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१७; – जाया. स्त्री ० ( - जाया ) भेड स्त्री. एक स्त्री; एक पत्नी. one wife. दसा० १०, ३ - जीव. पुं० ( - जीव ) मे ल एक जीव. one soul; one life. भग० ११, १ - जीविय. त्रि० ( जीविक एको जीवो यत्र तत्तथा ) प्रेमांकु
छेते; ववासुं. एक जीव वाला. having only one life i. e. sen tient being. एगजीविया पत्ता पन्न० १; -- ह. त्रि० ( - अर्थ ) : अर्थवाणुं यह एक अर्थ वाला पद. a word or expression having one meani ing. भग० १, १, १४, ८ प्रव० १२१; पंचा०५, २; ट्ठिय. त्रि० (-आर्थिक ) समानार्थ; अर्थवाणु समानार्थी एक अर्थवाला synonymous. पिं० नि० ७३; - ट्ठिय. पुं० (- अस्थिक) मे गोहसीनाएं श्री विगेरे एक गुठली वालाफल; केरी वगैरह. & fruit (eg a mango etc. ) having only one stone in it. भग० ८ ३; जीवा० १, पन्न० १; - या स्त्री० (-अस्थिका ) नानी नापा;
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होडी; तरी छोटी नाव; होंगी. a small boat. विवा०८ नाया० १६; १७; - तालीसा. स्त्री० ( चत्वारिंशत् ) मे तालीस ४१. एकतालीस. 41; forty-one. सू० १० १० – त्थी स्त्री० (स्त्री) भेडसी स्त्री. अकेली स्त्री. a lonely, solitary Woman निसी० ८, १ - दिसा. स्त्री० ( -दिश् ) मे हिशा. एक दिशा. one cardinal point ( e. g. east, west etc. ). विशे० ३६५; - दिसाभिमुह. न० दिगाभमुख ) दिशा त२५ भु. एक
दिशा की तरफ मुख face turned towards one direction. भग० २, ५: - दिसि. स्त्री० (-दिश् ) भे: दिशा. एक दिशा. one direction or eardi. nal point (e. g. east etc. ). नाया० १: - दुवार न० ( द्वार ) भे पारं. एक दरवाजा. one door. वव ० ६, १४, ६, १३: - देस पुं० ( - देश ) देश मे विभाग. एक देश एक विभाग. one part; one division. भग० १५. १, नाया० ३ ७; ८ उत्त० ३६. ११: क०
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સ્થિ
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જેમ જૈન શાસ્ત્રમાં વનસ્પતિ પ્રકરણમાં ગેાલી માટે શબ્દના પ્રયોગ કર્યો છે એમજ લૈાકિક વૈદ્યક રસાસ્ત્રમાં પણુકુલની અન્દર રહેલી ગેાઠવી માટે અસ્થિ શબ્દનો પ્રયોગ કર્યા છે. એ પ્રાચીન પુરૂષાની પ્રથા છે. જેમ સુશ્રુતસંહિતાના શરીરસ્થાનના ત્રીજા અધ્યાયના ૬૪૨ પૃષ્ટની ૨૭ મી પંક્તિમાં લખ્યું છે “ चूतफलेऽपरिपक्के केशर मांसास्थिमज्जा न पृथग दृश्यते " કાચા यांना मां- अस्थि मांस भुट्टा मुद्दा हेपाता नथी जिस प्रकार जैन शास्त्र में वनस्पति प्रकरण में गुठली के लिये अस्थि " शब्द का प्रयोग किया गया है उसी प्रकार लौकिक वैद्यक शास्त्र में भी फल के भीतरकी गुठली के लिये अस्थि शब्दका प्रयोग किया है. यह प्राचिन पुरुषों की प्रथा है. यथा-सुश्रुतसंहिता अध्याय तीसरा, पृष्ठ ६४१ पंक्ति २७ वीं में लिखा है कि "चूतफलेs परिपक्वे कैशरमांसास्थिमज्जा न पृथग दृश्यते " अर्थात् आम के कच्चे फल में गुदा, अस्थि, मांस, मजा श्रादि पृथक् पृथक नहीं दिखते. The word “ अस्थि " which literally means "a bone" is used even in old medical writers like Suśruta to denote " a stone of a fruit " This is noteworthy. Vide Suśruta Samhita (Sarīra Sthüna chapter III. page 642 line 27 ).
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