Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

View full book text
Previous | Next

Page 959
________________ णिगिणिण] (१४५ ) [णिग्गय णिगिाणण. न० ( नाग्न्य) ननता; पण आदि परिग्रह, अभ्यन्तर-अंदर के कषायादि नग्नता; नंगापन. Nakedness; nudity. ग्रंथ से रहित; बाह्याभ्यन्तर परिप्रह रहित उत्त० ५, २१, निःस्पृही जैन साधु (साध्वी). A Jaina Vणि -गिरह . धा• I, II. (नि+गृह) ५४. monk ( or a nun ) free from s;निय ३२३. पकड़ना; निगृह करना. To the tie or fetter of internal catch hold of; to control; to sub- impurity due to passions due. and also from that of णिगिरहेइ. भग० ६, ३३; worldly possessions. नाया. १; २; हिागीरीहत्तार. त्रि. ( निगृहीत ) निल ५; १; १०; १५; भग० १, ३, ६, १६, ४२ना२. निग्रह करने वाला. (One) who ४; निसी• १७, २०; श्रोव. १६, ३४; जं. controls, checks or prevents. प. आव० ४, ८; -धम्म. पुं० (-धर्म ) दसा० ४, ८४; निअन्य धर्म'; जैन धर्मः सर्वज्ञ का धर्म; णिगुंजमाण. त्रि० (निर्गुम्जत ) मेमारता; जैन धन. the creed of the मेमा। २ (घ). हिनहिनाता; हिन- enniscients; Jainisin. सय. हिनाता हुआ घोड़ा. Neighing (e. g. २, ६, ४२; -पावयण. न. ( -प्रवa horse ). नाया. ; चन) सिsit; न भागम. जैन सिद्धाणिगूठ. त्रि. ( निगूढ ) गुत. गुप्त. Hidden; न्त - शास्त्र; जैन आगम. The Jaina secret. (२) मान २९१. मौन रहा हुआ; ! Scriptures. नाया० १, १२, १३, १४; शान्त. silent, सूय० २, ७, ८१; नाया. ध० खिगोय. पुं. ( निगोद) २४ शरीरमा अनन्त गिग्गंथी स्त्री ० (निर्ग्रन्थी) साथी. साध्वी. A ७वहायत; सनन्त आय. एक शरीर में nuu. "चत्तारि बिरगंथीश्रो परागात्ताओ" अनन्त जीव हों वह; अनन्तकाय A phy. ठा. ४, ३, ४ २, ५, २; नाया. २, ५, ६; sical body with infinite lives or १०; १४; १५; १६; नाया. ध. souls. ज. प. ३, ३६ णिग्गच्छमाण. व. कृ. त्रि. ( निर्गच्छत् ) णिग्गभ. नि. (निर्गत ) नीलेश. निकला नीतु; ६२४. निकलता हुआ; बाहर हुश्रा. Come out; gone out; got जाता हुआ. Coming out; going out. नाया. १; ५; 8; out. ओब. ३२; णिग्गंथ. न. (नैर्ग्रन्थ्य ) नियना सि&id-णिग्गम. पुं० (निर्गम) निते. निकलना. अवयन. निग्रंथ के सिद्धान्त-प्रवचन. The ___Act of coming out; coming out. religious creed of the Nirgran- नाया. ८; १८; thas ( ascetics ). सूय० २, ६. ४२; . णिग्गमण. न० (निर्गमन) निसवानी भाग दिग्गंथ. पुं. (निर्ग्रन्थ-निर्गतो बाह्याभ्यन्तरो निकलने का मार्ग. A way out; an प्रन्यो यस्मात् स निर्ग्रन्थः ) पाय-धन ___exit. नाया० २; साहि पनि सन्य-त२-- ६२न पाया णिग्गय. अ. त्रि. ( निर्गत ) निलेसुं. ગ્રંથથી રહિત; બાહ્યાભ્યન્તર પરિગ્રહ રહિત- निकलाहुआ. Come out; got out. नि:२डी - साधु ( सावा). बाह्य-धन | नाया० १; ५; ९, १२, १३, १५, १६, १८; ____Vol II/119. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

Loading...

Page Navigation
1 ... 957 958 959 960 961 962 963 964 965 966 967 968 969 970 971 972 973 974 975 976 977 978 979 980 981 982 983 984 985 986 987 988 989 990 991 992 993 994 995 996 997 998 999 1000 1001 1002 1003 1004 1005 1006 1007 1008 1009 1010 1011 1012 1013 1014 1015 1016