Book Title: Agam 14 Jivajivabhigama Uvangsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 23
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir ૧૪ जीवाजीवाभिगम - 9/-/५० संठिया पत्ता तत्थ णं जेते उत्तरवेउब्विया ते णं नाणासंठाणसंठिया पत्रत्ता चत्तारि कसाया चत्तारि सण्णा छ लेस्साओ पंच इंदिया पंच समुग्धाया सण्णीवि असण्णीवि इत्थिवेदावि पुरिसवेदावि नो नपुंगवेया पज्जत्तीओ अपजत्तीओ पंच, दिट्ठी तिणि, तिण्णि दंसणा नाणीचि अन्नाणीवि-जे नाणी ते नियमातिन्नाणी अन्नाणी भयणाए, दुविहे उवओगे तिविहे जोगे आहारो नियमा छद्दिसिं ओसण्णकारणं पडुच्च वण्णओ हालिद्दसुकिकलाई जाय आहारमाहारेति उववाओ तिरियमणुस्सेसु ठिती जहन्नेणं दस वाससहस्साई उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोबमाइं दुविहावि मरंति उव्वट्टित्ता नोनेरइएसु गच्छंति तिरियमणुस्सेसु जहासंभवं नो देवेसु गच्छंति दुगतिया दुआगतिया परित्ता असंखेना पत्रत्ता से तं देवा से तं पंचेदिया सेत्तं ओराला तसा पाणा ।४३। -42 (५१) थावरस्स णं मंते केवतियं कालं ठिती पत्रत्ता गोयमा जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं बाचीसं वाससहस्साई ठिती पत्रता तसस्स णं भंते केवतियं कालं ठिती पत्रत्ता गोवमा जहनेणं अंतोमुहुतं उक्कोसेणं तेत्तीसं सागरोदमाई टिती पत्रत्ता धावरे णं भंते धावरेत्ति कालओ केवच्चिरं होइ गोयमा जहनेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं अनंतं कालं - अनंताओ उस्सप्पिणीओ ओसप्पिणीओ कालओ खेत्तओ अनंता लोया असंखेजा पुग्गलपरियट्टा ते णं पुग्गलपरियट्टा आवलियाए असंखेन भागो तसे णं मंते तसेत्ति कालओ केवधिरं होइ गोयमा जहनेणं अंतोमुहुत्तं उक्को सेणं असंखेजं कालं असंखेज्जाओ उस्सप्पिणीओ ओसप्पिणीओ कालओ खेत्तओ असंखेज्जा लोगा थावरस्स णं भंते केवइकालं अंतरं होइ गोयमा जहा तससंचिट्ठणाए तसस्स णं भंते केवइकालं अंतरं होइ गोयमा जहन्नेणं अंतोमुहुत्तं उक्कोसेणं वणस्सइकालो एएसि णं भंते तसाणं थावराण य कयो कयरेहिंतो अप्पा वा बहुधा वा तुल्ला वा विसेसाहिया वा गोयमा सव्वत्थोवा तसा थावरा अनंतगुणा सेतं दुबिहा संसारसमावण्णगा जीवा पत्रत्ता । ४४ । -43 • पटमा पडिवत्ती समत्ता • दोच्चा पडिवती - तिविहपडिवति (५२) तत्थ जेते एवमाहंसु तिविहा संसारसमावण्णा जीवा पत्रत्ता ते एवमाहंसु तं जहाइत्थी पुरिसा नपुंसगा ।४५ / 44 (५३) से किं तं इत्यीओ, इत्यीओ तिविहाओ पत्रत्ताओ तं जहा - तिरिक्खजोणित्थीओ मस्सित्थीओ देवित्थाओ से किं तं तिरिक्खजोणित्थाओ तिरिक्खजोणित्थीओ तिविहाओ पत्रत्ताओ तं जहा जलयरीओ थलवरीओ खहयरीओ से किं तं जलयरीओ जलयरीओ पंचविहाओ पन्नत्ताओं तं जहा मच्छीओ जाव सुंसुमारीओ से तं जलयरीओ से किं तं थलयरीओ थलचरीओ दुबिहाओ पत्रत्ताओ तं जहा- चउप्पईओ व परिसपीओ य से किं तं चउप्पईओ चउप्पईओ चउबिहाओ पत्रत्ताओ तं जहा एगखुरीओ जाव सणम्फईओ से तं चउप्पयथलयतिरिक्खजोणित्थीओ से किं तं परिसप्पीओ परिसप्पीओ दुविहाओ पत्रत्ताओ तं जहा उरपरिसप्पीओ च भुयपरिसप्पीओ य से किं तं उरपरिसप्पीओ उरपरिसप्पीओ तिविहाओ पत्रत्ताओ तं जहा अहीओ अयगरीओ महोरगीओ य सेत्तं उरपरिसप्पीओ से किं तं भुयपरिसप्पीओ भुयपरिसपीओ अनेगविहाओ पत्रत्ताओ तं जहा गोड़ीओ नउली ओ सेधाओ सल्लीओ सरडीओ सरंधीओ साराओ खाराओ पचलाइयाओ चप्पाइवाओं मूसियाओ मुगुसियाओ घरोलियाओ जाहियओ छीरविरालिवाओ सेत्तं भुयपरिसप्पीओ से किं तं खहवरीओ खहयरीओ चउव्विहाओ पत्रत्ताओ तं जहा For Private And Personal Use Only


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