Book Title: Ardhamagadhi kosha Part 2
Author(s): Ratnachandra Maharaj
Publisher: Motilal Banarasidas

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Page 820
________________ असा] ( ८०८ ) [जसोहर Sudarsana. जीवा० ३; जं. ५० शब्द. vide. “जसदपाय' अोव० ३८; जसा. स्त्री० ( यशा) शमिना रहीश श्य- जसोधण. पुं. (यशोधन) से नामना मे। ५नी स्त्री सने पवनी भाता. कौशांबी का २८1. इस नाम का एक राजा A king रहीस काश्यप की स्त्री व कपिल की माता. | of this name. तंदु. The mother of Kapila and | जसोधर पुं० ( यशोधर) मे। “जसहर" wife of Kāśyupa, the resident श६. देखो " जसहर " शब्द. Vide of Kausambi. उत्त० ८; (२) मन __जसहर" ठा० ५, १; सु० ५० १०; धुरेखितना स्त्री. भगु पुरोहित की स्त्री. | जसोधरा. स्त्री. (यशोधरा ) ५.२६ २ति उत्त० ३, १४, ३; मांनी योथा रात्रिन नाम. पंद्रह रात्रि में से जसो. पुं० ( यशस् ) यश, मा. dि. चौथी गत्रि का नाम. Name of the यश, कीर्ति. Fame; reputation. fourth of the fifteen vights. सु. च. २, १३८, -कामि. पुं० ( -का- सु. ५० १०; जं. प० मिन् ) यशनी - १२ना२. यश की इच्छा | जसोत. पुं० ( यशामत् ) अमे। ‘ज मंत' करने वाला. one aspiring to fame ___ श६. देखो 'जस मंत' शब्द. Vide or reputation. " धिरत्थु ते जसो 'जसमंत' ठा० ११; कामी " दस०२, ४, ५, २, ३५; --कित्ति. जलोया. स्त्री० ( यशादा ) महावी२ २॥भी। स्त्री० (- कीर्ति) मे " जसकित्ति " । स्त्री. महावीर स्वामी की स्त्री. The wile श६. देखो “ जसकित्ति" शब्द. vide of Mahavira Sivitni. (२) vy " जसकित्ति" पन० २३; -कित्तिनाम. पासुहे। नी माता. कृष्ण वासुदेव की माता. न० (- कीर्तिनामन् ) मे " जसकि- the nother of Krisna तिणाम" - देखो “ जसाकत्तिणाम" Vasudeva. 'सम्मणस्पणं भगवो महाशब्द. vide. “ जसकित्तिणाम" सम.१७; वीरस्समजाजसोयागोत्तेणकोंडिराणा" आया. -नाम. न० ( -नामन् ) नाम भनी २, १५, १७७; कप्प. ५, १०३; सु० च. એક પ્રકૃતિ કે જેના ઉદયથી છવ જશ પામે | ૧૨, ૪; छ. नामकर्म की एक प्रक्रिति कि जिसके जसोवई. स्त्री. (यशोमती ) गुमो “ जसउदय से जीत्र यश प्राप्त करता है. । वई" श६. देखो " जसवई " शब्द. variety of Nãinit Karina by | Vide " जसवई' सम. the rise of which a soul attains | जसोहर. पु. ( यशोधर ) मरतक्षेत्रना ) glory. सम. २८3; योगासीन। १८ भां तीर्थ:२. भरतक्षेत्रके जसोचंद. पुं० ( यशश्चन्द्र ) मे 'जसचंद' गत चौवीसी के १८ वें तीर्थकर. The श६. देखो "जपचंद" शब्द. Vide. 18th Tirthankara of the past 'जसचंद" भग० ४२, १; cycle of Bharat a Kşetra. 19° जसोद. पुं० ( जसद) नुस। “जसर" श६. २६१: (२) भारती योपासीन। भरत देखो “जसद" शब्द. Vde. “जसद" क्षेत्र॥ 16 मा तीर्थ२नु नाम. अागामी श्रोव० ३८; --पाय. न० (-पात्र मे। चौवार्स के भरतक्षेत्र के १६ वें तीर्थंकर का "जसदपाय' A६. देखो. “जसदपाय" | नाम name of the 19th Tirthan. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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