 418, -उवयार. पुं० ( -उपचार ) आयाय' वनर !ति अने त्रस से सायना 1. पृथ्वी. વિગેરેની ઈચ્છાનુસાર વર્તનાર તથા તેમની काय, अपकाय, तेजस्काय, वायुकाय, वनस्पमति २ना२. प्राचार्य आदि की इच्छानुसार तिकाय और उसकाय इन ६ प्रकारके जीवाका चलने वाला तथा उन की सेवा करने वाला. समूह-पटकाय. A group of living one who obeys and serves a beings in the foren of earth, preceptor etc. दस• ६, २, २१; water, fire, wind, vegetable छंदण. न० (छन्दन) पडीयानुढा. and moving animals. श्रणुजो०१२; दवात--मसीपात्र का ढकना. Lid or सूय० १, ११,८; -रक्ख ण. न० (-रक्षण) cover of an ink-stand. राय. १७०; પૃથિવી આદિ છ કાય જીવોનું રક્ષણ કરવું छंदणा. स्त्री० (छन्दना ) साधुये पy ते. पृथ्वी श्रादि षटकाय जीवा का रक्षण વસ્તુ ગૃહસ્થને ત્યાંથી હરીલાવ્યા પછી करना. protection of the six गुहिने ते परतुनु मामा २३ kinds of sentient beings. प्रव० Page #762 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छग] ( ७५१ ) [छजीवणिया ५२४; -रक्खा . स्त्री. (-रक्षा)' आय भग० २४, २०; -चत्ताल. स्त्री. (-चत्वा७वानुरक्षण षटकाय जीवों की रक्षा. रिंशत् )सिनी सय छयालीस की Protection of the six kinds of संख्या . fourty-six. ० ५० ५, sentient beings. प्रव. १३६८; १४७; --मास. पुं० (-मास ) मदीना. छग. न० ( * ) विधा. विष्ठा, मल. Dung छः मास. six months. उत्त०३६, १५०; feces. परह. १,३, -स. स्त्री. ( --पष्टि ) सहनी सया . छगण. न० ( * ) ij. गोबर. Dung. छासट की संख्या. sixty-six. जं. प. पंचा० १३, १३; -पीढय. पुं. (-पीठक) ७, १४७, पायने मा. गोबरका श्रोरला; बैठने का Vछज. धा• I. (राजेरग्घछजसहरीहरेहा श्रासन विशेष. . square seat inade इति सूत्रेण राजतेः छजादेशः ) शाल. of dung. निसी० १२, ६; शोभना. To appear beautiful; to छगणिया. स्त्री० ( * ) छाणी. उपल; गोबर shine. के छाणे. A dung-cake. अणुत्त०३,१%; छजति. जं. प. ३, ४५, छगल. पुं० (छगल ) मो. बकरा. A छजि प्रा. स्त्री. ( ) 945ी; ya बगेरे young of a goat. परह. १, १; २१वानी ७०५. छाबडी; फूल वगैरह रखने जीवा० ३, ४: (२) योथा योजना -तुं का टोकरी. A. shallow basket for थिई. चौथे देवलोक के इन्द्र का चिन्ह. flowers etc. राय. ३५; the mark of the Indra of the | छज्जीवणिया. स्त्री. ( *पटीवानेका-जीवfourth Devaloka. ओव. २६ (३) निकाय ) मा ७४५ सनी २क्षाने अधिसत्तरमा तीर्थ२. सन. १७ वें तीर्थकर का કાર છે એવા દશવૈકાલિક સૂત્રના ચોથા चिन्ह. the mark of the 17th 2यननुं नाम. दशवकालिक सूत्र के चौथे Tirthankara. प्रव.३८२: अध्याय का नाम, जिसमें षटकाय जीवोंकी छगलग. पुं० ( छगलग ) । “छगल" रक्षा का अधिकार है. Name of the श६. देखो “ छगल" शब्द. Vide fourth chapter of Daśavai"छगल'' पिं० नि० ३१४; kālika Sūtra dealing with the छगलपुर. न० (बगलपुर) मे नामनु शहर. subject of protection of the इस नाम का एक नगर. Name of a six kinds of sentient beings. town. विवा० ४ दस० ४; -नामज्झयण. न० (-मामाछच. त्रि. (षट्) ७; छः; ६; Six; 6. ध्ययन ) निधाय नामे शामित्र. भग. १, ५; १५, १; पन्न० २; क. गं० २. ना याथा मध्ययन नाम. षटजीवनिकाय ७; जं. ५० ५, ११८; -अंगुल. न. नाम का दशवकालिक सूत्र का चौथा अध्याय. (-अंगुल ) नु। “छअंगुल " श६. the fourth chapter of DaśA. देखो “छअंगुल' शब्द. vide "छअंगुल" vaikälika Sūtra nared Chha. ___ * ये। पृष्ट न०५२ १५ नीटनेट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th Page #763 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छट्टण ] ( ७५२ ) [ छहाण jivanikāya. दस० ४; भग० ७,६; १४, ७, १६, ४; छट्टण. न. ( * ) सीय; छार. छटुं छटेण. अ. ( षष्ठं पठेन )७१७४ने पारणे सींचना; छांटना. To sprinkle. सु. च. ४४ त५ ४२युं ते. छः २ के पारने से षष्ट ६, ११; तप करना. Practising an austerity छट्ट. त्रि. (षष्ठ ) ७, छनी पू२९५ सया . in which fast is to be broken छठा. Sixth. कप्प. ८; पञ्चा० १६, १२; every third day. “छट्ट छट्टणं तवो कप्प० ५; ११४; (२) मे ७५३ास मेगा कम्मेणं " अणुत्त० ३, १; नाया. १३, १६; ४२१॥ ते. दो उपवास एक साथ करना. two भग० ९, ३१; consecutive fasts. भग० २, १; ५ ग. न० ( पहक) . छठा. Sixth. ३, १; ५, ७, ७, ७; २४, २०; नाया. १B __ भग• ६,१; ६, ७, ८, १६; १६; दस० ४, सूय. १,, छटाण. न. ( पटस्थान ) मनत माग १, १५; सम०८; सु. च. २, ३४८: पन्न. હીનાધિક, અસંખ્યાત ભાગ હીનાધિક, ४; दस० ४, वव. ६, ४०; विशे• ६४१; સંખ્યાત ભાગ હીનાધિક, સંખ્યાત ગુણ पिं० नि० ५६०; नाया० ध• ६; दसा. ६, હીનાધિક, અસંખ્યાત ગુણ હીનાધિક, અને २, ७, ११; -प्र म. पुं० (-अष्टम ) मे અનંત ગુણ હીનાધક, એ હાનિ વૃદ્ધિના છે અથવા ત્રણ ઉપવાસ કરવાતે-છઠ્ઠમ-અટ્ટમ. स्थाननीस या. अनंत भाग होनाधिक, दो अथवा तीन उपवास करना; षष्ठ-अष्टम असख्या त भाग हानाधिक, संख्यात गुण वप. the (Chhattha ) or (attha. हीनाविक, असंख्यात गुण होनाधिक, व ma)consecutive fasts. नाया० १६; अनंत गुण होनाधिक, इन हानि वृद्धि के छ -खमण. न० (-क्षमण ) ७४ त५; मे स्थानक की संज्ञा. Name of the six Bास साथे ४२।। ते. षष्ट तपः दो उपवास stages of rice and foll namely एक साथ करना. two consecutive more or less or than infinite fasts. नाया. १६; अंत० ३, ८; भग० २, parts or divisions; more or less ५;-भत्त. न० (-भक्त ) पांय than immeasurable paits or ઉલ્લંઘી છઠે ટકે ભોજન કરવું; બે ઉપવાસ divisions; more or less measurमेगा ४२५ ते. पाँच भोजन वेलानों का त्याग able or limited vir. tues or puu कर के छठे वक्त भोजन करना; दो उपवास lities; more or less than illimit एक साथ करना. taking food after able virtues and more or less twoconsecutive fasts. ओव. भग० than iutinite virtnes. पिं.नि.भा. १, १; पन्न. २८; --भत्तिय. त्रि. २६;-गय.त्रि.(-ग) ७ स्थानमा प्राप्त (-भक्तिक) मे 64वास ४२वा पासो. दो થયેલ; ૧ અનન્ત ભાગ, ૨ અસંખ્ય ભાગ, दो उपवास करने वाला. ( one ) ob- ૩ સંખ્ય ભાગ, ૪ અનન્ત ગુણ, અસંખ્ય serving two consecutive fasts. ગુણ, ૬ સંખ્ય ગુણ એ છ સ્થાનક સાથે * जुमा १४ नम्०५२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #764 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इडिया ] ( ७५३ ) [छडावण हीनधि के प्राप्त थयेस. छ स्थानकों में नामक छठी नरक भमि. the sixth hell पहुंचा हुआ; १ अनंत भाग, २ असंख्य भाग, | named Mughi. जीवा०२, नाया०१६; ३ संख्य भाग, ४ अनंत गुण, ५ असंख्य छडिय. त्रि. ( * ) MDM: . गुण, ६ संख्य गुण, इन छ स्थानकों के साथ | (शात्र-मार पोरे) मसले से पीट कर न्यनाधिक प्रमाण से संबंध रखने वाला. दाना को भूसा से अलग करना. Thrashed One who has reached or ob with a flail; pounded." rasist tained the 6 stages ( 1 ) Infi- सालि " राय० ११८; तंदु. जीवा० ३, ४; nite divisions,(2) immeasurable Vछह धा•I, II. (छर्द ) छ।'; ता. parts, (3)measurable or limited छोड़ना; त्याग करना To abandon; to parts. (4) infinite virtues. (5) leave; to release. virtues by and measure. (6) vir छहइ. भग० १,६ tues that can be counted or छसि . उवा० २, १५; reekoned. One who keeps con. छाज. वि. विशे० १४१३; cern with the above six छड्डेज्जा. नाया. २; forms of stages in a more or छडए बि. दस. ५, १,८५, less measure. विशे० १४२;-पडिय. छड्डइस्लामि. राय. त्रि. (-पतित ) 9 स्थानमा जित. छड़े उं. सं. कृ. विशे० १७१%3B छ स्थानों में पतित. ome resorting to छड्डावेइ. गि. सु. च० १५, १५७; six stages भग० २५, ६; Vछड्ड. धा• 1, II. ( छर्द ) टी वी: छठिया. स्त्री. (पष्टिका) 928पत्ति; हो मत १२. वमन करना. To vomit. म. छठा जन्म. Sixth birth. "इमा- छडिजा. अाया० २, १, ३, १४; यो छट्टिया जाई" उत्त. १३, ७. । छड्डछड्ड. पुं० (छडछड्ड) सु५४ सोनी मते छट्ठी. स्त्री० (षष्ठी) ७६पक्षनी की तिथि.. ધાન્યનો જે અવાજ થાય તે છ છ એવો षष्ठी; पक्ष की छठी तिथि. The sixth अनुश -मान. छा छा ऐसी day of a fortnight. जं. ५०७, १५३; / 1919. An onomatopoetic word (२)ही रिमति. छठी विभात. the expressive of its sound. नाया०७; genitive case. जं. प. पन्न. २, ३; छइण, न० (छन) ५२४५ त. त्याग अणुजो. १२९; विशे० ६६७; (3) ही देना. Getting rid of (e.g. feces); नर; भया नाभे ७ थी. छठा नरक _abandoning. पि. नि. ५२५, ५५६; मघा नामक छठी नरक भूमि. the sixth प्राया• २, १, ६, ३२; hell; the sixth world named छड्डावण. न० (छन ) छोर; तmaj. Magha. नाया. १६; -पुढवी. वी. छुडाना; त्याग कराना. Causing to (-पृथ्वी) भरा नामे छड़ी न२. मघा ___ abandon. ओघ. नि. भा. २१८; * गुमे। १४ न.५२ १५ नी ५टनाः (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. ___Vol. 11/95. Page #765 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छड्डिय] ( ७५४ ) [छत्त छड्डिय. त्रि. (छर्दित) 321 रेस; यमन भनी भो २ ते. भोजन मम्मेलन. १२३. वमन; वमन कियाहुआ. Vomitted. foasting; a feast; a dinner( २ ) मन नारने साये व्हापायी | party. नाया० २; (३) चन्द्राहिनो महीसाधुन सांगतो सोपणना होप. वमन त्सव. इन्द्रादि का महोत्सव. a festivity किये हुऐ के हाथ से भिक्षा लेने से साधु को | of Indra ete. भग०६, ३३; नाया०१3 लगाता हुआ एक एषणा का दोष. । छरणालश्र. न० (परणालक ) त्रिष्टि fault connected with alms- संन्यासानु से 64.२२१. त्रिकाष्टिक; begging viz. accepting food सन्यासी का एक उपकरण. A wooden at the hands of one who has implement used by a Sannä. vomtited. पंचा० १३, २६, प्रव० ५७६; yasi ( an ascetic ). भग० २, १; पिं.नि. ५२. नाया. ५; श्रोव० ३६ Vच्छण. धा• I. (क्षण ) हिंसा ५२वी; छरिणअ. पुं० ( छनिक ) मे नामने थे। १५ ४१३. हिंसा करना; वध करना. To साध. इस नाम का एक कसाई. Naine kill. of a buicher. विवा० ४; छण. वि० श्राया. १, ३, २, ११४; १, ८, | छत्त न० ( छत्र-श्रातपं छादयति तत् ) ७५%; १२. छत्र; छाता. An umbrella. छणह. प्रा० सूय ० २, १, १५; कप्प. ४, ६२: प्रव० ४४१; १२२०; ओव. छण. पुं. (पण) 441; अस२. समय; १०; २७: अणु नो० १३१; स्य. १, ४, २, अवसर. Time; moment. (२) विसा. ६; ठा० ५, १; सम० १४; ३४; नाया• १; हिंसा. killing. ( 3 ) उत्सव. उत्सव. . ३, ५, ८; १२; भग० १.१; २, १०, ५, festivity. श्रोघ. नि. ८८: -ऊस ४, ७, ६, ८, १०; दसा. १; १; ३; वर. विश्र. वि. (-ौरसविक ) मा भडी- ८, ५; पन्न. २; निसी० ६, २२; अघि निक ७३ ५१२व। माहान. उत्सव महोत्सव के भा० ८५; जीवा. ३, ३; राय० ६८; सु. प्रसंग पर मोढने व पहिनने का. holiday च. १५, २६% जं. प.५, ११७, विवा. २ apparel. निसी. १५, ३१: पत्र. न. नाया. घ. दस. ३, ४, उवा० १, १; (-पद) हिसार५६ सानुं स्थान. हिंसा ( ૨ ) ચંદ્ર વગેરેનો ત્રાકારે થતો નક્ષત્ર का स्थान. an abode of the sin of साथैना योग योग. चंद्रादि का नक्षत्र killing. माया० १, २, ६, १०२; के साथ छत्र की प्राकृति के अनुसार होता हुआ छणिय. त्रि. (क्षणिक ) गु२. क्षण योग; छत्रयोग. the conjunction of भंगुर. Transitory; transient. (२) the moon etc. with a constelमात्स५. महोत्सव. a great festivity. lation presenting the appearनाया. ५ ance of an umbrella. सू० प०१२; छगण. त्रि० ( छन ) ; संतागुं; आ. -अत्तिछत्त. न० (-अतिछव ) मानना ढका हुग्रा; छि गाया हुआ; गुप्त. Coverred; એક અતિશય; ભગવાનના માથે ઉપર concealed; hidden. निसी० १२,६; ७१ धारण याय ते. छत्र पर छत्र धारण करना; ओघनि. १६५; ( २ ) - समुदाय भगवान का एक अतिशय holding one Page #766 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छत्तग ] ( a umbrella above another as in the case of a Tirthankara etc. नाया० १; ५ भग० १६, ५.; [सू० १० १२: कार. पुं० - कार ) छत्र मनावतार. नाना छत्र बनाने वाला maker of umbrellas. जो० १३१; -गाह पुं० ( ग्राह) नेपा २२. छत्र को धारण करने वाला one who holds an umbrella. fare ६, २४० तय न० (त्रय ) ५२ ઉપર ત્રણ છવા, છત્ર ઉપર છત્ર તેના ઉપર छत्र ऊपरा ऊपरी तीन छत्र छत्र के ऊपर छत्र व उसपरभी छत्र. three umbrellass one held over the other. प्र० ४५१ -- धारि त्रि ० ( - धारिन् ) छत्र धरनार चारगा करने वाला (one ) who holds an mubrella भग० ११, ११: - न० ( रन) नाह નેમાનું નવમું २०. चकवर्ती के चौद रत्नों में से नवमा रुन. the ninth of the fourteen jewels of a Cha kravarti z० ७ १: जं० प० एन०२०६ - ७५५) - लकखरण. न० ( -लक्षण) छत्रना क्षण ४५. छत्र के लक्षणों की परिक्षा करनेकी एक कला, the art of examining the qualities of an umbrella. नाया० १: संठिय. त्रि० ( - संस्थित ) छत्र संस्थितः छत्रने खारे २. छत्र की आकृति वाला having the form of an umbrella उत्त ३६, ५.७ छत्तग. न० ( छत्रक ) छत्र; छत२. छत्र छाता. An umbrella आया० २, ३, २, १२०; (२) संपास २५. संन्यासी का एक उपकरण. an implement used by an ascetic. सूर्य० २,२,४८; [ छत्ति ने आरे आकार में एक State of A दत्तगत्ता. श्री. ( कता) वनस्पतिपत्र के प्रकार का वनस्पतिपना kind of vegetation having the shape of an umbrella [सू० १, ३, १६: छत्तपलासय पुं० ( छत्रपलाशक ) रंगला નગરની હારના એ. નામના એક બગીચે. कर्यगला नगरी के बाहर का इस नाम का एक बगीचा. Name of a garden ontside the town named Kayaiigala. तलासए नाम इए होस्था " भग० २ १; C: छत्तय. न. ( छत्रक ) देश उत्तरा उत्तम " शब्द Vide "छत" राष्ट्र छनग भग० २, १३ तरि ० ( प सहति) नी संख्या छहत्तरः ७६. Seventy-six 76. ० ० ६, ३१: छत्ता. श्री० ( छत्रा ) અનન્તકાય વો अनन्तकाय विशेष A variety of Anantakays. भग० २३, २० छनार पुं० (पत्रकार) भी नानार शरीगर छाता बनानेवाला कारागीर. A maker of umbrellas पन० १; छत्ताह. पुं० ( छत्राभ ) - जेनी डे છઠ્ઠા શ્રીપદ્મપ્રભ નીર્યકરને કવલજ્ઞાન થયું एक वृक्ष कि जिसके नीचे कुठे श्री पद्मप्रभ तीर्थंकर को केवलज्ञान प्राप्त हुआ था. The tree under which the 6th Tirthankara Sri Padmaprabha attained to omniscience, सम प० २३३; छत्ति त्रि० ( इत्रिन्त्रमस्यास्तीति ) वाणी छत्र वागे. छत्रवाला; छातेवाला. Having an umbrella: po sessod Page #767 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छत्तोश्र] [ छम्मुर - of an umbrella. भक्त. ८, १०, इती. औरों को ज्ञात न हो इस प्रकार अणुजो० १३%B . संदेशा पहुंचानेवाली दासी-दूती. a female छत्तोम. न. (पौक) वह पछी servant who conveys a meg. તરત ઉગતી એક વનસ્પતિ કે જેને લેકે- sage without letting others भी हनीपणी हे छेते. छत्र की आकृति know it. कप्प.३,२९पिं.नि. ४२८% के अनुसार वर्षा के बाद तुरन्त ही उगनेवाली - अक्क. पुं० (-मई) यालाया जाये एक प्रकार की बनस्पति कि जिसको लोग | सूर्य. बादल से ढका हुआ सूर्य. the sun कहते हैं A kind of umbrella- hidden behind clouds. factores; shaped vegetation sprouting -पत्र-य. न० (-पद) 42; माया. up immediately after the set. काट; माया. deceit; fraud: foul ting in of monsoon; mush- play. सूय० १, ४,१, २, --पद. न. rooms; fungi. 789; (-पद) भायात्यान१५८. मायास्थान छत्तोवा. पुं० (पत्रोपग) मे तनु वृक्ष. कपट deceit; fraud; foul play. एक प्रकार का मार. A kind of tree, सूय० २, ६, ३५; ओव• जीवा० ३, ४, छन्ना स्त्री० (बमा) मा “छपम" श. छत्तोह. पुं० (चौध) मे नाम ; वृक्ष देखो "बाप" शब्द. Vide “ - विशे५. इस नाम का वृक्ष; वृत विशेष. . पन" सूय० १, २, २, २१ Name of a particular kind of | छब्बन. पुं० ( * ) वांसती धीय२९॥ tree. पन्न. 1; भग• २२, ३; .-धण. यावी. बांसकी चलनी. A sieve of न (-वन) छह Mना वृक्ष कन. छत्रोह | bamboo. पाया० २, ३, ८, ४३: ओघ. जान के वृक्षों का वन. a forest of the नि.१५८ पि. नि० १६१; trees of the Chhatroha kind. | धग. स्त्री. (*) रोली पशुवानी भग०१,१; पाटली; आमटीसी. रोटी बनानका पाटा. छद. न. (पद) पin; पि२. पंस; पर. A wooden board on which A wing; a feather. उत्त० ३५, ६; bread is made. पि. नि. २७९ छधा. भ. (षोडा-पभिःप्रकारैः) प्रारे. | छम्भंग. पुं० (पभा) ७ . छ भंग. छः प्रकारसे. In six ways or inodes. Six classifications. भग• ६, ४, विशे० ६.०; क. गं. १, ३८ छम्भामरी. स्त्री० (पभ्रामरी) Al; सता२. छन्न त्रि. (छ) गुप्त रामेश; ४५.2ी माश. सितार; बीन. A harp; a Hute. नाया. यते ॥५वी अन्यथा मालेत. गुप्त, भेदयुक्त. Hidden; secret; dissimulated. | छम्मुह. पुं० ( षण्मुख) विमानायना यक्षन सूय०१,१,२६, भग०२५,७ (२)श्री.मील नाम. विमलनाथजी के यक्ष का नाम. ન જાણે તેવી રીતે ગુપ્ત સંદેશો પહોચાડનાર Name of a Yaksa of Vimala गुमो १४ नम्मर १५ ना ४टना (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (.) p. 15th. Page #768 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छरु ] ( ७५७ ) [छवि nāthaji, प्रव• ३७६; ठगना; छलभेद. Deceit; fraud. श्रोघ. छरु. पुं. (त्सरू) सारनी भु. तलवार की नि०७८५; पि. नि. १६०; मूठ. The handle of a sword.ओ. लि. त्रि. (बलित)४५८ विरेथी - १०; जीवा• ३, ३; परह०१, ४;-पवाय येल. कस्ट इत्यादिसे ठगाया हुआ. Deceivपुं० (-प्रवाद) तसवारनी भु: ५५ ३२५१।- ed; cheated;imposed upon.arato नी खा. पटेबाजी. the art of fene.. ___; विश० १६०७; पिं० नि०६३४; ing. ओव० ४०; नाया• १; छलुश्र. पु. (षड्डुलूक) मे छलुग "श» छल. त्रि. (पट) ७. छ: Six. विशे० १.१; देखो "चलुग' शब्द. Vide "चलुग' ठा. -~-अंस.पुं०(-अंश) .स. छःअंश. six ७, १; parts. भग० ६,५; पण्ह. १४५७; जं. प छलग. पुं० (पडुलूक) शेशि मतना स्या३,५४; (२) मा. छठा हिस्सा. sixth ५२ ४१ मुनि. वैशेषिक मत के स्थापक part. " अगुरुलहु चउ चलंसि तीसंतो" करणद मुनि. Kanida, the founder क. गं० २, १०; -अंसा. स्त्री. ( -अंश) of the Vaisesiku tenet, विशे. ७ प्रतिil सत्ता. छः प्रकृनियों की सत्ता. । the existence of six Prakritis. छलूय. पु. ( छलूय) मार्थ मलगिरिनायितुं क. गं. ६, ६-ई. त्रि. (--अर्ध-सार्ध. नाम. आर्य महागिरी के शिष्य का नाम. पंचकम् ) सांय. साडे पांच. live Name of a disciple of Arya. and a halt विशे०१४.13-सीइ. स्त्री. Mahagiri कप. ८, (-प्रशीति) सी; ८६ छियासी. eighty. छल्ली. स्त्री. ( छक्ली) त्वया: 21: जाल. six; 86 क. गं. ६. ३१ मम. ८६ स्वचा, छाल. Skin; bark. विवा० १; भग. २, ८; नाया.१३,१४:अणजा. १; पन्न. १ राय०५३; छल न० (छल) ७६; १५-inा यनने ---खा. त्रि. (-खाद ) सने माना। પિતાની ઇછુકલપનાવડે અસત્ય કરી બતાવવું. मेनो श्री छाल को खाने वाला बल, कपट,-औरों के बचन को अपनी इष्ट एक प्रकार का कीडा. an insect or कल्पना से असत्य कर दिखाना. Fraud, worm eatiny the bark of trees. deceit; proving the words of for, 7; others to be falso by interpret- छवि. बी. (कवि-यति मासारं छिनत्ति वा ing them in the light of tenets तमः ) 05]; 9net. त्व वा, चमडी; छाल. acceptable to oneself. विशे०१६०७; Skin; bark. ठा. २, ३; जं. ५० प्रव. -अायतण. न. (-मायतन) 9-41.- ४३६; (२) शी२. शरीर. a body. ना मे हर तेनु सथान. छल-वाद का भग. ५, ४, ५, ६, (३) ति; ने. एक दोष उमका स्थान. an abide of सौन्दर्य. lustre; beauty. कप्प. ३, fallacious dispute or controves. ३४; जोवा ३, १: ( ४ ) र योना कोरे ry. "मासु छलायतणं च कम्म" । धान्य. चौले वगैरह धान्य. a variety सूय. १, १२, ५, of pulse. दस. ७, ३४ -खाय. पुं. छलणा. स्त्री. (छलना) २ ७६. (-खाद ) सु५२ प्रभुती यमी मान(२. Page #769 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छवि] ( ७५८ ) [छाउमत्थिय सुअर वगैरह की चमडी को खाने वाला. सम० ६; भग० १२, ४; दसा. ४, ३८; one who eats the skin of pigg ४५; ४६, ७, १; etc निसी०६, १०; -ताण न०(-ग्राण) छवीइय. त्रि. (छविमत् ) तिवाणु ચામડીનું રક્ષણ કરનાર » કાંબલી વિગેરે. | तेजस्वी; कान्तिवान. Beautiful; lusस्वचा का रक्षण करने वाला वस्त्र कम्बल | trous. ओव० १०; आया०२, ४, २,१३५; वगैरह. any kind of cloth (e. g. छावह. त्रि. (षविध ) ७ प्रा. छः a blanket etc.) protecting the | प्रकार का. Of six kinds or modes. skin. उत्त० २, ७, --छेद. पुं० (-च्छेद) वेय०६,२०; पिं०नि० ५; भग०६,७; १६, ८; ०ी छविच्छे प ) श६. देखे "छविच्छय" । २५, ६, ७; विशे० ३००;-बंधय. त्रि. शब्द. vide " कृविच्छेय " ठा० ७,१; (-बन्धक) मोल अने आयुष मन छ भग. ८, ३, ११, १०, १४, ८; १५, १; ना भनु प-धन ४२नार. मोह -च्छेय. पुं० (च्छेद) हाय, ५१, ना, 1 और आयुष्यकर्म को छाडेकर शेष छः कर्मों વગેરે કાપવા તે; એક જાતની દડ નીતિ. का बन्धन करने वाला. one who incur's हाथ, पैर, कान, नाक, इत्यादि को काटना; Karmi of six kinds i. e. all इस नामकी दंड नीति. punishment save those called Moha and by mutilation of limbs. जविा. Ayus. भग० ६, १; ३,३; राय ०२६०; ज०प०नाया ०४; पंचा० १, छहा. अ. (पोढा ) 9 अरे. छः प्रकार से. 1.;-पत्र.न.(-पवन्) भालाना सांचा In six ways or modos. 8 tio અને ચામડી વગેરે છે તેવું શરીર,ઉદારિક શરીર, ऐसा शरीर जिसमें हड़ियो की जोड व त्वचा छाय. वि० (*) भूमुं. भूखा; जिसको क्षुधा वगैरह है. the physical thody com. लगी हो वह. Hungry. पि. नि० ६६३; sisting of hones, skin etc. उत्त.. १° छापा. स्त्री. (छाया) या; ५७'छायो. छाँव. ५, २४ Shade; shadow. श्रोव• दसा० ७, १; छवि. स्त्री० (क्षयि ) श; क्षय. नाश; क्षय. छाइय त्रि. ( छादित ) ढj ढंकाहुप्रा. Destruction; ruin. भगः २५, ७, | ___Covered. नाया ० १; ---कर. त्रि. (--कर ) योनी दाय | छाउमत्थ. त्रि. (छास्थ्य) भ२५ संधी. ४२॥२. जीवों का क्षय करने वाला. (one) छद्मस्थ सम्बन्धी. Pertaining to a who destroys or kills living Chhadmastha ( i. e. one vot Theings. भग० २५, ५; free from attachment. राय० २४३; छविसि. स्त्री. (पविशति ) ७वीस छब्बीस छाउमत्थिय. पु. ( छामस्थिय ) ७५२५ Twtnty-six. विवा० १; अवस्थामा २९ना२. छद्मस्थ अवस्था में रहने छविह. त्रि. (पविध ) ७ ५४२. छः । aar. One in the stage of being प्रकार का. Of six kinds or modes. Chhadmasths. (i. e. one not * तुमे १५ ११२ १५ नी ५.नोट (). देखो पृष्ट नम्बर १५ को फुटनोट(*). Vide foot-mote (:)p. I5th. Page #770 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छागलि अ] ( ७५६ ) [छार - firee from attachment. भग. १३. ३०३: ( ३ ) पत्र . वक्षः कपटा. cloth; u garment. नाया० १; तंदु. छागलि अ. पुं० ( छागलिक ) भना२ छाया. स्त्री (दाया) 13.; 41. छांया; सा. कमाई. A butcher. विवा० ४; छांव. Shade: shadow. उत्त. २८, छाण. पुं० न० (छादन ) निको ५३ १२; ठा० २,४; १० नि. भा. ३८ पि 91. दर्भादिक का छत. A cover of नि. ११२; अणुना० १२७; दसा० ७. १; grass ete. “छाणेझियाइ" भग० ८, ६; सूय, २. १, २, पान १६: भग. १. ६; छाण. न. ( * ) ५. गोबर. 16,६; १५, १; नाया. १५: कय. ५, Dung प्रव० ४४०; - उज्झिया. स्त्री. १०७; प्रक० ६५; (३) ति; होमि. ( -उज्झिमा) ७१ पासी नारी; कांति; दीप्ति. lustre; brightness. YS नारी गोबर इत्यादि साफ करने श्राव. १०; २२; राय. ४६; पन. २; जं. वाली स्त्रो: गोबर उठाने वाला. a female ५० नाया. १०; भग० १. ६; २, ८; (3) servant who clears off dung, मोगा । सेव! ( 14 ) ने पतिrefuse etc. नाया. ७; पंत. भोजन करने के लिये बैठी हुई पंक्ति. ४ छादण. न. ( छाइन ) . पाच्छादित row of persons sitting #t करना. Act of vering भग० ११, dinner. ज. प. ७, १६२; ११; जोवा० ३, ५; पंचा० १२, १२; पगढ़. छायाल. स्व. ( षट् चत्वारिंशत् ) मे। छायालीस' श६. देख'. "छायालीम" छाय. त्रि. ( छात) साधातथा :. शब्द. Vida, छायालाम' पन. २: क. कक्षाघान से व्रण मुक्त Not woundled by blow etc. दम. १, २, ७; छायालीस. स्त्रा० (पट्चत्वारिंशत् ) ताम: छायंसि. त्रि. (* छायावत् ) -शरी२०॥ ४६. छियालीस; ४६. Forty.six: 46. शामायण शारीरिक सौन्दर्य वाला; दर्शनीय. मम० ४६ पिं० नि.६५६; Beautiful; possessed of physical छायोवप्र. पुं० ( छायोपग ) यी ७ j beauty. सम. प. २३५; । .:. गहरी छाया वाला वृक्ष. A dousely छायण. न० (छादन) विगेरेयी | shady tree. ठा० ४, २; निसा० ३, ८१: मान. दर्भ वगैरह से ढांक देना-आच्छा- छार. न. (क्षार ) २१५; मरमा पानी. राख: दन कर देना. Act of covering with | भस्म. Ashes. पिं. नि. ३१४; विशे. any thing e. g. Darbha grass १२५६; (२) 4. कांच glass. विशे. etc. पाया० २, २, ३, ८७; पंचा० १२, ३४०५: ( ३ ) पारे. मंचौरा. any kind १२; प्रव० ८७.: (२) घर परतुं यांस of salt, जं.प. नाया. २: .....उझिया. 1442 किोरेतु भाय-वाय पर का प्रो. (-उमिका ) २१.५ पालनारी गा. छत. a toof of a house. ० नि० राय माडने वाली स्त्री. a temale * गुथे। पुष्ट न १२ 11 नीटनेट (*) देखा प्र नम्बर ५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (* ) P. 15th. Page #771 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छारिश्र-य ] who sweeps off ashes छारिश्रय न० ( क्षारिक ) भस्म Ashes भग० १, २ पुं० ( - राशि ) लस्मनो ढंगले ढेर. a heap of ashes. दस छारियभूय त्रि० (चारीभूत प्रचारं क्षारं भस्म भवतीति ) राजनुं ययेनुं राख जैसा बना हुआ. Reduced to ashes भग० ५, ६, ७, ६; १, १, ७; अभस्म छारिया स्त्री० ( सारिका ) राम. Ashes. भग०५, २,१८, ६६ छारीभूय. त्रि० (चारीभूय ) भु! " द्वारियभूय २६. देखो “ छारियभूय 39 शब्द. Vide. " छारियभूय " भग० ३, १; छावदि त्री० (षट्षष्ठि ) छ्यासह ६९. छांछठ : ६६. Sixty-six ; 66. जं० प० ७, १३४; बिशे० ४३५ ७१८; सम० ६६; भग० २४, २०; पन० ४; छाव. पुं० ( शाव ) श्रभ्यु पास बालक; बच्चा. A young one; a baby. नंदा० स्थ० ४६; सू० १, १४, ३; छावत्तरि. स्त्री० ( षट्सप्तति ) छतेर ७६. छियोत्तर; ७६. Seventy-six ; 76. सम० ७५; भग० २४, १२; जं० प० ७,१२६; Braig. ar. (IT) DIHE; £;. Bigs; " ( ७६० जं० प० लस्भ राख; - राशि राख का ६६. Sixty-six; 66. भग०८, २२४, १; छासीइ. स्त्री० (षडशीति ) छ्याशी ८६. छियासी; ८६. Eighty-six ; 86. भग० * राख. २०, ५; छिंडी. स्त्री० ( ) छींडी-नाना भार्ग; णारी बारी छोटी खिड़की A small back-door; a small window or gate. नाया० २; [ छिरण * छिक्क. त्रि० (स्कृत) छी-छी रेसुं. तिरस्कृत. Dispised; condemned. विशे० ३३७; १७५४ पिं० नि० १८६; १९४० नि० भा० ३७; छिकंत त्रि० ( * ) छीं छींकता हुआ. Sneezing. सु० च० ४, २२६ छिछिकार. पुं० (छिछिकार ) दुतरा वगेरेने હાંકવાને ખ્રિષ્ટિ-હુત-હત વગેરે શબ્દ કહેવા ते. कुत्ता वगैरह को निकालने के लिये छि छि हत हत वगैरह शब्दों का कहना, [īttering the sound Chhi-Chhi or any similar sound to drive away dogs etc. पिं० नि० ४५१; पिं० नि० भा० १२४; छिड न० ( छिद्र) छिद्र; अणू'; पांडे(रु. छिद्र. A hole; an opening. विशे० १४६२; ( २ ) होप. दोष, अपराध & blemish; a fault. राय० २८३ (३) साजरा. आकाश. the sky. भग० २०, २ छिडिया. बी० ( छिड़िका छिद्राणि विद्यते स्यामिति ) न्यासी चलनी. A sieve. नाया ० ८; छिराए. त्रि० ( छिन ) छेहेनुं; अपेसुं. काटा हुआ. Broken; cut off उत्त• १४, २६; १५, ७; ओव० ३८; सम• १२; श्राया० १, १, ५, ४६, भग० ८, ३६; ३, ३३; १३, ४, १६, ६; नाया० १; १६; १८ पद्म० १५; – श्रावाय त्रि० ( - आयात- छिन अपगत प्रायातान्यान्यत आगमनम् यस्मिन् ) જેમાં જવું આવવુ ન બને એવું સ્થાન-પર્વત नवगेरे, जिसमें आना जाना न हो सके ऐसा स्थान - पर्वत जंगल वगैरह. ( anything) inaccessible e. g. a * भो पृष्ट नम्२ १५नी पुटनोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th For Private Personal Use Only Page #772 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छित्त] ( ७६१ ) [छिन्न mountain, a forest etc. नाया० छित्तरा. स्त्री. ( * ) ७५३; छत. छत. १५भग• १५, १;वेय. ४,२६;-जाला. A roof; a ceiling. " छित्तरा स्त्री. (-ज्वाला) हायेल मनिनी शिपा; । जिमयार" भग. ८.६; नी MH-या छामछेते. छिदी छित्तार. नि. (छत): ४२नार; नाश ४२. हुई अग्निकी शिखा; जिसकी ज्वाला विद ना२. नाश करने वाला. One who cuts गई हो. & broken flame of fire; off or destroys. आया. १, ७, ३, (fire) with broken Hame. नाया. २०६; प्रव. १३१; १; -भिएण. त्रि. (-भित्र) छिन्न भिन्न छिद. न. (छिद्र) मे " छिडू " श०६. गये. छिन्न भिक्ष बना हुआ. sca- देखो “ छिड' शब्द. Vide “छि" ttered; at sixes and sevens; in भग. ३, ३, नाया० २, ८, राय२५४; A condition of disorder. " हिरण पन्न. २; ~~प्पेहि. त्रि. (-प्रेक्षिन्) छिद्र भिरण बाहिरिणहिय" विवा० ३; -सहा. नार. छिद्र को देखने वाला. (One) स्त्री० (-रहा-सत्यपिछिमा पुनरारोहताति) who looks to the weak કાપી નાખી હોય તે જ ઉગે એવી એક points of others. 310%, 9; onal पनपति (गुयी). काट डाली -~-अंत. पुं० (-अंत ) छिद्रनो मत-छ।. जावे तब ही उगे ऐसा एक प्रकार की मन- छिद्र का अन्त-किनारा. end of a hole. Fira. a species of vegetation __“ विते इसते " भग० १, ६; which grows only if it is छिच. त्रि० (विस ) यो “ छिगण "श६. pruned. ( Galuchi ). पन. १; देखो “छिगण "शब्द. Vide. “छिराण' विवा० ३, भग० २३, १; -सेलग. त्रि उत्त० २, ५; पिं. नि. ५८४; दस० ४; (-शक्षक ) मा त छपने ५४ भत्त० ३२; (२) नियमित रीत हुँ पाउ गये। छ । भागवगेरे. ऐसा मार्ग जिस विभाग २६. नियमित रीति से विभक्त. में पर्वत छिद कर गिर गया हो. a road divided ; separated. पिं. नि. २३१; etc. obstructed by a mountain ३८४; -कहंकह. त्रि. (-कथंकथ-छिन्माwhich has broken and collapsed. द्वेधीका कथंकथा रागद्वेषीदर्येन असौ) नाया. १८; --सोय. त्रि. (स्रोतस्) दूर रीछ शापिसासाहि १५० श. जिस જેને સંસાર પ્રવાહ છેદાઈ ગયો છે તે. ने राग विलासादिक कथा दूर करदी है वह. जिस का संसार प्रवाह छेदा गया है वह. One ( oue ) who has banished whose worldly relations are talk involving passion, hatres cut off. जं० ५० २, ३१ etc. आया. १, ७, ६, २२२; *छित्त. त्रि.( * )२५शरेतु; सु. ---गंथ. त्रि. ( -ग्रन्थ ) अथ-पर स्पर्श किया हुआ; छुपा हुआ. Touched | ગ્રહની ગાંઠ-આસક્તિ જેણે છેદી નાખી છે in contact with. पिं०नि०५३९; ते. ग्रंथ-परिग्रह की आसक्ति जिसने हटा * तुमे १४ नम२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note ( * ) p. 15th. Vol. 11/96 Page #773 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छिन्नयाय ] दी हो वह. (one ) who has cut off the knot of attachment to worldly possessions. कप्प०५, ११६; - पक्ख. त्रि० (पक्ष) नी ते कटे पंख वाला having the wings cut off भत्त० १४१६ छिन्नयाय. त्रि. (छिन्नछेदनयिक) ने सूत्र કે ગાથા સ્વતંત્ર અ દશા ને ખીજ સુત્ર કે ગાથાની અપેક્ષા ન રાખ તે છિન્ન છેદનયવાલુ કહેવાય જેમ ધર્મોામ ગલ મુક્કિમ जो सूत्र या गाथा स्वतंत्र अर्थ बता सके, दूसरे सूत्र या गाथा की अपेक्षा न रखता हो. (An aphorism or a verse) which is complete in withont dependence on any other aphorism or verse; e. g. "religion is the highest good." sense ( ७६२ ) सम० २२, * छिन्नाल पुंग ( ) હલકી નતના લદ बेटी होन जाति का बैल या घोडा, An ox or a horse of a low breed. उत्त० २७, ७; छिपत्रि० ( स्पृश्य ) स्पर्श २ बाग स्पर्श करने के योग्य. Worthy of being touched. सू० च०८, २७; * छिप्पन० ( * ) पूंछ पूंछ दुम. A tail विवा० २; छिप्पन० ( चित्र ) ४६ी; तापसे जल्दी; शीघ्रता से Soon; quickly. विवा० १; नाया० १८; – तूर. न० ( - सूर्य ) तालु वागनार वा. जोर से बजने वाला जा. a musical instrument which gives out tunes in rapid suc cession. "छिप्पत्रेणं वजमाणे" विवा० १९ नाया० १८; छिप्पतर त्रि० (छिप्रतर) उता उतावला. Hasty; very quick. विवा० ३; छिरा. स्त्री० (शिरा ) नाडी; नस. नाडी, Au artery. जावा ० १ सू० २, २, १८: भग० १, ५, ६, ३३; छिरिया. स्त्री० ( aीरिका ) से वनस्पती; उन्ह विशेष. एक वनस्पतिः कन्द विशेष. A kind of vegetable with bulbous root. जीवा० १; * छिलिय. न० * ) सीत्हा । ते. सी २ की आवाज करना Act of uttering a sibilant sound परह० १, ३; fag. 17. (àará) Dag dag: 9 संयमनुं संघय छः संघयणम से छटा संघयण. The last of the six kinds of Sanghayanas (i. physical structures of bones etc.) क० गं० २, ४: ५, ४४; e. * छिवा स्त्री० ( ) यामानी तान; व्यापम चमडे का चाबुक A leathern whip. पर६० १, ३ प्पहार पुं० (- प्रहार) याने भार. चाबुक की मार. a lash of a whip. नाया० २; १७; * छिवाडिया. स्त्री ० ( * ) लोयसींग, भगवी मुमफली. A ground-nut. पन्न० १७; ( २ ) छाउनी छास झाड की छाल. bark of a tree दसा० ६, ४; ) सींग, इणी. फली. A pod. आया • २, १, १, २, दस० ५, २, २० जीवा ०३, ४, राय०५५ प्रव०६७१; - प्रोत्थ. न० - पुस्तक ) पुस्ता यां छिवाडी. स्त्री० ( )< For Private Personal Use Only [ छिवाडी * *२१५ नी फुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foo - note ( * ) p. 15th. Page #774 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छी ] ( ७६३ ) [छुरय પ્રકારમાં એક; જે પુસ્તકની પહોળાઈ kind of bulbous root. भग० ७, ३: વધારે અને જાડાઈ ઓછી હોય તે પુસ્તક. पन्न १; जीवा० १; पुस्तक के ५ प्रकारों में से एक; जिस पुस्तक | छुच्छुकार. पु. ( छच्छकार ) तरानेछु छुकी चौडाई अधिक व मोटाई कम हो ऐसा थेप्रमाणे श६ ४२१॥ ते. कुत्ते से छु-छु इस पुस्तक one of the five varieties माफिक शब्द करना. Calling a dog of the shapes of books; viz. a ly the sound chhu-chhu. 100 book which is very thin but of which the breadth is very छुडियवर. न. ( * ) माल२९ विशेष. great. प्रव. ६७५: --मित्त. त्रि. __ आभरण विशेष. A particular kind (-मात्र) सिसी म. फली के of omainent. जीवा० ३,३; परिमाण का. of the size of upul. | छुन्न त्रि०(चुराण ) नस.. नपुंसक; नामर्द. प्रव०६७ Impotent. पि. नि. ४२५; छोश्र. न० (क्षुत) श्री. छोक. A meeze. | छुयायार. त्रि. (नुताचार ) भाभी मरे। आव० १, ५, ४, ४; पायार पादु. दोष युक्त आचार वाला. कृ.अ. (*)ी पाने Faulty or defective in right छा . छोककर. Having aneezed, _conduct. क्व० ६, २०; 5. प. २, २५; जीवा० ३. ३; छुर. पुं० (क्षुर ) अस्त्री; स मी . उमतरा. छीय. न० (क्षुत) छ त; ;. छींकना; A zor. पंचा. १०, ३२, -घर. छ।क. Sneezing; a sneeze. विश० न० ( -गृह ) पानी मस्त्री वगैरे २०१; नंदी० ३८, २. 11.10.2ी. नाई की उसतरा वगैरह छीया. स्त्री० ( क्षुता ) छीपायी. छाक रखन का थेली. burber's yag for भाना; छींक. Act of sneezing; a keeping in razors ete. सू० प. Hneeze. अोघ नि० ६४२ १.; ज. प. ७, १५६; -मुंड. त्रि. छीर. न. ( क्षीर ) ; दुवानी से (-मुगड ) सत्राथा भायु मुंजवना२. साधारण वनपति. दूध जैसे रस वाली एक उसतरे से सिर मुंडाने वाला. ( one ) सामान्य वनसति. A cominon vege- who gets his head shaved by tation containing milky juice. means of a ruzor. पंचा० १०, ३२; भग• २२, १; पम० १; छुरय. पुं० (दुरक ) तिर्नु होला छीरल. पुं० ( क्षीरल ) ४४५२ सर्प विशेष. ફૂલ સુગંધી અને તલના ફૂલ જેવા થાય છે भुज पर सर्प विशेष. A particular | તથા ફળ મીઠાં અને પિપલાંના જેવાં થાય છે. kind of gerpent. पण्ह ० १, १; तिलक का वृक्ष; जिसके फूल सुगन्धयुक्त व छीरविरालिया. स्त्री० (क्षीरविदारिका ) ४६ तिलके फूल जैसे होते हैं व फल माठे व विशेष. कन्द विशेष. A particular पीपल के फल जैसे होते हैं. A variety * नु। ४ ५२ १५ नी ५.नो. (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vido foot-note (*) p. 15th. Page #775 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छुरिया ] ( ७६४ ) [छेप्रोवट्ठावण of tree with small fragrant flowers and sweet berrylike fruits; the Tilaka tree. पन. १; छुरिया. स्त्री० ( कारिका ) ७२री. छुरी. A small knife. उत्त० १६, ६३; छुहा. स्त्री. (तुवा ) युना; प्रणायुनो. चुना. Lime; chunam. ओघ निं० ३२४: । छुहा. स्त्री. ( सुधा ) भूम. भूख; तुधा. Hunger."छहासमायणानस्थि" गच्छा. २; पि०नि० ६६३; नाया. १; १३; १८; पन्न. २, राय. २५८; सु. च. ३, १८३; -~-कम्मत. न० (-कर्मान्त)क्षुधापरिभ यामायने से निपलवानुं २थान. क्षुधा परिकर्म; ब्राह्मणको रसोई बनाने का स्थान. a place for a Brāhmana to cook food; a kitchen. दसा. १०, १: -परसिह. पुं. (-परिवह ) सूसना परिप; भूमसहन ४२५ ते. क्षुधा सहन करना. bearing the affliction (aused by hunger. भग. ८, ८; -चेयणिज्ज. न० (-वेदनीय) क्षुधा वहनीय કમં; જેના ઉદયથી ભૂખ લાગે છે તે કર્મ. क्षुधा वेदनीय कर्मः जिसके उदयसे क्षुधा लगती है वह कर्म. the Karina by the maturity of which one feels hungry. ठा० ४, ४; कुहिय. त्रि० । क्षुधित ) भूभ्यु; भूमेस. क्षुधित; क्षुधातुर. Hungry. नाया० १; छछूढ. त्रि. (*) नामेj३ . फेंकाहुअा; डालाहुआ. Thrown; flung. पि. नि० १८; २५४; ५५२; उत्त० २५, ४०; छेत्र-य. त्रि. (छेक) अपसरनो गा२. पुशन; शा२. समय को पहिचानने वाला; कुशल; समय सूचक. Clever; (one) who knows what to do at a particular time. सूय. १, १४, १; प्रोव. ३० ३१%, जीवा. ३, १; अाया० १, ५, १, १४४; भग• ३, ५, ७,६; नाया० १; १६; परह. १, ३, विशं० ११४५; कप. ४, ६२; दस० ४, ११; राय. १२६, २६५; (२) विछे: अटीयत. विच्छेद; अटकायत. interruption; hindrance. वेय० २, ४५, ५; ओव. २०; उत्त• ३०, ३; (3) विनाश; नु:शानी. विनाश; नुक. सानी; हरजा. dostruction; loss. उत्त. ७, १६ (४) ५ ४ी . खंड; टुकडा. a piece; a fragment. राय० १३, - आयरिय. पुं० (-भाचार्य) निपुण थे। शि५॥ माया शिल्पके निपुर्ण प्राचार्य.a proficient teacher of arts." TIT रियउवएसमइकप्पणाविगप्पाहैं" भग० ७.६; -कर. त्रि. (-कर) नाश ४२.१२, छेदी नागना२. नाश करने वाला (one) who destroys; destructive. पंचा०३,१५; -पलिभाग. पुं० (-प्रतिभाग ) भागना लाग; विमास हिस्सेका हिस्सा. ॥ sub. division. क. गं० ४, ८५; छे श्रोवट्ठावण. न० (छेदोपस्थापन) से नामर्नु બીજુ ચારિત્ર; પૂર્વપર્યાયને છેદી મહાવ્રતનું आरोप ४२ ते. इस नामका दूसरा चारित्र; पूर्वपर्यायका छेदन करके महाव्रताका अारोपण करना. Name of the right-conduct in which an ascetic is degraded from his position due to faults and again initiated with the five great vows. विशे०१२६०; ___ * - Y४ २०१२ १५ नी ५टनोट (). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट(*). Vide foot-note (*)p. 15th. Page #776 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छेत्रोवठ्ठावणिय ] ( ७६५ ) [ छेयपरिहार वहावणिय. त्रि० ( छेदोपस्थापनिक ) छेय. पुं० ( छेद ) निशीय आदि सुत्र. छ:५२थानीय नामे भी यात्रि. छेदो निशीथ श्रादि छेदसूत्र. Nisitha and पस्थापनीय नामक दूसरा चारित्र. Name other Chheda Sutra. प्रव० ७६६: of the right-conduct in which -गंथ पुं० (-ग्रन्थ) व्यहा२ निशीय वगेरे an ascetic is degraded from छे सूत्र. व्यवहार निशीथ वगैरह छेद सूत्र. his position due to faults Chheda Sütras such as Vyavaand again initiated with the hira, Nisitha etc.प्रव०७६६;-सुय. five great vows. श्रोव. २०; न० (-श्रुत) -प्रायश्चित्त कवितावना भग० २५, ६:१५; वेय. ६, २०; पन्न. १; મ-નિશીથ, દશાશ્રુત સ્કંધ. વેદકલ્પ અને -सजम. पुं० ( -संयम ) । व्यवहार भूत्र. छेद-प्रायश्चित्त विधि बताने Suो शw. देखो ऊपरका शब्द. vide वाले सूत्र निसीथ; दशाश्रुत स्कन्ध, वेदकल्प above. भग• २५, : -संजय. त्रि. और व्यवहार सूत्र. Sutras which deal ( -संयत ) छे।५२ यापनीय यात्रिया. with modes of expiation viz. छेदोपस्थापनीय चारित्रवाला. an ascetic Nisitha.DAstutaSkandha, Ve. possessed of the right-conduct i dakalpa and Vyavahăra, 7709; as stated above. वेय० ६, २०; छेयगभाव. पुं०(छदकभाव)छापा छिन्नत्व. छेज. त्रि. (छेय ) छेवा साय; (यास्त्रि The state of being cut. विशे०२१३: ४). छेदनके योग्य,चरित्रका छेद. Worthy | छेयण. न० (छेदन) ५ विगेरेथा ५ ते. of being cut off; degraded from खडग वगरहंस काटना. Act of cutting right-conduct. विशे. १२४६; with a sword etc. उत्त०२९ ३; सम • छेत्त. न. (क्षेत्र) स्थान; २५३. स्थान; स्थल. ११; ठा० ५,३: (२) मा थनिनो यात A place; a region. ओव. १२ ते कर्म की स्थितिका घात करना. eutछेत्तार. त्रि। ( छत ) छेनार; . ting off the existence of Karma. छेदने काटने वाला. (One) who cuts ठा०१, १; (३) नाथा वस्तुना अश-छ: off. अाया० १, २, १, ६६; सूय. १, ८,५: पाती शाय ते; शत्र. शस्त्र. An instruछेद. पुं० (केर) ; 83.. विच्छंद; विनाश. ment for cutting. क. प. १,६: Destruction; ruin. भोव. २०; / छेयणग. न० (छेदनक) मे 2।। ४२।। ते. दो भग० ५, ४; बव. २, २ टुकडे करना. Cutting into two. पन्न. छेदोवट्ठावण. न० (छेदोपस्थापन ) नुमा १२; (२) याने छेपार्नु शत्र. चमड़े को "छोवट्टावण" श६. देखा " छेप्रोवट्ठा- छेदनेका शत्र. a tool or instrument वण " शब्द. Vide. " छेमोक्ट्रावण " to cut leather. सूय० २, २, ४८; उत्त० २८, ३२: ठा० ३, ४५, २, छेयणय. न. (* छेदनक) मा “छेयणग' छेदोवहारिणय. न. (छेदोपस्थानिक) मा २. देखो "छयणग ' शब्द. Vide "लेश्रोवढावणिय' श६. देखो " लेनोव- छयणग" सूय. २, २, ४८; ट्ठावणिय" शब्द. Vide “ छेवटा- छेयपरिहार. पु. ( छेदपरिहार ) यदित्रता वणिय' भग० ८, २; अने परि।२-१५. चारित्र का छेद और Page #777 -------------------------------------------------------------------------- ________________ छरविरालिया ( ७६६ ) परिहार तप. Lapse in right conduct of bony structures ( Sanghund austerity or penance. 190 ayanas ) in which the bones १, २६; २७; २८; २६; are kept together without छेरविरालिया. स्त्री० ( छेरविरालिका ) वन- | being fastened by a bandage २५ति विशेष, वनस्पति विशेष. A kind and mails. पन्न० २३; जीबा० १; भग. ___of vegetation. जीवा ० १ २४, १; क. गं. १, ३६ ३, ३, ५, ६६; छेलि अ. न० () ना श्री . छिंकना. act -संघयण. न० ( -संहनन ) २४ of clearing a way the muscus संचरण. छवट्ठ संघयण. the Sungha. of the nose by expelling it yana known as Chhevattha. from the nostrils. नंदी० ३८; (२) ठा०६, ४; ---संघणि त्रि० (-संहननिन्) सीटी गावीत. सिटी बजाना.net of छेपट संबया पाओ. छेवट संघयण वाला. whistling. विशे० ५०; ( one ) possessed of Chevattha छेलिया. स्त्री० (*)ी ; नाना ५४२१. | Sanghayana. भग० २४, १; छोटी बकरी. A young she-goet. | छोअ. पु. ( छोद ) छात. छिलके. Outer पराह. १, १; Juardor and useless parts partiछेवट्ठ. पुं० (सवात्त) ७ संयाभानु च | cularly of vegetable substances જેમાં હાડકાઓને પરસ્પર સ્પર્શ માત્ર chopped off with a knife etc. બધ રહે છે, ખીલી વિના છેદ છેદ ડાઈને सय २, ४. १६ २४ ते ३था मानिस आदि सेवा- छोडिय. त्रि. ( ) १. फोडा हुमा. अ॥ २ ने. जिसमें हट्टायों का ___Explodel; discharged (e. g. परस्पर स्पर्श मात्र का संबंध रहता है बिना u gun); ibrokan. अोव० १०: मख प्रयक छद जुडा हुआ रहता है, तैल छोभग. न. ( * ) यास; सं. दाग; आदि मालिरा वगैरह सेवा की अपेक्षा रखता धब्बा; कलंक. Astain: u blemish. है वह. 'The last of the six kinds | पं. नि. ४२१; ज. त्रि० ( यत.) जे. जो. A relative | pronoun meaning who or which. भग० १, १, १२, ४, १०नाया. १: १६, विशे, १०, १६५ जअ. त्रि. (यत)यात; सापयेत; समाति यत्न करने वाला: सावचन: अप्रमादि. Self. controlled, self-possessed; citcumspect. उत्त० १, २१; पाया. १, ३, २, १११ जइ. पुं० ( यति ) यतनात साधु, भुनि, यति. यतनावंत साधु, यति, मुनि An ascetic; A.Sadhu. श्रीव.३४; उत्त. २४, १२, * गुमे ४ १२ १२ १५ नी ५८ नोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #778 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जइ ] ( ७६७ ) [जइच्छा पिं०नि० १२४; विशे० ८८: ४८३; पंचा. removing his fatigue, nurs१, ३१; भत्त० १२; क. गं० १, ४६; सु. ing etc. पंचा० १, ४५; च. १, २३६; प्रव.६०; १२१६ -कप्प. जइ. त्रि. (जयिन्य भेदवना२. जय प्राप्त त्रि० (-कल्प्य ) भुनिने ८ ते. मुनि को करने वाला. Victorious; conquerग्रहण करने योग्य. such as would be ing. प्रव. ६६६; proper for any uscetic. प्रव० २६; जइ. अ. (यति) . जितना. An in. --किच. न. ( कृत्य ) पति-साधुनु । declinable meaning "us much ६. व्य. यति--साधु का कर्तव्य. duty of in the proportion in which". an ascetie. पंचा० १२,४०: -जण. भग. ७, ३, ८, १:१०: पन्न. १५; पुं० ( --जन ) साधु ३१. साधु पुरुष. an | जइ. १० ( यदि) ने हि पने; ; यहि. ascetie; a monk; a saint. "वजे- जाकभी; जोकि; यदि. If ever; though; यवो य सया सुयप्पमाओ जइजणण " if. नाया. १; ५:८; १६; १६; भग. सूय. नि. १,२,१, ४१; -जोग. पुं० १, ४, ६; २, ५; ३, १; २५, ६, ४१, १; ( -योग ) खाध्याय या साधुना व्यापार. दम० ५, १,६४, ६, १२; अणुजो० ३: स्वाध्याय आंद साधु का व्यापार. activity | विशे०८; or function of an ascetic e. g. जइअ. त्रि. (जयिक ) विनय ४२॥२. विजय study of scriptures etc. पंचा० ६, करने वाला; जय प्राप्त करने वाला. १६; -धम्म. पुं० ( -धर्म ) स ना | ____Victorious; conquering. काप० ४. यति-साधुनावमा दस प्रकार के यति-साधु के धर्म. duties of an ascetic classi. जइअयव्य. न. ( यतितव्य ) अयन ४२वा. fied into ten kinds. " खतिअजव. प्रयत्न करना; कोशीश करना. Act of महव मुत्ती तवसंजमेय बोधवा संश्च साय श्रा- making an effort or attempt. किंचणं च बंभ च जइ धम्मो नाया०१७; प्रव. "जइअव्वंजाया" भग०६,३३:नाया. १:५; ५६१-परिसा. स्त्री०(-पर्षत)साधुसोलानी भत्त. ६, पंचा. १४, ५०; सभा. साधु लोगों की सभा an asseria- जइच्छा. स्त्री० ( यदृच्छा ) २१६३ घायु म Jy of ecclesiastics. श्रोव० ३४; राय. તે; કાગડાને બેસવું અને તાલને પડવું તે યાદ -पुच्छा स्त्री०(-पृच्छा) साधुने शरीर संयम छायोग. बिना इच्छा के प्राप्त होना वह; संमंधी वार्ता यूवी. शरीर संयम संबंध काग का बैठना व डाली का गिरना. में साधु से बातचीत करना. act of con- Accidental occurrence; unex: sulting a Sādhu in the matter pected happening; e. g. full. of control of body or self. 17. ing down of palm tree १, ४३: -विस्सामण. न०(-विश्रामण ) coinciding with the perching યતિ-સાધુના શરીર આદિની વૈયાવચ્ચ કરવી of a crow upon it. परह. १, २; ते, यति-साधु के शरीर प्रादि की सवा ~~वाइ. पुं० (-वादिन् ) १२ पानी करना-यावञ्च करना. rendering acts કારણ વિના અણઘારી ઉત્તિ થાય છે એમ of service to an ascetic e.g. } पहना२. प्रत्येक पदार्थ की बिना कारगा Page #779 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जइण ( ७६८ ) [ जउ श्रनधारी उत्पत्ति होती है ऐसा वाद करनेवाला. | वाली (स्त्री). ( A woman ) with a person holding that the speedy gait or movement. ओव. things of the world ( i. e. the | जइता. स्त्री० ( यतिता ) साधु पा. साधुस्व; world) are produced fortuit- साधुपन. Monkhood; state of ously by mere accident. नंदी. being an ascetic. भत्त० ८७; जइण. त्रि (जैन) नितीय रे शावता | जइत्तार. पुं० (जेतृ ) शत्रुना सन्यने तना२. Lorn सी . जिन तीर्थकरने बताया हुआ. ___ शत्रु के सैन्य को जीतने वाला. One जिन संबंधी. Pertaining to, reveal- [ that conquers hostile army. ed by Jina i. e. Tirthankara. ठा० ४, २, पंचा. ३, ४२; विशे०३८३१०३८, १०४१; | जइत्ता. सं० कृ० अ० ( याजयित्वा ) Art जइण. त्रि० ( जयिन् ) यवान् त भेसव- रापान; रावाने. यज्ञ कराकर. Hav. नार; तिवाना २५भाववाणु जीत प्राप्त ing caused a sacrifice to be perकरनेवाला; जीतने के स्वभाव वाला. Vic. _formed. “ जइत्ता विउले जने" उत्त. torious; conquering. ओव० ३०; २, ३८; राय० ३३; जं० ५० ५,११५; उवा० २,१०२ | | जइय. त्रि० (जयिक ) ४५ ४२॥२; oिrd. (२) घी Gainी गति. बहुत शीघ्र नार. जय करने वाला; जीतने वाला. गति. great velocity; great speed. Conquering; victorious. नाया. " लंघणपवणजइणपमहणसमत्थे" राय० १,८; (२) rior५ ६. जय जय शन्द. जीवा० ३, १; the voice of victory. नापा० ८; जइण. त्रि. (जविन् ) केशवान; nij. वेग- जइय पुं० (यष्ट) 41; ५१ ४२नार. वान् ; वेगवाला; तेज. Fast; speedy. यज्ञ कर्ता; यज्ञ करनेवाला. A sacrificer; " लंघणवग्गणधावणधारेणतिवई जइणसि- one who performs a eucrifice. क्खि गईण" श्रोव• भग० ३, २; जीवा. उत्त. २५, ३६ ३, १; -वायाम. पुं० (-व्यायाम) ता- जइवा. अ. ( यदिवा ) अथवा. या. Or; यसी सरत. तेज कसरत. fast or quick | or else. उत्त० १, १७, २५, २४; physical exercise. "लंघणपवणजइ- जइवि. अ. ( यद्यपि ) ५२१. जोकि णवायामसमत्थे" उत्त० टी० ६; -वेग. जोभी. Although; even though. पुं० (-वेग) सौथा वधारे वेग; गतिमान सर्व सु. च० १, १२४; सूय. १, २, १, १; पहा ५२ सित भेवनार वेग. सब में नाया. ८; विशे० ५०१; गच्छा. ६६ अधिक गति; गतिमान; सर्व पदार्थों को जीतने | जउ. न. (जतुष्) साम; मी. लाख, वाला वेग. highest speed; all-con- जोगनी. A resinous substance quering speed. भग• ३, २; called lac used in dyeing जइणा. स्त्री. ( यत्ना) मे जतनी गति. etc. पिं. नि. ३५०; क. गं० १, एक प्रकार की गति. A kind of Gati ३५; --गोल. पु. ( -गोल ) सामने or movement. नाया• ४; गोला. लाख का गोला. a ball of lac. जइणी. स्त्री० ( जविनी) वेगवाली (स्त्री). गात । ठा० ४, ४; Page #780 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जडणा ] जउणा स्त्री० ( यमुना ) मुना यमुना, जमुना नदी. ( ७६६ ) मना नही. The river > Yamuna विवा ठ० १ २ १, २ जावंक न० ( यमुनावक्र ) भुना नहीने કાંઠે એ નામનું એક નગર. यमुना नदी के तट का इस नामका एक नगर Name of city on the banks of the river Yamuna. संत्था• जउब्वेय. पुं० (यजुर्वेद) यार मान वे वे. चार वेदों में से एक. One of the four Vedas so named भग० 8, ० १.६, येथी; मेथी री; ३३ विवा० १ २ जश्री. अ० ( यतः ) मांश्री. जिससे, जिसमें से. From which : since; because. उत्त 9, ७; आया ० १, ४, १, १४१, भग० २, १; १५, १ विशे० ३ विवा० १६ नाया० १३: दस० ७ ११: ० ० ३ १३ जो अ० ( ग ) यां जहां Where; थी in which सम० ३४३ जं. अ० ( यत् ) रीने के अर भाटे. કારણ जिस कारण से जिस वास्ते, So that; reason for which; that for which नाया० ५; १२; १४; १७; भग० ३, १; १८, ६० क० ० १ ० १ ३५२, जं० 5; ०प०५, ११२; . जंकि चि. अ० ( परिकचित् ) जो कुछ. Any extent to which; anything which नाया जंगम. श्रि० ( जङ्गम) लातुं भासतं गम भित चलती फिरती जंगम मालियत. Moveable; moveable property. पराह० १, १; उत० ६, ६ (२) पुं० ता भावता पत्र चलते फिरते जीव त्रस जवि जं० प० - बिस. पुं० (विष) सर्प खानु र सर्प वगैरह का विष Vol. 11/97 venom of a serpent etc. ठा० ६ जंगल पुं० ( जङ्गल ) मे नामनो मे आर्य देश. इस नामका एक आर्य देश. Name of Arya country. T. 1: ७ जंगिलय. न ( जाङ्गमिक ) अशेटा मेरे ત્રસ જીવના અયવથી ઉત્પન્ન થયેલ વ उन रेशमी विगेरे कोरोटा इत्यादि स जीव के अवयव से उत्पन्न ऊन रेशम Sik wool etc. produced from the limbs of moving sentient beings such as silkworms etc. "जंगम जायं जंगियतं पुणविगलिदियचपंचेदि" ठा० ३, ३५, ३; वेय० २, २२; श्राया० २, ५, १. १४१: जंगोल न० ( जागुल ) २ तारखाना ઉપાય બતાવનારું શાસ્ત્ર; આયુર્વેદને એક लाग. विष उतारने का इलाज बिताने वाला शास्त्र; आयुर्वेद का एक भाग. That part of medical science which deals with the cure of evil effects. caused by of the poison serpents etc. विवा० १, ७; जंगोली. स्त्री० ( जागुली ) २ उतरवाना उपाय थाना शास्त्र गारूडी विद्या विव उतारने का इलाज दिखानेवाला शास्त्र मंत्र बिद्या, Science dealing with antidotes to snake-bites etc. 1,1: जंघा स्त्री० ( जङ्घा ) गंध; साथस. जांघ, जपा A thigh. जं० प० जीवा० ३: ३: ओष० नि०मा० ५ ३१६: अत० ३ १३ आया० १, १, २, १६; पिं० नि० ३३०; ओव० १०. उवा १ ६४ प्र १६, ६०५६ • ० हिया. स्त्री० ( - अस्थिका ) साथवना उपरना लागनुं लाई जांघ के ऊपर के हिस्से की हड्डी. the bone of the part above the thigh. तंदु० ( जंघा ० Page #781 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जंघाचारण] [ जंत --चर. त्रि. (-चर ) Muथा-५था; मस. जांघ का बल. hardiness, यासना२; पासी. जांघा से-पैरसे चलनेवाला; | strength of the thighs. Fjalo 9; यादा. pedestrian. अणुजो० १२८ -रोम. पुं० (-रामे) बनी ३वाटी. जंघाचारण. पुं० ( जङ्घाचारण)1५ विशेषथा। जांघ पर के नरम नरम बाल. soft hair પ્રાપ્ત થયેલી શકિતવાળા ચારણમુનિ કે જેના પ growing on the thighs. निसी० ३, ભાવથી જાંઘને થાપડી આકાશમાં અધર ४४; --संतारिम. त्रि.( संताय) था श२. तप विशेष की एक लब्धि-शक्ति- तरी शय तरj ( ). जंघा से तरा वाला चारण मुनि कि जो अपनी विद्या जासके इतना पानी. ( water ) reachके प्रभावसे जंघा को थपथपाकर चाहे ऊपर ing the thighs. " अंतरा से जंघा आकाश में अधर जा सकता है. A class संतारिमे उदगे सिया' आया०२,३,२,१२४; of ascetics who through the जंचेव. अ. ( यत्रैव ) यां. जहां. Where; force of their spiritual power ____ at which place. अंत० ३, ८; 211 move in the sky simply by जंत. न० ( यन्त्र ) वशी५२६॥हि प्रयोगमा १५patting the thighs. भग० २०, रात्र. वशीकरणादि प्रयोग में आने वाला ६: प्रव. ६०७; ~~चारणलाद्ध. स्त्री० यंत्र.Adiagram of some mystical ( -चारणलब्धि ) याया विधाना mture used in winning over प्रति. जंघा-चारण विद्या की प्राप्ति. 1 certain person. परह. १,२, (२) quirement of the knowledge नियमन नियंत्रण नियमन, नियंत्रण. conwhich enables one to move in trol.राय०(३) मे रनु २५ ९५५२ . the sky simply by patting the एक प्रकारका रथका उपकरण. one of thighs. भग० २०.६; the parts of a chariot. नाया. १; जंघाचारणा स्त्री॰ (जंघाचारणा) में नामना जं० ५० ५, ११५; (४) या, यियोडा, વિદ્યા કે જેના પ્રભાવથી આકાશમાં ઊંચે ३२५ कोरे. घाणी; पालने के साधन विशेष. शायछ. इस नामकी विद्या कि जिसक oil mill; juice extractors etc. प्रभाव से आकाश में उडा जा सकता है. पराह०१.२; -पत्थर. पुं० (-प्रस्तर) पाश A science of that name enubl. ३४ायत्र; ३५ आदि. पत्थर फेंकने का ing a persou to soar in the यंत्र; गिलोल आदि. a weapon (eg. sky. भग. २०, १; -परिजिय. a sling ) to discharge or shoot पुं० ( -जवापरिजित ) मे नामना stones. परह. १, २, --पीलणकम्म. સાધુ કે જેણે વશીકરણનો પ્રયોગ કરી મૂલ न० (-पीडनकर्म ) पाणी शिंयो। वगेरे दोष साये तो. इस नाम का साधु ફેરવવાનો પંથે કરવો તે; શ્રાવકના પંદર कि जिसने वशीकरण का प्रयोग कर के मूल કર્માદાનમાંનું બારમું કર્માદાન; સાતમાં ત્રીને दोष लगाया था. mame of an ascetic में मतिया२. तेल निकालने की चक्की who had incurred a blemish by चलाने का उद्योग करना वह; जैनियो के १५ making use of fascination. पिं० कर्मादानों में से १२ वां कर्मादान; सातवे व्रत न० ५०७; -बल. न० ( -बल) धनुं का एक अतिचार. occupation of Page #782 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जंतिय ] turning an oil-mill etc.; the 12th of the 15 Karmādāna ( sources of incurring Karma ) of a Jaina layman; a partial violation of the 7th vow भग० ८, ५ - लट्ठि स्त्री० ( - यष्टि ) यंत्रना ઉપયેાગમાં આવતું લાકડું, ચીચોડાનું લાકડું. यंत्र के उपयोग में आता हुआ लकड. wood used in constructing a mill e.g. that for pressing out juice from sugar-cane दस० ७, -- वाडय. पुं० ( -पाटक) शेरडी पीअवातु स्थल; शेरडीनो पा3. गन्ने का रस निकालने का स्थल a place where juice is pressed out of sugar-cane जीवा• ३, १ - वाडयचुल्ली. स्त्री० (-पाटकसुखी) शेरडीनो रस पाववानी खून. गन्ने का रस पकाने की भट्टी. સા oven where the juice of sugar-cane is heated. जावा० ३,१; (- वाहन) यंत्र यज्ञाय ते. working a mill e. g. mill etc. प्रत्र० २६८ जंतिय. त्रि (यंत्रित ) नियंत्रित नियमितः उसने रेल नियंत्रित; नियमित वश किया हुआ. Kept under restraint. ( ७७१ ) उत्त० २८, ७; जंतुग. पुं० ( जन्तुक ) : तनुं बास मेथी गुथाय छे. एक प्रकार का घांस कि जिस से फूल गुथा जाता है. A kind of grass used in knitting to gether flowers. सूर्य० २, २, ७; पराह० २, ३, जंतुय. न० ( जन्तुक ) तु नामना घासतुं पाथर. जन्तुक नाम के घांस का बिलौना Bed made of the grass called Jaūtuka आया० २८; २, २, ३, १००; जंप. या० I ( जरूर ) : डे. बोलना; कहना. To speak to say. जंपइ. सु० ० १, १०३; जंगए. सु० च० १, ३७६; जंपति, विशे० ५६४; जयन्ति सू० १, १, १, १०; जंपिवामि सु० च० १, २२५; जंपित्ता. सं० कृ० दसा० ६, १२; जयंत व० ० सू० १, १, २, ४, ओ० नि० ८०१; श्राउ ३२, परा० २, ३; सु० च०१, ३१३, २, ५७६; पंचा० १५, ४१: वाहण. न० यंत्र चलाना. an oil-. [ जंपिर उत्त० ३२, १२; जंतु पुं० ( जन्तु ) आशी; लव. प्राणी; जीव. A living being. उत्त० ३ १: भग ६, ७: २०, २; ( २) वास्तिभय नामनुं જ્ઞાનાદિ ગુણવાનું द्रव्यः દ્રવ્યને એક ५३/२. जीवास्तिकाय नामक ज्ञानादि गुणवाला द्रव्य; द्रव्य का एक प्रकार. 22 variety of substance possessed of the attributes of knowledge अंपमाण व० कृ० नाया ६; पराह० १, १; विशे० २४२०; जं० प० ३, ५२ | जंपग. त्रि० ( जल्पक) सोनार. बोलने वाला (One) who speaks राह० १ ३; जंपास. न ० (जम्पान) : प्रभार वाहन; पाक्षणी विशेष. एक प्रकार का वाहन; पालकी विशेष. A kind of vehicle; a particular kind of palanquin सु० च० ११३ ठा० ४, ३; क्षेत्र; કહેવ जंपिय. त्रि० ( जल्पित ) बोला हुआ: कहा हुआ. Uttered; spoken. उत' ३२, १४, भग० ११, ११: etc. _and_named Jivastikaya | जंपिर. त्रि० ( जल्पिन् ) जोसनार. बोलने For Private Personal Use Only १०, Page #783 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जंवाल ] ( ७७२ ) [ जंबूणय बाला. ( One ) who speaks. मृ०च. जंबुवती. स्त्री० ( जम्बूवती) अतरा सत्रना પાંચમ વર્ગને છઠ્ઠા અધ્યયનનું નામ. जंबाल. पुं० ( जम्बाल ) ४५ ४ाय. अंतगड सूत्र के पांचवे वर्ग के छटे अध्ययन कीचड. Mud; mire. ठा० ३, ३; का नाम. Naine of the 6th chap. जवु. न० ( जम्बु) मु.. जामुन A fruit ter of the 5th Varga (section) of u tree called Jambu, भग० ८, | of Antagada Sutra. अंत० ५, ६: ३३,२२,२; नाया० ६; (२) सुनु आ3. | जंबुसुदंसणा प्रा० (जम्बुसुदर्शना) मे नामजामुन का झाड. a kind of tree. નું ઝાડ કે જેના ઉપરથી આ દ્વીપનું નામ जीवा० १:पन्न०१: (3) मुस्वाभी. जम्बू पुदी५ ५७यु. इस नाम का एक वृक्ष कि स्वामी. Jambu Svami. प्रव. ७०० जिस पर से इस द्वीप का नाम जम्बूद्वीप (४) मुरी५. जम्बूद्वीप. the conti- रखने में आया है. Name of a tree nent known as Jimbu Dvipa. after which Jambudsīpa is कप्प ८; named. जीवा० ३, ४ः । जंबुअ. पुं० ( जम्बुक ) शिया सियार. A | जंबू. पुं० ( जम्बू ) सुधर्मा २५ मीना शिष्य; Jackal. अोय. नि. भा. ८४; (२) सु स्वाभी. जंबु स्वामी; सुधा स्वामी मु . जामुन का फल. a fruit of के शिष्य. The disciple of Sndhar___ the Jambu tree. सू. च० ११, १०; mi Svāmi; Jambu Svāmi. जंबुद्दीव. न० ( जम्बूद्वीप ) शुभ। “जंबूद्दीप" नाया० १; --श्रणगार. पु. (अनगार ) " जंबूडोप " शब्द. Vide ४४ मी. जम्बु स्व म. Jambu ." जंबूद्दीप" जं०प०५,११२; १,३:६. १२४; Swami. विवा. १-फल. न० (-फल) ५, ११५; सू. प. १: राय० २०; सु. च. जानु ३३. जामुन का फल. a firuit २, ८; नाया. १:१३: भग० ५, १; ५, ६, of the Jambu tree. राय. श्रोवर ५; १८, २, २०, ८: जं. प. ५, ११२; 1, पन्न. १७; जीवा० ३; -रुक्ख. पुं. ३; उवा० २, ११३: कप्प. १, २, २, १४; (-वृक्ष ) नमुनु . जामुन का झाड. प्रव० १४१२; -पन्नत्ति स्त्री० (-प्रज्ञप्ति) Jambu tree. जं. प. ७, १७७; मे नामपांय अपांग सूत्र इस नाम का ----वण. न० (-वन ) जमुन वन. जामनों पांचवा उपांग सूत्र. the fifth Upanga का वन. a forest of Jambu trees. Sutra so named. भग. ८, १; जं० प०७.१७७; -वणखएड. पुं० (-वननंदी०४३; जं. ५० ७, १५०; -पमाणय खंड ) नमुनु हानु चन. जामुनों का छोटा त्रि. ( -प्रमाणक ) मुद्री५ प्रमाण वन. a small forest of Jambu पासुं. जम्बूद्वीप के प्रमाण वाला. of the trees. जं. ५० ७, १७७; measure of Jumbudvipa. क. गं० | जंबूणद. न. (जाम्बूनद) सेन; सुवाण सुन्ना; ४, ७५; सुवर्ण; कांचन. Gold. जं. प. जंबुफलकालिया. स्त्री. (जम्बूफलकालिका) जंबूणय. पुं० (जाम्बूनद) g1 श६. मे गती दारू. एक प्रकार की मदिरा. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. राय. A kind of liquor. पन्न. १७; । ६१; जीवा० ३, ४; जं. प. उवा०७, २०६; Page #784 -------------------------------------------------------------------------- ________________ मचित्र अर्ध मागधी कोप LIVE ZARSNow ORY SOयनाठयर पर्थन/ ०२ परामन इ क्षेत्र एरण्यवंन क्षत्र. (शिखरी पर्यन रुम पर्थन - Anca रम्यवासक्षेत्र. SS R नीलबंन पन. 1. महक २८ PRImment -२९कारण २५वप्र.A२नलिना सु. Oppositor पुष्क.] महाय.६म सुवष्क वन्स baheANES रम्य- PINT मा 0-0-000 A1 निषध पर्वत -- - इरियास क्षेत्र. - - महमदन पयत. धूलमधन पर्वन. बनाध्या पर्वन मूलमन पर्यन हेमवत क्षेत्र हेमर्वन क्षेत्र मरन ३दोत्र. -अंपुदीप - अंबुद्दीप. - M MENTAR. S मलिपीमिया MORA नंबू पाटिन - Page #785 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जवण्यामय ] जंबूण्यामय. त्रि० ( जाम्बूनदमय ) सुका भय सुवर्ण मय Full of gold; golden. भग० ६, ३३; जंबूदीप पुं ( जम्बूद्वीप ) मे नाम अस यात द्वीप समुद्रमतो प्रथम श्री. इस नाम का असंख्यात द्वीप का प्रथम द्वीप. Name of the first Dvipa of innumerable Dvipas in ocean. कही भंते जंबूदांव द्वीवे महालएण भंते " सम० १: नाया० १; ८; १६: १६; नंदी० १२, पन्न० १५; ओव० ४३: अणुजो० १०३ : १४५; भग० २, ८, १०, ३, १; ७; ठा 1; 1; निर० ३, ११ - अहिवइ पुं० ( अधिपति ) मुद्वीनो अधिपति अनाहतनामा देवता. जम्बूद्वीप का अधिपति श्रनादृत नाम का देवता a god named Anadrita, the lord of Jambādvipa. जं० प० पराणत्ति. स्त्री० (-प्रज्ञप्ति) प्रेम खुद्रपर्नु प છે તે;જ બુદ્રીપ પતિ નામે એક કાલિક સૂત્ર कालिक सूत्र कि जिस में जम्बूद्वीप का वर्णन किया है. name of a Kalika Sūtra describing Jambudvipa. नाया० ८ टा०४१; माण. त्रि० ( - प्रमाण ) मुद्दीप प्रमाणे; भी जम्बूद्वीप के पारेमाण का. of the size of Jambudvipa. भग० ३, ७; जंबूदीबग. वि० ( जम्बुद्वीपक ) ०४ मुद्वीपमा उत्पन्न थनार मनुष्य जम्बूद्वीप में उत्पन्न होने वाला मनुष्य. A person born in Jambudvipa. ठा०४. २० जंबू पल्लवपविभत्ति न० ( जम्बू पल्लवप्रत्रिभक्तेि) બત્રીસ પ્રકારના નાટકમાંનુ ૨૦ મુ જેમાં નબુના પાદડાને વિભાગ દર્શાવામાં આવે हे ते. ३२ प्रकार की नाटक की विधि मे से २० वीं विधि कि जिस में जामुन की ( ७७३ ) For Private [ जंभ पत्तियों का विभाग प्रदर्शित किया जाता है. The 20th of the 32 varieties of dramatic representations characterised by a scene of the leaves of Jambu tree. राय० ६५ जंबूफल कालिया. स्त्री० ( जम्बूफल कालिका ) नमुना झा रंगनी महिरा, जांबुन की सी काले रंग की मदिरा Liquor as black as Jambu fruit. जीवा० ३: जंबूय. पुं० ( जम्बूक ) शुगात्रः शिपाल. सियार A jackal. पह० १, ३ जबुलय पु० ( जबूलक ) यंभु यांयवलु पाणी हा सुराई: सकडे मुंह का पानी का पात्र. A pot of water with a Barrow neck उवा० ७, १८४; जंबूर्वई. स्त्री० ( जम्बूवती ) कृणु वासुदेवनी છડી પટરાણી કે જે તેમનાથ પ્રભુ પાસે દીક્ષા अ) मोक्ष पत्रार्या कृष्ण वासुदेव की छठी पटरानी कि जिन्होंने नेमनाथ प्रभु से दीक्षा ले कर मोक्ष प्राप्त किया. The sixth crowned queen of Krisna Vasudeva who got religious initiation (Dikşa) from Lord Nemanatha and attained to final bliss ठा० ८ १ ० ४ 3: जंबुसुदंसणा स्त्री० ( जम्बुसुदर्शना ) सुदर्शन નામે જાંબુનું ઝાડ જેના ઉપરથી જ બુદ્રીપ नाम प्रसिद्ध ये छे. सुदर्शन नाम का एक जामुनका वृक्ष जिस परसे जम्बू द्वीप का नाम प्रसिद्ध हुआ है. 'The Jambu tree named Sudarsana from which the name Jambudvipa is derived. जं० प० जंभ प० I ( जृम्भ ) मासु बासी खाना. To yawn; to gape. Personal Use Only Page #786 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जंभग] ( ७७४ ) [जक्ख जंभादत्ता सं• कृ० ज० ५० २, २५; जंभइअ. न.(यदतीत) सू11 सूत्रना१५मा जंभायन्त ब. कृ. भग० ११, ११; सयननु नाम. सूयगडांग सूत्र के १५ वें जंभग. पुं० ( जम्भक) विकासवासी . अध्ययन का नाम. Name of the 15th तानी येत. निच्छा लोक वासी देवता chapter of Sūyagadanga Sūtra. की एक जाति. A class of deities सय० १, १५, २५; अणुजो० १३१; । residing in the region known | जक्ख. पुं. ( यक्ष)क्ष; व्यत२ हेवनी से us Trichchha. " अस्थिंणं भंते जंभया Mत. जक्ष; यक्ष; व्यन्तर देव की एक जाति. देवा" भग• १४, ८; नाया. ८; सु. च. A kind of demi-gods known २, ३०८; पण्ह० २, २; as Yakşas; a class of Vyantara जभणी स्त्री. (जम्भणी) से नामनी मे gods. सम• ३०; उत्त० ३, १४, १२, ८; विधा. इस नाम की एक विद्या. A science ३६, २०७; अणुजो० २०; १०३: प्रोव. of that name. सूय० २, २, २४, २४; आया. २, १, २, १२, नाया० १; २; जंभय. पुं० (जम्भक ) । " जंभग" ८;६; ठा० ५, १; भोघ• नि. ४६७; मु. श६. देखो " जंभग " शब्द. Vide च. १, ३४७; ५, ३१; विवा० १, २, ५, “ जंभग' नाया. ८; भग. १४, ८; दसा. ६, २४; जीवा० ३, ३; पन. १; -~-देव. पु. ( -देव ) मे " जंभग" प्रव० ७, २६); भत० ७८; भग० २, ५; शु. ६. देखो “जंभग" शब्द. vide ४२, १; दस० ६, २, १०; (२) मे "जंभग" नाया. १;८3; नामना । ५ अने में समुद्र. इस अंभाइय. न. (जाम्भत ) सासु माg. नाम का एक द्वीप व एक समुद्र. name of वघासी खाना. A yawning; a gap. an island and also that of an) ing. श्राव. १, ५; ४, ४: ocean. सू. प० २०; पन. १५; जीवा. जंभायमाण. त्रि. (जृम्भमाण) मा ७५३| ३, ४ - प्राइट. त्रि. (-माविष्ट ) यक्षा श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. सावरावा. यक्ष का भावेश जिसमें है वह. नाया.१; possessed by a Yaksa. व. २, जंभिय. पुं० (भिक) मे नामर्नु गाम. १०; १०, १८; ठा० ५, १; -पाएस. इस नाम का एक गांव. Name of a पुं० (-मावेश) यक्षनो मावेश. यक्ष का village. कप्प. ५, ११६; आवेश. state of being possessed जंभिय गाम. पुं० (जाम्भकमाम) सामां or influenced by Yaksa. भग•१४; આવેલ એક ગામ કે જેની પાસે મહાવીર २:१८, ----श्रादित्तय-अ.न. ( -मा. स्वामीने ससान आस थयु. बंगाल का एक दीप्तक) मे हिशमां थे। थोर मांतरे गांव जहां पर महावीर स्वामी को केवल ज्ञान વીજલીના જેવા ભડકા દેખાય તે; ભૂત પિશાચ प्राप्त हुआ था. Name of a village पोरेना यावा. एकही दिशा में थोडे थोडे in Bengal in the vicinity अंतर से विजली की सा चमक का दिखाई of which Mahāvīra Svāni देना; भूत पिशाच इत्यादि का चमत्कार. attained to omniscience. नाया० flashes of light seen at inter३; श्राबा० २, १५, १७८; कप्प० ५, ११६; | val in the dark regarded as Page #787 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जक्ख] ( ७७५ ) [जक्खभद्द the gambols of ghosts etc.; varieties of Yaksas. पन्न. २; Jack with a lantern. अणुजा ~ग्गह. पुं० ( -ग्रह ) यक्षन मावेश; १२७; -श्रावेश. पुं० (-मावेश) यक्षने। क्षन १३॥3. यक्ष का प्रावेश; यक्ष का भावेश-प्रवेश. यक्ष का आवेश-प्रवेश. शरीर प्रवेश. state of being possessstate of being possessed or ed by a Yaksa. भग० ३, ७; haunted by a Yaksu. भग• १८, जं०१०३,४४; जीवा० ३, 3; -देउल. न. ५; -श्रायतन. न० (-पायतन ) ॥ (-देवल) यक्ष महि२. यक्ष का मंदिर. ३ पो .देखो कार का शब्द. vide temple consecrated to a Yaksa. above. निर. ५, १; -पाययण. न. नाया० २; -पडिमा. स्त्रो० ( -प्रतिमा) ( -प्रायतन ) यक्षतुं मायतन-स्थान-१९३. यक्ष तानी प्रतिमा. यक्ष देवता की प्रतिमा. यह मंदिर; यक्ष स्थान. u temple con- an idol of a Yakşa ( a kind of secrated to a Yaksa. अंत. 1, १; demi-god). राय. १६६ --पाय. पुं० ६, ३, नाया. ५:८; -प्रालिस. न. (-पाद) यक्षना ५. यक्षके चरण. a foot ( -प्रादीप्त) दिशामायाथामांतरे ofaYukt.नाया ०९;-मंडलपविभत्ति. fPriral | माय ते. एकही दिशा स्त्री. ( -मंडलप्रविभक्ति) ३२ नाटभानु में कुछ २ अंतर से विद्युत जैस प्रकाश का 1. मुंनाद. ३२ नाटकोमस १० वा नाटक. दिखाई दना. . Hash of light seen the 10th of the 32 varieties at intervals in the drk: jack of dramatic representation. with a lantern. प्रव० १४.६; -श्रा. राय० ६२; --मह. पुं० (-मह ) यक्षने लित्ता -य. न. (-मादीप्तक ) तुणे। भासस५. यक्ष का महोत्सव, a festival ७५ श६. देखा ऊपर का शब्द. vide in honour of Yaksa. भग० ६, above. ठा० १०, १; जीवा ० ३; भग० ३, ३३; राय० २१७; निसी० १६. १२; ७; --इंद. पुं० ( - इन्द्र ) यक्षन . जक्खकदम. पुं० ( यक्षकर्दम ) से नामा यक्षों का इंद्र. the Indra of the पाणीसा. इम नाम के दो वैश्य. Tw) Yaksas, भग• १०, ५; (२) पाय- Baniyas named Yakşa and ७ना यक्षतुं नाम. अरनाथजी के पक्ष का Kardama.(२) मे नामनी मे मने नाम. name of the Yaksa of मे समुद्र. इस नाम का एक द्वीप और एक Aranāthaji. प्रव० ३७६; -मावेस. समुद्र. uame of an island and also पुं० (-प्राबेश ) यक्ष मावेश; गा. that of an ocean. चं. प. २०; यक्ष का आवेश-शरीर प्रवेरा. stute of जक्खदिन्ना. स्वा. ( यक्षदत्ता ) पासमा being possessed by or under ती५४२नी मुमय सापानाम. बावीसवें the influence of a Yakşa. 310 तीर्थकर की प्रधान साध्वी का नाम. Name २, १; भग०१४, ०; -(क्खु) उत्तम. पुं. of the principal man of the (-उत्तम) यक्षना १३ अरमान छ। 2nd Tirthankara. प्रव. ३०९; प्रकार. यक्ष के १३ प्रकारों में से अन्तिम जक्खभइ. पुं० ( यक्षभद्र) यक्ष पना प्रकार. the last of the thirteen | अधिपति विता. यक्षद्वीप का अधिपती Page #788 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जक्खमहाभद्द ] of देवता. The presiding deity of Yaksa Dvipa ( i e. island the Yakşas ) सू० प० २०; जक्ख महाभद्द. पुं ( यक्ष मद्दाभद्र ) यक्ष दीपना अधिष्ठाता देवता यक्षद्वीप का अधि प्राता देवता, The presiding deity of Yaksa Dvipa (i. e. island of the Yaksas) सू० ए० २०; जखबर पुं० ( यतवर ) यक्ष समुद्रना अधिपति देवता. यक्ष समुद्र का अधिपत देवता. The presiding deity of Yaksa Samudra ( i. e. the ocean of the Yaksas ) सू० १० १६; जक्खसिरी स्त्री० ( यक्ष श्री ) યક્ષશ્રી नामनी श्रणुं यक्ष श्री नामकी एक ब्राम्हणी स्त्री. Name of a Brāhmaṇa ( ७७६ ) woman. नाया० १२; जकला. बी० ( यक्षा ) स्युअअदनी अडेन. स्थूनभद्र को भगिनी. The sister of Sthīlabhadra so named कप०८: जत्रिणी. स्त्री० ( यक्षिणी ) २२ मा तीर्थनी मुख्य साध्वी बावीसवें तीर्थंकर की मुख्य साधा. The principal nuu of the 22nd Tirthankara, कप्प० ६, १७७; सम० प० २३४; जखोद पुं० ( यखोद ) यह नामनो समुद्र Name of an याद नामका समुद्र. ocean. सू० प० १९; जग. पुं० ( * ) प्राणी प्राणो. A living being. सू० १, ११, ३३; जग. पुं० ( जगत् ) जगतः हुनिया; सोऊ संसार. जगत; दुनिया; लोक; संसार. The world; worldly existence. सूर्य ० १, १, ३, ८, १, १०, ७; उत्त० १४, ४३; परह० २, १० दस० ८, १२; जं० प० ५, ११२; - श्राणन्द. पुं० (- श्रानन्द - जगतां संज्ञिषेचन्द्रयाणां निःश्रेयसाभ्युदयसाधकधर्मोपदेशद्वारेण चानन्दहेतुत्वात् ऐहिकामुष्मिक प्रमोदकारणत्वात् जगदानन्दः ) સંસારનાં જીવે તે ધમ ધ આપી ગ ગતીમાં લાવી આ ભવ તથા પર્ ભવ ના आनंदृ सपना श्री नेिश्वर संसारके जीवों को धर्म बोध देकर उच्च गतिमें लाकर इस भत्र व उस भव का आनंद देने वाला; श्री जिनेश्वर Sri Jineśvara 80 called because he gives delight to worldly beings in this world and the next by religious instruction which elevates them in the scale of spiritual evolution. नंदी० १; उत्तम. त्रि ( उत्तम ) भगतमा उत्तम ५. जगत में उत्तम, श्रेष्ठ best in the world. प्रव० ४०१; - गुरु. पुं० ( - गुरु ) જગતના गु३ - तीर्थ:२. तीर्थकर a जगत्गुरु worldteacher; a Tirthankara. प्रत्र ० ४५२; नंदी० १; — जीव जोणी वियालयपुं० ( - जीवयोनविज्ञायक ) भगवान स्वरूपने गुनार देवलज्ञानी जगत् के जीवों के सच्चे स्वरूप को जानने वाला; केवल rar. an omniscient knowing the real nature or essence of the beings on the earth. नंदी० - जीवण पुं० ( -जीवन जगन्ति जङ्गमानि श्रहिंसकत्वेन जीवयतीति जगजीवनः ) 1 For Private Personal Use Only ( जग = * । पृष्ट नम्र १५नी फुटनोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ) Vide foot-note (*) p. 15th. Page #789 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जग] ( ७७७ ) [ जग ७७५ ७५ना २१४; लिने २ नावान. छ काय जीवों का रक्षक; जिनेश्वर भगवान्. । protector of the fi kinds of liv. ing beings; lord Jineśvara. 77. ३०; ~~ट्ठभासि पु. ( -अर्थभाषिन्-~ जगत्यर्थी जगदर्था ये यथा व्यवास्थताः पदार्थाः, तानाभाषितुं शीलमस्येति जगदर्थभाषी ) सो प्रसि अथ-पात हेनार જેમકે શૂદ્રને આભિર, દેને ચાંડાલ, આંધલાને આંધલે, પંગુને પગલે વગેરે કહેનાર; નિષ્ફર વચન બોલનાર; સત્ય પણ અપ્રિય છે मोबनार. लोक-प्रसिद्ध अर्थ-बात कहने वाला, जैसे कि चूद को चूद्र, भंगी को चांडाल, अंध को अंधा, लूले को लूला इत्यादि कहने वाला; निष्ठुर बचन बोलने वाला; सत्य परंतु अप्रिय बोलने वाला. one who spenks harsh and unpleasant truths plaiuly and without using euphemisms; e. g. calls a blind man a blind man, an untouchable n Chandala et.."ज कोहण होइ जगट्ठभासी " सूय. १, १३, ५; ---णाह. पुं० (-नाथ) ना नाय; जिनेश्वर भगवान. जगत का स्वामी; जिनेश्वर भगवान्. lord of the world; lord Jinesvara. नंदी. १; -णिस्सिय त्रि० (-निश्रित) सोमा २९स; मतने । माश्री २३३. संसार में रहा हुश्रा; जगत के । माश्रित रहा हुआ. residing in the world; having an abode in the world. " जगरिणस्सिएहिं भूएहि" उत्त.. ८, १०; दस. ८, २४, -पागड. त्रि. ( -प्रकट ) 01 न२. जग जाहिर. public; known to the world. परह. १, १; पियामह. पुं० (-पितामह ) ना-६; गति ! सपने Vol. II/98. બચાવનાર; જગતના પિતારૂપે જિનેશ્વર भगवान. जगत के पितामहः दुर्गति जाते जावा को बचाने वाला; जगत के पितारूप जिनेश्वर भगवान. the grand-fatiner of the world; lord Jinesvarase) called because he is a saviour of the world. नंदा० १; -बन्धु. पुं. (-बन्धु-जगतः सकलप्राणिसमुदायरूपस्याध्यापादनोपदेशप्रणयनेन सुखस्थापकत्वाद् बन्धुरिव-बन्धुः) सतना ५ धु-मा સમાન; જગતના બધા અને ભાઈ સમાન मानना श्रीनेश्वर भगवान जगत के बंधु समान; जगतके सब जीनोंको भ्राता तुल्य माननेवाला; श्री जिनेश्वर भगवान. Lord Jineswara, the brother of the world because he bears fraternal affection to the beings of the world. नंदी. १; -सबदसि. पुं० (-सर्वदर्शिन् ) गत सण २२ मेनार श्री भगवान श्रीजातपुत्र भलावी. जगत के संपूर्ण स्वरूप को देखने वाला श्री जिन भगवान; श्री ज्ञातपुत्र महावीर. Lord Malāvira who sees and knows fully the real nature of the world. “नाएण जगसम्वदं. सिणा" सूय० १, २, २, ३१; -सिहर. न• (-शिखर ) सतना शिम२२.५ मोक्ष. जगत् का शिखर रूप मोक्ष. the summit or climax of the world i.e. final bliss. क. गं. ६, ८०; -हित. त्रि. (-हित) तनु हित-म ४२ना२. जगत का हित करनेवाला. ( one ) who is a benefactor of the world. सम० ३२; -हिय. त्रि. (-हित ) नुस। पो श६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. सम° ३२; Page #790 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जगा ] ( जगा. न० ( जगत्क ) ०४गत् जगत्. The world; the universe. विशे० १६६८; जगइ. स्त्री० ( जगती ) पृथ्वी पृथ्वी. The earth. “भूयाणं जगई जहा” उत्त० १,४५: प्रव० १४१२; जं०प०१५ (२) ०४ भ्युद्दीपने ३२तो अट. जंबूद्वीप के चारों ओर का कोट. a fortification encircling Jambudvipa. सें एगाए वहरामईए जगईए सन्चो " जं० पं० सम० ८; - पव्वयग. पुं० (- पर्वतक ) प विशेषः સૂર્યાંન नमन विशेष; सूर्याभ बनखंड में का एक पर्वत particular mountain in Surya त पर्वत bha forest. राय० १३५; जगडिजंत त्रि० ( कलहायमान ) उरतो. क्लेश करता हुआ Quarrelling; entering into strife. जगडिजंता विपरकसाहि गच्छा० ६७; जगतण. न० ( जगतण ) से नामनी थे नतनी सीधी वनस्पति इस नामकी एक प्रकार की हरी वनस्पति A kind of green vegetation पन्न० १; जगती. स्त्री० ( जगती ) पृथ्वी पृथ्वी The earth. भूय० १, ११, ३६, ( २ ) मु દ્વીપ આદિ ક્ષેત્રને કાટ; કિલ્લો. આ કેટ યેાજનના ઉંચા છે, એની ઉપરની પહાલાઈ ૪ યજનની અને નીચેની ૧૨ મેજનની છે એના ઉપર પદ્મવર વેદિકા છે અને વચમાં કેટલાક ઝરેાખા છે, એને વષ્ણુ ન વિસ્તારથી ભિગમ સૂત્રમાં આપેલ છે, આ ચિત્રમાં કટતા આકાર, ઉંચાઇ, हो, प्रत्यादि मदावे छे. जंबुद्वीप आदि क्षेत्रका कोट, किल्ला. यह कोट योजन का ऊंचा है. इस के ऊपर के भाग का चौडाई ४ योजन की और नीचे ( पाये ) की चौडाई १२ योजन की हैं। 39 ७७८ ) [ जगती. इस के ऊपर पद्मावर वेदिका और बीच में कई झरोखे हैं. इस का विस्तार से वर्णन जीवाभिगम सूत्र में दिया गया है. the fortification surrounding Jambudvipa and other regions. This wall For Private जगती D.V.TALSANIA. वैजयंत. Personal Use Only आबाजु जंबुद्वीप. जगती. जगती अंबु • द्वीप गोख ६ 敬骨 अपराजीत. गौरव. जाली-हैयाररची. पद्मवर वेदिका. - अगती (कोट) न - is 8 Yojanas in hight. The breadth at the botton is 12 Yojanas and at the top 4 Yojanas. There are many lattice windows in the wall. full particulars can be had Page #791 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जगती(ति)पव्यय ] ( ७७६ ) [ जजुब्वेय - from Jivabhigami Sutra. जीवा० fleshy part below the waist. ३, ४; कप्प. ३, ३६ जगती(ति )पव्वय. पु. (जगति पर्वत) जघराण. त्रि. ( जघन्य ) यसमा था; शुभे। " जगइ पम्वयग " श६ देखो आछामा माधु. कम से कम. Mini" जगइ पटवयग" शब्द. Vide " जगइ. __mum; least. सू. ५० १८ पम्वयग" जीवा० ३, ४; जघरिणय. त्रि. ( जघन्य ) गुम जगप्पइ. पु. ( जगस्पति) यामी. The / श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. lord of the universe. जं. प. ५, सू. प.१; ११२; जय. त्रि. (जात्य) सामारिस्वाभाविक. जगय. न० ( यकृत् ) से. कलजा; हृदय. Natural; innate. परह. १, ४, (२) The liver. (२) ते भागना । कलेजे गतवान; तिर्यु: प्रधान; श्रे४; उत्तम. की बिमारी; हृदय का रोग. a disease जातवान् ; प्रधान; श्रेष्ठ; उत्तम. promiof liver. भग० १०, ३, nent; excellent of its kind. कप्प. जगारी. स्त्री. ( * ) शरी; से सतन ३,३५, जं. १०२,३१; नंदी०३१; श्रोव०१०; धान्य. राजगरा; एक प्रकार का धान्य. A १७; ३१; विश. १४७०: मु. च० २,६; kind of corn. “ असणं प्रोयण सतुग ! ६३८; भग० ११, ११, १५, १; नाया० १२; मुग्ग जगारीइ" पंचा० ५, २७; -अंजन. न० (-भजन ) शुद्ध मन. जग्ग. धा• I. ( जागृ) Miy; MAR शुद्ध अंजन. pure collyrium (for २३.. जागना; जायण करना. To remain the eye ). " जमण भिंगभेय रिटुग awake; to wake. भमरावलिवल गुलिय जन समप्पभेसु" जग्गह. ओघ• नि० ८६; नाया• १; कप्प० ३, ३६; -कंचण. न. जग्गन्त. विशे. १६E: ( -कांचन ) तालु सोनु; शुद्ध सुपए जग्गावेइ. पाया० १, ६, २, ६; शुद्ध सुवर्य. pure gold. कप्प० ३, ३६; जग्गण. न. (जागरण) M२९; निद्रा न -रिणय. त्रि.(अन्वित) 5य; गति. मी ते; गरे। ४२३ ते. जागरण; पान; दीन. कुलीन: उच जातिका. निद्रा न लेना वह; जागृत रहना. Remain- nooly born; born in a high ing awake; a vigil. परह. १, १; family. सूय. १, १३, ७; -नित्र. मोघ.नि. १.६; त्रि. (मन्वित) नुस। SRI NE. जग्गुण. त्रि. (यद्गुण) । ग. जितना देखो ऊपरका शब्द. vide above. सूय. Jal. Multiplied as many times; 1 १, १३, ७ taken as many times. प्रव० ३२; जजुषेय. पुं. ( यजुर्वेद) यार मानो जघण. न० ( जघन ) नी नायेने ना माने २६; मामय पान भूस पुस्त. सायन. कमर से नीचे का भाग. The । चारों बेद में का द्वितीय वेद; ब्राह्मण धर्म * जुमा ४ २ १५ नी ५टनाः (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की झूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #792 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जजर] ( ७८० ) [जबुल की मूल पुस्तक. The second of the मुकुट a crown in the form of four Vedas held sacred by tho ___hair twisted together. नाया०१५; Brahina pas. भग० २, १; नाया. ५; जडि. पुं० (जटिन् ) ४ारी; योगी. जटा१६; ठा० ३, ३: पात्र. ३८; विवा. ५; . धारा; यागो. A person with mutted जजर. त्रि. ( जर्जर ) ०५ नु-पुरा. hair on the head; an ascetic; जाण, पुराना. Old; tottering; ___ a Yogi. भग• ६, १३; ओव० ३१: जं. भग०६, ३३: ---घर. न० ( - गृह) M प. ३६७, भत्त० १०० ५२. जाणं घर. tottering house. जडिण. न० ( जटित्वा ) पारीना भाव; भग० ६, ३३; 11. जटाधारी पनः जटा. State of जजरिश्र-य. त्रि. (जजारत ) रो; being an ascetic with matted भोप; ७० यये।; 1:यरी गयेस. hair on the head: matted hair on the hend. जं. . जजरित; जाण, लथडा हुआ; भारी; बैठा ३,६७ दुश्रा . Worn out; tottering. ठा. उत्त० ५, २१ ४. ४: परह. १, १; राय० २५८: नाया जडियाइलग. पुं० (जाटतालक) ८८ २.१५१; भग० १६, ३; -सद्द पुं० ( -शब्द) भनि। १३ । ६. ८८ ग्रहों में से ५३ ता से। ५२। अवाशभारी या बैठी हुई आवाज; ग्रह. The 53rd of the 88 planets रूखा स्वर. hoarse and feable "दो जडियाइलगा " ठा. २, ३: Hound ठा० १० | जडियाल. पुं० ( जटाल ८८ अमान ५ः जज्जाव. न. ( यावजीव ) ati सुधी. भे। प्रा. ८८ ग्रहों म से ५३ वा प्रह. The जावन पर्यंत. As long as life lasts. i 53rd of the 88planets सू०प०२०; पि. नि. ५०६ जडिल. त्रि० (जटिल ) ४ाधारी; यावामुं. जहा. सं० कृ० अ० ( इ षट्वा ) 4 रान; जटाधारी; जटावाला. Having matted म अरीने. यज्ञ कर के, होम कर के. hair on the head. “एगं महं कोसं Having performed a sacrifice. गंडियं सुकं जडिलं गठिल्लं' प्रव० ७३६; उत्त० ६, १८ (२) पुं० २।. राहु. Rahu (a planet जड. त्रि. ( जड ) ना बालीविवेक्षित; that causes lunar and solar भूग. जड; विवेकहीनः मूर्ख. Devoid eclipse. सू. प. २०; of common sense; foolish, trao जडिलय. पुं. (जटिलक ) रानु माj नाम. २४०, राहु का दूसरा नाम. A synonym of जडा. स्त्री० ( जटा) मायाना शनी समूह Rāhu (s planet which causes 12. शिर के केशों का समूह; जटा. The Junar or solar eclipse ). 4. 90 hair on the head twisted to. २०; भग० १२, ६; gether. नाया० १६; --मउड. न. जडल. पुं० (जटिल ) शरी सिंहनी मा (-मुकुट ) 21 स.पा भुट. जटा रूपा । यधारा मे Mतना सा५. केशरी सिंह Page #793 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जड] ( ७८१ ) [जण जैसा जटाधारी; एक प्रकार का सर्प. A a person; people. नाया० १; २; ४; kind of serpent having a mane १४; १७, १८, भग• १, १, २, ५, ७,६; like that of a lion. “ उक्कड फुडकु पि०नि० १२४; १६४; सू० प० १; राय. हिसाजडुलकक्खड विकाफडाडोवकरणदच्छं" अणुजो० १३०; उत्त० १०, १९; ओव० सु. भग• १५, १; नाया. १; च. ४, १५२; वव. १, २३, नंदी. ८ जट्ट. पुं० ( * ) था हत्ती. An पंचा० ७, १६ कम्प. ३, ४०; क. गं. १, elephant. श्रोघ० नि० २३८; पिं० नि. ५०; (२) -समावदास. जन-सम्बन्धी. ३८६; relatives. आया० १, ६, ४, १६३; जह. त्रि. (जड ) मोरयामा हेवामा भने -~-आणंद. पुं० (-अानन्द ) समारने કાર્યમાં જડ-મૂખં-કે જે દીક્ષા દેવા ગ્ય सान-६ मापना२. जन समाज को आनंद नथा. बोलने में, दिखने में व कार्य करने में दाता. one that pleases or deजड़-मूर्ख कि जा दाक्षा देने योग्य न हो. lighty mankind or human (One) who is stupid in speechi, Society. प्रव० ३६६; -उम्मि. पुं. appearance and actions and so ( -फार्म ) तरंगमाथा त सा रीते unfit to enter the religious माणसेना टाटासा नीते. जिस प्रकार Order. “ बाले बुड्ढे नपुंसेय कीव जडुन तरंग में से तरंग निकलती है उसी प्रकार वाहिए" प्रव. ७६३: मनुष्यों के समूह के समूह निकलना. जढ. त्रि. (हीन) हीधे टेस; भूस. surging erowds of meu. राय. स्याग किया हुवा; त्यक्त. Abandoned; प्रोव० २७; -(गा) उवयार. पुं. left. दस० ६, ६१; संस्था. घ. नि. ( -उपचार ) ले पुन: सादिया १९७ ५२१; यती पून. उपचार; स्वजनों से होता हुइ Vजण. धा• I, II. (जन् ) ey; पन्न. पूजा. worship or honour nid २. जन्म देना; पैदा करना. To give hy relatives or other people. birth to; to produce. पंचा० २, ३६, ८, ४०; -कल कल. पुं. जणेइ. सु. च. २, ३७६; ( कलकल) माणसाने। १३ १४' सेवा जणंति. दस. १, ३८: ०४. मनुष्यों का कलकल ऐसा आवाज. जणयन्ति , पाया. १, २,१,६३; bustling sound made by a conजणइस्सइ. अाया० २, ३, ८, course of imen. राय. -क्ख य. पुं. जणित्ता. सं. कृ. ओव० ३२७ (-क्षय ) भासने क्षयाभ२६१. मनुष्य का जणि . हे. कृ. स. च. २, २२६: क्षय; मरण. death of a man. भग. जणेमाण. व. कृ. पिं.नि. १८६; ३, ७, ७७ --क्खयकर. त्रि.(-क्षयजण. पुं० ( जन-जायते इति जनः) सी. कर)सोनाक्ष५ ४२नार. लोगों का क्षय माणस; मनुश्य. मनुष्य; आदमी. A man; __ करने वाला. ( one ) that destroys __ * गुमे। १४ १५२ १५ नी ५.ने।(*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p..15th. Page #794 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जण् ] men. बहु जणक्खय करा संगामा पराह० १, ४, – जंपण्य न० (- जल्पनक ) सोडामा अपवाद लोगों में अपवाद con sure among people. गच्छा० ६४; -- पमद्द न० (-प्रमर्द) सोअनुं यूर्य नाश, लोगों का नाश. destruction or annihilation of people. भग० ६; - पूयजि. त्रि० ( - पूजनीय ) लो 5भां पूजनीय सामान्य लोगों में पूजनीय; लोकमान्य. deserving of honour or worship among people. पंचा० २.८६-~~वूह. पुं०(-व्यूह) भाणुसोनो समूह. मनुष्यों का समूह 8 crowd of meu. भग०२, १; ११, ११; -- बोल. पुं० ( - शब्द ) माणुसोनी व्यक्त concourse or ना. मनुष्यों का अव्यक्त आवाज. in - distinct noise made by men. विवा० १, १ - मणोदर. त्रि० (-मनोहर) नां यत्तनेनार लोगों के चित्त का आकर्षण करने वाला ( one ) that attracts the minds of men; charming. पंचा०६, १८ - वह पुं० ( - वध ) भाएासोनी धात. मनुष्यों का वव. killing or slaughter of men. भग० ७, ६; – वहा. स्त्री० ( - व्यथा ) न पीडा; सो पीडा. जन पीड़ा; लोक पीड़ा. affliction of people; giving pain to men. भग० ७, ६ वाय. पुं० ( - वाद ) भाणुसो साथै परस्पर वार्तालाप ६। ते वातयित रवी ते मनुष्यों के साथ परस्पर वार्तालाप करना. mutual conversation among men. ओव• ( २ ) । साथै वार्ता-संवाह ५२વાની કલા; વાતચીતથી માણુસેને પસંદ श्वानी उद्या. लोगों के साथ वार्तालाप - संवाद करनेकी कला; वाक्चातुर्य. the art of | ( ७८२ ) "" " For Private [ जणी pleasing men by conversation; adroitness in conversation. जं. प० ओव० ४०; नाया० १; - संवट्टकप्प. त्रि० (-संवर्तकल्प) भाणुसोना संसार मे. मनुष्यों के संहार समान. like the annihilation of men or people. भग० ७, ६; – सह· पुं० (शब्द) माणुसोना - सवा; साहुअ. मनुष्यों का आवाज: कोलाहल. bustling sound of & concourse of men. नाया० १; विवा ० १; भग० ११, ११; —– सम्मद्द पुं० (-संमदं) सोना परस्पर अन; साहस लोगों का परस्पर आवाज; कोलाहल. bustling sound made by A concourse of men. ठा० ४, १, भग० २, १३ -सया उल. त्रि० ( -शताकुल ) सेम्डी भालुसो थी ध्यास सैंकडों मनुष्यों से व्याप्त. full of, containing hundreds of men. भग० ११, १०; न; जणइत्तार. पुं० ( जनयितृ ) उत्पा६५; लुत्पन ४२नार. उत्पादक; उत्पन्नकर्ता, A gonerator; & produoer. ठा० ४, ४; जग पुं० al. ( जनक ) भातापिता वगेरे. जनक; माता-पिता वगैरह. One who begets; e.g. a father, a mother etc. श्राया० १, ६, १, १५० पंचा० ६, ६; जगण पुं० न० ( जनन ) उत्पत्ति उत्पति. Production; creation. "गंभीर रोम दरिस जाण" भग० ६, ५६ नाया० १; उवा० ८, २४६, पंचा०३, ४४, ६, १२; जगणी. स्त्री० ( जननी ) भाता माता. A mother पिं० नि० ४८७; उवा ०३, १३५१ जं० प० ५, ११२; पंचा० ७, ३६; - कुच्छिमज्भ न० (-कुक्षिमध्य) मातानी क्षिमां माता की कुक्षिमें in the Personal Use Only Page #795 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जणपय] ( ७८३ ) [ जाण-य womb of a mother. तंदु० -गभ. minent,renowned in a country. पुं० ( -गर्भ ) माताना गर्भाशय. माता का "भजिहय जणबयप्पहाणाहिं लालियंता " गर्भाशय. the womb of a mother. पण्ह ० १,४; --वग्ग. पुं० ( -वर्ग) ने प्रव० १३८१; समुघ. देशों का समूह. a collection जणपय. पुं० ( जनपद ) देश. देश. A or group of countries. भग० ३. country. उत्त० ६, ५; ६; -सञ्च. न. (-सत्य-जनपदेषु देशेषु जणय. पुं० ( जनक ) पिता. पिता. A यद् यदर्थवाचकतया रूढं देशान्तरेऽपि तत् father. प्रव० ४-नाम. पुं० (-नामन् ) | तदर्थवाचकतया प्रयुज्यमानं सत्यमवितथपितार्नु नाम. पिता का नाम. mame of | मिति जनपदसत्यम् ) ६श प्रारना सत्यना one's father. प्रा. ४; पेडियो प्रार. दश प्रकार के सत्य का पहिला जणव-य. पुं० (जनपद) देश; राष्ट्र. देश; | प्रकार. the first of the ten kinds राष्ट्र. A country. उत्त० २६, २६; of truth. ठा० १०; --सञ्चा. स्त्री. प्राया. १, ३, २, ११३; १, ६, ५, १६४; ( -सत्या-जनपदमधिकृत्येष्ठार्थप्रातपत्तिनाया. १, ५,८; १२; १५; १६; १८; परह. जनकतया व्यवहार हेतुत्वात् सत्या जनपद १,३; राय. २८२; निर० १,१; पन्न. ११%B सत्या ) सत्य माना ६श प्रामांना जं. प. २, ३६; सु. च. २, ४; भग० २, पल्सो २. सत्य भाषा के दश प्रकारों में १; ५, ७, ६,१०;६, ३३, १३,६:१५. १: से पहिला प्रकार. the first of the I0 प्रव० ८६८; कप्प० ४, ८६;-कल्लागा . kinds truthful speech. पन्न० १२; स्त्रो० ( -कल्याणिका) ५४वती - २ १. जणिअ-य. त्रि. ( जनित ) 3पन्न येत. चक्रवता को रानियां. my of the उत्पन्न. Born; protluced. श्रोव. queens of a Chakravarti. जं.प. २६; नाया० १; भग० ६, ३३; सु० च० -पाल. पुं० (-पाल -जनपद पाल यति १, १६; -पमाअ. पुं० ( -प्रमाद ) इति जनपदपालः ) शिने। पासणार; २२४; प्रमाद उत्पन्न यये. जिसको प्रमाद उत्पन्न २१. देश का पालने वाला; रक्षकः राजा. हुधा हो वह. one who has conthe protector of a country; a mitted an act of negligence. king. ओव० --पिया. पुं० (-पितृ) शिन। नाया० १०; -मोह. त्रि० (-मोह) उत्पन्न पिता; पासना२. देश का पिता; पालने वाला. यो छे भेहि सते. जिसने मोह उत्पन्न the father i. e. the protector किया वह. ( one ) that has caused of a country. ठा. t; -पुरोहिय or produced infatuation. भत्त. पुं० (-पुरोहित जनपदस्य शान्तिकारतया- १२०; --संवेग. त्रि० ( -संवेग ) मोक्षापुरोहित इव जनपदपुरोहितः ) देशमा शांति मिसाला पन्न थये. जिसकी मोक्षाभिलाषा २ना२; पुरेशलित. देश में शान्ति करनेवाला, उत्पन्न हुई हो. ( one ) in whom a पुरोहित. one who gives peace of desire for salvation has been mind to people;a religioas pre- generated. नाया० १०; --हाल. पुं. ceptor. श्रोव०-पहाण. त्रि०(-प्रधान) (-हास) २५ उत्पन्न ययेस. जिसको हर्ष हेशमा ५(४. देशमें प्रधान, श्रेठ. pro- उत्पन्न हुआ हो. (one) in whom joy Page #796 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जगण] ( ७८४ ) [ जतियव्व has been produced. नाया० ८; ओव० ३८; भग० ११, १; जएण. पुं. (यज्ञ) यज्ञ-नागाहिनी पूल-डीम. / जराणइज. न० ( यज्ञीय ) ये नामर्नु तरा यज्ञ-नागादिकी पूजा- होम हवन A sacri- ययन सूत्रनु पयासमुं अध्ययन. इस नाम fice; worship of serpents etc. का उत्तराध्ययन सूत्र का पच्चीसवां अध्ययन. भग. ६, ३३; उत्त० ६, ३८; नाया. १; २; . Naine of the 25th chapter of ( २ ) २१ २१ पटवनी पूल. अपने अपन | Uttarādhyayana Sutra. सम०३३; इष्ट देव की पूजा. worship of one's अणुजो० १३१; wn special or farnily-deity. जराणं. अ० (यञ्च) 2 . जो कुछ Any. जं०प० जीवा०३; -जाइ. पुं० (-याजिन्) thing; whatever. अोव० ३८; ४०; 41 ना२. यज्ञ करने वाला. one who नाया० १; भग० ३, 1; ५, ५; (२) था; performs a gacrifice or wor- या शना भाटे. जिसके कारण; जिस ship. ग्रोव० -टू. पुं० (-अर्थ ) यजना वास्ते. by which; so that. भग० ३, प्रयोगशाला. यज्ञके प्रयोजनवाला. (one) १; ५, ४; वव. १, २३; नाया० १४; having sacrifice or worship जराणावईय. न. ( यज्ञोपवीत ) तो. as a motive or end. “ जनट्ठा यज यज्ञोपवित् A gaered thread worn दिया " उत्त० २५, ७; --हि. पुं० (-प्र. ____ on the body. भग०१३, १; नाया०१६; थिम् ) मा पतनी अर्धा, ना२. जराह. अ. ( यस्मात् ) था; भाटे. जिस भाव यज्ञ करने को उत्सुक. ( one ) | से; जिस लिय. For which; from desirous of a sacrifice in a ___which. नाया० ५; spiritual sense. "जमठी घेयसां मुहं" | जारहवी. स्त्री० (जान्हवी) ॥ नही. गङ्गा उसं. २५, १६% नदी. The river Ganges. प्रव० १२४२; जराणदत्त. पुं० ( यज्ञदत्त ) से नामना साधु. जतमाण. त्रि. (यतमान.) बलवान् . यत्न इस नाम का साधु. Name of an asce- वान. Carefully trying or at. tic. कप्प० ८; --वाड. पुं० ( -वाट ) । tempting; making efforts to यस का?; rii यजयाय छेते सत्ता-12या. | accomplish an object. श्राया० १, यज्ञ का बाडा; जहां पर यज्ञ होता हो वह | ६. २, ४; १, ४, १, १२६; स्थान. a place where a sacrifice | जति. अ. ( यदि) मा “ जइ " श६. is performed. उत्त. १२, ३; -सेट. . देखा "जइ" शब्द, Vide “ जइ " पुं० (-श्रेष्ठ-यज्ञेषु श्रेष्टो यज्ञ श्रेष्टः ) उत्तम भग० १५, १; यस. उत्तम यज्ञ. the highest kind | जति. पुं० (यति ) साधु; भुनि. साधु; मुनि. of sacrifice. “ बोस? काया सइयत्तदेहा | An ascetic; a saint. पंत्रा० ५, ३३; महाजयं जयइ जएणसटुं" उत्त० १२, ४२; १०, ३४; १२, १; जरणइ. पुं० (यज्ञिन् ) 41 ४२ना२ ता५सनी जतियव्व. त्रि. (यतितन्य) यल ४२५॥ योय. से मत. यज्ञ करने वाले तापसका एक यरन करने के योग्य. Worthy of being Frat. Oce who performs al accomplished by efforts; worth sacrifice; a kind of an ascetic. I attempting. पंचा० १५, ५०; Page #797 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जतु] ( ७८५ ) [ जत्तिय जतु. न० (जतुप् ) सा; ब्लेगी. लाख, पंचा० ६, ३; प्रव० ६६; -अभिमुह. वि. 7161. Lac; a dark-red trans- (-अभिमुख) त्रा-मन याने यार parent resin. भग० १६, २; सूय. १, थयेटो-स-भु थये।. यात्रा-गमन करने ४, १, २६; -कंभ. पुं० (-कुम्भ) १५ को तैयार, सन्मुख आया हुआ prepared, नो या. लाख का घडा. a pot of lac. ready to set out or start. श्रोत्र. सूय० १, ४, १,२६; ~गोल पुं० (-गोल) २६; -पडिणियत्त. त्रि. (-प्रतिनिवृत्त ) सा-माना गोमो. लाख -चपड़ी का यात्रा री पा. स. यात्रा करके वापस ajal. a globe of lac; a ball of लौटा हुआ. returned from travel, lac भग० १९, ३; -गोलासमाण त्रि० । pilgrimage ete. निसा. ६, २४; (-गोलसमान ) सागवा. लाख के -भयअ. पुं० ( -भृतक-भ्रियत इति गोले जैसा. resembling a ball of भनकः सहायो यात्राया भतको यात्राभूतकः) lac. भग० १९; ३, દેશાન્તરમાં મુસાફરી કરતી વખતે સાથે जत्त. प्रि. ( यत्तत् )ोते. जा; वह; जो; सो. नो४२. देशान्तर में यात्रा करते समय संग That-which; anybody. उत्त० १, रहने वाला नौकर. a servant en२१; yaged to serva during a foreign जत्त. त्रि. ( यावत् ) रतुं. जितना. As travel. ठा. ४, १; --भयग. पुं. much; to the extent to which. (भूतक) 3५३ श६. देखा ऊारका गच्छा० ११८; शब्द. vide above. ठा. ४, १; ----संप. जत्त. पुं० ( यान) यत्त प्रयास मदत. यत्न; त्थिय. त्रि. ( -संपस्थित ) मा पनि प्रयास; मिहनत. Effort; attempt; यार येत. यात्रा को को ( के लिये ) labour. दस• ६, ३, १३; भग. ६, ३३; जाने का तत्सर. bound for, preputपंचा० १, २६; (२) त्रि. यलपत. यत्न- ed for starting on a travel or a वन्त. full of effort; carefully pilgrimage. निसी० ६, १३; -सिद्ध. attempting. आया० १, १, ४, ३३; पुं० (-सिद्ध) = २ गत समुद्रना जत्ता. स्त्री० (यात्रा) प्रयाण; arj. प्रयाण; યાત્રા કરી ક્ષેમ કુશલ-સહીસલામત ઘરે निकलना; रवाना होना. Going; setting आवे ते यात्रा सि वाय. बारह बार out. श्रोव० २६; नाया० ८; १; (२) समुद्रयात्रा क्षेम-कुशल-सहीसलामत करके घर સંયમ નિર્વાહ, સંયમ પાલન; તપ નિયમ पर आवे उसे यात्रा सिद्ध कहा जाता है. one સંયમ; સ્વાધ્યાય આદિમાં ચિત્તને લગાવવું returning safely after twelve ते संयम निर्वाह; संयम पालन; तर नियम sea voyages. राय० । संयम; स्वाध्याय आदि में चित्त को लगाना. | जत्तिय. त्रि. ( यावत् ) रक्षा; रसा अमाobservance of ascetic rules गुनो. जितना; जितने प्रमाण का. Ag and practices; applying the much; of as much extent or mind to the study of scriptures proportion. उत्त० ३०, २०; तंदु० ३; etc. “किंते भंसे जत्ता ? सो मिला?" भग० ३, ६, ८, १; १३, २; 1९,७पिनि. भग. १८.१०; नाया०५; उत्त२३, ३२; । - काल. पुं० (-काल) 2 मत. जितना Vol. 11/99 Page #798 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जत्तो ] as much time; as much समय. extent of time. क० मं० ५, 59; जत्तो. श्र० ( यतस् ) मेथी ने पासेथा. From which; जिससे, जिसमें से; whence; fro नि० ८७; जत्थ. ० ( यत्र ) यां; नेम; मे स्थसे. > या जिसमें; जहां; जिस स्थान पर. Where; in which; at which place. अणुजो ० ८; उत्त• ६, २६; नाया० ६० निर० ४, १; पिं० नि० ७६; वव ० १, ३७; दस० ५, १, २१; ७, ६; नाया० १३, १६, भग० ३. १, ८, १, १२, ४; १६, ७, वेय० १, ४६, ४, १८; गच्छा ० ७८ प्र० ७५, २८७; जत्थेव श्र० ( * यत्रव - यत्र ) न्या. जहां; जिस स्थान पर. Where; at which place. भग०८, ६; १५, १; जदा. अ० ( यक्ष ) न्यारे में वमते. जब; जिस समय When; at the time when भग० १२, ६; जदि. ० ( यदि ) देखो " जइ " शब्द " Vide " " ( ७८६ ) जइ २६. जइ भग० ११, १, २०, ५ २४, २०: जदिच्छित्र. त्रि० ( यादृच्छिक ) यथेस्;ि स्मात मलुं दैवयोग से बना हुआ. Accidental; fortuitous. विशे० ११५; जदुदण. पुं० ( यदुनन्दन ) श्रीकृष्ण. श्रीकृष्ण. The god Krishna are जन. पुं० ( जन ) मनुष्य मनुष्य. A man. भग०६, ३३; विशे० ५६; जनय. पुं० ( · जनय ) तुखो " जणय " श. देखो 29 शब्द. Vide " जणय " 6. जयाय >> सु० च० १, ८८ जनव. पुं० (जनपद) हेश; राष्ट्र, देश; राष्ट्र. A country. नियी० १५, १७ जन्न. पुं० ( यज्ञ ) भुखो " जराण "> शह देखो "जएण जगण विशे० उत्त० २५, ४; १८८२; जीवा० ३, ३; सु० च० ४. १०१; -टू. त्रि० (-अर्थ ) યજ્ઞ છે પ્રયે જન જેનું એવા; યજ્ઞમાં જોડાये जिसका प्रयोजन यज्ञ है वह; यज्ञ में सम्मिलित having a sacrifice for an end; engaged in a sacrifice. उत्त० २५, ७; - वाइ. पुं० ( - वादिन् ) યજ્ઞ વાદિ; અજામેધાદિ દ્રવ્ય યજ્ઞની સ્થાપના ३२ना२. यज्ञवादि; अजामेघादि द्रव्य यज्ञ की स्थापना करने वाला. one who believes in the efficacy of sacrificing goats, horses etc. for religious purpose . उत्त० २४, १८: जप न० ( जब ) मंत्राहिना ५. मंत्रादि का जप. Repeating or telling on beads of a rosary a religious formula of prayer etc. अणुजो० २६; जम्प स्त्री० ( जपा ) भीनार्थ गुझानो छोड चिनाई गुलाब का पौधा. A plant of China rose. राय० ५३; जप्प. पुं० ( जल्न ) वुतेः भोवु ते. बडबडाहट करना; बोलना. Prattle; act of speaking at random. ठा० ६ जप भइ श्र० ( यत्प्रभृति ) में अवथी; पाथी; न्यारथी. जिस काल से; जिस समय से जब से. From the time when; since the time when. " जम्पभिदं च ां अझ एस दारए ' कप्प ४, ६०; भग० १०, ४; नाया० ध० जं० प० २, ३१; " Vजम धा० II. ( यम् ) विषमता टाली सभुं विषमता मिटा कर योग्य स्थिति में रखना. To make even; to place in order by removing inequa lites. ( २ ) निवृत्त . निवृत्त होना. For Private Personal Use Only " Vide " [ जम ܕܕ Page #799 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जम] ( ७८७ ) [जमग to retire; to cease from. effects. उत. २५, 3; --देवकाइय. जमावेइ. प्रे० निसा. १, ४०, पुं० ( देवकायिक ) म यता यानी जम. पुं० ( यम ) प्रातिपातविरति आदि से 11. यम देवताओं की एक जाति पाय मलान1. प्राणातिपातविरति प्रादि पांच a group of the gods known महाव्रत. The five major vows us Yama Devittis. भग. ३, ७; such as abstaining from killing -पुरिस संकूल. वि. ( -पुरुषसंकुलetc. " जायइ जमजमि" उत्त० २५, १; यमस्य दक्षिणदिक्षालस्य पुरुषा अम्बादयो ठा०२,३; (२) तथा साना दक्षिण सुरविशषास्तैः संकुला थे ते तथा ) ५२माहिशाना सोपानु नाम. शक्र व इशान इंद्र ધર્મી કથી વ્યાપ્ત; જમપુરૂ'; પરમાके दक्षिण दिशा के लोकपाल का नाम. धाभासायी स. परम अधर्मियों a name of the guardian deity से व्याप्त; यम पुरुष परम अधम मनुष्य से of the southern quarter of व्याकुल. full of demons known Sakra and Isanendra. ठा० ४, as Paramādhāmis. परह. १, १; 1; विशे० १८८३; सू० ५० १०; भग -पुरिससंनिभ. त्रि० (-पुरुषमझिम ) ३, ७; जं० प० पराह . १, १; (३) बासी परभाधानाना . परमाधामी के समान नक्षत्रने अधिशाताव11. भरणी नक्षत्र का क्रूर. ( cruel ) like a demon श्राधिष्ठाता देवता. the presiding known as Paranmadhāmi. पराह . deity of the constellatiou Bha. १, ३, --लोइय. पुं० (-लौकिक ) ५२मा. yani. अणुजा. १३१; सू. प. १०; जं. भाभी पोरे यमले वासी हेयता. परमाधामी प० ७, १५७; ठा० २, १; -काइय. पु. आदि यम लोक वासी देवता.. god (-कायिक) दक्षिण त२५ना यम नाय. living in Yamaloka; e. g. a दक्षिण दिशाके यम जातिके देव. ॥ deity Paramādhāmi etc. सूय. १,१२,१३; of the south belonging to the | जमइअ. न० ( यदतीत) ये मनु भू५॥७॥ kind known as Yama. 'पण्ह० १,१; सुत्रनु १५ भु ययन. इस नाम का सूय - भग०३,७; ~~-जन्न. पुं० (-यज्ञ) या सा, गडांग सूत्र का १५ वां अध्ययन. Name સત્ય, અસ્તેય, બ્રમ્હચર્યા અને અપરિગ્રહ એ of the 15th chapter of Siya५ यम-यम ५ ५३; पाप 4. अहिंसा, gadaiiga. सम० १६; २३; सत्य, अस्तेय, ब्रह्मचर्य, व अपरिग्रह इन पांच जमइत्ता. सं० के० अ० (नियम्य) मातीने यम -संयम रूप यज्ञ. भाव यज्ञ. a saeri- જમાવટ કરીને અતિ પરિચિત કરીને વારં. fice taken in a spiritual sense १२ ती री मासी॥२ थाने. जमा consisting of the observance of कर; अति परिचित करके बारबार प्राति five rules or vows viz, abstain- कर के; माहितगार होकर. Having ing from killiny, truthfuluess, fixed or settled; having become abstaining from theft, abstain. thoroughly farniliar with. To ing from sexual intercourse and non possession of worldly | जमग. पुं. (यमक) ११२ उत२१ क्षेत्र. Page #800 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जमगसमगं] ( ७८८ ) [ जमल भाना से नामना पत. “काहणं भंत उत्तर Jamadagni; Purasurima. जीवा. कुराए कुराए जमगा नाम दुवे पव्यया । ३, १; पगणता ?" जीवा० ३, ४, जं. प. भग. जमप्पभ. पुं. (यनप्रभ ) यमरना छद्र यम१४, ८; (२) सभा तपासी देवता रेन्द्रनायनामनी सत्पात पति. यमदेव के नाम. जमग पर्वतवासी देवता का नाम. इन्द्र चमरेन्द्र का इस नाम का उत्पात पर्वत. Name of the god residing on Name of a mountain which the Jamaga mountain. 1o 40%, was the abode of Chamaren. ११५; अोव० ३१; जीवा०३, ४, -पवय dra, the Indra of the Yaina पुं० (-पर्वत । मे। 8५सा शहना , gods. ठा० १०; २३ अ. देखो कार के शब्द | जमल. त्रि. ( यमल ) समयिये २९सु; का दूसरे नंबर का अर्थ. vide above. सो स 013 ई. समश्रेणी में जं. प० ४, ८८, ६, १२५; सम० १०००; रहा हुआ; एक सरीखा; लगोलग रहा हुआ. जमगसमग. अ. ( यमकसमकं ) असाथे; Reinaining in a straight line; युगपत् । वते. एक साथ; युगपत् ; in juxtaposition. उवा० २,६४, एकही समय पर. At one and the प्रोव० ३०; राय० ३३; नाया० १; ८; १; same time; simultaneously. जं. जीवा० ३, 1; ४; जं. प. भग• १५, १; प. ४. ८८; ४, ५७; जीवा. ३, ४, प्रोव. १६, ३: ( २ ) न० से नाम सोनु ३१; विवा० १; ७; नाया. ४,८; भा० ११, ૨પ કૃણાસુદેવતા વૈરી વિદ્યાધરે ધારણું १०; उवा० ४, १४८; १५३; कप्प० ५, 10135 अनु. इस नाम का वृद कि जिसका रूप जमगा. स्त्री. (यमका) : घननी २०४- कृष्ण वासुदेव के शत्रु विद्याधरने धारण किया धानी. जमक देवताकी राजधानी; जमक देवता था. name of a tree into which का पाटनगर. The capital of the a Vidyādhara who was an gods known as Jamaka. जोवा. enemy of Krişņa Vasudeva ३, ४; जं० प० ४, ८८ hid metamorphosed himself. जमणिया. स्त्री० ( यमनिका) iwi | पण्ह० १, ४, -जुयल. न० (-युगल) २१वानु साधुनु मे। 8५४२११. दाहिनी સરખે સરખી જેડ; સમણિયે રહેલ જે. बगल में रखनेका साधुका एक उपकरण. An युगल; समश्रेणी से रहा हुआ. a pair; u article used by a Sadhu and couple with its two members kept in the right arin-pit. ठा०६; in juxtaposition. राय० ११२; जमदग्गि. पुं० ( जमदग्नि ) मे नामना मे -पय. न. ( -पद) मा सामान ता५स: ५२शुरामना 1ि1. इस नाम का एक ये थे ; म ३२५४८३343 तापस; परशुराम का पिता. Name of a २४१५३५५०; साभां पड़ेदा मा४ सालान saint who was the father of એક જમલ પદ અને બીજા આઠ આંકડાનું Parasurama. जीवा० ३, १; -पुत्त. समस प. पाठ आठ अंक का एक पुं० (-पुत्र) मनना पुत्र; परशुराम.. समूह; जैसा कि, ३२५४८६३५, २६३५३५५० परशुराम, जमदग्नि पुत्र. the son of | इस में पहिले आठ अंक का एक जमल पद; Page #801 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जमलत्ता] ( ६ ) [जम्म व दूसरे आठ अंकों का दूसरा जमल पद. (18५१०५ नथी. अन्तगडदशा का छठा a numerical sum containing 8 अध्ययन कि जो फिलहाल उपलब्ध नहीं है. figures; e. g. 32548635. अणुजो. wame of the 6th chapter of १४५; पन्न० १२; ~~-पाणि. पुं० (-पाणि) Antagadadasă (it is no longer भुष्टि. मुट्ठी. the fist of a hand. भग० extant). ठा० १०; जमिगा. स्त्री. (यमिका) आम तता जमलत्ता. स्त्री. (यमलता) ॥५४. युग तानी २00/40. जमक पर्वत के देवता लता. State of being a pair. का पाटनगर. The capital of the विवा०४; gods esiding on the Jamaka. जमलिय. त्रि. (यमलित-यमलं नाम सजातो. । जं. प. ४, ८८3; ययोर्युग्मं तत् संजातमेषां ते यमलिताः) हिश- जमिय. त्रि. ( यमित ) नियन्त्रित रेख. मां समरेशीमे २३१. एकही दिशा में सम- | दिशा दिखाया हुश्रा. Guided; governश्रेणी में स्थित. Remaining in jux. | ed. मु. च० १, २६ taposition; remaining in जमुणा. स्त्री० ( यमुना ) मना नही, यमुना strnight line श्रोव० भग० १, १; नदी. The Jamuna river. सु. च. जमा. स्त्री. ( याम्या-यमो देवता यस्याः सा ५६ याम्या) दक्षिण दिशा. दक्षिण दिशा. The जम्म. पुं. न. ( जन्मन् ) -म; पत्ति. southern direction. 17.7. 99. 1; उत्पत्ति; जन्म. Production; birth. (२) यमनी पावनी पानी. यद देव का नाया. १, २, १३, १६, १६; नाया. घ. पाटनगर. the capital of gort भग. ६, ३३, १५, १; सु० च० १,१८७; Yama. भग. १०,५; ३०६ ३. १८३; विशे०७२५; दसा. ६, १; जमालि. पुं० ( जमालि ) से नामाना क्षत्रिय निर. १, १; ओव० ४३; सय १, १, १, રાજકુમાર; મહાવીરસ્વામિના જમાઈ કે २३; पिं. नि. ७५: उवा० २, ११३; कप જેણે પ્રભુ પાસે દીક્ષા લીધી અને પાછલથી २, १८; प्रव. ५; भत्त० १६४; -जरामे ५५ याव्या. इस नाम का क्षत्रिय मरण. न० (-जरामरण).भ-०१२। सने राजकुमार, महावीर स्वामी का जवांई कि भर जन्म जरामरण. birth, old age जिन्होंने प्रभु के समीप दीक्षा ली और फिर and death. परह०१,३;-जीवियफल. एक पंथ की स्थापना की. A Ksatriya न० ( -जीवित फल ) भरू५ लावत prince, the son-in-law of Maha- ३२. जीवित फल. the fruit of life. vira Svāmī who received Diksä भग. १५, १; नाया. १३; -गगर. न. from him and afterwards ( -नगर) ri -म थाय ते नगर. founded a sect. “ तत्थणं खत्तियकुंड. जिस जगह जन्म हुआ हो वह नगर. the गामे ण यरे जमालिणाम खात्तय पारे परि- town where one is born. जं.प. वसइ" भग• ६, ३३; नावा० ८; निर० ४, ५, १२२, ५, ११७; ~~णयर, न० (-नगर १; ठा० ७, १; --- प्रज्झयण. न० (-अ. यस्मिन् नगरे यस्य जन्म भवति तत्तस्य ध्ययन ) त ६शानुं ६ अध्ययन ! जन्मनगरम् ) भ ना२, पनि स्थान; Page #802 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जम्मंतर] ( ७६० ) [ जय भाभमा म थयो हाय ते गाम. जन्म ; अवतार. जन्म; उत्पत्ति; अवतार. नगर; उत्पत्ति स्थान. the town where Birth; production; incarnation. tome is born; birth-place. जं. प. " जम्मण जरामरण करण गभीर दुक्ख ५,१२३; -दंसि.त्रि०(-दर्शिन् )-मना पक्खुभित्र" परह. १, ३, नाया०1; ५; ८; १२।२५०पने ना२. जन्म के वास्तिविक भग० 11, 13, १२, ७, १८, २, २५, ६, स्वरूप को देखने वाला. ( one) who जीवा० १; अोव. २१; अोव० ३१; अोघ. understands the realnature of नि० ११६; जं० ५० ५, ११२; अणुजो० १५; birth (life). " जे गब्भदेसि से जम्म १५४;निर०२,१; -चरिय. न. (-चरित्र) दसि जेजम्मदसि से मारदसि' पाया० १,३, ourमरित्र; 941 यरित्र. जन्म चरित्र; ४,१२५;-दोस पुं० (-दोष) म स. जीवन चरित्र. account of one's life; लावी होष-१-मनी मोs. जन्म दोष. the biography. राय. ५; -चरियः defect from the very birth.ठा०1०; णिबद्व. न० (- चरित्रनिबद्ध ) तीर्थना -नक्खत्त न०(-नक्षत्र) मनुं नक्षत्र. જન્માભિષેકના દેખાવવાલું ૨૨ નાટકમાંનું जन्म नक्षत्र. the natal star. कप्प. ५. तीर्थकर के जन्माभिषेक के दृश्य वाला ५, १२८;-पक. त्रि.(-पक्व) -भथी नाटक; ३२ नाटकों में से एक. a drama. पोतानी भेटे ५.४३ जन्म से ही-स्वयं tic performance showing the परिपक्व बना हुआ. fully developed birth of a Tirthankara; one or mature from the very of the32 dramas. राय.-भवण न० birth. विवा० १,८; -फल. न० (-फल) ( -भवन ) प्रसूति ५२ प्रसूति घर. a ७नुप्रयो1. जीवन का फल -प्रयो Jying-in chainber. ० ५० ५; जन. the aim or object of life. ११२;-मह. पुं० ( -मह ) म पंचा० ८, ३; -भूमि. स्त्री० ( -भूमि ) महोत्सव. जन्म महोत्स्त्र. festivity in म भूभि; मातृ भूमि. जन्म भूमि; मातृ | conneetion with birth. भग०३, HÍA. birth-place; mother-land. -महिमा- पुं० (-महिमन् ) भन्मोत्स५. " अवसेसा तित्थयरा निक्खता जन्म जन्मोत्सव. festivity in connection भूमिसु" सम० प० २३१; -समअ. पुं० with birth. भग० १४, २; जं. प. ५, ( -समय ) भने। मत. जन्म समय. ११२; ११३; ___ the hour of birth. प्रव. ५ जम्मा. स्त्री०( याम्पा) दक्षिण हिशा. दक्षिण जम्मंतर. न० ( जन्मान्तर-अन्यजन्म जन्मा- | दिशा. The South. प्रव. ७६४; न्तरम् ) अन्य भ; पूर्व म. पूर्व जय. धा• I. (जी) ७त; ४५ मेवा ; जन्म. Previous birth. गच्छा० ६; । इत्तल पाभवी. जय प्राप्त करना; सफलता भत्त० १६६; --कप. त्रि० (- कृत ) पाना. To conquer; to succeed. G-मांतरभा २१. पूर्व जन्म में किया हुआ. जयइ-ति. सु.च०१,१; उत्त०७,३१नंदी.१; done in the previous life. Itazio जयंति. जं. प. ७, १५२, जइत्था . भग. ७,६; जम्मण. न. (जन्मन् ) 1; पत्ति; 3५०४. | जयित्ता. ठा०३, २; Page #803 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जय] ( ७६१ ) [ जयंत जयंत. उत्त० ४,११; जं०प० पिं० नि०१६०; सम, पं० २४२;-णाम. पुं० (-नामन्) जइत्तए. हे. कृ. भग० ७, १; १४५ नामे 11 मा यती .. जय नाम का ११ V जय. धा• I. ( यत् ) भनत ४२वी; यल वां चक्रवर्ती. name of the 11th Cha ४२वा; 14६]! ४२वी. मिहनत करना; यत्न kravarti. ठा० १०; उत्त० १८, ४३; करना. To exert oneself; to en- -सद्द. पुं० (-शब्द) १५ था।मे। deavour. श०६. जय हो ऐसा शब्द. the exelaजयइ. उत्त० ३१,७; mation 'victory! victory!'. "74जये. वि. सूय. १, २, ३, १५; सद्दग्धोसएणं" भग० ६, ३३; ग्रोव० ३१; जयसु. पिं० नि० ४५ कप्प. ४, ६२;-जय. पुं० (-जगत् ) जयंत. व.कृ.उत्त० २४, १२; पिं.नि.१९० संसार; सो दुनिया. संसार; लोक. world. जयतन्त. सूय० १, २, १, ११%3 ly existence; the world. HITO?", जयमाण. १,४,१, १२६; १, ६, २, १८३; २; ३; -गुरु. पुं० (-गुरु ) सतना गु३ १, ६, १, २१; श्रीनेश्व२. जगत् के गुरु; श्री जिवेश्वर. the जय-श्र. पुं०(जय)शत्रुसोने ताते; वि०५. world-teacher; Jineswara. सु० च. विजय; शत्रओंको जीतना. Victory.ग्रोव. २, ३६१; पंचा• ४, ३३;-पसिद्ध. त्रि. ११;दस० ७, ५०; नंदी० ५; कंप. १, ५; (-प्रसिद्ध ) ०४॥ ॥२. जग जाहिर; लोक ४, ६७; नाया० १; ३; १६: भग ३, १; २; प्रसिद्ध प्रख्यात. famous; well-known. ७, ६ ६, ३३; गय. ३.9; पन्न० २; (२) सु. च. १, २८; ~ पहु. पुं० (-प्रभु) એ નામના વર્તમાન અવસ પિણને ૧૧ મા गतना प्रमु. परमेश्वर. the lord ना. इस नाम का वर्तमान अवपिणी of the world; the supreme का ११ वां चक्रवर्ती. name of the being. सु. च. १, ३८०; ---पुंगव. 11th Chakrawarti (sovereign ) त्रि० (-पुङ्गव ) मा श्रेष्ट. जगत में of the present cycle. जं. श्रेष्ट the greatest or the best प. ३, ४४; उत्त० १८, ४३; समः in the world. सु. २, ६७७; प० २३४; (३) मे नामनी त्री | जयंत. पुं० ( जयन्त ) सुडापना यार ६२. साहेम मने तेरस से नए तिथियो. इस भानु पश्चिम त२५, ६२. जम्बूद्वीप के चार नाम की तृतिया अष्टमी व तृयोदशी ये तीन द्वारों में से पश्चिम दिशा के तरफ का द्वार. तिथियां. name of the 3rd, 8th and The western gate of the four 13th day of a fortnight. ज. प. gates of Jambu Dvipa. “ कहिणं १; (४) ये नामती से वता. इस नाम | भंते जंबू दीवस्त जयंत णाम दारे पराणते" का एक देवता. name of u god. भग. जीवा. ३, ४; जं. ५० (२) ४५त नामे ३, ७; (५) १३ मा तीर्थ ५२ने प्रथम પાંચ અણુત્તર વિમાનમાંનું ત્રીજું વિમાન मिक्षा मापना गर५. १३ वें तीर्थंकर को એની સ્થિતિ ૩૨ સાગરોપમની છે એ દેવતા प्रथप भिक्षा देनेवाले गृहस्थ. a house- 1 મહિને શ્વાસોચ્છવાસ લે છે એને ૩૨ holder who was the first to give र व क्षुधा मागे छे. जयंत नाम के alms to the 13th Tirthatikara. पांच अणुत्तर विमान में से तीसरा विमान: Page #804 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जयंत ] ( ७६२ ) [ जयंती इस देवता की स्थिति ३२ सागरोपम की होती है. १६ महिने में ये देवता श्वासोच्छ्वास लेते हैं और इन्हें ३२ हजार वर्ष में क्षुधा लगता है. the third of the five principal celestial abodes known as Jayanta. The lifeperiod of the gods of this abode is 32 Sägaras. They breathe once in 16 months and feel hungry once after every 32 thousand years."विजये विजयंते जयंते अपरााजए सवट्ठसिद्धे" ठा० ५, ३, ४; सम० ३२; भग ०५, ८ २८, २४; नाया. ८ प्रव. ११५१3. (३) ते विमानवासी यता. उस विमान में , रहने वाले देवता. gods residing in ! celestial palaces or abodes.. सम० उत्त• ३६, २१३; पन्न. १; ( ४ ) મેરુ પર્વની ઉત્તર દિશાએ આવેલા ચકવર पतना मामांनु ७ भुट. मेरू पर्वत । की उत्तर दिशा क तरफ आये हुए रूचकवर पर्वत के आठ कूट में से सातवां कूट, the 7th of the eight summits of Ruchakavara mountain situsted to the north of Meru. 310 ४; (५) सावता यावासीमा यना२ प्रथम महेन. आगामी चोवीसी में होने वाले प्रथम बलदेव. the first Baladeva of | the coming cycle. सम० प्र० २४२; । (१) व सेन सूरीना या२ शिष्यमांना | ત્રીજા શિષ્યનું નામ અને તેનાથી નીકલેલ | पार्नु नाम. वज्रसेनसूरी के चार शिष्यों में से तीसरे शिष्य का नाम व उनसे निकली हुई शाखा का नाम. name of the third of the four disciples of Vajrasena Suri as also the | school that sprang from him. कप० ८; -पवर. पुं० (-प्रवर ) त्री अनुस२ विमान. तीसरा अनुत्तर विमान. the third chief celestial abode known as Anut ara. नाया. ८%3; जयती. स्त्री. ( जयन्ती ) अशांनी नमरी નિવાસી જયંતી નામે મહાવીર સ્વામીની मोटी वि. कौशाम्बी नगरी निवासी जयन्ती नाम की महावार स्वामी का बड़ा -श्राविका. Name of the great female disciple of Mahävira Svāmi living at Kaośā ņbi. भग० १२, २; (२) सातमा ससवनी भातानाम. वें बलदेव की माता का नाम. name of the mother of the seventh Baladeva. सम०प०२३५; ( ३ ) सातमी दिशामा२१. सातवीं दिशाकुमारी. the seventh Dishkumari. ( ૪ ) સર્વાગ્રહની ચાર અગ્રમડિવીમાંની त्री समलिषानु नाम सर्व ग्रहों की चार श्रग्रमहिषी में से तीसरी अग्रमहिषी का नाम. name of the third of the four principal queens of the planets. जं. ५० ५, ११४; जीवा० ४; ठा० ४, १; भग० १०, ५; ( ५ ) महायिनी भुज्य राधानी. महावप्र विजय का मुख्य पाटनगर. the chief capital of Mahavipra Vijaya. जं. प. ठा. २, ३, (६) उत्तर दिशाना न पतनी ये पश्चिमी वायर्नु नाम. उत्तर दिशा के अंजन पर्वत की पश्चिम तरफ की एक बावडी का नाम. name of a well situated to the west of the northern mountain, Anjana. जीवा० ३, ४; प्रव० १५.३; (७) ५५वाडीयानी ५६२ शनिमांनी भी त्रिनु नाम. पक्ष की १५ Page #805 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जयघोस] [जयजय रात्रियों में से हवीं रात्रि का नाम. name of the ninth of the Afteen mights of a fortnight. जं. प. सू. प० १०; (८) सातमा तीर्थनी प्रत्रयापावलीनु नाम. सातवें तीर्थंकर की प्रवज्या पालकी का नाम, name of the palan. quin used by the seventh Tirthankara while accepting asceticism. सम० प० २३१; (६) मे नामनी शा. इस नाम की एक शाखा. a school of this name. कप्प. ८3 जयघोस. पुं० ( जयघोष) नामना । મુનિ કે જે કાશીમાં બ્રાહ્મ કુલમાં જન્મેલ હતા. પ્રથમ વેદ ધમને સારી રીતે અભ્યાસ કર્યો હતો. પાછલથી ગંગા નદીને કાંઠે એકેક પ્રાણ બીજ પ્રતિપક્ષી પ્રાણીઓથી, ગલતા જોઈ વૈરાગ્ય પામી જૈન દીક્ષા અંગીકાર કરી, મહા જ્ઞાની અને તપસ્વી બન્યા માસ ખમણને પારણે પિતાના ભાઈ વિજય ધાને આરંભેલ યતમાં ભિક્ષા લેવા આવતાં બ્ર ઘણાએ તિરસ્કાર કર્યો, તથાપિ તેની દરકાર ન કરતાં બ્રાહગુ ધર્મ અને બ્રાહણ શબદનું ખરૂ રહસ્ય પ્રકાશ જેણે वि०४५ धेपने पीक्षा यापी इस नामके एक मुनि जो कि काशीमें ब्राम्हण कुल में जन्मे थे. प्रथम वेद धर्मका अच्छा अभ्यास किया । था, पाछ से गंगा नदोके तटपर एक २ प्राणी अन्य प्रतिपक्षी प्राणी द्वारा निगला जाता हुश्रा देख थैराग्य प्राप्त हो गया. जैना दीक्षा अंगिकार करके बडे ज्ञानी और तपस्वी बने. मास खमण (एक मासका उपवास) के पारणे | के दिन अपने बन्धु विजयघोष ने प्रारंभ किये हुए यज्ञमें भिक्षा लेने को गये किन्तु ब्राह्मणोंने तिरस्कार किया, परंतु उस की परवाह न करते व्राम्हरप धर्म व ब्राम्हण शब्द का यथार्थ रहस्य का प्रकाशन कर विजयघोष को भी Vol. II/100. दीक्षा दी. Name of an ascetic of Benares and born in a Brahman family. First he had studied Vedism well, but afterwards when he saw on the bank of the Ganges every acquatic creature being devoured by the other rival creature, got disgusted of the worldly life, became a Jaina ascetic and acquired a vast knowledge and practised an austerity. Once on the day of breaking it fast of one month he went to bey abos to the place of Sacrifice which his brother Vijaya Ghoşa had begun but without any regard for being rebuked by the Brahmans explained vividly the meaning of the Vedic religion and of the word Bralımana winned his brother and initiated him in lhis order. उत्त० २१, १; जयजय. पुं० ( जयजय ) १५ थामे: ५ थामे। यो पनि. जय हो जय हो ऐसी ध्वनि. The exclaimation Jaya ! Jaya ! ( victory ). भग० ६, ३३; -रव. पुं०(-रव) ४५ थाये थे। मशी. पाय श६. जय हो ऐसा आशीर्वादवाचक शब्द. the benedictory exclamation Jaya, Jaya ( victory ). भग० १,३३;-सद्द. पुं० (-शब्द) ८५ ८५ मेवा माशाह शा.जयजय ऐसा आशीर्वाद शब्द. The benedictory ex. clamation Jaya Jaya (victory). Page #806 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जयण] ( ७६४ ) [जर ओव. जं. प. ५, १२२: भार. इस नाम का एक राजकुमार. Name जयण. न० (यजन) अभय हे ते. अभय दान । of a prince. " गंगेयविदूरहोण जयहह" car. Giving assurance of safe- नाया. १६ ty. परह. २; १; | जयमाण. त्रि. ( यतमान) यत्न ५२. यत्न जयण. न० ( यत्न) प्राशीनु २१५ ४२. करता हुआ. Endeavouring, striv. प्राणी का रक्षण करना. Protection of ing. पंचा० १५, ११; living beings. पण्ह० २, १; (२) | जया. अ. (यदा ) यारे; पमते. जब; यल्ल ४२३। ते; उधम ४२ ते. यत्न करना. जिस समय. When. नाया. 13;७; ११; effort; exertion. नाया० १; पण्ह० २, १६: नाया० ध• भग. ५, १; दसा. ५, १,-(णा)पावरणिज्ज. न०(-श्रावरणीय) ३२,१०, १; दस० ४,४; अोव० १२; उत्त. જેથી પ્રયત્ન-ઉદ્યમમાં અંતરાય પડે તેવી २५, १६; विशे० ६२; क. गं० २, ७; मनी मे प्रती. जिस से प्रयत्न- जया. स्त्री. ( जया) मारमा तीर्थ४२ वासु. उद्यम में विघ्न हो ऐसी कर्म की एक प्रकृति. पूयनी मानु नाम. बारहवें तीर्थकर वासुa kind of Karma which पूज्य की माता का नाम. Name of hinders efforts. भग ६, ३१; the mother of the twelth Tir. जगणा. स्त्री० ( यतना) andl; समास मर्यु thankara, Vasupinjya. सम० ५० पतनमा उपयोग सवा ते सावधानता- २३०, प्रव. ११; (२) त्री०४, २४म सने युक्त श्राचरण: हरेक कार्य में उपयोग रखना. तेरसनी विना नाम. तृतीया, अष्टमी और Cautious behaviour; making त्रयोदशी की रात्रियों के नाम. mame of every action useful; proper the 3rd, 5th and 13th uight of circumspection. उत्त० २४; श्रीव a fortnight. सू० ५० १०: ( ३ ) यथा २१; पिं. नि. भा. २६; नाया. ५; यवती नी त्र। (२). चौथे चक्रवती की भग० १८, १०; पंचा० ४, १०, ७, २६; ना. the wife of the fourth Chaगच्छा० ८० kravarti. सम०प० २३४; (४) मे जयणा. स्त्री०( जयना ) धी गति ५२ त गतनी भि. एक प्रकार की मिठाई. । भेसवे मेवी यतानी गति. सर्व गतियों kind of sweet-meat. जं. ५० ५, के ऊपर सफलता प्राप्त करे ऐसी देवता की ११२; गति. The gait or the speed of / जयारमयार. पुं० (जकारमकार) ४४२२ gody which is the highest of रू.५ मश६. जकार मकार रूप अपशब्द. all, "जयणाए गइए" कप्प. २, २७, A corrupted word having the नाया. १; भग. ३, १; राय. २६% ___sound • ja' and 'ma'. गच्छा०११०; जयणा. स्त्री. ( यत्ना) समतिमा प्रा२नी /जर. धा• I, II. (ज़ ) ०७५५ ५२. यतना-वि. सम्यक्त्व में छः प्रकार का जीर्ण करना To grow old; to decay. विवेक. The six forms of discrimi- जरेहि. पाया० १, ४, ३; १३५; mation in Samyaktva. प्रव० ६४१; / जर. पुं० (ज्वर ) तार; मे तने। १. जयदह. पुं० ( जयद्रथ ) ये नामना मे २०४- बुखार; ताप; एक प्रकार की बिमारी. A Page #807 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जरा ] kind of disease; fover जीवा० ३ ३ विशे० १२०४; नाया० १ ५ १३; भग० ७, (२) न० संतोष संताप onragement, जीवा० २, १३ समण. न० ( - शमन ) तापने शांत २ बुखार को शान्त करना cessation of fever. पंदा ४, २६ • जग्गा त्रि० ( जरत्क ) Old; worn out. चिवा" प्रणुत्त० ३, १; जरग्ग. पुं० ( जरद्गव ) घरडे सह वृद्ध बैल. An old ox. ( २ ) ०४२१ - नामनुं - ( ७६५ ) . जी " जरग ओवाह पुराना. २. जरक-ख नाम का जानवर. A kind of animal. अत० ३ १३ जरग्गव पुं० ( जरनव ) घरडे लक्ष वृद्ध जरगावपाए बैच An old ox. 16 39 . अशुत० ३ १ सू० १, ३, २, २१; जरढ. त्रि. (जरठ ) पुरातन जी Old aged श्रध० निं० ७३७; ओव० जरय पुं० ( जरक ) पहेली रनो भेरुधा निरावास पहिली नरक का मेरु से दक्षिण तरफ का एक नरकावास. An internal abode to the south of Meru of the first hell ठा० ६ १ जरयमम्झ पुं० ( जरकमध्य ) पहेली न नावासी पहिली उत्तर दिशा तरी ; गु. वृद्ध; decayed. नरक का उत्तर तरफ का एक नरकावास. The northern internal abode. of the firat hell ठा ६, १ जरयावन्त पुं० ( जरकावत ) पडेली न पश्चिम दिशा तर पहिली नर्क का पश्चिम दिशा का एक नरकावास The western hell-abode. of the first hell region. ठा० ६ १० जरयाबसिठ्ठ. पुं० ( जरकावशिष्ट) पडेली નરકને દક્ષિણુ દિશા તરના એક મ્ડ ટા नरवास. पहिली नरक की दक्षिण दिशाके ओर का इस नामका बडा नरकावास. A big hell abode of the first hell region situated in the south to६, १ जरस. पुं. (जरच) (C एक जातिका पशु. brute जीवा० ३, ३० जरा.. स्त्री० ( जरा ) धाप वृद्धावस्था, वृद्धावस्था Old age; decline of age. जीवाणं भेत किं जरा सोगे ?" भग० १६, २ भग० २, १, ३, ७, ७, ६; ६, ३३; नाया० १; ५; १७; विशे० ३१७०; पन्न० २, दस० ६६०; ८, २६ संस्था० ३२; प्रो० २१: भत्त० १४, १६४३ श्राव २, ५ उत्त० ४, १ १३, २६ आया० १, ३, १ १०८ सू० १, १, १ २६: जं० प० ७, १५३; सू० प० २०; सु० च० १, २३५ -- जज्जरिय त्रि० ( जर्जरित ) थी थये. जरासे जीर्ण. old; infirm; decayed भग० १६, ४ मरण. न० ( - मरण ) ४२रा अने भरणु. जरा व मरण. old age and death आव २, ५० जरा उश्र. त्रि० ( जरायुज ) ०४२.५ र साथै જન્મ પામદ્ગાર; ગર્ભાશયથી જન્મ પામતાં મનુષ્ય અને पशु. जरायु साथ में जन्म लेने वाला; गर्भाशय से जन्म पाते हुए मनुष्य व पशु Born from the womb; viviparous सूर्य० १, ७ १ प्रव० १२५०; आया १, १, ६, ४८; दस० ४; जीवा० ३, २० जराउज त्रि० ( जरायुज ) । उश्र ०६. देखो Vide " जराउच " 16 जरा 16 जराउन शब्द. " [ जराउज 19 ननु मंगली पशु. A kind of ठा. ७. १: 29 Page #808 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जराउय] ( ७६६ ) [ जला जराउय. त्रि. (जरायुज ) मा “ जरा- | Attacked with fever. सु. च. उअ" श६. देखो " जराउन " शब्द. १३, ५४; Vide " जराउ ” अ.या० १, १, ६, जरिअ. त्रि. (वरित ) १५२-तार मेरे ४८; दस० ४; जीवा०३; या. ज्वर, ताप आदि रोगवाला. जराकुमार पुं० ( जराकुमार ) ६५ वशना Attacked with fever. 4. नि. मे उभार र एथे र मल ५७२; ५८२, सूय. १, ७, ११; प्रव० ११२; भात थशे सेभ नेमनाय सायाने प्रशाथी जरूला. स्त्री० ( जरूला ) या२ द्रिय पालो તે પાતકમીથી બચવાને જે કોસંબી વનમાં | मे १, चार इंद्रिय वाला एक जीव. A રહેતા હતા છતાં દૈવ યોગે કૃષ્ણ મહારાજ | four-sensed creature. पन० १; त्यां चीयया अने भारने हाथे जल. न० ( जल ) पाणी; ४. जल; पानी. भात थयु. यादव वंश का एक कुमार कि Water. नाया• १; २; ४, ८; १८; भग. जिसके हाथ से कृष्णा महाराज की मृत्यु होने २, १; ५, ७; ४२, १; नंदी० ७; विशे. वाली थी. नेमनाथ भगवानने यह भविष्य प्रगट २०६; ओव० २१; उत्त० ३६, ५०; क. गं. किया था और पातक से बचने को जिस १, १६; भत्त० १२६; प्रव० ४७७; ( २ ) कोसंबी बन में वे रहने लगे थे वहां भी જકાત તથા જલપ્રભ ઇદ્રના પ્રથમ લેકकृष्ण महाराज जा चंडे और जराकुमार के पार्नु नाम. जलकान्त व जलप्रभ इंद्रके हाथ से मृत्यु हुई. A Yadava prince प्रथम लोकपाल का नाम. name of the at whose hands Krişņa was to first Loka päla of Jalakänta and meet his death. Owing to the Jalaprabha Indra. जं. १० ४, ७४; manifestation of Nemanatha, he ठा०४, १; भग• ३, ८; (३) १४॥ . 11sed to reside in the forest of जल के जीव. in uquatic animal. Kosambi for saving himself क. गं० ४, १३; (४) ५२; पसी!. firom sin, where too Krisna पसीना, प्रस्वेद. sweat; perspiration. happened to come and was नाया, १; (५) ३२यान तनाव कोरे. killed at the hands of Jarā जलस्थान वगैरह. A store of water; Kumāra. अंत. ५,१%3B a pond etc. दसा० ७, १; -अंत. जरासंध. पुं० ( जरासंध ) 07 रनो पुं० (-अन्त ) पाथाना अंत-छ।. जल २014 नवमा प्रति वासुदेव. राजगृह नगर का का अंत-भाग. depth of water. भग. राजा; नव में प्रति वासुदेव. The king ६, ५; - अभिसेय. न० ( -अभिषेक ) of Rajagriba; the ninth Prati- पाथी नहाते. जल से स्नान करना. Vasudeva. पण्ह ० १, ४; bathing with water. भग. जरासिंधु. पुं० ( जरासिन्धु ) के नामने ११, ६; नाया. ५; निर. ३, ३; -अभि. २१. जरा सिन्धु नामका राजा. A king सेयकढि णगाय. पुं. (-अभिषेककठिनso named; the ninth Prati गात्र) वानप्रस्थ तापसनी लत Vasudevt. नाया० १६; प्रव० १२२७ શરીર પાણીના વારંવાર સિંચનથી કઠિન થઈ जरि. त्रि. (ज्वरिन् ) तर यसो. ज्वर वाला. गये हाय ते. वानप्रस्थ तापस की एक Page #809 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जल ] जाति कि जिसका शरीर जल के बारबार सिंचन से कठिन हो गया हो. an order of hermits; one whose body has been hardened by the frequent _sprinkling of water. भग० ११, ११; — उत्तार. पुं० ( - उत्तार ) पाणीभां उतरते. जल में उतरना descending or getting into water. प्रत्र० ६ १८; -- उवरिहार त्रि० ( - उपरिस्थायिन् ) ४५२२२ जलके ऊपर रहने वाला. (one) living above water. नाया ० ६; – काय. न० (- काय ) अय्डाय पाणी. अप्काय; जल. water. क० गं० ४, १३; - किह. न० ( किट्ट ) पाणीनो भेल; सेवा; जल का मे ; क. dirt in the water; moss. राय १७३; क्रीडा स्त्री० (क्रीडा) पालीनी अंडर तरसुंडी भारती वगेरे गम्मत जल के भीतर तैरना; कूदना इत्यादि खेल sporting or gambolling in water. भग० ११, ६; विवा० ७; -कीला. स्त्री० ( क्रीडा ) ! उसे शब्द देखो ऊपर का शब्द. vide above. भग० ११, ६; - कुंभ. पुं० ( - कुंभ ) पशु घडी जल का घडा-पात्र. & pot of water. पंचा० १५, ११; गय. त्रि० ( गत ) पालीमा रहे जल में रहा हुआ living in water, निसी० १८, २०, ( २ ) पुं० पाणीनी अंदर रझा व जल के भांतर रहा हुआ जीव a creature living in water; an aquatic animal. पराह० १, १ घरिय त्रि० (-गृहिक ) पाणीनी व्यवस्था इनार, पापानार जल पिलाने वाला ( one ) looking after water arrangements. नाया० १२; — चक्कवाल न० (- चक्रवाल) राय ० ११३; ( ७६७ ) [ जल पाणीना गोझ हुंडावा. जल का गोल चक्कर a ring, a circle of water पराह • १, ३; - चार न० (-चार ) नापाहिनु पाणमां या ते; वहागुनुं युं नाव वगैरह का जल में चलना; जहाज का जाना. moving of a boat or vessel in the water. आया० नि० १, ५, १, २४६; -चारिया. स्त्री० ( -चारिका ) यार छद्रियवाये लतनो व चार इंद्रिय वाला एक जाति का जीव a kind of four-sensed creature. 77. १; -- च्छा एन. न० ( - गालन ) पाणी गते. जल का टिपकना oozing or trickling of water. पंचा० ४ ११; —ट्ठाण न० (-स्थान ) साशय; पाणीनां स्थान. जलाशय; जल का स्थान a pond; a reservoir of water. पन ० २; - त्थलय. त्रि० ( स्थलज ) ४ अने લમાં ઉત્પન્ન થયેલ; કમલ ગુલાબ વગેરે. जल व स्थल में उत्पन्न; कमल, गुलाब इत्यादि. produced in water and on earth; the lotus, the rose ete. सम० ३४) – दोण. पुं० (- द्रोण ) द्रोणु प्रमाणु पाली. द्रोण के प्रमाण से जल. a cupful of water. प्रव० १४२४; — धारा. स्त्री० ( -धारा ) पाशुनी धार जल-धारा; पानी की धार a stream or eurrent. or flow of water. भग० ६, ३३; - पसंद न० ( - प्रस्कन्द ) पाणीभां ડુબી મરીજવું તે; બાલ મરણુતા એક પ્રકાર जल में डूब मरजाना; बाल मृत्युका एक प्रकार. drowning in water; premature death. निसी० ११, ४१; - पक्खदण. न० ( - प्रस्कन्दन ) भुमो पो शह देखो ऊपर का शब्द vide above. निसी ० ११, ४१ – पवेस न० (-प्रवेश ) भुगे। "जन For Private Personal Use Only Page #810 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जल ] ( ७६८ ) 66 पक्खंद " ६. देखो " जलपक्खंद” शब्द. vide " जलपक्खंद " निसी ० ११, ४१; - पवेसिक. त्रि० ( - प्रवेशिक ) सभां प्रवेश ४२नार जल में प्रवेश करने वाला. ( one ) who enters into the water. ओव० ३८; प्पवेस. न० " जलपक्खंद " शब्६. देखो " जलपक्खंद " शब्द. vide " जलपक्खंद " ठा० २, ४; भग० २, १; नाया० १६ - बिंदु. पुं० ( - बिन्दु) भानुं टीथु जल का बूदं. & drop of water. नाया० १ कप्प० ३, ४२, - वासि पुं० ( - वासिन् ) ०४नी अंदर वसनार तापसनी मे लत जल के भीतर रहने वाले तापस की एक जाति an order of ascetics living in water. जलवासियो त्ति " भग० ११, ६; निर० ३, ३; बुब्बुअ. न० ( - बुदबुद ) पाना परपोटा जल का बुलबुला A bubble of water. "विसय सुहं जल बुब्बु प्रसमाणं” श्रोत्र ० --बुब्बुद पुं॰(-बुद्बुद) भुभे। उसे शह देखो ऊपर का शब्द. vide above. भग० ६; ३३;~~भय न० (-भय ) पाए नुं लय जल का भय fear of water. प्रत्र० ६६०; – भूमिश्रा. स्त्री० (भूमिका) पाणी वासी कमीन जल वाली धरतो. land having water. पन० २ – मज्जण न० (मज्जन ) ० स्नान जल स्नान. bathing or ablution in water. नाया ० २; ८; ९; भग० ११, ६; विवा० ७; -- मज्झ न० ( -- मध्य ) पाशीनी वस्थे - मां जल के बीच में, जल में. the midst part of water. प्रव० १५६; - माला. स्त्री० (-माला) पशुं पाणी. बहुत जल. plenty of water. सूर्य०नि०२, १, जल -य. पुं० ( जलद ) भेध; १६१; — रक्खस पुं० ( - राक्षस) राक्षस वर्षा; मेत्र. नया राक्षस का पांचवां प्रकार. the fifth variety of demons. पन्न ० १ – रमण न० ( - रमण ) ०४सड्डी डा. जलक्रीडा. sporting in water. नाया• १३; -- रुह. पुं० ( - रुह ) समां हा थनार वनस्पति; उभव, शेवास वगेरे. जलमें पैदा होनेवाली वनस्पतिः कमल, इत्यादि. vegetation growing in water; the lotus etc. 'सेकिंत जलरुहा !; जल रुहा अणेगविहा पण्णता' पन ० १ ; जीवा ० १; - रेहा. स्त्री० (-रेखा ) पाणीभां बाउडी वगेरेथी रेली सीटी. जलमें लकडी वगैरह से की हुई रेखा a line made by means of a stick etc. in the water. क० गं०५,६३; – विच्छ्रय पुं० (वृश्चिक) ०४ - न पंछी जल का बिच्छु a prawn पन्न० १; – विसुद्ध त्रि० -faga) oral शुद्ध थयेत्र जल से शुद्ध. purified by means of water. प्रव० ७३५; - सित्त. त्रि० ( -सिक्त ) पाणी सिंयंत 5. जल से सिञ्चत किया हुआ. sprin kled or moistened with water. दस ० ε, २, १२; - सिद्धि. स्त्री० ( - सिद्धि ) मां न्हातान्हाता सिद्धि या ते जल में स्नान करते करते सिद्धि पावे वह. perfection attained while bathing in water. मुवयंते जलसिद्धिमाह " सू० १, ७, १७; -- सोयवाइ. पुं० ( - शौचत्रादिन् ) પાણીથી શુદ્ધિ માનનાર તાપસની એક બત. जल से शुद्धि मानने वाले तापस की एक जाति an order of ascetics who believe in purity by means of water. सूर्य० नि० १, ७, ९०; [ जलन य 66 For Private Personal Use Only वरसाह. A cloud विशे० ४६५; Page #811 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जलकंत ] ( ७६६ ) [जलण - १७१७; कप्प. ३, ३५; aquatic animal. ठा० ३, १; जलकंत. पुं० (जलकान्त ) यान्त मणिः | जलज. न० (जलज) पाjीमा सन 2येस; सयित्त हिन थाना में प्रा२ चंद्रकांत- माहि. जल में उप्तन्न कमलादि. माण, सचित्त कठिन पृथ्वी का एक प्रकार. The lotus ete. produced in The moon.gem; a variety of __water. राय० २७; hard animate earth. उत्त० ३६, जलजलिंत. त्रि०( जाजूल्यमान ) MARATH; ७६; पन० १; सम० ३२; (२) इक्षिए त२- वीयता. प्रज्वलित; ज्वलंत. Blazing; इनो अधिमारना दिनु म. दक्षिण burning. कप्प० ३, ३६; तरफ के उदधिकुमार के इंद्र का नाम. जलण. त्रि. (ज्वलन ) नियमा। अभि; name of Indra of Udadhi ___ माग पता. देदिप्यमान; अग्नि; श्राग. Kumāra ( son of the ocean ) Blazing fire: fire. प्रव. १.७१% of the south. ठा० २, २; पन. २; क. गं. १, ४५; गच्छा० ७६; पंचा० २, (૨) જલકાંત ઇંદ્રના ત્રીજા કપલનું નામ. २६; ४, ४४; विशे० २७, २१४; अणुजो. जलकांत इन्द्र के तीसरे लोकपाल का नाम. १३१; १५४; नाया० १; १७; दस० ६, १, name of the third Lokapāla ११; सु० च० ४, २१०; ओव० ३८; भग० of Jalakintu Indra, ठा. ४, १; २, १; (२) पुं० ( श्रात्मानं चारित्रं वा भग. ३, ८; बाल यति दहतीति चलन: ) 14; गुस्सेो. जलकारि. पुं० ( ज जकारिन ) योदिय ०५ क्रोध; गुस्सा. anger; rage. सूय. १, १, विश५. जल कारि नामक चोइंद्रिय जाव विशेष. ४, १२; (३) समार; Aaj. जलाना. A kind of four-seused creature burning; kindling. परह. १, १; of this name. उत्त. ३६, १४७; ( ४ ) सानादि गुगुनी ११ १२ ते. जलचर. पुं० ( जलचर ) पाणीमा उत्पन्न ५४ ज्ञानादि गुण का प्रकाशन. enlighten सालीमा रहेना२ ५न्येन्द्रिय नियंय. जल में ment in the form of kuowledge उत्तम हो जल ही में रहने वाला पंचेन्द्रिय etc. प्रव० १४८; (५) अनिमार तिर्यंच. A five-seused aquatic यता. अग्निकुमार देवता. the Agnianimal. ओव. ४१; भग. ८, १; १५ kumāra deity. परह. १, ४, १; २४, १; प्रव. १७६;-विहाण. न. -काय. न० (-काय) ते४२४१५; अग्नि. ( -विधान ) सय२ नियय येद्रियना तेमस्काय; अग्नि. one having a lusप्रा२ जलचर तिर्यंच पंचेन्द्रिय का प्रकार trous form; fire. क. गं. ४, १३; a kind of five sensed aquatic -पक्खंदण. न० (प्रस्कन्दन ) अभिमां animal. भग. १५, १; પડી મરી જવું તે; બાલ મરણનો એક પ્રકાર. अलचरी. स्त्री. ( जलचरी ) पाणीमा २नार अग्नि में गिरकर जल मरना; बालमृत्युका एक માછલી, મધરી વગેરે; જલેચર તિર્યંચની प्रकार. burning to death by श्री. जल में रहने वाला मछली मगरी; falling into the fire; a form of जलचर तिर्यच की मादा. A fish living premature death. निसी० १३, ४१; in watur; the female of an | -पवेस. न० (-प्रवेश ) अनिली मह२ Page #812 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जलन ] ( ८०० ) [जलरूप-व પડી બલી મરવું તે; બાલ મરણને એક ( -अमलगन्धिक-जलजानामिव जलज ४२. अग्नि के भीतर गिर कर जल मरना; कुसुमानामिवामलो न तु कुद्रव्यसंमिश्रो यो बालमृत्यु का एक प्रकार. burning गन्धः स विद्यते येषां त जलजामलग. to death by falling into the न्धिकाः ) मसना नोवा गन्यावा. कमल Gre; a form of pre-mature की सी गन्धवाला. fragrant like a death. निसी० ११, ४१; भग० २, १; | _lotus जीवा० ३, ४; राय, ४७; जं० प. नाया० १६; ठा० २,४, जलन. पुं० (ज्वलन) मा “ जलण " | जलयर. त्रि. (जलचर-जले चरति पर्यटतीति श६. देखो “ जलण " शब्द. Vide जलचरः) पाणीमा पनि थापामा २९. "जलण " पिं० नि० भा० ; ना२ पयन्द्रिय तियंय. जल में उत्पन्न होकर जलनिहि. पु. (जलनिधि ) समुद्र. समुद्र. जल में रहनेवाला पंचेन्द्रिय तियंच. A The sea. प्रब० १५६२; five-sensed creature born जलप्पभ. पुं० ( जलप्रभ) दक्षिण त२५॥ and living in water. " से किं तं ઉત્તર બાજુના ઉદધિકુમાર જાતિના ભવનપતિ जलपरांचेन्दियातरिकन जोणिया' पन्न. यतानोन्द्र. दक्षिण दिशाके उत्तर तरफ का १; जीवा० १; सम० १३; सू० प० १०; उदधिकुमार जाति के भवनपति देवता का उत्त. ३६, १७०; भत. १३०; निकर इंद्र. Indra of the Bhavanapati पुं० (-निकर) १३यर प्राणीनो समूह. deities of the northern Udadhi जलचर प्राणियों का समूद. a collection Kumāra class of the south. 370 of aquatic animals. प्रव० २२२; २, ३; पन्न० २; (२) ३ird तथा ल -मंस. न.(-मांस) माया मेरेयर प्रम-द्रना योथा सोपान नाम. जल- प्राणीनं मांस. मत्स्य आदि जलचर प्राणियों का कान्त व जलप्रभ इंद्र के चौथे लोकपाल का Hin. the flesh of aquatic creaनाम. name of the fourth Loka- tures such as fish ete. प्रव. २२२; pāla ( regent of a quarter of जलयरी. स्त्री० ( जलचरी) १२२ तियthe world ) of Jalkānta and पंथे यिनी स्त्री. जलचर तिर्यञ्च पंचेन्द्रिय की Jalaprabha Indra. ठा० ४, १; भग० | स्त्री. The female of a five-sensed ३,८; aquatic animal. " से किं सं जलच. जलप्पह. पुं० ( जलप्रभ ) गुमो " जलप्पभ' रीश्रो" जीवा; श६. देखो “ जलप्पभ" शब्द. Vide. जलर. पुं० (जलरत) raid तथा १. "जलप्पभ " सम. ३२, अभद्रता सापाल नाम. जलकान्त व जलमय. त्रि. ( जलमय) पाणीमय; पाली- जलप्रभ इंद्र के लोकपाल का नाम. Name ५. जलमय; पानीस्वरूप. Abounding of the Lokupāla (regent of a in water. पण्ह १, १; quarter of the world ) of Jalaजलय. न. ( जलज ) मा. कमल A | kanta and Jalaprabhu Indra. lotus. पन्न. १; राय० ४७; नाया. ८ | ठा० ४, १; जीवा० ३, ४: -श्रमलगंधिय. पुं० | जलरूप-व. पु. ( जजरूप ) अधिमान। Page #813 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जलवारिय ] ઇન્દ્ર જાકાંતના ખીન્ન લેકપાલનું નામ. उदधिकुमार के इन्द्र जलकांत के दूसरे लोकपाल का नाम Nams of the second Lokapala (regent of a quarter of the world ) of indra Jalakānta of Udadhikumāra. भग० ३, ८६ जलवीरिय पुं० ( जलवीर्य ) भारन्द्रियवास विशेष चार इन्द्रिय वाला जीव विशेष. A kind of four-sensed creature. जीवा० १ (२) ऋरामदेव स्वाभीथी तेमना વંશમાં થયેલા સાતમા रा. ऋषभदेव स्वामी से उन के वंश का सातवां राजा. name of a king born in the race of Risabhadeva Swāmī and seventh from him. ठा० ८ जलसूग. पुं० ( जलसूक ) न्द्रना ભીન્ન લેકપાલનું નામ जलकान्त इंद्रके दूसरे लोकपाल का नाम Name of the second Lokapala (regent of a quarter of the world ) of | Jalakanta Indra. ठा० ४ १: जलहर. पुं० ( जलधर ) भेव, वर्षा मेघ, वर्षा; बारिश. A cloud; rains. कप० ३, ३३; ४४; जलहि. पुं० ( जलधि ) समुद्र जल-पानी-धि - भंडार - समुद्र. The sea. सु०च० १, १; ( ८०१ ) नाया० ११; जलाय. पुं० ( जल्पाक ) शब्नना शु ना२. राजा के गुण बोलने वाला One who extols the merits of a king. निसी० ६ २२; जलावण. न० ( ज्वालन ) समगाव: अभि प्रगट ४२ जलाना अति प्रकट करना Burning; kindling of fire. "जल ए जलावा विदंसणेहिं पराह० १ १ Vol. 11/101 [ जलूगा जलासय. पुं० ( जलाशय ) नाशय ना अच्युताय वगेरे जलाशय जल के स्थल - तालाव इत्यादि. A poud; શ reservoir, पन० २ - ज. प्रि० (ज) જલારામ-લાય-સમુદ્ર વગેરેમાં ઉત્પન્ન येत. जलाशय तालाव समुद्र इत्यादि मं उत्पन्न हुआ. produced in a pond, sea etc, प्रब० १११४ - सोसण. न० ( - शोषण ) आश्रय-तसा वगेरे सोसથયા તે; શ્રાવકના સાતમા મનના અતિચાર ૫ ૧૧ કર્માદાનમાંનું ચાદનું કર્માદાન. जलाशय-तालाब इत्यादि को सुकाना; धावक के सातवें व्रत के अतिचार रूप १५ कर्माशन में से चौदहवां कर्मादान the suction or absorption of a pond etc. the fourteenth of the fifteen Karmadáns (sinful operations) forming part of the partial violation of the seventh vow [of a lay man प्र० १६० जलिय त्रि० ( ज्वलित ) से जला हुआ Burnt. पक्खंदे जलिये जोई " दस० 66 २, ६, ६, ३३: १, १, ६, नाया० १; भग० ५, ६, नाया १; भग० ५, ६, सू० १, ५, ० १७; ओ० १०; परह ०२, ५; - चुडिली. afi (*-grear) well wear yell. घास का जलता हुआ पूला. & burning bunch of grass "जलिय चुडिलीविय अमुचमड-हसिलाओ " तंदु● " जलिर. त्रि० ( * ज्वलिर - ज्वलनशील ) ०४नार; पाना स्वभाव पाओ जलनेक स्वभाव वाला, Of a burning nature. मु० च०२, ५.१ जलुगा स्त्री० ( अलीकस्- जलमेको वसानरस्येति ) वडे ओली पीना हाद्रिषव विशेष बिगड़े हुए रक्त को पीने Page #814 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जलोया ] . ( ८०२ ) [ अल्ल - वाला; द्विइंद्रियजीव विशेष. One that | sucks impure blood; a kind of two sensed creature. उत्त. ३६, १२८, नंदी०५४ जलोया. स्त्री. ( जलौकस् ) । "जलूगा".. श६. देखो “ जलूगा " शब्द. Vide | "जलूगा " पन्न. १; अणुत्त० ३, १; भग० १३, ; (२) यम पक्षी-il मे त. चर्म पक्षी की एक जात. । kind of bird पन्न. १; जल्ल. पुं० ( यल्ल याति च लगति चेति यः) શરીર ઉપર જામેલ કઠણ મેલ; પરસેવા साहिता घट्ट मेस. शरीर के ऊपर का जमा हुप्रा कठिन मल; पसीना आदि का घट्ट मल. Hard dirt or impure matter of the body; thick dirt of perspiration etc. सम० ५; ग्रोव० ३८; जीवा० ३, ३: नाया. १३; भग० १, १;८, ८, २०,२; उत्त० २, ३७; निमी. ३,७०; पिं. नि०२६२; कप्प०५, ११६; (२) २१ माघ२ १२ य स ४२ना२; 12 मा. (२)रस्स पर चढ कर खेल करने वाला; नट. an acrobat;a Jope-dancer. जं.प.नाया.१; अणुजो. ६२; ओव. परह. २, ४; कप्प. ५, ६; ( ३ ) त्रि. । प्रलया दूर थाय ते. थोडे प्रयत्न से दूर हो ऐसा ( that) which can be got rid of with little effort. ( ४ ) अनी मे गत; ori देशवासी. म्लेच्छको एक जाति: जल्लदेशवासी. a class of outcasts residing in Jalla country. पराह ०१, १: (१) १७ समनार. कावड ले जाने वाला. (ome ) who carries bamboo lath pro. vided with slings at each end. जीवा०३,३; ---श्रोसहि. श्री. (-औषधि)। એક પ્રકારની લબ્ધિ, મેલના સ્પર્શથી દર્દ મટે सेवा प्रारनी.शस्ति. एक प्रकार की लगिन मल के स्पर्श से रोग का नाश हो इस प्रकार की शक्ति. a kind of Acquisition; the power by which a disense is destroyed by means of contact with dirt. ओव. १५; परह. २, १; विशे. १७८; ~ोसहिपत्त. त्रि. ( -औषधिप्राप्त यलो मलं स एवौषधिर्यौपाधिस्तां प्राप्तो यल्लौषधिप्राप्तः) મેલ માત્રના સ્પર્શથી રોગ મટી જાય એવી सधिने प्रात ययेस. मल मात्र के सर्श से रोग नष्ट हो ऐसी लब्धि जिसको प्राप्त हुई है वह. ( one ) possessed of the power of getting rid of a disease by more contact with dirt. “जल्लोसहिपत्तो" पराह० २, १; --परिसह. पुं० ( -परिषह-यलइतिमनः स एव परिषहो यसपरिषदः ) શરીરના મેલને પરિષ; ૨૨ મને 15 મે ५.२६. शरीरके मल का परिषह; २२ में से १८ वां परिषह. affliction or trouble due to dirt of the body due to perspiration; the 18th of the 22 afflictions that a Jain asce. tic has to bear ealmly. सम० २२; भग० ८, ८; -पेहा. स्त्री. ( -प्रेक्षा-वर. नाखेलकाराः स्तोत्रपाठका इत्यपरे तेषां प्रक्षा जल्लप्रेक्षा ) हो२४१ ५२ 21 बनाया मेर नवाते. रस्सेपर चढकर तमाशे करनेवाल नट का तमाशा देखना. witnessing the exhibition of skill of perfomers in the streets जीवा० ३, ३: । -मल. पुं० (-मल-याति च लगति चेति मजः सचासौ मलः यल्लमलः) शरी. नोभेस. शरीर का मेल. dirt or im Page #815 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जलत्ता] ( ८०३ ) | जवजव purity of the body. “जल्ल मल- ठा० ३, ३;-उद्ग. पुं० (-उदक ) । कलंक सेयरय दो सवजिय सरीर निरुव लेवा" 64 श६. देखो ऊपरका शब्द. vide तंदु० ओव० नाया० १३; -सिंघाण. न. above. "सीय च सोविरं च जवोदग" (-शिवाण ) शरीर मे। अने नाने उत्त० १५; १३; निसी० १७, ३०; प्रव. भेत. शरीर व नाक का मेल. bodily dirt २०६; पंचा० ५, २८, कप्प. १, २५; and snot. श्राव० ४, ७, -~ोदण. न० (-प्रोदन) सपनो टसो जलता. न० ( जल्लता-मल ) 14 भेत. वगेरे. जौ की रोटी वगैरह. a barley कठिन मेल. Hard dirt. दसा. ७, १; cake. “ अायामगं चैव जवोदणं च" जल्लरी. स्त्री० ( झल्लरी) स२. झालर. A उत्त० १५, १३; - एण. न० (-प्रम) frill. जं. प. मे जतनु पर्नु नावेद अन्न. एक जल्लिय. न. ( *जल्लक ) शरीरला भेत्र. शरीर प्रकार का जो से बनाया हुआ अन्न. au का मेल. Dirt or impurity of the article of food cousisting of body. “ उच्चारं पासवणं खेल सिघाणं barely. सू०प० २०; --वारय. पुं. जल्लिय'' उत्त. २४, १५; भग०६,३, ( -बारक ) या १२; वारा. जव. पुं० ( यव ) ०४५; ये गत धान्य. जवारा. & sprout of barley-corn. जो; एक प्रकार का धान्य. Barley; it " जववार वरणयसस्थि गादि महारम्म" kind of corn. भग० १, १, ६, ५, ६, पंचा० ८, २३; ३३, १४, ७, २१, १; नाया. १; श्रोव० / जव. पुं० ( जब) गति; वेस, नेस. गति; वेग; उत्त. ६, ४६; टा. ३, १; पम० १; जीवा. जोश.Speed; swiftness. उत्त०११,१६: ३, ३; वेय. २, १; नंदी. १४; पंचा० ५, जवजव. पुं० (यवयव) से नामनु मे। २८; (२) मे २नी औषधी एक प्रकार धान्य. इस नाम का एक धान्य. A kind of की औषधी. ॥ kind of medicine. J corll of this name. भग०६,५, १४, पन्न. १; (३) आई प्रभाए। सपनो ७; वय. २, १; जं० प० ठा० ३, 1; दसा. d; अगुवने। माही भाग. आठ जू ६, ४ पन्न. १; -जवजवग. पुं. (-यव प्रमाण जवका दाना; अंगुलका आठवां हिस्सा. यवक) मे " र" श६. देखो the eighth part of a finger " जव जव " शब्द. vide — जत्र जव ' which is equal to a harley- भग० २१, १; -जवण. पु. ( -जवन ) corn. अणुजो० १३४; ठा० ८; (४) मे वेगाशीघ्रगति. वेग, शीघ्रगति. swiftness; तनी न्याने पहेचानी योनी. एक velocity. भग० १४, १; -जवण. पुं. प्रकार की कन्या को पहिनने की चाली. (-यवन ) १२७; 41 देशवासी. म्लेच्छ; a sort of breinst-coat for a girl. यवनदेश वासी. an out cast; one विशे० ७० ६: (५) नामनी से भास. residing in a foreign country. इस नाम का एक मनुष्य. name of a पएह. १, १; पन्न. १; सू. प. २०; (२) person. भत्त. ८७ -उदअ. न. । मे नामनी मे अनार्य श. इस नामका एक ( -उदक )पितुं पाणी. जो का जल-पानी. | अनार्य देश. a non-Aryan water inixed with barley-corn. I country of this name. प्रव० Page #816 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जवणाणिया] ( ८०४ ) [ अवमझचंदपडिमा 1५६०; दीव. पु. (-द्वीप) 411नी जवणिया. स्त्री० ( यवनिका) नात. कनात. पसति चासो देश. यवनों से बसाहुपा देश. A curtain. नाया० १, भग.", ११; à country inhabited by non- प्रव. ६७६; -(य) अंतरिय. न. Aryans जं. प. -जवणा. ( -अन्तरित ) नातन अांतरे रहे। बी० (-यापना) शरीर निवा; यन नातनी ६२. कनात के अन्दर रहा हुथा. निवार. शरीर निर्वाह, जीवन-निवाह. live. screened or protected by & lihood; maintenance. उत्त०८, १२; curtain. "पभावात देवि जवर्वाणयंतरियं (२) यमनी निलाय. संयम का निभाव. ठावेई” नाया. १;; maintenance of asceticism. | जवनालिया. स्त्री० ( यवनालिका ) मे उत्त० ८, १२; ३५, १७; प्रव० १६; “जवणालिया" श६. देखो "जवणा--(ण) 8. पुं० (-अर्थ ) सयभर ५ मार लिया" शब्द. Vide “जवणालया" Bाने। अ. संयमरूप बोझ उठाने का पन्न० ३३; अर्थ. utility of bearing the bur- जवमझ. पुं० ( यवमध्य ) ना मध्य भाग den in the shape of restraint. परिमित मे म:५, जौ के मध्य भाग के " जवणटाए निसेवए मथु” उत्त० ८, १२; प्रमाण का एक नाप. A measure of दस. ६, ३, ४; length equal to the middle जवणाणिया. स्त्री. ( यवनानिका ) मे part of a barley .corn. जं०प० २, गतनी सिपि. एक प्रकार की लिपि. A १६: भग. २५, २, ३, प्रव. १५७२; (२) kind of script or character. सवनी मन भाग. जौ का मध्य भाग. पन्न. १; the interior of it harley-corn. जवणालिया. स्त्री. ( गवनालिका ) अन्याने भग• ६, ७; क. प. १, ४०; (3) ५२वानी मे जतना योनी. कन्या को त्रि. ना मध्य भागना सा२. जो के पहिनने की एक प्रकार की चोली. A मध्य भाग के आकार का. having the kind of breast-coat for a girl. forin of the middle part of a नंदी. (२) यवन शिनी विपि; १८ विपि- barly-corn. भग० ६, ७, २५, ३; मांनी मे. यवन देशकी लिपि; १८ लिपियों | जवमझचंदपडिमा. स्त्री. ( यवमध्यचन्द्रमें से एक. one of the 18 scripts. प्रतिमा) ४५ मयनारसी पलिभा मेसे सम० १८; કે બે છેડે પાતલી અને વચ્ચે પુષ્ટ, જેમ કોઈ जवाणज. त्रि. (यापनीय) मत गुजरवा સાધુ શુકલ પક્ષને પડવેથી એક કે લિયે योग्य. समय व्यतीत करने योग्य. Fit for આ હાર લઈ પરિમા શરૂ કરે; પુનમે પંદર being a pastiine. (२) दियो કેલીઓ સુધી પહોંચી, પછી દરરોજ એકેક अने भनने 0140 ते. इंद्रिय व मन को કોલીએ ઘટાડતાં વદ ૦)) એક કેલીઓ जतिना. conquering the આહાર લઈ પડિમા પુરી કરે તે જ મધ્ય senses and the mind. "जवणिज यउिभा. साधु को एक प्रातेमा ( तप मवावाहं फासुय विहारं " भग० १, १०; विशेष) जिसे जव के मध्य भाग की उपमा १८, १०; नाया० ५; प्राव. ३, १; दी जाती है. जैसे जव दोनों तरफ से पतला Page #817 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जवमझा] ( ८०५ ) [जस और बीच में मोटा होता है इसी प्रकार इस एक प्रकार की वनस्पति. A kind of व्रत में शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा को एक vegetation. पन्न. 1; भग. २१,१; पास लिया जाता है और प्रतिदिन एक एक जवालय. पुं. (यवासक ) नरपति विशेष; ग्रास मडाकर पूर्णिमा को १५ ग्रास लिये पास।. वनस्पति विशेष; जत्रासा. A जाते हैं, फिर एक एक ग्रास घटा कर अमा- kind of vegetation. पन्न. १; वस्या को एक ग्रास लेकर यह प्रतिमा पूर्ण | जवासा. स्त्री० (यवासा) राता वासु को जाता है. इस प्रतिमाको जवमध्यचन्द्रपोडमा 23 Md 8. लान पुष्प वाला एक कहते हैं. An austerity performed प्रकारका वृक्ष. A kind of tree bearby an ascetic. This is known ing red flowers. " यवा साकुसुमेइ" as Javamadhya Chandra Pa- पन्न. १७; diina (an austerity of the shape | जवि. त्रि.( जविन् ) गया. वेगवान् : गति of the iniddle part of a barley. वाला. Swift; fleet. (२) पुं. यो.. corn). This austerity is अश्व, घोडा. a horse. सूय १,१,२,६ begun from the 1st day of the | जवस. त्रि. (यद्वश ) रेने २० यये. bright-hali of the month and जिसके आधीन बना हुआ. Subdued by on that day only one morsel ļ which; gubmissive to which, is taken as food and then | क. गं० १, २२:। every day one morsel is | जस. न. ( यशस् ) श; ति; आरु. यश; increased. Thus on the 15th, कीर्ति. Fame; renown. भग० ३, ६; day 15 morsels are to be taken. १४, ५; १५, १; ४१,१; नाया. ८; १८; In a similar way one imorsel is श्रीव० ३८; सूय. १, ६, २२; सू० ५० १६; decreased every day till on नंदी० ३३; पन्न. २३; उत. ३, १३; क. the 15th day of the dark half गं० ५, ६१; (२) संयम; यरिन सेयम; of the month one morsel is चारित्र. asceticism. 'जसं संचिणु खतिए' takeu. वव. २, २, १०,13 ठा०२,३,३,३; उत्त० ३, १३; दस० ५, २, ३६; (३) जवमझा. स्त्री. ( यवमध्या )मे मारनी શ્રી પાર્શ્વનાથના આઠમાં ગણધરનું નામ. पडिमा; नुमा पश६. एक प्रकार की श्री पार्श्वनाथ के ८ वें गणधर का नाम. name पडिमा; देखो ऊपर का शब्द. A. kind of the 8th Gañadhara of Sri of Padimā; vide above. ओव० Parswanatha. सम० प० २३३; (४) १५, ठा० २, ३, ४, १; उत्त० ३६, ५४; ચાદમાં તીર્થકર શ્રી અનંતનાથજીને પ્રથમ वव० १०, १; भरघरनुं नाम. चौदहवें तीर्थंकर श्री अनंत. जयल. न. ( यवस) मग अ पोरे । नाथजी के प्रथम गणधर का नाम. name घाय. मूंग, उडद इत्यादि धान्य. A kind of the 1st Ganadhara of the of corn, " श्रोयणं जवसं देजा" उत्त. 14th Tirthankara Sri Ananta. ७,१; nathaji. सम० प. २३३; प्रव. ३०६; जवा श्री. ( जपा) मे गती नरपति । -कर. त्रि. (-कर-यश: सर्व दिग्गामि Page #818 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जसंस] ( ८०६ ) [ जसमद्द - प्रसिद्धिविशषः तत्करो यशस्करः) सह- ३, ३; क. गं० १, ५१; क० ५० १, ७६: शामां यश मेशवनार. सर्व दिशाओं में यश प्रव० १२८०; ~णाम. न० (-नामन) प्राप्त करने वाला. (one ) attaining નામકર્મની એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી fame or glory everywhere. જીવ જ્યાં જાય ત્યાં શુભ કીર્તિ મેલ. नाया० १; तंदु० (२)पमहेव स्वामीना नामकर्मको एक प्रकृति कि जिसके उदय से सेनामनो ४ो रे ऋषभदेव स्वामी जीव जहां जावे वहां शुभ कीर्ति को प्राप्त करे. का इस नाम का ४१ वां पुत्र name of a variety of Nāmakarma by the 41st son of Risabhadava | the rise of which a Jiva (a Svaint. कप्प. ३, ५२, -वंत. पुं० soul) attains fair fame where. . (-वंश --यशसा वंश इव पर्वप्रवाह इव । ever he goes. प्रव० १२८०; यशोवंशः ) यशवान स. यशवान वंश. a जल बोस. पुं० ( यशोघोष ) मेरात क्षेत्रमा glorious family. 'जसवंसो नागहत्थोणं' सावित्री ती४२. ऐरावत क्षत्र के भावी नंदी० -वाय. पुं० (-वाद) ५-५६. तासरे तीर्थकर. The third woulbbe *74712. thanks-giving; thanks. Tirthnkara of Airāvata " जसर्वएणं ववित्ता " कप० ४, ६० Ksetra. प्रव. ३०१ जसंस. पु. ( यशस्विन ) मीरामिन जसवंद. पुं० ( यशश्चन्द्र ) मे नाना ये पितानु ये नाम. महावीर स्वामी के पिता अशी इस नाम का एक गणा. An ascetic का एक नाम. One of the namay of of this name. भग० ४२, १; the father of Mahavira | जसइ. पुं० (जसद) सत. जसत. Zinc. Svimi. कप्प. ५, १०३; ओव० ३८; -पाय. न. ( -पान ) जसंसि. त्रि. ( यशस्थिन् ) प्रात: यशपी; सतनुं पासण. जसत का बरतन ( पात्र). જેની શુભ કીર્તિ તરફ પ્રસરેલી હોય તે a zink pot. " जयायाणि वा '' प्रख्यात; यशस्वी: जिनकी सुकीर्ति चहं ओर | प्रोव. ३८% फैली हुई हो वह. Famous; glorious; | | जसवण पुं० (यशोधन ) से नाममा थे। ( one ) whose faime has spread २०॥ इस नाम का एक राजा. A king everywhere. "अणुतरे णाणधरे ज. of this name. तंदु. संसि" उत्त. ५, २६; सम. प. २३५; । जसथा. पुं० ( यशोधर ) ५५वारी अोव. १६; नाया. १: दस० ६, ६६; राय. पांया हिवसतुं नाम. पक्ष के पांचवे दिन का २१५; भग, २, ५; (२) महावीर स्वामीना नाम. Name of the fifth day of साप अ५२ नाम. महावीर स्वामी के पिता a fortnight. ज. प. ७, १५१; का अपर नाम. another name of the जसभद. पुं० ( यशोभद्र ) शयम father of Mahāvira Swami. सूरीना : शि५. शय्यम्भव सूरी के एक श्राया० २, १५, १७७; कप्प. ५, १०३; । शिष्य का नाम. Naine of a disciple जसाकत्ति. स्त्री. ( यशःकीर्ति ) ४१; ति; of Sayyambhava Süri. नंदी-२४; A; प्रध्याति. यश, कीर्तिः विख्याति. (२) मे नामना से मायायो Fame: reputation; glory. ठा० । मा२३ गोत्रना आय भूतवियना Page #819 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जसमंत ] ( ८०७ ) [ जसहर शिय खता. इस नाम के एक प्राचार्य कि जो nights viz. of the 3rd, 8th, माठरस गोत्र के प्रार्य संभूतविजय के शिष्य | and 13th day of a fortnight. थे. name of a teacher who was स. प. १०० प. ७, १५२ a disciple of Ayra Sambhāta. | जसवती. स्त्री. ( यशोमती) गो पक्षो vijaya of Mātharasa race. श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. कप्प. ८; ( ३ ) ५४ाडीमान ५१२ सम० प० २३४; जं० प० ७, १५२: हिवसमांना योय.हिरसनु नाम. पक्ष के | जसस्सि. त्रि. (यशस्विन ) यसपान, या१३ पंद्रह दिवस में से चौथे दिन का नाम. वालो; तित. यशवान् ; कार्तिवंत. name of the fourth day of Famous; glorious. आया. २, २; fortnight. सू० ५० १०; जं. १,७१; ५० ५, ११२; ( ४ ) न. याला जसहर.पुं० (यशोधर) ४ ५६५ मां नीरसेल से मनु दुस. यशोभद्र से उप्तन्न यना२ १८मा तीर्थ४२. जंबुद्वीप के भरतखंड इस नाम का कुल. a family of this में होने वाले १६वें तीर्थंकर The 19th name sprang from Yaśo- wonld-be Tirtlankara who is bhadra. कप्प. ८; ( ५ ) पुं० मे नामना to appear in Bharata Khanda श्रीनाथना मे मा ५२. इस नाम का of Jambindvipa.. सम०प० २४१; (२) श्रीपाश्वनाथ का एक गणधर. ॥ Gann. પખવાડી આના ૫દર દિવસમાં પાંચ dhara of this name of Sri दिवस पक्ष का पांचवा दिन. the fifth Pirvanatina मम०८ dny of it fornight s जसमंत. पुं. (यशोमत् ) ये मन में ( ३ ) ५५ विमानता पायी. सार. इस नाम का एक कुलगर (कुलकर) प्रैवेयक विनान का प्रस्तर (थर). a. A Kulug'ir so named. Aho layer of the dividing inatter of प. २२६; ठा०६; Graiveyaka abode. Oro&; (5) जसवई. स्त्री. ( यशोमात ) मा सार स्त्री० दृक्षिण के ५४ ५ ६५२. 215 ५५ ॥ भन. द्वितीय सगर चक्रवर्ती દિશાકુમારી માંની એથી દિશાકુમારી. की माता. The mother of the दक्षिण रुचक पर्वत पर की श्रार दिशा - 2nd Sagara Chakravarti. # कुमारी में को चौथी दिशा-कुमारी. the ५० २३४; (२) अब भावान् श्रीमहावीरनी fourth of the eight Diśākumā. पुत्रीनी पीतुं नाम. श्रमण भगवान श्री l'is living on the southern महावीर की पुत्री को पुत्री का नाम. name Ruchaka mountain. ठा०८.प. of the daughter of the (૫) પક્ષની પંદર ત્રિમાંની ચાથી રાત્રિનું daughter of the great नाम. पक्ष की पंद्रह रात्रि में से चौध। रात्रि ascetic Mahavira, कप. ५, १०३; का नाम. name of the fourth night (૩) ત્રીજ આઠમ અને તેરસ એ ત્રણ of a fortnight. ज. प. (६) रात्रिनीतिय. तृतीया अष्टमी व त्रयोदशी । सु सुशना नामे वृक्ष. जंबू सुदर्शन नाम इन तीन रात्रियों की तिथि. the three | का वृक्ष. a tree named Jambu Page #820 -------------------------------------------------------------------------- ________________ असा] ( ८०८ ) [जसोहर Sudarsana. जीवा० ३; जं. ५० शब्द. vide. “जसदपाय' अोव० ३८; जसा. स्त्री० ( यशा) शमिना रहीश श्य- जसोधण. पुं. (यशोधन) से नामना मे। ५नी स्त्री सने पवनी भाता. कौशांबी का २८1. इस नाम का एक राजा A king रहीस काश्यप की स्त्री व कपिल की माता. | of this name. तंदु. The mother of Kapila and | जसोधर पुं० ( यशोधर) मे। “जसहर" wife of Kāśyupa, the resident श६. देखो " जसहर " शब्द. Vide of Kausambi. उत्त० ८; (२) मन __जसहर" ठा० ५, १; सु० ५० १०; धुरेखितना स्त्री. भगु पुरोहित की स्त्री. | जसोधरा. स्त्री. (यशोधरा ) ५.२६ २ति उत्त० ३, १४, ३; मांनी योथा रात्रिन नाम. पंद्रह रात्रि में से जसो. पुं० ( यशस् ) यश, मा. dि. चौथी गत्रि का नाम. Name of the यश, कीर्ति. Fame; reputation. fourth of the fifteen vights. सु. च. २, १३८, -कामि. पुं० ( -का- सु. ५० १०; जं. प० मिन् ) यशनी - १२ना२. यश की इच्छा | जसोत. पुं० ( यशामत् ) अमे। ‘ज मंत' करने वाला. one aspiring to fame ___ श६. देखो 'जस मंत' शब्द. Vide or reputation. " धिरत्थु ते जसो 'जसमंत' ठा० ११; कामी " दस०२, ४, ५, २, ३५; --कित्ति. जलोया. स्त्री० ( यशादा ) महावी२ २॥भी। स्त्री० (- कीर्ति) मे " जसकित्ति " । स्त्री. महावीर स्वामी की स्त्री. The wile श६. देखो “ जसकित्ति" शब्द. vide of Mahavira Sivitni. (२) vy " जसकित्ति" पन० २३; -कित्तिनाम. पासुहे। नी माता. कृष्ण वासुदेव की माता. न० (- कीर्तिनामन् ) मे " जसकि- the nother of Krisna तिणाम" - देखो “ जसाकत्तिणाम" Vasudeva. 'सम्मणस्पणं भगवो महाशब्द. vide. “ जसकित्तिणाम" सम.१७; वीरस्समजाजसोयागोत्तेणकोंडिराणा" आया. -नाम. न० ( -नामन् ) नाम भनी २, १५, १७७; कप्प. ५, १०३; सु० च. એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી છવ જશ પામે | ૧૨, ૪; छ. नामकर्म की एक प्रक्रिति कि जिसके जसोवई. स्त्री. (यशोमती ) गुमो “ जसउदय से जीत्र यश प्राप्त करता है. । वई" श६. देखो " जसवई " शब्द. variety of Nãinit Karina by | Vide " जसवई' सम. the rise of which a soul attains | जसोहर. पु. ( यशोधर ) मरतक्षेत्रना ) glory. सम. २८3; योगासीन। १८ भां तीर्थ:२. भरतक्षेत्रके जसोचंद. पुं० ( यशश्चन्द्र ) मे 'जसचंद' गत चौवीसी के १८ वें तीर्थकर. The श६. देखो "जपचंद" शब्द. Vide. 18th Tirthankara of the past 'जसचंद" भग० ४२, १; cycle of Bharat a Kşetra. 19° जसोद. पुं० ( जसद) नुस। “जसर" श६. २६१: (२) भारती योपासीन। भरत देखो “जसद" शब्द. Vde. “जसद" क्षेत्र॥ 16 मा तीर्थ२नु नाम. अागामी श्रोव० ३८; --पाय. न० (-पात्र मे। चौवार्स के भरतक्षेत्र के १६ वें तीर्थंकर का "जसदपाय' A६. देखो. “जसदपाय" | नाम name of the 19th Tirthan. Page #821 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जसोहरा ] kara of the coming cycle of Bhārat Ksetra. जं० प० ५, ११४; प्रव० २६७; ४७३; जसोहरा. स्त्री. ( यशोधरा ) हक्षिणु हिशाना રૂચક પર્વતપરની આઠ દિશા-કુમારીમાંની यो थी हिशा-भारी दक्षिण दिशा के रुचक पर्वत पर की आठ दिशा कुमारी में से चौथी दिशा कुमारी. The fourth of the eight Disa Kumāris living on the southern Ruchaka Inountain. जं० प० ७ १५२; ( २ ) सुदर्शननु अपर नाम जंबु सुदर्शन का अपरनाम another name of Jambu Sudarsana. जीवा० ३, ४; जह. अ० ( यथा ) भ; देवी रीते. यथा; जिस तरह. In which manner; just ( ८०६ ) a. नाया० १, ६, ७, ८ ६; १३; १५; १६; १८; विशे० २२; २७; पिं० नि० ७१; उवा० २, ३४; गच्छा ० ३०: जहक्कम. न० ( यथाक्रम ) उभ अनुसार, भ सर: अनु. क्रमानुसार पद्धति पूर्वक In due succession; regularly. उत्त• ३४, १; चउ०६; दस०५, १, ८६ प्रव०८३; जहब्वाय न० ( यथाख्यात ) उपाय रक्षितः यथाख्यातनाम पांच यारित्र कषाय रहित; यथाख्यात नाम का पांचवां चारित्र. Free from passion, attachment; the fifth observance known as Yathākhyāta. विशे० १२७६ : जहचिंतिय. त्रि० ( यथाचिन्तित ) तिच्या प्रमाणे प्रेम चिंतत्र्युं होय तेभ चिन्तवन के अनुसार, जैसा सोचा हो वैसा. As con templated or meditated. सु० च० १, १६३; जहट्टिय न० ( यथास्थित ) स्थास्थितः भ होय तेभ. यथास्थित; जैसा हो वैसा. Ac Vol. n/102 For Private [ जहराण cording to circumstances. मुन च० १, ३५३; गच्छा० २६; जहण. न० ( जघन) नध; जांघ, जंघा Tho thigh. जीवा ०३, ३ (२) स्त्रीनी भरने। नियेनेो लाग. स्त्री की कमर का नीच का भाग. the lower part of the loins of a female जं० प० नाया० ६, १७: जीवा० ३, ३० जहणवर न० ( वरजघन ) श्रेष्ट साथस श्रेष्ट जांघ. Big heavy thigh. जीवा०३,३; जहणिज. त्रि० ( हेय ) त्यागना योग्य. स्याग करने योग्य. Fit to be abandoned. नाया० १; जहरण. त्रि० ( जघन्य ) गोलामां मधु; नानामां नानु; थोडामां थोडं. छोटे में छोटा थोडा थोडे थोडा. Smallest : little, least. जं० प० ७, १३४; २, २५ भग० १, १, १, १० ५ १ ८ ८ २ १०; वव० ३, ४, अणुजो० ८६, उत्त० ३०, १५: ३६, ५० ठा० १, १ ४ २: भत्त• १६६; पंचा०३, २३ -उक्कोसग. त्रि० (- उत्कर्षकजघन्यो निःकृष्टः काञ्चिद्व्यक्तिमाश्रित्य स एव च व्यक्त्यान्तरापेक्षयोत्कर्ष उत्कृष्टो जघ - न्योत्कर्षकः) अमु परतुनी अपेक्षा धन्य न्यारे भीग्ननी अपेक्षा अमुक वस्तु की अपेक्षा जधन्य व दुसरे की अपेक्षा से उक्तर्ष. inferior to one thing and superior to something else. भग० २४, १; २५, १; उगाहणग. त्रि० ( - श्रवगाहनक - अवगाहन्ते श्रासतेयस्यां साऽवगाहना क्षेत्र प्रदेशरूपा साजघन्यायेषां ) धन्य क्षेत्र प्रदेशने - अवगाहने रात वन्य अवगाहना वाले! जघन्य क्षेत्र को अवगाहन करके रहाहुया. (one ) residing or occupying the smallest region. ठा०१,१; - काल. पुं० (-काल ) Personal Use Only Page #822 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहरा ] थे। मां थोडा वमत्त. थोडे में थोडा समय. shortest of time. भग० २४, space १; २१; - गुणकालग. पुं० (-गुणकालक - जघन्येम जघन्यसंख्याविशेषणै केनेत्यथागुणो गुणनं ताडनंयस्य स तथाविधः कालो auf àalà meraguana: ) Firstમાં એછાગણી કાલે; એકગણા કાલે. कमसे कम काला; एक गुना काला. of least black colour. ठा० १, १; -ट्ठिइ. स्त्री० (-स्थिति) ४त्रन्य-ओछामां मोछी स्थिति जघन्य - कमसे कम स्थिति. shortest period. क० प० ४, ८६; -ठिय. त्रि० (-स्थितिक जघम्बा जघन्य संख्यासमयापेक्षया स्थितिर्येषां ते जघन्ध स्थितिकाः ) ध-भ- थोडा थोडी स्थिति वालेो जघन्य-थोडे में थोडी स्थितिवाला. of the shortest period. ठा० १, १; - प एसिय. पुं० (-प्रदेशिक -- जघन्याः सर्वापाः प्रदेशाः परमाणवः सन्ति येषां ते जघन्यप्रदेशिकाः ) छाम छ प्रदेश पाओ. कमसे कम प्रदेशवाला. consisting of a small number of atoms. ठा० १, १, पद न० ( -पद-पद्यते गम्यते इति पदं पदसंख्यास्थानं तचानेकघेति जघन्यं सर्वहीनं पदं जवन्यपदम् ) खानामां दानी संया; खाना खानुं ५६. छोटे में छोटी संख्या- पद lowest number. भग० १८, ४; ( - पद ) लुग्यो उपलो शह देखो ऊपर का शब्द. vide above. ठा० ४, २; भग० ११, १०; जं० प० ७, १७३; -पुरिस. पुं० ( - पुरुष ) धन्य ५३ष; बस। भाशुस जघन्य पुरुष; नीच मनुष्य 8 low, vile person. ठा०३, १; - सामि. पुं० (-स्वामिन् ) अनुभाग- कुर्माना रसनी मधन्य हीरा उ२नार अनुभाग - कर्म के पय. न० ( ८१० ) [ जहन्न रस की जघन्य उदीरणा करने वाला. one who forces into maturity a small number of Karmas into maturity. क० ए० ४, ८२, जहराणग. त्रि० ( जघन्यक ) माछामां मधुः नहानामा खानु कम से कम थोडे से थोडा Least; slightest. भग० २४, २१; २५, ६, जहरणय. त्रि० ( जघन्यक) लुभे। " जहराण " २६. देखो जहगण शब्द Vide 66 " जहराण जहरिणय. त्रि० शब्द देखो 16 "" For Private Personal Use Only " भे! "जहण्ण" शब्द. Vide " जहएण भग०५, १८, १०, ११, ११; १६, ३; २५, १: जं० प० ७, १३४; जहतह. अ० ( यथातथा ) प्रेम तेम; आ वसुं यथा तथा; जैसा वैसा; बांका टेढा. Somehow; somehow or other. क० गं० ५, ८८६ जहत्थ. त्रि ( यथार्थ ) यथार्थ भरेपर मरारः सामान्य यथार्थ; सचमुच, ठीक ठीक. Infact; actual; real. "वोच्छामि पंचतंगह मे महत्थं जहत्थंवा " पिं० नि० भा० १; पिं० नि० ४६३; नाया० ७; विशे० ८४८; परह० २, २; सु० च० १, २८; जहत्थाम न० ( यवास्थाम ) यथाशक्ति यथाशक्ति. As far as possible; to the utmost of one's power. जुंजइ य जहत्थामं " पंचा० १५, २७; " जहश्न. त्रि० ( जवन्य " जहण्ण C4 જીએ ६. देखो जहण्ण शब्द. Vide : जहराण भग० २, ५; विशे० ३३४; नंदी० १२; दसा० ६, २ क० प० २, ३२; १, ६ १३; पंचा० १६, ४३ - श्रादत्त. त्रि० ( - श्रारब्ध ) सर्व धन्य अहेश पंध स्थानथी भार मे. सर्व जघन्य प्रदेशबंध ܕ, भग० ८, ६; ( जघन्य ) " जहराण "" २१, १; "" Page #823 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहन्न ] ( ८११ ) [जहसंभव - स्थान से प्रारंभ किया हुआ. commen- क०प०३,८; -बंध. पुं० (-बन्ध) धन्य ced from the lowest place. मन्य. जघन्य कर्म बन्ध. incurring क. प. ७, ४७; -इयर. त्रि० ( - इतर) the karma of the lowest kind.क. नुमा “ जहाग-इयर " श. देखो। प० २, ३२; --जहन्न -य. त्रि. (-जघ" जहमग-इयर" शब्द. vide 'जह नग. न्यक ) मे "जहरणग' श»६. देखो इयर" क. प० १, १५; -काल. पुं. " जहएणग" शब्द. vide “ जहरणग" ( काल ) 4-मेोमा माछ। स.. विशे० ५८७; अणुजो० १३२; जधन्य-कम के कम समय. shortest जहन्न प्रो. अ. ( जघन्यतस् ) धन्यथा. 2 of time. प्रव. १७१; --गइ. जघन्य से. From the shortest स्त्री० (-गति ) जयन्य गति. जघन्य गति. state. प्रव० ६१८; shortest condition or position. जहन्नग. त्रि. (जवन्यक) गुभो "जहरणग" क. प. ४, ७२; -द्वाण. न० (-स्थान) श६. देखो “ जहएणग " शब्द. वन्यस्यान. जघन्यस्थान. lowest Vide. “ जहएणग"क. प. १, १५; place. क. प. ३, ४६: -ट्रिइ. स्त्री. -इयर. त्रि.(- इतर)सन्यथाशतर(-स्थिति) शुओ। " जहरणटिइ" श६. भिन्न; 8. जघन्य से इतर-भिन्न; उस्कृष्ट. देखो " जहराणढिइ" शब्द. vide “जह । other than the shortest; loyu. रणट्ठिइ" क. प. १, ९१, ६, २०; . क. प० १, १५; --ढिइबंध. पुं० ( -स्थितिबन्ध ) वन्य जहात्रय त्रि. (जघन्यक) नुस। "जहरण" स्थिति के यो भय. जघन्य स्थिति श६ देखो “ जहरण' शब्द. vide रूपम होता हुआ कर्मबंध. Kirmire " जहाग " उत्त०३३,१६; सम० १२ वव. bondage lasting for a very १०, १७; short periorl. क. प. १, ५७: | जहप्प. न. ( याथात्म्य ) यथावत्य. यथातत्व. --द्विइसकम. पुं० ( -स्थितिसंक्रप ) Reality: truth;real nature. ठा. भनी वन्य स्थिति सभाप. कर्म की ५, १; जयन्य स्थिति का संक नण. transition of | जहरिह. न० ( यथार्ह) याथ; १२:१२; the shortest period of Karma | परे ॥२. यथार्थ; सचमुच. As deserv. क. प. २, ५५; -देवढिई. स्त्री० ing; appropriate; actual. सु. च. (-देवस्थिति ) हे तिनी -4 स्थिति. देव गति की जवन्य स्थिति. the shortest | जवहि. न. ( यथावधि ) यांसुधी. जब period of the state of being a तक; जहां तक. As long as; so login god. क. प. २, ८६, ६, २०; as. सू० च० १, १६३; -निक्खेव. पुं० (-निक्षेप) वन्य निक्षे५ | जहवाय. न० ( यथावाद ) या प्रमाणे. कथ. थे। म सिया नापते. जघन्य - नानुसार. कहने के माफिक. According थोडे कर्मों के समुह को डालना. dis. tor narration; as related. पिं० carding or destroying the sins नि० १८६; in the form of a few Karmas | जहसंभव. न० ( यथा सम्भव ) या योय, Page #824 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहसन्ति ] ११३; योग्य रीते. यथा योग्य. योग्य रीति से. Proper; right; properly. पिं० नि० जहसन्ति..स्त्री० न० ( यथाशक्ति ) यथाशक्ति; शक्ति प्रमाणे यथा शक्ति; शक्ति के अनुसार. As far as possible; to the utmost of one's power. पिं० नि० ३६५ ; 'जहा धा० I. (हा ) तभ्युं छोड. त्याग करना छोड़ देना. To abandon; to give up. जहइ-ति. वव० १०, ८; ; भग० २५, ६; १; जहाइ श्राया० १, २, ६, ६८, जहालि उत्त० १, ५१; जहाय. सं० कृ० उत्त० १४, २ जहित्ता. सं० कृ० उत्त० १, ५ पिं०नि० ४१७; आयা• १, ४, ४, १३७, ( ८१२ ) जहमाण. भग० २५, ६; ७; जहा. श्र० ( यथा ) नेत्री रीते; प्रेम; में प्रमाणे; अनुसार जिस रीति से; यथा; जिस प्रकार. In which manner; just as भग० १, १; ३; २, १३, १, २, ५, ४; ५; ६, ३; १२, १०; १४, २; १०; १५, १; १८, ५, ४१, ४; नाया० १ २ ५ ८; ६ : १०; १५; १६; वव० २, २१, २४; दस० १, २; ८, १; दसा० ६, १: पिं० नि० १५६; १६१; जं० प० अणुजेो० १, उत्त० १, ४५; श्राया० १, ६३, १५५, सूर्य० १, १, १, ६, उवा० १, २, ६; १२; ६६, २, ६२; ८, २५६; क० गं० १, १६, ५३, जं० प० ५, ११८ ५, ११२; जहाकाल न० ( यथाकाल ) पथावसर; अयसर भये त्यारे यथावसर मौका मिले तब. When proper time comes. भत्त० ४६; [ जहाणुपुच्चि जहागहिय न० ( यथागृहीत ) नेवी रीते रेल छे ते प्रमाणे. जिस प्रकार ग्रहण किया हुआ है उस प्रकार As accepted or taken. दस० ५ १, ६०; नाया० १६; जहाच्छंद. पुं० ( यथाच्छंद ) २५२७६. स्वच्छंद. self-willed; unrestricted. ठा० ६, ३; जहाजाय. त्रि० ( यथाजात ) ०४-मती वष तनी स्थिति मे नम. जन्म के समय की स्थिती के जैसा ; नम्र. As born; naked. उत्त० २२, ३४; ओघ० नि० भा०४८; सम० For Private १२; जहाजोग न० ( यथायोग्य ) यथायोग्य; प्रेम घटे तेम. यथा योग्य; जिस प्रकार उचित हो उस प्रकार. Proper; appropriate. विशे० २३; ८०; जहाट्ठाण न० ( यथास्थान ) पोत पोताना અનુષ્ઠાનને અનુરૂપ-ઉચિત સ્થાન;-ઇંદ્રાદિ ५६. अपने अपने अनुष्ठान के अनुरूप उचित स्थान: इंद्रादि पद. Appropriate pousition suited to one's occupa - tions; the position of Indra etc. उत्त० ३, १७; जहाणामय. त्रि० ( यथानामक ) के नाम निर्देश य नथी ते; अर्ध थे. जिसका नाम निर्देश न किया हो; कोइ एक. Certain; some; any. भग० २५, ११; पन० १६; जहा णिसंत न० ( यथानिशान्त ) व्यवधार्या प्रमाणे; प्रेम धार्य होय तेम. अनुमान के As अनुसार; जैसा सांचा हो वैसा. guessed; as anticipated. सूर्य • १, ६, २; जहा पुच्चि न० ( यथानुपूर्वी ) भसर 24नुम्भ प्रमाणे. क्रमशः; अनुक्रम के अनुसार. Successively; in regular order. Personal Use Only Page #825 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहातच्च ] ( ८१३ ) [ जहावाइ भग० ३, १०;८,१; rightly; properly. उत्त० २३, ३८; जहातच. न. ( याथातथ्य ) वास्तविर; सत्य; जहाफुड. न० ( यथास्फुट ) २५४; परे५२. ५२५२. वास्तविक; सत्य; सचमुच. True; स्पष्ट; सचमुच. Clear; distinct; true. real; actual. सूय. १, ६, १; उत्त० १६, ४५ हातह. न. (याथातथ्य) सूय सूत्रनु जहाभाग. न. ( यथाभाग) नाग प्रभारी तेरभुययन भां धर्म समाधि मेरे ५२५२. समान विभाग से; भागानुसार, ०५२।१२ रीते सा छे. सूयगडांग सूत्र का According to share; proporतेरवां अध्ययन कि जिस में धर्म समाधि tionately. दस० ५, १, १३; इत्यादि का ठीक ठीक वर्णन किया है. The | जहाभूत. त्रि. ( यथाभूत ) नवी शते पने 13th chapter of Suyagadanga यि ती रीत; सत्यवात. जिस रीति से Sūtra dealing fully with reli- वनाव बना हो उस रीति से; सत्य वाती. gion, meditation (Samadhi) According to what has happenetc. along with similies. "FINIT- ed; fact. " जहाभयमवितहमस्खदिद्ध" सिणं भिक्खु जहा तहेणं " सूय. 1, ६, २; . नाया० १; १, ५, २, १; जहाभूय. न० ( यथाभूत ) तुमे 'जहाभूत' जहातहज्झयण. न. (याथातथ्याध्ययन) । श६. देखो “जहाभूत" शब्द. Vide सूयमसूत्रनु १३ सयन. सूयगडांग ___ “ जहाभूत" नाया ; सूत्र का १३ वां अध्ययन. The 13th जहामालिय. न. ( यथामालित )ोम धारण chapter of Süyag a danga ५ तेम. जिस प्रकार धारण किया हो Sutra. सूय० 1, १३; उस प्रकार. As assumed. " जहाभाजहात्थिय. न. ( यथास्थित ) म । तेम. लियं प्रोमोघं दलइ ' भग. ११, ११; जिस प्रकार हो उस प्रकार. Some how जहायरिय-अ. ( यथावरित) प्रमाणे or other. भग० १२, १; भाय ते प्रमाणे. जिस प्रकार आचजहानाम. त्रि. ( यथानाम) यानाम; सला रण किया हो उस प्रकार. As practised. पना . यथा नाम; संभावना. । भत्त. २२; Possibility; certain; some. भग० जहारिह. न. ( यथार्ह ) यथायो ५; गोम २,५; नाया. १०% घ2 तेम. यथायोग्य; जिस प्रकार उचित हा. जहानामय. त्रि. ( यथानामक) म Proper; suitable. जं. प० २, ३३; दृष्टांत पन्यास. जैसा कोई; दृष्टांत उपान्यास. दस०७,१७; नाया० १;;१६; उवा०८,२५६ As for example. (२) पाय | जहालद्ध. त्रि. ( गालब्ध ) भक्ष्या प्रमाणे. १२. वाक्य अलंकार. a word used to l प्राप्ति के समान; मिलने के बराबर. Accoradd grace to a sentence. Alyt. ding to gain or acquisition; १, ५, ६,८; equal to attainment. भग० ७, १; जहानाय. न० ( यथान्याय ) यथायोग्य रीत. जहावाह. पुं० ( यथावादिन ) ५३' मोसनार; सरनु; Sirtी. न्याय की रीत से; यथा- | __ योयना ; सत्य मोसना२. सत्यवक्ता: योग्य. According to justice: | योग्य कथन करने वाला; सत्य भाषण करने Page #826 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहाविभव] ( ८१४ ) [ अहोचिय aral. One who is truthful in जहां; जिस स्थान पर; जहांपर. Where; speech; (one ) who is plain- at which place. भग• 1, ५, ७, ८, spoken. “जो जहावाइ तहाकारीयाऽवि ८; ११, ११, १५, १; १८, ५, दस०५, १; भवइ" ठा० ७; ७७; नाया. १७; गच्छा० १७; जहाविभव. न०( यथाविभव ) वैभर प्रमाणे | जहिच्छ. न० ( यथेच्छ ) २७। प्रभारी. शति प्रमाणे. वैभव के अनुसार; शक्ति यथेष्ट; इच्छा के अनुसार. Agreeably के प्रमाण में. In proportion to to desire. नाया० ७; सु० च० १, १७१; wealth; according to means. | जहिच्छियकामकामि. पुं० ( यथेप्सितकामभग० ६, ३३; कामिन्-यथेप्सितान् मनोवाञ्छितान् कामान् जहासंख. न. ( यथासंख्य ) संध्या प्रमाणे; शब्दादीन-कामयन्त इत्येवंशीला यथेप्सित. मना२. क्रमशः; संख्या के अनुसार. Suc. कामकामिनः) मनोवांछित सुभकामना२. cessively; respectively. सु. च. मनोवाञ्छित सुख को भोगने वाला. One ५, ५१; who enjoys pleasure according जहासंभव. न० (यथासम्भव ) म संभव to the desire of one's heart. तम. यथासम्भव; जैसा सम्भव हो उसी " जहिच्छिय काम कामिणो " जं. प. प्रकार. Possible; possibly . क. गं. जीवा० ३; ६, ३२; जहुत्त. न. ( यथोक्त) या माशे. कथनाजहासत्ति. स्त्री. न. ( यथाशक्ति ) शक्ति नुसार; कहने के अनुसार. As said or प्रमा); यथा शक्ति. शक्ति के अनुसार; यथा told previously. पंचा० १०, १२; शक्ति . As far as possible; to the | जहे. न० ( यथेष्ट) मत गम; Vानु.. utmost of one's power. पंचा० २, चित्त रोचक; दिलपसंद; यथेष्ट. A de. sired; is wished for; pleasing जहासमाहि. न. ( यथासमाधि ) समधि। to the heart. पिं. नि. ४०६; प्रमाण. समाधि के अनुसार. According | जहेव. अ. ( यथैव )भावी रीत. जिस to agreement or promise. पंचा० प्रकार; जिस रीति से. As; in which amanner. नाया. १; भग० ३, ७७, २, जहासुय. न. (यथावत ) म समस्यु १६, १; १८, ७, २४, १८, २५, १; ३३,२; हाय तम; सांभया प्रमाणे. जिस प्रकार जहोइय. न. ( यथोचित) यथायित; यथाश्रवण किया हो उस प्रकार; श्रवणानुसार. यो५. यथायोग्यः यथोचित. Proper; As heard of or listened to | suitable. विवा. २, पंचा. ३, ३८%) उत्त. १, २३; पाया• १, ६, १, १; जहोचित्त. न. ( यथोचित ) म घटे तेम. जहासुह. न० ( यथासुख ) म सुम ५३ उचित रीति से. Suitably; properly. तभ. जिस प्रकार मुख हो उस प्रकार At पंचा. ७, ३७; ease; according to happiness. | जहोचिय. न. ( यथोचित ) म घटे तेमा वित्र! ० १%8 यथा योय. उचित रीति से; यथायोग्य. जाई. श्र० (पत्र ) यां; 7 स्थान; यां५२. | Properly; suitably.. निर० १, १; Page #827 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जहावइट्ठ] ( ८१५ ) [ जाइ नाया. १; जा. अ० (यावत् ) यांसुधी. जबलग; जबतक; जहोवइट्ठ. न० ( यथोपदिष्ट ) नवी रीत ई. जहांतक. So long; as long as; as पामा पहेशवामा माव्यु डाय ते प्रमाणे.. far as. प्रव० ८२; क. गं० २, २६; उवा. जिस रीति स कहने में-उपदेश में आया हो १,८१; उस रीति से. According to advice / जाइ. स्त्री. (जाति-जननं जातिः) -म; or orders. "जहोवइहें अभिकंखमाण" | उत्पत्ति. जन्म; उत्पत्ति. Birth; produc. दस० ६, ३, २; उत्त० १, ४४; tion. पाया० १, १, १, ११; उत्त• ६, १; जहवी. स्त्री० (जान्हवी) गा नही. गंगा ३२, ७, क. प. ६, ३, प्रव० १२७६; नदी. The river Ganges. जं. ५० १०७०; क. गं० १, ३३, ५, ६१; (२) Vजा. धा० I. ( जन् ) हा थयु; उत्पन्न द्रियमेधदिय साहिति . एकेंद्रिय, थ. पैदा होना; उत्पन्न होना. To be द्विइंद्रिय प्रादि पांच जाति. five kinds born or produced. ( of creatures ) viz. one sensed जायइ. नाया० ७; १०; विशे० ४१८; उत्त. two-sensed etc. क. प. ४, ६, भग. १६, ७६; ६, ८, ७, ५, ६, ३३; उत्त० ३, २; ६, २; जायउ. विशे० ४१८; अणुजो• १२७: ठा० ६, ४६; सम० १; क. V जा. धा• I. ( या ) ; गति ४२५॥ गं. १; (३) गति; जाती; वय क्षत्रिय जाना; गति करना. To go; to walk. माहिति . जाति; ज्ञाति; वर्ण; क्षत्रिय जाइ. उत्त० ३, १२; विशे० ६४४; १६०८ आदि जाति. kind; caste; Ksatriya नाया. ६,६; ete. उत्त. ३,२; १२,५; १३, १; विशे. जंति. श्राया.१,३,४,१२३; सु. च.१,६३३; १६१; पन. १; सु. च. ३, १९४; दस० जायमाण. व. कृ. भा०३,३, ७, २१, ८,३०; पिं.नि. ३१२; जीवा. Vजा. धा• I. ( या+णि ) निर्गमन ४२७; ३,३; नाया. ८; विवा. १; राय. २१५; निर्षि ४.वा. निगमन करना; निर्वाह. करना. (४) भात ५१. माता पक्ष. maternal To go out; to support oneself. side. ओव० सूय. १, ६, १३; (२) (२) आत्मानी संयममा प्रवृत्ति सी. बनु ५३. जूइका फूल. the jasmine आत्माको संयममें प्रवृत्त करना. to urge ___flower. राय. १६, जं. ५० -अंध. the soul in self-restraint. पुं० (-अन्ध ) म अध, मिथा। जवेंति. प्रे. पि.नि. ६१६%3 ii. जन्म से ही अंध; जन्मांध. blind जवित्तए. हे• कृ० सूय० १, ३, २, १; from the very birth;born-blind. जवित.व. कृ० ज० प. " केइ पुरिसे जाइअंधे जाइअंबारवे" Vजा. धा० I. ( या+णि) पातs: भाजयु.] विवा० १; स्य. १, १, २, ३१; -प्राजीव. व्यतीत करना. To cause to go; to त्रि० (-प्राजीवक ) तिरपी माहार pass. सेना२. जाति बतलाकर पाहार लेने वाला. जार्विति.प्रे. पिं० नि०६१६; ( one ) who accepts food hav. जावए. वि० सूय० १, १, ४, २; ing exposed one's caste. ठा०५,१; जावेत. व. कृ. जं. प. ३,६७; -प्राजीव-य. पुं० (-माजीवक ) Page #828 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाइ ] જુએ आजीव जाइश्राजीव ६. देखो "जाइ शब्द vide जाइश्राजीव टा० १, १ - श्रारिय. पुं० ( - आर्य ) જાતિએ કરી આ; ઈશ્વન્નતિની સ્ત્રીથી उत्पन्न धयेश नति; अस्पष्ट, सिंह, विहे, વિદેહડા, હરિતા અને ચુંચુણા એ છ આય अति जाति से कर के आर्य इभ्य जाति की स्त्री से उत्पन्न हुई जाति; अम्बष्ट, कलिंद, विदेह, विदेहठा, हरिना व चुंचुणा ये छः श्रार्य जातियां Arya by birth; the caste sprung from a woman of Ibhya easte; the six Aryan castes viz. Ambasta, Kalinda, Videha, Videhathå, H»ritā and Chuüchuna. ठा० ६, १; - सोविस पुं० ( - श्राशीविष- श्राश्यो दंष्ट्राः तासु विषं येषां ते श्राशीविषाः) -भथी जेरी; सर्प विधि यहि जन्म ही से विषैला; सर्व, विच्छु वगैरह. venomous from the very birth; a snake, a scorpion etc. भग० ८, १; कम्म न० ( कर्म ) जन्म सा२. जन्म संस्कार. ceremony connected with birth. भग० ११, ११; — कहा स्त्री० ( - कथा ) अति સારી અમુક ખરાબ ઇત્યાદ્રિ કથા કરવી તે. श्रमु जाति अच्छी या बुरी इत्यादि कथन करना सो. speaking of the supe riority of a certain caste and inferiority of some other caste. ठा०४, २ – कुल. न० ( कुल ) न्नति खस जाति व कुल caste and lineage. तेसिणं भंते जीवाणं कइ जाइ कुलकोडि जोणिप्पमुह सयसहस्सा पण्णत्ता” जीवा० ३; - गोय. न० (गोत्र) लति ने गोत्र जाति व गोत्र. caste and family. भग०६८ - गोयनि "" 66 ( =१६ ) ܕ ܕ " For Private [ जाइ उत्त. त्रि० (गोत्रनियुक्त) निमयित नति गोवा निकाचित जाति गोत्र वाला. one of a settled caste and family. भग० ६, ८ - गोयनिहत्त त्रि० (-गोत्रनिधस ) ति गोत्रने योग्य व स्थापन उरेल. जाति गोत्र के योग्य कर्म पुगल स्थापन किया हुआ. one having Karma-atoms established according to caste and lineage. भग० ६, ८ - गोयनिउत्ताउय न० ( - गोत्र नियुक्तायुष्क) लति गोत्रनी साथै निमित जांघेत आयुष्य जाति गोत्र के साथ निकाचित बांधा हुआ आयुष्य. life period appointed or fixed along with caste and lineage. भग० ६, ८, - जरामरण न० ( - जरामरण ) जन्म ४२ भने भरण. जन्म जरा व मरण. oldage and death. जं० प० ३, ७०३ -णाम न० ( - नामन् ) नाम भनी એક પ્રકૃતિ કે જેથી જીવ જુદી જુદી જાતિभां उत्पन्न था. नामकर्म को एक प्रकृति कि जिससे जीव भिन्न भिन्न जाति में उत्पन्न हो. a variety of Namakarma causing the birth of a soul in different castes or classes. " जाति नामें भंते कम्मे पुच्छा " पन० २३; - णामगोयनिउत्त. त्रि. ( - नामगोत्रनियुक्त ) निशयित अति नाम गोत्र वास: नारी साहि. निकाचित जाति नाम गोत्र वाला; नारकी आदि. (one) having an appointed class or caste, name and family; a hell-being etc. भग० ६, ८ -- णाम गोयनिउत्ताउय त्रि. ( - नामगोत्रनियुक्तायुक) Mति नाम गोत्र सहित निशत्ति आयुष्य वासी जाति नाम गोत्र सहित निकाचित्त आयुष्यवाला (one ) Personal Use Only Page #829 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाइ ] ( ८१७ ) having the duration of life fixed along with caste name and family भग० ६, ८ -- णामगोयनिहत. त्रि० ( - नामगोत्र निधत्त - जाति बाम गोत्रं च निधत्तं यैस्ते तथा ) ति नाम गोत्री प्रवृति - पांधीछे ते. जिसने जात नाम व गोत्र की प्रकृति दृढता के साथ बांधी है वह. ( one ) who has firmly united the characteristics of caste, name, and lineage भग०६, ८; - नामगोयनिहत्ताउय. त्रि० ( -नामगोत्रनिधत्तायुष्क -- जाति नाम्ना गोत्रेण च सह निघत्तमायुर्वैस्ते तथा ) ति नाम गोत्र साथै स्थापनरेश आयुष वाओ, जाति नाम गोत्र सहित स्थापन किया हुआ आयुष्यवाला. (one) who has the duration of life fixed along with caste, name and family. भग० ६, ८: - णामनिउत्त त्रि ( नामनियुक्त - जातिनामनियुक्तं नितरां युक्तं संबद्धं निकाचितं वेदने वा नियुक्तं यैस्ले तथा ) निशयित लति नाम :भवासा 24 निकाचित जाति-नाम-कर्म वाला जीव being or soul with a fixed caste, name and Karma. भग० ६, ८ - णामनिउत्ताउय. त्रि० ( - नामनियुक्तायुष्क - जातिनाम्रा सह नियुक्त निकाचितं वेदयितुमारब्दं वाऽऽयुर्वैस्ते तथा ) लतिनामसहित निशयित आयुष्यवाओ जातिनाम सहित निकाचित आयुष्य वाला. ( one ) having the duration of life fixed along with caste and name. ६, ८ - गामनिहत्ताउय. न० ( - नामनिधत्तायुष्क - जातिरेके द्वियजात्यादिः पञ्चधा सेव नाम इति नामकर्मण उत्तरप्रकृतिVol. 11/103. भग [ जाइ विषेशो जीवपरिणामो वा तेन सह निधत्तं निषिक्तं यदायुस्तज्जातिनाम निधत्तायुः ) જાતિરૂપ નામકમ સાથે स्थापन કરેલ आयुष्य जाति रूप नाम कर्म के सहित स्थापन किया हुआ आयुष्य. life impreg nated with kind or class, form, name and Karma. भग० ६, ८ ( ૨ ) જાતિ રૂપ નામ કર્મો સાથે સ્થાપન કરેલ आयुष्य बाओ कप. जाति, रूप, नाम, कर्म के सहित स्थापन किया हुआ आयुष्य व ला जीव. a being with his life in pregnated with kind or class, form, name and Karma, भग० ६, मणिबद्ध. न० (-निबद्ध ) सूत्र स्नाना प्रहार गद्यपद्याहि सूत्र रचना. सूत्र रचना का एक प्रकार ; गद्यपद्यादि सूत्र रचना. a method of the composition of Sūtras ( any work containing aphoristic rules ); the com - position of Sutras in prose or metre. सूय० नि० १, १, २, ३ – तिग. न० ( त्रिक) पाय जति, यार गति स એ વિહાયાગતિ, ઐ ત્રિપુટીની અગ્યાર પ્રકૃ तीनो समुदाय. पांच जाति, चार गांत व दो विहायोगनि, इस त्रिपुटी की ग्यारह प्रकृति का समुदाय collection of eleven varieties of Triputi consisting of five kinds, four conditions and two Vihāyogatis. क० गं० ५, २०; - थेर. पुं० ( स्थविर ) सा અથવા વધારે વરસની ઉમરના સાધુ સાટ या अधिक वर्ष की उम्र का साधु a Sadhu of sixty or more than sixty years of age. सट्ठिवासजाए समणे ग्गिंथे जाइ थेरे १०, १६; - दोस. पुं० ( -दोष ) नति 46 "" ठा ३, २; वव For Private Personal Use Only Page #830 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाइ ] घोष भो होष जाति दोष; जन्म का दोष. deficiency or evil connected with birth, तंदु० - धम्मय. चि० ( - धर्मक) उत्पत्ति स्वभाववासी. उप्तत्ति स्वभाव वाला. possessed of natural or inherent characteristics. “ इमं पि जाइधम्मयं " आया० १, १, ५, ४६; --नाम न० ( - नामन् ) જુએ जाइणाम २६. देखो ''जाइणाम शब्द. vide. जाइणाम भग० ५, ८ - नामगायनिउत्त. त्रि० (-नामगोत्रनियुक्त ) लुभे। 'जाइणामगोयनिउत्त २६. देखो "जाणामगोयनिउत्त" शब्द. vide "जाइणामगोवनिउत्त" भग० ६, १; - नामगोयनिउत्ताउय. त्रि० ( -नामगोत्र नियुक्तायुक) लुओ " जाइणामगोय " निउत्ताउय श: देखो " जाइणामगोयनिउत्ताउय शब्द. vide. " 'जाइणाम' यनिउत्ताउय भग० ६, ८, - नामगोयनिदत्त त्रि० ( - नामगोत्रानधत्त ) लुखो जाइम गोयनिहत्त २६. देखा 'जाइखामगोयनिहत्त' शब्द vide जाइणाम गोयनिहत्त " भग० ६, ८, – नामगोयनिहत्ताउय. त्रि० ( - नामगोत्रनिवत्तायुक्क ) जाइणाम गोयनिहताउय श... जाइणामनिहत्ताउय જુ देखो शब्द. vide "जाइणामगोय निह साउय भग०६,८; ---नामनिउत्त त्रि० (-नामनियुक्त जातिणामनिउत्त." २०६. देखो " जाति णाम निउत्त शब्द vide जातिणाम निउत्त " भग०६, ८ - नामनि उत्ताउय. " 64 " "" "" "2 " ور " त्रि० (- नामनियुक्तायुष्क ) शब्द vide णामनिउत्ताउय निउत्ताउय निउत्ताउय भग० ६, ८; त्रि० ( - नामनिधत्त ) ** ور 66 मो ८६ ६८ "" "" जाइ २६. देखो जाइणाम जाइणाम नामनिहत. जाइणाम << د. "' ( ८१८ ) "" निहत्त ०६. देखो " जाइणाम निहत्त "C शब्द vide जाइणाम निहत्त भग० ६, ८ - नामनिहत्ता उय. त्रि० ( - नामनिधतायुष्क ) । "जाइणामनिहत्ताउय” २००६. देखो “ जाइणामनिहत्ताउय शब्द. vide " जाइणामनिहताय " भग० ६,८; - पंगुल. त्रि० (- पंगुल) ०४ थी पांगतो; सुतेो जन्मही से लंगडा; लूला. lame from the very birth; crippled. विवा० १६ – पह पुं० ( पथ - जातीनामेकेन्द्रियादीनां पंथाजाति पंथः) - भरन भार्ग संसार. जन्ममरणका मार्ग; संसार मार्ग. the way of birth and death; the way of worldly existence. जाई पहं श्रविट्टमाणे 66 "" For Private Personal Use Only " ܕ ܕ [ जाइ ܪܕ सूय० १, ७, ३, दस० ६, १, ४, १०, १, १४; पुड. न० ( - पुर – जातिः पुष्पजाति विशेषः पुढं पत्रादिमयं तद्भाजनं जातिपुटं ) लहानुं पत्राहियान लानो पुडो जूई का पत्रादिमय भाजन; जूई का दोना a cup made of jasmine leaves. "जाइपुडाणवा नाया० १, १७; प्पसण्या. स्त्री० ( - प्रसन्ना - आतिः पुष्पवासिता तया प्रसन्ना जातिप्रसन्ना ) खेड भवन ६३एक जात का दारु. a kind of wine. " जाइपसरणाइ वा " जीवा० ३; – ब. हिर. त्रि० ( - बधिर ) मी महे३ . जन्महीसे बहिरा deaf from the very birth. विवा० १; - मंडव. पुं० ( - मण्डप ) नानो भएप-भांडवा. जूई का मण्डप. a bower of jasmine plant. राय० १३७; -- मंडवग. पुं० (- मंराडपक -- जातिमलती तन्मयो मण्डपको जातिमण्डपकः ) जूई का मण्डप a bower of jasmine plant. जं०प०१; त्रि० ( -मत्त ) जति भह युक्त; 33 मत्त. लतिनो Page #831 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाइ ] भः २२. जाति का अभिमान करने वाला. (one ) who is proud of his birth or caste. दस० १०, १, १६; - मद. पुं० (-मद ) लतिनुं अभिमान. जाति का अभिमान. pirde of caste. ठा० ८, १ - मय. पुं० (-मद-जात्या मदो जातिमदः ) मो जाइमद ६. देखो " शब्द. vide "जाइमद" 66 66 ܕ ܕ 66 " १०; सम० ७; जाइमद जाइमएणवा -मयपडित्थद्ध. पुं० ( - मदप्रतिस्तब्ध ) लतिना अहं रथी उद्धत जातिमदसे उद्धत; जातिके अहंकार से उच्छृंखल haughty or rude in consequence of the pride of caste. जाइमयपडित्थ हिंसा श्रजिइंदिया" उत्त० १२, ४ - मरण. पुं० ( - मरण ) ४न्म भरणु जन्म मरण; पैदा होना और मरना birth and death. दस० ६, ४, २, ३, १०, १, १४; २१; दसा०६, ३२ - मुश्र. त्रि. (मूक) ४-भोगो. जन्म से हीं मूक- गूंगा. dumb from the very birth. विवा० १, मूयत न० (- मूकत्व) न्भश्री भुगा. जन्म से ही गूंगापन. dumbness from the very birth. सू० २ २, २१ – लिंग. न. ( - लिङ्ग ) अति सूय झिंग- शरीर अवयव जाति सूचक लिंगशरीर अवयय. a caste mark; a limb of the body. सम० ३; वंझा. स्त्री० ( - वन्ध्या - जातेर्जन्मत आरभ्य वन्ध्या निर्बीजा जातिवन्ध्या ) मधीन ध्या; वांजली. जन्म से ही बन्ध्या barren or sterile from birth. ठा०५, २ - वर. पुं० ( - वर ) उत्तम अति उत्तम जाति; श्रेष्ट जाति highest caste. जाइवरसाररक्खिय पराह० २, ४; - संपरण. पुं० ( -संपन्न ) संपूर्ण गुगु ठा० ( =१६ ) :) " વાલી જેની માતા હોય તે; માતાના પક્ષ भेने सारे। होय ते. जिसकी माता गुणवती हो वह; मातृपक्ष जिसका श्रेष्ठ हो वह. one having a mother endowed with talents; one having excel - lent maternal side. भग० २, ५; ८, ७, १०, ५ नाया० १; ठा० ४, २, ३, विवा० १; नाया०ध० सर. त्रि० (-स्मर) पूर्व जन्मनु स्मरण २नार. पूर्व जन्मका स्मरण करने वाला. ( one ) who remembers his past life. आव० ४१; -सरण. न० - स्मरण ) गत भन्माना બનાવાનુ સ્મરણ; મતિ જ્ઞાનને એક ભેટ; તેનાથી વધારેમાં વધારે સંજ્ઞીના ૯૦૦ ભવની વાત તણી શકાય- સંભારી શકાય તેવુ ज्ञान. गत जन्मों की हकीकत का स्मरण; नति ज्ञान का एक भेद; जिसके द्वारा अधिक से अधिक ९०० भवों-जन्मों की बात जानी जा सकती हैं; एक प्रकार का ज्ञान memory of past lives; a kind of power of remembrance or knowledge which enables a person to recall the memory of events of past lives numbering up to the maximum of nine hundred lives or births. जाइ सरणं समुपरणं उत्त० १६, ७; ओव० ४१; प्रव० ५२८; नाया० १ ८ १३; दसा० ५, १६; -सरण वणिज्ज न० ( स्मरणावरणीय ) ज्ञानावरणीय नी भेड अमृति; જાતિ મરણને આવરનાર કર્મ પ્રકૃતિ. ज्ञानावरणीय कर्म की एक प्रकृति; जाति स्मरण - पूर्व जन्मों की स्मृति को आवृत करने वाली कर्म प्रकृति. & variety of knowledge obstructing Karma; a variety of knowledge obs -7 [ जाइ For Private Personal Use Only ८८ Page #832 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाइच्छिन-य] ( ८२० ) [जागर tructing Karma; a variety of __ -सरण. न० ( -स्मरण ) गुमे। “जाइ. Karma screening the me सरण" श६. देखो “जाइसरण " शब्द. mory of past lives or vide " जाइसरण " नाया० १; १४; births नाया०१; -स्सर. ० (-स्मर) भग० ११, ११; -सरणावरणिज्ज. न. । “जाइसर" श»६. देखो "जाइसर" (-स्मरणावरणीय) गुमे। “जाइसरणावरशब्द. vide. “ जाइसर" विशे. १६७१; णिज" श»६. देखो “जाइसरणावरणिज्ज" -हिंगुलुय. पुं. ( -हिंगुलुक) सारे। शब्द " vide — जाइसरणावरसिज' खा .अच्छा-उत्तम हिंगुलक. superior नाया. १;-हिंगुलुय. पुं०( -हिंगुलुक) vermillion. नाया० १; पन्न. १; गुमे। " जाइहिंगुलुय" श६. देखो 'जाइजाइच्छि प्र-य. त्रि. ( यादृच्छिक ) it हिंगुलुय' शब्द.vide‘जाहाहंगुलुय'नाया०१; प्रमाणे ४२॥२. इच्छानुसार बर्ताव करने | जाउ. पुं० ( जायु ) या सोस3. दवा; औषध. वाला. (One) acting to one's ___A medicine. पिं० नि० ६२५ wish. विशे० २५; जाउया. स्त्री. ( यातृ ) शली. देवरानी; जाइजंत. त्रि. ( यात्यमान ) ५०१७यामा देवर-पति के छोटे भाई की स्त्री. Brother माया. पीछे डाला जाता हुआ. (Oue) | in law's wife; wife of husband's madle to retreat. पण्ह. १, १; brother. "मम जाउयात्रो" नाया. १६; जाइमंत. त्रि. (जातिमत् ) गतवानसारी जाडल. पुं० ( जातुल) मे १२ गुन गतना. उत्तम जातिका. Belonging to तरपति. एक तरह की गुच्छ वनस्पति. in high caste. नाया. ३; A kind of vegetation growing जाइमेत्त. न. ( जातिमात्र ) गति मेसी in clusters. पन्न. १; 11. जाति मान; केवल जाति ही. Mere | जाउकराण. न . ( जातकर्ण) मनु । (caste. " जे श्रासन्ना ण जाइमेतण " गोत्र. एक गोत्र. Nume of a femily. पंचा०३, ४७; जं. प. ७, १५९; जाइय. त्रि. ( याचित ) जयेसु; मांगे. जाऊकरणीय. न० ( जातूकीय) मे नमन। मांगा हुआ; याचित. Begged; asked गोत्र यातु. इस गोत्र का. One belong. for. नाया० ५; १८; उत्त० २, २८ ing io this fainily. Theo To 90; जाइरूववडसय. पुं० (जातिरूपावतंसक) से जांबूणय. न०(जाम्बूनद) मे जानु सोनु. नाम शानु योथु विमान. ईशानेंद्र एक तरह का सुवर्ण. A kind of gold. का चौथा विमान. The 4th celestial जं.प. abode of Isinendra. भग. ४, १; जाग. पुं० (याग) यश; अश्वमेवाहि 4. जाई. स्त्री० ( जाती) असा " जाइ" श६. यज्ञ; अश्वमेध प्रमुख यज्ञ. A sacrifice देखो " जाइ' शब्द Vide . जाइ " such as Asvamedha ( horse. पन्न० १; जं० प० ५, ११२; कप्प० ३, ३५, Suerifice ) ete. श्रोव० पिं० नि० ४४०; -मंडवग. पुं० ( -मण्डपक ) मा जं. ५० ५, ११५ " जाइमंडवग " देखो " जाइमंडवग" /जागर. धा• I. (जागृ) Mig. जगना; शब्द. vide “जाइमंड़वग” जं. प. जागृत होना. To be awake; to be Page #833 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जागर ( ८२१ ) [ जाण sleepless. પછી છઠ્ઠી રાત્રે ઘરના માણસે રાત્રે જાગરણ जागरे. सम० ३३; ४२ ते. बालक के जन्म के बाद छटी रात्रि मे जागरित्तए. हे. कृ. वेय. १, १६%3 परिवार का जागरण करना. A vigil जागरमाण. ब. कृ. भग०१, ७, २, १; ३, | kept by the relatives on the १; नाया. १; ५१४; १६; दसा. sixth night after the birth of ३, १४, सम० ३३, ठा० ३, ४; ___a child. “ कइ विहाणं भंते जागरिया उवा० १, ६६, ७३, ८, २५२ । पण्णत्ता ?" भग० ११, ११; ओव० ४०; दस०४ नाया० १; राय. २८६; कप्प० ३, ५६; जागर. व. कृ. प्रव० १३४; कप्प. 1, ६ जागरिया. स्त्री. (जागर्या )यितवन, विया. जागर. पुं० (जागर) असयभ३५ निद्राना ; २. चिन्तन; विचारणा. Contempla गतो; निद्राना सभा। पासा. असंयमरूप ___tion; thought. उवा०1, ७३, ८, २५२; निद्रा से रहित; जगता हुआ; निद्रा के अभाव जाजीवं. अ. ( यावजीवम् ) भी पर्यंत. वाला; प्रबुद्ध. One who is free from ___ जीवन पर्यन्त; जिंदगी तक. Throughout sleep of want of self-restraint; life. क. गं. १, १८; one who is wakeful or wide Vजाण धा• I. ( ज्ञा) यु. जानना. awake. " सुत्ता अमुणो उसया मुणी To know. उसुत्ता विजागरा होति " अाया० १, ३, जाणइ. भग. १, १२, १, ३, ६, ५,४; १, १०८; ठा० ५, २; पन्न. ३, २३; भग. ६, ४८, २; १८,८; नाया. 13 ११, ११; १६, १६; ८; १६, पन्न. ३०; पाया० १, १, जागरइत्तार. त्रि. (जागरयित) गगना२. ७, ५६; १, ७, १, १६६; ठा० २, जगने वाला. Wakeful. भग० १२, २; २; वव. २, ३३; विवा० ६; दस. जागरण. न० ( जागरण ) २१, निदान क्षस. जगना; निद्रा का अभाव. Wakeful. जाणंति. भग० ५, ४, ६, ४, १४, ८; १८, ness; sleeplessness. नाया ० १२ ३: विशे० ६१; नाया० १६; जागरित्तार त्रि. (जागरित ) ना२, जाणासि. नाया. १४; १६, भग० २, १; जगने वाला; उनिद्र. Wakeful; sleep १५, १; उत्त. २५, ११; less. ठा० ४,२, जाणामि. नाया० १; ७; ८; भग• ३, ६; जागीरय. त्रि. (जागृत ) गोस. जगा ५,४; १७,२; a. (One) wlio has kept it. जाणामो. भग०१.६२,१, ३, २, ५, ८; wake. भग० १२, १; उवा० १, ५३; १५, १; १८, ७ ८, २५२, जाणे. उत्त० १८, २९; जागरियत्त. न. (जागरिकत्व) May | जाणिणे-जा. दस० ७ ८; भग. २४, १3B आय२९५. जागरण; निद्रा का अभाव. १२; वेय. २, २, ५, ६, पन्न. १७; Wakefulness; sleeplessness. अणुजो० ८ १३१; आया. १,१, भग १२, २; १, ४; १, ६, ४, १६१; दस. ५, जागरिया. स्त्री० (जागरिका ) नाम | १,४६; दसा. ६,३१; निसी08,१२, Page #834 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाण] [जाण याणइ. श्रीघ०नि०१७ विशे०४२; नाया०१७; याणंति. सु० च० ४, ६८; भग• १, याणामि. सु. च. ७, १११%B जाणउ. विवा० १; भग० ३, २; जाणंतु. दस. ५, २, ३६; जाणसु. पिं.नि. भा. २५; पिं०नि० १०७ | नंदी. ४५; जाणाहि. पाया०१, २,१, ७०; गच्छा. ७६; जाणह. सु. च० ४, ५२; नाया० ६; १६; राय० ७७; भग० १,६; जाणिस्संति. नाया• १६; जाणिभ. सं. कृ. दस० १०, १, १८% जाणिऊण. सं. कृ. सु. च. १, १०१B नाया• ६; जाणित्ता. सं० कृ० नाया० ४, ५, ७; ८; १; १२; १४; १६; १८; भग. २, १; ७, ६; ६, ३२; १५., १; श्रोव० ४०; उत्त० १४३; जाणिया. सं. कृ. नाया. १६; दस०७,५६, जाणित्तु. हे. कृ. पाया० १, २, १, ६८; दस० ८,१३ जाणित्तरा. हे. कृ. दसा. ५, १८, २३; सम० १०3 नाया. ५; भग० ५,८; जाणत्ता, सं. कृ. भग. २,१, ३, १; जाण माण. व. कृ. उत्त० १३, २६; सम. ३०, निसी० १, ४०; जं०प०२,३१%3 विशे० २३६; विवा० १; दसा० ६, १०; सु. च. १, १३८; कप. ६, chariot etc. उत्त. ५, १४, २५, ११; २७, ८; आया० २, ४, २, १३८; सूय० २, २, ६२; सु. च० २, २०८; ओव. भग० २, ५, ३, ३, ५, ७, ५, ६; ११, ११; नाया० ३, ७, उवा० १, ६, ७, २०६; दस० ७, २६; जीवा० ३, ३; जं. ५० दसा. ६,४१०,१; प्रव०७२६; पण्ह० २,२७ ठा०४, ३; सम० १; (२) विमान. विमान. aeroplane. नाया० ध० (3) यानपात्र; कहा। नौका; जहाज वगैरह. a boat; a vessel etc. भत्त. १६५; गच्छा . ८; --गय. त्रि० (-गत) मा गये. यानगत; गाडी में गया हुआ. driven in a curriage. अोव० --गिह. न०(-गृह)२५ भुश्या ५२. रथशाला; गाडी आदि के रखने का घर. a coach-house; a carriageshed. " जाणगिहाणिवा" आया० २, २, २, ८०; निसी० ८, ७; १५,२१; -'पवर. न० (-प्रवर ) प्रधान २थ; उत्तम पाहन. उत्तम रथ, प्रधान गाडी. an excellent chariot; an excellent vehicle. दसा. १०, 1; भग० ६, ३३; -रह पुं० (रय ) में प्रार। २५. एक प्रकार का रथ. a kind of chariot. जीवा० ३,३; -~-रूव. नि० (-रूप) पास महिना ५-241१२. यान-पालको वगैरह का श्राकार. the shape of u palathi quin etc. “समोहयजाणरूवेण" भग० ३,४; -विमाण. त्रि. (-विमानयानाय गमनाय विमान यानविमानम् ) ३५. તાને ગમન કરવા--મુસાફરી કરવાનું વિમાન. देवताओंका मुसाफरी विमान; देवताओंके यात्रा करनेका विमान. a celestial car of the gods. " दसरह इंदाणं दस परियाणिया जाणविमाणापण्णत्ता" टा० १०; ४, ३; राय. ६७; जं० प० ५, ११२, ११५; ११६ १५८%; जाणंत. व. कृ. सूर्य. १, १, १, 1; दसा. ६, २; दस० ६,१०८, ३१; पिं. नि• भा० ३१; नाया० १४; विशे० ४२; पन्न. ११; पि. नि० १११; जाण. न. ( यान ) डी, गाsi, २थ, सयाम वगेरे; स्वारी. यान-गाडी, रथ आदि सवारी योग्य साधन. A vehicle, carriage | Page #835 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाणग] ( ८२३ ) [जाणु भग०१६.२; -साला. स्त्री० (-शाला) समझने वाला. ( One) who knows ગાડી રથ વહેલ વગેરેને રાખવાની જગ્યા. or understands. पिं० नि० भा० ३१; रथ शाला; गाडी खाना. a coach-house; श्रोंघ० नि० ११८, पंचा० ५, ६; a carriage shed. "जाणसालाओवा" जाणण. न. (ज्ञान) सान; Mg ते. जानना; अाया० २, २, २, ८०; ओव० ३०; नाया० . ज्ञान; समझ. Knowing; knowledge; ५; १९; दसा. १०, १; पण्ह० २, ३, comprehension. प्रव० १;-निमित्त. निसा०८, ७: -सालिअ. पुं० (-शालिक) न० ( -निमित्त ) शानना ॥२' ५. ज्ञान ગાડાં રથ વગેરે રાખવાની યાનશાલાને का कारण-हेतु. cause or motive परी भाग. रथशाला के ऊपर की अटारी. of knowledge. प्रव० १; । the upper floor of a couch- जाणणा. स्त्री. ( ज्ञान ) नाथा परतुने। house or carriage shed. निय याय ते. जिससे वस्तुका सच्चा स्वरूप श्रोव० ३०; दसा० १०, १; -जाण अय. प्रतीत-जाना जा सके वह; ज्ञान. That by त्रि. ( -ज्ञायक ) Mगुना२; समन. which the real nature of a ना२; साता. जानने वाला; समझने thing can be known; know. वाला; समझदार; ज्ञाता. ( one ) who ledge. अणुजो० १ ४६; knows, comprehen is or under- जाणया. स्त्री. (ज्ञान) ज्ञान. ज्ञान. Knowstands. अणु जो. १४; ४२; ओव. उवा० ___ledge. भग० १, ६; ७, १८७; विशे० ४४, ४६; (२ ) पुं० पाते जाणवत्त. न. ( यानपात्र ) पलाए. नौका; જાણે નહિ છતાં પિતાને જાણકાર માનનાર नाव. A bout. पंचा• ६, १८: पाहि. स्वयं कुछ भी न जानते हुए अपने जाणवय. त्रि० ( जानपद ) शमां बसता को जानकार मानने वाला बौद्ध वगरह. १॥ सा मावा से... देश में सदा से follower of Buddha etc. who बसते हुए या आये हुए लोग. People pretends to know without habitually residing in a country knowing anything himself. or emigrants. "बहवे जाणवया लूसिसु" सूय. १, १, १, १८; अणुजो० १४६; जं. विवा०३; भग०१,१;११,११;सू०प०१; श्रोव० प० ३, ४७; -सरीर. न० ( -शरीर ) | जाणिअ. त्रि० ( ज्ञात ) 10. जाना हुअा. माय मावि शास्त्र गणनारनु यु | Known. नंदी० ४५; रहे येतन्य शून्य शरी२. श्रावश्यक सूत्र जाणियव्व. त्रि. ( ज्ञातव्य ) गुवा आदि शास्त्रों के जानकार का पड़ा हुआ | योय. जानने योग्य. Worth being मृत -चैतन्य शून्य शरीर. the lifeless known. भग० १, ५५, १, १२, ४; body of one who knows १६, १; १६, ७, २०, ७, ११; २४, १२; scriptures such as Avaśyaka २०; २६, १; कप्प. ६, ४५ etc. अणुजो० १५; जाण. न० ( जानु ) धुटना हीय. जाणग. पुं० (यानक) २५ रथ. A chariot. घुटने. The knee. नाया. १, २; ओव. दसा० १०, १; १०, २१; भग• ८, ७; जं० :प० ५, ११५; जाणग. त्रि. (ज्ञानक) वार; समाना२. | जीवा. ३. ३ आया. १, २, २, १६; पिं. Page #836 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाणु] ( ८२४ ) [जाति नि० ४६८, राय० २२; १६४; उवा० २, नाया. १३; --पुत्त. पुं०( --पुत्र) शास्त्रना ६४; विवा० ६; प्रव० ७३; पंचा० ३, १८; | नारने पुत्र. शास्त्रज्ञ का पुत्र. the कप्प० २, १४; -उस्सेहप्पमाणमित्त. son of one who is conversant त्रि. (-उत्सेधप्रमाणमात्र ) दीया सुधा; | with the Scriptures. [या० १३; दियनी या प्रभारी. घुटनो तक; जानु | जारहई. स्त्री. (जान्हवी ) गानही. गंगा प्रमाण. reaching as far as the | नदी. The Ganges. ठा०६; knees; equal to the knees in | जात. त्रि. (जात ) भन्भेस; BHन ये. height. सम० ३४; कोप्पर. न. ! जन्मा हुश्रा; पैदा हुआ. Born; pro(-कूपर) टी मने पी. जानु-घुटने duced. नाया ०१;;भग०१५, 1; (२) न० और कुहनी भुजाओं के बीच की ग्रंथी-- १२. प्रकार, भेद. variety; species. गांठ. the knee and the elbow. परह. २, ३ -कम्म. न. नाया. २;-कोप्परमाया स्त्री० ( कूर्पर- ( –कर्मन् ) म स२४।२. जन्म संस्कार. मातृ) या स्त्री; imjी. वन्ध्या; वांझ ceremony in connection with at a barren or sterile woman. birth. नाया० १; ---स. त्रि० (-श्रद्ध) नाया० २; ---पमाण, त्रि० (-प्रमाण) ने श्री-२ अन्न छ मेथा. जिसे ध्रुट सुबीना प्रमाण वा. घुटने तक का; श्रद्धाअभिलाषा उत्पन्न हुई हो वह. (one जानु तक प्रमाण वाला. reaching the in whom faith has been ins knees. प्रव० ५४१; -पायपडिय. त्रि.. pired. निर० १,१%B ( --पादपतित) यशाये ५१. घुटनों पर | जातग. त्रि. (जातक ) .मे. उत्पन्न; पडा हुआ; परोपर गिरा हुआ. knelt जन्पा हुआ. Produced; born. नाया. down. विवा०७; --मित्त त्रि० (-मात्र)! १; टीया प्रमाण. पुटनों का प्रमाण. rench | जातणा. स्त्री. (यातना ) पीst. पीडा; बेदना; ing the knees; knee-deep. प्रव० दर्द. Pain; agony. परह. १, १; २५.५; --हि. श्र० (-अधः) दीयाजुनी जातरूव. त्रि. (जातरूप) सु१२; य . नीये. घुटनों के नीचे. below the सुन्दर; चमकताहुआ. Shining: glitterknees. प्रव० १६०; ing. ( २ ) न० सेर्नु. सुवर्ण. gold. *जाणु स्त्री. (ज्ञायक) सभ७ गाने रेवी श्रोव० १७; (३) पुं. ५-सोनाने। पानी निवृत्ति. समझ बूझकर की हुई ४.९७, ४२४१५७नो १३ मे विभाग. जातरूपपाप की निवृत्ति. Deliberate abstin- सुवर्ण का काण्ड; खरकाण्ड का १३ वां ence fronm sin. ठा० ३, ४, हिस्सा. a lump of gold; the 13th जाणुश्र. पु. (जानुक ) तुमे। 'जाणु' श६. . portion of Khara-kāņda. Firare देखो 'जाणु' शब्द. Vide. 'जाणु' उवा. २,६५ जाति. स्त्री० ( जाति ) । “ जाइ" श६. जाणुय. त्रि. (ज्ञायक) शस्त्रनो ना२. . देखो “जाइ" शब्द. Vide. “ जाइ" शास्त्र का जानकार. Conversant with | ओव० १६; पन्न० २; १७; ३६; जीवा० ३, the scriptures. जाणुयाय जाणुयपुत्ताय' | ४; जं० प० (२) मे तनो रू. एक Page #837 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जातिमंत} [ जाय जाति की दारू-मद्य. a kind of intoxi. entreated. भग० १८, १०; cating drink or wine. विवा० २; जाम. पुं० (याम ) भलावत; सब या प्राणा-श्रमद. त्रि. ( -श्रमद ) पनि म निपातरमण माहि होरा प्रत. महाव्रत; २लित जाति के मद से रहित. free from प्राणातिपातविरमण अदि बड़े व्रत. Any the pride of caste. भग० ८, ६; of the great vows; e.g. com-कम्म. न. ( -कर्मन् ) यां plete abstention from killing " जाइकम्म" श६. देखो “जाइकम्म" etc. पाया० १, ७, १, २००; (२) ४२; शब्द. vide " जाइकम्म ” नाया. २; दिवस रात्रिनो योथे। भाग. प्रहरः दिन ---नामानहत्ताउय. त्रि. ( --नामनिधत्ता- या रात्रि का चौथा हिस्सा. any of the युष्) मा “जाइणामनिहत्ताउय" श६. eight periods into which a day देखो “जाइणामनिहत्ताउय" शब्द. vide (24 hours ) is divided. "तो "जाइणामनिहत्ताउय" पन्न. ६; --- जामा पन्नता। तं जहा-पढमे जामे मज्झिमे. सन्न. पुं० (-प्रसन्न ) मे तने। ३. जामे पच्छिमे जामे" ठा. ३, २; अोघ. एक प्रकार का मद्य. a kind of intoxi. नि० ६६०; गच्छा० ३; cating drink जीवा० ३, ३; -पुड जामाउय-अ. पुं० ( जामातृक ) मा न० ( -पुट ) तुम " जाइपुड" ". दामाद; जामात.A son-in-law. विवा. देखो “ जाइपुड' शब्द. vide “जाइपुड" | ३: अणुजो१३१; नाया. १७, -पसन्ना. स्त्री. (-प्रसन्ना ) | जामिल्लय. पुं० ( यामिक ) ५९२१६।२; सिपा. से मत ३. एक प्रकार की मदिरा रक्षक; पहरेवाला; सिपाही. A guard; a kind of wine. जीवा० ३; -मश्र. a watehman. सु. च. ७, ३७; पुं० (-मद) तिने मा२. जाति का । जामुणकुसुम न० ( जपाकुसुम ) राता उस अहंकार. pride or egotism due to पास ५ नामे सोनुं ३. जपा नामक वृक्ष one's lineage or caste. 740 5; का फूल. A Hower of the Chine -मद. पुं० (-मइ) गुमे। 3५३ रा. rose. “ जामुण कुसुमेई वा" राय. देखो ऊपर का शब्द. vide above. भग० | Vजाय. पा. I, II. ( याच् ) याय; ८, ६; -संपन्न त्रि. (-संपल) मे। भाग भाग ४२वी. यावना करना: " जाइसम्पराण" श६. देखो “जाइसंपएण" मांगना. To beg. शब्द. vide "जाइसंपराण" भग० २५, जायइ. निसी० १, २०; १४, ४७; ७; नाया० २; --सरण. न० ( -स्मरण ) जाएइ. नाया० ११; अनुग। “ जाइसरण " श६. देखो " जाइ. जाइजा. वि. नाया. ७, सरण' शब्द. vide "जाइसरण' नाया०८; जायाहि. श्रा० उत० २५,६ जानिमंत. त्रि. ( जातिमत् ) गतवान्. जायसु, प्रा. पिं.नि. ४७२; जातिवान् . Of a high rank or जाइस्सामि. पाया० १, ६, ३, १८५; caste. दस०७, ३१; जाइत्ता. सं. कृ. पाया० १, ७, ६, २२२; जातिय. त्रि. (याचित) भांगेस; यायेय. निसी० १, २, ३, ८२, ५, १५; मांगा हुआ; याचित. Begged; | दस० ८, ५; Vol. u/104. Page #838 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाय] ( ८२६ ) [ जाय जाइत्तए. हे. कृ. नाया० ७; १४; जायंत. व. कृ. निसी० १,२०; पाह. १,३; जाय. पुं० (याग) in; पूल. यज्ञ; पूजा. A Sacrifice; worship. नाया. १, २, भग. ११, ११; कम्प. ५, १.१; जाय-अ. त्रि. ( जात ) उत्पन्न येत; 34. २३ मे. जन्म पाया हुआ; जन्म प्राप्त. Born; produced. नाया.१, २, ३, ४, ६, ७, ८, १२, १३, १४, १६, १८, भग २, १; ३, २; ६, ३३, १२, ६, १५, १; २४, १; २; पि. नि. १६६; १८०; दस०२, ६, ४, दसा०५,२७, ६, १; ८, 1; वव. ६, ४१; सु. च. १, १८ अोव० ३८; उत्त. ७, २; विवा. ५; भत० ८१; कप. १, १; (२) पुत्र; रे. पुत्र; लडका. a son. नाया. १; ५; ६; भग• ६, ३३, ११, ११; सूय. १, ४, २, १३; सु. च. ४, ३१२; | पंचा० ८, ३; (3) त्रि. प्रात ये; मे। ३. प्राप्त किया हुआ. obtained; got. | " सुद्धे सिया जाए न दूसएजा" सूय. १, १०; २३; (४) प्रार; लेह. प्रकार; भेद & Variety; a division. ठा. ४, १; १०; (५) त्रि. १६; aat. विकार रहित; शुद्ध. pure; of a high caste. " जायहिंगुलेति " राय, ५३; (६) सर. अंकुर. sprout. दस. ४; (७)। शारिधि गगुनारगीता शास्त्रविधि को जानने वाला, one knowing the precepts of scriptures; it learned. प्रव.७८७; ~~-अंघरूवग. पुं० (-अंधरूपक-जातं उत्पन्न अन्धकं नयनयो रादित । एव अनिष्पतेः कुत्सित अङ्गरूपं यस्यासो) આંધલ અને કુત્સિત અંગપાલે; બેડલ |. शरी२ वा. अंध व कुत्सित अंग वाना; | कुरूर शरीर वाला. one who is blind and deformed in body. विवा० १; -कप्प. पुं० (-कल्प) गीताय ना ४८५. गीतार्थका कल्प. u resolution of Githrtha. प्रव०२४; -कम्म. न. (-कर्म) १.म स२४२, नाछिन विगैरे. जन्म संस्कार; नाडि छेदन इत्यादि. ceremonies like cutting of the umbilical cord (navel cord ) etc. after the birth of a child. " णिवत्ते असुई जाय कम्म करणे " ठा. ९; अोव० ४०; नाया० ८; -कोऊहल. त्रि० (-कुतूहल-जातं कुतूहलं यस्य स जातकुतूहलः ) ने कुतूस उत्पन्न ध्ये। हाय ते. वह जिसको कुतूहल उत्पन्न हुश्रा हो. ( one ) in whom curiosity is roused or excited. नाया. १; स्थाम. त्रि. ( -स्थामन् ) १५-उपन थये। वाय. बल-प्राप्त. grown strong. “वसभी इव जायत्थामे" ठा०६; -निंद्या स्त्री० (-निद्रुता-जातान्यपत्यानि निनोन मृतानि यस्याःसा )ोना જન્મેલ બાળક નકલ મરણ પામે છે અથવા મુવેલા અવતરે છે તે માતા. जिसके जन्म पाये हुरे बालक तुरन्त मा जाते हैं अथवा मृतक पैदा होते हैं वह माता. a woman whose children die iinmediately after birth or are born dead. "सुभ हा नामं भारिया जायनिंद्रया यावि होस्था" विवा• २; ७; -पइ. न० (-प्रतिष्ठ) २ ०५२ २९. अंकुर पर रहा हुअा. anything resting upon or supported by a sprout. दस० ४; ---पक्ख. त्रि. (-पक्ष) ने पांग पत्र ययेश छे ते. जितको पंख आ गये हैं वह ( a bird ) having wings. “ जायपक्खा जहा हंसा " उत्त० २७, १४; --मूक. पुं. Page #839 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जायग] ( ८२७ ) [जायमत्त ( -मूक)-मथा। भूगो. जन्म ही से जायण. न० ( या तन) । ४२वी ते. दुःखी मूक. dumb from birth. विवा० १; करना; सताना. Giving pain or -विम्हय. त्रि. । -विस्मय ) विस्मय trouble. परह. १, २; पाभेल. विस्मित; चकित. astonished; / जायणा. स्त्री० ( याचना ) यायना; भांनी surprised. नाया. १२; -संवेग. वि. लि५ भागी ते. भीख मांगना; याचना ( -संवेग) ने सवे-मुमुक्षुता उत्पन्न करना. Begging; solicitation. था छ ते. जिसमें संवेग-मुमुक्षुता सूय० १, ३, १, ६, भग० ८, ८; प्रव० उत्पन्न हुई हो वह. one seeking ६१२; -परिसह. पुं० (-परिषह-याचनंemancipation. भत्त० १३; ~संसय. याचा प्रार्थना सैव परिषहो या चापरिषहः) त्रि० (-संशय-जातःसंशयो यस्य सजात भिक्षानी परिरा; परिशहनो मे २.भिक्षा संशयः ) सशय उन यस. संशय का परिषह; परिषह का एक प्रकार. bearग्रसित. thrown into doubt; (one) ing the affliction or trouble in whoin doubt or suspicion is caused by having to beg. 7. engendered. भग० १, १; १०, ५; २२; -वत्थ. न० ( -वस्त्र ) जयवानु नाया.१;-सड्ढ त्रि. (-श्राद्ध-श्रद्धया यत्- १२. ली. भिक्षा का वस्त्र; झोली. क्रियते तत् श्राद्धं जातं उत्पन्न श्राद्धं इच्छा- piece of cloth (like a swinging विशेषो यस्यासी जातश्राद्धः ) श्रद्धा विपन्न | bag) to keep alins in. निसी०१५,३४; ये. श्रद्धावान्. ( one ) in whom | जायणा. स्त्री. ( यातना ) पी. दुःख, पीडा; faith is born; having faith. नाया. कट. Pain; trouble; affliction. १, ६; भग. १, १, १०, ५; १४,६; "जायाणाकरणसयाण" पराह.१,११,३, जायग. त्रि. (याजक) यान; 41 १२ना२. जायणी. स्त्री. ( याचनी) साहारानी ग्राजक; यज्ञ करनेवाला. ( One ) per- भागीरवानी भाषा. आहारादिक के लिये forming a sacrifice; a sacrificer. याचना करने की भाषा. Words used in "सो नत्थ एवं पडिसिद्धो, जायगेण महा- soliciting or begging food etc. मुणी" उत्त० २५, ५; ठा० ४, १; पन्न० ११; भग० १०, ३; दसा. जायण. न. ( याचन ) भागते; याय १,१; प्रव०६८१; ते. मांगना; याचना. Bagging; solicit. जायते-य. पुं० ( जाततेजस् ) अभि. अग्नि. ing. उत्त० १२, १०; पंचा० १८, १; Fire. “जायतेयं समारम्भ बहनो रुभिश्रा -जीवण. वि. (-जीवन-याचनेन जोवनं। जणा" सम० ३०; दस० ६, ३३; भग० ३, प्राणधारणमस्येति याचनजीवनः ) ना ३, ६, १; सूग० २, ६, २८; दमा० १, ४; છતને આઘાર મારવા ઉપર છે તે; जं. प० २, ३५; भिक्षु५. भिक्षुक; जिसकी श्राजीविका भिक्षा | जायमित्त न० ( जातमात्र ) -म यतir. वृत्तिार निर्भर है वह. ( one ) who, जन्म होते ही; जन्म ही से. Immedi. lives by begging; a beggar. | ately upon being born; from "जाणाहि मे जायण जीणोत्ति' उत्त. the very birth. विवा० २, १२, १०; जायमेत्त. त्रि. (जातमात्र ) SHन यतां वेत. Page #840 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जायरूव] ( ८२८ ) [ जारा उत्पन्न होते ही. Froin the very संयम नियनी महा. संयम-निर्वाह की birth; immediately after birth. मर्यादा. a limit fixed in the matविशे. २६८%3; विवा०४; ter of observance of ascetic जायरूव. न० ( जातरूप ) से गलत सानु practices. " प्रायगुत्ते णयाधीरे सुवर्ण का एक प्रकार. A kind of gold. जायामायाए" आया० १, ३, ३, ११६; " जायरूपमईओ अोहारणाओ " जीवा. -मायावित्ति. स्त्री. ( -मात्रावृत्ति ) ३, ४, उत्त. २५, २१; राय. २६; २८६; संयम निर्यानी माहवायं ७१. संयम नाया• १; भग०२, ५, ठा०६; ओव० कम्प. निर्वाह की मर्यादामय जीवन. life of २, २६; जं० प० २, ३२; (२) त्रि०५ self-control guided by fixed पा. सुन्दर; स्वरूपवान्. beautiful. principles of asceticism. “ जायाकम० ५, ११६; -कंड. पुं० (-काण्ड) मायावित्ति होत्था" स्य. २, २, ३८; રસપ્રજા પૃથ્વીના ૧૬ કાડમાં ૧૩ મે भग. २५, ३: नंदी. आए. रत्नप्रभा पृथ्वी के १६ काण्ड में जाया. स्त्री. ( जाया ) स्त्री; मार्या; स्त्रो; से १३ वा कागड, the 13th of the भाया. A wife. “बाहिं जाया " 16 Kandas of the Ratna | __ जीवा. ३; भग० ८, ५; ठा० ३, २; prabhā world. Tro 90; जाया. स्त्री० ( जाता ) पाय-यमरेन्द्र कोरे॥ जायव. पुं० (यादव ) यहु 217; Met. | બારની સમા કે જેના સભાસદેવગર બોલ બે यदुवंशज; यादव. One born in the सावे. चमरेन्द इत्यादि की बाहर की सभा Yadufamily: a Yidava. नाया. कि जिसके सदस्यगण, बिना निमंत्रणं आते १६; पगह. १, ४; है. Tne outer council of Chu. जायवेय. पुं० ( जातवेदस् ) अलि अग्नि mareadra ete. the members of Fite. “ जायवेयं पाहेहिं हणह जे भिक्खु which attend without invitaअवमन्नह'उत्त० १२, २६ tion. ठा० ३, २; जीवा० ३, ४, ४, २; जाया. स्त्री. (यात्रा) यात्रा; शरीर निहि. भग० ३, १० यात्रा; शरीर निर्वाह. Livelihood. सूय. जायाइ. पुं. ( यायाजिन्-यायजतीत्येवंशीलो १, ७, २६; पिं० नि० ६४३; ( २ ) संयम यायाजी) अ५५५ ५। २ना२. अवश्य यात्रा; संयमनियम. संयम यात्रा; संयम यज्ञ करने वाला. One who performs निर्वाह, पंचमहावतादि संयम यात्रा. a sacrifice positively or without maintenance of self restraint; fail. "जायाई जमजन्नम्मि" उत्त० २५, १; observanse of the five great | जार. पुं० (जार) भगिनु मे सक्ष. _vows etc. आपा. १, ३, ३, ११६; माणे का एक लक्षण. A characteris. नाया. १; भग० २, १; ७, 1; नंदी० ४५; | tic mark of agem. राय ४६; जं. ५० (३) विर; प्रवृत्ति. विहार; प्रवृत्ति. pere. | जारा. स्त्री० ( जारा) ४३५२ प्राणानी से grination; sport; activity.] 1. जलचर प्राणी की एक जाति. A परह. २, १; -माया. स्त्री० (-मात्रा- class of aquatic animals. जीवा. यात्रा संयमयात्रातस्यां मात्रा यात्रामात्रा)। ३, ४; राय• ६३; Page #841 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जारापविभत्ति] ( ८२६ ) [जाल जारापविभत्ति. पुं० (जाराप्रविभक्ति ) से kind of plant; a kind of bul પ્રકારની નાટક વિધિ; જારા–એક જાતનું bous root. 97. 9; જલચર પ્રાણું તેની એક પ્રકારની રચના जारुकरह. पुं. (जारूकृष्ण) पशि४ गती वातुं नाट. एक प्रकार की नाटक विधि मे शा. वशिष्ठ गोत्र की एक शाखा. जारा-एक जाति का जलचर प्राणी उसकी An offshoot of the Vaśiştha एक प्रकार की रचना युक्त नाटक. A family-origin. (२) ते गोत्रता ५३५. kind of dramatic representa- उस गोत्र का पुरूष. a person belongtion, having an arrangement ing to the above family-origin. resembling a Jara i. e. a kind | ठा० ७, १; of aquatic animal. राय० ६३ | जाल. पुं० ( जाल ) भाव ५४वानी MA. जारामार. पुं० (जारामार ) सय२ प्राणीनी मच्छी पकडने की जाल. A net to से 4. जलचर प्राणी की एक जाति. eateh fish. पन्न. ११; नाया० १, ३, A kind of aquatic animal. पिं. नि. ६२२, विवा. ८; उत्त० १४, ३५, जीवा० ३, ४, (२) भूध याहि ५शुने ५४वानो पाश, जारामारापविभत्ति. स्त्री. ( जारामारप्रति । मृग आदि पशु को पकडने का फन्दा. a भक्ति ) भा२.१४ १५२ प्राणीनी मे snare to catch deer etc. to go જાત-તેની રચના વાલું ૩૨ નાટકમાંનું એક (३) भुताको शुरछ।. मुक्ताफल का नाट. जारामार-जलचर प्राणी की एक गुच्छा . a cluster of pearls. कप्प. जाति उसकी रचना युक्त ३२ नाटक में से ३, ३६; (४) न० मे मतनु गर्नु एक नाटक. One of the 32 kinds घरे. एक प्रकार का पैरोंमें पहिनने का of dramas.wbith a scenic repre. जेवर. a kind of ornament for sentation of Jārämāra i. e. a the feet. ओव. ( ४ ) नसी; ताना kind of aquatic animal. राय ६३; - वाली री. जाली; छोटे छोटे जारिस त्रि. (याश ) यार. छेद वाली खिडकी. a barred window; जैसा; जिस प्रकार का As; of the a window made up of small nature of which. " जारिसश्रो जं apertures. पन्न. २, नाया १; जीवा. नामा जहयको जारिसं फलंदंति " पण्ह. ३, ४; ओव० ३१; सम०प० २१३; (५ ) १, १; पिं० नि० ५२८; भग. ३, १; उत्त. सभूप. समूह. agroup; a collection. २७, ८, सूय० १, ५, २, २३; राय० ४४; १०६; जीवा० ३, २; जं. प. जारिसय. त्रि. ( यादृशक ) यु; या ओव० १०; उवा० ७, २०६;-अंतर. मारनु. जैसा; जिस प्रकार का. As; of न० (--अन्तर ) सीमारी कम्येनु the nature or quality of which. सत. जाली-खिडकी के मध्य का नाया. ८; १६; भग० ३, २, १५, १; अन्तर. an interval between the जार. पुं० (* जारू) ये नामानी से साधा२९५ apertures or open spaces of it वनस्पति नी मे गति. इस नाम की barred etc. window. art. 9; 5; साधारण वनस्पति; कंद की एक जाति A -अंतररयण. त्रि. (-धंतररन) ना Page #842 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाल] ( ८३० ) [जालपंजर મધ્ય ભાગમાં રસ છે એવી જાલી (બારી) पातुंधर. जालीदार घर, मकान. a house जाली (खिडकी) कि जिसके मध्य भाग में with windows or barred winरत्न है. a barred ete. window dows. श्रीव bearing a gem in the middle. जाल. पुं० ( ज्वाल ) यासाअनि शिपा. सम• राय. -उज्जल. त्रि० (-उज्वल) ज्वाला; झाल. Fire; a flame of मुस्तावना सुनाथ! Bre. मुक्ताफल के fire. जीवा. १; -उज्जल. त्रि. गुच्छ से उज्वल. shining on ac (-उज्वल ) घor Moreयमान. अत्यंत count of a cluster of pearls. प्रकाशमान. very bright; flashing. कप्प० ३, ३६;--कडअ. पुं. (-कटक) श्रोच. सनो समूह. जाल का समूह. a collec. जालंधर. पुं० (जालंधर) वानहालयीन tion of nets etc.जीवा०३,४;-कडग. गोत्र. देवानंदाजा ब्राम्हणी का गोत्र. the पुं० (-कटक ) नोभा २भएि ति family-origin of DevānandāBrā. કોતરી હોય એવો જાલીવાલ પ્રદેશ. hmani ( wife of a Brahmana). जिसमें रमणिक आकृतिका नकीका काम हो 'देवणंदाएमाहणीए जालंधरसगुताए' पाया. ऐसा जालिदार प्रदेश. a wall etc. in २, १५, १७६; -सगुत्त. त्रि. (-सगोत्र) which windows are beautiful १२ गोत्रमा उत्पन्न येत. जो जालंधर ly carved or engraved. जीवा. ३, त्र में उत्पन्न हुआ हो. one born in ४; जं. प. राय. ११३; -गठिया. स्त्री. the family of Jalandhara. कप्प. ( - ग्रन्थिका--जालं मत्स्य बंधनं. तस्येव ग्रन्थयो यस्यां सा जालग्रन्थिका )सनी गई. जालकी गांट.: knot of a जालग पुं० ( जालक ) श्री; मारी. जाली; met. " जालं गंटियाइवा -श्राणुपुब्धि खिडका. A window; a barred winगंडियावा" भग० ५, ३, -घर. न. dow. नाया. १; ओव० (२)५गर्नु । ( - गृह ) बीमा ५२. जाली दार घर जतनु माम२४. पैरों के लिये एक प्रकार का आभूषण. a kind of ornament a house haviny barred win. dovs. नाया० ३, -घरग. न० (-गृहक) for the feet. " सखिीखणी जाल परिश्री-गारीमा घ२. जालीदार घर, मकान. क्खित्ताणं " ओव० ( ३ ) ये द्रिय ७५ विशेष. दो इन्द्रिय वाला जीव विशेष. a house with barred windows kind of two-sensed living being. or windows. नाया.२, ३, राय० १३५; उत्त० ३६, १२८ ओव० -घरय. न० (- गृहक ) । उपमा श६. देखो ऊपर का शब्द. | जालद्ध. न० ( जालार्द्ध) यारे निस. vide above. नाया. ८ –विंद. न. | २४ी. अर्धचंद्राकार सीढी. A semicir. ( - वृन्द) गोपनी सा; "20-लीना cular ladder. नाया, १; समूह. जाली का समूह. a group of मालपंजर. पुं. (जालपअर) १५. गोख. windows or barred windows. | A cage-like window; a window जीवा. ३; ~~-हर. न० (-गृहक ) ली। jutting out from the main Page #843 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जालय ] building. जीवा ० ३, ४, राय० १०७; जालय. पुं० ( जालक ) भुग्भे । 'जालग' शब्द. देखो 'जालग' शब्द. Vide 'ज लग' जीवा० ३, ३; जाला. स्त्री० ( वाला ) न्यासा भास अमिनी शिष्या. अग्नि की ज्वाला. A flame of fire. "जालातुरं घन छिन्ना" नाया० ( ८३१ ) पन्न० १; ५, ३; १; १६; भग० ३, २; १४, ७ मु० च० १, ३०; दस० ४; ठा० उत्त० ३६, १०६, पंचा० ३, २२; ( २ ) मावर्तीनी भाता. ६ वें चक्रवर्ती की माता. the mother of the 9th Chakravarti. सम० प० २३४; ( ३ ) ચન્દ્રપ્રમ રવામીની શાસનદેવી चन्द्रप्रभ स्वामी की शासन देवी. the tutelary goddess of Chandraprabha Svāni. प्रव० ३७७ उज्जल त्रि० (- उज्जल ) न्यासाथी उस ज्वाला से उज्वल. brightened with flame. कम्प० ३, ४६; —पयर. पुं० ( प्रकर ) न्यासांनी समूह ज्वालाओं का समूह. collection of Hames. कप्प ० ३, ४६: - माला. स्त्री० ( - माला ) ज्वासानी भाषा; पंक्ति. ज्वाला की माला; पंक्ति row of flames. भग० ३, २; जालाउ पुं० ( जाबायुष्) प्रहारनो द्रिय 4. एक प्रकार का दो इन्द्रिय वाला जीव. A kind of two-sensed liv ing being. पन० १; जाला उय. पुं० (जाला युष्क) लगे। उसे शह. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. पन ० १ ; जालि. पुं० ( जालि ) अंतगसूत्रा थोथा વના પ્રથમ અધ્યયનનું નામ. अंतगड सूत्र के चौथे वर्ग के प्रथम अध्ययन का नाम. Name of the first chapter of the 4th section of Antagada For Private [ जालि Sūtra. अंत० ४, १; ( २ ) वासुदेव રાજાની ધારણી રાણીના પુત્ર, કે જે તેમનાથ પ્રભુ પાસે દીક્ષા લઇ ખાર અંગને અભ્યાસ કરી સેલ વરસની પ્રત્રજ્યા પાલી શત્રુંજય પર્વત ઉપર એક માસને પુથારે કરી સિદ્ધ थया वासुदेव राजा की धारणी राणी के पुत्र कि जो नेमनाथ प्रभु से दीक्षा लेकर द्वादश ग्रेगों का अभ्यास कर सोलह वर्ष की प्रव्रज्या का पालन कर, शत्रुंजय पर्वत के ऊपर एक मास का संथारा कर सिद्ध हुए. name of the sou of queen Dhârani, wife of the king Vasudeva. He took Dikṣa from Nemanatha Prabhu ( lord ), studied the 12 Angas, practised asceticism for 16 years and after a month's Santhara (giving up food and water ) on Satruñjaya, became & Siddha. अंत० ४, १; (३) અણુત્તરે વાઇસૂત્રના પ્રથમ વર્ગના પ્રથમ अध्ययननुं नाम. अणुत्तरोववाई सूत्र के प्रथम वर्ग के प्रथम अध्ययन का नाम. name of the 1st chapter of the 1st section of Anuttarovavãi Sūtra. अणुत्त० १ १ ( ४ ) શ્રેણિક રાજાની ધારણી રાણીના પુત્ર કે જે મહાવીર સમીપે દીક્ષા લઇ ગુણરયણુ તપ તપી સેાલ વરસની પ્રવ્રજયા પાલી વિપુલ પર્વત ઉપર એક માસને સથારે કરી કાલધર્મ પામી વિજય નામના અનુત્તર વિમાનभां उत्पन्न था. श्रेणिक राजा की धारणी राणी के पुत्र कि जो महावीर स्वामी समीप दीक्षा ले गुणरयण तप कर के सोलह वर्ष की प्रव्रज्या पालनकर विपुल पर्वत के पऊर एक मासका संथारा कर काल धर्मको प्राप्त कर Personal Use Only Page #844 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जालिया ] ( ८३२ ) [जावग अनुत्तर विमानमें उप्तन्न हुए. name of ___ as far as. " महवा जो जस्स जावइयो" the son of queen Dhāraṇī, wife पंचा० ४, ५; भग० १, ६, ७; ३, २, ४, of king Śreņika. He took Dikṣā ६, १७, ८, ८, १०; १४, ७; १५, १; from Mabāvīra Svānni, prac. १६.४, वव. ६, ४३; जं. प. २, १६; tised Gunarayaņa austerity, जावई. श्री. ( यावती) ७ ॥२५तिना led an ascetic life for 16 years, | मे २. गुच्छ वनस्पति का एक प्रकार. performed a month's Santhara | A kind of vegetation growing (giving up of food and water) ____ in clusters. पन. १(२) जतन on Vipula mountain and after ६. एक जाति का कंद. a kind of bul- . death was born in the heaven. bous root. उत्त० ३६, ६७; ly abode Vijaya. अणुत्त० १, १; जावं. ० ( यावत् ) यां सुधी. यावत् : जालिया. स्त्री. (जालिका ) लसी; सदानी। जहां तक; जबलग. As long as; till; "पारी. जाली; लोहे की खिडकी. A up to. भग० ३, १; latticed window. पण्ह. १, ३: जावंचणं. अ. ( यावश्च ) सामां. समय जाव. अ. ( यावत् ) rei सुधी; arial; कि जिस दरम्यान. Time etc. during 2. जहां तक; जबतक; जितना. As | which. सूय. २, १,६; long as; as fir as; as much as जावंत. त्रि. (यावत् ) 21. जितने; जं. ५० ५, ११३; ११४; ११२, २, ३३; जितना. As many; as much. “जानाया. १,८; १०; १४; १६, भग. १,१; वंति विजा पुरिसा" उत्त. ६, १; पिं० ५; २, १; २५, १२; ओव० अणुजो० ३; नि० १४२; भग. ३, १; दस० ६, १०; सय० १, ३, १, १; आया. १, २, १, ७१; (૨) ભગવતી સૂત્રના પ્રથમ શતકના છઠ્ઠા उत्त० ४, १३; वेय. १, ४१; पिं०नि० ५३; नाम. भगवती सूत्र के प्रथम शतक पन्न. १; निसी० २०, १ नंदी० १२; के छठे उद्देश का नाम. name of the विवा० ५; दसा. ६, १; दस० ७, २१; ८, 6th, Uddeśa of the 1st Sy३६; निर० १,१; उवा० १, ७४; ८, २५३; taka of Bhagavati Siltra. भग. कम्प० १,१०; प्रव. १२; १,१; जाव. पु. (जाप ) 14; मन्त्राहि -या- जावंतिम. अ. ( यावरंतिम ) छेदले सुधा. २४. जाप; मंत्रादिक का उच्चारण. Tell-. अन्त पर्यंत. Up to the last. विशे. ing beads upon a l'osary; lope. २८४; tition of Mantras i. e. sacred जावंताव. अ. ( यावत्तावत् ) में प्राप्नु charms etc. परह. २, २; गलित; संन्यानो मे २. एक प्रकार आवश्र. पुं० ( यापक) क्ष व्यतीत ४२।. का गणित; संख्या का एक प्रकार. A kind बना२ तु. काल व्यतीत कराने वाला हेतु. of arithmetical calculation; a The cause to pass time. ठा०४,३; mode of numerical calculation. जावइय. त्रि. ( यावत् ) . जितना. ठा० १०; ( Lasting ) as long as; (going) | जावग. पुं० ( यापक ) सक्षे५ ५२ना२ हेतु; Page #845 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाववणं] ( ८३३ ) [ जाहत्थ डेतुनो मे १२. हेतु का एक प्रकार. A | जावय. पुं० ( यापयतीति यापकः ) । variety of causes. ठा०४,३; वैपने पता ४२ना२. राग द्वेष का त्याग जावचणं. ० ( यावच) नुमा "जावंचणं" करने वाला. One who abandons, श६. देखो " जावंचण" शब्द. Vide reuounces passion and hatred. " जावंचण" भग० २, १; ३, ३, ५, ६; नाया. १3 जं. प. ५, ११५; सम. १३ जावज्जीव. अ. (यावजीव)७वे या सुधी; श्रीव. १२; कप्प० २, १५; ७० ५५"त. जीवन पर्यंत; जीता रहे उस जावय. पुं० ( जापक) श ष सावना२. समय तक. Till death; as long as रागद्वेष जितानेवाला. One that causes life endures. ठा० ३, १; आया० १, to conquer pas ion and hatred. ७, ८, २२; भग० ३, १; वव०. ३, २७; अोव. १२; सम० १; नाया• १; १३; १६; दसा. ६, ४; दस. जावसिश्र. पुं० (* जावसिक ) मा मा। ६, २६; गच्छा० १०५; -बंधण. न. सावना२. घास के गठे लाने वाला. One (-बंधन ) ७वे त्यां सुधी; धन. जीवन who fetches bundles of grass पर्यत बंधन. life-long bondage. ( for selling ). ओघ. नि. २३८: दसा. ६,४; जास. पु. (जाष ) पिशायनी या प्रकार. जायज्जीवियं. अ. (याबजीवितम् ) rii पिशाच का एक प्रकार. A kind of सुधा १०५ २ त्यां सुधा. जीवन पर्यंत. AS ghost or fiend. पन्न. १; long as life lasts. भग. ७, जासुश्र. न. (जासूद ) सुनां ५५ जासु जावण. न. ( यापन ) निरिक्ष २१. निवार्ह के पुष्प. A Jasu flower. कप्प०४,६०; करना. Supporting (life); spend. | जासुण. पुं० (जपासुमनस् ) - ५ ing; passing; ( e. g. time ). श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. पि. नि. २१०; नाया. १; जावति. त्रि. (यावत् ) सुं. जितना; | जासुमण. न० ( जपासुमनस् ) सुनांस. जिस हद तक. As much as; as many जपा कुसुम, जासु के फूल. A flower of as; to the extent to which. पिं. the China-rose. "जासुमण कुसुमेइवा" नि. २४२; पन. १५; जं. प. पन्न..; नाया• १; राय०६६; अंत० ३, ८; जावत्ती. स्त्री. (जातिपत्री) Mत्री; से भग. १४, ६; जं. प. नामर्नु मे जतनु वृक्ष. जायपत्री; इस नाम जासुयण. पुं. (जपासुमनस् ) सुनi ya. का एक प्रकार का वृक्ष. The outer जासु के फूल. A flower of the skin of the nutmeg; name of China-rose. जीवा० ३, ३, ४, atree. पन्न. १; जित्त. न० ( जीवत्व ) ७१५. जीवितता; जावदत्र. न. ( यावद्व्य ) रतु हे त्यां- जीवत्व. Life; the state of life. क. सुधा हे ते. वस्तु के अस्तित्व पर्यंत रहे वह. | गं. ४, ६६; Anything which endures or | जाहत्थ. न. (याथार्थ्य) ययाय ५. यथार्थlasts till the substance of | ता. Real or correct nature; which it is made lasts. विशे०२५: true character. विशे. १२७६; Vol. II/105. Page #846 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जाहे] ( ८३४ ) [जिहा जाहे. अ. (यदा) न्यारे. जब. When ____ing maturity to soul. क॰गं०५,२०; ( relative adv.). "जाहेणं सक्के देविदे। जिसत्त. पुं० (जितशत्रु) मलावीर स्वामीना देवराया" भग. १६, १, २, ३, ३३, १४, मतमा भिथिया नगरीन। २०. महावीर ६; १५, १; २४, १६, २४; नाया० १८3; स्वामी के समय में मिथिला नगरी का राजा. ८; १८; ओघ. नि. ४६०; विवा० ५; जं. The king of Mithilā city in प. ७, १४१; विशे० २३२४; the time of Mahāvira Swami. जिअ. पुं० (जीव ) 94; प्राणी. जीव प्राणी. जं. प० ५, ११५; A. soul; a life; a living being. | जाहग. पुं० ( जाहक ) सेढा); टवाखं से विशे० १४००; १६८४; चउ० १६; सूय. | प्रा. सेही. Porcupine. भग०१५, १; १, १, २, १; क. गं. १, १, १६; ४६; ४, परह. १, १; नंदी० ४४; विशे० १४७२; १; ५, ७६; २१, ५४; नाया०१५; -अंग. | जिइंदिअ-य. त्रि. ( जितेंद्रिय जितानि स्वन० (-अङ्ग )पर्नु सग-शरी२. जीव का विषय प्रवृति निषेधेन इंद्रियाणि येन स अंग-शरीर. the physical body in जितेन्द्रियः) धद्रियाने पक्ष ४२नार, रिते. which life exists. क. गं० १, ४६; न्द्रिय. इंद्रियां को वश करने वाला. One -हाण न० (-स्थान) पना स्थान-मेह, who has subdued or conquered સુક્ષ્મ એકેડિયાદિ છવના ૧૪ ભેદ-પ્રકાર. his senses. दस०३, १३, ८, ३२; ६४; जाव के स्थान-भेद; सूक्ष्म एकेद्रियादि जीव १, ३, ८; नाया. १; १४; भग० २, १; के १४ भेद-प्रकार. the different पंचा० ११, ४०; गच्छा . ४२: s of lives; the 14 divi- जिघणा. स्त्री. ( घ्राण ) सुंघते. सूंघना. sions of one-sensed minute | Act of smelling. प्रोघ० नि० ३७६; lives etc. क. गं० ४, ५; -लक्खण. | जिढ. त्रि. (ज्येष्ठ) माटो. ज्येष्ट; वडिल. न० (-लक्षण ) तुं साधारण २५३५. ____Elder. गच्छा . ६०; कप्प० ५, १२६; जीव का असाधारण स्वरूप. the dis- ८; प्रव० १६८; (२) ष्ट श्रेष्४. उत्कृष्ट; tinguishing quality of a living श्रेष्ट. best. विशे० ३३२६; क. गं. ६, being. क. गं० ४; ३३; -लक्ख णुव- ७७; ४, ८६; -ट्ठिइ. स्त्री० (-स्थिति ) श्रोग. पुं० (-लक्षणोपयोग) नए सज्ञान, कृष्ट स्थिति. उत्कृष्ठ स्थिति. best conપાંચ જ્ઞાન અને ચાર દર્શન એ–બાર છવના dition. क० प० २, १०४; -पुत्त. पुं० लक्षण ५ उपयोग. तीन अज्ञान, पांच ज्ञान (-पुत्र) मोटी हीरे. ज्येष्ठ पुत्र. the व चार दर्शन ये जीव के द्वादश लक्षण रूप eldest son. निर० ३, १; -वयण. उपयोग. the 12 characteristics न.(-वचन) -डाटानुं वयन. वडिलका बचन. of life viz. three Ajñānas, words of an elderly person. five Jñanas and four Darsanas. गच्छा . ६०; क. गं० ४, ३३; —विवागा. स्त्री० (-वि. जिहा. स्त्री. ( ज्येष्ठा) मोटी हेन. ज्येष्ठ पाका )७२ आश्री विपा सामनारी म भगिनी; बडी बहिन. Eldest or अति. जीवके संबंध विपाक पाने वाली कर्म elder sister. (२) ए. जेठानी. प्रकृति. a variety of Karma show- I wife of the husband's elder Page #847 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिहामूल] ( ८३५ ) [जिण brother. जं० प० ७, १५६: नंदी० ३; पिं. नि. १८४; अणुजो० १६; जिह्वामूल. पु. (ज्येष्ठामूल) नी पुनमे १२७; सम० १; ३०; ओव. उत्त० २, ४५; જયેષ્ઠા મૂલનક્ષત્રની સાથે ચંદ્રમા જોગ જોડે १०,३१; श्रागा० १, ५, ५, १६२, उवा. ते महिना; : म.स. जिसकी पूर्णिमा के १, ७३, ७, १७८%; कप्प० २, १६; क. गं. दिन ज्येष्ठामूलनक्षत्र के साथ चंद्रमा योग १,१; १, ५६, ६०; ६१, ४, ५६; श्राव० साधन करता है वह मास; ज्येष्ठ मास. २, ५, प्रव०३; ज. प. ५, ११२; ११५; Name of a lunar month in -अंतर. न. ( -अन्तर ) तीर्थना which the full moon stands in અંતરને કાલ; બે તીર્થકર વચ્ચેનું કાલ the constellation Jyeșthà (cor- ५२.३ अंतर. तीर्थंकर के अंतर का काल; responding to May-June ). दो तीर्थंकरों के काल का मध्यस्थ अन्तर. उत्त० २६, १६ the interval of time between जिह. न. (* ) मे तनी २मत. एक two Tirthankaras. भग० २०,८% प्रकार का खेल. A kind of game. प्रव० ४३४; -अणुमय. त्रि० (-अनुमत) प्रव० ४४१; fore अगवानने अनुमत समत. जिन Vजिण. धा. I. (जि) छत. जीतना; परा- भगवान से अनुमत संमत. acceptable जित करना. To win; to conquer. to, permitted by i Tirthan. जिच्च. क. वा. वि. उत्त० ७, २२; kara etc. जीवा० १; -अभिहिय. जिण. वि. उत्त० ६, ३४; दस. ८, ३६; त्रि. (-अभिहित) तीर्थरे हेसुं. तीर्थकरने जय. आ. श्रोव. ३२, कहा हुआ. said by Tirthankara. जिचमाण. क. वा. व. कृ. उत्त० ७, २२; | प्रव.६७४, --श्राहिय. त्रि. ( -आहित) जिण. पुं० ( जिन-जयति निराकरोति रागद्वे लिने प्रतिपादन १२. जिन भगवानने प्रति पादिरूपानरातीनितिजिनः) सपने साया पादन किया हुआ. established by, જીતનાર તીર્થકર, કેવલી આદિ જિનભગવાન . propounded by a Tirthankara. रागद्वेष का सर्वथा जीतनेवाला; तीर्थकर, "चरे भिक्खू जिणाहियं" सूय. १, ६, ६; कंवली आदि; जिनभगवान्. One who -इकार. न० (-एकादशक ) नामhas completely subdued pas. કર્મ, દેત્રિક, વૈક્રિયદ્રિક, આહારકટ્રિક અને sion and hate; a Tirthankara, न२:त्रि से 11 प्रतिमाने। सभूल. जिनa Kevali etc. "अणुत्तरं धम्ममिणं नामकर्म, देवत्रिक, वैक्रियद्विक, श्राहारकद्विक जिणाणं" सूय. १, ६, ७; "जिणाणं व नरक त्रिक इन ११ प्रकृतियों का समूह. जावयाणं" जीवा. ३; कप्प० नाया० १; a group of the eleven Prakri. ३; १५, भग० १,१; ३, २, १; ७,१; tis viz. Jinanimakarma, Deva११, १; २५, ६, ७; दस० ४, २२, ५, १, trika, Vuikriyakadvika, Ahira६२; पन० १; सू०प० १८, दसा० ६, १८; kadvika and Narakatrika. * गुमे। पृष्ट १२ १५ नी ५८ नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th Page #848 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिए ] ( =३६ ) क० गं० ३, १४; – इक्कारस. न. ( - एकादशक ) प शब्६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. क० गं० ३, १०; -- ईसर. पुं० (- ईश्वर ) तीर्थ २. तीर्थंकर. Tirthankara. प्रव० ४०६ - उत्तम. पुं० ( - उत्तम ) तीर्थं ५२. तीर्थंकर. Tirthankara. ‘मग्गं विराहित्तु जियुत्तमाणं' उत्त० २०, २०; - उदिट्ठ. त्रि० (- उद्दिष्ट) सम० ३ भत्त० ८५; पुषे शवेल. श्राप्त पुरुषने दर्शाया हुआ. shown by relatives. गच्छा० २६ - उवएस. पुं० ( -उपदेश ) तीर्थं - रने। उपट्टे!. तीर्थंकर का उपदेश teach ings of Tirthankars. “एवि तच्चाश्रो जिणोवएसम्मि -- कप्प. पुं० ( - कल्प-जिनाः गच्छनिगताः साधुविशेषाः तेषां कल्पः समाचारः ) ઉત્કૃષ્ટ આચાર પાલનાર સાધુને--જિનકલ્પીनो व्यवहारविधि, उत्कृष्ट आचार का पालन करनेवाले साधु का जिनकल्पीका कल्पव्यवहार विधि. the ascetic conduct or mode of life of a Jaina mouk. पंचा० १७, ४०; भग० २५, ६ प्रव० ५०५, ६२२; -- कप्पट्ठिइ. स्त्री० ( - कल्पस्थिति ) ગચ્છથી બહાર નીકલી જિનકલ્પીપણું સ્ત્રીअरनार साधुना खायास्नु स्वरूप गच्छ से बाहर निकलकर जिनकल्पीपना स्वीकार करने वाले साधु के आचार का स्वरूप. the mode of ascetic life of a Jaina monk who leaves his order but follows the conduct prescribed for Jaina monks. वेय० ६, २०; —कप्पि. पुं० ( - कल्पिन् ) भिन उदयी साधु. जिन कल्पी साधु a Jaina ascetic. चउ० ३३; प्रव० पिय पुं० ( -कल्पिक - जिनानां कल्पः चारो जिनकल्पः स विद्यते येषां ते) दिन ५८५ - क For Private 8 मुभी साधुः ५४ व्याधारी साधु जिन कल्पी साधुः उत्कृष्ठ आचारी साधु & Jaina monk; a Sadhu following the conduct prescribed for monks in Jaina Sāstras. वव ५, २१; प्रव० १५; ४६६; ५४७; ६३०; - कालग. त्रि० ( - कालक) नि-तीर्थंकरना अलमांतेनी हयातिमां नी हयाती होय ते. जिनतीर्थंकर के काल में उनके अस्तित्वमें जो जीवित हो वह. contemporary to a Jaina Tirthankara. जिण कालगो मगुस्सो ” क०प०५, ३२; - गुण. पुं० ( - गुण ) तीर्थंना गुएा. तीर्थंकर के गुण. the attributes of a Tirthankara. भत्त० १६८; – घर. न. ( - गृह ) निनदेवमंदिर जिनगृह; देवमंदिर Jaina temple. नाया० १६; पंचा० ७, - चंद. पुं० (चन्द्र ) भद्र सीतझ छिन लगवान् चंद्र जैसे शीतल जिन भगवान a Tirthankara, cool and cooling like the moon. पराह०२, १: क०० ३, १ – चिरण. त्रि (-चीर्ण) ने आयरेसु. जिन द्वारा श्राचरित आचरण किया हुआ. practised by & Tirthankara. " श्रक्खो भा होइ जिणचिण्णो" पंचा० ४, २८ - जइ. पुं० (-यति ) जैन मुनि जैन मुनि 8 Jaina ascetic. प्रव० ६६२; — जख. पुं० (-यक्ष ) तीर्थंनी अति वामां ईश मेवा मुहियक्ष तीर्थंकर की भक्ति करने में कुशल ऐसे गोमुख आदि यक्ष. a. Yaksa ( eg. Gaumukha etc.) devoted to the worship of & Tirthankara. प्र०७; - जराणीस्त्री० (-जननी ) तीर्थंनी भाता. तीर्थंकर की माता. the mother of Tirthan ० १ ; Personal Use Only [ जिए 66 Page #849 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिण ] ( २३७ ) [जिण - kara. प्रथ०४; -दिक्सा . सी. (-दीक्षा) જૈનધર્મની રીત પ્રમાણે દીક્ષા-પ્રવજ્યા લેવી ! ते. जैन धर्म की रीति के अनुसार दीक्षाप्रव्रज्या लेना. entering into an order according to the prescribed rules. पंचा०२, १; -दसिय.. त्रि. (-देशित ) नि लगवाने हेल. जिन भगवानने कहा हुमा. said by, propounded by a Tirthankara. " धम्मोय जिणदेसिनो" तंदु० जीवा• १; -धम्म. पु. (-धर्म ) न धर्म. जैन धर्म. Jainism. ठा. ५, २; क. गं. १, १६; नाह. पुं० ( -नाथ) ortसामान्य साना नाथ-स्वामी; तीर्थ४२. जिन-सामान्य केवलोक नाथ-स्वामी; तीर्थकर the lord of the omniscients of the ordinary type; a Tirthankara. प्रव• १४; -पडिमा. स्त्री. (-प्र. तिमा) पम, १६ भान, यद्रानन अने पार. સેણ એ નામથી ઓળખાતી શાશ્વની પ્રતિમા. वृषभ, वर्धमान, चंद्रानन व वारिसेन इन नामों म संबोधित शाश्वती प्रतिमाए the eternal idols called by the names Vrisabha, Vardhaman, Chandrānana like the statute of Jina. राय. १५४; नाया• १६: विश. ५७: --पण. न० (-शक) "जिण. पणग" श६. देखो . जिलपक्षग" शब्द. vide " जिणपणग" क. गं० ३, १५: -~पणग. न० (-पञ्चक) ort नामम', દેવદ્રિક અને ક્રિયદિક એ પાંચ પ્રકૃતિमांना समूह. जिन नामकर्म, देवद्विक व वैक्रियद्विक इन पांच प्रकृतियों का समूह. . . group of the five variet'esJinanāmakarna, Devadvika and Vaikriyadvika. क.गं. ३, १४; -परणत. त्रि. ( --प्रशप्त ) वीतराणे प्ररूपे३-. वीतरागने कहा हुआ. propounded by a Tirthankara etc. सम० १७०; नाया० १२; -पारयाय. पुं० ( -पर्याय ) सानो पर्याय, उसी प्रय. केवली का पर्याय; केवली प्रव्रज्या. a Kevali ascetic. भग. २०, ८; -पसत्थ. त्रि. ( -प्रशस्त ) तीर्थरे वा. तीर्थकर द्वारा प्रशंसित. praised bya Tirthankara. "वहुसु ठाणेसु जिणपसस्थेसु" पण्ह ० २, ५; जीवा. 1; -पायमूल. न० (-पादमूल) तीर्थ४२०॥ २२९५ मसनी मागा. तीर्थंकर के चरण कमल के समीप. near the lotusfeet ofa Tirthankara. प्रव.१५६६; ~पुत्त. पुं० (-पुत्र ) तिला ती ४२ना शिय. जिनका -तार्थंकर का शिष्य 4 dis. ciple of a Tirthankara. सम. १; -पूयट्टि. पुं० (-पूनार्थिन)-जिनस्येव पूजामर्थयते यः स जिन पूजार्थी) शाहिना પેઠે જિનતરીકે પૂળની ઈચ્છા રાખનાર. गोशालादिकके समान जिन भगवानसी पूजा की इच्छा रखने वाला. one who desires to be worshipped like a Jina; e.g.Gosala etc. सम.३०;दमा०६,३०; --पालीय त्रि. (-प्रणीत) - ने . जिन भगवान ने कहाहुआ. pito. pounded by, uttered by a Tirthaikara. “ जिणमयं जिगप्पणीयं " जीवा० १; ~~-परूविय. त्रि. (-प्ररूपि. त)लन गवाने कपेक्ष, जिन भगवान ने कहा हुआ. propounded by. taught by a Tirthankara etc. जीवा० १; --प्पलावि. पुं० (प्रलापिन) પિતાને જિન તરીકે કહેનાર; ગોશાલાદિ. स्वतः को जिन जैसा कहने वाला; गोशालादि. Page #850 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिण] ( ८३८ ) [जिण one who poses himself as a Jipa or Tirthankara; e. g. GoSala etc. “ एवं सो पाजणो जिणप्यलाधी विहरइ" भग० १५, १; -भात्त स्त्री० (-भक्ति) frd -तीय ४२नी लि. जिन तीर्थकरकी भक्ति. devotion paid to a Tirthankara. जं० ५०५, ११५; भत्त० ७१; --भात्तराग. पुं० ( -भक्तिराग) Lord तीर्थ रनो मति पूर्व सनु।१. जिन तीर्थकर का भक्ति पूर्वक अनुराग. pious or devotional love for a Tirthaikara. " जिण भात्त रागेणं " राय० -भासिन. त्रि. ( -भा. षित ) -तीय रे मा . जिन-तीर्थकर द्वारा कहा हुआ. described by & Jina Tirthankara. “सुणेह जिण भासियं " गच्छा. ३३; -मय. न. (-मत) श्रीताय ७२नो माग न. श्री तार्थ कर का मार्ग; जैन-दर्शन. the path, creed showu by Sri Tirthun. kara, विशे०७२: गच्छा० २७; प्रव० १०३; पंचा० ३, ३२; -मयट्ठिय. त्रि० ( -मत. स्थित ) नशनमा स्थिर यये. सर्वज्ञ के WITH À 1947. steadied in, having deep faith in the scriptures of the Tirtharkaras or omnisci. ents"विसेसो जिणमय ट्ठियाणं"जीवा०८; -मयानेऊण. त्रि० (-मतानपुण ) रैनमतमा प्रवीय थये।. जैन आगम में प्रवीण बना हुप्रा. well-versed or proficient in the Jaina scriptures or religion. दस. ६, ३, १५, -मुदा. स्त्री० (-मुद्रा) मे ५॥ वल्ये यार मांगने અંતર રાખી સરખા ઉભા રહીને કાઉસગ્ગ ४२३। ते. दो पैरों के मध्यमें चार अंगुल का अंतर रखकर काउसंग्ग करना. at standing bodily posture, at the time of meditaton, in which the two feet are kept at an angle of 45 degrees. "पायाणंउस्सग्गो एसा पुण होइ जिण मुद्दा" प्रव. ७१; ७६; -वस. पुं० (-वंश ) frui परिवार. जिन का परिवार. a family of a Jina. “वंसाणं जिणवंसो" संथा. -वयण. न० (-वदन ) निन-तीय ४२नु । भुम. जिन- तीर्थकर का मुख.. the face of a Tirthankari. ao -वयण. न० ( -वचन ) तीनों वयन. तीर्थंकर के बचन. words of a Tirthankara. पंचा० १, २; नाया० १२; भत्त. ३: ५१; -वयणरत्त. त्रि. (-वचनरक्त) सिलवयनमा अनु२४१-२॥ी. जिनबचन में अनुरक्त -रागी. ( one ) who is a lover of the words of a Jina or Tirthankara. दस. ६, ४, ३, ३; -वयणसुइ. स्त्री. ( -वचनश्रुति ) जिनवयानुं श्रय!. जिनबचन का श्रवण. hearing or listening to the words of a Jina i. o. scriptures. PUTTU सुइ जए दुल्लहा' ठा० ६ -वर. पुं० (-वर) तीथ ४२६३. तीर्थकर देव. . Tirthankara. नाया० २, भग• ६, ३३; श्राव. २, ५, प्रव. ४७६; पंचा. १०, २; --वसह. पुं० ( -वृषभ ) किन सामान्य सीमामा वृषभ-श्रे४. जिनसामान्य केलियोंमें वृषभ-श्रेष्ठ. the best of Kevalia i. e. omnis. cients. 'अस्संजलं जिणवसंह' सम. प. २४०; -वाणी. स्त्री० (-वाणी ) तीय. ४२नी वाणी. तीर्थकर की वाणी. speech of a Tirthankara. जं० ५० १; Page #851 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिणंत ] -वीर. पुं० ( -वीर ) महावीर भगवान्. महावीर भगवान्. the lord Mahävira. भत्त० १७१; -- संकास. पुं० ( -सङ्काश ) सर्पज्ञ मेवा, मिनतुल्य सर्वज्ञजैसा; जिनतुल्य one who is like or similar to an omniscienti.e, a Tirthankara etc. 'अजिगाणं जिणसंकासां' ठा० ४, ४; ३, २ कप्प० ६, १६४; —संथव. पुं० ( -संस्तव ) जिन स्तुति. जिनस्तुति. praise in honour of a Tirthankara. दस • १३; -- सकहा. स्त्री० ( - सकिथ ) जिन ભગવાનની ६०. जिन भगवान की डाढ. the molar of a Tirthankara. भग० १०, ५; जं० प० ४, ८८; - सद्द. पुं० ( - शब्द ) मिन चयन. जिन वचन. words of a Jina. भग० १५, १६ -- सासण न० ( शासन ) जैन दर्शन; जैन धर्म जैन दर्शन; जैनधर्म Jainism 'णिवंता जिणसासणे' उत० १, ( ८३६ ) १८, १६: इस० ८, २१ सू० १, ३, ४, ६; भत० २; ६४: प्रव ६४६ : - सासणपरंमुह. त्रि - शासन पराङ्गमुख) न शासनथी विमुख जैन शासन से विमुख opposed to or averse to the tenets of Jainism. " जण सासरा परंमुहा" सू० १ ३, ४, ६ - सीस. पुं० ( - शिष्य ) बिनना शिष्य; गणधराहि. जिनके शिष्य गणधरादि a disciple of a Jina; a Ganadhara जिएसीसाणं चैव " सम० - हर. न० (-गृह ) हे भं४२. देव मंदीर. etc. " temple. विशे० ३४०४; जिगत. त्रि० ( जयत् ) परिषदने कार परिषह को जीतने वाला. ( One ) who bears afflictions (Parisahas) [ जिणपालिय mentally without feeling troubled. द५० ४, २७ जिणदत्त पुं० ( जिनदत्त ) संपा नगरी निवासी ये सार्थवाहनं नाम चंपा नगरी निवासी एक सार्थवाद का नाम Name of a merchant, a resident of the city Champa. नाया० १६ - पुत. पुं० (-पुत्र ) संपानगरीता निहत्त साथ वाहनो पुत्र चंपा नगरी के जिनदत्त सार्थवाद का पुत्र the son of the merchant Jinadatta of the city of Champā. नाया० १, ३ जिणपालय. पुं० ( जिनपालक ) से नामा सार्थ वा पुत्र. इस नामका एक सार्थवाह पुत्र. Name of & merchant's son. नाया० ९; जिरक्खिय पुं० ( जिनरक्षित ) निरक्षित નામે સાથ વાહ; ચંપા નગરીના માદી શેઠને પુત્ર કે જેતે સમુદ્રની બારમી વાર મુસાફરી કરતાં તેાફાન નડયેા હતે. ાગુ ભાંગ્યા અને देवांना साया जिन रक्षित सार्थवाहः चंग नगरी के मारुंदी शेठ का पुत्र कि जिसको बारहवीं बार मुसाफरी करते समय तूफान ने हैरान किया था और रणा देवी के फन्दे में फसा. Name of a Jaina layman who was a trading merchant. His father was Makandi by name. He (Jinarakṣita) in his twelfth troubled by sea-voyage was a_storm. His vessels were wrecked and was caught in the trap of the goddess Rayaņã. नाया० ६; जिणपालिय. पुं० ( जिनपालित ) संभा નગરી રહેવાસી માકન્દી-સા વાહને For Private Personal Use Only Page #852 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिणिद ] ( ८४० ) [जिब्भागार પુત્ર. જેના કથા જ્ઞાતા સુત્રના નવમાં અધ્ય- virgin till old age. नाया• १; यनमा छे. चंपा नगरी निवासी माकन्दी सार्थ- -गुल. त्रि. (-गुड) ना . पुराना वाह का पुत्र. उस की कथा ज्ञातासूत्र के गुड. old inolesses.भग०८,५;-तंदुल. नववें अध्ययन में है. Name of the पुं० (-तण्डुल) गुना या पुराने son of the merchant Mākandi चावल. old rice. भग० ८, ६; -सुरा. residing in the city ofChampā. स्त्री० (-सुरा) ३. पुराना दारु (मद्य). His story is naratted in the 9th | old wine. भग. ८, chapter of Jnata Sutra. नाया०८; | जिरणासा. स्त्री. (जिज्ञासा) गवानी जिणिंद. पुं० (जिनेन्द्र)निनेन्द्रलगवान्तीय २७. जानने की इच्छा. Desire for ३२. जिनेन्द्र भगवान् तीर्थकर. Lord Jina; knowing. पंचा. ३, २६; & Tirthankara. उत्त• १४, २, राय. | जित. त्रि. (जित) स्थित याय ६७; विशे० ११०३; नाया० ८; भत्त• ६ तेनु: या आवे तेवू. जल्द उपस्थित हो प्रव० ४; ४०६; पंचा. ७, २५, -नाम. ऐसा स्मृतिगत तुरन्त हो ऐसा. quickly न० ( -नामन् ) जिनेन्द्र-तीय ४२नु नाम. remembered or re-collected. जिनेन्द्र तीर्थकर का नाम. the name अणुजो० १३; (२) तायेगुं. जीता हुआ. of a Tirthankara. विशे• ५७; conquered; defeated. भग० १, ३३; --पराणत. त्रि. (-प्रज्ञप्त ) तारे १५, १; १९९१. तीर्थकर ने कहा हुआ. propound- | जितिंदिय. त्रि. ( जितेन्द्रिय) मे "जि. ed by, laid down by a Tirthan. इंदिय" । ६. देखो “ जिइंदिय" शब्द. kara. जं० प. ५, ११५; नाया. ६; | ___Vide “ जिइंदिय" सूय. २, ६, ५; -वयण. न० (-वचन) निद्र-तीय ४२ना | जितसत्तु. पुं० (जितशत्रु) से नामना वयन. जिनेन्द्र-तार्थ कर के वचन. the मे २१M. इस नामका एक राजा. Name words of a Tirthankara. “जिणि- | of a king. सू०प० १; दवयणं असेसमत्तहियं" पंचा०११, ३१; जिन्न. त्रि. (जीर्ण ) ; गु. जीर्ण; जिएण. त्रि. (जीणे) जुनु; ययेल. पुराना. Old; Worn out. उत्त०१४, ३३; जाण; पुराना.Old; worn outbrotten. विशे• २०४३; नाया. १, २, भग. ८, ९; -उजाण. जिब्भा. स्त्री. (जिहवा ) 9. जिव्हा. The न० (-उद्यान) सागर नगरनी पश्चिममा tongue. सम० ११; आया. १, १, २, सावदु मे Gधान. राजगृह नगर की १६, उत्त० ३२, ६१; सूय० २, १, ४२; पश्चिम में आया हुमा एक उद्यान. name ओव• ३८; पन्न• १५; दसा० ६, ४; नाया. of a garden in the west of १; उवा० २,६४; Rajgriha. नाया० १,२; -कुआरी. स्त्री. | जिब्भागार. पु. ( जिम्हाकार ) भने। ( -कुमारो) ३६। स्त्री; ५:५४ सुधा कुमारी આકાર બનાવનાર એક પ્રકારને કારીગર२२ स्त्री. वृद्धा स्त्री; वृद्धावस्था पर्यन्त जिव्हा का आकार बनाने वाला एक प्रकारका कुमारी रही हुई स्त्री. an old woman; कारागीर. A craftsman who makes a woman who has remained a an artificial tongue. पन्न. १; Page #853 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिब्भामय ] [जिम्म जिब्भामय. त्रि०(जिव्हामय ) ७ सपथी. शुभम सीन १२वी ते. जिल्हा इन्द्रिय को जिव्हा के संबंध में. Relating to the अशुभ योग से रोक कर शुभ में लीन tongue. ठा० ४. ४; -दुक्ख. न. करना. controlling the sense of ( -दुाख ) भने प्रति संयोगयी यतु taste (i. e. tongue ) so as to हुः५. जिव्हा को प्रतिकूल संयोग से होता guard it against improper obहुआ दुःख. painfal sensation ject and to direct it towards to the tongue by contact with Salutary object. ठा० ४, २;-बल. a uncongenial object. ठा. ४, ४; पुं० (-बल) पक्षनो मे प्रार; २से-~-सोक्ख. न० (-सौख्य ) भने उत्तम दियनी शक्ति. बल का एक प्रकार; रसेंद्रिय २स मापायी तुं सु५. जिव्हा को उत्तम की शक्ति. the power of the sense रस देने से होता हुआ सुख. pleasant of taste (i. e. tongue ). ठा• १०; sensation caused to the tongue -मुंड. पुं० (-मुण्ड) orael Jदियो by tasting of agreeable i. e. तना२. जिव्हा इन्द्रिय को जीतने वाला. delicious substance. " जिम्भम. one who has subdued the याओ सोक्खामो ववरोवित्ता भवइ" ठा. sense of taste. ठा० १०; -ल द्धिया. स्त्री. ( -लाधिका ) २सेन्द्रियनी जिभिप्रा. स्त्री. ( जन्हिका ) विसेना प्राति. रसेन्द्रिय की प्राप्ति. the at મુખને આકારે પાણું નીકલવાની પરવાલ. tainment of the sense of taste. विकसित मुख के साकार के समान पानी भग० ८२; -संवर. नं. ( -संवर) २सेनिकलने की परनाल. A spout or un ન્દ્રિયને સંવર: છ મને આશ્રવથી રેકરી તે. out-let of water in the form रसेन्द्रिय का संवर. stoppage of the of an open mouth; a gargoyle. influx of Karma due to lack 'वइरामयाए जिभियाए' समज०१०४,३४; of control over ) the sense of जिभिदिय. न० ( जिन्हन्द्रिय) से दिय- taste i. e. the tongue. परह ०२,५; २सना; म. रसनेन्द्रिय; रसना; जिव्हा. The | जिभिदियत्ता. ना. (जिव्हेन्द्रियता) २सना sense of taste; the tongue. न्द्रिय प. रसना इन्द्रियपना. state of नंदी० ४; विशे० ३४३; सम० ६; अणुजो० । the sense of taste. भग. २५, २; १४७, भोव18; भग० १, १; ८, १; जिमिय. त्रि. ( जिमित-कृतभोजने ) मोशन २४, १२: ३३, १; नाया. ५. १७; -नि- अशलीधेय. जिसने भोजन कर लिया है वह. गह. पुं० (-निग्रह ) forest द्रियने (One ) who has dined or आसुमारावी ते. जिल्हा इन्द्रिय को वश taken his meal. नाया० १, १२; १६७ में रखना. controlling the sense १८; विवा० ३; ६; उवा. १, ६६; कप्प. of taste i. e. tongue. “जिभि ५, १०३; दिय निग्गहेणं भंते " उत्त. २६, ६५; | जिम्म. त्रि. ( जिह्म) १५; माया . -पडिसलीणया. स्त्री. (-प्रतिसंलीनता) कपटी; मायावान. Crooked: deceitGrasi दियने अशुभ ये गयी अपनी ful. " अजिम्म कंतणयणा " जं. ५० ___Vol. 11/106. Page #854 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जिम्मश्र] ( ८४२ ) [जिय-अ - (२) ५८; माया. कपट; माया. fraud; deceit. सम० ५२; जिम्मश्र. पुं. (जिह्मक)rs नामनी मेध; એ વરસે ત્યારે પ્રાયે એક વરસ હ ચાલે. जिम्ह नामक मेघ. Name of a parti. cular description of rain.ठा०४,४; जिम्ह. त्रि. (जिह्म) मे “ जिम्म" श६. देखो “ जिम्म" शब्द. Vide " जिम्म” जं. ५० जिम्हय. पुं० ( जिह्मक ) मा " जिम्मय" श६. देखो “ जिम्मय " शब्द. Vide "जिम्मय" ठा० ४, ४; जिय-श्र. न० (जित ) निrd; orय. जीत; जय. Victory; conquest. सूय० १, १, ४, १; (२) त्रि०७३, १२ अरेस; शपथा छताये. जीता हुआ; जिसने राग द्वेष वश किये हैं वह. conquerd; subdued ( passion and hatred ). सूय. १, १, ४,१: उत्त०५, १६, ६, ३६; नाया.१, ३; भग० ६,३३:४२, १; पिं.नि. ८०पंचा० १७,५२;ओव० १६ठा०५,२;दस० ८,४६;०प०३,६७; (3) त्रि. ४८की मौसी शाय ते; or A3 ते तुरन्त बोला जासके ऐसा; तुरन्त सीखा जाय ऐसा. capable of being easily learnt or mastered reproduced. विशे० ८५१; ( ४ ) पु० ०त आयार - व्यपहा२. जीत - श्राचार - व्यवहार. conduct; usage. नाया० ८; -इंदिय. त्रि. ( -इन्द्रिय ) forन्द्रिय; धन्द्रियोने वश १२ना२. जितेन्द्रिय; इन्द्रियों को वश में करने aral. ( one ) who has conquered or subdued his senses; selfrestrained. भग० २, ५, -कसाय.. त्रि. (-कषाय ) धादिपायने तनार.. क्रोधादि कषाय को जीतने वाला. ( one )| who has subdued evil passions such as anger etc. " तिलोग पुज्जे जिणे जियकसाए" पंचा० १०, १६; प्रव० १००१; -कोह. त्रि. (-क्रोध ) धने तनार. क्रोध को जीतने वाला. (one ) who has subdued anger. भग० २, ५; नाया० १; -णिह. त्रि. ( -निद्र - जिता निद्रा येन स जितनिद्रः) निद्राने त नार; सभाही. निद्रा -आलस्य को जीतने वाला; अप्रमादी. (one ) who has acquired inastery over sleepi.e. idleness; ( one ) who is not lazy or idle. नाया. १: भग० २, ५, -परिसम्म.त्रि(-परिमम) परिश्रमने जितनार. परिश्रम-थकावट रहित. (one) who has conquered fatigue i e. does not feel fistigued. नाया० १; कप० ४, ६१; --परीसह. त्रि. ( -परिषह ) परिप-ट-दुःपने तना२. परिषह-कष्ट-दुःख को जीतने वाला. (one) who has acquired victory over affliction i. e. does not feel troubled by them, नाया० १; भग० २, ५, गच्छा० ५२; -भय. त्रि० (-भय ) नयने तना२. भय को जीतने वाला. ( one ) who has triumphed over fear; fear. less. “जिय भयाण" आव० ६, ११; कप्प० २, १५; -माण. त्रि० ( -मान) भान-मरने त्योछे नशे मेवो. मान, जिसने अहंकार को जीता है वह. ( one ) who has triumphed over pride or self-conceiti. o. never feels proud. नाया० १; भग० २, ५ --माय. त्रि. (-माय) भायाने तना२. माया को जीतने वाला. ( one) who has tri Page #855 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जियंतग ] प० umphed over deceit i. e. never practises it. नाया० १; भग० २, ५; - राग. त्रि० ( - राग ) रामने तनार. राग को जीतने वाला. (one ) who has triumphed over passion or attachment i. e. does not feel it. सम० २४०: प्रव० ६८२; - रागदोस. त्रि० ( - रागद्वेष ) रागद्वेषने तनार. रागद्वेषको जीतने वाला. ( one who has subdued love or passion and hatred. 'जिहिं जियरागदोसोहि' पंचा• ६ ३६; प्रव० ११८; -लोभ. त्रि० (-लोभ ) सोलने कतार लोभ को जीतनेवाला ( one ) who has subdued greed or avarice. भग० २, ५; - लोय. त्रि० ( -लोक ) भंसारने छतनार. संसार को जीतनेवाला. ( one ) who has triumphed over the world i. e. worldly exis ence; ( one ) not fettered by the bonds of worldly existence. सु० च० १, २३५, लोह. त्रि० (-लोभ ) सोलने तार लोभ को जीतनेवाला (one ) who has conquered greed or avarice i e. subdued it. नाया० ११ – विग्ध. त्रि. ( - विघ्न ) विश्न-म ंतरायने कतार विघ्नों को जीतनेवाला (one ) who has triumphed over or who triumphs over obstacles. नाया ० १; जियंतग. पुं० ( जीवान्तक ) से नामनी श्रे: प्रारी वनस्पति इस नामकी एक की वनस्पति. Name of kind of vegetation, भग० २, ७; जियंतय. न० ( जीवान्तक) सीसी वनस्पतिनी पेलत हरी वनस्पति की एक जाति. प्रकार а ( ८४३ ) [ जियसत्तु A kind of green vegetation. पन० १; जियंती स्त्री० ( जीवन्ती ) मे जतनी वेत्र. एक जाति की लता. A kind of creeper. पन्न० १; जियवंत. त्रि० ( जितवत् ) ०४य भेझवेस. विजय प्राप्त; जिसने जय पाया हैं वह. ( Oue ) who has acquired victory. परह० १, १; जियसत्तु पुं० ( जितशत्रु ) शत्रुने उतनार. शत्रु को जीतनेवाला A conqueror of enemies. परह ० २, ४; ( २ ) अन्तिनाथ स्वामिना पितानुं नाम श्राजेतनाथ स्वामी के पिता का नाम name of the father of Ajitanatha Swami, सम० प० २२६; प्रव० ३२३: (३) वाणिज्य गामना राज्न, वाणिज्य गांव का राजा name of ጾ king of Vānijy city 'तत्थणं वायणिग्गामे जियसत्तुराया' उवा० १, ३; ( ४ ) ययानगरीनो राज्य चंपानगरी का राजा ॥name of a king of the city of Champa. 'पनामं नयरी होत्या, पुणभद्दे चेइए जियसत्तूराया' उवा० २, ६२; श्राव० टी० नाया० १२; १५; ( ५. ) यिनी नगरी नो राज्य उज्जयनी नगरी का राजा. name of a king of the city of Ujjain, उत्त० टी० २; (६) सर्वतोभद्र नगरना राज्यनुं नाम सर्वतोभद्र नगर के राजा का नाम nare of & king of the city of Sarvatobhadra. 'सम्वो भद्दे एयरे जियसत्तू यामरायाहात्था' विवा० ५; ( ७ ) मिथिला नगरीना शल. मिथिला नगरी का राजा. name of a king of the city of Mithila. सू० प० १; जं० प०१, १, (८) For Private Personal Use Only Page #856 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जियसेण.] (८४४ ) [ जीयकप्प પાંચાલ દેશને રાજા કે જેણે મલ્લીનાથની नायना पिता. तीसरे तीर्थकर संभवनाथ के साथे हीक्षा सीधा इती. पांचालदेश का faat. The father of the 3rd राजा कि जिसने मल्लीनाथ के साथ दीक्षा ली Tirthankara Sambhavanātha. थी. name of a king of the " सेनाए जियारि तमयस्स" सम• प. country of Pāùchāla. He had २२६; प्रव. २२३ taken Dikṣā along with जीमूत्र-य. पुं० (जीमूत) भूत नामना Mallinatha. नाया० ५; ठा० ७, १; મેઘ કે જે એકવાર વરસે તો દસ વરસ સુધિ उवा० ६, १६३; (8) सामा६५ नमरीना वीमा तेनी ३९ २९. जीमूत नामक मेष सत. आमलकल्पा नगरी का राजा. name कि जो एक बार बरस जाय तो दस वर्ष तक of a king of the city of Amala- पृथ्वी में उसका गीलापन रहे. Name of kalpa. नाया.. ध० (१०) सापथा a particular cloud which keeps नगरीती म. सावर्थी नगरी का राजा. the soil wet for ten years us name of a king of the Sāvar- a result of one downpour only. thi city. उवा० ६, २६७; २७२; नाया० ठा. ४,४; घ. (११) वारसी नगीना शा. | जमूित. पुं० ( जीमूत ) । ५ो श६. वाणारसी नगरी का राजा. name ot a देखो ऊपरका शब्द. Vide above. उत्त. king of Vanarasi city. उवा० ३. ३४, ८; जीवा० ३, ४; राय०५०; पन्न.१७, १३६, ४, १४५: (१२) अभियानगरीतो । जीय. पुं० (जीव) १७१. जीव, Soul; a २१. आलीभया नगरी का राजा. | living being. भत्त. १०३; जीवा० १%B name of a king of the city of (२) वन, -६गी. जीवन. life. सु०च. Alabhiya. उवा० ५, १५५; ( १३ ) ३.२४३: परह.१,१:-श्रद त्रि० (-अर्थ) पोलासपुर नगरनी न. पोलासपुर नगर सिवितन अर्थ. जीवन के लियेः जीवित के का राजा. nanme of a king of the अर्थ. for the sake of life. मु. च. city of Polisapura. उवा० ७, १८०; ४, २८७; -रायरिसि. पुं० ( -राजर्षि ) तिशत्रु जीय-अ. न० ( जीत ) ५२५राथी याट्यो २४. जितशत्रु राजर्षि. the Rajarsi मायती व्यवहार. वंशपरंपरा से प्रचलित ( a royal saint ) named Jita- व्यवहार. Traditional usage or Satru. नाया०१२; -राय. पुं० (-राज) convention. पाया० २, १५, १७६; . fordशत्रु २१. जितशत्रु राजा. king वव० १०, ३; जं० प० ३, ४५; भग० ८, Jitasatru. नाया• १२; ८; प्रव• ८६१; (२) ५२०४; तव्य. धर्म जियसेण. पुं० ( जितसेण ) भरत क्षेत्रमा त्रीन कर्तव्य. duty; that which ought पुस २नुं नाम. भरत क्षेत्र के तीसरे कुलकर to be done. जं. प. ५, ११५; (३) का नाम.Name of the third Kula. श्रुत. श्रुत. a scripture. नंदी० (४) kara of Bharat Ksetra. सम. प. भा. मर्यादा. limit. नंदी० २६; २२६% जीयकप्प. पु. ( जीतकल्प ) पूर्वाधार्यानी जियारि. पुं० (जितारि ) त्री तीर्थ४२ संभव । ५२ ५२।था याख्यो मावता मायार. पूर्वाचार्यों Page #857 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जायकप्पिश्र] ( ८४५ ) [जीव की परंपरा से प्रचलित आचार. Practice ___ जीविडं हे. कृ. दस. ६, ११; or usage handed down from __जावंत. राय० २५३; विवा० ५; one generation to another. / जीव. पुं० ( जीव ) आत्मा यतन्य; यतत्य; पंचा. ६, ३७ નવતત્વોમાંનું પ્રથમ તત્વ છ દ્રવ્યમાંનું એક जायकप्पिअ. त्रि. (जीतकल्पिक) ७१४. द्रव्य. श्रात्मा, चैतन्य; जीवतत्व; नवतत्वों में दि५४-५२५२।नुसारी मायावा. जीत से प्रथम तत्व; छ द्रव्य में का एक द्रव्य. कल्पिक-परंपरानुसारी आचार वाला. One Soul; consciousness; the first following the usage according of the nine categories; one to one's predecessors. ठा. १०; of the six substances. उत्त०२,२५; कप्प० ५, १०४; २८, १४; ३६, १; ६५; ओव. १७; ३४; जीवधर. पुं० (जीतधर ) से नामना माय ४०; नाया० १, ५, ६, ८, १०, ११; ગોત્રમાં થયેલ આચાર્ય, શાડિલ્યના શિષ્ય. १६; १७; भग० १, १, २, १, २, ५; ३,३; इस नाम के आय गोत्रोत्पन्न प्राचार्य; ५, १; ६, ४; १०, ७, १०, ८, २; १०; शाण्डिल्य के शिष्य. name of a pre- १७, २, २०, २, २६, १: पन्न. १, ३, ३६; ceptor born in an Ārya family दस० ८, २; पिं. नि. ६३४; राय० २२४; And n disciple of Sin lilya. अणुजो. ; दसा. १०,७; सू. प. १६ “संडिल्ल अजर्जायधर " नंदा विशे० ५४२, २१५६; ३५०८; जीवा. ३, जीरय. न० ( जीरक ) रु. जीरा. cumin- १; उवा० १, ४४; (२) 41. जीवन. 19ed. प्रव० १४२८: (२) मे तनयन. life. सम. १: प्रोव. जं०प० २, ३१%; क. २पति. एक प्रकार की वनस्पति. a kind of गं० १, ४७, ५३; भत्त० ६ प्रव० २३; vegetation, भग० २१,८; -वञ्च. न. पंचा०२,६; क. प. १, २६; गच्छा . ७६; (-वच्चस) ७२१--वनरपति विशेषनो श्य।- - अणुकंपा. स्त्री० (--अनुकम्पा ) वनी ५i६ वगेरेना गया. जीरा-वनस्पति विशेष દયા; જીવની રક્ષા કરવાની લાગણી. का कूडा--पत्ति इत्यादि का ढेर. refuse of जीव-दया; जीवों की रक्षा करने की वृत्ति. the Jirakā vegetation ( cumin kindness to living beings: com. -seed). निसी०३, ६० passion for living beings. arlo जीरुय. पुं० (जीरुक) मे जतनी वनस्पति. १; भग० ७, ६; -अणुसासन. न. एक प्रकार की वनस्पति. A kind of ( -अनुशासन ) ७वनी-शिक्षा -सभा. vegetation. भग० २३; १; जीव के संबंध मे शिक्षा ( समम ). ex. V जीव. धा• I. ( जीव् ) ७१यु; प्राय planation, exposition of the धारण ४२वा. जीना; प्राण धारण करना. nature of the soul. (२) नाभनेः To live; to breathe; to have से अन्य. इस नाम का एक ग्रन्थ. life. name of a book. जीवा० १;-(वा) जीव ति. भग० २, १; ६, १०; उत्त० ७,३; अभिगम. पुं. ( -अभिगम ) वनी जीवामो. उत्त. ६, १४; समान; न. जीव की समक. जीविस्मामो. श्राया. १,६, ४, १८८ knowledge of the soul. ठा० ३, Page #858 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीव ] ( ८४६ ) २ ( २ ) २ मासिक सूत्रमनु वालि राम नाम सूत्र. २६ उत्कालिक सूत्रों में से जीवाभिगम नाम का सूत्र name of one of the 29 Utkalika Sūtras, जं० प०५, ११८; " सेकिते जीवाभिगमे ? जीवाभिगमे दुविहे पण ते " जीवा० १; भग० २, ३; ; ; ३, ३, ६, ५, ६; १०, ७; १६, ६; २५, ५; नंदी० ४३; आरंभिश्रा स्त्री० ( - श्रारम्भिकी ) लवना આરમ્ભથી કમ બંધાય તે; ક્રિયાને એક अार. जीव के आरंभ से कर्मों का बंधन होता है वह क्रियाका एक प्रकार. Karma incurred by killing or injuring a living being. "तंजहा जीवआरंभिया चैव अजीव आरंभिया चेव " ठा० २, १; - उद्धरण न० ( - उद्धरण) मंत्र शास्त्रो अक्षर मन्त्र शास्त्र का एक प्रकार. 8 varietyof Mantra Sastra. are e; - काय. पुं० - काय - जीवनं जीवो ज्ञाना ssद्यपयोगस्तन्प्रधानः कायां जीवकाय: ) छवसे; वराशि जीव लोक; जीव राशी. the aggregate of lives or living beings; the world of living beings सूय २, १, २३ भग० ७, १०; आव ० ४, ७; – किरिया. स्त्री० (-क्रिया ) कवनो व्यापा२. जीव का व्यापार an operation or activity of a living being. “जांव किरिया दुत्रिहा पन्नता' ठा०२, १ – ग्गाह. त्रि० (-ग्राह) ताने २नार जीवित को ग्रहण करनेवाला. ( one ) who takes or catches alive. "जीवऩगाहं गिरणीत " नाया ० १; २; विवा० ३; – घण. पुं० (-घन ) જીવધન--અસંપાત પ્રદેશના पिंडरूप. जीवधन - श्रसंख्यात प्रदेश के पिंडरूप. an aggregate of innumerable soul particles. रूविणो जीवघणा " उत्त० ३६, ६५; लग० ५, ६; छ क्र. न० (- षट्क) पृथ्वी आछि प्रारना वो थ्यो पृथ्वीकाय आदि छः प्रकार के जीवों का समूह a group of six living beings viz, earth, bodies etc, प्रव० ६८ ६; - जोग. पुं० (-योग) कवनो व्यापार; ( डेपसी समुद्रघात ). जीवों का व्यापार; ( केवली समुद्धात ). operation or activity of the soul; (Kevali Samudghata) विशे०३६३; - द्वारा. न० (स्थान) उपस्थान-गुणुस्थान. जीवस्थान- गुणस्थान. life stage; spiritual stage. क० गं० ६, ४; -- पास. पुं० ( - नाश ) मृत्यु अपन नाश. मृत्युः जीवन का नाश, desth; distruction of life. "किं जीवनासाउ परं न कुज्जा' दस० ६ १६ ५३ शिकाय. पुं० ( - निकाय - जीवानां निकायो राशिजवनिकायः ) वराशी जीवराशि an aggregate of living beings. छ जिवनी काया पन्नत्ता ठा० ६; २, ५; -- णिजाणमग्ग. पुं० (-निर्याण मार्ग - जीवस्य निर्याणं मरणकाले शरीरिणः शरीरानिर्गमः शरीरनिर्गमः तस्य मार्गो जोवनिर्याणमार्गः ) व निङवानो भार्ग जीव का निकलने का मार्ग. the path or way by which the soul goes out of the body. ठा० ५, ३; - णिव्वत्ति. स्त्री० (-निर्वृत्ति - निर्वर्तनं निर्वृत्तिः निष्पत्तिः जीवस्यै केन्द्रियाऽऽ देतया निर्वृत्तिजव निर्वृत्तिः ) अवनी मेहेन्द्रिय साहिये निर्वृत्ति-निष्पत्ति. जीव की एकेंद्रिय श्रादि रूप में निर्वृत्ति-निष्पत्ति functioning of the soul as one-sensed etc. "कइ विहाणं भंते जीवणिव्त्रत्ती" भग०१६,८; - णि For Private Personal Use Only << [ जीव " Page #859 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीव] ( ८४७ ) [जीव स्सिय. त्रि० (-निश्रित ) ०५ने याश्रितः | जवि के आश्रित. depending upon, | associated with the soul. ठा० ७ | ---णिस्सिय. त्रि. (-निःसृत-जीवेभ्यो | निःसृतो निर्गतो जीवनिःसृतः ) ०१था नीस. जीवसे निकला हुआ; जविसे उत्पन्न. ! issued out of a soul or a living being. ठा० ७; -तत्त. न० (-तत्व) ७यतत्ययेतन पहा. जावतत्व;चेतन पदार्थ. the soul regarded as an element. प्रव० १२११; -स्थिकाय. पुं० (-अस्तिकाय) यत-4-3५योअक्षयवाणु; ७ ०५भानु थे। द्रव्य. चैतन्य-उपयोग लक्षणवाला; छ: द्रव्य में से एक द्रव्य. one of the six substances baving consciousness for its connotation. "जीवस्थिकाएणं भते । जीवाणं किं पवत्त" भग० १३,४,२, १०,७,१०:२०,२: सम.५; अणुजो० ६७; १३१; --दय. पुं० ( - दद) समय ०७१ना हाता. संयम रूपी जीवके grar. the giver of a life in the form of self-restraint. कप्प०२.१५% श्राव०६,११;-दय. त्रि. (-दय - जीवेषु दया यस्थ जीवदयः ) ७१६या पासना२; या. जीवदया पालनेवाला; दयालु. one who is kind to living beings. सम• १; जं. प. ५, ११२ -दया. स्त्री. (-दया ) 94नी या. जीव-दया. compassion towards living beings. भत्त. ६३; 10४; -दव्व. न० (-द्रव्य) ७२०य; ' यमांनु म. जीवद्रव्य; छः द्रव्य में से एक. soul; the element known as soul. भग० ११,१०,१८, ४; २५, २; -दिहिया. स्त्री०(-दृष्टिका) ने જેવા જતાં રાગાદિ કરવાથી લાગતી ક્રિયા. जीव को देखने में राग द्वेषादि करने से जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred by love or hatred arising in the mind in the act of seeing a living being. ठा० २, १; -देस. पुं० (-देश) या देश-मे विला. जीव का देश--एक विभाग, a portion of the soul. भग०१०,१;१६६; २०, २; क. प. १, २१; -नास. पुं० (-नाश ) बनना नाश. जीवन का नाश. _death; destruction of life. दस. १, १, ५; -निव्वत्ति. स्त्री० (-निवृत्ति ) જીવનની નિવૃત્તિ-નિષ્પત્તિ; એકેન્દ્રિયાદિરૂપે उत्पत्ति. जीवनकी निवृत्ति-निष्पत्ति; एकेन्द्रि. यादि रूपसे उत्पत्ति. birth of the soul in the form of one-seused etc. living baings. भग• १६, ८ -पइ. ट्रिय त्रि. (-प्रतिष्ठिन) ७नी २६२ २३. जाव के भीतर रहा हुआ. resid. ing in a living being. " अजीवा जावपइट्ठिया '' भग० १, ६; निसी० ७,२१; —पएस. पुं० (-प्रदेश ) अपना प्रदेश: अविभा५ अंश. जीव का प्रदेश-अविभाज्य अंश. un indivisible particle of the soul. भग० २, १०, ८, ३; -पपसिय. पुं० (-प्रदेशिक-जीव प्रदेशाएव जीव प्रादेशिका:)वना असभ्यात प्रदेशमा છેલા પ્રદેશમાં જ જીવ માનનાર તિષ્યગુમ मायाय ना अनुयायी. जीवके असंख्यात प्रदेशमें से अन्तिम प्रदेश में ही जीव माननेवाले तिष्य. गुप्त आचार्य का अनुयायी.. follower of the preceptor Tişyagupta wio believed that of the innumerable particles of the soul only the last had life or consciousmess in it ठा०७;अोव०४१;-पभोगबंध. पुं.(-प्रयोगबन्ध) ७वना प्रयोग-व्या Page #860 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीव ] ( ८४८ ) " पारथी थतो मन्ध जीवके प्रयोग-व्यापार से होता हुआ बंध. bondage caused by the activities of the soul. भग० २०, ७; — पश्ञ्चकखाराकिरियास्त्री० (- प्रत्याख्यानक्रिया) व परत्वे पश्यनाथ थती हिया जीवके संबंध में प्रत्याख्यान न करने से जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred by neg lecting Pachchkhāņa relating to living beings. ठा०२, १; पज्जव पुं० ( - पर्यत्र ) वना पर्याय. जीवके पर्याय. any of the modifications of the soul. भग० २५, ५ - परणवरणा. स्त्री० ( - प्रज्ञापना - जीवानां प्रज्ञापना जीवप्रज्ञापना ) अवनी प्ररूपणा जीवकी प्ररूपणा. exposition of the nature of liv ing beings or souls. से किं तं जीवपण्णवणा” पन्न० १३ - पद न० (पद) व पह-स्थान जीवका पद-स्थान condition or, stage of a living being. भग० १८, १, २४, १, २६, १ – पदेस. पुं० (-प्रदेश) छपना प्रदेश. जीव-प्रदेश. an indivisible particle of a soul भग० २५, ४; - परिणाम पुं० ( परिणाम ) अपना परिणाम, जीवके परिणाम modification; development of the soul. भग० ६, ५० १४, ४; जं० प० ७, १७६; – पाउ - श्री सिया स्त्रो० ( - प्राद्वेषिकी ) प ५२ व्हे हरवाथी लागती किया. कोई भी जीव से द्वेष करने से जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred by showing hatred towards and living being. भग० ३, ३; ठा० २, १; - पाडुश्चिया स्त्री० ( - प्रातीतिका-जीवं प्रतीत्य यः कर्मबन्धः सा तथा ) वने खाश्री आगती दिया. जीव के संबंध में जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred in connection with a living being or a soul. २,१; - एस. पुं० (-प्रदेश) कवनो प्रदेश १, श. जीव- प्रदेश जीव का अंश & portion, a particle of the soulsubstance. भग० ८, ६; १०, 9; --पदेश. पुं० ( - प्रदेश ) भवने। प्रदेश - . अंश. जीव का प्रदेश अंश. a portion, a particle of the soul-substance भग० १६, ६: - प्याबहुत. न० ( - अल्पबहुत्व ) वा स्यात्व जीवों का अल्पबहुत्व. scantiness or the profusion of life. क० पं० - फुड. त्रि० (- स्पृष्ट ) वे रेल. जीवने स्पर्श किया हुआ. touched by, in contact with a soul or living being. ठा० ४, ३; - भाव. पुं० (-भाव ) . प. जीवत्व; जीवपना. atate of being a living being. परक्कमे श्रायभावेण जीवभाव उवदसेह भग० २, १०÷ १८, १: --भावकरण न० (-भावकरण ) ते. जीव पर्याय का करना. 66 पर्याय modification of the soul. ५१; સ્પ [ जीव " For Private Personal Use Only विशे० ३३५४; - मज्झप्पएस. पुं० ( - मध्यप्रदेश ) कवना मध्यप्रदेश. जीव का मध्यप्रदेश. the middle portion of the particles of the soul. भग० ८, ६; -- मिस्सिया. स्त्री० (-मिश्रिता) સત્યામૃષા ભાષાને એક પ્રકાર; જ્યાં થેડા મરગયા હોય અને થોડા જીવતા હોય ત્યાં श्रधा भरीगया छेम हे ते. सत्या मृषा भाषा का एक प्रकार; जहां थोडे मर गये हों व थोडे जीर्वत हों वहां सब मर गये है ऐसा कहना a variety of speech. Page #861 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीय] ( ८४६ ) [ जीवतं partly true and partly false विपाक दिखलाने वाली कर्म प्रकृति. Kar. declaring that all are dead mic nature which displays its when some are yet alive. पन्न.१; Imaturity to the soul. क.गं०-सं. -रासि. पुं० (-राशि) ने। समूह- खा. स्त्री० (-सख्या) ७वानी संन्या. जीवों 21. जीवों का समूह । group of की संख्या. a number of living a collection of living beings. beings प्रव० ४८; -संखेव. पुं० (-सं. सम० २; श्राव. ७, १; ~~-लोय. पुं० क्षेप-जीवानां संदेपा जीवसेक्षपाः) 44. (-लोक ) ०१ ४; संसा२. जीव लोक; યંસ એકેંદ્રિય આદિ જીવનાં સ્થાન કે જયાં संसार. the world of living beings. જીવને સંક્ષેપ-સંકોચમાં રહેવું પડે છે. नाया० १; कप्प० ४, ६०; क. प. ३, ४४; अपर्याप्त एकेन्द्रिय आदि जीव के स्थान कि जं. ५० ३, ६१; -वह. पुं० (-वध ) जहांपर जीव को संक्षेप-संकुचित स्थितिमें रनो वयात. जीवों का वध-घात. रहना पडता है. any of the places in slaughter of animals. भत्त० १३, which an undeveloped living ---वावार. पुं० ( -व्यापार ) सपना being ( one ) sensed etc. व्यापा-या. जांवों का व्यापार क्रिया. has to remain in a contractany of the functions or pro ed condition. क. गं. ६, ३६; cesses of the soul or principle ---संगहिय. त्रि. ( -संगृहीत -जीकैः of life. विश० ३६३: ---विजय. पुं० । संगृहीतः स्वीकृतो जीवसंगृहितः ) ७५या (-विचय) सपना २५३५नु थितन २ ते.. स्वाधाराये, जीव ने स्वीकृत किया हुभा. जीव के स्वरूप का चितवन करना, medi- accepted by, possessed by a tation upon the nature of the soul or a living being. " wiar soul. सम० ३; -बिष्पजढं. त्रि. (-त्रि- जीव संगहिया " ठा. २, 1; ~~साहत्थि. प्रहीन ) प्रासु, ७५ २हीत. जीव रहित; या. स्त्री. (-स्वाहस्तिका --यत्स्वहस्तेन प्रामुक. deprvied of life: faultless गृहीतेन जीवं मारयति सा जीवस्वाहास्तिका) " देवदिएणस्त दारगस्त सरीरं णिप्पाणं એક પ્રકારની ક્રિયા; પિતાના હાથથી જીવને णिचिट्ठ जीविष्पजढं कूवए पवखवेति" भारपाया सागती लिया. एक प्रकार की नाया• २; १६; १८; निर० १, १; -वि. किया; अपने हाथ से जीव को मारने से भत्ति. स्त्री० (-विभक्ति) - विमति- जो क्रिया लगती है वह. Karma inविभाग; ५५२९४-विवयन. जीव curred by taking life i.e. kill. की विभक्रि-विभाग: जीव का पृथक्करण- ing with one's own hand. ठा० २, विवेचन. discu sion upon, exposi- १; -हिंसा. स्त्री. ( -हिंसा ) ना tion of the nature of the soul. हिसा. जीव-हिंसा. destruction of उत्त । ३६, ४७; - विवागा. स्त्री० (-वि. life or living beings. भत्त० ६३; पाका-जीव एव विपाकः स्वशक्तिदर्शन- -हिय. न.(-हित) अनु हित. जीव का लक्षणो विद्यते यासां ता जीवविपाका:) हित. welfare of the life भत्त० ६८; सपने वि५१४ शहना२ प्रनि. जीव को | जीवतं. त्रि० ( जवित् ) यो. जावित. Vol 11/107. Page #862 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवंजीव] ( ८५० ) [जीवाजीव - living: existing. विशे• २२५६; string. (२) धनुष्या २ क्षेत्रने ५२७ जीवंजवि. पुं० ( जीवजीव) नना आधार. સ્થાનીય પ્રદેશ ભારત આદિ ક્ષેત્રના લાંબા जीवन का आधार. support of छेनी पड़ा. धनुष्याकार क्षेत्र के व्यास के life; subsistence. अणुत्त. ३, १; समीपका प्रदेश; भरत आदि क्षेत्रके लंबे सिरे नाया. १; ( २ ) पनी शक्ति. जीवकी की चौड़ाई. space between the शक्ति. the vital power of the two ends of a region which is soul. भग० २, १; ( 3 ) मे तनुं bow shaped; lengthwise space पक्षी. एक जाति का पक्षी. a kind of between the two ends of Bhabird. जं. प. पन्न. १; rataksetra etc. सूय० २, ५, १२; जीवंजीवक. पु. ( जीवजीवक ) मे तनु राय० २५.9; सू० ५० १; (3) मे था पक्षी; य२. एक जातिका पक्षी; चकोर. A मी सानु सुधानी सीधा लीटी. एक kind of bird; the Chakora bird. बगल से दूसरी बगल तक की सीधी रेखापरह. १, १; अोव. लकरि. a straight line from one जीवंजीवग. पुं० ( जविञ्जवक ) २ ५क्षी. end to another. सम० ६००० चकोर पक्षी. The Chakora bird. जीवाजीव पुं० (जीवाजीव) ७५ अने १७५ भग० १३, ६; (२) मे गती वनरपति. ५ . जीवाजीव; जीव और अजीव पदार्थ. एक प्रकार की वनस्पति. . kind of The categories viz. living and vegetation. भग० २३, ५, non-liviny beings. नाया. १२; १४; जविण. न. (जीवन ) वन, प्राय यार. दस०४,१२; (२) न०७१ म०पनी सभा . जीवन, प्राण धारण. Life; living. વાલું ઉત્તરાયનનું ૩૬ મું અપાવન. उत्त० १२, १० जीव अजीव का समझ देने वाला उत्तराध्यजीवणिज. त्रि. (जीवनीय ) ७५॥ योय. यन का ३६ वां अध्ययन. the 3611 जीने के योग्य. Worthy to live; fit | chapter of Uttaradhyayani to live. सूय. २, २, ५६, explaining (the nature of ) liv. जीवत्त. न० ( जीवत्व ) ०१५. जीवत; ing aud non-living beings. उत्त० जीव पना. State of being a soul ३६; - अहिगम. पुं० ( -श्राभगम ) ७५ or living being. भग०२,१;विशे० ५४५; 2104नो परिच्छे -सम. जीव अजीव जीवमुत्ति. स्त्री० (जीवन्मुक्ति ) 04 1i का परिच्छेद समझ. exposition or मोक्ष सनुभव सेवो ते. जीते जी मोक्ष का explanation of (the nature of) अनुभव लेना. Experiencing of sil. living and non-living beings. vation in this life. पंचा० २, ४३; " से किंतं जीवाजीवाहिगमे " जीवा. जीववत. त्रि. ( जीवितवत् ) प्रा. प्राणा. १; दस. ४ -समाउत्त. त्रि. Living; possessel of life. परह ० (-समायुक्त) ७१ २५७१ पाj. जीव १, १; fra arar possessed of soul ou जीवा. स्त्री० ( जीवा-जीवनं जर्जावा) धनुयनी non-soul. " जीवाजीव समाउत्ते सुह पशुय; हरी. धनुष्य की डेर. A bow. दुक्ख समारणिए " सूय १, १, ३, ६; Page #863 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीवि ] जीवि त्रि० ( जीविन् ) अपन वा; त्रा वाओ. जीवन वाला; जीनेवाला. living; possessed of life. अजो० १२८, ( २ ) पुं० प्रसुधार, 04. प्राण धारक; जीव. s soul; a living being. सूय ० १, ३, १, ६; जीविश्रय न० ( जीवित ) वन प्रसंगम जीवितव्य; जीवन; असंयम जीवितव्य. Life; livelihood; absence of asceticism " जीवियं यामिकखिजा आया० १, ६, ८, ४, १, १, १, ११, १, ६, ४, १६१ नाया० १; २; ४; १४; १५; १६; १८, इस० ८ ३४; १०, १, १७ भग० ७, १; १५, १ पन्न० १; २२; राय ० २१५; श्र० १४; सू० १, १, १, ५, १, २, १, १ उत्त० ४, १८, १४, १०, १:३२, २०; विशे० १३८ : वित्रा० ६; निर० १. १: ܕܕ ( ८५१ ) उवा०] १, ५७ २, १०२ ४ १४० भत्त १३, १०३: कप० ६.११५६ अध० ४, ३: -श्रत. पुं० ( श्रन्त ) वन अंत; मृत्युः भर जीव का अंत; मृत्युः मरण. termination of life: death जं० प० २, ३१; उत० २२, १५: - - अंतकरणपुं० ( श्रन्तकरण ) गत २१। ते जीवन का अंत करना putting an end to life नापा ५; पह० १, १ जं० प० ३, ४५; — श्राहे. त्रि० (- श्रर्थिन् ) જીપવાની छात्र ओ. जीने की इच्छा वाला; जीवित रहने को उत्पुक desirous of living or continuing to live. " जोवा विसं खायइ जीवियट्ठि " दस० है, १, ६६ - हि त्रि (श्रई ) बनाने उचित योग्य; अ छप: । याने ते जीने के योग्यः जीवन निर्वाह के योग्य. sufficient to maintain life. " विडलं जीवि यारिहं पोइदा दलह नाया० ; भग० 33 ११, ११; राय० २३३; दसा० १०, १; जं० प० ३, ४३; - श्राश्र. पुं० ( -ग्रात्मन् ) स्वरूप जीवन स्वरूप nature of life. नाया ० १५; श्राउ न० (- श्रायुष् ) कांगी रूप व्यायुष जीवन रूप श्रायुष्य. the duration of life. नाया० ४; - आउअ. पुं० ( - श्रायुष्क ) चन आयुष्य जीवनप्रद आयुष्य. duration of life. नाया० - आसा. स्त्री० ( श्राशंसा) लववानी आशा. जीने की आशा. hope of life. जब ०१, ५७ प्रव०२६६६ - आसा. स्त्री० ( - श्राशा ) विनती २०- माशा जीवितव्य की इच्छा - आशा; लोभ का पर्याय नाम desire to live long; hope of long life; a syno nym of greed सम० ५२; भग० २, ५: ८. ७, १२. ५: नाया० १; ओत्र २६६ तिर० ३, ५: - उस्सविय. त्रि० ( -उत्स विक जीवित स्पोत्सव इव जोवितोत्सवः स एव जोवितत्सविकः ) पाना उत्सावा. जीने के उत्साद बाला. (one ) eager to live जीवविए भग० ६, ३३ - उस्सासिय त्रि० ( उच्छ्वासिक ) જીવતને વધારનાર જીવનની વૃદ્ધિ કરનાર, जीवन वृद्धि करने वाला. जीवन को दीर्घ बनान वाला. ( anything ) which prolongs life. नाया० १९ – ऊसासिय. त्रि (उच्छ्वासिक जीवितमुच्छ्वासयति वर्ष यतीति जीवितोच्छ्रासः स एव जीवितो - च्छ्ासिकः न वधारतार जीवन को दीर्घ बनाने वाला life; prolonging; giving longevity. भग० ६, ३३; -- कारण. पुं० ( कारण ) भवानी हेतु. जीवन का हेतु motive of remaining alive or maintaining life. दस० २, ७ - फल. न० (-१ - फल ) - ,, " [ जीविश्र-य For Private Personal Use Only Page #864 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जीविणा-या] ( ८५२ ) [जुअणद्ध ननु स. जीवन का फल. accomplish- ११, १५, १; जं. प. पन्न. २, १५; सु. ed aim or object of life. नाया.. च०४, २८४; ओव. १.3 अणुजो० १२८% ८; १३, १९; निर० ३, ४; -भावणा. उत्त० ३२, ६२; ठा० ४, ४; राय. १६४; स्त्री० (-भावना ) ७नतुं समाधान २- जीवा० ३, ३; उवा० २, ६५; १०७; भत्त. नाश मापना जीवन का समाधान करने १०६; १४६; कप्प. ३, ३६; गच्छा० १६; वाली भावना. meditation which -गार. पुं० (-कार ) मा “जिब्भा. reconciles one to ( his or her ) गार" श६. देखो “ जिब्भागार” शब्द. life. सूय० १, १५, ४; -वसाण. न. vide “ जिब्भागार" पन्न. १; ( -अवसान ) --आयुष्यने छ. जीहामयदुक्ख. न० (जिव्हामयदुःख ) मा जीवन-आयुष्य का अन्त. the end of “जिब्भामयदुक्ख' १६. देखो “जिब्भा. life. क. प. २, ७७, मयदुक्ख " शब्द. Vide “जिब्भामय दुक्ख' जाविधा-या. स्त्री. ( जीविका ) साल ठा०५,२; पृति. आजीविका; वृत्ति. Livelilicod; जीहामयसोक्ख. न० ( जिव्हामयसौख्य ) maintenance of life. सूय. २, ६.. जुम " जिब्भामयसोक्ख" श६. देखो २ नापा. ७; अणुजो. १३१; कप्प०४, ८२; " जिब्भामयसोक्ख" शब्द. Vide “ जि. जीव. हेकृ. अ. ( जीवितुं ) ०५१॥ भामयसोक्ख" ठा० ५, २; गा. जीवन के लिये. In order t) जीहिंदिय. न० ( जिव्हेंद्रिय ) ७मः २सेन्द्रिय live or maintain life 9 9 , जिव्हा; रसना; रमेन्द्रिय. The tongue; 1, ७, ५० the sense of tiste. पगह • १, १; जीवि उकाम. त्रि. ( जावितुकाम ) यानी ---निग्गह. पु. ( - निग्रह ) मे " जि ४ .. जावित रहने को उत्क. De. भिदियानग्गह' शम्१. दखा “जिभिांदय. sirous of continuing to live. निग्गह" शब्द. vide जिभि दयनिग्गह' " जीविउकामे लालपमाण " आया. १, उत्त० २६, ६.५: --संवर. पुं० (-संवर) यो “जिटिभदियसंवर" १४६. देखो जीवित अ. त्रि. ( जीवितक ) अभिपत “जिभिदियसंवर " शब्द. vide. “ जि. ७५; यात्री . अनुकंपित जीवन; विभन्दियसंवर" पण इ० २, ५; दयापात्र जीवन. Pitiable life; life जुत्र. त्रि. ( युत ) यु; सहिंत. युक्त; deserving compassion. उत्त०१०.३; सहित. Accompanied with. क.गं. जीवियरतभ. पुं० ( जीविकरसभ ) साधा२१५ ३, ६, प्रव० १२०६: १४२७, भत्त० १०६; पा६२ ११२५तियो मे २. साधारण | जं. ५० ७, १५१ बादर वनस्पति काय का एक प्रकार. A जुअणद्व. पु. ( युगनद्ध) मे मारने यंद variety of ordinary gross vege. નક્ષત્રને વેગ; ચંદ્ર અને નક્ષત્રના યોગની tible life. पन. १; સ્થિતિ બલદ ઉપરના ઘાંસાને આકારે થાય जीहा. स्त्री. ( जिड़ा) 9; रसेन्द्रि५. जिव्हा; ते. एक प्रकार का चन्द्र नक्षत्र का योग; चंद्रमा रसेन्द्रिय. The tongue; the sense व नक्षत्र के योग की स्थिति जो कि बैलपर of taste. नाया. १; ८; ; भग. ११, की जुडी की आकृति सी होती है. A par Page #865 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुलअ] ( ८५३ ) [ जुजरणया ticular modo of the conjunc. ___ आया. १, ७, ३, २०७; (३) मोक्ष. मोक्ष. tion of the moon with the ___final emancipation. अाया. १, ७, constellation presenting the ३, २०७ appearance of the yoke.. जुंगिअ. त्रि. ( जुङ्गित ) गति, म मने सू० प०१३; शशरथा इपित हेय ते. जाति, कर्म व शरीर जुअल. न० (युगल) मेनी 1. युगल; से दूषित हो वह. (One) of a low दोका जोडा. A couple; a pair. जं. nature in caste, action and प० ५, १२३; अोव ३०; प्रव० १०६६; / body. प्रव० ७६८; -अंग. त्रि. क. गं० ५, ६१; कप्प० ३, ३६; पंचा० ३. । (-अंग) अ५ बना लाथ५१ बोरे सयर २; -दुग. न० ( -द्विक ) मे युगल. दो पा) या खेय ते.. अपंग; जिसके हाथ पैर युगल. two pairs. क. गं० ५, ४; इत्यादि अवयव कट गये हों ऐसा. muti. -धम्म. पुं० (-धर्म ) मधीयानो घमः। lated or disabled in any of गरपणे अपनपोरे. युगलियोका धर्म; पन्न कोरे. यगलियांका धर्मः । the limbs of the body e. g.n युगल अवस्था में उत्पन्न होना इत्यादि. tik. hand, a leg etc. पिं० नि० ४४६; ठा. ing of birth in the form of a ५, ३; pair i. e. Jugaliyas. प्रत्र. १०६६; जुज. धा. I. (युज् ) ने. जोडना. जुइ. स्त्री. ( द्युति ) iitी; ते स. कांति; . ____T) join together. (२) संबद तेज; दीप्ति. Lustre; light; splen. .. संगठन करना. to umite. (3) dour, नाया. १:८; १५; सम०३०; भग. सयत ३२. उचित करना; योग्य करना. १५; १; विश. ३ ४४७; वि. ३८; उत्त. to fit; to diamonise; to the १, ५७, ५, २६: ठा० ४,३: (२) मनु tit for. નિયાવલિકા સૂત્રના પાંચમાં વર્ગનું દડું जुजइ. पन्न० ३६ सध्ययन. इस नाम का निरयावलिका सूः, जुजति. सूय. १, ३, १, १०; के पांचवें वर्ग का ६ठा अध्ययन. name जुजेवि. उत्त० १, १८; दस० ८, ८३; of the 6th chapter of the 5th जुजंत. पंचा० १०, ४९; section of Nirayāvalikā Sūtra. जुजइ. क. वा० पि. नि. ५६: १६३; सु. कप्प. ५, १०१, च० ४, ६५; जुइ. स्त्री० ( युति ) युक्ति; लेडा); सयौ।. ) जुजए विशे० १०२, १५८; पिं० नि० ७६; युक्ति; संयोग Joining together; सु० च० २, ५४७; union; contact. ठा. ३, ३: नाया० १: झुंजण. न० ( योजन ) योry; ; व्यापार प्रव० ६; उवा० ६, १६७; ४२३। ते. योजना; जोडना; व्यापार करना. जुइमंत. त्रि. (धुतिमत् द्युतिर्दीतिरतिशायिनी । Joining together; uniting; विद्यते यस्य सः) तिवान्; तेरवी. conducting a business or an कान्तिवान् ; तेजस्वा. Lustrous;bright; operation. " इंदियाण य जुजण" उत्त. ' powerful. उत्त० ५, १८; (२) संयम. | २४, २४; विशे० ३३५८; संयम asceticism; monkhood. | जुजणया स्त्री० ( * योजन) नुस। 34 Page #866 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुंम ] ०६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. ओव० २०; जुंम न० ( युग्म ) राशि विशेष श्रेडी संख्या; सभ संख्या राशि विशेष; सम संख्या. A particular sign of the zodiac (Gemini) even number. ठा० ४, ३; जुग. न. ( युग ચાર હાથ પરિમિત એક २५. चार हाथ परिमित एक माप A measure of length equal to four arms सम० ६६; भग० ६, ७; अणुजो० १३३; जं० प० (२) घसरू सरी. जूडी. a yoke of a carriage. उत्त० २७, ७; जीवा० ३, ३; पिं० नि० २६२ सू० १, ५, २, ४, जं० प०७, १५१; परह० २, १, प्रो० नि० ३२५; दसा० ६, ४; उबा० ७, २०६, ( ३ ) अधोसर ना भारनं पुरुषता हाथ गर्नु अक्षरा पुरुष के हा पैर में घूसरी की आकृति वाला लक्षएए a mark of the shape of a yoke of a carriage in the hand or foot of a male human being (४) सत्य, द्वापर, त्रेता मेयर युग. सत्य, द्वापर, त्रेता, कलि ये चार युगकाल. any of the four ages viz. Satya, Dwāpara, Treta, and Kali. विशे० २२८८; (५) ( ८५४ ) वर्ष माणुस विभाग पांच वर्ष प्रमाण का काल विभाग & period of time equal to five years. भग० ६, ७, २४, ५; श्रणुजो० ११५; नाया० १६६ मृ० प० ८ परा६० १, ३ ठा० २, ४ सम० ६१; जं० प० जीवा० ३, ४, राय० ३२, (६) मेलन २. एक जाति का मत्स्य kind of fish. पद्म १; ( ७ ) गोड हेश પ્રસિદ્ એક જાતનું બે હાથ પ્રમાણનું વહન For Private [ जुग an - पापी. गोल देश प्रसिद्ध एक जाति का दो हाथ प्रमाण का वाहन - पालकी. & kind of palanquin of the size of two the arms length made in country named Gola. जीवा ३, ३: - अंतर न० (-अंतर ) घसरा प्रभारी यांतरू जुडी के प्रमाण में अंतर. interval (in point of space of the measure of a yoke of - श्राइजिए. a carriage. भग० २, ५, पुं० ( - श्रदिजिन ) युगना पहेला तीर्थर श्री ऋषलहे स्वाभी. युग के प्रथम तीर्थंकर श्री ऋषभदेव स्वामी. Risabhadeva the first Tirthankara of the age. प्रत्र० १; --गिह. न० ( - गृह ) पाणी राजवानुं ध२. पालकी-गृह- & house or hall in which palau. quins are kept नि०८, ७ – चिछड्ड न० ( च्छिद्र ) समानु जुड़ी में का छिद्र a hole in the yoke of a carriage. उत्त• टी० ३: - पहाण पुं० ( प्रधान ) युग प्रधानપુરૂષ; યુગમાં થયેલ પ્રધાનમહાન પુરુષ; ( भद्रडु स्वामी वगेरे ) युग प्रवान युग का प्रधान-महापुरुष- भद्रबाहु स्वामी इत्यादि. a prominent person of an age ( Yuga ) ; eg. Bhadrabāhu Swami etc. विशे० १४२३; पहाण् न० (-प्रधान ) यो पो देखा ऊपरका शब्द. vide above. प्रव० ६२; २६४ – सूरि. पुं० ( -सूरि ) युग प्रधान सरि मायार्य युग प्रधान सूरि श्राचार्य. & preceptor etc. renowned in a certain age, प्रव० ६२; - माण. न० (-मान) पां वर्ष अथवा श्रास भास प्रभाग युगनुं भान पांच वर्ष किंवा बांसठ Personal Use Only Page #867 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुगंतकडभूमि] ( ८५५ ) [ जुगमेत मास प्रमाण युग का मान. a measure Vide above. FigTO 5; of time equal to five years or जुगंतगडभूमी. स्त्री. ( युगान्तकृतभूमि ) 62 months. प्रव० ६०८; युगना मत ४२नारी भूमि. युग का अंत -संनिभ. त्रि. ( -सन्निभ) यार हाथ / करने वाली भूमि. A land or region प्रभागना रे. चार हाथ प्रमाण के जैसा. finishing a Yuga (a period of similar to, analogous to a mea- time.). कप्प. ५, १४५; sure of the length of four | जुगंधर. पुं० (युगन्धर ) २५ नावान! 64arms. " जुगसरिणभ पं.णइय पीवर योगमायावतु मे गतर्नु सा रथ पऊठ संठिय " जीवा० ३; -संवच्छर. बनाने के उपयोग में आता हा एक प्रकार पुं० (--संवत्सर ) पर संवत्सर प्रमाण का लकड, A kind of timber used સમય; ૧૮૩૦ દિવસ પ્રમાણ યુગ સંવત્સર. in making chariots. जं० ५० १; पांच संवत्सर प्रमाण समय; १८३० दिवस जुगबाहु. पुं० (युगबाहु) ८ मा तीर्थ ४२र्नु प्रमाण युग संवत्सर. a Yuga Samvat- श्रीन पूर्व मनु नाम. ६ वें तीर्थकर के Sara equal to 1830 days. सू०प० तृतीय पूर्व भव का नाम. Name of the १०; जं०प०७:१५१; ठा०५,३; -साला. third previous birth of the 9th स्त्री० (-शाला ) पाणी यानी शाव) Tirthankara. सम. प. २३०; विवा. पालको रखने की शाला nom, २: (२)साथ, इ. लंबे हाथ. बाह. ball in which palanquins are t longurm. ठा० ६; kept. निसी० ८, १; जुगणद्ध. पुं० ( युगनद्ध ) " जुश्रणद्ध" जुगंतक भूमि. वा. ( युगान्तकृतभूमि-- श. देखे! " जुअणद्ध ' शब्द. Vide युगानि-कालमानविशेषाः तानि च क्रमव. ___“जग्रणद्ध " सू० ५० १२; तीनि तस्माधम्यांचे क्रमवर्तिनो गुरु-शिष्य | जगमच्छ. पुं० (युगमत्स्य ) जतने प्रशिघ्याऽऽदिरुपाः पुरुषाः तऽपि युगानि तैः । भ२७. एक प्रकार का मत्स्य. A kind of प्रमितान्तकरभूमियुगान्तकृतभामिः ) गु३. fish. विवा० ८3; पन्न. १; नीवा. शि पर पाय यावन्नपणे संसारको जुगमाय. त्रि० (युगमात्र) यास प्रमाण ४२॥२ व ५२५२१. गुरु जुडी के प्रमाण का. Measuring a शिष्य परम्परा से अविच्छिन्नता से yoke. पाया० २, ३, ७, ११४; दसा. ६, संसार का अन्त करने वाले जीवों की परपरा. २; दस० ५, १, ३, The successive generations of जुगमित्त. त्रि. ( युगमात्र ) यो “ जुगmen such as preceptors and | माय "श. ६. देखो “ जुगमाय " शब्द. disciples forming as it were Vide “ जुगमाय" उत्त० २४, ७, a chain of an era, who attain जुगमेत्त. न. (युगमात्र )युग-धेस प्रमाणे. salvation, ठा० ३, ४, नाया. ८; या२ ९५ प्रभाए. युग जुडी के अनुसार; जं. प० २, ३१ चार हाथ प्रमाण, A particular mea. जुगतकरभूमि. स्त्री० (युगान्तकृतभूमि) sure equal to four arms. प्रव० गे। ५ो श६. देखो ऊपरका शब्द.. Page #868 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुगल ] [जुग्गारिया जुगल. न० ( युगल ) डी; ले. जोडा; | कालमें; एक साथ. Simultaneously. युगल. A couple; n pair. (२) पुं० उत्त० २८, २६; ३६, ५४; सु. च. ५, ६; स्त्री० गतीया. जगलिया. Jugalia. २, ३६१; ठा० ३, ४; विशे० १६६; प्रव. भग० ६, ५, १५, १; -धम्म. पुं. ६६८; ओव० ४३; (-धर्म ) शुसीयानो घम'; युग धम. जुग्ग. त्रि. (योग्य ) आय५. योग्य. Proper. स्त्री पुरुष दोनों का धर्म; युगल धर्म. १ भत्त. १२; प्रव० १३७०; combination of the characteris. जुग्ग. न. (युग्य ) शमां प्रसिद्ध में tic functions or qualities of જાતની પાલખી કે જેને ફરતી ચોખુણી બે both a male and female. तंदु० दाय प्रमाणे हिता-ॐो । य छे. गोल्ल -~~धम्मिय. पुं० ( -धार्मिक ) स्त्री पुरुष । देश में प्रसिद्ध एक प्रकार की पालकी कि ३५ युंगाना यमपासा. वा पुरुषरुप युगल जिसके चारों ओर फिरती चौरस दो हाथ के धर्म वाला. one who combines प्रमाण की बेदिका (कठहरा ) होती है. A within him the characteristic kind of palanquin with a square functions or qualities of both railing of the height of two viz. it male and female. ago arm's length. It is made in जुगलग. न. ( युगलक ) ; येना ने. the country named Gulla. जोडला; दो की जोड. A pair; । भग, ३, ४, ४, ७, ८,६; विशे० २६६२; couple. जं. ५० जं. प. ५, १५७; श्रोव. अणुजो० 1३४; जुगलय. न. ( युगलक ) शुगस; ने । (२) बासरी. जु डा. ! yoke; that युगल; जाडा. A couple; npuir. सम० part of the pole of a carriayo which is fastened to the shoulजुगलिय. त्रि. (युगलित ) । ३६त. der of an ox, a horse etc. Jo युगल युक्त; सजोड. Couplel to. ४, ३; भग० ६, ३३; ( ३ ) युग-धों सरी gether; consisting of it pair. इनार या २५३ २२. युग--जडी " निच्च जुगलिया " नाया. १; को उठानेवाला-घोडा, बेल इत्यादि. an जुगयं. त्रि. ( युगवत् ) सना उपद्रवयी ox, a horse etc. liarnessed to રહિત, ત્રીજા તથા ચોથા આરાના જન્મેલ. a carriage. 'चत्तारि जुग्गा परणत्ता' काल के उपद्रव से रहित तृतीय व चतुर्थ ठा० ४, ३: (४ ) ५३५था 614 मे भारेमें जन्म प्राप्त. Free from moles. बिमान. पुरूष से उखा जा सके ऐसा आकाश tation caused by time; born विमान. a kind of balloon. सूय. २, in the third and the fourth २, ६२; -आयरिया. स्त्री० (-आचर्याArās ( a part of a cycle of युगस्याऽऽवहनं गमन युग्याचा ) युगtime ). जीवा० ३, १; भग० १४, १; पालनमा ४ ते. युग-वाहन में जाना. १६, ३; राय. ३, २; उवा० ७, २१६; going in, moving in a carriage जुगवं. अ० (युगपत् ) मे १५ते; मे or conveyance. ठा० ४, ३; से; गे साये. एक ही समय पर; एकही | जुग्गारिया. स्त्री. ( युग्याचर्या ) । Page #869 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुग्गय ] पओ श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. ठा० ४, ३: गय. त्रि० (-गत) वादन उपर मेठे. वाहन के ऊपर आरूढ. seated in 8 vehicle or carriage. ओव० ( ८५७) जुग्गय. त्रि. ( युग्यक ) । 'जुग्ग' २६. देखो 'जुग्ग' शब्द. Vide 'जुग्ग' ठा० ४, ३; जुज्ज. त्रि० ( योज्य) योजना घटना वा योग्य योजना - घटना करने योग्य. Worthy of being united or joined together. उत्त० २७, ८; V 'जुज्झ. घा० I. ( युध् ) युद्ध २५; लाए २वी. युद्ध करना; लढाईकरना. To fight; to battle; to wage war. जुञ्झामि नाया० १६; मो. नया० १६; जुकाहि. आया० १, ५, ३, १५३; उत्त ६, ३५; जुज्झहे. नाया० १६: जुज्यंत. सू० १, ३, १, १, सु० च० ७, ७८; जुज्झिता. ठा० ३,२: जुज्झ न० ( युद्ध ) युद्ध: सहा. युद्ध; लडाई. Battle; war. उत्त• ६, ३५ आया. १, ५, ३, १५३; नाया० ६ कित्तिपुरिस. पुं० (- कीर्तिपुरुष- युद्धजनिता या कीर्तिः तत्प्रधानः पुरुषो युद्धकीर्तिपुरुष: ) युद्धथी अतिवंत थयेस ५३५. युद्ध से कीर्तिप्राप्त मनुष्य. one who has acquired renown in a battle. सम० -- ज्भाण. न ० ( - ध्यान ) सहाधनु ध्यान; ध्याननो मे प्रहार लढाई का ध्यान; ध्यान का एक प्रकार. concentration or meditation upon battle; a variety of meditation. आाउ ० Vol-1 / 108. [ जुरिणय - सज्ज. पुं० ( सज्ज ) युद्धभां तैयार; युद्धभां तत्पर युद्ध में तत्पर. one who is prepared for battle; one who is ready to fight. नाया• ८, १६; निर० १, १, सड्ढ. त्रि० (-श्रद्ध-संग्रामस्तत्र संजाताश्रद्धा यस्य सः ) युद्दमां श्रद्धीवान; युध्धने व्याहनार युद्ध में श्रद्धावान् ; युद्ध को चाहनेवाला militarist; warlike. पण्ह० १, ३; - सूर. पुं० (- शूर ) युद्धभां शू२. युद्ध में शूर. (one ) who is brave in battle; a warrior. जुज्झ सूरे वासुदेवे " ठा० ४, ३; जुज्झाइजुज्झ न० ( युद्धातियुद्ध ) ६-६ युद्ध, ७२मांनी झा द्वंद्व युद्ध; ७२ कलाओं में से एक कला. A single com bat; a duel; one of the 72 arts. जं० प० प्रोव० सम० जुराण. त्रि० ( जीर्ण) : लुनुं; वृद्ध. जीर्णः पुरातन; वृद्ध. Old; worn out; antiquated. नाया ० १ ११; भग० १६, ४; १६, ३; अणुजो० १२७ अत्त० ३, १ श्रध० नि० १३६ राय० २५८ -उजाण. न० ( उद्यान ) लुभे। " जिराणु६. देखो जिरगुज्जारा शब्द. vida " जिएगुज्जाण " नाया० १: - कुमारी. स्त्री० ( -कुमारी ) भु जिण्णकुमारी ०६. देखो जिराणकुमारी " vide freeकुमारी नाया० १; नाया ० ६० - गुल. पुं० ( - गुड ) भुने। गोल पुराना गुड़ old treacle. भग० ८, ६६ - तंडुल न० (- तण्डुल) लुनायोमा पुराने चावल old rice. भग० ८, ६; 37 ८८ जाया >> co For Private "" 66 Personal Use Only 33 19 -सुरा. स्त्री० (-सुरा) लुना ३. पुराना दारू - मदिरा-मद्य. old wine. भग० ८,६; जुरिणय. त्रि० ( जीति). जी. Old. worn out. नाया • १; Page #870 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुति] ( ८५८ ) [जुत्ति जुति. स्त्री० (द्युति ) आन्ति. कान्ति. Light; ( one ) possessing proper actilustre. नाया० १; भग० ३, ६; ओव० vity of the body etc. पंचा० १२, २२; सू०प०१६ सम० १० २१; -परिणय. त्रि. (-परिणत ) सास जुत्त. त्रि. (युक्त) सहित. सहितः यक्तः। सामग्रीथा युत-पासमी माहि. शुभ संयुक्त. Accompanied with. (२) सामग्री से युक्त--पालकी श्रादि. possessed ३. जुडा हुआ. joined; united. of, furnished with good mateजं. ५०७, १६१, ३, ६४; २, २०; नाया० rials (e. g. a palanquin etc.). १; ३, ५, ८, ६; १४; १६; भग. ७, ८; म. ४, ३; -पालिय. त्रि. (-पालिक ६, ३३; दस. ३, १०८, ४३; ६४, ६,२, -युक्ता परस्परसंबद्धा न तु बृहदन्तराला. १४; १, ४, २, ३, पिं० नि० १६४; नंदी. पालिः सेतुर्यस्य स युक्तपालिकः ) पासे ६; उत्त० १, ८, ९, २२, राय. २२९; पासे-स- पूसा. पासपास-लगोलगदसा० ४, १२, १०, १; पंचा० ६, ४२, ३, सडक -पूल वाला. having bridges ३५; क. गं० १, ३७; ४४; क. गं. ४, situated near one another. राय. प्रव० ८१२; गच्छा. १२८; कप्प० ३, ३६; -फुसिय. न० (-स्पर्श) अयित -- श्रोव. १०; २६; अणुजो० १३२; ठा. ४, पाणीना ilj ५७. उचित बिन्दु-जल ३; उचा० २, १०१, ७, २०६; (३) योय. के बूंद का गिरना. a shower of proयोग्य. proper; it; worthy. विशे०९; per (desirable) drops of water. १३३; सु. च• १,१५४, २,४५१; निर. " जुतफुसिय निहयरयरेणुयं' सम० ३४; १, १; नाया. ८; ( 3 ) असभ्यात अने -रूव. त्रि. ( -रूप) प्रशस्त सयभार सतना में प्रा२. असंख्यात व अनंत पानी प्रशस्त स्वभाव वाला. possessed का एक प्रकार. a variety of the in- of praiseworthy temperament. numerable and infinite. Fusio ठा ४,३; --लोह. वि. (-शोभ--युक्त १४६; -असंखज. पुं० (-असंख्येयक) शोभते युक्तस्य वा शोभा यस्य तद्यक्तशोअसंध्याती प्रा२. असंख्यात का एक भम् ) ये.२५ शोमावामुं. योग्य शोभायुक्त. प्रकार. a kind of innumerable possessed of just or proper अणुजो० १४६; क. गं. ४, ८१; beauty. ठा० ४,३; --अहिगरण. म० (-अधिकरण ) मधि- जुत्त. न० ( योक) त२. जोत का रस्सा. કરણ-હિંસાના ઉપકરણ અધિક અધિક a rope with which an animal જવા તે; આઠમાં વ્રતને પાંચમો અતિચાર. ! is tied to the pole of a carriage. अधिकरण-हिंसा के उपकरण अधिक अधिक उत्त. १६, ५६; योजना; पाठवें व्रत का पांचवा अतिचार. us. जत्ति. स्त्री. (युक्ति) युधित; yal; ति. युक्ति; ing more and more the means ___ कला; रीति. Skill; art; mode; pro. of injury; the fifth Atichāra of cess. विशे० १५४; ओघ. नि० ५४६; the eighth vow. प्रव०२८३;-जोग.. नाया० १०; अणुजो०१२८; (२) भेजवली. त्रि० ( -योग ) शरीर विरेनी २५ येष्टा मिश्रण. joining together; mixपासा. शरीर इत्यादि की योग्य चेष्टा वाला. । ture; union. जीवा० ३, ३, पंचा०५,१; Page #871 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुत्तिसेण] ( ८५६ ) [ जुन्न (3) मे नामनामे उभा२. इस नामका present 1lth Tirthankara of एक कुमार. name ofa Kumāra (a the Airuvata Ksetra. प्रव० २६६; boy). निर० ५, १; (४) मे नाम जुद्ध. पुं० ( युद्ध ) युद्ध; १/४ सयानी ४ा. दिशासूनुस अध्ययन. इस नामका युद्ध; विग्रह; लढने की कला. Battle; वान्हदशा सूत्र का एक अध्ययन. Dume engagement; art of fighting a of a chapter of Vanhidaśā battle. ओव. ३०, ४०; नाया, १; २; Sutra. निर, ५,१; -खम. त्रि.(-क्षम) १६; जीवा० ३, ३; ओघ० नि० २२५; दस० युतिनुं सहन ४२ ते. युक्ति का सहन ५, १, १२; -अइजुद्ध. न० / -अतियुद्ध) करना. remaining unrefuted by ६६३९५ युक युद्धमा यु६. दारुण युद्ध; युद्ध में Jogical reasoning. “ नागमत्ति युद्ध. terrible battle; thick of the क्खमं होइ ” विशे० ३६५; -खम. त्रि० | fight. नाया० १; ओव० ४७; -अरिह. ( -क्षम ) युक्ति सहित; युतिवाणु; युक्ति न० (-अर्ह) मना साथे यु६ यामा सहित; युक्ति वाला. logical; possess- ઉગી; ભાવ યુદ્ધમાં કામ લાગે તેવું. ing reason. पंचा० १२, १६; -गण. कों के साथ युद्ध करने में उपयोगी; भाव (-ज्ञ-युक्ति जानातीति) युतिने गांगुनार, युद्ध में उपयोगी हो ऐसा. useful in . युक्ति को जानने वाला; कलाबाज. fighting against Karma; useful (one) well-versed or skilful in in moral war e. g. Against pitsa any art. " गंधारे गीयजतिगणा '' ठा. sions. आया. १, ५,३, १५.४; -कित्त५ -बाहिय. त्रि. ( -बाधित ) युधि पुरिस. पुं० (कीर्ति रुप ) मे "जुझपाधित-भडित ययेस. युक्ति से बाधेित . कित्तिपुरिस " श६. देखो “ जन्झकित्तिखाण्डत. refuted by logical पुरिस" शब्द. vide “जुज्झकित्तरिस " argument. “ जम्हाण जत्तिबाहिय- स० --णीति. स्त्री० (-नीति) Ast विसो विसदागमो होइ" पचा , १८, ४४; नीति-२५१२था. युद्धनीति-व्यवस्था. mili -सुवग्ण. पुं० (सुवण) " टी सोनु. tary tactics or strategy. 1o कृत्रिम सुवर्ण; बनावटी सुन्ना. ertificial -नीई. स्त्री. ( -नीति ) यु६ ४२१ानी gold. पंचा० १४, ३६ नीति. युद्ध करने की नीति. the tactics जुत्तिसेण. पुं० (युक्तिसेन ) समुद्री माना of lighting. प्रव० १२४०; -सज. ઐરાવતક્ષેત્રમાં ચાલુ અવસર્પિણીમાં થયેલ त्रि० (-सज) भुसे। “जुमसज" श६. मामा तीथ४२. जंबूप में ऐरवत क्षेत्र देखो " जुझ पज" शब्द. vide " जुम्झ. के वर्तमान अवसर्पिणी में उत्पन्न पाठवें सज" राय. --सड्ढ. त्रि० (-श्रद्ध) तोर्थकर. The eighth Tirthankara अमे। " जुजफसड्ड" स०.६. देखो " जुज्झof the current Avasarpiņi in सड" शब्द. vide “ जुज्झसड्ड” पगढ०१, the Airavata region of the ३;-सूर. पुं० (-शूर ) १७५; सुभट. Jambi Dvipa. सम०प० २४०; (२) सैनिक; लड़वैया; सुभट. . Warrior: . એરવત ક્ષેત્રના વર્તમાન ૧૧ મા તીર્થંકર. combatant. ठा० ४, ३; ऐरवत क्षेत्र के वर्तमान ११ वें तीर्थकर. the! जुन्न. त्रि० ( जीण) । " जुरण' श६. Page #872 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जुन्हा ] ( ८६० ) [ जुवरायत्ता देखो “जुराण" शब्द. Vide “ जुराण" " जुगलधाम्मय" तंदु. ओघ. नि. ३७७; सु. च० ७, २७६; जुव. पुं० ( युवन् ) युवान पान. युवक आया. १, ४, ३,१३५; जवान. A young nnan; a youth. जुन्हा. स्त्री० ( ज्योत्स्ना) यांनी रात. चांदनी दस० ७, २५; विशे० १६१४; आया. २, रात. Moonlight. सु. च. ७, १४४; । __४, २; १३८; भग० १६, ३; जुम्म. न. ( युग्म) शुगर लेस मेनु ने जुवइ. स्त्रो. (युवति) युवता; युवान स्त्री. युगल. जोडा. A pair; a couple. युवति; युवा (स्त्री ). A youthful wo"काणं भंते जुम्मा पराणता ? गोयमा । __man. भग० १, १, ३, ५, ५, ६, नाया. चत्तारि जुम्मा परणत्ता" ठा० ४,३; भग० ८; विशे० २३०; २५७२; श्रोव० सु० च०४, १८, ४, २५, ४; ३१,७; ४१, ३, पिं० नि० १६८;-जण. पुं० (-जन) युवती; tart. २; -पएसिय. त्रि. (-प्रादेशिक) सम युवती; स्त्री-जन. ayouthful woman; सारी प्रशिथी उत्पत्र यये. सम A woman. पन्न. १; संख्या से उत्पन्न. produced from, जुवग. पुं० (युवक ) शुभ पक्षनी मी मने resulting from an even number. श्रीने यन्द्रमा. शुक्ल पक्ष की द्वितीया व भग० २५, ३; तृतीया का चंद्र. The moon of the जुय. पुं० (युग ) युर; पाय संवत्स२ प्रमाणे 2nd and 3rd days of the bright व विभाग. युग; पांच संवत्सर के प्रमाण half oin month. जीवा० ३, ३: काल विभाग. A Yugas a period जवति. स्त्री० ( युवति ) युवति; वान स्त्री. of time measuring tive Samvat. युवतो; युवा स्त्री. A youthful lady. Siray. भग० ५, १: (१) ( सम्पा सूय० १, ४, १; १५; भग० ३. १; पाय). दो; ( संख्यावाचक). m ex.. जुवरज्ज. न० ( ग्रोवराज्य ) युवा तरी pression for the number 2. 50 अभिपिन यानु २५. युवराज के च० १, २७२; समान अभिषिक्त जो है उसका राज्य. जुय. पुं० ( यूप) यसरथम यज्ञस्तंभ. A Kingdoin of one who is crownSuerificial post. पिं० नि० ६६ ed while he is still an heir-ap. जुयग. पुं० (युत्तक ) सव समुद्रमांना यार । ___parent. आया. २, ३, १,११६%3 डेटा पातानसशामांना ७. लवण समुद्र | जुवराय. पुं०( युवराज) त मान २५ में के चार बडे पातालकलशमें का एक. One રાજને હકદાર વારસદાર; ભવિષ્યને રાજા; of the four nether world pots पाटनी भा२. वर्तमान राजा के पश्चात् राज्य of the Lavana ocean. प्रव०१५८६; का हकदार- वारस; भविष्य का राजा: जुयल. न० ( युगल ) लेडी; ले. जोडा; पाटवा कुमार. A crown-prince; an युगल. A pair; a couple. नाया० १; | heir-apparent. उत्त० १६, २: पन्न. ८९: जीवा० ३, १; ३; सु० च० १२, ८; १६; विवा० ६; जं.प. नाया. १२; पिं. राय. १२२; उवा० २, १०७; -धम्मिय. नि० ५११; पुं० (-धार्मिक ) नु। " जुगलधम्मिय" | जुवरायत्ता. स्त्री. ( युवराजता ) यु१२४श६. देखो " जुगलधाम्मय" शब्द. vide | ५. युवराजपना; युवराज पद. Status Page #873 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जयल ] of a crown-prince; state of being an heir-apparent. भग० १२,७; जुयल. न. ( युगल ) भेडी. युगल; जोड़ा. A couple; a pair. भग० १, ५; ११, ११; जुवलग. पुं० ( युगलक ) लुभे। उपनो श६. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. निर० ३, ४; ( ८६१ ) जुवलय. न. ( युगलक ) लुभे। 'जुवल' २६. देखो " जुवत शब्द. Vide 33 ८० ܐܐ जुवल सु० च० १, ४७; पन्न० २; जुवलिय. त्रि० ( युगलित ) लेडी रूपे रस. युगल रूप से रहा हुआ. Forming a pair; joined together into a couple. ओव० भग० १, १, जुवारा. पुं० ( युवन् ) भुवान युवावस्थाने आप्त थयेस. युवक, युवावस्था को प्राप्त. Youthful; attaining puberty. नाया ०१; ३; भग० ३. १, २, ५, ६ श्रघ ० नि० ७२१; अणुजो० १३०० ५,२; प्रव० ५२०; जुवाणग. त्रि० ( युवक ) यान: युव. युवक. Young; youthful सू० १, ७, १०; जुवाणय. त्रि० ( युवक ) भु। उपो शह. देखो ऊपर का शब्द. Vide above. भग० ६, ३३: उवा० ७, २०६; जुव्वण. न० ( यौवन ) युवावस्था युवावस्था. Youth; puberty. नाया० ६; सु० च० १, ३१८ जं० प० ५ १२३ - अणुपत्त. त्रि० ( - श्रनुप्राप्त ) युवावस्थाने आम थये. युवावस्था को प्राप्त attaining puberty; youthful दसा० १०, ३; - त्थी स्त्री० (-स्त्री ) युवान स्त्री युवती. a youthful lady. सकडक्खं सवियारं तरलच्छि जुव्वणत्थीए " तंदु० जुव्वराग न० ( यौवनक ) युवावस्थायालु "" वानप. युवावस्था. Youth; youngage. कप्प० ३, २३; जुव्वणत न० ( यौवनत्व ) युवावस्था पशुं युवावस्था की स्थिति. Condition of youth or puberty. सु० च० १३,५१; जुसिय त्रि० (जुट) प्रसन्न; प्रीत. संतुष्ट; खुश. Pleased; propitiated. पाएय देइ लोगो उपगारिसु परिचिए व जुस्रिए वा " 66 ठा ४, ४; [ जय जुहिट्ठिल. पुं० ( युधिष्ठिर) (स्तिनापुर नगरना पांडुराना छोटा पुत्र-धर्म हस्तिनापुर के पाण्डुराजाके ज्येष्ठ पुत्र धर्मराज. Dharmarâjs i.e. the eldest sot of the king Pändu of Hastinapura. जुहिट्ठिल पामोक्खा यं पंचराहं पंडवाएं " अंत ५, १ नाया० १६: जूश्री - या स्त्री० ( यूका ) ; भाथामा थ तु जू; सिर में पैदा होनेवाला एक जन्तु. A louse, जं० प० २ १६; नंदी० १४; आया० २, १३, १५२; पन० १, भग० ६, ५; १५, १; प्रत्र० ४४२; १४४५; (२) ચાય વાલાવ્ર અથવા આ લિખ પ્રમાણ્ २४ २५. ६४ वालाभ अथवा ८ लिख प्रमाण का एक नाप measure of length equal to 64 hair-points or 8 nits. श्रणुजो० १३४; - सेजायर. g. (gerar) on 22114 2414412. जू को स्थान देनेवाला. one who gives a place of resort to a louse or lice, भग० १५, १ " For Private Personal Use Only जूय. पुं० ( यूप ) यज्ञ स्तंभ यज्ञ स्तंभ. A sacrificial post. निर० ३,५; ( २ ) એ નામનું પુરૂષના હાથ અથવા પગનું લક્ષણું. इस नाम का पुरुष के हाथ वा पैर का चिन्ह. a characteristic mark of a leg hand of a male human or Page #874 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जय ] (३) थे नामनो अशी. इस नाम being. जं० प० पश्चिम हिशाना पातास का पश्चिम दिशा का पाताल कलश. a pot of this name of the nether world of the western direction. प्रा० १५८६ (४) घोंसरी. जुडी that part of the yoke which rests on the shoulder; ( =६२ ) कार. १८ - ख. a yoke परह० १ १; चिइ. स्त्री० ( -चिति ) यज्ञनी अन्दर सामग्री ही २वी ते. यज्ञ में सामग्री एकत्रित करना. collecting together materials required in a sacrifice. श्रोव• जूय. न. ( छूत ) लुगटुं जुआ. Gambling; playing at dice. प्रव० ४३८६ (२) ७२मांनी ७२ कलाओं में से एक कला. one of the 72 arts. नाया ० १. ओव० ४० कप० ५ ६६; ---कर पुं० (-कर ) नुगारी जुआरी. a gambler पराह० १, १, ३: पुं० ( - कार ) लुगार रमनार. जुप्रा खेलने वाला a gambler. नाया लय न० ( - खलक ) नुसार मेवानुं घर. जुआ खेलने का गृह; जुआख ना. a gambling house. नाया० २; १५: चि. स्त्री० (-चिति ) भुगार मेवे ते. जुआ खेलना. gambling; playing at dice. ओव० पमाय. पुं० ( प्रमाद ) लुटारूप प्रभा जुनारूपी प्रमाद neg. ligence, error in the form of gambling. ठा० ६, १ – पसंगि त्रि० ( -प्रसंगिन् ) नुगारभां आसत. जुना में आसक्त. addicted to gambling or playing at dice. नाया० २; - पसंगि. त्रि० ( -प्रसङ्गिन् ) भुखो उप शब्६. देखो ऊपर का शब्द vide above. नाया • १८; जूया. न ० ( यूपक ) शुद्ध पक्षना प्रथम ત્રણ દિવસની સંધ્યા; ચંદ્ર અને સંધ્યાની अभा मिश्रित थाय ते. शुक्ल पतके प्रथम ३ दिन की सन्ध्या; चन्द्र व सन्ध्या कां प्रभा का मिश्रित होना. Blending of the twilight with the lustre of the rising moon during the first three days of the bright half of a month. ठा० १०, १; जूयग. पुं० ( यूपक ) शुम्स पक्षना प्रथम त्र દિવસની ચન્દ્રની કલા અને સન્ત્યાના પ્રકાશ मिश्र थाय ते. शुक्ल पक्ष के प्रथम ३ दिन की चन्द्रकी कला व संध्या के प्रकाश का मिश्रित होना. Blending of the light of the setting sun with that of the rising moon on the first three days of the bright half of a month. भग० ७ ३ ० ( ૨ ) પશ્ચિમ દિશાને એ નામનો પાતાલ उससे पश्चिम दिशा का इस नाम का पाताल कलश a pot of this name of the nether world of the western direction. सम० ५२: जुयामाय न० ( यूहामात्र ) नुं भात्रः भुं भेजूं मात्रः जूं के प्रमाण का Merely a louse; of the size of a louse. जूपामायमवि लिक्खामायमवि अभिनिवट्टेत्ता " भग० ६, १०; Vजूर. घा० I. ( जूर् ) जु२ए। ४२सी ; पस्तावे। २. पश्चाताप करना. To pine away; to repent; to waste away; जूरा-र-इ. सू० २, १, ३१ आया० १, २, ५, ५.२; जूरंति सूर्य०२, २, ५५; For Private Personal Use Only [ जूर .f Page #875 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जूरणत्ता] ( ८६३ ) [हिया जूरामि. सूय० २, १, ३१; जूस. पुं० (यूष ) ढी; मासाम. कढी. जूरह. सूय. १, ३, ४, ७, Soup; broth. श्रोघ. नि. १४७, प्रव. जूरणत्ता. स्त्री० (जूरणता) २६॥ ४२५०; १४२५; जुर. भूरना. Pining away; wast- जसणा. स्त्री० (ध्वंसना) विनाश. विनाश. ing away. सूय० २, ४, ९ Destruction. 9. &, 49: जूरावण. न० (जूरण) शरीफ्नी छता याय जूसणा. स्त्री. (जोसणा) सेवा, सेवन सेवन. ते. शरीर का जर्ण होना. Wearing Service; worship. ठा० ४,३; ओव० or wasting away of the body. ३४; भग० ३, ३; जूसिय. त्रि. ( जुष्ट ) सेवन रेस. सेवन किया जूरिश्र. त्रि० (जीर्ण ) येस. जीर्ण. हुआ. Served; worshipped; reWorn out; decayed;grown old. अणुजो० १४६; sorted to. नाया० १; ठा० ४, ३; था. जूव. पुं० (यूप) यस स्तम. यज्ञ स्तंभ. A | जूह. पुं. (यूथ ) तूय; ; समूह sacrificial post to which the समूह; मुंड. A crowd; a band; a victim is fastened. निर० ३, ३; herd. नाया० १; ४; पिं. नि. ५१६; उत्त० १२, ३६; भग० ३, ७, ११, ११, उत्त० ११, १६; परह. १, १; सु. च. ६, जं. प. (२) पश्चिम दिशानी पातास २२; विवा० ४; - अहिवइ. पुं० ( - अधिअसशी. पश्चिम दिशा का पाताल कलश. a पाते ) खाने। २१॥भी. मुंड-समूहका स्वामी. pot of the nether world in the the head of a group or a band. western direction. जीवा. ३, ४; उत्त० ११, १६; --वइ. पुं० (-पत्ति) प्रव० १४६६; -विइ. स्त्री० (-चिति ) सानो मालि-पी. समूह का स्वामी. a. owner of, a lord of crowds; the गुमे। “जूयचिद" श६. देखो "जूचिइ' । शब्द. vide " जयचिइ" प्रोव. leader of a group. नाया० १; सु. जूवग. पुं० (यूपक ) मा “जूयग" ५-६. च० ६, २६; पिं० नि० ६१७; देखो " जयग" शब्द Vide. “जयग" जुहि अ-य. न. ( यूथिक ) धना ५३. ठा० १० जुई का फल. A jasmine flower. जूवय. पुं. (यूपक ) शुभ पक्षन। प्रथम त्रय ज. प. यसमा सयानी प्रभा भने यंदनी प्रभा जहिया. स्त्री. (यूथिका ) . जूई. A मे यथाय ते. शक्लपर के प्रथम ३ दिन kind of jasmine राय. ५६, पन्न. में सन्ध्या की प्रभा व चन्द्र की प्रभा का एकत्र १; जीवा० ३, ४; -पुड. न० (-पुट ) होना. Blending together of the धनी ५. जूई का पुडा. a packet light of the setting sun and of jasmine flowers. नाया० १७; the rising inoon on the --मंडप. पुं० (-मण्डप) शुधना मांडव.. first tiree days of the bright जूई का मण्डप. a bowbr of jag. half of a month. अणुजो० १२७; mine. राय. १३७, -मंडवग. पुं० ठा० ४, २; (-मण्डपक) नो भisai. जूई का Page #876 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जूही] (८६४ ) [जेमण मण्डप. a bower of jasmine. जीवा. (२)हाणी. जेठानी. wife of hus३; जं. प. band's elder brother. सम. १% जूही. स्त्री० ( युथिका) जुधन सो. जूई की (३)ज्येष्ठ नामर्नु नक्षत्र. ज्येष्ठा नाम का बेल. A jasmine ereeper. (२) नक्षत्र. name of a constellation. धनु . जूई का फूल. a jasmine अणुजो० १३१; सम• ३; ठा० २, ३, flower. कप्प० ३, ३५; जेहामूल. पुं. ( ज्येष्ठामूल) मास; ने जे. अ० (जे) पा६५२९५ तथा पाया भां महिना. ज्येष्ठ मास. The month of वरातु अव्यय. पादपूरण व वाक्यालंकार में Jyestha “गिम्हकाल समयम्मि जट्ठाउपयोगी अव्यय. An indeclinable मूलम्मि मासम्मि" ओव. ३६; ओघ• नि. used expletively. नाया. २८६; भग० १८, १०; नाया; -मास. जेड. त्रि. ( ज्येष्ठ ) ये४; मा प्रथम पुं० (-मास ) भास. ज्येष्ठ मास. the सत्पन्न येस. ज्येष्ठ-वडील; प्रथम जो उत्पन्न month of Jyestha. नाया. १३; हुआ हो वह, Senior; eldest; first- जेट्टामूली. स्त्री. (ज्येष्टामूली) महानानी born. भग० १, १२, १; ५; ३, १, ५, पुनम. ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा. The full १, ७, १०, १६, १८, २, नाया० १; ५; --moon day of the month of ६; सु. च. २, ६६६; जं. प० सू०प० १; Jyestha. जं० प० ७, १६१; राय० २०६; अोव० ३८; विशे० १४३; | जेणामेव. अ. ( *येनैव-यत्र ) nisa उवा. १,६६, ६, १७८, ७, २३०; १०, जिस स्थान पर. Place where. उवा. २७४, क. प. १, ३७, ४, ६०, प्रव० १, १०, नाया० १% १४भग० ५, ७, जं. २२६; क. प. ५, १.३; पंचा० १७, ६ प० ३, ४३, ---पुत्त. पुं० (-पुत्र) डोटे पुत्र. जेष्ठ पुत्र. | जेणेव. अ. ( यत्रैव) यां; 7 मामा. जहां the eldest son. नाया. ५, ८, १२; -जिस स्थान में. Where; place १५; १८; -भातु. पुं० (-भ्रातृ ) होट। where. प्रोव. ११; अंत. १, 3; नाया. मा. जेष्ठ भ्राता: वडील बंधु. the eldest १, ४, ५, ८:६; १२; १४; १६; भग• १, or senior brother नाया. १८; १; ६;२, १; ५:३, १; ५, ४, ७, ६; उवा० -लद्धि. त्रि० ( -लन्धि ) ष्ट सवि. १,१०; ५८, २,६५, जं. प. ५,११२; पाली. उत्कृष्ट लब्धि युक्त. ( one) pos- ११४; sessing good powers. क. प. ७, V जेम. धा. II. (जिम् ) reg; भोगत. २३: -सुरहा. स्त्री. ( -स्नुषा ) मोटी ७२९. भोजन करना; जीमना. To dine; १४. ज्येष्ठ वधु. wife of the eldest to take food. son; senior daughter-in-law. जेमेइ. उत्त० १७, १६; नाया. ७; जेमिय. भग. ३,१; जेट्टग. त्रि. (ज्येष्ठक) टु ज्येष्ट-वडील. जेमण. न० ( जेमन ) भिष्ट लोन मिष्ट Elder or eldest. पंचा० ५. ७; भोजन. Sweet food; dinner conजेहा. स्त्री० (ज्येष्ठा) हीटी ईन. ज्येष्ठ भगिनी. sisting of sweet or delicious Elder or eldest sister. नाया०८; food. ओघ०नि० ८८; उवा० १,४०, १०, Page #877 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जेमणग] ( ८६५ ) [जोइ - २७७; प्रव. ४४२; वचन काया का व्यापार. the activity of जेमणग. न० (जिमन) : मातांशी the mind, speech and body. ते प्रसोसार ४२वामांसावेत. बालक नाया. ५; भग• १८, ८, प्रव० ७४८; का अन्न प्राशन संस्कार. Rites or cere- जोअण. न० ( योजन)मेन; यार 16 mony performed at the time અથવા ચાર હજાર ગાઉ પ્રમાણુ એક ક્ષેત્રનું when a child first learns to भा५. जोजन; चार कोश प्रमाण अथवा take food. राय० २८८ ४००० कोस प्रमाणं क्षेत्र का माप विशेष. जेमावण. न० (जेमन ) भोपन राव ते. A Yojana ( equal to 8 miles भोजन कराना. Giving food, dinner. or ( the larger one ) equal to भग० ११, ११, 800 miles ). नंदी. १०; जं० ५० ५, जेमिणि, पुं० (जैमिनि ) मीमांसा शनना ११२, ६, १२५; स्था५ भुनि. मीमांसा दर्शन के स्थापक मुनि. जोइ. पुं० ( ज्योतिष् ) अति; अश, ते.४; Name of a saint who was the ज्योति. अमि, प्रकाश, तेज, ज्योति. Fire; founder of the Mimānsā school light; lustre. दस० २, ६, ८, ६२; of philosophy. नंदी. भग. ३, १; सूय० १,१६, ८, ओघ• नि. जेयार. त्रि. (जेतृ ) तना२; २५ ४२नार. ६४२; राय. २५, ६, नंदी. १०; दसा.१०, जीतने वाला-विजयी. ( One ) who ३, ठा० ४, ३; भग० ८, ६; (२) ज्ञान conquers; a victor. “जेया-तिवा" यसुवाला. ज्ञानचक्षुयुक्त. possessed of भग. २०, २; नाया. १; सूय०१, ३,१,१%B the vision of knowledge. ठा. जेहिल पुं० (जेहिल) मे नामना पसि४ ४, ३; (३) प्रह, नक्षत्र, त२॥ आदि. ગેત્રમાં ઉત્પન્ન થયેલ-આર્થનાગના શિષ્ય ग्रह, नक्षत्र, तारे आदि. a heavenly थिर मुनि. इस नाम के वशिष्ठ गोत्रोत्पन्न body such as a planet, star आर्यनाग के शिष्य थिवर मुनि. Name of etc. सम०३; क०गं०३, ११; (४) ज्योतिष a Sthavira ascetic born in the सतर्नु विमान विशेष. ज्योतिष लक्षण का Vasis ha family-origin and विमान विशेष. name of a particular disciple of Aryanāga. कप्प० ८; lustrons heavenly abode. (५) जो. पुं० (योग) संयम व्यापार लिया. rयोति संभवी सानवायुं साल. ज्योतिष संयम व्यापार; क्रिया. ascetic practice विषयका ज्ञान देनेवाला शास्त्र. the science viz. contemplation upon the of the astronomy or astrology. soul; activity of the mind, निसी०३,३;(६) न दीवानी न्योत. दीपक की speech or body. उत्त०२७, २, विशे. ज्योति. lamp-iight. प्रव. २००; (७) ३५६;प्रव०८४७दसा०९,२६; (२) यमांना त्रि. सजाय ४२वाया Gore समाववालो. येग. चंद्र का योग. conjunction of सत्कार्य करने से उज्वल स्वभाव वाला. the moon with a constellation possessed of cheerfulness of etc. ओव० ३१; सू० ५० ११; ( ३ ) योग spirit or nature, imparted by -भान वयन याना व्यापार. योग-मन performance of good deeds. ठा. ___Vol. u/109. Page #878 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोइ ] ( ८६६ ) [ जोइन ४, ३; (८) मांथा मनि उत्पन्न याय which has ) become full of तेपी जतन ल्यवृक्ष. उस जाति के कल्पवृक्ष light and illumination. “ तत्तं जिनमें से अग्नि उत्पन्न हो. a variety समजाइभूयं" विवा० १, ४, सुय० १, १,२, of Kalpavriksa (desire-yield- १६; ing tree) emitting or supply. जोइय. त्रि. (यौगिक ) योनि श; नोना ing with fire. प्रव० १०८१; सम. १०, प्रति प्रत्ययन अय शमा घटे ते; यौ; -अंग. पु. ( -अंग) मा ज्योति-प्र- गिक शब्द जिस के प्रकृति प्रत्यय का अर्थ કાશ જણાય તેવા-કલ્પ વૃક્ષની એક જાત. शब्द में योग्य सूचित हो वह. A word जिस में ज्योति-प्रकाश द्रष्टिगोचर हो ऐसे bearing out its etymological कल्पवृक्ष की एक जाति. a variety of sense. परह. २, २, (२) योगासा. Kalpavriksa ( desire-yielding योग वाला. possessed of Yoga. tree ) emitting light. glo 90; भग. ६, ३३; तंदु. -ट्ठाण. न० (-स्थान ) मशिनु जोइय. त्रि. (योजित ) यो। न्य . स्थान; अमिनु आ. अग्नि का स्थान. योजना किया हुआ; जुड़ा हुआ. Joined; place or abode of fire. “ केते जोई united; planned. भत्त. २५, ८; के य ते जोइहाणं' उत्त०१२, ४३; ~~-बल. उदा० ७, २०६; त्रि० ( -बल - ज्येतिज्ञान बलं यस्य स जोइरस. न० ( ज्योतिरस) मे तनुं न. तथा ) सहाय२ पास!; शान पास. सदा- एक जाति का रत्न. A kind of gem. चारी,ज्ञानी. possessed of the power | नाया० १; राय० २६; जीवा• ३, ४, कप्प. of knowledge or right-conduct. २, २६; ठा० ४, ३; -भंड, न० (-भाण्ड) जोइस. न. ( ज्योतिष ) रयोतिष है. अमिनु म. अग्नि का पात्र. a vessel | ज्योतिष चक्र. The system or group containing fire; a receptacle of of heavenly bodies. जं० ५० ५, fire. "जोहभंडोव रागो विव महराग ११७, पन. ३: श्रोव. २५; (२) बु. विरागाओ" तंदु. જોતિષ ચક્રની અંદર રહેલા દેવો; સૂર્ય जोइ. पुं० ( योगिन् ) योग माना अनुयायी; कोरे. ज्योतिष चक्र में रहे हुए देव योग शिनने४ मानना२. योग मत का अनु- सूर्य चन्द्र वगैरह. any of the deities यायी-योग दर्शन को ही मानने वाला. a forming a part of the group follower of the tenets of the of heavenly bodies; e. g. the Yoga school of philosophy. sun, the moon etc. कप्प० ३, ३४; ओव० ३८3 उत्त० ३४, ५१; ३६, २०२; विशे० ७.१%B छजोइक्ख. पुं० ( ज्योतिष्क ) होपानी न्योत. १८७०, पि.नि. ८७; भग. २, ७, पल. दीपक की ज्योत, The light of a २; (३) ज्योतिष शास्त्र. ज्योतिष शास्त्र. lamp. प्रव. २००; the science of Astronomy. जोइभूय. त्रि. ( ज्योतिभूत ) ज्योतिर्मय भग० २, १; सु. च० ४, ६ -अंग श्ये, ज्योतिर्मय जो है वह. ( That | जविउ. त्रि० (-अंगविद् ज्योतिष ज्योतिकं Page #879 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोइअ ] ज्योतिः शास्त्रमङ्गानि च विदन्ति ये ते ज्योतिषङ्गविदः ) ज्योतिःशात्र बगेरे वेहनां मांगने लगुनार ज्योतिष शास्त्र वगैरह वेद के अंगों को जानने वाला. ( one ) proficient in the Angas ( subsi diary or auxiliary branches) of Veda such as astronomy ete. उत्त० २५, ७; - अंत. पुं० (- अंत ) ज्योतिष या यंत छेडे. ज्योतिष चक्र का अन्त. the boundary line of the system of heavenly orbs. सम० ११: - आलय. पुं० ( श्रालय - ज्योतिराजयो गृहं येषां ते ज्योतिरालयाः ) ज्योतिषना देव ज्योतिष के देव. a hea venly body regarded as a deity; e. g. the sun, the moon etc. पंचहा जोइसालया " उत्त० ३६० २०६; ज्योतिष गण-तारे नक्षत्र इत्यादि का समूह उस का राजा चन्द्र वा सूर्य king of the heavenly bodies such as stars, constellations etc. the sun or the moon. जं० प० १ -वक्क. न० ( -चक्र ) ज्योतिष सूर्य तारा नक्षत्र वगेरेन! सभू ज्योतिष चक्र; सूर्य चन्द्र तारे नक्षत्र वगेरह का समूह. the system or the group of the heavenly bodies such as the sun, moon and stars etc. - इंद्र. पुं० ( - इंद्र ) ज्योतिषांना छद्र; सूर्य चंद्र ओतिष के इन्द्र सूर्य, चन्द्र. the Indra of the heavenly bodies; the sun or the moon. चंदिमसुरियाय एत्थ दुवे जोइसिंहा जोहरायाणो परिवति " चं० प० १; भग० ३, १; १०, ५; १२, ६: १८, ७; निर० ३, १; पंचा० २, १५; प्रव० ४८५ -गण "C 46 ( ८६७ ) [ जोइस मंडिउद्देसग राय. पुं० ( - गणराज ) ज्योतिषग-तारा નક્ષત્ર વગેરેને સમુહ, તેને રાજા ચ ંદ્ર સૂ king of the planetary system viz. the sun. or moon. सम० ११; क० गं० १, ४६; पछ. पुं० ( -पथ ) सूर्य यन्द्र यदि ज्योतिष यो भार्ग. सूर्य चंद्र आदि ज्योतिष चक्र का मार्ग. the path of the heavenly bodies such as the sun, the moon etc. सम० - पद्द. त्रि० (-प्रभ) ज्योतिष्णु देवना श्रेवी अंतिवासो ज्योतिष्क देवके समान कान्तिवान posses ed of a lustre like that of a heavenly body. सम० (२) अग्निना मेरी अन्तिवास. अग्नि के समान कान्तिवान्. possessed of a lustre like that of fire. सम० - पहा स्त्री० ( प्रभा) ज्योतिषहेत्र समान शन्ति अला. ज्योतिष देव समान कान्ति, प्रभा lustre or brightness like that of a heavenly body. दसा ०६, १; ~~ राय पुं० (-राज) यंद्र, सूर्य. चन्द्र, सूर्य. the sun and moon. "जोइस्रायस्स पद्मात्ते" चं०५०१; भग०३, १; १८, ७ – विमाण. न. ( -विमान ) ज्योतिषी हेवनां विमान ज्योतिषी देवों के बिमान a heavenly abode of the neavenly bodies such as the sun, moon etc. मग०१५ - पिहूण. ( - विहान ) ज्योतिष रहित. ज्योतिष राहत devoid of heavenly bodies. भग० २, ६; - संचाल, पुं० ( संचाल) ज्योतिष यनु ५२. ज्योतिष चक्र का फिरना motions of the heavenly bodies. सम० ३; जोइस मंडिउद्देसग. पुं० ( ज्योतिर्मण्डितो - लिगम सूत्रो मे नामनो थे! शक ) For Private Personal Use Only Page #880 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोइसामयण] ( ८६८ ) [ जोएयव्य . असो. जावाभिगम सूत्र का इस नाम का heavenly body ( regarded as a एक उद्देशा. Name of an Uddesh deity ). " से किंतं जोइसियदेवित्थि( a section ) of Jivabhigama श्राश्रो" जीवा० १; -मंडल. न० (-मंSutra. भग० १६, ६ डल) द्र, सुयः, प्रह, नक्षत्र, तारा माहिन जोइसामयण. न. (ज्यातिःशास्त्र) ज्योतिष भ९७१. चन्द्र, सूर्य, ग्रह, नक्षत्र, तारे आदि शास्त्र. ज्योतिष शास्त्र. Astrology, का मण्डल. the circle or sysastronomy. कप्प० १, tem of the heavenly bodies जोइसिणा. स्त्री. ( ज्योत्स्ना ) योना; such as the sun, moon, planets मुद्दी; यांनी. ज्योत्स्ना; कौमुदी; चांदनी. etc. जं०प० २,३३;-राय पुं० (-राय) Moonlight. “जोइ सिणाइ" ठा०२,४; यंद्र सूर्य. चन्द्र, सूर्य. the sun or --पक्ख. पुं० (-पक्ष )शु पक्ष. शुक्ल moon. “ जोइसिय रायायो परिवसंति " पक्ष; the bright half of a month. पन० २; भग० १०, ५; निर. ३, १; च० ५० १५; सू. प. -विमाण. न० (-विमान) सुर्य तारा जोइसिणाभा. श्री. (जोनाभ)यद्रनामी माहिनां विमान. चन्द्र, सूर्य, तारे आदि के सय मलिशान नाम. चन्द्र की दूसरी अग्र विमान. a heavenly abode of the महिषी का नाम. Name of the 2nd sun, moon, stars etc. पन्न० ३; principal queen of the moon. जोई पु. ( ज्यातिष) मा “ जोह" श६. भग. १०,५, देखा · जाइ ' शब्द. Vide — जोइ ' वेय. जोइसिय. पुं० ( ज्योतिष्क ) , यद्र, प्रद, २, ६; पे०नि० २६६; । नक्षत्र सोता। ये पांय नायता. सर्य | जोईरस. न. (ज्योतीरस ) मे तनु २ल. चन्द्र, ग्रह, नक्षत्र व तारे इन पांच जाति के एक प्रकार का रत्न. A kind of gem. देवता. The five kinds of deities | राय० जीवा० ३, vir. the sun, moon, planets, J जोईरसमय. त्रि. (ज्योतीरसमय ) ज्योति constellationy and stars. भग. २, । २स-२न म५. ज्योतिरस रत्नमय. Full of १; ३, १; २, ४, ८, ७, ६, ८, 3; , ३२; | gems. " जोईरसमया उत्तरंगा " राय. १५, १; १६, ६, १८, ७; जीवा. १; जोईसर. पु. ( योगीश्वर ) यावर; नाया. ८; सु. च० ४, १८; पन.१; ओव. योगायोना श्व२. योगीश्वर; योगियोंके ईश्वर. २५; ३८; अणुजो० १४२; सम० १; प्रव० | The lord of Yogis ( who con११२६; ४५; ठा. १, १; -देव. पुं० centrate ). भत्त. १७१, (-देव)योतिषी १३; यद्र, सूर्य कोरे; | जोउरिणश्र. पुं० ( योगकार्णक ) पूर्वज्योतिष के देव; चन्द्र सूर्य वगैरह. a | लापहा नक्षत्रनु गोत्र पूर्वा भाद्रपदा नक्षत्र heavenly body regarded as a का गोत्र. The family-origin of deity; e.g. the sun, moon etc. | the constellation Pūrvā Bhaभग० २४, १२; -देविस्थी. स्त्री० _drapadi. सू० ५० १०; ( -देवस्त्री ) ज्योतिषना तानी स्त्री. जाएयव्य. त्रि. (योजितब्य ) । योय. ज्योतिष के देवता की स्त्री. a wife of a जोडने के योग्य; योजनीय. Worthy of Page #881 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोग] (८६६ ) [ जोग - being united or joined with. पन्न. १०% नाया०८; जोग. पुं० ( योग ) स ; भिक्षा५; As. सम्बन्ध मिलाप. Union; contact; combination. विशे. २, नाया. ११; पिं० नि. ५८: सम० % सू० प. १; पन्न. ११; कप्प० १, २; ( २) समान नक्षत्रा समध. चन्द्र व नक्षत्र का सम्बन्ध. con. junction of the moon with a constellation. नाया० ८; ( ३ ) सात परतुनी प्राप्ति. अप्राप्त वस्तु की प्राप्ति. acquisition of an unacquired object. जं. ५० ७, १२६: १५१; १५५; नाया ० ५; ( ४ ) युक्ति; ५. युक्ति; उपाय. plan; means to accomplish an object. पिं. नि० ५००; ( ५ ) पनवा सूचना त्रीन पना पांयम हाश- नाम. पन्नवणासूत्र के तीसरे पद के पांचवे द्वार का नाम. name of the 5th Dvāra of the third Pada of Parnavaņā Sutras. पन्न. ३; (६ ) १२॥४२९१ आदिये। वशीकरण आदि योग. the art of fascination etc. परह. २,२; निसी० १३, १२; दस. ८, ५१; पिं. नि. ४०१; (७) यित्तनी वृत्तिना नि।५. चित्तवृत्ति का निरोध. control of the vibratory activity of the mind. उत्त० ८. १४; (८) पनि परे शुभव्यापार.. प्रति. पडिलेहण आदि शुभव्यापार-प्रवृत्ति. salutary physical activity such us Padilehapa ( inspec. tion of clothes ) etc. उत्त० ८; १४; ( ) मन क्या अने याना व्यापा२. मन वचन व काया का व्यापार. vibratory activity of the mind speech and body. भग० ३, ३: ७, ५, ८, ७; १७; ३, २५, १२, १; सूय. १, १, ४, ६; प्रणुजो २१, क. प. १, ५: १४; पंचा० १, ४५, ०५; प्रव. २६२: दस०४, २६, ७, ४०, ८, ४३; नाया० १; उत्त. ३१. २०; सू. प. १; ओव. निसी. १३, १८, २१; नंदी. 11; विश. ३५६: संस्था० ३२; (१०) संयम. संयम. self-restraint. क. गं० १, ५.५; - खेम. न० (-क्षेम ) योगक्षम; 491सनी प्रात अने पास रखप. योगक्षेम; अप्राप्त वस्तु की प्राप्ति व प्राप्त का रक्षण. acquisition of a desired object and safe protection of what is already acquired. नाया. ५; -~-भायार. पुं० ( -प्राचार ) योगाया२. योगाचार. the conduct of Yoga. सम० १; -चलणा. स्त्री० (-चलन) मान वयनाहि योगानु यसरियसपमनवचन श्रादि योगोंका चलविचलपना. unsts. blitiy of the mind, speech and body. भग० १७, ३; -जहराग. न. ( -जघन्य) धन्य योग. जघन्य योग. the lowest, shortest Yoga. क. प. २, ७५; -जवमझ. न. ( --यवमध्य) सभयवासयोगस्थान. आट समय वाले योगस्थानक. the Yoga stages lasting for eight Samayas. क. प० २, ७७; --जुंजण न. ( -योजन ) स्वाध्याय आदिमा पाने यो ते. स्वाध्याय आदि में अन्य को योजना. setting ( i. e. helping ) another to study the scriptures etc सम० ५० १६२; -झुंजणया. स्त्री० (-योजन ) भुमी ५ १६. देखो कारका शब्द. vide above. भग०१५, १६ Page #882 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोग ] ( ८७० ) - जुत्त. त्रि० ( -युक्त ) योग-मन चयन खने याना व्यापारथी युक्त सहित. यांगमन वचन व कायाके व्यापार से युक्त सहित. possessed of the activity of the mind, speech and body. प्रव० २७० - द्वारा न० (-स्थानयोगो वीर्य तस्य स्थानं-योगस्थानम् ) योग वीर्य स्थान. योग- वीर्य का स्थान. the sack or repository of the seminal fluid or heroic power. क० प० ७, ४१; क० गं० ५, ६५ - णिश्रोग. पुं० ( - नियोग ) पशीर आहि योग वुते वशीकरण आदि योग का जोडना directing the activity of mind etc. towards fascination etc. तंदु● - णिवत्ति स्त्री० ( - निर्वृति ) योगनी निश्यति योग की fas. accomplishment of Yoga. भग०१६, ८; -- ( गा ) णुयोग पुं० (-अनुयोग) વશીકરણાદિ ઉપાય બતાવનારૂ હરમેખલાદિ शास्त्र. वशीकरण आदि उपाय बताने वाला हरमेखलादि शात्र A science such as Haramekhala etc. dealing with the ways and means of fascination etc. सम० २६६ - नि. मित्त त्रि० (-निमित्त ) भन વચન मायाना योगने निभिते श्रये मन वचन काया के योग के निर्मित्त जो हुआ हो वह. Caused by the activities of the mind, speech and body. भग० १, ३; - पश्चकखाण. न ० ( - प्रत्याख्यान ) યોગ મન વચન અને કાયાને વ્યાપાર તેના परिहार-त्याग योग-मन वचन व काया का व्यापार उस का परिहार-त्याग. abandonment of, giving up of the activities of the mind, speech [ जोग and body. उत्त० २६, २ – पडिक्कमण. न० ( - प्रतिक्रमण ) योग मन वयन भने डायाना योग प्रतिभा २ ते. योगमन वचन व काया के योग का प्रतिक्रमण करना self-analysis and repentan ce for the faults connected with the activity of the mind,speech and body. ० ५, ३; - पडिसलणिता. स्त्री० ( - प्रतिसंलीनता ) मन, वयन भने छायाने वश राव ते मन वचन व काया को वशीभूत करना. coutrol over mind, speech and body. भग० २५, ७ – परिणाम. न० ( - परिणाम ) अपना परिणामो मे २. जवि के परिणाम का एक प्रकार a kind of thought-activity of a soul or living being. ठा ८: - परिव्वाइया स्त्री० ( - परिवाजिका ) સમાધિવાલી પરિત્રાજિકા–સન્યાસિની. समाधिस्थ परिव्राजिका; सन्यासिनी. H nun practising Samādhi or contemplation नाया० ६ - भवि यमइ. त्रि० (- भवितमति) धर्म व्यापारथी विशेष आवित युद्धिवासुं वर्ष व्यापार मे विशेष भावित बुद्धिवाला. one whose knowledge is especially impressed by religions activities. पंचा०३, २५; --- मग्ग. पुं० (-मार्ग) अध्यात्म शास्त्रतेो भार्ग. अध्यात्म शात्रका मार्ग. the path of philosophy. पंचा०१६, ४२; - वस. त्रि० ( वश ) योगने वश योग के आधीन. (one ) dependent on Yoga. क० प० ५ ६; - विसुद्ध · त्रि० ( – विशुद्ध) निखद्य व्यापार-विशुद्ध व्यापारवान् निरवद्य व्यापार-विशुद्ध व्यापार वान् ( one ) of pure, sinless For Private Personal Use Only Page #883 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोगमुद्दा ] ( ८७१ ) [ जोगिय activity. “उभो जोगविसुद्धा' पंचा० લિઓ પરસ્પર અતરિત કરી-સંપુટ બનાવી १८. ४८; -वाहि. नि. ( -वाहिन् ) કેણિને ભાગ ઉદર પાસે રાખી વંદનાનો સાંભલાને યાદ રાખનાર મનન કરનાર છે. પાઠ ઉચ્ચારતાં પાંચ અંગ (બે ઢીંચણ, બે श्रवण किये हुवे को स्मरण में रखने वाला, हाथ मने भरत) नभाया ते. हाथ की मनन करने वाला. (one ) who ref. उंगलियों को परस्पर अन्तरित करके संपुट lects upon what he has heard. बनाकर कुहुना का हिस्सा उदर के निकट रख ठा० १०; -संग्गहः पुं० (-संग्रह ) मन कर वंदना के पाठ का उच्चार करते हुए पांच વચન-કાયાના વ્યાપાર-૫ પ્રશસ્ત યોગને अंग (दो घुटने, दो हाथ व मस्तक) झुकाना. संग्रह. मन-वचन काया के व्यापाररूप प्रशस्त Bending the five parts of the योग का संग्रह. bringing together, body (viz. two knees, two hands accepting the salutary activity and head ) while paying of the mind, speech and body. respects or salutation, having सम० ३२; आव० ४, ७ -सुद्धि. स्त्री. kept the elbuy near the ab. (-शुद्धि) योगनी शुद्धि विशुमि. योग का शुद्धि- domen and foldidy hands leavविशुद्धि. purity of the activities ing some interval amongst the of the mind, speech and budy. fingers. पंचा० ३, १७; प्रव० ७१; प्रव०१५२४;-संपया. श्री० (-संप्पत्) यो- | जोगंतिया. स्त्री० ( योग्यन्तिका-योगिनि ना सह-विशष्ट*दि. योगकी सम्पदा-वि- सयोगिकेवलिनि संक्रममाश्रित्यान्तः पर्यन्तो शिष्ट ऋद्धि. the special power of | यासां ता:तथा )ो प्रतिमानो तेरमे गुणthe activity of the mind,speech ઠાણે અંત આવે છે તેવી કમ પ્રકૃતિઓ. and body. प्रव० ५५३; -सच. न. जिन प्रकृतियों का तेरहवें गुणस्थान पर अन्त (-सत्य) मन ययन अने याना व्यापारने प्राता है ऐसी कर्म प्रकृतियां. Such varie. सत्य अवविवाते. मन वचन व काया के ties of Karnic matter which व्यापारको सत्य में प्रवृत्त करना. directing end at the 13th spiritual stage. the processes of the mind, कप्प० २, ३५; speech and body towards the जोगवंत. त्रि. (जोगवत् ) संयम येो। युत. right path. उत्त०२६,२;सम०२७,भग० संयम यो । युक्त, Possessed or pra. १७, ३; ~सत्थ. न० (-शास्त्र ) योगना ctising self-control or ascetiशास्त्र, याम अंथ. योग के शास्त्र cism. सूय. १, २, १, ११; उत्त०११,१४; अध्यात्म ग्रंथ. the seriptures deal- जोगि. त्रि. ( योगिन् ) योग सहित; सयोगी. ing with netaphysics.पंचा०३,२७ । योग सहित; सयोगी. With concentra-हीण. न. ( - हीन ) योग-संयम tion; an ascetic सम• २; क. गं० व्यापा२ हीन. योग-संयम व्यापार हीन. ३, १६,क.१०४,५; --गाण. न० (-ज्ञान) devoid of self-control or asce- । “जोइणाण " श+६. देखो " जोइ. ticism. ओव० ४, ७, णाण " शब्द. vide “जोहणाण" सम०२; जोगमुद्दा. स्त्री. ( योगमुद्रा ) लायनी भाग-1 जागिय. त्रि० ( योगिक) मे " जोइय" Page #884 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोग्ग] ( ८७२ ) [जोणि श६. देखो " जोइय " शब्द. Vide " जोइय" पण्ह ० २, २; जोग्ग. त्रि. ( योग्य ) योय; घटित; अथित; ५२।१२, साय. योग्य; उचित; लायक. Proper; fit; worthy. विशे०४,३३१; ३६०३; श्रोत्र. ३१; पिं० नि० ८८; राय. २८%; निर० ३,१; क. प. ४, ३६; प्रव. ५५२; जं. प.५, ११३; जोग्गया. स्त्री. ( योग्यता) योता; सायात. योग्यता. Worthiness; fitness; propriety. सु. च. १, ३८०; पंचा. ३, ७; पंचा० १८, ४७, ६, १०; जोग्गा. स्त्री० (योग्या) गुना२ १२३। ते. गुणाकरना. Multiplication. भग• ११, ११; ओव० ( २ ) अयास. अभ्यास. study. (३) ग धार९५ ४२याने साय योनि. गर्भ धारण करने के योग्य योनि. ४ womb fit for conception. तंदु. जोजित. त्रि. (योजित ) मुं; समाउसुं. जुडाहुमा; लगाहुआ. Joined; united; attached. पंचा. १६, ७; जोडि. सं. कृ. अ. ( योजित्वा ) डीने. जोड़कर. Having joined or unit. ed. सु. च. १०, १४४; जोडिय. त्रि. (योजित) 3. जोडा हुआ. Joined; united. सु. च०७, ३४; जोण. पुं. (योन) अनाय देशमानो मे. अनार्य देश में का एक. One of the Anarya countries. नाया० १; जोण. पुं० (यौनक) उत्तर सरतमानी में देश. उत्तर भरत का एक देश. Name of a country in Uttara Bharata. जं. प० जोणि. स्त्री० (योनि) योनि; उत्पत्ति स्थान; स्त्रीनो गुह्य भाग. योनि; उत्पत्ति स्थान; स्त्रीका गुह्य भाग. The womb; the | origin; the female generative organ, भग० २, ५,५,३,४,६, ५;10, १; २०, २;नाया. ७; तंदु. १०;पन्न. पिं.नि. भा० १३; पिं.नि. ५०७; जीवा० ३,३; आया० १, १, १,६; उत्त० ३, ५, कप्प. २, १८; अणुजो० १७; प्रव० १३७६; (२) पनव। सूत्रना नवमा ५४नु नाम. पन्नवणा सूत्र के नववे पद का नाम. name of the 9th Pada of the Pannavana. Sutra. पन्न. १; (३) गातनी मे Mत. गीत की एक जाति. a variety of song. अणुजो० १२८; (४) आधार. प्राधार. a support; a prop. " इहे. गतिया सत्ता पुठवी जोणिया" सूय. २, ३, ૧; (૬) એ નામનો ભાગ અપર નામધારી . इस नाम का भग अपर नामधारी देव. name of a god, also styled Bhaga. ठा० २, ३, (६) तो पता मा छ यो पूर्वानुनी नक्षत्र. जिस का स्वामी भग है ऐसा पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र. the constellation Pūrvāfālguni hav. ing Bhaga as its lord. ठा० २, ३; (७) २१. कारण. cruse; rea. son. पंचा० ३, २१; -पमुह. त्रि. (-प्रमुख ) योनि माहि-कोरे. योने आदि. u womb etc. विवा० १; -८पमुह. त्रि. (प्रमुख) योनिन ६२. योनिद्वार. a mouth or entrance of the womb. विवा. १; सम० ८४; जीवा० ३; -मुहणिप्फडिय. त्रि. (-मुखनिष्पतित) योनिना भुसमांथा नी सेस. योनि के मुख में से निकला हुआ. come out of, issued from the mouth of a womb. तंदु० -लक्खचुलसी. स्त्री. (-लक्षचतुरशीति ) योशी पक्ष योनि. ८४ लक्ष योनि. 84 lacs of lives प्रव. Page #885 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोणिभूय] [ जोतिसिंह ३६; -विहाण. न० (-विधान ) योनिना | जोणीपद. न० ( योनिपद ) योगिना अधिार प्र.१२. योनि के प्रकार. any of the __ या पन्ना मूत्रनुं मे ५६. योनिके varieties of a birth. Tato 1; } अधिकार वाला पन्नवणा सूत्र का एक पद. -संगह. पुं (-संग्रह-योनिरुत्पत्ति हेतु; | Name of u Padu of Pannavana जीवस्य तया संग्रहोऽनेकेषामेकशब्दाभिः | Sūtra dealing with the subject लाप्यत्वं योनिसंग्रहः ) योनि-उत्पत्तिस्था । of births. भग० १०, २; नाना सह. योनि-उत्पत्ति-स्थानों का संग्रह. / जोरहा. स्त्री० ( जात्स्ना ) यानी मुही. the word " birth" taken in चांदनी. Moonlight. नंदी. जीवा. the abstract or collective sense. ३. ३; सु. च, २, ३२; भग० ७, ५; ठा० ७, १; ८; जीवा० ३; जोति. न० (ज्योतिष) मे "जोइ" श६. --समुच्छेय. पुं० (-समुच्छेद ) योनिन! देखो " जोइ' शब्द. Vide " जोइ " नाश. योनिका नाश. destruction of सूय ० १ १२, ८: birth. " एस जोणी जगाणं दिट्टा जोतिय. त्रि. (योजित ) नरेलु जोता हुअा. न कप्पद जोणिसमुच्छे श्रो" परह. २, ५; Yoked to a cart, plough ete. -सूल. पुं० ( -शूल) योनिन ।१. योनि नाया० ३; रोग. a disease of the womb. | जोतिरस. पुं० (ज्योतीरस) ज्योतिरस ४१५४ विवा० २; भग० ३, ५२४isनामा काम ज्योतिरस काण्ड; जोणिभूय. त्रि. ( योनीभूत ) योनि थाने खर कागड का वां भाग. Jyotiranti आप येसः (मी। मा) योनि अवस्थाको Kinda i. e. the pth division प्राप्त ( बीज आदि ). Developed into of Khara Kanda. जीवा. ३, १; an womb or origin. पन्न. १;भग०२,५; / जोतिस. न. ( ज्योतिष ) योतिष शास्त्र जोणिय. त्रि. (योनिक) योनिमा ५न्न यथे. ज्योतिष शास्त्र. Astronomy and योनि में उत्पन्न. Born in a womb.. Astrology; the science of the उवा० २, ११६; भग० २४, १; (२) यो। course of the heavenly bodies. देशमा पन ययेत. योन देश में उत्पन्न. प्रोव० ३८ produced or born in the coun- जोतिसिय. पुं. (ज्योतिषिक ) तुमो "जोइtry named Yonu. TO ; पिय"शाद. देखो " जोइसिय " शब्द. जोणिया. स्त्री. ( योनिका ) योनि-पत्ति Vide. " जोइसिन" राय. ३७ स्थान. योनि-उत्पत्ति स्थान. A womb | जोतिसिह. पुं० (ज्योतिरिछख) ५६५१क्षनी origin. भग० १४, ६, એક જાત કે જેમાંથી યુગલીયાને સૂર્ય જેવો जोगया. स्त्री. ( यौनिका ) योन नामना । प्राश भले छे. कल्पवृक्ष की एक जाति कि सनाय देशमा समेत्री हासी. योन नाम के जिस में से युगलियों को सूर्य समान प्रकाश अनार्य देशमें जन्म प्राप्त दासी. A maid मिलता है. A species of Kalpa servant born in the Anārga Vriksha (desire-yielding tree) country named Yona. ओव० ३३; / from which the Jugaliyas get जं.प. नाया. १; अग..३३; light like that of the sun. Vol. u/110 Page #886 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोत्त] ( ८७४ ) [ जोयण जीवा० ३, ३; is tied to the pole of a carri. जोत्त. न० (योक्त्र) ब्नेतर. जोत. A roper age. by which animal is tied to the | जोयग. न० ( द्योतक ) धोत: ५६, , ५२, pole of a carriage; halter. विगेरे ७५स. द्योतक पद; प्र, पर, इत्यादि "सुकिरण तवणिज जोत्तकलियं" पण्ह० २, उपसर्ग. A suggestive word; a ५;उवा०७,२०६;सूय०२,२, १८; दसा०६,४; preposition such as Pra, Para, वव०१०, १; जं०प०७,१६६ः etc. modifying in some way Vजोय. धा• I, II. (युज् ) ; योry the sense of the verb or noun नेत२. जोडना; योजना; जोतना. To before which it is placed. विशे. join; to unite; to yoke. १००३ जोएति. जं. प. ७, १५१; जोयण. न० (योजन ) न्यार 183; या२ जोएइ. अोव० ३०; उत्त. २७, ३; सम० प्रभारी क्षेत्र, चार कोस; चार कोस के प्रमाण ६; नाया. १७, का क्षेत्र.A Yojana (8 miles); urea जोयंति. सू० ५० १०; नाया० ८; जं० प. covering eight miles. जं. प. जोएंति. ७, १५६; ५, ११२; ११५ १, १२; सम. १; जोएजा. वि. विशे० ६, १२; पिं० ने० ७६; उत्त, ३६, ५७; ओव० ३४; अणुजो० १३४; जोति . जं.प. ७, १५१; नाया. ५; सू, प. 1८3; पंचा० १, १८% जोएत्ता. नाया. १५; १७ १५, ४०; प्रव० ८६६; कप्प० २, १६; जोएमाण, जं. ५० ७, १६१; भग० २, १; ६, ७; १५, १; १६, ८, ३६, जोयावेइ. नाया. १५ १; नाया. १; ८; १६; विश० ३८१; जोयावेत्ता. नाया० १५, ३४६८; राय० २६; स. च. ३, ७०; /जोय. धा. I,II. (योत्) प्रश२. प्रोव० ४२; उवा० १, ८३, ८, २५३; प्रकाश करना To shine; to emit ( २ ) ने ते. जोडना. joining; light. uniting. पगह. १, १;-निहारि. त्रि. जोयंति. जीवा० ३, ४, (-निहारिन्) या गाभा विस्तार पामनार. V जोय. धा० I. (युत् ) योति भुपी; | चार कोस में विस्तृत. extending, प्रश. प्रकाशित होना; चमकना. To stretching over 8 miles. "जोयण shine; to emit light. निहारिणा सरेण" सम० ३४;-परिमंडल. जोइंति. सम० ४२; नि. ( -परिमगडल-योजनं योजनप्रमाण जोइंसु. भू. जं. ५० ७, १२६; परिमण्डलं गुणप्रधानोऽयं निर्देश:परिV जोय. धा• I (दृश ) नेयु; ?. माराडल्यं यस्य स योजनपरिमण्डलः ) देखना. To see; to perceive. मेर योन भाग --चतु. एक जायइ. सु. च. १५, १००; योजन के प्रमाण का मण्डल - वर्तुल. of जोइजत सु. च० २, ३६५; the circumference of a Yojana जोय. न० ( योक्त्र ) तरु; लेत२. जोत. (8 miles.) 'जोयणपरिमंडल' सुस्सरं घंट" The rope by which an animal | रायः -पमाण. न० (-प्रमाण) योन. Page #887 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोवण ] ( ८७५ ) वाला. यार गाउँ प्रभाणु'. योजन- चार कोस प्रमाण. measure of a Yojana (8 miles). भग० ६, ७; जं० प०२, १६० मित्त. त्रि० ( - मात्र ) यार भाभात्र; न प्रमाणु केवल चारकोस; जोजन प्रमाण. measuring 8 miles only. प्रव०४४८; - विच्छिन्न. त्रि० (- विस्तीर्ण) लेना विस्तारवा जोजन के विस्तार extending 8 miles. प्रव० १०३२; -- वेला. स्त्री० (- बेला) : योन भासतां भेटलो मन लागे तेटलो. एक योजन चलने में जितना समय लगता है उतना. the time required in walking one Yojana ( 8 miles ) निसी०१८, १२; -सयविच्छिन्न. त्रि० (- शतविस्तांर्ण):सेलेनमा विस्तार पामे. एक सौ योजन में विस्तृत extended as far as one hundred Yojanas. प्रव० १५६०; - सयस इस्स. न. ( - शतसहस्त्र ) खेड साथ लेन. एक लक्ष यांजन, hundred thousand Yojanas (8 miles). भग० 3, ७; - सहस्स. न० ( सहस्र ) हर भजन. एक हजार योजनः एक वह योजन. 1000 Yojanas. जं० प० ५; क० गं० ४, ७६; जोवर न० ( यौवन ) युवावस्था; भुवानी युवावस्था Youth; puberty. जीवा ० ३, ३; नाया० १६ राय० ५०; जोवराग न० ( यौवनक ) युवान पशु युवकत्व; युवावस्था. Youth; puberty. विवा० १; नाया० १; जोयण न० ( यौवन ) यौवन युवावस्था. यावन; युवावस्था. Youth; puberty. पन्न० ३४; निर० ३ ४ ० २२; सूय० १, ३, ४, १४; आया० १, २, १, ६५, नाया ० १ ३ ८; १४; १६; सू० प० २०; For Private [ जोह भग० ११, ११: भत्त० १२६; - गुण. पुं० ( - गुण) युवावस्थाना गुगु युवावस्था के गुण any of the characteristic qualities of puberty. नाया• १; - ट्ठाण न० ( - स्थान ) युवावस्थानुं स्थान. युवावस्था का स्थान condition, stage, of puberty. भगव १२, ६; - त्थ. त्रि० (-स्थ ) युवावस्था वासे. युवावस्था वाला; युवक. in the prime of life; attaining puberty. भग० ६, ३३; जोव्वणग न० ( यौवनक ) युवावस्था युवावस्था Youth; puberty. नाया• १; १३; १४; भग० १५, १ कप० १, ६ जोव्वणिया स्त्री० ( यौवनिका ) युवावस्था. युवावस्था Youth. राय • V जोस. धा० 1. ( जुब् ) शोषणु उर; सुभाव; दाय-नाश २वे शोषण करना; सुखाना; क्षय-नाश करना. To dry up; to destroy. जोसइ. श्राया० १, ३, २, ११२; जोसयंत. त्रि० ( जुषत् ) सेवा २ते. सेवन करता हुआ. Serving; rendering service. श्राया० १, ६, ४, १८८; जोसणा. स्त्री० ( जोषणा ) प्रीत. प्रीत. Affection; love. ( २ ) सेवा. सेवा. service; devotion to. ओव० सम० जोसि आया. स्त्री० ( योषित् ) स्त्री. स्त्री. A woman तंदु ० जोसिय त्रि० (जुष्ट ) सेवेव सेवन किया हुआ. Accepted; resorted to; served. सूय० १, २, ३, २; जोह. पुं० ( योध ) ये यो; सुट्ट. योद्धा; सुभट्ट; सैनिक. A warrior; a combatant श्रव० १३; दसा० १०, १ सू० १, ६, २२, जीवा० ३, ४; नाया०८ Personal Use Only Page #888 -------------------------------------------------------------------------- ________________ जोहार] ( ८७६ ) [ ज्झाम जं०प० भग०७,९; प्रव० १२४०; -हाण. जलंति. जीवा० ३, ४; जं० ५० ५, १२१; न० (-स्थान) साधन स्थान. युद्ध स्थान. ___नाया० १७; उवा० १, ३५; a. battle-field. ठा. १; -बल. न. जले. वि. दस. १०,१, २, (-बल ) योहा मन. सैनिक का बल. जलंत. नाया. १, २, ५, भग० २, १६, strength, Inight of a comba ५, १६, ६; कप्प. ३,४२, ४६; tant. विवा० ३; श्रोव० १३; १७; नाया ध० ४,६०; जोहार. पुं० ( योध्द ) योl; यु६ ४२ना२. ५, ११६; उत्त० ११, २४; १६,५६ योद्धा; युद्ध करने वाला. A warrior; a अणुजो० १६; नंदी० १३; विवा. . combatant. नाया०१; भग०३, २; सूय. १; ७; दसा० ७, १; २, ३, २५, जलमाण. पि. नि०६५६ जोहार. पुं० ( * ) स४२ ३२वाने हाय जलावए. क० वा० वि० दस० १०, १, २, है। सामसाभेट ते. सत्कार करने के | Vझा . धा. I. (ध्यै ) ध्यान ५२, २२ लिये कर अर्पण करना व परस्पर मिलना. ४२. ध्यान धरना; स्मरण करना. To shaking of hands or embracing meditate upon; to recollect. each other as a sign of hog. माअइ. पाया० १,६,४, १५, उत्त० १८,५; pitality. प्रव० ४४१; झायंति. ओघ० नि० ६६३; जोहि. त्रि. ( योधिन् ) युद्ध ४२ना२. युद्ध झाइज. वि. उत्त. १, १०, करने वाला. A warrior; a comba- झाएज. वि.सु. च. ४, २६२, tant. श्राव. ४०; झायमाण. व. कृ. नाया. ६; जोहिया. स्त्री. (योधिका ) यहन घो; मे मायंत. व. कृ. पि. नि. ६३१; मु० च० जन प्राशी. घोयरा; एक प्रकार का विषैला है, २२; प्राणी. A kind of poisonous | Vझाम. धा. I. (मा) धम. फूंकना; reptile. जीवा० १, २, धौंकना. To blow, e. g. a bellows. जोहुत्त. न० ( योध्दत्व ) पक्षा५j २२१०२- (२) पात्र. जलाना. to burn. vej. शूरवीरता; वीरत्व. Warlike qua- मामेइ. नाया०१;भग०१५,१;सय०२,२,४४; lity; valour. नाया० १६: मामेन्ति . ज. प. २,३३; Vउजल. धा• I. (ज्वल) स; प्रा. झामेजा. वि. दसा० १७, १; जलना; प्रकाशित होना. To burn; to झामावइ प्रे० सूय. २, २, ४४; shine. झामंत. व. कृ. सूय० २, २, ४४; जलइ. अणुजो० १३१; झामिजइ क. वा० राय० २६६; * गुमे। पृष्ट १५२ १५ नी ५नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #889 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झंख ] ( ८७७ ) [झया झंख. पुं० ( * ) २२ सोल; मना सम० ३०: ४२वी, बार बार बोलना; भारी लालसा करना. झगि. प्र. (मगिति ) शाध; ovel; शीघ्र; To speak frequently; to long ___ सस्वर. Quickly: at once. भग०३, २, ardently. पि. नि. २८६; झत्ति. म० ( झटिति) मे. “ झगि " मझ. पुं० (मम्म) ; सह . कलह; श६. देखो “ झगि" शब्द. Vide फिसाद; झगडा. Quarrel, contest; " झगि " भग० ३, २; सु. च. ३, ७४; turmoil. ओव. १९; (२) मेह. भेद. -वेग. (-वेग ) शीध्र वेग. शीघ्र वेग. difference; division; alterca. Rapid, quick movement; rapid tion. परह. २, ३, progress. नाया० १६ झंझा. स्त्री. (झझा ) व्यासता; विसता. भश्र (य). पुं० ( ध्वज) 41; ता. व्याकुलता; विहलता. Distraction; ध्वजा; पताका. A flag: a banner. agitation. श्राया• १, ३, ३, १२०; . भग. ७,६; ११, ११; राय. ४०, १२३; (२) १५; १७या; तोशन. कलह; विवा० २; अोव. १०; जं. प. ४, ७४; झगडा; तोफान. quarrel; trife; --ग. न. (-अग्र) लना यअभाग. disturbance. सूय० २, १, ४१; ध्वजा का अप्रभाग. the fore-part of -कर. पुं० (-कर ) या संप्रदायमां a flag or banner. नाया० ८;-दंड. ભેદ પડે તેવી ખટપટ કરનાર; અસમાઘનું ! त्रि० (-दंड) गन। ६. ध्वजा का दंड. १८९ स्थान सेवना२. जिससे संप्रदाय में । flag-staff. नाया• ६७ भेद पडे ऐसा खटपट करने वाला; असमाधि झया. स्त्री० ( ध्वजा) am ध्वजा. A flag%3; के १८वें स्थान को सेवन करने वाला. . a banner. जं. प. ४, ७४; जोवा० ३, person who resorts to the 18th २; नाया० १; ६; (२) यो स्वनामानु cause or source of Asmādhi આઠમું સ્વનિ વજાનું કે જે તીર્થંકર ચક્ર( lack of miud-control ) i. e. વર્તિની માતાને ગર્ભાધાન સમયે જોવામાં causos divisions in a sect by आवे छे. चोदह स्वप्न में से पाठवां ध्वजा intrigues. सम० २०, -वाय. पुं. का स्वप्न कि जो तीर्थकर चक्रवर्ति की माता (-वात ) वर्मा सहित नि२ वायु. वर्षा को गर्भाधान के समय देखने में आता है. the सहित तेज वायु. violent wind 8th of the 14 dreams which accomprenied with rain. पन्न. १; a Tirthankara or Chakravarti's झपित्ता. सं. कृ. अ. (जस्पित्वा ) अनिष्ट mother witnesses during वयन मोबीने. अनिष्ट बचन · बोलकर. | her pregnancy; (in this dream Having spoken harsh words. she sees a flag). नाया० ८; * तुम। ५४ १२ १५ नी टनाट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #890 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झर ] ( ८७८ ) [माण Vझर. धा• I. (चर) १२; 3५२था sound. आया० २, ११, १६८; -संहा स२-५७. झरना; ऊपरसे गिरना. To णाट्टय. त्रि. (-संस्थानस्थित) आबरने drop down; to fall in drops आगरे २९स. झालर के आकार के मरइ. सु० च०२, ४८७ समान रहा हुआ. of the shape of a झरंति. पिं० नि० ८४; fringe. प्रव० १५००; -संठिय. त्रि. झरग. पुं. (*) स्म२९१४२ना२. स्मरण करने | (-संस्थित -अल्पोच्छायत्वान्महा विस्तार qrai. (One ) who remembers. स्वाच्च तिर्यग्नोकक्षेत्र बोको झल्लरीसंस्थितः) नंदा० स्थ० २८; आसरने संस्थाने-मारे २हेस. झालर की Vझलहल. धा• I. ( ज्वल् ) सहा. प्राकृति में रहा हुआ. of the shape of जलना. To burn; to be kindled. a fringe. भग० ११, १०; मलहलइ. सु. च. ८, २१२; झविय. त्रि. ( क्षपित ) निभूय ४२३; झल्लरी. स्त्री० ( झलरी) आसर. झालर. A भी नामेस. निर्मुल कियाहुश्रा; जड fringe. जीवा० ३, १; निसी० १७, ! से हटा दियाहुआ. Destroyed; eradi३३; ठा० ७, १; श्रोच० ३१; राय cated. उत्त. १८, ५; ८८; कप्प० ५, १०१; (२) ४२; झस. पुं० ( झष ) भा७. मच्छी. A तनुं यात्रि . एक प्रकार का वाजिन्त्र; fish. विशे० ५.६६; १८५४; जीवा० १; खजरी. a kind of musical instru- जं. ५० नाया. ६; ओव० १०; उत्त० २२; ment played with the hand. ६; प्रव. १५६; ( २ ) नानी भासी. अणुजा० १२८; भग० ५, ४, पन० ३३; छोटी मच्छी . small fish. पण्ह. १, १; प्रव० १५००; ( ३ ) ॐl; ; सेवा | झाइ. त्रि. (ध्यायिन् ) यानरनारध्यान सागरे यातिषनु अवधिज्ञान छे. वाद्य विशेष वाला; २तुतियासी. ध्यान करनेवाला; ध्यान कि जिसके आकारका ज्योतिषीका अवधि ज्ञान वाला; स्तुतिवाला. ( One ) who हाता है. a sort of musical instru. meditates upon; ( one ) who ment narrow in the middle part praises or extols. अोघ० नि० ६; and flat and round at the two अाया० १, ३, ४, ३६ ends with leather fastened on माण. न० ( ध्यान-ध्यायते चिन्यतेऽनेन ) to them; ( the Avadhijñāna of ધર્મધ્યાન વગેરે, અત્યંતર તપને એક astrologers bears this shape ). १२. धर्मध्यान वगैरह; अभ्यन्तर तप का विशे० ७०६; (४) ७७भीयां; im२. एक प्रकार. A kind of inner austझांझ. a sort of musical appa- erity such as religious meditratus consisting of two met- ation etc. नाया० १, १६; भग. ८, talic dishes which when ७, १८, १. २५, ७; उवा० २, ६६; struck together make प्रव० २७२, भत्त० १६०; (२) * तुम १४ नम्॥२ १५ ना ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर १५ की फूटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #891 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झाण ] [झिझिरी - यित्तनु पाए चित्त की एकाग्रता. सेवन करना; ध्यान धरना. act of pracconcentration of the mind. सम० tising meditation. प्रव० ३१८%; ४,६; ३२; ओव० २०; ३८; उत्त०२६, १२; | माणविभात्ति. स्त्री. ( ध्यानविभक्ति-ध्यानानां पिं० नि० ५६०; सूय० १, ६, १६; विशे० विभजनं यस्यांसा) २६ सिसुत्रमार्नु ३०७; कप्प० ५, ११६; ( 3 ) मनन; । २१ भु. २६ उकालिक सूत्र में से २१ वां २भूति; मनन; स्मृति. meditation; सूत्र. The 21st of the 29 Utrecollection. सु० च० १, १; भग. kalika Sutras. नंदी० ४३; २, ५; ३, २; दसा. ५, २७, --अंत- झाम. त्रि० ( ध्मात-दग्ध ) मणे, मुं. रिया. स्त्री० (-अन्तरिका-अन्तरस्य विच्छ- जला हुआ. Buent; scalded. आया. दस्य करणमन्तरिका ध्यानस्यान्तरिका २, १, १, १; जीवा० ३, १; परह. १, २; ध्यानान्तरिका ) यार मेरा ध्याननी समाप्ति -वरण. न. (-वर्ण ) Graताथा અને અપૂર્વાધ્યાનનો અનારંભ; બે ધ્યાનની रक्षितवः ; सीगयेखना २-शामता. उज्वमध्ययवस्था. प्रारम्भ कियेहुए ध्यान की लता से हीन वर्ण: जले हुए का रंग-कालापन. समाप्ति और अपूर्वध्यान का: अनारंभ; ध्यान black clour like that of an की मध्यावस्था. the state between object burnt. भग० ७, ६; the end of one meditation झामिय. न० (ध्मापित ) सोशवायसुझाand the beginning of another, येडं. बुझाया हुआ. Extinguished. i temporary break in medi- भग. ५, २; सूय० २, १, १५; tation. भग० ५, ४, १५, १; ( २ ) झारी. स्त्री. (*) Ye विशेष. कीट. शुसयान विशेष. शुक्लध्यान विशेष. विशेष. A kind of insect. सु. च. particular kind of purifying | १२, ५६; meditation e. g. upon the झिगिरा. स्त्रो० (झिगिरा) तेद्रिय वना soul etc. जं० प० २, ३१; -कोह.. 11. जिसको ३ इंन्द्रियां हो ऐसा एक पुं० (-कोष्ट) ध्यानरूपम २. ध्यान रूप जीव. A kind of three--sensed भंडार... treasure in the form _living being. पन्न. १; of meditation. विमा० १; - कोट्टो झिझिय. त्रि. ( * ) सुन्यो. भूखा. वग पुं० ( -कोष्टोपगत ) ध्यान Hungry. वेय. ४, २६; सा मां निभा होय . जो ध्यान | V झिझ. धा. I. (दि)क्षाम; क्षीणरूपी कोष्ट में निमग्न हो वह. (one) who ५युं क्षय को प्राप्त होना; क्षीण होना. To in immersed in the treasure of be destroyed; to waste away; meditation. जं.प. २, ३१; भग. to decay. १, १; -सेवण. न० (-सेवन.) या झिझइ. विशे० १२.६% सेवन २वुते; यान घ ते. ध्यान का | झिझिरी. स्त्री० ( झाझिरी ) मे तनी ____* गुमा ४ १२ १५ नीटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट(*). Vide foot-note (*)p. 15th. Page #892 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झिमिया ] वेसी एक जाति की छोटी बेल. A kind of small creeper. श्रामा- २,१, ८, ४५ मिमिया. श्री. ( ) नता; शरीरना अवयवो भाई लयते; सोल रोगभांना मे ग. जडता; शरीर के अवयवों का अकड़ जाना; १६ रोग में से १ रोग. One of the 16 diseases viz. paralysis of the limbs of the body. आाया• १, ६, १, १७२; * ( V झिया. घा I. ( ये ) ध्यान धरवु चिंत न ४२. ध्यान धरना; चिंतन करना. To contemplate; to meditate upon. झिपाइ सू० १, ६, १६, भग० ३, २; नाया० १: १६; उवा० १, ७७; मियायइ. नाया० १; ३; ६; १४; किमायंति, जं० प० ३, ५६; भिवामि, नाया० १; ८; १६; क्रियाए. बि. भग० २, ५३ मियाहि. नाया. १६६ ८८०) मियायंति सू० १, ११, १६; नाया० १६; मियाबासे. नाया ० १; क्रियावह. नाया० १; ८; कियाइता. सं० कृ० भग० ३,२; V किया. धाo I. ( ध्मा ) जनवु; हीस थपुं. जलना; दीप्त होना. To burn; to be ignited. (२) जा. बुझाना. to extinguish. मित्राएज. भग० ५,७; १०, झियाएजा भग० १४, ५ वेष०२, ६; मियायमाण. नाया० १; १४; १६; भग० २, १३, २: ८ ६ दसा० ३; ५, २४; [ भुलिर झिल्लिया. स्त्री० ( झिलिका) त्रयु एन्द्रिय पासा अवनी भेलत तीन इन्द्रिय बाला एक जीब. A kind of three sensed living being. पद्म० १; मिली. स्त्री० ( झिलिका ) से नामनी अर्ध वनस्पति इस नाम की कोई वनस्पति. Name of a kind of vegetation. पद्म० १; भीरा. त्रि. (ब) क्षय पामेश; नष्ट थयेलु. क्षयको प्राप्त; नष्ट. Destroyed; wasted away; consumed ओर. ३६; कुंभित पुं० ( बुभुचित ) क्षुपाथी पीडित: . क्षुधा से पीड़ित भूला. Hungry; troubled by huuger. भग० १६, ४ झिय. त्रि (बुभुक्षित) क्षुधातुर; यो; हुअ. बुधातुर; भूखा; दुर्बल. Hungry: weak on account of hunger. नाया ० १; भुणि. स्त्री. ( मूमि ) भवान भावाज. Sound. क· गं० १, ५१; V झुर. घा० I ( कुर ३६ ५२. झुरना; रुदन करन.. ery; to weep; to pine away. सुरंति, दसा ६, १; ४; भुरण. पुं० ( झुरब) जुरवु; पस्तावनु. पश्चात्ताप करना; झुरना. To pine away; to repent दसा० ६, १ भुसदाह पुं० ( भुसदाह ) भुसाने माणवानुं स्थान भूसा को जलानेका स्थान. The place for burning chaff or husk. निसी०३, ६५; ઝરણાકરવી. To fat. ft. (gût) fag; îg. faz वाला; पोला. Having leaks or * भुख पृष्ठ नभ्ञ२ १५ नी फ्रुटनोट (*). देखो पृष्ट नम्बर ११ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #893 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झूस] ( ८८१ ) [झोसणा holes; hollow. (२) न• छि; पोस. भूसिन-य. त्रि. (जुष्ट)क्षीय रेस; श५वेस. छेद, पोलाई. hole hollowness. परह.. क्षीण कियाहुश्रा; शोषण कियाहुआ. Dried ., २; सू.प.1, निसी• १७,३६; इस. up; enfeebled; sucked up. उवा. ५,१,१६. प. उपा० ३, १४; नाया.८% ८, २५२, जीवा• ३, १; भग० २, १; गच्छा.८८;(3)पांसदी माहिसा पनि (२) सेवा रेस; साराधेस. सेवन किया बांसुरी आदि सछिद्र बाजिंत्र. a musical हुआ; आराधन किया हुमा. worship. instrument with holes e. g. a ped; served. नाया० १; ठा० २, २; Hute etc. जीवा. ३, ४, राय. असित. पु. (जुट) सेवेसु. सेवित. Wor१५; (३) मा . श्राकाश. sky. भग० shipped; served. (२) मना क्षय २०,२; (४) iससी आदि सकिने रेस. कर्मका क्षय कियाहुआ. (one) who ६. बांसुरी आदि सबिद्र वाजंत्रकी आवाज. has destroyed theKatmas. भग. sound of a fiute etc. भग •५, ५; २, १; (५) मुस्ता मीन. खुली जमीन. open झोड. पुं.(*) उमाथी पत्राहि मेरQ. space. नाया• १; -गोलसठिय. त्रि. वृत्त में से पत्रादिक नीचे गिराना. Felling ( -गोबसंस्थित ) पासी गाताने मारे । of leaves etc. fronma tree. (२) रहेस. खाली गोले के आकार · से स्थित. of पत्र हित 2. पत्रों से रहित वृक्ष. . the shape of a hollow globe. bare tree. नाया० ११; भग. ११,१०; झोडण. न. (*) क्षाने मे२; साहिन Vझूस. घा• II. ( जुम् ) सेव; ५२६५g. पाऊg वृक्षादिक को खखेरना; फलादि को को सेवन करना. To resort to; to . गिराना. Causing the fruits,leaves worship. (२) १५ ४२वी; ५ ४२. etc. to drop down from a tree क्षय करना; कृश करना. to destroy; hy shaking it or thrashing it. to reduce. पराह. १, १; भूसेइ. नाया. ध० Vझोस. धा-II. ( जुष ) यय। क्षय भूसंति. भग. १०,४; होना, करना. To waste away; to be मूसित्ता, भग.३,१; नाया•; उवा०१, ८६ destroyed; (२) सेवj. सेवन करना. भूसत्ता. नाया. ध. to resort to; to serve. असणा. स्त्री. (जोषणा ) नाना क्षय ४२वा. मोसह. भग. १८, २; कर्मो का क्षय करना. Act of destroyiug Karinas. भग• २, १; नाया• १; मोसित्ता, सं.कृ.भग०१८,२:नाया०१४:१६ (२) से।। ७२वी; अय ४२. सेवा करना; मोसमाह. व.कृ.सु.च. 1,3८४ श्राया. प्रहब करना. act of worshipping; १,६, २, १८४ act of uccepting. नाया०); ठा०२,२; / झोसणा. श्री. (जोषमा) सेवन. सेवन. Act * यो ५४ १२ १५ नी पुटनोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foo-note (*) p. 15th. Vol. u/111. Page #894 -------------------------------------------------------------------------- ________________ झोसिय] [टोल of resorting to; serving. सम० ७ झोसिय. त्रि. ( जुष्ट ) पावत; क्षय ४२१. । क्षय किया हुआ. Destroyed; caused to waste away. प्राया० १,५,३,१५३; टंक. पुं० ( टङ्क) रेना in तुटीया होय ते 32 varieties of dramas. राय०६४; तणाव. जिसका किनारा टूट गया हो वैसा | टाल. न० (टाल) मा गारदी इलिया gara. A pond or a lake with चाया नहोय तेस. जिस फल में गुठली its embankments broken. नंदी. न बनी हो वह फल. A fruit with ४७; (२) पतनी टाय-टु४. पर्वत का its stone unformed. आया० २, ४, सिरा-शिखर. the summit of a २, १३८; दस० ७, ३२; mountain. अणुजो० १३४; ( ३) मे Vटिट्टियाव. धा. II. (*) पीने त२५था तुरेश पत. एक तरफ से टूटा हुआ श६ ४२३. खडखडाकर शब्द करना. To पर्वत. a mountain broken on one make a sound by shaking an side. नाया. 1; भग. ५, ७, पन. २; object close to an ear. (४) न० छापेना, सि; ७।५. सिक्का टिट्टियावह. नाया० ३; ठप्पा दिया हुआ सिक्का. a coin; a टिहियाविन्ति. जं० ५० ५, ११४; stamped enin. पंचा० ३, ३५ टिट्टियाविजमाण. नाया० ३; टंकण. पुं० (टकण) पतवासी लेनी मे | टिट्टिभी. स्त्री. (टिटिभी) टी; अधेमाथे and. म्लेच्छ की एक जाति; पर्वत का सना२ मे पक्षीनी तत. टिटोडी; नीचे आश्रय करने वाली एक म्लेच्छ जाति. की ओर सिरकरके लटक ने वाला एक पक्षी. A race of barbarians living in A kind of birds hanging head hilly districts. सूय० १, ३, ३, 1८; downwards, from trees. विवा० ३; विशे० १४४४; (२) नाभन हेस. -भंडअ. न० (-अण्डक) टिटीना. टंकण नाम का देश. a country of टिटोडी-पक्षीविशेष का अण्डा. an exy of that name, भग० ३, २; a kind of bird. विवा०३; टकारवग्गपविभत्ति. पुं. न. ( टकारवर्ग- टोपिया. पुं० ( . ) 41; 2ी. प्रविभक्ति ) ८२ ना २ विशेषथा पगडी; टोपी. A turban; a cap. सु. युक्त; ३२ मारना ना मानो से प्रार. च० १५, १३५; टकार वर्ग के आकार विशेष से युक्त; ३२ टोल. पुं० ( *शलभ ) पतगामी. Moth. प्रकार के नाटक में से एक. Bearing भग० ७, ६ (२) ती. टिड्डी; तीड, the shape of any of the letters ___Locust. प्रव. १५०; -गति. स्त्रो. of the lingual class; one of the (-गति) पतगीयाना पागति. पंत * गुमे। पुष्ट न१२ 11 नीटनोट (*) देखो इष्ट नम्बर 1५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (* ) P. 15th. Page #895 -------------------------------------------------------------------------- ________________ टोलग ] गिया की सी गति Gait like that of a moth. भग० ७, ६० टोलगर. बी. (दोजगति ) राक्ष-तीडनी પેટે કુદતા કુદ્દત વંદન કરે તે; વંદનાના पत्रीशोषभांना पांयो हेर. खफुडव जैसे कुदते हुए वंदना करने वाला; वन्दना के ३२ दोषों में से ५ वां दोष. One of the 32 faults of salutation to a Guru viz. hopping in the act like a grasshopper. प्रव० १५०; V व पा० III. (स्था + थि) स्थाप स्थापना रखी स्थापना; स्थापना करना. To fix; to place; to set. उबड़ जं० प० ४ ११७ ठवइ. ५, उबेइ. जं० प० ४ ११७ वेय० १ ३७: श्रव० ३२, निसी० ४ ३०; राय० ७३; नाया० १; २; ७; १६; नाया० ध० भग० ७, ६, २५, ७; उवा० १, ६८ ६, १६४३ उवंति - २२: ठविति, जं० प० ५, ११२; ठवेंति. जं० प० ५, ११४; २, ३३० उपयंति सूय २, ७, १०, ठवेभि. नाया० १२; ठविज वि० उत्त०] १, ६ zaft. $10 TW 9: ( ३ ) ठवसु प्रा० सु० च० ४, १३६; वित्तु सं० कृ० उ० ६, २० कविता. सं० कृ० जं० प० ५ ११२ ११४; नाया० ५; वव० ८, ५ वेय ० २, १२; उवा० १, ६६; वव० २, १; टवेत्ता. नाया० १; २; १६; नाया० ६० भग० ७, ६; ठविजइ. क० वा० नंदी० ४६; अणुजो० १०; पिं० नि० ५०६; ठावेजति सु० च० २, ३१९; उवेडं गच्छा० २०: स्थिर Vा. घा० I. ( स्वा) आ रहे वु खडा रहना, स्थिर होना. To stand. नंदी० ४६: ठाइ भग०५, ६७, ६ विशे०४७०; ६०४; ठाइऊया. सं० कृ० जं० प० ३, ४१६ ठाइसपु हे० कृ० बेय० १, १९ आया १, १, २, १५ ठाइत्ता. भग० १८, ३; ठिचा. सं० कृ० भग० ३, १५, १७, १ ६, ३१, ३३; १०, १ ११, १०; १५, १६, १५, १० राय० २४१; नाया० ३ १४ निसी०५, १: पक्ष १७ वेय०५, २२ उत्त०३, १७३ Vट्ठा धा० I, II. ( स्था ) उला रहे; स्थिर थर्पु . खडे रहना; स्थिर रहना. To stand; to be stendy. ० ठावे. प्रे० भग० ६, ६, ११, ११; नाया● २ ७ १६ दस० ३, ४, २ डावपइ. प्रे. " [ डा ठिओ परं ठावयह परंप" दस० १०, १, २० ठावति प्रे० ओ० २७: ठावेंति. प्रे० विवा० ४ भग० १८, २; ठावेमि प्रे नावा० २ ८ भग० १२, ६: ० १६, ५, १६, २ ठावेमो प्रे० नाया- १६६ ठावेहि आ• नाया० १२: ठावे. प्रा० नाया० ८ भग० १८ २; ठावइस्साभि. प्रे० दस० ६, ४, २ डाविता. सं० कृ० डा० ३ १ भग० २, १० नायां• १६: ठावेता. सं० कृ० नाया ५७६१४३ भग० ११, ६ १३ ६ ६ उत्त ३,३२: भग०९,२२,११,१११८, २३ ठाविंत ० ० ० ० ३, २० ठाविनंति क० वा० सम० ३ Page #896 -------------------------------------------------------------------------- ________________ इत्त] (८५४ ) [ठवणा उ. ठहत्त. त्रि. (स्थापित ) साधु माशे त्यारे | ठवक. पुं० (स्थापक) स्थापन ४२ना२. स्थापन यापशु सेम धारी २थापा राणेj; साधुस करने वाला. (One ) who fixes, रागवा यो२५ ४१ नामनाष पाj. साधु | sets or places. नाया. १८; श्रावेंगे तब देंगे ऐसा सोच कर रक्खा हुआ; | ठवण. न. (स्थापन ) स्थापन ४२; भु. साधु को टालने योग्य ठवणा नामक दोष __ स्थापन करना; रखना. Setting; placवाला. Kept, reserved with a ing; fixing. पिं० नि० भा• २४; view to be given to an ascetic -- कुल. न० (-कुल ) भीक्षायरने माटे when he might come; ( this आहा थापा भु तेस. भिक्षाचर sort of food etc. is to be avoid- के लिये माहारादिक रख छोडे वह. ed by a Sadhu ). ओव० ४, reserving food etc. for Sädhus ठड्य. त्रि. ( स्थगित ) मुं. ढांका हुआ; begging alms. निसी०४,२८; -जिण. Covered. " पिहियंतु फलादिया पुं० (-जिन ) १२तुभ लिन ६५ना ठइयं " पंचा० १३, २७, ४२ ते. किसी वस्तुमें जिन की कल्पना ठंडिल. न. ( स्थंडिल ) 4लिस-हिशामे करना. imagining Jina in any पानी भूमि. थंडिल-तही जाने की भूमि. particular object. प्रव. ८७; -पु. A ground for answering & रिस. पुं० (-पुरुष) ५३५ २ t . call of nature on. नाया. १६; पुरुष की स्थापना. setting or esta. ठगिय. त्रि.( * ) छेसरायेना; गाये. blishinent by or of a person. ठगाया हुआ; धोका खाया हुभा. Deceiv. ठा. ३,१: -लोग. पुं० (-लोक) याह ed; cheated. सु. च० ४, २८८; यानी स्थापना. चौदह राजलोक की ठप्प. त्रि. (स्थाप्य ) श्या५योय; से स्थापना. establishment of the 14 मा भु ॥ यो५. स्थापने योग्य; एक Rijalokas. ठा० ३, २; तरफ रखने योग्य. Worthy of being ठपणा. श्री. ( स्थापना ) साली निव fixed or kept in some place. વસ્તુમાં તેના જેવા આકારવાલી બીજી વસ્તુની पिं. नि. २१८; अणुजो० ७२; १३४; मग. ४६५ना ४२वी ते; स्थापना निक्षेपो. जीववाली १५, १; (२) व्यवहार ४२३॥ योग्य नहीं या निर्जीव वस्तु में उसके जैसी मिन श्राकार અસંવ્યવહાર્યા; લેકેના વ્યવહારમાં અનુ- वाली अन्य वस्तुकी कल्पनाका करना; स्थापना पयोगी. व्यवहार करने में अयोग्य; असंव्यव- निक्षेप. Iinagining of one thing हार्य; लोगों के व्यवहार में अनुपयोगी. un- in another; animate or inaniworthy of practical purposes. inate which is similar in अणुजो• 3; form imagining one thing to * तुम। पृष्ट १२ १५ ना ५८नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #897 -------------------------------------------------------------------------- ________________ उवणा] (८८५ ) [ ठविया be another thing; Sthā- ४, ३; -करण. न. (-कर ) हत२७। pana Niksepa. पन्न. ११; विशे० તલવાર વગેરે કરણને લાકડા કે પત્થર २१; ५४; ०नि० ५; अणुजो. ८; पंचा० कोरेभां सो मा२. दरांता, तलवार २,१७:(२) साधुने भाटे अभु असन्त मादि हथियार का लकड या पत्थर में किया સ્થાપીને રાખેલ આહારાદિ આપવાથી લાગતો हुआ आकार. a dhape or figure of એક દેશ ૧૫ ઉદ્રમનમાનો પ મ દેજ. i sword or a scythe carved in साधु के उद्देश से किसी समय तक रख छोडा a piece of wood or stone. विशे. हुधा आहार आदि देनेसे लगनेवाला दोष; | ३३.२; १६ उद्मनों में से ५ वां दोष. the 5th वाराज.त्रि.(स्था पनीय) स्थापना याय: of the 16 Udgainana faults मे भूी या योय. स्थापित कर connected with food viz. giv- रखने के योग्य; एक ओर रख छोडने के ing to a Sãdhu after specially योग्य. Worthy of being kept or reserving it for hin for some fixed; worthy of being set time. प्रव० ५७२; पंचा• १३, ५; पिं० aside. अणुजो० २; वव० २, १; नि• ६४; (३) घारणानु मे नाम. धारणा | ठविप्र-य. त्रि. (स्थापित) साधु सापान भाटे का एक नाम. another name for | स्यापी रामद (आडा२ कोरे). साधु साध्वी Dharana. नंदी० ३३; -अपतय. के लिये स्थापित कर रक्खा हुआ. Kept, त्रि. ( अनन्तक) स्थापनाथी अनन्त | reserved for it monk or nun; छ। नलि आवते. स्थापना से अनंत-अंत , e.g. food etc. परह. २, ५, दस. नहीं आता वह. endless in the १,१,६५, वव. १, १६% नाया. १, २3 matter of Sthapana, ठा. ५, ३; | भग. ५,६ -अणुपुवी. श्री० (-अनुपूर्वी) स्थापती ठवियग. त्रि. (स्थापितक) मा “ठवित्र" -८पेशी अनुपूपी -मनु म. स्थापित--क- श६ देखा “विध " शब्द. Vide ल्पित अनुपूा-अनुक्रम. imagined se. " उविन " प्रत्र. १.६; -भोइ. त्रि. rial order; imagined graded (-भोगिन् ) सधुने माट स्थायी रायु order. अणुजो० ७१; -(णि) इंद. હોય તેને ભોગવનારા સ્થાપના દેશ સેવનાર पुं० (-इन्द्र ) ४ ५९ १२तुमानी (साधु). साधु के वास्ते स्थापित कर रक्खा ४६५ना ४२वी ते. किसी भी वस्तु में इन्द्र की हो उसे भे.गनेवाला; स्थापना दोष का सेवन कल्पना करना. inagiuing a parti. करनेवाला (साधु). (one) who enjoys cular object to be Indra. ठा. food etc. specially reserved for ३, १; विशे० ५३: -कम्म न. (-कर्मन्) a Sādhu and thus incuring the પરમતનું ઉત્થાપન કરી સ્વમતનું સ્થાપન fault known as Sthāpanā. प्रव० ४२ . अन्य मत का उत्थापन कर स्वमत | का स्थापन करना. establishing one's | उविया. बी. (स्थापिता) मा प्रायश्रित own cread or tenet by refuting | स्थापी भुते; मायामिनी यावश्यमां another's tenet or creed. ठा. यावात ५ तथा १२वातुं प्र.यश्चित्तवत. Page #898 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठाइ ] માનમાં ન કરતાં આગલ ઉપર કરવાનું रामेते. मिला हुआ प्रायश्चित स्थापन कर रखना; श्राचार्यादिक की वैयावच्च में व्याघात पडे इसलिये करनेका प्रायश्चित्त वर्तमान में न करते हुए भविष्य के वास्ते रख छोडना . Act of reserving an expiatory austerity for a future date in order to avoid disturbance in the service of a Guru etc. 3. ५, २; ठाइ त्रि० ( स्थायिन ) स्थायी; स्थिर रहेनार. स्थायी; बहुत समय स्थिर रहनेवाला. Standing; stationary. क०प०४, २३; ठाइयव्व. त्रि० ( स्थापितव्य ) स्थापना योग्य; સ્થાપવુ. स्थापन करना; स्थापने योग्य. Act of fixing or establishing, worthy of being fixed or established वव० ६, ४१; ठाण न० ( स्थान ) स्थान: डेमा या; भान. स्थान; ठिकाना; स्थल; मकान A place; a house; an abode भग० १, १, २, ७; ३, ४, ५, ६, ११, ६; १३, ४; १४, १०; १६, ५ २४, १२; २५, ८; नाया ० १ ८; १६; दस० ५ १, १६; ६, ७, ६, २, १७; निसी० ५, २, १३, १; ओव० १० सम० १; १०; राय० २३; वत्र० ७, ३; पिं० नि० भा० ४७; नंदी० ११; उत० ५ २; आया०२, २, १६३; सु० च० ४, ६१; प्रत्र० ५८७; कप० २, १५; गच्छा० १२५; क० प० १, ३१; ( २ ) असम; डायाने भरीपण हसायची नहीं ते काउसग्ग; काया को जरा भी न हिलाना giving up attachment to the body and practising self-contemplation. जं० प० ५, ११५; श्र० १६; सूय० १, २, २, १२; नाया ० १६; नाया० ६० सम० प० ( ८८६ ) [ ठाण १६८, वेय० १, १९; ( ३ ) लेश्या } 24 यवसाय स्थान लेश्या या अध्यवसायों का स्थान. an abode or source of matter or thought-tint or of thought activity. उत्त० ३४, २; भग० ४, १०; ( ४ ) अर्थ. कार्य. an act; a deed. भग० ६ (५) स्थिति अरवी ते; अधर्मास्तियनुं सक्षण स्थिति करना; अधर्मास्तिकाय का लक्षण. act of remaining stationary; the characteristic (fulcrum of rest) of Adharmāstikāya उत्त० २८, ह; ( ६ ) खानुं स्थान अंक का स्थान. the place of figure. अणुजो० १४५ ( ७ ) उत्पत्तिस्थान; उपन्या ठे. उत्पत्तिस्थान; उत्पन्न होने का ठिकाना. source of birth; origin. अजो० १२८; (८) अवकाश- लूभिप्रदेश. अवकाशभूमिप्रदेश. space of land; ground. नाया ० २; ( ६ ) शरीरने अमु स्थितिमां राते; आसन. शरीर को अमुक स्थिति में रखना; आसन. a particular pos ture of the body. कप्प० 8, ५२; उत्त० ३०, २६; ( १० ) पन्नत्रज्ञाना मील पनुं नाम पन्नवणा के द्वितीय पद का नाम. name of the second Pada of Pannavana. पन० १ ( ११ ) त्रीभुं અંગસૂત્ર કે જેમાં એકથી દશ પ્રકારની वस्तु पशु छे. तीसरा अंगसूत्र कि जिसमें एक से दश प्रकार की वस्तुओं का वर्णन है the third Anga Sūtra containing an account of substances ranging from 1 to 10 kinds. नंदी० ४४; अणुजेो० ४२; सम० १; (१२) स्थिति परिणाम स्थिति परिणाम. state of being motionless For Private Personal Use Only Page #899 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठाण] ( ८७ ) [ ठाण नि० ४४०; विशे० ५४७; ( १३ ) स्थानस्थिति३५ गुण. स्थान-स्थितिरूप गुण. the | quality of being stationary. ठा० २,१; (.१४) योग-मन, क्यन, थाना व्यापारना स्थान. योग-मन, वचन, काया के व्यापार का स्थानक. an abode or source of the activity of the mind, speech or body. क०प०१,५; (१५) GRL २३ ते. खडा रहना. act of standing. प्रव. ५२२; -अंतर. न० (-अंतर ) स्थानान्तर; योगना से स्थानया मीणु स्थान. स्थानान्तर; योग के एक स्थान से दूसरा स्थान. another place; change of stage e. g. firom ene sort of activity to another. क०प० १, ४८; -उडियासणिया. स्त्री. ( -उरकोटेकासनिका ) सासन मेसनार स्त्री. उकडु आसन से बैठनवाली स्त्री. । female sitting in a knee-chest posture. वेय. ५, २४;-उक्कु डुश्र. पुं० स्त्री. ( -उत्कुटुक ) आर्यास કરીને ઉકુ આસને ઉભખડીયે બેસનાર. कार्योत्सर्ग करके उकुडु श्रासनसे-उभखडिये वैठनेवाला. one who sits on his legs after performing Käryotsarga (ineditation upon the soul ). नाया. १; वेय. ५, २४; पण्ह०२, १; भग. २,१; -~-कम. पुं० (-क्रम ) स्थान या स्थानानो अनुम. स्थान-योगादि स्थानकका अनुक्रम. a graded order or order of the sources of the activity of the inind, speech and body etc. क.५० ४, २६;-गुण. पुं० (-गुण-स्थान स्थितिर्गुणः कार्य यस्य सः) मास्तिय; સ્થિતિમાં સહાય કરવાનો જેને ગુણ છે તે. अधर्मास्तिकाय; स्थिति में सहाय करने का जिस का गुण है वह. one that has the property of helping stationary condition; Adharmās. tikāya; fulcrum of rest. भग० २, १०;-टाइत्ता. स्रो०(-स्थायिता) स्थाने उभा २२ ते. एक स्थान पर खड़े रहना. act of remaining stationary. प्रव० ५६१; -नवग. न० (-नवक) नर गुष्या . नौ गुणस्थान. nineGunastbinas(stages of spiritual devel. opment ). “नियमा ठाणनवगाम्म भयणिज" क. प. ७, ५; -ठिअ-य. त्रि. (-स्थित ) समाना स्थानाने विशे स्थति पामे. संयम के स्थानक के विषयमें स्थितिप्राप्त. (one) who has reached the stage of asceticisin. सूय० १, २, १, १६; जं. प. ७, १४१; -पडिमा. त्रा० (-प्रतिमा) स्थाननी प्रतिभा; यासत उसासा अभिशेष. स्थान की प्रतिमा; आसन या काउसग के संबंध में अभिग्रह विशेष. a particular vow in connection with bodily posture or Kayotsarga (contemplation upon the soul). ठा०४, ३;-भट्ठ. पुं. (-भ्रष्ट) स्थानथा-संयमस्थानथा भ्रष्ट५३. स्थान से संयम-स्थानक से भ्रष्ट-गिरा हुआ. degraded, fallen down froin asceticisin. नाया. ; -मग्गणा. श्री. ( -मार्गणा-मृग्यते इति मार्गणा स्थानस्य मार्गणा ) स्थानती भागा ; त२५ स्थान की मार्गणा; अवतरण the search for a way; descending of incarnation. जीवा० १; -लक्खण. त्रि. (-लक्षण) સ્થિતિ લક્ષણ યુકત ( અધર્માસ્તિ કાય). Page #900 -------------------------------------------------------------------------- ________________ टायो ] ८दद स्थिति लक्षण युक्त (अधमस्तिकाय). with the characteristic of Adhar māstikãya(fulerum of rest ) . भग० १३:४५ – विणिश्रोग. पुं० ( - विनियोगस्थाने विनियोगः) 605 डेडा भेडवु योन. योग्य स्थान में जोडना; योजना करना. apt or proper application; proper use. विशे० ३३२; - समवायधर पुं० ( - समवायघर ) हालांग खाने समवायांग सूत्रा धरणार - मुन:२. ठाणांग और समवायांग सूत्र को धारण करने वाला - जाननेवाला. one who knows the two Sūtras viz. Thānānga and Sa mvāyānga. वव० १०, १६: ठाण ओो. अ० ( स्थानतः ) मे एक ठिकाने से. From one थी. place. सूय० १, १, २, १३ ठाणपत्र. न. ( स्थानपर-स्थानस्य पत्रम् ) प्रज्ञापना सूत्रनाद्वितीय पहनुं नाम. प्रज्ञापना सूत्र के द्वितीय पद का नाम Name of the 2nd Pada of Prajñapana Sūtra. भग०२, ७; १७,४:३४, १; ठाणाइय. त्रि० ( स्थानावत) अयत्सम, 1Gसग्गने खासने मेडेल. कार्योत्सर्ग काउसग्गके आसन से बैठा हुआ. ( One ) seated in the Kausagga (meditatvie ) posture. बेय. ५, २३ ठा ५, १ भग० २५, ७; डायव्व. ग्रि० ( स्थातम्य ) स्थिर रेहे. स्थिर रहना. Remaining stationary; state of being at rest. प्रब० १५८१; ठाव अ. पुं० (स्थापक ) पक्षने स्थापन ५२नार हेतु पक्ष को स्थापन करने वाला हेतु. A logical reason which establishes one's own tenet. > [ ठित्र-य ठा० ४, ३; ठावतार. त्रि. ( स्थापयितृ ) स्थापना२. स्थापन करने वाला. ( Oue ) who places or establishes. दसा•४, ७३; ठावण. न. ( स्थापन) स्थापन दर ते. स्थापन करना. Act of placing or establishing. पंचा० ६, ३; ठात्रिय. त्रि. ( स्थापित ) स्थापन उरेश. स्थापन कियाहुआ. Placed; establish ed. सम• ३४; ठावेयव्य. त्रि. ( स्थापयितव्य ) स्थापन ४२वा योग्य. स्थापन करने योग्य. Worthy of being established; fit to be placed or established भग• 5, १०; १२, ७; ठिश्र - य. त्रि० ( स्थित ) स्थिर रहेअ; व्य स्थित; रामेश स्थिर रहा हुआ; व्यवस्थित किया हुआ; खडा किया हुआ. Steady; kept in order; kept standing. भग. ६, ३३:१४, ३० १७, २: २५, २; नाया• १६; ओव• २० २६४ उत्त• ३२, १७ दस० ६, ४, २: १, १, २०; विशे० ० ८५१; दसा० ४, १४: जत्र ३, १३; पिं० नि० भा० ३२; सु• • १, ३० क० गं. १, ११; प्रव० २६३: कप० ४, १३१; प्रव० ४६१; कव्य पुं० (-कश्) भरत ने भरत क्षेत्रेमां પહેલા અને છેલ્લા તી કરના શાસનના સાધુઓને માટે નિયત કરેલ આચાર વ્યવस्था भर्पाहा. भरत और इरबत क्षेत्र में प्रथम और अन्तिम तीर्थकर के शासन के साधुश्र के लिये नियत की हुई आचार व्यवस्थामर्यादा. the course of conduct prescribed for Sadhus of the cult of the first and last Tirthankaras of Bharata and For Private Personal Use Only Page #901 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठि] ( ८८६ ) [ठि Iravata Ksetras. भग• २५, ६, ७, विशे. १२६८; पंचा• १७, २, प्रब० १५; ५५६ -प्पा. पुं. (-भारमन् ) मेनुमान म मा स्थिर होय ते. जिस का मन धर्म में । स्थिर हो वह. one whose mind is steady in the matter of rali. gion. दस. ६, ५०; १.,1, १७ (२) | भासमा २३। मामा. मोर मार्ग में | रही हुई भात्मा. a soul steady in | the path of salvation. श्राया. १, ६, ५; १६५ ठिह. श्री. (स्थिति ) अयुध्यमान; 2011 ११. भायुष्यमान; जीवन काल. Period of life; life time. नंदी. ११५; । भग. 1,0५; २, १३, २, ६,५, १५, १, २४, १२, ३६, २; नाया• २; ८; ६; १६: १६; नाया. घ. २; जीवा. १: जं.प. भोव.३८ पन. ४, अणुजो. १४.; क.प.५, १४०; उवा. २, १२५; (२) पनाना योया पहनुं नाम. पनवणा के चौथे पदका नाम. name of the 4th Pada of Pannavana. पन.१; (३) सानापरीयाहि भनी स्थिति-भरस्थान स.शानावरहीवादि कर्म की स्थिति; अवस्थान काल. the duration of Karna such as Jñānāvaraniya etc. क. गं. १, २, ५, १७ सम. ४, भग• २, १; नाया. १; पिं.नि.६१, उत्त. ३४, २; (४) प्रेस रियर . बैठना; स्थिर होना. reinaining steady; act of sitting. प. २३: नाया. १: पि. नि. ५५; सु. च.२, ३६३, -कंडग (-काएक) भनी स्थिति मना सभ६. कर्म के स्थिति खंडो का समूह. 8 collection of the various durations of Karmas. कप्प०५,१३, Vol. II/112. २६;-कम्म. न० (-कर्मन्) स्थिति पे पायेद म भनी स्थिति. स्थिति रूप से बंधा हुमा कर्म कर्म की स्थिति. dura. tion of Karmas. ठा० ४, ४; (२) स्थिति म'; १. सर. स्थिति कर्म; जन्म संस्कार. Karms causing birth in a particular condition. नाया.१४; --कल्लाण. त्रि. (-कल्याव-स्थितिः त्रयस्त्रिंशरसागरोपम समकक्ष्यायं येषतिः)हार५6. मां स्थिति पाया. स्थिति कल्याण उत्कृष्ट में उत्कृष्ट स्थिति वाला. possessed of the highest duration. सम. ८..; जं. प. २, ३१; -काल. पुं. (कान) स्थिति- यितिनी हरयाना १-१५त. स्थिति-कर्म स्थिति की उदारवा का काल-समय. tims of forcing up or hastening the maturity of Karmas. क. प.४,४२; -स्वप. पुं० (-1) स्थितिनो क्षय; आयुष्याती समाति.स्थिति का चय: आयुष्य की समाप्ति. end of life-period; end of fixed duration. नाया..;८; १४; भग. ११६, ३३: २५, ८, कप्प. १, २,०प०६,४; -... पुं. (- ४) भनी स्थितिना म-४४४१. कर्न को स्थिति के संड-टुकडे. a division or detachment of the duration of Karma.क.प. २, ६२,-ठाण. न. (-स्थान) मस्थितिमा स्थान ४. कर्म स्थिति के स्थानक. different conditions of KAtmas. क.ग. ५, ५४; -नामानिहत्ताउ. न. (-नामनिधत्तायुः) अति ति આદિ નામ કમની પ્રકૃતિની સ્થિતિને અનુसार आयुमने मय याय ते. गति जाति भादि नाम कर्म की प्रकृति के अनुसार Page #902 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठिइ ] कर्म का बंध होना. the formation of Ayukarma determined by the nature of the duration of Namakarma such as Gati, Jati etc. भग० ६, ७ – निलेग. पुं० ( - निषेक) उर्मनी स्थितियां उना हलिया नावा ते कर्म की स्थिति में कर्मों के समूह को डालना incurring, adding more Karmas during the continuance of the same kind of Karma. क० प० २, ७५ ६, १५; - पडिहात्र. पुं० ( - प्रतिघात ) ३२२ स्थितिनो नाश थाय ते. उच्च स्थिति का नाश होना. destruction of maximum duration ( of Karma ) as such ठा०५, १ - भे. पुं० (-भेद ) स्थितिना मेहप्रहार स्थिति के भेद - प्रकार & variety or mode of duration of Karma. क॰गं०५,६५; —रस. पुं० (-रस ) ना स्थिति ने रस. कर्म की स्थिति और रस. the duration and intensity of Karma. क० प० ३ १०; रसघाय. पुं० (- रसघात ) मनी स्थिति भने रसनी धात इस्त्री ते. कर्म की स्थिति और रस की घात करना destruction of the duration and intensity of Karma. क० प०५, १२; विसेस. पुं० ( - विशेष ) अर्मनी स्थिति विशेष; विशेष प्रारती स्थिति कर्मकी स्थिति विशेष; विशेष प्रकार की स्थिति. & particular duration of Karma. क० प० ३, ४; क० गं० गं० २, ८० - संक्रम पुं० ( संक्रम) उनी मे स्थिति लगवाती होय तेमां स्थिति नामची ते. कर्म भोगते हुए उसमें दूसरी mixing up the की एक स्थिति स्थिति डालना ( ८६० ) [ ठिइवडिया duration of one Karma which is bearing fruit with the duration of another Karma of the same class. क० प० २ २८; ४, ३२; - संतठाण. न० ( - सत्स्थान ) भ संबंधी स्थितिना स्थान. कर्म संबंधी स्थिति के स्थानक. the sources which determine the duration of Karmas. क० प० ७, २०१ ठिहपद न० ( स्थितिपद ) प्रज्ञायना सूचना यतुर्थ पनुं नाम प्रज्ञापना सूत्र के चतुर्थ पद का नाम Name of the 4th Pada of Prajñāpanā Sūtra. भग० ११, ११; ठिइबंध. पुं० ( स्थितिबन्ध - श्रध्यवसायविशेषगृहीतस्य कर्म दलिकस्य स्थितिः कालनियमनम् ) मनी स्थितिनो अन्धः उभं अनुमान. कर्म की स्थिति का बन्ध; कर्म का कालमान. Duration of the attach. ment of Karmic matter to the soul. क० गं० ४ ८५ ५, २१; ६५; क० प० ५ १२; ठा० ४, २; भवसाय. पुं० ( श्रध्यवसाय ) स्थिति पंधना हेतु - भूत अध्यवसायेो स्थितिबंध के हेतुभूत अध्यवसाय. thought-activity caus ing Karmic matter to remain attached to the soul for & certain fixed duration. क० गं० ४, ८५; ५, ६५; द्वारा. न० ( स्थान ) स्थिति अधना स्थान स्थिति बंध के स्थानक, a source of or cause of the duration of Karina क०प०१, ५२; ठिइवडिया. स्त्री० ( स्थितिपतिता - स्थितौ कु. लस्य मर्यादायां पतिता पुत्रजन्मादिक्रिया ) કુલ વા લેકની સ્થિતિ; મર્યાદા; કુલની પરરાથી ચાલી આવતી જન્મ મહેસવાદિ Page #903 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठिइय] [ठिय foया. कुल वा लोककी स्थिति; मादा; कुल the various kinds of Namaपरंपरासे चली आती जन्म महोत्सवादि क्रिया. karm such as the four Gatis A practise handed down from e. g. hell etc, the five Jātis one generation to another e.g. e. g. possession of one-sense celebrating the birth of a etc.; a sort of Karmic bond. son. ओव. ४०; नाया. १; १४; भग० age in relation to the dura११, ११; राय० २८६; कप. ५, १०१; tion of life. पन्न. ६ -भेश्र. पुं० ठिइय. त्रि० (स्थितिक ) उभु २९j; स्थिर (-भेद ) भनी स्थिति जांधेद हाय थये. खड़ा रहा हुआ; स्थिर. Be- તેમાં અધ્યવસાયાદિ બલથી ન્યૂનાધિકતા corne steady; standing. उदा० १, ४२वी ते. कर्म की जो स्थिति. बन्धी हुई हो ७४; ओव० ३३; (२ ) स्थितिवाली. उसमें अध्यवसायादि बल से न्यूनाधिकता स्थितिवाला. steady; standing. भग० करना. act of changing the fixed ६, ३३, १२, २; duration of Karına by the ठिइया. स्त्री० (स्थितिका ) स्थिति. स्थिति. strength of thought-activity Condition; state; state of last. etc. अंत. ३, ८ -वडिया. स्त्री० ing. उवा० ७, २०८; भग० १४, ६; (--पतिता) भागत; पुसमा मावती ठित. त्रि. (स्थित) वित्तमा रिय२ २९. । स्थिति प्रमाणे मत्साह लिया. कुल. चित्त में स्थिर रहा हुआ. Steadily re- क्रमागत; कुल में आई हुई स्थितिके अनुसार maining in the mind. अणुजा०१३; जन्मोत्सवादि क्रिया. traditionally ठिति. पुं. ( स्थिति) यतिना अभाव. गति handed down from one gene. का अभाव. Absence of motion. ration to another in a जीवा० ३, ४; ( २) स्थिति; आयुष्यास. family. निर० १, १; -साहण. न. आयुष्यकाल. existence; duration ( -साधन) स्थिति-मायार भयो। साथी of life. भग० २०, १; २४, २०; जं. ५० ताकी-विकी ते. स्थिति -प्राचार मर्यादा जीवा० १; राय० २९३; सू. प. १८; (३) की साधना कर दिख ना. act of point भा. मर्यादा. limit. पंचा० २, २८; / ing out rule of conduct by -नामनिहत्ताउय. पुं० (-नामनिधता- practising them पंचा० २, २८; युष्क) मे २ने। आयुमना गया ठितिय. पुं ( स्थितिक) Gो २उना२. खडा નરકાદિ ચાર ગતિ એકેન્દ્રિયાદિ પાંચ જાતિ रहने वाला. One who stands. भग. અને અવગાહનાદિરૂપ જે નામકર્મની પ્રકૃતિ । २४, २०; (२)त्रि. स्थितिया. स्थिति तनासाथे आयुधभननिधत्त य. नरकादि ४ वाला. standing; steady; lasting. गति एकेंद्रियादि पांच जाति और अवगाहनादि | ठा० १,.; रूप जो नम्मकर्म की प्रकृति उसके साथ श्रायुः | ठिय. त्रि. ( स्थित ) २२१. रहा हुआ. Reकर्म का निधत्त होना. determination | maining; posted; standing. प्रव. of Ayukarma in relation to J ७८२; Page #904 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ( ८९२ ) ड. डंड. पुं० (दण्ड) .दंड; दंडा. A thick | stones; a pebble. पि. नि. भा० १५; short stick. THER; डढ. त्रि. (दग्ध )ी गये; लरम डड. पुं. (दण्डिन् ) १९४ारी. दण्डधारी | यये. जला हुआ; भस्मित. Burnt दण्डका धारण करने वाला. (One) with to ashes; burnt. सु० च० ४, २२२; astick in his hand. भोव०६१ डमर. पुं० (उमर) मे शन्योना सभाडंडिखंड पुं० ( दरिडलर) । दु। रोना ५२२५२ विरोधमा त पर. दो सापान ने पत्र. टुकडे टुकडे सीकर राज्यों अथवा राजकुमारों के परस्पर विरोध जोडा हुमा वस्त्र. A garment made से होता हुआ उपद्रव. Trouble caused up of fragments stitched to. by quarrel among princes of gether. परह. १, ३; the same royal family. जीवा०३,३; डंभण. न० (दंभन ) भारी मानने भग०३,७; निसी. १२,३३; परह.1,२;जं. ते. दंभ करके औरों को ठगना. Act of .1,१;प्रोव० ३१; सूय०२, १, १३; (२) deceiving another by hypocri (९८३3; तान; सी. हुल्लड; बखेडा. tical show. प्रव. ११५ rebellion; commotion; riot. Vडंस. पा. I. (दश) स४२७. प्राया २, ११; १७०; उत्त० ११, १३; प्र. · काटना; डंक मारना. To bite; to sting. ४५०; -कर. त्रि० (-कर ) उसइ. उत्त० २, ४; सु० च० १, ३५५; १२नार; तान ४२ना२. बलवा करने वाला; डंसावेइ. सु. च० १३, ५५; तुफान करने वाला. a rebel; ( one) डंसण. न० (दंशन) स;:२७. डंक मारना; who incites others to a rebelकाटना. Act of biting. पि. नि. ३५८; lion. भोव. ३१; डक्क. न. ( दृष्ट ) म साहि २. जंगम | डमरुय. न० (डमरुक ) ३ नमने पात्र. सादिका विष. Poisonous effect due डमरु नाम का वाजिंत्र. A kind of to serpent bite etc, ठा.६, १; (२) drum. निसी०१७,३३; त्रि. विधेय. डंक दिया हुमा. bitten; | Vडह. धा• I,II. (वह) ; पु. stung. परह० १, १, २, ५; जलना; दग्ध होना. To buru; to get रका. स्त्री. (स) शिवनु वालमई. शिव burnt. का वाजंत्र; डमरू. A sort of small रहइ. विवा० ; hand drum of the god Śiva. डहेइ. नाया• २; सु. च. १३, ४६; रहिहेजा. वि. दस. १. १, ७; उत्त० १२, डगलग. पुं० ( * ) नाना नाना पयः।; २८; जं. प. अणुजो० १३६; sis. छोटे छोटे पत्थर; कंकर. Small रहह. श्रा०सूय०२,१,१७, सु०च० १०,११४; * शुमा ४ नगर १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ठ नंबर 11 की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #905 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डहण] ( ३ ) [डालग दहिस्संति. सु. च० १०, ११३; _tables used as galads. प्रव०१४२५; डज्मइ-ति. क. वा. उत्त०६, १४; आया । डामरिश्र. त्रि. (डामरिक ) विग्रह ४२नार. १, २, ४, ८३, १, ३, ३, ११६; _ विग्रह करनेवाला. ( One ) who पिं०नि० ११४, २००% wages a war. परह. १,२, समंति. सु. च. ४, २११; डाय. पुं० ( * ) siलो वायु २।४ योरेनी डझेज. क. वा. वि. विशे० २१०; माल. भाजी के भिन्न २ प्रकार. A डमिही. क.वा.भ.प्र. ए.सु.च.६,४७, variety of vegetables used as उज्झत. क. वा. व. कृ. नाया. १; सम. salads. दसा० ३, १६; पिं० नि. २५०; प. २१०; सु०च०२, ५६६; कप. प्रव० १४२६; भाया० २, १, ५, २६; (२) ३,३२; त्रि. सार. अच्छा. good. सम• ३३; डज्ममाण. क. वा०व. कृ.सूय. १, ५, ', डायटि. स्त्री. (डायस्थिति) ले स्थितिया ७; उत्त. ६, १४; मु. च. ३. ३६; માંડીને તે પ્રકૃતિની ઉત્કૃષ્ટ સ્થિતિને બંધ डहण. त्रि० ( दहन ) मा. जलाना. Act થાય ત્યાં સુધીની બધી સ્થિતિઓની ડાય of burning; setting fire to. पिं० । स्थिति मेसी संज्ञा छ. जिस स्थिति से नि० ४७९: लगाकर प्रकृति की उस्कृष्ट स्थिति का बंधछडहर. त्रि. ( * ) ; तु; नानुं. न हो उस तक की सर्व स्थितियों हलका; तुच्छ; छोटा. Mean; trivial; को डायस्थिति ऐसी संज्ञा है. A terrm insignificant. ओघ० नि० १७८; ७१५; denoting all the intermediate श्रोघ. नि. भा. २६०; निसा० १२, ३४; stages from a particular stage क. प० १, ८०: (२) ३. बालक. a of durntion to the highest child. सूय. १, २, १, २, २, ३, २३; stage of duration of a partiश्राया० २, ११, १००; अंत• ६, ३; दस cular kind of Karma. क. प. १; ६, ३, १२; (३) त३४: यु. तरुण; ६६; ३, ६; युवक. young; youthful. दसा. ५, *डाल. न. * ) शामा उनी १. २, २६ शाखा; झाड की डाली. A branch of डाइणी. स्त्री. (डाकिनी ) ७९. डाकिन. | a tree; a bough of a tree. महा. डाकनी. A female ghost; ॥ प. १००; पंचा० १८३६; wench. परह. १,३3; डालग. पुं० ( * ) शापानी से भाग; डाग. पुं. (डाक ) वृक्षनी समी; नानी ३. यी शाखा का एक भाग; छोटी डाली. वृक्ष की डाला; छोटी शाखा. A tender A simall branch of a tree: an tvis of a tree. आया. २,१०,१६६ offshoot of a tree. पाया००,१, १०, (२) iभो रा४ पोरेनी मा. भाजीके ५८; (२) ५सनां पतिxi; हानी ४४ 1. फल भिन्न २ प्रकार. varieties of vege- का छोटासा टुकडा-चीर. a small slice * गुमे ५न५२ १५ नीटनेट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट(*). Vide foot-note (*)p. 15th. Page #906 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डाला] ( ८६४ ) [डोंगर e.g. of fruit. आया. २, ७, २, १६०; (२) यांस (महेत२). चांडाल (महेतर). डाला. स्त्री. ( * ) शापा; . शाखाः a person belonging to the डाली. A branch of a tree; an | untouchable class. सु० च० ८, ८२; offshoot of a tree. सु. च. ६,३०, इ. त्रि. (दुष्ट) हट न. दुष्ट, दुर्जन. डाह. पुं० (दाह) प; हा . जलना; ___Wicked; bad; evil. दसा. ४, ८४; दग्ध होना. Act of buruing; act इतिपलास. पुं० (दूतिपलाश ) हुति५६॥॥ __of eatching fire. पिंनि. ५७० नामे उधान. दुतिपलारा नाम का उद्यान, A डिंाडेम. न. ( -डिंडिम ) या विशेष; नाना garden named Datipalasa. दसा. टोस. वाद्य विशेष. A kind of drum. राय• ८८; जीवा० ३, १; ® डेवण. न० ( * ) धन; it. डिंडिमय. पुं० (डिण्डिमक) छ।राने समान उलंघन; उलांघना. Act of transgress. नाह। ढोय. बालकों को खेलने का छोटा ing or going beyond; crossing. ढोल. A small druin used as a ओघ• नि• ३५; गच्छा० ८२; toy by children. सूय०१, ४, २, १४; / डेवेमाण. त्रि. ( * ) अति भए ता. डिंब. पुं० (डिम्ब ) 6454 . उपद्रव; / अतिक्रमण करता हुआ. (Oue) who बलवा. Trouble; rebellion. (२) transgresses, crosses or goes ७२.त; विन. विघ्न; तुफान. obstruc. beyond. भग, १३, १; tion; riot. जीवा० ३, ३; ओव० सूय० * डोश्र. पु. ( * ) सानो याटवा; २, १, १३; आया० २, ११, १७०; भग० लकडी का चाटू; दाल खीचडी हिलानेके काम ३, ७; निसा० १२, ३३; जं. प. १, १०; में आने वाली वस्तु का नाम. A sort of डिंभ. पु. ( डिंभ ) मा. बालक. A ladle used for stirring broth child. ओघ० नि० भा० २०७; पिं. नि. ete. पिं० नि० २५०; डोंगर. पुं. ( हुंगाःशिलावृन्दा श्चोरवृन्दाश्च डिंभ प्र य. पुं. (डेंभक) 4. बालक. सन्ति यत्र ) ५त; योरेने रानु स्थान. A child. अंत. ६, १५; निर० ३. ५; पर्वत; चारो के रहने का स्थान. A mountनाया० २, ५; १८; ain; a place or abode of डिभिया. स्त्री. (डिभिका) पालिका; 41. thieves. “ पचयगिरिडोंगर इच्छलभष्टि बालिका; कन्या. A young girl. नाया. मादीए " भग० ७, ६; -डोंब. पुं० (डोंब) १८ देश. डोंब देश. Domba country. * डुंगर पुं० ( * ) २; पत. पर्वत; (२) त्रि. महेश निवासी. डोम्ब देश पहाडी. A mountain; a hill. जं.प. fagreit. an inhabitant of the * डुंब. पुं० ( * ) भारत. मावत. An | country called Domba. परह. १, elephant-driver. पि. नि. ३८७; १; पन्न. १; २१० * गुमे। १४ नम्५२ १५ नीटनेट (*). देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #907 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डोंबिलग] ( ८६५ ) [ढार डोंबिलग. त्रि. ( डोम्बिलक ) मिहेश डोहल. न० (दोहद ) श्री महिना ६२म्यान निवासी. डोंबल देश निवासी. An in- ગર્ભવતી સ્ત્રીને ગર્ભના જીવના habitant of the country called ભાવિ અનુસાર જુદી જુદી ઈરછા Dombila. परह. १, १, पन१3 याय ते; हलो. तीसरे महिने के दरम्यान डोडिणी. स्त्री. (*) शामली श्राम गर्भवती श्री को गर्भ के जीव के भात्री के जतिना स्त्री. ब्राम्हण जाति की स्त्री. A अनुसार भिन भिन्न इच्छाएं हो वह. A female Brāhmaṇa; & female variety of desires experienced of the Brahmana caste. अणुजो. by a woman in the third ६; ६६; month of her pregnancy, डोल. पुं० ( * ) माना ५१. महुवा का | these desires foreshadowing फल. A fruit of a Mahua tree. the future of the child in “विगईओ सेसाणं डोलाईणं न विगईश्रो" the womb. नाया.१; ८; विवा.७; तंदु. प्रव० २२०; १६; सु. च. १, ३०६; ढंक. पुं० ( ढंक ) ५il; पालाना ०।- trument named Dhanksna. ५२ निवड ४२नार से पक्षी. ढंक पक्षी; | निसी० १७, ३४; । पानीके जीवोंपर निर्वाह करने वाला एक पक्षा. | ढकवत्थुल. पुं. (ढकवास्तुल)शा पन२५A kind of bird feeding upon તિની એક જાત કે જે ઉમતુ અનન્તકાયિક insects living in the water. पन्न. હોય છે અને છેલ્લા પછી પ્રત્યેક થાય છે. १; जीवा० १; उत्त०१६,५६; सूय०१, १, ३, शाक वनस्पति की एक जाति कि जो ऊगनेपर ३; १, ११, २७; भग. ५,६,१२,८; जं०५० अनंत कायिक होता है और काट डालने के ढंकण. पुं० ( * ) यार थन्द्रियवासा वनी बाद प्रत्येक हे.ती है A sort of vegeसे 11 मा. चार इन्द्रिय वाला जीव table which contains infinite खटमल. A four-sensed baing; a lives during growth but which bug. पन.१; becomes Pratyeka (having one ढंकुण. पुं० ( * ) भा४७. खटमल. A life ) after it is cut off. प्रव०२४२; bug. जं०५० (२) 23 MIji. ढड्ढर. पुं० ( ढढर ) अनु४२ स; को एक जाति का वाजिंत्र. a kind of musi. સ્વર–આવાજમાં ૮ર૦ર થાય તે ભાંભરે cal instrument. अाया० २,११,१६८; सा४. अनुकरण शब्द; जिस स्वर की -सद्द. न. ( -शब्द) di नामना अावाज ढर ढर सी होती है वह. A sound वामित्रना श६. ढांकण नाम के वाजिन्त्र resembling that produced by का शब्द. sound of a musical ins. the pronunciation of Dhara ___ * अनुयट २ १५ ना ५८नाट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th Page #908 -------------------------------------------------------------------------- ________________ टिंकण ] dhara, an onomatopoetic word. पिं० नि० ४२५०; श्रध० नि० भा० ५१६; ( २ ) राहुदेव नाम राहुदेव का नाम. uame of the god Rahu. सु० प० २०; प्रव० १५४; सर. पुं० ( स्वर ) डोटो स्वर- खावा. बडा स्वर- आवाज. a loud sound. प्रव० १७३ किण. पुं० ( * ) भाउड पटभत्र. खटमल A bug. उत्त० ३६, १४५ ( ८६६ ) प. ए. अ० ( न ) नार; ना; नहि निषेध नकार; ना; नहीं; निषेध. A negative; not; ३०. नाया० १; २; ५; ; १४; १५; १६; १८ भग० १, ६, २, १३, ७ २६, १ उत्त० १, १४ सू० ११, १, २०१ गई. स्त्री० (नदी) नही. नदी. A river. नाया० १; ओव० ३८; जं० प० १ १०; - कच्छ न० ( कच्छ ) नहीनी पानी गीय छाडी नदी के नजदीक की घनी झाडी. a dense thicket of trees in the vicinity of a river. नाया• १; उ-य. त्रि० ( नवत ) ८०, नेषु. ६०: नत्रे. 90; ninety. सत्ताउए जोयएसए अवाहाए अंतरे परणते "" भग० १४, ८० जं० प० ६, १२५; उ-य न० ( नियुत ) ८४ साथ नियुतांग प्रभालु हाल विशेष. ८४लक्ष नियुतांग प्रमाण काल विशेष. A period of time measuring 84 laes of Niyutangas, ठा० २, ४, भग० २५, ५; उच्च (यं) ग. न० ( नियुताङ्ग ) ८४ साम * पृष्ठ foot-note (*) p. 15th. [ राउली ढेगियालग. पुं० (ढेणियकालक) पक्षि विशेष; देव विशेष पक्षा विशेष; मोरनी; मयुरी. A particular kind of bird resembling a pea - hen, पराह० १ १: देशियालिया. श्री० (देशिकालिका) पक्षिः देश विशेष. मोरनी; मयुरी A kind of bird; a bird resembling a pea hen. अणुत्त० ३, १; ढोल. पुं० ( * ) ८. ऊंट A camel जं०प० अयुत प्रमाणु अद्य विशेष. ८४ लक्ष अयुत प्रमाण काल विशेष. A period of time measuring 84 lacs of Ayuctas. ठा० २, ४; भग०२५, ५; उइ. बी० ( नवाते ) नेपुं ८०. नव्वे ०. Ninety; 90. जं० प० भग० २०, ५ उल. पुं० ( नकुल ) नोसी. नेवला; नकुल. A weasel. नाया० ८ १६ पन्न० १; उवा० २, ६५; भग० १५, १, ( २ ) न० वाद्य विशेष. वाद्य विशेष. a particular kind of musical instrument राय० ८८; (३) पुं० पाएगन्ननो ही ५रेस; साथी नाना आ. पाण्डु राजा का पुत्र पांच पाण्ड़वों में से सब से छोटा भाई one of the five sons of the king Pāndu, so named. नाया० १६; गडली. स्त्री. ( नकुली ) सर्पने वश करवानी विद्या. सर्प को वश करने की विद्या. The art of charming serpents. जीवा • १; कष्प ० २१५ नी फ्रुटनोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide For Private Personal Use Only Page #909 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एं] ( ८७ ) [णंद णं. अ. ( * ) 441; या रास- ___ स्त्री० ते २६५मा सनार मनुष्य. उस ॥२ ३५ मे २०६. वाक्यालंकार; वाक्य अंतरद्वीपमें रहनेवाला मनुष्य. a person के अलंकार रूप एक शब्द. A particle residing in the above island. used as an expletive. " ते णं पन० १; कालेणं तेणं समये णं " नाया.१; अणुजो. | णंद. पुं० ( नन्द) सभ६. समृद्ध. Pros६; भग० १, १, ५, २; ६, ५; दस• ५, १, perous. " जय जय गंदा " कप्प. १३, ६, ११; वव० १, २२, जं. ५. वेय. ५, १०८; नाया० १; (२) २०१७ नगरीना १, ३७, पन. १; नमणीया२ नामती शेड. राजगृही नगरी एंगर. पु. ( * ) धर; पाएने २४॥ का नंदनमनीयार नामका सेठ. uame of २सयान २४ सांस. लंगर; जहाज u merchant of the town of को रोकने की सांकल आदि. Anchor Rajagrihi, also styled Nanda. विवा. ६ namaniyāra. नाया. १३; (3) मंगल. न० ( लागल ) ३. हल. A તીર્થકરને પ્રથમ ભિક્ષા આપનાર. ૧૧ plough. परह. १, १२ तीर्थकर को प्रथम भिक्षा देने वाला. maine णंगलई. स्त्री० ( नालकी ) से नामनी में of the person who first gave साधारण पारपति. इस नाम की एक alins to the 11th Tirthankara. साधारण वनस्पति. A sort of vege. सम• ५० २३२; (४) यावती उत्सपि. table containing infinite lives. लीमा २ प्रथम पासुर. श्रागामी पन्न. १; भग० २३, ५; उत्सर्पिणी में होने वाला प्रथम वासुदेव. ths णंगलिश्र-य. पुं० ( लाङ्गलिक ) सोनाना । first would-be Vasudeva in હલ હાથમાં લઈ સ્વારીમાં આગલ ચાલનાર the coming Utsarpini, सम० (५) सुभट्ट. सुवर्ण का हल हाथमें लेकर सवारी में गे। गत सोढार्नु मासन. एक जाति का आगे चलनेवाला सुभट्ट. A.warrior who लोहे का प्रासन. & sort of iron seat. moves in the van of a proces. नाया०१; (६) सातमा सोनु मे विमान sion with a golden plough in -એની સ્થિત ૧૫ સાગરે એમની છે, એ દેવતા the hand. जं. ५०३, ६७, कप्प. ओव. પન્દર પખવાડીએ શ્વાસોચ્છવાસ લે છે, અને ३२, ३, ६७ ५२ २ वर्षे क्षु५। ३५ . सातवें देव. णंगोलिय. पुं० ( लाङ्गोलिक ) सांखि लोक का एक विमान-उसकी स्थिति १५ નામને અંતરીપ ૫૧ અંતરીપમાનો सागरोपम की होती है, ये देवता १५ पक्ष में मे. लांगुलिक नाम का अंतरद्वीप; ५६ श्वासोछ्वास लेते हैं; और उन्हें १५००० वर्षों अंतरद्वीप में से एक Name of one में क्षुधा लगती है. a heavenly abode of the 56 Antara Dvipas of the 7th Devaloka the gods ( islands). ठा० ४, २; ( २ ) पुं० in which live for 15 Sagaro. * तुम ४ न.१२ १५ नी पुटनोट () देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foo-note (*) p. 15th. Vol u/113 Page #910 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दत ] pamas, breathe once in fifteen fortnights and feel hungry once in 15000 years, सम० १५; (૭) બાર જાતના વાજી ંત્રને સાથે શબ્દ १२वे ते. बारह जाति के वाजित्रों का एक साथ शब्द करना. a sound produced by | playing upon twelve kinds of musical instruments at once. पंचा ७, १६; ( ८ ) २० भार. इस नाम का एक राजकुमार. naiye of a royal prince. नाया० ८; ( ६ ) પડવા, છડ અને અગીયારસ એ ત્રણ તિથિનું નામ. ફ્લુએ यंदा " ६. प्रतिपदा षष्टि और ग्यारस इन तीन तिथियों का नाम देखो " गंदा " शब्द a term denoting the first, sixth & eleventh days of a fortnight. vide. 'वृंदा' जं० प० ( ८६८ ) " [ गंदण के समान ही है. Name of a heavenly abode in the 7th Devaloka similar to 66 दकंत " in point of duration of the life of its gods etc. सम० १५; दग. पुं० ( नन्दक ) से नामनी त्रासु हेवनी तलवार इस नामकी कृष्ण वासुदेव की तलवार. Name of the sword of Krisna Vāsudeva पर६० १ ४; दज्झय. पुं० (नन्दध्वज) सातमा उनु विमान, योनी स्थिति वगेरे ' विमान प्रमाणे छे. सातवें देवलोक का एक विमान, उसकी स्थिति इत्यादि दत विमान के समान है. A heavenly abode of the seventh Devaloka similar to " यांदकंत " in the duration of the life of its gods etc. सम० १५; दकंत ' गंदकंत. पुं० ( नन्दकन्त ) सातमां हेवनु | गंदण. पुं० (नन्दन) समृद्धि, समृद्धि. Prosએક વિમાન કે જેની સ્થિતિ ૧૫સાગરેપમની છે; એના દેવતા ૧૫. પખવ ડીએ શ્વાસેાશ્ર્વાસ લે છે. એને ૧૫૦૦૦ વષઁ સુધા लागे छे. सातवें देवलोक का एक विमान किं जिसकी स्थिति १५ सागरोपमकी होती है उसके देवता १५ पक्ष में श्वासोच्छ्वास लेते हैं और उन्हें १५००० वर्ष में क्षुधा लगती है. Name of a heavenly abode of the 7th Devaloka the gods in which live for fifteen Sagaropainas, breathe once in 15 fortnights and feel hungry once in 15000 years. सम० १५: गंदकूड. पुं० ( नन्दकूट) सातमां वो perity; wealth. नंदी ० ( २ ) पुत्र. पुत्र; लडका. 8 son परह० १ १ ( ३ ) भरतक्षेत्रना सातभा हेव भरत क्षेत्र के सातवें बलदेव का नाम, the 7th Baladeva of Bharata ksetra.प्रत्र० १२२५३ सम० दिसिभाए गंदणनामं चेइए होटथा " भग० ३, १; ( ४ ) मेपर्यंत उपरनं हेत्र ताने खानु वन. मेरु पर्वत पर का देवताओंके क्रीडा करनेका वन. the forest of sport for gods on the Meru inountain. वसु वा गंदण माहु सेठं " सू० १ ( ५ ) नाथ स्वामिना पूर्व भव. मलि नाथ स्वामी का पूर्व भव. the previous birth of Mallinatha Svāmi. सम० ( ६ ) भोडाया नगरीनी श्रद्धारनुं उद्यान. मोकाया नगरी के बाहिर का उद्यान. ६, १८ ठा० २, ३; મ એક વિમાન એની સ્થિતિ વગેરે ગુન્દકન્ત विमान प्रमाणे छे. सातवें देवलोक का एक विमान; उसकी स्थिति इत्यादि णंदकंत विमान "" For Private Personal Use Only F 6 Page #911 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णंदणकूड] ( ८८ ) [णंदवद्धिणी the garden outside the city __ समान. similar to, equal to Nanof Mokaya. " तीसेणं मोयाए नय- danavana. नाया. ५; रीए बहिया उत्तर पुरच्छिमे" -कर. | पंदणवन. न. (नन्दनवन) ।“ यंदणत्रि० ( -कर ) आ १२।२; समृद्धि वण" २०६. देखो " णंदणवण " शब्द. ४२नार. आनंद करनेवाला; समृद्धि करनेवाला. Vide " णंदणवण" जं. ५० ५, १२० (one) that delights; (one) that | नाया. ५; makes prosperous. पगह. १, ४ । णंदप्पभ. पुं० ( नन्दप्रभ) सातभा लोन गंदणकूड. पुं. ( नन्दनकूट ) नन बनना। એક વિમાન, એના દેવતા ૧૫ પખવાડીએ नयमांनु. मे नंदनवन के नौ शिखरा । શ્વાસોશ્વાસ લે છે, અને ૧૦૦૦ વર્ષે में से एक, One of the nine sum- भूम दाणे . सातवें देवलोक का एक inits of Nandavavana. 94. 400; विमान, उसके देवता १५ पक्ष में श्वासोछवास गंदणमदः पुं० ( नन्दनभद्र ) भा२४ गोत्र लेते हैं और उन्हें १५००० वर्ष में सुधा साय संभूतिवियना पड़े। शि०५. माठरस लगती है. A heavenly abode of गोत्र के आर्य संभूति विजय के पहिजे शिष्य. the 7th Devaloka, the gods The first disciple of Arya in which breathe once in 15 Sambbüti Vijaya of Matha. fortnights and feel hungry rasa family-origin. क-प. ८; once in 15000 years. सम. १५; गंदणवण. न. ( नन्दनवन ) भीनी मंदमणियार. पुं. (नंदमणिकार) मे नामना સપાટીથી પાંચસો યોજન ઉંચે મેરુ પર્વત | में शे:-सा२. इस नाम का एक सेठ १२ गावसमे 41. जमीन के तल से । साहूकार. Name of a merchant. पांचसी योजन पर मेरू पर्वत के ऊपर का | नाया. १३; एक बन. A forest on Meru | णंदमाण. त्रि. ( नन्दत् ) सुसमागवतो. सुख mount 500 Yojanas above भोगता हुआ. Rejoicing. तंदु. the level of the plitin. “दा | गंदलेस्स. पुं० (नन्दलश्य) सातमा हे र्नु णंदण वणा" ठा० २, ३; नाया. ३; जं. मे विमान-वारे भाटेनमे! “णंदकंत" प. भग०११,६; २०.६ अंत० १,१:५१; श: सातवें देवलोम का एक विमान-विशेष (૨) વિજલપુર નગરની પાસેનું ઉદ્યાન खुलासे के लिये देखो " णंदकत'' शब्द. विजय नगर के निकट का उद्यान. a gar. A heavenly abode of the 7th den in the vicinity of the Devaloka. For further inform town of Vijayapura. विवा० २, ४; ation vide "णंदकंत" सम. १५; -कूड. त्रि. (-कूट) नहनना 11 रणदवरण. पुं० (नन्दवण ) सातमा हामानु दूरभानु पडे शिमर. नंदनवन के | मे विमान. सातवें देवलोक का विमान. नौ कूट में से पाइला कूट शिखर. the 1st A heavenly abode of the 7tli of the nine summits of Nan. | Devaloka. सम० १५; danavana. जं. प. -पगास. त्रि. दवद्धिणी. स्त्री. (नन्दवर्द्विनी) पूर्व दिशाना ( -प्रकाश ) नमनपन समान, नन्दनवन | रुय ५ 3५२ सनारी मामांनी याथी Page #912 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गंदसिंग ] हिशा कुमारी पूर्व दिशा के रूचक पर्वत के ऊपर बसने वाली श्रठमें से चौथी दिशाकुमारी. The fourth of the eight Diśākumārīs residing on the Ruchaka mountain in the east. जं० प० " 66 दसिंग. पुं० ( नन्दशृंग ) सातमां हेवसाउनु એ ક વિમાન; જીએ संदकंत २८. सातवें देवलोक का एक विमान; देखो “ णंदकंत " शब्द. A heavenly abode of the 7th Devaloka; vide दकंत " सम० १५; दसिद्ध. पुं० ( नन्दसिद्ध ) सातमां हे सोनु એક વિમાન; જીએ " दकंत २६. सातवें देवलोक का एक विमान; देखो " णंदकंत शब्द. A heavenly abode of the seventh Devaloka; vide दकंत" सम० १५; 32 "" दा. स्त्री० (नन्दा ) पो छ भने अभीयारस में त्राणु तिथीनु नाम प्रतिपदा, षष्टि और ग्यारस इन तीन तिथियों का नाम A term denoting the 1st 6th and 11th dates of a fortnight. ( २ ) शीतल नाथनी भातानु नाम शीतल नाथ की माता का नाम name of the mother of Sitalanatha. प्रव०३२२; सम० ( 3 ) पूर्व रूयः पर्वतपर वसनारी सभांनी जी हिशा कुमारी पूर्व रुचक पर्वत के ऊपर बसने वाली आठ में से दूसरी दिशा कुमारी the 2nd of the 8 Di. śākumārīs residing on the Ruchaka munt in the east, जं० ૬૦ (૪) રતિકર પર્વત ઉપર ઇશાન ઈંદ્રની અગ્રમહિષીની राजधानी रतिकर पर्वत के ऊपर इशान इंद्र की अग्रमहिषी का पाठजगर. the capital city of the ر ܐܕ [ दाखारणी principal queen of Isana Indra on the mount Ratikara. ठा०४, २० ( ૨ ) અંજન પર્યંત ઉપરની એક વાવનું નામ કે જે એક લાખ જોજનની લાંખી પહેલી अते १० लेभननी डी छे. अंजन पर्वत के ऊपर की एक बावड़ी का नाम कि जो एक लक्ष योजन लंबी चौड़ी और दस योजन गहरी है. name of a well on the mount Añjana having length and breadth of one lac Yojanas ( ६०० ) and 10 Yojanas in depth. जीवा ० ३,४; ठा० ४, २; नाया० १; निसी० १, १; अंत० ७, १; ( ६ ) श्रेणि राजनी राशी श्रेणिक राजा की एक रानी. & queen of the king Srepika जं० प०५, ११४; १२३; नाया० १; ंदापुक्खारणी. स्त्री० ( नन्दापुष्करिणी ) મેરૂથી વાયવ્ય ખુણે ૫૦ રાજન ઉપર ભદ્રसाथ नमांनी यार साडी मेरु से वायव्य कोने में ५० योजन पर भद्रसाल बन की चार बावड़ी. The 4 wells in Bhadrasala forest at a distance of 50 Yojanas in the north-west of Meru. जं०प०४, १०३; नाया० १२; ( ૨ ) સૂર્યંભના વનખંડમાંના મહેન્દ્રધ્વજ આગલની એક વાવ કે જે ૧૦૦ ભેજન લાંખી ૨૦ જન પહેાલી અને દશ ોજન डी छे. सूर्याभके वनखंड में के महेन्द्रध्वज के आगे की एक बावड़ी कि जो १०० योजन लंबी ५० योजन चौड़ी और दश योजन गहरी है. a well 100 Yojanas in length, 50 Yojanas in breadth and 10 Yojanas in depth in the vicinity of Mahendradhvaja in a forest of Sūryābha. राय० १५७; (રૂ ) રાપા નગરીની બહારની એક બાવડીનુ For Private Personal Use Only Page #913 -------------------------------------------------------------------------- ________________ naturafruit] नाम चंपा नगरी के बाहर की एक बावड़ी का नाम, name of a well outside the town named Champā. नाया० २; दापोक्खरिणी. स्त्री० ( नन्दापुष्करिणी ) भो" दापुक्खरिणी " २६. देखो jiaryrafरिणी " शब्द Vide गंदा पुक्खरिणी नाया० १३; दावत्त. पुं० ( नन्दावर्त ) पांथभां वसोहना छन्द्रना विभाननो व्यवस्थापक देवता. पांचवें देवलोकके इंद्रके विमानका व्यवस्थापक देवता. The deity in charge of the heavenly abode of the Indra of the 5th Devaloka. जं० प० ४; (२) સાતમા દેવલાકનુ એક વિમાન; એની સ્થિતિ ૧૫ સાગરાપમની છે; એ પંદર પખવાડીએ શ્વાસોશ્વાસ લે છે; એને ૧૫૦૦૦ વર્ષે ભૂખ लागेछे. सातवें देवलोकका एक विमान. इस की स्थिति १५ सागरोपम की है. यहां के देवता १५ पक्ष से श्वासोच्छवास लेते हैं व १५००० वर्ष में उन्हें भूख लगती है. name of a heavenly abode of the 7th Devaloka similar to Nandakanta in the matter of life of its gods etc. सम० १५; ( ३ ) नवा वा साथीयो को कोने वाला साथिया. & kind of auspicious mark with nine angles. जं० प०५, १२२; राय० पन्न० ( ४ ) यार इन्द्रिय वाले विशेष चार इंद्रिय वाला जीव विशेष. a kind of four-sensed sentient being. जीवा० १; दि. पुं० ( नन्दि- नन्दनं नन्दिः, नन्दन्ति प्राणिनोऽनेनास्मिन् वेति नान्दः ) मानं; प्रो. आनन्दः प्रमोद. Joy; rejoicing. ठा०५, २; आया० १, ३, २, ३; नाया० १; 66 16 ( ६०१ ) [ दि ( 3 ) गौरा मोहनीय भ गौण मोहनीय कर्म. secondary or subordinate Mohaniya karmas. सम० ५१; (४) रात्रीनी समुहाय बारह प्रकारके वाजित्रोंका समुदाय. & collection or set of twelve kinds of musi cal instruments. राय ०११४; उत्त० ११, १७; (५) खेड तनुं झाड. एक जाति का वृक्ष. & kind of tree. नाया० १ (६) मे नामनो द्वीप भने समुद्र. इस नाम का एक द्वीप और एक समुद्र name of an island; also of an ocean. पन्न० १५; -- गर. त्रि० ( -कर ) वृद्धि डरना२. वृद्धि करनेवाला ( one ) that causes prosperity. नाया ० १ - घोस. पुं० ( -घोस ) यार अरनांनी सवा बारह प्रकार के वार्जित्रों की श्रावाज. a sound produced by playing upon twelve kinds of musical instruments at once. जं० प० ५,११६; राय ० ११४; ( २ ) नन्दिना देवी वा नार. नंदी के समान आवाज करने वाला. (one ) who produces the above kind of sound. श्रोव ० ३० ; तंदु० -- चुराग. पुं० ( चूर्णक ) અમુક દ્રવ્યના સયેાગથી બનાવેલું ચૂ अमुक द्रव्यके संयोग से बनाया हुआ चूर्ण. powder prepared by mixing together particular ingredients. सूर्य ० १, ४, २, ६, राय. पुं० ( - राग ) समृद्धिथी उत्पन्नश्रयेस डर्षा. समृद्धि से उत्पन्न हर्ष. joy arising from prosperity. भग० २. ५.; - स्सर. पुं० ( स्वर ) प्यार प्रहारना पात्रानो सवा बारह प्रकार के वाजिंत्रों chorus of sound की आवाज. For Private Personal Use Only Page #914 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिश्रवत्त ] produced by 12 kinds of musical instruments. ( ६०२ ) ३, तंदु० राय० ११४; दिप्रवत्त पुं० ( नन्द्यावर्त ) नवावास साथी मो. नौ कोने वाला साथिया An auspicious mark with nine angles श्रव• जं० प० ५, ११८; ( २ ) पथमा सोना द्रनुं विमान. पांचवें देवलोक के इंद्र का विमान. the heavenly car of the Indra of | the 5th Devaloka. श्रोव २५; दिघोसा. स्त्री० (नंदिघोषा ) थगित प्रभार देवतानी घंटा थणित कुमार देवता का घंटा. The bell of the deity named Thopita Kumara. जं० प० दिज न० ( नंदेय ) स्थविर आर्य श्री नीमसेन उद्देग यांय . स्थावर आर्य रोहण से निकला हुआ उद्देहगण का पांचवांकुल. The 5th family off shoot of Uddehagapa originat | ing from Sthavira Aryaro hana. कप्प० ८; दिजमाण. त्रि० ( मन्यमान ) समृद्धि वधा रतो. समृद्धि बढता हुआ. Causing growth or advance in prosperi ty. श्रोव ० दिणीपिय पुं० ( नंदिनीपितृ ) सवर्थी નગરીને રહેવાશી એ નામને ગાથાપિત. सावर्थी नगरी का रहनेवाला इस नामका गाथापति. Name of a Gāthāpati (merchant)residing in the town of Sávarthi. ‘तत्थं सावत्थीए गांदिणी पिया ग्रामं गाहावई' उवा० ६, २६८ संदिपुर न० ( नन्दिपुर ) शासि हेशनी शधानी. शाण्डिल देश का पाटनगर. The capital of the country called ŚĀndils. प्रव० १६०३; जीवा दिफल न० ( नंदिफल ) मे नामनुं वृक्ष. इस नाम का वृक्ष. Name of a tree. नाय ० ५; ( २ ) मेनुं प्रतिपादन नार ज्ञाता सूत्र श्रीउनु अध्ययन इसका प्रति पादन करनेवाला ज्ञाता सूत्र का तीसरा अध्ययन the 3rd chapter of Jñātäsutra describing the above. नाया० १; दिमित्त पु० ( नंदिमित्र ) महिनाथ साथै दीक्षा सेनार नहिभित्र कुमार मलिनाथ के साथ दीक्षा लेनेवाला नंदिमित्र कुमार. Nandimitra prince or a young boy who took Dikṣa (entered the order of monks) along with Mallilnatha. नाया०८; दिमुइंग न० ( नन्दिमृदंग ) अनु वात्रि एक प्रकार का वार्जित्र A sort of musical instrument. राय • दिमुह पुं- ( नन्दिमुख ) ये यांगली प्रभाणु शरीरधारी पक्षी विशेष दो उंगलियों के प्रमाण का शरीरधारी पक्षी विशेष. A kind of bird with a body of the size of two fingers. परद्द ० १, १; ओव० जं० प० [ संदियावत दिया. स्त्री० ( नन्दिता ) नंहिता नामनी गांधार ग्रामनी पहेली भूर्छना. नंदिता नाम की गांधार ग्राम की प्रथम मूर्छना. The primary tune of the Gandhara pitch in music. ठा० ७, १; दियावत्त. पुं० ( नन्द्यावर्त ) नवा सीओ नत्र काने वाला साथिया Au auspicious mark with nine angles. जीवा० ३, ३; राय० (२) श्रह्महेवन द्रनु भुसारी विमान ब्रह्म देवलोक के इन्द्र का विमान. the heavenly For Private Personal Use Only Page #915 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णदिक्ख ] (६०३ ) [दिस्सर car of the Indra of Brahma पर्वत के ऊपर की एक बावडी. A. well on Devaloka. ठा० ८, १; (२) मेद्रियः । the western Aijana. mount. वासावविशेष. दो इंद्रिय वाला जीव विशेष. जीवा. ३, ४, a kind of two sensed sentient | णदिसेण. पुं० ( नन्दिषेण ) भयु। नगरीना being. पन्न. १; (४) ५ अने महा- हम राना १२नु नाम. मथुरा नगरी के घोष नसतुं नाम. घोष और महा. दाम राजा के कुंवर का नाम. Name of घोष इन्द्र के लोकपाल का नाम. name of the son of the king Däma of the protector of the quarters the town of Mathura. ठा० १; (२) owing allegiance to the Indras गौतमना पुत्र; नविनती शिय. गौतम named Ghoșa and Mahāghosa. का पुत्र, नन्दिवन का शिष्य. a son of ठा० ४, १; Gautama and disciple of Nanएंदिरुक्ख. पुं. (नंन्दिवृक्ष-वृत्वासां भूमिः । divardhana. तंदु तिष्टतीति ) पापो; मे तनु . | णंदिसणा. स्त्री० ( नदिषेणा) पूर्व मन पीपल; एक प्रकार का वृक्ष. A kind of ५ 8५२नी से वायतुं नाम. पूर्व अंजन tree; the Pipala tree, ficus पर्वत के ऊपर की एक बावडी का नाम. religiosa. प्रोव. जीवा० भग० २२, ३; Name of a well on the eastern पन्न. १; सम०प० २३३; Anjana mount. जोत्रा० ३, ४; (२) णंदिपद्धण. पुं० ( नन्दिवन ) नामना પૂર્વ રૂચક પર્વત ઉપર રહેનારી દિશાકુમારી. मे २।भा२. इस नाम का एक राजकुमार. पूर्व रुचक पर्वत के ऊपर रहने वाली दिशाA prince of this name. विवा० ६; कमारी. the Disakumari residing एंदिवडणा. स्त्री. ( नन्दिवर्द्धना) 0 on the eastero Rachaka mount. પર્વત ઉપરની એક વાવડી જે એક લાખ ] ___ain. ठा०८ रानी सभी पहाड़ी सन सननी पदिसेणिया. स्त्री. ( नन्दिषेणिका ) श्रेणि अंजन पर्वत के ऊर की एक बावडी शनी २४ी ने यि ४२ मताका नाम; जो एक लक्ष योजन लंबी चौडी है | દશા સૂત્રના સાતમાં વર્ગના ચોથા અધ્યયન और दश योजन गहरी है Name of a भां छे. श्रेणिक राजा की रानी कि जिसका well on the mount Añjana, one अधिकार अंतगडदशा सूत्र के सातवें वर्ग lac of Yojanas in length and के चौथे अध्ययन में है. The queen of breadth and ten Yojunas in the king Śreņika mentioned in depth. जीवा. ३, ४, ठा. ४, २: (२) the 4th chapter of the 7th રૂચક પર્વત ઉપરની એક દિશા કુમારી section of Antagaďadaśā रुचक पर्वत के ऊपर की एक दिशा-कुमारा. Sātra. अंत• ७, ४; & Disakumari on the mountain | णंदिस्सर. पुं० ( नन्दीश्वर ) माठमानी . Ruchaka. ठा० ८ जं. प. ५, ११४ । श्वर नामना दी५. आठवां नंदीश्वर नाम का णंदिसणा. स्त्री ( नदिषेणा ) पश्चिम मन द्वाप. Name of the 8th island or ५ 3५२नी मे . पश्रिम अंजन | continent named Nandīśvāra. To Page #916 -------------------------------------------------------------------------- ________________ दिस्सरा ] ४, २१ - दी. पुं० (- द्वीप) नन्हीश्वर नामनेो हम द्वीप नन्दश्विर नाम का आठवां द्वीप. the 8th island or continent named Nandiśvara. भंग• २०, ६; दिस्सरा स्त्री० ( नन्दिस्वरा ) वायुभार हेवतानी घंटा वायुकुमार देवता का घंटा. The bell of the deity named Vāyukumāra. जं० प० दी. स्त्री० ( नंदी ) भुखो देखो यदि " शब्द Vide " मंदि जीवा० ३, ४ - चुराग न० (-चूर्ण "3 क) लुगे ।" यदिचुरणग दिचुराग " शब्द vide २६. देखो मंदिर 39 ( ६०४ ) L: दि " ६. 66 د. ग सूर्य १, ४, २, ६, गंदी सर. पुं० ( नन्दीश्वर ) भुखे। "यदिस्सर " शह देखो दिस्सर " शब्द Vide (i मंदिर नाया०य; जं० प०५, ११७; गंदी मुह. पुं० ( नन्दिमुख ) पक्षि विशेष. पक्षी विशेष. A kind of bird पराइ • १,१; - दीव. पुं० (- द्वीप) भुमो पो २६. देखो ऊपर का शब्द. vide above. नाया० ; दासरवर. पुं० ( नन्दीश्वरवर ) मे नामो द्वीप इस नाम का एक द्वीप. Name of an island. ठा० ४, २; ७; जीवा० ३; गंदीसरवरोद. पुं० (नन्दीश्वरवशेद) में नामा समुद्र इस नाम का एक समुद्र. Name of an ocean. जीवा० ३; गंदुत्तर. पुं० ( नन्दोत्तर) भवन पतिना चंद्रना रथन। व्यधिपति, भवन पति के इंद्र के रथ का अधिपति. The person in charge of the chariot of the Indra of Bhavanapati gods. ठा०५, १; दुत्तरा . स्त्री० (नन्दोसरा ) रति२ पर्यंत ઉપરન ઈશાનેન્દ્રની અગ્નમહીષીની રાજધાની, रतिकर पर्वत के ऊपर की इशान ईंद्र की For Private [दुत्तरावर्डिसग अग्रमहिषी का पाटनगर. The capital of the principal queen of Isana Indra, on the mount Ratikara. जीवा० ३; ( २ ) पूर्व संपत ५२नी ये पावडीनु नाम पूर्व अंजन पर्वत के ऊपर की बावड़ी का नाम, name of & well on the eastern Anjana mount. ठा० ४, २; जीवा० ३; ( ३ ) મન્દર પર્યંતના રિક્રૂટ ઉપર વસનારી દિશા उभारी मानी थे. मन्दर पर्वत के ऊपर रिष्ट शिखर पर रहनेवाली दिशा कुमारियों में से एक. one of the Disakumaris residing on the summit Rista of the Mandara mount. जं०प०५, ११४; (४) પૂર્વ દિશાના રૂચક પવ ત ઉપરની એક દિશા उभारी. पूर्व दिशा के रुचक पर्वत ऊपर की एक दिशाकुमारी. & Diśākumārī residing on the eastern Rucha ka mount जं०प० ( ५ ) मे नामनी શ્રેણિક મહારાજની રાણી કે જેને અધિકાર અંતગઽસૂત્રના સાતમાં વર્ષોંના ત્રીા અખ यनमा छे. इस नाम की श्रेारेणक महाराजा की रानी कि जिसका वर्णन अंतगड सूत्र के सातवें वर्ग के तीसरे अध्ययन में है. a queen of the king Śreņika, so named, who is mentioned in the 3rd chapter of the 7th sec. tion of Autagada Sūtra. अंत• ७, १; गंदुत्तरावर्डिसग. पुं० ( नन्दोत्तरावतंसक ) સાતમા દેવલાકનું એક વિમાન; એની સ્થિતિ પંદર સાગરે પમની છે એ દેતા. પંદર પખ વાડીએ શ્વાસોચ્છ્વાસ લે છે; એને ૧૫૦૦૦ વષે क्षुधा लागे छे. सातवें देवलोकका एक विमान; उसकी स्थिति पंद्रह सागरोपम की है; ये देवता पंद्रह पचमें श्वासोच्छ्ावस लेते हैं; उन्हें Personal Use Only Page #917 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्ध-मागधी कोषका -णक्रवत्त-नक्षत्र.-- ( अभिजिन मारा ३ पण । नमिषक 100 गायनामस्मल्मकारे. पूर्वी मारपर कावड. उत्तराभाद्रपदर विदुजर. स्पनी १ पिखरायनाफुल. अधिनी ३ FCI अर्षवाब. मान-बाण. घोडा स्कर अथवाव. परगा भग-योनी. आदी १ नाचिनीकोपळी. पुनर्वस ५ माना उप. पुष्य ३ हरिण मस्तक. अम्लषा ६ पनाका-वजा रुचिरनबिन्दु मचा भाजप पूर्वा फान्गुना २ वधमान-मराबल. उत्तराकानी googa . .. . . EEEEEE: FOR भागेल गट चित्रा अब पल्ल्य क. स्वाति । अध पन्न्यक. विशारखा रथनाओ. अनुराधा विकस्युं फुल. ज्येष्ठा ३ रखालो. भूल स दामणी. पूर्वापाठा एकावला हार. उनरापाठा A हास्न दन. हास्नना चान. बैठेल सिंह S OTALT. ANITA Page #918 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सचित्र अर्ध-मागधी कोष उत्तराषाढा 3. - णक्रवत्त मंडल - नक्षत्र मंडल, वा. 9 ६ ta ४ कुल ८ मांडलो ५१० योजनमां. अभि. द. For Private Personal Use Only अ. मुरादा D.V.TALSNIA. Page #919 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णंदोत्तरा ] (१०५ ) [पक्वत्त १५००० वर्ष में क्षुधा लगती है. A heavenly abode of the 7th Devaloka, the gods in which live for 15 Sāgaropamas, breathe once in 15 fortnights and feel hungry once in 15000 years. सम० १५; णंदोत्तरा. स्त्री० ( नंदोत्तरा ) यो णंदुसरा' | श६. देखो ‘णंदुत्तरा' शब्द. Vide. "शंदुत्तरा" जीवा० ३, ४; जं. ५० एक. पुं० (*) ना; नसि. नाक; नासिका. The nose. जीवा० ३, ३; अोव० ३८; विवा. १, १; णक. पु. ( नक्र ) मे तनो भ२७. एक जातिका मगर. A kind of alligator. पन्न. १; जीवा. 18 णक्ख. पु. (नख ) नम. नख; नाखून. A nail ou a finger or toe. श्रोव. १०; जीवा. ३, ३, सू. प. १०, णक्खत्त. न. (नक्षत्र) निति मेरे २८ । નક્ષત્ર; આકાશમાં ચંદ્ર તથા સૂર્યના સાથે ગાતકરનાર તિથી દેવતાની એક જાત (આ બધા નક્ષત્રોના આકાર અને નામ ચિત્રમાં शिवस). अभिजित इत्यादि २८ नक्षत्र; आकाशमें चंद्र और सूर्य के साथ गतिकरनेवाल ज्योतिषी देवता की एक जाति ( इन २८ नक्षत्रों के प्राकार और उनके नाम चित्र में बतलाये गये हैं ). Any of the 28 constellations such as Abhijita etc. a clgss of planetery deities mysociated in motion with the sun and moon (the shapes and names of these constellations are given in the picture). 9191 १, ५८; भग०१५, १८, ७ जीवा०३, ४; पन्न. १५; ओव. २५, ४०; अणुजो. १३१; १४३; सम• २७, सू० प० १.: १४; जं० प० ७, १४०; १४६; -मंडल. पुं. (-मण्डल ) नक्षत्रानो माशमां यासવાને રસ્તે; નક્ષત્રના માંડલા; અશ્વિની આદિ ૨૮ નક્ષત્રે આકાશમાં જે લાઇન ઉપર ફરે છે તે લાઇનને નક્ષત્ર મંડલ કહેવામાં આવે છે. તેવા નક્ષત્રના માંડલા ૮ છે જેટલા ભાગમાં સૂર્યના ૧=૩ માંડલા છે ચન્દના ૧૫ માંડલા છે એટલા ભાગમાં नक्षत्रना ८ मांसा छे. नक्षत्रों का फिरने का मार्ग; नक्षत्र का मण्डल; अश्विनी प्रादि २८ नक्षत्र प्रकाश में जिस प्रदेश पर फिरते हैं उस प्रदेश को नक्षत्र मण्डल कहते हैं. ऐसे नक्षत्र मण्डल ८ हैं जितने प्रदेश में सूर्य के १८३ मण्डल हैं और चन्द्र के १५. मण्डल हैं उतने ही प्रदेश में नक्षत्र के ८ मण्डल हैं. the pathy on which the cons. tellations move; the region of the sky consisting of the paths of Abhijita and other coustellations 28 in number. There are such 8 orbits of the constellations and occupy as much regiou as is occupied by 183 circles described by the sun and 15 by the moon. जं०प०७,१४६; -मास. पुं० (-मास ) नक्षत्र भास: २८ નક્ષત્ર ચંદ્રમાં સાથે જોગ જેડીબે તેટલે ५५त. नक्षत्र मास; २८ नक्षत्र चंद्रके साथ योग करलें उतना समय the Junar * गुथे। पुष्ट न १२ १ ना ५-नोट (*) देखो इट नम्बर 1५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) P. 15th. Vol. II/114. Page #920 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णख ] (६०६ ) [ णगर - month; the time during which २६; सूय. १, ६, १; नाया०१; --इंद. पुं. 28 constellations complete (-इन्द्र) भे३. मेरु. the mount Meru. their conjunction with the सूय० १, ६, १३; -राय. पु. ( -राज) moon. सम० २७ –विचय. पुं. । पतनी ; भे३ ५ त. पर्वत का राजा; (-विचय-विचयनं विचयः नक्षत्राणां विचयः बडा पर्वत मेरु. king of mountains स्वरूपनिर्णयः) नक्षत्रना २५०.पने निय. i. e. Meru. ठा० ; नक्षत्र के स्वरूपका निर्णय. determinaton णगर. न. ( नगर-नास्मिन् करोऽस्तीति of the form or nature of a नगरम् ) १८ मारना ४२ २हित श२. constellation. सू० ५० १;-विमाण. १८ प्रकार के कर रहित शहर. A town न० ( -विमान ) नक्षत्र विभात. not subject to any of the 18 नक्षत्र का विमान. a celestial abode varieties of taxes. पन. १; ठा० २, of a constellation. ज. प. ७, १७०; ४; पण्ह. १, ३; अणुजो. १२७; १३१; -संवच्छर. पु. ( -संवत्सर ) । पाया. १, ६, ५, १६४; वेय. १, ६; जं. વખતમાં સવનક્ષત્રો સૂર્યની સાથે જોગ જોડી प. ३. ५०; नाया० १, २; १६ રહે તેટલે વખત; ૩૨૦ અહોરાત્ર અને એક -प्रावास. पुं० (-श्रावास) नगरना અહોરાત્રના ૬ ૭ ભાગ કરીએ તેવા ૨૧ ભાગ सोडाना याबास-मस. नगर के लोगों का प्रमाण नक्षत्र संवत्स२. जितने समय में सर्व भावाप्त-महेल. an urban mansion. नक्षत्र सूर्य के साथ योग जोडकर रहत हैं सम० --गावी. स्त्री. (-गौ) श५रेनी गायो. उतना समय; ३२७ अहोरात्र और एक अहा- शहर की गायें. an urban cow. “सरात्र के ६७ भाग करें एसा ५१ भाग प्रमाण ण हा य प्रणाहा य णगर गाविओ " नक्षत्र संवत्सर the time taken by विवा० २; -गुत्तिय. पुं० (-गुप्तिक ) the sun to finish its round of नार२३ ४२नार ता. नगर का conjunction with all the cons. रक्षण करने वाला कोटवाल. a protector tellations viz. 327 days and or guard of a town; a Kotwāla. nights and 51/67 of a day and "ततेणं ते णगर गुत्तिया सुभई सस्थवाहं night. ठा० ५, ३; जं. प. ७, १५१; कालगयं जाणित्ता" विवा० २; नाया.१८: सू० प० १०; पगह. १, २; --गोरूव. पुं० (-गोरूप) णख. पुं० ( नख ) 14. नख. A nail on नगरना योगाय कोरे. नगर के a finger. जं. प. -छयणग. न. चौपाये-गाय बैल इत्यादि. urban (-छेदनक ) न २९ नेयी . नख cattle e. g. a cow, ox etc. हरणी; नेयणी. barber's instrument विवा० २; -घाय. पुं० (-घात) नगरने used in paring finger-nails. टना२. नगर को लूटने वाला. one who निसी० १.१८% pillages a town. नाया०१८; द्वाण. गग. पुं० (नग--गच्छतीति गः न गः नगः ) न० ( -स्थान) नाना 43२. नगर के पत. पर्वत. A mountain. “ जहासे खंडहर, टूटे फूटे मकान. ruined णगाणं पवरे सुमहं मंदरो गिरी' उत्त० ११, | or devastated building in a Page #921 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गर] (१०७ ) [णग्गह city. कप्प. ४, ८८; -णिवसे. पुं. नगर का रक्षण करने वाला; कोटवाल. (-निवेश) नगरमां निवास ५२३॥ ते. protector or guard of a town; नगर में निवास करना. residence in a Kotwala. निसी. ४, ६-वसभ. town. सम० ७२;-दाह. पुं० (-दाह) पुं० (-वृषभ) नगरना पक्ष. नगर के शहरमा भाग सागकी ते. शहर में आग बैल. an urban ox. विवा० २;--वह. लगना. outbreak of fire in a city पुं० (-वध ) नगरना मां मासाने or town. जीवा० २; -धम्म. पु. भारी नाmi ते. नगर के सर्व मनुष्यों को ( -धर्म ) शरनेो मायार. शहर का | मार डालना. the massacre of the प्राचार. custom or usage of 4 | whole people of a town. “से city. ठा. १०; -निद्धमण. न० ( -नि- सुचई नगर वहे व सद्दे" सूय० १, ५, धमन ) ॥२-शडेनु पाप नाशवानी १, १८3; भाग; मा. नगर-शहर का पानी निकलने | णगरी. स्त्री० ( नगरी) नारी; पुरी. नगरी; का मार्ग; गटर; मोरी. an outlet for पुरी; बडा शहर. A city; a town. the water accumulating in a आव० नाया० १६ city; a main gutter. भग० ३, ७, णगिण. त्रि. (नग्न ) निरिमदी; निग्रंथ. नाया• २: ---पड़िया. स्त्री. (*) नगरनी निष्परिग्रही: निग्रंथ. Possessionles: isी नगर की पाडी ( महीशी ). In (monk ); nude in the sense of urban young buffalo. विवा० २; not possessed of worldly --माण. न० (-मान ) नगर पसापानी effects. पाया• 1, ६, २, १८४; विधिः ७२४ामांना ४५ भी सा. नगर गग्ग. त्रि. (नग्न ) 104; पत्र हित. दिगं. बसाने की विधिः ७२ कलाओं में से ४५ वी बर; नग्न. Naked; unclad. नंदी. कला. the 45th of the 72 arts -भाव. न० (-भाव ) नाj; साधुviz. the art of populating a ५. नग्नता; साधुपन. state of being town. नाया. १; जं. प० सम०-मारी. an ascetic; nakedness. "AUTO स्त्री० (-मारी ) नगरना ना भरथी निग्गथाण नग्गभावे मुंडभोव" ठा. १; થત ક્ષય; નગરની અંદર મરકી આવે છે. नाया. १६; नगर के लोगों का महामारी से होता हुआ णगइ. पुं० ( नग्नजित् ) धार (६२) क्षय; नगर के भीतर महामारी का प्रवेश देशनेराज. गंधार ( कन्दहार ) देश का होना. havoc caused by plague राजा. Name of a king of Kan. in a town; outbreak of plague dahāra “ नमिराया विदेहेसु गंधारेसु य in a town. जीवा. ३: -रक्खिय. णगई " उत्त० १८, ४६; (२) मे नामना पुं० (-रक्षक - नगरं रक्षति यः स नगर मे क्षत्रिय राम. इस नाम के एक क्षत्रिय रक्षकः ) ॥२नुं २क्षय ४२ना२ वास..| राजर्षि-संन्यासी. name of a royal * नु। पृष्ट २०५२ १५ नी ४८ नोट () देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #922 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोह ] saint belonging to the Kṣatriya caste. ओव० ३८; गग्गोद. पुं० ( न्यग्रोध) वनु . बडका वृक्ष. A banyan tree. जं०प०७, १६२; पन्न० १; भग०२२,३;(२) वना खानु संहारा. बड के आकार का संठाण. a type of physical constitution resembling the shape of a banyan tree. भग० २४, १; - परिमंडल. त्रि० (-परि मण्डल न्यग्रोधवत्परिमंडलं यस्य स तथा ) વડના ઝાડ જેવા આકાર હાય જેતે તે: न्यग्रोध परिमंडल सहारा पास. जिसका आकार बड के वृक्ष जैसा हो वह; न्यग्रोध परिमंडल संठाण वाला (one) posses sed of a type of physical constitution rsembling banyan tree in shape. जं० ७, १६२; तंदु० जीवा० १; - वरपायव. पुं० (-वरपादप-पादैर्भूम्यन्तरवर्ति मूलविशेषैः पिवतीति ) वड; म्होटो 45 बड; बडा बड. a banyan tree; a large banyan tree. अंत० १, ५, १: एच. अ० ( नच ) नहि. नहीं. No; not. नाया० १७; गश्च न० ( नृत्य ) नाय ते; नाथ नाचना; नाच Dancing; a dance. ठा पन० २: géîau. 11° ( anzuffaz ) 24.4°1-2ylaशय नहि ते अत्यंत अतिशय नहीं वह. Not excessive; short of excessive. सूय ० २,, २४; वरण. न ० ( नर्तन ) नाय; नाय ते. नाच; नाचना. A dance ; act of dancing. श्रव० २४; - सीलय पुं० ( शीलक ) नाथवाना स्वभाव वाले भोर नाचने के स्वभाव वाला; मोर. one given to ( ६०८ ) dancing; a peacock नाया• ३; गच्चा. सं० कृ० अ० ( ज्ञात्वा ) लगीने; सभ७. जानकर; समझकर Having सम्बं known or understood. गच्चा अहि ,, सू० १, २, ३, १५, १, १, १, २०, आया ० १, ३, १, १०६; १,३, २, ११४; उत्त० १, ४१, २, १३; णच्चाविश्र - य न० ( नर्तित ) नयाव; आप ते नचाना; हिलाना Act of causing to dance or move. ६; श्रोघ० नि० २६५; बच्चा सराण. त्रि० ( नात्यासच्च ) मडुपासे नहि ते बहुत निकट नहीं वह. Not close to; not very near नाया० १: १४: भग० १, १; राय ० ७४; जं० प० ५ १२२; णान्यय. त्रि० ( नर्तित ) नायेत. नाचाहुश्रा. Danced: ( one ) that has danc ed. नाया- १; णट्ट. न० ( नाट्य ) नाट्य; नाटक; सांगिक, વાચિક, આહાય અને સાત્વિક એ ચાર પ્રકારના અભિનય સાથે રસ અને ભાવની अभिव्यक्ति पुरावनार नर्तन. नाट्य; नाटक; नाच; आंगिक, वाचिक, आहार्य और सात्विक ये चार प्रकार के अभिनय सहित रस व भाव की अभिव्यक्ति कराने वाला नाच. A a dance accomdruna; a play; &; panied with the four kinds of represeutations viz. of move. inent, speech etc. which display various kinds of sentiments. नाया ० १ ८; ओव० ३२; जं० प० ७, १४०; सू० प० १८; निसी० १२, ३२, ठा० ४, ४; ( २ ) नायला नाट संस्भधी विज्ञान. नाटय कला; नाटक के संबंध का विज्ञान. dramaturgy. श्रोव० सम० ३३; णीय. पुं० ( - अनीक ) नाटक A प० For Private Personal Use Only [ड 66 श्रनार Page #923 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णहग] माणसाना समूह. नाट्यकारों का समूह. पामेल छ रेनुं ते. जिसका तेज-प्रकाश नष्ट a group of actors or draina. होगया है वह. ( one ) whose lustre tists. ज. प. ५, ११५भग. or brightness is destroyed; १४, ६-विहि. पुं० (-विधि)नायसा; lack-lustre. भग० १५, १; -मइय. नोट ४२१॥न विधि-रीति. नाट्यकला; त्रि० (-मतिक ) नाश पामेर छे भुधि नाटक करने की विधि-रीति. the नी. नष्ट बुद्धि वाला. ( one ) art of dramatic representation. whose intellect is destroyed; भग० ११, १; जीवा० ३; जं० ५० ५, १२१; । bluck head. नाया. १६, १७, गट्टग. त्रि. (नर्तक ) नृत्य ४२१२. नृत्य करने -रज. त्रि. (रजस्-नष्टं सर्वथाऽदृश्यीवाला. A dancer. ओव. भूतं रजो यत्र स तथा ) २४ . रज णहमाल. पुं० ( नक्त माल ) वृक्ष विशेष. वृक्ष । राहत; स्वच्छ. clean; free from dust विशेष. A particular kind of tree. orpassion.जीवा०३;-रय त्रि.(-रजस्) जीवा० ३, ३: जं० ५० १, १४; मे B५ २.६. देखो ऊपर का शब्द. गद्रमालअ-य. पं. (नत्यमालय) पैताध्य vide above. जं. १०५,११३ -सराण. પતની ખડપ્રપાત ગુફાનો સ્વામી-દેવતા. त्रि. (-संज्ञ ) मननी प्रतिवा; न वैतान्य पर्वत की खण्डप्रपात गुहा का स्वामी. संसा नाश पामे छेते. मन की भ्रांतिवाला; देवता. The presiding deity of नष्ट संज्ञा वाला. deluded in the cave Khanda Prapāta of niind; ( one ) whose intelli. the Vaitadhya mount. ठा० २, ३; gence has faded away. नाया. १६; णवत्थु. न. ( नाट्यवस्तु) नाय, नाट.j १७ –सुइय. पं.० (- तिक) अतरेती प्रतिपादन ४२ना२ शास्त्र; २६ पापश्रुतमांनु। નાશ પામી છે એ; શાસ્ત્ર અશાસ્ત્રને વિ ४. नाच, नाटक आदि का प्रतिपादन करने | यार ४२याने अशत. जिसकी श्रुति नष्ट होगई वाला शास्त्र; २६ पापश्रुत में से एक. One है ऐसा; शास्त्र अशास्त्र का विचार करने को of the 29 Papa Srutas (secular अशक्त. (one) incapable of distinsciences) viz. the science of guishing between true and dramatic representation. पाह. । false scriptures. नाया. १; १७: | णवंत. पुं० (नष्टवत् ) डारा २६९ गह त्रि. ( नष्ट ) नाश पामे; नष्ट थयेस. भुत. अहोरात्र का २६ वां मुहूर्त. The नाश पाया हुश्रा; नष्ट. Destroyed. | 26th Muhurta of a day and " गद्दसप्पह सब्भावे" सूय. १, ३, ३, १०; night. सम• ३०; नाया० १० १३; जीवा० ३, ४; राय० २७: णड. पुं० स्त्री० ( नट) र ५ ४२ना२नी में भग• १५, १; (२) रातदिवसतुं १७ । गत; नट. नाटक करनेवाला; नट. An भुत. रात्र दिन का १७ वा मुहूर्त. the | actor in a drama. ओव• जं०प० २, 17th Muhurta of a day and २४; ठा० ६; -खाइता. स्त्री. (-खाादता night. जं. ५० ५, १२१; सम. ३० ~ नरस्येव संवेगविकलधर्मकथाकरणा--तेय. त्रि. (-तेजस् ) -प्राश न पार्जितभोजनादीनां खादितं भक्षणं यस्यां पा Page #924 -------------------------------------------------------------------------- ________________ एडिश्रय ] नटखादिता ) : लतनी अवल्या; नाट श्नी भाई धर्मशून्य म्यारीने आवि। भाववी ते एक प्रकार की प्रव्रज्या; नाटक के समान धर्मशून्य कथा कर के आजीविका चलाना. a sort of asceticism, earning one's bread by empty talk like that of an actor in a drama, devoid of true religion. ठा० ४, ४; -- पेच्छा. स्त्री० ( - प्रेक्षा ) नटने लेधुं नट को देखना. seeing a Nata-a dancer जं० प० २, २४; डिश्र-य. त्रि० ( ) पीडित पीडित, Afflicted; distressed. नाया० ६: गांदा. स्त्री० ( ननान्ट ) नह; पतिनी कलेन. नांद; पति की बहिन. A husband's sister. भग० १२, २; ( ३१० ) * गरणत. अ० ( नाऽन्यत्र ) भुग्भो 'पण्णत्थ' २६. देखो "या रागात्थ शब्द. Vide 33 "गणरायणस्थ 31 नाया० ६; परापत्थ. अ० ( नान्यत्र ) भेटसु विशेष; नहि ते नहि पशु भेट इतना विशेषः ये नहीं कि वह नहीं परन्तु इतना So much in particular; not this or that but this much. ओव० ३८; नाया ० १ २; १८; भग० ३, २, ६, ५, १६, ३; दसा० ७, १; गरणहा. अ० ( नान्यथा ) श्रीलरीते नह अन्यरीति से नहीं. Not otherwise. | पद्म० १; हावाद. पुं० ( नान्यथावादिन् ) अन्यथा वाहि नहि. अन्यथा वादी नहीं. (One) who deos not speak or . believe otherwise नाया० २; रात. त्रि० ( नव ) नभेन. झुका हुआ. Bent; bowed down. सू० प० २०; (२) पुं० નત નામે એક વિમાન; એની સ્થિતિ ૧૯ સાગરોપમની છે; એ દેવતા સાડા નવ મહિને શ્વાસેાશ્વાસ લે છે . એને ૧૬૦૦૦ વર્ષે ક્ષ लागे छे. नत नाम का विमान; उसकी स्थिति १६ सागरोपम की है; ये देवता ॥ मास में श्वासोच्छ्वास लेते हैं और उन्हें १६००० वर्षमें क्षुत्रा लगती है. name of a heaven ly abode, the gods in which live for 19 Sãgaropamnas, breathe once in nine and half months and feel hungry once in 19000 years. सम० १६; गत न० (नक्क ) रात्रि रात्रि . A night. चं० १० १०१ [ तई रातिश्रा. स्त्री० ( नप्तृका ) हीरानी हीडरी खते हीउरीनी होमरी पुत्र की पुत्री और पुत्री की पुत्री Agrand-daughter. विवा० ३; तुझा. स्त्री० ( नप्तृका ) । "तिम्रा " ६. देखो " यत्तिश्रा शब्द. Vide "णत्तिश्रा” विवा० ३ - वह पुं० ( वर ) પૈાત્રીને વર; દીકરીની દીકરીને घी. पौत्रीका पति पुत्री की पुत्री का धनी. a grand-daughter's husband. बिवा० 19 ३; तुहणी. स्त्री० (नप्तृकिनी ) हीराना ही रा डे ही रीना हीउरानी बहु पुत्र के पुत्र की अथवा पुत्री के पुत्र की स्त्री Wife of a grandson विवा० ३; गत्तई. स्त्री० ( नप्तृकी ) ही २ हीरीनी * यो पृष्ठ नभ्य२ १५ नी पुटनोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th. For Private Personal Use Only Page #925 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णन्तुणि] ( ६११ ) [णपुंसग aN. पुत्र वा पुत्री की पुत्री. A grand | बैल इत्यादि का आवाज. Bellowing as daughter. विवा० ३, that of an ox etc. नाया. १: णन्तुणिश्र. पुं० ( नप्तृक) पुत्रनो पुत्रपौत्र. णद्ध. त्रि. (नद्ध) मायस. बंधा हुश्रा. पुत्र का पुत्र. पात्र. A son's son; a Bound tied as grandson. दस. ७, १८3 णपुंसग. न. (नपुंसक) घुस नाम: णन्तुणिश्रा-या. स्त्री. ( नप्तृका ) ही ५३५ नहि तम स्त्री पार नहि. नपुंसक; ना शनीहरी. पुत्री की पुत्री. A daugh- मर्द पुरुष भी नहो और स्त्री भी नहो. An _ter's daughter. दस० ७, १५; impotent; hermaphrodite. —तिपत्थ. त्रि. (न्यस्त) साधुने पारते स्थापी विहा णपुंसगा पण्णत्ता' का. ३, १; भग. रामेल. साधु के वास्ते रख छोडा हुआ. Re- ८,८; -परणवणी. स्त्री०( -प्रज्ञापनी ) served for an ascetic. सूय. १, ४; नसना सक्षमतारनामा. नपुंसक १.१५: (२) ( नाथ्यन्ते वशीक्रियन्त के लक्षण बताने वाली भाषा. language वृषभादयः दुःखीक्रियन्त वाऽनेनेति ) नया | bearing the marks of impo. यसनी नाय. नथनी; बैल की नाथ, a tence. पन्न. ११; ~-लिंगसिद्ध. पुं० nose string by which an ox is (-लिङ्गसिद्ध ) नपुस ५णे (स थाय led. नाया० ३: भग० ६ ३३: ते. नपुंसक पन से सिद्ध हो वह. getting णस्थि. अ. ( नास्ति) नथा. है नहीं. Is of salvation in the state of in not. अणुजो० १३६; नाया० २, ३, ८: potency. नंदी० -चयण. न० (-वचन) १६; भन० ३५, १२; निसा० ५, ६५: नायतर जतिना श६. नान्यतर जाति के णस्थिश्र. पुं०(नास्तिक नास्ति जीवः परलोको वा शब्द. ४ word in the neuter इत्येवं मानिर्यस्य) नास्ति; महियावादी. gender. जीवा० १; -~वेद. पुं०(-वेद - नास्तिक; अक्रियावादी. An atheist. ठा० वेद्यत इति वेदः नपुंसकस्य वेदः नपुंसक वेदः ) नयुस ३६; बेमानी णत्थित्त. न० (नास्तित्व ) नास्तित; मात. नपुंसक वेद, तीन वेद में से एक. one of (वना मनाव. नास्तित्व; अस्तित्व का अभाव. the three kinds of sex-feelings Absence of existence; vihi- viz. that of an impotent. भग lism. भग. १, ३: २०,७; सम० २१; -वेदग. पुं०( वेदक) रणदी. स्त्री. ( नदी) नही, नदी. A river. नपुंसवान। 94. नपुंसक वेद वाला अं. प. ठा० २, ४; (२) ये नामनो मे जीव. a soul with the sex-feel६५ सने मे समुद्र. इस नाम का एक द्वीप ing of impotence. भग० ११, १; और एक समुद्र, name of an island; १८, १: २४, १; ३५, १; -वेदय. पुं. also that of an ocean. जीवा, ३,४; ( - वेदक ) तुमे BRो ५६, देखो -मह. पुं० ( -मह ) नहीना मात्सर. ऊपरका शब्द. vide above. भग. २६, नदो का महोत्सव. festivity in १; --वेय. पु०( -वेद ) मे "गपुंसग. honour of a river. राय० २१७; वेद" श... देखो ‘णपुंसगवेद ' शब्द. गद्दिय न० ( एर्दित ) '१६ पोरेन। मास.] vide ' णपुंसगवेद " पन्न. २१: २३: Page #926 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णपुंसय] (११२ ) [णमि ठा० १; सम० –वेयग. पुं०(-वेदक ) 9. (One) who has bowed शुमा “ णपुंसगवेदग " श६. देखो । to; ( one ) who has saluted. ‘णपुंसगवेदग ' शब्द. vide · नपुंसग- भग० ४२, १; वेदग" ठा० ४, ४; . णमण. न० ( नमन) नमन, प्रयाम. नमन; गपुंसय. न० ( नपुंसक) नुसा" णपुंसग" | प्रणाम. A bow; a salutation. श६. देखो “णपुंसग" शब्द. Vide, ___ सूय० २, २, ७ "णपुंसग " सम० २०; -वेयणिज. | णमणी. स्त्री० ( नमनी) त्री गाणु माजा. न० (-वेदनीय ) या नपुस ५ ६. । तीसरी गौण आज्ञा. The third of the વામાં આવે તેવી એક મેહનીય કર્મની secondary commands, siūlo अति. जिस से नपुंसकत्व-नामर्दाई का अनु- | णमि. पुं० ( नमि ) नभि नामना से सब भव हो ऐसी एक मोहनीय कर्म की प्रकृति. કે જે અનેક કંકણ ખડખડે છે અને એકને a variety of Mohaniya Karina ખડખડાટ થતો નથી એટલા ઉપરથી વૈરાગ્ય by which a soul experiences પામી દીક્ષા લઈ મેણે પહોંચ્યા; ચાર પ્રત્યેકthe sex.feeling of an impotent. सुभाना से प्रत्येसुद्धा नमि नाम का सम. २०; राजा कि जो अनेक कंकण का खडखडाहट णभ. न०( नभस् ) आश. आकाश. Sky. | होता है परन्तु एक की अवाज नहीं होनेसे सूय. १, ६, ११; श्रोव० -सूर. पु. वैराग्य प्राप्त कर दीक्षा ले मोक्ष को पहुंचे; ( -सूर ) १९; यंद्र या भूबने प्रखरते। चार प्रत्येक बुद्ध में से एक प्रत्येक बुद्ध. मे जतने पास युव. राहु; चंद्र वा King Naini who marked that सूर्य को ग्रहण करने वाला एक जाति का more bangles than one collide काला पुद्गल. the demon Rahu; agaiust each other ( whou the causing an eclipse of the sun brand that wears them is in or moon. सू. प. २०; motion) and make a sound. He णमंसण. न० ( नमस्यन ) म२४२ ४२३ ते.. also marked that one baugle नमस्कार करना. Act of bowing to; | does uot produce that sort of act of saluting. भग० ६, ३३; sound. So be becaine an णमंसगया. स्त्री० ( नमस्पन ) नभर२ ascetic and got salvation; ine १२ ते. नमस्कार करना. Act of bow- is one of the four Pratyeka ing to; act of saluting. श्रोव०२७; Buddha... उत्त० १८, ४५; ( २ ) मंसणिज्ज. त्रि. (नमस्यनीय ) नमार सेवाशमा तीर्थ४२र्नु नाम. एकवीसवें ४२११ योय. नमस्कार करने योग्य. तीर्थंकर का नाम. name of the 21 Worthy of being bowed to; st Tirthankara. अणुजो० ११६ worthy of being Saluted. भग. सम० १५; (३) बैतनी उत्तर अधिमांना १०; ५ विद्याधरने। राज. वैताढ्य की उत्तर श्रोण में णमंसिय. त्रि. ( * नमस्थित ) नम२४॥२ | के विद्याधरों का राजा. name of a king अरेस; नभेस. नमस्कार किया हुआ; मुका | of the Vidyadharas residing Page #927 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णमिपध्वजा] (६१३ ) [णय in the northern part of Vaitā- नमस्कार. A bow; a salutation. dhya. जं. प.(४)यतमाशा सूत्रना नाया. १; पहला अध्ययभा ने वि२ छ । णय. श्र० ( नच ) न नही. No; not. सेवा में साधु. अंतगड दशा सूत्र के पहिले सम० प० २३१; अध्ययन में जिसका अधिकार है ऐसा एक य. त्रि. ( नत) नम्र ययेस; नभेटा. नम्र; साधु. name of an ascetic des. झुका हुआ. Bant low; modest; cribed or mentioned in the ____humble; (one ) who has bowed. first chapter of Antagadadašā जं. प. ३, ५७; स्य. १, २, २, २७ Sitra. ठा. १० णय. पुं० (नय - नयत्यनेकांशात्मकं वस्त्वेकाणमिपव्व जा. स्त्री. ( नामप्रवज्या ) मे शा वलम्बनेन प्रतीति पधमारोपयति नयित नाम उत्त॥ध्ययन 5 मुं मययन. इ'। ऽनेनास्मिन् वेति नमः) अने: मवाली नामका उत्तराध्ययन का ८ वां अध्ययन. વસ્તુના એક ધમની બોધ કરાવનાર અભિName of the 8th chapter of પ્રા; નૈગમ આદિ સાતમનો ગમે તે એક Ut. aradhyayana. सम. अनेक धर्मावलंबी वस्तु के एक धर्म का वाध णमिय. त्रि. (नत) न. नम्र. Bent; कराने वाला अभिप्राय; नैगम प्रादि सात नय low; hunble; bowed down. में से कोई भी एक. Any of the 'कुसुम फजभार गामियसाला' जीवा०३: seven stand-points viz. Naigaina ज. प. ete; a stand-point showing oue णमुकार. पुं० (नमस्कार) नमः॥२ नमस्कार. of many aspects of a thing. A bow; asalutation दस. ५., 1, पन. १; १६; नाया० १; भग. ७, ३; १८, ६; (२) भन; टी; अपेक्षा. मत; दृष्टि; णमुदय. पुं? (नमुदय) मेनामनोगशलान। श्रोता. view; point of view. सू. आप. इस नामका गोशाला का प. २०; ~अंतर. त्रि. ( अन्तर ) मे एक उपासक-श्रावक. Alayman-follow. नयनी श्येना तशयत इष्टि-भत नय er of Gosala. भग० ७, १०; । के मध्यस्थ का अंतर हाट-मत भेद. differ. णमो. अ० ( नमस् ) नम२३॥२ ४२३ ते ence between two points of नमस्कार करना. Act of howing or view or stand-points. भग. १, ३; saluting; salutation. at 9; -~~गइ. स्त्री० (-गति ) गम नियोग ६; १३, १६; नाया. घ. भग० १५, १; પિત પિતાના મતનું પોષણ-સ્થાપન કરવું २३, १; २५, १३, २६, १; जीवा० ३, ४; તે પરસ્પર સાપેક્ષ સર્વ નોથી પ્રમાણને थोव• १२; अणुजो० १२६; जं. प. ५, બાધ ન આવે તેવી રીતે વસ્તુનું વ્યવસ્થાપન ११५; ११२;११७; ११५; १२ ते. नेगम आदि नयों से अपने अपने णमोकार. पुं० ( नमस्कार ) नम२४।२. मत का पापणु स्थापन करना; परस्सर सापेन नमस्कार. A bow or salutation. / सर्व नयों से प्रमाण का बाध न आवे इस रीति श्राव. १, ५; से वस्तु का व्यवस्थापन करना. estaly. णमोकार. पुं० ( नमस्कार ) नम२२. lishing or proving a thing by Vol. 1115. Page #928 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रायण ] various stand-points without involving contradiction with any पन० १६; —- निउरण. त्रि० (-निपु) नैगम आहि नयां निपुणु - दुशन, नैगम आदि नयमं निपुरा कुशल profi cient, well versed in the stand points viz. Naiyama etc. सम० १; - पहाण. त्रि० ( - प्रधान ) नयनी हर प्रधान. नय के अंदर प्रधान. the chief or principal among the standpoints. राय० - विद्धि पुं० ( -विधि) नपना अार. नय के प्रकार. varieties of stand-points; various modes of stand points. नाया० 1; -faहिराणु. त्रि० ( -विधिज्ञ ) नयना प्रकारने भगुनार नव के प्रकार को जानने वाला ( one ) who knows well the various modes of stand-points. ( ६१४ ) नाया ० १; रायण न० ( नयन ) नेत्र; यक्षु श्रख; नेत्र, चक्षु An eye. नाया. १; ८ ६; १७; भग० ३, २, ६, ३३; ११, ११; जीवा० ३, ३; राय० २७; ओ० - आइ. पुं० ( - श्रानन्द ) यांना आनन्छ. आंख का आनन्द delight of the eyes. नाया० १; विस. न० ( - विष ) मनु -शेष-गुस्से आंख का विष रोष कोध. resentment or anger expressed in the eyes. नाया० ६; — वरण पुं० ( - वर्ण ) यांनी रंग. आंख का रंग, colour of the eyes. नाया० : माला. स्त्री० ( -माला ) हा उभेला भागुमानी यांनी पंडित आग में खड़े हुए मनुष्यों की आंखों की पंक्ति. a line or series of the eyes of persons [ र standing in rows. भग० ६, ३३० - कीया. बी० ( -कीका - कर्नाांनिका ) नेत्र-यांनी डीडी. नेत्र - आंख की पुनली. the pupil of an eye. राय० २८; श्रव● रायर. न० ( नगर ) नगर: क्त्यां सडी वस्तु ५२ १२ न होय तेषु शडेर नगर: जहां हलकी वस्तु के ऊपर कर न हो ऐसा शहर. A town; a city; a town in which taxes are not levied on trivial articles नाया० 1; 5; १३; १४; १६; भग० ३, १; ५, ६, १६, ७; श्रोत्र० १७; ३२; - गुतिश्रय पुं० ( - गोप्तृक ) नगर २दा अटवाल नगर रक्षक; कोटवाल. a protector or guard of a city; a Kotawala. श्रोत्र. ३०; नाया० २: – लिगम पुं० (-निगम ) नगरना निगम - पाणीया - पायरी नगर के निगम महाजन - व्यापारी a trader residing in a city. नाया० २; - ली व. पुं० ( - बलीवद ) नगरो टीमो धागु सुंट नगर का सांड a bull roaming a city. वित्रा० २ - म. दिला. स्त्री० ( - महिला ) नगरनी स्त्रीनाश नगर की स्त्री-नारी. a woman residing in a city. नाया० २; णयरी. स्त्री० ( नगरी ) नगरी: राजधानीनुं शडे२. नगरी; पाटनगर. A city; & capital-city. नाया० १, २; ४; ५; ६; भग० ३, १, जं० प० ७, १७८; १, १; राय० ४; गर. पुं० ( नर ) नर; मनुष्य; ५३५. नरः मनुष्य; पुरुष. A man; a person; a human being, arate राय • ४३; अं० प० ५ ११५; पुं० ( - अधिक ) शब्द 9; 9; 5; - श्रहिव. राजा. a king. For Private Personal Use Only Page #929 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गर] [ हरकता " कुंथूनामणरहिवो " उत्त. १८, ३६ | मनुष्य गतिमें आता है वह. passing of a -(री) ईसर. पुं० ( -ईश्वर ) २ . | soul into the state of a human राजा. & king. " इक्वा गुराय वसही being from any of the other कुंथूनाम नरीसरो" उत्त० १८,३६; -देव. states by an irregular process. पुं० (-देव-नरेषु देवा नरदेवाः ) यवत. ठा. १०;-संघाडग. न. (-संघाटक ) चक्रवती. a Chakravarti; a lord नर मनुश्यना समू. नर-मनुष्य का समूह. of men. ठा. ५, १; (२) मे नाभने। a multitude of men. जं. प. *सर २शमिना से पुत्र. इस नाम -सिरमाला. स्त्री. ( -शिरोमाला ) का ऋषभदेव स्वामी का एक पुत्र. name पुना माथानी माया. पुरुषों की खोपडियों of a son of Şişabhadeva की माला. a garland of human Swami. कप्प० ७ -णारी संपरिवुड. skulls. नाया. ८; --सीह. पुं० (-सिंह) त्रि. ( -नारीसंपरिवृत )२रीथा धेश- पु३१मा सिंह समान. पुरुषों में सिंह के येस. नरनारी से घिरा हुआ. surround. समान asalion among men नाया. ed by men and women. परह. १,३; -ग. न० (द्विक) मन णरश्रय पु०(नरक) न२५. नरक. Hell. मन मनुश्यानुभूती मे थे प्रति. मनुष्य प्राया. १. १, २, १६: दसा. ६, १; ; गति और मनुष्यानुपूर्वी ये दो प्रकृति । नाया. २; १६; भग. १५, १; two Karmic varieties mained | मरकत पवाय. न. ( नरकान्ताप्रपात ) Manuşya Gati and Manusya જંબુના મદર પર્વતની ઉત્તરમાં નરmupirvi. क. गं. ३, ८; ~माहिर. आन्तानहीनो रे ।. जंबूदीप के मन्दर न. (-रुधिर ) मा सर्नु साली. मनुष्य पति के उत्तर की नरकान्ता नदी की धारा. का रुधिर, human blood. राय. The fall of the river Nala-वरीसर पुं० (-वरेश्वर ) श्रे४२११. kánti in the mouth of the श्रेष्ठ राजा. the best among kings; inouat Mandara of Jambu an excellent king. " सगरंतं चइ. Dvipa. ठा० २, ३, ताण भरह नरवरीसरो " उत्त. १८, ४०; णरता. स्त्री० ( नरकान्ता ) रुभिपतना ~~वसह. पुं० (-वृषभ ) १२नी सहर મહાપુંડરીક કહમાંથી દક્ષિણ તરફ નીકલેલી प्रधान मुगुवासी; उत्तम ५३१. नरों में भानही. रुक्मि पर्वत के महान्हद में से प्रधान गुण वाला; उत्तम पुरुष the high. दक्षिण तरफ निकली हुई महानदी. A est or best among men; an ex. great river rising from lake cellent person. पगह 1, ४; -वि. Mahăpuşdurika on mount ग्रहगह. स्त्री० (-विग्रहगति ) मनुष्यता Rukmi and Howing in the વિગ્રહ ગતિ કેઇપણ ગતિમાંથી ચવી જીવ Youth. ठा. २, ३; ज. प. ४, १११; 4i मनुसनी गतिमां आवे ते. मनुष्य । --कूड न० (-कूट) भि ५५ 3५. की विग्रह गति; कोई भी गति में से चवकर- | २ना मा भानु याथु -शिम२. रुक्मि चलायमान होकर जीव अनियमित रीति से पर्वत के ऊपर के आठ कूट में से चौथा कूट Page #930 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णरग] [ रणलिण शिखर. the fourth of the eight णरवइ. पुं० ( नरपति ) माणुसनो स्वाभि summits of mount Rukmi. Toto नाय; २. मनुष्य का स्वामी-नायक; णरग. पुं० (नरक-नरान् कार्यन्ति शब्दयन्ति राजा. A lord of men; a king. योग्यताया अनियत क्रमेणाऽऽकारयन्ति नाया. 1; ६; १६; ओव० ३१; परह० २, जन्तून् स्वस्वस्थाने इति नरकाः ) न२४- ४; जं० प० ३, ४३; -दत्तपयार. पुं. વાસા નારકીના જીવોને રહેવાના સ્થાન. (-दत्तप्रचार ) शनये सापेक्ष सत्ता. राजा नरकावासा; नारकी जीवों को रहने की दी हुई सत्ता-भधिकार. power conका स्थान. A hell-abode for sinn. ferred by a king. नाया०१६; -दि. ers. ठा० ४, १; पन्न. २; -प्रावास. राणपयार. पुं. ( -दत्तप्रचार ) गुमा पुं० (-श्रावास) नयासा; ना२४ीना पोश६. देखो ऊपर का शब्द. vide स्थान. नरकावासा; नारकी का स्थान. . _above. नाया. १६; hell-abode. ठा. ८ -इंद पुं०(-इन्द्र) णारंद. पुं० (नरेन्द्र नरोबिन्द्रो नरेंद्रः) २०n; मोटामा डोटी नरवासी. बडे से बडा यवती माहि. राजा; चक्रवर्ती आदि. A नरकावासा. the largest hell-ubode. king; a Chakravarti etc. पण्ह ० ठा० ६;-तल. न०(-तल ) २७नुं त. १, ४, प्रोव. नाया. १; ८; -बसह. नरक का तल. the bottom of hell. पुं० ( -वृषभ ) डोटे! रा. बडा दस० ६, १; -वाल. पुं० (-पाल ) राजा. a great king; a sovereign નરકન રક્ષક પંદર જાતના પરમા- prince. " एवं नरिंदवसहा निक्खंता धामि ५. नरक के रक्षक, पन्द्रह जाति जिणसासणे " उत० १८, ४.५; के परमाधार्मिक. any of the 15 रीसरत्तण. न० ( -नरेश्वरत्व ) नरेश्व२५९. kinds of the torteurers or २५. राजापन; नृतत्व. Kingship; guards of hell called parumā. royalty. “ सामरणे मणुपत्ते धम्माश्रो dharmikas. सूय. नि. १, ५, १, ७४; णरीसात्तणंणेय ' पंचा० ३, १५; --विभत्ति. स्त्री. (-विभक्ति-विभाजन | णल. पुं. (नल) मे 11 वनस्पतिः न. विभक्तिःनरकाणां विभक्तिःनरक विभक्तिः) एक जाति की वनस्पति. A kind of न२७॥ विभाग. नरक के विभाग. sub-| ___vegetation. जीवा० ३, १; ठा० ५, २; divisions of hell. (२) तेनु प्रति- | णलदाम. न. ( नलदामन ) मे नामना । પાદન કરનાર સૂયગડાંગ સૂત્રનું પાંચમું १२. इस नाम का एक कपडा बुनने सध्ययन. उसका प्रतिपादन करने वाला सूय. वाला; जुलाहा. Name of a weaver गडांग सूत्र का ५वां अध्ययन. the 5th ठा० ४, ३; chapter of Sūyagadanga deal. | णलिण. न० ( नलिन ) थाई रातु भस. ing whih the above. सूय० १,५,१; कमल; थोड़ा लाल कमल. A lotus; a सम. reddish lotus. जीवा. ३,१3 राय.४८%, गरगत्त. न. ( नरकत्व ) ना२३ ५४. नार नाया० १; पन्न. १; ( २ ) ८४ साप नलि. की पन. State of a hell-being. नin प्रमाणने स विभाग.८४ लक्ष नलि. भग. १२, ७७ नांग प्रमाण का काल विभाग. A period Page #931 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णलिणंग] (६१७ ) [णलिणिवण of time measuring 84 lacs of | ઉત્તર કિનારે અને આ વિજયની પૂર્વ Nalinagias. अणुजो० ११५; जीवा० ३, / सख ५२ने वा२१ पर्वत. सीता महानदी ४; ठा० २, ४, भग० ५, १; २५, ५; (३) के उत्तर किनारे पर और आवर्त विजय की નલિન વિમાન; સાતમા દેવેલેકનું એક વિમાન पूर्व सरहद के ऊपर आया हुश्रा वखारा એની સ્થિતિ સત્તર સાગરોપમની છે, એ पर्वत. A Vakhāra mount on દેવતા સાડાઆઠ માસે શ્વાસોશ્વાસ લે છે એને | the eastern border of Avarta सतर १२ वर्षे क्षुधा सा छे. नलिन वि. Vijaya and on the uorthern मान; सातवे देवलोक का एक विमान; उसकी bank of the great viver Sitā. स्थिति सतरह सागरोपम की है; ये देवता जं. प. ४, ६५: ठा० २, ३, ३, ३, ४, २; साडे पाठ मास में श्वासोश्वास लेते हैं और णलिणगुम्म. पु. ( नालेनगुल्म ) श्रेणि उन्हें सतरह सहस्त्र वर्षों में दुधा लगती है. २॥नी स्त्री नविनशुस्माना पुत्र. श्रेणिक a heavenly abode of the 7th राजा की स्त्री नलिनगुल्मा का पुत्र. A Devaloku where the yods live son of Nalinagulins the wife for 17 Sägaropanias breathe of king Srenika. ( २ ) महाभ every eight and half months स्वाभाना वतने २१. महापद्म स्वामी and feel hungry once in 17000 के समय का राजा. a king conteny. years. सम० १७; ( ४ ) पश्यिम भरा poraneous with Mahapadma વિદેહના દક્ષિણ ખાંડવાની મેરૂ તરફથી સાત- Svani. ठा० ८; (3) मामा वसोनु भी वि०४५. पश्चिम महाविदेह के दक्षिण खंड से नमुनगे विमान. आठवें देवलोक की मेरु के तरफसे सातनी विजय. the 7th का इस नाम का एक विमान. name Vijaya of the southern part of of a heavenly abode in the western Mahāvideha, from the 8th Devaloka. सम० १८ side of Meru. जं. प. (५) सानभी लिणवण. न. ( नलिनवन ) पु०५३।५। वि०पने २१. सातवीं विजय का राजा. વિજયમાં પુરીક નગરીની ઉત્તર-પશ્ચિમ the king of the 7th Vijaya. जं. दिशामां आवे मे, उधान. पुष्कलावती ૧૦ ( ૬ ) જખુર્દશનની પૂર્વમાં આવેલી विजय में पुण्डरीक नगरी की उत्तर-पश्चिम से वाप. जम्बू सुदर्शन के पूर्व में आई हुई दिशामें आया हुश्रा एक उद्यान. A garden एक बावड़ी. a well in the east of in the north-west of the Jambu Sudarsana. जं.प. town named Puņdarika in एलिणंग. न० ( नलिनाग ) ८४ पास ५५ Puskalāvati Vijaya. नाया०१८:१६; अमायनो क्ष विलास. ८४ लक्ष पनगलिणा. स्त्री. ( नलिना) मे वापनु नाम. प्रमाण का काल विभाग. A period of एक बावडी का नाम. Name of a well. time measuring 84 lacs of | जीवा० ३, ४, Padmas. अणुजो. ११५, ठा० २, ४, | णलिणिवण. न. (नलिनीवन) ५असतानुं वन. भग०५,१२५, ५; पद्मलता का वन. A forest of lotus. णलिणकृड. पुं० (नलिनकूट) सीता भानहीने । creepers. नाया. १; Page #932 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णलिणी] ( ११८ ) [णव गलिणी. स्त्री० ( नलिनी ) भलिनी; 4 सता. कमलिनी; पद्मलता. A lotus creepers. श्रोव. नाया. १३, णलिणावण. न० ( नलिनीवन ) ये नामर्नु मे धान. इस नाम का एक उद्यानबगीचा. Naine of a garden. नाया. १६%3 रणव. त्रि. (नवन् ) नया है. नौ; ६. Nine; 9."पवरहमासाणं'नाया.१४;भग०१२,६% १४,६,२०,२,२४,१; २५, ६; २५, ७,३१, १; नाया० १,१४:१६; १९; निसी० १४, १२; स०प० १; जं०५०७, १४६;-पायय. पुं० ( - आयत) नालाय .. नौ हाथ की लम्बाई. length. measuring nine arms ( an arm from the tip of the middle finger to the elbov ). नाया. १; -कोडि. परिसुद्ध. त्रि. ( -कोटिपरिशुद्ध ) नय २था शुभ-निषि. नौ प्रकार से शुद्धनिर्दोष. faultless or pure in nine modeg or ways. " नवकोडि पारसुद्धे भिक्खे पण्णते " ठा. १; -च्छिद. त्रि. (-च्छिद्र) ५, ६ छिद्र पालु. नौ छिद्र वाला. having nine holes. तंदु. -~-जोयण. पुं० ( -योजन ) नव योगत. नौ योजन. nine Yojanas ( 1 Yojana = 8 miles). नाया०८; --जोयणविच्छिएण. त्रि. (-योजनविस्तीर्ण ) नव थे। विस्तृत. नौ योजन विस्तृत. having an extent of 9 Yojauas. नाया०८; --जोयणिय. त्रि. ( -योजनिक ) 14 योजना / वासु. नौ योजनकी लम्बाई alfl. of the length of nine Yojanas (1 Yojana = 8 miles). " जंबूदीवेणं दीवे नवजोयणिया मच्छा " ठा० ६; —ण उइ. स्त्री० (-नवति) ९८ ] ना. निन्यानवे. ninety-nine. सम. ११; जं. ५०७, १३२; १४७; -पवमिया. स्त्री. ( -नवमिका-नव नवमानि दिनानि यस्यां सा नवनवमिका ) नयन. ૮૧ દિવસનું એક અભિગ્રહ-તપ, જેમાં એકેક દિવસે અથવા નવનવ દિવસે એકેક દાત અન્ન પાણીની વધારતાં નવ દાત સુધિ વધારી શકાય છે; નવ દાત ઉપરાંત કોઈપણ દિવસે અન્ન પાણી લેવાય નહિ એવી રીતે ८१ दिवस सुधि ४२वानुंत५. नव नवक ८१ दिन का अभिग्रह-तप, जिसमें एक एक दिन को अथवा नौ नौ दिन को एक. एक . दात अन्न जल की बढाते बढाते नौ दात पर्यन्त बढाई जा सक्ती है. नव दात के सिवाय अन्य कोई भी दिन को अन्न पानी लिया न जाय इस प्रकार ८१ दिन तक करने का तप. au austerity, so named, lasting for 81 days, in this rusterity food and water are limited to the maximum amount of 9 Data (a imeasure ). Starting with the minimum of one Dāta. The performer of this austerity may increase one Data every day or every nine days. ठा० ९; ओव. ५, सम. --पय. पुं० ( -पद) यसमाणे; यलिये Vत्यादि नव ५६. चलमाण; चलिए इत्यादि नौ पद. nine verbal forms such us Chalamane, Chalie etc. भग० १, १; -पुष. न० (-पूर्व ) ५ ५ -शास्त्र. नौ पूर्व-शास्त्र. nine Purvas or scriptures. भग. २५, ६; -बंभचेर. न० (-ब्रह्मचर्य ) न प्रानु બ્રહ્મચર્યનું પ્રતિપાદન કરનાર આચારાંગ સુત્રને પ્રથમ શ્રત સ્કંધ, આચારાંગના પહેલાં Page #933 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णव] (६१६ ) [णवणी-य नव १७५यन. नौ प्रकार के ब्रह्मचर्य का प्रति- णएणं पासपएणं पाडसाहरिया " भग. पादन करनेवाला आचाराङ्ग सूत्र का प्रथम श्रत- १४, ७, नाया. ७; --लादुल. न० (-शा. स्कंध; आचारांग के प्रथम नो अध्ययन. The द्वल) तुरतनुं अधेतु पास. ताजा उगा first nine chapters of Acha हुश्रा घास. fresh-grown grass. rānga explaining the nine नाया० १; -सुत्त. त्रि. (-सूत्र ) ना modes of continenee. निसा० १६, सतर पा. नये सूत वाला. having our १८ -विगइ. स्त्री० (-विकृति)५६ consisting of new-spun thread. ઘા તેલ વગેરે નવ પ્રકારની વિકૃતિ -વિનય. " प्रासंदियं च नवसुत्तं पाडल्लाई संकमदूध, दही, घी,तल इत्यादि नौ प्रकारकी विकृति टाए' सूय० १, ४, २, १५; -सुरभि. विगय. nine kinds of trans- पुं० । - सुरभि ) नूतन सुगन्य. नया formations e. g. mi k, curds, सुगन्ध. fresh, new perfume. ghee, oil etc. " णव विगइप्रो पगण नाया० १; ताप्रो " ठा. -हत्थुस्सह. पुं. णवइ. स्त्री० ( नवति) नेयुती संन्या; ८०. ( -हस्तोत्सेध ) नव लायनी या. नौ। नब्बे की संख्या; ... Ninety; 90. जं. हाथ की ऊंचाई. height measuring प० २, ३३: hine aims-length. नाया. ध. | णवंग. न० ( नवाग) येन, ये मांस, मे पत्र. त्रि. (नव) नवीन; नयु; ताoj. नवीन; નાસિકા (ફેણું ) જીભ, પશે અને મન नया; ताना. Nev; fresh; novel. એ નવ અંગે જાગૃત થતાં જુવાની પ્રગટે नाया. ९, १२; सम. २०; ओव. मु. च. छ. दो कान, दो आंख, दो नासिका, जिव्हा, १, ३१८ -गिम्हकालसमय. पुं० स्पर्श और मन ये नौ अंग जागृत होने पर (-ग्रीष्मकालसमय) नूतन प्राम ३. युवावस्था प्रकट होती है. The nine नया ग्रीष्म काल. opening sumnier. organs or seuses viz. two ears, नाया. १; --गह. पुं० ( -ग्रह ) न two eyes, two nostrils, tongue, अणु ४२ते. नया ग्रहण करना. new touch and mind ( which in or fresh acceptance. सूय. १,३, their bloom cause puberty ). २, ११; -घडय. पुं० ( -घटक ) ना राय० २६१; नाया• ३; -सुत्तपडिबो. घा. नया घडा. a new pot; a हिया. स्त्री. ( -सुप्तप्रतिबोधिता-नवाङ्गानि new-made pot. नाया०१२; -पज्ज- कर्णादि लक्षणानि सन्ति प्रतिबोधितानि यण. न० (-पायन ) सहान तापमा यौवनेन यस्याः सा तथा)ना यौवना स्त्री. નાખી તીક્ષ્ણ કરી પાછું પાણીમાં નાખવું | नव यौवना स्त्री. a woman in her: ते; न पायी या ते. लोहे को ताप में | prime. विवा० २, १; वव० १०; डाल तीक्ष्ण कर के पुनः पानी में डालना; | णवणीइया. स्त्री० ( नवनीतिका ) मे २।। नया पानी चढाना. act of dipping १२५ति. एक प्रकार का बनस्पति. A heated and sharpened iron kind of vegetation. “ UTILE again into water, with a view ___ गुम्मा” जं० प० पन्न० १; to make it stronger. "णवपन- णवणीअ-य. न०( नवनीत )मा . मक्खन. Page #934 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णवनीत] ( १२० ) [सण Butter. भग० ११, ११, १८, ६; नाया. 9th day of a fortnight. जं. प. १; पन्न. ११; निसी. 1, ५; श्रोव० ३८; २, ३०; -पकख पुं० (-पक्ष-नवम्या. ठा० ४, १; स्तिथेः पक्षी ग्रहो यस्य तिथिमेलपासादिषु रणवनीत. न० ( नवनीत ) भाम. मक्खन. तथा दर्शनातिथि पाते तत्कृत्यस्याष्टमे क्रिय. Butter. सू० १० १०, जावा. ३, ४; माणत्वात्सनवमीपक्षः ) मां नमन। ओव० समावेश यता हाय तवी माहम जिस में णयम. त्रि. ( नवम ) नवमी-भी-मुं. नौवां- नामि का समावेश होता हो ऐसी अष्टमी. वी. Ninth. नाया.६; १६, भग० २४, the 8th day of a fortnight. १२; २०; नाया. ध. which includes also the 9th. णवमालिया. ना. ( नवमालिका ) गे मनी "चित्त बहुलस्स नवमी वान' जं. ५० ३; मे ३. इस नामकी एक बेल. A kind | णवय पुं०( नवत ) मे तनुं उन ५५ of creeper. कप्प. ३,३७ ___ एक जाति का ऊनी कपडा. A kind of णवमिया. स्त्री. ( नवमिका ) पुरुषना । ____woolen cloth. नाया. १: - सुथु३५नी यी ५४रायी. किंपुरुष के गवरं. अ. (नवरम् ) पक्ष्य र विशेष. इन्द्र सुपुरुष की दूसरी प्रधान रानी. The परन्तु इतना आधक But this much 2nd crowned queen of Su- ___ in addition; but this much bepuruşa the Indra of the sides. ओव. नाया• १:८; १२; १६; Kimpurusa kind of gods. ठा० ४, भग० १, १; ३, १; ३, २: ६, ४, ५, ३: १; (२) हेवेन्द्र। छ। ५४२ली, देवेन्द्र १५, १; २४, १२, जं०प०७. १३५:५,११६; की छठी प्रधान रानी. the 6th among | गवरि. अ. (नंबर ) सत२; पूना अति the crowned queene of Deve- देश ५२ता विशेष धोत. अंतर; पूर्व ndra. (३) भन्६२ ५'तनी पश्रिमे के अतिदेश की अपेक्षा कुछ विशेषता द्योतक. सावा य: पतना रून्यतम नामना Moreover; besides. जं. ५० -शि५२-3५२ सतारी दिशा- | णवला. पुं० (नवलक) m. जाल. A भारी. मन्दर पर्वत के पश्चिम ओर आये ___net. नंदी. हुर रुचक पर्वत के रुचकोत्तम नाम के | सिरील. पुं. (नवशिरीष) मे My कूट-शिखर के ऊपर बसने वाली एक दिशा- १३. एक जाति का वृक्ष. A kind of कुमारी. a Disakumari residing on | tree. नाया० १; the summit of Ruchaka mount | वहा. अ. (नवधा) 14 रे. नौ प्रकार named Ruchakottama in the से. In nine modes or ways. भग. west of themount Mandara. १२, ४ ठा. ८; जं. प० ५, १२२; (४) नवमि। | णविय. त्रि. ( नव्य) न. नया. New3B वी. नवमिका देवी. the goddess ___novel. नाया० १८ Navamika. नाया. ध० ५६: जं. प. | णसण. न० ( न्यसन ) भु; मारे।५६५ ४२ ५, ११४ व. रखना; आरोपण करना. Act of leav. णवमी. सी. ( नवमी) नाम. नौमि. The | ing; act of attributing. जीया० १; Page #935 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णस्समारण] ( ६२१ ) [गाइय-श्र णस्समाण. त्रि. ( नश्यत् ) सन्माया deserving worship or rever यसायमान यता-पिy५ ते. सन्मार्ग से | Ence. नाया. ७; चलाययान होता हुआ Sliding back, | पाइ. स्त्री. (ज्ञाति ) साति; ति; नात. falling off from the right path. ज्ञाति; जाति. A community; a उवा. ७, २१८ caste; kin. ( २ ) सती4; मातापितागह. न० ( नभस् ) साश. आकाश. Sky. ! ६मधी. सजातीय; मातापितादि संबंधी. firmamant. दस. ७, ५२; of the same class. relatives, णह. पुं० ( नख ) . नख; नाखुन. A नाया. १;.; ४, ५, ७, १४, १५ finger-nail. नाया० १, ४, ८; भग० २, १८; भग० १६,५; १८, २; ओव. ४०; १; अाया० १, १, २, १६; १, १, ६, ५३; उत्त० १३, २३; सूय. १, २, १, २२, २, नीवा. ३, ३: राय. २२; सूय. २, २, ६; १, ३५; नाया. घ. -संग. पुं. (२) ४२२४; हे. कर्जा; ऋण. a debt. ( -संग ) मा, पिता, पुत्र, श्री संदु० सम० --च्छेदणय. न. (-छेद- माहिती संस-साथ. माता, पिता, पुत्र, नक) ५ उतार्नु थामा२; नरे. स्त्री आदि का संग. a family consistनाखुरा उतारने का श्रीजार; नेरनी an ing of mother, father, wife, instrument fou pairing son ete. सूय०; १, ३, २,५; finger-mails. पाया. २. १, ७, १; पाइ. त्रि. ( ज्ञातिन् ) ने साथ। --च्छेयण. न० ( -च्छेदन ) 1५ छैन । ज्ञात नवा छे ते; स . जिसको सर्व त. नख छदन करना. act of pair. पदार्थ ज्ञात-विदित हैं वह; सर्वज्ञ. Omni. ing the finger-nails. विवा० ६; scient; ( one ) to whom all -सिर. न• (---शिरस् ) नपने अ. things are known. सय. २, ६, मारा. नख का अग्रभाग, the fore-part २४; ठा० ५, ३; or tip of a finger-nail. भग• ५, | णाइ. १० ( नाति ) ययुः १६५. थोडा; ४; -सिहा. स्त्री० (-शिखा ) नमन। अला. Not much; a little. भग. सभास. नख का अग्रभाग. the fore. ८, १०; -कटुय. त्रि. ( -कटुक ) part of a finger-nail. निसी०३, ४१; . थोडा कडवा. not very णहयल. न. ( नभस्तल ) श. bitter. नाया. १; -विगट्ठ. त्रि. आकाश. Sky: firmanment. नाया० १; (-विकृष्ट ) अत्यन्त ही नहि. अत्यन्त णहु. अ० ( नहि ) नहि. नहीं. No; not. दीर्घ न हो वह. not very long or far _ नाया०६ off; not excessivoly long. विवा० णाश्र. त्रि. ( ज्ञात ) सुं. जाना हुआ.. Known. भोव० (२) न० दृष्टांत. दृष्टांत. णाइय-अ. त्रि. ( नादित ) ना ५२५; illustration. वेय. ३, २०; ५७७ । य. नादित; नादसे गूंज रही णाई. अ. (न) नलि. नहीं. No;not. नाया. हुई; गूंजाहुआ. Sounded; reverbe५;७; --पुज. त्रि. (-पूज्य ) अशनीय rated; ringing with a loud पून्यनलि. अपूजनीय; पूजा के अयोग्य. not ! sound. नाया. १; जं. प. ५, ११७; Vol 11/116 Page #936 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गाइल ] ( ६२२ ) ओव० ३१; गाइल. पुं० ( नागिल ) आर्य वळसेनना અ ંતેવાસી, કે જેના ઉપરથી આય નાગિલા शामा निस्सी. आर्य वज्रसेन का शिष्य कि जिसके ऊपरसे श्रार्यनागिला शाखा निकली. Name of the disciple of Arya Vajrasena from whom the offshoot named Arya Nāgila originated. कप्प० ८; गाइवंत त्रि० ( ज्ञातिप्रत् ) सन्नतीय; नातिओ. स्वजातीय; अपनी ज्ञातिवाला. Of one's own caste or community. ‘मित्तवं गाइवं होइ' उत्त० ३, १८; गाऊरण. पुं० ( ज्ञात्वा ) लगीने; सभलने. जान कर समझ कर Having known or understood. श्र० १४; पंचा०६, ५०; गाग. पुं० ( नाग- गच्छतीति गः, न गः अगः गतिहीनः न श्रग: नागः, चलन धर्मसंयुक्तः ) भवनपति हेवानी नागभार नामे એક જાત; જેના મુગુટમાં સની ફેનું ચિન્હ છે તેવી એક દેવતાની જાત; નાગકુમાર. भवनपति देवों की नागकुमार नाम की एक जाति; जिसके मुकुटमें सर्प के फा का एक चिन्ह है ऐसी एक देवता की जाति; नागकुमार. A class of Bhavanapati gods called Nagakumāra gods; a class of gods whose diadem bears a sign of the hood of a serpent. नाया० २; ८; प्रो० २३, जीवा० ३, ३; ( २ ) नाग वशमां उत्पन्न थयेस. नाग वंश में उत्पन्न. born in the family of Nāgakumāra gods. जं०५० ३, ४५; (3) Gril. gr. an elephant. ३१; भग० ६, ३३; १२, ८ जीवा० ३, . ३; For Private [ लाग (४) नागकुमार हेवताना महोत्सव नागकुमार देवता का महोत्सव a festivity of the Nāgakumāra gods. नाया० १; (५) सर्प'. सर्प. a snake; a serpent. श्री० (६) आर्य रक्षितना शिष्य; मे नामना आयाय' आर्य रक्षित के शिष्य; इस नाम के श्राचार्य. & preceptor so named; a disciple of Aryaraksita. कप्पο ८ (७) नाग सर; खेड लतनु 35. नागकेसर ; एक जाति का वृक्ष & kind of tree. (८) ८ मा तीर्थ २ चैत्य वृक्ष, वें तीर्थंकर का चैत्य वृक्ष. a sacred tree in memory of the 8th Tirthankara. सम० प० २३३; (६) अभावस्यानी राते આવાનું ચાર ( ધ્રુવ ) સ્થિરકરણમાંનું ત્રીજું ३२. अमावास्या की रात्रि को आने वाला चार ( ध्रुव ) स्थिर करण में से तीसरा करण. the third of the four Dhruva Karanas falling on the night of the dark-half of a_month. जं० प० ५, ११६; (१०) से नामनो भे द्वीप ने ये समुद्र इस नाम का एक द्वीप और एक समुद्र. name of an island; also name of an ocean. पन्न० १५; सु० प० १६; जीवा० ३, ४, (११) वस्गुવિજ્યની પૂર્વ સરહદ પરને વખારા પતિ. वल्गुविजय की पूर्व सीमा पर आया हुआ वखारा पर्वत, a Vakhārā mount on the eastern boundary of Valguvijaya. जं० प० - इंद. पुं० ( -इंद्र ) નાગકુમારના ઈંદ્ર. नागकुमार का इन्द्र the Indra of the Nāgakumara gods. ' असुरिंद सुरिंदा गंदा' सम० कृष्ण मनाया०८; - गह. पुं० ( - ग्रह ) नागदेवताना आशा थये रे!ग; वर वगेरे. नाग Personal Use Only Page #937 -------------------------------------------------------------------------- ________________ बाग ] ( ६२३ ) देवता के श्रश से उत्पन्न रोग: ज्वर इत्यादि. a disease resulting from one's being possessed by a Naga kumāra god eg. fever etc. जीवा • ३, ३:-- घर. न० (-गृह) नागदेवतानुंधर. नागदेवता का घर. a house belonging to a Nagakumāra god. नाया० ८; - जराण. पुं० ( -यज्ञ ) नाग हेवतानी यूग्न; ( महोत्सव ) नाग देवता की पुजा ( महोत्सव ) a festivity held in honour of Nāgakumāra gods. नाया० ८; -जत्ता. स्त्री० ( - यात्रा ) नागदेवतानी यात्रा. नागदेवता को यात्रा. A pilgrimage to propitiate Nagakun āra gods नाया धर. पुं० ( घर ) साथीने पनीर भाणुस हाथी को पकड़नेवाला catches मनुष्य a person who an elephant. भोव० पडिमा स्त्री० ( - प्रतिमा ) नागदेवतानी प्रतिमा. देवता की प्रतिमा. an image of 4_Nāgakumāra god. 'तेसिणं जिण परिमाणं पुरओ दो दो बागडिओ पण्ण ताओ' जीवा० ३, ३; - परियावणिया स्त्री० (-परिज्ञा- नागा नागकुमारस्तेषां परिज्ञा यस् प्रयपद्धत्तौ सा नागपरिज्ञा ) એ नामनु अनि श्रुत इस नाम का एक कालिक श्रुतme of a Kalika scripture. नंदी • - पुप्फ. न० ( - पुष्प ) नाग सरनुं स नाग के सर का फूल a flower of the tree namad Nāgakesara. जं० प० - फडा. स्त्री० (-फणा ) सर्पनी ई. सर्प का फण. the hood of a serpent. ( २ ) नागकुमार देवता गुरां हेतु थिन्ह. नाग कुमार देवता का मुगुट नाग [ लागकुमार रहा हुआ चिन्ह. the sign of serpent's hood in the diadem of Nāgakumāra gods. ओव० २३; - मह. पुं० ( -मह ) नागदेवताना भा. त्सव. नाग देवता का महोत्सव & festivity held in honour of Nagakumāra gods आया० २ १, २, १२; राय० २१७; भग० ६, ३३: वर. पुं० ( वर ) प्रधान साथी; उत्तम हस्ति. प्रधान हाथी; उत्तम हस्ति. an excellent elephant श्रोत्र • जं० प० तंदु० भग० ६, ३३; ( २ ) नागसमुद्रनो अधियति देवता. नागसमुद्र का अविरात देवता the presiding deity of Nagasamudra (ocean). सू० प० १६ – वीही. स्त्री० (- वीथी) शुनी नव वीथीमांनी श्रे शुक्र के नौ मार्ग में से एक. one of the 9 orbits of the planet Venus. ठा• ६६ --- साहस्सी. स्त्री० (-साहस्त्री ) उमर नागकुमार देवता एक सहस्र नागकुमार देवता. Я thousand deities of the Nagakumāra class. सम• ७२: लागकुमार पुत्र ( नागकुमार ) नागकुमार हेवता; लग्नपतिनी येत. नाग कुमार देवता; भवनपति की एक जाति. A class of Bhavanapati gods; & deity of the Nagakumāra class of gods. भग० १, १, २४, २०; ठा० २,२६ - (रिं ) इंद. पुं० ( इन्द्र ) नागभा२ना चन्द्र; धरणेन्द्र नागकुमार का इन्द्र; घरऐन्द्र, Dharapendra, the king of Nāgakumāras. भग० १०, ४; - राय. पुं० (-शन ) नाग उभारना श धर्णेन्द्र नागकुमार का राजा धरणेन्द्र. Dharapendra, the king of Na For Private Personal Use Only Page #938 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णागज्जुण] ( १२४ ) [णागमहामह gakumāras. भंग. १०, ४, सिद्धायतन की पश्चिम दिशा में नागकुमार के णागज्जुण. पुं० (नागार्जुन)हिमवत माया- श्रावास का द्वार. The gate of the यना शिष्य. हिमवंत प्राचार्य का शिष्य. abode of Nãgakumāra in the Name of a disciple of the west of Siddhāyatana. ठा० ४,२; preceptor named Himvanta. णागपव्वय. पुं० ( नागपर्वत ) भुपना नंदी० ३५, ४०, મંદર પર્વતની પશ્ચિમે શીતોદા નદીની ઉતરે णागणिय. न० ( नाम्न्य ) नसभा; नियन्य मावो मे ५१त. जंबूद्वीप के मंदर पर्वत मार; सयम अनुहान. नम भाव; निर्ग्रन्थ भाव; के पश्चिम में शीतोदा नदीकी उत्तर में प्राया संयम अनुष्ठान. Nudity; possession हुधा एक पर्वत. Name of a mountlessness asceticism. सूय०१,७, २१; nin in the north of the river णागदंत. पुं० (नागदंत ) ट; माटी. Sitoda in the west of the mount खूटा; खूटी. A peg attached to a / Mandara ofJambudvipa. ठा०२,३; wall. जीवा० ३४, राय. णागपुर. न० (नागपुर ) हस्तिनापुर, १३३शनुं गागदत्त. पुं० (नागदत्त ) में नामना मे भुस्य ॥२. हस्तिनापुर; कुरु देश का मुख्य २४ पुत्र. इस नाम का एक राजपुत्र. नगर. The capitel city of the Name of a royal prince. ठा. ३, country called Kuru, ठा० १०; ४; (२) सी सी सुभद्राना पुत्र नाया. ध०५ भा५५२१०१ भारती पूर्व स भा । णागबाग. पु. ( नागवाण ) मे तना તે મણિપુર નગરમાં એ નામ ધરા તો હતો. हिव्य (सी) थे... एक जाति का दिव्य बलराज की स्त्री सुभद्रा का पुत्र महाबलराज (देवी) घोड़ा. A kind of celestial कुमार का पूर्व भव कि जिसमें वह मणिपुर horse. जीवा० ३, नगर में इस नाम को धारण करता था. theणागभद. पुं० (नागभद्र ) नामदीपनी अधिprevious birth of prince Maha पति यता. नाग द्वीप का अधिपति देवता. bala son of Subhadrā queen of The presiiling deity of NágaBalarāja. In that birth he bore ___dvipa. सू० ५० १६; the name given and lived in | णागभूय. न० ( नागभूत ) म १२५ the town of Manipura. विवा० ७; | વિરથી નીકળેલ ઉઠગણુનું પ્રથમ કુલ. णागदत्ता. स्त्री० (नागदत्ता) १६ मतीय ४२नी । आर्यरोहण स्थावर से निकला हुआ उद्देहप्रया पालतुं नाम. १६ वें तीर्थकर | गणका प्रथम कुल. The first brother की प्रव्रज्या पालकी का नाम. Name of | hood of saints of Uddeha Gaa palanquin of the 16th Tir. ņa originating from Aryaro. thankara at the time of his hana. कप्प०८ initiation into the ascetic णागमहाभह. पुं० (नागमहाभद्र) नालापन order. सम. प. २३१% अधिपति ता. नाग द्वीप का अाधिपति णागदार. न० (नागद्वार) सिपायतननी पथिम देवता. The presiding deity of दिशामा नागभारना मार्नु ६२. | Nāgadvipa. सू० प० १६; Page #939 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णागमहावर] ( ६२५ ) [णाण रिक. A citizan; a person resid. mnother of Nāgadatta. Frate 9x; ing in a city. कपर० ३; सूय० २, २, (૨) ચંપા નગરીના સોમ બ્રાહ્મણની સ્ત્રી કે १३; -जण. पुं० (-जन ) ग या . જેણીયે ધર્મચિનામના તપસ્વી મુનીને કડવી नगर के लोक. A citizen; citizens. तुमीतुं शा४ ०३।२।०युतु. चंपानगरी के णागमहावर. पुं० ( नागमहावर) नागसमुद्र सोम ब्राम्हण की स्त्री कि जिसने धरुचि अधिपति १५11. नागसमुद्र का अधि पति नामक तपस्वी मुनि को कटु तुंबी का शाक देवता. The presiding deity of बहराया था. the wife of Soma, a Naga3amudra. सू. प० १६; Brāhmaṇa of Champanagari णागमित्त. पुं० ( नागमित्र) : भागिरी who served an ascetic named से शिष्य. आर्य महागिरी का एक Dharmaruchi with cooked ve. शिष्य. Name of a disciple of Ar. getables prepared from a bit_ya Mahaviri. ठा०३.४ः । ter gourd नाया० १६ णागर. पुं० ( नागर ) नगरमा रहेनार मनु-या | णागसुदुम. न. ( नागसूचम ) मे नामनु नागरि. नगर में रहने वाला मनुष्य; नाग ये सा िशा. इस नाम का एक लौकिक नाया. १; शास्त्र. Name ofa secular science. गागराज. पुं० ( नागराज) नागभार बताना अणुजो० ४१; IM. नागकुमार देवता का राजा. A णागडत्थि. पुं. (नागहस्तिन् ) मानन्द king of the Nāgakumāra लक्षमायना शिष्य. आर्यनन्द लक्षमण के deities. "वेलंधर नागराईणं" सम० १७; | TTCT. Nanie of a disciple of णागरुक्ख. पुं० (नागवृक्ष) नास ११. नागवृक्ष. Arya-Nandi Laksamap.कप्प.८ A kind of tree. " माग रुखे णागोद. पुं. ( नागोद) से नामी समुद्र भूषंगाणं " ठा० ५; भग. २२, २; इस नाम का समुद्र. Name of an णागलया. स्त्री. (नागलar ) नागसत; नागर ३१. नागलता; नागर बेल; पान की णाडा-य. न. (नाटक) न. नाटक. बेल. A creeper of betel-leaves. A draina; a play. जं. ५० ५, ११५; ओव. राय. १३७; -मंडल. न. (-म. विधा• ३, एडल) नागर ने मांडवा. नागर बेल काणाडरज. त्रि. (नाटकीय) नानां पात्र; मण्डप. a bower of a creeping २. नाटक के पात्र; एक्टर. (One ) plant named Nagaravela. राय. acting in a draua; an actor १३७; जीवा० ३, ३, in a drama. नाया. १; जं. १० (२) णागसिरी. स्त्री० ( नागश्री ) प्रतियानः | नी. नटी. an actre33. ठा० १जं.प. नरना नरभु शनी श्री सो मतगाडय पुं० (नाटक) बाट १२नार, नाय भाता. प्रति ठानपुर नगर के नागवम् शऽ की। ना२. नाटक करने वाला; नाचने वाला. स्त्री ओर नागदत्त की माता. Tha wife A player in a draina; & dane. of Nägavasu a mercliant of thaler. Ardla 9, €; town of Pratisthanapura, and | खाण. न. (ज्ञान) जान; समग सोध. Page #940 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाण] ( १२६ ) [णाण ज्ञान; समझ; बोध. Knowledge; un derstanding. भग० २, १; ५, ४, २४, १२, २५, ६,२६,; नाया० १, २, ५, वेय. १,४६; अणुजो. १४७; पन्न. १; सू. प. २० श्राव. १, १; प्र. ५५७; (२) मामिनिमोवि ज्ञान, श्रुतसन, અવધિજ્ઞાન, મનઃ પર્યાય જ્ઞાન, એ પાંચ मांनुं गमे ते . श्राभिानेबोधिक ज्ञान, श्रुतज्ञान, अवधिज्ञान, मनःपर्याय ज्ञान आर केवलज्ञान इन पांच प्रकार में से चाहे सो एक any of the five varieties of knowledge viz. Abhinibodhika, Sruta, Avadhi,Manahparyaya, and Kevala. राय. (३) पनर સૂત્રતા ત્રીજા પદના દશમા દ્વારનું નામ पन्नव गा सूत्र के तृतीय पद के दसवें द्वार का नाम. name of the 10ti: Dvāra of the 3rd Pada of Pannavana Satra. पन्न. ३. -अंतगय. पु. ( -अन्तराम) सामा सतराय-विन पाते. ज्ञान में अन्तरायविघ्न डालना. obstruction in the acquirement of knowledge. भग० ८, ६; -अभिगम. पुं० (-मभिगम) जानती प्राप्ति ज्ञान की प्राप्ति ncquireinant of knowledge. ठा. ३, २, -प्रायार पुं० (-आचार ) કાલે અવસરે ભણવું, વિનય સહિત ભ નું, બહુમાન પૂક ભણવું ઉપધાન તા સહિત ભણવું, અનિન્હવપણે ભવું, શબ્દઅર્થ भने 'तम५' (श अने अपने) ને ગોપવ્યા શિવાય ભણવું એ આઠ જ્ઞાનાत भनुन ते सानाया२. नियम से सीखना, विनय के साथ साखना, बहुमान पूर्वक सीखना; उपधान ता साहेत सीखना, अनिन्हवतासे सीखनाः शब्द अर्थ प्रारं 'तदुभय' (शब्द व अर्थ) को विना गुप्त रक्खे सखिना ये आठ ज्ञानोत्तेजक अनुष्ठान अर्थात् ज्ञानाचार. due observance of the eight points regarded as requisite in acquiring sound knowledge, viz. (1) regularity; (2) modesty (3) reverence (4) attentive repetition (5) nonconcealment (6) non-suppres. sion of senses (7) non-suppres. sion of words and (8) non suppression of both words and senses. ठा०,२,३, ५, २; सम• २३; -प्राराहण न (-प्राराधन) जननी भराधना सी ते. ज्ञान की प्राराधना करना. devotion to, worship of knowledge. ठा० ३, ४; -प्राराहणा. स्त्री. ( - अाराधना) सातनी साधना. ज्ञान की प्राराधना. devotion to, worship of knowledge. भग०८,1.; -प्रारिय. पुं० (-आर्य) साने: मार्य. ज्ञान के कारण भार्य. civilised (Arya) by reason of the possession of knowledge. पन. १; -वंद. पुं. (-इन्द्र) ज्ञान अथवा जानीमां-5-अं; ज्ञानी ज्ञान अथवा ज्ञानी में इन्द्र -श्रेष्ठः केवलज्ञानी. highest among those who are possessed of knowled. ge; one possessed of perfect knowledge.ठा०२,४,३,१; --उपायम. हिमा. स्त्री०(-उत्पादमहिमा-नहिप)तीर्थકરને કે કેલીને કેવલજ્ઞાન ઉપજે ત્યારે કરવાमांसापतो जानता भडिमा-महोत्सव. तार्थ कर या केवलीको जब केवलज्ञान प्राप्त होता है तब की जानेवाली ज्ञान की महिमा-महोत्सव. a festivity celebrated at the Page #941 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पाण] time when a Tirthankara or a Kevali attains perfect knowledge. भग० ३, ११४, २ ठा० ३. १३ – उव श्रोग. पुं० ( - उपयोग ) જ્ઞાનને વ્યાપાર; જ્ઞાનમાં લક્ષ જોડવું તે. ज्ञान का व्यापार ज्ञान में लक्ष जोड़ना. application use of knowledge; application to study. प्रव ३१२: उवघाय. पुं० ( -उपघात ) खावसथी ज्ञाननो नाश. आलस्य से ज्ञान का नाश. destruction, decay of knowledge caused by idleness. ठा०१०; -- कसायकुसील. पुं० ( - कषायकुशील ) ज्ञान आश्रित उपाय दुशील. ज्ञान आश्रित नैतिक बिगाड moral im - purity tainting knowledge. भग० २५, ६; - कुसील. त्रि० (- कुशील) ज्ञानने दूषित मनावतार ज्ञान को दूषित aaia arar. (any thing) that taints knowledge. ठा ५, ३; - ( 5 ) च्चासाया. स्त्री० ( - श्रात्याशातना ) ज्ञाननी अशातना - डीझा ज्ञान के प्रति दिखलाई जाती घृणा तिरस्कार वृति. contempt or hatred shown towards knowledge. भग०८, ६; - हुया. स्त्री० (- अर्थता. ज्ञानमेवार्थीयस्यासौज्ञानार्थस्तद्भावस्तत्तथा ) ज्ञानाय पशु ज्ञाननी अभ्यर्थना रवी ते ज्ञानार्थपन; ज्ञान की अभ्यर्थना करना solicitation for knowledge; request for know ledge. भग० १८, १० ठा०५, २ - गिराहवया. स्त्री० ( - निहव ) शास्त्र તથા શાસ્ત્ર ભણાવનારને ઉપકાર એલવે ते. शास्त्र का और शास्त्र को पढ़ाने वाले का उपकार न मानना. non-acknowledgment of the debt S - ( ६२७ ) [ गाण of gratitude due to scriptures and to one who teaches them. भग०८, १६ – शिव्यत्ति स्त्री० (-निर्वृत्ति) पांय प्रानां ज्ञाननी निष्पत्ति सिद्धि पांच प्रकार के ज्ञान की निष्पत्ति सिद्धि. acquisition or attainment of the five kinds of knowledge. भग १९, ८; २०, ५; - ( 55 ) त. पुं० ( - आत्मन् ) ज्ञानी आत्मा सम्यग्दृष्टि आत्मा. ज्ञानी आत्मा सम्यग दृष्टि आत्मा. N soul possessed of right knowledge and faith भग० १२, १०; - दंसण. पुं० न० (- दर्शन ) ज्ञान अने हर्शन, ज्ञान और दर्शन. right knowledge and right faith. 3ा० ७; नाया० ५ - दंसणट्ठाय स्त्री० ( -दर्शनार्थता ) ज्ञान अनेदर्शननी अपेक्षा. ज्ञान और दर्शन की अपेक्षा. desire for or expectation of right knowledge and faith. नाया• ५; - दसणंधर. पुं ( - दर्शनधर ) ज्ञान ने दर्शनने धरनार देवलज्ञान ज्ञान और दर्शन को धारण करने व लाः केवलज्ञानी. (one) possessed of right knowledge and faith; an omuiscient. नाया० -- दंसण्लक्खण त्रि० ( - दर्शनलक्षणज्ञानंच दर्शनंच लक्षणं स्वरूपं यस्यतत्तथा ) સમ્યજ્ઞાન અને સમ્યકદ ન જેનું लक्षणु-स्वरूप होय ते सम्यक्ज्ञान और सम्यक्दर्शन जिसका लक्षण-स्वरूप हो वह ( one ) having essential quality right knowledge and right faith. "चउकरणसंजुत्तं नागदंसण. लक्खणं” उत्त• २८, १; - दंसणस मग्ग. त्रि० ( - दर्शनसमप्र ) ज्ञानदर्शनथी पूर्ण ज्ञानदर्शन से पूर्ण. 1; as all For Private Personal Use Only Page #942 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाण] ( १२८ ) [णाण HORTHEALTHHTHHATH HEATHER perfect in the possession of right knowledge and right faith. "तत्तो णाणसण सम्मग्गे" उत्त. ८, २; -दासे. पुं. ( -दर्शिन् ) शान शन वा (७१). ज्ञान दर्शन वाला (जीव). a soul possessed of right kuowledge and right faith. भग. ४२. १; ~पज्जव. पुं० (-पर्याय) सानना पर्याय. ज्ञान के पर्याय. modifications of knowledge. भग० २, १, | -पडिणीयया. स्त्री० ( -प्रत्यनीकता )। सानमा प्रतियता-वैरलाय. ज्ञानमें प्रति.. कूलता-वैरभाव. opposition to, hostility towards knowledge. भग० ८, ८; -पडिसेवणाकुसील. पुं. (-प्रतिसेवनाकुशाल ) ज्ञाननी प्रति. सेवामा दूषय ७२२. ज्ञानकी प्रतिसेवा में दूषण करनेवाला. one who taints the acqireinent of right knowledge. भग० २५, ६; -परि णाम. पुं. ( -परिणाम ) ज्ञानमयअपना परिणाम. ज्ञान लक्षण जीव के परि. णाम. a stage of development of the soul marked by pog. session of knowledge पन. १५; -परीसह. पुं०(-परीषह-परीषहणं परी. पहः ज्ञानस्य मस्यादेः परिषहः) शानना પરિષહ જ્ઞાન ન આવડવાથી થતું કષ્ટ. ज्ञान का परिषह; ज्ञान म भानेसे होता हुश्रा #2.affliction of the mind caused by the consciousness that one is ignorant. भग० , ८ -पायाच्छत्त. न० (-प्रायश्चित्त) ज्ञान ના અતિચારની આલોચના; ઝાનની शुद्धि अर्थ प्रायश्रित ५२ ते. ज्ञान के अतिचार की आलोचना; ज्ञान की शुद्धिके । लिये प्रायाश्चत करना. expiation uudergone for the purification of one's knowledge. ठा० ३, ४ ४, १; -पुरिस. पुं० (-पुरुष ) शान. पान पुरुष; शानप्रधान ५३५. ज्ञानवान पुरुष; ज्ञानप्रधान पुरुष. aperson possessed of knowledge; an educated person. ठा० ३, १; भग० २, ५, -पुला. पुं० (-पुलाक) जाननेनिसार मनाक्नार पुडायिवासी साधु. ज्ञान को निःसार बनानेवाला पुलाकलब्धिवाला साधु. an ascetic who renders his right knowledge useless by lapse in the observance of primary vows. ठा० ५, ३; भग. २५, ६, -पोस. पुं. ( -प्रदोष ) श्रुत माहानमा अथवा જ્ઞાનીમાં અપ્રતિ હેક કરે તે; જ્ઞાનાવરણીય पांचवाना मे हेतु. श्रुत श्रादि ज्ञानमे अथवा ज्ञानी में अप्रीति -द्वेष करना;ज्ञानावरणीय कर्म बांधनेका हेतु. showing disres. pect or batred towards the five kinds of kuowledge or the persons possessed of them, * fault which leads to knowledge obscuring Karma. भा. ८, ९; --प्पयात्र.न. (प्रवाद ) भतिमान आदि पाय शनि संधी ५३५।। ५२वी ते. मति ज्ञान आदि पांच ज्ञान के संबंध में प्ररूपणा करना. act of explaining the five kinds of knowledge such as Matijnana etc. सम. -फल. न० (-फल ) सान- ३१. ज्ञान का फल. fruit of ( right) knowledge. भग. २, ५; -बल. पुं० (-बल)सान. रूपी स. ज्ञान रूपी बल. power, Page #943 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाण ] ( २६ ) [ णाण strength in the form of know. । ledge. ठा० १०; -बुद्ध. त्रि० (-बुद्ध) જ્ઞાનાવરણીયતા ક્ષયોપશમ આદિથી થયેલ છે ज्ञानव मो५ पामेस. ज्ञानावरणीय के क्षयो. पशम भाादे से उत्पन हुए ज्ञान से बोध पाया हुआ. ( one ) who has be. come enlightened by the knowledge attained through the destruction, subsidence etc. of knowledge-obscuring Karens. ठा०२,४;-बोहि. स्त्री०(-बोधि) જ્ઞાનાવરણીના ક્ષયે પશમથી ઘમની પ્રાપ્તિ बीते. ज्ञानावरणीय के क्ष पोपशम से धर्म की प्राप्ति होना. attainment of true religion by the dest uction, subsidence etc. of knowledge -obscuring Karma. ठा० ३, २; -भट्ठ. त्रि. ( -मष्ठ ) शानथा भ्रष्ट ५३. ज्ञान से भ्रष्ट. degraded from right knowledge. भाया. १,६:४, १५.-भावणा. श्री. (-भावना) साननी भावना. ज्ञान भावना. medita. tion upon right knowledge. आया२, ३, 1,1;-मूह. त्रि.(-मूह) જ્ઞાનાવરણીય કર્મના ઉદયથી જ્ઞાનમાં મૂઠभूमज्ञानावरचीय कर्मके उपयसे ज्ञानमें मूढ मूर्ख. foolish, ignorant on account of the matutrity of knowledge obscuring Karma ठा. २, ४, -मोह. पुं० (-मोह) शान संधी भोल. ज्ञान के संबंध में मोह. infatu ation, delusion in point of right knowledge. ठा. २, ४; -रासि. पु. (-राशि ) साननी सभूप. । ज्ञान का समूह. mass of knowledge. पंचा० १५, ४५; --खोग. पुं० (-बोक)। Vol. II/117. ३५६ सानादि सो. केवल ज्ञानादि लोक. the world of omniscience etc. ठा. ३, २; -विणय. पुं० (-विनय ) પાંચ પ્રકારના જ્ઞાનને વિનય કરવો તે. पाच प्रकार के ज्ञान का विनय करना. showing reverence towards the live kinds of knowledge. भग. २५, ७; -विणयपरिहीण. त्रि. (-विनयपरिहीन) शान सायारथी २हित. ज्ञान आचार से रहित. devoid of the observance of the eight points (rules) requisite for the attain. ment of right knowledge. चं०५० २०;-विराहणा.स्त्री० (-विराधना)शाननी વિરાધના કરવી તેનું જ્ઞાનનું ખંડન કરવું તે. ज्ञान की विराधना करना; ज्ञान का खंडन करना. Act of offending against right knowledge i. e. refuting it. सम०१;-विसंवायणाजोग पुं० (-वि. संवादना योग ) ज्ञानी साथे मोटर अब મિથ્યા વિવાદ કરવો તે જ્ઞાનાવરણીય भानो मे तु. ज्ञानी के साथ झूठे झगडे --मिथ्या विवाद; ज्ञानावरणीय कर्म बांधने का एक हेतु. act of entering into false and vexatious discussions and disputes with persons possessed of right knowledge; this is a source of Jnanavaraniya Karma. भग. ८, १; -विसोहि. स्त्री. ( -विशोधि ) જ્ઞાનના આચારનું પાલન કરવું તે જ્ઞાનની शुद्धि ४२वी ते. ज्ञान के प्राचार का पालन, शुद्धि करना. putting into practice the rules prescribed by right knowledge; purification of knowledge by practice. ठा. १०; Page #944 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाणत्त] ( १३० ) [णाणापिंडरय -संका. स्त्री० (-शङ्का ) शानना विषयमा or forms. प्रव० ११२०; श। ५२वी ते. ज्ञान के विषय में शंका । णाणाघोस. पु. ( नानाघोस ) नाना ना करना. doubt or misgiving | 11-२५२. विविध प्रकार की आवाजin the matter of know- | स्वर. Various kinds of sounds ledge. सूय० १, १३, ३; -संपराण. or tunes. भग० १, १; त्रि० (-सम्पन्न ) न संपन्न; निभा | णाणाच्छंद. त्रि. ( नानाच्छंद-नाना भिसः ५. ज्ञान संपन्न; ज्ञान में पूर्ण. possess. छन्दोऽभिप्रायो येषां ते तथा) नाना मारना ed of knowledge; perfect ભિન્ન ભિન્ન છંદ-અભિપ્રાયવાલા; જુદા in knowledge. भग० २, ५, २५, ७; E अभिप्रायवाला. विविध प्रकार के -संपएणया. स्त्री. ( -सम्पन्नता) ननु भिन २ च्छंद-अभिप्राय वाला; भिन्न भिन्न सपाहन. ज्ञान का संपादन. acquire- | अभिप्राय वाला. of various, differment of knowledge. “ णाण ing opinions or likes and संपरणयाए णं भंते ! जीवे किं जणयह" dislikes. सूय. २, २, ३.3 उत्त. २६, ५६; भग० १७, ३, णाणाट. त्रि. ( नानार्थ ) नाना प्रारना पाणत्त. पुं० न० ( नानात्व ) नाना १२; .. अयछे ना ते; मने अथवाएं. नाना नानाभाव; नानाप. विविध प्रकार; विविध प्रकार के अर्थ वाला; अनेक अर्थ वाला. भाव; विविधता. Variety; difference; Possessed of, bearing various state of being different or meanings;homonymous.भग०,१ having difference. भग० १, १; ५; णाणादिठि. त्रि. ( नानारष्टि-नानारुपा दृष्टि३, १; १२, ७; १८, ३, १६, ३, २०, १; दर्शनं येषां ते तथा ) भिन्न भिन्न दृष्टि २४, १; २६, २; नाया० ५; पन्न० १५; जं. शन पाया. भिन्न भिन्न दृष्टि-दर्शन वाला. प. ५, ११८, २, २६, ७, ७, १३५ Possessed of, various creeds; णाणप्पकार. त्रि. ( नानाप्रकार ) नाना possessed of various points of प्रा२र्नु; वियित्र. विविध प्रकारका; विचित्र. । view. सूय० २, २, ३०; Of various modes; of differentणाणादेस. त्रि. ( नानादेश) नाना २. kinds; strange. सूय. १, १३, १; नुहा नुहा देशना पतनी. नानाप्रकार-भिन्न णाणा. अ. (नाना) नाना प्र५२; अने; भिन्न देश के वतनी. ( Persons ) reविविधि. विविध प्रकार; अनेक विधि से.. siding in various countries. भग. Various; of various modes or ९, ३३; forms. नाया. १; ७; ; भग० ३, ३; णाणापन्न. त्रि. ( नानाप्रज्ञ-मानाप्रकारा ८, २; २५, ६, राय० ४५; ओव० २५:३३; विचित्रक्षयोपशमात् प्रज्ञायतेऽअनयेति उत्त. ३, २; अणुजो० २८; जं० ५० ५, प्रज्ञा सा विचित्रा येषां ते तथा ) नाना ११४; प्रारनी भति पा. विविध प्रकार की गाणागार. त्रि० ( नानाकार ) विविध मति वाला. Possessed of various सा२नु विविध श्राकार का. Of various , moods of intellect. सूय ०२, २, ३०; shapes; bearing various shapes | णाणापिंडरय त्रि. ( नानार्पिक उरत ) अने: Page #945 -------------------------------------------------------------------------- ________________ [ गाणि भानु ज्ञानावरण; ज्ञान प्राप्त करने में विघ्नकर्ता आठ कर्मों में से पहिला कर्म. The first of the eight divisions of Karmas called knowledge obscuring Karma. दसा० ५, ३२, ३३; नाया० ३; दस० १, ५ गाणामणि. पुं० ( नानामणि ) नाना प्रकारनां णाणावरणिज न० ( ज्ञानावरणीय ) ज्ञान શક્તિને દબાવનાર આઠેક માનું પહેલુ राय ० २. ज्ञान शक्ति को दबाने वाला आठ कर्मों में से पहिला कर्म. The first of the eight kinds of Karmas viz. that which obscures or checks the power of acquiring knowledge. ओव० २०९ ठा० ४, १: भग० ६, भी. नाना प्रकार के रत्न. Various kinds of gems. "यायामणि कणगरयण-विमल " गाणामणिरयण न० ( नानामणिरत्र ) नाना अारनां भरिल विविध प्रकार के मणिरत्न Various kinds of excellent genis. विवा० २; गाणामल्ल न० ( नानामात्य) नाना प्रारना पुत्र नाना प्रकार के फूल Various | kinds of flowers. "गाणा मल्लपिणद्धा" राय० जीवा० ३; गाणारंभ. त्रि. नानारम्भ ) नाना प्रकारना धर्मानुष्टान वाला. नाना प्रकार के धर्मानुष्ठान वाला. Performing various kinds of religious practices. सूर्य० २; २, ३०; ३८, ८ २०, ७ २५, १ ७; पन० २२; णाणाविह. त्रि० ( नानाविध ) नाना अा २; ने प्रभार नाना प्रकार का; अनेक प्रकार का Of various kinds; of different kinds; नाया० १; ५; ८; ६; १६: जं० प०५, ११६; ओव० पन्न० १; जीवा० ३; णाणासंट्ठिय. त्रि० ( नानासंस्थित ) નાના गाणारुइ. त्रि० ( नानारुचि ) नाना प्रभारनी ३यियनिप्राय वासा. विविध प्रकार की रुचि अभिप्राय वाला. Possessed of, having various kinds of opi. nions or likes and dislikes. सूय० २, २, ३०; પ્રકારનાં સંસ્થાનવાલું; જુદા જુદા આકા२. नाना प्रकार के संस्थान वाला; भिन्न भिन्न आकार का. Bearing various shapes or conformations. भग० २४, १२; गाणासील. त्रि० ( नानाशील - नानाप्रकारं शील मनुष्ठानं येषां ते तथा ) नाना प्रकारना अनुष्ठानवाला नानाप्रकार के अनुष्ठानवाला. Given to various kinds of (religious practices or porformances. सूर्य ०२, २, ३०, गाणि पुं० ( ज्ञानिन ) ज्ञानि यथार्थतत्वस्वरूपना लगुनार, ज्ञानी; यथार्थ तत्वस्वरूप को जाननेवाला. A person गाणावंजन न० ( नानाव्यञ्जन ) नाना अमानाराहि व्यंजन अक्षर नाना प्रकार के ककारादि व्यञ्जन अक्षर Various consonants such as Ka etc. भग० १, १; खाणावरण. पुं० ( ज्ञानावरण) ज्ञानावरण; જ્ઞાન પ્રાપ્ત કરવામાં આડે આવતુ આઠકમ་ गाणामाणे ] ( ६३१ ) मासस्त. પ્રકારના આહારાદિ પિણ્ડમાં अनेक प्रकार के आहारादि पिण्ड में आसक्त Attached to, pa: sionately fond of various kinds of food etc. " नानापिंडरया दंता तेरा वुच्चंति साहुणो "3 For Private Personal Use Only Page #946 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णात ] ( ६३२ ) १; उत्पन्न. possessed of right knowledge; & true philosopher. भग० २ ८, २, ११, १, १५, ११८, १; २४, १; २६, १; प्रव० १५७; यात. पुं० ( ज्ञात ) वंशविशेषभां उत्पन्न थयेअ. वंशविशेष में Born in a particular family. नाया • ८ ( २ ) से नामनुं खार्य } જેમાં મહાવીર સ્વામી ઉત્પન્ન થયા હતા. इस नामका एक आर्य कुल कि जिसमें महावीर स्वामी उत्पन्न हुए थे. name of an Arya ( civilised ) family in which Mahavira Svāmi was born. पन्न० १; ( ३ ) त्रि० ज्ञात अमां उत्पन्न थग्रेस ज्ञात कुल में उत्तन. born in the Jñāta family अणुजेो० १३१; णात कुमार. पुं० ( ज्ञातकुमार ) ज्ञातवंशना २. ज्ञात वंशका एक राजकुमार. A prince born in the Jata family. नाया• ८; गातखंड न० ( ज्ञातखराड ) मे नामनुं એક વન કે જયાં મહાવીર સ્વામીએ દીક્ષા सीधी डती. इस नाम का एक बन कि जहां महावीर स्वामीने दीक्षा ली थी. Name of 8 forest where Mahavira Svāmī was initiated into religious order. ठा० १०; णाति. स्त्री० ( ज्ञाति ) स्वन; संधी. स्वजन; रिश्तेदार. A caste-fellow; a relative सूर्य • २, ६, १०, याद. पुं० ( नाद ) घोष वाघोषः आवाज. Sound; loud sound जीवा ० ३, ४; सू० १० १६; unda. f. (anta ) de sta; 718 अ. नाद किया हुआ; आवाज कियाहुआ. [ णाम Sounded भग० १६, ५; सादिय. त्रि० ( नादित ) लुभे। उपसेो ६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. जीवा० ३; साभि स्त्री० (नाभि ) गाडाने येऊ लाग. गाडेछकडे का एक भाग. A particular part of a cart. 'जंतलडीव नाभी वा' दस० ७, २८; ( २ ) नाभि डुटी नाभी: दूंढी. the navel. जं० प० ५, ११४; श्राया० १, १, २, १६; श्रोव० १०; जीवा ० ३, ३; ( 3 ) पुं० ऋषलहेचअलुना પિતાનું નામ; પંદરમાં ५२. ऋषभदेवप्रभु के पिता का नाम; पंद्रहवें कुलकर. name of the father of Lord Risabhadeva; the 15th Kulakara. सम० प०२२६; - पभव. त्रि० (-प्रभव) नालियांधी उत्पन्न धयेस नाभि में से उत्पन्न. born from the navel. तंदु० - रसहरणी. स्त्री० (-रसहरणी ) नाजिनी ना. नाभिकी नाल, the navel duct or canal. ág⚫ "" खाम पुं० न० (नाम - नमनं नाम: ) परिष्यामः आय; संज्ञा विशेष परिणामः भावः संज्ञा विशेष. Sense-perceptions and their objects; substance; a par ticular name. कइ विहें भंते यामे परायणते " भग० २५, ५, ६३, १; १७, १; णाम. अ• ( नामन् ) वायास २; पाह पूरयु. वाक्यालंकार; पादपूरण. An expletive used as an ornament of speech or completing metre. ठा० ४, १; पराह० १, १; ( २ ) न० अलिधान; नाभ. अभिधानः नाम ก name. जं० प०५, ११२; ११५: राय० २६; ३२; विवा० १; नाया● ३; २; ४; ५; ६; ३; १२; १४; १६; १६; श्रव० ११: For Private Personal Use Only Page #947 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाम] (६३३ ) [णाम पन्न. २; (३) ना योगे शश२, ५, ઉદયથી અતિમાં સારા કે નરસાં નામ બાંધે, આકૃતિ, જાતિ વગેરે શારીરિક गोत्र पाभी श. नाम और गोत्र कर्म की સંપત્તિ શુભ કે અશુભ પ્રાપ્ત થાય છે તે ! प्रकृति कि जिसके उदय से प्रात्मा शुभ वा नाममा. जिसके योग से शरीर, रूप, अशुभ नामगोत्र प्राप्त कर सके. the बनावट, प्राकृति, जाति इत्यादि शारिरिक | varieties of Nama and Gotra सम्पत्ति शुभ वा अशुभ प्राप्त होती है वह Karmas by the maturity of नामकर्म. Karmas by the rise of which a soul is born in a good which good or bad physical Or bad family etc. सू. प. १६; constitution, grace, form, caste राय० -गोय. न. ( -गोत्र ) । etc. of a soul are determined. ७५३ श६. देखो ऊपरका शब्द. vide पन्न २० भग० २५, ६, २६, १; अोव.२०; above. नाया० १४; नाया. ध० दसा. (२)समाना. संभावना. an indeclin. १०, १; —णतअ-य. न० (-अनन्तक ) able expressing conjecture, नामयी मानत. नाम से अनन्त. one possibility etc. भग०३,३;-अंकिय. endless in names; ono namod त्रि. (-अङ्कित) भांति; नाभा नाम- endless. ठा० ५, ३, १०; -पुरिस. वाला. having s name; marked पुं० ( -पुरूष) नामना पु३५ अ नु . by a me. नाया. १६: -इंद. नाम ५३५ छे ते. न'म का पुरुष अथवा पुं० ( -इंद्र ) नामनामां जिसका नाम पुरूष है वह.. man in ઇકના ગુણ નથી પણ કેવલ નામ જેનું ઈદ્ર ! name only; ( one ) bearing छेते. नाम का इंद्र; जिसमें इंद्र के गुण the ume "Man" ठा० ३, १; नहीं है परन्तु केवल नाम जिसका इंद्र है ----लोग. पुं० ( -लोक ) नामनामा वह. one who is Indra in name જેનું નામ લેક રાખવામાં આવ્યું હોય તે. only. ठा० ३, १; -कम्म. न. नाम का लोक; जिसका नाम लोक रखने में ( -कर्मन् )नाम माम मांगें श्राया है वह. Loka or world in म. नाम कर्म; पाठ कम में से छठा कर्म tame only; ( one ) bearing the sixth of the eight kinds the name a Loke or world. of Karmas "णाम कम्मे दुविहे पण्णत्त' ठा० ३, २; ~वग्ग. पुं० (-वर्ग ) नाम ठा०२,४;सम०४२;-करण. न. (-करण) प्रतिनो समुदाय. नाम प्रकृति का समुदाय. નામકરણ સંસાર; બારમા દિવસે બાલકનું ! a collection or group of नाम स्थापते. नामकरण संस्कार, बारहवें Nana Prakritis. जीवा ०२; -वीर. दिनको बालक का नाम स्थापन करने पुं० (-वीर-यस्य जीवस्या जीवस्य वा की क्रिया. the ceremony of ऽन्वर्थरहितं वीर इति नाम क्रियते स नाम: giving a name to a child on वीरः नानावीरः ) पार से नाम यशवनार the 12th day after its birth. ४०५ या ५००१ ५६. वीर ऐसा नाम नाया० १; ८; -गुत्त. न. ( -गोत्र )। धारण करनेवाला जीव वा अजीव पदार्थ, नाम अने मनी प्रनि १ ना anything or anybody bearing Page #948 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णामाधज्ज] ( ६३४ ) [णायग the name "Valiant. सू. प. २; mily of the Lord Mahāvīra; a -सच्च. न. ( -सत्य-नाम अभिधानं | branch of the Ikşvāku family. तत्सत्यं नामसत्यम् ) सत्य नाम छे ते श्रोव० १४; पराह ० १, १; भग० ६, ३३, नामनुसत्य. सध्य जिसका नाम है वह; नाम | (३) त्रि. तेवशमi art पामे. उस वंश का सत्य. truth in name only; that में जन्म प्राप्त. born in the above fawhich is named truth. ठा.. mily. भग० २०, ८; ओव० १४; (४)न. १०;-सव्व. न०(-सर्व-नाम च तत्सर्व दृष्टांत. दृष्टांत. an illustration. सम० च नामसर्वम्) नामे ४२स नाम से ही ६; (५) साता सूत्रने सथ मत. ज्ञातासर्व. every thing by reason of सूत्र का अर्य. the purport or sense the name or so far as the name of Jinata Sutra. नाया० ध० -विहि. goes. ठा० ४, २; पुं० ( -विधि ) स्वलना मे २. खामधिज. न० (नामधेय) नाम; अभियान. स्वजन का एक प्रकार. a particular नाम; अभिधान. A name; denomi- kind of relationship. वव. ६, १; nation. श्रोव. २६ नाया. १: दसा. ६, २;-संग. पुं० (-सा) परि. णामधेज. न० ( नामधेय ) नाम; मलियान.. गिनाना सग. परिचित जनोंका संग. नामः अभिधान. Aame; denomina- company of acquainted per. tion. नाया. १, १६, पन्न. २; भग० १५, Sons. सूय० १, ३, २, १२; १; विवा. ५; ज. प. ७, १७८ ठा० ४, | णाय. पुं० ( नाद ) ना; सपा सुम. नाद; २; भोव• ४०; अणुजो० २८; श्रावाज; शारगुल. Sound; loud णामधेजवई. बी. ( नामधयवती ) प्रश sound. नाया. १: नाममा प्रशस्त नाम वाली. Bearing णायअ. पुं० (ज्ञातक ) indian; शातिन. a famous name. नाया० १ स्वजातीय; ज्ञार्तिजन. A caste-fellow. णामधेय. न० ( नामधेय ) नु। “णाम- ज. प. सूय १, ८, १२, २, १, ३५; धेज" श६. देखो " णामधेज " शब्द. वव० ६, ; नाया. १; Vide " णामधेज" जं. ५० ५, ११५; | णायप्रय. पुं० ( नायक ) नायः नेता. ओव. नायक; नेता. A leader; a head. णामय. पुं० ( नामक ) नाम; संभावना. सूय० १, १५, १; नाया० १; २; नाम; संभावना. A narne; possibility. | णायक. पुं० ( नायक) नाय; नेता. नायक; भग० १६, ३; नाया० १; नेता. A leader; a head. परह.१,४; णाय. त्रि. (ज्ञात ) ; समन्सु. ज्ञात; णायकुमार. पुं०( ज्ञातकुमार ) । "णात समझा हुआ. Known; understood. कुमार " श६. देखो " णातकुमार " भग. १, ४, ७, ६) ६, ३१, १७, २; शब्द. Vide “ णातकुमार " नाया. १; नाया० ७, राय० ३१; आया. १, १, १, २, | णायखडं. न० ( ज्ञातखण्ड ) । " णात(२) न० ७६वा वश मे मत२ स; __ खंड" श... देखो “ णात खड" शब्द. महावीर स्वाभिमुखइवाकु वंश का एक | Vide " णातखंड" ठा० १० कुल; महावीर स्वामी का कुल. the fa- | णायग. पुं० ( ज्ञातक ) मे " णायच" Page #949 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णायग] ( ६३५ ) [णारभ-य श६. देखो “सायम" शब्द. Vide से दीक्षा सीधी. क्षत्रिय कुण्डपुर के बाहर " णाय" निसी० ८, १२; का उद्यान जहां महावीर स्वामी ने दीक्षा लीथी. णायग. पुं० ( नायक ) नाय; नेता; २सन; The garden outside Ksatriya अधिपति. नायक; नेता; राजा; अधिपति. Kundapura where Mahāvira A leader; a king; a lord. सम० Svāmī was initiated into the १; ३०; दसा. ६, १६; परह, २, ५; (२) order of monks. आया० २, ३, १५; ५३५९॥ ४२६४॥२. प्ररूपणा करने वाला. -वण. न० (-वन) सात नामनुं one who explains e. g. a | राधान. ज्ञातखंड नाम का उद्यान. a gar religious text. सूय० १, १५, १; । den named Jnatakhanda. कप्प. सायज्झयण. न. (ज्ञाताध्ययन) साता सूत्र अध्ययन. ज्ञाता सूत्र का अध्ययन. | णाया. स्त्री. (ज्ञात ) म ष्टांत सहित A chapter of Jñātā Sūtra. અધિકાર છે એવું જ્ઞાતા નામનું છઠું અંગ माया० २, ४, ५, ८; १२, १४; १६ सूत्र. जिसमें दृष्टांत सहित अधिकार है ऐसा णायपुत्त. पुं० ( ज्ञानपुत्र ) सात ५१ ज्ञाता नाम का छठा अंग सूत्र. The 6th त्पन्न येस; शत-प्रण्यात-सिवाय Angu Sūtra so named abound सजना पुत्र महावीर स्वामी. ज्ञात वंश में , ing in illustrations of the उत्पन्न; ज्ञात- प्रख्यात-सिद्धार्थ राजा के subject-matter. नाया. १; -(s) पुत्र महावीर स्वामी. The Lord Maha- णायाज्झयण. न. ( -ज्ञाताध्ययन ) vīra, the son of the famous साता सूययन. ज्ञाता सूत्र का श्रध्य. king Siddhartha; born in the a. a chapter of Jñātā Sūtra. family named Jinata. उत्त० ६, नाया० १; t; १८; भग० १८, ७; सूय० १, ६, २४; णायाधम्मकहा. स्त्री. (ज्ञाताधर्मकथा-ज्ञाता-वयण. न. ( -वचन ) महावीर नि उदाहरणानि तत्प्रधाना धकथा स्वाभिना क्यन. महावीर स्वामी के बचन. ज्ञाताधर्म था ) नामांत सहित words of Mahāvira Svāmi. અધિકાર છે એવું એ નામનું કયું અંગસૂત્ર. दस० १०,६; जिसमें दृष्टांत सहित अधिकार है ऐसा इस णायय. त्रि. ( ज्ञातक ) जयना२. जानने नाम का छठा अंगसूत्र. The sixth वाला. (One) who knows नाया० २; Anga Sūtra so named abouudणायव्व. त्रि. ( ज्ञातव्य ) Mगुवा यो ing in illustrations of the sub. अधिन थु. जानने योग्य; अवबोधन | ject-matter. नाया. १; नाया० ध० करना. Worthy of being known; | णारश्र-य. पुं० (नारद ) ना२६ *षि. ऋषि; act of knowing. अणुजो० १२८; नारद. The saint Narada. अोव०३८% १३०; निसी० २०, १०; भग० १६, ८; ( २ ) सार्थपुर नगरना । समुद्रक्रिया नाया. ध. ६; हीरे. सौर्यपुर नगर का राजा समुद्र णायसंड. न. (ज्ञातखण्ड ) क्षत्रिय ९९. विजय का पुत्र. name of the son of पुरनी लातुं धान; rii मलावीर स्वाभी- Samudrarijaya the king of Page #950 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णारयपुत्त] ( ६३६ ) [णालंदिग्ज Souryapura, ओव० (३) या ना ing in the north into Ramina. सरनामधिपति गन्धर्व के लश्करका _kavāsa Kse tra. जं०प०६,१२५, राय. अधिपति गंधर्व. the Gandharva सम० ठा० २, ३, commander-in-chief of the | णारिकंताकूड. न० ( नारीकान्ताकूट) नास. army of Gandharvas, glo 0; वत पतनु 2. नीलवंत पर्वत का णारयपुत्त. पुं० (नारदपुत्र) जवान महावी छटा कूट The sixth summit of स्वामीना से नामना मे शिष्य. भगवान् ! the Nilavanta mount. ठा. ६ महावीर स्वामी का इस नाम का एक शिष्य | खारी. स्त्री० (नारी ) नारी; त्री नति. नारी; . Name of a disciple of lord | स्त्री जाति. A woman; womankind. Mahavira. भग०५,८ सूय० १, ३, ४, १६; णाराय. न० (नाराच) सोम सामे ये परतुनाणारीकता. स्त्री. ( नारीकान्ता ) मा म:24; ७ सयमानुत्री सवय. “णारिकता" श. ६. देखो " गणारिकता" श्रामने सामने दो वस्तुओं का मर्कट बंध; शब्द. Vide " णारिकता " जं. ५० छः संघयण में से तृतीय संपयण. The | णाल. न० ( नाल) मल माहिना !; है third of the six kinds of phy. ०५२ म. कमन आदि का दंडा; कंद sical constitutions in which के ऊपर का भाग. A stalk of a lotus the bones are loosely tied to plant etc. पाया० २,१, १, ८, (२) gether by the silnews.०प० जीवा ०१: नात; 21. नाल; इंठी the navel. जं. गारायण. पुं० ( नारायण ) शिरथ २१Mना प. ५, ११४; पुत्र राम / सक्षम १५२ नाम; | णालंदइज्ज. न० (नाबन्दीय ) ४५॥ ભરત ક્ષેત્રના આ અવસર્પિણીના આઠમાં સૂત્રના બીજ મુનકધના છઠા અધ્યયનનું पासुद्दे५. दशरथ राजा के पुत्र राम के भाई नाम. सूयगडांग सूत्र के द्वितीय श्रुतस्कंध के लक्षमण का अन्य नाम, भरत क्षेत्र की इस छठे अध्ययन का नाम. Name of the भवसर्पिर्णी का आठवां वासुदेव. Another" 6th chapter of the 2nd Sruta. mame of Laxamanı, son of skandha of Süyagadānga Dasaratha and brother of Rāma Sutra. सूय० २, ६; the 8th Vasudeva of Bharata- | णालंदा. स्त्री. ( नालन्दा ) ये नामनी २०४kşetra in the current Avasar: गृह नगरने से सते. राजगृह नगर pini. प्रव० १२२६; सम० का एक मार्ग; इस नाम का एक मोहला. णारिकंत्ता. स्त्री० ( नारीकान्ता ) नीत Name of a street of the પર્વતથી નીકલી ઉત્તર તરફ રમકવાસ ! city of Rajagriha. सूय० २, ७, १; क्षेत्रमा उती से महानही. नालवंत पर्वत | णालंदिज्ज. न. ( नालंदीय) aai नामे से निकलकर उत्तर तरफ रम्म कवास क्षेत्र में | सूया। सूत्रनु २३ भु ययन. नालाय बहती हुई एक महानदी. Name of a नाम का स्पगडांग सूत्र का २३ वां अध्ययन. great river issning from the The 23rd chapter of the SūyaNilavanta mountain and flow. I gadaigaSutra so nAmed.सम०२३ Page #951 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गालियर ] ( ६३७ ) - ० नाभिरनु का तैलाली. बी. ( नाली ) मत भाषवानी घडी. समय मापने की घडी. A chronometre. ६; खालिएर पुं० ( नारिकेल ) नाती मेरी; नाही . नारियल का वृक्ष. A co coanut tree. पत्र १ आया० २ १, १, ८ जं० प० नाया० १६ (२) न तेना न० ३४; (नासी मे२) उस के फल ( नारियल ) t cocoanut. नंदी० नाया ० &; - विज्ञ न. ( तेल) ते टापेरानुं ते.. नारियल coconut oil. नाया० मत्थय. न० (मस्तक) नारा नाग, नारियल के वृक्ष का ऊपरका हिस्सा. the top of & cocoanut tree. आया० २, १, १, <; नालिबद्ध न० ( नावद ) नाम 'ध-नाशी पालाई मोगराहि डांड-डंडी वाले फूल; जाइ जूइ मोगरादि A llower growing on a stalk The खालिया. स्त्री० (नालिका ) उम १; ७; सूर्य • 315. माहिनी हांडी; नामि कमल आदि की डंडी. A stalk of a lotus etc. तंदु विवा० १ ( २ ) घून डी. द्यूत क्रीड़ा. gambling. भग० ६, (१,६,१८ (३) मुझ नाम झाड. कलम्बुका नाम का वृक्ष. a tree named Kalambuka सू० ० ४ ( ४ ) मे नामनी देश इस नाम की बेल name of 1 creeper . पन ० १ - बद्ध न० (-बद्ध) નાલિકા-ડાંડી વાલાં $4. डंडीवाले फूल. flower growing on a stalk. पन १० खालियाखेड-इन ( नाविकाखेट ) घृत विशेष प्रहार भारत क्रीड़ा विशेष; एक प्रकार का जुश्रा A kind of gambling. जं• प० नाया० ( २ ) होनी गति समवाने भाटे घडी भेत्री नसी नामां आवे ते ग्रहों की गति जाननेकी घडी जैसी नली. a con ० Vol. 1/118. [ णाविय trivance by which in ancient times the notions and posi tions of planets were known. श्रव० ४०; ( ४ ) भय याहिनी नासिका छेवानी . कमल आदि की डंडी काटने की कला. the art of cutting stalks of lotuses ete. नाया० १; जीवा ० ३; ( २ ) भे: लतनी वेस एक प्रकार की बेल sort of creeper. पन० १; ० aret. ft. (it) 19; as orelor. नाव: जहाज. A ship a boat. नाया० ६ १६; भग० ३, ३, ५, ४; पन्न० १६, सू० ५० १०, सूर्य ०१, १, २, ३१; निसी० १८, १३१७३२० ० ६, ६ जं० प० १५.३,६५० २११ – सिचा. न० (उचिक) नावानी अंदर पाणी ભરાઇજાય તે ઉલેચવાનાં ઠામ ડાલ વગેરે. जहाज में पानी एकत्र हुआ हो उसे बाहर निकाल कर फेंकनेका बरतन बालटी इत्यादि. a bucket etc. used for pumping out the water that accumulates in a ship. निसी० १८ १७३ गय. त्रि० (-गत ) नाम मेडेल. नौका में बैठा हुआ. seated in a boat on board [a ship. निसी १८ २०१ - वयिग. पुं० (क) नाद्वारा व्यापार ४२नार नौका द्वारा व्यापार करने वाला. & naval merchant. atat. ८; १७; - संतारिम न० (संतार्थ) क्या orti ele याशी राडे तेटयुं पाणी. जहां ચાલી जहाज चल सके उतना पानी navigable river, stream etc. आया० १,१,२,१६ गाविय. पुं० ( नाविक नावा जीवति Page #952 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णाविया ] यक्षावनार. नाविक; नौका चलानेवाला; जहाजी; मल्लाह. A sailor; a boatsman नाविकः ) नाविङ; नौम्। यावनार; वहालु | णासिक्कपुर न० ( नासिक्यपुर ) गोहावरी નદીની દક્ષિણે આવેલું એ નામનું નગર. गोदावरी नदी के दक्षिण में आया हुआ इस नाम का नगर. Name of a town in the south of the river Godāva. ri. नंदी ० गासियपुड. न० ( नासिकापुर ) लुभे। "खा६. देखो " णासापुढ शब्द. ( १३८ ) नाया० ६; भग०५, ४; लाविया. स्त्री० ( नौका ) नौअ; वहाणु. नौका; जहाज. A boat; a ship. भग ५, ४; गास. पुं० (नासा) ना. नाक. The nose. सम० ११; गास. पुं० (न्यास) स्थापन; था पशु स्थापन; धरोत. Putting down; laying down; a deposit. सम० णासा. बी० (नासा) नासा; ना; नासिडा. नाक; नासिका. The nose श्रोव● १०; नाया ०१, १, २, १६; जं०प० जीवा० ३, ३; निसी० ५, ४०; – च्छ्रेयण न० (च्छेदन) नाउनु छेन २ ते नाक का छेदन. act of piercing, cutting off the nose. नाया० २१ - णिस्सासवोज्झ त्रि० (-निश्वासबाह्य) नाना धीमा श्वासथी पर बडी लय ते अ. नाक के धीमे श्वास से भी उडजाय ऐसा इलका ( anything ) 80 light that gentle breath from the nose would cause it to move. भग● ε, ३३; जीवा० ३, ३; – निस्सास न० ( - निः श्वास ) नासिनो चायु नासिका की वायु. breath exhaled from the nose. नाया० १; – पुड. पुं० (-पुट) नासा घुट; नानायला-नसरा. नाक के पुट. the nostril. नाया० १४; – बंध. पुं० (-बंध) नाउनु ांध ते नाक को दाबना. act of closing up the nose नाया० १७; - भेय. पुं० (-भेद ) नासिमां छिद्र ते नासिका में छिद्र करना act of perforating the nose. परह० १,१; even a ܕܕ [ गिट्टिबादर ܕܕ सापुड Vide" "" यासापुड नाया ० ८ गासियासिंघाराग. न० ( नासिकासिङ्घायक ) नाउने भे; सीट, गुंगा वगेरे. नाक का मल. Dirt of the nose. तंदु• गाह. पुं० ( नाथ ) नाथ; घसी; रक्षय १२ નાર; આશ્રય આપનાર; યોગક્ષેમ કરનાર. नाथ; स्वामी; रक्षक; आश्रय दाता; योगचेम करने वाला. A lord; a_master; & husband; a protector; a supporter. नाया है, उत्त० २०, ११; सम० १; णि. अ० ( नि ) वधाराना अर्थ मां निश्चय. विशेष के अर्थ में निश्रय An indeclinable used to express the sense of " In addition to 'Indeed ' विवा० ६; "T fix. f. (fan) zaslu; ùdig', Ĥaa al; अपना One's own; belonging to oneself, सू० प० २०; शिश्रग. त्रि० ( निजक ) पोतानुः स्वीय. अपना स्वकीय. One's own; belonging to oneself. ओव० ३३; जं० प० ५, ११५, २, ३३; शिश्रट्टिबादर. त्रि० ( निवृत्तिबादर ) आभा गुयुस्थानम्मां वर्तनार. आठवें गुणस्थानक में रहने वाला. One who has attained the 8th Gupāsthānaka, or stage of spiritual evolution. सम० २७; Page #953 -------------------------------------------------------------------------- ________________ डिल्लया ] श्रिडिल्लया. स्त्री० ( निकृति ) गा; भाया. ठगाई; नीचता; माया. Deceit; meanness. श्रोत्र० ३४; शिअल न० ( निगड ) पानी मेडी; लोहानी सांडल पैर की बेडिया; लोहे की सांकल. Iron chains; fetters. ओव० ३८; fugu. fa. (faza) Get; Gaz zcUA वासुं; अविनाशी. नित्य; स्थिर स्वभाव ( ६३६ कुशल. थयेस. शिल्पकला आदि मैं (one ) trained or skilful in & handicraft etc. नाया० १; णिउणिय. त्रि० ( नैपुणिक - निपुणं सूक्ष्मं ज्ञानं तेन चरन्तीति नैपुणिका: ) सुक्ष्म ज्ञान वाला. सूक्ष्म ज्ञानवाला ( One ) possessed of expert knowledge, "नव णिउशिया वत्थु परणता" ठा० ६; वाला; अविनाशी. Permanent; | णिउत्त. त्रि० ( नियुक्त ) प्रवृत्त रेल ; [ श्रिय-अ steady; everlasting. सूर्य० १, १, ४, ६; जं० प० ७, १७५; गिउ. त्रि० ( निगुण ) नियत-निश्चित गुणुवा नियत निश्चित गुणवाला Pos sessed of effective merits or virtues, पंचा० ११, २०; णि उण. त्रि० ( निपुण ) निपुणु; होशियार, ईश; यतुरः यात उ. निपुण; होशियार; कुशल; चतुर; चालाक. Clever; efficient; skilful. " खंतिणिउण पागारं तिम्गुत्तं दुष्प धंसय " उत्त० ६, २०; नाया० १; ३; ६; श्र० २४; ३०; राय० ४४, ८० सू०प० १; २०; – उचिय. त्रि. ( - उचित ) निपुणु शिपायी मना at निपुण शिल्पी से बनाया हुआ. Made by a skilful artist. नाया० 9; जं० प० -- कुसल . त्रि० ( - कुशल ) धोयतुर - गिओग. पुं० ( नियोग ) आज्ञा; लुम्भ. निपु. प्रति चतुर-निपुगा very clever; very skilful. राय० ८० एवजुय. त्रि० ( - नययुत) सूक्ष्म नीतिनो विचार २नार. सूक्ष्म नीति का विचार करने वाला. ( one ) devoting attention to fine or minute points of ethics. पंचा० २, १६ – बुद्धि. स्त्री. ( - बुद्धि ) सुक्ष्म बुद्धि. सूक्ष्म बुद्धि. sharp intel. lect. पंचा० ११, २०५ – सिप्पोवराय. ( - शिल्पोपगत ) शिक्षा हिमांश येस प्रवृत्त कियाहुआ; योजित. Set about; started; planned. नाया ० ६; णिउदजीव पुं० ( निगोदजीव ) निगोहना 1. निगोद के जीव. A sentient being residing in the Nigoda class of vegetation जीवा० ६० शिउर. पुं० ( निकुर ) भे: तनुं जाऊ. एक प्रकारका वृक्ष. A kind of tree नाया०८; खिउरंब न० ( निकुरम्ब ) समूह समूह. A group; a collection. "रम्मेमहामह निउरंब भूए" नाया० १; १३; ( २ ) पुं० वृक्ष विशेष वृक्ष विशेष. a particular kind of tree. नाया० ६; शिश्रश्र पुं० ( नियोग ) व्यापार लिया. व्यापार; किया. Process; action. श्राज्ञा; हुक्म. Order; command. जं० प०५, ११७; पंचा० ६, २८ शिश्रोद पुं० ( निगोद ) : शरीरमां અનન્ત જીવ હેાય એવી વવસ્પતિ; સાધારણ वनस्पति एक शरीर में अनन्त जीव हों ऐसी वनस्पति A vegetation with infinite lives in its body. भग० २५, ५; शिश्रय- पुं० ( निगोद ) खो उपलो ०६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above. For Private Personal Use Only Page #954 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिदण] (६४० ) [णिकाय पन्न. १; ३; जीवा० ६; ( २ ) युटुंग. a Nimba tree. पन्न. कुटुंब. a family. जं. प. गिबोलिया. स्त्री. (निम्बगुलिका) सीमोली; णिदण. न० ( निन्दन) निन्दा ४२वी; सालीभाना ३१. निम्बोली; निम्ब के फल. ३२वी. निन्दा. Act of censur. L A seed of the Nimba tree. ing. नाया० ८; भग० १७, ३; (२) नाया. १६; पश्चाता५. पश्चात्ताप. act of repent- | णिकर. पुं० (निकर ) समू. समूह. A ing, penitence. नाया · १६; ___ collection; a group. नाया. ६; र्णिदणया. स्त्री० ( *निन्दन ) पोताना मणिकरिय. त्रि. (निकृत) २७ना सार पिनी निन्दा ४२वी ते. अपने दोष या माथा ये जंत्री के छेद में से खींचा कर्म की निन्दा करना. Act of cen- हुआ. Drawn out like a wire suring or adversely criticising froin adie. ओव. १०; one's own Karmas or faults. | सिकाइय. त्रि. ( निकाचित-नियुक्तिसंग्रह. भग० १७, ३; णातूराहरण ऽऽदिभिः अनेकधा व्यवस्थाणिदणा. स्त्री० ( निन्दना ) नि; नियं; पितम् ) हेतु 3॥६२९५ माहिया सि६ ४२. उसना ४२वी. निन्दा; निन्दा करना; अतगणना हेतु उदाहरण प्रादि से सिद्ध किया हुआ. करना. Censure; act of censur. Established or proved with ing; speaking ill of. wao yo; the help of logical reason, illusगिदणिज्ज. नि. ( निन्दनीय ) नि-४॥ tration etc. सम. प. १६६; (२) योय; नि.] ३२॥ यो५. निन्दा करने निायित; टुटे नडिते. निकाचित; न योग्य. Deserving censure; | टूटे ऐसा. firmly fastened, such ns censurable. नाया. ३, १५; would not break "चउन्विहे णिकाणिदिया. स्त्री. ( निन्दिता ) मा पार इए पएणते " ठा० ४, २; घास वगेरे निवामां आवे ते षि. | णिकाय. पुं० (निकाय-निर्गतः काय प्रौदारिकाजिसमें एक वार घास इत्यादि नीदनेमें ऽऽदिर्यस्माद् यास्मन् वा सति स निकायः) आता है वह कृषि. Cultivation of मोक्ष. मोक्ष. Salvation. श्राया. laud requiring weeding out १, १, ३, १८; (२) ५वीय, अ५४१५ of grass etc. ouce. ठा० ४, ४ તેઉકાય, વાઉકાય, વનસપતિકાય, અને ત્રણ णिदु. स्त्री० (निन्दु ) 91वी स्त्री; भुवा ४ाय ये ७ प्र. ना समू. पृथ्वी मानोन्म आपनार भाता. मृत संतति काय, अप्काय, ते उकाय, वायुकाय, वनस्पति जन्म दात्री; मृत बालक को जन्म देने वाली काय, और त्रसकाय इन छः प्रकार के जीवों माता. A woman who gives का समूह. a collection of the six birth to dead children. अंत०३,८%3B kinds of sentient beings viz. णिव. पु. ( निम्ब ) सी431. निम्ब का वृक्ष. those with bodies of earth, A Niunba tree. पन्न. १; भग० १८, water, fire, wind, vegetable, १, २२, २; (२) न. सीता ; सीमाना and mobile sentient beings ११. निम्बोली: निम्ब के फल.aseed of ( Trasakiya). श्रोत्र. २४; सूय० २, Page #955 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिकाय] ( ६४१ ) [णिकम्म ४, ३; प० २२; दस० ४; -पडिवएण. | obstacle. सम जीवा० ३, ४; -च्छाय त्रि. ( -प्रतिपन -निर्गतः काय औदारिका त्रि. ( -च्छाय ) नि॥१२६ - साव२९ ऽऽदिर्यस्माद यस्मिन् वा सति स निकायो २लित प्रशवालु. निरावरण --श्रावरमा रहित मोक्षः तं प्रतिपनो निकायप्रातपन्नः ) मोक्ष प्रकाश युक्त. having uninterrupted प्राप्त थयेस. मोक्ष को प्राप्त. ( one )| light. राय० जं० ५० १, १२; who has attained salvation | णिखिय. त्रि. ( निष्काक्षित ) अन्य आया. १, १,३, १८; । शनी साक्षी २खित. अन्य दर्शनकी णि काय. पुं० ( निकाच -निकाचनं निकाचः) आकांक्षा रहित. ( One ) free from a निमय ५२यु, सामन्वय ५२. desire of knowing or practising निमन्त्रण करना; आमन्त्रण करना. Act | ___ another creed. सूय० २, ७, ६६; of calling or inviting. सम० १२; | णिकट्ठ. त्रि. ( निष्कृष्ट ) हुमा शरीरयाला. णिकाय. सं. कृ. अ. ( निकाच्य ) २थापा दुर्बल शरीरवाला. Lean; reduced. ने. स्थापन करके. Having establish __ठा०४,४; (२) २ येस. बाहर खींचा ed; having pluced. "णिकाय समयं । हुआ. drawn out. नाया० १८; पत्तेयं पत्तेयं पुच्छिस्सामो ' आया. १, ४, | णिकतार. नि. ( निष्कान्तार-कान्तारमरण्यं २, १३३; निर्गतः कान्ताराद् निष्कान्तारम् ) या णिकुजिय. सं. कृ. अ. (निकुञ्ज्य) शरी२ ७.६२ टेस. जंगल से बाहर निकाला हु श्रा. नायु रीत. शरीर को झुकाकर. Hav. Taken out from a forest; ing bent or lowered the body. led out of a forest. "antin निसी० १७, २३; णिकतारं करेजा" टा० ३, १; णिकुरंब. न. (निरम्ब ) समूह. समूह. णिकम्म पुं० ( निष्कर्मन्-निष्कान्तः कर्मणे। Agroup; a collection. ओव० भग० निष्कर्मा) मोक्ष. मोक्ष. Salvation. (२) १, १; नाया० ७; (२) ती भेया . सव२. संवर. censation of the काली मेघघटा. a series of black infiux of Karna. "णिक्कम्मदपी इह clouds. जीवा. ३, ३; मच्चिएहिं" आया० १, ४, ४, १३८; णिके अ-य. पुं.(निकेत) मास; ५२. आवास; -दसि. त्रि. ( -दर्शिन् -निष्कर्मा मोक्ष घर. A lhouse; an abode. नाया०१६; सवरो वा तं द्रष्टुं शीलमस्येति निष्कर्मणिक त्रि. ( * ) शुभ मे . दर्शिन् ) भोर भागने लगुना२; म शुद्ध; निर्मल. Pure; free from dirt. सपना भुत. मोक्ष मार्ग को जानने वाला; नाया० १; कर्मबंधन से मुक्त. (one) who knows णिकंकड. त्रि. ( निष्कंटक ) निरा१२६॥ the path of salvation; freed साव२९५ लत. निरावरणः आवरण रहित. from Karmie bondage. पाया. १, Uninterrupted; free from any ३, ४, १३६; ___ * शु! पुष्ट ५२ १५ नी ५-नोट (*) देखो पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*) Vide foot-note (*) P. 15th. Page #956 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क़्किल ] णिक्कल. त्रि० (निष्कल ) स रहित निष्कलंक कलंकराहत. Spotless: stainless भग० १५, १ णिक्कलुण. त्रि० (निष्करुण ) या रहित. दया रहित; निर्दय Unkind; merci less. पराह० १, १; णि कवय. त्रि० (निष्कवच ) आवरण रहित; उपन्य विनाने. श्रावरण. रहित; कत्रच रहित. Devoid of a covering; devoid of an armour. ठा० ४, २; णिक्कासिय त्रि० ( निष्कासित ) नीतेश; छाठी भुस निकला हुआ; निकाल दिया हुआ. Turned out; got out; driven out. ओव ० ििकंच. त्रि० ( निष्किञ्चन ) निष्परिग्रही. निष्परिग्रही. Not possessed of anything; possession-less. सूय ० १, १३, १२; शिक्किय. त्रि० ( निष्क्रिय ) द्विवारडित. क्रियारहित. Devoid of action; inert. पर६० १, २; नाया० ६; णिक्किव नि० (निष्कृप ) पारखित. कृपा रहित. Devoid of compassion; ( ६४२ ) unkind नाया० ६; किोड न० (निष्कोटन ) अन्धन विशेष. बन्धन विशेष. A particular kind of bondage. पह० १, ३; णिक्खंत त्रि० ( निष्क्रान्त ) नीउसेस. निकला हुआ. Come out; got out; gone out. नाया० १; नाया० ६० २; (૨) સંસારમાંથી નીકલીને દીક્ષા લીધેલ. संसार में से निकला हुआ; दीक्षा लियाहुआ. (one ) who has freed himself from the world and has become a monk सू० १, ८, २४: उत्त० १८, १६ : [ क्खिमण शिक्खम न० ( निष्क्रम ) उपाधि छोडी નીકલવું દીક્ષાલેવી તે; સુખને એક પ્રકાર. उपाधि को त्याग कर निकलना, दीक्षा लेना; सुख का एक प्रकार. Act of stepping out of worldly troubles and cares; entrance into the ascetic order. ठा० १०; क्खिमण न० (निष्क्रमण) सूर्य चंद्रनु तेना मांसमांथी हार नीलवु ते. सूर्य चंद्र का उसके मंडल में से बाहर निकलना. The coming out of the sun and moon out of their orbits or circles. सू०प०१३;(२) हीक्षा क्षेत्री. दीक्षा लेना entrance into the ascetic orders. नाया० १.५ ८; (३) धरमांथी महार नी ते घर में से बाहर निकलना act of coming out of the house; coming out of the house. आया०नि० १, १, ६, १५८; वेय० १, १०; - श्रभिमुद्द. त्रि० ( - अभिमुख ) दीक्षानी सन्मुग्म; दीक्षा सेवा तत्पर. दीक्षा के सन्मुख; दीक्षा लेने को तत्पर ready for or bent on initiation into the ascetic order. नाया ० ५; -- अभिसेय - श्र. पुं० (- श्रभिषेक) ीक्षान लिषे हीझानी ठिया दीक्षा का अभिषेक; दीक्षा की क्रिया. the ceremony of initiation into the ascetic order. भग० ६, ३३; नाया० ५ १६; - चरिय विद्ध न० ( - चरितनिबद्ध ) મહાવીર સ્વામી આદિ તીથ કરની દીક્ષા મહાત્સવ વગેરે દશ્ય બતાવનાર નટય વિધિ; ३२ नाटभांनु महावीर स्वामी आदि तीर्थकरके दीक्षा महोत्सव इत्यादि दृश्य दिखाने वाली नाट्य विधि; ३२ नाटकों में से एक. one of the 32 kinds of a drama; For Private Personal Use Only Page #957 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सिक्खित्त ] a dramatic representation exhibiting scenes of festivity celebrating the Dikṣa of the lord Mahävira ete. राय • - महिमा. पुं० स्त्री० ( - महिमन् ) दीक्षा महोत्सव. दीक्षा महोत्सव festivity of Diksā i. e. initiation into the ascetic order. नाया० ८; — सक्कार. पुं० (-सस्कार ) दीक्षाना सत्कार. दीक्षा का सत्कार. honour paid to Dikṣa or initiation into an ascetic order. नाया ० ५; fursaत्त. त्रि० ( निक्षिप्त ) छोडेस; भूल. छोड़ दिया हुआ; रक्खा हुआ. Kept; placed; put down ; left. नाया० १; भग०१२, १; परा६० १, ३ ( २ ) व्यवस्थापन रेस; राजेल. व्यवस्थापन किया हुआ; रक्खा "हुआ. arranged; put into order. आया० २, १, १, ७; चरश्र त्रि. ( - चरक ) रसोधन वासमांथी हार કહાડયું ન હોય તેવા આહારની ગવેષણા કરना२. रसोई के पात्र में से बाहर निकाला न हो उस आहार की गवेषणा करने वाला. (one) who seeks only that food which is not taken out of cooking-vessel. ठा० ५ १; ओव० - इंढ. त्रि० ( -दण्ड - निचिप्ताः निश्रयेन चितास्त्यक्ताक्कायरूपा: प्राण्युपमर्दकारिणो दएडा यैस्ते तथा ) भन वयन ने a याना दंडने त्यन्नार मन, बचन, और कायाके दण्डको त्यागने वाला. (one) who avoids sins connected with the mind, body and speech. आया० १, ४, ३, १३४; पुरुष. त्रि ० ( - पूर्व ) पहेला पोताने भाटे मनावे. पहिले निज- स्वतः के लिये बनाया हुआ. prepared in the first instance | ( ६४३ ) • शिक्खेवश्र for oneself. आया० २, २, ३, ८७; - सत्यमुसल. त्रि० ( - शस्त्रमुशल ) જેણે ખડગ આદિ શસ્ત્ર ત્યજી દીધા હોય તે. जिसने खड्ग आदि शस्त्रों को त्याग दिया हो. (one ) who has left off or abandoned weapons such as & sword etc. भग० ७, १; णिकिखप्पमाण. त्रि० (निक्षिप्यमाण) पोताने स्थाने भुतो. योग्य स्थान में रखता हुआ. Putting ( anything ) in its proper place; keeping in the proper place, "अग्गपिंड उक्खिप्पमाणं पेहाए श्रग्गपिंड शिक्खिप्यमाणं " आया. २, १, १, २५; V शिक्खिव. वा. III. (नि+क्षप् ) ३५५; नाम फेंकना डालना. To throw; to cast out. णिक्खिवइ नाया० १४; क्तिवित्ता. नाया० १४; भग० १६, १; वव० १, १५; णिक्खिवमाण भग० १६, १; शिक्खिविश्रव. त्रि० ( निक्षिप्तव्य ) भुवा योग्य रखने योग्य. Worth being put or kept पण्इ० २, १; शिक्खुड. पुं० ( निष्कुट ) पर्वत विशेष. पर्वत विशेष. A certain mountain. ( २ ) निष्णुभ्य; स्थिर निष्कम्पः स्थिर. steady; firin जं० प०३, ५२; णिकखेव. पुं० ( निशेष ) राजनु ते रखना. Act of putting or keeping. नाया • ८; ( २ ) नाम स्थापनाहिरूपे निक्षेप २ ते. नामस्थापनादि रूप से निक्षेप करना attribution of a name without reference to its connotation आया० नि० १, २, १, १६४; णिखेवत्र पुं० ( निक्षेपक ) आशाप5. For Private Personal Use Only Page #958 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिक्खोभ] (६४४ ) [णिगिण थालापक. A depositor; a speaker | मुखिया. ( one ) who has protect नाया • ध०२;(२) २। ते. रखना. act of ed merchants; a leading, pro____keeping or putting. भग० २०.६ minent merchant. निसी. ४,६; णिक्खोभ. त्रि. (निःक्षोभ ) क्षोस २हित. णिगर. पुं० ( निकर) सभूल; था; सी. क्षोभ राहत. Free from agitation; समूह; ढेर. A. collectio free froin disturbance. सम० २; ___heap. नाया० ८; ; भग० १५,१; जीवा. Vणिगच्छ धा• I. (निर+गम् )नाaj. ३,३; विवा०६ निकलना. To come out; to get out. | णिगीरत. त्रि. (निरित ) शधिन रेस. णिगच्छइ. नाया. १; ५; १४: विवा० ७ शोधन किया हुआ. Refined; purified. णिगच्छंति. नाया० १%3 जीवा० ३, ३; णिगच्छामि. नाया० १४; १६; भग०१५,१; | णिगलिय. त्रि. (निगरित ) पालीने शु णिगच्छाहि. श्रा० नाया० १६ रेस. छानकर शद्ध किया हुआ. Purified णिगाच्छत्ता. सं. कृ. नाया. २; ५८; १३; ___by filteration. जं० प० तंदु. by iteration १४; भग० ११, ११; विवा० ७; णिगस. पुं० (निकष ) २४ा. रेखा. A णिगच्छमण. व.कृ.नाया. १; भग०९,३३; line. परह. १,४; णिगम. पुं० ( निगम ) व्यापारासानु निवास णिगाम. क्रि० वि० (निकाम ) अतिशय; पg. स्थान: ५i 4 वालिया पसता हा अति; बहुत. Too much, excessive. तेस्थान. व्यापारियों का निवास स्थान; जहां । ठा० ५,२; ----पडिसेविणी. स्त्री. (-प्रति पर बहुत से वैश्य रहते हों वह स्थान. ! सेविनी-निकामयत्यर्थ बजिपातं यावत् पु. A place of bode for merchants रुपं प्रतिसेवते इत्येवंशीला निकामप्रतिसे. or traders; a place where many विनी )२७। पुरतो पतित। स ४२ना२ truler's reside. ठा० २, ४; उत्त० २, स्त्री. इच्छाके प्रमाणसे पतिका संग करने वाली १५; नाया० १; दसा० ६, १६; पगह. १, स्त्री. a woman who cohabits with ३; भग० १, १; (२) वासीयानी समूह her husband not longer than वश्य समूह. a group of traders of the time of natural gratifica merchants. ठा०३, ३; ( ३ ) अभियान tion. ठा० ५, २;-साइ. पुं० (-शा. विशेष. श्राभिग्रह विशेष. a particular यिन ) ९६ ५२रात सुना२. हदसे अधिक kind of vov. राय० ( ४ ) व्यापा२. सोनेवाला; प्रमाणसे अधिक निद्रा लेनेवाला. व्यापार; वैपार. trade; commerce. (one ) who sleeps too much. सम० ३०; ( ५ ) निश्रित पथना सोच. दस० ४; निश्चित अर्थ का बोध. knowledge of | णिगास. पुं० ( निकर्ष) ५२२५२ मेवा५ ५२३॥ settled principles. भग० ७, ९, ते. श्रापस में मिलाना. Mutual union -राक्खिय. त्रि. ( रक्षित ) नशेव्या- ___ or intercourse. भग० २५, ७; रासानी २क्षा शहाय ते; व्यापारीमामा णिगिण त्रि० ( नग्न ) ५२३ २खित. वात्र प्रधान-मागेवान. जिसने व्यापारियों की रहित; नंगा; नग्न. Naked; without रक्षा की हो वह; व्यापारियों में प्रधान- clothes. सूय० १, २, १, ६) Page #959 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिगिणिण] (१४५ ) [णिग्गय णिगिाणण. न० ( नाग्न्य) ननता; पण आदि परिग्रह, अभ्यन्तर-अंदर के कषायादि नग्नता; नंगापन. Nakedness; nudity. ग्रंथ से रहित; बाह्याभ्यन्तर परिप्रह रहित उत्त० ५, २१, निःस्पृही जैन साधु (साध्वी). A Jaina Vणि -गिरह . धा• I, II. (नि+गृह) ५४. monk ( or a nun ) free from s;निय ३२३. पकड़ना; निगृह करना. To the tie or fetter of internal catch hold of; to control; to sub- impurity due to passions due. and also from that of णिगिरहेइ. भग० ६, ३३; worldly possessions. नाया. १; २; हिागीरीहत्तार. त्रि. ( निगृहीत ) निल ५; १; १०; १५; भग० १, ३, ६, १६, ४२ना२. निग्रह करने वाला. (One) who ४; निसी• १७, २०; श्रोव. १६, ३४; जं. controls, checks or prevents. प. आव० ४, ८; -धम्म. पुं० (-धर्म ) दसा० ४, ८४; निअन्य धर्म'; जैन धर्मः सर्वज्ञ का धर्म; णिगुंजमाण. त्रि० (निर्गुम्जत ) मेमारता; जैन धन. the creed of the मेमा। २ (घ). हिनहिनाता; हिन- enniscients; Jainisin. सय. हिनाता हुआ घोड़ा. Neighing (e. g. २, ६, ४२; -पावयण. न. ( -प्रवa horse ). नाया. ; चन) सिsit; न भागम. जैन सिद्धाणिगूठ. त्रि. ( निगूढ ) गुत. गुप्त. Hidden; न्त - शास्त्र; जैन आगम. The Jaina secret. (२) मान २९१. मौन रहा हुआ; ! Scriptures. नाया० १, १२, १३, १४; शान्त. silent, सूय० २, ७, ८१; नाया. ध० खिगोय. पुं. ( निगोद) २४ शरीरमा अनन्त गिग्गंथी स्त्री ० (निर्ग्रन्थी) साथी. साध्वी. A ७वहायत; सनन्त आय. एक शरीर में nuu. "चत्तारि बिरगंथीश्रो परागात्ताओ" अनन्त जीव हों वह; अनन्तकाय A phy. ठा. ४, ३, ४ २, ५, २; नाया. २, ५, ६; sical body with infinite lives or १०; १४; १५; १६; नाया. ध. souls. ज. प. ३, ३६ णिग्गच्छमाण. व. कृ. त्रि. ( निर्गच्छत् ) णिग्गभ. नि. (निर्गत ) नीलेश. निकला नीतु; ६२४. निकलता हुआ; बाहर हुश्रा. Come out; gone out; got जाता हुआ. Coming out; going out. नाया. १; ५; 8; out. ओब. ३२; णिग्गंथ. न. (नैर्ग्रन्थ्य ) नियना सि&id-णिग्गम. पुं० (निर्गम) निते. निकलना. अवयन. निग्रंथ के सिद्धान्त-प्रवचन. The ___Act of coming out; coming out. religious creed of the Nirgran- नाया. ८; १८; thas ( ascetics ). सूय० २, ६. ४२; . णिग्गमण. न० (निर्गमन) निसवानी भाग दिग्गंथ. पुं. (निर्ग्रन्थ-निर्गतो बाह्याभ्यन्तरो निकलने का मार्ग. A way out; an प्रन्यो यस्मात् स निर्ग्रन्थः ) पाय-धन ___exit. नाया० २; साहि पनि सन्य-त२-- ६२न पाया णिग्गय. अ. त्रि. ( निर्गत ) निलेसुं. ગ્રંથથી રહિત; બાહ્યાભ્યન્તર પરિગ્રહ રહિત- निकलाहुआ. Come out; got out. नि:२डी - साधु ( सावा). बाह्य-धन | नाया० १; ५; ९, १२, १३, १५, १६, १८; ____Vol II/119. Page #960 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिग्मह] (९४६ ) [णिग्घंटु १६) भग० १, १, १४, १; जं. ५. १, १; शुर वनस्पति. एक प्रकारको गुच्छ बनस्पति. (२)२हित, अविधमान. रहित; अविद्यमान. A kind of vegetation. पन• १; devoid of; not possessed of. ठा०णिग्गुण. त्रि. (निर्गुण) गुणरहित. गुणरहित. -अग्गवंत. त्रि.(-अग्रदन्त) सा- (One) not possessed of unerits. ગલા દાંત બહાર નીકળેલ છે જેના એ. ठा० ३, १; राय० २०८; जं. प. (२) जिसके आगे के दांत बाहर निकले हुए हैं गुणवतथी २हित. गुणवतोंसे रहित. (one) ऐसा. ( one ) whose fore-teeth | devoid of the three Guņavraare come out. नाया०८; tas. नाया० ८; भग० १२, ८; णिग्गह. पुं० ( निग्रह ) निय; सभा | णिग्गोह. पुं० (न्यग्रोध) 4 . बडका રાખવું, નિરોધ કરે; અનાચારની પ્રવૃત્તિનું वृक्ष. A banyan tree. सम०प० २३३; म . निग्रह; वश में रखना; निरोध जीवा० १; (२) पडे। तीर्थ २नु 2:य करना; अनाचार की प्रवृत्ति को रोकना. Act वृक्ष. पहिले तीर्थकरका चैत्य वृक्ष. tho of keeping under control; act Chaitya tree of the first Tirof preventing or checking; act thankara. सम० प. २३३; (२) नाभि of checking sinful activity. ઉપરના અવયવો સુંદર હેવ અને તેની નીनाया० १,५, राय० २१५; दस० ३, ११; ચેના સાઘારણ હોય તેવું શરીરનું એન સંઠાણ. ओव. १५; निसा० १, १, भग० ७, ६; नाभिके ऊपरके अवयव सुंदर हो और उसके -हाण. न. ( -स्थान ) वाहमा नीचेके साधारण हों ऐसा शरीरका एक संठाणપ્રતિવાદી જેનાથી પકડાય તે નિગ્રહ સ્થાન. atem. a type of physical constiवाद में प्रतिवादी जिससे पका में आता है tution in which the parts above वह निग्रह स्थान. the weak point by the navel are graceful while which an adversary is de those below it are plain. सम. feated in argument ठा० १; ५०२२७; -परिमंडल. न० (-परिमंडल) -दोस. पुं० (-दोष ) ५२॥१५ स्थान ३५ વડના વૃક્ષની પેઠે નાભિ ઉપરના અવયવો प. पराजय स्थान रूप दोष. faultiness સુંદર અને નીચેના બેડેલ હોય તેવી જાતનું e.g. of an argument, which शरीरनु मे संप. बड़ के वृक्ष के समान leads toadefeat. ठा०१०;-पहाण नाभि के ऊपर के अवयव सुंदर और नीचे के त्रि. (-प्रधान ) मनासार प्रवृतिना निषेध कुरूप हों ऐसा शरीरका एक संठाण-बांधा. A ३२वामा प्रधान. अनाचार प्रवृतिका निषेध type of physical constitation करनेमें प्रधान. ( one ) who is fore- in which the parts above most in preventing sinful acti- the navel are graceful while vities. निसी० १,१; ओव. those below are ugly as in the णिग्गाहि. त्रि. (निप्राहिन् ) निय ४२नार. case of a banyan tree. ठा.६, .; निग्रह करनेवाला. ( One ) who con- | पन्न. १५ trols or subdues. उत्त. २५, २; |णिग्घंटु. पुं० (निघण्टु ) वैशिष; निधश्ट मिग्गुंडि. मी. (निर्गुण्डि) मे जानी। ल. वैदिक कोष ; निघण्ट शास्त्र. The Page #961 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिग्याइय] (६४७ ) [णिच्च lexicon of Vedic words. ओव०३८; णिघंटु. पुं० (निघण्टु) मे नामनो , णिग्याइय. त्रि० (निपातित ) हर नीस. इस नामका वैदिक कोष. A Vedic dic बाहर निकला हुमा. Ckme out; got ____tionary of this name. " निघंटु छout. नाया. १२; डाणं संगोवंगाणं चउराहं वेयाणं" भग०२,१; णिग्घाय. पुं० (निर्यात ) वैरिय अरेस पार्नु णिचय. पु. ( निचय ) समूह थे। समूह; ५७. वैक्रिय से किया हुआ वज्रका गिरना. जत्था. A collection; a group. Falling of a thunderbolt cre- श्रोव० १३; ( २ ) संयय; म' ated by Vaikriya process. मध. कर्मसंचय; कर्मबंध. a collection; जीवा० १; पन्न. १; (२) विधीनु ५७j. of Karmas; Karmic bondage. बिजलका गिरना. a lightning सूय. १, १०,६; stroke, जीवा. १; पन्न. १:(3) 0/- | णिचिय. त्रि. (निचित ) नि45; प?; पादु नाना ४१४१. गर्जनाका घोर शब्द, a peal ___ निवड; घट्ट; गाढा. Dense; thick. राय. of thunder. ठा. १०; अणुजो• १२७, ३२, जीवा. ३, १; भग. १६३ (४) अशनु पडे ते. झरनेका बहना. | णिच. त्रि. (निस्य) नित्य; हमेश: सहानु flowing of a stream. "णिग्घायाय शाश्वत; नाहित. नित्य; हमेशाका; सदाका; पवत्तग" सूय. १, ११, २२; शाश्वत; नाशराहित. Permanent: everणिग्घायण. न. (निधीतन) : भारयु, lasting. " जे भिक्खं रुभइ णिचं सेन नारा ४२३.. हननाःमारना; नाशकरना. Act अरथइ मंडले" उत्त० ३१, ६, नाया० १: of killing or destroying. श्रेव. २; ५,९; भग० ६, ३३, १८, ७, ४२, १; १.9; जं. प. सम० १३; ओव. -अणिच. वि० (अ. णिग्घिण. त्रि. ( निषण-न विद्यते घृणा पाप- निस्य ) नित्यानित्य. नित्यानित्य. per जुगुप्सालक्षणा यत्र स निर्णः ) धुला, imanent and impermanent.ठा.१; ६५॥ मनु: ५। २हित; निय. घृणा-दया -उउप्रा. बो० (-ऋतुका) नित्य २४२५. अनुकंपा रहित निर्दय. Unkind; cruel; લાવાલી સ્ત્રી કે જે ગર્ભ ધારણ કરી શકતી without compassion. परह. १, 1; नथी. नित्य रजस्वलावाली बी कि जो गर्भ नाया. ९; -मा. त्रि. (-मति ) पार धारण न कर सकती हो. a woman hav. २५ सेवामीनी भति छ ते. जिसकी पराया ing daily menstrual discharge धन लेनेकी मति है वह. ( one ) who and so incapable of conceiving is greedy. covetous of an. a child. ठा० ५, २; -उऊग. त्रि. other's wealth. परह. १, ३; (-ऋतुक) ना ६५२ सारेमास ५३ णिग्घोस. पुं० (निर्घोष ) An; १२; सावता हाय ते. जिसके ऊपर बारह मास श६; महानि. अवाज; स्वर; शब्द; महा- फलफूल लगते हों वह. ( a tree ) that ध्वनि. Sound; a loud sound; puts forth flowers and voice. ओव० ३१, ३४, नाया०१; ८; जं. fruits in all the seasons. ५० ५, ११६; ११; भग• ६; ३३; परह. सम०प० २३३; --उविग. त्रि. (उद. १; १; राय. विम्न) Hal सीन; हमेश जिन्न. सदा Page #962 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिच्चंधकारतमस] ( ६४८ ) [णिच्चेयणय उदासीन; हमेशा खिन्न. (one ) who | णिश्चल. त्रि० (निश्रल ) रि५२; अयस. स्थिर; is ever gloomy or moody. / अचल. Steady; permanent; moदस० ५, २, ३६; --च्छणिय. त्रि. (-क्ष- tionless. नाया० २, ८; १५; -पय. णिक-नित्यं सर्वदा क्षणा उत्सवा यत्राऽसौ पुं० (-पद) निश्च५६; भोक्ष. निश्चल पद नित्यक्षणिकः ) सव भ वनार- ____ मोक्ष. absolution, salvation. राय. भानना२. सर्वदा चैनबाजी उडानेवाला; | णिचालांग. पुं० (नित्यालोक ) १२ भो भलाआनन्द मनानेवाला. (one) wllo is al. ગ્રહ સૂર્ય પ્રજ્ઞપ્તિની ગણત્રી પ્રમાણે અને ways enjoying pleasure. नाया०४; ઠાણુગ સૂત્રની ગણત્રી પ્રમાણે ૬૪ મે. દર -तालच्छ. त्रि० (-तलिप्स) सबै तप२. वां महाग्रह (सूर्य प्रज्ञाप्तिकी गिनतीके अनुसार) सदैव तत्पर. (one) who is always और ठाणांग सूत्र की गिनतीके हिसाबसे ६४ ready पंचा० १७, ५१; -दुक्खिय. aj. The 62nd great planet acत्रि. (-दुःखित ) सानो हुvil यस. cording to the calculation of निरंतर दुःखी. ( one) wlho is perma. Surya Prajijapti and 64th ac. nently miserable. तंदु०-दोस पुं. cording to that of Thāņānga (-दोष) नाश न ५ ते ५. नष्ट न हो Sutra. "दो णिचालोया "ठा. २.३; ऐसा दोष. uperinanent or con. णिचालोय. पु. (त्यालोक ) मा stant fault. ठा० १०; ---भाव. पुं. "णिचालोग" शाद. देखो “ णिचालोग" ( -भाव ) नित्य मार. नित्य भाव शब्द. Vido “णिचालोग" सू०प०२० constant; permanent exis. tence. भग० १२, ७; --सति. स्त्री. णिन्चु जोतय. ( नित्योद्गोत ) ६३ भे। ( -स्मृति) नित्य २५२९५ ४२७ ते. नित्य મહાગ્રહ સય પ્રજ્ઞપ્તિની ગણત્રી પ્રમાણે અને स्मरण करना, constant rememb यस सत्रीयत्री प्रमाणे १५ मे. ६३ rance. पंचा. १, ३६ वां महाग्रह सूर्य प्रज्ञप्ति की गिनती के णिञ्चधकारतमस. त्रि. (निस्यान्धकारतमस अनुसार और ठाणांग सूत्र की गिनताके अनु. नित्यमेव अंधकारतमसं येषु ते तथा ) सार ६५ वा. The 63rd great planet હમેશાં જયાં અંધકાર છે તે નરક વિગેરે. according to the calculation जहां हमेशा अंधकार है वह; नरक इत्यादि. of Sürya Prajñpti and 65th (A place ) permanently dark according to that of Thāņãnga e.g: hell etc. दसा. ६, १; Sutra. “ दोणिचुजोया" ठा० २, ३; णिञ्चभत्त. न० (नित्यभक्त) ६२२० मेगन णिञ्चट्ट. त्रि० ( निश्वष्ठ ) येष्टा २हित. चेष्टा से ते. प्रतिदिनका भोजन. Daily meal. रहित. Motionless; actionless. सम० प० २३२; नाया० २, १३, णिश्चय. पुं० ( निश्चय ) लिथय; योस २३ । णिञ्चयणय. न. ( निश्चेतनक ) थैतन्य ४२।५ निश्चय; निर्णय; यथार्थता. Deter. या शरीर; मृत. चैतन्य रहित mination; decision; certainty. शरीर; मृतदेह. A cropse; a dead गय. २१०; body. तंदु. Page #963 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पिच्छक्क] (६४६ ) [णिछोडणा - - *णिच्छक्क. त्रि. ( * ) अपसरने। । ४६० पौ. शोभा रहित; कुरूप. Ugly; मन. योग्य प्रसंग वा समय से अज्ञात. deformed. नाया, १; ३; परह. १, २; (One) not knowing the proper | णिच्छारिय. त्रि० ( निस्तारित ) ५२ ५४ाया or opportune time नाया• ६; ३१. बाहर निकाल दिया हुआ. Driven णिच्छय. पु. ( निश्चय ) निय: निश्रय. out; pushed out. नाया. १; निर्णय; निश्चय. Resolve; deter णिच्छिण्णा. त्रि० (निस्तीर्ण) पा२ गयेस. Iminaton; decisiou. नाया०१; राय० । किनारे को पहुंचा हुआ. (One ) who २१५; भग. २, ५, १८, २; (२) अन्य- has gone to the opposite भियारी नियम. व्यभिचार रहित नियम. a shore; crossed. पन्न. ३६; row firee from any sin; dise re-णिच्छिद्द. त्रि. ( निश्छिद्र ) रहिन. pancy. सम० ३; (३) नि:गित-निक्षी छिद्ररहित. Free fronm holes.नाया०६; गयेल २५ मसभू माथा मनोणिच्छिय. त्रि. ( निश्चित ) निश्चित; 131 समूल नीनो गये। छ । मोक्ष. जिसमेंसे २२. निश्चित; नकी किया हुआ. Cerनिः निर्गति--निकल गया है चप-कर्मसमूह; tain; assured; undoubted. नाया. कर्मका समूह निकल गया हो वह मोक्ष. that १; ७; भग० ६, ३३; सम० ११; from which the collection of णिच्छुढ. त्रि० (निःक्षिप्त ) ०५२ नी . Karmas has passed away i. e. बाहर निकला हुआ. Come out; salvation or fint blis3. पण ह. १, taken out. नाया. ८; १६; १; (४) वास्तवि पाय न मानना२ णिच्छुमणास्त्री० (निक्षोभणामत्सनाति२२४ । द्रमाथि नय. वास्तविक पर्दाथको हा मानने २. भर्त्सना; तिरस्कार.Act of rebuking, वाला द्रव्याथिक नय. a real or essen. scolding or insulting. नाया. १६; tial point of viewe. g. calling | णिच्छुभाविय. त्रि. ( निक्षोभित ) पहार a thinn in its reality. सम० ३; ही भुत. बाहर निकाल दिया हुआ. -णय. पुं० ( -नय ) यायि नया Driven out; pushed out. न या०८; ५ ५. द्रव्यार्थिक नय; निश्चय नय. णिच्छूट. न० ( निष्ठयूत ) थु ते. थूकना. real or essential point of view; ____Act of spitting. "सो परिवायगो e.g. calling a pitcher of clay a हीलिजतो णिच्छूढों" श्राव. १, २, pitcher of olay. पंचा०७, ४६;सम०३: । णिच्छूढ. त्रि. ( निःक्षिप्त ) महार ही बिच्छयन्न. त्रि. ( निश्च यज्ञ ) नियाथ भुस. बाहर निकाल दिया हुआ. Pushed जना२. निश्चयार्थ जाननेवाला. ( One ) out; driven out. नाय • १६,१८; whose knowledge is certain | णिच्छोडण . स्त्री. (निश्छोटना ) सत्सना; or positive. सूय० २, ६, १६ ति२२४१२. भर्त्सना; तिरस्कार. Act of णिच्छाय. त्रि. (निश्छाय ) शामा करने; rebuking, scolding or insulting. * शुगे। ५४ १२ १५ नी ५.2 (* ) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की पुटनोट (*) Vide foot-note (*) P. 15th. Page #964 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिजम ] ( ६५० ) [णिज्जवन भग.१५,१3 नाया. १%8 झरना-गिरना; आत्मा से कर्म का पृथक Vणिजम. था. I, II. ( नि+गम् (यच्छ)= | होना. Falling off of Karmas firom यम् ) निश्चयथा मात्र २j, मध; धन the soul; e. g. after bearing ३२. निश्चयसे प्राप्त करना;बांधना;बंधनकरना । their fruit. ठा० १, १, २, १, २, ४, To acquire; to tie; to fasten. | ४, ४, भग. ६, १, १८, ३, पन्न. १५; णियच्छति. पन• २३; सूय० २, ६, ३६; सम० १; श्रोव० ३४, ४२; पंचा० ६, १४; णियच्छति. सूय. १, ८,८; -पेहि. त्रि.(-प्रेछिन्-निर्जरां प्रेषितुं शोल. णिजुत्त. त्रि. (नियुक्त ) निभेणु; धमे त्यां मस्येतिनिर्जरा प्रेक्षी) निरातत्व ना२. हवे. नियत किया हुआ; योग्य स्थान पर निर्जरातत्व जाननेवाला. (one) who has जमाया हुआ. Appointed; arranged knowledge of the category call. in proper place. श्रोत्र. २४; ed Nirjarā. “ मज्झत्थो णिजरापेही णिजुद्ध. न. (नियुद्ध ) ई ५ जतनी सयाहमणुपालए" आया.१,८,८,५; उत्त. સલાહ સધિ સ્વીકારવામાં ન આવે તેવું યુદ્ધ. २,३६;-पोग्गल. पुं०(-पुद्गल) मामाया कोई भी प्रकार की सुलह-संधि स्वीकृत न छुटा यये। मना पास. श्रात्मा से भिन्न की जाय ऐसा युद्ध. A battly in हुए कर्म के पुद्गल. Karmic matter which the opposing hosts are separnted from the soul by not prepared to ancept any Nirjara. भग० १८, ३; - उ. ६० terms of peace. ओव. नाया. १; (-हेतु ) floor rj ५।२९५; मयना णिज्जप्प. त्रि० (निर्याप्य) सत्व क्षित (को- हेतु. निर्जरा का कारण; कम क्षय का हेतु. 1). सत्व रहित ( भोजन ). ( Food )/ cause of Nirjarā or destrucdevoid of substance. परह. २, tion of Karna. पंचा० १२, २६ ५; -पाणभोयण न० ( -पानभोजन) | णिज्जरिज्जमाण. त्रि. ( निर्जीयमान ) सत्व २लित मोसन पाए. सत्व राहत | मना पुराना क्षय ४२ता. कर्म के पुद्गलों भोजन पानी. food and drink de. का क्षय करता हुआ. ( One ) who void of substance or nutriment. is destroying Karmic matter. परह. २, ५, भग• १, १, २, ६, ३३ णिवरण. न० (निर्जरण ) निश; भ णिज्जरिय. त्रि. ( निर्जरित ) १५ रेस; ખરવું નિરસ થયેલ-ભોગવાએલ કર્મનું नि। २१. निर्जरित; आय किया हुआ. जरीन २ ५. निर्जराः कर्म का गिर पड़ना; | ( One ) who has destroyed निरस भोगे जा चुके हैं ऐसे कर्म का गिर के or caused to be wasted away. दूर होना. Falling off, frittering | " मिजरिय जरामरणं वंदित्ताजियवरं uway of Karmus from the soul महावीर " तंदु. after bearing fruit. ओव. २१; णिज्जवत्र त्रि. (निर्यापक ) डाटा प्रायणिज्जरा. स्त्री. (निर्जरा ) मनु मे शयी चित्तता निवड ४२ना२. बडे प्रायश्चित्त का १२-परQते; आत्मायी भन छुटाय; निर्वाह करने वाला. (One) who goes न मार्नु मे४. एक देश से कर्म का। through a great expiation. Page #965 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिज्जावग] [णिज्जामग ठा० ८, १; निसी० चू०८; सू. प. ४; चं० प० (५) णिज्जवग. पुं० (निर्यापक-निर्यापयति तथा निस्तार; छे.. निस्तार; अन्त. end; करोति गुर्वपि प्रायश्चित्तं शिष्यो निवाहयतीति decision. सूय० २, २, ५७; -कहा. निर्यापकः) भोट। प्रायश्चित्तन निर्वाह ४२१५. स्त्री० (-कथा ) सननी यारी नासे ना२. बडे प्रायश्चित्त को निर्वाह कराने वाला તેની વાત કરવી તે રાજકથાને એક (गुरु). ( A preceptor ) who २. राजा की सवारी निकलने की बात causes his disciple to go करना; राजकथा का एक प्रकार. a story through a hard expiatory describing the procession of a penance. ठा. ८, १; १०; भग. king. ठा०४, २; -भूमि. स्त्री० (-भूमि) २५, ७; જે ઠેકાણે નિર્વાણપદ મળ્યું હોય તે ભૂમિ. णिज्जवणा. श्री. (निर्यापना ) प्राणिमोना जिस स्थान पर निर्वाणपद मिला हो वह પ્રાણને પ્રયાણ કરવાનું કૃત્ય; હિંસાનું એક भूमि. a place where one has नाम. प्राणियों के प्राण को प्रयाण कराने attained salvation. जं.प० ५, १८% का कृत्य; हिंसाका एक नाम. Act of caus- -मग्ग. पुं० न० (-मार्ग-निर्याणस्य मोक्षing life to depart from senti- पदस्य मार्गों निर्याणमार्गः) मोक्षमा ent beings; a sort of Hinsi.. मोक्षमार्ग. the path of salvation. परह. १,१; भग०६, ३३; (२) अपने नासवाना माग णिज्जाण. न. ( निर्याण ) यांथी पाधु जीवको निकलने का मार्ग. a way for આવવું ન હોય તેવું ગમન; મેક્ષ ગમન. the soul to get out ( of the जहां से वापिस आना न हो ऐसा गमन; body ). "पंचविहे जीवस्स णिजाणमग्गे मोक्ष गमन. Going with retreat; पएणते " ठा० ५, ३, भग० १६, १; २६, salvation. श्रोव० ३४; जं. ५० ५, २; दसा० १; ३; (३)न वानेः २२ता; ११८ (२) स्वतंत्र गमन. स्वतंत्र गमन. पहार पानी भाग निकलने का रास्ता; uncontrolled or independent बाहर जाने का मार्ग. a road or path movement. भोव. (३) भरपाले leading out; an exit, so go શરીરમાંથી આત્માનું બહાર નીકળવું તે. णिज्जाणियलेण. न. ( नैर्याणिकलयन ) मृत्यु के समय शरीर में से प्रात्मा का बाहर નગરમાંથી નિકલવાના માર્ગ પરનું મકાન. निकलना. the soul's getting out नगर में से निकलने के मार्गपरका मकान. A from the body at death. ठा. house on a road leading out of ३, ४; (४) नाथा महा२ नाल ते. | a town. भग० १३, ६; नगर से बाहर निकलना. act of go-णिज्जामश्र-य. पुं० (निर्यामक ) मसासी; ing out of a town. ठा० ३, ४; (४)। सुनी. नौका वाहक. A sailor; नगरमांची नासवान। २रता. नगर में से a helinsman. ओव० २१; नाया० १७; निकलनेका रास्ता. a road leading out | पिज्जामग. पुं० (निर्यामक) पलासी. of a town. " वाइंदियाणं णिगामट्ठाणं | नाविक; मल्लाह. A sailor; a mariner; णिजाणिया गरगमे वा जंपिय तंणिजाण" | भोव. विशे० राय. Page #966 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिज्जाय] ( ६५२ ) [णिज्जूहित्ता णिज्जाय. त्रि. (निर्यात ) नीसेस. निकला सूत्र के अर्थ बताने वाला प्रथ. A work हुआ. Come out; got out. नाया. fully and logically explaining १; ६; - रूवरयय. त्रि. ( -रूपरजत) the meaning of Sutras. -गार. तन्युछे सोनुं ३५ ते. जिसने सोना पुं० ( -कार ) नियुक्ति न्यना२ सदमा चांदी त्याग किया है वह. ( one) who | स्वाभि वगेरे. नियुक्ति के रचयिता भद्रबाहु has abandoned or given up स्वामी इत्यादि. an author of Nirgold and silver. " गिजायरूवरयए yuktis; e. g. Bhadrabāhu etc. गिहिजोगंपरिवजए जे से भिक्खू " दस० आया. नि. १, १, १; १०, ६ णिज्जूढ. त्रि० (नियुढ) मार दी भुस. णिज्जास. पुं० (निर्यास ) आउने। २स; १२ बाहर निकाल दिया हुआ. Driven out; वगेरे थी। पहा. वृक्ष का रस; गोंद pushed out. नाया० १; इत्यादि चिकना पदार्थ. Exudation of | णिज्जूह. न. ( नियूह ) पारसा पासे trees; gum etc. ओघ नि०भा० १४२; २ आहेगुं सा; घसी. किंवाड़ के णिज्जिएण. त्रि. (निर्जीर्ण ) क्षीण क्षय नजदीक बाहर निकाला हुआ लक्कड; चौखटा. अरेस. क्षीण; क्षय किया हुआ. Destroy- A bent piece of wood projected; wasted away. भग० १,१; ६, ing out from the upper part ३३; १२, ४, १४, ४, पन्न. ३६; of a door-frame. नाया० १; ( २ ) णिज्जिय. त्रि. (निर्जित ) तेलु. जीता गोप.झरोखा. a balcony; a gallery. हुप्रा. Conquered. जं. प० -सत्तु. (३) गोवा घ२. झरोखावाला मकान, त्रि. (-शत्रु ) शत्रुने जिल्या छ नये ते. a house having a balcony or जिसने शत्रु को पराजित किया है वह a gallery. जीवा० ३, ३, (one ) who has conquered गिज्जूहग. पुं० (नियूहक ) घाउला; 25. enemies. राय. चौखटा. A quadrangular piece of णिजीव. न० (निर्जीव) सोनु मादि धातु wood at the upper coruer of भावांते; ७१ भी ४२. सोना आदि धातु the frame in which a door of a को मारना; ७१ वी कला. The 71st house or window is set; ( this art viz. rendering metals is often used as a sort of shelf) like gold etc. fit to be used as पएह. १,१; medicines by chemical process- णिहित्तए. हे. कृ० अ० ( *नियूहितुम् ) es. जं. प. श्रोव० सम. ५९२ दयाने. बाहर निकालने को. In णिज्जुत्त. त्रि. (नियुक्त ) यात. निश्चित order to push out or drive अवश्य. Certain; assured. नाया १; away. क्व० २, ७, श्रोव. णिज्जूहित्ता. सं. कृ. अ. ( *नियूहित्वा ) णिज्जुत्ति. श्री. ( नियुक्ति -निश्चयेनार्थ. पावासीन; ढीमुशन. पीछे हटा कर; प्रतिपादिका युक्तिनियुक्ति ) युक्ति सहित निकाल कर. Having driven back; सूत्रनाम मतावना२ य. युक्ति सहित | pushing out. दसा० ७,; Page #967 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिज्जोग] (६५३ ) [णिहिय णिज्जोग. पुं० (नियोग) सेय. सेवक; च कर. cause to be produced, 9783,1; A servantan attendant.नाया०१; णिहा. स्त्री. ( निष्ठा ) : AlA; हिजोय. पुं. ( निर्योग ) से५४. चाकर; समाप्ति कार्य सिद्धि; कार्य की समाप्ति. सेवक. An attendant; a servant. Succogsful termination of work; नाया० १; (२) पत्र, पात्र ५४२९१. completion of work. सूय. १, १५, वस्त्र, पात्रादि उपकरण. articles of use २१; भग. १६, ४; for an ascetic such as clothes, गिट्ठाण. न. ( निष्ठान ) सारा गुरापातुvessels etc. राय. ८०% स२॥२३ न. अच्छे गुण वाला भोजन. णिज्झर. पुं० (निर्भर ) पामाथी २तु Wholesome food. "णिद्वाणरस पाणी; रे. पहाड में से भरता हुआ पानी; निज्जूढं ' दस. ८, २२; -कहा. स्त्री. करना. A stream of water; a (कथा)मानना २ससने भय संधी brook issuing from a inoun- मतयात ४सी ते. भोजन के स्वाद और tain. पन्न० २; जीवा० ३, ३; नाया. १; खर्च संबंधी वार्तालाप. . talk about णिज्झाइत्ता. सं. कृ. अ. (निार्य ) सारी. taste and cost of food. ठा. ४, २; थी अपोन शन; मारीयो यितवन णिटिक. त्रि. (नैष्ठिक ) यममा श्रापू रीत. सूक्ष्म रीति से अवलोकन करके लक्ष भर २डेन.२. धन में श्रद्धापूर्वक तल्लोन पूर्वक चितवन करके Having closely रहने वाला; धर्म निष्ठ. ( One ) who or ininutely observed or devotes himself faithfully to thought upon. आया. १, १, ६, ५०; religion. पण्ह. २, ३, णिज्झाइत्तार. त्रि. (निातृ) पनि यिता णिट्ठिय. त्रि. ( निष्ठित् ) १४ा सिर , ५२ना२. प्रति चिंता करने वाला. ( One ) ५३ १२३. अपना कार्य सफल किया हुआ; given to excessive worry and पूर्ण किया हुआ. (One ) who has unxiety. ठा०६; fulfilled his duties. पम० ३६; दस. णिझोसत्तार. त्रि. (निजोषयित) पूना ७, ४०; नाया. १; (२) पुं. मोक्ष परि. रेवा भने ना२. पूर्व के किये हुए समाति. मोक्ष; सिद्धि. final liberation; कर्मों का क्षय करने वाला. (One ) who completion. आया. १, ५, ६, १५८; causes a destruction of the (३) वि. सतावाहुं निहायागुं. सत्तावान् ; Karmas done by him in his श्रद्धावान्. potent; steadfast. भग० past lives. पाया. १, ३, ३, ११६ ६, १; (४) मात्री; '. भरोसा; श्रद्धा; Vणि -व. धा. I, II. (नि स्था+णि) विश्वास. conviction; assurance; समात ४२; पुरु ४२. समाप्त करना.. faith. "पिडियंभवह” भग० १५, १; To complete; to bring to a 1 -टू. त्रि. (-अर्थ ) तत्य; तो अर्थ close. मत सि क्योछे मेवा. कृतकृत्य णिहविंसु. भू. भग० २६, १; २; जिसकी कार्य-सिद्धि होगई हो वह. ( one ) णिवण. न० ( निष्ठापन) नियु. पैदा whose object is fulilled. सूय. करना; उत्पन्न करना. To produce; to । १, १५, १६; पाया० १, ५, ६, १६८; Vol u/120. Page #968 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ठुिभय] ( १५४ ) [णिराहग . (२) विषय सुमनी विपासा-साससाथी |णिराण. त्रि. (निम्न ) नीयु. नीचा. Low. २खित; मुभु. विषय सुख की इच्छा से | (२) न. नीये; 8. नीचे.below; down. tiga. (one ) free from attach- ___ward दसा०७, १; भग० १५, १; जं.प. ment to the pleasures of the ७, १५१; senses. "पंडिए नेहावी णिट्टिय? वीरे" णिएणक्खु. त्रि.( * )ी मुथु ते. पाया० १, ६, ४, १६३; -हि. त्रि. निकाल देना. Casting out; ejee( -अर्थिन् ) भुमुख-मोक्षनी २७ २१५- tion; driving out. “ बाहिहा वा ना२. मुमुक्षु-मोक्ष प्राप्ति की इच्छा रखने | णिएणक्खु" पाया० २,०, १, ६५; वाला. (one ) longing for delive- | णिराणगा. स्त्री० (निन्मगा) नही. नदी A rance. अाया० १, ५, ६, १६८; river. पन्न. १; पिठुभय त्रि. ( निष्ठीवन) थुनार. थूकने | णिराणायर. त्रि. ( निन्मतर) पधारे नीयु. arar. A spitter; one who spits. अधिक नीचा. Lower; at a lower परह. २,135 level. भग. ३,१; णिठुर. वि. ( निष्ठुर ) नि२; १२;णिरणार. त्रि. ( *निनगर ) नगर मार हिन. दुष्ट; कठोर; कड़ेदिलवाला. Cruel; आदेश. शहर बाहर निकाला हुश्रा; निर्वासित. unfeeling; harsh. ओव० २०; नाया० Driven out from a town. "अप्पे. ८; १.; भग०५, ४; जीवा० ३,";-गिरा. गइए णिण्णर करोहिंति " भग० १५, १; स्त्री० ( -गिर् ) नि १२ लापा. क्रूर भाषा. | णिरिणमेस. त्रि. ( निर्निमेष ) सामना harsh speech. गच्छा० ५४; ___ ५३७१२॥ २हित. जिसकी आंख के पलक नहीं णिठ्ठवण.न. (निष्ठी वन) थुपसणे.yक; लगते हैं वह; निमेष हीन. (One ) with कफ; बलगम. Saliva, cough etc. | a fixed, story gaze. ठा. ५, २; froin the mouth. (२) त्रि. थुनार; णिराहइया. स्त्री. (नैविकी ) से प्रारी पसमा मानिार. थूकनेवाला; मुँहसे कफ सिपि. एक प्रकार की लिपि. A kind फेंकने वाला. ( one ) who spits or ___of script. पन. १; ejects cough etc. from the णिराहग. पुं० (निहव) सिiतना सत्य मर्थने mouth.ठा. ५, १; ગોપવનાર; સત્ય સિદ્ધાંતના ઉત્થાપક णिडाल. न० (ललाट) साटास. ललाट; मा आदि. सिद्धान्त के सत्य अर्थ को कपाल. Forehead. पाया० २, १, २, छिपाने वाला; सत्य सिद्धान्त के विरोधी १६; भोव. १०; नाया• ८; जीवा० ३, ३; जमाली श्रादि. (One ) who conतंदु० ज० प० ३, ४५, ceals the true nueaning of पिणा-य. पुं० (निनाद) मा पनि. scriptures; (one ) who refutes आवाज, ध्वनि, Loud sound; noise. the true scriptures; e.g. Jamāli नाया० १; ८; १४; जीवा० ३, ४; जं. ५० etc. ओव० ४१; ठा० ७; * गुमे। १४ न५२ १५ । ५८ नोट (*) देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note(*) p. 15th, Page #969 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हिरहव] (१५५ ) [णित्थरियव्व - णिएहव. पुं० (निव) मे " निराहग" ३; -( या ) वास. पुं. ( -वास ) श६. देखो "णिराहग" शब्द. Vide હમેશ એક ઠેકાણે નિવાસ કરે; સ્થિરવાસ. " निण्हग" ठा० ७; हमेशा एक जगह रहना; स्थिरवास. णिराहवण. पुं. ( निहवन ) छुपाययुं ते. permanent stay; living in one छिपाना. Act of concealing. विवा०२; place only. निसी० २, ३७; णितंब. पुं० (नितम्ब) ५ तनी 35; पतना णितिया. स्त्री० (नित्या) भुसुशिननु प्रांत मा. पर्वत के मध्य या श्रासपास का परनाम. जम्बूसुदर्शन (वृक्ष) का दूसरा भाग. The lower or middle part नाम-पर्याय. A kind of tree also of a mountain. (२) स्त्रीनी ना named the Jambu tree. जीवा. पासो मास. स्त्री की कमर का पिछला भाग. a hip of a woman behind | णित्त. न० ( नेत्र ) नेत्र; सांप. प्रांख; नेत्र her waist. " णीलवंतस्स बासहरप्प. चक्षु. An eye. ठा० ३, १; वयस्स दाहिणिले णितंबे" जं०प० १, १; णित्तल. त्रि. ( निस्मल ) शराथा । णितिउमाण न० (नित्यावमान-नित्यमवमानं उतारेस; अनिरूपन्न. अधूरा; असमाप्त. प्रवेशः स्वपक्षपरपक्षयोर्येषु तानि तथा ) Unfinished; incomplete. " तेण ri साधु नित्य बरवा जय ते ११. मित्तलं मणिरमणं अस्सादेति" भग.१५%; जहां साधु नित्य गोचरी को जावें वह कुल. | णित्तल. त्रि. ( निस्तुष ) शत। २लित; A family where Jaina monks विशुद्ध. छिलके रहित; विशुद्ध बिना छिलgo for food every day. 41710 केका. Free from husk; clean. २, १, १,६ पराह. २,४ णितिय. त्रि० ( नैतिक ) नियत; यिभित. | णित्तय. त्रि. ( निस्तेजस् ) ते खित. कायम; नियमित. Regular; fixed. निस्तेज; प्रभाविहीन; तेजरहित. Without भग. t, ३३; (२) नित्य पि लेना२. lustre; having no lustre. नाया. प्रतिदिन पिंड-दान लेने वाला. a Jaina १; ( २ ) पाय रहित. वीर्य रहित. monk who receives his food weak; impotent. भग०६, ३३; at one and the same house | णित्थरण. न. ( निस्तरण ) पा२ पाम: every day. निसी० ४, ३२; पार होजाना; उसपार पहुंचजाना. Act of णितिय. त्रि. ( नित्य ) हमेशनु: सानु. crossing or reaching the हमेशा का; नित्य का; सतत. Daily; other end; a successful per. every day; always. निसी. २, ३२: | formance. जं. प. नाया. १५; १८; ---(या) वाह. त्रि. ( वादिन् ) पहायतुं | णित्थरियव्व. त्रि. ( निस्तरितम्य ) पार मेत नित्य स्थापना२. एकान्ततया | પામવા યોગ્ય જેને અંત આવી શકે છે. पदार्थ की स्थिरता स्थापन करने वाला. | पारपाने योग्यः अन्त आने जैसा. Worthy ( one ) who affirms the exis. | or capable of being success. tence of a thing in absolute | fully performed; fit to be and unqualified terms. दसा. ६, । crossed. नाया० ३:८; Page #970 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पित्थाण ] णित्थाण. त्रि० ( निःस्थान ) स्थान अष्ट स्थानभ्रष्ट; ( अपने ) स्थान से गिराहुआ; स्खलित Fallen from one's place; degraded. नाया ० १८; विवा० ३। णित्थार. पुं० ( निस्तार ) पार, छेडे ।. अन्त; पार; छोर End; completion e. g. of a journey. नाया० है; णित्थारणा. स्त्री० ( निस्तारया ) पार पाभवु ते. पारपाना; निस्तार होना. Act of successfully going to the other | गिद्दढावत. पुं० ( निर्दग्बवर्त ) सीमन्तः end; act of finishing. जं०प० णिदंसण. न० (निदर्शन) उहाहरणु. उदाहरण; नमूना. Example. (२) निरंतर ले ते. बार २ देखना; सतत अवलोकन seeing repeatedly. ठा० १, १; गिदा. स्त्री० (निदा --- निदानं निदा ) वेहना; તકેન્દ્રની પશ્ચિમ આવલિકામાંને - ૧મા नरमावासी. सीमन्तक नरकेन्द्रकी पश्चिम आवलीका का २१ वां नरकावास. The 21st abode of the hell of the northern line of the region of hell called Sinantaka Narakendra, aro ६; गिद्दढोसिह. पुं० ( निर्दग्धावशिष्ट) सीमन्त पीडा वेदना; पीडा; त्रास. Pain; oppression.; affliction. भग० १६, ५; दिाघ. पुं० ( निदाघ ) महिनानुं सोडातर नाम. ज्येष्ठ मासका लोकोत्तर न.म. The summer mouth of Jyestha so named जं० प० fara. j. (faza) out ya's deal. ज्ञान-अनुभवपूर्ण वेदना Conscious pain. भग० १६, ५; નર્કેન્દ્રની દક્ષિણુ આવલીકાના ૨૧ મે નરआवास, सीमन्तक नरकेन्द्र की दक्षिण श्रावलीकाका २१ वां नरकावास. The 21st abode of hell of the northern line of Simantaka Narakendra region of hell. ठा० ६; fury. B. (fada) lieu; sayılsa. A. दय; कठोर; पाषाणहृदय. Cruel; piti - less. पराह०१, १; vिars. पुं० ( निदाघ ) ०४ भास अत्तर नाम ज्येष्ठ मासका विशिष्ठनाम The month of Jyeṣṭha so named / शिक्षा धा० II. ( नि+वा ) बंध े; सु ऊँघना; निद्रालेना; सोना. To sleep. शिद्दाएज्ज. जीवा० ३; विहा. स्त्री० ( निद्रा ) निद्रा; ध; निद्रा; नींद; ऊंघ. sleep. श्र० १६: आया० १, ६, २, ५ नाया० १३; पन० २३; दसा० ६, १; राय० २१५; —क्खय. पुं० (-- --क्षय ) निद्राना क्षय निद्राका क्षय, निद्राका न आना; एक रोग. loss of sleep; insomnia. [ शिद्दा akaprbha Narakendra. ठा० ५,२; हिडमज्झ. पुं० (निर्दग्धमध्य ) सीमन्तપ્રભુ નરકેન્દ્રની ઉત્તર આલિકામાંને ૨૧ भो नरकावासी. सीमन्तकप्रभ नरकेन्द्रकी उत्तर आवलिकाका २१ वां नरकावास. The 21st abode of the hell of the northern line of the region of hell called Simantaka Prabha Narakendra. ठा० ६; सू० प० १; ૨૧ गिद्दड. पुं० ( निर्दग्ध ) सीमन्तम्मनामे નર્કથી પૂર્વની આવલીકામાં મા नरावास. सीमन्तकप्रभ नामक नरकेन्द्र से पूर्व की आवलिका का २१ व नरकावास. The 21st abode of the hell of the eastern line of the region of hell called Simant ( ६५६ ) For Private Personal Use Only Page #971 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिहारिय] ( १५७ ) [णिधण ठा• ५, २;-णिहा. स्त्री० (-निद्रा) -श्रोभास. त्रि. (-प्रवभास) यीच्या गाढ निद्रा.गहरी नींद. profound sleep. ने भासतु-पातु चिकना दिखाई पन० २३; ठा० ; सम--पमा. पुं. देता हुआ. oily in appearance. (-प्रमाद ) निद्रायी प्रमाह. निद्राके कारण नाया. १; राय. -पोरगल. न० (-पु. उत्पन्न प्रमाद; असावधानी; निद्राप्रमाद. inad. गल) यी पुरस. चिकने पुद्रख पदार्य. vertence or negligence through oily, sticky substance. भग•७,७ sleep. ठा० ६, १; --फास. पुं० (-स्पश) लि २५श; णिहारिय. त्रि. (निदारित) अ. फाडा- यीश. चिकनाई स्निग्ध स्पर्श; छूनेमें चि. हुधा; विदारित. Torn; rent. पण्ह० १,३; कना. oily; greasy in touch. सम. णिहिट्ठ. त्रि. (निर्दिष्ट) ४७६; विल. कहाहुया; बतलायाहुआ. Said pointed / गिद्धत. त्रि. (निर्मात) अनिमा नापी _out; mentioned. पंचा ३, १२; धभेस; ता; विशुद्ध रेस. अग्निपूत; णिदुद्धिया. बी० (निग्धिका ) हु५ हित अग्निमें तपाकर शुद्ध किया हुवा. Passed (गायकोरे). दूध विहीन (गाय आदि). (A | through the fire and purified; cov etc.) not giving milk. तंदु. heated in a furnace. पन. २ णिदेस. पुं० (निर्देश) याता. श्राज्ञा; हुक्म; जीना० ३; ओव. १०; तदु. अनुमति. Command; order, नाया. | णिद्धण. त्रि. (निर्धन) नियन, गरीम. निधन; ६, १६ –पत्ति. त्रि. (वर्तिन् ) आज्ञा पाचन दीन; गरीब.Without wealth; प्रमाणवत ना२. आज्ञाधारक; हुक्मके मुता. ___indigent, poot. नाया. १८; विवा०३, बिक काम करनेवाला. obedient to a|णिद्धाराणय. त्रि. (निधान्यक) धान्य अनार command. "णिइस वत्ती पुण जे गुरूण" | रहित. अमरहित; धान्यविहीन. With. दस० ९, २, २३, out food-grain; barren of corn णिहोस. त्रि. ( निर्दोष) Rell; पहित. or food stuffs. तंदु. निर्दोष; दोषरहित; निर्मल. Blaimeless; iणिद्धमल. न. (निर्धमन) पास भारी. मोरी; ipuocout; free from fault or नाली; गटर. A duct or outlet of defect. ठा० ७, पंचा० ७; ३५; water. ठा०५, १तं. णिद्ध. त्रि. (स्निग्ध) या सवा; यिणिद्धम्म. त्रि. (निर्धर्म-निर्गतो धर्मात् :तचिकना; स्निग्ध. Oily; greasy. नाया. चारित्रलपणादिति ) धर्म रहित. बिना १; ५; ८; भग• १; १; ६, १; १०, ६ धर्मका; अधर्म पूर्व. Irreligious; un. २०, ५: ओव० पन. १; (२) स्ने वा righteous. पण्ह. १, १; स्नेहवाला; स्नेही. affectionate; lov- | णिदूधूय. त्रि. (निर्धूत) २ रेस. दूरकिया ing. सम• नाया. ८; ( 3 ) सुवाशु. हुआ; निष्कासित. Thrown away; सुंवाला. smooth; soft. जं. प. ७, shaken off; removed. राय. १६६; २, २०; ३, ४५; (४) ard; | सिधण. न. (निधन) नाश; ५५ ५सान छ।. तेरी ; कान्त; तेजस्त्री; दिव्य. lovely; | नाश; पर्यवसान; अन्तकाल अन्त. Death; lustrous. परह. १, ४; ओव• जीवा०३, termination; end. परह.., Page #972 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिधत्त] ( १८ ) [णिप्पभ विधत्त. न० (निधत्त) में प्रारना मना from doing particular things ५५. कर्मका एक बन्धन. A particu. for a fixed period. भग० १२, ८; lar kind of Karmic bondage. -पोसहोववास. त्रि० (-पौषधोपवास) "चउविहे णिवत्तेपरणत्ते तंजहा पगइ णिवत्ते જે પારસી આદિ પચ્ચખાણુ તથા પવન ठिइणिधत्त" ठा४, २; भग० १,१; દિવસે પણ પિષે ઉપવાસ વગેરે ન કરે તે. णिधि. पुं० (निधि) मार; मननी. कोष; | पच्चखाण तथा पर्व के अवसर पर भी उपवास निधि; भंडार; भागार.Treasure; store. पौषध आदि न करने वाला. (one) who सम०३ does not observe any vow or णिन्हइया. स्त्री. (निन्हविका ) महार सिपि- | fast even on sacred days. भांनी मे. अठारह लिपियों में से एक. भग० ७, ६, One of the eighteen kinds of | णिप्पच्छिम. त्रि. (निष्पश्चिम ) पाओ. scripts. सम. १५% पिछला. Backward; latter.भग०५.७; Vणि-पड. धा• I. (नि+पत् ) नीये ५७. | णिप्पट. त्रि. (निष्पृष्ट ) मा पु७। ५ नीचे गिरना; अधःपात. To fall down. ते २५ट: असहिय. स्पष्ट; जिस में णिवडइ. नाया. ५ पूछने का काम न पडे; शंकारहित; असंदिग्ध. णिवयन्ति. जीवा. ३, ४, Evident; manifest; doubtless. णिपतंत. त्रि. (निरतत् ) नीये ५. नीचे नाया० ५; भग० १८, १०; -पसिण की ओर गिरता हुआ. Falling down. | वागरण. त्रि. ( -प्रभव्याकरण ) पएह. १, १; પછી પુછવું ન પડે એવો જવાબ છે णिपुण त्रि. (निपुण) निपुण; शियार; . अन्तिम उत्तर; एक बात; जिसके तु२. चतुर; कुशल; निपुण; निष्णात. पूछने की पुनः जरूरत न हो. ( an Skilful; clever; ingenious. भग answer ) which leaves no scope for further questions; णिप्पंक. त्रि. (निष्पक) गा॥ ५॥रनु final answer. " णिप्पटुपसिणं वागरणं ४ीय रहित. कीचड या कीच रहित; करेह" भग० १५, १; पंकविहीन. Without nud; freeणिपडियार. त्रि. (निष्प्रतिकार) यिरित्सा from mud. जं. प. १, १२, २हित. असाध्य; निरुपाय; विकित्सा-रहित. णिप्पकंप. त्रि. ( निष्प्रकम्प) अति नियन. Irremediable; devoid of reme. नितान्त; निश्चल; जडवत् निश्चल-अटल- | ___dy. परह. २, ४, स्थिर. Quite motionless; steady. | | णिप्पण्ण. त्रि. (निष्पन्न ) सि&; नियन सम. २ ये।. सिद्ध; निष्पन. Fully accomp. णिप्पचक्खाण. त्रि. ( निष्प्रत्याख्यान )। lished; final. Art. 5; प्रत्याभ्यान रहि1. प्रत्याख्यान ( संकल्ल) णिप्पत्ति. स्त्री० (निष्पत्ति) सि६ि. सिद्धि; रहित. (One ) who does not | सफलता. Liberation; deliverance; practise the row called Pach- fulfilment. ठा. १; chakhapa i. e. abstaining | णिप्पभ. नि. ( निष्प्रभ ) प्रमा रहित. पभा Page #973 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिप्परिग्गहरूइ] ( १५६ ) [णिब्भच्छण रहित; निराभ. Gloomy; dark. "वे ८, १६; चइस्सामीति ज णइ विमाणा भरणाई | णिप्फाइऊण. सं० कृ० अ० (निष्पाच) उत्पन्न णिप्पभाई पासित्ता" ठा. ३, ३, ४शन. पैदा करके; उत्पन्न करके. Having णिप्परिग्गहरूइ. पुं० ( निष्परिग्रहरुचिः produced पंचा० ७, ४३; निर्गता परिग्रहाचर्यस्य सः ) परिवहनी णिप्फाव. पुं० (निप्पाव ) पास मे गतर्नु छ वरना. जिसको परिग्रह की धान्य. एक धान्य विशेष. A kind of इच्छा न हो. Free from the | corn. पन्न. १; ज. प. desire of worldly belongings. | णिप्फेडिय. त्रि. (निष्फेटित ) २९ अरेस; परह. २,५७. स सीधेस. हरण किया हुआ; छाना हुआ; णिप्पाण. त्रि. ( निष्प्राण ) प्राण २हित. लिया हुआ. Taken away; seized. निष्प्राण; गतप्राण; प्राण विहीन. Lifeless; ठा० ३, ४, dead. नाया० २; १६: १८: Vणिबंध. धा• I. (नि+बंध ) isg. णिप्पाव. पुं. (निष्पाव) पास; मे जतन बांधना; फासना. To bind; to fasten धान्य. एक धान्य विशेष. A kind of णिबंधइ. सम० २८ corn. “णिप्पा ई धरणा गंधे वाइगपलं-णिबंधणं. न० (निबन्धन ) तु. हेतुउद्देश्य: डलसुणा ई" ठा. ५, ३; जं. प. __ लक्ष्य. Chuse; imotive. नाया• १५; णिप्पिवास. त्रि. (निपिपास) पिपासा-णिबद्ध त्रि० (निबद्ध) गुथेत; मांधेत. प्रथित; साससा-२लित. लालसा-इच्छा रहित; निरि- गूंथा हुआ; बांधा हुआ. Knitted; च्छ; उदासीन. Free from greed. bound together नाया० १; सम• १; नाया. १; १६; पण्ह. १, २; (२) स्नेह भग० १५, १; -श्राउय न० (-आयुष्क) २हित. स्नेह रहित. devoid of love. मां३१ आयुष्य. निश्चित भायुष्य. lifeपरह. १, १: period pre-determined by णिप्पुलाय. पुं० ( निष्पुलाक ) पावती उत्स. | Karma. नाया. १३ પિંણમાં ભરતક્ષેત્રમાં થનાર ૧૪મા તીર્થંકર. णिब्बल. त्रि. (निर्बल) डीन. अशक्त; आगामी उत्सर्पिणी में भरत क्षेत्र में होने वाले कमजोर; निर्बल. Weak; feeble; १४ वें तीर्थकर. Name of the 14th lacking in strength. पाया• १, ५, would be Tirthańkara in the ४, १५९;-प्रासय. पुं० (-पाशक ) coming Utsarpini cycle. सम. નિલ-સત્વ રહિત ખોરાક લેવાને અભિપ્રહ णिप्फंद. त्रि. (निष्पन्द) यवन माहिया ५२नार साधु.जिस साधुने सत्व-हीन अपौष्टिक २हित, स्थिर. गति हीन; स्थिर. Motion- अन्न ग्रहण करने का संकल्प किया हो वह. less; steady. नाया• २; ८; १७ a Sādhu who has made up णिप्फरण. त्रि. (निष्पन्न ) पूर्ण भरपूर; his mind to take only such मरेसुं. पूर्ण; भरपूर; भरा हुमा. Com- food as is lacking strength givpleted; full; perfect. (२) पे। ing or invigorating ingredients. थयेयु: . उपजा हुआ. emerged; | आया० १, ५, ४,१५६; created; pr duced. भोव०४०, पंचा० । णिभच्छण. न. (निर्भर्सन ) आशा Page #974 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिभच्छणा ] ( १६० ) [णिमज्जग टुपयन 41; 843। वो ते. आवेशमें | too much. निसी० १७, २३; श्राकर ऊंचेसे कटुवचन कहना; उलाहना देना. /णि-मंत. धा. II. (नि + मन्त्र) मेत Act of reproaching or rebuk- qियार ७२३। ते. एकांत विचार करना; गुप्त ing in loud and threatening मंत्रणा करना. To think or consult words. भग० १५, १; परह. १, ३, in a private, retired place. णिभच्छणा. स्त्री. (निर्भर्सना ) ४५वी. णिमंतयति. सूय. १, ३, २, १५; उलाहना देना. Reproach; harsh णिमंतेति. सूय. १, ३, २, १६ words. भग. १५, १; नाया० १६ णिमंतेमाण. आया० २, २, ३, ६०; णिब्भाच्छिय. त्रि० (निभसित) ४५४ माघेस. | णिमंतणा. स्त्री. ( निमंत्रणा ) मात्र उपालम्भित; उलाहना दिया हुभा; भर्त्सना | ४२. आमंत्रणकरना. Act of inviting. कियाहुआ. Reproached; rebuked. (२) प्राय ना ४२वी. प्रार्थना करना. act नाया. १८; of requesting. भग. २५, ७, सूय. णिब्भय. त्रि. (निर्भय-निर्गतो भयात् ) अ५ १, ३, २, २२; पंचा० १२; २लित. निर्भय; भयरहित; निडर. Fear-णिमग्ग. नि. ( निमन ) पुणे; मुया; less. नाया. १; ४; ८; १५; पण्ह० २, ३; तस्वीन. डूबाहुआ; मम; तल्लीन; तन्मय. णिभिज्जमाण. त्रि. ( निर्मिघमान ) Drowned; sunk in mud; plung. अतिशय मेहतुं. खूब भेदा हुआ. Exces. ed or absorbed in. भोव. १. sively pierced; excessively जीवा० ३, ३; परह. १, ३॥ torn. “नाव केतह पुडाणं वा अणुवायांस णिमग्गजला. श्री. ( निमग्नजला ) तिमिस उभिजमाणाणं णिभिजमा गाणं वा" गुनी स२ बईती नही. तिमिस्र गुफा भग. १८, २; जं. प. जीवा. ३; के भीतर बहनेवाली नदी. A river णिभ. त्रि० ( निभ ) सदृश; सरभु तुझ्या flowing in care named समान; सरीखा; तुल्य. Like; similar; Timisra. जं. प०३, ५५; resembling; equal. ओव. ३१; Vणि-मज्ज. धा. I. (नि+मस्त्र) नान अणुजो० १३०; जं. प. ३ णिभंग. पुं० ( निभङ्ग ) wing; तू ते. ४२. नहाना; स्नान करना. To bathe; to take bath. फूटना; टूटना. Act of breaking or being broken. परह. १,१; णिमजावेइ. प्रे• जं. प. ३,५५, Vणि-भत्थ. धा. II. ( नि+भास् )/णिमज्जग. पुं. (निमजक) दुपा भारी स्नान ति२२४१२ ३२३. तिरस्कार करना. To ४२ना२ तासनी मे त. डुबकी लगाकर reproach; to insult. स्नान करनेवाले तपस्वियों की एक जाति णिभस्थन्ति. नाया. १६ विशेष. A class of ascetics whose णिभत्थेहिन्ति. भग• १५, १; characteristic is to remain णिभिदिय. सं० कृ. श्र० (निर्भिद्य) गति submerged in water for soine मेहीत. अतिभेदन करके; बहुत खूब छेदकर. time while bathing. निर. ४, १; Having broken or pierced भग० ११,83; Page #975 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हिमजण] (६६१ ) [णिम्महियरागरोस णिमज्जण. न० ( निमजन ) rai प्रवेश हिम्मदग. पु. (निर्मदक) मायाने मारीने १२व दुसरा मारपी. जलमें धुसना; पानी में येोरी ५२ना२, सुटस. हत्या करके चोरी डुबकी लगाना. Act of plunging | करने वाला; लुटेरा. One who conoueself into water; act of mits theft with murder'; a diving into water. पण्ह• १, १; robber. परह. १, ३, णिमि. पुं० (निमि ) परिध; वतु. चक्र; हिम्मदिय त्रि. ( निर्दित्त ) भ६- ४२४ गोलाकार; परिधि; वर्तुल. A circle; लेस, मर्दित; पीसा हुआ; दलन किया हुआ; circumference. जीवा० ३, ४, चूरचूर किया हुआ. Pressed; ground. णिमित्त. पुं० (निमित्त) १२९५ हेतु. कारण; परह. १, ३, हेतु; उद्देश्य; मंशा. Cause; immediate | हिम्मल. त्रि. ( निर्मल ) निमस २१.9. cause. नाया 1; १४; पंचा०७, २६; (२) मलरहित; साफ; स्वच्छ. Pure; pellu. એક પ્રકારનું જ્ઞાન; નિમિત્ત શાસ્ત્રથી ભૂત, | cid; stainless. नाया. १; भग० २, ६, मनि०५ ग ते. एक प्रकारका ज्ञान; । १५, 1; सम• प० २११जावा. ३: तंदु निमित शान से भूत, भविष्य जानना. ॥ पन्न० २; (२) पुं० मसपा मेरा शु branch of knowledge; knowing थयेस; सि भगवान. कर्मरूपी मैल से past and future events by the शुद्ध; सिद्ध भगवान. free from the help of onmaris ete.प्रव०१३;-पिंड. impurities of Karmas; a perपुं० ( -पिण्ड ) साधुने निमित्त नासा fected soul. ओव० (३) सोना [43-मा२. साधु के लिए तयार किया हुआ " विमानभानु योयुं विभान. ब्रह्म लोक क भाजन. food prepared for a छः विमानों-निवास स्थानों से ४ था विमान. Sadhu. श्राया. ठा. २, १,६, ५०, the 4th of the 6 heavenly णिमिस. पु० (निमिष ) 24t it ५४४१२। abodes of Brahmaloka, ठा. ६: श्राख का इशारा; पलक मारना. A twin-णिम्मवइत्तार. त्रि. (निर्मापयित) ससता kling of an eye. अंत• ६, ३, પર્યત કાર્ય કરનાર કાર્યસિદ્ધિ મેલ નાર. णिमिसिश्र. पुं. (नेमेषिक) मायना पस२॥ सफलता प्राप्ति तक कार्य करने वाला; दृढ मेरो ५५त. पलक मारने इतना समय; निश्चयी; कार्यमें सफलता पानेवाला. (One) निमिष. Tiine required for the who works on till success is at____twinkling of an eye. जीवा.३ tained;(one) who accomplishes णिमेस. पुं० ( निमेष) मांजन ५६४।। the work undertaken (by him). मांधावय १२वी ते. प्रांख खोलना व ठा० ४, ४; मांचना; पल क मारना. A twinkling of हिम्महियरागरोस. त्रि.( निर्धितरागरोष) an eye: act of winking. भग० नो शाप भयानाच्या ते जिसने राग द्वेष पर विजय पाया है वह; राग द्वेष णिर्मस. त्रि. (निर्मास ) मांस २हित. मांस | रहित. ( One ) who has subdued हीन; बिना मांस का. Without flesh; or crushed out attachment fleshless. नाया. १; and hatred जीवा. १: Vol, H/121. Page #976 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिम्मा] ( ६६२ ) [णियह णिम्मा. त्रि. (निर्मात) निर्माण रेस.. sineी. सांप की कैंचुली. The slough बनाया हुमा; निर्मित. Produced or of a serpent. “ जहाय भोई सयं created. ओव० ३१; । भुयंगो जिम्मायणी हिच पलेइ मुतो " णिम्माय. पुं० ( निर्मात ) निमा रेख. उत्त० १४, ३४ बनाया हुआ. Made or created. | णिय. त्रि० (निज) पोतातु संगत. निज; नाया. ५; जं० प. ३, ४१; अपना निजका. One's own; pertainणिम्मावित. त्रि. (निर्मापित ) नावेस; ing to one's self; personal. २येस. बनाया हुआ; रचित. Made; cons- " णो लब्भंतिणियं परिग्गहं " ओव० १, tructed; caused to be made."पंच- २, २, ६; ओव. ४०; -कुक्खि . श्री. महब्भूया अणिम्मिया अणिम्मावित्तापक- ( -कुक्षि ) पोतानी भ. निजकी कोख; डाणाकित्तिमा" सूय. २,१,१०; कुक्षी. one's own womb. नाया. २; णिम्मिय. त्रि. (निर्मित ) निभाए रे. -जोगपवित्ति. स्त्री. ( -योगप्रवृत्ति) बनाया हुआ; रचित; निर्मित. Created; पोताना योगनी प्रति अपनी निजकी कार्य produced. सूय. २, १, २२, नाया. १; -योग प्रवृत्ति. one's own physical, ठा० ८; अोव० -वाइ. त्रि. (-वादिन् ) mental or moral activity.पंचा०२, જગત ઇશ્વરે બનાવેલ છે એમ બોલનાર. ३६-लिंगि. त्रि. (-निगिन् ) पाताना संसार परमात्मा का बनाया हुआ है यों कहने मतवाला. निजकी संप्रदाय-मतवाला. (one) वाला. ( one ) who affirms that devoted to or holding one's the universe is created by own creed. जीवा० ३;-समय. पुं० God. ठा. ८ ( -समय ) पोताना समय; अ५१२. णिम्मिसिय. त्रि. (निर्मिषित) अभिपीयेस; निजका-अपना-खुद का अवसर. one's मानने सारे। भारे६. अांख बन्द किया own time or opportunity. पंचा. हुआ; पलक मारा हुआ; निर्मिषित नेत्र. १, २६; (One) with eyes closed; (one) | णियइ. स्त्री. ( नियति-नियमन नियातः ) who has winked ( his) eyes. है; माय. देवः भाग्य. Fate; destiny; भग• १४, १; providence. सूय. टी. १, १, २, ३; णिम्मूल. त्रि. ( निर्मूल ) भूदा ५॥२. मूल ठा० ४ (२) लाकी भाव. होनहार; नियति. रहित. Having no root; baseless. destined or fited event. --कड. "निम्मूलुल्लुण करणो? नासिका छिन हस्थ त्रि. ( -कृत ) है ४२३; मावि माथा पाया " परह. १, १,३; ५२१. दैव सम्पादित; होनहार द्वारा घटितहिम्मेर. त्रि. (निर्मर्याद ) भयाद रखित. किया हुआ. fated; decreed by निस्सीम; अपार; मर्यादा रहित; बेहद. Dis. fate; destined. सूय. १, १, २, ३; respectful; immodest; unlimit. -वाइ. पुं० ( -वादिन ) लागी मारने ed. राय०२०८; ठा० ३, १; भग० १२, ८; मानना२. होनहार-भावी पर श्रद्धा रखने जं. प. २, alar, a fatalist; (oue) who be. हिम्मोयणी. स्त्री. (निर्मोचनी ) सपना । lieves in the power of destiny Page #977 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णियह] (१६३ ) [ णियडि or fate. नंदी. circumstance. ठा.१०; णियइ. स्त्री० (निकृति ) भाया; ५८. माया;णियंठ. पुं० (निर्ग्रन्थ ) या मन सन्यन्तर कपट; छल. Dishonesty; cheating; अन्य-परिग्रह सहित; साधु. अन्तर्बाह्य ग्रन्थdeceit. परह. १, २; सम० -कम्म. प्ररिग्रह रहित; साधु. One not possesन० (-कर्मन् ) माया सीते; २९ भी sed of worldly wealth nor गाय योरी. कपट कार्य; प्रपंच; २६वी गौण internally attached to it; an art. deceit; & deceitful act; ascetic. भग० ५, १; २५, ६, ठा. ३, 29th species of minor or se- २; १, ३, condary thefts. परह. १, ३, णियंठत्त. न. (निर्ग्रन्थस्त्र ) निय-य; -~~-पराणाण. त्रि. (-प्रज्ञान-निकृतिमाया । ममत्परहित साधुपए निर्ग्रन्थता; ममत्वतद्विषये प्रज्ञानं यस्य स तथा ) ५८ विहीन -साधुता. Asceticism; monkM २. कपटी; मायावी; छली. deceit. hood bereft of all attachments. ful; ( one) conscious of deceit. भग० २५, ६; सम. ३०; णियठिय. त्रि. (नैग्रंन्धिक) नियची . णियइपव्यय. पुं० (नियतिपर्वत ) मे नामने निर्ग्रन्थ विषयक. Pertaining to an એક ૫ર્વત કે જયાં વાણુવ્યંતર દેવે ક્રીડાથે | ascetic; pertaining to a Tirtha. વૈક્રિય શરીરનાં ભિન્ન ભિન્ન પિ ધારણ ન. nkara. सूय. १,६, २६; रे छ. एक पर्वत विशेष कि जहां वाणव्यंतर | Vणि-यंस. धा. II. ( नि + वस्) ५९२; देवता क्रीड़ा के लिए वैक्रिय शरीर के भिन्न धारण २. पहिनना; धारण करना. To भिन्न रूप धारण करते हैं. Name of a wear; to put on. mountain where the gods of णियंसेइ. जीवा०३,४; राग.१८६; नाया.१; the Våņavyantara class णिसह. जं. प. change their bodies into vari णियसिता. जीवा० ३, ४, राय. १८६; ous shapes by the Vaikriya | णियंसण. न० (निवसन ) पत्र; पेशा वस्त्र, process for sport. जीवा० ३, राय० । पोशाक. Dress; garment; attire. णियइय. न० (नैपतिक) निय; २५१५५j. ओव० २४; पण्ह० १, ३; नाया. ८, पन्न०२; निश्चितता; स्थिरता; अनिवार्यता; नियति से | निसी० १५, ३५ सम्बद्ध. Certainty; state of be. |णियग. त्रि. ( निजा ) योतानु: २४ी. ing absolutely certain. पन्न. १७ | अपना; निजका स्त्रीय.One's owu. नाया. णियंटिय. त्रि० (नियन्त्रित) यानी १,२,४,७,८; भग०१,३३, १२,६,१५,१ એક પ્રકાર; ગમે તેવી મુસીબત હોય છતાં १६, ५, ६, विवा०७; पाया० १, २, १, ६४; ५२यान छ। ते. एक प्रकार का -परिवाल. पुं. (-परिवार) पोताना प्रत्याख्यान; चाहे जैसी कठिनाई में भी परिवार. निज परिवार; अपना कुटुंब. प्रत्याख्यान-पच्चखान का न तोडना. A one's own attendants, family. mode of the vow of abstinence । “पियगपारवोलण सद्धि सपरिषुडे"रायओव० viz. maintaining it under any | णियडि. स्त्री० ( निकृति ) ति, पानी Page #978 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णियडिल्लया ] ( १६४ ) [खियम પેઠે ધર્મના દંભથી લેકેને ઠગવા તે; માયા who does not believe in the ७५८ ४२ते. वगुला भाक्त; बकचेष्टा; बगु. power of human effort. सूय. २, लेके समान मिथ्या धार्मिक ढोंग फैलाकर- १; २६ कपटपूर्वक-लोगोंको ठगना. Hypocrisy; णियतिपन्वय. पुं० (नियतिपर्वतक) मे act of deluding others by affec- नामने से परत. इस नाम का एक पर्वत. tion of holiness. सूय. २, २; ६२; | Name of a mountain. जीवा० ३,४; नाया २; १८; पण्ह ० १, ३, भग. १२,णियत. त्रि. (निवृत्त) निवृत्त; निवृत्ति ५; -पराणाण. त्रि. (-प्रज्ञान) भाया पामे. निवृत्तः छगहना. Retired: ५८ जनार. मायावी; कपटी. familiar free; (one) who has abstained with fraudulent and deceitful _from. “परिगहारंभ नियत्त दोसा" उत्त. practices. दसा. ६, २४, २५, १४, ४१; णियडिल्लया. स्त्री० ( निकृति ) माया; : ५८; पियत्त. त्रि. ( निकृत ) छेन रेस; अपेत. माया; कपट; छल. Deceit; fraud. भग. छेदाहुश्रा; काटाहुआ. Cut; mowed. ८, ६; ठा० ४,२, नाया. १; २; १८; णियाणय. त्रि. (निजनिज ) मोतगोतान. | पियत्तीणय. न० (निवर्तनिक) क्षेत्रनुमान अपना खुदका; अपना अपना.One's own विशेष; क्षेत्रका एक विशिष्ट माप. A kind ( the use of this is rather pe. of measure of space. भग• ३, १; culiar to Indian vernacular's; -मंडल. पुं० (-मण्डल) शरी२ प्रमाणे in English it can be conveyed भूमि. शरीरके प्रमाणानुसार भूमि space by the following example - meusured by the length of the They went to their houses each body. भग० ३०, १; to his own). पंचा० २, १२;-तित्थ. णियत्थ. त्रि. (निवसित) पड़े रेस; धा२९ न० (-तीर्थ) पातपाताना सिid-अवयन. २३. पहिनाहुआ. धारण कियाहुआ. अपने २ सिद्धान्त प्रवचन. each one's Worn; put on. नाया. १; १६; religious creed. पंचा. ६, ३६; णियम. पुं० ( नियम ) नियम; अमि. णियत. त्रि. ( नियत) शाश्वत. शाश्वत; निरं. नियम; अभिग्रह; संकल्प. A vow; . तर; सतत. Everlasting; eternal. species of vow called Abhiठा. ५,३ graha. भग. ६, ३४, १८, १०, २०,८; णियति. स्त्री० ( नियति ) । “शिया" ४२, १; नाया. १; १६; राय. २१५%3 श६. देखो ‘शियई' शब्द. Vide "णियइ' संस्था . ( २) पि पिशुद्धी आदि उत्तर सूय• २, १, २६; -वाह. त्रि० (-वा. गुण. पिंड विशुद्धि आदि उत्तर गुण. दिक) माविलाय हाय ते सन ५३वार्य minor qualities such as purity मयि९२ छे मेम मोसना२. दैववादी; relating to food etc. सम. प. भावी श्रद्धा रखने वाला; जो होनहार हो, १६८; पण्ह.२,४; भग.२०,८; (३) निश्चय वही होता है, भादमी कुछ नहीं कर सकता, न; योस. निश्चय; ठीकठीक. cerश्रादि बातें कहनेवाला. a fatalist;(one)| tainty; surety. पन्न० १; १७, भग. Page #979 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णियमो] (१६५ ) [णियल १२, १०; १६, ८; अणुजो० ८१; (४) “अखिले भाग प्राणिएयचारी " सूय. अ५५५ नाचना. अवश्य भावना. unavoid. १, ७, २८; --पिंड. पुं० ( -पिण्ड ) able necessity. सम० ६; सूय. હમેશાં એક ઘરથી લે dમાં આવતો પિંડ नि० १, १३, १२३; -अंतर. पुं. मा२. सदैव एक ही घर से लिया जाने (-अन्तर ) नियम वये गत२-२-६. वाला भोजन. food daily received. नियम विषयक अन्तर-भेद-शंका. dif. as almas from one and the ference between one rule and same house. ठा० १०%B another. " णयंतरेहिं गियमंतरहिं "णियय. त्रि. (निजक) पोता. निजी; अपना; भग० १, ३, -णिप्पकंप. त्रि. (-नि. खुद का. One's own. नाया०१:२; १८: प्रकम्प ) अ५६ विना नियम पालनार; भग०१२,६; -वयणिज. त्रि० (-वचनी. नियम पासवामा न्युस्त-१७. कडक नियम य) पोतानी दृष्टि पिवयन ४२वा-१३ १९५ पालक; दृढ सिद्धान्त वाला. unfailing ४२वा योय. अपनी हाटे से विवेचन करने योग्य; in the observance of vows. आत्म दृष्टि से निरूपण करने योग्य. fit to पणह. १, 1; --प्पहाण. त्रि. ( -प्रधान) be explained from a particular उत्तम नियम-प्रत मनिष पासा. शुद्ध accepted standpoint. "णि ययवय संकल्प; उत्तम नियम वाला. (one) prac. णिजसथा सम्वनया वियालणे मोहा' सम. tising hard and austere vows. १; -- कज्ज. न०( -कार्य ) पोतनु न राय. ४२ व्य. अपना--निजी-निश्चित कर्तव्य. णियम प्रो. अ. ( नियमतस् ) नियमथी. one's own prescribed or setनियम से; नियमानुपार. From a yow; tled duty. नाया. १६; -घर. न० through a vow, as a rule or (-गृह) तानु घर. निज गृह; घर का घर. vow. पंचा० १०, ४०, one's own house. नाया. ६; --प. णियमण. न. ( नियमन ) संयम. संयमः रिणाम. न. (-परिणाम) स्वाभिप्राय प्रारम वृत्ति निरोध Act of control. पोताना भत. स्वाभिप्राय; अपनी राय;निजकी ling: e. g. the sense; self-res. सम्मति. one's own view or opitiraing. " उद्देस्सम्मि चउस्थे समास uion; “णिययपरिणामा" जीवा० १; वयणेणियमणं भणिय " पाया. नि. ., --बल. पुं० ( -बल) पोतानु ५५; माम. ४, १, २१६; स. आत्मबल, स्वशक्ति; श्रात्मपौरुष. णियय. त्रि. (नियत) शाश्वत; नित्य ना२. one's own strength of the mind हमेशा रहने वाला; शाश्वत-स्थिर--स्थायी. or body. नाया० १६; Eternal; everlasting. सूय० १, ८, | णियर. पुं० (निकर ) सभूत थे. समूह; १२; जीवा० ३, १; - चारि. त्रि. 3. A multitude; a collection. ( -चारिन् ) प्रति १२ विहा२ ४२ ना२. | नाया० १; ६; १७; स्वतंत्रचारी; यथेच्छाचारी. (one) roam |णियल. त्रि० (निगड ) "धन; 21. बेडी; ing or moving unobstructed बंधन; कैदी की जंजीर. Fetters. from one place to another. | ओघ. नि. ४६७, Page #980 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णियल्ल] (६६६ ) [णियावादि णियल्ल. पुं० (निगड) ८८ महाप्रलमांनी ५३ ( कर्म फल) की इच्छा रखकर-मरने वाला. मे। महा. ८८ महाग्रहों में से ५३ वां महा- (oue) undergoing death with a ग्रह. The 53rd of the 88 great heart full of desire for the planets. " दो णियल्ला " ठा० २, ३; reward of good actions done णियाग. पुं० (नियाग ) मोस. मोक्ष; मुक्ति; by him. प्रोव० –मरण. न० (-मरण) निर्वाण. Final beatitude; salva- નિયાણું બાંધીને મરવું તે; બાલ મરણનો tion. सूय. १, १६, ४; -पडिवन्न. मे १२. कर्म फल की इच्छा सहित त्रि०( -प्रतिपन्न ) मोक्ष भागने पास थयेस. मरण; बालमृत्यु विशेष. an ignorant, मोक्ष मार्ग को प्राप्त; मोक्ष मार्गी. (one) non-religious mode of death; who has secured the path deat!: in a state in which the leading to salvation. धम्मविऊ- heart is full of desire for the णियागपडिवने" सूय. १, १६, ४, reward of meritorious deeds णियाग. न० ( निदान ) निj ४२: तपस्या done. ठा० ६; -सल्ल. न. (-शल्य ) વગેરે કરણીના ફલની વાંછા કરવી; કરણનું સંપત્તિ પામવાને નિવાણું કરવું તે; ત્રણ અમુક ફલ મલે એવી આશા રાખે ! તે. शक्ष्यमांनु मे धन प्राप्ति के अर्थ नियाणा निदान लगाना; तास्या आदि कर्मों की फला. करना; फलाकांक्षा रखना; तीन शस्यों में से कांक्षा करना; अमुक कार्य से अमुक फन । एक. One of the three thorns in मिलने की अाशा रखना. Desire for the spiritual path; Niyäņā for future sense pleasures as a getting wealth etc.ठा०३,३; सम०३; reward for austerities; hopa | णियाण ओ. अ. (निदानतस् ) २५या. of fruit for actions done. नाया. कारणतः; कारण से. Owing to; on १२; १६; ओव. १६; ३८; ठा. १०; / account of. पाया. १, ६, १, १७२, सूय. २, ३, १; -करण. न. णि याय. पुं० (नियाग-नितरां यजनं यागः (-करण) नियाय धते; ४२९ना पूजा यस्मिन् सः ) भाक्ष मोक्ष; मुक्ति Salફલ તરીકે ચક્રવર્તિ-ઈદ્ર વગેરે થવાની પ્રાર્થને vation. सूय० १, १, २, २०; -वि. १२वी ते. निदान लगाना; कर्म फलानुसार त्रि. ( - र्थिन् ) भोशनी मर्थ मोन इन्द्रादि पद की प्राप्ति के लिये प्रार्थना करना. प्राप्ति का इच्छुक; मोक्षार्थी; मुमुक्षु (one) act of praying that as a result desiring or uiming at salvatiou. of one's actions one might be " एवमेगं णि पायठी धम्ममाराहगावयं " an Indra, a Chakravarti etc. ठा. सय. १, १, २, २०; -पडिवराण. त्रि. २, ४; -दोस. पुं० (-दोष) नियाj (-प्रतिपन) मोक्ष प्राHथये.मोक्ष प्राप्त;मुक्त. माया लागतो. (कर्म फल) करने के (one) who has attained salva. कारण लगने वाला दोष. sin incurred tion; liberated."नियायपडिवझे अमायं by desire for reward of actions कुम्बमाणे वियाहिए” अाया. १, १, ३, १८; (religious etc.).नाया०१६; -मयग. | णियावादि. त्रि. (नियतवादिन् ) ५ पुं० (-मृतक ) निया मधीन भरना२. मे-ते नित्य छ सेवा मतवासी. सारे Page #981 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गियुत्त ] पदार्थ एकान्त नित्य हैं ऐसे मत वाला. A believer in the doctrine that the things are everlasting. To 5, 9; रेश; गियुक्त्त त्रि० ( नियुक्त ) नियुक्त लेडेल. नियुक्त किया हुआ; स्थापित; जुडा हुआ; लगाया हुआ. Employed; appointed; joined. नाया• ६; णियुद्ध. न ० ( नियुद्ध ) भत्सनु युद्ध. पहलवानों की कुश्ती; मल्लयुद्ध. Wrestling. जं० प० ( ६६७ ) [ गिरणुकोस nīya_Chāritra; ( during the times of the first and the last Tirthankaras ) the practice of taking the second step of ascetic discipline passing over the 1st viz. Samayika charitra (this did not involve in those days the sin of Atichāra) भग०२५, ७, ( २ ) त्रि० अतियार रहित प्रतिचार रहित. free from the sin of partial transgression. नाया० ७; रिंगण. त्रि० ( *निरङ्गण ) राग रहित. रागरहित; विरागी. Free from passion पन्न० ११; गिरंजण. त्रि० ( निरञ्जन - निर्गतो रञ्जनो यस्मात् सः ) रागश्री रहित; मुक्त राग रहित; मुक्त. Devoid of attachment; liberated; free. from worldly attachment. संख इव णिरंजणे" ठा० १, १; णिरंतर न० ( निरन्तर ) निरंतर; हमेशां. हमेशा सदैव. Constantly; inces santly. भग० १३, ६, १६, १, २, ७; ४१, १; राय० ३४; श्रव० ठा० २, ३, गिरंतरिय त्रि० ( निरन्तरिक निर्गताऽन्तरिका लध्वन्तररूपा येषां ते निरन्तरिकाः ) रायण अंतररहित अंतर - अवधि रहित; भेद शून्य- Without any interval. जीवा० ३; राय० जं० प० गिरण्डकंप. त्रि० ( निरनुकम्प ) अनुपा रहित, निर्भय अनुकम्पा विहीन; कठोर : निर्दय. Merciless; unsympathetic; cruel पराह० १, ३; नाया० २; गिरशुकोस. त्रि० ( निरनुक्रोश ) ध्या रहित. दयारहित; निर्दय Callous; ruthless. यिोग. पुं० ( नियोग – नियतो निश्चितो वा योग: सम्बंध इति नियोगः ) अनुयोग; व्यापार अनुयोग; व्यापार Employment; application; activity. (२) निश्रय; यो निश्चय; चोकस. certainty; surety. पंचा० ८, १७; गिरा. त्रि० ( निरत ) दीन; व्यासस्त. मम; डूबा हुआ; अ. सक्त; लीन. Attached to; absorbed in. पण्ह० २, १; रिइ. स्त्री० (निर्ऋऋति ) राक्षस. राक्षस A kind of demon. (२) भू नक्षत्रनेो अधिष्ठाता देवता. मूल नक्षत्र का अधिष्ठाता देवता. presiding deity of the constellation Mula. दो णिरह " ठा० २, ३; जं० प० ७, १५२; गिरइयार. पुं० ( निरतिचार ) पहेला भने છેલ્લા તીર્થંકરના વખતમાં અતિયાર લાગ્યા વિના જે સામાંયિક ચારિત્ર છેડી ખીતુ ચારિત્ર આરેાપામાં આવે છે તે; છેદે પસ્થાपनीय यात्रिो भन्ने लेह. पहिले और अन्तिम तीर्थकर के समय में बिना प्रतिचार लगाये सामायिक चारित्र के सिवाय दूसरे चारित्र का आरोपन; छेदो · स्थापनीय चारित्र का दूसरा प्रकार. The 2nd | variety of Chhedopasthapa For Private Personal Use Only " Page #982 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गिरणुताव] ( ६६८ ) [णिरय नाया. २; खिरणुताव. त्रि. ( निरनुताप ) ५वाता५ २हित. पश्चात्ताप रहित. Unrepented; remorseless. नाया. २, णिरत्थग. श्र० (निरर्थक) ; निरय ४. मुफ़्त; निरर्यक; व्यर्थ; वृथा. Useless; . in vain. परह. १, २, णिरभिस्संग. त्रि. ( निरभिष्का ) संग રહિત; બાહ્યાભ્યન્તર દ્રવ્ય પરિગ્રહ રહિત; नि:२५७. संग रहित; बाह्याभ्यन्तर द्रव्य परिग्रह होन; निरिच्छ; निस्पृह. Free from attachinent to worldly objects; free from desire. पंचा० २, ३४, णिरय. त्रि. ( निरत ) आसात. श्रासक्न; मोहमय; मग्न. Attached to. सम. गिरय. पुं० (निरय ) १२५. नरक. Hell. (२)२४ा ७५; ना२३. नरक के जीवः नारकी. hell-beings. पन्न. २; पगह. १,१; दसा. ६, ४, -श्रावलिया. स्त्री० (-प्रावञ्जिा ) १२५-२४नी सापति:श्रेली-५ति ५५ १२४१41. नरक की आचालका-श्रेणि; पंक्तिबद्ध नरकावास. a row of abodes in hell; a series of abodes of hellish beings. पन्न. २; (२) नामर्नु मे सूत्र सूत्र विशेष. name of a Sutra. जं. प० १; निर० १, ५; -प्रावास. पुं. ( -प्रावास-प्रावसन्ति येषु ते प्रावासाः निरयान ते श्रावासाश्चेति ) न२४वासी. नरक वास; नरकास्थिति. an abode of hellish beings. "हमीसे णं भंते रयणप्पभाए पुढवीए कह निरयावाससय सहस्सा पण्णत्ता" भग०१, ४;सम० २५. ३०, ३५; ४०, ४२, ५१; ५५; ७४; ८४; -गइ. स्त्री० ( -गति) २४ गति; या२ गतिमानी मे. नरकगति; चार गतियों में से एक. existence in hell; one of the 4 conditions of existence. ठा० ५,३, १०;-गामि. त्रि. (गामिन् ) २५मां मना२. नरक गामी; नरक में जाने वाला. ( one ) destined to hellish life. जं. ५० २, २७; -गायर. पुं. (-गोचर ) २४मा २२ना२ 94; ना२४ी. नरक में रहने वाला जीव; नारकी. an in. mate of hell; a hellish being. पएह१, २; -पडिरूवय. त्रि. ( --प्रति. रूरक ) समान; न२४ा नमुना नरकवत् ; नरक समान प्रमाण. hellish; like hell नाया. १3 -पत्थड. पु. (-प्रस्तर) २४ पाथ. नरक का प्रस्तर -थर. A stratum of hell. पन्न. ३; -परिसामंत. पु. (-परिसामंत ) न२४पासनी ५२ती मा. नरकवासकी सीमा. the boundary-line of a hellish alhotle. भग. १३, ४; १३, ६; -पाल. पुं० (-पाल) २५ पासनार: ५२माधामी. नरक पाला; परमाधामी. a custodian or sentinel of hell called Puramidhauni. ठा. ४; १; -वास. पुं० ( -वास ) न२४३५ पास. नरकरूप वास; नरकवास. residence in hell. "णिरयवास गमणनिध ।" पण्ह० १,१;-विभत्ति. स्त्री० (-विभक्ति) २४.1 विलाय. नरक के विभाग, नरकप्रदेश. divisions of hell. (૨) એ નામનું સૂયગડાંગ સૂત્રનું પાંચમું अययन. सूयगडांग सूत्र के पांचवे अध्यायका नाम name of the fifth chapter of Sūyagadānga Sātra. परह • १,२;-विग्गहगह. स्त्री. ( -विग्रहगति-नरयाणां नरकाणां विप्रः Page #983 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिरवकांख ) ( ६६६ ) [णिरायंक हात क्षेत्रविभागानतिक्रम्य गतिर्गमनं निरय- नाया. १; विग्रहगतिः )२मां पतियेते. णिरहिगरण. त्रि० (निरधिकरण ) मोटा मा. नरकमें टेढी गतिसे जाना. passing of २४३५शल वरना. बडे प्रारंभरूप शस्त्रोंसे the soul to bell by an irregu. रहित. Not possessed of weapons lar motion or progres3. ठा० १०; | used for inflicting injury. 4910 -वेयणिज्ज. न० (-वेदनीय) २४मां १६, २२, । यो२५ म. नरकमें अनुभव लेनेयोग्य | णिरहिगरणि. त्रि. (निरधिकरणिन् ) अधि. कर्म. Karma bearing fruit in ४२५ २खित; शख रक्षित. अधिकरण शस्त्रhell. “ोरइए णिरय वेयणिज्जसि विहीन; निःशस्त्र. Not possessed of कम्मसि." ठा० ४, १; ___offensive weapons. भग. १६, १; गिरवकंखि. बी. (निरवकांक्षिन् ) क्षा-णिराकिश्चा. सं० कृ. अ. (निराकृत्य ) ६२ २.रक्षित. निरिच्छ; आकांक्षाहीन. Hav. रीन; त्यागीने. दूर करके; त्यागकर; छोडकर. ing no desire; free from desire. Having repudiated; having नाया. given up. 'ततोवायं णिराकिच्चा"सूय. हिरवज्ज. त्रि. (निरवद्य) निषि निर्दोषः । १, ३, ३, १७; अनवद्य. Innocent; hurmless. “स | णिराणंद त्रि. (निरानन्द ) मान दिल. संजए समक्खाए हिरवजाहारे जे विऊ" | निरानन्द; आनन्द रहित. Devoid of the दस. नि. ५, १; feeling of joy. जं. प. २, ३३; हिरवयक्ख. त्रि० (निरपेक्ष) ५२ प्राय पयार नाया० १; यामा मह२४१२. पर प्राणरक्षामें अमावधान. ! णिगंतक. त्रि. (निराक-निर्गतः आतङ्को Careless as regards the safety रोगविशेषो यस्मात् ) २।५ २हित. निरोग; of the lives of others. परह. १, निरामय; स्वस्थ्य; Healthy; free १; नाया० १; from disease. पण्ह. १, ४; भोव. हिरवलंब. त्रि. ( निरवलम्ब ) स न | तंदु. २हित; आधा२-२४। यसरी. निराधार; निरणिराभिमान. त्रि. (निराभराम-नितरां अभिवलम्ब; आधाराविहीन. . Without any | रामो निराभिराम) अति सुं६२. अति सुंदर; support to rest on परह. 1, ३: । बहुत रम्य. Surpassingly beautiful. हिरवलाव. त्रि. (निरपलाप) अपनी बात। परह. १, २, Inने नो ना२. दूसरों को किसी की बात णिरामगंध त्रि. (निरामगन्ध) आममध. न कहनेवा ता. (One) not communi- | મુલત્તર ગુખંડના રૂપ દેશ તેથી રહિત. cating to others a secret con. श्रामगन्ध-मूलोत्तर गुणखंडरूपी दोषोंसे रहित. fided to (him or her). सम• ३२ | Free from the guilt of a breaणिरवसेस. त्रि० (निरवशेष) से पूरा समय । ch of fundamental or secondary सम्पूर्ण; समग्र सारा. Full; complete; virtues. " से सबसी अमिभय नाणी whole. भग० २,१; १२, ३:१५, १; १६, णिरामगंवधिइमं ठितपा" सूय. १,६, ५; ८; १६, ८, २४, २०; २५, ३; ३५, ११; / णिरायंक. त्रि. ( निरातंक ) मे “णिरा Vol. 11/122 Page #984 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिरायास ( १७० ) [णिरुच्छाह तंक" श६. देखो “णिरातक" शब्द. णिरिक्खण. न. ( निरीक्षण ) माशायी Vide —णिरांतंक' जावा. ३, ३; '; अपमान २q ते. बारीकी से णिरायास. त्रि० (निरायास) मेहना २४थी देखनाः निरीक्षण करना. Minute ex हित. खेदरहित; कष्टरहित; सरल, सहज. amination; minute, careful (One ) having no cause for observation. ओव० sorrow. परह. २, ४, णिरिक्खिय. त्रि० (निरीक्षित ) अपनाउन णिरालंबन. त्रि. (निरालम्बन ) आसमान अरेस निरीक्षण २३. निरीक्षित; अवलोकित; साधार रखित. निराधार; आधार-सहाय देखाहुआ. Observed; scrutinized. रहित. Having no support to नंदी. rest on. "गयणमिव णिरालंबण" ठा03; Vणि-रंभ. घा• I, II. (नि-रुध्) 41. नाया. पy; रो; यु. अटकाना; रोकना; णिरावकाख. त्रि. (निरवकालिन् ) याsian निरोध करना. To obstruct; to de. २हित; निर ही. आकांक्षा रहित; निरिच्छ; tain; to hinder.(२) स-मागे व्यवस्था निस्पृह. Having no desire; unsel. ४२. सन्मार्ग की व्यवस्था करना. to fish. “निक्खम गहाउ णिरावकंत्री कार्य devote to some good purpose. विऊ सेज्ज नियाणछिन्ने" सुय. १, १०, २६; शिरुंभंति सूय • १, ५, १,८४; णिरावयक्ख. त्रि. ( णिरपेक्ष ) अपेक्षा णिरंभहिंति. भग, १५, १; २रित. जिसे अपेक्षा न हो वह; निरपेक्ष. णिरुभित्ता. ओव०४३; सूय०१, ४, २, २०; Having no desire: unselfish. गिरंभण. न. (निरोधन-निर्गतं रोधन नरोनाया० १; परह. १, ३, धनं ) 2421यत; २।४ . अटकाव; णिरावरण. त्रि. (निरावरण) १२९५ २खिन. रोक; निरोध; विन अन्तराय. Deten श्रावरण रहित. Free from ob- tion; obstruction; hindrance. struction; unhindered. नाया०१४, | पण्ह . १,१: णिरास. त्रि. ( निराश ) निराश थयेस. णिरुंभा. स्त्री० (निरंभा ) मे नामनी से हतोत्साहित; निराशित. Hopeless, पण्ह. थी. इस नाम की एक देवी. Name of १,३;-बहुल. त्रि०(-बहुल) ति नि२६॥ a goddess. नाया. ध. पाली. अत्यधिक निराशापूर्ण. extremely |णिरुच्चार. न. ( निरुच्चार ) शाय जिने despondent. पण्ह. १, ३, વાતે પણ ગામ બહાર જવાનો પ્રતિબંધ. णिरासव. त्रि. ( निराश्रव ) माश्रय हित. शौचक्रियार्थ भी ग्राम बाहर जाने का प्रतिबंध श्राश्रव रहित; पाप रहित. Not incur- मनाई. Prohibition to go out ring sin; free from inflow of of the city even for answer. Karmic matter. परह. २, ३ ing calls of nature. नाया. ८; णिरिंधणया. स्त्री० ( निरिन्धनता ) धन- पएह० १, ३; मसतना अभाव. ईधन की कमा; जलाऊ | णिरुच्छाह त्रि. (निरुत्साह ) SAI, २नि. लकडी का अभाव. Absence of fuel. उत्साह रहित; निरुत्साह. Devoid of भग०७,१38 energy; not industrious; inac. Page #985 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिरुज] ( ७१ ) [णिरुवलेय tive. जं० प० २, ३६ः सार. काँका अनिवार्य भोग-निरूपकमता णिरुज. न. ( नीरुक-रुजामभावो नरुिक् )। कर्म के उपक्रम का अभाव. inevitable गिनी अभाव. निरोगता; रोगका अभाव unavoidable bearing of the Absence of disease; health | fruits of Karma. पंचा० ३, १५; पंचा० १६, २८; | णिरुवक्किट्ठ. त्रि० (निरुपक्लिष्ट) २५गत शो णिरुत्त. न. ( निरुक्त ) नि३:१; मां माहिमेश रहिन. अन्तः शोक क्लेश आदि આવેલાં શબ્દની નિરુક્તિ-વ્યુત્પત્તિ દર્શા से रहित. Free from mental or in. पना२ शास्त्र. निरुक्त; वेदों में आये हुए। ternal sorrow; untroubled in शब्दों की व्युत्पत्ति बतलाने वाला शास्त्र | mind. "हदुस्स णवगल्लस्स णिरुवक्किदुस्स A Vedic etymological lexicon. जंतुणो” अणुजो० भग० २५, ५; जं. प. श्रोव० ३८% २, १६; णिरुवकम. त्रि. ( निरुपक्रम ) पण /णिरुवकेस. त्रि. ( निरूपक्लेश ) शार निमित्तथी तुं आयुष्य त्रुटे नही ते; मा माथा खित. शोक आदि बाधाओं से જેટલું બાંધ્યું હોય તેટલું જ આયુષ્ય । रहित. Free from worry and भागवे ते. किसी भी कारण से जिसकी ____ Sorrow. ठा. ७; आयुष्य क्षय न हो; नियत आयुका भोक्ता. णिरुवचरिय. त्रि. (निरुपचरित) ५या नाम ( One ) who is not liable to ४२२. शिष्टाचार रहित; उपचार रहित. death by any accidental circum (One) who has not observed stances before the life -period ___proper forms of respect. नाया ० ५; fixed by Karma, is over. नाया०णिरुवदव. त्रि० ( निरूपद्रव ) ७५६५ २हित. २०; १०; (२) मननाश माहिथी २४त. निरुपद्रव; उपद्रव राहत. Fres from मानसिक शोक आदि से रहित. free from troubles or obstacles. भग. १, १; mental trouble or sorrow. T. श्रोव. २५, ७, -पाउय. त्रि. ( -श्रायुष्क) णिरुवम. त्रि. ( निरुपम ) ५मा २हित. निायित युवास; गमेनिमित्त याय निरुपम; उपमा-तुलना रहित; अतुल; अनुते। ५२ हेतुं यु.५ मांधे होय | पम. Mitchless; incomparable. तेगुं पुरे पु३ लागवते. निकाचित आयु जीवा० ३, ३ वाला; चाहे जिस कारण के रहते हुए भी | णिस्वयरिय. त्रि. (निरुपचरित ) गुथे। निश्चित आयु का पूर्ण भोक्ता. ( one) “णिरुवचरिय" श६. देखा "णिरुवचरिwho does not die before the | प " शब्द. Vide . णिरुवचरिय " life-period fixed by Karma | नाया. ५ in spite of any kind of acci- | णिरुपलेव. त्रि. (निपरुलेप ) म ५ dental circumstances what- २डित. कर्म बन्धन से रहित. Unsmearever their nature. भग० २०, १०; ed by Karma; untouched by -भाव. पुं० (-भाव ) भनी म३९५ Karma. जीवा० ३; (२) स्नेह करतो. मोग; निरुपमा मना मन स्नेह हान. free from attachment. Page #986 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रिणरुवसग्ग] [णिर्-तर - परह. २, ४; of being seen or perceived. णिरुवसम्ग. पुं० ( निरुपसर्ग) म भ२९५ । पंचा० ११, २०; माहि १५सय २लित मोक्ष. जन्ममरणााद | णिरूह. पुं० (निरूह) नाडीमांथा सोही । उपसर्गों से रहित;मोक्ष. Freedom from ते. नसमें से रक्त निकालना. Act of letsuch troubles as birth, death, ting out blood by opening a etc.; salvation. नाया०८; vein. “अणुवासणेहिय बत्थि कम्मेहिय णिरुवहत. त्रि. ( निरुपहत) । "णि- निरूहहिय सिरावहहिय" नाया० १३, रुवहय" श... देखो “णिरुवहय" शब्द. णिरेय. त्रि. ( निरेज ) नि०५:५; निक्ष. Vide"णिरुवहय"नाया. 138 निष्प्रकम्प; निश्चल; अटल. Firm; णिरुवहय. त्रि. (निरुपहत ) गाहिथा नहि ___steady;motionless. भग०५,७,२५,४; ७५३. रोगादि से मुक्त. Unharmed | गिरोदर. त्रि. (निरूदर-निर्गता उदरविकाby unaffected with disease etc. रा येभ्यस्ते) नानां पेटवाओ; १२ना विकार भग० ७, १; ६, २३; नाया. १; ३, ५; विनानी. सामान्य पेटवाला; पेट सम्बन्धी ६; ७; परह. १, ४, (२) वि२ बीमारी से रहित. (One ) with a २रित. अविकारी; विकार होन. free from small belly; ( one ) free from transformation or modification. any disease of the belly. Halo श्रोव० राय० ( ३ ) ५२ ५५ २हित.. ३: परह. १, ४, ज्वरादि उपद्रव रहित. free froin such | हिरोह. पुं० ( निरोध ) निराध; 24t. troubles as fever ete. जीवा० ३; । निररोध; अटकाव Obstruction; check; णिखविग्ग. त्रि. ( निरुद्विग्न ) ग २लित; prohibitiou. नाया० २; भग० २५, ७; भननी व्यावता यमरना. विकलता विहान; (२) दिया हिना नियम ४२वे ते. इन्द्रिय अव्याकुन; अनुदेगी. Free from निग्रह. act of subduing the senses mental distress%3; unworried. etc. उत्त. ४, ८; नाया. १; १७ Vणिर्-इक्ख. धा.I (निर् + ई ) णिरुस्साह. वि. ( निरुत्साह ) सार-उधम । निरीक्षण ४२. देखना; निरीक्षण करना. To २हित. उत्साह -जोश हीन. Devoid of see; to observe carefully. zeal or enthusiasm; lazy. "णहु णिरिक्खइ. नाया. ८) धम्मणिरुस्सा।' सूय नि० १, ४, १, ६२; णिारीखत्ति. नाया. ८%3 णिरूविऊण. सं. कृ. अ. ( निरूप्य ) मा णिरिक्खमाण. नाया०८ सोयना धरीन. आलोचना करके; सूचम अव- Vणिर-तर. पा. I,II. (निर् + तृ) पार लोकन करके. Having nude a full सामछ। माए. पारपाना; समाप्त confession; having seen or करना. To complete; to bring to perceived. पंचा० ८; १०; an end. णिरूवियव. त्रि. (निरूपयितव्य) आसोया णित्थारयामि. प्रे० नाया. ६; यो५. आलोचना के योग्य. Worthy णित्थरह. नाया० ८; of being confessed; worthy | णित्थरेजामो. वि. नाया. १८; Page #987 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिर-धाव] (१७३ ) [णिर-वा णिस्थरिहिह. भग. 4. नाया. १८; करना; तिरस्कार करना. To scold; to णित्थारजंत. क. वा.व. कृ. संत्था. threaten; to reproach. Vणिर्-धाव. धा. I. ( निर् + धाव ) णिभत्थेइ. ठा० ५, १; j ढवी. दौडना; तेजीसे भागना. | Vणिर-मिस. धा• I. (निर+मिष ) सांप To run; to move swiftly. धाभाय १२वी. आंख खोलना और णिद्धावहे. नाया. ८; १७; मांचना; पलक मारना. To wink. Vणिर-धुण धा• I. (निर+धू ) ५. णिम्मिसेजा. वि. भग. १४, १; रीत राहणु; जा . झटककर Vणर-वड. धा• I,II. ( निर +वृद्ध ) फेंकना; खंखर.डालना. To shake off; हुँ ४२y; सं . संकुचित करना; छोटा to remove by shaking. Frar. To shorten; to contract. णिधुणे "सणि धुणे धुनमलं पुरेकडं" दस | णिवुडित्ता.सं.कृ. "दिवसखेत्तस्स णिवुद्वित्ता रतणिक्खेत्तस्स अभिीणवुट्टित्ता चार णिणित्ताण. उत्त. १९, ८५; चरति" सू० ५० १; Vणर-नम. धा• I. (निर् + नम्+णिच् ) । णिबुड्ढमाण. व. कृ. सू. प० २; जं निश्चयथा नमाsj; २ ४२. निश्चयपूर्वक प० ७, १३२; नमाना; दूर करना. To subdue en- | Vणिर-वत्त. धा• I,II. ( निर+वृत् ) tirely; to remove. त्पन्न ४२मुं; नार. उत्पन्न करना; बनाना. णिन्नामए प्रे० वि० सूय०१, १३, १५; To make; to produce. ( २ ) Vणिर-ने. धा. II. ( निर् +नी ) हार ५३ य निति मी. पूर्णहोना; निवृत्ति सार; ४६७. बाहर लाना; निकालन'. पाना. to complete; to retire To take out; to bring out. from; to be free from. णीणे इति. ओव. ३०; निसा० २, ५३; . णिवत्तइ. नाया. ८; नाया० ४, ८; दसा. १०,१; णिवत्तयति. प्रे० भग. २५, २; णीणत्ता. सं. कृ. श्रोव. ३० णिवत्तेह. आ. नाया०८; Vणिर-पज्ज. धा. I. ( निर+पद ) णिवत्तिजइ. क. वा. भग० १२, ४, ANr; उत्पन पैदाहोना; उत्पन्न हो .. | णिवत्तमाण. व.कृ. भा. १६, १;१७; 13 To be produced; to be born. णिवत्तित्तए हे. कृ. नाया० ८; णिप्पजइ. जं० ५० १, १६; Vणिर्-वहू धा• I,II. (निर् +बहू ) "गणप्पजिस्लइ. भग. १५, १%B નિર્વાહ કરવો; આજીવિકા ચલાવવી. Vणिर्-भच्छ. धा. II. ( निर् + भर्स)| निवाई करना; आजीविका चलाना. To ति२२॥२४२३१. तिरस्कार, अरमान या घृणा maintain; to maintain one's करना. To show contempt to livelihood. wards; to scold. णिबहेजा. वि. सूय. १, ३, २३; णिब्भच्छेह. भग० १५, १; नाया० १८ णिचहे. सूय० १, १४, २०७ Vणिर-भत्थ. पा. II (निर + भर्त्स ) णिवाहत्तए. नाया० १८; ति२२४॥२ ४२३।। सत्सना ४२वी. भर्त्सना | Vणिर्-वा. धा• I. (निर + वा+णि ) Page #988 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिर्-विज] ( ७४ ) [णिललिय सोय; मुसाय हरी नाम माना. णिलाड न० (ललाट) पार; भरत. म. थंडाकरना. To extinguish; to | स्तक; कपाल; ललाट. The forehead: put out. the head. परह. १, २, नाया० १६; णिव्वावेंति. जं० प० २, ३६; -पट्टिया. स्त्री० (-पट्टिका ) पास ५२ णिनावेजा. वि. दस. ४, ८; १२वामां आरती उनी पटी; पी3. भाल णिवाविया, दस० ५, १, ६३, तिलक; भाल कुंकुम; भालाबंदी. an णिवाविस्सति. भग. २, ३६ auspicious mark on the foreVणिर्-विज्ज. धा•I. (निर + विद्) निर्व head made with a sort of red वै२१२५ पामवा वैराग्य पाना; उदासीन होना. powder. राय. १६४; To be disgusted with and to / णिलिंत. २० कृ• त्रि० ( निलीयमान) मेसतुं. be indifferent to the world and ___ बैठाहुआ; बैठता हुआ. Sitting. ओव० its ways; to remounce; (२) राय. सु. सोना to lie down. Vणिलिज्ज. धा. II. (नि+ली ) आर. णिविज्जइ. उत्त० २७, ४; झटकना. To give a sudden jerky णिविज्जति. उत्त० ३, ५; motion e.g. to a carpet etc.; Vणिर-विस.धा. I.(नि+विश्)ी भु to get rid of dust and refuse. हेश पार ४२यु निर्वासित करना; निकाल देना. णिलिजज्जा. विधि• सूय० १, ४, २, २०; To drive out; to deport or णिलुक. त्रि० (निाक्य ) गुप्त. गुप्त; छिपा transport. हुआ. Hidden; secret. नाया. ८; सज्जा. वि. " एगत छकप्पा गठव- णिलंछण. न. ( निलाञ्छन ) नपुंस: ४२ इत्ता एगं णिमिसेज्जा' वव०२,२; ते; जुटीया आहिन समार। ते. नार्मदणिविसमाण. व. कृ. निसी. २०. १०; नपुंसक बनाना; खस्सा करना. Emascu. भग. २५, ७, ठा० ३, ४, lating castrating. परह. १, २, विविसंत. व. कृ. ठा० ५, १; णिलज्ज. त्रि. (निर्लज्ज) Ham-शरम Vणिर-सर. धा.I.(निर+स) ३७. फकदेना. २लित. निर्लज्ज; बेशरम. Shameless; To throw. (२) निस. निकलना, . devoid of sense of shame. परह. त्यागना. To abandon; to leave. १, २, नाया० १; णिस्तरइति. नाया. १; ६; १६; भग. णिलायंत. व. कृ. त्रि. ( निलयत्-निरन्तरं १५, १; राय० २८३; लयति गच्छतीति)मागतो. भागताहुआ, Vणिर् -हर.धा• I,II. (नी+ह) शाय भाट Running away; escaping नाया. orarj. शौचके लिये जंगल में जाना. To go to a forest for answer- णिजालिय. त्रि. (निलोलित) सरेस; नी. ing calls of nature. सेन. फैलाहुअा; फूटाहुआ. Spread; ex. णीहारेति.प्रे. अंत. ३,४; tended; projected out. नाया० १, णिलय. न. ( निलय ) ३२. घर: गृह; सदन. । ८; ---अग्ग पुं० (-अन) या मोही A house; an abode. तंदु नाया. १६ मांथा स५३५ यता; ५२ Cuma - Page #989 -------------------------------------------------------------------------- ________________ पिल्लेव] (६७५ ) [णिवर भने। सागो भाग-2२३.. खुले मुंह में से of the 32 varieties of dramas लपलपाती जीभका अग्रभाग; जिव्हान. | involving rising up and falling the tip of the tongue issuing down. जं. प. repeatedly out of the opened | णिवडण. न० (निपतन) नीये ५७. नीचे mouth. नाया०८; - अग्गजीहा. स्त्री. गिरना. Act of falling down.पण्ह. (-अग्रजिव्हा) मोटामांथा ५५ था हार नसतो मनो आगोमास. मुंह णिवीडय. त्रि. (निपतित) नीये ५स. में से लपलपातीहुई जीभका अग्र भाग. the | निपतित; नीचे गिरा हुआ. Fallen tip of tongue repeatedly issu. down, भग• १५, १; ing out of the mouth. artros; Vणिवत्त. धा• I,II. (नि+वृत ) नियत ; णिल्लेव. त्रि. (निर्लेप) से५ २हित. निर्लेप; स . निवर्त होना; अटकना; दूर होना. लेपहीन. Free from smearing, To return; to desist from; to dirt. भग० ६, stop. णिलवण. न. ( निर्लेपन) सेपनो मार; / णियति. उत्त. २, ४३; भेजना समाप. लेपका अभाव; निर्मल. णियत्तइ. नाया० ९, Absence of mearing; absence पियट्टमाण. आया. १, ६, ४,१६०; of dirt. भग. ७, ४; णिवत्त. त्रि. (निवृत्त) पाती भयेस५सार णिव. पुं० (नृप ) 10; न२ पति. नृप; राजा. थये।. बीता हुआ; भूत; गत. Past; A king; n lord of men. पंचा० १८, elapsed; gone. विवा० ५;-बारसग. २७; -कर. पुं० (-कर) साथ. त्रि. (-द्वादशक) ॥२ हिवस विती गये. राजा का हाथ an aim of a king. पसार थये. जिस के बाद बारह दिन बीत पंचा० १८, २७, गये हैं। वहः ( that ) since the शिवइत्ता. त्रि. (निपतृ ) 8तरना२; 43वार. happening of which twelve गिरने वाला; उतरने वाला. (One) com- days have passed. विवा० ४; । ing down; falling down. ठा०४,४; / णिवत्ति. स्त्री० (निवृत्ति ) "घy; सयुं. णिवइय. त्रि. (निपतित ) ५. गिरा हुप्रा. बंद होना; अटकना; रुकना. Act of Fallen. नाया० १; (२) न० मे . coming to a close; act of stop. રનું ઝેર; ત્વચા ઝેરફ દૃષ્ટિ ઝેર આદિ. ing. ठा० ४, १; (२) निपत्ति. निष्पत्ति. एक प्रकारका विष; त्वचाविष, दृष्टिविष श्यादि. production; result; coming a sort of poison e. g. of siglit, into existence. ठा० ४, ४; of touch etc. ठा० ४, ४; Vणिवर. धा. II. (नि+वृ) निवा२९५ णिवउपय. पुं० (निपातोपात ) मा ये ३२यु: । ४. निवारण करना; रोकना. To ચઢવું પાછું નીચે પડવું થાય તેવા પ્રકારનું check; to stop; to restrain. से 1८४; 32 नाभानु एक नाटक णिवारेइ. प्रे. नाया. १६; १८% नाया. ध. विशेष जिस में पहले ऊंचे चढकर फिर नीचे णिवारोसि. नाया०१७ गिरना हो; ३२ नाटकों में से एक. One | णिवामि. नाया. ५; Page #990 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शिवसण] ( ६७६ ) [णिविट्ठ णिवारित्तए. हे. कृ. नाया. ५, snapping the thumb with णिवारिजइ. क. वा. भग. ६, ३३; the middle finger. पन्न. ३६; णिवारिजमाण. क. वा. व. कृ. भग० | णिवाय. त्रि० (निवात-निर्गतो वातो यस्मात्सः) १५,१; वायु संसार २खिन. निवात; वायुसंचार हीन. णिवसण. न० (निवसन ) पत्र. वन; कपडा. Free froin draughts of wind. A cloth; a, garnient. apate 14; ॥ तंसिप्पेगे प्रयगारा हिमवाए णिवायम णिवाइय. त्रि. (निपातित ) नीये पाउस. संति " आया. १, ६, २, १३; भग० ३, नीचे गिराया हुआ; अधःपातित. Thrown १, ५, ८; ११.११नाया०१६; -गंभीर. down; caused to fall down. त्रि० ( -गम्भीर ) वायु माहिना प्रवेश नाया. १४; २खित; ली२. वायु आदि के प्रवेश से शून्य; णिवाएमाण. व. कृ. त्रि. ( निपातयत् ) गंभीर. free from draughts of नीचे पाते. नीचे गिराता हुआ (One) wind; calm. भग० ७, ८ _causing to fall down, नाया. २. णिवायण. न. (निपातन) मामा ३४i. णिवाडेत्ता. सं० कृ. अ. (निपात्य ) खड्डे-गढे में फेंकना; गिराना. Act of सगाडीने; नीचे पान. लगाकर; नीचे गिरा। throwing into a ditch or pit. कर. Having caused to fall down; परह. १, २; having attached or applied. / णिवारण. न० ( निवारण ) 21 ते. "जाणु धरणितलं सि णिहहु णिवाडेइत्ता " निवारण; रोक; अटकाव. Act of reजीवा. ३, straining or checking. भग० ६, णिवातित. त्रि० ( निपातित ) नीये पाउन. ३३; (२) 26 तापने २।४॥२ ५२, खत्री नीचे गिरायाहुआ. Fallen down. भग. कोरे. थंड ताप से बचाने वा रोकने वाला घर, हवेली श्रादि. a house, a manणिवातिय. त्रि. (निपातित ) यो पो sion etc. which checks the श६. देखो ऊपरका शब्द. Vide above.. rigour of cold and heat. उत्त. विवा.१%38 २, ७; णिवाय. पुं. ( निपात-निपतनं-निपातः ) णिवारय. त्रि. (निवारक) निवारण ४२नार; नाये ५७. नीचे गिरना; अध:पतन; निपात. म११ ४२॥२. निवारण करनेवाला; रोकने Act of falling down; downfall. | वाला; निवारक. ( One ) who stops, " प्रायवस्स णिवाएणं" उत्त, २, ३८, (२) chec. 9; ( one) who restrains मेसते. बैठना. act of sitting परह. or prohibits. नाया० १६; १, २; (३) निपात; व्या४२९३ शाल प्रसिणिवास. पुं० ( निवास-निरन्तरं वसन्ति जना. य, वा माहि स०५५. निपात; व्याकरण शास्त्र __ येषु ते) निवास; २९६९५. निवास; रहने की प्रसिद्ध च, वा आदि अव्यय. au inde- ____ जगह. A place of residenca; an clinable particle such as च वा abode. निसी० १, १; etc. परह. २, २; नाया० (४) २५ णिविट्ठ. त्रि० (निविष्ट) भेरव प्राप्त ५२. वावी ते. चुकटी बजाना act of लिया हुआ; प्राप्त किया हुआ. Got; Page #991 -------------------------------------------------------------------------- ________________ शिवित्ति ] acquired. “थोवं बहु शिविट्ठम्मि ठा०५, २; ( २ ) आसात. श्रासक्त attached; passionate. सूर्य. १, ६, ३; -- कप्पठिइ. स्त्री० (-कल्पस्थिति) परिहार વિશુદ્ધ તપ પૂર્ણ કરેલની કહપસ્થિતિઃ સાધુ समायारी विशेष परिहार विशुद्ध तप पूर्ण किये हुए की कल्पस्थिति; साधु समाचारी विशेष. a particular stage of asceticconduct to which a monk has risen, ठा०५, २ - काइयक पठिइ. स्त्री० ( - कायिक कल्पस्थिति ) परिहार વિશુદ્ધ તપ કરી બહાર નીકલેલ સાધુની उपस्थिति परिहार विशुद्ध तप के बाद बाहर निकले हुए साधु की कल्पस्थिति. state of an ascetic who has completed the austerity known as Parihara Visuddha. चेय०६, २०: रिवित्ति स्त्री० ( निवृत्ति विषयेभ्यो निवत्तेनं निवृत्ति ) आरंभ वगेरे पापी निवृत्त ते. आरंभ आदि पापों से निवृत्ति ab stinance from actions which ( ६७७ " involve injury to or killing of living beings e. g. from flesh eating, drinking ete पंचा०७,३२; - पहाण. त्रि० (प्रधान) आरंभी निवृत धनामां प्रधान-श्रे४ आरंभ से निवृत होने में प्रधान-श्रेष्ठ. prominent or excellent in abstaining from injury or act which involves injury to living being पंचा० ७, ३२; / णि-विस धा० II. (नि+विश्) प्रवेश २वे. प्रवेश करना; भीतर घुसना. To enter, शिविसेज्जा. वि० वेय० २, १२; शिविसित्ता. सं० कृ० नाया० ८; शिविसमाण, व० कृ० वव० १, १६; २४; Vol. 1/123. [ शिवेय शिवेसे इ. प्रे० नाया० ८ १६३ विसंति, नाया० १६; विसं. नाया० १६; शिवेसेहि श्र० विवा० ६; शिवेसेह. श्र० नाया० ८; १६६ वेिसित्ता. सं० कृ० नाया० १६; राय २२३ णिवेसिय. निसी० ३, ४; शिविसमाकप्पठिह. स्त्री० ( निर्विशमानकल्पस्थिति) परिवार विशुद्ध सान्यारीनी उपस्थिति परिहार विशुद्ध कल्पाचारी की कल्पास्थिति. State of one who is going through the aus. terity known as Pariharaviśuddha. वेय० ६ २०६ शिवेश्य. त्रि० (निवेदित) निवेदन : ५. निवेदित; प्रार्थित. Made known; declared नाया० २१ णि वेद धा० I II निवेदन डर, ४याच ( नि + विद्+णि ) २४२ निवेदन करना; प्रकट करना. To declare or make known. णिवेदेइ. नाया०८:१६; शिवेति नाया० २; वेदेमि श्र० ११, नाया० १९ वेदेमो. भग ११, ११, दसा० १०, १; णिवेदज्जा. वि० दसा ० १० १, णिवेदेह. आ० १०, १; शिवेrइ. व नाया० ६; १६; १५; शिवेयइ. नाया० १४: शिवेयंति. नाया०८:१८; वेिएमो. जं० प० ना० ३; ५३: शिवेएहि श्र० नाया० १६; शिवेयण न० (निवेदन) निवेदन; लडेर ते निवेदन; प्रकाशन Act of declaring; act of making known. नाया ; For Private Personal Use Only Page #992 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिवेस] (१७८ ) [णिन्वय णिवेल. पुं० (निवेश) २थापन ४२युं ते; मेसाऽ परा. २२; ते. स्थापित करना; बैठाना; प्रतिष्ठा करना.णिव्वत्तणया. स्त्री० (निर्वत्तन) नि०पत्ति; सिAct of fixing or establishing; f. निष्पत्ति सिद्धि; सफलता, Act of placing. नाया० ८; १६; finishing; completion; final reणिवण. न० (निर्वर्तन) नगर माथा नि:- sult. " तश्रे. णिवत्तणया तो परियाइ. सवानो भाग. नगर बाहर होने का मार्ग. A यता" पन्न. ३४; way leading out of a town; an णिवत्तणा. स्त्री० ( निर्वर्तना) घुट: निexit from a town. नाया० २, युं ते. मुक्त होना; छूटना. State of heणिव्वट्टित्ता. सं. कृ. अ० (निवर्त्य ) 04 | ing free froin; abstinence from. अशथी शरीरने दुशने. जीव प्रदेशसे भग०१२,४; (२) उत्पन्न २ते. उत्पी ।. शरीरको अलग करके. Having dis. act of making or producing.अग° sociated the body from the १३,३;-अहिगरणिया. स्त्री० (-अधिकर soul. ठा० २,४; णिकी) तसार पोरे अधिने तहन णिवण त्रि० (निव्रण ) यां। अ6- नवीन तयार पाथीबागती जिया. नितान्त २हित. घाव रहित; व्रणरहित फोडे नवीन तलवार आदि शस्त्रों को बनाने से फुसी प्रादिसे रहित. Free from boils, लगने वाली क्रिया. the sin incurred wounds etc. श्रीव. १०; जीवा० ३, ३; by preparing absolutely new नाया० ३; जं. प. ७, १६६; weapons such as swords etc. णिवत्त. त्रि. ( निर्वत ) त रहित. व्रत ठा० २, १; भग० ३, ३; रहितः संकल्प हीन. Vowlese; devoid णिश्यत्ति. स्त्री० (निवृत्ति ) १२तुनी पत्ति; of a vow. राय० २०८; मनावट. वस्तु की उत्पत्ति; बनावट; घटना णिवत्त. त्रि. (निवृत्त ) निये निवृत्तः | विधि. Making or creation of a छुटाहुया, मुक्त. Retired from; thing. (२)निष्पत्ति. निष्पत्ति. erea. turned back from. ठा. १; भग० tion; coming into existence. ११, ११; (२) अति भए रेस. अति- "कह विहाणं भंत जीवणिव्यती पराणता" क्रमण किया हुआ. transgressed; भग. १६, ८:पन्न१%B crossed. नाया. 1; जं. प. ३, ५३; णिव्वात्तय. त्रि० (निर्वर्तित ) पन रेतः (३) उत्पन्न श्येन. उत्पन्न. boru; pro- मनात; Bान २३. उत्पन्न किया duced. नाया० १६; --मह. पुं० (-मह) हुआ; बनाया हुआ; उपार्जित. Producनित-पूर्ण यस महोत्सव. निवृत्त महोत्सवः | ___ed; made; acquired. नाया. १; ८; सानन्द समाप्त उत्सव. A festivity भग. १६, १; पन्न. १४; ठा. २, ४, (२) which has been completed. व्यवस्थापन रेस. व्यवस्थापन किया हुआ. नाया० १; arranged; managed. पन्न. २३; णिवत्तण. न. ( निर्वतन ) उत्पन्न ४२. णिव्यय. त्रि. ( नित्रत ) व्रत २ति, व्रत उत्पन्न करना; जन्म देना. Act of pro. रहित; संकल्प शून्य. Devoid of vow; ducing; creation; production. | vowless. ठा० ३, १, २, नाया. ८; Page #993 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिव्ययण ] ( ६७६ ) [णिविगइय - भग. १२, ८; जं. प. ३, ३६: कारण; मोक्ष हेतु. cause or णिव्वयण. न० ( निर्वचन ) मुसास: प. means of salvation. पंचा. १६, ४२; खुलासा; उत्तर. Decision; repls. ठा. -गम पुं० (-गम ) निरा-मोक्ष गमन. निर्वाण · गमन; मोक्ष-मुक्तिको जाना- प्राप्तणिवाघा-य. त्रि. (निर्व्याधात ) च्यात होना. attainment of salvation; ति; विन विना. व्याघात रहित, निर्विघ्न; final emancipation. नाया. १; - विघ्न शून्य. Free from obstrue. मग्ग. पुं. (-मार्ग ) मोक्षनो भाग. मोtion; unfettered by obstacles. क्षका मार्ग; मुक्तिपथ. Path of salva"णिवाघाएणं पसरसकम्मभूमिसु” पन्न tion. नाया. १; भग० ६, ३३; -वाइ. २; नाया० १; १४, १६; भग० ११, ११ त्रि० (-वादिन् ) मोक्षमागना अपडेश १७, ४, २५, २; ओव० ४०; (२ ) न. आपना२. मोक्षमार्गका उपदेश देनेवाला. જેને કયાં રોકાણ અટકાવ ન થાય તેવું- (one) who teaches the path विया जान. जिसको कहीं of salvation. “ पक्खीसु वा गरुले लेनरुकाव -- अटक व न हो एसा. विघ्न राहत देवे णिवाणवाईणाह णायपुत्तो. " सूय. केवल ज्ञान. omniscience which is १, ६, २१; -साहण. न० ( -साधन) unfettered by any obstruc- मोक्षतु साधन. मोक्षका साधन. means tion. ओव. ४०% of salvation; cause of final णिव्वाग्धाइम त्रि. (निाघातिक ) स्वाला- emancipation. नाया. ६; -सुह. વિક; કુદરતી; કોઇ વસ્તુના આવરણથી ન न. (-सुख) मोक्ष सुम, मान-६. नेस. प्राकृतिक, नैसर्गिक; कुदरती; अकात्रेम. मोक्षका सुख; मुक्तिका आनंद. bliss of Natural; not artificial. सू०प०१८ Halvation; final beatitude. भाया. णिवाण. पुं० न० (निर्वाण) भोक्ष. मुक्ति; मो.. नि० १, ३, १, २०८ क्षः निर्वाण; परमपद प्राप्ति. Salvation; णिनाय. गि. (निर्वात ) वायु रहित. निfireedom from Karma; final be. | वात; वायुरहित; बिना हवाका. Free atitude due to the destruction from draughts of wind. नाया. १; of all Karmas. •नाया. १; ६ १५:. णिवाविय. त्रि. ( निर्वापित ) शीत रेस; १७, ठा. ३, ३, सूय० १, ९; २६: सूय. ५.स. थंडा कियाहुश्रा; शान्त,-शीतल नि. १, ११, ११५; (२) दीपना कियाहुआ. cooled: extinguished. એરવત ક્ષેત્રમાં આવતી ચોવીસીમાં થનાર नाया. १, १३, श्री तीय°४२. जंबूद्वीप के ऐरवत क्षेत्र में | णिवासिय. त्रि. (निर्वासित)९६५।२ रेख. आगामी चौवीसीमें होने वाले तीसरे तीर्थकर. . निर्वासित; हद्द बहार निकालाहुभा; Bathe 3rd would be Tirthankara nished; drived out by a fiat. of Airavata Kșetra in Jam नाया. ८ः budvipa in the coming Chau-णिविगइय. न० (निर्विकृतिक ) | आदि visi • सम. ५० २४२; -नंग न० | २सना परित्याग; वियना ५२यमाए. दूध ( - अङ्ग ) मुक्तिनु ४।२९. मुक्तिका | प्रादि रसोंका परित्याग; विगय के प्रत्याख्यान. Page #994 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिविट्ठा ( ६८० ) [णिविसिय Abstinence from, giving up or troubled in mind; afflicted in of, such substances as milk and mind. “ सेणिरिणचरी अरते पयासु" its traveformation५. भग० २५, ७: आया० १, ५, ३, १५४; -वरा. स्त्री. णिविट्ठ. पुं० ( निर्विष्ट ) परिक्ष२५शु (-वरा निर्विरणा वराः परिणेतारो या यारित्र से छे ते साधु. जिसने परिहार ता निर्विराणवराः) (१२ निवासी स्त्री. विशुद्ध चारित्रको पाला है वह साधु. An विरक्त पतिवाली स्त्री; वह ना जिसका पती iscetic who has practised the विरागा हो a woman whose husausterity known as Parihāra- hand is disgusted with the visuddhi. ठा० ३, ४: नाया. १६; - world and its ways and is कप्पीठइ स्त्री. ( -कल्पास्थिति.) हा ascetic in spirit. नाया. ध० १: विशुद्ध यात्रिने पूरा रनार साधुनी ४८५- णिव्वित्त. त्रि० ( निवृत्त ) निवृति पाभेस; स्थिति. परिहार विशुद्ध चारित्रको पूर्ण | ५३ ५ये. निवृति प्राप्त; पूर्ण; समाप्त. करनेवाले साधुकी कल्पस्थिति. the Finished: completed. wao xo: stage reached by an ascetic | णिव्वियात श्र. त्रि. (निर्विकृतिक ) भां after the perfornance of the દૂધ ઘી વગેરે વિકૃતિનો ત્યાગ કરવામાં આવે austerity known as Parilāra छते तप: नीवी. वह तप जिसमें दूध और visuddhi. ठा० ३, ४: काइय. पुं. ! उसके विविध विकृतियों का त्याग किया जाता (-कायिक ) ५२०५।२ विशुद्ध यात्रिने पूरा है: नीवी. A kind of austerity કરીને એ ચારિત્રથી બહાર નીકલનાર સાધુ. requiring alistinence from परिहार विशद्ध चारित्रको समाप्तकर, इस चारि- milk, ghee and its products; त्रसे बाहर निकालाहुया, श्रागे बढाबुआ साधु. this is also called Nivi, an ascetic who has duly per: ओव० ११ formed the austerity known णिव्विस त्रि. (निर्विष) वि २५-२हित. as Paribāravisuddhi and has विष होनः जहर राहत. Free from stepped into the next higher ____poison. “णिविसं पंदुरं मौसे" श्रोव. stage, भग० २५, ७, णिव्विसय. त्रि. (निर्विषय) विषय अलिणिविराण. त्रि० (निर्विरण) नि; हयुत. सपा २हित. विषय वासना काम वासना खिन्न; दुःखित; खदपूर्ण. Fatigued or रहित; विरक्तः सयमी. Free from afflicted in mind; sorrowful. sensual lust. उत्त० १४. ४६; (२) " जो एत्तियपिचित्ते इच्छइ सो को न देश महार आदेश; शाट सापेक्ष निर्वासित; णिवरणो" अाया० १, ३, ३, १५४; नाया. देश से निकाला हुआ. exiled; banish८; (२) निवृत्त; निवृत्त ययेस. retired ed from a country. परह. १, ३; froin; turned back frorn; ab नाया० १६ staining fron. नाया० ४; ६; १८; १६: णिब्विसिय त्रि० ( निर्वासित ) शियी १२ -चार.त्रि० (-चारिन् ) भिन्न J५२नार | रे देश बाहर किया हुश्रा. Baखिन्न-दुखी होकर फिरनेवाला. fatigued | nished; exiled; turned out of a Page #995 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिवसेस ] ( ६८१ ) [णिवूह country. नाया. ८; १६; मग० १५, १; | पन्थ. path of salvation. नंदी० णिव्विसेस. त्रि. (निर्विशेष) विशेषता राहत; -यार. त्रि. ( -कार ) शाता ४२ना२. साधारण.. विशेषता रहित;सामान्य; साधारण. शान्तिदाता; निवृत्तिकार. peace giving; Common; free from peculiarity _happiness giving. नाया. १; or particularity. तंदु. णिव्वुक्कच्छिन्न. त्रि. ( * ) निभूत णिव्वुअ. त्रि. (निवृत) शातस थयेल. शान्त. ४२२; 3 भूतथा छेत. निर्मूलित; बे जड थडा; निवृत्त. Cooled; cool. श्राया• १, किया हुआ; जडमूल से छेदा हुआ; समूल ८, १, २००; (२) निवाष्णु-मोक्ष गये. मोक्ष | नष्ट. Rooted out; eradicated. को प्राप्त निर्वाण प्राप्त. free from the परह. १, ३; eycle of birth and death; final- णिबुड. त्रि. (निर्वृत) शातत- ययेस. ]y liberated. प्रव. ३३; (३) २१२24 शीतल- थंडा किया हुआ. Cooled; cool. मात्मा. स्वस्थ्य-सबल-निरोग श्रात्मा. श्राया० १, ४, ३, १३६; (२) निर्माण it calm, peaceful soul. 71919 ; पामेल: मोक्ष पामेल. निर्वाण पाया हुश्रा; णिवुइ स्त्री० (निवृति ) भन- २५२०५: मोक्ष पायाहुश्रा free from the cycle समाधि मानसिक स्वस्थता; समाधि. Calm- of birth and death; ( one ) who ness or tranquillity of mind; has attained final absolution. peace of mind. पराह० १, २: (२)। “जकिच्चा णिव्वुडा एगे" सूय०१,१५.२१: क्ष भोलाय२था. क्षीण मोहावस्था. happi. | णिव्वुड. त्रि. ( निर्दित) भी गयेस. liegs; freedom from delusion, डूबाहुश्रा; निमजित. Drowned; sunk. सुय. नि. १, ११, ११५:(३) नामनां नाया. मेमाया ना ५२था निति | णिचुत्ति. स्त्री. ( मिति ) निवासु५. शामा नीली. इस नाम के एक श्राचार्य कि निर्वाण सुख; मोक्षसुख. Happiness of जिनके ऊपर से एक शाखा निकली. nange salvation. जीवा० ३, ४; of a lineage styled after the | णिवुय. त्रि. ( निवृत ) सुमी; सन्तोषी. preceptor of this name. कप्प. ८; सुखी; संतोषी. Happy; contented. -कर. त्रि० ( -कर ) सर्प मनालय अोव० (२) वगेरे (२ वाया शांत ४२ना२. सर्व कर्मों का क्षय करने वाला. यंत्र. क्रोधादि दूर होने से शान्त. ( one ) that destroys all tranquil on account of the Karimas. पन्न. १; तंदु. जं. प० २, banishment of anger etc. ३०; (२) सु५४२; शाता पवनार from the mind. “जे णिधुया पावेहि सुखकर. giving peace and happi. कम्मेहि " पाया० १,७, १. २००; ness. राय० १११; नाया. १७; -पह. | णिव्वूह. पुं० (नियूंह ) हारने से लाग पुं० (-पथ ) मोक्ष मार्ग मोक्ष मार्ग; मुक्ति टीसी. द्वारका एक भाग; घोडला; दरवाजे * शुभे। १४ न२०१२ १५ नी ५.नोट (* ). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) P. 15th. Page #996 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिवेणी] ( ६२ ) [णिसट्ट की ऊपरी बारसाख की दोनों बाजू कार ) णिसंत. कि ( निशान्त -नितरां शान्ते। निकलाहुमा भाग. A particular part निशान्तः) अत्यंत शांत प्रतिवासो. अत्यंत of a door; a wooden block pro- शांत प्रकृतिवाला, श्रमर्षशून्य; थंडे मिजाजका. jecting from each of the Extremely calm; serene. उत्त. upper ends of the door of a १,८; ( २ ) समस. सुनाहुआ. heard. house. जीवा. ३, ४; आया २ १, २, ५०; नाया० १, ५; १३: णिवेणी. स्त्री. ( निर्वेदिनी ) संसारथा. १४; १६; नाया. घ. भग०६, ३३; १०, वि२१ मनाचना२ १२२५ था. संसार से २; (३) (निशाया अन्तमवसानं निशान्तम्) विरक्ति उत्पन्न करने वाली वैराग्य कथा. A) मालत 441; रात्रिने अत. प्रात:story which produces disgust काल; उषःकाल: प्रातःकालीन संध्या. with the world and its ways, dawn; time of day-break. दस. in the mind of the hearer. ६, १; नाया० ८; ( ४ ) अवधारण रेस. "णिधेयणी कहाचउ विहापण्णत्ता' टा० स्मृतिपथ में आकेत; याद किया हुश्रा. fixed ४, २; श्रोव. २१; or retained in the mind. "यहासुतं णिवेग. पुं० ( निर्वेग -निर्वेद ) संसारथी बूहिजहा णिमंतं" सूय. १, ६, २६ विnि. संसारसे विराक्ति; संसार से | णिसंस. त्रि. ( नृशंस नन्नरान् शप्तति हिनgerhraar. Disgust with, repul. स्तीति) २४म ना२ क्रूर कर करनेवाला. sion from the world भग० १७, ३ कठार कर्मी. Wicked; cruel. पराह० २, णिवेगणी. स्त्री. ( *निर्वेगनो -निवेदनी ) । 1; नाया० २; gी “णिवेपणा' ५६. देखाणसाग पुं० ( निसर्ग) २५ मा4; प्रति. सस "णिवेणी" शब्द. Vide. णिचे प्रणा' भाष; प्रकृति; मिजाज. Natura. ओव. ठा. ४,२; २०;ठा०२,१; -हइ स्त्री० (-रुचि) 64हेश णिवेय. पुं० (निद ) २२१२५; संसार था સાંભળ્યા વગર કુદરતી રીતે થતી ધર્મ પરविता. वैराग्य; संसार से विरक्ति. नी श्रदा-३थि. उपदेश के न सुनते हुए भी Dislike for or disgust with स्वाभाविकतया उत्पन्न होने वाली धार्मिक the world and its ways; renun. कचि. Intuitive liking for or faith ciation. आया. १, ४, १, १२७; उत्त०] in religion; inboru love of १८, १८; २६, २; ( २ ) मोक्षनी मलि- religion. ठा. ४, १; १०; भग• २५, ७ सापा. मोक्षेच्छा; मुक्तिकी अभिलाषा. de- पन्न १; नाया• ध• २; sire for salvation or final libe. /णिसाजश्र. त्रि० ( नैवधिक ) पक्ष्य ration, प्रव० १४, आसनेमेसनार. पल्यक-एक श्रासन विशेषसे णिव्वेस. पुं० (निर्वेश) बाल. लाभ; फायदा. । बैठनेवाला. (One) sitting in a Benefit; gain ठा० ५, २; squatting posture. पराड• २, १६ । णिसंत, न० ( निशान्न ) विश्रम विश्राम; णिसह त्रि. (निसृष्ट ) से निकलाहुपा: आराम. Shelter; rest. नाया० . १८; निसृत; प्रस्फुटित. Come out: got (२) ५२. घर. a house. यि ०४:१२; out. ( २ ) सापेस, दियाहुश्रा, प्रदत्त. Page #997 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिसढ ] ( ६८३ ) [णिसह given; presented. राय. पाया० १, | णिसरण. त्रि. ( निषण्ण ) मुंबैठाहुया. ८, २, २०२; नाया. १; वय. २, १६ | Seated. नाया० १, ११, १२, भग. (3) भुत; छुटी. मुक्त; छूटा हुआ; स्वतंत्र. ___५,१; नाया० ५० ओघ. नि. १; ओव. free; liberated. सम. ६आया० २, । ३१; ठा. ५, २, २, १, ६४; (४) ३४६. फेंकाहुप्रा. | णिसम्म. स० कृ० अ० (निशम्य ) विचाthrovn; flung. भग० १५, १; शन, 4थी अवधारीत. विचारकर; ह्रदयसे णिलढ. पुं० (निषध-नितरां सहते-स्कंधे समा. निश्चित करके. Having thought; रोपित भारमिति निषध) १३. बलः वृषभ. having thought or decided in An ox. चं. प. ४; ( २ ) नि१५ नागे the mind नागा. १५८83१२; १४; यो ५६५ भार. निषध नामक एक यादव । १६; १९; भग०६, ३३, ११, ११, १५, १; कुमार.aYadavakumarn somamed. जीवा० ३, ४; ओव. १२, पायां० २, १, नाया. १६; ( 3 ) महाविहे जी मर्यादा ३, १६, २, १, २, ४५; ठा. ३, ३; બાંધનાર મેરથી દક્ષિણ તરફન નિષધ નામે --भासि. त्रि. (-मषिन् ) वियाशन सोस५५त. महाविदहको पासीमित-करनेवाला २. विचारपूर्वक बोलनेवाला. ( one ) मरुका दक्षिण ओर का निषध पर्वत. the who speaks thoughtfully; con. mouutain namel Nisadha in siderate in speech. आया० २, ४, the south of Meru, forming the २, १५०; सुप० १, १०, १०; bouniiry-time of Mahavidelhi.vणि -सर. धा० [ ( नि+सृ ) दार नि. “कहिण भते जंबूहीवे दीव गिसह णाम aj बाहर निकलना. To get cut; to वासहरपबए पराणते '' ज. प. ४: “दो. come elit. णिसढा' ठा • २, ३; जीवा० ३.४; - णि सरइ. पन्न. ११: कूड. न० ( --कूट ) सिर ५ त llaj | णिसरति. राय. २८ कूट-शि५२. निषध पर्वतकी दसरा चोंटा शिखर. | मिसरण. न० (निसरण ) नाते. निस्स. the 2nd summit of the mount रण; बाहर निकलोता कार्य. Act of Nisadha. ठा. २, ३; जं. प. - दह. | getting out; moving out. air. पुं० (-द्रह ) म.६२ ५ तनीक्षिणे १६; २३मानो भोट-जरे. मन्दर पर्वतकी । णिसल्ल. वि. (निःशल्प) भाषा, नि, दक्षिण दिशाके देवकुरुका बडा- विशाल स्त्रोत- અને મિચ્છાદંસણ એ ત્રણ શલ્પ રહિત. भरना. a large stream of water माया, नियाण और मिच्छासण इन तीन in Devakuru in the south of the शल्योसे रहित. Devoid of, free from Mandara mount. कहिण भंते देव. the thorns in the form of कुराए सिढदहे णानं दहेपरणते. जं. प. | deceit desire for the fruit of ४, ६६; ठा० ५, २; -वासहर. पुं० । actions and heresy. महा. नि० १; (-वर्षधर ) नाम से पत. इस | णिसह. पुं० ( निषध) । “णि सढ" नामका एक पर्वत name of a ६. देखो "णि सढ' शब्द. Vide “णिmountain. 1995; सढ" सूय० २, ६, २२; जं. प. पन्न. १६: Page #998 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिला] (६८५ ) [णिसिरिय चं० १० ४: -कड पुं० ( कूट) माणिसिह. त्रि० (निःसृष्ठ) ३१४. फैंका हुआ. ‘णि पड" २५६. देखो “णि पढकूड" | ___Thrown flung. भग० १५, १; (२) vide “णि सढ कूड, ठा. १; जं. प. भुन; २५तंत्र. released. सम• ६ः -दह. पुं० (दद) ३३न चित्र विचित्र णिसिद्ध. त्रि. (-निषिद्ध ) निषेत्र ७२३; म. ફૂટ પર્વતથી ૮૩૪ જોજનને સાતીયા ચાર ३. मनाकियाहुआ; निषिद्ध. Checkભાગ ઉત્તરે સીતા નદીની વચ્ચે આવેલ ed; restrained: prohibited. far. मे . देव कुरुके चित्रविचित्र कूट पर्वतसे १२.२२;-जोग पुं० (योग) सहव्यापा२।। ८३४ योजनके (अनुमानतः ) चार भाग ॥ ४॥ नि५ रे३. सद्व्यापार का निषेध उत्तरकी और सीता नदीके बीच में पानेवाला किया हुआ. (One) prohibited from, एक झरना. a lake, stream in the chocked in salitary activity. middle of the river Sitā to the पंचा० १२; २२; morth of Chitravichitra peak Vणि-सिर. धा. [- (नि:सृज् ) : of Davakuru at an approxi. ३ छ।. डालना; फेंकना; छोदना. To mate distance of 834 Yoja- vive; to hand orer; to present; mas. ठा. ५, २; जं.प. to throw; to fling; to leave. णिसा. स्त्री० (निशा ) रात्रीना नवा - णिसिर इ. नाया० १६; २वाजा ममि. तमिस्त्र नामक नरक; णिसिरिंति. मूय० २, २, ५; रात जैसे अंधेरेवाला नरक. Hell which णिसिरामि. नाया. १६; भग. १५, १; is as dark as night. सृय ०२, ६,४६; णिसिरामे. आया. २, २, ३, ४६; Vणि साम. वा. [, [1. ( नि राम्+णच् ) णि सिरिता. सं. कृ. भग. १५, १; साम; . सुनना; जानना. T.) णिसिरंत. व. कृ. सूय० २, २, ५, henr'; to know. गिासरावेति. सूय, २, २, ६ णिसामेइ. नाया. १६, भग० १५, १, णिसिरण. न० ( निसर्जन ) नी ते पिसामिज्जा . वि. सूय. १,१, ४, ५; निस्सरण-बाहर आना: बहिरागमन, Act णिसामहि. श्रा. भग. १५, १. of getting out; starting out. णिसामित्ता. सं. कृ. सूय. १, १४, २४; । पन्न. ११; पाया. १,८,३, २०७; णिसिरणा. स्त्री. ( निसर्जन ) हान. दान . णिप्लामित्तए. हे • कृ० नाया० ५; १२; १४; Act of giving away in charity. णिसामत्तए. हे. कृ. नाया० १४; ( २ ) त्या त्याग. abandoning. णिसिज्जा. स्त्री. (निषद्या ) या सन १७. बाया०२, १, १०, १९; श्रासन; बैठक. A seat; posture. ठा० | णिसिरिजमाण. त्रि. (निःसृज्यमान ) १, १; सूय. १, ६, २१; ३. फेंकाजाता हुआ; फेंकता हुआ. Thणिसिन-य. त्रि० ( निशित) ६५; पाणी _rowing; heing tHung भग० ८, ७, हा२; तानी घावा. तांदणः पानीदार; । णिसिरिय. त्रि. निसृष्ट ) तोय; भुस. तेज धारवाला. Sharp; sharp-edged; } त्यागा हुआ. छोड़ा हुआ. Left; abay. spirited. सूय. १, ५, १, ८; 1, ६, १; I doned. भग. १२, ४; Page #999 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सीइयन्त्र ] रिसीइयव्त्र. त्रि० ( *निषीदितव्य ) मेसवा साय ( भूमि ) बैठने योग्य भूमि-स्थल | (Place) worthy of, fit for, being & seat. भग० २.१, V - सीय. धा० I ( नि+षद् ) मेसवु. बैठना. To sit. ( ६८५ ) सिीयइ. नाया० १ ८; १६; १६६ सिजइ. नाया० १६; खिसीदति जीवा० ३; गिसीयंति. नाया० १; ६; १६; जं० प० ५, ११७ गिसियामो. सूय० २, ७, १५; शिसीयह. नाया० १६; सिीइत्ता. सं० कृ० नाया० १६; भग० ११, ११; जीवा० १; सिइत्तए हे० कृ० भग० १३, ४; वेय० शिसेय. पुं० ( निषेक ) 3 १, १६; ३, १३ सिीयांवेति प्रे० जं० प०५, ११४; णिसश्रावित्ता. प्रे० सं० कृ० जं० प० ५, ११४; सियण. (निषीदन ) स ते. बैठने का कार्य; बैठना. Act of sitting. भग० १३, ४; २५, ७; ठा० ७; fuaiasa. fà. (faqirgasu ) Aug 2 बैठने योग्य. Worth sitting upon; worthy of being a seat or sitting place. नाया० १३ रिसीहिया. स्त्री० ( नैषेधिकी ) स्वाध्याय उरवानी भूमि स्वाध्याय करने की भूमि - स्थल. A place for the study of scriptures. ( २ ) पाप छियानो त्याग. पाप कर्म का स्थाग. giving up o sinful activities. नाया० १६; भग० १६, ५; जीवा ० ३, ४, निसी० ५, २; (3) सामाथाना मे प्रा२. वामाचारी का एक प्रवार a particular mode of Vol. 1/124. ascetic-conduct. पंचा० १२, २; णिसीहिया. स्त्री० ( निशीथिका ) स्वाध्याय भूमि स्वाध्याय - भूमि. A place for the study of scriptures or for meditation. भग०१४, १०; नाया० ध० राय ० १०६; निसी० १३, १; गिसुंभा . स्त्री० ( निशुम्भा ) वैशयन इंद्रनी પાંચમી व्यग्रमहिषी वैरोचन इन्द्र की पांचवीं श्रग्रमहिषी पट्टरानी. The 5th of the principal queens of Vairocbana Indra. ठा०४, २ नाया. ध० २; भग० १०, ५; सुिणिऊण. सं० कृ० अ० ( निश्रुत्य ) सांभ सीने. सुनकर के Having heard. [ खिस्संक युद्धनी प्रति समय अनुभाग रचना कर्म पुगलों की प्रति सामयिक अनुभाग रचना. The intensity ( of Karmic results ) caused by a number of Karmic atoms operating in a particular instant, ठा० ६; fuèan. 19. ( fa ) 24412; 241214नार. सेवक; आराधक ( One ) who worships or propitiates; (one) who resorts to; ( one ) who serves. सूर्य ० २, ६, ५; णिसेविय. त्रि० (निषेवित ) याश्रय उरेल. आश्रय किया हुआ; आश्रित Resorted to; depended upon उत्त० २०, २; रिसेहिया. स्त्री० ( नैषेधिकी-निषिध्यन्ते निराक्रियन्तेऽस्यां कर्माणीति नैधिकी ) मोक्षगति. मोचदशाः मुक्ति State of salvation; final bliss, जीवा ० ३; स्सिंक न० ( निःशंक ) निशि; थोडस. निःशंक; शंका रहित. Certain; un For Private Personal Use Only Page #1000 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिस्संचार] ( ९८६ ) [णिस्सा doubted; free froin doubt. ५।॥२. कर्म को पृथक करने वाला. (One) पंचा. ६, २; who gets rid of Karmas; (one) णिस्संचार. त्रि. (निस्संचार ) संयार २हिता who seperates himself from જે નગરમાં માણસોને આવવા જવાનું બંધ Karma. आया. २, ४, १,६; हाय ते. संवार पावागमन-राहतः वह नगर णिस्मरण न० (नि सरण) २ नासयु जिसमें श्रामद रफ्त का बंधन हा. ( A बाहर निकलना बहिरागमन. Act of contown etc.) where movement ing out or getting out; exit. of men etc. is prohibited; free ठा०४,२; -गदि. त्रि. (-नदिन) महार from moveinent of inen etc; नीयामा मान पामना२. बाहर निकलने still. नाया०८; में पुख मानने वाला. (one) who takes णिस्संत. त्रि. ( निःशान्त-तितरामतिशयेन delight in getting out ठा. ४,२: शान्तः ) अतिशय शांत येत. अतिशय | णिस्सल. त्रि. ( निःशल्प) भाया नियार शान्त. Extremely tranquil on અને મિચ્છાદંસણ એ ત્રણ શલ્ય રહિત. account of control of anger माया, नियाण और मिच्छादसण इन तीन etc. उत्त. १, ८; राय. शल्यों से शून्य. Free from the three हिस्संदिद्ध त्रि. (निःसंदिग्य ) सहे हित ! thorus in the form of deceit, संदेह रहित; निस्सन्देह. Free from attachment to the fruit of ac doubt; clear of doubt. भग. १५,१ tions and heresy. सम०६; पाउ. णिस्संदेह त्रि० ( निस्सन्देह ) सं राहत.णिम्ससिय. न. ( नि श्रसित ) नीये वास निस्सन्देह, शंका रहित. Free from भुवा. सांस छोडना: दम लेना. Act of doubt; clear of doubt. नाया० २, breathing out; act of exhaling. हिस्संधि. त्रि. (निस्संधि) सांय- रक्षित. नाया. ६ छिद्रशून्यः संधि रहित. Having no | णिस्सह त्रि. ( निःसह ) अति अशत. joint or hole. "णिस्संधियाराविराहियो' । बहुत कमजोर Extremely weak or परह. १,१; ___feeble. सम.६ णिस्संस. त्रि. (निःशंस ) प्रशसा रहित. | णिसाप. वि. ( निःसहक ) अतिशय प्रशंसा रहित Free from praise; de 1. बहुत कम नोर; अतिशय अशकत. void of praise. परह ० १, २, Extremely weak or feeble हिस्संस. त्रि. ( नृशंस) घात; ६२. घातकी; सम० ५; हत्यारा; क्रूर. Cruel: wicked.. णिस्सा. स्त्री० (निश्रा) माश्रय; मापन. पराह. १, १; नाया० ९; भाश्रय; लम्बन. Shelter; resort. हिस्सरण. त्रि० (निः सञ्ज्ञ ) संज्ञा २खित. भग०३, २, निसी० १४, ४६; पन. संज्ञा रहित; बेनाम. Devoid of name, -ट्ठाण. न. (-स्थान) मान-मा. consciousness etc. सूय. नि. १, श्रयना स्थान. पालम्बन या पाश्रय का ५, १, ७१; स्थान. a place of resort; an ob. हिस्सयर. त्रि. (निःस्वकर ) मन ag ject which serves as a sup Page #1001 -------------------------------------------------------------------------- ________________ हिस्साए ] (१८७ ) [णिस्सेयस port or resting place. ठा० ५, ३; १, १, २, ३०; अणुजो० १२८; ( ५ ) -वयण. न. (-वचन ) धने प्रति पासात ययेस. आसक्त. attached to; બંધ પમાડવાને કઈ તેવા ગુણવાલાનું passionately fond of. सूय० १, १, टांत आपते. किसी को समझाने के १, १०; ठा० ५, २; (६) पुं० २।, आहार लिए किसी समान गुणवाले का उदाहरण माहिनी सोलुपता. राग, आहार श्रादि की देकर समझाना. an illustration or an इच्छा; ले लुपता. passion for, greed example given to teach a of food etc. ठा० ८; moral or spiritual lesson. ठा० पिस्सिय त्रि. ( निःसत ) निसेल. ४, ३; निकला हुआ; निःसृत. Coine out; got हिस्साए. सं. कृ. १० ( निश्रित्य) नेश्रा- out; started “ तंच सरूवो जं प्राण. माश्रय साने. आश्रय लेकर. Having , स्सियामि" विशे. पन्न. १; resorted to: having rested on; णिस्सील. त्रि. (निःशील) सारा सलारथी depending on. सूप० २, २, २; / २हित; दु:शास. सद्भावशून्य; दुःशील; णिस्साय. सं. कृ. अ. ( मिश्रित्य ) माश्रिने । दुराचारी. Of an evil nature or dis प्राश्रित होकर. Resting ou; having | position. ठा० ३, १, २, नाया. १८; resorted to; having connection राय. २०८ (२) मायार २क्षित. आचार with. भग० १५, १; रहित. devoid of ascetic conduct. हिस्सास. पुं० ( निःश्वास ) निश्वास; जं.प. २,३३(३) समाधि-शान्ति अधोगामी श्वास. नीचे की ओर श्वास २दित. समाधि-शान्ति रहित. devoid of छोड़ना. Sigh; dowaward breath. concentration or calmoess भग० १६, ११; of mind. भग० १२, ८; ( ४ ) णिरिसचिया. सं. कृ. अ. (निाषिच्य) शायर ने अक्षय त हित. એક વાસણમાંથી બીજા વાસણમાં નાખીને शील होन; ब्रह्मचर्य शून्य; अब्रह्मचारी. in. एक पात्र से दूसरे पात्र में डालकर. Having continent; unchaste. ठा० ३, १; poured from one vessel into २; राय० २०८; (५) महावत सने माanother. दस० ५, १, ६३; बत २लित. महाव्रत और अणुव्रत रहित. णिस्सिय. त्रि. (मिः श्रित निश्चयेन श्रितः not observing the major and संबद्धो नि:श्रितः) भेसवेस. मिलाया हुआ. the minor vows. भग० ५, ६; Got; obtained; joined; mixed. | णिस्सणि. स्त्री० (निःश्रेणि) निस२९. निसैनी. सूय०१,२,३, ६; (२)निश्रये मधेस. निश्चय ___A ladder. परह० १, १; से बांधा हुआ. securely fastened; |णिस्सेयस. न. ( निःश्रेयस् ) ४८या. firmly bound. सूय. १, १, १, १०; २, कल्याण; भला. Welfare; bliss. ठा. ६,२३; (३)लिग प्रभित. लिङ्ग. a charac- ३, ४, ६, कर त्रि. ( -कर ) स्याण teristic. (४) माश्रित. पाश्रित, श्राश्रय ४२.१२. कल्याण करने वाला. ( one) farargar.resting on; resorting to; causing or giving welfare. depending on. ठा० १०; सम• सूब० नाया० ८; Page #1002 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रियलिय ] रियलिय. त्रि० ( नैः प्रेयसिक — निःश्रेयसं मोक्षमिच्छतीति नैःश्रेयासिकः) भोक्षालिसाषी; भुमुक्षु. मोक्ष की इच्छा वाला; मुमुक्षु. One desirous of or longing for final liberation. भग १५, १; णिस्सेस. पुं० ( निःश्रेयस् ) भोक्ष मोक्ष; मुक्ति. Salvation; final libera णिस्साए अणुगामित्ताए tion. "" (६८) "" नाया० १; १३० S एिस्सेस. त्रि० ( निःशेष ) सम्पूगु सम्पूर्ण, समग्र. Complete; full; perfect. दस०६, २, २; – कम्ममुवा. त्रि० (-कर्ममुक्त) स थी मुझयेस; अन्धनथी छुटेल. सर्व कर्मों से मुक्त; कर्मबन्ध रहित. entirely freed from Karma; rid of Karmic bondage. पंचा० २, ४३; f. f. (fag-fageda fag:) Huíl. मायावी. Deceitful आया० १, २, ३, ८१ (२) । महिथी पीडित क्रोध आदि से पीडित toubled or afflicted on account of anger सू० १, २, १, १३; ( 3 ) ( निहन्यन्ते प्राणिनः कर्मवशगा यस्मिन् तन्निहम् ) साधातनुं हेाएं; यातना स्थान. वेदना स्थल; यातना स्थान; वह स्थान जहां से पीडा होती हो. source of punishment or affliction. सू० १, ५, २, ११; हि. त्रि० (स्निह - स्निह्येत श्लिष्यते श्रष्टप्रका रेण कर्मणा इति स्निंहः) रागी; ममत्यवाओ. रागी; ममता वाला. Full of attach - ment and hatred; full of ego. tism आया० १, ४, ३, १३५ सूत्र ० १, २, २, ३०; ( २ ) न० तेस. तैल. oil. जीवा ० ३, ३ V - ह. धा० I ( नि + छन् ) नाश ; ९. नाश करना; मारना. To kill; to destroy. विहणंति. जं० प०५, ११४; ग्रिहणाहि श्र० नाया० १; हिणित्ता. सं० कृ० जं० प० ५, ११४; हिरण पुं० ( निधन ) विनाश; छेडे । विनाश; अन्त. Destruction; end. नाया० ६; हित्त न० ( निधत ) परस्पर भसेस उ પુદ્દાને દૃઢપણે ધારણ કરવા તે; કમ અન્ય એક પ્રકાર. परस्पर मिश्र कर्म पुलों को दृढतापूर्वक धारण करने का कार्य; कर्म बन्धन विशेष Firm adherence or holding together of Karmic molecules in mutual combination; mode of Karmic bondage. ठा० ४, हिय. त्रि० ( निहत्त ) हुआ; नष्ट. Killed; "6 [ गि-हर २; भग० १, १; गुल; भारेल. मारा destroyed. 39 जक्खा हुवेयावडियं करेति तम्हा उएए हिया कुमारा उत्त० १२, ३२; दसा० ५, ३६६ - कंटय. त्रि० ( - कण्टक ) भे डांटा प्रतिपक्षीने भारत छे ते. जिसने कंटक रूप प्रतिपक्षी का नाश किया है ( वह ). ( one ) who has destroyed adversaries who were troublesom like thorns. ठा० है; - रय. त्रि. ( - रजस् ) केमा २०४भेद दूर थयेत छे ते. जिसमें रज-मेल नहीं है वह निर्मल; रज राहत; सात्विक freed from dirt or dust; clean. " अप्पंगनिया देवा हियरयं दृरयं भट्टरयं" जीवा ० ३; राय० – सत्तु. त्रि० (- शत्रु ) शत्रुने भार्याछे भेणे. शत्रुहन्ता; रिपुघातक. (one ) who has destroyed enemies. " श्रोहमसतुहि सत्तु मलिय सत्तु निजिय सत्तु " राय • गि-हर. धा० I, II. ( नि+हृ ) मेंथी For Private Personal Use Only Page #1003 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णिहस] (EE ) [णीइ दि. खींच निकालना. To ext"act; to _an ocean. पन. १५; जीवा० ३, ४; pull out. -पइ. पुं. (-पति ) री; धानना णिहरइ. निसो० ३, ४२; सूय० २, २, २०; घ. खजांची; कोषाध्यक्ष. a tresगिहरेइ. निसी० १, ३५; surrer. भग० १२; ५ -रयण. न. णिहरिस्सामि. निसी० १, ३५; (-रत्न ) यवती'नु निधान-मननी. णिहरित्तए. हे. कृ. विवा० ८; चक्रवर्ती का कोष. a treasure belong. णिहरंत. व. कृ. निसी० १, १५; ing to a Chakravarti. जं.प. णिहरावति. प्रे० सूय० २, २, २८ णिही. स्त्री० (निही) अनंत वाली वनणिहस. पुं० ( निघर्ष) सोटी; सोटरीवाना २५तिनी ये त. अनन्त जीववाली वन. पत्य२. कसौटी: परीक्षापाषाण; निकषत्रावा. स्पति की एक जाति. A species of veA touch-stone. पन्न० १७, getation with infinite living णिहा. बी. ( निहा-निहन्यन्ते प्राणिनः ___beings in it पन्न. १; यस्यां सा निहा) माया. माया; छल; कपट. णिहु. पुं० (स्निहु ) मे नामनी मे पनस्पति Deceit; fraud. “उवसंते णिहे घरे" । विशेष. इस नाम की एक बनस्पति; कंद सूय १, ८, १८; विशेष. A kind of vegetation; a णिहाण. न. (निधान) यवना नव निया particular sort of bulbous root. न; nो. चक्रवर्ति के नौनिधान कोष; नव- जीवा. १; पन्न. १; नेधि. A treasure; . the nine | णिहुय. त्रि. (निभृत ) निवृत थये।, प्रवृत्ति treasures of a Chakravarti. ठा. २हित. निवृत्त; प्रवृत्ति शून्य. Retired; ५, १; अगुजो.. free from activity. सुय. १,८, १८; णिहाय. सं. कृ. अ. (निधाय) स्थापान. ( २ ) प्रशांत वृत्ति वायो. प्रशान्त वृत्ति स्थापना करके. Having placed or aral. calm and quiet in mind. established. सूय० १, ७, २१; (२) ओव० २१; (३) निश्चय यस. निश्चल; तने छोड़करके; त्यागकर. having left | अचल; स्थिर. firm; steady; motion or abandoned. स्य. १, १३, २३; । less. उत्त. १९, ४१; पण्ह. १, २, णिहार. न. ( निहार ) निका; शीवाश्या. णिहो. अ. ( न्यक् ) नये. नीचे; अधः. शौच क्रिया; दिशा, जंगल को जाना. Act ___Low; below; down. " णिहोणि of answering calls of nature; संगच्छति अंतकाले" सूय. १, ५, १, ५; getting rid of excrements.ठा०८ | णीधागोय. न. (नीचगोत्र ) गोत्र भनी णिहि. . ( निधि ) २२; mat. भंडार; __ अशुभ प्रति. गोत्र कर्म की अशुभ प्रकृति. कोष; खजाना. A treasure; a store. An evil variety or class of "पंच णिही पण्णता" ठा. ५, ३; नाया. | Gotra-Karma, अणुजो० १२७; ३; जीवा. ३, ३, निसी० १३, २६; रणीइ. स्त्री. (नीति )नाम आदि नय. नैगम (२) से नामना दी५ अने मे श्रादि न्याय-नय. A logical standसमुद्र इस नाम का एक द्वीप और एक समुद्र. point such as Naigama etc. name of an island; also that of| ठा० २, २; ( २) नीति-न्याय; नीति; Page #1004 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णीच] ( १ ) [णीरय समानाति वगेरे. नीति-न्याय; राजनीति | नित्य; सदा रहने वाला. Constant; समाज नीति वगैरह. morals; jus- | permanent; eternal. ठा. १० tice; politics. "तिविहा णाई पराणत्ता | णीय-अ. त्रि. ( नीच ) नीयु; नान; सामे दंडे भेए" ठा. ३, ३: नाया. १; | ही . नीचा; ठिंगना; छोटा. Low; णीच. त्रि.(नीच)नायो . नीचा; घटिया; ___dwarfish; small. भग० ३, १; २; उतरता हुआ. Low; mean. ठा०४, ३; १५, १; (२) नीय, ७३ नीया सने! णीढ. न. ( मिष्ठयूत) थुलु. थूका हुआ. नीच कुल का. mean; low-born. ठा. ( Saliva) spit out or ejected ३, ४, भग. ३, १; अगुजो० १४७; from the mouth. नंदी. -जण. त्रि. ( -जन )नीय जतिना पीजूहग. न. (नियूहक) पारयानी ; भास. नीच जाति का मनुष्य. a person घोडसो. दरवाजे का घोडला. A block of of a low family or caste. “णीय. wood jutting out from each of जण णिसेविणो लोगगरहमिजा' परह.१,२: the two upper ends of a -दुवार. त्रि. (-द्वार) नीया मारल्यावातुं gate or door of a house. नाया.१; । नीचे या छोटे दरवाजे वाला. having णीजूहयंतर. न. ( निषूहकान्सर ) मे | low gates or doors. दस०५, १, २०; 2सा येर्नु अत२. २ घोडलों के गीयत्तण. न० ( नीचस्त्र ) नीय . क्षुद्रता; बीच का अन्तर. The distance or | नीचता. Lowness; Imeanness. space between two blocks of “नियत्तणे वहइ सञ्चवाई" दस. ९,३,३; wood each projecting from णीययर. त्रि० (नीचतर) अति नायू. बहुत the upper end of a gate or नीचा. Very low. भग० ३, १६ door of a house. नाया• १; णीयागोय. न. ( नीचगोत्र ) गोत्रमनी णीलिय. त्रि. (निणित ) हर आदेश. बहार अशुभ प्रति. गोत्र कर्म की अशुभ प्रकृति. निकाला हुआ. Brought out. नाया०४; Evil Gotra-Karma causing णिलिया. श्री. (नीनिका ) मे तने यार birth in a low family. " उभागोया छद्रियवासी ७५. चार इंद्रिय वाला जीव वेगे णीयागोथावेगे " सूय. २, १, १३, विशेष. A kind of four-sensed -कम्म. न. ( -कमन् ) भनी living being. जीवा• १: पन्न. १; અશુભ પ્રકિત, કે જેના ઉદયથી છવ નીચ णीति. स्त्री. ( नीति ) नाति-न्याय. नीतिः मात्र प्राप्त रे. गोत्र कर्म की अशुभ प्रकृति, न्याय; कायदा; इन्साफ; Politics; कि जिसके उदय से जीव को नीच गोत्र प्राप्त हो. justice. नाया० १; a variety of Gotra-Karmas णीम. पुं० ( नोप) ४६पर्नु आ. कदम्ब का ( family-determining Karinas) __ वृक्ष. The Kadamba tree. पन.13 evil in its effects because by णीय. त्रि. (नीत ) खावेस; आये. लाया its rise or maturity a man is हुआ. Brought; carried. नाया. १; | born in a low family. भग०८, १; १६; १७; णीरय. त्रि. ( नीरजस् ) २०४२हित; म. णीय. त्रि. ( निस्य ) नित्य; हमेश रखना२. केपी २०१ २खित. रजहान; कर्मरूपी मल से Page #1005 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णीरित] [णीलकंठय रहित. Free from dust or dirt; छ लश्याओं मे से दूसरी. the 2nd of the free from dirt in the form of six kinds of thought or matterKarmas. ०५० सय. १, २, ३, १२; tints, viz. blue tint. पन्न. १७) १५, १; (६) समुह बाणों का समूह, शर-समूह. णीरिति . पुं० ( नैऋति ) भू नक्षत्रता a collection of arrows. राय. पिहाता ता. मूल नक्षत्र का अधि- -पत्त. त्रि० (-पत्र ) बीना ५i६७ पातुं. ठाता देवता. The presiding deity हरे पत्तों वाला. having green leaves. of a constellation bearing the पन्न. १ -पाणि. त्रि. ( -पाणि - sanie naune. सू० प.. नीलः काण्डकलापः पाणौ येषां ते नील. णीरूव्विग्ग. त्रि० (निरुद्विग्न ) ॥ २खिता पाणयः)ोना साथमा मायनो समुह छ ते. यिता:हित. निश्चिन्त; उद्वेग विहीन; बेफिक्र. शर समूह का धारण करने वाला; शरधारी. Careless: free from worry. ( one ) holding a number of नाया. ८ arrows in the hand. राय. -पभः णारोग. त्रि. ( भारोग ) २॥ रहित निरोग: त्रि० (-प्रभ) श्रीली प्रमापासुं. हरी कान्ति स्वस्थ्य. Free from disease;. वाला. possessed of green lustre. healthy. ठा० १०; नाया० १: (२) नाया. १; ---वराण. न. ( -वर्ण ) ATR शित. अम्लान; निरालस्य; ग्लानि १२५ १; ना २. कालारंग; नीलारंग. रहित. free from mental distress black colour; blue colour. To or worry. ओव. ८, १; २, ४, -वणपजव पुं० ( -वर्ण णीरोगय त्रि. (नीरोगक) क्षित, व्याधि पर्यव ) मा वा-२॥ ५५ काले रंग ५ . रोग रहित; व्याधि विहीन. Free का पयोय. A moditication of black froin disease; healthy. जीवा० ३; colour. भग०२५,३: -लालगणियत्थ. णील. त्रि. (नील ) श्याम; ना. श्यामः त्रि.(*)नागना साडी ५९२१. नारंग की नीला; काला. Dark: black; blue. साडी पहिने हुए. (one ) who has ठा० १०; (२) पुं. नीला रंग नीला रंग. put on a Säri or garment of blue colour. पन्न. १; राय. ५०; (३) blue colour. विवा० १०; नीसम; मे तन मसिनीलम; एक णोलकंठ पुं० (नीलकंठ) शहेन्द्रनी महिर सेनानी जाति का माण. a kind of gem; a अधिपति यता. शकेन्द्र की महिष सेना sort of blue gem. जीवा० ३(४)२५ का नायक देवता. The commanding मा अनुनाम. २५ वें ग्रह का नाम. nume | deity of the army of buffaloes of the 25th planet. "दोणिला" | belonging to Sakrendra. ठा०४,२ 37० २, ३, सू० ५० १०; (५) स्त्री. नातणीलकंठय. पुं. (नीलकंठक) भार; मयू२. मोर; सेश्या श्यामा 9 १. नीललेश्या, मयूर. A peacock. नाया. ३; * सुमो ५४ नम्॥२ १५ ना ५टनेट (*). देखो पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide font-note (*) p. 15th. Page #1006 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णीलकणवीर] ( २ ) [णीलवंत णीलकणवीर. पुं० ( नीलकरवार ) नाता रंगनी ऐर: वृक्षनी से बनत. नीले रंग की कनेर; वृक्ष विशेष. A kind of tree blue in colour. राय. णीलकूड. पुं० ( नीलकूट) नाचत १५२ पतनु मे शिप२. ने लवंत वर्षधर पर्वत का एक शिखर.. A summit of the mountain named Nilavanta Varsadhara. ठा० २, ३; पीलगुलिया. स्त्री० (नीनगुटिका)मे तनु २ल. एक रत्न विशेष; एक प्रकार का रत्न. A kind of gem. " णीलगुलियागवलप्प . गासा" जीवा० ३, ४, राय. नाया.१ णीलबंधुर्जाव. पुं० (नीलबंधुजीव ) नीना | २गना १०५ पासुमे गत आ. नीले रंग के फूल वाला एक वृक्ष विशेष. A kind of tree putting forth blue flowers. राय. णालय. पुं. (नीलक) नारा २१. हरा रंग. Green colour भग• १८, ६; २०.५; णीललेस्स. त्रि. (नील लेश्य ) नी मापासे ७३. नील लेश्या वाला जीव. (A soul) having blue thought-tint (Lesya ). ठा० १, १; भग० १८, ३; २५, १; -भवसिद्धिय. पुं० (-भवसि. द्धिक) नाम सेश्यावासा भव्य ७५. नील लेश्या वाले भव्यजीव. A soul having blue tint and destined to attain salvation, eventually. भग० ३५,७; गीललेस्सा. स्त्री. (नाललेश्या ) श्या भानी भी श्या. ६ लेश्याओं में की दूसरी बेश्या. The 2nd of the six kinds of thought or matter-tints (Lesyās ). पन्न. १, १७, भग० १, २; णीलवंत. पुं० ( नीलबत् ) मग ५ तथा દક્ષિણ દિશાએ ૮૩૪ જે જન અને ૪ સાતીયા !! ભાગ ઉપર સીતા નદીને વચગાલે આવેલ એ નામનો એક દ્રહ કે જેને બે પાસે વીશ न्यन तछे. जमग पर्वत की दक्षिण दिशा में ८३४ योजन और चार सातायां भाग ऊपर और सीता नदी के मध्य में आने वाला एक जलाशय जिसके दोनों ओर बीस कंचनक पर्वत हैं. Name of a great lake in the south of Jamaga mount in the middle of the course of the river Sitä on two of its sides it is bounded by twenty Kanchanaka mountains. जं. प. (२) नावासी नागभ २३५. उरा (द्रह) के निवासी नागकुमार देव. - Nagaku māra kind of deities residing in the above lake. 1o9. (?) मन्६२ ५५ तनु मी शि५२. मन्दर पर्वत का दूसरा शिखर. the second peak of Mandara mount. जं० प० (४) નીલવંત પર્વત; મહાવિદેહની ઉત્તર તરફની सीमा यांधनार परत. नीलवंत पर्वत महाविदेह की उत्तरी सीमा बनान वाला पर्वत. the mount Nilavanta forming the northern boundary of Mahāvideha.“ Afg भंते जंबुद्दीवे णीलवंते णाम चासहरपब्वए पराणते, जं. प. ठा० २, ३, पन्न० १६; जीवा० ३, ४; -कूड. पुं० (-कूट ) નીલવંત વધર પર્વતનું બીજું શિખર. नीलवंत वर्षधर पर्वत का दूसरा शिखर कूट. the second peak of the Niluvanta Varșadhara mountain. " दो नीलवंत कूड़ा " ठा० २, ३; जं. प. -दहकुमार. पुं० (-द्रहकुंमार ) नी. 4. नो अधिपति नागभार व. नीत वंत द्रह का अधिपति नागकुमार देव. a Page #1007 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णीला] ( ६६३ ) [णीसंत Nāgakumāra kind of deity the city of Saugandbikā. 1210 presiding over the lake named Nilavanta. जीवा० ३, ४; -पव्यय. णीली. स्त्री. ( नीली ) नीली-सी. नील. पुं० (-पर्वत) नीयत ५ त. नीलवंत पर्वत. Indigo. नाया० १६; जीवा० ३, ४, जं. the mount Nilavanta. नाया. १६ प. ३, ४५; (२) २४ वनस्पतिनो मे गीला. स्त्री० ( नीला ) नाम लेश्या. नील ४२. गुच्छेदार वनस्पति विशेष. a sort लेश्या. Blue thought-tint or of vegetation with clusters of matter-tint. सम० (२) सुदीपना leaves. पन. १; भे३नी उत्तरे २३॥ भवानहीने मसतीणीलुप्पल. न. ( नीलोत्पल ) नासोप यो नामनी में महानही. जंबूद्वार के मेरु । मल. नीलोत्पल; नील कमल. A blue की उत्तर तरफ रक्ता महानदी से मिलती lotus. नाया. १; ३; ५; ८:६; १४; भग. हुई इस नाम की एक महानदी. nau.e ६,३३; -मसि. पुं० (-असि ) नीलोत्पक्ष of a great river flowing into भक्ष नेवी तसवा२. नील कमल जैसी another great river Damned तलवार. asword like a blue lotus. Raktá in the north of the नाया० ८; -वण. न० (-बन) मात्५३ Meru wount of Jambūdvipa. मसनुं वन. नीलोत्पल कमल का वन. ४ ठा० १०; torest of blue lotuses. तंदु. णीलाभास. पुं० ( नीलाभास ) २१मा महणीलोभास. त्रि. ( नीलावभास ) मयुरना १. २६ वां महाग्रह. The 26th of बा j ita भान. मोर के कंठ के the great planets. 'दो गीलाभासा' समान प्रकाशमान. Shining, bright टा. २, ३: च. प. सू. प. like the neck of a peacock. णीलासोग. पुं. (नीलाशोक )नीसा गर्नु ओव० राय. (२) २६मा प्रानु नाम. अशा वृक्ष. नीले रंग का अशोक वृक्ष. An २६ वें ग्रह का नाम. mame of the Asoka treo blue in colour. 26th planet. सू० प० २०; राय. (२) मे ॥मनु सुशान शहनु । णीव. पुं० ( नीप) ४६मनुं . कदम्बका उधान. इस नाम का सुदर्शन सेठ का उद्यान. __ वृक्ष. A Kadamba tree. ओव० name of a park owned by the नाया. (२) न० तना ३६. उस (कदंब) merchant named Sudarsana. के फल. a fruit of a Kadamba नाया० ५; – उज्माण. न० (-उद्यान) मे tree. नाया० १; भग० २२, ३, नामर्नु मे धान. इस नाम का एक उद्यान | णीचार. पुं० न० (नीवार ) या वनी -बगीचा. name of a park or gar- | જમીનમાં ઉગેલ ધાન્ય વિશેષ; સામે ચોખા den. विवा० ५; अनात. बिना हल की हुई भूमिमे उत्पन्न णीलासीय. न. ( नीलाशोक ) साथि धान्य विशेष; सांवा, चावल आदि. Rice नगरीनी २D मे उधान. सौगंधिका etc. growing in uncultivated नगरी के बाहर का एक उद्यान. Name land. सुय० १, ३, २, १८, १, १५, १२; of a garden or park outside | णीसंक. त्रि. (निःशङ्क) श २हित. शंका Vol u/125 Page #1008 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णीसढ ] ( ४ ) [णीहारिम रहित; निःशंक. Free from doubt. been able to partake of a geneभग० १, ३, _ral feast. वेय० २, १७; णीसढ. त्रि. ( निःसृष्ट ) ३४१; भुस. | णीहरण न० ( निर्हरण ) भ२९५ सं२४॥२. फेंका हुमा; त्यक्त; छोड। हुआ Left; मृत्युसंस्कार; अन्त्येष्ठि क्रिया. Funeral abandoned; given up; freed; | rite or ceremony. विवा० ५, ८; given out. परह० १, १; नाया. १४; भग० १५, १; (२) AQ णीससिउच्छसियसम. न. (निःश्वासितो. ते. निकलना. getting out; starting च्छ्वसितसम ) या नीया २५२वासु गान. out. नाया० २; ऊंच नीचे स्वर वाला गान. A nusical |णाहरमाण. त्रि. ( नाहरत् ) निल २ ५२।. tune with rising and falling मुक्त होता हुआ; फारिंग होता हुआ. Ex. accents. JTO ; pelling; getting rid of; unswer: णीससिय. न० (निःश्वसित) नयेश्वास मुवा. | _ing calls of nature. वेय. ६, ३, निश्वासडालना. Act of breathingणीहरित्तए. हे. कृ. अ. (निर्हर्तुम् ) निहार out or exhaliug; a sigh. नाया०६; ४२वाने. मुक्त होनेक लिए; बाहर निकालने के णीसा. स्त्री. ( * ) टी. घट्टी; चक्की. A लिए. In order to expel; in order mill to grind corn ete. “ दग. to clear or get rid of e. g. वाराएणं पाहियं णीसाए पीठएणवा" दस. excrements. वेय. ६,३; ५, १, ४५; णीहार. पुं० (निहार ) हाये-शापियामे णीसास. पुं० न० (निःश्वास ) नीये श्वास ___rj दिशा-शौच क्रियाके लिए जाना. Act भु। ते. श्वास छोडना. Act of ex. | of eusing oneself; answering haling or breathing out. ओव. . calls of uature. सम• ३४, ३६; नाया० १;८; भग० १, १; १७, १२, | णीहा ण. न. (निरिण) ढिी मु. णीसासमाण. त्रि० (निःश्वसस् ) श्वासमुता. | निकाल देना; धका देकर निकाल देना. Act सांस लेताहुआ; दम भरता हुआ. Breath- | of driving away; pushing out ing out; exhaling. नाया. ६ ठा० २, ४; णीसेयस. न० ( निःश्रेयस् ) निश्चित ४८याण | णीहारि. त्रि. (निहारिन् ) व्या सार; मोक्ष. निश्चित कल्याण; मोक्ष Final, विस्तार पामन.२. फैल जानेवाला; विस्तार certain bliss;salvation. 5rjalo 3,8; पानेवाला. Extending; pervading; णहिडिया. स्त्री. ( निहतिका ) पिरसरा having the property of exten परोसा; कार्यवश अानेमें असमर्थ किसी sion. सम०३४;ओव०३४; (२)वा५-अवार मित्र आदिके यहां भेजीहुई भोजन की थाली. वासु. घोष-शब्दवाला. full of sound; A dish of food etc. sent to a possessed of sound. ठा. १०; relative or friend who has not | णीहारिम. न. ( * )ना शरनु नि * gी १४ २०५२ १५ नी ५टनाः (*). देखों पृष्ठ नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foot-note (*) p. 15th. Page #1009 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णी ] ( ६६५ ) રણ-અગ્નિસંસ્કાર વગેરે મરણુ સ ંસ્કાર થઈ શકે તેવા સ્થળે સંથારા કરવા તે. સે स्थानपर संथारा करना कि जिससे मृत्युकबाद शवको अन्त्येष्टि क्रियादि आसानी से होसकें. Act of giving up food and water in such a place so that after death the corpse can be removed for the purpose of funeral rites such as crema. tion etc. ठा० २,४; भग० २, २५, ७; १; १३, ७; ( २ ) ६ ६२ सुधी येते. बहुत दूरतक पहुचनेवाला. (one ) reach. ing a long distant. ओव● पीहू. बी० (नीहू ) उन्नी खेड मत. एक कन्द विशेष. A species of bulbous roots. भग० १,३२३,२; उत्त० ३६,६८; णु प्र० ( नु ) प्रश्न. प्रत्र अध्यय- प्रश्नचिन्ह. An indeclinable marking question. दस० ७, ५१ ( २ ) वित वितर्क; प्राचर्य चिन्ह. an indeclinable marking imagination or supposition. विशे० ३०; Vणुक्-कर. धा० II ( न्यक् + कृ ) धावु धिक्कारना; बुराभला कहना. To reproach to show contempt towards. एक्कारेति राय १८२; सुक्कार. पुं ( न्यक्कार ) नुहार शब्६ ५२वे ते. घृणान्यंजक शब्द. A sound expres sive of contempt. राय• अ० ( नूनम् ) नी; थोडस. ठीकठीक; निश्चित; स्पर्श. Indeed; assuredly नायाब १५; ६; १६; भग० १, १; २, १ ५ १ १ १५, १; उत्त २, ४ ओव० ४२; पुन ० ११ ( २ ) तर्क, अभ हेतु छत्याहि अर्थ मां व प्रश्न हेतु आदि अर्थोपयोगी अव्यय अन्य तर्क, 81 [ उणि indeclinable used to mark supposition, question, reason etc. भग० २, ५; ६; म न० ( नूम ) गाढ संधाई प्रगाढ अंधेरा; घनघोर अंधकार. Dense darkness. भग० १, ८; ( २ ) पर्वतनी गुझ वगेरे; गुप्त स्थ. mountain-cave etc. निसी १२, १२; सू० १, ३, ३, १:२, २, ८; ; (3) cisg, atar. covering; act of covering. पराह० १, २; (४) भाषा; ५८. मार्या; कपट छल deceit; fraud, भग० १२, ५ सम० ५२; सूय० १, १, ४, १२; ( ५ ) उभ कर्म action; Karma. आया० १, ८, ८ २४ – गिह. न० ( - गृह) गीय गाडीमा वेसुं घर. कुंज वाला घर a house surrounded by trees. श्राया० २, ३, ३, १२७; णे. ० ( ) पाह पूर५. पाद पूरक ण. Au expletive; an indeclinable used as an expletive. जीवा० ३; रो. त्रि० ( नः ) श्रमे - समारो-श-३ हम, हमारा - री रे. We; our. भग० १, ६; २, ५; १५, १; दस० १, ६; भाउ श्र-य. त्रि० ( नैयायिक ) न्याय युक्त; युक्ति प्रयुक्ति सहित न्याययुक्त; युक्ति प्रयुक्ति सहित. Based on sound logical reasoning. ओव० ३४; सू० १, २, १, २१, ( २ ) मां निश्रय मुक्ति भले देवा भार्ग. ऐसा मार्ग कि जिसके द्वारा निश्चित रूप से मोक्ष प्राप्त हो सके. 8 path surely and invariably leading to salvation. उत्त० १०, ३१; ( ३ ) न्यायशास्त्र ग्नगुनार. न्यायाचार्य; न्यायविद् (one) proficient. in logic श्रीव० ३४; उणिश्र न० ( नैपुणिक ) निपुणुः यतुर. For Private Personal Use Only Page #1010 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णेउर] [णेम निपुण: चतुर; कुशल. Expert; wise; which a thing is named after skilful. दस. ६, २, १३, the substance of which it is णेउर. न० (नपुर) ५गर्नु माम२९; im२. पैर | evidently made. भग० १८, ६; का भूषण; तोडा A leg-ornament; | णेटूर. पुं० ( नेटूर) ये नामर्नु मे अनार्य an anklet. नाया. १; ; १६; जीवा. १२. एक अनार्य देश. Name of a ३, ३; (२) द्रिय पासो विशेष. दो Anirya country. (२) तेना वासी इन्द्रिय वाला जीव विशेष. a species of मनुष्य. उस के निवासी लोग. a person living beings with two senses. residing in the above country. पन्न १; (३) या२ द्रिय वा ४१. चार परह. १, १; इन्द्रिय वाला जीव. a living being ऐतब्ब. न. (नेतव्य ) सभ७ . समझ with four senses. T. 9; लेना; जानजाना. Grasping the णेगम. पुं० ( नैगम-निगमा वणिजस्तेषां स्थानं | meaning of; understanding%3; नैगमम् ) पारिया-व्यापारमानुं निवास- comprehending. सू० प० २०; । २थान.व्यापारिओंका निवासस्थान.Aquart- णेतच. त्रि. (ज्ञातव्य) गया येय. er of a town etc, where trad. जानने योग्य; ज्ञातव्य. Worthy to be ers or merchants reside. भग० | ___known. भग० १,१; २४, २ः १३.२; (२) शास्त्राना २ मा शस. शास्त्रों | तार. त्रि. ( नेतृ) नाय४. अधिपति; नेता; के अर्थमें कुशल. proficient in scrip. 217* ( One ) who leads; a lend. tural texts and their meaning. er. जं. प. ठा० ३, ३; ( ३) सात नयमांना पाई। णेत्त. न० ( नेत्र ) . आंख; नयन; चक्षु 14. सात नय में से प्रथम न्याय-नय. the An eye. पन्न. १८, २२; (२) नेत३. first of the seven logical stand- रस्सी. a rope or cord to tie points of Jaina philosophy the legs of a cow at the ठा० १; पन्न० १६; --नय. पुं० (-नय ) | time of milking. उवा. २, १४; જૈન દર્શન-અભિમત સાત નથમાં પ્રથમ (३) नेतरनी 31; सेटी. बेत; बेत वृक्ष जय जैन दर्शन के सात नयो में से पहिला की छडी. a cane; a birch rod. नय. the first of the seven logi. . सूय० २, २, १८; -सूल. न० (-शूल) cal standpoints in the Jaina | नेत्र ११; सांता कापी. नेत्र पीडा; मांस philosophy. विशे० ३१; -पढमा | का दर्द. pain in the eye; sotei. सणिय. त्रि० (-प्रथमासनिक ) व्यापारी. eye. नाया० १३; सोमा प्रथम सासन यशव-२. व्यापारिओं । णेम. पुं० स्त्री. ( नेम ) भीनयी व्य। ना. में श्रेष्ठ-पहिले प्रासन का अधिकारी. (one) सतो प्रश; नितनी किनारी. जमीन से ऊंचा occupying the highest position उठा हुआ भाग; दिवाल का किनारा. anyong merchants. भग. १८, २; Region or portion protruding णेच्छइय. पुं० (नैश्चयिक ) निश्रय नय. from ground level. जं. प. राय. निश्चय नामक नय. A standpoint by | १०५; Page #1011 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णेमि] [णेरड्य णेमि. पुं० (नेमि ) पानी धेशवा; पैतानी धार. येय. कदने या वर्णन करने योग्य. पहिये का घेराव; चक्रकी परिधि. Circum- Worthy to be told or describference of a wheel. ओव० ३१; ed; worthy to be conveyed or जं० प० ३, ४७; ठा० ३, ३; सूय० १, ४, । communicated. श्रोव. २.; जं. प. १, ६; -~पडिरूवग. न० (-प्रतिरूपक ) ५, ११६; यधारा समान; वृत्तसंस्थान. चक्रधारा ऐयाउय. त्रि. ( नैयायिक-न्यायेन चरति समान; गलाकार. ( any thing) cir- नयायिकः) न्याय युति. न्याययुक्त; कायदे cular in shape like it wheel. से चलने वाला. Logically Bound; भग. १४, just; in accordance with justणमित्तिय. न. ( निमित्त ) निमित्तशास्त्र: ice. उत्त० ३, ६; दसा० १०, ३, ६, १८; २६ ५५ शास्त्रमान मे. निमित्तशास्त्र; (२)न्यायशन -गतमशालने जना२. २६ पापशात्रों में से एक. The science न्याय दर्शन गौतम शास्त्र को जानने वाला. of omens; one of the 29 Papa (one ) proficient in the sys Sās tras (secular sciences). Jpo £; tem of logic propounded by णेम्मा. श्री. ( * ) भानथा नीतते। Gautama. सूय. टी. १, १, १, ६; प्रदेश. जमीन से ऊंचा उठा हुआ भाग-प्रदेश. ( 3 ) मोक्षमार्ग तर न्याययुत Region higher in level than शास्त्र. मोक्षमार्ग को बतलाने वाला न्यायशास्त्र. the ground. राय. ४५; a scripture based on logio रोय. त्रि. (ज्ञेय ) या योय. ज्ञय; and guidin: one or the path जानने योग्य. Worthy to be to salvution. नाया. १; known. राय. २१५, पन्न. २१; माया. ऐयाह. त्रि. ( नेतृ ) नेता नाय. नेता; ११; १८ नायक; अध्यक्ष. (One) who leads; यतिय. त्रि. ( नयतिक ) नित्य निस्य; aleader. सूय. १,१,२, १८; १,६,७, शाश्वत. Constant; permanent; णेरइय. पुं० ( नैरयिक ) १२मा २लेना२ eternal. भग. १, २, ७५, ना२४१. नरकवासी जीव; नारकी. A णेयव्व. त्रि. ( ज्ञातव्य ) ॥ यो५. । hell-being; a soul born in hell. जानने योग्य; ज्ञातव्य. Wortby to be ठा. १, १२, ४, ३, १; उत्त. १०, १४; known; worth being known. श्रोव० २०, ३४; अणुजो० १४०; भग. ठा० २, ३, भग० २, २, ५, ४; १२, १०; २, १; ६, ४, ८, ८, १६, १, १६, ४; २०, २५, ४, २८, ११; नाया. १६ निसी. ६. १०; २४, १: ३२, १; नाया. २; दसा. ५, ११, १६; १८, २; दसा० १०, १; जं. ६, १; ४; पन्न. १; जीवा० १; (२) प. ७, १३५, ६, १२४; નરક ગતિ; નરકને ભવ-અવતાર. णेयब. त्रि. ( नेतब्य ) वा- नरकगति: नरक का भव-जन्म-अवतार. * मा ५४ १२ १५ नी पु.नोट (*). देखा पृष्ट नम्बर १५ की फुटनोट (*). Vide foo-note (*) p. 15th. Page #1012 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णेरइयत्त] ( ६६८ ) [णेसजिया Birth in the infernal regions; constellation named Mūla have state of existence in hell. ing for its presiding deity a ओव० ३८; --प्राउ-य. न० (-आयुष ) demon. भग० ७, १ नारीनुं आयुष्य. नारकीका श्रायुष्य life- ल. न० ( नैल ) सानो वि४२. नील का period of a denizen of hell.] विकार. A product of indigo. भग० भग० ८, ९; ३०, १; ठा. ४, २; -पावास. पुं० ( -आवास ) १२४पासा. | लवंत. पुं. ( नीलवत् ) महाविक्षनी उत्तर नरकावास; नरक में निवास न. abode स२९६ ७५२ने। पत. महाविदेह की उत्तरी in hell. भग०१२, ५; १८, ५; ठा० २,४, सीमा वाला पर्वत. A inountain on -ठिति. श्री. ( -स्थिति ) नानी the northern boundary of स्थिति. नारकी की स्थिति-दशा. condi- Mahavideha. (२) नायत ५ त tion of a hellish being. भग० ઉપર રહેનાર તેને અધિષ્ઠાતા દેવતા. २४, १; -दुग्गइ. स्त्री. ( -दुर्गति ) नीलवंत पर्वत पर रहने वाला उसका अधिन२५ हुगति. नरकरूप दुर्गति. bad grar 1991. the presiding deity plight in the form of birth of the Nilavanta mount, resid in lhell. ठा० ४, १; -पवेसण. ing upon that mount. जं. प. न० ( -प्रवेशन ) नमा प्रवेश. नरक | णवत्थ. न० ( मेपथ्य ) ; पोशा. वेष: में प्रवेश. entrance into hell भग. पोशाक Dresset.ina draina. ६, ३२; --भव. पुं० ( -भव ) नारी ओव. २४; पन्न. २; परह. १, ४; ठा०४, मा. नार को का जन्म. birth aa २; नाया. १; १६; (२) ५। परदा denizen of hell. ठा० ४, २; -सं. a curtain; e. g. in a dramu. सार. पुं० ( -संसार ) न२४ गति०५ नाया..; ( ३ ) ।।२; आभूषण संसा२. नरक गतिरूप संसार; नारकी संसार. अलंकार; आभूषण; जेवर; गहने. an orna. worldly existence akin to au ment; a decoration. पंचा० ८, २५; ubode in hell. ठा०४,२; भग०२५,७; जं. प. ७, १५.; णेरड्यत्त. न. ( नैरयिकत्व ) ना२५j. | णेश्वास. न. (निर्वा .) मुक्ति मोक्ष मुक्ति; नारकी पन. State of being a deni | Ala; guia Salvation; final bliss. zen of hell. भग. १२, ४; " एतीए फलं णेयं परमं गेम्वाणमेप णरयत्ता. स्त्री. (नैरयिकता ) नारी । णियमेण " पंचा. ८, ३५, नारकी पन. State of being a णेसजि. पुं. ( नैषधिन् ) निविधा पाही denizen of hell. नाया०२१६, १६%3 आसन मेसना२. आलखी पालखी मारकर भग. १२, ७, १५. १; १७, १; ठा० ४, श्रासन से बैठने वाला.(One) who sits दसा. १०,३, with his legs crossed. faro 95, णेरई. स्त्री० (नैऋती ) नैति-राक्षस नेता १५; प्रव. ५६१; ताछ मेनक्षत्र, भूल नक्षत्र. नैऋति- सन्जिया. स्त्री. ( नषद्यिकी) निषिधा ५isी राक्षस के अधिपत्य वाला मूल-नक्षत्र. A | सासन सेसनार (स्त्री). पलाठी मारकर Page #1013 -------------------------------------------------------------------------- ________________ सस्थिया ] ( हहह ) बैठने वाली (स्त्री). ( A woman) sitting with her legs crossed. ठा०५, १; वेय० १, २६; आउ० सत्थिया. स्त्री० (नैसृष्टिकी ) पत्थर वगेरे | खो. त्रि० (नः) अभार. हमारा. Our; ours. वाथी झागती द्विया. पत्थर आदि फेंकने से होने वाला कर्म बंध. Karma in curred by throwing a stone etc. ठा० २, १९ सप्प. पुं० (नैसर्प ) नव निधानांना भे જેમાં ગામ નગર આદિનું વણુન છે તે नव निधान में का एक निधान; जिस में ग्राम नगर आदि का वर्णन ह One of the Dine Nidhānas जं० प० ठा० ९; ऐसाय पुं० (निषाद) निषाः नामनेा स्वर; सात पंडांना 5. निषाद नामका संगीत का एक स्वर; सात प्रकार के स्वर में से एक. One of the seven musical notes so named. ., 1: ह. पुं० (स्नेह) स्नेड; अनुराग प्रति स्नेहः अनुराग; प्रीति; प्रेम Affaction; love; att५chment, नाया ० १; घाउ ० ( २ ) यिाश. चिकनापन stickiness. नाया० १६; - श्रवगाढ. त्रि० (-नवगाढ ) स्नेहथी व्यास स्नेह से परिपूर्ण. full of, absorbed in the emotion of love. नाया० १६ - उत्तुषियगत्त. त्रि. ( -उस्त्रोपतगात्र ) स्नेह वासुं शरीर. स्नेहपूर्ण शरीर; स्नेहमय गात्र & body full of the feeling of love. विवा० २; -य. पुं० (क्षय) शिाशन नाश. चिकनाई का क्षयानाश. destruction of stickiness or viscosity. नाया० १६; - झाण. न ० ( ध्यान ) पुत्र महिना स्तेऽनुं ध्यान हुने २. पुत्र आदि के स्नेह का ध्यान दुध्यान विशेष. a sort of undesirable contem. [ गोश्रउज्ज plation, viz. that upon filial affection, conjugal bliss etc. भग० ६, ३३; गो. श्र० ( नो ) नहि निषेध नहीं; निषेध. No; not. भग० १ १ ३; ; २, १; ३, ५, २, ६, ४; १६, ३:२०, १०; २२, २, २५, २; ६; नाया० १५; ७ ८; १४, १५; १६; आया ० १, १, १, १, १, १, १, २; अणुजो० २; श्रोव ३८; गोश्रक्खर संबद्ध. त्रि० ( नोअक्षरसम्बद्ध अक्षरसम्बद्धादितरो नोऽक्षरसम्बद्धः ) अक्षर संबंधी लिन अक्षर सम्बन्ध से भिन्न. Bearing a relation different from that due to or caused by letters. ठा० २, ३; शो श्रमण न० ( नोऽमनस् ) भन भात्र. केवल एक मन; मन मात्र. Mind alone; nothing except mind. ठा० ३, ३; श्रवण न० ( नोऽवचन ) वयन मात्र. केवल बचन ही; एक बचन मात्र Speech alone; nothing except speech. ठा०३, ३; गोश्राउज पुं० ( नोचातोथ ) ताउन વગર જે શબ્દ થાય તે; બાંસ વગેરે ચીરતાં शह थाय ते. ताडन बिना उत्पन्न होने वाला शब्द; बांस आदि को चीरते समय उत्पन्न होने वाला शब्द. Sound produced by anything else than beating or striking; e. g. that produced by tearing or rending. ठा० २, ३ – सद्द. पुं० ( - शब्द) लुभे उपो २६. देखो ऊपर का शब्द vide above. यो थाउजस दुविहे परणते " ठा० २, ३; For Private Personal Use Only "" Page #1014 -------------------------------------------------------------------------- ________________ गोश्रागास] ( १००० ) [णोदिय णोपागास. पुं० ( नोअाकाश ) | | sex feeling. पन्न० १३; -वेयणिज्ज. ભિન્ન; આકાશ સદશ ધમસ્તિકાયાદિ. न. (-वेदनीय) मोना मना हास्यादि श्राकाश भिन्न; आकाश सहश धर्मास्तिकायादि. नव प्रति. मोहनीय कर्म की हास्यादि नौ Dharmastikāya eto, as differen प्रति. the nine varieties of Mo. tiated from Akāśa etc go 3,9; hanīya Karma e. g. laughter गोइंदिय. न. ( नोइन्द्रिय )न्द्रिय मिन्न etc. "नवविहे नोकसाय वेयणिउजे कम्मे मोiयसदृश; भन. इन्द्रिय भिन्न एवं | पएगाते" ठा०६; इन्द्रिय सदृश; मन. Mind. ४ा. ६; भग. णोकेवलणाण. न० ( नोकेवलज्ञान) १६ १८, १०; --जवणिज. पुं० (-यापनीय) જ્ઞાન ભિન્ન કેવલજ્ઞાન સદશ; અવધિ અને मन वश ४२७ ते. मन का संयम निरोध. भनय यज्ञान. केवलज्ञान भिन्न-केवलज्ञान control of mind. भग• १८, १०; सदृश; अवधि और मनपर्यवज्ञान. Avadhi नाया० ५; -त्थ. पुं० ( -अर्थ ) मनन। Jñana and Manapuryava विषय. मन का विषय. an object of, Jõāua as differentiated from perception for the inind. ठा० ६; Kevala Jnana. " णो केवलणाणे णोउस्सासग. पुं०( नोउच्छ्वासक) २७वास दुविहे पण्णते तं नहा रोहिणाणे चेव मणपति नो नया पूर्ण रीते. जिसने उजवणाणे " ठा. २; १3; उच्छवास पर्याप्ति पूर्ण न की हो. (One) | गोणाणायार. पुं० (नोज्ञानाचार) जानायार that has not fully developed भिन्न; शनाया२ ५गेरे. ज्ञानाचार भिन्न; the power of respiration. दर्शना वार आदि. Right faith etc. "णरइया दुविहा परणता तंजहा उस्सासगा. as differentiated from right चेव णोउस्सासगाचेव" ठा० २, २, knowledge. " णोणाणायारे दुविहे गोकसाय. पुं० ( नोकषाय ) २५, २ति, पएणते दसणायारे चेव णो दसणायारे च' १२ति, भय, ४, गुस्सा, स्त्रीव, | ठा. २, ३; पु३५३६, नपुंसवे; ये नयभानीय भनी | णोतसणोयावर. पुं० ( नोत्रसनोस्थावर ) પ્રકૃતિ, કષાય ભિન્ન-કવાયસદશ ઉપર્યુક્ત [. ત્રસ નહિં અને સ્થાવર નહીં તે; સિદ્ધ ભગ ८ प्रतिनो समुदाय. हास्य,रत,श्ररति, भय, पान्. जो उस और स्थावर दोनों नहीं है शोक, जुगुप्सा, स्त्रीवेद, पुरुषवेद, नपुंसकवेद वह; सिद्ध भगवान् . A being neither ये मोहनीय कर्म की नौ प्रकृति; कषाय भिन्न mobile or immobile;a liberated -कषाय सदृश उपर्युक्त नौ प्रकृति का समु- soul. जीवा...; दाय. The aggregate of the nine | णोदसणायार. पुं० (नोदर्शनाचार ) शनाvarieties of Molaniya Karma यार भिन्न; ज्ञानाया२ कोरे. दर्शनाचार not classed under Kaşāya भिन्न; ज्ञानाचार आदि. Right know. though akin to it; viz. laugh- ledge etc, as differentiated ter, pleasure, disgust, fear, from right faith. “ दुविहे गोसण grief, dismay, male sex.feeling, ___ यारे पण्णते' ठा०२, ३, female sex.feeling, and neuter | णोदिय. त्रि. ( नोदित) २९ । ४२१; सपने 1 Page #1015 -------------------------------------------------------------------------- ________________ णोपरमाणुपोग्गल] [रहाध-य - - सन्मुस रेस. प्रेरणा किया हुआ; प्ररित; वृक्ष. A plant of the jasniine प्रचोदित; उत्साहित. Inspired; urged species. पन. १; राय. ५६: जीवा. onward. नाया. ३, ४, जं.प. ४, ६२, णोपरमाणुपोग्गल. पुं० (नोपरमाणुपुद्गल) गोलिय. त्रि. ( गोदित) २९।। रेस. प्रेरित अ५२माय पुनः; द्विप्रशा आ६ २४५. प्रचादित. Inspired; impelled. पणह. अपरमाणु पुद्गल; द्विप्रदेशी आदि स्कंध. An १, ३; nggregation of atoms in any णोसंजयासंजय. पुं० ( नोसंयतासंयत ) number beyond a single indi | સંપત નહિ અને અસંયત પણ નહિ; સિદ્ધ visible atom. ठा० २, ३, भगवान. संयत व असंयत दोनोंसे परे; णोबद्धपास पुढ. पुं० ( नोबद्धपार्श्वस्पृष्ट ) & | सिद्ध भगवान. One who is neither तु मे ५ मेयी २५४-१-१. रुका self-controlled nor otherwise; हुश्रा नहीं वरन् एक ओरसे स्पष्ट नया a perfected soul of a Siddha. निकलता हुआ शब्द. A sound not ठा० ४, altogether restrained but पोसण्णोवउत्त. त्रि० (नोसंज्ञोपयुक्त) मालाemerging from one side only. राहि संसा-पयोगयी २हित. आहारादि. ठा० २, ३, संज्ञा के उपयोगसे रहित. Devoid of णीभासासह पुं० (नोभासाशब्द) अव्यात any instinct for taking food A; मा यति वनो श६. अध्यक्त etc; a being whose conscious. शब्द; निरर्थक शब्द. An indistinct ness of hunger etc. has lot or inarticulate sound. " णोभा- developed. भग० २६, १; सासह दुविहे परणते " ठा० २, ३; राहवण. न० ( स्नपन ) २नान. स्नान; मग्जन. गोभिउरधम्म. पुं० ( नोभिदुरधर्म-स्त ए. Buth; act of bathing. पण्ह. व नो भियते इति नोभिदुरधर्मः ) सु- १, २; सु० च० ४. १५०; धर्म धर्मप्राण; धर्म में दृढ. One stead- राहविप्र-य. त्रि. ( स्लपित ) स्नान रेस; fast in religion. ठा. २, ३; नाइस. स्नान किया हुश्रा; नहाया हुश्रा. पोभूसणसद्द. पुं० ( नोभूषणशब्द) भूषण Bathed; (ous) who has bathed. २२६; लिन्न भूषण श६; सदृश शम्.. उत्त० २२, ५; सु. च० २, १२; भूषण शब्द; भिन्न भूषण शब्द; सदृश शब्द. राहविऊण. संकृ० अ० (स्नापयित्वा ) स्नान A sound rising from anything रावाने. स्नान कराकर. Having caus. but ah ornament. “णोभूसणसहे | ed to be bathed. सु. च० २, ६०२; दुविहे पराणति" ठा० २, ३, एहविज्जत. त्रि. (स्नप्यमान) स्नान शता. णोमल्लिया. स्त्री. ( नवमलिका ) गुमा ___ स्नान कराता हुआ. Bathing; (one) "णोमालिया" श६. देखो " णोमालिया" causing other to be bathed. शब्द Vide. "थोमालिया" जीवा. ३; सु. च. २, ४१ सोमालिया. स्त्री० ( नवमालिका) नवभारति हाश्र-य. त्रि. ( स्नात ) नास; स्नान नामर्नु मे वृक्ष. नवमालती नामक एक रेस. नहाया हुआ; स्नान किया हुआ. ___Vol. 11/126 Page #1016 -------------------------------------------------------------------------- ________________ रहाण ( 1002 ) [ एटुसा Bathed; (one) who has bathed. / जीवा० 3; जं. 10 राय, 56% नाया० 1, 2, 5, 8, 12, 13, 14; 1; रहारु. न. (स्नायु) स्नायु; नस. स्नायुः भग० 2, 5, 6, 33, 18, 7, दसा. 10, नस; नाडी. A muscle; a nerve; 8 1; अोव० 11; उत्त० 12, 45% sinew. भग० 1, 5, 5, 6; 1, 6; रहाण. न० (स्नान ) स्नान; नहाते. स्नान; जीवा० १;-जाल. पुं० ( -जाल ) नहाना. Bath; bathing. सु. च.., स्नायुनी स-सभूल. तंतुजाल; स्नायु 312; भग० 11, 11; 10; विशे० 1026; समूह. a net-work of muscles दसा. 6, 4; निसी० 1, ६-उदय. न. or sitnews. भग० 6, 33; (-उदक ) नापानुपाणी. स्नान करनेका रहारुणी. स्त्री. (स्नायु) लायु-मांस तु. पानी. water for bathing. नाया०१३; स्नायु-मांस तंतु. A tendon; a muscle; -पीठ. न० ( -पीठ ) स्नान पी3; & sinew. श्राया० 1, 1, 6, 53; सूय. सापानी मा. स्नान पीठ; नहानेका 2, 2, 6: जं० प. बाजोट, पाट आदि. a seat for taking bath. नाया. 1; जं. प. 3, 43; राहाविया. स्त्री. ( स्नापिका) नान 52 // 1. नारी हासी. स्नापिका; स्नानकराने वाली -मंडव. पुं० (-मण्डप)स्नान वानी भांडवा. स्नान मंडप. a bower used as दासी. A maid-servant whose a bath room. जं. प. 3, 43 cluty is to bathe her master or mistress. भग० 11, 11, -मल्लिया. त्रि० (-मलिका)स्नानमा 5. योगी से गर्नु सुगधी वृक्ष; मोटी राहुसा. स्त्री० (स्नुषा) पुत्रता १४छ।४।नी भारती. स्नानोपयोगी एक सुगन्धित वृक्ष श्री. पुत्र वधुः बह. A son's wife; विशेष; मोटी मालती jasmine; a a daughter-in-law. सूय० 1, 6, plant bearing fragrant flowers. / 5; उत्त. 6, 3; आया. 1, 2, 3, 62; इति श्रीलीम्बासम्प्रदायतिलकायमानपूज्यपाद श्री 1008 श्री गुलावचन्द्रजित्स्वामिशिष्य श्रीजिनशासनसुधाकर-शतावधानि-पण्डित प्रवरमुनिराज श्री 108 श्री रत्नचन्द्रजित्स्वामी विरचिते बृहदर्धमागधीकोषे सप्रमाणम् णकारादिशब्दसङ्कलन समाप्तम् / द्वितीयो भाग: