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having the duration of life fixed along with caste name and family भग० ६, ८ -- णामगोयनिहत. त्रि० ( - नामगोत्र निधत्त - जाति बाम गोत्रं च निधत्तं यैस्ते तथा ) ति नाम गोत्री प्रवृति - पांधीछे ते. जिसने जात नाम व गोत्र की प्रकृति दृढता के साथ बांधी है वह. ( one ) who has firmly united the characteristics of caste, name, and lineage भग०६, ८; - नामगोयनिहत्ताउय. त्रि० ( -नामगोत्रनिधत्तायुष्क -- जाति नाम्ना गोत्रेण च सह निघत्तमायुर्वैस्ते तथा ) ति नाम गोत्र साथै स्थापनरेश आयुष वाओ, जाति नाम गोत्र सहित स्थापन किया हुआ आयुष्यवाला. (one) who has the duration of life fixed along with caste, name and family. भग० ६, ८: - णामनिउत्त त्रि ( नामनियुक्त - जातिनामनियुक्तं नितरां युक्तं संबद्धं निकाचितं वेदने वा नियुक्तं यैस्ले तथा ) निशयित लति नाम :भवासा 24 निकाचित जाति-नाम-कर्म वाला जीव being or soul with a fixed caste, name and Karma. भग० ६, ८ - णामनिउत्ताउय. त्रि० ( - नामनियुक्तायुष्क - जातिनाम्रा सह नियुक्त निकाचितं वेदयितुमारब्दं वाऽऽयुर्वैस्ते तथा ) लतिनामसहित निशयित आयुष्यवाओ जातिनाम सहित निकाचित आयुष्य वाला. ( one ) having the duration of life fixed along with caste and name. ६, ८ - गामनिहत्ताउय. न० ( - नामनिधत्तायुष्क - जातिरेके द्वियजात्यादिः पञ्चधा सेव नाम इति नामकर्मण उत्तरप्रकृतिVol. 11/103.
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विषेशो जीवपरिणामो वा तेन सह निधत्तं निषिक्तं यदायुस्तज्जातिनाम निधत्तायुः ) જાતિરૂપ નામકમ સાથે स्थापन કરેલ आयुष्य जाति रूप नाम कर्म के सहित स्थापन किया हुआ आयुष्य. life impreg nated with kind or class, form, name and Karma. भग० ६, ८ ( ૨ ) જાતિ રૂપ નામ કર્મો સાથે સ્થાપન કરેલ आयुष्य बाओ कप. जाति, रूप, नाम, कर्म के सहित स्थापन किया हुआ आयुष्य व ला जीव. a being with his life in pregnated with kind or class, form, name and Karma, भग० ६, मणिबद्ध. न० (-निबद्ध ) सूत्र स्नाना
प्रहार गद्यपद्याहि सूत्र रचना. सूत्र रचना का एक प्रकार ; गद्यपद्यादि सूत्र रचना. a method of the composition of Sūtras ( any work containing aphoristic rules ); the com - position of Sutras in prose or metre. सूय० नि० १, १, २, ३ – तिग. न० ( त्रिक) पाय जति, यार गति स એ વિહાયાગતિ, ઐ ત્રિપુટીની અગ્યાર પ્રકૃ तीनो समुदाय. पांच जाति, चार गांत व दो विहायोगनि, इस त्रिपुटी की ग्यारह प्रकृति का समुदाय collection of eleven varieties of Triputi consisting of five kinds, four conditions and two Vihāyogatis. क० गं० ५, २०; - थेर. पुं० ( स्थविर ) सा અથવા વધારે વરસની ઉમરના સાધુ સાટ या अधिक वर्ष की उम्र का साधु a Sadhu of sixty or more than sixty years of age. सट्ठिवासजाए समणे ग्गिंथे जाइ थेरे १०, १६; - दोस. पुं० ( -दोष ) नति
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ठा ३, २; वव
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