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किरिया ]
(४७६
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[किलंजय
पांय यार्नु वर्णन मापेक्ष छे. प्रज्ञापना के -विवज्जिय. पुं० (-विवर्जित) याथा बीसवें पद का नाम जिसमें कि कायाकी प्रादि रहित. किया से रहित. devoid of पांच क्रियाओं का वर्णन है. name of the action. भग० ३०, १; -समय. पुं० 20th Pada of Prajñāpanữ Sutra (-समय) या ४२वाना समय. क्रिया करने describing the five kinds of | का समय. the time for doing an actions viz. bodily etc. पन. १3 action. भग० १, १०; (3) मात्मा तथा ५२ छ सममानते. किरियाठाण. न. (क्रियास्थान-करणं क्रिया
आत्मा और परलोक का मानना. belief in तस्याः स्थानानि भेदा: तत् क्रियास्थानम् ) the existence of soul and un- સૂયગડાંગસૂત્રના બીજા ભૃત્રસ્કંધના બીજા seen world. प्रव० ५५७; भग० २५ ७ | અધ્યયનનું નામ કે જેમાં ક્રિયાના તેર સ્થાન-हाण. न० (-स्थान) हयातु स्थान
नु विस्तारथी पनि छ. सूत्र कृतांग के हियाना तेरे श्यानभानु गमे ते . क्रिया दूसरे श्रुतस्कंध के दूसरे अध्याय का नाम का स्थानक; क्रिया के १३ स्थानकों में से कोई जिसमें तेरह स्थानकों का विस्तार पूर्वक वर्णन भी एक. any of the 13 varieties है. Name of the 2nd chapter of of Kriyā i. e. action or source
the 2nd Sruta Skandha of of Karma. प्रव० ८३७; --दार. न. Siyagadinga Sutra, describ. (-द्वार)यानु।२-५५२९. क्रिया का द्वार
ing the 13 varieties of actions. प्रकरण. the chapter on Kriya. सम० २३; सूय० २. २, ८५, ८६; प्रव० ३१६; -रुह स्त्री० (
किरियापद न० ( क्रियापद ) पन्ना सूत्र અનુકાનમાં રૂચિ-છા; સમકિતને એક | प्रियापहनुं नाम. पन्नवना सूत्र के क्रियापद का १२. अनुष्ठान में रुचि-प्रेम; सम्यक्त्व ।
नाम. Name of the Kriyapada of का एक भेद. liking for, desire for | Pannavani Sutra. भग• ८, ३; Kriya i. e. religious perfor-| किरियाविसालपुव. पुं० (क्रियाविशालपूर्व) mance; one of the varieties of हियारिशासनामे तेरमे। पूर्व, क्रियाविशाल right belief. उत्त०२८, १६; प्रव०६७२;
नामक तेरहवां पूर्व. The 13th Purva -वाइ. पुं० ( -वादिन् -क्रियां जीवाज वा- named Kriyivisila. नंदी० ५६; निरर्थोऽस्तीत्येवंरूपांकियां वदन्ति इति क्रिया प्रव० ७२४; वादिन :) जियान मोक्षसा माननार; / किरीड. न० (किरीट) भुगट. मुकुट. A क्रिया को मोक्ष दायक मानने वाला; क्रिया का ___erown; a diadem. सुच. १, १; अस्तित्व स्वीकार करने वाला. one who किल अ० (किल) निश्चय. निश्चय. Indeed; accepts the existence of the _assuredly. नाया० १६; soul etc. as a cause of action. / किलंजय. पुं० (किलिक ) वांसनी सुंदी ठा० ४, ४; सूय० १, १, २, २४; -वादि કે જેમાં ગાયને ખાણ આપવામાં આવે છે તે. पुं० (वादिन) मा "किरियाबाई" श६. बांस की टोपली जिसमें कि गाय को भोजन देखो " किरियावाइ' शब्द. vide " किरि दिया जाता है. A basket of bamboo यावाइ" आया० १,१,१, ५; भग० ३०, १; used for giving food to cows.
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