Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 927
________________ णमिपध्वजा] (६१३ ) [णय in the northern part of Vaitā- नमस्कार. A bow; a salutation. dhya. जं. प.(४)यतमाशा सूत्रना नाया. १; पहला अध्ययभा ने वि२ छ । णय. श्र० ( नच ) न नही. No; not. सेवा में साधु. अंतगड दशा सूत्र के पहिले सम० प० २३१; अध्ययन में जिसका अधिकार है ऐसा एक य. त्रि. ( नत) नम्र ययेस; नभेटा. नम्र; साधु. name of an ascetic des. झुका हुआ. Bant low; modest; cribed or mentioned in the ____humble; (one ) who has bowed. first chapter of Antagadadašā जं. प. ३, ५७; स्य. १, २, २, २७ Sitra. ठा. १० णय. पुं० (नय - नयत्यनेकांशात्मकं वस्त्वेकाणमिपव्व जा. स्त्री. ( नामप्रवज्या ) मे शा वलम्बनेन प्रतीति पधमारोपयति नयित नाम उत्त॥ध्ययन 5 मुं मययन. इ'। ऽनेनास्मिन् वेति नमः) अने: मवाली नामका उत्तराध्ययन का ८ वां अध्ययन. વસ્તુના એક ધમની બોધ કરાવનાર અભિName of the 8th chapter of પ્રા; નૈગમ આદિ સાતમનો ગમે તે એક Ut. aradhyayana. सम. अनेक धर्मावलंबी वस्तु के एक धर्म का वाध णमिय. त्रि. (नत) न. नम्र. Bent; कराने वाला अभिप्राय; नैगम प्रादि सात नय low; hunble; bowed down. में से कोई भी एक. Any of the 'कुसुम फजभार गामियसाला' जीवा०३: seven stand-points viz. Naigaina ज. प. ete; a stand-point showing oue णमुकार. पुं० (नमस्कार) नमः॥२ नमस्कार. of many aspects of a thing. A bow; asalutation दस. ५., 1, पन. १; १६; नाया० १; भग. ७, ३; १८, ६; (२) भन; टी; अपेक्षा. मत; दृष्टि; णमुदय. पुं? (नमुदय) मेनामनोगशलान। श्रोता. view; point of view. सू. आप. इस नामका गोशाला का प. २०; ~अंतर. त्रि. ( अन्तर ) मे एक उपासक-श्रावक. Alayman-follow. नयनी श्येना तशयत इष्टि-भत नय er of Gosala. भग० ७, १०; । के मध्यस्थ का अंतर हाट-मत भेद. differ. णमो. अ० ( नमस् ) नम२३॥२ ४२३ ते ence between two points of नमस्कार करना. Act of howing or view or stand-points. भग. १, ३; saluting; salutation. at 9; -~~गइ. स्त्री० (-गति ) गम नियोग ६; १३, १६; नाया. घ. भग० १५, १; પિત પિતાના મતનું પોષણ-સ્થાપન કરવું २३, १; २५, १३, २६, १; जीवा० ३, ४; તે પરસ્પર સાપેક્ષ સર્વ નોથી પ્રમાણને थोव• १२; अणुजो० १२६; जं. प. ५, બાધ ન આવે તેવી રીતે વસ્તુનું વ્યવસ્થાપન ११५; ११२;११७; ११५; १२ ते. नेगम आदि नयों से अपने अपने णमोकार. पुं० ( नमस्कार ) नम२४।२. मत का पापणु स्थापन करना; परस्सर सापेन नमस्कार. A bow or salutation. / सर्व नयों से प्रमाण का बाध न आवे इस रीति श्राव. १, ५; से वस्तु का व्यवस्थापन करना. estaly. णमोकार. पुं० ( नमस्कार ) नम२२. lishing or proving a thing by Vol. 1115. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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