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गोमायुपुत्त]
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{गोमुह
शृगाल; सियार; A jackal. नाया• ४; में एक घर छोर गोचरी करना इस प्रकार गोमायुयुत्त. पुं. (गोमायुपुत्र ) गमायुपुत्र गोमुत्रिका के भाकार से घर घर भिलेना
नाभना से साधु. गोमायुपुत्र नाम के एक उसका नाम गोमुत्रिका; भिक्षा के अभिग्रह का साधु. An ascetic so mamed. एक प्रकार. A vow to beg food; & भग. १५,
particular mode or fashion viz. गोमाणसिधा-या. स्त्री. ( गोमानासिका) in imitation of the zigzag
शया; पयारी. शघ्या; बिछौना. A bed. course described when a cow (२) सांगो मोरया. लंबा भोटला. a inoves on shedding & stream
long verandah. जं.प.राय • १.६; of urine as she walks; e. g. गोमाणसी. स्त्री०( गोमानसी) शया, शय्या. while begging food from two A bed. जीवा• ३,४;
rows of houses the ascetic गोमिन. त्रि. (गोमिक गावस्सन्ति भस्पति) would begin with the first
गुमओ " गोमंत" श. देखो " गोमंत" house of one row and then go शब्द. Vide “गोमंत" माजो• १३१; to the first house of the oppoपराह• १, २, इस. ७, १६; १६;
site row then to the second गोमिज. पुं. (गोमेदक ) मे तना house of the first row and ५)
મણિ, સચિત્ત કઠિન પૃથ્વીને એક ભાગ. on. उत्त. ३..१९ठा. ४,२ ६ , १; गोभेद-एक जाति का मणि, सचित्त कठिन दसा. ७,१: प्रव७५२; पृथ्वी का भाग. A kind of gem. उत्त. गोमुत्ती. स्त्री. ( गोमूत्रिका ) ॥ सह
भुतरे तेनो को २ थाय ते. गौ वा बेल गोमिणी. स्त्री० ( गोमिनी ) गाययाती स्त्री. मूत्र करे उसका जो आकार हो वह. The
गायवाली स्त्री. A woman. Prosses. zigzag shape which is formed ____ing a cow. दस. ७, १६;
while a cow or a bullock passes गोमुत्तिया. श्री. (गोमुत्रिका) यासती आय | urine while it moves. क.
મુતરે તેને આકારે વાંકી ગોચરી કરવી તે; गं. १, २०; ધરની બે પંક્તિમાં એક વાર એક પાકીના गोमुह. पुं. (गोमुख) व समुद्रमा पांयसे। એક ધરે હેરી પછી હામી પંકિતનું એક જોજન ઉપર ઇશાન ખુણુમાં આવેલ ગેમુખ ઘર હારે વળી પાછો પહેલી પંકિતમાં એક नामनो मे अन्तर ६५. लवण समुद्र में ઘર મુકી ગોચરી કરે એમ ગોમુત્રિકાને पांचसौ योजन पर इशान कोन में पाया हुश्रा આકારે ઘર કરે તે ભિક્ષાનું નામ ગોમુત્રિકા गोमुख नामक एक अन्तर दीप. Name of भिक्षाना अमिनो मे २. जिस an Antara Dvipa (an island ) प्रकार चलती हुई गौ मूत्र करती है उसी in the north-east in Lavapu प्राकार में वक्र गोचरी करना अर्थात घरों की Sainudra at a distance of 500 दो पंक्तियों में से एक बार एक पंक्ति के एक Yojanas. ठा• ४, २; प्रव० १४३६; (२) घर में से भिक्षा लेकर समीप की पंकिा के १२मा दी५मा २नार माणुस. १२वें दीप में एक घर से भिक्षा लेना; पुनः पहिली पंक्ति रहने वाला मनुष्य. an inhabitant
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