Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 854
________________ जिम्मश्र] ( ८४२ ) [जिय-अ - (२) ५८; माया. कपट; माया. fraud; deceit. सम० ५२; जिम्मश्र. पुं. (जिह्मक)rs नामनी मेध; એ વરસે ત્યારે પ્રાયે એક વરસ હ ચાલે. जिम्ह नामक मेघ. Name of a parti. cular description of rain.ठा०४,४; जिम्ह. त्रि. (जिह्म) मे “ जिम्म" श६. देखो “ जिम्म" शब्द. Vide " जिम्म” जं. ५० जिम्हय. पुं० ( जिह्मक ) मा " जिम्मय" श६. देखो “ जिम्मय " शब्द. Vide "जिम्मय" ठा० ४, ४; जिय-श्र. न० (जित ) निrd; orय. जीत; जय. Victory; conquest. सूय० १, १, ४, १; (२) त्रि०७३, १२ अरेस; शपथा छताये. जीता हुआ; जिसने राग द्वेष वश किये हैं वह. conquerd; subdued ( passion and hatred ). सूय. १, १, ४,१: उत्त०५, १६, ६, ३६; नाया.१, ३; भग० ६,३३:४२, १; पिं.नि. ८०पंचा० १७,५२;ओव० १६ठा०५,२;दस० ८,४६;०प०३,६७; (3) त्रि. ४८की मौसी शाय ते; or A3 ते तुरन्त बोला जासके ऐसा; तुरन्त सीखा जाय ऐसा. capable of being easily learnt or mastered reproduced. विशे० ८५१; ( ४ ) पु० ०त आयार - व्यपहा२. जीत - श्राचार - व्यवहार. conduct; usage. नाया० ८; -इंदिय. त्रि. ( -इन्द्रिय ) forन्द्रिय; धन्द्रियोने वश १२ना२. जितेन्द्रिय; इन्द्रियों को वश में करने aral. ( one ) who has conquered or subdued his senses; selfrestrained. भग० २, ५, -कसाय.. त्रि. (-कषाय ) धादिपायने तनार.. क्रोधादि कषाय को जीतने वाला. ( one )| who has subdued evil passions such as anger etc. " तिलोग पुज्जे जिणे जियकसाए" पंचा० १०, १६; प्रव० १००१; -कोह. त्रि. (-क्रोध ) धने तनार. क्रोध को जीतने वाला. (one ) who has subdued anger. भग० २, ५; नाया० १; -णिह. त्रि. ( -निद्र - जिता निद्रा येन स जितनिद्रः) निद्राने त नार; सभाही. निद्रा -आलस्य को जीतने वाला; अप्रमादी. (one ) who has acquired inastery over sleepi.e. idleness; ( one ) who is not lazy or idle. नाया. १: भग० २, ५, -परिसम्म.त्रि(-परिमम) परिश्रमने जितनार. परिश्रम-थकावट रहित. (one) who has conquered fatigue i e. does not feel fistigued. नाया० १; कप० ४, ६१; --परीसह. त्रि. ( -परिषह ) परिप-ट-दुःपने तना२. परिषह-कष्ट-दुःख को जीतने वाला. (one) who has acquired victory over affliction i. e. does not feel troubled by them, नाया० १; भग० २, ५, गच्छा० ५२; -भय. त्रि० (-भय ) नयने तना२. भय को जीतने वाला. ( one ) who has triumphed over fear; fear. less. “जिय भयाण" आव० ६, ११; कप्प० २, १५; -माण. त्रि० ( -मान) भान-मरने त्योछे नशे मेवो. मान, जिसने अहंकार को जीता है वह. ( one ) who has triumphed over pride or self-conceiti. o. never feels proud. नाया० १; भग० २, ५ --माय. त्रि. (-माय) भायाने तना२. माया को जीतने वाला. ( one) who has tri Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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