________________
जलवारिय ]
ઇન્દ્ર જાકાંતના ખીન્ન લેકપાલનું નામ. उदधिकुमार के इन्द्र जलकांत के दूसरे लोकपाल का नाम Nams of the second Lokapala (regent of a quarter of the world ) of indra Jalakānta of Udadhikumāra. भग० ३, ८६
जलवीरिय पुं० ( जलवीर्य ) भारन्द्रियवास विशेष चार इन्द्रिय वाला जीव विशेष. A kind of four-sensed creature. जीवा० १ (२) ऋरामदेव स्वाभीथी तेमना વંશમાં થયેલા સાતમા रा. ऋषभदेव स्वामी से उन के वंश का सातवां राजा. name of a king born in the race of Risabhadeva Swāmī and seventh from him. ठा० ८ जलसूग. पुं० ( जलसूक ) न्द्रना ભીન્ન લેકપાલનું નામ जलकान्त इंद्रके दूसरे लोकपाल का नाम Name of the second Lokapala (regent of a quarter of the world ) of | Jalakanta Indra. ठा० ४ १: जलहर. पुं० ( जलधर ) भेव, वर्षा
मेघ, वर्षा; बारिश. A cloud; rains. कप० ३, ३३; ४४;
जलहि. पुं० ( जलधि ) समुद्र जल-पानी-धि
- भंडार - समुद्र. The sea. सु०च० १, १;
( ८०१ )
नाया० ११;
जलाय. पुं० ( जल्पाक ) शब्नना शु
ना२. राजा के गुण बोलने वाला One who extols the merits of a king. निसी० ६ २२;
जलावण. न० ( ज्वालन ) समगाव: अभि प्रगट ४२ जलाना अति प्रकट करना Burning; kindling of fire. "जल ए जलावा विदंसणेहिं पराह० १ १ Vol. 11/101
Jain Education International
[ जलूगा
जलासय. पुं० ( जलाशय ) नाशय ना अच्युताय वगेरे जलाशय जल के स्थल - तालाव इत्यादि. A poud; શ reservoir, पन० २ - ज. प्रि० (ज) જલારામ-લાય-સમુદ્ર વગેરેમાં ઉત્પન્ન येत. जलाशय तालाव समुद्र इत्यादि मं उत्पन्न हुआ. produced in a pond, sea etc, प्रब० १११४ - सोसण. न० ( - शोषण ) आश्रय-तसा वगेरे सोसથયા તે; શ્રાવકના સાતમા મનના અતિચાર ૫ ૧૧ કર્માદાનમાંનું ચાદનું કર્માદાન. जलाशय-तालाब इत्यादि को सुकाना; धावक के सातवें व्रत के अतिचार रूप १५ कर्माशन में से चौदहवां कर्मादान the suction or absorption of a pond etc. the fourteenth of the fifteen Karmadáns (sinful operations) forming part of the partial violation of the seventh vow [of a lay man प्र० १६० जलिय त्रि० ( ज्वलित ) से जला हुआ Burnt. पक्खंदे जलिये जोई " दस०
66
२, ६, ६, ३३: १, १, ६, नाया० १; भग० ५, ६, नाया १; भग० ५, ६, सू० १, ५,
०
१७; ओ० १०; परह ०२, ५; - चुडिली. afi (*-grear) well wear yell. घास का जलता हुआ पूला. & burning bunch of grass "जलिय चुडिलीविय अमुचमड-हसिलाओ " तंदु●
"
जलिर. त्रि० ( * ज्वलिर - ज्वलनशील ) ०४नार; पाना स्वभाव पाओ जलनेक स्वभाव वाला, Of a burning nature.
मु० च०२, ५.१
जलुगा स्त्री० ( अलीकस्- जलमेको वसानरस्येति ) वडे ओली पीना हाद्रिषव विशेष बिगड़े हुए रक्त को पीने
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org