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[गणग
गरतीय नाम-पत भावताहरू ५. -संग्गहकर. पुं० (-संग्रहकर ) समुहायगण-गच्छ का धर्म--प्राचार; महावीर स्वामी ને આહાર અને જ્ઞાન વગેરેથી સંગ્રહ કરનાર, द्वारा स्थापित साध्वादि समुदाय रुप गणका पाहार और शान आदि का संग्रह-संचय धर्म-शत चारित्र रूप; गण-तीर्थ का धर्म- करने वाला. one who preserves or अणुव्रत महाव्रतादि रूप. the religious extends the circle of his sect principles of an order of saints by food, knowledge etc. वव. e. g. that established by Ma- १०; ४५, ६, ७; -संग्गहण. पुं. Dāvirasvāmi; religions princi (-संग्रहण ) साधु समुदाय मे।। ४२वे। ples of a sect; e. g. minior ते. साधु समुदाय को एकत्रित करना. vows, great vows etc. ठा. assembling a multitude of १०, जं. प. २, ३५; नायग. पुं. Sidhus or saints. गणि. २७; (-नायक ) मे " गणणायग" श६. -संपया स्त्री० (-सम्पत् ) - - देखो " गणणायग" शब्द. vide “गह- समुदायनी सं५६. गच्छ-समुदाय की णायग' अणुजो. १२८; ओव. नाया. सम्पत्ति. the power or authority १; राय० २५३; -पडिणीय. त्रि. of an order of ascetics (-प्रत्यनीक ) गगुना शत्रु. गण का शत्रु regarded as wealth. प्रव० ५५३; all enemy of an order of saints. --सामायारी. स्त्री० (-समाचारी) साधुता भग०६, ३२; --मारण. न० (-मान) गर्नु सभुदयनी समायारी. माधुओं के समुदाय भान प्रभाए. गण का मान; गच्छ का प्रमाण. की समाचारी. education of an order the limit of an order of ascetics. of monky in austerities etc.दसा. प्रव० ६३३; -राय. पुं० (-राज-समुत्पने ४, ७०; ---सोभाकर. त्रि. ( -शोभाकर ) प्रयोजने ये गणं कुर्वन्ति ते)समान २०;र्य सायने शालाबना२. समुदाय को मुशोभित ५५ते सर्वेने मे री श ते सामन्त. समूह करने वाला; गच्छ की शोभा बढ़ाने वाला. का कार्य पड़ने पर सबको इकट्ठा कर सके ऐसा; one who is an ornament or it सामन्त वगैरह. a sovereign king jewel of an order of saints. वव. having feudatory princes under १०,८; ; -सोहिकर त्रि० (-शोधिhim. भग० ७, ८; ~~-विउस्लग्ग. पुं. कर ) गगुनी शुद्धि ४२२; गनी संभाग (व्युत्सर्ग) गर ग७नो परित्याग. गच्छ सेना२. गण की शुद्धि करने वाला; गच्छ की का परित्याग. desertion, abandon. देखरेख करने वाला. one who bestows ment of an order of saints. भग. care ou au order of saints; one २५, ७, --वेयावश्च. पुं० (-वैयावृत्य ) | who refines an order of saints गरानी सेवा, यावृत्या नयमाने.. गण की । वव० १०, ४, ५, ६, ७: सेवा; वैयावत्य का नौवां भेद. ninth गणग. पुं० ( गणक ) , ज्योति५ शात्र variety of serviceableness, viz. Mगुना२; योतिी. गणक; ज्योतिषी; गणित service to an order of monks. विद्या को जाननेवाला. An astrologer वव० १०. ८: १०: भग० २५, ७ | श्रोत्र. नाया. १; कप्प. ४, ६२:
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