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कपिलश्र]
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[कवाड
3५२ यता, संतोष वन्यो भने त्यो पक्ष । varieties of the molecules of સાન ઉત્પન્ન થયું કે તરતજ શાસન દેવે ! which the body of Rāhu is આપેલ સાઘુને વેષ પહે, દીક્ષા લઈ ચાલી ! __made. सू०प० २०; नीच्या. कपिल नामक मुनि; कपिल नामक कविसायण पुं० ( कपिशायन ) मे तना केवली जो राजा से क्या मांगना ? इसका __ महि।. एक जाति की दारू. A kind of विचार कर रहे थे कि विचार करते करते । | intoxicating drink. पन्न० १७ परिणामोंकी ऊपर की श्रेणी पर चढ गये और कविससिप्र. पुं० ( कपिशीर्षक ) मे उस अवस्था में उन्हें संतोष प्राप्त हुआ तथा । ___" कविसीसग" श६. देखा " कविसीसग" केवलज्ञान उत्पन्न हो गया, तब आपने तुरंतहा शब्द. Vide — कविसीसग" राय० ००४; शासनदेव द्वारा दिया हुआ साधु का वेष जीवा. ३, ४, पहिन कर दीक्षा ली और वहां से चल निकले. कविसीसग. पुं० ( कपिशीर्षक) अशीशां; Name of a sage, who while ગઢમાંથી બહાર જેવાને તેમાં મુકેલા વાંદpondering upon the boon that राना भायाने मारे Mist im२१. गढ से he should ask of a king, rose बाहिर देखने के लिये उसमें रखे हुए बंदर के to it high stage of thought- सिर के आकार के छेद. An indentaactivity, experienced content- tion or hole in the wall of a
ment, attained perfect know. fortification resembling a head ledge, became an ascetic, took of a monkey. प्रोव० ० ५० नाया.
Diks and set out. उत्त० ८, २०; ५; अत० १, १६ मु० च० १२, ५६; (२) नु। २. भूरा कविहसिय. न. ( कपिहसिन ) शमां रंग. tawny colour. ज. प. भग०
અકસ્માત્ બલતી ભયંકર વાલા દેખાય છે. ७, ६; ( ३ ) मे४ गत पित नामर्नु ।
आकाश में अकस्मात दिखाई देनेवाली भयं. पक्षी. एक जाति का कार्पल नामक पक्षी..
कर ज्वाला. Unexpected, sudden a kind of bird. पगह ० १,१; जं. प० । flames in the sky. अणुजो० १२७: प्रोव० (४) पिद मुनि सभ्यशास्त्र प्रोता
जीवा० ३, ३ अने तेरा मनुयायियो. कपिल मुनि और कवेल्लक. पुं० ( * ) पात्र विशेष; डोटी उस मत के अनुयायि-माननेवाले. name of
४७. पात्र विशेष; बड़ी कढाई. A utenthe founder of the Sāňkhya ___sil; a big cauldron. भग० ३, १; system of phylosophy also a कवेल्लय. पुं० ( * )नलिया. कवेलू A follower of Kapila. श्राव. ३८;
tile. जीवा० ३, १; ( २) डोटी कविलश्र. पुं० (कपिलक ) राना युगबना ; . बड़ी कढाई. a large
५.२ प्रामांनो मे. राहु के पुद्गल के , _cauldron. जं० प० २, ३८; पंद्रह प्रकार में से एक. One of the 15 | कवोड. पुं० ( कपोत ) पारे. कबूतर. A
* जुमे १४ नम२ १५ नी ५टनोट (*). देखो पृष्ट नंबर १५ की फूटनोट ( * ). Vide foot-note (*) p. 15th.
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