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जीव ]
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२ ( २ ) २ मासिक सूत्रमनु वालि राम नाम सूत्र. २६ उत्कालिक सूत्रों में से जीवाभिगम नाम का सूत्र name of one of the 29 Utkalika Sūtras, जं० प०५, ११८; " सेकिते जीवाभिगमे ? जीवाभिगमे दुविहे पण ते " जीवा० १; भग०
२, ३; ; ; ३, ३, ६, ५, ६; १०, ७; १६, ६; २५, ५; नंदी० ४३; आरंभिश्रा स्त्री० ( - श्रारम्भिकी ) लवना આરમ્ભથી કમ બંધાય તે; ક્રિયાને એક अार. जीव के आरंभ से कर्मों का बंधन होता है वह क्रियाका एक प्रकार. Karma incurred by killing or injuring a living being. "तंजहा जीवआरंभिया चैव अजीव आरंभिया चेव " ठा० २, १; - उद्धरण न० ( - उद्धरण) मंत्र शास्त्रो
अक्षर मन्त्र शास्त्र का एक प्रकार. 8 varietyof Mantra Sastra. are e; - काय. पुं० - काय - जीवनं जीवो ज्ञाना ssद्यपयोगस्तन्प्रधानः कायां जीवकाय: ) छवसे; वराशि जीव लोक; जीव राशी. the aggregate of lives or living beings; the world of living beings सूय २, १, २३ भग० ७, १०; आव ० ४, ७; – किरिया. स्त्री० (-क्रिया ) कवनो व्यापा२. जीव का व्यापार an operation or activity of a living being. “जांव किरिया दुत्रिहा पन्नता' ठा०२, १ – ग्गाह. त्रि० (-ग्राह) ताने २नार जीवित को ग्रहण करनेवाला. ( one ) who takes or catches alive. "जीवऩगाहं गिरणीत " नाया ० १; २; विवा० ३; – घण. पुं० (-घन ) જીવધન--અસંપાત પ્રદેશના पिंडरूप. जीवधन - श्रसंख्यात प्रदेश के पिंडरूप. an aggregate of innumerable soul
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particles. रूविणो जीवघणा "
उत्त० ३६, ६५; लग० ५, ६; छ क्र. न० (- षट्क) पृथ्वी आछि प्रारना वो थ्यो पृथ्वीकाय आदि छः प्रकार के जीवों का समूह a group of six living beings viz, earth, bodies etc, प्रव० ६८ ६; - जोग. पुं० (-योग) कवनो व्यापार; ( डेपसी समुद्रघात ). जीवों का व्यापार; ( केवली समुद्धात ). operation or activity of the soul; (Kevali Samudghata) विशे०३६३; - द्वारा. न० (स्थान) उपस्थान-गुणुस्थान. जीवस्थान- गुणस्थान. life stage; spiritual stage. क० गं० ६, ४; -- पास. पुं० ( - नाश ) मृत्यु अपन नाश. मृत्युः जीवन का नाश, desth; distruction of life. "किं जीवनासाउ परं न कुज्जा' दस० ६ १६ ५३ शिकाय. पुं० ( - निकाय - जीवानां निकायो राशिजवनिकायः ) वराशी जीवराशि an aggregate of living beings. छ जिवनी काया पन्नत्ता ठा० ६; २, ५; -- णिजाणमग्ग. पुं० (-निर्याण मार्ग - जीवस्य निर्याणं मरणकाले शरीरिणः शरीरानिर्गमः शरीरनिर्गमः तस्य मार्गो जोवनिर्याणमार्गः ) व निङवानो भार्ग जीव का निकलने का मार्ग. the path or way by which the soul goes out of the body. ठा० ५, ३; - णिव्वत्ति. स्त्री० (-निर्वृत्ति - निर्वर्तनं निर्वृत्तिः निष्पत्तिः जीवस्यै केन्द्रियाऽऽ देतया निर्वृत्तिजव निर्वृत्तिः ) अवनी मेहेन्द्रिय साहिये निर्वृत्ति-निष्पत्ति. जीव की एकेंद्रिय श्रादि रूप में निर्वृत्ति-निष्पत्ति functioning of the soul as one-sensed etc. "कइ विहाणं भंते जीवणिव्त्रत्ती" भग०१६,८; - णि
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