Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 923
________________ णहग] माणसाना समूह. नाट्यकारों का समूह. पामेल छ रेनुं ते. जिसका तेज-प्रकाश नष्ट a group of actors or draina. होगया है वह. ( one ) whose lustre tists. ज. प. ५, ११५भग. or brightness is destroyed; १४, ६-विहि. पुं० (-विधि)नायसा; lack-lustre. भग० १५, १; -मइय. नोट ४२१॥न विधि-रीति. नाट्यकला; त्रि० (-मतिक ) नाश पामेर छे भुधि नाटक करने की विधि-रीति. the नी. नष्ट बुद्धि वाला. ( one ) art of dramatic representation. whose intellect is destroyed; भग० ११, १; जीवा० ३; जं० ५० ५, १२१; । bluck head. नाया. १६, १७, गट्टग. त्रि. (नर्तक ) नृत्य ४२१२. नृत्य करने -रज. त्रि. (रजस्-नष्टं सर्वथाऽदृश्यीवाला. A dancer. ओव. भूतं रजो यत्र स तथा ) २४ . रज णहमाल. पुं० ( नक्त माल ) वृक्ष विशेष. वृक्ष । राहत; स्वच्छ. clean; free from dust विशेष. A particular kind of tree. orpassion.जीवा०३;-रय त्रि.(-रजस्) जीवा० ३, ३: जं० ५० १, १४; मे B५ २.६. देखो ऊपर का शब्द. गद्रमालअ-य. पं. (नत्यमालय) पैताध्य vide above. जं. १०५,११३ -सराण. પતની ખડપ્રપાત ગુફાનો સ્વામી-દેવતા. त्रि. (-संज्ञ ) मननी प्रतिवा; न वैतान्य पर्वत की खण्डप्रपात गुहा का स्वामी. संसा नाश पामे छेते. मन की भ्रांतिवाला; देवता. The presiding deity of नष्ट संज्ञा वाला. deluded in the cave Khanda Prapāta of niind; ( one ) whose intelli. the Vaitadhya mount. ठा० २, ३; gence has faded away. नाया. १६; णवत्थु. न. ( नाट्यवस्तु) नाय, नाट.j १७ –सुइय. पं.० (- तिक) अतरेती प्रतिपादन ४२ना२ शास्त्र; २६ पापश्रुतमांनु। નાશ પામી છે એ; શાસ્ત્ર અશાસ્ત્રને વિ ४. नाच, नाटक आदि का प्रतिपादन करने | यार ४२याने अशत. जिसकी श्रुति नष्ट होगई वाला शास्त्र; २६ पापश्रुत में से एक. One है ऐसा; शास्त्र अशास्त्र का विचार करने को of the 29 Papa Srutas (secular अशक्त. (one) incapable of distinsciences) viz. the science of guishing between true and dramatic representation. पाह. । false scriptures. नाया. १; १७: | णवंत. पुं० (नष्टवत् ) डारा २६९ गह त्रि. ( नष्ट ) नाश पामे; नष्ट थयेस. भुत. अहोरात्र का २६ वां मुहूर्त. The नाश पाया हुश्रा; नष्ट. Destroyed. | 26th Muhurta of a day and " गद्दसप्पह सब्भावे" सूय. १, ३, ३, १०; night. सम• ३०; नाया० १० १३; जीवा० ३, ४; राय० २७: णड. पुं० स्त्री० ( नट) र ५ ४२ना२नी में भग• १५, १; (२) रातदिवसतुं १७ । गत; नट. नाटक करनेवाला; नट. An भुत. रात्र दिन का १७ वा मुहूर्त. the | actor in a drama. ओव• जं०प० २, 17th Muhurta of a day and २४; ठा० ६; -खाइता. स्त्री. (-खाादता night. जं. ५० ५, १२१; सम. ३० ~ नरस्येव संवेगविकलधर्मकथाकरणा--तेय. त्रि. (-तेजस् ) -प्राश न पार्जितभोजनादीनां खादितं भक्षणं यस्यां पा Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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