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जीव ]
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पारथी थतो मन्ध जीवके प्रयोग-व्यापार से होता हुआ बंध. bondage caused by the activities of the soul. भग० २०, ७; — पश्ञ्चकखाराकिरियास्त्री० (- प्रत्याख्यानक्रिया) व परत्वे पश्यनाथ थती हिया जीवके संबंध में प्रत्याख्यान न करने से जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred by neg lecting Pachchkhāņa relating to living beings. ठा०२, १; पज्जव पुं० ( - पर्यत्र ) वना पर्याय. जीवके पर्याय. any of the modifications of the soul. भग० २५, ५ - परणवरणा. स्त्री० ( - प्रज्ञापना - जीवानां प्रज्ञापना जीवप्रज्ञापना ) अवनी प्ररूपणा जीवकी प्ररूपणा. exposition of the nature of liv ing beings or souls. से किं तं जीवपण्णवणा” पन्न० १३ - पद न० (पद) व पह-स्थान जीवका पद-स्थान condition or, stage of a living being. भग० १८, १, २४, १, २६, १ – पदेस. पुं० (-प्रदेश) छपना प्रदेश. जीव-प्रदेश. an indivisible particle of a soul भग० २५, ४; - परिणाम पुं० ( परिणाम ) अपना परिणाम, जीवके परिणाम modification; development of the soul. भग० ६, ५० १४, ४; जं० प० ७, १७६; – पाउ - श्री सिया स्त्रो० ( - प्राद्वेषिकी ) प ५२ व्हे हरवाथी लागती किया. कोई भी जीव से द्वेष करने से जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred by showing hatred towards and living being. भग० ३, ३; ठा० २, १; - पाडुश्चिया स्त्री० ( - प्रातीतिका-जीवं प्रतीत्य यः कर्मबन्धः सा तथा ) वने खाश्री आगती दिया.
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जीव के संबंध में जो क्रिया लगती है वह. Karma incurred in connection with a living being or a soul. २,१; - एस. पुं० (-प्रदेश) कवनो प्रदेश
१,
श. जीव- प्रदेश जीव का अंश & portion, a particle of the soulsubstance. भग० ८, ६; १०, 9; --पदेश. पुं० ( - प्रदेश ) भवने। प्रदेश - . अंश. जीव का प्रदेश अंश. a portion, a particle of the soul-substance भग० १६, ६: - प्याबहुत. न० ( - अल्पबहुत्व ) वा स्यात्व जीवों का अल्पबहुत्व. scantiness or the profusion of life. क० पं० - फुड. त्रि० (- स्पृष्ट ) वे रेल. जीवने स्पर्श किया हुआ. touched by, in contact with a soul or living being. ठा० ४, ३; - भाव. पुं० (-भाव ) . प. जीवत्व; जीवपना. atate of being a living being. परक्कमे श्रायभावेण जीवभाव उवदसेह भग० २, १०÷ १८, १: --भावकरण न० (-भावकरण ) ते. जीव पर्याय का करना.
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पर्याय modification
of the soul.
५१;
સ્પ
[ जीव
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विशे०
३३५४; - मज्झप्पएस. पुं० ( - मध्यप्रदेश ) कवना मध्यप्रदेश. जीव का मध्यप्रदेश. the middle portion of the particles of the soul. भग० ८, ६; -- मिस्सिया. स्त्री० (-मिश्रिता) સત્યામૃષા ભાષાને એક પ્રકાર; જ્યાં થેડા મરગયા હોય અને થોડા જીવતા હોય ત્યાં श्रधा भरीगया छेम हे ते. सत्या मृषा भाषा का एक प्रकार; जहां थोडे मर गये हों व थोडे जीर्वत हों वहां सब मर गये है ऐसा कहना a variety of speech.
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