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जहन्न ]
( ८११ )
[जहसंभव
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स्थान से प्रारंभ किया हुआ. commen- क०प०३,८; -बंध. पुं० (-बन्ध) धन्य ced from the lowest place. मन्य. जघन्य कर्म बन्ध. incurring क. प. ७, ४७; -इयर. त्रि० ( - इतर) the karma of the lowest kind.क. नुमा “ जहाग-इयर " श. देखो। प० २, ३२; --जहन्न -य. त्रि. (-जघ" जहमग-इयर" शब्द. vide 'जह नग. न्यक ) मे "जहरणग' श»६. देखो इयर" क. प० १, १५; -काल. पुं. " जहएणग" शब्द. vide “ जहरणग" ( काल ) 4-मेोमा माछ। स.. विशे० ५८७; अणुजो० १३२; जधन्य-कम के कम समय. shortest जहन्न प्रो. अ. ( जघन्यतस् ) धन्यथा.
2 of time. प्रव. १७१; --गइ. जघन्य से. From the shortest स्त्री० (-गति ) जयन्य गति. जघन्य गति. state. प्रव० ६१८; shortest condition or position. जहन्नग. त्रि. (जवन्यक) गुभो "जहरणग" क. प. ४, ७२; -द्वाण. न० (-स्थान) श६. देखो “ जहएणग " शब्द.
वन्यस्यान. जघन्यस्थान. lowest Vide. “ जहएणग"क. प. १, १५; place. क. प. ३, ४६: -ट्रिइ. स्त्री. -इयर. त्रि.(- इतर)सन्यथाशतर(-स्थिति) शुओ। " जहरणटिइ" श६. भिन्न; 8. जघन्य से इतर-भिन्न; उस्कृष्ट. देखो " जहराणढिइ" शब्द. vide “जह । other than the shortest; loyu. रणट्ठिइ" क. प. १, ९१, ६, २०; . क. प० १, १५;
--ढिइबंध. पुं० ( -स्थितिबन्ध ) वन्य जहात्रय त्रि. (जघन्यक) नुस। "जहरण" स्थिति के यो भय. जघन्य स्थिति श६ देखो “ जहरण' शब्द. vide रूपम होता हुआ कर्मबंध. Kirmire " जहाग " उत्त०३३,१६; सम० १२ वव. bondage lasting for a very १०, १७; short periorl. क. प. १, ५७: | जहप्प. न. ( याथात्म्य ) यथावत्य. यथातत्व. --द्विइसकम. पुं० ( -स्थितिसंक्रप ) Reality: truth;real nature. ठा.
भनी वन्य स्थिति सभाप. कर्म की ५, १; जयन्य स्थिति का संक नण. transition of | जहरिह. न० ( यथार्ह) याथ; १२:१२; the shortest period of Karma | परे ॥२. यथार्थ; सचमुच. As deserv. क. प. २, ५५; -देवढिई. स्त्री० ing; appropriate; actual. सु. च. (-देवस्थिति ) हे तिनी -4 स्थिति. देव गति की जवन्य स्थिति. the shortest | जवहि. न. ( यथावधि ) यांसुधी. जब period of the state of being a तक; जहां तक. As long as; so login god. क. प. २, ८६, ६, २०; as. सू० च० १, १६३; -निक्खेव. पुं० (-निक्षेप) वन्य निक्षे५ | जहवाय. न० ( यथावाद ) या प्रमाणे. कथ. थे। म सिया नापते. जघन्य - नानुसार. कहने के माफिक. According थोडे कर्मों के समुह को डालना. dis. tor narration; as related. पिं० carding or destroying the sins नि० १८६; in the form of a few Karmas | जहसंभव. न० ( यथा सम्भव ) या योय,
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