Book Title: Agam 14 Jivajivabhigama Uvangsutt 03 Moolam
Author(s): Dipratnasagar, Deepratnasagar
Publisher: Agam Shrut Prakashan

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Page 51
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir जीवाजीदाभिगम ३५०/१४४ ४२ देसूणाई दो जोयणाई चक्कवालविक्खभेणं वेतियासमेणं परिक्खेवेणं पन्नत्ते से णं वणसंडे किण्हे किहोमासे एवं जहा रायपसेणियवनसंडवण्णओ तहेब निरयसेसं पाणियव्वं तथा य वण्णगंध फासो सद्दो तणाणं वावीओ उप्पायपव्वया पुढविसिलापट्टगा य माणितव्वा जाव तत्थ णं बहवे वाणमंत देवाय देवीओ य आसयंति जाव विहरंति | वण्णत्तो पउमवरवेइया-वणसंडामं जाव तत्य णं बहवे वाणमंतरा देवा य देवीओ य आसयंति सयंति चिद्वेति निसीयंति तुयति रमंति ललंति कीलति मोहंति पुरा पोराणाणं सुचिण्णाणं सुपरक्कंताणं सुभाणं कडाणं कम्माणं कल्लाणाणं कल्लाणं फलवित्तिविसेसं पचणुभवमाणा विहरंति] 1999/- 110 (१४५) एगोरुयदीवस्स णं भंते केरिसए आगार भावपंडोयारे पन्नत्ते गोवमा बहुसमरमणि भूमिभागे पत्ते से जहानामए आलिंगपुक्खरेति वा एवं सवणिजे भाणितव्ये जाव पुढवि - सिलापट्टसि तत्थ णं वहवे एगोरुयदीवया मणुस्सा य पणुस्सीओ य आसयंत जाव विहरति एगोरुवदीये णं दीये तत्थ तत्थ देखें तहिं तहिं वहवे उद्दालका मोद्दालका रोद्दालका कतमाला नट्टपाला सिंगमाला संखमाला दंतमाला सेलमालगा नाम दुमगणा पत्रत्ता समणाउसो कुसविकुसविसुद्धरुक्खमूला मूलमंता कंदमंतो जाव बीयमंतो पत्तेहिं य पुप्फेहि य अच्छण-प -पडिच्छण्णा सिरीए अतीव-अतीच सोभेमाणा उवसोभेमाणा चिट्टंति एगोरुयदीवे णं दीवे तत्थ रुक्खा बहवे हेरुयालवणा भेरुयालवणा मेरुवालवणा सेरुयालवणा सालवणा सरलवणा सत्तपत्रवणा पूयफलिवणा खजूरिणा नालिएरिया कुसविकुसवि जाव चिह्नंति एगोरुयदीवे णं तस्य बहवे तिलया लवया नगोहा जाव रायरुकुखा नंदिरुक्खा कुसविकुसवि जाव चिट्ठति एगोरुवदीवे णं तत्य बहूओ पउमलयओ नागलयाओं जाव सामलयाओ निच्चं कुसुमियाओ एवं लयावण्णओ जहा उबवाइए जाव पडिरूवाओं एगोरुयदीचे णं तत्थ बहवे सेरियागुम्मा जाव महाजातिगुम्मा ते णं गुम्ना दसद्धवणं कुसुमं कुसुमेति जेणं वायविहुयग्गसाला एगोरुयदीवास बहुसमरणिजभूमिभागं मुक्कूकपुष्फपुंजीवयारकलियं करें एगोरुवदीवे णं तत्थ बहूओ वनराईओ पन्नत्ताओ ताओ णं बनराईओ किन्हाओ किण्होमासाओ जाव रम्माओ महामेहनिगुरुंबभूताओ जाव महंती गंधद्धणि मुयंताओ पासादी- बाओ एगोरुवदीवे तत्थ बहवे मत्तंगा नाम दुमगणा पत्रत्ता समणाउसो जहा से चंदप्पभमणिसिलगा-वरसीधु-पवरवारुणि-सुजातफल-पत्त-पुष्फ-चोय-निजाससार बहुदव्व जत्तीसंभारकालसंधियआसवा महुमेरग रिट्ठाभ-दुद्धजाति-पसत्र-तेल्लग सताउखजूरमुद्दियासार-कविसायणसुपक्कखोयर सवरसुरा- वण्ण-रसगंधफरिजुत्त- बलवीरियपरिणामा मज्जविधी य बहुष्पगारा तहेव ते मत्तगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणयाए मज्जविहीए उववेया फलेहिं पुन्ना वि विसति कुसविकुसविसुद्ध रुक्खमूला जाव चिह्नंति एगोरुयदीये तत्थ बहवे भिंगंगा नाम दुमगणा पत्रत्ता समणाउसो जहा से वारहघड़करगकलसकक्करियपंचाणिउल्लंकचद्धणिसुपट्टकविपारीचसगभिंगारकरोडिसरंगरगपत्ता घोसगाणल्लग ववलियअवपदकगबालकाविचित्तवट्टकमणिवट्टकसिप्पिरबोरपिणया कंचणमणिरयणभत्तिविचित्ता भाजणविही बहुष्पगारा तहेव ते भिंगंगयावि दुमगणा अणेगबहुविविहवीससापरिणताए भाजणविहीए उववेया फलेहिं पुन्नावि विसट्टेति कुसविकुस जाव चिट्ठेति एगुरुपदीवे णं तस्य बहवे तुडियंगा नाम दुमगणा पत्रत्ता समणाउसो जहा से आलिंगपणपडहदद्दरकरडिडिंडिमभंभातहोर भंकणियखरमुहिमुयंगसंखियपरिल्लय पव्वमापरिवायणिवंसवेणुवीणा सुघोग For Private And Personal Use Only

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