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कोह-य]
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[कोडवाणी
into a room. भग० ८,७; -पुड.
--वुडि. स्त्री० (-वृद्धि) धान्यन हारनी पुं० (-पुट-कोष्टे यःपच्यते वाससमुदायः । लि. धान्य के कोठों की वृद्धि. increment स कोष्ट एव, तस्यपुटा:पुटेकाः कोष्टः | in grain stores. प्रक० १५०८; पुटाः) 36ना-सुगंधी द्रव्यनी ५. सुंएंधी कोट्ठग. पुं० ( कोष्टक) ।सु२०४. कोठा; द्रव्य का पुडा. a packet of a fragr. बुर्ज. A tower; a room. (२) २31. ant substance. नाया० १७; भग० १६, बमा कमरा. a large room. सम०प० ६; जं०प० ४, ८६; -बुद्धि. स्त्री. (-बुद्धि- २१०; जीवा०३, ३; अणुजो० १४८; एन०२; कोष्टकप्रक्षिप्तधान्यमिव यस्य सूत्रायौँ सुधि- ( ૩ ) શ્રાવસ્તી નગરી હારને એક બાગ. रमपि तिष्टतःस को बुद्धिः) हारना या श्रावस्ती नगरी के बाहर का एक उद्यान. a
બુદ્ધિ, કઠામાં પડેલા ઘાન્ય જેમ સડે કે બગડે garden outside the city of नाम जान मन पर्यत
Srivasti. उत. २३, 3 थाय नहि सेवा प्रारनी बुद्धि-शति. कोठे कोहागार. पु. (कोष्टागार) धान्य . जैसी बुद्धि; कोटे में पड़ा हुभा धान्य सड़ता धान्य घर. कोठार. A room for storया बिगड़ता नहीं वैसे ही प्राप्त हुआ ज्ञान ___ing grain; a granary. निर• १, जीवन पर्यंत नष्ट नहीं होता ऐसी बुद्धि-शक्ति. राय. २०६; २२२; २८२, निसी०८, ५, ६; (one) of great intellect; a kind विशे० १०२७: नाया० १; ७; १४; भग. of intellect which never spoils ११. ; उत्त. ११, २६; श्रोत्र. कप्प. ४, like coru which is stored in a १४.५०२,३०;-माला. पु. (-शाला) granary. श्रोव०विशे०७६; --समुग्ग. हार मान. कोठे का मकान.. house पुं० (-समुदू) ने सी. कबिट का having a granary. निसी० ६, ७; डब्बा. a box made of worxl-apple. / कोहिय. त्रि. ( कोष्टिक) बाणे; गेली ज. प. ३, ४३ः
पासेनामे सुंगधी ५ छे ते. सुगंधि कोढ-य. पुं० (कोष्टक) सार्या नगरी ध्य जिसके पास हैं वह; कोठ वाला. ઈશાન ખુણના પુરાતન ઉદ્યાનનું નામ. (One) having a fragrant subसावर्थी नगरी के ईशान कोने के पुरातन stance known as Kotha. farov; उद्यानका नाम. Naine of an old gar- उवा. २६४ den situated to the north east | कोडंड. पुं० (कोदण्ड ) ५. धनुष्य. A of Savarthi city. नामा० १; भग. bow. अंत. ५, १; ६, ३३, १२, १; १५, १; राय०२११; निर० | कोडं. पुं० (कोखम्ब) क्षती नभेशी शामा३, १; उवा०६, १२६; (२) पान्यता हार. मनाय. मुके हुऐ वृक्ष की शाखा का धान्य का कोठा. a store-room for | अग्रभाग. The foremost portion grain; & granary. प्रव० १५१६; of a bent branch of a tree. -चेय. न. (- चैत्य ) सापार्थि नगरीनी | "विसम गिरिक रग कोडंबसविविट्ठा " महारतुंधान. सावर्थी नगरी के बाहर का नाया. १८; बगीचा. & garden situated out | कोडंबाणी. स्त्री. (कौटुम्बिनी) में नामनी side Savarthi city. नाया० ध० २; से शा . इस नाम की एक शाखा. A
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